हेलो स्टूडेंट्स आज हम पढ़ेंगे एयर पॉल्यूशन के बारे में तो आज के इस वीडियो में सबसे पहले तो हम यह समझेंगे कि एयर पॉल्यूशन होता क्या है बाद में हम यह देखेंगे कि एयर को पॉल्यूशन देने वाले जो चीज की वजह से कौन सी-कौन सी चीजों पर असर आती है और एग्जाम में हमें कैसे लिखना है वह सारी बातें बोर पर लिखी हुई है जिससे करके आपको full marks मिल जाएंगे So I hope you are ready with your pen and paper So without wasting much time let us start this video तो सबसे पहले तो समझ लेते हैं कि air pollution यानी क्या तो air pollution यानी क्या कि अगर air के अंदर foreign particles हो foreign particles यानी जो बहार के हो जैसे के हो गया धूल, विट्टी, डस्ट और अगर air के अंदर कुछ gases हो कैसे gases जो हमें चाहिए नहीं और जो हमें पसंद नहीं है तो अगर गैस के अंदर अगर फॉरेंड पार्टीकल्स वहां के कोई पार्टीकल हो और ऐसे गैसेस हो जो हमें चाहिए नहीं और जो हमें पसंद नहीं है तो ऐसी जो एयर होगी वह क्या करेगी वह इंसानों के जीवन पर असर करेगी पस्तु पक्षियों के जीवन पर असर करेगी और जो पौधे होंगे उनके जीवन पर भी असर करेगी तो अब हम बोल देंगे कि एयर का पॉलिशन हो चुका है तो यह रही एयर पॉलिशन की डेफिनेशन अ आगे बढ़ते हैं कि एर के अंदर कुछ गैसिस होते हैं गैसिस ऐसे ही गैसिस परसंटेज के साथ हमें एग्जाम में लिखने आने ज़रूरी है पहला हो गया नाइट्रोजन सबसे जादा मातरा होती है करीब 78% चितनी फिर आता है ओक्सिजन करीब 21% चितना उसे हम क्या बोल देंगे उसे हम पॉल्यूटंट बोल देंगे यानि ऐर किसकी वजह से एर में पॉलिशन आता है तो पॉल्यूटंट की वजह से आता है अब ये जो पॉल्यूटंट है उसका मतलब क्या है तो वो मतलब समझ लेते हैं पॉल्यूटंट यानि क्या पॉल्यू� वो क्या करेगा तब वो हामफुल इफेक्ट प्रोड्यूस करेगा किस पे लिविंग औरगेनिजम यानि क्या पसू बक्षी इंसान ये सारे लिविंग औरगेनिजम हो गए यानि पॉल्यूटन का मतलब क्या होता है ऐसे सब्स्टंस होते हैं जो मैजर किया जाता है मिलीग्राम पर मीटर क्यूब या फिर पार्ट पर मिलियन में यानि क्या कि अगर हमने एक मीटर क्यूब वॉल्यूम की एर ली तो वो एक मीटर क्यूब वॉल्यूम की एर के अंदर कितने माइक्रोग्राम पॉल्यूटंट मौजूद है यानि कितने foreign particles मौजूद है या फिर बोलो कितने unwanted undesirable gases मौजूद है उसमें हम air का pollution measure करते हैं अब एर जो pollution होता है उसके basic तीन type होते हैं पहला होता है indoor air pollution यानि घर के अंदर domestic activity की वज़े से जो pollution होता है उसे हम indoor pollution बोलते हैं indoor pollution बहुत ही small scale में होता है इसलिए हम इसे macro scale बोलते हैं next आता है outdoor air pollution बहार की activity की वज़े से जो भी pollution होता है जैसे automobile vehicle हो गए industrialization हो गया उसकी वज़े से जो भी pollution होता है उसे हम बोलते है outdoor आउटडोर एयर पॉलूशन आउटडोर एल पॉलूशन बहुत ही जादा मातरा में होता है इसके लिए हम इसे बोलते हैं मैशो स्केल और अंत में आता है एयर पॉलूशन एट ग्लोबल लेवल यानि ग्लोबल लेवल पे बहुत ही लार्ज स्केल में पॉलूशन होता