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आर्थिक मांग की मास्टर क्लास

व्हाट्स अप एवरीवन वेलकम बैक टू द चैनल वेलकम टू द 100 डेज कॉमर्स मास्टर क्लास और आज हम लोग इकोनॉमिक्स में स्टार्ट करने जा रहे हैं एक और नया यूनिट ऑफ मैक्रो इकोनॉमिक्स जो कि होने वाला है एग्रीगेट डिमांड एंड रिलेटेड कांसेप्ट हम लोगों ने चैप्टर नंबर 1 टू स यानी कि नेशनल इनकम के चार चैप्टर्स और मनी एंड बैंकिंग कंप्लीट कर लिया है अब हम चैप्टर नंबर सेवन एक नए यूनिट के साथ शुरू कर रहे हैं तीन चैप्टर्स हैं इसमें सेवन एट और नाइन प्लेलिस्ट पूरा प्रॉपर्ली मैंने बनाया है आप जाके चेक कर सकते हैं और अकॉर्डिंग ही पढ़ाई कर सकते हैं चलिए जल्दी से शुरू करते हैं और समझते हैं इसके अंदर क्या है लेट्स [संगीत] [संगीत] बिगन अब देखो बच्चों हम लोगों ने डिमांड और सप्लाई क्लास 11थ में माइक्रो इकोनॉमिक्स में पढ़ा है अगर आप सीबीएससी बोर्ड से हो अगर आप किसी अदर स्टेट बोर्ड से हो जहां पे 12थ में ही माइक्रो और मैक्रो आता है तब भी आपने माइक्रो में डिमांड पढ़ा होगा तो डिमांड का मतलब होता था जब एक इंडिविजुअल कुछ डिमांड करता था है ना मार्केट डिमांड का मतलब क्या होता था जब एक से ज्यादा इंडिविजुअल्स कुछ डिमांड करते थे यहां पे टॉपिक का नाम क्या है एग्रीगेट डिमांड तो एग्रीगेट का मतलब समझते हो एग्रीगेट का मतलब होता है कि एक इकोनॉमी में जितने भी सारे के सारे सेक्टर्स हैं चाहे व हाउसहोल्ड हो चाहे वो फर्म्स हो चाहे वो गवर्नमेंट हो चाहे वो रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड हो तो जब हम चारों की डिमांड को जोड़ देते हैं हर चीज जो भी वो डिमांड कर रहे हैं उसको हम क्या बोल देते हैं एग्रीगेट डिमांड आपने सर्कुलर फ्लो ऑफ इनकम में पढ़ा था ना कि चार सेक्टर्स हैं हमारे पास हाउसहोल्ड फर्म्स गवर्नमेंट रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड तो सबको जोड़ दें सबकी डिमांड को जोड़ दें तो एग्रीगेट डिमांड बन जाता है तो देखो क्या आ रहा है एग्रीगेट डिमांड व्हाट इज एग्रीगेट डिमांड एग्रीगेट डिमांड रेफर्स टू द टोटल वैल्यू ऑफ फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस बच्चों इंटरमीडिएट गुड्स नहीं लेने फाइनल गुड्स लेने हैं फाइनल का मतलब जो बिल्कुल रेडी टू यूज़ है इनके अंदर कोई भी वैल्यू एडिशन नहीं होना तो जो हमारे पास वैल्यू आएगा फाइनल गुड्स और सर्विसेस का व्हिच ऑल द सेक्टर्स सभी सेक्टर्स में कौन-कौन से हो गए हाउसहोल्ड्स फर्म्स गवर्नमेंट रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड सभी सेक्टर ने जितना भी प्लान करा है बाय करने के लिए प्लानिंग टू बाय एट अ गिवन लेवल ऑफ इनकम ड्यूरिंग अ पीरियड ऑफ वन अकाउंटिंग ईयर एक साल के अंदर-अंदर बात समझ गए ठीक है अब देखो बच्चों डिमांड कौन करता है डिमांड करता है कहीं ना कहीं कंज्यूमर अब यहां पर फर्म्स भी कंज्यूमर्स हो सकती हैं गवर्नमेंट भी कंज्यूमर हो सकता है यह सब कंज्यूम करना चाहते हैं चीजों को तो कंज्यूमर जो डिमांड करता है क्या वही उसका टोटल एक्सपेंडिचर भी होता है है ना देखो इसके लिए मैं तुम्हे एक छोटा सा कांसेप्ट बताता हूं फॉर एग्जांपल हम लोग क्या बोलते हैं कि दो कांसेप्ट है डिमांड और सप्लाई एक है डिमांड एक है सप्लाई डिमांड को कौन करता है कंज्यूमर करता है अब कंज्यूमर अलग-अलग तरीके से हो सकता है कंज्यूमर जरूरी नहीं है हाउसहोल्ड ही हो फर्म भी कहीं ना कहीं कंज्यूमर है कुछ ना कुछ तो डिमांड करेगी है ना और सप्लाई कौन करता है सप्लाई करता है प्रोड्यूसर तो कंज्यूमर जब डिमांड करता है तो वह अपनी जेब से पैसा खर्च करना चाहता है है ना तभी तो वो डिमांड कर सकता है अगर वो पैसा खर्च करके करना चाह ही नहीं रहा तो फिर डिमांड कैसे करेगा तो डिमांड कब होगी जब आप खर्चा करना चाहते हो कुछ पैसा खर्च करना चाहते हो तो कंज्यूमर का हमेशा से जितना खर्चा होता है जो एक्सपेंडिचर होता है वही उसकी डिमांड को रिप्रेजेंट करता है है ना और प्रोड्यूसर का जो इनकम होता है क्योंकि वह सामान प्रोड्यूस करेगा माल बेचेगा कहीं ना कहीं मार्केट में सप्लाई करेगा तो जो इनकम होता है वही उसकी सप्लाई को रिप्रेजेंट करता है तो आपको यह ध्यान रखना है कि जो एग्रीगेट डिमांड है तो क्या मैं यहां से यह बोल सकता हूं कि एग्रीगेट डिमांड इज इक्वल टू एग्रीगेट एक्सपेंडिचर यह अपने पास लिख लेना एग्रीगेट डिमांड जो है वो किसके बराबर आएगा एग्रीगेट एक्सपेंडिचर के बराबर आएगा क्योंकि जितना डिमांड करा उतना ही तो खर्चा करा हां या ना राइट सिमिलरली जो एग्रीगेट सप्लाई हम आगे पढ़ेंगे एग्रीगेट सप्लाई क्या होगा पूरी इकोनॉमी के प्रोड्यूसर्स की सप्लाई एग्रीगेट सप्लाई किसके इक्वल होगा एग्रीगेट इनकम के और एग्रीगेट इनकम को हम लोग क्या बोलते हैं नेशनल इनकम बोलते हैं बच्चों तो यह भी अपने पास नोट कर लो कि हमारे पास एग्रीगेट डिमांड एग्रीगेट एक्सपेंडिचर के बराबर होता है और एग्रीगेट सप्लाई नेशनल इनकम के बराबर होता है क्यों मैंने आपको कांसेप्ट बताया समझे तो एडी और एग्रीगेट एक्सपेंडिचर एक ही बात है एक चीज तो यह है दूसरी चीज इसका स्क्रीनशॉट लो पहले दूसरी चीज बच्चों अभी