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साउंड हां भाई इतनी देर से आप मेरी आवाज सुन रहे थे और वो साउंड कैसे सुन पा रहे थे एक वाइब्रेशंस के थ्रू सही सुन रहे हैं अगर कोई बॉडी वाइब्रेट करेगी तो वो साउंड पैदा करेगी अब वो वाइब्रेट चाहे आप किसी को ड्रम पीट के बताइए मुझे चाहे ढोलक को पीट के बताइए या सिंपली आप क्या करिए किसी दरवाजे पे डैश थप थप थप करिए आवाज सुनाई दे रही है और हमारी आवाज कैसे आ रही है इंसानों की आवाज कैसे आ रही है तो हमारे वोकल कॉर्ड की वजह से हां यहां पर हमारे थ्रोट में यस नेक पोर्शन में यहां पर है दो कॉर्ड्स नाम है वोकल कॉर्ड्स इसे हम क्या कहते हैं साउंड बॉक्स भी कहते हैं रिस कहते हैं और यहां स्टमक से निकलने वाली जो हवा बाहर आ रही है माउथ से वो इनको क्या कर रही है इनको वाइब्रेट कर रही है इस वोकल कॉर्ड को वाइब्रेट कर रही है और टीथ लिप्स और टंग के एक्शन से हम उसको स्लेबस में चेंज कर दे रहे हैं नतीजा आप मेरी आवाज सुन पा रहे हैं आइए थोड़ा समझते हैं साउंड वेव को टेक्निकल और बुकिश टर्म में तो साउंड इज प्रोड्यूस्ड व्हेन अ बॉडी वाइब्रेट्स कीवर्ड है कोई भी बॉडी अगर वाइब्रेट करेगी तो साउंड प्रोड्यूस करेगी याद रखिएगा वाइब्रेट का मतलब है उसका मूवमेंट होना हां यूजुअली टू एंड फ्रो टू एंड फ्रो हम लोग क्या कहते हैं वाइब्रेशंस कहते हैं तो अगर बॉडी वाइब्रेट करेगी इट विल प्रोड्यूस इट विल प्रोड्यूस साउंड और ये वाइब्रेशंस ये वाइब्रेशंस पार्टिकल्स द्वारा मीडियम के पार्टिकल्स द्वारा हां अगर आप सोचिए इमेजिन करिए आप मेरे साथ बैठे होते हां वहां दूर अपने घर पर ना होते काश मेरे साथ होते सोचिए क्या मजा होता मैं आपको और आप मुझे देख और सुन पा रहे होते फेस टू फेस चलिए उसी इंटरेक्शन को सोचिए आप मेरे नजदीक बैठे हैं आप मेरे पास बैठे हैं यस मैंने कहा लाइव सेशन की बात नहीं कर रहा हूं ऑफलाइन सेशन की बात कर रहा हूं आप मेरे साथ मेरे रूम में बैठे हैं हां तुम लोगों कह रहा हूं तुम मेरे साथ रूम में बैठे हो तो मेरी आवाज मेरी जो वर्ड्स निकल रहे हैं वो साउंड के वाइब्रेशंस है वो एयर में होते हुए तुम्हारे कानों तक पहुंचेंगे समझ गए तो इसका मतलब है कि मेरे और तुम्हारे बीच में कौन एयर एक मीडियम है जिससे ये साउंड तुम तक पहुंच रही है तो इसका मतलब क्या हुआ इसका मतलब है साउंड नीड्स मटेरियल मीडियम टू ट्रेवल अगर मटेरियल मीडियम ना हुआ तो इसका मतलब हुआ कि अगर हमने मून पर हां मून पर एयर नहीं है मून पर अगर क्लास चलाई और आप मैं मून पर साथ बैठे हैं और आपको लगेगा सर का मुंह तो चल रहा है आवाज नहीं आ रही है तो समझ जाइए कि मून में क्या है मीडियम नहीं है इसलिए साउंड वहां पे ट्रैवल नहीं कर पाएगी इसका मतलब है वैक्यूम में हां वैक्यूम में साउंड ट्रेवल नहीं कर पाएगी वाटर में ट्रेवल कर पाती है क्या जवाब है हां सॉलिड्स में ट्रेवल कर पाती है लिक्विड में सॉलिड में साउंड ट्रेवल करती है जवाब है हां हां हां क्योंकि दोनों ही क्या है मीडियम है इसी लिए तो पानी से आवाज बाहर आ सकती है आप पानी के अंदर रहे तो भी आप साउंड को सुन सकते हैं चलिए साउंड की बात करते हैं साउंड वे तो आप समझ गए जब साउंड की बात करते हैं तो साउंड एक एनर्जी है क्या है एक एनर्जी है जो कान को सेंसेशन ऑफ हियरिंग देती है आपके ईयर में मौजूद सेंस ऑफ हियरिंग को ट्रैप करती है ये ठीक है तो साउंड प्रोड्यूस करती है एनर्जी और आपका ईयर इसको ट्रैप करता है और इट इज प्रोड्यूस्ड तब जब बॉडी वाइब्रेट्स ये बॉडी के वाइब्रेशन के बाद ही हो सकती है और साउंड को चाहिए एक मीडियम अब जवाब है कि कौन सी साउंड की फ्रीक्वेंसी हम सुन पाते हैं हां आप अभी मेरी आवाज सुन पा रहे हैं क्योंकि मेरी साउंड की फ्रीक्वेंसी 20 हर्ट्ज से ज्यादा और 20000 हर्ट्ज के बिटवीन है और ये वो रेंज है जिसे मैं और आप सुन पाते हैं इसलिए सुन पाने के लिए वर्ड है ऑडिबल रेंज ये ये सबसे लोएस्ट रेंज है जो आप और मैं सुन पाते हैं 20 हर्ट्ज और ये 20000 हर्ट्स ये मैक्सिमम रेंज है हमारे इयर्स के लिए क्या सबके लिए सेम है सर नहीं नहीं अभी हमने बात की सिर्फ ह्यूमन के लिए आपके और मेरे लिए बात की तो ये हमारे लिए लोएस्ट और ये हाईएस्ट है रेंज इसके इसके बियोंड और इसके पहले हम नहीं सुन पाते हैं तो अगर कोई फ्रीक्वेंसी 20000 हर्टज से ज्यादा हो गई तो उसे क्या बोलेंगे उसे बोलेंगे अल्ट्रासोनिक क्या चीज अल्ट्रासोनिक अल्ट्रासोनिक वो फ्रीक्वेंसी ऑफ साउंड है या अल्ट्रासाउंड है क्या नाम बोला मैंने अल्ट्रासोनिक या अल्ट्रासाउंड वो साउंड है जिसकी फ्रीक्वेंसी 20000 हर्टज से ज्यादा होगी और उससे 20 हर्टज से अगर कम हो गई तो 20 हर्टज से कम अगर साउंड की फ्रीक्वेंसी है तो भी मैं और आप नहीं सुन पाएंगे ये होगी इंफ्रासोनिक या इंफ्रा साउंड ये कुछ डायग्राम पे आप थोड़ा ध्यान से देखेंगे तो आपको दिखाई देगा कि एलिफेंट आप ध्यान से देखेंगे कि एलीफेंट के पास 20 हर्ट्ज तक साउंड प्रोड्यूस करने की कैपेबिलिटी है जरा चेक करिए एलीफेंट 20 या उससे कम साउंड फ्रीक्वेंसी पैदा करता है देख लीजिए कितना बड़ा ऑर्गेनिस्ट और कितनी छोटी फ्री फेंसी हां आपको पता होना चाहिए एलिफेंट्स क्या करते हैं झुंड में रहते हैं हर्ड में रहते हैं और जो लीडर हाथी होता है वो सबसे आगे चलता है और इन हाथियों के बड़े ऐसे झुंड में जिसमें कई किलोमीटर दूर तक एलिफेंट्स होते हैं वो सब एक दूसरे को इंफ्रासोनिक साउंड से क्या करते हैं कम्युनिकेट करते हैं दे ऑलवेज ट्रेवल इन हर्ट्स हां जंगलों में रहते हैं हमेशा ये और ये वो फ्रीक्वेंसी है 20 के बाद से लेकर के 20000 हर्ट्ज तक ये रही ये है हमारे रेंज की फ्रीक्वेंसी इसीलिए आप हम लोगों को देख पा रहे हैं हा और उसके ऊपर 2000 हर्ट्स के ऊपर क्या आ जाएगा जैसे बैट्स आ जाएंगी हां बैट्स चमका धड़ ये हा हाईएस्ट फ्रीक्वेंसी प्रोड्यूस करते हैं हां कितनी हाई फ्रीक्वेंसी प्रोड्यूस करते हैं कि आप और मैं नहीं सुन पाएंगे बट इनकी फ्रीक्वेंसी इनको हेल्प करती है साउंड नेविगेशन में ऑब्जेक्ट डिटेक्ट डिटेक्शन में रात को इसीलिए बैट्स उड़ पाते हैं चलिए अभी आपको थोड़ा सा इनके बारे में डिटेल करेंगे डिस्कस कुछ टर्म्स जो आप पहले से जानते हैं एक डिस्कशन जिस पे बेस्ड न्यूमेरिकल भी आने वाले हैं एंप्लीट्यूड की बात करते हैं एंप्लीट्यूड क्या होता है द मैक्सिमम डिस्प्लेसमेंट ऑफ पार्टिकल फ्रॉम इट्स मीन पोजीशन अब आप बोलेंगे सर डायग्राम कहां है एंप्लीट्यूड का तो आइए डायग्राम दिखा दें एंप्लीट्यूड का अगर एक डिस्प्लेसमेंट टाइम ग्राफ ले ये रहा डिस्प्लेसमेंट टाइम ग्राफ डिस्प्लेसमेंट टाइम ग्राफ में ये रहा टाइम एकस एक्सिस की तरफ आपको देखता हुआ और यहां पर y एक्सिस पर ठीक है डिस्प्लेसमेंट अब इसमें साउंड वेव साउंड वेव ट्रांसवर्स वेव के रूप में मैं आपको दिखा रहा हूं अब आप देख पाएंगे कि ये एक साउंड वेव है जो ट्रेवल कर रही है ये जो डिस्टेंस ट्रेवल कर रही है लेट्स अजूम करता हूं मैंने अजूम नंबर से दिया यहां पर है ना मैं अज्यू नंबर से लिख के दे रहा हूं आपको अब आप देख पाएंगे कि एक कंप्लीट क्या एक कंप्लीट वेव यहां पर हो रही है सर आपको कैसे मालूम कि यहां पर ये डिस्टेंस टाइम ग्राफ में डिस्टेंस टाइम ग्राफ में ये डिस्टेंस टाइम ग्राफ में यहां पर वेव कंप्लीट कैसे हो रही है तो वेव का स्टार्टिंग पॉइंट देखिए क्या है ये रहा यहां से वेव स्टार्ट हो रही है पॉइंट का नाम दिया मैंने a और यहां देखिए वापस अपने ओरिजन पे आके मिल रही है ध्यान से देखिए वापस अपने तो ये रहा इसका टोटल टाइम टेकन हां ध्यान देने लायक बात क्या है कि वेव जब मूव करती है तो वो जितना ऊपर जा सकती है मैक्सिमम ये ये ये जितना मैक्सिमम जा सकती है इसे हम कहते हैं इस डिस्टेंस को कहते हैं इस दूरी को कहते हैं हम लोग इस डिस्टेंस को कहते हैं हम लोग एंप्लीट्यूड क्या एंप्लीट्यूड हां कहां दिखा एंप्लीट्यूड ये रहा एंप्लीट्यूड इज द मैक्सिमम डिस्प्लेसमेंट ऑफ दी पार्टिकल फ्रॉम इट्स मीन पोजीशन मीन पोजीशन कौन सी है ये है मीन पोजीशन यहां पे आप टाइम देख पा रहे होंगे यस ये है इसका टाइम ग्राफ यहां पे है टाइम ठीक है यहां पर आपको x एक्सिस से क्या दिख रहा है टाइम और ऊपर y पे क्या दिख रहा है डिस्प्लेसमेंट तो डिस्प्लेसमेंट का नंबर लेट्स अज्यू कर देता हूं कि डिस्प्लेसमेंट का नंबर है यहां पर 40 ठीक है तो ये 40 इस का क्या है एंप्लीट्यूड है और हाईएस्ट पॉइंट ऑफ द वेव को हम लोग कहते हैं क्रेस्ट क्या कहते हैं क्रेस्ट जब वेव सबसे ऊंचे पोजीशन प चले जाती है अपनी हम इसे क्रेस्ट कहते हैं और यही वेव जब नीचे आती है बेंट आती है तो हम इसे कहते हैं ट्रफ तो ट्रफ और क्रेस्ट फॉर्म करती है एक वेव और अगर इसी दो सक्सेसिव क्रेस्ट को मेजर कर ले आइए एक और एग्जांपल से इसको आगे बढ़ जाते हैं यहां भी देखिए क्रेस्ट क्रिएट हो रहा है ये भी क्रेस्ट है क्रेस्ट मतलब बताया द अपर मोस्ट रीजन ऑफ दी वेव क्या नाम है उसका क्रेस्ट और लोएस्ट रीजन ऑफ दी वेव इज कॉल्ड एज क्रफ तो क्रेस्ट पॉजिटिव वैल्यू डिनोट करता है और रफ क्या करता है नेगेटिव वैल्यू डिनोट करता है अब दो सक्सेसिव क्रेस्ट के बीच की दूरी को कहते हैं हां यहां देखिए इस क्रेस्ट के इस दो सक्सेसिव क्रेस्ट के बीच की दूरी को कहते हैं वेवलेंथ सिंबल है लैडा क्या बोलते हैं वेवलेंथ वेवलेंथ इज डिस्टेंस बिटवीन टू सक्सेसिव क्रेस्ट या यहां पर बनने वाला था ट्रफ या टू सक्सेसिव ट्रफ इन दोनों के बीच के इन दोनों के बीच के डिस्प्लेसमेंट को कहते हैं वेवलेंथ हां इन दोनों की दूरी को कहते हैं वेवलेंथ और यहां तो सिंपल ट्रेवल करना है तो डिस्टेंस ट्रैवल्ड बाय वेव इन वन टाइम पीरियड ये एक टाइम पीरियड कंप्लीट हो रहा है और इसे भी आप मेजर करेंगे तो आपका आ जाएगा वेव लेंथ क्लियर है आइए कुछ टेक्निकल टर्म के बाद वापस आते हैं इनको एक बार और देखते हैं तो एंप्लीट्यूड क्या है वेव का मैक्सिमम कितना वो मूव अवे कर जाती है अपनी ओरिजिनल या मीन पोजीशन से और फ्रीक्वेंसी क्या बताती है एक सेकंड में कितनी बार टू एंड फ्रो मोशन हो रहा है क्या नंबर ऑफ वाइब्रेशंस कंप्लीटेड इन वन टू एंड फ्रो ठीक है ना तो अ सॉरी इन वन सेकंड मतलब एक सेकंड में कितनी बार कीवर्ड है कितने वाइब्रेशंस कवर करते हैं इसको मेजर करते हैं हर्ट्स में जिसको हम कह सकते हैं पर सेकंड हर्ट्स का दूसरा नाम क्या है पर सेकंड एसा यूनिट है ् अब आता है टाइम पीरियड टाइम पीरियड क्या डोनेट करता है एक वाइब्रेशन करने पर मतलब एक बार टू और एक बार पूरा कंप्लीट फ्रो इतना करने में कितना टाइम लगेगा मतलब टाइम टेकन टू कंप्लीट वन वाइब्रेशन एक वाइब्रेशन वाइब्रेशन कब कब मारा जाएगा जब वो टू जाएगा और वापस लौट के अपने फ्रो ओरिजिनल पॉइंट पर आ जाएगा वापस तो हम कहेंगे वाइब्रेशन तो जितना टाइम लगेगा इसे हम कहते हैं टाइम पीरियड और टाइम पीरियड का एसआई यूनिट है सेकंड मतलब टाइम को हम किसम मेजर करते हैं सेकंड में मेजर करते हैं तो ये वेवलेंथ क्या है मैंने अभी एक डिस्टेंस डेफिनेशन दी थी वेव की लेंथ लेंथ ऑफ वेव तो डिस्टेंस ट्रैवल्ड बाय वेव इन वन टाइम पीरियड की वर्ड है वन टाइम पीरियड मैंने दूसरी डेफिनेशन भी दि किया वेवलेंथ क्या है वेवलेंथ का सिंबल है ये लडा क्या बोलते हैं सिंबल को ये है सिंबल इसका लडा ठीक है एल ए एडी लडा और ये क्या पता है डिस्टेंस बिटवीन डिस्टेंस बिटवीन टू सक्सेसिव क्रेस्ट क्या बिटवीन टू सक्सेसिव क्रेस्ट या टू सक्सेसिव ट्रफ क्रेस्ट टॉप ऑफ दी वेव होता है और ट्रफ बॉटम ऑफ दी वेव होता है ट्रफ नीचे होता है हमेशा की तरफ है ना लोएस्ट पार्ट और क्रस्ट टप मोस्ट पार्ट ऑफ़ द वेव होता है तो दो सक्सेसिव अर्थात दो क्रस्ट या दो ट्रफ के बीच की दूरी को कहते हैं हम लोग वेवलेंथ क्या वेव सिर्फ ट्रांसफर्स वेव के रूप में होती है साउंड जी नहीं लोंगिट्यूड वेव के रूप में भी आती है मेरे और आपके बीच में जो साउंड वेव है जो कि एयर से ट्रेवल कर रही है वो यूजुअली लोंगिट्यूड वेव है लोंगिट्यूड वेव है ध्यान रखिएगा वाटर के सरफेस पे वाटर के सरफेस पे और सॉलिड बॉडीज में साउंड जो ट्रेवल करती है वो ट्रांसवर्स वेव के रूप में करती है चलिए वेव वेलोसिटी समझते हैं तो डिस्टेंस ट्रैवल्ड बाय वेव इन वन सेकंड की वर्ड क्या है डिस्टेंस अप न टाइम तो अगर वेव वेलोसिटी निकालना हो तो डिस्टेंस डिवाइडेड बाय टाइम इसीलिए बोला v दैट इज वेव वेलोसिटी का सिंबल वेव वेलोसिटी इज डिस्टेंस ट्रैवल्ड या टी डिस्टेंस ट्रैवल्ड इन वन सेकंड अब वेलोसिटी निकाला है तो आंसर आएगा मीटर पर सेकंड में ठीक है मीटर क्यों क्योंकि डिस्टेंस होगा मीटर में और टाइम होगा किसम सेकंड में और इस चैप्टर के लिए स्पेसिफिकली आपको एक फॉर्मूला याद करना है जो वेरी इंपोर्टेंट फॉर्मूला है और इस पे न्यूमेरिकल आ रहे हैं ये न्यूमेरिकल किस पर है वो है वेलोसिटी इज इक्वल टू हां अभी हम इसपे न्यूमेरिकल भी आपको कराएंगे इस पर बेज न्यूमेरिकल भी करेंगे वेलोसिटी इज इक्वल टू फ्रीक्वेंसी * वेवलेंथ ये फार्मूला याद कर लीजिए क्या चीज वेलोसिटी इल टू फ्रीक्वेंसी * वेवलेंथ दूसरा फॉर्मूला अभी जस्ट दिया मैंने वेलोसिटी इ इक्वल टू डिस्टेंस अपॉन टाइम डिस्टेंस ट्रैवल्ड पर यूनिट टाइम और सिंबॉलिकली v वेव वेलोसिटी है f क्या है फ्रीक्वेंसी है यहां पर देख लीजिए और ये तो लडा है जो कि वेवलेंथ का सिंबल है क्लियर है यहां तक क्लियर है इसमें न्यूमेरिकल होना है इसलिए ध्यान से देख लीजिए अब आता है इसमें फ्रीक्वेंसी का फार्मूला भी कुछ हो सकता है क्या हां फ्रीक्वेंसी इज इवर्स ऑफ टाइम सही सुन रहे हैं टाइम और फ्रीक्वेंसी एक दूसरे के क्या है इवर्स है फ्रीक्वेंसी और टाइम एक दूसरे के टाइम अगर मुझसे टाइम पूछोगे तो मैं बोलूंगा वन अपन फ्रीक्वेंसी फ्रीक्वेंसी का रेस प्रोकल कर दो टाइम आ जाएगा और फ्रीक्वेंसी पूछूंगा तो वन अपन टाइम ठीक है टाइम का रेसिप प्रोकल कर देंगे आइए समझते हैं अब वेव्स कैसी होती है है ना तो बेसिकली दो टाइप के वेव्स वाइब्रेशंस होती हैं एक मैकेनिकल और दूसरी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हां दो टाइप के वेव्स हैं हम बात कर रहे हैं अभी मैकेनिकल वेव्स की वो वेव्स जिनको मटेरियल मीडियम चाहिए ट्रेवल करने के लिए उनको मीडियम चाहिए याद रखिएगा लाइट को मीडियम नहीं चाहिए होता है ध्यान दीजिएगा इस बात को लाइट हां सन से लाइट आपके घर तक पहुंच रही है पूरे अर्थ में पहुंच रही है तो क्या सन से लेकर अर्थ तक के बीच में क्या एयर है क्या या कोई मीडियम है नहीं बहुत जगह तो क्या है सिर्फ खाली इंटरसेल्यूलर स्पेस है खाली स्पेस है वैक्यूम है तो वो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव है पर हम बात कर रहे हैं किसकी मैकेनिकल या इलास्टिक वेव ये वेव वो वेव पार्टिकल्स होते हैं जिनको मटेरियल मीडियम चाहिए और ये पार्टिकल क्या करते हैं कि जब वाइब्रेट करते हैं तो काइनेटिक से पोटेंशियल और पोटेंशियल से काइनेटिक चेंज होते हैं दोनों हो सकते हैं ठीक है मैकेनिकल वेव दोनों रूप में पाई जाती है अब हमको बात करनी है सबसे पहले लोंगिट्यूड वेव में हां सही लोंगिट्यूड ल वेव वो वेव है जिसकी वजह से आप एयर में यस रूम में बैठे मेरी आवाज सुन पा रहे हैं होता क्या है चलिए इमेजिन करिए आप हमारे साथ यहां रूम में बैठे हैं तो जो साउंड वेव हां अभी इस समय क्या हो रहा होगा आपके मोबाइल से अगर आपने उसको य कान में इयरफोन इयरफोन नहीं लगाया होगा या कान में आपने यर ड्रॉप्स नहीं लगाए होंगे तो आपको जो मोबाइल के स्पीकर से आवाज आ रही है आ रही है यहां आप टीवी प अगर देख रहे होंगे मेरे इस इस चैनल को तो जो आपको जो स्पीकर से आवाज आ रही है ध्यान से सुनिए जो स्पीकर से आवाज आ रही है वो स्पीकर जो साउंड वाइब्रेशन छोड़ रहा है हां स्पीकर में भी वाइब्रेशंस होती है याद करिए स्पीकर भी वाइब्रेट करता है तो वाइब्रेशन जो रिलीज करर रहा एयर में वो लोंगिट्यूड वेव के रूप में आपके ईयर तक आ रहा है अब इसमें क्या होता है लोंगिट्यूड वेव में क्या होता है इसमें जो पार्टिकल ऑफ द मीडियम होते हैं वो ट्रेवल अलोंग दी वेव करते हैं जैसे मैं बोल रहा हूं तो मेरे मुंह से निकले पार्टिकल ऑफ द मीडियम ट्रेवल करते हुए यस न तक पहुंच रहे हैं हां अलोंग द वाइब्रेशन अलोंग द वाइब्रेशन क्या कर रहे हैं जिस दिशा में क्या हो रहे हैं मूवमेंट ऑफ वेव है उसी दिशा में पार्टिकल्स क्या हो रहे हैं मूव कर रहे हैं ऐसे को हम लोग कहते हैं लोंगिट्यूड वेव लोंगिट्यूड वेव में रेयर फैक्शंस और कंप्रेशंस फॉर्म होते हैं क्या रेयर फैक्शंस में पार्टिकल ऑफ मीडियम बहुत दूर-दूर चला जाता है ये तो कहेंगे सर पास आ गया तो दूर-दूर चला जाता है और कंप्रेस कंप्रेस मतलब दबाना किसी को ना कंप्रेशन में पार्टिकल ऑफ मीडियम क्या हो जाएगा पासपास आ जाएगा चलिए देखते हैं इस डायग्राम से समझते हैं क्या होगा व्हेन दी पार्टिकल ऑफ द मीडियम वाइब्रेट अलोंग द डायरेक्शन ऑफ दी प्रोपो केशन ऑफ वेव मतलब जिस दिशा में वेव जा रही है उसी दिशा में पार्टिकल ऑफ द मीडियम भी जा रहा है वेव का मूवमेंट और पार्टिकल का मूवमेंट दोनों का मूवमेंट क्या है सेम डायरेक्शन में है उसे कहते हैं लोंगिट्यूड अ वेव ये वेव्स क्या फॉर्म करती है कंप्रेशंस जिसमें पार्टिकल्स वेरी क्लोज टू ईच अदर आ जाते हैं और रेयर फक्शन जिससे पार्टिकल्स अवे हो जाते हैं जैसे कि मैंने बताया साउंड वेव इन एयर साउंड वेव इन सॉलिड याद रखिएगा ऑन सॉलिड नहीं इन सॉलिड सॉलिड के अंदर या साउंड वेव इनसाइड अ लिक्विड इसका मतलब है कि कोई स्विम कर रहा है पानी के नीचे अंडर वाटर है तो वहां पे भी लोंगिट्यूड अल वेव है पर मैंने कहा अभी आप मेरी आवाज जो अपने स्पीकर से सुन पा रहे हैं वो भी लोंगिट्यूड वेव की है देखिए क्या हो रहा है इसमें पार्टिकल ऑफ मीडियम कहां ट्रेवल कर रहे हैं ये रहा डायरेक्शन ऑफ ट्रेवल तो पार्टिकल ऑफ मीडियम डायरेक्शन ऑफ ट्रेवल ऑफ द वेव जिस तरफ वेव का डायरेक्शन है वेव का डायरेक्शन इस तरफ है तो पार्टिकल का मूवमेंट भी इसी तरीके से है पार्टिकल मूवमेंट भी सेम डायरेक्शन में है जिस डायरेक्शन में डायरेक्शन ऑफ द वेव है तो वेव इधर जा रही है पार्टिकल भी क्या हो रहा है इधर जा रहे है अब इसमें पार्टिकल्स जब क्लोज टूगेदर आ जाते हैं जैसे यहां पर देखिए यहां पर पार्टिकल्स बहुत क्लोज टूगेदर है इस रीजन में इसका नाम है कंप्रेस कंप्रेस मतलब पासपास ले आओ और यहां देखिए यहां पर इस पोजीशन में देखिए यहां पे पार्टिकल्स दूर-दूर हैं इसे हम कहते हैं रेयर फ्रैक्शन और फिर आ गया कंप्रेशन कंप्रेशन रेयर फ्रैक्शन देखिए हर बार बन रहा है यहां फिर देखिए फिर बन गया कंप्रेशन फिर आगे बढ़ जाइए देखिए यहां बन जाएगा रेयर फ्रैक्शन मतलब एक जगह पार्टिकल्स दूर हो जा रहे हैं फिर यहां देखिए पार्टिकल्स क्या हो जा रहे हैं नजदीक हो जा रहे हैं इस दो सक्सेसिव दो सक्सेसिव कंप्रेशंस की दूरी को भी वेवलेंथ कहते हैं या दो सक्सेसिव रियर फैक्शंस के भी बीच के डिस्टेंस को वेवलेंथ कहते हैं बहुत सार डेफिनेशन बता दी वेव लेंथ की तुम लोग को क्लियर है तो वेव जो एयर में हो रही है साउंड वेव और इन दी सॉलिड हो रही है और इनसाइड द लिक्विड हो रही ये सब सब सब लोंगिट्यूड ही वेव है ठीक है क्योंकि वेव्स पार्टिकल के साथ ट्रेवल कर रही हैं अब आता है ट्रांसवर्स वेव हां जैसा नाम है ट्रांसवर्स वेव क्या करती है ऐसे ट्रेवल करती है जैसे लगता है कि सांप ट्रेवल कर रहा है हां जैसे ड्रैगन को आपने देखा होगा सही बोल रहे हैं जैसे ड्रैगन को देख होगा चलो एक एग्जांपल देता हूं आप क्या करो एक बड़ी सी रोप को क्या करो विंडो के एंड में बांध दो हां एक रोप को किसी विंडो के एंड में बासी को खिड़की के किसी किनारे बांध दो और उसको ऐसे जक कर दो क्या ऐसे ऐसे झटका मार दो क्या होगा आप देखेंगे कि एक हां परपेंडिकुलर डायरेक्शन में क्या होगा वो वेव ट्रेवल करेगी देखा है ऐसा हां आजकल तो बारिश भी पढ़ रही है और आपके घर के आसपास कहीं पानी भी इकट्ठा हो जाता है क्या करो उस पानी में कंकड़ फेंक दो जैसे ही कंकड़ फेंको ग तो वहां क्या होंगे रिपल्स पैदा होंगे कैसी वेव हो रही है ट्रांसवर्स वेव हो रही है अब क्या खास बात है इस शेप से सोचो इसमें जो पार्टिकल ऑफ दी मीडियम है वो खुद 90° पे मूव कर रहा है पार्टिकल ऑफ द मीडियम वाइब्रेट 90° अगर वेव को इस दिशा में ट्रेवल करना है पार्टिकल ऑफ मीडियम क्या करता है 90° ऐसा लग रहा है कि कोई मछली तैर रही है पार्टिकल ऑफ मीडियम ये रहा ये है पार्टिकल ऑफ़ मीडियम जो हम दिखा रहे हैं आपको देखिए कैसे जा रहा है 90° की तरफ चला जा रहा है और वेव की डायरेक्शन कहां है इधर है डायरेक्शन ऑफ द वेव ये रही देखिए वेव ट्रेवल कहां करनी है इधर जानी है और मीडियम मीडियम क्या कर रहा है पहले 90° जा रहा है फिर नीचे आ जा रहा है फिर 90° जा रहा है फिर नीचे आ जा रहा है तो पार्टिकल ऑफ द परपेंडिकुलर या नॉर्मल क्या कीवर्ड है परपेंडिकुलर मैं बोल रहा हूं नॉर्मल वर्ड है ठीक है दोनों अलाउड है तो पार्टिकल ऑफ द मीडियम 90 डिग्री पे क्या कर रहे हैं मूव कर रहे हैं किसके 90 डिग्री 90 डिग्री टू द पार्टिकल ऑफ द वेव जिस दिशा में वेव है उस दिशा में 90 डिग्री पे मूव कर रहे हैं ये हां एग्जांपल एग्जांपल है साउंड वेव इन अ सॉलिड आप किसी क्या करिए एक आयरन का रॉड है एक आयरन की रॉड है आप इस आयरन की रॉड पे यहां पर क्या करिए हैमर स्ट्राइक करिए हल्के से मारना जोर से मत मारना और यहां पर आप क्या करिए अपना ईयर पुट कर दीजिए यहां पर आप अपना कान लगा दीजिए हां आपको बहुत हल्के से भी हैमरिंग से क्या होगा इसके वाइब्रेशंस की महसूस कां तक आएगी ज्यादा तेज मत करिएगा कां खराब हो जाएगा तो क्या है कहना क्या चाहते हैं ट्रांसवर्स वेव परपेंडिकुलरली मूव करते हैं कुछ इस तरीके से जब ये ऊपर चले जाते हैं जब टॉप मोस्ट चले जाते हैं तो बना देते हैं क्रेस्ट क्रेस्ट टॉप मोस्ट पार्ट होता है और जब नीचे चले जाते हैं तो बना देते हैं ट्रफ ट्रफ क्या होता है बॉटम पार्ट होता है और दो सक्सेसिव क्रेस्ट के बीच में बन जाता है वेवलेंथ उसी तरह से दो सक्सेसिव ट्रफ के बीच बन जाता है अगेन वेवलेंथ क्लियर है दोनों में क्लियर है अब आते है है रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड वेव्स क्या आपको मालूम है साउंड वेव्स भी लाइट की तरह क्या करती है बाउंस बैक करती है टकराती है और वापस आ जाती है तुमने अपने आप को तो मिरर में देखा ही है क्या कहते हैं जब मिरर में कंघी कर रहे होते हैं कोम कर रहे होते हैं तो हमारी ही इमेज टकराती है और हमारी ही आंखों में आ जाती है यही होता है अब साउंड भी यही काम करती है साउंड भी लॉज ऑफ रिफ्लेक्शन को पूरा फॉलो करती है एज इट इज फॉलो करती है नहीं यकीन हो रहा है एक एक्सपेरिमेंट से बता दूंगा हां तो साउंड वेव्स लाइक एनी अदर वेव आल्सो आफ्टर द स्ट्राइकिंग हार्ट सरफेस रिटर्न बैक और दो लॉज ऑफ रिफ्लेक्शन क्या है पहला लॉ तो आपको ध्यान ही है कि एंगल ऑफ रिफ्रैक्ट इज इक्वल टू एंगल ऑफ इंसीडेंस दैट मींस एंगल r इज इक्वल टू एंगल i और दूसरा लॉ क्या है कि इंसिडेंट रे रिफ्रैक्टेड रे एट द पॉइंट ऑफ नॉर्मल इंसीडेंस एंड ऑल ऑल लाइ इन द सेम प्लेन आइए इसको हम देखें इस एक्सपेरिमेंट को यहां पर ये रहा वो एक्सपेरिमेंट जो प्रूव करता है कि साउंड भी ट्रेवल करती है साउंड वेव भी रिफ्लेक्शन करती है एक स्क्रीन पे देखिए क्या हो रहा है अब आप देखेंगे कि एक हार्ड प्लाई बोर्ड लगा दिया गया है ताकि साउंड वेव को क्या करें प्रिवेंट करें उस पार जाने में यहां साउंड वेव ना जा पाए इस एंड में ना जा पाए देखिए क्या हो रहा है एक क्लॉक ले लिया एक टिकिंग क्लॉक ले लिया और बीच में एक सॉफ्ट बोर्ड एक वुडन पार्टीशन लगा दिया गया है क्या लगा दिया है वुड का पार्टीशन लगा दिया गया है ठीक है अब यहां पर एक हलो एक हलो कार्डबोर्ड ट्यूब ले लीजिए ये हलो ट्यूब है कैसा है हलो ट्यूब है कहां लगाया है इस क्लॉक के सामने जहां से साउंड प्रोड्यूस रही है यहां से क्या होने वाला है यहां से साउंड इसमें से ट्रेवल करेगी ट्रैवल करके कहां स्ट्राइक करेगी इस हार्ड सरफेस पे स्ट्राइक करेगी क्योंकि ये हार्ड बुड है साउंड इसके पार नहीं जा पाएगी और स्ट्राइक करने के बाद क्या हो जाएगी वो बाउंस बैक कर जाएगी जब वो बाउंस बैक कर जाएगी ये जो अ पर्सन है वो कान में इसकी टकिंग आवाज सुन पाएगा थोड़ा सा इस ट्यूब को इस वाले ट्यूब को क्या करना पड़ेगा एडजस्ट करना पड़ेगा ठीक है ना थोड़ा आगे पीछे करके एडजस्ट करना पड़ेगा ताकि साउंड इसमें आ जाए जब साउंड सुनाई देने लगेगी तो आप देखेंगे कि यहां पर यहां पर क्या होगा एंगल ऑफ इंसीडेंस फॉर्म होगा ये एक्चुअली इक्वल टू दी एंगल ऑफ रिफ्लेक्शन होगा हां ये है लॉ ऑफ रिफ्लेक्शन और ये प्रूव करता है कि साउंड भी साउंड भी लॉज ऑफ रिफ्लेक्शन दोनों ही एज इट इज फॉलो करती है तो साउंड रिफ्लेक्ट करती है साउंड वेव रिफ्लेक्ट करती है अब क्लियर हो गया अब साउंड वेव जब रिफ्लेक्ट करती है मतलब टकरा के वापस आती है तो इसे हम कहते हैं रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड बस अब किससे टकरा के वापस आती है अब आप सोचेंगे क्लॉथ से टकराएंगे तो वापस आएंगी जवाब है नहीं सामने एक बड़ा सरफेस होना चाहिए ध्यान से सुन लीजिए सामने एक बड़ा सरफेस होना चाहिए और उससे साउंड वेव क्या होनी चाहिए टकरा के वापस आना चाहिए तो द रिटर्न ऑफ द साउंड वेव ऑन स्ट्रकिंग द सरफेस अब वो सरफेस कोई वॉल हो सकता है कोई बड़ी शीट हो सकती है बड़ा फ्लाई बड हो सकता है इसको कहते हैं रिफ्लेक्शन बाउंसिंग बैक ऑफ लाइट वेव्स साउंड वेव्स अब साउंड वेव्स के रिफ्लेक्शन के लिए क्या ध्यान देना है ऐसा कब होगा कि साउंड वेव टकराएंगे और वापस आएंगे साउंड वेव तभी वापस आएंगी जब साउंड वेव्स जो निकल रही हैं ध्यान दीजिएगा साउंड वेव्स जब निकल रही है क्या वो द साइज ऑफ द रिफ्लेक्टिंग सरफेस क्या कहर है जिस सरफेस से साउंड टकरा के आ रही है मस्ट बी बिगर देन द वेवलेंथ अर्थात साउंड वेव से ज्यादा बड़ा कौन सा होना चाहिए सरफेस होना चाहिए एक इमेजिन करते हैं कि आपका रूम जिसमें तुम बैठे हो हां वो रूम अगर रूम ना होता हॉल होता हां एक बड़ा आपका रूम होता बड़ा हॉल होता स्पेसिफिकली 17 मीटर या उससे बड़ा होता और तब आप जो साउंड प्रोड्यूस करते वो जाता वॉल से टकराता और आपके कान में वापस सुनाई देता इको होता क्या कहते हैं इको होता इको इज रिफ्लेक्टेड साउंड हर्ड आफ्टर द ओरिजिनल साउंड स्टॉप्स दिस इज कॉल्ड एज इको और ये एक फिनोमेना है रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड का समझ गए ना जरा आप स्क्रीन पे देखें साउंड के रिफ्लेक्शन का ही कमाल है इस मेगाफोन में हां तुमने देखा होगा पुलिस वालों के पास है ब्रीड जहां बहुत इकट्ठा होती है या इवन फेयर्स मेलो में भी इसका बहुत इस्तेमाल होता है क्या कहते हैं इस अनाउंसमेंट करते रहते हैं ना आपने सुना होगा तो ये क्या करती है साउंड को क्या करती है रिफ्लेक्ट करती है कई गुना टाइम्स क्या करती है पढ़ा देती है ये मेगाफोन क्या करता है द क्या करता है द फिनोमिना ऑफ रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड वेव्स इज यूटिलाइज्ड इन मेकिंग अ मेगाफोन यहां पर मेगाफोन या स्पीकिंग ट्यूम में साउंड क्या होती है मेनी टाइम्स मल्टीप्लाई हो जाती है हां अब आता है टर्म इको समझ गए ना इको द साउंड हर्ड आफ्टर रिफ्लेक्शन साउंड जो रिफ्लेक्शन के बाद सुनाई दिया टकरा के आने के बाद जो साउंड सुनाई दिया फ्रॉम अ डिस्टेंट ऑब्स्ट कल आफ्टर द ओरिजिनल साउंड हैज स्टॉप्ड सीज्ड मतलब होता है स्टॉप ओरिजिनल साउंड बंद हो चुका है उसके बाद भी आपको एक साउंड और सुनाई दे रहा है हां तुम कभी इको पॉइंट गए हो क्या हां आप लोग कभी शिमला में कुल्लू मनाली में हिल स्टेशन में जाते हैं तो वहां से आवाज लगाते हैं सूरज तो वहां से भी आवाज आती है सूरज क्या कहते हैं हां भाई वहां जाकर के आवाज लगाना सर तरुण रूपानी आप देखिएगा मेरी आवाज वहां पर आपको घूम से हु सुनाई देगी सर तरुण रूपानी तो ये क्या है भाई ये है इको इको मतलब साउंड क्या करे जैसे ये रहा एक माउंटेन और आप है एक गस एक प्लेस पर यहां पर आपने जब साउंड लगाया तो आपका साउंड टकरा करके वापस बाउंस बैक करता है इस साउंड हर्ड आफ्टर दी रिफ्लेक्शन इज कॉल्ड एज इको याद रखिएगा आपके ओरिजिनल साउंड के बाद आवाज आनी चाहिए अब ऐसा कैसे पॉसिबल है ऐसी क्या कंडीशन है कि इको पैदा हो जाएगा आइए कंडीशन समझते हैं अगर इको चाहिए तो पहली कंडीशन है कि जो डिस्टेंस होना चाहिए किसके बीच में जो पर्सन साउंड दे रहा है उसके बीच में और रिजट बॉडी के बीच में कितना डिस्टेंस होना चाहिए इतना होना चाहिए कि साउंड जब भी सुनाई दे तो 1 सेकंड बाद कि क्या की वर्ड है द साउंड ऑफ्टर रिफ्लेक्शन शुड बी आफ्टर 1 सेकंड साउंड को 1 सेकंड के बाद आना चाहिए क्या रीजन है द रीजन इज ऐसा क्यों पॉ 1 सेकंड का क्या मतलब है सर साउंड प 1 सेकंड से पहले अगर सुनाई देगी तो हमारा ईयर सेंस नहीं कर पाएगा हां और प 1 सेकंड के बाद आएगी तो हमारी सेंसेशन उसे महसूस कर पाएगी हम उसे सेकंड साउंड के रूप में सुन पाएंगे प 1 सेकंड से पहले आएगा तो ओरिजिनल साउंड के साथ वो मर्ज हो जाएगा क्लियर तो हमारा ईयर क्या करता है प 1 सेकंड तक किसी भी साउंड को पर्सिस करता है क्लियर और डिस्टेंस कितना होना चाहिए द डिस्टेंस बिटवीन द रिफ्लेक्टिंग सरफेस एंड द लिसन बताया ना ये है आपका रिफ्लेक्टिंग सरफेस माउंटेन और यहां पर है वो लिसन इन दोनों के बीच का मिनिमम डिस्टेंस मैक्सिमम तो ज्यादा कितना भी हो सकता है मिनिमम डिस्टेंस है 17 मीटर क्या यूज करेंगे आप फर्मूला कौन सा यूज करेंगे जब भी e को करना होगा तो हमें फार्मूला यूज करना है d स्टैंड्स फॉर यहां पे डिस्टेंस वेलोसिटी इनटू टाइम अपट यहां आप इसमें डिस्टेंस निकालने की बात कर रहे हैं और मैं आपको 17 मीटर का डिस्टेंस प्रूव करके दिखा रहा हूं कैसे आया होगा अब आपको पता हो गया है कि वेलोसिटी ऑफ साउंड वेलोसिटी ऑफ साउंड इज एप्रोक्सीमेटली 340 मीटर पर सेकंड क्या वेलोसिटी ऑफ साउंड इज 340 मीटर पर सेकंड और क्या टाइम है इको के लिए 0.1 सेकंड मिनिमम टाइम टेकन फॉर इको इज़ 1 सेकंड क्योंकि . 1 सेकंड से पहले हमारा ईयर हमारे कान साउंड को सेंसेट नहीं कर पाएंगे डिफरेंशिएबल सिटी 340 और टाइम क्या है1 सेकंड / 2 डिवाइड कर दीजिए क्या आएगा डिवाइड करने पर आइए देखिए 2 * 1 2 170 तो 170 * 1 आ गया 17 मीट तो इस तरीके से आपका ये आया डिस्टेंस 17 मीट आप समझ गए कि ये मिनिमम डिस्टेंस 17 मीटर क्यों है कहां से आया ये 17 मीटर साउंड प्रोड्यूस बॉडी मतलब ये जो साउंड प्रोड्यूस कर रहा था और रिफ्लेक्टिंग बॉडी के बीच का डिस्टेंस कितना होना चाहिए 70 मीटर आइए अगर आप चाहते हैं कि इको भी बहुत डिस्टिंक्ट हो एकदम क्लियर कट इको हो इको एकदम साफ हो जैसे कि पहाड़ों में होता है आपके घर में इको हो रहा है आप क्लैक करके देखिए जब आप नए-नए मकान में आए थे हां हां जब अपने फ्लैट में या अपने मकान में जब आप नए-नए आए थे जब आप ऐसे क्लैक करते थे तो आवाज गूंजती थी उस समय आपके कमरों में पर्दे नहीं लगे थे आपके कमरों में चीजें बनी हुई बी बिछी हुई नहीं थी हां नया-नया ग था सब कुछ एम्टी एम्टी सा तो साउंड वेव क्या कर थी कहीं एब्जॉर्ब नहीं हो रही थी सही कह रहा हूं उस समय आपके कमरों में साउंड वेव एब्जॉर्ब नहीं हो रही थी कहीं पर और इसीलिए इको उस समय नए-नए घर में आता है और अभी जिस घर में आप रह रहे हैं चारों तरफ आप देख लीजिए अपने कहीं खिड़कियां है कहीं दरवाजे हैं कहीं पर्दा लगा हुआ है कहीं बेडशीट बिची हुई है कहीं सोफा लगा हुआ है कहीं कुछ ऑब्जेक्ट रखे हुए हैं तो साउंड इन सब से क्या होती है टकरा रही होती है और इनमें एब्जॉर्ब हो जाती है समझ गए इसीलिए इको नहीं हो रहा होता है तो इको होने का आपको चाहिए कि क्लियर कट साउंड वापस सुनाई दे तो तीन मेन कंडीशंस को पूरा करना है पहला कंडीशन डिस्कस कर चुका हूं कि डिस्टेंस कितना होना चाहिए 17 मीटर होना चाहिए मिनिमम डिस्टेंस कितना है 17 मीटर किसके बीच में जहां से साउंड प्रोड्यूस हो रही है और जहां से रिफ्लेक्ट हो के आ रही है रिफ्लेक्टिंग बॉडी के बीच में और साउंड प्रोड्यूसर के बीच में दोनों के बीच में क्या होना चाहिए 17 मीटर का मिनिम डिस्टेंस होना चाहिए ज्यादा हो सकता है डिस्टेंस कम नहीं होना चाहिए उसे और क्या खास बात है जहां से साउंड टकरा के आ रही है जैसे मेरे एग्जांपल में ये पहाड़ों से साउंड टकरा के आ रही है यहां पहाड़ है ये रिफ्लेक्टर है हमारे ये हिल्स हमारे रिफ्लेक्टर है तो जहां से साउंड टकरा के आ रही है वो बहुत बड़ा होना चाहिए किसके मुकाबले वेवलेंथ ऑफ द साउंड वेव जो हम साउंड वेव प्रोड्यूस कर रहे हैं जो हम लोग साउंड वेव प्रोड्यूस कर रहे हैं ये साउंड वेव से बड़ा होना चाहिए देखिए हमारी साउंड वेव से बहुत बड़ा है तो लार्जर शुड बी द रिफ्लेक्टिंग सरफेस वो जो रिफ्लेक्ट करने वाली बॉडी है जैसे सामने वाली दीवाल है कोई बड़ा कार्डबोर्ड है हां तो ही क्या होगा इको डिस्टिंक्ट होगा और तीसरा और सबसे इंपोर्टेंट चीज है जो साउंड की इंटेंसिटी है वो ज्यादा होनी चाहिए इतनी इतनी इंटेंसिटी से इतनी प्रेशर से इतने दबाव से साउंड होना चाहिए कि हमारे साउंड क्या हो हमारे ईयर तक सुनाई दे जाए इंटेंसिटी ऑफ साउंड ज्यादा होनी चाहिए ठीक है रिफ्लेक्टेड साउंड के बाद भी वो सुनाई दें चलिए अब आ रहे हैं एक नया शब्द आ रहा है आपके पास रिवर बेश रिवर्ब ये क्या नया वर्ड आ गया सर कई बार साउंड जब इको करता है मल्टीपल टाइम्स कर जाता है इको मतलब एक सिंगल आवाज नहीं आ रही है एक सिंगल आवाज नहीं आ रही है एक से अधिक आवाज आ रही है एंड दैट इज कॉल्ड एज एन इको के ऊपर रिवर्ब शंस रिवर्ब रेशंस इफ देयर इज अ रिपीटेड रिफ्लेक्शंस क्या हो रिपीटेड रिफ्लेक्शंस हो एंड द साउंड गेट्स प्रोलों साउंड गेट्स बार-बार एंड दिस इज कॉल्ड एज रिवरवे ज्यादातर जो पुराने जमाने में राजाओं के किले बना हुआ करते थे जैसे ताजमहल या और भी सिकंदर टूल और भी इवन जो राजपूत राजाओं के किले हुआ करते थे उसमें बहुत ऊंची ऊंची पहाड़ियां होती थी तो अगर कहीं दुश्मन आ रहा है किलों पे अटैक करने के लिए तो उनके पास एक सिस्टम बना हुआ था कि कहीं क्लैक करते थे या कहीं पर एक ड्रम बीट करते थे बेल बजाते थे वो दूर-दूर तक राजा के महल तक क्या होती थी साउंड ट्रेवल करती थी वहां पर सोचिए हमारी साइंस कितनी एडवांस थी उस जमाने में हां ही वाज सो एडवांस्ड वही न्यू दिस लॉ ऑफ रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड हां हम इंडियंस लॉ ऑफ रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड आज से नहीं पिछले कई हजार सालों से जानते रहे हैं तभी तो अपनी बिल्डिंग्स में ताज मेल्स में मैंने बताया सारे हिस्टोरिकल पॉट्स में जो राजस्थान में बने हैं तो ज्यादातर पहाड़ों में बने होते थे तो साउंड क्योंकि उस समय मोबाइल फोन तो था नहीं कि बात कर पाएंगे तो इस क्या करते थे इस रिफ्लेक्शन ऑफ साउंड से बता देते थे किसी की लोकेशन के बारे में समझ गया आइए आगे बढ़ते हैं नेक्स्ट देखते हैं अगर हमको साउंड को पता करना है इको के फॉर्मूले से तो फार्मूला क्या है देख लीजिए स्पीड ऑफ साउंड का फार्मूला सिंपल है याद कर लीजिए इस पे न्यूमेरिकल करना है न्यूमेरिकल आएगा फॉर श्यर गारंटीड क्या फार्मूला है v = 2d / t ये v क्या है v है स्पीड ऑफ साउंड आप इसको वेलोसिटी बोल दीजिए ये d क्या है डिस्टेंस ऑफ द साउंड है ये 2d क्यों है सर यहां आ ग टू क्यों आ गया सर डबल क्यों आ गया सर देखिए वेलोसिटी तो स्पीड है है ना वेलोसिटी बोले या स्पीड बोले तो ठीक है मतलब आ गया आपका पर यह डिस्टेंस दो क्यों है तो डिस्टेंस दो इसलिए है क्योंकि एक बार साउंड वेव ट्रेवल करके टकराए गी यहां तक ट्रेवल करेगी इस रिफ्लेक्टिंग सरफेस से टकराए गी इस रिफ्लेक्टिंग सरफेस से टकराए गी और एक बार वापस इसके कान तक जाएगी तभी तो सुन पाएगा तो डिस्टेंस दो बार ट्रेवल करा है एक बार जाने का एक बार साउंड आने का सो दिस बिकम 2d ये है आपका टोटल डिस्टेंस जब जब इको का क्वेश्चन होगा डिस्टेंस विल बिकम डबल जाने का साउंड वेव का और आने का दैट इज वई चलिए ये तो हो गया आपको अब क्लियर याद रहेगा जब जब आप इको का क्वेश्चन करेंगे तो अब आता है e किस काम आता है कुछ यूज है कि नहीं e का बड़ी कमाल की चीज है इको बहुत सारे यूज आने वाला है e सबसे पहला यूज है जब हम इको को यूज करते हैं साउंड रेंजिन के रूप में और या तो इको डेप्थ साउंडिंग आइए समझाते हैं एक-एक करके सबसे पहले बात करते हैं अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशंस वो वाइब्रेशंस जो 200000 हर्ट से ज्यादा होती है हां यूजुअली हम सुन नहीं पाते हैं हम सुन नहीं पाते हैं बट बड़े कमाल के वाइब्रेशंस होते हैं क्या इसके अंदर ऐसा है है जो ये बहुत काम के हैं ऐसी क्या प्रॉपर्टी है अल्ट्रा अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशंस में या साउंड में पहला खास बात है कि ये बहुत एनर्जेटिक साउंड होती है हमारी जो ऑडिबल साउंड है इससे ज्यादा एनर्जी इसके अंदर है क्योंकि इसकी फ्रीक्वेंसी बहुत ज्यादा है और तो और इसके अंदर तीन ऐसी प्रॉपर्टीज हैं जिसकी वजह से इसका बहुत यूज है पहली प्रॉपर्टी है इट कैन ट्रेवल अन डेविड थ्रू लॉन्ग डिस्टेंस दूर दूर तक जैसे कि टॉर्च की लाइट निकलती है ना आपने टॉर्च की लाइट जलाई है दूर तक टॉर्च की लाइट आपके कार में जो हेड लाइट है या आपकी जो मोटरसाइकिल में जो हेडलाइट है उसकी रोशनी दूर तक चली जाती है वैसे ही ये अल्ट्रासोनिक वेज भी है बिना बेंट वे विदाउट डेविएशन विदाउट बेंडिंग बिना बेंड कि क्या करती है लॉन्ग डिस्टेंस तक ट्रेवल करती हैं और दे कैन बी कन्फाइंड इन अ नरो बीम मतलब एक पतले से बीम में क्या करती है ट्रेवल करती है नैरो से बीम के रूप में ऐसे ट्रेवल करती है ऐसे ट्रेवल करती है यहां से प्रोड्यूस हो रही है है ना और ये ऐसे नैरो बीम के रूप में ट्रेवल करते हुए निकल जाती है और क्या खास बात है दे आर नॉट एब्जॉर्ब इन द मीडियम देखा नॉर्मल साउंड होती तो मीडियम में एब्जॉर्ब हो जाती थी पर अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशंस एब्जॉर्ब नहीं होती आइए कुछ इसके यूसेज देखें तो यूज ऑफ इको बैट करती है डॉल्फिंस करती हैं फिशर मेंस करते हैं बहुत सारे एनिमल्स ऐसे हैं जिनके साउंड रेंज हम से एकदम अलग है हां जिसमें से सबसे पहले आता है बैट अब बैट क्या करती है रात को चमगादर क्या करता है आई एम वेरी श्यर आपने बैट को देखा होगा और डर गए होंगे उल्टे लटके होते हैं वैसे बैट मैमल है यू नो इट ना बैट मैमल है बर्ड की कैटेगरी में नहीं आता है बैट में फेदर्स नहीं होते हैं बैट में क्या होता है स्किनी स्किनी स्किनी विंग्स होते हैं उसके पास और बैट एग नहीं देता है याद रखिएगा चलो तो बैट करता क्या है बैट अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशन प्रोड्यूस करता है और जब वो उड़ रहा होता है तो ये अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशन स्ट्रेट ट्रेवल करते हैं ऑब्जेक्ट से टकराते हैं और वापस आ जाते हैं इससे बैट डिटेक्ट कर लेता है कितनी जल्दी साउंड में वापस आ रही है साउंड वेव जो निकाली बैट ने वो अल्ट्रासोनिक साउंड वेव्स थी ये एक एनर्जेटिक साउंड वेव्स होती है सीधे ट्रेवल करती है बीम की तरफ और ऑब्जेक्ट से सामने अगर दीवाल है तो उससे टकराती हुई साउंडवेव वापस आएगी बैट के कानों पर अब बैट को पता चल जाएगा कि वो दीवार वो वॉल कितनी दूर है तो बैट के पास रात को आंखें नहीं है याद रखिएगा ह डे लाइट में तो सो रहा होता है रात को ही वो निकलता है तो देख इसलिए पाता है क्या यूज करता है इको साउंडिंग ठीक है तो बैट साउंड से ही अपनी पता कर लेता है किसी का लोकेशन बैट की फ्रीक्वेंसी कभी-कभी 100000 हर्ट्ज अर्थात 1 लख हर्ट्ज भी चली जाती है ठीक है इसी तरह से बैट करता है हम इस प्रोसेस को कहते हैं साउंड रेंजिन बिना किसी के टकराए वह साउंड के यस वाइब्रेशन से पता कर लेता है सामने वाला ऑब्जेक्ट कितना दूर है क्लियर है चलो आगे बढ़ते हैं डॉल्फिंस के बारे में बता करें हां डॉल्फिंस बड़ी कमाल की बड़ी कमाल की फिशेज होती है हां वैसे डॉल्फिन भी क्या है एक मेमल है फिश नहीं है एक्चुअली में हां फिश नहीं है डॉल्फिंस गंगा डॉल्फिंस तो बहुत फेमस है और डॉल्फिंस के बारे में तो ऐसा कहा जाता है कि सबसे ज्यादा अगर इंसानों को समझने वाला कोई जीव है तो वो डॉल्फिंस है सच में डॉग्स जैसे पानी में सॉरी लैंड में रहते हैं और हमको सबसे ज्यादा समझते हैं हमारे डॉग्स हमारे पेट्स के रूप में वैसे डॉल्फिंस पानी में सबसे ज्यादा इंसानों को समझने वाला हां बहुत केयरिंग होता है तो डॉल्फिंस डिटेक्ट एनीमीज एंड ऑब्स्ट कल्स बाय एमिटिंग अल्ट्रासोनिक वेव्स डॉल्फिंस भी यही करती हैं डॉल्फिंस दूसरे डॉल्फिंस को अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशंस के द्वारा चेतावनी दे देती हैं और अपने आप को बचाती हैं अपने एनीमीज से अल्ट्रासोनिक वेव्स की मदद से ठीक है जो फिशर मेंस होते हैं आजकल हां अब वो जमाना पुराना खत्म हो गया कि मछली का जाल कहीं भी फेंक दो नहीं नहीं कहीं मत फेंको फिशर मेंस की बोट्स में ट्रालर्स में क्या लगे होते हैं अल्ट्रासोनिक एमिटर्स लगे होते हैं क्या अल्ट्रासोनिक छोड़ने वाली मशीन लगी होती है कहां लगी होती है बोट के नीचे लगी होती है ये जो अल्ट्रासोनिक मशीन लगी होती हैं ये बोट के नीचे लगी होती हैं और ये अल्ट्रासाउंड छोड़ती है अब ये बोर्ट के नीचे से अल्ट्रासाउंड जाता है और यहां पे अगर बहुत सारी मछलियां होंगी तो ये क्या करेगा ये इसका सिग्नल वापस भेजता है क्योंकि टकरा करके साउंड वेव क्या होती है वो वापस पर आती है और यहां पर रिसीवर भी होता है एक ट्रांसमीटर होता है एक ट्रांसमीटर होता है जो अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशन छोड़ता है यहां रहा वो ट्रांसमीटर और एक क्या होता है रिसीवर जहां से साउंड वे टकरा करके वापस आते हैं और ये दोनों क्या करते हैं हेल्प करते हैं फिशर मैनस को जानने में कि आसपास मछलियों का झुंड तो नहीं है और वहीं पे फिर क्या करते हैं अपना जाल बिछा देते हैं हां अब ऐसे ही कहीं नहीं करते हैं समझ गया नाना आइए इसी को थोड़ा सा और डिटेल में समझते हैं इस डायग्राम के साथ जब हम इको का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सोनार क्यों नहीं सोनार का फुल फॉर्म क्या है हां भाई सोना नहीं सोनार हां सोना चांदी नहीं है सोनार का फुल फॉर्म है एस ओ दैट इज साउंड एन ए दैट इज नेविगेशन एंड रेंजिन तो साउंड नेविगेशन एंड रेंजिन क्या करना क्या है देखिए जरा इस स्क्रीन पे देखिए अब आप देख पा रहे होंगे कि एक बड़ी सी शिप एक बड़ी सी शिप में दोनों लगा हुआ है यहां नीचे क्या लगा हुआ है इसमें ट्रांसमीटर लगा हुआ है ट्रांसमीटर क्या करता है साउंड की अल्ट्रासाउंड वाइब्रेशंस को रिलीज करता है जिससे वो पता कर लेते हैं कि नियर बाय ऑब्जेक्ट क्या है और इवन बेस ऑफ दी बेस ऑफ दी ओशन कितना कह रहा है देखिए डेप्थ ऑफ दी ओशन मास और ये साउंड वेव से टकराने के बाद हो जाती है क्या बाउंस बैक आ जाती हैं क्योंकि ये क्या करती हैं पीछे आ जाती हैं देखिए साउंड वेव्स वापस बाउंस बैक हो करके स्प्रेड हो के आ रही हैं और यहां आने पर क्या होता है इनको कौन मिलता है रिसीवर मिलता है तो ट्रांसमीटर साउंड वेव इमिट करता है और रिसीवर क्या करता है साउंड वेव को रिसीव कर लेता है नतीजा ये दोनों बता देते हैं कि ये डेप्थ कितना नीचे है ओशन की डेप्थ क्या है बता सकता है या ओशन में कोई ऑब्जेक्ट है या नियर बाय कोई आइसबर्ग है बता देता है हां टाइटनिक में यही हुआ था टाइटनिक में उनको पता चल गया था कि आगे आइसबर्ग है पर वो टेक्नोलॉजी उनकी बहुत स्लो थी हां टेक्नोलॉजी उस समय कोई ऐसी नहीं थी उनके पास कि कोई एक बड़ा सा उनके पास अल्ट्रासोनिक वाइब्रेटर लगा हो और वो नहीं नहीं उस समय कंप्यूटर्स थे नहीं बट उनको पता चल चुका था कि आगे एक बड़ा आइसबर्ग है टाइटेनिक को क्योंकि दिखता है ना आइसबर्ग तो पर आइसबर्ग कैसा दिखता है मालूम है कि नहीं है एक जरा सा टिप दिखता है एक जरस टिप दिखता है ऐसा ये जो 90 पर ऑफ द आइसबर्ग का नीचे वाला दिखता ही नहीं है हां टाइटनिक भी यही सोच रही थी कि हम तो क्या करेंगे टर्न कर भी लेंगे है ना और हमें ज्यादा नुकसान नहीं होगा बट हुआ ये नहीं टाइटेनिक क्या हुई लेट हो गई टर्न करने में अपने आप को इस आइसबर्ग से बचाने के समय टर्न होते समय लेट हो गई और तो काश काश उस समय ये अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशंस होते तो टाइटनिक जैसा बड़ा हादसा नहीं होता हां टाइटनिक शिप का याद होगा आपने फिल्म भी देखी होगी तो बहुत इंपोर्टेंट है आजकल सारे बड़े डिवाइसेज जो पानी में खसक जा रहे हैं उनमें तो सोनार लगा ही हुआ है क्या करते हैं ये बता सकते हैं एनिमी की सबमरींस के बारे में बता सकते हैं और तो और संकरण शिप्स के बारे में बता सकते हैं समुद्र की गहराई के बारे में बता सकते हैं कि समुद्र कितना गहरा है है है ना जिस प्रोसेस से द डेप्थ ऑफ द सी क्या जिस मेथड से सी की डेप्थ को मेजर करते हैं हम उे कहते हैं इको डेप्थ साउंडिंग डेप्थ मतलब गहराई ये जो हमने प्रोसेस बताया जो समंद के डेप्थ को मेजर करने का है वो इको की मदद से है वाइब्रेशंस ऑफ द अल्ट्रासाउंड के वापस लौटने के बाद से डिस्टेंस मेजर हो जाता है और फॉर्मूला वही लगता है क्या फॉर्मूला लगता है v = 2d / t यही फॉर्मूला लगाना है इसी से पता चल जाता है डेप्थ ठीक है हां ये डिस्टेंस निकाल दोगे डेप्थ निकल आएगा अब आता है अगला वर्ड है राडार अगर सोनार हो सकता है तो राडार क्यों नहीं हो सकता है राडार हां आई एम वेरी श्योर कि ऐसा कोई डिश एंटीना टाइप का देखा होगा आपके इवन घर में भी लगे होंगे कुछ लोगों ने ऐसे डिश टीवी लगा रहा है क्या लगा है उसमें देखिए उसमें एक रिसीवर लगा हुआ है सही सुन रहे हैं आपके घर में जो लगा है वो रिसीवर लगा है और जो टेलीविजन प्रोग्राम आप देखना चाहते हैं केबल टीवी जो आप देखना चाहते हैं वहां से है ट्रांसमीटर ध्यान से सुनिए वहां से ट्रांसमीटर लगा हुआ है वो ट्रांसमीटर जाता है आइनोस्फीयर में क्या आइनोस्फीयर से आपके रिसीव के द्वारा उसको कैच कर लिया जाता है तो दो लगे हैं एक बड़ा सा कंपनियों का खूब बड़ा सा जैसे जीटीवी सनी टीवी का एक ट्रांसमीटर वाइब्रेशंस एयर में आइनोस्फीयर में छोड़ता है और यहां आपके घर में लगा हुआ है एक छोटा सा रिसीवर यस रडार तो रडार बेसिकली जब हम बात करते हैं तो रेडियो वेव प डिपेंड करता है क्या करता है रडार रेडियो आर रेडियो आर ए रेडियो डी डिटेक्शन एंड रजि रेडियो डिटेक्शन एंड रजंग क्या कर सकता है ये भी इको के मदद से डिटेक्ट करता है एयर में एयर में मौजूद ऑब्स्ट कल्स जब आप सोनार कर रहे थे तो पानी की बात कर रहे थे पानी के अंदर की बात करथे पानी की डेप्थ की पानी के अंदर पाए जाने ेकल्स की पर हवा में अगर कोई दुश्मन आ रहा है तो जी हां ये देखिए ये है इसकी रेंज अब राडार क्या कर रहा है इतनी रेंज तक वाइ रिलीज कर रहा है अब इस वाइब्रेशन के अंदर कोई अगर ऑब्जेक्ट आ जाए जैसे कि ये प्लेन आ जा रहा है तो इस एरोप्लेन या इस ऑब्जेक्ट से साउंड वेव टकरा कर के वापस आ जाएगी और हम बता देंगे क्या चीज कि कोई फॉरेन प्लेन या कोई विदेशी हो सकता है आजकल तो आजकल बड़ा जमाना चल रहा है ना कि फरेन ऑब्जेक्ट बट हवा में उड़ के आ रहे है इन सब का मदद करता है ये क्या करता है इको मेथड इज यूज टू फाइंड द प्रेजेंस ऑफ ऑब्जेक्ट है ना और उसकी रेंज बता सकते हैं उसका डिस्टेंस बता सकते हैं कौन सी वेव यूज करते हैं तो रेडियो वेव या माइक्रोवेव यूज करते हैं तो सोनार हो गया रडार हो गया पर दोनों में एक ही काम है दोनों में एक ही काम है और वो वो है रेंज बताना डिस्टेंस बताना ठीक है दोनों में ट्रांसमिट और रिसीवर लगे होते हैं और वो काम करते हैं अब आता है मेडिकल फील्ड में कुछ यूज है क्या सर अल्ट्रासोनिक जबरदस्त यूज है मेडिकल फील्ड में हां आजकल किसी के पेट में पथरी है किसी को किडनी स्टोन जिसे हम लोग कहते हैं डाउट है किसी को हां इवन वूमेंस के बेबी बॉर्न होने से पहले पता करना चाहते हैं कि वूम में बेबी जो है हां वूम में बेबी जो है वो सही है कि नहीं है प्रॉपर ग्रो कर रहा है कि नहीं है ये सब बताता है कौन अल्ट्रा सोनोग्राफी एक अल्ट्रासोनिक वाइब्रेशंस क्या करता है डॉक्टर लगाता है बॉडी में हमारे और उसकी एक इमेज क्रिएट होती है कंप्यूटर स्क्रीन पर डॉट देख के बता सकता है हां तो मेडिकल फील्ड में चमत्कार है ये अल्ट्रासोनोग्राफी एग्जैक्ट पर्टिकुलर पॉइंट पे जहां पथरी है जहां किडनी स्टोन है या गॉल बडर में स्टोन है वो इसमें दिखाई देता है उसका साइज पता चल जाता है लोकेशन पता चल जाता है और डॉक्टर क्या करता है ऑपरेट करके उसको निकाल देता है तो कमाल का कमाल का ये इन्वेंशन है अल्ट्रा सोनोग्राफी जिसमें क्या हो रहा है एक अल्ट्रासोनिक वाइब्रेटर आपके बॉडी का इमेज बनाता है कंप्यूटर की स्क्रीन पर ठीक है और एक टेक्निक आ चुकी है इकोकार्डियोग्राफी कार्डियो कार्डियोलॉजिस्ट हार्ट के एक्सपर्ट को कहते हैं तो हार्ट की बीट सही है कि नहीं है किसी को हार्ट अटैक तो नहीं आ गया भाई इसको कौन चेक करता है ये गजब का डिवाइस इको कार्डियोग्राफी हार्ट के इको पे बेस्ड है ये ठीक है ना और हार्ट की इमेज बता सकता है आइए स्टार्ट करते हैं न्यूमेरिकल स्क्रीन पर आ चुका है और मैं आपसे रिक्वेस्ट करूंगा अब तक तो आप देख रहे थे ठीक था ये देखेंगे तो ठीक नहीं होगा साथ में मैं और आप हो जाए तैयार लगाते हैं मैं और आप तो स्क्रीन पर आ गया न्यूमेरिकल नंबर वन साउंड के सारे बेसिक न्यूमेरिकल से लेकर एडवांस तक यहीं फिनिश करा दूंगा मेरा यकीन जानो तैयार है चलिए सबसे पहले आपके पास है कि आपको क्या दिया है इ द ह्यूमन यर क डिटेक्ट साउंड रेंज फ्रॉम 20 हर्ट्ज ठीक है ये आपकी फ्रीक्वेंसी है 2 2000000 हट दो फ्रीक्वेंसी दी है क द स्पीड ऑफ साउंड इज गिवन एज ये तो स्पीड ऑफ साउंड सिंबल हो गया v 330 मीटर पर सेकंड दे दिया है हमारे पास फ्रीक्वेंसी है फ्रीक्वेंसी क्या है 20 हर्टज पहला टू 2000 हर्ट्ज दूसरा दो फ्रीक्वेंसी दि है 20 ह 20000 हज ठीक है कोई दिक्कत नहीं है हमें वेवलेंथ निकालना है सबसे पहले फ्रीक्वेंसी को पता करने के बाद हम क्या करेंगे वेवलेंथ का फॉर्मूला लगा देंगे वेवलेंथ से पहले वेलोसिटी का फॉर्मूला आपको बता दूं मैंने कहा था वेलोसिटी इज इक्वल टू फ्रीक्वेंसी मल्टीप्ला बाय वेवलेंथ वेव लेंथ का सिंबल होता है लडा है ना इस वेवलेंथ का सिंबल है ये उल्टा y y को क्या कर दो उलट दो तो लैम बन जाएगा रा तो आपको लैड निकालना है आप सिंपली डिवाइड कर दीजिए आपको दो आंसर निकलना चाहिए क्योंकि दो बार आपके पास फ्रीक्वेंसी है तो आपके पास आंसर आ जाएगा 330 / 20 ये जो आंसर आएगा आपका पहला वाला फ्रीक्वेंसी अ वेवलेंथ आ जाएगा क्या आ जाएगा देखिए आपके पास आएगा 16.5 मीट पहला आ जाएगा और दोबारा क्या करेंगे इसी क्वेश्चन में 20000 हर्ट्स पुट करके आंसर निकाल देंगे क्या कहते हैं दो वेवलेंथ आप निकाल देंगे फॉर्मूला फिक्स है फॉर्मूला क्या है वेलोसिटी इज इक्वल टू फ्रीक्वेंसी * वेवलेंथ चलिए आगे बढ़ जाए हां आगे बढ़ जाते हैं अगला क्वेश्चन देखते हैं ये एक डायग्राम बेस क्वेश्चन है हां ये एक डायग्राम बेस क्वेश्चन है आपको स्क्रीन पे डायग्राम दिख रहा है यह एक डायग्राम है जिसमें पहला डायग्राम है डिस्प्लेसमेंट टाइम ग्राफ का यह रहा देख पा रहे होंगे डिस्प्लेसमेंट टाइम ग्राफ यहां रहा टाइम ये देखिए आपको टाइम शो कर रहा है क्लियर ये लिखा है टाइम इन सेकंड और आपको क्या बताना है वेलोसिटी दे दिया है इसमें चलिए आपके पास वेलोसिटी नोन है 20 मीटर पर सेकंड यह रही वेलोसिटी अब आपसे क्या कह रहा है कैलकुलेट द फ्रीक्वेंसी एंड वेवलेंथ दोनों की इसकी फ्रीक्वेंसी और वेवलेंथ इसकी फ्रीक्वेंसी और वेवलेंथ तो मुझे टाइम पीरियड पहले मिल जाए तो मैं फ्रीक्वेंसी निकाल दूंगा तो टाइम मुझे मिल जाएगा कैसे टाइम टेकन टू कंप्लीट वन वाइब्रेशन इज कॉल्ड एज टाइम पीरियड देखिए वन वाइब्रेशन कंप्लीट कहां हो रहा है यहां से शुरू हो रहा है वाइब्रेशन और कंप्लीट हो रहा है यहां पर तो आपका यहां पर टाइम है 1 सेकंड आप 10 सेकंड बोल दीजिए तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा ये रहा कैसे मालूम चला कि एक वाइब्रेशन कंप्लीट है देखिए एक टू और ये फ्रो एग्जैक्ट कंप्लीट हो गया वन टाइम हो गया अब आपके पास फ्रीक्वेंसी आ सकती है फ्रीक्वेंसी का फॉर्मूला होता है रेसिप प्रोकल ऑफ टाइम याद है फ्रीक्वेंसी और टाइम एक दूसरे के इवर्स होते हैं तो आपके पास फ्रीक्वेंसी हो जाएगी 1 / 0.1 डेसीमल रिमूव कर दीजिए आ जाएगा 10 तो आपके पास फ्रीक्वेंसी आ गई 10 हर्ट्ज अब आपके पास पहले वाले a वाले की फ्रीक्वेंसी आ गई है और आपके पास वेलोसिटी है आपको फ्रीक्वेंसी मिल गई पहले वाले की अब आपको वेवलेंथ निकालनी है वेव लेंथ के लिए फॉर्मूला लगाएंगे क्या फर्मूला लगाए फर्मूला लगाएंगे वेलोसिटी इ इक्वल टू फ्रीक्वेंसी इनटू वेवलेंथ वेलोसिटी से डिवाइड को डिवाइड कर देंगे फ्रीक्वेंसी से आ जाएगा आंसर चलो वेलोसिटी है आपके पास 20 अभी आपने फ्रीक्वेंसी निकाली 10 सो योर वेवलेंथ इज 2 मीटर तो आपके पास वेवलेंथ भी आ गई पार्ट एक ही आपके पास दोनों कुछ आ गया दोन आ गया आइए पार्ट बी की बात करते हैं पार्ट बी में आपको क्या दिख रहा है आपकी वेवलेंथ है टू ये रही वेवलेंथ इज मेजर्ड इन मीटर यहां पे वेवलेंथ दे दिया है खुद ही लिखा है इन मीटर क्लियर है तो वेवलेंथ आपका दे दिया ठीक है अब आपके पास है वेवलेंथ दे दिया वेवलेंथ का सिंबल है ये रहा वेवलेंथ है 2 मीटर ठीक है अब आपके पास वेवलेंथ है और आपके पास क्या है वेलोसिटी है वेलोसिटी वाज गिवन एज 20 मीटर पर सेकंड ये रही ये गिवन है वेलोसिटी अब आपको उसने फ्रीक्वेंसी निकालनी है तो फिर से फर्मूला लगाइए वेलोसिटी इज इक्वल टू फ्रीक्वेंसी इनटू वेवलेंथ और इस बार वेवलेंथ को क्रॉस कर दीजिए दैट इज 20 / 2 इज इक्वल टू फ्रीक्वेंसी सो योर फ्रीक्वेंसी इज 10 हर्टज एंड वेरी श्यर आपका आंसर भी मेरे साथ आ रहा होगा 10 हर्ट्स देखिए न्यूमेरिकल देखोगे तो सक्सेसफुल नहीं होगे न्यूमेरिकल लगाओगे तो मैं श्यर हूं कॉन्फिडेंट होगे और बेटर तरीके से कर पाओगे इसीलिए साथ बैठा करो तो देखा नहीं करो साथ में लगा दिया करो ठीक है न्यूमेरिकल इज फॉर फॉर डूइंग न्यूमेरिकल इज नॉट फॉर सींग याद रखिए न्यूमेरिकल देखने की चीज नहीं है ठीक है साथ में लगाओ अगर अभी नोटबुक और पेन लेके नहीं बैठे हो तो प्लीज टेक इट नाउ चलो स्टार्ट करते हैं अगला क्वेश्चन है कह रहा है इस क्वेश्चन में अ बॉय हियर्स एन इको ऑफ हिज ओन वॉइस फ्रॉम अ डिस्टेंट आफ्टर वन सेकंड चलो मैं डायग्राम से समझा देता हूं ये पहाड़ है ये वो बच्चा है बॉय है अरे भाई तुम हो ठीक है तो तुम्हारी आवाज इको कर रही है इसका मतलब आवाज जा रही होगी और ट्रेवल बैक कर रही होगी टाइम कितना दे दिया टाइम दे दिया न सेकंड वेलोसिटी ऑफ साउंड इज 350 मीटर पर सेकंड पूछा क्या है डिस्टेंस पूछा है तो मैंने कहा था जब भी इको का क्वेश्चन हो तो फॉर्मूला लगाएंगे v = 2d / t क्या जब भी इको का क्वेश्चन होगा तो डिस्टेंस डबल हो जाएगा क्यों एक बार साउंड के ट्रेवल करने का जाने का और एक बार आने का इससे आप क्या करेंगे डिस्टेंस निकाल पाएंगे हां निकाल पाएंगे कैसे आपको बस क्रॉस मल्टीप्लाई करना है तो आपके पास हो जाएगा वेलोसिटी जो कि है 350 इन टाइम 1 अप 2 ये टू क्रॉस होके नीचे आ जाएगा सो आपके पास डिस्टेंस आ गया है 175 मीटर सो योर डिस्टेंस डिस्टेंस इज 175 मीटर क्लियर है वेरी क्लियर है आपका भी आ रहा है आंसर ना चलो आगे बढ़ जाते हैं इस क्वेश्चन को देखते हैं आइए रडार इज एबल टू डिटेक्ट हां ये कॉमन क्वेश्चंस है आपके कोर्स बुक से हैं इसे थोड़ा ध्यान से करेंगे रडार इज एबल टू डिटेक्ट द रिफ्लेक्टेड रेज फ्रॉम द एमीज एरोप्लेन एट अ टाइम इंटरवल ऑफ 2 मिली सेकंड टाइम आपके पास कितना है 0.02 मिली सेकंड बाप रे बहुत कम टाइम लगता है ठीक है ना अब 1 मिली सेकंड होता है 10 टू द पावर -3 सेकंड क्या 1 मिली सेकंड इज इक्वल टू 10 टू द पावर -3 सेकंड क्लियर है तो आपके पास है टाइम पीरियड है 0.02 मिली सेकंड इफ द वेलोसिटी इज 3 * 10 ट द पावर 8 क्या है वेलोसिटी 3 * 10 टू पावर 8 मीटर पर सेकंड सबसे पहले आप इस टाइम को ट करिए क्या करेंगे 0.02 * 10 टू द पावर -3 इससे क्या हो जाएगी आपकी ये टाइम जो है वो सेकंड में कन्वर्ट हो जाएगा क्योंकि यहां पर टाइम सेकंड में है देखिए मीटर पर सेकंड तो आपको मजबूरी है मिली को नॉर्मल सेकंड में चेंज करना है चलिए क्या पूछ रहा है व्हाट इज द डिस्टेंस ऑफ द एरोप्लेन तो फिर से ये इको का क्वेश्चन है क्योंकि राड r इज रेडियो डिटेक्शन एंड रेंजिन याद है ना तो इको का यूज करती जाइए इको का फॉर्मूला क्या लगेगा v = 2d / t यहां पर फिर से क्या करेंगे क्रॉस करके सॉल्व करेंगे v * t / 2 = d v मेरे पास ऑलरेडी नोन है 3 * 10 टू द पावर 8 नटू टाइम टाइम कितना है मेरे पास 0.02 * 10 टू पावर -3 / 2 यही है आइए और सिंपलीफाई कर देते हैं इसके दो डेसिमल्स को यहां से और हटा देंगे जब दो डेसिमल हटा देंगे तो नीचे आ जाएगा 100 है ना यह रहा दो डेसिमल आ जाएगा नीचे 100 अब आपको क्या करना है सिंपलीफाई टूट कैंसिल हो गया और यहां पर टू डेसिमल और यहां पर हो गया थ 2 और 3 फव डेसिमल इसमें से कम कर देंगे तो 3 * 10 ^ 3 क्यों फाइव डेसिमल क्यों कम कर देंगे क्योंकि आपके पास यहां पर थ्री डेसिमल ये कम हो रहा है और ये जब ऊपर जाएगा तो टू और हो जाएगा 8 में से फाइव चला जाएगा थ्री तो ये आपके पास आंसर आ जाएगा 3 * 10 ^ 3 मीटर क्या करेंगे 3 * 10 पावर मीटर में कर देंगे किलोमीटर में चेंज करना होगा तो आप अ 1000 कर दीजिएगा सो आप सिंपली थ 1000 मीटर लिख दीजिए योर आंसर इज देयर क्लियर है चलो आगे बढ़ जाते हैं और नेक्स्ट पॉइंट देखते हैं क्वेश्चन देखते हैं मैंने कहा था न्यूमेरिकल यही टाइप के आने वाले हैं तो इसीलिए न्यूमेरिकल्स को हल्के में नहीं लीजिएगा तीन नंबर स्ट्रेट अवे आपको मिल जाएंगे हां एक फार्मूला लगाना है और उसमें पुट कर देना है तीन नंबर आपको आसानी से मिलने वाले हैं आइए देखें क्या है इस बार क्या कह रहा है अ मैन स्टैंडिंग सॉरी अ बॉय स्टैंडिंग इन फ्रंट ऑफ अ बॉल एट अ डिस्टेंस ऑफ 85 मीटर एक बड़ी सी वॉल है चलो ये मैंने वॉल बना दी ये है वॉल ये रहा बॉय खड़ा हुआ है वॉल के सामने तो बॉय और बॉल का डिस्टेंस कितना है 85 मीटर ठीक है अब क्या करना है वो दो क्लैप करता है कितना दो क्लैप करता है और टाइम लेता है वन सेकंड तो टू क्लैप्स इज इक्वल टू 1 सेकंड अच्छा फिर क्या करना है दिखता है कि उसकी क्लैपिंग साउंड कौन साइड विथ इको कर रही है मतलब जो क्लैप की आवाज आ रही है एक दो तो जो दूसरी आवाज है वो पहली आवाज से टकरा जा रही है कौन साइड कर जा रही है ठीक है द इको इज हर्ड ओनली वनस ठीक है इसका मतलब है कि कितनी साउंड सुन पा रहा है एक दो क्लैपिंग में से कितनी साउंड सुन पा रहा है एक तो अगर दो क्लैप का एक सेकंड लगता है तो क्योंकि वो एक क्लैप सुन पा रहा है तो एक क्लैप में कितना टाइम लगा होगा दो क्लैप में एक सेकंड लगा तो एक क्लैप में लगा होगा 0.5 सेकंड तो आप टाइम अब वन सेकंड मत लीजिएगा क्योंकि वो एक क्लैप का ही इको एक सिंगल क्लैप का इको ही सुन पा रहा है दिखा ना ओनली वन इको सुन पा रहा है तो आपके पास क्या-क्या मौजूद हो गया नाउ आपके पास निकालना है साउंड तो वेलोसिटी मतलब साउंड की स्पीड का फार्मूला है 2 * d / t सो 2 * डिस्प्लेसमेंट मतलब डिस्टेंस 85 और टाइम क्या ले लेंगे 0.5 क्यों वन क्यों नहीं लेंगे सर क्योंकि क्योंकि इको के समय क्या हो रहा है ओनली वन ऑफ दी क्लैक का हो रही है उसको सुनाई दे रहे है आप इसका डेसिमल रिमूव करिए हां डेसिमल रिमूव कर यहां रिमूव करेंगे तो ऊपर जीरो लग जाएगा और ये अब और सिंपलीफाई हो जाएगा 5 * 1 5 1 5 5 8 से 0 आप मल्टीप्लाई करेंगे तो 2 * 2 * 170 340 मीटर पर सेकंड सो वेलोसिटी आपकी आ गई है 340 मीटर पर सेकंड क्या कहते हैं अब निकाल है यू आर सुपर्ब तभी तो मैंने तुम लोग का नाम रखा है सुपरस्टार क्योंकि मेरे सुपर स्टार्स मुझे रियली फॉलो करते हैं अगर मेरी सच्ची बात मानते हैं तो प्लीज प्लीज प्लीज देखने का नहीं साथ में लगाने का ठीक है चलो आगे बढ़ते हैं अ बॉय स्टैंडिंग 60 मीटर एक बॉय 60 मीटर टॉल वॉल के सामने खड़ा