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Lecture on the Bhagavad Gita in Action

कपटर की ताकत और कंपट की कमजोरी बस यह दो बातें समझ गए तो 100 बार भी युद्ध में उतर जाना 100 के 100 बार आपकी जीत [संगीत] होग जीवन का उद्देश्य यह होना चाहिए कि उद्देश्य से भरा जीवन होना चाहिए [संगीत] आडर कम ऑन गीता इन एक्शन एक्शन ग्रंथ राज श्रीमद भगवत गीता की [प्रशंसा] जय जो व्यक्ति का मन विचरण करेगा किसी भी एक इंद्री पर करेगा भगवान क्या कह रहे हैं वो एक ही ले जाएगी आपको नॉन डॉप नॉन फोकस लोग जो है उनकी इंद्रियां बहुत तेज इधर उधर इधर उधर उनको फटाफट कोई भी डिस्ट्रक्शन मिल जाए उनको गॉसिप में बहुत मजा आता है समुद्र में नदियां लगातार प्रवेश करती रहती है उसके बावजूद समुद्र स्थिर रहता है ठीक उसी प्रकार मनुष्य के मन में भी विचार प्रवेश करते रहते करते रहते करते रहते डिस्ट्रक्शन विल डिस्ट्रॉय योर फदर एक्शन कछुआ अपने अंगों को अंदर खींच लेता है कब जब खतरा देखता है ठीक उसी प्रकार बुद्धिमान आदमी भी जब जबरदस्ती पड़ेगी उसको इंद्रियां डिस्टर्ब होने लगेंगी तब उसको भी अंदर कर लेना चाहिए जो इंद्रियों को इंद्रियों विषयों से अलग कर सकता है वो इंसान स्टेबल है हरे कृष्णा हरे कृष्णा ग्रंथ राज श्रीमत भगवत गीता की जय तो हमने अगले अध्याय की तरफ बढ़ते हैं और आज हम दूसरे अध्याय के को संपूर्ण करने जा रहे हैं परिपूर्ण करने जा रहे हैं कंप्लीशन की तरफ जा रहे हैं दूसरे अध्याय का 67 68 और 70 ये तीन श्लोक लेंगे एकएक करके लेंगे तो आज का एपिसोड ऐसा है जो इस मोतियों की माला को पूरा करता होगा क्या म माला को पूरा करता होगा जिस तरह गीता इन एक्शन में एक एक्शन रिप्ले की जरूरत होती है एक क्विक रिप्ले की जरूरत होती है मैं थोड़ा सा क्विक रैप दूंगा जो आज का श्लोक है वो पिछले श्लोकों से रिलेट होकर के आज दूसरा अध्याय संपूर्ण होने जाएगा आपको समझ में आएगा भगवान एक वर्ड यूज करेंगे तस्मा क्या वर्ड यूज करेंगे तस्मा तस्मा का अर्थ होता है देर फोर इसलिए हिंदी में बोलते हैं इसलिए इसलिए शब्द का प्रयोग कब किया जाता है देयर फोर वर्ड का प्रयोग कब किया जाता है जब कोई बात कंप्लीट होने जा रही हो सारी बात बोली देयर फोर फाइनली इसीलिए अंततः ऐसे करके कंक्लूजन दिया जाता है तो एक कंक्लूजन की तरफ दूसरे अध्याय के पहुंचेगा जहां भगवान आपको एक फ्रेमवर्क देंगे एक एक्शन प्लान देंगे कि भाई फाइनली करना क्या है बात तो समझ में आ रही है है ना तो अभी पहले जरा श्लोक पढ़ते हैं मेरे साथ पढ़िए दूसरे अध्याय का 67 वा श्लोक इंद्रिया नाम ही चरता इंद्रिया सर काम यन मनो अनु विधियर प्रज्ञाम दस हति प्रम वायुर नवाम इवांसी वायु नवाम इवा बसी वायुर नवाम इ वाम बसी वायु नवाम इवा बसी अब समझिए इंद्रिया नाम ही चरता जो व्यक्ति का मन विचरण करेगा चरता और किस पर करेगा किसी भी एक इंद्री पर करेगा कितनी इंद्रिया है हमारी पा पांच कौन सी आंख है नाक है कान है जीवा है त्वचा है पांच इंद्रिया है पांच में आपने बोला चार कंट्रोल में एक की दिक्कत है अपन 80 पर ठीक चल रहे हैं पाच में से चार कंट्रोल में है 80 पर ठीक है लेकिन एक की दिक्कत है थोड़ी सी तो भगवान क्या कह रहे हैं वो एक ही ले जाएगी आपको और कैसे लेकर जाएगी तस हरति प्रज्ञाम प्रज्ञा क्या मर्थ क्या होता है कौन बताएगा प्रज्ञा मतलब होता है इंटेलिजेंस क्या हर मतलब हर लेगा क्या लेगा हर लेगा कैसे जिस वायु नेवा में वाम बसी जिस तरह वायु मान लो आप समुद्र के बीच में हो सेलिंग कर रहे हो बोट चल रही है और हवा आई तेज तो आपकी दिशा जानी थी इधर लेकिन आपने जो है स्टेयरिंग का कंट्रोल आपके हाथ से छूट गया बोट कहीं चली गई अब आप समुंद्र के अंदर घूमते रह जाओगे आपका जो गोल था वो उधर था और आप क्या हो गए गोल गोल क्या हो गए गोल गोल तो जिस प्रकार पानी में तैरती नाव को प्रचंड वायु दूर बहा के ले जाती है पानी में तैरती हुई नाव को प्रचंड वायु दूर बहा के ले जाती उसी प्रकार विचरण शल विचरण शल मतलब जो हर समय इधर-उधर विचर रहती है इधर उधर चढ़ती रहती है इधर उधर घूमती रहती है इंद्रियां नॉन एब्जॉर्ब नॉन फोकस लोग जो है उनकी इंद्रियां बहुत तेज इधर उधर इधर उधर उनको फटाफट कोई भी डिस्ट्रक्शन मिल जाए उनको गॉसिप में बहुत मजा आता है किसम मजा आता है गॉसिप में इधर आ एक तुझे पता है इधर आ एक नई खबर है बताऊं है ना तो ये नई खबर देने वाले कई लोग मिलते हैं आपको ऑफिस में भी मिलते हैं जिनके बाद नई-नई खबरें होती है एक नई खबर आई है अच्छा यह जो खबरें होती है यह खबरें अभी किसी अखबार में नहीं छपी होती इनको पहले मिल जाती है किसी न्यूज चैनल में होती ये चाय की टपरी पर बाहर गुप्ता जी के टी स्टॉल पर मिलती है खबर वहां जाओ तो उनके पास ऐसा ट्रांसमीटर ऐसी खबर है आज पता है क्या आज तो ये ये जो डिस्ट्रैक्टेड लोग है हा तो विचरण शल इंद्रियों में से कोई एक हाथ आगे लाइए कोई एक बस काफी है कोई एक जिस पर मन निरंतर लगा रहता है मनुष्य की बुद्धि को हर के ले जाता है चार कंट्रो रोल में थी कोई एक गड़बड़ हुई गेम ओवर एज अ बोट ऑन वाटर इज स्वेप अवे बाय स्ट्रांग विंड इवन वन ऑफ दी ये पकड़ लेना वर्ड बड़ा काम का वर्ड है यहां पे इवन वन ऑफ दी क्या इवन वन ऑफ द कोई भी एक हिंदी में क्या बोलेंगे कोई भी एक इवन वन ऑफ दी इन सब में से कोई भी एक जिस परे मन ने ज्यादा फोकस किया वो उठा के ले जाएगा आपको और ये कितना खतरनाक काम है अब भगवान इतनी मुश्किल मुश्किल बातों को समझा रहे हैं अपनी टेंशन बढ़ रही है यार हमारे को जिंदगी में कुछ बड़ा