हेलो गैस आज के इस लेक्चर से हम स्टार्ट कर रहे हैं मैनेजमेंट अकाउंटिंग मैनेजमेंट अकाउंटिंग जो है वो अधिकतर फाइनल एयर के अंदर आता है और यह एक न्यूमेरिकल टाइप प्रॉब्लम सॉल्विंग सब्जेक्ट है जैसे आपको फाइनेंशियल अकाउंटिंग होता है कॉस्ट अकाउंटिंग होता है कुछ उसे तरीके का है बट इसके अंदर चैप्टर नंबर फर्स्ट जो दे रखा है वो है एन इंट्रोडक्शन ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटिंग ये चैप्टर नंबर जो फर्स्ट है इंट्रोडक्शन ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटिंग ये थियोरेटिकल चैप्टर है ना इसके अंदर हमको थ्योरी पढ़नी पड़ती है लेकिन जरूरी है क्योंकि इसी चैप्टर से हमें पता लगेगा की मैनेजमेंट अकाउंटिंग जो है वो क्या है मैनेजमेंट अकाउंटिंग का मीनिंग क्या है उसका डेफिनेशन क्या है उसका नेचर्स क्या है टेक्निक्स और टूल कौन से स्कोप क्या है फंक्शंस के लिमिटेड क्या है ये सब हमें इसी चैप्टर से पता लगता है और एग्जाम परपज से भी ये चैप्टर इंपॉर्टेंट है क्योंकि इसमें से थियोरेटिकल जो क्वेश्चन बंता है वो इसी चैप्टर में से बंता है इसके बाद जो हम आगे चैप्टर स्टार्ट करेंगे वो सारे न्यूमेरिकल यानी की प्रॉब्लम सॉल्विंग चैप्टर होंगे मैनेजमेंट अकाउंटिंग है ना दो शब्द है मैनेजमेंट अकाउंटिंग मिनि मीनिंग समझना से पहले थोड़ा सा समझिए मैनेजमेंट अकाउंटिंग ऐसी अकाउंटिंग जो हम मैनेजर के लिए करते हैं अब हम मैनेजर के लिए अकाउंटिंग क्यों करेंगे हम इसलिए करेंगे ताकि मैनेजर जो है वो डिसीजन कोई भी प्रॉब्लम उनके सामने आए बिजनेस से रिलेटेड तो उसका डिसीजन वो बड़े आराम से ले सके हम जो अकाउंटिंग करके देंगे मैनेजमेंट अकाउंटिंग की हेल्प से वो अच्छे से डिसीजन ले सकें मैनेजमेंट अकाउंटिंग अकाउंटिंग की कोई ब्रांच नहीं है इसके अंदर क्या होता है जो हम कॉस्ट अकाउंटिंग करते हैं फाइनेंशियल अकाउंटिंग करते हैं टैक्स अकाउंटिंग करते हैं है ना रिस्पांसिबिलिटी अकाउंटिंग करते हैं उन साड़ी अकाउंटिंग में से ही चीज उठाई जाति है उनमें से ही डाटा उठाया जाता है उसके बाद उनका एनालिसिस किया जाता है रिपोर्ट तैयार की जाति है और वो मैनेजर को प्रोवाइड कर दी जाति है मैनेजर क्या करते हैं जो भी उनके सामने प्रॉब्लम्स आई है जो हमने उनको रिपोर्ट दी है उसे रिपोर्टिंग के पर वह डिसीजन लेते हैं ताकि उनका डिसीजन जो है करेक्ट हो किसी भी सिचुएशन के अंदर और इसके साथ ही मैनेजमेंट अकाउंटिंग अगर किसी बिजनेस के अंदर की जाति है तो फिर उसे बिजनेस की एफिशिएंसी बाढ़ जाति है कम करने की एफिशिएंसी बाढ़ जाति है मैनेजमेंट अकाउंटिंग का एक मोस्ट