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ग्लोबलाइजेशन: इतिहास और प्रभाव

हेलो हेलो अब रिबडी दिस इस दिग्राश सिंह राजपूत वेलकम टो इस अमेजिंग रिविजन सीरीज रिविजन सीरीज में हमने सारे चैप्टर कंप्लीट कर चुके हैं आज के सेशन में यह लास्ट चैप्टर हमारा लास्ट चैप्टर इन दिस सेंस क्लास टें� जो जो chapters आ रहे हैं economics के सारे chapters civics के सारे chapters geography के सारे chapters history के सारे chapters और history में जो दो chapters की बीच में option हैं कौन कौन सा age of industrialization और जो अगला है वो है the making of global world इन दो दो चैप्टर की बीच में ऑप्शन है मतलब या तो स्टूडेंट्स को चैप्टर थ्री जो मेकिंग ऑफ ग्लोबल वर्ल्ड यह वाला है या फिर चैप्टर फोर जो और चैप्टर फोर ठीक है जो एज ऑफ इंडस्ट्रिलाइजेशन है इन दोनों के क्वेश्चन में ऑप्शन रहेगा तो अगर आपने दोनों पड़े हैं तो आपके लिए बहुत अच्छी बात है या फिर सिर्फ यही पड़ा है तो आपको इसी पूरी तरह से कॉमप्रेजेंट लिए एक ही वीडियो लेक्शन में रिवाइस करने वाले हैं मुझे पता है सबसे पहला प्रॉब्लम क्या रहती है इस चैप्टर के साथ में सबसे पहली प्रॉब्लम रहती कि चैप्टर बहुत लेंडी हो जाता है 36-37 वीडियो लेक्शन है उतना एक सांच सारा पढ़ना थोड़ा सा डिफिकल्ट हो जाता है जानता हूं मैं तो हम क्या करने वाले हम आज के सचन में पूरे चैप्टर को एक सांच क्या करने वाले हैं कवर करने वाले हैं अ कि यह स्टार्ट करते हैं देखिए तो सबसे पहले अगर बात की जाए इंटोडक्शन में आपको बताएंगे कि प्रीमॉडर्न और मॉडर्न ठीक है तो हम यहां पर क्या पड़ रहे हैं विकिन ऑफ ग्लोबल वर्ल्ड तो आज जो हम ग्लोबल वर्ड देखते हैं लेकिन यह हमेशा से ऐसा नहीं रहा है ठीक है नोड ग्लोबल आइशन है क्या एक पुराना प्रोसेस है ग्राम ग्रोबलाइजेशन एक्ट्री एक एंशेंट प्रोसेस है लेकिन उस समय में और आज में बहुत फर्क है ठीक है आज का वर्ल्ड हम क्या करते हैं मॉडर वर्ल्ड की तरह देखा जाता है और उस समय पर जो वर्ल्ड थोड़ प्री मॉडर वर्ल्ड था अब हमें समझना क्या है कि जो पूरी जर्नी है प्री मॉडर से मॉडर तक की ठीक है प्री मॉडर से मॉडर तक की जो पूरी जर्नी है ठीक है चश्मा लगा लिया मॉडर बन गए इंसान तो यह जर्नी कैसे पूरी करी गई है क्या-क्या इसमें इस चैप्टर में पढ़ना था इस चैप्टर की सेंटर थीम ही है कि पुराने टाइम से प्रीमॉडर्न वर्ल्ड से मॉडर्न वर्ड तक हम कैसे पहुंचे ठीक है तो फैक्टर फॉर ट्रांजिशन अगर बात की जाए कि बदलाव कैसे आया तो बदलाव ट्रेड के थ्रू आया ट्रेड करते-करते हम प्रीमॉडर्न से मॉडर्न में आए फुड यह भी से पड़ेंगे कैसे फुड थीम यह है अगर देखो मैंने आपको पुराने वीडियो लक्चर में बताया क्या कि हम हमारे इसाप से चैप्टर को सिंप्लीफाई करो हमारे इसाप से बाट दो चैप्टर को तो एक क्लासिफिकेशन तो आप यह कर सकते हो कि कैसे पुराने वाले से नए समय तक पहुंचे हम दूसरा क्लासिफिकेशन आप यह कर सकते हो कि वर्ल्ड में वर्ल्ड इक्नोमिक आज अब तरह करेंगे अब बीच में क्या होता है जिस आप गाड़ी बहुत तीसर चलाते हो बीच में ब्रेकर्स आ जाते ना तो ब्रेकर्स आते जब स्लो करना पड़ता है दशकों को क्या करना पड़ता है सहन करना पड़ता है फिर वापिस आप पिक अप वर्ल्ड को रिबल्ड कैसे किया गया ठीक है तो यह पूरी थी में चैप्टर इस तरह से या तो सिंपल से थी मां पैसे लॉग की इकोनॉमिक डेवलपमेंट जो है तो वह इकोनॉमिक डेवलपमेंट कैसे हुआ है अ कैसे हुआ इकोनॉमिक डेवलपमेंट वार बीच में जो इसमें क्या चैलेंज थे और साथ ही साथ में फिर हमने हमारी इकोनॉमिक और रिबेल्ड कैसे किया फिनोमिना पहले से ग्लोबलाइजेशन हो रहा था अब पहल आज तो हम देखते हैं आज क्या है कि आईटी सेक्टर है आपने फोन लगा है आपका फ्रेंड यूएसम है दोनों आपस में बैठकर बतिया रहे हो ठीक है आप कुछ प्रोडक्ट है तो यूएस का तो वह को ना वायरस फैल के इंडिया आ गया अगर तो इस तरह से क्या है कि आज वर्ड कनेक्टेड है लेकिन पहले के समय में भी पहले के समय में कैसे कनेक्टेड था सवाल ठीक है तो फ्रॉम एंशन टाइम travelers, traders, priests ट्रेवल ठीक है तो क्या होता है कि आज हम देखते हैं मॉडर्न टेक्नोलॉजी ट्रेवल करती है लेकिन उस समय लोग भी ट्रेवल करते थे ट्रे तो ठीक है ट्रेड के परस्पेक्टिव से जाते थे शायद उन्हें कुछ गुड्स खरीदना हो कुछ बीचना हो ठीक है फिर उसका अधिक प्रीस्ट वगैरह जो होते थे तो अपने स्पीचुअल फुल्फिलमेंट के लिए ठीक है स्पीचुअल फुल्फिलमेंट ग्लोबलाइजेशन हो रहा था और यह सब एजेंट्स थे ग्लोबलाइजेशन के प्रयार है देखेगा रेड गुड्स अब जब यह लोग कि वैल्यू सिस्टम को अडाप्ट कर लोगे आप अपने वैल्यू सिस्टम के साथ जाओगे ना तो वैल्यू स्कूल्स आईडियास इनवेंशन जर्म जर्म वही बात है जिसे भी हम को रोड़ा वाइरस के देखते हैं तो वहां पर जो लोग इंफेक्टेड वह इं� कि क्या होती है चीजें आपके साथ में आप जब जाते हो तो सिर्फ आप ही नहीं जाते हो आपके विचार आपके रहने सेने का तरीका आपके सामान ठीक है आपके डिसीजेस आपके जर्म्स आपका खाना आगे देखेंगे हम फूट ट्रैवल्स तो आपका खाना ये सारी चीजें आपके साथ में ट्रैवल होती है अब जब यह सारी चीजें आपके साथ में ट्रैवल करती है तो अब क्या हो रहा है वर्ल्ड कनेक्ट हो रहा है ग्लोबलाइजेशन हो रहा है वही चीज है यहां पर ठीक है तो अगर हम ट्रेसर देखें पुराने इन देश की इंडस्ट्रेली सिविलाइजेशन ठीक है आज से 4000 साल पहले जैसे हम गए तो तब भी हमने क्या देखा है कि वर्ल्ड की जो वेस्टरन कंट्रीज हैं उस समय पर इजीब्ट वगैरा जो है तो वहाँ पर क्या है उनके बीच में रिलेशन थे विदु फिनमिना इट वास हैपनिंग सिंस अप कि अब उसी का एक एग्जांपल अगर जैसे हम देखें तो सिल्क रूट लिंक्स दी वर्ल्ड सिल्क रूट ने क्या करके रखा है वर्ल्ड को जोड़ के रखा था अब सिल्क रूट क्या था तो एक रास्ता था जिस पर सिल्क की साड़ियां थी बहुत सारी इसके ऊ रूट की बात क्या हो रही है पर मीनिंग समझना मीनिंग सिल्क रूट इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि एक रास्ता था रास्ता कहां तो जैसे इंडिया ठीक है यह हिमालियाज तो हिमालियाज के अधिमें चाइना तो चाइना से आप सीधे सीधे जैसे जाएंगे पूरा ज तो पूरा पूरा जाएंगे यूरोप और यह चाइना यह पूरा साउथी सेशन तो यह जो पूरा एक बायलेंड कनेक्टिविटी एसिया से यूरोप यहां से ट्रेड होता था वाइब्रेंट ट्रेड रूट था यह ठीक है अब जब ट्रेड होता था और सिल्क का ट्रेड होता था अगर इस करवाया जाए तो वह चीज अलग है ठीक है तो अब सिल्करूट पर क्वेश्चन क्वेश्चन यहां पर यह बनता है इस चैप्टर से इंपॉर्टेंट क्वेश्चन देखो ऑप्शनल चैप्टर में क्या है कि आपको यह एकदम क्लियर कट पता होना चाहिए क्वेश्चन को देखोगे और जरूरी नहीं कि हमेशा ऑप्शन एक ही चैप्टर से मतलब इन दोनों चैप्टर के बीच में आए कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि नेशनलिजम इन इंडिया कंपलसरी चैप्टर उसके दो क्वेश्चन में ऑप्शनल तो इस कुछ भी कर लो ठीक है यह रहता है अगर वह सिल्क रूट लिंक्स दी वर्ल्ड सिल्क रूट कैसे लिंक करता जाए वह टिस्ट्रूट एक्सप्लेट यह सारी चीजें तो फिल्क रूट इज एग्जांपल ऑफ वाइबरेंट प्रीमॉडर्न ट्रेड को ट्रेड होता था और यह ग्लोबलाइजेशन को दर्शाता है कि अ प्रीमॉडल वर्ल्ड में भी क्या था ग्लोबलाइजेशन था अब इस रूट के थूँ जैसे चाइनीस पोट्री टेक्स्टाइल स्� कि इन सारे प्रोडक्ट्स को क्या किया जाता था ट्रेड किया जाता था एक पॉइंट यह लिख सकते हैं सिग्निफिकेंस में कि सिल्क रूट की सिग्निफिकेंस का है कि दिवाल वर्डी प्रोडक्ट्स विच वर बिंग ट्रेड फॉन दिस रूट ट्रेड एंड कल् ट्रेड करेंगे जगह से दूसरी जगह लेकिन अलाविट ट्रेड कल्चरल एक्सेंज ऑल्सॉम उसे निर्णित कल्चरल एक्सेंज भी हो रहा है आप सिर्फ गुड्स को ट्रेड नहीं कर रहा आप कल्चरल एक्सेंज को भी ले जा रहे लोग कल्चरल एक्शंज कैसे अब कोई चाइनीज अगर इंडिया से निकल कर जा रहा है वह इंडिया के कल्चर को देखेगा यहां की वैल्यू सिस्टम को देखेगा यहां से कुछ सीखेगा यूरोप तक पहुंचेगा तो वह अपना कल्चर वहां पर यूरोप छोड़कर आएगा आया समझ में तो ट्रेड एंड कल्चरल एक्शंज ऑलवेस वेंट हेंड इन हेंड दोनों साथ में गए हैं जैसे उन लोगों ने बुद्धिजम को प्रीच किया जगह जगह बुद्धिजम का मैसेज पहुंचाया तो यह लोग जो थे तो यह लोग जब ट्रेड के परपस से अगर मान लो कोई कोई एक क्रिशन ट्रेडर आ रहा है यूरोप से तो वह क्या क्रिस्ट्रियनिटी के वेंट हेंड इन हेंड सो दिस वॉट्स ऑल अबाउट सिल्क रूट सिल्क रूट क्या है ठीक है और ऐसे बुद्ध कि एक्सप्लेन हॉट सिल्क रूट लिंक दी वर्ल्ड ट्रू कल्चरल एक्सचेंज तो कल्चरल एक्शेंज आपको ध्यान रखना कि अलग-अलग रिलीजियन अलग-अलग क्या बताया कि खाना भी उनके साथ में जाता था खाना कैसे जाता था तो फूट ट्रैवल्स स्पैगिटी एंड पटेटो अब यह अब देखो क्या है, traders and travelers introduced new crops to the land they traveled, ठीक है, तो जितने भी traders और travelers थे, मैंने आपको बता है वो culture लेके जाएंगे, अपने साथ germs, diseases लेके जाएंगे, अभी diseases के बारे में भी पढ़े हैंगे आगे, और साथ ही साथ अपना खाने पीने का तरीका भी लेके जाएंगे, ठीक है, अ गई ठीक है तो यह क्या हो गया यह ट्रैवल हुआ है ठीक है फूट ट्रैवल तो आप देखो कि खाना एक जगह से दूसरे का ट्रैवल हुआ वैसे अगर आप खाने की बात करोगे पास्ता तो पास्ता हम क्या कंसिडर करते कि इटालियन डिश है आज हम पास्ता को क्या बोलते हैं इटालियन डिश है लेकिन ओरिजिनली अरब ट्रेडर्स टूब देम टू सिसिली इटली और वह जो एरियाज है तो वहां पर अरब ट्रेडर्स लेकर गए किसको पास्ता को तो इस सेंस में आया आपको समझ में क्या कि ट्रेडर्स लेकर खाने को लेकर जाते थे उसी चीज का एक और एक्सांपल अगर देखें अब क्वेश्चन ऐसे बनेगा कि एक्सप्लेन हाउ अर्ड इन दिप्री मॉडर्न वर्ल्ड फूड वास्ट ट्रैवेलिंग या फिर आउइंड प्री मॉडर्न वर्ल्ड कैसे तो आपको एक्सांपल बताना है कि नूडल्स जैसे देख लो आप पास्ता का एक्सांपल देख लो फिर दूसरी चीज क्या है कि जो क्रॉप्स हम देखते हैं पोटेटोस सोया ग्राउंड नट मेज टोमेटोस चिली स्वीट पोटेटोस एक्सट्रा तो यह जितने भी भी क्रॉप्स है यह क्रॉप्स