है बह� तीन कारण हो गए एयर पॉल्यूशन के आगे बढ़ते हैं अब हम देख लेते हैं एयर किसकी वजह से पॉल्यूट होती है तो पॉल्यूटंट की वजह से पॉल्यूट होती है अब पॉल्यूटंट यानि क्या वो भी हमने देख लिया कि ऐसे पार्टिकल होते हैं जिसकी मात कि पॉल्लूशन को एमिट करते हैं खुद ही पॉल्लूशन बनाते हैं अपने आपसे ही पॉल्लूशन बनाते हैं जैसे कि क्या हो गया इंडस्ट्रीज अपने आपसे पॉल्लूशन क्रिएट करती है वेहिकल्स वेहिकल भी अपने आपसे पॉल्लूशन नेक्स्ट क्लासिफिकेशन आता है पॉल्यूटेंट का सेकंडरी एयर पॉल्यूटेंट्स सेकंडरी एयर पॉल्यूटेंट यानि क्या कि ये जो सारे प्राइमरी एयर पॉल्यूटेंट है ये सारे प्राइमरी एयर पॉल्यूटेंट एक दूसरे के साथ जब केमिकल रियक्शन करते हैं तब जो नया पॉल्यूटेंट बन के आता है उसे हम क्या बोल देंगे कौन से प्रकार होते हैं सेकंडरी पॉल्यूटेंट के प्राइमरी पॉल्यूटेंट जब एक दूसरे के साथ केमिकल रिएक्शन करते हैं यह सारे एक दूसरे के साथ जब केमिकल रिएक्शन करते हैं सब सेकंडरी एयर पॉल्यूटेंट बनता है उसके टाइप है ऑजन केटॉन्स फोटो केमिकल स्मॉर्ड होते हैं जो गैस के फॉर्म में एयर में प्रेजेंट होते हैं उसे गैसियस एयर पॉल्यूटेंट बोलते हैं कौन से नेक्स्ट क्लासिफिकेशन देखते हैं पॉलिटेंट का तो नेक्स्ट आता है पार्टिकुलेट एयर पॉलूशन पॉलिटेंट पार्टिकुलेट एयर पॉलिटेंट यानि क्या तो कि ऐसे एयर पॉलिटेंट या फिर ऐसे सब्स्टेंस जो कि होंगे सॉल ठीक है और ऐसे सॉलिड और लिक्विड पार्टिकल हमें चाहिए नहीं तो ऐसे सॉलिड और लिक्विड पार्टिकल जो एयर के अंदर बहुत ही जादा टाइम से मौजूद है तो हम ऐसे सॉलिड और लिक्विड पार्टिकल को क्या बोल देंगे पार्टिकुलेट एयर पॉ फ्यूम्स यानि क्या? फ्यूम्स यानि हवा के अंदर हमें पता है कि water vapor के form में है, हवा के अंदर क्या है? हवा के अंदर, मैंने यहाँ पर लिखा हुआ है, water किसके form में है? They are solid particles, water किसके form में है?
Vapor के form में है, ठीक है? अब यह vapor जब थंडी होगी, तब क् वह वाडर लेस होते हैं और डर लेस यानि क्या इसकी कोई स्मैल नहीं है और यह दिखते भी नहीं है यानि इनविजिबल होते हैं ठीक है नेक्स्ट है स्मोक यानि क्या कि जब इन ऑर्गेनिक जो मैटर है ऑर्गेनिक मैटर यानि क्या इसमें कार्बन हो ऐसे कौन से मैटर है कोल और वूड जब कोल और वूड का इनकंप्लीट कंबस्शन होता है तब smoke निकल के आता है next है mist mist यानि क्या हवा के अंदर चोटे water के droplets होते हैं चोटे water के particles होते हैं उसे हम क्या बोल देंगे mist next आता है fog जब हवा के अंदर mist की मातरा concentration यानि मातरा mist की मातरा बहुत ही जादा होती है fog बोल देंगे और fog क्या करेगा fog bad visibility create करेगा यानि winter season में सुबह हमने ऐसा observe किया होगा कि आगे का हमें कुछ दिखता नहीं है, क्यों, क्यों नहीं दिखता, क्योंकि हवा के अंदर पानी के जो particles है, उसकी मातरा बहुत ही ज़ादा बढ़ चुकी है, जो fog बन गया है, आगे बढ़ते हैं, next आता है indoor air pollutant, indoor air pollutant यानि दॉम यह इंडोर एयर पॉलिटेंट बोलते हैं अब कौन से टाइप है तो पहला है क्लीनिंग एजेंट जैसे कि सर्फ पाउडर