करना है हमें जीवन में को बड़ा बिजनेस करना है और हमारी भी इंद्रिया इधर से उधर भाग रही है तो क्या करेंगे भाई कैसे बनेगी बात तो भगवान ने अगले श्लोक में तस्मा वर्ड यूज कर दिया 68 प आते हैं 68 मेरे पीछे बोलिए तस्मा दस्य महाबाहु तस्मा दस्य महाबाहु निगत नि सर्वस नि सर्व इंद्रियानी इंद्रिया थे व्यस इंद्रिया इंद्रिया वस तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठित से बया प्रति कह रहे इसलिए अर्जुन क्या कह रहे हैं इसलिए अर्जुन मतलब पीछे बहुत सारी बात हो गई है अब फाइनली कंक्लूजन की तरफ जा रहे इसलिए अर्जुन कि महाबाहु क्या है अगर तो तुमने हाथ लाई इंद्रिय इंद्रिय विषय इनको अलग कर दिया हाथ ला आंखे और ा पर हीरो हीरोइन इनको अलग कर दिया तो फिर क्या है तस्य प्रज्ञा प्रषि ऐसे व्यक्ति की जो प्रज्ञा इंटेलिजेंस है व प्रतिष्ठित है स्टेबल है तो भगवान ने इसलिए करके कंक्लूजन दे दिया भगवान आपने कंक्लूजन तो दे दिया समझ में आ गया इनको अलग करना है ऐसा श्लोक आपने थोड़ी देर पहले भी बोला था बिल्कुल ऐसा ही लोक जिसकी दूसरी लाइन एकदम सेम है इसलिए यह श्लोक बहुत महत्त्वपूर्ण होता है अभी बताऊंगा देयर फर ओ माइटी आर्म अर्जुना वन हु सेंसेस आर रेस्टे फ्रॉम देर ऑब्जेक्ट सेंसेस सेंस ऑब्जेक्ट हाथ आगे लाइ कमन सेंसेस सेंस ऑब्जेक्ट अलग अलग तो इसलिए व माइटी आम अर्जुना जब तुम इन दोनों को अलग कर दिया मतलब तुम स्टेबल आदमी हो तुम क्या हो स्टेबल ओनली अ स्टेबल मैनेजर बिकम एन एबल मैनेजर तब तुम स्टेबल आदमी हो भगवान ये बात ठीक है सब समझ रहे हैं हाथ गला करना क्या है करना क्या है अब 70 में भगवान बताते हैं करना क्या है समझना चाहेंगे यस सर 70 में कह रहे हैं अब मेरे पीछे श्लोक दोहराएंगे आप यस सर अपूर मानम अचला प्रतिष्ठा अपूर मानम मला प्रतिम समुद्र मापा प्रसंति अद्व समुद्र प्र तद्व कामायनी शति मापन काम का क्या अदभुत लोक है कह रहे अपूरे मानम चल प्रतिम समुद्रम आप प्रसंति अवत हाथ आगे लाइ समुद्रम समुद्रम आप प्रसंति यदव समुद्र में नदिया लगातार प्रवेश करती रहती है आर यू विद मी यस नो यस सर कितना सिक्स डेज इन अ वीक लगातार प्रवेश करती है यस नो यर नो सर सिक्स डेज वीक क्यों करती संडे छुट्टी प रहती है सेवन डेज इन वीक करती है कब करती है से डे हां 26 जनवरी 15 अगस्त के दिन भी करती है न सर नहीं करती है करती है कंफ्यूजन में आ गए उनको बोला जब यस बुलवा तो नो निकलेगा हाथ आगे ला पैटर्न बन जाता है क्या पैटन बन जाता है तो समुद्र में नदियां लगातार प्रवेश कर करती रहती है पूरा दिन करती है रात को आराम करती है यस नो नो रात को भी करती है है कि नहीं है ठीक उसी प्रकार भगवान कह रहे हैं उसके बावजूद समुद्र स्थिर रहता है क्या रहता है ना ज्यादा आज तक प्रवेश कर चुकी इतना प्रवेश कर चुकी फिर भी समुद्र स्थिर है हिल नहीं रहा एकदम स्टेबल है है कि नहीं ऐसा तो है नहीं कि समुद्र ने कई देश निगल लिए हो समुद्र स्टेबल है अभी भी ठीक उसी प्रकार त हाथ आगेला यदव यदव तद्व तद्व इस प्रकार इस प्रकार जिस प्रकार जिस प्रकार ठीक उसी प्रकार ठीक उसी प्रकार मनुष्य के मन में भी विचार प्रवेश करते रहते हैं करते रहते हैं करते रहते हैं कब करते हैं सिक्स डेज इन वीक करते हैं यस नो कब करते हैं ल सेवन डेज करते हैं संडे को भी करते हैं संडे को थोड़े ज्यादा करते हैं है कि नहीं तो सेवन डेज इन अ वीक मनुष्य के मन में भी विचार प्रवेश करते रहेंगे करते रहेंगे हाथ आगे लाइए करते रहेंगे करते रहेंगे इंटेलिजेंट कौन है करना क्या है हाथ आगे लाइए स शांति स शांति आपनो आपनो अपने आप को शांति तब मिलेगी अपने आप शांति मिलेगी जब कामना आएगी जब कामना आएगी कामी नहीं बनूंगा कामी नहीं बनूंगा स शांति मा अपनो ती न काम कामी मा अपनो न काम कामी हाथ आगे ला डिजायर आई डिजायर आई यार महंगी गाड़ी खरीदनी है बढ़िया टशन मारना है क्या मारना है टशन मारना है रील बनानी है रील बनानी है है जी रील बनानी है गाड़ी बढ़िया चाहिए अब तुम्हारी इनकम उतनी है नहीं लेकिन लोन लेके टशन मारेंगे रील बनाएंगे तो वो रील की कॉस्ट बड़ी महंगी पड़ जाती है क्या बढ़ जाती है महंगी मान लो आपने महंगी गाड़ी खरीद ली बड़ा तो यही भगवान समझा रहे हैं स शांति शांति तब मिलेगी जब फर्चनर की कामना आएगी पर काम नहीं बनूंगा फचर तब खरीदूंगा जब मैं खरीदने की क्षमता की कई क्षमताओं को पार कर चुका हूं जब मेरे पास 10 फर्चनर खरीदने की क्षमता होगी तब होंडा सिटी खरीदूंगा बात समझ आ रही यस नो यस सर तो यह बात सीखने की है यह बात सीखने की जो भगवान सिखा रहे हैं एक्शन क्या है इसमें इसमें गीता इन एक्शन क्या है गीता इन एक्शन य है हाथ आगे लाइए डिजायर आएगा र आएगा लेकिन एक्शन नहीं लेना एक्शन नहीं लेना उसपे क्या नहीं लेना एक्शन नहीं लेना हा देखो पता क्या है इस श्लोक से मेरे को बहुत शक्ति मिली मालूम कैसे याद आ ग ला कैसे एक के बाद एक कंट्रोवर्सी आ रही थी एक के बाद एक कंट्रोवर्सी आ रही थी आ रही थी नहीं नहीं आ रही थी ये वीडियो बन बन के आ रही थी तरह तरह की आ रही थी साबित नहीं हुआ था कुछ भी क्या कम ऑन सा अभी साबित कुछ नहीं हुआ था खाली मीडिया ट्रायल हो गया कोर्ट का ट्रायल नहीं हुआ साबित नहीं हुआ कुछ भी लेकिन लोगों को कहानी सच लगने लग जाती है सब भूल जाते हैं कहानी याद रह जाती है वन मोर टाइम कम ऑन सब भूल जाते हैं कहानी याद रह जाती है हमने कंट्रोवर्सी के टाइम पर कंट्रीब्यूशन प फोकस किया हमारे पे भी मन में विचार आ रहे थे हाय ऐसा हो गया वैसा विचार आ सकते थे मन में विचार आ सकते थे मन में