हम नेशनल इनकम पढ़ के आए है ना नेशनल इनकम में आप एक्सपेंडिचर मेथड से इनकम निकालते थे एक्सपेंडिचर मेथड से नेशनल इनकम निकालते थे तो एक्सपेंडिचर मेथड के कौन-कौन से कॉम्पोनेंट होते थे याद करो एक्सपेंडिचर मेथड के कौन-कौन से कॉम्पोनेंट होते थे एक्सपेंडिचर मेथड के कॉम्पोनेंट होते थे सर जीजी एनपी गवर्नमेंट फाइनल कंजमपट्टी ग्रॉस डोमेस्टिक कैपिटल फॉर्मेशन ग्रॉस डोमेस्टिक कैपिटल फॉर्मेशन का मतलब क्या होता था फर्म्स ने कितना इमेंट करी है फर्म्स की कितनी डिमांड [संगीत] है नेट एक्सपोर्ट्स इसका मतलब फॉरेन सेक्टर और फिर प्राइवेट फाइनल कंजमपट्टी [संगीत] चर यही चार चीज होती थी देखो यही चार एडी के कॉम्पोनेंट्स भी है यानी जब हम एग्रीगेट डिमांड पढ़ते हैं तो मैंने एग्रीगेट डिमांड में आपको क्या बताया जब ऑल द सेक्टर्स सभी सेक्टर की डिमांड किसकी फाइनल गुड्स और सर्विसेस की तो फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस में पहला सेक्टर कौन सा होगा हाउसहोल्ड हाउसहोल्ड को हम सी से रिप्रेजेंट करते हैं यानी कंज्यूमर्स दूसरा कौन सा होगा फर्म्स फर्म्स को हम लोग आई से रिप्रेजेंट करते हैं जो फर्म्स का इन्वेस्टमेंट एक्सपेंडिचर होता है तीसरा होता है गवर्नमेंट उसको हम जी से रिप्रेजेंट करते हैं सरकार का खर्चा और चौथा होता है रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड जिसको हम एक्सपोर्ट माइनस इंपोर्ट इसको हम फॉरेन सेक्टर भी बोलते हैं तो देखो क्या यही चार चीजें हमारे पास यहां पर एक्सपेंडिचर मेथड में भी थी यह सी यानी हाउसहोल्ड का खर्चा ये रहा प्राइवेट फाइनल कंपशन एक्सपेंडिचर आई यानी इन्वेस्टमेंट फर्म्स का ये रहा है ना जी यानी गवर्नमेंट का खर्चा ये रहा और नेट एक्सपोर्ट्स यह रहा इसीलिए भी तो मैं आपको यही बता रहा हूं कि जो एडी है और जो एग्रीगेट एक्सपेंडिचर है वो एक ही बात है यह बहुत इंपॉर्टेंट स्लाइड है बच्चों इसका स्क्रीनशॉट लो अपनी कॉपी में लिख लेना आप ये आपने देखो नेशनल इनकम में पढ़ा था इतना पोर्शन कि नेशनल इनकम जब हम एस्टीमेट करते हैं तो एक्सपेंडिचर मेथड में ये चार चीजें आती हैं और हमने अभी पढ़ा कि एग्रीगेट डिमांड और एक्सपेंडिचर एग्रीगेट एक्सपेंडिचर एक ही बात है तो वही चार कंपोनेंट्स बच्चों यहां पे भी आए ए = c यानी कि हाउसहोल्ड ने कितनी डिमांड करी चारों सेक्टर्स की डिमांड जोड़नी है हाउसहोल्ड की डिमांड इन्वेस्टमेंट यानी फर्म्स की डिमांड गवर्नमेंट यानी सरकार की कितनी डिमांड है टोटल और नेट एक्सपोर्ट्स यानी एक्सपोर्ट इटस इंपोर्ट रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड की फॉरेन सेक्टर की कितनी डिमांड है समझे ये तो समझाने के लिए था अब देखते हैं किताबों में कैसे क्या-क्या चीजें लिखी हैं देखो एडी इज द एग्रीगेट एक्सपेंडिचर दैट डिफरेंट सेक्टर्स ऑफ द इकॉनमी आर विलिंग टू इनकर इट इज इंपॉर्टेंट टू नोट दैट एग्रीगेट एक्सपेंडिचर रेफर्स टू द प्लान एक्सपेंडिचर कितना वो करना चाहते हैं अब कई बार क्वेश्चन आ जाता है बच्चों कि एडी एक स्टॉक कांसेप्ट होगा या फ्लो कांसेप्ट होगा तो देखो यार ये एक फ्लो कांसेप्ट है क्योंकि पूरे साल का होता है ये ड्यूरिंग अ पीरियड ऑफ टाइम होता है देखो ड्यूरिंग अ पीरियड ऑफ वन अकाउंटिंग ईयर तो एडी इज अ फ्लो कांसेप्ट मेरा बच्चा ठीक है जी अब आ जाते हैं क्या-क्या कॉम्पोनेंट्स होंगे एडी के एडी के कौन-कौन से कॉम्पोनेंट्स हमें देखने को मिलेंगे तो मैंने आपको चारों बताए स्क्रीनशॉट ले लो पहले तो इसका जल्दी से सबसे पहला कौन सा होगा सी सी का मतलब हाउसहोल्ड का खर्चा देखो क्या लिखा हुआ है इट रेफर्स टू द टोटल एक्सपेंडिचर इंकर्स होल्ड ऑन परचेज ऑफ गुड्स एंड सर्विसेस ड्यूरिंग एन अकाउंटिंग ईयर प्राइवेट कंसंट एक्सपेंडिचर इसको सी से रिप्रेजेंट करते हैं देन वी हैव आई इन्वेस्टमेंट एक्सपेंडिचर यह किसका है बच्चों फर्म्स का इट रेफर्स टू ऑल द टोटल एक्सपेंडिचर इनक बाय ऑल द प्राइवेट फर्म्स ऑन कैपिटल गुड्स इट इंक्लूड्स एडिशन टू द स्टॉक कितना एडिशन होगा फिजिकल कैपिटल एसेट्स में जैसे मशीनरी बिल्डिंग एंड चेंज इन इन्वेंटरी ठीक है क्लियर है परफेक्ट अच्छा इस इन्वेस्टमेंट को बच्चों वैसे तो देखो ये इन्वेस्टमेंट कम ज्यादा होती रहती है इनकम के साथ इनकम बढ़ती है तो लोग इन्वेस्टमेंट भी ज्यादा करते हैं इनकम कम होती है तो लोग इन्वेस्टमेंट भी कम करते हैं लेकिन इस चैप्टर में कांसेप्ट को सिंपल रखने के लिए हम लोग इन्वेस्टमेंट को कांस्टेंट मान के चलेंगे सेम मान के चलेंगे ठीक है एक्चुअल में ऐसा नहीं होता एक्चुअल में तो कम ज्यादा होती रहती है लेकिन सिंपलीसिटी के लिए हम एज्यूम कर रहे हैं हमारा अजमन है कि इन्वेस्टमेंट सेम रहेगी तो ये लिखा हुआ है इट इज एज्यूम फॉर सिंपलीसिटी दैट इन्वेस्टमेंट इज ऑटोनॉमस ऑटोनॉमस का मतलब होता है बेटा जो कांस्टेंट रहता है जो सेम रहता है तो सी हो गया आई हो गया जी यानी सरकार का खर्चा टोटल एक्सपेंडिचर इंकर्स ऑन कंज्यूमर गुड्स एंड कैपिटल गुड्स दोनों चीजें कंज्यूमर गुड्स भी और कैपिटल गुड्स भी कंज्यूमर गुड्स कौन से होते हैं जो जो गवर्नमेंट के बेसिक गुड्स हैं अ बेसिक खर्चा है डिपार्टमेंट्स को चलाने के