हेलो गैस मैं आपका भाई दोस्त एजुकेटर अभी का इकोनॉमिक्स लव कौशिक स्वागत करता हूं आपके अपने यूट्यूब चैनल कॉमर्स वाला पे और दोस्तों आज की क्लास में मणि और बैंकिंग का चैप्टर माइक्रो इकोनॉमिक्स से एक ही वीडियो में खत्म हो जाएगा आपके सारे दिक्कत आउट प्रॉब्लम सारी समस्याओं का समाधान जो बच्चे सोचते हैं सर मैं सी ए आर आर बैंक रेट रायपुर रेट रिवर्स रेपो रेट को लेकर कंफ्यूज हूं सारी कन्फ्यूजन क्लियर होगी एक-एक टॉपिक क्रिस्टल क्लियर एक ही वीडियो में इसको बोलेंगे वैन शॉट वीडियो यानी एक क्लास के अंदर पूरा चैप्टर समाप्त और जैसा की मैं आपको बताऊं की इस पुरी मणि एंड बैंकिंग की यूनिट को दो चैप्टर में डिवाइड किया हुआ है एक का नाम मणि है एक का नाम बैंकिंग है पहले मणि आता है फिर बैंकिंग आता है लेकिन अपना जो पढ़ने का स्टाइल है वो मैं आपको उसे सीक्वेंस में पढ़ाऊंगा जिस सीक्वेंस में आपको समझ में आएगा तो मणि वाले चैप्टर को हम बाद में देखेंगे पहले बैंकिंग के कॉन्सेप्ट्स पढ़ेंगे मतलब रियल लाइफ से टच कर के जो आपके आसपास हो रहा है और फिर वो चीज फोर्थ में कैसे है एग्जाम में जो भी क्वेश्चन आएगा आपको उसका आंसर आता होगा अगर आप यह वीडियो पुरी देख लोग बिल्कुल एंड तक और कोई प्रॉब्लम होगी तो शर्माना मत कमेंट सेक्शन में लिखने से कोई दिक्कत है यार वहां पर बताओ और मुझे बहुत लिटरली इतना प्यार मिल रहा है ना आप लोगों का की आप अच्छे तरीके से चीज समझ रहे हो और रिस्पांस बहुत बढ़िया दे रहे हो तो जो आपका रिस्पांस होता है वो मेरे लिए बहुत इंपॉर्टेंट है आपको और हमारा यार एक कनेक्शन सेट है वो कनेक्शन दोस्तों कमेंट सेक्शन में पता लगता है ठीक है फिर भी अगर आपको इससे रिलेटेड कोई आपको क्वेश्चंस वगैरा देखने हैं तो उसको आप प की एंड्रॉयड ऐप पर जाकर देख सकते हो लिंक आपको डिस्क्रिप्शन में दिया हुआ है तो रियल टच के साथ शुरू करेंगे बैंकिंग सिस्टम को और मैं वैसे बता डन हमारे प्यारे देश भारत के अंदर इतने सारे टाइप्स के बैंक्स आपको देखने को मिलते हैं एक सेंट्रल बैंक जो की हमारा रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया है अच्छा इसके बारे में एक बात बताता हूं चलो शुरुआत से जब आप लोग यह वीडियो देख रहे होंगे आपको इतना अंदाजा है की एक देश का सबसे हेड बैंक जो होता है वो सेंट्रल बैंक होता है हमारे इंडिया के अंदर आरबीआई बोलते हैं उसको रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया अब एनसीईआरटी के हिसाब से इंग्लैंड का सेंट्रल बैंक का नाम भी आपको याद रखना है जिसका नाम है बैंक ऑफ इंग्लैंड अमेरिका यानी उस का सेंट्रल बैंक भी आपको पता होना चाहिए उसका नाम है फेडरल रिज़र्व सिस्टम लास्ट में सिस्टम लिखा है बैंक ने लिखा ध्यान रखना ठीक है फिर कुछ कमर्शियल बैंक होते हैं जो अपने आसपास तुम बैंक देखती हो ना स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एचडीएफसी आईसीआईसीआई पीएनबी बैंक ऑफ बड़ौदा ये सारे बैंक कमर्शियल बैंक्स हैं इसकी ही डिटेल अभी आपको आगे एक्सप्लेन करने वाला हूं इसके अलावा कुछ कोऑपरेटिव बैंक्स भी होते हैं कोऑपरेटिव मतलब मिल जुलकर किसी कम्युनिटी ने बनाए हैं सिर्फ अपने पर्पस को सॉल्व करने के लिए जैसे पंजाब एंड महाराष्ट्र बैंक एक कोऑपरेटिव बैंक है बेसिकली ये आपको अपने आसपास दिखाई नहीं देते इनकी एडवर्टाइजमेंट दिखाई नहीं देती ये इतने फेमस होते भी नहीं है तो इनके बारे में नहीं पादना इस चैप्टर में कुछ रीजनल और बैंक्स होते हैं यह 1970 के टाइम पर हमारे देश की सरकार ने शुरू किए द गांव वाले इलाके में उसे इलाके में जहां पर मैनली कमर्शियल बैंक नहीं पहुंच पाए वहां पर क्रेडिट यानी लोन की फैसिलिटी देने के लिए आरआरबी इस्टैबलिश्ड किए हुए द और अगर वर्ल्ड में बहुत अच्छा एग्जांपल बताऊं तो बांग्लादेश का आरआरबी बहुत फेमस है उसका नाम है ग्रामीण बैंक तो जितने भी आरआरबी होते हैं उनके लास्ट में ग्रामीण बैंक लिखा होता है ठीक है जनरली ठीक है फिर कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक खोल दिए हैं रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने आजकल छोटे-छोटे बैंक का छोटी-छोटी सर्विसेज प्रोवाइड करते हैं सारी बैंकिंग सर्विसेज वो प्रोवाइड नहीं करते इक्विटस बैंक एक एग्जांपल है जो स्मॉल फाइनेंस बैंक का इससे भी आपका कोई लेन-देन नहीं है इस चैप्टर में और दोस्तों कुछ ऑनलाइन पेमेंट बैंक खुले हैं जैसे की वर्ल्ड फेमस हो रहा है आजकल तो पेटीएम है एयरटेल पेमेंट बैंक्स है अब तुम बोलोगे सर यह फोन पर गूगल पे क्या यह कोई बैंक है नहीं ये कोई बैंक नहीं है ये एक ऐसी ऐप है जो लेन-देन को आसान बनाती है उसमें पेटीएम भी वो कम करता है लेकिन पेटीएम उसके अलावा आपको बैंक अकाउंट भी खोल कर देता है और ये पेमेंट बैंक के कैटिगरी में आता है और हमारे सिलेबस के हिसाब से हमें सेंट्रल बैंक और कमर्शियल बैंक के बारे में जानना है एक बार आपको दिखा देता हूं की कौन-कौन से कमर्शियल बैंक अपने आसपास देखने को मिलते हैं जैसे की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया लिखा है इसको शॉर्ट में आप एसबीआई बोल दो पंजाब नेशनल बैंक को पीएनबी बोल दो फिर एचडीएफसी बैंक है आईसीआईसीआई बैंक ऑफ बडौदा यस बैंक देना बैंक पंजाब एंड सिंद बैंक इलाहाबाद बैंक इंडियन बैंक और बहुत सारे एग्जांपल्स हैं आपको एग्जांपल भी याद नहीं रखने इतने सारे मतलब जो में में बता दिए वही आपके कम की चीज इन्हें बोलते हैं कमर चल बैंक्स अब इनके फंक्शंस giraunga तो फिर इसकी डेफिनेशन भी आसान हो मिलेगी तो सबसे पहले आपको मैं बता डन की एक कमर्शियल बैंक के पास जब हम जाते हैं तो वहां मैनली हमारा कम क्या होता है हम उसके अंदर पैसा जमा कर दें एक छोटी सी स्टोरी से आपको एक-एक चीज क्लियर होने वाली है बस सात देना है आपको मेरा की हान भाई यहां पर जो चीज आपको समझ में ए रही है तो कमेंट सेक्शन में बता दोगे यस सर बहुत बढ़िया मजेदार तरीके से चीज होके रिपोर्ट है नहीं ए रही तो वही डाउट पूछ लो ठीक है अब यार यहां पर मैंने लिख तो दिया है की बैंक के अंदर टाइप्स ऑफ बैंक अकाउंट बेसिकली ये चार होते हैं इनका मतलब समझो सोचो अभी आपका बैंक के अंदर अकाउंट नहीं है और आप कमर्शियल बैंक में किसी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में चले गए मैन लो वहां पर कुछ पैसे लेकर गए और बोला की ये मेरे पैसे जमा कर लो एंड जमा कर लेगा उसे पैसे को लेकिन आपसे पूछेगा बताओ की तुम्हारा अकाउंट नंबर कौन सा है उसे अकाउंट नंबर में आपके पैसे हम डिपॉजिट करके रखेंगे तो आप बोलते हो सर मेरा अकाउंट तो नहीं है आप मेरा अकाउंट खोल दो तो बैंक वाला आपको ये चार ऑप्शन देता है देखो हमारे पास सेविंग बैंक अकाउंट भी अवेलेबल है करंट अकाउंट भी अवेलेबल है रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट भी अवेलेबल है डिपॉजिट अकाउंट भी अवेलेबल है आप बताओ कौन सा अकाउंट khulvaoge तो यार आपका क्वेश्चन होगा यह समझो तो सही अकाउंट्स कौन से हैं तो बैंक बोलता है जो पैसे आप मेरे पास लेकर आए हो यह पैसे जमा करने के बाद अगर आप चाहते हो की जब आपका मैन करें तब आप इन पैसों को निकल लो तो आपको जो अकाउंट खुलवाना पड़ेगा उसका नाम है सेविंग बैंक अकाउंट इसको प्यार से सिर्फ सेविंग अकाउंट भी बोलते हैं रियल जिंदगी में अकाउंट को ऐसे लिख देता हूं ए और डंडा और फिर सी ठीक है दोस्तों फिर अगर बैंक आपसे पूछता है की आपकी कोई दुकान है परम है कंपनी है तो अगर आप अपने एंटरप्राइज के नाम से अकाउंट खुलवाना चाहते हो तो आप करंट अकाउंट khulvao करंट अकाउंट यार एंटरप्राइज के नाम से खुलता है और ये थोड़ा सा सेविंग अकाउंट से अलग होता है अलग कैसे होता है यहां पर ये बोलता है कमर्शियल बैंक आपको की आप जो पैसे जमा karaoge ना वह जब चाहे तब तो निकल सकते हो कोई दिक्कत वाली बात नहीं है लेकिन आपको हम यहां पर कुछ एक्स्ट्रा सर्विसेज प्रोवाइड करते हैं आप देखते हो आपके आसपास बड़ी-बड़ी रिटेल की दुकान है या दूध की दुकान होगी देरी होगी वहां पर मोटा कैश डेली आता है डेली लोग बहुत सारा समान खरीदते हैं जैसे की रिलायंस फ्रेश बिग बाजार यस स्पेंसर मार्क्स या बड़े-बड़े शोरूम की बात कर रहा हूं इनके पास यार बहुत सारा कैश आता है तो उनको दर लगा रहता है जब ये रात को दुकान बंद करके जाएंगे अपने दुकान में से कैश लेकर जाएंगे कोई लूट ना ले तो इसके लिए बैंक सर्विस प्रोवाइड कर देता है अपने देखा होगा की बहुत सारी कैशबैक चलती है जिसके अंदर सिक्योरिटी गार्ड पीछे गले के बैठा होता है तो वो बहुत सारे ऐसे शोरूम से दुकानों से ऐसा उठाता है अपने पास रखता है और सुबह जब दुकान दोबारा खुलेगी उनको दोबारा दे देता है ऐसी सर्विस भी बैंक प्रोवाइड करते हैं या फिर आप खुद जाकर आपके पास बहुत सारे पैसे कठे हुए हो कैश के फॉर्म में तो आप बैंक के अंदर जाकर सेफ्टी पर्पस से जमा कर सकते हो तो बैंक बोलता है देखो हम कस्टमर का