What's up everyone, welcome back to the channel, this is day 11 of our 100 days commerce pro series और आज की इस शानदार class में एक शानदार chapter हम शुरू करने जा रहे हैं जिसमें हम ये समझेंगे कि कितने प्रकार के businesses होते हैं, उन्हें शुरू कैसे किया जाता है अब भाई company बनानी है तो कैसे बनेगी, क्या partnership में भी मैं business कर सकता हूँ, दोनों में क्या फर्क होता है अगर मैं अकेला अपने पापा के जैसे कोई दुकान खोलूं, यानि कि मैं बस अकेला ही मालिक बनना चाहता हूँ, मैं किसी के साथ अपना प्रॉफिट नहीं बाटना चाहता हूँ, उसको क्या बोलते हैं, अगर हम अमबानी की तरह पूरी फैमिली बिजनस चलाएं, तो वो कैसे चल सकता है, तो बहुत सारे form of business होते हैं, वो सब हम इस chapter में सीखने वा Forms of Business Organizations Let's begin तो सर ये चाप्टर में हम लोग क्या पढ़ने वाले हैं हम लोग पाँच तरीके की Business Organizations को समझेंगे बिटा पहली soul proprietorship फिर partnership फिर joint Hindu family फिर cooperative society और joint stock company आज इन दोनों को करते हैं कल इन तीनों को करेंगे और chapter हमारा समाप्त हो जाएगा ठीक है तो इस week में second chapter भी आपका आपका खतम फर्स्ट आप ऑलरेडी कर चुके हो ऐसी पढ़ते पढ़ते सारे चैप्टर्स हो जाएंगे आपको पता भी नहीं चलेगा सबसे पहले आता है बच्चों सोल प्रोप्राइटरशिप वह टेस्ट प्रोप्राइटरशिप देखो सोल का मतलब होता है इंडिवीजुअल प्रोप्राइटर का मतलब होता है ऑनर तो सोल प्रोप्राइटरशिप बच्चों एक ऐसा बिजनेस होता है जिसमें इंडिवीजुअल ऑनर होता है जैसे मेरे पापा की मेडिसन की शॉप है वह अकेले ही कई सालों से वह शॉप बिलाते आ रहे हैं मेडिसन सेल करते आ रहे हैं तो वह basically एक sole proprietor है आपके आसपास इतने भी bakeries होती हैं जहाँ पे एक ही owner होता है कोई confectionery की दुगान होती है कोई garment shop होती है कोई uniform shop होती है जितने भी आपके आसपास business दिख रहे हैं जिसमें अकेला owner है वो ही सारे profits लेता है वो ही सारे losses bear करता है उसी को हम sole proprietorship business बोलते हैं the word sole means only and proprietor means the owner तो sole proprietor कौन होता है एक जो ऐसा इंसान जो अपने business का अकेला मालिक है उसके साथ कोई और प्रॉफिट या लॉस नहीं बाटता उसके साथ कोई रिस्क या रिवॉर्ड नहीं बाटता उसके साथ कोई डिसीजन मेकिंग नहीं बाटता सब कुछ अकेला ही करता है है ना असोल प्रोपाइटरशिफ फॉर्म ऑफ बिजनस ओरगनाइ� बोलेंगे कि शोल्ड प्रोपरिटरशिप को फॉर्म करना बहुत आसान है बेर मिनिमम ही कोई लीगल फर्माइलिटीज चाहिए अगर कोई इस तरीके का बिजनस है जिसमें लाइसेंस कंपल्सर ही है तो ही आपको गॉर्नमेंट से लाइसेंस लेना पड़ेगा अगर बहुत ना के बराबर या जीरो फर्माइलिटीज के साथ आप कभी भी यह बिजनस शुरू कर सकते हो और जब मन करें इस बिजनस को आप क्लोस डाउन भी कर सकते हो बेसिक सी लीगल फर्मालिटी अगर आपको चाहिए रजिस्ट्रेशन वगैरा की तो है तो formation