इंपॉर्टेंट चीज ये है की मैनेजमेंट अकाउंटिंग अपने से उसे बिजनेस की एफिशिएंसी बढ़नी है एफिशिएंसी का मतलब आप समझते हैं ना पर एग्जांपल के लिए पहले जो है कोई एक धावक है दवा समझते हो ना दौड़ने वाला जो है ना ओलंपिक में डन उसको रेस लगानी है अब पहले जो है वो कुछ एक दूरी एक किलोमीटर की दूरी मां लेते हैं मुझे नहीं पता दो मिनट में जो है ते कर लेट था एफिशिएंट होने का मतलब हो गया अब वह 2 मिनट से कम टाइम में भी ते कर लेट है तो वो एफिशिएंट हो गया ओवर ज्यादा ठीक है आई हम पढ़ने हैं इसको क्या है इसका मीनिंग जो यहां दिया हुआ है सो मीन मैनेजमेंट अकाउंटिंग विच इस अलसो नॉन एन अकाउंटिंग पर मैनेजर अभी मैंने बोला मैनेजमेंट अकाउंटिंग यानी की अकाउंटिंग पर मैनेजर जो अकाउंटिंग एन मैनेजर के लिए करते हैं वो मैनेजमेंट अकाउंटिंग होती है और ये जो अकाउंटिंग पर मैनेजर के लिए होती है ये एक प्रोसेस है ऑफ कलेक्टिंग इनफॉरमेशन एक प्रोसेस है क्या करना इनफॉरमेशन को कलेक्ट करना अब दो तरह की इनफॉरमेशन होती है एक क्वालिटी होती है और एक क्वांटिटी होती है क्वांटिटी मतलब डाटा में होती है क्वालिटी मतलब कॉन्सेप्ट के रूप में हो गई ठीक है और इन इनफॉरमेशन को कहां से कलेक्ट करना फ्रॉम वेरियस सो सच स फाइनेंशियल अकाउंटिंग जैसे मैंने आपको बताया ये जो हम क्वालिटेटिव या क्वानटेटिव इनफॉरमेशन कलेक्ट करेगी कहां से करेंगे फाइनेंशियल अकाउंटिंग से कर सकते हैं कॉस्ट अकाउंटिंग से कर सकते हैं टैक्स अकाउंटिंग कैसे कर सकते हैं ह्यूमन रिसोर्स अकाउंटिंग से कर सकते हैं और भी जो भी अकाउंटिंग होती है वही से ये इनफॉरमेशन हमें कलेक्ट करनी होती है और उसके बाद क्या करना होता है सिलेक्टिंग डी इंपॉर्टेंट ऑन आउट ऑफ डी टोटल जो हमने इनफॉरमेशन कलेक्ट कारी है उसमें से इंपॉर्टेंट इंपॉर्टेंट जो चीजें हैं उनको सिलेक्ट कर लेना उसके बाद उनको एनालाइजिंग डेम विद डी हेल्प ऑफ सर्टेन टूल्स और टेक्निक्स बहुत सारे टूल्स और टेक्निक्स हैं मैनेजमेंट अकाउंटिंग के तो उन टूल्स और टेक्निक की हेल्प से वो जो हमने इनफॉरमेशन कलेक्ट कारी है उसको एनालाइज करना ओके दें उसके बाद क्या करना दें पास ऑन डी मैनेजमेंट पर डी टेकिंग डिसीजन और फिर उसे इनफॉरमेशन की रिपोर्ट बनाकर हमें मानस को दे देना है ताकि मैनेजमेंट जो है उसे इनफॉरमेशन की हेल्प से उनके सामने जो भी सिचुएशन है जो भी प्रॉब्लम्स हैं उनका वो डिसीजन ले सके उसे प्रॉब्लम से निपटाने का ओके इन डी इंटरेस्ट ऑफ डी ऑर्गेनाइजेशन और डी पार्टीज इंटरेस्टेड इन ऑन आईटी जो भी मैनेजमेंट अकाउंटिंग से रिलेटेड पार्टी होती हैं या ऑर्गेनाइजेशन है मैनेजर है