पैसा अपने पास जमा करते हैं और इस पैसे को आगे किसी और को लोन पर देकर हम बास के तौर पर पैसा कमाते हैं और उसका ही एक हिस्सा हम अपने कस्टमर को दे देते हैं ऐसे तो बैंक कम करता है तेरी अकाउंट वालों को बोलता है जी हान आपका पैसा जमा कर लिया हमने आप जो पैसा जमा कर रहे हो आपको हम इसके बदले में बास भी देंगे लेकिन करंट अकाउंट वालों हम तुम्हारे पैसे का ख्याल रख रहे हैं क्योंकि तुमने आज पैसा जमा कराया है तो पता नहीं कल निकल लोग तो हमारे तो किसी कम का आएगा नहीं तो बैंक इस फैसले को उसे नहीं कर पता करंट अकाउंट के पैसे को तो बैंक इसके ऊपर इंटरेस्ट यानी बास प्रोवाइड नहीं करता इस बात को ध्यान रख लेना नोट कर लेना क्योंकि इस्तेमाल नहीं कर रहा ऊपर से इसके ऊपर 30 और चार्ज करता है तो करंट अकाउंट khulvaoge तो आपको कुछ चार्जेस देने पड़ेंगे बैंक यहां पे आपको इंटरेस्ट प्रोवाइड नहीं करेगा एक खास बात है यहां बोल देता है बैंक की अगर आपका कैश का अच्छा लें दें है मोटा अमाउंट ऑफ कैश बैंक के अंदर आता रहता है जाता रहता है बैंक मैनेजर से आपके अच्छे रिश्ते बन जाते हैं यानी आप एक बैंक के रिलायबल कस्टमर बन जाते हो तो बैंक करंट अकाउंट होल्डर को एक खास तरीके की सुविधा देता है कहता है मैन लो आपके अकाउंट में ₹10 लाख जमा है और आपको अभी 11 लाख की जरूरत है तो अब 11 लाख निकल सकते हो ₹1 लाख आपका उधर हो जाएगा यह जो एक्स्ट्रा मणि बैंक आपको दे रहा है ना निकलने के लिए इस फैसिलिटी और इस मणि को बोलते हैं ओवरड्राफ्ट ओवर मतलब जितना अमाउंट आपका डिपॉजिट है आप उससे ओवर पैसा निकल सकते हो भाई ओवरड्राफ्ट नाम के फैसिलिटी करंट अकाउंट में मिलती है ओवरड्राफ्ट का मतलब होता है जितने पैसे आपके अकाउंट में डिपॉजिट है आप उससे ज्यादा पैसे निकल सकते हो या उससे ज्यादा पैसे की आप कहीं पर ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी और तरीके का चेक वगैरा तरीके से पेमेंट कर सकते हो अब ये ₹1 लाख का दिया है हर कस्टमर को बैंक अलग ओवर ड्राफ्ट सर्विस देता है किसी को ₹1 लाख की लिमिट दी हुई है किसी को बोलेगा आपके अकाउंट में ₹10 लाख तो आप 15 लाख की पेमेंट कर सकते हो ये डिपेंड करता है की उसे बंदे का यानी कस्टमर का बैंक के साथ रिश्ता कैसा है प्रैक्टिकल बात है ठीक है तो चलो ठीक है सेविंग अकाउंट में इंटरेस्ट मिलेगा तो यहां लिख दिया मैंने आय इंटरेस्ट मिलता है यहां पर करंट अकाउंट में इंटरेस्ट नहीं मिलता तो क्रॉस कर दिया आप आपको डिसाइड करना है और फिर ये 2:3 की डिपॉजिट अकाउंट इसको रोड अकाउंट आजकल शॉर्ट फॉर्म में बोलते हैं रोड अकाउंट ये क्या है बैंक कहता है अगर आपको अपनी सेविंग हैबिट डिवेलप करनी है अगर आप पेरेंट्स बेसिकली ऐसा करते हैं जब उनके बच्चा पैदा होता है तो वो चाहते हैं की ये बच्चा जब बड़ा हो जाएगा तो उसकी कॉलेज फीस बहुत लाखों में हो सकती है वो भरने के लिए उसे टाइम पैसे चाहिए होंगे या इस बच्चे की शादी करनी होगी या इसको एजुकेशन के लिए दूसरी कंट्री में भेजना होगा तो बहुत सारे पैसे चाहिए होंगे इसलिए पेरेंट्स क्या करते हैं हर महीने या हर 3 महीने में छोटे-छोटे पैसे जोड़कर बैंक के अंदर जमा करते हैं वो बैंक को कमिटमेंट कर देते हैं भाई 10 साल तक 15 साल तक 20 साल तक 5 साल तक 2 साल तक पर्पस कोई भी हो सकता है हम हर महीने आपके अकाउंट के अंदर पैसे करेंगे और जब हमारा जरूरत का समय आएगा हम पैसे निकल लेंगे तो बैंक बोलता है इस चीज के लिए आप रोड अकाउंट khulvao आप हर महीने कम कर देना पैसे चाहे एक ₹1000 जमा कर रहे हो चाहे 10 ₹10000 जमा कर रहे हो आप जमा करते रहो जाएंगे आपको मिल जाएंगे जब आपको जरूरत पड़ेगी मेरे जरूरत वाला है इसमें यानी बैंक ये बोल रहा है की आप जब मैन कर रहा होगा जैसे सेविंग अकाउंट में निकल रहे द यहां पर जब आपका मैन करेगा तब पैसे नहीं निकल पाओगे एक टाइम लिमिट के लिए आपके पैसे ब्लॉक हो जाएंगे हान होता है बहुत सारे लोग ऐसा करते हैं तो बैंक फिर कहता है अब इस पैसे का तो हमें दर भी नहीं की कस्टमर निकल लेगा तो हम यहां पर इस पैसे को अच्छे से इस्तेमाल करेंगे तो जब बैंक इस वाले पैसे को अच्छे से इस्तेमाल करता है ना तो बास भी ज्यादा देता है तो सेविंग अकाउंट पे कम इंटरेस्ट मिलता है रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट में ज्यादा इंटरेस्ट मिलता है ठीक है यहां पर बैंक अच्छे से पैसे को इस्तेमाल कर लेते हैं फिर लास्ट वाला जो फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट दोस्तों इस दी अकाउंट बोला जा रहा है ठीक है अब एचडी अकाउंट बैंक बोलता है यह एक ऐसा अकाउंट है इसके अंदर आप पैसे जमा कर दोगे एक लिमिटेड समय के लिए कितना भी समय हो सकता है सात दिन 10 दिन एक महीना 5 साल 20 साल इतना भी समय हो सकता है जमा कर के भूल जाओ जब आपको चाहिए होंगे आप ले लेना ये बंदे कौन करते हैं मैन लो किसी की प्रॉपर्टी बिक जाए तो मोटा पैसा ए गया या फिर किसी को कहीं से लॉटरी लग जाए तो मोटा पैसा ए गया या फिर किसी को इनाम मिल जाए तो मोटा वैसा ए गया तो किसी की रिटायरमेंट हो तो मोटा पैसा ए गया वो मोटा पैसा ए जाता है ना वो एचडी कर देते हैं यानी एक बार में बहुत सारे पैसे जमा हो जाते हैं जनरली ऐसा हो रहा है आजकल जिंदगी में तो बता रहा हूं तो बैंक इस वाले अकाउंट को भी बोलता है की तुम जो पैसे जमा karaoge इस पे इंटरेस्ट पे करेंगे और सबसे ज्यादा इंटरेस्ट फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट पे पे करता है क्योंकि एक बार में मोटा पैसा जनरली जमा हो जाता है तो अगर क्वेश्चन पूछा जाए आपसे की सबसे ज्यादा इंटरेस्ट कौन से अकाउंट में मिलता है इसके बाद रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट पे इसके बाद स्टीयरिंग अकाउंट में सबसे कम इंटरेस्ट मिलता है और करंट अकाउंट पे इंटरेस्ट मिलता ही नहीं कस्टमर को ठीक है आपको मोटे-मोटे तौर पे एक बात बताऊं जो रोड अकाउंट और जो एचडी अकाउंट है इसका पैसा एक लिमिटेड टाइम के लिए बैंक के पास रहता है तो बैंक इस पैसे को बोलता है टाइम डिपॉजिट ध्यान रखना तुमसे पूछ लेगा क्वेश्चन में टाइम डिपॉजिट क्या होता है तो इन दोनों अकाउंट का पैसा टाइम डिपॉजिट होता है ये एक टाइम के लिए बैंक के पास सेफ होता है तब तक निकल नहीं सकते अब मुझे पता है आपका क्वेश्चन ए रहा होगा सर मैन लो की मैंने 5 साल के लिए एचडी या रोड करवा दी बैंक के पास अकाउंट खुला दिया लेकिन मुझे जरूरत पद गई पंच दिन के बाद ही तो क्या मैं अपना पैसा निकल नहीं पाऊंगा नहीं निकल सकते हैं फिर बैंक बोलेगा की तुमने अपना वादा पूरा नहीं किया 5 साल वाला हम भी अपना वादा पूरा नहीं करेंगे जितना बास तुम्हें दे रहे द उतना नहीं देंगे तो बैंक मेरे पैसे तो मुझे पूरे देगा 5 लाख के 5 लाख लेकिन जो बास कम किया था बैंक ने उतना इंटरेस्ट प्रोवाइड नहीं करेगा कम देगा मैन लो बैंक का बास ₹10000 बन रहा था तो बैंक शायद 5000 दे 4000 दे 1000 दे वो हर बैंक की अलग टर्म्स एंड कंडीशन होती है इस हिसाब से हर एक बांदा अलग-अलग बैंकों में प्रेफर करता है की मेरा एचडी का अकाउंट एक्सिस बैंक में हो या स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में हो या पीएनबी में हो इसलिए हम अलग-अलग बैंक भी चूज करते हैं क्योंकि सब बैंकों की टर्म्स एंड कंडीशन अलग होती है ठीक है दोस्तों और सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट के अंदर जो पैसा जमा होता है और करंट अकाउंट डिमांड डिपॉजिट वो पैसा होता है जब कस्टमर डिमांड करेगा तब बैंक वाले बंदे को पे करने पड़ेंगे वो पैसे तो इट रेफर्स तू डी डिपॉजिट विच इस पेबल ऑन डिमांड जो पेबल होगा अब आगे बताऊंगा इसके बारे में यार इस डिपॉजिट को हम चेक केबल डिपॉजिट भी बोलते हैं एक चेक नाम की फैसिलिटी होती है जो बैंक अपने कस्टमर को प्रोवाइड करता है तो चेक के थ्रू भी इस पैसे को निकल सकते हैं तो चेक के थ्रू भी हम डिमांड ही कर रहे हैं तो इसलिए इसको चेक कर्बला डिपॉजिट भी बोलते हैं डिटेल बाद में आएगी तो इतनी चीज बेसिक फॉर्म में पता है अगर तुम 12th क्लास के अंदर नहीं भी पढ़ रहे होते तो ये रियल जिंदगी में हर बंदे को पता होनी चाहिए की हम बैंक में जाएंगे तो कौन सा अकाउंट खुल सकता है और किस पर ज्यादा बैच मिलता है की मेरे जो स्टूडेंट है उनका बैंक के अंदर अकाउंट है या नहीं तो कमेंट सेक्शन में बताओ की आपका बैंक के अंदर अकाउंट है या नहीं है अगर है तो कौन से बैंक में है मुझे भी तेरा ऑब्जर्वेशन लेनी है की 12th क्लास के बच्चों का कौन से बैंक के अंदर अकाउंट खुला हुआ है काफी बार स्टूडेंट अकाउंट भी होता है तो स्टूडेंट अकाउंट बेसिकली सेविंग बैंक अकाउंट खोलते हैं ठीक है अब तुम बोलोगे सर एटीएम भी तो प्रोवाइड करता है बैंक एटीएम को डेबिट कार्ड बोलते हैं मतलब दो पैसा आपके बैंक के अंदर जमा है आप उसको एटीएम मशीन के थ्रू निकल सकते हो उसे कार्ड को बोलते हैं एटीएम कार्ड ऑटोमेटिक टेलर मशीन