विचार आ सकते थे पर उन पे एक्ट नहीं किया कंट्रीब्यूशन पे एक्ट किया सोशल मीडिया में लोग मेरे खिलाफ लिख रहे थे लेकिन मैं एंटरप्रेन्योरशिप के लिए एक नया प्लान बना रहा था आईडिया टू आईपीओ क्या आईडिया टू आईपीओ जब इस समय ये सब चीजें चल रही थी तो मैं सलूशन पर काम कर रहा था हाथ आगे लाइए कामना आ रही है कामना आ रही है उन पे एक्ट नहीं करना उन पे एक्ट नहीं करना सामने सामने ध्यायतो विषन पुन आया लोक पिछला याद ध्यायतो विष किस पर ध्यान लगाने जो ध्यान लगाने का मुद्दा उस पर ध्यान लगाएंगे क्या इसको बोलते हैं गीता इन इसके सारे एपिसोड देखने चाहिए दिखाने चाहिए मानतो ईमानदारी से हा हमने सोचा हम कैसे वेंडर सर्विसेस ला करके देंगे एक बिजनेस को बड़ा बनाने के लिए हमने सोचा कैसे टेक्नोलॉजी ऑटोमेशन करके देंगे हम 100 बिजनेस सेलेक्ट कर रहे हैं जिनको आईपीओ पर लेकर के जाएंगे जहां पर दुनिया हमारे को बहुत सी गालियां बक रही थी हमारे बारे में बुरे बुरे शब्द लिख रही थी सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें हो रही थी उस समय हम सोच रहे थे कि हम टेक्नोलॉजी के वेंडर्स कैसे लेकर के आए हम लीगल वेंडर्स कैसे लेकर के आए हम तरह-तरह के एचआरएमएस सॉफ्टवेयर कैसे लेकर के आए अपने क्लाइंट्स के बिजनेस को ऑटोमेट कैसे करें इन्वेस्टमेंट बैंकर कहां से लाए की अकाउंट मैनेजर्स कैसे लेकर के आए मर्चेंट बैंकर्स कहां से लेकर के आए मेरे कस्टमर को इन्वेस्टमेंट की जरूरत है उसको डेट की जरूरत है उसको मार्केटिंग की जरूरत है उसको ब्रांड प्रमोशन की जरूरत है हम उसका कैनवस बनाने में लगे हुए थे जिधर जाए कई बार लोग लिखे हमारे बारे में में बोले हमारे बारे में पीछे से आवाज मारे क्या क्या बोले हाथ आगे लाइए हाथ आगे लाइए विचार आएंगे विचार आएंगे उन परे एक्ट नहीं करना उन ध्यायतो य तो किधर ध्यान लगाना वो मेन मुद्दा है है ना ये भगवत गीता कितनी शक्ति दे सकती है डिस्ट्रक्शन आएगा पर एक्शन नहीं लेना समुद्र की तरह बने रहना ये होगा कैसे तो पीछे वापस चलते हैं एक बार और पीछे चलते हैं याद है पीछे मैंने कछुए के श्लोक के बारे में बताया था यदा सरते चायम कौन सा श्लोक है ये 58 वा श्लोक है पीछे जाएंगे 58 श्लोक प घुमाओ भगवत गीता का पीछे जाओ 58 प जाओ यदा सम हर्थ चायम खूर मो अंगनी व सर्वसा इंद्रियानी इंद्रिया थे व्यस्त स्य प्रज्ञा प्रतिष्ठित मिला आपको यस सर ये बहुत इंपोर्टेंट इसलिए है क्योंकि आज का ये जो 58 में बोला है वही बात 68 में फिर बोली है लेकिन 68 में साथ में एक वर्ड ऐड कर दिया तस्मा क्या वर्ड ऐड कर दिया तस्मा कि इसलिए श्लोक कम है तो बहुत ज्यादा है क्योंकि ये लेसन जब कोई बात को बार-बार रिपीट किया जा रहा हो ना तो उसका मतलब वो वैल्युएबल है क्या है लबल वैल्युएबल है अगर मैं अपनी एक टीम के लीडर को एक बात बार-बार समझा रहा हूं सेम बात बारबार रिपीट कर रहा हूं तो मतलब ये बात वैल्युएबल है भाई इसको समझ लो ये तीन बार रिपीट कर दी गई है बात अब यह गलती नहीं होनी चाहिए ये कृष्ण समझा रहे अर्जुन को समझ में आ रही अर्जुन अर्जुन को समझा रहे समझ में आ रही है अर्जुन कि मैं बात को दोबारा रिपीट कर रहा हूं क्या रिपीट कर रहा हूं इंद्रियानी इंद्रिया व्यस्त ज्ञ प्रस तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठित तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठित कम ऑन तस्य प्रज्ञा कछुआ अपने अंगों को अंदर खींच लेता है याद है संकुचित करके अपने खोल के अंदर खींच लेता है कब जब खतरा देखता है क्या देखता है ठीक उसी प्रकार बुद्धिमान आदमी भी जब जबरदस्ती पड़ेगी उसको इंद्रिया डिस्टर्ब होने लगेंगी त उसको भी अंदर कर लेना चाहिए लेकिन हर कोई कर नहीं पाता फिर अगले श्लोक में क्या बताया इतना आसान नहीं है क्या नहीं है अगले श्लोक में बताया कि हायर टेस्ट डेवलप करो याद आ गया ये कौन सा था 59 था 59 में समझाया सीक्वेंस में है ना भगवत गीता चचा सीक्वेंस में हो रही है भगवान एक दिन में एक लोक थोड़ी बोल के जा रहे थे आज चलो आज इस पर बात करते हैं आज कौन सा टॉपिक उठाया जाए आप लोग बताओ ऐसा नहीं है भगवान तो सक्व में बात किए जा रहे अर्जुन बोले जा रहे कृष्ण जवाब दिए जा रहे यह नहीं कि सबको सामने बैठाया आज किस टॉपिक पर चर्चा की जाए आप बताइए नहीं नहीं ऐसा नहीं चर्चा चल रही है लडी 48 मिनट तक चली भगवत गीता की चर्चा तब भगवान ने बताया विष विनी वर्तन निराहार देही नाम रसव जम रसो पस परम 29 तो भगवान ने क्या बताया आइसोलेशन में नहीं सब कनेक्टेड है आपस में 59 खत्म हुआ उन्होने बोला हायर टेस्ट डेवलप करो क्या करो नीचे वाला चला जाएगा अपने आप तो दूसरे अध्याय के पिछले कई लोको को समरा कर रहा हूं इसलिए यह वाला वीडियो थोड़ा लंबा आपको पूरी पिक्चर अंब्रेला समझ में आएगा क्या समझ में आएगा अंब्रेला समझ में आएगा पूरा 59 खत्म हुआ 62 63 में उने अध्याय तो समझा दिया हायर टेस्ट पर ध्यान लगाना तो वि नहीं लगाया लोर पर लगा दिया तो वो बड़ा हो जाएगा हायर टेस्ट प लगा दिया तो वो बड़ा हो जाएगा साइज बढ़ जाता है डिफिकल्टी पर फोकस करो वो बढ़ जाती है हाय हाय हाय हाय पॉसिबिलिटी पर फोकस करो वो बढ़ जाती है मैंने देखा है लोगों को इट इज नॉट द साइज ऑफ प्रॉब्लम कम ऑन गाइस इट इज नॉट द साइज ऑफ प्रॉब्लम इट इज साइज ऑफ इमेजिनेशन अबाउट द प्रॉब्लम इट इज नॉट द साइज ऑफ प्रॉब्लम इट इज अबाउट द साइज ऑफ इमेजिनेशन अबाउट द प्रॉब्लम हैना क्या इमेजिन किया आपने उस प्रॉब्लम को आपने क्या समझा है उसको कैसे देखा है तब आप बाहर निकल सकते हो अच्छे-अच्छे