लिए लॉ एंड ऑर्डर पे एजुकेशन पे हेल्थ पे ट्रांसपोर्ट पे और गवर्नमेंट की इन्वेस्टमेंट कौन सी होती है हाईवे रोड पावर यह सब ठीक है इसके बाद नेट एक्सपोर्ट्स नेट एक्सपोर्ट्स यानी फॉरेन सेक्टर से कितनी डिमांड आ रही है राइट एक्सपोर्ट्स कितने हो रहे हैं वो एक्सपोर्ट्स इंडिकेट डिमांड फॉर गुड्स प्रोड्यूस्ड विद इन द डोमेस्टिक टेरिटरी एंड इंपोर्ट रेफर टू डिमांड ऑफ द रेजिडेंट्स ऑफ द कंट्री फॉर गुड्स दैट हैव बीन प्रोड्यूस्ड अब्रॉड तो एक्सपोर्ट में से इंपोर्ट हटा देते हैं डिफरेंस आ जाता है उसको हम नेट एक्सपोर्ट्स बोलते हैं ठीक है जल्दी से स्क्रीनशॉट ले लो तो जब हमें एडी के कॉम्पोनेंट्स लिखने होंगे तो हम क्या बोलेंगे एडी = c + i + g + x - m समझ गए है लो सर स्क्रीनशॉट नोट्स बना के चलना अपनी कॉपी में ये अब देखो बच्चों क्या लिखा हुआ है सर्कुलर फ्लो में भी ऐसा ही हुआ था यहां पे भी ऐसा ही हो रहा है अगर एग्जाम में बाबू आपको कॉम्पोनेंट्स पूछ ले एडी के तो कॉम्पोनेंट्स तो आपको चारों लिखने हैं c + i + g + x - m चारों कॉम्पोनेंट्स लेकिन अगर कॉम्पोनेंट्स नहीं पूछ रहा आगे के चैप्टर में से कोई भी टॉपिक पूछेगा तो अब हम यहां से सिर्फ टू सेक्टर के बेसिस पे टॉपिक्स पढ़ने वाले हैं टू सेक्टर का मतलब कि एडी में बस दो ही कॉम्पोनेंट होंगे c+ आ यानी ऑल दो चार कॉम्पोनेंट्स होते हैं c+ i+ g+ x - m लेकिन हमारा सिलेबस पूरा का पूरा ही टू सेक्टर मॉडल पे चलता है तो हम लोग ए को क्या कंसीडर करके चलेंगे टू सेक्टर मॉडल के हिसाब से ए = c+ आ ओनली ठीक है जी परफेक्ट इवन दो एडी हैज फोर कॉम्पोनेंट्स वी विल अजूम दैट देयर इज अ क्लोज्ड इकोनॉमी एंड एडी इज अ फंक्शन ऑफ ओनली कंसंट एंड इन्वेस्टमेंट ठीक है अब डायग्राम की बात कर लेते हैं बच्चों तो बाबू डायग्राम की अगर मैं बात करूं तो डायग्राम को समझने के लिए एक टेबल है जो हम यहां पर यूज करेंगे अब टेबल में आपको एक ही बारही मैं बनवा रहा हूं यही टेबल हम तीनों चैप्टर्स में यूज करेंगे तो बार-बार चेंज नहीं करेंगे इसी टेबल की आप प्रैक्टिस कर लेना इसी टेबल को आप रेडी कर लेना एग्जाम के लिए तो देखो हम लोग एक काम करते हैं इनकम से शुरू करते हैं इनकम ले लेते हैं सबसे पहले तो जीरो है ना भाई इनकम जीरो कोई कुछ नहीं कमा रहा फिर 100 200 300 400 500 बस इतना ही ले लेता हूं 600 तक ले लेता हूं चलो अब ले लेते हैं कंजंक्शन बढ़ता है जैसे-जैसे एक इंसान की इनकम बढ़ती है आप जब कमाना शुरू करोगे तो आपका कंजमेट मांड्स भी अच्छी होंगी गाड़ी लोगे फिर लग्जरी गाड़ी लोगे अच्छा मकान लोगे मल्टीपल