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शादी, युद्ध और साहस की बातें

कर दो अजय को चलो बेटा तो पर शुरू करते हैं चलो बिस्मेललाहिर्रह्मानिर्रहीन अल्लाहु अक्पर अल्लाहु अक्पर अल्लाहु अक्वर अल्लाहु अक्वर रुक जाओ थोड़ा रुक जाओ उस्मान रुक जाओ हमेशा दहकते हुए लोहे को कूटा जाता है अच्छी तलवार बनाने का यही तरीका होता है रुको ज़रा अब आज की शादी का तोफ़ा बामसी साहब। तलशान तो तैयार हो जाएगी ये दिलवार। उस रक्षे के वादे मैंने हमेशा निभाए है। एक गुसरे हुए सालों। उसमान और अबास बड़े होने के साथ साथ आज जानी और खूनी भाई बन चुके हैं। दोस्ती पक्की हुई है बामसी साहब। अल्लाह का शुक्र है के मैंने अपनी आखों से ये दिन भी देख लिये। माशाल्ला मेरे बहुदर। माशाल्ला। अच्छा तो तुम क्या कहते हो उसमान। अर्थरल गाजी को उन्हें से अपना काम पूरा करकर आएंगे। क्या सुल्तान और वुज्रा उनकी पेशकश कुबूल कर लेंगे। बताओ क्या लगता है तुम्हें। हमने इशाग को अकेले नहीं बल्कि सुल्तान और सलान के साथ मिलकर चला आया था बामशी साह। छोटे थे लेकिन अब जवान हो गए हैं काफरों के सीनों पर सवार हो गए हैं इस जगा को अपना वतन बनाने के लिए मुसल्सल जंग करते रहे हैं वक्त आ गया है पौदे को दरख्त में बदलने का वक्त आ गया है शुकर गुजारी से काम लेने वाले जंगजू और खवातीन इसी तनावर दरख्त की च्छाओं में अपनी सल्तनत काईम करेंगे जितने दुश्मन हैं वो सब के सब इसी आग का इंधन बनेंगे और कुन्या से चाहे जो भी खबर आ जाए मैं अपने वालिद का पर्चम कभी गिरने नहीं दूँगा अल्लाह गवा है कि सारी दुनिया मैं और मेरी उलाद भी पर्चम लहराने के लिए सरधर की बासी लगा देंगे किसी किमत सोधा नहीं करेंगे माशाला, मेरे माशाला मेरे बहाधर क्या तुम्हारे कानूने ये बात नहीं सुनी है मैं खुली आखों से नहीं मरूँगा क्यूंकि मैंने अर्थगुरल साब की देखाई हुई आखों अपनी आखों से बरखते हुए देखा है अब अब अब मेरे बाबा सुलिमान शाह को यही मर्च था अ कि भाई की अमानत का बार मैंने उठाया है लेकिन अभी यह मर्च मेरे लिए रुकावट बन गया है अजय को हवा पत्रों पर से ही उखबार उड़ाती है आप तुन्दार साहब हैं अल्ला के हुकम से तमाम मुश्किलास से गुजर जाएंगे हर शक्स देखेगा और भाई जान भी देखेंगे ये जंग जो हमने 25 साल तक लड़ी है बहुत कुछ गवाया हमने अब ये मुहाइदा इस सर्जमीन पर अम्र सुकून लेकर आएगा दुन्दार सहाब आप अपने आपको छोटा ना समझे इंसान रास्ता आजनेबी के साथ नहीं तै करता बलके अपने दोस्त के साथ करता है अगर आप ही गुल्दारों और सार पुत्र वापस लोड जाते तो क्या होता आपने साथ दिया तभी अर्थिरूल सहाब ने एक निजाम खड़ा किया शिकार हर कोई खेलता है लेकिन शिकार और महारत दोनों आप ही के पास है जैसे आप सुला की बात कर रहे हैं, उसी तरह आपके दुश्मन हसत करते हुए सांपों को बिलों से बाहर निकाल देंगे। एहतियाद बहुत सरूरी है। अल्ला मेरा गवाह रहे और मुझे हिम्मत दे। ये जो सांप हैं, जिन्दा चलेंगे अब। याद रखना। मैंने अर्तुरल भाई से वादा किया है ये काम ज़रूर होगा चलो हाकिम योर्गो बोलो उसको इंतिजार नहीं करवाते कले जाने से पहले आपसे दूआ करवाना चाहता हूँ अरे मेरा प्यारा बेटा कि मेरी दुआएं हर पल तुम्हारे साथ है बेटा लेकिन काफरों पर किसी सूरत अहतबार नहीं किया जा सकता कि अपनी आखें खुली रखनी है आप बिल्कुल फिक्र ना करें बाबा मैं काई कभिले के जंगजु जवानों के अमीर बंसी साहब का बेटा हूं मेरे सामने आने वाला दुश्मन समझ ले कि वह हार जाएगा बिल्कुल बेटा बिल्कुल लेकिन तुम भी ये जान लो के सिर्फ बहादुरी इफाज़ित