मैच्योर लोगों का गेम ओवर हो जाता है ये साइज है इसी उसम बताया था भगवान ने के अध्याय तो करेगा सेंस ऑब्जेक्ट प लगाएगा ध्यान तो क्या होगा संगा शुप जाते अटैचमेंट हो जाएगा अटैचमेंट हो गया संगा सजते कामा इच्छा आ जाएगी मुझे चाहिए और मिल गया तो खोने का डर नहीं मिला तोंगर एंगर कामत क्रोध होत भी जाए ते क्रोध आ जाएगा अब क्रोध आ गया तो सब भूल जाएगा पैटर्न पुराने पुराने सारे के सारे सब समम हा स्मृति विमा हा आ गला स्मृति स्मृति विमा चली गई और स्मृति भ्रम बुद्धि नाश बुद्धि नाशा प्रणति व सुना ना आपने क्या विनाशकाले विपरीत बुद्धि बड़ा पॉपुलर है तो सवाल उठता है मनुष्य करे तो करे क्या तो कर तो भगवान ने 266 में बता दिया नास्ति बुद्ध युक्त जिसको हमने पिछले लोक में पिछले अध्याय के अंदर जब आए थे चैप्टर में 66 में अस्ति बुद्धि युक्त करके बताया हमने आपको कि जिसकी बुद्धि युक्त है जिसकी बुद्धि युत है अपने गोल स्टेटमेंट में और स्थिर है उसमें हमने लास्ट टाइम आपसे आईपीएस मनोज शर्मा की बात करी श्रीकांत बोला की बात करी नारायण मूर्ति की बात करी प्राची निगम की बात करी याद है कि नहीं याद है यस सर आप सारे एपिसोड देख रहे हो इसलिए आपको याद है कैमरा में आप लोग को बोल रहा हूं सारे एपिसोड देखो एक मेरे साथ कमन सारे एपिसोड देखो और सबको दिखाओ भगवत गीता इन एक्शन आ इतनी प्रैक्टिकल किताब नहीं आई कभी पृथ्वी के इतिहास में आज के एपिसोड में भगवान ने फ्रेम वर्क दे दिया करना क्या है क्या फ्रेम वर्क दे दिया है करना क्या है इंद्रिय नाम ही चरता यन मनो अनु विधते तस हरति प्रज्ञाम वायु निववा बसी जिस तरह हवा आपको ले जाए एक भी इंद्री मुद्दा ये है डिटॉल 99.9 पर कीटाणु मारता है कितना वो भी पर छोड़ देता है भगवान ने वो अला नहीं किया भगवान ने कहा भाई ये नहीं चलेगा आपके साथ में जीरो एरर रेट होना चाहिए क्या होना चाहिए जीरो एर रेट ये भी पता है क्या है ये सि सिगमा है जीरो एरर रेट ये जापान ने सिखाया ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में सि सिगमा जीरो एरर वन एरर इन न मिलियन क्या न एरर मि 10 लाख में एक बार गलती करना अलाउड है जापानी लोग अलाउ नहीं करते गलती करना उनके यहां कोई चक्कर नहीं है गलती करने की जब आप कोई पायलट बनता है ना तो स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के सैकड़ों सैकड़ों हजारों पन्नों के एसओ पी एयरक्राफ्ट के मैनुअल के होते हैं इंजन का स्विच ऑन करने से लेकर के ऑफ करने तक हवाई जहाज उड़ के नीचे आ गया सैकड़ों हजारों पन्नों के मैनुअल एसपी होते हैं बेटा वो फॉलो करने पड़ते हैं जरा सा भी अगर ड्रग ले लिया जरा सी तबीयत खराब जरा सा बीवी से झगड़ा जरा सा शरीर खराब है आपका जरा सा मन विचलित हो रहा है जरा सी खांसी आ रही है जरा सी नींद आ रही है बार कर देंगे आपको अलाव नहीं करेंगे उड़ाने के लिए जहाज आपको एयरलाइंस का सिस्टम क्या है रैंडम चेक करते हैं आके पायलट को सर पे लगा के उसका माइंडसेट चेक कर लेते हैं भाई ये स्टेबल है कि नहीं है आप देखना इसलिए पायलट नॉर्मली फिजिकली फिट मिलते हैं क्योंकि उनको जिम जाने के लिए बहुत इंस्पायर किया जाता है आप देखेंगे बड़े-बड़े पायलट के लॉग्स भी आते हैं बड़े वो फिटनेस के लॉग भी डाल रहे होते हैं और हवाई जहाज बढ़ाने के भी डाल रहे होते हैं किसकी बात कर रहा हूं हां फ्लाइंग बीस्ट और यह खाली उनकी बात नहीं है यह सबको सिखाया जाता है और बहुत स्ट्रिक्ट एक्शन है डिस्मिसल है अगर इन एडिक्ट विजिलेंस हो गया या इनकरेक्ट मैनेजमेंट ऑफ प्रायोरिटी हो गया या कहीं थोड़ा सा भी अटेंशन इधर से उधर हो गया या क्रू मेंबर के साथ कोऑर्डिनेशन नहीं किया कब उठना है कब बैठना है क्रू मेंबर कौन पीछे एयर होस्टेस होती है ना उसको बताते रहते साथ के साथ वो जरा सा भी आगे पीछे किया गेम ओवर क्यों पीछे जहाज में कई लोग बैठे जीरो एरर क्या चाहिए जीरो एरर थोड़ा सा भी हाथ आगे लाइए किसी एक भी इ किसी एक इंद्री डिस्ट्रक्ट हुई डिस्ट्रक्ट हुई नाव बहा के ले जाती है नाव बहा के ले जाती है ठीक उसी प्रकार आदमी भी बह जाता है बात समझ में आ रही है यस सर ये गीता इन एक्शन एक्शन है जी भगवान ने क्या सिस्टम दिया देखो सर्जन जो होता है ना उसके साथ भी यही है वायु निवा मि वाम बसी सर्जरी करते वक्त है जी अगर वो अपनी गर्लफ्रेंड को याद करने लगे या साइड में कोई और वीडियो खोल ले तो गड़बड़ हो गया बेचारे का क्या साथ हो गया उसके साथ में है जी उसका तो गेम ओवर हो गया मुझे याद है एक बार एक सिंगापुर में 2001 में एक सर्जरी हुई थी जो 103 घंटे तक चली थी पाच दिन तक कितने पाच दिन तक वहां दो बच्चों का सर धड़ से जुड़ा हुआ था 20 डॉक्टर्स की टीम शिफ्ट में काम करती थी एक आता था बैटन दूसरे को पकड़ता था एक आता था बैटन दूसरे को पकड़ता था शिफ्ट में काम करते थे ये नहीं कि आप 103 घंटे तक एक सर्जन काम नहीं कर सकता तो उसको आंख बंद हो जाएगी सर्जरी करते वक्त आंख बंद हुई गेम ओवर जीरो एरर कम ऑन क्या जीरो एरर ऑपरेशन सक्सेसफुल हो गया दोनों बच्चे को धड़ अलग-अलग कर दिया सर्जरी 103 घंटे के बाद ठीक निकली पाच दिन की सर्जरी सिंगापुर में हुई थी बड़ी स्पेशल पर पा सेकंड की भी गलती होती पाच दिन में पाच दिन में कितने सेकंड होते पा सेकंड की भी गलती होती इंद्रिया नाम ही चरत यन मनो अनु विधते त दस्या हरति प्रज्ञाम हरति प्रज्ञाम यानी कि आपकी इंटेलिजेंस को हर के छीन के ले जाएगा थोड़ा सा भी मनर गया कहां से गया ध्यायतो से गोल स्टेटमेंट से व्यवसाय आत्म का बुद्धि एक हाथ आगे लाइ कमन