वो इन मैनेजमेंट अकाउंटिंग में हमने जो टूल्स और टेक्निकल की हेल्प से यू डाटा एनालिसिस किया बल्कि उन डाटा की हेल्प से उसे रिपोर्ट की हेल्प से जो है डिसीजन लिया जाता है ओके मैनेजमेंट अकाउंटिंग क्या होता है यह तो आपको समझ में ए गया होगा आगे बढ़ते हैं और हम देखते हैं इसकी थोड़ी सी डेफिनेशन डेफिनेशन इसकी बहुत साड़ी आपकी बुक में बहुत साड़ी दे राखी होगी लेकिन मैंने यहां पर कुछ डेफिनिशन ली है इसके अंदर सबसे फर्स्ट है डी इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्स ऑफ इंग्लैंड और वेल्स ये जो है इंस्टिट्यूट है चार्टर्ड अकाउंटेंट का इंग्लैंड का ये बोलना है अन्य फॉर्म ऑफ अकाउंटिंग विच इनेबल्स एन बिजनेस तू बी कंडक्ट मोर ये देखो एफिशिएंट अन्य फॉर्म ऑफ अकाउंटिंग ऐसी कोई भी अकाउंटिंग जो आपने की और उससे क्या हुआ बिजनेस के अंदर जब आपने उसे अकाउंटिंग अप्लाई किया तो उसे ऑफीशियली कैन बी रिगार्डेड स एन मैनेजमेंट अकाउंटिंग मतलब उसे अकाउंटिंग की वजह से एफिशिएंसी जो है वो इंक्रीस हो जाए तो उसको मैनेजमेंट अकाउंटिंग बोलते हैं नेक्स्ट है संगठन सर्टिफाइड कॉरपोरेशन और इंटरप्रिटिंग इनफॉरमेशन [संगीत] मैनेजमेंट अकाउंटिंग के अंदर जो भी हम टेक्नीशियन करते हैं डाटा उसे करते हैं जो भी एप्लीकेशंस लगाते हैं है ना और जो भी इंटरप्रिटेशन निकलते हैं उन सब जो भी डिजाइन बनाते हैं उन सब से होता क्या है जो प्रमोट करें मैक्सिमम एफिशिएंसी को ताकि एफिशिएंसी बढ़ इन एवरीथिंग और कोऑर्डिनेशन देवर एजुकेशन ताकि जो है बिजनेस के अंदर कोऑर्डिनेशन वगैरा का एजुकेशन एकदम अच्छे से हो सके वह हम आगे डिटेल में स्कोप में और पढ़ेंगे ठीक है ओके चलिए आगे चलते हैं फिर इस चैप्टर के अंदर आता है आपका नेचर और करैक्टेरिस्टिक्स ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटिंग मैनेजमेंट अकाउंटिंग का नेचर क्या है और उसका करैक्टेरिस्टिक्स क्या है तो नेचर में देखो फर्स्ट नेचर है करैक्टेरिस्टिक्स एक ही बात है इसमें सबसे फर्स्ट आता है सिलेक्टिव नेचर मैनेजमेंट अकाउंटिंग नेचर होता है सिलेक्टिव मतलब नेचर मतलब हमें जो भी इनफॉरमेशन थोड़ी लेते हैं उसमें से कुछ सिलेक्ट करते हैं किसी भी प्रकार के कोई भी रूल्स और फॉर्मेट की जरूर नहीं पड़ती हां जो टूल्स और टेक्निक्स है वहां पर जरूर पड़ती है लेकिन यहां पर क्या होता है जो मैनेजर होते हैं जो इन एनालिसिस करने वाले होते हैं वो अपने पर्सनल एक्सपीरियंस के बेस पर ही रूल्स और रेगुलेशन लगा सकते हैं ओके प्रोवाइड डाटा जो मैनेजमेंट अकाउंटिंग होती है उसमें डाटा प्रोवाइड किया जाता है अच्छा खास और उन डाटा के