का हम यूज करते हैं सब्सक्राइब पाउडर में से कुछ स्मयल आती है जो हवा में जाती है तो उसकी वजह से मॉर्टिन का यूज करते हैं उसका जो रिपेलेंट जो होता है वह हवा में जाता है उसका पॉलिशन होता है पेस्टिसाइड गैस टॉप जब हम जलाते हैं तो उसमें से कार्बन डायोक्साइड कार्बन मॉनोक्साइड निकलता है जो एयर को पॉल्यूट करता है नेक्स्ट है आउटडोर एयर पॉल्यूटेंस जो बाहर की साइड जो पॉल्यूटेंस होता है बाहर की एक्टिविटीज से जो भी पॉल्यूटेंस होता है उसे हम बोलते हैं आउटडोर पॉल्यूटेंस कौन सी बाहर की एक्टिविटी हो गई आटो मोबाइल की वजह से निकलेगा पॉल्यूटेंस इंडस्ट्री की वजह से निकलेगा पॉल्यूटेंस नेक्स्ट लेते हैं नेक्स्ट कि कि जो कुद्रत ने क्रिएट किया है ऐसा पॉलिशन उसे हम नेचर एयर पॉलिटेंट बोल देंगे जैसे क्योंकि वॉल्केनिक इरप्शन वॉल्केनिक इरप्शन कुद्रती तरीके से फटता है उसमें से जरीले गैसिस निकलते हैं एयर में जाते हैं इसका पॉलिशन आता है नेक्स्ट है फॉरेस्ट फायर जंगल के अंदर अन कुद्रती तरीके से आग लगती है जिसके कारण तो हवा के अंदर धूल मिट्टी की मात्रा बढ़ जाती है एर का पॉलूशन हो गया नेक्स्ट मैंन मेड एयर पॉलूशन यानि किसकी वजह से पॉलूशन होता है यूमन की एक्टिविटीज की इंसानों की एक्टिविटीज की वजह से जो पॉलूशन होता है उसे हम मैंन मेड एयर पॉलूशन बोलते हैं जैसे कि हो गया कंबेस्टन ऑफ फ्यूल एलपीजी का कंबेस्टन निकलता है उसकी वजह से इंसानों ने इंडस्ट्री बनाकर रखी है एयर का पॉलूशन होता है अब आ thermal and nuclear power plant की वजह से air का pollution होता है और agriculture में pesticide का छंकाव हम करते हैं जो भी air का pollution करती है तो ये सारे क्या हो गए air pollutant के classification अब अंत में हम ये देख लेते हैं कि जो air pollution है उसकी effect कौन सी चीजों पे होती है तो पहली effect तो होगी human के health पे दूसरी effect होगी पेर पौधों पे और सबजीयों पे तिसरी effect होगी materials पे और बिल्डिंग्स पर चौथी असर होगी पर्यावरण पर यानि क्लाइमेट पर कैसी असर होगी एर पॉलूशन की यहां पर लिखा हुआ है हमें पता है ग्लेशियर जो है वह पीगल रहे हैं क्यों पीगल रहे हैं क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग हो नेक्स्ट इस पर इफेक्ट करेगा जो पर्यावरण दिखने में जो अच्छा लगता था वह नहीं लगता है क्यों यह क्योंकि हवा के अंदर क्या आ चुके हैं बहुत सारे particles आ चुके हैं क्योंकि हवा का pollution हो गया है particles के कारण क्या होगा light scatter हो जाएगी light ऐसे scatter हो जाएगी light अगर scatter होगी तो क्या होगा bad visibility to nature यानि हम अच्छे से देख नहीं पाएंगे जो नजारा होगा nature का वो और last है उसकी असर किस पे होगी animals पे होगी जैसे के शेरों की संख्या में बहुत ही ज़ादा कटोती आ चुकी है air pollution की वज़े से तो यहां तक लिखकर आने पर हमें full marks मिल जाएंगे, अब next video में हम यह देखने वाले हैं कि air pollution को control करने के लिए कौन से devices का use होता है, उसका क्या working principle है, इस video में बस इतना ही, तो तब तक के लिए read hard, work hard, thank you very much.