डाइट और न्यूट्रिशन लेक्चर नोट्स
1. पानी और ऑस्मोटिक बैलेंस
- शरीर में पानी का महत्व।
- शरीर के सिस्टम एक-दूसरे के साथ कैसे काम करते हैं।
- इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन।
2. कुकिंग मेथड्स का महत्व
- कुकिंग मेथड्स के बारे में जानकारी क्यों जरूरी है?
- डाइटिशियन के लिए सही कुकिंग मेथड्स का चयन करना।
- खाना पकाने से खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर प्रभाव।
3. कुकिंग के लाभ
- खाना पकाने से स्वाद बढ़ता है।
- डाइजेशन को आसान बनाना।
- बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करना।
4. प्री-कुकिंग मेथड्स
4.1 प्री-कुकिंग मेथड्स के प्रकार
- पीलिंग: ऊपरी परत को हटाना।
- कटिंग: सब्जियों को काटना।
- वॉशिंग: सब्जियों को साफ करना।
- ग्राइंडिंग: मसालों को पीसना।
- स्प्राउटिंग: अंकुरित करना।
4.2 प्री-कुकिंग के फायदे
- बैक्टीरिया को खत्म करना।
- न्यूट्रिएंट्स का संरक्षण।
5. कुकिंग मेथड्स के प्रकार
5.1 मॉइस्ट हीट मेथड्स
- बॉयलिंग: उच्च तापमान पर खाना पकाना।
- सिमरिंग: कम तापमान पर खाना पकाना।
- प्रेशर कुकिंग: उच्च दबाव में खाना पकाना।
- स्टीमिंग: भाप से खाना पकाना।
5.2 ड्राई हीट मेथड्स
- रोस्टिंग: बहुत कम तेल में खाना पकाना।
- ग्रिलिंग: सीधी गर्मी से पकाना।
- बेकिंग: ओवन में खाना पकाना।
5.3 अन्य मेथड्स
- सॉतेइंग: कम तेल में सब्जियों को नरम करना।
- फ्राईंग: गहरे या हल्के तेल में खाना पकाना।
6. कुकिंग मेथड्स का न्यूट्रिएंट्स पर प्रभाव
6.1 कार्बोहाइड्रेट्स
- उच्च तापमान पर पकाने से संरचना खराब होती है।
- ड्राई हीट में स्टार्च को डेक्स्ट्रिन में बदलती है।
6.2 प्रोटीन
- उच्च तापमान पर कोआगुलेट होते हैं।
- संरचना में परिवर्तन और न्यूट्रिएंट्स का अवशोषण प्रभावित होता है।
6.3 फैट्स
- असंतृक्त फैटी एसिड से ट्रांस फैट का निर्माण।
- स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव।
6.4 विटामिन्स और मिनरल्स
- पानी में घुलनशील विटामिन अधिक प्रभावित होते हैं।
- न्यूनतम प्रभाव मिनरल्स पर।
7. निष्कर्ष
- कुकिंग मेथड्स का सही चयन न्यूट्रिएंट्स के संरक्षण में मदद करता है।
- कुकिंग का महत्व डाइटिशियन के लिए।
- अगली कक्षा में नए विषय पर चर्चा।
इस लेक्चर से महत्वपूर्ण जानकारी को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है। यह नोट्स आपको अध्ययन में मदद करेंगे।