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Indian Polity and Constitution Overview

सो हेलो एवरीवन एंड गुड मॉर्निंग सभी को बताने की जरूरत है नहीं ठीक है कि आज किस चीज की क्लास है कितनी लंबी क्लास होगी और कितनी इंपॉर्टेंट क्लास होगी ठीक है तो जिस तरह हम लोगों ने पिछले वन शॉर्ट लेक्चर में कंप्लीट यानी पूरी ज्योग्राफी खत्म करी है उसी तरह आज के इस लेक्चर में इस थोड़े से बड़े लेक्चर में पॉलिटी को कवर करने वाले हैं ठीक है इसके बाद आपका कंप्लीट पॉलि खत्म हो जाने वाला है यानी कि अगर आपने पढ़ रखी कंप्लीट रिवीजन हो जाने वाला है अगर आपने नहीं पढ़ रखी तो इस वीडियो को मल्टीपल टाइम्स देखिए क्वेश्चन आप अटेंप्ट कर सकते हैं एग्जाम का वेट मत करिएगा ठीक है आप क्वेश्चन तुरंत भी अटेंप्ट कर सकते हैं और चेक कर सकते हैं कि जो आपने इस लेक्चर में किया वो कितना फ्रूटफुल रहा बाकी मैं अपनी साइड से आपको अयोर कर रहा हूं कि फॉर श्यर 100% फ्रूटफुल रहेगा बिकॉज अपने इसमें मैंने कंप्लीट ठीक है बोल सकता हूं शिद्दत के साथ इस लेक्चर को मैं आपको देने वाला हूं शिद्दत से मेरा मतलब कि एक तो शिद्दत तो रहेगी लेकिन जो मेरा ए एक्सपीरियंस रहा है कि जो भी एसएससी में मतलब देखो पॉलिटी तो बहुत वास्टप मैंने कोशिश की है कि सारी चीजें भी कवर्ड हो प्लस सारी चीजें भी कवर्ड ना हो मतलब कि जो इरेलीवेंट चीजें हैं वह भी कवर्ड ना हो जो बेहद इंपॉर्टेंट चीज है उसम मैं थोड़ा सा एक्स्ट्रा फोकस करूंगा ठीक है एक बार सभी लोग ये कंफर्म कर देंगे कि वॉइस सारी चीजें प्रॉपर है कि नहीं फिर हम लोग स्टार्ट करते हैं सेशन को [संगीत] जय हिंद संदीप सच ड आ रहे हैं ड तो मैंने हटा रखे हैं सबसे एडवर्टाइज तो मैंने हटा रखे हैं सबसे आपके जो रिकॉर्डेड लेक्चर होंगे उसमें भी आप कभी ड नहीं देखते होंगे बीच में व मैंने सब हटा रखे हैं पता नहीं चलिए तो स्टार्ट करते हैं जय हिंद सभी को गुड मॉर्निंग सृष्टि एक बार कंफर्म करिए सर ज्योग्राफी की क्लास करने के बाद मेरा एक भी क्वेश्चन गलत क्यों नहीं हो रहा है यह कैसा एसशन था भाई गुड मॉर्निंग सभी को एक बार कंफर्म करो ठीक है ऑल क्लियर ओके और सारी चीजें प्रॉपर है तो प्रॉपर है तो फिर स्टार्ट करते हैं इंतजार किस बात का स्टार्ट करेंगे पार्ट फाइव ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन जो बात किसकी करता है जो बात करता है कमेंट में जल्दी से बताएंगे किसकी बात करता है पार्ट फाइव ऑफ दी कॉन्स्टिट्यूशन हम तो पार्ट फाइव ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन बात करता है किसकी यूनियन की यानी कि संघ की यह जो पार्ट फाइव ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन है इसमें पांच चैप्टर्स है चैप्टर वन टॉक्स अबाउट यूनियन एग्जीक्यूटिव यानी कि संघ की कार्यपालिका चैप्टर टू टॉक्स अबाउट पार्लियामेंट यानी संसद चैप्टर थ्री टॉक्स अबाउट ऑर्डिनेंस यानी कि अध्यादेश एंड चैप्टर फोर टॉक्स अबाउट दी सुप्रीम कोर्ट यानी कि सर्वोच्च न्यायालय एंड चैप्टर फाइव टॉक्स अबाउट दी कैक दैट इज कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल रिस्पेक्टिव आर्टिकल्स यहां पे लिखे हुए हैं कौन सा आर्टिकल यूनियन एग्जीक्यूटिव से डील करता है पार्लियामेंट से ऑर्डिनेंस से सुप्रीम कोर्ट से एंड कैक से ये पूरे पांच चैप्टर्स हैं पार्ट फाइव ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन में ठीक है पहले हम लोग यहां पे चैप्टर टू को कवर करने वाले हैं और ये मैंने चैप्टर फाइव से क्यों उठाया क्यों मेकिंग ऑफ कॉन्स्टिट्यूशन से कांस्टीट्यूएंट असेंबली से नहीं उठाया उसका रीजन है और आप में से काफी लोगों को पता होगा नहीं पता तो आपको आगे भी पता चल जाएगा तो चैप्टर यहां से पार्ट पार्ट फाइव से हम लोग स्टार्ट करेंगे ठीक है चैप्टर टू देखेंगे पार्लियामेंट देन आएंगे चैप्टर वन में और हर चीज का एक रीजन है मैं स्टार्ट ऑर्डर में कर सकता हूं लेकिन मैं मेरी कोशिश ये है कि एकदम उस ऑर्डर में चले जिससे आपको बेटर तरीके से समझ में आए अगर मैं कोई चीज बोलूं तो वो ऐसा ना हो कि ये कैसे हो गया फिर मैं आपसे बोलूं कि ये हम लोग आगे पढ़ेंगे तो वो सारी चीजें ना हो ठीक है तो वन चैप्टर टू करेंगे फिर चैप्टर वन पे आएंगे देन देन चैप्टर चैप्टर टू के बाद चैप्टर थ्री पढ़ लेंगे ठीक है चैप्टर टू चैप्टर थ्री चैप्टर थ्री में सिर्फ एक ही आर्टिकल है उसके बाद चैप्टर वन देन चैप्टर फोर एंड देन चैप्टर फाइव में आपका एक पार्ट है दैट इज़ कैग ठीक है चलिए तो स्टार्ट करते हैं पार्लियामेंट पार्लियामेंट की अगर बात करें तो सबसे पहला आर्टिकल आता है आर्टिकल नंबर 79 अनुच्छेद 79 जो बालता जो बोलता है देयर शैल बी अ पार्लियामेंट ऑफ़ द यूनियन यानी कि भारत की या फिर संघ की एक संसद होनी चाहिए अब यह कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ़ पार्लियामेंट की बात करता है यह आर्टिकल एक पिरामिड यहां पे बस आपको याद रखना है जब भी पार्लियामेंट की बात आती है कि पार्लियामेंट का कॉन्स्टिट्यूशन का मतलब है कंपोजीशन इसमें कौन-कौन होगा पार्लियामेंट में तो बस तीन आपको इस तरह से डब्बे बनाने नीचे रखना है लोकसभा को यहां रखना है राज्यसभा को और यहां पर रखना है प्रेसिडेंट को यानी पार्लियामेंट के तीन कॉम्पोनेंट्स हुए लोकसभा राज्यसभा एंड राष्ट्रपति लोकसभा को मैंने नीचे जानबूझ के रखा है राज्यसभा को ऊपर जानबूझ के रखा है क्यों क्योंकि लोकसभा को हम बोलते हैं लोअर हाउस इसको बोलते हैं हम निचला सदन इसको बोलते हैं अपर हाउस उच्च सदन तो अभी आप इसे भूलेंगे नहीं कभी कि इसको लोअर हाउस क्यों बोलते हैं इसको अपर हाउस क्यों बोलते हैं ठीक बात अगर करें लोकसभा को हम हाउस ऑफ पीपल के नाम से भी जानते हैं ठीक है हाउस ऑफ पीपल और राजसभा को हम जानते हैं काउंसिल ऑफ स्टेट्स के नाम से नाउ बात ये आती है कि व्हाई प्रेसिडेंट इज एन इंटीग्रल पार्ट ऑफ द पार्लियामेंट प्रेसिडेंट इज एन इंटीग्रल पार्ट ऑफ द पार्लियामेंट बट रीजन इज व्हाई मतलब क्वेश्चन अराइज होता है कि क्यों कारण इसका ये बिकॉज अभी हम आगे पढ़ेंगे कि कोई भी बिल एक्ट नहीं बन सकता बिना प्रेसिडेंट के एसेंट केस ठीक है ठीक है कोई भी एक्ट है मतलब बिल के फॉर्म में आता है पहले कहां पर संसद में यानी पार्लियामेंट में लोकसभा से पास होगा राज्यसभा से पास होगा देन जब तक प्रेसिडेंट उस पर ठप्पा नहीं लगाता तब तक वो बिल एक्ट नहीं बन सकता है यह रीजन है आर्टिकल 80 प आते हैं 79 एक तरह से पार्लियामेंट की बात करता है आर्टिकल 80 पर आते हैं और जिसके भी जो भी डाउट्स होंगे तो मैं बीच में रुकूंगा ठीक है तब आप पूछ सकते हैं अपने डाउट जो भी आपके डाउट्स होंगे ठीक है किसी का भी कोई भी डाउट होगा तो आप लोग सकते हैं जब मैं आपसे बोलूंगा उसके रिगार्डिंग तब ठीक है तो अभी स्टार्ट करते हैं कंपोजिशन ऑफ राज्यसभा राज्यसभा की संरचना राज्यसभा का गठन तो राज्यसभा को पहली बात तो यह आपको पता होना चाहिए अपर हाउस बोलते हैं काउंसिल ऑफ स्टेट बोलते हैं बट अभी इसके कंपोजीशन की बात करते हैं तो इसमें टोटल 250 मैक्सिमम मेंबर्स हो सकते हैं 250 ज्यादा से ज्यादा इस मैक्सिमम मेंबरशिप हो सकती है ठीक करंट मेंबरशिप कितनी है जरा बताइए अभी जो 250 है इसका डिवीजन किस तरह से होता है इसका डिवीजन होता है 238 और 12 238 इसमें इलेक्टेड होते हैं इलेक्टेड होते हैं ठीक और 12 इसमें नॉमिनेटेड होते हैं यानी नामित होते हैं यह निर्वाचित होते हैं और यह नामित होते हैं नॉमिनेटेड होते हैं यह 238 कहां से इलेक्ट होके आते हैं यह स्टेट्स और यूटी यानी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से चुन के या इलेक्ट होकर आते हैं यह 12 कौन कहां से नॉमिनेट हो क्या आता है इनको प्रेसिडेंट नॉमिनेट करता है राष्ट्रपति नामित करता है लिसास फील्ड में यह चार फील्ड होती हैं जिस पर प्रेसिडेंट किसी को नॉमिनेशन दे सकता है राज्यसभा में लीस है यहां पर लिटरेचर लिटरेचर एस से है साइंस ए से है आर्ट एंड एस से है सोशल सर्विस एस से है सोशल सर्विस तो इन चार कैटेगरी में नॉमिनेशन दे सकता है पार्लियामेंट में राज्यसभा में किसी को भी प्रेसिडेंट करंट में अगर बात करें 245 है राज्यसभा की मेंबरशिप राज्यसभा का पहला सेशन कब हुआ था फर्स्ट सेशन ऑफ राज्यसभा ये कांस्टीट्यूशन में नहीं लिखा हुआ एक्स्ट्रा चीजें हैं जो पूछ लेता है आपसे फर्स्ट सेशन ऑफ राज्यसभा दैट वाज हेल्ड इन 13th म 1952 1952 में हुआ था ये पहला सेशन लोकसभा का भी 13 मई 1952 को ही आपको याद रखना है मेथड ऑफ इलेक्शन ये 81 था ठीक है 80 सब क्लॉस फोर में लिखा हुआ मेथड ऑफ इलेक्शन कैसा होगा क्योंकि ये जो जने भी आ रहे हैं स्टेट और यूटी से 238 यह इलेक्ट होकर आ रहे हैं अब मेथड ऑफ इलेक्शन क्या है तो मेथड ऑफ इलेक्शन है प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन जिसको हिंदी में अनुपातिक प्रतिनिधित्व बोलते हैं प्लस सिंगल ट्रांसफरेबल वोट एकल संक्रमणीय मत पूरी प्रणाली होती है जिसको प्रणाली को य नहीं समझाने वाला हूं ठीक है नहीं तो फिर मतलब नहीं रहेगा कुछ वन शॉट का य पर ठीक है प्रोपोर्शन रिप्रेजेंटेशन मतलब अनुपातिक प्रतिनिधित्व और एकल संक्रमण मत अब यहां क्वेश्चन आपसे पूछता हूं पूछता हू क्या हूं एक चीज बताता हूं यहां पर कि सारे स्टेट्स रिप्रेजेंटेड है आपके बात करें राजसभा में सबसे ज्यादा रिप्रेजेंटेशन किसका है हाईएस्ट रिप्रेजेंटेशन है यूपी का ठीक है हाईएस्ट अगर रिप्रेजेंटेशन बात करें तो उत्तर प्रदेश का है यूटी की अगर बात करें तो ओनली टू यूटी आर देयर ओनली टू यूटी हैव रिप्रेजेंटेशन इन राज्यसभा वो दो यूटी कौन सी है और बाकियों का क्यों रिप्रेजेंटेशन नहीं हमें पता है हमारे देश में 28 राज आ आठ केंद्र शासित प्रदेश हैं 28 राज्य का यहां पर पूरा है रिप्रेजेंटेशन बट आठ केंद्र शासित प्रदेश में एट यूटी का में से सिर्फ दो ही का क्यों है तो दो य है हमारे दिल्ली और पुडडू चरी ठीक है दिल्ली एंड पुडडू चरी और हमें पता होना चाहिए दिल्ली और पुडडू चरी ही सिर्फ दो ऐसी यूटी है जिनके पास खुद की लेजिस्लेटिव असेंबली विधानसभा है बाकियों का इसलिए रिप्रेजेंटेशन नहीं है राज्यसभा में बिकॉज बाकियों की पॉपुलेशन इतनी कम है कि उनका रिप्रेजेंटेशन है है ही नहीं बाकियों की पॉपुलेशन कम है इसलिए उनका रिप्रेजेंटेशन नहीं है अब आते हैं 81 प दैट टॉक्स अबाउट द कंपोजीशन ऑफ लोकसभा राज्यसभा का चर्चा हो गया लोकसभा की बात करते हैं इसमें जो मैक्सिमम हो सकते हैं दैट कैन बी 550 550 हो सकते हैं 550 एट प्रेजेंट बताइए कितने हैं एट प्रेजेंट मेंबरशिप कितनी है इसमें से 530 530 आते हैं स्टेट से निकल के राज्यों से और 20 आते हैं केंद्र शासित देशों से यूटी से और यह सभी इलेक्टेड होके आते हैं इलेक्शन होते हैं और वो इलेक्शन होते हैं डायरेक्ट इलेक्शन जिसको कि हम हिंदी में प्रत्यक्ष चुनाव बोलते हैं यहां पे कैसा इलेक्शन हो रहा था यह जो मेथड है दैट इज कॉल्ड एज इनडायरेक्ट इलेक्शन अप्रत्यक्ष चुनाव इनडायरेक्ट इलेक्शन क्यों बोल रहे हैं इसको क्योंकि यहां पे जो स्टेट लेजिसलेटिव असेंबलीज है राज्य के विधान सभाएं हैं वो लोग चुन के भेजती हैं राज्यसभा में हम लोग डायरेक्टली वोट नहीं करते इसलिए तभी तो डेल्ली प्र चेरी में ही है सिर्फ लेजिस्लेटिव असेंबली इसीलिए यहां के लेजिस्लेटिव असेंबली वाली चुन के भेज देती बाकियों के पास है ही नहीं ठीक यहां पे अगर बात करें तो प्रत्यक्ष चुनाव होता वहां पे अप्रत्यक्ष और प्रेजेंट में अगर बात करें 543 पहले 540 552 हुआ करता था इसका मैक्सिमम मेंबरशिप दो एंग्लो इंडियंस को नॉमिनेट किया करता था प्रेसिडेंट बट हमें पता है कि जो दो एंग्लो इंडियंस का नॉमिनेशन इसको खत्म कर दिया गया है अभी कौन से अमेंडमेंट के एक्ट के थ्रू 104th जो अमेंडमेंट हुआ था उसके थ्रू इसको खत्म कर दिया गया था और इसी अमेंडमेंट से एससी और एसटी का जो रिप्रेजेंटेशन है जो रिजर्वेशन इनको मिलता है लोकसभा में उसको बढ़ा दिया गया है जैसे अभी वमन के लिए रिजर्वेशन बिल पास हुआ है 1/3 के लिए ठीक है ऐसे एससी एसटी का भी यह पहले से चला रहा है जब से हमारा कांस्टिट्यूशन बना है इसको हर अमेंडमेंट से जैसे 104 अमेंडमेंट से इसको एक्सटेंड कर दिया गया है और अभी ठीक है और यह कौन से आर्टिकल में आर्टिकल नंबर 330 में ठीक है इनके रिजर्वेशन के बारे में 82 बाकी लोकसभा के बारे में हो गया और इसका फर्स्ट सेशन 13th में 1952 1952 में इसका पहला सेशन हुआ था फर्स्ट सेशन हुआ था हाउस ऑफ पीपल बोलते हैं कांस्टिट्यूशन में इसको आप हाउस ऑफ पीपल हाउस ऑफ पीपल लिखा हुआ देखोगे लोअर हाउस बोलते हैं ठीक और टेंपररी हाउस भी बोलते हैं अभी टेंपररी हाउस क्यों बोलते हैं अभी समझ में आएगा आर्टिकल 82 प आते हैं रि एडजस्टमेंट ऑफ्ट ईच सेंसस प्रत्येक जनगणना के बाद पुनः समायोजन तो आर्टिकल 82 य मेंशन करता है कि देर शुड बी अ पैरि पैरि होनी चाहिए पैरि किसम होनी चाहिए समानता किसम होनी चाहिए बिटवीन दी स्टेट्स बिटवीन दी स्टेट्स एंड बिटवीन दी डिफरेंट कंसीट ऑफ द स्टेट बिटवीन दी डिफरेंट कंसीट ऑफ दी स्टेट्स कहां पर लोकसभा राजसभा में लोग चुन के जाते हैं ना तो ऐसा तो नहीं अब जैसे यूपी को मैंने बोला यूपी में सबसे ज्यादा राज्यसभा में यूपी की 31 सीटें हैं ठीक है वही अगर बात करें सिक्किम के बचारे की एक है तो यह कैसे हुआ यह पॉपुलेशन के बेसिस पर हुआ जनसंख्या के बेसिस पर हुआ तो यह बोला गया है 82 में कि जैसे फॉर एग्जांपल यह यूपी है इसकी पपले मान लेते हैं कोई स्टेट है अ यूपी नहीं मान लेते हैं यह कोई स्टेट ए है यह कोई स्टेट b है अगर स्टेट a की पॉपुलेशन फॉर एग्जांपल मान लेते हैं 10 लाख है ठीक है तो इससे अगर एक सीट आ रही है आपने अगर निर्धारित कर रखा रखा है कि 10 लाख लोगों में से एक सीट निकल के आएगी एक एमपी चुना जाएगा एक सांसद होगा तो अगर यह स्टेट बी है इसकी 20 लाख पॉपुलेशन है तो इससे दो सीट निकलेंगी यह कोई स्टेट सी है इसमें 30 लाख पॉपुलेशन से तीन सीट निकलेंगी तो पैरि मेंटेन होनी चाहिए है पॉपुलेशन वाइज और अब इस स्टेट को कंसीट एसीज में बांटा जाएगा आपको ही पता है अभी जैसे अभी चुनाव होंगे लोकसभा के ठीक है 2024 में तो हर एक कंसीट होता है ना इस कंसीट से ये जीते चांदनी चौक से ये जीते द्वारका से ये जीते वो कंटेंस है दिल्ली में बना दी गई ठीक है तो उन कंसीट एसीज में भी वो होना चाहिए पैरि होनी चाहिए कि इक्वल नंबर ऑफ पॉपुलेशन को इक्वल उ एक ही सेम बंदा रिप्रेजेंट कर रहा हो मतलब अगर एक बंदा इस कंसीट एंसी को रिप्रेजेंट कर रहा है एक बंदा ठीक है और यहां की पॉपुलेशन 5 लाख है तो इसकी पॉपुलेशन यहां भी 5 लाख होनी चाहिए और उसको एक बंदा रिप्रेजेंट करेगा दिस इज कॉल्ड ये बट ये यहीं तक सीमित नहीं है 82 एक्चुअल में सेट अप सेटिंग अप ऑफ डीलिमिटेशन काउंसिल की बात करता है परिसीमन आयोग जिसको हिंदी में बोलते हैं डीलिमिटेशन कमीशन यह डीलिमिटेशन कमीशन को आज तक सिर्फ चार बार गठन किया गया है चार बार इसमें यह बोला जाता है क्योंकि हर सेंसस के बाद हमें पॉपुलेशन का पता चलता है कि भाई पॉपुलेशन चेंज हो गई पॉपुलेशन चेंज हो गई जनसंख्या सेंसस के बाद पता चल जाता जो हर 10 साल के बाद होता है राइट तो हर 10 साल के बाद आप एक डीलिमिटेशन कमीशन बिठाए सेंसस के बाद लेकिन बात ये आती है कि सिर्फ चार बार ही क्यों बैठा है 52 63 73 और 2001 सिर्फ चार बार ही क्यों बैठा है आज तक अभी तो 2011 का भी सेंसस हुआ तो उसके बाद क्यों नहीं यह इसलिए नहीं बैठा बिकॉज हर जन हर जब सेंसस हो रहा था पता चल रहा था कुछ नदन इंडिया के स्टेट है जैसे यूपी बिहार इनकी पॉपुलेशन बढ़ती चली जा रही है उनको ज्यादा रिप्रेजेंटेशन मिल रहा है तो साउथ इंडियन स्टेट बोले कि मतलब यह कौन सी बात हुई एक तो हम पॉपुलेशन लिमिटिंग मेजर्स ले रहे हैं और ऊपर से हमारा रिप्रेजेंटेशन भी कम होता चला जा रहा है उसकी वजह तो इसका मतलब हम भी फिर पॉपुलेशन बढ़ाए तो फिर हमारी गवर्नमेंट ने बोला बात तो सही है तो इसी वजह से उन्होंने क्या कहा क्या किया उसको फ्रीज कर दिया 84 अमेंडमेंट से इस चीज को 2026 तक फ्रीज कर दिया कि भाई जो और 87 अमेंडमेंट फिर हुआ उसने बोला कि 200 जो एक का सेंसस हुआ था उसी के बेसिस पे होगा क्या जो आपका डीलिमिटेशन चल रहा 2026 तक नहीं होगा ठीक ड्यूरेशन ऑफ टू हाउसेस की बात करते हैं दो सदनों की अवधि अब यहां तक किसी कोई डाउट तो नहीं है एक बार कंफर्म करिए किसी का कोई डाउट हो यहां तक एक बार कर दीजिए तो ताकि यहां पर मैं अब ये बता रहा हूं आर्टिकल नंबर 83 इसके बाद किसी का डाउट होगा तो बता देगा ठीक है फ्रीज टिल 2026 ड्यूरेशन ऑफ टू हाउसेस प आते हैं दो दोनों सदनों की अवधि दो सदन कौन है हमारे लोकसभा और राज्यसभा तो सबसे पहले राज्यसभा की बात कर लेते हैं बिकॉज अपर हाउस से थोड़ी इज्जत दे देते हैं इसको राज्यसभा की कोई अवधि नहीं होती है कोई अवधि नहीं होती है क्यों बिकॉज इट इज अ परमानेंट हाउस यह परमानेंट हाउस है यह वो यह वोह टंकी है जिसमें पानी एक जगह से एक नलकेरी खाली नहीं होती है एक से ज रहा है पानी एक से आ रहा है इसके वन थर्ड मेंबर्स रिटायर एव्री सेकंड ईयर एव्री सेकंड ईयर यह मैंने पूरा एक्सप्लेन किया था कि कैसे यह 1/3 रिटायरमेंट होता है हर 2 साल में जिसके हिसाब से हर मेंबर का जो टेन्योर हो जाएगा हर मेंबर का टेन्योर हो जाएगा नोट माय वर्ड्स 6 साल का हो जाएगा ठीक तो अगर मैं लिख दूं इस तरह से कि द टेन्योर ऑफ राजसभा इज सिक्स इयर्स रॉन्ग राजसभा राज्यसभा कोई टन नहीं बिकॉज़ इट इज अ परमानेंट हाउस है यह स्थाई सदन होता है ठीक है स्थाई सदन है य टेनर मेंबर का सिक्स इयर्स का होता है बात अगर कर ले लोकसभा की तो य यह चा सेशन हो चाहे इसके मेंबर हो यह पा साल का टेनर रहता है सबका अब जैसे अभी अबकी लोकसभा जो करेंटली चल रही है अगले चुनाव होंगे उससे पहले पूरी डिसोल्व हो जाएगी सब चले जाएंगे खाली हो जाएगी पूरी लोकसभा खाली यह कभी पूरी खाली नहीं होती है यह कंटिन्यूइंग चैंबर है आपका ठीक है यह कैसा है यह कंटिन्यूइंग चैंबर है लोकसभा की अगर बात करें तो क्या यह जैसे 5 साल है क्या 5 साल से पहले भी यह जा सकता है फिर 5 साल से आगे बढ़ सकता है बिल्कुल प्रीमेच्योर इसका भी वो हो सकता है और अब आगे भी एक्सटेंड हो सकता है किन केसेस में तो प्रीमेच्योर डिसोलेशन अभी हम बात करेंगे लोकसभा जो भंग होती है उसको हम डिसोलेशन बोलते हैं तो वह हो सकता है अगर मान लेते सरकार के पास बहुमत नहीं है जैसे कि नो कॉन्फिडेंस अविश्वास प्रस्ताव पारित किया पास करवाया था कांग्रेस ने अगर वो पास हो जाता अगर वो पास हो जाता तो सरकार गिर जाती जैसे सेटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार एक बार 13 दिन में गिर गई थी फिर दोबारा बनी फिर 13 महीने में गिर गई 5 साल तो छोड़ो क्यों क्योंकि नो कॉन्फिडेंस मोशन ले आई थी कांग्रेस गवर्नमेंट उनके खिलाफ तो इसी वजह से वो प्रीमेच्योर तो हो सकता है बाकी यह बात आती है क्या आगे एक्सटेंड हो सकता है बिल्कुल हो सकता है यह अगर नेशनल इमरजेंसी लगी इमरजेंसी भी हम लोग पढ़ेंगे आखिर में तो जो अगर राष्ट्रीय आपातकाल लगा है हमारे देश में तो एक्सटेंड हो सकता है कितने टाइम के लिए एक साल वन ईयर एट अ टाइम और अगर अगर इमरजेंसी सीज टू एजिस्ट तो उसके 6 महीने के ब एक्जिस्ट नहीं कर सकती है आपका जो लोकसभा है समझे आप जैसे फॉर एग्जांपल अभी एक साल एक्सटेंड हो गया लेकिन मान लेते हैं आज इमरजेंसी खत्म हो गई तो आज से लेकर 6 महीने तक इसी के अंदर आपको चुनाव करवा लेने है इसके बियोंड एक्सटेंड नहीं कर सकती लोकसभा और वन ईयर एट अ टाइम मतलब कि एक साल हो गया अभी भी इमरजेंसी लगी चलो फिर से एक बार अप्रूवल ले लो अभी भी नहीं हट रही अभी भी इमरजेंसी नहीं हट रही फिर से एक बार अप्रूवल ले लो ये ऐसे करके होता रहता है लेकिन सिर्फ इमरजेंसी के केस में 84 क्वालिफिकेशन फॉर में मेंबरशिप ऑफ पार्लियामेंट क्वालिफिकेशन लिखी हुई है आर्टिकल 84 में क्याक क्वालिफिकेशन है शुड बी अ सिटीजन ऑफ इंडिया सिटीजन होना चाहिए पहली चीज दूसरी चीज क्या है ओथ शुड सब्सक्राइब टू ओथ शपथ बोले तीसरी चीज क्या है तीसरी चीज है कि वो मतलब जो भी मेंबर बन रहा है उसकी मिनिमम एज लोग सभा का अगर सदस्य बनना है तो मिनिमम 25 इयर्स ऑफ एज और अगर राज्यसभा का मेंबर बनना है तो मिनिमम 30 इयर्स ऑफ एज क्लियर फिर आते हैं सेशंस ऑफ पार्लियामेंट आर्टिकल 85 सब क्लॉज वन बोलता है डिफरेंट सेशन ऑफ पार्लियामेंट सत्र 17 अवसान के भी आ मतलब यही बात करता है एक्चुअल में 85 जो है सेशन की बात करता है और 85 सबक्लॉज टू प्रोरोगेशन और डिसोलेशन की बात करता है वेरी इंपॉर्टेंट टर्म्स ध्यान से देखेंगे इसको ठीक है चलिए तो 85 सब क्लॉस वन सेशंस की बात करता है तो आर्टिकल 851 यह बोलता है कि मिनिमम वह यह नहीं बोलता मिनिमम वह बोलता है कि एक सेशन के खत्म होने और दूसरे सेशन के चालू होने के बीच में मैक्सिमम गैप छ महीने हो सकता है मैक्सिमम 6 महीने हो सकता है तो इससे हम यह बोल सकते हैं कि पार्लियामेंट में एक्चुअल में तीन सेशन होते हैं पहले तो यह तीन सेशन देख लो कौन-कौन से होते हैं एक तो होता है हमारा सबसे पहले साल में बजट सत्र होता है बजट सेशन होता है जो कि फरवरी से लेकर मई तक चलता है ठीक है यूजुअली सबसे लंबा होता है फिर आता है हमारा मानसून सत्र आता है मानसून ये जुलाई अगस्त के टाइम पर चलता है ठीक है जुलाई अगस्त और फिर आता है हमारा विंटर इसको बोलते हैं बजट सत्र मानसून सत्र और इसको बोलते हैं शीतकालीन सत्र समर सेशन करके कोई सेशन नहीं होता ठीक है ऐसे समझ लो एसी नहीं लगी हुई है पार्लियामेंट बिल्डिंग में ठीक तो 6 महीने से ज्यादा टाइम लैप्स नहीं कर सकते एक सेशन के खत्म और दूसरे के चालू होने में दैट मीन कि इसमें से मिनिमम दो सेशंस तो होने ही पड़ेंगे ठीक है मिनिमम दो सत्र तो बुलाने ही पड़ेंगे बात य आती है सेशन बुलाता कौन है सेशन को समन कौन करता है यानी कि यहां पर लिख देता हूं सेशन को समन कौन करता है समन का मतलब होता है बुलाना यह करता है देश का राष्ट्रपति प्रेसिडेंट करता है समन करने का काम प्रोरोगेशन डिसोल्यूशन सत्रावसान विघटन इसका मतलब क्या होता है इसका मतलब होता है यह सेशन खत्म कर देना जैसे मान लो कि बजट सत्र का खत्म हो गया मई का महीना चल रहा है पूरा काम खत्म हो गया तो स्पीकर बोलेगा कि अब सारा काया फिर स्पीकर हा स्पीकर ही बोलेगा स्पीकर इन द केस ऑफ लोकसभा एंड चेयरमैन इन द केस ऑफ राज्यसभा व बोलेगा कि अब सेशन सेशन को वो कर दो प्रोरोग कर दो ठीक है कि बोलेगा प्रेसिडेंट से ध्यान से सुनते रहना जो एक-एक चीज बोल रहा हूं मैं कंफ्यूज हो जाओगे नहीं तो सेशन ये प्रोरोगेशन क्या होता है डिसोल्यूशन क्या होता है और एडजर्नमेंट क्या होता है एडजर्नमेंट सिनेट आई क्या होता है ध्यान से सुनते रहना ठीक है तो वो बोलेगा प्रेसिडेंट को कि उसको प्रोरोग कर दो तो प्रोरोग क्या होता है 17 17 अफसान सत्र का होता है सेशन को प्रोरोग किया जाता है कौन करता है जिसने बुलाया था प्रेसिडेंट ने डिसोल्यूशन क्या होता है विघटन डिसोल्यूशन इज अ वेरी बिग टर्म इज अ वेरी बिग टर्म बहुत बड़ा टर्म है डिसोल्यूशन हो जाना मतलब न्यूज़ चैनल वालों को एक महीने की न्यूज मिल जाना डिसोलेशन का मतलब हो गया कि सरकार गिर गई एक तरह से लोकसभा भंग हो गई डिसोलेशन दो तरह का हो सकता है जैसे कि अगले साल हमें पता अगले साल हमें पता है कि जो यह अभी करंट लोकसभा है ये डिजॉल्वेशन हो जाता है वो चाहे प्रीमेच्योर डिसोल्यूशन हो चाहे मैच्योर डिसोल्यूशन हो सारा डिसोल्यूशन बस ध्यान रखना वह कौन करता है प्रेसिडेंट ही करता है और यह सिर्फ लोकसभा में ही इस टूल का यूज हो सकता है बिकॉज़ सिर्फ लोकसभा ही डिसोल्व हो सकती है राजसभा इज अ कंटिन्यूइंग परमानेंट चेंबर वो कभी डिजॉल नहीं हो सकती है प्रोरोग दोनों हो सकते हैं सर एडजर्नमेंट आपने कोई एक टर्म बोला था यह क्या होता है एडजर्नमेंट एडजर्नमेंट होता है हम आगे पढ़ेंगे अभी लेकिन अभी मैं बता रहा हूं इसको ताकि क्लीयरेंस हो जाए एडजर्नमेंट प्रोरोगेशन डिसोलेशन में एड जॉइन मेंट करता है प्रिसा इडिंग ऑफिसर ऑफ दी हाउस प्रिसा इडिंग ऑफिसर ऑफ दी हाउस आई अगेन रिपीट ये हम लोग आर्टिकल नंबर 100 में पढ़ेंगे इस चीज को अभी प्रिसा इडिंग ऑफिसर कौन होता है पीठासीन अधिकारी लोकसभा के केस में वहां का स्पीकर एनी अध्यक्ष और राजसभा के केस में वहां का सभापति दैट इज चेयरमैन वो एडजर्न कर देगा एडजर्न का मतलब होता है एक सेटिंग को खत्म कर देना जैसे कि भाई लोग अभी चलो निकलो और कल मिलते हैं अभी यह कौन बोलेगा ओम बिडला या फिर जगदीप धनखड़ जी हमारे बोलते हैं ठीक है कि लंच के बाद मिलेंगे या फिर अब कल मिलेंगे उसको बोलते हैं एडजर्नमेंट यह करता है स्पी प्रिसा इडिंग ऑफिसर यह करता है प्रिसा इडिंग ऑफिसर इट इज नॉट दैट बिग अ टर्म ठीक है कल मिलेंगे परसों मिलेंगे इस तरह से वैसे तो पूछेगा नहीं ना ही मैंने क्वेश्चन देखा है इस एडजर्नमेंट सीने टाइप है लेकिन अगर पूछ ले एडजर्नमेंट सीनेड आई क्या होता है एडजर्नमेंट की तरह ही होता है ऐसा नहीं कि ऐसा नहीं कि पूरा सत्र को खत्म कर दि यहां पे एडजर्नमेंट में सत्र नहीं खत्म हो रहा है प्रोरोगेशन में सत्र खत्म हो रहा है डिसोल्यूशन में हाउस ही खत्म हो रहा है तो आप समझ रहे हैं कि ये अगर एमेंट है तो प्रोरोगेशन और लशन है बस फर्क इतना है कि लशन सिर्फ लोकसभा में हो सकता है एजमेंट और प्रोरोगेशन दोनों में हो सकते है ठीक और एक चीज यहीं पर मैं आपको एक स्टार मार्क करके नोट करना कि एडजर्नमेंट मोशन होता है एक तरह का एक मोशन होता है एडजर्नमेंट मोशन यह जो मोशन है यह एडजर्नमेंट से अलग होता है और यह सिर्फ लोकसभा में हो सकता है ओनली इन लोकसभा आई अगेन रिपीट एडजर्नमेंट पहली बात तो 50 मेंबर के अप्रूवल से आता है सिर्फ लोकसभा में ही आ सकता है क्यों क्योंकि इसमें सरकार गिरने का खतरा होता है एडजर्नमेंट मोशन को तब लाया जाता है जैसे देश में कोई बहुत बड़ी इंपॉर्टेंट मैटर जैसे चल रहा है मतलब बहुत ऐसा कुछ ऐसी आन पड़ी है या फिर कुछ ऐसा कुछ अनहोनी हो गई है देश में जिसको लेके पार्लियामेंट में कुछ अपोजिशन के लोग मतलब एक तरह से अटेंशन सी कर रहे हैं किसका एक तरह से हाउस का टेंशन सी कर रहे हैं कि यह क्या चल रहा है देश में तो उस केस में सरकार गिरने का खतरा रहता है 50 मेंबर के अप्रूवल के बाद आता है एडजर्नमेंट से अलग होता है सिर्फ लोकसभा में आ सकता है ठीक एडजर्नमेंट सीनेड आई क्या होता है फिर ये सीनेड आई इस एडजर्नमेंट की तरह होता है इसमें झंडा दिखाता है प्रेसिडेंट होता क्या है कि जो प्रोरोगेशन है 17 अवसान है वो सिर्फ प्रेसिडेंट ही कर सकता है ठीक सिर्फ प्रेसिडेंट ही कर सकता है यह तो कर नहीं सकता है तो प्रेसिडेंट को कैसे पता चलेगा कि काम खत्म हो गया अब हमारा अब हमारी बारी आ गई प्रोरोगेशन करने की खत्म करने की तो वो एडजर्नमेंट सीने डाई करके झंडा दिखाता है झंडा मतलब मब एक तरह से मैं आपको याद करने के लिए बता रहा हूं जंडा उ नहीं एक तरह से एड जमेंट सीने डाई उसको बोलते हैं विदाउट नेमिन हमारा प्रिसा इडिंग ऑफिसर एडजर्नमेंट कर दे विदाउट नेमिन द रिअसेंबली एडजर्नमेंट में क्या था वो बोल रहा था कल मिलेंगे परसों मिलेंगे लंच के बाद मिलेंगे आप बता नहीं रहा कब मिलेंगे इसका मतलब है कि प्रेसिडेंट को सिग्नल चला गया कि अब आप आके क्या करो प्रोरोग कर दो खत्म प्रेसिडेंट्स एड्रेस राष्ट्रपति के पास पावर है कि कोई मैसेज भिजवा चाहते हैं कुछ करना चाहते हैं वो भिजवा सकते हैं 86 में अब बात यह आती है कि क्या सर हमें सारे आर्टिकल रटने की जरूरत है जो आप ये कर रहे हैं सारे याद करने की जरूरत नहीं है ठीक है अभी वो मैंने ऑर्डर पे इसलिए ल लिख रखे हैं ताकि ऑर्डर में हमारी सारी चीजें चलती रहे मैं भी कोई चीज मिस ना करूं और आपसे भी कभी ऐसे मान लो अतरंगी सा क्वेश्चन पूछ ले वो अतरंगी सा ऐसा कोई चीज पूछ ले कि कौन से आर्टिकल में है वैसे कुछ आर्टिकल तो हमें याद होने ही चाहिए वो हमें भी पता है जैसे 74 75 76 हो गया 52 हो गया ठीक है 70 80 हो गया 79 80 81 ये सब याद होने चाहिए हमें ठीक है लेकिन कुछ होते हैं इस प्रसेंट का एड्रेस ये उतना पूछता नहीं बहुत ही रेयर होता है लेकिन अगर पूछ लिया तो तो हमें पता रहे कि हां यार ये सर ने पढ़ाया था एडजर्नमेंट एडजर्नमेंट ये वाला सब प्रोरोगेशन 85 में था उसके बाद ही था आया था तो इस तरह से आप गेस एटलीस्ट वो आपके माइंड में पूरी एक क्रोनोलॉजी रहेगी तो प्रेसिडेंट का एड्रेस है भिजवा सकते हैं 87 भी बात करता है एड्रेस बट यह स्पेशल एड्रेस है एड्रेस का मतलब पता नहीं स्पेशल एड्रेस का मतलब है संबोधन राष्ट्रपति का संबोधन यह कैसा स्पेशल है एड्रेस यह स्पेशल की उसे यहां पे क्या है प्रेसिडेंट भिजवा रहा है मतलब कि जाओ हाउस में बता देना हमारी तरफ से कि ऐसा अगर हमें प्लेजर नहीं दिया के तो बहुत मारेंगे 87 में क्या है स्पेशल एड्रेस है ध्यान सुनना एट द कमेंसमेंट ऑफ द फर्स्ट सेशन एट दी कमेंसमेंट ऑफ दी फर्स्ट सेशन आफ्टर ई जनरल इलेक्शन फर्स्ट सेशन आफ्टर ईच जनरल इलेक्शन जनरल इलेक्शन मतलब आम चुनाव जो कि 2024 में होने वाले है तो जनरल इलेक्शन के बाद जो जस्ट पहला सेशन होगा पार्लियामेंट का वह प्लस एट द कमेंसमेंट ऑफ फर्स्ट सेशन ऑफ ईच ईयर फर्स्ट सेशन ऑफ ईच ईयर राष्ट्रपति आएगा संबोधन करेगा बोलेगा कि हमारी गवर्नमेंट ने जो गवर्नमेंट करंट गवर्नमेंट उसने क्याक कर रही है क्याक पॉलिसीज ला रही है कैसे क्या कर रही है यह होता है स्पेशल एड्रेस इसी को ही हम बोल देते हैं प्यार से मोशन ऑफ थैंक्स मोशन ऑफ थैंक्स और यह म ऑफ थैंक्स को रखा टेबल किया जाता है पार्लियामेंट में और इस पर होती है वोटिंग और अगर यह पास नहीं हुआ तो सरकार को गिरने का खतरा रहता है इसमें ठीक 88 राइट्स ऑफ मिनिस्टर्स एंड अटॉर्नी जनरल कुछ यहां पर मंत्री और अटॉर्नी जनरल के अधिकार है क्या अधिकार है इनके यह अधिकार हैय किसी भी सदन में बोल सकते हैं राइट टू स्पीक राइट टू स्पीक इन ईदर हाउस किसी भी हाउस में जाकर बोल सकते हैं बट नो राइट टू वोट और बट राइट टू वोट ओनली देयर इन रिस्पेक्टिव हाउस बट राइट टू वोट ओनली इन देयर रिस्पेक्टिव हाउस देयर रिस्पेक्टिव हाउस मतलब फॉर एग्जांपल मैं लोकसभा का मेंबर हूं मैं राज्यसभा में जाकर बोल सकता हूं लेकिन वोट सिर्फ लोकसभा में कर सकता हूं एंड वाइस वसा अटॉर्नी जनरल महान्यायवादी महान्यायवादी दोनों हाउस में बोल सकते हैं लोकसभा राज्यसभा लेकिन ये दोनों में से किसी भी हाउस के मेंबर नहीं है इसलिए दोनों में क कहीं पर भी वोट नहीं कर सकते हैं ठीक दोनों में से किसी में वोट नहीं कर पाएंगे 89 चेयरमैन अब आते हैं चेर ये प्रेसा इडिंग ऑफिसेसूट चेयरमैन ऑफ राज्यसभा तो आर्टिकल नंबर 89 बोलता है अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तो चेयरमैन कौन होता है राज्यसभा का ही इज नन अदर दन वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया इज दी एक्स ऑफिशियो इज दी एक्स ऑफिशियो चेयरमैन ऑफ राज्यसभा व्हाट डज दिस टर्म एक्स ऑफिश मींस दिस मींस कि अगर कोई देश का उपराष्ट्रपति बनता है वह अपने आप राज्यसभा का सभापति या फिर चेयरमैन बन जाएगा अलग से चुनाव नहीं होते हैं डिप्टी चेयरमैन जो होता है यह राज्यसभा ही वोटिंग से चुन लेती है किसी को समझ रहे हैं आप यानी चेयरमैन कोई वोटिंग वोटिंग अलग से राज्यसभा नहीं चुना मतलब वाइस प्रेसिडेंट का चुनाव हुआ होगा उसके चुनाव हुए होंगे बस चेयरमैन का कोई चुनाव नहीं होता है राज्यसभा का वो तो वाइस प्रेसिडेंट के चुनाव हुए थे जो वाइस प्रेसिडेंट बना वो अपने आप चेयरमैन बन गया डेटी चेयरमैन के लक् से चुनाव होते हैं एंड इसी वजह से राज्यसभा इज नॉट अ मेंबर ऑफ राज्यसभा भले प्रिसा इड करता है नॉट अ मेंबर ऑफ भले प्रेसा इड करता है ठीक है राज्यसभा को लेकिन उसका मेंबर नहीं होता लेकिन डेप्युटी चेयरमैन होता है और इसके इंपोर्टेंट कंसीक्वेंसेस है आगे देखेंगे 90th वेकेशन रेजिग्नेशन ऑफ डेप्युटी चेयरमैन सर डेप्युटी चेयरमैन चेयरमैन का तो पढ़े नहीं उसका पहले बताइए नहीं बताएंगे उसका क्यों क्योंकि वो वाइस प्रेसिडेंट है वो हम वाइस प्रेसिडेंट वाले सेक्शन में पढ़ेंगे उसका वैकेशन उसका रेजिग्नेशन ठीक डेप्युटी चेयरमैन का पढ़ते हैं वेकेशन वेकेशन कब हो सकता है अगर वो राज्यसभा का मेंबर ही ना रहे तो उसकी सीट वेकेट हो जाएगी अगर वो रेजिग्नेशन दे दे किसको रेजिग्नेशन देगा भाई अ ये अपना इस्तीफा तो चेयरमैन ऑफ राज्यसभा को देगा ये अपना इस्तीफा चेयरमैन ऑफ राज्यसभा और अगर इसको रिमूव करने की बात आएगी ठीक है अगर इसके रिमूवल की बात आएगी सीट तो वेकेट इस रिमूवल से भी हो सकती है ना हो सकता है डेथ हो जाए रिजाइन कर दे और रिमूव कर दिया जाए रिमूवल कैसे हो सकता है तो रिमूवल राज्यसभा ही करेगी इफेक्टिव मेजॉरिटी से ठीक है इफेक्टिव मेजॉरिटी इफेक्टिव मेजॉरिटी का मतलब होता है कि मेजॉरिटी ऑफ ऑल द देन मेंबर वहां पे लिखा नहीं हुआ है हमारे कांस्टिट्यूशन में हमारे कांस्टिट्यूशन में लिखा हुआ है रिमूव्ड बाय द ऑल द देन मेंबर्स ऑल द देन मेंबर्स का मतलब होता है उस समय जितने सदस्य हैं जैसे कि राज्यसभा में अगर हम बात करें तो 250 हो सकते हैं मैक्सिमम मेंबर्स लेकिन हैं कितने अभी 245 तो इन 245 का मेजॉरिटी यानी डिवाइड बाय 2 प् 1 सिंपल 91 पावर ऑफ डेप्युटी चेयरमैन ऑफ सम अदर पर्सन टू एक्ट एज अ चेयरमैन डिप्टी चेयरमैन चेयरमैन के तौर पे कब एक्ट कर सकता है जब चेयरमैन एब्सेंट हो जब चेयरमैन की सीट वेकेंट हो तब एक्ट कर सकते हैं चेयरमैन एब्सेंट हो सकते हैं डिफरेंट रीजंस कैसे इल हेल्थ हो गया बेटिया की शादी है या फिर कुछ घर में काम पड़ गया वेकेंसी किसी भी तरह से क्रिएट हो सकती है जैसे वाइस प्रेसिडेंट ही होते हैं ना हमारे तो वाइस प्रेसिडेंट को रिमूव कर दिया जाए इन्होंने इस्तीफा दे दिया इनकी डेथ हो गई या इनको रिमूव कर दिया जाए तो इस केस से वैकेंसी तो उस केस में डिप्टी चेयरमैन चेयरमैन बन जाएगा ह ना 92 ध्यान से सुनो चेयरमैन एंड डेप्युटी चेयरमैन नॉट टू प्रिसा इड व्हेन देर रिमूवल रेजोल्यूशन इज अंडर कंसीडरेशन रुकना जरा भी एक सेकंड यही सुनो पावर ऑफ डिप्टी चेयरमैन और सम अदर पर्सन टू और सम अदर पर्सन मैंने डिप्टी चेयरमैन को बता दिया और सम अदर पर्सन क्यों लिखा हुआ है य मान लेते हैं चेयरमैन नहीं है डिप्टी चेयरमैन भी नहीं तब तब सम अदर पर्सन ये सम अदर पर्सन कौन आएगा पता है कौन आएगा पता है तुमको कौन आएगा तुमको नहीं पता तुमको पता है एक्चुअल में ठीक है देखो इसमें आएगा पैनल ऑफ वाइस चेयर पर्स पैनल ऑफ वाइस चेयर पर्सन सर यह कौन होता है अब जो हमारा चेयर पर्सन होता है राज्यसभा का वह छह सदस्य अपने राज्यसभा में उनको नामित करके रखता है कि भाई अगर जिस दिन हम ना रहे जिस दिन हमारा छोटा भाई डिप्टी चेयरमैन ना रहे उस दिन तुम में से छह में से कोई एक आना और इस सदन को चलाना ठीक है बेटा पैनल ऑफ वाइस चेयर पर्सन और इसके अभी चुनाव हुए भी थे जगदीप धनकड़ जी ने छह लोगों को चुना था और ये पहली बार अभी हुआ है रिसेंट में इसमें 50 पर मेमन ही है हमारी 50 पर विमेन और इसमें पीटी उषा जी भी हमारी पहली जो पैनल ऑ वाइस चेयरपर्सन की पहली फीमेल मेंबर बनी पीटी उषा जिनको हम पाओली एक्सप्रेस के नाम से जानते हैं जो इंटरनेशनल ओलंपिक सॉरी इंडियन ओलंपिक कमीशन के चेयरमैन भी है हम तो यह पैनल ऑफ वाइस चेयर पर्सन होता है बट मैं आपको एक स्टेटमेंट बता देता हूं द स्टेटमेंट इज व्हेन द सीट ऑफ चेयरमैन एंड डेटी चेयरमैन इज वेकेंट दिस पैनल ऑफ वाइस चेयर पर्सन कैन नॉट प्रिसा इड दी हाउस हैं सर्फ पगला गए हो क्या अभी तो बोल रहे थे कर सकता है अभी बोल रहा हो नहीं कर सकता है कैसी बात है तो बेटा पगला है हम नहीं पगला है तुम हो तुम ध्यान से नहीं सुन रहे हो मैंने बोला कि जब ये एब्सेंट होंगे डिपट चेयरमैन और डेप्युटी चेयरमैन तो पैनल ऑफ वाइस चेयर पर्सन चेयर पर्सन आएंगे लेकिन अगर सीट वेकेंट होगी चेयरपर्सन और पैनल ऑफ वाइस चेयर पर्सन की सॉरी डेप्युटी चेयरमैन की तब पैनल ऑफ वाइस चेयर पर्सन से कोई नहीं आ सकता तब राष्ट्रपति आएगा प्रेसिडेंट आएगा और हाउस में से किसी एक को उठाएगा और उसको बिठा देगा और हाउस से बोलेगा तब तक जल्दी से चुन लो तब नहीं तो फिर प्रेसिडेंट के इलेक्शन भी करवाएंगे तो प्रेसिडेंट इलेक्शन होंगे और फिर वो आ जाएगा समझ में आया अब आपको नहीं अभी भी नहीं आया होगा एब्सेंट का मतलब होता है जैसे कि मेरी तबीयत खराब है जैसे आप स्कूल आप आप ऐसे इमेजिन करो आप स्कूल में थे ठीक है आप एक दिन नहीं गए तबीयत खराब थी दो दिन नहीं गए तीन दिन नहीं गए आपकी तबीयत खराब थी घर में शादी थी घर में कुछ हो गया अब नहीं गए इसका मतलब थोड़ी ना कि अब ये जो मान लेते हैं राहुल जी राहुल जी अब स्कू स्कूल को छोड़ चुके हैं अब ये सीट वेकेंट है चलो किसी और का एडमिशन ले लेते हैं नहीं लेकिन अगर आपने स्कूल से इस्तीफा लिख दिया आपको स्कूल से रिज भगा दिया गया रिमूव कर दिया गया आपने स्कूल चेंज कर दिया उस केस में आपकी सीट वेकेंट हो रही थी वो वैकेंसी होती है एब्सेंट होती है यानी कि अगर इल हेल्थ ये सब है तो एब्सेंट और अगर रिजाइन कर दिया गया उनकी डेथ हो गई उनको रिमूव कर दिया गया तो वैकेंसी क्रिएट होती है हम आगे बढ़ते हैं 92 चेयरमैन अभी ये मैं ऑफिसर खत्म करने वाला हूं इसके बाद डिप्टी स्पीकर होगा तब तक डाउट लिखते रहे आप कमेंट में अगर किसी का हो तो चेयरमैन एंड डेप्युटी चेयरमैन नॉट टू प्रोसाइट व्हेन द देयर रिमूवल रेजोल्यूशन इज अंडर कंसीडरेशन यानी कि जब इनको हटाने की प्रक्रिया चल रही होगी हाउस में तो इनकी मजल नहीं है कि वहां पर राजगद्दी में बैठे हैं यानी कि सेशन को प्रिसा इड नहीं कर कर सकते हैं इनसे बोला जाएगा आओ बेटा नीचे तो उता आओ जरा आओ बेटा हमारे बगल में बैठो छूटो और वहां पे फिर कोई प्रिसा इड करेगा तो ये जब इनके रिमूवल का रेजोल्यूशन चल रहा होगा तो ये प्रिसा इड नहीं कर सकते हैं हा उसको और डेप्युटी अब जब चेयरमैन इज प्रिसा इडिंग द हाउस देन डेप्युटी चेयरमैन इज लाइक एनी अदर मेंबर ऑफ दी हाउस ध्यान रखना इस चीज को डिप्टी चेयरमैन डिप्टी डिप्टी चेयरमैन का बस इतना ही किरदार है कि जब चेयरमैन नहीं रहेगा तो राजगद्दी में बैठेंगे और चेयरमैन का सारा कुछ उनको पावर और इज्जत मिलेगी लेकिन अगर चेयरमैन वहां बैठा हुआ है तो ही इज जस्ट लाइक ए एनी अदर मेंबर ऑफ राजसभा ठीक है कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं 93 ये है बात करते हैं जो हमारे प्रेसा इडिंग ऑफिसर होते हैं द लोकसभा स्पीकर और डेप्युटी स्पीकर ऑफ लोकसभा ठीक है दोनों को जैसे ही हमारा हाउस जैसे कि अगला वाला लोकसभा आएगी अभी ठीक है तो स्पीकर को और डिप्टी स्पीकर को चुनाव लोकसभा कर लेगी ठीक है विद इन द लोकसभा इन लोग को चुन लिया जाता है ठीक है विद इन द लोकसभा यानी दोनों ही लोकसभा के मेंबर हैं ठीक है 94 वेकेशन रेजिग्नेशन रिमूवल ऑफ स्पीकर एंड डिप्टी स्पीकर और एक चीज स्पीकर की इलेक्शन की डेट ध्यान रखना स्पीकर के इलेक्शन की जो डेट है उसको प्रेसिडेंट फिक्स करता है कौन राष्ट्रपति निर्धारित करेगा प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया लेकिन अगर डिप्टी स्पीकर के इलेक्शन की डेट की अगर बात करें तो यह स्पीकर निर्धारित करता है ठीक बात अग वेकेशन की रेजिग्नेशन की रिमूवल की तो वेकेशन किसी भी कारणवश हो सकता है या तो य इफ दे सीज टू बी अ मेंबर ऑफ लोकसभा अगर लोकसभा के मेंबर ही नहीं रहे तो उनकी वो बिकॉज मेंबर होना जरूरी है अगर अगर उनकी डेथ हो जा किसी कारण वश या फिर वो रिजाइन कर देते हैं अब रिजाइन कैसे होता है रिजाइन बड़ा आसान है यह एक सेकंड रिजाइन बड़ा आसान है कैसे देखो रिजाइन में क्या होता है स्पीकर लिख लो यहां पर ठीक है स्पीकर स्पीकर डेप्युटी स्पीकर को दे देता है और डेप्युटी स्पीकर स्पीकर को दे देता है दोनों आपस में ही मैनेज कर लेते हैं भाई भाई लोग अपना आपस में मैनेज कर लेते हैं तुम हमको दे देना हम तुमको दे देंगे बड़ा प्यार आना है दोनों में तो रिमूवल ऑफ स्पीकर एंड डिप्टी स्पीकर अब रिमूवल कैसे होता है रिमूवल दोनों का उसी इफेक्टिव मेजॉरिटी से ही होता है ठीक ऑफ ऑफ द देन मेंबरशिप ऑफ द हाउस ठीक है ऑफ द देन मेंबरशिप ऑफ द हाउस ठीक है यहां पर लिख देता हूं द देन मेंबर द देन मेंबर मतलब उस समय जितने मेंबर है द देन मेंबरशिप ऑफ हाउस जैसे कि 550 मैक्सिमम मेंबर्स हो सकते हैं बट है कितने 543 तो 543 का 543 का डिवाइड बाटू प्व इट क्लियर अब मैं कमेंट देख लेता हूं किसी कोई डाउट तो नहीं है स्पीकर चेयरमैन मतलब स्पीकर चेयरमैन क्या स्वती जी चेयरमैन अलग होता है राजसभा का प्रसा इडिंग ऑफिसर होता है इनको प्रसा इडिंग ऑफिसर पीठा सीन अधिकारी बोलते हैं सिनेई वाला सीन स्टेट के केस में भी होता है स्टेट में आएंगे य पि इसमें आएंगे स्टेट केस में भी होता लेजिसलेटिव असेंबली में होता है बिल्कुल होता है आएंगे उस पर भी सारी चीज सेम है सिक्स मेंबर्स पीडीएफ कहां मिलेगी स्पीकर रिजाइन डिटी वाइस प्रेसिडेंट वोटिंग करते हैं या नहीं ये सिक्स मेंबर्स मैंने बोला भी सिक्स जो मेजॉरिटी ओके ओके ओके मतलब सिक्स शायद मेरे बताने में हो सकता है कुछ मिस इंटरप्रिटेशन हो गया हो या फिर मेरे से ही कि जो सिक्स मेंबर्स है ना ये मैं बोल रहा हूं कि 10 मेंबर्स में से जो सिक्स मेंबर्स हैं ये चुने गए हैं विमेन है ये ठीक है शायद मैंने ये चीज ऐड नहीं करी है ठीक है 10 में से छह मेंबर्स इस बार मेमन है टोटल 10 मेंबर्स होते उसमें से छह मेमन और ऐसे ही यहां पर भी आपका एक सेकंड यहां पर जिस तरह से आपका पैनल ऑफ चेयर वाइस चेयर पर्सन होता है राज्यसभा में ऐसे ही पैनल ऑफ चेयर पर्सन होता है लोकसभा में और यह मुझे लगता है बताने की जरूरत नहीं है यहां पर भी वही सेम केस होगा कि जो स्पीकर है ठीक है जो आपका पैनल ऑफ चेयर पर्सन यह कब डिसाइड करेंगे इनमें से जब एब्सेंट होगा अगर स्पीकर नहीं होगा वेकेंट होगा एब्सेंट होगा तो डिप्टी स्पीकर आ जाएगा वो प्रिसा इड करेगा हाउस को लेकिन अगर स्पीकर एब्सेंट है डिप्टी स्पीकर एब्सेंट है तो पैनल वाइस चेयर पर्सन जिसको कि स्पीकर ने चुन के बिठा रखा है उसमें से कोई आ जाएगा लेकिन अगर स्पीकर और डिप्टी स्पीकर दोनों वेकेंट है सीट भी वेकेंट है उस केस में प्रेसिडेंट आएगा और किसी मेंबर को बिठा देगा वहां पर राजगद्दी में यानी कि प्रिसा इडिंग ऑफिसर के तौर पर और बोलेगा उसे कि तब तक जल्दी से एक परमानेंट अपना स्पीकर चुन लो अब आर्टिकल नंबर 194 में अगर हम ध्यान से देखें तो इनके रिमूवल वगैरह की बात होती है और आर्टिकल नंबर 94 में य लिखा है कि जब अगली वाली लोकसभा आएगी उससे जस्ट पहले ठीक है इमीडिएट आर्टिकल नंबर 194 में लिखा इमीडिएट बिफोर दी इमीडिएट बिफोर दी फर्स्ट सेशन फर्स्ट सेशन ऑफ न्यू लोकसभा आफ्टर जनरल इलेक्शन जैसे कि अभी चुनाव होंगे अगले साल तो जो नई लोकसभा बनके आएगी उसके पहले सेशन के जस्ट पहले ना कि करंट लोकसभा के डिसोलेशन के जस्ट बाद अब ध्यान से मैं सुनो मैं बताना क्या चाह रहा हूं जैसे अभी लोकसभा चल रही है तो लोकसभा के सारे काउंसिल ऑफ मिनिस्टर चले जाएंगे बट स्पीकर तुरंत रिजाइन नहीं देता है स्पीकर तब तुरंत रिजाइन देता है जब अगली वाली चुन के आ जाती है तब और क्योंकि तुरंत वो रिजाइन दे देता है अब जो न न्यूली रिक्रूटेड लोग आए हैं इनको ओथ भी दिलानी है इनको शपथ भी दिलानी है तो इसलिए यहां पे प्रोटेम स्पीकर का कांसेप्ट आ जाता है हु इज दिस प्रोटेम स्पीकर प्रोटेम स्पीकर यह राष्ट्रपति इसको अपॉइंटमेंट हाउस हाउस कोई इसको नहीं इलेक्ट करता बिकॉज़ हाउस अभी आया ही नहीं है हाउस अभी बैठा ही नहीं है बस आया है अभी तो पहले तो ओथ उनके दिलाने का काम होगा तो ओथ दिलाने के लिए प्रेसिडेंट किसी सीनियर मोस्ट मेंबर को प्रो जो नली न्यूली रिक्रूटेड लोकसभा है उसम सीनियर मोस्ट मेंबर को ओथ दिलाने के लिए ठीक है ओथ दिलाने के लिए प्रेसिडेंट किसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त कर देगा जिसके पास सारी पावर होंगी स्पीकर वाली बट ही इज दी टेंपररी स्पीकर टेंपररी तौर पे जैसे ही ओत वाला काम खत्म प्रेसिडेंट बोलेगा आ जाओ नीचे आ जाओ बेटा और हाउस से बोलेगा कि तुम अपना परमानेंट अब स्पीकर और डिप्टी स्पीकर चुन लो 95 पावर यह बता दिया मैंने आपको 96 स्पीकर एंड डिप्टी स्पीकर नॉट टू प्रिसा इड वही सेम चीज है कि अगर इनका रिमूवल का रेजोल्यूशन चल रहा होगा तो इ ये प्रिसा इड नहीं करेंगे नीचे य नीचे गद्दी में आके बैठ जाएंगे और व्हेन स्पीकर इज प्रिसा इडिंग द हाउस डेप्युटी स्पीकर इज लाइक एनी अदर मेंबर ऑफ दी हाउस सिंपल ठीक है 97 सैलरी अलसेस ऑफ स्पीकर एंड डिप्टी स्पीकर ऑफ लोकसभा ये सारी चीजें आपकी सैलरी किसमें दी हुई है यह आपके दी हुई है शेड्यूल नंबर थर्ड में अभी हम शेड्यूल भी पढ़ेंगे ठीक है शेड्यूल नंबर थर्ड में और दे आर चार्ज ऑन द कंसलटेड फंड ऑफ इंडिया अभी ये भी पढ़ेंगे सारी चीजें ठीक है कहां से सैलरी इनकी निकलती है 99 ओथ एंड और एफर्मेशन बाय मेंबर्स तो शपथ दिलाने का शपथ वत इनके आर्टिकल नंबर 99 में है ठीक प्रोटेम स्पीकर इनको शपथ दिलाता है अब आते हैं आर्टिकल नंबर 100 पे वोटिंग एंड कोरम देखो हाउस में वोटिंग होती है हर चीज के लिए आपने सुना भी होगा अगर आप पार्लियामेंट्री प्रोसीडिंग अगर आपने कभी देखी हो तो वोटिंग चलती रहती है दोज हु इन फेवर से यस दोज आर नॉट इन फेवर से नो एकदम मजा आता है उन लोग को काफी ठीक है तो बोलता है यस अगर स्पीकर को प्र साइडिंग ऑफिसर को लगता है अच्छा यस ज्यादा है तो बोलेगा बिकॉज आई थिंक द यस आर ग्रेटर देन द नो सो द बिल पास इस तरह से वोटिंग होती है ठीक है तो वोटिंग होती है हर चीज में जो भी जिसमें वोटिंग की जरूरत होती है वोटिंग दो तरह की होती है ठीक है एट फर्स्ट इंस्टेंस एट फर्स्ट इंस्टेंस और दूसरा होता है कास्टिंग वोट कास्टिंग वोट य क्या होता है किसी भी चीज में जब वोटिंग होती है तो हाउस का हाउस का हर मेंबर यह मेंबर है यह कौन जिसको मैंने बनाया ये प्रेसा इडिंग ऑफिसर है ये प्रेसा इडिंग ऑफिसर है यह हाउस के सब मेंबर्स लोग बैठे हुए हैं ठीक है जब कोई भी बात आएगी तो यह लोग वोटिंग करेंगे इसी को बोलते हैं वोटिंग एट फर्स्ट इंस्टेंस ठीक जो इस राजगद्दी पर बैठा हुआ है वो सिर्फ एक ही केस में वोट कर सकता है व्हेन देयर इज एन इक्वलिटी ऑफ वोट जब वोटों की बराबरी हो जाए आधे लोग बोले यस आधे लोग बोले नो 50 यस 50 नो देन बात आएगी अब यस या नो पास होगा कि नहीं हो होगा उस केस में स्पीकर आएगा जैसे या फिर प्रिसा इडिंग ऑफिसर टू बी टू यूज द बेटर टर्म बिकॉज़ व्हेन आई से प्रिसा इडिंग ऑफिसर मैंने दो एट द सेम टाइम लोकसभा के स्पीकर को भी बता दिया और मैंने राज्यसभा के चेयरमैन को भी बता दिया तो कास्टिंग वोट होता है एक तरह से डिसाइडिंग वोट डिसाइडिंग वोट होता है कि जब इक्वलिटी ऑफ वोट हो जाए ठीक है व्हेन देयर इज एन इक्वलिटी ऑफ वोट व्हेन देयर इज व्हेन देयर इज इक्वलिटी ऑफ वोट तो हो जाए तो उस केस में प्रिसा इडिंग ऑफिसर वोट डालता है उस चीज को खत्म करता है ध्यान से सुनो आप पूरी बात खत्म नहीं