नमस्कार स्वागत है आप सभी का आज के इस लाइव सेशन में वेलकम तू दी क्लास आई होप यू पी प्लस गुड इवनिंग एवरीवन गुड इवनिंग एवरीवन पहले बात तो देखो क्या होता है टेलीग्राम पर वीडियो बनाने का समय ए गया [संगीत] नेशनलिज्म इन इंडिया मल्टीपरपज प्रोजेक्ट समझा दो कल एग्जाम है ठीक है मल्टीपरपज प्रोजेक्ट का मतलब सिंपल सा ये है भाऊ की जैसे दम है तो वो दम में पानी भर के रखा है तो सिर्फ इरिगेशन के कम नहीं ए रहा है बिजली बन रही है रीक्रिएशन एक्टिविटी हो रही है ठीक है एग्रीकल्चर परपोज के लिए कैनाल में वाटर भी सप्लाई हो रहा है तो एक दम से मल्टीपल पर्पसीस को क्या किया जा रहा है फुलफिल किया जा रहा है तो वो मल्टीपरपज प्रोजेक्ट कहलाता है पसंद है ये चैप्टर है गुड इवनिंग एवरीवन आदित्य कालेश्वरी सनातनी गर्ल याशिता रवि साइबर कैफे सब पूरे दुकान दुकान से आया करो रिमेंबर क्या था मतलब मुझे याद नहीं ए रहा है क्योंकि क्या डाउट था [संगीत] ग्रास इनरोलमेंट रेशों लेवल की बात करता है ठीक है तो प्राइमरी अपार प्राइमरी और हायर एजुकेशन मतलब प्राइमरी सेकेंडरी और हायर एजुकेशन तीनों लेवल पे जो आपको इनरोलमेंट मिलते हैं तो वो ग्रास इनरोलमेंट ऋषि होता है पर नेट अटेंडेंस रेशों स्पेसिफिकली 14 से 15 साल के बच्चों के लिए राहत है मतलब 14 से 15 साल के आगे ग्रुप में कितने बच्चे स्कूल में जा रहे हैं वो नेट अटेंडेंस रेशों क्रॉस इनरोलमेंट जो राहत है तो वो तीनों लेवल ऑफ एजुकेशन में देखा है की कितने बच्चे एनरोल्ड है समझ गए चलो अब आगे आगे सारे बच्चे ठीक है शुभ संध्या शुरू किया जाए आज का कार्यक्रम करने वाले हैं आगे आने वाले 1 घंटे के लिए एक घंटा 10 मिनट 15 मिनट थम कर बैठना एनसीईआरटी सामने रखना ठीक है साथ-साथ हम कर बैठना है एनसीईआरटी के सामने रखना और और एक और चीज क्या कर लेना आगे आने वाले 10 1 घंटा 10 15 मिनट के लिए साड़ी चीजों को कनेक्ट करते चलना ठीक है जैसा-जैसे बताते चल रहा हूं जो आपने पहले बार पढ़ा है ठीक है तो जो पहले बार पढ़ा है तो उसे पहले बार वाला जो पार्ट पड़ा है ना उसको क्या करना उसको आ पूरा रिकॉल करते चलें की आपने जब पहले बार चैप्टर पढ़ चुके हो तो और जिन्होंने कुछ नहीं पढ़ा है तो आप पुरी कहानी समझते चलना ठीक है आई प्रॉमिस यू की इस वीडियो के बाद में आपके जो चैप्टर वाला पूरा पार्ट है ये बहुत अच्छी तरह से कंप्लीट हो जाएगा नेशनलिज्म इन इंडिया वाला ठीक है तो राम राम भाई सरिया ने आज हम हमारे 10 दे हार्ट के फिफ्थ दे पे जहां पे हम नेशनलिज्म इन इंडिया वाला चैप्टर पढ़ने वाले हैं सो लेट स स्टार्ट विद दिस लेटर स्टार्ट विद दिस पहले चैप्टर आपने हिस्ट्री में क्या पढ़ा है राइस ऑफ नेशनलिज्म इन यूरोप ऑफ नेशनलिज्म इन यूरोप पढ़ा है और अब ये जो चैप्टर पढ़ेंगे नेशनलिज्म इन इंडिया दोनों में क्या आम है दोनों में ये आम है की आप ये देखते हैं दोनों में ये आम है की नेशनलिज्म शब्द आम है सर मैथमेटिक्स वाला बच्चा ऐसे देखेंगे दोनों में नेशनलिज्म आम है कैट देते हैं बेसिकली आप देखेंगे तो यूरोप में भी किस यहां से राष्ट्रवाद पैदा हुआ की लोग कैसे एक जुटे और वही चीज हम इंडिया में देखने की कैसे लोगों के अंदर वो राष्ट्र का भाव पैदा हुआ अब दोनों ही जगह आपको क्या देखने को मिल रहा है की एक सिमिलरिटी ये है की दोनों जगह पीपल्स ऑन स्टेट की इमेजिनेशन जो है कैसे फायर हुई कैसे ट्राइग्नौर वाला पार्ट रहेगा ठीक है वो वाला पार्ट रहेगा नेशन स्टेट जो बने है जब तक आप नेशनलिज्म की फीलिंग से बैंड हो गया नहीं कैसे हो कूद यू इमेजिन एन नेशन स्टेट तो नेशन स्टेट वाला पार्ट जो है दोनों में सिमिलर है तो अब हम इंडिया के कैसे में और यूरोप के कैसे में क्या देखेंगे की यूरोप में नेशनलिज्म से डेवलप हुआ था मतलब वहां के लोगों ने समझा की लिबर्टी इक्वलिटी जरूरी है इस करण से वो लोग एकजुट हो गए लेकिन इंडिया में नेशनलिज्म अलग तरह से स्टार्ट हुआ वो कैसे पता है यहां पे मॉडर्न कॉलोनियलिज्म जो डेवलप हुआ जैसे ब्रिटिश साहब ब्रिटिशर्स ने इंडिया पे कब्जा किया ठीक है जब ब्रिटिशर्स इंडिया पे कब्जा किया तो ग्रोथ ऑफ मॉडर्न फॉलोइंग इसे एन इस इंटीमेटली कनेक्ट विद डी एंटी कॉलोनियल मूवमेंट समझना बहुत अच्छे से क्या की जब इंडिया में ब्रिटिशर्स आया कॉलोनियलिज्म बढ़ता चले गया इंपिरियलिज्म और नेशनलिज्म हमने दो शब्द पड़े थे चैप्टर वन में तो जो इंक्रेसिस्म बढ़ता चले गया जब दूसरे लोग हमारे देश पर डोमिनेट करने लगे मुझे भी परेशानी इन्हें भी परेशानी होने भी परेशानी और हम तीनों ने जब ये देखा क्या हम एकजुट होना बहुत जरूरी है क्योंकि जो कॉलोनियल मूवमेंट हमारे ऊपर चला ए रहा है जो कॉलोनियल पावर हमारे ऊपर बैठी हुई है इन्हें हटाना जरूरी है तो उसे करण से कहानी ना कहानी क्या है उसे एंटी कॉलोनियल मूवमेंट ने हमारे अंदर नेशनलिज्म की फीलिंग को जन्म दिया ठीक है सो इन दिस प्रोसेस स्ट्रगल अगेंस्ट कॉलोनियल पीपल बिग और डिस्कवरी डर यूनिटी ठीक है तो वो कॉलोनियल पीपल सारे एक साथ आने लगे किसी तीसरी को अपोज करने के लिए जो उनके ऊपर डोमिनेट कर रहा था और आपस में एकजुट होते चले गए मतलब वही है ना की मैं भी परेशान तुम भी परेशानी ये भी परेशान तो हम तीनों आपस में दोस्त बन जाएंगे ठीक है वो चीज रहती है अब यहां एक साथ ए रहे थे तो लोग धीरे-धीरे एक साथ ए रहे थे लेकिन एक अमीर व्यक्ति का एक किसान का एक इंडस्ट्रियल वर्कर का एक इंडस्ट्रियल ओनर का वेमन का सब क्या अलग-अलग एक्सपीरियंस है तो उसे यूनीफाइन प्रोसेस में सबके अलग-अलग एक्सपीरियंस रहे हैं ठीक है और हम सब के अलग-अलग एक्सपीरियंस को कहानी कहानी ना कहानी महात्मा गांधी ने एक सूत्र में फिर होने की कोशिश करिए वो इस चैप्टर का सर है तो अगर जैसे देखा जाए तो चैप्टर में दो बड़े मूवमेंट्स नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट और सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट के और गेट चीज़ घूमने वाली है ये चैप्टर की रूप रेखा ठीक है ये चैप्टर की क्या है ये चैप्टर की रूप रेखा है समझ गए सो मैं यह चैप्टर की रूप रेखाएं ब्लर वगैरा कुछ नहीं है समझ गए पुरी आपको अगर आप मैं बाउंड्री डिफाइन करके ठीक है आगे बढ़ते हैं चैप्टर स्टार्ट होता है ये समझ में ए गया सबको देखो ब्रेड पर्सपेक्टिव जो चैप्टर का देना था वो दे दिया मैंने आपको तो अब अगर हम यहां से शुरू करें तो दी फर्स्ट वर्ल्ड वार खिलाफत और नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट सवाल बंता है किस बार एग्जाम में आएगा ये सवाल इतना कॉन्फिडेंस से क्यों का का रहा हूं क्योंकि हर बार आता है क्या की फर्स्ट वर्ल्ड वार में इंडिया में लोगों को एकजुट कैसे किया हो डिड फर्स्ट वर्ल्ड वार इंपॉर्टेंट रोल इन फोर्जिंग दी नेशनल यूनिटी अमोंग थे इंडियन ठीक है इकोनॉमिक्स सोशल इकोनामिक और पॉलीटिकल कंडीशन ड्यूरिंग डी टाइम ऑफ फर्स्ट वर्ल्ड वार इन इंडिया तो फर्स्ट वर्ल्ड वार वाला क्वेश्चन बंता है फर्स्ट वर्ल्ड वार वाला क्वेश्चन बंता है तो अब जैसे अगर हम देखें फर्स्ट वर्ल्ड वार से नेशनल मूवमेंट कैसे स्ट्रैंट हुआ फर्स्ट वर्ल्ड वार ने हमारे देश में नई इकोनामी और पॉलीटिकल सिचुएशंस डेवलप करिए कैसे की वर्ल्ड वार का समय था ब्रिटिशर्स लाड रहे थे लड़ने के लिए उन्होंने रिसोर्सेस चाहिए थे रिसोर्सेस इंडिया से एक्सप्लोइट किया गए कैसे तो यहां पे आपको क्या देखने को मिल रहा है की लड़ाई के लिए जो पैसा चाहिए था तो देवास ह्यूज डिफरेंस पहले बार इनकम टैक्स इंट्रोड्यूस किया गया लोगों के ऊपर टैक्स बड़ा दिए गए व लोन ले लिया बरी ने उसकी भरणी फिर कहां से होगी इंडिया का खून चूसेंगे ठीक है तो ये कहानी ना कहानी क्या हो रहा है अत्याचार इंडिया सहारा था वर्ल्ड वार की आड में ठीक है फिर क्या है देवर वास इंक्रीस इन दी प्राइस ऑफ गुड्स ड्यूरिंग डी वार पीरियड अब टैक्स बड़ा दिया तो चीजों की कीमत बाढ़ गई ठीक है लोग जो थी आम जनता जो थी वो सफरिंग ठीक है कहां से पे करेंगे समझ में आया तो पीपल बार सफरिंग अब आगे जैसे देखेंगे तो तीसरी चीज क्या हो रही है की चीजों की कीमत बाढ़ गई टेक्स्ट बाढ़ गया फोर्स रिक्रूटमेंट हो रहा था फोर्स रिक्रूटमेंट मतलब की लोगों को जबरन क्या किया जा रहा था आर्मी में भारती किया जा रहा था किसके यहां पर लड़ने के लिए ब्रिटेन के लड़ने के लिए साइंस इंडिया वास डी कॉलोनी ऑफ ब्रिटिशर्स यहां से लोगों को जबरदस्ती ले जय जा रहा था गांव में से लोगों को फोर्सफुली रिक्रूट किया जा रहा था ठीक है तो उसके चलते अभी ये है ना की परिवार वालों को लगेगा की हमारे बेटे को ले गए लड़ने के लिए जी जिसका हमसे कोई ताल्लुक नहीं है जी देश का अब जैसे आप मानते हो की आज एक गांव से व्यक्ति निकलता है आर्मी में जाता है तो वो गर्व से जाता है क्योंकि उसे अपने देश से प्यार है लेकिन अगर आप देखेंगे तो यहां पे ब्रिटेन के लिए लड़ने जा रहे हैं ब्रिटेन से लेना देना ही नहीं ठीक है फोर्स रिक्रूटमेंट क्राेपीफिलियर लीडिंग तू दी शॉर्टेज ऑफ क्रॉप्स अब इसी के समय इसी समय पे क्या हो रहा है यही जो टाइम पीरियड था 1914 से 18 क्रॉस फेलियर हो गए तो पहले गरीबी है चीजों की कीमत ज्यादा है और जिला हटा क्या हो गया की जितना फसल प्रोड्यूस हो रहा था उतना भी नहीं वो क्रॉस फेलियर हो गया ठीक है इतने पे ही बस और साथ ही साथ क्या हो गया की समय पे इन्फ्लुएंस है एपिडेमिक फेल गया बीमारियां महामारियां फेल गई लीडिंग तू एपिडेमिक और फैमिन ठीक है तो एक तरह से काल पद गया खाने की कमी बीमारियां सर पे फोर्स रिक्रूटमेंट हो रहा है टैक्स बाढ़ गया तो ये साड़ी चीजों ये साड़ी चीजों के लिए जिम्मेदार कौन ये साड़ी चीजों के लिए जिम्मेदार ब्रिटिश और इसी के चलते जो आम जनता थी ना तो दे दे हेड एन उसे रेजेंटमेंट अमंग देवर हार्ट ठीक है उनके दिलों में एक आज थी क्या की सब किया कराया किसका है सब क्या किराया ब्रिटिशर्स का है तो मतलब वो ये मैं भी परेशानी ये भी परेशानी ये भी परेशान वो परेशानी का करण ब्रिटिशर्स तो हम सारे लोग एकजुट हो रहे थे तो हो दी फर्स्ट वर्ल्ड वार हेड इन डी नेशनल मूवमेंट समझ में आया गिव मी एन थम्स अप पांच नंबर का क्वेश्चन है बार-बार आता है रेजेंटमेंट मतलब नाराज हो जाना ठीक है नाराज हो जाना ना खुश हो जाना ठीक है फर्स्ट वर्ल्ड वार में कैसे हमारे नेशनल मूवमेंट को फोर्ज किया अब यहां जैसे देखेंगे ना तो इसी प्रोसेस में मतलब ये जो स्थिति बनी हुई थी इसी स्थिति में महात्मा गांधी आते हैं कहां पे इसी स्थिति में महात्मा गांधी आते हैं भारत में कहां से साउथ अफ्रीका से लोट के आते हैं 1915 में तो बीमा पर साइज जनवरी 1950 ठीक है तो जनवरी 1950 में महात्मा गांधी जब लोट के आते हैं तो अकेले खाली हाथ नहीं आते जब कोई बाहर से गांव से आते हैं अपने रिश्तेदार तो अपने साथ समाज लेकर आते हैं ना महात्मा गांधी भी आए महात्मा गांधी जी वी न्यू मोड ऑफ स्ट्रगल तू एक्सप्रेशन लोगों के अंदर गुस्सा था क्रॉस थोर महात्मा गांधी ने उसे चैनेलाइज किया एक नया तरीका दिया की कैसे हम ब्रिटिश से बदला लेंगे या फिर कैसे हम प्रोटेस्ट करेंगे कैसे हम अपने अंदर की आज को चैनेलाइज करेंगे ठीक है तो महात्मा गांधी जब इंडिया लोट के आए तो महात्मा गांधी इंडिया लोट के आने के बाद में उन्होंने न्यू मोड ऑफ स्ट्रगल दिया जिसका नाम था सत्याग्रह सत्याग्रह कितने बच्चों को पता है सत्याग्रह छोटा क्वेश्चन बंता है एक क्या के व्हाट डू यू अंडरस्टैंड बाय दी फिलासफी ऑफ सत्याग्रह एक्सप्लेन डी आइडिया ऑफ सत्याग्रह सवाल बहरूपिया होता है तो सत्याग्रह पूछा जाएगा तो सत्याग्रह में आपको क्या ध्यान रखना है की सत्याग्रह फिलासफी ठीक है फिलासफी जिवन में महात्मा गांधी वेयर वही एक्सरसाइज ऑन तू थिंग्स ट्रुथ और नॉनवाइलेंट क्या है अहिंसा और सत्य दो चीजों का हमें साथ पकड़ना होगा महात्मा गांधी ने फिलासफी को एक्सप्लेन किया क्या महात्मा गांधी ने बोला की आईएफ यू आर फाइटिंग अगेंस्ट दी इंजस्टिस अगर आप अन्य के विरुद्ध खड़े हो ठीक है तो खड़े होने में किसी बात की शर्म नहीं है और किसी बात का डर रही है और अगर आप अन्य के विरुद्ध खड़े हो तो आपको क्या करना है आपको डरने की जरूर नहीं है और ना किसी को मारपीट के डरने की जरूर है आपको सिर्फ सत्य का साथ पकड़ना है और जो आपके साथ गलत कर रहा है उसे ये एहसास दिलाना है क्या एहसास दिलाना है ठीक है जो ऑपरेशन है उसको ये एहसास दिलाना है की ही और सही इसे डूइंग इन जस्टिस समझ गए आईएफ यू आर फाइटिंग अगेंस्ट दी इंजस्टिस और दें वायलेट वैलेंस इस नोट रिक्वायर्ड तू प्रूफ योर पॉइंट जो व्हाट यू आर रिक्वायर्ड तू डू अपील तू डी कंसर्न्स ऑफ डी ऑपरेटर कॉन्शांइस यानी अंतररामान चेतन जो ऑपरेशन है उसके आत्मा को एहसास दिलाओ क्या की तुम गलत कर रहे हो और इससे होगा क्या की जी दिन वो गलत करने वाले व्यक्ति को एहसास होगा की हां मैं गलत कर रहा हूं दी ट्रुथ इस