आज अगर देखें तो इंडिया एक वेजिटेरियन कंट्री है मेजोरिटी ओप वेजिटेरियन तो वहां पर क्या होता है कि बहुत सारी क्रॉप्स को ग्रो किया जाता है लेकिन आर दिस क्रॉप बिन ग्रोन सिंस टाइम इम मेमोरियल तो यह ओरिजिनली कहां ग्रो होती थी एमेरिका अजय कि एमेरिका जा रहा है मेरी का मतलब पूरा नौर्थ अमेरिका अमेरिका को डिसकवर किया तो अमेरिका को डिसकवर करने के बाद वहां पर देखा यह क्रॉप्स होती है तो क्रिस्टेफर कॉलंबस वहां से यह क्रॉप्स को दूसरी जगह एशिया और यूरोप में लेकर गए आइए ना समझ में तो इस तरह से फुट जो तो ट्रैविलिंग यह यह कंसेप्ट है सिंपल सा ठीक है अब देखो क्या है एग्जांपल आफ लॉन डिस्टेंस कल्चरल एक्शेंज तो वही चीज बता रहे कहां अमेरिका है कहां इंडिया है यह लॉन डिस्टेंस कल्चरल एक्शेंज का एक एग्जांपल बताता कि हमें यहां पर देखने को मिला यहां से अगर कुछ जा रहा है तो वहां को भी इन्फुलेंस करेगा यह सारी चीजें हो रही थी ठीक अब देखो यह फुट जो हम देख बात करेंगे फूट ट्रैवल्स कल्चरल एक्शेंज के साथ में क्या होता है खाना भी एक्शेंज होता है टाइप् यह सारी चीजें एक्सचेंज होती है तो इस चीज का एक और गहरा प्रभाव भी है क्या कि समटाइम्स दिसको बिकम अ क्वेश्चन बिट्वीन लाइफ एंड ठीक है कभी-कभी यह जीवन देना और जीवन लेना इस चीज को भी इंफ्लूएंस कर रही थी यह जो क्रॉप्स ट्रेवल हो रही थी जो फूट ट्रेवल हो रहा था एग्जांपल में अगर देखिए हम तो क्रॉप्स कोड में डिफरेंस बिट्टीन लाइफ एंड डेथ कैसे तो कहानी बताता हूं मैं आपको कैसे हो सकती है तो क्या होता है कि जब यह हमने दे� डिसकवर हुई अमेरिका में डिसकवर हुई और फिर क्रिस्टफर कॉलंबस इन सारी क्रॉप्स को यूरोप और एसिया के पार्ट में ले गए तो जो यूरोपियन पूर्स थे ठीक है तो यूरोपियन पूर्स को जब पोटेटो जैसी एक क्रॉप मिली जो conditions का रही थी इंप्रूव हो रही थी वे स्टाइट लिविंग अब बेटर लिविंग कंडीशन ठीक है तो एक अच्छी लाइफ जीने लगे लेकिन फिर क्या होता फिर जैसे आईरिश पोटेटो फिमाइन आती है तो आईरिश पोटेटो फिमाइन के कारण क्या होता है इतने भी पोटेटो क्रॉप्स थी वह क्या हो जाती है पोटेटो क्रॉप्स जर्म के कारण डिजीजेस के कारण खत्म हो प्राइम के टाइम पर पोटेटो अ क्रॉप फिल्यू के कारण बहुत सारे लोगों की जाने चले गई ठीक है तो इस संस में कहा गया क्रॉप्स कोड मेक डिफरेंस बिट्टिंग लाइफ एंड यह क्वेश्चन आ सकता है कि हुआ क्रॉप कोड मेक बन सकता है क्लियर है यह सारा सब कुछ हो गया फूट ट्रैवल स्पगिटी एंड पोटेटो में क्लियर अब देखो कंकस्ट डिसीज एंड ट्रेड अभी हम देख रहे हैं कि किस तरह से दो भी अभी सेगमेंट प्रीमॉडर वर्ल्ड पर चल रहा है तो अलग-अलग इकोनॉमिस्ट अलग-अलग एरिया जो थे इंटेग्रेट हो रहे थे तो उस इंटेग्रेशन में कंकेस्ट डिसीजर्स और ट्रेड भी एक इंपोर्टेंट रूल प्ले करा कंकेस्ट मतलब कोई किसी को हरा रहा है डिसीजर्स मतलब बीमारी प्री मॉडर्न टाइम में इन तीनों चीजों का क्या रोल रहा है ठीक है तो देखो अब हमने क्या पड़ा डिस्कवरी ऑफ सी रूट्स डिस्कवरी जो फिर उस मतलब क्या है कि धीरे-धीरे क्या होने लगा लोगों को यह नॉलेज था कि यह पहले बहुत पहले प्रीमॉडरन वर्ल्ड टाइम से भी पहले क्या होता था कि एंशन टाइम पर ट्रेड होता था ठीक है तो ने नॉलेज था कि यह ट्रेड और पहले कनेक्शन था ठीक है तो उसी चाहा में अलग-अलग एक्सपेडिशन निकले जैसे क्रिस्टाफर कोलंबस भी का है ढूंढने तो European sailors sailed into different parts और यह sea route की discovery होने के बाद में अलग-अलग world के अलग-अलग part में European sailors क्या करते हैं अपने ship लेके उतर जाते हैं अब जब अलग-अलग part में जाते हैं तो नहीं-नहीं जगह को discover करते हैं जैसे India discover करेंगे America discover करेंगे अब यह हम America से पढ़ेंगे अब जब उन्हें अलग-अलग जगह को discover कर लिया देखो पहले मैं एक example बताता हूँ मान लोगर transportation नहीं होता airways नहीं होते तो airways नहीं होते जाना रहता तो हमारे लिए क्या शिरंका जाना भी बहुत दूर हो जाता क्यों क्यों क्यों समुद्र लांग कैसे जाओगे नुमान थुरी ना हो सब तो इस तरह से क्या होता है कि आपको कर नॉलेज नहीं है उस चीज कि तो आपके लिए वर्ल्ड चले जाओगे तो इस तरह से क्या होता है कि आप टेस्ट अपने ऑफ सी रूट्स यूरोपियन सेलर्स सेल इंटू डिफरेंट पार्ट एंड विच एनेबल्ड दी पीव प्री मॉडर वर्ल्ड टू श्रैंक अब प्री मॉडर वर्ल्ड क्या है ऐसा बहुत बड़ा नहीं लगता था सब कुछ पास में अचीवेबल South America तो वहां पर पहुंच गए वहां पर क्या थी वास्ट अपर्चुनिटीज फॉर क्रॉप्स एंड मिनिरल्स अब देखो अमेरिका ऐसा नहीं है कि वह सुनको चलते जाए चलते अमेरिका से टकरा गए फैबल सिटी ऑफ गोल्ड एलडराडो वन मार्क्स में क्वेश्चन जाए तो उस सोने की चहा में यूरोप से क्या हो गया लोग निकल गए शिप डाल दी अपनी समुद्र में फिर वह घूमते फिरते जब सीरूट्स डिसकवर हो गए तो लोग अमेरिका पहुंचे अमेरिका पहुंचकर ने देखा कि यहां तो कितनी फर्ट तो इस तरह से क्या होता है कि ट्रेड के परपस से कंकेस्ट के प्रवर्ष अब ऐसा भी नहीं कि वह जाएंगे तो उनकी रेड कार्पिट वहां के जो नेटिव थे उनके साथ में लड़ना पड़ेगा इन्हें वहां के जो नेटिव ट्राइब्स थी ठीक है अमेरिका में जो नेटिव रहते थे लोग ऐसे नहीं कि लोग नहीं रहते थे लोग रहते थे जो वहां के ट्राइब्स वगैरह थे तो उन नेटिव एंड कोलोनाइजेशन ऑफ अमेरिका तो पॉर्टुगल के लोग स्पेन के लोग इन लोगों ने क्या करने स्टार्ट करा लड़ाई कि लोगों को तो जो अमेरिका की native थे, जो वहाँ के local origin के लोग थे, उन लोगों को जब हराने का प्रयास किया, ठीक है, तो लड़ना तो पड़ेगा, लड़ना पड़ेगा, माना कि इनके पास में क्या है कि इनके पास में developed firearms थे, इनके पास में बंदूकें वगेरा, दूसरे ज्यादा मदद मिली है उनको diseases से एक question यहीं पर यह बनता है ठीक है जैसे हम इसको अगर पहले समझाएं तो not only with the यह जो conquest हुआ है तो conquest was possible not only with the help of weapons but with the help of diseases यह जो conquest हुआ तो वो weapon की मदद से तो लड़ा ही होंगे ठीक है diseases ने बोलो के diseases से कोई कैसे जीत सकता है नहीं ऐसा नहीं है ठीक है diseases से कैसे जीते हैं जैसे कर हम देखें example नो इम्मीनिटी अगेंट्स दिस्ट मॉल पॉक्स अमंग दिन नेटिव अमेरिकंस यूरोपियंस जो थे तो इन लोगों के अंदर स्मॉल पॉक्स जो डिसीज थी उसके अगेंस्ट में क्या है इम्यून सिस्टम डेवलप हो चुका था ठीक है जैसे हम रहते हैं कि पोलियो के आपको क्या है कि पोलियो के जो वीक वायरस रहते हैं वह पिला देते हैं दो बूम जिंदगी की तो बचकों के ठीक है लेकिन अब वैसे क्या होता है कि अमेरिका के लोगों को स्मॉलपॉक्स के अगेंस्ट में कोई इम्यूनिटी नहीं थी ठीक है और यूरोपियन को इम्मीनिटी थी जब यूरोपियन कहां पहुंचे अमेरिका पहुंचे तो वहां पहुंचे वह पहुंचने के बाद में उनके अंदर जैसा स्माल पॉक्स थी किसी को तो विमारी फैलती गई विमारी फैलती गए तो इस विकाल वॉस अब मोर मोर असली रिटेड विद यह पॉइंट डिसीजर रेड फायर आम्स तो फायर आम्स की जगह डिसीजर ने कैसे ज्यादा मदद करें तो आप यह स्मॉल पॉक्स वगैरह इनका एग्जांपल से लिख सकते हैं ठीक है अब ट्रेड के अगर प्रिंट कल्चर में आपने पढ़ा है क्या हमने देखा था कि रिलीजन के अगेंस्ट में अगर कोई प्रिंट आ चुका था तो लोग अपने उपिनियन्स एक्सप्रेस करते थे और जो चर्च और अथॉरिटी तो पकड़ते थे उनको कि यह रिलीजन डिसिनेटर है यह मतलब क्या कर रहा है यह established authorities के against में बोल रहा है पगड़ के इसको सजा दी जाए तो इस तरह से जो religious conflicts थे decision underprivileged marks में question आ सकता है तो ये population बढ़ रही है diseases बहुत बढ़ रही है poverty है religious conflict है तो लोग क्या सोच रहे थे कि यार यूरोप में इतनी दिक्कत है चलो यहां से छोड़ के चलते बागते हैं ठीक है तो therefore people migrated from America to Europe ठीक है लोग America छोड़ के कहां आने लगे यूरोप के तरफ आने लगे तो people migrated from America to Europe अब जब वो America से यूरोप के तरफ आ रहे थे तो यूरोप में सोरीद फ्रॉम माइग्रेटेड फ्रॉम अमेरिका टो यूरोप नहीं इसको चेंज करना गड़बड़ हो गई फ्रॉम यूरोप टो अमेरिका लोगों यूरोप छोड़कर वह अमेरिका जाने लगे यूरोप छोड़कर अमेरिका क्यों जाएंगे तो यह कारण बताया मैंने आपको इस सारी पूरा नौर्थ अमेरिका सौथ अमेरिका ठीक है वह बीच टोर हॉट मिनिरल्स वास्ट अपर्ट्यूनिटीज फ्रॉम फॉर एग्रीकल्चर आमाद देते हैं ठीक है और इसी के चलते धीरे-धीरे क्या होने लगा कि अब यूरोप जो यूरोप में पहले पैसा ही पैसा था ट्रेड होता था तो तो अब यूरोप से पैसा कौन ले रहा है अमेरिका ले रहा है क्योंकि अमेरिका में प्रोडक्ट century तक देखा जाए तो चाइना इन इंडिया वर्डी मोस्ट प्रॉसपरस कंट्री इन दी वर्ल्ड ठीक है तो यह बहुत प्रॉसपरस कंट्री जुआ करती थी लेकिन आप क्या हो रहा है कि हम देख रहे हैं कि यूरोप की कंडीशन बिगड़ती जा रही कर रहा था इंडिया पर समय दिर्दी रहे हैं समझ देखे तो कॉलोनिलिजम का का साया मंडरा रहा था ब्रिटेन वगैरह के लोग आने लगे थे तो उसके चलते क्या है कि चायन एंड इंडिया वेंट अंडर आईसोलेशन एंड कॉलोनिलिजम तो चायन एंड इंडिया पर इसे परिशान है इसलिए पॉलिसी में तो दिए इकोनॉमिक पावर इन दी वर्ल्ड वाश शिफ्टिंग इकोनॉमिक पावर शिफ्ट हो रही थी अमेरिका एक इंपोर्टेंट पावरफुल नेशन की तरह इमर्ज होकर आ रहा था तो राइज ऑफ अमेरिका आया ना समझ मैं आप जरा कहानी को रिलेट कर लो ठीक है कहानी को कैसे रिलेट कर लो अब नेक्स्ट के हमारे पास 19th century तो 19th century स्टार्ट होने से पहले अगर हम 18th century तक की पूरी कहानी देखें ठीक है 18th century century तक की पूरी कहानी देखें अगर ठीक है 18th century में आपके आपका आपका मतलब 1800 खत्म हो गया आपका 19th century में क्या जाएगा 1801 से अ एटीन देरो वन से नाइनटीन हंड्रेड तक तो यह टाइम पीरियट पढ़ेंगे हम नाइनटीन सेंचुरी यहां से नाइनटीन सेंचुरी पढ़ेंगे तो इसके पहले का जो पूरी कहानी थी वह