आईएससी कॉमर्स कक्षा 12: प्रबंधन अध्याय 5 के नोट्स
परिचय
- अध्याय 5 प्रबंधन पर आधारित है।
- अगले 7-8 अध्याय प्रबंधन से संबंधित होंगे।
- इन अध्यायों से 40 मार्क्स का प्रश्नपत्र होगा।
प्रबंधन की परिभाषाएँ
प्रबंधन को चार अलग-अलग अर्थों में समझा जा सकता है:
-
प्रबंधन एक गतिविधि के रूप में
- प्रबंधन कार्य करने वाला व्यक्ति है जो अपने अधीनस्थों से कार्य करवाता है।
- यह लोगों को निर्देशित करने, व्यवस्थित करने और लक्ष्य प्राप्ति के लिए उनके प्रयासों को एकत्रित करने का कार्य है।
-
प्रबंधन एक समूह के रूप में
- प्रबंधन का अर्थ वरिष्ठ प्रबंधन (जैसे टाटा कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक) है।
- यह एक समूह है जो प्रबंधन गतिविधियों में संलग्न है।
-
प्रबंधन एक अनुशासन के रूप में
- यह एक अध्ययन का क्षेत्र है, जैसे भौतिकी या रसायन विज्ञान।
- छात्रों के लिए प्रबंधन का अध्ययन करना आवश्यक है।
-
प्रबंधन एक प्रक्रिया के रूप में
- इसमें योजना बनाना, संगठित करना, स्टाफिंग, निर्देशन और नियंत्रण जैसे कार्य शामिल हैं।
- ये सभी गतिविधियाँ एक क्रम में होती हैं।
प्रबंधन के कार्य
- प्रबंधन के पांच मुख्य कार्य हैं:
- योजना बनाना
- संगठित करना
- स्टाफिंग
- निर्देशन
- नियंत्रण
प्रबंधन की विशेषताएँ
- प्रबंधन लक्ष्य केंद्रित है।
- यह सार्वभौमिक है; सभी व्यवसायों में आवश्यक है।
- यह समूह गतिविधियां है, एक व्यक्ति नहीं।
- यह गतिशील है, यानी बदलता रहता है।
प्रबंधन के लक्ष्यों
- प्रबंधन के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- लाभ प्राप्त करना
- दीर्घकालिक प्रभाव डालना
- परिवर्तन और नवाचार को बढ़ावा देना
- लोगों का विकास
- अनुशासन बनाए रखना
प्रबंधन के स्तर
- प्रबंधन के तीन स्तर हैं:
- शीर्ष स्तर:
- सीईओ, सीएफओ, निदेशक।
- व्यापार परिवेश का विश्लेषण करते हैं।
- दीर्घकालिक योजनाएँ बनाते हैं।
- मध्य स्तर:
- योजनाओं को लागू करने का कार्य करते हैं।
- कर्मचारियों को प्रशिक्षित और प्रेरित करते हैं।
- निचला स्तर:
- दैनिक उत्पादन की योजना बनाते हैं।
- श्रमिकों को निर्देशित करते हैं।
निष्कर्ष
- प्रबंधन एक विज्ञान, कला और पेशा है।
- यह एक विस्तृत अध्ययन क्षेत्र है और इसमें विभिन्न अनुशासन शामिल होते हैं।
- प्रबंधन की प्रभावी तकनीकें व्यवसाय की सफलता में योगदान करती हैं।