and closure is easy दूसरा आता है liability अब बच्चो liability का क्या मतलब होता है liability का मतलब होता है कि मैं कितने के लिए liable हूँ कितने के लिए liable हूँ से क्या मतलब है कि अगर मैंने loan लिया भी बिक जाएंगे, खुद के मतलब हमने पढ़ा था न, business अलग होता है owner अलग होता है, owner is a separate legal entity, business is a separate legal entity, तो business ने अगर loan लिया है, तो पहले business अपनी income में से चुकाएगा, income कम पढ़ गई, तो business के assets बिकेंगे, संपत्ती बिकेंगी, तब भी कम पढ़ गई, तो फिर owner के personal assets भी बिकते हैं, कि भीया, आपी का तो business है, आपी तो अकेले profit loss चलते हो, तो का समान भी बेचो, और हमें क्या करो हमारा हमारा लोन पे करो ऐसी लाइबिलिटी को बोलते हैं अनलिमिटेड लाइबिलिटी ठीक है और जहां पर पर्सनल ऐसेट्स बच जाते हैं उसको बोलते हैं लिमिटेड लाइबिलिटी बहुत सारे आगे आप फॉर्म ऑफ बिजनेस पढ़ोगे जिसमें जो मतलब जब तक सारा कर्जा नहीं चुकाया जाता सब कुछ भी केगा बिजनेस जो कभी सब कुछ बिग जाएगा उसका पर्सनल भी सब कुछ बिग जाएगा समझे एड़ रिजल्ट पर्सनल आसिट्स आफ वह प्रोफाइटर में भी यूज़ टू सेटल द लेंगे आफ आउटसाइडर्स तीसरा आ रहा है बिटा इसका जो करेक्टरिस्टिक्स है क भी अकेला ही है ओनर प्रॉफिट रेसिपियंट भी अकेला ही है यह मैंने आपको शुरू में बता दिया कि सारा प्रॉफिट भी उसका सारा रिस्क भी उसका तो टेंशन फ्री होके काम कर सकता है नो सेपरेट एंटिटी नो सेपरेट एंटिटी अभी सर आपने गाता कि से तो देखो बच्चो, actual में क्या होता है, यहाँ पे ना दो sense से हम लोग definitions को पढ़ते हैं, एक होता है accounting sense, ठीक है, और एक होता है हमारे पास एक general sense में जब हम बात करते हैं, तो देखो यहाँ पे क्या लिखा हुआ है, in the eyes of the law, अगर हम law की बात करें, कानूनी sense में, legal sense में अगर जब आप books of accounts बनाओगे, तो separate legal entity हो, business का अपना नाम होगा, owner का अपना नाम होगा, business की अपनी पहचान होगी, owner की अपनी पहचान होगी, लेकिन अगर मैं legally सोचू, business ने loan लिया, business नहीं चुका रहा, तो bank किसको ढूंडे वाई, business actual में तो आप ही हो, हो या नहीं हो तो लीगली अगर हम देखे मचो, तो बिजनस और ओनर एक ही है, इसलिए तो ओनर के personal assets भी विक्ते हैं, हाँ और अगर आप financially देखो, अगर आप accounts के point of view से देखो, तो separate legal entity, ठीक है, तो देखो क्या लिखा हुआ है, as in the eyes of law, control यानि power decision making सब कुछ एकी individual की है जिसका क्या नाम है sole proprietor ठीक है lack of business continuity क्या business continue रहेगा और कब तक रहेगा देखो एकी इंसान चलाता है वो बिमार हो जाए injury हो जाए death हो जाए पागल हो जाए कुछ भी हो सकता है ना बाई owner है तो इंसान ही तो business continue नहीं रह पाएगा the sole proprietorship form of business