है ये रही एक बड़ी सी दीवाल ये रही वॉल और ये रहा फिर से वो बॉय क्या बात है सारे बॉयज क्या कर रहे हैं क्लप कर रहे हैं कितना है डिस्टेंस कितना बताया 60 मीटर ठीक है द बॉय कंटिन्यूज टू क्लैप एवरी टाइम एंड इको इज हर्ड अच्छा हर एक क्लैप कर रहा है इ इको आर एक इक्वा ठीक है अनदर बॉय फाइंड ट द टाइम टेकन बिटवीन द फर्स्ट एंड द 51 क्लैप कितनी क्लैप लगाया टाइम बिटवीन फर्स्ट एंड 51 क्लप इज कितना 18 सेकंड देखिए डिफरेंस ऑफ क्लैप कितना आ रहा है 50 क्लैप्स 50 क्लैप्स कैसे 51 - फर्स्ट तो 50 क्लैप्स का टाइम पीरियड कितना है 18 सेकंड तो वन क्लैप का टाइम पीरियड कितना होगा 18 अप 50 क्या कहते हैं ये कहा कि पहले और 51 51 टाइम क्लैप का टाइम पीरियड है 18 सेकंड मैंने कहा एक क्लप का टाइम पीरियड कितना होगा तो इन दोनों का डिफरेंस है 50 ठीक है डिवाइड करने पे आपके पास आंसर आ जाएगा पॉइंट जीरो हट जाएगा तो 189 आ जाएगा कैसे आ जाएगा देखिए इन 2 कर दें हां आ जाएगा 336 ठीक है 36 ये आ गया आपके पास टाइम एक क्लप का टाइम है 36 सेकंड मैंने * 100 करके क्या कर दिया 100/6 / 100 कर दिया मेरे पास टाइम आ गया 1 लट का तो मेरे पास अब टाइम पीरियड है टाइम टेकन फॉर वन वाइब्रेशन टाइम टेकन फॉर वन वाइब्रेशन 0.36 सेकंड आपके पास डिस्टेंस है टाइम है आपसे पूछा क्या है वेलोसिटी स्पीड तो v इ 2d / t मेरे पास 2 * d / t t है 036 डेसिमल रिमूव करिए डेसिमल रिमूव करिए ऊपर बढ़ाइए दो जीरो और सॉल्व कर दीजिए 2 * 1 2 18 और सॉल्व करिए यहां पे आ जाएगा 6थ 6 व 0 जा 0 जा 0 जा सो आपके पास आ जाएगा 3 33.3 क्या आ जाएगा मीटर पर सेकंड सो वेलोसिटी ऑफ साउंड स्पीड ऑफ साउंड इज 33.3 सिंपल है क्या कहते हैं आपने भी लगा दिया है वेल डन सुपर चलो आगे बढ़ते हैं और अगला क्वेश्चन देखते हैं अ मैन स्टैंडिंग इन फ्रंट ऑफ वर्टिकल क्लिफ एक इंसान वर्टिकल क्लिफ के सामने क्लिफ क्या होता है अरे एक ऐसा पहाड़ होता है जो सीधे जाके नीचे गिर जाता है है ना नॉर्मली पहाड़ ऐसे होते हैं ना पर क्लिफ क्या होता है ऐसा होता है एक साइड से ऊंचाई है और दूसरा सा सीधे खाई है तो एक व्यक्ति क्लिफ के पास खड़ा है ये रहा ये है क्लिफ ठीक है अ मैन स्टैंडिंग इन फ्रंट ऑफ अ वर्टिकल क्लिफ क्लिफ ये रही समझ गए फायर अ गन ये रहा मैन और यहां से किया इसने गन को फायर क्या सुना इको सुनाई दिया आफ्टर 3 सेकंड ठीक है टाइम क्या लग रहा है इको का 3 सेकंड ऑन मूविंग क्लोजर टू द क्लिफ अच्छा अब वो क्लिफ के और क्लोज आ गया देखिए इस बार मैन यहां से उठ कर के यहां तक आ गया कितना आगे बढ़ा डिस्टेंस बढ़ा डिस्टेंस बढ़ा 82.5 मीटर नजदीक चलाया इस बार जो इको लग रहा है वो कितना टाइम लग रहा है देन इको आफ्टर 2.5 सेकंड इस बार टाइम कितना लग रहा है इस बार का टाइम है 2.5 सेकंड ठीक है भाई टाइम कम लगेगा जैसे जैसे हम नियर द रिफ्लेक्टर के पास ब जाएंगे टाइम पीरियड कम लगेगा ठीक है दो टाइम दे दिया ठीक है आपसे पूछा क्या है फाइंड द डिस्टेंस ऑफ द क्लिप फ्रॉम द इनिशियल पोजीशन तो ये जो इनिशियल पोजीशन है यहां से यहां तक का डिस्टेंस आपको नहीं मालूम है तो सबसे पहले इसी डिस्टेंस को ले लेते हैं x लेट द डिटेंस बी x मतलब ये डिस्टेंस कितना है x डिस्टेंस है ठीक है और अगर डिस्टेंस x है टाइम ये है तो हम वेलोसिटी निकाल सकते हैं कैसे वेलोसिटी = 2d / d दैट इज 2 * x / 3 ये आ गया ये हो गया जब ओरिजिनल टाइम लग रहा था अब यहां पर आइए सेकंड पार्ट में आ ये ब्लैक वाले प कलर का ये अबकी बार क्या होने वाला है अबकी बार टाइम ये है अबकी बार डिस्टेंस हो जाएगा इसका x - 82.5 ये डिस्टेंस कैसे आ रहा है 82 -5 क्यों आ रहा है क्योंकि इतना डिस्टेंस टुवर्ड द क्लिपस चला गया है अगर अवे फ्रॉम द क्लिप्स जाता तो ये डिस्टेंस ऐड हो गया ये टुवर्ड्स द क्लिफ है तो इतना डिस्टेंस माइनस हो जाएगा अबके बार डिस्टेंस इस x में से इस डिस्टेंस में से कम हो रहा है तो माइनस कर दिया तो आपके पास फिर से क्या आ गया आपके पास दोनों चीज मिल गई डिस्टेंस मिल गया डिस्टेंस मिल गया और टाइम मिल गया फिर से निकाल दीजिए वेलोसिटी इल ट 2d / d मेरे केस में 2 * x - 82.5 / 2.5 तो हमने दो बार वेलोसिटी निकाल दी एक बार ये रही ये रही ये है सेकंड और ये रहा मेरा पहला वाला दोनों तो वेलोसिटी है दोनों को इक्विवेलेंट कर दो आओ दोनों को इक्विवेलेंट कर दें अरे भाई ये भी तो वेलोसिटी निकाला और ये भी वेलोसिटी निकाला दोनों इक्वल होगी भैया ही ना इस जगह निकाल रहे हैं तो आप यहां पुट करेंगे चलिए सॉल्व करते हैं इसको पुट करेंगे 2x / 3 = 2x - 82.5 / 2.5 हां क्रॉस मल्टीप्लाई कर करके सॉल्व कर सकते हैं पर मुझे पहले पहले दिख रहा है कि ये टू और ये टू सिंपलीफाई हो जाएगा कट जाएगा कि नहीं कट जाएगा हां कट जाएगा अब ये 2.5 ऊपर चला जाएगा तो यहां आ जाएगा 2.5x और ये 3 इधर चला जाएगा तो इधर हो जाएगा 3x = 3 * 2.5 आप क्या करेंगे प्लेसेस को चेंज कर देंगे आपके पास बचेगा यहां पर 0.5x वो कैसे बचेगा 2.5 यहां के माइनस हो जाएगा और ये 3 * 82.5 इधर आ जाएगा अब 5 को क्रॉस कर दीजिए 3 * 82.5 / बा 5 आ गया आपका x और x क्या है x आपका ओरिजिनल डिस्टेंस है है ना x आपने डिस्टेंस लिया था ना डिवाइड कर दो भाई तो 55 दोनों कट जाएगा है ना अब आप डिवाइड करेंगे तो क्या हो जाएगा यहां से 5 5 * 1 5 1 5 कितना बचा 3 5 सि 5 5 तो 165 * 3 3 5 15 3 5 सॉरी 3 सि 18 18 1 19 1 3 1 3 1 4 तो 495 मीटर इज द डिस्टेंस क्लियर है क्या कहते हैं आपका भी निकल गया डिस्टेंस सेकंड पार्ट क्या है स्पीड ऑफ द साउंड तो आपने पास जब डिस्टेंस आ गया तो स्पीड निकल ही आएगा इसमें पुट कर दीजिए क्या है स्पीड ये है आपकी स्पीड 2 * 495 अप 3 डिवाइड कर दीजिए 3 3 से सिंपलीफाई करिए 3 * 1 3 * 6 3 5 मल्टीप्लाई करिए 2 * ये तो 330 मीट पर सेकंड सो दिस ब्रिंग्स टू दी वेलोसिटी आप वेलोसिटी तक पहुंच गए तो आपने वेलोसिटी भी निकाल दिया मतलब स्पीड ऑफ़ द साउंड भी निकाल दिया और डिस्टेंस भी निकाल दिया ध्यान देना है आपको सिर्फ दो फॉर्मूले पे हम काम कर रहे हैं पहला ये वाला फॉर्मूला वेलोसिटी = 2d / t और दूसरा वेलोसिटी इ ट फ्रीक्वेंसी * लड इस दो फॉर्मूले पे ही सारे न्यूमेरिकल्स पुट करने हैं चलिए ये न्यूमेरिकल मैं आपको देने जा रहा हूं एज द होमवर्क एकदम सिमिलर क्वेश्चन है दो इको का क्वेश्चन है आपको लगाना है हां मैं नहीं कर रहा आपको करना है एक और क्वेश्चन है क्वेश्चन नंबर एट एंड नाइन देखते हैं मेरे सुपरस्टार्स कौन है जो उसको करके मुझे भेज रहे हैं हां आप whatsapp.app भी जरूर करेंगे आई विल बी हैप्पी टू नो दैट नेचुरल वाइब्रेशंस ये कैसी वाइब्रेशंस है अब ये वो वाइब्रेशन है जो एक बॉडी पीरियोडिक करती है बिना किसी एक्सटर्नल फोर्स के मतलब कोई बॉडी क्या करे टू एंड फ्रो नेचुरली एक मीडियम में वाइब्रेट करती रहे तो उसे कहेंगे नेचुरल वाइब्रेशंस एक खास बात क्या है कि इस समय कोई एक्सटर्नल पीरियोडिक फोर्स नहीं लगने वाला है बाहर से कोई एक्सटर्नल फोर्स नहीं लगाएंगे नतीजा क्या हो जाएगा इस वाइब्रेशंस को आप सिर्फ वैक्यूम में ही कर पाएंगे इमेजिन करिए एक ट्यूनिंग फॉक आपने लिया स्ट्राइक के हरबर पैड से और एक बड़े से क्या कर दिया वैक्यूम के जार में रख दिया उसको क्या लगता है क्या लगता है वो ट्यूनिंग फॉक कभी रुकेगा नहीं कंटीन्यूअसली बजता रहेगा तो ट्यूनिंग फॉक अगर नॉर्मल एयर में कर रहे हैं हम लोग तो वो डमड हो जाएगा चलिए नेचुरल वाइब्रेशन का कुछ एग्जांपल देता हूं अगर कोई सिंपल हार्मोनिक वाइब्रेशन हो रहा है अ सिंपल टू एंड फ्रो वाइब्रेशन हो रहा है किसी बॉडी का और उसका जो उस वाइब्रेशन से फ्रीक्वेंसी प्रोड्यूस हो रही है और एंप्लीट्यूड ध्यान दीजिएगा उसकी फ्रीक्वेंसी और एंप्लीट्यूड चेंज नहीं होगी सर डायग्राम दिखाइए हां जरा इस डायग्राम को देखिए इससे आप पहचान जाएंगे नेचुरल वाइब्रेशंस इस डायग्राम को देखिए ध्यान से ये बॉडी का जो एंप्लीट्यूड है वो भी नहीं चेंज हो रहा है बॉडी की फ्रीक्वेंसी भी नहीं चेंज हो रही है देखिए देखा आपने बॉडी टू एंड फ्रो वाइब्रेट कर रही है और ना तो इसका एंप्लीट्यूड एंप्लीट्यूड कहां पर है एंप्लीट्यूड यहां है ये ये है इसका एंप्लीट्यूड डिस्प्लेस फ्रॉम इट्स मीन पोजीशन जितना मैक्सिम डिस्प्लेस ये एंप्लीट्यूड है तो ना तो इसका एंप्लीट्यूड देखिए चेंज हो रहा है है ना ये है एंप्लीट्यूड लिख दिया मैंने ना तो एंप्लीट्यूड चेंज हो रहा है ना तो फ्रीक्वेंसी चेंज हो रही है जितना वाइब्रेशंस ये ले रहा है पर सेकंड में हर बार सेम ले रहा है देखिए ये कंप्लीट वाइब्रेशंस जो ये कर रहा है हर बार सेम ले रहा है फ्रीक्वेंसी भी इसकी सेम है समझ गए ऐसे केस को कहते हैं हम लोग नेचुरल वाइब्रेशंस हां नेचुरल वाइब्रेशंस मैंने कहा रियल लाइफ में प्रैक्टिकल लाइफ में पॉसिबल नहीं है क्योंकि कुछ ना कुछ एनर्जी लॉस तो होना ही होना है क्या कहते हो आपने कोई चीज प्रेस की लेट्स से आपने गिटार प्रेस कर दिया एक गिटार का अपने स्ट्रिंग दबा दिया क्या होगा बचता ही रहेगा अरे थोड़ी देर बाद क्या होगा झम अरे भाई थोड़ी देर बंद हो जाएगा ना क्यों क्योंकि एयर से वफ रेजिस्टेंस पा करके रुकावट पा करके क्या हो जाएगा बंद हो जाएगा हम इसे कहते हैं डमड वाइब्रेशन क्या डमड वाइब्रेशन इसमें क्या होता है एंप्लीट्यूड कीप्स ऑन डिक्लाइंग क्या होगा पहले सबसे हाईएस्ट एंप्लीट्यूड से बॉडी वाइब्रेट करेगी फिर एंप्लीट्यूड कम होगा और कम होगा और कम होगा एंड लास्ट में एंप्लीट्यूड क्या हो जाएगा बंद हो जाएगा बॉडी स्टॉप्स वाइब्रेटिंग क्यों क्यों क्यों यही तो रियल लाइफ है आपकी आपने क्या किया एक पेड़ की डाली को खींच दिया क्या होगा थोड़ी देर बाद पेड़ की डाली ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे करेंगी करेगी और धीरे धीरे धीरे धीरे क्या हो जाएगा क्या हुआ पहली बात सबसे ज्यादा वाइब्रेट की थी सोचिए इमेजिन करिए हां भाई तो ये गम वाइब्रेशन तो आपके पास हर समय हो रहा है एकने एक क्या किया एक पेंडलम को जोर से ऐसे मार दिया तो पेंडलम क्या करेगा पहले तो तेज वाइब्रेट करेगा बहुत चे तक पर थोड़ी देर बाद आप नोट करेंगे क्या हो जाएगा वाइब्रेशन उसके एंप्लीट्यूड स्लोअर हो जाएंगे और कुछ समय बाद वो हो सकता है स्टॉक भी हो जाएगा तो क्या हो रहा है खास बात डेम वाइब्रेशन में इस समय बॉडी का वाइब्रेशन डिक्रीज करने लगता है एंप्लीट्यूड डिक्रीज करता है क्यों बिकॉज ऑफ द रेजिस्टिव फोर्स अरे भाई एयर से रेजिस्टेंस पा रहा है ना रेजिस्टेंस डिस्टेंस क्यों कम बॉडी का एंप्लीट्यूड क्यों डिक्रीज हो रहा है बिकॉज ऑफ द रेजिस्टेंस फोर्स और एग्जांपल है पेंडुलम इन दी एयर आप देखिए यहां पर एंप्लीट्यूड कितना हाई है देखिए हाईएस्ट एंप्लीट्यूड और यहां पे एंप्लीट्यूड देखिए खत्म तो क्या हो रहा है बॉडी स्टॉप कर जाती है इसमें डमड वाइब्रेशन में बॉडी का एंप्लीट्यूड घटते घटते घटते घटते सबसे स्लो हो जाता है चलो आगे बढ़ते हैं फोर्स वाइब्रेशन की बात करते हैं अगर किसी बॉडी को क्या किया जाए पुल किया जाए जैसे कोई बच्चा झूले पे बैठा है हां जो हम लोग स्विंग वाला झड़ला लते हैं और आप पीछे से क्या करिए धक्का मारिए उसको जोर-जोर से धक्का मारिए तो आप क्या कर रहे हैं एक्सटर्नल पीरियोडिक फोर्स लगा रहे हैं या वो जो बैठा है जूले पे वही अपने पैर से क्या कर रहा हम लोग पैर से जूले को चलाते रहते हैं क्या कर रहे हैं एक्सटर्नल पीरियोडिक फोर्स लगा रहे हैं तो जब तक आप पीरियोडिक फोर्स गाते रहेंगे बॉडी वाइब्रेट करती रहेगी ये आपने गिटार लिया और गिटार की स्ट्रिंग को आप क्या कर रहे हैं एक्सटर्नल पीरियोडिक फोर्स लगा रहे हैं ठीक है अगर कोई गिटारिस्ट गिटार बजा रहा है तो अपनी स्ट्रिंग किटार की स्ट्रिंग को फिंगर से फोर्स कर रहा है एक ट्यूनिंग फॉक के अंदर भी मैंने बताया अगर आप स्ट्राइक कर रहे टंग फॉक को एक रबर पैट से है ना तो आपने क्या कर दिया उसके अंदर फोर्सड वाइब्रेशन पैदा की चलिए अब आता है एक बहुत ही इंपोर्टेंट टॉपिक है नाम है रेजोनेंस वेरी इंपोर्टेंट टॉपिक इंपोर्ट फ्रॉम दी बोर्ड पॉइंट ऑफ व्यू इंपोर्टेंट फ्रॉम द नॉलेज पॉइंट ऑफ़ व्यू तो रेजोनेंस क्या है एक तरह का एक स्पेशल काइंड ऑफ फोर्ज वाइब्रेशन है कई बार आप भी ऐसा महसूस करते हैं आपकी गाड़ी जब चल रही होती है हां खास करके आप जब गाड़ी में बैठे होते हैं तो शुरुआत में गाड़ी की स्पीड धीरे होने के साथ-साथ इंजन का शोर ज्यादा होता है पर जब थोड़े रूड स्मूथ मिल जाता है गाड़ी की आवाज अपने आप कम हो जाती है या कभी-कभी आप क्या करते हैं यहां से दरवाजा खोलते हैं वहां से खिड़की क्या हो जाती है अपने आप बंद हो जाती है यहां उल्टा होता है वाइस वर्सा होता है आप वहां से खिड़की बंद कर रहे होते हैं यहां दरवाजा खुल जाता है कभी ऐसा होता है क्या हां ये रेजोनेंस है भाई रेजोनेंस क्या होता है रेजोनेंस एक स्पेशल है फोर्जड वाइब्रेशन का एग्जांपल क्या होता क्या है इसमें आइए इसमें जब फ्रीक्वेंसी ऑफ दी एक्सटर्नल अप्लाइड पीरियोडिक फोर्स मतलब एक बॉडी जिस पे हमने क्या किया फर्स अप्लाई किया उसकी फ्रीक्वेंसी किसी दूसरे ऑब्जेक्ट की फ्रीक्वेंसी से मैच कर जाती है क्या होता है इट बिकम इक्वल टू दी नेचुरल फ्रीक्वेंसी किसके दूसरी बॉडी के और वो बॉडी क्या करने लगती है वो खुद भी वाइब्रेट करती है विथ इंक्रीज एंप्लीट्यूड मतलब आपने यहां दरवाजा खोला वहां खिड़की जो उसी मटेरियल की बनी थी जिस मटेरियल का दरवाजा था वो वो बंद हो जाएगी वो ठक से क्या हो जाएगी बंद हो जाएगी आप डर जाएंगे अरे ये क्या हुआ अरे नहीं ये रेजोनेंस हुआ समझ गए तो क्या हो रहा है फ्रीक्वेंसी ऑफ एन एक्सटर्नली अप्लाइड फोर्स बाहर से लगाए गए फोर्स दूसरी बॉडी पर क्या हो रहा है ध्यान रखिएगा रेजोनेंट बॉडी दूसरी बॉडी है सेम बॉडी नहीं है दूसरी बॉडी पे क्या हो रहा है उसकी फ्रीक्वेंसी अगर मैच कर जा रही है सम समझाने के लिए कहते हैं कि आपके दरवाजे को आपने पुल किया और इसकी फ्रीक्वेंसी है 20 हर्ट्ज दरवाजे को आपने तेजी से खींचा और उसकी फ्रीक्वेंसी है 20 हर्टज जो आपके घर में विंडोज लगे थे उसी कमरे में उनकी फ्रीक्वेंसी भी 20 हर्टज थी कितनी 20 हर्टज तो जितनी आप एंप्लीट्यूड से दरवाजे को पुल कर रहे हैं जितने ये फोर्स कर रहे हैं उससे ज्यादा एंप्लीट्यूड से आपकी विंडो क्या हो जाएगी ढप से बंद हो जाएगी क्या कहा दोनों की फ्रीक्वेंसी क्या होनी चाहिए शर्त क्या होनी चाहिए सेम होनी चाहिए नेचुरल फ्रीक्वेंसी और अप्लाइड फोर्स की फ्रीक्वेंसी इक्वल होगी तो रेजोनेंट होगा समझ गया ना जो एक फिनोमिना है इसका नाम है रेजोनेंस और जो वाइब्रेशंस लार्ज एंप्लीट्यूड का प्रोड्यूस कर रही है बॉडी वो रेजोनेंट में विंडो रेजोनेंट फोर्स लगाया था वो अप्लाइड फोर्स था फ्रीक्वेंसी का और जिस पे उसका इफेक्ट पढ़ रहा है मैंने कहा विंडो पे पढ़ रहा है तो विंडो क्या है रिजोनेटिंग बायटी आइए समझते हैं रेजोनेंस का पॉसिबल है रेजोनेंस तभी पॉसिबल है ओनली एंड ओनली कंडीशन क्या की कंडीशन है रेजोनेंस होने की रेजोनेंस की एक मात्र कंडीशन है कि अप्लाइड फोर्स अप्लाइड फर्स जो फोर्सड वाइब्रेशन की वजह से हो रहा था उसकी फ्रीक्वेंसी उसकी फ्रीक्वेंसी नेचुरल फ्रीक्वेंसी ऑफ़ द वाइब्रेटिंग बॉडी बन जाए अप्लाइड फोर्स की फ्रीक्वेंसी और नेचुरल बॉडी की फ्रीक्वेंसी क्या हो जाए मैच कर जाए समझ जाओ क्या है रेजोनेंस होगा ठीक है एक एग्जांपल से दिखा रहे हैं रेजोनेंस विद दी ट्यूनिंग फोक्स डायग्राम को ध्यान से देखिएगा आपको समझ में आ जाएगा एक ट्यूनिंग फोक दूसरे ट्यूनिंग फोक को क्या करेगा वाइब्रेट करने के लिए मजबूर कर देगा चलिए समझते हैं ट्यूनिंग फोर्क ए को देखिए ध्यान से ट्यूनिंग फोर्क ए को हमने एक साउंड बॉक्स के ऊपर रखा हुआ है ट्यूनिंग फोर्क ए को हमने तेजी से स्ट्राइक किया रब पैड से और लाके इस साउंड बॉक्स में फिट कर दिया ट्यूनिंग फोर्क a को साउंड बॉक्स में वाइब्रेट करता हुआ लगा दिया और इसके पास सामने ही एक एक दूसरा ट्यूनिंग फोक सेम साइज का सेम साइज का ट्यूनिंग फोक एक सेम साउंड बॉक्स में फिट करके छोड़ दिया ये नॉन वाइब्रेटिंग है और इसको मैंने क्या किया है फोर्स्ड फोर्सड टकप लगा के वाइब्रेट कराया है तो इसमें कर रहे हैं फोर्सड वाइब्रेशन इसकी फ्रीक्वेंसी इसके फ्रीक्वेंसी के बराबर होगी क्योंकि ये भी ट्यूनिंग पॉक वही है ये भी टिंग पक वही है सेम शेप सेम साइज का है देख लीजिए और एक दूसरे साउंड बॉक्स में माउंटेड है क्या होगा इससे जो फ्रीक्वेंसी निकल रही है वो इसके अंदर जाएगी और ये वाला ट्यूनिंग फॉक इंक्रीजड एंप्लीट्यूड के साथ क्या इंक्रीजड एंप्लीट्यूड के साथ इससे ज्यादा एंप्लीट्यूड किसमें आ जाएगा इससे ज्यादा एंप्लीट्यूड के साथ वो क्या करेगा वाइब्रेट करेगा विथ इंक्रीजड एंप्लीट्यूड इट विल वाइब्रेट कौन ये ब वाला वाइब्रेट करेगा और यही है रेजोनेंस समझ में आया रेजोनेंस ऑफ द ट्यूनिंग फॉर्म आइए आगे बढ़ जाते हैं एक और एग्जांपल से दिखाते हैं कि फोर्सड या रेजोनेंट वाइब्रेशन क्या कुछ जगह फोर्स वाइब्रेशन भी होता है चलिए इसको समझते हैं आपने एक रबल स्ट्रिंग लिया ध्यान दीजिएगा रबर स्ट्रिंग है ऊपर नाम है p क और चार स्ट्रिंग सस्पेंड किए चार स्ट्रिंग जिसमें से आप देखेंगे a और बी का लेंथ बराबर है क्या a का और बी का लेंथ सेम है देख लीजिए a और बी का देखा आपने ध्यान से जैसे ही आप इसमें से किसी एक को लेट्स से आपने a को क्या किया वाइब्रेट किया a को आपने वाइब्रेट किया आपने a को फोर्स लगाया क्या होगा बताइए सबसे पहले बी विल स्टार्ट वाइब्रेटिंग सबसे पहले बी स्टार्ट वाइब्रेट करेगा c और डी से भी पहले क्यों क्यों b वाइब्रेट करेगा वाइब्रेट करेगा b इसलिए वाइब्रेट करेगा क्योंकि b की फ्रीक्वेंसी a की फ्रीक्वेंसी के बराबर है क्योंकि दोनों की लेंथ सेम है ठीक है नतीजा क्या हो जाएगा a और b क्या होंगे रेजोनेंस करेंगे a और b क्या करेंगे रेजोनेंस करेंगे बट इनकी फ्रीक्वेंसी के वजह से c और डी भी वाइब्रेट करेंगे तो c एंड डी क्या कर रहे हैं फोर्सड वाइब्रेशन कर रहे हैं क्या इसके अंदर फोर्सड वाइब्रेशन रेजोनेंस नहीं है उसके अंदर फोर्सड वाइब्रेशन है ठीक है ना ये यही है बेसिक डिफरेंस दोनों के बीच में फोर्स वाइब्रेशन और रेजोनेंस के बीच में नेक्स्ट आते हैं अगर आपने देखा इस डायग्राम के सेटअप को देखें एक नैरो ट्यूब है और एक फ्लैट बीकर है दोनों में अंतर दिख रहा है इसकी सरफेस एरिया बड़ी है ध्यान से देखिए बकर बी के एटस की तरफ और यहां ए की तरफ क्या है एक नैरो एक नैरो क्या है बीकर है ठीक है यहां पर क्या करेंगे ट्यूनिंग ले लेंगे और उसको वाइब्रेट करेंगे ट्यूनिंग फोक के वाइब्रेट करने से जो वाइब्रेशंस हैं वो इसमें महसूस होंगी क्योंकि ये लिक्विड वाइब्रेट करेगा विथ एंप्लीट्यूड तो ये वाइब्रेशन यहां पर भी यहां पर भी महसूस होंगी बट ध्यान ये देना है कि इसका लेवल आपको क्या करना पड़ेगा एडजस्ट करना पड़ेगा ये इस तरफ से जो है ना ये क्या है इसको आपको हां इसकी मदद से आपको क्या करना है ऊपर नीचे करना है एडजस्ट करना है जिस समय वो क्या हो जाए इंक्रीजड एंप्लीट्यूड से वाइब्रेट करे इंक्रीज एंप्लीट्यूड से वाइब्रेट करे आप इसको बस क्या करेंगे ऊपर नीचे एडजस्ट करेंगे इसके अकॉर्डिंग ली और देखेंगे कि यहां पर भी क्या हो रहा है वाइब्रेशंस शेयर हो रहे हैं रेजोनेंस की वजह से ठीक है क्योंकि वो एयर कॉलम जो है इसका और इसका क्या हो जाएगा रेजोनेंस कुछ एग्जांपल और है रेजोनेंस का हां भाई वाइब्रेशंस का पेंडुलम का भी एग्जांपल है एक पेंडुलम के मूव करने से दूसरा पेंडुलम अपने आप मूव करने लगता है जैसे थोड़ी देर पहले दिखाया मशीन के पार्ट्स आवाज करने लगते हैं एक साथ घ करके आवाज करने लगते हैं एक मशीन का पार्ट दूसरे मशीन पार्ट के क्या करता है को रिजोनेट कर देता है स्ट्रेस स्टिंग का एग्जांपल है साउंड मीट बॉक्स में या ट्यूनिंग फोक वाला एग्जांपल ब्रिज में क्या होता है जब ब्रिज पे सैनिक चल रहे होते हैं तो उनको कहा जाता है कि आप लेफ्ट ब्रेक करके चलिए अर्थात सब लोग लेफ्ट राइट लेफ्ट राइट मत करके चलिए क्योंकि सिपाही जो होते हैं सैनिक जो होते हैं एक साथ लेफ्ट एक साथ राइट पांव चलाते हैं तो उससे क्या होगा एक बहुत हाई एक बहुत हाई रेजोनेंस पैदा होगा जिसकी वजह से पुल का पुल के टूटने का खतरा है सस ब्रिज टूट जाएगा इसीलिए उनको कहा जाता है कि वो नॉर्मल लेमन की तरह चली आप मेरी तरह और यहां तो मैंने कहा टीवी और रेडियो में भी यही होता है एक तरफ साउंड ट्रांसमिटल होता है एक तरफ रिसीवर होता है बस काम कर जाता है साउंड के कैरेक्टरिस्टिक की बात करते हैं साउंड के तीन मेजर कैरक्टरस्टिक्सस हम पढ़ेंगे लाउडनेस पिच और क्वालिटी सबसे पहले बात करते हैं लाउडनेस की और लाउडनेस को मेजर करता है एंप्लीट्यूड क्या चीज की वर्ड क्या है एंप्लीट्यूड एंप्लीट्यूड क्या होता है मैक्सिमम डिस्प्लेसमेंट ऑफ वाइब्रेट बॉडी फ्रॉम इट्स मीन पोजीशन ठीक है अगर एक बॉडी क्वाइट है तो इसका एंप्लीट्यूड छोटा है देखिए इसका एंप्लीट्यूड कम है एक बॉडी लाउड है तो उसका एंप्लीट्यूड ज्यादा है ठीक है जिसका एंप्लीट्यूड ज्यादा होगा उसकी लाउडनेस ज्यादा होगी जिसका एंप्लीट्यूड कम होगा उसकी लाउडनेस कम होगी अब ये अगला वर्ड क्या है इंटेंसिटी क्या है इंटेंसिटी एक सब्जेक्टिव वैल्यू है ठीक है इ सॉरी इंटेंसिटी एक ऑब्जेक्टिव वैल्यू है मतलब इंटेंसिटी मेजरेबल चीज है इंटेंसिटी को मेजर किया जाता है ये किसके बराबर होती है अमाउंट ऑफ साउंड एनर्जी पासिंग पर सेकंड क्या एक पर्टिकुलर सेकंड में कितनी साउंड एनर्जी पास कर जाती है एक यूनिट एरिया से इसे कहते हैं और इसका यूनिट होता है वट पर वाट पर मीटर स्क्वायर ठीक है आइए लाउडनेस किस पे डिपेंड करता है लाउडनेस स्क्वायर ऑफ़ एंप्लीट्यूड पे डिपेंड करता है किस पे लाउडनेस इज इक्वल टू स्क्वायर ऑफ एंप्लीट्यूड इसका मतलब है एंप्लीट्यूड अगर 10 है तो लाउडनेस 100 है समझ गए एंप्लीट्यूड टू है तो लाउडनेस कितनी है फोर है एंप्लीट्यूड वेरीज इन्वर्सली विथ द डिस्टेंस इसका मतलब है लाउडनेस इज इवर्स टू डिस्टेंस का स्क्वायर ये रहा देखिए क्या लिखा है 1 / r स् r रिप्रेजेंट्स डिस्टेंस तो जितना आप दूर जाएंगे लाउडनेस उतनी कम हो जाएगी साउंड प्रोड्यूस बॉडी पास आ जाएगी तो लाउडनेस क्या हो जाएगी ज्यादा हो जाएगी तो इवर्स है नेक्स्ट है लाउडनेस डिपेंड ऑन द सरफेस एरिया कभी आपने थाली या कटोरी बजाया है बताइए किसने आवाज ज्यादा आती है थाली में की कटोरी में पाउल में कटोरी में थोड़ी कम आवाज आती है थाल को बजाइए ज्यादा आवाज आती है क्योंकि सरफेस एरिया ज्यादा है समझ गए ना कोई ढोलक बजा रहा है हां तो उसकी आवाज देखते हैं आप कितनी ज्यादा हो जाती है इसीलिए सरफेस एरिया उसकी क्या है ज्यादा है और किस पे डिपेंड करता है लाउडनेस डेंसिटी अगर मटेरियल डेंस होगा लाउडनेस भी ज्यादा होगी डायरेक्टली प्रोपोर्शनल है एंड लास्ट क्या आसपास कोई रेजोनेंट है क्या मतलब उसी बॉडी की सिमिलर फ्रीक्वेंसी वाली कोई दूसरी बॉडी है क्या अगर सेम बॉडी है तो वो रिजल्टिंग बॉडी भी क्या करेगी लाउडनेस बढ़ा देगी समझ गए लाउडनेस मैंने बताया बहुत अलग है और इंटेंसिटी अलग है लाउडनेस और इंटेंसिटी में क्या अंतर है इंटेंसिटी मैंने थोड़ी देर पहले बताया ऑब्जेक्टिव है लाउडनेस सब्जेक्टिव है इंटेंसिटी मेजरेबल क्वांटिटी है और लाउडनेस सिर्फ सेंसेशन है सिंबॉलिकली क्या करते हैं जब साउंड के लेवल को मेजर करना होता है हम लोग तो डेसीबल में नापते हैं ठीक है एक फार्मूला भी है लाउडनेस के लिए k दैट इज कांस्टेंट ऑफ लॉग ऑफ 10 टू द आई आई इज इंटेंसिटी और जब हम साउंड की बात करते हैं तो साउंड को डेसिमल आपके जो मोबाइल में भी जो साउंड के एप्स होते हैं ना उसमें साउंड को डेसीबल में बजर कहता है कितनी लेवल ऑफ़ साउंड है और डेसिबल की डेफिनेशन क्या है वन डेसीबल इज डिफाइंड एज द चेंज इन द लेवल ऑफ़ साउंड लाउडनेस व्हेन इंटेंसिटी ऑफ़ साउंड चेंजेज बा 26 मतलब लाउडनेस और इंटेंसिटी में रिलेशन है लाउडनेस चेंज होगी जब इंटेंसिटी चेंज होगी 26 पर से आइए बात करते हैं शोर की जब आवाज आपको पसंद ना आए तो आपके लिए शोर है आप पढ़ रहे हैं और कहीं म्यूजिक बज रहा है तो आपके लिए क्या है शोर है आप पढ़ रहे हैं और कहीं से बहुत सारे बच्चे बात कर रहे हैं शोर है आप एंजॉय कर रहे हैं उस गाने को तो वो शोर नहीं है समझ गए तो लाउडनेस मींस अनडिजायरेबल साउंड और सेफ लिमिट कितनी मानी गई है लाउ साउंड को 80 डेसीबल से कम आवाज जाए तो हमारे कानों को बहुत नुकसान नहीं पहुंचाएगी पर साउंड बिटवीन 30 टू 80 सूथिंग होती है इसीलिए कई बार बोला है जब आप रिलैक्स होना चाहते हैं माइंड को कूल करना चाहते हैं तो एक अच्छा म्यूजिक लगाइए और क्या करिए 30 से 80 डेज बहुत जोर का म्यूजिक मत लगाइए क्योंकि वो क्या करता है उल्टा थका आता है आपको है ना आप सोचिए कभी डीजे नाइट से होके आते हैं हां क्या कहा डीजे नाइट हां भाई कहीं शादी पार्टी में डीजेजे चलते हैं तो आप खूब डीजे में डांस करके आ जाते हैं खूब डीजे नाइट में एंजॉय करके आते हैं पर आप ध्यान दिया आपने कि उस दिन बहुत आप थके ित रहते हैं हां सच कह रहा हूं उस दिन आप बहुत थके रहते हैं जब डीजे नाइट्स होके आते हैं बताइएगा मुझे जरूर से क्या कहते हैं आप थके नहीं रहते उस समय क्योंकि आप डांस नहीं थके हैं उसका फिजिकल एक्सर्शन अलग है आप मेंटल थक चुके हैं याद रखिएगा साउंड अगर बहुत तेज होगा तो दिल को भी बहुत चोट बहुत सकता है हार्ट को पेन कर सकता है ईयर को पेन कर सकता है डिजीनेस कॉज कर सकता है नोसिया कॉज कर सकता है और तो और टफनेस कॉज कर सकता है एक्सेस ऑफ साउंड तो इसलिए साउंड बहुत संभल के यूज करना है ठीक है 30 डेसीमल के नीचे हम लोग नहीं सुन पाते हैं 30 डेसीमल के नीचे जब साउंड चली जाती है तो वी आर शॉर्ट ऑफ हियरिंग आइए अगला साउंड का फीचर है श्रिल या पिच अब पिच क्या होता है पिच बताती है कि साउंड एक्यूट होगा मतलब साउंड पतला होगा कि साउंड मोटा होगा क्या चीज साउ साउंड को आप ग्रेव और एक्यूट पहचान लेंगे आपने पानी की बोतल कहीं दूर भजने रख दी है पानी की बोतल आपने कहीं रख दी है भरने के लिए टैप चालू कर दिया और पानी की बोतल रख के यहां आ गए हो दूर आ गए हो आप बिना जाए वहां पर बता दोगे कि पानी की बोटल भर गई है जैसे ही पानी की बोटल भरने लगती है आवाज आने लगती है जब पानी उसमें कम होता है वाटर बॉटल में जब भर रहा होता है तो बहुत शोर करता है करता है और जैसे जैसे जसे पानी भरता रहता है नहीं ध्यान दिया कभी हां कभी घड़ा या कोई ऐसी चीज भरिए आपको पता चल जाएगा हां मटका भर के देखिए पानी को आप नल के नीचे रख के देख लीजिए इवन बकेट में भी आप चेक करके देख सकते हैं आपकी बकेट हां बाल्टी पानी की भर गई है आप बता देंगे बिना देखे बता देंगे किससे उसकी पिच से ठीक है तो पिच किस पे डिपेंड करती है पिच फ्रीक्वेंसी पे डिपेंड करती है पिच डिपेंड्स ऑन फ्रीक्वेंसी ठीक है और मैंने कहा फ्रीक्वेंसी इज नंबर ऑफ वाइब्रेशंस कंप्लीटेड इन वन सेकंड एक सेकंड में कितना टू एंड फ्रो बॉडी कर रही होती है अच्छा पिच ज्यादातर किसम काम आती है म्यूजिकल साउंड में आती है बहुत सारे म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स हैं जिनका पिच अलग है कुछ हाई पिच वाले इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं अगर समझ जाइए उसमें हाई पिच है तो वो साउंड बहुत श्रिल होगी बहुत चुकने वाली होगी और अगर लो पिच है तो साउंड बहुत गंभीर होगी साउंड बहुत देखा लो पिच साउंड फ्लैट साउंड होती है चलिए आगे बढ़ते हैं अगला टॉपिक है क्वालिटी या टिंबर ये क्या है क्वालिटी और टिंबर बताता है साउंड का वो कैरेक्टरिस्टिक जिससे आप लाउडनेस भी सेम है कुछ भी सेम है फिर भी आप साउंड बता देते हैं ये साउंड किसकी है किस इंस्ट्रूमेंट से है कोई फोन पे आपसे बात कर रहा है हेलो हेलो मैं सर तरुण रूपानी बोल रहा हूं आप मेरी आवाज गारंटी के साथ कह सकता हूं अगर मैं उठाता हूं तो आप पहचान लेते हो जब आप मुझे फोन करते हो हां और अगर मैंने रिसीव किया तो आप मेरी आवाज पहचान जाते हो और अगर मेरे ऑफिस से या मेरे घर से मेरा बेटा या कोई और मेरे घर से कोई रिसीव कर लेता है मेरा फोन क्या कहते हो नहीं पहचान पाते हो मेरी आवाज आई एम शोर पहचान जाते हो किससे पहचानते हो क्वालिटी ऑफ साउंड से आपके पापा आपको फोन कर रहे हैं मोबाइल से हेलो हां बेटा मैं आ रहा हूं बेटा थोड़ी देर में आने वाला हूं तो ये क्या है भाई आप पहचान कैसे लेते हो कि पापा बोल रहे हैं ये लाइन तो उनकी क्वालिटी ऑफ साउंड से तो लाउडनेस और पिच सेम होने के बावजूद अलग-अलग व्यक्तियों की अलग सांग होती है उसी तरह से अलग-अलग इंस्ट्रूमेंट्स की अलग-अलग क्वालिटी ऑफ साउंड होती है और क्वालिटी म्यूजिकल साउंड के वेव फॉर्म से बता देते हैं देखिए ट्यूनिंग फॉर्म का वेव फॉर्म क्या कैसा है देखिए वॉइस का वेव फॉर्म देखिए इंसान के वॉइस का वेव फॉर्म हर इंसान का वेव फॉर्म अलग होगा देखा तो क्वालिटी ऑफ़ साउंड किस पे डिपेंड करती है वेव पैटर्न क्या है वेव का डिजाइन क्या है ठीक है और वेव किस पे डिपेंड करती है नंबर ऑफ सब्सिडियरी वेव्स एंड उसके एंप्लीट्यूड सब्सिडरी मतलब प्राइमरी वेव के बाद वाली वेव्स फर्स्ट वेव के बाद म्यूजिक और नोइज में क्या डिफरेंस है तो आप जानते ही हैं म्यूजिक सुनने में अच्छा लगता है कंटीन्यूअस और यूनिफॉर्म साउंड को म्यूजिक कहते हैं जो रेगुलर इंट में बजा जाए वो म्यूजिक है कोई नया व्यक्ति ढोलक बजाए बहुत नोइज है बहुत शोर है और कोई व्यक्ति वो जो ढोलक को बहुत समय से बजा रहा है क्या कहते हो म्यूजिक है ठीक है ना वैसे मैंने बता दिया साउंड जो आपको आपको अनप्लेज्ड इरेगुलर होता है है ना यर को पेनफुल होता है और यूजुअली 120 डेसीबल के ऊपर के साउंड क्या होते हैं पेन देते हैं प्रेशर देते हैं नोइज बन जाते हैं सो दिस ब्रिंग्स टू द एंड ऑफ दी एंटायस एज पर दी 2020 चार्ज फिजिकल प्रॉपर्टी है एक मैटर का व्हिच कॉसेस इट टू एक्सपीरियंस फोर्स चार्ज की वजह से उस पर फर्स लगता है किसी भी बॉडी पर अगर कोई फोर्स लग रहा है वो चार्ज की वजह से है तो वो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड आने पर अगर हो रहा है तो उसका मतलब है कि वो बॉडी चार्जड है इफ अ बॉडी इफ अ मैटर इज प्लेस इन एन इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड एंड इट एक्सपीरियंस इज अ फोर्स इट एक्सपीरियंस अ पुल और पुश देन इट इज सेड टू बी चार्जड अगर उसपे कुछ भी इफेक्ट नहीं पड़ रहा है एकदम स्टफ है वो पार्टिकल ना मूव कर रहा है तो उसका समझ जाओ कि इसमें चार्ज नहीं है क्लियर चार्ज दो टाइप के होते हैं पॉजिटिव चार्ज नेगेटिव चार्ज पॉजिटिव चार्ज नेगेटिव चार्ज को एग्जांपल से समझाते हैं जब हम बात करते हैं दो नॉन कंडक्टिंग बॉडी की याद रखिएगा नॉन कंडक्टिंग बॉडी का एग्जांपल हमने लिया है ग्लास और सिल्क एक ग्लास रॉड है मेरे पास मैं अजूम कर रहा हूं ये मेरे पास ग्लास रॉड है हां इस बोर्ड का स्टाइलस इसको सिल्क के क्लॉथ से रब करते हैं चलो एग्जांपल के रूप में मैं सिल्क का क्लॉथ ले लेता हूं एक सिल्क के क्लॉथ से इसको क्या करते हैं रब कर देते हैं तो इससे क्या हो जाएगा ग्लास विल बिकम पॉ क्योंकि ये अपने इलेक्ट्रॉन लूज करेगा और ये जो सिल्क होगा हां ये जो सिल्क होगा ये बन जाएगा क्या नेगेटिव क्योंकि ये इलेक्ट्रॉन गेन करेगा तो चार्जेस मिल गए पॉजिटिव और नेगेटिव पॉजिटिव में इलेक्ट्रॉन का लॉस होगा और नेगेटिव में इलेक्ट्रॉन का गेन होगा क्लियर है अब आता है चार्ज को मेजर किसम करते हैं तो चार्ज को मेजर करते हैं कूलम में सिंबल के रूप में चार्ज का सिंबल है q ठीक है स्मल q भी लिख सकते हैं तो चार्ज का एसआई एसआई यूनिट है कूलम अब चार्ज को मेजर कैसे करते हैं तो चार्ज का फार्मूला है q का फार्मूला है प्लस - n प्लस होगा तो एक्सेस और माइनस होगा तो डेफिसिट तो प्लस - n यहां n क्या है ये n क्या है तो n इसमें है नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन कितने इलेक्ट्रॉन मूव कर रहे हैं और e क्या है एक इलेक्ट्रॉन का चार्ज एक इलेक्ट्रॉन का चार्ज फिक्स है आप याद कर ले तो बहुत अच्छा होगा और वो चार्ज है कितना 1.6 1.6 * 10 टू द पावर -1 कूलम एक इलेक्ट्रॉन का चार्ज जितना है तो यहां पर जितने इलेक्ट्रॉन होंगे उसको मल्टीप्लाई कर देंगे इससे आपका चार्ज आ जाएगा क्लियर है एक नॉन कंडक्टर में जो करंट को पास ना करने दे जिसके अंदर फ्री इलेक्ट्रॉन ना हो वो नॉन कंडक्टर है जैसे मैं एग्जांपल दे दूं आपको वुड की बात कर सकता है या वुड की बात कर सकते हैं प्लास्टिक की बात कर सकते हैं आप बताइए दो नॉन कंडक्टर्स मुझे मैंने दो बता दिए दो आप बताइए नॉन कंडक्टर्स जो अपना आसपास देखिए आपको समझ में आ जाएगा आप अपने पैरों पे देखिए पैरों के नीचे देखिए कुछ आपने पहना हुआ है हां आपका स्लिपर लेदर का बना हुआ है वो नॉन कंडक्टर है वुड नॉन कंडक्टर है तो नॉन कंडक्टर आपको बताना है दो नॉन कंडक्टर और मैं बता रहा हूं अब कंडक्टर कंडक्टर वो है जिसमें चार्जेस फ्लो कर सकते हैं करंट फ्लो कर सकती है क्यों फ्लो कर पाती है क्योंकि इसके अंदर इसके अंदर फ्री इलेक्ट्रॉन होते हैं इसीलिए ये फ्लो वो कर पाते हैं समझ गए और कंडक्टर का एग्जांपल तो आप दे ही सकते हैं मेटल्स आप सबसे अच्छे कंडक्टर्स होते हैं जानते ही हैं अब बारी आती है शब्द करंट की चार्ज समझ में आ गया तो चार्ज वो फोर्स है जो बॉडी के अंदर होता है ठीक है जिसकी वजह से वो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड में वो पुश या पुल महसूस करते हैं फोर्स महसूस करते हैं तो चार्ज के बाद करंट क्या है रेट ऑफ फ्लो ऑफ चार्ज अब चार्ज में तो क्या होगा बॉडी के इलेक्ट्रॉन मूव कर रही है तो हमने डिस्कस कर लिया था पर रेट क्या है रेट मतलब होता है अपॉन टाइम जब भी किसी का रेट शब्द इस्तेमाल हो जब भी किसी में क्या वर्ड इस्तेमाल हो रेट जैसे स्पीड है ना तो स्पीड इज रेट ऑफ डिस्टेंस डिस्टेंस अपॉन टाइम समझ रहे जब भी अपॉन टाइम किसी को कर दोगे तो उसका रेट बन जाता है क्या चीज रेट का मतलब होता है अपॉन टाइम टाइम से किसी वेरिएबल को डिवाइड कर दो तो किसको डिवाइड करना है इस बार चार्ज को सो फार्मूला बन गया i ये सिंबल है करंट का इज इक्वल टू चार्ज डिवाइडेड बाय टाइम ये q क्या है चार्ज है और चार्ज को मेजर करते हैं कूलम में तो इसका मतलब होगा कलम और टाइम का एसआई यूनिट है सेकंड सो कूलम पर सेकंड एंड दैट इज कॉल्ड एज एंपियर एंड एंपियर के नाम से जो एक साइंटिस्ट है उनके नाम से ये एंपियर यूनिट बनाया गया है a सिंबॉलिकली लिखा जा सकता है सो हाउ मच इज व एंपियर व एंपियर इज द अमाउंट ऑफ करंट व्हेन देयर इज अ फ्लो ऑफ चार्ज ऑफ वन कलम फॉर वन सेकंड पर सेकंड एक सेकंड में जितना चार्ज फ्लो करता है पर सेकंड में कितना फ्लो करता है उसको मेजर कर दो तो जो वैल्यू आएगी वो आएगी क्या करंट अब हमें मेजर करना है करंट मैं मेजर करना चाहता हूं करंट कितनी है तो इसके लिए क्या यूज करेंगे आप फिजिक्स के लैब जाते हैं जरूर जाया करिए लैब में देखेंगे एक डिवाइस मिलेगा उसमें ऐसा वाइट रंग का ऊपर बॉक्स बना होगा कुछ ऐसे ऊपर बने होंगे टर्मिनल्स और यहां राउंड सा ऐसा बना होगा उसमें लिखा होगा a ये a लिखा है एम मीटर का सिंबल है ए मीटर एंपियर मेजर करता है एंपियर करंट का यूनिट होता है समझ गए तो ये करंट मेजर करता है ध्यान देंगे तो करंट को मेजर करने के लिए हम किसका यूज़ करते हैं एंपियर एंपियर यूनिट है और एंपियर को मेजर करने के लिए यूनिट यूज़ करते हैं m मीटर का और ए मीटर कैसे कनेक्ट करते हैं हमेशा सीरीज में कनेक्ट करते हैं सर ये सीरीज क्या होता है व्हेन द कनेक्शंस आर मेड वन आफ्टर द अनदर जैसे रेल का एक डब्बा दूसरे डब्बे के पीछे होता है उसके पीछे तीसरा डब्बा होता है एंड सो ऑन तो जब चीजें वन आफ्टर द अनदर हो तो उसे कहते हैं क्या सीरीज क्लियर है आते हैं अगला टॉपिक है अगला शब्द है जिसकी बहुत जरूरत पड़ने वाली है वो है पोटेंशियल तो पोटेंशियल को समझने से पहले पोटेंशियल को समझने से पहले आम भाषा में कहते हैं तुम्हारे अंदर बड़ा पोटेंशियल है तू बड़ा पोटेंशियल वाला लड़का है आगे जाके जरूर कुछ बनोगे हां मेरे सुपरस्टार हो तो पक्का बनोगे क्योंकि आई एम वेरी श्यर आपके अंदर बहुत पोटेंशियल है सिर्फ आपको थोड़ा सा मेहनत करना है और मैं यकीन दिला रहा हूं आप अगर मेहनत करने लगेंगे तो आपकी मंजिल बुलंदियों पर है आप टॉप पर है यकीन जानो मेरी बात का तो बात उस पोटेंशियल की हो रही है नहीं य दूस बात करते हैं क्योंकि हमें बात करनी है करंट इलेक्ट्रिसिटी की अब एक बॉडी है ध्यान से समझना एक बॉडी है जिसको हमने क्या रखा है ऊंचाई पर रखा है हां एक बकेट है सचो हमने उसको ऊंचाई पर रख दिया है और एक एम्टी बकेट नीचे रख दिया है एक बकेट जिसमें वाटर भरा है वो टॉप पे ऊंचाई प रखा हुआ है और एक बकेट एम्टी है एक बाल्टी खाली है वो नीचे रखी है अब सोचिए वहां से पानी मुझे यहां तक लाना है क्या हम बाल्टी उठाएं पलटे ऐसा करें या क्या करें उसको सिर्फ एक पाइप से कनेक्ट कर दें कहां से उस टॉप वाले को नीचे वाले से क्या होगा वहां से वहां से लिक्विड फ्लो करता हुआ इसके पास चलाएगा तब तक फ्लो करता रहेगा जब तक यहां तो दोनों सेम पोटेंशियल पे ना जाए तो अब समझ में आ गया पोटेंशियल क्या है रेट ऑफ फलो ऑफ चार्ज तो करंट है ये तो आप समझ गए थे बट अब जब वर्क डन करने की बात कर रहे हैं क्या वर्क डन पर यूनिट चार्ज की बात करते हैं तो बन जाता है पोटेंशियल अब की वर्ड है इसके अंदर कि पोटेंशियल की बुकिश डेफिनेशन क्या है आइए बुकिश डेफिनेशन एज इट इज लिखना है प्लीज डू नॉट चेंज इट क्या करना है इट इज द रेट सॉरी इट इज दी अमाउंट ऑफ वर्क डन पर यूनिट चार्ज जो लिखा है वही लिखेंगे वोल्ट क्या होता है देखिए वर्क डन पर यूनिट चार्ज सिंबॉलिकली मैं लिख रहा हूं जो डेफिनेशन है वहां लिख दिया अब इसको ऐसे समझिए इसको ऐसे समझिए जो हमें वर्क लगा एक टेस्ट पॉजिटिव चार्ज को लाने में फ्रॉम इंफिनिटी टू दैट पॉइंट अज्यू करते हैं मेरा ये एक घर है अजूम करते हैं हमारा ये घर है ये रहा मेरा घर मेरा घर एक फिक्स पॉइंट पर है ठीक है मैंने तो ऐसे बताया आप लोग को कि मेरा घर वार नासी में है और आप लोग हो यूनिट पॉजिटिव चार्ज क्या हो यूनिट पॉजिटिव चार्ज एक टेस्ट पॉजिटिव चार्ज ठीक है कौन है पॉजिटिव चार्ज मेरे सुपरस्टार लवेज पॉजिटिव वो कभी निराश नहीं होते जिंदगी के लिए तो आप आप है मेरे पॉजिटिव चार्ज तो क चला गया चलो कोई बात नहीं तो ये से आ रहा है ये देखिए ध्यान से देखिएगा मैं आपके लिए फिर से बना रहा हूं यह रहा मेरा घर यह है हमारी मंजिल जहां आपको पहुंचना है और यह रहे आप लोग यह रहा एक टेस्ट पॉजिटिव चार्ज कौन है टेस्ट पॉजिटिव चार्ज तुम लोग को ठीक है अब इनफा पोजीशन से हमें तुम्हारी पोजीशन नहीं मालूम है यस हम आपकी नहीं मालूम है कोई दिल्ली से देख रहा है कोई बंबे से देख रहा है कोई पुणे से देख रहा है हां आप अपना लोकेशन जहां से भी हो वहां से इनफाइनों चाना है ठीक है तो जो अमाउंट ऑफ वर्क लगेगा इस टेस्ट पॉजिटिव चार्ज को यहां तक पहुंचाने में इसका नाम रखा गया है पोटेंशियल मैंने ऊपर जो बकेट रखा था उसको पानी को ऊपर से नीचे ले जाना है तो जितना उसमें वर्क लगेगा उस पानी को यहां शिफ्ट करने में उसको नाम दे दिया गया है पोटेंशियल क्लियर है क्लियर है और डेफिनेशन फिर से देखें ये क्या कहता है कहता है वर्क डन ये वर्क होता है पोटेंशियल एक तरह का वर्क होता है पर किससे डिवाइडेड डिवाइडेड बाय द चार्ज किस बात के लिए चार्ज लग रहा है चार्ज लग रहा है ब्रिंगिंग एक टेस्ट पॉजिटिव आयन एक टेस्ट पॉजिटिव चार्ज को ले आना है कहां से लाना है पोजीशन फिक्स नहीं है इंफाइटिंग पोजीशन से चार्ज को मूव करके लाना है ये पोजीशन फिक्स नहीं है यहां से चार्ज मूव कर रहा है और इनफाइनों लाना है इसीलिए इसको कहते हैं पोटेंशियल ठीक है मतलब उसका पोजीशन जहां से वो यूनिट चार्ज को टेस्ट पॉजिटिव चार्ज को लाना है फिक्स नहीं है टू वन पॉइंट लाना है टू दैट पॉइंट लाना है समझ गए और इसका सिंबॉलिकली कैसे रिप्रेजेंट करेंगे v दैट इज पोटेंशियल अपॉन वर्क डिवाइडेड बाय चार्ज इसीलिए वर्क पर यूनिट चार्ज क्लियर अब कैसे लिखेंगे आइए समझते हैं इसका एसआई यूनिट है वोल्ट पोटेंशियल को मेजर करते हैं किसमें वोल्ट में और कैसे आया वोल्ट आइए देखते हैं हमने लिखा कि पोटेंशियल इज इक्वल टू वर्क अपॉन चार्ज वर्क को मेजर करते हैं जूल में चार्ज को मेजर करते हैं कूलम में और इसका मतलब हो गया जूल पर कलम इसका मतलब हो गया जूल पर कूलम व्हिच इज आल्सो कॉल्ड एज वोल्ट क्या एलेक्जेंडर वोल्टा एलेक्जेंड्रा वोल्ट जिन्होंने ले वोल्टा सेल बनाया था हां जो इलेक्ट्रिक सेल बनाया था उन्होंने उनके नाम को वोल्ट ले लिया गया तो उनके उनको कह सकते हैं कि उनको समर्पित है ये शब्द क्या वोल्ट समझ गए तो पोटेंशियल डिफरेंस का यूनिट हो गया वोल्ट कैसे आ गया क्लियर हो गया अब वन डेफिनेशन वन यूनिट की वोल्ट की डेफिनेशन दे पाएंगे अब पोटेंशियल के बाद टर्म जो है उसी से मिलता-जुलता आपको शब्द मिलेगा पोटेंशियल का डिफरेंस इसका मतलब है कोई दो पॉइंट्स हैं फिक्स पॉइंट ए और पॉइंट बी पॉइंट ए और पॉइंट बी ये दो पॉइंट है इस बार बॉडी इस बार जो टेस्ट पॉजिटिव आयन है वो यहां पर है अब यहां से उसको एक फिक्स पॉइंट पे लाना है यहां पर b पर यस तुम्हारा लोकेशन फिक्स है कि तुम हो लखनऊ में चलो अजूम करते हैं कि तुम हो लखनऊ पे और तुम्हें पहुंचना है वाराणसी क्यों अरे भाई सर से मिलना है आपको अपने वन पॉइंट टू अनदर होगा अब द वर्क डन पर यूनिट चार्ज फ्रॉम वन पॉइंट टू अनदर इज कॉल्ड एज पोटेंशियल डिफरेंस क्या चेंज है चेंज इतना है इसमें बस कि हम टेस्ट पॉजिटिव चार्ज ले जाएंगे पर इस बार इंफिनिटी से नहीं ले जाएंगे बल्कि ये पॉइंट भी डिफाइंड है और ये पॉइंट भी डिफाइंड है जहां से इस टेस्ट पॉजिटिव इस टेस्ट पॉजिटिव चार्ज को ले जाना है वो एक डिफाइंड प्लेस है कहां ले जाना है मैंने दिखा दिया मैंने जझ कहानी कही कि लखनऊ से बनारस आना है फिक्स पोजीशन है ठीक है आगे बढ़ जाए तो पोटेंशियल डिफरेंस को मेजर करने के लिए हमें एक डिवाइस का यूज करना पड़ता है वोल्ट मी वोल्ट मीटर को कनेक्ट करते हैं पैरेलल में सर इसका क्या मतलब होता है पैरेलल में कनेक्ट कैसे होता है आइए दिखाते हैं कैसे बॉडी पैरेलल में कनेक्ट होती है और कैसे सीरीज में होती है एक सर्किट देखेंगे ये रही आपकी एक सिंगल सेल सिंगल सेल में जो बड़ी डंडी है वो पॉजिटिव है और इस पॉजिटिव से इलेक्ट्रॉन फ्लो करेगा करंट मूव करेगी यहां से ठीक है अब यहां पर हमने कहीं लगा दिया एक की चलो लगा दिया की और फिर जो के है की ठीक है और इसको क्या करते हैं कनेक्ट कर देते हैं मान लेते हैं एक रेजिस्टेंट वायर से चलो रेजिस्टेंट वायर से कनेक्ट कर दिया ठीक है और क्या करते हैं इसको रेजिस्टेंट वायर से जिसको हम लोड कह रहे हैं इसे कनेक्ट करते हैं और यहां पे लगा दिया है ए मीटर और इसको कनेक्ट कर दिया वापस आप ध्यान से देखिए m मीटर को कनेक्ट किया है सीरीज में क्योंकि जहां ये चार ये ये वायर एंड हो रही है जहां पे ये वायर एंड हो रही है वहां m मीटर शुरू हो रहा है और जहां m मीटर एंड हो रहा है वहां ये वापस शुरू हो जा रही है ठीक है तो जहां एक खत्म होता है दूसरा शुरू होता है जहां दूसरा खत्म होता है तीसरा शुरू होता है रेल का डब्बा वन आफ्टर द अनदर एक के पीछे एक जैसे आप लाइन में जाते हैं असेंबली में जाते हैं एक के पीछे एक तो आप सीरीज में जा रहे हैं अब ये देखिए यहां पे देखिए यहां पे जो कनेक्शन है ये है पैरेलल कनेक्शन किसका कनेक्शन पैरेलल में होता है हमेशा पोटेंशियल डिफरेंस का बाय वा पोटेंशियल डिफरेंस इज कनेक्टेड इन पैरेलल आपको बताना है वैसे पोटेंशियल डिफरेंस को जब कनेक्ट किया गया है तो जो उसका पॉजिटिव वाला जो पॉइंट होता है वो हाई हाई इलेक्ट्रॉन फ्लो के लिए होता है यहां से जहां से करंट एक्सेस आ रही है और नेगेटिव से करंट जा रही है ठीक है जहां एक्सेसिव फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन है जहां ज्यादा आ रहा है वहां से क्लियर है आगे बढ़े अगला टर्म आ रहा है रेजिस्टेंस रुकावट यस अगला टर्म है रेजिस्टेंस और रेजिस्टेंस मतलब होता है ऑब्स्ट्रक्शन टू द फ्लो ऑफ चार्ज करंट के इलेक्ट्रॉन के फ्लो के दौरान अगर उसे रुकावट मिलेगी तो हम उसे कहेंगे रेजिस्टेंस कौन दे रहा है रुकावट कहां से आ रही है रुकावट आइए इसको समझने के लिए इस डायग्राम को समझते हैं इसको समझने के लिए इस डायग्राम को समझना पड़ेगा मान लेते हैं कि ये एक कंडक्टर है हां ये एक बड़ा सा कंडक्टर है मैंने एक दिखा दिया एक वायर है समझ लीजिए और इस वायर के अंदर अंदर देखिए सोचिए हमारे पास एक कैमरा है वायर के अंदर देख सकते हैं ठीक है इसके अंदर क्या मिलेंगे आपको पॉजिटिव आयस मिलेंगे जो कि नॉन मूवेबल होते हैं अर्थात मूव नहीं करते हैं एक पोजीशन पे पड़े रहते हैं और इसी तार के अंदर आपको मिलेंगे इलेक्ट्रॉन जो कांस्टेंट मोशन में रहते हैं हरपल क्या करते रहते हैं मूव करते रहते हैं ध्यान से देखिए तो अब आप ध्यान से देखिए ये जो इलेक्ट्रॉन है आपस में कोलाइड करते हैं इस पॉजिटिव चार्ज के साथ कोलाइड करते हैं आपस में एक दूसरे के साथ कोलाइड करते हैं तो नंबर ऑफ कोलिजन यहां बहुत है जब तक पोटेंशियल डिफरेंस अप्लाई नहीं किया गया है जब तक इसको किसी सेल से या किसी पावर से कनेक्ट नहीं किया गया है तब तक इनका आपस में कॉलेजन बहुत ज्यादा है किसका इस इलेक्ट्रॉन का इस पॉजिटिव आ के साथ और दूसरे इलेक्ट्रॉन के साथ क्या करते हैं ये मोशन में रहते हैं पर किसी एक पर्टिकुलर डायरेक्शन में मूव नहीं कर रहे हैं बल्कि दे कोलाइड विथ ईच अदर सो देयर इज अ लॉट ऑफ कोलिजन बिटवीन दीज पार्टिकल इलेक्ट्रॉन इलेक्ट्रॉन के साथ और प्रोटॉन के साथ टकरा रहा है और प्रोटॉन क्योंकि प्रोटॉन बोला पॉजिटिव आयन बोल दू ज्यादा अच्छ हो जाएगा पॉजिटिव आयन जो है वो वो कांस्टेंट रहते हैं रुके रहते हैं ठहरे रहते हैं और नतीजा क्या होता है इसमें खूब रेजिस्टेंस है खूब रुकावट है अब आगे बढ़ जाइए किसकी वजह से है नंबर ऑफ कोलीज संस की वजह से है अब अब हम इसको कनेक्ट करते हैं किसी सेल से जैसे ही इसको सेल से कनेक्ट कर देंगे इसी कंड क्टर को तो क्या होगा अब चेंज देखिए क्या हो रहा है जैसे ही पोटेंशियल अप्लाई कर रहे हैं जैसे ही इसको सेल से कनेक्ट कर रहे हैं तो देखिए क्या हो रहा है देखिए ये रहे इलेक्ट्रॉन मतलब करंट का फ्लो आपको पता होना चाहिए करंट का फ्लो और इलेक्ट्रॉन का फ्लो रिवर्स होता है ठीक है ना करंट आपको दिखाई देगी पॉजिटिव से नेगेटिव जाते हुए और जबकि इलेक्ट्रॉन का फ्लो क्या होगा नेगेटिव से पॉजिटिव तरफ तो जब इलेक्ट्रॉन मूव करने लगते हैं इलेक्ट्रॉन को ये जब पोटेंशियल से कनेक्ट कर दिया जाता है तब क्या होता है ये इलेक्ट्रॉन क्या करते हैं एक पाथ में अरेंज हो जाते हैं क्या हो जाते हैं एक पाथ में अरेंज हो जाते हैं जिसकी वजह से क्या होता है दे मूव फ्रॉम वन एंड टू अनदर ध्यान से देखिए वो एक एंड से दूसरे एंड की तरफ फेसिंग हो जाते हैं जिससे इनका मोशन रेगुलर हो पाता है फ्रॉम वन एंड देडे डू नॉट मूव ऑल टूगेदर बट दे मूव एज अ ड्रिफ्ट क्या करते हैं एक साथ में सारे सारे इलेक्ट्रॉन मूव नहीं करते हैं बल्कि दे मूव जैसे जल का पानी समुद्र का में य नदी का पानी मूव करता जाता है ड्रिफ्ट करता जाता है वैसे ये क्या करते हैं मूव करते हैं क्लियर है अब कोलिजन जितना ज्यादा होगा उतना ज्यादा क्या होगा रेजिस्टेंस होगा तो रेजिस्टेंस किस पे डिपेंड करता है रेजिस्टेंस डिपेंड करता है नंबर ऑफ कॉलेजन सफर्ड बाय इलेक्ट्रॉन विद पॉजिटिव जितनी ज्यादा टकराएंगे देखिए जितना ज्यादा टकराएंगे उतना ज्यादा इसके अंदर रेजिस्टेंस होगा और रेजिस्टेंस का एसआई यूनिट क्या है ओम हां सर सनन ओम के नाम से जो साइंटिस्ट थे उनके नाम से ओम ले लिया गया है सो ओम और रेजिस्टेंस का फार्मूला है रेजिस्टेंस इज इक्वल टू पोटेंशियल अपॉन करंट क्या v / i और इसी को यस v / i को ऐसे समझिए जब हम बात रेजिस्टेंस की करते हैं तो बात करते हैं v की और i की v है पोटेंशियल तो पोटेंशियल है क्या 1 वोल्ट आ क्या है 1 एंपियर अब रेजिस्टेंस हो जाएगा 1 ओम सिंबॉलिकली देखिए कैसे लिख रहे हैं 1 ओम ओमेगा उसका सिंबल है ये सिंबल है ओमेगा तो रेजिस्टेंस 1 ओम कब बन जाएगा जब पोटेंशियल ऑफ 1 वोल्ट फॉर 1 एंपियर ऑफ करंट अप्लाई होगा समझ गए क्लियर है आगे बढ़े चलिए नेक्स्ट है ओम्स लॉ हां ओम्स लॉ सर सनन ओम ने दिया था मैंने बताया क्या कहता है ओम्स लॉ ओम्स लॉ बहुत बेसिक और बहुत इंपोर्टेंट लॉ है आपके लिए क्या है ओम्स लॉ आओ समझते हैं द करंट फ्लोइंग इ कंड इज डायरेक्टली डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू द पोटेंशियल डिफरेंस अक्रॉस द एंड्स प्रोवाइडेड द फिजिकल कंडीशन सच एज टेंपरेचर रिमेंस कांस्टेंट मतलब मतलब सिंपल है कि जो करंट है और पोटेंशियल डिफरेंस है दोनों क्या है एक दूसरे के प्रोपोर्शनल है करंट बढ़ेगी पोटेंशियल बढ़ेगा करंट घटेगी पोटेंशियल घट जाएगा दोनों डायरेक्टली प्रोपोर्शनल है देखिए ध्यान से करंट और पोटेंशियल डिफरेंस शर्ट क्या है पर इसके लिए एक ही कंडीशन है कि फिजिकल कंडीशन फिजिकल कंडीशन में क्या आ जाएगा टेंपरेचर आप आपको ये डेफिनेशन एज इट इज याद कर लीजिए प्लीज डू नॉट चेंज एनी टर्म इसके अंदर से कोई टर्म मिस मत करिए गायब मत करिए एज इट इज याद कर लीजिए और ये जो डेफिनेशन है वो ये ये डिफाइन करती है v इ इक्व ट आ v स्टैंड्स फॉर पोटेंशियल i स्टैंड्स फॉर करंट एंड r स्टैंड्स फॉर रेजिस्टेंस ध्यान देंगे v = आ एक बहुत बेसिक सा फार्मूला है जो आपको आना चाहिए इस पे बेस्ड न्यूमेरिकल बनते हैं आइए जब हम बात करते हैं ओम्स लॉ के बाद अब कंडक्टेंस की बात करते हैं देखिए रेजिस्टेंस का रिवर्सल कर दो रेसिप प्रोकल कर दो मतलब 1 अप r r इ इक्व टू g सिंबल है जी कंडक्टेंस का सिंबल है जी इसका सिंबल है जी तो रेजिस्टेंस का रेसिप प्रोकल कर दो अगर रेजिस्टेंस किसी में आ रही है 10 ओम कहीं किसी अप्लायंस की रेजिस्टेंस है 10 ओम तो उसका कंडक्टेंस होगा 1/1 मतलब 1 पर ओम क्या पर ओम मतलब ओम में -1 साइन जिसको एक और नाम से जानते हैं साइमन पंट व साइमन क्लियर है आइए ओम्स लॉ समझ गए अब ओम्स लॉ का एक कमी एक लिमिटेशन और लिमिटेशन ये है एक कमी बस ओम्स लॉ में ये है कि इट इज ओबेयड व्हेन द टेंपरेचर रिमेंस कांस्टेंट वो पहले भी डेफिनेशन में भी बता दिया था कि फिजिकल कंडीशन में टेंपरेचर को चेंज नहीं करना है इसका मतलब टेंपरेचर चेंज होगा तो ओम्स लॉ फॉलो नहीं करेगा मतलब एक बॉडी जो ओम्स लॉ को ओबे करती है ओम्स लॉ पे काम करती है उसे हम कहते हैं ओमिक कंडक्टर आइए आपको इससे पहले एक ओम्स लॉ के v वर्सेस आ ग्राफ को समझाते हैं हां v दैट इज पोटेंशियल डिफरेंस एंड i स्टैंड्स फॉर करंट तो v वर्सेस आ ग्राफ में अगर ध्यान से देखिए मैं यहां बना रहा हूं उसको मत देखिए यहां देखिए v वर्सेस आ ग्राफ ये रहा v वर्सेस i ग्राफ क्लियर है तो अगर एक स्ट्रेट लाइन बन रही है तो समझ जाइए ये एक ओमिक कंडक्टर है क्या ये ग्राफ एक ऐसे कंडक्टर का है जो ओम्स लॉ को ओबे कर रहा है सर आपको कैसे मालूम ओबे कर रहा है क्योंकि ओम्स लॉ में बताया गया था कि v = े r का फार्मूला भी निकल गया क्या r का फार्मूला निकला देखिए r का फार्मूला निकला v / i तो r इसमें कांस्टेंट वैल्यू हो जाएगी क्या सुन रहे हैं मेरी बात को r इसकी कांस्टेंट वैल्यू हो जाएगी आइए फाइंड करते हैं इसके स्लोप को निकालते हैं v वर्सेस i ग्राफ में जो स्लोप निकल रही है वही रेजिस्टेंस है दैट मींस आइए फाइंड करते हैं एक वैल्यू लेकर करके कि यहां पर v है 20 वोल्ट और यहां पर i है लेट्स अज्यू 10 एंपियर अब मुझे निकालना है इसका रेजिस्टेंस तो इसका रेजिस्टेंस का फॉर्मूला हो जाएगा 20 / 10 जवाब आ जाएगा 2 एंपियर उसी तरह से और आगे बढ़ जाएंगे अब आगे बढ़ जाएंगे यहां पर देखेंगे कि इस बार जो रेजिस्टेंस है वो कैसे निकलेगा आइए सेकंड टाइम जो रेजिस्टेंस निकालेंगे तो फिर आ जाएगा 40 क्योंकि पोटेंशियल डिफरेंस है 40 और करंट है 20 जवाब आ जाएगा 2 एंपियर तो आपने देखा यहां पर करंट क्या है करंट चेंज हो रही है पोटेंशियल चेंज हो रहा है है पर रेजिस्टेंस कांस्टेंट है इसका जो ये स्लोप निकालने में मदद कर रहा है यस यहां से जो हम हेल्प कर रहे हैं निकाल करके वो ये बताने में मदद कर रहे हैं कि ये क्या है एक स्ट्रेट लाइन बनने वाली है और जब स्ट्रेट लाइन बनेगी तो हर बार क्या होगा ये ओमिक कंडक्टर रिफ्लेक्ट करेगी कोई ओमिक कंडक्टर का एग्जांपल दे दूं मेटलिक कंडक्टर हां एक कॉपर वायर ले लो और उसमें करंट पास करो तो वो मेटलिक कंडक्टर है करंट पास हो जाती है पास जाती है तो उसका मतलब है ओमिक कंडक्टर है अब अगर इसी कर्व को क्या कर दें एक कर्व लाइन बना दें तो बन जाएगा नॉन ओमिक कंडक्टर मतलब कि नॉन ओमिक कंडक्टर में ग्राफ बनेगा v वर्सेस i में एक कर्वड लाइन अगर v वर्सेस आई ग्राफ प्लॉट करेंगे ये रहा और लाइन कुछ भी बन जाए ऐसे बन जाए ऐसे बन जाए ठीक है तो ये जैसे ही कर्वड लाइन जा रही है देखिए स्ट्रेट लाइन नहीं जा रही है और वो स्ट्रेट लाइन जो जा रही थी वो हमेशा क्या करती है ओरिजन से पास करती है जब ये कर्वड लाइनस जा रही होती है तो समझ जाओ कि ये नॉन ओमिक कंडक्टर है इसका मतलब है कि ये कंडक्टर ओम्स लॉ को ओवे नहीं करता है जैसे डायोड नहीं करता है हां डायोड नहीं करते हैं आपको डायोड मालूम है आपने एलईडी टेलीविजन रखा है घर में आपके घर में एलईडी डिवाइस है बस वो डायोड है ठीक है ना फुल फॉर्म है लाइट एमिटिंग डायोड ठीक है एलईडी लाइट एमिटिंग डायोड समझ गए तो ये कौन होते हैं नॉन ओमिक कंडक्टर्स होते हैं ओम्स लॉ पर वो काम नहीं करते हैं क्या चीज ओम्स लॉ पे काम नहीं करते हैं अगर स्लोप ऑफ v वर्सेस i ग्राफ कर रेजिस्टेंस बताता है तो i वर्सेस v क्या बताता है स्लोप ऑफ i वर्सेस v कंडक्टेंस बताता है मैंने क्या बताया था स्लोप ऑफ v वर्सेस i गिव्स यू रेजिस्टेंस ठीक है और जबकि आ वर्सेस v क्या देगा आपको जैसे ये स्लोप इसकी स्लोप निकालेंगे तो आपको इसकी स्लोप ये जो स्लोप जो बन रही है फ्रॉम a टू b ये क्या बताएगी कंडक्टेंस हां रेसिप प्रोकल ऑफ रेजिस्टेंस बताएगी वन अपन रेजिस्टेंस बताएगी 1 अप r बताएगी इसको किसमें i वर्सेस v ग्राफ में ठीक है और v वर्सेस i में उसका टिक रिवर्स हो जाएगा क्या चीज v वर्सेस i ग्राफ में इसकी स्लोप को अगर मेजर करेंगे ये रही स्लोप यहां से लेके यहां तक स्लोप है है ना a से लेके b तक स्लोप है ये स्लोप क्या बताएगी रेजिस्टेंस बताएगी क्लियर है वेरी क्लियर है सोचिए अब हम क्या करते हैं दो अब हम आपके लिए दो क्या करते हैं स्लोप्स बनाते हैं v वर्सेस आई ग्राफ में ध्यान से देखिए एक v वर्सेस आ ग्राफ है एक स्लोप ये है नाम दे देते हैं a और एक स्लोप ये है बी हां ये v वर्सेस आ ग्राफ है आपसे मेरा क्वेश्चन है कौन सी स्लोप कौन सी स्लोप का रेजिस्टेंस ज्यादा होगा और क्यों व्हिच स्लोप स्लोप ए और स्लोप बी हैज मोर रेजिस्टेंस एंड वाई हां बताइए मुझे आपका वेट है मैं डेफिनेटली आपके आंसर्स को देख के प्रेरित हूंगा मुझे बहुत खुशी होगी आप समझ के अगर उसको बचाएंगे क्या वेट करना चाहते हैं चलिए मैं वेट कर रहा हूं मैं आगे बढ़ता हूं और आपके साथ फिर क्वेश्चन डिस्कस करूंगा देखते हैं मेरे सुपरस्टार्स कितने सारे सुपरस्टार्स इसको सही बताते हैं चलिए अभी समझते हैं आपके साथ आगे बात करते हैं अभी ओमिक कंडक्टर डिस्कस किया ये रहा ओमिक कंडक्टर वंस अगेन अच्छा ओमिक कंडक्टर की खास बात है कि ये कंडक्टर्स की जो ये लाइन दिख रही है मैंने बताया ये लाइन रेजिस्टेंस बताती है और क्या खास बात है ये हमेशा ओरिजन को पास करती है क्या चीज ओ को पास करती है ओरिजन को पास करती है और नॉमिक कंडक्टर्स जैसे एलईडी सोलर लाइट्स सोलर सेल्स डायोड ट्रांजिस्टर फिलामेंट ऑफ बल्ब देख लीजिए कर्व लाइन है अब किस पे डिपेंड करता है रेजिस्टेंस हां मेरा क्वेश्चन अभी बाकी है वो दो अभी बाकी है रेजिस्टेंस किस पे डिपेंड करता है तो रेजिस्टेंस डिपेंड करता है मटेरियल पे अगर मटेरियल अच्छे वायर का है जिसमें कि कंडक्टेंस हो सकता है हां मतलब जिसके फ्री इलेक्ट्रॉन हैं तो उसमें क्या होगा रेजिस्टेंस कम होगा और ऐसी वायर जिसमें फ्री इलेक्ट्रॉन नहीं है या कम है मतलब इंसुलेटर है तो रेजिस्टेंस हाई होगा अब कॉपर का एग्जांपल ले सकते हैं और लेड का एग्जांपल लेते हैं अच्छे कंडक्टर में कॉपर का और पुअर कंडक्टर में लेड का ले सकते हैं और आता है लेंथ पे डिपेंड करता है रेजिस्टेंस लेंथ पे क्यों डिपेंड करता है देखिए जितनी लंबी लेंथ होगी इलेक्ट्रॉन को उतना ज्यादा कोलिजन करना पड़ेगा पॉजिटिव आयन से हां लेंथ बड़ी होने से नंबर ऑफ लीजंस बढ़ने जाएंगे इलेक्ट्रॉन पार्टिकल्स के नतीजा क्या हो जाएगा वो ज्यादा हीट पैदा करेंगे ठीक है रेजिस्टेंस ज्यादा होगा इसका अपोजिट होगा थिकनेस मतलब अगर एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन वायर थिक है मतलब कंडक्टर बहुत थिक है तो रेजिस्टेंस कम हो जाएगा क्यों कम हो जाएगा क्योंकि अब इलेक्ट्रॉन को मूव करने के लिए काफी पैसेज मिलेगा काफी स्पेस मिल जाएगी तो एरिया इंक्रीज हो जाएगी नंबर ऑफ कोलेजन की चांसेस कम हो जाएंगी ठीक है नेक्स्ट आता है टेंपरेचर पे भी डिपेंड करते हैं अगेन टेंपरेचर हाई कॉलेजन हाई इसका मतलब है टेंपरेचर इंक्रीज रेजिस्टेंस इंक्रीज क्लियर है आइए अगला टर्म जो हमारा है हमारे पास वो है स्पेसिफिक रेजिस्टेंस स्पेसिफिक रेजिस्टेंस को एक और नाम से जानते हैं वो है रेजिस्टिविटीज सिवि अब ये क्या होता है चलिए एक एग्जांपल समझाते हैं ये एक वायर है अजूम करते हैं ये 1 मीटर लंबी वायर है ठीक है कितनी है ये 1 मीटर लंबी मैंने वायर ले ली ठीक है इसको कहते हैं एक यूनिट लेंथ एक यूनिट लेंथ की वायर ले ली और एक यूनिट एक फिक्स्ड एरिया के ले ली अजूम करते हैं एरिया भी ले लिया 1 मीटर स्क्वायर ठीक समझाने के लिए कह रहे हैं तो एक फिक्स्ड लेंथ है एक फिक्स्ड एरिया है अब इस पे जो रेजिस्टेंस निकलेगा ये हो जाएगा स्पेसिफिक रेजिस्टेंस सिंबॉलिकली रेजिस्टेंस ध्यान से देखिएगा सिंबॉलिकली रेजिस्टेंस क्या होता है जब हम बात करते हैं रेजिस्टेंस की तो वो होता है रेजिस्टिविटीज अपॉन एरिया ये है फार्मूला रेजिस्टेंस का ठीक है अब इसी में से मुझे ये जो सिंबल है p जो बना दिखाई दे रहा है ठीक है जो रो का सिंबल होता है इसको करना है रेजिस्टिविटीज सिवि या स्पेसिफिक रेजिस्टेंस याद रखिएगा हर एक मटेरियल का अपना एक निश्चित स्पेसिफिक रेजिस्टेंस है कॉपर का जैसे सिल्वर का इनका स्पेसिफिक रेजिस्टेंस बहुत लो होगा क्योंकि ये बहुत कम क्या करते हैं हां रेजिस्टेंस ऑफर करते हैं जबकि मेटल्स का मेटल्स का रेजिस्टेंस अदर देन कॉपर सिल्वर वो बढ़ता जाएगा रेजिस्टेंस हाई होगा बात करेंगे सेमीकंडक्टर्स की तो उनका रेजिस्टेंस तो बहुत ज्यादा होगा और इंसुलेटर का तो मैक्सिमम होगा क्या आप मुझे कोई दो एग्जांपल दे सकते हैं जिनकी सुपर जिसकी स्पेसिफिक रेजिस्टिविटीज हाई होगी गिव टू सब्सटेंस व्हिच हैव वेरी वेरी हाई स्पेसिफिक रेजिस्टेंस हां आपको बताना है मैं वेट करना चाहता हूं तो ये जो है ये जो है रेजिस्टिविटीज है रेजिस्टिविटीज सेंस नहीं है प्लीज डू नॉट कंफ्यूज रेजिस्टेंस नहीं है रेजिस्टविटी रेजिस्टेंस ये है अब मुझे रेजिस्टिविटीज है क्रॉस मल्टीप्लाई करके निकाल दूंगा देखो क्रॉस मल्टीप्लाई करेंगे सो रेजिस्टिविटीज इक्वल टू रेजिस्टेंस * एरिया अपॉन लेंथ लेंथ ऑफ दी कंडक्टर और ये एरिया ऑफ द क्रॉस सेक्शन ये है फॉर्मूला और रेजिस्टिविटीज भी आएगी आपका रेजिस्टविटी की वैल्यू ओम मीटर में आएगी किसमें आएगी ओम मीटर समझ गए तो रेजिस्टविटी ओम मीटर में मेजर की जाएगी क्लियर है हां अब इसके बदले हम क्या कर सकते हैं सिंबॉलिकली एरिया के बदले a के बदले पा स् लिख सकते हैं क्योंकि एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन जो वायर होती है या कंडक्टर होती है यूजुअली सर्कुलर शेप में है हां ज्यादातर सर्कुलर शेप में इसलिए एरिया में क्या लगा रहे हैं सर्कल का फॉर्मूला लगा रहे हैं तो जहां a लिखा है वहां लिख दे रहे हैं पा r स् ये तो ए है एज इट इज लिख दे रहे हैं क्लियर है आइए अब स्पेसिफिक रेजिस्टिविटीज लिए कि मेटल्स की स्पेसिफिक रेजिस्टिविटीज क्टर होते हैं जबकि नॉन मेडल्स की स्पेसिफिक रेजिस्टविटी बहुत हाई होती है अब किस पे