बाउंड तू ट्रेन जो सत्य होगा उसकी विजय होगी और महात्मा गांधी ने इस तरह से सत्याग्रह का आइडिया आपको एक्सप्लेन किया सत्याग्रह का आइडिया समझ में आया ठीक है सत्याग्रह का आवाज कहां गई कौन सी आवाज ओरिजिनल वाली ए जाएगी अब ये सत्याग्रह का आइडिया सिर्फ ऐसा नहीं है जैसे कोई भी उन्होंने एक विचार दिया तो उसे विचार को धरातल पे उतार के दिखाए चंपारण में 1917 में खेती में 1971 और अहमदाबाद में 1918 में यह इस चैप्टर का मैप क है जो बच्चे मैप क मैप क के नाम से छाती पति रहे हैं दो चीज सुनो पुरी ये सीरीज कंप्लीट हो जाएगी तो एक दिन में मैं हाफ वाली के जो चैप्टर हैं जितने हमने करें इनका पूरा मैप एक साथ करवा दूंगा लाइव पहले पॉइंट दूसरा पॉइंट ये हमारा सर कल ही एग्जाम है तो मैं आपको एक बहुत अच्छी चीज बताता हूं क्या क्या है ऑलरेडी मेड दी वीडियो अगर आप सर्च करोगे तो एक नहीं हजार कर साल से बार-बार वीडियो बना रहा हूं मैं क में ज्यादा चेंज नहीं आता है तो हिस्ट्री कब सिर्फ एक ही चैप्टर है उसका मैं क है ज्योग्राफी के शुरुआत के दो-तीन चैप्टर के करना होंगे आपसे तो आपको वीडियो देख सकते हैं उतना मैं आप पर कर लो ठीक है चलो तुम महात्मा गांधी ने ये सत्याग्रह के आइडिया को चंपारण में पहले बार टेस्ट किया यहां पर चंपारण बिहार में 1917 में जो इंडिगो कल्टीवेटर थे उनके सपोर्ट में ब्रिटिशर्स के अगेंस्ट में क्या किया धरना रखा खेड़ा में 1917 में प्लेट ब्रेकआउट हो जाता है तो उसे करण से क्या है की जो पीजेंस थे वो टैक्स नहीं पे कर सकते थे तो उनके सपोर्ट में खड़े हुए महात्मा गांधी यहां पर सत्याग्रह के प्रिंसिपल से जीत के दिखाए टीचर्स को घुटने टिकवा दिया और अहमदाबाद 1919 में उन्होंने अपने ही लोग मतलब इंडियन जो कॉटन मिल ऑनर्स थे ना तो कॉटन मिल ऑनर्स का अगेंस्ट में कॉटन मिल वर्कर्स के सेवक में सत्याग्रह के प्रिंसिपल से प्रोटेस्ट किया ठीक है और अहमदाबाद में 1919 में कॉटन मिल ऑनर्स के घुटने झुको दिए ठीक है तो यहां घुटनों पे ला दिया मतलब ठीक है तो ये तीन जगह पे महात्मा गांधी ने सत्याग्रह के प्रिंसिपल को एक्सपेरिमेंट किया फिर क्या हुआ फिर महात्मा गांधी ने ते कर लिया क्या की ये जो सत्याग्रह का प्रिंसिपल है ये सिर्फ हमें रीजनल लेवल पे नहीं चलाएं रखना इसको नेशनल लेवल पे बड़ा नेशनल नेशनल वाइड मूवमेंट लाना होगा ठीक है 1989 है ना बाबू देखो चंपारण 1917 खेतन 1917 अहमदाबाद 1980 ठीक है मैं आपको एक बड़ी इंटरेस्टिंग चीज बताऊंगा लोग बोलते हैं सर डेट्स याद नहीं होती कैसे याद नहीं होती देखो बताता हूं 1950 में महात्मा गांधी आए ठीक है एक साल तो हमने पूरा घूमने में आओ होगा देश को फिर 1917 में बन रहे हैं 1917 में कहा गए चंपारण 1917 में गए थे 1918 में गए कहां 1980 में गए अहमदाबाद 1990 में रोलेट एक्ट और जलियांवाला बैग इंसिडेंट वाला पूरा कैसे होगा 1990 का ठीक है फिर 1920 में नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट चालू कर देंगे 1920 में उनको ऑपरेशन 1921 में नॉन कोऑपरेशन को कॉल ऑफ कर लेंगे ठीक सिंपल पुरी हिस्ट्री तीन-चार टॉपिक मैंने आपको एक लाइन में बता दिए हैं बताओ कौन डरता है डेट्स है तो डेट का भी एक पैटर्न होता है वो पकड़ लोग तो सीधा आसन रहेगी कब क्या हो रहा है आपको कहानी पता है टोरंटो में ही चल रही है समझे कब क्या हो रहा है अगर उसे चीज का एक पैटर्न समझो तो सब क्रोनोलॉजी में चल रहा है चलो तो फर्स्ट वर्ल्ड वार चल रहा था फर्स्ट वर्ल्ड वार के चलते इसमें चेंज करके उसको 1917 कर दिया है ठीक है तो अब आपको नई एनसीईआरटी के हिसाब से 1917 ही ध्यान रखना है ठीक है चलो तो अब जैसे देखें महात्मा गांधी आया है सत्याग्रह का आइडिया लेकर आए आप इस के पैरेलल आप जैसे देखेंगे तो इन साड़ी चीजों से एक नया जोश ए गया था लोगों के अंदर नेशनलिस्ट फोर्सेस जो थी वो इंटेंसिफाई थे लोग कठे हो गए थे एकजुट हो गए थे इसी बीच में क्या हो रहा था इसी बीच में जैसे बताया 718 तक ए गए 1990 में ब्यूटीशियन ने एक डॉ पास किया था और उसे डॉ का नाम था रौलट एक्ट ठीक है ब्रिटिशर्स ने एक डॉ पास किया था उसे डॉ का नाम था रॉल्ट एक्ट तो रोलेट एक्ट में आपको क्या देखने को मिल रहा है रोलेट एक्ट में आपको यह देखने को मिल रहा है की जो रोलेट एक्ट पास हुआ था तो उसके अकॉर्डिंग क्या था की किसी को भी अरेस्ट किया जा सकता है 2 साल तक जय में रखा जा सकता है विदाउट अन्य ट्रायल ट्रायल मतलब की उसको कोर्ट में पेस नहीं किया जाएगा और अगर फिर वो व्यक्ति बेगुन पाएगा तो छोड़ देंगे लेकिन दो साल तो उसने जय में बीता दिए ना आपने समझे तो यहां पे अगर जैसे आप देखेंगे तो रावला टैग को एक बहुत एजेस्ट डॉ ब्लैक डॉ बताया गया था ठीक है अभी उसको समझाएंगे तो ये रोलेट एक्ट के अगेंस्ट में प्रोटेस्ट करते हुए और नेशनलिस्ट फोर्सेस और वैसे ही इंटेंसिफाइड थी ठीक है फरदर एक्सीलरेटेड दिउ तू इन फेमस जलियांवाला बैग इंसिडेंट और यही सब पूरा उठा पाठक चल रही थी इसी बीच में क्या होता है जलियांवाला बैग इंसिडेंट भी हो जाता है साथ ही साथ में खिलाफत मूवमेंट भी पैरेलल चल रहा था समझना था मैं आपको जो पहले टॉपिक है आपके चैप्टर का बड़ा टॉपिक नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट उसके पीछे का पूरा बैकग्राउंड एक स्लाइड पे बता रहा हूं ठीक है तो दिस प्रोवाइड इन अपॉर्चुनिटी पर दी नेशन वाइड मूवमेंट और इस का आउटकम होता है नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट ट्रिक आप करते हैं क्या हो रहा है महात्मा गांधी अलग-अलग आइडिया दिया ठीक है नेशनलिस्ट फोर्सेस इंटेंसिफाई हो रही थी इस के पैरेलल में रावला टैक्स पास किया गया था जिसके फॉलोअप में लिया वाला बैग इंसिडेंट हुआ था खिलाफत इशू पैरेलल में चल रहा था तो इन सारे कर्म से लोग ना खुश थे हर तरफ से ब्रिटिशर्स के अगेंस्ट में आवाज उठाई जा रही थी ठीक है और इन्हीं साड़ी चीजों ने अपॉर्चुनिटी दी किस चीज की नेशनवाइड मूवमेंट की और वो नेशनवाइड मूवमेंट नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट के फॉर्म में डेवलप होगा ठीक है नार्म नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट के फॉर्म में डेवलप होगा समझे तो अब अगर हम जैसे देखें की ये रोलेट एक्ट क्या है तो रोलेट एक्ट क्या था एक डॉ पास किया गया था बताया मैंने इंपीरियल लेजिसलेटिव काउंसिल मतलब जो ब्रिटिशर्स की असेंबली थी उनके द्वारा एक डॉ पास किया गया जिसके चलते गवर्नमेंट को उन्होंने पावर दे दी क्या की किसी भी पॉलीटिकल एक्टिविटी को पॉलीटिकल एक्टिविस्ट को डिटेल कर सकते हैं अरेस्ट कर सकते हैं प्रिजन में दाल सकते हैं विदाउट ट्रायल पर 2 इयर्स तो ये तो ब्लैक क्लॉथ है इसके अगेंस्ट में जगह जगह प्रोटेस्ट चल रहे थे महात्मा गांधी ने भी बोला क्या की हम क्या करेंगे गांधीजी डिसाइड तू मेक एन हरताल अगेंस्ट दिस एजेस्ट डॉ ऑन 6th अप्रैल 1999 और ध्यान रखना सत्याग्रह प्रिंसिपल में पहले बात कारी थी क्या की जो भी करेंगे पीसफुल ही करेंगे तो पीसफुली महात्मा गांधी ने बोल दिया की रॉयल अटैक के अगेंस्ट में अपने हड़ताल करेंगे सिक्स्थ अप्रैल 1990 को और वो भी ठीक है पीसफुली लोग प्रोटेस्ट कर रहे थे लेकिन कर दोनों के अंदर ही क्या होता है बट ऑन 10th अप्रैल दी मूवमेंट विकम वायलेट क्या हो रहा था की गवर्नमेंट को ऐसा ग रहा था की लोग कई लाइन ऑफ कम्युनिकेशन डेवलपमेंट करते तो गवर्नमेंट ने लोगों को कंट्रोल करने की कोशिश कारी लोग भड़क उठे और उसका नाम से वायलेंस हो गया अब जब वायलेंस हो गया ना तो सरकार के पास में एक आगे रहती है क्या की लोग यूजफुल प्रोटेस्ट नहीं कर रहे हैं मैं डॉ और ऑर्डर मेंटेन करना है तो सरकार फिर क्या करती है अगर लोग एक घर चलते तो सरकार कर डंडे मारती है ठीक है तो वही हुआ अब यहां पे की पीसफुल प्रोटेस्ट कर रहे थे लेकिन वो प्रोटेस्ट वायलेट टर्न आउट हो गया और इस चलते क्या है जब प्रोटेस्ट वायलेट हुआ तो मार्शल डॉ इंपोज कर दिया गया मार्शल डॉ क्या है तो मार्शल डॉ मतलब फिर ब्रिटिश गवर्नमेंट ने एक डॉ इंट्रोड्यूस कर दिया की अब कोई मतलब एक तरह से कर्फ्यू लगा दिया है की पीपल व नोट अलाउड तू गदर टुगेदर ऑन रोड्स फर्क पब्लिक गैदरिंग को एक तरह से डिसबैंड कर दिया की पब्लिक गैलरी जो है वो नहीं होगी ठीक है दिस आलो कर दिया तो अब ये मार्शल डॉ इंपोज्ड था अब क्या होता है ना की बैसाखी का मेला ये टाइम पीरियड है अप्रैल वगैरा का बैसाखी का मेला लगता है पंजाब में लोग कठे होते हैं ठीक है बैसाखी के मिले में अब हुआ क्या है ना तो 13th अप्रैल को वही इसी तरह से बैसाखी का मेला लगा था जलियांवाला बैग में कुछ लोग पॉलीटिकल एक्टिविस्ट भी थे जिन्होंने सोचा की मिले की आड में हम लोग भी क्या कर लेंगे अपने लोगों को इकट्ठा कर लेंगे ठीक है तो 13 अप्रैल के दिन जलियांवाला बैग में सब कठे हुए थे लेकिन जेल वाला बैग में से बाहर नहीं जा पे क्यों क्योंकि वहां पे जो जनरल डायर था उसको कमांड दी थी की तुम लायन ऑर्डर मेंटेन करना मार्शल डॉ लगा हुआ है और जनरल डायर ने जब उसे पूछा गया है तुमने ऐसा क्यों किया तो उसने क्या कहा आई परफॉर्म दिस बैक तू क्रिएट एन मोरल इफेक्ट अमोंग थे सत्याग्रह की मैं डर पैदा करना चाहता था इन दी माइंड्स ऑफ इन डी हार्ट ऑफ सत्याग्रह तो जेल वाला बैग इंसिडेंट क्या है जनरल डायर ने मार्शल डॉ का हवाला देते हुए बोला की ये लोग कठे क्यों हुए हैं और उनके ऊपर ओपन फायर करवा दी और ये इन फेमस जलियांवाला बैग इंसिडेंट कहलाता है अब क्या होता है अब जब लोगों को पता लगा की इस तरह से हमारे भाई बंधु के ऊपर गोलियां चलाई गई है तो लोग भी रोड पे उतार आए इसका इंपैक्ट क्या हुआ इसका इंपैक्ट ये हो गया की लोग रोज उतार आए बहुत सारे लोगों की जान गई अब अब लोग रोड पे उतार आए लोग वायलिन वायलेंस को कंट्रोल करने के लिए गवर्नमेंट भी वायलेंस के इस्तेमाल कर रही है तो सत्याग्रह मोस्ट यू कैन डू सलाम तू दी साहिब तो इस तरह से क्या है की सत्याग्रह को भी प्रताड़ित किया गया है बहुत ज्यादा जो लोग प्रोटेस्ट कर रहे थे उनको भी अरेस्ट किया गया है मारा गया पिता गया सरकार में फिर क्या है आयरन और इस्तेमाल करना शुरू कर दिया ठीक है तो ये ये पूरा इंसिडेंट है इस चीज का रोलेट एक्ट से लगाकर जलियांवाला बैग तक अब यहां पे समझ में आया पॉइंट ये जो मैं आपको बता रहा था यहां पे की जाली वाला लोग रॉलेट एक्ट अब इसी के पैरेलल में खिलाफत इशू भी चल रहा है खिलाफत इशू क्या है समझना तो खिलाफत इशू अगर मैं आपको बताऊं तो खिलाफत इशू एक प्रयास था की जिसके चलते हम हिंदू और मुस्लिम को नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट के लिए यूनिफाई कर सकते थे कैसे तो खिलाफत इशू ऐसा है की कॉन्टेक्ट्स दे रहा हूं मैं आपको की ओटोमन अंपायर था चैप्टर वन में भी पढ़ा है तो ओटोमन अंपायर जो तुर्की में था तो ऑटोमेटेकली हेड जो थे पॉलीटिकल हेड उन्हें खलीफा कहा जाता था और खलीफा जो थे वो वर्ल्ड वाइड जितने भी मुस्लिम मैसेज हैं सबके स्पिरिचुअल हेड भी है ठीक है तो साड़ी मुस्लिम मांस है इसके सेंटीमेंट जुड़े हुए हैं उनके साथ ठीक है तो अब क्या होता है की खिलाफत इशू में ऐसा होता है की मैं वो आपको ये समझा रहा हूं की फर्स्ट वर्ल्ड वार में तुर्की जो है तरक्की यानी की ओटोमन अंपायर जो था वो हर जाता है अब ओटोमन अंपायर हर जाता है तो दिखती बात है की जो जीते हैं जितने वाले कौन थे ब्रिटिशर्स वगैरा ठीक है तो जो ए लाइट पावर जीती थी तो उसमें ब्रिटेन भी था और ये कहा जा रहा था की ब्रिटेन जो है तुर्की के ऊपर हर पीस की टीम पोस्ट करेगा अब साड़ी मुस्लिम मास्टर्स को ऐसा लगा की यार हमारे खलीफा क्या गेम्स में क्या हो रहा है डिजरिस्पेक्ट हो रही है रयूमर्स फेल गई और इस के चलते साड़ी मुस्लिम मासासेस जो ओवर दी वर्ल्ड जो थी तो दे गदर टुगेदर तू प्रोटेस्ट अगेंस्ट दी ब्रिटेन सब ब्रिटिशर्स से नाराज थे ठीक है क्या था फर्स्ट वर्ल्ड वार हेड और डेट विद डी डिफीट ऑफ ऑटोमेटेकली देवर रूम्स डेट हर्ष पीस ट्रीटी ऑफ गोइंग तू बी इंपोज्ड ऑन खलीफा और इस के चलते क्या है इस के चलते सारे मुस्लिम मैसेज में जैसे इंडिया में भी आप देखोगे तो यंग लीडर्स लाइक मोहम्मद अली शौकत अली ठीक है इन्होंने महात्मा गांधी के साथ बात कारी की मुस्लिम जो अराउंड थे वर्ल्ड इंक्लूडिंग इंडिया सब क्या है देवर आर नोट हैप्पी विथ ब्रिटिश जलियांवाला बैग इंसिडेंट हुआ है मैंने ऑफ दी हिंदू आर नोट हैप्पी विथ ब्रिटिश लेट स यूनिफाइड डीज फोर्सेस लोगों के अंदर जो गुस्सा है उसको इकट्ठा किया जाए और एक बड़ा मूवमेंट लॉन्च करते हैं मुंहतोड़ जवाब देते हैं विदेश को समझे डीज व दी सेंटीमेंट डीज व दी सेंटीमेंट तो इसी के चलते क्या होता है जो कोलकाता का सेशन होता है ठीक है कब होता है सितंबर 1920 ध्यान रखना है मैं आपको पहले चीज है सितंबर 1920 में जो कोलकाता का सेशन होता