आप एक्सपेंसेस करोगे तो इनकम के साथ जनरली एक्सपेंडिचर बढ़ता है बट जो मोस्ट इंपोर्टेंट चीज है वो यहां पे है कि सर अगर इन इकम लेवल जीरो है एक इंसान जिसका इनकम लेवल जीरो है बिल्कुल शून्य है वो क्या खर्चा ही नहीं करेगा सोचो देखो मैं इकोनॉमिक्स बड़े प्यार से समझाता हूं कांसेप्चुअली समझने की कोशिश करना अगर मेरी इनकम जीरो हो जाए या आपकी इनकम जीरो हो जाए कोविड का एग्जांपल ले लो कोविड में सबकी इनकम जीरो हो गई थी सब बंद था लॉकडाउन था सब लोग घर में थे तो क्या कंजंक्शन तो हुआ कहां से हो रहा था वो कंजमपट्टी या फिर कुछ कोशिश कर रहे थे कहीं ना कहीं से पैसा अरेंज हो जाए बोरोंग बोरिंग्स हो कुछ तो हो तो कंज तो जीरो लेवल पर भी था तो जो जीरो लेवल प कंज होता है उसको मैं मान रहा हूं यहां पर 40 वैसे ही कोई भी नंबर ले सकते हो आप 20 ले सकते हो मैंने वैसे ही 40 ले लिया पूरे चैप्टर में यही चलाएंगे ताकि सिंपल रहे है ना तो इस कंज को जो जीरो लेवल पर होता है बच्चों इसका नाम क्या है इसको बोलते हैं ऑटोनोमस कंज याद रखना सर किसको बोलते हैं ऑटोनोमस कंजमपट्टी के लिए ये मान रहा हूं कि मैं अपनी इनकम का 80 पर ही स्पेंड करता हूं 20 पर मैं सेव कर लेता हूं मेरी कोशिश यह रहती है कि मैं 20 पर सेव कर लू तो देखो मेरी इनकम 100₹ 10000 से बढ़ रही है तो मैं 8080 से खर्चा बढ़ा लू है ना क्योंकि एक आम आदमी का जनरली यही पैटर्न होता है कि वो 80 पर से खर्च करता है 20 पर सेव करता है आप 70 30 भी कर सकते हो 70 70 से बढ़ा लेना कि 70 पर खर्च कर लो 30 पर सेव कर लो लेकिन मैं 80 मान के चल रहा हूं ठीक है अजमन है ये भी मेरा ओके तो 40 के बाद 80 से बढ़ाऊ तो 120 फिर 80 से बढ़ाऊ तो 200 फिर 80 से बढ़ाऊ तो 280 360 440 एंड 520 तो मैंने क्या करा जीरो लेवल ऑफ इनकम पे कुछ कंसंट कर लिया मेरा अंपन है फिर मैं 80 पर ये मान के चल रहा हूं कि 100 से इनकम बढ़ रही है तो 80 से तो खर्च कर ही रहा आएगा एक आदमी है ना बच्चों अच्छा जी इसके बाद हम i ले लेते हैं इन्वेस्टमेंट भी मैंने आपको बोला सिंपलीसिटी के लिए ऑटोनॉमस रखनी है ऑल दो इनकम के साथ ऊपर नीचे इन्वेस्टमेंट होती है लेकिन फॉर सिंपलीसिटी हम इसको भी ऑटोनॉमस लेंगे ऑटोनॉमस का मतलब कांस्टेंट लेंगे तो ये कितना ले लेते हैं 2020 का ले लेते हैं हर लेवल पर 20 ले लो बच्चों ये हम सिंपलीसिटी के लिए अजूम कर रहे हैं बस ठीक है उसके बाद अगर आपको एडी निकालना हो तो ए कैसे निकालो बोलो ए कैसे निकलेगा सर ए निकलेगा c प् आ 40 प् 20 60 140 220 300 380 460 540 देखो बाबू ये एडी आ गया हमारा आ गया