डिपेंड करता है तो मैंने कहा अलग-अलग मटेरियल की अपनी खुद की स्पेसिफिक रेजिस्टविटी होती है जो इंसुलेटर होते हैं उनकी रेजिस्टेंस भी बहुत-बहुत हाई होती है अब एग्जांपल करते हैं सिल्वर की तो सिल्वर की स्पेसिफिक रेजिस्ट सबसे कम है इसीलिए बेस्ट कंडक्टर है हां सिल्वर अगर इतना अच्छा कंडक्टर है तो क्यों नहीं अपने घर में तुम सिल्वर की तार लगवा लेते हो हां हां अपने घर में सारे जो कनेक्शंस हैं सारी तारें हैं वो कॉपर की क्यों लगवाई है लगवा दो सिल्वर की आप कहेंगे सर सिल्वर महंगा है पहली चीज सिल्वर बहुत कॉस्टली है एज कंपेयर टू कॉपर कॉपर फिर भी सस्ता है सिल्वर बहुत बहुत बहुत महंगा है है ना सिल्वर का एक एग्जांपल देके बता हूं कि एप्रोक्सीमेटली 70000 के आसपास है 1 केजी जबकि कॉपर का 1 केजी शायद 500 से 700 के बीच में है तो द प्राइस इज 100 टाइम्स ज्यादा और सबसे पहले चोर आएगा तो क्या करेगा आपके घर के तार चुला लेगा अगर आप सिल्वर वायर यूज करेंगे तो है ना तो सिल्वर नहीं यूज कर सकते बहुत महंगा है नेक्स्ट आता है स्पेसिफिक रेजिस्टेंस किस पर डिपेंड करता है डिपेंड करता है टेंपरेचर पर ध्यान से सुनिए किस पे डिपेंड करता है टेंपरेचर पे अगर टेंपरेचर इंक्रीज हो जाएगा तो स्पेसिफिक रेजिस्टेंस भी इंक्रीज हो जाएगा और इसका उल्टा कर दो ठीक है पर सेमीकंडक्टर्स के साथ ऐसा नहीं होता है सेमीकंडक्टर्स जैसे मैग्निन है ना जैसे कुछ ऐसे सब्सटेंस जो कंडक्टर मतलब मेटल और नॉन मेटल के बीच में होते हैं हां तो सेमीकंडक्टर सिलिकॉन हो गया ठीक है तो ये जो सेमीकंडक्टर मटेरियल होते हैं इनमें क्या होता है इनका स्पेसिफिक रेजिस्टेंस डिक्रीज करता है विथ इंक्रीज इन रेजिस्टेंस ठीक है इसमें में स्पेसिफिक रेजिस्टेंस डिक्रीज कर जाता है टेंपरेचर के इंक्रीज करने पे ठीक है और लास्ट किस पे डिपेंड नहीं करता है स्पेसिफिक रेजिस्टेंस शेप और साइज पे डिपेंड नहीं करता है इसका मतलब बॉडी कैसी भी शेप की हो किसी भी साइज की हो स्पेसिफिक रेजिस्टेंस फिक्स है क्योंकि उसमें यूनिट एरिया और यूनिट लेंथ होती है उसकी लेंथ निश्चित होती है एरिया निश्चित होती है ठीक है अगला टर्म आ रहा है कंडक्टिविटी द रेसिप प्रोकल अर्थात द रिवर्स ऑफ द स्पेसिफिक रेजिस्टेंस इज कंडक्टिविटी रेजिस्टेंस का रेजिस्टेंस का कंडक्टेंस तो रेजिस्टिविटीज ठीक है रेसोल कर दो ना वन अपॉन कर दो समझ गए और इसको सिंबल से कैसे रिप्रेजेंट करते हैं ये सिग्मा सिंबल है इसका क्या सिंबल है इसका सिग्मा ये रहा सिग्मा बना हुआ सिंबल और सिंबॉलिकली क्या लिखा है सिग्मा इज इक्वल टू 1 अपन रेजिस्टिविटीज ऑफ रेजिस्टेंस r है रेजिस्टेंस अपॉन एरिया ऑफ क्रॉस सेक्शन क्लियर है और मेजर किसमें करते हैं यूनिट क्या है साइमन पर मीटर या पर ओम पर मीटर क्लियर पर ओम पर मीटर आइए अब बात करते हैं हम लोग जो घर में वायर लगा रहे हैं हां आप और मैं वायर लगा रहे हैं क्या हर जगह कॉपर वायर लगा रहे हैं क्या बिजली के हर कनेक्शन में कॉपर लगा रहे हैं क्या तुम्हारे ब्जर के अंदर भी कॉपर वायर लगी है क्या तुम्हारे घर में जो आयरन प्रेस लगा है क्या उसमें भी कॉपर वायर लगी है क् जो घर में बल्ब होते हैं हां जो जो नॉर्मल बल्ब होते है जो येलो वाले एलडी ब नहीं क्या उसमें भी कॉपर वायर लगी है क्या कहते हो इतनी सारी जगह बता दी जवाब है नहीं नहीं नहीं क्या जो फ्यूज की तार होती है क्या उसमें भी कॉपर वायर लगाते हो नहीं नहीं नहीं तो चॉइस ऑफ वायर कौन सी तार किस जगह लगानी है इसको आपको समझना पड़ेगा किसके बेसिस पे उनकी रेजिस्टेंस और रेजिस्टिविटीज पे हम समझेंगे कि कौन सी वायर कहां लगेगी सबसे पहले बात करते हैं आपके घर में बिजली का कनेक्शन करना है बिजली का दौड़ाना है आप तो जानते ही है चैप्टर हाउस होल्ड सर्किट्स हमने आपके साथ किया हुआ है हां हाउस होल्ड सर्किट्स चैप्टर बहुत डिटेल में हमने एक्सप्लेन किया हुआ है तो आप बस उसम देखिए हमने रिंग सिस्टम ऑफ वायरिंग की हुई है तो पूरे घर में जो वायरिंग की हुई है फ्रॉम दी मींस टू द रूम्स टू द डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स तो वो सब सब किससे की हुई है कॉपर के वायर से की है क्यों क्योंकि कॉपर गुड कंडक्टर है और इसकी रेजिस्टिविटीज कम है बस सिंपल सी बात है इसीलिए हम कंडक्शन में पावर डिस्ट्रीब्यूशन में यूज करते हैं अब आता है हम लोग रेजिस्टेंस वायर में यूज़ करते हैं अपने घर में हम ऐसे बहुत सारे मटेरियल है जहां पे रेजिस्टेंस चाहते हैं हो हां आप और मैं चाहते हैं कहां चाहते हैं अब निक्रोम की वायर आपके घर में यूज़ हो रही है मैग्नेट और कांस्टेंटिन यूज हो रही है कहां यूज हो रही है अभी देखेंगे कहां यूज हो रही है बात करते हैं सबसे पहले फ्यूज वायर की आपको याद होगा फ्यूज वायर हमेशा लाइव में कनेक्ट की जाती है ताकि घर में जैसे ही हाई वोल्टेज आए एक्सेसिव करंट आए वो वायर क्या हो जाए ब्रेक हो जाए मेल्ट हो जाए और आपके डिवाइसेज आपका घर इलेक्ट्रिक शॉक से बच जाए सही बात है तो किससे बनी है तो बनी है एलॉय ऑफ लेड एंड टिन लेड ऑन टिन क्यों क्योंकि ये हाई हाई रेजिस्टेंट वायर है और लो मेल्टिंग पॉइंट है इसमें रेजिस्टेंस ज्यादा होता है और ज्यादा टेंपरेचर होते ही ये क्या हो जाती है ये ब्रेक हो जाती है आपके घर के को बचा देती है बहुत थिन सी वायर होती है ये फ्यूज वायर अब आता है टंगस्टन जो हमारे घर में पहले जो पीले वाले बल्ब हुआ करते थे हा जो ये नर्मल बल्ब नहीं जो वाइट लाइट वाले बल्ब नहीं पहले जो पीले वाले बल्ब करते थे आज भी वैसे बहुत कम यूज कर रहे हैं वो नर्मल बल्ब जिसको इनकस बल्ब बोलते हैं उनके जो फिलामेंट होते थे वो टंगस्टन के बने होते थे कुछ इस तरीके का होता था पहले वाले बल्ब्स पहले वाले बल्ब कुछ इस तरीके के होते थे राउंड से होते थे ऐसे है ना और उसम यहां पर ये ऐसे लपेटा होता था ययय यही है टंगस्टन समझ गए हम इसकी बात कर रहे हैं नॉर्मल बल्ब की बात कर रहे थे जो पहले येलो लाइट देते थे इसमें यहां पे फिलामेंट के रूप में क्या होता था टंगस्टन क्यों फिलामेंट में टंगस्टन क्यों यूज़ रहे हैं कोई और मेटल क्यों नहीं यूज़ कर रहे हैं तो टंगस्टन के अंदर वेरी हाई मेल्टिंग पॉइंट है मतलब जल्दी मेल्ट नहीं होगा और दूसरा वेरी हाई रेजिस्टेंस है मतलब जल्दी जल्दी गर्म हो जाएगा क्यों क्योंकि रेजिस्टेंस ज्यादा होगा इलेक्ट्रॉन फ्लो नहीं कर पाएगा नंबर ऑफ कॉलीज संस इलेक्ट्रॉन के बहुत ज्यादा होंगे तो वायर हीट हो जाएगी वायर जलने लगेगी पर वायर पिघले गी नहीं क्योंकि मेल्टिंग पॉइंट उसका बहुत हाई है इसीलिए चमकने लगेगा खूब धूप देगा खूब गर्मी देगा सही सुन रहे हैं खूब धूप मतलब आपको खूब हीट कर देगा समझ ग ये एलडी बल्स नहीं करेगा एलडी बल्ब्स आपको इतना गर्म नहीं करते हैं पर वो वाले बल्ब्स गरम करते थे समझ गए ना आज हम लोग इसके लिए उसका यूज कम करते हैं क्योंकि ये वायर अक्सर फ्यूज हो जाती थी य जक्र टंगस्टन वायर है यहां से ये बीच से क्या होती थी हम कहते थे बल्ब यूज हो गया है है ना हालांकि बहुत महंगे नहीं होते थे बल्ब फिर आता है निक्रोम वायर अब जैसा नाम लिखा है ये कैसी वायर है एक ऐसे मटेरियल की बनी है जो कि हाई रेजिस्टेंट वायर है हां ये भी हाई रेजिस्टेंट वायर है हाई मेल्टिंग पॉइंट है इस वायर को हम लोग हीटिंग एलिमेंट के रूप में यूज करते हैं कहां यूज करते हैं हीटिंग एलिमेंट तो इसका मतलब है हमारे घर में जहां जहां गर्म करने वाला खाना बनाना है माइक्रोवेव अवन में चाहिए हां टोस्टर में चाहिए चाहिए ग्रिलर में चाहिए आयरन प्रेस में चाहिए घर में हीटर लगाते हैं ठंडी के दिनों में हां देखिए ना कितनी तेज रोशनी दे रहा होता है हीटर अरे वो निक्रोम वायर जो रोशनी दे रही है आपको और चूना मत गलती से जल जाओगे करंट आ जाएगा क्योंकि उसमें बहुत हाई रेजिस्टेंस होता है और हाई रेजिस्टेंस की वजह से वो हीट हो जाती है पर क्योंकि उसका मेल्टिंग पॉइंट बहुत हाई होता है इसलिए वो क्या होती है टूटती नहीं है समझ गए ना तो बहुत सारे प्लांसेस है हीटर है टोस्टर है अवन है ग्रिलर है मैंने बताया है ना ये सब इवन आरन प्रेस है इन सब में क्या लगी है निक्रोम नाम के मटेरियल की वायल है तो वायर अलग-अलग है वायर अलग-अलग मटेरियल के हमने अलग-अलग पर्पस के लिए इसका यूज किया है घर में गीजर लगा हुआ है ना आपके जो पानी गर्म देता है उसके अंदर भी ये वायर लगी हुई है आइए अब बात करते हैं एक ऐसे कंडक्टर की जो रेजिस्टेंस देता ही नहीं है हां फिलहाल फिलहाल इसको लैब कंडीशंस में बनाया गया है नाम है सुपर डुपर कंडक्टर नहीं नहीं डुपर नहीं है सुपर कंडक्टर एक ऐसा कंडक्टर एक ऐसा सब्सटेंस जिसमें रेजिस्टेंस है ही नहीं अर्थात जिसमें इनफाइनों नहीं हो रहा है नंबर ऑफ कॉलेजनस हो ही नहीं रहे हैं उसके अंदर उसमें इलेक्ट्रॉन पार्टिकल्स इजली यस इजली पास ऑन हो जा रहे हैं ऐसा पॉसिबल है एट वेरी वेरी लो टेंपरेचर पॉसिबल है जैसे कि मरकरी को अगर 4.2 केल्विन तक बिलो 4.2 केल्विन तक कोल कर दें कूल कर दें ठंडा कर दें तो वो सुपरकंडक्टर बन जाएगा सिमिलरली लेड को भी कर सकते हैं बट मैंने कहा ये सब लेब कंडीशन में पॉसिबल है बाहर ओपन एयर में तो आप इसको क्या करेंगे इतने कम कंडीशन में रख नहीं पाएंगे जिस दिन हम सुपर कंडक्टर बना लेंगे अचीव कर लेंगे नॉर्मल टेंपरेचर पे रूम टेंपरेचर पर उस समय बड़े बड़े जाइंट जो आप सुपर कंडक्टर कंप्यूटर्स देखते हैं बड़े-बड़े डिवाइसेज देखते हैं वो सब छोटे हो जाएंगे हां वो बहुत छोटे हो जाएंगे क्योंकि सारा एनर्जी लॉस जो वो हो रहा था वो सब खत्म हो जाएगा और उस एनर्जी लॉस की वजह से खूब सारी हीट पैदा हो रही थी खूब सारी वायर्स लग रही थी उन सबकी जरूरत खत्म हां साइंस इस दिशा में काम कर रही है बहुत तेजी से काम कर रही है सुपरकंडक्टर बनाने में बट लेट्स सी लेट्स होप इट इज डन अभी हुआ नहीं है आइए बात करते हैं इलेक्ट्रिक सेल की जैसा नाम है सेल आपके घर में लगी है बैटरी सेल नहीं लगी सेल तो वो है जो पेंसिल बैटरी है जो आप यूज कर रहे हैं ना कहते हैं ना पेंसिल बैटरी या पेंसिल सेल आपके घर में कोई छोटा रिमोट होगा उसमें आप पतली वाली बैटरी लगाते हैं आजकल तो बटन सेल भी आ रहा है हां हां बटन सेल जो छोटे डिवाइसेज होते हैं टॉर्च की लाइट जो एलईडी लाइटस होती है टॉर्च वाली है ना या लेजर टॉर्च होती उसमें भी छोटे-छोटे बैटरीज लगे होते हैं हम बात सेल की कर रहे हैं एक सेल एक ऐसा डिवाइस है जिसमें कांस्टेंट पोटेंशियल मेंटेन रहता है थ्रू अ सीरीज ऑफ केमिकल रिएक्शन मतलब उसके अंदर कुछ केमिकल्स पड़े होते हैं जो रिएक्ट करते हैं और इलेक्ट्रिकल एनर्जी बनाते हैं और ये मेंटेंड रहते है समझ गए ये होता है एक सेल क्या है सेल अ डिवाइस इन व्हिच कांस्टेंट पोटेंशियल डिफरेंस इज मेंटेन बिटवीन द टू टर्मिनल्स हर सेल में दो टर्मिनल होते हैं एक पॉजिटिव टर्मिनल एनोड एक नेगेटिव टर्मिनल कैथोड क्या होता है सेल के अंदर सेल के अंदर केमिकल रिएक्शन टेक प्लेस करता है और वो केमिकल रिएक्शंस करंट पैदा करते हैं फ्लो ऑफ चार्ज पैदा करते हैं ठीक है और केमिकल एनर्जी इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदलती रहती है ये तो क्लियर हो गया सेल तो आप जानते थे पहले से ही है ना एक एग्जांपल से समझते हैं ईएमएफ क्या है जरा इस डायग्राम को भी देखेंगे तब समझेंगे एक इंपोर्टेंट कांसेप्ट है इस पे न्यूमेरिकल भी है ईएमएफ पे समझेंगे ईएमएफ इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स क्या है जब हम बात करते हैं ईएमएफ की तो ईएमएफ एक तरह का फोर्स है नाम से समझ में आ रहा है आपको इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स है ये किसी भी सेल किसी भी सेल जिससे करंट ड्रॉन नहीं किया गया है अर्थात उसमें से करंट लिया नहीं गया है कनेक्ट नहीं किया गया है उसको किसी लोड से एक्सटर्नल डिवाइस से तो वो जो उसके अंदर पोटेंशियल है वो उसका ईएमएफ है क्लियर है एक सेल है चलिए मैं समझाता हूं एक सेल है अभी इस सेल को किसी से कनेक्ट नहीं किया गया है समझ गए सोचो एक पेंसिल बैटरी तुमने लाई है और तुमने अपने पॉकेट में रखी हुई है कहीं किसी को दिया नहीं है ना किसी कनेक्शन में ना बैटरी में लगाया है ना किसी डिवाइस में ना रिमोट में डाला है आपकी चम मेंही पड़ी हुई है तो उस समय उसका जब हम पोटेंशियल मेजर करेंगे तो वो उसके पोटेंशियल को हम कहेंगे क्या ईएफ तो वन नो करंट जब करंट उसमें से ड्रॉ नहीं कर रहे हैं ड्रॉ मतलब निकाल नहीं रहे हैं तो जो भी पोटेंशियल डिफरेंस होगा जो भी पोटेंशियल डिफरेंस होगा दोनों टर्मिनल के बीच में एक टर्मिनल ये रहा पॉजिटिव टर्मिनल एक टर्मिनल ये रहा नेगेटिव टर्मिनल अब इस टर्मिनल से इस टर्मिनल के बीच में देखिए डॉटेड लाइन है ये इंडिकेट कर रही है कि इसमें पोटेंशियल आउट v आउट और इसमें है पोटेंशियल इनसाइड v इन v मतलब पोटेंशियल इन तो इसके अंदर पोटेंशियल 1.5 है अब जब हम किसी से कनेक्ट ही नहीं कर रहे हैं डॉटेड लाइन बता रही है देयर इज नो कनेक्शन अगर यहां से यहां तक का पोटेंशियल मेजर करते हैं जिसको हम कह रहे हैं पोटेंशियल आउटसाइड दी सेल वो भी 1.5 है तो यही है इसका ईएमएफ समझ गए क्योंकि अभी कोई लोड से किसी से कनेक्ट नहीं किया गया है अब ईएमएफ ऑफ वोल्टा इक सेल है 1.0 08 वोल्ट डेनियल सेल का है 1.08 वोल्ट अगेन ठीक है आपको बताना है ईएमएफ ऑफ लेक लेंज सेल ईएमएफ ऑफ लेक लेचे सेल बताना है बताएंगे चलिए वेट करता हूं आ बात करते हैं फैक्टर्स अफेक्टिंग द एमएफ ऑफ सेल तो एमएफ आप समझ चुके हैं ठीक है पोटेंशियल डिफरेंस होता है जब करंट निकाल नहीं रहे हैं तो ईएफ किसी भी सेल का स्पेशल प्रॉपर्टी है हर सेल का ना ईएमएफ है और वो ईएमएफ किसी दूसरे सेल से मैच नहीं करेगा मतलब टू सेल्स हैव देयर ओन ईएमएफ उनकी एक खुद की प्रॉपर्टी है डिफरेंट डिफरेंट सेल्स का अपना अपना ईएमएफ होता है और ईएमएफ दो चीज पे डिपेंड करता है उसके अंदर कौन सा मटेरियल यूज किया गया है और इलेक्ट्रोलाइट इलेक्ट्रोलाइट क्या होता है हर हर सेल के अंदर जिसके अंदर करंट प्रोड्यूस होता है उसके अंदर एक लिक्विड कंडक्टर होता है उसका नाम होता है इलेक्ट्रोलाइट क्लियर है तो मटेरियल और इलेक्ट्रोलाइट दोनों दोनों ही अफेक्ट डालते हैं क्लियर अच्छा किस पे डिपेंड नहीं करता है ईएफ एमफ शेप ऑफ द इलेक्ट्रोड इलेक्ट्रोड का शेप कैसा है थड़ा मेड़ा है लंबा चौड़ा कुछ नहीं और किस पे डिपेंड नहीं करता है उनके डिस्टेंस पे डिपेंड नहीं करता है और इलेक्ट्रोलाइट का कम या ज्यादा होने पे भी ईएमएफ डिपेंड नहीं करता है चलिए एक बार ईएमएफ की डेफिनेशन और देखते हैं इस डेफिनेशन को ा ध्यान से देखते हैं अब ध्यान से देखिएगा ईएफ ऑफ द सेल इज डिफाइंड एज द एनर्जी स्पेंड पर यूनिट चार्ज इससे डेफिनेशन है अब एक फॉर्मूला क्रिएट होता है और सिंबल में एप्स एप्सन ये ई बनता है इसे सिंबॉलिकली जो ई लिख रहे हैं ये ईएमएफ का सिंबल है एप्सन इसे बोलते हैं ई प आई एस एप्सन या एप्लस ठीक है ना ये जो एसिन एसस है ये है डब् दैट इज़ वर्क देखिए क्या क्लियर लिखा है वर्क पर यूनिट चार्ज क्या है वर्क अपॉन चार्ज क्लियर है वर्क अपॉन चार्ज इसका क्या है क्योंकि वर्क अपॉन चार्ज क्या होता है वर्क जो होता है वो जूल में मेजर किया गया होता है चार्ज जो है वो कलम में मेजर किया जाता है और जब जूल पर कलम आ जाता है उसको हम वोल्ट बोलते हैं सो 1 वोल्ट इज इक्वल टू 1 जूल पर कलम क्लियर है क्या कहते हैं क्लियर है 1 जूल हां 1 जूल पर कलम इज इक्वल टू 1 वोल्ट ठीक है और एक और फर्मूला है जरा ध्यान से देखिएगा तो ईएफ होता है सिंपल है सिंबल एल्सन ये जो ईएमएफ होता है वो डिपेंड करता है पोटेंशियल सॉरी टर्मिनल वोल्टेज पे और वोल्टेज ड्रॉप पे एक है कैपिटल v और एक है स्ल v ये जो कैपिटल v है इसको कहते हैं टर्मिनल वोल्टेज और स्मल v है वो है वोल्टेज ड्रॉप अब ये जो पोटेंशियल डिफरेंस हां ये जो v दिख रहा है वो फार्मूला होता है ंट इनटू एक्सटर्नल रेजिस्टेंस और वो जो वोल्टेज ड्रॉप है उसका फार्मूला होता है अगेन ल r है अर्थात इंटरनल वाला रेजिस्टेंस है ठीक है क्लियर हो गया अब e का फार्मूला क्या बनेगा इस ईए का नया फार्मूला बन जाएगा i मल्टीप्ला बा सम ऑफ r + r i स्टैंड्स फॉर करंट एंड r + r दैट इज टोटल रेजिस्टेंस क्या चीज टोटल रेजिस्टेंस को प्लस कर दो मल्टीप्लाई कर दो बन जाएगा और ये रहा सिंबॉलिकली मैंने लिखा ठीक है आइए अब समझते हैं कि टर्मिनल वोल्टेज क्या होता है सिंबॉलिकली क्या लिखते हैं कैपिटल v टर्मिनल वोल्टेज की बात करते हैं जब कोई करंट ड्रॉ होती है किसी सेल से तो उस समय जो पोटेंशियल डिफरेंस होता है उनके टर्मिनल्स के बीच में उसे कहते हैं याद रखिए करंट ड्रॉ हो रही है इसका मतलब है इस बार आप करंट किसी लोड को सप्लाई कर रहे करंट इज बीइंग प्रोवाइडेड टू सम लोड टू सम सम समथिंग समझ गए जैसे यहां प देखिए अब आप इसको देखिए ये एक सेल है ठीक है ये एक सेल है इसमें वोल्टेज इनसाइड कितना दिख रहा है साफसाफ दिख रहा है वोल्टेज इन v जो इसका वोल्ट है कितना है 1.5 वोल्ट की ये एक एक सेल है और इसका ये रेजिस्टेंस अंदर वाला कितना है 1 ओम और जब इसको कनेक्ट कर रहे हैं ध्यान से देखिए जब इसको कनेक्ट कर रहे हैं इससे किसी एक लोड से कनेक्ट कर रहे देखिए ये रहा इससे कनेक्ट कर दिया गया है इसको कनेक्ट कर दिया गया है इसको तो इस बार क्या हो रहा है इस बार जो वोल्टेज बाहर जा रहा है वोल्टेज बाहर जा रहा है देखिए लोड लगा हुआ है आरहा है रेजिस्टेंस लोड लगा हुआ है कितना करंट जा रहा है सॉरी कितना पोटेंशियल जा रहा है 1.33 वोल्ट तो साफ समझ में आ गया कि ईएफ इज ग्रेटर दन टर्मिनल वोल्टेज क्यों क्योंकि ईएमएफ जब होता है तो करंट ड्रॉ नहीं हो रही थी और जब करंट ड्रा होने लगी तो कुछ ना कुछ करंट वेस्ट होगी इस लोड की वजह से उसके रेजिस्टेंस की वजह से और इसीलिए वोल्टेज ड्रॉप हो जाएगा क्लियर है वोल्टेज कम हो जाएगा जो कम हो जाएगा जो वोल्टेज होगा उसका उसको टर्मिनल वोल्टेज जो भी वोल्टेज होगा उसे कहेंगे टर्मिनल वोल्टेज तो जब करंट निकालेंगे ड्रॉन करेंगे तो जो पोटेंशियल डिफरेंस होगा उसका नाम होगा टर्मिनल वोल्टेज अगला वर्ड कौन सा है वोल्टेज ड्रॉप तो जो अगेन वोल्टेज ड्रॉप भी वोल्ट है तो वर्क डन पर यूनिट चार्ज ये तो बात वही हो गई वर्क डन पर यूनिट चार्ज हो गया मतलब वर्क देखिए सिंबल है छोटा v सिंबल है छोटा v वर्क अपॉन पर यूनिट चार्ज ठीक है बट अब यहां देखिए क्या कर दिया इट इज फॉर कैरिंग द पॉजिटिव चार्ज थ्रू द इलेक्ट्रोलाइट अब इलेक्ट्रोलाइट कहां होता है सेल के अंदर तो विद इन द सेल देखिए एक सेल एक सेल कुछ इस तरीके से होती है इसके अंदर दो दो बड़े-बड़े टर्मिनल्स दो बड़े-बड़े प्लेट लगे होते हैं एक पॉजिटिव होता है ठीक है और एक नेगेटिव होता है ठीक मैंने समझाने के लिए ड्रा कर दिया पॉजिटिव नेगेटिव तो अब इसके अंदर जो यहां लिक्विड भरा हुआ है यहां पर यहां पर अंदर जो लिक्विड भरा हुआ है ये इलेक्ट्रोलाइट है कहां इलेक्ट्रोलाइट है ये जो ब्लू कलर का मैंने जो लिक्विड बनाया ये इलेक्ट्रोलाइट है अब ये इलेक्ट्रोलाइट इलाइट यहां से यहां जाते समय क्या होता है रेजिस्टेंस महसूस करता है इस रेजिस्टेंस को कहते हैं इंटरनल रेजिस्टेंस मैंने स्मल आ से रिप्रेजेंट किया ठीक है यहां से इलेक्ट्रोलाइट को यहां जाने में रुकावट पैदा होती है इस रुकावट किसकी वजह से पैदा होती है छोटे आर इंटरनल रेजिस्टेंस की वजह से पैदा होती है क्लियर है इंटरनल रेजिस्टेंस भी मीनिंग क्लियर हो गया और इसी इंटरनल रेजिस्टेंस की वजह से वोल्टेज ड्रॉप कर जाता है वोल्टेज कम हो जाता है क्लियर है द रेजिस्टेंस ऑफर्ड बाय द इलेक्ट्रोलाइट इनसाइड द सेल इज कॉल्ड एस इंटरनल रेजिस्टेंस और मेजर किसम करते हैं ओम में अगे अब ये जो इंटरनल रेजिस्टेंस है जो कि अंदर था कहां था वो सेल के अंदर दो टर्मिनल्स के बीच में दो इलेक्ट्रोड्स के बीच में तो उस पे डिपेंड करता है किस पे डिपेंड करता है चार चीजें सरफेस एरिया पे डिपेंड करता है सरफेस एरिया इंक्रीज कर दोगे इंटरनल रेजिस्टेंस डिक्रीज हो जाएगा इसका मतलब कैसा रिलेशन है उल्टा इवर्स रिलेशन है एक बढ़ेगा एक घटेगा ऐसे रिलेशन को कहते हैं इवर्स रिलेशन और किस पे डिपेंड कर रहा है डिस्टेंस बिटवीन इलेक्ट्रोड दो इलेक्ट्रोड्स होते हैं एक पॉजिटिव इलेक्ट्रोड होता है एक नेगेटिव होता है पॉजिटिव को एनोड कहते हैं नेगेटिव को कैथोड कहते हैं डायरेक्ट रिलेशन है जितना डिस्टेंस बढ़ाओ ग रेजिस्टेंस बढ़ जाएगा क्योंकि इलेक्ट्रॉन को तो यहां से यहां मूव करना होता है है भाई तो इसलिए डिस्टेंस बढ़ा दोगे इलेक्ट्रॉन का तो रेजिस्टेंस बढ़ जाएगा इंटरनल और किस पे डिपेंड करता है कौन सा इलेक्ट्रोलाइट यूज कर रहे हैं उसका नेचर क्या है तो डायरेक्ट रिलेशन है और लास्ट में है उसके टेंपरेचर पर या टेंपरेचर पर इसका इवर्स रिलेशन है टेंपरेचर इंक्रीज होगा टेंपरेचर इंक्रीज होगा इंटरनल रेजिस्टेंस डिक्रीज होगा देखिए ये बात उल्टी है टेंपरेचर हाई होगा इलेक्ट्रोलाइट का तो रेजिस्टेंस डिक्रीज हो जाएगा चलिए अब हम लोग क्या करते हैं रेजिस्टेंस को कंबाइन करते हैं एक से अधिक वायर को एक से अधिक रेजिस्टेंट वायर को कंबाइन कर देंगे क्या बन जाएगा कॉमिनेशन ऑफ रेजिस्टेंस हां कैसे कंबाइन कर सकते हैं दो बेसिक कॉमिनेशन है जो कॉमन कॉमिनेशन है आपको आने चाहिए एक है वन आफ्टर द अनदर जैसे मैंने कहा था रेल के डिब्बे की तरह है जहां एक रेजिस्टेंट वायर खत्म होगी दूसरी इसके पीछे लग जाएगी और जब दूसरी खत्म होगी तो तीसरी पीछे लग जाएगी तीसरी के पीछे चौथी लग जाएगी हम इसे कहेंगे रेजिस्टेंसस इन सीरीज इसको कहते हैं रेजिस्टेंस इन सीरीज आइए इसके एग्जांपल से समझते हैं अब आप देखिए इसमें तीन रेजिस्टेंट वायर है एक खत्म हो रही है रेजिस्टेंस वायर r1 a से लेकर के b तक है तो जहां a के बाद b ये सिंबॉलिकली बनाया गया है है यही सिंबल आपको यूज करना है रेजिस्टेंट वायर का ठीक है वैसे रेजिस्टेंस रुकावट होता है इसलिए जिगजैग दिखा रहा है तो ये रेजिस्टेंस वायर r1 है अब जहां r1 पहला रेजिस्टेंट वायर खत्म हो रहा है देखिए सेकंड रेजिस्टेंस वायर वहां शुरू हो जा रहा है और जब सेकंड खत्म हो रहा है थर्ड रेजिस्टेंट वायर शुरू हो जा रहा है एंड दैट इज व्हाई इट इज कॉल्ड एज अ सीरीज मैंने कहा था रेल का डब्बा आप की लाइन आप एक के पीछे एक क्या करते हो असेंबली में जाते हो तो सीरीज में जा रहे हो ठीक है वन के पीछे अनदर अनदर के पीछे अनदर ठीक है तो अब ये सीरीज में क्या होता है आइए समझते हैं एक सीरीज को अगर मुझे निकालना हो तो समझने के लिए क्या देखना है देखिए जब हम बात करते हैं सीरीज की तो देखिए करंट का फ्लो करंट का फ्लो हमेशा बड़ी डंडी से प्लस वाले से निकलता दिखाई देगा याद रख लीजिए रिमेंबर कर लीजिए डायरेक्शन ऑफ करंट क्या है इस प्लस वाले से शुरू होता है बड़ी वाली डंडी प्लस को रिप्रेजेंट करती है यहां से करंट मूव करता जा रहा है अब यहां पे करंट कांस्टेंट होता है क्या आई दैट इज करंट इज कांस्टेंट इसमें करंट कांस्टेंट होता है करंट कांस्टेंट होता है सीरीज में बात कर रहे हैं सीरीज की और इसमें v दैट इज पोटेंशियल इज पोटेंशियल फॉर द टोटल इसका किसके बराबर होता है v1 v2 v3 इसका मतलब है इसका पोटेंशियल तीनों के तीन रेजिस्टेंट वायर है तीनों के पोटेंशियल के बराबर होता है और हमने एक फार्मूला पढ़ा था फर्मूला क्या पढ़ा था v इ आ आपको याद होगा हमने फार्मूला v = आ ओम्स लॉ में पढ़ा था कि करंट और पोटेंशियल डिफरेंस डायरेक्टली प्रोपोर्शनल होते हैं तो है v है अब इसमें क्या लगाना है करंट i जो कि कांस्टेंट है मतलब सबको सेम करंट मिलेगी तो i आ रेजिस्टेंस इन सीरीज सिंबॉलिकली सीरीज लिख दिया और v1 तो इसका हो जाएगा ir1 सर ये ir1 क्यों आया i तो करंट है और करंट कांस्टेंट है इसका रेजिस्टेंस पहले वाले का क्या है इसका v1 का और ये है v2 का और ये है v3 का इन तीनों का टोटल वोल्टेज टोटल पोटेंशियल क्या होगा सम ऑफ ईच के बराबर होगा इन तीनों के पोटेंशियल्स को ऐड कर देंगे आ जाएगा अब देखिए क्या करते हैं v1 निकाल दिया v2 क्या निकलेगा v3 क्या निकलेगा ये निकलेगा अब आप देखिए सिंबॉलिकली i कांस्टेंट है i कांस्टेंट है तो बन जाएगा r1 + r2 + r3 और यहां हो जाएगा तो आपको क्या करना पड़ेगा रेजिस्टेंस इन सीरीज लगाना पड़ेगा फिर से सुन लो आपके पास तीन रेजिस्टेंट वायर है एक रेजिस्टेंस दो ओम की है एक रेजिस्टेंट वायर 3 ओम की है एक रेजिस्टेंस वायर चार ओम की है ध्यान सुना आपने 2 ओम 3 ओम 4 ओम तीन रेजिस्टेंट वायर है आपको रेजिस्टेंस ज्यादा चाहिए तो आप तीनों को सीरीज में छोड़ दीजिएगा मैक्सिमम रेजिस्टेंस कब आएगा मैक्सिमम रेजिस्टेंस कब आएगा जब आप तीनों को सीरीज में जोड़ देंगे दैट मींस 2 + 3 + 4 सो 2 + 3+ 4 गिव्स यू 9 ओम आपका रेजिस्टेंस मैक्सिमम 9 ओम हो पाएगा समझ में आया तो इफ यू वांट मैक्सिमम रेजिस्टेंस एंड लोएस्ट करंट याद रखिएगा रेजिस्टेंस मतलब रुकावट होता है और जब इलेक्ट्रॉन में र कवट होगा तो करंट कम जाएगी और करंट कम जाएगी तो यस आपको अपना पंखा धीरे करना है है ना ठंडी आ रही है आप क्या करते हैं आप अपना जो वोल्टेज सॉरी आपके ना पंखे के साथ वो लगा हुआ है रेगुलेटर क्या कहते हैं पंखे को कम ज्यादा कर रिमोट वाला पंखा है क्या तुम्हारे पास हां चलो उसकी भी बात कर लेते हैं उसमें भी यही हो रहा है वो रेजिस्टेंस बढ़ा रहा है और रेजिस्टेंस बढ़ाते ही पंखा स्लो चलना लगेगा क्योंकि रेजिस्टेंस और करंट एक दूसरे के इवर्स होते हैं रेजिस्टेंस बढ़ाओ ग करंट घटेगा क्लियर तो अगर आपको क्या करना है इफ यू वांट अ हाई करंट यू हैव टू यूज द रेजिस्टेंस और रिड्यूस करने के लिए आपको करना पड़ेगा पैरेलल पैरेलल पैरेलल आइए अब पैरेलल समझते हैं कैसे होता है सीरीज तो समझ में आ गया ठीक है सीरीज को हमने क्या कर दिया ये जो दिखाया था आपको दिखा दिया डेरिवेशन हाउ फार्मूला फॉर सीरीज इज कैलकुलेटेड और सीरीज में मैंने कहा जितनी भी रेजिस्टेंट वायर है बस सबको प्लस करते जाओ सिंपल है टोटल रेजिस्टेंस इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस आ जाएगा और मैंने कहा जैसे-जैसे सीरीज में रखते जाओगे सबको ऐड करते जाओ सिंपली बस खत्म अब बात करते हैं रेजिस्टेंस इन पैरेलल की तो जब हम पैरेलल की बात करते हैं तो पैरेलल में जो पैरेलल में जो रेजिस्टेंट वायर्स होती हैं वो वन आफ्टर द अदर नहीं होती है बल्कि ऑल रेजिस्टेंट वायर एट वन प्लेसेस सबके स्टार्टिंग पॉइंट एक और एंड पॉइंट एक सोचिए इमेजिन करिए मुझे ये तीन वायर हैं एक दो और ये तीन मैंने तीन वायर ले लिए आपके सामने अभी लेता हूं एक बार फिर से हां मेरे पास है ये जो मेरा ना माइक है ये वायर बन जाएगा अभी अभी बन जाएगा एक दो तीन मैंने बना दिया आपके सामने तीन वायर ये रही तीन वायर आप देख पा रहे हैं क्लियर तीन वायर हां जरूर देख पा रहे होंगे तीन वायर अब तीनों का स्टार्टिंग पॉइंट एक जगह है एंड पॉइंट एक जगह है इनको हम कहेंगे पैरेलल देख लीजिए पैरेलल है तीनों है ना तीनों पैरेलल तीनों दिख रही है आपको वनटू 3 समझ में आया तो पैरेलल में क्या होता है पैरेलल में करंट को फ्लो करने के लिए तीन पाथ मिल जाते हैं क्या देखिए करंट यहां से निकल रही है ये गई करंट अब एक रास्ता है i1 दूसरा रास्ता है i2 तीसरा i3 इस बार करंट कांस्टेंट नहीं है सो इन पैरेलल जब पैरेलल होता है पैरेलल की पहचान समझ गए सारे कनेक्शंस एट वन पॉइंट हो गए और इसका बिगिनिंग एक पॉइंट पे है और इन सबका एंड भी एक ही पॉइंट पर है ऑल कनेक्शंस ऑफ बिगिनिंग एंड एंड आर एट वन पॉइंट इसको कहते हैं पैरेलल कनेक्शन तो अब इसमें फायदा क्या होता है इसमें करंट को तीन पाथ मिल जाता है इस बार पोटेंशियल डिफरेंस कांस्टेंट होता है इन पैरेलल क्या होता है v इज कांस्टेंट तो v कांस्टेंट है तो इस बार करंट कैसे निकलेगी टोटल करंट इस बार दैट इज i = इ i1 + i2 + i3 मतलब इस बार करंट को तीन पाथ से फ्लो करना पड़ेगा इस बार करंट के तीन पाथ है इसकी करंट इसकी करंट इसकी करंट टोटल करंट के बराबर होगी इस करंट के बराबर होगी तो ये करंट तीन डिवीजन में ब्रेक हो जा रही है एक सिंगल करंट जो आ रही है इस पात से a के बाद b जाने से पहले तीन डिविजंस में ब्रेक हो जा रही है इन तीन i1 i2 i3 को ऐड करेंगे तो आपकी टोटल करंट आ जाएगी अच्छा अबकी रूल भी वही है v इसका कांस्टेंट है तो v = i अगर मुझे इसमें से i निकालना है तो हो जाएगा v अप r इसका मतलब है इस बार क्या लगेगा v अप r इस बार रेजिस्टेंस इन पैरेलल है तो सिंबॉलिकली लिख रहे हैं करंट = v / rt1 r1 सर ये फर्मूला v / r1 कैसे आया तो मैंने बताया कि v = ir1 r कर दें तो i आ जाएगा कि नहीं आ जाएगा आएगा कि नहीं आएगा यही फॉर्मल लगा रहा हूं v / r1 i1 आ जाएगा i2 कैसे आएगा v / r2 और i3 आएगा v / r3 ध्यान से देख लीजिए क्लियर हो जाएगा अब आप देखेंगे इसमें v कांस्टेंट होने वाला है 1 / r1 + 1 / r2 + 1 / r3 v कांस्टेंट कर लिया कॉमन कर लिया मैंने और यहां पर v / r रेजिस्टेंस इन पैरेलल ये v ये वाला v और ये वाला v कैंसिल हो जाएंगे सो आपके पास फॉर्मूला बन जाएगा 1 अपन रेजिस्टेंस इन पैरेलल इज इक्वल टू रेसिप प्रोकल सम ऑफ रेसिप प्रोकल ऑफ ऑल रेजिस्टेंस सम ऑफ रेसिप प्रोकल ऑफ ऑल रेजिस्टेंस तो 1 / r1 + 1 / r2 + 1 / r3 n टाइम्स जितने टाइम्स होता सबको प्लस कर देते तो मेरा आंसर आया ता 1 अप अप r प और ये आंसर भी रिसिप्रोकल में आएगा जो आंसर आएगा उसका भी आप रेसिप प्रोकल कर देंगे चलिए एक एग्जांपल फिर से करते हैं एक रेजिस्टेंट वायर है आपके पास 2 ओम की एक रेजिस्टेंस वायर है तुम्हारे पास 3 ओम की और एक रेजिस्टेंस वायर है तुम्हारे पास 4 ओम की सो ू 2 ओम 3 ओम 4 ओम आपको बताना है अगर ये तीनों को पैरेलल में कनेक्ट करेंगे तो रेजिस्टेंस कितना आएगा इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस कितना आएगा कैलकुलेट मी एंड टेल टू मी बताना है इमीडिएट अभी बताना है तुमको क्लियर है बताओ मुझे जब तक मैं आपको आगे ले चलता हूं बात करते हैं इलेक्ट्रिकल एनर्जी की इलेक्ट्रिकल पावर की तो हमारे पास बहुत सारे डिवाइसेज हैं घर में जिनका हम यूज़ कर रहे हैं अब आप यूज़ करिए गीजर की बात करिए मुझसे एक गीजर गीजर क्या करता है हीट प्रोड्यूस करता है आप देते हैं करंट उसके अंदर लगा होता है निक्रोम उसके अंदर लगा होता है एक हीटिंग एलिमेंट वो हीट कन्वर्ट कर देता है उस करंट को तो कन्वर्ट करता है इलेक्ट्रिक एनर्जी ट नटू हीट एनर्जी अब आप बात करिए मुझसे बल्ब के फिलामेंट की वो क्या करता है उसके अंदर लगा होता है टंगस्टन वो हीट लेता है और लाइट एंड हीट दोनों प्रोड्यूस करता है या लाइट भी पैदा करता है ध्यान दीजिएगा और आप एग्जांपल लीजिए एक जूसर मिक्सर ग्राइंडर का जूसर मिक्सर उसके अंदर एक गोल घूमने वाला डिवाइस लगा होता है वो होता है मोटर तो वो क्या करता है करंट लेता है आप उसको करंट देते हैं जूसर मिक्सर ग्राइंडर को जब आप ऑन करते हैं तो वो करंट क्या करता है मैकेनिकल एनर्जी में कन्वर्ट हो जाता है अर्थात उसमें पार्ट मूव करता है तभी तो पंखा चल रहा है गीजर चल रहा है हां सॉरी मोटर चल रहा है है ना उसके अंदर गोल चीजें घूम घूम रही है ना वाशिंग मशीन में भी देखिए तो वहां पर क्या हो रही है मैकेनिकल एनर्जी पैदा हो रही है और तीसरा एग्जांपल लेता हूं तीसरा सॉरी नेक्स्ट एग्जांपल लेता हूं इलेक्ट्रोलाइट का अगर एक करंट पास कर द इलेक्ट्रोलाइट पे एक लिक्विड कंडक्टर को कहते हैं इलेक्ट्रोलाइट पे तो वहां पे केमिकल एनर्जी प्रोड्यूस जाती है ठीक है चलिए बात करते हैं एनर्जी की तो मेजरमेंट ऑफ एनर्जी ध्यान दीजिएगा एनर्जी इज वर्क है ना पोटेंशियल डिफरेंस में भी डेफिनेशन में यही बताया था जब हम बात करते थे पोटेंशियल की v की बात करते थे तो बात करते थे एनर्जी अपॉन चार्ज इसी v जिसको हम वर्क कहते हैं आम भाषा में यही है एनर्जी इलेक्ट्रिकल एनर्जी अब एनर्जी का फॉर्मूला हो जाएगा पोटेंशियल इंटू चार्ज ये रहा वो फार्मूला कहां से आया w इज एनर्जी वर्क मतलब एनर्जी होता है इज इक्वल टू पोटेंशियल इनटू चार्ज याद रखिएगा q का भी एक फार्मूला है q का फॉर्मूला है i / t ठीक है स अब जहां पर q लिखा है उसके बदले आ लिख सकते हैं तो w इ इक्वल टू v कैसे बन गया जहां पे q लिखा है उसके बदले q का फार्मूला लिख देंगे आ सो v आपके पास एनर्जी का दो फार्मूला हो गया पहला फार्मूला हो गया एनर्जी का फार्मूला पोटेंशियल इनटू चार्ज और दूसरा फार्मूला हो गया पोटेंशियल इनटू करंट इनटू टाइम ठीक है अब बात करते हैं वर्क एनर्जी एनर्जी की बात करते हैं इलेक्ट्रिक एनर्जी की बात करते हैं तो इलेक्ट्रिक एनर्जी क्या होती है इलेक्ट्रिक एनर्जी इज सप्लाइड बाय द सोर्स इन अ पावर यस इन अ करंट फॉर अ टाइम तो इसीलिए लिखा है v आ ठीक है अब आते हैं इसी से को रिलेटेड फॉर्मूले डिराइवर करते हैं अब हमको v का फार्मूला आ मालूम है और हमने w का फार्मूला अभी आपको बताया v तो अब हम यहां पर v के बदले लगा सकते हैं हां लगा सकते हैं क्योंकि v की वैल्यू होती है आ तो यहां पुट कर दो तो हो जाएगा i स् आटी क्योंकि v के बदले क्या लगा दिया i स्क्वा i स्क्वा कैसे आ गया एक का ये भी है समझ गए और यहां तो दोबारा क्या कर सकते हैं एक और फर्मूला लगा सकते हैं अब हम w वर्क का या एनर्जी का फॉर्मूले के बदले क्या लगा रहे हैं i की वैल्यू लगा दे रहे हैं i की वैल्यू देखिए क्या हो जाएगी इससे i की वैल्यू हो जाएगी v अप r हो जाएगी i की वैल्यू तो लगा दीजिए i के बदले क्या w अप सॉरी v अपन r का स्क्वायर आटी दिखा बन गया ना फार्मूला इससे एक r कट जाएगा तो फार्मूला हो जाएगा v स्क्वा अप r मल्टीप्ला बाय मल्टीप्ला बाय t ये रहा फार्मूला क्लियर है और एनर्जी को मेजर किसम करते हैं ये डिराइवर करने का तरीका फॉर्मूले अलग-अलग बना सकते हैं अा एनर्जी को मेजर करेंगे वर्क को मेजर करेंगे जूल में ठीक है रेट एट व्हिच द एनर्जी इज सप्लाइड की वर्ड है रेट क्या है कीवर्ड जिस रेट से एनर्जी को सप्लाई किया जा रहा है उसे कहते हैं इलेक्ट्रिक पावर और पावर मतलब एनर्जी अपॉन टाइम देखिए की वर्ड क्या है रेट मैंने कहा था जैसे ही रेट वर्ड आ जाता है आप समझ जाया करिए अपॉन टाइम हां इससे पहले हम लोग ने करंट में भी डेफिनेशन में पढ़ा था आ की डेफिनेशन पढ़ा था चार्ज अपॉन टाइम याद होगा चार्ज पर यूनिट टाइम को कहते हैं करंट याद है तो उसी तरह से रेट रेट शब्द आएगा अपॉन टाइम क्लियर अब देखिए फॉर्मूला हम लोग डिराइवर कर लेंगे क्या निकल रहा है ये फर्मूला बन जाएगा कि नहीं अरे रबर से तो मिटा दे फर्मूला बन जाएगा आपका आप सारे फॉर्मूले बन जाएंगे चलिए मैं बना देता हूं फार्मूला तो पावर इ इक्वल टू w / t वर्क अपन टाइम और या तो v ठीक है और पावर का एसआई यूनिट क्या है वट क्या है जेम्स वट नाम के एक महान साइंटिस्ट थे जिन्होंने स्टीम इंजन को डेवलप किया था हां उसी के नाम से रखा गया है वट ठीक है अब आता है 1 वाट की डेफिनेशन मुझसे पूछेंगे तो कहूंगा व वाट वो पावर है जो एक करंट एक एंपियर में फ्लो करने पर 1 वोल्ट के पोटेंशियल पे क्योंकि फार्मूला है क्या फार्मूला है पावर का पावर का फार्मूला है v आ यहां पे v क्या है v है 1 वोल्ट पोटेंशियल और i क्या है 1 एंपियर का करंट तो पावर बन जाएगा 1 वाट क्लियर है बड़ा यूनिट क्या हो जाएगा किलोवाट मेगावाट गिगा वट ठीक है बड़े यूनिट में कन्वर्ट कर सकते हैं अच्छा हमारे घर में जो बिजली आती है आपके मेरे घर में जो बिजली आती है वो बिजली का मीटर नापता है तुम्हारे घर के बाहर वाली दीवाल पर सबसे बाहर वाली दीवाल पर बिजली वालों ने एक बिजली का मीटर लगा रखा है या आपके घर में शायद बहुत सारे लोगों ने क्या किया बिजली का एक कवर भी बना दिया है जिसके अंदर बिजली का मीटर रखा हुआ है जहां बाहर से लाइव वायर आपके घर में एंटर करती है पोल से देखा है आपने वो बताता है आपके घर में कितनी बिजली खर्चा हो रही है कितनी आप बिजली कंज्यूम कर रहे हैं यस तो जो मीटर है वो इलेक्ट्रिक एनर्जी मेजर करता है किसमें मेजर करता है जूल में नहीं नहीं नहीं जूल बहुत छोटा यूनिट है वो मेजर करता है किलोवाट आवर में आपको और मुझको जो कमर्शियल बिजली है अर्थात जो बिजली खरीद रहे हैं वो किलोवाट आवर में चाहिए ठीक है तो अगर बिजली को मेजर करना है पावर को मेजर करना है तो वर्क मतलब एनर्जी ये डब क्या है एनर्जी एनर्जी इज पावर इनटू टाइम तो पावर को अगर हम वाट में मेजर करें और टाइम को सेकंड में करें तो वाट पर सेकंड आ जाएगा जो कि बहुत छोटा यूनिट है जो कि जूल है ठीक है बहुत सारे लोग कहेंगे कि ये तो बहुत छोटा यूनिट है पर हमने क्या कहा हम लोग बड़ा यूनिट इस्तेमाल करते हैं हम लोग वाट आवर नहीं किलोवाट आवर इस्तेमाल करते हैं चलिए एक वाट आवर को समझ लेते हैं 1 वाट आवर कैसे आया 1 वाट आवर = 1 वाट * 3600 सेकंड्स ठीक है सो इसलिए हो गया 1 वाट आवर किसके बराबर आ जाएगा 3600 जूल्स के बराबर क्लियर कैसे आया समझ में आया अब इसी को किलोवाट में चेंज करना होगा तो 1000 से मल्टीप्लाई और हो जाएगा क्या चीज मल्टीप्लाई बाय 1000 और कर देंगे क्योंकि क्या वर्ड है किलोवाट वट आवर को किलोवाट करना है तो 1000 आने से कितना जीरो हो जाएगा यस 3 3 600 अब इसमें क्या करना है मुझे स्टैंडर्ड फॉर्म में इसको कन्वर्ट करना है तो यहां डेसीमल लगाएंगे तो यहां डेसीमल लगाएंगे 3.6 तो कितना बचा एक दोती च पा 6 इसलिए लिखा 10 टू द पावर 6 जूल ये है हमारा 1 किलोवाट आवर आम भाषा में समझेंगे अगर मेरे पास कोई डिवाइस है जिसमें 1 किलोवाट की बिजली का पावर लगता है समझाने के लिए कहते हैं कि मेरे पास एक गीजर है क्या मेरे घर में गीजर है उस गीजर की पावर है 1 किलोवाट मतलब 1000 वाट अब उस 1000 वाट वाले गीजर को एक घंटे तक चला दो क्या एक घंटे तक 1 कोवा वाले इसको यूज कर लो तो जितनी एनर्जी जितनी एनर्जी वो कंज्यूम करेगा उसको कहेंगे 1 किलोवाट आवर समझ गए हमारे घर में 1 किवा आवर के यस यूनिट्स को बिजली का कमर्शियल यूनिट कहते हैं और जब रेट निकालना होता है जब बिजली का बिल निकालना होता है तो इसी से निकालते हैं किलोवाट आवर जितना यूनिट होता है उसको आम भाषा में हम लोग यूनिट बोलते हैं उसको मल्टीप्लाई कर देते हैं गवर्नमेंट का रेट से अगर किसी डिवाइस में है सोचिए कोई अप्लायंस है कोई बल्ब है कोई भी डिवाइस है उसमें लिखा हुआ है 100 वाट ड 220 वोल्ट तो मैंने बताया था हमारे पूरे भारत में जो करंट सप्लाई है पोटेंशियल डिफरेंस है हर घर में वो 220 वोल्ट का है ये हमारा क्या है पोटेंशियल डिफरेंस एट ईच होम और ये 100 वाट क्या बता रहा है पावर बता रहा है ठीक है तो अगर क्या लिखा है किसी डिवाइस में किसी इलेक्ट्रिकल अप्लायंस में ये लिखा है इसका मतलब है कि उसके अप्लायंस को 220 वोल्ट की सप्लाई में चलाएंगे क्या होगा अगर 250 वोल्ट की चलाए 260 वोल्ट की चलाए 300 वोल्ट में चलाए अरे डिवाइस उड़ जाएगा भाई 220 वोल्ट इसकी कैपेसिटी है समझ गए ना ज्यादा वोल्ट दोगे तो हां फ्यूज हो जाएगा उड़ जाएगा समझ गए तो अगर कोई 220 वोल्ट की पावर सप्लाई जो कि मैंने कहा हमारे तुम्हारे सबके घरों में पूरे भारत में 220 वोल्ट सप्लाई है इसमें इलेक्ट्रिक पावर वो कितना कंज्यूम करता है 100 वाट अगर 220 वोल्ट 220 वोल्ट का सप्लाई दोगे तो वो 100 वाट कंज्यूम करेगा ठीक है मतलब 100 जूल की एनर्जी कंज्यूम करेगा एक सेकंड में अच्छा रेजिस्टेंस भी नाप सकते हैं सेफ लिमिट भी नाप सकते हैं रेजिस्टेंस का फार्मूला होता है v स् / t ठीक है या ऐसे कहे जितना भी वोल्टेज दिया हुआ है उसका स्क्वायर कर दो डिवाइडेड बाय द पावर कर दो ठीक है आइए बात करते हैं आ की करंट की द वैल्यू ऑफ आ इज द सेफेस्ट वैल्यू ऑफ द करंट विच कैन पास थ्रू द अप्लायंस तो अब सेफ करंट क्या है ये है फार्मूला आ दैट इज द सेफेस्ट करंट फॉर एन अप्लायंस अगर ऐसे लि लिखा है 100 वा 220 वोल्ट ऐसे लिखा है तो आप उसमें बहुत आराम से रेजिस्टेंस निकाल पाएंगे कैसे रेजिस्टेंस निकालेंगे रेजिस्टेंस का फॉर्मूला मैंने अभी जस्ट दिखाया रेजिस्टेंस इ v स् / p आपके पास v है आपके पास p है ये है v ये है p कर लेंगे रेजिस्टेंस और अगर करंट निकालना होगा तो तब आ जाएगा पावर अपॉन वोल्टेज बड़े आराम से इसका भी करंट निकाल देंगे i इ इक्वल टू पावर मेरे केस में है पावर 100 ये रहा पावर / v 220 डिवाइड कर देंगे उतना एंपियर आ जाएगा समझ में आया सेफ करंट कैसे निकालते हैं अगर किसी अप्लायंस में ये नंबर लिखा हो तो आप रेजिस्टेंस भी निकाल सकते हैं उसका और उसका सेफ लिमिट ऑफ करंट भी निकाल सकते हैं मैंने अभी थोड़ी देर पहले बताया कि हमारे घर में जो बिजली आ रही है जो हम बिजली खरीद रहे हैं वो यूनिट में खरीद रहे हैं पर यूनिट को बोलते हैं किलोवाट आवर क्या किलोवाट आवर तो और 1 किलोवाट आवर की वैल्यू होती है पावर इन किलोवाट इनटू टाइम ठीक है और बिजली मेजर करना हो दाम देना हो बिजली वालों को तो मैंने कहा जितनी यूनिट हम कंज्यूम कर रहे हैं अगर हम 100 यूनिट बिजली कंज्यूम कर रहे हैं एक महीने में वैसे 100 तो नहीं करते वसे बहुत ज्यादा करते हैं हम और आप क्योंकि घर में बहुत डिवाइस लगे हुए ना आजकल तो जितनी यूनिट कर रहे हैं बिजली इंटू इनटू कॉस्ट ठीक है बिजली कंपनी इसका कॉस्ट डिसाइड करती है ठीक है अब आता है हीटिंग इफेक्ट ऐसा माना जाता है कि अगर करंट रेजिस्टेंस और टाइम हां इन तीनों को पता कर ले तो हम हीटिंग इफेक्ट को पता कर सकते हैं हीटिंग इफेक्ट एक तरह की एनर्जी है ठीक है तो h दैट इज एनर्जी दैट इज हीटिंग इफेक्ट वो किस पे डिपेंड करती है i स् r t i स्टैंड्स फॉर करंट सो हीटिंग इज स्क्वायर ऑफ दी करंट जितना करंट कहोगे उसका स्क्वायर टाइम्स कर दोगे उतनी एनर्जी हीटिंग फैक्टर और किस पे डिपेंड करती है रेजिस्टेंस पे डिपेंड करती है डायरेक्टली प्रोपोर्शन है हायर इज द रेजिस्टेंस हायर इज द हीटिंग एनर्जी एंड लास्ट t दैट इज टाइम सो डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू टाइम तो अगर करंट को मेजर करते हैं हम लोग एंपियर में रेजिस्टेंस को मेजर करते हैं ओम में और टाइम को सेकंड में मेजर करते हैं तो आपके पास जो एनर्जी आती है वो जूल में आती है क्योंकि मैंने कहा था हीट एनर्जी एनर्जी है और एनर्जी वर्क है और वो मेजर करते हैं जूल में ठीक है एंड दिस इज कॉल्ड एज जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग सो जूल लॉ ऑफ हीटिंग स्टेट्स दैट h = i स् rt1 r t जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग है ये हेल्प करता है किसी भी डिवाइस की हीटिंग वैल्यू को एनर्जी लेवल को जानने में आई एम वेरी वेरी वेरी श्यर कि आपने मुझसे वो क्वेश्चन वेट किया होगा कि सर वो जो दोड रेजिस्टेंट वायर था उसका आंसर क्या होगा आइए देखते हैं फिर से जो मैंने क्वेश्चन बिगिनिंग में छोड़ा था आइए खत्म करते हैं उसको ये रहा वो जवाब आपको v वर्सेस आ ग्राफ मैंने डिस्कस किया था याद करिए मिस किया क्या आपने वाला पोर्शन मिस किया तो कृपी से जाके देखिए मैंने वहां पे आपसे क्वेश्चन पूछा था और मैंने कहा था लास्ट में इसका आंसर आपके साथ डिस्कस करेंगे तो v वर्सेस आ ग्राफ में दो वायर्स का दो दो आपको क्या दिख रही है ये ये वैल्यूज दिख रही है एक a दिख रही है और एक बी आपसे पूछा था कि रेजिस्टेंस किसका ज्यादा होगा तो आपका जवाब होना चाहिए रेजिस्टेंस विल बी हायर इन ए हायर देन रेजिस्टेंस इन बी सर आपको कैसे मालूम रेजिस्टेंस बी का कम होगा एक तो पहचान है v वर्सेस आ ग्राफ क्या बताता है स्लोप जो उसका क्या बताता है रेजिस्टेंस बताता है तो ध्यान से सुनिए a का रेजिस्टेंस हाई होगा क्योंकि a स्टीपर लाइन है क्या स्टीप है खी लाइन है तिरछी लाइन है और ये जेंटल लाइन है चलो एक नंबर से समझाते हैं एक नंबर लेते हैं चलो नंबर लेते हैं v का 40 ठीक है पोटेंशियल डिफेंस 40 ले लिया ध्यान से देखिएगा मैं साबित करूंगा अभी और इसको टच करते हैं पहले a को जब a को टच किया यहां पर तो यहां से ये नीचे बेंट हो रही है ये v है हमारा पोटेंशियल डिफरेंस है एक्सिस पे और ये रहा हमारा करंट एक्स एक्सिस पे करंट है 10 अब मुझे यहां का रेजिस्टेंस निकालना है रेजिस्टेंस फॉर ए विल बी v अप आ दैट इज 40 अप 10 दैट इज 4 एंपियर सॉरी 4 ओम हो गया पहला रेजिस्टेंस अब आगे बढ़ आगे देखिए अब इसी पॉइंट पर जब v40 है बी को यहां टच कर रहे हैं और इस बार टाइम जो है इस बार सॉरी टाइम बोला करंट जो है वो 40 ओम बन गया देखिए इस पर इसको ध्यान से देखिए रेजिस्टेंस फॉर b क्या हो जाएगा v / i इसका v है 40 इसका i भी है 40 डिवाइड करेंगे आ जाएगा 1 ओम क्या आ जाएगा 1 ओम सो हेंस प्रूव क्या प्रूव कर दिया मैंने कि रेजिस्टेंस a का ज्यादा है b से तो सर्किट है क्या तो सर्किट एक पाथ है किसका पाथ है इलेक्ट्रिसिटी के फ्लो करने का पाथ है हां एक सिंपल सर्किट में क्या हो सकता है एक सिंपल सर्किट में करंट सोर्स जैसे कि बैटरी या सेल एक करंट सोर्स है एक कंडक्टर है मतलब कि कंडक्टिंग वायर है और लोड है लोड है मतलब कोई एक अप्लायंस है अब वो एक बल्ब भी हो सकता है एक फैन भी हो सकता है तो एक सर्किट में ये तीनों चीजें होती हैं चलिए अब देखते हैं सर्किट इन जनरल क्या मतलब होता है आपके और मेरे घर में क्या ये सर्किट है यस या नो करके मुझे कमेंट बताइएगा हां यस या नो करके कमेंट करके बताइएगा क्या आपके घर में ये सर्किट है तो अ सर्किट कैन बी यूज्ड इन जनरल सेंस टू रेफर एनी फिक्स्ड पाथ फिक्स्ड पार्ट दैट इलेक्ट्रिसिटी डाटा और सिग्नल कैन ट्रेवल थ्रू ध्यान दिया आपने अगर हम इसी को कहते हैं करंट का सर्किट तो सिर्फ करंट फ्लो कर रहा होता तो आपके घर में क्या सर्किट है आइए एक सर्किट मैं आपको दिखाता हूं आप देखें एक बैटरी जो कि आपके लिए क्या है करंट का सोर्स है करंट का सोर्स हो गया करंट का सोर्स बैटरी और ये रही आपके लिए एक कंडक्टिंग या कंडक्टर कंडक्टर वो है जो आपके करंट को ले जा रहा है ये है कंडक्टिंग वायर जिसको हम कह रहे हैं कंडक्टर आप देख रहे हैं इसमें एक रजिस्टर बना हुआ है हां रेजिस्टर एक डिवाइस होता है जो ऑब्स्ट्रक्शन ऑफर करता है टू दी फ्लो ऑफ करंट और उसके बाद एक लोड लोड के रूप में क्या है आपके पास लोड के रूप में है आपके पास एक बल्ब हां लोड कोई भी डिवाइस हो सकता है कोई भी अप्लायंस हो सता है जिसमें कि इलेक्ट्रिक करंट फ्लो कर रही है और क्या है स्विच जो कि एक ऑन ऑफ डिवाइस है सही सुना आपने ऑन ऑफ करने वाला डिवाइस है और वापस करंट का पाथ कंप्लीट तो ये कंप्लीट पाथ ही एक सर्किट होता है चलिए हां अब आप कहेंगे सर्किट दो टाइप का होता है सर ओपन और क्लोज्ड तो ओपन सर्किट में करंट फ्लो नहीं करेगी क्योंकि सर्किट कंप्लीट नहीं है और क्लोज में करंट फ्लो करेगी आप इस को इस सिंबल में भी देख सकते हैं हां ये रहा प्रॉपर सिंबल आप देखेंगे थ्री सेल थ्री सेल्स यहां जुड़ी हुई है एक सिंगल जो ये बड़ा लाइन खींचा है ये है प्लस और ये जो छोटा वाला टिक वाला बना हुआ है ये माइनस तो ये एक सिंगल क्या है एक सेल है और क्योंकि कलेक्शन ऑफ सेल है एक नहीं दो नहीं तीन है तो कलेक्शन ऑफ सेल इज कॉल्ड एज अ बैटरी क्लियर है अब तो क्लियर हो गया सेल और बैटरी में क्या अंतर है जो एक सिंगल होगा पॉजिटिव नेगेटिव वो एक सेल है तो आपके घर में बैटरी लगी हुई है हां आपके इन्वर्टर के साथ बैटरी लगी हुई है उसके अंदर कई सारी सेल्स हैं और ये रहा रेजिस्टर का से सिंबल जिगजैग बना हुआ ये लाइट सोर्स है लोड है आपके पास और स्विच है तो ये है डायग्रामेटिक रिप्रेजेंटेशन ऑफ अ सर्किट और आपके और मेरे घर में डेफिनेटली ऐसे बहुत सारे सर्किट्स हैं हम पूरे घर के सर्किट के बारे में समझने से पहले समझेंगे कि कैसे इलेक्ट्रिक पावर हमारे घर तक पहुंच रहा है तो ट्रांसमिशन ऑफ पावर फ्रॉम दी जनरेटिंग स्टेशन टू अवर ओन होम आप और मैं कंज्यूमर हैं कैसे आ रहा है इसको समझते हैं तो जो इलेक्ट्रिक पावर है वो प्रोड्यूस होता है पावर जनरेटिंग स्टेशन में जो यूजुअली क्या होते हैं थर्मल पावर स्टेशन है हमारे भारत में हां हमारे भारत में थर्मल पावर मतलब पावर प्रोड्यूस हो रहा है पर इससे प्रोड्यूस हो रहा है हीट देकर करके कैसे हीट कैसे कोल को फॉसिल फ्यूल को पेट्रोलियम को बर्न करके ये हमारा सबसे मेजर सोर्स ऑफ पावर है तो हमारे देश में पावर प्रोड्यूस हो रहा है पावर स्टेशंस पे जो हमारे घरों से बहुत बहुत बहुत दूर है ये पावर जनरेटिंग स्टेशंस ये पावर जनरेटिंग स्टेशंस इलेक्ट्रिक पावर प्रोड्यूस करते हैं पर कितने वोल्ट में प्रोड्यूस करते हैं 11000 वोल्ट कितना 11000 वोल्ट में प्रोड्यूस करते हैं जो कि बहुत-बहुत हाई है सर 11000 ही वोल्ट क्यों प्रोड्यूस करते हैं ये क्वेश्चन पूछेंगे क्योंकि 11000 से ऊपर प्रोड्यूस करेंगे तो इंसुलेशन होने लगेगा अर्थात इलेक्ट्रिसिटी को पास करने में दिक्कत आएगी तो इससे नीचे प्रोड्यूस कर देते हैं क्यों 11000 वोल्ट प्रोड्यूस कर रहे हैं इसके नीचे अगर करंट प्रोड्यूस करेंगे तो प्रॉब्लम आएगी करंट का लॉस का हीटिंग की इफेक्ट से करंट लॉस होने लगेगा हाई करंट क्या होगा पास करेगा जो कि वेस्टेज हो जाएगा तो दोनों ही प्रॉब्लम है अब 11000 वोल्ट प्रोड्यूस नहीं करते हैं लाइन लॉस इ इंडक्शन से हां पास नहीं हो रहा है इंसुलेशन से हो रहा है दूसरा हो रहा है अगर 11000 वोल्ट से कम करते हैं तो करंट का वेस्टेज हो रहा है हाई करंट जनरेट हो रही है अब आता है जब हम प्रोड्यूस 11000 कर रहे हैं हमें 11000 तो घरों को सप्लाई नहीं करना है और 11000 सबकी रिक्वायरमेंट भी नहीं है क्योंकि इंडस्ट्रीज की रिक्वायरमेंट कुछ अलग है जैसे हैवी इंडस्ट्रीज की रिक्वायरमेंट अलग होगी लाइट इंडस्ट्रीज की रिक्वायरमेंट अलग होगी और आपके मेरे घर में कितने वोल्ट में अप्लायंसेज चलते हैं हां आपका जो फैन है देखिए ऊपर और आपके जो ट्यूब लाइट्स लगे हैं बल्ब्स लगे हैं वो कितने कितने वोल्ट पे अप्लाई करते हैं कितने वोल्ट पे चलते हैं चलिए बताइए हां आप लिखिए जब तक हम आगे बढ़ते हैं और आपको इसको और क्लियर करते हैं तो जो पावर जनरेटिंग स्टेशन है वो डायरेक्ट हमारे घर में 11000 वोल्ट सप्लाई नहीं करता है क्योंकि अगर इतना वोल्ट हमारे घर में आएगा तो हमारे सारे अप्लायंसेज बर्स्ट हो जाएंगे इतना हाई वोल्टेज पा करके सबसे पहले तो हमारा फ्यूज उड़ जाएगा हां हमारा फ्यूज उड़ जाएगा हमारे इलेक्ट्रिकल डिवाइसेज का फ्यूज उड़ जाएगा तो इसीलिए 11000 वोल्ट को कंज्यूमर को सप्लाई नहीं किया जा सकता है बल्कि इससे लेसर अमाउंट ऑफ वोल्ट चाहिए आपको बताना है कितना वोल्ट चाहिए तो जब लाइन की बात करते हैं 11000 वोल्ट की सप्लाई नहीं करते हैं पर 11000 ही क्यों तो मैंने कहा 11000 से ट्रांसमिशन कर पाते हैं 11000 वोल्टेज हां 11000 वोल्टेज तक करंट को रेज करते हैं ताकि लॉस ऑफ एनर्जी ट्रांसमिशन के दौरान पावर स्टेशन में जो 11000 वोल्ट प्रोड्यूस हुआ है उसको बल्कि और इंक्रीज करते हैं ताकि वहां से करंट आपके घर तक आ सके क्योंकि बहुत लंबा डिस्टेंस ट्रेवल करना पड़ता है तो इस लॉन्ग डिस्टेंस को ट्रेवल करने के लिए इसको हाई यस हाई पोटेंशियल पे ले जाते हैं ताकि लॉस ऑफ एनर्जी ना हो अब आता है कि सर हम लोग जो करंट प्रोड्यूस कर रहे हैं वो एसी टाइप की है अल्टरनेटिंग डेंस है जो पावर स्टेशन प्रोड्यूस कर रहे हैं वो अल्टरनेटिंग प्रोड्यूस कर रहे हैं जिसमें कि लाइन ऑफ फ्लो ऑफ करंट जो है वो स्ट्रेट पाथ में नहीं है वन डायरेक्शनल फ्लो नहीं है ठीक है ना बल्कि रिवर्सल ऑफ डायरेक्शन ऑफ फ्लो भी होता है इसमें जिसमें अल्टरनेटिंग करंट होती है चेंज इन दी पैटर्न ऑफ द फ्लो ऑफ करंट जबकि डीसी करंट क्यों नहीं यूज़ करते हां अब आप कहेंगे सर डीसी करंट मतलब डायरेक्ट करंट वो क्यों नहीं प्रोड्यूस करते हैं हमारे पावर स्टेशंस डायरेक्ट करंट का फ्लो मतलब होता है एक से सिंगल पाथ में फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन होना इसकी वजह से क्या हो जाएगा कि पावर जनरेटिंग स्टेशन से आपके घर तक सेम सेम पोटेंशियल पर या सेम करंट पहुंच ही नहीं पाएगी सारी करंट क्या हो जाएगी डिस्ट्रीब्यूशन में लॉस हो जाएगी सही सुन रहे हैं सारी करंट क्या हो जाएगी डिस्ट्रीब्यूशन में लॉस हो जाएगी सो इट इज नॉट पॉसिबल टू स्टेप अप और स्टेप डाउन क्योंकि इस करंट को ना हम स्टेप अप कर सकते हैं ना तो स्टेप डाउन कर सकते हैं जितने पोटेंशियल पे ज प्रोड्यूस हो रही है उतने ही पोटेंशियल पे वो क्या हो जाएगी घरों को सप्लाई हो जाएगी और आपके और मेरे घरों को कितना पोटेंशियल चाहिए तो 220 वोल्ट अब आपका एसी हो चाहे आपका बल्ब हो चाहे आपका गजर हो सबको 220 वोल्ट ही चाहिए हमारे देश में भारत में अप्लायंसेज 220 वोल्ट पे काम करते हैं क्या सारी दुनिया में ऐसा ही है नहीं नहीं अमेरिकन कंट्रीज में ये 110 वोल्ट है हां 110 वोल्ट है इसीलिए आप अमेरिका के कोई अप्लायंसेज अमेरिका में आपने कोई अच्छा कैमरा खरीद लिया i खरीद लिया और आप सोचते हैं कि इंडिया को ला कर के लगा देंगे और आपके इंडिया में वो काम नहीं कर पाएगा क्योंकि इंडिया का पोटेंशियल भारत में जो पोटेंशियल डिफरेंस ऑफ वोल्टेज है हां वो 220 वोल्ट है समझ गए आपके सारे डिवाइसेज 220 वोल्ट पे चलते हैं भले ही भली ही उसको स्टेप डाउन या स्टेप अप करके उसका वोल्टेज बढ़ाया घटाया जाता है ठीक है क्या घर में आपके स्टेबलाइजर लगा है क्या आपके एसी के साथ स्टेबलाइजर लगा है एसी को ऑन करते हैं तो सबसे पहले स्टेबलाइजर ऑन होता है एसी को को करंट सप्लाई करने के लिए है ऐसा जरूर मुझे बताइएगा तो उसका यूज क्या है वही वही मेंटेन करता है पोटेंशियल डिफरेंस अगर आपके घर में लो पोटेंशियल होगा तो घर में जो एसी लगा है उसके साथ अटैच उसके साथ अटैच स्टेबलाइजर है या इवन फ्रिज जो हम यूज़ कर रहे हैं रेफ्रिजरेटर यूज़ कर रहे हैं उनमें भी लगा हुआ है वो स्टेप अप कर देता है अगर पोटेंशियल लो होता है हां अगर 220 वोल्ट से कम करंट आ रही है तो उसको सप्लाई कर देता है तभी वो इस काम कर पाता है समझ गए ना आप तो डीसी करंट नहीं यूज करते हैं और हमारे देश में जो वोल्टेज है वो अल्टरनेटिंग फ्रीक्वेंसी ऑफ 50 हर्ट्ज है कितना नंबर याद कर लीजिए एमसीक्यू क्वेश्चंस को मैंने ज्यादातर क्या कर रखा होता है हाईलाइट या अंडरलाइन कर रखा है इसलिए इन नंबर्स को आपको ध्यान देना पड़ेगा या और भी जहां-जहां ऐसा लगेगा मैं उसको अंडरलाइन या हाईलाइट करता रहूंगा आप ध्यान दीजिएगा 50 हर्टज की फ्रीक्वेंसी है हमारे घर में 50 हर्टज मतलब होता है 50 हां पर सेकंड हर्टज पर सेकंड आइए आपको एक डायग्राम से दिखा रहे हैं कि किस तरीके से पावर जनरेटिंग स्टेशन से आपके घर तक हां आपके घर और मेरे घर तक बिजली आ रही है यहां पर यहां पर वो क्या हो रहा है आपके घरों तक बिजली आ रही है सबसे पहले इस डायग्राम को देखते हैं इस डायग्राम में यहां पर पावर जनरेटिंग स्टेशन है जिसमें बॉयलर होता है बॉयलर क्या करता है एक बड़ा सा स्टीम प्रोड्यूस करने वाला चेंबर होता है जहां पे पानी बॉयल होता है ये पानी बॉयल हो करके क्या करता है इसमें एनर्जी आ जाती है बॉयल्ड वाटर वेपर के रूप में एनर्जी आ जाती है इस वाटर वेपर से टरबाइन चलाया जाता है टरबाइन एक रोटेटिंग मशीन है जिसको मूव करने से क्या होता है जनरेटर चलते हैं जनरेटर क्या करते हैं मैकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में चेंज करते हैं फाइनली इस टरबाइन की वजह से जनरेटर ऑन हुआ और यहां प्रोड्यूस हुई इलेक्ट्रिसिटी जनरेटर क्या करते हैं इलेक्ट्रिसिटी प्रोड्यूस करते हैं 11000 किलोवोल्ट 11000 केवी हां 11 केवी या 11000 वोल्ट का पोटेंशियल का करंट प्रोड्यूस हो गया ये करंट जहां प्रोड्यूस हो रहा है कहां पर पावर स्टेशन पे ही इतने हाई पोटेंशियल का करंट प्रोड्यूस हो रहा है हां इसे कहते हैं ग्रिड सब स्टेशन पावर स्टेशन पे खुद मौजूद है ग्रिड सब स्टेशन ये ग्रिड सब स्टेशन अब यहां से इसको और हाई पोटेंशियल पे ले जाएगा क्या करता है यहां पे लगा होता है स्टेप अप ट्रांसफार्मर सर ये कैसा ट्रांसफार्मर होता है और ट्रांसफॉर्मर होता क्या है ट्रांसफार्मर एक डिवाइस है जो क्या करता है पोटेंशियल को चेंज कर सकता है इसमें प्राइमरी और सेकेंडरी दो कॉइल्स होती हैं जिसका काम है रिसीव करना करंट को एट वन पोटेंशियल और आउटपुट में करंट को अदर पोटेंशियल में चेंज कर देना प्राइमरी कॉइल रिसीव करती है करंट को और सेकेंडरी कॉइल क्या करती है उसका आउटपुट जनरेट करती है तो एक ट्रांसफार्मर एक डिवाइस है जिसमें स्टेपर ट्रांसफॉर्मर क्या करता है पोटेंशियल को इंक्रीज करता है तो कितना पोटेंशियल तक ले जाना है हमें 132000 वोल्ट तो स्टेप अप ट्रांसफार्मर लगा हुआ है खुद कहां पर पावर जनरेटिंग स्टेशन पे जिसका नाम है ग्रिड सब स्टेशन ये स्टेप अप ट्रांसफार्मर अब करंट को 132000 वोल्ट में इतने हाई वोल्ट में प्रोड्यूस सेंड करता है ट्रांसमिट करता है क्यों इतना हाई वोल्टेज इतने हाई वोल्टेज से क्या होगा करंट लॉन्ग डिस्टेंस तक ट्रेवल कर पाएगी और वेस्टेज या लॉस ऑफ करंट ड्यू टू हीटिंग नहीं होगा कम होगा नहीं तो नहीं होगा होगा जरूर पर कम होगा और इसके लिए थिक वायर्स होती हैं कैसी वायर्स होती है हाई टेंशन वायर कौन सी वायर होती लगी होती है यहां पर हाई टेंशन वायर्स लगी होती है जो कि कई गुना थिक होती है मल्टीपल क्या होते हैं रोल्स बने होते हैं एलुमिनियम के केबल्स के ये थिक केबल होती हैं जो कि हाई करंट तक बर्दाश्त कर सकती हैं मेल्ट नहीं होती हैं इनको आपने देखा होगा आप हाईवेज में जब जा रहे होते हैं तो आपने ऐसे बड़े-बड़े टावर्स देखे होंगे ये इलेक्ट्रिक पोल टावर्स हैं यहां कह सकते हैं हाई टर्मिनेटिंग टावर्स हैं जहां पर से क्या हो रहा है ये करंट को हाई एरियाज से बहुत ऊंचाई तक पास कर रहे हैं लोअर एरियाज में इसलिए नहीं पास करते हैं क्योंकि इसके आसपास बहुत सारा मैग्नेटिक इफेक्ट पैदा होता है यहां खूब सारा मैग्नेटिक इफेक्ट पैदा होता है इसलिए बहुत ऊंचाई पर होती है हां लोगों के घरों खेतों से आप देखेंगे बहुत ऊंचे से ये करंट फ्लो करती हुई जाती है बहुत हाई पोटेंशियल की है वेरी वेरी वेरी डेंजरस है हां इसके आसपास तो इवन क्या होता है फ्लाइट भी नहीं उड़ सकता है क्योंकि वो क्रैश हो जाएगा इतना हाई पोटेंशियल है तो इससे करंट दूर-दूर तक पहुंचती है सबसे पहले करंट आके मिलती है मेन सब स्टेशन में मेन सब स्टेशन एक सिटी का स्टेशन होता है शहर की एंट्री पे क्या होता है बड़े-बड़े शहरों की एंट्री पे ये स्टेशन होता है यहां से क्या होता है स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर क्या करता है इसके पोटेंशियल को कम कर देता है यहां पे जो पोटेंशियल 132000 था उसको वो चेंज कर देता है स्टेप डाउन कर देता है 33000 वोल्ट में किसको चाहिए 33000 वोल्ट इतना पोटेंशियल कौन यूज़ करता है तो जो हैवी इंडस्ट्रीज होती हैं जैसे कि आयरन एंड स्टील इंडस्ट्री यहां पर स्मेल्टिंग ऑफ आयरन के लिए आयरन को पिघलाने के लिए बड़े इंडस्ट्रियल कन्वर्जंस करने के लिए बहुत हाई पोटेंशियल पे चाहिए होती है बिजली इसीलिए यहां पर 33000 वोल्ट सप्लाई होता है और बाकी बची 33000 वोल्ट किसको सप्लाई कर देते हैं अगले सब स्टेशन को नाम है इंटरमीडिएट शहर के ठीक अंदर घुसने से पहले सिटी सब स्टेशन पे घुसने से पहले ये इंटरमीडिएट सब स्टेशन पे जाता है जहां पे फर्द स्टेप डाउन ट्रांसफॉर्मर है यहां पर एक और स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर लगा है क्योंकि अभी करंट को और नीचे लाना है पोटेंशियल को और रिड्यूज करना है और 220 वोल्ट में कन्वर्ट करना है क्योंकि आपके और मेरे घर में तो 220 वोल्ट की पोटेंशियल की रिक्वायरमेंट है तो यहां से 11000 वोल्ट में कन्वर्ट हो जाता है 33000 से 11000 वोल्ट में कन्वर्ट होता है और सप्लाई हो जाता है लाइट इंडस्ट्रीज को अब लाइट इंडस्ट्रीज जैसे छोटा-मोटा इलेक्ट्रिकल पार्ट्स बनाने वाली इंडस्ट्री या इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री स्टेशनरी का काम करने वाले लोग हां ऐसे लोग जो पेपर का काम कर रहे हैं स्टेशनरी का काम कर रहे हैं प्रिंटिंग काम कर रहे हैं वहां है लाइट इंडस्ट्रीज जो कि इनके प्रोडक्ट स्मॉल क्वांटिटी में बनते हैं और इलेक्ट्रिसिटी कम सप्लाई नीट करते हैं कम वोल्टेज चाहिए होता है तो 11000 वोल्ट में इनके डिवाइसेज काम करते हैं और इसके बाद आता है सिटी सब स्टेशन ये सब सब स्टेशन शहर के अंदर होता है यूजुअली आपके घर के आसपास जहां से बिजली सप्लाई हो रही है आपके घर को जिससे आपके एरिया के आसपास जरूर से बिजली कलेक्शन का डिपॉजिट का ऑफिस होगा पता करिएगा क्या कहा आपके घर के कुछ किलोमीटर दूर हो