है तब महात्मा गांधी ने दूसरे लीडर्स को कन्वेंस कर क्या की हम एक नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट लॉन्च करना चाहिए इन सपोर्ट ऑफ खिलाफत आज वेल आज स्वराज ठीक है और अब अगर कम्युलेटिव वो देखोगे इंपैक्ट इसका जलियांवाला बैग इंसिडेंट ठीक है फर्स्ट वर्ल्ड वार के चलते जो रेजेंटमेंट था खिलाफत इशू इन साड़ी चीजों को एक साथ इन सारे मुद्दों को एक साथ प्रेजेंट करके अब एक हम क्या कर सकते हैं बिगहों के जूता मार सकते थे ब्रिटिश गवर्नमेंट को और इसी चीज को प्रपोज किया महात्मा गांधी ने सितंबर के कोलकाता सेशन में 1920 में होता क्या है की नॉन कोऑपरेशन तो एक तरीका है की हम अपना कोऑपरेशन हटाएंगे ये मूवमेंट में कैसे अनफोल्ड होगा और नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट ही क्यों कोऑपरेशन हटा के क्या मिल जाएगा ठीक है महात्मा गांधी ने इस चीज को क्या दिया है इस चीज को अपना आईडियोलॉजिकल बेस्ड दिया उन्होंने क्या कहा गांधी जी ने अपनी बुक हिंदू स्वराज में या आइडिया प्रेजेंट किया क्या आइडिया प्रेजेंट किया महात्मा गांधी ये कहते हैं की ब्रिटिश रूल इन इंडिया इसे जस्ट बिकॉज़ वे आर कोऑपरेटिंग विद डेम ठीक है अगर हमने एक बार अपना कोऑपरेशन हटा लिया तो दी ब्रिटिश रूल बिल कम तू कलाप विद इन एयर एक साल के अंदर ब्रिटिश रूल जो है धड़ाम से क्या हो जाएगा कलाप हो जाएगा धरातल पे ए जाएगा ठीक है तो यहां आपको समझना होगा क्या की गांधीजी जो थे तो गांधीजी ने ये आइडिया दिया था की हमें ब्रिटिश कॉरपोरेशन ब्रिटिशर्स के साथ हम कॉरपोरेट कर रहे हैं बिकॉज़ इंडियन आर कोऑपरेटिव हम उनकी स्कूल में पढ़ रहे हैं ठीक है हम उनके कॉलेजेस में कम कर रहे हैं हम उनके प्रोडक्ट खरीद रहे हैं तभी तो ब्रिटिश रूल है कॉरपोरेशन हटाओ 1 साल में ब्रिटिश स्कूल गिर जाएगा ठीक है तो दी मूव मेट वुड अनफोल्ड इन स्टेज ये तो बात सही है की चलो अपना कोऑपरेशन हटाना है लेकिन कैसे इसको मूवमेंट बनाएंगे तो महात्मा गांधी ने बताया क्या अनफोल्ड करेंगे स्टेज में पहले हम क्या करेंगे अपना कोऑपरेशन हटाएंगे अपने टाइटल्स लोट आएंगे अगर उन्होंने हमें कुछ मां लो क्या है की उन्होंने अगर हमें कोई उपाधि दिए तो वो हटाएंगे हम अपने पास से उनके प्रोडक्ट्स खरीदना बैंड करेंगे और इस प्रोसेस में अगर ब्रिटिशर्स वायलेट तरीके का इस्तेमाल करते हैं तब हम एक फूल फ्लैग्नेट सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट लॉन्च कर देंगे तो उन्होंने प्लेन दे दिया था की ऐसे करके अपन मूवमेंट चलाएंगे ठीक है अब हो क्या रहा था ना लेकिन इसी टाइम पीरियड में जैसे आप देखेंगे तो 1990 के आसपास काउंसिल इलेक्शंस होना थे और 1990 के काउंसलिंग में पहले बार इंडियन को मौका मिल रहा था की तुम पार्टिसिपेट कर सकते हो तो कुछ कांग्रेस के लीडर ये सोच रहे थे की यार अब तो मौका आया है इलेक्शन में पार्टिसिपेट करने का और पावर हाथ में लेना है और तुम बोल रहे हो की नॉन कोऑपरेशन में बॉयकॉट कर देंगे इलेक्शंस को तो देवर वास तास विद इन दी कांग्रेस ऑन दी पार्टिसिपेशन ऑफ काउंसिल इलेक्शंस स्वभाव दिसंबर आते-आते सबको कन्वेंस कर लिया गया और अल्टीमेटली क्या होता है अल्टीमेटली नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट को अडॉप्ट किया जाता इन दी नागपुर सेशन ऑफ 1920 जो दिसंबर में हुआ था प्रपोज रख दिया गया था सितंबर में सितंबर अक्टूबर नवंबर में माना लिया सबको और दिसंबर के कांग्रेस सेशन में नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट को तिलक लगाकर लॉन्च कर देगा की जय हो ठीक है इस तरह से नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट जो है वो लॉन्च किया गया समझ में आया तो अब मुझे यहां तक आपको बताना है क्या आपको नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट के पीछे का बैकग्राउंड समझ में ए गया नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट समझ में ए गया एक भी पॉइंट छोटा हो तो बता दो पुरी यहां तक की कहानी समझ में आई अब पॉइंट यह था टॉपिक देखो हिंदी मूवमेंट नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में अलग-अलग लोग पार्टिसिपेट करेंगे अब मैंने क्या बताया की इंडियन नेशनल मूवमेंट में हुई है की सबका अलग-अलग पर्सपेक्टिव रहा है अमीर का अलग गरीब का अलग ठीक है तो समझ ए गया वेरी गुड रीकैप करवा दे रहा हूं स्लाइड से करते हैं अपन दिस इस गोइंग तू बी वेरी इजी ठीक है ये ये एक स्लाइड से देखो यहां तक का पूरा टॉपिक एक स्लाइड पे है क्या फर्स्ट वर्ल्ड वार के चलते देवास रेजेंटमेंट अमन दी पीपल वही ये क्वेश्चन हो गया आपका एक ठीक है महात्मा गांधी सत्याग्रह का आइडिया दिया और इससे क्या है नेशनलिस्ट फोर्सेस कहानी ना कहानी लोग एक साथ एकजुट हो गए थे इसी के पैरेलल में क्या चल रहा था की महात्मा गांधी के आने के बाद में 19 19 में जैसे अगर आप देखोगे तो रोलेट एक्ट पास किया जाता है ब्रिटिश के द्वारा जिसके चलते किसी को अरेस्ट कर सकते थे और रॉयल अटैक के ही फॉलो अप में जब मार्शल डॉ लगा दिया गया तो क्या हो जाता है जलियांवाला बैग इंसिडेंट हो जाता है ठीक है लोग बहुत नाराज हैं इस के पैरेलल में क्या होता है की खिलाफत इशू भी चल रहा था खिलाफत गवर्नमेंट पूरा का पूरा की साड़ी मुस्लिम मां से दे व नोट हैप्पी विथ ब्रिटिशर्स तो ये साड़ी चीजों से एक अपॉर्चुनिटी दी थी की हम हिंदू मुस्लिम को यूनिफाई कर सकते हैं एक बड़ा ब्रेड बेस्ड नेशनल मूवमेंट लॉन्च कर सकते हैं और वो बड़ा ब्रेड बेस नेशनल मूवमेंट होगा नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट महात्मा गांधी ने अपने नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट का प्रपोज रखा सितंबर में दिसंबर में अडॉप्ट किया जाता है दिसंबर के कांग्रेस सेशन में और दिस इसे हो डी नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट स्टार्टड इन अवर कंट्री दिस इस हो दी नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट स्टार्टड इन अवर कंट्री ठीक है हो गया क्या डिफरेंट स्टंट्स विद इन दी मूवमेंट अभी मूवमेंट चालू तो हो गया लेकिन मैंने क्या बताया की अपनी-अपनी ढपली और अपना राज है ठीक है अपनी अपनी ढपली अपना राज का मतलब क्या है काउंसलिंग मतलब काउंसलिंग मतलब 1990 में जो इलेक्शन होना थे किस मतलब जैसे ब्रिटिश गवर्नमेंट इन इंडिया जो थी वो इलेक्शन कंडक्ट करवाती थी रिप्रेजेंटेटिव के लिए तो अब उन इलेक्शंस में इंडियन खुद पार्टी उन्होंने बोल दिया की अपने को नहीं पार्टिसिपेट करना है बॉयकॉट करना ठीक है आगे बंधन चलो अब आगे बढ़ते हैं तो आगे क्या हो रहा है की मैंने बताया की मूवमेंट में अलग-अलग लोगों ने पार्टिसिपेट किया विद डिफरेंट डिफरेंट अंडरस्टैंडिंग सबकी अपनी-अपनी डफली थी अपना-अपना राज था ठीक है तो डेनों कोऑपरेशन खिलाफत मूवमेंट बेगन इन 1921 कहानी बताई थी मैंने आपको 167 मतलब 15 में आए 16 18 19 20 21 में नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट चालू कर दिया ठीक है अब चालू होता है और 22 में कॉल ऑफ भी कर लेंगे ठीक है तो देवर डिफरेंट ग्रुप ऑफ पार्टिसिपेंट्स विद डिफरेंट आइडिया और रिस्पांस अबाउट दी मूवमेंट ठीक है कौन-कौन डिफरेंट ग्रुप थे तो जैसे अगर हम देखें सबसे पहले शेरों में तो टोंस में टोंस में क्या होता है टोंस में कांग्रेस जैसा छह रही थी लोगों ने वैसे पार्टिसिपेट किया बॉयकॉट ऑफ स्कूल कॉलेजेस सर्विसेज इन इलेक्शन ठीक है नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में मैं पॉइंट करना है तो ये एक-एक कीवर्ड है एक एक कहानी रिकॉल करना तो नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट काउंट में क्या था तो पार्टिसिपेशन आपको देखने को मिलता है की बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया बल्ले बल्ले हो गए ठीक है कॉलेज वगैरा टीचर्स ने पढ़ना छोड़ दिया बच्चों ने पटना छोड़ दिया उल्टा ठीक है मतलब बच्चों ने पढ़ना छोड़ दिया टीचर्स ने पटना छोड़ दिया ठीक है साथ ही साथ क्या है की जो लोग कोर्ट वगैरा में कम करते थे उन्होंने बोल दिया की लात मारता हूं ऐसी नौकरी हो उन्होंने भी कोट्स को बाय गॉड कर दी हिंदी नाम ऑफ नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट इलेक्शन जो होना था कंसोलेशन उसको बॉयकॉट कर दिए एक्सेप्ट वन पार्टी इन डी चाट बताओ एक पार्टी जो की मद्रास की थी जी पार्टी ने इलेक्शन को बारकोड ने किया वो नॉन ब्राह्मण की पार्टी थी और उनका यह मानना था की ये पहले बार तो मौका मिला है पावर हाथ में लेने का क्योंकि अधिकतर पावर ब्राह्मण के पास रहती थी और तुम बोल रहे हो इलेक्शन बाय गॉड कर दो हम तो नहीं कर रहे भैया ठीक है तो नाम थे पार्टी कौन सी पार्टी थी वो जस्टिस पार्टी वेरी गुड ठीक है तो जस्टिस पार्टी ने बॉयकॉट नहीं किया था अब देखो हो क्या रहा है ये एक्सेप्ट अरे नहीं तो लिखा है एक्सेप्शन ऑफ जस्टिस पार्टी ठीक है जस्टिस पार्टी ने किया था तो इस तरह से नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट चला एक पॉइंट इसमें और एड कर सकते हो आपका इकोनॉमिक्स फ्रंट ठीक है इकोनॉमिक्स फ्रंट पे भी क्या होता है मतलब ये यहां से तो मिट्टी ही जाएगा लेकिन आप ध्यान रखना इकोनॉमिक्स फ्रंट पे भी नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में टोंस में क्या पार्टिसिपेशन था की ब्रिटिश गुड्स को किया गया ठीक है जलाया गया चौराहे पे चला के कपड़े जल दिए ब्रिटिश के ठीक है सिंबॉलिक प्रोटेस्ट लेकर शॉप्स ओवर पिक्टेड ठीक है जो फॉरेन इंपोर्ट होता था कंट्री में वो आधा हो गया एक साल के अंदर अंदर मतलब इतना की नहीं ले रहे समाज तुम्हारा ठीक है तो इससे चलते क्या है इकोनामिक लेवल पे भी आपको क्या देखने को मिल रहा की लॉस हो रहा था ब्रिटिशर्स को ठीक अब इमिटेशन की अगर बात करें तो इमिटेशन की क्या है तो ये जो नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट था सही चल रहा था लाइव तरीके से लेकिन एक साल के बाद में क्वेश्चंस उठने लगे कैसे की शुरू शुरू में तो सब ने फॉरेन गुड्स को बॉयकॉट कर दिया फॉरेन गुड्स को बाय गॉड कर देता हूं पेट लगा के तो घूमेंगे नहीं कपड़े तो पहनना पड़ेगा तो क्या कपड़े पहन रहे थे खड़ी के लेकिन खड़ी एक्सपेंसिव था हर व्यक्ति खड़ी है बार-बार नहीं खरीद सकता था गरीब व्यक्ति के लिए सवाल था सर्वाइवल का की नेशन तो अपनी जगह सही बात है लेकिन यार मेरे पास तो पैसा नहीं है मैं कैसे बॉयकॉट करके खड़ी को पहन लूंगा ठीक है कैसे बॉयकॉट करके मैं 1 मिनट रुक जो लाइव हो रहा है 1 मिनट रुक जो अभी ठीक है अभी ठीक है तो पीपल क्रिकेट बैक तू डी के मशीन मेड क्लोज क्योंकि ये स्कूल कॉलेज छोड़ तो दिए थे लेकिन घर बैठे-बैठे जो टीचर स्कूल छोड़ चुके थे और उनके खुद के बच्चे थे उनको पड़ा-पढ़ा कर उन्होंने क्या कर दिया पागल कर दिया तो बहुत सारे प्रॉब्लम्स थे की आप रोज रोटी कहां से आएगी तो तेरे पास नो अल्टरनेटिव इंडीजीनस इंस्टीट्यूशंस तो लोगों को कम पे तो जाना पड़ेगा तो इसके लिए इंडियन अल्टरनेटिव इंस्टीट्यूशंस जो मतलब ब्रिटिशर्स के स्कूल छोड़ दिए कॉलेज छोड़ दिए तो अपने इंडियन के भी तो होना चाहिए थे इंडियन के स्कूल कॉलेज नहीं थे ठीक है पेट पालने का सवाल ए गया था क्या करते हैं तो इस करण से क्या है की पीपल ट्रिकल्ड बैक ठीक है पीपल ट्विंकल तू बैक तू दी ब्रिटिश इंस्टीट्यूशंस तो ये टाउन का पार्टिसिपेशन था अब ए जो आरामचंद मतलब पिजंस के जो मूवमेंट थे उसको लीड किया बाबा रामचंद्र ने बाबा रामचंद्र कौन था एक एंडेंजर्ड लेबर थे जो फिजिशियन लोट के आए एक सन्यासी जिन्होंने फिर सारे पिजंस को इकट्ठा किया सारे पिजंस को इकट्ठा किया और गांव में जो मूवमेंट था ना आईटी वज नोट मोर अगेंस्ट दी ब्रिटिश मोर अगेंस्ट दिलागदार और लैंडलॉर्ड ठीक है क्यों क्योंकि समझना हीर की कैसे है की शहर में लोगों को सीधे ब्रिटिशर्स दिखे रहे थे टोंस में लेकिन विलेज में क्या होता था की विलेज में जैसे अगर आप देखोगे तो विलेजर्स जो होते थे तो विलेजर्स का सीधा एक्सप्लोइटेशन ब्रिटिशर्स नहीं कर रहे थे ब्रिटिशर्स अपने अंदर में क्या रख देते थे तू लगातार और लैंडलॉर्ड को रख देते थे और बोलते थे की तुम टैक्स कलेक्ट करना विलेज से तो डरना नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में जो गांव के लोगों को पार्टिसिपेशन था तो उनको ऐसा लगता था की हमारे दुश्मन तो में ये लैंडलॉर्ड है ये तो लगातार से जो पैसे वाले लोग हैं जो ब्रिटिशर्स के नाम पे हमसे टैक्स लेते हैं तो गांव में नई जो भी बैंड टाइप की चीज ऑर्गेनाइजर की गई ठीक है क्यों क्योंकि ये जो ग रहा है क्या अरे यार कहां से कहां से कंट्रीशाइड दोबारा से ठीक है कंट्री साइड दोबारा से ओके क्या समस्या जा रही है ना उन पीजेंस को ऐसा लगता था पिजंस को ऐसा लगता था की हमारे