सबसे ज्यादा बार य लोकने डिस्कस किया अप लाइफ में आज तक सबसे ज्यादा बार क वो एक क्या है मेरा वो मेरा एक क्या है वो पकड़ के रखना तब अपने आप आपकी जो प्रज्ञा प्रतिष्ठित हो जाएगी आपकी प्रज्ञा प्रज्ञा मतलब इंटेलिजेंस प्रतिष्ठित हो जाएगी एकदम स्थित हो जाएगी एक क्या है जी मैं सांस क्यों ले रहा हूं उस एक क के लिए ले रहा हूं वो एक गोल केलिए ले रहा और वो गोल सही एक बार बन गया ना और आप उसके पीछे पड़ गए थकान नहीं होती फिर क्या नहीं होती थकान नहीं होती फिर थकान नहीं थकता आदमी तब है जब उसको काम पसंद नहीं है एक बार काम से प्यार हो गया जो गोल स्टेटमेंट उससे प्यार हो फिर कौन थका सकता है आपको फिर आप काम करते हैं इसीलिए मैं कह रहा था बम स्क्ड वाला अगर जरा सी गलती कर दे नीली की जगह पीली तार काट दे तो गेम ओवर थोड़ा सा भी एरर कर दिया ये सिक्स सि में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में इतना चलता है इसमें ब्लैक बेल्ट तक कई डिग्रीज तक जाते हैं अलग-अलग लेवल के सर्टिफिकेशन होते कार मैन्युफैक्चरर्स को मैक्सिमम क्वालिटी कंट्रोल का काम करना होता नहीं तो क्या प्रोडक्ट को बाजार में उतर जाने के बाद गाड़ियां बिक जाने के बाद वापस मंगवानी पड़ जाती है सारी रेपुटेशन की ऐसी की तैसी और उसके बाद फेटल एक्सीडेंट हो सकते हैं अगर गाड़ी में एक गलती निकल गई गाड़ियों के पूरे लॉट बन गए और पूरे की पूरी गाड़ियां चली गई हा आप ओला जो है इलेक्ट्रिक टू वलर मार्केट में आया कुछ जगह फ्रंट सस्पेंशन में गलती होने के कारण फेटल एक्सीडेंट हुए ओला की क्वालिटी पर सवाल उठने लग गए 2 लाख स्कूटर्स को 20 स्कूटर का एक्सीडेंट हुआ पर 2 लाख स्कूटर वापस बुलाने पड़ गए और 2 लाख स्कूटर वापस बुला के ठीक किए फिर ये जीरो एरर क्या इंद्रिया नाम ही चरता यन मनो अनु विधते तद स्या हरति प्रज्ञाम एक्चुअली इसके साथ प्रॉब्लम क्या है हाथ आगे रहे सर सर ऐसे तो मैं सब ठीक करता हूं ऐसे एकद गलती हो भी गई तो क्या हो गया गलती उसके लिए काहे डांट रहे हो इतना देखो पता क्या है उसके लिए इसलिए डांट रहे हैं क्योंकि आज आपने यू डिड 90 आउट ऑफ 100 क्या आपने 90 आउट ऑ 100 किया और आपको मिल गई शाबाश यो शाबाश 90 आउट ऑफ 100 शाबाश तो आपको लगा 90 बेस बन जाता है फिर क्या बन जाता है 0 बेस 90 बेस बन जाता है 100 बेस नहीं बनता फिर और अगली दफा फिर आप 90 पर नहीं रहते आप 90 का 90 पर करते हो वो हो जाता है 81 पर कितना हो जाता है फिर 81 पर नया बेस बन जाता है फिर आप 81 का 81 करते हो वो होता है 66 फिर 66 बेस बन जाता है आदमी ऐसे नीचे गिरते जाता गिर जाता वायु निवा वाम बसी क्योंकि अब आपको वायु उड़ा के ले चुकी है अब 66 का 66 करोगे 43 और फिर 43 का 43 करोगे 19 पर फिर 19 का 19 करोगे 3.6 पर फर 3.6 का 3.6 करोगे % गेम ओवर हाथ आगे ला कमन गेम ओ एक बार नीचे गिरने लगता है आदमी तो गिरते चला जाता है एक बार आदत लगती है तो लगती चली जाती है संजय दत्त के साथ यही हुआ एक बार तो उसने नशा किया था एक बार किया था अगली बार फिर मन किया और करता गया और इतना करता गया एक्टर टर्न पॉलिटिशियन सुनील दत्त इतने रिस्पेक्टफुल व्यक्ति थे उनका बेटा संजय दत्त बॉलीवुड में जब एंट्री किया पहली फिल्म रॉकी सुपर हिट रही क्या रही सुपरहिट सुपर हिट पर कुछ ही समय में बॉलीवुड के सबसे बड़े खलनायक माने गए हां डिस्ट्रक्शन विल डिस्ट्रॉय योर फरदर एक्शन ओए होय होय क्या डिस्ट्रक्शन विल डिस्ट्रॉय योर फदर एक एक्शन डिस्ट्रक्शन विल डिस्ट्रॉय योर फर्द एक्शन और इतनी सक्सेस और फेम एक गलती आग ला क्या एक गलती वही तो भगवान कह रहे हैं किसी एक भी इंद्री ने अगर विचरण किया उन्होंने क्या किया नाक से विचरण कर लिया एक इंद्री ने विचरण बाकी चार लगी हुई थी काम प एक से विचरण किया तो बाकी चारों भी चली गई एक लत पड़ी और ड्रग्स में उन्होंने पहला कदम पड़ा और डूबते चले गए रॉकी से रॉकस्टार बने संजय दत्त अगले कई महीने तक अमेरिका में रिहैबिलिटेशन सेंटर में रहे इंद्रिया नाम ही चरता यन मनो अनुते त दस्या हाथ आगे ला हरति प्रज्ञाम हर प्रज कोई एक भी इंद्रिय कोई तो सारी इंद्रियां कहां लगनी चाहिए गोल स्टेटमेंट में कहां लगनी चाहिए स्टेटमेंट ध्यायतो ध्यायतो कहां होना चाहिए गोल स्टेटमेंट प गोल स्टेटमेंट प जब ध्यायतो हो जाएगा सारी इंद्रियां वहां लग जाएंगी मन भी वहां लग जाएगा तो दिक्कत नहीं आएगा इसीलिए मैंने आईपीएस मनोज कुमार 12थ फेल स्टोरी लास्ट टाइम सुनाई थी याद है आपको यस सर हाथ गला सारे एपिसोड सारे ए सीक्वेंस में देखो सीक्वेंस में देखो अब पता है क्या है एक महाबली थे बाली सुना आपने उनके बारे में सर बाली महाबली बहुत बलशाली थे वो किष्किंदा के वानर राजा थे और इतनी तेज गति से चलते थे कि सुबह सुबह मॉर्निंग आवर्स में ही चार समुद्र सैर करके आ जाते थे इतनी तेज चला करते थे इ ब्रह्मदेव से वरदान प्राप्त हुआ था कि अगर कोई तुमसे युद्ध करने आ गया तो उसकी आदि शक्ति तुम्हारे अंदर आ जाएगी मालूम यस सर आदि शक्ति तुम्हारे अंदर आ जाएगी और रावण को जब अपने बल पर अहंकार हो गया था तो एक बार रावण को उठाया उन्होंने और उठा लिया उसको और छ महीने तक अपनी बगल में दबा कर के पूरी पृथ्वी पर घुमाया रावण को रावण ने माफी मांगी छ महीने तक अपनी बगल में घुमा के रावण को वो हाल किया रावण का किष्किंदा के राजा चारों दिशाओं में घुमा घुमा के बहुत लज्जित किया पूरी इज्जत समाप्त हो गई रावण ने माफी मांगी क्षमाशील थे बहुत क्षमाशील थे माफ कर दिया ठीक है जाओ दोबारा गलत काम नहीं करना माफ भी कर दिया प्रतापी