बेसिस पर ही जो है यह रिपोर्टिंग की जाति है नेक्स्ट है क्लासिफिकेशन ऑफ कॉस्ट इसमें कॉस्ट को क्लासीफाइड किया जाता है है ना बहुत सारे के तरीके की कॉस्ट होती है वेरिएबल कॉस्ट फिक्स्ड कॉस्ट सेमी वेरिएबल कॉस्ट है ना मार्जिनल कॉस्ट तो उन सब कॉस्ट को जो है यहां पर क्लासीफाइड किया जाता है इंटीग्रेटेड मेथड इंटीग्रेटेड मेथड मतलब यही हो गया की इस कोई एक चीज को नहीं लिया जाता है बहुत साड़ी कॉस्ट अकाउंटिंग से अकाउंटिंग है ना रिस्पांसिबिलिटी अकाउंटिंग तो इंटीग्रेटेड यह मेथड है रिलेटेड तू फ्यूचर इसमें क्या किया जाता है पेस्ट में जो डाटा है हमारे पास और प्रेजेंट में जो डाटा है उन दोनों की हेल्प से फ्यूचर में क्या होने वाला है उसका अनुमान लगाया जाता है इसलिए इसको बोला जाता है रिलेटेड तू फ्यूचर और जो ये मैनेजमेंट अकाउंटिंग होता है ये रिलेटेड तू फ्यूचर होता है नेक्स्ट सेवन नंबर एक कॉसेस और इफेक्ट रिलेशनशिप मैनेजमेंट अकाउंटिंग के अंदर कैसे और इफेक्ट रिलेशनशिप दिखाए जाता है बताया जाता है अच्छे से एक्सप्लेन किया होता है मतलब ये करने से ये होगा ये होगा ये कैसे और इफेक्ट रिलेशनशिप है अगर आप अच्छे से लेक्चर देखोगे और पढ़ के जाओगे तो आपके अच्छे मार्क्स आएंगे कैसे और इफेक्ट रिलेशनशिप है अगर आप कुछ नहीं करके जाओगे ऐसे ही जी दिन एग्जाम है उसे दिन जाके बैठ जाओगे तो वहां पर बहुत ज्यादा चांसेस है की सप्लीमेंट्री या फेल हो सकते हैं तो ये कैसे और इफेक्ट रिलेशनशिप है तो कैसे और इफेक्ट रिलेशनशिप इसके अंदर दिखाए जाता है यूजफुल तू मैनेजमेंट यह बहुत ज्यादा मैनेजमेंट के लिए यूजफुल है क्योंकि मैनेजमेंट के बेसिस पर ही बहुत सारे डिसीजंस लेट है और सर्विस फंक्शन यह एक तरह का सर्विस फंक्शन होता है ओके चलिए आगे चलते हैं ये थे इसके नेचर और करैक्टेरिस्टिक्स नेक्स्ट हम देखते हैं फिर इसके अंदर एक सेकंड पास ये रहा नेक्स्ट ज्यादा इसके अंदर टेक्निक्स और टूल्स कौन-कौन से टेक्निक्स और टूल्स हैं जो इसके अंदर मैनेजमेंट अकाउंटिंग के अंदर कम आते हैं मैंने बोला ना डाटा तो ले लिया लेकिन उसे डाटा का एनालिसिस करने के लिए आपको क्या चाहिए टेक्निक्स और टूल्स चाहिए अगर तू टेक्निक्स और टूल्स नहीं होंगे तो आप एनालिसिस कैसे करेंगे उसे डाटा का तो वो टेक्निक्स सॉल्व टूल्स कौन-कौन से हैं आम साइज स्टेटमेंट याद है क्लास 12th के अंदर पढ़ने थे फाइनेंशियल स्टेटमेंट का जब हम एनालिसिस करते थे तो आम साइज और कॉपरेटिव स्टेटमेंट पढ़ने थे वो दोनों टूल्स हैं मैनेजमेंट अकाउंटिंग के ये देखो आम साइज स्टेटमेंट कॉपरेटिव स्टेट में ठीक है इनको आगे हम न्यूमेरिकल भी