डायरेक्ट दुश्मन कौन है ब्रिटिशर्स नहीं है ब्रिटिशर्स ने अपने अंदर में जो तू लगातार लैंडलॉर्ड को बोल के रखा था की तुम टैक्स कलेक्ट करके हमें दे देना तो पीजेंस को ऐसा लगता था की ये तो लगातार और लैंडलॉर्ड हमारी समस्याओं का करण है क्यों क्योंकि वो हाय टैक्स इंपोज करते थे ठीक है हाईटेक से इंपोज करते थे लैंड राइड्स नहीं देते थे बगर में उनसे कम करवाते थे कम पैसे देते थे तो गांव में जो पीजेंस थे ना तो उनके मूवमेंट को जैसे लीड किया बाबा रामचंद्र ने बाबा रामचंद्र कौन थे सन्यासी थे जो फिजी से लोट के आए थे इंडियन स्टेट लेबर की तरह लेबर बैंक गए थे अब लोट के ए गए तो उन्होंने क्या किया उन्होंने मूवमेंट को लीड किया तो गांव में क्या है जैसे नए धोबी बैंड वगैरा ऑर्गेनाइज्ड करवाइए ये जो नाइट वो भी बैंड ऑर्गेनाइज करो ऑब्जेक्टिव क्या था की यह जो बड़े-बड़े लैंडलॉर्ड वगैरा हैं ना इनको बेसिक फैसेलिटीज से डिप्राइव किया जाए बाल नहीं काटेंगे उनके उनके कपड़े भी धोएंगे फिर क्या करेंगे हम लोग बताओ ठीक है तो इस तरह से अब जैसे अगर आप देखेंगे तो कांग्रेस ने भी प्रयास किया की इन लोगों को अपने मूवमेंट में इंटीग्रेटेड किया जाए तो जवाहरलाल नेहरू खुद गांव गांव घूमे बाबा रामचंद्र के साथ मिलकर उन्हें अवध किसान सभा बनाई और बाबत के साथ सभा बनके उन्होंने पीजेंस के मूवमेंट को कंट्री साइड में एक तरह से क्या किया बैंड मतलब धरने पे बैठ जाना बोलते ना बैंड ऑर्गेनाइजर करना स्ट्राइक वैसा ठीक है तो उन्होंने क्या किया अवध किसान सभा वगैरा फॉर्म कारी जवाहरलाल नेहरू और बाबा रामचंद्र ने और उनका ऑब्जेक्टिव ये था की किसी ना किसी तरह से पीजेंट मूवमेंट को भी सही तरह से चैनेलाइज किया जाए लेकिन लेकिन दिक्कत क्या होती है पता है लेकिन दिक्कत ये होती है की जो हाउसेस ऑफ मतलब यहां पे इमिटेशन ये रहती है की पीजेंस का मूवमेंट उसे नजर से नहीं चल रहा था जी नजर से कांग्रेस छह रही थी होता है ना की मैसेज को कन्वे करने में नीचे नीचे तक जाते जाते क्या होता है की वो मैसेज का ओरिजिनल फॉर्म बादल जाता है नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में प्रायोरिटी थी की नॉन वायलेट तरीके से कम करेंगे लेकिन अब पीजेंट ने सोचा की अब तो क्या है आजादी लेना है बस उनको अपना दुश्मन कौन दिखे रहा है तो उनको अपने दुश्मन वो लैंडलॉर्ड वगैरा दिखे रहे थे तो नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट की कंट्री साइड में इमिटेशन यही रही की वो मोमेंट वायलेट टर्न आउट हो जाते थे महात्मा गांधी का ही नाम ले लिया की महात्मा गांधी ने बोला है मारो इसको इसके घर से सर समाज ल लो ठीक है तो इमिटेशन ले रही थी तेरे पास वायलेंस इन दी कंट्री साइड हाउसेस ऑफ तू लगातार स्वर अटैक्स ठीक है बाजार स्वर लूटेड जो इन डी नाम ऑफ महात्मा गांधी महात्मा गांधी के नाम पे बिल फाड़ दिया की महात्मा गांधी ने बोला है मारपीट मचा दो ठीक है तो ये साड़ी समस्याएं थी ये साड़ी समस्याएं थी समझ गए आगे बढ़ते हैं ट्राईबल अब ए जो ट्राईबल ट्राईबल्स में क्या हो रहा है तो ट्रेवल्स की अगर हम जैसे बात करें तो कंट्री साइड में एक तो में सरिता सोसाइटी थी जो गांव में लोग रहे थे दूसरा जंगल में रहने वाले हैं हमारे भाई आदिवासी लोग भी थे तो ट्राइब्स जो थे ना तो जैसे गुडेम्स ऑफ आंध्र प्रदेश में ट्राईबल कम्युनिटी जो है तो एक साथ कठे हो गई और उनकी भी लड़ाई ऐसी ब्रिटिश सैंस में कैसी थी उनको उनके ट्रेडिशनल राइट से डिप्राइव कर दिया था जंगल में जान नहीं दे रहे थे ग्रेसिंग नहीं करवा सकते थे अपने कैटल्स को तो यहां पे गोरिल्ला वाॅरफेयर स्ट्रेटजी अडॉप्ट करें मतलब सारे ट्राईबल्स एक साथ कठे हो गए चुप चुप के ब्रिटिशर्स के ऊपर हमला करने लगे हैं ठीक है वन सच इंटरेस्टिंग पर्सनालिटी वास एलुरी सीताराम राजपूत तो एलुरी सीताराम राजू आंध्र प्रदेश के एक फ्रीडम फाइटर कहेंगे हम उन्हें जिन्होंने क्या किया जिन्होंने अपने साथ अपने सारे का सकते हैं काबिले के लोगों को इकट्ठा किया और उन्होंने ये ते किया मतलब उनका आइडिया ये था की महात्मा गांधी बहुत अच्छे व्यक्ति है ठीक है महात्मा गांधी के जो इतिहास थे जैसे खड़ी को पहनना यू शुड गिव अप लिकर ठीक है शराब पीना बैंड कर देना चाहिए और जरूरी सीता राम राजू को लोग वहां के जो लोग थे भगवान का अवतार है कैसे क्योंकि लोगों को ये मानना था की ये कुछ केप्टिवेट थे शॉर्ट ऑफ बुलेट आप गली चलाओगे उन्होंने कुछ नहीं होगा ऐसा बोलने लगे थे क्या की वो लोगों को हिल कर सकते हैं इसी के चलते उन्हें इंकारनेशन ऑफ गॉड माना जान लगा और उन्होंने सीताराम राजू भी क्या बोलते थे की आजादी लेंगे लेकिन उन्होंने बोला महात्मा गांधी बहुत अच्छा आदमी है लेकिन नॉन वायलेट तरीके से और वही इमिटेशन यहां भी रही की ही रिजॉर्टेड तू वायलेंस और एक बार फिर क्या होता है की इस प्रोसेस में ही वो स्कर्ट बाय डी ब्रिटिशर्स ठीक है ब्रिटिश पकड़ लिया तो इस तरह से कंट्री साइड में पिजंस का पार्टिसिपेशन ट्रेवल्स का पार्टिसिपेशन ठीक है आंसर को अगर मैं आपको ब्रेक करके डन तो आंसर सिंपल सा और पार्टिसिपेट इन नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट तो टाउन की कहानी कंट्रीशाइड की कहानी कंट्री साइड में भी पीजेंट और ट्रबल्स और एक और ग्रुप था वो था प्लांटेशन वर्कर्स का मतलब प्लांटेशन वर्कर्स यानी क्या किसी से असम के खेतों में क्या हो रहा है ठीक है असम के खेतों में जो वर्कर्स थे तो वो सारे वर्कर्स एक साथ क्या होते थे कठे हो जाते थे और सारे वर्कर्स एक साथ कठे हो के एकत्रित हो के आ इस प्लांटेशन फील्ड पे कम किया करते थे और उन्हें उसे प्लांटेशन फील्ड को छोड़ के बाहर जान की आजादी नहीं थी और जब महात्मा गांधी ने स्वराज का कॉल दिया ना तो उसके चलते क्या है की उन्होंने स्वराज को क्या समझा की आजादी का मतलब बस ये है की एक कांफ्रेंस स्पेस से बाहर निकाल के चले जाए क्यों क्योंकि अकोर्डिंग तू दी आईलैंड इमीग्रेशन एक्ट ऑफ 1859 दोस्त प्लांटेशन वर्कर्स और नोट अलाउड तू मूव आउट ऑफ डी फील्ड विदाउट डी परमिशन और वो परमिशन कभी मिलती नहीं थी ठीक है तो इसी के चलते क्या है की उन्होंने स्वराज का कॉल सुनते सही बॉयकॉट कर प्लांटेशन फीड्स को निकाल पड़े अपने अपने घर की और हुआ ये लेकिन की रास्ते में उन्हें क्या कर लिया गया पकड़ लिया गया था ब्रिटिशर्स के द्वारा खैर अब जैसे अगर आप देखेंगे तो डिफरेंट पीपल हेड डिफरेंट मोशंस पर स्वराज या फिर हो दे पार्टिसिपेट इन नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट अपनी-अपनी ढपली है और अपना अपना राज सब अपने अपने तरह से समझा लेकिन सबकी अलग-अलग अंडरस्टैंडिंग के बावजूद भी एक चीज क्लियर थी क्या की जब ये प्लांटेशन वर्कर स्वतंत्र भारत का नारा लगा रहे थे तो आइडिया ऑफ स्वतंत्र भारत जब डेवलप हो रहा था तो एक पेन इंडिया इमेज डेवलप हो रही थी लोग अब अपने आप को इमीडिएट आईडेंटिटी से नहीं देख रहे थे लोग अब अपने आप को एक बड़ी नेशनल इमेज का पार्ट देख रहे थे तो ये एक बहुत बड़ा अपने आप में अचीवमेंट था क्या की लोगों के अंदर वो जो पेन इंडिया इमेज है पान इंडिया मतलब वो एक पूरे राष्ट्र की जो छवि थी वो बन्ना शुरू हो गई थी ठीक है तो आप जैसे अगर आप देखेंगे तो ये नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट चल रहा था अब बोलोगे बढ़िया चल रहा है नहीं वायलेट हो जाता था मूवमेंट जैसे मैंने बताया की कंट्री साइड में वायलेट हो गया ये साड़ी चीज ठीक है तो मूवमेंट वायलेट हो जाता था और वही एक इंसिडेंट होता है 1922 फरवरी में जब क्या होता है जब चोरी चौरा इंसिडेंट होता है उत्तर प्रदेश गोरखपुर में गोरखपुर के पास में चोरी छोरा जगह है वहां पे क्या होता है वहां पे एक पुलिस स्टेशन जल दिया जाता है प्रोटेस्टर्स के द्वारा जिसके अंदर जिसके चलते 22 पुलिस मां जो है तो जिंदे जल जाते हैं ठीक है उनकी मृत्यु हो जाति है तो इसी इंसिडेंट के चलते इसी इंसिडेंट के चलते क्या महात्मा गांधी ने बोला धात तेरी की ठीक है अभी लोगों को ट्रेनिंग देने की जरूर है और नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट को 1922 में कॉल ऑफ कर लिया गया ठीक है तो बोलो यहां तक की साड़ी चीज समझ में ए गई ठीक है विराम लिया जाए एक गुड पानी पियो सब क्लियर है हिंदी चार्ट बताओ तुम्हारे आर आर मूवी में दिखाए गया है सीताराम राजू को वेरी गुड बताओ कांग्रेस सेशन के टाइम पे ब्रिटिशर्स कहां रहते थे कांग्रेस सेशन के टाइम पर ब्रिटिश कहां रहते थे यही रहते थे तो अब लोग कठे हो की मीटिंग तो कर सकते ना मीटिंग थोड़ी ना रॉक सकते हो आप किसी की ठीक है मतलब उसे चीज की तो आजादी थी मीठी मीठी कर सकते हैं ऐसा कुछ नहीं ठीक है नहीं खुलना देंगे दुकान नहीं खुलना देंगे मतलब क्या है की जब किसी व्यक्ति को क्या किया जाता है लेबर बनाकर ले जय जाता है दूसरे देश में या फिर दूसरा आयरलैंड नेशंस पे बहुत कम पैसे के लिए एक फिक्स टाइम पीरियड के लिए ले जय जाता था तो एंडेंजर्ड लेबर का सिस्टम था पहले बांडेड लेबर टाइप ठीक है शुरू करें क्या हो गया मुकेश कुमार तुम्हें किस चीज का जस्टिस चाहिए तो अगर आप कॉल करो यह वाला टॉपिक स्टैंड विद इन दी मूवमेंट टाउन में जो लोग थे उन्होंने अपने अंडरस्टैंडिंग से पार्टिसिपेशन किया इमिटेशन ये था खड़ी एक्सपेंसिव थी और इंडीजीनस ट्रेडीशन नहीं थे कंट्री साइड में पीज़ेंट्स ने पार्टिसिपेट क्या इमिटेशन क्या थी वायलेट हो जाते थे ठीक है कंट्री साइड में ट्रबल्स में पार्टिसिपेट किया और इसी तरह हम राजू वाली कहानी इमिटेशन हुई थी की वो वायलेट हो जाता था प्लांटेशन वर्कर्स ने पार्टिसिपेट क्या आईलैंड इमीग्रेशन एक्ट के चलते उनके लिए तो आजादी का मतलब यही था की प्लांटेशन फील्ड छोड़ के बाहर चले जाए लेकिन वो बाहर गए पकड़ लिया गए ठीक है तो ये उनका पार्टिसिपेशन था उनकी अंडरस्टैंडिंग थी स्वराज की अब इन चारों केसेस हमें एक चीज समझ में आई थी लेकिन बड़ी पिक्चर ये थी की पीपल वाला एसोसिएटिंग थेम्सेल्वेस आगे एन पार्ट ऑफ ग्रेटर यूनियन ग्रेटर नेशन रदर थान डियर इमीडिएट लोकेलिटी ठीक है चलो शुरू करते हैं इंग्लैंड इमीग्रेंट एक्ट का मतलब क्या होता है की जो एक डॉ था इंग्लैंड इमीग्रेंट इमीग्रेंट एक्ट ऑफ 1859 जिसके चलते जिसके चलते ब्रिटिशर्स ने ऐसा कानून बना दिया था की जो प्लांटेशन वर्कर से दे व नोट अलाउड तू मूव आउट ऑफ देवर प्लांटेशन फील्ड ठीक है अब ए जो अब एक ब्रिज बनाएंगे अपन ठीक है हम सिविल इंजीनियरिंग नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट जनवरी 1921 से चालू हुआ फरवरी 1922 में कॉल ऑफ कर देंगे ठीक है नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट जनवरी 1920 1921 से चालू हुआ फरवरी 1922 में कॉल ऑफ कर देंगे अगला मूवमेंट जो है ना अगला मूवमेंट 1930 में चालू होगा अप्रैल में अगला मूवमेंट सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट ठीक है और वो मार्च 1931 में कॉल ऑफ कर लेंगे ठीक है तो अब ये 1922 से लगा के 1930 के बीच में आठ साल है 8 साल में एक बच्चा यहां से यहां ए जाता है तो ये आठ साल में क्या हो रहा था ठीक है व्हाट वास हैपनिंग इन दिस टाइम पीरियड समझ गए अब ए जो इस टाइम पीरियड को प्रूफ पीरियड कहा जाता है मतलब इस बीच में कोई बड़ा मूवमेंट नहीं चल रहा था नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट कॉल ऑफ कर लिया गया अगला बड़ा मूवमेंट जो है अगला बड़ा मूवमेंट आते आते लोग बूढ़े हो जाएंगे तो इस टाइम पीरियड में क्या हो रहा था तो इस टाइम पीरियड में जैसे अगर आप देखेंगे ना तो ट्रेनिंग ऑफ पीपल पर अंदर मास स्ट्रगल वही क्योंकि महात्मा गांधी क्या बोला की दिस इस नोट दी राइट वे तू पार्टिसिपेट इन एन का सकते हैं नेशनलिस्ट मूवमेंट पीपल आर रिक्वायर्ड तू बी ट्रेड अबाउट डी आइडिया ऑफ सत्याग्रह ले के पत्थर उठा लेते थे बस ठीक है तो महात्मा गांधी ने बोला की दिस इस दी टाइम पीरियड वेयर पीपल आर रिक्वायर्ड तू बी ट्रेड समझ में आया क्यों क्योंकि फास्ट एक्सपीरियंस से बताते हैं की लोग वायलेट हो जाते थे सत्याग्रह को समझ नहीं पे थे इसी बीच में जैसे अगर आप देखेंगे तो क्या है इसी बीच में और क्या हो रहा था की अब नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट कॉल ऑफ कर लिया है तो कांग्रेस के कुछ लीडर जो तब भी बहुत इच्छा जाहिर कर रहे थे की इलेक्शन में पार्टिसिपेट करेंगे इलेक्शन में पार्टिसिपेट करेंगे तो कांग्रेस का कुछ लीडर्स क्या है कांग्रेस के कुछ लीडर्स बोलते हैं की अब कोई मूवमेंट नहीं चल रहा ना अब हमारे को पार्टी बना लेंगे तो हम इलेक्शन लड़ेंगे तो स्वराज पार्टी बनाई गई थी विभिन्न दी कांग्रेस कांग्रेस के अंदर ही स्वराज पार्टी बनाई गई थी और स्वराज पार्टी का ऑब्जेक्टिव क्या था जैसे लीडर्स लाइक कर दास और मोतीलाल नेहरू जवाहरलाल नेहरू के