हुए अभी यहां पे ये चीज क्लियर हो गई लेकिन जब इनके रिमूवल का रेजोल्यूशन चल रहा होगा तो भाई साहब ये यहां पे आके बैठ जाएंगे प्रिसा इडिंग ऑफिसर हम इस केस में इनके पास वोटिंग एट फर्स्ट इंस्टेंस होगा कास्टिंग वोट नहीं होगा क्यों क्योंकि दी अंडरलाइन रूल हेयर इज कि जो इस गद्दी प बैठा होगा उसके पास कास्टिंग वोट होगा अब क्योंकि भाई साहब ये गद्दी प बैठे नहीं हुए इस यहां पे आ गए तो इनके पास वोटिंग एट फर्स्ट इंस्टेंस होगा कास्टिंग वोट नहीं कास्टिंग वोट सिर्फ उसी के पास होगा जो यहां बैठा हुआ है क्लियर तो व्हेन देयर इज अ व्हेन देयर इज अ व्हेन देयर इज अ रिमूवल रेजोल अंडरगोइंग ऑफ दी स्पीकर ऑफ लोकसभा और द चेयरमैन ऑफ राज्यसभा दे कैन टेक पार्ट इन दी प्रोसीडिंग ऑफ दी हाउस बट दे डू नॉट हैव कास्टिंग वोट बट दे हैव दी वोटिंग एट फर्स्ट इंस्टेंस बट एक और बट लगा लो बट यहां पे एक और बट यह है कि यहां पे जो चेयरमैन ऑफ राज्यसभा होता है ना वो जब उसके रिमूवल का रिजरवेशन चल रहा है तो वह यहां पे सदन में कारवाई में हिस्सा ले सकता है लेकिन बेचारे के पास कास्ट वोट तो गया ही गया वोट एट फर्स्ट इंस्टेंस भी चला गया उसके पास क्यों क्योंकि ही इज नॉट द मेंबर ऑफ राज्यसभा वोट वही कर सकता है याद रखो हमने अटॉर्नी जनरल से वोटिंग वोट नहीं डलवाया था क्यों नहीं डलवाया था क्योंकि वो मेंबर नहीं था बैठ रहा था बोल भी रहा था लेकिन वोट नहीं डाल पा रहा था क्योंकि ही वाज नॉट द मेंबर ऑफ ईदर हाउस सिमिलरली वाइस प्रेसिडेंट इज नॉट द मेंबर ऑफ ईदर हाउस स्पीकर होता है लोकसभा का मेंबर इसलिए वहा वो यहां पर आके बैठेगा भले कास्टिंग वोट ना हो लेकिन वोटिंग एट फर्स्ट इंस्टेंस कर सकता है सिमिलर सिमिलरली आपका डिप्टी स्पीकर तो है ही है क्लियर है कोरम पे आते हैं व्हाट इज दिस कोरम कोरम क्या चीज होती है कोरम को बोलते हैं गण पूर्ति ठीक है गण पूर्ति अब जैसे कि तुम में से कितने लोग हैं अभी यहां पर जो देख रहे हैं इस क्लास को तकरीबन न 1500 लोग है ठीक है इस क्लास को भी देख रहे हैं अगर मान लेते हैं कि भाई मेरे 2000 स्टूडेंट है तो उसमें बोल दू कि अगर 200 स्टूडेंट ना है क्लास में तो मैं लाइव क्लास नहीं लूंगा ठीक है उसी तरह सेशन हाउस में क्या होता है कि ये एक लिमिट फिक्स कर दिया कि अगर 10 पर दैट मींस टू से दैट इज वन बाय 10थ मेंबर अगर नहीं आए हाउस में इतने मेंबर इतनी प्रेजेंस नहीं हुई मेंबर्स की तो जो हमारा प्रिसा इडिंग ऑफिसर है स्पीकर इन द केस ऑफ लोकसभा एंड राज्यसभा के केस में चेयरमैन वो हाउस को एडजर्न कर देगा एडजर्न मैं बता चुका हूं क्या है हाउस को एडजर्न कर देगा एडजर्न एक्चुअल में यहीं पे है आर्टिकल नंबर 100 मेंशन है वो वहां पे मेंशन नहीं है 85 में वो तो मैंने वहां पे ताकि समझ में आ जाए इसलिए बता दिया था तो हा उसको वो बोल देगा एड जन सदन जो है स्थगित हो जाएगा क्यों क्योंकि 1/10 मेंबर नहीं जैसे फॉर एग्जांपल लोकसभा में अगर बात करें 550 मेंबरशिप होती है तो अगर 55 मेंबर नहीं होंगे तो सदन नहीं चलेगा 250 ब ये 10 यानी 25 मेंबर राजसभा में नहीं होंगे तो नहीं चलेगा क्या चलेगा भाई हैं मान लो कि 15 लोग बैठे हैं उसमें से क्या होगा सोचो तुम ही सोचो जब स्कूल जाते थे सिर्फ 10 15 लोग बारिश हो गई किसी दिन होता था ना 50 बच्चों की स्ट्रेंथ में सिर्फ छ सात लोग आए हैं है ना हमें तो अच्छा लगता था लेकिन टीचर को भी अच्छा लगता था लेकिन वो वो एक तरह से माहौल नहीं बनता क्लास में आर्टिकल 10 वेकेशन ऑफ सीट्स सीट वेकेट हो सकती है कुछ केसेस में कब तब अगर मान लेते हैं कोई मेंबर ऑफ पार्लियामेंट है ठीक वो वो मान लेते हैं दो सीट पर उसका चुनाव हो गया दो सीट पर चुनाव हो गया उसकी जैसे कि हमारे मोदी जी दो सीट से लड़ते हैं गुजरात की एक है और वाराणसी से भी लड़ते हैं दोनों सीट से दोनों में जीत जाते हैं चुनाव लेकिन वह दोनों सीट से दोनों सीट से दोनों सीट से एमपी नहीं हो सकते हैं उनको बताना पड़ेगा कि आप कहां से एमपी है तो मोदी जी बताते हैं वाराणसी से जो गुजरात वाली है उनकी अपने आप चली जाती है अगर नहीं बताएंगे दोनों चली जाएंगी ऐसे हमारे राहुल गांधी भी ठीक है ताकि मैं अपने स्टेटमेंट को बैलेंस कर सकूं ठीक है तो राहुल गांधी भी हमारे अमेठी से और वायना से दो कंसीट एंसी से लड़ते हैं ठीक तो अगर यह दोनों सीटें मान लेते हैं जीत जाते हैं मान लेते हैं जीत जाते हैं तो फिर क्या होगा अगर ये एक सीट में नहीं बताएंगे ना तो फिर मतलब दो अगर ये नहीं बताएंगे कि हमें किस सीट में वो रहना है तो फिर इनके दोनों सीट चली जाएंगी क्लियर पहला केस दूसरा केस यह है मान लेते हैं कि कोई मेंबर ऑफ पार्लियामेंट सांसद अब पहले तो यह बेसिक टर्मिनोलॉजी समझ लो ये होता है मेंबर ऑफ पार्लियामेंट जिसको बोलते हैं सांसद सांसद बड़ा होता है और ये होता है एमएलए मेंबर ऑफ लेजिस्लेटिव असेंबली इसको बोलते हैं विधायक ठीक तो मान लेते हैं कोई सांसद भी बन गया और विधायक भी बन गया एमपी भी बन गया एमएलए भी बन गया मान लेते हैं कोई लोकसभा का मेंबर है और उसका चुनाव लेजिस्लेटिव असेंबली में भी हो गया लेजिस्लेटिव काउंसिल के लिए हो गया उसका नॉमिनेशन हो गया मान लेते हैं तो उसको बताना पड़ेगा कि कौन कहां रहना चाहते हो अगर नहीं बताया तो यह एमपी वाली चली जाएगी उसकी ठीक क्लियर है तो इस तरह की यहां पे वो लिखे और मान लेते हैं कोई लोकसभा का मेंबर है राज्यसभा का उसका चुनाव हो जाता है अभी तो हमने बोला था कि एक ही हाउस में दो सीट में उसका चुनाव हो गया दो सीट में हो गया तो बताएगा नहीं दोनों चली चली जाएंगी एमपी एमएलए दोनों बन गया तो बताना पड़ेगा नहीं एमपी वाली चली जाएगी लोकसभा राजसभा में दोनों में अगर बन गया तो राज्यसभा वाली चली जाएगी अगर नहीं बताया तो यह वेकेशन ऑफ सीट है 102 डिस क्वालिफिकेशन फॉर मेंबरशिप यहां पे दिया हुआ है कौन-कौन से केसेस हैं डिस क्वालिफिकेशन के अगर वह ऑफिस ऑफ प्रॉफिट होल्ड करता है लाभ का पद धारण किए हुए ऑफिस ऑफ प्रॉफिट ये ऑफिस ऑफ प्रॉफिट नोवेयर डिफाइंड इन दी कॉन्स्टिट्यूशन लिखा हुआ है लेकिन नोवेयर डिफाइंड इन दी कॉन्स्टिट्यूशन और एक चीज कभी भी आपका स्टेटमेंट बन जाए क्वेश्चन पूछ ले क्वेश्चन इस तरह से पूछ ले कि दिस थिंग इज कोई भी चीज दे दे और बोले कि दिस थिंग इज डिफाइंड इन द कॉन्स्टिट्यूशन वेल डिफाइंड और ऐसे नहीं लिखेगा वो लिखेगा वेल डिफाइंड तो पक्का अगर उसने ये लिख दिया ना वेल डिफाइंड बहुत अच्छे से समझाया गया तो तो बिल्कुल गलत होगा वो वैसे तो यह क्वेश्चन मतलब यह स्टेटमेंट के गलत होने के मैं बता रहा हूं 90 पर चांसेस है अनटिल अनलेस कि आपको पता है जैसे फॉर एग्जांपल अगर मैं कैबिनेट वर्ड बोलूं ना कैबिनेट वर्ड इज क्लीयरली डिफाइंड इन द कॉन्स्टिट्यूशन यस इट इज क्लीयरली डिफाइंड तो गलत नहीं होगा लेकिन वो पूछेगा ही नहीं मेरे अकॉर्डिंग जो मैंने ऑब्जर्व किया कि वो वो पूछता है जो डिफाइन नहीं है और उसमें थोड़ा सा एग्जैगरेशन कर देता है वेल डिफाइंड इन दी कॉन्स्टिट्यूशन वो गलत होगा अगर कहीं पे इस तरह से लिख दिया जाए कि दिस टर्म इज मेंशन इन द कॉन्स्टिट्यूशन जैसे बजट वर्ड इज मेंशन इन द कॉन्स्टिट्यूशन र वो इसीलिए पूछ रहा है क्योंकि वो मेंशन नहीं है इसीलिए पूछ रहा होगा तो अगर आपको गेस लेना है तो मैं बता रहा हूं कि कैसे आप ले सकते हैं फर्स्ट थिंग सेकंड थिंग ऑफिस ऑफ प्रॉफिट हो गया अनसाउंड माइंड यानी कि पगला गया है वो ठीक है थर्ड अन डिस्चार्ज इंसॉल्वेंट ठीक है इसका मतलब है वह दिवालिया हो चुका है दिवालिया हो चुका है वह पैसे उसने लोन लिया था और वो लोन भरने की कीमत में नहीं है और इस ऐसे लोगों को इसलिए डिसक्वालीफाई किया जाता है ताकि अगर लोग बन जाएंगे एमपी तो पहले अपना लोन भरने के लिए पैसा खींचें ये कहीं ना कहीं से तो ऐसे लोगों को पहले हटा ही दो ठीक है और फिर है और यह भी है कि इफ ही इज नॉट अ सिटीजन ऑफ इंडिया अगर वो सिटीजन नहीं है तो और एनी अदर डिसक्वालीफिकेशन एज मेंशन बाय दी पार्लियामेंट ठीक है ये तो कांस्टीट्यूशन मेंशन ऑफिस ऑफ प्रॉफिट एंड ऑन माइंड एंड डिस्चार्ज सॉल्वेंट इंसॉल्वेंट बट पार्लियामेंट ये चौथा फिर लास्ट मेंशन कर दिया कि पार्लियामेंट भी अपने आप से कोई डिसाइड कर सकता है डिसक्वालीफिकेशन फिर पार्लियामेंट ने रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट बनाया 1951 का और उसमें कुछ डिसक्वालीफिकेशन मेंशन की जैसे कि अगर किसी को 2 साल तक जेल रहती है टू इयर्स तक जेल रहती है कंटीन्यूअसली किसी को तो व डिसक्वालीफाई हो जाता है चुनाव लड़ने के लिए ये आरपीए 1951 मेंशन करता है ना कि कांस्टिट्यूशन हम 103 डिसीजन ंड डिसक्वालीफिकेशन फॉर मेंबरशिप अी डिसीजन कौन लेगा कि भाई यह बंदा डिसक्वालिफाइड है मेंबरशिप के लिए नहीं है यह डिसीजन लेगा हमारा कौन यह डिसीजन लेता है यह डिसीजन लेता है प्रेसिडेंट देश का राष्ट्रपति लेता है और राष्ट्रपति ऐसा नहीं कि अपनी मनमर्जी से लेगा प्रेसिडेंट इलेक्शन कमीशन से पूछेगा इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया से जिन्होंने इनके चुनाव करवाए और इस का डिसीजन फाइनल होगा ठीक है हिज डिसीजन इज फाइनल क्लियर 103 क्या है डिसीजन ऑन डिसक्वालीफिकेशन फॉर मेंबरशिप ये वही सेम चीज है चलो 104 हमें पढ़ना नहीं है 105th पे आते हैं दैट टॉक्स अबाउट द पावर्स एंड प्रिविलेजेस ऑफ दी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट तो उनको फ्रीडम ऑफ स्पीच होती है यानी कि हाउस के अंदर कुछ भी बोलें गाली दें ठीक है किसी को ठीक है अभी आपने देखा होगा एक बीजेपी एमपी ने कैसे-कैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था है ना तो वह शब्दों का इस्तेमाल हो वो उनका फ्रीडम स्पीच है यहां पे कोर्ट इंटरफेयर नहीं कर सकता है कोर्ट कैन नॉट इंटरफेयर ठीक है उनकी मर्जी है वह उनको हाउस वहां का देगा क्या पनिशमेंट वो कोर्ट नहीं दे सकता है नो लीगल लायबिलिटी उन्होंने क्या कहा क्या नहीं कहा क्या करा क्या वोटिंग दी किसको नहीं दी उसको लेकर वह कोर्ट में लीगली रिस्पांसिबल नहीं है ठीक है यानी आर पार्लियामेंटेरियंस हैव नो लीगल रिस्पांसिबिलिटी बट दिस इज वन ऑफ द डिफरेंसेस बिटवीन द एमपी ऑफ एन यूके एंड एमपी ऑफ इंडिया मेंबर ऑफ पार्लियामेंट इन ब्रिटेन एंड मेंबर ऑफ पार्लियामेंट इन इंडिया वहां पर लीगल रिस्पांसिबिलिटी होती है ठीक है चलो मैं बता देता हूं कि इंडिया की पार्लियामेंट और यूके की पार्लियामेंट में दो अंतर है एक तो हमारे वालों की लीगल रिस्पांसिबिलिटी नहीं होती उनकी होती है और हमारा पार्लियामेंट इज नॉट सो आर पार्लियामेंट इज नॉट सॉवरेन नॉट सॉवरेन का मतलब क्या है नॉट सॉवरेन का मतलब हमारा जो संसद है संप्रभु नहीं है मतलब कि इसमें बाहरी इंटरफेरेंस हो सकता है मतलब अभी तो आप बोल रहे कोर्ट इंटरफेयर नहीं कर सकता बिल्कुल नहीं कर सकता है उन्होंने क्या कहा क्या नहीं कहा उसको लेके लेकिन अगर पार्लियामेंट ने कोई लॉ बनाया ना लॉ क्रिएट किया तो ऐसा नहीं कि जो इन्होंने कह दिया सो कह दिया सुप्रीम कोर्ट उसमें रिव्यू करेगी सुप्रीम कोर्ट कोर्ट रिव्यू करेंगे और उसको खत्म भी नल एंड वॉइड भी कर सकती हैं तो इस वजह से इनमें इंटरफेयर किया जा सकता है सद लगाई जा सकती है इसलिए आर पार्लिमेंट इज नॉट सॉवरेन वहां पे सॉवरेन होती है दीज प्रिविलेजेस आल्सो एक्सटेंड टू दीज प्रिविलेजेस आल्सो एक्सटेंड टू होम दीज प्रिविलेजेस आल्सो एक्सटेंड टू ऑल द पर्सन हु हैव द राइट टू स्पीक इन द पार्लियामेंट लाइक फॉर एग्जांपल अटॉर्नी जनरल लाइक फॉर एग्जांपल कैग जिसको भी वहां बोलने का आजादी है पार्लियामेंट में उसको य होती है जैसे फॉर एग्जांपल एजी लोजी ठीक है बट यहां पे जो प्रेस प्रेसिडेंट है वो भले इट इज एन इंटीग्रल पार्ट ऑफ द पार्लियामेंट बट प्रेसिडेंट को यह प्रिविलेजेस एक्सटेंड नहीं होती हैं बिकॉज प्रेसिडेंट को खुद अलग से प्रिविलेजेस मिली हुई है यह प्रिविलेजेस उनको उस प्रेसिडेंट को एक्सटेंड नहीं होती है और प्रिविलेजेस में एक और प्रिविलेजेस है किनके खिलाफ कोई प्रोसीडिंग नो प्रोसीडिंग नो सिविल प्रोसीडिंग कोई सिविल प्रोसीडिंग नहीं हो सकती इनके खिलाफ जब सेशन चल रहा होता है जब जब सत्र चल रहा होता है सदन में कोई सत्र चल रहा होता और सेशन चालू होने के 40 दिन पहले और 40 दिन बाद तक कोई कारवाई नहीं हो सकती 40 दिन पहले तक 40 दिन बाद तक और जब सेशन चल रहा है तब तक कोई सिविल प्रोसीडिंग उनके खिलाफ नहीं की जा सकती है क्रिमिनल वाली की जा सकती है अब सिविल और क्रिमिनल में अंतर क्या होता है सिविल होती है जैसे कि डरी हो गया नि दहेज हो गया प्रॉपर्टी का कोई मसला हो गया क्रिमिनल क्या हो गया चोरी डकैती मर्डर यह सब क्रिमिनल हो गए टैक्स नहीं भरा सिविल प्रोसीडिंग हो गई ठीक है किसी के घर किसी को मरवा दिया क्रिमिनल प्रोसीडिंग है शायद आप समझ पा रहे होंगे अभी 106 सैलरी और अलसेस यहां पे है 106 नॉट दैट मच इंपोर्टेंट 107 प्रोविजन विद रिस्पेक्ट टू द इंट्रोडक्शन एंड पासिंग ऑफ बिल्स अब थोड़ा सा पानी का एक घूंट ले लेते हैं और उसके बाद बिल को पास करवाते हैं कि बिल किस तरह से पास होता है बिकॉज इसके बाद आपका इंपॉर्टेंट चीज है दैट इज जॉइंट सेटिंग ठीक है तब तक बता दो कि क्लियर सबको क्लियर है आर्टिकल 105 लीगल रिस्पांसिबिलिटी वायबिलिटी नहीं होती लीगल लायबिलिटी होती है अभी तो बताया लीगल लायबिलिटी कि मान लो कि उनके उनको उन्होंने क्या किसको वोट दिया किसको नहीं दिया उनके खिलाफ कोर्ट में अगर मैं चाहूं कि भाई इन्होंने ठीक है मैं कोर्ट में जाऊं कि इस बीजेपी एम मेंबर ऑफ पार्लियामेंट येय ये कोर्ट में ये ये पार्लियामेंट में कहा इसके खिलाफ इसको सजा दो वो नहीं दे सकता है ठीक है या फिर उन्होने क्या कहा उनके लिए वो लीगली लायबल नहीं उन्होंने क्या कहा किसको वोट दिया किसको नहीं दिया एसएससी मैथ्स बोल रहे मैं 2024 में इलेक्शन लड़ रहा हूं अच्छा इतनी पॉलिटी पढ़ने के बाद तुरंत इलेक्शन प आ गए तुम तो आदित्य सिंह परियार पेट के लिए कोई वन शॉट सीरीज स्टार्ट कर दो अरे भैया पेट टेट नेट सेट सब इसी से हो जाएंगे मतलब तुम क्या माइंडसेट अभी कुछ लोग हैं सर यह तो हो गया हमें स्टेनो के लिए अलग से करवा दो अरे क्या अलग से करवा दे भाई अब स्टन और पेट में अलग कुछ बदल जाएगा क्या पढ़ो ना इसको अलग से कुछ नहीं होगा हां चिप्स वगैरह सब यही ना कर ले य क्या बीच में घूमने आए हम चिप्स चलो वि रिस्पेक्ट ट इंट्रोडक्शन पासिंग ऑफ बिल्स तो यहां पर डिफरेंट तरह के बिल होते हैं डिफरेंट तरह के कौन-कौन से बिल्स होते हैं डिफरेंट तरह के बिल होते हैं जैसे कि ऑर्डिनरी बिल ठीक है ऑर्डिनरी बिल होता है एक साधारण विधेयक होता है ठीक है एक होता है मनी बिल धन विधेयक होता है जो धन संबंधी बातें करता है एक होता है कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट बिल यानी संवैधानिक संशोधन बिल ठीक है संवैधानिक संशोधन संशोधन ठीक बात य हम सिर्फ ऑर्डिनरी की कर रहे हैं आर्टिकल 107 में बिल ऑर्डिनरी बिल कैन ओरिजनेट कैन ओरिजनेट इन ईदर हाउस इन इदर हाउस ऑफ पार्लियामेंट यानी कि लोकसभा राज्यसभा दोनों में आ सकता है लोकसभा में आया आ सकता है या फिर राज्यसभा किसी सदन में भी आ सकता है अब ध्यान सुनो क्या-क्या हो सकता है पहला कंडीशन तो ये हो सकता है लोकसभा में ओरिजनेट हुआ फिर राज्यसभा में ओरिजनेट हुआ दूसरा उस में गया और दूसरा उसने पास कर दिया फिर प्रेसिडेंट के पास जाएगा प्रेसिडेंट इस बिल के साथ क्या-क्या कर सकता है वो अभी नहीं पढ़ेंगे वो आगे पढ़ेंगे मान लेते हैं कि अभी बस यहीं तक सीमित रखते हैं ठीक है दूसरा केस है दूसरा केस यह है कि लोकसभा हम यहां पे ये ले लेते हैं कि लोकसभा में ओरिजनेट हुआ है ठीक है और सिमिलरली वाइस वर्सा भी ट्रू होगा लोकसभा में गया राज्यसभा के पास राज्यसभा ने बोला हमें मजा नहीं आया राज्यसभा ने फेंक दिया इसको हमें मजा नहीं आया ठीक है या फिर मजा नहीं चलो अभी ये मान लेते हैं कि राज्यसभा ने बोला हमें मजा नहीं आया फिर से इसको अमेंड करो लोकसभा लोकसभा बोलती है अच्छा ऐसा है क्या चलो ठीक है ये लो बोलती है हां आप ठीक है चला जाएगा प्रेसिडेंट के पास ठीक ये वाला केस अब लेते हैं जो दूसरी मैं क्लर से ड्रॉ कर रहा हूं कि लोकसभा ने भेजा राजसभा को राजसभा बोलती है मजा नहीं आ फेंक दिया हम नहीं पास कर पाएंगे इसको लोकसभा ने राज्यसभा को बोला कि राज्यसभा ने बोला हमें मजा नहीं है इसको देखो फिर से राज्यसभा ने बोला लोकसभा ने बोला हम नहीं देख पाएंगे जैसा है वैसा ही है परनाव करो नहीं तो जाओ ऐसी देसी में ठीक है तो ये बोल दिया तीसरा केस ये है लोकसभा राज्यसभा को या फिर राजसभा लोकसभा किसी कि को जहां पे ओरिजनेट हुआ है राज्यसभा को भेजा और राज्यसभा ने 6 महीने तक कोई रिस्पांस ही नहीं किया सुन गुन्न मथुर बैठा हुआ है सिक्स मंथ तक कोई रिस्पांस नहीं है इन तीनों केसेस में एक बिजली खड़ गई कड़ कड़ कड़ ऐसे और फिर क्या होगा इसको बोलते हैं डेड लॉक क्या क्रिएट हो गया डेड लॉक कब कब डेड लॉक क्रिएट हुआ एक हाउस ने दूसरा हाउस को भेजा उसने मना कर दिया एक हाउस ने दूसरे हाउस को भेजा और उसने जो अमेंडमेंट रिकमेंड किए वो पहले हाउस को मंजूर नहीं है एक हाउस ने दूसरे हाउस को भेजा और उस तो दूसरा उसने छ महीने तक रिएक्ट नहीं किया डेड लॉक क्रिएट हो जाएगा डेड लॉक जब क्रिएट हो जाएगा तो प्रेसिडेंट इन दोनों भाइयों के बीच में सुलय कराने के लिए आएगा ठीक है और वोह बुलाएगा जॉइंट सीटिंग कौन बुलाएगा हु समंस द जॉइंट सीटिंग प्रेसिडेंट समंस द जॉइंट सेटिंग राष्ट्रपति बुलाएगा जॉइंट सेटिंग संयुक्त बैठक दोनों सदनों की आर्टिकल नंबर 108 किस कंट्री से लिया अगर बताना चाहते हैं तो बता सकते हैं बाकी आगे भी हम लोग पढ़ेंगे सोर्सेस ऑफ कॉन्स्टिट्यूशन में समन करेगा प्रेसिडेंट इसको प्रिसा इड कौन करेगा इसकी अध्यक्षता कौन करेगा यह करेगा लोकसभा का स्पीकर और यह जॉइंट सिटिंग जो है लोकसभा के रूल्स के अकॉर्डिंग चलेगी ध्यान रखना और इसमें बिल को सिर्फ साधारण बहुमत यानी सिंपल मेजॉरिटी से पास करवाना होता है यानी सिंपल मेजॉरिटी मतलब टू बाय थर्ड मेंबर प्रेजेंट एंड वोटिंग ठीक है सिंपल मेजॉरिटी ऑफ सिंपल मेजॉरिटी मतलब मेजॉरिटी ऑफ द मेंबर्स प्रेजेंट एंड वोटिंग उस समय जो मेंबर्स जैसे फॉर एग्जांपल ठीक है मेंबर्स है मान लेते हैं जितने टोटल मेंबर मिला के कितने बैठ के मेंबर मान लेते हैं 500 मेंबर बैठ के टोटल मिला के तो 500 में मान वैसे तो अगर हम देखें तो मेंबरशिप लोकसभा में 543 है उसमें 245 है तो यह सब आठ और पाच इतने सब ये नहीं उतने उस समय कितने लोग आए और जो वोटिंग में हिसा ले रहे हैं हो सकता है आज आए हैं 400 लोग और उसमें से 50 लोग कैंटीन में मस्का बाजी कर रहे हैं वहां पे बचे 350 लोग ठीक है तो इसका बाय टू प् व दैट विल बी सिंपल मेजॉरिटी ठीक है और इसको लोकसभा प्रेसा इड लोकसभा का स्पीकर प्रेसा इड करता है बात ये आती है कि अगर लोकसभा का स्पीकर नहीं होगा तो इसको कौन प्रिसा इड करेगा कौन करेगा और अगर वो भी नहीं होगा तो कौन करेगा चलिए मैं बताता हूं अगर लोकसभा का स्पीकर नहीं होगा तो डिप्टी स्पीकर करेगा और लोकसभा का अगर डिप्टी स्पीकर नहीं होगा तो कौन करेगा यह बताइए जल्दी से और लोकसभा का डिप्टी स्पीकर नहीं होगा तो डिप्टी चेयरमैन ऑफ राज्यसभा करेगा ध्यान रखना चेयरमैन ऑफ राज्यसभा चेयरमैन ऑफ राज्यसभा कभी भी जॉइंट सीटिंग को प्रिसा इड नहीं कर सकता है रीजन बताइए कमेंट में और ये जॉइंट सीटिंग जॉइंट सीटिंग इंडिया में अभी तीन बार हुई है तीन बार बुलाई गई है बिल्स पास करने के लिए और वो जॉइंट सीटिंग में बिल पास हो जाते हैं बिकॉज सिंपल मेजॉरिटी से करवाने पड़ते हैं अगर पूछ ले वो कौन-कौन से बिल थे अभी तो अभी तक तो मैंने एसएससी में क्वेश्चन नहीं देखा अगर पूछ ले तो प्रिवेंशन ऑफ टेररिज्म बिल बैंकिंग सर्विसेस कमीशन बैंकिंग सर्विसेस कमीशन और डाउी प्रोहिबिशन बिल याद ऐसे रख सकते हैं कि एक टेररिस्ट था बैंक का एग्जाम निकालना बैंक का एग्जाम निकाल लिया अब वो डाउी लेने की बात कर रहा है ठीक है इस तरह से डेप्ट राज्यसभा का जो चेयरमैन है वो पिसाइड इसलिए नहीं कर सकता बिकॉज ही इज नॉट दी मेंबर ऑफ दी राज्यसभा और द ईदर हाउस ऑफ़ दी पार्लियामेंट स्पेशल प्रोसीजर और यह लिया कहां से जॉइंट सिटिंग ये ऑस्ट्रेलिया से लिया है ठीक है सोर्सेस ऑफ़ कांस्टीट्यूशन में भी देखेंगे इसको 109 स्पेशल प्रोसीजर विद रिस्पेक्ट टू मनी बिल देखिए 107 पढ़ लिया ठीक है डेड लॉक क्रिएट हुआ जॉइंट सिटिंग करवा के पास करवा दिया बिल 109 पे आते हैं यहां पे स्पेशल प्रोसीजर मेंशन है विद रिस्पेक्ट टू मनी बिल ध्यान रखना 110 डेफिनेशन ऑफ मनी बिल की बात करता है धन विधायक की परिभाषा है लेकिन उसमें प्रोसीजर क्या होगा उसको पास करने के लिए वो 109 में है पहला कैन ओरिजनेट ओनली लोकसभा कैन ओरिजनेट ओनली इन लोकसभा सिर्फ लोकसभा में आ सकता है यह यानी राज्यसभा में आ नहीं सकता यह दूसरा राजसभा और यह ठीक है यह इसको प्रेसिडेंट की प्रायर रिकमेंडेशन से ही लाया जा सकता है ठीक है प्रेसिडेंट की प्रायर रिकमेंडेशन लेनी होती क्यों लेनी होती है अभी आपको पता चलेगा आगे अभी पता चलेगा आगे थर्ड राज्यसभा हैज ओनली रिकमेंडेटरी पावर्स रिकमेंडेटरी पावर्स विद रिस्पेक्ट टू मनी बिल विद रिस्पेक्ट टू ऑर्डिनरी बिल बोथ द हाउसेस हैड इक्वल पावर्स बट विद रिस्पेक्ट टू मनी बिल लोकसभा हैज ओवरराइडिंग पावर्स एज कंपेयर्ड टू राज्यसभा और प्लीज मुझे एक चीज को याद दिलाइट में ठीक है और वो चीज यह है सभी लोग ध्यान से सुन लो मुझे याद दिलाना कि मुझे आपको यह बताना है कि किन-किन केसेस में राज्यसभा के पास ज्यादा पावर होती है एस कंपेयर टू लोकसभा ठीक है जब हम लोग अभी खत्म कर रहे होंगे पार्लियामेंट तो प्लीज इस चीज को मुझे यादद दिलाएगा जरूर ध्यान से कि राज्यसभा के पास किन-किन केसेस में ज्यादा पावर होती है ठीक है तो राज्यसभा हैज ओनली रिकमेंडेटरी पावर यहां पर राज्यसभा के पास कम पावर होती मनी बिल में ठीक कैसे लोकसभा में बिल आया राज्यसभा के पास गया राज्यसभा बोलता हां ठीक है प्रेसिडेंट के पास चला जाएगा एक तो यह हो गया लोकसभा के पास आया लोकसभा से राज्यसभा के पास गया ठीक है राज्यसभा ने बोला कि यह देख लो यार यह देख लो यार मतलब यह रिकमेंड यह उसने रिकमेंड किया अमेंडमेंट को रिकमेंड किया अमेंडमेंट खुद नहीं किया अमेंडमेंट को सिर्फ रिकमेंड किया तो इफ आई मेक अ स्टेटमेंट कि राज्यसभा कैन डू दी अमेंडमेंट इन दी मनी बिल रॉन्ग राज्यसभा कैन रिकमेंड दी अमेंडमेंट इन दी अ मनी बिल राइट ठीक है तो उसने रिकमेंड किया वह लोकसभा के ऊपर है अडॉप्ट करें ना करें कर लिया ठीक है नहीं किया तो भी ठीक है ठीक है और लोकसभा अगर राज्यसभा ने कुछ रिएक्ट ही नहीं किया तो 14 दिन तक पा इसके पास महलत होती 14 डेज़ किया अगर 14 डेज में उसने पास नहीं किया मान लिया जाएगा कि जिस तरह से लोकसभा ने उसको पास किया था उसी तरह से प्रेसिडेंट के पास वो बिल पहुंच गया ठीक है तो 14 डेज का सिर्फ टाइम होता है इस पे एक्ट करने का राज्यसभा के पास नाउ कमिंग ऑन टू दी डेफिनेशन डेफिनेशन ऑफ मनी बिल और एक चीज कि हु सर्टिफाई अ बिल एज अ मनी बिल ठीक है तो ध्यान रखना स्पीकर स्पीकर ऑफ लोकसभा सर्टिफाई एनी बिल एज मनी बिल बात ये आती है क्या कि यह ठीक है कि क्या यह चीज जो डिसीजन ऑफ स्पीकर ऑफ लोकसभा क्या फाइनल होता है यस इट इज फाइनल क्या यह बियोंड सब इट इज बियोंड जुडिशियस कभी आपसे दे दे कि इट इज बियोंड जुडिशल रि जुडिशल रिवू नहीं कर सकती आंसर विल बी नो ठीक है मतलब बहुत ही रेयर केस में जाता है सुप्रीम कोर्ट के पास लेकिन 2 आई थिंक 19 में आधार बिल एक पास करवा लिया था गवर्नमेंट ने मनी बिल के मतलब कुछ मनी मनी का कोई लेना ही देना नहीं था भाई ने मनी बिल कर कहवा क्यों क्योंकि मनी बिल में लोकसभा के पास ज्यादा पावर होती है तो खटाखट सरकार ने उसको मनी बिल का ठप्पा लगवाया स्पीकर और लोकसभा से उसको पास करवा दिया तो वहां पे फिर मतलब सुप्रीम कोर्ट ने बोला कि इस यह मतलब बियोंड जुडिशल रिव्यू नहीं है वहां पे जुडिशरी इंटरप्रेट कर सकती है रिव्यू कर सकती है 110 डिफाइन करता है कि कोई बिल मनी बिल कब होगा इफ इफ इट टॉक्स अबाउट द इंपोजिशन इंपोजिशन ऑफ एनी काइंड ऑफ टैक्स इंपोजिशन हो गया अबोलिशन ऑफ एनी टैक्स हो गया ठीक है और रिमिशन ऑफ टैक्स हो गया रिमिशन हो गया अल्टरेशन हो गया ऑफ एनी टाइप ऑफ टैक्स मतलब जो एक तरह से धन से संबंधी है वह उसको बोलते हैं मनी बिल अब ध्यान से अब हमें इस चीज में यह देखना है कि अच्छा अच्छा मतलब यहां पे लिखा अ बिल नॉट टू बी तो यह डेफिनेशन हो गई ठीक है ऑफ टैक्स यह लिखा हुआ है अ बिल नॉट टू बी डेल्ट एज मने बिल ये 100 सबक्लॉज टू में 100 सबक्लॉज वन में डेफिनेशन है सब क्लॉस टू में नॉट टू बी डेल्ट ऑफ माने इफ इट टॉक्स अबाउट इफ इट टॉक्स अबाउट इंपोजिशन ऑफ फाइन टैक्स लग सकता है बट अगर फाइन की बात हो रही है इंपोजिशन ऑफ फाइन फाइन लगाने का कोई बिल है तो मनी बिल डील नहीं किया जाएगा ठीक है या फिर फाइन हो गया या फिर मान ले कोई लोकल टैक्स लग रहा है जैसे कि मान लो नाली बनने नाली टैक्स लग रहा है सड़क टैक्स लग रहा है ठीक है मान लो कि गाड़ी वाला आया घर से कचड़ा निकाल तो वो गाड़ी वाला आपसे बोलता है कि मतलब मतलब कोई एक पर्टिकुलर ये आपको पैसा देना पड़ेगा टैक्स है ठीक है ये गवर्नमेंट का टैक्स है तो उसको मनी बिल के तौर से वहां पर पास नहीं करवा जा सकता ये लोकल टैक्स इसको बोलते हैं ठीक है लोकल पर्पस से जो टैक्स पास करवाया जाता है 111 एस एन टू बिल्स विधियों को अनुमति कौन देता है राष्ट्रपति देता है लेकिन राष्ट्रपति अगर यह बोले जॉनी लीवर की तरह मैं नहीं दिखाऊंगा या फिर यानी कि मैं नहीं दूंगा एसेंट तो फिर तो फिर उस केस में उसको क्या बोलते हैं तो उसको बोलते हैं वीटो पावर वीटो पावर इज अ काइंड ऑफ नेगेटिव पावर नेगेटिव पावर है भाई एसेंट देना एक पॉजिटिव पावर है बट अगर एसेंट नहीं देगा तो फिर क्या करेगा वो वीटो करेगा वो नेगेटिव पावर को यूज करेगा उसके पास तीन वीटो होते हैं हमारे इंडियन प्रेसिडेंट के पास तो फर्स्ट इज एब्सलूट टो एब्सलूट वीटो एब्सलूट टो क्या होता है इसको बोलते हैं पूर्ण टो ठीक है इसको बोलते हैं पूर्ण टो दूसरा होता है सस्पेंसिव टो सस्पेंसिव टो का मतलब निलंबित वीटो ठीक है निलंबित वीटो और थर्ड होता है पॉकेट वीटो पॉकेट टो अब ध्यान से सुनो पॉकेट विटो का मतलब हिंदी पॉकेट विटो एब्सलूट टो मतलब अभी ध्यान से सुनो तुमको हम बताते हैं जैसे देखो ये तुम हो ठीक है ये तुम हो ये मैडम जी है ठीक है ये मैडम जी है मैडम जी को शादी का रिश्ता क्या है यहां पे ठीक है या फिर कोई भी अगर तुम लड़के हो तुम लड़की हो अपने हिसाब से इमेजिन कर सकते हो तुमको शादी का रिश्ता है ठीक है तुमने सीधा मना कर दिया शकल देखी इसकी तुमने एब्सलूट टो यानी कि सीधा रिजेक्ट ठीक है यानी कि एेंट देना एेंट देने से मना कर देना ठीक है रिफ्यूज टू गिव एेंट टू गिव एेंट एब्सलूट मना कर दिया ठीक है यह हो गया एब्सलूट टो फिर दोबारा मान लेते हैं आया फिर किसी और का यह भाई साहब का आया ठीक है इनका रिश्ता आया मैडम के पास इन्होने बोला कि ठीक है लेकिन उनके घर वालों ने बोला कितना दोगे सॉरी ये तो उल्टा होता है ना तो हम य उल्टा करेंगे यहां पर लड़की को मिल रहा है ठीक है अब वो व्हाई शुड बॉयज हैव ऑल द फन ठीक है तो इन्होंने डिमांड करी लड़की वालों ने लड़के वालों से इतना इतना ठीक है तो लड़के वालों ने बोला इतना बोलते नहीं फिर तो नहीं एक बार फिर से देख लो एक बार फिर से देख लो सस्पेंसिव वीटो यानी कि इसको रिटर्न इस केस में रिटर्न कर दिया यहां पर रिफ्यूज कर दिया यहां पे रिटर्न द बिल ठीक है पॉकेट वीटो क्या है पॉकेट वीटो मान लेते हैं मैडम को तीसरा रिश्ता आया ठीक है यह तीसरा रिश्ता मैडम के पास गया ठीक है और घर वालों ने इसको पॉकेट में रख लिया क्यों क्योंकि मैडम अभी अभी सीजल की प्रिपरेशन कर रही है अभी तो मैडम लेख पाले मान लेते हैं या फिर अभी मैम मान लेते हैं कि कुछ मतलब जैसे अभी कोई सीएचएसएल के थ्रू इन्होने जॉब पाई है तो अ इन घर वालों को यह उम्मीद है कि सीजीएल के थ्रू हो सकता है इनको ये अभी एक्ससाइज इंस्पेक्टर बन जाए तो हो सकता है कि आगे और अच्छे रिश्ते आए तो इसलिए इसको भीय पॉकेट में रख लेंगे रेस्पों नहीं करेंगे जब ये रिस्प नहीं करेंगे तो उसको बोलता है बोला जाता है पॉकेट टो नो रिस्पांस एक चीज आपको ध्यान रखना है कि प्रेसिडेंट प्रेसिडेंट कैन नॉट यूज सस्पेंसिव सस्पेंसिव वीटो इन केस ऑफ मनी बिल धन विद्या के केस में यूज नहीं कर सकते हैं और क्यों क्योंकि अभी बताया था मैंने कि कोई भी बिल मनी बिल जब आता है तो प्रेसिडेंट की प्रायर रिकमेंडेशन से आता है तो द बेसिक अंडरलाइन थिंग इ यर इज कि तुमसे पूछ के ही तो लाए थे तब ना देखा जा रहा था तुमसे तो इसी वजह से ताकि मनी बिल को पास होने में डिले ना हो इसलिए पहले ही उससे पूछ लि जाता है और सस्पेंस टो खत्म कर दिया जाता है एंड प्रेसिडेंट वैसे तुम आगे चीज बता बताऊंगा बट यहां पर फिर से देख लो प्रेसिडेंट डज नॉट हैव वेरी इंपॉर्टेंट प्रेसिडेंट डंट हैव डजन हैव एनी काइंड ऑफ टो एनी वीटो इन केस ऑफ इन केस ऑफ कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट बिल संविधान संशोधन का कोई बिल होगा ना वैसे तो अभी पूरा प्रोसीजर पढ़ेंगे तो उसमें इनके पास टो नहीं हो है यह 24th कॉन्स्टिट्यूशन अमेंडमेंट ने बोला था क्लियर और क्या पॉकेट वीटो का भी यूज हुआ है पॉकेट वट हमारे जो प्रेसिडेंट है बोला जाता है उसकी पॉकेट बहुत डीप है डीप इसलिए बिकॉज उसके पास को कोई टाइम लिमिट नहीं कि इतने टाइम लिमिट में आपको रेस्पों करना ही होगा जैसे रिश्ते की तरह कोई दूसरे साइड से प्रेशर नहीं होता है तो उसी तरह इसको कोई टाइम लिमिट नहीं होती कि आपको रेस्पों करना है अमेरिका में होती है यूएसए वाले प्रेसिडेंट के लिए होती है और उसके पास एक और वीटो होता है क्वालिफाइड वीटो हमारे प्रेसिडेंट के पास नहीं होता है नहीं पढ़ेंगे उसको पॉकेट वीटो उन उनको वहां पे टाइम लिमिट होती है तो इसी वजह से बोला जाता है कि इंडियन प्रेसिडेंट की पॉकेट डीप होती है और हमारे ज्ञानी जैल सिंह इसको एक बार यूज कर सके कु कर चुके हैं इसको ज्ञानी जैल सिंह इन्होंने क्या किया था एक बार इंडियन पोस्ट अमेंडमेंट बिल आया था ठीक है इंडियन पोस्टल या फिर इंडियन पोस्ट अमेंडमेंट बिल आया था 1986 में उसको उन्होंने वीटो कर लिया था आज तक यह पास नहीं हो पाया ठीक है मतलब उन्होंने रख लिया फिर आगे सरकार आई उसने मना कर दिया इस तरह से तो इन्होंने रख लिया था और यह पास नहीं हो पाया था फिर ठीक वैसे जनरली एेंट दे देते हैं हमारे जो भी प्रेसिडेंट लोग होते हैं व एेंट दे देते हैं सहमति दे देते हैं ठीक है आई होप यहां तक सभी को सारी चीजें क्लियर होंगी अब बढ़ते हैं आगे डीडी आंसर की है बीन रिलीज ओके प्रेसिडेंट कभी हां बोल के फिर मना नहीं करेगा य पावर सिर्फ मैडम के पास चलो अब समझ में आ गया होगा ना सभी को वीटो राजीव गांधी के टाइम पर बिल्कुल काव्य राजीव गांधी उस समय प्राइम मिनिस्टर थे जब पोस्ट पोस्ट कुस अमेंडमेंट बिल पास हुआ था हम चलो तो अभी आते हैं आर्टिकल 11 2 वेरी इंपोर्टेंट चीज अब यहां से स्टार्ट हो रही है इसके बाद खत्म आपका पूरा जो हमारा चैप्टर टू है जो कि मेन चैप्टर है आपका बाकी तो चैप्टर थ्री में तो एक ही आर्टिकल है ना के बराबर चैप्टर फोर तो कैग है फिर चैप्टर वन देखेंगे और उसके बाद फिर आगे बढ़ेंगे ठीक है एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट वार्षिक वित्तीय विवरण आर्टिकल 112 ये एक्चुअल में बजट है बट बजट वर्ड कहीं पे भी कांस्टिट्यूशन में मेंशन नहीं है ठीक है बजट वर्ड नॉट मेंशन इन दी कॉन्स्टिट्यूशन यह ध्यान रखना है नॉट मेंशन इन कांस्टिट्यूशन अब ये होता क्या है यह होता क्या हैय एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट तो यह अनुमानित प्राप्तियां और व्यय का विवरण होता है यानी कि रेसट और एक्सपेंडिचर का पूरा स्टेटमेंट होता है जैसे कि हमारा स्टेटमेंट होता है बैंक स्टेटमेंट होता है कि इतना पैसा इस तारीख को आया इतना पार इतना पैसा इस तारीख को यहां से गया यहां पर गया वो पूरा होता है लेखा जोखा स्टेटमेंट इसको कांस्टीट्यूशनल टर्म्स में एक्सप्रेस करने का यह तरीका है कि द प्रेसिडेंट शैल इन रिस्पेक्ट ऑफ एवरी फाइनेंशियल ईयर कॉज टू बी लेड बिफोर बोथ द हाउस ऑफ पार्लियामेंट अ स्टेटमेंट ऑफ द एस्टीमेट रिसी एंड एक्सपेंडिचर ऑफ दी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया फॉर दैट ईयर इन दिस पार्ट रेफरड टू एज द एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट य एस्टिमेटर रिट्स और एक्सपेंडिचर जिसको हिंदी में बोलते हैं अनुमानित प्राप्तियां और वय का विवरण कुछ नहीं बस ये टर्मिनोलॉजी है कि प्रेसिडेंट के नाम पर रखा जाता है प्रेसिडेंट शल कॉज टू बी लेट तो बस इसको देख लेना है ठीक अब आते हैं एक सेकंड रुको रुको रुको रुको रुको रुको रुको चलो यहां पर लिखा हुआ प्रोसीजर इन पार्लियामेंट विद रिस्पेक्ट टू एस्टीमेट नो डिमांड फॉर ग्रांट शल बी मेड एक्सेप्ट ऑन द रिकमेंडेशन ऑफ प्रेसिडेंट ध्यान से समझो इसका पूरा प्रोसीजर ध्यान से समझो प्रोसीजर देखो सबसे पहले बजट को किया जाता है प्रेजेंट फिर किया जाता है बजट को डिस्कस ठीक है फिर किया जाता है स्क्रूटनी होती है इसकी कुछ हमारी डिपार्टमेंटल रिलेटेड स्टैंडिंग कमिटीज होती है वो उसको स्क्रुटनाइज करती हैं फिर इसमें होती है वोटिंग वोटिंग ऑन वोटिंग फॉर डिमांड फॉर ग्रांट्स होती है फिर होती है आपका पास होता है एप्रोप्रियेट को प्रेजेंट किया बजट को ले डाउन किया जाता है पार्लियामेंट में यह जो बजट होता है ना जिसको एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट बोलते हैं या फिर यही एक्चुअली में है क्या तो बजट इज लाइक कि जो इंडिया का पर्स है कंसोलिडेटेड फंड ऑफ इंडिया भारत की जो संचित निधि है ठीक है इसको लिख लेता हूं सीएफआई तो बजट वर्ड है कि जो सीएफआई उससे कितना पैसा आया कितना गया और अब आगे हमें कितने पैसे की जरूरत है प्लीज पार्लियामेंट हमें पैसा दे दो सरकार बोलती है तो इसमें दो तरह के एक्सपेंडिचर्स होते हैं कंसोलिडेटेड फंड ऑफ इंडिया भारत की संचित निधि में दो तरह के एक्सपेंडिचर होते हैं एक तो होता है चार्जड एक्सपेंडिचर ठीक है एक्सपेंडिचर चार्ज ऑन द कसले फंड ऑफ इंडिया एंड दूसरा होता है एक्सपेंडिचर मेड फ्रॉम द कंसोलिडेटेड फंड ऑफ इंडिया इसके मुझे हिंदी टर्म्स अभी याद नहीं आ रहे हैं तो उसके लिए मैं माफी चाहूंगा अगर किसी को पता है तो कमेंट में ऐड कर सकता है तो चार्ज एक्सपेंडिचर वो एक्सपेंडिचर का हेड होता है जैसे कि हमारे जो पर्स होता है पर्स में होते हैं ना डिफरेंट सेक्शंस होते हैं तो एक सेक्शन ये वो वाला सेक्शन है जहां से सैलरी वगैरह जाती है जैसे कि आपके मान लेते हैं जो पापा है तो उनके पर्स में एक पर्टिकुलर सेक्शन है जहां से वो आपको पॉकेट मनी देते हैं तो यह है कि भाई इसको इसको ज पॉकेट मनी मांगेगा चिल्लर विलर इसको यहां से निकाल के दे देंगे तो वो सैलरी वाला कंपोनेंट है ठीक ये है अदर दन सैलरी अदर देन सैलरी तो सर ये सैलरी वाला कंपोनेंट अलग क्यों करना पड़ा हमको इसलिए अलग करना पड़ा ताकि इस पे वोटिंग ना हो सके ताकि जिन लोग यह लोग जो काम कर रहे हैं भारत सरकार के लिए तो भारत सरकार अपने फायदे के लिए इनकी सैलरी को वैरी ना कर सके चेंज ना कर सके इसलिए इसको नॉन वोटेबल पार्ट ऑफ दी इसमें रखा गया जैसे सुप्रीम कोर्ट कोर्ट का जज हो गया हाई कोर्ट का जज की पेंशन हो गई गवर्नर की पेंशन हो गई कैग की सैलरी हो गई अटॉर्नी जनरल की सैलरी इन सबकी जो सैलरी वगैरह है वो यहीं से निकलती है ताकि इन लोगों की सैलरी वेरिएट ना की जा सके वो लोग इंडिपेंडेंटली काम कर सके इसलिए इस पार्ट को अलग रखा गया है भाई निकलेगी सैलरी तो कंसोलिडेट फंड ऑफ इंडिया से ही बिकॉज यही पैसा आता है मेन पैसा भारत का जितना भी जो भी टैक्स वैक्स का पैसा आता है वो सब यहीं प आता है आर्टिकल नंबर 266 है है ठीक है अनुच्छेद नंबर 266 तो निकालना तो यहीं से पड़ेगा लेकिन यह वोटिंग नहीं हो सकती इस पे अब वोटिंग होती किस लिए है वोटिंग इसलिए होती है बिकॉज यहां पे यहां पे क्या होता है कि डिमांड फॉर ग्रांट सरकार बोलती है मतलब प्रेसिडेंट के नाम पे रखी जाती है प्रेसिडेंट रखता है बिकॉज़ प्रेसिडेंट है कौन एक तरह से सरकार कहीं तो बोल सकते हैं ना वो एजेंट की तौर पे बोल सकते हैं तो उसके नाम पे सारा काम होता है बिकॉज ही इज द हेड ऑफ हेड ऑफ दी इंडियन यूनियन और हेड ऑफ दी इंडियन स्टेट और हेड ऑफ दी कंट्री है इसी के नाम पे सब होता है तो इसी ऐसे टर्मिनोलॉजी है नो डिमांड फॉर ग्रांट शैल बी मेड एक्सेप्ट ऑन द रिकमेंडेशन ऑफ प्रेसिडेंट जैसे नहीं रिकमेंडेशन ऑफ़ प्रेसिडेंट से मनी बिल लाया जाता तो एक तरह का मनी बिल ही तो है मनी निकालना है ठीक है तो डिमांड फॉर ग्रांट का मतलब यह है कि सरकार बोलती हमें इतना का डिमांड हम कर रहे हैं इतना का पैसा चाहिए 100 करोड़ पैसा चाहिए एक मिनिस्ट्री बोली दूसरी चाहिए बोलती है हमें 50 करोड़ रुप चाहिए अब पार्लियामेंट यहां बैठी हुई है वो बैठी हुई है अच्छा इतना पैसा चाहिए क्यों चाहिए कहां चाहिए कितना चाहिए और किसलिए कहां-कहां खर्च करोगे अच्छा 100 चाहिए 100 नहीं देंगे तुमको इतना देंगे तो वो उस परे वोटिंग होती इसलिए वोटिंग करवाई जाती ताकि मन मनमौजी पैसा ना निकाल सके सरकार इस उस परे वोटिंग करवाई जाती है और वोटिंग ओनली इन लोकसभा होती है राज्यसभा डिस्कस कर सकता है डिस्कस होगा राज्यसभा में भी लेकिन वहां पे वोटिंग नहीं हो सकती और इस पे तो ना तो लोकसभा ना तो राज्यसभा कोई वोटिंग नहीं कर सकता है खत्म ठीक डिमांड रख दिया ठीक उसपे डिमांड पे वोट अब क्या होगा अब एप्रोप्रियेट कि अच्छा यह पैसा यहां ये उसपे वोटिंग हो गई ठीक है और वोटिंग के टाइम पे ही डिफरेंट कट मोशन पास हो जाते हैं ठीक है कट मोशन क्या होते हैं कट मोशन होते हैं व्हेन डिमांड नीड्स टू बी रिड्यूस्ड ठीक है जब डिमांड को रिड्यूस करना होता है व्हेन डिमांड इज रिड्यूस्ड मतलब जैसे कि एक मिनिस्ट्री ने बोला कि हमें 00 करोड़ रुपए चाहिए ठीक है 100 करोड़ पैसा चाहिए अब जो विपक्ष में क्योंकि वोटिंग हो रही है लोकसभा में तो उन्होंने डिमांड को रिड्यूस कर दिया और बोला कि हम इस डिमांड को डिमांड रिड्यूस्ड टू रव य कैसा साउंड आ रहा है या ठीक है वन डिमांड इ रिड्यूस्ड टू र व वेन डिमांड यहां पर मैं कर देता हूं वन एक सेकंड ठीक है एक सेकंड वेन डिमांड इज रिड्यूस्ड टू रुपी व दिस इज कॉल्ड एज पॉलिसी कट इसको बोलते हैं पॉलिसी कट मोशन ठीक है वन डिमांड इज रिड्यूस्ड टू बाय र 100 व्हेन डिमांड इज रिड्यूस्ड बाय रु 100 इसको बोलते हैं टोकन कट ठीक है टोकन कट इसको बोलते हैं एंड व्हेन डिमांड इज रिड्यूस्ड बाय लम समम रिडक्शन होता है ठीक है लसम रिडक्शन तब तक किसी कोई डाउट तो नहीं है पूछ लीजिए ठीक है इसको बोलते हैं इकोनॉमी कट ठीक है इकोनॉमी कट मोशन इसको बोलते हैं अभी कट मोशन होता क्या है देखो ठीक है अ ये शायद साउंड बंद हो गया है थोड़ा सब इधर उधर से साउंड आता है ना भेजा खराब हो जाता है मेरा अभी ऐसा लगता है य से एक के 4 से उठाऊं और तो कट मोशन की अगर बात करें तो कट मोशन होता है कि जैसे मैंने डिमांड रखी मिनिस्ट्री ने 100 करोड़ रुपए चाहिए ठीक है तो अगर कट मोशन का मतलब है विपक्ष ने बोला कि मतलब मुझे मैं कैसे समझाऊं आपको देखो कि डिमांड रिड्यूस टू रुपी व आप समझ नहीं पा रहे हो चकरा रहे होंगे डिमांड रिड्यूस टू रप मतलब क्या हुआ डिमांड रिड्यूस बा र 100 कहने का मतलब अगर ये पास हो हो गया ना सरकार गिर जाएगी सरकार इसलिए गिर जाएगी बिकॉज इसका मतलब है सरकार अपनी जो डिमांड है उसको पास नहीं करवा पा रहा है और सरकार की मेजॉरिटी नहीं है बहुमत नहीं है इसका मतलब तो यह अगर बेसिक टर्म समझ लो अगर समझ में आए तो ठीक है नहीं तो आप इसको स्किप भी कर सकते हो ठीक है कट मोशंस को एक बार मैं चेक कर लेता हूं किसी कोई डाउट तो नहीं है हमास को बोलो बोलना अरे व्लादिमीर पिंटू जी आप बोल रहे हैं हमास को बोलो यह काम तो आप भी कर सकते हैं जल्दी से दाग वहां से एक प्लीज यर साउंड अब लाइक फिक्सेशन ऑफ बेड अच्छा [संगीत] ठीक [संगीत] चलिए कोई डाउट नहीं ओके ठीक अगर ये चीज समझ में आई तो ठीक है नहीं तो आप इसको स्किप भी कर सकते हो ठीक है कट मोशन मैंने बता दिया कि वोटिंग के टाइम प पास होते हैं अब वोटिंग हो गई ठीक है अब एप्रोप्रियेट बिल क्या होता है तो एप्रोप्रियेट पैसा निकालना है कंसोलिडेटेड फंड ऑफ इंडिया से तो एप्रोप्रियेट अगर सरकार को कंसल्ट फंड ऑफ इंडिया से पैसा निकालना है तो एप्रोप्रियेट कंटिजेंट ऑफ इंडिया पब्लिक अकाउंट होता है आर्टिकल नंबर 266 और कंटिजेंट फंड होता है आर्टिकल नंबर 267 जो कंसोलिडेटेड फंड ऑफ इंडिया होता है वो पार्लियामेंट के हाथ में होता है ठीक है पैसा निकालना है तो पार्लियामेंट से परमिशन लेनी पड़ेगी यहां से नहीं लेनी पड़ती है यह एक्चुअल में सरकार के हाथ में होता है यह एग्जीक्यूटिव के हाथ में होता है और कंटिजेंट ऑफ इंडिया की अगर बात करें यह राष्ट्रपति यानी प्रेसिडेंट के हाथ में होता है ठीक है यह बिल्कुल प्रेसिडेंट के हाथ में होता है कंटिजेंट ऑफ इंडिया जिसको आकस्मिक निधि के नाम से भी जाना जाता है ठीक अब आते हैं आर्टिकल नंबर 115 और 116 य डिफरेंट तरह की ग्रांट्स की बात करते हैं अनुदान अनुदान मतलब दान देना होता क्या है कि जैसे अभी मिनिस्ट्री ने पैसा मांगा कि हमें इतना पैसा चाहिए हमें इतना पैसा चाहिए ठीक है तो अगर इसके बियोंड और एक्स्ट्रा पैसा चाहिए जैसे इन लोग का पैसा खत्म हो गया या फिर और और पैसे की नीड अराइज हो गई तो डिफरेंट तरह के ग्रांट्स होते हैं जैसे कि एडिशनल ग्रांट हो गया आपका ठीक है एक होता है एडिशनल ग्रांट एक होता है आपका सप्लीमेंट्री ग्रांट ठीक है एक होता है आपका सप्लीमेंट्री ग्रांट टोकन ग्रांट डिफरेंट तरह के ग्रांट्स होते हैं ये जिसके बारे में हमें डिटेल में पढ़ने की आपके लिए एसएससी के लिए जरूरत नहीं है जैसे कि एडिशनल पैसा चाहिए एडिशनल मनी चाहिए किसी मिनिस्ट्री को ठीक है उसका पैसा खत्म हो गया एक्सेस में अब पैसा चाहिए तो सप्लीमेंट्री ग्रांट ठीक है और इसको टोकन ग्रांट को एक ब्लैंक चेक की तरह बोलते हैं कि भाई हमें इतना पैसा दे दो हम अपने हिसाब से ड्र कर लेंगे पैसा तो ये सारे डिफरेंट तरह के ग्रांट्स होते हैं अनुमोदन होते हैं ठीक है जब पैसा खत्म हो जाता है मिनिस्ट्री का फिर ज्यादा पैसा चाहिए होता है अब आते हैं आर्टिकल नंबर 117 जो कि बात करता है फाइनेंशियल बिल की यानी कि इसको बोलते हैं क्या इसको बोलते हैं वित्तीय विधेयक हमने ऑर्डिनरी बिल पढ़ ली हमने मनी बिल पढ़ लि अब हम पढ़ेंगे फाइनेंशियल बिल के बारे में यह क्या होता है यह मनी बिल की तरह ही होते हैं दो होते हैं ये 1171 1173 अभी थोड़ा सा मैं यह चीज को बता रहा हूं आपको डीप में लेकिन 117 फाइनेंशियल बिल इतने में भी आपका काम चल जाएगा बट फिर भी मैं आपको थोड़ा सा बताता हूं इसमें 1171 यह है बिल बिल्कुल मनी बिल की तरह है एक्सेप्ट देखो इसको भी सिर्फ लोकसभा में लाया जा सकता है ओनली इन लोकसभा और इसको भी लाने के लिए प्रेसिडेंट की प्रायर रिकमेंडेशन लेनी पड़ती है प्रेसिडेंट की प्रायर रिकमेंडेशन लेनी पड़ती है बट इसके अलावा पूरा ऑर्डिनरी बिल की तरह ट्रीट किया जाता है इसको ठीक है और 1173 क्या ये पूरी तरह से ऑर्डिनरी बिल ही है बस इसमें क्या होता है प्रेसिडेंट बोल देता है एक हाउस को कि हां तुम लोकसभा राज्यसभा तुम ही ला सकते हो इसको ठीक है तो वो होता है बट उतना इंपॉर्टेंट नहीं है तो बस इतना याद रखना आर्टिकल 117 फाइनेंशियल बिल की बात कर वित्तीय विधेयक की बात करता है लोकसभा में ही आ सकता है वन वाला यह वाला और प्रेसिडेंट की प्राय रिकमेंडेशन पे ही और बाकी ऑर्डिनरी बिल की तरह गवर्न होता है आर्टिकल नंबर 118 दैट टॉक्स अबाउट रूल्स ऑफ प्रोसीजर कि जो अपने हाउसेस हैं वो अपने रूल्स ऑफ प्रोसीजर निर्धारित कर सकते हैं जैसे कि आपने आप में से काफी लोग क्वेश्चन सॉल्व करते रहते हैं बोलते हैं कि सर ये रूल्स ऑफ प्रोसीजर रूल्स ऑफ प्रोसीजर क्या होता है तो जैसे कि अगर अभी हम लोग अभी आखिर में पढ़ेंगे यहां पे ये सम अदर पार्लियामेंट्री टूल्स तो अभी इसको पढ़ ही लेते हैं चलो सम अदर पार्लियामेंट्री टूल्स मैं आपको पढ़ाऊंगा एक होता है क्वेश्चन आवर ठीक है एक होता है क्वेश्चन आवर यह जो क्वेश्चन आवर है ना प्रश्न काल यह हमारे संविधान में कहीं पर भी मेंशन नहीं है यह हमारे कांस्टिट्यूशन में कहीं पर भी मेंशन नहीं है तो सर कहां मेंशन है यह रूल्स ऑफ प्रोसीजर में मेंशन है क्वेश्चन आवर जहां पर हमारे जो डिफरेंट मेंबर्स होते हैं पार्लियामेंट के वह क्वेश्चन पूछ सकते हैं उसको हम बोलते हैं क्वेश्चन आवर तीन तरह के क्वेश्चन और ये होता क्या है क्वेश्चन आवर एक सेकंड [संगीत] सॉरी फॉर द ब्रेक चलिए तो य यहां पे जो क्वेश्चन आवर है वो हमारा कहीं पर भी कांस्टिट्यूशन में मेंशन नहीं है एक्चुअल में रूल्स ऑफ प्रोसीजर मेंशन है जो आर्टिकल नंबर 118 है यह पार्लियामेंट को पावर देता है कि अपने प्रोसीडिंग्स को कैरी करने के लिए वह कुछ भी रूल्स बना सकता है तो उसी तरह से जो लोकसभा है ठीक है उसने या फिर राजसभा फॉर दैट मैटर दोनों ने क्या किया है कि अपना क्वेश्चन आवर एक बना रखा है रूल्स ऑफ प्रोसीजर में लिख रखा है कि अगर किसी भी मेंबर ऑफ हाउस को किसी मिनिस्टर से क्वेश्चन पूछना रहेगा तो आप इस पार्लियामेंट्री टूल का यूज कर सकते हो इसको बोलते हैं प्रश्न निकाल अब जो हमारी पार्लियामेंट्री प्रोसीडिंग होती है व सुबह 11 बजे चालू होती है सुबह 11 बजे सभी लोग मस्त नहा धो के आते हैं सुबह 11 से 12 बजे का जो टाइम होता है ठीक है 11 एम से लेकर 12 पीएम का तक का जो टाइम होता है उसको हम क्वेश्चन आवर बोलते हैं ठीक है उसको हम क्या बोलते हैं प्रश्न काल बोलते हैं जहां पर जो जो हमारे मेंबर्स होते हैं देखो अब यहां पर एक चीज और ध्यान से सुनो कि जो हमारा सदन जो हमारा हाउस होता है उसमें दो तरह के मेंबर्स होते हैं ठीक है मेंबर्स हमारे दो तरह के होते हैं एक होते हैं मिनिस्टर एक वो जिनको मिनिस्टर बोलते हैं और दूसरे वो जिनको कि हम प्राइवेट मेंबर्स बोलते हैं क्या बोलते हैं प्राइवेट मेंबर्स मिनिस्टर वो है जो कोई पर्टिकुलर पोर्टफोलियो होल्ड करके रखे हुए हैं जैसे कि कोई डिफेंस मिनिस्टर है कोई मिनिस्टर ऑफ स्टेट भी हो सकता है डिफरेंट तरह के मिनिस्टर होते हैं कोई मान लेते हैं मिनिस्टर ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स है तो वो मिनिस्टर है जो मिनिस्टर नहीं है वो प्राइवेट मेंबर होगा अब जरूरी नहीं है जैसे फॉर एग्जांपल अभी बीजेपी पावर में एनडीए है एनडीए का पूरा जो अलायंस है तो जरूरी नहीं कि सारे जो बीजेपी वाले हैं वो मिनिस्टर कहलाएंगे और बाकी जो विपक्ष वाले प्राइवेट मेंबर ऐसा नहीं कोई बीजेपी का है वो अगर कोई पोर्टफोलियो होल्ड नहीं कर रखा