थे क्षमाशील थे ईश्वर के भक्त थे भगवान को मानने वाले थे पर एक गलती करी उन्होंने अपनी जान और जहान दोनों खो बैठे एक गलती करी हा कोई एक भी कोई एक भी ये श्लोक है भगवान का इंद्रिय नाम ही चरत यन मनो अनु विधते कोई भी एक कोई भी एक अपने छोटे भाई सुग्रीव की पत्नी रूमा के ऊपर अधिकार जमा लिया एक इंद्रिय गड़बड़ हुई गेम ओवर क्या गेम हुआ इस एक गलती से उनका सारा प्रताप शाप बन गया सारा प्रताप शप बन गया भगवान श्री राम ने बाण मारकर उनका वध किया और मरने से पहले बाली ने भगवान राम से पूछा किस दोष के लिए मुझे मारा गया है तो उन्होंने क्या जवाब दिया हे मूर्ख सुन छोटे भाई की स्त्री बहन अपने पुत्र की स्त्री अपनी खुद की कन्या यह चारों एक समान मानी जाती है और इनको जो बुरी दृष्टि से देखता है उसे मारने में कोई पाप नहीं ला कोई एक भी इंद्री कोई एक भी इंद्री भगवान ने क्या बताया अब भगवान ने जब समझाया कि तस्मा दस्य महाबा हो 68 प आ गए वापस क्या बढ़िया सीक्वेंस है 68 प वापस आ जाओ तस्मा दस्य महाबाहो महा नि ग्रहिता नि सर्वसा निता सर्व इंद्रियानी इंद्रिया अर्थे व्यस र्स तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठित तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठित इस पेज को जरा फोल्ड करना 68 को फोल्ड करना या इसम धागा लगा दो जो भगवत गीता का धागा लगाओ और 58 पर जाओ अब 58 पर जाओ 68 और 58 एक साथ देखो तो बात समझ में आएगी अब आए 58 प स क्या यदा समते चायम कर्मो अंगनी व सर्व इंद्रियानी इंद्रिया तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठित तो दोनों की सेकंड लाइन सेम है क्या है सेकंड ला दोनों की सेकंड लाइन सेम है ये समझ में आया कि 58 को जाकर 68 पर कंक्लूजन ने दूसरे अध्याय के 58 को 68 पर जाके कंक्लूजन दे दिया इसलिए यह वाला एपिसोड थोड़ा लंबा है ताकि पूरी पिक्चर अंब्रेला समझ में आए पिछली कुछ देर जो चर्चा हुई अर्जुन और कृष्ण की उसका अंब्रेला समझ में आया 58 में जो कहा 68 में जाकर कंप्लीट किया और किस वर्ड से कंप्लीट किया तस्मा किससे किया तमा और तस्मा का मतलब क्या होता है इसलिए इसलिए तो भगवान ने फाइनल कंक्लूजन दिया इसलिए भैया जिसकी इंटेलिजेंस जो इंद्रियों को इंद्रियों विषयों से अलग कर सकता है खतरा देखता ही कछुए की तरह अंदर कर लेता है वो इंसान स्टेबल है हाथ आगे लाए सब ठीक है सब ठीक है अब करें क्या अब करें क्या तो करने के लिए 70 प आ जाओ किस प आ जाओ 70 प आ जाओ तो 70 प भगवान ने बताया पूरे मान मचला प्रतिम समुद्र मापा प्रसंति यदव तद्व कामा यम प्रसंति सर्वे स शांति माप नति काम कामी हाथ आगे लाइए अभी तो बताया था अभी तो बताया था आएंगे आएंगे बहुत विचार आएंगे बहुत विचार आएंगे एक्शन नहीं लेना एक्शन कम से कम शरीर के स्तर पर रोक लो कम से कम शरीर के स्तर पर रोक मन के स्तर पर नहीं रोक पा रहे कोई बात नहीं शरीर के स्तर पर रोक लो मन नहीं लग रहा गोल पर काम करने का करते रहो शरीर के सर पर करते रहो मन अपने आप लगने लग जाएगा प्रभुपाद जी ने एक बात अमेरिका में अपने सारे शिष्यों को बोला कि हमारे आश्रम में नियम है कि ऐसे नीचे बैठ कर के ऐसा सर माथा टेक करके एक दूसरे को प्रणाम करो इस तरह प्रणाम करो तो एक शिष्य ने बोला अमेरिकन बोला स्वामी जी आई डोंट फील लाइक डूइंग इट बिकॉज इट डन कम फ्रॉम माय हार्ट बोला मेरे को इस जमीन पर माथा टेक के इसको प्रणाम करने का मन नहीं कर रहा क्योंकि मेरे दिल से नहीं आ रहा है तो प्रभुपाद जी ने क्या कहा कीप ट्रांग इट कम फम विदन क्या बोले तब तक करते रहो जब मन भी लगने लग जाएगा अपने मन में आ जाएगा मगर मन में नहीं आ रहा शरीर में आने दो कम से कम किसम आने दो शर वही भगवान ने बोला भाई अगर मन इधर उधर भटक रहा है कोई बात नहीं हाथ आगे ला शरीर से एक्शन नहीं लूंगा शर हो सकता है बाजू में बैठी एक लड़की बहुत पसंद आ गई है मेरे को कोई बात नहीं लेकिन उसको देखूंगा नहीं छेडा नहीं उसका मोबाइल नंबर नहीं मांगूंगा उसको ट नहीं करूंगा कम से कम शरीर से एक्शन नहीं लूंगा क्या मेरी बात समझ में आ रही है यस सर जब शरीर से एक्शन गोल पे लेता रहूंगा गोल से प्यार हो जाएगा काम खत्म क्योंकि मेरे को हायर टेस्ट डेवलप हो गया अध्याय तो विषन पुसा हो गया सही दिशा में हो गया हाई टेस्ट डेवलप हो चुका उस पर्पस में मैं लग गया हूं लेकिन उस समय लगते लगते भी अगर फिर भी डिस्टरबेंस आ गई तो भगवान ने कह दिया फाइनली कोई बात नहीं आ सकती है हाथ आगे ला डिस्टरबेंस आ सकती है मैं मना नहीं कर रहा हूं डिस्टरबेंस आ सकती है पर एक्शन मत लेना उसपे बात समझ में आ गई यस सर समुद्र में नदियां आ सकती हैं लेकिन एक्शन नहीं लेना मन में विचार आ सकते हैं गलत विचार आ सकते हैं लेकिन एक्शन नहीं ना नहीं लेना तो गलत कर अच्छा पता है क्या है इसको बोलते हैं अपॉर्चुनिटी क्या बोलते हैंटी गलत करने की अपॉर्चुनिटी हा 100 बार बिजनेस की अलग अलग आईडिया आएंगे पर एक पर काम करना है किस पर करना है एक काम कर एक्शन उसी प लेना है जो गोल स्टेटमेंट को कंट्रीब्यूट करता है बड़ा सिंपल है हर हफ्ते बहुत सारी मूवीज भी आएंगी वेब सीरीज भी आएंगे आजकल तो मेरे को मेरे यहां पे फार्म हाउस में एक लड़का काम करता है बोला हम तो सारी वेब सीरीज देख लेते जब आप चले जाते हो िस पीछे से सब मैं कहा तुमने सारे सब्सक्रिप्शन ले रखे बोला नहीं नहीं हम एक जुगाड़ किए हुए हैं कौन जुगाड़ किए बोला एक ऐसी एप्लीकेशन है जहां से पायरेटेड सब वेब सीरीज निकल आती है तो अच्छा भैया बहुत तेज है तो इतना समय इसको हाथ आगे ला बहुत