करेंगे आने वाले लेक्चरर्स के अंदर रेशों एनालिसिस है ना ये क्लास 12th के अंदर रेशों एनालिसिस होता था आपको पता है ना बहुत सारे रेशों होते थे ना फिक्स असेट्स करंट असेट्स रेश्यो है ना करंट रेशों लिक्विडिटी रेशों सॉल्व प्रॉफिट एबिलिटी रेशों उसके अंदर बहुत सारे होते थे है ना तो वो सारे रेशों एनालिसिस जो है वो ये टूल है किसका मैनेजमेंट अकाउंटिंग का टेक्निक है ट्रेड एनालिसिस भी करती थी जो हमारा एनालिसिस ऑफ फिनिश्ड स्टेटमेंट हम करते थे ना उसमें आम साइज स्टेटमेंट कॉपरेटिव और ट्रेड एनालिसिस तीन एनालिसिस होते थे उसके बाद कैश फ्लो भी हम पढ़ रखें हैं कैश फ्लो स्टेटमेंट वो भी टूल और टेक्निक्स है मैनेजमेंट अकाउंटिंग का फंड फ्लो शायद आपने नहीं पढ़ा होगा ये बीकॉम में ही पढ़ा जाता है बा में पढ़ा जाता है तो ये फंड फ्लो स्टेटमेंट जो है ये आपको अभी ये क्या होता है कुछ वो आपको पढ़ना पड़ेगा ठीक है स्टैंडर्ड कास्टिंग ये आपने शायद पहले नहीं पड़ी हो कॉस्ट अकाउंटिंग में कभी पड़ा हो तो क्या पता बजट ट्री कंट्रोल मार्जिनल कास्टिंग तो देखो इंपॉर्टेंट इंपॉर्टेंट चैप्टर बताऊं जो आपने पहले नहीं पढ़े होंगे जैसे ये है फंड फ्लो स्टॉक स्टेटमेंट है ये मैनेजमेंट अकाउंटिंग में पढ़ोगे स्टैंडर्ड कास्टिंग पढ़ोगे कंट्रोल दो होता है फर्स्ट और सेकंड दोनों पढ़ेंगे आप ठीक है और मार्जिनल कास्टिंग मोस्ट इंपॉर्टेंट है ये भी पढ़ेंगे आप तो ये सब और उसके बाद छोटा सा होता है रिस्पांसिबिलिटी अकाउंटिंग 10th नंबर ये सारे टूल्स और टेक्निक्स है जिनकी हेल्प से जो हमने डाटा लिया है फाइनेंशियल अकाउंटिंग कॉस्ट अकाउंटिंग वगैरा से उन डाटा कम एनालिसिस करते हैं और एनालिसिस करने के बाद रिपोर्ट बनाकर मैनेजर को देते हैं ओके तो ये टूल्स कम आते हैं बहुत ज्यादा ओके चलिए जी आगे बढ़ते हैं और आगे हमारा इसको है तो मैनेजमेंट अकाउंटिंग है उसका स्कोप क्या है ठीक है तो देखिए स्कोप देखिए यहां पर स्कोप में आपको क्या क्या दिखे रहा है मैनेजमेंट अकाउंटिंग के स्कोप के अंदर सबसे फर्स्ट स्टेप फाइनेंशियल अकाउंटिंग सेकंड कॉस्ट अकाउंटिंग भाई जो माइलेज मैनेजमेंट अकाउंटिंग है उसका स्कोप क्या है उसका एरिया क्या है किस-किस लेवल तक वो जा सकता है उसका स्कोप कहां-कहां तक है तो वहां इसका इसको मैं वन इस एन अकाउंटिंग फाइनेंशियल अकाउंटिंग से डाटा ले सकता है कॉस्ट अकाउंटिंग से ले सकता है फोर कास्टिंग और बजटिंग करता है ये वहां से डाटा हो सकता है फोरकास्ट इन करने के लिए जो भी चीज चाहिए मैनेजमेंट रिपोर्टिंग तैयार होती है स्टैटिकल टूल्स तैयार होते हैं जैसे वो टूल ही थे जैसे रेश्यो