may be adversely affected यानि उस पे बहुत बहुत तकड़ा अफेक्ट होगा, on the death, मैंने आपको बता दिया, insanity, पागल होना, imprisonment, jail होना, physical ailment, चोट लग जाना, bankrupt हो जाना, तो बड़ी सारी problems आ सकती हैं, business continue नहीं रह पाएगा, ठीक है, तो business continuity नहीं होती, then we have merits, merits में बचो, तो I will recommend कि आप कोई भी 4-4 points याद करके चलना, तो merits में देखो, सबसे पहले हम बोलते हैं quick decision making, I individual owner हूँ है, अगर मैं एक sole proprietor हूँ, तो मैं खुदी सारी decisions लेंगो, तो मैं quickly ले सकता हूँ, है न, मुझे किसी से कुछ पूछने की जुरत नहीं है, डिसकस करने की जुरत नहीं है, तो quick decision making होती है, क्योंकि sole proprietor individually सब कुछ manage करता है, confidentiality of information, confidentiality का मतलब होता है secrecy, आपकी जो भी informations है, आपकी जो भी decision making है, आप जो भी further goals है, आपके targets है, aims है, वो आप individually सोचोगे, आप किसी को बताओगे नहीं, आपके ऊपर कोई legal burden नहीं है कि आपको बताना ही है तो आपकी जितनी भी business information है, वो confidential रहेगी, secret रहेगी जैसे companies के बारे में हम आगे बढ़ेंगे, companies कुछ भी secret नहीं रख सकती उनको public करना ही पड़ता है, क्योंकि जनता आसपास का interest लेती है कि ये company कैसा कर रही है sole proprietor के लिए ऐसा कुछ नहीं है, तो सारी information secret रहेगी direct incentive, direct incentive का मतलब कि आपका सीधा सीधा motive ये है कि मैं ज़्यादा से ज़्यादा पैसा कमाऊं एजन ऑनर तो जब भी आप अपने आसपास कोई दुकान देखते हो इंडिवीजुअल ऑनर देखते हो वह प्रोब्यूटर देखते हो तो सारा का सारा वह मेहनत कर रहा है उसका रिवॉर्ड उसी का है डायरेक्ट इंसेंटिव है सब आपका है कोई सोचने की ज्यादा जरूरत नहीं है सेंस आफ अकंप्लिशमेंट अब देखो अगर मैं अपनी दुकान पर बैठा हूं और रात क कि पता है कि यह मैं अपने लिए काम कर रहा हूँ, वहीं पे अगर मैं किसी और के लिए काम कर रहा हूँ, तो मुझे लगेगा यार मेरा तो 8 बजे का टाइम था, आज 11 बजे तक बिठा के रखा, accomplishment feel नहीं होगा, accomplishment का feel होता अपने काम में, success of a sole proprietorship business is direct outcome of the efforts, as a result, sole proprietor को बहुत personal satisfaction मिलता है, जब business कुछ achieve करता है, formation closure असान है, यह हम अलरड़ी characteristics में बढ़ चुके हैं, कि formation, और क्लोजर दोनों आसान है, स्क्रीन शॉट ले लो जल्दी से, नेक्स्ट आ रहे हैं बच्चों, लिमिटेशन्स, क्या क्या कमिया है, सोल प्रोपेटरशिप बिजनस क्यों ना करें, मेरिट्स में क्या था, क्यों करें, और डी मेरिट्स है कि क्यों ना करें, अब आप से को� अगर आपको negatives बताने हैं तो ये ल सबसे पहले limited resources आप कहोगे बईया business चलता