है कोई मिनिस्टरशिप होल्ड नहीं कर रखा है तो प्राइवेट मेंबर कहलाएगा तो आप समझ पा रहे होंगे कि कोई भी प्राइवेट मेंबर मिनिस्टर से क्वेश्चन पूछ सकता है तो क्वेश्चन आपका जो पहला पार्लियामेंट्री पहली पूरी जो पार्लियामेंट्री प्रोसीडिंग होती उसका जो पहला घंटा होता है जो पहला आवर होता है वो क्वेश्चन आवर कहलाता है प्रश्न काल जो सुबह 1100 बजे स्टार्ट होता है और 12 12 बजे तक चलता है इसमें तीन तरह के क्वेश्चंस होते हैं एक को बोलते हैं स्टर्ड क्वेश्चन ठीक है अगर आपसे पूछ ले कभी स्टार्ट क्वेश्चन अन स्टार्ट क्वेश्चन एंड जो तीसरे टाइप का क्वेश्चन होता है उसको हम बोलते हैं शॉर्ट नोटिस क्वेश्चन यहां पर एटलीस्ट 10 दिन का नोटिस देना होता है तब आप वो क्वेश्चन पूछ सकते हो किसी मुझसे मिनिस्टर से ठीक है यह चीज क्लियर और इसके बाद 11 बजे से 12:00 बजे के बाद क्या होता है कि 12 बजे से लेकर 1 बजे तक 12 पीएम से लेकर 1 पीएम तक एक और घंटा होता है बिकॉज इसके बाद लंच हो जाता है 1 पीएम के बाद तो यह वाला जो आवर होता है इसको हम बोलते हैं जीरो आवर इसको बोलते हैं शून्य काल यह शून्य काल स्टार्टस इमीडिएट आफ्टर दी स्टार्टस इमीडिएट ठीक है इट स्टार्टस इमीडिएट आफ्टर द क्वेश्चन आवर ठीक है यह प्रश्न काल के तुरंत बाद स्टार्ट होता है और यह चीज आपको ध्यान रखनी है कि यह तो रूल्स ऑफ प्रोसीजर में मेंशन है क्वेश्चन आवर जीरो आवर तो रूल्स ऑफ प्रोसीजर में भी मेंशन नहीं है यह एक जस्ट अ कन्वेंशन है कन्वेंशन की तरह चल रहा है कि जब हमारा ये क्वेश्चन ववर खत्म हो जाएगा जब क्वेश्चनिंग वगैरह कर लेंगे और ये भाई एक घंटा तक ही चलता है तभी आपने देखा होगा कि जो हमारा प्रिसा इडिंग ऑफिसर होता है वो टाइम लिमिट बताता रहता है कि बस बस खत्म हो गया आपका खत्म हो गया वो बोलता है सर बस एक मिनट और बस एक मिनट और आपने सुना होगा तो इसीलिए क्योंकि टाइम फिक्स होते हैं और जीरो आवर में होता है एजेंडा ऑफ दी डे कि जब हम लंच के बाद मिलेंगे ठीक है तो जब आएंगे तो कुछ लोग तो सोते हैं भाई लंच में आने के बाद ठीक है लेकिन किस चीज पे डिस्कशन होगा ठीक है किस चीज पे डिस्कशन होगा यानी एजेंडा ऑफ दी डे डिसाइड होगा कि जब हम लंच के बाद आके मिलेंगे तो हम किस चीज पे डिस्कस करेंगे तो जीरो आवर में एजेंडा डिसाइड होता है तो यह रूल्स ऑफ प्रोसीजर का मतलब है आर्टिकल नंबर 118 120 दैट टॉक्स अबाउट द लैंग्वेज टू बी यूज्ड इन द पार्लियामेंट तो यह आर्टिकल पर्टिकुलर आर्टिकल बोलता है आर्टिकल नंबर 120 कि पार्लियामेंट में इदर ठीक है इदर हिंदी यूज हो सकती है और इंग्लिश यूज हो सकती है टू ट्रांजैक्ट दी बिजनेस ऑफ पार्लियामेंट इदर इंग्लिश इदर हिंदी और इंग्लिश और पार्लियामेंट में यह चीज भी लिखी हुई है कि जो और इंग्लिश वर्ड है इसको ओमिटिंग कर दिया जाए ठीक है टू बी ओमिटेड टू बी ओमिटेड आफ्टर ठीक है इट हैज टू बी ओमिटेड आफ्टर 15 इयर्स यानी कि 15 साल के बाद इस पर्टिकुलर और इंग्लिश वर्ड को ओमिटिंग में लिखा हुआ है कि इस चीज को हटा देना था 15 साल के बाद बट अभी तक ये चल रहा है बिकॉज़ फर्द जो हमारे अमेंडमेंट्स हुए वो इसको कंटिन्यू कर रहे हैं अब आते हैं आर्टिकल नंबर टू पे एंड दैट टॉक्स अबाउट रिस्ट्रिक्शन ऑन डिस्कशन इन पार्लियामेंट यानी पार्लियामेंट में कोर्ट्स की जो प्रोसीडिंग्स है उसको लेकर डिस्कशन नहीं हो सकता है ठीक है कोर्ट्स की प्रोसीडिंग्स हो गई या फिर किसी जज के कंडक्ट के बारे में डिस्कशन नहीं हो सकता है ठीक है जज का कंडक्ट के बारे में नो डिस्कशन ठीक है नो डिस्कशन अलाउड इन पार्लियामेंट ठीक है नो डिस्कशन अलाउड इन पार्लियामेंट और जो हमारा आर्टिकल नंबर 122 है आर्टिकल नंबर 122 यह बात करता है कोर्ट्स नॉट टू इंक्वायर इनटू द प्रोसीडिंग ऑफ द पार्लियामेंट आर्टिकल 121 यह बोलता है कि जो पार्लियामेंट है जो पार्लियामेंट है उन परे रिस्ट्रिक्शन यानी पार्लियामेंट को कोर्ट की प्रोसीडिंग या फिर जजेस के कंडक्ट को डिस्कस नहीं कर सकते हैं और आर्टिकल 122 ये बोलता है कि कोर्ट्स पार्लियामेंट की प्रोसीडिंग्स को डिस्कस नहीं कर सकते हैं कोर्ट्स पार्लियामेंट के प्रोसीडिंग्स को इंक्वायर नहीं कर सकते 121 122 यह बोल रहा है कि एक दूसरे के मैटर्स में कोई शेप नहीं करेगा यहां तक सभी को क्लियर है कि नहीं तो हम लोग का यहां से चैप्टर टू होता है खत्म ठीक है यहां पर हमारा चैप्टर टू ऑफ दी पार्लियामेंट होता है खत्म अभी हम आएंगे चैप्टर नंबर थ्री पे यहां तक क्लियर है सभी को यदुवंशी यादवास क्लियर है ओके अभी आते हैं आर्टिकल नंबर किसी पर नहीं पहले क्वेश्चंस करते हैं कुछ देन आएंगे हम लोग चैप्टर नंबर थ्री पे च ऑफ द फॉलोइंग आर्टिकल ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन प्रोवाइड्स अ बाय कैमल पार्लियामेंट इन इंडिया यह क्वेश्चन करेंगे विद रेफरेंस टू मनी बिल यह क्वेश्चन करेंगे विद रेफरेंस टू नो कॉन्फिडेंस मोशन ये तीन क्वेश्चन आपको करना है जल्दी से सॉल्व करिए और आंसर दीजिए चलिए तो अगर बात करें च ऑ द फॉलोइंग आर्टिकल ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन प्रोवाइड्स बाय कैमरल पार्लियामेंट ऑफ इंडिया तो आर्टिकल नंबर 79 अगला क्वेश्चन है विद रेफरेंस टू द मनी बिल इन द पार्लियामेंट चव ऑफ द फॉलोइंग स्टेटमेंट इज इनकरेक्ट कौन सा गलत है सीजीएल 2022 में क्वेश्चन पूछा गया द लोकसभा कैन इदर एक्सेप्ट और रिजेक्ट ल और एनी ऑफ द रिकमेंडेशन ऑफ द राज्यसभा बिल्कुल सही बात है कि राज्यसभा के पास होता है कि वो रिकमेंड कर सकता है बट इट डिपेंड्स ऑन द लोकसभा कि वो एक्सेप्ट करे या ना करे इट कैन बी इंट्रोड्यूस्ड ओनली इन द लोकसभा बिल्कुल करेक्ट भले ओनली यहां पे कीवर्ड है मैंने आपको बताया कि ओनली एक एक्सट्रीम कीवर्ड है जनरली गलत होते हैं स्टेटमेंट बट पहले आपको नॉलेज यूज़ करना है और ये सही है इट कैन बी रिजेक्टेड और अमेंडेड बाय द राज्यसभा इट इज़ रॉग इट कैन नॉट बी रिजेक्टेड नॉर कैन बी अमेंडेड इट कैन रिकमेंड दी अमेंडमेंट्स ना तो रिजेक्ट कर सकता है ना तो अमेंड कर सकता है तो ऑप्शन नंबर सी यहां पे सही आंसर होगा नाउ विद रेफरेंस टू द नो कॉन्फिडेंस मोशन व्च ऑफ़ द फॉलोइंग इज़ इनकरेक्ट यहां पे लिखा हुआ है अब ये नो कॉन्फिडेंस मोशन क्या होता है किस खेत की मौली होती है उसको भी समझ लेते हैं नो कॉन्फिडेंस मोशन इस तरह से कहीं पर भी कांशन में मेंशन नहीं है लेकिन अभी हम देखेंगे आर्टिकल नंबर 75 एक एक तरह की रिस्पांसिबिलिटी मतलब एक तरह की हा कलेक्टिव रिस्पांसिबिलिटी दे देता है हमारे मिनिस्टर्स को टुवर्ड्स द लोकसभा अब समझो है क्या वैसे तो हम 75 आर्टिकल पढ़ेंगे दो तरह के हमारे मोशन होते हैं सेंसर मोशन ठीक है सेंसर मोशन होता है और एक होता है नो कॉन्फिडेंस मोशन ठीक है नो कॉन्फिडेंस मोशन ठीक है नो कॉन्फिडेंस मोशन अंतर क्या होता है सेंसर मोशन में क्या होता है इट ये किसी एक ठीक है किसी एक मिनिस्टर या फिर एंटायस ऑफ मिनिस्टर के खिलाफ लाया जा सकता है ठीक है एंटायस ऑफ मिनिस्टर के खिलाफ लाया जा सकता है सेंसर मोशन नो कॉन्फिडेंस मोशन सिर्फ एंटायस ऑफ मिनिस्टर के खिलाफ ही लाया जा सकता है किसी एक मिनिस्टर के खिलाफ नहीं लाया जा सकता है दूसरा इसको लाने के लिए कुछ अप्रूवल की जरूरत नहीं है यहां पर अगर इसको आपने लाना है तो आपको 50 मेंबर्स का 50 लोगों का अप्रूवल लेकर आना पड़ेगा अब क्योंकि यहां पर आपने अप्रूवल ले लिया यहां पर नहीं लिया तो यहां पर आपको रीजंस बताने की जरूरत है कि किस लिए आप ला रहे हो और यहां पर क्योंकि आपने ले लिया है तो नो रीजंस की जरूरत यहां पे कोई रीजन बताने की जरूरत नहीं है यह अगर पास हो गया तो गवर्नमेंट नीड नॉट रिजाइन द गवर्नमेंट नीड नॉट रिजाइन गवर्नमेंट को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है और इस केस में गवर्मेंट मस्ट रिजाइन अब यह होते क्या चीज है वो समझिए जैसे कि सरकार जैसे पाकिस्तान में इमरान खार की इमरान खान की सरकार गिर गिर गई क्यों क्योंकि उसके पास नंबर नहीं थे नंबर नहीं थे मतलब सरकार चलाने के लिए जैसे कि चाहिए जैसे 543 डिवाइड बा 2 प् 1 ठीक है इतने नंबर्स चाहिए ठीक है कितना बैठेगा ये ये रफ बैठेगा भाई 272 273 के समथिंग है ना कि इतने जो सीट लेकर आएगा वही सरकार बनाएगा बहुमत की है ना ऐसे हम लोग सुनते हैं तो अगर यह नंबर नहीं होगा विपक्ष अगर लगा तो उस केस में व क्या कर सकता है यह मोशन ला सकता है अब सेंसर मोशन का मेन यह होता है कि भाई गवर्नमेंट को सेंसर करना कि भाई सरकार आप ढंग से चला नहीं पा रहे हैं आपके पास नंबर्स नहीं है तो इसलिए ये मोशंस को लाया जाता है इनमें डिफरेंसेस क्या होते हैं मैंने बता दिया नो कॉन्फिडेंस मोशन एक बड़ा होता है अगर यह पास हो गया ना तो सरकार को रिजाइन करना ही पड़ेगा जैसे कि हमने पाकिस्तान में देखा जैसे कि अभी मैंने आपको एग्जांपल्स दिए थे इंडिया में अटल बिहारी वाजपेई जी की गिरी 13 दिन में फिर 13 महीने में गिरी और भी सरकारें गिर चुकी हैं ठीक है तो यहां पे उसी के संबंध सवाल है सीजीएल 2022 में सवाल पूछा गया नो कॉन्फिडेंस मोशन अविश्वास प्रस्ताव जिसको बोलते हैं इट इज पास्ड इन द लोकसभा अब क्योंकि सिर्फ इसमें सरकार गिरने का खतरा होता है तो जहां पे भी सरकार गिरने का खतरा होता है वह सिर्फ चीज लोकसभा में ही हो सकती है इस चीज को ध्यान रखना है आपको ठीक है तो इफ इट इज पास्ड इन द लोकसभा काउंसिल ऑफ़ मिनिस्टर मस्ट रिजाइन फ्रॉम ऑफिस बिल्कुल सही है इनकरेक्ट पूछा है इट इज मूड फॉर असर्टिंग द कॉन्फिडेंस ऑफ़ लोकसभा इन द काउंसिल ऑफ़ मिनिस्टर इट कैन बी मूव्ड अगेंस्ट द एंटायस ऑफ़ मिनिस्टर ओनली बिल्कुल देखिए यह ठीक है काउंसिल ऑफ मिनिस्टर ओनली यह एक मिनिस्टर या फिर एंटायस है इट शुड स्टेट द रीजंस नो इसको रीजंस बताने की जरूरत नहीं है क्योंकि आपने पहले ही 50 मेंबर से अप्रूवल ले लिया तो रीजन बताने की जरूरत नहीं है एक और क्वेश्चन करते हैं हु अमंग द फॉलोइंग प्रेसा इड्स ओवर द जॉइंट सीटिंग ऑफ बोथ दस ऑफ पार्लियामेंट करिए इस क्वेश्चन को जल्दी से और कुछ क्वेश्चन है आगे भी है बट अब इसको देखेंगे पहले यह क्वेश्चन करिए जॉइंट सीटिंग के संबंध में आर्टिकल है जॉइन सिटिंग आर्टिकल 108 कब सिर्फ ऑर्डिनरी बिल के केस में आ सकती है ठीक है कौन लाता है मतलब बुलाता कौन है प्रेसिडेंट बुलाता है और प्रिसा इड कौन करता है लोकसभा का स्पीकर अब आते हैं पार्लियामेंट्री कमेटी क्वेश्चंस पे बट अभी तो हमने पार्लियामेंट्री कमेटी पढ़ी नहीं है तो पढ़ लेते हैं पार्लियामेंट्री कमिटीज पार्लियामेंट्री संसदीय समितियां बहुत इंपॉर्टेंट टॉपिक है बहुत इंपॉर्टेंट है ठीक है पार्लियामेंट्री कमिटीज दो तरीके की होती हैं एक तो होती है परमानेंट जिनको बोलते हैं स्थाई और दूसरी होती है टेंपरेरी एक होती है परमानेंट और दूसरी होती है टेंपरेरी परमानेंट वो इनको हम स्टैंडिंग कमिटीज के नाम से भी जानते हैं स्टैंडिंग कमिटीज और टेंपरेरी वो होती हैं जिनको कि हम एड हॉक कमेटी के नाम से भी जानते हैं एड हॉक कमेटी ठीक हमें इनके बारे में नहीं पढ़ना है क्योंकि यह बनती है बिगड़ जाती हैं नीड ऑफ एजेंसी जो टाइम पड़ता है कि इस कमेटी की जरूरत पड़ी बनी वो कमेटी टेंपररी तौर से और उसको खत्म कर दिया जाता है बट जो कोई परमानेंट ऐसा कोई मसला होता है वह चीज देखने के लिए तो परमानेंट कमेटी बनती है जिसको स्टैंडिंग कमेटी बोलते हैं स्टैंडिंग कमेटी में भी सिर्फ हमें फाइनेंशियल कमेटी पढ़ना है फाइनेंशियल कमिटीज और इसमें भी फाइनेंशियल कमिटी में तीन तरह की कमिटीज होती है एक तो होती है पब्लिक अकाउंट कमिटी दूसरी होती है एस्टीमेट कमिटी और तीसरी होती है कमिटी ऑन पब्लिक अंडरटेकिंग यह सिर्फ तीन तरह की कमिटीज के बारे में हमें पढ़ना है स्टार्ट करें चलिए तो यहां पर मैं लिख लेता हूं पब्लिक अकाउंट कमिटी ठीक है पब्लिक अकाउंट कमिटी दूसरी हमारी एस्टिमेट्स कमिटी इसको बोलते हैं हिंदी में प्राक्कलन समिति इसको बोलते हैं लोक लेखा समिति ठीक है एस्टीमेट कमिटी को पकल समिति बोलते हैं और यह हमारी कमिटी ऑन पब्लिक अंडरटेकिंग ठीक है पब्लिक अंडरटेकिंग में कमिटी है देखो इन तीनों कमिटीज में कुछ ना कुछ सिमिलरिटीज है सिमिलरिटीज क्या है सिमिलरिटी नंबर वन सब में जो मेंबर्स का टेनर होता नो मिनिस्टर कैन बी अ मेंबर सबसे पहली बात नो मिनिस्टर कैन बी अ मेंबर यानी एक मिनिस्टर मेंबर नहीं हो सकता एंड यू वेरी वेल नो कि मिनिस्टर है क्या यानी प्राइवेट मेंबर ही मिनिस्ट इसका मेंबर हो सकता है एंड यू वेरी वेल नो कि मिनिस्टर और प्राइवेट मेंबर में डिफरेंस क्या होता है सेम यहां पे भी सेम यहां पे भी यहां पे जो मेंबर्स होता है उनका जो टेनर होता है जो टर्म होता है वो एक साल का होता है यहां पे भी यहां पे भी इनको जिस हिसाब से चुना जाता है प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन से चुना जाता है ठीक है वह यहां पे भी है यहां पे भी है इनको विद इन दी हाउस ही चुना जाता है जो हमारा हाउस होता है वही चुनता है और इसका जो चेयरमैन है वो वहां का जो प्रिसा इडिंग ऑफिसर होता है ना उस हाउस का वो उसको चुन लेता है हम तो सब हाउस के अंदर हो रहा है ठीक है पार्लियामेंट्री कमिटीज ये कुछ सिमिलरिटीज है अब कुछ डिफरेंसेस की बात कर लेते हैं क्या डिफरेंसेस हैं तो डिफरेंस नंबर वन ये तो सिमिलरिटीज हो गई तो इसको हमने सेम क्लर से कर दिया अब इसको यहां पे देखो पब्लिक अकाउंट कमिटी में मैक्सिमम 22 मेंबर्स हो सकते हैं 22 मेंबर्स इनका डिवीजन होगा 15 लोकसभा से आएंगे और सात राज्यसभा से आएंगे 15 लोकसभा से और सात राज्यसभा से यहां पे 30 मेंबर हो सकते हैं 30 मेंबर्स हो सकते हैं और सारे के सारे ऑल फ्रॉम लोकसभा ऑल फ्रॉम लोकसभा या फिर ऐसा करते हैं रुकिए वहां पे सिमिलरिटीज लिख ले यहां पे डिफरेंसेस लिख लेते हैं हम लोग ठीक है पब्लिक अकाउंट कमिटी यहां पे लिख लेता हूं एस्टीमेट कमिटी और यहां पे लिख लेते हैं कमिटी ऑन पब्लिक अंडरटेकिंग ठीक है अब यहां पे हम लोग पढ़ रहे हैं डिफरेंसेस इनमें डिफरेंसेस क्या होते हैं सिमिलरिटीज हमने पढ़ ली तो पहला तो इसमें 22 मेंबर्स होते हैं 15 लोकसभा से आएंगे और सेवन राज्यसभा से आएंगे ठीक है 15 फ्रॉम लोकसभा एंड सेवन फ्रॉम राज्यसभा एस्टीमेट कमिटी की अगर बात करें 30 मेंबर हो सकते हैं मैक्सिमम और ऑल फ्रॉम लोकसभा होंगे यानी कि राज्यसभा से इसमें कोई रिप्रेजेंटेशन नहीं होता और इट इज वेरी इंपॉर्टेंट और इन तीनों कमेटी में सबसे बड़ी कमेटी होती है एस्टीमेट कमिटी बिकॉज़ पब्लिक अंडरटेकिंग में भी मैक्सिमम 22 मेंबर हो सकते हैं अगेन 15 और सेवन का इसमें होता है 15 फ्रॉम लोकसभा एंड सेवन फ्रॉम राज्यसभा जो पब्लिक अकाउंट कमिटी है यह गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट जो आया था 1919 उसके बेसिस पे बनी थी सबसे पहले 1921 इसके बेसिस पे बनी थी 1921 में बनी थी सबसे पहले एस्टीमेट कमिटी प्राकलर समिति पोस्ट इंडिपेंडेंस पहली बात तो य याद रखिएगा आप इसमें ये जॉन मथाई कमेटी के रिकमेंडेशन प बनी थी ठीक है जॉन मथाई कमिटी के रिकमेंडेशन प बनी थी और कब 1950 में पोस्ट इंडिपेंडेंस सबसे पहले बनी थी ये ध्यान रखना इस पे क्वेश्चन आ चुका है और पब्लिक अंडरटेकिंग की अगर बात करें तो यह बनी थी कृष्णा मेनन कमेटी के रिकमेंडेशंस पे ठीक है कृष्णा मेनन की कमेटी के रिकमेंडेशन पे इनमें से सबसे बड़ी कौन है इस ये है और इसका जो चेयरमैन है वो लोकसभा से ही हो सकता है चेयरमैन ओनली फ्रॉम लोकसभा मेंबर्स राज्यसभा से हो सकते हैं लेकिन चेयरमैन सिर्फ लोकसभा से होगा यहां पे सारे मेंबर्स लोकसभा से होंगे ध्यान रखिए इस चीज को ठीक है ये इनके बीच में सिमिलरिटीज है इस पर्टिकुलर स्लाइड में सिमिलरिटीज है और वहां पे डिफरेंसेस हैं खत्म किसी को कोई डाउट इसमें किसी को कोई डाउट और अगर पूछ ले आपसे कभी गलती से कि डिपार्टमेंटल रिलेटेड कमिटीज क्या होती हैं ठीक है तो एक होती है हमारी डिपार्ट डि मेंटल रिलेटेड स्टैंडिंग कमिटीज डिपार्टमेंटल रिलेटेड स्टैंडिंग कमिटीज यह टोटल आपकी 24 होती है टोटल 24 कमिटीज होती हैं जिसमें कि 16 लोकसभा से निकलती हैं और आठ राज्यसभा से निकलती हैं और इसमें जो मेंबर की संख्या होती है मेंबर्स की जो संख्या होती है वह 31 होती है 31 होती है इसमें फर्द डिवीजन नहीं बताऊंगा आपको कि 21 लोकसभा से और 10 राज्यसभा से बस इतना याद रखना 31 होते हैं तो एस्टीमेट कमिटी से एक मेंबर ज्यादा होता है बट ये उतना ज्यादा पूछता है नहीं ठीक है ये भूल नहीं सकते आप क्योंकि ये बहुत पूछता है आई होप ये सब चीजें आपकी हो गई होंगी क्लियर तो अगर क्लियर है तो जरा इस क्वेश्चन को अटेंप्ट करके आंसर बता दीजिए जल्दी से क्या आंसर होगा इसका सर विल यू प्रोवाइड द नोट्स ऑफ दीज वन शॉट्स ऑन एप नॉट नहीं इसके नोट्स नहीं मिलेंगे ठीक है इसके नोट्स नहीं अब इसके नोट्स क्या आप इसके नोट्स अपने अकॉर्डिंग बनाओ ना बिकॉज ये रिवीजन सेशन एक तरह का है तो आप इसके नोट्स अपने नीट बाकी पीपीटी पूरा स्लाइड ये सब आपको परमार एसएससी टेलीग्राम पे मिलेगा सब कुछ ठीक है नोट्स नहीं क्योंकि थोड़ा सा यह भी रीजन है कि जो नोट्स इस समय आपके बना रहे थे उनकी तबीयत काफी ज्यादा खराब है इस समय ठीक है स दस ल आर कांशन एससी विजन बिल्कुल यह क्या है कि हमारे कांस्टिट्यूशन में इनके उसके बारे में है जैसे कि अगर हम बात करें एक होती है हमारी कैबिनेट कमिटी तो वो नहीं है कांशन में ठीक है चलिए तो अगर हम बात करें पलि ट्री कमिटी मिनिस्टर कैन नॉट बी मेंबर ऑफ द बिल्कुल ये तो सिमिलरिटी होती है सभी कमिटीज में पूछा क्या है करेक्ट पूछा है ना तो ये सही होगा आपका द मेंबर्स ऑफ एस्टीमेट कमिटी आर नॉमिनेटेड बाय द स्पीकर ऑफ द लोकसभा सही है ठीक है या तो अगर मान लो इसमें डाउट है क् कुछ कमिटीज होते हैं जिसमें हाउस खुद ही चुन लेता है तो मान लेते हैं इस पे थोड़ा सा संशय में ठीक है अ मिनिस्टर अ मिनिस्टर कैन बी अ मेंबर ऑफ एस्टीमेट कमिटी इफ ही इज नॉमिनेटेड बाय दी स्पीकर अ मिनिस्टर कैन बी अ मेंबर ऑफ मिनिस्टर किसी भी कमिटी का मेंबर नहीं हो सकता चाहे कुछ भी हो जाए सी नहीं होगा तो यह गया यह गया यह गया ए अपने आप सही हो गया सिर्फ तो अ मेंबर ऑफ दी कमिटी ऑन पब्लिक अंडरटेकिंग विल हैव अ टेनर ऑफ़ टू इयर्स नहीं देखिए यहां पे मैंने आपको बताया था यहां पे सिमिलरिटी बताई थी एक साल का टन होता है ये सिमिलरिटी है ठीक है तीनों तो यह भी आपका गलत हो गया और मेंबर ऑफ़ एस्टीमेट कमिटी आर नॉमिनेटेड बाय स्पीकर नहीं तो स्पीकर नॉमिनेट इस केस में नहीं करता या जो लोकसभा का जो लोकसभा होती है व खुद ही आपस में चुन लेती है ठीक है जो इस कमेटी का जो चेयरमैन होगा स्टीमेट कमेटी का उसको स्पीकर चुन लेगा उसको स्पीकर चुन लेगा बट लोकसभा के जो मेंबर्स है वो आपस में ही चुनेंगे खुद को ठीक है स्पीकर नॉमिनेट नहीं करेगा हम आगे बढ़ते हैं अब क्या है हमारा अगला स्लाइड अब क्या पढ़ना है अब आते हैं चैप्टर थ्री चैप्टर थ्री ऑफ पार्लियामेंट ठीक है चैप्टर थी टॉक्स अबाउट ओनली वन आर्टिकल दैट इज आर्टिकल 12थ दैट टॉक्स अबाउट ऑर्डिनेंस पावर ऑफ द प्रेसिडेंट तो राष्ट्रपति क्या करता है हमारा रेसेस के टाइम पे व्हाट इज रेसेस रेसेस इट्स ड्यूरेशन बिटवीन दी ड्यूरेशन बिटवीन टू सेशंस ऑफ पार्लियामेंट दो सेशन जो होते हैं पार्लियामेंट के उनके बीच का जो ड्यूरेशन होता है उसको हम बोलते हैं रेसेस तो रेसेस के टाइम पे कोई ऐसी इमरजेंसी आन पड़ी कि भाई इस चीज पे लॉ क्रिएट करना है जल्दी से जैसे कोविड के टाइम पे मान लो कि कुछ हेल्थ के संबंधी कोई लॉ क्रिएट करना था उस समय सत्र नहीं था सदन नहीं थे लोकसभा राज्यसभा नहीं थे तो उस समय ऐसे केसेस में प्रेसिडेंट अपने लेजिस्लेटिव पावर का यूज कर सकता है और लॉ बना सकता है लॉ वो सिर्फ उसी लिस्ट में बना सकता है जिस लि पे हमारा पार्लियामेंट लॉ बना सकता है ठीक क्लियर अब बात ये आती है कि अगर मान लेते हैं लोकसभा राज्यसभा में सिर्फ एक सदन ही मतलब एक हाउस ही नहीं है सेशन में दूसरा वाला है तो तो ला सकता है प्रेसिडेंट ऑर्डिनेंस बताइए आपसे क्वेश्चन पूछता हूं लोकसभा राज्यसभा में सिर्फ दोनों देखो ये तो अभी मैंने बोला दोनों हाउस रेस में दोनों नहीं तो दोनों हाउस नहीं है अगर सेशन में तो ला सकता है मान लो एक नहीं है सिर्फ लोकसभा राजसभा में कोई एक नहीं है तब तब भी ला सकता है क्यों क्योंकि अगर किसी बिल को एक्ट बनना है तो दोनों उससे पास होना है दोनों में से अगर एक भी नहीं होगा तो भी ला सकते है ऑर्डिनेंस और ऑर्डिनेंस का वही पूरा फोर्स रहेगा जो एक तरह से किसी ऑर्डिनरी लॉ का होता है जो पार्लियामेंट बनाती है लेकिन फर्स्ट थिंग टू बी नोटे माय लॉर्ड वो यह है कि यह आपकी पैरेलल पावर नहीं है ध्यान से सुनते रहो पैरेलल इट इज नॉट अ पैरेलल पावर पैरेलल पावर का मतलब ये नहीं कि लोकसभा राज्यसभा दोनों सदन में चल रहे हैं और भाई साहब प्रेसिडेंट अपना अलग से कोई बिल ले आ रहे हैं तो इसका मतलब पैरेलल पावर नहीं दूसरी चीज यह है कि जब ये लोग सेशन में आ जाएंगे ना दोनों लोग तो उसके 6 हफ्ते के अंदर उस बिल को टेबल करना पड़ेगा पार्लियामेंट में अगर अप्रूव कर दिया तो ठीक अगर अप्रूव नहीं किया तो वहीं खत्म हो जाएगा तो इसीलिए इसकी जो मैक्सिमम लाइफ है ना इसकी जो मैक्सिमम लाइफ है वो 6 महीने और छ हफ्ते हो सकती है अब आप पूछो कैसे छ हफ्ते और छ महीने 6 महीने दो सदन के बीच दो सदनों के सत्रों के बीच की यानी रेसेस पीरियड छ महीने से ज्यादा का नहीं हो सकता अभी हम देखे थे पहली चीज और छ हफ्ते के अंदर रखना होगा उसको तो अगर पार्लियामेंट उसको अप्रूव नहीं करती है तो उसकी मैक्सिमम लाइफ हो सकती अगर अप्रूव नहीं करती अगर अप्रूव कर देती तो फिर तो लाइफ तो फिर उसकी कितनी एक्सटेंड हो सकती है क्लियर है ठीक यहां तक आई होप सभी को क्लियर होगा तो यहां पर होता है हमारा खत्म और यहां से आर्टिकल ं यानी कि चैप्टर नंबर फोर स्टार्ट होता है ब हम चैप्टर नंबर फोर नहीं देखेंगे हम चैप्टर नंबर फोर नहीं देखेंगे हम देखेंगे कुछ और यह चैप्टर फोर नहीं देखेंगे हम लोग हम लोग दे देखेंगे अब पढ़ेंगे यूनियन एग्जीक्यूटिव के बारे में ठीक है यानी चैप्टर वन इसके बाद हम लोग चैप्टर फोर प आएंगे जैसे कि मैंने आपको बताया था चैप्टर वन पर आते हैं और एक चीज चलो अभी मैं बता दूंगा कि गवर्नर का यहीं पर पढ़ लेते हैं क्यों हम गवर्नर तक जाएंगे बाकी गवर्नर भी पढ़ेंगे हम लोग तो गवर्नर का भी पढ़ लेंगे अभी ऑर्डिनेंस वो आर्टिकल 213 के तहत ला सकता है बस इतना आर्टिकल उसको याद करने की जरूरत है बाकी ऐसा कुछ एच एक्स्ट्रा इंपॉर्टेंट ऐसा कुछ नहीं है ठीक है अब आते हैं चैप्टर वन प थोड़ा सा पानी ले लेते हैं चैप्टर वन बात करता है यूनियन एग्जीक्यूटिव की संघ की कार्यपालिका की बात करता है चैप्टर वन यूनियन एग्जीक्यूटिव यूनियन एग्जीक्यूटिव सबसे पहले तो यह क्वेश्चन पूछेगा इसमें आता कौन-कौन है तो प्रेसिडेंट आता है वाइस प्रेसिडेंट आता है प्राइम मिनिस्टर आता है प्लस काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स आते हैं प्लस अटॉर्न जनल आता है कई बार हम अटॉर्नी जनरल को इग्नोर कर देते हैं बट अटॉर्नी जनरल की महान्यायवादी राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति प्रधानमंत्री मंत्री परिषद और महान्यायवादी यह पार्ट होते हैं यूनियन एग्जीक्यूटिव के स्टार्ट करते हैं प्रेसिडेंट के बारे में पढ़ना पहला आर्टिकल देर शैल बी अ प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया पहला तो हमारा आर्टिकल यही बोलता है कि भारत का एक राष्ट्रपति होना चाहिए ठीक है और एक चीज ये आपको बताना चाहिए कि प्रेसिडेंट इज द हेड ही इज द हेड ऑफ इंडियन यूनियन ठीक है या फिर पूरे देश का कंट्री का यह मुखिया होता है एंड ही इज़ आल्सो द सुप्रीम कमांडर ऑफ़ ऑल द डिफेंस फोर्सेस ऑफ़ ऑल डिफेंस फोर्सेस डिफेंस फोर्सेस का मतलब इंडियन आर्मी नेवी और एयरफोर्स जो सीआरपीएफ सीएसएफ और यह सब होती हैं यह सब हमारी सीआपीएफ होती हैं सेंट्रल आर्न पुलिस फोर्सेस जो कि मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स के अंडर आती हैं ठीक है तो यहां पे सुप्रीम कमांडर ऑफ़ ऑल डिफेंस फोर्सेस की बात हो रही है ठीक आर्टिकल 53 एग्जीक्यूटिव पावर ऑफ़ द यूनियन शैल वेस्ट इन दी प्रेसिडेंट क्या है ये आर्टिकल सर आर्टिकल बस यह कि जो पूरी संघ की जो कार्यपालिका की जो शक्ति है कार्यकारी शक्ति है वह राष्ट्रपति में निहित होती है किस पे वह राष्ट्रपति में निहित होती है यानी कि कुछ भी काम होगा एक तरह से अगर हम बोले तो वो राष्ट्रपति के नाम पे होता है बस सिंपल सी बात इतनी है कि जितने भी कार्यकारी शक्ति है संघ की वो राष्ट्रपति में नहीं थे है 54 इलेक्शन ऑफ प्रेसिडेंट की बात करता है इसके चुनाव की बात करता है तो इसका चुनाव किस-किस तरह से होता है वो ध्यान से समझिए कि इसके इलेक्शन में कौन-कौन हिस्सा लेता है और कौन-कौन नहीं लेता है यानी कि यहां पे हम इसके बात करेंगे इलेक्टोरल कॉलेज की इलेक्टोरल कॉलेज की बात करेंगे यानी हु पार्टिसिपेट इन द इलेक्शन ऑफ प्रेसिडेंट तो इसका आंसर है इन शॉर्ट इलेक्टेड एमपीज प्लस एमएलएस सिंपल बस इस फॉर्मूले को आपको याद रखना है फिर इस चीज को याद रखना है कि इलेक्टेड मेंबर ऑफ पार्लियामेंट्स यानी इलेक्टेड सांसद और इलेक्टेड एमएलए एंड इलेक्टेड विधायक लोग यानी इसमें नॉमिनेटेड मेंबर्स डू नॉट टेक पार्ट ठीक है नॉमिनेटेड मेंबर्स डू नॉट पार्टिसिपेट इन दी इलेक्शन ऑफ प्रेसिडेंट इज दैट क्लियर बस इतना ही है 55 किसके बात करते है मैनर ऑफ इलेक्शन ऑफ प्रेसिडेंट किस तरह से इसका इलेक्शन होगा इसकी बात करता है तो अगर मैनर की बात करें तो यह इनडायरेक्ट इलेक्शन होता है जैसे कि राज्यसभा में इलेक्शन हो रहे थे इनडायरेक्ट इलेक्शन अप्रत्यक्ष चुनाव होता है इसमें आपका प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन जैसे कि राज्यसभा में हो रहा था ठीक है प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन प्लस सिंगल ट्रांसफरेबल वोट अनुपातिक प्रतिनिधित्व और एकल संक्रमण मत से इसका चुनाव होता है ठीक और यही अगर हम बात करें कोटा भी दिया रहता है ठीक है कोटा बाकी वो आपको याद करने की जरूरत है नहीं वैसे अगर पूछ ले तो टोटल टोटल यहां पे आपकी सीट्स ठीक है अपॉन टोटल जितने लोग चुनाव लड़ रहे हैं ठीक है नंबर ऑफ यहां पे कैंडिडेट नंबर ऑफ कैंडिडेट्स अपॉन यहां पे हो गया टोटल वोट्स ऊपर हो गया टोटल वोट्स नंबर ऑफ कैंडिडेट डिवाइड बाय 2 प् 1 ठीक है एंड प्लस वन इस तरह से आपका कोटा निकाला जाता है कि भाई अगर आपको टोटल मतलब यहां पे टोटल वोट्स ठीक है तो अगर आपको वोट मतलब चुनाव जीतना है तो यह कोटा आपको सिक्योर करना पड़ेगा इनडायरेक्ट इलेक्शन होता है और प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन प्लस सिंगल ट्रांसफरेबल वोट से इलेक्शन होता है 56 टर्म ऑफ ऑफिस ऑफ प्रेसिडेंट तो टर्म कितने होता है टर्म इसका होता है 5 साल का ठीक है फाइव इयर्स का टर्म होता है प्रेसिडेंट का बाकी रेजिग्नेशन की बात करें तो ध्यान रखना यहां पे कि प्रेसिडेंट और वाइस प्रेस जो प्रेसिडेंट का रेजिग्नेशन है और वाइस प्रेसिडेंट का जो रेजिग्नेशन है उसी तरह से काम करता है जिस तरह से स्पीकर और डेप्युटी स्पीकर का रेजिग्नेशन काम करता था कि स्पीकर रेजिग्नेशन अपना डेप्युटी स्पीकर को देता है डेप्युटी स्पीकर स्पीकर को दे देता है उसी तरह प्रेसिडेंट वाइस प्रेसिडेंट को देता है और वाइस प्रेसिडेंट प्रेसिडेंट को दे देता है बस आप इसको इतनी चीज याद रखना ठीक है कि रेजिग्नेशन कौन किसको देता है टर्म 5 साल का होता है 57 एलिजिबिलिटी ऑफ फॉर रीइलेक्शन एनी नंबर ऑफ टाइम्स एनी नंबर ऑफ टाइम्स अगर हम बात करें यूएसए में तो यूएसए में यह होता है कि कोई भी प्रेसिडेंट यूएसए का सिर्फ मैक्सिमम दो बार बन सकता है बट हमारे यहां पे एनी नंबर ऑफ टाइम 58 क्वालिफिकेशन फॉर इलेक्शन एज प्रेसिडेंट क्वालिफिकेशन तो क्वालिफिकेशन है शुड बी सिटीजन ऑफ इंडिया ठीक है भारत का नागरिक हो वो दूसरा उसकी ए 35 यर्स हो ठीक है लोकसभा में हमने 25 पढ़ी थी राज्यसभा में 30 और प्रेसें केस में 35 होती है 35 होती है और तीसरा यह है ही शुड बी क्वालिफाइड यह बहुत इंपॉर्टेंट है ही शुड बी क्वालिफाइड टू बी इलेक्टेड एज अ मेंबर ऑफ लोकसभा इट इज वेरी इंपॉर्टेंट तो ये हमने क्यों चीज को ऐड किया तो हमने इस चीज को हो सकता है इसलिए ऐड कर दिया हमारे कॉन्स्टिट्यूशन मेकर ने कि भाई अगर हमने इस चीज को ऐड कर दिया तो अपने आप लोकसभा की जो क्वालिफिकेशन अपने आप वहां यहां पे आ जाएंगे हमें अलग से ऐड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी अगर हम इस चीज को ऐड कर देंगे कि ही शुड बी क्वालिफाइड टू बी इलेक्टेड एज अ मेंबर ऑफ लोकसभा अब लोकसभा का मेंबर चुने जाने के लिए अगर एज की बात करें तो 25 इयर्स ऑफ एज होती है लेकिन एज यहां पे अलग है तो इसीलिए एज को अलग से यहां पे मेंशन कर दिया गया एंड दैट इज 35 इयर्स और बाकी सारी चीजें आपकी लोकसभा वाली यहां पे रहेंगी ठीक 59 पे कंडीशन ऑफ प्रेसिडेंट ऑफ ऑफिस तो कंडीशन क्या है कंडीशन ये होती हैं कि वो किसी अ हाउस का मेंबर ना हो किसी हाउस का मेंबर ना हो अब हाउस से मेरा मतलब है यहां पे पार्लियामेंट का या कोई हाउस या फिर स्टेट लेजिसलेच्योर होल्ड करने से पहले वहां से उसको रिजाइन कर देना है किसी भी हाउस का मेंबर ना होना चाहिए ठीक है यहां पर इसको मैं सही कर देता हूं किसी भी हाउस का मेंबर वह नहीं होना चाहिए क्लियर अब आते हैं आर्टिकल नंबर 60 टॉक्स अबाउट थ बाय द प्रेसिडेंट तो ओथ इसको कौन दिलाता है प्रेसिडेंट को तो ओथ यानी कि शपथ दिलाने का काम करता है हमारा जो सीजीआई होता है चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ओ दिलाता है इनको ठीक है अगर यह नहीं होंगे तो सीनियर मोस्ट जज ठीक है सीनियर मोस्ट जज ऑफ हाई कोर्ट नॉट हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट सॉरी ठीक है तो सीनियर मोस्ट जज ऑफ सुप्रीम कोर्ट आर्टिकल नंबर 61 वेरी इंपोर्टेंट दिस टॉक्स अबाउट द प्रोसीजर फॉर इंपीच मेंट ऑफ प्रेसिडेंट इंपीच मेंट क्या होता है इसको बोलते हैं महाभियोग राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने की प्रक्रिया तो प्रेसिडेंट को अगर हमें रिमूव करना होता है तो उसको हम इंपीच मेंट बोलते हैं इंपीच मेंट का एक प्रोसेस होता है जो फॉलो करना पड़ता है वो प्रोसेस क्या होता है और उसमें कौन-कौन हिस्सा लेता है तो प्रोसेस इसका यह है कि सबसे पहला सबसे पहली चीज तो यह है कि ये किसी भी हाउस में आ सकता है लोकसभा या फिर राज्यसभा दोनों को इक्वल पावर होती है प्रेसिडेंट के इंपीच मेंट के केस में जिस भी हाउस में आ रहा है वहां के थ मेंबर्स थ मेंबर क्या करेंगे इसको पहले साइन करेंगे अगर लाना है तो ठीक 1 मेंबर साइन करेंगे और यह फिर प्रिसा इडिंग ऑफिसर के पास जाएगा पीठा सन अधिकारी के पास जाएगा अगर लोकसभा में आ रहा है तो स्पीकर और अगर राज्यसभा में आ रहा है तो चेयरमैन और वह प्रिसा इडिंग ऑफिसर अगर एग्री कर गया देन यह हाउस जिस भी हाउस में आया था वह उसको स्पेशल मेजॉरिटी से पास करवाएगा विशेष बहुमत से यह कैसी बहुमत होती है स्पेशल मेजॉरिटी तो ये होती है ऑफ द देन मेंबर ऑफ इसका मतलब होता है मेजॉरिटी ऑफ मेजॉरिटी ऑफ द मेंबरशिप ऑफ हाउस मेंबरशिप ऑफ हाउस इफेक्टिव मेजॉरिटी क्या ती है ऑफ ऑल द देन मेंबर उस समय कितने मेंबर जैसे 550 इसकी मेंबरशिप है लोकसभा की लेकिन अभी है कितने 543 543 तो वो हो गया इफेक्टिव मेजॉरिटी स्पेशल में क्या है पूरी मेंबरशिप का यहां पे हमें मेजॉरिटी लेना है दैट इज व्ट कॉल्ड एज स्पेशल मेजॉरिटी ठीक है स्पेशल मेजॉरिटी से अगर एक हाउस ने पास करवा दिया दूसरे हाउस में जाएगा ठीक है सेकंड हाउस में जाएगा वह उसको भी स्पेशल मेजॉरिटी से पास करवाना होगा और अगर ऐसा हो गया तो प्रेसिडेंट का हो जाएगा इंपीच मेंट हो जाएगा महाभियोग ठीक आज तक किसी का इंपीच मेंट किसी भी प्रेसिडेंट का हुआ नहीं है महाभियोग और इंपीच मेंट में पार्टिसिपेट कौन-कौन करता है यह आपको पता होना चाहिए क्योंकि इस पे क्वेश्चन पूछ लेता है कि इसको इलेक्टोरल जिसका इलेक्टोरल कॉलेज होता है जो हमने देखा था आर्टिकल नंबर 54 में उसमें इलेक्टेड एमपीज प्लस एमएलएस थे बट इंपीच मेंट में आप आपको याद रखना है ऑल एमपीज सभी सांसद लोग होते हैं तो इंपीच मेंट इलेक्टोरल कॉलेज से अलग कैसे है हाउ इज इट डिफरेंस डिफरेंट तो डिफरेंस है क्याक वो देख लेते हैं डिफरेंस तो पहला डिफरेंस तो यह है कि इलेक्शन में इलेक्शन में एमएलएस होते हैं इलेक्शन में हमने एमएलएस देखे थे बट यहां पे इंपीच मेंट में नहीं होते हैं दूसरा हमने देखा था इलेक्शन में नॉमिनेटेड मेंबर नहीं थे तभी मैंने इलेक्टेड लिख दिया था देन ब्रैकेट लगाया था तो नॉमिनेटेड नहीं थे नहीं थे ठीक है बट यहां पे हैं क्यों क्योंकि यहां पे मैंने ऑल लिख दिया जब मैंने ऑल की बात कही तो इसमें इलेक्टेड भी आ गए प्लस नॉमिनेटेड भी आ गए इज दैट क्लियर क्लियर है सभी को तो आर्टिकल 61 भी हो गया 62 क्या होता है टाइम ऑफ होल्डिंग इलेक्शन टू फिल दी वैकेंसी इन द ऑफिस ऑफ प्रेसिडेंट एंड दी टर्म ऑफ ऑफिस ऑफ प्रेस पर्सन इलेक्टेड टू फिल कैजुअल वैकेंसी यानी कि प्रेसिडेंट ने अगर मान लेते हैं रिजाइन कर लिया फिर कोई किसी भी कारणवश वैकेंसी क्रिएट हुई अब वैकेंसी कैसे भी क्रिएट हो सकती है या तो उनकी आकस्मिक डेथ हो जाए या फिर वह रिजाइन कर दें रिजाइन किसको लिख के करें हमने देखा प्रेसिडेंट को या फिर इनका इंपीच मेंट हो जाए यानी इनको रिमूव कर दिया जाए ठीक है इन सभी केसेस में अगर ये प्रेसिडेंट जी जो हैं इनकी सीट वेकेंट हो जाती है तो विदन सिक्स मंथ्स ठीक है इलेक्शन करवाने पड़ेंगे और उस सीट को भरना पड़ेगा तब तक जब तक उस सीट को नहीं भरा जा रहा है तो वाइस प्रेसिडेंट एज प्रेसिडेंट एक्ट करेंगे और उनको पूरे पक्स एंड प्रिविलेजेस प्रेसिडेंट वाले ही मिलेंगे इज दैट क्लियर बताइए जल्दी से अब यहां पर देख लेते हैं ट्रिक ठीक है ट्रिक टू लर्न दी आर्टिकल्स ऑफ प्रेसिडेंट तो ट्रिक कुछ इस तरह से इंग्लिश में आप देख लीजिए कि प्रेम ठीक है प्रेम ऑन ट्रकिंग य प्रेम जी हो गए हमारे पी आर से हो गया प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया ठीक है ई से हो गया एग्जीक्यूटिव पावर ऑफ द यूनियन ई से हो गया इलेक्शन ऑफ प्रेसिडेंट एम से हो गया मैनर ऑफ इलेक्शन ठीक है प्रेम यहां पर प्रेम इसके बाद एक सेकंड य पर प्रेम के बाद ट्रेकिंग था ना सेकंड प्रेम ट्रेकिंग पर चलना है ठीक है प्रेम से आपने बोला कि प्रेम ट्रेकिंग पर चलना है ट्रेकिंग पर चलना है सो कम ऑन टाइम ट्रेकिंग हो गया कम ऑन टाइम कम ऑन टाइम ठीक है फिर कम इन टाइम या फिर कम को आप ऐसे लिख सकते हैं कम ठीक कम ऐसे लिख सकते हैं कम ऑन और यहां पर लिख सकते हैं कम ऑन या फिर कम इन लिख लीजिए कम इन टाइम ठीक है कम इन टाइम तो टी आर से यहां प हो जाएगा टर्म ऑफ ऑफिस ई से हो जाएगा एलिजिबिलिटी फॉर इलेक्शन ई से हो जाएगा एलिजिबिलिटी फॉर वही सेम यहां पर लिख दिया 57 एलिजिबिलिटी फॉर रीइलेक्शन एक ही यहां पे प्रेम ट्रेक ट्रैक में डबल ही नहीं होगा ठीक है ये इनकी च इनकी वजह से मैंने ट्रिक में थोड़ा सा चेंजेज कर दिए ये आपका दो बार हो गया ठीक है तो प्रेम ट्रैकिंग पे चलना है टी क्यू से हो जाएगा क्वालिफिकेशन कम से हो जाएगा कंडीशन ओ से हो जाएगा ओथ एन एफर्मेशन और आई से हो जाएगा इंपीच मेंट बाकी हिंदी वालों के लिए पता है मैंने आपको बताया था दैट इज पकानी ठीक है पकानी कोका पकानी कोका दयो दशम ठीक है दयो दशम ये ट्रिक है आपके हिंदी के लिए प से हो जाएगा राष्ट्रपति का जो पद है का से हो जाएगा कार्यपालिका का अध्यक्ष होता है नी से हो जाएगा इसके निर्वाचन के बारे में को से हो जाएगा कोटा ठीक है देख सकते हैं य आर्टिकल नंबर 53 है जो कि बात करता है पद के बारे में फिर कार्यपालिका का अध्यक्ष आर्टिकल में 54 निर्वाचन आर्टिकल 54 55 बात कर रहा था कोटा की ठीक है और मैनर ऑफ इलेक्शन की का का मतलब है वो कार्य कार्यपालिका का अध्यक्ष होता है ठीक है यहां पे क्या होता सॉरी ये कार्य कार्यपालिका का अध्यक्ष तो आपका आर्टिकल 54 ये आपका 50 कौन सा होगा ये टर्म की बात करता है कार्यकाल की बात करता है आपका आर्टिकल नबर 56 होगा दु से यहां पे होगा आपका दोबारा यानी कि पुनर निर्वाचन ठीक है रीइलेक्शन की बात करता है यो से यहां पे हो जाएगा योयो अनी सिंह नहीं ठीक है सिर्फ यहां पे द से आपको याद करना है और यहां पे द से है दशाएं दशाएं ठीक है कौन-कौन सी दशाओं में उसका व पुनर निर्वाचन हो सकता है और यहां पे शपथ ठीक है दशाएं हो गया य आर्टिकल नंबर 50 नाइन हो जाएगा कंडीशंस यह 50 यह 60 हो जाएगा जो ओथ की बात करेगा और यह है आपका महाभियोग ठीक है दिस इज योर इंपीच मेंट जो कि आर्टिकल नंबर 61 में है एंड वी वेरी वेल नो कि जो इंपीच मेंट है वो हम लोगों ने यूएसए के कांस्टिट्यूशन से लिया है ठीक है अमेरिका के संविधान से ये अभी हम लोग सोर्सेस ऑफ कांस्टीट्यूशन पढ़ेंगे तो वहां पे भी देखेंगे जल्दी से क्वेश्चंस ये नहीं करने आपको अभी रुक जाओ रुक जाओ रुक जाओ रुक जाओ वाइस प्रेसिडेंट स्टार्ट करते हैं बट बिफोर दैट एक बार मैं कमेंट चेक कर लेता हूं किसी कोई डाउट तो नहीं है सर एक पाच मिनट का ब्रेक अच्छा अच्छा अच्छा बस वाइस प्रेसिडेंट कर ले इसके बाद ब्रेक ले लेते हैं ठीक है वाइस प्रेसिडेंट छोटा सा है यार तेरा सुपरस्टार अच्छा चलो तो आर्टिकल नंबर 63 पे आते हैं द वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया आर्टिकल 63 बोलता है कि भारत का एक उपराष्ट्रपति होना चाहिए अभी कौन है जरा बताइए कमेंट में जल्दी से आर्टिकल 64 बोलता है द वाइस प्रेसिडेंट टू बी एक्स ऑफिशियल चेयरमैन ऑफ द कांसिल काउंसिल ऑफ स्टेट यानी कि जो भारत का उपराष्ट्रपति होगा वही राज्यसभा का पदेन सभापति होगा काउंसिल ऑफ स्टेट का मतलब क्या है राज्यसभा है ठीक है तो इसी वजह से हमने वो सारे आर्टिकल 79 से स्टार्ट किया था अब समझो काउंसिल ऑफ स्टेट यहां लिखता तो मुझे बताना पड़ता कि भाई काउंसिल ऑ स्टेट को नहीं और नहीं राज्यसभा ही है तो अभी आपको सब पता है ना आराम से 65 द वाइस प्रेसिडेंट टू एक्ट एज प्रेसिडेंट ऑ टू डिस्चार्ज हिज फंक्शन ड्यूरिंग कैजुअल वैकेंसी इन द ऑफिस और ड्यूरिंग द एब्सेंट ऑफ प्रेसिडेंट अगर राष्ट्रपति एब्सेंट है वेकेंट है दोनों केस में वाइस प्रेसिडेंट आ जाएगा और उसको सारे पर्क्स एंड प्रिविलेजेस प्रेसिडेंट वाले मिलेंगे इलेक्शन ऑफ वाइस प्रेसिडेंट यह कौन करता है तो यह वही करता है जो राष्ट्रपति को हटाता है कितना आसान है याद करना यानी प्रेसिडेंट को जो हटाता है वही वाइस प्रेसिडेंट को चुनता है और उसी तरह से चुनता है जिस तरह से प्रेसिडेंट को चुना जाता है कैसे इनडायरेक्टली इलेक्शन हो होगा इसका इनडायरेक्ट इलेक्शन होगा या नहीं हम लोग डायरेक्टली लोग यानी कि पीपल वोट नहीं करते हैं प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन प्लस सिंगल ट्रांसफरेबल वोट ठीक है सिंगल ट्रांसफरेबल वोट से चुना जाएगा एंड यहां पे जो वाइस प्रेसिडेंट होगा उसको ऑल एमपीज ऑल मेंबर ऑफ पार्लियामेंट यानी कि सभी सांसद चुनेंगे इसको ठीक है इसका इलेक्शन करेंगे जब रिमूवल की बात आएगी ठीक है टर्म ऑफ ऑफिस पहले देख लेते हैं टर्म ऑफ ऑफिस इसका वही अगेन फाइव इयर्स का होता है 5 साल का ठीक है जितना प्रेसिडेंट का होता है द टाइम ऑफ होल्डिंग इलेक्शन टू फिल वैकेंसी इन द ऑफिस ऑफ़ वाइस प्रेसिडेंट एंड द टर्म ऑफ ऑफिस ऑफ द पर्सन इलेक्टेड टू फिल कैजुअल वैकेंसी वही है कि 6 महीने के अंदर अगर कोई वैकेंसी क्रिएट हो गई है ड्यू टू आकस्मिक रीजन जैसे डेथ हो गया रिमूव कर दिया गया इन सब कारणों की वजह से लेकिन अगर मान लेते हैं कि नेचुरल तरह से जैसे कि प्रेसिडेंट का मान लेते हैं 5 साल का टर्म पूरा हो रहा है वाइस प्रेसिडेंट का 5 साल का टर्म पूरा हो रहा है तो वो टर्म पूरा होने से पहले ही आपको उस वैकेंसी उस नए राष्ट्रपति या नए उपराष्ट्रपति को चुन लेना है आर्टिकल 69 ओथ और एफर्मेशन की बात करता है यानी उपराष्ट्रपति द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान इनको शपथ कौन दिलाएगा बताइए जरा कमेंट में जल्दी से हु सिक्योर्स द ओथ और एफर्मेशन टू द वाइस प्रेसिडेंट तो इनको जो ओथ दिलाने का काम करेंगे वो प्रेसिडेंट दिलाएंगे अब प्रेसिडेंट के लिए कोई ऊपर इनके है नहीं प्रेसिडेंट से तो ऊपर कोई है ही नहीं ना हमारे पूरे एग्जीक्यूटिव में देखें तो इसलिए फिर उनको सीजीआई दिला रहे थे बाकी वाइस प्रेसिडेंट हो गए अभी हम देखेंगे सुप्रीम कोर्ट के जो जजेस है सीजीआई होंगे उनको भी सब प्रेसिडेंट ही दिलाएंगे डिस्चार्ज ऑफ प्रेसिडेंट फंक्शंस इन द अदर कंटिजेंट गया प्रेसिडेंट नहीं है तो वह डिस्चार्ज करेंगे नॉट इंपॉर्टेंट आर्टिकल रटने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है 71 मैटर्स रिलेटिंग टू और कनेक्टेड विद द इलेक्शन ऑफ़ प्रेसिडेंट और वाइस प्रेसिडेंट इसमें 71 वें नंबर आर्टिकल में यह लिखा हुआ है कि अगर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को का कोई मैटर हो गया इलेक्शन का कोई मैटर हो गया तो कौन देखेगा सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ठीक हमने देखा था अगर आपको याद हो कि अगर एमपीज का मेंबर ऑफ पार्लियामेंट का अगर हमारा कोई इलेक्शन का डिस्प्यूट होगा ठीक है हमने वहां पे देखा था अगर कोई सॉरी वहां अगर उनका कुछ इलेक्शन से रिलेटेड कुछ डिसक्वालिफाईज है याद आ रहा है आपको डिसक्वालीफिकेशन से कोई चीज संबंधित है कि यह इन इन मैटर्स पे जैसे अन डिस्चार्ज सॉल्वेंट ऑफिस ऑफ प्रॉफिट और अनसाउंड माइंड डिसक्वालीफाई कोई है या नहीं है वह कौन देख रहा था प्रेसिडेंट लेकिन इनके इलेक्शन का कोई अगर डिस्प्यूट होगा तो वह सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया देखेगा 72 यह बात करता है प्रेसिडेंट की पार्डनिंग पावर के बारे में बस 72 है 73 है बस 72 के बाद 73 और उसके बाद फिर ब्रेक और उसके बाद फिर हम लोग आएंगे अपने प्राइम मिनिस्टर और काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स पे ठीक है तो 72 बात करता है पावर ऑफ प्रेसिडेंट टू ग्रांट पार्डन सस्पेंड रिमेट कम्यूटर इन सर्टेन केसेस तो सर आर्टिकल 72 में हमने अभी तक पढ़ा था राष्ट्रपति की क्षमा शक्तियां पार्डनिंग पावर ऑफ प्रेसिडेंट हमने यही पढ़ा था अभी तक ये क्या लिखा हुआ है रेमिट कम्यूटर समझो देखो अ इसमें पार्डनिंग पावर है ठीक है प्रेसिडेंट हमारा पार्डन कर सकता है किसी भी किसी भी सजा को कम्यूटर सकता है ठीक है उसको रिमिशन कर सकता है रिमिशन कर सकता है उसको रिस्पा इट कर सकता है रिस्पा इट कर सकता है या फिर उसको रिप कर सकता है पहले तो मैं आपको यह चीज बता दूं ध्यान से कि आपके लिए इतना ही इंपॉर्टेंट है कि आर्टिकल 72 में प्रेसिडेंट का पार्टिंग पावर दिया गया है और ऐसे ही हमारा गवर्नर है जरा बताइए उसका किस आर्टिकल में दिया हुआ है यहां पर मैं लिख देता हूं य पर लिख देता हूं गवर्नर का ठीक है तो राज्यपाल का अनुच्छेद नंबर 161 में है ठीक है राज्यपाल यानी कि जो हमारा गवर्नर है उसका आर्टिकल नंबर 161 में लिखा हुआ है क्या पार्डनिंग पावर के बारे में ठीक अब इनके बीच में थोड़े से डिफरेंसेस होते हैं पहले वो समझ लेते हैं देन पार्डन क्यूट रिमिशन और रेस्पेक्ट और प्राइव प आते हैं ठीक है एक सेकंड रुकना चार्जर लगाना पड़ेगा मुझे ठीक है तो डिफरेंसेस प्रेसिडेंट के पार्डनिंग पावर और गवर्नर के पार्डनिंग पावर में सिर्फ कुछ ही होते हैं वो कुछ क्या डिफरेंसेस है पहला डिफरेंस तो यह है कि गवर्नर कैन नॉट पार्डन डेथ सेंटेंस ठीक है गवर्नर कैन नॉट पार्डन डेथ सेंटेंस यानी जो गवर्नर है वह मृत्युदंड में क्षमा क्षमादान नहीं दे सकता है और दूसरा यह है कि गवर्नर जो है वह मार्शल लॉ के केस में या फिर मार्शल हां व मार्शल लॉ के केस में यह पार्डनिंग पावर का यूज नहीं कर सकता है मतलब मार्शल लॉ क्या होता है जब भी जो डिफेंस फोर्सेस के जो पर्सनल होते हैं जो फोर्सेस के पर्सनल्स होते हैं उनकी अलग से वहां पर कोर्ट बैठती है जैसे कि हमारे जो जो पार्लियामेंट होती है उनको अगर सजा देना होता जैसे कि हमारे बीजेपी के जो एमपी ने कुछ शब्दों का प्रयोग किया दूसरे एमपी के लिए तो कोर्ट सजा नहीं देगा हाउस देगा उसी तरह जैसे कि कोई अगर मान लो डिफेंस फोर्स के अंदर आर्मी नेवी और एयरफ फोर्स के अंदर कुछ ऐसी हरकत करता है तो उसको मार्शल लॉ के तहत मार्शल कोर्ट्स होती हैं वो पनिश करती हैं तो उसको लेके अगर किसी को अपील करना है कि हमें क्षमा चाहिए मतलब वो वो क्षमा नहीं दे रहे हैं देन उस केस में वो सिर्फ प्रेसिडेंट के पास ही जा सकता है क्यों क्योंकि ही इज द सुप्रीम कमांडर ऑफ ऑल द डिफेंस फोर्सेस गवर्नर उस केस में नहीं कर सकता बारी बाकी सारे मामलों में प्रेसिडेंट और गवर्नर की जो पावर्स हैं वो सेम है पार्डनिंग पावर की बात कर रहा हूं बाकी दोनों मसलों में प्रेसिडेंट और गवर्नर की पार्डनिंग पावर सेम है यह चीज आपसे पूछेगा और अगर इसे एक स्टेप और आगे जाएगा तो इसके बारे में पूछ सकता है इनका मतलब क्या है ध्यान से समझ लो और ऑर्डर में कैसे याद रखना है इसको पार्डन का मतलब होता है जा सिमरन जी ले अपनी जिंदगी मतलब इसमें पूरे जो भी क्राइम्स हैं उसे अब्सोल्व कर देना क्षमा कर देना पूरी तरह से कि जाओ जाकर अपनी जिंदगी जी लो और जो भी तुम्हारे ऊपर केसेस लगे हुए थे जो भी चार्जेस लगे हुए थे सबसे बरी कर दिया तुमको कम्यूटर है चेंज इन फॉर्म ऑफ पनिशमेंट चेंज इन फॉर्म ऑफ पनिशमेंट कि हमने पनिशमेंट की फॉर्म चेंज कर दी अगर तुम्हें मृत्युदंड था तो हमने उसको चेंज कर दिया उम्र कैद में वो होता है कम्यूटर मिशन का मतलब क्या होता है चेंज इन फॉर्म चेंज इन फॉर्म होता है ड्यू टू ठीक है यहां पे सॉरी चेंज इन फॉर्म नहीं होगा सॉरी यहां पे चेंज इन फॉर्म था क म्यूट में यहां पे है कि ड्यूरेशन को आपने चेंज कर दिया चेंज इन ड्यूरेशन और चेंज इन एक्सटेंट ऑफ द द चेंज इन ड्यूरेशन ऑफ पनिशमेंट और एक्सटेंट ऑफ पनिशमेंट जैसे कि आपको 20 साल की सजा मिली थी तो हमने आपको उसको 15 साल या 10 साल का कर दिया यहां पे भी वही होता है चेंज इन ड्यूरेशन बट ड्यू टू हेल्थ रीजंस ड्यू टू हेल्थ रीजंस यानी आप मान लेते हैं कोई प्रेग्नेंट है वमन कोई बहुत बूढ़ा हो गया तो उस कारणों की वजह से अगर किसी की जो सजा उसको कम कर देना उसके ड्यूरेशन को कम कर देना उसको बोलते हैं रेस्पा इट और रिप्रीव होता है टेंपरेरी होल्ड लगा देना टेंपरेरी होल्ड लगा देना आपने सुना होगा जब किसी को फांसी होती तो पक्का वो क्योंकि हमारे इंडिया में तो इतनी जल्दी फलती किसी को फांसी होती नहीं जब बहुत ही एकदम एक्सट्रीम कोई कम क्राइम कर देता है तभी होती है तो आपने पक्का देखा होगा कि वो प्रेसिडेंट के पास अपील करता ही करता है फॉर श्यर तो अगर वो टेंपररी होल्ड लगा देता है उस केस में तो हम तो उसको रिप्रीव बोलते हैं यह तो बहुत ही रेयर होता है कि जा सिमरन जी ले