सकता है 1 किलोमीटर 2 किलोमीटर 5 किमी दूर हां आपके घर के नजदीक क्या है पावर पावर सप्लाई स्टेशन है नाम है सिटी सब स्टेशन यहां पर क्या लगा हुआ है यहां पे फिर लगा है स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर ये जो स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर है ये और करंट को और सॉरी पोटेंशियल को 11000 से कन्वर्ट करता है और 220 तक भी चेंज कर देता है हां 220 में भी चेंज करता है कभी कभी तो ये 440 वोल्ट में चेंज करता है और आप जो आपके घर के नजदीक जो बड़े-बड़े खंबे लगे हैं पिलर लगे हैं देखिए बिजली के खंबे लगे हुए हैं उन खंभों पे ये 440 वोल्ट भी भेजता है कभी-कभी है ना और वहां से वो क्या करता है फर्द 220 वोल्ट पे आपके घर पे सप्लाई होते हैं तो फाइनली हमारे पूरे भारत में कश्मीर से कन्याकुमारी तक सिर्फ 220 वोल्ट पे ही सारे डिवाइसेज काम करते हैं हां तो ये पूरा कांसेप्ट है किस तरीके से मैंने इसको सिंपल लैंग्वेज में कन्वर्ट करने की हां कलर्ड और सिंपल लैंग्वेज में चेंज कर दिया ताकि आप इजली अंडरस्टैंड कर पाए आइए अब देखते हैं अब बिजली आपके घर के अंदर एंटर करने वाली यहां तो इलेक्ट्रिक पोल पर पहुंची है जो घर के नजदीक है ये बिजली का खंबा जो आपके घर के पास है वो ये रहा अब ये बिजली का खंबा है और यहां पर यस बिजली के खंबे पर लगा होता है कंपनी स्विच कंपनी फ्यूज या पोल यस सही सुना पोल फ्यूज यहां पर आपके घर पर एंटर करने से पहले लिखा बना होता है पोल फ्यूज या कंपनी फ्यूज ये फ्यूज कहां होता है ये फ्यूज आपके मीटर से पहले घर में जो लगा इलेक्ट्रिक मीटर है मीटर क्या करता है बताता है कंजंक्चर एनर्जी हमने कितनी एनर्जी कंज्यूम की तभी तो हम बिल दे पाएंगे ना इस यूनिट को मेजर करने के लिए किसमें मेजर करता है ये यूनिट ये जो यूनिट मेजर करता है वो है किलोवाट आवर जिस यूनिट में हमारे घर में बिजली का बिल आता है मेरे और आपके घर में जो बिजली का बिल होता है वो किलोवाट आवर के रेट पे है हमारे हमारे पूरे भारत में जो बिजली का बिल है वो किलोवाट आवर अब किलोवाट ववर क्या होता है 1 किलोवाट * 1 आवर इसका मतलब है अगर पावर ऑफ 1 किलोवाट इज सप्लाइड फॉर टाइम ऑफ वन ड्यूरेशन देन एनर्जी इज देन इलेक्ट्रिकल एनर्जी इज 1 किलोवाट आवर समझ गए 1 किलोवाट की एनर्जी एक घंटे तक अगर आपके घर में सप्लाई की जा रही है तो वो वैल्यू हो जाएगी वन यूनिट क्या इसको यूनिट के नाम से कमर्शियल यूनिट तो कौन मेजर करता है ये ये बिजली का मीटर इसीलिए घर पे लगाया गया है ताकि आपके घर के बिजली का क्या आपके घर में बिजली के मीटर की रीडिंग करने वाले लोग आते हैं जरूर आते होंगे अगर आपने प्रीपेड मीटर नहीं लिया होगा हां आजकल प्रीपेड मीटर भी आ रहे हैं जैसे प्रीपेड सिम होता है ना जितना पैसा डलवाओ ग उतनी देर तक बताइए प्रीपेड है कि पोस्टपेड है हां ये जैसे मेरे घर में पूछेंगे आप तो मेरे घर में ये पोस्टपेड लगा हुआ है इसका मतलब है कि जब महीना पूरा हो जाएगा महीने में कितना मैंने बिजली कंज्यूम किया ये लोग देख लेंगे कैसे देखते हैं हम लोग लास्ट मंथ यहां पे जो रीडिंग थी लेट्स अजूम 1000 इस इलेक्ट्रिक मीटर में लास्ट मंथ रीडिंग थी मेरे घर में 1000 और एक महीने बाद जब वो मीटर रीड करने आ रहा है तो उसने देखा कि हमारी रीडिंग हो गई है 100200 तो इसका मतलब हुआ कि वन मंथ में मैंने 200 यूनिट्स ऑफ 200 यूनिट्स ऑफ बिजली जलाई है तो 200 यूनिट्स का हमें बिल पे करना पड़ेगा लेट्स अजूम कि 1 किलोवाट का रेट है ₹10 तो 200 किवा का रेट हो जाएगा 000 अब समझ गए कैसे ये काम करता है तो ये जो पोल पे लगा स्क्यूज है ये भी क्या करता है हेल्प करता है कि अगर एक्सेस करंट हमारे घर में आ रही है अब ये करंट कैसे डिसाइड होगी कि कितनी करंट हमारे घर में चाहिए जब हम कंपनी से हम जब गवर्नमेंट से या इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी से जब करंट लेना चाहते हैं मतलब अपने घर में बिजली लेना चाहते हैं तो हमने इफॉर्म करते हैं हम उन्हें इंफॉर्मेशन कितना है 10 किलोवोल्ट का है तो हमें बताना पड़ेगा कितना 10 किव तो वो यहां पर 50 एंपियर का फ्यूज लगाएंगे 50 एंपियर फ्यूज फॉर 10 किलोवाट मेरे घर में मुझे लगता है कि मुझे 10 कवाट तक का पावर की जरूरत है 10 किलोवाट की बिजली की जरूरत पड़ेगी तो मुझे बताना पड़ेगा और फिर क्या करेंगे इ लोग पोल में फ्यूज लगाएंगे 50 एंपियर का जो कि 10 किलोवाट तक के पावर सप्लाई को बर्दाश्त कर पाएगा समझ गए ना इससे ज्यादा अगर क्या होगा करंट आएगा तो तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है यहां से ही क्या हो जाएगा ये फ्यूज ग्लो ऑफ हो जाएगा कहां लगा ये फ्यूज देखा आपने ये फ्यूज कंपनी पोल जो इलेक्ट्रिक पोल है उसी पे लगा दिया गया होता है हमारे मीटर पे एंटर करने से पहले होता है ये हमारे मीटर में जो करंट आ रही है लाइव वायर के थ्रू जिसको हम फेज वायर कहते हैं उस पे ही लगाया जाता है ठीक है हमारे घर से पहले और ये मीटर जो हमारे घर के यूजुअली बाउंड्री ल पे लगाया गया होता है हां आप देखिए आपके घर की बाउंड्री वॉल पे लगा हुआ है या आपने कभी-कभी किसी बहुत लोगों ने अपने घरों में छोटा सा बक्सा बना रखा है एक छोटी सी अलबेला बना रखी है और उसमें क्या रखा है अपने अपने घर में मीटर रखा है आप बताइए आपके घर में कहां है दीवाल पे लगा हुआ है घर की बाहर वाली या घर के जो एंट्रेंस पे ही क्या है एक छोटी सी अल्मेरा बनी हुई है और उसके अंदर क्या रखा है कंपनी फ्यूज ये कंपनी मीटर लगा हुआ है बिजली का मीटर लगा है बताइए कहां लगा है हां आप बताइए तब तक मैं आगे बढ़ता हूं तो ये पहला फ्यूज आपको मिल गया कंपनी फ्यूज ये पोल फ्यूज है कंपनी फ्यूज है और ये सिर्फ और सिर्फ बिजली डिपार्टमेंट के लोग ही लगा सकते हैं इसका मतलब है हाई वोल्टेज आएगा ये फ्यूज उड़ जाएगा आपको ये फ्यूज इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट के लोग ही ल सकते हैं क्योंकि पोल फ्यूज है कंपनी फ्यूज है इसके बाद करंट आ रही है हमारे मीटर पर ये लाइव वायर है और ये देख रहे हैं आप न्यूट्रल वायर है लाइव वायर करंट ले आती है तो रिटर्न में ले जाती है कौन सी न्यूट्रल वायर ठीक है एक में इलेक्ट्रॉन फ्लो इन कर रहे हैं तो एक से लौट भी तो रहे होंगे तो लौटने वाली वायर का नाम है न्यूट्रल वायर देखिए आप पीछे देखेंगे दोनों ही आपको पोल से मिल जाएंगे तो अब ये मीटर ध्यान से देखिए ये जो मीटर है आपके करंट को लेगा आपके डिवाइसेज आप करंट ले रहे हैं और आपके घर को सप्लाई कर देगा सबसे पहले इस करंट से करंट से पहुंचेगी कहां पर यस आपके इलेक्ट्रिक मीटर से करंट पहुंचेगी एक एमसीबी में एमसीबी का फुल फॉर्म है मिनिएचर सर्किट ब्रेकर जी सही सुन रहे हैं मिनिएचर सर्किट ब्रेकर यहां पर एक डीपीवी लगा होता है डबल पोल स्विच लगा होता है कौन सा स्विच लगा होता है ये सर डबल पोल स्विच क्या होता है डबल पोल स्विच मतलब एक ऐसा स्विच जो साइमल नियस लाइव और न्यूट्रल वायर दोनों को कट कर सकता है यूजुअली जो स्विच होते हैं वो लाइव वायर को ही क्या करते हैं कनेक्शन कट करते हैं पर डबल पोल स्विच क्या करता है लाइन और न्यूट्रल दोनों की वायर का यस दोनों का क्या करता है सर्किट ब्रेक या मेक कर सकता है इसलिए इसका नाम है डबल पोल स्विच तो ये डबल पोल स्विच पे करंट पहुंचती है आपने देखा होगा कि आपके मीटर के बगल में कुछ ऐसा डंडे ड लगा होगा इसको उठाना पड़ता है उठाने से क्या होता है यस करंट आ जाती है अगर वापस नीचे झुका देंगे पूरा नीचे बेंट कर देंगे तो घर की पूरी लाइट चली जाएगी तो मीटर के बाद इलेक्ट्रिक मीटर के बाद डबल पोल स्विच और उसके बाद है एमसीबी मिनिएचर सर्किट ब्रेकर जो कि इसी को सपोर्ट करता है हाई करंट आने पर ये सर्किट क्या कर सकता है बंद कर देता है या कुछ लोगों के यहां पर एमसीबी नहीं लगा हुआ होता है काटिज टाइप फ्यूज लगा होता है एक ऐसा फ्यूज होता है जो काटिज का बना होता है हां चीनी मिट्टी का बना होता है उसको उसके अंदर फिट किया जा सता है बैट जाता है उसके अंदर हां उसके अंदर फ्यूज वायर दिखाई भी देती है ये ये ये ये यूज़ होता है इस जगह पे ठीक डबल पोल स्विच के बाद यूज़ होता है अब यहां से करंट यहां से करंट लाइव वायर वाली करंट हम बाकी रूम्स में सप्लाई कर सकते हैं और हर रूम में लगे होते हैं अपने-अपने मिनिएचर सर्किट ब्रेकर्स या फ्यूज सो दिस इज हाउ द करंट इज सप्लाइड फ्रॉम द पोल टू योर हाउस टू इंटरनली योर हाउस तो आइए देखें तो हमने बताया इलेक्ट्रिक पावर आपके घर पे पहुंच रहा है थ्रू थ्रू केबल्स या अंडरग्राउंड केबल्स है ना या तो ओवरहेड वायर्स आ रही है या तो अंडरग्राउंड केबल्स आ रही है हां आपके घर में कौन सा वायर आ रहा है ऊपर से तार आ रही है मोटी सी आप देखेंगे ब्लैक कलर की प्लास्टिक कोटेड वायर होगी क्या यहां यहां अंडरग्राउंड आ रही है हां बड़े-बड़े शहरों में ऐसा हो चुका है हमारे बनारस में अभी ऐसा नहीं है हमारे भी ओवरहेड वायर्स चल रही है तो वायर्स तीन टाइप की मिलेगी लाइव वायर मिलेगी न्यूट्रल मिलेगी और अर्थ वायर मिलेगी तीन मिलेगी याद रखिएगा करंट लाइव वायर में है जिसको हम कहते हैं फेज वायर और इसका पोटेंशियल लाइव वायर का पोटेंशियल ध्यान दीजिएगा इसी में 220 वोल्ट होगा ठीक है इसी में इलेक्ट्रॉन फ्लो कर रहे हैं जबकि जबकि न्यूट्रल वायर न्यूट्रल वायर क्या करती है सिर्फ करंट को क्या करती है ले जाती है जो वंस करंट इज यूज्ड अब आता है कंपनी का फ्यूज लगा है मैंने ये भी बता दिया और कंपनी के फ्यूज की रेटिंग हम डिसाइड करेंगे वो हम कैसे डिसाइड करेंगे जब हम मीटर लगवाए जिस समय करंट का कनेक्शन लेंगे तो हमको बताना पड़ेगा हमें कितने कितने किलोवोल्ट का करंट चाहिए जितने किलोवाट का करंट चाहिए उस बेसिस पे उसका फ्यूज डिसाइड होता है मतलब एक एग्जांपल समझाते हैं कि 1 किलोवाट में 5 ध्यान से सुनिए 1 किलोवाट में 5 एंपियर का फ्यूज लगता है अगर 2 किलोवाट का अगर कनेक्शन लेना है तो 1 एंपियर का फ्यूज लगवा देंगे ठीक है समझ में आ गया चलिए अब आते हैं और आगे बढ़ते हैं तो हमने बताया कि घर का जो सबसे मेन स्विच है इलेक्ट्रिक मीटर के बाद जो सबसे पहला स्विच आता है वो एक डबल पोल स्विच होता है वो आयरन के बॉक्स में होता है यूजुअली और ये ये स्विच को भी अर्थ करना पड़ता है क्योंकि इस पे भी करंट आने का खतरा होता है अर्थ करने का मतलब होता है कि जो अगर हैवी करंट इस स्विच में आ गई इस मेटलिक स्विच में आ गई यूजुअली मेटल का होता है ऊपर नीचे करने वाला तो उससे आपको शॉक लग सकता है इसीलिए इसको भी अर्थ कर देते हैं अर्थ वायर से कनेक्ट कर देते हैं और डबल पोल स्विच क्यों तो मैंने बताया एक ऐसा स्विच जो दो सर्किट को एक साथ संभालता है कौन से न्यूट्रल और लाइव वायर एक ऐसा सर्किट जो क्या करता है एक स्विच जो लाइव एंड न्यूट्रल दोनों को एक साथ साइमल नेसली सेम टाइम में ब्लो ऑफ मतलब कनेक्ट जोड़ सकता है और हटा सकता है क्या फायदा होता है ऐसा मैंने कहा ऐसा करने से फायदा ये होता है कि आपके घर में इलेक्ट्रिक करंट एंटर नहीं करेगी इलेक्ट्रिक शॉक किसी को नहीं लगेगा ठीक है क्या यूज है समझ गए ना जो मेन स्विच है वो कनेक्शंस को ब्रेक करता है दोनों का लाइव वायर का भी कनेक्शन ब्रेक कर देता है न्यूट्रल वायर का भी ब्रेक करता है सो यू आर सेफ आइए एक डायग्राम से देखें कि कैसे पोल से आपके घर में करंट एंटर कर रही है ये रहा इलेक्ट्रिक पोल इलेक्ट्रिक पोल से करंट एंटर कर रही है ये रही लाइव वायर जिसको आप ऊपर देख पा रहे हैं लाइव वायर में 220 वोल्ट का सप्लाई ऑफ पोटेंशियल है इसमें अटैच है कंपनी फ्यूज जिसको हम कहते हैं पोल फ्यूज इस फ्यूज को मैंने कहा सिर्फ बिजली केमिस्ट्री जो गवर्नमेंट द्वारा या बिजली कंपनी द्वारा होते हैं वही इसको चेंज कर सकते हैं यूजुअली ये पोल पे लगा होता है और यहां से करंट एंटर करती है हमारे किलोवाट ववर मीटर पे इस किलोवाट आवर मीटर को न्यूट्रल वायर भी करंट सप्लाई कर रही है इस किलोवाट आवर में डबल पोल स्विच लगाया जाता है इसको भी अर्थ किया जाता है अर्थ करने का मतलब है इसको इसका कनेक्शन हमारी अंडरग्राउंड केबल से अंडरग्राउंड अर्थ से कनेक्शन से दे दिया है ताकि हाई करंट आने पर हमें शॉक ना लगे और उसके बाद एक मेन स्विच जो कि डबल पोल स्विच है एक साथ लाइव और न्यूट्रल कनेक्शन को स्विच ऑफ या कनेक्ट कर सकता है साइमल नेसली दोनों को दोनों को एक साथ कैसा स्विच है ये डबल पोल स्विच है ये मेन स्विच बहुत सेफ्टी के लिए जरूरी होता है यूजुअली मैंने कहा आयरन बॉक्स का बना होता है इसको अप एंड डाउन करना पड़ता है और यहां से यहां से लाइव बायर एंटर करती है अलग-अलग रूम्स में अलग-अलग यस आपके हॉल में किचन में ड्राइंग रूम में आपके वाश रूम्स में यस आपके स्टडी रूम में यहां से वो डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स से चली जाती है और हर एक के साथ लगा होता है एक एमसीबी हां एमसीबी मिनिएचर सर्किट ब्रेकर अब आप समझ गए हैं चलिए हाउज होल्ड वायरिंग की बात करते हैं तो एक सेपरेट कनेक्शन हर एक अप्लायंसेज को देना पड़ता है लाइव वायर द्वारा सर वो कैसे पॉसिबल है है ना पॉसिबल अभी आपको दिखाते हैं कैसे पॉसिबल है इस डायग्राम को देखिए तो आपको समझ में आ जाएगा कि कैसे हर एक आपके और मेरे घर में जो करंट आ रही है यस एक बार रूम की बात करते हैं पोल से घर में आई घर से अब डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स द्वारा आपके डिफरेंट डिफरेंट रूम्स में जा रही है आपके हॉल में जा रही है डाइनिंग रूम में जा रही है किचन में जा रही है वॉश रूम में जा रही है आपके स्टडी रूम में आ रही है आपके बेड रूम में आ रही है ये आपका रूम है चलो ये तुम्हारा रूम है ध्यान से देखो हां इस रूम को ध्यान से देखो सर ये मेरा रूम नहीं है अरे इसको देखो इसको इसको है ना अब ध्यान से देखना आपको आपका रूम समझ में आ जाएगा अभी ये तुम्हारे रूम में करंट आ रही है याद रखना रिंग सिस्टम है कौन कौन सा सिस्टम हम फॉलो कर रहे हैं अपने घर में रिंग सिस्टम डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स से जो घर के बाहर था हां जो घर के बाहर था इलेक्ट्रिक मीटर के बाद था वहां से लाइव वायर एंटर कर रही है अब हमने 30 एंपियर का एक एमसीबी लगा रखा है इसका मतलब है इस कमरे में 30 एंपियर से अधिक की करंट आएगी तो ये स्विच अपने आप एमसीबी डाउन कर देगा समझ गए हाई वोल्टेज हाई करंट आते हुए जब ओवरलोडिंग होती है या जब शॉर्ट सर्किटिंग होती है तो ये करंट चेंज हो जाती है और तब ये एमसीबी अपने आप ट्रिप कर जाता है अपने आप नीचे गिर जाता है और जहां गड़बड़ हुई है जहां वायरिंग में प्रॉब्लम आई है वहां कनेक्शन ठीक कर दीजिए और फिर अपने हाथ से फिर स्टेप अप कर दीजिए हां मतलब ऊपर कर दीजिए ऑन कर दीजिए ये आपके घर को करंट हाई करंट से बचाता है इलेक्ट्रिक शॉक से बचाता है फायर से बचाता है मिनिएचर सर्किट ब्रेकर तो जितने एंपियर की हमें नीड है उससे थोड़ा कम ध्यान से सुनिए आपके रूम में जितने एंपियर की जरूरत है उससे थोड़ा सा कम क्या करना चाहिए एमसीबी लेना चाहिए ज्यादा एसी ज्यादा सर्किट ज्यादा करंट का नहीं लेना चाहिए ताकि एक्सेस करंट आते ही क्या हो जाए अपने आप ब्लो ऑफ हो जाए अपने आप बंद हो जाए अब इस लाइ आयर को देखिए एक रेक्टेंगल डिजाइन में लगाया गया है क्यों क्यों स रेक्टेंगल डिजाइन लिया गया है ताकि करंट टू ईच डिवाइसेज रीच करे फ्रॉम टू पात ठीक से सुना करंट टू ईच डिवाइस यहां से भी कर करंट फ्लो कर रही है और यहां से भी कर रही है तो हर डिवाइस को दो पाथ से करंट मिल जाएगी अब आप देखेंगे पहला कनेक्शन हम कर रहे हैं ये रहा पहला कनेक्शन है एक लैंप के साथ इस लैंप को ध्यान से देखिए इस लैंप को जनरेट कनेक्ट किया है पहले फ्यूज से सबसे पहले फ्यूज फिर उसके बाद एक स्विच और सबसे ऊपर है लैंप तो फ्यूज पहले क्यों ताकि अगर करंट यहां फ्यूज पे पहुंचे अगर कोई शॉर्ट सर्किट कोई हाई वोल्टेज आ रहा है तो ये फ्यूज ब्लो ऑफ हो जाएगा जब ये फ्यूज ब्लो ऑफ हो जाएगा तो लैंप भी बुझ जाएगा ठीक है तो फ्यूज स्विच और डिवाइस देखिए लाइव वायर से इसको करंट मिल रही है और देखिए न्यूट्रल वायर से वापस न्यूट्रल में कनेक्ट हो रही है ठीक है न्यूट्रल वायर क्या करेगी कैरी बैक रिटर्न बैक करेगी अगला डिवाइस फिर देखिए इसी लाइव वायर में कनेक्टेड है ये डिवाइस आपका क्या है एक सॉकेट है सर ये सॉकेट क्या होता है सॉकेट एक ऐसा डिवाइस होता है जिसमें ये छेद बने होते हैं कभी-कभी थ्री होल्स बने होते हैं और कभी-कभी तो फाइव होल्स होते हैं आप अपने आसपास देखिए जहां बैठे हैं उसके नजदीक में देखिए क्या बिजली का कोई सॉकेट लगा है आपके बोर्ड में जहां पे आप पिन लगाते हैं हां जहां आप अपना चार्जर लगाते हैं उस जिस पॉइंट प चार्जर घुसते हैं ना जहां पे आप चार्जर लगाते हैं ना वो पॉइंट आपका क्या है सॉकेट है क्लियर तो सॉकेट है आप देखेंगे यूजुअली थ्री पिन है तो थ्री पिन वाला सॉकेट है और इस सॉकेट के लिए सबसे पहले अगेन लाइट बायर जा रही है उससे फ्यूज है फ्यूज के बाद है स्विच और स्विच से कनेक्टेड है ये सॉकेट ऑन ऑफ करने का डिवाइस है स्विच और लाइव वायर से ही कनेक्टेड है देखिए न्यूट्रल से क्या हो रहा है अगेन करंट रिटर्न बैक सिमिलरली आप फैन को कनेक्ट करिए और जितने चाहे और अप्लायंसेज को कनेक्ट कर दीजिए क्या है सिस्टम का नाम इस सिस्टम का नाम है रिंग सिस्टम जो कि आपके हर कमरे हर ड्रॉइंग रूम हर जगह क्या हो रहा है अप्लाई पूरे ही यस अपनी जो आप कमरे की वॉल देख लीजिए ध्यान से देखिए ऊपर सर वहां तो कोई बिजली की तार नहीं दिखाई दे रही है अरे भाई जब आपका मकान बन रहा था आपका घर बन रहा था तो उसी दौरान क्या हुआ था वायरिंग अंदर कर दी गई थी हां दीवार में कट लगा कर के दीवार को कट करके हां दीवार को कट करके ईटों को काट करके उसके अंदर पाइप बिछा दिए गए हैं और उसके ऊपर प्लास्टर कर दिया इसलिए आपको तार दिख नहीं रही है ठीक है घर को सुंदर बनाने केलिए ऐसा करना पड़ता है है ना पहले यूजुअली क्या होती है तारें बाहर हुआ करती थी अब तारे सब अंदर होती हैं थ्रू थ्रू पाइप्स क्या करती है तारे अंदर लगा दी गई है क्लियर है आप सिर्फ थोड़ी सी तार देख पाते हैं जहां ट्यूबलेट का कनेक्शंस है वरना आप तार नहीं देख पाते हैं या फैन के आसपास का छोटा सा क्या करते हैं तार का कनेक्शन देख पाते हैं वरना तारे सब गायब इट लुक्स नीट एंड क्लीन दैट इज व्हाई ऐसा करना पड़ता है है ना घर सुंदर दिखता है रूम सुंदर दिखता है समझ गए अब आप चलिए अब आपको ले चलते हैं इस रिंग सिस्टम के बारे में और डिटेल में बताने कि क्या फायदा है इस रिंग सिस्टम का और क्या कोई और सिस्टम भी है क्या क्या रिंग सिस्टम के अलावा भी कोई सिस्टम है क्या जी हां हां है है रिंग के अलावा भी सिस्टम है अभी समझते हैं पहले रिंग सिस्टम की बात करते हैं तो रिंग बना हुआ था आपने देखा क्योंकि कंप्लीट पाथ था करंट दो पाथ से एक साथ फ्लो कर सकती है तो ये तो बड़ा अच्छा सिस्टम है करंट का वेस्टेज कम होगा और सबसे बड़ा फायदा क्या है इस सिस्टम में कॉस्ट ऑफ वायरिंग कम लगेगी क्योंकि जो लाइव वायर मेन फेज से आई है मेन टर से आई है वही लाइव वायर आपके रूम में पूरी दौड़ा दी गई है एक लाइव वायर चाहिए अलग-अलग डिवाइसेस्पेसिफिकेशन का फ्यूज ग्लो ऑफ हो गया ये रहा आपका फैन यहां पर से इसका फ्यूज खराब हो गया हो गया हां आप जूम करके देख लीजिए हां तो आप देखेंगे कि सिर्फ फैन बंद होगा आपका सॉकेट काम करता रहेगा लैंप काम करता रहेगा और अदर अप्लायंसेज भी काम करते रहेंगे ये रिंग सिस्टम का कमाल है क्या क्योंकि हर एक डिवाइस का अपना एक सेपरेट फ्यूज है तो इसीलिए उस फ्यूज के ब्लो ऑफ होने से उस पर्टिकुलर अप्लायंस पे ही असर पड़ने वाला है सो अदर अप्लायंसेज कीप ऑन वर्किंग एज यूजुअल और क्या फायदा है इस सिस्टम में इसमें कई सारे प्लग्स एंड सॉकेट लगाए जा सकते हैं हां प्लग ऊपर से लगने वाले टॉप को कहते हैं सही सुन रहे हैं ऊपर से लगने वाले टॉप को कहते हैं और सॉकेट तो आप जानते हैं जो छेद छेद बने हुए हैं थ्री या फाइव यस उसे सॉकेट कहते हैं बट ध्यान ये देना है कि प्लग एंड सॉकेट सेम साइज होने चाहिए पर अलग अलग फ्यूज वैल्यू के होते हैं हां छोटा अगर आपको कम करंट चाहिए तो आप 5 एंपियर वाला ले लीजिए सर 5 एंपियर वाला कैसा होता है इसकी जो होल साइज होती है थोड़ी छोटी होती है होल साइज छोटी होती है जबकि 15 एंपियर वाला यस 15 एंपियर वालाला बड़े डिवाइस के लिए होता है इसकी होल साइज भी बड़ी होती है इसका जो टॉप होता है ऊपर से भी वो भी बड़ा होता है ठीक है और तीसरा क्या फायदा है इस इस रिंग सिस्टम का तो इसमें एक नई लाइन जोड़नी हो तो बहुत आसान है एक नया अप्लायंस कनेक्ट करना हो बहुत आसान है इवन आपके रूम में भी आपके रूम में कोई नई ट्यूब लाइट जोड़नी हो नया कोई कनेक्शन करना हो बहुत इजी है बिजली विस्ट बुलाइए उसको सर्किट मालूम है आपके किसी भी एक रिंग वाले पार्ट से किसी भी एक लाइव वायर से क्या करेगा एक कनेक्शन जोड़ करके कोई डिवाइस जोड़ देगा ट्राई करके देख लेना तो इजी है टू कनेक्ट अ न्यू अप्लायंस नए को इंस्टॉल करना अब क्या क्वेश्चन आता है क्या यही सिस्टम है सर सिर्फ कोई और सिस्टम नहीं है क्या जी क्या आपको पास सिर्फ एक ही सिस्टम है चलिए पहले एक समझते हैं कि अगर करंट फ्लो कर रही है देखिए करंट फ्लो कर रही है फ्रॉम वन वायर ये देखिए ध्यान से देखिए करंट यहां से फ्लो करते हुए नजर आ रही है सबसे पहला पड़ा फ्यूज फ्यूज के बाद आया स्विच स्विच आ गया ठीक फ्यूज के बाद आया स्विच और स्विच के बाद आ गया हमारा लोड लोड में मैंने कहा कुछ भी हो सकता है लेट्स अज्यू कि मेरे केस में एक बल्ब है हां डायग्राम की सुंदरता पे मत जाइए मेरे केस में एक बल्ब है ठीक और अब आप देखिए ध्यान से देखिए फिर लगा दिया मैंने एक डिवाइस यहां पर है फ्यूज यहां पर है फ्यूज के आगे एक स्विच स्विच हां यहां लगा दिया स्विच और स्विच के आगे लगा दिया फिर कोई डिवाइस लेट्स से अजूम करते हैं एक फैन है ये हां एक फैन है ये एक बिजली का पंखा है ठीक है इसको करंट मिल रही है तो अब आप देखेंगे ऐसे कनेक्शंस जिसमें कि वायर लाइव वायर सबको इक्वल अमाउंट ऑफ करंट दे रही है तो तो इमेजिन करिए कि अगर आपका ये फैन हां ये है आपका फैन अगर इसका फ्यूज ब्लो ऑफ होगा अगर इसका फ्यूज काम नहीं करेगा तो क्या होगा हां अगर ये फ्यूज उड़ जाए इसका तो क्या होगा कोई भी फर्क नहीं पड़ेगा इस बल्ब को बल्ब एज यूजुअल काम करेगा क्योंकि ये पैरेलल कनेक्शन है कैसा कनेक्शन है पैरेलल क्योंकि करंट को फ्लो करने के लिए पैरेलली बहुत सारे पाथ उपलब्ध है जैसे पाथ वन टू थ्री मेनी पाथ है अब आइए और ध्यान से देखते हैं डायग्राम इसमें आप देखेंगे कि करंट तो फ्लो कर रही है करंट फ्लो कर रही है पर इसको फ्लो करने के बीच में हमने लगाया एक फ्यूज फ्यूज के आगे एक स्विच ये लगाया स्विच और यहां जोड़ दिया इसमें एक एक लोड लोड के रूप में हमने जोड़ा इसमें एक बल्ब ये जोड़ दिया बल्ब और इसी के आगे ध्यान से देखिए इसी के आगे जहां बल्ब खत्म उसी लाइव वायर को आगे ले गए और इसमें आगे फिर से अलग फ्यूज जोड़ दिया और फ्यूज के आगे एक फिर से स्विच जोड़ दिया और इसके में इसके में कनेक्शन कर दिया अजूम करता हूं एक फैन बताइए कौन से टाइप का कनेक्शन है ये क्या कहते हैं ऐसे कनेक्शन में जिसमें की कि एक डिवाइस के बाद दूसरा डिवाइस कनेक्ट कर दिया जाए वन आफ्टर द अनदर जैसे लग रहा है रेल के डब्बे लगा दिए हैं हां तो इसे कहते हैं सीरीज क्या बोलते हैं इसे सीरीज सीरीज में क्या प्रॉब्लम आती है सीरीज कनेक्शन में एक सिंगल लाइन में करंट फ्लो कर रही है तो डिवाइस को कम करंट मिलेगी यहां पर कम कर मिलेगी और किसी वजह से लेट्स अज्यू कि किसी एक वजह से यहां का फ्यूज ब्लो ऑफ हो गया तो ये भी ये फैन भी चलना बंद हो जाएगा फैन भी काम करना बंद कर जाएगा क्योंकि सब एक दूसरे से कनेक्टेड है एक प्रॉब्लम और आएगी अगर इस डिवाइस को हाई वोल्टेज चाहिए होगा तो इसको वोल्टेज कम मिल पाएगा समझ गए तो ये भी एक बहुत बड़ा चैलेंज है तो इसीलिए हमारे घर में डिवाइस सीरीज में कनेक्टेड नहीं है क्या आपके घर में भी डिवाइसेज पैरेलल में कनेक्टेड है तो हां हम सबके घर में डिवाइसेज जो हैं वो पैरेलली यस लाइव वायर से कनेक्टेड है नॉट दिस ये नहीं हो सकता क्योंकि इससे क्या हो जाएगा एक तो अप्लायंसेज इक्वल वोल्टेज पे काम नहीं करते हैं और अगर उनको करंट मिल रही है तो लेसर कमांड करंट पास होने लगेगी समझ में आ गया और एक डिवाइस का अगर फ्यूज काम करना बंद कर दिया एक अप्लायंसेज अगर काम नहीं कर रहे हैं तो आगे के अप्लायंसेज भी सारे यस बंद हो जाएंगे ठीक है क्लियर है आइए एक और सिस्टम होता है जिसे हम कहते हैं रिंग सिस्टम के अलावा इसे कहते हैं आप पहचानिए इस सिस्टम को क्या कहते हैं सर्किट कुछ इस तरीके से भी फ्लो कर सकता है लाइव वायर कुछ इस तरीके से भी फ्लो कर सकती हैं क्या कहते हैं सिस्टम को जिसमें लाइव वायर ऐसे फ्लो कर रही है ये लाइव वायर है जो आपको दिखाई दे रही है जिसमें आप देख पा रहे हैं कि फ्लो ऑफ करंट हो रहा है क्या कहते हैं सिस्टम को इस सिस्टम का एक स्पेशल नाम है हम कहते हैं इसको ट्री सिस्टम तो ये ट्री सिस्टम हमारे घरों के लिए यूजफुल नहीं है जी हम और आपके घर में जो सिस्टम लगा हुआ है वो रिंग सिस्टम है क्योंकि वो पैरेलली कनेक्ट करता है जबकि ट्री सिस्टम में क्या बुराई है वो सीरीज में कनेक्ट करता है सोचिए एक लाइव वायर यहां से शुरू हो रही है अगर यहां पर कहीं फ्यूज ब्लो ऑफ हो गया तो इससे जुड़े ये सारे डिवाइसेज काम करना बंद कर जाएंगे सोचिए यहां जुड़ा ये डिवाइस और ये डिवाइस दोनों काम करना बंद कर जाएगा क्योंकि यहां का अगर फ्यूज काम करना बंद कर दिया तो यहां पे स्विच ऑफ कर देंगे ये भी ऑफ हो जाएगा ये भी ऑफ हो जाएगा इसीलिए हम ट्री सिस्टम को यूज़ डायरेक्टली नहीं कर रहे होते हैं कुछ जगहो पे यूज किया जा सकता है जैसे बारात रात में हां जहां पे बिजली की लड़ी सजाई गई होती है या पूजा पंडालों में आप देखेंगे एक के बाद एक लाइटें जली रही होती है तो उन सब में यूज़ कर सकते हैं बट नॉट एट मेनी प्लेसेस ठीक है आइए अब अगला चलते हैं आगे समझते हैं रिंग सिस्टम के बाद दो सिस्टम समझा आपने रिंग और फ्यूज रिंग और ट्री सिस्टम तो ट्री सिस्टम तो हमारे घर में यूज़ हो नहीं रहा है क्योंकि वो सीरीज वाले सिस्टम को फॉलो करता है तो सीरीज वाली बुराई सारी आ जाएगी अब आता है फ्यूज क्या है हां आपने क्या इसको देखा है क्या आपने इस काटिज वाले इस डिवाइस को देखा है एक हिस्सा इसका बॉक्स में अटैच होता है बिजली के बॉक्स में अटैच होता है और दूसरा हिस्सा क्या होता है ऊपर से इसके अंदर फिट हो जाता है हां इसके अंदर जा करर के बैठ जाता है इसके अंदर फ्यूज वायर लगी होती है क्या इसके अंदर फ्यूज वायर यहां से लेकर यहां तक फ्यूज वायर अटैच होती है इस मेटल से इस मेटल तक और इसको क्या करते हैं इसके अंदर जाके फिट कर देते हैं हां इसे कहते हैं कार्टिस टाइप हां ये पोर्सलिन के काटिज होते हैं है ना हां पोर्सलिन बोले ज्यादा अच्छा बढ रहेगा काटिज की जगह बोल देते हैं पोर्सलिन टाइप है ना पोर्सलिन के काटिज बने हुए हैं किसके पोर्सलिन चीनी मिट्टी होती है ना ये टूटेगा गिरेगा तो टूट भी जाएगा अगर आप कहीं जोर से पटक देंगे तो ये टूट जाएगा चीनी मिट्टी कप की तरह होता है जैसे आपके घर में कप प्लेट्स होते हैं ये पोर्सलिन ठीक है इस मटेरियल बना हुआ है इसलिए मैंने कहा पोर्सलिन कार्टेज टाइप तो क्या है फ्यूज सबसे पहले समझते हैं फ्यूज एक सेफ्टी डिवाइस है सही बात है क्या करना होता है लिमिट दी करंट क्या लिमिट द करंट अब ये करंट कितनी देना है ये डिपेंड करेगा करंट रेटिंग पे क्या चीज पे डिपेंड करेगा करंट रेटिंग अब ये करंट रेटिंग कौन डिसाइड करेगा करंट रेटिंग डिसाइड होगी द अमाउंट ऑफ करंट रिक्वायर्ड आपके घर में कितनी करंट की जरूरत है कितने वोल्टेज की जरूरत है ये आप डिसाइड करेंगे हां जब हम बिजली का कनेक्शन लेते हैं उसी के बेसिस पे फ्यूज डिसाइड होता है जैसे मैंने एग्जांपल दिया था कि आपको 50 एंपर का सॉरी 50 एंपियर का अ 50 एंपियर का फ्यूज लेना पड़ेगा फॉर 10 किलो वाट ठीक है 10 किवा के लिए आपको 50 एंपियर का फ्यूज देना पड़ेगा ये ये गवर्नमेंट द्वारा या कंपनी द्वारा क्या होता है डिसाइडेड होता है ठीक है ना तो उसी को कहते हैं हम लोग क्या करंट रेटिंग फ्यूज की अलग-अलग रेटिंग होती है जिसने आप बड़े डिवाइसेज चला रहे हैं उसकी फ्यूज की रेटिंग बड़ी होगी छोटी डिवाइसेज को कंट्रोल करने के लिए 5 एंपियर का फ्यूज होगा बड़े डिवाइस जैसे आपको एसी कंट्रोल करना है हां आपके घर में रेफ्रिजरेटर्स हैं गीजर लगे हुए हैं जो बहुत हाई हाई करंट लेते हैं उनके लिए फ्यूज रेटिंग हाई होगी 15 एंपियर होगी ठीक है तो फ्यूज क्या करता है आपके डिवाइसेज का सेफगार्ड करता है आपके सर्किट को आपके अप्लायंसेज को बचाता है डैमेज होने से किस प्रिंसिपल पे काम करता है फ्यूज का भी कोई रूल्स है हां तो प्रिंसिपल ऑफ हीटिंग ऑफ हीटिंग इफेक्ट ऑफ करंट ये क्या कहता है ये बहुत सिंपल सा प्रिंसिपल है जो कहता है कि करंट पे इलेक्ट्रॉन जब फ्लो करते हैं तो वो हीट हो जाती है यस जो कंडक्टर होता है वो हीट हो जाता है बस इसी पे काम करता है हीटिंग की वजह से क्या हो सकती है टेंपरेचर राइज होगा जिसकी वजह से फ्यूज वायर मेल्ट हो जाती है समझ गए तो क्या प्रिंसिपल है किस प्रिंसिपल पे फ्यूज बना है हीटिंग इफेक्ट और ये हीटिंग इफेक्ट किस पे डिपेंड करता है ये हीटिंग इफेक्ट अर्थात फ्यूज किस पे डिपेंड करता है हीटिंग इफेक्ट डिपेंड करता है जो कि करंट और रेडियस जिस फ्यूज वायर की बात कर रहे हैं उसी फ्यूज वायर को मिलने वाली करंट करंट पे किस पे डिपेंड करता है स्क्वायर ऑफ़ दी करंट और क्यूब ऑफ दी क्यूब ऑफ दी रेडियस मतलब t इज इन्वर्सली प्रोपोर्शनल टू दी स्क्वायर ऑफ i इवर्स डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू द स्क्वायर ऑफ़ i एंड इन्वर्सली प्रोपोर्शनल टू द क्यूब ऑफ़ दी क्यूब ऑफ़ दी अ क्रॉस सेक्शन ऑफ़ दी वायर ये है ये फ्यूज का फैक्टर जिस पे डिपेंड करता है दो मेन फैक्टर हो गए एक है करंट पर और दूसरा क्या है रेडियस पे तो करंट पे कैसे डिपेंड करता है तो मैंने बताया फ्यूज डिपेंड करता है फ्यूज की जो हीटिंग है वो डिफेक्ट करती है स्क्वायर ऑफ दी करंट पर और फ्यूज डिपेंड करता है इन्वर्सली टू दी क्यूब ऑफ़ दी टू द क्यूब ऑफ़ द रेडियस हां जिस वायर के रेडियस का क्यूब जितना भी वायर होगा उसका थ्री टाइम्स कर दो थ्री थ्री टाइम्स मतलब उसकी वैल्यू थ्री से थ्री टाइम्स कर दिया जाए वैल्यू नटू थ्री टाइम्स तो वो क्या बन जाएगा आपकी वैल्यू आ जाएगी फ्यूज की इसका मतलब ये हुआ कि फ्यूज लेंथ ऑफ़ दी वायर पे डिपेंड नहीं करता है अगर आप वायर बहुत लंबी कर देंगे तो क्या हो जाएगा फ्यूज ज्यादा लगेगा या फ्यूज कम लगेगा जी नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है फ्यूज वायर की लेंथ पे डिपेंड नहीं करता फ्यूज वायर लंबी कर दो छोटी कर दो कोई इफेक्ट नहीं पड़ेगा सबसे मेन फैक्टर है ये दो चीजें वायर की रेडियस क्या है और कितना करंट अप्लाई अप्लायंस से आ रहा है चलिए अब फ्यूज किससे बनाते हैं फ्यू फ्यूज बना होता है एक पर्टिकुलर मेटल से हां किससे बना है और फ्यूज सबसे पहली चीज है कैसा होता है तो फ्यूज एक बहुत छोटी वायर होती है एक छोटी थिन वायर होती है और बनी किससे होती है बेसिकली ये बनी होती है एक ऐसे मटेरियल से जिसमें मेल्टिंग पॉइंट लो होता है ताकि जैसे ही जैसे ही हीटिंग हो जैसे ही करंट पास करे और फ्यूज की करंट रेटिंग फ्यूज की जो करंट रेटिंग है उससे ज्यादा करंट आए तो वो अपने आप क्या हो जाए मेल्ट हो जाए और वायर टिकल करके टूट जाए समझ गए ताकि वो वायर क्या हो जाए मेल्ट हो जाए क्योंकि हर फ्यूज की अपनी एक प्रिस्क्रिप्शन समझ गए तो किससे बना होता है किस मटेरियल से बना होता है फ्यूज लेड और टिन से बना होता है सर लेड और टिन से ही क्यों बना होता है कॉपर और एलुमिनियम से क्यों नहीं बना होता है सिल्वर से क्यों नहीं बना होता है तो लेड और टिन एक हाई रेजिस्टेंट वायर है इनका मेल्टिंग पॉइंट भी बहुत लो है मतलब ये वायर जब भी पिघल जाती है जैसे ही टेंपरेचर हाई होता है ये तुरंत पिघल जाती है कितने डिग्री प पिघल जाती है 250 ° आते ही ये वायर पिघल जाती हैं तो अगर हाई करंट आएगा तो ये वायर पिघल जाएंगी तो कॉपर और एलुमिनियम को क्यों नहीं यूज़ करते हैं क्योंकि कॉपर और एलुमिनियम क्या है वेरी गुड कंडक्टर्स हैं और गुड कंडक्टर्स के साथ-साथ का मेल्टिंग पॉइंट भी बहुत हाई है इसका मतलब है ये जल्दी पिघलती नहीं है हाई टेंपरेचर आने पर भी लगभग 1080 डि 1080 डि के बाद ये क्या होगी मेल्ट होगी तो तो आप समझ ही रहे हैं घर के सारे डिवाइसेज क्या हो जाएगा उड़ भी जाएगा पता ही नहीं चलेगा समझ गए ना चलो कैसे बने हैं क्या इनका कंस्ट्रक्शन रहा है तो एक फ्यूज को जो आप देखिए ध्यान से क्क फ्यूज में जो काटिज टाइप फ्यूज है या पोर्सलिन के जो बने फ्यूज है बेसिकली वो कुछ इस तरीके से होते हैं एक सॉकेट होता है जो कि फिक्स्ड ऑन द बोर्ड होता है इस सॉकेट में पहले से ही हां इस सॉकेट में पहले से ही क्या लगे होते हैं दो टर्मिनल होते हैं एक लाइव वायर को इनक करने के लिए वो है टर्मिनल वन एक लाइव वायर को आउट करने के लिए टर्मिनल टू बीच में यहां पर देख लीजिए गैप है यहां इस दोनों टर्मिनल के बीच में एक गैप है इस गैप को पूरा करता है ये ऊपर का पोर्सलिन होल्डर पोर्सलिन होल्डर अलग से आकर फिट होता है इस पोर्सलिन के सॉकेट में सॉकेट बोर्ड में लगा होता है जो बिजली के बोर्ड होते हैं और ऊपर से क्या करते हैं ये पोर्सलिन का होल्डर होता है जिसमें खुद में भी क्या है दो टर्मिनल्स हैं इन दोनों टर्मिनल्स के बीच में लाइ वायर है वो जहां जाकर के फिट हो जाता है ठीक है ये इन दो टर्मिनल में फिट हो जाता है नतीजा क्या होता है सर्किट कंप्लीट जब सर्किट कंप्लीट हो जाएगा तो करंट फ्लो करेगी और अगर टेंपरेचर हाई हुआ फ्यूज रेटिंग के ज्यादा आ गया फ्यूज की जो करंट रेटिंग थी जिसमें उसको प्रिसक्राइब लिमिट था है ना अजूम करते हैं कि फ्यूज है 5 एंपियर का और करंट वहां आ रही है 15 एंपियर की अपने आप क्या हो जाएगा ये फ्यूज वायर ये अंदर की वायर देखिए क्या हो जाएगी मेल्ट हो जाएगी जैसे ही फ्यूज वायर ब्रेक हो जाएगी सर्किट टूट जाएगा आपका डिवाइस शॉक से डैमेज से बच जाएगा समझ गए कैसे काम करता है कब ये फ्यूज वायर मेल्ट हो जाती है जब इसके अपने हर एक फ्यूज का अपना एक करंट लिमिट है करंट रेटिंग है उस करंट रेटिंग के बियोंड जैसे ही हां करंट सप्लाई होगी वो वायर हीट होगी मेल्ट हो जाएगी और ब्रेक हो जाएगी अब समझ में आ गया हां कभी-कभी आपके घर में भी क्या होता है फ्यूज उड़ जाता है आपके घर की बिजली या आपके कुछ डिवाइसेज की इवन कभी-कभी आपके कमरे के भी बिजली उड़ जाती है ऐसा हुआ है आपके घर में शोर हुआ होगा कभी ना कभी तो जरूर हुआ होगा आइए हमारे जितने भी बड़े-बड़े आजकल कॉस्टली अप्लायंस है इवन आपका रेफ्रिजरेटर एसी गजर टेलीविजन इनमें भी इनमें भी अलग से फ्यूज लगा हुआ आ रहा है क्यों सर इनमें अलग से फ्यूज अरे एक्स्ट्रा सेफ्टी के लिए भैया इतना महंगा डिवाइस है ₹10 का फ्यूज लगाने से अगर आपके रेफ्रिजरेटर को बचा सके इसकी कीमत 20300 है या आपका एसी जो 30 40000 का है या इवन और महंगा वाला एसी आपने लगाया है तो उसको बचाने के लिए अगर ₹10 का या ₹ का एक काटिज टाइप हां कैसा दिखता है कार्टिस टाइप कुछ इस तरीके से दिखता है आप देखेंगे इस काटिज टाइप की फ्यूज में बीच में ग्लास होता है और यहां पर इस एंड में इस एंड में मेटल कैप्स लगी होती है इस बीच में पतली सी बीच में पतली सी फ्यूज वायर होती है जो इन दोनों मेटल्स को इन दोनों मेटल कैप्स को जॉइन करती है तो अगर ये फ्यूज जब ब्रेक होता है तो यहां से डिवाइस ये तार अलग हो जाती है समझ गए बीच से ये फ्यूज वायर ब्रेक हो जाती है जब हाई आपका जो ये इंपोर्टेंट डिवाइस है ये महंगे कॉस्टली डिवाइस है ये बच जाते हैं है ना भाई कमाल का छोटा सा डिवाइस इतना छोटा सा होता है हार्डली इतना छोटा सा होता है डिवाइस उसके अंदर अप्लायंस के अंदर फिक्स हो जाता है आपका अप्लायंस सेफ तो अब आता है कि फ्यूज को लाइव वायर में कनेक्ट करना चाहिए कि न्यूट्रल वायर में अब बताइए आपसे क्वेश्चन पूछ रहा हूं कि करंट कौन ले आता है फेज वायर मतलब लाइव वायर ले आती है कि न्यूट्रल वायर लगाती है तो सीधी सी बात है करंट जब एंटर कर रहा है लाइव वायर से तो फ्यूज को भी लगाना चाहिए लाइव वायर पे आइए एक एग्जांपल से समझते हैं इसमें डायग्राम से भी समझेंगे तो फ्यूज को जब भी कनेक्ट करना है लाइव बायर में और वो भी अप्लायंस से पहले अप्लायंस के बाद मत लगाइए फ्यूज पहले फ्यूज स्विच फिर अप्लायंस फिर से सुनेंगे फ्यूज स्विच फिर अप्लायंस आपने डायग्राम में भी देखा था तो अब जैसे ही करंट एक्सीड करेगी जो फ्यूज की रेटिंग के बियोंड होगा तो वो कर जाएगा सर्किट ब्रिक सर्किट ब्रक तो आपका अप्लायंस बच जाएगा हां अगर फ्यूज को आपने न्यूट्रल में कनेक्ट कर दिया तो क्या होगा ध्यान से समझिए अगर कोई डिफेक्ट हुआ और आपके अप्लायंस में हाई करंट फ्लो भी किया तो द फ्यूज विल ब्लो ऑफ एंड द सर्किट करंट विल स्टॉप बट बट बट बट प्रॉब्लम कहां है एक्सेसिव करंट फ्लो करने की वजह से द अप्लायंस विल रिमन कनेक्टेड टू हाई पोटेंशियल ठीक है आपका अप्लायंसेज हाई पोटेंशियल से कनेक्टेड है जो कि आपको शॉक देगा आपको एक टेरिबल इलेक्ट्रिक शॉक लग जाएगा इससे बचने के लिए हमेशा फ्यूज को लाइव वायर में कनेक्ट करना है समझ गए ना तो अगर फ्यूज लाइव वायर में कनेक्टेड नहीं है तो न्यूट्रल वायर पे कनेक्ट होने से आपको शॉक लगेगा आपका अप्लायंस आपके अप्लायंस से आपके बॉडी पे करंट आ जाएगा ठीक है सो इसलिए बहुत ध्यान देना है फ्यूज को यूज करना है तो बहुत संभल के इट इज हाईली अनसेफ टू यूज फ्यूज इन दी न्यूट्रल वायर क्योंकि बिकॉज मैंने रीजन दे दिया द पर्सन कम्स इन द कांटेक्ट ऑफ द मेंस थ्रू दी लाइव वायर समझ में आ गया हां समझ में आ गया आइए आगे बढ़ते हैं तो करंट रेटिंग मैंने बताया अलग-अलग डिवाइसेज की अलग-अलग रेटिंग है आप क्या डिवाइस यूज कर रहे हैं सबका फ्यूज अलग होगा सब में एक जैसा फ्यूज नहीं लगता है तो हमारे घर में अगर कोई लाइट डिवाइस है जैसे आपके घर में जो पंखे लगे हैं बिजली लगी हुई है हां ट्यूबलाइट लगी हुई है छोटे-मोटे कोई और डिवाइस लगे हैं आपका मोबाइल का चार्जर लगा आप देखिए वो छोटे वाले पिंस में लगते हैं इनकी फ्यूज रेटिंग 5 एंपियर होती है क्योंकि इनको करंट कम चाहिए हां करंट कम चाहिए क्योंकि इसमें लाइव वायर के पास सिर्फ 5 एंपियर तक की करंट करिंग कैपेसिटी है तो ऐसे डिवाइसेज जैसे इलेक्ट्रिक फैन ट्यूब लाइट्स या आपके जो मोबाइल चार्जर्स है इनमें कम करंट चाहिए 5 एंपर का करंट चाहिए तो उस लिए 5 एंपय की फ्यूज रेटिंग होती है इसका मतलब 5 एंपियर से ज्यादा करंट अगर इसमें आएगी तो ही फ्यूज ब्लो ऑफ करेगा समझ गए अगला है एक थिक फ्यूज वायर अगर आपके घर में कोई ऐसा अप्लायंस जैसे मैंने कहा गीजर हां रेफ्रिजरेटर एसीज ये लगे हैं तो इनको हाई करंट चाहिए होती है कितनी करंट चाहिए होती है 15 एंपियर की हाई करंट की वजह से इनको ज्यादा करंट चाहिए तो इसलिए इनके फ्यूज भी बड़े रेटिंग के होते हैं 15 एंपियर की रेटिंग के होते हैं कितना 15 एंपियर की रेटिंग के होते हैं समझ गए अब कैसे मेजर करें कि क्या करंट रेटिंग होनी चाहिए फ्यूज की तो एक फॉर्मूला भी है हां फार्मूला है टोटल पावर ऑफ दी अप्लायंसेज एंड वोल्टेज वैसे ये फॉर्मूला कहां से आया है तो फॉर्मूला आया है पावर के फॉर्मूले से पावर का फार्मूला होता है करंट इंटू पोटेंशियल डिफरेंस ये होता है फार्मूला पावर ऑफ द अप्लायंस इज इक्वल टू पोटेंशियल डिफरेंस इनटू करंट अब इसी को मुझे करंट निकालना है i स्टैंड्स फॉर करंट तो फॉर्मूला लग जाएगा पावर अपॉन वोल्टेज यही रहा टोटल पावर अपॉन वोल्टेज समझ में आ गया ये फॉर्मूला कहां से आया कि करंट रेटिंग ऑफ यूज़ कैसे निकालेंगे समझ गए ना पावर अपॉन वोल्टेज अब आता है एसीबेस्ट टाइप फ्यूज या नॉर्मल जो पोर्सलिन फ्यूज था वो यूज़ नहीं कर रहे हैं वो ओल्डड टेक्निक है आजकल हम यूज कर रहे हैं एमसीबी मिनिएचर सर्किट ब्रेकर जिसकी काम है कि जैसे ही हैवी करंट ब्लो करेगा अपने आप ये क्या करेगा नीचे डाउन हो जाएगा हां अपने आप कट से डाउन हो जाएगा माइक्रो सेकंड्स में अपने आप को क्या करेगा करंट को रोक लेगा हैवी करंट को रोक लेगा कितने माइक्रो या मिली सेकंड में रोक लेगा समझ गए और जब आपके घर में पता चल जाए आपको कहां गलती हुई है कहां शॉर्ट सर्किटिंग हो रही है कहां ओवरलोड हो रहा है आप उसको करेक्शन करा लीजिए और फिर क्या करिए वापस फ्यूज अप कर दीजिए नॉर्मल करंट फ्लो करेगी समझ गए अपने आप को क्या करता है ये ब्रेक ऑफ कर देता है अपने आप बंद कर देता है करंट की सप्लाई फिर आता है स्विच की बात करते हैं तो स्विच क्या होता है एक ऐसा डिवाइस जो ऑन और ऑफ हां ऑन कर दो ऑफ कर दो इसी स्विच से तो करते हो ऑन ऑफ डिवाइस होता है जो कि लाइव वायर से कनेक्टेड होता है अब स्विच दो टाइप के हैं सिंगल पोल स्विच ही आप और मैं यूज कर रहे हैं आपके जो रूम में जो स्विच लगा है जिससे आपने फैन ऑन किया है आपने अपने मोबाइल का चार्जर ऑन किया है आपने अपना लैपटॉप लगाया है और उसको लगा दिया है तो वो सब आप यूज कर रहे हैं सिंगल पोल स्विच सिंगल पोल स्विच सिर्फ और सिर्फ लाइव वायर को डिस्कनेक्ट करता है क्या चीज ये एक अप्लायंसेज को ऑन ऑफ करता है और सिर्फ और सिर्फ लाइन वायर को डिस्कनेक्ट करता है इसलिए इसका नाम है सिंगल पोल स्विच जबकि डबल पोल स्विच आपके मेन मीटर जो घर का बिजली का मीटर है हां किलोवाट आवर वाला मीटर है उसके ठीक बाद लगता है ये डबल पोल स्विच जिसका काम बेसिकली क्या होता है दोनों लाइव वायर और न्यूट्रल वायर के कनेक्शंस को ब्रेक और मेक करना समझ गए ये ऑन ऑफ करता है दोनों डिवाइस ये बहुत एक्स्ट्रा सेफ्टी में काम आता है चलिए क्यों अब स्विच को भी लाइव वायर में कनेक्ट करना चाहिए अब आप सिंपल जानते हैं जैसे पीयूस को लाइव वायर में कनेक्ट करते हैं तो स्विच को भी कहां करेंगे लाइव वायर में तो लाइव वायर में कनेक्ट करते हैं बता दिया कि हर अप्लायंसेज किसी हाई पोटेंशियल द्वारा लाइव वायर से कनेक्टेड होता है अब जब करंट फ्लो कर रही है तो सर्किट कंप्लीट करेगी और मैंने कहा न्यूट्रल वायर क्या करती है रिटर्न पाथ और द करंट बन जाती है यही है बेसिक रूल पर जैसे ही हम क्या क्या करते हैं ऑफ कर देते हैं सर्किट ब्रेक हो जाता है करंट फ्लो करना बंद कर देती है डिवाइस बंद हो जाता है काम खत्म ऑन ऑफ टफ जानते हैं बट प्रॉब्लम कहां है प्रॉब्लम ये है कि हमने स्विच को कनेक्ट कर दिया है न्यूट्रल वायर में अब क्या होगा अब अब न्यूट्रल वायर में कनेक्ट करोगे तो स्विच ऑन ऑफ करने की जरूरत नहीं है डिवाइस ऑन ऑफ करो रिवाइस चलता रहेगा देखिए अब आप ये स्क्रीन देखिए अब आप देखेंगे यहां पर एक स्विच है जो ऑन पोजीशन पर है सर्किट कंप्लीट होता हुआ नजर आ रहा है देखिए और यहां पर देखिए इस वाले नीचे में देखिए स्विच ऑफ पोजीशन पे है सर्किट कंप्लीट नहीं है ठीक है अब लाइव वायर के अलावा कहीं और कनेक्ट करेंगे तो भी आप प्रॉब्लम में रहेंगे ठीक है इवन द लाइव वायर कनेक्टिंग द टर्मिनल ऑफ द प्लांसेस कैन बी टच्ड इफ दी स्विच इज ऑफ वैसे आपको नहीं करना है मैं आपको सख्त मना कर रहा हूं प्लीज प्लीज प्लीज डू नॉट टच दी वायर्स व्हिच आर ओपन स्पेशली ऊपर की जो अगर थ कोटिंग होती है जो प्लास्टिक की इंसुलेटिंग कोटिंग होती है ना हो आप ऊपर से ना छीले केयरफुल रहे जब जब आप वायर्स के साथ या इलेक्ट्रिकल कनेक्शंस के साथ है हां सेफ्टी फर्स्ट तो लाइव वायर को आप टच कर सकते थे अगर स्विच ऑफ है मैंने मना किया ये लापरवाही आप नहीं करेंगे स्विच ऑफ रहेगा तो आप सेफ रहेंगे ठीक है बिकॉज़ लाइव वायर और न्यूट्रल वायर दोनों उस समय जीरो पोटेंशियल पे होंगे बट मैंने कहा अगर गलती से लाइव वायर में स्विच कनेक्टेड नहीं है आप स्विच ऑन ऑफ कुछ भी करिए अभी भी आपके डिवाइस में हाई पोटेंशियल रीच करेगा सो इट इज वेरी डिसेप्टिव एंड डेंजरस टू कनेक्ट अ स्विच टू अ न्यूट्रल वायर न्यूट्रल वायर कनेक्ट करने से बावजूद आपका डिवाइस ऑलवेज कनेक्टेड बताएगा समझ गए वेरी वेरी वेरी अनसेफ और और क्या ध्यान देना है सिफली प्रिकॉशन में और ये ध्यान देना है कि आपको कभी भी स्विच को वेट हैंड से टच नहीं करना है क्योंकि पानी लगने से लाइव वायर के बीच में और आपके हाथ के बीच में एक कंडक्शन लिंक बन जाता है एक कंडक्टिंग लेयर बन जाती है जिसके बाद आपको शॉक लग जाता है समझ गए तो वेरी अनसेफ है आइए अर्थिंग समझते हैं हां आपके घर में आपके डिवाइसेज के साथ अर्थिंग करना जरूरी है क्या कभी आप फ्रिज को छूते हैं और कुछ झनझना सी महसूस होती है या आपके घर में कूलर है खास करके वो जो लोए वाले कूलर होते थे पहले डेजर्ट कूलर है क्या है आप कभी कूलर चलाते हैं तो आपको कुछ हल्की सी झनझनाहट लगती है या कोई ऐसा डिवाइस जो मेटल बॉडी का है हां अगर आपके रेफ्रिजरेटर या आपके कूलर से जो झनझनाहट महसूस हो रही है इसका मतलब है कि उसकी बॉडी में करंट आ रहा है तो इलेक्ट्रिकल डिवाइसेसपोर्ट आए और आप टच करें तो आपको भी करंट लग सकता है जैसे मैंने कहा रेफ्रिजरेटर जो कि मेटल की बॉडी का बना होता है कूलर्स खास करके डेजर्ट कूलर गर्मी वाले कूलर जो बड़े वाले कूलर लोहे वाले कूलर होते हैं उनकी बॉडी में अक्सर करंट आ जाता है कैसे आता है तो मैंने कहा लाइव वायर का ऊपर का इंसुलेटिंग मटेरियल जो र प्लास्टिक मटेरियल होती है यूसेज के बाद पुराना हो जाने के बाद बॉडी से टच करने लगता है तो करंट उसकी बॉडी में भी चलेने लगता है उस वाइस की हां आयरन प्रेस की या रेफ्रिजरेटर की या वो इलेक्ट्रिक कूलर की बिजली के कूलर की उनकी बॉडी में करंट आने लगता है और आप और मैं छूते हैं तो तेजी से शक लग जाता है समझ गए उसको बचाने के लिए लगाया गया है लोकल अर् दिंग आपके घर में अगर किसी वजह से करंट एक्सेस आ रही है तो उसको खींचने के लिए लगाना पड़ता है लोकल अर्थिंग जिसको हम ग्राउंडिंग कहते हैं कैसे करते हैं आइए लोकल अर्थिंग के लिए आपको घर के जहां मीटर है उसके पास ही एक गहरा गड्ढा बनाना है कितना गड्ढा बनवाना पड़ेगा हां जब मकान बन रहा होगा ना तभी आपके मम्मी पापा ने बनवा दिया होगा हां जो फ्लैट में रह रहे हैं ध्यान से सुनिए अगर आप लोग फ्लैट में रह रहे हैं तो आपके जो बिल्डिंग जिसने बनाई है जिस जिस जिस जिस इंफ्रास्ट्रक्चर वाले ने उस बिल्डिंग को बनाया उसने अपनी बिल्डिंग के नीचे बनवाया होगा ये और वहां से मीटर द्वारा आपको क्या होगा अर्थिंग का कनेक्शन दिया होगा तो लोकल अर्थिंग के लिए किलोवाट आवर मीटर जो मेन मीटर है उसके बगल में दो से 3 मीटर गैरा गड्ढा को कुवाना होता है इस गड्ढे में एक कॉपर की रॉड एक कॉपर की रॉड डालते हैं उस कॉपर की रॉड में एक कॉपर का पाइप साथ में क्या होता है कॉपर की बड़ी प्लेट ध्यान से सुना आपने आपने देखा कि दो से 3 मीटर गहरा ये गड्ढा बनवाया इसमें मोटा सा होल होल में कॉपर वायर इस पाइप के अंदर और इसके साथ जुड़ी है एक थिक कॉपर प्लेट और इस कॉपर प्लेट के चारों तरफ चार कोल मतलब कोल और सॉल्ट का मिक्सचर और खूब सारा पानी खूब सारा पानी इंसुलेटिंग मटेरियल करने के लिए कंडक्टिंग मटेरियल करने के लिए और यहां से जो ये तार बाहर निकल रही है यही हमको कनेक्शन देना है घर के मीटर में भी किसको हमारे बिजली के मीटर को ताकि अगर उसपे भी हैवी करंट आए तो करंट विड्रॉ हो जाए और हमारे घर के डिवाइसेज में भी हां हमारे घर के जो बड़ डिवाइसेज हैं इवन जो आपने थ्री पिनस पलक पड़ा था ना तो उसम जो सेंटर वाला पिन था उसको देने के लिए समझ गए क्या करता है ये मैंने बताया हेल्प करता है ये प्लेट क्या करने के लिए एक्सेस करंट विथड्रावल क्या करना पड़ता है इसमें चार को सॉल्ट डाल देते हैं नीचे ताकि अच्छा कांटेक्ट प्लेट और अर्थ के बना रहे तो कैसे काम करता है मैंने बता दिया ये जो अर्थ वायर है ये अर्थ वायर कनेक्ट कर दी जाती है टू दी डिवाइसेज जो भी हमारे घर में मेटल के डिवाइसेज लगे हैं उनकी बॉडी से कनेक्ट कर दिया जाता है इसे हम कहते हैं अर्थिंग ऑफ एन अप्लायंस अर्थिंग ऑफ अप्लायंस के लिए क्या करते हैं जरा समझिए ये रहा एक मेटल का डिवाइस इसकी बॉडी मेटल की है ध्यान से देखिए इस अप्लायंस की बॉडी एक मेटल की है ये लिखा हुआ है साफ-साफ मेटलिक केस ऑफ दी अप्लायंस अज्यू करिए ये आयरन प्रेस है हां सोचिए ये आयरन प्रेस है और इस आयरन प्रेस को कनेक्ट करती है ये लाइव वायर ठीक है लाइव वायर और स्विच पहले फ्यूज फिर स्विच अब यहां से ध्यान से देखिए यहां से ये अगर लाइव वायर बहुत बार मूव हो हटे है ना ऊपर का प्लास्टिक की कोटिंग रिमूव हो जाती है यहां से जब प्लास्टिक की कोटिंग रिमूव हो जाती है तो करंट इस मेटल बॉडी में आ जाती है देखिए इस आयरन प्रेस की बॉडी में आ जाती है और हम लोग अगर इसको टच करेंगे तो हमें भी करंट लग जाएगा समझ गए कभी-कभी क्यों आपकी फ्रिज क्यों आपका कूलर आपको कभी-कभी करंट मारता है ये रीजन है समझ जाइए कि उसकी लाइव वायर का ऊपर का इंसुलेटिंग मटेरियल हट गया है और उसकी बॉडी को टच कर रहा है मेटल बॉडी को टच कर रहा है इसलिए इस मेटल बॉडी को ही क्या करते हैं इस मेटल बॉडी को ही अर्थ वायर से कनेक्ट कर देते हैं देखा अगर एक्सेस करंट आएगी तो ये एक्सेस करंट आपके धरती पर आपके घर में जो बना है अलो का लर्निंग वहां चले जाएगी आप सेफ है अधिक से अधिक आपको एक हल्का शॉक लग सकता है बट आप मरेंगे नहीं हां डेडली शॉप नहीं होगा आप फिजिकली इसको बियर कर पाएंगे समझ गए कैसे काम करता है आइए थ्री पिन प्लग देखते हैं थ्री पिन प्लग जैसे ही देखेंगे तो आप देखेंगे कि सबसे टॉप वाला पिन जो है सबसे थिक पिन है हां इसको पिन बोलते हैं ये ये ये ये ये ये थ्री पिन प्लग कहां लगता है सॉकेट में लगाते हैं इट इज प्लेज्ड इन अ सॉकेट सॉकेट में छेद होते हैं आपने देखा होगा आपके बिजली के बोर्ड में लगा हुआ है और आप ऊपर से जाकर ते हां आपका चार्जर वो मोबाइल का चार्जर हो यहां आपके लैपटॉप का जो ऊपर का पिन हो हां उसे हम प्लग पिन कहते हैं पिन लगी होती है ना आगे-आगे आगे मेटल का बना होता है उसे प्लग पिन कहते हैं तो पिन यूजुअली कॉपर की बनी होती है हां ये पिन जो सबसे बीच वाली पिन है ये अर्थिंग पिन है और लेफ्ट में लगी है लाइव पिन देखिए एल से लेफ्ट एल से लाइव लेफ्ट पे लाइव पिन है ठीक है कौन सी लेफ्ट पर लाइव एल से लेफ्ट एल से लाइव लाइव वाला पिन लेफ्ट है तो बचा राइट में ठीक है अर् पिन हमेशा मोटी और थिक होती है देखिए क्यों ताकि अर्थ पिन का कनेक्शन पहले हो ज्यादा बड़ी होती है थिक होती है और ये भी होता है इसलिए ताकि अर्थ पिन किसी और में फिट हो ना सके हां आप चाहे कि लाइव वायर में अर्थ पिन फिट कर पाए नहीं फिट होगा समझ गया ना तो अर्थ पिन इज थिक एंड लंगर आते हैं सॉकेट को देखते हैं सॉकेट भी कुछ इस तरीके से बनाया गया है कि अर्थ पिन के लिए थिक कर थर होल है और लाइव ए न्यूट्रल के लिए सेम साइज के दोनों के होल्स हैं लाइव और न्यूट्रल के चलिए अब सेफ्टी प्रिकॉशन प्लग और सॉकेट को यूज करते समय अगेन सिमिलर सेफ्टी प्रिकॉशन है ड्राई होना चाहिए वेट हैंड नहीं यूज करना चाहिए और जब आप प्लग एंड सॉकेट को फिट करें देखिए हल्के से फिट मत करा करिए जब आप चार्ज करते हैं मोबाइल तो पूरा अच्छे से क्या करिए सॉकेट को अंदर डालिए है ना सॉरी पूरे अच्छे से क्या करिए पिन को हां ऊपर से जो जलगा प्लग है प्लग पिन है उसको पूरा टाइटली फिट करिए समझ गए हल्के से मत फिट करिएगा वरना शॉर्ट सर्किटिंग होने लगेगी स्पार्किंग होने लगेगी और आपका सॉकेट जल भी जाएगा चलिए थ्री टाइप ऑफ वायर्स हमारे घर में यूजुअली यूज हो रही है पहले पहले इनकी वायर का लाइट वायर का कलर रेड हुआ करता था आजकल हम लोग यूज कर रहे हैं ब्राउन न्यूट्रल वायर को पहले हम लोग करते थे ब्लैक आजकल यूज़ करते हैं लाइट ब्लू और पहले अर्थ का कनेक्शन ग्रीन आज भी ग्रीन या येलो ये कलर कोडिंग क्यों करता है क्या करता है कलर कोडिंग सर क्यों तारों का रंग जरूरी है अरे भाई जब बिजली मिस्त्री काम कर रहा है जो इलेक्ट्रिकल कनेक्शन दे रहा है उसे पता होना चाहिए आज एक बिजली काम कर मिस्ट्री कर रहा है कल कोई और बिजली मिस्ट्री वहां पर आपके घर में डिवाइस में काम कर रहा होगा तो इन ऑर्डर टू नो इन ऑर्डर टू नो कि हम डिवाइस को जब हम छू रहे हैं बिजली की तारों को छू रहे हैं तो किसमें करंट है ही शुड नो इट ताकि आप बहुत आसानी से काम कर सके इसीलिए कलर कोडिंग से पहचान लिया जाता है ये रही हाई टेंशन वायर आप इसको देखिए जैसा नाम है इस वायर की खास बात है कि ये बहुत ऊंचे ऊंचे केबल टावर्स में लगी होती है कैसी वायर होती है मैंने कहा ये बहुत हाई कैपेसिटीज की करंट को कैरी कर सकती है क्या वेरी हाई कैपेसिटीज की करंट को कैरी कर सकती है इसमें हाई वोल्टेज फ्लक्ट एशन बियर करने की एबिलिटी होती है ये वायर बंद नहीं होती है एक्सेसिव हिटिंग से और सबसे इंपोर्टेंट चीज है वेरी वेरी वेरी हाई वोल्टेज ऑफ करंट को पास करता है इनमें रेजिस्टेंस बहुत कम होता है क्यों क्योंकि इनकी सरफेस एरिया बहुत बड़ी होती है ह्यूज सर्फेस बहुत मोटी मोटी वायर होती है और बहुत ऊंची होती है क्योंकि मैंने बताया क्योंकि इसमें बहुत हाई करंट होता है और आसपास के रीजन में ये खूब सारा मैग्नेटिक इफेक्ट पैदा करती है समझ गए ना इवन कभी-कभी इसमें चचरा आहट की आहट भी आती रहती है बिजली के य सर्किटिंग की आवाज भी आती रहती है क्या सर्किट्स में प्रिकॉशंस करना चाहिए जब आप इलेक्ट्रिसिटी यूज़ कर रहे हैं सबसे पहले दो डर है दो मेजर डर है बिजली से पहला आग लगने का डर है और बिजली का शॉक देखिए जैसे कहते हैं ना कि बिजली या या फायर जैसे दोनों चीजें हैं दोनों साथ-साथ चलती है सही कह रहे हैं अब बिजली अगर आपके घर में सही से यूज़ करें तो आपके लिए बड़े काम के है और अगर थोड़ी लापरवाही कर दें तो किसी की जान भी जा सकती है चलिए तो फायर कॉज कब होती है जब लाइव वायर ओवरहीट हो जाती है अब लाइव वायर ओवरहीट क्यों हो जाती है जैसे लाइव वायर हिट होने के बहुत सारे रीजन है हो सकता है शॉर्ट सर्किटिंग हो गई हो दो वायर्स आ कर के लाइव वायर्स मिल जाती हैं उसकी वजह से क्या होता है शॉर्ट सर्किटिंग हो जाती है तो ज्यादा अच्छा क्या होगा कि जब हम वायर्स यूज करें तो प्रॉपर करंट कैरिंग कैपेसिटी वैसे मैं समझाता हूं कि आपके एसी का कनेक्शन देना है आपके घर में तो आपने जो वायर लगाई हुई है वो नॉर्मल बल्ब वाली तयार एसी के लगा रखी है जी नहीं आपका एसी नहीं चलेगा जैसे ही आप ऑन करेंगे तार शॉर्ट सर्किट से उड़ जाएगी हां फट से बोल जाएगी कभी करना नहीं है पर मैं आपको बता दूं बहुत बहुत क्या हो जाएगा वो काम नहीं करेगी मतलब एक वायर जो बल्ब को स्विच ऑन करने के लिए चाहिए होती थी वो वायर को आप एसी में यूज़ कर रहे हैं जो कि बहुत हाई करंट वाला डिवाइस है काम ही नहीं करेगी इसीलिए प्रॉपर रेटिंग की तार लीजिए हां अलग-अलग टिंग की तार आती है ये भी ध्यान दीजिएगा जितनी थिक तार होगी उतना हायर करेंट्स को वो प्लास करने देगी और इलेक्ट्रिक शॉक से बहुत ध्यान देना है इलेक्ट्रिक शॉक क्यों लगता है करंट का झटका क्यों लगता है अगर आपके डिवाइस में इंसुलेशन ठीक से नहीं है हां प्रॉपर इंसुलेशन नहीं लगाया गया है लाइव वायर बॉडी को टच कर रही है या आपने गलत तरीके से बैक हैंड से हां आपका हाथ गीला था या डिवाइस गीला था आपने उसको टच कर लिया है या डिवाइस में अर्थिंग प्रॉपर नहीं की है या उसने फ्यूज प्रॉप प्रोवाइडेड नहीं है या ये भी हो सकता है कि आपने उस डिवाइस की बॉडी को अर्थ नहीं किया है मैंने बताया था जो भी मेटल के डिवाइसेज हैं उनकी बॉडी को अर्थ कर देना चाहिए ताकि करंट एक्सेस आए तो अर्थ में चले जाए आपको करंट ना लगे आप सेव हो जाए तो बिजली से कोई असावधानी नहीं करनी है कोई कोई लापरवाही नहीं करनी है दिस इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म या मैग्नेटिक इफेक्ट ऑफ अ करंट तो क्या है इस नाम का मतलब जैसे ही हम शब्द का इस्तेमाल करते हैं मैग्नेटिक इफेक्ट ऑफ करंट तो आप ये समझिए अगर किसी कंडक्टर में करंट पास हो रही है चलिए मैं आपको एग्जांपल के रूप में दिखाता हूं ये एक वायर है अगर इस वायर को करंट से जोड़ दिया जाए हां मेरे आप स्क्रीन पे देख पा रहे होंगे तो इस वायर में क्या हो जाएगा मैग्नेटिक फील्ड पैदा हो जाएगी इसी को कहते हैं मैग्नेटिक इफेक्ट ऑफ करंट अब तो क्लियर हो गया मैगनेटिक इफेक्ट ऑफ करंट क्या है अब दूसरा शब्द है ये इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म क्या है सर देखिए दो वर्ड है इलेक्ट्रो मतलब इलेक्ट्रिसिटी और मैग्नेटिज्म तो इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म एक फिजिक्स का ब्रांच है जो हेल्प करता है अंडरस्टैंड करने में फोर्सेस दैट एजिस्ट बिटवीन चार्ज पार्टिकल जब इलेक्ट्रिकली चार्ज पार्टिकल होते हैं तो उनके बीच में क्या फोर्सेस होते हैं याद रखिएगा इलेक्ट्रिकली चार्ज पार्टिकल्स की बात कर रहे हैं अब आता है इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म ही क्यों व्हाई व्हाई इट इज कॉल्ड एज इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म तो क्योंकि इसके अंदर एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फोर्स है और इस फोर्स के अंदर इलेक्ट्रिक फोर्स और मैग्नेटिक फोर्स जब ये दोनों फोर्स है इसीलिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फोर्स अब समझ गए इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म चैप्टर का नाम क्यों है अब हम डिस्कस करेंगे कि इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फोर्स चार फंडामेंटल यस चार फंडामेंटल फोर्सेस में से एक है पहली फंडामेंटल फोर्स है ग्रेविटेशनल फोर्स आपने लॉ ऑफ ग्रेविटी पढ़ा है दूसरी फंडामेंटल फोर्स है स्ट्रांग वीक और चौथी फंडामेंटल फोर्स है इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फोर्स क्लियर है ये चौथी फंडामेंटल फोर्स है चार फिजिक्स की फंडामेंटल फोर्स है आइए चैप्टर का नाम है मैग्नेटिक इफेक्ट ऑफ करंट और इसको सम समझते हैं सबसे पहले एक प्रोफेसर हेंस टायर्ड यस शायद प्रोनंसिएशन अलग होगा प्रोनंसिएशन पे मत जाइएगा हेंस ऑस्टर्ड नाम के प्रोफेसर ने 1920 में जब वो अपने कॉलेज में स्टूडेंट्स को पढ़ा रहे थे लेक्चर डिलीवर कर रहे थे उस लेक्चर के दौरान ये उन्होंने एक्सपेरिमेंट किया वह पहले साइंटिस्ट थे जिन्होंने इस फिनोमिना को बताया क्या बताया उन्होंने उन्होंने बताया कि अगर करंट पास हो रही है किसी कंडक्टर से अगर करंट पास हो रही है यस अगर एक करंट पास कर रहे हैं कंडक्टर से एक वायर से तो वो मैग्नेटिक इफेक्ट पैदा करेगी ऐसा बताने वाले वो पहले पहले साइंटिस्ट थे इसीलिए उनका इतना नाम है अब समझ गए अब आते हैं इनके एक्सपेरिमेंट क्या था क्या एक्सपेरिमेंट किया था उन्होंने हां मैंने 1920 बोला 1820 सोचिए क्या एक्सपेरिमेंट किया आइए अब देखते हैं उन्होंने एक क्या किया एक वायर ली और एक वायर को a से b यस ये रही वायर एक वायर a से बी ये रहा इस पॉइंट को क्या कर दिया वायर ले लिया ठीक है इस वायर को अब कनेक्ट कर देते हैं एक सेल से एक सेल से एक बैटरी से हां सेल एक सिंगल बनाते हैं य ये बड़ी डंडी देखते हैं ये हमेशा प्लस साइन होती है और ये जो छोटी डंडी आप देखते हैं ये माइनस साइन होती है तो एक सेल में एक पॉजिटिव टर्मिनल होता है ये बड़ी डंडी और ये छोटी डंडी समझ गए ये नेगेटिव टर्मिनल है और करंट हमेशा बड़ी डंडी से आप समझ गए इस पॉजिटिव वाले से आपको क्या दिखाई देगी निकलते हुए नजर आएगी आप जब भी एरो लगाएंगे तो आप कहां वाले से एरो लगाएंगे प्लस वाले साइड से बड़ी वाली डंडी वाली साइड से एरो लगाएंगे क्लियर है बहुत क्लियर है तो यहां से बड़ी डंडी से क्या हो रहा है करंट मूव करेगी करंट यहां पर आएगी तो ये कंडक्टिंग वायर a से b जो वायर दिख रहे हैं इस पॉइंट पर क्या होगा मैग्नेटिक फील्ड पैदा होगी ये देखना क्या दिखाई देती है मैगनेटिक फील्ड जवाब है नहीं नहीं मैग्नेटिक फील्ड या मैग्नेटिक फोर्स दिखाई देता नहीं है तो उन्होंने क्या किया था अपने एक्सपेरिमेंट में उन्होंने यहां पर एक