मैंने आपको बता दी कि प्रीमॉडर्न वर्ल्ड जो था तो देखें चलते किस तरह से इकोनॉमिक पोजीशन जो थी वर्ल्ड की वह बदलते जा रही थी और यही चीज आगे और ट्रांसफर्म होगी आगे और कंवर्ट होगी तो अब हम पढ़ेंगे 19th सेंचुरी जो 1815 से 1914 यह वाला जो टाइम पीरिट पढ़ेंगे हम चीजें वह देखेंगे हम ठीक है कल्चरल एक्सचेंज देख रहे थे कि एक जगह से दूसरे का जब मूव करते लोग तो क्या करते हैं नए-नए कल्चर लेकर जाते हैं तो इन सारे फैक्टर्स के कारण टेक्नोलॉजी एक अलग धूंग जा रही थी क्या करें थी टेक्नोलॉजी तो टेक्नोलॉजिक एडवांसमेंट के चलते बहुत सारे ऐसे चेंजेंस आए जिसने किया इकोनॉमिस्ट ठीक है तो इकोनॉमिस्ट आइडेंटिफाइड थ्री टाइप ऑफ मूवमेंट और फ्लो तो यह जो चेंज आया तो इसमें फ्लो ऑफ ट्रेड पहला फ्लो क्या है फ्लो ऑफ ट्रेड फ्लो ऑफ ट्रेड में क्या हो रहा है कि गुड सिदर सुदर मूव हो रहा है वहा� कि वहां पर यह गुड्स प्रेड्यूस कर रहे हैं क्या प्रेड्यूस कर रहे हैं क्रॉप्स प्रेड्यूस कर रहे हैं तो वह क्रॉप्स को फ्लो कर रही थी, मूव कर रही थी फ्लो आफ लेबर, लेबर में वही वाली चीज़े जैसे देखा कि यूरोप में दिक्कते थी तो वहाँ से लोग यूरोप छोड़ छोड़ के अमेरिका वज़ा चले गए तो लेबर मूव कर रहे हैं, लोग माइग्रेट क लोग फ्लो कर रहे हैं लोग फ्लो कर रहे तो इसे तेर के नहीं आ रहे हैं मतलब मूव कर रहे माइग्रेशन और तीसरी चीज क्या है फ्लॉफ कैपिटल फ्लॉफ कैपिटल में क्या आएगा कि कैपिटल अगर आप बात करोगे तो शॉट टम और लॉन भी फ्लो हो रहा था तो दिजा दित थ्री टाइप ऑफ लोग विच वर बिंग ऑप्शन बाइक नॉमिस्ट यूरिंग दी 19th सेंचुरी ठीक है एक क्वेश्चन यह बनता है कि वह टाइप ऑफ लोग ऑप्शन फ्लो या फिर मूवमेंट ऑप्शन इस प्लेन दिम तो यह रहा है कि और पैसा कमा सकता है ठीक है गुड्स अगर हो रहे हैं फ्लो तो गुड्स के बदले में क्या जाएगा पैसा जाएगा ऐसा तो नहीं है कि यू अमेरिका से लोग गुड्स प्रोड्यूस करके यूरोप को फ्री में बेचेंगे वह पैसा फॉर्म टाइम्स भी ब्रोकन कभी-कभी रुख जाती थी जैसे रिस्ट्रिक्शन ऑन दी मूवमेंट ऑफ लेवर तो अगर माइग्रेशन पर रोख लगा होगे तो यह जो फ्लो आपस में जुड़े हुए थे वह इंटरअप्ट हो जाते थे ठीक है तो एट फ्लो आपको क्या है वर्ड इकनॉमी टेक्सशेप वर्ड इकनॉमी टेक्सशेप में समझना है कि अभी तक हम देख रहे हैं में इंटिग्रेट हो गए सारी इकनॉमी आपस में इंटिग्रेट हो गई है जो तीन मेजर फ्लो पर हमने फ्लॉफ विडिट फ्लो फ्लो फ् प्रोशन 19th सेंट्री आते-ाते यूरोप में बदल गया था ठीक है यूरोप में ऐसा माना जाता था ठीक है रिजन बताऊंगा फिर उसके लिए कि यूरोप में ऐसा माना था कि अगर आप फूट्स अब सेल्फ सफिशेंट और फूट्स अफिशेंट आफ डेवलप्ट जाता है कि आपके पास आपका खाना परियाब्ब हो डेवलप्ट नेशन्स का मतलब होता था कि आपके पास क्या होना चाहिए आपके पास सफिशेंसी होना चाहिए सेल्फ सफिशेंसी और सोरी आपके पास इंडस्ट्रीज होना चाहिए बहुत सारी ठीक है तो इसका कारण मैंने आपको बता दी कि आप ज्यादा फोकस कर जा रहा था इंडस्ट्रीज के ऊपर तो इसकी कहानी अगर समझे तो तो मतलब सिंपल सी चीज है कि पहले जो ब्रिटेन के बड़े-बड़े एग्रीकल्चरलिस्ट थे ठीक है जो खेती कर रहे थे तो उन लोगों ने बोला कि हम खेती करेंगे अब हम खेती करके क्या करेंगे मान लोग कॉर्न प्रोड्यूस कि हमने अगर आ रहा है या फिर बाहर से जो फूट प्रोडक्ट्स आ रहे हैं वह कंट्री में ना है गवर्नमेंट ने उनकी बात मान ली ठीक है तो अंडर दी प्रेशर गवर्नमेंट इंप्लीमेंटेड कॉर लॉग इन ब्रिटीन नीट समझ में आ गई agriculture लिस्ट जबरन कीमा जा� तो कीमत बढ़ा रहा है ठीक है जबरन प्रोडक्ट्स के क्या कर रहा है दाम बढ़ा रहा है तो इंडॉस्ट्रियलिस्ट एग्रीकल्चरलिस्ट की इस प्रेशर के कारण जो कॉर्नला आया था उससे खुश नहीं थे तो इंडॉस्ट्रियलिस्ट लोगों ने क्या करने स्टा और गवर्नमेंट से बोला कि आप यह ट्रेड बैरियर्स हटा दो ट्रेड बैरियर्स हटा दिए तो अब जो एग्रिकल्चुरलिस्ट था ठीक है उस एग्रिकल्चुरलिस्ट को बाहर से जो गुड़ सा रहे हैं जैसे अमेरिका से जो फूट क्रॉप्स आ रही है उनका पॉजिशन ऑफ कॉर्न लॉस जब कॉर्न लॉस को अबॉइश कर दिया गया तो देर वाज़ ए यूज कंपेटीशन कंपेटीशन फॉर दी इंपोर्ट्स फ्रॉम अदर कंट्री सेच एस अमेरिका जो इंपोर्ट्स आ रहे तो इसके चलते क्या हो रहा है कि अब यहां पर फूट प्रोड्यूज हो रहा था ठीक है अब सप्लाई बढ़ गई देखो इधर से भी खाना आ रहा है यहां पर प्रोड्यूज हो रहा तो यहां पर जो फूट प्रोड्यूज हो रहा था जो एग्रिकल्चरलिस्ट फूट प्रोड्यूज कर रहा था उसकी कॉस्ट कम हो गई है ठीक है इंपोर्ट और फूट खाना आया तो से एग्रिकल्चरलिस्ट जो बृतेन के थे उन लोगों की कॉस्ट कम हो गई है उन लो� दूसरा काम ढूंढो वहीं चीज यहां पर हुआ तो अनेंप्लॉयमेंट बढ़ता चले गया अनेंप्लॉयमेंट रेस्ट अनेंप्लॉयमेंट बढ़ रहा है ठीक है तो लोगों ने क्या करना चालू करा यहां काम नहीं मिल सकता खेती बारी में एग्रीकल्चरलिस्ट था यह पूरी कहानी देखो क्वेश्चन ऐसा बन सकता है वह टाइप वर्ड वर्ड वर्ड जा हुआ ठीक है तो वह बस कॉर्न लॉग वह दी वाय कॉर्न लॉग वर अबॉलिज्ड तो इस तरह से अगर क्वेश्चन आते तो इनके कारण मैंने आपको बता दिए वाय कॉर्न लॉग वाज इंप्लीमेंटेड यह भी तो पहले एग्रिकल्चरलिस्ट इसमें क्या हो रहा है जब सिटीज की तरफ माइग्रेट करके गए तो वहां पर हो रहा है इंडस्ट्रिलाइजेशन वहां पर इंडस्ट्रीज आ गई बहुत सारी अब जो इंडस्ट्रीज आई है तो इंडस्ट्रीज में लोग काम करेंगे तो इंडस्ट्रीज में था इंपोर्ट के कारण इंपोर्ट के कारण कॉस्ट कम हो रही थी तो उन्होंने सब कुछ काम दंदा छोड़कर माइग्रेट करके शहरों में अब इंडस्ट्रीज में चले गए तो इंडस्ट्रिलाइजेशन हो रहा है इंडस्ट्रीज बढ़ती जा रही है है वह और बढ़ेगी अब खेती कम लोग कर रहे हैं तो खाना लेकिन खाइए ना कपड़े नहीं खाएंगे वह लोग तो जब वह और लेकिन चाहिए और चाहिए खाना तो इसके लिए आपको इंपोर्ट करना होंगे और बढ़ाना होंगे आगे तो इंपोर्ट की need और बढ़ जाएगी तो इसका impact क्या होता है इसका impact देखो ये रहता है कि as the demand for food was increased आया ना समझे demand क्यों बड़ी क्योंकि लोग अब industries में है तो उन्हें खाना चाहिए as the demand for food was increased it had multi dimensional impact on the economy better word would be the world economy वर्ल्ड इकोनॉमी ठीक है तो अब क्या होता है कि जैसे जैसे डिमांड बनती तो पूरी पूरी वर्ल्ड इकोनॉमी के ऊपर उसका और एक और गेरेट ग्रेटर इंपैक्ट होता है क्या सबसे पहले एक्सपेंशन ऑफ एग्रीकुल्चरल लैंड अब लेकिन खाते हैं सब तो कहां से आएगा तो ने बोला कि नई-नई लैंड को डिसकवर करो तो अमेरिका ऑस्ट्रेलिया इन सारी बिजनेस करें तो हम खेती करें उनको खाना खिलाएंगे पैसे कमाएंगे ठीक है एक्सपेंशन ऑफ एग्रीकॉल्चरल लैंड आप एग्रीकॉल्चरल आप सिर्फ जमीन बना लेने से खेती नहीं हो जाएगी ना लोगों को खेती करना भी पड़ेगा तो मैंने पीपल करके गए ठीक है तो people started migrating over there migration होता है और उस migration में आप देखो क्या है आपने खेती भी कर लिए आप आ भी गए हो आप यूरोप से अमेरिका आगे अपने खेती भी कर लिए जो फूट ग्रेंस प्रोड्यूस करिए तो अपने सिर पर रखे नहीं ले जाओगे आप यूरोप तक ठीक है तो पोर्ट एरिया तक पहुचाने के लिए रेल्वेस वगैरा इं पर जाने स्टार्ट किया तो वहां पर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट हुआ ही हुआ उसके साथ में वर्ल्ड इकनॉमी में दूसरे क्या हो रहे हैं पॉजिटिव इंपैक्ट देखने को मिल रहे हैं कंस्ट्रक्शन हो रहा है रेलवेस का डेवलपमेंट हो से कि अभी पहले क्या होता था कि वहीं पर लोग रहते हैं वहीं पर प्रोड्यूस करते हैं वहीं पर खाते लोग इंडस्ट्रीज में काम कर रहे हैं लेकिन उनके लिए खाना जो है तो एक ग्लोबल एग्रीकल्चरल इकोनॉमी बन गई उनके लिए खाना कहीं मिलों दूर से आ रहा है तो इस तरह से ग्लोबल एग्रीकल्चरल इकोनॉमी फॉर्म ले चुकी थी तो हमारे पर क्या इंपेक्ट हुआ ब्रिटिशियस ने देखा कि यहां पर भी क्या किया जाना चाहिए डेवलपमेंट किया चाहिए ताकि यहां से भी फूट ग्रेंस को प्रोड्यूस करके हम क्या कर सकें जो इंडस्ट्रियलाइज्ड नेशन से वहां तक पहुंचा सकें त तो ठीक है विड़न कॉटन वॉस ग्रोन और इसी के चलते विड़ और कॉटन ग्रो किया जाता था विड़ से लोगों को खाना खिलाया जाता था इंडस्ट्रिलाइज नेशन का नेशन में और कॉटन से क्या होता जो इंडस्ट्रीज थी तो वहां पर रॉ कि कैनल कॉलोनी बनाई गई है पंजाब वाले एरिया में जहां पर क्या है जहां पर लोगों को बसाएगा और वह उसे बोला गए कि आप खेती करो मैं यहां पर आपको पूरा एक रोबस सिस्टम तैयार करके दे रहे हैं तो यह सारा सिस्टम हुआ कव यह ज्यादा प्रशिक्र ने शेप लिया ठीक है कि अगर देखें हम इस बीच में कि यहां पर टेक्नोलॉजी का क्या रोल रहा ठीक है हमने देखा कि किस तरह से प्रीमॉडर्न वर्ल्ड से धीरे से मॉडर्न वर्ल्ड के तरफ फिर तो गया वहां पर अलग-अलग फैक्टर्स ने रोल रहा कि कैसे नई इकोनॉमिक डिस्कवर किया गया अमेरिका तो लोग माइग्रेट करना स्टार्ट करते हैं ठीक है अब धीरा धीरा इकनॉमिक इस्तेम के अक्टिविटीज फास्ट अप हो जाती है यह सारी चीज होती है अब इस पूरी कहानी में टेक्नोलॉजी कितना रोल प्ले किया क्या टेक् जी हां देखो क्या होता है इन मेकिंग आफ दिग्लोबल वर्ल्ड या फिर ग्लोबल इकोनॉमी इनवेंशन स्ट्रांसफॉर्म दी वर्ल्ड जैसे-जैसे इनवेंशन होते चले गए जैसे जैसे टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट होते चले गए तो चीजें पलट गई गई पूरी अब क्या होता है कि हम अगर देखेंगे तो टेक्नोलॉजी टेक्नोलॉजी एडवांस टेक्नोलॉजिकल आएगा ठीक है पर काम करने लगे नहीं क्या होता जब कॉलोनाइजेशन हुआ ठीक है इंडिया को जैसे क्या बनाए उन्होंने कॉलोनी बनाया उन्होंने सुचा कि यार इंडिया से अगर जल्दी-जल्दी गुड़ से एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाना है तो गुड़स का जल्दी नहीं जाना है तो रेलवेज में इंप्रूवमेंट देखने को मिला तो यह सारी चीजें हो रही थी ठीक है क्या कि टेक्नोलॉजिकल एडवांस एडवांसमेंट जो देखने को मिला है टेक्नोलॉजिकल एडवांसेंस जो हुए है तो उनके बहुत सारे कारण थे ठीक है और एक मेजर