के लिए काफी नहीं है एत्याग भी लाजमी है अमेशा एसास होना चाहिए बुजदिलों के आने का बुजदिलों के आने का एसास कैसे होगा बाबा सरदार को होगा बहादुर सरदार को एसास होगा देखो ये हमारे अच्छदात की नसीयत है गौस पर अमेशा मुसीबत सोते हुए ही बड़ी जो बहादुर सोता नहीं उसे असास होता है बाज लोग सोते हैं लेकिन सरदार जागता है चाहे वह सो भी रहा हो उसे पता चल जाता है बुजदों का जानता हूं बाबा आपको अर्थोगुल घाजी बहुत यादाते हैं अ आए मिरार तगरू, नहीं बेटा नहीं, आखें जिसे देखती ना हो, उसके लिए उदास होती है, बेटा मैं उन्हें उसमान में देख सकता हूँ, हर हालत में खड़े हुए, बैठे हुए, वो यही मौजूद हैं बहाद्र साती हमेशा आपके बिल्कुल सामने होते हैं बेटा मैं चाहता हूँ तुम भी उन्हें देखने वाले बनो देखो बेटा ये तुमारे वालित की नसीयत नहीं अजदात की नसीयत है जैसे मैं अर्तुरल साब के साथ खड़ा रहा हूँ, तुम भी उसमान के साथ ही रहना। आईशा खातून, क्या तुरकमानों और अजदात की सरजमीन से आने वालों के लिए भी कुछ लेकर जाएंगे? मुझे पता था कि आप उसका पूचेंगे कुंदू सहब, मैंने कल शाम ही तयार कर दिया था. जीती रहो खातून, जीती रहो, तुमने भी हाई मामी के बर्तन से पानी पी रखा है, चलो. माशाल्ला माशाल्ला ओर्जिन अबास ऐसा हो सकता है कि आप ना जाएं आज शाम हमारी मेहंदी के लिए तयारियां हो रही हैं काशा आप साथ होते जानती हो सिपाही का फर्ज हर शैसे बढ़कर होता है उस्मान साहब को मैं किसी हाल में अकेला नहीं छोड़ सकता हमारे लिए दूआ करो खैरियत से जाएं और जल्दी वापस आएं इंशालला अल्ला आपके रास्ते आसान फर्माए अबास कुछ वक्त और इन हाथों में मेरे नाम की ही मेंदी रचाई जाएगी और तुम दुलहन बनूगी काश आईगिल की तैयार की हुई मेंदी आप देख सकते बहुत प्यारी है काश तुम अपने आपको एक बार मेरी आखों से देख पाती तुम बहुत प्यारी हो अब आप जाएए, वो इंतजार कर रहे होंगे बोर्जन, अल्ला की अमान में रहो आप भी अब बास, आप भी कर दो कर बाहर से बाहर सेपायों, तुम रस्सी में बटी हुई तलवार की तरह हो, जो बाहर से पूर सुकून और अंदर से आग की तरह देखती हुई, माशाल्ला, माशाल्ला, माशाल्ला ये सब क्या है?

ये वो तलवारे हैं बाबा, जो हाकिम को हदिया की जाएंगे उस्मान, जब भी तलवार का ज़िकर होता है, तो जहन तुमारी तरफ जाता है अब देखते हैं, हमारे दोस्त हाकिम योर्गो बोलोस को इस तोफ़े से खुशी होती है ये नहीं अब उसके लिए वोही तलवारे लेकर जाएंगे जो उस वक्त हमारे हाथों में होगी वोही तौफा होगी उसके लिए क्या नहीं होगी उसे खुशी दौनदार सहब दौनदार सहब जेरा ठेरिये आईयों पर किसी भी वक्स मुसीबत आ जाती है ना जाने आजाना क्या हो जाए मैं भी साथ जाना चाहता हूँ क्या कहते हैं आप आप हमारा बाजू बंखर रहें कभीले में आप यहां रहे कर तैयारियां देखें कभीले का निजाम देखें जैसा आप कहें अब हमें यहां से चलना होगा आपकी अमान निरेख जल्द लटेंगे आप इंशाल्लाह सुला और तिजारत में जैसा हम चाहते हैं वैसा ही मौइदा होगा हाकिम सहाब अलबता तिजारती काफलों पर हमला करने की सूरत में दी जाने वाली रकम की बात कभूल करना ममकिन नहीं तुम बेफिकर रहो कलादोस मुझसे इस बात पर कोई मोहर नहीं लगव कोई शक नहीं जनाब मैंने अर्थरूल के साथ इस मौहदे का बीज मोने की बहुत कोशिश की और दुनदार इस काम को जल्द पूरा करना चाहता है बिल्कुल चाहेगा वह इस मौहदे के जरिए सभी को अपनी ताकत दिखाना चाहता है कि खुदावन की मर्जी से हम सदा ताकतवर रहेंगे यह है ये कड़ा मेरे शोहर की हमेशा हिफाज़त करेगा जब तक तुम मेरे साथ हो सोफिया, मुझे कुछ नहीं हो