मैग्नेट रख दिया था हां एक मैग्नेटिक कंपास रख दिया था और आप जानते ही है कंपास में मैग्नेट होता है और जैसे ही आप इसको सस्पेंड करेंगे तो ये नॉर्थ साउथ सस्पेंड करेगा हां मैग्नेट कंपास को आप कितना भी घुमा दीजिए जैसे ही आप छोड़ेंगे इट विल ऑलवेज पॉइंट टू नॉर्थ साउथ डायरेक्शन ये तो मैगनेट की पहचान है आप जानते ही है तो अब इसमें देखेंगे कि ये नॉर्थ और साउथ डायरेक्शन में नॉर्थ और साउथ डायरेक्शन में पॉइंट करता हुआ ये कंपास दिखाई देगा अगर करंट पास नहीं हो रही है लेट्स अजूम यहां पर की है हां मैं एक की लगा देता हूं ये की लगा दिया अगर की प्रेस नहीं की गई है अर्थात सर्किट कंप्लीट नहीं है तो देखेंगे नो चेंज क्या देखेंगे इसमें देखेंगे देयर विल बी नो चेंज इन दी मैग्नेटिक कंपास कब चेंज नहीं होगा अगर करंट पास नहीं हो रही होगी जब इसकी की को इसके स्विच को ऑन नहीं करेंगे सर्किट कंप्लीट नहीं होगा नो चेंज इन दी इसका मतलब है कि बिना करंट के बिना करंट के यहां पर मैग्नेटिक फील्ड पैदा नहीं होगी ये इन्होंने बताया और क्या किया इसके बाद अब करंट पास किया देखा जैसे ही करंट पास किया तो देखा ये जो मैग्नेटिक कंपास है ये डिफ्लेक्ड कर रहा है और डिफ्लेक्ड कर रहा है मतलब ये अपनी डायरेक्शन चेंज कर रहा है नॉर्थ साउथ के अलावा वेस्ट या ईस्ट इसकी तरफ मुड़ जा रहा है यही फिनोमिना बताने वाले कि एक करंट एक करंट जब किसी कंडक्टर को पास करती है तो उसके आसपास उस कंडक्टर के चारों तरफ मैग्नेटिक फील्ड पैदा होती है यही नाम है मैग्नेटिक फील्ड यस या मैगनेटिक इफेक्ट ऑफ अ करंट आइए देखते हैं इस एक्सपेरिमेंट को मैं आपको पूरा दिखाता हूं क्या-क्या हो रहा है इस एक्सपेरिमेंट में एक बार सारा एक्सपेरिमेंट देखते हैं स्टेप ए पहला एक्सपेरिमेंट देखते हैं पहला केज देखते हैं जब ने करंट पास नहीं किया है देखिए डायग्राम ए फिगर ए में देखेंगे की ओपन है करंट पास नहीं हो रही है आप देखिए कंपास क्या कर रहा है अपनी पोजीशन नहीं चेंज कर रहा है नॉर्थ साउथ एज इट इज क्या है सस्पेंडेड है अब आ की बटन फिगर नंबर बी में जैसे बी को देख रहे हैं की प्रेस कर दी गई है अर्थात करंट पास हो रही है इस बार अब जब करंट पास होगी तो क्या होगा देखिए करंट यहां से पास हो रही है करंट पास होगी अब देखिए कंपास डिफलेक्ट कर गया आप देखिए कंपास का नॉर्थ अपवर्ड चला गया नॉर्थ का फेस अपवर्ड चला गया नॉर्थ टुवर्ड वेस्ट चला गया देखा यहां पर क्या पता चलता है कि इस तार पे इस कंड टिंग वायर ए पर भी मैग्नेटिक फील्ड पैदा हुई है यही यही सोचिए आप इतनी छोटी सी खोज और हम कितना इसको इंपॉर्टेंस दे रहे हैं कितना नाम हो गया हेंस टाइट का हां तुम भी कोई खोज कर लो तुम्हारा भी बहुत नाम हो जाएगा तो ये ये जो मैग्नेटिक फील्ड है जो करंट पैदा कर रही है इसी पे बेस्ड आगे सारे डिवाइसेज बनेंगे कि पहले व्यक्ति थे पहले साइंटिस्ट थे जो उन्होंने ऐसा ऐसा इफेक्ट खोजा समझ गए ना डिस्कवरी की आते हैं आगे देखते हैं थर्ड डायग्राम देखते हैं इस बार डायरेक्शन ऑफ करंट को रिवर्स कर दिया है अब आप देखिए करंट का डायरेक्शन रिवर्स हो गया है इस सेल को देखिए देखिए प्लस यहां पर पर है अब करंट का डायरेक्शन चेंज हो गया है और आप देखिए अगेन देयर इज अ डिफ्लेक्शन इन दी कंपास कंपस डिफ्लेक्ड कर रहा है याद रखिएगा पहले दो केसेस में कंपास इज बिलो द वायर क्या है चेंज कंपास वायर के नीचे रखा है लेट्स असम ये वायर है हां ये जो वायर देख रहे हैं और कंपास इसके नीचे है लेट्स अजूम ये कंपास है कंपास इसके नीचे है और तब ये डिफ्लेक्शन शो कर रहा है समझ गए तब ये डिफ्लेक्शन शो कर रहा है कंपास और अब देखें अब आपको कंपास को कहां करना है अबोव द वायर अब कंपास जो है इस कंडक्टिंग वायर के ऊपर है मतलब जो आपने कंडक्टर लिया है उसके ऊपर कंपास होगा कंपास ऊपर रहेगा तो क्या चेंज होगा फिर डिफ्लेक्शन शो करेगा दोनों केसेस में डिफ्लेक्शन शो करेगा आइए देखते हैं डी वाली फिगर को देखिए अगेन करंट पास कर रहे हैं और करंट पास करते ही आप देखेंगे एज द करंट इज स्विच्ड एज द करंट इज पास्ड देयर इज डिफ्लेक्शन एंड अगर आपने डायरेक्शन चेंज किया फिर डिफ्लेक्शन तो इन सारे एक्सपेरिमेंट में हेंस ऑ स्टेड ने यही करके दिखाया कि करंट अगर पास की जा रही है तो कंडक्टर में करंट पास करते ही उसमें मैगनेट फल पैदा हो रही है और इसको शो करने के लिए उसने कंपास का इस्तेमाल किया मैग्नेटिक कंपास भी रिफ्लेक्ट कर रहा है नॉर्मली मैग्नेटिक कंपास नॉट साउथ ही पॉइंट करता है डिफ्लेक्ड नहीं करता है ठीक है आसपास अगर कोई मैग्नेटिक फील्ड होगी तो दो मैग्नेटिक फील्ड एक दूसरे को टकरा हट करेंगी यस टर्निंग इफेक्ट पैदा करेगी टॉक पैदा करेगी और इसके लिए क्या होगा उसको डिफ्लेक्ड करना पड़ेगा समझ गए ना डिफ्लेक्शन रहा है अब आइए रीजंस पढ़ते हैं क्यों डिफ्लेक्ड कर रहा है तो जैसे ही करंट पास कर रहे है मैग्नेटिक फील्ड पैदा हो रही है और जो कंपास है वो एक टॉक महसूस कर रहा है एक एक टर्निंग इफेक्ट एक मोमेंट ऑफ फोर्स महसूस कर रहा है और इसकी वजह से वो डिफलेक्ट कर रहा है वो डिफ्लेक्ड कर रहा है ताकि अपने आप को अलाइन कर सके अपने आप को सेट कर सके टू द डायरेक्शन ऑफ दी मैग्नेटिक फील्ड समझ गया ना अपनी मैग्नेटिक फील्ड को नॉर्थ साउथ बनाए रखने के लिए अलाइन करने के लिए वो क्या कर रहा है ऐसा कर रहा है अब क्लियर है आइए एक और चीज समझते हैं एक एक इंफेंसिया इस एक्सपेरिमेंट से कि करंट क्या होती है मूविंग चार्ज होती है याद रखिएगा जब जब हम करंट बोले या मूविंग चार्ज बोले बातें की है तो ये करंट प्रोड्यूस मैग्नेटिक फील्ड करती है और इसी फिनोमेना का नाम रखा गया है मैग्नेटिक इफेक्ट ऑफ अ करंट आइए अब आपको इसको एक्सपेरिमेंटली प्रूव करके दिखाएंगे कि क्या मैग्नेटिक इफेक्ट पैदा हो रहा है क्या हम इसको देख सकते हैं तीन एक्सपेरिमेंट करूंगा आप तीन एक्सपेरिमेंट करेंगे और उन तीनों एक्सपेरिमेंट में आपको दिखाएंगे कि किस तरीके से एक कंडक्टिंग वायर मैग्नेटिक इफेक्ट पैदा करती है तीन एक्सपेरिमेंट करेंगे यस पहला एक्सपेरिमेंट है अगर एक मैग्नेटिक फील्ड को पास किया जाए एक स्ट्रेट लाइन कंडक्टर में क्या मतलब हुआ कि एक तार है यस एक कंडक्टर है जैसे मैग्नेटिक फील्ड पास करानी है यस एक प्लेन वायर है लेट्स अजूम ये प्लेन वायर है ठीक है इसमें अगर आपने करंट पास किया और ये स्ट्रेट लाइन है स्ट्रेट लाइन मतलब एक सिंगल वायर जा रही है अब वो नॉर्थ से साउथ की तरफ करंट जाए या साउथ से नॉर्थ की तरफ करंट जाए करंट एक सिंगल स्ट्रेट लाइन में मूव करेगी क्लियर है आओ देखिए क्या इफेक्ट होगा चलिए क्या करना है हमको देखना है देखिए आपने देखा कि जब करंट पास करेंगे किसी कंडक्टिंग वायर से तो एक मैग्नेटिक फील्ड प्रोड्यूस होगी हां ये तो आपने समझ लिया नाम दे दिया मैग्नेटिक वेक्टर करंट तो जब डायरेक्शन ऑफ मैग्नेटिक फील्ड है वो क्या होती है हमेशा टेंज एट होती है क्लियर कर लीजिए डायरेक्शन ऑफ मैग्नेटिक फील्ड विल ऑलवेज बी टेंज एट टू द टू दी मैग्नेटिक फील्ड एट दैट पॉइंट अर्थात दो मैग्नेटिक फील्ड्स पैदा हो जाएंगी एक मैग्नेट की मैगनेटिक फील्ड है और एक दूसरी मैग्नेटिक फील्ड है जो करं ने प्रोड्यूस की दोनों एक दूसरे के टेंजर बिहेव करेंगे ठीक सुना टेंज बिहेव करेंगे आइए इसको एक्सपेरिमेंटली शो करके दिखाते हैं आपको क्या करना है एक ऐसा सेटअप करना है पहले आपको एक कार्डबोर्ड लेना है कहां है कार्डबोर्ड ये बड़ा सा जो रेक्टेंगल चीज दिख रहा है ये एक कार्डबोर्ड है है ना इस कार्डबोर्ड में बीच में होल करना है यहां पर आपने होल कर दिया और इस होल को यस कार्डबोर्ड के इस होल को किससे कनेक्ट कर देना है एक स्ट्रेट लाइन स्ट्रेट लाइन कंडक्टर एकवा एक तार लेनी है स्टार का नाम दे देना है क्या एकवा एकवा नाम का एक कंडक्टर ये रहा स्ट्रेट ये रहा एक्वा क्या करना है एक स्ट्रेट कंडक्टर और इसका एक एंड यस एक एंड बैटरी के पॉजिटिव टर्मिनल और दूसरा एंड बैटरी के नेगेटिव टर्मिनल में कनेक्ट कर देंगे कहां कनेक्ट करना है देखिए ये देखिए इसको सेल को यस कनेक्ट करना है इस वायर को इस वायर को कनेक्ट करना है दो तरीके से एक पॉजिटिव एंड को यस बैटरी के पॉ और नेगेटिव एंड में इस x वा नाम के कंडक्टर को ये हमारा कंडक्टर है इस कंडक्टर को आपको करंट देने के लिए एक बैटरी से कनेक्ट करना है ये रही बड़ी वाली डंडी तो हो गई ये क्या पॉजिटिव और यहां से करंट पास करते हुए पहले पहुंचती है की पर की ऑन एंड ऑफ करने वाला डिवाइस होता है अगर की ऑफ है तो करंट नहीं जाएगी और जब करंट मूव नहीं करेगी तो मैगनेटिक फेट भी पैदा नहीं होगा ठीक है अब क्या करना है इसको कनेक्ट करंट करना है ए मीटर से ए मीटर क्या मेजर करता है ए मीटर एंपियर में करंट मेजर करता है क्या मेजर करता है इट मेजर्स द करंट और ये करंट जैसे ही यहां पहुंचेगी यहां से यहां जाएगी याद रखिएगा ये डिवाइस के अंदर से कार्डबोर्ड को पार करता हुआ ये कंडक्टर नीचे चला जा रहा है कार्डबोर्ड रेक्टेंगल है कार्डबोर्ड रेक्टेंगल है इस रेक्टेंगल को पार करता हुआ क्या हो जाएगा ये कंडक्टिंग वायर नीचे जा रहा है दिख रही है ये एक्स कंडक्टिंग वायर और इस पे करंट देंगे और इसके आसपास यहां पर इसके आसपास क्या करेंगे आयरन के छोटे-छोटे पीसेज आते हैं उसको स्प्रिंकल कर देंगे क्या कर देंगे छिड़क देंगे आयरन के पीसेज को चारों पास कैटल कर देंगे और और इसको फिर कंडक्ट कर को क्या करेंगे यस इस कंडक्टर का कनेक्शन सेल से कंप्लीट कर देंगे जैसे ही की ऑन करेंगे क्या जैसे ही की को ऑन करेंगे ऑन पशन में लाएंगे तो इसमें करंट पैदा होगा करंट से मैग्नेटिक फील्ड आएगा एक्वा में और मैग्नेटिक फील्ड आने के साथ-साथ आपको उसको थोड़ा टैप करना पड़ेगा क्या करना पड़ेगा कार्डबोर्ड को थोड़ा सा टक टप ठप टैप करना पड़ेगा टैप क्यों करेंगे ताकि इसके अंदर जो ये आयरन के फिलिंग्स हैं ये जो आयरन के फिलिंग्स हैं छोटे-छोटे टुकड़े हैं ये क्या हो जाए एक सर्कुलर वे में अरेंज हो जाएंगे आप देखेंगे कि ये कंसंट्रस सर्कल्स के रूप में ये आयरन फिलिंग्स अरेंज हो गए हैं कैसे कंसंट्रस सर्कल सर ऐसा क्यों मैंने बताया था ये टॉर्क की वजह से हो रहा है एक कनिंग इफेक्ट पैदा हो रहा है और ये जो लाइंस ऑफ मैग्नेटिक फील्ड है जो कि इस वायर से प्रोड्यूस हो रही है और मैग्नेटिक फील्ड ऑफ मैग्नेट की वजह से क्या हो रहा है टर्निंग इफेक्ट पैदा हो रहा है यस टॉर्क की वजह से ऐसा हो पा रहा है तो ये फील्ड लाइंस क्या कर रही है एक सर्कुलर फील्ड लाइंस के रूप में कन्वर्ट हो गई है कैसी एक कंसंट्रस सर्कल के रूप में ये फील्ड लाइंस दिखाई दे रही है ये डॉटेड लाइंस दिख रही है ये आयरन फिलिंग्स है जो कंसेंट सर्कल के रूप में है ये रिप्रेजेंट करती है किसको मैग्नेटिक फील्ड लाइंस को मैग्नेटिक फ्लक्स को ठीक है अब अब क्वेश्चन मेरा यहां से शुरू होता है कि हमें पता करना है सर कि ये डायरेक्शन ऑफ मैगनेटिक फील्ड क्या होगा हमें इस फील्ड लाइन का सर डायरेक्शन बताइए हां बताइए सर कौन सा तरीका लगाएं कि इसका डायरेक्शन निकल जाए वी वांट टू नो द डायरेक्शन ऑफ मैगनेटिक फील्ड तो इसके लिए लगाना है राइट हैंड थंब रूल ध्यान से सुनिए मेरी बात को क्या लगाना है राइट हैंड थम रूल आपको डायरेक्शन ऑफ मैग्नेटिक फील्ड नहीं मालूम करंट का डायरेक्शन मालूम है देख लीजिए आप करंट का डायरेक्शन मालूम है ये रहा करंट का डायरेक्शन देख लीजिए यू नो द डायरेक्शन ऑफ करंट कैसे वो बड़ी डंडी से पहचान लेंगे यहां से जहां पे बड़ी डंडी है वहां से करंट निकल रही है तो इस बड़ी डंडी से करंट तो पहचान लेंगे पर आपको डायरेक्शन किसका चाहिए मैग्नेटिक फील्ड का चाहिए ये कैसे निकालेंगे सर तो एक स्ट्रेट लाइन कंडक्टर में एक स्ट्रेट लाइन वायर में मैग्नेटिक फील्ड जो प्रोड्यूस हो रही है उस मैगनेटिक फील्ड को जानने के लिए आप यूज करेंगे राइट हैंड थम रूल मेरे हाथ को देखिए मेरे हाथ को देखिए और मेरे राइट हैंड को देखिए मैंने कहा था आज एक्सपेरिमेंटल हम करेंगे सारा काम क्या करना है आइए देखिए ये रही वो कंडक्टर हां ये रही वो कंडक्टर ये रही वो वायर जो आप ऊपर से देख रहे हैं एक्सवा आप देख पा रहे हैं ये रही वो वायर अब यही वो कंडक्टिंग वायर है इसके चारों तरफ इस वायर के चारों तरफ क्या होंगे आयरन के फिलिंग्स होंगे सर्कुलर पैटर्न में कंसंट्र सर्कल्स में हमें उसी का उस मैगनेटिक फील्ड का पता लगाना है कैसे पता लगाए सर तो मैंने कहा कोई तरीका है हां आपको बस क्या करना है जिस दिशा में करंट है डायरेक्शन ऑफ करंट में अपना थंब मोड़ देना है द डायरेक्शन ऑफ करंट इज डाउन वर्ड हमारे केस में करंट का डायरेक्शन डाउन वर्ड है तो राइट हैंड ध्यान से सुनिए राइट हैंड देख लीजिए आप भी अपना राइट हैंड निकाल लीजिए राइट हैंड में क्या करिए अपना थंब पॉइंट करिए टू दी डायरेक्शन ऑफ द करंट और जो फिंगर्स हैं और बची हुई चारों फिंगर्स हैं जो एन सर्कल कर रही है इस कंडक्टर को दिस फिंगर्स विल दिस फिंगर्स विल टेल यू द डायरेक्शन ऑफ़ मैग्नेटिक फील्ड कौन बताएगा मैगनेटिक फील्ड डायरेक्शन बताएगा हमारी ये बची हुई फिंगर्स थंब को बताना है डायरेक्शन ऑफ करंट तो हमारे केस में डायरेक्शन ऑफ करंट डाउन वर्ड है ये रही देखिए हमारे केस में करंट डाउन वर्ड है तो ये जो फिंगर्स है देखिए कौन सा डायरेक्शन बता रहे हैं फिंगर्स साफ-साफ बता रहे हैं की डायरेक्शन है क्लॉक वाइज गरी जैसा डायरेक्शन है और आपको देखिए साबित करता हूं यहां पर देखिए ये डायरेक्शन क्या दिखाई दे रहा है आपको साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि ये सारा क्लॉक वाइज है देख लीजिए चेक कर लीजिए है ना क्लॉक वाइज हां आपके पास तो जूम का फंक्शन है आप ज़ूम करके क्या करेंगे इसको और देख सकते हैं सो जब करंट डाउनवार्ड है तो ये क्लॉक वाइज कर रहा है आपको क्या करना है यस राइट हैंड थम रूल करके पता लगा देना है डायरेक्शन ऑफ मैग्नेटिक फील्ड चलिए एक पेन से भी करके देखते हैं चलिए आपके पास हाथ में पेन है चलिए मेरे साथ जो सामने बैठे हैं आपके पास अगर हाथ में पेन है पेंसिल है कोई ऐसा डिवाइस है जो पतला हो जिसको आप होल्ड में कर सकते हैं हाथ में होल्ड कर सकते हैं जरा उसको पकड़ लीजिए जल्दी से पकड़ लिया अब आप मेरे साथ करिए एक्सपेरिमेंट अब आप इमेजिन करिए कि ये कंडक्टर है ये एक तार है जिसमें करंट पास हो रही है हां अजूम कर लीजिए और अब इस बार करंट अजूम करिए कि कहां जा रही है ऊपर की तरफ जा रही है अजूम कर लिया आपने अब आप क्या करिए राइट हैंड से इसको हां मेरे साथ करना है हां राइट हैंड से इसको क्या करिए इसको पकड़ लीजिए पकड़ लिया अब आपका थंब आपका थंब कहां पॉइंट कर रहा है टू दी डायरेक्शन ऑफ द करंट आपका थंब पॉइंट कर रहा है डायरेक्शन ऑफ करंट और बाकी जो फिंगर्स हैं बाकी जो चार फिंगर्स हैं वो इसको एन सर्कल कर ले रही है एन सर्कल कर रही है और उससे क्या पता चल रहा है डायरेक्शन ऑफ दी मैग्नेटिक फील्ड तो इस तरीके से आपने क्या कर दिया अब मेरे केस में जब करंट अपवर्ड पॉइंट कर रही है जब करंट अपवर्ड है तो मैग्नेटिक फील्ड देखिए कहां है क्लॉक का उल्टा देखिए ये देखिए ऐसे चलता है व 2 3 4 5 6 सेन ऐसे चलता है क्लॉक वाइज ना अब देखिए मैग्नेटिक फील्ड कहां है मैग्नेटिक फील्ड ल्ट है आप हमारी फिंगर्स को देखिए जो उसको एन सर्कल कर रही है जो हमें बता रही है कि इस समय जब करंट अपवर्ड होगी जब करंट की दिशा अपवर्ड होगी तो डायरेक्शन ऑफ मैगनेटिक फील्ड एंटी क्लॉक वाइज हो जाएगी तो स्ट्रेट लाइन कंडक्टर ध्यान से बैठा लीजिए दिमाग में जब जब स्ट्रेट लाइन कंडक्टर में आपको मैग्नेटिक फील्ड पता करनी है आप इसके डायरेक्शन को पता करने के लिए राइट हैंड थंब रूल यूज करेंगे क्या यूज करेंगे राइट हैंड थंब रूल क्लियर है वेरी शोर है राइट हैंड थम रूल किस यूज करेंगे कब यूज़ करेंगे डायरेक्शन ऑफ मैग्नेटिक फील्ड पता करना है जब आपको स्ट्रेट लाइन कंडक्टर होगा एक सिंगल लाइन ऑफ वायर में करंट जा रही है आइए अब इसी को क्या करते हैं लूप में कन्वर्ट करते हैं लूप में क्या होगा वायर सर्कल करेगी इसलिए इसका नाम हो जाएगा लूप क्या चीज अब इस वायर में क्या हो जाएगा वायर सर्कल में होगी इसीलिए इसका नाम हो जाएगा लूप है ना इस बार क्या चेंज है इस बार वायर जो है वो एक सर्कल में होगी आइए इसको देखते हैं अब करंट कैरिंग कंडक्टर किस किसम है लूप में है एक सर्कल के रूप में है आइए समझते हैं कहां है आइए देखते हैं रा आप समझ गए हैं चलिए अब आपको क्या करना है दूसरा एक्सपेरिमेंट मैंने कहा था तीन एक्सपेरिमेंट है तो दूसरा एक्सपेरिमेंट क्या है करंट कैरिंग मैग्नेटिक इफेक्ट ऑन अ करंट इन अ लूप एक सर्कुलर लूप है इस बार भी क्या करना है एक कार्डबोर्ड लेना है बड़ा सा कार्डबोर्ड लेंगे हां मैं डायग्राम दिखा देता हूं आपको एक बड़ा सा कार्डबोर्ड ले लेंगे जरा देखिए इस बड़े से कार्डबोर्ड को देखिए आपने देखा एक बड़ा सा कार्डबोर्ड है इस कार्डबोर्ड में क्या करना है दो छेद करने हैं दो होल करने हैं एक होल का नाम है p छेद का नाम है p एक होल का नाम है q अब क्या करना इस बार एक स्ट्रेट लाइन नहीं जाएगी बल्कि एक लूप बनेगा लूप समझते हैं ना यस एक गोला बन जाएगा ऐसा समझ गए ऐसा गोला बन जाएगा इसे कहेंगे लूप एक सर्किल बन जाएगा मतलब तार का देखो ना तो एक तरफ से क्या हो रहा है एक तरफ से वायर एंटर कर रही है करंट लेकर के वो पॉइंट p है एक तरफ से नीचे से वायर एंटर कर रही है देखिए इस कार्डबोर्ड से और ऊपर से होते हुए वापस क्या कर रही है दूसरे तरफ से q से q से वायर क्या कर रही है लीव कर रही है तो एक तरफ ऐसे गई कार्डबोर्ड के ऊपर और दूसरी तरफ से कार्डबोर्ड के नीचे से क्या हो रही है तार निकल रही है इस इसीलिए इसको कह रहे हैं लूप लूप मतलब सर्कल अभी स्ट्रेट लाइन कि था अब कर रहे हैं सर्कल तो इस बार भी क्या होगा करंट एक तरफ एंटर कर रही है देख लीजिए यहां से करंट एंटर कर रही है इस प्लस से आप पहचान गए होंगे कि यहां से करंट एंटर करेगी और यहां से देखिए करंट वापस पहुंच रही है सेल के पास चलिए अब क्या होगा फिर से हमको पता करना है इस केस में भी कि डायरेक्शन ऑफ मैग्नेटिक फील्ड क्या होगा आपका जवाब फिर से सेम होना चाहिए टू नो द डायरेक्शन ऑफ मैग्नेटिक फील्ड ये जो मैग्नेटिक फील्ड बनी हुई है इसका डायरेक्शन जानना है डायरेक्शन ऑफ मैग्नेटिक फील्ड जानने के लिए आपको फिर से यूज करना है क्या यूज करना है राइट हैंड थंब रूल क्या यूज़ करेंगे राइट हैंड थंब रूल आइए यूज़ करते हैं सबसे पहले इसको देखते हैं इसको देखते हैं p वाले पार्ट को देखते हैं p वाले पार्ट में देखेंगे कि करंट क्या कर रही है अपवर्ड जा रही है सोचिए इमेजिन करिए आपका राइट हैंड इस करंट कैरिंग कंडक्टर को होल्ड कर रहा है आपका राइट हैंड इस करंट क कंडक्टर को होल्ड कर रहा है और थंब पॉइंट ू द डायरेक्शन ऑफ करंट और आप देखेंगे कि डायरेक्शन क्या है एंटीक्लॉक वाइज हो गई एंटी क्लॉक वाइज डायरेक्शन ऑफ मैग्नेटिक फील्ड मिल गया अब यहां से देखिए क्या हो रहा है यहां से पॉइंट q से क्या हो रहा है करंट डाउन वर्ड जा रही है नीचे की तरफ जा रही है देखिए यहां से करंट नीचे जा रही है तो करंट नीचे जा रही है करंट नीचे जा रही है तो राइट हैंड के थम से उसको होल्ड करेंगे देखेंगे कि इस बार करंट का डायरेक्शन सॉरी मैगनेटिक फील्ड का डायरेक्शन क्या है इस बार इस बार डायरेक्शन है क्लॉक वाइज आप चेक करके देखिए अपना हाथ से यस एक्सपेरिमेंटली जहां बैठे हैं वहां अपने पेन का इस्तेमाल करके आप चेक कर लीजिए सो क्या सीखा हमने कि ये जो सर्कुलर कंसंट्रस सर्कल्स दिख रहे हैं ये मैग्नेटिक फील्ड डिफाइन कर रहे हैं पर आप दोनों के बीच में देखिए दोनों के बीच में क्या है इक्वल डिस्टेंस मेंटेंड है और क्या पता चल रहा है इस सर्कुलर पैटर्न से पता चल रहा है कि सर्कुलर पैटर्न जहां पर सेंटर है वहां पर ज्यादा कंसंट्रेटेड है क्या चीज ज्यादा सर्कल्स है वहां पर ज्यादा सर्कुलर है कहां पर इस मिडिल वाले पॉइंट पे जहां से वो एंटर करंट कर रही या लीव कर रही है ओबवियस बात है वहां करंट ज्यादा होगा व मैग्नेटिक फील्ड भी ज्यादा होगी इसीलिए और क्या देखा जा रहा है देखा जा रहा है कि जो ये मैग्नेटिक फील्ड लाइंस है एक दूसरे के पैरेलल है ये जो दो वायर जो फील्ड लाइंस दिख रही है ये सब एक दूसरे के पैरेलल चल रही हैं और क्या समझ में आ रहा है जो मैग्नेटिक फील्ड लाइंस है वो नॉर्मल टू दी प्लेन है अर्थात परपेंडिकुलर टू द प्लेन है 90° का टेंज का रिलेशन बनाती है इस प्लेन के साथ इस सरफेस के साथ समझ गए आइए अब आप समझते हैं कुछ और रूल अगर मैग्नेटिक फील्ड डेंसर करनी हो तो हम चाहते हैं और डेंस वहां पे मैग्नेटिक फील्ड बन जाए और ज्यादा कंस सर्कल बन जाए तो एक तरीका है आप उसकी स्ट्रेंथ इंक्रीज कर दो करंट ज्यादा दे दो हो जाएगा ज्यादा मैगनेटिक फील्ड पैदा हो जाएगी या तो नंबर ऑफ टर्न्स जो लूप बनाया था अभी एक सिंगल लूप बनाया था आप कई लूप बना दो तो वो बढ़ जाएगी क्या बढ़ जाएगी मैगनेटिक फील्ड बढ़ जाएगी क्लियर है तो आपको पता करना क्या है इस बार इस बार आपने तो ये तो पता कर लिया कि मैग्नेटिक फील्ड कौन सी पैदा हो रही है पर आपको इस बार जानना है पोलैरिटी कौन सी पैदा हो रही है ध्यान से सुनिए पोलैरिटी अब एक तरफ नॉर्थ पोल जनरेट हो जाएगा जब लूप होगा जब जब लूप होगा तो दो पोल्स जनरेट होगा आपको याद होगा अ मैग्नेट इज ऑलवेज अ डापोर क्या एक मैग्नेट में दो पोल होते ही हैं एक नॉर्थ पोल तो एक साउथ पोल होना ही होना है तो हमको इसी पोलैरिटी का पता लगाना है कि एंड में कौन से पोल्स डेवलप हो रहे हैं इसके लिए आपको एक रूल लगाना पड़ेगा और उस रूल का नाम है क्लॉक वाइज रूल क्या नाम सुना क्लॉक रूल हां हां क्लॉक वाइज नहीं क्लॉक रूल तो इस क्लॉक रूल में अगर ऐसे पहचानिए मैं आसान ट्रिक देता हूं अगर करंट की डायरेक्शन एंटी क्लॉक वाइज है तो आप समझ जाइए वहां पे नॉर्थ पोलरिटीज करंट अपवर्ड जा रही थी देखिए ध्यान से राइट हैंड थर्म रूल देखिए मेरा तोब जब करंट कैरिंग कंडक्टर में करंट अपवर्ड जा रही है तो आपने राइट हैंड से जैसे ही होल्ड किया तो थंब इज पॉइंट टू द डायरेक्शन ऑफ द करंट जो कि अपवर्ड है और जो फिंगर्स बची हुई है जो उसको एन सर्कल कर रही है वो डायरेक्शन ऑफ़ द मैग्नेटिक फील्ड बता रही है तो ये जो मैग्नेटिक फील्ड के डायरेक्शन है ये डायरेक्शन है ये एंटी क्लॉक वाइज है इसी डायरेक्शन इसी डायरेक्शन एंटी क्लॉक वाइज डायरेक्शन से पता चलता है कि वहां पर नॉट पोलैरिटी है क्या पहचानेंगे एनटी एनटी की स्पेलिंग में ए आता है क्या मैंने कहा एनटी की स्पेलिंग में ए आता है ए एनटी आई देखिए इसमें n है तो यहां पर नॉर्थ पोलैरिटी डेवलप हो रही है समझ गए ना क्यों पोलैरिटी डेवलप हो रही है दो पोल्स तो डेवलप हो रहे हैं क्योंकि इस इस बार वायर लूप में है क्या मैंने कहा इस बार वायर एक सर्कल में है है ना एक तरफ से वायर क्या बना रही है सर्कल बना रही है तो एक तरफ से वायर एंटर कर रही थी तो एक तरफ से वायर लीव कर रही थी एक तरफ से वायर घुस रही थी उस कार्डबोर्ड से एक तरफ से निकल रही थी तो इसलिए दो पोल्स पैदा करेंगे हां दो एंड पॉइंट्स पैदा करेंगे एक तरफ पे एंटीक्लॉक वाइज करंट मूव कर रही थी एक तरह से एंटी क्लॉक वाइज फील्ड थी तो वहां पर क्या पैदा हो रहा है नॉर्थ पोलैरिटी पैदा हो रही है ध्यान देंगे नॉर्थ पोलैरिटी और जहां पे क्लॉक वाइज है वहां पे साउथ वैसे एंटी के एन से एंटी के एन से नॉर्थ पोलैरिटी को पहचान लेंगे क्लियर है अब अब आप जान गए क्या रूल का नाम था इस रूल का नाम है क्लॉक रूल ये क्लॉक रूल हेल्प करता है आपको बताने में कि लूप के जो फेसेस बन रहे हैं दो बनेंगे एक नॉर्थ बनेगा एक साउथ बनेगा नॉर्थ एंटी क्लॉक वाइज साइड में बनेगा और साउथ क्लॉक वाइज क्लियर है चलिए अब आपको देखना है अगला एग्जांपल आपको इसके लिए करना क्या है आपको एक सिलेंडर कल कॉइल लेना है चलिए मैंने जान बुझ का एक सिलेंडर ऑब्जेक्ट टाइप का ले लिया मेरे हाथ में तो एजेक्ट सिलेंडर नहीं था पर फिर भी एक ऐसा ऑब्जेक्ट जो लगभग सिलेंडर कल है है ना उसको ले लीजिए हां आप सिलिंक ऑब्जेक्ट को क्यों ले रहे हैं आइए मैं दिखाता हूं इस सिलेंडर ऑब्जेक्ट में हां इस सिलिकल ऑब्जेक्ट की खास क्या होती है कि इसके पास जो लेंथ होती है वो ज्यादा होती है डायमीटर कम होता है ये सर्कुलर पार्ट का डायमीटर कम है लेंथ ज्यादा है इसलिए इसको सिलेंडर कह रहे हैं ठीक है अब इस पे क्या करना है इस पे हां इस पे लूप क्रिएट करना है कंडक्टिंग वायर का देखा मैंने क्या किया लूप बना दिया आप ध्यान से देखिए लूप बना दिया बनाया एक तरफ को पॉजिटिव टर्मिनल से कनेक्ट करेंगे और दूसरी तरफ को नेगेटिव टर्मिनल बीच में ए मीटर और ए स्ट्रेट जैसे आप कनेक्ट कर रहे थे और की वो तो आप यूजुअली कनेक्ट करेंगे अब इस बार क्या होगा इस बार ये जो ऑब्जेक्ट है जो सिलेंडर ऑब्जेक्ट है हां ये जो सिलेंडर ऑब्जेक्ट है ये सोलेनोइड्स हां आप भी बना सकते हैं कैसे बना सकते हैं अरे आपके पास पेंसिल है पेन है आसपास थ्रेड है उससे बना लो हां चलो आपको एक और एग्जांपल से दिखाते हैं ये एक सिलिकल ऑब्जेक्ट है और एक तरफ से करंट देखिए एंटर कर रही है अज्यू कर रहा हूं जी ये मैं इस पे टर्न बना रहा हूं यहां से करंट एंटर कर रही है जहां पे आपने मोटा वाला देख रहे हैं ये पॉजिटिव टर्मिनल ऑफ बैटरी से कनेक्टेड है तो यहां से करंट एंटर कर रही है देख लिए ध्यान से और यहां से करंट लीव कर रही है सेकंड पार्ट से तो ये भी क्या हो जाएगा अब मैग्नेट की तरफ बिहेव करेगा ध्यान रखना है कि हर बार डीसी करंट ही चाहिए एसी में नहीं होगा याद रखिएगा एसी करंट में मैगनेट पैदा नहीं होगा हर बार डीसी ही करंट लगाएंगे अब जैसे ही आपने इसमें डीसी करंट दी इसको करंट से जोड़ा बैटरी से जोड़ा क्या होगा ये जो सोलेनोइड्स की तरफ जी हां कैसे टेस्ट करें सर मैग्नेट है कि नहीं है आप कोई आयरन ऑब्जेक्ट इसके पास ले आइए चिपक जाएगा हां आप कील ले आइए हां कोई भी अलो की वस्तु ले आइए इसके आसपास वो चिपक जाएगी पर कब तक जब तक कि इसको करंट है अब हम स्विच ऑफ कर देंगे तो क्या हो जाएगा जैसे ही करंट छोड़ देंगे तो तो इसमें से करंट खत्म मैग्नेटिक फील्ड खत्म और मैगनेटिक प्रॉपर्टी खत्म होते ही जो आयरन ऑब्जेक्ट उमें चिपक रहा था वो वापस फॉल डाउन हो जाएगा समझ में आया सोलेनोइड्स चलो सोलेनोइड्स फील्ड तीसरा एक्सपेरिमेंट मैंने कहा था हम तीन एक्सपेरिमेंट करेंगे अब मैग्नेटिक फील्ड चेक करनी है किस पर एक सिलेंडर कल कॉइल के एक सिलेंडर कल कॉइल कॉइल इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इसपे वायर क्या कर दी गई है खूब सारी लपेट दी गई इसलिए इसको कॉइल कह रहे हैं अब आप देखेंगे p प ड और q क ड दिख रहा है आपको ये एक सिलेंडर कॉइल है ठीक है ना और इसी पे क्या करना है आपको वायर लप पेटनी है तो इफ अ कंडक्टिंग वायर इज वाउंड इन द फॉर्म ऑफ सिलेंडर वायर को क्या कर दिया है सिलेंडर के रूप में वाउंड कर दिया गया है ठीक है कैसे पता चला सिलेंडर है यहां पे सिलेंडर में खास बात क्या होती है डायमीटर इज लेस इन कंपेरिजन टटू लेंथ अर्थात इसकी गोलाई छोटी है लेंथ ज्यादा है तो आप पहचान जाओगे कि सिलेंडर है समझ गए वो डायमीटर छोटा है पर उसकी लेंथ बड़ी है इसलिए वो सिलेंडर कल ऑब्जेक्ट है अब क्या होगा ये एक सोलेनोइड्स कल स्प्रिंग की तरह होगा क्या है इसमें देखिए यहां से करंट एंटर कर रही है देखिए प्लस यहां पर है बड़ी डंडी यहां पर है यहां से करंट एंटर कर रही है और जहां से करंट एंटर कर रही है तो अगले तरफ से करंट क्या हो रही होगी यहां से करंट क्या हो रही होगी बाहर जा रही होगी तो एक तरफ से करंट एंटर कर रही है और जहां से करंट एंटर कर रही है ध्यान से देखिए जहां से करंट एंटर कर रही है मेरे एग्जांपल को देखिए थोड़ा ध्यान से हां मेरे हाथ को देखिए तब आपको और क्लियर होगा जहां से ये इस सोलेनोइड्स एग्जांप लेके चल र हू सिंकल ऑब्जेक्ट का एग्जांपल लेकर के जहां से करंट एंटर कर रही है ध्यान से देखिए आगे की तरफ से करंट एंटर कर रही है तो ये भी एक मैग्नेट की तरह बिहेव करेगा और मैंने कहा था अजूम किया कि ये साइड पॉजिटिव साइड है ये बड़ा वाला साइड जो दिख रहा है पॉजिटिव साइड है यहां से करंट एंटर कर रही है यहां पे नॉर्थ पोलैरिटी डेवलप हो जाएगी सर आपको कैसे मालूम है नॉर्थ पोलैरिटी डेवलप हो जाएगी अभी क्लॉक रूल बताया था ना आपको उससे पता चल जाएगा और यहां से जहां से करंट लीव कर रही है वहां पे क्या हो जाएगा वहां पे डेवलप हो जाएगा साउथ पोलैरिटी एक और पहचान करना है एक तो मैंने कहा आप आगे से एंटर कर रहे ध्यान से देखिए आप यहां पर एंटी क्लॉक वाइज हैं क्या कहना चाहता हूं यहां से एंटी क्लॉक वाइज है जबकि यहां से क्या है आप क्लॉक वाइज है चेक करके देखो इसको हां इस वाले एंड को देखो यहां पे क्या हो रही है क्लॉक वाइज है समझ गए तो यहां क्लॉक वाइज बन रहा है इसीलिए यहां पर साउथ पोलैरिटी है और यहां पे देखो इस साइड देखो कैसे टर्न किया गया है इस लूप को कैसे बनाया गया है एंटी क्लॉक वाइज बनाया यहां पे एंटी क्लॉक वाइज है अब समझ में आया इसीलिए मैंने पहचान लिया कि जहां पर एंटी क्लॉक वाइज होगा वो नॉर्थ पोलैरिटी बताएगा और यहां पे कौन सा पोल डेवलप होगा क्लॉक वाइज सो साउथ पोलैरिटी अब पोल्स की याद रहेगी एटी में n है तो नॉर्थ हो जाएगा तो इस तरीके से यहां पर नॉर्थ पोलैरिटी डेवलप हो गई है और यहां पे साउथ पोलैरिटी है अगर इसको भी सस्पेंड कर पाते इस को भी सस्पेंड करेंगे तो ये भी मैग्नेट की तरह नॉर्थ साउथ सस्पेंड करने लगेगा मतलब एक बार मैगनेट की तरह बिहेव करने लगेगा आइए इसको अभी क्या करते हैं कंपैरिजन करते हैं हां इसका भी कंपैरिजन करते हैं किसके साथ एक बार मैग्नेट के साथ एक सोलेनाइड और बार मैग्नेट में क्या सिमिलरिटीज है और इवन क्या डिफरेंसेस हैं तो बार मैग्नेट तो परमानेंट मैग्नेट होता है ना आपने देखा होगा यूजुअली रेक्टेंगल आता है बाजार में मिलता है इवन आपने साइंस लैब में भी देखा होगा अपनी तो जो फील्ड लाइंस है जो मैगनेटिक फील्ड लाइंस है दोनों में क्या है एक जैसी है सिमिलर फील्ड लाइंस है ओबवियस बात है मैग्नेटिक फील्ड लाइंस नॉर्थ से इमर्ज करती हैं ध्यान से सुन लीजिए मेरी बात को मैग्नेटिक फील्ड लाइंस नॉर्थ से बाहर निकलती है और साउथ वाले साइड से क्या चीज साउथ वाले साइड से फील्ड लाइंस एंटर करती हैं सही सुन रहे हैं आप मेरी बात को ठीक है क्या मैंने कहा फील्ड लाइंस अपीयर टू इमर्ज आउट ऑफ द नॉर्थ एंड अपीयर टू इमर्ज इन द साउथ समझ गए यहां से फील्ड लाइनस ऐसे इमर्ज करते हुए बाह की तरफ दिखती है और साउथ में क्या होता है एंटर करते हुए नजर आती है चलिए ये दोनों में सेम होता है चाहे बार मैगनेट में करें चाहे सोलेनोइड्स साउथ की डायरेक्शन में पॉइंट करेगा बार मैगनेट को भी एक सस्पेंड कर देंगे एक थ्रेड से नॉर्थ साउथ पॉइंट करेगा आइ दोनों में करंट पास करते हैं तो मैंने कहा सोनाइड में करंट पास करते हैं अट्रैक्टिव प्रॉपर्टी आ जाती है और अट्रैक्टिव प्रॉपर्टी आते ही वो मैग्नेट की तरफ बिहेव करता है नतीजा आयरन फिलिंग उसके पास ले आते हैं चिपक जाता है क्योंकि वो मैग्नेट बन जाता है और यहां तक तो सिमिलरिटी हो गई कुछ डिफरेंस है क्या दोनों के बीच में एक सोलेनोइड्स तो ये है कि स्ट्रेंथ ऑफ द सोलेनोइड्स है आप जानते हैं कैसे हां तुमको पता है कि जो सोलेनोइड्स की स्ट्रेंथ बढ़ाना है नंबर ऑफ टर्न्स बढ़ा दो या करंट को बढ़ा दो दोनों तरीके से क्या हो सकता है इसकी मैग्नेटिक फील्ड बढ़ाई जा सकती है पर बार मैग्नेट की जी नहीं बार मैगनेट एक परमानेंट मैग्नेट है उस फील्ड को चेंज नहीं किया जा सकता है ठीक है उसकी स्ट्रेंथ को नहीं बढ़ाया जा सकता है सिमिलरली डायरेक्शन ऑफ़ मैग्नेटिक फील्ड अब इमेजिन करिए यहां से फिर से देखिए मेरे हाथ की तरफ ये है अजूम करते हैं आपके पास एक सिलेंडर ऑब्जेक्ट हां एक सिलेंडर कइल कर देनाना है इसको हमको तो ये सिंडल ऑब्जेक्ट है अब इस बार देखिए क्या हो रहा है इस बार करंट पीछे से एंटर कर रही है थोड़ा ध्यान से देखेंगे तब आपको मेरी बात समझ में आएगी इस बार देखिए आगे से नहीं है पीछे से है तो यहां पर क्या हो रहा है ध्यान से देखिए इस तरफ करंट जब पीछे से आ रही है तो यहां पर पोलैरिटी चेंज हो रही है क्या कहना चाहते हैं हम इसके पोल्स को चेंज कर सकते हैं डायरेक्शन ऑफ द मैग्नेटिक फील्ड नॉर्थ साउथ को साउथ नॉर्थ कर सकते हैं कैसे आप करंट का डायरेक्शन रिवर्स कर दीजिए काम खत्म काम खत्म डायरेक्शन आप करंट चेंज करेंगे पोलर पोल्स चेंज हो जाएंगे क्या बार मैग्नेट पोल चेंज कर सकते हो नहीं वो तो परमानेंट मैग्नेट होता है भाई जो नॉर्थ है वो नॉर्थ ही रहेगा साउथ है साउथ ही रहेगा क्लियर है डिफरेंस क्लियर है आइए और आगे पढ़ते हैं अब बात करते हैं हमें सल नहीं चाहिए हमें इलेक्ट्रोमैग्नेट चाहिए सर ये क्या होता है तो सोचिए जहां हम सिलिंक ऑब्जेक्ट ले रहे हैं वो सिड्रिल ऑब्जेक्ट कुछ भी था एक कार्डबोर्ड था फॉर एग्जांपल है ना मैंने तो इवन बॉटल तक ले लिया था आपने देखा था कोई नोटबुक भी हो सकती है आपकी उसपे कॉइल कर लीजिए पर अगर सिलेंडर ऑब्जेक्ट में सॉफ्ट आयरन को रख दे तो मतलब बीच में सॉफ्ट आयरन हो सर ये सॉफ्ट आयरन क्या होता है टूट जाता है ऐसा आयरन क्या अरे नहीं भाई एक ऐसा आयरन उसको सॉफ्ट कह सकते हैं जिसके अंदर हाई परमीबिलिटी हाई मेडिक परमीबिलिटी होती है पर लो रिटेंटिविटी होती है उसको कहते हैं सॉफ्ट आयरन ठीक है एक आयरन का टाइप है जो कह सकते हैं कि कच्चा लोहा है इसमें स्टील का कंपोनेंट अभी क्रोमियम या और मटेरियल ऐड नहीं किया गया है ठीक है स्टील में नहीं कन्वर्ट किया गया तो इसीलिए ये एक सॉफ्ट आयरन है और सॉफ्ट आयरन में अगर क्या करें कॉइल बनाए थ्रेड करंट करें कंडक्टर को टर्न करें तो वो अब अब बन जाएगा इलेक्ट्रोमैग्नेट क्या बन जाएगा इलेक्ट्रोमैग्नेट तो इलेक्ट्रोमैग्नेट भी एक टेंपररी मैग्नेट होता है जब तक आप करंट उसको कॉइल देंगे पास करेंगे तब तक वो मैग्नेट की तरफ बिहेव करेगा करंट ऑफ मैग्नेटिक फील्ड खत्म समझ गए अब इलेक्ट्रोमैग्नेट कई सारे शेप्स में है आपके सिलेबस में आ शेप है और u शेप है आई शेप को हम बार मैग्नेट कहते हैं य शेप आपको इसमें क्या करना है आपको उसमें लेवलिंग समझनी है आपको इसकी लेवलिंग समझनी है सबसे पहले बात करते हैं आई शेप आई मतलब यस स्ट्रेट डंडी है ना ये ये है आई शेप तो जब आई शेप इलेक्ट्रोमैग्नेट है तो आपको उसमें इसका डायरेक्शन समझना है लेवलिंग समझनी है ध्यान से देखिए आपके पास एक बैटरी है और ये रहा पॉजिटिव टर्मिनल करंट पास हो रही है पहले रहो स्ट से ऐसे रे हो स्टेट क्या होता है हां आप बताइए व्हाट इज रेयो स्टेट कैसा डिवाइस होता है हां हां कमेंट करो मैं आपके हर एक कमेंट को देखना चाहता हूं व्हाट इज अ रस्टेट तो इस रस्टेट से करंट पास करती है पहुंचती है ए मीटर में जो बताता है करंट फिर पहुंचती है की को जिसको आप ऑन ऑफ कर सकते हैं और फिर करंट पहुंच रही है इस टर्मिनल के पास अब आप देखिए जैसे ही करंट पीछे से एंटर करेगी ध्यान से सुनिए आगे से करंट एंटर करती ध्यान से देखिए इस डिवाइस को मेरे हाथ में जो है हां मैंने कहा था मैं एक्सपेरिमेंट लिया दिखाऊंगा आगे से करंट अगर एंटर कर रही है तो यहां पे नॉर्थ पोल डेवलप हो जाएगा क्यों हो जाएगा क्योंकि ये देखिए एंटी क्लॉक वाइज है एंटी में n आता है तो यहां पे नॉर्थ पोलटी डेवलप हो जाएगी अब इसका रिवर्स करता हूं रिवर्स ये करता हूं कि यहीं से करंट एंटर कर रही है और देखिए पीछे से करंट एंटर कर रही है करंट इस बार पीछे से एंटर कर रही है अब आप देखिए यहां पर क्लॉक वाइज इस तरफ से जहां से करंट एंटर कर रही है देखिए करंट की वायर कहां है पीछे साइड से है तो जब पैसे पीछे साइड जा रही है तो यहां देखिए क्या हो रहा है क्लॉक बन रही है क्लॉक क्यों घड़ी जैसे वायरिंग है तो जैसे इस वायरिंग का लूप है घड़ी जैसा बन रहा है यहां पर क्या हो जा रही है साउथ पोल हो जा रहा है और यहां अब क्लियर है तो यहां पर क्या हो जा रहा है देखिए साउथ पोलटी लप हो जा रही है क्योंकि करंट पीछे की तरफ जा रही है देखिए यहां पर देख रहे तार के इसके पीछे से है क्लियर है समझ में आ गया वैसे मैंने कहा था जहां पर क्या हो एंटी क्लॉक वाइज हो बस आप लूप के डायरेक्शन जिससे करंट एंटर कर रही है ध्यान से सुनिए जहां से करंट एंटर कर रही है उससे पता कर लो अगर करंट एंटी क्लॉक वाइज एंटर कर रही है तो समझ जाओ नॉर्थ पोल है और अगर करंट क्लॉक वाइज एंटर कर रही है साउथ पोल है बस यही है क्लॉक रूल क्लियर समझ में आ गया तो कहां यूज आता है ये बार मैग्नेट तो बार मैग्नेट रिले बनाने में काम आता है बिजली के रिलेज बनाने में कंडक्टिंग में हेल्प करता है और दूसरा क्या है हॉर्श शू मैगनेट जो कि यू शेप्ड होता है हां हां घोड़े की नाल देखी आपने क्या घोड़े के पैर में जूते होते हैं सही सुन रहे हैं नहीं नहीं मजाक कर रहा हूं घोड़े के पैर में एक यू शेप्ड आयरन लगा होता है दैट इज कॉल्ड एज अ हॉर्स शू मैग्नेट ठीक है हां उसी में अगर करंट पास कर दे रहे हैं तो ये रहा एक यू शेप मैग्नेट अगेन यहां पर भी रूल वही है जहां से करंट एंटर कर रही है यहां से कर एंटर कर रही है आपको यहां पे आइडेंटिफिकेशन है और अगर एंटी क्लॉक वाइज है तो क्लियर करंट की डायरेक्शन से बताना है क्लियर हो गया अब क्लियर हो गया ये एरो लगा पाएंगे क्लियर ये एरो लगा लेंगे आप क्लियर ये लेबलिंग के लिए मार्किंग के लिए आ सकता है हां ये डायग्राम आपको ड्रॉ करने के लिए भी आ सता था मार्किंग लेवलिंग के लिए भी आ सकता था आपको क्या हो सकता था कह सकता था डायरेक्शन ऑफ करंट डायरेक्शन ऑफ मैगनेटिक फील्ड लेवल करके दिखाओ ठीक है इसलिए डायग्राम कर रहे थे कहां यूज आता है ये हॉर्स शू हॉर्स शू बहुत सारे गैजेट्स में काम आता है अभी आप देखेंगे डीसी मोटर एसी मोटर इलेक्ट्रिक बेल इन सब में आप देखेंगे कि यूज होता है हां इन सब में इसका यूज है अब हम कैसे मैगनेटिक फील्ड बढ़ा सकते हैं बहुत आसान तरीका है अगर आप चाहते हैं स्ट्रांग मैगनेट बना चाहते हैं इलेक्ट्रो मैग्नेट को तो नंबर ऑफ टर्न्स इंक्रीज कर दो दो और यहां आसान तरीका है करंट को ही बढ़ा दो काम खत्म ज्यादा करंट दे दो ज्यादा एंपीयर की करंट दे दो ज्यादा मैग्नेटिक फी पैदा हो जाएगी अब आता है परमानेंट मैग्नेटिक सर ये क्या होता है इलेक्ट्रो मैग्नेट तो मैंने कहा था एक ऐसा मैग्नेट है जो एज लॉन्ग एज करंट होगी तो वो मैग्नेट बिहेव करेगा उसके बाद मैग्नेटिक प्रॉपर्टी लूज कर जाएगा सॉफ्ट आरन ऐसा करता है अब इसी सॉफ्ट आरट की जगह यहां पर जो कॉइल में या सेंटर में हमने क्या रखा है एक स्टील की रॉड लग रही है कौन सी रॉड है अज्यू म कर रहा हूं उसको यस ये स्टील की रॉड है अब इस पे क्या करो हां इस पे आप कॉइल कर दो और इसको आप क्या करो करंट से जोड़ दो इस बार ये ये स्टील होने की वजह से क्या हो जाएगा कि परमानेंट मैग्नेट बन जाएगा स्विच ऑफ करने के बाद भी क्या होगा यस ये अपनी मैगनेटिक प्रॉपर्टी नहीं लूज करेगा क्यों क्योंकि स्टील में हाई रिटेंटिविटी होती है अर्थात वो अपनी मैग्नेटिक प्रॉपर्टी को रिटेन कर लेता है एंड लो मैग्नेटिक परमीबिलिटी होती है चार्ज तो कम होता है मतलब बहुत मैग्नेट नहीं बनता है बहुत स्ट्रांग पर पर इसकी मैग्नेटिक प्रॉपर्टी लंबे समय तक रहती है क्लियर है अब समझ में आ गया स्टील में मतलब परमानेंट मैग्नेट में और सॉफ्ट आयरन में इलेक्ट्रोमैग्नेट में दोनों में डिफरेंस भी है इलेक्ट्रोमैग्नेट सॉफ्ट आयरन का बना होता है परमानेंट स्टी मैग्नेट का बना होता है इलेक्ट्रो मैग्नेट में जब तक मैग्नेटिक फील्ड रहेगी तब तक वो काम करेगा तब तक मैगनेट प्रॉपर्टी रहेगी और इसमें मैंने कहा ऐसा नहीं होगा मैग्नेटिक फील्ड प्रोड्यूस करता रहेगा इसकी स्ट्रेंथ को बढ़ाया घटाया जा सकता है इसके इलेक्ट्रोमैग्नेट को और स्टील को यस परमानेंट मैग्नेट को जी नहीं जैसे बार मैग्नेट बताया था इसकी स्ट्रेंथ को आप बड़ा घटा नहीं सकते अब ज्यादा फायदेमंद कौन है अगर मैं तुमसे पूछूं क्या कहते हैं तो दोनों का अपनी अपनी जगह इंपोर्टेंस है परमानेंट मैगनेट भी अपनी जगह इंपोर्टेंट है पर ज्यादा फायदेमंद है हमारे लिए इलेक्ट्रोमैग्नेट क्यों इलेक्ट्रोमैग्नेट स्ट्रांग मैग्नेटिक फील्ड पैदा कर सकता है आप इसकी मैग्नेटिक फील्ड बढ़ा सकते हैं इलेक्ट्रोमैग्नेट चाहे तो डायरेक्शन ऑफ करंट को चेंज कर सकता है पोल्स को चेंज कर सकता है अब कहां यूज आता है इलेक्ट्रोमैग्नेट इलेक्ट्रोमैग्नेट हेवी आयरन लिफ्ट स्स जहां बहुत सारा डेब है जहां बहुत सारा मलबा पड़ा है खूब सारा ढेर पड़ा है जिसमें कई तरह के कूड़े कचड़ा आयरन बहुत सारे फालतू वेस्ट पड़े हैं हां कबाड़ खाने में अब सोचिए हमको वहां पे आयरन ऑब्जेक्ट को सेपरेट करना है कोई दिक्कत नहीं है एक स्ट्रांग इलेक्ट्रोमैग्नेट को वहां पास कर देंगे जब स्ट्रंग इलेक्ट्रोमैग्नेट वहां पहुंचेगा तो जितने भी आयरन ऑब्जेक्ट होंगे उसपे चिपक जाएंगे और उसको क्या करेंगे उस बड़े से कह सकते हैं बड़े से डिवाइस को जहां आयरन ऑब्जेक्ट सेपरेट करना हो वहां जाके स्विच ऑफ कर देंगे सारा आयरन ऑब्जेक्ट वहां जाके गिर जाएगा काम खत्म कितना आसान है तो लिफ्टिंग ट्रांसपोर्टिंग करना इवन फर्नेस में फर्नेस बड़ी-बड़ी भटियां होती है जिसमें आयरन पिलाने के डालना होता है वहां इंसानों को भेजना मुश्किल होता है क्योंकि वहां बहुत हीट होती है तब वहां पर क्या करते हैं इलेक्ट्रो मैगनेट का इस्तेमाल करते हैं एक बड़ी मैग्नेटिक आर्म होती है वो आयरन फर्नेस प क्या करती है ले जाती है और आयरन को कच्चे लोहे को ड्रॉप कर देती है इवन कई बार अगर किसी को घायल हो जाए किसी को चोट लग जाए मान लेते हैं कोई ऐसी लोहे की चीज है बंदूक की गोली है या कोई ऐसा मेटल जो आयरन का है वो बॉडी के अंदर चला गया है अब उसको बाहर निकालना है तो डॉक्टर्स क्या करते हैं एक स्ट्रांग इलेक्ट्रोमैग्नेट की मदद से उसको बाहर खींच लेते हैं समझ गए हां इलेक्ट्रोमैग्नेट की मदद से बाहर खींच लेते हैं ना कि उसको कट करके कट करने से बहुत बड़ा क्या हो जाएगा ते ब्लीडिंग हो जाएगी बहुत नुकसान हो जाएगा बहुत सारे साइंटिफिक रिसर्च में काम आता है मैग्नेट और बहुत सारे डिवाइसेज हैं बेल है टेलीग्राफ है ट्रेन है हां इलेक्ट्रिक मीटर है मोटर है रिले है इन सब में यूज होता है आइए आगे समझते हैं कि अगर अब आपको अभी तक यह समझ में आ गया कि करंट मैग्नेटिक फील्ड पैदा करती है यहां तक तो आपको समझ में आ गया अब आपको एक नई चीज बताने जा रहे हैं और वो नई चीज ये है जरा यहां से स्क्रीन प देखेंगे आपको य देखना है अगर कहीं पर करंट है क्या है कहीं पर करंट है और कहीं पर करंट के साथ है मैग्नेटिक फील्ड ठीक है मतलब करंट भी है मैग्नेटिक फील्ड भी है तो ये दोनों मिलकर एक फोर्स पैदा करते हैं जहां ये दोनों होगा वहां पर एक फोर्स या एक मोशन पैदा होगा सर ऐसा कोई एग्जांपल बताइए हां यही फोर्स और मोशन तभी पैदा होगा जब मैग्नेटिक फील्ड में करंट को प्लेस किया जाएगा बट नॉट इन द डायरेक्शन ऑफ द मैग्नेटिक फील्ड करंट का डायरेक्शन और मैग्नेटिक फील्ड का डायरेक्शन परपेंडिकुलर होगा तो एक फोर्स पैदा होगा कंडक्टर को लगेगा मोशन पैदा होगा और इसको ही यस इसी प्रिंसिपल पे ही बेस्ड है डीसी मोटर क्या हां मोटर जो आपके फैन में लगी है आपका पंखा गोल घूमता है आपका मिक्सर ग्राइंडर गोल घूमता है देखा है आपने आपके घर में मिक्सी होगी ना जिसमें मम्मी या चटनी पीस है तो जो हैंड ग्राइंडर है मम्मी के पास ऐसे ची डिवाइस जिसके अंदर गोल चीजें घूम रही है इवन वाशिंग मशीन में एक ड्रम होता है जो गोल-गोल घूमता है इन सब में क्या लगा हुआ है मोटर लगी हुई है और मोटर क्या करती है इलेक्ट्रिकल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में चेंज करती है क्या करता है मोटर मोटर इलेक्ट्रिकल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में चेंज करता है अब ये मोटर इस पे काम करता है इसको खोज खोजने वाले पहले व्यक्ति का नाम है लॉरेंस ये जो फिनोमिना है कि एक फोर्स या मोशन पैदा होगा ये खोजने वाले पहले व्यक्ति का नाम है लॉरेंस जी आइए एक एग्जांपल से समझते हैं अब मैं आपको एक लाइव एग्जांपल से दिखाऊंगा मैंने कहा था आइए मेरे हाथ में एक बुक है हम चलिए इस बुक को मैंने क्या कर दिया थोड़ी देर के लिए आपके लिए एक यू शेप में कन्वर्ट कर दिया आपकी बुक है ना यू शेप में कन्वर्ट कर लिया अब आप देखिए इस बुक में यहां पर ऊपर की तरफ नॉर्थ है और ये साउथ है ये है आपका हॉर्स शू क्लियर हॉर्स शू है आपका क्लियर है हॉर्स शू में मैगनेट मिल गया नॉर्थ साउथ पोल मिल गया चलिए अब इसमें क्या करना है एक कंडक्टर को ये रहा वो कंडक्टर है इसको प्लेस करना है ध्यान देना है कंडक्टर का डायरेक्शन ऐसे नहीं हो सकता ऐसा नहीं हो सकता कंडक्टर का डायरेक्शन इस तरीके से नहीं हो सकता क्यों सर ऐसा क्यों नहीं सता नीचे ऊपर क्यों नहीं डायरेक्शन तब करंट का डायरेक्शन और मैगनेटिक फील्ड का डायरेक्शन सेम हो जाएगा बल्कि आपको क्या करना है दोनों को परपेंडिकुलर बनाना है क्या बनाना है दोनों को ये रहा करंट कैरिंग कंडक्टर कहां पर है यस परपेंडिकुलर टू द मैड मैग फील्ड ये है नॉट से साउथ नॉर्थ से साउथ पर आपकी कंडक्टर क्या है एक परपेंडिकुलर डायरेक्शन में मूव कर रही है अब क्या होगा आप जैसे ही स्विच ऑन करेंगे बेट सेल को देखेंगे कि एक फोर्स पैदा होगा जिसकी वजह से क्या हो जाएगा ये जो कंडक्टर है ये जो वायर है वो मूव करने लगेगी इट मे मूव आउटवर्क का डायरेक्शन निकालना है क्या मैंने कहा हमें इस फोर्स का डायरेक्शन निकालना है क्या समझना है इस बार इस बार इस फिनोमिना में हमें इस फोर्स का डायरेक्शन क्या चाहिए हमें डायरेक्शन चाहिए डायरेक्शन जानने के लिए किसका डायरेक्शन डायरेक्शन ऑफ फोर्स का जानने के लिए इस बार यूज करेंगे लेफ्ट हैंड थम रूल लेफ्ट हैंड थम रूल इस्तेमाल करना पड़ेगा कैसे लगेंगे आइए इसको थोड़ा एग्जांपल के साथ और एक्सपेरिमेंट के साथ समझते हैं क्या ये कांसेप्ट क्लियर है हां लॉरेंस फोर्स क्लियर है लॉरेंस फोर्स में जो फोर्स पैदा हो रही है हमें इस डायरेक्शन पता करना है फोर्स इसका डायरेक्शन क्या है इसी के लिए यूज करेंगे हां क्या है प्लेंग लेफ्ट हैंड थम रूल मतलब आपको अपनी लेफ्ट हैंड का थंब आपको लेफ्ट हैंड की फोर फिंगर और सेंट्रल फिंगर को एक दूसरे के परपेंडिकुलर रखना है 90 डिगी में तीनों एक दूसरे के ये इसके नी 90 डिग्री होगी और इसके इसके बीच में 90 डिग्री होगी चलिए आइए समझते हैं वापस हम चलिए तो ये रहा वो एक सेटअप अब आप इस सेटअप के एक्सपेरिमेंट को ध्यान से देखिए इस एक्सपेरिमेंट में ध्यान से देखिए आपके पास एक कंडक्टर है जिसका नाम है एसी आप देख पा रहे हैं वेरी क्लियर कंडक्टर का नाम है ए स वेरी क्लियर अब इस कंडक्टर जिसका नाम एसी है उसको किसके बीच में प्लेस किया गया है इस मैग्नेटिक फील्ड में मैग्नेटिक फील्ड में ये रहा नॉर्थ पोल ये रहा साउथ पोल डायरेक्शन ऑफ मैगनेटिक फील्ड आपको साफ-साफ दिख रहा है अपवर्ड है क्योंकि मैगनेटिक फील्ड हमेशा नॉर्थ से साउथ तरफ होती है ये रहा नॉर्थ और ये रहा साउथ ये जो रेड एरो लगाया मैंने आपके लिए वो मैग्नेटिक फील्ड के लिए लगाया आइए ब्लू एरो लगाते हैं डायरेक्शन ऑफ करंट के लिए और कैसे पता चल रहा है डायरेक्शन ऑफ करंट क्या है इस बड़ी डंडी से ये जो बड़ी डंडी है ये प्लस साइन होती है अब आप जानते हैं यहां से करंट मूव करेगी ये करंट जा रही है देख लीजिए तो डायरेक्शन ऑफ करंट को मैंने ब्लू कलर की लाइन से इंडिकेट कर दिया सिंबल है करंट का आई तो आपको मैग्नेटिक फील्ड का डायरेक्शन मिल गया अपवर्ड करंट का डायरेक्शन मिल गया परपेंडिकुलर दोनों के बीच में क्या है परपेंडिकुलर रिलेशन है ठीक है ना दोनों एक दूसरे के 90° पर हैं कुछ इस तरीके से हैं ऊपर की तरफ जा रही है मैग्नेटिक फील्ड सिंबल है b मैगनेटिक फील्ड सिंबल है बी और करंट कुछ इस तरीके से जा रही है सिंबल है i अब दोनों एक दूसरे के परपेंडिकुलर हैं अब एक फोर्स पैदा होगा क्या एक फोर्स पैदा होगा मोशन पैदा होगा जिसकी वजह से जो ये आपका कंडक्टर है जिसका नाम है एसी ये आपका एसी कौन है ये कंडक्टर है ये क्या करेगा मूव करने लगेगा इसीलिए इसको सस्पेंड किया गया थ्रेड से देखिए इस एसी को ये जो कंडक्टर है ये जो मोटी तार है एसी इसको थ्रेड से सस्पेंड ताकि ये मूव कर सके समझ ग ना और आप देखेंगे ये मूव करेगा और डायरेक्शन देखिए कहां दिखा रहा है फोर्स का फोर्स के डायरेक्शन के लिए मैंने कलर चेंज कर दिया ये रहा फोर्स का डायरेक्शन डाउन वर्ड दिखा रहा है फोर्स का डायरेक्शन कुछ इस तरीके से दिखा रहा है तो यही यही डायरेक्शन ऑफ द मोशन या डायरेक्शन ऑफ फोर्स पता करना है तो हमें यूज़ करना है फ्लेमिंग का लेफ्ट हैंड रूट आइए साबित करें इसी को इसी को साबित कर देते हैं अभी जो ये किया इसको साबित कर देते हैं आपकी जो फर्स्ट फिंगर है जिसको हम फोर फिंगर कहते हैं एफ से फोर फिंगर एफ से फील्ड ये बताएगी मैग्नेटिक फील्ड तो हमारा मैग्नेटिक फील्ड कहां है लेफ्ट हैंड को देखो मेरे ध्यान देना राइट हैंड का इस्तेमाल नहीं करना है मैग्नेटिक फील्ड ऊपर है और करंट कौन बताता है करंट बताता है आपकी सेंट्रल फिंगर तो करंट बताने के लिए आपने ये यूज़ करना है देखिए ये मेरी मैग्नेटिक फील्ड बता रही है ऊपर की तरफ जा रही है कैसे मालूम चला नॉर्थ से साउथ मेडि फी जा रही है और करंट कैसे पता चला ये रहा i ये लिखा है करंट देख लीजिए ये करंट है दोनों 90° है और ये अब डायरेक्शन ऑफ फोर्स देखिए कहां है नीचे की तरफ है सही है आपका ए डायग्राम डायरेक्शन ऑफ फोर्स क्या हो रहा है डाउन वर्ड है देख लीजिए डायरेक्शन ऑफ फोर्स नीचे की तरफ है सो दिस एसी विल मूव आउटवर्क हैंड सॉरी लेफ्ट हैंड थम रूल क्लियर हो गया इस लॉरेंस फोर्स को समझ गए आइए चलिए देखते हैं अब बुक टर्म पर तो सबसे पहले व्यक्ति लॉरेंस जी थे जिन्होंने को बताया क्या बताया कि अगर फर्स ऑन अ करंट कैरिंग कंडक्टर अप्लाई करेंगे तो ऐसा देखा लॉरेंस ने लॉरेंस ने देखा क्या देखा कि अगर एक करंट है ठीक है एक करंट है जो मैगनेटिक फील्ड में प्लेस की गई है पर डायरेक्शन दोनों का अलग-अलग है सेम डायरेक्शन में नहीं होना चाहिए याद रखिएगा करंट का डायरेक्शन और मैगनेटिक फील्ड डायरेक्शन अगर सेम होगा मान लेते हैं करंट भी अपवर्ड जा रही है मैगनेटिक फील्ड भी अपवर्ड है नॉर्थ से साउथ जा रहा है कोई चेंज नहीं आएगा तब मैगनेटिक फील्ड के चेंज और करंट के डायरेक्शन में चेंज ना होने की वजह से से क्या होगा फोर्स पैदा नहीं होगा ठीक है अब देखते हैं कि जब दोनों की डायरेक्शन अलग होती है एक फोर्स पैदा होता है इसी का नाम रखा है लॉरेंस फोर्स इसी फर्स या मोशन का डायरेक्शन बताना है और आपको यूज़ करना है फ्लेमिंग का लेफ्ट हैंड थंब रूल ठीक है आइए फोर्स किस पे डिपेंड करता है फोर्स तीन चीज पे डिपेंड करता है i ब ए i स्टैंड्स फॉर करंट डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू करेंट है v स्टैंड्स फॉर मैटिक फील्ड तो फोर्स डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू मैग फील्ड है एंड ए स्टैंड्स फॉर लेंथ ऑफ द कंडक्टर तो तीनों पे वो डायरेक्टली डिपेंड करता है और यही इसका फार्मूला भी है अगर मुझे पता करना हो वो फोर्स कितना होगा लॉरेंस फोर्स कितना होगा तो उसका फर्मूला है i ब ए i करंट के लिए बी मैग्नेटिक फील्ड का सिंबल है और एल ए लेंथ याद रखिएगा करंट को जब मेजर करते हैं ध्यान से सुनिए मेरी बात को करंट को जब मेजर करते हैं तो आप एंपियर में मेजर करते हैं मैग्नेटिक फील्ड को मेजर करते हैं तो टेस्ला में मेजर करते हैं और लेंथ जो होती है वो तो ओबवियस सी बात है मीटर में होती है क्लियर ये क्लियर है आपको चलो यूनिट ऑफ मैगनेटिक फील्ड आपको दिखा दिया टेस्ला या एक और टर्म है वेबर पर मीटर स्क्वायर और ये रहा आपके पास लेफ्ट हैंड थम रूल ध्यान से देख लीजिए आपके इस टर्म को पहचानना है देखिए लेफ्ट हैंड को कि तीनों फिंगर्स को ऐसे स्ट्रेच करें कि तीनों एक दूसरे के राइट एंगल पे हो सी से सेंट्रल फिंगर सी से करंट ये रही आपकी सेंट्रल फिंगर करंट को पॉइंट करते हुए और ये आपकी फोर फिंगर पहली फिंगर फर्स्ट फिंगर ये हो गया आपके लिए फीड बताते हुए और थंब आपका मोशन बताएगा और यही हमको फाइंड करना है दिस इज व्हाट वी वांट टू फाइंड यही हमको इसमें खोजना है तो लेफ्ट हैंड थम रूल फोर्स या मोशन बताता है डायरेक्शन उसका क्या होगा ये बताता है आइए अब आपको आगे ले चलते हैं और अब आगे आपको एक बार अगला टॉपिक जो दिखाते हैं वो क्या है अभी आपने देखा ठीक है अब उसके अलग टॉपिक देखते हैं अब हमारे पास फोर्स है ध्यान से सुनिए हमारे पास फोर्स है और हमारे पास है मैग्नेटिक फील्ड भी है हमारे पास फोर्स है मैग्नेटिक फील्ड है ये दोनों मिलकर के करंट प्रोड्यूस करेंगे ऐसा भी कब होगा कब होगा कि ये दोनों मिलकर के करंट या इंड्यूस्ड ईएफ प्रोड्यूस करेंगे बात एक ही है आप करंट बोलिए इंड्यूस बोलिए इट इज ओके तो ये दोनों अगर साथ में हो अर्थात फोर्स अ बॉडी इन मोशन हो और मैग्नेटिक फील्ड के अंदर हो तो दोनों क्या करेंगे मिलके करंट या इंड्यूस पैदा करेंगे अब प्रॉब्लम किसकी आएगी अब हमें इसका डायरेक्शन जानना हो तो क्या यूज करें याद रखिएगा ये प्रिंसिपल करंट प्रोड्यूस करने का प्रिंसिपल है इसे कहते हैं इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन क्या बोलते हैं इसको इलेक्ट्रो मैग्नेटिक इंडक्शन जो हमने फिनोमिना बताया ये वाला दिस फिनोमिना इज कॉल्ड एज हां जितना आसानी से बता दिया फिनोमेना सिंपल में बता दिया क्या बताया आपको कि व्हेन देयर इज अ फोर्स व्हिच इज इन्फ्लुएंस अंडर अ मैगनेटिक फील्ड एंड बोथ आर परपेंडिकुलर टू ईच अदर दे एक्सपीरियंस दे प्रोड्यूस एंड इंड्यूस्ड नए एंड दिस फिनोमिना इज कॉल्ड एज इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन ये प्रिंसिपल है प्रिंसिपल ऑफ जनरेटर का समझ गए एक जनरेटर यही करता है खास करके हम बात कर रहे हैं एसी जन जटर की एसी जनरेटर क्या करता है मैकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में कन्वर्ट करता है आप मोशन देते हैं और वो आपको बिजली देता है मोशन या फोर्स कहां है ये रहा आप मोशन आप देखे होंगे जनरेटर में कोई चीज गोल गोल गोल घूम रही है वो क्या है भाई वही तो मोशन है जनरेटर में एक राउंड सा गोल कुछ घूमता हुआ नजर आता है आपने कभी ध्यान दिया है हां वोही क्या है मैग्नेटिक पदार्थ है वही मैग्नेटिक वस्तु है जो क्या कर रहा है मूव कर रहा है तो फोर्स है है ना मोशन है इसका मतलब उसके अंदर और वहां पर मैग्नेट भी मौजूद है उनके बीच में उस कॉइल के बीच में मैग्नेट मौजूद है हां जिस पे वो राउंड घूम रहा है तो व्हेन देर इज अ चेंज इन द फ्लक्स व्हेन देयर इज अ चेंज इन दी फोर्स रिलेटेड टू द फ्लक्स देयर इज अ कॉज ऑफ इंड्यूस्ड ईएफ एंड दिस इ फिनोमेना इज नोन एज इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन ठीक है और आप जब इसमें करंट निकल रही है करंट पैदा हो रही है जिसको हम इंड्यूस ईएमएफ कह रहे हैं ये पैदा हो रही है इसका डायरेक्शन जानना हो तो क्या यूज़ करेंगे जवाब है राइट हैंड थंब रूल क्या यूज़ करेंगे राइट हैंड थंब रूल यूज़ करेंगे एकदम क्लियर हो जाना चाहिए इस बार आपको राइट हैंड के फर्स्ट थ्री फिंगर्स थम फोर फिंगर और सेंट्रल फिंगर को कुछ ऐसे स्ट्रेच करना है कि तीनों एक दूसरे के परपेंडिकुलर हो और इस बार आपको डायरेक्शन ऑफ दी करंट निकालना है रूल सारा सेम है ठीक है आपका थंब फोर्स को पॉइंट करेगा आपकी फोर फिंगर फील्ड को पॉइंट करेगी आपका करंट बताएगा आपकी सेंट्रल फिंगर सी से सेंट्रल फिंगर और आपको याद होगा सी से करंट हां याद कर लीजिए क्लियर है पक्का है आइए अब आपको ले चलते हैं वापस आगे याद तक तो क्लियर हो गया आइए एक डीसी मोटर को देख लेते हैं एक कुछ इस तरीके से डीसी मोटर दिखती है अब आप डीसी मोटर के कंस्ट्रक्शन को समझ लीजिए प्रिंसिपल तो आप समझ चुके हैं एक डीसी मोटर में एक हॉर शू मैग्नेट लगा होता है पहला पार्ट आप समझ जाइए हॉर्स शू मैग्नेट सर कहां लगा है अरे ये लगा ये ये ये एक्चुअली में ये हॉर्स शू मैग्नेट है आपको इसका एक हिस्सा ही दिख रहा है आपको सिर्फ इसके दो पोल्स दिख रहे हैं नॉर्थ और साउथ पोल दिख रहा है क्यों क्योंकि मैंने कहा था मैग्नेट में हॉर्स शू लगा होता है ना अब इस हॉर्स शू के बीच में एक कॉइल लगा होता है क्या इस हॉर्स शू के बीच में एक कॉइल आर्मेचर का लगा हुआ है एक सॉफ्ट आयरन का कॉइल लगा है देखिए ये आर्मेचर कॉइल है इस पे वायर वाउंड की गई है इस पे तार लपेटी गई है ये सॉफ्ट टायरन का है किसका है सॉफ्ट आयरन आपको याद होगा सॉफ्ट टायरन का है इसे कहते हैं टोटल को आर्मेचर कॉइल और साथ में क्या है बीच में एक्सिल लगा हुआ है एक्सिल मतलब एक धुरी लगी हुई है ताकि ये गोल घूम सके ताकि ये राउंड घूम सके अब यहां पे क्या है यहां पर देखिए इसमें स्प्लिट रिंग है ऐसा कंप्लीट रिंग नहीं है हाफ ब्रोकन रिंग है देखिए ऐसी रिंग है पूरा नहीं है जुड़ा हुआ देखिए इसका नाम है स्प्लिट रिंग्स और स्प्लिट रिंग्स किससे जुड़ी हुई है ब्रशस से जुड़ी हुई है स्लिप रिंग वन ब्रश वन से जुड़ी हुई है स्लिप रिंग टू ब्रश टू से जुड़ी हुई है ब्लश ब्रश और स्लिप रिंग एक दूसरे से कनेक्टेड रहते हैं स्लिप रिंग अपनी करंट ब्रशस को पास ऑन कर देती है क्लियर है अब क्या होता है जैसे ही स्विच ऑन करते हैं करंट की से पास होता हुआ पहले पहुंचता है ब्रश पर ब्लश ब्रश से करंट स्प्लिट रिंग से पहुंचता है स्प्लिट रिंग कनेक्टेड है किसके साथ स्प्लिट रिंग कनेक्टेड है इस आर्मेचर में तो करंट का डायरेक्शन देखिए इस बार कहां है अपवर्ड है अब करंट अपवर्ड जा रही है करंट ऊपर की दिशा में जा रही है जबकि आपका मैग्नेटिक फील्ड क्या है परपेंडिकुलर है उसके देख लीजिए ये है आपका मैग्नेटिक फील्ड ये मैंने लिखा सिंबल b से अब दोनों एक दूसरे के परपेंडिकुलर जा रहे हैं क्या होगा यहां पर एक फोर्स पैदा होगा और यही फर्स इसको डिराइवर करेगा इसको मूव कराएगा क्या कराएगा इसको मूव कराएगा इसके मूव करते ही ये स्प्लिट रिंग्स क्या हो जाएंगी इनसे कनेक्शन छूट जाएगा क्योंकि ये हाफ स्प्लिट रिंग्स हैं ठीक है कनेक्शन ऐसे करके क्या हो जाएगा छूट जाएगा तो करंट क्या हो जाएगी पास होना बंद हो जाएगी डी मोनेटाइज हो जाएगा और वो कंप्लीट राउंड ले लेगी और ये प्रोसेस चलता रहेगा तो एक तरह से क्या हो रहा है ये एक हां वैसे वर्किंग आपके सिलेबस में नहीं है इसलिए टेंशन मत लीजिएगा सिर्फ प्रिंसिपल आपको आना चाहिए ठीक है सिर्फ इसका प्रिंसिपल आना चाहिए और इसके कंस्ट्रक्शन में पार्ट्स आने चाहिए वर्किंग आपके सिलेबस में क्लियर लिखा है नहीं है तो पांच पार्ट्स हैं आपने देख लिया आइए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन तो मैंने कहा जब जब क्या होगा चेंज इन दी मैग्नेटिक फील्ड होगा चेंज इन द नंबर ऑफ़ मैग्नेटिक फील्ड होगा किसी कंडक्टर से एसोसिएटेड तब तब एक ईएमएफ पैदा होगा तब तब इंड्यूस्ड ईएमएफ पैदा होगा करंट पैदा होगी ठीक है किसी इसी को कहते हैं इस फिनोमिना को कहते हैं इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन पर तब तक पैदा होगा व्हेन एवर देयर इज अ चेंज इन द इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड आइए इसके लिए आपको एक एक्सपेरिमेंट से समझना पड़ेगा आपको देखना है आपके पास एक सोलेनोइड्स कर दिया है अच्छा गैलेनो मटर क्या होता है सर गिल्लो मटर एक डिवाइस होता है जो हेल्प करता है करंट को मेजर करता है ये वीक से वीक भी करंट मेजर कर सकता है और ना सिर्फ करंट को मेजर करता है बल्कि डायरेक्शन ऑफ करंट भी बताता है बोथ वीक से वीक करंट भी मेजर कर देता है डायरेक्शन आप कर बता है ये रहा जी गैल्वेनोमीटर अब क्या किया हमने इस सोलेनोइड्स से कने कर दिया अब आपके पास है एक बार मैग्नेट और इस समय बार मैग्नेट मोशन में नहीं है अब आपने सोलेनोइड्स रख दिया आप जानते ही हैं बार मैग्नेट में ढेर सारी क्या है बाहर मैग्नेट में ढेर सारी मैग्नेटिक फ्लक्स निकल रही है मैगनेटिक फील्ड लाइंस निकल रही है निकल रही होंगी मैंने कहा दिखेंगे तो है नहीं आपको ये जो मैग्नेटिक फील्ड लाइंस इससे इमर्ज आउट हो रही है ये दिखती तो है नहीं ये फीड लाइंस अभी कांस्टेंट है क्योंकि ये मोशन में नहीं है जैसे ही आप क्या करते हैं इस बार मैगनेट को आगे की तरफ ले आते हैं देखिए आपने बार मैगनेट को मूव