पिता जी और चित्र रंजन दास तो ये लीडर्स ने बोला की कोई मूवमेंट चल नहीं रहा है तुम लोगों को ट्रेनिंग देते हो जब तक हम एक बार चुनाव में अपने हाथ अजमा लेते हैं तो उन्होंने स्वराज पार्टी और उन्होंने काउंसिल इलेक्शन में पार्टिसिपेट करने की बात राखी जो की पहले बॉयकॉट कर दिए गए थे ठीक है अब इस एक देखो क्या हो रहा था व्हाट वास हैपनिंग इन दिस टाइम पीरियड ठीक है तो आप बताएंगे एक तो स्वराज पार्टी बने दूसरी चीज आप जैसे देखेंगे तो इस टाइम पीरियड पे वर्ल्ड वाइड इकोनॉमिक्स डिप्रेशन आया हुआ था इकोनामिक डिप्रेशन मतलब की वर्ल्ड वाइड इकनॉमिक स्थितियां जो थी ना वो बहुत बिगड़ी हुई थी क्यों बिगड़ी हुई थी क्योंकि आप जैसे देखेंगे तो 1929 के टाइम पीरियड में एग्रीकल्चर जो है तो प्रोडक्शन तो खूब हुआ लेकिन एग्रीकल्चर कमोडिटीज की प्राइसेस गिर रही थी अब मां लो मेरे पास फसल है बहुत सारे लेकिन फसल की कीमत नहीं मिल रही है तो मैं ऐसे किसान को मैं तो घबराने लोगों को यार फसल तो हो गई लेकिन कीमत नहीं मिल रही है ठीक है तो आपको क्या देखना होगा की वर्ल्ड वाइड इकोनॉमिक्स डिप्रेशन छाया हुआ था अगर वो सोल इंडिया एग्रीकल्चर प्राइस एग्रीकल्चर प्राइसेस गिर रही थी कंट्रीशाइड वैसे इन टर्मिनल कंट्री साइड वजन मतलब क्या है की पूरा का पूरा गांव जो था ग्रामीण क्षेत्र जो था जहां पे किसान थे तो वो सब चिंतित थे क्यों क्योंकि उन्हें ऐसा ग रहा था की वो अपनी फसल किसको बेचेंगे किसको नहीं बेचेंगे तो इस करण से सर का सर ग्रामीण क्षेत्र जो है वो चिंता में था पैरेलल तू दिस शेरों में क्या चल रहा था तो शहर में साइमन कमीशन आया था ठीक है साइमन कमीशन क्या है तो अब जैसे अगर आप देखोगे तो इंडियन जो थे कंटीन्यूअस प्रोटेस्ट करते थे की हमें इंडिपेंडेंस चाहिए सेल्फ गवर्नमेंट चाहिए तो ब्रिटिशर्स ने जो ब्रिटिश पार्लियामेंट थिओरी गवर्नमेंट जो थी ब्रिटेन में उन्होंने वहां से कमीशन पहुंचा एक सच्यूटरी कमीशन जिसका नाम था साइमन कमीशन ठीक है अब ये जो कमीशन आया है तो इस कमीशन की जिम्मेदारी थी की इंडिया जो इंडिया में इंडिया के लोगों के लिए संविधान बनाना कॉन्स्टिट्यूशन बनाना हमने इसको बहुत जोरदार तरीके से स्वागत किया को बैक साइमन के नारे के साथ ठीक है क्यों क्योंकि समस्या ये थी ये जो साइमन कमीशन इंडिया में आया ना अंदर दी लीडरशिप ऑफ सर जॉन साइमन जो साइमन कमीशन पहुंचा गया था कांस्टीट्यूशनल प्रोसेस के लिए तो दिक्कत ये थी की इस सेवन कमीशन में इंडियन एक भी नहीं था ठीक है तो पीपल प्रोटेस्टेंट अगेंस्ट दिस ठीक है तो डेमोंसट्रेशंस अगेन दी सी कमीशन एडवांस ट्रीटेड विद स्लोगन को बैक साइमन इन डी चाइल्ड एक बार हो जाए को बैक साइमन ठीक है तो को बैक साइमन तो साइमन कमीशन जो आया तो उसको हमने क्या किया प्रोटेस्ट किया उसके अगेंस्ट में फाइन उसके अगेंस्ट में प्रोटेस्ट किया अब हो क्या रहा था ये पुरी स्थिति जो देखोगे तो ग्रामीण क्षेत्र में भी लोग नाराज थे भर के बैठे थे एकदम की मिल जाए ब्रिटिश बहुत मारेंगे ठीक है क्या बोलेंगे चैन के झाड़ पे चड्ढा दिया हमें और चैन की कीमत ही नहीं दे रहा हूं ठीक है मतलब एग्रीकल्चर प्राइस गिर रही थी और दूसरी तरफ लोग साइमन कमीशन को भी प्रोटेस्ट कर रहे थे माहौल गम हो रहा था ठीक है माहौल ग्राम हुआ था मतलब अब मजा आने वाला है उसे टाइम से तो लेकिन जो समय पे वायसराय ऑफ इंडिया थे वायसराय ऑफ इंडिया मतलब ब्रिटिशर्स की हाईएस्ट पोजीशन इन इंडिया ठीक है तो उसे समय जो वायसराय थे उनका नाम क्या था लॉर्ड अरविंद ठीक है तो देवर पर तू काउंटर जो दिस ये जो माहौल बन रहा था लोग मजे लेने के लिए बैठे हुए थे माहौल बन रहा था तो इस चीज को काउंटर करने के लिए इस चीज को कंट्रोल करने के लिए जो वायसराय अरविंद था वायसराय अरविंद ने क्या डोमिनियन स्टेटस का ऑफर दे दिया डोमिनियन स्टेटस का ऑफर मतलब क्या है एक ऐसा ऑफर दिया कैसा ऑफर दिया वायसराय अरविंद ने वायसराय अरविंद ने ये बोल दिया की आजादी चाहिए ले लो आजादी तुम तुम्हारे हिसाब से सरकार चलाओ देश बना सब करो हर चीज की आजादी तुम्हें साइलेंट कमीशन पसंद नहीं ए रहा है ए चलो साइमन मैं पिक्चर चलो ठीक है तो मतलब कंट्रोल करने के लिए उन्होंने बोल दिया की हम तुम्हें डोमिनियन स्टेटस का ऑफर दे रहे हैं डोमिनार स्टेटस का ऑफर मतलब क्या होता है की सब कुछ तुम्हारा रहेगा सरकार तुम्हारी लोग तुम्हारे कॉन्स्टिट्यूशन तुम्हारा लेकिन तुम रहोगे किसके अंदर में रहोगे तुम ब्रिटिश अंपायर के अंदर में ठीक है रहोगे तुम ब्रिटिश अंपायर के अंदर में मुझे भी डोमिनियन स्टेटस मिला था मैंने बोला नहीं लेंगे तो पुरी आजादी देंगे समझ गए तो यहां पे भी क्या हो रहा है यहां पे भी जैसे अगर आप देखोगे तो नॉमिनल स्टेटस का ऑफर दिया गया लेकिन लेकिन अब आपको क्या देखने की इंडियन जो थी ना तो इंडियन इस समय तक मूड बदलने लगे थे जो ओल्ड नेशनलिस्ट थे उनको तो अच्छा लगा की जीत ही मिल गई है आजादी मिल गई लेकिन यंग नेशनल इसमें इस चीज को प्रपोज किया समझना तो तू काउंटर दिस वायसराय एवं इर्विन ऑफर डोमिनो'एस स्टेटस और राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस ऐसा बोला की आओ जरा बैठ के बात करेंगे अपन बैठ के बात करेंगे और डोमिनियन स्टेटस ले लो अभी तो क्या होता है बेड के बात करेंगे डोमेस्टिक स्टेटस ले लो अभी तो उन्होंने माना बोल दिया लेकिन उन्होंने जो यंग नेशनलिस्ट थे ठीक है यंग और रेडिकल लीडर्स जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बस पर नोट सेटिस्फाइड दिस उन्होंने क्या कहा की लेक रहेंगे एबलेख रहेंगे और पुरी आजादी लेकर रहेंगे तो यंग और रेडिकल लीडर्स थे उन्होंने सीधी चीज क्या बोली उन्होंने सीधी चीज बोली की अब अब हम पुरी आजादी लेक मानेंगे तो इस तरह से क्या होता है इसके इसके चलते जैसे अगर आप देखोगे तो जो लाहौर का कांग्रेस सेशन होता है 1929 का उसे लाहौर के कांग्रेस सेशन में प्रपोज रखा जाता है किसके द्वारा यंग लीडर्स के द्वारा की आगे आने वाली 31 जनवरी 1930 को हम देश में आजादी मनाएंगे लेकिन ठीक है लेकिन आपको क्या देखने को मिलता है अनफॉर्चूनिटली हमें आजादी उसे दिन नहीं मिली ठीक है वो पूर्ण स्वराज की बात कर रहे थे लेकिन वो पूर्ण स्वराज ने फूल इंडिपेंडेंस ना कोई डोमिनियन स्टेटस ना तुम्हारे साथ बैठकर कुछ डिस्कस करेंगे लेंगे पुरी आजादी लेंगे तो लेकिन होता क्या है लेकिन आप जैसे देखोगे तो आ लेकिन होता ये है की फूल इंडिपेंडेंस मिल नहीं पाती है तो एक्सपीरियंस यही तो कम आता है तो महात्मा गांधी को ए रहा है हटो तुम ठीक है अब ड्राइविंग सिस्टम मुझे बैठने दो तो अब होता क्या है की महात्मा गांधी ने बोला की चलो मतलब वेल ट्रेड ठीक है यंग बॉयज लेकिन महात्मा गांधी ने बोला की नो दिस इसे दी राइट टाइम कंट्री साइड वैसे इन टरमेल साइमन कमीशन अगेन इसमें गुस्सा था फूल इंडिपेंडेंस के लोगों के अंदर आज थी और इन्हीं साड़ी चीजों को केपीटलाइज करने के लिए महात्मा गांधी ने बोला की अब हम आगे आने वाले समय में फूल प्रोजेक्ट सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट लॉन्च करेंगे और उसकी शुरुआत होती है साल्ट मार्च से यहां तक चीज समझ में आई तो व्हाट वास हैपनिंग इन दिस पीरियड स्वराज पार्टी रिकॉल करवा रहा हूं क्या हो रहा था नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट की कॉल ऑफ हो जान के बाद में स्वराज पार्टी में नहीं कंट्री साइड में इकोनामिक डिप्रेशन का इफेक्ट था साइमन कमीशन आया उसको प्रोटेस्ट कर रहे थे और डोमिनियन स्टेटस जब मिला तो डोमिनन स्टेटस को अपोज करते हुए यंग लीडर्स ने अपना सीधा सा पॉइंट रख दिया क्या की लेंगे तो फूल इंडिपेंडेंस रहेंगे ठीक है लेंगे तो फूल इंडिपेंडेंस लेंगे समझ गए यहां तक बताओ स्वराज इन प्लांटेशन बता दीजिए बहुत स्वराज आईएफ प्लांटेशन सिंपल सी चीज है की जो प्लांटेशन वर्कर्स थे उनके लिए आजादी का मतलब ये था की वो जो कांफ्रेंस स्पेस है ना वो प्लांटेशन फील्ड उससे बाहर निकालने का मौका मिल जाए उन्हें और जब महात्मा गांधी ने स्वराज के लिए कॉल किया तो दौड़े चले आए हो ठीक है पाल अरे आज पाल नहीं लगाया क्योंकि आज चैप्टर बहुत बड़ा सोचा की फटाफट करते चलते हैं चलो एक सवाल पूछ लेट हूं इसी बात पे बताओ जो खिलाफत मूवमेंट में दो यंग मुस्लिम लीडर्स थे जिन्होंने महात्मा गांधी के साथ में नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट और खिलाफत इशू को जोड़ने की बात करें उनका नाम क्या था बताओ चाट में साइमन कमीशन साइमन कमीशन वह स्टेट्यूटरी कमीशन था एक कमीशन बनाकर ब्रिटेन ने पहुंचा था की जो जाकर इंडिया में मोहम्मद अली शौकत अली वेरी गुड इंडिया में जाकर कॉन्स्टिट्यूशन बना दो ठीक है महात्मा गांधी अगला मूवमेंट कौन सा और कैसे लॉन्च करेंगे तो अगला मूवमेंट जो लॉन्च होता है वो होता है सिविल मतलब सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट होगा तो सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट की जो शुरुआत है ना वो साल्ट मार्च से होती है जिसे हम क्या कहते हैं दांडी मार्च कहते हैं तो साल्ट मार्च से शुरुआत होती है कैसे वो समझते हैं बैकग्राउंड समझो तो ऑन 31st जनवरी 1930 गांधीजी सेंट्रल लेटर तू वैसा ही अरविंद गांधी जी ने बढ़िया प्लानिंग से कम कर 31 जनवरी को 26 जनवरी मतलब हमने कोशिश कारी की देखेंगे 26 जनवरी तक आजादी मिल जाएगी क्या नहीं मिली तो फिर महात्मा गांधी एक लेटर पहुंचने हैं वायसराय अरविंद को प्रिया अरविंद तुम मेरे दोस्त नहीं हो ब्रैकेट में ठीक है क्या लिखा है उसमें उन्होंने 11 डिमांड लिखिए 11 डिमांड क्या थी तो 11 डिमांड अलग-अलग थी लेकिन ऐसी थी की जो देश के हर व्यक्ति को कहानी ना कहानी इन्फ्लुएंस कर रही थी और उन 11 डिमांड में थे एक डिमांड ये थी एक डिमांड ये थी की साल्ट के ऊपर जो तुम टैक्स लगा रहे हो टेक्स्ट अबॉलिश कर दो क्यों क्योंकि साल्ट एक ऐसी चीज है जो नेचुरल कमोडिटी है उसे पर तुम टैक्स लगा रहे हो तुम्हारा अगली फेस दर्शाता है इतने करूर हो तुम साथ ही साथ यह भी एक समस्या है क्या की साल्ट एक ऐसी थी मतलब समस्या नहीं है प्लस पॉइंट था की साल्ट के ऊपर टैक्स हटाने की बात एक ऐसी बात थी जो हर व्यक्ति की हाइट में थी अमीर गरीब आप प्रकाश लोगों का छोटा बड़ा महिला पुरुष बच्चे सब के लिए साल्ट इंपॉर्टेंट ठीक है तो इस डिमांड के थ्रू उन्होंने उसे क्या का सकते हैं की पूरा के पूरे मूवमेंट के अंदर लोगों को जोड़ने की कोशिश कारी और आईटी वास अल्टीमेटम तू भी फुलफिल ड्राइव 11th मार्च और ये बोल दिया की 11 मार्च के पहले पहले अगर तुमने मेरी बात नहीं मनी तो बताता हूं अरविंद क्या होगा क्या होता है फिर ठीक है बाय साल्ट मैंने बता दिया ना शॉर्ट समथिंग विच वास कंज्यूम बाय जो ए लाइक सब के द्वारा एक जैसे कंज्यूम किया जाता था सबको मूवमेंट में जोड़ सके इसके लिए साल्ट टैक्स का वॉलेट करने की बात करें और अल्टीमेटम दे दिया मैंने तो बहुत मार पड़ेगी अब होता क्या है इर्विन वॉश अनवीलिंग तू नेगोशिएट महात्मा गांधी को ये भाई ने हल्के में ले लिया तो लॉर्ड रिबन कितने जब बात नहीं मनी 11 डिमांड्स नहीं मनी तो महात्मा गांधी ने बोल दिया की तेरा तो गेम बजाना पड़ेगा ठीक है तो होता क्या है की गांधीजी स्टार्टड हज फेमस साल्ट मार्च और गांधी जी ने यहां पे जैसे अगर आप देखेंगे तो लॉर्ड इर्विन ने जब माना बोल दिया की आई एम नोट फीलिंग तू एक्सेप्ट योर डिमांड्स महात्मा गांधी स्टार्टड एन फेमस साल्ट मार्च उन्होंने बोल दिया की अब रुक जो ठीक है तो वो अपना आश्रम जो था साबरमती का 240 माइल्स चलते हैं साबरमती के आश्रम से दांडी कोष्ठक गुजरात में ठीक है 24 दिन तक चलते हैं एवरेज 10 मिले डेली ठीक है तो अब ये 10 मिले चलते गए लोगों से मिलते थे लोगों को आइडिया बताते थे की स्वराज का आइडिया क्या है सत्याग्रह का आइडिया क्या है पत्थर मत उठाना है इस बार पीसफुली प्रोटेस्ट करना है ठीक है और फिर क्या होता है सिक्स अप्रैल पे देवर इसे दांडी दांडी कॉस्ट फर्स्ट है वहां पे नमक बनाते हैं नमक बनाना क्या मतलब समुद्र के पानी को उबाल दिया नमक बन गया ठीक है पानी पानी उड़ जाएगा नमक र जाएगा और फिर से नमक एक चुटकी नमक की कीमत तुम क्या जानो इर्विन बाबू इस नमक से हमें पूरे देश को जोड़ सकता हूं और इसके चलते क्या है इसके चलते जैसे अगर आप देखोगे तो चलते चलते महात्मा गांधी ने वायलेट दी साल्ट डॉ मतलब ऐसा बताया ये ठंडा ठीक है नमक भी बना लिया टेक्स्ट भी नहीं दिया और आज से हम तुम्हें डिसऑबे करते हैं ठीक है और दिस मार्क दिस मार्क दी बिगनिंग ऑफ सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट मैच हो तो जरा एक बार चाट क्षेत्र में ठीक है हरे रे सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट लॉन्च हो गया है समझ में आया कैसे सिविलाइटिसमेंट लॉन्च हुआ है एक बार फिर जब 