नहीं आ गया सही है तो इस तरीके से यह टेबल आप लोग अच्छे तरीके से सीख लो यही टेबल हम लोग पूरे के पूरे चैप्टर में यूज करने वाले हैं इनकम यही लेंगे पूरे चैप्टर में कंजमेट में इन्वेस्टमेंट यही लूंगा एडी यही लूंगा ताकि आपको बहुत सारी टेबल ना करनी पड़े तैयार एक ही टेबल से पूरा चैप्टर समझाऊ मैं आपके लिए कॉम्प्लिकेटेड नहीं करना चाहता चीजें ठीक है समझे अब कर्व बनाने से पहले चलो कर्व बना ही लेते हैं आ जाओ कर्व बनाते हैं सबसे पहले कर्व कैसे बनता है इस तरीके से हमारे पास कर्व बनता है इधर हम इनकम ले लेते हैं इधर हम लोग एडी ले लेंगे जिसके दो कॉम्पोनेंट होंगे सी प् आ ठीक है इनकम हमने ली है 100 200 300 400 500 600 ठीक है और इधर हम गए हैं 540 तक तो हम यहां पर कितना कितना डिफरेंस ले 808 का ले ले 8 16 24 32 40 48 56 लो जी इतने में हो जाएगा ठीक है सबसे पहले चलो हम लोग इन्वेस्टमेंट ही प्लॉट कर लेते हैं इनकम जीरो है इन्वेस्टमेंट 20 20 20 है सब पे जीरो है तो भी 20 100 प भी 20 200 प भी 20 तो देखो इन्वेस्टमेंट सब जगह कांस्टेंट है तो जब भी कांस्टेंट होती है तो कैसी लाइन बनती है हॉरिजॉन्टल स्ट्रेट लाइन पैरेलल टू एक्स एक्सिस यह हमारी इन्वेस्टमेंट का कर्व बन गया हॉरिजॉन्टल स्ट्रेट लाइन पैरेलल टू एक्स एक्सिस अब [संगीत] उसके बाद 300 पर 280 उसके बाद 400 पर 360 500 पर 440 और 600 पर 520 लगभग य ठीक है तो कंजमपट्टी तरीके से स्ट्रेट लाइन स्केल से बना लेना मेरे पास स्केल नहीं है तो ये इन्वेस्टमेंट हो गया कंसंट हो गया कंसंट का कर्व बाबू ऊपर की तरफ जा रहा है कोई भी कर्व अपवर्ड स्लोपिंग कब होता है जब एक पॉजिटिव रिलेशनशिप होती है दो वेरिएबल के बीच में तो देखो यहां पे पॉजिटिव रिलेशन है इनकम बढ़ रहा है तो कंसंट बढ़ता जा रहा है कंजमपट्टी इनकम प भी कुछ ना कुछ कंजमपट्टी सेम गैप से बनेगा आप एटली प्लॉट करके देखना तो एडी का कर्व भी ऊपर की तरफ पॉजिटिवली स्लोप बन रहा है क्यों इनकम बढ़ रहा है तो एडी भी बढ़ रहा है देखो पॉजिटिव रिलेशनशिप है यहां भी है ना इनकम बढ़ रहा है तो ऑफकोर्स लोगों की डिमांड भी बढ़ेगी राइट लो इसका स्क्रीनशॉट जल्दी से फटाफट से डन हो गया बच्चों चलो अब देखो इसका एक्सप्लेनेशन कैसे लिखा हुआ है [संगीत] यह है हमारे पास एडी का कर्व जो मैंने आपको बना के दिखाया यह बना हुआ है यही मैंने आपको बनाया यही टेबल हमने यूज करी है ठीक है इसके बाद बच्चों देखो एडी डिपेंड्स अपऑन द लेवल ऑफ इनकम जनरली देयर एजिस्ट अ पॉजिटिव रिलेशनशिप बिटवीन इनकम एंड एडी है ना इसके बाद इंपॉर्टेंट ऑब्जर्वेशंस देखो ये