सकता मैं बहुत ही खुश नसीब हूँ फिर भी एह्टियाद लास्मी है। कल रात से मेरे दिल में अजीव वस्वसे आ रही हैं। आप कहेंगे कि वहिम है शायद। लेकिन परेशानी है मुझे। तुम मेरे लिए परेशान मत हो। मेरा सबसे बहधुर जंगजू कमांडार कालनोस मेरे साथ है। आगे मारे हैं खुशाम दीद दुमदार सहाब बहुत शुक्रिय हाकिन योर्गो बोलोस मलिका सोफिया आई कभीले की खवातीन को भी खुशाम दीद हमारे कले को इजद बखशी ये हमारे लिए भी शरफ है मलिका काश के इस खुशी के दिन अर्तुरूल साब भी होते इस खुशी के लिए सबसे ज्यादा हम उनके मक्रूज है अब हमारा नाटक शुरू होगा अर्तुरूल, तुम हमेशा से मुझे चाहते थे ना तो बतोर हाकिम, मैं तुमारे सामने हूँ आज तक ना तुम मुझसे डरे और ना ही मैं तुमसे डरा तो चलो आज इस काम को खतम करें आज फैसला होकर रहेगा बस करो खत्म करो यह लड़ाई मैं चाहता हूं कि हम एक दूसरे पर एतमात करें मेरी आवाम की भूख मिटे और तिजारित आसान हो जाए हमने कहा था कि खून के आखरी कदरे तक जंग होगी लेकिन अब हम सुलाह जाते हैं जिन्ना आप आपको बहुत अच्छा बहुत बहुत बहुत बहु अर्तुरुल घाजी और उसकी उलाद की दोस्ती फाइदामंद जबकि दुश्मनी नुकसान दे हाकिम की हिसादत करो सिपाहियों गड़ाई के लिए तैयार हो जाओ अपनी जान पर भी खेल कर हाकिम को बचाओ सिपाहियों ज़न की तैयारी करो हाकिम को पुछ रहो डबाए ये तुम्हारा किला है, तुम्हारे सिपाई हैं, और तुम्हें हम परगतारी का अलजाम लगा रहे हो। कौन है तुम्हें भेशने वाला? कौन हो तुम? वो खोलो अपना, बताओ मुझे! बचाओ मुझे!

या या आज तो नहीं लेकिन जल्द या बदेर तीर सीने में उतर कर रहेंगे बिसीनिया नामी शोरिश जदा जगा पर आप जानते हैं मैं इतने तवील अरसे से यहां किस तरह जमा हुआ हूँ हमेशा सूमता रहता हूँ अच्छे और बुरे हर एक की अपनी अपनी बू होती है अच्छा हो या बुरा हो उसमें बू होना लाजमी है अच्छा तो अब बताओ मुझे क्या खबरे है अलिशार साब का एक कला गए है। जाहिर है वो हाकिम के साथ कोई मुहायदा करेंगे। क्या हाकिम उनकी शर्टें कुबूल करेगा। वो तहाईव साथ ले गए हैं। और रोमी उनके सिखबाल के लिए तयारिया कर रहे हैं। इस खित्ते में लिखने वाला कलम भी मैं और वर्ग भी मैं ही हूँ। मेरे बगएर ये मुहाइदा कोई अहमियत नहीं रखता ये मुहाइदा नए बजार की कमर तूर देगा अगर ये मुहाइदा हुआ तो सौगत के बजार की अहमियत बढ़ जाएगी माना के हालात हुसना हो चुके है लेकिन एक चीज भूल गए वो कि ये जो हालात हैं अब बचा रहे हैं ये मेरी मुठ्ठी में है जोहरा खातोन मुझे इस तकलीफ देवाके ने अंदर तक हिला दिया है इस अल्मिये की जितनी भी मासरत की जाए कम है जिन हालात में आप लोग हैं शेजाती उनसे तकलीफ या मासरत से नहीं निकल सकते याद रखी जो कुछ हुआ वो तर हकीकत शरमनाक था कलाहसार इस सलूप के लाइक कतई नहीं था आपका कला मस्बूत है, लेकिन दर्वाजे बहुत कमसोर है। अगर अंदर से ताले ना खोले जाते, ये मुसीबत बहार से आने वाले नहीं थी। मेरे आका बहुत चल्द कले के भेदी को ढून निकालेंगे। फिकर मत कीजिये। आप लोगों की जुरत और पहादरी की वज़ा से मेरे आका हमारे दर्मियान हैं अब तक तो साबिद हो गया कि काई कवीला योही मशूर नहीं है हमारी जगा जो भी होता यही करता सुला और दोस्ती ही चाहते हैं हम यही तो वज़ा है हमारे यहां होने की सुला और दोस्ती के सामने बहुत कुछ होता है जो कुछ यहां आज हुआ सब कु��� उसने बता दिया ये हमला सिर्फ हाकिम पर नहीं बलके मेरे शोहर पे भी हुआ है जैसे कि आपने कहा के खदारों को बहुत चल पकड़ लेंगे इन्शालला क्योंकि उसे नहीं दुन्दार साहब छोड़ेंगे और नहीं मैं उसे छोड़ूंगी मेरी