किया अब आपके पास बहुत सारी फील्ड लाइंस इसके अंदर मूव कर जाएंगी किसके अंदर इस पहले वाले साइड के अंदर मूव कर जाएंगे जो उसको फेस कर रहा होगा वहां पे डेवलप हो जाएगा नॉर्थ पोलैरिटी क्या डेवलप हो जाएगा वहां पर नॉर्थ पोलैरिटी डेवलप हो जाएगी करंट प्रोड्यूस करने लगेगा क्यों सर क्यों क्योंकि ये कंडक्टर है ये कंडक्टर है और इसका फ्लक्स चेंज हो रहा है इससे एसोसिएटेड फ्लक्स किसकी वजह से चेंज हो रहा है इस बार मैगनेट की तो एज लॉन्ग एज देयर इज अ चेंज इन द नंबर ऑफ मैग्नेटिक फील्ड लाइंस मैग्नेटिक फील्ड लाइंस का नंबर बदल रहा है क्योंकि फ्लक्स ज्यादा या फील्ड लाइंस ज्यादा एंटर कर रही है नजदीक आ गई है और जब खूब सारी फील्ड लाइंस इसके अंदर एंटर कर रही है देखिए यहां पर एंटर कर रही है तो यहां पर चेंज हो रहा है जिसकी वजह से ईएफ प्रोड्यूस हो रहा है और उसको कैसे देख पा रहे हैं हम लोग ये देखिए गैलनट डिफलेक्ट हो रहा है और ये शो कर रहा है कि इसमें करंट प्रोड्यूस हो रही है अब आप क्या करिए यहां पर लाकर के भी रोक दीजिए अब बार मैगनेट को यहां पर भी रोक दीजिए फिर क्या होगा अगेन करंट प्रोड्यूस होना बंद हो जाएगी क्योंकि अब जितना भी फ्लक्स था जितना भी फील्ड लाइंस थी वो चेंज होना बंद हो गई आपको यही तो करना है आपको इस फील्ड लाइंस को मैग्नेटिक फील्ड लाइंस को नंबर ऑफ ल लाइंस को क्या करते रहना है चेंज करते रहना है अब इसके लिए इसके लिए आपको क्या करना पड़ेगा अगर आपने स्टेशनरी कर दिया इसको काम बंद करंट बंद अब आप फिर से इसको पीछे ले जाइए जैसे बार मैगनेट को पास लाते तेजी से वैसे ही बार मैगनेट को पीछे ले जाइए अब ये वाला बार मैगनेट देखिए पीछे जा रहा है आप ध्यान से देखिए पीछे जाएगा तो फिर यहां पर क्या हो जाएगा फील्ड लाइंस कम आएंगी कम यहां पे पहुंचेंगी नतीजा क्या हो जाएगा चेंज इन फील्ड लाइंस होगा चेंज इन मैगनेटिक फ्लक्स होगा अरे अगेन यहां इंड्यूस्ड ईएफ प्रोड्यूस होगा जो कि गैलो मटर में डिफ्लेक्शन के रूप में शो करेगा तो फिर हम ले आते हैं पास में मूव करते हैं तो एज लॉन्ग एज देयर इज चेंज इन दी नंबर ऑफ मैग्नेटिक फील्ड लाइंस एसोसिएटेड विद अ कंडक्टर कंडक्टर से रिलेटेड तो करंट पैदा होता रहेगा इंड्यूस इसी का नाम है इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन क्लियर है और यही प्रिंसिपल है यही इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रिंसिपल है प्रिंसिपल ऑफ जनरेटर और प्रिंसिपल ऑफ ट्रांसफॉर्मर ट्रांसफॉर्मर का भी यही प्रिंसिपल है ठीक है अभी हम पढ़ेंगे ट्रांसफॉर्मर भी क्लियर हो गया समझ में आ गया अब इसमें प्रॉब्लम क्या है अब आप सोचिए इस बार मैगनेट को ना मूव करें इस सोलेनाइड को मूव कर द तो बार मैगनेट को स्टेशनरी छोड़ दीजिए और इस बार सोलेनाइड को उसके पास ले आइए दूर ले जाइए पास ले आइए दूर ले आइए क्या इफेक्ट पड़ेगा आप बताइए क्या इफेक्ट पड़ेगा इन प्लेस ऑफ बार मैग्नेट वी आर मूविंग द सोलेनाइड नियर एंड अवे नियर एंड अवे आपको बताना है व्हाट विल बी द इफेक्ट इफ इन प्लेस ऑफ बार मैग्नेट वी आर मूविंग द सोलेनोइड्स आपको बताना है हां तुमको बताना है क्या होगा बताओ चलिए मैं वेट करूंगा तुम्हारे आंसर्स का क्या होगा इफेक्ट क्या करंट या इंड्यूस इम प्रोड्यूस होगा कि नहीं होगा आइए आगे बढ़ते हैं आपने देख लिया तो ये इलेक्ट्रोटिक इंडक्शन बताने वाले व्यक्ति का नाम क्या है यस यही है माइकल फैराडे इन्होंने ये एक्सपेरिमेंट किया था इन्होंने ये बताया था इनके दो लॉज हैं हालांकि ये लॉज याद नहीं करने हैं सिर्फ नॉलेज के लिए कर रहे हैं ये दो लॉज क्या है व्हेन एवर देयर इज अ चेंज इन द मैग्नेटिक फील्ड जब जब मैग्नेटिक फ्लक्स में चेंज आएगा तो क्या होगा ईएमएफ पैदा होगी इंड्यूस होगी ईएमएफ फुल फॉर्म है इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स इंड्यूस होगी और ई कब तक पैदा होता रहेगा जब तक मैग्नेटिक फ्लक्स और कॉइल में चेंज होता रहेगा एज लॉन्ग एज देयर इज अ चेंज चेंज बंद कर दोगे यस ईएमएफ होना बंद हो जाएगा अब दूसरा पॉइंट क्या है सेकंड लॉ क्या कहता है कि जो ये ईएमएफ है इसका मैग्निटिया कितना स्लो हो रहा है आपने देखा बड़े-बड़े जेनरेटर्स में बहुत बड़ा-बड़ा एक पहिया गोल घूमता रहता है तो जितना फास्टर वो पहिया घूमता है उतनी ज्यादा वो बिजली पैदा करता है आपने देखा होगा भक धम ध ध धक करके जलता है है ना चलो उस पहिए को चलाने के लिए भी क्या करना पड़ता है डीजल देना पड़ता है है ना बहुत सारे लोगों के यहां बड़े बड़े जनरेटर है ना बैंक्स में देखेंगे आप यहां बड़े-बड़े इंस्टिट्यूशन देखेंगे वो जनरेटर लगे हुए हैं एक बड़े से केबिन में ग्रीन न केबिन के अंदर दिखा है हां मैं उसकी बात कर रहा था तो राइट हैंड थर्म रूल की जरूरत पड़ती है है आपको जानने में इस बार डायरेक्शन ऑफ दी इंड्यूस्ड ईएमएफ और राइट हैंड थर्म रूल बस वैसे ही काम करना है ये रहा आपके पास स्क्रीन पे मेन है इसमें आपको सेंट्रल फिंगर जो आपको करेक्शन डायरेक्शन ऑफ करंट बताएगी क्या हम लेंस ॉ भी यूज़ कर सकते हैं हां लेंस लॉ भी हम यूज़ करते हैं राइट हैंड थम रूल के साथ साथ लेंस लॉ क्या कहता है इसमें कहता है कि जो इंड्यूस्ड ईएमएफ है अर्थात जो करंट पैदा हुई है वो किस पे डिपेंड करेगी इट विल डिपेंड अपोजिट टू द कॉज व्हिच प्रोड्यूस इड और कौन प्रोड्यूस कर रहा था मैग्नेटिक फ्लक्स तो डायरेक्शन ऑफ़ मैग्नेटिक फ्लक्स और डायरेक्शन ऑफ करंट रिवर्स होंगी ये कहता है लेंस लॉ हां इनके लॉ को ज्यादा इंपोर्टेंट इसलिए दिया गया है कि इनका लॉ लॉ ऑफ कंजर्वेशन ऑफ एनर्जी पे बेस्ड है मैग्नेटिक जो लॉ है ये ये ज्यादा इंपॉर्टेंट है राइट हैंड थर्म रूल के बेसिस पे चलिए बात करते हैं एसी जनरेटर की एक ऐसा डिवाइस जो क्या करता है विजली पैदा करता है आप उसे मैकेनिकल एनर्जी देते हैं हां उसमें मोशन होता है फोर्स होता है और वो बिजली पैदा करता है किस प्रिंसिपल पे काम करता है इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन ठीक है अब आपके पास स्क्रीन पे आप देखेंगे एक एसी मोटर इसके पार्ट्स देख लीजिए अगेन एकदम सिमिलर लगेगा आपको आपको डीसी आपको डीसी मोटर के जैसा लगेगा आपका एसी जनरेटर तो थोड़े अंतर है थोड़ा डिफरेंस है आपको समझना पड़ेगा क्या डिफरेंस है सबसे पहले तो हॉर्स शू मैग्नेट है इसके भी अंदर ये रहा हॉर्स शू मैग्नेट देखिए अब आप पहचान रहे हैं हॉर्स शू मैगनेट ऐसा लगा हुआ है और इस हॉर शू मैग्नेट के बीच में क्या लगा हुआ है ये आर्मेचर कॉइल जिसके ऊपर क्या है सॉफ्टवेयर के ऊपर सॉफ्ट आयरन सेंटर में है कोर में बीच में है सॉफ्ट आयरन इस सॉफ्ट आयरन के ऊपर ये तार लपेटी गई है इसको कहते हैं आर्मेचर कॉइल और इसके बीच में क्या है एक्सल ताकि ये क्या कर सके ये रोटेट कर सके ठीक है एक्सल है जैसे आपके साइकिल के पहिए में एक्सल होता है बीच में ना जिससे पैया गोल घूमता है बस और इसको कनेक्ट किया गया है स्लिप रिंग से इस बार ये कंप्लीट रिंग है स्लिप रिंग है स्प्लिट रिंग नहीं है स्लिप स्प्लिट रिंग हाफ होती थी आधा-आधा सर्कल होती थी सी शेप होती थी ये पूरा कंप्लीट सर्कल है देख लीजिए और ये स्लिप रिंग्स कनेक्टेड है ब्रशस से एंड दो स्लिप रिंग्स हैं दो ब्रशस हैं और यहां पर है लोड लोड इसलिए ताकि करंट आए और इस लोड में क्या करे इस इस जाने से लोड क्या करे काम करना शुरू कर दे तो एज लॉन्ग एज इसको हम मूव करेंगे जब जब ये क्या करेगा ये ये आर्मेचर कॉइल जब जब राउंड करता रहेगा तो इसकी वजह से क्या हो जाएगा मैग्नेटिक फ्लक्स चेंज होगा मैग्नेटिक फ्लक्स चेंज होगा तो करंट प्रोड्यूस होता रहेगा इंड्यूस ली में प्रोड्यूस रहेगा क्लियर है क्योंकि आपको इसका वर्किंग सिलेबस में नहीं है सिर्फ पार्ट्स आना चाहिए और प्रिंसिपल आना चाहिए प्रिंसिपल आप डिस्कस कर चुके हैं मेरे साथ चलो आगे बढ़ते हैं क्या डिफरेंस है डीसी और एसी में हां आपने बहुत बार डीसी डायरेक्ट करंट और अल्टरनेटिंग करंट होना है तो जो करंट आपके घर में बैटरी में जो आपके इनवर्टर में है वो आपकी डीसी करंट है और जो घर में जो पावर सप्लाई आ रही है मेन से बिजली के खंबो से वो है एसी करंट तो एसी करंट और डीसी करंट डिफरेंस डीसी करंट कांस्टेंट मैग्नी ूडल का मैग्नी ूडल नहीं होता है जबकि एसी करंट में हर सेकंड में करंट का मैग्नी ट्यूड चेंज होता रहता है और इसमें डायरेक्शन वन डायरेक्शन होती है इसमें अपना डायरेक्शन वो पीरियोडिक रिवर्स करती है कुछ इस तरीके से फ्लो करती है एसी करंट देखा ऐसे फिर ऐसे देख डायरेक्शन क्या हो रहा है पीरियोडिक क्या करती है रिवर्स भी कर देती है जबकि एसी करंट एक बहता हुआ पानी की तरह है बस आगे बढ़ते जाओ बढ़ते जाओ नेक्स्ट है इसका एग्जांपल है डीसी करंट का सेल और इसका एग्जांपल है या तो एसी जनरेटर या तो मेंस मेंस मतलब बिजली का कंबा क्यों हम एसी का यूज करते हैं तो एसी चीपर होती है एसी जनरेट चीपर की जा सकती है एसी जो जनरेटर है वो ज्यादा एफिशिएंट होते हैं और सबसे इंपोर्टेंट चीज है एसी को डीसी में चेंज करना इजी होता है एक और बहुत इंपोर्टेंट है एसी में जो वोल्टेज है इसको बढ़ाया या घटाया जा सकता है जबकि डीसी का वोल्टेज नहीं चेंज किया जा सकता क्योंकि उसमें मैगनेटिक फीड लाइन चेंज नहीं होंगी इसीलिए जब फील्ड लाइंस चेंज नहीं होगी फ्लक्स नहीं चेंज होगा नतीजा उसका ना वोल्टेज इंक्रीज ना डिक्रीज किया जा सकता है ठीक है मतलब ना स्टेप अप ना स्टेप डाउन कर सकते हैं अच्छा एसी को यस आपको पता ही है पावर हाउस में जो बिजली प्रोड्यूस हो रही है वो 11000 वोल्ट में हो रही है पर उसको क्या करना पड़ता है वहां से स्टेप अप लगा कर के और उसे चेंज करना होता है 132000 वोल्ट में तो वोल्टेज इंक्रीज किया जा सकता है लॉन्ग डिस्टेंस तक वोल्टेज लाया जा सकता है चलो एक एग्जांपल देते हैं तुम्हारे घर में करंट बिजली नहीं आ रही है कोई रीजन है फॉर एग्जांपल पावर फिलर नहीं आ रही है आपका फ्रेंड आपके घर से कुछ दूर रहता है हां हां कुछ दूर रहता है उसके पास जो बैटरी है इन्वर्टर है उससे आपको वो क्या करता है करंट दे देता है आपके घर में जो बल्ब या कोई डिवाइस जलाएंगे वो बहुत डिम जलेगा हां क्योंकि लाइन लॉस हो जाएगा ना क्योंकि वो डीसी करंट आपको दे पा रहा है हां मैंने कहा था बैटरी से दे रहा है वो समझ गए ना और जितना दूर से लाएंगे उतना कम करंट आपके पास पहुंचेगा लॉस ऑफ करंट बहुत ज्यादा होता है डायरेक्ट करंट में इसलिए हम को यूज नहीं करते हैं समझ गए अब एसी जनरेटर और डीसी मोटर में क्या डिफरेंस है हां ये ने पढ़ा था अगेन जनरेटर क्या करता है मैकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिक एनर्जी कन्वर्ट करता है मैंने दिखाया था आपको जबकि मोटर ठीक उल्टा करता है इलेक्ट्रिक एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में चेंज करता है है आपका पैन अच्छा एसी मोटर किस पे काम करता है इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन पे काम करता है जबकि डीसी मोटर किस पे काम करता है लॉरेंस फोर्स पे जिसमें कहते हैं कि फोर्स प्रोड्यूस होती है जब करंट करिंग कंडक्टर को मैग्नेटिक फील्ड में प्लेस कर दिया जाए तीसरा डिफरेंस क्या है जनरेटर में जो कॉइल लगा होता है वो क्या करता है रोटेट करता रहता है और जब तक रोटेट करता रहेगा तब तक करंट पैदा होती रहेगी याद है ना आर्मेचर कॉइल जबकि डीसी मोटर में क्या होता है करंट देते रहेंगे तब तक कॉइल रोटेट करता रहेगा एक फाइनल डिफरेंस है जनरेटर में स्लिप रिंग्स लगे होते हैं और जबकि डीसी मोटर में स्प्लिट रिंग लगे होते हैं कौन से स्प्लिट रिंग आधे कटे रिंग्स और दोनों में सिमिलरिटी क्या है दोनों में क्या है कॉइल है जो रोटेट कर रहा है दोनों में यस दोनों में एनर्जी का ट्रांसफॉर्मेशन हो रहा है ठीक है बोथ हैव ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ एनर्जी एंड बोथ हैव मूविंग कॉइल वो आर्मेचर कॉइल मूव करता है आइए बात करते हैं ट्रांसफार्मर की क्या कहा आपने देखा है ट्रांसफॉर्मर हां अगर आप बिजली के खंभों के आसपास जो बड़े-बड़े खंबे लगे हैं आपके शहर में जहां दो तीन खंबे एक साथ लगे हैं जरा उसके ऊपर जरा ध्यान से देखिए बड़े-बड़े हां ट्रांसफार्मर लगे हैं तो ट्रांसफार्मर क्या करता है ट्रांसफॉर्म करता है चेंज करता है किसको वोल्टेज को कम वोल्टेज को बढ़ा देता है हां हम कहते हैं स्टेप अप या उल्टा करता है ज्यादा वोल्टेज को घटा सकता है सर ऐसा क्यों क्यों वोल्टेज बढ़ाना घटाना क्योंकि हर डिवाइस सेम वोल्टेज पे सेम पोटेंशियल डिफरेंस पे काम नहीं करता है एक एग्जांपल से देते हैं कि आपका जो डोर बेल है वो 6 वोल्ट में ही चल जाता है जो पहली टीवी हुआ करती थी जो पुरानी टीवी हुआ करती थी वो 10000 वोल्ट में ऑन होती थी उसमें पिक्चर ट्यूब लगा होता था पहले वाली टीवी में एलईडी टीवी में नहीं एल टीवी तो बहुत कम वोल्ट में चालू हो जाती है जितना एलईडी बल्ब लेता है लग उतने वोल्ट में हा 24 वोल्ट 28 वोल्ट 30 वोल्ट बस तो वोल्टेज अलग-अलग डिवाइस का अलग-अलग है और इसीलिए आपके घर आ रहा है यस पूरे भारत में जो करंट सप्लाई है वो 220 वोल्टेज की है कितनी है 220v हां थोड़ा बढ घटता है बट अप्रॉक्सिमेट्स ऑफ करंट कितनी है हमारी 50 हर्ट्ज ध्यान से सुनिए फ्रीक्वेंसी ऑफ करंट मतलब होता है कि नंबर ऑफ वाइब्रेशंस कंप्लीटेड इन वन सेकंड मतलब एक सेकंड में 50 बार करंट अपनी डायरेक्शन चेंज करती है 50 बार पॉजिटिव 50 बार नेगेटिव हां एक सेकंड के अंदर की बात कर रहा हूं इमेजिन करिए कितना फास्टर क्या हो रहा है एक सेकंड हम आप तो शायद देख भी नहीं पाएंगे इतनी तेज क्या हो रहा है बल्ब फ्लिकर करता है आपको तो सिर्फ जलता हुआ नजर आता है क्योंकि हमारी आई इतनी सेंसिटिव नहीं है क्या कहना चाहते हैं कि आपका जो ट्रांसफार्मर चाहिए वो इसलिए चाहिए क्योंकि 220 वोल्ट की घर में करंट आ रही है बाहर मेन से आपके सब डिवाइस 220 वोल्ट में नहीं चलते हैं जैसे फॉर एग्जांपल आपका आपका मोबाइल आपके मोबाइल 10 वोल्ट में 12 वोल्ट में हां अलग-अलग वोल्ट वाले आजकल मोबाइल आ रहे हैं उतने में चार्ज हो जाता है उतने वो जो एडाप्टर होता है मोबाइल का ना जिससे चार्जर होता है जो है ना वो उतने ही वोल्ट का होता है हां आजकल थोड़े और जो एडवांस मोबाइल आ रहे है जो जल्दी चार्ज होने वाले उसका वोल्ट ज्यादा है तो वही वही आपका ट्रांसफार्मर है वो जो वोल्ट जो समझ रहे हैं मोबाइल का चार्जर वो आपका ट्रांसफार्मर है आपने लैपटॉप भी देखा होगा एक चार्जर लगाते हैं आपना अरे उसम छोटा सा एक बॉक्स बना होता है देखा है आपने जो चार्जर आप कनेक्ट करते हैं वो वो वही तो है आपका ट्रांसफार्मर और आपके टीवी आपके एसी इन सब में ट्रांसफॉर्मर अंदर ही फिटेड है हां आप देख नहीं पाते हैं हां इन सब में भी ट्रांसफॉर्मर लगा है क्योंकि इनका वोल्टेज अलग-अलग रिक्वायरमेंट है समझ गए और इनके लिए क्या करना होता है ट्रांसफॉर्मर की जरूरत होती है अब आप समझ गए ट्रांसफॉर्मर क्यों चाहिए ट्रांसफार्मर चाहिए क्योंकि हमें ईएमएफ चेंज चाहिए ईएमएफ चेंज करना है वोल्टेज चेंज करना है ध्यान ये देना है ट्रांसफॉर्मर फ्रीक्वेंसी को चेंज नहीं करता है हमारी करंट की फ्रीक्वेंसी 50 हर्ट्ज है पूरे इंडिया में और वही रहेगी अच्छा किस प्रिंसिपल पे काम करता है है इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन पे काम करता है एक ट्रांसफॉर्मर में दो कॉइल्स होते हैं पहला कॉइल होता है प्राइमरी कॉइल दूसरा कॉइल होता है सेकेंडरी कॉइल हां अभी दिखा रहे हैं क्या दो कॉइल्स होते हैं जहां से करंट एंटर करती है ध्यान से सुनिए जहां से करंट एंटर करती है उसका नाम होता है प्राइमरी कॉइल और जहां से वो लीव करती है उसका नाम होता है सेकेंडरी कॉइल क्लियर प्राइमरी सेकेंडरी का मतलब समझ गए अच्छा एक ट्रांसफार्मर डीसी करंट में काम नहीं करेगा क्यों क्योंकि डीसी करंट में करंट सेम रहती है कांस्टेंट होती है इंड्यूस्ड ईएमएफ पैदा होगा ही नहीं ठीक है ना क्योंकि उसमें जितनी प्राइमरी कॉइल में करंट गई है उतनी ही करंट सेकेंडरी कॉइल होगी नो चेंज नो चेंज इन फ्लक्स जब मैग्नेटिक फील्ड लाइंस में चेंज नहीं है फ्लक्स नहीं है तो ईएमएफ कहां इयूज होगा भैया ईएमएफ इंड्यूस ही नहीं होगा इसलिए काम नहीं आता है समझ गए ना तो अब कैसे बनाए ट्रांसफॉर्मर को तो मैंने कहा ट्रांसफॉर्मर में तीन पार्ट चाहिए प्राइमरी कॉइल जो कि पहला कॉइल होता है जो करंट सोर्स से आता है जिसमें पहली वायर करंट सोर्स से आके मिलती है और दूसरा है जहां से करंट हम विड्रॉ करते हैं बाहर निकालते हैं सेकेंडरी कॉइल और बीच में उन दोनों को कनेक्ट करने के लिए लगा होता है कोर ठीक है कोर किसका बना होता है लैमिनेटेड शीट ऑफ आयरन का कैसा लैमिनेटेड शीट ऑफ आयरन का बना होता है सॉफ्ट एन का बना होता है क्यों सर लेमिनेट क्यों करते हैं क्यों उसको पेंट और वार्निश कर देते हैं ताकि लाइन लॉस कम से कम हो क्या ताकि लॉस ऑफ लाइन लॉस ऑफ वोल्टेज कम से कम हो ठीक है अब क्या ध्यान देना है आपको ध्यान ये देना है टर्न रेशो कीवर्ड है याद रखिए क्या टर्न रेशो ये क्या डिपेंड करता है किस डिपेंड करता है नंबर ऑफ टर्न्स पे आपके पास दो कॉइल है पहला कॉइल ये रहा प्राइमरी कॉइल देखिए यह रहा प्राइमरी कॉइल ठीक है यहां से करंट एंटर कर रही है ये रहा प्राइमरी कॉइल अब यहां से करंट जहां से बाहर निकलेगी यहां से ठीक है यहां से करंट जब बाहर निकलेगी ये हो जाएगा आपका सेकेंडरी अब क्लियर है प्राइमरी कौन है सेकेंडरी कौन है डायग्राम से प्राइमरी ठीक है और हो रहा सेकेंडरी और दोनों में टर्म्स जो है इसी के रेशो को कहते हैं टर्न रेशो याद रखिएगा नंबर ऑफ टर्न्स इन सेकेंडरी डिवाइडेड बाय नंबर ऑफ टर्न्स इन प्राइमरी फिर से सुन लीजिए नंबर ऑफ टर्न्स इन सेकेंडरी सेकेंडरी वाले के टर्न्स कितने हैं सिंबल है n ए और प्राइमरी वाले के टर्न कितने टर्न मतलब ये जो आपने गोलगोल घुमाया इसके रेशो को कहते हैं टर्न रेशो ध्यान दीजिएगा ये टर्न रेशो बहुत काम आने वाला है अभ हमको फर्मूला समझ गए टर्न रेशो क्या है अच्छा लेमिनेट कोर क्यों लगाते हैं मैंने बताया था वेस्टेज ऑफ करंट इंड्यूस करंट एडी करंट को बचाने के लिए याद होगा आपको आयरन को लेमिनेट करना था याद है ना आयरन कोर को अच्छा क्लोज्ड कोर क्यों रखते हैं क्लोज मतलब बॉक्स के रूप में ऐसे क्यों रखते हैं ऐसा चेंबर क्यों बनाते हैं तो क्लोज्ड कोर इसलिए रखते हैं ताकि आपका मैग्नेटिक फील्ड का लॉस भी ना हो क्या हो आपका लॉस ऑफ एनर्जी मिनिमम हो ताकि क्लोज्ड कोर के अंदर ही क्या हो जाए सारे फील्ड लाइंस आ जाए और सॉफ्ट आयरन को क्यों यूज करते हैं हिस्टर सिस लॉस को बचाने के लिए यहां पर सॉफ्ट आयरन का इस्तेमाल किया गया होता है किसका सॉफ्ट आयरन का प्राइमरी सेकेंडरी कॉइल और ये इन दोनों को जोड़ने के लिए सॉफ्ट आयरन ठीक है क्योंकि सॉफ्ट आयरन के अंदर होती है हाई मैग्नेटिक परमीबिलिटी एंड लो रिटेंटिविटी इसीलिए ताकि लॉस ऑफ एनर्जी कम से कम हो चलिए कैसे काम करता है मैंने बताया बहुत सिंपल प्रिंसिपल है इसका ये इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन वाली प्रिंसिपल पे काम करता है क्योंकि जब करंट प्राइमरी से एंटर करता है उससे इंड्यूस्ड ईएमएफ पैदा होता है मैग्नेटिक फील्ड लाइंस फ्लक्स जनरेट होती है क्योंकि कॉइल्स का टर्न अलग-अलग है सेम नहीं है प्राइमरी और सेकेंडरी कॉइल का अगर टर्न सेम होगा तो क्या होगा वोल्टेज में चेंज नहीं होगा समझ गए ना तो क्या होता है वोल्टेज में चेंज आता है याद रखिएगा वोल्टेज और करंट इवर्स होते हैं वोल्टेज बढ़ेगा तो करंट घटेगा और यहां उल्टा कर दो करंट बढ़ेगा तो वोल्टेज घटेगा ठीक है एक ट्रांसफॉर्मर क्या करता है इसी प्रिंसिपल पे काम करता है इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन देखिए टर्न रेशियो आप समझ जाएंगे तो क्लियर हो जाएगा एक ट्रांसफॉर्मर में जो ईएमएफ है सेकेंडरी कॉइल का सिंबल है e / s डिवाइडेड बाय दी ईए अपन दी ईए अपॉन दी सेकेंडरी कॉइल ये किसके बराबर होता है नंबर ऑफ टर्न्स के तो आप सिंबल से समझिए इसको मैं थोड़ा बड़ा कर देता हूं आपके सामने स्क्रीन पे टर्न रेशियो किसके बराबर है टर्न मतलब नंबर ऑफ टर्न्स तो ईएमएफ ऑफ़ सेकेंडरी डिवाइडेड बाय द ई ऑफ़ प्राइमरी याद होगा ईएमएफ इंड्यूस्ड करंट है और उसी तरह से नंबर ऑफ़ टर्न्स इन द सेकेंडरी अपॉन नंबर ऑफ़ टर्न्स इन द प्राइमरी ये दोनों को डिवीज़न को कहते हैं टर्न रेशियो क्लियर है अब नंबर ऑफ़ टर्न्स जो सेकेंडरी का अगर ज्यादा होगा तो आपका टर्न रेशियो ग्रेटर दन वन होगा और वो स्टेप अप ट्रांसफॉर्मर बन जाएगा और इसका रिवर्स कर दो रिवर्स कर दो क्लियर है इसका रिवर्स कर दो स्टेप डाउन बन जाएगा सबसे पहले देखते हैं स्टेप अप ट्रांसफॉर्मर थड़ा इस डायग्राम को देखिए इस डायग्राम में आप देखिए प्राइमरी कॉइल में जो नंबर ऑफ टर्न्स हैं वो कम है यहां जो नंबर ऑफ टर्न है वो लेस है लेस नंबर ऑफ टर्न है किसके कम कंपेरिजन में सेकेंडरी में यहां मोर नंबर ऑफ टर्न है टर्न मतलब ये घुमाओ ये अच्छा एक और देखिए प्राइमरी की जो कॉइल है वायर है वो थिक है इसकी थिक कॉपर वायर है और इसकी कॉपर वायर क्या है थिन है क्या होगा ऐसा करने से एक इंड्यूस्ड ईएमएफ जनरेट होगा और यहां पर देखिए वोल्टेज कितना है 110 से 120 वोल्टेज है और प्रोड्यूस कितना हो रहा है 220 से 240 क्यों क्योंकि मैंने बताया प्राइमरी का टर्न कम है और सेकेंडरी का टर्न जाता है तो n सॉरी ns1 दैट इज़ नंबर ऑफ़ टर्न इन सेकेंडरी डिवाइडेड बाय द नंबर ऑफ़ टर्न इन प्राइमरी जब नंबर ऑफ़ टर्न सेकेंडरी का ज्यादा है जब नंबर ऑफ़ टर्न्स इन सेकेंडरी का ज्यादा है नंबर ऑफ टर्न्स इन प्राइमरी से तो इसकी वैल्यू यस तो क्या होगा इसकी वैल्यू विल बी इसका टर्न रेशियो इसका टर्न रेशियो जो कि सिंबल है n इसका 10 रे टर्न रेशो विल बी ग्रेटर दन वन तो जब जब ग्रेटर दन वन होगा तो वोल्टेज बढ़ेगा क्लियर है वोल्टेज बढ़ेगा आपको स्टेप अप वोल्टेज के रूप में काम आएगा आप ज्यादा वोल्ट ले पाएंगे जितना ज्यादा वोल्ट चाहिए होगा उतना ज्यादा आपको सेकेंडरी में कॉइल करना पड़ेगा इसका ठीक रिवर्स कर दीजिए क्या बन जाएगा स्टेप डाउन बन जाएगा अब आप देखिए प्राइमरी में नंबर ऑफ टर्न्स ज्यादा है और सेकेंडरी में नंबर ऑफ टर्न्स कम है मैंने क्या कहा था आपको थर वायर का यूज करना पड़ेगा कॉइलिंग के दौरान ताकि आपका लाइन लॉस एनर्जी लॉस ना हो हीट लॉस ना हो और इस कॉपर लॉस को बचाना है तो थिक कॉपर वायर का यूज करना है कहां यूज करते हैं मैंने कहा ट्रांसफॉर्मर बहुत जगह यूज कर रहे हैं घर में यूज कर रहे हैं पावर हाउस में यूज कर रहे हैं तो कहां-कहां यूज है तो मैंने कहा स्टेप अप ट्रांसफार्मर चाहिए बिजली के पावर हाउस स्टेशन में जहां पावर हाउस को हाई वोल्टेज में पावर को कन्वर्ट करना है लॉन्ग डिस्टेंस भेजने के लिए टेलीविजन में चाहिए वायरलेस सेट में चाहिए इवन एक्सरे मशीनस को हां जब आपका हाथ टूट जाता है एक्सरे करना होता है ना उसमें भी हाई वोल्टेज चाहिए होता है और इसका उल्टा कर दो कब चाहिए आपको स्टेप डाउन नाइट बल्ब्स में चाहिए सॉरी इलेक्ट्रिक बेल्स में चाहिए नाइट बल्ब में चाहिए मोबाइल फोन में चाहिए कंप्यूटर में चाहिए या पावर सब स्टेशंस में चाहिए जहां 1 लाख वोल्टेज को घटा करके उनको क्या 11000 करना होता है फिर 11000 को 440 और हमारे घर तक तो 220 वोल्ट चलिए अब दोनों में डिफरेंस समझ गए हैं स्टेप अप स्टेप डाउन को हां मुझे नहीं लगता मुझे डिफरेंस बताने की जरूरत है ट आई कहां से चलो एक एग्जांपल लेते हैं कि कोई भी ऑब्जेक्ट हो कोई भी सब्सटेंस हो सब बने किससे मॉलिक्यूल से और मॉलिक्यूल आप जानते हैं रैंडम मोशन में होते हैं जिगजैग मोशन में होते हैं अब मोशन में है मूव कर रहे हैं तो हर मॉलिक्यूल में क्या होगा काइनेटिक एनर्जी होगी क्योंकि आप जानते ही हैं द एनर्जी पोजेस बाय बॉडी इन मोशन तो जो भी बॉडीज मोशन में है इसका मतलब उसके अंदर काइनेटिक एनर्जी है सली बॉडी में कटिक एनर्जी है और दूसरे एनर्जी मॉलिक्यूल में क्या होती है अट्रैक्शन टू ईच अदर दो मॉलिक्यूल एक दूसरे को अपनी तरफ क्या करते हैं पुल करते हैं अट्रैक्ट करते हैं है ना तो इसकी वजह से उनके अंदर होती है पोटेंशियल एनर्जी इससे ये पता चला कि हर एक सब्सटेंस हर एक वस्तु में जी हां आपके इवन जो हाथ में मोबाइल है वो जरा पीछे इसको टच कर अभी हॉट हो गया है हां हां कैसे यस मेरी आवाज से नहीं नहीं नहीं मेरी आवाज से नहीं हॉट हुआ है वो हॉट हुआ है क्योंकि उसमें बहुत सारे क्या हैं वाइब्रेशंस टेक प्लेस कर रहे हैं बहुत सारा मूवमेंट टेक प्लेस कर रहा है स्क्रीन चल रही है बैटरी कंज्यूम हो रही है इसीलिए इसीलिए आपका मोबाइल गर्म हो रहा है चार्जिंग का टाइम भी ऐसा हो रहा होता है तो हीट इंटरनल एनर्जी को कहते हैं और ये इंटरनल एनर्जी किससे आई है मॉलिक्यूल के अंदर उनके पोटेंशियल और काइनेटिक एनर्जी को जोड़ने से आई है तो द सम ऑफ द पोटेंशियल एंड काइनेटिक एनर्जी ऑफ़ अ मॉलिक्यूल इज इंटरनल एनर्जी हर मॉलिक्यूल में आप में मुझ में हर एक सब्सटेंस में क्या है एक इंटरनल एनर्जी है और ये जो टोटल इंटरनल एनर्जी है यही हमारी हीट एनर्जी है थर्मल एनर्जी है अब क्लियर हो गया हीट एनर्जी सब में है इसका मतलब हर वस्तु में हर सब्सटेंस में इवन हमारे अंदर भी जब आप दौड़ के आ रहे होते हैं कहीं से तो आप वर्म अप हो जाते हैं क्यों क्योंकि आपकी एनर्जी लग रही है उसमें सस मूवमेंट सांस का ब्रीदिंग का रेट बढ़ रहा है क्या हो गया काइनेटिक एनर्जी पोटेंशियल एनर्जी दोनों मिलकर के आपको क्या कर रही है हॉट कर रही है गर्म कर रही है आइए समझते हैं एक हॉट बॉडी और कोल्ड बॉडी में क्या अंतर है बहुत आसान है पहचानना आपको टेस्ट करना है कि कोई बॉडी गर्म है क्या ठंडी है ये मत कए सर छू के बताएंगे कैसे बताएंगे तबकी गरम हैगी ठंडी है बॉडी हां आप एक कॉमन बात तो मुझे कहा से बता देंगे दूसरा तरीका होगा उसके टेंपरेचर से बता देंगे तो अगर एक हॉट बॉडी है इसका मतलब है जरूर उसका टेंपरेचर ज्यादा होगा और कोल्ड बॉडी है तो कंपेरटिवली उसका टेंपरेचर कम होगा तो आजकल विंटर्स आ रहे हैं ऐसे ग्रैजुअली हम ठंडी की तरफ बढ़ रहे हैं तो आजकल दिन ठंडा हो रहा है मॉर्निंग तो ठंडी है हां सुबह-सुबह तो गुलाबी ठंड भी लग रही है आजकल है ना और नाइट को भी ठंडक हो रही है हो रही है कि नहीं हो रही है तो टेंपरेचर लोअर है तो हॉट बॉडी कैसी होती है इनका टेंपरेचर हाई होता है एक आसान तरीका बता रहा हूं आपको यस आपको फीवर है हां अजूम कर रहा हूं आपको फीवर है है और कोई आपके हेड को टच करता है और आपके हेड को टच करते ही बोलता है अरे तुम्हें तो फीवर है अरे तुम्हें फीवर है कैसे पता चला उसको आपको फीवर है क्योंकि आपकी बॉडी हॉट थी और आपकी बॉडी की हीट ट्रेवल कर गई उस व्यक्ति को जिसने आपका हेड टच किया समझ गए तो इट ट्रेवल्स फ्रॉम दी हॉट बॉडी टू कोल्ड बॉडी या फ्रॉम अ बॉडी हैविंग हाई टेंपरेचर टू अ बॉडी हैविंग लो टेंपरेचर क्लियर है इसका मतलब है अगर कोई दो बॉडीज कांटेक्ट में होंगी लेट्स अज्यू मैं आपको एग्जांपल दे रहा हूं लेट्स अजूम एक बॉडी है हां ये है ये एक बॉडी है जिसमें 50 डिग्री सेंटीग्रेड टेंपरेचर है है और एक दूसरी बॉडी है लेट्स अजूम हां दूसरी बॉडी जो है जो इन कॉन्टेक्ट है उसका टेंपरेचर है 90° अब एक बॉडी इसमें हॉट है और एक बॉडी इसमें कोल्ड है कौन सी है हॉट बॉडी आप कहेंगे सर ये जो 90° वाली जो बॉडी है ये है हॉट बॉडी और जिसका टेंपरेचर कम है और किसका टेंपरेचर कम है इसका 50° तो ये है कोल्ड बॉडी हां कंपैरेटिव इसके कोल्ड है हां इन कंपेरिजन कोल्ड है तो हीट हमेशा कहां से कहां फ्लो करेगी फ्रॉम हॉट टू कोल्ड क्लियर है ठंडी के दिनों में आप देखिए आप ठंडे ऑब्जेक्ट को जैसे ही छूते हैं हां आसपास पास आप जब विंडो में या या या इवन डोर्स को छूते हैं या अपनी एक्टिवा या मोटरसाइकिल को छूते हैं या इवन टेबल चेयर जो बाहर ऑब्जेक्ट पड़ा है क्लासरूम में जब जाते हैं तो क्या लगता है जहां बैठते हैं ई ठंडा लग रहा है क्यों क्योंकि वो आपकी हीट उसमें जा रही है इसीलिए आपको ठंडा लग रहा है ध्यान दीजिएगा आप हीट इस समय उसको दे रहे हैं जिस कोल्ड बॉडी को आप छू रहे होते हैं आजकल यही हो रहा है आपके साथ इसीलिए ठंडा लग रहा है आपको अब समझ गए आप क्या कर रहे हैं हीट लूज कर रहे हैं सो क्या होता है हीट एक फॉर्म ऑफ एनर्जी है जो फ्लो करती है फ्रॉम हॉट टू कोल्ड याद रखिएगा कभी भी कोल्ड से हॉट की तरफ हीट नहीं जाती है नेवर इट ऑलवेज फ्लो फ्रॉम हॉट बॉडी टू कोल्ड बॉडी और हीट के ही क्वांटिटी को मेजर करने को कहते हैं कैलोरीमेट्री और हीट का यूनिट क्या है तो एसआई यूनिट आपको याद करना ज्यादा जरूरी है वो है जूल यस जूल नाम है एसआई यूनिट पर अदर यूनिट जो कि आज कॉमन यूनिट भी हम डिस्कस कर रहे हैं वो है कैलरी तो जूल बड़ा है कि कैलोरी आपको बताना है व्हिच यूनिट इज बिगर जूल और कैलोरी हां आप बताइए मुझे तब तक मैं आपको बताने जा रहा हूं कि ये कैलोरी है क्या वैसे एक लाइन की डेफिनेशन मैं आपको बोलूंगा और इस डेफिनेशन को मैं कहूंगा बार-बार बारबार बार-बार हां मैं इस डेफिनेशन का बार-बार यूज़ करूंगा एक लाइन की डेफिनेशन है कैलरी की और वो डेफिनेशन क्या है द अमाउंट ऑफ हीट रिक्वायर्ड टू रेज दी टेंपरेचर ऑफ वाटर थ्रू 1 डिग्री फिर से कितना हीट लगी कितनी हीट लगी कितनी हीट चाहिए कितनी हीट चाहिए ताकि पानी के 1 ग्राम का टेंपरेचर 1 डिग्री से बढ़ाया जा सके एक एग्जांपल के रूप में समझते हैं कि आपने क्या किया चलिए आपने क्या किया पानी का 1 ग्राम ले लिया मैंने आपको दिखा दिया पानी का 1 ग्राम चलिए ये है एक टेस्ट ट्यूब और इस टेस्ट ट्यूब को आपने क्या कर रखा है बंसन फ्लेम के नीचे ये है बंसन बर्नर ना और इसके नीचे रखा हुआ है ये बनसम बर्नर इसको हीट कर रहा है इसके अंदर क्या है इसके अंदर है पानी कितना पानी है इसमें 1 ग्राम ऑफ वाटर है इसके अंदर सिर्फ 1 ग्राम पानी है आपको क्या करना है इस 1 ग्राम ऑफ वाटर को हीट करना है इसको आपने हीट किया तो इसका टेंपरेचर क्या देखेंगे आप यहां पर एक थर्मामीटर लगाएंगे थर्मामीटर आपको क्या बताएगा थर्मामीटर डिग्री ऑफ हॉटनेस और कोल्डनेस ऑफ बॉडी को मेजर करता है हां जैसे आपको बुखार हो जाता है तो मम्मी क्या करती है आपकी आपके पेरेंट्स क्या करते हैं है थर्मामीटर लगा करके चेक करते हैं कि आपको फीवर है तो कितना है है ना क्या आप बता सकते हैं व्हाट इज द नॉर्मल बॉडी टेंपरेचर हां जब आपको और मुझको फीवर नहीं है तो क्या है वो नॉर्मल बॉडी टेंपरेचर अभी लिखिए बताइए अभी हां प्लीज टाइप इट कमेंट करिए अभी और ये देखिए थर्मोमीटर क्या कर रहा है इसका टेंपरेचर बता रहा है तो जब हमने हीट नहीं किया है अभी हमने सिर्फ 1 ग्राम ऑफ वाटर लिया है तो इस समय इसका रूम टेंपरेचर या कह सकता हूं इनिशियल टेंपरेचर हां इनिशियल टेंपरेचर हम इसको ऐसे t1 से भी रिप्रेजेंट कर सकते हैं इनिशियल टेंपरेचर इसका लेट्स अज्यू है 14 डिग्री सेंटीग्रेड अब हमें क्या करना है इसको t2 ले जाना है अर्थात इसका टेंपरेचर रेज करके 15 डिग्री तक ले जाना है बस 1 डिग्री इसको हीट करना है हीट देंगे इसको इसको हीट देंगे इसको गर्म करेंगे कितना डिग्री तक हीट करना है 1 डिग्री टेंपरेचर रेज करना है तो जितनी हीट देंगे दैट हीट इज कॉल्ड एज 1 कैलरी तो ये डेफिनेशन आप याद कर लीजिए दिस इज गोइंग टू बी अ वेरी इंपोर्टेंट डेफिनेशन क्या मैंने कहा दिस इज गोइंग टू बी अ वेरी इंपोर्टेंट डेफिनेशन ये डेफिनेशन मैं आज आज के सेशन में कम से कम तीन से चार बार डिस्कस करूंगा आपसे और पूछूंगा अभी तैयार रहिए इस डेफिनेशन के लिए क्या बोल रहा हूं दी अमाउंट ऑफ हीट रिक्वायर्ड टू टू रेज दी टेंपरेचर ध्यान दीजिए याद कर लीजिए मेरे साथ-साथ ट रेज दी टेंपरेचर किसका टेंपरेचर कर रहे हैं कैलरी की बात कर रहे हैं तो टेंपरेचर ऑफ वाटर ट कितना टू रेज द टेंपरेचर ऑफ 1 ग्राम ऑफ वाटर कितना चाहिए हमको इसमें 1 ग्राम ऑफ वाटर अमाउंट ऑफ हीट रिक्वायर्ड टू रेज दी टेंपरेचर ऑफ 1 ग्राम ऑफ वाटर थ्रू थ्रू कितना थ्रू 1 डिग्री कितना टेंपरेचर चेंज चाहिए सिर्फ 1 डिग्री तो 1 ग्राम पानी का और 1 डिग्री इसको कहते हैं कैलोरी इस डेफिनेशन को कहते हैं कैलोरी इस डेफिनेशन की जरूरत पड़ेगी आपको याद कर लेंगे कैलोरी की डेफिनेशन अब हां मैं पूछूंगा अभी आपसे अभी जरूरत पड़ने वाली है इस सेशन में इस डेफिनेशन की जरूरत पड़ेगी आइए आगे बढ़ते हैं कैलोरी हो गई क्लियर वन कैलोरी वैसे कितने के बराबर होती है तो 1 कैलरी इज इक्वल ट 4.2 जूल सो दिस प्रूव्स कि कैलोरी एक छोटा यूनिट है ठीक है जूल बड़ा यूनिट है चलिए आगे बढ़ जाते हैं मेरा क्वेश्चन का जवाब आपको मिल गया है अब बात करते हैं वापस टेंपरेचर की तो टेंपरेचर डिग्री ऑफ हॉटनेस एंड कोल्डनेस ऑफ बॉडी होती है या ऐसा कहे बॉडी का थर्मल स्टेट बताता है और आपके बॉडी का थर्मल स्टेट बताता है कि तुमको को फीवर है कि नहीं है ठीक है आपकी बॉडी का जो टेंपरेचर आप यूजुअली मेजर करते हैं वो फारेनहाइट पे मेजर करते हैं आपके और मेरे घर में जो थर्मामीटर है वो क्लिनिकल थर्मामीटर है क्या क्लीनिकल थर्मामीटर है जो आप मेरे घर में थर्मामीटर है वो क्लिनिकल थर्मामीटर है वो बताता है आपका टेंपरेचर और इस टेंपरेचर से पता चलता है डायरेक्शन ऑफ फ्लो ऑफ हीट और हमेशा हीट फ्लो करेगा फ्रॉम हॉट बॉडी मतलब हाई थर्मल हाई थर्मल टू लो थर्मल बॉडी ठीक है और टेंपरेचर को किसमें मेजर करते हैं टेंपरेचर का एसआई यूनिट है केल्विन पर मैंने कहा यूजुअली मैं और आप देखते हैं डिग्री सेल्सियस ये सर डिग्री सेल्सियस क्या है अरे भाई दूसरा यूनिट है ये भी एक यूनिट है मेजर करने का टेंपरेचर मेजर करने का या फेरेन भी है एक और भी है यूनिट फेरेन अब मुझे क्या करना है एस यूनिट पे ही सब कुछ डिस्कस करना है आपके साथ तो ये जो केल्विन है हां ये जो केल्विन है ये अगर मुझे निकालना हो तो क्या करेंगे तो एक फार्मूला है आपके पास डिग्री अगर टेंपरेचर इन केल्विन निकालना है t स्टैंड्स फॉर टेंपरेचर इन केल्विन तो हमें क्या करना पड़ेगा टेंपरेचर इन सेंटीग्रेड में 273 ऐड करना पड़ेगा फिक्स है कितना ऐड करेंगे 273 सर एग्जांपल के रूप में तो व्हाट वी हैव टू डू चलिए कन्वर्ट करते हैं कन्वर्ट 10 डिग्री सेंटी ग्रेड * केल्विन आए करते हैं कन्वर्ट क्या करना है फार्मूला आपको केल्विन के टेंपरेचर को निकालने के लिए आपको जो भी सेंटीग्रेड का टेंपरेचर या सेल्सियस का टेंपरेचर दिया हुआ है इसमें ऐड कर दो 273 सो 273 ही ऐड करेंगे सर 273 क्यों क्योंकि केल्विन का माइ 273 डिग इज कॉल्ड एज एब्सलूट जीरो इसका मतलब है यहां पर ऑल मॉलिक्यूलर मोशन सीजस इसका मतलब है जो हमने स्टार्टिंग में बताया था कि मॉलिक्यूल के मोशन की वजह से बॉडी के अंदर इंटरनल हीट होती है वहां उसका थर्मल स्टेट होता है और -273 डि सबसे लोएस्ट टेंपरेचर है जब बॉडी का क्या होता है मोशन ऑफ मॉलिक्यूल बंद हो जाता है इसीलिए उस पॉइंट को कहते हैं एब्सलूट जीरो ध्यान रखेंगे -273 तो अब हमारे पास यहां पर 273 क्या करना है क्योंकि कैल्विन में टेंपरेचर लाना है इसमें ऐड कर देंगे जितना भी डिग्री सेंटीग्रेड दिया हुआ है बस सिंपली क्या करना है 273 ऐड कर दीजिए सो नाउ योर आंसर इज 283 केल्विन देख लीजिए डिग्री का सिंबल नहीं लग रहा है ध्यान दीजिएगा देयर इज नो सिंबल ऑफ डिग्री सो दिस इज योर चेंजिंग द चेंजिंग द सेंटीग्रेड टू केल्विन और अगर केल्विन से सेंटीग्रेड में चेंज करने के लिए आ जाए तो माइनस कर देना 273 ° क्लियर है चलो अब अब आगे बढ़ते हैं और एक टॉपिक है फैक्टर्स अफेक्टिंग द हीट तो हीट अगर किसी बॉडी ने क्या करना हो एब्जॉर्ब कर रही हो ताकि उसका टेंपरेचर इंक्रीज कर जाए तो वो तीन फैक्टर्स पे डिपेंड करता है हां किसी बॉडी की हीट उसके इंक्रीज करने के लिए तीन फैक्टर पे डिपेंड करती है पहला फैक्टर है मास ऑफ द बॉडी दूसरा है टेंपरेचर और तीसरा है मटेरियल या सब्सटेंस अच्छा तीनों से हीट तीनों पे मास पे मटेरियल पर जिसको हम सब्सटेंस कहते हैं और टेंपरेचर पर डायरेक्टली प्रोपोर्शनल है सही सुन रहे हैं आपको हीट इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू द मास इसका मतलब है लार्जर इज द मास लार्जर इज द अमाउंट ऑफ हीट रिक्वायर्ड क्लियर तो तर से टेंपरेचर हायर इज द टेंपरेचर हायर इज द अमाउंट ऑफ हीट रिक्वायर्ड और तीसरा डिपेंड्स अपऑन द मटेरियल मटेरियल कैसा है उसका स्पेसिफिक हीट कैसी है इस पे रिक्वायर्ड करती है ये रहा द अमाउंट ऑफ हीट एनर्जी एब्जॉर्ब या रिक्वायर्ड इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू मास सिंबॉलिकली q q रिप्रेजेंट्स हीट ये जो क बनाया है वो हीट का सिंबल है और ये जो लिखा है ये जो आप देख रहे हैं डेल्टा टाइप का सिंबल जो बना दिख रहा है हां ये सिंबल है डायरेक्टली प्रोपोर्शनल का तो हीट इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू मास हीट इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू चेंज इन टेंपरेचर एंड हीट इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू द सब्सटेंस जिसको हम मटेरियल कहते हैं और सिंबॉलिकली क्या कहते हैं इसको स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी तो तीन चीज से हीट डायरेक्टली डिपेंडेंट करती है और इसको हम सिंबॉलिकली कैसे रिप्रेजेंट कर सकते हैं q व्हिच इज हीट q क्या है हीट है ये फॉर्मूला भी बन जाएगा q इज इक्वल टू हीट और c क्या है c है स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी क्या है c c इज स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी m क्या है m है मास और डेल्टा t क्या है चेंज या मेरे केस में राइज इन टेंपरेचर चेंज इन टेंपरेचर क्लियर तो ये फर्मूला है q इ इ mc2 m मास c स्पेसिफिक कैपेसिटी एंड डेल्टा t मींस चेंज इन टेंपरेचर अब सी जो टर्म सी है वो कांस्टेंट रहता है क्यों सर वो केंट प्रोफेशनल क्यों कहलाता है बिकॉज स्पेसिफिक हीट ऑफ अ बॉडी इज अ कांस्टेंट नंबर सर नहीं समझ में आया जैसे बॉलिंग पॉइंट पूछता हूं आपसे आपसे पूछता हूं कि पानी का बॉलिंग पॉइंट कितना है तो आप कहेंगे सर पानी जो होता है प्यूर होता है वो 100° में बॉयल करता है पक्की बात है ये 100 डिग्री बॉलिंग पॉइंट क्या है एक स्पेसिफिक नंबर है एक बेसिक नंबर है जब जब पानी होगा तो बॉईल 100° पे ही करेगा कभी भी 75 पे या 110 पे नहीं करेगा अगर वो प्योर होगा तो ठीक है ये बात तो क्लियर हो गई तो यही चीज क्या हम मटेरियल के बारे में कुछ बता सकते हैं उसकी हीट कैपेसिटी बता सकते हैं तो उसी का नाम रखा गया है स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी हर सब्सटेंस का अपना अलग होता है कॉपर की स्पेसिफिक हीट आयरन की स्पेसिफिक हीट अलग होगी जो दोनों की स्पेसिफिक हीट है वो डिफरेंट है फ्रॉम ईच अदर और वो उसका स्पेसिफिक प्रॉपर्टी है क्या वो उसकी स्पेसिफिक प्रॉपर्टी है किसी और सब्सटेंस में वो प्रॉपर्टी नहीं पाई जाती है क्लियर जैसे मैंने कहा बॉलिंग पॉइंट मेल्टिंग पॉइंट वैसे ही स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी और स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी से उस सब्सटेंस को पहचान सकते हैं इट इज द कैरेक्टरिस्टिक ऑफ दैट सब्सटेंस हर सब्सटेंस का अपना एक इंडिविजुअल स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी है अब सब कैसे निकालेंगे स स्पेसिफिक ट कैप निकालेंगे कैसे कॉपर का कैसे निकालेंगे आयरन का कैसे निकालेंगे समझा ठहर जा निकालने का तरीका इसी के अंदर छुपा हुआ है निकालने का तरीका इसी में छुपा हुआ है देखिए अगर हम स्पेसिफिक हीट जिसको सिंबल के रूप में स्मल c लिख रहे हैं फाइंड करना चाहते हैं तो बस इस मास को और डेल्टा t को क्रॉस मल्टीप्लाई कर दें तो फॉर्मूले से भी निकल सकता है स्पेसिफिक हीट निकालना चाहते हैं तो स्पेसिफिक हीट इज इक्वल ट q दैट इज हीट डिवाइडेड बाय मास मल्टीप्ला बाय क्वांटिटी ऑफ टेंपरेचर या चेंज इन टेंपरेचर डेल्टा t बन गया फार्मूला समझ गए किसी भी सब्सटेंस का स्पेसिफिक ट निकाला जा सकता है ठीक है आइए आगे बढ़ते हैं अब एक टर्म आ रहा है हीट कैपेसिटी तो अगेन मैंने कहा था आपको एक डेफिनेशन याद करनी है कैलोरी की वही डेफिनेशन इस बार फिर से अब रिपीट करने जा रहे हैं जो कैलरी की डेफिनेशन है वो यहां आ जाएगी हां अभी मैंने कहा था कैलोरी की डेफिनेशन है पर यही डेफिनेशन बन जाएगी स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी और हीट कैपेसिटी की भी सबकी बन जाएगी डेफिनेशन आइए देखते हैं यहां पर आपके सामने क्या वर्ड यूज़ किया हम लोग ने हीट कैपेसिटी तो हीट कैपेसिटी की सिंबॉलिकली सी पे बार लगा दिया है कैसे लिखा है सिंबॉलिकली सी पे बाहर लगा दिया और डेफिनेशन भी सेम है क्या डेफिनेशन है डेफिनेशन है द अमाउंट ऑफ हीट रिक्वायर्ड टू रेज दी टेंपरेचर ऑफ ऑफ अब क्या करना है अब मास नहीं लेना है ऑफ ऑफ सब्सटेंस ऑफ अ सब्सटेंस थ्रू 1 डिग्री सेंटीग्रेड बन गई डेफिनेशन क्या याद करने की जरूरत पड़ी आपको स्पेसिफिक गट की डेफिनेशन सेम डेफिनेशन लिखी कैलोरी की बस यहां पे क्या हटा दिया ऑफ वाटर वाला वर्ड जो हटा दिया ऑफ 1 ग्राम ऑफ वाटर है उसको मैंने क्या कर दिया हटा दिया बस बन गया डेफिनेशन क्लियर है कि नहीं चलिए मैं आपको हटा के भी दिखाता हूं इसको ये इसको हटा के दिखा देता हूं देखिए क्या आपको नहीं जरूरत पड़ेगी इसमें क्या ध्यान देना है आपको इसमें जो 1 ग्राम ऑफ वाटर है बस इतने की डेफिनेशन में चेंज कर देनी है क्लियर है अब बस आप क्या करेंगे ऑफ अ सब्सटेंस बाकी एज इट इज बन गई स्पेसिफिक हीट के बाद अ सॉरी कैलोरी के बाद कौन सी डेफिनेशन हीट कैपेसिटी सिंबॉलिकली कैसे रिप्रेजेंट करेंगे c पर बड़ा कैपिटल c पे बार लगा देंगे और फॉर्मूला क्या है यह हीट कैपेसिटी का फार्मूला है हीट अ हीट / डेल्टा t दैट इज़ चेंज इन टेंपरेचर याद रखिएगा हीट का एसआई यूनिट जूल है और टेंपरेचर का एसआई यूनिट केल्विन है सो योर यूनिट इज़ जूल पर केल्विन क्या बन जाएगा इसका यूनिट जूल पर केल्विन क्लियर है क्लियर है दो डेफिनेशन बन गई इसी से आइए हम लोग आगे बढ़ते हैं और देखते हैं मैंने कहा था डेफिनेशन एक है इससे क्याई डेफिनिशन बनने वाली है ये रहा आपके पास स्क्रीन पर ठीक है ये रही उसकी यूनिट जूल पर केल्विन अब आता है स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी तो स्पेसिफिक वर्ड जैसे ही आ जाता है तो उसके अंदर एक टर्म बढ़ जाता है यूनिट मास क्या बढ़ जाता है यूनिट मास आइए डेफिनेशन से समझते हैं अगेन द अमाउंट ऑफ हीट रिक्वायर्ड टू रेज द टेंपरेचर बस एक क्या वर्ड जुड़ गया आगे यूनिट मास यूनिट मास ऑफ अ बॉडी थ्रू 1 डिग्री या बाय 1 डिग्री सेंटीग्रेड खत्म सेम डेफिनेशन एज इट इज नाम हो जाएगा स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी और सिंबॉलिकली कैसे करेंगे मैंने कहा स्मल सी छोटा सी लिखेंगे ये स्पेसिफिक हीट का सिंबल है ऊपर लिखेंगे q और नीचे लिखेंगे m * डेल्टा t ये m क्या है भाई m है मास ऑफ द सब्सटेंस और डेल्टा t क्या है चेंज इन दी टेंपरेचर क्लियर है वेरी क्लियर है अब इसका यूनिट समझ लेते हैं पर किलोग्राम पर केल्विन सिंबॉलिकली ऐसे रिप्रेजेंट कर सकते हैं आप पर के बदले स्लैश भी लगा सकते हैं आपकी मर्जी जूल पर किलोग्राम पर केल्विन क्लियर है पक्का क्लियर है आइए अब रिलेशन समझते हैं हीट कैपेसिटी और स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी में जब हम हीट कैपेसिटी की बात करते हैं तो हीट कैपेसिटी कैसे बनाए आइए यहां पे देखते हैं हीट कैपेसिटी का फार्मूला है c बार इ इ q दैट इज हीट अपन डेल्टा t ये है हीट कैपेसिटी का फॉर्मूला और स्पेसिफिक हीट का फार्मूला किससे बना है स्पेसिफिक हीट स्मल फी लेना है ध्यान दीजिएगा स्मल फी लेना है ये न्यूमेरिकल भी आने वाला है प्लीज इसको ध्यान दीजिएगा स्ल c लेना है और क्या ध्यान देना है q / m दैट इज मास स्पेसिफिक मास लेना है यूनिट मास लेना है इंटू डेल्टा t दैट इज चेंज इन टेंपरेचर ये हो गया फार्मूला फॉर दी स्पेसिफिक हिट कैपेसिटी दैट इज हीट अपन मास * डेल्टा t अब इन दोनों में रिलेशन क्या है स्पेसिफिक हिट कैपेसिटी में और हीट कैपेसिटी में दोनों में रिलेशन क्या है ध्यान से देखेंगे अगर आप यहां पर मैं इसके लिए आपको क्या कर रहा हूं इसको रिप्लेस रिलेस कर दे रहा हूं क्या मैंने रिप्लेस किया q दैट इज हीट अपॉन चेंज इन टेंपरेचर ये है देखिए q अपॉन चेंज इन टेंपरेचर इसको यहां पर पुट कर दें कर सकते हैं तो आपके लिए फॉर्मूला क्या बन जाएगा ध्यान से देखिए आपके लिए एक फॉर्मूला और बन जाएगा वो फार्मूला बनेगा स्मल c दैट इज हीट स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी इज इक्वल टू हां स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी इज इक्वल टू c बार दैट इज हीट कैपेसिटी अपॉन मास तो फार्मूला क्या बन गया ये भी फार्मूला आपका बन गया क्या फार्मूला बना देखिए अब हीट कैपेसिटी इज इक्वल टू मास इंटू स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी c बार जिस पे लगाया है ये जो बड़ा कैपिटल c लिखा है वो हीट कैपेसिटी है समझ गए ये रहा हीट कैपेसिटी और ये छोटा वाला स क्या है स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी देखा इसके बदले मैंने सी बार यहां रिप्लेस कर दिया फर्मूला बन गया ये है रिलेशन हीट कैपेसिटी जो कि है कैपिटल सी पे बार लगा हुआ इज इक्वल टू मास इनटू मास का प्रोडक्ट इनटू स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी स्पेसिफिक कैपेसिटी के लिए स्मल सी सिंबल है स्मल सी अच्छा क्या आप जानते हैं पानी की स्पेसिफिक हीट सबसे एब नॉर्मली हाई है हां सही सुन रहे हैं कितनी हाई है 4000 जूल पर किलोग्राम पर केल्विन तो इसका क्या मतलब है क्या मतलब है इस लाइन का आइए इसका मतलब समझते हैं हैं क्या चीज है मैंने कहा पानी की स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी हां वाटर की स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी आपको बताया कितनी है वाटर की स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी ये देखिए वाटर की स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी कितनी है देख लीजिए वाटर की स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी क्या है 4200 जूल पर किलोग्राम पर केल्विन सो क्या मतलब हुआ कि 1 किलोग्राम क्या 1 किलोग्राम ऑफ वाटर को को को हीट करना हो थ्रू 1 डिग्री अगर 1 कोग्राम पानी है हमारे पास और जैसे यहां पे मैंने 1 ग्रा लिया है यहां 1 किग्रा हो जाएगा और 1 किग्रा आप वाटर को हीट करेंगे कितने डिग्री तक सिर्फ 1 डिग्री सॉरी सिर्फ 1 केल्विन तक डिग्री सेंटीग्रेड 1 डिग्री सेंटीग्रेड और 1 केल्विन सेम होता है ठीक है बोथ आर सेम 11 डिग दोनों के सेम होती है थ्रू 1 केल्विन देन कितनी हीट चाहिए होती है इसके लिए 4200 जूल इससे पता चलता है कि पानी को बहुत ज्यादा हीट चाहिए अपने आप का एक टेंपरेचर राइज करने के लिए सिर्फ 1 डिग्री या 1 केल्विन टेंपरेचर राइज करने के लिए उसको 4200 जूल की हीट चाहिए खूब सारी हीट पानी एब्जॉर्ब कर लेता है सिर्फ 1 डिग्री का टेंपरेचर राइज करने के लिए यही यूनिक प्रॉपर्टी पानी को सबसे अलग बनाती है हां इसको कहते हैं हाई स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी ऑफ वाटर यस एब नॉर्मली और सब्सटेंस के मुकाबले बहुत वो हाई है आइए कुछ समझते हैं कुछ एग्जांपल ऑफ एलिमेंट्स के हिसाब से हां जब हम स्पेसिफिक ट कैपेसिटी बात करते हैं कुछ सब्सटेंस की तो एक एग्जांपल से समझते हैं चलिए आपको क्या करना है दो सब्सटेंस लेने दोनों का मास सेम लेता है चलिए हम लोग एक्सपेरिमेंटली करते हैं इसको हमने क्या किया दो सब्सटेंस लिया सब्सटेंस ए ठीक है ये रहा सब्सटेंस a और ये रहा सब्सटेंस b ध्यान से समझिए दो सब्सटेंस लिया a और b इसका मास लिया 1 केज और इसका मास भी ले लिया चलिए m1 रख दिया इसका मास m2 कर दिया इसका मास ध्यान से देखिएगा मास है m1 इसका मास है m2 कितना है 1 केजी सेम मास है अब दोनों का हमें टेंपरेचर 1 डिग्री हीट करना है क्या चाहते हैं डेल्टा t चाहते हैं 1 डिग्री सेंटीग्रेड अब 1 केल्विन भी बोल दीजिए चलेगा क्या चाहते हैं दोनों को 1 डिग्री तक हीट करना चाहते हैं चाहते हैं जो भी इसका रूम टेंपरेचर है लेट्स अजूम दोनों का रूम टेंपरेचर क्या है 14 डिग है हां चाहे a का चाहे b का और दोनों का टेंपरेचर एक एक डिग्री क्या बढ़ाना चाहते हैं तो टेंपरेचर बढ़ाने के लिए क्या करना पड़ेगा हीट देना पड़ेगा हीट देंगे तो दोनों के दोनों के लिए अलग-अलग हीट रिक्वायर्ड होगी क्यों क्योंकि ये दो अलग-अलग सब्सटेंस है जैसे ही दो डिफरेंट सब्सटेंस लेंगे तो दोनों का अपना अलग-अलग क्या होगा हीट रिक्वायरमेंट होगा मास सेम है देख लीजिए मास मैंने दोनों में सेम रखा है पहले का मास m1 है 1 केज है दूसरे का मास भी 1 केज है बट दोनों को 1 डिग्री टेंपरेचर रेज करने में अलग-अलग हीट चाहिए होगी एंड दिस इज कॉल्ड एज स्पेसिफिक हीट डिफरेंट स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी अब समझ में आ गया क्लियर हो गया तो अब मान लेते हैं कि एक सब्सटेंस का स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी का नंबर बहुत छोटा है एग्जांपल के रूप में कॉपर का ले लेते हैं चलो कॉपर की स्पेसिफिक ट कैपेसिटी है 44 जूल पर किग्रा पर केल्विन ठीक ये कॉपर की स्पेसिफिक कपटी इसका मतलब है कि एक 1 किग्रा कॉपर को हीट करने के लिए सिर्फ 4 जूल चाहिए इसका मतलब है कॉपर का स्पेसिफिक ट कैपेसिटी लो है इसका मतलब ये बहुत गुड कंडक्टर है हां इसका मतलब है जल्दी ही य बॉडी क्या करती है हीट एब्जॉर्ब कर लेती है समझ में आ गया क्योंकि क्या है बॉडी की स्पेसिफिक ट कैपेसिटी लो है और पानी तो ठीक उल्टा है इसका मतलब है पानी अच्छा कंडक्टर नहीं है अब क्लियर हो गया जिस सब्सटेंस की स्पेसिफिक कटी लो होती है वो रैपिड एंड हाई राइज इन टेंपरेचर करेगा ठीक है इट इज बेटर कंडक्टर दन द सब्सटेंस विद दी हाई स्पेसिफिक कैपेसिटी ठीक है याद रखिए ध्यान से समझिए लो स्पेसिफिक कैपेसिटी का एग्जांपल दिया आपको कॉपर का ठीक है और हाई स्पेसिफिक कैपेसिटी का एग्जांपल दे दिया किसका वाटर का ठीक है वाटर का तो कॉपर एक बहुत ही अच्छा कंडक्टर है क्योंकि बहुत कम हीट देने पर ही यस कितना मैंने कहा पं फ एग्जांपल है 4 जूल हीट देते ही वो क्या हो जा रहा है 1 डिग्री टेंपरेचर राइज हो जा रहा है जबकि पानी को कितनी हीट देनी पड़ रही है 4200 जूल पानी की जो हीट लेने की क्षमता है एब्जॉर्ब करने की क्षमता है और द सेम राइज इन टेंपरेचर बहुत हाई है ए नॉर्मली हाई है हां इस पर बहुत फायदे हैं आपको और हमको अभी डिस्कस करेंगे इस पे क्लियर हो गया आइए समझते हैं कैलोरीमीटर क्या होता है सर किस काम आता है चैप्टर का नाम है ना कैलोरीमेट्री तो कैलोरीमेट्री तो मेजरमेंट ऑफ क्वांटिटी ऑफ हीट तो कौन मेजर करेगा भाई क्वांटिटी ऑफ हीट कौन मेजर करेगा ये करेगा ये डिवाइस क्या करता है प्रिंसिपल ऑफ कैलोरीमेट्री पे बेस्ड है जो ये प्रिंसिपल बताता है कि हीट गेन बाय वन बॉडी इज इक्वल टू हीट गेन बाय दी हीट लॉस बाय दी अदर एक बॉडी अगर हीट गेन कर रही है हीट पा रही है तो दूसरी बॉडी क्या करेगी अपना हीट उसको दे रही होगी कब तक चलेगा हीट ट्रांसफर कब तक चलेगा दोनों के बॉडी में हीट गेन और हीट लॉस जब तक दोनों का टेंपरेचर इक्वल ना हो जाए द द बॉडी विल ट्रांसफर हीट एज लॉन्ग एज दे बोथ हैव द सेम टेंपरेचर ठीक है अब ये ये क्या है केलोमीटर है जो मेजर कर रहा है एक इंस्ट्रूमेंट है सर ये कैसे काम करता है क्या है इसके अंदर आइए इसको थोड़ा सा समझते हैं थोड़ा सा इस इस इस डिवाइस को देखते हैं ये कैलो मीटर में खास बात क्या है कि इसमें थर्मोमीटर लगाया गया है ओबवियस बात है थर्मोमीटर क्या करता है टेंपरेचर मेजर करता है अब इस थर्मोमीटर को सस्पेंड किया गया है एक कॉपर वेसल में देखिए ये एक कॉपर वेसल है व्हिच इज शाइनिंग फ्रॉम बोथ इंटीरियर एंड एक्सटीरियर ये शाइन मैंने बना दिया आपके लिए देखिए अंदर से और बाहर से शाइन कर रहा है क्यों कॉपर वेसल क्या करता है हीट लॉस बाय रेडिएशन कम करता है प्रिवेंट करता है हीट लॉस बाय रेडिएशन याद रखिएगा हीट तीन तरीके से लॉस होती है रेडिएशन कंडक्शन कन्वे क्शन क्या रेडिएशन कंडक्शन कंडक्शन तो रेडिएशन से जो हीट का वेस्टेज हो रहा था हीट का ट्रांसमिशन हो रहा था वो कॉपर वेसल रुक देगा कैसे रुक देगा क्योंकि ये पॉलिश्ड सरफेस है शाइनिंग सरफेस है इंटरनली एक्सटर्नली और कॉपर वेसल वैसे भी लो स्पेसिफिक हीट वाला मटेरियल है स्पेसिफिक हीट कम है इसके मतलब कुछ जल्दी गर्म हो जाएगा पर कॉपर के ठीक पीछे इस कॉपर मेसल के ठीक पीछे देखिए एक एक लन जैकेट बना हुआ है एक ऐसा जैकेट जिसमें वुल भरी है सर ये वुल क्यों भरा है वुल क्या करता है ल क्या करती है हां न गर्म करती है कहते हैं ना तो इसकी गर्मी क्या होगी बाहर नहीं जाएगी इस कॉपर से हीट लॉस नहीं होगी बाहर नहीं निकलेगी क्योंकि बुल क्या करेगा बुल हीट लॉस्ट बाय कंडक्शन को रोक देगा क्या करेगा कंडक्शन से होने वाले हीट लॉस को ये रोक देगा सेकंड मेथड कंडक्शन का हीट लॉस बच गया बर्बादी हीट नहीं होगी सारी हीट इसके इस कॉपर वेसल के अंदर ही होगी अब इस कॉपर वेसल में जो यस ऊपर कैप लगाई गई है वो वुडन कैप लगाई है देखिए लिड जो है कॉपर वेसेल की किसकी है वुड की है सर ये वुडन लिड क्यों लगाई गई है ताकि इससे जो वेपर निकले यहां से जो वेपर निकले हीट निकले वो बाहर एस्केप ना कर पाए बाहर ना निकल पाए हम इसे कहेंगे हीट लॉट बाय कन्वे क्शन कन्वे क्शन नाम का ट्रांसफर ऑफ हीट यहां से रुक जाएगा सो तीनों तरह की हीट लॉस क्या हो जाएगी इसमें बच जाएगी सो व्हाट एवर इज हीट इन द सब्सटेंस जो भी उस गर्म पदार्थ में हीट यहां होगी वो आपस में या तो कॉपर वेसल में या इसके अंदर मौजूद लिक्विड में डिस्ट्रीब्यूटर को यूज करते हैं समझ में आ गया क्लियर है कैसे काम करता है ये कमीटर आइए समझते हैं क्या प्रिंसिपल कहलाता है तो प्रिंसिपल ऑफ कैडमेट का दूसरा नाम है प्रिंसिपल ऑफ मिक्सचर प्रिंसिपल ऑफ मेथड ऑफ मिक्सचर क्या रूल है इसका क्या प्रिंसिपल है इस बेस न्यूमेरिकल भी है और वो प्रिंसिपल है हीट लॉस्ट बाय द हॉट बॉडी इज गे इक्वल टू हीट गेन बाय द कोल्ड बॉडी इसका मतलब है दो बॉडीज होंगी एक बॉडी एट हाई टेंपरेचर याद करिए मैंने कहा था हमेशा हमेशा बॉडी एट हाई टेंपरेचर लूजस हीट एंड बॉडी एट लो टेंपरेचर गेंस हीट यही मिलता ना हमेशा हॉट बॉडी हीट लूज करेगी तो हॉट बॉडी हीट लूज कर रही है और वो दूसरी बॉडी जो उसको उसके कांटेक्ट में है जो उसको टच कर रही है वो हीट क्या करेगी ग कर जाएगी क्लियर है या क्लियर है अच्छा ये जो प्रिंसिपल है कमेट्री का ये प्रिंसिपल ऑफ लॉ ऑफ कंजर्वेशन ऑफ एनर्जी आप तो जानते ही है प्रिंसिपल ऑफ लॉ ऑफ कंजर्वेशन ऑफ एनर्जी क्या स्टेट करता है इट स्टेट्स दैट कि एनर्जी इज कंजर्व्ड इट इज नाइ दर प्रोड्यूस्ड नॉर स्पेंट नॉर वेस्टेड एनर्जी जो भी है वो कंजर्व हो जाती है ठीक है ना अब समझते हैं कि किस तरीके से ये मैगनेट मैथमेटिकल स्टेटमेंट के रूप में कैसे रिप्रेजेंट किया जा सकता है क्या हम इसको फॉर्मूले के रूप में रिप्रेजेंट कर सकते हैं हां बहुत आराम से कर सकते हैं दो बॉडीज होंगी एक बॉडी होगी जो हीट लॉस करेगी ठीक है अब जो बॉडी हीट लॉस करेगी जरूर इसका क्या क्या होगा इनिशियल टेंपरेचर t1 इसका क्या होगा हाई होगा मैं अजूम से एग्जांपल समझा देता हूं इसका इनिशियल टेंपरेचर है लेट्स से 100° सेंटीग्रेड एक बॉडी है चलो उसका नाम भी दे देते हैं उस बॉडी का नाम कर देते हैं a बॉडी का नाम है a ठीक है उसका टेंपरेचर है 100° और उसका मास है m1 और उसका स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी है c1 मास एंड स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी गिवन है तो आपको पता करना है कितना ये हीट लॉस करेगी तो हीट का फार्मूला होता है q का फार्मूला मैंने याद कराया था मैंने कहा था ये न्यूमेरिकली फॉर्मूला आपको आना चाहिए हीट लॉस या हीट गेन का फार्मूला होता है क्या m c डेल्टा t ये फॉर्मूला बताया था अब यहां पर क्योंकि मास मेरा m1 है और स्पेसिफिक हीट c1 है और डेल्टा t कब आएगा जब ये बॉडी हीट लॉस करेगी अभी डेल्टा t नहीं आया है अभी सिर्फ t है यहां पर डेल्टा t तब आएगा जब ये दूसरी बॉडी यस एक सेकंड बॉडी होगी यस ओ ओ ओओ एक सेकंड बॉडी होगी कहां चला गया अरे उड़ गया एक सेकंड बॉडी होगी मैं फिर से बनाता हूं एक सेकंड बॉडी होगी जो हीट गेन करेगी बॉडी ए हीट लॉस कर रही है हीट लॉस कर रही है तो वहां पर लग रहा है q = m1c 1 * डेल्टा t बॉडी बी क्या कर रही है हीट गेन कर रही है है क्यों हीट गेन कर रही है क्योंकि इसका टेंपरेचर इनिशियल टेंपरेचर कम है क्या इसका जो स्टार्टिंग टेंपरेचर है वो बहुत लो है लेट्स अजूम कि ये जो हीट गेन करने वाली कोल्ड बॉडी है इसका टेंपरेचर जो है वो है 20 डिग्री सेंटीग्रेड अब इन दोनों बॉडीज को कांटेक्ट में ले आए हैं ठीक है इसका इनिशियल टेंपरेचर मैंने बताया था कितना है 100° तो इससे पता चल रहा है कि ये हॉट बॉडी है और इससे पता चल रहा है कि ये कोल्ड बॉडी है तो अब ये दोनों बॉडी जैसे ही कांटेक्ट में लाएंगे उस केलोमीटर में रखेंगे तो एक बॉडी हीट लूज करेगी हां ये वाली बॉडी हीट लूज करेगी और ये वाली बॉडी हीट गेन करेगी फाइनली दोनों का टेंपरेचर किसी एक पॉइंट पर आक के इक्वल हो जाएगा थोड़ी देर बाद हां थोड़ी देर बाद दोनों एक हो जाएगा लेट्स अज्यू कि फाइनल टेंपरेचर हां लेट्स अजूम कि फाइनल टेंपरेचर जो है दोनों का है 30° ठीक है कितना हो गया फाइनल टेंपरेचर 30° तो इसका डेल्टा t अगर मुझे निकालना होगा बॉडी a का तो इसका डेल्टा t होगा इनिशियल टेंपरेचर माइनस फाइनल टेंपरेचर हमारे केस में 100 - 30 कितना होगा आजका टेंपरेचर 70° क्यों 100° इसका इनिशियल ें परपरेसिस इसका डेल्टा t हो जाएगा 70° सिमिलरली यहां पर भी जब हमको हीट गेन निकालना है तो हीट गेन का फार्मूला भी यही होगा m1 सॉरी m m2 c2 डेल्टा t देखिए m2 सेट इज मास ऑफ द सेकंड बॉडी c2 दैट इज स्पेफ हीट कपटी ऑफ द सेकंड बॉडी एंड डेल्टा t दैट इज द चेंज इन द टेंपरेचर और इसका डेल्टा t कितना आएगा देखिए इसका डेल्टा t निकालेंगे सेकंड बॉडी का तो डेल्टा t का फार्मूला हो जाएगा फाइनल टेंपरेचर माइनस इनिशियल टेंपरेचर क्या चीज फाइनल टेंपरेचर tf2 हमारे केस में 30 - 20 सो इसका आ जाएगा 10 डिग्री यहां पर हो जाएगा डेल्टा t 10 डिगी और यहां पे डेल्टा t हो जाएगा 70 डिग्री यही है इसका मैथमेटिकल स्टेटमेंट क्लियर है ये ये है वो स्टेटमेंट समझ गए हर एक ये एक हीट लॉस के लिए है तो ये वाला m m2 c2 डेल्टा t किसके लिए हीट गेन के लिए क्लियर है चलिए आगे बढ़ते हैं क्योंकि इस पे बेस न्यू मेरिकल रहेगा इसलिए थोड़ा करना पड़ेगा अब आता है कि आपको न्यूमेरिकल करना है कैलोरीमेट्री का आप क्या करेंगे बहुत आसान तरीका है बस आप टाइप करिए न्यूमेरिकल ऑन कैलोरीमेट्री या कैलोरीमेट्री न्यूमेरिकल बाय सर करुण पानी हां भाई ग कर लो ना आपने मुझे बनाया है सर कहां कहां ये सर्च करेंगे फोर्स न्यूमेरिकल या वर्क एनर्जी का न्यूमेरिकल कहां सर्च करेंगे अरे google3 क्या होगा मैंने बताया था पानी एक अजूबा है आपके और मेरे लिए सोचिए लाइफ ऑन अर्थ पॉसिबल है क्योंकि एयर है तो दूसरा है वाटर सोचिए इमेजिन करिए कितने अभी और प्लैनेट्स हम लोग खोज रहे हैं और पता लगा रहे हैं बहुत रेयरली अभी पता चल पाया है कि कुछ पानी है शायद अभी मून में जो हमारा रिसेंट चंद्रयां ी गया है उसने खोज लिया है कि देयर इज सम प्रूफ ऑफ वाटर ऑन द मून है ना अभी फाइनल प्रूफ नहीं है बट स्टिल पानी हाई स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी कैरी करता है कितनी स्पेसिफिक कैपेसिटी है 4200 जूल पर ग्राम पर किलोग्राम पर केल्विन इसका मतलब है 1 किलोग्राम पानी को सिर्फ सिर्फ 1 किलोग्राम पानी को 1 डिग्री टेंपरेचर रेज करने के लिए 4200 जूल हीट देनी पड़ती है सोचिए कितनी हीट देनी पड़ती है बहुत ज्यादा हीट चाहिए तब जाके वो 1 डिग्र टेंपरेचर राइज करेगा ठीक है तो इसका क्या फायदा मिलता है सबसे बड़ा फायदा मिलता है इस लैंड एंड सी ब्रीज के रूप में आप तो जानते ही है जो प्लेस समुद्र के किनारे होती है वहां पर आप लैंड एंड सी ब्रीज जानते हैं हां जो लोग हमारे जो सुपर स्टार्स जो कोस्टल ए में रह रहे हैं वो तो जानते ही होंगे