नियंत्रण और समन्वय
जीवन प्रक्रिया और प्रणाली
- जीवन प्रक्रियाओं में प्रत्येक का अपना सिस्टम होता है जैसे पोषण का डाइजेस्टिव सिस्टम, श्वसन का रेस्पिरेटरी सिस्टम इत्यादि।
- सिस्टम सेल्स से शुरू होता है जो टिशू बनाते हैं, फिर अंग बनते हैं और अंततः अंग प्रणाली बनती है।
- सभी सेल्स का समन्वय आवश्यक है ताकि पूरी प्रणाली ठीक से कार्य कर सके।
नियंत्रण प्रणाली
- नर्वस सिस्टम और एंडोक्राइन सिस्टम मिलकर बॉडी को नियंत्रित रखते हैं।
- नर्वस सिस्टम में सेंट्रल नर्वस सिस्टम (मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड) और पेरिफेरल नर्वस सिस्टम होता है।
नर्वस सिस्टम
- सेंट्रल नर्वस सिस ्टम में मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड आते हैं।
- पेरिफेरल नर्वस सिस्टम में नर्व्स होती हैं जो पूरे शरीर में फैली होती हैं।
- न्यूरॉन नर्वस सिस्टम की सेल है जो संदेशों को आगे बढ़ाती है।
न्यूरॉन की संरचना
- डेंड्राइट्स: जानकारी प्राप्त करते हैं।
- एक्सोन: विद्युत संदेश को फैलाता है।
- नर्व एंडिंग्स: अगली न्यूरॉन तक संदेश पहुँचाते हैं।
नर्वस सिस्टम के प्रकार
- स्वायत्त नर्वस सिस्टम: ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम (सिंपैथेटिक और पैरासिंपैथेटिक)
- सोमैटिक नर्वस सिस्टम
रिफ्लेक्स एक्शन
- रिफ्लेक्स एक्शन में स्पाइनल कॉर्ड मुख्य भूमिका निभाता है, जबकि मस्तिष्क का केवल स्मरण में कार्य होता है।
वॉलेंट्री और इनवॉलेंट्री एक्शन
- वॉलेंट्री एक्शन: मस्तिष्क द्वारा नियंत्रित
- इनवॉलेंट्री एक्शन: मेडूला ओब लोंगाटा द्वारा नियंत्रित
- रिफ्लेक्स एक्शन: स्पाइनल कॉर्ड द्वारा नियंत्रित
एंडोक्राइन सिस्टम
- थायराइड ग्लैंड: थाइरोक्सीन हार्मोन का उत्पादन करता है।
- पिट्यूटरी ग्लैंड: मास्टर ग्लैंड, ग्रोथ हार्मोन का उत्पादन करता है।
- एड्रीनल ग्लैंड: एड्रेनेलिन हार्मोन, इमरजेंसी हार्मोन के रूप में कार्य करता है।
- ग्लूकागोन और इंसुलिन: पैनक्रियास द्वारा निर्मित होते हैं, ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करते हैं।
प्लांट में मूवमेंट
- नैस्टिक मूवमेंट: दिशा विशेष पर निर्भर नहीं होते हैं।
- ट्रॉपिक मूवमेंट: दिशा विशेष पर निर्भर होते हैं जैसे:
- फोटोट्रॉपिज्म: लाइट के प्रति प्रतिक्रिया।
- हाइड्रोट्रॉपिज्म: पानी के प्रति प्रतिक्रिया।
- जियोट्रॉपिज्म: पृथ्वी के प्रति प्रतिक्रिया।
- केमोट्रॉपिज्म: केमिकल के प्रति प्रतिक्रिया।
- थिग्मोट्रॉपिज्म: टच के प्रति प्रतिक्रिया।
प्लांट हॉर्मोन
- साइटोकाइनिन: सेल डिवीजन
- ऑक्सिन: एपिकल ग्रोथ, सेल इलोंगेशन
- जिब्रेलिनेस: सेल इलोंगेशन, पार्टेनोकार्पी
- इथिलीन: फल पकाना
- एप्सिसिक एसिड: ग्रोथ इनहिबिटर, डॉर्मेंसी
सुरक्षा प्रणाली
- मेनिनजेस और सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड: मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड की सुरक्षा में मदद करते हैं।
इन नोट्स से मुख्य बिंदुओं और विचारों का सारांश प्राप्त होता है, जिससे अध्ययन में मदद मिलेगी।