कारण जो था तो वह था कोलोनाइजेशन कोलोनाइजेशन के चलते जो अपग्रेडिशन सिस्टम को इंप्रूव किया एंड इस ऑल वास्ट पॉसिबल विद यह लोग ऑफ टेक्नोलॉजी तो टेक्नोलॉजिकल अपग्रेडिशन हो रहा है अब एक एग्जांपल अगर आप देखोगे तो अनुसार सच एग्जांपल इस ट एक बंट है इन दी ट्रेड ऑफ मीट ठीक है वह दिप्रॉब्लम विफ्र इनवेंशन ऑफ रेफ्रीजरेटेड शिप्स तो यहां पर ट्रेड इन मिट में जो टेक्नोलॉजी जो देखी जाएगी तो वह देखी जाएगी रेफ्रीजरेटेड शिप पहले क्या होता था पहले एक शिप के अंदर सारी जानवरों को लिए जाता था एक शिप के अंदर डाल दिया जाता है इसे उनको पार्क कर दिया जाता कि जाओ तुम्हारे को मानलों अमेरिका से पहुंचा रहे यूरोप में कि आप अमेरिका में आपने पैक कर दिया शिप के अंदर सारे जानवारों को जिंदा डालों के और फिर भी टाइम पीरिड की जर्निंग तो तब वहां पर इनको स्लॉटर करना तब काटना पीटना और तब मीट निकालना ठीक है यह आइडिया चलता था पहले अब इसके बहुत सारे लिमिटेशन थे क्या लिमिटेशन थे तो आपने मान लो कि एक सौ किलो का तो ये सारी समस्याए थी कब जब refrigerated ship जैसी technology इनवेंट नहीं हुई थी तो at that time trade in meat was not so profitable ये system था लेकिन जब technological advancement होता है ठीक है refrigerated ships आती है तो उसके चलते क्या होता है चीज़े बदल जाती है अब before and after मैंने आपको बता दिया क्या पहले problem होती थी जब refrigerated ship नहीं थी अब रेफ्रीजरेटेड शिप होने के बाद में क्या होता है तो इसके बाद में देखो एडवांटेज अगर देखें आफ्टर वाली सिट्यूशन में एडवांटेज हैं क्या एडवांटेज हैं कि अब जिंदे जानवर को नहीं डाला जाता था एनिमेल्स वर बिंग स्लॉटर वर्ल्ड को इंटेग्रेट करने में या फिर ट्रेड को फ्लरिश करवाने में वर्ल्ड इकनॉमी को कितना बेनिफिट पहुंचाया है ठीक है रोल ऑफ टेक्नोलॉजी हमने आपको बताया यहां पर अब रोल ऑफ टेक्नोलॉजी के बाद में अगर हम यह देखें लेट नाइनटीन सेंचुरी कॉलोनियलिजम तो देखो अभी तक हमने नाइनटीन सेंचुरी देखी पूरी 1814 से 1914 तक देखेंगे अब इसी में आखरी-ाखरी में क्या होने लगता है कि जो यूरोपियन नेशन पावरफुल हो जाते हैं तो वह वह क्या बन जाते हैं वह कॉलोनियलिजम की आइडियोलॉजी के साथ में वर्ल्ड की अलग-अलग कंट्रीज को क्या करते हैं अपने अंडर में लियाते हैं सब्जुगेट करने लगते हैं पॉलिटिकली इकनोमिकली कल्चरली ठीक कॉलोनिजम समझते ना आपकी मतलब किसी को गुलाम बना लेना अगर देखा तो ब्रिटेन ने क्या किया ब्रिटेन कॉलोनाइज इंडिया इंडिया को क्लोनाइज कर दिया तो लेट 19 सेंचुरी में पॉलोनिजम की जो टेंडेंसी थी वह और स्ट्रांग होते चले गई है ठीक है ट्रेड ट्रेड बहुत बड़ा लेकिन इस ट्रेड के साथ ने जो प्रॉस्परिटी आई वह प्रॉस्परिटी एक डार्क साइड भी लेकर आई है ब्रिटेन से वह लोग आए थे यहां पर किस नाम से आया थे ट्रेड करेंगे ठीक है आ जाओ ट्रेड करने आया तो सही है लेकिन उन्हें क्या उन्होंने बहु तो जिसे ट्रेड के नाम से आए तो European Conquest and Colonialism तो Europeans जो थे फ्रांस हो गया, बृतेन हो गया, पॉर्टगल हो गया, स्पैन हो गया तो यह सारी countries क्या करती है जहां जहां ट्रेड के नाम से गई क्योंकि यह military अगर देखा जाता है तो military front पे फिर political front पे, economic front पे थोड़े strong थे एक्जांपल colonial, अब इसका वो ही बताता हूँ मैं आपको जिसे Africa जो है पूरा यहां पर एकदम बाउंडरी ऐसी कटी है जैसे किसी ने स्केल से बैठ के बॉर्डर्स बनाई होगी जिप्ट लीबिया वगैरह जो कंट्रीज है तो ऐसा क्यों है क्योंकि यह यूरोपियन पावर जब अफ्रिका में पहुंची है ट्रेड के नाम से यहां के प्रिवर्ण एक्सट्रैक्ट करने के नाम से तो वहां पर क्या करा वहां पर बैठ के यह बर्लिन में जितनी भी कॉलोनियल पावर्स थी ठीक है जर्मनी हो गया फ्रांस हो गया ब्रिटेन हो गया ठीक है इस पेन हो गया तो यह सारी कॉलोनियल पावर आफ्रिका को बकायदा बैट के डिवाइड के ऐसी कारण से वो इतना इवनली डिवाइडेड रिखता है हमें ठीक है तो यह एक एग्जांपल बताता है कि इस तरह से कॉलोनियल फोर्सेज जो वो स्ट्रॉंग होते चले गई धीरे धीरे लेट 19 सेंचुरी के आते आते ठीक ह चीजों को वापस से यहां तक हमें देखा कि किस तरह से टेक्नोलॉजी ने एक इंपोर्टेंट रूल प्ले करा किस चीज में टेक्नोलॉजी ने एक इंपोर्टेंट रूल प्ले करा वर्ल्ड को ग्लोबलाइज करने में लेकिन यह जो ग्लोबलाइजेशन वर्ल्ड वर्ल्ड ट्रक्टिव इंपेक्ट ऑफ कोलोनिलिजम इस चीज को समझते हैं तो शुरुआत में क्या होता है अफ्रिका एक ऐसा कंटिनेंट है पूरा का पूरा ठीक यह अफ्रिका जैसे तो अफ्रिका पूरा एक ऐसा कंटिनेंट जो अपने आप में बहुत सेटिसफाइड है तो वह क्या करते थे अपने जो जितने भी रहते उनके जितने भी जानवर पालते थे ठीक है उन्हें ग्रेजिंग करवाते लोग बड़े सैटिसफाइड संतुष्ट थे फिर क्या होता है आप जब वह सैटिसफाइड थे तो दे दे नॉट वांटेड एंड एंड नॉट वर्न नॉट विलिंग तो उनकी ऐसी कोई इक्षा ही नहीं होती थी किसी के अंडर में जाकर काम करें ठीक है लेकिन फिर क्या होता है कि यह जब यूरोपियन पहुंचते हैं तो अफ्रिका अप्रिका पहुंचने के बाद में क्या करते हैं यह वहां पर प्लांटेशन और माइन्स इन चीजों को समालते हैं ठीक है वह प्लांटेशन बिजनेस में इनवेस्ट करते हैं कि हम क्या करना बड़ी-बड़ी प्लांटेशन फील्ड को बनाना है वह माइन्स तो Europeans क्या करते हैं ठीक है देखो shortage of labor क्योंकि लोग काम करना नहीं चाहते हैं तो Europeans क्या करते हैं जो colonizers थे ये colonial powers क्या करती है कुछ tricks अपनाती है जिसके चलते हैं वो इन खुश Africans को क्या कर लें अपने under में लिया है अपने कबजे में लिया है तो वो लोग क्या करते हैं they imposed heavy taxes on natives एक अपने बेटे दोनों को आधी आधी बाठ दी जाएगी लेकिन यूरोपियंस में क्या कर दिया यूरोपियंस ने बोलते हैं कि नहीं प्रॉपर्टी अगर आप लोग है तो आपको एक ही बेटे को देना होगी मतलब दूसरे बेटे के पास प्रॉपर्टी ट्रिक्स अपना ली लेकिन इन सारी चीजों से ज्यादा भयानक दुष्प्रभाव जिस चीज कर रहा जो एक ग्रेटर इंपैक्ट रहा वह रेंडर पेस्ट का रेंडर पेस्ट क्या है बीमारी है किसको ही बीमारी तो बीमारी हुई कैटल्स को मैंने बताया कि इनकी लगाया है कि इनको कैसे ना कैसे लेबर बनाया जाए उपर से क्या होता है कि रेंडर पेस्ट जो डिजीज थी वो स्प्रेड होती है और उस डिजीज के कारण क्या होता है बहुत सारी चीज़ें बदल जाती है देखो कैसे स्प्रेड होती है तो 1830s में क्या होता है रेंडर यह कैटल में फैलती थी अब क्या होता है तो जो मीट में इसका कारण बताता आपको कि जो मीट क्या होता था कि इन पार्ट से मिडलीस्ट वगैरह के पार्ट से क्या होता था यूरोपियन सोल्जर्स जो यहां पर होते थे यूरोपियन सोल्जर्स को खिलाने के लिए पहुंचाया जाता था तो उस मीट जो मीट आया था ना वह मीट इनफेक्टेड थ केटल्स में ठीक है और वही मीड जब इन लोगों ने खाया इन लोगों ने खाया यहां की केटल्स की कंटेक्ट में आया तो यहां की केटल्स की कंटेक्ट में आने से क्या होता है कि 1880s में जो रेंडर पेस्ट की बिमारी यहां पर क्या होती इंट्रिड्य वेस्ट अटलांटिक कोस्ट पर पहुंच जाती है, 1892 तक और 1897 के टाइम पीरियड में लगबग लगबग उसने पूरा अफ्रिका कवर कर लिया, ठीक, अब पूरा अफ्रिका कवर कर लिया यह बिमारी ने, और इस बिमारी के पूरा अफ्रिका को कवर कर लेने पर होता क्या लाइवली हुआ पर क्या होता है इंपैक्ट होता है नेगेटिव इंपैक्ट तो उसके चलते क्या होता है उसके चलते अब लोगों को दूसरे सोर्स ऑफ लाइवली हुआ दूनना पड़ेंगे देवर फोर्स टू वर्क अंडर दी देवर दिखा ये जो स्लाइड बनाने वाले हैं कभी कभी क्या हो जाते हैं बहाय जाते हैं भावनाओं में तो plantation owners और फिर जो mine owners थें तो they could now force Africans into labor market अब वो labor market में जवरन force भी कर सकते हैं क्योंकि उनके पास कुछ करने को बचा ही नहीं था पेट पालना है तो काम करना पड़ेगा ठीक है अब क्या होता है these enabled European colonizers to conquer and subdue Africa तो जो European colonizers थे ठीक है these enabled European colonizers टू कंकर एंड सब्ड्यूड अफ्रिका तो इस तरह से धीरे-धीर हमने देखा कि कैसे रेंडर पेस्ट और जो रेंडर पेस्ट कोई कैटल प्लेग भी कहा जाता तो उस कैटल प्लेग के कारण क्या होता है कि यह जो कॉलोनिलिजम के हम बात करें डार्क साइड दे� एक नेगेटिव इंपैक्ट छोड़ दिया किसके ऊपर नेगेटिव इंपैक्ट छोड़ दिया वहां जहां भी कॉलोनाइज किया जैसे इंडिया में भी आप देखोगे इंडिया में फेमाइन वगैरह कितनी बार इस कारण से हुई क्योंकि हमारे हां से सारा खाना कहां कर यहां के लोग जो थे वह भूके मर जाते थे तो यह समस्याएं थी ठीक रेंडर पेस्ट मूव लाइक आफ फॉरेस्ट फायर किलिंग 90 परसेंट ऑफ दी कैटल 90 परसेंट कैटल जो अफ्रिका की खत्म कर दिए तो यह हमने किस केस में दिखा यह देखा हमने अफ्रिका के केस में कि किस तरह से पॉलोन को लॉनिजम जो था तो कॉलोनिजम का डार्क इंडिंचर्ड लेबर माइग्रेशन फ्रॉम इंडिया अब इंडिंचर्ड लेबर क्या होते हैं क्यों इंडिया से माइग्रेट करते हैं यह पूरी कहानी हम यहां से स्टार्ट करते हैं देखो इंडियन एंड चाइनीस लेबर रस वेंट टू वर्क ऑन प्लांटेशन इन माइंड्स रोड एंड रेलवेज कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट ठीक है इंडियन अंडर कॉन्ट्रैक्ट यह क्या है लोगों इंडिंचर्ड एंप्लॉयर फॉर स्पेसिफिक अमाउंट ऑफ टाइम मतलब कुछ ऐसे लोग थे जिन लोगों को क्या एक कॉन्ट्रैक्टर होता था ठीक है जो कॉन्ट्रैक्ट प्लेस पर क्या करता था साइन करवा था कि इतने समय तक के लिए आप हमारे साथ काम करने लो बंदवा मजदूर की तरह तो वहीं इंडेंचर्ड लेबर कहला है ठीक है अभी जो एंड इंचर्ड लेबर थे ठीक है सवाल यह आता है कि यह इंडिंचर्ड लेवर जो रहते थे कहां से आते थे ठीक है कहां जाते थे अब जैसे हम कहें है कि इंडिया और चाइना से ही तो इंडिया और चाइना से क्योंकि पॉपुलेटेड कंट्रीज थी और दीज कंट्रीज अंडर दी कॉलोनियल डॉमिनेशन ठीक है कॉलोन कॉलोन जो कॉलोनियल डॉमिनेशन थी तो कॉलोनियल डॉमिनेशन के फोर्स रिक्रूटमेंट तक होती थी आर्मी के लिए