अपनी जिंदगी मतलब अगर उसको फांसी की सजा फिर कुछ भी ऐसा मिलता है अब जरूरी नहीं कि जब फांसी की सजा मिले तो तभी वो प्रेसिडेंट के पास जा सकता है वो अगर उसको उम्र कैद मिली या फिर कुछ भी ऐसा मिला है तो प्रेसिडेंट के पास जा सकता है ठीक है ये है यहां पे मेन जो है बट गवर्न अगर डेथ सेंटेंस अगर मिला है फांसी की सजा मिली तो सिर्फ प्रेसिडेंट के पास ही जा सकते हैं गवर्नर के पास नहीं जा सकते हैं और अगर आप फोर्सेस में फोर्स ने आपको कुछ सजा सुनाई तो भी आप सिर्फ प्रेसिडेंट के पास जा सकते हैं गवर्नर के पास नहीं बाकी हर मैटर में प्रेसिडेंट और गवर्नर की सेम होती है पावर इसको याद कैसे रख सकते हैं स मैंने कैसे इसको याद रखा था तो पीसीएम एमएसपी पीसीएम यानी फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ और एमएसपी जो होता है मिनिमम सपोर्ट प्राइस हम लोग पढ़ते हैं तो पी सी अब इसके बाद सब आर आर आर ही है है ना तो या तो आर आर आर याद कर दो लेकिन फिर याद कैसे होगा कि रिमिशन पहले होगा देन रेस्पा इट देन डिप्राइव ये एम ये है एस और ये है पी एमएसपी पीसीएम और एमएसपी तो मुझे पता है पहले वाले में जा सिमन जीले अपनी जिंदगी है दूसरे में ये है कि चेंज इन फॉर्म कर दिया तीसरे में फॉर्म नहीं ड्यूरेशन कीम किया चौथे में भी ड्यूरेशन कम ही किया है और पांचवें में पर टेंपररी होल्ड लगा दिया है क्लियर है ये सबको और 73 बस पढ़ लेते हैं एक्सटेंट ऑफ एग्जीक्यूटिव पावर ऑफ द यूनियन दिया गया है कि जो कार्यपालिका का जो कार्य काकारी जो शक्ति है उसका विस्तार क्या है उसका कहां-कहां तक विस्तार है वो दिया हुआ है आर्टिकल नंबर 73 में यहां पर होता है हमारा एक तरह से एक प्रेसिडेंट वाला और वाइस प्रेसिडेंट वाला कंपोनेंट खत्म अब यहां पर आर्टिकल 74 से हम लोग स्टार्ट करेंगे लेकिन उससे पहले यहां पर आपको देता हूं दो-तीन मिनट का ब्रेक ठीक है बिकॉज आप लोग उसकी डिमांड कर रहे हैं क्लियर है यहां पे आरएस पावर ग्रेटर दन लोकसभा बताने वाले थे ठीक है अभी ये आपको बता देता हूं 78 तक बस इतना ही बाकी है खत्म पूरा हमारा पार्ट फाइव खत्म सॉरी पार्ट फाइव नहीं खत्म फिर सुप्रीम कोर्ट बचा रहेगा सिर्फ छोटा सा इसके इसको खत्म करने के बाद 78 वो मैं आपको बता दूंगा ठीक है चलिए दो मिनट का बस ब्रेक है पा मिनट का ब्रेक नहीं दो मिनट का ब्रेक है अभी ठीक है दो मिनट का नहीं डेढ़ मिनट का ब्रेक है ठीक है ज्यादा ब्रेक नहीं है छोटा सा ब्रेक है मिनी [संगीत] ब्रेक चलिए स्टार्ट करते हैं आर्टिकल नंबर 74 स्टार्ट किया जाए एक बार मैं कमेंट चेक कर लेता हूं चलिए आर्टिकल 74 काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स टू एड एंड एडवाइज द प्रेसिडेंट आर्टिकल 74 यह बोलता है कि देयर शैल बी अ काउंसिल ऑफ मिनिस्टर एक मंत्री परिषद होना चाहिए राष्ट्रपति की सहायता करने के लिए क्यों क्योंकि राष्ट्रपति बुढ़ा गया है तो राष्ट्रपति जो है अपने डिस्क्रीशन पर कोई भी काम नहीं करता है यह अपने डिस्क्रीशन प कोई भी काम नहीं करता यह हमेशा एडवाइस प काम करता है काउंसिल ऑफ मिनिस्टर इसके लिए एडवाइस के लिए हमेशा बैठे रहते हैं कुछ भी काम करेगा पार्डन पार्डन कर रहा है उसी के एडवाइस पे करेगा किसके काउंसिल ऑफ मिनिस्टर ऑर्डिनेंस क्रिएट कर रहा है काउंसिल ऑफ मिनिस्टर के एडवाइस पे करेगा सब कुछ करेगा नहाने जा रहा है काउंसिल ऑफ मिनिस्टर की एडवाइस प करेगा वो ठीक है सारे काम उसी के एडवाइस पे होंगे ठीक अब बात य आती है क्याय एडवाइस बाइंडिंग है इज इट बाइंडिंग इज इट बाइंडिंग क्वेश्चन य आता है तो आंसर है थोड़ा सा मिलाजुला एंड इट इज यस अगर हम बोले तो है क्या पहले यह पूरी तरह बाइंडिंग नहीं होता था फिर 4 सेकंड अमेंडमेंट आया इसने बोला बाइंडिंग है हां 4 से अमेंडमेंट ने बोला हां बाइंडिंग है ठीक 44 ने बोला जो 1978 में हुआ था कि एक बार लौटा सक एक बार लौटा सकता है प्रेसिडेंट लौटा सकता है प्रेसिडेंट एडवाइस को दोबारा में बाइंडिंग होगी ठीक है दोबारा में बाइंडिंग होगी तो एक तरह से अगर हम देखें तो यह एडवाइस बाइंडिंग किसने बनाई काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स की एडवाइस प्रेसिडेंट पे 42 अमेंडमेंट ऑफ 1976 आर्टिकल नंबर 75 प आते हैं ठीक है ये चीज क्लियर है देर शल बी अ काउंसिल ऑफ मिनिस्टर और यह भी पूरा अगर मैं इसको लिखूं तो इस तरह से य हमारा आर्टिकल देयर शैल बी अ काउंसिल ऑफ मिनिस्टर हेडेड बाय प्राइम मिनिस्टर हेडेड बाय प्राइम मिनिस्टर टू एड एंड एडवाइस टू एड एंड एडवाइज द प्रेसिडेंट ठीक अब यह जो टर्म है ना काउंसिल ऑफ मिनिस्टर हेडेड बाय प्राइम मिनिस्टर इसका मतलब है कि प्राइम मिनिस्टर इज दी हेड ऑफ गवर्नमेंट इज दी हेड ऑफ गवर्नमेंट ये सरकार का मुखिया होता है इसीलिए और क्योंकि जो सरकार का मुखिया होगा उसी के पास रियल पावर होगी तो प्राइम मिनिस्टर को हम रियल हेड बोलते हैं रियल हेड बोलते हैं किसको प्राइम मिनिस्टर को तो सर फेक हेड भी होता है क्या फेक नहीं होता है नॉमिनल होता है नॉमिनल हेड यह होता है प्रेसिडेंट क्योंकि एक्चुअल में पावर किसके पास है एक्चुअल में जो पावर है रियल पावर वह तो प्राइम मिनिस्टर के पास है और इसीलिए प्राइम मिनिस्टर को हम डी फैक्टो हेड के नाम से भी जानते हैं डी फैक्टो हेड ठीक और जो प्रेसिडेंट होता है उसको हम डी जूरे हेड बोलते हैं ठीक है डी जूरे हेड क्लियर है ये चीज यहां तक कि पीएम हम एक्चुअल में उसके पास रियल पावर होती है और प्रेसिडेंट के पास रियल पावर नहीं होती तो नॉमिनल हेड है प्रेसिडेंट हमारा हेड ऑफ द इंडियन यूनियन है प्राइम मिनिस्टर हेड ऑफ द इंडियन गवर्नमेंट है आर्टिकल 75 अदर प्रोविजंस ए टू मिनिस्टर इट इज वेरी इंपॉर्टेंट वेरी इंपॉर्टेंट बहुत बहुत इंपॉर्टेंट है 74 75 76 77 78 ये पांच आर्टिकल बहुत इंपोर्टेंट और इस आर्टिकल नंबर 75 में भी बहुत सारी चीज जैसे 75 सबक्लॉज वन बात करता है अपॉइंटमेंट की नियुक्ति की यह यह बोलता है कि प्राइम मिनिस्टर शैल बी अपॉइंटेड बाय ठीक है प्राइम मिनिस्टर शैल बी अपॉइंटेड बाय प्रेसिडेंट टू बी अपॉइंटेड बाई प्रेसिडेंट यानी प्रधानमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति करेगा अपॉइंटमेंट ठीक है एंड एंड अदर मिनिस्टर्स अगर हम बात करें अदर मिनिस्टर्स टू बी अपॉइंटेड बाय प्रेसिडेंट ऑन दी एडवाइस ऑन द एडवाइज ऑफ प्राइम मिनिस्टर यानी कि प्राइम मिनिस्टर को अपॉइंटमेंट और बाकी मिनिस्टर्स को भी अपॉइंटमेंट ही करेगा लेकिन प्राइम मिनिस्टर की एडवाइस पर करेगा कि भाई इसको अपॉइंट्स कर देगा प्रेसिडेंट सेकंड है कि प्लेजर देना पड़ेगा मतलब कि दे होल्ड ऑफिस यानी एंटायस ऑफ मिनिस्टर होल्ड ऑफिस अब जब मैं काउंसिल ऑफ मिनिस्टर बोलता हूं ना इसमें प्राइम मिनिस्टर भी आ जाता है ध्यान रखना प्राइम मिनिस्टर इन काउंसिल ऑफ मिनिस्ट अदर काउंसिल ऑफ मिनिस्टर का हेड होता है लेकिन वह भी एक काउंसिल ऑफ मिनिस्टर ही है यह चीज ध्यान रखना दे होल्ड ऑफिस टिल दी प्लेजर ऑफ ठीक है टिल दी प्लेजर ऑफ प्रेसिडेंट ठीक है राष्ट्रपति के प्रसाद पर्यंत पद धारण करेंगे सर यह कैसा प्लेजर होता है थोड़ा हमें भी समझाओ ये प्लेजर के बारे में तो यह प्लेजर का मतलब जहां वहां वहां आप देखोगे जैसे अभी हम आर्टिकल 76 पढ़ेंगे इसके बाद अटॉर्नी जनरल आएगा महान्यायवादी उस वहां उसके में भी लिखा होगा कि ही होल्ड्स ऑफिस टिल द प्लेजर ऑफ़ प्रेसिडेंट प्लेजर वहां वहां आपको मिलेगा जहां पे किसी का रिमूवल प्रोसीजर मेंशंड नहीं है ना तो हमारे प्राइम मिनिस्टर का ना तो हमारे काउंसिल ऑफ मिनिस्टर का ना तो गवर्नर का ना तो अटॉर्नी जनरल का कहीं पे भी इनका रिमूवल का प्रोसीजर मेंशन नहीं है और वहां वहां पे तुमको प्लेजर ऑफ प्रेसिडेंट मिलेगा समझ रहे हो कि प्रेसिडेंट बोलता है बेटा देख लो कांस्टिट्यूशन में लिखा नहीं है तुम्हारा रिमोल का प्रोसीजर कभी बटा देंगे दोना प्लेजर ठीक है 75 सब क्लॉस थ यह बात करता है कलेक्टिव रिस्पांसिबिलिटी टुवर्ड्स लोकसभा ठीक है कलेक्टिव रिस्पांसिबिलिटी टुवर्ड्स लोकसभा इसमें यह लिखा हुआ है कि काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स आर कलेक्टिवली रिस्पांसिबल टुवर्ड्स लोकसभा एक्चुअल में अगर हम देखें तो यहां पर जो हमारा सब क्लॉस टू है ये इंडिविजुअल रिस्पांसिबिलिटी की बात करता है ठीक है इंडिविजुअल रे बिलिटी की इंडिविजुअल रिस्पांसिबल टू इंडिविजुअली रिस्पांसिबल टू प्रेसिडेंट ठीक है यह इंडिविजुअली रिस्पांसिबल होते हैं प्रेसिडेंट को बिकॉज दिस होल्ड ऑफिस टल द प्लेजर ऑफ प्रेसिडेंट बट दे आर कलेक्टिवली रिस्पांसिबल टुवर्ड्स द लोकसभा अब प्लेजर ऑफ प्रेसिडेंट तक ऑफिस होल्ड करते हैं डजन मीन कि जब मनाएगा प्रेसिडेंट को तो हटा देगा इनको क्यों क्योंकि यहां पर लिखा हुआ है कलेक्टिव रिस्पांसिबिलिटी टुवर्ड लोकसभा लोकसभा में जब तक इनके पास बहुमत है तब तक इनको हटाया नहीं जा सकता है ठीक फिर अगर बात करें ये इसमें सब क्लॉस फोर क्या चल जा भाई ठीक है सब क्लॉज जो फोर है यह बात करता है ओथ की ओथ ऑफ सीक्रेसी शपथ की फिफ्थ अगर बात करें तो यह बात करता है ये मतलब मिनिस्टर्स की यथ की बात यहां पे हो रही है और फिफ्थ यहां बात करता है कि अ मिनिस्टर अ मिनिस्टर हु इज नॉट अ मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हु इज नॉट अ मेंबर ऑफ पार्लियामेंट फॉर सिक्स कंकूट मंथ्स सिक्स कंकूट मंथ्स के लिए अगर कोई भी जो मिनिस्टर है वह मेंबर नहीं है किसी भी हाउस ऑफ पार्लियामेंट का तो उसकी मिनिस्टरशिप चली जाएगी यह आपको थोड़ा सा वैसा लग रहा होगा अच्छा ऐसा है क्या लेकिन इसको ऐसे देखो कि इसका मतलब ऐसा है कि कोई भी आदमी या फिर औरत कोई भी मिनिस्टर हो सकता है बिना लोकसभा या राज्यसभा का मेंबर हुए 6 महीने तक छ महीने के अंदर उसको किसी हाउस की मेंबरशिप लेनी होगी जैसे कि एस जयशंकर जी के साथ हुआ वो राज्यसभा के चेयरमैन है ठीक है तो उनको ऐसे नॉमिनेशन के रास्ते के थ्रू गुजरात की की सीट से नॉमिनेट करके उनको राज्यसभा में जगह दी गई व पहले जब वो बने मिनिस्टर तो वो वो मतलब जब मिनिस्टर बने तो वो एमपी नहीं थे तो कोई भी मिनिस्टर हो सकता है बिना एमपी हुए 6 महीने तक मैक्सिमम यह 75 सबक्लॉज फोर बात करता है और सबक्लॉज जो सिक्स है वो बात करता है इनकी सैलरी और अलोंसेत्रों सबक्लॉज वन 75 सबक्लॉज टू इनको जोड़ा गया 91 अमेंडमेंट से इन दोनों को जोड़ा गया 91 अमेंडमेंट से 91 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट ने 75 सबक्लॉज व ए ने यह चीज बोली कि काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स की मैक्सिमम स्ट्रेंथ कितनी हो सकती है इनकी मैक्सिमम स्ट्रेंथ हो सकती है 15 पर ऑफ लोअर हाउस दैट मींस 15 पर ऑफ लोकसभा यानी जितने भी 550 है उसका 15 पर निकाल लो इससे ज्यादा मिनिस्टर नहीं हो सकते हैं यह 91 अमेंडमेंट ने ऐड की थी इस चीज को और 75 सब क्लज वन बी जो बात करता है वह यह बोलता है कि एनी वन एनी एनी मिनिस्टर या फिर एनी वन एनी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट एनी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट डिसक्वालिफाइड डिसक्वालिफाइड ऑन द ग्राउंड्स ऑफ फेक्शन ऑन द ग्राउंड्स ऑफ डिफेक्शन शैल सीज टू बी अ मिनिस्टर शैल सीज टू बी अ मिनिस्टर यानी अगर कोई मेंबर ऑफ पार्लियामेंट डिफेक्शन के ग्राउंड में दल बदल विरोधी कानून के तहत अगर वो डिसक्वालीफाई हो गया तो उसकी मिनिस्टरशिप भी चली जाएगी अभी डिफेक्शन क्या होता है य दल बदल विरोधी कानून क्या होता है और कब कब कोई डिसक्वालीफाई हो सकते इसको मैं थोड़ा सा कायदे से लिख देता हूं बिकॉज इंपोर्टेंट टर्म है ठीक है दिस इज योर डिफेक्शन डेफ नहीं ठीक है यह डिफेक्शन की बात हो रही है तो कोई डिफेक्शन कब होता है तो सबसे पहली बात तो यह है कि इस चीज को 5 से अमेंडमेंट ऑफ 1985 से सबसे पहले हमारे कांस्टिट्यूशन में ऐड किया गया था अंडर दी 10थ शेड्यूल इसमें यह बोला गया डिफेक्शन के तहत कोई तब डिसक्वालीफाई होता है जैसे कि इसमें काफी ग्राउंड होते हैं कि हर एक पार्टी का विप होता है विप डब्ल्यू एच आईपी जो कि कांस्टिट्यूशन में मेंशन नहीं है यह पोजीशन जस्ट ए इंडियन कन्वेंशन है तो अगर यह डायरेक्शन देता है कि भाई इसको वोट देना है इसको वोट नहीं देना आज आना है कल नहीं आना है वह सारा कुछ डायरेक्शन अगर वो डायरेक्शन को नहीं मानता है तो ठीक है विप के डायरेक्शंस को अगर नहीं मानता है तो डिसक्वालीफाई हो जाएगा ठीक है हर पॉलिटिकल पार्टी का हाउस में अपना एक वेप होता है क्लियर और अभी मुझे याद दिलाना मुझे आपको लीडर ऑफ हाउस के बारे में बताना है उसके बारे में देखेंगे लीडर ऑफ हाउस और लीडर ऑफ अपोजिशन ठीक है विप की डायरेक्शन को नहीं मानता या फिर अगर कोई इंडिपेंडेंट मेंबर है वो किसी पॉलिटिकल पार्टी को जवाइन कर लेता है जैसे कि मान लो कि मैं अपना यहां से कानपुर से मेरी यहां कोई सीट होगी उस सीट से मैं चुनाव के एमपी बन के गया लेकिन ना तो मैं बीजेपी का था ना तो मैं कांग्रेस का था और इसी इसीलिए लोगों ने मुझे वोट दिया कि भाई दोनों से चिड़े हुए थे दोनों लोग बीजेपी कांग्रेस हर पार्टी से इन् को बोला यह तो निर्दलीय प्रत्याशी है इसको च जिता हैं लेकिन मैं वहां जाके एक पॉलिटिकल पार्टी जॉइन कर लूं तो मैंने एक तरह से लोगों के साथ मौज ले ली ना मैंने लोगों की लोगों का टाइम वेस्ट कर दिया ना तो इस केस में उसको डिसक्वालीफाई हो जाएगा अगर कोई एक पार्टी छोड़ के एक पार्टी छोड़ के दूसरी पार्टी में लपक के चला जाए तो भी डिफेक्शन हो जाएगा अब यहां पे एक्सेप्शन वाला केस है जैसे कि महाराष्ट्र में हुआ वो सब एकनाथ सिंधे गुट गया बिकॉज अगर ू थर्ड से ज्यादा लोग जाते हैं तो व एक्सेप्शन है क्लियर तो यह होता है डिफेक्शन अभी तक यह इतना डीप में यह सारी चीजें तो नहीं पूछा लेकिन अगर पूछ ले तो मैं इसी वजह से कुछ चीजें मैं बता देता हूं ज्यादा डीप डिटेल में लिखता नहीं हूं अब ये चीज जरूरी थी इसलिए लिखा उसको क्लियर ये जरूरी थी इसलिए लिखा येने लिखा नहीं ये सिर्फ मैंने आपको बता दिया ठीक है ताकि अगर आ जाए तो आपको पता हो होता क्या है डिफेक्शन क्लियर अब आते हैं आप आर्टिकल नंबर 76 में बट बिफोर दैट लीडर ऑफ हाउस क्या होता है लीडर ऑफ हाउस तो लीडर हाउस हमारा प्राइम मिनिस्टर होता है कांस्टिट्यूशन में यह पोजीशन कहीं में मेंशन नहीं है लीडर ऑफ हाउस हो गया चाहे लीडर ऑफ अपोजिशन हो गया नोवेयर मेंशन इन कॉन्स्टिट्यूशन ठीक है प्राइम मिनिस्टर होता है जिस भी हाउस का वो मेंबर है जैसे कि प्राइम मिनिस्टर लोकसभा का भी मेंबर हो सकता है राज्यसभा का भी मेंबर हो सकता है जैसे अभी मोदी जी लोकसभा के मनमोहन सिंह जी वो राज्यसभा के मेंबर थे ठीक है तो किसी भी हाउस का सकता जिस भी हाउस में वो वो है उसका वो अपने आप लीडर हो जाएगा प्रिसा इडिंग ऑफिसर पीठासीन अधिकारी अलग होता है वो हम लोगों ने देखा वो लोकसभा के केस में स्पीकर राजसभा के केस में चेयरमैन और लीडर अलग होता है ठीक प्राइम मिनिस्टर हो गया और मान लेते हैं लोकसभा के मोदी जी हैं ठीक है तो राजसभा के कौन होगा एनी मेंबर नेम बाय हिम एज दी लीडर ऑफ दैट पर्टिकुलर हाउस जिसको भी वो नामित कर देंगे लीडर ऑफ अपोजिशन भी नहीं है लीडर ऑफ अपोजिशन कौन होता है लीडर ऑफ अपोजिशन सबसे बड़ी पार्टी जो उभर के आई थी ठीक है जिसने एटलीस्ट 10 पर सीट जीती हो ठीक है अभी जो पिछली बार क्या हुआ था कि एक मतलब 10 पर सीट नहीं मिल पाई थी कांग्रेस को इस वजह से कांग्रेस ने अ लिए अपोजिशन पार्टी का भी दर्जा खो दिया था तो ये हमारी कांस्टिट्यूशन में कहीं चीज मेंशन नहीं है ठीक है ये रूल्स ऑफ जो प्रोसीजर होते हैं उसमें मेंशन है है ठीक अभी आते हैं आर्टिकल 76 दैट टॉक्स अबाउट अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया भारत के महान्यायवादी के बारे में तो यह कौन होते हैं यह सरकार के ठीक है केंद्र सरकार का वकील होता है ठीक है केंद्र सरकार का वकील होता है एक तरह से यह अगर मैं बोलूं तो ही इज दी हाईएस्ट लॉ ऑफिसर ऑफ दी कंट्री हाईएस्ट लॉ ऑफिसर ऑफ दी कंट्री यानी कि भारत का सर्वोच्च विधि अधिकारी ठीक है भारत का सर्वोच्च विधि अधिकारी होता है यह आपका करता क्या है यह इंडियन गवर्नमेंट को कांस्टीट्यूशनल मैटर्स में एडवाइस देता है ध्यान से सुनते र एक एक पॉइंट को ये कांस्टीट्यूशनल मैटर्स में एडवाइस देता है पहली चीज दूसरी चीज यह है कि इसको अपॉइंटमेंट करता है अपॉइंटमेंट करेगा प्रेसिडेंट के प्लेजर तक ही यह काम करेगा प्रेसिडेंट जब चाहे इसको हटा सकता है इसके रिमूवल का प्रोसीजर मेंशन नहीं है और प्रेसिडेंट अगर बात करें प्रेसिडेंट और सॉरी अटॉर्नी जनरल ही इज यह प्राइवेट प्रैक्टिस कर सकता है आफ्टर रिमूवल यानी कि अगर ये अटॉर्नी जनल जैसे फॉर एग्जांपल अभी अटॉर्नी जनरल कौन है करंट में जरा बताइए फर्स्ट कौन थे और करंट में कौन है करंट में कौन है और फर्स्ट कौन थे तो करंट में अगर हम बात करें तो आर वेंकट रमणी आर वेंकट रमणी तो यह प्राइवेट प्रैक्टिस कर सकते हैं अटॉर्नी जनरल है अभी ठीक है और अटॉर्नी जनरल की क्वालिफिकेशन ही शुड बी क्वालिफाइड ही शुड बी या ही शुड हैव क्वालिफिकेशन इक्वल टू दैट ऑफ सुप्रीम कोर्ट जज ही शुड बी क्वालिफाइड ही शुड बी क्वालिफाइड टू बी अपॉइंटेड टू बी अपॉइंटेड एज अ जज ऑफ सुप्रीम कोर्ट यानी कि सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त होने तक इनकी क् मतलब जितना सुप्रीम कोर्ट के जज की क्वालिफिकेशन होती है वह इनके पास क्वालिफिकेशन होनी चाहिए अभी हम देखें क्या क्वालिफिकेशन उसके होनी चाहिए और यह प्राइवेट प्रैक्टिस कर सकते हैं एंड ही शुड नॉट एंड ही नॉट फुल टाइम काउंसिल ऑफ द गवर्नमेंट ही इज नॉट अ फुल टाइम काउंसिल इसीलिए व प्राइवेट प्रैक्टिस कर सकता बिकॉज ही नॉट अ फुल टाइम काउंसिल ऑफ द गवर्नमेंट ठीक है एंड ही शुड नॉट होल्ड एनी मतलब यह गवर्नमेंट के अगेंस्ट ही केस ना लड़े ठीक है शुड नॉट होल्ड अ काउंसिल अगेंस्ट द गवर्नमेंट यह चीज आप ध्यान रखिएगा करंट में आर वंकट रमनी और पहले एमसी सेत वाद थे जो हमारे लॉ कमीशन के पहले चेयरमैन भी थे जो पोस्ट इंडिपेंडेंस बना था वैसे तो पहले मैकवेल था लेकिन अगर हम बात करें पोस्ट इंडिपेंडेंस तो एमसी से तलवा अभी आर वेंकट रमण है इज दैट क्लियर अटॉर्नी जनरल को असिस्ट करने के लिए एजी को असिस्ट करने के लिए सॉलिसिटर जनरल होते हैं सॉलिसिटर जनरल ये कांस्टीट्यूशनल नहीं होते हैं ठीक है नॉट कांस्टीट्यूशनल यह संवैधानिक पद ऐसा कुछ नहीं होता सॉलिसिटर जनरल करके जैसे यहां अटॉर्नी जनरल होता है वैसे ही आर्टिकल नंबर 165 में 165 में एडवोकेट जनरल होता है स्टेट के लिए ठीक है एडवोकेट जनरल ऑफ एवरी स्टेट ऑफ एवरी स्टेट हर राज्य का अपना एक एडवोकेट जनरल होता है और ये हाईएस्ट लॉ ऑफिसर होता है स्टेट का सिंपल ही इज द हाईएस्ट लॉ ऑफिसर ऑफ द कंट्री अटॉर्नी जनरल एंड ही इज द हाईएस्ट लॉ ऑफिसर ऑफ स्टेट सिंपल 77 पे आता है कंडक्ट ऑफ बिजनेस ऑफ दी गवर्नमेंट इसका मतलब ये है ऑल एग्जीक्यूटिव एक्शंस ऑल एग्जीक्यूटिव एक्शंस शैल बी टेकन शैल बी टेकन इन दी नेम ऑफ प्रेसिडेंट शैल बी टेकन इन दी नेम ऑफ प्रेसिडेंट अभी ये सीपीओ में जो पेपर हुआ था उसी में य क्वेश्चन पूछा गया था आपके सीपीओ में ठीक है मुझे शिफ्ट तो एटली याद नहीं लेकिन सर्च करिएगा आपको पता चलेगा कि यह पूछा था ऑल एग्जीक्यूटिव एक्शन शल बी यानी कि जो भी काम होगा एग्जीक्यूटिव का यूनियन एग्जीक्यूटिव का वो राष्ट्रपति के नाम पर होगा कर कौन रहा है अगर एक तरह से देखें काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स कर रहे हैं लेकिन किसके नाम पर हो रहा है प्रस जैसे हमारे घर में कोई भी काम होता है जैसे हम लोग कर रहे हैं लेकिन जो घर का बड़ा बुजुर्ग होता है उसके नाम पर सारे काम होते हैं बिकॉज वही रिस्पांस एक तरह से हम देखें तो व होता है क्लियर है यहां तक सभी को 78 जो कि आखरी आर्टिकल है बिकॉज 79 से तो हमने शुरुआत किया ही था आज के इस लेक्चर का 78 अब आखरी होने वाला है ठीक है इसके बाद हम लोग अपना आखरी पार्ट देखेंगे सेकंड लास्ट पार्ट देखेंगे ठीक है किसका यूनियन का पार्ट फाइव का 78 दैट टॉक्स अबाउट ड्यूटीज ऑफ प्राइम मिनिस्टर कुछ नहीं बस यह एक मैं आपको डायग्राम यहां प बना रहा हूं बस इसको याद रखना पीएम एक्टस एज अ लिंकेज बिटवीन द काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स एंड प्रेसिडेंट राष्ट्रपति और मंत्री परिषद के बीच में लिंकेज का काम करता है यानी कि कोई भी चीज मान लेते हैं काउंसिल ऑफ मिनिस्टर में किसी भी चीज पर डिसीजन कोई फैसला लिया तो प्रेसिडेंट को नहीं पता या फिर बाकी काउंसिल ऑफ मिनिस्टर को नहीं पता उसके बारे में तो प्रेसिडेंट कैन आस्क प्राइम मिनिस्टर टू टॉक अबाउट दैट डिसीजन विद एंटायस ऑफ मिनिस्टर कोई डिसीजन लिया प्रेसिडेंट को नहीं पता तो प्राइम मिनिस्टर बोलेगा हमें बताओ उसने किस चीज पर डिसीजन लिया तो एक तरह से यह जो आर्टिकल है प्राइम मिनिस्टर की ड्यूटीज निर्धारित करता है और किस तरह की ड्यूटीज है कि आपको काउंसिल ऑफ मिनिस्टर और प्रेसिडेंट के बीच में ब्रिज का गैप एक ब्रिज का काम करना है यू हैव टू ब्रिज दैट गैप बिटवीन द सीओम एंड द प्रेसिडेंट सिंपल इसके अलावा कुछ पढ़ने की जरूरत नहीं है नाउ व्हाट डज रैंक व्हाट रैंक डज दी ऑफिस ऑफ वाइस प्रेसिडेंट हैव इन द कंट्री य बताइए हु इलेक्ट्स द वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया अ पर्सन ट वांटिंग टू कंटेस्ट द इलेक्शन ऑफ द टू द पोस्ट ऑफ वाइस प्रेसिडेंट मस्ट बी ठीक है और हु वाज द फर्स्ट वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया एंड व्हाट इज ट्रू अबाउट द रिमूवल ऑफ वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया जल्दी से जल्दी से उसके बाद स्टेट लेजिस्लेटर लेजिस्लेटर है मतलब य वीडियो प्राइवेट है कैसी बात कर रहे हो अभी कोड्स बचे हैं स्लाइड स्लाइड होंगी चलो तो व्ट रैंक ड वाइस प्रेसिडेंट हैव तो प्रेसिडेंट फर्स्ट होता है वाइस प्रेसिडेंट सेकंड होता है हु इलेक्ट वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया तो ऑल एमपीज ठीक है ऑल एमपी सभी सांसद लोग होते हैं ठीक है तो कहां गए हमारे ऑल एमपीज लोग इलेक्टेड एंड नॉमिनेटेड मेंबर ऑफ लोकसभा एंड राज्यसभा अ पर्सन वांटिंग टू कंटेस्ट द इलेक्शन ऑफ द पोस्ट ऑफ वाइस प्रेसिडेंट मस्ट बी तो मस्ट बी क्वालिफाइड फॉर इलेक्शन एज अ मेंबर ऑफ राज्यसभा यस ये था प्रेसिडेंट के लिए ही शुड बी क्वालिफाइड टू फॉर इलेक्शन एज अ मेंबर ऑफ लोकसभा ठीक है और वाइस प्रेसिडेंट के लिए क्वालिफिकेशन यही होती है वही सेम वाइस प्रेसिडेंट की यहां पे क्वालिफिकेशन मैंने मेंशन नहीं करी थी क्या एक बार देख ले लेते हैं एक सेकंड रु कहां चला गया रुको रुको तो यहां पे देखो वाइस प्रेसिडेंट में एक तो हम लोगों ने देखा था वाइस प्रेसिडेंट एक तो सिटीजन होना चाहिए ठीक है सिटीजन होना चाहिए एज होनी चाहिए 35 यर जो वही सेम उसकी प्रेसिडेंट की होती है बस एक डिफरेंस होता है प्रेसिडेंट और वाइस प्रेसिडेंट के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में द थर्ड थिंग इज कि ही शुड बी वही ठीक है ही शुड बी ही शुड हैव क्वालीफिकेशंस और ही शुड बी क्वालिफाइड टू बी ही शुड हैव क् ही शुड बी क्वालिफाइड टू बी अ मेंबर ऑफ राज्यसभा ठीक है यहां पर राज्यसभा है प्रेसिडेंट के केस में लोकसभा था ठीक है चलिए अगले क्वेश्चन प आते हैं और अगला क्वेश्चन क्या था हु वाज द फर्स्ट वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया तो पहले थे हमारे डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन जी ठीक है व्हाट इज ट्रू अबाउट द रिमूवल ऑफ वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया फ्रॉम द ऑफिस द कांस्टिट्यूशन प्रोवाइड्स रूल्स फॉर दी ग्राउंड्स ऑन व्हिच द वाइस प्रेसिडेंट कैन बी रिमूव्ड द कॉन्स्टिट्यूशन डज नॉट प्रोवाइड रूल्स फॉर द ग्राउंड्स ऑन द व्हिच द प्रेसिडेंट कैन बी रिमूव्ड ठीक है वाइस प्रेसिडेंट कैन बी रिमूव्ड अब देखिए सिमिलर है और कंट्रास्टिंग है कि नहीं आंसर इन्हीं में से होगा देयर मस्ट बी एन एब्सलूट मेजॉरिटी ट्रू पूछा है ना ये गलत है द मेंबर ऑफ स्टेट लेजिस्लेटिव असेंबली आल्सो पार्टिसिपेट इन द रिमूवल अ ये भी बात गलत है आंसर होगा द कांस्टिट्यूशन डज नॉट प्रोवाइड द ग्राउंड्स ऑन व्हिच द प्रेसिडेंट शैल बी रिमूव्ड अब यहां पे जरा लिख लो आर्टिकल 70 61 की मुझे याद आ रही एंड दैट इज कि जो प्रेसिडेंट का जो इंपीच मेंट है वह किस ग्राउंड में किया जा सकता है तो ध्यान रखना यहां पे राष्ट्रपति का ग्राउंड मेंशन है एंड दैट इज वायलेशन ऑफ कॉन्स्टिट्यूशन यानी कि इसको बोलते हैं हिंदी में संविधान का उल्लंघन ठीक है संविधान का उल्लंघन अगर करता है प्रेसिडेंट तो उसको हटाया जा सकता है यह ग्राउंड ऑफ रिमूवल है जो कि कांस्टिट्यूशन में मेंशन है लेकिन वाइस प्रेसिडेंट का रिमूवल का ग्राउंड कांस्टिट्यूशन में मेंशंड नहीं है ठीक है क्लियर अब आ जाते हैं सुप्रीम कोर्ट में और फिर हम लोग का यह हो जाएगा पूरा पार्ट खत्म ठीक है सुप्रीम कोर्ट चालू होता है आर्टिकल नंबर 124 से सुप्रीम कोर्ट कहां से चालू होता है आर्टिकल नंबर 124 अनुच्छेद नंबर 124 ठीक है और यह कौन सा चैप्टर है चैप्टर वन यूनियन एग्जीक्यूटिव चैप्टर टू पार्लियामेंट चैप्टर थ्री ऑर्डिनेंस यह है हमारा चैप्टर फोर ऑफ ठीक है चैप्टर फोर ऑफ पार्ट नंबर फाइव ऑफ कॉन्स्टिट्यूशन ठीक है आर्टिकल नंबर 124 आर्टिकल 124 सब क्लॉज वन बात करता है कि एक सुप्रीम कोर्ट होगा जिसमें कि एक सीजीआई होगा और जरा यह बताइए हमारा जो देश का सर्वोच्च न्यायालय था जो सुप्रीम कोर्ट था इसका पहला सेशन कब हुआ था फर्स्ट सेशन कब हुआ था चलो यहां पे मैं ईयर मैं लिख देता हूं डेट आप बताएंगे 1950 बताइए और जनवरी में वो डेट थी और हमारे रिपब्लिक डे के आसपास की डेट थी आप बता दीजिए ठीक है 124 सबक्लॉज वन तो एक सीजीआई होगा चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया होगा और सेवन अदर जजेस होंगे सेवन अदर जजेस यह कांस्टिट्यूशन ने बोला था यह होना चाहिए स्ट्रेंथ बट एक्चुअल में भी स्ट्रेंथ कितना है सीजीआई प् 33 अदर जजेस प्रेजेंट टाइम में स्ट्रेंथ है जोक शायद ही आपसे पूछे ठीक है अभी प्रेजेंट टाइम में एट प्रेजेंट ठीक है बट ओरिजनली सीजीआई प्लस सेवन अदर जजेस था ठीक है ये सब क्लॉज वन सब क्लॉज टू बात करता है अपॉइंटमेंट अपॉइंटमेंट कौन करेगा तो ज्यादातर सबकी अपॉइंटमेंट कौन करता है इसका उसका सबका अपॉइंटमेंट यानी कि प्राइम मिनिस्टर का काउंसिल ऑफ मिनिस्टर का गवर्नर का अटॉर्नी जनरल का इसी तरह हमारे जजेस का भी अपॉइंटमेंट करता है प्रेसिडेंट राष्ट्रपति ही करते हैं हमारे देश के आर्टिकल 124 सब क्लॉस थ बात करता है इनके क्वालिफिकेशन की एंड दिस इज इंपॉर्टेंट क्वालिफिकेशन की अगर हम बात करेंगे तो क्वालिफिकेशन इनकी होती है एक तो यह सिटीजन होने चाहिए इंडिया के दूसरा यह है कि इनका यह अब यहां पे जो मैं लिखने जा रहा हूं ये इंपॉर्टेंट है सिटीजन तो भाई ओबवियस है वो सबको पता होता है यह है कि या तो वो पा सा साल तक फ इयर्स तक किसी हाई कोर्ट में फ इयर्स जज ऑफ हाई कोर्ट रहे हो ठीक है या फिर या फिर और और है एंड नहीं है 10 साल तक वह एडवोकेट रहे हो किसी हाई कोर्ट में ऑफ अ हाई कोर्ट या फिर क्वालिफिकेशन एक आखरी है शुड बी अ डिस्टिंग जूरिस्ट शुड बी अ डिस्टिंग्विश्ड जूरिस्ट डिस्टिंग्विश्ड जूरिस्ट इन दी ओपिनियन ऑफ प्रेसिडेंट इन दी ओपिनियन ऑफ प्रेसिडेंट और इन तीनों में और और और लगा हुआ है यानी यह और या और या तो यह या तो यह या तो यह इसका मतलब यह है कि राष्ट्रपति की नजरों में जूरिस जिक्स की नॉलेज रखने वाला कोई एक अच्छा अच्छी जूरिस जिक्स की नॉलेज रखने वाला बंदा होना चाहिए उसको भी अपॉइंट्स क्लियर है अब यहां अगर बात कर लेते हैं ठीक है यहां पर मैंने पूछा था फर्स्ट सेशन तो 28 जनवरी का हुआ था ठीक है 28 जनवरी 1950 को हुआ था पहला सेशन क्लियर है आगे बढ़ते हैं 124 सब क्लस तक हो चुका है ना अब 124 सब क्लस 4 ये मतलब 124 में सब घुसा पड़ा है 124 सब क्लस 4 दिस टॉक्स अबाउट द रिमूवल रिमूव कौन करता है प्रेसिडेंट बट प्रेसिडेंट के प्लेजर में काम करते हैं यह प्रेसिडेंट को प्लेजर नहीं देते हैं क्यों क्योंकि इनका रिमूवल का प्रोसीजर मेंशन है रिमूव तो करते हैं प्रेसिडेंट लेकिन वह सिर्फ नाम के हैं एक्चुअल जो रिमूवल प्रोसेस होता है वह तो पार्लियामेंट में चलता है पहली बात तो इनके ग्राउंड्स फॉर रिमूवल क्या है संविधान का उल्लंघन वायलेशन ऑफ कांस्टिट्यूशन प्रेसिडेंट के केस में था बट यहां पे प्रूव्ड मिसबिहेवियर एंड इनकैपेसिटी ठीक है कुदा क्या बोलते हैं हिंदी में इसको कदाचार बोलते हैं है ना प्रूव्ड ठीक है यानी साबित कदाचार तो प्रू प्रूड मिसबिहेवियर अगर करते हैं या फिर यानी जो प्रूव हो चुका है या फिर इनकैपेसिटी यानी वह काम करने के उन में क्षमता नहीं बची है इस केस में इनको रिमूव किया जा सकता है और इनको रिमूवल का जो पूरा प्रोसीजर है वो मेंशन है जजेस इंक्वायरी एक्ट ऑफ 1968 इसमें यह लिखा हुआ है कि लोकसभा राज्यसभा कोई भी रिमूवल का रेजोल्यूशन ला सकता है लोकसभा ला रहा है तो 100 मेंबर के साइन होने चाहिए राज्यसभा ला रहा है तो पहले 50 मेंबर से साइन करके लाओ फिर ये जाएगा प्रिसा इडिंग ऑफिसर के पास मतलब ये मैं कॉमन क्यों कर रहा हूं बिकॉज दोनों के प्रिसा इडिंग ऑफिसर तो अलग होते हैं ना तो फिर जाएगा तो चलो मैं कॉमन लिख के मैंने प्रिसा इडिंग ऑफिसर लिख दिया ठीक है प्रिसा इडिंग ऑफिसर लोकसभा केस में स्पीकर और राजसभा केस में चेयरमैन अगर इसने एक्सेप्ट कर लिया तो ये क्या करेगा एक तीन मेंबर की काउंसिल बनाएगा एक तीन मेंबर की काउंसिल बनाएगा और इसने बोला हां बात तो सही है ठीक है तो अगर बोल दिया हां बात तो सही है उस केस में यह बोलेगा प्रेसा इडिंग ऑफिसर ये कम ऑन गो ऑन ठीक है अपने तुम चालू रखो तो अब इनको क्या करना पड़ेगा अगर लोकसभा में है तो तो लोकसभा राज्यसभा में तो राज्यसभा इसको स्पेशल मेजॉरिटी से पास करेंगे ठीक है बोथ हाउसेस बोथ हाउसेस शुड पास इट बाय स्पेशल मेजॉरिटी से पास करना होगा विशेष बहुमत से दैट इज वही मेजॉरिटी ऑफ ऑल द मेंबरशिप ऑफ द हाउस प्लस टू बा थर्ड प्रेजेंट एंड वोटिंग अगर पूछ ले वैसे तो स्पेशल मेजॉरिटी से हो जाएगा विशेष बहुमत से लेकिन अगर पूछ ले कहीं पे स्पेशल मेजॉरिटी मतलब मेजॉरिटी ऑफ ऑल द ऑफ द मेंबरशिप ऑफ द ऑफ ऑल द मेंबरशिप ऑफ द हाउस ना कि द देन मेंबर्स ऑफ द हाउस ठीक है मेंबरशिप प्लस 2 बा थर्ड प्रेजेंट एंड वोटिंग मतलब सर मतलब यह हुआ कि अगर यह नंबर देख लो यह नंबर देख लो जो भी बड़ा हो वह नंबर ले लो उस उस उससे पास करवाओ तभी यह जो है जज को रिमूव कर सकते हो यह रिमूवल का जो प्रोसीजर है हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट दोनों के लिए सेम है ठीक प्रेसिडेंट में अंतर क्या था प्रेसिडेंट के केस में भी स्पेशल मेजॉरिटी थी बट प्रेसिडेंट के केस में क्या था लोकसभा राज्यसभा जो भी ला रहा था वन बा फोर्थ मेंबर का साइन करवा के उसको ला रहा था 1 बा फथ मेंबर का से पहले इनिशिएटिव से साइन करवाना पड़ेगा 14 दिन का नोटिस देना पड़ेगा 14 डेज का और हमारा प्रेसिडेंट के पास यह पूरा पावर था कि वह किसी भी हाउस में जाके अपनी बात रख सकता है कि भाई देखो तुम लोगों को कोई गलतफहमी हुई ऐसा ऐसा करके ठीक है यहां पे क्या है यहां पे 1/4 नहीं है यहां पे नंबर एब्सलूट नंबर मेंशन कर दिया कि लोकसभा में 100 राज्यसभा में 50 फिर उसके पास जाएगा तीन मेंबर की काउंसिल बनेगी अगर इसने अप्रूव कर दिया देन अगर दोनों हाउसेस स्पेशल मेजोरिटी से पास कर देंगे स्टैंड्स रिमूव नो उसके बाद प्रेसिडेंट का ठप्पा लगेगा तब रिमूव होगा तो प्रेसिडेंट हटाते प्रेसिडेंट है लेकिन एक्चुअल में पूरा प्रोसीजर कहां पे हो रहा है यहां पर हो रहा है और ग्राउंड ही है इनके रिमूवल के क्या आज तक किसी को रिमूव किया गया नो नो जज नो प्रेसिडेंट इंपीच एंड नो जज रिमूव्ड जजेस के रिमूवल को इंपीच मेंट नहीं बोलते हैं तो स प्रेसिडेंट को वाले क्यों बोलते प्रेसिडेंट हमारा टॉप पोजीशन है थोड़ी इज्जत देने के लिए हम बोल देते हैं कि हां इंपीच मेंट चीजें ऑलमोस्ट सेम है बट अब लेकिन पूरी सेम नहीं है क्योंकि वहां प्रेसिडेंट केस में लास्ट में कोई ठप्पा नहीं लगा रहा था लोकसभा राज्यसभा से स्पेशल मेजॉरिटी से पास हुआ गए प्रेसिडेंट यहां पे क्या प्रेसिडेंट ठप्पा लगाते हैं लास्ट में तो ये अंतर है थोड़ा ठीक है और ये अंतर तो है ही है तो नो जज इ रिमूव्ड ठीक है इस तरह से कोई एक के खिलाफ थे सुप्रीम कोर्ट जैसे लेकिन स्टार्ट हुआ था लेकिन पास नहीं हो पाया था खैर ठीक है तो 124 सबक्लॉज फोर भी हम लोगों ने पढ़ लिया अब 124 सबक्लॉज एक्चुअली में ये जो प्रूव्ड जो ग्राउंड है ना ये जो ग्राउंड फॉर रिमूवल है ये 124 सब क्लॉस फाइव में ही मेंशन हैय अगर हम ग्राउंड्स की बात करें देन कमिंग ऑन टू द सब क्लॉस सिक्स 124 सब क्लॉस सिक्स ये बात करते हैं ओथ की शपथ तो इनको शपथ कौन दिलाएगा शपथ दिलाएगा राष्ट्रपति शपथ इनको दिलाएगा प्रेसिडेंट ठीक श अपॉइंटमेंट भी और ओथ भी ठीक है एंड सेवंथ है 124 सेथ शुड नॉट डू प्राइवेट प्रैक्टिस ठीक है अगर आप सुप्रीम कोर्ट के जज हैं या फिर हाई कोर्ट के जज हैं तो वहीं पर रहिए आप हाई कोर्ट में तो आपका ट्रांसफर हो सकता है सुप्रीम कोर्ट में सुप्रीम कोर्ट के जज है आप चीफ जस्टिस बन सकते हैं लेकिन आप रिटायरमेंट के बाद प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं किसी भी कोर्ट में इंडिया के मतलब कहीं पे भी इस तरह से नहीं कर सकते हैं प्राइवेट प्रैक्टिस अगर आप एक बार जज बन गए तो अब आते हैं आर्टिकल नंबर 125 में जो कि बात करते है सैलरी ऑफ जजेस सैलरी वगैरह कहां से निकलेगी निकलेगी चार्जड एक्सपेंडिचर ठीक है चार्ज एक्सपेंडिचर फ्रॉम कंसोलिडेट फंड ऑफ इंडिया 126 अपॉइंटमेंट ऑफ एक्टिंग चीफ जस्टिस मान लेते हैं चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की बिटिया की शादी है को बीमार है तो उस केस में टेंपररी तौर पे प्रेसिडेंट हमारे राष्ट्रपति किसी को एक्टिंग चीफ जस्टिस बना सकते हैं ठीक 127 अपॉइंटमेंट ऑफ एडहॉक जजेस मान लेते हैं जैसे हमारा कोरम पढ़ा था हम लोगों ने हाउस में होता है पार्लियामेंट में ऐसे ही कोर्ट में भी कोरम होती है कि भाई इतने नंबर ऑफ जजेस होने चाहिए ठीक है तभी कोर्ट की कारवाही मतलब हो सकती है तो अगर कोरम नहीं है टू फुलफिल दी कोरम टू फुलफिल द कोरम हमारे जो प्रेसिडेंट हैं वह कुछ टेंपररी जजेस को बुला सकते हैं ठीक है हाई कोर्ट वगैरह से उस दिन की कारवाही को बढ़ाने के लिए तो टू फुलफिल द कोरम प्रेसिडेंट जो है या फिर सीजीआई नॉट प्रेसिडेंट सॉरी सीजीआई प्रेसिडेंट से पूछ के वो क्योंकि यहां पे सीजीआई थे नहीं ना तो प्रेसिडेंट आए थे यहां पे सीजीआई है ना तो सीजीआई अपने आप ये एड जजेस को बुला लेंगे प्रेसिडेंट से कंफर्मेशन लेने के बाद 129 सुप्रीम कोर्ट टू बी अ कोर्ट ऑफ रिकॉर्ड वेरी इंपोर्टेंट इसका मतलब मतलब यह है कि सुप्रीम कोर्ट कोई भी रूलिंग देता है कि आज से सेम सेक्स मैरिज अलाउड है ठीक है ऐसा कुछ या फिर आज से कूड़ा फेंकने वाले को मतलब कुछ भी अगर ऐसा चीज बोल दिया ना तो उसको रिकॉर्ड की तरह मेंटेन कर लिया जाता है और फिर जब भी हमारे देश में कुछ भी ऐसी आन पड़ती कल को कल को फिर से कोई ऐसा चीज आया केस आया सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट में कहीं पे भी तो इसको एज अ रिकॉर्ड जैसे फॉर एग्जांपल मान लेते हैं चेक बाउंस के मामले में चेक बाउंस के मामले में मान लेते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने बोला यह कि अगर चेक बाउंस के मामले में अगर जो डेट है वह अलग पेन से लिखी गई है और अमाउंट अलग पेन से लिखा गया है तो उसको चेक बाउंस वाला मामला नहीं डील किया जाएगा और हमारे पास कोर्ट उससे डील नहीं करेगा तो इसको एज अ कोर्ट ऑफ रिकॉर्ड ट्रीट किया जाएगा सबके सब सबके द्वारा हाई कोर्ट डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ऐसा नहीं कि वो तो सुप्रीम कोर्ट ने बोला था तुम क्यों ऐसा बोल रहे हो डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से आप ये बोलोगे ऐसा नहीं हो सकता है ठीक है तो ऐसे य कोर्ट ऑफ रेकॉर्ड है सारे रिकॉर्ड उसके मेंटेन किए जाते हैं 130 अब इसको मैं ट्रिक भी बता दूंगा याद करने की लेकिन पहले मेन फोकस करिए समझने पे सीट ऑफ सुप्रीम कोर्ट 130 बोलता है कि दिल्ली ये डिक्लेयर करता है दिल्ली एज द सीट ऑफ सुप्रीम कोर्ट और सीजेआई को यह पावर देता है कि प्रेसिडेंट से पूछ के प्रेसिडेंट से पूछ के यह किसी अदर प्लेस को ठीक है एनी अदर प्लेस को भी एज अ सीट डिक्लेयर कर सकता है अदर प्लेस जैसे कि दिल्ली में है दिल्ली में है जैसे हमारा इतना वास्टप दिल्ली में है साउथ वालों को भी दिल्ली आना पड़ता है सुप्रीम कोर्ट नॉर्थ ईस्ट वालों को भी डेल्ली आना पड़ता है तो अगर ये हमारी सीजीआई जी बोल द प्रेसिडेंट से पूछ के कि यह जगह भी आज से सुप्रीम कोर्ट की सीट होगी दिल्ली में तो है ही है ठीक है यहां पर भी य भी सीट है और एक नॉर्थ ईस्ट में तो सीजीआई कर सकते हैं आफ्टर दी आस्किंग फ्रॉम द प्रेसिडेंट वेरी इंपॉर्टेंट 131 ओरिजिनल जूरिस क्शन ऑफ सुप्रीम कोर्ट सर्वोच्च न्यायालय का मूल क्षेत्र अधिकार क्षेत्र अधिकार मतलब वो क्षेत्र जहां-जहां इनका अधिकार चलता है सुप्रीम कोर्ट का ओरिजिनल जूरिस क्शन का मतलब ये है ओरिजिनल का मतलब ये होता है कि डायरेक्टली आप उस उस पर्टिकुलर कोर्ट में जा सकते हैं एंड नॉट नेसेसरीली बाय द वे ऑफ अपील ऐसा जरूरी नहीं कि आपको हाई कोर्ट जाना पड़ेगा पहले डिस्ट्रिक्ट कोर्ट फिर हाई कोर्ट फिर सुप्रीम कोर्ट बहुत सारे हमारे मसले होते हैं ऐसा नहीं जैसे कि फॉर एग्जांपल आपका मान लेते हैं चेक बाउंस बात कर रहे चेक बाउंस की बात कर लेते हैं कि आपका चेक बाउंस हो गया ठीक है तो आप सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंच जाएंगे अगर वो ओरिजिनल जूरिडिक्शन के तहत आएगा तो ही पहुंच सकता है ओरिजिनल जूरिडिक्शन के तहत क्याक आता है वो समझ लो 131 में आता है झगड़े लड़ाई किसकी लड़ाई डिस्प्यूट्स बिटवीन दी सेंटर एंड स्टेट्स सेंटर एंड स्टेट्स के जो बीच के जग े हैं और बिटवीन दी स्टेट्स के झगड़े हो गए सेंटर और स्टेट लड़ गए आपस में या फिर स्टेट आपस में लड़ गए तो यह सब जाएंगे यहां पे 131 का यूज करके 132 अपीलेट जूरिडिक्शन अपीलीय नया अधिकार फिर अपीलीय क्षेत्र अधिकार इसमें बाय वे ऑफ अपील कहां किन-किन मसलों में आप जा सकते हैं वो लिखा हुआ है 132 में इन सर्टेन केसेस है ये इन सिविल केसेस है ये इन क्रिमिनल केसेस है खत्म है वही सेम चीज ही अपीलेट एलेट एलेट 132 33 34 अंतर क्या है यह सर्टेन का मतलब है कांस्टीट्यूशनल केसेस कुछ संवैधानिक मसलों में आप बाय वे ऑफ अपील जा सकते हैं मतलब आपको पहले हाई कोर्ट जाना होगा तब सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं यह कुछ सिविल मैटर है मैंने आपको बताया था सिविल मैटर क्या-क्या होते हैं डाउी हो गया ठीक है या फिर घर के लड़ाई झगड़े हो गए यह सब मान लो जैसे चेक बाउंस वाला केस हो गया ये सब सिविल मैटर होता है ठीक है क्रिमिनल मतलब मर्डर चोरी यह सब थेफ्ट वगैरह आते हैं ठीक तो क्या हमें याद रखना है हमने अभी तक क्या-क्या पढ़ा 124 तो बहुत वास्तव हमने चीज पढ़ी ठीक है फिर हमने पढ़ा 125 सैलरी 26 में अपॉइंटमेंट ऑफ एक्टिंग चीफ जस्टिस फिर एडहॉक जजेस 127 फिर 128 नहीं पढ़ना है क्योंकि वो इंपॉर्टेंट नहीं है 129 में सुप्रीम कोर्ट टू बी अ कोर्ट ऑफ़ रिकॉर्ड 130 में ल्ली को सीट ऑफ सुप्रीम कोर्ट डिक्लेयर किया था एंड 131 टॉक्स अबाउट ओरिजिनल जूरिडिक्शन 132 133 134 अपीलेट जूरिडिक्शन की बात करता है 135 नहीं पढ़ना है 136 पे आते हैं दैट टॉक्स अबाउट स्पेशल लीव टू अपील बाय द सुप्रीम कोर्ट यानी कि कुछ ऐसे मामले जहां पे आप आप स्पेशल लीव लेके सुप्रीम कोर्ट के पास जा सकते हैं बट तो वो सुप्रीम कोर्ट के पे डिपेंड करता है कि वो आपका केस डील करेगा या नहीं करेगा उसको मेंटेशन नहीं कि नहीं है उस के उस केस से सुप्रीम कोर्ट को डील करना ही करना पड़ेगा तो मेंटेशन नहीं होता सुप्रीम कोर्ट के पास इस पर्टिकुलर आर्टिकल में तो स्पेशल लीव होती है ये ठीक है नॉट दैट मच इंपॉर्टेंट लेट मी टेल यू अभी जो जो बहुत इंपॉर्टेंट है वो आपको अलग से बता दूंगा ठीक है मतलब पढ़ हम ये सब रहे हैं बाकी इक्का दुक्का मैं छोड़ भी रहा हूं बीच में जो बिल्कुल ही इंपॉर्टेंट नहीं है बाकी जो बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है वो भी मैं आपको बताऊंगा 137 रिव्यू ऑफ जजमेंट और ऑर्डर्स बाय द सुप्रीम कोर्ट इसका मतलब क्या है सुप्रीम कोर्ट अपने ही जजमेंट या ऑर्डर्स को रिव्यू कर सकता है सुप्रीम कोर्ट ने गोलकनाथ केस में अगर जिन लोगों को पता होगा नहीं तो अभी हम आगे पढ़ेंगे गोलकनाथ में केस में बोला कि फंडामेंटल राइट्स को अमेंड नहीं कर सकता पार्लियामेंट लेकिन उसने केशा नंद बोला कर सकता है तो यह क्या हुआ यह अपने जजमेंट को रिव्यू कर दिया ठीक है तो अपने जजमेंट को चेंज कर सकता है उसको रिव्यू कर सकता है 137 पावर देता है उसको 138 एनलार्जमेंट ऑफ जूरिस क्शन यानी कि सुप्रीम कोर्ट का क्षेत्र अधिकार बढ़ाना ये आर्टिकल आपको याद नहीं रखना है आर्टिकल सिर्फ जो मैं आपको बताऊंगा अभी वो वही वही याद रखने हैं फिर बाकी इसको छोड़ के कुछ भी आएगा वो अपने आप आप कर लोगे बाय द वे ऑफ एलिमिनेशन ठीक है तो जूरिडिक्शन एनलार्जमेंट कौन कर सकता है पार्लियामेंट कर सकता है ठीक है पार्लियामेंट इनका जूरिडिक्शन क्षेत्र अधिकार बढ़ा सकता है एं सिलरी पावर्स यह भी एक तरह से उसी उसी की बात करता है कि गिविंग सम एक्स्ट्रा पावर्स गिविंग सम एक्स्ट्रा पावर्स टू दी सुप्रीम कोर्ट यह काम कर सकता है पार्लियामेंट पावर देने का काम करेगा इनको पार्लियामेंट 141 लॉ डिक्लेयर्ड बाय सुप्रीम कोर्ट टू बी बाइंडिंग ऑन ऑल दी कोर्ट्स 141 इसको बहुत लोगों को पता होगा मैंने कैसे याद करवाया था 141 यानी एक और एक ने चार को बाइंडर रखा है तो बाइंडिंग ये कीवर्ड पक्का देखने मिलेगा आपको यानी कोई भी लॉ डिक्लेयर कर दिया सुप्रीम कोर्ट ने जैसे अभी मैंने वो चेक बाउंस वाला बताया था तो सारे कोर्ट को मानना पड़ेगा सारे कोर्ट में बाइंडिंग होगा ऐसा नहीं कि वो सुप्रीम कोर्ट ने बोला था तो सुप्रीम कोर्ट में जब जाओगे तभी वो मान्य होगा ना सुप्रीम कोर्ट ने अगर बोला है कि राइटिंग सेम होनी चाहिए अगर चेक बाउंस का केस तो वो हाई कोर्ट को ही मानना पड़ेगा डिस्ट्रिक्ट कोर्ट को ही मानना पड़ेगा सबको ठीक है तो बाइंडिंग है 142 इंफोर्समेंट ऑफ डिक्री एंड ऑर्डर्स ऑफ सुप्रीम कोर्ट एंड ऑर्डर्स एस टू डिस्कवरी मतलब इसका यह होता है कि सर्वोच्च न्यायालय किसी भी मामले में कंप्लीट जस्टिस देने के लिए यह वर्ड नोट कर लीजिए आपको मिलेगा पक्का अग ये पूछेगा 142 किसी भी मैटर में कंप्लीट जस्टिस करने के लिए सुप्रीम कोर्ट कोई भी ऑर्डर या डिक्री पास कर सकता है जैसे कि उसने कुछ किसी भी केस में जैसे फॉर एग्जांपल मान लेते हैं अभी एक वो हुआ था कि किसी को अगर डाइवोर्स लेना है ठीक है तो हिंदू लॉ के सक्सेशन लॉ के अकॉर्डिंग क्या है कि इतना इतना आपको पहले यह फाइल करना पड़ेगा इतने साल इंतजार करना पड़ेगा यह सब कुछ सुप्रीम कोर्ट ने बोला नहीं हमारे पास आओ तुरंत तुमको डाइवोर्स देंगे चिंता ना करो ठीक है तो उसने कंप्लीट जस्टिस देने के लिए आर्टिकल 142 का यूज़ किया वहां पे कंप्लीट टू डू अ मैट टू डू कंप्लीट जस्टिस इन एनी मैटर लाइंग बिफोर द सुप्रीम कोर्ट 143 पावर ऑफ प्रेसिडेंट टू कंसल्ट सुप्रीम कोर्ट इसको बोलते हैं एडवाइजरी जूरिडिक्शन हम बोल देते हैं प्यार से क्या बोल देते हैं एडवाइजरी जूरिस क्शन सलाह कारी क्षेत्र अधिकार कौन सलाह ले रहा है कौन एडवाइज ले रहा है प्रेसिडेंट किससे ले रहा है सुप्रीम कोर्ट से वैसे तो यह चीज लिखने वाले नहीं हो सुन लो अगर पूछ ले दो मैटर पे लेता है एक तो प्री कॉन्स्टिट्यूशन ट्रीटी और दूसरा अर्जेंट मैटर ऑफ पब्लिक इंपॉर्टेंस और जो भी एडवाइस देगा सुप्रीम कोर्ट प्रेसिडेंट पे नॉट बाइंडिंग ऑलवेज रिमेंबर कभी भी कांस्टिट्यूशन कभी भी पॉलिटी में कोई क्वेश्चन बने और यह बोल दे कि इट इज बाइंडिंग तो बहुत ही रेयर होता है कि कोई कोई किसी भी चीज बाइंडिंग होती है अगर आपको पता है कि हां बाइंडिंग है तो ही जाइएगा अगर आपको अ वो लेना है गेस लेना है तो नॉट बाइंडिंग के साथ जाइए कि वो बाइंडिंग नहीं होगी जैसे सुप्रीम कोर्ट कुछ भी एडवाइस देगा प्रेसिडेंट को बाइंडिंग नहीं होगी ठीक 144 सिविल एंड जुडिशल अथॉरिटीज टू एक्ट इन द एड ऑफ सुप्रीम कोर्ट जो सिविल और जुडिशल अथॉरिटीज होती हैं वो सुप्रीम कोर्ट के एड में काम करेंगे उसको हेल्प करेंगे उस उसको काम करने में ना कि उसके अगेंस्ट चलेंगी 144 145 रूल्स ऑफ कोर्ट है कि अपने कोर्ट अपने रूल बना सकता है ठीक है कि हमारा अगर किसी ने हमारे जो हमने कोई ऑर्डर पास किया अगर उसकी किसी ने वेलना की तो हम उसको पनिश कर सकते हैं जैसे हमने बोला कि मान लो कि जैसे कि चेक बाउस वाला किस ले लेते हैं किसे राइटिंग वाला है तो कोई मतलब ऐसा आंदोलन छोड़ दे कि क्या मौज लेने लगे सुप्रीम कोर्ट की तो उसको हम पनिश कर सकते हैं अंडर कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट तो वो रूल्स ऑफ कोर्ट है 145 नॉट इंपोर्टेंट आर्टिकल रिमेंबर क्वेश्चन कर लीजिए फिर मैं आपको बताता हूं कि कौन-कौन से आर्टिकल आपको याद रखने है और कैसे याद रखने हैं क्लियर चलिए जल्दी से आंसर बता दीजिए क्वेश्चन नंबर ये है आपका चच ऑफ द फॉलोइंग कैन मेक प्रोविजन फॉर पावर अभी मैंने आपको बताया था यह क्वेश्चन करिए यह क्वेश्चन करिए यह करिए फिफ्थ नंबर करिए कर सकते हैं ना हा कर सकते हैं चलिए पांचों क्वेश्चन करिए यह पहला देख लिया दूसरा देखिए तीसरा देखिए चौथा देखिए और यह पांचवा देखिए कर लिया सभी ने चलिए अभी करते हैं यहां पर क्वेश्चन पहला च ऑ फॉलो कैन मेक प्रोविजंस फॉर एं सिलरी पावर्स तो ये पार्लियामेंट बना सकता है ऑप्शन नंबर ए च व्हिच आर्टिकल ऑफ़ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन पावर्स दी सुप्रीम कोर्ट सॉरी एंपावर्स द सुप्रीम कोर्ट टू रिवीव इट्स ओन जजमेंट यहां होगा एंपावर्स ठीक है एंपावर कर सकता है उसके खुद को मतलब उसका जो खुद का है उसको रिवीव करने के लिए ठीक है तो अगर 135 की बात करें तो यह जूरिस जिक्स एंड पावर्स की बात करता है ठीक है करेंटली तो यह होगा नहीं 136 अगर बात करें तो स्पेशल लीव वाली बात करता है और 138 की बात करें तो एनलार्जमेंट ऑफ डिक्शन की बात करता है एनलार्जमेंट ऑफ जूरिस सही आंसर होगा यहां पे ऑप्शन नंबर डी 137 जिसके तहत सुप्रीम कोर्ट अपने ही जजमेंट या ऑर्डर को रिव्यू कर सकता है थर्ड नंबर क्वेश्चन सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया केम टू एक्जिस्टेंस ऑन कब आया था तो यहां पे 28 जनवरी नहीं तो 26 मार देते हैं फिर ठीक है लेकिन आप देख