एनालिसिस एक तरह का तू ली है फाइनेंशियल एनालिसिस और इंटरप्रिटेशन निकाला जाता है कंट्रोल कॉस्ट कंट्रोल भी किया जाता है टैक्स अकाउंटिंग की जाति है ऑफिस सर्विसेज के बड़े में भी इससे मैनेजमेंट अकाउंटिंग में होता है और इंटरनल ऑडिट वगैरा जो होती है उससे रिलेटेड भी इसका स्कोप है तो ये साड़ी चीज जो है ये पुरी मैनेजमेंट अकाउंटिंग के अंदर इंक्लूड की जाति है ओके जी है तो यह स्कोप क्या आप केवल नाम याद कर लेना बहुत है नेक्स्ट आता है फंक्शंस ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटिंग भाई चलो माना हमने जो है डाटा लिया इन सब से इसको हमें एनालिसिस करके एक रिपोर्ट तैयार कारी आप रिपोर्ट तैयार करने के बाद में हमने डेरी तो ये जो रिपोर्ट तैयार करने के बाद किसको दी मैनेजर को दे दिया अब वो डिसीजन वगैरा लेंगे उससे है एफिशिएंसी बढ़ेगी बिजनेस की ओके ठीक है तो इसमें मैनेजमेंट जो अकाउंटेंट है उसको क्या-क्या कम करने पढ़ते होंगे या फिर हम का सकते हैं मैनेजमेंट अकाउंटिंग के अंदर उसके क्या फंक्शंस हैं हम बिजनेस स्टडी के अंदर पढ़ने थे क्लास 12th के अंदर याद है आपको मैनेजमेंट है ना बिजनेस मैनेजमेंट तो बिजनेस मैनेजमेंट के अंदर ये होता था की मैनेजर जो है उसकी फंक्शंस क्या है या बिजनेस मैनेजमेंट की फंक्शंस क्या है दोनों एक ही बात है की जो मैनेजर है उसको क्या क्या करना पड़ेगा तो यहां जो मैनेजमेंट अकाउंटिंग वाला मैनेजर है वो क्या क्या करेगा तो दो कम करता है एक तो इसके अंदर मैनेजमेंट अकाउंटिंग के अंदर जो फंक्शंस है वह प्रेजेंटेशन ऑफ इनफॉरमेशन जो इनफॉरमेशन है उसका प्रेजेंटेशन तैयार किया जाता है वो कैसे किया जाता है सबसे पहले रिकॉर्ड किया जाता है डाटा को अलग-अलग फीड से डाटा लिया जाता है फाइनेंशियल अकाउंटिंग कॉस्ट अकाउंटिंग टेक्स्ट अकाउंटिंग रिस्पांसिबिलिटी अकाउंटिंग वहां से डाटा को लिया जाता है और उनको रिकॉर्ड किया जाता है मैंने उसको आ जैसे हम रिकॉर्डिंग करते हैं ना फाइनल अकाउंटिंग में जनरल एंट्री जो बनाते हैं वो रिकॉर्डिंग है तो इस प्रकार से कुछ रिकॉर्ड किया जाता है रिकॉर्ड करने के बाद उसकी एक्यूरेसी अच्छी जाति है वो कितना एक्यूरेट है डाटा उसके बाद उनका एनालिसिस किया जाता है विद डी हेल्प ऑफ टूल्स और टेक्निक्स ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटिंग जो मैंने अभी आपको बताई उसके बाद उनका इंटरप्रिटेशन निकाला जाता है और इंटरप्रिटेशन मतलब जो हमने रिपोर्ट तैयार कारी है उसको पढ़ करके कोई भी समझ सके वो चीज जो हम समझना चाहते हैं वो इंटरप्रिटेशन इसका मतलब वो इंटरप्रिटेशन सही नहीं निकाल पे वो समझ नहीं पाया और उसके बाद उसे रिपोर्ट को हम कम्युनते कर देते हैं किसको कम्युनिटी कम्युनिकेट करते हैं मैनेजर को ओके अब हेल्पफुल तू मैनेजमेंट अब यह जो मैनेजमेंट अकाउंटिंग है जो मैंने रिपोर्ट तैयार कारी है यह मैनेजर के लिए कैसे हेल्पफुल होती है कहां कहां हेल्पफुल होती है तो ये हेल्पफुल इन प्लानिंग और फोरकास्टिंग जो भी मैनेजर प्लानिंग करते हैं फोरकास्टिंग करते हैं यानी की फ्यूचर से रिलेटेड सोचते हैं कुछ है ना अनुमान लगाते हैं तो वहां पर ये मैनेजमेंट अकाउंटिंग की जो रिपोर्ट है काफी हेल्प करती है इसके अलावा हेल्पफुल इन ऑर्गेनाइजेशन ऑर्गेनाइजेशन की हर एक्टिविटी के अंदर ये कम आई है हेल्पफुल इन कोआर्डिनेशन ऑर्गेनाइजेशन मतलब दो तरह के निर्देश होते हैं जिनको ऑर्गेनाइजर करना पड़ता है एक तो होते हैं ह्यूमन रिसोर्सेस और एक होते हैं फिजिकल रिसोर्सेस ह्यूमन रिसोर्सेस के अंदर ए गए इंसान व्यक्ति ओके और उनका रिक्रूटमेंट करना है उनको निकालना है उनको जवाब देनी है उनका सिलेक्शन करना है उनके वो सारे में कम आते हैं उनको ट्रेनिंग देनी है और फिजिकल रिसोर्सेस में हो गया आपका मां और मशीनरी हो गया मटेरियल हो गया मेथड हो गया इन सब में भी ये काफी कम आते हैं तो हेल्पफुल इन ऑर्गेनाइजेशन हेल्पफुल इन कोऑर्डिनेशन चाहे मां तू मां यानी की जो मैनेजरियल परसों जो है जो ह्यूमन रिसोर्सेस हैं उनके बीच कोऑर्डिनेशन करना हो या ह्यूमन रिसोर्सेस का फिजिकल रिसोर्सेस के बीच में कोऑर्डिनेशन करना उसमें भी ये हेल्प करते हैं हेल्पफुल इन कंट्रोलिंग चाहे कंट्रोल करना हो किसी भी सिचुएशन में आउट ऑफ कंट्रोल हो रही है सिचुएशन जिसकी वजह से बिजनेस को लॉस हो रहा है तो वहां पर कंट्रोल भी बहुत ज्यादा जरूरी होता है तो वो कंट्रोल भी जैसे क्लासरूम होता है ना उसमें बच्चे पढ़ तो रहे हैं लेकिन बीच-बीच में डिस्टर्ब भी कर रहे हैं तो उसको किस तरीके से कंट्रोल करता है टीचर तो ऐसे कैसे यहां पर भी बिजनेस के अंदर कंट्रोल इन कम करता है जो कंट्रोल लेंगे एक फंक्शन है मैनेजमेंट का तो उसमें भी उसे कंट्रोल करने में भी ये मैनेजमेंट अकाउंटिंग काफी हेल्प करता है हेल्पफुल इन मोटिवेशन मोटिवेट करने में भी हेल्प करता है और हेल्पफुल इन डिसीजन मेकिंग मोस्ट इंपॉर्टेंट बहुत सारे डिसीजन जो है इन मैनेजर जो है इन्हीं मैनेजमेंट अकाउंटिंग अकाउंटेंट ने जो रिपोर्ट तैयार कारी इस बेसिस पर लेट है तो ये हो गया आपके फंक्शंस ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटिंग सी बिल्कुल लास्ट और फाइनल पॉइंट बच्चा है टॉपिक बच्चा है इस चैप्टर का मैनेजमेंट अकाउंटिंग के चैप्टर