है पैसे से capital से जितना ज़ादा पैसा लगाओगे जितना ज़ादा आपकी दुकान में गुदाम में माल होगा उतना ज़ादा customer खरीदने के लिए तयार रहेगा stock तो भरके रखना पड़ेगा कैसे भरोगे बईया stock पैसे से तो जितने भी resources of the business ना बिटा इसमें limited ह���ते हैं पैसा लगा देगा भाई तो sole provider में सबसे बहली चीज़ क्या है it suffers from limitation of resources, resources बहुत limited रहते हैं आपके बाद, personal savings है आप कितना investment करोगे, problem तो रहेगी, दूसरी problem क्या है, limited life of business, क्योंकि business किसके चलता है, owner से चलता है, owner की खुद की life limited है, lack of business continuity पढ़के आयो, owner को कुछ भी होगा, business बंद हो जाएगा, तो business की life भी हम बोल सकते हैं कि ये limited है, क्योंकि owner की death, insolvency, insolvency समझते हो दिवाला निकल जाना, illness, बिमारी हो जाना, बहुत प्रॉब्लम आती है बिजनेस के ऊपर अनलिमिटेड लाइब्लिटी सबसे बड़ा लिमिटेशन क्यों ना करें आप सोल प्रोपरिटरशिप क्योंकि आपके परसनल आसेट्स भी बिक जाएंगे अगर आपने बिजनेस के नाम से लोन लिया और वो लोन आप नहीं च� बिजनेस प्लान डॉजन वर्क इस परसनल एसेट्स में ऑल्टो बी यूटिलाइज्ड ठीक है लिमिटेड मैनेजीरियल एबिलिटी अब एक इंसान क्या क्या करेगा यार बड़ी कंपनी आप देखते हो उसके अंदर प्रोडक्शन के लिए अलग डिपार्टमेंट रूप में ही अपने दुगान पर पर्चेजर हूं माल खरीद कर मैं लाऊंगा मैं अपने दुगान में मार्केटर हूं मैं मार्केट करता हूं सब कुछ मैं ही करता हूं तो एक इंसान कितना भी केपेबल क्यों ना हो सारी स्किल तो नहीं जान लोगे कि आप चारे गरीब की तो यहां पर यह सारी लिमिटेशन समय देखने को मिलती है सोल प्रोप्राइटर में ठीक है अब सर इतनी सारी limitations जब आई गई हैं तो हम ऐसा कौन सा business करें जिसमें ये limitations ना हो उसका जवाब है partnership sole proprietor से एक better form of business हो सकता है partnership क्यों? managerial ability एक में नहीं थी दो लोग आ जाओ, तीन लोग आ जाओ, मिलके बिजनस कर लो, क्या पता एक marketing में expert हो, एक sales में expert हो, एक finance में expert हो, तीनों मिलके बिजनस करो, बढ़िया चलेगा, पैसा कम था, तीन चार लोग मिलके, पाँच लोग, छे लोग, दस लोग, बीस लोग मिलके पैसा लगाओ, बढ़ा बिजनस बनाओ, पैसे के भी problem दूर हो गई, तो कितनी सारी problems जो sole proprietor में थी, सारी प्रॉब्लम पार्टनर्शिप दूर कर देता है सर पार्टनर्शिप बिजनस क्या है लिखा है टर्म पार्टनर्शिप means an association of two or more people association का मतलब जब दो या दो से ज़ादा लोग एक साथ आते हैं किसी भी business motive के साथ association का मतलब एक साथ आना दो या दो से ज़ादा सर minimum कितने आएंगे minimum बच्चों दो आएंगे सर maximum कितने आएंगे maximum बच्चों 50 आएंगे ठीक है तो minimum two partners हो सकते हैं maximum 50 partners पार्टनर्स हो सकते हैं पार्टनर्सिप