सकते हैं इतने क्लोज भी ऑप्शन नहीं है सीजीएल में आया हुआ क्वेश्चन है इसी सा इसी बार का ही है ठीक है तो 26 जनवरी 1950 26 नहीं हो तो 28 जनवरी होगा क्वेश्चन फोर्थ व्हिच ऑफ द फॉलोइंग आर्टिकल्स ऑफ़ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन मेंशन दैट द लॉ डिक्लेयर्ड बाय सुप्रीम कोर्ट इज बाइंडिंग ऑन द ऑल दी कोर्ट्स बाइंडिंग है एक और एक ने बाइंडर रखा है बांध रखा है चार को ठीक है 142 क्या बोलता है किसी भी मैटर में कंप्लीट जस्टिस करने के लिए राइट कंप्लीट जस्टिस करने के लिए ठीक है वह किसी ऑर्डर को डिक्री को एनफोर्स कर सकता है 144 हमने पढ़ा था कि सिविल और जो जुडिशियस अथॉरिटीज हैं व एक्ट करेंगी एड में किसके सुप्रीम कोर्ट को 143 एडवाइजरी जूरिस जिक्स की बात कर रहा था जहां प्रेसिडेंट एडवाइज लेने जा रहा था आखिरी क्वेश्चन कर लेते हैं फिर मैं आपको टरिक बताता हूं और टरिक में कौन-कौन से इंपोर्टेंट आर्टिकल्स हैं वो भी कंसीडर द फॉलोइंग स्टेटमेंट रिगार्डिंग द जूरिडिक्शन ऑफ सुप्रीम कोर्ट अ डिस्प्यूट अराइजिंग आउट ऑफ़ एनी प्री कॉन्स्टिट्यूशन ट्रीटी ये थोड़ा सा पे ग्रेड से ऊपर का सवाल है तो अ डिस्प्यूट अराइजिंग आउट ऑफ एनी प्री कॉन्स्टिट्यूशन ट्रीटी एग्रीमेंट एंड एंगेजमेंट कम्स अंडर ओरिजिनल जूरिडिक्शन बिल्कुल अभी मैंने बताया दो मैटर बताया था ना प्री कॉन्स्टिट्यूशन ट्रीटी और जनरल फैक्ट ऑफ जनरल अर्जेंट मैटर ऑफ पब्लिक इंपॉर्टेंस केसेस इवॉल्विंग इंटरप्रिटेशन ऑफ़ द कॉन्स्टिट्यूशन इन सिविल एंड क्रिमिनल मैटर्स कम अंडर एलेट जूरिडिक्शन बिल्कुल सही बात है अपील बाय स्पेशल लीव इज अवेलेबल इन मैटर ऑफ सिविल एंड क्रिमिनल केसेस बट नॉट इन कॉन्स्टिट्यूशन मैटर ऐसा नहीं है तो आंसर यहां पे ओनली टू पेयर्स कितने पेयर सही है यह पूछा ना कितने स्टेटमेंट सही है तो दो स्टेटमेंट सही है अब यहां पर मैं आपको टरिक बता देता हूं और फिर आगे बढ़ते हैं ठीक है तो ट्रिक यहां पर लिख देते हैं तो ट्रिक यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने सार्क कंट्रीज को सार्क कंट्रीज को एक सीट ऑफर करी एक सीट ऑफर करी इस तरह से हम सारे आर्टिकल याद कर सकते हैं सुप्रीम कोर्ट आर्टिकल 144 ये बोलता है कि देयर शैल बी एक सेकंड देयर शैल बी अ सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडि एस्टेब्लिशमेंट ऑफ सुप्रीम कोर्ट की बात करता है एसे यहां पे सैलरीज ठीक है यहां पे लिखता हूं 125 ठीक है यह बात करता है सैलरी की यह किसकी बात करता है ये आपका 120 या तो इसको ऐसे करो 124 125 126 ठीक है यह बात करता है अपॉइंटमेंट ऑफ एक्टिंग चीफ जस्टिस अपॉइंटमेंट ऑफ एक्टिंग या फिर अपॉइंटमेंट ना करके एक्टिंग याद रख लो ए से एक्टिंग ए से अपॉइंटमेंट और ए है यह भी ए है आपका ठीक है एक्टिंग चीफ जस्टिस ए से यहां पर अपॉइंटमेंट ऑफ एडहॉक जजेस यह भी एडहॉक ए से स्टार्ट हो रहा है एडहॉक जजेस यह हो गया आपका 127 128 की बात करें तो यह बात करता है रिटायर्ड जजेस की अटेंडेंस ऑफ रिटायर्ड जजे इसको मैंने करवाया नहीं है बट ये ट्रिक में इसमें आता है 124 आर से रिटायर्ड जस बस आपको याद रखना है ठीक है और सी से आता है ये कौन सा होगा 129 कोर्ट ऑफ रिकॉर्ड ठीक है कोर्ट ऑफ रिकॉर्ड की तरह एक्ट करता है हमारा सुप्रीम कोर्ट और 130 सीट दिल्ली एज अ सीट ऑफ सुप्रीम कोर्ट ठीक है दिल्ली एज सीट ऑफ सुप्रीम कोर्ट हम और ऑफर ओ से हो जाएगा 131 से हो जाएगा आपका ओरिजिनल जूरिस क्शन ठीक है ओरिजिनल जूरिस क्शन तो भाई मेरे पास इतने तक की ट्रिक है आगे तक की नहीं है आगे अब अपने हिसाब से याद कर लो अब याद हो जाएगा 132 133 135 नल जूरिडिक्शन के बाद अ एलेट जूरिडिक्शन था ना एलेट जूरिडिक्शन हो गया हम 135 हमने पढ़ना नहीं है 135 पढ़ना नहीं है 136 स्पेशल लीव है ठीक है स्पेशल लीव है 137 वो सब तो आपको पता है अब मैं आपको यह बताता हूं इंपॉर्टेंट कौन-कौन से जो आप भूल नहीं सकते हैं एक तो जो मैंने आपको आर्टिकल 124 के तहत आर्टिकल 124 के तहत जितने भी मैंने आपको बताया था वो सारे आपको पता होने चाहिए और 124 में आपको यह बहुत इंपॉर्टेंट है कि जो मैंने चीजें समझाई थी समझ में आनी चाहिए ठीक है 124 बहुत इंपोर्टेंट है वेरी इंपोर्टेंट देन अगर बात करें 125 इंपोर्टेंट नहीं है सैलरीज में आती है 126 भी नहीं इतना 127 भी नहीं है 129 इंपॉर्टेंट है ठीक है और 131 बहुत इंपॉर्टेंट है 130 131 के बाद सिक्स वाले इंपॉर्टेंट नहीं है 137 इंपॉर्टेंट है जहां पे अपने ऑर्डर्स को रिव्यू कर सकता है 130 नहीं ना तो इंपोर्टेंट नहीं है उतना 141 करो जिसमें यह बाइंडिंग वाला चीज था ठीक है य बाइंडिंग ऑन ऑल दी कोड्स 142 ठीक है टू डू कंप्लीट जस्टिस एंड 143 एडवाइजरी जक्शन ये 1 दोती 4 5 6 सात आर्टिकल आपको कायदे से रटे होने चाहिए बाकी रटने की जरूरत नहीं है आएगा भी तो एलिमिनेशन से तुम कर लोगे अब मैं फिर से 124 में आता हूं ठीक है कुछ चीजें थोड़ी सी आपको बतानी थी एंड दैट वाज रिगार्डिंग यहां पे मैंने आपसे बात करी थी अपॉइंटमेंट की प्रेसिडेंट करेगा ठीक है बट यहां पे बात यह आती है कि जो अपॉइंटमेंट प्रेस करता है तो उसमें क्या उसका सोल डिसीजन माने रखता है इस पर बहुत जंग हुई सुप्रीम कोर्ट और पार्लियामेंट के बीच में और अभी भी जंग चल रही है ठीक है तो अपॉइंटमेंट प्रेसिडेंट तो करते हैं लेकिन ग्रुप ऑफ जजेस की रिकमेंडेशन के बाद ग्रुप ऑफ जजेस की ठीक ग्रुप ऑफ जजेस की रिकमेंडेशन के बात करते हैं और यह रिकमेंडेशन बाइंडिंग होगी प्रेसिडेंट प यस इट इज बाइंडिंग इन दिस केस इसको ग्रुप ऑफ जजेस को हम बोलते हैं कॉलेजियम अभी जब मैं आपको सुप्रीम कोर्ट जस्ट इसके बाद तुरंत सुप्रीम कोर्ट ही सॉरी हाई कोर्ट पढ़ाने चल रहा हूं हाई कोर्ट में भी ऐसा ही होता है हाई कोर्ट में जब किसी जज की ट्रांसफर होती है अपॉइंटमेंट होती है अब यहां पे तो ट्रांसफर हो नहीं सकती है सर सुप्रीम कोर्ट तो एक ही है हमारे देश में हाई कोर्ट तो मल्टीपल है तो वहां ट्रांसफर भी होती है तो ट्रांसफर के केस में वहां पे अपॉइंटमेंट के केस में कॉलेजियम से रिकमेंडेशन लिया था व्हाट इज दिस कॉलेजियम कॉलेजियम नोवेयर मेंशन इन द कॉन्स्टिट्यूशन पहले तो यह ध्यान रखना नोवेयर मेंशन इन कॉन्स्टिट्यूशन वह इस तरह से दे देगा आपको यह जजेस केस में इवॉल्व हुआ था जजेस केस में इवॉल्व हुआ था बस ध्यान रखना हमारे टोटल चार जजेस केस हुए थे फर्स्ट उसके डीप में मैं आपको ले नहीं जा रहा हूं उसके डीप में नहीं ले जा रहा हूं जरूरत नहीं आपके लिए उतना बस अगर कभी पूछ ले एसपी गुप्ता केस कौन सा है तो एसपी गुप्ता केस फर्स्ट जजेस केस है ठीक है फर्स्ट जजेस फर्स्ट हुआ सेकंड हुआ थर्ड हुआ थर्ड के बाद किसने इसने हमारी देश की पार्लियामेंट ने क्या किया थर्ड के बाद 99 कॉन्स्टिट्यूशन अमेंडमेंट पास कर दिया और इसने यह बोला 99 कॉन्स्टिट्यूशन अमेंडमेंट करके कॉलेज कयम को खत्म कर दिया कॉलेजियम को खत्म कर दिया और बोला कि आपसे एक नई बॉडी है नेशनल जुडिशियस अपॉइंटमेंट कमीशन जो कि पॉइंट करेगी जजेस को सुप्रीम कोर्ट आया सुप्रीम कोर्ट इन फोर्थ जजेस केस फोर्थ जजेस केस उसने इस एनजेएसी को रिपील कर दिया इस 99 कांस्टीट्यूशनल अमेंडमेंट को अनकंस्टीट्यूशनल असंवैधानिक घोषित कर दिया एंड इट रिवाइव्ड द कॉलेजियम सिस्टम इसने फिर से कॉलेजियम सिस्टम को रिवाइव करवा दिया 99 वाले को अनकंस्टीट्यूशनल डिक्लेयर करके एनजेसी को हटा दिया उड़ा दिया तो अभी कॉलेजियम ही चल रहा है ठीक है चलिए और जो हमारे किरण रिजू थे अभी कुछ टाइम जो पहले लॉ मिनिस्टर थे तो उन्होंने स्टेटमेंट ये दिया था कि यह मतलब मतलब अलग तरह से होना चाहिए अपॉइंटमेंट इन दी जो हमारे कोर्ट है जजेस का तो खैर उससे हमें कोई लेना देना नहीं है आई होप सारी चीजें यहां तक क्लियर हो गई होंगी आपकी ठीक है क्वेश्चन भी हम लोगों ने कर लिए हैं अब यार लास्ट ये कर लेते हैं आखरी पार्ट है इसका यूनियन का इसके बाद हम यूनियन खत्म और इसके बाद सब छोटे छोटे हैं पार्ट सिक्स तो मैं पा मिनट में खत्म कर दूंगा आपका पार्ट सिक्स मात्र पा मिनट लगेगा पार्ट सिक्स पार्ट फना घंटों लग गया ना कितना टाइम लग गया एक बज रहा है है ना एक बज रहा है पूरा पार्ट फाइव में टाइम लग गया अब जितनी भी आगे चीजें होंगी ना देखना कितने मक्खन की तरह होंगी ठीक है इसीलिए मैंने पार्ट फाइ आपको पहले पढ़ाया था तो कैग प आते हैं कैग मतलब कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया यह है आपका आर्टिकल नंबर 148 इसके एस्टेब्लिशमेंट की बात करता है यह आपका एक सिंगल मेंबर्ड बॉडी होता है एक बार मैं चलो डाउट ले लेता हूं किसी को कोई डाउट तो नहीं है क्योंकि य पर मैंने काफी सारी चीजें पढ़ा दी अगर किसी को कोई डाउट हो तो जल्दी से एक बार कमेंट में लिख दो फिर मैं आगे बढ़ता हूं ऐसा तो नहीं कुछ डाउट किसी का रह गया यहां पे चलो किसी काड नहीं स ठीक है क्लियर है ओके ठीक तो सिंगल मेंबर्ड बॉडी होती है हमारी ठीक है और ही इज द गार्जियन य रुक जाओ आगे 149 में ड्यूटीज एंड पावर्स है मेंशन है एंड एक्चुअल में ड्यूटी क्या है ही एक्टस एस द गार्जियन ऑफ पब्लिक पर्स ठीक है ही एक्ट्स एस द गार्जियन ऑफ पब्लिक पर्स मतलब पब्लिक पर्स क्या होता है हमारा पब्लिक पर्स होता है कंसलटेड फंड ऑफ इंडिया भारत की संचित नदी उसके गार्जियन के तौर पे काम करता है गार्जियन मतलब गार्जियन मतलब उसकी देखरेख करता है कि कितना पैसा आया कितना पैसा गया उसको पूरी ऑडिटिंग का काम जो होता है वो कैक देखता है 150 फॉर्म्स ऑफ अकाउंट किस तरह से मेंटेन किए जाएंगे यूनियन ऑ स्टेट्स के वो आर्टिकल नंबर 150 में लिखे हुए हैं 151 में ऑडिट रिपोर्ट जो इसने रिपोर्ट बनाई है ऑडिटिंग की वो ये दे देगा प्रेसिडेंट को प्रेसिडेंट इसको रख देगा पार्लियामेंट को ठीक है पार्लियामेंट के पास रख देगा पार्लियामेंट को दे पार्लियामेंट के पास रख देगा अगर वो यूनियन वाली है अगर स्टेट वाली है तो वो स्टेट लेजिसलेच्योर समरा इजिंग तो एक तरह से हमने देखा गार्डियन ऑफ पब्लिक पर्स एंड ही इज दी हेड ऑफ इंडियन इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट डिपार्टमेंट इंडियन ऑडिट्स एंड अकाउंट्स डिपार्टमेंट का यह हेड होता है एंड ही एक्ट्स एस ठीक है ही एक्ट्स एज इट इ वेरी इंपॉर्टेंट ही एक्ट्स एज गाइड एंड फिलोसोफर गाइड एंड फिलोसोफर टू पब्लिक अकाउंट कमिटी जो अभी हमने पब्लिक अकाउंट कमिटी अभी पढ़ी थी ना उसका गाइड एंड फिलोसोफर की तरह एक्ट करता है बिकॉज़ पब्लिक अकाउंट कमिटी का भी कुछ काम यही होता है तो उसके उसको उसको गाइड करता है उसके काम पे ठीक है जरा बताइए इसमें टोटल कितने मेंबर होते हैं तो यहां पे मैं सराइज कर देता हूं सारे आर्टिकल को ताकि आप इसको भूले नहीं 148 149 150 और 151 सबसे पहले तो ये इस्टैब्लिशमेंट की बात करता है ठीक है कि एक हमारे देश में कैग होगा ठीक है इसके एस्टेब्लिशमेंट की बात करता है फिर अगर हम दूसरे की बात करें 149 की तो ये ड्यूटीज एंड पावर्स की बात करता है ड्यूटीज एंड पावर और ये मैंने लिख दिया ना सिंगल मेंबर्ड बॉडी होती है हां ड्यूटीज एंड पावर्स की बात करता है और अब इसके रिमूवल वगैरह को भी के बारे में देख लेंगे 1450 जो बात करता है ये फॉर्म ऑफ अकाउंट्स की बात करता है तो यहां पे सिर्फ अकाउंट लिख लेते हैं हम ताकि बस हमें याद रहे अगर पेपर में आ जाता जो कि आ सकता है बिल्कुल आ सकता है मैंने पढ़ाया भी था और राजस्थान का जो सिविल सर्विसेस का होता है ठीक है राजस्थान का उसमें आ गया था ये ठीक है 151 की अगर बात करें तो यह बात करता है जो रिपोर्ट है यह किसको देता है प्रेसिडेंट को ठीक है तो ऐसे याद रख सकते हो कि डर ठीक है डैर किस तरह से आप याद रख सकते हो अगर आप याद रखना चाहो तो डी ए आर डर ठीक है ये तो आपको याद ही रहेगा कि 148 में कैग के बारे में देयर शैल बी अ कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया और कैग के बारे में ये याद रखना कि इसका जो टेन्योर होता है टेन्योर तो ये कितना होता है सिक्स इयर्स और 65 इयर्स ऑफ एज या तो 6 साल तक रहेगा अपने ऑफिस में या उसकी अगर 65 साल की उम्र कंप्लीट हो गई तो उसको जाना पड़ेगा 65 इयर्स ऑफ एज यह चीज ध्यान रखनी है और एक चीज थी हां इसके रिमूवल की तो रिमूवल सेम एज सुप्रीम कोर्ट का जज सेम एज अ जज ऑफ सुप्रीम कोर्ट और हम सुप्रीम कोर्ट के जज का रिमूवल पढ़ चुके हैं खत्म ठीक कैक को लेके यहां पर जल्दी से क्वेश्चन कर लीजिए रुको रुको क्या हो गया ये पीपीटी चल क्यों नहीं रही है एक सेकंड रे क्या हो गया ब्लॉक हो गया ठी ड्यूटी ऑफ ऑडिट एंड कैग से डर ओके हां कैक से डर आप इस तरह से इसको याद रख सकते हैं लैपटॉप में कुछ इशू आ गया है एक सेकंड रुकिए या तो थोड़ा सा भी ब्रेक आप ले सकते हो ठीक है इसको भी थोड़ा ब्रेक मिल जाएगा है ना इसको भी थोड़ा सा ब्रेक मिल जाएगा क्योंकि आई थिंक यह गर्म हो चुका है काफी और यह पर अभी रिस्प नहीं कर रहा है ठीक है थोड़ा सा ब्रेक ले लेते हैं जस्ट एक मिनट का फिर मिलते हैं ठीक है एक मिनट के ब्रेक [संगीत] प ये क्या ना खराब राब कुछ नहीं हुआ ठीक है यह क्वेश्चन जो है बार-बार लग गया देख सकते हैं आप यहां पर ठीक तो उसको फॉरवर्ड करने पर क्या ना वही क्वेश्चन आ रहा है मुझे लगा कि य फॉरवर्ड नहीं हो रहा है मेरी तो मानो समझ सकते हैं आप है ना चलो तो यहां पर आगे बढ़ते हैं अभी सब कुछ कर चुके हम लोग अब आगे बढ़ते हैं यहां पर स्टेट लेजिस्लेटर देखते हैं ठीक है एक सेकंड चलो अब आते हैं स्टेट लेजिस्लेटर पे एंड दैट इज नॉट चैप्टर थ्री ये पार्ट सिक्स ऑफ कांस्टिट्यूशन है ठीक है एक सेकंड ओके ठीक मतलब स्टेट लेजिसलेच्योर यह हमारा आर्टिकल नंबर 152 से लेकर 237 तक में दिया हुआ है सबसे पहले बात आती है चैप्टर टू यहां से स्टेट एग्जीक्यूटिव्स चालू होता है चैप्टर वन के बारे में कुछ नहीं चैप्टर वन एकदम इग्नोर मारो चैप्टर टू में स्टेट एग्जीक्यूटिव अब मुझे बताइए स्टेट एग्जीक्यूटिव में कौन-कौन आएगा ह यूनियन एग्जीक्यूटिव में कौन आ रहा था उसी के यहां पे कंटेंपररी रखते जाओ गवर्नर होगा राज्यपाल होगा ठीक है सीएम प्लस काउंसिल ऑफ मिनिस्टर होंगे प्लस अब देखो वहां पे प्रेसिडेंट था और वाइस प्रेसिडेंट था ऐसे ही यहां पे गवर्नर और वाइस गवर्नर तो होता नहीं है तो यहां पे गवर्नर होगा सीएम प्लस काउंसिल ऑफ़ मिनिस्टर वहां पीएम प्लस काउंसिल ऑफ़ मिनिस्टर था और यहां पे हो जाएगा आपका एडवोकेट जनरल आर्टिकल नंबर 165 क्लियर अब ये आर्टिकल रिलेटेड टू गवर्नर है हम जल्दी से देख लेते हैं 140 53 बोलता है देयर शैल बी अ गवर्नर 154 एग्जीक्यूटिव पावर अब वहां पे हम लोगों ने पढ़ा था कि 52 से स्टार्ट था हमारा कौन प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया देयर शैल बी अ प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया याद आ रहा आपको और 62 तक हम गए थे 52 टू 62 प्रेसिडेंट था ऐसे ही 152 आप मान लो ठीक है इसको 152 नहीं 153 मान लो 153 में जैसे वहां पे था देयर शल बी प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया यहां पे देयर शल बी गवर्नर ऑफ स्टेट 154 एग्जीक्यूटिव पावर ऑफ स्टेट जो है वह गवर्नर में लाई करेगा वो बोलता है 155 अपॉइंटमेंट ऑफ गवर्नर कौन करेगा यह प्रेसिडेंट करता है अपॉइंटमेंट ऑफ गवर्नर अब यहां पे कुछ चीजें थोड़ा सा पढ़ लेते हैं ठीक है कि अपॉइंटमेंट ऑफ जो गवर्नर है वह हमारा प्रेसिडेंट तो करता है लेकिन किसको अपॉइंटमेंट फॉलो किया जाता है कि जिस स्टेट में अगर किसी का अपॉट अपटमेंट हो रहा है एस गवर्नर तो वो उस स्टेट का निवासी ना होना चाहिए यह कहीं कांस्टिट्यूशन में मेंशन नहीं है बट यह चीज ये चीज हम कन्वेंशन फॉलो करते हैं ठीक है और और एक चीज अभी आगे आई थिंक आएगा नहीं आएगा तो मैं बता दूंगा आपको और एक चीज मैं देखो मैंने मिस कर दी कहां-कहां पर राज्यसभा के ज्यादा पावर होते हैं एस कंपेयर टू लोकसभा चलो अभी उसको भी देख लेंगे स्टेट लेजिसलेच्योर फॉर अपॉइंटमेंट लिखी हुई है ठीक है और क्वालिफिकेशन में बस आपको याद रखना है कि एज इसकी 35 होती है बाकी वही सब सिटीजन ऑफ इंडिया सारी चीजें हैं नॉट दैट मच इंपोर्टेंट 158 कंडीशन फॉर गवर्नर ऑफ ऑफिस 159 ओथ की बात करता है ओथ कौन दिलाता है इसको ओथ दिलाता है चीफ जस्टिस ऑफ दैट पर्टिकुलर हाई कोर्ट 160 डिस्चार्ज ऑफ द फंक्शंस ऑफ द गवर्नर इन सर्टेन कंटिजेंट नहीं होंगे तो कौन डिस्चार्ज करेगा ये तरह के फंक्शंस है 161 पावर ऑफ गवर्नर टू ग्रांट पार्डन ये हम लोग देख चुके हैं 16 61 ठीक है 162 एक्सटेंट ऑफ एग्जीक्यूटिव पावर ऑफ स्टेट बात करता है काउंसिल ऑफ मिनिस्टर टू एड एंड एडवाइज द गवर्नर अभी हम पढ़ेंगे 163 से ठीक है चलो यहीं पे देख लेते हैं 163 जिस तरह हमने पढ़ा था आर्टिकल नंबर 74 में अब याद कैसे रखेंगे इसको बहुत याद है मतलब आसान है याद करना वो मैं आपको समझाता हूं देखो जो भी हमने अभी पार्लियामेंट के आर्टिकल्स याद किए थे ठीक है जो भी हमने पार्लियामेंट के आर्टिकल याद किए थे उनको हम दो कैटेगरी में डिवाइड कर सकते हैं एक तो वो आर्टिकल जो 79 से लेके 79 से लेकर 112 तक है वो आर्टिकल्स और एक वो है जो 112 से लेके 123 तक है ठीक है एक्चुअल में पार्लियामेंट तो 122 में ही खत्म हो गया था 123 तो ऑर्डिनेंस की बात कर रहा था चैप्टर 3 ये जो आर्टिकल यहां तक के थे उसमें आप 89 जोड़ दीजिए तो आपको कंटेंपररी स्टेट लेजिस्लेटर का आर्टिकल मिल जाएगा और इसमें आप 90 जोड़ दीजिए तो आपको कंटेंपरेरी स्टेट लेजिस्लेटर का आर्टिकल मिल जाएगा मैं कहना क्या चाहता हूं आप ध्यान से समझिए समझ समझाए आपको अब 79 देयर शैल बी अ पार्लियामेंट फॉर दी यूनियन 89 जोड़ है सर इसमें 168 आता है ना देयर शैल बी अ लेजिसलेच्योर देखते हैं आर्टिकल 110 किसकी बात कर रहा था डेफिनेशन ऑफ मनी बिल धन विधेयक की 89 जोड़ के देखो इसमें 991 199 बात करता है मनी बिल ऑफ स्टेट यहां पर मैंने लिखा नहीं होगा बिकॉज उसकी जरूरत नहीं है ठीक है बिकॉज वो सब आपको पता है तो यहां पे वो हम अलग से नहीं पढ़ने वाले हैं सारी चीजें हमने समझ ली उसके दो कारण है सारी चीजें हमने समझ ली ये पहला कारण है दूसरा कारण है ये उतना इंपॉर्टेंट भी नहीं उतना स्टेट लेजिस्लेटर से क्वेश्चंस नहीं बनते हैं जितना कि आपका पार्ट फाइव से सॉरी हां पार्ट फाइव दैट इज यूनियन से बनते हैं बनेगा भी क्वेश्चन तो आप उसको याद करो अच्छा मनी बिल अगर वो स्टेट लेजिसलेच्योर मान लेते हैं जैसे फॉर एग्जांपल 112 से 123 के बीच में जैसे फॉर एग्जांपल बात करें 123 बात करता है ऑर्डिनेंस ऑफ प्रेसिडेंट की तो 90 जोड़ दो 3 9 2 11 एक दो यह बात करता है ऑर्डिनेंस ऑफ गवर्नर की राज्यपाल के अध्यादेश की शक्ति को तो 89 और 90 वाला बस फार्मूला याद रखिएगा खत्म है मामला ये बस ठीक है थोड़ा गवर्नर के बारे में और कुछ पढ़ना है हमें यह पढ़ना है कि एक अमेंडमेंट याद रखना कि सेवंथ अमेंडमेंट ने यह बोला था कि एक से ज्यादा स्टेट के गवर्नर मतलब एक से ज्यादा स्टेट एक से ज्यादा स्टेट के लिए एक सिंगल गवर्नर हो सकता है ठीक है सिंगल गवर्नर फॉर मल्टीपल स्टेट्स फॉर मल्टीपल स्टेट्स यह बोला था किसने यह बोला था हमारा सेवेंथ कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट ने बाकी हर चीज वही सेम है जो प्रेसिडेंट के पास थी प्रेसिडेंट के बस यह ध्यान रखना कि प्रेसिडेंट हमारा सुप्रीम कमांडर होता है डिफेंस फोर्सेस का लेकिन यह नहीं होता है उसकी आर् उसके ऑर्डिनेंस की पावर 123 में है इसकी 213 में है इसके ऑर्डिनेंस की पावर और पूरी सेम है ऑर्डिनेंस यह स्टेट के जो जैसे स्टेट लिस्ट में जो सब्जेक्ट मेंशन है उसको लेके यह लॉ ला सकता है अगर स्टेट लेजिस्लेटर सेशन में नहीं होगा तो ठीक है और यह स्टेट का हेड होता है ठीक है बाकी सारी चीजें सेम आई थिंक कोई चीज एक्सप्लेन करने की यहां पे जरूरत है नहीं अब आते हैं स्टेट लेजिस्लेटर प हमने पार्लियामेंट देखा था वो चैप्टर टू में था ये चैप्टर थ्री ऑफ पार्ट सिक्स ऑफ द कांस्टिट्यूशन में है 168 कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ लेजिसलेच्योर एक तो दिल्ली और दूसरी पुडडू चरी अभी जम्मू कश्मीर को नहीं मिली है जल्द ही मिल जाएगी ठीक है 169 की बात करें अबोलिशन ऑ क्रिएशन ऑफ लेजिसलेटिव काउंसिल की बात करता है बट बिफोर दैट अभी हमने लेजिस्लेटर पूरा पढ़ा नहीं है बिकॉज लेजिस्लेटर का मतलब है लेजिस्लेटिव असेंबली जिसको विधानसभा बोलते हैं और लेजिस्लेटिव काउंसिल विधान परिषद लेकिन हमारे सभी स्टेट में ठीक है नॉट ऑल स्टेट्स नॉट ऑल स्टेट्स हैव लेजिस्लेटिव काउंसिल सभी स्टेट में नहीं है कितने स्टेट में है सिर्फ ओनली ओनली सिक्स स्टेट्स में है इन स्टेट्स को हम कैसे याद रखेंगे ये समय इसको हम याद रखेंगे कबूत से क बू तम से इसको याद रखेंगे के से है कर्नाटक ए से है आंध्रा बी से है बिहार यू से है उत्तर प्रदेश टी से है तमिलनाडु नहीं है ध्यान रखना तेलंगाना है और एम से है महाराष्ट्र ठीक है एम से क्या है एम से है महाराष्ट्र यह चीज ध्यान रखना यह छह स्टेट हैं जिस भी स्टेट में दोनों होते हैं हर स्टेट में लेजिस्लेटिव असेंबली है जिस भी स्टेट में लेजिस्लेटिव काउंसिल होगी उसको हम द्विसदनीय विधानमंडल बोल देंगे जहां दोनों होगी उसको हम बाय कैमरल लेजिसलेच्योर लेजिसलेच्योर लेजिसलेटिव काउंसिल होगी वहीं पे हो लेजिसलेटिव असेंबली तो सबके पास है ठीक अब बात करते हैं कि सबके पास क्यों नहीं है और किसी को चाहिए तो कैसे होगी और अगर वह किसी को नहीं चाहिए तो कैसा होगा तो यह काम एबलेशन और क्रिएशन का देश की संसद करती है देश की पार्लियामेंट के पास यह पावर है देश की पार्लियामेंट अबोलिशन अबोलिशन भी कर सकती है लेजिस्लेटिव काउंसिल को और क्रिएट भी कर सकती है और सिंपल मेजॉरिटी से कर सकती है लेट मी टेल यू साधारण बहुमत चाहिए पार्लियामेंट को यानी कि अमेंडमेंट करने की जरूरत नहीं है कांस्टिट्यूशन में बस सिंपल मेजॉरिटी से पास करवा दो वो पर्टिकुलर लेजिस्लेटिव काउंसिल जैसे पश्चिम बंगाल वेस्ट बंगाल के पास नहीं है उसने अभी पर्टिकुलर अपने स्टेट लेजिसलेच्योर से क पास करवाना होगा अपने स्टेट लेजिसलेटिव असेंबली में लेकिन पार्लियामेंट को अगर क्रिएट वो नहीं कर सकता है उड़ीसा को चाहिए अगर मान लो लेजिसलेटिव काउंसिल अपने आप से नहीं क्रिएट कर सकता है वेस्ट बंगाल अपने आप से नहीं क्रिएट कर सकता पार्लियामेंट को बोलेगा बो बोलने के लिए उसको अपने यहां पे स्पेशल मेजॉरिटी से पास करवाना होगा लेकिन पार्लियामेंट उसको सिंपल मेजॉरिटी से साधारण बहुमत से क्रिएट भी कर सकता है अबॉलिश भी कर सकता है ठीक राज्यसभा वाज अ कंटिन्यूइंग चैंबर सिमिलरली लेजिस्लेटिव काउंसिल इज आल्सो अ कंट कंटिन्यूइंग चैंबर ये भी आपका एक कंटिन्यूइंग चैंबर होता है बट ध्यान ये रखना कि जो हमारी राज्यसभा होती है वो अबॉलिश नहीं हो सकती है ठीक है वो अबॉलिश नहीं हो सकती लेकिन अगर हम बात करें जो हमारी लेजिस्लेटिव काउंसिल है ये कंटिन्यूइंग चेंबर तो है इसमें भी 6 साल तक का मेंबर्स होता है लोगों का जो भी इसके मेंबर्स होते हैं लेकिन बस ध्यान इस चीज का रखना है आपको कि यहां पे इसको अबॉलिश किया जा सकता है बट राज्यसभा को नहीं कंपोजीशन की अगर बात करें तो यहां पे लोग इनडायरेक्टली अप्रत्यक्ष रूप से चुन के आते हैं और सिमिलरली यहां प भी पिरामिड बनेगा जैसे वहां पे लोकसभा राज्यसभा प्रेसिडेंट बन रहा था ऐसे यहां पे भी लेजिस्लेटिव असेंबली लेजिस्लेटिव काउंसिल विधानसभा विधान परिषद और गवर्नर का बन जाएगा लेकिन अनफॉर्चूनेटली यह सिर्फ पिरामिड छह राज्यों के लिए बन सकता है जो बाकी के राज्य हमारे 22 राज्य उनमें सिर्फ लेजिस्लेटिव असेंबली और गवर्नर होता है क्लियर जैसे कि राज्यसभा में इनडायरेक्टली इलेक्शन हो रहा था और वो अपर हाउस था वैसे किसी स्टेट में अगर लेजिसलेटिव काउंसिल है तो वो वहां का अपर हाउस होगा ठीक है इनडायरेक्ट इलेक्शन होता है प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन वही सिंगल ट्रांसफरेबल वोट तो बस यह याद रखना और कंपोजीशन किस तरह से होता है इसका यह बहुत बहुत बहुत इंपॉर्टेंट है यह अलग है इसमें थड मेंबर थर्ड मेंबर होता है एक बार ठीक है एक बार होता है इसमें 11 क्या है अभी बताते हैं आपको 112 और फिर बाकी रिमेनिंग जितने बच गए रिमेनिंग कितने बचे जरा बताओ जल्दी से कमेंट में मैंने अगर एक तिहाई ले लिए 1 तिहाई ले लिए 1 ब 12 ले लिए 1 ब 12 ले लिए तो बचा कितना बताइए कमेंट में जल्दी से 1 तिहाई जो होते हैं 1/3 होते हैं ये आपके जो लेजिस्लेटिव असेंबली है उनके मेंबर यह चुन के भेजेंगे न थड जो है यह लोकल अथॉरिटीज या फिर लोकल बॉडीज जिसमें कि मुसिपालिटी आती है आपकी पंचायत वाली चुन के नहीं भेज सकते हैं थोड़ी सी डीप की चीज है लेकिन आपके नहीं पूछेगा बस लोकल बॉडीज ध्यान रखो लोकल बॉडीज वाले चुन के भेजते हैं 112th अगर बात करें तो ग्रेजुएट्स ठीक है ग्रेजुएट्स जो हैं वह और 112th जो है टीचर्स लोग चुन के भेजते हैं क्लियर रिमेनिंग कितने हुए भाई 1/3 1/3 को जोड़ो कितना होगा 2/3 112 11 122 को जोड़ो ग 1/6 एलसीएम लोगे 6 4 1 5 तो हो गया 5/6 बचे कितने 1/6 तो रिमेनिंग दैट इज 16 जो है यह नॉमिनेटेड बाय गवर्नर नॉमिनेटेड बाय गवर्नर यानी कि राज्यपाल इनको नामित करेगा किन क्षेत्रों में नामित करता है याद करो लिस याद आ रहा है जहां पर राज्यसभा में नॉमिनेशन हो रहा था 12 मेंबर का बदी प्रेसिडेंट लिटरेचर साइंस आर्ट सोशल सर्विस प्लस इसमें एक और ऐड हो जाता है दैट इ कोऑपरेटिव सोसाइटीज सहकारी समितियों से भी नॉमिनेशन हो सकता है इन द केस स्टेट लेजिस्लेटिव काउंसिल 171 कंपोजीशन ऑफ लेजिसलेटिव क्या कर दिया मैंने यहां पर मैंने काउंसिल का पूरा बता दिया असमली का बताना था क्या करें क्या करें बताओ यहां पर मैं काउंस लिख देता हूं इसको ठीक है यहां पर मैं लिख देता हूं काउंसिल यह है आपका काउंसिल ठीक है यहां पर मैं लिख देता हूं काउंसिल और यहां पर या फिर ऐसा कर ले क्या चलो यहां पर कर लेते हैं और यह आर्टिकल भी आपका य 171 हो जाएगा फिर ठीक है यह आर्टिकल भी 171 हो जाएगा और इसको कर लेते हैं 170 ठीक है और यहां पर कर लेते हैं असेंबली ठीक है यहां पर कर लेते हैं असेंबली और यहां पर विधान परिषद कर लीजिए आप ठीक है विधान परिषद और यहां पर कर लीजिए विधान सभा ठीक है विधान सभा की अगर बात करें आर्टिकल नंबर 170 और यहां पर 171 ठीक है तो लेजिस्लेटिव अगर असेंबली की बात करें तो यहां पर मैक्सिमम मैक्सिमम जो मेंबरशिप हो सकती है वह 500 लोगों की हो सकती है लोकसभा में 550 थी मैक्सिमम 500 लोकसभा में मिनिमम कितनी थी जरा बताइए लोकसभा में मिनिमम क्या था मिनिमम मेंबर्स कितने हो सक मिनिमम मेंबर्स कितने होने चाहिए थे लोकसभा में यह बताइए जरा और एक चीज ध्यान रखना जो लेजिसलेटिव काउंसिल की जो स्ट्रेंथ है ना यह असेंबली की स्ट्रेंथ पर डिपेंड करती है स्ट्रेंथ ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली इसकी स्ट्रेंथ न थड ऑफ लेजिस्लेटिव असेंबली से ज्यादा नहीं हो सकती है लेजिस्लेटिव असेंबली जो जो उस राज्य में लेजिस्लेटिव असेंबली है उसकी जितनी स्ट्रेंथ है उससे वन बाय थर्ड की ज्यादा नहीं हो सकती इसकी मेंबरशिप और एक्चुअल में कितनी होगी वो ऐसे डिसाइड होगी ठीक मैक्सिमम इसमें 500 और मिनिमम की अगर बात करें तो मिनिमम इसमें होता है 60 मेंबर 60 मेंबर कुछ एक्सेप्शन भी है कुछ स्टेट आपके जैसे कि कहीं कहीं पर जैसे नागालैंड वगैरह हो गया वहां पर 30 भी अलाउड है ठीक है जैसे कि यहां पे अगर मैं बात करूं जैसे अरुणाचल वैसे इंपॉर्टेंट तो नहीं है बट फिर भी लिख देता हूं अरुणाचल गोवा यहां पे 30 भी अलाउड है ठीक है वैसे मिनिमम 60 है जन इन सभी जनरल स्टेट्स के लिए लोकसभा में कोई मिनिमम का क्राइटेरिया नहीं है और जो लोग 15 पर लिख रहे हैं ना वो 15 पर काउंसिल ऑफ मिनिस्टर वाला था काउंसिल ऑफ मिनिस्टर वाला और वो काउंसिल ऑफ मिनिस्टर वाला यहां पे भी वैलिड है यानी कि लेजिसलेटिव असेंबली में भी मिनिमम काउंसिल ऑफ मैक्सिमम काउंसिल ऑफ मिनिस्टर की जो स्ट्रेंथ हो सकती है मैक्सिमम वो 15 पर से ज्यादा नहीं हो सकती है लेजिस्लेटिव असेंबली की स्ट्रेंथ से यह चीज ध्यान रखना जो हम लोगों ने वहां पर पढ़ा था क्लियर है इतनी चीज तो यह हो गया हम लोग का अरुणाचल हो गया गोवा य बता दिया मैंने आपको और लेजिसलेटिव काउंसिल में याद रखना कि 1/3 यह मैक्सिमम होता है ठीक है मैक्सिमम लेजिस्लेटिव काउंसिल में और यहां पे अगर मिनिमम की बात करें तो मिनिमम 40 मिनिमम 40 ठीक है 173 क्वालिफिकेशन फॉर मेंबरशिप है सेम एज सेम ठीक है सेम एज आपका वहां पे यानी कि लेजिस्लेटिव असेंबली का अगर मेंबर बनना सिटीजन ऑफ इंडिया सारी चीजें और 25 साल की उम्र होनी चाहिए लेजिस्लेटिव काउंसिल का अगर बनना है तो 30 साल की उम्र होनी चाहिए और एक चीज ध्यान रखना राज्यसभा को हम हाउस ऑफ एल्डर्स के नाम से भी जानते हैं राज्यसभा को हाउस ऑफ एल्डर क्यों क्योंकि उसमें 30 साल की उम्र होती है लोकसभा में 25 की होती है तो इसमें थोड़े से बड़े लोग होते हैं सेशन ऑफ स्टेट लेजिसलेच्योर बात करें लेजिस्लेटिव काउंसिल की अगर बात करें तो इसका मतलब कोई ड्यूरेशन नहीं होता ठीक है नो ड्यूरेशन ठीक है नो ड्यूरेशन मेंबर्स की अगर बात करें मेंबर्स की सिक्स इयर्स का वन थर्ड मेंबर रिटायर आफ्टर एवरी सेकंड ईयर लेजिस्लेटिव असेंबली फाइव इयर्स ठीक है अब देखो हम लोगों जो पार्लियामेंट पढ़ा था उसका कितना बढ़िया यूज हो रहा है जल्दी से आंसर कर दीजिए व्हिच आर्टिकल ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन डील्स विद दिस टॉपिक ऑफ स्टेट [संगीत] लेजिसलेच्योर लो ठीक है स्टेट और यूटी अभी कहां पर विधानसभा नहीं है व्हाट डज स्पेशल मेजॉरिटी मीन इन स्टेट लेजिसलेच्योर हम लोग करेंगे हाई कोर्ट और हमारा पार्ट सिक्स भी खत्म हो जाएगा पाच मिनट के अंदर है ना चलो तो व्हिच आर्टिकल ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन डील्स विद द टॉपिक ऑफ स्टेट [संगीत] लेजिसलेच्योर डज नॉट हैव व्हाट ड स्पेशल मेजॉरिटी मीन इ स्ट लेच स्पेशल मेजॉरिटी का मतलब क्या होता है टू बा थ प्रेजेंट एंड वोटिंग प्रेजेंट एंड वोटिंग यस एंड दिस ंबर आल्सो ओके ओके ओके ओके एक सेकंड टू थर्ड ऑफ द प्रेजेंट एंड वोटिंग मस्ट यस मस्ट यस वोट यस ट बाय थड ऑफ प्रेसिडेंट वोटिंग मस्ट वोट यस एंड देर शुड बी आल्सो बी टूथड मेजॉरिटी ऑफ द टोटल कैपेसिटी ऑफ मेंबरशिप ऑफ द हाउस टूथड ऑफ द मेंबर्स प्रेजेंट एंड वोटिंग एंड दिस नंबर मस्ट आल्सो कांस्टीट्यूट द मेजॉरिटी ऑफ द टोटल कैपेसिटी भाई सेम ही तो ऑल ऑफ द अबब ही हो जाएगा इसमें ठीक है ऑल ऑफ द अबब इसका आंसर होगा फिफ्थ नंबर क्वेश्चन है इफ द लेजिस्लेटिव असेंबली डिसोल्व वाइल एनी बिल इज पेंडिंग देन व्ट बिकम ऑफ द बिल जैसे कि मान लेते हैं व्ट बिकम ऑफ द बिल मतलब बिल का क्या होगा विधेयक का क्या होगा यह आपसे पूछ रहा है अगर लेजिसलेटिव असेंबली डिसोल्व कर जाए तो तो बिल आपका लैप्स कर जाएगा लैप्स का मतलब होता है वह खत्म हो जाएगा जैसे कि हमारी मान लेते हैं लोकसभा में कोई बिल आया ठीक है और लोकसभा अ भंग कर गई तो वो भी लैप्स हो जाएगा किस तरह के बिल लैप्स नहीं करते वो ध्यान से सुनो ठीक है व्हाट काइंड ऑफ बिल डज नॉट लैप्स बिल डज नॉट लैप्स किस तरह के जो बिल है वो लैप्स नहीं करते हैं तो एक तो आपका ध्यान रखना अगर उसमें प्रेसिडेंट कीय मैं सेंटर के केस में बता रहा हूं अगर प्रेसिडेंट की एसेंट बाकी थी राष्ट्रपति की सहमति बाकी थी तो एेंट नहीं करेगा प्रेसिडेंट ने उसको लेकर जॉइंट सिटिंग बुला रखी थी संयुक्त बैठक तो वो लैप्स नहीं करेगा उस केस में भी ठीक और अगर वो बिल राज्यसभा में ओरिजनेट हुआ था और वही पेंडिंग है तो भी रिजनेट लैप्स नहीं करेगा बाकी हर केस में लैप्स कर जाएगा ठीक है यह चीज अगर ऐड करना चाहते हैं अलग से तो कर लीजिए बाकी उतनी ज्यादा इंपॉर्टेंट नहीं है थोड़ी सी पे ग्रेट से ऊपर की चीज है ठीक है आते हैं चैप्टर फाइव ऑफ पार्ट सिक्स ऑफ द कांस्टिट्यूशन एंड दैट इज हाई कोर्ट उच्च न्यायालय 217 बात करता है अपॉइंटमेंट एंड कंडीशन ऑफ ऑफिस अपॉइंटमेंट की अपॉइंटमेंट कौन करता है प्रेसिडेंट ही करता है राष्ट्रपति करता है और यहां पे भी वई कॉलेजियम वाली चीज सिमिलरली पूरी तरह से सिमिलरली अप्लाई करती है यहां पे टूट 19 की अगर बात करें ओथ एंड एफर्मेशन की बात होती है ओथ एंड एफर्मेशन ऑफ़ हाई कोर्ट जजेस ओथ कौन दिलाता है इनको हाई कोर्ट जजेस को गवर्नर दिलाता है ध्यान रखना राज्यपाल दिलाता है अपॉइंटमेंट प्रेसिडेंट करता है ओथ गवर्नर दिलाता है जो गवर्नर को भी यही लोग ओथ दिलाते हैं चीफ जस्टिस ऑफ हाई कोर्ट और वो नहीं है तो सीनियर मोस्ट जज ऑफ हाई कोर्ट रिस्ट्रिक्शंस ऑन प्रैक्टिस आफ्टर बीइंग अ परमानेंट जज तो वो नहीं कर सकते हैं ठीक है आर्टिकल इसमें उतने ज्यादा इंपॉर्टेंट नहीं बस थोड़े से इक्का दुक्का याद रख लीजिएगा ताकि एलिमिनेशन कर पाए सैलरी द 221 में 22 222 में दिया हुआ है ट्रांसफर ऑफ जज टू टू टू ट्रांसफर ऐसे करके ठीक है ये ट्रांसफर की बात करता है जजेस की फ्रॉम वन हाई कोर्ट टू अनदर कौन करता है ट्रांसफर प्रेसिडेंट करता है ठीक है और कॉलेजियम की रिकमेंडेशंस लेगा तभी ट्रांसफर करेगा 2 26 बिकॉज बीच के इंपॉर्टेंट नहीं है पावर टू इश्यू रिट्स अभी रिट वाला पावर हम देखेंगे जब फंडामेंटल राइट पढ़ेंगे तब अभी नहीं 227 पावर ऑफ सुपरीटेंडेंस ओवर ऑल अदर कोर्ट जो भी इसके नीचे के कोर्ट हैं जैसे डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ये सब सेशन कोर्ट उन पे पावर ऑफ सुपरीटेंडेंस चलता है इसका ठीक है यानी कि एक तरह से मालिक टाइप ठीक है बॉस टाइप एक्सटेंशन ऑफ जूरिस इक्स ऑफ हाई कोर्ट्स टू यूटी तो इनका अगर जूरिस जक्शन एक्सटेंड करना है किसी यूटी में ठीक है यह आर्टिकल 230 के तहत पार्लियामेंट कर सकता है ध्यान रखना देश का संसद इनके जूरिस क्शन को एक्सटेंड कर सकता है किसी यूटी तक अभी हम देखेंगे जैसे फॉर एग्जांपल चलिए यहीं पे देख लेते हैं पहले ये आर्टिकल 231 देख लेते हैं इस्टैब्लिशमेंट ऑफ अ कॉमन हाई कोर्ट फॉर टू और मोर स्टेट्स यानी दो या दो से ज्यादा स्टेट्स के लिए राज्यों के लिए एक कॉमन हाई कोर्ट हो सकता है अब ध्यान सुनिए किस तरह से हाई कोर्ट शेयर होती हैं और कौन-कौन से हमारे हाई कोर्ट शेयर होते हैं तो यह हमारा लक्षदीप यूटी ठीक है ये हमारा लक्षदीप यह हमारा अंडमान एंड निकोबार ठीक है अंडमान एंड निकोबार ठीक है तो यह जो लक्षद्वीप है यह अपना जो कोची यानी कि जो केरल का हाई कोर्ट है जो कि त्र तिरुवनंतपुरम में है इससे शेयर करता है केरल हाई कोर्ट से ठीक है यहां पे आपका मद्रास हाई कोर्ट दैट इज जो तमिलनाडु का है इससे अंडमान निकोबार शेयर नहीं करता है यह अंडमान निकोबार वेस्ट बंगाल के हाई कोर्ट से अपना हाई कोर्ट शेयर करता है यहां पढ़ता है पुडडू चेरी ठीक है पुडडू चरी वैसे तो तीन राज्यों में फैला हुआ है ठीक है बट ये अपना हाई कोर्ट मद्रास हाई कोर्ट में शेयर करता है यहां दादर नगर हवेली और दमन और दीव है ठीक है दादरा नगर हवेली ठीक है यहां पे लिख देता हूं मैं दादरा और दमन ठीक है दादरा एंड जो दमन है यह जो अपना हाई कोर्ट है यह महाराष्ट्र हाई कोर्ट में शेयर करते हैं ठीक है महाराष्ट्र के साथ अपना हाई कोर्ट शेयर करते हैं महाराष्ट्र में तो महाराष्ट्र के लगे गए ओबवियस सी बात है और गोवा भी आपका महाराष्ट्र से करता है गोवा भी महाराष्ट्र से ही अपना हाई कोर्ट शेयर करता है य चीज आपको ध्यान रखनी है ठीक है जो हमारी यूटी है किसके साथ शेयर करती हैं ठीक बट यह सारी चीजें आगे बढ़ने से पहले कुछ चीजें जैसे कि इसी में आपका 29 में इनके क्वालिफिकेशन के बारे में मेंशन है और जल्दी से यह बताइए कि मिनिमम एज कितनी होती है हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का जज बनने के लिए जल्दी से कमेंट बताएंगे सभी लोग तो क्वालिफिकेशन की अगर बात करेंगे शुड बी अ शुड बी एन एडवोकेट ठीक है वो या तो एडवोकेट रहा हो हाई कोर्ट में 10 साल तक 10 इयर्स तक या फिर कोई भी ठीक है और कोई जुडिशल ऑफिस हेल्ड किया उसने ठीक है जुडिशल ऑफिस जैसे कि डिस्ट्रिक्ट जज वगैरह रहा हो ठीक है वह 10 साल तक ठीक है या फिर क्या चीज 65 हा बस यही तो एक्सपेक्टेड था बस यही तो एक्सपेक्टेड था जो 65 और तुम 62 लिख रहे हो ना बस यही तो तुमसे उम्मीद थी 65 और 62 जो लिख रहे हैं ना इतनी भयंकर मार पड़ेगी ना ठीक है तो 65 साल यह मैक्सिमम एज होती है ध्यान रखना चलो उस परे अभी आएंगे उसको भी मैं बताता हूं एडवोकेट या तो रहा हाई कोर्ट में 10 साल या फिर कोई भी जुडिशल ऑफिस ठीक है होल्ड किया हो 10 साल तक ठीक है 10 इयर्स तक क्लियर है और यहां पे वो हमने सुप्रीम कोर्ट के केस में पढ़ा था ही शुड बी डिस्टिंग जस्ट द ओपिनियन ऑफ़ प्रेसिडेंट वो यहां पे क्वालिफिकेशन नहीं है कि राष्ट्रपति की नजरों में वो काफी अच्छा और जूरिडिक्शन की नॉलेज रखने वाला बंदा हो वो यहां पे नहीं है 65 है मैक्सिमम एज सुप्रीम कोर्ट के केस में सुप्रीम कोर्ट का अगर आपको जज बनना है तो मिनिमम एज कुछ नहीं है बट 65 की उम्र हो गई तो निकल लो और 62 है हाई कोर्ट के केस में मैक्सिमम एज यह चीज ध्यान रखनी है ठीक है बाकी तो सारी चीजें सेम ही है रिमूवल की अगर बात कर ले तो रिमूवल सेम एज सुप्रीम कोर्ट जज ठीक है सेम एस सुप्रीम कोर्ट जज यानी कि प्रूव्ड मीस बिहेवियर इन कैपेसिटी ओथ कौन दिलाता है गवर्नर दिलाएगा और रिमूवल कौन करेगा रिमूवल प्रेसिडेंट ही करेगा सेम है सुप्रीम कोर्ट का जज का मतलब क्या हो गया प्रेसिडेंट ही कर रहा है अपॉइंट्स ग्नेश अगर देना है तो ध्यान रखना सुप्रीम कोर्ट का जज चाहे हो चाहे हाई कोर्ट का जज हो रेजिग्नेशन अगर देना है इनको ठीक है रेजिग्नेशन अगर देना है तो यह दे सकते हैं सिर्फ और सिर्फ प्रेसिडेंट को राष्ट्रपति को क्लियर खत्म होता है यहां से हमारा हाई कोर्ट भी हाई कोर्ट के कुछ क्वेश्चंस लगा लेते हैं जल्दी से ये क्वेश्चंस को एंड देन सबोर्डिनेट कोर्ट और उसके बाद संविधान बनाते हैं संविधान के बारे में सारी चीजें पढ़ने के बाद अब हम संविधान बनाएंगे ठीक है फंडामेंटल राइट फंडामेंटल ड्यूटी डीपीएसपी और खत्म ठीक चलो तो हु होल्ड्स द अथॉरिटी ऑफ ट्रांसफरिंग जजेस तो प्रेसिडेंट ट्रांसफर कर सकता है व्हिच ऑफ द फॉलोइंग स्टेटमेंट इज नॉट ट्रू द इंस्टिट्यूशन ऑफ हाई कोर्ट इन इंडिया वाज फर्स्ट फॉर्म्ड इन 18626 2 में हाई कोर्ट एसिस्टेंसिया था और ये कलकाता में सबसे पहला हाई कोर्ट बना था कलकाता हाई कोर्ट वास द फर्स्ट हाई कोर्ट ऑफ इंडिया 18622 में ही बॉम्बे में भी बना था और मद्रास में भी बना था लेकिन लेकिन जो कोलकाता वाला था वो फर्स्ट था ठीक है और 1866mhz 1866mhz ना जो स्ट्रेंथ होगी हाई कोर्ट की यहां पे लिख लेना या तो यहीं पर लिख लो इस चीज को कि जो स्ट्रेंथ होता है स्ट्रेंथ उसको कौन डिटरमाइंड करता है स्ट्रेंथ डिटरमाइंड बाय द पार्लियामेंट कितनी स्ट्रेंथ होगी ठीक क्लियर तो यह वाला आपका यहां पे गलत हो जाएगा ऑप्शन नंबर बी क्वेश्चन नंबर थर्ड हु कैन एक्सटेंड द जूरिडिक्शन ऑफ हाई कोर्ट कौन बढ़ा सकता है पार्लियामेंट हु कैन हाउ कैन द हाई कोर्ट जज बी रिमूव्ड रेजोल पास्ड बाय द जनरल मेजॉरिटी बाय द सुप्रीम कोर्ट हम हम अ रेजोल्यूशन पास्ड बाय द स्पेशल मेजॉरिटी ऑफ़ द रिस्पेक्टिव स्टेट हम स्टेट नहीं पार्लियामेंट पास करेगा रेजोल पास्ड बाय द पार्लियामेंट विद द स्पेशल मेजॉरिटी बिल्कुल ठीक है ऑप्शन नंबर डी प्रेसिडेंट रिमूव करता है बट ये रेजोल्यूशन पास होना जरूरी है व्हिच ऑफ द फॉलोइंग इज नॉट ट्रू गवर्नर एडमिनिस्टर्स द हाई कोर्ट गवर्नर एडमिनिस्टर्स दी ओथ ठीक है टू हाई कोर्ट जज द जज ऑफ हाई कोर्ट सबमिट्स हिज रेजिग्नेशन लेटर टू चीफ जस्टिस ऑफ द सेम कोर्ट ये आपका नॉट ट्रू पूछा था गलत हो जाएगा ठीक है गवर्नर हैड होत दिलाता है 62 वाली मैक्सिमम होती है हाई कोर्ट जज हैज बीन इपी सो बार ये भी सही है आपका ठीक है अब आते हैं सबोर्डिनेट कोर्ट में सिर्फ इसमें एक आर्टिकल पढ़ना है कि अपॉइंटमेंट कौन करता है डिस्ट्रिक्ट जजेस की तो अपॉइंटमेंट करता है गवर्नर खेल खत्म बस राज्यपाल करता है ठीक अब यहां पर यह चीज बताने से पहले यहां पर मैंने आपको एक चीज बोली थी कहां-कहां पर राज्यसभा के पास राज्यसभा हैज मोर पावर्स राज्यसभा हैज मोर पावर्स या तो चलो इसको मैं पढ़ाऊंगा आपको अभी जब हम शेड्यूल्स पढ़ेंगे तो वहां पे पढ़ाऊंगा जब मैं शेड्यूल नंबर सेवेंथ पढ़ाऊंगा तब ज्यादा सही रहेगा ठीक है यहां पे होता है हमारा सारा पार्ट फाइव पार्ट सिक्स ऑफ द कांस्टिट्यूशन खत्म स्टार्ट किया जाए मेकिंग ऑफ कंस्टीटूशन सबोर्डिनेट मतलब जो आपकी ये है कोर्ट्स ठीक है डिस्ट्रिक्ट जो कोर्ट्स होती हैं उसकी बात हो रही है ठीक है बताने वाले थे टेक एम टेक अभी तो बताया मैंने आपको कि भी सेव शेड्यूल पढ़ेंगे तब ठीक है आज तो क्लास से 7 पीएम तक नहीं ठी खत्म हो जाएगा चलो मेकिंग ऑफ कॉन्स्टिट्यूशन स्टार्ट करते हैं संविधान का बनना सबसे पहले बैक ड्रॉप डिमांड फॉर कंटेंट असेंबली सबसे पहले कब रखी गई तो डिमांड सबसे पहले 1934 में रखी गई किसने रखी एम एन रॉय जी ने रखी ठीक है मनी इंद्रनाथ रॉय ने सबसे पहले डिमांड रखी बट कांग्रेस ने सबसे पहले डिमांड कब रखी कांग्रेस ने 1935 में 1935 में सबसे पहले डिमांड फॉर कांस्टीट्यूट असेंबली रखी ब्रिटिशर्स ने कब ऑफर किया ब्रिटिशर्स ने सबसे पहले हमें अगस्त ऑफर जो 1940 में दिया उसके थ्रू हमें ऑफर किया बट इसको हमने रिजेक्ट कर दिया इंडिविजुअल सत्याग्रह इस के खिलाफ लेया वो हम मॉडर्न हिस्ट्री में पढ़ेंगे देन फिर क्रिप्स मिशन में भी ऑफर किया क्रिप्स प्रपोजल जो 1942 में आए थे सेकंड वर्ल्ड वॉर के टाइम पे बट अगेन हमने रिजेक्ट कर दिया क्विट इंडिया मूवमेंट लॉच कर दिया फिर फाइनली कैबिनेट मिशन प्लान आया 19 1946 में 1946 में इसमें कि तीन मेंबर्स थे तीन मेंबर्स कौन थे एवी एलेग्जेंडर ठीक है एवी अलेक्जेंडर स्टेफोर्ड क्रिप्स ठीक है स्टेफोर्ड क्रिप्स और पथिक लॉरेंस ठीक है कौन पथिक लॉरेंस उसमें पथिक लॉरेंस चेयरमैन थे ये तीन मेंबर्स थे इसमें ठीक है चेयरमैन तो इसके अकॉर्डिंग हमारी जो देश की कॉन्स्टिट्यूशन असेंबली जिसने कि हमारे देश का संविधान बनाया वो इसमें आपका कैबिनेट मिशन प्लान के तहत हमारी कंसंट असेंबली बनी थी अगर इसमें बात करें प्रोविजंस क्या थे तो इसमें 389 मेंबर्स होने थे डिवीजन 296 और 93 के रूप में होना था 296 आपके इलेक्ट होके आने थे ठीक है इलेक्ट और 93 जो है आपके इनको प्रिंसली स्टेट से प्रिंसली स्टेट्स के जो हेड थे वह इनको नॉमिनेट करके भेजने वाले थे प्रिंसली स्टेट्स के हेड इसमें भी फदर डिवीजन था 29 292 आपके चीफ कमिश्नर प्रोविंस से आने वाले थे चीफ कमिश्नर प्रो ठीक है और जो फोर है यह आने वाले थे आपके गवर्नर प्रोविंस से ठीक है गवर्नर के प्रोविंस से आने वाले थे आपके ठीक है इतना यह पूरा डिवीजन था और इसमें यह भी था आपका कि एक सीट निकलनी थी ठीक है वन सीट फ्रॉम न मिलियन पॉपुलेशन एक मिलियन पॉपुलेशन से एक सीट निकलनी थी आपकी इसमें कंसंट असेंबली में संविधान सभा में और यहां पर तीन यह चीज आप तो स्किप कर सकते हो में तीन यहां पर वो बने थे कि जनरल मुस्लिम ठीक है मतलब मुस्लिम सिक्स और जनरल मतलब तीन सीट में चुनाव होने थे बट यह उतना इंपॉर्टेंट नहीं है तो शायद ना पूछे और यहां पर जितना कि मैं याद कर पा रहा हूं रुको जरा 22 2296 होता था ठीक है वन सीट व मिलियन ठीक है मुस्लिम से एक जनरल से आनी थी फिर चुनाव हुए ठीक है चुनाव हुए और कांग्रेस को इसमें बहुमत मिला ठीक है यहीं पर इस चीज को नोट कर लो ठीक है वन सीट फ्रॉम न मिलियन पॉपुलेशन न मिलियन कंसंट असेंबली का गठन हुआ ठीक है संविधान सभा हमारी बनती है इसका पहला सेशन ठीक है फर्स्ट सेशन होता है कब नाथ दिसंबर 1946 को 9 दिसंबर 1946 को इसका पहला सेशन होता है ठीक और पहले इसके जो टेंपररी चेयरमैन बनाए जाते हैं फ्रेंच प्रैक्टिस को फॉलो कर ते हुए सीनियर मोस्ट मेंबर को हमने टेंपररी चेयरमैन बना दिया दैट वाज हमारे कौन डॉक्टर सच्चिदानंद सिन्हा ठीक है सच्चिदानंद सिन्हा को हमने बना दिया बाकी अगर हम बात करें परमानेंट चेयरमैन बनाया गया सबसे पहले कांस्टीट्यूट असेंबली के परमानेंट चेयरमैन रहे हमारे कौन डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ठीक है डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद हमारे परमानेंट चेयरमैन बने एंड देन इसमें अगर हम बात करें परमानेंट वा वाइस चेयर पर्सन कौन था ठीक है तो वाइस प्रेसिडेंट या फिर वाइस चेयर पर्सन चेयर पर्सन ये दो लोग थे हमारे वीटी कृष्णमाचारी ठीक ठीक ठीक है ऐसे याद रखो वीटी और एचसी मुखर्जी ठीक है वीटी कृष्ण मचारी ठीक है कृष्णम अचारी और एचसी मुखर्जी ये दो लोग थे वाइस चेयर पर्सन ठीक है परमानेंट और इसमें लीगल एडवाइजर अगर बात करें संवैधानिक सलाहकार और कौन थे लीगल एडवाइजर कुछ ये बेसिक सी मतलब फैक्ट्स है लीगल एडवाइजर या फिर संवैधानिक सलाहकार तो सर बेनेगल नरसिंह रावत थे ठीक है सर बी एन राव लीगल एडवाइजर थे कांस्टीट्यूएंट असेंबली के एंड चीफ ड्राफ्ट्समैन कौन थे यह चीज याद रखना ये आई थिंक आगे होगा आपका ठीक है तो लीगल एडवाइजर थे बीएन राव अब बात कर लेते हैं ज हमारा कांस्टीट्यूएंट असेंबली बनी संविधान सभा बनी संविधान बनाने के लिए तो इसमें हमारी काफी सारी और एक चीज यहां पे आपको पता होनी चाहिए कि हमारी पहली सीटिंग 9 दिसंबर 1946 को हुआ और इसको इसमें 211 मेंबर्स ने इसमें हिस्सा लिया ठीक है 211 मेंबर्स ने इसमें पार्टिसिपेट किया और 4 दिन बाद ही 13 दिसंबर 19 46 को 1946 को नेहरू ने जवाहरलाल नेहरू ने ठीक है ऑब्जेक्टिव रेजोल्यूशन पास करवा दिया जिसको कि उद्देश्य प्रस्ताव बोलते हैं ऑब्जेक्टिव रेजोल पास करवा दिया गया जिसको कि कांस्टीट्यूएंट असेंबली ने 22 जनवरी 1947 को 22 जन 1946 को अडॉप्ट कर लिया ठीक है अडॉप्टेड बाय दी कांस्टीट्यूएंट असेंबली ठीक है यह ऑब्जेक्टिव रेजोल्यूशन क्या था एक जो प्रिंबल आगे चल के बनता है वही है एक तरह से कि हमारा संविधान जो हम लोग बनाने जा रहे हैं उसमें किन-किन चीजों का हमें ध्यान रख खना यह नेहरू जी ने एक तरह से प्रस्तुत किया था इसमें काफी सारी हमारी कमिटीज थी टोटल अगर बात करें तो इसमें आठ मेजर कमिटीज थी आठ मुख्य समितियां थी हमारी कांस्टीट्यूएंट असेंबली में और कुछ माइनर कमिटीज थी अच्छा ये बताइए हमारे जो अर्थ है उसमें टोटल कितनी मेजर प्लेट्स हैं जो हम लोग ने ज्योग्राफी में पढ़ा था देखिए अब कमेटी के कभी चेयरमैन आपसे पूछ ले तो जिस भी कमेटी के नाम के आगे यूनियन आपको दिख जाए यूनियन या फिर स्टेट तो उसके नेहरू ही होंगे अध्यक्ष ठीक है नेहरू ही होंगे उसके अध्यक्ष रूल्स ऑफ प्रोसीजर राजेंद्र प्रसाद मतलब मेजर कमिटी आपको पता होनी चाहिए प्रोविंशियल कॉन्स्टिट्यूशन कमेटी तो प्रोविंसेस को भारत में जोड़ने का काम प्रिंसली स्टेट को किसने किया था याद करिए प्रोविंसेस को सरदार पटेल जी ने किया था तभी इनको फादर ऑफ मतलब यूनिटी डे इनके बर्थ में हम सेलिब्रेट करते हैं स्टीयरिंग कमिटी राजेंद्र प्रसाद ड्राफ्टिंग कमिटी सबको पता है मसौदा समिति डॉटर अंबेडकर