वाइगोस्की का संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत

Oct 10, 2024

वाइगोस्की की संज्ञानात्मक विकास की सिद्धांत

पृष्ठभूमि

  • वाइगोस्की एक रूसी मनोवैज्ञानिक थे।
  • उन्होंने बच्चों के अध्ययन और सीखने के तरीकों पर सिधान विकसित किए।

वाइगोस्की की मुख्य बातें

  • संस्कृति का बच्चो की मानसिक क्षमताओं पर प्रभाव।
  • सामाजिक संपर्क से बच्चों की सीखने की क्षमता को बढ़ावा मिलता है।
  • बच्चों का संज्ञानात्मक विकास सामाजिक संपर्क और संस्कृति के माध्यम से होता है।

वाइगोस्की की सिद्धांत के घटक

  1. समीपस्थ विकास का क्षेत्र (ZPD)

    • बच्चों को अधिक जानकार लोगों द्वारा निर्देशित किया जाए तो वे ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
    • उदाहरण: गाड़ी चलाना सीखना।
  2. आंतरिक भाषण (Inner Speech)

    • बच्चे समस्याओं को सुलझाने और विचारों को स्पष्ट करने के लिए अपने विचारों को स्वयं से व्यक्त करते हैं।
    • यह बच्चों के भविष्य की योजना बनाने में मददगार है।
  3. स्कैफोल्डिंग (Scaffolding)

    • यह प्रक्रिया है जिसमें शिक्षक या जानकार व्यक्ति बच्चों को उनकी क्षमताओं के अनुसार गाइड करते हैं।
    • जैसे-जैसे बच्चे सीखते हैं, बाहरी समर्थन कम होता है।

वाइगोस्की के सिद्धांत के शैक्षिक प्रभाव

  • माता-पिता और शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण है।
  • बच्चों को उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करना।
  • यह सिद्धांत बच्चों के आत्मविश्वास, मानसिक स्वास्थ्य और टीम वर्क को बेहतर बनाता है।

निष्कर्ष

  • वाइगोस्की की सिद्धांत ने सामाजिक और सांस्कृतिक संपर्क को बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के लिए अनिवार्य माना।
  • उनके सिद्धांत का उपयोग शिक्षा प्रणाली में किया जा सकता है।