फुल फॉर में एटीएम की तो वो एटीएम कार्ड सेविंग अकाउंट के होल्डर को और करंट अकाउंट का होल्डर को मिल जाता है रोड और एचडी वाले को नहीं मिलता इस बात को भी ध्यान रखें इस बेसिक बात से शुरू किया है और अभी हम मुद्दा आएगा यह समझा दूंगा आपको इससे पहले 2 महीने बातें समझ लो की बैंक के दो मोटे मोटे कम होते हैं फंक्शंस बोला है कमर्शियल बैंक के एक तो पब्लिक का डिपॉजिट वो अपने पास एक्सेप्ट करेगा किस फॉर में अकाउंट khulvayega ये तो सेविंग या करंट या रोड या फ्ट या फिर लोगों को लोन प्रोवाइड करता है यार प्रोविजनिंग लोन की लैंग्वेज को अगर मुश्किल कर दो तो इसको बोलते एडवांसिंग लोन एडवांस करना लोन मतलब एडवांस पेमेंट ही तो होती है लोन तो मुश्किल इजी लैंग्वेज याद करनी है इजी कर लो मुश्किल लैंग्वेज याद करनी है मुश्किल ठीक है अब हम बैंक हमारे पैसों को करता क्या है ये चीज एक दम क्रिस्टल क्लियर करूंगा यहां से तुम्हारे बहुत सारे मुश्किल कॉन्सेप्ट क्लियर होने वाले हैं तो वो करो हम बात कर रहे हैं एचडीएफसी बैंक की इसके पास पब्लिक का बहुत सारा पैसा जमा है हम लोगों ने मैन लो टोटल डिपॉजिट इसके पास 100 करोड़ रुपए का कर दिया बहुत ज्यादा अमाउंट हो गया लेकिन मैन लो कर दिया तो यह क्या करता है ना हमारे देश के अंदर उन सब का एक हेड है इसे रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया बोलते हैं वो हमारे देश का सेंट्रल बैंक है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया सभी कमर्शियल बैंक को बोलता है की जितना भी पैसा तुम्हारे पास जमा कराया है लोगों ने उसे पैसे का एक छोटा सा हिस्सा तुम मेरे पास rakhvao कमर्शियल बैंक बोलते क्यों तू कौन भाई जो तेरे पास रखना तो आरबीआई बोलता है देखो किसी भी कमर्शियल बैंक को जिंदगी में कोई भी कैश की प्रॉब्लम ए सकती है मैन लो दिवाली का टाइम चल रहा है तो लोग बैंक के अंदर पैसा जमा करते नहीं है बल्कि निकल रहे होते हैं त्योहारों के लोगों को खर्चा करना होता है तब बंदे नया समान ले रहे हैं स्कूटी ले रहे हैं बाइक ले रहे हैं टीवी ले रहे हैं फोन ले रहे हैं जनरली दिवाली पे ले रहे होते हैं इंडिया में ट्रेंड ऐसा देखा गया है मैं उसे पैसे से तुम्हारी हेल्प कर दूंगा ठीक है जिस बैंक में शॉर्टेज होगी तब मैं नहीं होती शॉर्टेज इसमें शॉर्टेज होगी उसकी हेल्प कर देंगे फिर बैंक सोचते हैं हान प्रॉब्लम तो किसी के साथ भी हो सकती है तो हर एक कमर्शियल बैंक अपने टोटल डिपॉजिट का एक छोटा सा हिस्सा आरबीआई के पास rakhvata है तो मैन लो इसके पास टोटल डिपॉजिट की पावर में है तो इसने 5 करोड़ आरबीआई को रखवा दिया अब इसके पास बच गए 95 बच गए आरबीआई बोलता है इस 95 में से आप छोटा सा एक हिस्सा अपने पास कैश की फॉर्म में रखो क्योंकि जो बंदे पैसा जमा करते हैं वो कभी भी निकल नहीं ए सकते हैं निकलने को बोलते हैं वीडियो करना तो कभी भी कस्टमर अपनी मणि को विद्रोह करने ए सकता है जनरली डेली लोग पैसा नहीं निकलती जमा ज्यादा करते हैं लोगों की हैबिट है इस हैबिट के ऊपर बैंक खुले हुए हैं तो सारा पैसा अपने पास कैश की फॉर्म में नहीं रखता बैंक आरबीआई ही गाइड करता है की हर एक बैंक को अपने टोटल डिपॉजिट का कितना परसेंट अपने पास कैश की फॉर्म में रखना है कैश को यहां बोलते हैं लिक्विड असेट्स तो लिक्विड एसेट की फॉर्म में मैन लो आरबीआई ने बोल दिया की 95 में से 15 करोड़ आप अपने पास कैश की फॉर्म में रख लो तो यह बैंक ने अपने पास रखा है विद आइटम्स कुछ भी बोलो बैंक इस पैसे को क्या करता है आगे इन्वेस्ट करता है लोन पर देता है यह पैसा बैंक आगे लोन पर देता है जहां से जो बास वसूलत है उसका एक छोटा सा हिस्सा अपने तेरी अकाउंट करंट अकाउंट करंट अकाउंट को दे देता नहीं सेविंग अकाउंट रोड और एफ दी वाले बंदो को दे देता है मैन लो यहां से 10% का बास ले रहा है उनको दो या तीन परसेंट देता है चार या पंच परसेंट देता है इसलिए प्रॉफिट बैंक का ही से बनता है ठीक है अब क्वेश्चन आता है सर ये जो आरबीआई ने अपने टोटल डिपॉजिट का हिस्सा कमर्शियल बैंक ने अपने जो टोटल डिपॉजिट का हिस्सा आरबीआई के पास रखवाया है इसको क्या बोलते हैं दोस्तों इसको बोलते हैं शॉर्ट में क्र और कैश रिजर्वेशन ठीक है और जो कमर्शियल बैंक ने अपने पास रख लिया पैसा उसको बोलते हैं स्टेट्यूटरी लिक्विडिटी जो वर्ड है एस से इसका मतलब होता है वैधानिक यानी कंपलसरी जरूरी है कानूनी तौर पे एडको अपने पास ये पैसे रखने पड़ेंगे ठीक है तो टोटल मिलाकर बैंक ने यहां से अगर देखा जाए तो पंच और 15 5+15 यानी टी आर आर + एसएलआर प्लस एसएलआर बाकी लोन पर दे दिया तो जितना पैसा कमर्शियल बैंक अपने टोटल डिपॉजिट का अलग से रख देता है चाहे आरबीआई के पास चाहे अपने पास इस टोटल को बोलते हैं लीगल रिज़र्व रेशों एल आर क्या होता है तो वो सी आर आर और एसएलआर का टोटल होता है ये तो आसान भाषा में बात समझा दी अब पेपर में कैसे लिखना है डेफिनेशन वो चेक कर लो ठीक है डेफिनेशन लिख दिया भाई यहां पर नंबर वैन पर पेन का कलर चेंज कर लो पहले येलो कर लेता हूं जो कमर्शियल बैंक को सेंट्रल बैंक के पास रखवान पड़ता है सेंट्रल बैंक होता है आरबीआई भारत का ठीक है क्र रेफर्स तू डी पार्ट ऑफ डी टोटल डिपॉजिट ऑफ कमर्शियल बैंक ऑफ डी कंट्री ठीक है अगली डेफिनेशन एसएलआर यानी लिक्विडिटी रेशों यह टोटल डिपॉजिट का वह हिस्सा है जो एक कमर्शियल बैंक अपने पास रखता है इन डी फॉर्म ऑफ लिक्विड असेट्स ये लाइन जरूर लिखनी है तो क्या लिखा है एसएलआर रेफर्स तू डी पार्ट ऑफ डी टोटल डिपॉजिट ऑफ कमर्शियल बैंक अन्य यहां तक तो से लैंग्वेज है डेट दे हैव तू कीप विद demselves थेम्सेल्वेस मतलब जो लोग अपने पास ही रखेंगे कमर्शियल बैंक इस फॉर में इन डी फॉर्म ऑफ लिक्विड असेट्स तो ये लिक्विड एसेट नहीं लिखा ना तुमने तो नंबर कट जाएंगे डेफिनेशन के इस बात को ध्यान से समझ लेना फिर लिखा है एलआर रेफर्स तू डी सैम टोटल ऑफ क्र एंड एसएलआर थॉट्स इट इन दोनों का टोटल एलआर होता है और क्या लिखा है अगर कोई पूछ ले एल आर के कितने कॉम्पोनेंट्स है तो दो ही टुकड़े हैं इसके पहला बेटा तैयार और दूसरा बेटा एसएलआर तो लिखा है इट हज तू कॉम्पोनेंट्स नंबर वैन अब जो एल आर लिखा है ना इसको काफी सारे बुक में सिर्फ रिजर्वेशन लिखा है आपको एक-एक वर्ड क्रिस्टल क्लियर कर रहा हूं रिज़र्व डिपॉजिट रेश्यो लिखा है ठीक है और अमेरिका में इसको अमेरिका को जानते हो वैसे बताया तो अमेरिका में इसको रिक्वायर्ड रिज़र्व रेशों बोलते हैं इसलिए बता रहा हूं रिक्वायर्ड रिज़र्व खैर आपके सिलेबस से रिलेटेड नहीं है इंडिया में अभी वह 12वीं क्लास में वर्ल्ड उसे किया नहीं जाता उम्मीद करता हूं ये तीनों डेफिनेशन आपको क्रिएचर क्लियर हो गई होगी अगर आपको उसके नोट्स चाहिए तो प की ऐप पे आपको मिल जाएंगे जो जो चीज मैंने लिखी है आपको मिल जाएगी पीडीएफ की फॉर्म में ठीक है आगे आते हैं मैंने बताया हमारे प्यारे देश भारत का सेंट्रल बैंक रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया है उसके ऐसे तस्वीर बनाने की कोशिश की है ठीक है और दोस्तों बैंक की तस्वीर बनाने की कोशिश की है सेंट्रल बैंक की तस्वीर यहां पर और कमर्शियल बैंक की तस्वीर यहां पर मैं आपको सेंट्रल बैंक और कमर्शियल बैंक के बीच का एक दीप रिलेशनशिप समझाना चाहता हूं उसे रिलेशन को समझते ही तीन-चार टर्म और है मुश्किल मुश्किल से वो आपके दिमाग में फिट हो जाएगी देखो जब हम किसी को बास पर पैसा देते हैं मतलब उधर पैसा देते हैं तो वो हमें बदले में इंटरेस्ट प्रोवाइड करता है अगर हमने किसी से उधर पर पैसा ले लिया तो उसको हम बदले में इंटरेस्ट प्रोवाइड करेंगे ये वाली गेम सेंट्रल बैंक और कमर्शियल बैंक भी आपस में खेलते हैं कमर्शियल बैंक को कभी कभी पैसों की जरूरत पड़ती है तो वो लोन पे आरबीआई से पैसे मांग सकता है तो आरबीआई कमर्शियल बैंक को लोन प्रोवाइड करता है लोन प्रोवाइड कर देता है ठीक है बस आरबीआई पूछता है कमर्शियल बैंक से तो कमर्शियल बैंक बोल देता हूं ताकि आप क्लियर रहो तुम शॉर्ट टर्म में वापस कर दोगे लॉन्ग टर्म में अगर कमर्शियल बैंक बोलता है की मैं यह लोन शॉर्ट टर्म में वापस कर दूंगा थोड़े दिनों में वापस कर दूंगा तो आरबीआई बोलता है चलो ठीक है मैंने तेरे को शॉर्ट टर्म लोन प्रोवाइड किया है ठीक है जी तो रब बोलते हैं अब तो मुझे इंटरेस्ट प्रोवाइड कर ठीक है यह बदले में इंटरेस्ट देता है भाई लेकिन इस इंटरेस्ट का नाम रेपो रेट है तो कोई पूछे की रेपो रेट क्या होती है तो रेपो रेट एक इंटरेस्ट रेट है जो आरबीआई चार्ज करता है कमर्शियल बैंक्स पे शॉर्ट टर्म लोन के बदले अगर आरबीआई नेक्स्ट स्लाइड पे जा रहा हूं अच्छा यहीं पे रहता हूं अगर आरबीआई मैं तेरे को लॉन्ग टर्म लोन दे रहा हूं यहां लिख देता हूं लॉन्ग टर्म लोन यानी तू मेरे को लंबे समय में वहां पर 1 साल 2 साल में तो मैं तुझसे अलग इंटरेस्ट रेट चार्ज करूंगा तो यार इस वाले को