जी ने इसका गठन किया था इसमें टोटल कितने मेंबर्स थे इसमें टोटल थे आपके सेवन मेंबर्स सेवन मेंबर्स नॉट अपार्ट फ्रॉम द चेयरमैन बट इंक्लूडिंग द चेयरमैन ध्यान रखना चेयरमैन कौन थे हमारे चेयरमैन अंबेडकर जी थे ठीक है और उनको इंक्लूड करके से थे बिकॉज अल्लादी कृष्ण स्वामी आयर थे ठीक है और आपके इसमें टीटी कृष्ण मचारी थे एन माधव राव थे के एम मुंशी थे एन गोपाल स्वामी एंगर थे सैयद मोहम्मद सादुल्ला थे ठीक है लेकिन डीपी खैतान की तबीयत खराब हो गई थी तो उनकी जगह पर टी टी कृष्ण मचारी आए थे यह चीज आपको ध्यान रखना है ठीक है तो टोटल सेवन मेंबर्स थे इंक्लूडिंग द चेयरमैन य है उसके ये उसके मेंबर्स थे अंबेडकर जी चेयरमैन थे और यह कमेटी सबसे पहले कब बनी थी 29 अगस्त 1947 29 अगस्त 1947 को ये बनी थी सबसे पहले कमेटी ठीक और इसको सर्कुलेट किया गया था ड्राफ्ट इन लोगों ने जो बना के तैयार किया था सबसे इंपॉर्टेंट कमेटी थी फिर ये जनरल लोगों के लिए भी रखा गया था लोग ताकि अपने रिकमेंडेशन दे सके और कांस्टीट्यूएंट असेंबली भी अपने रिकमेंडेशन दे सके बाकी आते हैं ये कुछ आपकी माइनर कमिटीज हैं तो मायनर कमिटीज में कमिटी ऑन फंक्शंस ऑफ द कांस्टीट्यूएंट असेंबली जीवी मावलंकर देखो कांस्टीट्यूएंट असेंबली हमारे दो फंक्शंस परफॉर्म किए थे ठीक है इट परफॉर्म टू फंक्शंस एक तो कांस्टिट्यूशन बनाने का काम किया था ठीक है कांस्टिट्यूशन मेकिंग बॉडी के तौर पर इसने फंक्शन किया और दूसरा एज अ लेजिस्लेटिव बॉडी बिकॉज अब हमें अपने लिए कानून भी तो बनाना है देश तो नहीं रुक जाएगा देश तो कानून से चलेगा तो इसने कानून भी बनाने का काम किया तो जब यह कांस्टिट्यूशन बनाने के लिए बैठती थी तो इसके हेड राजेंद्र प्रसाद जी होते थे कौन राजेंद्र प्रसाद लेकिन जब ये लेजिस्लेटिव बॉडी के तौर पर बैठती थी तो इसके हेड होते थे जीवी मावलंकर कौन गणेश वासुदेव मावलंकर जो हमारे लोकसभा के पहले अध्यक्ष भी थे लोकसभा के पहले स्पीकर थे क्लियर तो कांस्टीट्यूएंट असेंबली के यहां प बोला गया कमिटी ऑन फंक्शन ऑफ कंटेंट असेंबली तो इस तरह से याद र सकते हैं जीवी मावलंकर एड हॉक कमिटी ऑन सिटीजनशिप नॉट दैट मच इंपॉर्टेंट ठीक है कुछ आप याद कर लो बाकी तो फिर एलिमिनेशन से भी हो जाएगा जैसे कि अगर मैं बात करूं बिजनेस हमारा कौन देखते थे बिजनेस कौन देखते मुंशी जी देखते हैं कितना आसान याद करना बिजनेस हमारा मुंशी जी देखते हैं ठीक है फाइनेंस कौन देखते हैं फाइनेंस भाई जो घर का सबसे बड़ा बुजुर्ग हु व वही देखेगा राजेंद्र प्रसाद हमारे घर हमारे प्रेसिडेंट थे पहले तो वही देखेंगे ऐसे करके याद रख सकते हैं ठीक है और अगर बात करें हाउस कमेटी हाउस घर की कमेटी कौन देख रहा था पट्टा भी सीता रामया तो एक मूवी आई थी सीताराम मैया वस्तावैया ऐसे करके है ना तो उसमें सब घर के बारे में दिखाया जाता है सब घर के बारे में तो हाउस कमेटी ठीक है सीताराम मैया और चीफ कमिश्नर प्रोविन सीताराम मैया बाकी तो आप यहां पे सुप्रीम कोर्ट वाली है डॉक कमेटी सुप्रीम एस से सुप्रीम कोर्ट और एस से एस वर्धा चारी खत्म बाकी अगर ये कुछ पूछेगा भी तो एलिमिनेशन से कर सकते हैं तो सब याद करने की जरूरत नहीं है पहला वाला याद कर लो पांचवा छठवां आठवां और नौवां बाकी अपने आप आपको याद हो जाएंगे ठीक है क्लियर हो गया नाउ व्हेन वास कांस्टिट्यूशन अडॉप्टेड और कॉन्स्टिट्यूशन एनफोर्स कब हुआ था जल्दी से बताएंगे और यह बताएंगे इन सारी चीजों को कब-कब अडॉप्ट किया गया था नेशनल फ्लैग नेशनल एंथम नेशनल सॉन्ग राजेंद्र प्रसाद एस फर्स्ट प्रेसिडेंट और कॉमनवेल्थ की मेंबरशिप हमने कब रेटफिट टेड ऑन 26 नवंबर 1949 26 नवंबर 1949 को हमने अपने संविधान को मनाया जिस दिन हम अपने संविधान दिवस मनाते हैं कॉन्स्टिट्यूशन डे इसलिए सेलिब्रेट करते हैं कांस्टीट्यूशन को लागू किया हमने 26 जनवरी 1930 को 26 जनवरी 1930 को क्यों लागू किया बिकॉज लाहौर का सेशन हुआ था कांग्रेस का जब 1929 में उसमें डिसाइड किया गया था कि हम 26 जनवरी 1930 को अपना पहला इंडिपेंडेंस डे सेलिब्रेट करेंगे तो यह चीज नेहरू जी ने याद दिलाई कांस्टीट्यूएंट असेंबली को इसीलिए हमने इस दिन अपने संविधान को पूरी तरह से लागू किया लेकिन कुछ कांस्टिट्यूशन के प्रोविजंस परटेनिंग टू इलेक्शन परटेनिंग टू सिटीजनशिप ठीक है परटेनिंग टू प्रोविजनल पार्लियामेंट ठीक है परटेनिंग टू प्रोविजनल पार्लियामेंट प्रोविजनल पार्लियामेंट इनको जो है तुरंत लागू कर दिया गया 26 नवंबर 1949 को ही जिसमें कि आपके आर्टिकल नंबर 5 6 7 8 9 6 327 3666 यह सारे आर्टिकल्स रिलेटेड थे जिनको 26 नवंबर 1949 को ही लागू कर दिया गया लेकिन बाकी पूरे कांस्टिट्यूशन को 26 जनवरी 1930 को हमने लागू किया नेशनल फ्लैग की अगर हम बात करें तो 22 जुलाई 1947 को हमने इसको अडॉप्ट किया एंथम को अगर हम बात करें एंथम हो गया सॉन्ग हो गया राजेंद्र प्रसाद एज फर्स्ट प्रेसिडेंट ये सारे काम हमने किए 24 जनवरी 1950 को 1950 को और कॉमनवेल्थ की मेंबरशिप को हमने रटिफिकेशन 1949 को ठीक है अच्छा यह बताओ कॉन्स्टिट्यूशन बनाने में कितना टाइम लगा ठीक है संविधान बनाने में कितना टाइम लगा और कैलीग्राफर यानी कि किसने अपने हाथ से लिखा हिंदी में किसने लिखा डेकोरेटर कौन था और चीफ ड्राफ्ट्समैन कौन था जल्दी से बताएंगे तो सबसे पहले हमारे संविधान को बनाने में लगा समय ठीक है टोटल समय लगा 2 साल ू टू इयर्स 11 मंथ्स और 17 कहीं-कहीं 18 आपको देखने को मिल जाएगा 2 साल 11 महीने और 17 दिन संविधान को बनाने में लगे कैलीग्राफर की अगर बात करें तो यह थे हमारे प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ठीक है प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ठीक है कैलीग्राफर अगर हिंदी में बात करें तो हिंदी में किसने कैली ग्राफ किया था यह किया था आपके राम बेहर सिन्हा ठीक है बेहर राम मनोहर सिन्हा ठीक है बेहर ऐसे करके नाम था इनका बेहोर राम मनोहर सिन्हा नहीं नहीं सॉरी सॉरी वसंत कुमार वैद्य थे इसके ठीक है एक सेकंड रुको वसंत गुड़ा तो नहीं [संगीत] है चलो तो कैलीग्राफर इन हिंदी की अगर बात करें तो यह थे हमारे वसंत कुमार वैद्य ठीक है वसंत कुमार वैद्य और डेकोरेटर की अगर बात करें तो य दो लोग थे एक तो बहर राम मनोहर सिन्हा ठीक है बहर राम मनोहर सिन्हा जी थे प्लस इसमें आपके नंदलाल बोस नंद लाल बोस और अगर चीफ ड्राफ्टमैन के अगर बात करें एस एन मुखर्जी थे ठीक है और अगर सिंबल की बात करें कांस्टीट्यूएंट असेंबली की सिंबल क्या थी सिंबल थी आपकी एलीफेंट यानी कि हाथी ठीक है एलिफेंट हाथी अब थी क्यों था अभी आपको पता चलेगा जब हम लोग सलिंट फीचर्स ऑफ ठीक है साइलेंट फीचर्स ऑफ पढ़ेंगे कॉन्स्टिट्यूशन ठीक है आगे बढ़े किसी को कोई डाउट तो नहीं यहां तक किसी को कोई डाउट तो नहीं यहां तक अच्छा लॉरेंस विश्नोई वाइट एलिफेंट लाइक चलो तो अभी स्टार्ट करते हैं सलेट फीचर ऑफ कांशन संविधान की जो कुछ मुख्य विशेषताएं थी लेी स्ट कशन हमारे जो कांस्टिट्यूशन हैरे विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है अब लिखित संविधान क्या होता है अलिखित संविधान किस तरह का होता है तो लिखित संविधान का मतलब होता है जिसको अमेंड करना मुश्किल हो ठीक है अमेंड करना मुश्किल हो वो होता है हमारा रिटेन कॉन्स्टिट्यूशन और प्लस जैसे कि हम यूके की बात करें यूके में अनरिटन कांस्टीट्यूशन है अनरिटन कॉन्स्टिट्यूशन वहां पे इसलिए है बिकॉज वहां पे कोई बैठा नहीं था कांस्टीट्यूशन बनाने के लिए बस जो इनके रूल्स एंड प्रोसीजर्स चले आ रहे थे पूरा तात्विक काल से उनको बस इन्होंने कोडिफाई कर दिया ठीक है उनको बस मिला दिया हमारे यहां पे सभी लोग बैठे कांस्टिट्यूशन बनाने के लिए कंटेंट असेंबली बनी और उसने बनाया और हमारा कॉन्स्टिट्यूशन अमेंड करना इतना आसान नहीं है जो अनरिटन कांस्टिट्यूशन होता है वो फ्लेक्सिबल होता है बहुत फ्लेक्सिबल मतलब आसान होता है उस कमेंट करना नाउ कमिंग ऑन टू दी ऑप्शन नंबर ये जो सेकंड हमारा सेलिट फीचर है दैट इज फेडरल सिस्टम विद यूनिटरी वायस इसका मतलब क्या होता है एकात्मक पूर्वाग्रह वाली संघीय व्यवस्था इसका मतलब यह होता है फेडरल जहां पर भी आप फेडरल का मतलब देखो इसका मतलब होता है सेंटर और स्टेट के बीच में पावर्स का बंटवारा सेंटर और स्टेट के बीच में पावर का बंटवारा सेंटर के पास पहले से ही होता है ठीक है सेंटर के पास ऑटोमेटिक होता है तो कोई भी चीज आपसे इस तरह से सवाल पूछता है कि व्हिच ऑफ द फॉलोइंग इज अ फेडरल फीचर एंड व्हिच ऑफ़ द फॉलोइंग इज नॉट अ फेडरल फीचर ठीक है तो सेंटर के पास पहले से ही पावर होता है कोई भी चीज कोई भी प्रोविजन जो स्टेट को पावर दे वो होता है आपका एक फेडरल फीचर और जो स्टेट से पावर खींच ले सेंटर को पावर दे वो यूनिटरी फीचर होता है हमारा जो इंडियन कांस्टिट्यूशन है उसमें फेडरल सिस्टम है यानी सेंटर स्टेट के बीच में पावर का बंटवारा है लेकिन हम सब जानते हैं कि यूनिटरी बायस है सेंटर के पास ज्यादा पावर है यूनियन के पास ज्यादा पावर है केंद्र के पास ज्यादा शक्तियां निहित है और इसी से आपका क्वेश्चन बनता है आपको कुछ प्रोविजन दे देता है और पूछता है कि इनमें से कौन सा फेडरल फीचर और कौन सा यूनिटरी फीचर है यहां पे मैं कुछ इक्का दुक्का एग्जांपल्स लिखता हूं उसे समझाने की कोशिश करता हूं समझ में आए तो ठीक नहीं है तो भी ठीक क्योंकि यह जो चीज है यह मैं बता रहा हूं यह जो मेंस का जो एग्जाम देने वाले हैं उनके लिए तो ये मतलब स्किप मत करिएगा आप बाकी लोग स्किप कर सकते हैं ये ठीक है सिंगल सिटीजनशिप वैसे तो अभी मैंने सीएचएसएल में भी क्वेश्चन देखा ही है ठीक है सीएचएसएल में क्वेश्चन देखने को मिला है बट फिर भी अब क्योंकि कंप्लीट वन शॉट है इसमें कोई चीज स्किप नहीं करने वाला हूं जो कि इंपॉर्टेंट हो सकती है आपके एग्जाम के लिए ठीक है फ्लेक्सिबल तो ये मैंने कुछ चीजें कुछ प्रोविजंस लिख दिए है अब ये इसको मैं फेडरल फीचर बोलूंगा यूनिटरी फीचर दो तरह के फीचर होते हैं सिंगल सिटीजनशिप एकल नागरिकता हमारी सिर्फ एकल नागरिकता हमारे भारत में जिसको हमने यूके से लिया है राइट इसका अपोजिट क्या हो सकता था डुअल सिटीजनशिप डुअल सिटीजनशिप होती थ मतलब हम हर एक राज्य हर एक व्यक्ति के पास इंडिया की सिटीजनशिप होती प्लस एक स्टेट की सिटीजनशिप होती है तो यानी कि स्टेट को भी कुछ ना कुछ पावर मिलती उससे तो यह आपका क्योंकि वो नहीं है सिंगल सिटीजनशिप है यह आपका यूनिटरी फीचर है इंटीग्रेटेड जुडिशरी अब हमारी जो न्यायपालिका है वो इंटीग्रेटेड है ऐसा नहीं कि मतलब ऐसा नहीं है कि यह जो सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट है और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट है आपस में अलग है ये सब आपस में इंटीग्रेटेड है और यह भी आपकी यूनिटरी फीचर है यूएसए में इंटीग्रेटेड नहीं है यूएसए में इंटीग्रेटेड नहीं है जुडिशरी ठीक है फ्लेक्सिबल ऑफ कांस्टिट्यूशन संविधान को बहुत आराम से अमेंड कर सकते हैं यह भी यूनिटरी फीचर है यह भी यूनिटरी फीचर है हमारे संविधान का वह पार्ट जो आसानी से अमेंट नहीं हो सकता है वह आपका फेडरल फीचर में आ जाएगा क्लियर फेडरल फीचर वो फीचर जो एक स्टेट को एक तरह से पावर दे ठीक है उसको हम फेडरल फीचर बोलेंगे और नहीं तो यूनिटरी फीचर में आएंगे थ ड है ब्लेड ऑफ रिजट एंड फ्लेक्सिबल कठोरता और लचीले पन का मिश्रण है हमारा देश का संविधान अब यहीं से अमेंडमेंट की बात कर लेते हैं अमेंडमेंट की देखिए आर्टिकल नंबर 368 जो है अनुच्छेद नंबर 368 यह संविधान में संशोधन की बात करता है कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट के पूरे प्रोसीजर के बारे में बात करता है कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट का जो बिल है वह लोकसभा और राज्यसभा कहीं पर भी आ सकता है ठीक है कहीं पर भी आ सकता है और इसको पास करवाना है तो देखो आर्टिकल 368 के तहत पहले तो मैं यह बताता हूं अमेंडमेंट तीन तरह के होते हैं अमेंडमेंट आपके तीन तरह के हो सकते हैं एक वो जो सिंपल मेजॉरिटी से किए जाए यानी साधारण बहुमत से किए जाए इस परे अभी एमटीएस में क्वेश्चन आया है सीपीओ में क्वेश्चन आया अभी जो आपका एग्जाम हुआ कि 368 के तहत कितने तरह के अमेंडमेंट होते हैं तो एक तो जो सिंपल मेजॉरिटी से होते हैं साधारण बहुमत से दूसरे वो जो स्पेशल मेजॉरिटी से होते हैं स्पेशल से विशेष बहुमत से और तीसरे वो होते हैं जो स्पेशल मेजॉरिटी प्लस रटिफिकेशन फ्रॉम एटलीस्ट हाफ ऑफ द स्टेट यह वो होते हैं जहां पे आपको स्पेशल मेजॉरिटी चाहिए प्लस आधे स्टेट से आधे राज्यों से जैसे जीएसटी बिल को अगर पास करवाना पड़ा था तो वहां पे पार्लियामेंट से स्पेशल मेजॉरिटी से पास करना पड़ा था प्लस आधे स्टेट जैसे 28 स्टेट है तो एटलीस्ट 14 से आपको सहमति लेनी पड़ेगी तो यह वाले जो दोनों है ना ये दोनों इनको एज अ अमेंडमेंट डील किया जाता है आर्टिकल 368 के तहत इसको डील नहीं किया जाता है ये वाले जो भी काम जो सिंपल मेजॉरिटी से अमेंड हो सकते हैं कांस्टिट्यूशन में वो फ्लेक्सिबल है मतलब कि उनको आसानी से अमेंड किया जा सकता है सिंपल मेजॉरिटी का मतलब है कि जो मतलब प्रेजेंट एंड वोटिंग है आज बस उ उनसे पास करवा लो तो फ्लेक्सिबल है इसको पास करवाने करवाने में बहुत नानी याद आ जाती है तो इसी वजह से यह हमारा रिजट पार्ट ऑफ कांस्टिट्यूशन जो आर्टिकल नंबर 368 में आता है तो आर्टिकल 368 में प्रोसीजर लिखा हुआ है और हमने देखा था कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट बिल में प्रेसिडेंट वीटो पावर यूज नहीं कर सकता ये उसको 24th अमेंडमेंट ने बोला था क्लियर है ये चीज अब आते हैं इस चीज पे कि हमारा जो इंडिया का फेडरल है फेडरल फीचर है वो क्वाजा फेडरल किस किसने बोला था किसने बोला था कोऑपरेटिव फेडरलिस्ट है इंडिया का फेडरल अ फेडरलिस्ट और किसने बोला था बारगेनिंग फेडरेलिज्म ये तीनों क्वेश्चन आ चुके हैं आपके एसएससी एग्जाम में तो क्वाजा फेडरल बोला था केसी यरे ने ठीक है केसी यरे जी ने बोला था कि इंडिया का जो फेडरल फीचर है वो क्वाजा फेडरल है कोऑपरेटिव फेडरलिस्ट म बोला था ग्रेन विल ऑस्टिन ने ठीक है ग्रैन विल ऑस्टिन ने बोला था और बारगेनिंग फेडरलिस्ट म बोला था एक अर्नेस्ट बेकर करके इंसान थे ठीक है अर्नेस्ट बार्कर ठीक है अर्नेस्ट बार्कर ठीक अब आ जाते हैं शेड्यूल देख लेते हैं देन सोर्सेस एंड देन आपका खत्म देन प्रिंबल देखेंगे देन फंडल राइट फंडामेंटल ड्यूटी डीपीएसपी खत्म ठीक शेड्यूल्स पे आते हैं शेड्यूल्स को याद करने की ट्रिक है टयर्स ऑफ ओल्ड पीएम टियर्स ऑफ ओल्ड पीएम ये ट्रिक है हमारी यह फर्स्ट शेड्यूल है ठीक है यह फर्स्ट शेड्यूल है ये सेकंड शेड्यूल है ये थर्ड शेड्यूल है ये फोर्थ शेड्यूल है यह फिफ्थ शेड्यूल है इसका मतलब है टेरिटरी फर्स्ट शेड्यूल मेंशन अबाउट यूनियन एंड टेरिटरी यहां पे यहां पे जो हमारे राज्य है और जो केंद्र शासित प्रदेश है उनका क्षेत्र अधिकार और उनका नाम वगैरह दिया हुआ है नेम ऑफ स्टेट्स एंड यूटी यहां पे दिया हुआ है तो टेरिटरी के बारे में मेंशन है यहां पे यहां पे एमोल्यूमेंट ई से एमोल्यूमेंट एमोल्यूमेंट का मतलब है सैलरी यानी भत्ता ठीक है यह मेंशन करता है सैलरी किसकी मेंशन है तो सैलरी 19 सब की जो हमारे जजेस हो गए अब देखो जो हाई कोर्ट के जज हैं और जो गवर्नर के जो जज हैं सॉरी जो गवर्नर है स्टेट के उनकी जो सैलरी निकलती है और एक चीज मैं आपको बताना भूल गया ठीक है एक चीज मैं आपको हाई कोर्ट में बताना भूल गया जो मैंने आपको गवर्नर ने बताई थी कि जिस तरह से मैंने आपको बताया था कि एक से ज्यादा स्टेट का एक कॉमन गवर्नर हो सकता है ये सेवंथ अमेंडमेंट ने बोला था ऐसे ही सेवंथ अमेंडमेंट ने यह बोला था कि एक से ज्यादा स्टेट्स का आपका कॉमन हाई कोर्ट हो सकता है ठीक वो हमने आई थिंक देखा भी था अभी है ना एक से ज्यादा हो सकता है वो सेवंथ अमेंडमेंट ने प्रोविजन को ऐड किया था जहां पे मैंने चीज बताई थी ना ऐसे करके कि शेयर कर रहे हैं शेयर कर रहे हैं ऐसे करके तो वो सेवंथ अमेंडमेंट ने वो चीज बोला था ओरिजनली मेंशन नहीं था कॉन्स्टिट्यूशन में ठीक है और एक चीज कि जो गवर्नर की जो सैलरी और हाई कोर्ट के जो जजेस की सैलरी है वो तो उस राज्य के कंसल्ट फंड फंड से निकलेगी लेकिन जो उनकी पेंशन है पेंशन वो भारत के संचित निधि से निकलती है कंसल्ट फंड ऑफ इंडिया से ठीक है थर्ड शेड्यूल अगर बात करें एफर्मेशन और ओथ की बात करता है ठीक है अफर मेे या फिर ओथ फोर्थ अगर बात करें राज्यसभा की बात करता है यानी कि किस तरह से राज्यसभा में सीटों का आवंटन होगा बंटवारा होगा वो बात करता है एलोकेशन ऑफ सीट्स इन राज्यसभा फिफ्थ बात करता है शेड्यूल्ड एरियाज की शेड्यूल्ड एरियाज की बात करता है ठीक है और अगर बात करें सिक्स्थ या हमारा सिक्स शेड्यूल है यह बात करता है अदर शेड्यूल्ड एरियाज की अदर शेड्यूल्ड एरियाज अदर शेड्यूल्ड एरियाज में एक तरह से हम बोल सकते हैं जो हमारे शेड्यूल जो ट्राइबल एरियाज आते हैं ठीक है जो ट्राइबल एरियाज आते हैं ये इसमें चार स्टेट मेंशन है इस पर्टिकुलर शेड्यूल में चार राज्य मेंशन है उनका नाम बताइए जल्दी से आप कौन-कौन से हैं ये सेवंथ शेड्यूल है एफ से फेडरल लिस्ट वेरी इंपॉर्टेंट फेडरल लिस्ट ये बहुत इंपॉर्टेंट है देखो ये चार स्टेट को याद करने की ट्रिक है एटीएम मनी एटीएम मनी ए से है असम टी से है त्रिपुरा एम से है मिजोरम ठीक है एम से है मिजोरम और एम से मेघालय क्योंकि इस एटीएम में मनी नहीं है यानी मणिपुर नहीं है ध्यान रखना इसमें मिजोरम और मेघालय फेडरल लिस्ट फेडरल लिस्ट मतलब तीन तरह की लिस्ट है एक तो यूनियन लिस्ट स्टेट लिस्ट और कंक्रेंस लिस्ट संघ सूची राज्य सूची समवर्ती सूची ये इस सूची में जितने सब्जेक्ट्स हैं उसपे सिर्फ यूनियन यानी कि देश की पार्लियामेंट लॉ बना सकती है स्टेट लिस्ट में जितने सब्जेक्ट हैं उसपे सिर्फ स्टेट का लेजिसलेच्योर कॉन्करेंट यानी समवर्ती सूची में दोनों बना सकते हैं यूनियन और स्टेट लेकिन अगर लेकिन अगर यूनियन ने बना दिया अगर क्वेश्चन पूछ ले अगर मान लो यूनियन दोनों ने बना दिया तो तो यूनियन वाला प्रीवेल करेगा यूनियन वाला ऊपर रहेगा ठीक है और यूनियन में सबसे ज्यादा सब्जेक्ट्स हैं कॉन्करेंट में सॉरी स्टेट में सबसे कम है यूनियन में कैसे-कैसे सब्जेक्ट होंगे जो बहुत इंपॉर्टेंट वाले सब्जेक्ट है जैसे कि डिफेंस हो गया बैंकिंग हो गया यह सारे जो इंपॉर्टेंट सब्जेक्ट हैं वो इसमें होंगे स्टेट लिस्ट में अगर बात करें पुलिस हो गया हेल्थ केयर हो गया जो बहुत मतलब इंपॉर्टेंट मसले नहीं है ठीक है लोकल बॉडीज हो गया लोकल अथॉरिटीज हो गया यह सब कॉन्करेंट में अगर बात करें एजुकेशन हो गया ठीक है मैट जो आपका मैरिज हो गया ठीक है फैक्ट्री के संबंधित कुछ फैक्ट्री वर्कर से संबंधित कोई चीज है वो आपकी कॉन्करेंट लिस्ट समवर्ती सूची में आएगी और एजुकेशन पहले स्टेट लिस्ट में हुआ करते था 42 अमेंडमेंट ने इसको स्टेट से कॉन्करेंट में ट्रांसफर किया ठीक है तो जो इंपॉर्टेंट मसले वो यूनियन में होंगे और जो बहुत कम इंपॉर्टेंट मसले हैं वो स्टेट लिस्ट में होंगे ठीक है अब यहां पर उसी चीज को मैं आपको बताता हूं कि किन-किन केसेस में जो हमारा राज्यसभा है उसके पास ज्यादा पावर होती है सबसे पहला तो एक यह पावर होता है कि हमें पता है कि यूनियन लिस्ट में सिर्फ यूनियन बना सकता है पार्लियामेंट स्टेट लिस्ट में सिर्फ स्टेट लेजिसलेच्योर पर लॉ बना सकता है पहला पहला तो यह है कि अगर राज्यसभा बोल दे स्पेशल मेजॉरिटी से तो दूसरा अगर किसी इंटरनेशनल ट्रीटी को एनफोर्स करना हो कि मान लो कोई भारत ने इंटरनेशनल ट्रीटी साइन करी है उसको एनफोर्स करना उसको लागू करने के लिए तीसरा राष्ट्रीय आपातकाल लगा हो चौथा प्रेसिडेंट रूल लगा हो राष्ट्रपति शासन लगा हो और पांचवा अगर दो टू और मोर स्टेट्स अगर दो या दो से ज्यादा स्टेट्स बोल देते हैं पार्लियामेंट को कि हमारे लिए लॉ बना दो तो बना सकता है पांच के ठीक है राज्यसभा का एक तो यह एक्स्ट्रा पावर होता है राज्यसभा के पास और दूसरा राज्यसभा के पास यह एक्स्ट्रा पावर होता है कि आर्टिकल 312 अनुच्छेद 312 जो ऑल इंडिया सर्विसेस को मेंशन करता है ऑल इंडिया सर्विसेस को तीन ऑल इंडिया सर्विसेस आईएएस आईपीएस और आईएफओएस इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस इंडियन पुलिस सर्विस और इंडियन फॉरेस्ट सर्विस इसके अलावा कोई और नई ऑल इंडिया सर्विस क्रिएट करनी है न्यू ऑल इंडिया सर्विस तो वो राज्यसभा कर सकती है ठीक है राज्यसभा पार्लियामेंट को य पावर दे सकती है कि एक नई आप बना सकते हो ये ठीक है क्लियर हो गया सभी को यहां तक अब आते हैं ओ एथ शेड्यूल एथ शेड्यूल मेंशन ओ से यहां पे ऑफिशियल लैंग्वेजेस ऑफिशियल लैंग्वेजेस कितनी ऑफिशियल लैंग्वेजेस हैं तो हमारी टोटल 22 रा 22 भाषाएं हैं पहले 14 थी बट अभी 22 इनको फदर अमेंडमेंट से जोड़ा गया देन टॉक वी टॉक अबाउट नाइंथ शेड्यूल ये एल एल से लैंड रिफॉर्म्स ठीक है लैंड रिफॉर्म्स है आपका लैंड रिफॉर्म्स इसमें जमीदारी जो जमीदारी को अबॉलिश किया गया था और इसमें एक प्रोविजन हमारी पार्लियामेंट ने यह रख दिया था कि इसमें अगर हम कोई भी लॉ बनाएंगे चाहे हम बनाएं चाहे स्टेट लेजिसलेच्योर [संगीत] रिव्यू यानी नाइंथ शेड्यूल पे जुडिशरी रिव्यू नहीं कर सकती है ऐसा फर्स्ट कॉन्स्टिट्यूशन अमेंडमेंट से बोल दिया हमारी किसने पार्लियामेंट ने बिकॉज़ इस शेड्यूल को पहले संविधान संशोधन से जोड़ा गया था बिकॉज़ नंबर ऑफ़ शेड्यूल अगर बात करें ओरिजनली हमारे कॉन्स्टिट्यूशन में यानी जब हमारा संविधान बना था तो आठ थे बट एट प्रेजेंट 12 हैं तो आठ तो हमने देख लिए नौवीं में अगर बात करें तो नौवी आपका पहले संविधान संशोधन जो 1951 में जवाहरलाल नेहरू जी के टाइम पर हुआ था उसे जोड़ा गया था बट एक ध्यान रखना एक केस हुआ आईआर कोएलो केस ठीक है आई आर कोएलो केस इसको बोलते हैं नाइंथ शेड्यूल केस के नाम से जाना जाता है ठीक है सुप्रीम कोर्ट ने यह बोला है इसमें कि इसमें आपने इससे पहले जो चीजें रखी वो ठीक लेकिन इट इज नॉट बियोंड द जुडिशल रिव्यू यानी जुडिशरी इस परे रिव्यू कर सकती है ध्यान रखना आईआर कोएलो केस नाइ शेड्यूल केस के नाम से जाना जाता है 10थ शेड्यूल डी से है डिफेक्शन यानी दलबदल विरोधी कानून जिसको बोलते हैं इसको ऐड किया गया 52 कांस्टीट्यूशनल अमेंडमेंट ऑफ 1985 से 1985 में जो हुआ पी से है आपका पंचायत जो कि 11थ शेड्यूल है इसको ऐड किया गया आपका 73 अमेंडमेंट से कब हुआ जल्दी से बताएंगे और 12थ आपका है म्युनिसिपल यानी कि नगरपालिका हों के बारे में मेंशन है इस ये है आपका 74th अमेंडमेंट इसमें टोटल 29 फंक्शनल आइटम्स है और इसमें 18 फंक्शनल आइटम्स हैं 1993 में अमेंडमेंट हुए थे ये और पीवी नरसिम्हा राव से में प्राइम मिनिस्टर थे हम पंचायत और म्युनिसिपालिटीज में भी देखेंगे सोर्सेस ऑफ कॉन्स्टिट्यूशन देख लेते हैं कि हमारे संविधान के क्या-क्या स्रोत थे हमने कौन सी चीज कहां से ली तो सबसे पहली चीज ध्यान रखना गवर्नमेंट ऑफ इंडिया इसका मेजर इन्फ्लुएंस रहा था ठीक है मेजर इन्फ्लुएंस रहा हमारे गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 में जो भी हमने संविधान का जो मेजर स्ट्रक्चर है अगर पूछ ले कि जो संविधान का एक तरह से मूल ढांचा वो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया 1935 से लिया आप देख सकते हैं यहां पे कौन-कौन सी चीजें हैं ब्रिटिश कॉन्स्टिट्यूशन से अगर बात करें तो हमने रूल ऑफ लॉ लिया ठीक है और रूल ऑफ लॉ अच्छा रूल ऑफ लॉ का कांसेप्ट य अभी सीपीओ का जो एग्जाम हुआ था उसमें पूछा था रूल ऑफ लॉ का कांसेप्ट किसने दिया था पार्लियामेंट्री प्रिविलेजेस ली थी प्रोरोगेशन रेट्स लिए हैं ठीक है रेट ली हम लोगों ने बाय कैमरलिज्म लिया द् द्विसदनीय विधानमंडल कैबिनेट सिस्टम सिंगल सिटीजनशिप एकल नागरिकता और लेजिस्लेटिव प्रोसीजर यूएसए कॉन्स्टिट्यूशन से लिया हमने मौलिक अधिकार ध्यान रखना फंडामेंटल राइट्स इंडिपेंडेंस ऑफ जुडिशरी यानी कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता जुडिशियस रिव्यू न्यायपालिका जो रिव्यू कर सकती है लॉ पे ठीक है जुडिशियस रिव्यू का मतलब क्या होता है जुडिशियस रिव्यू का मतलब होता है कि जो हमारी पार्लियामेंट लॉ बनाती है या फिर स्टेट लेजिसलेच्योर व्यू करने का पावर है हमारी कोर्ट के पास उसको देखने का कि भाई ये सही है कि नहीं जैसे 99 कांस्टीट्यूशनल अमेंडमेंट मैंने आपको बताया उसको अनकंस्टीट्यूशनल डिक्लेयर कर दिया हमारी सुप्रीम कोर्ट ने आयरलैंड कॉन्स्टिट्यूशन से हमने डीपीएसपी लिया ठीक है आयरलैंड को आप ऐसे याद रखो रेड से ठीक है आयरलैंड तो रेड से याद रखो ठीक है आर से हो गया आपका नॉमिनेशन ऑफ मेंबर टू राज्यसभा ई से हो जाएगा आपका मेथड ऑफ इलेक्शन ऑफ प्रेसिडेंट और डी से हो जाएगा डीपीएसपी ठीक है रेड से याद कर सकते हो कनाडा कांस्टीट्यूशन बहुत आसान है कोई भी चीज जो सेंटर को ज्यादा पावर दे रही है फेडरेशन विद अ स्ट्रांग सेंटर वेस्टिंग ऑफ रेसिड पावर इन द सेंटर रेसिड पावर क्या होते हैं तो भाई हमने यूनियन लिस्ट पढ़ली स्टेट लिस्ट पढ़ली और कॉन्करेंट लिस्ट पढ़ी इसके अलावा अगर कोई ऐसा मैटर आ जाता जो तीनों लिस्ट में नहीं मेंशन है ऐसा कोई सब्जेक्ट आ जाता तो उसको हम रेसीडुअरी लिस्ट बोलते हैं और उसपे लॉ बनाने का काम सेंटर के पास होता है उसपे लॉ बनाने का पावर सेंटर के केंद्र के पास होता है अपॉइंटमेंट ऑफ स्टेट गवर्नर बाय द सेंटर तो राज्यों जो राज्यपाल होते हैं उनकी नियुक्ति कौन करता है राष्ट्रपति करता है ठीक है तो कहीं ना कहीं यह भी हमारे कांस्टीट्यूशन का एक यूनिटरी फीचर है ऑल इंडिया सर्विसेस यूनिटरी फीचर है क्योंकि अगर हम देखें तो जो राज्यपाल है वह जा रहा है स्टेट में लेकिन उसकी नियुक्ति कौन कर रहा है सेंटर कर रहा है प्रेसिडेंट कर रहा है ऑल इंडिया सर्विसेस नियुक्ति कौन कर रहा है एग्जाम कौन ले रहा है यूपीएससी ले रहा है लेकिन वो सर्व कहां पे कर रहे हैं स्टेट में तो ये सारे हमारे यूनिटरी फीचर्स हैं ऑस्ट्रेलिया के कांस्टीट्यूशन से बहुत आसान है ऑस्ट्रेलिया में देखिए यहां पे ऑस्टेलिया इस तरह से आता है ट्रे ठीक है ट्रे तो यहां पर ध्यान से देखिए एस से हो जाएगा आपका सेटिंग यानी कि जॉइंट सेटिंग हो जाएगा आपका ठीक है जॉइंट सेटिंग लिया है ठीक है और यहां से अगर बात करें ट्रे से हो जाएगा आपका ट्रेड ठीक है ट्रेड एंड कॉमर्स यहां पर लिखा होगा ट्रेड फ्रीडम ऑफ ट्रेड कॉमर्स एंड इंटरकोर्स और एल से हो जाएगा लिस्ट कौन सी लिस्ट कॉन्करेंट लिस्ट वेमार कांस्टीट्यूशन ऑफ जर्मनी से क्या लिया सस्पेंशन ऑफ फंडामेंटल राइट्स ड्यूरिंग इमरजेंसी ध्यान रखना फंडामेंटल राइट्स नहीं लिए मौलिक अधिकार मौलिक अधिकार जो सस्पेंड हो जाते हैं ड्यूरिंग इमरजेंसी वो लिया है और यूएसएसआर से लिया हम लोगों ने आइडियल ऑफ जस्टिस ठीक और यूएसएसआर से हम लोगों ने मौलिक अधिकार भी लिया फंडामेंटल ड्यूटी भी ली है और जापान के कांस्टिट्यूशन से हम लोगों ने जापान से हम लोगों ने कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट भी लिया है ठीक है एंड प्रोसीजर एब्लिश बाय सॉरी कांस्टिट्यूशन बोल रहा हूं प्रोसीजर एब्लिश बाय लॉ कंटल अमेंडमेंट तो लोगों ने साउथ अफ्रीका से लिया है ठीक है तो अगर बात करें जापान से तो प्रोसीजर एस्टेब्लिश बाय लॉ लिया है हम लोगों ने जापान के कांस्टिट्यूशन से और साउथ अफ्रीका से लि हम लोगों ने अमेंडमेंट ऑफ कांस्टिट्यूशन ठीक है अमेंडमेंट चलिए नाउ कमिंग ऑन टू द प्रीमल प्रस्तावना अब ले लेते थोड़ा सा ब्रेक छोटा सा है ना ले लिया जाए कि नहीं बताइए जल्दी से ब्रेक चाहिए कि नहीं चाहिए बिल्कुल हर्षित भारद्वाज मुग्धा मुकुल कृतिका अनिल गवर्नर की अपॉइंटमेंट 1935 ना बिल्कुल ना गवर्नमेंट की अपॉइंटमेंट बाय द सेंटर इन द स्टेट कनाडा के कॉन्स्टिट्यूशन है ध्यान रखना कंफ्यूज मत होना इसमें ऑफिस ऑफ गवर्नर है ऑफिस ऑफ गवर्नर है इसमें ध्यान रखना लिखा होगा कहीं पर नहीं लिखा है यह लिखा है ऑफिस ऑफ गवर्नर गवर्नर का एक पद होगा 19 35 लेकिन उसकी नियुक्ति वो करेगा सेंटर करेगा इन द स्टेट वो कनाडा के कॉन्स्टिट्यूशन में इस चीज पर कंफ्यूज नहीं होना है ठीक [संगीत] है चलो च ब्रेक नहीं चाहिए चलो नहीं चाहिए तो नहीं चाहिए चलो आगे बढ़ते हैं [संगीत] फिर प्रिंबल प्रस्तावना यह है क्या ये आईडी कार्ड ऑफ कॉन्स्टिट्यूशन है ये पॉलिटिकल होरोस्कोप है ये की टू कॉन्स्टिट्यूशन है किसने बोला था जरा बताइए किस किसने यह बोला था जल्दी से किसने बोला था जल्दी से बताइए कमेंट में यहां पर एक चीज यार नोट करना मुझे याद आ रहा है ठीक इसका आंसर मॉरिस जोनस होगा ठीक है यह आपका मॉरिस जोनस होगा अनस्ट बेकर नहीं होगा यह मॉरिस जोनस होगा और यही पूछा गया था अभी सीपी एग्जाम में ठीक है मॉरिस जोनस बारगेनिंग फेडरलिस्ट बोला था अर्नेस्ट बार्कर ने ठीक है अर्नेस्ट बार्कर ने आईडी कार्ड कांस्टीट्यूशन बोला था एन ए पालखी वाला ने ठीक एन ए पालखी वाला और पॉलिटिकल होरोस्कोप बोला था केएम मुंशी जी ने वही केम मुंशी जी वही के मुंशी जी और जो ऑर्डर ऑफ बिजनेस कमेटी के क्या थे हेड भी थे टेकन हमने यूएसए के कांस्टिट्यूशन से लिया है है क्या एक तरह से हमारे कांस्टिट्यूशन की समरी है प्रिंबल ठीक है कुछ इस तरह से है य यानी कि पहला पन्ना है और ध्यान यह रखना कि प्रिंबल बना था जब हमारा पूरा संविधान बनक तैयार हो गया था आफ्टर द कंप्लीशन ऑफ कॉन्स्टिट्यूशन जब कॉन्स्टिट्यूशन कंप्लीट हो गया था तब यह बना था हमारा ठीक यह कुछ इस तरह से आपको देखने को मिल जाएगा यह जो सॉवरेन सोशलिस्ट सेकुलर डेमोक्रेटिक रिपब्लिक है य हमारे कॉन्स्टिट्यूशन के नेचर को दिखाता है नेचर को और जस्टिस लिबर्टी इक्वलिटी फ्रेटरनिटी हमारे कांस्टीट्यूशन के ऑब्जेक्टिव्स को दिखाता है यहां पे आपको डेट ऑफ एडॉप्शन ऑफ कांस्टिट्यूशन में मिल जाएगी 26 नवंबर 1949 इसमें ये कुछ टर्म्स है जिसका मतलब आपको पता होना चाहिए सॉवरेन का मतलब है कि कोई कंट्री हम पर रूल नहीं कर रही हम अपने डिसीजंस इंडिपेंडेंट इंडिपेंडेंटली ले सकते हैं दैट वी आर इंडिपेंडेंट टू टेक द डिसीजन सोशलिस्ट समाजवाद का मतलब है वैसे तो अब समाजवाद हमारा कंट्री अगर देखें तो थोड़ा सा मिक्स्ड इकॉनमी की तरफ बढ़ चुका है सोशलिस्ट का मतलब है कि गवर्नमेंट की मेजर शेयर होल्डिंग है हर जगह बट एक्चुअल में अभी हम लोग मिक्स्ड इकॉनमी है ये हम लोग इकोनॉमिक्स में पढ़ेंगे आगे ठीक है और परसों आप लोगों का बायोलॉजी का इन शॉर्ट होगा सेकुलर का मतलब होता है धर्म निरपेक्ष या फिर पंथ निरपेक्ष इसका मतलब होता है कि सभी धर्मों को समान समानता है हमारे यहां पे डेमोक्रेटिक का मतलब होता है एज डिफाइंड बाय द लिंकन गवर्नमेंट ऑफ दी पीपल बाय द पीपल एंड फॉर द पीपल ठीक और रिपब्लिक की अगर बात करें गणराज का मतलब होता है कि जहां पे हेड ऑफ दस जो स्टेट है हेड ऑफ स्टेट हेड ऑफ स्टेट का मतलब कंट्री की बात हो रही है यहां पे इज इलेक्टेड ठीक है इज इलेक्टेड जैसे हमारे इंडिया में जो हेड कौन है वो प्रेसिडेंट है वो इलेक्टेड है भले इनडायरेक्टली इलेक्टेड हो बट इलेक्टेड है बट यूके में मोनार्की चलती है वहां पे रिपब्लिक नहीं है बिकॉज़ वहां का जो हेड है वो क्वीन होता है क्वीन या किंग जैसे अभी किंग चार्ल्स थर्ड है तो हेरेडिटरी हेड है ठीक है बाकी अगर बात करें लिबर्टी इक्वलिटी फ्रेटरनिटी यह पहले तो आपको पता होना चाहिए कि लिबर्टी हमारे अ कितनी तरह की जस्टिस लिबर्टी पांच तरह की थॉट एक्सप्रेशन बिलीफ फेथ एंड वरशिप पांच तरह की जस्टिस तीन तरह के हैं सोशल इकोनॉमिक पॉलिटिकल इक्वलिटी दो तरह की स्टेटस एंड अपॉर्चुनिटी फ्रेटरनिटी सिर्फ एक तरह की है यह चीज़ आपको याद होनी चाहिए यह हमने प्रिंसिपल लिए हैं फ्रांस के कॉन्स्टिट्यूशन से या फिर फ्रेंच रेवोल्यूशन से और जस्टिस के प्रिंसिपल्स लिए हैं रशिया फिर या फिर अर् वाइल यूएसएसआर की कॉन्स्टिट्यूशन से आफ्टर मैथ देखते हैं तो बात यह आई बाद में कि क्या प्रिंबल अमेंड हो सकता है नहीं हो सकता है तो सबसे पहले हमारा बेरू बारी यूनियन केस हुआ ठीक है बेरू बारी में बोला नो कांस्टिट्यूशन य प्रीमल अमेंड नहीं हो सकता है प्रीमल कैन नॉट बी अमेंडेड बट केशव नंदा भारती केस में बोला यस प्रीमल यस प्रीमल इज अ पार्ट ऑफ कांस्टिट्यूशन इज अ पार्ट ऑफ कांस्टिट्यूशन यानी कि संविधान का हिस्सा है जो प्रस्तावना है एंड इट कैन बी अमेंडेड ठीक है इट कैन बी अ ड यानी कि इसमें संशोधन हो सकता है जस्टिस एबिलिटी की अगर बात करें आफ्टर मैथ हमने देख लिया कि किस तरह से जस्टिस और हां फिर अमेंड हो सकता है तो इसमें क्या अमेंडमेंट हुआ बिल्कुल इसमें एक अमेंडमेंट हुआ ओनली वंस ओनली वंस इट हैज बीन अमेंडेड इट हैज बीन अमेंडेड और वो कौन सा अमेंडमेंट था दैट वाज 42 अमेंडमेंट 42वां नंबर का संविधान संशोधन था और इसने तीन वर्ड्स को जोड़ा थ्री वर्ड्स वर एडेड और वो तीन प्यारे वर्ड्स थे वो नहीं जो आप समझ रहे हैं सोशलिस्ट सेकुलर और इंटीग्रिटी इन तीन वर्ड को जोड़ा गया समाजवाद धर्म निरपेक्ष और अखंडता इंटीग्रिटी को ठीक है और जस्टिस एबिलिटी नो प्रीमल इज नॉन जस्टिसिएबल ठीक अब आते हैं पार्ट वन ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन पार्ट फाइव पार्ट सिक्स ये सब पढ़ने के बाद अब पार्ट वन से स्टार्ट करते हैं भाग एक जो कि यूनियन और टेरिटरी के बारे में बात करता है आर्टिकल वन क्या बोलता है आर्टिकल वन बोलता है ओ ओ इंडिया दैट इज भारत कोई भाई लड़ेगा नहीं मारा पीटी नहीं हुई कमेंट सेक्शन में इंडिया दैट इज भारत शैल बी अ यूनियन ऑफ स्टेट्स शैल बी अ यूनियन ऑफ स्टेट्स इसका मतलब क्या है इसके कुछ मतलब होते हैं इसका मतलब ये है कि पहली बात तो इंडिया और भारत दो नाम है कांस्टीट्यूएंट असेंबली में संविधान सभा में मान ठी की इंग्लिश नेम रखा जाए फिर हिंदी तो कुछ लोगों ने बोला इंडिया कुछ लोगों ने बोला भारत तो ऐसा हुआ कि ठीक है दोनों नाम रख लेते हैं ठीक है वो बात अलग है कि च खैर उसको छोड़ते हैं बाकी इसका मतलब यह है कि हमारा जो इंडियन फेडरलिस्ट म है वो अगर बात करें तो यहां पे यूनियन लिखा गया यूनियन ऑफ स्टेट्स राद देन फेडरेशन ऑफ स्टेट उसका मतलब यह है कि जो हमारे स्टेट्स हैं उनके बीच में कोई एग्रीमेंट नहीं हुआ है उन्होंने एग्रीमेंट करके इंडिया इंडिया को नहीं बनाया है अगर हम बात करें यूएसए की तो वहां पे हम बोल सकते हैं स्टेट्स के बीच में एग्रीमेंट है और अगर वो चाहे तो दे हैव राइट टू सीड फ्रॉम द यूनियन बट इन इंडिया स्टेट्स डू नॉट हैव द राइट टू सीड फ्रॉम द यूनियन वो चाहे तो हट नहीं सकते हैं वो वो हट नहीं सकते हैं भारत देश से वो इंटीग्रल पार्ट है कंट्री का ठीक है और उनके बीच में कोई एग्रीमेंट नहीं है और यहां पे यूनियन का मतलब है एक तरह से जो भी हमारे राज्य 28 आठ केंद्र शासित प्रदेश और जो भी टेरिटरी जो हम इन फ्यूचर में एक्वायर कर सकते हैं अगेन रिपीट यहां पे यूनियन ऑफ स्टेट्स का मतलब है जो हमारे राज्य हैं भारत में टोटल स्टेट्स जितने भी प्रेजेंट में जैसे 28 राज्य हैं जितने भी हमारे यूटी है केंद्र शासित प्रदेश और प्लस इन फ्यूचर जो हम टेरिटरी एक्वायर कर सकते हैं वो सारा इसमें इंक्लूडेड है आर्टिकल टू पे आते हैं पार्लियामेंट में फ्रॉम टाइम टू टाइम बाय लॉ एडमिट इन टू यूनियन और एस्टेब्लिश न्यू स्टेट्स और यहां पे है फॉर आर्टिकल नंबर थ्री फॉर्मेशन ऑफ न्यू स्टेट और अल्टरेशन और अल्टरेशन ऑफ एरियाज ऑफ स्टेट्स देखिए आर्टिकल टू बोलता है कि किसी फॉरेन टेरिटरी को अगर इंडिया का हिस्सा बनाना है तो ठीक है फॉरेन टेरिटरी को फॉरेन कोई मान लेते हैं टेरिटरी है उसको इंडिया का हिस्सा बनाना है ठीक है तो आर्टिकल टू का यूज करना पड़ेगा आपको ठीक है आर्टिकल टू का और अगर एसिस्टिंग स्टेट में एसिस्टिंग स्टेट में उसका नाम चेंज चज करना है उसकी बाउंड्री को एरिया करना है उसके एरिया को बढ़ाना है डिमिनिशिंग करना यह सारा काम आप आर्टिकल थी का यूज करके करेंगे अगेन रिपीट आर्टिकल थ्री में बस इस चीज को याद रखना एसिस्टिंग स्टेट्स की बात होती है भाई एसिस्टिंग स्टेट की बाउंड्री चेंज करना है इसको तोड़ना है दो राज्यों में इसका नाम चेंज करना है कुछ भी अगर का चेंज करना है आर्टिकल थ्री का यूज होगा आर्टिकल टू है इस्टैब्लिशमेंट ऑफ सॉरी एडमिशन ऑफ एडमिशन ऑफ न्यू स्टेट एडमिशन मतलब अंदर लेना ठीक है और फॉर्मेशन का मतलब जो एसिस्टिंग है उसी से फॉर्म कर देना ठीक है आर्टिकल फोर यह बोलता है कि आर्टिकल टू ठीक है आर्टिकल टू और आर्टिकल थ के तहत जो चेंजेज किए जाएंगे शैल नॉट बी डेल्ट एज शैल नॉट टू बी डेल्ट एज अमेंडमेंट इन द एज एन अमेंडमेंट अंडर आर्टिकल 368 अमेंडमेंट अंडर आर्टिकल 368 क्यों क्योंकि यह जो काम है दो और तीन वाले सिंपल मेजॉरिटी से हो जाते हैं सिंपल मतलब साधारण बहुमत से हो जाते हैं तो इसलिए अभी हमने पढ़ा था कि आर्टिकल 368 वाले में वही आएगा जो स्पेशल मेजॉरिटी या फिर स्पेशल मेजॉरिटी प्लस रटिफिकेशन फ्रॉम हाफ ऑफ द स्टेट से हो रहा होगा क्लियर है तो आर्टिकल फोर में अगर आर्टिकल 23 के तह चेंज करेंगे तो आर्टिकल फोर यह बोलता है कि उसको हम अमेंडमेंट डील नहीं कर सकते हैं ठीक खत्म होता है इंडियन बट बिफोर दैट बिफोर स्टार्टिंग द सिटीजनशिप हम इसको भी पढ़ते हैं कि फॉर्मेशन ऑफ स्टेट्स ऑन लिंग्विस्टिक बेसिस की जो मांग उठी थी ये कैसे मांग उठी थी तो इसको लेके कुछ कमीशन बने थे लिंग्विस्टिक बेसिस का मतलब है भाषा के आधार पर कुछ राज्य बोल रहे थे हमें बनाओ जब हम इंडिपेंडेंट हुए थे तो सबसे पहले 1948 में एक धार कमीशन बनता है ठीक है धार कमीशन ने बोला कि एडमिनिस्ट्रेटिव कन्वीनियंस के बेसिस पर स्टेट्स बनने चाहिए कैसे एडमिनिस्ट्रेटिव कन्वीनियंस के बेसिस पे ना कि लिंग्विस्टिक बेसिस पे फिर अगेन 1948 में कमीशन बनता है जिसको हम बोलते हैं जेवीपी कमीशन इसमें तीन लोग थे जवाहरलाल नेहरू वल्लभ भाई पटेल और पट्टा बी सीतारमैया इन्होंने भी वही सेम चीज बोली बट हमें पता है कि 1953 में पॉटी श्री रामलू जी की डेथ हो गई जो आंध्र प्रदेश में अनशन किए हुए थे लिंग्विस्टिक बेसिस से बनाने के लिए ठीक है तो पटी श्री रामलू जी की डेथ हो गई देन क्या हुआ देन आपका एक बना स्टेट्स रीऑर्गेनाइजेशन कमीशन इन द ईयर 1953 ओनली दैट वाज आल्सो नोन एज फजल अली कमीशन आई अगेन रिपीट इसी को हम स्टेट्स रीऑर्गेनाइजेशन कमीशन के नाम से जानते हैं और इस कमीशन में तीन लोग थे फजल अली चेयरमैन थे हृदयनाथ कुंदरू और केएम पकर तीन लोग थे ठीक यह कमीशन बना और इसने बोला ठीक है कि लिंग्विस्टिक बेसिस पर बना लो स्टेट बना लो बट इट रिजेक्टेड द थ्योरी ऑफ रिजेक्टेड वन नेशन ठीक है सॉरी वन स्टेट वन लैंग्वेज वन स्टेट वन लैंग्वेज की थ्योरी इसने रिजेक्ट कर दी बट इसने यह बोल दिया कि ठीक है लिंग्विस्टिक बेसिस प बना लो तो अब बनते हैं यहां पे काफी सारे स्टेट्स का फॉर्मेशन वगैरह होता है और ध्यान रखना जो आंध्र प्रदेश होता है आंध्र प्रदेश वाज द फर्स्ट स्टेट आंध्र प्रदेश वाज द फर्स्ट स्टेट टू बी फॉर्म ऑन द लिंग्विस्टिक बेसिस फर्स्ट स्टेट टू बी फॉर्म्ड ऑन ठीक है टू बी फॉर्म्ड ऑन लिंग्विस्टिक बेसिस लिंग्विस्ट यानी भाषा के आधार पर बनने वाला देश का पहला राज्य था आंध्र प्रदेश 1953 में अब यह क्या फॉर्मेशन ऑफ स्टेट्स का ऑर्डर लिखा हुआ है आम गुना है मैम तो सगाव और मौज लो आ से है यहां पर आंध्रा ठीक है म से यहां पे महाराष्ट्र गु से यहां पर गुजरात न से यहां पे नागालैंड नागालैंड ह से है यहां पे हरियाणा ठीक है है से है यहां पे हिमाचल ठीक है मैं से है यहां पे मैं से हो जाएगा यहां पे मेघालय ठीक है मेघालय म से हो जाएगा मणिपुर क्योंकि मेघालय में मात्रा लगी है ना में में ठीक है म में मणिपुर में मात्रा नहीं लगती है जब हम हिंदी में लिखते हैं तू से हो जाएगा त्रिपुरा सी से हो जाएगा सिक्किम ये ऑर्डर में है ठीक है अभी ईयर भी मैं आपको बता दूंगा ग से है यहां पे गौ से गोवा ठीक है गौ से है गोवा हो जाएगा यहां पे और और से हो जाएगा अरुणाचल यहां कर लो ठीक है अरुणाचल अरुणाचल कर लो और मौज लो में से हो जाएगा यहां पे आपका मिजोरम ठीक है मिजोरम अब देखते हैं कौन सा कब फॉर्म हुआ आंध्र प्रदेश की अगर बात करें 1956 में सर अभी तो 1953 बोल ले थे भाषा के आधार प बना था बट जो हमारे तेलंगाना वाले तेलुगु स्पीकिंग रीजन उनको मर्ज कर दिया था अंदरा के साथ और 1956 में क्रिएट हुआ था महाराष्ट्र की अगर बात करें 1960 गुजरात की अगर बात करें 1960 ठीक है और चलो अभी यह पढ़ते हैं फिर मैं बताऊंगा गुजरात आपका 1960 और हरिया नागालैंड की अगर बात करें नागालैंड की बात करें तो यह भी आपका 1963 हरियाणा की बात करें 1966 हिमाचल की अगर बात करें तो 1966 मेघालय की अगर बात करें 1972 हो जाएगा मणिपुर भी 1972 और त्रिपुरा भी 1972 यह तीनों ही यह तीनों ही आपके 1972 में बने थे 1972 में सिक्किम बहुत इंपॉर्टेंट है क्यों क्योंकि यह पहले एज एसोसिएट स्टेटहुड का इसको दर्जा मिला था ठीक है एसोसिएट स्टेट का दर्जा दिया गया किस अमेंडमेंट से 35th अमेंडमेंट ऑफ 1974 ठीक है बट इसको कंप्लीट स्टेटहुड मिला ठीक है यहां पर मैं लिख देता हूं कंप्लीट स्टेटहुड मिला इसको कौन से अमेंडमेंट से कंप्लीट स्टेटहुड इसमें चोग्याल वंश रूल कर रहा था चोग्याल डायनेस्टी 35th जो अमेंडमेंट हुआ था 1975 से इससे इसको सिक्किम को क्रिएट किया गया था एज अ स्टेट गोवा की अगर बात करें तो गोवा सबसे पहले 12थ अमेंडमेंट से यूटी बनी एंड देन 56 अमेंडमेंट से यह एज अ स्टेट बना गोवा ठीक है गोवा और गोवा कब बना यह तो गोवा आपका बना गुजरात हो गया आपका सिक्किम हो गया गोवा आपका बना था ये 19 78 के टाइम पर ठीक है अरुणाचल सर 35 बना था हा व आर्टिकल ू ए को मतलब इंसर्ट किया गया था आर्टिकल 2 जब सिक्किम को क्रिएट किया गया था तो आर्टिकल नंबर 2 ए को इसमें इंसर्ट किया गया था जो कि एक मात्र बार हुआ था ठीक है बाकी व कुछ अलग नहीं उसमें ठीक है तो अरुणाचल और मिजोरम ठीक है तो अरुणाचल की अगर बात करें अरुणाचल यह बना था आपका 19 का बना था 1987 था आई थिंक है ना ये तीनों ही 1987 होंगे ठीक है गोवा अरुणाचल और मिजोरम तीनों ही 1987 बने थे ये ठीक है 1987 में 1987 ठीक क्लियर यहां पर होता है हमारा यह चैप्टर जो है मतलब यह वाला खत्म ठीक है लेकिन इससे पहले एक और देख लेते हैं फिर सिटीजनशिप स्टार्ट करते हैं दैट इज आर्टिकल 3671 कोई चीज छूटेगी नहीं आपकी ठीक है तो इसको याद कैसे हम लोगों ने किया था नाम आस्मा जीके ठीक है नाम आस्मा जीके नाम आपने पूछा लड़की का जिसका उसने बोला मेरा नाम आस्मा है और मैं जीके पढ़ती हूं किससे तो ये एन है नागालैंड ए है आपका असम ठीक है यहां पे आप असम देख सकते हो एम से है यहां पे आपका मणिपुर ए से है आपका आंध्रा ए से है आंध्रा की यूनिवर्सिटी एस से है यहां पे आपका सिक्किम एम से है यहां पे मिजोरम ए से है अरुणाचल जी से है गोवा के से है कर्नाटक तो नाम आस्मा जी के कैसे पहले हमने क्या किए माता जी के चरणन स्पर्श कर लिए ठीक है आर्टिकल 371 में क्या माता जी मां से महाराष्ट्र और जी से गुजरात उसके बाद नाम आस्मा जी के याद रखिए आपसे कभी पूछ लेगा आर्टिकल 371f में क्या आप बता पाएंगे आराम से ठीक कमिंग ऑन टू द सिटीजनशिप लीस्ट इंपोर्टेंट चैप्टर ठीक है बस इसमें हमें यह पता होना चाहिए ठीक है कि इसमें हमारे यहां पे एकल नागरिकता का कांसेप्ट चलता है ठीक है सिंगल सिटीजनशिप है हमारे कांस्टिट्यूशन में सिंगल सिटीजनशिप और य हमने कहा क से बरो की है यह हमने यूके कांस्टिट्यूशन से बोरो की है एकल नागरिकता ठीक है आर्टिकल फ ना और 10 पढ़ेंगे चलिए सिटीजनशिप खत्म कर लेते हैं फिर थोड़ा सा ब्रेक लेते हैं दो मिनट का एंड देन बिकॉज उसके बाद हमारे काफी तीन इंपोर्टेंट पार्ट्स ऑफ कांस्टीट्यूशन पार्ट थ्री पार्ट फोर पार्ट फोर ए वही मेन है उसके बाद तो आपका सब खत्म है थोड़ा सा पंचायत देखेंगे और फिर खत्म ठीक है यानी कि आप ये मान के चलिए कि यह क्लास हम लोग की थोड़ा सा 330 तक मैक्सिमम जाएगी मैक्सिमम 330 तक ठीक है लेकिन ये है कि पूरी पॉलिटी खत्म हो जाएगी अब बड़ा है तो क्या ठीक है अब मैंने बोला है वन शॉर्ट यानी एक ही वीडियो में पूरा हो जाएगा तो फिर हो जाएगा ना ठीक है तो अगर इतने तीन हफ्ते जो चीजें हम लोगों ने पढ़ी थी उसको अगर आपको 6 घंटे सराइज करना है तो फिर ऐसा ही हो पाएगा ठीक है तो एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया की अगर बात करें तो इसमें आर्टिकल फ में मेंशन है जैसे कि शुड बी बोर्न इन इंडियन टेरिटरी ठीक है शुड बी बोर्न इन इसमें क्या है कि एक तरह से एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया मेंशन है आर्टिकल नंबर फ में कि कौन-कौन से पर्सन को वो किया जाएगा हु हैव देर डोमिसाइल इन इंडियन टेरिटरी जिनका डोमिसाइल हो इंडियन टेरिटरी में र बोर्न इन इंडियन टेरिटरी ठीक है और जिनके पेरेंट या तो जिनका जन्म हुआ इंडियन टेरिटरी में या फिर ऑर्डिनरी ठीक है ऑर्डिनेरली अ रेसिडेंट ऑफ इंडिया फॉर नॉट लेस दन फ इयर्स फॉर नॉट लेस देन फ इयर्स प्रेडिस मेंट ऑफ कंस्टीटूशन एक्चुअल मैं आपको बताऊ यह जो आर्टिकल है ना आर्टिकल नंबर फ से 11 डील करता है ठीक है यह जब कांस्टिट्यूशन बना था ठीक है उसके तुरंत बाद सिटीजनशिप के प्रोविजन से डील कर रहा था उसके बाद हमारा एक एक्ट आया था सिटीजनशिप एक्ट ऑफ 1955 ध्यान रखना इस एक्ट के बारे में सिटीजनशिप एक्ट ऑफ 1955 अब जो भी सिटीजनशिप के प्रोविजंस है वो इसी एक्ट में लिखे हुए हैं इसी एक्ट में लिखे हुए हैं तो वो इसलिए इंपॉर्टेंट इतना नहीं है सिटीजनशिप चैप्टर आर्टिकल नंबर नाइंथ की बात करें पर्सन वॉलेटर एक्वायरिंग सिटीजनशिप ऑफ अनदर कंट्री दिया हुआ है कि अगर कोई अपनी मर्जी से दूसरी कंट्री की सिटीजनशिप ले लेगा उसकी इंडिया की सिटीजनशिप तुरंत चली जाएगी और आर्टिकल 10 में लिखा हुआ है कंट नवस ऑफ राइट्स ऑफ सिटीजनशिप नी नागरिकता के अधिकारों की जो निरंतरता है वो इसमें लिखी हुई है कौन कन कंटिन्यू रहेगा जो कि पार्लियामेंट ने बोला है बस इसमें इतना ही आपको याद रखना है अब हम लोग स्टार्ट करेंगे फंडामेंटल राइट्स थोड़ा सा यहां पर ब्रेक चाहूंगा कितना दो तीन मिनट का ब्रेक ठीक है दो तीन मिनट का ब्रेक और देन फिर मिलते हैं दो तीन मिनट के ब्रेक के बाद और फंडामेंटल राइट्स डीपीएसपी और एफडीबी खत्म करते हैं य प राइट थैंक यू थैंक यू नहीं मिलते हैं दोती मिनट के ब्रेक के बाद ये वीडियो कब डिलीट कर देंगे यह वीडियो वही मान के चलो दो घंटे तक रहेगी फिर उसके बाद डिलीट हो जाएगी ठीक [संगीत] है [संगीत] [संगीत] चलिए तो स्टार्ट करते हैं अभी स्टार्ट करें फिर चलिए तो फंडामेंटल राइट्स पार्ट नंबर थर्ड ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन पार्ट वन यूनियन टेरिटरी आर्टिकल 124 पार्ट टू सिटीजनशिप आर्टिकल 5 टू 11 एंड नाउ पार्ट थ्री ऑफ द कांस्टिट्यूशन दैट इज फंडामेंटल राइट्स आर्टिकल 12 से लेके आर्टिकल 35 आर्टिकल 12 बट बिफोर दैट मौलिक अधिकारों की बात कर लेते हैं फंडामेंटल राइट्स का एक्चुअल में ओरिजन कहां से हुआ तो ने देखा