सी बहुत सी मूवी आएंगी वेब सीरीज आएगी पर देखनी नहीं है देख हॉरर नहीं देखनी रोमांस नहीं देखनी साईफाई नहीं देखनी साईफाई देख सकते हो कॉमेडी एक्शन थ्रिलर इनका फायदा नहीं है मिर्जापुर नहीं देखनी है मैं मेरी कम देखनी है क्या देखनी है हीरा मंडी नहीं देखनी हैम बहादुर देखनी है वो देखनी है जो बायोपिक हो या पेटिक हो सिंपल क्या जो बायोपिक हो या जो पॉपुलर रेकमेंडेड वो नहीं जो बायोपिक हो या पेट्रियोटिक हो मैंने जब गुंजन सक्सेना मूवी देखी थी ना पांच बार रो पड़ा था वह अकेली लड़की जिससे टॉयलेट भी नहीं था सुदा मर्ती भी ऐसी थी पहली लड़की जो इंजीनियरिंग कॉलेज में जवाइन करी वहां पर कॉलेज में जनही नहीं करने दिया गया सुधा मूर्ति को हाथ आगे ला क्यों क्यों बोले यहां पर गर्ल्स टॉयलेट नहीं है सुदा मूर्ति पूरा दिन कुछ खाती पीती नहीं थी कि कहीं बाथरूम ना आ जाए क्योंकि केवल बॉयल टॉयलेट इंजीनियरिंग तब तक लड़कियां करती नहीं थी है कि नहीं व सुदा मूर्ति उस समय वही है गुंजन शक सेना उस समय पायलट बनने पहली पायलट बनने निकली थी कैसे लड़कों के बीच में रही किस तरह की समस्याए उसने झेली वहां से आपको क्या मिलता है संस्कार मिलता है कैरेक्टर बिल्ड होता है बाकी जनरे संसार दिखाते हैं ये आपको संस्कार दिखाते हैं डिसीजन आपका है संसार चाहिए संस्कार चाहिए संस्कार चाहिए संसार चाहिए या संस्कार चाहिए ये निर्णय लेना है हाथ आगे लाइए अपॉर्चुनिटी आती है ती है गलत भी सही भी गलत भी सही भी अजय जडेजा और अजरुदीन मोहम्मद अजरुदीन इंडियन क्रिकेट कैप्टन अजरुदीन जो मैच विनिंग नॉक्स का पूरा देश उनका दीवाना था इंडिया के राइजिंग ऑलराउंडर और पावर हिटर अजय जडेजा अजय जडेजा वो आदमी जो 22 बलों पे सेंचुरी मार दे 22 बॉलो पर सेंचुरी मार दे दोनों प्लेयर कई मैचेस के विनिंग नॉक्स खेल कर के फैंस के फेवरेट हो चुके थे फिर एक समय आया एक गलती हाथ आगे लाइए एक गलती कोई एक भी इंद्री कोई एक भी इंद्री इधर उधर गए बाकी सारी क्रिकेट में लगी है पिच पे बॉलिंग पे बैटिंग पे फील्डिंग प अजय जडेजा जैसा फील्डर भी नहीं हुआ था कोई इनका फोकस गेम से हटकर गैंबलिंग पर चला गया ईमान से हटकर इनाम पर चला गया ओय होय क्या बोल दिया गेम से हटकर गैंबलिंग पर चला गया ईमान से हटकर इनाम पे च ईमानदारी नहीं चाहिए इनामदार चाहिए है जी और कैसे हटा मैच फिक्सिंग को तैयार हो गए इंद्रिया नाम ही चर तम वायु नवामी वाम बसी ऐसे वायु इनकी नाव को उड़ा के ले गई कि तब से आज तक गेम ओवर हो गया उनकी एक रंग चॉइस नहीं उनका सब कुछ छीन लिया एक रंग चॉइस ने सब बर्बाद कर दिया उसके उल्टा पॉजिटिव साइड देखो सचिन तेंदुलकर सौरव गांगुली उसी मैच न्यूजीलैंड के अगेंस्ट वही मैच फिक्सर इनके पास भी जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन डरते थे इनसे क्योंकि इनकी 100% इंटीग्रिटी और कमिटमेंट थी इंडिया वर्सेस न्यूजीलैंड का वो मैच जिसमें अजय जडेजा और दोनों मोहम्मद अजरुदीन रन आउट हो गए जानबूझ कर के और न्यूजीलैंड को जिताने की पूरी जान लगा दी सचिन को अप्रोच किया गया था करोड़ों का ऑफर दिया गया था और बोल भी दिया था कि अजय जडेजा और अजरुदीन रेडी हो चुके तुम भी रेडी हो जाओ लेकिन सचिन खेल के लिए बने थे सेल के लिए नहीं बने थे क्या सचिन खेल के लिए बने थे सेल के लिए नहीं बने थे सचिन बिकाऊ नहीं थे उनका कोई प्राइस टैग नहीं था आप उन्हें खरीद नहीं सकते थे ऊंचे लोग ऊंची पसंद सचिन तेंदुलकर को दे दो पैसे जितने मर्जी उनसे नहीं करा सकते आप हा अगले दिन जब इंडिया की बैटिंग आई तो वही हुआ बुकी ने कहा कि आजर और जडेजा दोनों रन आउट होंगे दोनों रन आउट हो गए सचिन ने ठान लिया कि बुकी का सारा प्लान फिल कर देंगे अकेले अपने दम पर एंड तक टिके रहे और मैच फिक्सिंग की सारी की सारी समस्याओं को मैच को सिंगल हैंडेडली जिता दिया मैच फिक्सिंग होने के बावजूद इसको बोलते शांति मापन तीन काम कामी शांति मापन तीन काम कामी शांति उसको मिलती जिसको काम ना आई यह क्या है अपॉर्चुनिटी आई करोड़ों रुपया उस समय बता रहा हूं मैं उस समय करोड़ों रुप ऑफर किया था छोटे थे थे ुक कह सकते थे अभी रख लेता हूं पैसे कोई दिक्कत नहीं अगले मैच ठीक खेल लूंगा एक मैच से क्या हो गया मैं तो सैकड़ों मैच खेलने एक मैच में थोड़ा बहुत र भाई हमारे को भी जिंदगी चलानी है बच्चों को देखना भविष्य देखना है कामना आ गई कामी बन गए एक्शन ले लिया नहीं लिया उन्होंने एक्शन सट्टेबाजी के ऊपर बल्लेबाजी जीत गई और सचिन की तरह गांगुली को भी अप्रोच करने में डरते थे वो हा गलाई क्यों क्य जानते थे गांगुली का फोन लगाया तो बंगाली में ऐसा ऐसा गाली सुनाएगा बंगाली में इतना गाली सुनाएगा कि कान रसगुल्ले की तरह फूल जाएगा रोसोगोल्ला रोशो गुल्ला जान लगा दिया कि तेंदुलकर एक बारी ऐड कर दे पान मसाले की नहीं किया करोड़ों रुपए दे दिया लेकिन इंडियन बॉलीवुड के तीनों स्टार अजय देवगन शाहरुख खान अक्षय कुमार फैंस का क्रिटिसिजम झेलना पड़ा पेचेक इतना मोटा था कि इंटीग्रिटी इनकी हल्की पड़ गई उस टब को कंपनी के आगे जो सरो की एडवरटाइजिंग इन्होंने करी त दस्या हरति प्रज्ञाम वायु नवाम वामसी वही मौका हाथ आगे लाइए कामना आएगी कामना आगी एक्शन नहीं लेना एक्शन नहीं लेना यहां इन्होंने ले लिया उन्होंने नहीं लिया आज इज्जत किसकी करते जब तेंदुलकर रिटायर हुआ था तो उसके रिटायरमेंट का आखिरी मैच आज भी आप देखो तो आंखों में आंसू आ जाते हैं जब उसकी पत्नी उसके बच्चे सब बोले वहां पे वो बोले वो दिन कोई भूल सकता है क्या नो सर सचिन को क्या भगवान माना जाता