माजरत कबूल करें दुन्दार साहब माजरत क्यों कबूल करें योर्गो बोलोस मैं शर्विन ना हूँ इसके लिए माजरत उस वक्त तक कबूल नहीं होगी जब तक वो लोग सामने नहीं आ जाते जिन लोगों ने हमें मारने की कुछ कोशिश की है यकीन कीजिए मैं उनको जल्द जल्द पकड़ लूंगा लगता है यह मुहायदा करके हमने किसी के नफ़ जबादी है दुमदार साहब अगर हमारी जान चली जाती तो जवाब दें उन शरायतों और वादों का फिर क्या बनता है अगर हमारी तमाम शरायत कुबूल है तो सबसे पहले गद्दारों को तलाश करें अगर आपका इतमाद मुझे पर बाकी है तो मुझे आपकी शरायत कबूल है। एक बार फिर सोच लें। क्या आपको यकीन है। इस तरह का एहम फैसला एक ही लमे में खुद कर लेना ठीक होगा क्या। यही सही है कारलोस। इस काम को आज ही होना है। ताके काई कबीले वालों को हमारी दोस्ती पर कोई शक न रहे। आप क्या कहते हैं गुंदूस साहब? दुन्दार साहब मेरा ख्याल है कि इस काम को अभी ही मुकमल किया चाहें अर्तुरूल साहब जब वापस आएंगे तो कबीले में जरूर दावत करेंगे तो फिर मुहायदे में देर केस बात की? तश्रिफ लाएं बैट कर बात करते हैं सबसे पहले ये बताएं के ताजरों के काफलों का क्या होगा ये बहुत भारी शर्ते हैं ये दोनों तरफ पराबर हैं कमांडर कालानोस जिसकी हुदूद में जो कुछ भी होगा वो उसका बदला लेगा डाकूओं के हमले के बाद अगर आसार मिट जाएं तो फिर हम सब के लिए मुश्किल हो जाएगी ये कबूल नहीं किया सकता बिल्कुल कबूल किया सकता है काला नूर उस्मान तो बताए कैसे हुदूत फलांग कर अपनी जान बचाने पर हमलावर काफी खुश है मेरे लिए आपका हर लव्स एहम है अपनी बात मुकमल करें अगर आप मुझे उन तक रसाई दें तो ज़रूर मैं उनसे हिसाब लेना चाहूँगा और यकीन दिलाता हूँ कि उन्हें अंजाम तक पहुँचा कर रहूँगा तो इस तरह हमारे तालुखात में भी किसी किसम की खलिश पैदा नहीं होगी लगता है कुछ जादा ही यकीन है आपको अपनी महारत पे आज आपने दिखा दिया आप कितने माहर हैं आप क्या कहते हैं दुन्दर साहब अपने बतीजे को खलत न समझें अच्छी बात है लेकिन ये तरीका मुश्किल और खतरनाक है जान का भी खतरा है आसार देखना और डाकों का पीछा करना हरे के लिए आसान नहीं है अगर ये काम आपके जिम्मे लगाय जाए कामियाब हो सकेंगे उस्मान सहब किसी भी तरह इस किसम के फैसले को कुबूल नहीं किया सकता चनाब तो कैसा रहेगा अगर इस महास पर मैं अपने सिपाहियों के साथ जाओ मैं पुर यकीन हूँ कि आपके इस कमानदार कालनूस के दिल में कोई शिकायत बागी नहीं रहेगी जबके दुनदार साहब भी मुत्तफिक है तो मैं आपको अपने हुदूद की इजादत देता हूँ उस्मान साहब। कमानदार का भी बहुत जल तैकर लिया जाएगा। इसे आज की महधुरी का तोफा भी समझ ले। सलामत रहे हाकिम यूर बोलुस। लिख दिया जाए कि मैंने उस्मान को इजादत दी है। आप माफ करते हैं महतरमा हमें माफ कर दीजिए आप माफ करते हैं एक बूर्धे उमर रसीदा हाकिम को भी मार नहीं सके तुम लोग अजय को अजय को अजय को अजय को हर कदम फूंक फूंक के रखा मैंने जिसे लमहे में बरबात कर डाला साफ जाहिर है कि उस्मान हर चीज अच्छे तरीके से जानता था इस सूरत में हम अपने सर्टार को मो दिखाने के लाइक नहीं रहे इसलिए पहली फुरसत में अपने बेहतरीन कारिंदे उसका काम दमाम करने के लिए बीचे भेजो काम को आसान मत समझना उसमान आम निशाना नहीं याद रखना उसे बदला चुकाना होगा मिगाला उस्मान, तुम क्या समझ के ये कर रहे हो?

क्या किया वैने बाता है? उस्मान, हमारे हाँ कलाम वो ही करता है, जो जंगों में लड़ चुका हो. चेचा के होते हुए जबान क्यों खोली? लोहा गरम हो तो लगाई चाहती है सर्व. लोहा गरम हो तो लगाई चाहती है सर्व.