यूएसए से बरो किया बट इनका जो ओरिजन हुआ ना दैट वास फ्रॉम दी मैग्ना काटा ऑफ मैग्ना कार्टा ऑफ यूके ठीक है यूनाइटेड किंगडम में एक मैग्ना कार्टा आया सबसे पहले उससे इसका ओरिजन हुआ फंडामेंटल राइट ठीक है फंडामेंटल राइट सीक टू एस्टेब्लिश ू एब्लिश पॉलिटिकल डेमोक्रेसी यह चीज ध्यान रखना यह कुछ चीज चीजें बता रहा हूं अभी रिसेंट में जो एग्जाम में पूछी गई है उस हिसाब से दे सीक टू एस्टेब्लिश पॉलिटिकल डेमोक्रेसी फंडामेंटल राइट्स आर नॉट एब्सलूट आर नॉट एब्सलूट बट क्वालिफाइड नॉट एब्सलूट और सक्रो सैंक्ट यह ना तो एब्सलूट है ना तो सक्रो सैंक्ट है मतलब कि इनमें लिमिटेशंस हैं एब्सलूट नहीं है कि भाई जैसे फॉर एग्जांपल मेरा फंडामेंटल राइट है फंडामेंटल राइट टू स्पीच तो मैं किसी को गरि आऊंगा किसी को गाली वाली दूंगा ठीक है तो वो एक लिमिट है उसकी ठीक है कि जब तक किसी दूसरे के फंडामेंटल राइट्स नहीं हर्ट हो रहे हैं तब तक वहीं तक है आपके फंडामेंटल राइट्स सक्रो सैंक्ट नहीं है मतलब कि उनको रिपील भी किया जा सकता है जैसे कि आज कोई फंडामेंटल राइट्स है फंडामेंटल राइट है कल को हो सकता है ना हो जैसे राइट टू प्रॉपर्टी तो हमारे ओरिजनली अगर बात करें कांस्टिट्यूशन में ओरिजनली सेवन फंडामेंटल राइट्स से सात थे ठीक है बट अगर बात करें एट प्रेजेंट मौजूदा समय में क्या स्थित है मौजूदा समय में छह है जो हमारा एक राइट है दैट इज राइट टू प्रॉपर्टी संपत्ति का अधिकार उसको हटाया जा चुका है ठीक है इसको 44th अमेंडमेंट से हटाया गया था और करेंटली यह एक लीगल राइट की लीगल राइट का एक स्टेटस एंजॉय करता है कौन से आर्टिकल में है ये अभी प्रेजेंट में प्रेजेंटली आर्टिकल नंबर 300a में अनुच्छेद नंबर 3 का में और फंडामेंटल राइट्स में पार्ट थ्री में हम आर्टिकल नंबर 12 से लेकर 35 तक डील करने वाले हैं सबसे पहले 12 डिफाइन करता है स्टेट को कि जहां पर भी स्टेट वर्ड मेंशन है वहां पर स्टेट का मतलब क्या है तो स्टेट का मतलब बहुत वाइड है इसमें आपकी पार्लियामेंट ऑफ पार्लियामेंट आ जाती है पार्लियामेंट ऑफ इंडिया स्टेट लेजिस्लेटर्स आ जाते हैं यूनियन की गवर्नमेंट आ जाती है ठीक है स्टेट की गवर्नमेंट आ जाती है राज्य की जो हमारी सरकारें हैं वह इसमें आ जाती हैं इसमें एलआईसी जैसी सरकारी संस्थाएं आ जाती हैं ओएनजीसी जैसी ठीक है तो मतलब स्टेट जो एक दायरा है वो बहुत बड़ा है तो अगर आपसे एग्जाम में क्वेश्चन इस तरह से बन जाए कि व्हिच ऑफ द फॉलोइंग कम्स अंडर द स्टेट तो आंसर ऑल ऑफ दीज मार्क करके आना अनटिल अनलेस कि आप बहुत शर हो कि नहीं स्टेट में आएगा नहीं बहुत वियर्ड सा कुछ ऐसा लिखा हुआ है नहीं तो जनरली ऑल ऑफ द अब ही आंसर होगा 13th 13th ये बोलता है कि लॉज इनकंसिस्टेंट विद और इन डेरो गेशन ऑफ द फंडामेंटल राइट शैल बी डिक्लेयर्ड नल एन वॉइड यानी कि अगर कोई भी ऐसा कानून बनाया जाता है पार्लियामेंट या स्टेट लेजिसलेच्योर है तो उसको नल एंड वॉइड डिक्लेयर कर सकता है कौन हमारा देश का जुडिशरी जो हमारे देश की न्यायपालिका है वो ठीक और बात यह थी चलो वो छोड़ दो आपके लिए इंपॉर्टेंट नहीं बस इतना ठीक है अब आते हैं जो हमारे सिक्स फंडामेंटल राइट्स हैं छह मौलिक अधिकार हैं राइट टू इक्वलिटी राइट टू फ्रीडम राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन राइट टू फ्रीडम ऑफ रिलीजन कल्चरल एंड एजुकेशनल राइट और राइट टू कंस्टीटूशन एमटी ये छह हमारे राइट हैं राइट टू प्रॉपर्टी भी पहले हुआ करता था लेकिन इट इज नो मोर अ राइट राइट टू इक्वलिटी की अगर बात करें तो ये आर्टिकल नंबर 14 से 18 में आता है राइट टू फ्रीडम 19 से लेकर 22 में आता है राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन आर्टिकल नंबर 23 24 में आता है राइट टू फ्रीडम ऑफ रिलीजन अगर बात करें 25 से लेकर 28 में आता है कल्चरल एंड एजुकेशनल राइट की बात करें 2930 में आता है एंड राइट टू कंस्टीटूशन रेमेडीज आपका आर्टिकल नंबर 32 में आता है नाउ कमिंग ऑन टू दी राइट टू इक्वलिटी आर्टिकल 14 टू 18 सबसे पहला है 14 इक्वलिटी बिफोर लॉ एंड इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉज इक्वलिटी बिफोर लॉ और इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉज दो चीजों की बात करता है ठीक है वो लिखा हुआ है यहां पर लिखा हुआ है कि द स्टेट शल नॉट नाई एनी पर्सन इक्वलिटी बिफोर द लॉ और द इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ द लॉज कानून के समक्ष समानता ठीक है इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉज और कानूनों का इसको क्या बोलेंगे हिंदी में कानून के समक्ष समानता और कानूनों के समान संरक्षण इसमें से अगर कभी पूछ ले वैसे तो शायद ना पूछे इक्वलिटी बिफोर लॉ ये इसका मतलब है कि कानून के सामने सभी समान है ठीक है कानून अंधा है दैट डजन मीन कि वो नेगेटिव सेंस में है ये पॉजिटिव सेंस में है कि वो सभी कोई समान है कानून के सामने और यह एक आपका नेगेटिव एक तरह का और दी इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉस ठीक तो इक्व जो इक्वलिटी बिफोर लॉ है यह आपका एक ब्रिटेन से लिया गया कांसेप्ट है ठीक है और यह एक आपका पॉजिटिव कांसेप्ट है बाकी अगर बात करें इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉज यानी कि कानून के इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉज यानी कि किसी को स्पेशल प्रिविलेजेस नहीं है ठीक है यानी कि सभी को ही समान है दैट इज अ योर पॉजिटिव कांसेप्ट सॉरी नेगेटिव एक सेकंड एक सेकंड एक सेकंड रुको रुको रुको रुको रुको रुको रुको रुको यह आपका एक नेगेटिव कांसेप्ट है जो पहला वाला है ठीक है जो ब्रिटेन से हम लोग लोगों ने लिया है और ये आपका एक पॉजिटिव कांसेप्ट है इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉस ठीक है ये है आपका एक पॉजिटिव कांसेप्ट जो कि हमने लिया है यूएसए के कॉन्स्टिट्यूशन से बस आपको घुमा फिरा के ये याद रखना आर्टिकल 14 किसकी बात करता है दो चीजों की इक्वलिटी बिफोर लॉ यानी कानून के समान सभी कानून के सामने सभी समान है और इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉज का मतलब मब है कि लाइक शुड बी ट्रीटेड अलाइक इसका मतलब होता है दैट मींस कि जैसे फॉर एग्जांपल कुछ सर्टेन पीपल हैं जो कि जिनकी मंथली इनकम मान लेते हैं 10000 है और कोई एक लोग हैं एक सर्टेन सेक्शन ऑफ पीपल जैसे अंबानी अडानी टाइप मान लेते हैं जिनकी महीने की इनकम एक करोड़ है ठीक है तो इनको इनको समान ट्रीट नहीं किया जाएगा यह बोलता है यह बोलता है आपका तो यह एक्चुअल में हुआ आपका नेगेटिव कांसेप्ट मुझे पता है थोड़ा सा यहां पर मैं कंफ्यूज हो गया ये आपका नेगेटिव कांसेप्ट हो गया बिकॉज इस बोल रहा है कि ये इक्वल नहीं है दे शुड नॉट बी ट्रीटेड इक्वल नेगेटिव और ये आपका पॉजिटिव है जहां पे इक्वलिटी होना चाहिए ट्रीटमेंट का ब्रिटेन का कांसेप्ट है ये ठीक है अब आते हैं आर्टिकल 15 पे दैट टॉक्स अबाउट प्रोहिबिशन ऑफ डिस्क्रिमिनेशन ऑन द ग्राउंड्स ऑफ रिलीजन रेस कास्ट सेक्स और प्लेस ऑफ बर्थ एक्चुअल में प्रोहिबिशन ऑफ डिस्क्रिमिनेशन ओनली ऑन दी ग्राउंड्स होना चाहिए ठीक है यानी कि इन इन मामलों में डिस्क्रिमिनेशन नहीं हो सकता है धर्म मूल वंश जाति और लिंग के अ इसपे भेदभाव नहीं हो सकता है ये आर्टिकल 15 बोलता है इस पे एक मूवी भी बनी थी ये एक्चुअल में यह बोलता है कि जैसे फॉर एग्जांपल हमारे जो पब्लिक प्लेसेस हो गए बाथिंग घाट हो गए ठीक है रेस्टोरा हो गए ठीक है रेस्टोरा हो गए या फिर बाथिंग आट हो गए सिनेमा हॉल हो गया तो यहां पे किसी से भेदभाव नहीं हो सकता है इस पे क्वेश्चन भी आया था इस तरह से आपके एसएससी सीजीएल में कि आप अपने सिनेमा हॉल में गए वहां पर आपने अपनी आपकी मेड को देखा और आपने उसे बोला कि यहां से बाहर जाओ तो वो किस आर्टिकल का यूज करके आपके खिलाफ केस कर सकती है आर्टिकल 15 बिकॉज ये बोलता है कि डिस्क्रिमिनेशन प्रोहिबिटेड है डिस्क्रिमिनेशन प्रोहिबिटेड है और ये एक तरह का नेगेटिव फंडामेंटल राइट हुआ अभी सीएचएसएल में इस तरह के क्वेश्चंस बने थे ठीक है तो ध्यान रखना जो हमारे मौलिक अधिकार हैं फंडामेंटल राइट्स हैं दे कैन बी पॉजिटिव और नेगेटिव ठीक है कैन बी पॉजिटिव और नेगेटिव भी हो सकते हैं ये पॉजिटिव वो होते हैं जैसे कि कोई चीज कंफर करें ठीक है और 15 जैसे नेगेटिव है स्टेट शैल नॉट डिस्क्रिमिनेट तो नॉट वर्ड केसे नेगेटिव फंडामेंटल राइट है 16th पे आते हैं इक्वलिटी ऑफ अपॉर्चुनिटी मैटर्स ऑफ पब्लिक एंप्लॉयमेंट 16 बात करता है रोजगार सार्वजनिक रोजगार के मामलों में समानता होनी चाहिए 17 बात करता है एबलेशन ऑफ अनटचेबिलिटी यानी कि छुआछूत नहीं होनी चाहिए ठीक आर्टिकल 18 बात करता है अबोलिशन ऑफ टाइटल्स यानी कि कोई उपाधियां नहीं ले सकता है टाइटल्स नहीं ले सकता है और एक चीज यहां पे अगर पूछ ले आपसे तो इससे रिलेटेड आपका एक इंदिरा सहानी केस है ठीक है एक तो पहले तो मंडल कमीशन बना था जिसने कि रिजर्वेशन की बात कही थी फॉर दी बैकवर्ड क्लासेस जो कि सेकंड बैकवर्ड क्लास कमीशन था आपका मंडल कमीशन और इसी से केस संबंधित है आपका इंदिरा साहनी केस ठीक है इंदरा साहनी केस ठीक है 17 अनटचेबिलिटी की बात करता है स्पता के उन्मूलन की बात करता है 18 टाइटल एबलेशन की बात करता है कि कोई टाइटल्स स्टेट ऑफर नहीं कर सकता स्टेट का मतलब क्या है व आर्टिकल 12 में जो मेंशन है तो जैसे कि कोई जो उपाधियां है वह नहीं दे सकता बट यहां पर एक्सेप्शन क्या है एक्सेप्शन है कि जो एकेडमिक एकेडमिक ठीक है अगर कोई टाइटल एकेडमिक टाइटल हो गया या फिर कोई ऐसा मान लेते हैं कि कोई स्पोर्ट्स में कुछ ऐसा अचीवमेंट किया तो उसको लेकर टाइटल मिल सकता है जैसे कि डॉक्टर की डिग्री इंजीनियर सॉरी डॉक्टर का टाइटल इंजीनियर का टाइटल कोई लगा सकता है बिकॉज उसको उसने उसको कुछ खैरात में नहीं मिला है उसने उस चीज को अर्न किया है तो एकेडमिक टाइटल एक्सेप्टेड है दज आर नॉट प्रोहिबिटेड अंडर द एलेशन ऑफ टाइटल्स ठीक है तो कोई टाइटल नहीं ले सकता स्टेट से और ना ही कोई फॉरेनर टाइटल ले सकता है और लेना है तो प्रेसिडेंट की परमिशन लो ठीक है अगर इंडिया से या फिर कहीं बाहर से भी ल लेना है आपको कोई दे रहा है आपको टाइटल तो पहले प्रेसिडेंट से आप पूछेंगे ठीक है 19 अब यहां से स्टार्ट होते हैं राइट टू फ्रीडम आर्टिकल नंबर 19 से लेकर 22 तक 19 बात करते है प्रोटेक्शन ऑफ सर्टेन राइट्स रिगार्डिंग फ्रीडम ऑफ स्पीच प्रोटेक्शन ऑफ सर्टेन राइट्स रिगार्डिंग फ्रीडम ऑफ स्पीच अब यहां पर छ तरह के राइट्स आपको मिले हुए हैं छह तरह के राइट्स है व राइट कौन से हैं इसको हमने सामर करके याद किया था ठीक है साम ठीक साम साम कर क्या है एस से है राइट टू फ्रीडम ऑफ स्पीच एंड एक्सप्रेशन ए क्या है ए से राइट टू असेंबल पीसफुली विदाउट आर्म्स यानी कि आप कहीं पर भी असेंबल हो सकते हैं इकट्ठा हो सकते हैं दोस्तों के साथ गुटबाजी कर सकते हैं लेकिन हथियार हथियार लेके नहीं नहीं तो फिर पिलाई हो जाएगी फिर फिर क्या होगा अभी देखेंगे ए से यहां पे एसोसिएशन आप बना सकते हैं संगठन बना सकते हैं लेकिन खालिस्तान जैसा नहीं ठीक है एम से अगर बात करें तो यहां पे टू मूव फ्रीली थ्रू आउट द टेरिटरी ऑफ इंडिया आप कहीं प भी इंडिया में घूम सकते हैं अंदर ठीक है कहीं पर भी आप जा सकते हैं ठीक है अ यहां कहीं पर भी जा सकते हैं ठीक है लेकिन एक्सेप्शन इसमें भी है हर हर राइट में एक ना एक एक्सेप्शन है और उसको हम बोलते हैं रीजनेबल रिस्ट्रिक्शन अभी देखेंगे उसको ठीक है उचित प्रतिबंध आर से रिसाइट यानी टू रिसाइट एंड सेटल इन एनी पार्ट ऑफ इंडिया यानी कि आप कहीं प भी रह सकते हैं आसियाना बना सकते हैं और ओ से यहां पे ऑक्यूपेशन या राइट टू प्रैक्टिस एनी प्रोफेशन और डू एनी ऑक्यूपेशन कोई भी धंधा कर सकते हैं बट ऑल दीज राइट्स ऑल दीज राइट कम विद रीजनेबल रिस्ट्रिक्शंस उचित प्रतिबंध रिस्ट्रिक्शंस उचित प्रतिबंध इस में क्याक लगे हुए हैं तभी तो मैंने बोला फंडामेंटल राइट्स आर नॉट एब्सलूट बट क्वालिफाइड राइट टू फ्रीडम ऑफ स्पीच एंड एक्सप्रेशन है बट एक्सेप्शन इसमें डिफेमेशन है यानी किसी को मैं डि डिफेम नहीं कर सकता हूं जैसे कि राहुल गांधी खिलाफ डिफॉर्मेशन लगा था ना कि और वो हमारी जो क्या सीमा है दर नाम था ना वो जो आई थी पाकिस्तान से तो उसने डिफॉर्मेशन केस उसके खिलाफ लगा दिया व जिसने वो नहीं बोला था लप्पु सा है झींगूर सा है है ना ऐसा करके कुछ बोला था उसने जो भी थी महिला तो उसके खिलाफ सीमा हैदर ने डिफॉर्मेशन केस डाल दिया कि इसने जो है हमारे पति की जो है मौज ले ली तो वो डिफेम नहीं कर सकता हम किसी की मौज नहीं ले सकते हैं टू असेंबल पीसफुली विदा आउट आर्म्स ठीक है तो आप असेंबल कर सकते हैं बट दैट शुड बी पीसफुल असेंबली जैसे कि हमारे गौरव तनेजा करके है ना एक यूटर है तो उन्होंने एक बार मेट्रो में बुला लिया सभी को ठीक है एक मीटअप रख लिया अब उसकी वजह से पब्लिक ऑर्डर डिस्ट्रॉय हो गया तो पब्लिक ऑर्डर डिस्ट्रॉय हो गया जिसकी वजह से उनको थाने में ले जाएगी और उनके साथ क्या हुआ अंदर वो किसी को नहीं पता ठीक है तो अ इसमें क्या पब्लिक ऑर्डर एंड मोरालिटी पब्लिक ऑर्डर डीसेंसी एंड मोरालिटी मेंटेन करनी है एसोसिएशन और यूनियन आप बना सकते हैं बट अगेन आपको पब्लिक ऑर्डर मेंटेन करना है आप फ्रीली कहीं पे भी जा सकते हैं लेकिन एक्सेप्शन है जैसे कि जो हमारे प्रॉस्टिट्यूट्स वगैरह होते हैं वो फ्रीली हर जगह नहीं जा सकते हैं ठीक है पब्लिक इलाकों में नहीं जा सकते हम लोग भी कुछ ऐसी प्रोहिबिटेड टेरिटरीज होती हैं जैसे कि ये नहीं कि हमें पीओके में जाना है जाना है हम एक्साई चन में जाना है ठीक है ऐसा नहीं करना है बच्चों के जैसे हरकत हैं टू रिसाइट एंड सेटल इन एनी पार्ट ऑफ इंडिया अगेन वही सेम चीज टू प्रैक्टिस एनी प्रोफेशन कोई भी धंधा कर सकते हैं इसका मतलब ये नहीं कि मानव तस्करी करेंगे बोलेंगे हम ये भी तो धंधा है हैं आर्टिकल 20 प्रोटेक्शन इन रिस्पेक्ट ऑफ कन्वे फॉर ऑफेंसेस तो इसमें कुछ तरह के ऑफेंसेस जैसे कि इसमें कुछ राइट्स मिले हुए हैं जैसे नो डबल जिओ पार्टी इसका मतलब है कि आपने क्राइम कर दिया उसके बाद जो आपको मतलब इसमें संरक्षण मिला हुआ है कि आपको एक ही क्राइम के लिए दो बार सजा नहीं मिल सकती अपराधों के लिए दो सद्धि के संबंध में संरक्षण कि एक ही एक ही आपने क्राइम किया है जैसे फॉर एग्जांपल आपने किसी के घर में चोरी कर ली आप सजा काट के आ गए ऐसा नहीं कि चलो बेटा फिर से चलो जो तुमने क्राइम किया था ना उसी क्राइम के लिए फिर से चलो अब दैट डजन मीन कि आप हमेशा चोरी कर सकते हो चोरी का लाइसेंस नहीं मिल गया लेकिन एक क्राइम के लिए आप दो बार नहीं सज्जा भुगत सकते होट टॉक्स अबाउट नो डबल जिओ पार्टी नो एक्सपोज फैक्टो लॉ नो एक्स पोस्ट फैक्टो लॉ नो एक्सपोस्ट फैक्टो लॉ का मतलब यह होता है कि जो जिस समय आपने जो क्राइम कमिट किया है उस समय जो कानून कह रहा है उसी के हिसाब से सजा मिलेगी आज माने मान लो आपने चोरी करी उसके लिए दो साल की जो भी चोरी आपने करी ठीक है कल कानून बन जाता है कि आज से उस चोरी के लिए 4 साल की सजा है तो आपको दो साल की सजा मिलेगी ना कि चा साल की जिस समय आपने जो क्राइम किया था उस वैसे ही आपको सजा मिलेगी बिकॉज आपने यही मान के किया था दो ही साल की सजा काट लेंगे ठीक है तो उसी हिसाब से मिलेगी और नो ड नो एक्सपो फैक्टर लॉ एंड नो सेल्फ इनक्रिमिनेशन ठीक है नो सेल्फ इनक्रिमिनेशन दैट मीन कि आपको आपके खिलाफ ही गवाह नहीं बनाया जा सकता है आपको खुद के खिलाफ गवाह नहीं बनाया जा सकता है 21 प्रोटेक्शन ऑफ लाइफ एंड पर्सनल लिबर्टी जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का संरक्षण यह वो फंडामेंटल राइट है अगर आपको कोई भी ऐसा फंडामेंटल राइट दे दे जो आपको ना समझ में आए किसमें है तो इसको मारिए आर्टिकल 21 में इसमें आपका राइट टू हेल्थ ठीक है राइट टू हेल्थ राइट टू स्लीप समझ रहे हैं आप कितना फस्ट है मतलब तकरीबन 3035 इसमें आपको राइट्स मिल जाएंगे राइट टू हेल्थ राइट टू स्लीप राइट अगेंस्ट डिलेड एग्जीक्यूशन यानी आपको मान लो किसी ने बोल दिया सुप्रीम कोर्ट ने फांसी आपको मिलेगी दैट मीन ये नहीं कि 2 साल बाद फांसी मिलेगी आराम से मतलब वो तो बेचारा ऐसे ही मर जाएगा है ना तो राइट अगेंस्ट डिलेड एग्जीक्यूशन हो गया आपका राइट टू हेल्थ हो गया राइट टू स्लीप राइट अगेंस्ट डिलेड एग्जीक्यूशन राइट अगेंस्ट हैंड कफिंग तो बहुत सारे राइट है इसमें ठीक है तो मैं आपसे यह बोल रहा हूं कि अगर आपको कोई राइट समझ में ना आए यहां तक इसमें यह भी राइट है जभी हमने आर्टिकल 19 में पढ़ा ना राइट टू मूव फ्रीली थट द टेरिटरी ऑफ इंडिया हुआ क्या मेनका गांधी जी को ठीक है एक बार भारत से बाहर जाना था बट पॉलिटिकल कारणों के वज से उनको नहीं जाने दिया जा रहा था ठीक ठीक है तो वो सुप्रीम कोर्ट गई तो सुप्रीम कोर्ट ने बोला सुप्रीम कोर्ट ने बोला राइट टू राइट टू मूव आउटसाइड इंडिया भारत से बाहर जाना और भारत के अंदर आना ये आर्टिकल 21 के तहत राइट है एक तो इसलिए आप उनको रिस्ट्रिक्टर सकते हैं ठीक है तो आर्टिकल अगर किसी किसी जिसका कोई नहीं उसका आर्टिकल 21 सिंपल आपको सारे फंडामेंटल राइट्स पहली बात तो पता होने चाहिए ऐसा नहीं कि हम पूछे राइट एक्सप्लोइटेशन तो बोले 21 सरी ने तो बोला था जो समझ में आया सीधे 21 पहले याद होने चाहिए सारे ठीक है उसके बाद अगर ना समझ में आ इस तरह से पूछे राइट टू स्लीप राइट ट अगेंस्ट हैंडकफिंग राइट अगेंस्ट डिलेड एग्जीक्यूशन राइट टू स्लीप तो वो सब आप आर्टिकल 21 में डालेंगे ठीक है अगले क्वेश्चन पे आते हैं और हां इस राइट को आप घर में मत यूज़ करिएगा ठीक है नहीं फिर आपकी हालत के लिए जिम्मेदार हम नहीं होंगे 211a राइट टू एजुकेशन शिक्षा का अधिकार इस अब क्योंकि इस यहां पे ए लगा हुआ है ए मतलब पक्का कुछ ना कुछ लफड़ है यहां पे अमेंडमेंट्स ऐड किया गया हुगा इसको तो इसको 86 अमेंडमेंट जो हुआ था हमारा 86 कॉन्स्टिट्यूशन अमेंडमेंट ऑफ 2002 इससे ऐड किया गया शिक्षा का अधिकार सिर्फ प्राइमरी एजुकेशन यानी कि जो प्राइमरी एजुकेशन है उसको फंडामेंटल राइट बनाया गया प्राइमरी मतलब 6 टू 14 इयर्स ऑफ एज ठीक 22 प्रोटेक्शन अगेंस्ट अरेस्ट एंड डिटेंशन इन सर्टेन केसेस जैसे कि दो तरह के डिटेंशन हो सकते हैं ठीक है दो तरह से आपको धरा जा सकता है एक तो आपने क्राइम कर दिया है उसको बोलते हैं पिटि डिटेंशन एक तो आप क्राइम कर सकते हैं शंका है प्रीवेंटिव डिटेंशन अगर आपने क्राइम कर दिया उसको पटव क्राइम कर सकते हैं प्रीवेंटिव इसके तहत आपको कुछ जो राइट्स मिले हुए हैं आर्टिकल 22 के तहत मिले हुए हैं जैसे कि आपको रीजंस बताए जाएंगे क्यों अरेस्ट किया गया है पटव केस में आपको 24 घंटे के अंदर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा अगर वो फर्द डिशन के ऑर्डर्स नहीं देता है तो आपको बरी किया जाएगा ठीक है और इसमें यह भी है कि आपको एक लीगल प्रैक्टिशनर भी दिया जाएगा जिससे आप खुद को रिप्रेजेंट कर सके कोर्ट में ठीक आगे बढ़ते हैं 23 और 24 है राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन यानी कि शोषण के विरुद्ध अधिकार 23 बात करते हैं प्रोहिबिशन ऑफ ट्रैफिक इन ह्यूमन बीइंग्स एंड फोर्स लेबर जिसको कि बेगारी भी बोलते हैं कि जबरन मजदूरी आप किसी से नहीं करवा सकते हैं और जितनी मजदूरी करवा रहे हैं उसके अवज में उतना पैसा भी आपको देना पड़ेगा ठीक है मानव तस्करी नहीं और जबरन श्रम नहीं जिसको बेगारी भी बोलते हैं ठीक है बेगारी बलात श्रम है ना कि जबरन मजदूरी नहीं करवा सकते हैं और जितनी मजदूरी करवा रहे हैं उस उतना पैसा देना पड़ेगा उससे कम पैसा नहीं 24 प्रोहिबिशन ऑफ एंप्लॉयमेंट ऑफ चिल्ड्रन इन फैक्ट्रीज कारखानों आद बच्चों का रोजगार में प्रतिबंध 24 बोलता है कि बच्चों को कौन से बच्चे छ से जो मतलब 14 साल तक के बच्चे हैं ठीक है 14 साल तक के अप टू 14 इयर्स अप टू 14 इयर्स ऑफ एज तक के बच्चों को एंप्लॉय नहीं किया सकता और वो भी किस तरह के उसमें हजार्ड्स वर्क्स में हजार्ड अस वर्क्स मतलब जैसे कि माइन हो गई फैक्ट्री हो गए यहां पे उनको एंप्लॉय नहीं किया जा सकता है तो क्या सेफली सेफ वर्क में किया जा सकता है बिल्कुल किया जा सकता है लेकिन नॉन स्कूल आवर्स में जैसे परचून वगैरह की दुकान में आप देखते होगे कम काम करते हैं बच्चे क कि घर में जैसे फॉर एग्जांपल कोई 12 साल का लड़का है अब उससे मान लो कि घर वालों ने बोला जाओ बेटा थोड़ा आधे घंटे के लिए दुकान संभाल लो और तुम अभी नया-नया फंडामेंटल राइट पढ़े हो तो इसका मलब ये थोड़ी ना तुम फोटो टो खींच के वीडियो बना के केस कर दोगे तो सेफ वर्क में हो सकता है एंप्लॉयमेंट ठीक है हजार्ड वर्क में नहीं 25 और से लेकर 28 में आते हैं राइट टू फ्रीडम ऑफ रिलीजन धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार 25 फ्रीडम ऑफ कॉशंस एंड फ्रीडम ऑफ प्रोफेशन प्रैक्टिस एंड प्रोरोगेशन ऑफ रिलीजन यानी कि अंतःकरण की स्वतंत्रता और र्म को स्वतंत्र रूप से अपनाने आचरण करने और प्रचार करने की इसमें स् स्वतंत्रता होती है ठीक है मुझे लग रहा चलो तो यह इसमें दिए हुए हैं आपके मतलब कि अगर फॉर एग्जांपल मैं हूं मुझे किसी धर्म के बार को मानना है मतलब कंस का मतलब होता है अंदर ही अंदर मैं अपने धर्म के बारे में कुछ भी सोचूं उसको प्रोफेशन करूं उसको मतलब प्रोपागेट करूं उसको फैलाओ प्रचार करूं अगरबत्ती जलाऊं ये सब मुझे आर्टिकल 25 अधिकार देता है लेकिन जबरन धर्म धर्म परिवर्तन ये आर्टिकल 25 नहीं बोलता है ठीक ठीक है तो ये सब क्या है रीजनेबल रिस्ट्रिक्शन है जो यह बताते हैं कि फंडामेंटल राइट्स आर नॉट एब्सलूट फ्रीडम टू मैनेज रिलीजस अफेयर्स तोय एक सिंगल बंदे को मिले हुए हैं ठीक है यह एक सिंगल इंडिविजुअल को राइट मिला हुआ है कि वह कोई भी धर्म अपनाए उसको प्रचार करें कुछ भी करे 26 बोलता है रिलीजस जो डिनॉमिनेशन है जो रिलीजस ग्रुप्स है डिनॉमिनेशन का मतलब होता है जो हमारे धार्मिक ग्रुप्स है उनको यह राइट मिला हुआ है आर्टिकल 26 वाला ठीक है उनको यह ठीक है उनको यह राइट मिला हुआ है फ्रीडम टू वो रिलीजस अफेयर्स को मैनेज कर सकते हैं वह अखंड कीर्तन करवा सकते हैं वोह लंगर ऑर्गेनाइज करवा सकते हैं ठीक है वो वो यह तरह के ग्रुप जो है ग्रुप ठीक है वह कुछ भी राइट मतलब रिलीजस अफेयर्स को मैनेज कर सकता है वो आर्टिकल 26 के तहत 25 वाला एक सिंगल इंडिविजुअल को 26 वाला ग्रुप को 207 प आते हैं 27 बोलता है फ्रीडम एस टू पेमेंट ऑफ टैक्स फॉर द प्रमोशन ऑफ एनी पर्टिकुलर रिलीजन यानी कि धर्म के नाम पर टैक्स नहीं लगाया जा सकता है किसी पर धर्म के नाम पर टैक्स नहीं लगाया जा सकता बट फीस लेवी की जा सकती है बट फीस लगाई ली जा सकती है जैसे कि आप मंदिरों वगैरह में जाते हो ठीक है ली जा सकती है मंदिरों में जाते हो चप्पल रखवा का पैसा ले लेते हैं आपसे या फिर कुछ और प्रसाद का पैसा तो वो इसलिए ली जाती है फीस ताकि वो वहां पे जो मैनेजमेंट है उसको संभाला जा सके अच्छे से तो फीस ली जा सकती है लेकिन टैक्स नहीं लिया जा सकता है और जो टैक्स का पैसा है वह एक धर्म के प्रमोशन के लिए यूज नहीं किया जा सकता है यह भी लिखा हुआ है इसका मतलब है ठीक है ऑफ एनी पर्टिकुलर रिलीजन इसका मतलब यह है कि टैक्स का पैसा सारे धर्मों के प्रमोशन के लिए यूज किया जा सकता है ध्यान रखिएगा इस चीज को ठीक है 28 पे आते हैं टैक्स ऐसे देखो टैक्स स से सेवन टैक्स सेवन ठीक है 28 फ्रीडम एज टू अटेंड द रिलीजियस इंस्ट्रक्शन और रिलीजियस वशिप इन सर्टेन एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन तो धार्मिक शैक्षणिक संस्थानों में धार्मिक इंस्ट्रक्शंस नहीं दिया सकते हैं धार्मिक दिशा निर्देश नहीं दिए जा सकते कल से तुम टीका लगाओ केगे कल से तुम टोपी पहन के आओगे कल से तुम बुर्का पहन के आओगे इस तरह के इंस्टीट्यू इस तरह के इंस्ट्रक्शन उन एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन जो कि गवर्नमेंट एडेड स्कूल्स हैं जो गवर्नमेंट एडेड इंस्टीट्यूशंस हैं वहां पे नहीं दी जा दिए जा सकते इस तरह के रिलीजियस इंस्ट्रक्शंस 28 खत्म होते हैं राइट टू फ्रीडम ऑफ रिलीजन अब आते हैं कल्चरल और एजुकेशनल राइट यानी कि सांस्कृतिक एवं शिक्षा के अधिकार इसको हिंदी में बोलते हैं सांस्कृतिक एवं शिक्षा का अधिकार ठीक है शिक्षा के अधिकार 29 और 30 जो कि कहीं ना कहीं हमारे ठीक है 29 से लेकर 29 और 30 31 डी तक नहीं ठीक है यह हमारे माइनॉरिटी को मिले हुए हैं ठीक है किसको माइनॉरिटी को यानी कि जो हमारे अल्पसंख्यक लोग हैं उनको तो अल्पसंख्यकों के हितों की सुरक्षा 29 में की गई है कि मान ले कोई अल्पसंख्यक है कोई माइनॉरिटी है जिसका कोई डिस्टिंक्ट लैंग्वेज है ठीक है कोई कल्चर है उसका ठीक है कोई स्क्रिप्ट है तो उसके पास यह पूरा अधिकार है कि उसको कंजर्व कर सकता है उसको प्रोटेक्ट कर सकता है उसकी रक्षा कर सकता है उसको पूरा अधिकार है जैसे मेरा कोई कल्चर है कि इस तरह से मुझे यहां पर मैं हमेशा एक टेबल है टेबल में बैठ के खाना खाता हूं मैं मेरा कल्चर यह बोलता है ठीक है टेबल के ऊपर बैठ के खाना खाना है या फिर मेरा कल्चर यह कहता है कि मैं जब खाना खाता हूं तो मुझे डब्ल्यूडब्ल्यू ही देखना पगा ठीक है या फिर मुझे तो यह कल्चर मेरा है वो उसको प्रोटेक्ट कर सकता हूं ठीक है 30 राइट ऑफ राइट ऑफ माइनॉरिटी टू स्टेबलिंग एडमिनिस्टर्ड एजुकेशन स्टेशन देखो 25 क्या था 25 एक इंडिविजुअल को मिला था 20 26 ग्रुप को मिला था 27 टैक्स नहीं लगाया जा सकता धर्म के नाम पे 28 रिलीजियस इंस्ट्रक्शंस नहीं दिए जा सकते एजुकेशन इंस्टीट्यूशन में ठीक 29 ठीक है वो आपका कुछ कल्चर प्रोटेक्ट कर सकता है 30 माइनॉरिटी को बोला जा रहा है वैसे तो कर कोई भी सकता है जरूरी नहीं कि माइनॉरिटी हो 29 में ठीक है 30 में क्या है 30 में क्या है कि आप अगर कोई एजुकेशन इंस्टीट्यूशन मैनेज करना चाहते हो ना और अपने बच्चों को उसमें शिक्षा देना चाहते हो उस पर्टिकुलर लैंग्वेज में आप बिल्कुल फ्री हो उस काम को करने के लिए ठीक है तो इसमें आर्टिकल 30 में ये है कि आप कोई भी जो माइनॉरिटी है जो माइनॉरिटी है वो अपना एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन मैनेज कर सकते हैं ठीक है अपना उनका जो डिस्टिंक्ट लैंग्वेज है कल्चर उसको प्रोटेक्ट करने के लिए और उस आपको अपने हिसाब से चलाए और अपने बच्चों को भी चाहे तो उसी लैंग्वेज में इंपार्ट करें एजुकेशन कोई दिक्कत नहीं है यहां तक आपके मेन राइट्स हो गए खत्म यह सब है 31 आपका इसमें राइट टू वो हुआ करता था और एक चीज यहां पर आपको आपको बतानी है 19 आपने एक चीज यहां प ऑब्जर्व करी 19e के बाद जी आ गया यहां पे एफ नहीं है ठीक है एफ नहीं है यहां पे एफ में प्रॉपर्टी हुआ करता था प्रॉपर्टी जि को रिवील किया जा चुका है ठीक है प्रॉपर्टी वाले को रिपील किया जा चुका है आपका ठीक है 31 में पहले य राइट टू प्रॉपर्टी था जिसको रिपील किया जा चुका है तो अभी आते हैं 32 पे ठीक है 30 सब आपको नहीं करने हैं अब आते हैं राइट टू कॉन्स्टिट्यूशन एडीज 32 32 से 35 नहीं है य 32 में आपका राइट टू कॉन्स्टिट्यूशन रेमेडीज ठीक है इस भाग द्वारा प्रदत अधिकारों को लागू करने का उपाय है अब यह आर्टिकल जो 32 है ना इसको बोला था हार्ट एंड सोल ऑफ इंडियन कस्ट किसने बोला था हार्ट एंड सोल ऑफ इंडियन कांस्टिट्यूशन अभी हम लोग सराइज भी कर लेंगे सारे फंडामेंटल राइट्स को इंपोर्टेंट है ठीक है हार्ट एंड सोल ऑफ इंडियन कांस्टिट्यूशन यह बोला था डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी ने डॉक्टर बी आर अंबेडकर जी ने हार्ट एंड सोल संविधान का हृदय व आत्मा बोला था क्यों बोला था इसलिए उन्होंने बोला था हार्ट एंड सोल ऑफ इंडियन कांस्टिट्यूशन क्योंकि यह राइट सबसे इंपॉर्टेंट राइट है इट इज लाइक कि आपने जैसे फंडामेंटल राइट दे दिए यानी आपने यह एक तरह से बोले कि पैसा आपने मान लो कि मैंने आपको बोला कि लो भाई ₹ लाख रप लो लेकिन उसको आप खर्च नहीं कर सकते हो ठीक है तो एकदम एब्सर्ड हुआ कि नहीं वैसे ही हमने फंडामेंटल राइट्स तो दे दिए बट उनको प्रोटेक्ट करने की भी जरूरत है तो आर्टिकल 32 उनको प्रोटेक्ट करते हैं यानी कि आर्टिकल 32 ये सुप्रीम कोर्ट को पावर देते हैं सुप्रीम कोर्ट को यह पावर देते हैं कि वह रिट्स इशू कर सकते हैं व रिट्स इशू कर सकते हैं और यह रिट्स हमने किस कंट्री के कॉन्स्टिट्यूशन से बोरो कि जल्दी से बताएंगे आर्टिकल 32 यह सुप्रीम कोर्ट का पावर देता है और इसीलिए हम सुप्रीम कोर्ट को बोलते हैं फाइनल गारंटर ऑफ आवर कांस्टिट्यूशन ठीक है गारंटर ऑफ कांस्टिट्यूशन ठीक है आर्टिकल 226 जो है ना आर्टिकल 226 वो हाई कोर्ट को यह पावर देता है कि आप भी रेट इशू कर सकते हो रेट पांच तरह की होती हैं ठीक है रेट आपकी पांच तरह की होती है तो यहां पे पहले हम रेट में डिफरेंस समझ लेते हैं यहां पे मैं आर्टिकल 32 लिखता हूं आर्टिकल 32 के तहत सुप्रीम कोर्ट रिट इशू कर सकता है टू प्रिजर्व आवर फंडामेंटल राइट्स और आर्टिकल 226 226 जिसको वहां पर मैंने स्किप कर दिया था हाई कोर्ट पढ़ाते वक्त उसके तहत हाई कोर्ट रेट इशू कर सकता है अभी डिफरेंस क्या होता है पहला डिफरेंस सुप्रीम कोर्ट कैन नॉट रिफ्यूज यह रिफ्यूज नहीं कर सकता है रिट इशू करने से हाई कोर्ट कैन हाई कोर्ट कैन सेकंड अगर हम बात करें तो सेकंड यहां पर डिफरेंस यह है सुप्रीम कोर्ट कैन नॉट रिफ्यूज हाई कोर्ट कैन रिफ्यूज सेकंड डिफरेंस यह है कि सुप्रीम कोर्ट सिर्फ सुप्रीम कोर्ट कैन इशू रिट ओनली फॉर फंडामेंटल राइट मौलिक अधिकारों के लिए सिर्फ इशू कर सकता है बट ये फंडामेंटल राइट और लीगल राइट विधिक अधिकार दोनों का अगर दोनों में से किसी का भी हनन हुआ तो हाई कोर्ट कर सकता है यानी कि अगर हम देखें हाई कोर्ट का रेट जूरिस क्शन वाइड हुआ वाइडर हुआ क्यों क्योंकि ये लीगल राइट्स को भी इंफोर्स करने के लिए रेट इशू कर सकता है अगर मान लो राइट टू प्रॉपर्टी का हनन हुआ आप हाई कोर्ट जा सकते हैं बट नॉट सुप्रीम कोर्ट ठीक है थर्ड थर्ड थर्ड का क्या है यहां पे बाकी डिफरेंस नहीं है आई थिंक 32 हो गया ये हो गया ये हो गया ठीक है बाकी और कोई डिफरेंस नहीं है यहां पे ये मेन दो इंपॉर्टेंट डिफरेंसेस थे और ये चीज याद रखना कि आर्टिकल 32 ये हमारा एक ओरिजिनल जूरिडिक्शन है सुप्रीम कोर्ट का ओरिजिनल मतलब ओरिजिनल का मतलब हम डायरेक्टली सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं नॉट बाय एंड नॉट नेसेसरीली बाय वे ऑफ अपील हां ठीक है हमारा मन आई कोर्ट जाने का जा सकते हैं लेकिन अगर हम चाहे तो जा सकते हैं यहां पे भी डायरेक्टली वो बात अलग इतना आसान नहीं होता सुप्रीम कोर्ट पूछता जरूर है कि तुम बेटा पहले हाई कोर्ट क्यों नहीं गए थे डायरेक्टली यहां क्यों चपट पड़े आके पूछता जरूर है लेकिन वो ठीक है सुप्रीम कोर्ट तो आर्टिकल जो 32 है ओरिजिनल है ओरिजिनल मतलब हम डायरेक्टली जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट ठीक है अब पढ़ते हैं पांच तरह के रेट्स ये इंपॉर्टेंट है सबसे पहली तरह की रेट है हेबिस कॉर्पस हेबिस कॉर्पस का मतलब होता है क्या हेबिस कॉर्पस का मतलब होता है टू हैव द बॉडी ऑफ टू हैव दी बॉडी ऑफ जैसे कि मैंने आपको एग्जांपल काफी लोग जानते होंगे मैंने क्या एग्जांपल दिया था यहां पे कि फॉर एग्जांपल मान लेते हैं आप है आपकी मैडम है ठीक है तो चलो छोड़ो यार में इसमें यहां प क्या लंबी स्टोरी हो जाएगी इतनी नीड नहीं है हेबिस कॉर्पस मतलब टू हैव द बॉडी ऑफ यानी कि जब किसी का अनलॉफुल डिटेंशन हो जाता है ठीक है किसी का अनलॉफुल डिटेंशन हो जाता है जैसे मान लीजिए मैंने आपको पैसे दिए ठीक है मैंने आपको पैसे दिए आप पैसे नहीं लौटा रहे हैं आपके घर आया मैंने आपको किडनैप कर लिया वो ओमनी लेके आया मैं छोटी वाली वैन ठीक है और उसम आपको ले गया और किडनैप कर लिया र लिया आपके दोस्त ने देख लिया कि अरे अरे तो फिर आपका दोस्त जाएगा जल्दी से ठीक है आपका दोस्त जाएगा सुप्रीम कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट पुलिस को बोलेगी कि उसके बॉडी को मेरे सामने लेके आओ टू हैव द बॉडी ऑफ जहां पर डिटेंशन मैंने उसका किया अनलॉफुल तरीके से और एक्सेप्शन क्या हो जाएंगे जहां पर डिटेंशन लॉफुल हुआ है वो इसका एक्सेप्शन हो जाएगा ठीक है हे बस कॉर्पस हो गया ममस की अगर बात करें ममस मतलब होता है वी कमांड हम आपको निर्देश देते हैं वी कमांड इसका मतलब क्या होता है कमस यानी यानी मैंडेटरी वर्क है जिसको जो किसी गवर्नमेंट ऑफिशियल को करना है लेकिन वो कर नहीं रहा है तो उस केस में यह रेट को इशू की जाती है टू हैव द बॉडी ऑफ वी कमांड ये क्या है लिटरल मीनिंग्स है इनके ठी तो ममस का मतलब होता है जो मैंडेटरी काम है जो कोई नहीं कर रहा है वो करने के लिए य जो हमारे कोर्ट्स है वो रिट इशू करते हैं थर्ड है हमारा प्रोहिबिशन ठीक है प्रोहिबिशन का मतलब होता है वी फॉर बिड ठीक है वी टू फॉर बिड नॉट वी फॉर बिड टू फॉर बिड यानी मना करना प्रोहिबिट करना यहां पे हायर कोर्ट लोअर कोर्ट को बोलता है अपने जूरिडिक्शन से बाहर मत निकलो यह बोलता है प्रोहिबिशन में और चौथा है हमारा सरसरी ठीक है सरसरी यह बोलता है टू बी सर्टिफाइड ऑफ टू बी सर्टिफाइड ऑफ ये लेटरल मीनिंग्स आपको पता होने चाहिए इसका मतलब होता है प्रोहिबिशन स जो सशर है व प्रोहिबिशन का बड़ा भाई है कैसे प्रोहिबिशन में हायर कोर्ट लोअर कोर्ट को रिस्ट्रिक्टर है टू अ टू गो बियोंड इट्स जूरिडिक्शन सरी में क्या है सरी में क्या है कि जो लोअर कोर्ट है वो जा चुका है जूरिडिक्शन के बियोंड और वो कुछ ऑर्डर भी पास कर चुका है इस केस में इस केस में क्या होगा कि जो हायर कोर्ट है वो लोअर कोर्ट को पहले तो बोलेगा लोअर कोर्ट के उस ऑर्डर को खत्म करेगा और उस पर्टिकुलर चीज को अपने अंडर में ले आएगा यह है सर शरी ठीक है एंड द लास्ट इज कयो वारंटो ठीक है क्यों वारंटो क्य वारंटो साउंड्स लाइक क्यों क्यों है ना क्यों तो मतलब तुम क्यों बैठे हो यहां पे यानी कि बाय व्हाट अथॉरिटी ऑफ यानी कि ये रिट तब इशू की जाती है बाय व्हाट अथॉरिटी ऑफ ये रिट तब इशू की जाती है जब कोई एक पब्लिक ऑफिशियल उस ऑफिस को होल्ड कर रहा है जिसके लिए वो एलिजिबल नहीं है जिसके लिए वो क्वालिफाइड नहीं है जैसे फॉर एग्जांपल मैं कहीं जाके बैठ जाऊं मतलब कोई आपने देखा ही गवर्नमेंट ऑफिशियल आ रही है तो इसके लिए इसने तो एग्जाम क्वालीफाई करके यहां पे तो आना पड़ता है ये तो बिना एग्जाम क्वालीफाई करके आ गया ये कैसे बैठा हुआ यहां पे तो वहां पे क वारंटो रेट इशू की जा सकती है जैसे फॉर एग्जांपल चलो मैं आपको एग्जांपल देता हूं आप बताना इसमें कौन सी रेट इशू होगी आप लेखपाल के पास गए ईडब्ल्यूएस बनवाने सर्टिफिकेट बनवाने लेकिन उसने इशू करने से मना कर दिया अब बताइए आप कौन सी रेट इशू करवा सकते हैं च रेट यू कैन इशू कौन सी रेट आप इशू करवा सकते हैं जल्दी से बताइए इसके बाद डीपीएसपी देन एफडी एंड देन खत्म है ना पंचायत करने के बाद भाई वट अथॉरिटी ऑफ तो सही आंसर क्या होगा सही आंसर होगा यहां पे ममस क्योंकि वो मैंडेटरी काम है उसका जो नहीं कर रहा है ठीक है यह मैडम्स उस केस में इशू की जा सकती है चलिए अब यहां पे हम लोग कुछ और देख लेते हैं आर्टिकल 33 34 35 क्वेश्चंस करेंगे एंड देन आएंगे डीपीएसपी पे 33 बोलता है पावर ऑफ पार्लियामेंट टू मॉडिफाई द सर्टेन राइट्स कंफर्ड बाय दिस पार्ट इन देयर एप्लीकेशन ऑफ फोर्सेस मतलब जो फोर्स के लोग हैं वो अपने मौलिक अधिकार चौड़ से नहीं बोल सक क्लेम नहीं कर सकते हैं कि हमारा अधिकार है फोर्सेस में जो लोग जाते हैं उनके फंडामेंटल राइट्स काफी रिस्टेट कर दिए जा कर दिए जाते हैं जैसे कि वो मान लेते हैं कहीं पे डीपी नहीं लगा सकते हैं ठीक है मतलब प्रोफाइल नहीं लगा सकते हैं ठीक है मतलब काफी इनप वो होते हैं तो ऐसा नहीं है कि मतलब वहां प उनको ट्रेनिंग करवाई जा रही है काफी टाइम तक तो वो ये नहीं बोलेंगे हमसे जबरन मजदूरी करवाई जा रही है आर्टिकल 23 के यहां पे वो करो ठीक है तो वो वहां पे नहीं होगा तो मेन ये है कि और इनको कौन रजिस्ट्रेट कर सकता है पार्लियामेंट तो पार्लियामेंट फोर्स के लोगों के लिए फंडामेंटल राइट्स को रजिस्ट्रेट कर सकता है आर्टिकल 33 34 बोलता है रिस्ट्रिक्शन ऑन राइट्स कंफर्ड बाय दिस पार्ट वाइल मार्शल लॉ इज इन फोर्स जैसे कि हमारा मणिपुर में काफी वायलेंस हुआ तो वहां पे मार्शल लॉ मार्शल लॉ मतलब आर्मी का रूल ठीक है कहीं प भी आर्मी का रूल लग गया मार्शल लॉ लग गया तो वहां प आपके फंडामेंटल राइट रिस्ट्रिक्टर जाते हैं बिकॉज वहां पे आर्मी को सूटेड साइट के सूटेड साइट के ऑर्डर्स हो जाते हैं कि देखो और मारो मतलब वहां पे फिर आपके मौलिक अधिकार नहीं कि हमारा ये अधिकार वो अधिकार कुछ नहीं फिर ठीक है 35 बात करता है लेजिसलेशन टू गिव इफेक्ट टू प्रोविजंस ऑफ दिस पार्ट यानी कि इस पार्ट में यानी पार्ट थ्री ऑफ द कांस्टिट्यूशन में फंडामेंटल राइट को इफोर्स करने के लागू करने के लिए जो लेजिसलेशन है जो लॉ बनाने का काम है वोह सिर्फ पार्लियामेंट कर सकता है बहुत सि सिंपल है मतलब सिंपल है यार कि जो मौलिक अधिकार के संबंध में सिर्फ देश की संसद ही कानून बना सकती है स्टेट लेजिसलेच्योर लेजिस्लेटर क्यों क्योंकि भाई स्टेट ये पूरे कंट्री में लागू होगा फंडामेंटल राइट ना कि किसी स्टेट में तो स्टेट स्पेसिफिक नहीं होंगे वो पूरी कंट्री में लागू होंगे तो नॉट द स्टेट लेजिसलेच्योर एक्सप्लोइटेशन राइट टू वर्क प्लान अंडर दी एनआर ई जीए 2005 दैट इज मनरेगा वाज इंप्लीमेंटेड इन हाउ मेनी यह नहीं करना या ठीक है ये कैसा क्वेश्चन है ये ठीक है यह करने की जरूरत नहीं है वहि ऑफ द फॉलोइंग अमेंडमेंट ऑफ द टू द इंडियन कांस्टिट्यूशन ऑफ मेड द राइट टू प्रॉपर्टी अ लीगल राइट इन प्लेस ऑफ फंडामेंटल राइट एंड व्हिच ऑफ द फॉलोइंग इज नॉट अ फंडामेंटल राइट इन द इंडियन कांस्टिट्यूशन द कांसेप्ट ऑफ एफआर फर्स्ट केम इन टू बीइंग इन द मैगना काटा इन डैश बताइए आंसर जल्दी से पहला क्या होगा डील्स विद द राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन आर्टिकल 23 21 राइट टू लाइफ 22 प्रोटेक्शन अगेंस्ट अरेस्ट एंड डिटेंशन 20 प्रोटेक्शन अगेंस्ट सर्टेन ऑफेंसेस यानी कि अपराध के संबंध में दो अपराध के संबंध में दोष सिद्धि के संबंध में संरक्षण दिए गए हैं 20 में नो एक्सपोज फैक्टो लॉ नो डबल जीओ पार्टी नो सेल्फ इनक्रिमिनेशन व्हिच ऑफ द फॉलोइंग अमेंडमेंट किसने राइट टू प्रॉपर्टी को अटाया 44 अमेंडमेंट 1978 300a में है अभी लीगल राइट है व्हिच ऑफ द फॉलोइंग इज नॉट अ फंडामेंटल राइट राइट टू वोट इज नॉट अ फंडामेंटल राइट ये कोई फंडामेंटल राइट नहीं है मॉलिक अधिकार सॉरी मौलिक अधिकार नहीं राइट टू वोट कांसेप्ट ऑफ एफआर फर्स्ट केम इन टू बीइंग इन द मैगना कार्ट ऑफ यू य के लिए हम लोगों ने यूएसए से लेकिन सबसे पहले यूएसए के स यूके के मैगना काटा में यह आए थे क्लियर है य तक सभी को फंडामेंटल राइट्स मौलिक अधिकार शुरू करें डीपीएसपी डायरेक्टिव प्रिंसिपल स्टेट पॉलिसी मार्शल लॉ में कोई एक्सेप्शन नहीं 21 22 और य सब अभी इमरजेंसी में बताऊंगा वहां पर जो 202 है व इमरजेंसी में पढ़ेंगे 202 को कभी सस्पेंड नहीं किया जा सकता ठीक है चलिए बिल्कुल महेंद्र कुमार पहले जो मैंने वन शॉट प्लान किए वो सब हो जाएंगे तो मैं डेफिनेटली जो आप डिमांड कर रहे हैं टाइगर रिजर्व डांसर स्ट जी के ये सी करेंगे लराट चलिए अब हम अंतिम पड़ाव पर आ चुके हैं डीपीएसपी करते हैं डीपीएसपी आर्टिकल 36 से लेकर 51 तक है जिस तरह जो हमारे एफआर होते हैं दे सीक टू एब्लिश पॉलिटिकल डेमोक्रेसी दे सीक टू एस्टेब्लिश सोशल एंड इकोनॉमिक डेमोक्रेसी ठीक है सोशल एंड इकोनॉमिक डेमोक्रेसी की बात करते हैं डीपीएसपी और यह सीक टू टैब्लिक्स वेलफेयर स्टेट वेलफेयर स्टेट को हिंदी में क्या बोलेंगे जल्दी से बताइए लोक हितकारी राज्य बनाने की यह करते हैं और यह चीज को एकदम रट लेना ठीक है मुझे पता नहीं कि कितने लोगों को आप में से पता है लेकिन इस लेक्चर के बाद ही सबको पता होनी चाहिए चीज ठीक है बहुत इंपॉर्टेंट है जब भी मैं पढ़ाता हूं डीपीएसपी जरूर पढ़ाता हूं लेकिन पता नहीं आप में से लोग को कम लोग को चीज पता है मैंने क्ज करवाई थी तब मैंने इस चीज को देखा था ठीक है काफी कम लोग सही और इंपोर्टेंट रिसेंट में काफी क्वेश्चन पूछे जा रहे हैं ठीक है तो पॉइंट्स टू बी नटेड माय लॉर्ड क्या पॉइंट्स है वही आपको वेलफेयर वाला पॉइंट याद रखना है वेलफेयर स्टेट वाला ठीक है वेलफेयर स्टेट वाला पॉइंट आपको याद रखना है यह ठीक है और दे रिजल ठीक है दे रिजल द इंस्ट्रूमेंट ऑफ इंस्ट्रक्शन दे रिमल द इंस्ट्रूमेंट ऑफ इंस्ट्रक्शंस एज एज कंटेंड एज कंटेंड इन दी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट ऑफ 1935 1935 का जो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया था उसमें इंस्ट्रूमेंट ऑफ इंस्ट्रक्शंस थे उनको रिजल करते हैं ऐसे हमारे अंबेडकर जी ने इनके बारे में बोला था डीपीएसपी के बारे में क्लियर है अब बढ़ते हैं 36 से लेकर 51 36 डिफाइन करता है किसको स्टेट को डिफाइन करता है कि स्टेट का मतलब क्या है तो इसमें यह बोला गया कि स्टेट का वही मतलब है जो आर्टिकल 12 में का मतलब यानी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया गवर्नमेंट ऑफ स्टेट पार्लियामेंट स्टेट लेजिसलेच्योर देखना कि यह यह बोलता है कि दे आर नॉन जस्टिसिएबल है यानी कि यह वाद योग्य नहीं है ठीक है नॉन जस्टिसिएबल यानी कि वाद योग्य नहीं है ठीक है यह वाद योग्य नहीं है यह चीज ध्यान रखना है आपको यह वाद योग्य क्यों नहीं है मतलब क्या है इसका मतलब यानी कि इसका मतलब है कि आप कोर्ट नहीं जा सकते हैं यानी कि अगर इनका आपका हनन हुआ यह नहीं मिले आपको तो आप कोर्ट नहीं भाग के चले जाएंगे कि हमें ये देखो ये डीपीएसपी का हनन हुआ है ऐसा कुछ ठीक है तो ये आप नहीं बोल सकते हैं डीपीएसपी है क्या डायरेक्टिव प्रिंसिपल ऑफ़ स्टेट पॉलिसी ये स्टेट को डायरेक्शंस दिए हैं स्टेट को कुछ काम करने के लिए बोले गए हैं स्टेट का मतलब क्या है आर्टिकल 36 में लिखा हुआ है आर्टिकल 36 में यह लिखा हुआ है कि जो आर्टिकल 12 में लिखा हुआ है वही मतलब है यानी कि जितने भी हमारी सरकारी संस्थाएं हैं सब स्टेट के तहत आती है तो यह सारे काम इन लोग को करने हैं जो अब हम आर्टिकल नंबर 38 से देखने जा रहे हैं क्लियर है तो नॉन जस्टिसिएबल है फंडामेंटल राइट्स कानन हुआ था कोर्ट जा कोर्ट जा रहे थे वो वो जस्टिसिएबल थे इनको हम नॉन जस्टिसिएबल राइट्स के नाम से भी जानते हैं ध्यान रखना इसी वजह से इनको हम नॉन जस्टिसिएबल राइट्स भी बोलते हैं ठीक है नॉन जस्टिसिएबल राइट्स के नाम से भी इनको जानते हैं ठीक है 38 प आते हैं सबसे पहला एक तरह से हम बोल सकते हैं एक्चुअल यहां से डीपीएसपी स्टार्ट हो रहा है स्टेट टू सिक्योर सोशल ऑर्डर फॉर द प्रमोशन ऑफ वेलफेयर ऑफ द पीपल राज्य लोगों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए और अभी मैं आपको टिक भी बताऊंगा इसको याद करने की ठीक है तो आसानी से याद होंगे मतलब कभी भूलेंगे नहीं आप इसको ठीक है तो इसमें यह लिखा हुआ है ठीक है और आर्टिकल 3 में और 38 में य भी लिखा हुआ है टू मिनिमाइज इनिक्वालिटी टू मिनिमाइज इनिक्वालिटी इन इनकम स्टेटस ए फैसिलिटी इन इनकम स्टेटस फैसिलिटी एंड अपॉर्चुनिटी ठीक है फैसिलिटी एंड अपॉर्चुनिटी यह लिखा हुआ है इसमें आर्टिकल 38 में और इस पर्टिकुलर चीज को हम देखेंगे 44 अमेंडमेंट से ऐड किया गया था लेकिन अभी आपको याद करने की जरूरत नहीं है बिल्कुल भी अपने आप आपको याद होगा अभी रुक तो जाओ थोड़ा सा 39 सर्टेन प्रिंसिपल्स ऑफ पॉलिसी टू बी फॉलो बाय द स्टेट ये सर्टेन प्रिंसिपल्स है फॉलो टू बी फॉलो बाय द स्टेट पहला 39 बहुत बड़ा है इसमें छह है टोटल राइट्स द द सिटीजन मेन एंड वमन इक्वली हैव द राइट टू एन एडिक्ट मींस ऑफ लाइवलीहुड मतलब लाइवलीहुड का इक्वल मींस होना चाहिए सबको एक जीविका का साधन होना चाहिए यह स्टेट को कोशिश करनी है कि यह सिक्योर करे अब मान लो किसी के पास जीविका का साधन नहीं है हैं तो ये थोड़ी ना कोर्ट चला जाएगा हमारे पास जीविका हमारे इंडिया में बहुत लोगों के पास नहीं और ये चीज हमारे कॉन्स्टिट्यूशन मेकर्स को ही पता थी कि हमें अभी जस्ट अंग्रेजों की लूट से जस्ट अभी आजाद हुए हैं तो हमें टाइम लगेगा एकदम डेवलप्ड होने में हमारे स्टेट के पास सारे रिसोर्सेस नहीं है लेकिन स्टेट को कोशिश करनी है कि इसपे बढ बढ़े वो इसी वजह से सुप्रीम कोर्ट वगैरह जब किसी लॉ की कॉन्स्टिट्यूशन टी को चेक करती हैं तो वह डीपीएसपी की हेल्प लेती हैं बिकॉज़ डीपीएसपी में सब अच्छी-अच्छी चीजें लिखी हुई हैं ट द ओनरशिप एंड कंट्रोल ऑफ मटेरियल रिसोर्सेस ऑफ़ द कम्युनिटी आर सो डिस्ट्रीब्यूटर एज बेस्ट टू ऑब्जर्व द कॉमन गुड ठीक है यह सारी चीजें आप देखिए यहां पे लिखा हुआ है दैट द ऑपरेशन ऑफ इकोनॉमिक सिस्टम डज नॉट रिजल्ट इन द कंसंट्रेशन ऑफ वेल्थ दैट देयर इज इक्वल पे फॉर इक्वल वर्क होना चाहिए मेन और वमन के लिए हेल्थ वर्कर्स की प्रिजर्व करनी और चिल्ड्रन दैट द चिल्ड्रन आर गिवन अपॉर्चुनिटी एंड फैसिलिटी टू डेवलप इन अ हेल्दी मैनर इसको याद पता कैसे रखना अगर आप रखना चाहे एल डीसी एक एलडीसी है लोअर डिवीजन क्लर्क है जो पीएचसी में काम कर रहा है पब्लिक हेल्थ केयर सेंटर में काम कर रहा है वो अब देखना कैसे डीपीएसपी आपको याद होंगे देखना अभी तो ये तो बस शुरुआत है ये एल से आपका लाइवलीहुड ठीक है एल से लाइवलीहुड डी से है डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वेल्थ ठीक है डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वेल्थ को इंश्योर करना है सी से है कंसंट्रेशन ऑफ वेल्थ को प्रज वो करना है लिमिट करना है ठीक है पी से है आपका इक्वल पे फॉर इक्वल वर्क एच से है आपका हेल्थ ऑफ वर्कर सी से है अपॉर्चुनिटी फॉर चिल्ड्रन कहां है चिल्ड्रन भाई ठीक है चिल्ड्रन लोग कहां है ये चिल्ड्रन ठीक है अब यहां से स्टोरी हमारी शुरू होती है कि एक लोअर डिवीजन क्लर्क था सीएचएसएल के थ्रू हो सकता लगा फिर किसी भी उसके थ्रू तो लोअर डिवीजन क्लर्क था वो पब्लिक हेल्थ सेंटर में काम करता था वो उसका क्या हुआ कि मतलब काफी अच्छे दिल वाला इंसान था तो उसने सोचा जब पब्लिक हेल्थ केयर सेंटर में काम कर रहा था काफी सारे वर्कर लोग आ रहे थे उसके पास ये स्टोरी मैं बता रहा हूं ताकि आपको याद रहे सारी डीपीएसपी मैं इन डीपीएसपी को नहीं करा रहा हूं जो 39 के तहत है वो तो आपको एलडीसी पीएचसी से मैंने बता दिया थोड़ा सा ठीक है और वैसे इतना डीप में हो सकता है ना पूछे पूछ भी ले तो आपको एलडीसी पीएचसी से याद हो गए बट इसके आगे के याद करने के लिए स्टोरी बता रहा हूं ठीक है तो एलडीसी था लोअर डिवीजन क्लक जो पब्लिक हेल्थ सेंटर में काम करता था उसका एक दिनर लगा कि यार वर्कर लोग कितने गरीब होते हैं ऐसा वैसा तो हम कुछ करते हैं वर्कर के लिए तो उसने करना स्टार्ट किया वो सबसे पहले क्या किया उसने सबसे पहले उसने उसको क्या लगा पहले तो मुझे इनको जस्टिस दिलाना