मनी और इसके विकास का इतिहास

Sep 8, 2024

क्लास 9: फाइनेंशियल मार्केट मैनेजमेंट - लेक्चर 1

परिचय

  • इस लेक्चर में हम फाइनेंशियल मार्केट मैनेजमेंट का पहला अध्याय शुरू कर रहे हैं।
  • पहला अध्याय है "मनी: वोट इट इज़"।

मनी क्या है?

  • मनी केवल नोट और सिक्के नहीं हैं, बल्कि इसके कई रूप हैं।
  • हमें यह समझना होगा कि मनी का विकास कैसे हुआ।
  • इतिहास में पहले सिंबॉलिक मनी थी, फिर मेटल मनी, पेपर मनी, और अंत में इंटेंजेबल मनी जैसे बिटकॉइन आदि आए।

मनी का इतिहास

  • मनी का इतिहास जानना महत्वपूर्ण है।
  • मनी का विकास कैसे हुआ, यह समझना चाहिए:
    • सिंबॉलिक मनी
    • मेटल मनी
    • पेपर मनी
    • इंटेंजेबल मनी

मनी का अर्थ

  • मनी एक माध्यम है जो वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है।
  • मनी की पहचान मानव की वैल्यू के प्रतीक के रूप में होती है।

बार्टर सिस्टम

  • बार्टर सिस्टम में वस्तुओं का आदान-प्रदान होता था, लेकिन इसकी सीमाएं थीं।
  • हमें मनी की आवश्यकता इसलिए पड़ी कि बार्टर सिस्टम में अक्सर एक पार्टी को घाटा होता था।

प्राचीन समाजों में मनी का उपयोग

  • प्राचीन समाजों में नमक, अन्न, और अन्य वस्तुओं को मनी के रूप में इस्तेमाल किया गया।
  • शेल, नमक, और बटर जैसे सामान को भी मनी के रूप में देखा गया।

मेटल मनी और पेपर मनी

  • मेटल मनी का उपयोग प्राचीन समय में शुरू हुआ।
  • पेपर मनी का उपयोग 11वीं सदी में शुरू हुआ, जो कि धीरे-धीरे आम हो गया।

मनी का विकास

  1. सिंबॉलिक मनी
    • उदाहरण: तीर के सिर, नमक।
  2. मेटल मनी
    • उदाहरण: तांबे और चांदी के सिक्के।
  3. पेपर मनी
    • उदाहरण: 1661 में स्वीडिश स्टॉकहोम बैंक द्वारा जारी पहला पेपर नोट।
  4. इंटेंजेबल मनी
    • उदाहरण: डिजिटल मनी और क्रिप्टोकरेंसी।

निष्कर्ष

  • मनी का विकास एक लंबी प्रक्रिया है, जिसमें विभिन्न समाजों और समयों में विभिन्न रूपों का उपयोग किया गया।
  • आने वाले लेक्चर में हम मनी की और अधिक अवधारणाओं को समझेंगे।

नोट: इस अध्याय में मनी के विकास की पूरी कहानी को समझना महत्वपूर्ण है। इसे याद रखें!