जो होको मेरे सरदार अब आस तो वाओ मेरे साथ मेहंदी की रात बहुत खुबसूरत लगोगी तुम प्रस्तुति प्रस् अबास को भी अच्छा लगेगा कुछ भी पहन लो उससे तब भी अच्छी लगोगी एक दिन उस्मान के साथ शादी होगी तुम्हारी आईकुल ऐसा होगा? बिल्कुल होगा ऐसा और तुम देखना उस वक्त मैं ही होगी जो तुम्हें महंदी लगाएगी इंशालला अल्ला हमें भी तुम्हारी तरह खुशिया नसीप फर्माए इंशालला इस पर पर पाद कर देंगे अब इस पर की लालच ने इन सबको अंधा कर दिया है कर दो चच्चा और भाई जान समझ नहीं रहे वो इसमें मौझूद फितने को नहीं देख रहे लेकिन कौन इसकी जुर्रत करेगा उस्मान साहब इसकी जुर्रत कौन करेगा ये आहम नहीं है पाश अववास काई कौम की ताकत बिच्चु के बिल में है सुन रहे हो हमेशा हम खतरे में तो होते हमेशा मौखदात रहो मुझे यकीन है बहुत बड़ी जंग होने वाली है इस चका महसूस कर सकता हूँ मैं ये अपने अंतर ये बात मत भूलो ये चंग कबूतर की तरह आखें बंद करके नहीं जीती जाएगे लड़ना होगा हमें शाहीन और उकाब की तरह जपटना होगा हमें मारे इरादों से एक नई सल्तरत बुजूब नहीं आएगी मेरी सल्तनत मैंने उनकी बाते सुनी सुला का गह रहे थे मैं हरान हूँ कि आप इन हलात में सल्तनत की बात कर रहे हैं उस्मान साहब हराम हो चुकी हम पे नींद जानवरों का शिकार अग खत्म अगर शिकार होंगे तो सिर्फ दुश्मन होंगे ये लोग आखिर कौन हैं? फित्ना जो कले तक महदूद नहीं रहा फित्ना अब हर जगा है शाल्ला! आस, तुम दाये तरफ चलो, मैं बाये तरफ अल्लाहू अक्वर अल्लाहू अक्वर अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अ अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अगर मैं हाकिम के सामने उस्मान की मुखालफत करता थो वो समझता कि हमारे दर्मियान लड़ाई और इक्तिलाफात है क्योंकि उस्मान वही करता है जो उसके दिमाग में आता है अगर उस्मान ऐसा है तो उसे आप रोकेंगे वरना उसकी ये हरकते एक दिन हमें बहुत मुसीवत में डाल देंगी जनाब इजाज़त है चेचजान आजा गुंदूस चचा जान, उस्मान और अब्बास की कोई खबर नहीं है, नहीं आया अभी तक अभी गलत मत सोचना गुंदूस असन मैं कि बहुत परेशान हूं मैं बंच साहब की खबर है गुंदूस अभी तक तो नहीं सिपाहियों को कहो कि फ़ॉरन ढूंढने निकले चारों तरफ फैल जाए और उनको लिया बगए वापस न लोटे हैं जैसा आपको को शायद मदद की जरूरत हो हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है चलो वरो वरो चलो श्राश्च जल्दी करो निकालो इसे यहाँ से कीचो, शाबाश, कीचो, थोड़ा सा और, शाबाश, शाबाश, कीचो, तो ले गाते कीचो, डरो नहीं तो, कीचो, कीचो, खाँ कीचो, कीचो असे, शाबाश, कीचो असे, बहुत अच्छे, खाँ कीचो, शाबाश बहुत देर हो गई है अब चलना चाहिए हमें भूश में आ रहा है तुरुई से उठाना है। हमें देर हो रही है, चलो प्रस्तुति प् प्र बास बास अपास, अपास, अपास आहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाह आपके तुम खूबसूरत हो लेकिन मैं तुम्हें अल्लाह के लिए कुर्बान करूंगा जानते हो तुम अब आज की शादी है सिपाइयों की दावत करना चाहता हूं बहुत प्यार है आज वह चाहिए चलो, बिस्मिल्ला. माशाल्ला.

सुनो, तुम्हारा शुकर गुजारूं मैं. अल्ला ने तुम्हें गुर्बानी के लिए मुझे दिया है. अगर तुम ना होते, तो हमारा क्या हाल होता? बहुत खास, छुरी से अपने प्यारे को जिबा करूँगा. अल्लाह गुरुबानी को कुपूर फर्माएं और मुझे पूरी उबीद है कि मेरा अल्लाह मेरी इस कोशिश को रायगा नहीं जाने देगा इंशाल्लाह अच्छा बताओ तुमने वो वाक्या सुना है अगर नहीं सुना तो लो मैं सुनाता हूँ सुनो कि अब बास अ अब अ अजय को अजय को अजय को अजय को आपको सही सालामत देख लिया मैंने मरने से पहले बस यही खौश थी मात इंसान की हिफाज़त कर दिया है बास हिम्मत करो कुछ नहीं होगा हिम्मत करो कुछ नहीं होगा हिम्मत मतार आज एक ओलाद की खुआईश थी, एक नेक ओलाद की खुआईश। बिल्कुल उन्होंने सिर्फ अल्लाह से मांगा कि मुझे एक नेक बेटा दा फर्मा मैं शुक्र गुजार रहूंगा हमेशा अल्लाह ने हजरत हाजरा से बेटा दा दिया बहुत प्यारा बेटा इवराहिम ले सलाम ने उनको नाम दिया नाम था इसमाईल इसमाईल पैदा हुए साथ साल के हो गए बहुत प्यारी लग रही हो अरे ऐसे नहीं थोड़ा सा तो मुस्कुराओ कौन सी दुलन अपनी मेंदी पर ऐसे उदास होती है अबास को आने तो ज़रा सब बताओंगी मैं तुम नहीं होते तो मेरी बेहन उदास घूमती रहती है मुझे माफ करना आईगुल तो फिर आजरत इब्राहिम ने खुआब देखा और खुआब में उसी बेटे को वनोंने कुर्बान करते हुए देखा। आजरत इब्राहिम इस्माईल के पास गए और अपने बेटे को अपना खुआब बताया। इस्माईल ने अपने वालिद की आखों में देखा और कहा बाबा जान जो करना है कर डालें तैयार हूँ आजरद इब्राहीम की आखों में एक खुशी थी क्योंकि अल्लाह का हुकुम उनके बेटे ने भी माना स्माइल कुलिया और फिर इस्माईल को मुझे बर लिटा दिया आगे वो इस्माईल पर छूरी रखने ही वाले थे खैर होगी खैर होगी इंशाल्ला ये उस्मान है न?

