गुलाबो देवी की साधना
परिचय
- साधकों ने गुलाबो देवी की साधना की और सफलताएँ प्राप्त की।
- साधना की विस्तार जानकारी दी जा रही है।
- जिन साधकों को सफलता नहीं मिली, उनके लिए विशेष निर्देश।
साधना के लाभ
- साधना से प्राप्त होने वाले लाभ:
- धन की प्राप्ति।
- प्रेमिका के रूप में सहयोग।
- कार्यों में सफलता।
- समस्याओं का समाधान।
साधना का तरीका
- साधना का समय:
- शुक्रवार की रात 11 बजे से सुबह 3 बजे के बीच।
- साधना का स्थान:
- साधना का समय:
साधना की सामग्री
- गुलाबी वस्त्र।
- गुलाब की कुछ पत्तियाँ।
- मिट्टी का मटका।
- गुलाब जामुन।
- गुलाब का इत्र।
साधना की प्रक्रिया
- धरती माता को प्रणाम करें।
- आसन को प्रणाम करें।
- अपने गुरु या इष्ट देव को प्रणाम करें।
- 31 माला जाप करें।
- गुलाब देवी को प्रणाम करें और एक गुलाब जामुन का भोग अर्पित करें।
- भगवान शिव को स्नान कराएं।
- साधना के दौरान तीन वचन लें।
मंत्र
- "ओम एम ह्रिम गुलाबो परी आगच्छ आगच्छ फट स्वाहा"
- इस मंत्र का जाप 31 दिन तक करना है।
ध्यान देने योग्य बातें
- साधना के दौरान पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन।
- सात्विक भोजन का सेवन।
- 31 दिनों तक नियमों का पालन करना।
निष्कर्ष
- यह साधना एक ही बार करने से बड़े से बड़े कार्य सफल हो सकते हैं।
- साधकों को धैर्यपूर्वक और नियमित रूप से साधना करनी चाहिए।
- इसके बाद किसी अन्य साधना की आवश्यकता नहीं।
यह नोट्स साधना की प्रक्रिया और आवश्यकताओं को समझने में मदद करेंगे।