उनको यहां तो ठंडी में भी क्या करती है टीशर्ट में लोग घूम सकते हैं और हम लोग जो कॉन्टिनेंटल प्लेस में रह रहे हैं यस मैं जो वारा नासी में हूं जहां से आपकी वीडियो बन रहा है वहां पर आप देखेंगे यहां पे कॉन्टिनेंटल टेंपरेचर है मतलब क्लाइमेट है यहां पर खूब गर्मी पड़ती है गर्मी में और सर्दी में खूब सर्दी पड़ती है और जो कोस्टल एरिया में रह रहे हैं जो मेरे कोलकाता में रहने वाले हैं जो बम्बे में रहने वाले हैं या चेन्नई या और साउथ में जो कोस्टल एरिया में रहने वाले हैं वहां पर ये फिनोमेना होता है क्या होता है वहां पर देखिए वहां पे लैंड है देखिए वहां पे लैंड है अब लैंड जल्दी गर्म और जल्दी ठंड होती है जबकि पानी जो सी है सी आप जानते हैं वाटर है तो वाटर है तो क्या है हाई स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी है तो दिन के समय क्या हो रहा है देख लीजिए दिन के समय लैंड से बॉम एर राइज हो जा रही है पर क्योंकि सी जल्दी गर्म नहीं होता है वाटर जल्दी हॉट नहीं होता है उसको गर्म होने में बहुत समय लगता है ज्यादा हीट एब्जॉर्ब कर लेता है वो है ना गर्म होने के लिए बहुत हीट ले लेता है ठीक है अपना एक डिग्री टेंपराइज करने के लिए वो पानी से उस लैंड से फाइव टाइम्स ज्यादा हीट एब्जॉर्ब कर लेता है तब जाके एक डिग्री टेंपराइज होता है तो ये ठंडा ही रहता है तो इससे कोल्ड ब्रीज दिन के अंदर दिन के समय में क्या होती है सी ठंडी ही रह जाती है वाटर ठंडा ही रह जाता है ब्लो करती है इसका ठीक अपोजिट होने वाला है नाइट में क्लियर है ये फिनोमेना तो आपने बहुत पहले भी पढ़ा होगा लैंड एंड सी ब्रीज का फिनोमेना जस्ट बिकॉज ऑफ दी हाई स्पेसिफिक कैपिट ऑफ वाटर ऐसा संभव हो पा रहा है अब आते हैं आपने इस बोतल को जरूर देखा होगा क्या कहते हैं ये बोतल आपके घर में है क्या हां इसमें गर्म पानी भरते हैं और सकाई करते हैं हां बदन में या शरीर में जहां दर्द हो रहा होता है खास कर के आजकल बैक केंस बहुत हो रहा है लोगों को है ना तो इसमें गर्म पानी भर दो इसे फर्मेंटेशन बॉटल कहते हैं हॉट वाटर बॉटल कहते हैं जो सिकाई करने में हां आप सोच होंगे सर ये पानी इस बोतल में भरने से ये लगभग प्लास्टिक की बोतल होती है हां प्लास्टिक या रबर टाइप मटेरियल की बोतल होती है ये वाली इससे वटर बोटल फर्मेंटेशन बॉटल कहते हैं गर्म पानी भरने से क्या फायदा होगा इसके अंदर ये फिर जिस पार्ट में आपकी बॉडी में सूजन है या दर्द है हां हां आप ट्राई करके देखिएगा अगर आपके घर में ग्रैंडपेरेंट्स हैं या एल्डरली पेरेंट्स हैं वो आजकल बहुत यूज़ कर रहे हैं बस उस पार्ट में जहां पे सूजन या दर्द है उसपे इसको रख देते हैं लोग क्या करता है ये गर्म पानी आपके बॉडी को हीट सप्लाई करता है और बहुत ज्यादा गर्म ठंडा नहीं होता बहुत समय लगता है इसको ठंडा होने में समझ गए ना क्योंकि एक बार ये हॉट हो जाता है तो ये हॉट बना रहता है समझ गए ना इसी का यूज है इट रिमेंस हॉट फॉर अ लंगर पीरियड ऑफ टाइम इट डज नॉट कूल क्विकली समझ गए ना क्या लिखा है वाटर डज नॉट कूल क्विकली क्यों क्योंकि इसकी स्पेसिफिकेशन कैपेसिटी बहुत हाई है चलिए अब आप इसको देखिए आपको ये भी ऑब्जेक्ट दिखाई देगा कारों के आगे यस कार के यस आगे एक पार्ट लगा होता है वो जाली नुमा पार्ट होता है इसे कहते हैं रेडिएटर रेडिएटर एक ऐसा डिवाइस है जो पूरी कार की इंजन को ठंडा करता है आजकल तो इसमें कूलेंट यूज हो रहा है पर पानी इज द कूलेंट यूज होता है गाड़ी की बॉडी को ठंडा करने के लिए यस आपकी गाड़ी आपकी कार चलने पे गर्म हो जाती है इंजन चलाने से गर्म हो जाती है मेटल उसका पूरा गर्म हो जाता है और ज्यादा गर्म होगा तो इंजन बैठ जाएगा बंद हो जाएगा ये रेडिएटर क्या करता है पानी सप्लाई करता है इंजन के पार्ट्स को और उससे पानी क्या करता है यस पानी हीट एब्जॉर्ब कर लेता है आपकी इंजन की और खुद क्या करता है वेपर बन के उड़ जाता है तो आपकी इंजन हो जाती है ठंडी क्योंकि पानी जो इस रेडिएटर के अंदर है वो उसका क्या करता है हीट एब्जॉर्ब कर लेता है इंजन का हीट एब्जॉर्ब कर लेता है ये कमाल का काम करता है बड़े-बड़े जो जेनरेटर्स हैं उसमें भी लगे होते हैं क्लियर है तो वाटर इज एन इफेक्टिव कूलेंट एक बहुत ही अच्छा कूलेंट है और पानी के पाइप्स के द्वारा ये कूलेंट क्या करता है इंजन को सप्लाई कर दिया जाता है ठीक है ना और ये इंजन से और आसपास की हीट को एब्जॉर्ब कर लेता है और खुद का टेंपरेचर ग्रैजुअली राइज करता है बहुत थोड़ा सा राइज करता है दैट इज व्हाई रेडिएटर्स इन कार एंड जनरेटर यूज अब आते हैं कुछ ठंडे प्लेसेस में जहां एक्सट्रीम कोल्ड है नॉर्वे स्वीडन नाम सुना गान कंट्रीज का यहां पर पूरे साल भर साल भर ठंडी रहती है साल में नौ महीने या उससे ज्यादा समय तक वहां बर्फ जमी रहती है हां आपने नाम सुना होगा ये स्कैंडिनेवियन कंट्रीज का जो हाई एल्टीट्यूड पे कंट्रीज हैं जिनका लटटू बहुत हाई है 60 66 डिग्री हां उन कंट्रीज में क्या प्रॉब्लम आती है कि वहां पर पानी बाहर रखते ही यस पानी बाहर रखते ही बर्फ बन जाता है क्योंकि वहां टेंपरेचर बिलो 0 डिग्री होता है तो अब समस्या क्या आ रही है अब सोचिए वहां पर वाइन और वाटर बॉटल्स को या जूस बॉटल को कैसे लिक्विड फॉर्म में रखें तो वाइंस को और जूस को फ्रिज में नहीं रखते हैं उनको बरल बनाने से जमा होने से रोकने के लिए एक बड़े से बकेट या एक बड़े से जात जिसमें पानी भरा हुआ है उसमें जूस की बोतल उसमें वाइन की बोतल रख देते हैं सर ऐसा क्यों करते हैं क्योंकि मैंने बताया पानी की स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी बहुत हाई है तो वो क्या करता है सराउंडिंग हीट सॉरी सराउंडिंग कोल्ड आसपास की ठंडक एब्जॉर्ब कर लेता है और खुद बहुत ठंडा नहीं होता है यस जल्दी ठंडा नहीं होता है और इसकी वजह से ये जो इसके अंदर रखी है जूस की बोतल ये जो रखी है वाइन की बोतल ये भी क्या होती है बर्फ नहीं जमता है वरना क्या होगा इस वाइन की बोतल को और जूस की बोतल को आप नॉर्मली फ्रिज के बाहर रख देंगे तो थोड़ी देर में क्या हो जाएगा वहां पर अपने आप इनके अंदर क्या हो जाएगा बर्फ जम जाएगा इट विल सॉलिडिफाईज में आया वहां पर क्या फिनोमेना हो रहा है वहां पे ठंडी चीजें चाहिए नहीं व ठंडी चीजें तो ऑलरेडी उपलब्ध है समझ गए ना नेक्स्ट आता है फार्मर्स की बात करते हैं ठंडू प्लेसेस में यस उन प्लेसेस में जहां फ्रॉस्ट की दिक्कत है मतलब जहां पर पाला पड़ता है मतलब जहां पे टेंपरेचर 0 डिग्री के बिलो चल जाता है रात के टाइम पे अब सोचिए फ्रॉस्ट सबसे बड़ा दुश्मन है फार्मर्स का क्रॉप्स का क्योंकि फ्रॉस्ट में क्रॉप्स डाय कर जाते हैं ठंडक पड़ने से जो क्रॉप्स में जो वाटर के ड्रॉप्स होते हैं जो ड्यू ड्रॉप्स होते हैं वो कोल्ड होक के आइस बन जाते हैं जिससे क्रॉप्स मर जाते हैं यस क्रॉप का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है फ्रॉस्ट और विंटर्स में ऐसा बहुत प्रॉब्लम आती है तो किसान क्या करते हैं विंटर की रातों को अपने फील्ड में खूब सारा पानी डाल देते हैं क्या होगा पानी डालने से अब पानी पूरी फील्ड में रहेगा पूरे खेतों में पानी भरा रहेगा तो पानी क्या करेगा अगर ठंडक राप को पड़ेगी भी यस कोल्ड होगा भी तो पानी क्या करेगा उस कोल्डनेस को एब्जॉर्ब कर लेगा और खुद जल्दी क्या होगा बर्फ बनेगा नहीं खुद अपना टेंपरेचर बहुत लोअर नहीं करेगा हां क्योंकि मैंने बताया था पानी क्या है हाई स्पेसिफिक हीट वाला है जल्दी ठंडा भी नहीं होता है भाई जैसे जल्दी गर्म नहीं होता है वैसे जल्दी ठंडा भी नहीं होता है तो बहुत सारी ठंडक एब्जॉर्ब कर लेगा और प्लांट्स को फ्रॉस्ट जमने की समस्या खत्म उसके फील्ड में फ्रॉस्ट जमेगा ही नहीं इसीलिए समझ गए सो इन ऑर्डर टू सेव क्रॉप्स ऑन कोल्ड नाइट्स फार्मर फिल देयर फील्ड विद वाटर क्यों क्योंकि पानी की हाई स्पेसिफिक कैपेसिटी है प्लांट मरेंगे ही नहीं अच्छा आपको पता है हमारी और आपकी बॉडीज में खूब सारा पानी है आपको कहा जाता है कई बार पानी पियो पानी पियो क्यों अरे एक तो ब्लड सर्कुलेशन बेटर होता है आपके अंदर एनर्जी बनी रहती है और सबसे इंपोर्टेंट पॉइंट आ गया पानी हाई स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी वाला होता है आपकी बॉडी का टेंपरेचर भी मेंटेन करने में मदद करता है इसीलिए ठंडी में आप और मैं पानी पीना कम कर देते हैं हां आप तो जानते हैं ठंडी में हम लोग को पानी कमम चालता है क्योंकि ठंडक है बापरे पर कोई बात नहीं गरम करके पी लो गुनगुना पानी करके पी लो पर पानी पियो आपका किडनी का फंक्शनिंग बेटर रहेगा बेटर यूरिनेशन होगा ठीक है चलो आगे बढ़ते हैं आगे समझते हैं कुछ एग्जांपल ऑफ हाई एंड लो हीट कैपेसिटी चलिए तो हीट कैपेसिटी इज हीट अपॉन राइज इन टेंपरेचर फॉर्मूला था कैपिटल सी से बार लगा कर के फॉर्मूला था याद है तो अगर कोई कुकिंग पैन की बात करते हैं जो कुकिंग करने वाले पैन होते हैं बर्तन होते हैं ना उस कुकिंग पैन को नीचे से थिक रखा जाता है जब आप कुकिंग पैन को देखेंगे तो कुकिंग पैन कुछ इस तरीके से होते हैं ना ये जो नीचे वाला बेस होता है इनका ये वाला बेस ये थिक होता है ये थिन होती है बॉडी यहां से बॉडी थिन होती है पर ये नीचे वाला बेस होता है थिक तो क्या रीजन दिया गया क्यों थिक रखा गया है इसका बेस थिक रखा गया है ताकि इसकी हीट कैपेसिटी ज्यादा हो जाए ज्यादा हीट वो एब्जॉर्ब कर सके जब बेस थिक होगा बेस चौड़ा होगा गर्म ज्यादा होगा ठीक है इट गेट्स क्यों बिकॉज इट गेट्स हीटेड स्लोली ठीक है ना तो इन ऑर्डर टू इंपार्ट सफिशिएंट एनर्जी ज्यादा एनर्जी मिल पाए फूड को जो इसके अंदर रखेंगे जो हम पकाने के लिए इसके अंदर फूड पार्टिकल रखेंगे इसको ज्यादा एनर्जी मिल सके इसीलिए इसके बेस को थिक बनाते हैं हां कभी ध्यान दीजिएगा तवे को देखा है आपने थोड़ा थिक होता है प्रेशर कुकर को ध्यान से देखा है वो नीचे से थिक होता है साइड वॉल्स प्रेशर कुकर की थिन होती है पर उसका बेस थिक होता है ध्यान से देखिएगा कई बार तो उसमें ब्रास का बेस लगा दिया गया है क्योंकि वो ज्यादा हीट एब्जॉर्ब करता है चलिए और इलेक्ट्रिक प्रेस की बात करते हैं जो घर में आयरन प्रेस है हमारे घर में बिजली का प्रेस है कपड़े प्रेस करने वाला उसका भी बेस देखेंगे तो थिक और हैवी होता है रीजन सेम है ज्यादा थिक बेस होगा तो जो प्रेस के एरिया है उसमें हीट इवनली डिस्ट्रीब्यूटर जाएगा और वो गर्म रहेगा बहुत देर तक बहुत देर तक आयरन प्रेस गरम रहती है क्यों बिकॉज ऑफ़ द थिक बेस हीट एब्जॉर्ब कर लेता है हीट एब्जॉर्ब करने के बाद हीट स्टोर कर लेता है ठीक है नेक्स्ट आता है कि हम कैलोरीमीटर में जब कैलो मीटर डिवाइस बना रहे थे तो उसमें स्टील या कोई और मटेरियल क्यों नहीं यूज़ करते कॉपर ही क्यों यूज़ करते हैं आपने देखा होथा ना कि कैलो मटर में अंदर कॉपर का एक वेसल है ठीक है ना कॉपर के वेसल को मैंने कहा था शाइन किया गया है इट इज पॉलिश्ड फ्रॉम इंटरनल एंड एक्सटर्नल ठीक है तो कॉपर ही क्यों तो कॉपर की स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी बहुत लो होती है क्यों क्योंकि कॉपर एक बहुत अच्छा कंडक्टर है ताकि हीट लॉस क्या हो मिनिमम हो कम से कम हीट में ही वो कॉपर क्या हो जाए वो गर्म हो जाए आते हैं अब समझते हैं चेंज इन द फेस देखिए एक बेसिक रूल है अगर आप हीट दोगे तो स्टेट ऑफ मैटर चेंज होगा ही होगा आपने तो कई बार यस आइसक्रीम खा और आइसक्रीम आपकी पिघल भी जाती है खाने से पहले आप स्लो खाएंगे तब तक आपकी आइसक्रीम पिघल जाएगी है ना तो कैसे पिगल रही है क्योंकि आइसक्रीम जो आप खा रहे हैं ध्यान से सुनिए आप आइसक्रीम जो खा रहे हैं वो आसपास के आइसक्रीम के आसपास की एयर से हीट एब्जॉर्ब कर लेती है और उस हीट एब्जॉर्ब करने की वजह से आइस मेल्ट कर जाती है बस अच्छा एक और एग्जांपल देता हूं एक एपल और देता हूं आपका एपल तुरा एपल देता हूं क्या करो एक बर्फ का टुकड़ा एक आइस का टुकड़ा अपने हाथ में रख लो रखो अभी नहीं रखना है रख लोगे तो क्या होगा थोड़ी देर बाद क्यों क्योंकि आइस का जो पीस है बर्फ का जो टुकड़ा है आपने जैसे ही अपने पाम पे रखा अपने हाथ पे रखा वो क्या करेगा आपकी बॉडी से हीट लेना शुरू कर देगा अपने आप को मेल्ट करने के लिए आपकी बॉडी की हीट लूज होगी आपको ठंडक महसूस होगी अब समझ गए क्यों हाथ ठंडा हो जाता है और आइस पिगल क्यों हो जाती है यही फिनोमेना है चेंज ऑफ दी फेज का मतलब स्टेट का चेंज होना इसीलिए कह रहे हैं फज चेंज ऑफ फेज और क्यों होता है मैंने कहा हीट की वजह से एक्सचेंज ऑफ हीट की वजह से एक बॉडी हीट दे रही होती है तो एक बॉडी हीट ले रही होती है जैसे मेरे एग्जांपल में आइस और आपका पाम आइस और आपका हाथ आइस क्या कर रही थी हीट ले रही थी अपने आप को मेल्ट करने के लिए और आपकी बॉडी आपका पाम आपका हथेली क्या कर रही थी हीट उसको दे रही थी समझ ग आइए चेंज इन सॉलिड टू लिक्विड हां बर्फ या आइसक्रीम दोनों का एग्जांपल ले सकते हैं हां आप लेके बस खड़े रहे हो थोड़ी देर के लिए हां अभी नॉर्मल टेंपरेचर पे खड़े रहो जहां पे र थोड़ी देर बाद सब पिगल के गिर जाएगी क्यों क्योंकि वो सॉलिड से लिक्विड स्टेट में चेंज हो जा रही है कैसे चेंज हो जा रही है क्या कर रही है सॉलिड से लिक्विड चेंज होने के लिए वो हीट एब्जॉर्ब कर ले रही है सॉलिड आइस हीट एब्जॉर्ब करती है और लिक्विड में चेंज जाती है तो हम इस प्रोसेस को कहते हैं पिघलना आम भाषा में कहते हैं पिघलना या मेल्टिंग इसका रिवर्सल कर दिया जाए आप क्या करिए अपने घर में फ तो फ्रिज में ठंडी बर्फ भी जमाई होगी और कई बार आइसक्रीम या कुल्फी जमाई होगी क्या कहते हैं घर में कभी आइसक्रीम बनाई है अपने हाथ से या जेली बनाई है क्या अपने हाथ से जरूर बनाएगा बड़ा मजा आएगा अपने हाथ की जमी हुई आइसक्रीम खाने का कहते है ना अपनी मेहनत की आइसक्रीम खाइए टूथ को खूब ढा कर दीजिए और उसमें समझ गए ना थोड़ा सा कस्टर्ड मिला दीजिए और थोड़ा सा एसेंस मिला दीजिए कोई भी मैंगो वनीला फ्लेवर डाल दीजिए उसमें और ठंडा कर दीजिए खूब गड़ा करने के बाद देखिए उसको फ्रिज में फ्रीजर में डाल दीजिए मजा आ जाएगा आइसक्रीम खा कर के तो क्या कहना चाहते हैं लिक्विड को आपने सॉलिड बनाया फ्रीजिंग करके फ्रीजिंग के दौरान क्या हो जाएगा वो बॉडी अपना हीट लूज कर जाएगी समझ गए फ्रीजिंग और अगर लिक्विड को आपने हीट कर दिया पानी को हीट कर दिया चाय बन रही है आपके घर में हां मम्मी सुबह चाय बना रही होती है तो वो लिक्विड को हीट करती है लिक्विड वेपर बनता है वेपर बनता है तो हम इस प्रोसेस को कहते हैं वेपराइजेशन ठीक है तो लिक्विड का उल्टा क्या होगा अब वेपर टू लिक्विड भी होता है जब ठंडा होने लगता है वो आपका वटर पेपर उड़ रहा है आप क्या करिए अपने वाटर पेपर उड़ने पे एक ग्लास प्लेट रख दीजिए हां कोई मेटल प्लेट रख दीजिए वो वटर पेपर से जाएगा टकराएगा वो वाटर कंडेंस हो करके क्या हो जाएगा पानी के ड्रॉप के रूप में नीचे गिर जाएगा एंड दिस इज कॉल्ड एज कंडेंसेशन कन्वर्जन ऑफ वेपर टू लिक्विड एंड सॉलिड टू वेपर भी कभी-कभी होता है मतलब कभी-कभी कुछ बॉडीज डायरेक्ट सॉलिड से गैसियस स्टेट में चले जाती हैं बीच का लिक्विड स्टेट नहीं आता है डायरेक्टली फ्रॉम सॉलिड टू वेपर या गैसियस स्टेट इसमें बीच में लिक्विड स्टेट नहीं आ रहा है जब सॉलिड से वेपर जाती है हम इसे कहते हैं सब्लीमेशन और इसका रिवर्सल है फ्रॉम वेपर टू सॉलिड स्टेट इट इज कॉल्ड एज सॉलिडिफिकेशन क्या कोई एग्जांपल दे सकते हैं ऐसे सब्सटेंस का जो आपके घर में मौजूद है और वो क्या करता है सब्लीमेशन करता है मैं दे दूं एक एग्जांपल चलो मैं देता हूं आपके घर में कपूर है कि नहीं है कपूर मतलब कंफर अब आप मुझे दो एग्जांपल दीजिए चलो एक दे दो एग्जांपल एक एग्जांपल ऑफ अ सब्सटेंस विच शो सब्लीमेशन जो क्या करता है है वो आपके घर में है मैं इस वीडियो के एंड में बता दूंगा आप कहेंगे तो क्या शो करना है आपको कि वो सॉलिड से वेपर में चेंज होता है गिव वन एग्जांपल हां मुझे बताइए मैंने तो एक एग्जांपल दे दिया कपूर का हां कंफर उसे बोलते हैं कपूर कंफर कपूर आपके घर में है जो आरती करते समय यूज होता है भगवान की आते कपूर उसकी बात कर रहा हूं कपूर करपूर जिसको कुछ लोग कहते हैं वो वो कर्पूर क्या होता है अगर आपने डब्बे से बाहर निकाल के रख दिया थोड़ी देर बाद में अपने आप ही क्या हो जाएगा सॉलिड से वेपर बन के उड़ जाएगा आपको एग्जांपल देना है इसके अलावा कोई सब्सटेंस जो आपके घर में है मौजूद मैं कह रहा हूं है मौजूद वो सब्लीमेशन करता है चलिए मैं बताऊंगा आपको अगर आपने नहीं लिखा कमेंट में तो पॉइंट जैसे एक पॉइंट आ जाएगा ना तो एक कांस्टेंट टेंपरेचर आ जाएगा क्या मेल्टिंग तो समझ गया अब मेल्टिंग पॉइंट तो द कांस्टेंट टेंपरेचर जिस टेंपरेचर पर जिस कांस्टेंट टेंपरेचर पर सॉलिड चेंज टू लिक्विड करता है सॉलिड लिक्विड को तो मेल्टिंग कहते हैं सॉलिड से लिक्विड बनेगा तो मेल्टिंग कहेंगे क्या वर्ड जोड़ दिया मैंने आगे कांस्टेंट टेंपरेचर उस पॉइंट को कहते हैं मेल्टिंग पॉइंट हां पानी का तो मेल्टिंग पॉइंट जानते हैं क्या पानी बोला हां आइस का मेल्टिंग पॉइंट बोलना चाहिए पानी नहीं आइस का मेल्टिंग पॉइंट तो जाते हैं 0 डिग्री और जिस टेंपरेचर पे लिक्विड फ्रीज हो जाए लिक्विड फ्रीज हो जाए उसे कहते हैं फ्रीजिंग पॉइंट अगेन पानी 0 डिग्री पे लिक्विड से सॉलिड बन जाता है फ्रीजिंग पॉइंट प 0 डिग्री है ठीक है कुछ सब्सटेंसस जैसे लेड हो गया है ना ये क्या करते हैं वैक्स हो गया क्या करते हैं एक्सपेंड ऑन मेल्टिंग क्या करते हैं उल्टा एक्सपेंड कर जाते हैं ठीक है बट बट कुछ सब्सटेंस क्या करते हैं जैसे आइस है वो कॉन्ट्रैक्ट कर जाते हैं आपको मानू ही है मालूम है ना वाटर हैज एन नॉर्मल अस बिहेवियर क्या होता है नॉर्मल अस बिहेवियर क्या है एनमल बिहेवियर मतलब ये करता है कि यूजुअली चीजों को हीट करने पे एक्सपेंड कूल करने पे कांट्रैक्ट करते हैं पानी ऐसा 4 डिग्री टू 0 डिग्री रिवर्स करता है कौ से 0 डिग्री के बीच में वो उल्टा करता है हीट करने पे वो कर जाता है कांट्रैक्ट और कूल करने पे कर जाता है एक्सपेंड चलो अब आगे बढ़ते हैं हां पानी बड़े कमाल की चीज है आपके प्लेनेट की सोच लीजिए आपको पता होना चाहिए कि पानी दुनिया में तेजी से घट रहा है फ्रेश वाटर की बात कर रहे हैं और शायद थर्ड वर्ल्ड वॉर शायद पानी के लिए ना कहीं हो जाए हां साइंटिस्ट ऐसा प्रिडिक्ट करते हैं बहुत तेजी से हम लोग पानी बर्बाद कर रहे हैं सोचिए आपके आसपास जो रिवर है उसका पानी पीने लायक नहीं है आपके अगर शहर में जहां रहते हैं वहां नदी है बताइए वहां का पानी डायरेक्टली पी सकते हैं आप नहीं पी सकते हैं सर नहीं चलिए हीटिंग कर्व ये डायग्रामेटिक बेस क्वेश्चन है वेरी इंपोर्टेंट क्वेश्चन है प्लीज टेक इट केयरफुली इस पे बेस क्वेश्चन आएगा क्या शो करना चाहते हैं इस क्वेश्चन को ध्यान से देखिएगा प्लीज हीटिंग कर्व ऑफ आइस हम आइस को शो करना चाहते हैं कि आइस मेल्ट हो रही है आइस जैसे-जैसे टेंपरेचर गेन कर रही है और वैसे-वैसे क्या हो रहा है वो मेल्ट हो रही है इसके लिए एक एक्सपेरिमेंटल करना है क्या करना है हमें हीटिंग कर्व ड्रॉ करना है हीटिंग कर्व को ड्रॉ करने के लिए आपको एक ग्राफ प्लॉट करना है ग्राफ में ये ध्यान देना है जो ये y एक्सिस है जो ऊपर की तरफ जाता हुआ नजर आ रहा है यहां पे टेंपरेचर रिकॉर्ड करना है और एक्स एक्सिस में ये जो नीचे की तरफ लाइन जा रही है इस एक्स एक्सेस में टाइम रिकॉर्ड करना है क्या मैंने कहा एक्स एक्सेस में टाइम यहां पर नीचे की तरफ टाइम है अच्छा टाइम को सेकंड्स में मेजर किया गया इसीलिए s लिखा है टेंपरेचर को डिग्री सेंटीग्रेड में लिखा है वो यहां कर दिया क्या करेंगे आइए स्टार्ट करते हैं तो मैंने कहा एक ऐसा ग्राफ जो क्या करे टेंपरेचर और टाइम को शो करे पानी के लिए उसे कहेंगे हीटिंग कर्म ध्यान से देखिएगा पॉइंट ए पे नजर करिए हां बड़ा कर दूं ग्राफ चलिए बड़ा कर देता हूं ग्राफ को चलिए थोड़ा ध्यान से समझिए आपको सब क्लियर हो जाएगा पॉइंट ए को नोट करिए इस हिटिंग कर्व में पॉइंट ए इज दी रूम टेंपरेचर ये इस समय नॉर्मल टेंपरेचर है हम इसे कहते हैं रूम टेंपरेचर ये जो लिक्विड है इस समय रूम टेंपरेचर पे है जैसे ही आपने क्या किया 30 सेकंड हीट किया 60 सेकंड हीट किया 60 सेकंड तक इसका टेंपरेचर बढ़ता रहा टेंपरेचर 20° से बढ़ते बढ़ते कहां तक आ गया पॉइंट बी सो a से b तक क्या बताना चाहते हैं फ्रॉम a टू b a से b तक क्या हो रहा है राइज इन टेंपरेचर हो रहा है साफ-साफ दिख रहा है सिर्फ 60 सेकंड्स के अंदर 60 सेकंड्स के अंदर जीरो से 60 सेकंड्स तक टेंपरेचर 20 से बढ़ते बढ़ते कहां पहुंच गया 100° पहुंच गया 20 से 100° 80° का टेंपरेचर राइज हो चुका है 60 सेकंड में अब उसके बाद देखिए क्या हो रहा है फ्रॉम b टू c देखिए कांस्टेंट लाइन है पैरेलल लाइन है अब यहां पर क्या हो रहा है देखिए लगभग 210 सेकंड्स तक दैट मींस आगे 150 और सेकंड तक आप हीट तो कर रहे हैं पर ये पानी अपना स्टेट चेंज नहीं कर रहा है यहां पर वो लिक्विड बॉईल कर रहा है फ्रॉम यस फ्रॉम 150 सेकंड्स तक वो क्या कर रहा है अपना स्टेट क्या कर रहा है बॉईल तो इसका मतलब है इस टेंपरेचर को इस कांस्टेंट टेंपरेचर को हम कहते हैं इस 100° को कहते हैं हम लोग बॉयलिक पॉइंट क्या कहते हैं इसको वॉल्यूम पंट कांस्टेंट टेंपरेचर है हां क्या मैंने कहा ये कांस्टेंट टेंपरेचर है कांस्टेंट है कि नहीं देख लीजिए एक जैसा टेंपरेचर बना हुआ है इसी कांस्टेंट टचर को कहते हैं बोलिंग पॉइंट यहां पर वो क्या कर रहा है अपना स्टेट वेपर में चेंज कर रहा है क्लियर है चलिए आगे बढ़ते हैं क्या होगा वॉल्यूम में क्या चेंज आएगा मेल्टिंग में तो ज्यादातर सब्सटेंस जैसे लेड हो गया वैक्स हो गया ये क्या करते हैं मेल्टिंग के दौरान एक्सपेंड करते हैं पर मैंने बताया था आइस तो उल्टा करता है फिर क्या होगा प्रेशर पर इफेक्ट व्हाट इज द इफेक्ट ऑफ प्रेशर ऑन मेल्टिंग मतलब हम प्रेशर इंक्रीज कर दें हां प्रेशर बढ़ा द तो क्या होगा तो एक बेसिक रूल है जब हम प्रेशर इंक्रीज करेंगे ध्यान दीजिएगा जब हम क्या करेंगे आइज की बात करते हैं तो आइज क्या करता है डिक्रीज विद इंक्रीज इन प्रेशर करता है एब नॉर्मल बिहेव करता है क्योंकि आइस क्या करता है एनोर्म एमस बिहेव करता है प्रेशर इंक्रीज करेंगे मेल्टिंग डिक्रीज हो जाएगी पर मैंने कहा अदर सब्सटेंस उसके अलावा कोई और सब्सटेंस ले लो जैसे वैक्स ले लो लेड ले लो और कोई सब्सटेंस ले लो इनमें प्रेशर इंक्रीज करेंगे तो मेल्टिंग भी इंक्रीज होगी क्लियर है इसका मतलब है प्रेशर इंक्रीज मेल्टिंग इंक्रीज ठीक है अच्छा आपको पता है हम किसी लिक्विड को हां किसी सॉरी किसी गैस को लिक्विफाई कर सकते हैं अंडर प्रेशर कैसे अगर किसी गैस को फॉर एग्जांपल आपके घर में जो एलपीजी सिलेंडर है या आप क्या यूज कर रहे हैं क्या चलर आजकल कहते हैं फॉग चल रहा है अरे भाई फॉग के अंदर है क्या आप कहेंगे सर फॉग के अंदर परफ्यूम है डीओ स्प्रे है तो जो आपके घर में सिलेंडर है वो भी एक तरह का डीओ स्प्रे है ये अलग बात है कि लगाने वाला स्प्रे नहीं है वो जलाने वाला स्प्रे है पर आप जो फॉग यूज कर रहे हैं उसके अंदर भी लिक्विड भरा हुआ है एक्चुअली में वो लिक्विफाइड गैस है वही सेम चीज सिलेंडर में है वहां पर एलपीजी है लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस सर कैसे लिक्विड बन रही है वो गैस कैसे वो लिक्विड बन जा रहा है तो मैंने कहा अंडर हाई प्रेशर जब गैस के मॉलिक्यूल को कंप्रेस किया जाता है तो दे बिकम लिक्विड बट अंडर अ हाई प्रेशर समझ गए ना और जैसे ही प्रेशर रिलीज करते हैं उस बड़े से सिलेंडर से जैसे ही हम प्रेशर रिलीज करते हैं पड को ऊपर से जैसे ही दबाते हैं प्रेशर हम रिलीज करते हैं वो वापस क्या होता है सीधे बाहर निकल आता है हां वापस क्या होता है कुछ समय के लिए लिक्विड रहता है बाद में वेपराइज कर जाता है समझ गए अनमना समझ में आ गया आई एम वेरी श्यर समझ में आ गया चलिए इफेक्ट ऑफ प्रेशर ऑन मेल्टिंग पॉइंट हां सॉरी इफेक्ट ऑफ इंप्योरिटीज प्रेशर तो कर लिया अगर बात करें कुल्फी वाले की आइसक्रीम वाले की जो ठेला लेके आपके पास आते हैं क्या आपकी कॉलोनी में या आपके एरिया में कुछ कुल्फी वाले आते हैं राजस्थानी कुल्फी ले लो या आइसक्रीम वाले जस्ट ले आते हैं आपको पता है उनकी आइसक्रीम के जो स्टॉल या ठेले होते हैं या उनके जो गाड़ी होती है उनके हाथ वाली गाड़ी होती है उसके किनारों पर आइस विद सॉल्ट पड़ी होती है क्या आइस के साथ उसमें खूब सारी इंप्योरिटीज सॉल्ट डाल दी गई है ताकि उसका मेल्टिंग पॉइंट लोअर हो जाए ताकि उसका मेल्टिंग टाइम बढ़ जाए जल्दी वो आइस ना पिले क्लियर हो गया तो इसका मतलब है इंप्युनिटी ऐड करोगे मेल्टिंग धीरे-धीरे होगी मेल्टिंग देर से होगी समझ गए ना तो इसीलिए लोग क्या करते हैं सॉल्ट मिक्स कर देते हैं जो जो कुल्फी बनाने वाले होते हैं इवन शादी पार्टी में अगर आप जाए आजकल कुल्फी का चलन है क्या कहते हैं बरात बरात में कहीं जाइए हां रात के रिसेप्शन में जाइए किसी के यहां तो वहां पर कुल्फी खाने को बहुत मिलती है तो वो कुल्फी बना कैसे लेते हैं उस छोटे से जगह पे तो उस बड़े से बॉक्स में जो आयरन का बॉक्स है उसके अंदर क्रश कड आइस है क्या उस उस उस बॉक्स के अंदर क्रश आइस है और खूब सारा उसमें नमक पड़ा हुआ है और कुल्फी एक छोटे से जर के अंदर क्या हो रही होती है उसी के अंदर रखी जाती है और थोड़ी देर में कुल्फी जम जाती है वो निकाल लेते हैं हां अब आपने ध्यान नहीं दिया था ये स बातों को क्या कहते हैं आप जाइएगा आइसक्रीम या कुल्फी खाइए तो इस बात को चेक करिएगा करेंगे ना चलिए इफेक्ट ऑफ इंपन बॉलिंग पॉइंट अगेन लिक्विड का बॉयलिक इंक्रीज हो जाएगा अगर इंप्योरिटीज इंक्रीज हो जाएंगी अगेन डायरेक्टली प्रोपोर्शनल है कुछ एग्जांपल समझते हैं कि जब पानी बॉयल करता है जी 100 डिग्री पे हम लोग जानते हैं पानी का बॉलिंग प 100 है पर आप जब खाना पकाते हैं तो वो 100 डिग प बॉयल नहीं करता है क्योंकि खाने में आप नमक डाल देते हैं कुछ मसाले ल लेते हैं तो उसमें इंटी ड हो जाती है नतीजा उसका बॉलिंग पॉइंट बढ़ जाता है और खाना भी पक जाता है समझ गए ना सो व्हेन वी ऐड व्हेन वी ऐड कुकिंग पल्सेस है ना वाइल कुकिंग सॉल्ट वन वी ऐड साल्ट जब हम साल्ट ऐड कर देते हैं द वाटर गेट्स हीट एनर्जी इनफ एंड क्या होता है कुकिंग इजी हो जाती है कुकिंग बेटर हो जाती है कुकिंग फास्टर हो जाती है चलिए वेपराइजेशन या बॉयलिक जब लिक्विड से गैस बनेगा या लिक्विड से वेपर स्टेट आएगा एट अ कांस्टेंट टेंपरेचर तो हम इसे कहेंगे वेपराइजेशन और उस पर्टिकुलर टेंपरेचर को क्या कहेंगे बॉयलिक हां वेपराइजेशन पॉइंट नहीं कहते हैं इसको ध्यान दीजिएगा पानी का बॉलिंग पॉइंट अभी बताया था 100 डिग्री सेंटीग्रेड है चलिए अब आप देखते हैं हीटिंग कर्व ऑफ वाटर ध्यान से देखिएगा हीटिंग कर्व पर बेस क्वेश्चन बनता है तो इस आपको क्या देखना है पानी को हम हीट करने वाले हैं ठीक है एक्सपेरिमेंटल समझते हैं पहले एक सेटप में आप देखेंगे क्या करना है आपको थोड़ा ध्यान दीजिएगा आपने क्या लेना है इस बार एक लिक्विड लेना है ठीक है बॉल करना है इस बार आपको ना तो अब आपको क्या करना है रूम टेंपरेचर पर लिक्विड किस पर है 20 डिग्री पर है यह है इसका रूम टेंपरेचर ठीक है यह है इसका रूम टेंपरेचर अगेन क्या हो रहा है 20 सॉरी 20 डिग्री से 100 डिग्री तक टेंपरेचर इंक्रीज कर रहा है टेंपरेचर इंक्रीज कर रहा है और उसके बाद टेंपरेचर एक लंबे समय तक देखिए एक लंबे समय तक हीट तो देते रह रहे हैं पर इसका टेंपरेचर राइज नहीं हो रहा है एंड दिस गिव्स यू दी क्या बॉयलिक पॉइंट है ना सिमिलर उसी से तो यहां पर क्या शो करना चाहते हैं ये जो कर्व बन रहा है b से c तक दिस इज दी कर्व फॉर दी बॉयलिक क्योंकि यहां पर टेंपरेचर क्या है कांस्टेंट इसके लिए क्या करना पड़ेगा आपको एक्सपेरिमेंटली करना पड़ेगा चलिए आगे बढ़ते हैं चेंज इन द वॉल्यूम ऑफ बॉलिंग तो लिक्विड्स बेसिकली क्या करते हैं एक्सपेंड करते हैं नॉर्मल लिक्विड की बात कर रहे हैं हां लिक्विड्स क्या करते हैं हीट करने पे बॉईल करने पे वो एक्सपेंड कर जाते हैं जैसे 1 ग्राम सॉरी 1 सेमी क्यूब ऑफ वाटर हीट करने के बाद कितना बन जाता है 1760 सेमी क सोचिए कितना मल्टीपल टाइम्स क्या कर जा रहा है एक्सपेंड कर जा रहा है और समझिए प्रेशर का क्या इफेक्ट पड़ता है तो बॉलिंग पॉइंट और प्रेशर दोनों डायरेक्टली प्रोपोर्शनल है इसका मतलब है प्रेशर इंक्रीज करोगे बॉलिंग पॉइंट इंक्रीज हो जाएगा ध्यान रखेंगे डायरेक्टली प्रोपोर्शनल है दोनों नेक्स्ट आता है इंप्योरिटीज का क्या इफेक्ट पड़ेगा तो एक बेसिक रूल है अगर किसी लिक्विड में आपने इंप्योरिटीज ऐड कर दिया उसका बॉलिंग पॉइंट इंक्रीज हो जाएगा अभी पल्सेस वाले एग्जांपल में यही पॉइंट किया था हम लोग ने बताया था ना पल्सेस में सब्जियों में खाने में क्या हो रहा होता है मम्मी लोग नमक ाल देती है चावल बना र होती हैं चावल पानी में बॉयल होता है पता है कि नहीं आपको घर में चाल दिखा है कि नहीं तो उसमें नमक डालती है मम्मी ऑयल डलता है थोड़ा सा तो उस राइस को बॉईल करना होता है जल्दी बॉईल हो जाता है ठीक है नेक्स्ट आता है लेटेंट हीट सबसे पहले लेटेंट का मतलब समझते हैं लेटेंट का मतलब होता है हिडन हीट सर ये क्या होता है देखिए अगर आपने किसी लिक्विड को बॉईल किया हां आपने एक लिक्विड लिया फ्लास्क में और इसको हीट करना शुरू कर दिया लिक्विड हीट हो रहा है हीट हो रहा है आपने टेंपरेचर नोट किया टेंपरेचर 10° 20° 30° हीट मिलते जा रहा है टेंपरेचर राइज होता जा रहा है ठीक है 100° आ गया टेंपरेचर कितना 100° आ गया टेंपरेचर अब आप हीट करते जा रहे हैं हीट करते जा रहे हैं अब थर्मामीटर से नोट कर रहे हैं टेंपरेचर तो उसमें बार-बार 100 डिग दिखा रहा है और हीट कर रहे हैं भैया हीट तो हो जा थोड़ी देर बाद और चेक कर रहे हैं फिर देख रहे हैं 100 डिग्री तो ये भैया हीट जा कहां रही है हीट दे र जा कहां रही है इतनी देर से तो दिख रहा था ये 100 डिग की बात क्यों नहीं दिख रहा है हीट राइज क्यों नहीं हो रही है टेंपरेचर क्यों नहीं बढ़ रहा है काफी देर तक नहीं बढ़ रहा है तो ये जो हीट हम दे रहे थे ये जो लिक्विड था इसको वेपर स्टेट में चेंज करने में मदद कर रही है जो पोटेंशियल एनर्जी उन्हें होल्ड करती है जो मॉलिक्यूल एक दूसरे के लिक्विड को पकड़ के रखते हैं गैसियस बनने के लिए उनको क्या करना पड़ता है फार अपार्ट आना होता है एक दूसरे से दूर जाना होता है तो ये जो हीट है वो उसी में इस्तेमाल हो जा रही है क्या कर रही है हीट वो जो मॉलिक्यूल के बीच में अट्रैक्शन है वाटर मॉलिक्यूल के लिक्विड के मॉलिक्यूल में अट्रैक्शन है उस पोटेंशियल एनर्जी को ब्रेक करने में इस्तेमाल हो जा रही है काइनेटिक एनर्जी उसकी क तेजी से क्या हो जा रही है इंक्रीज कर दे रही है तो टू ब्रेक दैट स्टेट फ्रॉम लिक्विड टू वेपर स्टेट दैट एनर्जी इज बीइंग यूज्ड एंड दिस डज नॉट रिजल्ट इन राइज इन टेंपरेचर और ऐसा करने के दौरान क्या होता है हीट यहां इस्तेमाल हो जाती है जो मेजरेबल नहीं होती है थर्मामीटर से तो हीट तो मिल रही है हीट ले भी रहा है वो वो लिक्विड पर वो हीट क्या कर रहा है एप्रिसिएशन राइज नहीं होने की वजह से टेंपरेचर के रूप में नहीं दिख रहा है है बल्कि वो हीट उसके इस लिक्विड स्टेट को लिक्विड स्टेट को वेपर स्टेट में कन्वर्ट करने में इस्तेमाल हो जा रही है अब क्लियर है अब समझ में आ गया चलो अब बात करते हैं जब लेटेंट हीट की तो दिस इज द हीट व्हिच इज अब्जॉर्ब्ड और लिब्रेटेड ध्यान से देखिएगा दोनों ही है हीट एब्जॉर्ब भी होता है लि बरेटेड भी होता है ड्यूरिंग द चेंज ऑफ फेस जब एक बॉडी लिक्विड से गैसियस स्टेट में आए या लिक्विड से सॉलिड स्टेट में आ स्टेट चेंज होगा स्टेट चेंज होगा तो उस दौरान जो हीट लिरेट या एब्जॉर्ब होगी उस हीट को आप टेंपरेचर के रूप में मेजर नहीं कर पाएंगे दैट इज नॉट मेजरेबल बाय एनी थर्मामीटर तो उसी हीट को कहते हैं लेट हीट ठीक है तो लेटेंट हीट इज एक्सप्रेस्ड फॉर द यूनिट मास ऑफ सब्सटेंस अगर किसी एक स्पेसिफिक मास का किसी एक पर्टिकुलर मास ऑफ सब्सटेंस का अगर लेटेंट हीट मेजर करेंगे तो उसका नाम होगा स्पेसिफिक लेटेंट हीट सिंबॉलिकली उसको ए कहते हैं स्पेसिफिक शब्द जैसे ही आए तो वर्ड आ जाएगा कीवर्ड आ जाएगा यूनिट मास जैसे आपने स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी पढ़ा था जब आपने स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी पढ़ा था तो सिंबल था c और आपने फार्मूला बताया था q / मास * डेल्टा t ये जो मास है ये है स्पेसिफिक मास या यूनिट मास समझ गए उसी तरह से स्पेसिफिक लेटेंट हीट सिंबॉलिकली l है और फार्मूला क्या है l ट इज द स्पेसिफिक लेटेंट हीट दैट इज l इज इक्वल टू चेंज इन टेंपरेचर या सॉरी हीट अपॉन मास हीट अपॉन स्पेसिफिक मास और अगर मुझे हीट निकालना होगा इसके लिए तो फार्मूला हो जाएगा मास इंटू यस मास इनटू स्पेसिफिक लेटेंट हीट जैसे स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी एक डिस्टिंक्ट क्वांटिटी होती है एक कैरेक्टरिस्टिक प्रॉपर्टी होती है वैसे ही लेटेंट हीट भी एक कैरेक्टरिस्टिक प्रॉपर्टी होती है ठीक है तो स्पेसिफिक लेटेंट हीट स्पेसिफिक लेटेंट हीट ऑफ अ फेज एक स्टेज से दूसरे स्टेज में जाना मतलब सॉलिड से लिक्विड या या लिक्विड से वेपर जब भी जाएंगे तो जो स्पेसिफिक लेटेंट हीट होगी वो क्या होगी वो होगी द अमाउंट ऑफ हीट अब्जॉर्ब्ड बाय अ यूनिट मास ऑफ सब्सटेंस फॉर चेंज इन द फेज एट कांस्टेंट टेंपरेचर ये डेफिनेशन है इसको आप याद कर लेंगे क्या होना चाहिए मास ऑफ द बॉडी क्या है फिक्स है और उसका टेंपरेचर चेंज नहीं होना है क्योंकि मैंने बताया था स्पेसिफिक लेटेंट हीट मेजरेबल नहीं है यस चेंज इन टेंपरेचर के रूप में आप उसको नहीं देख पाएंगे टेंपरेचर का राइज या फॉल नहीं होगा टेंपरेचर कांस्टेंट ही रहेगा और यूनिट कैसा आया एसआई यूनिट कैसे आया तो आपने देखा कि ए दैट इज स्पेसिफिक लेटेंट हीट इज q दैट इज हीट अपॉन मास हीट का एसआई यूनिट होता है जूल और मास का एसआई यूनिट होता है किलोग्राम सो योर आंसर इज जूल पर किलोग्राम और कोई यूनिट यूज करना चाहते हैं तो आप कैलोरी पर ग्राम भी यूज कर सकते हैं हां पर ये एसआई यूनिट ये है एसआई यूनिट बोलेंगे तो आपको जूल पर किलोग्राम ही लिखना होगा क्लियर है आइए बात करते हैं मेल्टिंग ऑफ आइस की स्पेसिफिक लेटेंट हीट ऑफ मेल्टिंग ऑफ आइस चलो एक एक्सपेरिमेंट से समझते हैं जो मैंने बात कही थी लेटेंट हीट तो आप समझ गए थे अब एक्सपेरिमेंट से देखते हैं क्या करना है इस डायग्राम को देखिए ठीक है हमारे पास एक डिवाइस है इस डिवाइस में आपके पास 1 किग्रा ऑफ आइस है कितनी आइस है 1 किग्रा ऑफ आइस और टेंपरेचर कितना है इसका इसका टेंपरेचर है 0 डिग्री ठीक है आपने क्या किया इस आइस को हीट किया हीटर की मदद से हीट किया आइस को हीट कर रहे हैं तो हम देख रहे हैं कि हम हीट तो दे रहे हैं ये जो जूल मीटर है ये जो जूल मीटर है ये शो कर रहा है हीट इज प्रोवाइडेड हीट तो दे रहे हैं साफ-साफ बता रहा है ये पर हम देख रहे हैं कि इसका टेंपरेचर 0 डिग्री रह जाता है हां पानी भी इसमें से पानी भी इसमें से गिरता रहता है आइस मेल्ट होती रहती है और काफी समय तक ऐसा होता रहता है कब तक जब तक कि सारी आइज मेल्ट ना हो जाए और तब तक इसका टेंपरेचर 0 डिग्री मेंटेन रहता है तो उतनी देर तक जितनी देर तक हम हीट दे रहे हैं वो कहां जा रही है भाई टेंपरेचर तो 0 डिगी नहीं जा रहा है इतनी देर तक तो वो वही टेंपरेचर है स्पेसिफिक लेटेंट हीट ऑफ फ्यूजन ऑफ आइस देयर इज नो चेंज नो चेंज इन द टेंपरेचर एंड द स्टेट ऑफ द बॉडी चेंजेज फ्रॉम लिक्विड टू सॉरी फ्रॉम सॉलिड टू लिक्विड स्टेट ठीक है इसी को कहते हैं स्पेसिफिक लेटेंट हीट वो एनर्जी जो रिलीज हो रही है जब यूनिट मास ऑफ वाटर एट 0 डिग्री फ्रीजस टू आइज एट 0 डिग्री ठीक है और यहां पर आइस टू वाटर वाटर टू आइस दोनों ही क्या होगा जीरो जीरो वही रहेगा ठीक है टेंपरेचर का चेंज नहीं होगा ठीक है वाटर फ्रीज करेगा टू आइस तब भी वही होगा और यहां तो वाटर टू वाटर टू आइस बनेगा तो भी डिग्री रहेगा यूनिट आपने देख लिया जूल पर किलोग्राम आइए अगर हमको इसको समझना हो एक काइनेटिक मॉडल से कि ऐसा कैसे पॉसिबल है सर तो मैंने अी थोड़ी देर पहले बताया था कि अकॉर्डिंग टू काइनेटिक मॉडल हर सब्सटेंस किसका बना है मॉलिक्यूल का बना है और जब मॉलिक्यूल की बात करते हैं तो मॉलिक्यूल रैंडम मोशन में होते हैं मॉलिक्यूल मोशन होने की वजह से उसके अंदर होती है इंटरनल एनर्जी और यही इंटरनल एनर्जी कहलाती है या इसको कहते हैं हीट अब सोचिए एक बॉडी सॉलिड स्टेट में है मतलब पानी है लेट से बर्फ है सोच लीजिए 0 डिग्री पे आप आपको क्या करना है इसको हीट देना है जब आप इसको हीट देंगे तो हीट सॉलिड स्टेट में क्या कर रही है सॉलिड स्टेट में मॉलिक्यूल को टाइटली होल्ड करने की वजह से हो रही है इसके अंदर हाई पोटेंशियल एनर्जी है और लो काइनेटिक एनर्जी है और जब हम हीट देंगे तो यही पोटेंशियल एनर्जी क्या हो जाएगी काइनेटिक एनर्जी में चेंज हो जाएगी तो राइजिंग टेंपरेचर तो नहीं होगा राइजिंग टेंपरेचर तो नहीं होगा पर वो एनर्जी का चेंज होता रहेगा समझ गए इस इसको कहते हैं लेटेंट हीट ऑफ मेल्टिंग तो अब इसका क्या फायदा मिलता है हमारे यहां यस पानी का बहुत इंपॉर्टेंस है एक एग्जांपल समझते हैं कि अगर बहुत हाई स्पेसिफिक लेटेंट हीट ऑफ फ्यूजन ऑफ आइस है बर्फ खूब ज्यादा ठंडक एब्जॉर्ब करने के बाद पिघलती है फिर से सुन लीजिए बर्फ बहुत ज्यादा हीट एब्जॉर्ब करने के बाद पिघलती है चलो एक एग्जांपल से पूछते हैं तुम्हारे घस में गैस्ट आए हैं मम्मी कह रही बेटा कोल्ड ड्रिंक ले आओ और कोल्ड ड्रिंक ठंडा करके लाओ तो आप क्या करेंगे उसमें वाटर एट 0 डिग्री मिलाएंगे कोल्ड ड्रिंक में या उसमें आइस मिलाएंगे एट 0 डिग्री आप डेफिनेटली कहेंगे सर पानी मिलाएंगे कोल्ड ड्रिंक में सर क्या कह रहे हैं मम्मी तो मारेगी बहुत नहीं नहीं आइस मिलाएंगे आइस इसलिए मिलाएंगे क्योंकि आइस एट 0 डिग्री क्या है सॉलिड स्टेट में है तो हाई स्पेसिफिक हीट कैपेसिटी है आइस की तो आइस क्या करेगी जैसे ही आप कोल्ड ड्रिंक में ऐड करेंगे आइस वो कोल्ड ड्रिंक की हीट को एब्जॉर्ब कर लेगी आइस कोल्ड ड्रिंक की हीट को एब्जॉर्ब कर लेगी अपने आप को मेल्ट करने के लिए फ्रॉम सॉलिड टू लिक्विड बनने के लिए पर बहुत ज्यादा हीट एब्जॉर्ब करने के बाद भी थोड़ा सा मेल्ट करती है सुन ली आपके बात बहुत ज्यादा हीट एब्जॉर्ब कर लेती है कोल्ड ड्रिंक का वो आइस और थोड़ा सा मेल्ट करती है इसीलिए लोग उसको यूज़ करते हैं और ठंडा पानी बिला देंगे 0 डिग में तो कोल्ड ड्रिंक कोल्डड्रिंक नहीं रहेगी है ना मीठा पानी बन जाएगी है ना काला मीठा पानी बन जाएगी समझ में आ गया क्या कहना चाहते हैं हाई स्पेसिफिक कैपटी तो माउंटेंस में जो स्नो होती है वो सारी स्नो एक ही बार में क्यों नहीं पिल जाती है भाई एक दिन खूब भूख पड़ी सारी बर्फ पिघल जाए पाड़ में जो माउंट एवरेस्ट में इतनी सारी बर्फ है कैलाश पर्वत इतनी बर्फ है एक दिन गिर जाए सारी अरे ना बाबा ऐसा नहीं होता है क्यों नहीं होता है बिकॉज ऑफ हाई स्पेसिफिक लेटेंट हीट ऑफ फ्यूजन ऑफ आइस आइस धीरे-धीरे क्या करती है हीट एनर्जी एब्जॉर्ब करती है और वाटर में चेंज होती रहती है इसी से आपकी गंगा और यमुना पैदा हो रही है हां इस आइस ऑन द वाटर ऑन द माउंटेन से पैदा हो रही है गंगा गंगोत्री नाम के ग्लेशियर से और यमुना यमुनोत्री नाम के ग्लेशियर से तो ड्यू टू हाई नेक्स्ट पॉइंट ड्यू टू हाई स्पेसिफिक हीट ऑफ फ्यूजन द वाटर इन द लेक्स एंड पंड डू नॉट फ्रीज सारा पानी जो कश्मीर में डल झील है आपने सुना ही होगा वहां पर ठंडक पड़ती है टेंपरेचर जब 0 डिग्री के आसपास प जाता है तो पूरी डल झील बर्फ से नहीं ढक जाती है क्यों क्यों नहीं सारी झील एक साथ बर्फ से ढक जाती है क्योंकि पानी बहुत सारी हीट लिब्रेट करता है समझ गए ना ठंडक लेने के लिए उसको अपनी हीट लूज करनी पड़ेगी पानी को समझ गए ना इसीलिए इतना आसान नहीं है और यूजुअली ऊपर की ही थिन लेयर होती है जो बर्फ बनती है अगर आप उसको क्रश कर देंगे तो आपको पानी दिखेगा उसके अंदर इसीलिए फिश सरवाइव कर पाती है समझ गए ना नेक्स्ट है ड्रिंक गेट्स फूड मैंने बता दिया इसमें प्रोजन लेक मैंने कहा था लेक का सरफेस ऊपर फ्रोजन है याद रखिएगा उसके नीचे का टेंपरेचर लो होता है और आइस खुद में क्या है एक बैड कंडक्टर है तो अंदर अंदर जाके ठंडक नहीं पहुंच पाती है यस अगर आप एक ठंडी नदी में यस आजकल जो नदी में पानी है ठंडा है इस समय हां हां अगर आप रिवर में या स्विमिंग पूल में जाएंगे इस समय पानी बहुत ठंडा है पर कुछ सेकंड के लिए जैसे ही आप अंदर जाएंगे तो पानी गर्म होगा चाहे तो आजमा के देख लीजिएगा ऊपर का सरफेस सिर्फ ठंडा होगा आप उसके अंदर कुछ जाइए स्विमिंग पूल में देखिए अंदर पानी गर्म मिलेगा आपको हां ऊपर का सरफेस सिर्फ क्या है कोल्ड रहता है क्योंकि पानी क्या करता है मैंने बताया हाई स्पेसिफिक लेटेंट हीट होने की वजह से कोल्ड बनने के लिए पानी ठंडा बनने के लिए क्या करता है एनवायरमेंट से एनवायरमेंट में क्या करता है अपनी हीट लूज करता है पानी लूज करता है ख ठंडा हो जाता है पर मैंने कहा सिर्फ ऊपर का थिन सरफेस नेक्स्ट जहां पर हेल स्टोम पड़ता है जहां पर ओले गिरते हैं कभी-कभी गिर जाते हैं ओले ओले जानते हैं ना यस ओले गिर जाते हैं बर्फ के टुकड़े पड़ ट ट ट गिरते रहते हैं और ओले हेल स्टोम गिरने पे वहां अचानक खूब ठंडी पड़ जाती है सर ऐसा क्यों जिस शहर में ओले पड़ते हैं हां जिस दिन ले पड़ाया उसके कुछ ही घंटों बाद उस शहर में खूब ठंडी हो जाएगी सर ऐसा क्यों होता है जाते हैं हाए रीजन दे देता हूं कि जब बर्फ गिरेगी ओले गिरेंगे चारों तरफ तो क्या होगा वो बर्फ पिघले गी मतलब सॉलिड आइस है आइस क्या करती है आपके आसपास की हीट एब्जॉर्ब कर लेगी और तब जाके वो क्या करेगी मेल्ट होगी तो हीट एब्जॉर्ब करेगी तो मतलब एनवायरमेंट ठंडा इसीलिए कश्मीर में बहुत ठंडी पड़ती है क्योंकि वहां बर्फ गिरती है बर्फ हीट एब्जॉर्ब करती है कश्मीर की इसीलिए कश्मीर की वादियों में खूब ठंडी होती है समझ गए और अगर आपको यस आपको अपना घर का घर को सुपर चिल्ड बनाना है क्या करो बर्फ की बड़ी-बड़ी हां य ये थोड़ा सा हिपोकपी है समझने के लिए आप क्या करिए अपने कमरे में बड़े-बड़े बर्फ के टुकड़े आते हैं ना सिलिया आती है ना बर्फ की बड़ी-बड़ी सिल्ली सिल्ली बर्फ की बड़े-बड़े बर्फ के टुकड़े आते हैं ना वो फैक्ट्री बफ बनती है वहां पर वहां से मंगवा लो अपने पूरे रूम में भर दो और वहां पर पूरे कमरे में आप देखेंगे चारों तरफ वॉल्स में बर्फ या इवन वाटर ड्रॉप्स आने लगेंगे क्यों क्योंकि वो बर्फ जो है अपने आप को मेल्ट करने के लिए आपके रूम की सारी हीट एब्जॉर्ब कर लेगी सुपर चिल्ड कमरा हो जाएगा करना नहीं है समझाने के लिए बता रहा था तो दिस शोज दैट वाटर हैज वेरी हाई स्पेसिफिक लेटेंट हीट हां आइस की स्पेसिफिक लेटेंट हीट बहुत बहुत बहुत हाई है बहुत ज्यादा हीट एब्जॉर्ब करने के बाद वो थोड़ा सा ही क्या होती है मेल्ट करती है और जब बात करते हैं मॉडर्न फिजिक्स की तो हम बात करते हैं रेडियोएक्टिविटी की आप जानते हैं हिरोशिमा और नागासाकी में दो एटम बम्स गिराए गए थे बारी-बारी से और दोनों शहर निस्त नाबूत हो गए थे क्या कारण था जो वो ऐसा बड़ा एक्सप्लोजन हुआ इतनी ज्यादा यस मिलियन इलेक्ट्रो वोल्ट में वो एनर्जी रिलीज हुई कहां से आई वो एनर्जी जवाब इसी चैप्टर में है आइए समझते हैं डिटेल में रेडियोएक्टिविटी के बारे में मैंने जो बताया वो है डिस्ट्रक्टिव यूज ऑफ रेडियोएक्टिव मटेरियल ब चैप्टर में ढेर सारी और जानकारी है जो आपको आज समझनी है तो सबसे पहले बात करेंगे कि स्ट्रक्चर ऑफ एटम की क्योंकि जब हम रेडियो एक्टिविटी की बात करते हैं तो हम बात करते हैं न्यूक्लियस ऑफ एटम की एक एटम जो कि फर्द इंडिविजिबल होता है और हम जानते हैं कि ये तीन बेसिक तीन कॉमन एटॉमिक पार्टिकल से सब एटॉमिक पार्टिकल से बना है और क्या-क्या वो पार्टिकल है प्रोटॉन पॉजिटिव चार्ज इलेक्ट्रॉन नेगेटिव चार्ज और न्यूट्रॉन नो चार्ज न्यूट्रल चार्ज चलिए ये तो आपको मालूम है तो अब इनका स्ट्रक्चर आपने केमिस्ट्री में जरूर मेरे साथ पढ़ा हुआ है एक बार आपको स्ट्रक्चर दिखा दूं फिर ये चैप्टर के आगे के टॉपिक्स आपको और क्लियर होते जाएंगे चलिए दिखाते हैं आपको कि कैसे ये बने हैं जब हम बात करते हैं एटम के स्ट्रक्चर की तो एक एटम हां सचिए हमारे पास एक कैमरा है और हम कैमरे में क्या कर रहे हैं एटम के स्ट्रक्चर को देख रहे हैं तो हम देखेंगे कि एटम के सेंटर में एक बहुत छोटा सा एक बहुत कंडेंस्ड सा डेंस सा न्यूक्लियस होगा न्यूक्लियस कहां पर होगा सेंटर में होगा न्यूक्लियस में होंगे प्रोटॉन और न्यूट्रॉन न्यूक्लियस सेंटर में है और न्यूक्लियस को एन सर्कल करते हुए ये ऑर्बिट है जिनको हम एनर्जी शेल्स कहते हैं ये डिस्क्रीट ऑर्बिट हैं या एनर्जी शेल्स हैं जिसमें इलेक्ट्रॉन रिवॉल्व करते हैं ये पहला यस वन नंबर दे सकते हैं या k नाम दे सकते हैं वन लिख सकते हैं एनर्जी शेल 1 2 3 या k ए ए हां ये पहला एनर्जी शेल है सिमिलरली इलेक्ट्रॉन आपको इस एनर्जी शेल्स में एनर्जी लेवल्स में रिवॉल्व करते हुए नजर आएंगे इलेक्ट्रॉन यहां पर यस इलेक्ट्रॉन इसमें रिवॉल्व करते आएंगे सर ये सब आपने ऑलरेडी ऑलरेडी पढ़ रखा है क्या कहते हैं प्रोटॉन पॉजिटिव चार्ज है ये आपको पता है न्यूट्रल का कोई चार्ज नहीं है ये भी आप जानते हैं इलेक्ट्रॉन नेगेटिव चार्ज है ध्यान ये देना है कि चार्ज ऑफ प्रोटॉन इज पॉजिटिव तो इलेक्ट्रॉन इज नेगेटिव पर दोनों की वैल्यू क्या है सेम चार्ज भले ही अलग-अलग है पॉजिटिव और नेगेटिव पर दोनों की वैल्यू सेम है जबकि मास मास ऑफ प्रोटॉन इज इक्वल टू मास ऑफ न्यूट्रॉन ठीक है मास जब हम मेजर करते हैं रिलेटिव मास मेजर करते हैं तो देखते हैं दोनों का मास सेम है एक सिंगल प्रोटॉन का और न्यूट्रॉन का क्लियर है यहां तक क्लियर है चार्जेस इन दोनों के सेम होते हैं बस इलेक्ट्रॉन नेगेटिव चार्ज होता है नेगेटिव साइन होता है प्रोटॉन पॉजिटिव होता है जबकि मास इन दोनों के बराबर होते हैं अब बात आती है कि सर ये जो इलेक्ट्रॉन है ये रिवॉल्व कर रहे हैं क्या ये एनर्जी लू य कर जाएंगे और इसमें इलेक्ट्रॉन जो रिवॉल्व कर रहे हैं वो इलेक्ट्रॉन कितने होंगे एक शेल में आप बताइए व्हाट इज दी फार्मूला फॉर नोइंग द मैक्सिमम नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन इन अ शेल किसी एक शेल में लेट्स सी शेल नंबर थ्री में शेल नंबर थ्री आप ए एल एम या तो ऐसा कह सकते हैं शेल ए में व्हाट इज द मैक्सिमम नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन आपको बताना है क्या होगा मैक्सिमम नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन अभी कमेंट करके तुरंत मुझे बता दीजिए क्या कहा फर्मूला नहीं ध्यान है चलिए मैं फर्मूला आपको बता देता हूं तो मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन जितने मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन दैट कैन बी इन अ शेल इज रिप्रेजेंटेड बाय अ फार्मूला 2n स्क्वा हेयर n रिप्रेजेंट द नंबर ऑफ द सेल क्या n क्या बताता है नंबर ऑफ शल तो इसका मतलब है आप शेल नंबर थ्री पर है आपका शेल नंबर है थ्री तो n यहां बन जाएगा थ तो आप ऐसे लिख सकते हैं 2 मल्ला बा 3 का स्क्वायर सो 2 मल्टीप्ला बा ना सो इसका मतलब है कि तीन शेल में थर्ड शेल में जो मैक्सिमम नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन होंगे वो कितने होंगे 18 होंगे चलिए फोर अगर शेल हुई चौथी शेल में मैक्सिमम नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन कितने होंगे ये आपको बताना है हां यू हैव टू आंसर मी आइए आपके लिए अब शुरू करते हैं वापस बेसिक से तो इलेक्ट्रॉन की डिस्कवरी जेजे थॉमसन ने की बाद में न्यूक्लियस के बारे में डिस्कवर की रदरफोर्ड ने अब इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन न्यूट्रॉन ये तीन पार्टिकल्स आप जानते हैं प्रोटॉन और न्यूट्रॉन दोनों मिलके कहलाते हैं न्यूक्लिन क्या द अदर टर्म फॉर प्रोटॉन एंड न्यूट्रॉन इज न्यूक्लिन क्योंकि वो न्यूक्लियस के अंदर पाए जाते हैं सेंटर में पाए जाते हैं याद रखिएगा द एंटायस ऑफ दी एटम इज कंसंट्रेटेड एट द न्यूक्लियस और रेडियोएक्टिविटी जो इस चैप्टर का नाम है इसमें रेडियस इसमें न्यूक्लियस ही क्या करता है इवॉल्व करता है न्यूक्लियस के चेंज न्यूक्लियस के चेंज से होता है और इलेक्ट्रॉन मैंने कहा रिवॉल्व करते हैं ये आप जान चुके हैं इलेक्ट्रॉन अपना चार्जेस लूज नहीं करते हैं जब वो रिवॉल्व करते हैं क्यों क्योंकि वो डिस्क्रीट शेल्स हैं अर्थात अगर शेल नंबर वन में जो इलेक्ट्रॉन होंगे उनकी एनर्जी उसके अंदर कंजर्व रहेगी एज लॉन्ग एज दे आर इन द सेम शेल देयर एनर्जी इज नाइ दर गेड नॉर लॉड क्लियर है दैट ईच शेल हैज इट्स ओन डेफिना इट एनर्जी और उसी एनर्जी शेल्स उन्हीं एनर्जी लेवल्स में वो रिलेट करते हैं नेक्स्ट जा आता है कि मैक्सिम नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन कितने हो सकते हैं फॉर्मूला आपने देख लिया अब एक एटम की साइज उसके रेडियस पे डिपेंड करती है और साइज ऑफ एटम जो होती है वो 10 टू द पावर - 10 के रूप में होती है ठीक है इसका जो कह सकते हैं लिमिट है वो ऑर्डर है इस तरीके से है अब न्यूक्लियस की बात करते हैं फिर से तो न्यूक्लियस को समझने के लिए आपको समझना होगा एक फार्मूला चलिए एक एग्जांपल से समझते हैं आपके पास है ये क्लोरीन है क्लोरीन क्लोरीन के ऊपर जो नंबर लिखा है ये इसे कहते हैं हम लोग सुपरस्क्रिप्ट जो ऊपर नंबर लिखा होता है सुपरस्क्रिप्ट इसको हम लोग कहते हैं मास नंबर दिस नंबर दैट इज रिटन अब इज कॉल्ड एज सुपरस्क्रिप्ट और यहां अब ये नंबर जरूरी नहीं इस साइड लिखा हो इस साइड भी लिखा हो सकता है तो ये जो नीचे नंबर लिखा है इसे कहते हैं सब्सक्रिप्ट इसे कहते हैं एटॉमिक नंबर क्या कहते हैं इसे एटॉमिक नंबर मास नंबर का सिंबल है a और एटॉमिक नंबर का सिंबल है z देख लीजिए a से एटॉमिक नंबर बनता है पर सिंबल ए नहीं है ध्यान दीजिएगा मास नंबर का सिंबल ए है एटॉमिक नंबर का सिंबल है z और अगर मुझसे आप पूछेंगे सर नंबर ऑफ प्रोटॉन कितना है नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन कितना है तो मैं कहूंगा सेम एटॉमिक नंबर जितना क्या चीज नंबर ऑफ प्रोटॉन एंड नंबर ऑफ ऑफ इलेक्ट्रॉन दोनों दोनों किसके बराबर है इज इक्वल टू एटॉमिक नंबर ये सब ये दोनों एटॉमिक नंबर के बराबर है मतलब 17 है और मुझसे पूछे न्यूट्रॉन सर कैसे निकालेंगे तो यू नो इट मास नंबर माइनस एटॉमिक नंबर ये है फर्मूला फॉर न्यूट्रॉन न्यूट्रॉन का फार्मूला है a - z a क्या रिप्रेजेंट कर रहा है यहां पर a रिप्रेजेंट कर रहा है मास नंबर और z रिप्रेजेंट कर रहा है z रिप्रेजेंट कर रहा है एटॉमिक नंबर क्लियर है अब आप समझ गए हैं आइए बात करते हैं न्यूक्लियर के मॉडल की जिसको मैंने अभी आपको डिटेल में समझा दिया कुछ इस तरीके से रिप्रेजेंट करता है एक एटम को जब सिंबल के रूप में रिप्रेजेंट करना है तो ऊपर लिखेंगे आप मास नंबर जो ये ऊपर लिखा है ये है आपका मास नंबर और जो नीचे लिखा है ये z जो दिख रहा है ये सिंबल है एटॉमिक नंबर और एटॉमिक नंबर और इलेक्ट्रॉन और नंबर ऑफ प्रोटॉन आर सेम ठीक है क्या एक एटम एक एटम हमेशा जब भी पाया जाएगा तो इलेक्ट्रिकली न्यूट्रल पाया जाएगा वई व्हाई एन एटम इज इलेक्ट्रिकली न्यूट्रल अरे मैं नहीं बताने वाला हूं आपको बताना है तुमको बताना है बताओ टेल मी व्हाई एन एटम इज इलेक्ट्रिकली न्यूट्रल बताते आंसर देखते हैं हां आप कितना मुझे बता पाते हैं चलिए चलिए तो अब बात करते हैं आइसोटोप की आइसोटोप जैसे ही वर्ड आइसो आ जाए तो मतलब होता है सेम तो यहां पर क्या सेम है अगर एटॉमिक नंबर सेम है और मास नंबर डिफरेंट है तो उसे कहते हैं आइसोटोप ध्यान से सुनिए ऐसा आइसो और बहुत आने वाला है फिर से आइसो मतलब सेम यहां टोप मतलब है एटॉमिक नंबर तो एटॉमिक नंबर सेम है मास नंबर डिफरेंट है ऐसे को कहते हैं हम लोग क्या आइसोटोप कोई एग्जांपल है हां बहुत एग्जांपल है एक नहीं कई एग्जांपल देते हैं तो क्या होता है आइसोटोप एक ऐसा एलिमेंट एलिमेंट तो सेम है एलिमेंट नहीं चेंज होगा इसमें एटॉमिक नंबर सेम होगा मास नंबर डिफरेंट होगा अब कैसे पहचानेंगे तो मैंने कहा जो अगर सेम अगर आइसोटोप है तो उसके इलेक्ट्रॉन भी सेम होंगे प्रोटॉन भी सेम होंगे इसका मतलब केमिकल वो सेम होंगे एग्जांपल के रूप में एग्जांपल के रूप में थ्री आइसोटोप ऑफ़ हाइड्रोजन है h11 h21 h31 ये h11 जो है वो है प्रोटियम ये 21 जो है वो न्यूट्रियम है और ये 31 जो दिख रहे हैं वो ट्राइटन है ये हाइड्रोजन के तीन क्या हैं ये हाइड्रोजन के तीन आइसोटोप हैं कार्बन के पास भी तीन आइसोटोप होते हैं कार्बन के तीन आइसोटोप कौन है c126 c136 c16 देखा आपकी मेरी बॉडी में जो कार्बन c16 है वो सब में है आपके मेरे किसी भी लिविंग मैटर में ये पाया जाता है और ये जो c14 वाला कार्बन है ये रेडियो वाला कार्बन है ठीक है आइए आगे बढ़ते हैं बात करते हैं आइसोटोप के बारे में तो जब हम आइसोटोप की बात करते हैं तो आइसोटोप मतलब सेम एटॉमिक नंबर डिफरेंट मासन ये तो समझ में आ गया अब आता है आइसोटोप भी दो टाइप के होते हैं स्टेबल आइसोटोप और अनस्टेबल आइसोटोप आइसोटोप में स्टेबल मतलब जो अपने आप डिसइंटीग्रेट ना करें जो क्या ना करे डिसइंटीग्रेट ना करे एक ऐसा आइसोटोप कैसे पता चलेगा कि वो स्टेबल है जब आप देखेंगे कि उसका नंबर ऑफ न्यूट्रॉन ध्यान से सुनिए नंबर ऑफ न्यूट्रॉन इज नियर इक्वल टू नंबर ऑफ प्रोटॉन एग्जांपल से देखेंगे चलो मैं एक एग्जांपल से दिखाता हूं आपका यस आपके पास एक एग्जांपल है क्लोरीन का चलिए मैं आपको इसको करके दिखाता हूं क्लोरीन के एग्जांपल को हम लोग होता हुआ देखते हैं स्क्रीन पर ठीक है स्क्रीन पे देखते हैं क्लोरीन क्लोरीन के भी दो आइसोटोप होते हैं वैसे आपको बता दूं सबसे मैक्सिमम नंबर ऑफ आइसोटोप टिन के पास है कितने आइसोटोप है टिन के पास टिन के पास 10 आइसोटोप हैं क्लियर और क्लोरीन के पास दो आइसोटोप हैं पहला है ये 35 मास नंबर 17 वाला और दूसरा आइसोटोप है 37 हां 37 17 वाला तो आप जानते ही हैं आपके पास ऊपर लिखा मास नंबर है ये दोनों मास नंबर है सिंबल से a रिप्रेजेंट करते हैं और ये दोनों क्या है एटॉमिक नंबर है सिंबल से z रिप्रेजेंट करते हैं तो आपने देख लिया कि दोनों का एटॉमिक नंबर सेम है तो यस ये आइसोटोप है अब ध्यान से देखिए कि ये स्टेबल आइसोटोप है कि नहीं है तो क्या फार्मूला क्या डेफिनेशन है स्टेबल आइसोटोप की जो स्टेबल आइसोटोप होते हैं उसमें नंबर ऑफ न्यूट्रॉन इज इक्वल टू इक्वल टू प्रोटॉन या नियर इक्वल टू प्रोटॉन यरली इक्वल का मतलब होता है या तो उसके एकदम बराबर है या उससे एक दो नंबर बड़े छोटे हैं ठीक सुन रहे हैं आप बहुत डिफरेंस नहीं है न्यूट्रॉन और प्रोटॉन में ध्यान से सुनिए क्या वर्ड है नियर इक्वल आइए इसका न्यूट्रॉन निकालते हैं पहले वाले का न्यूट्रॉन निकालते हैं न्यूट्रॉन निकालेंगे तो न्यूट्रॉन का फार्मूला होता है a - z तो a है इसका 35 - 17 देखिए इसका न्यूट्रॉन आ गया 18 आपने देखा था इसका प्रोटॉन है 18 न्यूट्रॉन है 18 तो ऑलमोस्ट क्या है ऑलमोस्ट क्या है नियर बाय है नियर इक्वल है यहां पे देख लीजिए यहां पे निकालना है न्यूट्रॉन तो अगेन 37 - 7 क्योंकि मास नंबर माइनस मास नंबर माइनस एटॉमिक नंबर तो यहां पे न्यूट्रॉन आ रहा है 20 अगेन 20 इज आल्सो नियर टू प्रोटॉन तो न्यूट्रॉन इज ऑलमोस्ट इक्वल और नियर इक्वल टू प्रोटॉन सो ये स्टेबल आइसोटोप है क्लियर है जब हम बात करेंगे अनस्टेबल आइसोटोप की किसकी अनस्टेबल आइसोटोप की तब क्या होगा यही कंडीशन चेंज हो जाएगी यही कंडीशन चेंज हो जाएगी अनस्टेबल आइसोटोप में क्या होगा अनस्टेबल आइसोटोप में न्यूट्रॉन इज मच मच ग्रेटर देन प्रोटॉन क्या होगा न्यूट्रॉन प्रोटॉन से बहुत ज्यादा होगा एक दो नंबर बड़ा नहीं होगा बल्कि बहुत ज्यादा बड़ा होगा प्रोटॉन से तो ऐसे को कहेंगे अनस्टेबल और अनस्टेबल है मतलब मतलब ये वाले एलिमेंट्स अपना रेडिएशन करेंगे क्या करेंगे स्पॉन्टेनियस एमिशन करेंगे अल्फा बीटा गामा रेस छोड़ेंगे कौन अनस्टेबल एग्जांपल के रूप में इसको भी देखते हैं आइए इसका एग्जांपल देखते हैं अनस्टेबल वाला एग्जांपल देखते हैं स्टेबल तो देख लिया आपने ठीक है स्टेबल देख लिया अनस्टेबल देखते हैं अनस्टेबल के लिए यूज करते हैं हम लोग यूरेनियम यूरेनियम 235 92 और दूसरा देखते हैं यूरेनियम 2 38 92 अब आप ध्यान से देखिए आपको फिर से दिख रहा है कि ये आइसोटोप है है ना आइसोटोप क्यों है क्योंकि अगेन एटॉमिक नंबर सेम है मास नंबर डिफरेंट है दिख रहा है मास नंबर अलग-अलग है आप इसका न्यूट्रॉन निकालिए कैसे निकालेंगे न्यूट्रॉन 235 मास नंबर माइनस मास नंबर माइनस एटॉमिक नंबर आ रहा है 143 यहां पे निकालिए यहां पे न्यूट्रॉन आ रहा है 238 - 92 दैट इज 146 तो आप साफ-साफ देख रहे हैं कि प्रोटॉन बहुत छोटा है प्रोटॉन बहुत छोटा है हां ये है प्रोटॉन इसका ये है प्रोटॉन इसका है ना क्योंकि प्रोटॉन और एटॉमिक नंबर तो सेम होते हैं तो प्रोटॉन बहुत छोटा है न्यूट्रॉन बहुत ज्यादा है न्यूट्रॉन इज ग्रेटर दन प्रोटॉन यहां पर भी इस केस में भी न्यूट्रॉन इज ग्रेटर दन प्रोटॉन सो दे आर बोथ रेडियो आइसोटोप क्लियर है रेडियो आइसोटोप की पहली पहचान क्लियर है हां अ और भी पहचान बताएंगे ठीक है और भी बताएंगे क्लियर हो गया अनस्टेबल और स्टेबल आइसोटोप समझ में आ गया आइए बढ़ते हैं आगे चलिए बात करते हैं आइसो बार की तो आइसोटोप का ठीक रिवर्स कर दो ठीक सुना आपने आइसोटोप का रि रिवर्स कर दो बन जाएगा आइसो बार इस बार मास नंबर तो सेम होगा एटॉमिक नंबर क्या होगा चेंज हो जाएगा मैंने कहा था आइसो मतलब सेम आइसो मतलब सेम और बार मतलब मास नंबर तो आइसो बार मतलब मास नंबर इस बार सेम रहेंगे जो ऊपर लिखा नंबर है है ना जिसको हम सुपरस्क्रिप्ट कहते हैं वो सेम रहेगा इस बार एटॉमिक नंबर चेंज होगा आइए स्क्रीन पे देखते हैं एक स्क्रीन पर एग्जांपल से देखते हैं अब आप देखिए इसमें है आपके पास सोडियम मैग्नीशियम आपने देखा कि ये दोनों आइसो बार है कैसे पता चला आपको ये दोनों आइसो बार है आपने देखा कि दोनों का मास नंबर दोनों का मास नंबर नंबर 23 है मास नंबर सेम है और दोनों के एटॉमिक नंबर दोनों के एटॉमिक नंबर अलग-अलग है एक का एटॉमिक नंबर है 11 और दूसरे का है 12 अब आप ध्यान से देखेंगे इसका न्यूट्रॉन भी निकालने जा रहे हैं इसका न्यूट्रॉन न्यूट्रॉन ऑफ सोडियम कितना आ जाएगा 23 - 11 मतलब हो जाएगा 12 यहां भी न्यूट्रॉन निकाल देते हैं 23 - 12 11 आपने देखा न्यूट्रॉन दोनों का क्या है अलग अलग है है कि नहीं अलग अलग समझ में आया तो इसको हम कहते हैं क्या इसे हम कहते हैं मिरर आइसो बार एक ऐसा आइसो बार आइसो बार तो क्लियर हो गया जिसमें क्या हो सेम एटॉमिक नंबर हो पर डिफरेंट क्या हो सेम मास नंबर हो पर डिफरेंट क्या हो एटॉमिक नंबर जो कि दिख रहा है और इसके साथ में अब एक नई चीज क्या आ गई ये मिर आइसो बार में क्या आ गया कि इसके न्यूट्रॉन और इसके प्रोटॉन इंटरचेंजिंग है जो इसका न्यूट्रॉन है वो इसके प्रोटॉन के बराबर है और जो इसका न्यूट्रॉन है मैग्नीशियम का वो सोडियम के प्रोटॉन के बराबर है मिला लीजिए चेक करिए देखिए इसका न्यूट्रॉन 11 है मैग्नीशियम का जबकि इसका सोडियम का प्रोटॉन 11 इंटरचेंजिंग इंटरचेंज बिटवीन न्यूट्रॉन एंड प्रोटॉन ऑफ द टू एलिमेंट्स इज कॉल्ड एज मिरर आइसोटोप ये दोनों क्या है मिरर आइसोटोप क्लियर है हां मिरर आइसोबर्स चलिए अब अगला टर्म आ रहा है आइसोटोन इस बार क्या होने वाला है इस बार आपको न्यूट्रॉन का नंबर सेम मिलने वाला है सही सुन रहे हैं न्यूट्रॉन का नंबर सेम मिलने वाला है मतलब इस बार न्यूट्रॉन कांस्टेंट होगा आइसो मतलब सेम और टोनस टोनस में न्यूट्रॉन क्या सेम है क्या कांस्टेंट है तो न्यूट्रॉन सेम है इस बार ठीक है तो एटम हैविंग डिफरेंट डिफरेंट प्रोटॉन प्रोटॉन अलग है ठीक है बट क्या सेम है इस बार सेम नंबर ऑफ़ न्यूट्रॉन दो एग्जांपल है आपके पास अगेन एग्जांपल ऑफ़ मैग्नीशियम एंड सोडियम ध्यान से देखिए मैग्नीशियम और सोडियम को ध्यान से देख लीजिए तो सोडियम और मैग्नीशियम में आप देखेंगे कि इनका न्यूट्रॉन ठीक है