हाँ ये उस्मान है बहुच गए बास देखो बास फॉर तब इसको बुलाओ फॉर अजय को बुलाएं कोई अब आप इस तरह करो अजय को अब आपको मुश्किलापन यह तो बंची साफ का बेटा बास लग रहा है अलग बहुत बुरा हुआ है अ कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर दो कि अ कर अपास अपास मेरे भाई देखा हूँ आगे वपस अपास प्रश्न प्रश्न मुझे माफ करना अश्यत्वला इलाह इलला वा अश्यत्वला महमतन अब्दूवा रसूलू अपास, अपास, अपास, अपास बुरी भाई की वाज़त नहीं कर पाएं बस मुझे बताएं कैसे बस करो बस खत हो गया अजय को उसमाल बताओ कैसे हुआ वो जब बताओ बोलाओ अब अब अब अ� लेकिन मैं आपसे किया वादा पूरा नहीं कर सका। अब आज को मजा नहीं सका। माफ कर दे। आपको आपको आपको अब अब अब अ� इसके भाई ने अपनी पूरी कोशिश की होगी इसे बचाने की उसमान परेशान ना हो बल्कुल भी नहीं और हाँ, मेरा ब्यारा बच्चा, तुम्हें आसू मत बाओ, सर उठाओ, सर उठाओ अपना, सर को उठाके रखो, तुमने कोई शर्बिंदगी का काम नहीं किया बोर्जेन, मेरी बेटी, तुम्हारा मंगेतर, अबास, तुम्हारा बास, दुनियावी महभूब से तो नहीं मिल सिका, लेकिन बेटा, अल्ला से जरूर मिलेगा, अपने महभूबे इलाही से, मेरी बेटी, बोर्जेन तुम दोनों गयामत के दिन जर्दार बाम से काई कभीले के सेपाईयों का सापका अमीर हर कोई देख ले कुछी देर पहले शादी का खैमा तयार हुआ प्रश्चित नहीं गया ये, कहीं नहीं गया, रसूल अल्लाह के आदों से शाहाथत का जान पीने गया है, जबकि दुनिया में शादी की तैयारी कर रहा था मेरा बेटा लेकिन नसीब में शहादत लिखी थी शाबाश अगम करने वाले गम ना करें, कोई नहीं रूएगा, माय गम ना करें, कोई मातम नहीं होगा, आज दोस्ती का दिन है, खुशी मनाने का दिन है, आज असीव शान दिन है आगजात का शुकर है आज मैं शहीद का वालिद बन गया मैं बाप हूँ शहीद का बामसी शहीद का बाब बन गया, बामसी शहीद का बाब बन गया, शहीद का बाब बामसी, शहीद का बाब, खुशी का दिन है बायों आज, मेरा बिटा अपने ढब के बाब चला गया, बहुत खुशी का दिन है आज, मेरा बिटा दब के गरीब हो गया, अजला हमें उसे अप रब का महमान बन गया वो शीख कदे नहीं मेरा बिटल लाके पौस चला गया महतरमा कह दो कि उसमान मर गया है मिकाला जिस खाद में फ़साया था उससे निकल गया था पता नहीं कैसे लानत हो अब दुआ करना कि तुम्हारी ये हार मजीद कोई आफ़त ना ले कराए दफा हो जाओ यहाँ से देखिन उसका साथी बामसी का बेटा अबास इस वख़ कभीले में सब उसके इर्थकेट पैट कर रो रहे हैं मार दिया है उसे यानि उस्मान तक पैगाम पहुँच गया अब यकीनन दखल अंदाजी नहीं करेगा कई जिनों से इंतजार कर रहा था खुदावन का शुक्र है कि तुम लोग आ गए थोड़ी धकन हो गई है लेकिन ऐसा मुकद्दस काम सर अंजाम देकर हमारी धगल उदर गई है। हमारे मुख्तरम कैसे हैं? तबियर ठीक है ना उनकी? ठीक है, किले की सुरते हाल का पूछ रहे थे। आपको पता है, कोम अलूजा को ज्यादा एहमियत देते हैं वो। खुदावन उनकी हिफाज़त करें। हमने सुना काफी मसाइल हो गए हैं। आपने जो कहा था वो ठीक था। हाकिम योरो को बोलोस के लोगों को बहका लिया गया है। अन्दाजे ठीक थे तुम्हारे। तुर्कों से तालुकात की वज़े से ही वो तख्ताई मश्क बन गया है। उसके आसपास के अंधेरे अफरियत से बढ़कर है। वो अंधेरे को मलूजा को लपीट में ले लेंगे। हमारे पास वक्त कम है। अगर काम्याप ना हुए तो सब खो देंगे उन्होंने खुफिया कलमात बेजे है न मुझे तुम दोनों पे फखर है जो भी मुहिम तुम लोगों ने जिम्मे ली उसमें कभी भी नाकाम नहीं रहे मुम्किन है कि ये अंजील के राजों में या