इंटरेस्ट को बोलते हैं बैंक रेट तो बैंक रेट और रेपो रेट से से लग रहे हैं बस रेपो रेट शॉर्ट टर्म के लिए होता है शॉर्ट टर्म लोन पर और बैंक रेट होता है लॉन्ग टर्म लोन पर ठीक है तो आरबीआई कमर्शियल बैंक से चार्ज करता है कोई पूछे बैंक रेट क्या होता है तो बैंक रेट भी एक इंटरेस्ट रेट है जो आरबीआई चार्ज करता है कमर्शियल बैंक से बस लॉन्ग टर्म लोन के बदले भाई डेफिनेशन आपके सामने लिखी है इसे लैंग्वेज के अंदर तो यहां पर पैन का कलर हरा करके रेपो रेट रेफर्स तू डी रेट या रेफर्स तू डी इंटरेस्ट रेट कोई भी लैंग्वेज लिख लो रेट एट विच सेंट्रल बैंक प्रोवाइड शॉर्ट टर्म लोन तू कमर्शियल बैंक थॉट्स इट वह इंटरेस्ट रेट जिस रेट पर शॉर्ट टर्म लोन प्रोवाइड कर रहा है आरबीआई कमर्शियल बैंक को थॉट्स इट बार बार रिपीट करने का फायदा नहीं है समझ में ए गई होगी आपको बात ठीक है इसका एक दूसरा नाम भी है इसको बोलते हैं डी रिप्रेस रेट गूगल करोगे तो रेपो रेट का दूसरा नाम आपको दारी परचेज रेट मिलेगा ठीक है बैंक की रेट की डेफिनेशन डिट्टो से है बस जहां पर शॉर्ट टर्म लोन लिखा है वहां पर लॉन्ग टर्म लोन लिख देना ये लिखा लॉन्ग टर्म लोन लिख देना देतो से है और बैंक के रेट को हम डिस्काउंट रेट भी बोलते हैं बैंक रेट को डिस्काउंट रेट भी बोलते हैं तो ये रिश्ता समझ में आया ये चीज क्लियर है आगे आपको बताता हूं रीस्टार्ट फिर से एक बार और समझ लो की अभी तो आरबीआई लोन दे रहा था कमर्शियल बैंक को कमर्शियल बैंक के पास कभी फालतू पैसा बड़ा होता है यार उसको इस्तेमाल नहीं कर का रहा होता मतलब लोग चाय ही नहीं रहे लोन पर लेना उससे दूध फालतू पैसे को जमा कर देता है आरबीआई के पास तो एक ऑप्शन होता ही है कमर्शियल बैंक अपना पैसा आरबीआई के पास डिपॉजिट भी कर सकता है तो आरबीआई भी कमर्शियल बैंक को इंटरेस्ट प्रोवाइड करता है तो जो इंटरेस्ट प्रोवाइड करेगा आरबीआई उसको बोलते हैं रिवर्स रेपो रेट खा कितनी आसानी से क्लियर हुआ तो रिवर्स रेपो रेट क्या होता है रिवर्स रेपो रेट भी एक इंटरेस्ट रेट है जो आरबीआई प्रोवाइड करता है कमर्शियल बैंक को उनके डिपॉजिट के बदले शॉर्ट टर्म लॉन्ग टर्म को चेक करनी है इसके अंदर डिपॉजिट के बदले तो यार ये डेफिनेशन भी आसान भाषा में लिख दी है रिवर्स रेपो रेट रेफर्स तू डी रेट आते विच सेंट्रल बैंक एक्सेप्ट डी डिपॉजिट ऑफ कमर्शियल बैंक थॉट्स इट मजा ए रहा है तो मजेदार तरीके से आप याद भी कर पाओगे लैंग्वेज भी उसे तरीके की लिखी है ठीक है दोस्तों तो मैंने बताया था उसे सीक्वेंस में आपको चैप्टर पढ़ा रहा हूं जिस सीक्वेंस में आपको समझ में आएगा जब ये वीडियो खत्म हो जाएगी तो आपको पता लग जाएगा की यहां पे ऊपर से लेकर नीचे तक सारे टॉपिक क्लियर हो गए हैं बुक के ठीक है मणि वाला भी आने वाला है वाटर सिस्टम भी आने वाला है मणि क्रिएशन में आने वाले सब आने वाला है लेकिन उससे पहले एक नया टॉपिक मार्चिंग रिक्वायरमेंट ये जो डेफिनेशन लिखी है ये पढ़ने से पहले मेरी एक बात सन लो जब हम बैंक से लोन मांगने जाते हैं ना तो बैंक बोलता है क्या गारंटी है तो यह लोन वापस कर देगा बैंक उसके बदले में कुछ ना कुछ जमानत के तौर पे गिरवी rakhvata है तो गिरवी कुछ भी रखवा सकता है गोल्ड भी ले सकता है घर के कागजात भी ले सकता है कोई भी प्रॉपर्टी के कागज ले सकता है तो बैंक बोलता है अगर तुम मुझे तो करोड़ की सिक्योरिटी दोगे मतलब गिरवी rakhvaoge कुछ भी गिरवी rakhvane को बोलते हैं कॉल लेटर सिक्योरिटी नया शब्द है भाई इसको ही पकड़ने हम 2 करोड़ का समान अगर बैंक के पास गिरवी रखवाया तो बैंक 100 करोड़ का लोन नहीं देता इससे कम का लोन देता है तभी तो गारंटी है की तू पैसे वापस देने आएगा मेरे वर्ण तो तो लेके फर पूछेगा समान बिक गया ऐसा नहीं तो अब इन दोनों के बीच में जो अंतर रखा है बैंक ने तो और 80 के बीच में वो 20 है मार्जिन रिक्वायरमेंट मार्जिन रख लिया ना बैंक ने मार्जिन का मतलब यह गैप ही है तो मार्जिन रिटायरमेंट की डेफिनेशन यहां से बहुत आसान हो जाती है मॉर्टगेज का वैल्यू और लोन अमाउंट के बीच का अंतर होता है तो आप लिखिए डेफिनेशन मार्जिन रिटायरमेंट रेफर्स तू डी डिफरेंस बिटवीन वैल्यू ऑफ मॉर्टगेज एंड अमाउंट ऑफ लोन इजी है ठीक है यानी एक तरीके से अगर बात ए जाए वैल्यू ऑफ मोड के तो हुआ है अमाउंट ऑफ लोन का अंतर 20 ये हो गया इसी तरीके से याद करो अपने वैल्यू और फॉर्मूला बना के तो जिंदगी भर तक चीजे याद रहती है लंबे समय तक अब आगे आपको एंट्रेंस दोगे अपने 12वीं के पेपर करने के बाद तो उसमें भी ये चीज बहुत कम आती है सरकारी नौकरी के लिए बहुत सारे होते हैं एसएससी का भी होता है यूपीएससी का भी होता है और भाई एनडीए के एग्जाम भी होता है तो हर जगह एक और मिक्सर तहलका मचा रखा है इकोनॉमिस्ट ने तो ये क्वेश्चन सी ए रहा है रिलेटेड बहुत क्वेश्चन पूछे जाते हैं मार्जिन रिटायरमेंट से रिलेटेड बहुत क्वेश्चन पूछे जाते हैं अब देश की मणि सप्लाई को भी इंक्रीज हो डिक्रीज करते हैं कैसे इंक्रीज करते हैं ये चीज डिटरमिनेशन ऑफ इनकम एंड एंप्लॉयमेंट वाले चैप्टर में बताई गई है ठीक है तो लेकिन यह तो मानिए बैंकिंग वाला चैप्टर है अब इसके अलावा एक और हथियार होता है सेंट्रल बैंक कमर्शियल बैंक को वैसे ही बोल देता है वो कहता है मैं बैंक के पास लोन लेने गया और जिस दिन गया उसे दिन ही लोन मिल गया दूसरा दोस्त मुझसे बोल रहा है यार मैं बैंक के चक्कर काट रहा हूं मुझे बैंक वाले लोन नहीं दे रहे पर क्या है पर कैसा है की आरबीआई ने जब बोल रखा है कमर्शियल बैंक को की धाराधार देश में लोन देते रहो कोई पॉलिसी का हिस्सा होगा और भी आएगी मॉनेटरी पॉलिसी बनाती है तो उसे टाइम आरबीआई चाहती है की देश के अंदर मणि का फ्लो बढ़ जाए तो उसे टाइम उसको जल्दी से लोन मिल गया लेकिन जब आरबीआई ने बोल रखा है कमर्शियल बैंक को की अभी लोन मत दो तो बहुत लेट लोन मिलता है कागज पूरे होने के बाद भी लेट लोन मिलता है तो ऐसे जो आरबीआई कमर्शियल बैंक को गाइड करता है की लोन ज्यादा देना या कम देना है ये फोर्स फूली भी करता है ये रिक्वेस्ट के तरीके से अपील भी करता है रिटर्न भी होती है फोन पे ही बोल देता है कैसे भी करके बोल देता है ये बड़ा इनफॉर्मल सा तरीका लगता है मुझे इस तरीके को बोलते मोरल क्वेश्चन का मतलब प्रेशर बनाना होता है कमर्शियल रिलेटेड चीज कर रहे हैं अब नया कॉन्सेप्ट ए गया हमारे पास ओपन मार्केट ऑपरेशन इसको शॉर्ट में ओम ऐसे लिख देता हूं मैं लेकिन लिखने वाला आउट नहीं है एसएलआर लिखने वाला लाउड है वो शॉर्ट फॉर्म में चल जाएंगे ये शॉर्ट फॉर्म में नहीं चलेगा अब देखो इसको समझने से पहले एक बात समझो आप मानो किसी प्राइवेट कंपनी के शेयर खरीदना चाहते हो एडवेंचर मोड होते है ना तो कहां जाओगे खरीदने के लिए दिखाई नहीं देती ना तो ऑनलाइन भी खरीद लेते हैं आजकल तो खैर वो डिफरेंट बात है लेकिन जाओगे तो किसी ब्रोकर के पास लेकिन अगर आपको सरकारी कंपनी के शेयर खरीदने हो| आपको सरकारी कंपनी के शेयर खरीदनी हो तो आरबीआई के पास जाना पड़ेगा तो आरबीआई मार्केट में ओपनली सरकारी कंपनी के शेयर भेजता भी है और खरीदना भी है बस इन्हीं हरकतों को आरबीआई की ओपन मार्केट ऑपरेशन बोलते हैं मार्केट में ओपनली ऑपरेट कर रहा है गवर्नमेंट सिक्योरिटी को कभी बेच रहा है अभी खरीद रहा है इससे क्या करना चाहता है वो ऐसा क्यों कर रहा है इसलिए ऐसा कर रहा है वो देश की मणि सप्लाई को ऊपर नीचे करता है इससे कैसे कहता है मैन लो यह पब्लिक है सबसे खरीदना है अगर हम लोगों को सिक्योरिटी बेच देते हैं तो लोग हमारे पास पैसा जमा कर देंगे पैसा देंगे तभी तो सिक्योरिटी आएंगे तो लोगों के पास से मणि का फ्लो कम हो जाएगा यहां पर सरकार मणि सप्लाई को मतलब आरबीआई मणि सप्लाई को कम कर देती है उसका कोई पर्पस होता होगा वो डिटरमिनेशन ऑफ इनकम एंड एंप्लॉयमेंट वाले चैप्टर में इन्फ्लेशनरी गैप को ठीक करने से रिलेटेड मणि की सप्लाई तू कंट्रोल मणि सप्लायिंग एंड सेलिंग ऑफ गवर्नमेंट सिक्योरिटी के बाद एक लाइन लिख देना यार बाय सेंट्रल बैंक ये लिखनी जरूरी है सेंट्रल बैंक के कम करता है पर्पस ऑफ कंट्रोलिंग मणि सप्लायर कंट्रोल करना चाहते हैं मतलब इंक्रीज या डिक्रीज करना चाहता है बड़ा इंपॉर्टेंट धाकड़ लेवल का टॉपिक है जब ये ए जाता है पेपर में तो बच्चे परेशान हो जाते हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत है नहीं क्योंकि ये चीज अगर आपको लग रहा है ना की मैं बहुत जल्दी-जल्दी बोल रहा हूं तो आपके हाथ में कंट्रोल है सेटिंग में कर सकते हो आप मेरी आवाज़ को फिर स्लो कर सकते हो अगर जो भाई धाकड़ लेवल का बच्चा रिवीजन के तौर पर देख रहा है इस वीडियो को तो उसके पास भी ऑप्शन है स्पीड बढ़ा दो अगर मैं स्लो बोल रहा हूं मतलब मेरी वॉइस की स्पीड को आप खुद एडजस्ट कर सकते हो तो उसे हिसाब से भी देख लेना और नोट्स मैंने बता दिया की आपको ऐप पे मिलते हैं ठीक है दोस्तों अब मणि सप्लाई का टॉपिक