स्क्रीनशॉट लेते चलना ए क्या है c+ आ है तो सबसे पहला इंपॉर्टेंट पॉइंट हम क्या लिखेंगे ए = c+ आ हमें पता है दूसरा पॉजिटिव कंजमपट्टी क कम जीरो होगा तब भी कुछ ना कुछ कंसंट होगा क्या बोलते हैं उसको ऑटोनोमस कंसंट देयर इज ऑलवेज सम मिनिमम लेवल ऑफ कंजंपुरावैम पिंग अपवर्ड है ना तो क्या लिखेंगे हाउ एवर द प्रोपोर्शन इंक्रीज इन कंजमेट ऑफ इनकम इट हैपेंस बिकॉज़ आफ्टर रिचिंग अ पर्टिकुलर लेवल पीपल स्टार्ट सेविंग अ पार्ट ऑफ देयर इनकम ये तो मैंने आपको बता ही दिया कि 80 पर कंज्यूम करेंगे बाकी सेव करेंगे ऑटोनॉमस इन्वेस्टमेंट का स्लोप कैसा है स्ट्रेट लाइन पैरेलल टू x एक्सिस है ना क्योंकि वो कांस्टेंट लिया है तो इन्वेस्टमेंट का स्लोप स्ट्रेट लाइन रहने वाला है पैरेलल टू x एक्सिस उसके बाद स्टार्टिंग पॉइंट ऑफ एडी कर्व एडी जीरो से शुरू नहीं होता ऊपर से शुरू होता है ऐसा क्यों सर जीरो से शुरू क्यों नहीं हो रहा एडी ए 0 से शुरू क्यों नहीं हो रहा ऊपर से शुरू क्यों हो रहा है क्योंकि ऑटोनोमस कंजंपुरावैम और ऑटोनोमस इन्वेस्टमेंट भी है तो एडी 0 से शुरू क्यों नहीं होता बिकॉज ऑफ द प्रेजेंट ऑफ ऑटोनॉमस इन्वेस्टमेंट एंड ऑटोनॉमस कंसंट ठीक है स्लोप ऑफ एडी कर्व कैसा है यह भी पॉजिटिव स्लोप है ऊपर की तरफ चलता है तो दिस वाज ऑल अबाउट एडी बच्चा आई होप आप लोग को एडी के बारे में सारी चीजें समझ में आई होगी इसका भी स्क्रीनशॉट ले लो जल्दी से ठीक है यह भी स्क्रीनशॉट ले लो जल्दी से इंपॉर्टेंट पॉइंट्स अबाउट एडी राइट उसके बाद अगली क्लास में मैं आप लोगों को एस के बारे में चीजें डिस्कस करूंगा एस में मैंने आपको क्या [संगीत] बताया देखो डिमांड कंज्यूमर करता था एक्सपेंडिचर होता था तो एडी एक्सपेंडिचर के बराबर होता था एस इनकम के बराबर आएगा है ना यह सब चीजें हम अगली क्लास में चर्चा करते हैं आज के लिए इतना ही मुझे उम्मीद है आपको एडी और उसके कंपोनेंट्स अच्छे से समझ में आए होंगे एक बार जो भी बुक आप फॉलो कर हो वहां से रीडिंग लगाओ अदर वाइज मेरे नोट्स तो मैं आपको दिखा ही रहा हूं दे ही रहा हूं तो इनसे भी आप अच्छे से पढ़ाई कर सकते हो एक-एक कंपोनेंट के बारे में पढ़ो कोई कंफ्यूजन आता है तो कमेंट सेक्शन में बताओ अगली क्लास में क्लियर कर दूंगा ठीक है ऑल द वेरी बेस्ट एवरीवन इस वीक के एंड तक कोशिश करते हैं चैप्टर हमारा पूरा हो जाए नहीं भी हो पाया तो थोड़ा बहुत रह जाएगा अदर वाइज कंप्लीट ही हो जाएगा लगभग ठीक है तो ऑल द वेरी बेस्ट आई एम गोना सी यू ऑल सुपर सून टिल देन सीया टेक केयर बाय बाय कीप ग्रोइंग एंड कीप ग्लोइंग [संगीत]