नंबर फर्स्ट वह इमिटेशन शॉप मैनेजमेंट अकाउंटिंग बहुत तारीफ कर ली आपने मैनेजमेंट अकाउंटिंग की कुछ तो कमियां होगी कुछ तो लिमिटेशंस होगी हां जी वो कौन-कौन सी है तो इसके अंदर फर्स्ट आई है आपकी लॉक ऑफ नॉलेज लॉक ऑफ नॉलेज जो ये रिपोर्ट तैयार करता है ना जरूरी नहीं है की उसको साड़ी फील्ड का नॉलेज हो क्योंकि मैनेजमेंट अकाउंटिंग के स्कोप बहुत बड़ा है मैंने आपको बताया अभी तो क्या उसको हर सब्जेक्ट का दीप नॉलेज होगा ऐसा जरूरी है नो अगर ऐसा नहीं है और अगर ऐसा है उसको नॉलेज है अच्छा सा तो तू कोई प्रॉब्लम नहीं है लेकिन अगर उसको परफेक्ट नॉलेज नहीं है तो हर सब्जेक्ट का तो प्रॉब्लम हो जाएगी ठीक नेक्स्ट है फिर वो रिपोर्ट अच्छी नहीं बनेगी लाख ऑफ पॉलिनेशन कई बार हो सकता है की वो कॉर्डिनेट ही नहीं कर पे इतना बड़ा स्कोप है सबके बीच में कोऑर्डिनेटर करना बहुत मुश्किल होता है तो रिपोर्ट सही नहीं बन शक्ति वही दिस को मैं वही का रहा हूं वाइड स्कोप होने की वजह से है ना इसको बताया था ना मैंने कितना बड़ा है इसको कितनी साड़ी चीज इसमें शामिल की जाति है इतना बड़ा इसको होने की वजह से ही लॉक ऑफ नॉलेज और लॉक ऑफ कोऑर्डिनेशन हो सकता है इवोल्यूशन इवोल्यूशन स्टेज का मतलब तो अब उसे इवोल्यूशन स्टेज के अंदर कुछ नयापन ए गया अब वो नया अपन एक्सेप्ट किया जाए या नहीं किया जाए ये भी प्रॉब्लम होती है नेक्स्ट है आपका आ फोर्थ नंबर के बाद में फिफ्थ बेस्ड ऑन फाइनैंसल और कॉस्ट अकाउंटिंग ये पुरी की पुरी फाइनेंशियल और कॉस्ट अकाउंटिंग के ऊपर ही बेस्ड होती है जैसे जैसे हम आगे करेंगे आप समझेंगे एक्सपेंसिव इसके लिए अलग से एक टीम बनानी पड़ती है अलग से एनालिसिस का पूरा खर्चा आता है तो ये एक्सपेंसिव है ये जो है मितवा ही नहीं है बोल सकते हैं ना कम खर्चीली नहीं है अधिक खर्चीली खर्चा अधिक आता है इसको मैनेजमेंट अकाउंटिंग को करने के लिए अंदर क्योंकि एक अलग से ही मैनेजमेंट अकाउंटिंग की टीम बनके हमको बिठाने होती है जिनका कम यह करना होता है ओके तो ये हो गया आपका अब मैनेजमेंट अकाउंटिंग का चैप्टर नंबर फर्स्ट नेक्स्ट लेक्चर के अंदर हम कोई टॉपिक स्टार्ट करेंगे दूसरा न्यू चैप्टर स्टार्ट करेंगे जिसमें प्रैक्टिकल प्रॉब्लम्स होगी बस आपसे एक रिक्वेस्ट है आप ज्यादा से ज्यादा इन इस वीडियो को शेर कीजिए उन स्टूडेंट के साथ में जिनकी मैनेजमेंट अकाउंटिंग है जो आपके फ्रेंड सर्किल में है जिनके एग्जाम है अभी नजदीक ताकि उनको भी हेल्प मिले और हमको भी सपोर्ट मिले मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में आज के लिए इतना ही तब तक के लिए गुड बाय थैंक यू