है मणि सप्लाई क्या होता है मणि सप्लाई सन लो पहली बात ऐसा लग रहा होगा नाम से की मणि का कहीं फ्लोर हो रहा है मणि सप्लाई हो रही है ऐसा नहीं है आपकी जेब में कितने पैसे पड़े हैं ये क्वेश्चन मैंने पूछा आपसे तो आप अगर वो लोग सच बोल दो झूठ बोल दो कुछ बोल दो मतलब अगर आपके जेब में ₹100 पड़े हैं ना तो आपकी मणि सप्लाई ₹100 है ऐसे अगर किसी देश से पूछा जाता है ये कंट्री के पास कितने पैसे पड़े हैं मैन लो वो कंट्री बोल दे की मेरे पास 100 करोड़ रुपए पड़ा है अभी ऐड प्रेजेंट एक पार्टिकुलर पॉइंट ऑफ टाइम पे तो शो करो रुपया उसे देश की मैं नहीं सप्लाई है यानी एक देश के पास कितने रुपए की स्टॉक पड़ी है उसको बोलते हैं मणि सप्लाई इस बात को ध्यान रखना अच्छा मैं इसको क्रैक कर देता हूं कोई दिक्कत वाली बात नहीं भाई ये कभी-कभी हो जाता है हमारे साथ तो क्रॉस कर दिया यह हो गया कंप्यूटर से पधारे कंप्यूटर टाइम एक किसी पार्टिकुलर पॉइंट ऑफ टाइम पर एक देश के पास जितने पैसे रखे हैं अब पार्टिकुलर पॉइंट ऑफ टाइम को ऐसे भी लिख देते हैं ऑन अन पैसिफिक दे अब पॉइंट ऑफ टाइम यानी एक सेकंड में थोड़ी कैलकुलेट कर लेंगे तो किसी भी दिन की बात हो सकती है जैसे की बात की जाए 31 मार्च 2005 को इंडिया के पास कितना पैसा था 31 मार्च को 31 मार्च 2023 को 31 मार्च जबकि बात करें तो एक डेट की बात कर रहे हैं इस दिन पैसा कितना है वो ये मणि सप्लाई कैलकुलेटर तो सर्कुलेशन में चल रहा है पहली बात दूसरा पब्लिक के पास कितना पैसा रखा है जो पब्लिक ने बैंकों में जमा कर रखा है ठीक है तीसरी बात हमारे देश के रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के पास विदेशी लोगों का कितना पैसा रखा है इन चीजों को ऐड कर दो देश की टोटल मणि सप्लाई ए जाती है यानी जब भी मणि सप्लाई को कैलकुलेट करना होता है तो हम क्या करते हैं करेंसी तो चल रही है पब्लिक के पास सर्कुलेशन में करेंसी इन एयरप्लेन की हमारे पास जो डेलीम समान खरीदने हैं ये पता कर लो प्लस बैंक के पास कितना डिमांड डिपॉजिट है डिमांड डिपॉजिट्स विद कमर्शियल बैंक कमर्शियल बैंक है तो उसे कंट्री हो गई अब इसको शॉर्ट में क्या बोल देते हैं इसको शॉर्ट में बोल देते हैं करेंसी इन सर्कुलेशन को सीसी डिमांड डिपॉजिट विद कमर्शियल बैंक को डीडी और इसको आदर डिपॉजिट को बोल देते हैं ओ दी लेकिन आप यह भी ध्यान रखना ये आरबीआई है ये कमर्शियल बैंक है ये करेंसी इन सर्कुलेशन विद पब्लिक है आपको पता लग जाएगी डिपॉजिट अकाउंट के अंदर जो पैसा है और रोड अकाउंट में जो पैसा है वो नहीं जुड़ रहा एक तरीके से नेट डिमांड डिपॉजिट है अब एक बैंक के पास आना है अंदर की बात बता रहा हूं अंदर खाते की बात जो किसी को जनरली पता होती नहीं है एचडीएफसी बैंक के पास अब लिखने 2 करोड़ 20 करोड़ रुपए जमा कराया और ये सारा पैसा सेविंग अकाउंट का है तो यह बैंक बोलता है मेरे पास टोटल 120 करोड़ है और ये सारा डिमांड डिपॉजिट है क्योंकि पब्लिक जब चाहे तब निकल सकती है ठीक है इसमें जो पब्लिक का पैसा है ना इसको बोलते हैं नेट डिमांड डिपॉजिट और इन दोनों को टोटल कर दो 120 तो ये है ग्रॉस डिमांड डिपॉजिट पर हमारा लेन-देन नेट डिमांड डिपॉजिट से है उसको काउंट नहीं करते क्योंकि वो दूसरे बैंकों का पैसा भी तो इनका ही पैसा है पब्लिक का ही है तो डबल डबल ना हो जाए इसलिए नेट डिमांड डिपॉजिट लिखना जरूरी है और इसके ऊपर नेट डिमांड डिपॉजिट और ग्रॉस डिमांड डिपॉजिट के ऊपर दीप क्वेश्चन ए रखा है इसलिए बच्चे कंफ्यूज रहते हैं तो मैंने वो बात सोचा आपको क्लियर कर दो ठीक है ना ठीक है क्या ये हमारे देश के लोगों का पैसा है हमारे देश के लोग यानी पब्लिक तो आरबीआई के पास पैसा जमा ही नहीं कर सकते कमर्शियल बैंक जमा करते हैं तो क्या यह वह पैसा जो कमर्शियल ए रखा है वो भी नहीं है ये पैसा वो है जो पोर्न लोगों ने फॉरेन कंट्री की गवर्नमेंट भी हमारे आरबीआई के पास पैसे जमा कर देती है यहां लिख डन गवर्नमेंट जो भी पैसा आरबीआई के पास चमक आते हैं ये वो पैसे है तो देश का टोटल पैसा पता लग जाता है तो अब आपको में बात बताता हूं हमारे देश में टोटल कितना पैसा पड़ा है इस बात को पता करने के चार तरीके हैं पहले तरीके को बोलते हैं m1 दूसरा M2 तीसरा M3 चौथा M4 ये जो तरीका बताया है ये है m1 मनीष सप्लाई को कैलकुलेट करने के चार मेजर है स्टार्टिंग के दो को बोलते हैं ब्रॉड मणि मेजर सप्लाई नहीं है ज्यादा लिक्विड क्या होता है 1 मिनट का मतलब कैश में कन्वर्ट करना है ना और यहां पर इसका मतलब है लिक्विड का मतलब जिसको पब्लिक जल्दी निकल सकती है तो ये सारा पैसा निकाला जाता है अब तुम इतने सारे तरीके क्यों हैं ये तो में तरीका है मोटा-मोटा यहां से पता लग जाता है की देश के पास पैसा कितना है दूसरा आपको बताऊं दो अकाउंट सेविंग अकाउंट या फिर रोड या फिर अकाउंट है बैंक के पास खोल रहे द ऐसे अकाउंट पोस्ट ऑफिस में भी खोले जाते हैं पोस्ट ऑफिस सरकारी होते हैं यार वो पैसे भी तो देश का पैसा है उसको भी एनालाइज करने का तरीका है तो हमारे पास तीन तरीके और है मैंने सप्लाई को कैलकुलेट करने के लिए ठीक है वो बता रहा हूं पहले बता दिया था m1 M2 से अगर कैलकुलेट करोगे तो यह जो भी पैसा m1 में डाला है वह प्लस जो भी पोस्ट ऑफिस के अंदर हमने सेविंग अकाउंट जमा कर रखा है उसको और नोट एड कर देना ठीक है मतलब यह बात हो रही है फिक्स्ड डिपॉजिट भी और रोड अकाउंट के अंदर जो पैसा है वो भी घबराना मत इस चीज को लेकर मतलब एक चल रही है और अगर M4 कैलकुलेट करना है तो जो भी M3 में था यानी m1 भी था M3 प्लस टोटल डिपॉजिट ऑफ पोस्ट ऑफिस पोस्ट ऑफिस के अंदर सारा पैसा जमा करो यहां तो सिर्फ सेविंग अकाउंट का पैसा था ना इसलिए एचडी भी होता है रोड भी होता है सारा जमा करो बस ये एक्सक्लूड कर दो एनएससी एनएससी को बोलते हैं नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट कितने हैं तब तक यही लिखना ठीक है आगे बढ़ते हैं दोस्तों मॉनेटरी पॉलिसी क्या होती है देखो हमारे देश के अंदर दो तरीके की पॉलिसी बनाई जाती है मोटे मोटे तौर पे एक देश की सेंट्रल गवर्नमेंट बनाती है उसको बोलते हैं फिसल पॉलिसी एक हमारे देश का आरबीआई यानी सेंट्रल बैंक बनाता है उसको बोलते हैं मॉनिटर पॉलिसी ये क्या बनाता है ये ऐसे पॉलिसी बनाता है जिससे कभी मैंने सप्लाई इंक्रीज हो जाती है कभी मणि सप्लाई इंक्रीज हो जाती है तो मणि सप्लाई को बदलने से रिलेटेड जो आरबीआई पॉलिसी बनाता है उसको बोलते हैं मॉनिटर पॉलिसी मेड बाय डी सेंट्रल बैंक ठीक है सेंट्रल बैंक आना चाहिए इनमें से किसी भी चीज का रेशों बढ़ा दो तो देश के अंदर मणि सप्लाई कम हो जाएगी मणि सप्लाई को मैंने एमएस लिख दिया ऐसा करता है और इनमें से किसी को भी कम कर दो लाइक क्र को कम कर दिया तो मणि सप्लाई इसकी वजह से बढ़ जाएगी मणि सप्लाई बढ़ जाती है किसी भी चीज को बढ़ा दो मणि सप्लाई कम हो जाती है यानी किसी भी रेश्यो और मणि सप्लाई के बीच में उल्टा रिलेशन है ठीक है जी हान अब सेंट्रल बैंक की बात करेंगे फंक्शंस लिखे हैं डेफिनेशन बताऊंगा हमारे देश में जो आरबीआई है रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया उसके आपको ये मोटे-मोटे तौर पे छह फंक्शन करने हैं पढ़ने नहीं है अभी एक-एक फंक्शन में बताऊंगा तब पढ़ते हैं देखो आरबीआई एक ऐसी अथॉरिटी है जो हमारे देश के सारे बैंकिंग सिस्टम को कंट्रोल कर रही है कोई भी टाइप ऑफ बैंक हो बैंक अगर किसी को खोलना है तो आरबीआई से परमिशन लेनी पड़ती है बिना आरबीआई से परमिशन लिए बैंक नहीं खुल सकते तो आरबीआई तो कंट्रोल तो इसमें एक बात जान लो आरबीआई बोलता है की पब्लिक जो आम जनता है उससे मैं डील नहीं करूंगा क्योंकि आम जनता से डील कर रहे हैं कमर्शियल बैंक आरबीआई डील करता है कमर्शियल बैंक से अब बीच में क्वेश्चन आता है सर सरकार क्या है सरकार का अकाउंट किसके पास होता है भाई सरकार से भी डील करता है आरबीआई आरबीआई हमारे देश में पैसे भी छपता है पैसे छापने से रिलेटेड एक अमेजिंग फैक्ट जो बताऊंगा तो ये कुछ फंक्शंस हैं जो लिखा है पहले करेंसी अथॉरिटी बैंकर्स बैंक एंड सुपरवाइजर गवर्नमेंट बैंक एजेंट एंड एडवाइजर कैलेंडर ऑफ डी लास्ट रिसॉर्ट कस्टोडियन ऑफ नेशंस गोल्ड एंड फॉरेन एक्सचेंज रिज़र्व और कंट्रोलर ऑफ मणि सप्लाई सारे बताता हूं एक-एक करके इनके दूसरे तीसरे चौथे नाम है वो भी क्लियर करता हूं पहले नंबर पे आरबीआई का पहला फंक्शन करेंसी अथॉरिटी का फंक्शन बोलता है की आरबीआई के पास अधिकार है वो देश में करेंसी प्रिंट कर सकता है प्रिंट करता है लेकिन हमारे देश में कौन से पैसे छपते हैं और नोट्स करेंसी नोट में छोड़कर नहीं बनाता ये सारा कोइंस और ₹1 का नोट बनाने का कम यह हमारे देश में सरकार की एक मिनिस्ट्री है उसको बोलते हैं मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस यह बनाती है भाई मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस क्योंकि गवर्नमेंट ऑफ इंडिया का हिस्सा है सेंट्रल गवर्नमेंट की बात कर रहा हूं पता है क्या आरबीआई का जो हेड होता है उसको बोलते हैं गवर्नर जिस भी नोट पर गवर्नर ₹1 से ऊपर के नोट यानी ₹2 से लेकर ऊपर के जितने भी डिनॉमिनेशन के नोट हैं दो का पंच का 10 का 20 का 50 का 100 का 200 का 500 का ये सारे नोट आरबीआई बनाता है ₹1 का नोट पे आरबीआई के गवर्नर के साइन नहीं होते इस पे फाइनेंशियल सेक्रेटरी ऑफ इंडिया के साइन होते हैं यानी जो फाइनेंशियल मिनिस्ट्री है उसपे सेक्रेटरी होता है एक उसके साइन होते हैं ₹1 के नोट पे और कोइंस पे साइन नहीं होते ठीक है मिंट और इसके लिए वर्ड उसे करते हैं मिंट और करेंसी होती है प्रिंट ध्यान रखना तो आरबीआई का करेंसी आरबीआई के पास अथॉरिटी है करेंसी प्रिंट करने की में में तो वही है इसलिए इसको करेंसी अथॉरिटी बोलते हैं एक नाम और है इसका इसको मोनोपोली ऑफ प्रिंटिंग करेंसी नोट्स भी बोलते हैं यानी आरबीआई के पास अकेला बांदा आरबीआई के पास है बीच में क्या गड़बड़ी है वो बता दी मैंने की थोड़ा सा मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस भी बीच में कूद जाती है ठीक है फिर इसी फंक्शन को बैंक ऑफ इशू भी बोलते हैं तो अकेला फंक्शन इतने नाम से जाना जाता है तो जान लो इसके एक्सप्लेनेशन में हम यह भी बताएंगे की एक देश टोटल कितना पैसा छाप सकता है ये क्या हुआ ए जाए इतना पैसा छाप सकता है एक कंट्री कितना पैसा छाप सकती है बताओ उतना पैसा छाप सकती है नॉर्मल लोग बोलेंगे जितना उसे देश के पास गोल्ड पड़ा हो गोल्ड का रिज़र्व पड़ाव ए प्लस उसके पास फॉर्म करेंसी का रिज़र्व भी होना चाहिए उसको फॉर नेक्स्ट चेंज रिज़र्व बोलते हैं फॉरेक्स रिज़र्व मैन लो एक देश के पास ₹100 का गोल्ड पड़ा है साथ में और आता है कुछ गवर्नमेंट सिक्योरिटी भी होनी चाहिए दूसरी देश की खैर इसको छोड़ दो चलो दूसरे देश की गवर्नमेंट सिक्योरिटी भी होती है तो इन तीनों को मिला दो ₹300 चल सकते हैं इसको मिनिमम रिज़र्व सिस्टम बोलते हैं पैसा छापने का इसको हर कंट्री बेसिकली फॉलो करती है क्वेश्चन आएगा की इससे ज्यादा छाप दिए तो क्या होगा कमेंट सेक्शन बताओ क्या होगा फंक्शन डिटेल में एक्सप्लेन करके बता रखा है यहां पर आपके लिए है और एक एक चीज यहां पर ये भी बता दिया की किसके इक्वल करेंसी प्रिंट कर सकता है वो ठीक है और अकेली सोल मोनोपोली है मतलब अकेला राइट है और इसको फंक्शन को बैंक ऑफ इशू भी बोलते हैं और करेंसी अथॉरिटी भी बोलते हैं ये पढ़ना आपका कम है की ₹2 और उसके ऊपर के करेंसी नोट सारे छपता है ठीक है जी पहला फंक्शन हो गया दूसरे फंक्शन में ये बताया जाएगा की बैंक किसको बोलते हैं अच्छा बताओ बैंक किसको बोलते हैं कोई भी क्वेश्चन ए जाए तो बैंक यार ऐसी कोई पैसों का इंस्टिट्यूट है इसके अंदर हम लोग पैसा भी जमा कर सकते हैं और वो हमें लोन भी देता है तो आरबीआई हमारा बैंक नहीं है कमर्शियल बैंक का बैंक है तो अगला फंक्शन यही है आरबीआई दूसरा फंक्शन बैंकर्स बैंक एंड सुपरवाइजर सुपरवाइजर भी लिखा है तो बच्चे जब यह फंक्शन आता है बैंक का बैंक कैसे जाए पूरे नंबर नहीं मिलते क्योंकि एक्सप्लेन यहां पर करने का तरीका हो तू राइट आंसर देख लो ना आंसर कैसे लिखना है एक पैराग्राफ में ये बताया है की बैंकर्स बैंक कैसे है आरबीआई दूसरे पैराग्राफ में ये बताया की उसका सुपरवाइजर कहते हैं अब बैंकर किसको बोला है पंजाब नेशनल बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया आईसीआईसीआई यहां पर हमारे अकाउंट होते हैं इनको बोला बैंकर इनका भी बैंक आरबीआई बैंक होने का मतलब लोन पर देना पैसा और उनका पैसा डिपॉजिट रखना तो आरबीआई कहता है की मैं कमर्शियल बैंक को लोन पर भी देता हूं पैसा उनका पैसा अपने पास डिपॉजिट भी रखता हूं तो मैं उनका बैंक हुआ की नहीं हुआ हुआ बैंक तो पॉइंट नंबर वैन जस्ट फाइव करता है सुपरवाइजर वर्कर्स के बीच में लड़ाई झगड़ा होता है तो उसको सॉल्व करता है तो आरबीआई भी बोलता है की मैं कमर्शियल बैंक को टाइम तू टाइम गाइड करता रहता हूं क्या खतरे हैं आगे जिंदगी में और क्या ऑपच्यरुनिटीज आगे जिंदगी में तो ये टाइमली गाइड करने का जो फंक्शन है इसको सुपरवाइजर बोलते हैं तो वर्ड भी यहां पर लिखा हुआ है इट गाइड्स डी कमर्शियल बैंक अबाउट फ्यूचर थ्रेट्स ठीक है ना और अवेयर करता रहता है यार दो पॉइंट में इसको एक्सप्लेन किया हुआ है आपके लिए मैं रीडिंग मटेरियल यहां पर रखूंगा चाहो तो आप वीडियो को पॉज करके यहीं पढ़ सकते हो नहीं तो आपको पता ही है नोट्स कहां मिलेंगे ठीक है पीडीएफ मिल जाएगी पूरे नोट्स की प की आप पे कोई दिक्कत परेशानी ए रही है तो कमेंट सेक्शन बता दो इस बच्चे को नहीं मिल रही है वो बता दो आसान तरीका फिर बता दिया जाएगा थर्ड फंक्शन आरबीआई का कहता हम सरकार के बैंक सरकार के एजेंट भी है सरकार के एडवाइजर भी है एडवाइजर अब सरकार का बैंक कैसे है सरकार को हम लोन भी देते हैं तो हम सरकार के बैंक हो गए चलो जी बैंक के फंक्शन याने पैट गया सर्विस प्रोवाइड करें वो एजेंट होता है आरबीआई गवर्नमेंट को बोलता है जितनी भी सरकारी कंपनी है पीएसयू मैं उनके अकाउंट देख लूंगा जैसे प्राइवेट कंपनी के अकाउंट से देखता है तो आरबीआई गवर्नमेंट कंपनी के अकाउंट्स को मैनेज करता है जो गवर्नमेंट ने उधर ले रखा है उसको मैनेज करता है तो बहुत सारी एजेंट्री सर्विस प्रोवाइड करता है और एडवाइजर भी है भाई एक पॉलिसी आरबीआई बनाता है तो एक पॉलिसी सरकार बनाती है तो आरबीआई भी सरकार को मणि सप्लाई के बारे में महंगाई के बारे में एडवाइस देता रहता है ठीक है ना तो यहां पर लिखा है सेंट्रल बैंक ऐप्स प्रोवाइड वेरियस एजेंसी सर्विसेज एजेंसी सर्विस प्रोवाइड करता है ना जैसे की पब्लिक डेट को मैनेज करना पब्लिक डेट क्या होता है जो सरकार ने उधर लिया हुआ है उसको पब्लिक बोलते हैं ठीक है और सरकार के बिहा पे पेमेंट भी प्रोवाइड करता है ठीक है थर्ड नंबर का थर्ड मोड यहां लिखा हुआ है मैं ऐसे नहीं बोलता भाई बोल रखा है ना तीन पॉइंट है तो तीन बनेगा पहला दूसरा और तीसरे नंबर का ये रहा ठीक है और टाइमली एडवाइज करता रहता है इस मार्केट की क्या स्टेट है और इकोनॉमी की क्या स्टेट है क्या पोजीशन है इकोनॉमी की तो तीन फंक्शन यहां खत्म होते हैं तो फिर नंबर में मेरे को शाहरुख खान याद ए जाता है शाहरुख खान ने एक बार बोला था की गौरी खान उसका लास्ट रिसॉर्ट है लास्ट रिसॉर्ट एक इंग्लिश का फ्रिज है इसका मतलब होता है तो तुम्हारे एन टाइम पर कम आएगा ना वो तुम्हारा लास्ट एपिसोड है तो ऐसे आरबीआई बोलता है मैं कमर्शियल बैंक का लास्ट एपिसोड हूं जब कमर्शियल बैंक के कोई कम नहीं ए रहा होता ना तो आरबीआई कम आता है जब कमर्शियल बैंक के पास पैसे नहीं होते ना कैश नहीं होता तो आरबीआई उसको उधर देता है उधर देने को बोलते हैं लैंड करना तो चौथा फंक्शन दोस्तों लिखा है लैंडर ऑफ डी लास्ट रीशूट एंड टाइम पर यही कम में आएगा ठीक है ना ओके कम में आएगा तो लोन यही देगा तो लिक्विडिटी क्राइसिस बोलते हैं जब कमर्शियल बैंक के पास कैश की शॉर्ट है कैश क्राइसिस ए जाएगा तो यही गिव्स लोन लिखा है ना आओ लोन किसके बदलेगा भाई इनसे कुछ अप्रूव्ड सिक्योरिटी लेगा अप्रूव्ड सिक्योरिटी होती है इनकी कोई वैल्यू कोई कंपनी के औकात हो उसे कंपनी के सिक्योरिटी जो बैंक के पास तो आरबीआई रख लेते हैं अपने पास और बदले में पैसे दे देता है कोई भी लोन नहीं दे रहा होगा मतलब बैंकों को भी लोन की जरूरत पड़ती है भाई ये अच्छा एक बैंक दूसरे बैंक से भी लोन ले सकता है उसे लोन को बोलते हैं कॉल मणि 15 दिन के अंदर वापस करनी पड़ती है मतलब 15 दिन का उधर दोनों के अंदर चल सकता है अगले फंक्शन में आते हैं चार फंक्शन हो गए हैं अब आपको एक बात बताओ कहां से लगे सुनार के पास जाओगे ना जूनियर के पास वो जूलर गोल्ड कहां से लता है आरबीआई के पास मैनली आरबीआई के पास ही देश का सोना रखा होता है वहां से आता है सोना अगर तुम्हें डॉलर चाहिए तो कहां से लगे तुम बोलोगे करेंसी एक्सचेंज करने हैं वो कहां से लेट हैं वो बोलेंगे बैंकों से लेट हैं बैंक कहां से लाएंगे आरबीएसई आरबीआई के पास स्टॉक राखी हुई है करेंसी की और गोल्ड की तो देश का गोल्ड और देश के पास जो फॉरेन करेंसी की स्टॉक है फॉरेन एक्सचेंज रिज़र्व बोलते हैं उसको वो आरबीआई की कस्टडी में रहता है तो आरबीआई का जो फंक्शन बन जाता है 5वें नंबर का ये है कस्टोडियन ऑफ नेशंस गोल्ड एंड फॉर एक्सचेंज रिज़र्व ध्यान रखना ठीक है मजेदार तरीके से दी हुई है ठीक है अगर किसी बंदे को फौरन करेंसी कंट्रोलर ऑफ क्रेडिट क्रेडिट का मतलब उधर होता है इतना पैसा ज्यादा मार्केट में उधर पर जाता है उतनी ज्यादा देश में मणि सप्लाई बढ़ जाती है जितना उधर पर कम जाता है उतनी मणि सप्लाई कम हो जाती है तो आर्मी बोलता है की मणि सप्लाई बढ़ानी है तो उधर पर पैसा ज्यादा दे दो तो इस चीज को भी कंट्रोल करता है आरबीआई जैसे मैंने बताया था क्र एसएलआर एलआर किसी को कोई बढ़ा