भारत में राष्ट्रीयता का विकास

Aug 30, 2024

नेशनलिज्म इन इंडिया - नोट्स

परिचय

  • आज का सेशन: नेशनलिज्म इन इंडिया पर चर्चा
  • मल्टीपरपज प्रोजेक्ट का महत्व: इरिगेशन, बिजली उत्पादन, कृषि आदि के लिए उपयोगी।

शिक्षा का स्तर

  • ग्रास इनरोलमेंट रेशियो: प्राइमरी, सेकेंडरी और हायर एजुकेशन।
  • नेट अटेंडेंस रेशियो: 14-15 साल के बच्चों के स्कूल में उपस्थिति।

नेशनलिज्म का उदय

  • यूरोप में नेशनलिज्म: लिबर्टी और इक्वलिटी के लिए एकजुट होना।
  • भारत में नेशनलिज्म: ब्रिटिश कॉलोनियलिज्म के खिलाफ एकजुटता।
  • महात्मा गांधी का योगदान: राष्ट्रवाद के प्रति जागरूकता बढ़ाना।

महात्मा गांधी का सत्याग्रह

  • महात्मा गांधी का सत्याग्रह: सत्य और अहिंसा का सिद्धांत।
  • सत्याग्रह के सिद्धांत: अन्याय के खिलाफ खड़े होना, बिना हिंसा के।

महत्वपूर्ण आंदोलन

  • नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट: 1920 में शुरू हुआ।
  • सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट: 1930 के दशक में शुरू हुआ।

नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट

  • विरोधी: ब्रिटिश शासन।
  • भागीदारी: विद्यार्थी, किसान, मजदूर।
  • मुख्य मांग: ब्रिटिश कानूनों का बहिष्कार।

सिविल डिसऑबेडियंस मूवमेंट

  • साल्ट मार्च: 1930 में गांधीजी द्वारा शुरू किया गया।
  • अरेस्टेड लीडर्स: महात्मा गांधी, अब्दुल गफ्फार खान आदि।

विभिन्न समूहों की भागीदारी

  • किसान: रिच और पूर किसान दोनों का अलग दृष्टिकोण।
  • उद्योगपति: व्यापारियों और श्रमिकों के बीच मतभेद।
  • महिलाएँ: महिलाओं की भागीदारी बढ़ी।

सांस्कृतिक एकता

  • संस्कृति का महत्व: इतिहास, गीत और प्रतीकों के माध्यम से एकता।
  • भारत माता की छवि: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा निर्मित।
  • स्वदेशी ध्वज: एकता का प्रतीक।

अंतत: आजादी का संघर्ष

  • क्यूट इंडिया मूवमेंट: 1942 में शुरू हुआ।
  • स्वतंत्रता की प्राप्ति: 1947 में।

महत्वपूर्ण तिथियाँ

  • 1915: महात्मा गांधी का भारत लौटना।
  • 1920: नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट की शुरुआत।
  • 1930: सिविल डिसऑबेडियंस मूवमेंट की शुरुआत।
  • 1942: क्यूट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत।

निष्कर्ष

  • नेशनलिज्म का विकास विभिन्न सामूहिक आंदोलनों के द्वारा हुआ।
  • सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक पहलुओं का एकता में योगदान।

ध्यान दें: यह नोट्स महत्वपूर्ण तथ्यों और विचारों को सारांशित करते हैं।