तो वैसे क्या किया जाता था वहां पर यहां पर के साल अगें तो जो तो वह इंडिंचर्ड लेबर हो गए इंडिंचर्ड लेबर थी अब इंडिंचर्ड लेबर जो होते थे तो देवोंस लिए केम फॉर प्रजेंट लोगों के लिए तो काम पर जाने लगे ठीक अब कहां जाते थे इन लोगों को लेकर कहां जाया जाता था तो कैरेबियन आईलेंड्स ऑफ ट्रिनिडाड गोयाना ठीक है सुरीनाम मरिशियस फिजी साइलोन मतलब प्रजेंट श्रीलंका मलाया एंड असाम तो आशां के जो टी गार्डेंस थे वहां पर तो यह एरियास थे यहां से ले जाया जाता था ठीक है यहां पर एक्सप्लोडेशन कैसे होता था तो एक्सप्लोडेशन बाय एजेंट्स अभी जो कंट्रैक्टर होते थे जो कंट्रैक्ट करवाते थे तो वह डेस्टिनेशन जूटी बता देते थे टर्म पीरिड कम बता देवा था कि एक साली चलना और एक बार ले गए तो कहा गया है न्यू सिस्टम ऑफ स्लेवरी न्यू सिस्टम ऑफ स्लेवरी कहा है आपको समझ में आया है वह एंटेंचेड लेवर फ्रॉम वेडिट दे केम फ्रॉम एंड वेडिट दे वेंट ठीक है कहां जाते थे और वह दिचा लेंजेस विच देवर problem अपनी है solution में निकालना पड़ेगा तो कैसे इन टू वाइट जंगल में जाकर छुप गए यह ठीक है जंगल में जाकर छुपकर बैठ गए फिर देवल एंडिविजुअल टो लोग देखा कि दूसरे भी इसी तरह से दूसरे भी लेवर्स थे दूसरे भी इंटेंचेड लेवर थे तो भाई तेरे साथ वह मेरे साथ भी एक्सप्लोइटेशन हुआ तीए दोनों एक्सप्लोइटेड एक्सप्लोइटेड भाई-भाई ठीक तो देवल इंडिविजियल एक्सप्लोइटेड एक्सप्लोइटेड एक्सप्लोइटेड एक्सप्लोइ� एक्सांपल में जैसे अब देखोगे तो ट्रिनीड आर्ट में जो एन्वल महरम प्रोसेशन होता है ठीक है तो उस महरम प्रोसेशन को होसे नाम दिया गया और वहां पर क्या होता है कि चाहिए आप जैसे हम देखते महरम प्रोसेशन यूजिएली बिंग अम क्या देखते हैं किसके दौरा पार्टिसिपेट किया जाता है महरम प्रोसेशन में तो मुस्लिम करते थे तो देखिए लेफ्ट क्रिएटेड अ कलेक्टिव सेल्फ एक्सप्रेशन आया ना समझ में फिर जैसी रस रस्ता फारिनिज्जम अगर देखा जाए तो यह क्या है एक ए रिबिलियस रिलीजन ऑन दी लाइंस ऑफ बॉब मारले अगर आप देखोगे तो यह ठीक है तो उन लोगों की लाइन पर रिलीजियस रिवॉल्ट रिवोलूशनरी रिलीजन फॉर्म को ने कंस्ट्रक किय��� जो कि क्या इसके वहां के जो नेटिव है तो ओल्ड एंड न्यू कल्चर कल्चरल फॉर्म तो यह सारी चीजें का फ्यूजन था तो यह बताते हैं कि उन्होंने अपना खुद का क्या किया एक अलग आर्ट फॉर्म उन्होंने अपना खुद का एक अलग देट इसका वर्ड देखा तरीका डिसकवर कर लिया फॉर्म 1900 ठीक है फॉर्म 1900 अ इंडिया इंडिया नैशनलिस्ट लीडर बिजेंट टू बिजेंट अपोजिंग द सिस्टम ऑफ एंडेंचर लेवर्स ठीक है तो अब दिखा दिखा जाए तो लोगों लोगों को समझ में आ लगी इंडियन नेशनलिस्ट लीडर्स को समझ में आ लगी कि इस इंडेंचर्ड लेबर सिस्टम इस अब्यूसिव एंड क्रूअल को रोटोर्स यूमन बींक्स ठीक है तो आप उसके बहुत ज्यादा है फाइनली देफोर इट था तो कब खत्म होता है 1921 में कंप्लीट होता है आप यह समझ में आपको इंडेंचर्ड लेबर कौन है ठीक है विशेष का फ्यूजन करके कुछ नया बनाया तो एग्जांपल में सारी चीजें वन मार्क्स में रफ्तारिजम पूछा जा सकता है और ठीक है रस्ता फैरिडिजम अब आगे अगर आते हैं तो इंडियन ट्रेट कॉलोनिलिजम एंड ग्लोबल सिस्टम अच्छा चैप्टर के अगर आप सीक्वेंस समझोगे अभी तक तो अभी तक चैक्टर में हमने क्या-क्या देखा अभी तक हमने इसमें का ठीक है वह समझामने अफ्रिका के पर्सपेक्टिव से इंडियन वर्कर्स और एंडिंचेड लेवर जो उनके पर्सपेक्टिव से अब एक सवाल हमारे सामने यहां पर यह भी खड़ा होता है कि वर्ड इकनॉमी जो देखने की ग्लोबल वर्ड जो बन रहा देख लिया हमने यूरोप से लोग माइग्रेट करके अमेरिका पहुँच गए अमेरिका में क्या है कि एक वर्ल्ड इकनॉमी टेक शीव वाला जो क्रेडिट दिया जाएगा तो वो किसको दिया जा रहा है तो इंडिया ट्रेट कॉलोनिलिजम और ग्लोबल सिस्टम समझते हैं अगर कि ग्लोबल सिस्टम में इंडिया ट्रेट और कॉलोबल सिस्टम अगर हम इकनॉमिक परस्पेक्टिव से देखें तो ट्रेडिशनल सिस्टम क्या था कि इंडिया वॉस एक्सपोर्टिंग दिफिन कॉटन प्रोडक्ट्स टिव्यूस ट्रेडिशनल सिस्टम क्या था कि इन प्रोडक्ट्स को लेकिन जैसे-जैसे इंडस्ट्रीज डेवलप होते चले गई ब्रिटेन में अब ब्रिटेन में इंडस्ट्रीज डेवलप हुई तो यही चीज पता एज ऑफ इंडस्ट्रीज लोगों तो with the coming up of industries in Britain things changed traditional जो चला आ रहा था वो वैसा नहीं है अब हम economically dominate करते थे हम हमारे आज से product पोचाते थे पैसे लेके आते थे अब चीज़ें बदल जाएगी तो import of British good and export from India declined तो अब क्या होने लगा कि अब बृतेन में जो industries बनी तो वो खतम हो गया अब बृतेन में जो industries बनी तो import of British goods तो हमारी country में import हो रहा है and export from India कि लाइन आया ना समझ मैं एक्सपेंट करा मैं आपको यह कि यह सब कुछ कैसे होता है अब इसका इंपैक्ट क्या हुआ समझना इस चीज को इंडियन ट्रेड वॉस इंफ्लूएंट एंडर दिको लोनियल पीरेड ऐसा क्वेश्चन अगर बन गया तो आपको समझना इंपोर्ट टू ब्रिटेन ठीक है अब ऐसा नहीं है कि यहां पर ब्रिटीश बंदूक लेकर खड़े जाएंगे कि आने दो इधर से ब्रिटेंट इंडिया के गुड्स को गोली मार देंगे नहीं उन्होंने कैसे रोके इंडिया के गुड्स को तो उन्होंने प्रे� गया तो इसके ऊपर बहुत टेक्स लगाया अपने आप इंडिया के गुड्स महंगे हो गए तो कोई खरीदता नहीं था यहां पर ठीक है तो यह करा सबसे पहले तो इंडिया के गुड्स बिकना बंद हो गए वहां पर ब्रिटेन में फिर क्या पर मार्केट भी खोया ठीक फिर क्या होता है एक्सपोर्ट ऑफ रॉ मटेरियल इंक्रीज्ड अब देखो ब्रिटेन बड़े ब्रिटेन के लोग जैसे वह कॉलोनियल पावर थी हमारे ऊपर कभजा करके बैठी थे चालाग भी थे उन लोगों ने देखा पूरी की पूरी ले जाते थे वह तो हमारे यहां से जो फिर इस प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट होता था एड गॉट डिक्लाइन यह सारी दिक्कत हो गई इंडियन गुड्स का मार्केट भी खो दिया, इंडियन गुड्स जो थे, मैनिफेक्चर गुड्स जा नहीं रहे थे, रॉ मटेरिल की कमी हो रही थी, रॉ मटेरिल की कमी हो थी, तो हमारे हाँ भी जो प्रदूस करेगा, उससे भी दिक्कत जाएगी न, इंडियन ट्रेड वास्ट नेगेटिवली इंफ्लॉयंस डूरिंग दी कॉलोनियलिजम ठीक है दूर इंडियन पीरिड अगर यहां नहीं समझ में अगर देखे जाए तो ग्लोबल सिस्टम हमारा क्या कंट्रीबिशन रहा हाउ इंडियन इकोनॉमी वास्ट या फिर British manufactured goods flooded the Indian market ठीक है food grains and raw material export from India increased ठीक है और इंडिया से बदले में क्या जा रहा था तो इंडिया से इन लोगों ने बोलते हैं कि हम कपड़े नहीं खरीदेंगे आपके हाँ से clothes producer है वो नहीं खरीदेंगे लेकिन जो food grains produce हो रहे हैं जो raw material है ठीक है और वहाँ पे तो industries में busy है सारे लेकर जाते थे तो इस तरह से ग्लोबल सिस्टम में इंडिया एक मेजर रॉ मटेरियल प्रोडूसर की तरह क्या होने लगा रॉ मटेरियल एक्सपोर्टर की तरह जाने जाने लगा ठीक है तो क्या हो रहा था एक्सपोर्ट जो थे इंडिया से वह ज्यादा थे अजय को इंपोर्ट मतलब हमारे से क्या करते थे गुड्स ज्यादा ले जाते हैं हमारे यहां से और हमारे यहां गुड्स आते थे खूब और हमारे आज गुड्स बिकते नहीं थे तो ब्रिटेन का हमेशा ट्रेड सर्प्लस होता था इकनॉमिक्स में पड़ा बैलेंस ऑफ ट्रेड में लास्ट चैप्टर सॉरी जियोग्राफी में पड़ा है लास्ट चैप्टर नहीं आने बैलेंस ऑफ ट्रेड एक्सपोर्ट रिसीव ज्यादा कर रहे हो इंपोर्ट आप कम कर पा रहे हो तो आपको क्या करना पड़ रहा पैसे ज्यादा देना पड़ रहा है बगी कमाने का काम कम हो गया तो ब्रिटिश एक्सपोर्ट हमारी कंट्री में आ गए इंपोर्ट हमारी कंट्री से घट ज्यादा क्या कर रहा है ज्यादा गुट्स बेचता है ज्यादा पैसे कमाता है तो ब्रिटेन वॉस हेविंग ट्रेड सर्प्लस अब जो ब्रिटेन का ट्रेड सर्प्लस था बैलेंस ऑफ ट्रेड फेवरेबल था उनके फेवर में ठीक है अब दिस हेल्प दें टो पे भी होम चार्जेस क्या होता है कि ब्रिटेन मान लो कहीं पर लॉस खा रहा था तो वह उस लॉस को हमारे यहां से जो पैसा कमाया था उससे सप्लीमेंट कर देता था आया ना समझ में तो जो ट्रेड सर्प्लस था ब्रिटेन का तो कि इस ट्रेड सर्प्लस हेल्प दम टू पेट दिवों चार्जेस दोन के खर्च आ रहा था तो उस खर्च को ने इंडिया के पैसों से पेट किया देश सर्प्लस इस यूज टू बैलेंस इट्स ट्रेड डेफिसिट दूसरे देशों के साथ के नुकसान हो रहा यह सब्सक्राइब कर देते तो इस तरह अगर देखिए हम तो ग्लोबल सिस्टम में जो मेजर इकनॉमिक पावर्स थी सच एस ब्रिटेन देवर बिंग सस्टेंड ऑन दी ट्रेड सर्पलस आईड बाय इंडिया आईड थ्रू इंडिया ठीक है यह पूरी कहानी थी तो आपको समझना इंडियन ट्रेड कैसे इंफ्लूइंस वह कोलोनियल पीरेड में एंड व्हाट व्हाट दिए एक्जाम टाइम में मुझे पता है कि notes valuable रहते हैं ठीक है आप लोगों को मदद मिल सकती है इन सारी चीज़ों से अगर notes चाहिए तो 11th, 12th और जो भी सारी classes हैं social science के revision series के सारे notes सब कुछ आपको magnet brains पर available हैं आप description में इस से जुड़ी जानकारी नहीं देख सकते हैं देखिए क्या है यहां पर इंटरवार इकोनॉमी इंटरवार इकोनॉमी में क्या बताया है अब एक नया टॉपिक चालू हो रहा है अभी तक हम कहां तक देखते हैं भी तक हमने पूरा देख लिया प्री मॉडर्न पर देखते हैं इंटरवार इ लेट 19 सेंचरी में हमने देखा कि कॉलोनियल कॉलोनियल फोर्सर स्ट्रॉंग होती है उसका इंपैक्ट क्या होता है वर्ल्ड इकनॉमी पर उसका कैम पैक्ट होता है इंडिया का क्या कंट्रीब्यूशन है यह सारी चीजें देखिए हमने अब हम देखते हैं वर्ल्ड वर्ड से तो उन सारी चीजों को समझते हैं आपको बताया फर्स्ट वर्ल्ड वर्ड कब हुआ था 1914 से 18 अलाइस पावर थी दूसरी तरफ पावर थी पावर में सारे जीतने वाले आ जाएंगे ठीक है तो जीतने वाले आ जाएंगे इसमें ब्रिटेन आ जाएगा फ्रांस आ जाएगा अमेरिका जाएगा यह सारी कंट्रीज और हारने वाले में विचार जर्मनी आ जाएगा ठीक है मेजर पावर बता रहो तक लड़ते ही रहे चार साल तक ठीक है एंड वॉर्ड बिट्टी इंडस्ट्रियल नेशंस ब्रिटेइन फ्रांस जर्मनी यूज यूएस तो सारे इंडस्ट्रियल नेशन से ठीक है और में