दो मणि सप्लाई कम और बढ़ाएगा कौन आरबीआई मैं बता रहा हूं हर 3 महीने में आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी को रिवाइज करता रहता है मतलब बदलता रहता है हर 3 महीने में क्र एसएलआर इनकी वैल्यू को चेंज करता रहता है तो आरबीआई इन चीजों के थ्रू देश के अंदर मणि सप्लाई को कभी इंक्रीस करता है कभी डिक्रीज करता है जैसे ही व्यवस्था हो वैसी साथ में एक फंक्शन और है इसके लिए लिखा है कंट्रोल ऑफ क्रेडिट इसको बोलते हैं क्लीयरिंग हाउस फंक्शन के अंदर बहुत सारे बैंकों के आपस में पेमेंट की सेटलमेंट की जाती है तो पेमेंट सेटलमेंट होता है चेक का मतलब हाल किया जाता है यहां पर तो ये भी एक आरबीआई का फंक्शन है तो आपने ध्यान में छह रखने हैं तो सातवें नंबर अगर ये पहुंच जाते हैं दोस्तों क्वेश्चन ही पूछ लिया व्हाट इसे सेंट्रल बैंक कितना आसान कम हो गया ना सेंट्रल बैंक हमारे देश की सबसे बड़ी पैसों को संभालने वाली अथॉरिटी है जो पूरा बैंकिंग सिस्टम संभल रही है तो यहां पर डेफिनेशन विच कंट्रोल डी एंटीरे मणि एंड बैंकिंग सिस्टम ऑफ डी कंट्री पूरा मानिए बैंकिंग का जो सिस्टम है पूरे देश में वही कंट्रोल कर रही है इससे आसान लेवल की डेफिनेशन आपको कहीं मिल जाए ना तो नाम बदल देना मेरा बहुत इजी डेफिनेशन है कहीं नहीं मिलेगी जितने भी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन है मतलब पैसों की कंपनी है इंश्योरेंस कंपनी सिर्फ कमर्शियल बैंक के पास है तो आपको चेक के फैसिलिटी मिलेगी कोई इंश्योरेंस कंपनी नहीं देती कोई पोस्ट ऑफिस नहीं देता सिर्फ कमर्शियल बैंक दूसरा कमर्शियल बैंक के पास मणि क्रिएशन का एक स्पेशल कम होता है मणि क्रिएट करते हैं क्रेडिट क्रिएशन वो चीज आपको पढ़ाऊंगा कैसे करते हैं वो पढ़ने से पहले मणि मल्टीप्लेयर का एक कॉन्सेप्ट आएगा काफी सारे नाम से जाना जाता है इसको डिपॉजिट मल्टीप्लेयर भी बोलते हैं इसको क्रेडिट मल्टीप्लेयर भी बोलते हैं लिख देता हूं रिजर्वेशन बताता है की एक बार मणि प्रिंट करेंगे तो उसका मल्टीपल इफेक्ट क्या होता है देश पे देखो क्या होता है अगर तुम सोचो की ₹100 का नोट छाप दिया आरबीआई ने उससे सिर्फ ₹100 का समान खरीदा जाएगा नहीं गलती कर रहे हो अब ये कॉन्सेप्ट समझने के लिए आप सब कुछ भूल गए सिर्फ ये सोचो पूरे देश के अंदर एक ही नोट है ₹100 का और वो तुम्हारे पास ए गया तुम्हारा नाम ए है तुमने मैन लो ₹1 के छोले भटूरे ठीक है यानी ऑलरेडी के पास इसने अपने घर के लिए सब्जी खरीद ली ₹100 की एक ही नोट तीन जगह घूम गया यह नोट कितनी बार घूमता है यह बताता है मणि मल्टीप्लाई जो असली में पता लगता है हमारे देश के अंदर वो एग्जैक्ट नहीं होता लेकिन काफी हद तक सही पता लगता है क्योंकि लोग बैंकों में पैसा जमा करते हैं क्या बोल रहा हूं मैं अब समझ में आएगा आपको क्रेडिट क्रिएशन के कॉन्सेप्ट मणि क्रिएशन के नाम से भी जाना जा रहा है और यह स्पेशल फंक्शन है जो सिर्फ कमर्शियल बैंक करते हैं यह बताता है की एक नोट कितनी बार घूमेगा अगर यह कॉन्सेप्ट आपको समझना है तो दो चीजों की असुंप्शन लेनी जरूरी है पहला की बैंकों के अंदर पहला पहला डिपॉजिट कितना हुआ है इनिशियल डिपॉजिट या प्राइमरी डिपॉजिट कुछ भी बोल दो दूसरा हमारे पास एल आर कितनी है जो बैंक लोन पर नहीं देता या तो कर हो गया एसएलआर हो गया दोनों का टोटल नया-नया जैसे वह ₹100 के नोट की बात कर रहा था ना मैं मैन लो पहला पहला देश के अंदर एक ही ₹1000 आया है और 20% एल आर ए रहा है तो कमर्शियल बैंक क्या करता है इन चीजों का अपने फंक्शनिंग कैसे करता है लोन पर लोन कैसे देता है फिर समझ में आएगी इसकी डेफिनेशन क्या है पहले देख ले फंक्शनिंग फिर समझेंगे डेफिनेशन यहां लिखता हूं मैन लो एक बैंक का इनिशियल डिपॉजिट का कॉलम ये रहा लिख रहा हूं की बैंक इनिशियल डिपॉजिट में से कितना पैसा अगले लोन पर दे रहा है लोन अमाउंट यहां लिख दिया और इधर लिख रहा हूं की कितना पैसा वो बचा रहा है लाइन ठीक है देख लो मैन लो ₹1000 आया टोटल डिपॉजिट का एसबीआई बैंक के पास पैसे आते हैं ना वो फटाफट से कम करता है डिपॉजिट का पैसा आया है वो उसमें से अपने एलआर के पैसे काट लेता है और बाकी सारा पैसा लोन पर दे देता आगे तो जीत भी बैंक के पास आए होंगे चाहे वो एचडीएफसी हो चाहे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को लोन पर दे दिए होंगे छोले भटूरे वाले के पास चलेगा ₹800 वो क्या करेगा सच में लेकिन हमें एडम करना है की जिसको भी ये पैसे मिले हैं जो भी रेसिपी नहीं कहा वो सारे पैसे बैंक में जमा कराएगा तो ये छोले भटूरे वाले ने ये ₹800 अपने बैंक में जमा कर दिए देख रहे हो एक ही हजार रुपए द वो अलग-अलग बैंकों में चाहे जमा हुए हो लेकिन देश के पास 1800 का डिपॉजिट है ₹1000 प्लस 800 ने सोचा मेरे पास 800 का डिपॉजिट आया है फटाफट से इस बैंक ने 800 का 20% 160 होता है एलआर के तौर पे काटा और बाकी 800 में से 160 माइंस कर दो उसने भी अपने बैंक में जमा कर दिया होगा तो फिर बैंक इसका भी 20% 128 यहां पर कटेगा और फिर 512 बचेंगे वो लोन पे दे देगा तो ये प्रक्रिया चलता रहेगा एंड तक देख रहे हो धीरे-धीरे अमाउंट कम होते जा रहे हैं हम होते जा रहे हैं 800 640 कम होते जा रहे हैं ये वर्चुअल जज के 0 समथिंग हो जाएंगे तो यहां टोटल अमाउंट कितना आएगा उसे अमाउंट को बोलेंगे टोटल क्रेडिट क्रिएशन टोटल मणि क्रिएशन का मतलब क्या हुआ एक लोन से बहुत सारे लोन क्रिएट करना तो क्रिएशन ऑफ मल्टीपल डिपॉजिट थ्रू अन सिंगल डिपॉजिट इस कॉल्ड क्रेडिट क्रिएशन लिख लो नोट कर लो इस डेफिनेशन को सबसे इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है इस चैप्टर का सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट क्वेश्चन तो इसको पता कैसे लगाते हैं भाई यहां रोल आता है मणि मल्टीप्लेयर के फॉर्मूले का अगर पता लगाना है की टोटल क्रेडिट क्रिएशन कितना है तो आपको फॉर्मूला उसे करना पड़ेगा मणि मल्टीप्लेयर कितना है यानी एक नोट कितनी बार घूमता है प्लस पहला पहला नोट यानी पहला पहला डिपॉजिट कितना था 1000 था तो यहां लिख देंगे इनिशियल डिपॉजिट ठीक है 20% का मतलब होता है 20 / 100 इसका मतलब होता है 0.2 तो अब 0.2 लिखूंगा यहां पर मल्टीप्लाई कर दो पहला डिपॉजिट 1000 का है वह लिखा तो सॉल्व करोगे दोस्तों प्लस 160 प्लस पता नहीं होगा 20% निकल दो 5000 का 1000 ए गया 1000 टोटल में से 1000 माइंस कर दो 4000 का ये अमाउंट हो गया इन दोनों को प्लस करोगे तो इसके बराबर ही आएगा दो नंबर का तीन नंबर का छोटा सा इसमें आपको एलआर और इनिशियल डिपॉजिट का अमाउंट दे देगा और ये वाला कैलकुलेटर कैसे लिखना है प्लीज बता दो प्लीज बता दो कमर्शियल बैंक क्रिएट मणि या व्हाट इसे डी वर्किंग ऑफ मणि मल्टीप्लाई करके ए सकता है और उसका आंसर कैसे डिटेल में लिखना है टेबल को कैसे एक्सप्लेन करना है आपको पीपीपी में बता दिया वहां जाकर देख लो और एक बार बता दो की कैसा मजा ए रहा है आपको कॉमर्स वाले मचा रहे नहीं मचा रहे मचा रहे हैं भाई ये देखिए अगला क्वेश्चन मणि चैप्टर शुरू हो गया बैंकिंग खत्म हो गया वहां पर मणि चैप्टर की शुरुआत वाटर सिस्टम से है वाटर सिस्टम का मतलब 12वीं क्लास के बच्चे को बताया यानी वो टाइम जब पैसे नहीं होते द समान के बदले समान खरीदते द तो उसको बोलते द बार्टर सिस्टम आसान डेफिनेशन इसकी बनेगी इट रेफर्स तू डी डायरेक्ट एक्सचेंज ऑफ गुड्स एंड सर्विसेज की डेफिनेशन याद कर लेते हैं अब इसकी लिमिटेशन हमें करनी है की जब वाटर सिस्टम चलता था पैसे नहीं होते द नुकसान क्या होते द नुकसान यही होता था की जो समान मुझे चाहिए क्या पता वो सामने वाले के पास ना हो और जो उसे चाहिए क्या पता वो मेरे पास हो वो तो लेने ए जाएगा समान नहीं है तो मुझे चाहिए या फिर जो मुझे चाहिए वो सामने वाले के पास है लेकिन जो उसे चाहिए वह मेरे पास नहीं है वो खरीद parokt नहीं हो पाएगी लेन-देन नहीं होगा इसको बोलते हैं की समान को खरीदने और बेचने का एक बीच में ब्रोकर नहीं है इसे आजकल मणि है ना ब्रोकर बीच में है बीच में बोल दो मीडियम एक माध्यम बना हुआ है मणि से पहले कोई माध्यम नहीं था पहले यह नहीं पता था की कोई चीज की वैल्यू कितनी हो सकती है जैसे की बताऊं 5 किलो टमाटर कितने के आएंगे आज पता है 5 किलो टमाटर ₹250 के हैं लेकिन 5 किलोमीटर के बदले पंच किलो गेहूं देने पड़ेंगे या 5 किलो टमाटर के बदले पंच किलो चावल या 1 किलो पुरी या 10 किलो टिंडे क्या देना पड़ेगा बड़ा मुश्किल कम था यानी की वैल्यू को हमेशा करना बड़ा मुश्किल कम था जब वाटर सिस्टम चलता था ना हम उधर पर नहीं ले सकते द चीज ऐसे आज के टाइम में तुमने उधर पर टीवी ले लिया तो हर महीने उधर पे भैंस ले ली तो हर महीने 2 किलो टमाटर कैसे दोगे क्या पता टमाटर सदन है जो तुम्हारे पास हो टीचर की पेमेंट करना बड़ा मुश्किल कम था पहले का टाइम पर आज तुम पैसे ट्रांसफर कर सकते हो इंडिया से ऑस्ट्रेलिया में फोन से पहले अगर