31 26 जनवरी को आजादी नहीं मिली तो 31 जनवरी के दिन 1930 में महात्मा गांधी ने 11 पॉइंट की एक डिमांड का एक लेटर बनाया इर्विन को पहुंचा उसमें एक डिमांड ये थी की साल्ट के ऊपर से टैक्स हटाओ क्योंकि साल्ट एक ऐसी चीज थी जो बहुत इंपॉर्टेंट थी सबके द्वारा कन्ज्यूरिंग की जाति थी उसे पे टैक्स लगा के ब्रिटिशर्स अपनी कुर्ता दशा रहे थे उन्होंने माने से माना बोल दिया महात्मा गांधी ने साल्ट मार्च स्टार्ट कारी और फिर क्या होता है 6 अप्रैल को दांडी कोर्स में पहुंचकर उन्होंने आ साल्ट डॉ को वायलेट कर और वायलेट करके फिर उन्होंने क्या किया एक तरह से एक तरह से सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट की बिगनिंग ठीक है तिलक लगा के सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट प्रारंभ मूवमेंट क्या है देखो तो हाउस मूवमेंट वास डिफरेंट फ्रॉम डी नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट वन ऑफ डी फेवरेट क्वेश्चन ऑफ योर टीचर्स ठीक है इंक्लूडिंग डी बोर्ड्स सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट और नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में डिफरेंशिएट करो एक नंबर में आएगा तो तो सिंपल कर सकते हैं कॉरपोरेशन आगे वेल आगे ब्रेक कॉलोनियल लॉस नॉन कोऑपरेशन में सिर्फ कॉरपोरेशन हटाने को बोला था अब क्या बोला है की कोऑपरेशन भी हटाएंगे और जो कानून तुमने बनाया है ना वो कानून तोडेंगे भी ठीक है तो समझना होगा आपको क्या नो पीपल पर एस्क्ड तू रिफ्यूज कॉरपोरेशन आगे वेल आगे ब्रेक कॉलोनियल लॉस की कॉरपोरेशन भी हटाओ और साथ ही साथ दिशों में भी करो तो ये सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट की विशेषता थी और पांच नंबर में क्या लिखोगे तो अब जैसे आप देखेंगे की हां ये तो एक पॉइंट हो गया की नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में सिर्फ पीपल अगर आज तू नोट तू कॉरपोरेट सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट में देवर आर नोट तू कॉरपोरेट आगे वेल आगे ब्रेक दी कॉलोनी इन लॉस डिस्को भी करेंगे साथ ही साथ ये कब स्टार्ट हुआ नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट तो आप लिख डॉग 1920 वन में ठीक है ये कब स्टार्ट हुआ 1930 में ये इसमें वूमेन का पार्टिसिपेशन नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में नहीं था सिविल डिसऑबेडिएंस में हम आगे देखेंगे की वूमेन का ऑपरेशन पार्टिसिपेशन था बड़ा के नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में फिर हम एक पॉइंट क्या लिख देंगे की नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में हिंदू मुस्लिम यूनिटी थी सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट में हिंदू मुस्लिम इम्यूनिटी नहीं थी ठीक है चल रहा हूं मैं आपको नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट कॉल ऑफ कब होता है नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट कॉल ऑफ होता है 1922 में सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट कॉल ऑफ होता है 1931 में नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट सॉरी इनसीडियस के बाद कॉल ऑफ होता है सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट जो कॉल ऑफ होता है वो गांधी इर्विन के बाद होता है ये बन गया आंसर समझे ये बन गया आंसर यह पढ़ ले पढ़ ले एटीट्यूड गर्ल में लगा है फिर भी समझ नहीं ए रहा क्या समझदार होना चाहिए तुम दसवीं में ए गए हो ठीक है तो अब जैसे अगर हम देखेंगे को बैक एटीट्यूड गर्ल तो अब जैसे अगर हम यहां देखेंगे तो यहां कैसे क्या हो रहा है की ब्रेकिंग ऑफ साल्ट डॉ मैन्युफैक्चरिंग साल्ट वास दान इन डिफरेंट पार्ट्स हो तो कैसे अनफोल्ड हुआ तो जगह-जगह साल्ट डॉ को ब्रेक किया गया जगह जगह नमक बना रहे थे बच्चे नमक चुटकी में ले के ब्रिटिशर्स के सामने नाच रहे थे मतलब नमक टाइप से ठीक है मैन्युफैक्चरिंग डिफरेंट पार्ट्स मतलब नॉन कोऑपरेशन तो करना ही करना है दिशों में भी करना है लिकर शॉप को टिकट कर लिया साथ ही साथ क्या है की जो पीजेंस वगैरा थे तो कॉलोनियल लॉस को ब्रेक करना है तो उन्होंने बोल दिया की हम तुम्हें रिवेन्यू टैक्स नहीं पे करेंगेi मतलब रिवेन्यू पे नहीं करेंगे चौकीदारी टैक्स नहीं पे करेंगे ब्रिटिश से टैक्स लगाते थे की हम पूरे गांव की चौकीदारी कर रहे हैं तो टैक्स दो हमें तो मैंने बोल दिया की मत करो चौकीदारी नहीं दे रहे हैं टैक्स ठीक है दे वायलेट फॉरेस्ट क्लोज़ तो जैसे जो ट्राईबल्स थे उन्होंने फॉरेस्ट लॉस को वायलेट किया जंगलों में घुसाना चालू कर दिया ठीक तो ये साड़ी चीज हैं जी तरह से सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट में लोगों ने पार्टिसिपेट किया अब अगर आगे देखें तो गवर्नमेंट हाथ पे हाथ रख के ऐसे मेरे हाथों में तो क्या बोलते हैं मेहंदी लगी है उसे टाइप का सीन नहीं था ना गवर्नमेंट भी रिएक्ट करेगी तो गवर्नमेंट ने क्या किया गवर्नमेंट ने लीडर्स को अरेस्ट करना चालू कर दिया जैसे अब्दुल गफ्फार खान जो एक फ्रंटियर गांधी कहलाने थे अब्दुल गफ्फार खान जो पेशावर के थे गांधीजी के जितने पापुलैरिटी उनकी उतने डिसीजन में थी तो रीजनल गांधी थे वो का सकते हो ठीक है उनको अरेस्ट कर लिया महात्मा गांधी हिमसेल्फ बहुत सारे स्टेट महात्मा गांधी को खुद अरेस्ट कर लिया अब हुआ क्या है ना की जब लीडर्स को अरेस्ट करना चालू किया तो जो भीड़ थी जनता थी जो तो भीड़ तो भेद चल चलती है तो प्रोटेस्टर्स ऑपरेट पर वायलेंस लोगों ने हथियार उठा लिए और बस यही छह रहे थे ब्रिटिशर्स अब जब लोगों ने हथियार उठा लिए तो इन्होंने बोल दिया की हमारे हाथों में मेहंदी नहीं लगी है ठीक है गवर्नमेंट ने भी हथियार उठा लिए ठीक है मारपीट मैच गई अब मारपीट मैच गई तो महात्मा गांधी ने बोला सत्यानाश हो क्यों क्यों क्योंकि वायलेंस हो गया चारों तरफ ठीक है ब्रूटल रिप्रेशन जब्रिटिशर्स के द्वारा स्टार्ट किया गया तब महात्मा गांधी ने क्या सोचा थेरैफोर महात्मा गांधी साइन अप फैक्ट विद लॉर्ड इर्विन जो वायसराय अरविंद थे ना तो वायसराय अरविंद के साथ फिर महात्मा गांधी ने एक फैक्ट्स साइन कर की अब तो गई भैंस पानी में फिर वायलेंस हो गया सत्याग्रह का मतलब ये है ना की आपको आपके गुस्से पे काबू रखना है तो महात्मा गांधी ने क्या किया गांधी इर्विन फैक्ट सेंड कर लिया और बोल दिया की हम सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट को कॉल ऑफ कर रहे हैं समय था फिफ्थ मार्च ठीक है आ फिफ्थ या 15 मार्च 1931 ठीक है 1931 में कॉल ऑफ कर लिया गया है सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट को और गांधी जी राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस के लिए लंदन चले जाते हैं बोलते हैं की तुम जितने भी लीडर्स को तुमने अरेस्ट किया है सब को छोड़ो मैं मूवमेंट कॉल ऑफ कर रहा हूं मैं चल रहा हूं तुम्हारे साथ लंदन घूमने नहीं ब्राउन टेबल कॉन्फ्रेंस में सेकंड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस यहां बैठ के डिस्कस करते हैं क्या करना है ठीक है तो आफ्टर मठ क्या है महात्मा गांधी वहां गए इधर पिटीशन में और लीडर्स को अरेस्ट कर लिया छोड़ भी नहीं ठीक है उल्टा कांग्रेस को बन कर दिया महात्मा और वहां से महात्मा गांधी जब लोट के आए तो कुछ हाथ लगा भी नहीं तो महात्मा गांधी ने ए के फिर से सिर्फ एक बार मूवमेंट लॉन्च करने की कोशिश कारी बट आईटी वास नोट सक्सेसफुल इन दी री लॉन्चिंग ऑफ सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट ठीक है समझ में आया यहां तक तो ये सिविल लिस्ट मूवमेंट भी हो गया हमारा पार्टिसिपेंट्स ने मूवमेंट को कैसे देखा सरगम मीनिंग मतलब खत्म ही नहीं हो रहा है इसका जीवन पता नहीं कब खत्म होगा एक राजा है ठीक है वो राजा ने अपने दूसरे राज्य में क्या करके रखा है पूरे नहीं ये तो मैं वो बता रहा हूं मैं फैऊदल सिस्टम हां तो फेडरल सिस्टम ही तो है तो पूरे राज्य में क्या करके रखा है फैऊदल लॉर्ड्स बैठा के रखें अभी फैऊदल लॉर्ड क्या करते थे ये भी ये भी और रईस दादा ठीक है ये क्या करते थे की अपने अंदर में कुछ लेबर्स को रख लेते थे और ये लेबर से बोलते थे की तुम मेरा अंदर में ही कम करोगे तो ये फैऊदल लॉर्ड के अंदर में जो लेबर्स रहते थे इन्हें सिर्फ कहा जाता था ठीक है तो जैसे किंग की किंगडम है ठीक है तो वैसे ये सिर्फ के ऊपर रूल करने वाला व्यक्ति जो है वो सिर्फ दम बनके बैठा है अपनी ठीक है ऐसा चलो तो आओ आदि मूवमेंट अब यहां पे भी आपको वही समझना है जैसा हमने वहां देखा था टोंस कंट्रीशाइड और प्लांटेशन था है ना तो वैसे यहां पे पार्टिसिपेंट्स की अगर बात करें तो कौन-कौन पार्टिसिपेट थे उन्होंने कैसे पार्टिसिपेट किया क्यों पार्टिसिपेट क्या और हर एक ग्रुप के लिए स्वराज का मतलब क्या था अपनी-अपनी ढपली अपना अपना राज ठीक है अपनी अपनी ढपली अपना अपना राज समझ में ए गया चलो कंट्री साइड गांव में किस-किस ने पार्टिसिपेट किया अब यहां पे है ना अपोजिट वाला साइन चलते चलना जैसे रिच पीजेंस के अपोजिट में कौन होगा बताओ हिंदी चाट लेट मी सी रिच पिजंस का अपोजिट में कौन होगा रिच पीजेंस का अपोजिट में कौन होगा ठीक है तो जैसे गांव में आपको बस वही अपोजिट ध्यान रखना है विच पीजेंस का अगेंस्ट में आप लिखेंगे पुर पॉज़िशन ठीक है तो ये दो कैटिगरी हो गई अलग-अलग अब दोनों की सोच अलग अलग थी तो हूं व देवर पार्टिसिपेंट्स रिच पीस पुर प्रेजेंट्स हो दे पार्टिसिपेट वो हम बताएंगे आपको बाय दे पार्टिसिपेट वो हम बताएंगे अब वे में क्रॉस वाला साइन ध्यान रखना की रिच पिजंस ने जी लिए पार्टिसिपेट क्या होगा उसके अगेंस्ट में पुर प्रेजेंट्स ने ठीक है वैसा अब उनके लिए दोनों के लिए मीनिंग क्या था स्वराज का वो बता रहे वैसे अगर आप शहर की बात करें तो टोंस और सिटीज में इंडस्ट्रियल मतलब मरचेंट्स और इंडस्ट्रियल इंडस्ट्रियलिस्ट इंडस्ट्रियल ओनर के अगेंस्ट में कौन होगा इंडस्ट्रियल ओनर के अगेंस्ट में हिंदी चाट ठीक है इंडस्ट्रियल ओनर अगेंस्ट में कौन होगा आप स्मॉल बिजनेसमैन का लो या फिर वर्कर्स का लो तो इनके अगेंस्ट में वर्कर्स ने पार्टिसिपेट किया ठीक है तो वही हूं व देवर मरचेंट्स इन इंडस्ट्रियलिस्ट हूं आर डर वर्कर्स तो कर कैटिगरी मैंने बता दी और चाहे शहर हो चाहे गांव हो दोनों ही जगह महिलाएं तो थी तो महिलाओं ने भी पार्टिसिपेट किया होगा अब मैं आपको पांचो पॉइंट दे देता हूं ठीक है पांचों कैटिगरी समझ में ए गई कैटिगरी अब पांचो कैटिगरी अगर समझ में ए गई तो पांचों कैटिगरी के पॉइंट पर्स ले लो प्वाइंटर्स क्या है देखो कितना बड़ा टॉपिक है ना डिफरेंट पार्टिसिपेंट ग्रुप लेकिन कितना सिंपल कर लिया हमने लॉजिक लगा के गांव में पार्टिसिपेशन था शहर में पार्टिसिपेशन था गांव में रिच पिजंस ने किया उनके अपोजिट में 4% से क्या अध्यक्ष इंडस्ट्रियल ऑनर्स ने किया तो उनके अगेंस्ट में वर्कर्स ने किया सिंपल और महिलाएं दोनों जगह थी कंट्री साइड और गांव में ये पांच कैटिगरी हो गई रिचर्ड से शुरू करते हैं तो देखो जैसे पाटीदार थे तो इन लोगों ने आपको क्या देखने को मिल रहा है इन्होंने रिवेन्यू डिमांड को कम करने की बात कारी जो की गवर्नमेंट बहुत ज्यादा कर रही थी उन्होंने देखा की गवर्नमेंट तो डिमांड कम नहीं कर रही है कांग्रेस को सपोर्ट कर दो अगर कांग्रेस जीत गई सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट से आजादी मिल गई तो रिवेन्यू डिमांड कम हो जाएगी अपनी ठीक है तो गवर्नमेंट अलसो रिफ्यूज तू रिड्यूस डिमांड ठीक है इसके चलते रिच पीजेंस ने क्या किया दे वीकेंड दी एंडोरास्टिक सपोर्टर ऑफ दिस सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट क्या हाथ लगा उनके नहीं क्यों क्योंकि सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट को आगे जाके कॉल ऑफ कर लिया गया विदाउट दी डिमांड्स बीइंग एक्सेप्टेड तो डिमांड एक्सेप्ट नहीं कारी गई और मूवमेंट कॉल ऑफ कर लिया गया फिर महात्मा गांधी ने जब रे लॉन्च किया ना मूवमेंट तो रिच पिजंस ने बोलते हैं भैया हमने खेल रहे हैं तुम्हारे साथ बैंड चालू बैंड चालू करते रहते हो बस ठीक है तो लेटर डेवलपमेंट यही है की बाद में जब फिर से लॉन्च किया गया तो देव आर नोट एन डू वे हैव टिक उन्हें ऐसा लगा की दम वाली बात नहीं है ठीक है तो ये रिच पिजंस एक ग्रुप था दूसरा ग्रुप आप देखेंगे पुर पीजेंस अब हो क्या रहा था ना रिच पिजंस को रिवेन्यू देना पड़ता था गवर्नमेंट को पुर पीजेंस को रेंट देना पड़ता था किसको ये रेसिपिजेंट्स को क्योंकि पुर पीजेंस इन रिच पिजंस के जमीन पे ही कम करते थे तो पुर पिस्सेंट्स भी चाहते थे की रिवेन्यू डिमांड कम हो क्योंकि हां तो दोनों का आम इंटरेस्ट है ठीक है लेकिन साथ ही साथ जो टैलेंट्स थे जो दूसरों के खेत पे कम करते थे जो रिच