है गॉड ऑफ क्रिकेट क्या मानते हैं गॉड ऑफ क्रिकेट उनकी जो इज्जत है हैं जी उनके बैट पे एमआरएफ लिखा होता था हमको लगता था एमआरएफ बैट बनाती है इतना विश्वास था आर यू विद मी यस नो यस सर ऐसे एक रामनाथ गोइन का जिनके नाम पे आज बहुत बड़ा अवार्ड दिया जाता है ये इन्होंने इंडियन एक्सप्रेस शुरू करी थी 1975 में वो काला समय आया था जब इंदिरा गांधी ने क्या कर दिया था उस समय इंडियन डेमोक्रेसी का डार्कस्टार सबसे काला समय था इमरजेंसी के टाइम पर पूरी की पूरी प्रेस की सारी फ्रीडम समाप्त हो गई थी सब खत्म हो गया था और जब सारी मीडिया उस समय घुटनों प रेंग रही थी तब रामनाथ गणका इंडियन एक्सप्रेस के खड़े हुए थे तब इंदिरा गांधी के खिलाफ लिखते दूसरे अखबार लालच के दबाव में आ गए प्रेशर के अंदर आ गए और माउथ पीस बन गए उस समय इंदिरा गांधी के श्रीमती इंदिरा गांधी ने जैसा जैसा कहा वैसा वैसा करते गए इंडियन एक्सप्रेस ने समझौता नहीं किया गोइंका बोले मैं खाली अखबार छाप दूंगा लेकिन इंदिरा गांधी की बात नहीं मानूंगा बिना अखबार पर एक शब्द लिखे छाप के दे दूंगा लेकिन मानूंगा नहीं धमकियां आई बहुत धमकियां आई मजबूर किया गया और फिर रामनाथ गोका को बोला कि अपने मुंह से पैसे बोल अपने मुंह से पैसे बोल तेरी कंपनी हमने खरीद ली बता तेरा इंडियन एक्सप्रेस खरीद ली पैसे बोल हाथ आगे लाइए स शांति माप नती शांति मापन नकाम कामी न काम कामी आमीन कामना आई वहां लेकिन उसने एक्शन नहीं लिया पैसे मिल रहे थे एक्शन नहीं लिया इसे बोलते हैं अपूरे मानम अचला प्रतिष्ठा कम ऑन अचला प्रतिम प्रतिष्ठा हुआ ये पॉलिटिक्स भी इनकी पॉलिसी को हिला नहीं पाई हुआ ये कि अखबार बंद करने की धमकी दी गई जेल में डालने की धमकी दी गई बाहरी दबावों ने इन्होंने बाहरी दबावों को अपने पर हावी नहीं होने दिया और जर्नलिज्म इंटीग्रिटी को बरकरार रखा करेज के सिंबल बन गए रामनाथ गोविंद का और आज जर्नलिज्म का सबसे बड़ा अवार्ड रामनाथ गोविंद का एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवार्ड इनके नाम पर दिया जाता है अगर उस समय पैसा ले लिया होता तो इन्हें कौन याद रखता आज देश का सबसे बड़ा सम्मान इनके नाम पर किसी जर्नलिस्ट को दिया जाता है हाथ आगे लाइए कामना आई कामना आई एक्शन नहीं लिया एक्शन नहीं लिया ऐसे ही एक बार कामना मेजर ध्यानचंद को भी मिली थी हॉकी के भगवान माने जाने वाले मेजर ध्यानचंद हजार से ज्यादा गोल मार चुके थे तीन ओलंपिक गोल्ड मेडल भारत को उस समय 1930 में दिलाए थे नंगे पांव खेलने वाले कोई सुविधा नहीं होने वाले रात को बिजली नहीं होने वाले पैरों में जुराब पहनने के लिए नहीं ऐसे मेजर ध्यानचंद वर्ल्ड के सबसे शक्तिशाली शख्स उस समय के हिटलर जो जर्मनी के सुप्रीम लीडर थे वह मैच देखने आए थे इनका और इंडिया ने बर्लिन ओलंपिक्स फाइनल जब था तो 8 एक से उखाड़ के फेंका था जर्मनी को बीच में उठ के हिटलर चला गया था मैच के देख नहीं जा रहा था उससे उन आठ गोलों के अंदर छह गोल अकेले मेजर ध्यानचंद के थे छह गोल अकेले थे ऐसा चुंबक लगता था हॉकी से चिपका रखा है कि बॉल चिपक के रहती थी बाद में जाकर चेक भी किया कि इसे तोड़ के देखो इसमें मैगनेट तो नहीं कैसे चिपका के रखता है बॉल को समझ में नहीं आता वो मेजर ध्यानचंद हिटलर इतने इंप्रेस हुए उनको बुलाया रात को बोले क्या जब हॉकी नहीं खेलते तो क्या करते बोला इंडियन आर्मी में लांस नायक हूं हिटलर ने उनके टैलेंट को समझा और बोला तुम्हें जर्मनी के अंदर बहुत सीनियर आर्मी की रैंक दे चाहता हूं और जर्मन सिटीजनशिप ऑफर करना चाहता हूं और जो तनखा मिल रही है उससे 20 गुना ज्यादा तनखा देना चाहता हूं कामना आई पर ध्यानचंद ने क्या जवाब दिया इंडिया मेरा घर है और इंडिया का सिपाही बिकाऊ नहीं है इसको बोलते हैं ये आपको जितने महान लोग है ना आपको भगवत गीता के श्लोक उनके चरित्र में दिखाई पड़ेंगे आर यू विद मी यस नो यस सर अ पूरे मान मचला प्रतिम समुद्र मापा प्रविश यदव तद्व कामा यम प्रसंति सर्वे मापन काम कामी तो मेजर ध्यानचंद के नाम पर आज सबसे बड़ा अवार्ड मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड दिया गया आर्मी में चले जाते जर्मनी की सिटीजनशिप ले लेते लेकिन इतना बड़ा सम्मान कभी नहीं मिल सकता कि आज किसी को भी पुरस्कार मिलेगा अगले दसियों सैकड़ों साल तक तो उनके नाम पर दिया जाएगा इसको बोलते इंद्रिया थी इंद्रिया तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठित तो इसके साथ में यह जो इस्तेमाल किया गया है क्या वर्ड है इसलिए देयर फोर तस्मा इसके साथ में हमारा दूसरा अध्याय संपूर्ण परिपूर्ण होता है अब हम तीसरे अध्याय से शुरू करेंगे और सबको एक ही बात कहना चाहेंगे आप बताइए ईमानदारी से गीता हिना क्शन देखना चाहिए हां या ना यस कम ऑन गीता एन एकशन और इस देश में एक मुहिम चलानी है कि हर घर में लोग भगवत गीता पढ़े इस भावना से नहीं कि ये धर्म की किताब है सारे धर्मों का सम्मान करते हुए इस भावना से कि अपने चरित्र को सुधार के अपने आप को और पावरफुल बना के मुझे कोई हरा नहीं पाएगा इतना शक् शति शली बन जाऊंगा अगर मैं गीता इना क्शन के एपिसोड हर बाप को अपने बेटे को जरूर दिखाना चाहिए या बेटी को जरूर दिखाना चाहिए हर पुत्र पुत्री को अपने पिता को अपनी मां को जरूर दिखाना चाहिए ये वो एपिसोड्स है हमारे साथ जुड़े रहने के लिए इन एपिसोड्स को पूरे देश तक पहुंचाने के लिए आप सबका हृदय की गहराई से प्रेम पूर्वक बहुत-बहुत धन्यवाद ग्रंथ राज श्रीमद् भगवत गीता की जय थैंक यू वेरी मच [प्रशंसा] हे [संगीत]