कैपिटल मार्केट और उसके नियम

Sep 8, 2024

कैपिटल मार्केट और सिक्योरिटी लॉ lecture नोट्स

विषय का परिचय

  • विषय: कैपिटल मार्केट और सिक्योरिटी लॉ
  • भाग: ए और बी (A और B)
    • भाग ए: ___ मार्क्स
    • भाग बी: ___ मार्क्स

मुख्य कानून और अधिनियम

  • सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स (रेगुलेशन) एक्ट
  • सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया एक्ट (SEBI Act)
    • SEBI का मतलब: ___
    • वर्ष: 1992
  • डिपोजिटरी एक्ट
    • वर्ष: 1996
  • कंपनियों का अधिनियम
    • यह एक अलग विषय है, लेकिन कुछ हिस्से यहाँ भी शामिल हैं।

कानूनों का महत्व

  • कंपनियों का एक्ट: कंपनियों की सही संचालन के लिए।
  • SECRA (सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स रेगुलेशन एक्ट): स्टॉक एक्सचेंज के कामकाज की देखरेख।
  • डिपोजिटरी का काम: एनएसडीएल और सीडीएसएल द्वारा शेयरों का इलेक्ट्रॉनिक रूपांतरण।
  • SEBI का उद्देश्य: निवेशकों के पैसों की रक्षा करना।

वित्तीय प्रणाली के तीन स्तंभ

  1. वित्तीय बाजार
    • मनी मार्केट
    • कैपिटल मार्केट
  2. वित्तीय संस्थान
    • बैंक, एंजेल निवेशक, वेंचर कैपिटलिस्ट, पेंशन फंड आदि।
  3. वित्तीय उत्पाद
    • शेयर, डिबेंचर, म्यूचुअल फंड आदि।

मनी मार्केट और कैपिटल मार्केट

  • मनी मार्केट: शॉर्ट टर्म, 1 वर्ष से कम।

    • जोखिम: कम
    • तरलता: उच्च
    • विनियमन: RBI
  • कैपिटल मार्केट: लॉन्ग टर्म, दीर्घकालिक फंडिंग।

    • जोखिम: उच्च
    • तरलता: कम
    • विनियमन: SEBI

सिक्योरिटी मार्केट

  • प्राइमरी मार्केट: कंपनी द्वारा नए शेयरों का जारी करना (IPO)।
  • सेकेंडरी मार्केट: पहले से जारी शेयरों का व्यापार।

वित्तीय उत्पाद और उनके प्रकार

  • इक्विटी शेयर
  • डिबेंचर
  • बॉंड्स
  • म्यूचुअल फंड: निवेशकों के पैसे को एकत्रित कर के विभिन्न शेयरों में निवेश करना।

अनुदेश

  • आगे की कक्षाओं में प्रत्यक्षीकरण (Dematerialization) और अन्य विशेषताओं पर चर्चा की जाएगी।
  • सभी छात्रों को पढ़ाई के लिए आवश्यक सामग्रियों का ध्यानपूर्वक अध्ययन करना है।

निष्कर्ष

  • वित्तीय प्रणाली को समझने के लिए इन तीनों स्तंभों का ज्ञान होना आवश्यक है।
  • निवेशकों को सुरक्षा का आश्वासन देने के लिए SEBI और अन्य विनियमों का पालन किया जाएगा।

अगली कक्षा में:

  • सुरक्षा बाजार के नियमों और विनियमों पर चर्चा।