पिजंस के खेत पे कम करते थे तो टेनेंट्स वांटेड लैंड रेंट पेड़ तू बी लैंडलॉर्ड तू रिड्यूस और लिमिटेड ठीक है जो टिनेंट्स थे पुर पिजंस थे ये चाहते थे की लैंड रेंट जो है उसको रिड्यूस कर दिया जाए या फिर क्या कर दिया जाए वे ऑफ कर दिया जाए की हमें रेंट ना देना पड़े रिच पिजंस को अब दिखती बात है की अब रिकी के अगेंस्ट डिमांड कर दी थी तो कांग्रेस उतनी विलिंग बिलिंग नहीं थी की पुर पीजेंस की डिमांड को इंक्लूड कर लिया जाए क्यों क्योंकि विच प्रिजंस कांग्रेस को देते थे फंड ठीक है तो आप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपया तो यहां पे कांग्रेस को अगर चूज करने की बड़ी ए रही है साथ ही साथ पुर पीजेंस जो है ना तो दे हम जॉइंट दी रेडिकल मूवमेंट हथियार उठा लेते थे और नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में हथियार की तो बात ही नहीं हो रही थी ठीक है नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में हथियार की तो बात ही नहीं हो रही थी सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट में सत्याग्रह में तो कांग्रेस वास अनवीलिंग तू सपोर्ट नो रेंट कैंपस नो रेंट कैंपेन क्या है की जो रेंट पुर पुजंस को रिच पिजंस को पे करना था दिउ था उसको वाव ऑफ कर दिया जाए जो की शायद कांग्रेस सपोर्ट नहीं कर रही थी उतना ठीक है तो ये रिच पीस पुर पीजेंस हो गए अगला पार्टिसिपेट ग्रुप ए जो इंडस्ट्रियल ऑनर्स ठीक है तो जैसे इंडस्ट्रियल ऑनर्स को अपना बिजनेस एक्सपेंड करना था क्यों पार्टिसिपेट के वही बता रहा हूं मैं ठीक है बाय दे पार्टिसिपेट हो दे पार्टिसिपेट उनको अपना बिजनेस एक्सपेंड करना था लेकिन उनके ऊपर कैप बन के कौन बैठे थे ब्रिटिशर्स की हमसे ऊपर जान नहीं देंगे हम तुम्हें तो इंडियन इंडस्ट्रियलिस्ट ने सोना सोचा की अगर ब्रिटिशर्स को हटा दिया जाए तो हमारी ग्रोथ तो बहुत ऊपर चले जाएगी ठीक है तो यहां पर आपको देखना होगा तो पर एक्सपेंडिंग देवर बिज़नेस दे रिएक्ट अगेंस्ट कॉलोनियल पॉलिनेस पॉलिसीज ठीक है डेट रिस्ट्रिक्टेड बिजनेस उनको अपना बिजनेस एक्सपेंड करना था ठीक है तो फॉर्मेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रियलिस्ट और कमर्शियल कांग्रेस 1920 में फिक्की की एन मतलब ये जो फेडरेशन ऑफ इंडियन कॉमर्स और चेंबर वाली जो ऑर्गेनाइजेशन है ये बनाई 1927 में तो इस तरह से इंडस्ट्री लिस्ट का पार्टिसिपेशन था क्यों था कैसे था बता दिया मैंने आपको ठीक है जैसे आप देखेंगे तो ये जो इंडस्ट्रियलिस्ट का पार्टिसिपेशन था दिस वैसे एलईडी बाय पुरुषोत्तम दास ठाकुर गड़ बिरला इस तरह के बड़े-बड़े इंडस्ट्रीज के नाम थे ऑप्शन फाइनेंस दी एक्टिविटी ऑफ कांग्रेस कांग्रेस को अधिकतर पैसा भी दे दिया करते थे कौन इंडस्ट्रियलिस्ट ठीक है अब उनके एक्सप्रेशंस ये देखिए आजादी मिली और हमें हमारा बिजनेस गो करने का मौका मिले लेकिन उनका एक कंसर्न भी था की यंग लीडर जो ए रहा है जैसे जवाहरलाल नेहरू सुभाष चंद्र बस तो देवरा मोर ट्विस्टेड टुवर्ड्स सोशलिज्म उन्हें ऐसा लगता था की यार ये यंग लीडर जो कांग्रेस के ए रहा है ना ये तो वर्कर्स का सपोर्ट ज्यादा कर रहे हैं वर्कर्स का क्या मानना था देखो अपोजिट में एक कैटिगरी तो वर्कर्स दूर रहे इंडस्ट्रियल ओनर ए गए मूव इवेंट में तो वर्कर्स ने सोचा अपने को कोई नहीं है जहां वो जाएंगे वहां हम नहीं आएंगे ऐसा ठीक है तो वर्कर्स नोट पार्टिसिपेट इन बड़े नंबर क्योंकि वर्कर्स लिस्ट ठीक है तो इंडस्ट्रियलिस्ट कम क्लोजर वर्कर्स स्टेट एलॉफ स्टाइल स्टाइल गांधियन ठीक है स्टाइल गांधियन आइडिया डोमिनेटेड अमोंग ठीक है गांधियन आइडिया जो है तो वो डोमिनेट करते थे कुछ वर्कर्स के मां में और इस के चलते कुछ वर्कर्स जैसे वर्कर्स सिम महाराष्ट्र कोल्हापुर वाला जो रीजन है तो वहां पे पार्टिसिपेट किया उन्होंने देवर डी लेफ्ट टर्स ऑफ कांग्रेस तू सपोर्ट वर्कर अगेन वही आप बनाना भैया सबसे बड़ा रुपया तो यहां पे कुछ जो कांग्रेस लीडर्स थे तो देवर मोर हैप्पी विथ इंडस्ट्रियल ऑनर्स ठीक है क्योंकि देवरा गिविंग डेम फंड ठीक है तो वर्कर्स क्यों उतना सपोर्ट नहीं कर रहे थे अब ए जो पांचवी कैटिगरी कौन सी पांचवी कैटिगरी जो है तो पांचवी कैटिगरी है वूमेन की ठीक है तो वूमेन चाहे गांव में हो चाहे शहर में हो दे पार्टिसिपेट देवर वास डी लास्ट स्केल पार्टिसिपेशन ऑफ वूमेन पर दी फर्स्ट टाइम इन अन्य नेशनल मूवमेंट ठीक है दे पार्टिसिपेट इन प्रोटेस्ट मार्च इस मैन्युफैक्चरर साल्ट साल्ट और पिक आईटी पर और क्लोज और लिकर शॉप और इनफैक्ट महात्मा गांधी ने बोला क्या की मतलब महात्मा गांधी का भी ये मानना था जैसे अगर आप देखेंगे की वूमेन जरूरी है लेकिन वो यहां पे जैसे अगर आप देखेंगे तो महिला है जो खुद थी तो वो इन मूवमेंट में पार्टिसिपेट करने को अपनी एक सीक्रेट ड्यूटी की तरह कंसीडर्ड कर रही थी की यह हमारा धर्म है ठीक है ये हमारा धर्म है की हम इन मूवमेंट्स में सारे का सकते हैं की इवेंट्स में पार्टिसिपेट करें समझ गए तो ये कहानी हो गई पार्टिसिपेट ग्रुप के एक बार रिकॉल करते हैं चलो बताओ जरा फटाफट से क्या कौन-कौन से पार्टिसिपेट ग्रुप थे हिंदी चाट डॉ में ये नोट्स आप लेना है देखो की पेंटर से हक करके रखा है की उससे आप क्या कर सकोगे ये पुरी कहानी निकाल सकते हैं कम आएगा ये कंट्री साइड टोंस दोनों में आम वूमेन ठीक है हर पॉइंट को फटाफट टच करते चलो ऑब्जेक्टिव ऑफ की डेड घंटा मैक्सिमम में लेक चलें एक घंटा [संगीत] शूज एक मुद्दा था पेंटर देते जा रहा हूं समझना कास्ट इश्यूज मैं आप जैसे देखेंगे ना तो जो अनटचेबल्स थे ठीक है एन सो कॉल्ड मतलब ऐसा आप प्रकाश लोअर कास्ट होता नहीं है लोगों ने का दिया लोअर कॉस्ट ठीक है तो आप जैसे देखेंगे तो अनटचेबल्स थे तो अनटचेबल्स पीपल के इन दी लोअर कास्ट ठीक है दे व नोट ट्रीटेड विद दी से डेम आर नोट ट्रीटेड विथ दी से का सकते हैं पार्टिसिपेशन और से रिस्पेक्ट आ व्हेन सनातनी एंटर्ड इन दी सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट और इन दी पॉलीटिकल अरेना ठीक है तो ऐसा माना जाता था की तो देवरा डोमिना और अपार कास्ट हिंदू जो थे तो उनके पार्टिसिपेशन के करण लोअर कास्ट जो हिंदू थे तो डिफॉल्ट की हमारे साथ आने से ये लोग साथ नहीं रहेंगे ये साड़ी चीज ठीक है तो वो कास्ट डिफरेंस जो थे वो कास्ट डिफरेंस के चलते क्या है कास्ट डिफरेंस के चलते एक इमिटेशन ये रहा की आप प्रकाश और लावरकेस साथ मिलकर नहीं कम कर पाया ठीक है महात्मा गांधी ने यहां पे कहा भी की अगर देश को आजाद करना है तो ये वे आर रिक्वायर्ड तो गिव अप दी सन ऑफ अनटचेबिलिटी ये पाप है और इसके लिए महात्मा गांधी ही हिमसेल्फ का सकते हैं ये हिमसेल्फ क्लीन दी टॉयलेट तू डिग्निफाई डी क ऑफ कम्युनिटी के कम को डिग्निफाई करने के लिए महात्मा गांधी खुद बाथरूम करते देखें ठीक है उन्होंने बोला क्या की अनटचेबल्स जो है वो हरिजन से भगवान हरि के बच्चे हैं ठीक है तो हमें उनके अगेंस्ट में दया भाव सद्भावना वो वाला विचार रखना होगा ठीक है अब जैसे अगर आप देखेंगे की अब क्योंकि कास्ट डिफरेंस थे तो जो अनटचेबल्स थे ना बेगन दे सेपरेट इलेक्टरेट अनटचेबल्स ने सेपरेट ठीक है इलेक्ट्रॉनिक की डिमांड करना चालू कर डन मैं बोल दिया की हम इस देश का हिस्सा बनकर र नहीं सकते क्योंकि इक्वल ट्रीटमेंट नहीं है ठीक है तो आप जैसे अगर आप देखोगे ना तो ये ये जो मैं आपको कहानी बता रहा हूं सेपरेट इलेक्टरेट डिमांड कर दी है क्यों क्योंकि कास्ट इशू एक प्रॉब्लम थी इसको इंडिविजुअल लेवल पेज देखेंगे तो जैसे डॉक्टर बी अंबेडकर जो थे अनटचेबल्स के लीडर्स थे उन्होंने क्या किया की ऑर्गेनाइजर दलित्स इन डिप्रेस्ड क्लास संगठन ग्रुप बनाया है टेंपल एंट्री मूवमेंट वगैरा चलाएं और जब सेकंड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में वो जाते हैं तो हिट डिमांड सेपरेट इलेक्टरेट पर दलित सेकंड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में ब्रिटिशर्स को तो कम ही होता था क्या डिवाइडेड रूल तो डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने सेपरेट इलेक्टरेट की डिमांड रख दी मुझे पता है आपके मां में सवाल पूछ रहा होगा की सेपरेट इलेक्टरेट क्या मतलब उन्होंने ये बोल दिया की ये अगर इंडिया है तो इंडिया की इस टेरिटरी में को अगर आप एक सेपरेट इलेक्टरेट बनोगे जहां पे वाटर सारे दलित ही होंगे और लीडर भी दलित ही बनेगा ठीक है तो महात्मा गांधी ने बोला है इससे तो आप सोसाइटी को इंटीग्रेटेड करने की जगह और तोड़ डॉग महात्मा गांधी ने बोल दिया मैं भूख हड़ताल पे बैठ जाऊंगा लेकिन ये कभी नहीं होने दूंगा की सेपरेट इलेक्टरेट मिल जाए दें इसको मतलब ऐसा नहीं था दलित्स का प्लेसमेंट नहीं चाहते थे वो ये चाहते थे दलित सोसाइटी में इंटीग्रेटेड हो और ये तो आप क्या करो उनको छांट दे रहे हो हिंदी नाम ऑफ सेपरेट इलेक्टरेट मतलब सेपरेट टेरिटरी वेयर दलित लीडर वुड बी इलेक्ट बाय दी दलित वॉटर तो ये गलत हो रहा है तो महात्मा गांधी ने क्या बोलती है गांधीजी ने पोस्ट क्या चीज को और सेपरेट इलेक्टरेट की डिमांड जो थी ना उसको गिव अप करके सिट्स रिजर्व कारी जाएगी जैसे आज देखते हैं हम रिजर्वेशन है ठीक है शेड्यूल कास्ट के लिए शेड्यूल ट्राइब के लिए तो महात्मा गांधी ने क्या किया की इस चीज को पोस्ट किया और दोनों के बीच में जो कनफ्लिक्ट थे डॉक्टर बी आर अंबेडकर और महात्मा गांधी के बीच में तो वो पूना बैठ के थ्रू क्या होते हैं रिजॉल्व होते हैं और सितंबर 1932 में महात्मा गांधी और बी अंबेडकर के बीच में पूना पैक साइन होता है जिसमें क्या होता है जिसमें एन डॉक्टर बी आर अंबेडकर गिव अप है डिमांड ऑफ सेपरेट इलेक्टरेट और एग्री तू डी रिजर्व सिट्स पर दलित्स समझ गए अग्नि तू दी रिजर्व सिट्स पर दलित्स गिव मी भारत भारत भूषण चलेगी चलेगी मां जो यार पढ़ने लिखने कुछ नहीं हो ठीक है आगे बढ़ते हैं तो यह तो आपने देख लिया कास्ट इशू इमिटेशन का करण बंता है जहां पे आपको देखने को मिलता है की ग्रुप लेवल का अनटचेबल्स और हाय कास्ट हिंदू के बीच में आपको क्या देखने को मिलता है कनफ्लिक्ट देखने को मिलता है इंडिविजुअल लेवल पे बी अंबेडकर और महात्मा गांधी के बीच में और डेट वज रिजॉर्ट पुणे पैक सिमिलरली रिलिजियस इशू भी एक इमिटेशन था जैसा आप देखेंगे हिंदू और मुस्लिम कोऑर्डिनेशन नहीं देखने को मिलता है जितना नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में देखने को मिलता क्यों क्योंकि आप जैसे देखोगे ना तो कम तू भी विजिबिलिटी एसोसिएटेड ओपनली विद हिंदू रेली जन रिलिजियस नेशनल कांग्रेस में उसे समय तक 1930 के आते-आते हिंदू नेशनलिस्ट जो है वो क्लियर कट तरीके से डोमिनेट कर रहे थे ठीक है मुस्लिम से अपने अलग मुस्लिम लीग बना ली थी मुस्लिम लीडर्स थे तो उन्होंने अपनी मुस्लिम लीग बना ली थी इनफैक्ट होता क्या था की 1930 आते आते रिलेशनशिप बिटवीन हिंदू और मुस्लिम वर्षों टेंड आते डी टाइम पीरियड क्या की जो रिलीज है रिलिजियस प्रोसेशन निकलते थे रेलिया वगैरा निकलते थी विथ मिलिटेंट फार्मर हथियार लेक और ठीक है कोई अपने धर्म को अच्छा बता रहा है कोई अपने धर्म को अच्छा बता रहा और प्रो के हिंदू मुस्लिम एन हिंदू मुस्लिम कम्युनल क्लासेस और राइट्स और इसी के चलते हो जाते थे राइट्स हो जाते थे डांग हो जाते थे डीज क आम थिंग्स इन इंडिया आते डी टाइम पीरियड तो अब जब सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट लॉन्च किया गया तो इसको एक कांग्रेस के द्वारा चलाया गया मूवमेंट की तरह देखा गया जिसमें मुस्लिम का पार्टिसिपेशन उतना नहीं था जितना नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट के टाइम पीरियड में था समझ गए बताओ जितना रोन कोऑपरेशन मूवमेंट के टाइम पीरियड में था सो दिस वैसे वन ऑफ दी रीजन वही ग्रुप लेवल पर रिलिजियस इशू इंडिविजुअल लेवल क्या है आते टाइम्स प्रयास किया गए की जैसे मोहम्मद अली जिन्ना भी सेपरेट इलेक्टरेट की डिमांड कर रहे थे और अल्टीमेटली होता वही है पाकिस्तान इधर एग्जांपल ऑफ सेपरेट इलेक्टरेट जहां पे उन्होंने इस्लामिक स्टेट बनाया और वहां पर लीडर ते कर लिया की हां एक मुस्लिम लीडर ही बनेगा ठीक है तो मोहम्मद अली जिन्ना सेपरेट इलेक्ट्रिक की डिमांड लेकर बैठे थे मर्जीाई करो मोहम्मद अली जिन्ना के बीच में कनफ्लिक्ट हो जाता है उन्होंने बोल दिया क्या की किसी प्रकार का नेगोशिएशन नहीं करेंगे एक पॉइंट आया था जहां पे नेगोशिएशन टेबल पे बैठा जा सकता था और हिंदू और मुस्लिम के बीच में कॉर्डियल रिलेशंस बनाया जा सकते थे लेकिन डिफेंस नेगोशिएशन ओवर दी डिमांड ऑफ प्रिजर्व सिट्स ठीक है मोहम्मद अली जिन्ना बोले थे की सिट्स रिजर्व कर दो सेपरेट इलेक्टरेट नहीं दे रहे हो बट हिंदू लीडर सपोर्ट्स की कोई रिजर्व सीट भी नहीं मिलन चाहिए ठीक है रिजर्व सीट भी नहीं मिलन चाहिए तो फील्ड नेगोशिएशन