लड़ाई कहां लड़ी जा रही थी यूरोप में लड़ी जा रही थी लेकिन इंडस्ट्रियल नेशन से बीच में लड़ भी रहे थे तो देवर फाइटिंग ऑन दी पावर ऑफ मॉडर इंडस्ट्रीज मॉडर इंडस्ट्रियल वार कहा गया इसी चीज को फर्स्ट वर्ड वर्ड वर्ड वर्ड इंडस्ट्रियल वार थी ठीक है क्योंकि इससे पहले तक जो लड़ाई लड़ी गई तो यसे ही गोड़े पे चड़ गई ठीक है तलवार से एक दूसरे को तलवार मार दी लड़ लिये खतम हो गया लेकिन अब जो लड़ाई लड़ी जा रही थी तो इट वास्ट ओं यूजिंग दी पावर ऑफ मॉडर इंडस्ट्र ने पड़ा यही चीज कि किस तरह से फर्स्ट वर्ल्ड वार में इंडियन नेशनलिस्ट सेंटिमेंट स्ट्रॉंग होते हैं क्यों क्योंकि हमने देखा हमारे यहां से फोर्स डिक्रूटमेंट हो रहा है टेक्स हमारे बढ़ा दिया फेमाइन हमारे आ गई है सारी समस्या हमारे हुए लगा रहा है ब्रिटिन रह रहा है तो उस चीज को ध्यान में रखना है आपको क्या उस चीज को कि एबल बॉडीट में जो थे एबल बॉडीट वर्कफोर्स जो थी जो काम कर सकते थे उनको सबको अपने लड़ने ले गए अब गैरंटी नहीं वह वापस आएंगे जो लोग लड़ने गए तो बहुत से लोगों की क्या हो जाती है डेथ हो जाती है ठीक है तो डिक्लाइन लड़ने चले गया तो इस तरह से हाउसफॉल्ड इनकम डिक्लाइन फिर क्या होता है इसी के जाते-जाते इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन कम होता है तो लूप में लगी हुई सारी चीज है काम करने वाले लड़ने का इंकम कम होगी इंडस्ट्रीज में प्रोडक्शन लोगों को घर से बाहर निकलकर आना पड़ा काम करना पड़ा ठीक है महिलाओं ने सोचा था कि हमारी वैल्यू बढ़ जाएगी लेकिन जब बापिस रिस्टोर होती है चीजें वह खत्म होता तो वापिस उनको वहीं घर के काम काज में लगा दे जाता ठीक है देर अफर्ट वर नॉट बिंग रिकगनाइज रिकोगनेशन नहीं मिला ठीक अब अगर आप देखोगे तो यूरोप में एक कि यह कौन ले गया यहां पर मजे ले गया नियुक्त नॉमिक पावर में यूएससे यूएससे के अगर आप जो रोफिकल पोजीशन देखोगे तो जैसे क्या है कि यहां पर यूरोप है और यूएससे जो है तो यूएससे का थोड़ा दूर है ठीक है तो यूएससे डायरेक्ट इंगेज्ड नहीं था फर्स्ट वर्ल्ड वार में वो पैसा देता था यह सारी चीज देता था लेकिन नुकसान जो यूएससे में डायरेक्ट नहीं हुआ और हमने आपको यह भी बताया पहले से कि यूरोप में बहुत सारे लोग माइग्रेट कर दें कर गए हैं यूरोप से अमेरिका में माइग्रेट कर गए हैं वहां पर क्या है लार्ज पॉसिबिलिटीज हैं यह चीजों की तो वहां अलग डेवलपमेंट चला आ रहा है मेरी काम है ठीक है तो यह लड़ाई के कारण यूरोप प्रोप्यन नेशन्स पर ठीक है तो अब क्या होता है जिससे अगर हम देखें पोस्ट वार रिकवरी तो वार के बाद में जो रिकवरी होती है तो वार के बाद में रिकवरी कौन कितनी करता है वह देखते हैं हम ठीक है तो वार पीरिड में बैठ गई है एकदम से ठीक है ब्रिटेन की पोजीशन भी क्या हो रही है डिक्लाइन होते जा रही है क्यों ब्रिटेन की पोजीशन डिक्लाइन हो रही है तो मैंने भी बताया कि इंडस्ट्रियल वर्कफोर्स तो सारी लड़ने चले गई तो इंडस्ट्रीज डिसिंटिग्र तो उस समय पर इंडिया में फटाफट इंडस्ट्रीज डेवलप हो गई इंडिया के इंडस्ट्रीज लोगों ने सोचा यह अच्छा मौका है हमारे जो उपर बैठे हैं कॉलोनाइजर्स जो हैं ठीक है बृतेन है हो गई यह बहुत ज्यादा विक हो गई ठीक है देरफोर पोस्ट वार पीरेड ब्रिटेन वास्ट नॉट एबल टू री कैप्चर दी मार्केट यह जो इंडिया जापान में इंडस्ट्रीज खड़ी हुई है तो अब मजबूत हो गई है अब मजबूत हो गई तो है ब्रिटेन ने बहुत ज्यादा कर्ज ले लिया लिबरली ही वह बॉर्ड फ्रॉम यूएस यूएस पर आगे मिलाऊंगा इसको में ठीक है तो तो यूएस ने क्या करा बहुत बादा कर्ज दे दिया तो बृतेन यूएस के कर्ज तले क्या हो गया दब गया है तो बृतेन की position इसी कारण समय कहा कि decline हो गई ठीक है question ऐसे बन सकता है कि explain the reasons why बृतेन was never able to recapture its position after the first world war तो क्यों नहीं रिकैप्चर कर पाया लोन में दब गया और दूसरी जो इंडॉस्ट्रीज थी वो उसके पैरलल खड़ी हो गई ठीक है और वो एक तफ कॉंपेटिशन दे गए इंडॉस्ट्रीज इन बृतिन ख्याल है यह सारा सब कुछ हो गया चाहिए ठीक है कपड़े चाहिए गंद चाहिए हतियार चाहिए यह साइड चाहिए तो इस तरह से प्रोडक्शन वार पीरिड में तो बहुत ज्यादा बड़ा ठीक है क्योंकि वार के लिए रिक्वायमेंट थी लेकिन जब वार खत्म हो जाती है तो सिचुएशन बने गए थे तो कुछ जिंदा बचकर वापिस आए तो ने बोल दिया कि इंडस्ट्री में काम ही नहीं है क्यों क्योंकि तुमने इतनी लड़ाई कर लिए कि अब लोग खरीदने वाले नहीं बचाए गुट्स बना के क्या करेंगे यह सारी चीजें तो एकदम से क्या में और ज्यादा इंपैक्ट होता है अनेंप्लाइमेंट था तो अनेंप्लाइमेंट होने के कारण क्या होता है सारे-के सारे लोग बापिस खेती करने लगते हैं इंडस्ट्रीज में काम नहीं मिल रहा है तो खेतों के तरफ आ जाते हैं ठीक है और पहले क्या होता था कि जब वार पीरियों चल रहा था त यह ठीक है ऑस्ट्रिलिया है यहां से फूट ग्रेंस प्रोड्यूस किया जाते थे तो दिजवर्धी एग्रीकल्चरल इकोनॉमीज यहां फूट ग्रेंस प्रोड्यूस किया जाते थे और जो लड़ रहे थे उन्हें खिलाया जाता था लेकिन अब जब लड़ाई खत् यह लोग भी प्रोडूस कर रहे हैं तो बहुत ज्यादा प्रोडक्शन हो रहा है एग्रीकल्चरल प्रोडक्शन का ठीक है एंड इस क्रिएटेड थी ग्लट ठीक है लट क्रिएशन इन वीट लीड टू क्राइसिस ठीक है तो वीट का बहुत ज्यादा प्रोडक्शन ज्यादा प्रोडक्शन हो गया तो ज्यादा खाने भी लगेंगे लोग ठीक है प्रोडक्शन बहुत हो गया प्रोडक्शन बहुत हो गया उसी के चलते क्या है कि प्राइस कम मिलने लगा समझना इस चीज को प्राइस कम मिल रहा था फार्मर्स ने क्या पूछा कि यार मैं सौइक इंटर प्रोड्यूस कर रहा हूं और सौइक इंटर के क्या हो रहा मु अब शो क्विंटल पर मुझे एक हजार रुपए मिल रहे हैं वह मुझे दो हजार रुपए कमाना है तो मैं दोस्तों क्विंटल प्रोड्यूस कर लूं ठीक है दोस्तों क्विंटल प्रोड्यूस कर लूं मैं ताकि क्या हो दोस्तों क्विंटल जब प्रोड्यूस मिल रही थी तो इसके चलते क्या हो गया जब प्राइस नहीं मिलेगी तो क्राइसेस स्टार्ट हो जाएंगे लोगों को सही कीमत नहीं मिल रही थी खास करके एग्री कल्चरल इकनॉमीस को आगे तम्में अब इस बीच में क्या होता है इसे पकड़े रखना ठीक है इस पॉइंट को समाल कर रखना अब क्या होता है यूएस जो था तो यूएस मैंने आपको ताहिए टेक्टिवली कम इफेक्टिड था किस चीज से वार से तो वार लोन्स प्रोवाइड बूस्ट यूएस एकोनॉमी यूएस को तो मजा आया था रेस्ट कमा रहा है तो यूएस इकोनॉमी इस तरह से बूस्ट मिला ठीक है और यहां पर फिर मास्क प्रोडक्शन का कंसेप्ट आता है यूएस में यह मास्क प्रोडक्शन का कंसेप्ट क्या इसे समझना बहुत अच्छी चीज से मतलब खूब प्रोडक्शन प्रोडूस करो मास्क लेवल पर प्रोडूस करो ठीक है तो पाइनर आफ इस मास्क प्रोडक्शन है हेनरी फोड हेनरी यहां पर जो स्लॉटर हाउस था शिकागो में स्लॉटर हाउस में क्या होता है कन्वेयर बेल्ट होता है वहाँ पर जैसे कन्वेयर बेल्ट है मानवे मोटर लगी है तो आपने यहाँ पर क्या कराँ यहाँ पर जैसे एक सपोस के लिए एक गोट ठीक है एक गोट रख दिये प्रोडक्ट प्रोडक्ट प् आपको तेज काम करवाना है थोड़ा सा काम तेज कर दो जैसे अभी मैं आपको पढ़ा रहा हूं मुझे लग रहा है कि आर लेक्चर लेंडी हो रहा है ठीक है करूंगा नहीं ऐसा है क्योंकि चैप्टर भी बड़ा है ना यार ठीक है तो मैं करो इस आइडिया को डेट्रोइड कार प्लांट में एंप्लीमेंट किया ठीक है इन देश वर्कर्स रिपीटेड सिंगल टास्क का काम सिर्फ इतना है कि वह नट कसेंगे एक रूप में काम इतना है कि वह टायर को गाड़ी में लगाएंगे तो आपने क्या कर दिया अलग-अलग लोगों को अलग-अलग काम दे दिया एंड यू यू आर रेगुलेटिंग वर्क विद थी हेल्प ऑफ कंवेयर प्रोडक्शन बढ़ता है लेकिन इसमें प्रॉब्लम भी आती फिर क्या प्रॉब्लम आती है प्रॉब्लम या तीवर करते हैं नहीं हो पाएगा दिक्ती बात है तो तो हेन्री फोर्ट भी बहुत होशियार थे वोनों ने क्या बोला कि उनके पास एक सलूशन था वोनों ने बोला कि काम तो तुम्हें वर्क पर करना पड़ेगा कंवेयर बेल्ट पर मैं तुम्हें दुगनी सैलरी बालच आ गया चलो दुगनी सैलरी मिलेगी तो हेंरी फोर्ड ने भी दुगनी सैलरी देने का वादा किया तो उन्हें भी कुछ सोच लिया और वाला कि काम थोड़ा और स्पीड से तो उन्हें कन्वेयर बेल्ट की स्पीड और बढ़ा दी तो इससे क्या हो रहा है कि काम भ जाएगा तो बाटेगा भी अपने वर्कर्स में वहीं चीज हुई यहां पर तो यह जो पूरा मॉडल है समली लाइन प्रोडक्शन का विच वॉइंट बाइट कंवेयर बैट अंडर विच दी वर्कर्स वर वर्कर्स वेर आस्ट टू रिपीट सिंगल टास्क टेक्न इस व्हाट्सएप के नाम पर पॉजिस्ट मॉडल कहा गया इसे क्लियर अब देखो कंवेयर में काम करवाने का एडवांटेज था क्या कि नो डिलेज इन मोशन अब आपको पता है कि आपके सामने वह बेल्ड घूम रहा अगर आप आलस कर जाओगे तो सामान नहीं होती थी और आखिरी चीज का increasing output of worker workers की efficiency बढ़ जाती थी तो this were the advantages of conveyor belt आगे समझ में question क्या क्या पूछे जा सकते हैं अब देखो important question इसमें यही बन सकते है who was Henry Ford ठीक है what was his contribution in mass production explain the Fordist model यह Fordist model हो गया ठीक है what were the advantages of conveyor belt working on the conveyor belt तो यह सारी चीज़ा आपको लिखना है I hope आपको यह mass production का concept Henry Ford के द्वारा जो दिया गया वो समझ में आया अब mass production and कंजम्शन क्या है देखो तो यह फोडिस मॉडल के चलते जब बहुत ज्यादा गुड्स प्रड्यूज हुए गुड्स कंजीम भी खूब किए जा रहे थे कंजीम क्यों किए जा रहे थे जैसे लोगों को जो काम कर रहे थे उनको डबल सैलरी मिल रही थी तो क्या करो आप कार बनाओ और आपके पास अब पैसा है तो कार खरीदो भी तो हर इंसान क्या कर रहा है खूब प्रड्यू� इस मॉडल वॉस अडॉप्टेड इन यूएस कॉपीड इन यूरोप यूरोप में भी सी चीज को कॉपी किया गया फिर लीडिंग टू मास्ट प्रोडक्शन बहुत ज्यादा बढ़ गया ठीक है तो इस मास्ट प्रोडक्शन के चलते क्या होता जहां भी पैसे ज्यादा दिए जा रहे थे तो इसके चलते क्या होता है कि लोगों के पास पैसा भी है गुड्स भी सचते हैं दिखती बात है पहले गुड्स