भिर इन कलमात का कोई और मतलब हो अगर हम राजों के एक सिरे का पता चलाने तो मैं लवसों को हल कर सकती हूँ जरूर कोई जगह होगी जहां इन लवसों की मालुमात होगी इस तरह के लिखे केई खुफिया कलमात को मैं हल कर चुका हूँ तब तो हम ये काम बहुत चल खतम कर लेंगे मैंने कनीसा में आपके लिए दौा की है मेरे आका खुदावन की मदद से और कालनोस की तद्बीर से यकीन अनसल दुश्मनों को पकड़ लेंगे लेकिन आका क्या आपको यकीन है कि घदार हम में से ही कोई है हमारे साथ घदारी की गई है ये घदारी बहार से नहीं कला के अंदर से हो सकती है अगर आपका खयाल तुरुस्त है तो खत्रा बहुत बड़ा है वादा करो कारणोस, मुझे असल लोग ला कर दोगे, परना अगली बार और भी करीब से वार करेंगे, जैसा आप कहें मेरे सर्टाज मैं हर रात आस्मान देखती हूँ सितारों की हर बढ़ती चाल पर गहरी नजर है मेरी एक जीज तो यकीनी है जब तक आप हयात हैं आपका बनाया नजां कोई चूबी नहीं सकता अपने प्रदेश पर प्रदेश प तुम मुझे ये बताओ के बगएर इजाज़त किले से क्यों निकले नहीं जाना था अबास मारा गया सिर्फ तुम्हारे नदाने की वज़ासे जो तुम्हें नहीं मालूं तुम्हारी वज़ासे मुसलसल बेज़जती हो रही है मेरी तुमने मेरी तैगीर की मैंने कुछ नहीं कहा लेकिन इस वाकए के बाद मैं कैसे खामोश रहूं तुम्हारी ये नादान हरकते मुसलसल नुकसान पहुचा रहे हैं ये लोग उसमान से कुछ साधी सख्ते कर रहे हैं उसने कभी चाहोगा कि ऐसा हो बताओ मुझे जवाब दो अगर अर्तुरल भाई यहाँ होते तो क्या करते हाँ जवाब चाहिए मुझे आप लोगों का नहीं ये मेरा जाती मसला बास का इंतिकाम मेरी सिम्मदारी है मुझे पे फर्स हो चुका है और जहां तक बाबा की बात है अगर सुलिमान शाह की बेटे अर्धुरूल गाजी यहां होते तो मेरे छोटे भाई की वफात का इलजाम मुझे कभी न देते पलके मेरे साथ मिलकर कातिल का पीछा करते पूरे शहर को इबरत का निशान बरते क्या कहा?

अब तुम अपने सिपाहियों का इंतकाम लेने जाओगे बोलो अब अबास के बाद और कितनी जानों का नजराना चाहिए तुम्हें उस्मान अब अगर तुमने इस तरह के कोई भी गलती की, तो सजा बहुत भारी होगी उसमान। जहन में रखना। हर सजा कभूल होगी मुझे। आपको क्या लगता है कि मैं इस तरह की धंकियों से डर जाओंगा? अगर ऐसा है तो आसमा कर देख ले उस्मान, तुम से कह रहा हूँ मैं उस्मान रुको इसे तनाई में ले जाओ, समझाने की कोशिश को अच्छी तरह ताकि किसी मुसीबत का सबब न बने कि अम्मी अब उसे बात करें अम्मी उसमान के साथ ऐसा रवया ठीक नहीं है मैं उसमान को जानती हूं कि जब तक वह अपना बदला नहीं लेगा नहीं बैठेगा सुखून से वह बेटी पता है ना क्या कह रही हो तुम्हें कि उस पार ना अपने चचा की सुनता है ना ही किसी और की अब अल्लाह हम सबको अपने आवश्यात में रखें बस अ कि अ इस वाला आ अलेक्या सेदना या रजूल अल्लाह अल्लाह अल्लाह अल्लाह या आँ आँ आँ आ� कि अब साथ तुम्हें असे गए हुए अ एक साल हो गया और मैं यहाँ पे अब बिल्कुल अकेला हो गया हूँ जिससे तुम गई थी हम दोनों मरे उस दिन लेकिन दफनाया सिर्फ तुम्हें अफसा तुम्हारे बाद मेरे शेर भूल जैसा मासूम बच्चा अरचीत से लड़ा पिर भी मेरे सामने रवाना हो गया इस जबीन का यही नसीब बहादुर जंग के मैदान जाते हैं और फखर से शाहाधुत को अपने गले लगा लेते हैं आज शहीद हो गया आवजा इस जमहीन को वतन काईम रखने के लिए मेरे बेटे ने शाहादत दी इस जमीन को वतन काईम रखने के लिए प्रश्न प्रश्न प्रश्न काट देना मुझे तुम लोग इसी तलबार से कोई हक नहीं मुझे जीने का तारीख से मेरा नाम मिटा दिया जाए खाओ कस्म कस्म है