के अंदर पार्टनर्सिप फॉर मॉफ बिजनेस विच इनवॉल्ड शेयरिंग ऑफ द राइट्स टू ऑन राइट्स भी शेयर होंगी मैनेजमेंट भी शेयर होगा कंट्रोल भी शेयर होगा बिजनेस का वह एग्रीड जो ने एग्री करा टू शेयर द प्रॉफिट्स ऑफ बिजनेस प्रॉफिट बाइटिंग ए कैरेड ऑन बाय ऑल या तो सब रूपे है तो एक जो दुकान पर बैठा है ना वह जो भी काम करेगा वह तीनों के बिहाफ पर काम कर रहा है तो चाहे दो फिजिकली प्रेजेंट नहीं है बट तीनों के डिस���जन मेकिंग एक ही कर लेगा तो बिजनेस में भी करिएड ऑन बाय और एनी वन आफ देम विट विल एक्ट आज ऑल थमच गए ठीक है चाहिए अ कि यह सब मैंने आपको बता दिया यह उसके बारे में लिखा रहा है लिखा रहा है रिलेशनशिप के बारे में बता दिया शेयर द प्रॉफिट्स एंड लॉस बता दिया मिनिमम टू मैक्सिमम फिफटी बता दिया कैरिड ऑन बाय या सब चलाएं या एक चलाएं सबके नाम से ठीक है चलो सर फीचर्स चली से स वन बाइवन पढ़ते हैं सबसे पहले इसका फॉरमेशन तो देखो पार्टनर्शिप फर्म अगर आपको बनानी है बच्चों तो आपको इंडियन पार्टनर्शिप आक्ट 1932 को फॉलो करना पड़ेगा यह याद रखना एग्जाम में लिखकर आना है आपको यह ठीक है कि पार्टनर्शिप एक्ट 1932 के हिसाब से चलती है अब कैसे आप पार्टनर्शिप बना सकते हो एक एग्रीमेंट करना पड़ेगा एग्रीमेंट समझते हो एक कागज लेके आएंगे उस कागज पे सारी टर्म्स और कंडिशन्स लिखेंगे कि कौन कितना पै लगा रहा है किसको कितनी सैलरी मिलेगी कौन कितना प्रॉफिट लेकर जाएगा किस तरीके से डिसीजन मेकिंग होगी लड़ाई जगड़ा होगा तो कैसे सॉल्व होगा तो उस एग्रीमेंट पर सब कुछ लिखकर सारे पार्टनर साइन करके जब जरूर करते हैं त है आपको अपनी फर्म को रजिस्टर भी कराना पड़ता है वेज रजिस्ट्रार ऑफ फर्म्स ठीक है अब रजिस्ट्रेशन ऑप्शनल है आपकी इच्छा है आप कराना चाहो तो करा सकते हो नहीं कराना चाहते तो छोड़ भी सकते हो और उसी तरीके से पार्टनर्शिप का बट हो सकता है oral भी ठीक है तो देखो क्या लिखा है the agreement contains the terms and conditions which govern the relationship हर चीज lawful business होना चाहिए यानि कुछ भी illegal नहीं होना चाहिए सब कुछ as per Indian Partnership Act चलेगा सही हो गया perfect हो गया एक चीज और ध्यान रखना अगर आप किसी charitable purpose के लिए एक साथ मिल के आए हो यानि 8-10 लोग को charitable purpose के चाहिए ठीक है formation समझ गए liability of the partners कैसी होती है बच्चो इसमें भी वोई same unlimited liability होती है जैसी sole proprietorship में होती थी कि अगर आप business के loan नहीं चुका पाओगे तो आपके personal assets बिकेंगे partnership में भी same चलता है अगर आप business का loan timely नहीं चुका होगे तो personal assets बिक जाएंगे उसके बाद risk bearing risk जो है इस बार share हो जाते हैं share का मतलब बढ़ जाते हैं risk सब में बढ़ जाते हैं 2, 3, 4, 5, 10 partners अगर हैं तो 10 के इसके दस आपस में रिस्कों बातेंगे रिस्कों शेयर करेंगे बढ़िया तरीके से मिल जुल के गांव करेंगे किसी का भी इंडिवीजुअल रिस्क नहीं होगा तो यह हम इसके मेरिट