ओवर थे डिमांड ऑफ रिजर्व सिट्स इन सेंट्रल असेंबली और रिप्रेजेंटेशन इन बंगाल और पंजाब प्रोविंस ठीक है तो इसके चलते आपको देखने को मिलता है की हिंदू मुस्लिम के बीच में कोऑर्डिनेशन नहीं बन पाया ठीक है डिफरेंस संगठन क्या है तो जो दलित्स के लिए एक ऑर्गेनाइजेशन बनाई डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने वो डिप्रेस्ड क्लास संगठन थी ठीक है अब ए जो चैप्टर के लास्ट टॉपिक पे हां जी भाई साहब गहरी सांस लो सभी लोग ठीक है अपने-अपने कंधे पर से शाबाशी दो जो पिछले एक डेड घंटे से पूरे ध्यान के साथ पढ़ रहे थे बताऊंगा तुम्हें लूनर शैडो क्लास के बाद में रुक जो जा रहा हूं बताओ यहां तक क्लियर है सो वे आर ऑन डी लास्ट टॉपिक ठीक है ओके यहां तक क्लियर है कांग्रेचूलेशंस आपके वन मिलियन हो गए अच्छा प्राण करते हो तुम ठीक है होंगे एक दिन वो भी होंगे हकीकत है वो ठीक है आगे बढ़ते हैं तो लास्ट टॉपिक क्या है की आपने पूरा कैसे देखा नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट का पार्टिसिपेशन इमिटेशन का पार्टिसिपेशन इमिटेशन दोनों मूवमेंट के बीच में वो ट्रू स्पिरिट में क्या हो रहा था वो इतना पूरा चैप्टर पढ़ने के बाद में अब आप आते हैं लास्ट पार्ट में की देश में आजादी के लिए लड़ना और उसे देश के सारे लोगों को आपस में एकजुट करना की हम एक ही चीज के लिए एक ही कॉस्ट के लिए लाड रहे हैं वो भाव पैदा करना ये दो अलग-अलग चीज होती हैं समझे तो ये स्टेटमेंट बहुत अच्छा है की उसे नेशन नेशनलिज्म होना चाहिए यहां पर नेशन के अंदर नेशनलिज्म जो है वह नेशनलिज्म का भाव कैसे पैदा करेंगे ठीक है कैसे अचीव करेंगे समझ रहे हो ना की मैंने एक मिट्टी से मतलब मिट्टी से ईट से सीमेंट से घर तो बना लिया ठीक है मकान बना लिया लेकिन उसे मकान को घर कब बना पाऊंगा जब उसके अंदर रहने वाले लोगों के बीच में आपस में प्रेम होगा क्या बाद में ठीक है तो क्या की आपने देश आजाद करवा लिया साथ लाड लिए एक दूसरे का ब्रिटिशर्स का माता फोड़ दिया सब कर दिया लेकिन वो आपस में लोग आपस में भाईचारा से कब जिएंगे कैसे अचीव करेंगे वो चीज पाटली थ्रू यूनाइटेड स्ट्रगल ठीक है साथ मिलकर लाड रहे थे मैं भी इसी रास्ते जा रहा हूं तुम भी इसी रास्ते जा रहा हूं तुम बोलते नहीं की हम दोनों राहगीर क्या बन गए दोस्त बन गए तो एक तो क्या है की हम साथ मिलकर लाड रहे थे इस करण से क्या हुआ की हम यूनिट हो रहे थे ठीक है वो फीलिंग ऑफ नेशनलिज्म ऑफ फीलिंग ऑफ कलेक्टिव बिलॉन्गिंग इन सारे थी दूसरा करण ये भी था पाटली थ्रू कल्चरल प्रोसेस पाटली थ्रू कल्चरल प्रोसेस में मतलब क्या है की एक तो हम साथ मिलकर लाड रहे थे और दूसरा ये की कल्चरल प्रोसेस डू प्लेट अगर इंपॉर्टेंट रोल ओवर हर कल्चरल प्रोसेस में कैसे इंपॉर्टेंट रोल प्ले किया तो हमने ऐसे प्रयास किया गए की जिसके चलते लोग एकजुट हो क्या प्रयास किया गए तो जैसे हिस्ट्री फ्रिक्शन फोर फ्लोर्स फॉर्म्स पॉपुलर फ्रेंड्स और सिंबल्स जो प्लेज एन पार्ट इन मेकिंग ऑफ नेशनलिज्म ठीक है तो इन साड़ी चीजों ने हिस्ट्री ने हमारे फिक्शन ने हमारी फोकलर ने सोंग्स ने अब जब जान गण मां गाऊंगा ठीक है तो मेरे जान गण मां गाने के साथ-साथ आपके अंदर भी वो भाव पैदा हुआ क्या नहीं है ये मेरा नेशनल एंथम है समझे तो इस तरह से कल्चरल प्रोसेस के थ्रू लोगों को क्या किया गया है एकजुट किया गया इंडिया कम तू बी विजुलाइज विद डी इमेज ऑफ भारत माता जैसे आप क्या देखेंगे की भारत माता की इमेज बनाई गई किसने बनाई तो आप जी देखेंगे बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय जो थे ठीक है तो बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने इमेज बनाई उन्होंने ठीक है उन्होंने क्या किया वंदे सॉन्ग लिखा वंदे मातरम ठीक है तो उन्होंने वंदे मातरम सॉन्ग प्रार्थना की तरह लिखा ठीक है और उन्होंने अपने आनंद मत जो नवल है उसमें उसको पब्लिश किया तो ये एक तरीका रवींद्रनाथ टैगोर खुद रविंद्र नाथ टैगोर खुद गांव गए उन्होंने क्या किया वहां से लोकल स्टोरी फोकॉलर्स मतलब क्या है की जो लोकल कहानी लोग कहानी रहते हैं ना लोग तो वह कहानी खट्टी कारी नितेश शास्त्री जो है तो साउथ इंडिया में इन्होंने क्या किया साउथ इंडिया में घूम घूम के फोर वॉल्यूम फोर ठीक वॉल्यूम ऑफ आ दी लोक टेल्स ऑफ साउदर्न इंडिया ठीक है लोक टेल्स ऑफ साउदर्न इंडिया करके एक आ लोक तेल की बुक कलेक्ट कंपिल कारी कर कर वॉल्यूम की एक बुक कंबाइन कारी ठीक है मतलब लोक तेल मतलब क्या है की जो लोग कहानी रहती है जो गांव में काशन में देश की संस्कृति की कहानी जुड़ी रहती है वो साड़ी चीज ठीक है तो इस तरह से क्या है लोक टेल्स को रिवाइज किया गया और क्या किया गया तो जैसे इमेज हो गई ठीक है सोंग्स हो गए हैं रिवाइवल ऑफ इंडियन फोकलर हो गया फिर क्या उसे ऑफ आइकंस और सिंबल्स आइकंस और सिंबल्स की मदद से लोगों को एकजुट किया गया इन आईकॉन सिंबल्स में फ्लैग ने एक बहुत इंपॉर्टेंट रोल प्ले किया जैसे अगर मैं आपको बताऊं तो फ्लैग क्या है तो जब स्वदेशी मूवमेंट चल रहा था बंगाल पार्टीशन के टाइम पीरियड में तब ये इस तरह का फ्लैग बनाया गया है स्वदेशी फ्लैग जिसे कहा गया है जिसमें चंद और सूरज हिंदू मुस्लिम को दर्शाते थे ठीक है 8 लोटस जो तो 8 प्रोविंस को दर्शाते थे वंदे मातरम वो नारा था जिससे लोग भावुक होते थे ठीक है तो यह स्वदेशी फ्लैग बनाया गया फिर वैसे ही जैसे आप देखोगे तो स्वराज फ्लैग बनाया गया स्वराज फ्लैग क्या है ये महात्मा गांधी ने इसमें चरखा एड करके इस फ्लैग को तीन कलर के साथ में क्या है तीन कलर के साथ में हिंदू मुस्लिम यूनिटी और ऐसे देख सकते हो सैफरन ब्रेवरी को व्हाइट पीस को और ग्रीन प्रोस्पेरिटी को दर्शाता है ये स्वराज फ्लैग बनाया स्वराज मूवमेंट के टाइम पीरियड में ठीक है तो यहां पे आपको क्या देखने को मिलता है यहां पे आपको देखने को मिलता है की किस तरह से सेंस ऑफ कलेक्टिव बिलॉन्गिंगनेस के लिए अलग-अलग प्रयास किया जा रहे थे लास्ट पॉइंट एक और जो सेंस ऑफ कलेक्टिव बिलॉन्गिंग्स बिलॉन्गिंगनेस के लिए जाएगा वो क्या जाएगा री इंटरप्रिटेशन ऑफ हिस्ट्री ठीक है लोगों के अंदर एकजुट लाने के लिए हिस्ट्री को रिइंटरपित किया गया देखो क्या होता है यू आर डी प्रोडक्ट ऑफ योर पेस्ट ठीक है प्रेजेंट हो यू पर सी यू आर आईडेंटिटी और विच इसे डेरिवेद एन लोट फ्रॉम दी पेस्ट बट इट्स नोट लाइक डेट की पास्ड ही आपका फ्यूचर ते करेगा ठीक है मतलब देखो दोनों तरह की फिलासफी है लेकिन मैं आपको ये बताना छह रहा हूं की यहां पे फास्ट ने पॉजिटिवली रोल प्ले कर है पास को नेगेटिविटी रोल मत प्ले करने देना ठीक है पॉजिटिव रोल प्ले करने दे रहा हूं तो फास्ट पॉजिटिव रोल प्ले कैसे कर रहा है तो जैसे ब्रिटिशर्स में क्या बोला आईटी इस दी व्हाइट मांस बर्डन की हम आए हैं हम गौरव की जिम्मेदारियां हैं की ये बिन बजाने वाले लोगों को हम क्या करें इनकी स्थिति सुधार है और हमें ये बताएं की तुम मूर्ख हो तुम्हें कुछ नहीं पता ये साड़ी चीज तो इसके चलते इंडियन ने मां के बैठ गए लेकिन जो इंडियन नेशनलिस्ट थे तो दे रे इंटरप्रिटेड हिस्ट्री उन्होंने बताया की जब ये लोग पेट लगा के झिंगालाला हूं कर रहे थे उसे समय पर हमारे यहां साइंस की थिअरीज लिखी जा रही थी उसे समय पर हमारे यहां मेडिकल साइंस कितना डेवलप हो गया था चरक पार्क संहिता की बात कर लो तो इंडियन हिस्ट्री वास फूल ऑफ डेवलपमेंट दी फैक्टर्स ने उसको डिस्टोर्ट कर दिया था तो अपने लोगों के अंदर कॉन्फिडेंस इन्फ्यूज करने के लिए ग्लोरियस टाइम्स और डेवलपमेंट्स क रिटर्न व्हाट टोल्ड तू दी पीपल और उसके चलते क्या है सेंस ऑफ कलेक्टिव बिलॉन्गिंगनेस लोगों के अंदर इन्फ्यूज किया गया था ठीक है तो ये सारे तरीके थे जिससे सेंस ऑफ कलेक्टिव बिलॉन्गिंगनेस डेवलप किया गया अमंग दी पीपल फ्लैग वाला मैंने आपको बता दिया समझ में आया लास्ट टॉपिक एक बॉक्स में दिया है बहुत सारे बच्चे पूछते हैं सर क्यूट इंडिया मूवमेंट आएगा नहीं आएगा देखो पॉसिबिलिटी ऑफ कमिंग डायरेक्टली इन दी इन दी फॉर्म ऑफ क्वेश्चन डिस्क्रिप्टिव क्वेश्चन इस वेरी रेयर यहां ये हो सकता है की क्यूट इंडिया मूवमेंट का वो पैराग्राफ ए जाए पैसे पैसेज बेस्ड क्वेश्चन ए जाए तो क्यूट इंडिया मूवमेंट मैं आपको क्या ए सकता है ठीक है क्यूट इंडिया मूवमेंट मैं आपको क्यूट इंडिया मूवमेंट मैं आपको यह देखने को मिल सकता है की नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट बी कल ऑफ कर लिया गया आजादी मिली नहीं मिली आजादी कब मिलती है क्यूट इंडिया मूवमेंट के बाद मिलती क्या नहीं क्यूट इंडिया मूवमेंट लास्ट मेजर मूवमेंट था जो की 1942 में स्टार्ट किया जाता है इन इन दिस मूवमेंट डियर बाज एन कॉल पर कंप्लीट विडड्रॉल ऑफ ब्रिटिश फ्रॉम इंडिया ये बोला गया था की क्यूट इंडिया मतलब की आप भारत छोड़ो और जो ब्रिटिशर्स अपने देश में जो याद आई होगी तुम्हें होगी ठीक है तो क्यूट इंडिया मूवमेंट चला गया था डी कॉल ऑलमोस्ट बरोट डी होल स्टेट मशीनरी तू एन स्टैंड स्टाइल क्यूट इंडिया मूवमेंट 1942 में चलाया गया था जिसके चलते जो पूरा ब्रिटिश मशीनरी था स्टेट मशीनरी उसको स्टैंड स्टील पीला दिया था हमने एक तरह के एक एक समय के लिए उसको बोलते हैं ना थूक सुख दिया था ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी तो बैक ही नहीं थी मतलब ब्रिटिश क्राउन का ठीक है आजादी पी ली थी हमने लेकिन आजादी मिली नहीं थी 1942 में एक तरह से ठीक है 14 जुलाई 1942 में जो कांग्रेस वर्किंग कमेटी थी वर्धा सेशन में उन्होंने क्यूट इंडिया इंप्रूवमेंट का रेजोल्यूशन पास किया और कुछ इंडिया मूवमेंट में पता है सारे बड़े लीडर को जय में दाल दिया गया था बीट जवाहरलाल नेहरू महात्मा गांधी सरदार वल्लभ भाई पटेल सबको राजेंद्र प्रसाद सबको जय में दाल दिया था और क्यूट इंडिया मूवमेंट की ही दें थी की आ नए लीडर्स जो यंग लीडर थे जैसे अरुण अशुभ अली हो गया ठीक है आ जयप्रकाश नारायण हो गए तीन नए लीडर्स उसे समय पे पर फ्रंट में आए थे क्यूट इंडिया मूवमेंट में डू और दी स्पीच दी थी मतलब वायलेंस की बात नहीं कर रहे हैं ऐसा मतलब मारेंगे नहीं किसी को या तो आजादी लेंगे हम जान दे देंगे इस तरह से और उनको जय में दाल दिया था बहुत सारे लीडर्स को ठीक है तो ये पुरी कहानी रही है ये पुरी कहानी रही है फाइन इसी के साथ आज के इस सेशन को हम करते हैं एक घंटा 32 मिनट इसमें स्टार्टिंग में हेलो है मैं निकाल जाते हैं 10-15 मिनट 10 मिनट तो नहीं कहेंगे लेकिन 15 मिनट नहीं कहेंगे 5 मिनट मां लो तो अराउंड 1 घंटे का एक घंटे 25 मिनट के आसपास का सेशन है बाद में जो बच्चे देख रहे हैं 2 एक्स पे देखना मतलब यहां तक तुम वीडियो देख चुके होंगे पूरा ठीक है तो ये रिवीजन में आपकी मदद करेगा बताओ ठीक है तो क्लियर हो गया क्रिस्टल क्लियर है बताओ क्या की मुस्लिम के लिए रिजर्व कांस्टेंसी दे दी जाए मुस्लिम डोमिनेटेड एरिया में उन्होंने बोला कोई सिट्स रिजर्व नहीं की जाएगी कोई बात नहीं आगे और अच्छा प्रयास करेंगे इंडिपेंडेंस कैसे मिली उसके लिए आपको पार्ट तू देखना पड़ेगा इंडिपेंडेंस फिर क्या मेरे को क्यूट इंडिया मूवमेंट के बाद में हमने बहुत फोर्सफुली क्या किया था एक तरह से पुश किया था की आजादी चाहिए अब 1942 के बाद में 1945 तक वर्ल्ड वार तू खत्म हो जाता है वर्ल्ड वार तू खत्म होते होते हैं ऐसा कहा जाता है की ब्रिटिशर्स वैसे भी एग्जास्ट हो चुके थे ब्रिटिश जर्मन ने क्या बोलते थे जर्मनी ने जर्मनी में हिटलर से हिटलर ने मार मार के ब्रिटेन की स्थिति खराब कर दी थी ठीक है और साथ ही साथ उसे समय पे हिंदुस्तान आ मतलब जैसे देखेंगे इंडियन नेशनल आर्मी अंदर दी लीडरशिप ऑफ एन सुभाष चंद्र बस मजबूत थी अगर ए जाति नहीं देते तो वो आर्मी भी तैयार थी की वो हमला करने वाली थी ब्रिटिश गवर्नमेंट पे ठीक है और फिर क्या होता है फिर जैसे अगर आप देखेंगे तो फिर कहानी ना कहानी ब्रिटिश गवर्नमेंट की ना कामयाबी और इंडियन नेशनलिस्ट मूवमेंट का फिर से स्ट्रांग हो जाना आजादी का करण बंता है तो 1947 आते आते आजादी मिलेगी हमें ठीक है क्या था की जो तुर्की है तो तुर्की के जो रोलर थे ना तो उनके अंदर में जो पुरी टेरिटरी थी वो ऑटोमेटिक अंपायर की डिश इंटीग्रेशन से वो बालकानेशंस निकले थे ध्यान ठीक है नोट्स कहां मिलेंगे बस क्लास के बाद में नोट सबको मिल रहे हैं कहां पर रुक जो अभी लो नोट्स कैसे मांग ली तूने शेर पीएफ फाइल टेलीग्राम टीम डीएसआर तो हमारा यह चैनल अभी की कहानी यहां पे करते हैं समाप्त कल मिलेंगे ठीक है आज के सारे टास्क पूरे कंप्लीट कल मिलेंगे फॉरेस्ट और वाइल्डलाइफ रिसोर्सेस वाले चैप्टर के साथ में छोटा सा नन्हा सा प्यार सा चैप्टर है ठीक है तब तक अपना ध्यान रखो मुस्कुराते रहो अभी के लिए साइन ऑफ करता हूं साइनिंग ऑफ विद दिस टुगेदर वे कैन वे बिल थैंक यू थैंक यू वेरी मैच