कुछ भेजना होता था इंडिया से ऑस्ट्रेलिया बड़ा मुश्किल कम हो जाता था यार बॉर्डर सिस्टम की बहुत सारी लिमिटेशंस हुई थी यार वाटर सिस्टम के बारे में डेफिनेशन मैंने आपको बता दी व्हाट इस वाटर सिस्टम अब यहां पर उसके कुछ लिमिटेशंस लिखी हुई है लिमिटेशंस में पहला लॉक ऑफ डबल कोइंसिडेंस ऑफ वांट्स का मतलब होता है इत्तेफाक वो इत्तेफाक होना मुश्किल कम था की जो मेरे पास है उसको चाहिए जो उसके पास है वो मुझे चाहिए है ना इसको लॉक ऑफ मीडियम ऑफ एक्सचेंज भी बोल देते हैं फिर लॉक ऑफ डिविजिबिलिटी मतलब चीजों को डिवाइड करके देना बड़ा मुश्किल कम था लाइक अब मैंने मेरे पास को पंत है और मुझे उससे चावल चाहिए मैंने चावल तो ले लिए क्या मैं उसको बदले में कर डन या कर का पहिया डन भैया डिवाइड करके थोड़ी दे सकता हूं हान मेरे पास 2000 का नोट है और मैंने उसे टमाटर लिए ₹2000 के नोट को ब्रेक कर दूंगा खुले कर लूंगा डिवाइड कर दूंगा डिविजिबिलिटी नोट की हो सकती है खुलेगा दे दूंगा उसको टमाटर के पैसे बाकी रख लूंगा लॉक ऑफ स्टोर ऑफ वैल्यू अब जैसे ₹2000 का नोट आज तुम स्टोर करके रखो 3 महीने बाद भी वो तुम्हें 2000 का नोट दिखाई देगा लेकिन पहले किसी चीज की वैल्यू को स्टोर करना बड़ा मुश्किल कम था आज तुम 3 किलो टमाटर स्टोर करके रखो 3 महीने बाद वो साद जाएंगे लोन ले लेते हैं तो हर महीने पेमेंट करते हैं पहले ये करना पॉसिबल नहीं था उसकी कमी थी वो लाख-लाख-लाख लग रहा है देख रहे हो और लिमिटेशन के पास फिर यूनिट ऑफ अकाउंट जैसे आजकल अकाउंट बना लेते हो ना अकाउंट कितने रुपए का समान बेचा 5 किलो टमाटर 15 के बेचे 6 किलोमीटर 20 के बीच में मतलब वैसे कुछ भी लिख दिया टोटल ₹100 का टमाटर भेजिए पहले कैसे टोटल करते हैं टमाटर के बदले टमाटर के बदले चावल आए तो टोटलिंग में क्या लिखोगे टमाटर आलू या चावल कन्फ्यूजन थी पहले पहले अकाउंट नहीं बन सकते द तो इसी को बोलते हैं मेजर नहीं कर सकते द और पहले ट्रांसफर नहीं कर सकते द एक जगह से किसी दूर के डिस्टेंट प्लेस पर कोई भी चीज को आसानी से नहीं कर सकते द मतलब ट्रांसफर अब मणि ट्रांसफर कर देते हैं आसानी से कोई 6 लिमिटेशन है वाटर सिस्टम की आप तीन से चार को याद कर सकते हो इससे ज्यादा इंपॉर्टेंट है मणि क्या होती है और मणि के फंक्शंस क्या होते हैं तो जब इसके लिमिटेशन समझ लोग तो मैं नहीं पता लग जाएगा मणि ऐसी कोई भी चीज है जिसके बदले हम समान खरीद भी सकते हैं और समान बेच भी सकते हैं मतलब बीच में आने वाली चीज मणि इस डी मीडियम ऑफ एक्सचेंज मणि इन सभी प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर रही है मणि की वजह से अकाउंट्स भी बन रहे हैं आज नोट है तो ऑनलाइन उसको ट्रांसफर भी कर सकते हैं उसकी वैल्यू को ठीक है उधर पे समान ले सकते हैं दे देंगे धीरे-धीरे पैसे ठीक है मणि को स्टोर भी करके रखते हैं बैंक अकाउंट में जमा कर कर रख सकते हैं ना तो मणि की कोई डेफिनेशन पूछ ले सिर्फ करेंसी नोट में नहीं है पॉइंट भी मणि है डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड ये भी बनी है इन सभी करके हम खरीदे कोई बांदा गोल्ड देकर समान खरीदना है कुछ भी हो सकता है करेंसी भी बनी हो सकती है कुछ भी हो सकता है प्राइमरी फंक्शन प्राइमरी का मतलब में फंक्शन एक होते सेकेंडरी फंक्शन सेकेंडरी का फंक्शन का मतलब वो फंक्शन जो में फंक्शन में से निकल के आए हैं ठीक है तो पहले नंबर पे मणि के प्राइमरी फंक्शन देख लो दो पहला मीडियम एक्सचेंज दिख रहा है आपको व्हाइट कलर ले लेता हूं मीडियम ऑफ एक्सचेंज यानी कोई भी समान खरीदना और बेचना हो तो पैसा बीच में आएगा दो फंक्शन हो गए इसमें से निकल कर आया स्टैंडर्ड ऑफ डिफर्ड पेमेंट्स यानी अब डिफर्ड पेमेंट को जो रुकी हुई पेमेंट से उसको हम कर सकते हैं ठीक है एक बार कमेंट सेक्शन में बता दो की स्पेलिंग गलत है या सही है ठीक है दिल खोल के बताओ मतलब ऐसे हान सर आपने जैसे बोला था उसे हिसाब से हमने चेक कर लिए ठीक है मणि की वैल्यू को स्टोर करके रख सकते हैं और ट्रांसफर ऑफ वैल्यू मणि की वैल्यू को ट्रांसफर करके रख सकते हैं सर ऐसा तो कोई भी टीचर बताया था जैसे आपने बता दिए देखेंगे कैसे पेपर में तो हेडिंग एक्सप्लेन कर दिया है मणि का पहला फंक्शन मीडियम ऑफ एक्सचेंज पुरी डिटेल आपके पास कैसे मणि मैक्स ट्रांजैक्शन वेरी सिंपल बाय रिमूविंग इन कन्वीनियंस ऑफ वाटर सिस्टम जो भी वाटर सिस्टम में प्रॉब्लम थी उसको रिमूव करके बना हुआ है हर एक चीज के लिए पहला फंक्शन दूसरे नंबर ऑफ अकाउंट ठीक है ये वाला फंक्शन बड़ा इंपॉर्टेंट है यार ये प्राइमरी फंक्शन ही है जब भी कोई फंक्शन एक्सप्लेन करना हो बता सकते हो की प्राइमरी है ये इसमें भी लिख सकते द पहली लाइन दिस इस डी प्राइमरी फंक्शन ऑफ मणि ठीक है इसको मेजर ऑफ वैल्यू भी बोलते हैं तो दूसरा नाम भी इसका कैरियर हो गया ठीक है ये बताता है की मैंने है तो इसलिए हम बिजनेस अकाउंट बना सकते हैं अकाउंट्स बनाते हैं तो टोटलिंग करनी होती है ना मणि है इसलिए टोटल हो रहा है ये ए जाता है एमसीक्यू में बिजनेस अकाउंट बनाना है मणि के कौन से फंक्शन की वजह से पॉसिबल हुआ तो यूनिट ऑफ अकाउंट या फिर मेजर ऑफ वैल्यू रखा है फॉर एग्जांपल ठीक है मतलब उधर देना और उधर देना कौन से फंक्शन की वजह से पॉसिबल हो पाया स्टैंडर्ड ऑफ डिपो पेमेंट की वजह से ठीक है पांचवे नंबर का लास्ट फंक्शन की मणि की हेल्प से हम ट्रांसफर ऑफ वैल्यू कर सकते हैं ठीक है ये खत्म होते हैं मणि के फंक्शंस और अब आता है फॉर्म्स ऑफ मणि जिसके लिए आप सोच रहे होंगे सर फॉर्म्स ऑफ मणि कब karaoge फॉर्म्स ऑफ मणि कब karaoge उस्ताद फॉर्म्स ऑफ मणि बहुत सारी टाइप्स ऑफ मणि होती है पहले नंबर पर आठ महीने की बात करेंगे गोल्ड में बनी है जिस चीज के बदले तुम समान खरीद लो सरकार ने अलाउ की हुई है तो गवर्नमेंट बोलती है की हान ये करेंसी नोट हमने छाप दिया इसके तुम कोई भी समान खरीद लो कोई बांदा रिजेक्ट नहीं कर सकता इसको रिसीव करने से अगर तुम किसी को ₹100 का नोट देकर समान खरीद रहे हो तो कोई बांदा बोल नहीं सकता मुझे नोट चाहिए नहीं तो मुझे सोना लाकर दे इसके बदले ऐसी मणि हमारी करेंसी नोट होती है उसे मणि को बोलते हैं ऑर्डर ऑफ डी गवर्नमेंट इसके लिए वर्ड उसे करते हैं ध्यान रखना बात को लीगल टेंडर मणि इसी मणि को फिएट मणि कोयम हाई पावर मणि पावर मणि कैसे मानिए विश्वास वाली बनी है और बेच रहे हो आपने बोल दिया मैं तेरे को बदले में एक पेन दे देता हूं या चेक काट के दे दो चेक से पेमेंट कर देता हूं तो तुम्हारे ऊपर विश्वास है एक दूसरे पे तो ऐसी विश्वास वाली मणि को प्रोड्यूसर मणि बोलते हैं क्या लिखा है मीडियम ऑफ एक्सचेंज बिकॉज ऑफ ट्रस्ट बिटवीन डी फेर एंड डी पर तुम हो तो चेक के थ्रू जो पेमेंट की जाती है इसको रिप्रेजेंटेटिव मणि भी बोल देते हैं कभी-कभी तो इसकी जो अंदर की वैल्यू है जितने का मैटर लगा है उसको बोलते हैं इंटरनल वैल्यू या इकोनॉमिक्स में बोले तो इंट्रिसिक वैल्यू इंट्रिसिक वैल्यू कितने रुपए का समान लगा इसको बनाने में और जो इसके ऊपर लिखा हुआ है इसको बोलते हैं वो है इसकी फेस वैल्यू अगर जिस चीज की वैल्यू बराबर दूसरी है ठीक है कमोडिटी वैल्यू मतलब मेटल की वैल्यू जिस भी मेटल से बना है अब आता है यह मणि होती है मतलब विश्वास पर लेनदेन भी करती है चेक अपने आप में क्रेडिट बनी हुई है कैसे अब तक ₹500000 की वैल्यू 5 लाख हो गई ट्रेड कर सकते हैं लिखकर ठीक है तो आप पूछोगे सर टैग तो सरकार बोलती है लव करती है कोर्ट में केस चलते हैं बिल्कुल चलते हैं ऐसा होता है इसलिए केस नहीं होता इस इसलिए होता है इससे ट्रस्ट टाटी किसी का रास्ता विश्वास तोड़ने का 138 नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट होता है उसके अंडर में केस होता है खैर वो बात आपको जानते नहीं तो क्राइटेरिया मणि का एग्जांपल भी चेक हो सकता है ड्राफ्ट होता है ड्राफ्ट अब आप बड़े हो गए कॉलेज में जाके फीस जमा karaoge तो ड्राफ्ट के थ्रू फीस जमा होती है कई जगह ठीक है आप बैंक से जाकर चेक की तरह एक कागज बनवा के ले जाते हो डॉक्यूमेंट उसको ड्राफ्ट बोलते हैं तो उसकी वैल्यू उतनी नहीं है जितने रुपए का वो इस्तेमाल हो रहा है उसको बोलते हैं कमोडिटी वैल्यू जितने का इस्तेमाल हो रहा है वो उसकी हो गई फेस वैल्यू मणि वैल्यू कम है मणि वैल्यू उसको बोलते हैं क्रेडिट मणि एंड बैंकिंग का पूरा चैप्टर पुरी यूनिट यहां पर क्रिस्टल क्लियर तरीके से कवर की गई है अगर आपको फिर भी कोई दिक्कत डाउट परेशानी लगती है तो प्लीज कमेंट सेक्शन में बता दो तो आज की क्लास में आपको कितना मजा आया वह बता दो एक्चुअली कमेंट से मैं बार-बार क्यों बोलता हूं ना क्योंकि मुझे जुड़ाव फुल होता है मजा आता है और मैं आगे और कंटेंट बनाने के लिए प्रोत्साहित होता हूं तो वही बात है तो दोस्तों मैं आपका भाई दोस्त एजुकेटर लव कौशिक आज की क्लास को यहीं एंड करता हूं जय हिंद जय भारत जय कांग्रेस नमस्कार धन्यवाद