अलाकों लूजा है वो जग़ा जहाँ फित्ना बल रहा है और मुझे पूरा यकीन है कि अबास के कातल भी हम लोगों को वहीं पर मिले के हम रात में हमलावर होंगे और उन्हें उनके नापाक हिरादों में नाकाम करेंगे लेकिन हम वहाँ जाएंगे किसके पास क्या कोई अत्मात वाला है वहाँ सिवा एक शक्स के कोई बायदेवात नहीं है वहाँ वो है हाक्यम क्योंकि वो ही था कातिलों का हादफ हम खुपयत और पर क्यों जाएंगे आगे बस अतना है मैं मिलना चाहता हूँ मैं किसी को इसकी खबर ना हो ख़याल रखना करीबी लोग भी दुश्मन हो सकते हैं और गुम क्या है? अब जो मैं कहूँगा वो ही होगा ए शमसो कमर इसे बढ़ा बनाएं, ए चमक्ते सितारो इसे बढ़ा बनादें, कपड़ों की तरह इसे पानी का लिबास पहनाया, और पानी जो था पहाड के उपर, इस बात का मतलब क्या हो सकता है, पहले बाब में कहा वो होने न होने के दर्मियाल लटका हुआ है, सूरत चां ये सारे चमकते सितारे आस्मान किले के अंदर आस्मान तलाश करना होगा शुमाल की तरफ भैला हुआ और खाली जिगा के उपर कले में शुमाली तरफ कोई खुफिया कमरा है क्या?

सोफिया का कमरा वहाँ मैंने मस्नुई कीमिया गरी से साथ सियारे देखे हैं जादोई कमरे के धर्मियान वोही जगा जहां सितारों सियारों का अक्स है मुकदस अमानते वहाँ हैं अब हम अपने रास के बहुत करीब हैं कि अ कि अ कि सुफ्या कि क्या हुआ सुफ्या कि अ बताओ मुझे, बताओ मुझे मैं तुम्हारे लिए कुछ भी करूँगा मैं बहुत असियत में हूँ कालोनौस अब ये तकलीफ मुझसे और परदाश नहीं होती तुम्हारी महब्बत मुझे अंदर से जला रही है मेरे महबूब। अब मैं सिर्फ तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ। मैं भी यही चाहता हूँ सोफिया। लेकिन हाकिम, हाकिम योर्गो पोलुस, हम ये कैसे करेंगे। खुदावंद, अगर खुदावंद के लिए चाहता कि हम मिलें, तो हम दोनों को एक दूसरे से महब्बत होती है क्या? कला नोस इस दुनिया में तुमसे कीमती और कुछ भी नहीं मैं भी सोफिया हर दिन हर रात तुमारे ही बारे में सूचता हूँ बस तुम्हें हाकिन के साथ देखा नहीं जाता मुझसे लेकिन हम क्या कर सकते हैं क्या कर सकते हैं? तो फिर मुझे इच्छासत दो आज रात सितारों से मुलाकात करूँगी मैं तुम तक खबर पहुँच जाएगी मैंने आज तक किसी भी खबर का इतना इंसार नहीं किया जितना इसका करूँगा या रब्बी मुझे मेरे भाई अब पास और कितने ही दूसरे शोधा का अंतगाम सिंप फर्मा। परेशान ना हो। तुम्हें हासू मत बहौ। सर उठाओ अपना, सर को उठाके रखो, बामसी शहीद का बाब बन गया, शहीद का बाब बामसी, बामसी शहीद का बाब बन गया प्रश्न प्रश्न प्र इतनी गुंसम क्यों हो तुम, क्या सोच रही हो?

कुछ नहीं, कुछ नहीं सोच रही मैं तो ऐसा करो, थोड़ा सा हस लो देखो हम बहुत करीब हैं सही कहा बहुत करीब हैं कल ही हम अपनी मुहें मुकमल कर लेंगे इस वज़े से चुप चुप हो अब ज़रा हज भी दो कहीं तुम उसे तो नहीं सोच रही किसे जिसको बचाया था वो पता नहीं कौन था वहाँ क्या कर रहा था वो कौन था मालूम नहीं लेकिन दिमाग में अटक जरूर गया है तुम्हारे कुछ बताना ही नहीं चाहिया था तुम्हें सोना चाहिया कल हमारे कंधो पर बहुत बोज होगा चलो प प्रश्न प्रश्न प् अजय को अ सफैदी अगर सफैदी अगर मेरे बालों में आगिरी है तो यकीन वो उस वरिष्टे के परूसी ही गिरी होगी जो मेरे अबास खुलेने आया था उन्हें की परोंसे गिरी है पम्सिसा शहीद की खुश्बू चन्नत की खुश्बू होती है वक्त आ गया है हमारे बाई की तदफीन का इसकी खुश्बू पूरे कभीले में पहले का वक्त आ गया है प्रश्न प्रश्न प्रश्न प्रश्न प्रश्न प्रश्न प्रश्न प्रश्न