में भी लिख सकते हैं ठीक है चलो सर रिस्क के बारे में भी बच गए थे फ्रेंड वी हैव डिसिजन मेकिंग बच्चों अगर मैं सोल प्रोपाइटर से कंपेयर करूं तो partnership में अगर 50 partner है meetings होंगी, बैठेंगे सोचेंगे, discussion करेंगे जितने लोग उतने thought processes तो time लगेगा, decision अच्छा हैगा यह अलग बात है लेकिन समय लगेगा, तो quick तो नहीं है but better decision making है यह हम इसके अंदर लिख सकते हैं, then continuity, क्या business चलता रहता है, decision making control समझ गए, क्या business चलता रहता है, तो हम लोग यहाँ पे बोलेंगे, कि काफी ज़्यादा stable माना जाता है, लेकिन यहाँ पे भी same to same वोई चीज़ चलती है, कि भाईया अगर किसी भी partner की death हो गई, insolvency हो गई, पागल हो गया, कुछ भी हो सकता है, यानि वोई insanity, कुछ भी हो सकता है, तो यह business भी बंद हो जाएगा, यानि बिल्कुल अगर मैं बोलूं कि stable है, तो as compared to sole proprietor better है क्योंकि कई लोग मिलके करते हैं लेकिन same वही है कि बईया अगर एक partner को कुछ भी होगा तो agreement पूरा खतम होगा नए agreement बनेगा क्या sir business भी बंद हो जाता है देखो business बंद नहीं होगा अगर 50 लोग मिलके business चला रहे हैं किसी एक partner की death हो गई है बेरी स्टेबल क्योंकि वह डेथ और इंटरमेंट इंसॉल्वेंट इन सेनिटी ओं किसी भी पार्टनर की तो बिजनेस एंड हो सकता है मैं जब भी बिजनेस की बात कर रहा हूं बेटा यहां पर तो मैं एग्रीमेंट की बात कर रहा हूं बिजनेस नंबर ऑफ मेंबर्स हो सकते हैं मेरिमम टू मैक्सिमम फिफटी लॉफल बिजनेस होना चाहिए प्रॉफिट मोटिव के partner एक दूसरे के लिए म्यूच्वली रिस्पॉंसिबल होता है अगर एबी एंड सी तीन पार्टनर्स है यह ने कोई डिसीजन कि लिया है तो बी और सी पर भी उतने ही बाउंड है जितने एप है ना सी ने कोई बात करी तो वह ए और भी दोनों understanding mutual agent एक दूसरे के है क्या लिखा है as per the partnership act partnership business can be carried on by all the partner या तो सब चलाएंगे या कोई एक चलाएगा acting for all ठीक है तो हर partner दूसरे partner का agent भी है और principal भी यह समझ गए चालो सार अब इसके क्या-क्या मेरिट होंगे देखो जो वहां पर डी मेरिट से वह यहां पर मेरिट हो सकते हैं सही है जैसे सबसे पहले यहां पर भी फॉरमेशन आसान है इजी फॉरमेशन इज ऑफ फॉरमेशन एंड क्लोजर बिजनेस चालू करना भी आसान है बंद करना भी आसान है बैलेंस डिसीजन मेकिंग अच्छी डिसीजन मेकिंग कर सकते हो क्यों कर सकते हो मैंने पहले भी बताया क्योंकि आप लोग मिलकर बात करके डिस्कशन करके डिसीजन मेकिंग करें� उसके बाद more funds जादा पैसा होगा क्योंकि जादा लोग है तो जादा contribute कर सकते हैं बिजनस अच्छे से चल सकता है risk बट जाएगा किसी भी एक के उपर जैसे sole proprietor का तो अकेले का risk था बिचारे का तो रिस्क बट जाता है उसके बाद सीक्रेसी क्या यहां पर सब कुछ सीक्रेट रहता है बिल्कुल सेम जैसे नहीं है कि आप अपने बारे में चीजें