बहंगे थे आपके पास पैसा नहीं था तो खरीद नहीं पा रहे थे अब आपके हो गई यहां पर तो तो यहां पर क्या होता है कि इस चीज का ध्यान रखना विशेष कि दिस सिस्टम ऑफ हायर पर्चेस वॉस बिंग ऑफ जब इन इस एरिया तो यहां पर क्या होता है कि हायर पर्चेस के सिस्टम को ऑफ किया जाता है होता है मतलब आप सब इंस्टॉलमेंट बीसिस पर करोगे इंस्टॉलमेंट बीसिस मतलब क्या है लोगों ने देखा कि यार खूब तो प्रोडक्शन हो रहा है कार खरीदना है खरीद लो पैसे कौन देगा बोलते हैं कि अपन कमात हो रहा है बाद में खरीद रहें ठीक है तो एक क्या देखेंगे यूज कंजीमरिजम देखने को मिलो कुछ लोग प्रोडक्ट्स खरीद रहे हैं ठीक है मास कंजम्शन देखने को मिल रहा है ठीक तो अब क्या होता है 1932 यूएस बिकेम लारजेस्ट ओवरसीज लेंडर तो यूएस के जो बैंक्स थे वह बाहर दूसरे लोगों को भी दे रहे में यूअस लोने के इंपोर्टेंट रोल प्ले करा यह सारी चीज रही थी अब इसी बीच में क्या होता है इसी बीच में दो क्या होता है ग्रेट डिप्रेशन आता है अब डिप्रेशन कौन सा वाला आता है तो ऐसा वाला डिप्रेशन नहीं बिलाट करते हैं ठीक है तो डिप्रेशन ऐसे आता है कि 1929 से मिड 1930 के बीच तक का टाइम पीरिट क्या कहा गया है ग्रेट ग्रेट इकनॉमिक डिप्रेशन कहा गया है इसमें क्या होता है कि प्रोडक्शन में डिक्लाइन देखने को मिलती है एंप्लाइमेंट भी कम होता है इनकम और ट्रेड जो होती लोगों की वह भी कम हो जाती तो डिक्लाइन इन प्रोडक्शन यह कॉज कॉज और इंपेक्ट दोनों चीजें एक जैसी लेगी मतलब ग्रेट इकनॉमिक डिप्रेशन के कारण यह हुआ और यह हुआ और over production के कारण क्या होता है ग्लट क्रिएट हो गया था एक तरह से बहुत ज्यादा बड़ा क्या हो गया स्टॉक क्रिएट हो गया था और उसके चलते क्या होता है कि जो एग्रिकल्चरल गुट्स थे उनकी प्राइस बहुत ज़्यादा गिरते जा रही थी उनकी ज़्यादा प्रा� था या फिर कह सकते जो agricultural economics थी उन लोगों ने distress पहले feel करना start किया उन लोगों ने feel किया कि condition सही नहीं है हमें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ठीक है तो उन्होंने क्या करना start करा उन्होंने अपनी economies को close करना start कर दिया उन्होंने बाहर से चीज़ों लोगों करीदना बंद कर दे यह सारी चीजें अब जब यूएस यह सारी चीजें देख रहा था तो यूएस ने बोल दिया कि इन लोग इन कंट्रीज को लोन नहीं देते हैं क्योंकि इन कंट्रीज की इकनॉमिक कंडीशन अंदर बहुत ज्यादा ने तो यह सोच कर क्या होता है जो एग्रीकल्चरल ओवर प्रोडक्शन था उसने क्या किया उसने एग्रीकल्चरल ना कर दिया अब जब यूएस में लोन देने से मना किया तो आप सुरी यहां पर यूके नहीं यहां पर यूएस आएगा वापिस ठीक है तो यूएस ने लोन देने से मना कर दिया और साथ ही साथ में क्या कर दिया अपनी कंट्री में जैसे यह यूएस था तो यूएस ने सोचा कि यूरोप में यहां पर ग्लड बना गए लगाएं लगाएं लगाएं ल� फार्मर्स बेच रहे थे गुड्स ठीक है वह नहीं मिल रहा तो क्या करें हमारे प्रोडक्ट यूएस में बेचते तो यूएस ने वह भी उस ऑप्शन को भी नहीं छोड़ा यूएस ने क्या कर दिया जो इंपोर्ट ड्यूटी थी वह हाई कर दी बहुत ज्यादा असरिका में तो इसका इंपैक्ट जर्मनी पर पड़ता क्योंकि जर्मनी की रिकवरी किसके ऊपर डिपेंडेंट थी यूएस लोन्स के ऊपर और यूएस ने अपने लोन्स रोक दिए इंपोर्ट ड्यूटीज बढ़ा दिए तो यह सारे कॉस भी हो गई यह सारे तो गुड्स तो खरीद लिए थे लोन कहां से लिया था अपने ही कंट्री के बैंक वगैरह से तो यूएस बैंक जो थे तो देरी डूस डोमेस्टिक लेंडिंग ऑल्सों उन लोगों ने अपने ही लोगों को लोन देना भी बंद कर दिया अब इसके चलते वापस तो लेने पैसे तो रिकवरी करने कहें तो देश फेल्ड टू रिकवर लोन तो लोन वापस नहीं ले पाए क्योंकि लोगों के पैसा यूएस बैंक्स फेल्ड टू रिकवर दी लोन ठीक है और धीरे-धीरे होल बैंकिंग सिस्टम कोल्लाप्स और पूरी तरह से पूरा पूरा बैंकिंग सिस्टम क्या हो गया कोल्लाप्स हो गया और यह पूरा टाइम पीरियट था 1929 से मिट 30 तक तो यह इसी तरह किया था ठीक है तो दिस कंजम्शन वॉस नॉट बेज डोंट स्टीबल इनकम इट वॉस बेज डोंट हायर पर्चेस इंस्टॉलमेंट के बिस पर था और वह चीज लंबे समय तक सस्टेन नहीं कर पाइए तो यह एकनॉमिक डिप्रेशन आता है रिजन भी बताया है आपको ठीक है अब क्या होता है कि धीरे-धीरे टाइम पीरिड बीत जाता है जैसे तैसे ठीक है पूरी इकनॉमिक जो थी यूरोप की अमेरिका की सब जगह ठप हो जाती है तो रिकवरी स्टार्ट होती है 1935 से 1935 से रिकवरी स्टार्ट होती तो मैंने आपको भी पहले भी बताया कि आग्रिकल्चर गुड्स वर एक्सपोर्टेड हमारे आप से एग्रिकल्चर गुड्स को बाहर इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट मेरली हाफ्ट आदे हो गए लगभग लगभग ठीक है चीजों की प्राइसेस कम हुई है तो जब वर्ल्डवाइड कि मारे जूट प्रोडूसर जो थे वह क्या करते थे जूट प्रोडूस करते थे और जूट से गणी बैक बनाते थे जो लेवा गेरा बनाते थे और बेचते थे लेकिन क्या होता है कि जब एक्सेसिव प्रोडूक्शन हो जाता है और फार्मर सोचते तो पैसा मिला त ज्यादा प्रोड्यूस के चलते में क्या होता है गुड़सी नहीं बिक रहे थे आप कोई खरीदने को तयार नहीं था कीमत नहीं मिल रही थी तो इंडिया में खास करके यह इंपैक्ट था तो इट वास्ट मोर ऑन पीजेंट्स एंड फार्मर्स ठीक है देफॉर पी गया देश सेविंग्स डिसपेयर्ड उनके पास जो भी बचा-खुचा के रखा था सब बेचना पड़ा होने पेट पालना है ना मॉर्टेज लैंड ठीक है तो जो बड़े-बड़े जमीनदार थे उनके सामने अपनी जमीन को गिरवी रख दिया देगा मॉर्टेज देर एक स्टेबल चीज उसके प्राइस इतने ज्यादा सच्चेट नहीं होंगे तो उसके चलते दिए दिए रिकवरी हमारे यहां से जब हमारे लोगों ने ज्वैलरी और प्रीशियस मेटल को बीचना चालू किया तब रिकवरी हुई है ठीक है लेकिन उसका से स्टार्ट हुई थी एग्रिकल्चरल सेक्टर से तो एग्रिकल्चर सेक्टर ऑफ नो डाउट वॉच हिट हार्ड लेकिन अगर आप देखोगे अर्बन सेक्टर पर तो यहां तो उल्टा फायदा भी हो एक तरह से क्योंकि हर चीज की कीमत कम हो गई थी इकनॉमिक डिप्रेशन के टाइम पर तो इंडस्ट्रीज को रॉ मटीरियल आसानी से मिल रहा था तो इंडस्ट्रीज है अगर आगे देखिए तो रिबिल्डिंग वर्ल्ड इकोनॉमी पोस्ट वार एरा अब देखो क्या होता है हमने देखा फर्स्ट वर्ल्ड और हुआ लोग जैसे-जैसे रिबिल्ड कर रहे थे इकनॉमिक डिप्रेशन आ गया उस इकनॉमिक डिप्रेशन से ओवर हो तो अगर आप इस परिवार को अपने पास प्रश्न पर प्रश है तो अगर इस चीज को देखोगा आप तो 1939 से 45 तक सेकंड वर्ल्ड वार जो था यह टाइम पीरियड रहा इस टाइम पर क्या होता दो पावर्स एक्सिस पावर वर्स अला���स पावर यह दोरों पावर आपस में लड़ रही थी ठीक है एक्सिस पावर फिर एक्सिस जाएगा ठीक है इटलीया जाएगा यह सारी कंट्रीज जाएगी और अलाइस पावर रशिया रशिया सब जुड़कर रशिया यूएस ब्रिटेन फ्रांस यह सारे हो जाएंगे अब लड़ाई लड़ते हैं जितते रिक्ति बात कौन है अलाइस ही जितते इस बार भी अलाइस जितते लेकिन कि लॉस जो था तो यह और ज्यादा बहुत भयानक लॉस वह इनॉरमस लॉस हुआ मोस्ट आफ दिश्व प्रिप्ट आउटसाइड बटलफिल्ड लें तो अधिकतर जितनी भी इस बार होती है किस कारण से होती है इस बार जो थोड़ी सेकंड वर्ल्ड वार में तो वह टू प्लेस आउटसाइड थी यूरोप ठीक है आउटसाइड यूरोप का मतलब क्या है जैसे अगर आप देखोगे तो अभी क्या हुआ है कि फर्स्ट वर्ल्ड वार में यूरोप में आपस में लोग लड़े लेकिन सेट वर्ल्ड वर्म देखोगे तो यह टाइमम ड्रॉप किया गया है जैपानीस फोर्स व्यातनाम व्यातनाम किदर-किदर से इंडोनेशिया घुशते हुए आई ठीक तो अभी क्या है टर्की वगैरह में जैसे लड़ाई हुई तो जो सेकंड वर्ल्ड वार थी सेकंड वर्ल्ड वार का इंपैक्ट जो था तो तक कोई तालू की नहीं था लड़ाई से उन लोगों को जान गवानी पड़ी तो एक social disruption देखने को मिला economic devastation ठीक है world war one के बाद में economic depression आ गया जैसे तैसे recover करना start किया था और एक और लड़ाई सामने खड़ी है ठीक तो उसके चलते बहुत ज़ादा economic devastation भी हुआ था अब इस पूरे सिनारियो में दो क्रूशियल इन फैक्टर जो थे विच एंफ्लूएंश विच शेव दी पोस्ट वार कंस्ट्रक्शन ठीक है पोस्ट वार कंस्ट्रक्शन वर ठीक है यूएस एंड सोवियेट यूनियन ठीक है तो सेकंड वर्ल्डवार के बाद आज में जितना लॉस हो तो सारी चीजें थी थी उसके आदमें दो इंपोर्टेंट इंफ्लूएंशियल फैक्टर जो हमारे सामने निकल है एक यूएस और सोवियेट यूनियन यह दो कंट्रीज हमारे सामने निकल किया है यूएस और सोवियेट यूनियन दोनों को सम यूएस और सोवियेट यूनियन में क्या है कि यूएस एक अलग कैपिटलिस्ट आइडियोलॉजी को दिखा रहा है जो क्या है जो कि इकोमिकली पावरफुल हो गया है ठीक है और वहीं पर सोवियेट यूनियन एक अल्टरनेट ऑप्शन को दिखा रहा है जो सोशलिस्ट आ� कि शुरूप के बीच के लड़ाई जो है तो वह बहुत लंबी लड़ाई चलती रही फिर ठीक है वर्ल्ड पॉलिटिक्स को काफी हद तक इन्फ्लेंस किया उसने ठीक अब यह सेकंड वर्ल्ड वार तो हो गया अब सेकंड वर्ड के बाद में अगर देखा जाए तो अब रिक्रॉम इकनॉमी रिकवर कैसे होती है पोस्ट वार सेटलमेंट दोनों लड़ाइयों के बाद में क्या होता है ठीक है ब्रिटेन वूड्स इंस्टिटूशन के बारे में पढ़ेंगे पोस्ट वार सेटलमेंट के बारे में पढ़ेंगे ठीक है तो इकनॉमिस्ट यार प्लेट में अगर आपको अभी ऐसा लगता है कि किसी स्पेसिफिक टॉपिक को और अच्छे से पढ़ना है तो आपने रिविजन सीरीज तो देख ली पूरी अब आप किसी स्पेसिफिक टॉपिक को अगर पढ़ना है तो उसका स्पेसिफिक वीडियो लेक्चर देख दूंगी लेसन फ्रॉम इंटर वार इकनॉमिक एक्सप्रेशन एक्सपीरियंस ठीक है तो जो और पीरिड में जो उन्होंने जो क्या? कि जो mass production है it needs mass consumption mass consumption चाहिए आप सिर्फ produce कर दोगे और लोग consume नहीं करेंगे तो वो बापिस से economic depression वाली condition आ जाएगी तो ये mass consumption के लिए आपको stable income चाहिए stable income कम मिलेगी जब stable employment मिलेगी और इसमें government का एक important ने दूसरी चीज क्या सिखी कि countries economic links with outside world should be controlled by government और उनने बोला कि economic link क्या नहीं outside world मतलब क्या है कि जो import export