कितना आ रहा है 12 इसका न्यूट्रॉन कितना आ रहा है 11 सो ये दोनों ये दोनों आइसोटोप सॉरी आइसोटोन नहीं है दे आर आइसो बार क्या है ये लोग आइसो बार ध्यान से सुनिए मेरी बात को क्यों आइसो बार है क्योंकि मास नंबर तो सेम है मास नंबर तो सेम है पर एटॉमिक नंबर डिफरेंट है पर यहां पे क्या बताना है हमको इसमें इसमें न्यूट्रॉन का नंबर सेम दिखाना है यहां देखिए इधर आ जाइए इसमें देखिए यहां पर पोटेशियम को देखिए और इसका एटॉमिक नंबर देखिए तो 40 - 19 आप देखेंगे इस बार जो न्यूट्रॉन आ रहा है कितना आ रहा है न्यूट्रॉन 21 यहां पर देखिए यहां पर देखिए क्या आ रहा है 40 - 20 यहां भी न्यूट्रॉन आ रहा है 20 यहां भी न्यूट्रॉन सेम नहीं है नहीं है हमें तो न्यूट्रॉन क्या लाना था सेम लाना था तो अगर कोई और एलिमेंट ले लेते हैं हैं ले लेते हैं आर्गन ध्यान से देखिएगा प्लीज कीप इट केयरफुल अब देख लेते हैं आर्गन और आर्गन का आर्गन का एटॉमिक नंबर है 40 और मास नंबर है सॉरी मास नंबर है 40 और एटॉमिक नंबर है 20 अब आप इसमें निकालेंगे इसका न्यूट्रॉन निकालेंगे कितना आएगा देखिए प्लीज इसका इसका भी न्यूट्रॉन आएगा 20 तो आपने देखा कि न्यूट्रॉन का नंबर न्यूट्रॉन का नंबर कांस्टेंट है जिन दो एलिमेंट्स में न्यूट्रॉन जिन दो एलिमेंट्स में न्यूट्रॉन सेम हो यान दीजिएगा न्यूट्रॉन सेम होना जरूरी है प्रोटॉन नहीं प्रोटॉन नहीं एटॉमिक नंबर नहीं तो वो बन जाते हैं क्या वो बन जाते हैं आइसोटोन ठीक है आइसोटोन दो एलिमेंट्स होंगे अलग-अलग उन दोनों एलिमेंट्स के नंबर ऑफ न्यूट्रॉनस सेम होंगे आइए आगे बढ़ जाते हैं रेडियो एक्टिविटी की बात करते हैं तो शुरुआत कहां से हुई एक हेनरी बैटल नाम के एक साइंटिस्ट ने क्या किया कुछ रेडियोएक्टिव मटेरियल जैसे कि यूरेनियम को उन्होंने अपने एक ब्लैक पेपर में लपेट करके एक ब्लैक ब्लैक पेपर में लपेटा और उसको एक फोटोग्राफी प्लेट के अंदर में रख दिया इसमें रख दिया फोटोग्राफिक प्लेट फोटोग्राफिक प्लेट कभी आपने एक्सरे करवाया या घर में किसी ने एक्सरे कराया है तो एक ब्लैक सी एक फिल्म मिलती होती है ना जिसमें हड्डी दिखाई देती है अंदर की हड्डी टूटी जुड़ी हुई है देखा होगा आपने देखा है आपने उस जो फोटोग्राफिक प्लेट होती है उसी को कहते हैं ब्लैक रंग की बड़ी सी होती है एक्सरे कराने पे मिलती है उस फोटोग्राफिक प्लेट में लपेट करके उन्होंने एक रेडियोएक्टिव सब्सटेंस को रख दिया था कुछ दिन बाद आए उन्होंने देखा कि वो जो फोटोग्राफिक प्लेट है उसमें कहीं ना कहीं स्पॉट्स आ गए हैं वाइट वाइट डाग आ गया है उनको समझ में नहीं आया कि ये वाइट वाइट वाइट ये फोटोग्राफी प्लेट्स में कहां से ये जो ब्लैक फोटोग्राफी प्लेट थी ये ये वाइट वाइट कैसे हो गई डॉटेड कैसे हो गई इतनी सारी इतना सारा ये वाइटलेस कहां से आ गई जानते हैं इन्होंने डिस्कवर किया इन्वेंट किया बैकल रेस इन्होंने उसका नाम दिया कि हो ना हो हो हो धरती में कुछ ऐसे पदार्थ है जो अपने आप से कुछ इनविजिबल रेज पैदा करते हैं और इन्होंने उसका नाम दे दिया बैकल रेज हां क्योंकि इनका नाम था हेनरी बैकल अपने नाम से उसका नाम दे दिया बैकल रेज जिनको हम बाद में रेडिएशन के नाम से जान रहे हैं हां मैं और आप मैंने कहा था अगर खोजें तो अपना नाम दे देंगे मैं खोजू तो मैं नाम दे दूंगा रूपानी रेज क्या कहते हैं या स्टार रेज के नाम से दूंगा मैं अपना ठीक है ना एस टी ए आर एस सर काटा तरुण और रूपानी क्या है ना तो स्टार लूंगा उसका नाम क्या कहते हैं तो हि बैक्ट खोजा इन्वेंट किया और इसका नाम दे दिया बैक्टीरियल रेज अब रेडिएशंस तो हमको पता चल गई ये दिखती नहीं है बट ये रेडिएशंस होती है इन पर असर पड़ता है किसी मैग्नेटिक फील्ड का किसी करंट की फील्ड का दोनों का असर पड़ता है कितना पड़ता है इसीलिए उन्होंने फिर एक्सपेरिमेंट्स भी कि आइए पहले देखते हैं रेडियोएक्टिविटी क्या होती है तो कुछ सब्सटेंस डिसइंटीग्रेट करते हैं जिसको कहते हैं डिके करते हैं क्या डिके करते हैं याद रखिएगा जब जब रेडियो एक्टिविटी की बात होगी तो रेडियो एक्टिविटी इज अ न्यूक्लियर फिनोमिना मतलब इलेक्ट्रॉन के चेंज नहीं हो रहे हैं न्यूक्लियस जो सेंटर में होता है वो इंटीग्रेट कर रहा है समझ गए न्यूक्लियस का चेंज है तो जो सब्सटेंस क्या करें डिसइंटीग्रेट कर जाए स्पॉन्टेनियसली रेडिएशंस पैदा करें वो होते हैं रेडियोएक्टिव सब्सटेंस जैसे कि रेडियम थोरियम प्लूटोनियम आपने इनमें से किसी का नाम सुना है हां रेडियम तो आपने देखा भी होगा कहां देखा है आपके पास आपकी एक्टिवा है आपकी मोटरसाइकिल है आप कार है उसका नंबर प्लेट आपकी गाड़ी का नंबर प्लेट आपकी कार का आपकी मोटरसाइकिल का नंबर प्लेट वो शाइन करता है हल्की सी रोशनी मारने पे दूर र उसम हल्की सी टॉर्चलाइट मार देंगे ना वो तेजी से शाइन करने लगता है क्योंकि रेडियम एक फ्लोरेसेंट मटेरियल है एक ग्लो करने वाला पदार्थ है क्या आपके रूम में कहीं ऊपर आपने स्टार्स तो नहीं लगा रखे कुछ लोगों ने क्या कर रहा होता है ना अपने रूम में क्या होता है आर्टिफिशियल स्टार लगा रखे होते रात में वो तारे चमकते हैं वो भी रेडियम है हां बहुत सारे लोग ऐसे पोस्टर्स ऐसे ऐसे चीजें लाते हैं जो रात को अपने आप शाइन करते हैं उनके अंदर स्पॉन्टेनियस क्या होता है वो लाइट वो रेडिएशंस आती है ऐसे सब्सटेंस रेडियोएक्टिव सब्सटेंस है क्लियर वैसे रेडियम से डरने की जरूरत नहीं है हां कलर में काम आ रहा है मैंने बता दिया जो मैंने कहा पेंट्स के नंबर होते हैं या साइन बोर्ड्स होते हैं जब बड़े-बड़े चौराहों में रात को अगर आप पहुंचेंगे आप तो ज शहर की क्रॉसिंग होंगे उसमें एरो बना होता है लेफ्ट राइट का एरो बना होता है आप उसपे ज्यादा गाड़ी का शाइन मार के देखिए कितनी तेज शाइन करने लगता है जितनी ज्यादा रोशनी पड़ती है उतना वो क्या होता है वो फ्लोरेसेंट मटेरियल है उतना शाइन करता है वो रेडियम है एक्चुअली ठीक है तो रेडियम पोनियम सोडियम यूरेनियम ये सब रेडियोएक्टिव सब्सटेंस है स्पॉन्टेनियस अपने आप से बिना आपके कुछ किए क्या करेंगे ये रेडिएशंस छोड़ते रहेंगे अब आप चाहते हैं कि इसका रेडिएशन हम बंद करना चाहते हैं ना हम रोक देना चाहते हैं तो क्या करें फ्रिज में रख दें क्या कहते हैं रेडिएशन बंद हो जाएंगे ये जो अल्फा बीटा गामा रेज छोड़ रहे हैं क्या ये बंद हो जाएगा जवाब है जी नहीं आप इसमें कोई भी फिजिकल कोई भी केमिकल आप सोच लीजिए उसको आग में रख दें कि स्पॉन्टेनियस रेडिएशन तेज हो जाएगा को भी नहीं होगा ध्यान दीजिएगा तो भी नहीं होगा तो ना कोई फिजिकल चीज करने पर ना कोई केमिकल चेंज करने पर इस रिएक्टिविटी को इस रेडियोएक्टिव सब्सटेंस को आप रोक पाएंगे समझ गए ना तुम ठंडा कर दो सोचो फ्रिज में रख देंगे तो पोलोनियम या या थोरियम या यूरेनियम क्या करेगा रेडियोएक्टिव बंद कर देगा जी नहीं कोई फर्क नहीं पड़ेगा वो स्पॉन्टेनियस एशन करता रहेगा बिना किसी रुके बिना किसी थके समझ गए आइए बात करते हैं रेडियोएक्टिविटी की तो मैंने कहा ये एक न्यूक्लियर फिनोमिना है स्पॉन्टेनियस रे अल्फा ए है अल्फा सिंबल का मेरे लिए बी बीटा ए स एंड वा गामा ये तीनों रेडिएशंस करते हैं कहां से निकलते हैं मैंने कहा रेडिएशंस न्यूक्लियस से निकलते हैं की वर्ड है कहां से निकलते हैं यस ऑफ एटम से निकलते हैं जब तक हम केमिस्ट्री पढ़ रहे थे केमिकल चेंजेज पढ़ रहे थे तो वो सारे केमिकल फिनोमेना थे वो लास्ट शेल जिसको हम वैलेंस शेल कहते हैं उसके इलेक्ट्रॉन के चेंज की वजह से होता था ठीक है तो यहां पर इलेक्ट्रॉन का चेंज नहीं बोल रहे हैं यहां पर चेंज इन न्यूक्लियस कर रहे हैं न्यूक्लियस ही स्प्लिट कर जा रहा है न्यूक्लियस ही डिके कर जा रहा है और हो जा रही है रेडियोएक्टिविटी क्लियर है दोनों में अंतर है ना केमिकल रि चेंज में और न्यूक्लियर चेंज में अब देखते हैं रदरफोर्ड नाम के साइंटिस्ट ने जिन्होंने गोल्ड लीफ पर क्या गोल्ड लीफ पे अल्फा पार्टिकल स्केटर किया अल्फा पार्टिकल कुछ बर्ड किया और न्यूक्लियस को डिस्कवर किया उन्होंने न्यूक्लियस के बारे में हमें बताया तो उन्होंने भी एक्सपेरिमेंट किया रेडिएशन पे रेडि सब्सटेंस पे तो उनको उन्होंने अपने रेडिएशंस में क्या पाया देखिए उन्होंने पहला काम क्या किया दो एक्सपेरिमेंट किए रदरफोर्ड जी ने बहुत मान साइंटिस्ट थे रदरफोर्ड जीी तो पहला एक्सपेरिमेंट क्या किया उन्होंने उन्होंने रेडिएशंस को मैग्नेटिक फील्ड के अंदर में रख के देखा देखा कि अगर यहां पे मैग्नेटिक फील्ड रखेंगे तो क्या फ पड़ेगा तो मैग्नेटिक फील्ड कहां रखा उन्होंने मैग्नेटिक फील्ड एक लेड बॉक्स के अंदर मतलब उन्होंने एक लेड बॉक्स लिया सर लेड का क्यों लिया किसी और मटेरियल का क्यों नहीं आ क्योंकि लेड को रेडियो एक्टिविटी पार नहीं कर पाती है बहुत स्ट्रांग और थिक लेड को रेडियो एक्टिविटी रेडियोएक्टिव मटेरियल पार नहीं कर पाता इसलिए तो उन्होंने क्या किया एक लेड का बॉक्स लिया और उसको ऊपर से थिन सा एकदम स्लाइट सा ओपन छोड़ दिया और अंदर अंदर की लाइनिंग पर क्या कर दिया मैग्नेटाइज्ड कर दिया ठीक है तो एक थिक रेड बॉक्स को इंटरनली मैग्नेटाइज कर दिया और देखा कि ये जो अल्फा बीटा गामा रेडिएशंस निकल रही है कौन सा मटेरियल रखा इसके अंदर यहां पर यहां पे रखा लेट्स अजूम यूरेनियम यूरेनियम रख दिया इसके यहां पर यहां पर रख दिया यूरेनियम तो यूरेनियम रेडिट मटेरियल है क्या ट करेगा अल्फा बीटा गामा रेडिशन रेडिस करेगा तो उन्होंने क्या नोट किया इसको देखा कि जो रेडिएशंस लेफ्ट की तरफ पॉइंट हो रही है जो रेडिएशंस लेफ्ट देख लीजिए लेफ्ट हैंड की तरफ जा रहा है मेरा लेफ्ट हैंड देखिए जो रेडिएशंस लेफ्ट की तरफ बेंट हो रही थी उनका नाम उन्होंने दे दिया अल्फा पार्टिकल और जो रेडिएशंस राइट की दिशा में देख लीजिए मेरे राइट को मेरा राइट ठीक है तो इसका नाम दे दिया इन्होंने बीटा पार्टिकल देखा कि अल्फा जो है वो पॉजिटिव है बीटा जो है वो नेगेटिव है और क्या देखा एक ऐसी भी रेडिएशंस है जो अनडेटेड हो जाती है सीधे अपवर्ड चले जा रही है ये जो सीधे अपवर्ड जा रही है बेंट जा रही है बिन डिलीट हो जा रही है इसका नाम है गामा रेडिएशंस क्य गामा रेडिएशंस क्या कर रही थी कहीं भी बेंट नहीं हो रही थी और एक और चीज नोट करने लायक है इसी डायग्राम में देखिए कि बीटा का डेविएशन ज्यादा है ज्यादा बेंट कर रही है बीटा एस कंपेयर टू अल्फा ये उन्होंने देखा था जब जब मैग्नेटिक सॉरी जब रेडिएशंस को उन्होंने सब्जेक्ट टू मैग्नेटिक फील्ड किया ठीक है अब बारी है रेडिएशंस को एक्सपोज टू अभी मैग्नेटिक फील्ड किया था अब इलेक्ट्रिक फील्ड करेंगे ये दोनों एक्सपेरिमेंट किसने किया रदरफोर्ड ने आइए दूसरा एक्सपेरिमेंट देखते हैं सेकंड एक्सपेरिमेंट इस बार क्या करने वाले हैं इस बार इस रेडिएशन को कहां करने वाले रेडियोएक्टिव मटेरियल को रखेंगे इन द इलेक्ट्रिक फील्ड पहले मैग्नेटिक फील्ड क्या था अब इलेक्ट्रिक फील्ड तो इस बार इलेक्ट्रिक फील्ड के लिए क्या किया ध्यान से देखिए अगेन लेड बॉक्स लिया लेड बॉक्स को बहुत माइन्यूट सा ओपन किया है ऊपर से सारा चारों तरफ से देखिए लेड बॉक्स बंद है और रेडियोएक्टिव मटेरियल को जैसे मैंने अजूम किया यूरेनियम को सेंटर में रख दिया और क्या किया इसके दो तरफ एक तरफ पॉजिटिव और एक तरफ नेगेटिव ठीक है ये जो नेगेटिव टर्मिनल है बैटरी का है ना सेल का जो करंट का हिस्सा दे रहा है ये है कैथोड ये है कैथोड और ये है एनोड इन्होंने कैथोड और एनोड दो टर्मर लगाए एनोड पॉजिटिव होता है कैथोड नेगेटिव होता है अगर आप भूलते हैं कैथोड एनोड में तो एक पहचान बता दूं एनोड में एडी लिखा होता है एडी एड एडी देखिए एनोड की स्पेलिंग करेंगे तो एडी वर्ड आएगा ऐड आ जाएगा इससे याद कर लीजिए तो क्या लगाया एक इलेक्ट्रिक फील्ड लगाई इलेक्ट्रिक फील्ड में पॉजिटिव नेगेटिव फील्ड होती है मतलब पॉजिटिव और नेगेटिव टर्मिनल होते हैं तो अब इसमें रेडियो एक्टिव मटेरियल क्या करेगा इन्होंने इसका जब एमिशन देखा रदरफोर्ड ने तो देखा कि जो अल्फा वाले पार्टिकल है ये सिंबल है अल्फा का ए जैसा बना दिख रहा है ना ये जो अल्फा वाले पार्टिकल हैं वो नेगेटिव की तरफ जा रहे हैं नेगेटिव टर्मिनल की तरफ जा रहे हैं नेगेटिव प्लेट की तरफ जा रहे हैं क्यों क्यों क्योंकि अल्फा पॉजिटिव रेज होती है पॉजिटिव हमेशा नेगेटिव की तरफ अट्रैक्ट करता है आपको याद होना चाहिए अनलाइक चार्जेज अट्रैक्ट ईच अदर याद है ना इसीलिए ये जो अल्फा पार्टिकल है वो पॉजिटिव होने की वजह से पॉजिटिव होने की वजह से नेगेटिव की तरफ अट्रैक्ट होता है और और क्या होता है बीटा पार्टिकल खुद नेगेटिव होता है और चला जाता है एनोड की तरफ अर्थात पॉजिटिव टर्मिनल की तरफ नेगेटिव था पॉजिटिव तरफ चला गया बचा कौन बीचोंबीच में ये देखिए सेंटर में देखिए कौन है सेंटर में है गामा जो कि कोई भी यस डेविएशन नहीं शो कर रहा है स्ट्रेट अवे ये सिंबल है गामा का देयर इज नो चेंज इन दी गामा रेडिएशन इट मूव्स या इट पासेस अनडेटेड स्ट्रेट अप नो डेविएशन नो बेंडिंग ठीक है अब अगेन यहां पर भी नोट करेंगे तो बीटा ज्यादा जल्दी बेंट हो रहा है अल्फा बेंट कर रहा है डेविएशन कर रहा है पर स्लो बेंट कर रहा है बीटा ज्यादा जल्दी डेविएशन कर रहा है बीटा नेगेटिव है अल्फा पॉजिटिव है क्लियर हो गया तो एक्सपेरिमेंटली प्रूव हो गया ये सारी चीजें आगे बढ़ जाते हैं अब प्रॉपर्टीज ऑफ अल्फा को थोड़ा समझते हैं जब हम बात करते हैं अल्फा पार्टिकल की तो आखिर है कौन ये अल्फा पार्टिकल कहां से आया ये अल्फा पार्टिकल देखिए समझिए अल्फा कौन है तो अल्फा पार्टिकल अभी आपने देखा एक रेडियोएक्टिव मटेरियल है तो हीलियम देखिए ध्यान से हीलियम हीलियम इज अल्फा पार्टिकल सर ऐसा क्यों ये हीलियम ही अल्फा क्यों क्योंकि अल्फा में अल्फा में प्रोटॉन का नंबर दो होता है न्यूट्रॉन का नंबर दो होता है अब आप 4 -2 करेंगे मास नंबर माइनस एटॉमिक नंबर करेंगे अगेन आपके पास क्या आ जाएगा टू आ जाएगा तो 4 - 2 आपका न्यूट्रॉन आ गया टू तो साबित हो गया कि इसके प्रोटॉन और न्यूट्रॉन दोनों टूटू है तो ये है अल्फा पार्टिकल याद रखेंगे ये है पॉजिटिव पार्टिकल अल्फा पार्टिकल क्लियर हो गया अल्फा कैसा होता है अच्छा अल्फा पार्टिकल की स्पीड क्या है 10 टू द पावर 7 के ऑर्डर में है अर्थात जब भी स्पीड होगी तो 10 टू द पावर 7 के होगी और क्या खास बात है अल्फा पार्टिकल्स की अल्फा पार्टिकल गैसेस को आयनाइज कर देता है इसका मतलब अगर कहीं पर गैस है किसी चेंबर में गैस है वहां पे हमने अल्फा रेज पास कर दिया है तो वो गैस को चार्ज पार्टिकल में कन्वर्ट कर देगा यस आयनाइज कर देगा सबसे स्ट्रांग आयनाइजिंग पावर आयनाइजेशन पावर सबसे स्ट्रांगेस्ट किसमें होता है अल्फा में अल्फा की सबसे बड़ी ताकत है उसकी आयनाइजेशन पावर मतलब वो कन्वर्ट करता है गैसेस को चार्ज पार्टिकल्स में ठीक है पॉजिटिव नेगेटिव चार्ज में कन्वर्ट कर देता है और क्या खास बात है अल्फा की अल्फा में एनर्जी तो होती है पर इसकी एनर्जी बहुत जल्दी क्या हो जाती है खत्म हो जाती है लूज हो जाती है इसके अंदर पेनिट्रेटिंग पावर है पर बहुत कम है इसका मतलब एक थिन शीट ऑफ पेपर एक थिन शीट ऑफ पेपर को तो पेनिट्रेट कर पाएगा और आपकी नोटबुक आपकी बुक उसको पेनिट्रेट नहीं कर पाएगा समझ गए ना तो बहुत ज्यादा पेनिट्रेशन पावर नहीं है इसका मतलब ये आपके शरीर को नुकसान भी नहीं पहुंचाएगा यस इट विल नॉट कॉज मच हार्म टू योर बॉडी क्योंकि बहुत ज्यादा पेनिट्रेट नहीं कर पाता है और कैसे होते हैं मैंने बताया था पॉजिटिव चार्ज होते हैं अल्फा सेल्स लिविंग सेल को डिस्ट्रॉय कर सकते हैं थोड़ा कॉज सम बायोलॉजिकल डैमेज एब्सलूट डैमेज नहीं कर पाएगा पर यस कर पाएगा थोड़ा कर पाएगा अल्फा पार्टिकल्स हमारे स्किन से माइका से गोल्ड फइल से टकरा करके नेगेट हो जाते हैं चलिए अल्फा का दूसरा पार्ट अब बीटा सबसे पहले बीटा है कौन देखिए बीटा एक इलेक्ट्रॉन पार्टिकल है सही सुन रहे हैं व्हाट इज बीटा सिंबॉलिकली बीटा कुछ इस तरीके से लिखते हैं ठीक है और बीटा है एक्चुअली में इलेक्ट्रॉन ये रहा आपका बीटा e ऊपर देखिए मास नंबर क्या है जीरो तो इसका मतलब है इलेक्ट्रॉन में तो आप जानते हैं मास नहीं होता है नेगलिजिबल होता है पर चार्ज क्या होता है इसका -1 समझ गए ना ये है बीटा पार्टिकल e पावर में रो है मतलब सुपरस्क्रिप्ट में जीरो सब्सक्रिप्ट में -1 ये है बीटा तो जब आपको कोई बीटा बोलेगा तो आप e इलेक्ट्रॉन बना देंगे और जब आपको अल्फा बोलेगा आप हीलियम बनाएंगे क्लियर हीलियम अल्फा है और बीटा कौन है ये इलेक्ट्रॉन है अब बीटा बीटा भी गैस को आयनाइज करता है बट लेस देन अल्फा करता है करता है करता है करता है मैंने कहा अगर किसी गैस के चेंबर में बीटा की रेज को पार किया जाएगा बीटा पार्टिकल्स जाएंगे तो गैसेस को आयनाइज करेगा पर पर अल्फा से कम करेगा अल्फा के पास स्ट्रांगेस्ट आयनाइजेशन पावर है और पेनिट्रेशन पावर इसकी इसकी पेनिट्रेशन पावर अल्फा से ज्यादा है अल्फा से ज्यादा है गामा से कम है और कौन सा चार्ज है इसके पास नेगेटिव है वो आपने पहले ही देख लिया है नेगेटिव चार्ज है अगर कोई फोटोग्राफ एक प्लेट आएगी तो उसको वो इन्फ्लुएंस करेगा अगर कोई फ्लोरेसेंस मटेरियल होगा कोई चमकदार पदार्थ होगा अर्थात जिस पे लाइट जैसे रेडियम की मैंने बात की थी तो उसपे स्ट्राइक करते वो शाइन करने लगेगा हां इफ अ फ्लोरेसेंट मटेरियल इज हिट बाय अ बीटा अगर फ्लोरेसेंट मटेरियल है और उसपे बीटा की यस रेडिएशन आई जाए तो वो चमकने लगेगा यस और क्या करता है बीटा पार्टिकल एक्सरे भी बना सकता है एक स्ट्रांग बीटा रेज एक एक कंसंट्रेटेड बीटा रेज अगर एक हैवी मेटल पे स्ट्राइक करती है तो वो हैवी मेटल की खास बात क्या होनी चाहिए कि वो हैवी मेटल हाई एटॉमिक नंबर वाला होना चाहिए और हाई मेल्टिंग पॉइंट होना चाहिए एक कैसा मेटल जैसे टंगस्टन इससे क्या होगा एक्स रे नाम की पैदा होगी जो आपके यस फ्रैक्चर को चेक करने में मदद करती है हम एक्स रे बहुत स्ट्रांग रेज होती है हां एक्सरेज इतनी स्ट्रांग होती है कि ये आपके बॉडी का यस फोटो इमेज तो बना देती है आपने ध्यान दिया होगा ये बोनस को या अदर चीजों को स्लोली पार कर पाती है पर मसल पार्टिकल्स को इजली पार तभी तो आपकी बॉडी का वो इमेज बना पाती है फोटोग्राफी प्लेट पे समझ गए ना सो डैमेज कॉज करती है बहुत एक्सरे ध्यान दीजिएगा बीटा पार्टिकल्स आर मोर बायोलॉजिकल डैमेज ज्यादा डैमेज करती है अल्फा से आखिरी और तीसरी रेडिएशन है गामा रेडिएशंस है गामा रेडिएशंस इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स की तरह होती है हां भाई एक ऐसी वेव्स व्हिच डू नॉट नीड मीडियम टू ट्रेवल जैसे लाइट वेव्स होती है लाइट वेव्स को क्या चाहिए कोई मीडियम चाहिए ट्रेवल करने के लिए नहीं तो ऐसी वेव्स होती हैं गामा रेज और इसकी स्पीड स्पीड लाइट के बराबर की स्पीड है 3 * 10 टू द पावर 7 मीटर पर सेकंड और आयनाइजेशन पावर सबसे लो है क्या आयनाइजेशन पावर सबसे लो है गामा का इसका मतलब है गैसियस चेंबर में अगर गामा को पार करेंगे तो गैस को आयनाइज करेगी पर बहुत स्लो करेगी बहुत लेट करेगी पेनिट्रेटिंग पावर मैक्सिमम है सबसे खतरनाक जो रेज है ये गामा रेडिएशंस है और आपको बता दें हीरो शिमा नागासाकी में गामा रेडिएशंस की वजह से ही म्यूटेशन हु हुआ जेनेटिक डिफेक्ट हुआ लोगों की सेल्स खराब हो गई इंटरनल पार्ट्स उनके डैमेज हो गए हां जो चाइना में सॉरी जो जापान में हिरोशिमा नागा से का जो एक्सप्लोजन हुआ था क्या कहना चाहते हैं गामा रेडिएशंस आर वेरी वेरी वेरी डेंजरस क्योंकि ये हमारे शरीर को पार कर सकती हैं दे कैन ट्रेवल थ्रू अवर बॉडी और रास्ते में जो सेल्स आएंगे मसल्स आएंगे पार्ट्स आएंगे उनको वो डैमेज कर देती है सबसे डेंजरस है ये ठीक है नेक्स्ट आता है जो गामा रेज होती है वो एक्स रे लाइट रेज की जैसे होती है मैंने पहले ही बताया इट इज नॉट डिफलेक्टेड बाय द इलेक्ट्रिक और मैग्नेटिक फील्ड आपने देखा भी था कि जहां इलेक्ट्रिक फील्ड थी और मैगनेटिक फील्ड थ वहां गामा रेज बेंट नहीं कर रही थी और गामा रेज फोटोग्राफी प्लेट को असर भी डालती है फ्लोरेसेंट मटेरियल को भी डालती है अब क्वेश्चन आता है व्हाट विल हैपन क्या चेंज होगा न्यूक्लियस में जब अल्फा निकलेगा तो मतलब अगर किसी न्यूक्लियस से अल्फा निकल रहा है तो उसके अंदर क्या चेंज आएगा न्यूक्लियस में आइए देखते हैं क्या करना है एक रेडिएशन से अल्फा निकल रहा है ये न्यूक्लियस है देख लीजिए ये न्यूक्लियस है आपके सामने ये रहा न्यूक्लियस अब इससे अल्फा निकल रहा है तो एक अज्यू करते हैं एक एलिमेंट है x ठीक है एक एलिमेंट है x इसका मास नंबर है a इसका एटॉमिक नंबर है z अब जब ये जब ये अल्फा प्रोड्यूस करेगा क्या प्रोड्यूस करेगा अल्फा तो जरूर क्या निकलेगा हीलियम मतलब ये निकलेगा भाई अब जब भी निकलेगा तो हीलियम निकलेगा इसका मतलब जो दूसरा पार्टिकल होगा इसके साथ में जो या दूसरा एलिमेंट होगा चलिए दूसरा एलिमेंट का नाम लेते हैं y उसमें मास नंबर चार कम हो जाएगा देखिए मास नंबर चार कम क्योंकि चार इसका मास नंबर है और उसका एटॉमिक नंबर दो कम हो जाएगा z -2 समझ में आ गया क्या हो रहा है आइए इसको एक रिएक्शन से समझते हैं कुछ इस तरीके से होगा अगर ओरिजिनल न्यूक्लि आई उसका ये है तो उसका डॉटर न्यूक्लि क्या होगा रेडिशन प्रोड्यूस होने के बाद कुछ इस तरीके से हो जाएगा एक और एग्जांपल देखते हैं हम लोग एग्जांपल देखते हैं यूरेनियम का अब यूरेनियम देखिए ये है पैरेंट न्यूक्लि आई ठीक है मतलब ओरिजिनल न्यूक्लि आई है ये ये ओरिजिनल न्यूक्लियस है इसने क्या प्रोड्यूस किया है देखिए हीलियम पार्टिकल प्रोड्यूस किया है मास नंबर है फोर एटॉमिक नंबर है टू मिल गया आपको अब 238 में से फोर माइनस कर दीजिए क्या बचेगा 234 और 92 जो कि एटॉमिक नंबर है में से टू माइनस कर दीजिए बच जाएगा 90 तो क्या पता हो गया थोरियम तो आपने देखा कि जब एक अल्फा पार्टिकल रिलीज होगा तो बचा हुआ मास नंबर और बचा हुआ मास नंबर में से माइनस फ कर देंगे और एटॉमिक नंबर से माइनस टू कर देंगे क्लियर अब आते हैं बीटा पार्टिकल की बात करते हैं कौन सा पार्टिकल बीटा तो बीटा अगेन नेगेटिव पार्टिकल है बीटा पार्टिकल अर्थात e सिंबल में क्या यूज़ करते हैं बीटा के लिए e ऊपर जीरो और नीचे -1 ये है बीटा पार्टिकल तो व्हेन एन अनस्टेबल न्यूक्लि कंटेंस मोर ऑफ न्यूट्रॉन कंटेंस न्यूट्रॉन ज्यादा है तो ही क्या होगा याद रखिएगा जिसमें न्यूट्रॉन ज्यादा होगा वही अनस्टेबल आइसोटोप होता है और वही क्या करता है बीटा पार्टिकल प्रोड्यूस करता है तो उसमें जो न्यूट्रॉन है ध्यान से सुनिए न्यूट्रॉन अपने आप को प्रोटॉन बना लेता है आपने यूरेनियम में देखा था यूरेनियम 235 में और यूरेनियम 238 में देखा था ना प्रोटॉन से बहुत ज्यादा है न्यूट्रॉन तो अनस्टेबल है वो तो उसमें क्या करते हैं इसमें न्यूट्रॉन अपने आप को प्रोटॉन बना लेता है आइए आपको एक एग्जांपल से दिखाते हैं ये रहा न्यूट्रॉन न्यूट्रॉन कैसे सिंबॉलिकली शो करेंगे n मास नंबर तो है चार्ज नीचे क्या एटॉमिक नंबर क्या है इसका जरो है ठीक है ना तो न्यूट्रॉन में मास है चार्ज जीरो मास वन चार्ज जीरो और प्रोटॉन में क्या है मास भी वन है और चार्ज भी यस प्रोटॉन में एटॉमिक नंबर भी वन है देख लीजिए ध्यान से अब सोचिए वन में से वन माइनस कर देंगे क्या बचेगा जीरो और रो में से -1 कर देंगे क्या बचेगा माइनस तो इसका मतलब है एक न्यूट्रॉन दो पार्टिकल से मिलके बना है या कहे वो एक प्रोटॉन और एक बीटा पार्टिकल रिलीज करता है हर एक न्यूट्रॉन के पास कितनी शक्ति है कि वो एक प्रोटॉन और एक बीटा पार्टिकल रिलीज करता है जब ऐसे बहुत सारे बीटा पार्टिकल निकलेंगे तो उसका नाम हो जाएगा बीटा रेज या वन अ लार्ज नंबर ऑफ बीटा पार्टिकल्स आर मूव्ड इन वन डायरेक्शन ट इज कॉल्ड एज अ बीटा रे क्लियर है और कैसे निकली बीटा इसी न्यूट्रॉन से निकल गई है आइए तीसरा और आखिरी रेडिएशन देखते हैं गामा रेडिएशन क्योंकि गामा सिंबॉलिकली y की तरह जैसा दिखता है ऐसा दिखता है है इसमें ना तो कोई मास है ना तो कोई चार्ज है है ना ना मास है ना चार्ज है अब आप देखिए ये है एक यूरेनियम 235 क्या रिलीज कर रहा है हीलियम पार्टिकल मतलब अल्फा निकाल रहा है और डॉटर न्यूक्लि के रूप में थोरियम निकाल रहा है तो अब जब एक गामा पार्टिकल होता है वो पार्टिकल क्या करता है गामा रेज क्या करता है उसमें ना मास होती है ना इलेक्ट्रिक चार्ज होता है तो उसमें ना तो न्यूक्लियस में ना न्यूट्रॉन में चेंज आना है ना प्रोटॉन में इसका मतलब है द न्यूक्लियस डज नॉट डिके इनटू डिफरेंट इसका मतलब है नो चेंज इन न्यूक्लियस अच्छा आपको क्या लगता है तीनों रेडिएशंस एक साथ निकलते हैं क्या कभी-कभी आप सोचते होंगे सर तीनों रेडिएशन एक साथ निकलती है अल्फा बीटा गामा जी नहीं ऐसा नहीं कहा गया है ऐसा नहीं कहा गया कि तीनों रेडिएशंस एक साथ होती हैं ठीक है अब कहां यूज होंगे ये जो रेडियोएक्टिव सब्सटेंस हमने इतने सार रेडिट सब्सटेंस पढ़े रेडियोएक्टिविटी पढ़ी सबसे पहला इसका फायदेमंद यूज पढ़ेंगे पहले समझेंगे रेडियो आइ सोप्स क्या होते हैं तो पहला कंडीशन तो बता दिया कि एक अनस्टेबल आइसोटोप जो होते हैं वो रेडियोएक्टिव सब्सटेंस होते हैं और उनकी पहचान क्या बताई थी पहली पहचान बताई थी कि उसने न्यूट्रॉन इज मच मच मोर मच मच मोर देन द प्रोटॉन ठीक है ये पहला बताया था दूसरा प्रॉपर्टी क्या है कि कैसे पता चलेगा कि ये आइसोटोप है ये रेडियोएक्टिव सब्सटेंस है इसके आइसोटोप की वैल्यू ध्यान से सुनिए अगर ये रेडियोएक्टिव सब्सटेंस है तो इसका एटॉमिक नंबर ग्रेटर दन 82 होगा दैट मींस ऑल एलिमेंट आफ्टर लेड आफ्टर लेड इन दी रेडियो एटम एरियोटिक टेबल आर रेडियोएक्टिव सब्सटेंस वो रेडियो एक्साइड क्या खास बाता है एटॉमिक नंबर कितना होगा 82 से ज्यादा होगा ठीक है ऐसे एलिमेंट्स में क्या होगा वो रेडियो आइसोटोप होंगे इनमें सब में क्या होगा न्यूट्रॉन जो होगा वो बहुत ज्यादा एक्सीड करेगा प्रोटॉन से इसका बहुत यूज़ है हां रेडियो एक्टिविटी बड़े कमाल की चीज है जैसे बात करते हैं गामा रेस की गामा रेस कोबेट भी प्रोड्यूस कर सकता है और कैंसर पेशेंट्स के लिए वो अमृत है वरदान है अच्छा कैंसर होता क्या है आप ये पूछ रहे हैं अरे भाई कैंसर एक सेल है जो अपने आप को मल्टीप्लाई करते जा रही है आपकी होस्ट से एनर्जी और पावर लेते हुए समझ गए एक तरह का पौधा है जो जंगली पौधा है उसकी जहां बीज लग जाती है वह आसपास का वीड है समझ लीजिए वीड वाइल्ड प्लांट और वो आसपास की क्या करता है एनर्जी और न्यूट्रिएंट और वाटर और फर्टिलाइजर को खींच लेता है समझ गए ऐसा है ऐसा जनली धा है कौन कैंसर अब कहां लग जाता है पौधा इसकी बीज कहां लग जाती है आपके शरीर के अंदर तो अगर किसी व्यक्ति के बॉडी में कैंसरस मटेरियल जिसे हम कहते हैं कैंसिलो जन हां कार्सिनोजेन भी कहते हैं अगर ये पहुंच जाता है तो वो किसी भी ऑर्गन को वो स्टमक हो लिवर हो किडनी हो ब्रेन हो वहां ट्यूमर पैदा कर देता है अनवांटेड ग्रोथ पैदा करता है सेल का मल्टीप्लिकेशन करता है बस इसी को कहते हैं कैंसर अब सोचिए कैंसर कहां है शरीर के अंदर है और हमको उसको निकालना नहीं है क्योंकि वो ऐसा नहीं है कि एक बार बाहर निकालेंगे तो खत्म हो जाएगा बल्कि उसको जहां है वहीं किल करना है और इसके लिए गामा रेडिएशंस काम आती है गामा की रेज सेल को किल कर सकती है आपको बताया था तो बाय किलिंग दी ट्यूमर सेल्स ठीक है और किस काम आता है जो रेडियोएक्टिव सब्सटेंस जो कि वीक रेडियोएक्टिव सब्सटेंस है खास करके सोडियम वाले हां हां आप तो सोडियम खा भी रहे हैं इनको हम लोग प्रेसर कहते हैं सर इसका क्या मतलब है इनको आपकी बॉडी में इंजेक्ट कर दिया जाता है किसकी पेशेंट की बॉडी में जिनकी बॉडी में कहीं ना कहीं कैंसरस पदार्थ है सोचिए उसकी बॉडी में कहीं ट्यूमर है डॉक्टर को पता करना है कि स्टमक में ट्यूमर है तो कहां है किस साइज का है ठीक है अब इसके लिए वो लोग क्या करते हैं उसकी बॉडी में क्या करते हैं ऐसे ट्रेसर सल्ट्स इंजेक्ट करते हैं जिसको वो अपने स्क्रीन पर देख सकते हैं सही सुन रहे हैं वो सॉल्ट रेडियोएक्टिव सॉल्ट होती है बॉडी में डाल दी जाती है ब्लड वेसल में डाल दी जाती है और फिर उसको वो लोग अपनी स्क्रीन पे देखते हैं उसकी इमेज और उससे वो डिटेक्ट कर लेते हैं कैंसर या मैलिनेटर उसका इलाज करते हैं समझ में आया ट्यूमर को पता करना हो जैसे ब्रेन ट्यूमर को पता करना हो ब्लड पॉटन का पता करना हो ब्रेन में कहां हो गई है उस ट्रेसर से पता कर लेते हैं बड़ी कमाल का साइंस है सोचिए मैं किस लेवल की बात कर रहा हूं और रेडियोएक्टिव सब्सटेंस में जैसे मैंने बताया सल्ट्स खास करके मैंने बताया कि घर की सॉल्ट वाली नॉर्मल सॉल्ट है उसमें रेडियो सॉल्टस भी आती हैं ये रेडियो कार्डियोलॉजी मदद करती है हार्ट सरकुलेशंस को जानने में मदद करती है हार्ट में कहीं प्रॉब्लम है कहीं ब्लॉकेज है तो ये भी बताता है हां आजकल जो इकोकार्डियोग्राफी होती है उसी तरह से इससे भी पता चल जाता है कि हार्ट में कहां ब्लॉकेज है डॉक्टर्स जब ऑपरेशन करने वाले होते हैं हार्ट का या करेंगे उससे पहले इसका ट्रीटमेंट उसका चेकअप करते हैं पेशेंट की हार्ट की पोजीशंस को जान पाते हैं अच्छा गामा रेडिएशंस काम करती है किसको मेडिकल इक्विपमेंट को स्टेरलाइज करने के लिए इमेजिन करिए डॉक्टर ने किसी का ऑपरेशन किया उनके पास जो नाइफ है सिजर है और बहुत सारे जो इक्विपमेंट्स हैं मेडिकल के जो कटिंग सीजर करने का है ना वो जो सिलाई के जो इक्विपमेंट्स हैं होते हैं ना डॉक्टर के पास वो सब ऑपरेशन करते समय उसके बाद वो क्या करते हैं इक्विपमेंट फेक देते हैं क्या अरे नहीं भाई ऑपरेशन करने के बाद उस इक्विपमेंट में जर्म्स आ चुके हैं अब उसके जम्स कैसे हटाए तो उस इक्विपमेंट्स को डॉक्टर्स पानी में धो तो देते हैं बट उसके बाद एक ट्रे में रखकर एक गामा रेडिएशन के अंदर में छोड़ देते हैं कौन से रेडिएशंस गामा रेडिएशन के अंदर छोड़ देते हैं गामा रेडिएशन से उसके अंदर के सारे बैक्टीरिया मर जाते हैं इसे कहते हैं स्टेरलाइज करना समझ ग ना बैंडेजेस को और सारे इक्विपमेंट को लोग ऐसे ही स्टेरलाइज कर देते हैं उसके बाद दूसरे पेशेंट्स को यूज करो सेफ है क्योंकि गामा के पास पावर है यस सेल को किल करने का तो डेड सेल को मार दो दुश्मन सेल को मार दो बैक्टीरिया सेल को मार दो उसे समझ गए ना दिमाग लगाना है गामा सेल इंसान को नहीं लगानी है गामा सेल दुश्मनों को लगानी है गामा सेल हमारे नुकसान पहुचाने वाले सेल्स को लगानी है समझ गए अब साइंटिफिक यूज़ क्या है अब रेडियोएक्टिविटी का साइंटिफिक यूज़ है हम लोग रेडियोएक्टिविटी में जिसमें अल्फा पार्टिकल्स होता है उसकी मदद से साइज ऑफ न्यूक्लियस जान सकते हैं न्यूक्लियर फोर्स जान सकते हैं रेडियोएक्टिव ट्रेसेस से एग्रीकल्चर साइंस का पता कर सकते हैं मतलब प्लांट की ग्रोथ कितनी हो रही है ये सब भी मेजर कर सकते हैं और आजकल तो मैंने कहा साइंस इतनी स्मार्ट है कि वो बता देती है कि जो फॉसिल पाया गया है अर्थात डेड रिमन ऑफ प्लांट एनिमल पाया गया है वो कितना कु पुराना है कैसे एक टेक्निक का नाम है कार्बन डेटिंग ये जो कार्बन फो है ये एक रेडियो आइसोटोप है जो आपकी मेरी फिश की किसी भी लिविंग ऑर्गेनिस्ट की बॉडी में किसी प्लांट की भी आपको कैसे पता चला ये की डायनासोर 6 लाख 50000 हां मतलब 650 ईयर पहले डायनासोर हुआ करते थे किसी ने ऐसा पढ़ा है ना आपने डायनासोर तो ये ये कौन बताया इतने पुराने थे डायनासोर बता के गए क्या आपको जी नहीं ये कार्बन डेटिंग से जो उनके शेल्स पाए गए उनके फॉसिल पाए गए उससे उसकी एज पता चली ऐसे ही पुराने मॉन्यूमेंट्स पुराने सिक्के और जो पुरानी अर्थ के नीचे जो पाए गए जो जो हम चीजें पा रहे हैं उनसे उसकी एज बता पा रहे हैं क्लियर है कार्बन डेटिंग एक बहुत ही जबरदस्त साइंस है नेक्स्ट है इंडस्टियल यूज भी करते हैं रेयो आइसोटोप का यूरेनियम एक बहुत ही अच्छा केमिकल फ्यूल है रेडियोएक्टिव मटेरियल है तो हम इससे एनर्जी पैदा कर सकते हैं बिजली पैदा कर सकते हैं और क्या काम कर सकते हैं जो रेडियो आइसोटोप है वो हेल्प करते हैं मशीन पार्ट्स के फ्रिक्शंस को भी दूर करने में और क्या कर सकते हैं लुमसेंस का काम करते हैं मैंने बताया था रेडियम वाली एग्जांपल की कि मैंने कहा रेडियम ग्लो साइन के रूप में काम आता है स्ट्रीट साइंस में काम आता है चौराहे में जो बड़े-बड़े डिजाइंस बने हुए हैं एरो मार्क लिगा हुआ दिल्ली इधर ये 40 किमी दूर या राइट में टर्न करिए ये सब किस साइन का बना हुआ है इसी का बना हुआ है ठीक है और क्या खास बात है पेनिट्रेशन पावर भी है मैंने पहले ही बता दिया था प्लास्टिक की थिकनेस मेटल की थिकनेस पता करना हो तो इसमें हम लोग गामा रेस या बीटा रेस का इस्तेमाल करते हैं अच्छा अभी तक तो अच्छाई अच्छाई अच्छाई अब करते हैं थोड़ी बुराई बुराई हां बहुत अच्छा ही बता दी मैंने कितनी तारीफ कर दी ना आपको पर आप जानते हैं माचिस या आग अच्छी भी है खाना पकाए तो कितनी अच्छी है आपके लिए आग है ना और इससे घर जल जाए तो आपका हाथ जल जाए तो तो ये आने वाला है सबसे पहला प्रॉब्लम आया रेडियोएक्टिव फॉल आउट अर्थात रेडियोएक्टिव का बह जाना बाहर रिस जाना लीक कर जाना जहां पर रेडियोएक्टिव मटेरियल है वहां से बाहर ऐसा हुआ है हां ऐसा हुआ है एक सबसे बड़ा एग्जांपल है चेर्नोबिल पावर प्लांट ये पावर प्लांट यूक्रेन में है करेंटली पहले रशिया का पार्ट हुआ था 1984 में 1984 में यहां पर इस पावर प्लांट में न्यूक्लियर मटेरियल फॉल आउट हुआ और एक बहुत बड़ा एक्सप्लोजन न हुआ जो इंसानों द्वारा सबसे बड़ा डैमेज माना जाता है यस इससे पूरा न्यूक्लियर पावर प्लांट उड़ गया और आसपास के 9000 से अधिक लोग मारे गए और 660000 लोगों को वहां से खाली करा दिया गया हां वहां का पूरा इलाका हटा दिया गया खाली कर दिया गया क्योंकि उसके रेडिएशंस चारों तरफ फैल गए तो यूक्रेन बेलारूस और रशिया तीनों देश में बहुत प्रॉब्लम्स आई इस कंटेम की तो क्या कहना चाहते हैं रेडियोएक्टिव मटेरियल अगर कहीं बाहर रीस रहा है कहीं बाहर निकल रहा है बहुत सारे लोगों की जाने चली जाएंगी ऐसा अभी एक और एग्जांपल देते हैं 2011 में जापान में फोको शिमा नाम का एक न्यूकर फ्लावर प्लांट है उसमें भी एक हादसा हो गया था इसमें भी एक एक्सप्लोजन हो गया था समझ गए ना आसपास की पॉपुलेशन आसपास की लाइफ जीव जंतु सब सब मारे जाएंगे सोचिए कितना खतरनाक है आइए एक एग्जांपल से बताते हैं कितना खतरनाक है सोचिए इमेजिन करिए मैं एक एग्जांपल बता रहा हूं आपको 1 ग्राम जरा देखिए तो स्क्रीन पर ये है 1 ग्राम 1 ग्राम ऑफ यूरेनियम कितना लिखा मैंने 1 ग्राम ऑफ यूरेनियम लिखा एग्जांपल से समझा रहा हूं 1 ग्राम ऑफ यूरेनियम जितनी एनर्जी पैदा करता है जितनी हीट पैदा करता है उतनी ही एनर्जी कितना 20 टंस 20 टंस ऑफ टी एनटी पैदा करता है एक बहुत ही खतरनाक एक्सप्लोसिव होता है टी एनटी फुल फॉर्म होता है ट्राई नाइट्रो टलिन ये एक एक्सप्लोसिव होता है पहाड़ों को एक्सप्लोड्स 1 ग्राम शायद आपको दिखेगा भी नहीं 1 ग्राम कितना छोटा होता है तो 1 ग्राम यूरेनियम की ताकत 20000 किलो ऑफ एक्सक्लूसिव ऑफ टी एनटी के बराबर है तो आप कल्पना कर सकते हैं कि कितना शक्तिशाली है ये न्यूक्लियर मटेरियल अब आप समझ गए ना कितना डरावना बात कर रहा हूं मैं से 20000 किलो ऑफ टी एनटी जितना वो डैमेज पैदा करेगा जितना डिस्ट्रक्शन पैदा करेगा वो 1 ग्राम पैदा कर देगा जस्ट इमेजिन समझ गए ना कितना घातक कितना खतरनाक है चलिए और क्या प्रॉब्लम है न्यूक्लियर वेस की प्रॉब्लम है आप सोचिए जहां पर न्यूक्लियर रिएक्टर है आज नहीं कल न्यूक्लियर मटेरियल उसका खत्म होगा आज नहीं कल उसकी एनर्जी फिनिश होगी पर जीरो कभी नहीं होगी यस नेवर बिकम जीरो तो अब उस न्यूक्लियर मटेरियल का करेंगे क्या जो वेस्ट बचा उसका करेंगे क्या आप कहेंगे सर कहां रखेंगे आप बताइए कोई एग्जांपल दीजिए आप कहां रखेंगे न्यूक्लियर मटेरियल को आप अपने घर में फ्रिज में रख देंगे क्या नहीं नहीं सारा घर वाले बेचारे बीमार हो जाएंगे परेशान हो जाएंगे इवन सोसाइटी घर मोहल्ला सब कहीं कहीं भी उसकी रेडियोएक्टिविटी रुकेगी नहीं आप चाहे ठंडक प रख दीजिए चाहे गर्मी में रख दीजिए हां पोस्ट में जाके रख दीजिए सब जगह बर्बादी बर्बादी सारे लाइफ फॉर्म्स नुकसान पहुंचा देगा उसको बड़े-बड़े कास्क में लेड के बड़े-बड़े बक्सों में बंद करके जहां रेगिस्तान होता है डेजर्ट होता है वहां जहां इंसान नहीं जाते हैं वहां नीचे गहराई में जाकर के उसको दफना देते हैं ठीक है और उसके चारों तरफ पहरा लगा देते हैं ताकि दोबारा कोई वहां पे विग ना कर सके और या या जो पहले की माइंस थी जहां से हमने कोयला निकाला था मिनरल्स निकाला था उन माइंस में गहराई प जाक के उनको डिग करके इस बड़े से कास्क में रख देते हैं सोचिए कितनी प्रॉब्लम है न्यूक्लियर मटेरियल को रखने के लिए आप में से कुछ कह सकते हैं कि सर स्पेस में रख सकते हैं चलिए आपको मैं चॉइस देता हूं आप मुझे बताइए अदर देन व्हाट आई हैव सजेस्टेड व्हाट इज द वे टू टू यूज दिस या टू प्रिवेंट दिस न्यूक्लियर वेस्ट कहां ले जाए जिससे हमारी लाइफ को नुकसान हो हमारे नेचर को नुकसान हो आपको बताना है चलिए मैं मैं वेट करूंगा आपके आंसर्स का इसके लिए भी ठीक है आपको बताना है हाउ टू डिस्पोज ऑफ द न्यूक्लियर वेस्ट सेफली विदाउट हर्टिंग विदाउट कॉजिंग लॉस टू द एनवायरमेंट एंड टू द ह्यूमन बीइंग चलिए अब आता है तीसरा प्रॉब्लम क्या आता है कॉस्मिक रेडिएशन एक्सरेज तो हमारा स्पेस हमारे स्काई से हमारे सन से आपको पता है है ना सन में न्यूक्लियर फ्यूजन टेक प्लेस कर रहा है सन में लाखों करोड़ों टन ऑफ कॉस्मिक रेडिएशंस हमारी धरती की तरफ आ रही है वो रेव्स बहुत स्ट्रांग वेव्स है हमारी धरती की तरफ आ रही है और इवन जो एक्स रेज है जो हमारे चारों तरफ प्लेनेट के मौजूद है वो हमारे एटमॉस्फियर से आके थोड़ा सा रुक जाती है और कुछ हद तक हमारी धरती का जो मैग्नेटिक फील्ड है उसकी वजह से उसम थोड़ा डेविएशन आ जाता है सही कह रहे हैं अर्थ एक स्ट्रंग मैग्नेट की तरह बिहेव करती है पता ही आपको तो इस सब से हम बचे हुए हैं बट हमारे आसपास ये है ठीक है आइए एक एग्जांपल से समझते हैं हार्मफुल रेडिएशंस जो न्यूक्लियर रेडिएशन प्रोड्यूस कर रहा है वो हमारे लिविंग सेल्स को य 10 टू द पावर -1 ऑफ सेकंड तक भी अगर बॉडी में मिलेगा तो हमारा बॉडी का बायोलॉजिकल डैमेज होगा क्या डैमेज कर सकते हैं तीन तरह के डैमेज कर सकते हैं एक न्यूक्लियर रेडिएशन अगर इंसानों को पड़ा पहला शॉर्ट टर्म डैमेज तो कोई टेंशन की बात नहीं है क्योंकि शॉर्ट टर्म रिकवरेबल होता है जैसे किसी को नोसिया हो सता है किसी को डायरिया हो सकता है किसी को हेयर लॉस हो सकता है दैट इज नॉट अ प्रॉब्लम शॉर्ट टर्म में कुछ दिनों के अंदर क्या हो जाएगा ये ये रेडिएशंस कोई बहुत बड़ी समस्या नहीं है ये मेनेकल नॉर्मल है हो सकता है ठीक हो सकता है और लॉन्ग टर्म में क्या होगा लकीम या हो जाएगा एक तरह का ब्लड कैंसर होता है और कैंसर हो सकता है इसका होना बहुत खतरनाक है आपकी जान जा सकती है ठीक है जिस व्यक्ति को यस रेडिएशन बहुत लंबे समय तक वो रेडिएशन पे एक्सपोज्ड है आपको पता है जो एक्सल टेक्निशियंस होते हैं या वो लोग जो रेडियो मटेरियल को ट्रीट कर रहे हैं ज्यादातर ज्यादातर कैंसर से मर जाते हैं ज्यादातर कैंसर से मर जाते हैं क्यों इसीलिए बिकॉज दे आर एक्सपोज्ड टू रेडिएशंस उनके आसपास बहुत स ऐसे बहुत सारे टेक्नियंस जो हॉस्पिटल में काम कर रहे हैं या रिसर्च इंस्टिट्यूट में काम कर रहे हैं उनकी जान यस उनकी लाइफ छोटी हो गई है सच कह रहा हूं और तीसरा और आखरी इंपैक्ट क्या है जेनेटिक इफेक्ट मतलब ना सिर्फ वो व्यक्ति जो रेडिएशन से एक्सपोज्ड है उसकी सेल्स डैमेज होंगी बल्कि उनकी आने वाली पीढ़ी जैसे मैंने हिरोशिमा नगासे कई बारने कहा आज भी वहां के जनरेशन क्या हो रही है डिफेक्टेड पैदा हो रही है उनकी सेल सिकल सेल पैदा हो रही है उनके बच्चे डिफेक्टेड बच्चे पैदा हो रहे बहुत सारे ऐसे जेनेटिक क्या हो गया डिफेक्ट आ म्यूटेशन हो गया है ना सेल्स ही डैमेज हो गई है सेल्स का अपने रूप बदल दिया है और क्या होगा अगर मैंने कहा एक्सपोजर टू द रेडिएशन कैन बी एक्यूट हां एक्सीडेंटल बस्ट वही है एग्जांपल दे रहा है एक प्रेगनेंट वुमेन को अगर कहीं अगर बाप रे प्रेग्नेंट वुमेन मतलब मम्मी बनने वाली कोई एक मदर बनने वाली लेडी अगर उसको कोई रेडिशन लग गया तो उसके बच्चे की जान को खतरा है इवन उसको कैंसर तक हो सकता है मां के पेट में ही सोचिए इमेजिन करिए हाउ डेंजरस इट इज चलिए सेफ्टी प्रिकॉशन या क्या सेफ्टी यूज़ करेंगे जब हमको न्यूक्लियर एनर्जी से डील करना है सबसे पहला है कि जो लोग न्यूक्लियर एनर्जी पावर प्लांट में काम कर रहे हैं न्यूक्लियर पावर प्लांट में काम कर रहे हैं उनको बहुत सेफ रखना है उनका उनका रेडिएशन के प्रति यस जहां रेडिएशन हो रहा है उससे उनको बचा के रखना है और सबसे इंपोर्टेंट है जहां न्यूक्लियर पावर प्लांट है उसके चारों तरफ लेड की और स्टील की दीवाल बना दो न्यूक्लियर पावर प्लांट के चारों तरफ लेड और स्टील की दीवाल और क्या मजबूती देनी है उसमें कॉंक्रीट का कंक्रीट जानते हैं ज ढलाई होती है जिससे छत बनी है आपकी छत बनी है ना कंक्रीट की सीमेंट और सरिया डाल के तो कॉंक्रीट का क्या करो स्ट्रक्चर बना दो पूरी बिल्डिंग को एयर टाइट कर दो ताकि एक भी रेडिएशन बिल्डिंग से बाहर ना जा सके फस कॉंक्रीट का रेडिएशन बना दो तो आसपास का इलाका डिस्ट्रॉय नहीं होगा और सबसे इंपोर्टेंट ध्यान देना है कि अर्थक्वेक प्रूफ बनानी है बिल्डिंग आपको कौन सी प्रूफ अर्थक्वेक प्रूफ समझ गए ना क्योंकि अर्थक्वेक में बिल्डिंग डज होगी तो सारा न्यूक्लियर पावर प्लांट भी दहज नहस हो जाएगा साथ में पूरा एरिया खत्म हो जाएगा समझ गए ना अर्थक्वेक प्रूफ एक्सप्लोजन प्रूफ और क्या रखना है आपको कूलिंग सिस्टम को स्ट्रंग रखना है क्योंकि ऐसी बिल्डिंग से बहुत रेडिएशंस होती हैं तो कूलिंग सिस्टम बहुत तगड़ा होना चाहिए अब सेफ्टी जो लोग रेडियोएक्टिव मटेरियल को डील कर रहे हैं उनके लिए सोचिए जो एक्चुअल साइंटिस्ट लोग हैं जो बैठ करके रेडियोएक्टिव मटेरियल को डील कर रहे हैं उनके पास एक स्पेशल लेप्रो वाली ड्रेस होती है उनकी पूरी बॉडी हेड टू टो तक सर से लेके पांव तक एक लेड का वो लोग क्या करते हैं मटेरियल पहने थिक लेड का मटेरियल यहां पर ग्लासेस लगे होते हैं बस उनका पूरा हाथ लेड एप्रोन का होता है लेड का ग्लव्स पहने रहते हैं और उनके बाद वो लोग क्या करते हैं रिडक्ट मटेरियल को डील करते हैं तो उनका बॉडी का कवरिंग करने के लिए लेड एप्रन है लेड ग्लव्स है और क्या करते हैं जिस रेक्टिव मटेरियल को रखा गया है उसको लेड के टोंग से टोंग मतलब चिमटा होता है चिमटा जानते हैं ना उठाने वाला जो उनको जिस मटेरियल में उनको रेडिट मटेरियल रखा है जिसमें वो अक्सर कुछ इस तरीके से है सुराही दार होती है सुराही ऊपर से छोटा होता है क्यों इसका माउथ छोटा रखा है ये माउथ छोटा क्यों है इसका तो ये जो माउथ है इसका इसलिए नरो माउथ है ताकि जो इसके अंदर रेडियोएक्टिव मटेरियल रखा है इसको रेडिएशन को बहुत कम जगह मिले बाहर निकलने की समझ गए इसीलिए जिस भी कास्क में जिस भी सिलेंडर में इसको रखते हैं हैज अ ब वेरी नैरो ओपनिंग समझ गए ना इसकी ओपनिंग बहुत नैरो होती है बहुत ऊपर से छोटा सा स्मल ओपनिंग होती है और होल्ड करने के लिए लेड का टोंग यूज करते चिमटा यूज करते हैं अब डिस्पोज कैसे करना मैंने पहले ही बताया था इसको डिस्पोज करना होता है तो ह्यूमन पॉपुलेशन से खूब दूर ले जाना है डिजर्टेड एरिया में ले जाना है जहां इंसान नहीं रहते है इंसान की बस्ती नहीं रहती है वहां जाकर जमीन के अंदर लेड कास्ट में पुट कर देना है अच्छा हार्मफुल रेडिएशंस मैंने बताया थोड़ी देर पहले कि जो हार्मफुल रेडिएशंस निकल रहे हैं न्यूक्लियर पावर प्लांट वो बहुत डेंजरस है आगे बात करते हैं बैकग्राउंड रेडिएशन सर ये नई चीज क्या है बैकग्राउंड रेडिएशन क्या है क्या हमारे पीछे भी कोई रेडिएशन आ रहा है नहीं नहीं मैंने कहा था आप और मैं हर वक्त रेडिएशन से ढगे हुए है आपकी बॉडी के अंदर भी कुछ न्यूक्लियर मटेरियल है जो रेडिएशन प्रोड्यूस कर रहा है हां फास्फोरस है कार्बन फो है सोडियम सल्ट्स हैं ये आपकी बॉडी में मेरे और आपकी दोनों की बॉडी में वो है मौजूद पर आप कहेंगे सर हमको तो कुछ हो नहीं रहा है अरे भाई सारे रेडिएशंस नुकसान नहीं पहुंचाते हैं ये भी तो याद रखो जो रेडिएशंस हार्मफुल है हां उनकी बात नहीं कर रहा हूं बैकवर्ड बैकग्राउंड रेडिएशंस की बात कर रहा हूं तो ये वो रेडिस है रेडियोएक्टिव मटेरियल हैं व्हिच वी आर एक्सपोज्ड टू आपका मोबाइल भी हर वक्त अपने साथ लेके रखते हो अपने पॉकेट में रखते हो ना वो भी एक तरह रेडिशन प्रोड्यूस कर रहा है उसकी स्क्रीन देखिए जो वाइट स्क्रीन है हां जो लाइट दे रही है आपकी टीवी की स्क्रीन दे रही है वो भी रेडिशन दे रही है तो आप पर मैं हर पल हर समय रेडिएशन से गिरे हुए हैं इवन इन द एबेंस ऑफ़ द एक्चुअल आपको रेक्टिव मटेरियल नहीं है वहां पर फिर भी उनके अलावा भी रेडियोएक्टिव सब्सटेंस आपके आसपास है तो इनके दो एग्जांपल है पहला इंटरनल मैंने बताया हमारी बॉडी में पोटेशियम है कार्बन है रेडियम है हमारे शरीर के अंदर है ऑलरेडी और दूसरा है हमारे बाहर मैंने कहा था कुछ नेचुरल सब्सटेंस है जैसे रेडॉन है सोलर रेडिएशंस है हां इनकमिंग सोलर रेडिएशन सन की अल्ट्रा वायलेट रेज ये भी क्या है हम लोग एक्सपोज्ड है आइए आली बात करते हैं टॉपिक है न्यूक्लियर एनर्जी मतलब एनर्जी फ्रॉम दी न्यूक्लियस और मैंने बताया था रेडियोएक्टिव सब्सटेंस ऐसा कर पाते हैं रेडियोएक्टिविटी एक न्यूक्लियर फिनोमिना है अर्थात इट रिलेट्स टू दी डिके और डिसइंटीग्रेशन ऑफ दी न्यूक्लियस और न्यूक्लियस के डिसइंटीग्रेशन से क्या होता है अल्फा बीटा गामा रेडिएशंस निकलती है ठीक है ना ये आप देख रहे हैं बड़ा सा न्यूक्लियर पावर प्लांट है आप कल्पना करिए ये 20-20 मंजिला बड़ी बिल्ल्डिंग है कितनी 20 फ्लोर हाई बिल्डिंग्स है ये देखने में बहुत छोटी लग रही है ये कॉंक्रीट की बिल्ल्डिंग है इनके अंदर लेड और स्टील का बिल्डिंग है उसके अंदर और आप देख पा रहे हैं कि जब हम न्यूक्लियस की बात करते हैं तो मास ऑफ दी बॉडी ध्यान से सुनिए कीवर्ड है थ्योरम याद कर लीजिए ये वाला थ्योरम ऑफ रिलेटिविटी इसी थ्योरम को इसी थ्योरम को बेस मानते हुए न्यूक्लियर साइंस बनाई गई है न्यूक्लियर फिक्स बनाई गई वेरी वेरी वेरी इंपोर्टेंट थ्योरम थ्योरम ऑफ रिलेटिविटी क्या कहता है थ्योरम एल्बर्ट आइंस्टाइन जी ने दिया था क्या था थ्योरम में कि द मास एंड द एनर्जी मास एंड द एनर्जी आर इंटरचेंजेबल मतलब मास का लॉस एनर्जी का गेन एनर्जी का लॉस मास का गेन हो सकता है हां ये आपको लग रहा है बड़ा अजीब बात है बड़ी बड़ी अनोखी बात है बट इन्होंने ये साबित किया हां उन्होंने एक फॉर्मूला दिया क्या फार्मूला दिया देखिए लॉस इन दी मास इज इक्वल टू डेल्टा ए दैट इज चेंज इन दी मास एंड द एनर्जी रिलीज्ड इज इक्वल टू e सो फार्मूला क्या दिया e इ इक्वल ट डेल्टा mc1 यहां पे c शब्द जो है वो स्पीड ऑफ लाइट के लिए है है ना और स्पीड ऑफ लाइट आपको मालूम ही है 3 * 10 पावर 8 मीटर पर सेकंड और और एनर्जी एनर्जी मेजर करना है हमको जूल में ये जो एनर्जी है विल बी मेजर्ड इन जूल और मास लेना है 1 किग्रा तो 1 किग्रा ऑफ मास अगर किसी बॉडी का मास 1 किग्रा है तो कितनी एनर्जी प्रोड्यूस करेगा इसका नंबर देख के आप दंग हो जाएंगे नंबर क्या है जरा देखिए तो 1 किलोग्राम मास की वैल्यू होगी 99 * 10 टू द पावर 16 जूल के बराबर या 2.5 * 10 टू द पावर 10 किलोवाट आवर जस्ट इमेजिन द अमाउ अमाउंट ऑफ़ एनर्जी सिर्फ एक किलोग्राम के मास की ठीक है और देखिए एक व एय की देख लीजिए एय स्टैंड्स फॉर एटॉमिक मास यूनिट आप आजकल यू यूज़ करते हैं यूनिफाइड मास तो 1 एय की वैल्यू है 931 मिलियन इलेक्ट्रो वोल्ट इमेजिन करिए कितनी हाई अमाउंट ऑफ एनर्जी रिलीज कर रहा है बात करते हैं दो तरह के न्यूक्लियर डिसइंटीग्रेशन की पहला है न्यूक्लियर फिजन तो फिजन फिजन में एक बड़ा न्यूक्लियस एक बड़ा न्यूक्लियस एक छोटे से न्यूट्रॉन द्वारा बमबर्ग किया जाता है और और वो फर्द फर्द स्मॉलर न्यूक्लियस जनरेट करता है साथ में जनरेट करता है इमेंस एनर्जी इमेंस एनर्जी एंड न्यूट्रॉन ये रिएक्शन ये रिएक्शन बन जाता है न्यूक्लियर फिजन आइए इसको समझते हैं न्यूक्लियर फिजन क्या है एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें एक हैवी न्यूक्लियस न्यूक्लियस बड़ा होना बहुत जरूरी है एक बड़ा न्यूक्लियस एक हैवी न्यूक्लियस क्या करेगा दो लाइट न्यूक्लि आई में ब्रेक हो जाएगा जिसके साइजेस ऑलमोस्ट सेम होंगे ऐसा कब होगा वन इट इज बर्ड विद अ स्लो न्यूट्रॉन न्यूट्रॉन मैंने बताया था हां न्यूट्रॉन बताया था n होता है n10 n10 मास है चार्ज जीरो है इन ईच फिजन जब जब फिजन होगा इमेंस अमाउंट ऑफ एनर्जी निकलेगी लगभग कितनी एनर्जी निकलेगी 190 मिलियन इलेक्ट्रो वोल्ट एनर्जी निकलेगी ठीक है क्या रीजन है क्या रीजन है कि एनर्जी निकल रही इतनी सारी भैया कहां से निकल रही एनर्जी तो एनर्जी निकल रही है बिकॉज़ द सम ऑफ दी प्रोडक्ट ऑफ द न्यूक्लि इज लेस देन द मास ऑफ दी पैरेंट मतलब जो ये पेरेंट का मास है ये डिसइंटीग्रेट कर रहा है ये लॉस इन मास कर रहा है और इसीलिए फिर से सुन लीजिएगा देयर इज लॉस इन द मास ऑफ दी पेरेंट यहां पे पेरेंट न्यूक्लि आई कौन है यूरेनियम इसका मास कम हो जा रहा है लॉस हो जा रहा है एंड दिस मास रिजल्ट्स इन इंक्रीज इन द एनर्जी यही बताया था थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी मैंने कहा था न्यूक्लियर फिजिक्स में इसका बहुत इंपोर्टेंट है कि मास एंड एनर्जी आर इंटररिलेटेड ठीक है तो अब क्या हुआ देखिए ये रिएक्शन देखिए यहां पे दिखा रहा है रिएक्शन में कि एक यूरेनियम पार्टिकल को हम बमबर्ग कर रहे हैं न्यूट्रॉन से ये रहा न्यूट्रॉन बंबा के यूरेनियम से क्या प्रोड्यूस हुआ यूरेनियम अगेन 236 हो गया और उसके बाद वो ब्रेक हुआ दो सिमिलर दो सिमिलर न्यूक्लि आई से एक बेरियम और एक क्रिप्टन दो न्यूक्लि प्रोड्यूस हुए जो सिमिलर मासेज के हैं और साथ में ट्रिपल दी वॉल्यूम ट्रिपल दी नंबर ऑफ न्यूट्रॉन एक न्यूट्रॉन यहां था ट्रिपल न्यूट्रॉन पैदा हुआ और साथ में ढेर सारी एनर्जी और इसी एनर्जी को हम न्यूक्लियर एनर्जी में यस इलेक्ट्रिसिटी में कन्वर्ट कर लेंगे समझ में आया क्लियर हो गया रिएक्शन एज इट इज याद कर लीजिए वेरी इंपोर्टेंट आइए रिएक्शन दो टाइप के होंगे कंट्रोल्ड होगा और अनकंट्रोल्ड होगा देखिए जब हम बात करते हैं चेन रिएक्शन की तो एक ऐसा रिएक्शन जिसमें रिएक्शन अपने आप को मल्टीप्लाई करता है जिसमें जो प्रोडक्ट है वो फर्द रिएक्शन करने के लिए मदद करता है जैसे वापस इसको देखिए जरा इसको वापस देखिए अब आप देखेंगे इसमें एक न्यूट्रॉन था उसने यूरेनियम को ब्रेक कर दिया ठीक है अब यहां पे तीन न्यूट्रॉन है तो ये तीन बार यूरेनियम को ब्रेक करेंगे कर देंगे क्योंकि थ्री टाइम्स है देखिए हर बार वो यूरेनियम पार्टिकल से टकराएंगे तो वो क्या करेंगे तीन पार्ट में वो हर एक यूरेनियम को तीन पार्ट में ब्रेक करेंगे और खुद तीन-तीन क्या करेंगे और प्रोड्यूस करेंगे दैट मींस वन न्यूट्रॉन प्रोड्यूस थ्री न्यूट्रॉन इन अ रिएक्शन एंड व्हेन दज थ्री न्यूट्रॉन प्रोड्यूस नाइन न्यूट्रॉन एंड द नाइन न्यूट्रॉन सिमिलरली प्रोड्यूस 81 तो ये तो क्या होगा चेन रिएक्शन चलता रहेगा और तब तक चलता रहेगा जब तक कि यूरेनियम का क्या हो जाए पूरा मास डिसइंटीग्रेट ना हो जाए जब तक इसका पूरा मास खत्म ना हो जाए इसे यस इसे कहते हैं चेन रिएक्शन एक चेन रिएक्शन एक स्ट्रांग एक्सप्लोजन होता है जिसमें पूरा यूरेनियम जितना भी यरे था एक बहुत शॉर्ट इंटरवल में क्या होता है अपनी सारी एनर्जी रिलीज कर देता है ऐसे रिएक्शन को हम लोग अनकंट्रोल्ड चेन रिएक्शन कहते हैं अक्सर न्यूक्लियर बॉम्ब हां न्यूक्लियर बॉम इसी पे फेस्ड होता है इसी पे फेस्ड है इसका मतलब रोशम नागा शकी वाला जो न्यूक्लियर बॉम्ब था वो वो कौन था अनकंट्रोल्ड चेन रिएक्शन था समझ गए ना और दूसरा आ रहा है चेन रिएक्शन जिसको हम कंट्रोल करने वाले हैं कैसे कंट्रोल करेंगे तो जो जो यूरेनियम को को बमबर्ग कर रहा है बस उसको पकड़ लो कौन था जो यूरेनियम को हिट कर रहा था और तोड़ रहा था न्यूट्रॉन तो आप न्यूट्रॉन को ही पकड़ लेंगे तो क्या होगा आप कंट्रोल करेंगे कौन पकड़ेगा न्यूट्रॉन को कौन कंट्रोल करेगा उसकी स्पीड को यस मॉडरेटर रॉड्स कौन सी मॉडरेटर्स क्या करते हैं इस न्यूट्रॉन को रिड्यूस कर देते हैं एब्जॉर्ब कर लेते हैं समझ गए बाय एब्जॉर्ब द न्यूट्रॉन न्यूट्रॉन ही रिएक्शन करा रहा है रेनिम पार्टिकल को ब्रेक कर रहा है तो न्यूट्रॉन कोही काबू कर लो ठीक है ना न्यूट्रॉन को एब्जॉर्ब कर लो कौन करेगा एग्जांपल है कैडमियम रॉड मैंने कहा कैसे होते हैं ये एलिमेंट्स ये कहलाते हैं मॉडरेटर्स दे मेक देम स्लो बाय द मॉडरेट ठीक है और एनर्जी जो हो जाएगी अब हमारे काम में आ जाएगी हमारे काबू में आ जाएगी तो हमने जो न्यूक्लियर पावर प्लांट लगा रखे हैं उसमें ये रॉड लगा रखे हैं उसमें ये कैडमियम रॉड लगी हुई है और उनमें ग्रेफाइट और हैवी वाटर का इस्तेमाल करता है जो इस न्यूक्लियर रिएक्शन को हमारे कंट्रोल में रखता है हमारी मर्जी से साइंटिस्ट की मर्जी से जितना चाहे एनर्जी बढ़ा या घटा सकते हैं समझ गए ना ये प्रिंसिपल ये प्रिंसिपल ऑफ चेन रिएक्शन कंट्रोल चेन रिएक्शन ही फॉलो होता है न्यूक्लियर रिएक्टर के अंदर बड़े-बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट्स हैं उनमें यही रिएक्शन चेन कंट्रोल चेन रिएक्शन हो रहा है अब आता है फ्यूजन का रिएक्शन तो मैंने बताया फ्यूजन डिस्ट्रक्टिव भी है और कंस्ट्रक्टिव भी है जब आप डिस्ट्रक्टिव की बात करते हैं तो मैंने कहा ये अनकंट्रोल्ड होता है अक्सर मैंने कहा तबाही लाता है हां भाई अनकंट्रोल भी तो है और अगर आपने कंस्ट्रक्टिव यूज़ कर लिया तो बिजली भर होने दिया आगे दोनों डिफरेंस भी देख लेते हैं जब हम बात करते हैं रेडियोएक्टिव डिके ये अपने आप होने वाला स्पॉन्टेनियस होने वाला एमिशन ऑफ अल्फा बीटा गामा होता इसे रेडियोएक्टिव कहते हैं जबकि न्यूक्लियर फिजन में क्या होता है आप साइंटिफिकली क्या कर रहे हैं एक न्यूट्रॉन को एक हैवी न्यूक्लि आई में क्या कर रहे हैं बंबा कर रहे हैं सोचिए एक फुटबॉल है आप उसमें क्या कर रहे हैं एक छोटा सा तीर या एक छोटी सी सुई क्या कर रहे हैं बमबर्ग कर रहे हैं और उससे क्या हो रहा है वो फुटबॉल कई और सारे क्या कर रहा है दो छोटे फुटबॉल पैदा कर दे रहा है हां समझ गए आइए तो समझते हैं इसका न्यूक्लियस जो हो जाएगा एमिट करेगा अल्फा बीटा पार्टिकल्स साथ में गामा पार्टिकल्स ठीक है अच्छा इसमें क्या होता है इसमें हैवी न्यूक्लि आई होते हैं जो फर्द क्या करते हैं एनर्जी रिलीज करते हैं जो नए न्यूक्लियस होते हैं वो स्मॉलर पार्टिकल होते हैं इसमें रेड ऑफ एक्टिविटी डिके कैन नॉट बी कंट्रोल इसको कंट्रोल कर सकते हैं क्योंकि मेरे हाथ में न्यूट्रॉन को कंट्रोल करने का पावर है फिजन फिजन के बाद फ्यूजन फ्यूज कंबाइन करना तो जब छोटे-छोटे न्यूक्लियस कंबाइन कर जाएंगे हो जाएगा फ्यूजन तो सर हम लोग कर सकते हैं है क्या जी नहीं सही कह रहा हूं अब आप कहेंगे सर हाइड्रोजन और हाइड्रोजन को कंबाइन कर दें हो जाएगा अरे भाई हाइड्रोजन हाइड्रोजन आपस में कंबाइन क्यों होगा उनको कंबाइन कराने की कोशिश करेंगे दोनों एक दूसरे को क्या करेंगे बाउंस बैक कर देंगे धक्का मार देंगे रिफ्लेक्ट कर देंगे दोनों एक दूसरे को कंबाइन ही नहीं करने देंगे दोनों का न्यूक्लियस कंबाइन ही नहीं होगा तो एक बहुत हाई टेंपरेचर और एक बहुत हाई प्रेशर प ये संभव हो पाएगा एंड दैट इज नॉट नॉट फीजिबल हां ये फीजिबल नहीं है हमारे पास यहां करना तो कहां होता है सर अरे भाई स्टार्स हमारा सन हमारा सन सबसे अच्छा एग्जांपल है न्यूक्लियर फ्यूजन का न्यूक्लियस फ्यूजन कैसे हो रहा है सन में मौजूद जो हाइड्रोजन है वो आपस में कंबाइन हो रही है क्योंकि वहां पर टेंपरेचर 10 टू द पावर 7 केल्विन के बराबर है क्या 10 टू द पावर 7 केल्विन के बराबर है 10 लाख डिग्री से ज्यादा का टेंपरेचर है वहां पर और वहां पे हाइड्रोजन हाइड्रोजन कंबाइन हो के हीलियम पार्टिकल बन जा रहे हैं तो वहां पर क्या हो रहा है न्यूक्लियर फ्यूजन पॉसिबल है समझ गए तो न्यूक्लियर फ्यूजन में क्या होता है दो लाइट न्यूक्लि आई जुड़ जाते हैं और एक हैवी न्यूक्लि आई न्यूक्लियस बन जाते हैं बहुत एर्ज रिलीज करता है मतलब फजन सबसे ज्यादा एनर्जी फ्यूजन में अब अ एनर्जी कहां से आई अगेन मास ऑफ द न्यूक्लियस इज लेस दन द सम ऑफ मासेज बार-बार बता रहा हूं एनर्जी का कारण क्या है थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी और उसने कहा था लॉस ऑफ मास इज इक्वल टू गेन ऑफ एनर्जी तो जो जो नया मास प्रोड्यूस हो रहा है न्यूक्लियस का उसका मास कम होता है प्रोडक्ट का मास कम होता है रिएक्टेंट के मास से इसलिए समझ में आया आगे न्यूक्लियर फ्यूजन इज नॉट पॉसिबल ऑर्डिनरी टेंपरेचर प्रेशर पे मैंने बता दिया न्यूक्लियर फूजन कराने के लिए आपको 10 टू द पावर चाहिए होता है हाई प्रेशर चाहिए होता है न्यूक्लियर फ्यूजन कहां हो रहा है सन और स्टार्स में हो रहा है ये सब बता चुका हूं वहां पे हाइड्रोजन बहुत सारी मौजूद है ये देखिए क्या हो रहा है चार हाइड्रोजन कंबाइन होके हीलियम बन जा रहे हैं ये चारों कौन है प्रोटियम है देख लीजिए यहां दो न्यूट्रियम भी कंबाइन हो सकते थे चार प्रोटियम हाइड्रोजन के आइसोटोप में से एक है प्रोटियम तो चार प्रोटियम कंबाइन हो रहे हैं देखिए हीलियम बन रहा है हीलियम के साथ प्रोड्यूस हो रहा है और एक पॉजिट्रिम पैदा हो रहा है ताप में खूब सारा न्यूट्रिनो और एनर्जी रिलीज हो रही है चलिए बात करते हैं दोनों रिएक्शंस की न्यूक्लियर फिजन और फ्यूजन की फिजन वेरी हाई टेंपरेचर में होता है लाइट न्यूक्लि आई कंबाइन करते हैं इसमें उल्टा होता है इसमें वेरी हैवी न्यूक्लि स्प्लिट होता है ये रिएक्शन पॉसिबल है वेरी वेरी हाई टेंपरेचर पे वेरी हाई प्रेशर पे ये ऑर्डिनरी टेंपरेचर ऑर्डिनरी प्रेशर पे पॉसिबल है इसीलिए हम धरती पे इसीलिए हम धरती पे इजली कर सकते हैं फिजन फ्यूजन नहीं फ्यूजन रिएक्शन के लिए क्या चाहिए 24.7 मिलियन इलेक्ट्रो वोल्ट एनर्जी रिलीज होती है जबकि फ्यूजन में 190 होती है अच्छा इसमें मास फॉर द सेम मास एनर्जी रिलीज इज़ मच मोर मैंने बता दिया इसमें ज्यादा एनर्जी रिलीज होती है एज कंपेरर टू दिस जो फूजिबल मटेरियल है उसको वो रिएक्टिव मटेरियल नहीं है मतलब इसको रिएक्टिव मटेरियल की जरूरत नहीं है यहां पर जो सब्सटेंस है वो रिएक्टिव मटेरियल की जरूरत नहीं है और जो हा जो सब्सटेंस बचेगा वो हार्मफुल भी नहीं बचेगा अर्था वेस्ट रिडक्टिव नहीं है इसका क्योंकि हाइड्रोजन हाइड्रोजन कंबाइन हुआ हीलियम बन गया हीलियम कहां वेस्ट है ठीक है जबकि इसमें जो वेस्ट प्रोड्यूस होगा वो एक बहुत बड़ी चैलेंज है बहुत बड़ा समस्या है इसमें जो फूजिबल सब्सटेंस है वो फाउंड इन एबंडेंस है हाइड्रोजन बहुत इडेंस में है जबकि यूरेनियम या थोरियम जिनकी हम बात कर रहे थे रे सब्सटेंस की वो लिमिटेड मात्रा में धरती में उपलब्ध है फ्यूजन कैन नॉट बी कंट्रोल्ड धरती पे तो अभी संभव ही नहीं है मैंने कहा था अभी हमारे पास ऐसी साइंस इतनी अच्छी नहीं आई है कि हम फ्यूजन का रिएक्टर बना सके ना कंप्यूटर में कर सकते हैं रियल लाइफ में कर पाना फ्यूजन रिएक्शन धरती में संभव नहीं है इतना हाई टेंपरेचर हम कंट्रोल मेंही नहीं है 100 डिग्री में तो आप जल जाते हैं सर 100 डिग्री 100 डिग्री पानी में पानी बॉयल हो जाता है और वहां 10 टू द पावर 7 केल्विन का टेंपरेचर है समझ रहे हैं ना अच्छा फ्यूजन रिएक्शन कैन बी कंट्रोल बता ही दिया था और हाइड्रोजन बम एक तरह का फ्यूजन रिएक्शन है जबकि न्यूक्लियर बम ऐसा है तो इतनी तो डिफरेंसेस हो गई सिमिलरिटी कुछ क्या हां दोनों में सिमिलरिटी भी है न्यूक्लियर फिजन और फ्यूजन में सिमिलरिटी है और सिमिलरिटी ये है कि दोनों में रिलीज ऑफ़ एनर्जी हो रही है बट एक ही चीज से लॉस ऑफ़ मास से क्या मैंने बताया देयर इज रिलीज ऑफ़ एनर्जी ड्यू टू लॉस ऑफ़ मास दे आर बेस्ड ऑन द e इज इक्वल टू डेल्टा mc1 इस पे बेस्ड है इस प्रिंसिपल पे बेस्ड है थ्योरी ऑफ रिलेटिवली पे दोनों ही यस दोनों ही बेस्ड है