पब्लिक करो सीक्रेट रखकर आम से काम कर सकते हो जल्दी से स्क्रीनशॉट ले कि चलो चाहिए अब लिमिटेशन क्या होंगी यही हम आज का लास्ट टॉपिक रखेंगे इसके बाद हम कल चैप्टर को अतम करेंगे देखो क्या है लिमिटेशन क्या प्रॉब्लम है सबसे पहली वही सेम अनलिमिटेड लाइबिटी और unlimited liability का क्या मतलब होता है sir? unlimited liability का मतलब होता है आपकी personal assets खतरे में है अगर आप business का loan ना चुका पाए तो your personal assets may be utilized limited resources लिमिटेड रिसोर्सेस अभी तो हम पढ़ रहे थे मोर फंड्स अभी यहां लिख रहे हैं लिमिटेड रिसोर्सेस बिल्कुल तो जब तारीफ करनी थी तो मैंने कहा सोल प्रोपरेटरशिप से अच्छा है अब जब मैं कह रहा हूं कि मुझे कमी निकालनी है तो ही है समझे या नहीं समझे तो अगर मैं सोल प्रोपाइटरशिप की बात करूं तो उससे तो बेटर है मोर फांड कंपनी की बात करूं लिमिटेड रिसोर्सेस possibility of conflicts जहां भी दो या दो से ज़ाधा लोग मिलेंगे तो लड़ाई जगड़ा तो होगा conflicts तो होंगे क्योंकि देखो mindset अलग-अलग होता है backgrounds अलग-अलग होते हैं चीज़ें अलग-अलग होती हैं तो जब इतना कुछ चलेगा conflicts तो होंगे है ना उसके बाद lack of continuity सबसे बड़ी problem partnership कभी भी बंद हो सकती है यानि agreement खतम हो सकता है अगर कुछ भी होता है lack of public confidence लोगों को public को confidence आप एज़ बिजनेस पैसा चाहिए आपको पब्लिक के पास आप गए कि भाईया थोड़ा पैसा दो ना प्लीज हमें बिजनेस करने के लिए पैसा चाहिए तो पब्लिक शायद ना दे क्योंकि आपने चीजें अपनी ओपन करी नहीं पब्लिक के लिए आपने सीकरेट रखी कुछ पता ही नहीं है तो public का confidence कैसे बने तो यहाँ पर यह बोला गया है कि public का confidence नहीं बनता क्यों नहीं बनता क्योंकि secret रहता है चीज़ें working public को दिखती नहीं है तो public का इतना confidence भी नहीं बनता तो यह बच्चों कुछ कमिया है partnership में आज हम लोगों ने mainly sole proprietorship के बारे में पढ़ा partnership के बारे में पढ़ा companies के बारे में पढ़ाता हूँ बाकी family business के बारे में पढ़ाता हूँ society बना के कैसे business कर सकते हैं वो भी पढ़ते हैं और chapter को समाप्त करेंगे और बहुत शानदार तरीके के दो forms मैंने आपको समझाएं अब मेरा एक सवाल है chapter ख़तम करने से पहले हमेशा की तरह एक सवाल है अगर आपको business करना हो तो इन दोनों में से कौन सा business करना चाहोगे अकेले owner बन के सब खुद रखना चाहोगे या partnership करके अपना profit बाटना चाहोगे क्या लगता है आपका mindset क्या बोलता है कि सर मैं तो अकेले करूँगा या मैं partnership करूँगा मुझे comments में बताओ आप sole proprietorship करोगे या partnership करोगे करोगे कल मिलता हूं कल पूछूंगा पांचों में से कौन सा करोगे अभी देखते हैं कि क्या कल आपका माइंडशेट चेंज होता है आज के लिए इतना ही गाइस थैंक यू सो बेरी मच फॉर जॉइनिंग एंड एम वन आशी ओल सूपर सून टिल दें सिया टेक केर बाबा