हो रहा है इन सारी चीजों को government समाले ताकि कि गवर्नमेंट अपने हिसाब से बड़ा सके घटा सके ताकि अगर वर्ल्ड इकोनॉमी कहीं बिगड़ती दिखे तो सारी कंट्रीज की गवर्नमेंट जो अपने हिसाब से समाल ले सुधार ले ठीक है इन चीजों पर क्या किया गया इन चीजों पर दो चीजें समझ में आएगी क्या कि एक स्ट्रांग मास्ट कंजन्शन के एंप्लॉयमेंट और सिग्ज इंकम देना होगी लोगों को और हो रहा है उसको गवर्नमेंट रेगुलेट करना चाहिए और इन्हीं ऑब्जेक्टिव को अच्छी करने के लिए ठीक है एक मीटिंग होती है देरफोर टू प्रिजाव इकोनॉमिक स्टेबिलिटी एंड फुल एंप्लॉयमेंट ठीक है इन आइडियास पर काम करते हुए को प्रिजाव करने के लिए यूनाइटेड नेशन्स मोनेटरी एंड फिस्कल कॉन पॉइंटर एंड फिस्कल कॉनफेंस वास्ट एंड इन जुलाई नाइन टीन फोर्टी फॉर एड ब्रिटेन वूड्स न्यू हैमशायर यूएसे यहां रखना है कि ब्रिटेन जगह एक थी कि न्यू हेम्शायर प्रोविंस में मतलब न्यू हेम्सायर स्टेट में यूएसे में तो यहां पर क्या होती मीटिंग होती है क्लियर है यहां पर मीटिंग होती है और मीटिंग में क्या किया जाता है निर्णय लिया जाता है कि fund और दूसरा है वर्ल्ड बैंक जिसे किस नाम से जाना जाता है इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट दोनों के अब्जेक्टिव समझो आईएमएफ जो था इंटरनेशनल मोनेटरी फंड जो था तो इट वास्ट टेस्ट टेबलिश टू डिल विट एक्सटरनल सर्पलस जो एक्सटरनल सर्पलस है एक्सटरनल सर्पलस मतलब कि युवेस के यह काम आईएपफ ने समाला और दूसरा क्या है यह जो वर्ल्ड बैंक था इट वास सेट अप टू फाइनेंस पोस्ट वार रीकंस्ट्रक्शन वार हो गई वर्ल्ड वर्ड वर्ड वर्ड वर्ड वर जो है एक ही साथ एक मिटिंग में का क्या होता है जन्म होता है क्लियर है अब ब्रिटेन वुड्स सिस्टम जो था तो इट वास बेज़ड ऑन सिग्ज एक्सचेंज रेट यह समझना क्या है बिटेन वुड्स इंस्टिटूशन को फिक्स एक्सचेंज रेट पर बनाया गया ठीक है एक US Dollar जो रहेगा तो उसकी कीमत इतनी रहेगी इतने रुपीज में रहेगी तो इस तरह से क्या किया गया कि सब कुछ फिक्स कर देगा एक फिक्स एक्सचेंज रेट को स्टैबलिश कर देगा इसे ध्यान रखना आगे हम पढ़ेंगे कि फिक्स फ्लोटिंग टर्म शिफ्ट होते हैं यूएस डॉलर, फिक्स कर दिया चीजों को, ठीक, अब आगे क्या होता देखो, तो दि अरली पोस्ट वारियर्स, मतलब पोस्ट वारियर्स मतलब क्या, कि लड़ाई के बाद का समय, और अरली पोस्ट वारियर्स मतलब कि लड़ाई के जस्ट बाद का, जो शुरुवाती स ग्रोथ खुब ग्रोथ होना स्टार्ट हुई है ठीक है ग्रोथ तो खुब होती है एन्युअल ग्रोथ रेट अगर आप देश से देखोगे तो 1970 और 19 अब 1950 से 1970 ठीक है तो एन्युअल ग्रोथ रेट जो है तो 1950 से 70 20 सालों के बीच-बीच में देखा जाए तो वर्ल्ड ट्रेड जो 8% की ग्रोथ रेट से बढ़ रहा था इनकम जो है लोगों की तो कंट्रीज की वह 5% की ग्रोथ रेट से बढ़ रही थी अनेम्प्लॉयमेंट ऑल्सो डिक्रीज ठीक है सिर्फ लेस्ट देन 5% एवरेज अनेम्प्लॉयमेंट था तो यह सारे डेवलप्मेंट हुए कब अरली पोस्ट वार यर्स में तो मतलब कहीं ना कहीं ब्रिटेन वूट्स क्या हो रहा था सक्सेसफुल सावित हो रहा था आई लेकिन जो कहा जाए कि colonized countries थी जैसे India, Africa की जो countries थी, Asia की जो countries थी उन लोगों को क्या फाइदा हुआ ठीक है तो decolonization and independence इस चीज को समझते हैं, इस topic को समझते हैं decolonization and independence इस topic को अगर समझते हैं तो soon after the second world war ठीक है process of independence in Asia and Africa started तो second world war के बाद में क्या होता है एशिया और अफ्रिका में independence मिलना start हो जाती है क्योंकि मैंने आपको बताया second world war आते आते जितने अपने भी कॉलोनियल कंट्रीज थी जैसे फ्रांस है ब्रिटेन है तो ब्रिटेन ने इंडिया को इसलिए नहीं छोड़ दिया कि मड़ा बहुत अच्छे वह खुश हो गए थे कि नहीं आप आजाधी दे देते एक कारण यह भी था उनका इंडिया को में आपको बताता हूं तो शुरुआत में IMF और वर्ल्ड बैंक बनाया इसलिए गया था कि जो डेवलप्ट कंट्रीज और इंडॉस्ट्रियल नेशन थे जिनको लड़ाई में ज़्यादा नुकसान हुआ था उन लोगों को क्या किया जाए उन नेशन को क्या किया जाए रिक प्रस्टिल नेशन्स थे अब उन्होंने देखा कि आर यह जो अभी-अभी आजाद हुए जो अभी-अभी कंट्रीज डिकोलोनाइज हुई है तो तरफ क्या किया इंटरवेट नूट ट्यून ने ट्विंस ने ध्यान दिया ठीक है लेकिन यहां पर बहुत सारे चैलेंजेस थे चैनल चैनल इसका थे चैनल समझना चैनल यह थे कि यह ब्रिटेन वूड्स इंस्टिट्यूशन जो थे तो ब्रिटेन वूड्स इंस्टिट्यूशन देखने में तो क्या दिख रहा है आपको कि हम आपकी रिकवरी में आपकी मदद करेंगे डेवलपिंग नेशन्स को क्या करेंगे डेवलप करवाने में मदद करेंगे लेकिन दिज नेशन्स वर्ड बिंग डॉमिनेटेड डॉमिनेटेड की ही थी मतलब ब्रिटेन इंडिया को आजादी दे चुका है लेकिन आईएमएफ के थ्रू क्या करता है आईएमएफ के थ्रू बोलता है कि चलो लोन दे देंगे इंडिया को लेकिन इंडिया की जितने भी मिनियल रिच एरियाज है तो वहां से रही थी तो इसी के चलते क्या होता है इसी के चलते जो नियुली इंडिपेंडेंट नेशन्स थे अबी-अबी डिकोलोनाइज हुए थे जो डेवलपिंग नेशन थे उन्हें बोला कि यार ऐसे काम नहीं चलेगा ठीक है ना तो इवन आफ्टर दीडी डोलराइजेशन फॉरमर कॉलोनियल पावर कंट्रोल्ड वाइटल रिसोर्सेस सच अस मिनिरल्स एंड लैंड इन फॉरमर कॉलोनीज कि कॉलोनीज में यहां पर क्या होता है कि डिकॉलोनिजेशन होने के बावजूद भी जो इंपोर्टेंट रिसोर्सेस थे वाइटल रिसोर्सेस थे मिनिरल्स थे लैंड थी वह सारी चीजें जो थी फॉरमर कॉलोनिज की कॉन डॉमिनेट कर रहा था वह डॉमिनेट क मैंने आपको example दिया कि IMF के थूँ loan दिलवा देगा लेकिन dominate आपके ऊपर वो भी करेगा तो worthy developing nations happy with this क्या developing nations खुश थे इस चीज के साथ में नहीं बिलकुल भी नहीं साफ मना बोलते हैं उन्होंने कि यार ये इस तरह की indirect domination अपोस्ट किया, बोला कि we are getting no benefits from them, ठीक है, मतलब जो Britain with twins थे, आप फिर कह सकते हैं, Britain with institutions थे, तो उससे हमें कोई benefit नहीं मिल रहा, therefore, therefore developing nation, they organize themselves as a group of 77, या फिर G77, तो उन्होंने अपने आपको G77 के group में organize करा त्यान रखना यहाँ पे ठीक है what were the steps taken by the decolonized nations to overcome the domination of Britainwoods twins ठीक है Britainwoods twins की domination जो थी उसको overcome करने के लिए अफिर domination of former colonial power उसको overcome करने के लिए करने के लिए कैसे लिए गई है ठीक है तो अपने आपको जी 77 में ऑर्गनाइज करा एंड डिमांडेड एन इए एन आईएओ नियो इंटरनेशनल इकोनॉमिक ऑर्डर ठीक है तो एनीआईओ में अपने आपको देखो सबसे पहले 77 कंट्रीज के फ्रांस फॉरमर कोलोनियल पावर्स डॉमिनेट करें वहां में कुछ नया चाहिए नया इकनॉमिक सिस्टम चाहिए जहां पर क्या हो जहां पर ऐसा सिस्टम चाहिए सिस्टम डेट वॉट गिव दें रियल कंट्रोल वर देर नेचल रिसोर्स इस विशेष गुड्स और उन्हें बोला कि हम जो गुड्स प्रोड्यूस कर रहे हैं डेवलपिंग कंट्रीज भी देखेंगे गुड्स प्रोड्यूस बचलेगी थी तो वह सही दामों पर सही कीमत पर बिग पाए कहां पर डेवलपिंग कंट्रीज के डेवलप डेवलप कंट्रीज के विशेष निकालिक ऑडर था जिसकी वह डिमांड कर रहे थे ठीक है यह हो गया तो अब देखो कहानी समझना हम कहानी आज अगर समझें तो पोस्ट वार सेटलमेंट एंड बिटन वुर्ष इंस्टिटूशन तो यह वर्ड वार दोनों वर्ड वार के बाद किस तरह से रिकंस्ट्रक्शन होत मतलब रिकंस्ट्रक्ट कर गई अपने आपको लेकिन जो डेवलपिंग कंट्रीज थी तो वह चैलेंजेस को फेस कर रही थी और उसी के अगेंश में उन्होंने आवाज उठाई ठीक है अब क्या होता है जो लास्ट टॉपिक है आपका ठीक है एंड आफ ब्रिटेन वूड जो है सिस्टम जो उसका खात्मा देखने को मिलेगा यहां पर आपको ठीं है फिक्स एक्सेंज टू फ्लोटिंग एक्सेंज रेट शिफ्ट देखने को मिलता है कि अभी तक जो फिक्स एक्सेंज सिस्टम चल रहा है वह फिक्स एक्सेंज सिस्टम फ्लोटिंग रेट इतने गोल्ड इतने डॉलर में आएगा ये सारी चीज़ें लेकिन अब जब ये देखोगे आपकी अलग अलग इकनॉमीज अलग अलग रेट से ग्रो कर रही है इसका रीजन समझना डिक्लाइन इन दी पोजिशन अफ यूएस डॉलर अज़े प्रिंसिपल करन्सी financial system था IMF, World Bank ये तो ये भी क्या होते हैं? फेल हो जाते हैं एक तरह से, क्यों फेल हो जाते हैं? क्योंकि, देखो, जो developed countries के bank थे, commercial banks तो अब loan वो commercial bank दे रहे थे commercial bank जब loan दे रहे थे तो international financial system क्या कर रहा था बैट के तो इसकी significance कम होती है leading to periodic debt crisis कि इनकी significance कम क्यों है? क्योंकि अब commercial banks, जो private banks थे वो loan दे रहे थे तो private bank क्या है?

सच में बोलते हैं कि हमारा प्रॉफिट बनना चाहिए तो उसी के चलते क्या होता पीरियोडिक डेप्ट क्राइसिस डेवलपिंग कंट्रीज में ठीक है डेप्ट क्राइसिस लोगों की इंकम फिर कम होने लगी पावर्टी अमंग डेवलपिंग नेशन्स तो यह ग्लोबलाइजेशन बताया यहां पर कि ग्लोबल वर्ड अब प्राइवेट आईज होते चले गया कि पहले इनिशिटिव लिए भी गए थे अब सही मायने में अगर देखा जाए डेवलपमेंट करा रहा है तो ना US कुछ कर रहा था ना UK कुछ कर पा रहा था United Kingdom ना Britain Goods Institution कुछ कर पा रहे थे लेकिन चीज़ें कब सुदरती है जब Asian countries की तरफ MNCs अपना मूँ फेरती है ठीक है में इसको तो एमेंटी जब आएगी तो अपने साथ एम्प्लॉयमेंट लेकर आएगी तो जो लोग इंकम वाली दिक्कत थी जो पॉवर्टी नहीं होता ठीक है अब क्या होता है यह रिलोकेशन हुआ इंडस्ट्रीज का एग्जांपल के तौर पर मैंने आपको बताए जैसे एशियन कंट्रीज में जैसे चाइना में आई इंडिया में एमेंसीज तो यहां के लोगों को क्या मिलने लगा है कि यह तो यह था ब्रिटेन वूड्स एंड बिगिनिंग ऑफ ग्लोबलाइजेशन इसी के साथ हमारा चैप्टर होता है कंप्लीट रिविजन सीरीज होती है कंप्लीट ठीक है आपको सारे चैप्टर बता दिया सारी चीजें बता दिया