पड़ेगा इन लोगों के जो केसस चल रहे हैं उसी में ये पड़े हुए हैं और उसी में इनका पूरा जीवन कटा जा रहा है तो हमें पहले इक्वल जस्टिस दिला दिलाऊंगा है 39a के तहत इसके बाद अब ये फ्री लीगल एड टू पुअर ठीक है फ्री लीगल एड इक्वल जस्टिस एंड फ्री लीगल एड टू पुअर अब इसके बाद ये इनको केसेस खत्म करवाया अब ये गया पंचायतों के पास इसने पंचायत ऑर्गेनाइज करवाई सब लोगों को इकट्ठा करवाया ठीक है फिर इसने क्या किया लोगों को काम का अधिकार दिया कि तुमको काम का अधिकार है शिक्षा का अधिकार और पब्लिक असिस्टेंसिया जो कि हमारे यहां कांस्टीट्यूशनल है जो अभी हम पढ़ेंगे पंचायत तो पंचायत को बुलाया ग्राम प्रधान को बुलाया और बोला कि यार इनको काम हम दो कुछ तो राइट टू वर्क दिलाया ठीक है फैक्ट्री वैक्ट्री सेटअप करवाई फैक्ट्री सेटअप हो गई फैक्ट्री तो सेटअप हो गई लेकिन उसके अंदर उनकी कंडीशंस को भी तो ध्यान रखना होगा कि वो ढंग की कंडीशन में काम कर रहे हैं कि नहीं कि बस फैक्ट्री काम करके व चला जाएगा पीएचसी में फिर से वही उनके साथ होने लगेगा तो 42 जस्ट एंड ह्यूमन कंडीशन फॉर वर्क एंड मैटरनिटी रिलीफ का मतलब होता है मातृत्व रहा तो मतलब जैसे कि इसका मतलब यह होता है जैसे कि जो जैसे मान लेते हैं कोई प्रेग्नेंट वमन है ठीक है उसने किसी बच्चे को जन्म दिया तोब तुरंत वो काम पे आ नहीं सकती है तो इसका मतलब यह नहीं कि उसको आप पूरा रिलीफ दो मतलब उसको पैसा दो उस समय का ठीक है ताकि उसके घर पे एकदम बोझ ना पड़े ठीक है फिर मान लो कि उसको मतलब वहां पे हमने वो कर दिया जस्ट एंड अच्छी कंडीशंस वहां पे डेवलप कर दी कंडीशन तो अच्छी है लेकिन उनको ढंग का पैसा मिल रहा है कि नहीं वो उतना पैसा मिल रहा है कि नहीं जिससे वो सरवाइव कर सके तो लिविंग वेज फॉर वर्कर्स 43 44 44 नहीं 43a अब ये हमें करना है कि ठीक है उसने पैसा भी दिला दिया अब अब आगे अब हम हर हमेशा तो साथ रह नहीं पाएंगे एलडीसी को लगा हमेशा तो साथ रह नहीं पाएंगे तो फिर हम क्या करते हैं कि यूनियन में इनके पार्टी पार्टिसिपेशन इनके भागीदारी को इंश्योर कर देते हैं और ये काम हो गया तो अपने आप ये सब आगे चलता रहेगा तो जो यूनियन बनते हैं वर्कर की यूनियन तो उसमें इनका पार्टिसिपेशन होना चाहिए पार्टिसिपेशन ऑफ वर्कर्स इन द मैनेजमेंट ऑफ इंडस्ट्रीज अपने आप फिर वर्कर की सुनी जाएगी 43a बोलता है स्टोरी खत्म सारे डीपीएसपी याद अभी सर सारे डीपीएसपी तो हुए नहीं कुछ बाकी रुक जाओ वो भी याद होंगे अभी इतनी चीज क्लियर हो गई ठीक है 44 भाई सबको पता है यूनिफॉर्म सिविल कोड है इतना न्यूज़ में रहा है नहीं पता है तो 4 = 4 बराबर लग रहा है कि नहीं 4 4 4 और इसका मतलब क्या होता है यूनिफॉर्म सिविल कोड का समान नागरिक संहिता यानी सबके लिए समान कोड रहेगा सबको एक ड्रेस पहननी पड़ेगी सबको एक सबके लिए एक कानून रहेगा यही तो है यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट कि सबके लिए कानून समान कानून रहेगा और य समानता की बात तो कर रहा है 44 हम अब आते हैं 45 अब हुआ क्या ये एलडीसी को लगा कि अब हम क्या करते हैं बच्चों को शिक्षा प्रोवाइड करते हैं अब ये बच्चों के लिए इसने कुछ काम करना चालू किया तो बच्चों के घर-घर गया ये बच्चों के घर-घर गया ठीक है 45 में प्रोवाइड करता है प्रोविजन फॉर फ्री एंड कंपलसरी एजुकेशन फॉर चिल्ड्रन एक्चुअल में यह बात करता है अर्ली चाइल्डहुड केयर की अर्ली चाइल्डहुड केयर की मतलब मतलब यह है कि पहले इसमें शिक्षा का अधिकार था लेकिन हमें पता है कि अनुच्छेद 21 का में 21a में अभी करेंटली शिक्षा का अधिकार है राइट टू एजुकेशन है वो 86 अमेंडमेंट ने ऐड किया था ठीक है तो इसमें इन्होंने सोचा उसको र उन्होने उसमें डाल दिया तो फिर इसको यहां से हटाते हैं और इसमें इन्होंने डाल दिया 86 अमेंडमेंट ने इसको ऐड किया ध्यान रखना एक्चुअल में इसको ऐड नहीं किया था इसका सब्जेक्ट मैटर चेंज कर दिया 86 अमेंडमेंट 2002 ने अर्ली चाइल्डहुड केयर यानी जीरो से लेकर 6 साल तक के बच्चे हैं उनको केयर प्रोवाइड करनी स्टेट को तो आंगनवाड़ी वाला जो सिस्टम है वो सब इसी के तहत होता है ठीक 46 प आते हैं अब वो गया घरों में गया बच्चों को एजुकेशन प्रोवाइड करवा रहा था तो उनको लगा कि इस गांव में तो ज्यादातर दलित लोग हैं ज्यादातर लोग दलित हैं तो ये 46 दलित की बात करते हैं प्रमोशन ऑफ एजुकेशन एंड इकोनॉमिक इंटरेस्ट ऑफ एससी एंड एसटी एंड अदर वीकर सेक्शन फिर उसने देखा ठीक है उसने यह देखा कि यह लोग मतलब दलित लोग थोड़ा सा ड्रिंक वगैरह में अल्कोहलिक ड्रिंक में इवॉल्वड है जिसकी वजह से इनका न्यूट्रिशन बहुत ख़राब हो रखा है इनकी पब्लिक हेल्थ बहुत खराब हो रखी है तो उसने करवाया क्या उसने बोला मतलब एक तरह से ड्यूटी दी स्टेट को तो उससे यहां से आप याद कर सकते हैं कि लेवल ऑफ न्यूट्रिशन एंड स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग एंड टू इंप्रूव पब्लिक हेल्थ ठीक है और टू प्रिवेंट इंटॉक्सिकेंट्स यहां भी ये भी है टू प्रिवेंट कंसंट केंट ये लोग ऐसे समझ लो कि दारू वगैरह पी रहे थे ऐसे करके मतलब याद तो करना है टू प्रिवेंट कंजन ऑफ इंटॉक्सिकेंट्स ठीक अब उसने क्या किया कि ठीक है इनका य हेल्थ प्रिजर्व करवा के इनको ऑर्गेनाइज करवाया एग्रीकल्चर वगैरह और एनिमल हसबेंडरी कुछ गाय भैंस बकरी दी ताकि लोग दूध दूध निकाले कुछ काम कर सके ठीक है फिर इसने क्या किया 148a प्रोटेक्शन एंड इंप्रूवमेंट ऑफ एनवायरमेंट ठीक है एनवायरमेंट वगैरह प्रोटेक्ट करवाया उनसे ठीक है और 49 49 ने फिर उनसे मॉन्यूमेंट प्रोटेक्ट करवा लिया ठीक है 49 वाला मॉन्यूमेंट प्रोटेक्ट करना है ठीक है टू प्रोटेक्शन ऑफ मॉन्यूमेंट एंड प्लेसेस एंड ऑब्जेक्ट्स ऑफ नेशनल इंपॉर्टेंस राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों और स्थानों को वस्तुओं का संरक्षण अगर आपको इतने भी याद हो गए ना तो एलिमिनेशन से तो कर ही दोगे 50th 50th बात करता है सेपरेशन ऑफ जुडिशरी फ्रॉम एग्जीक्यूटिव यानी कि कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच में सेपरेशन होगा पावर का एक दूसरे के उसमें क्षेत्र अधिकार में घुसे नहीं है न्यायपालिका अपना काम करे नया देने का कार्यपालिका अपना कार्य करें और लेजिस्लेटर का काम क्या होता है तीन विंग्स होते हैं ना हमारे हमें पता है लेजिस्लेटर का काम क्या होता है लेजिस्लेटर का होता है कानून बनाना लॉ मेकर होता है ये ये कानून बनाता है कानून बनाने का काम होता है ठीक है कानून बनाता है कानून को लागू करता हैय इंप्लीमेंट करता है ठीक है और यह उसपे न्याय देता है कानून पे ठीक है इसको ऐसे समझो कानून एक कानून बना मोटर व्हीकल एक्ट कि हेलमेट नहीं पहना तो इतना चालान होगा चालान काटा काटेगा कौन कार्यपालिका जो ट्रैफिक पुलिस जो होगा जो एग्जीक्यूटिव का पार्ट होगा इसको एग्जीक्यूटिव बोलते हैं ठीक है न्यायपालिका क्या करेगी वो न्याय देगी ठीक है मान लेते हैं कोई ऐसा है जिसने हेलमेट पहन रखा है उसका चालान काट दिया तो वो न्यायपालिका के पास जाएगा और उसको न्याय देगी वो ठीक 51 आखरी हमारा ₹1 का प्रसाद चढ़ा के उस एलडीसी ने क्या किया पूरे विश्व में पी शांति का दूत बन गया वोह शांति और सुरक्षा को बढ़ावा दिया खत्म रिवाइज कर ले रिवाइज कर ले लेकिन उससे पहले नहीं पहले रिवाइज कर लेते हैं रिवाइज करते हैं जल्दी से ठीक है 38 चलो 38 को स्किप कर देते हैं वैसे तो हमें पता है 36 में स्टेट की डेफिनेशन है 37 में बोला है नॉन जस्टिसिएबल है पहले मैं देख लेता हूं कमेंट किसी को कोई डाउट तो नहीं है फिर हम लोग जल्दी से रिवाइज कर लेते हैं इसको ठीक है खत्म बिल्कुल अभी याद होंगे आपको ठीक है अभी देखो 36 में स्टेट की डेफिनेशन 37 में यह है कि नॉन जस्टिसिएबल है देन 38 में उसको स्किप कर दो उसमें ए टू मिनिमाइज इक्वलिटी इनकम स्टेटस फैसिलिटी वगैरह सब रुक जाओ अभी ठीक है 39 में क्या था एलडीसी गोज टू पीएचसी ठीक है लाइवलीहुड डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वेल्थ टू प्रिवेंट कंसंट्रेशन ऑफ वेल्थ पीएचसी मतलब इक्वल पे फॉर इक्वल वर्क हेल्थ केयर ऑफ हेल्थ केयर ठीक है और चिल्ड्रन यह था 39 में 40 40 नहीं 39a 39 ए किसकी बात कर रहा था कि उनके लिए वो क्या करेगा फ्री लीगल एड प्रोवाइड करेगा फ्री लीगल एड पहले उनको उनसे मसलों से पछड़ से उनसे हटाएगा फिर पंचायत ऑर्गेनाइज करवाएगा ठीक है पंचायत ऑर्गेनाइज करवा दी अब क्या करेगा 41 में पंचायत ऑर्गेनाइज करवाने के बाद उनको राइट टू वर्क इंश्योर करवाएगा राइट टू वर्क ठीक है राइट टू वर्क हो गया 42 अब क्या होगा जस्ट एंड ह्यूमन कंडीशन वर्किंग कंडीशन होनी चाहिए जस्ट एंड ह्यूमन कंडीशंस कंडीशंस होनी चाहिए वर्क प्लेस में और मैटरनिटी रिलीफ भी है यही पे मैटरनिटी रिलीफ 43 किसकी बात कर रहा है ठीक है 43 बात कर रहा है यहां पे किसकी 43 अब ये हो गया इस लिविंग वेज की बात कर रहा है लिविंग वेज की 43a किसकी बात कर रहा है यहां पे आ जाओ 43a किसकी बात कर रहा है 43a बात कर रहा है य 43 बी नहीं आया था क्या चलो 43 बी भी आपका एक है 43a है पार्टिसिपेशन ऑफ वर्कर्स के पार्टिसिपेशन को इंश्योर करना पार्टिसिपेशन ऑफ वर्कर्स इन दी मैनेजमेंट ऑफ इंडस्ट्रीज 43 बी किसकी बात कर रहा है 43 बी फॉर्मेशन ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटी की बात कर रहा है अभी वो भी 43 बी आई थिंक हम लोग ने नहीं देखा है ठीक है 44 किसकी बात कर यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात कर रहा है 45 चिल्ड्रन अर्ली चाइल्डहुड केयर प्रोवाइड करने गया था वो अर्ली चाइल्डहुड केयर प्रोवाइड करने गया था ठीक है फिर उसने क्या देखा फिर उसने यह चीज देखी कि जो एससी एसटी है ठीक है उनके प्रिज उनके लिए काम करना है फिर वह लोग उनकी हेल्थ अच्छी करनी है उनकी हेल्थ अच्छी करनी है और इंटॉक्सिकेंट प्रिवेंट करने है 48 किसकी बात कर रहा था यह एनिमल हसबेंडरी की बात कर रहा था एग्रीकल्चर प्रमोट करने की बात कर रहा था एनिमल हसबेंडरी 48a क्या बोल रहा था एनवायरमेंट प्रोटेक्ट करवा लो 49 मॉन्यूमेंट 50 सेपरेशन ऑफ एग्जीक्यूटिव फ्रॉम जुडिशरी 51 इंटरनेशनल पीस एंड सिक्योरिटी खत्म हो गया कि नहीं अब मुझे पता है कि जितने आसानी जितने फ्लूइडली मैंने बता दिया उसमें से आप में से दो तीन आपको नहीं रिकॉल हुए होंगे अरे भाई एलिमिनेशन से पहली बात तो हो जाएगा और दूसरी बात थोड़ा सा रिवाइज करिएगा अपने आप हो जाएगा ठीक है वैसे एलिमिनेशन से तो कर ही सकते हैं नाउ सम डीपीएसपी वरर एडेड थ्रू अमेंडमेंट वो डीपीएसपी कौन-कौन सी थी जो अमेंडमेंट से ऐड हुई उनको देखिए तो एक हमारा अमेंडमेंट हुआ इसमें 38 अमेंडमेंट सॉरी एक सेकंड रुको रुको रुको रुको रुको सबसे पहले यहां पर आपको पढ़ना है 42 अमेंडमेंट 44 अमेंडमेंट 86 अमेंडमेंट एंड 97 अमेंडमेंट ठीक है चार अमेंडमेंट हुए डीपीएसपी को ऐड करने के लिए 42 अमेंडमेंट ने हमारी एक सेकंड रुक जाओ चार डीपीएसपी ऐड करी ठीक है इसने टोटल चार डीपीएसपी ड करी थी ठीक ये अमेंडमेंट से क्वेश्चन पूछता है ध्यान रखना जितनी मैं चीजें यहां बता रहा हूं एक तो क्वेश्चन बनेगा वो जो वेलफेयर वाला वो उस टाइप का क्वेश्चन बनेगा वेलफेयर स्टेट को प्रमोट कर रहे हैं ये और जो डीपीएसपी आइडेंटिफिकेशन है आपका टू प्रोवाइड फ्री लीगल एड टू दी पुअर 39a याद करो सॉरी हां 39a टू प्रोवाइड फ्री लीगल एड टू दी पुअर टू इंश्योर पार्टिसिपेशन ऑफ वर्कर्स इन दी मैनेजमेंट ऑफ इंडस्ट्रीज याद आया टू इंश्योर पर्ट तभी तो मैंने बोला गरीब मजदूरों के बच्चे जो इंडस्ट्री मैनेज कर रहे हैं तो टू इंश्योर पार्टिसिपेशन ऑफ वर्कर्स इन द मैनेजमेंट ऑफ इंडस्ट्रीज चिल्ड्रन वाला हमने पढ़ा था आर्टिकल 39 में कि उनका वो हेल्थ वगैरह सिक्योर करना है और एनवायरमेंट से टू प्रोटेक्ट एनवायरमेंट आर्टिकल नंबर 48a ये चार डीपीएस पीड हुई 44th अमेंडमेंट 4 = 4 इक्वलिटी को बता रहा है आर्टिकल नंबर 38 ड हुआ जो कि क्या बोलता है टू मिनिमाइज इन इक्वलिटी इन इनकम स्टेटस एंड फैसिलिटी एंड अपॉर्चुनिटी ये इक्वलिटी की बात कर रहा है 44 4 = 4 है ना ऐसे करके याद रखिए 86 हम देख चुके हैं इसने आर्टिकल 45 का सब्जेक्ट मैटर चेंज किया अर्ली चाइल्डहुड केयर और 97 अमेंडमेंट ने आर्टिकल नंबर 43 बी को जोड़ा जो कि फॉर्मेशन ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटी सहकारी समितियों के संस्थापन की बात करता है ठीक है टसल चलता रहता है फर और डीपीएसपी के बीच में कौन ऊपर है तो एक हमारा फाइनल केस है इसमें ध्यान रखना मिनर्वा मिल केस ठीक है मिनर्वा मिल केस में सुप्रीम कोर्ट ने यह बोला कि जो हमारा कांस्टिट्यूशन है ठीक है कॉन्स्टिट्यूशन इज फाउंड ऑन दी फाउंड ऑन दी बेड रॉक ऑफ बैलेंस ऑन दी बेड रॉक ऑफ बैलेंस बिटवीन एफआर एंड डीपीएसपी यानी मौलिक अधिकार और डीपीएसपी के बैलेंस में बना हुआ टीका हुआ हमारा कांस्टीट्यूशन यह चीज आपको ध्यान रखना है टसल बहुत पहले से चल रहा था बट मने फाइनली बोला कि दोनों में से कोई ऊपर नहीं है दोनों में दोनों बैलेंस में हमारे ठीक है ये चीज इस इसमें बोला क्वेश्चन करिए बट बिफोर दैट अगर कभी ये इस तरह से क्वेश्चन पूछ ले कि इनमें से कौन सी गांधी एंड डीपीएसपी कौन सी आपकी इस तरह से तो मैं आपको बता देता हूं एक चीज यहां पे कि कांस्टिट्यूशन में कहीं पर भी इस तरह का हमारा क्लासिफिकेशन नहीं है कि गांधियन है यह लिबरल इंटेलेक्चुअल है या फिर यह सोशलिस्टिक है ठीक है लिबरल इंटेलेक्चुअल है या फिर ये सोशलिस्टिक डीपीएसपी है यह हमारा कांस्टिट्यूशन में कहीं पर भी क्लासिफिकेशन नहीं हुआ यह हम पढ़ने के लिए कर देते हैं गांधियन में हमारी डीपीएसपी आती है जैसे एससी एसटी वाली हो गई एनिमल ये एससीएसटी वाली हो गई इंटॉक्सिकेंट वाली जो मैंने आपको बताई थी वो वाली हो गई कोऑपरेटिव सोसाइटी वाली हो गई पंंचायत वाली यह गांधियन में आती है लिबरल इंटेलेक्चुअल में अगर बात करूं तो यूनिफॉर्म सिविल कोड हो गया यानी आर्टिकल 44 वाली आर्टिकल 49 वाला मॉन्यूमेंट वाला हो गया मॉन्यूमेंट जुश और एग्जीक्यूटिव का जो सेपरेशन 50 वाला हो गया और 51 वाला हो गया जो बात करता है इंटरनेशनल पीस और सिक्योरिटी की इनको छोड़ के जितने हैं वो लिबरल इंटेलेक्चुअल में आ जाएंगे सॉरी सोशलिस्ट में आ जाएंगे गांधियन में कौन आएगा पंचायत वाला हो गया कोऑपरेटिव सोसाइटी जो गांव से संबंधित है कुछ गांव से संबंधित है पंचायत गांव से संबंधित है आपका ऐसे समझ लो एससी एसटी उनका इंटॉक्सिकेंट और उनका हेल्थ और और कौन सा था हमारा कॉपरेटिव सोसाइटी यह गांव से संबंधित है ना लिबरल इंटेलेक्चुअल में जो हमारे जो हमें थोड़ा सा समझ में नहीं आ रहे हैं यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट मॉन्यूमेंट ठीक है और जुडिशल एग्जीक्यूटिव का सेपरेशन पीस एंड सिक्योरिटी एनवायरमेंट ये सब लिबरल ए इंटेलेक्चुअल में आते हैं और बाकी जितने भी है वो सब सोशलिस्ट में आएंगे आपके ठीक है क्वेश्चन अटेंप्ट करिए जल्दी से फिर करते हैं फंडामेंटल ड्यूटी देन करते हैं पंचायत और उसको करते हैं समाप्त ओरिजिन ऑफ डीपीएसपी टिव प्रिंसिपल स्टेट पॉलिसी कैन बी ट्रेस टू वि ऑफ द फॉलोइंग हम कहां से ट्रेस कर सकते हैं देखो अच्छा क्वेश्चन है कराची रेजोल्यूशन ध्यान रखना ठीक है सॉरी सॉरी सॉरी एक सेकंड रुको ठीक कराची रेजोल्यूशन क् कराची रेजोल्यूशन में हम लोग फंड इसका मॉडर्न हिस्ट्री का एक करेंगे ठीक है वन शॉट उसमें देखेंगे कि कराची सेशन हुआ था कांग्रेस का 1931 में उसमें दो रेजोल्यूशन आए थे एक तो था फंडामेंटल राइट को लेके और एक था डीपीएसपी को लेके और एक्चुअल में देखें डीपीएसपी सॉरी क्या बोल रहा हूं फंडामेंटल राइट को लेके और एक नेशनल इकोनॉमिक पॉलिसी को लेकर ठीक है तो हमारे जो डीपीएसपी एक तरह के राइट ही तो है बट य नॉन जस्टिसिएबल कैटेगरी में आते हैं इनके अगेंस्ट जस्टिस नहीं मिल सकता है बट एक तरह के राइट सी है ये सेकंड नंबर वच पार्ट ऑफ द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया इनकॉरपोरेटेड द डीपीएसपी पार्ट नंबर फोर और आयरलैंड से लिया आई होप सभी को पता होगा ये शायद मैंने चीज ऐड नहीं करी है ठीक है 39 39a 43a 48 इनको किस अमेंडमेंट से ऐड किया गया सीजीएल 2023 देख लीजिए चारचार डीपीएसपी हमें पता है 40 सेकंड से ऐड हुई 48 से तो कोई डीपीएसपी ऐड नहीं हुई 39 से कोई डीपीएसपी ड नहीं हुई 41 से भी कोई नहीं हुई 44 से ऐड हुई आर्टिकल नंबर 38 वाला 86 अमेंडमेंट आर्टिकल 45 और 97 अमेंडमेंट आर्टिकल नंबर 43 बी ठीक है रिपीटेड है यह फ क्वेश्चन फोर्थ आर्टिकल 43 ऑफ डीपीएसपी स्टेट्स दैट 43 किसकी बात करता है 43 किसकी बात कर रहा था हम 43a किसकी बात कर रहा था पार्टिसिपेशन ऑफ वर्कर्स इन द मैनेजमेंट ऑफ इंडस्ट्रीज उसके पहले क्या था उसके पहले हम एक क्या कर रहे थे लिविंग वेज सिक्योर कर रहे थे सिक्योर अ लिविंग वेज ठीक है इसकी बात करता है तो मेक प्रोविजन फॉर जस्ट एंड ह्यूमन कंडीशंस वर्कर्स ये तो आर्टिकल 42 में आता है ठीक है याद करो 40 में क्या था पंचायत सेटअप कर रहे थे 41 में क्या था राइट टू वर्क 42 में क्या था जस्ट एंड ह्यूमन कंडीशन फॉर वर्क एंड मैटरनिटी रिली 43 में क्या था लिविंग वेज सिक्योर कर रहे थे तो पहला वाला तो नहीं होगा पहला नहीं होगा ये कटा ये कटा ये कटा अपने आप ऑप्शन नंबर बी हो गया डिसेंट स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग विद सोशल एंड कल्चरल अपॉर्चुनिटी भी हमें सिक्योर करनी है अपने आप सही हो गया फिफ्थ फ्रॉम व्हिच कंट्री जज इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन बोरो डीपीएसपी तो हमने आयरलैंड के कॉन्स्टिट्यूशन से लिए है ठीक है ये हम लोग देख चुके हैं सोर्स ऑफ कांस्टिट्यूशन में आते हैं फंडामेंटल ड्यूटी प दो मिनट का टॉपिक है लप्पु सा टॉपिक है झींगुर बना के उड़ा देना इसको अभी जल्दी से ठीक है चलिए स्टार्ट करते हैं फंडामेंटल ड्यूटी यहां तक किसी को कोई डाउट तो नहीं है क्लियर है सभी को सौरभ मिश्रा बी सवा चौस टी सही है गगन पनाडा हरीश मुग्धा बी कृतिका आयरलैंड बाबू कैसे कैसे नाम रखे है चलो तो अब आते हैं फंडामेंटल ड्यूटी यानी मलिक कर्तव्य और अपना कर्तव्य निभाते हुए खत्म करते हैं इनको तो फंडामेंटल ड्यूटीज आर्टिकल नंबर 51 ए में है पार्ट नंबर फोर ए में है इनको अमेंडमेंट से ऐड किया गया था ठीक है इनको कौन से अमेंडमेंट से ऐड किया गया था 4 सेकंड यानी कि ओरिजनली ये हमारे कांस्टिट्यूशन में कंटेन नहीं थी दे वर नॉट द पार्ट ऑफ ओरिजिनल कांस्टिट्यूशन 42 ल अमेंडमेंट इनको ऐड किया गया था जो 1976 में हुआ था इस अमेंडमेंट को हम और किस नाम से जानते हैं एक कमेटी बनी थी एंड दैट कमेटी वाज सरदार स्वर्ण सिंह कमेटी सरदार स्वर्ण सिंह कमेटी की सिफारिश में इनको जोड़ा गया था इंदिरा गांधी जी की सरकार थी उस समय टोटल 10 फंडामेंटल ड्यूटीज को जोड़ा गया था ठीक है टोटल 10 बट एट प्रेजेंट टोटल कितनी है एट प्रेजेंट है 11 और जो 11वीं वाली है ठीक हैट प्रेजेंट 11 है और जो 11थ वाली है वह बात करता है गार्जियन अब देखेंगे क्या है उसको ऐड किया गया था 11थ वाली को 86 अमेंडमेंट से 2002 से ठीक तो सारी की सारी आपकी 51a में ही कंटेंड है उसको भी हम टक्स याद करेंगे ठीक है तो 42 अमेंडमेंट को हम मिनी कॉन्स्टिट्यूशन के नाम से जानते हैं ठीक है मिनी कॉन्स्टिट्यूशन चलिए आर्टिकल 51 फंड इट पहला है हमारा इट टू अाइड बाय द कांस्टिट्यूशन एंड रिस्पेक्ट इट्स आइडियल इंस्टीट्यूशंस एंड नेशनल फ्लैग एंड नेशनल एंथम याद कैसे रखेंगे याद ऐसे रखेंगे ए पहली वाली बहुत आसानी से याद होगा ए से हो जाएगा आपका एंथम ए से हो गया एंथम याद हो गया आपको दूसरा बी टू चेरिश एंड फॉलो द नोबल आइडियल विच इंस्पायर्ड आवर नेशनल स्ट्रगल फॉर फ्रीडम बी से हो गया भगत सिंह या फिर बापू जीी ठीक है भगत सिंह या बापूजी तो भगत सिंह और बापू जी जैसे हमारे जो इंस्पिरेशन है हमा इंस्पिरेशन है रहे नेशनल स्ट्रगल के लिए उन्होंने फाइट किया ठीक है उनके नोबल आइडियल पे हमें चलना है उनको फॉलो करना है भगत सिंह और बापूजी को बी से भगत सिंह सी सी का मतलब रीजनिंग में क्या होता है थ्री होता है तो इसमें तीन चीजें हैं सवरे निटी यूनिटी एंड इंटीग्रिटी टू अप होल्ड प्रोटेक्ट द सॉवरेन यानी मौलिक कर्तव्य भारत की संप्रभुता एकता और अखंडता बनाए रखने और उसकी अभिरक्षा करने के बारे में बात करता है 51 सी एक्चुअली में क्या है इसको लिखें 51a सब क्लॉज सी ऐसे लिखेंगे बिकॉज 51a के अंदर सारी हमारी 11 फंडामेंटल ड्यूटीज है फर डी डी से हो गया डिफेंड टू डिफेंड द कंट्री एंड रेंडर द नेशनल सर्विस व्हेन कॉल्ड अपॉन टू डू सो यानी कि देश की रक्षा करना और ऐसा करने के लिए बुलाया जाने राष्ट्रीय सेवा का प्रदान करना कि जब भी बुलाया जाएगा तो तुरंत भाग के जाना है ऐसा नहीं कि नहीं हम नहीं जाएंगे ई बात करता है टू प्रमोट हार्मोनी एंड स्पिरिट ऑफ कॉमन ब्रदरहुड कॉमन ब्रदरहुड की बात करता है और बोलता है टू रिनाउंस प्रैक्टिसेस रोगेटरी टू द डिग्निटी ऑफ वमन जो भी वैसी प्रैक्टिसेस है जो वमन की डिग्निटी को हर्ट करते हैं उनको रिनाउंस करना है त्यागना ई किसको बताता है रीजनिंग में ई बताता है पांच को है ना पांच मतलब एक तरह से ऐसे हम याद कर सकते हैं कि भाई पांच मतलब कि पंच सभी लोग ब्रदरहुड कॉमन ब्रदरहुड प्रमोट करना है हमें ऐसे करके आप याद र सकते हैं ई से या फिर ई से आप इक्वलिटी याद र सकते हैं ई से ई से इक्वलिटी याद रखिए इक्वलिटी का मतलब है समानता जब समानता रहेगी तो सब में भाईचारा रहेगी और समानता हमें रखनी है मेन और वमन में दोनों याद हो ग इसके अंदर दो ड्यूटीज है एक तो टू प्रमोट कॉमन ब्रदरहुड और टू रिनाउंस प्रैक्टिसेस रोगेटरी टू द डिग्निटी ऑफ वमन दो तो घुसी हुई है और उसको इक्वलिटी से याद कर सकते हैं ई से इक्वलिटी एफ टू वैल्यू एंड प्रिजर्व द रिच हेरिटेज एंड कंपोजिट कल्चर एफ से याद रखिए फोर्ट फोर्ट मतलब किला किला क्या है मन मॉन्यूमेंट मतलब ये हमारा कल्चर है कल्चर तो उसको प्रोटेक्ट करना है खत्म रिच हेरिटेज और कंपोजिट कल्चर को एफ से फोर्ट याद रखिए फोर्ट से रिच हेरिटेज एंड कंपोजिट कल्चर व हमारी जो संस्कृति और जो विरासत है विरासत जैसे फोर्ट हमारा विरासत है उसको महत्व देना है संरक्षण करना है जी जी से क्या हो जी से जसे टू प्रोटेक्ट एंड इंप्रूव द नेचुरल एनवायरमेंट इंक्लूडिंग फॉरेस्ट लेक्स रिवर्स वाइल्ड लाइफ एंड टू हैव कंपैशन फॉर लिविंग क्रिचर्स ये आपकी एक हमने देखा था डीपीएसपी भी है है ना टू प्रोटेक्ट एनवायरमेंट इसको कैसे याद रखेंगे जी से ग्रीनरी यानी हमें अपनी ग्रीनरी को प्रमोट करना है प्रोटेक्ट इंप्रूव करना है प्रिजर्व करना है तो एनवायरमेंट फॉरेस्ट लेक्स रिवर्स ये क्या है ग्रीनरी हमारी एच जी हो गया एच एच का मतलब होता है हार्मनी ठीक है ह्यूम निज्म टू डेवलप द साइंटिफिक टेंपर ह्यूमिज एंड द स्पिरिट ऑफ इंक्वायरी रिफॉर्म तो एच से हो गया ह्यूम निज्म यानी कि हमें साइंटिफिक टेंपर डेवलप करना है ऐसा नहीं किसी कोई आया तुमसे बोला कि भाई सीजीएल मेंस में तुम्हारी टॉप 10 में रैंक आ जाएगी तुम अपने दोस्त की बली चढ़ाया तो तुम्हारे अंदर थोड़ा सा होना चाहिए साइंटिफिक टेंपर है ना तुम चीजों को क्वेश्चन कर कर सको आई आई टू सेव गार्ड पब्लिक प्रॉपर्टी एंड टू एब्जर वायलेंस यानी कि हिंसा को त्याग करना है हिंसा नहीं करनी बट भाई हमारे कानपुर में बड़ी हिंसा होती है र ठीक है तो आई से याद रखिए मैंने आपको कैसे याद करना है आपको कि आई साउंड्स लाइक आई हम और गांधी जी ने बोला था एन आई फॉर एन आई विल मेक द होल वर्ल्ड ब्लाइंड यानी कि अगर आंख को आंख से वैसे करोगे यानी किसी ने तुमको आंख दिखाई तुम भी आंख दिखाओगे तो ऐसे तो पूरा विश्व अंधा हो जाएगा यानी कि हमें वायलेंस नहीं करना है ऐसा गांधी जी बोलते थे है हम तो वायलेंस नहीं करना है आई आई तो आई जब भी आए तो ऐसे याद रखना एन आई फॉर एन आई विल मेक द होल वर्ल्ड ब्लाइंड तो इसलिए मैं वायलेंस नहीं करना है जे आखिरी फंडामेंटल ड्यूटी नहीं सेकंड लास्ट है टू स्ट्राइव टुवर्ड्स एक्सीलेंस इन ऑल स्फियर्स ऑफ इंडिविजुअल एंड कलेक्टिव रिस्पांसिबिलिटी सो दैट ठीक है द नेशन कांस्टेंटली राइजेज टू हायर लेवल्स ऑफ एंडेवर एंड अचीवमेंट यानी हम सभी को एक्सीलेंस की तरफ बढ़ना है ताकि हमारा देश आगे बढ़े और जे है ये जे से हमें याद रखना है जड्डू यानी कि जडेजा जडेजा क्या है अच्छे बॉलर भी हैं बैट्समैन भी है है फील्डर भी है यानी कि हर फील्ड में एक्सीलेंट है इन ऑल ठीक है ही इ ही इज एक्सीलेंट इन ऑल स्फियर्स ऑफ इंडिविजुअल एंड कलेक्टिव एक्टिविटी इंडिविजुअली भी अच्छा करते हैं टीम भी अच्छा करती है ठीक है तो जेसे जडेजा जड्डू आखिरी हमारी के इसको तो आप आसानी से याद ही रख सकते हैं इसमें गार्जियन और पेरेंट्स को ड्यूटी दी गई है ठीक है गार्डियंस को ड्यूटी दी गई है कि अपने 6 से 14 साल तक के बच्चों को 6 से 14 साल तक के बच्चों को एजुकेशन प्रोवाइड करवाई है देखिए 21a के तहत राइट टू एजुकेशन यह प्राइम एक फंडामेंटल राइट है प्राइमरी एजुकेशन ठीक है आर्टिकल 45 के तहत क्या है यहां यहां भी छ से 14 यहां भी छ से 14 अब रो से छ को कौन देखेगा तो वो स्टेट देखेगा डीपीएसपी के तहत हम उसने बोला सरकार ने कि हम मौलिक अधिकार बना दिए हैं तुम भेजो अपने बच्चों को स्कूल हैं तो ये है गार्जियंस को ड्यूटी दी गई है आखरी है खत्म बट खत्म तो हो गया एक चीज ध्यान रखना ये आपके नॉन जस्टिसिएबल होते हैं वाद योग्य नहीं होते हैं ठीक है बट ये एनफोर्सेबल भी नहीं होते हैं बट दे कैन बी इफोर्स थ्रू अ लॉ इसका मतलब क्या है जैसे ये हमारा पहला फंडामेंटल ड्यूटी है कि हमें अपने नेशनल एंथम और फ्लैग को रिस्पेक्ट करना है अब अगर अपने आपने फंडामेंटल ड्यूटीज को फॉलो नहीं किया तो आपको कोई सजा नहीं मिलेगी लेकिन अगर कानून के तहत किसी फंडामेंटल ड्यूटी का पालन ना करने के लिए सजा का कानून प्रावधान बना दिया गया तो मिलेगी आर्टिकल 51 ए सब क्लॉज ए इसका सबसे बेस्ट एग्जांपल है अगर ने इसमें एक फ्लैग कोड एक्ट बनाया गया ठीक है फ्लैग कोड बनाया गया 1971 में उसमें बोला गया कि जो भी फ्लैग का रिस्पेक्ट करता हुआ पाया गया तो उसको सजा इतना इतने इतने की तो सजा है व भले आपका नॉन जस्टिसिएबल है फंडामेंटल ड्यूटीज आपकी जो है वो नॉन जस्टिसिएबल है ठीक है लेकिन अगर उनको एनफोर्स कर दिया गया लॉ के थ्रू अ यह सीपीओ में क्वेश्चन पूछा गया है अभी पक्का पूछा गया और ये रुको मैं शि डे भी बताता हूं आपको डे ये आपका पहला दिन आखिरी शिफ्ट पहला दिन आखिरी शिफ्ट था यानी 3 अक्टूबर लास्ट शिफ्ट में क्वेश्चन है ये ठीक है देखना जाके तो ये नॉन ये आपके नॉन जस्टिसिएबल होते हैं ठीक है ध्यान धन रखना और इसको लेकर कमेटी याद रखना जस्टिस वर्मा की कमेटी बनी थी बस इतना याद रखना इसमें जस्टिस वर्मा कमेटी ठीक है और फंडामेंटल ड्यूटीज ओनली टू इंडियंस है फॉरेनर्स को नहीं है अच्छा फंडामेंटल राइट्स की अगर बात करें मौलिक अधिकारों की अगर बात करें ठीक है यहां पर मैं लिख देता हूं आर्टिकल 15 16 19 29 30 के तहत जो भी एफआर है यह सिर्फ इंडियन सिटीजंस को मिले हुए ओनली टू इंडियन सिटीजंस बाकी सब सिटीजंस और फॉरेनर्स सबको मिले हुए हैं तो अब आपसे कुछ भी पूछ ले बताओ पोलूशन ऑफ अनटचेबिलिटी ये सिटीजन को मिला फॉरेनर को मिला हुआ है कि नहीं मिला हुआ है क्यों क्योंकि 15 16 19 29 30 में नहीं आता है वो तो 17 में तो बस इस मंत्र का जाप करना 151 1929 1516 1929 खत्म हो जाएगा ये टॉप मतलब आपका कि कौन से राइट इंडियंस को मिले हुए हैं कौन से फॉरेनर्स को इंडियंस को तो सारे ही मिले हुए हैं फॉरेनर्स को ये ये नहीं मिले हुए हैं ये सिर्फ सिटीजंस को मिले हुए हैं बाकी भी फॉरेनर्स को भी मिले हुए हैं ठीक है 15 किसकी बात करता है प्रोहिबिशन ऑफ डिस्क्रिमिनेशन 16 इक्वलिटी इन टर्म्स ऑफ पब्लिक एंप्लॉयमेंट 19 फ्रीडम ऑफ राइट फ्रीडम ऑफ स्पीच एंड सट एंड अदर राइट्स 29 एंड 30 कल्चरल और एजुकेशनल राइट इसको छोड़ के सारे फॉरेनर्स को मिले हुए हैं खत्म बात क्वेश्चंस को कुछ अटेंप्ट कर लीजिए फंडामेंटल ड्यूटी वाले फिर देखते हैं कुछ आगे एक का दुक का टॉपिक होगा नहीं तो फिर छुट्टी वच कांस्टीट्यूशनल अमेंडमेंट एंड फंडामेंटल ड्यूटीज इन द इंडियन कांस्टिट्यूशन कौन सा था 4 से अमेंडमेंट था ऑप्शन नंबर ए सही आंसर होगा ठीक है अगला है फंडामेंटल ड्यूटीज वर नॉट प्लेस इन पार्ट थी ऑफ दं कशन बिकॉज पार्ट थी वर मौलिक कर्तव्य को पार्ट थ्री में नहीं रखा गया था क्यों क्योंकि पार्ट थ्री हमारा एनफोर्स एबल जस्टिसिएबल है जस्टिसिएबल है ठीक है और फंडामेंटल ड्यूटी जस्टिसिएबल नहीं है इसलिए ठीक है गुरुजी केमिस्ट्री क्लास अभी करा दो क्यों नहीं दरोगा आपू सिंह है गधे कहीं के इतनी देर बाद तुम्हारा कमेंट देख रहा हूं सोस आ के आ रहे हो यहां पर तुम अभी फंडामेंटल ड्यूटीज ऑफ सिटीजंस र एडेड टू वच ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन टू द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया अपॉन द रिकमेंडेशन ऑफ व्हिच ऑफ द फॉलोइंग कमिटी कौन सी कमिटी थी सरदार सरन सिंह ठीक है और जस्टिस वर्मा कमेटी भी ध्यान रखना मतलब उस उसकी रिकमेंडेशंस ऐड नहीं हुए थे लेकिन मैं बोल रहा हूं कि अगर कभी फंडामेंटल ड्यूटी का क्वेश्चन आ जाए तो एक कमेटी ध्यान रखना जस्टिस वर्मा कमेटी तुम्हारे काफी काम आएगी एक्चुअल में वो बाद में बनी थी कि भाई फंडामेंटल ड्यूटीज में और क्या-क्या होना चाहिए उसको लेके बनी थी ठीक है व्हिच वाज द फर्स्ट कंट्री टू इनकॉरपोरेट फंडामेंटल ड्यूटीज इन इट्स कांस्टिट्यूशन तो कौन सी पहली कंट्री थी जहां से हमने बरो किया यूएसएसआर ये हम लोग देख चुके हैं सोर्सेस ऑफ कांस्टिट्यूशन में टोटल नंबर ऑफ एफडी प्रोवाइडेड बाय द कांस्टिट्यूशन आर 11 ठीक है अभी अच्छ पार्ट नाइन है चलो खत्म कर लेते हैं इसको पार्ट नाइन को पंचायत क्या ही है लू सा प्री मैथ्स देखते हैं प्री मैथ्स मतलब मैथ्स सॉल्व करेंगे बेटा जीके खत्म मैथ्स की यहां पर चलेगी क्लास देखो प्री मास का मतलब है कि सबसे पहले सेकंड अक्टूबर 1959 को राजस्थान के नागौर डिस्ट्रिक्ट में राजस्थान के नागौर डिस्ट्रिक्ट में यह आई थी क्या पंचायत आया था सबसे पहले लागू किया था बट तब मैंडेटरी नहीं होता था मैंडेटरी नहीं होता था दैट मींस कि भाई जिस भी स्टेट को इंप्लीमेंट करना है सेटअप करना है करो नहीं माने मत करो कोई तुम परे बाद नहीं कोई बाउंडी शंस नहीं है बट फिर हुआ क्या फिर हमारे बने बलवंत राय के कुत्तों कमिटी ठीक है बलवंत राय मेहता कमेटी इस कमेटी ने बोला इस कमेटी ने बोला कि एक थ्री टियर पंचायती राज सिस्टम होना चाहिए थ्री टाय टायर पंचायती राज सिस्टम होना चाहिए ह स्टेट में ऐसा इसने रिकमेंडेशंस दिए और भी हमारी सबसे पहले कमेटी यही बनी फिर हमारी कुछ और कमिटीज बनी जैसे कि अशोक मेहता कमेटी बनी ठीक है ग गड गिल कमेटी बनी थुंगन कमेटी बनी एलम सिंघवी कमेटी बनी ये सिर्फ ये कुछ कमेटी है जो पंचायत से रिलेटेड है लेकिन एक्चुअल में जो मेन कमेटी बनी थी दैट वास बलवंत राय मेहता कमेटी थ्री टी अर पंचायती राज सिस्टम को इसने इंप्लीमेंट करने की बात कही और उसको इंप्लीमेंट करने के लिए देन वी डिड 73 थर्ड अमेंडमेंट इन द कांस्टिट्यूशन 73 अमेंडमेंट हमने कर डाला इससे हमने पार्ट नंबर नाइन को ऐड किया अपने कांस्टिट्यूशन में आर्टिकल नंबर ऐड किए 243 से लेकर 243 ओ तक 243 से लेकर 243 ओ तक हमने आर्टिकल्स ऐड किए और हमने शेड्यूल नंबर हम अभी पढ़ के आ रहे हैं शेड्यूल कौन सा ऐड किया 11थ नंबर का शेड्यूल ऐड किया और उसमें 29 फंक्शनल आइटम्स ऐड किए और थ्री टियर पंचायती राज सिस्टम का इसमें गठन किया जिसके बारे में अभी हम लोग पढ़ेंगे ठीक है आपका लिए क्वेश्चन है जल्दी से आप आंसर देंगे एंड द क्वेश्चन इज आपसे क्वेश्चन पूछ लेते हैं कि बलवंत राय मेहता कमेटी कब बनी थी जरा बताइए जल्दी से कौन सा ईयर था और यय कब हुआ था इस समय हमारे प्राइम मिनिस्टर कौन थे जब 73 अमेंडमेंट हुआ था तो ध्यान रखना बलवंत राय मेहता कमेटी 1957 में बनी थी 1957 में और 73 अमेंडमेंट की अगर बात करें पीवी नरसिंहा राव ठीक है पीवी नरसिंहा राव आपके चल क्यों नहीं रहा ये ठीक है प नरसिंहा राव आपके इस समय प्राइम मिनिस्टर थे और अमेंडमेंट यह हुआ था 73 कब हुआ था 1993 24 अप्रैल को और 24 अप्रैल को हम क्या मनाते हैं जल्दी से बताओ 24 अप्रैल को हम क्या मनाते हैं आर्टिकल 243 यह सिर्फ पंचायत की बात करते है बस डॉट पंचायत की एक पंचायत होनी चाहिए बड़ा साइलेंट सा आर्टिकल है यह ठीक अब आते हैं मेन आर्टिकल 243 ए ठीक है यह ग्राम सभा की बात करता है ग्राम सभा कांस्टिट्यूशन ठीक है ग्राम सभा के बारे में बात करता कि ग्राम सभा होगा सबसे लोअर लेवल पर और ग्राम सभा का कौन-कौन मेंबर होगा ऑल ऑल ऑल ऑल जो भी जिनका भी इलेक्टोरल रोल में नाम है ना ऑल 18 प्लस जिनका भी इलेक्टोरल रोल में नाम है ठीक है वह सारे ग्राम सभा के पार्ट होंगे 243 बी याद कैसे रखेंगे ए एक से मतलब असेंबली असेंबली का मतलब होता है हिंदी में सभा बी बी से होता है बनना कांस्टिट्यूशन ऑफ पंचायत या पंचायत के बनने के बारे में बात करेंगे बी से हो जाएगा बनना पंचायत के बनने के बारे में बात करेंगे तो यह बात करता है थ्री टियर पंचायती राज सिस्टम होगा विलेज लेवल एक विलेज लेवल पे होगा ठीक एक इंटरमीडिएट लेवल पे होगा इंटर मीडिएट लेवल पे होगा और एक होगा आपका डिस्ट्रिक्ट लेवल पे ठीक है एक डिस्ट्रिक्ट लेवल पे होगा इंटरमीडिएट लेवल वहां सेट अप करने की जरूरत नहीं है जहां पॉपुलेशन 2 मिलियन से कम है वहां पे आप 20 लाख से पॉपुलेशन कमम है वहां पे इंटरमी स्किप कर सकते हो और डिस्ट्रिक्ट और विलेज ही रख सकते हो व पर टू टियर भी चलेगा 243 सी कंपोजीशन ऑफ पंचायत के बारे में बात होती गठन के बारे में बात होती कंपोजीशन कैसे होगा इसका यह ठीक है तो कंपोजीशन गठन की अगर बात करें तो इसमें ध्यान रखना कशन कीर बात करें तो इसमें सभी पदों पर यानी कि ऑल एक सेकंड यहां पर डायरेक्ट इलेक्शन होंगे डायरेक्ट इलेक्शन फॉर ऑल दी पोस्ट्स इन दी पंचायत एक्सेप्ट द चेयरमैन ठीक है ल द पोस्ट डायरेक्ट इलेक्शन होंगे और इनडायरेक्ट इलेक्शन होंगे ठीक है इनडायरेक्ट इलेक्शंस होंगे फॉर द पोस्ट ऑफ चेयरमैन फॉर दी पोस्ट ऑफ चेयरमैन चेयरमैन के लिए इनडायरेक्ट इलेक्शन होंगे ध्यान रखना बस विलेज लेवल प और किस लेवल पर इंटरमीडिएट और डिस्ट्रिक्ट लेवल प ध्यान रखना चेयरमैन इनडायरेक्टली इलेक्टेड होगा इंटरमीडिएट और लेवल विलेज लेवल पर वैसे ही चुना जाएगा जैसे वहां का स्टेट लेजिसलेच्योर ऑफ देयर पॉपुलेशन मिला हुआ है ठीक है और मेमन को मिला हुआ यहां पर थ मेमन के लिए थ सीट्स रि तो यहां एससी एसटी को बोल दिया कि तुम्हारे पॉपुलेशन की प्रोपोर्शन में और मेमन को बोल दिया थ सीट्स ठीक है 243 ई रीजनिंग में क्या होता है रीजनिंग में ई होता है पा और पा साल का ड्यूरेशन होता है पंंचायत का खत्म और अगर अर्ली डिसोल्यूशन हो जाता है प्रीमच डिसोल्यूशन हो जाता है तो एक सेकंड थोड़ा रुक जाओ आंखें थोड़ा सा दर्द कर रही है यह बात करता है अर्ली अगर मान लो अर्ली डिसोलेशन हो गया तो अर्ली डिसोलेशन के केस में जो पंचायत है वो सिर्फ रिमाइंडर ऑफ द टर्म के लिए सर्व करता है ठीक है रिमाइंडर ऑफ दी टर्म के लिए सर्व करता है अगर अर्ली डिसोलेशन हो जाता जैसे कि 5 साल का होता है और 4 साल में डिसोलेशन हो गया तो जो अगली नई पंचायत बनेगी वो सिर्फ एक साल तक रहेगी एफ एफ का मतलब होता है फेल फेल का मतलब डिसक्वालीफाई हो गया फेल का मतलब डिसक्वालीफाई हो गया इस तरह से याद करेंगे डिसक्वालीफिकेशन और इसमें यह लिखा हुआ है कि कोई सिर्फ इसलिए डिसक्वालीफाई नहीं होगा क्योंकि उसकी एज 25 नहीं हुई है मतलब कि इसी में लिखी हुई है कि पंचायत का चुनाव लड़ने के लिए मिनिमम एज की कितनी रिक्वायरमेंट है तो मिनिमम न्यूनतम आयु चाहिए होती है इसमें 21 साल 21 इयर्स ना कि 25 साल 25 साल लोकसभा में 30 साल राज्यसभा में 35 साल प्रेसिडेंट के लिए वाइस प्रेसिडेंट के लिए और गवर्नर के लिए 243 जी जी से याद रखो गोली जब गोली खाते हैं तो पावर आता है अथॉरिटी मिलती है रिस्पांसिबिलिटी मिलती है ठीक है गोली खाते ही पावर आ गई ऐसे करके याद रखो ठीक है फिर अगर बात करें एच एच को ऐसे याद रखो हाउस टैक्स टी टी से हो गया टैक्स हाउस टैक्स खत्म ट पावर टू इंपोज टैक्स एंड फंड्स ऑफ पंचायत ठीक है और इसके लिए एक स्टेट का फाइनेंस कमीशन बनाया जाएगा स्टेट का फाइनेंस कमीशन बनाया जाएगा ठीक 243 आई आई किसकी बात करते आई बात आई से हो गया इनकम जब हम इनकम की बात करते हैं तो फाइनेंसियल पोजीशन रुक जाओ यहां पर स्टेट फाइनेंस कमीशन नहीं है यहां पे ठीक है यहां पर होगा आपका आई से हो गया इनकम और इनकम के लिए फाइनेंशियल पोजीशन और यहीं पर आपका बनता है स्टेट का जो फाइनेंस कमीशन है वो ठीक है आई से और इनकम से फाइनेंशियल पोजीशन जे जे से हो गया जांच जांच को इंग्लिश में क्या बोलते हैं जांच को बोलते हैं ऑडिट ठीक है लेखा परीक्षा ऑडिट ऐसे का जे से जांच और जे से ऑडिट तो ऑडिट जो होता है पंचायत का वो 243 जे ठीक है के बात करता है इलेक्शन की चुनाव की इसके लिए एक स्टेट इलेक्शन कमीशन का गठन होगा तो ध्यान रखना जो स्टेट का जो इलेक्शन कमीशन होता है जो राज्य का चुनाव आयोग होता है वो आपके पंचायतों के चुनाव करवाता है नगर पालिकाओं के चुनाव करवाता है 70 अभी देखेंगे ठीक है स्टेट इलेक्शन कमीशन किसके लोकल बॉडीज के चुनाव करवाता है ठीक है पंंचायत के भी चुनाव यही करवाता है और म्युनिसिपल यानी कि नगर पालिकाओं के भी ही चुनाव करवाता है एल ये इंपॉर्टेंट नहीं है एप्लीकेशन टू टीज एम पार्ट नॉट टू अप्लाई टू सर्टेन एरियाज ध्यान रखना इसमें एक पेसा एक्ट है पंचायत एक्सटेंशन टू शेड्यूल्ड एरियाज एक्ट आया था 1986 में उसने यह बोला था कि जो शेड्यूल्ड एरियाज है वहां पे जो हमारे अ फिफ्थ जो हमारे 70 पार्ट नाइन के जो प्रोविजंस हैं वो विद सर्टेन मॉडिफिकेशन अप्लाई होंगे और वहां पे ट्राइब्स को बहुत पावर दिए गए हैं उनके इलाकों में शेड्यूल्ड एरियाज में तो उसको लेके एक पेसा एक्ट आया था पंचायत एक्सटेंशन टू शेड्यूल्ड एरियाज 1986 में एंड बात करते हैं ये याद करने की जरूरत नहीं है बिल्कुल भी ठीक है बिल्कुल भी याद करने की जरूरत नहीं है बस के तक याद रखो काम खत्म ठीक है काम खत्म ये पहली बात तो पूछता नहीं है और पूछेगा भी तो एलिमिनेशन से हो जाएंगे ठीक है तो तो ना एन करो याद ना तो एम याद करो ना तो एल याद करो कुछ याद करो नहीं अगर जे तक भी याद रखोगे तो याद हो जाएगा बाकी मैं तो एडवाइज करूंगा के तक याद कर लो और मैंने आपको याद भी करवा दिए कैसे याद करना है ठीक क्लियर और पेसा एक्ट याद रख लेना 1986 खत्म ठीक अब एक चीज यहां पे थोड़ा सा देख लो एंड दैट इज 74th अमेंडमेंट हुआ था जिसने कि नगरपालिका म्युनिसिपल कीज ऐड करी थी म्युनिसिपालिटीज ऐड करी थी पार्ट नंबर नाइ ए में भाग नंबर न का में ठीक और ये आर्टिकल है आपका 243 से लेकर 243 ओ तक 70 ये हो गया था 7 पार्ट नंबर नाइन में और यहां पे आर्टिकल नंबर 243p से लेके आर्टिकल नंबर 243 z जी तक है यहां पे और इसके बाद यहां पर हुआ था आपका एक 97 अमेंडमेंट ठीक है इसने ऐड किया था पार्ट नंबर 9 बी कांस्टिट्यूशन में भाग नंबर 9 बी और इसने क्या ऐड किया था इसके थ्रू कोऑपरेटिव सोसाइटीज ठीक है सहकारी समितियों के बारे में ऐड किया था और इसके आर्टिकल की बात करें अनुच्छेदों की तो आर्टिकल 243 जए से लेकर 243 जटी तक इसमें दिया हुआ है 243 जटी तक दिया हुआ है इसमें ठीक खत्म और मुझे देखने दो एक बार अपने मन की आंखों से क्या कुछ नहीं ठीक खत्म हो गया कुछ कांशन बॉडीज है तीन छोटी-छोटी इलेक्शन कमीशन सर्विसेस और फाइनेंस कमीशन इसको भी खत्म कर लेते हैं एक बार यह कंफर्म कर दीजिए कि किसी कोई डाउट तो नहीं य तक बस य आखरी है ठीक है इसके बाद आपका कुछ नहीं है आ [संगीत] चलिए उम्मीद करता हूं वॉइस आ रही होगी स्टार्ट करते हैं इलेक्शन कमीशन ठीक है कांस्टीट्यूशनल बॉडीज में हमने अटॉर्नी जनरल देख लिया और हमने कैग भी देख लिया ठीक है कंट्रोल ऑडिटर जनरल इलेक्शन कमीशन को देखते हैं सबसे पहली बात तो यह है कि कौन से पार्ट में है ठीक है इलेक्शंस के बारे में इलेक्शन कमीशन तो पार्ट नंबर 14 में है और आर्टिकल नंबर सॉरी पार्ट नंबर 15 में नॉट 14 में 14 में तो आपका यह यूपीएससी वगैरह है आपका पार्ट नंबर 15 में है ठीक है अभी नहीं होगा तो मैं पार्ट याद करने की ट्रिक भी बता दूंगा आपको कि पार्ट कैसे याद करने है भाग जो संविधान के वो कैसे याद करने है वो भी बता दूंगा ठीक है अब पूरा कर रहे हैं तो फिर पूरा कर ही ले कायदे से आर्टिकल 324 से लेकर आर्टिकल 329 तक इसमें दिया हुआ है 324 से लेकर 329 तक दिया हुआ है ठीक है यह जब बना था तो एक सिंगल मेंबर्ड बॉडी की तरह बना था बट अभी प्रेजेंटली य मल्टी मेंबर्ड बॉडी है और ऐसा नहीं कि अभी कल ही मल्टी मेंबर्ड बॉडी बना है ये काफी पहले से मल्टी मेंबर्ड बॉडी था ओरिजनली तो सिंगल में बॉडी था बट प्रेजेंटली म मल्टी मेंबर्ड है और 1989 में यह सबसे पहली बार मल्टी मेंबर्ड बॉडी बना था यह चीज ध्यान रखनी है काम क्या है इसका तो काम है इसका चुनाव करवाना किसके चुनाव करवाना यह इलेक्शन करवाता है किस किसके चुनाव करवाता है यह यह जो लोकसभा के इलेक्शन होते हैं ठीक है ये जो राज्यसभा के इलेक्शन होते हैं विधानसभाओं के इलेक्शन होते हैं विधान परिषद के चुनाव होते हैं अब ये मत सोचना कि लेजिस्लेटिव असेंबली लेजिस्लेटिव काउंसिल जो विधानसभा विधान परिषद का चुनाव है वो राज्य का चुनाव आयोग करवाता है नहीं यह देश का चुनाव आयोग करवाता है ठीक है और इसके राष्ट्रपति करवाता है प्रेसिडेंट के वाइस प्रेसिडेंट के करवाता है इन सबके बस लोकल बॉडीज के स्टेट कलेक्शन कमीशन करवाता है हम तो कंपोजीशन हमने देख लिया मल्टी मेंड बॉडी बनी और अभी कैसी है 1 प्लसटू का कंपोजीशन है एक चीफ इलेक्शन कमिशनर और दो अदर इलेक्शन कमिश्नर्स ठीक है अगर बात करें तो इनका जो कंपोजीशन है जो एक्चुअल में जो कंपोजीशन है वह प्रेसिडेंट डिटरमाइंड करता है ठीक है कंपोजीशन प्रेसिडेंट डिटरमाइंड करता है इनका कि एक्चुअल होगा क्या और इनका ठीक है अपॉइंट्स करेगा कंडीशन ऑफ सर्विस जो इनकी है वह भी प्रेसिडेंट ही डिटरमाइंड करता है कंडीशन ऑफ सर्विस जो है सब कुछ प्रेसिडेंट ही डिटरमाइंड करता है कंपोजीशन और कंडीशन ऑफ सर्विस सब ठीक बात अग यहां पर करें इनका टर्म कितना होता है टेनर कितना होता है तो टर्म इनका होता है 6 इयर्स और 65 इयर्स ऑफ एज वच एवर इज अर्लिया जैसे हमने कैग में देखा था ठीक है और रिमूवल भी सेम जैसे कि हमने कैग में देखा था सेम एज सुप्रीम कोर्ट जज ठीक है सेम एज सुप्रीम कोर्ट का जो जज होता है उसी की तरह इसका इनका रिमूवल होता है कुछ पॉइंट्स आपको पता होने चाहिए पॉइंट्स टू बी नोटे बाय लॉर्ड एंड पॉइंट्स आ जैसे कि इनका कोई क्वालिफिकेशन प्रिसक्राइब नहीं है कांस्टिट्यूशन में पहली चीज दूसरी चीज यह है कि जो रिटायरिंग इलेक्शन कमिशनर है यह किसी भी कोई भी एंप्लॉयमेंट ले सकते हैं मतलब फिर से अपॉइंट्स कमीशन लेकिन लेकिन यह जो है फिर से पॉइंट नहीं हो सकते लेकिन ये गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के अंदर कोई भी एंप्लॉयमेंट ले सकते हैं ठीक है और ये चीज ध्यान रखना कि इन केस ऑफ इन केस ऑफ और एक चीज ध्यान रखना भी मुझे याद आ है ठीक है इन केस ऑफ डिफरेंस बिटवीन चीफ इलेक्शन कमिश्नर और इलेक्शन कमिश्नर के बीच में अगर डिफरेंस ऑफ ओपिनियन आ गया इसने बोला नहीं हम समोसा खाएंगे इन दोनों ने बोला नहीं कि हम कचौड़ी खाएंगे तो कच दो दो वालों की चलेगी यानी मैटर इज डिसाइडेड बाय मेजॉरिटी ठीक है ना कि चीफ इलेक्शन कमिशनर की चलेगी छोटी सी चीज है बट ये थोड़ी सी बड़ी चीज है इंपॉर्टेंट है कि रिमूवल सेम एज सुप्रीम कोर्ट जो जज है ना यह चीफ इलेक्शन कमिश्नर की मैंने बात कही थी जो अदर इलेक्शन कमिश्नर्स है ना जो दो अदर इलेक्शन कमिश्नर से प्रेजेंट टाइम में उनको हटाने के लिए वह प्रेसिडेंट हटा देगा ऑन एडवाइस ऑफ ऑन एडवाइस और रिकमेंडेशन ऑफ चीफ इलेक्शन कमिश्नर यानी चीफ इलेक्शन कमिश्नर तो सुप्रीम कोर्ट के जज की तरह हटेगा लेकिन अदर इलेक्शन कमिशनर आराम से हट जाएंगे प्रेसिडेंट बस एडवाइस या फिर रिकमेंडेशन लेगा किसकी चीफ इलेक्शन कमिश्नर की तो ये चीज ध्यान रखिएगा ठीक है इलेक्शन कमीशन की अगर बात करें चीज हा पहले देश के इलेक्शन कमिशनर कौन थे फर्स्ट कौन थे अभी करेंटली कौन है यह बता दीजिए और और क्या पूछ सकता है आपसे और क्या पूछ सकता है यहां पर और कुछ क्वेश्चन हा अच्छा यह बता दो कि जो इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया य कब बना था कब बना था इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया कब सेटप हुआ तो फर्स्ट अगर बात करें सुकुमार सेन होंगे ठीक है सुकुमार सेन होंगे और जो करंट की अगर बात करें करंट ये हमारे कौन राजीव कुमार ठीक है राजीव कुमार और ये सेटअप या फिर टैब्लिक्स डे मनाते हैं ठीक है और 24 अप्रैल को हम क्या मनाते हैं पंचायती राज दिवस क्योंकि याद करो 24 अप्रैल को हमने वो इंप्लीमेंट किया था 73 अमेंडमेंट को इसीलिए पंचायती राज डे 24 अप्रैल को मनाते हैं अब आते हैं पार्ट नंबर 14 पे वो पार्ट नंबर 15 था यह पार्ट नंबर 14 पार्ट नंबर 14 आता है आर्टिकल नंबर 315 से लेकर 323 और पार्ट नंबर सॉरी 14 क्या होगा 14 होगा ठीक है 14 और 15 324 से लेकर 329 तक तो जो पार्ट नंबर 14 है 315 बात करता है पब्लिक सर्विस कमीशन फॉर यूनियन एंड स्टेट्स यानी कि इसमें यूपीएससी और स्टेट पीएससी दोनों है अपॉइंटमेंट एंड टर्म ऑफ मेंबर्स दिया हुआ है ये उतना इंपॉर्टेंट नहीं है ठीक है 17 रिमूवल दिया है रिमूवल इनका सेम ए सुप्रीम कोर्ट जज नहीं होता है ये इतने इंपॉर्टेंट नहीं होते हैं ध्यान रखना ठीक है इनको ऐसे ही प्रेसिडेंट हटा सकता है इनके लिए सुप्रीम कोर्ट जज वाला नहीं है ध्यान रखना इस चीज को ठीक है और रिपोर्ट अपनी दे देते हैं प्रेसिडेंट को खत्म थोड़ा सा देख लेना उतने इंपॉर्टेंट ये है नहीं और बस यह ध्यान रखना कि ये लोग फिर से अपॉइंटमेंट यूपीएससी के चेयरमैन वो फिर से चेयरमैन नहीं बन सकते हैं यूपीएससी का ना ही अब वो यूपीएससी छोड़ो किसी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया कहीं पे भी नहीं जा सकते हैं वोह ठीक है यह है यूपीएससी का अगर यूपीएससी का कोई मेंबर है अभी ठीक है जैसे मेंबर है कोई अभी जैसे वह प्रीति सुधन है और ऐसे काफी लोग मेंबर है तो वह चेयरमैन बन सकते हैं लेकिन व फिर से मेंबर नहीं बन सकते तो इस तरह का प्रोविजन होता है इसमें नॉट ट मच इंपोर्टेंट फाइनेंस कमीशन देख लेते हैं लास्ट में फाइनेंस कमीशन वित्त आयोग आर्टिकल नंबर 280 अनुच्छेद नंबर 280 बात करता है फाइनेंस कमीशन के अगर कंपोजीशन की अगर बात करें तो न प्स 4 का कंपोजीशन होता है यह वन होता है चेयरमैन और फोर अदर मेंबर होते हैं चेयरमैन की क्वालिफिकेशन पता होना चाहिए बाकी है तो इन चार अदर्स की भी चेयरमैन का पता होना चाहिए शुड बी क्वालिफाइड ही शुड शुड बी शुड बी अ पर्सन ठीक है शुड बी अ पर्सन हैविंग नॉलेज इन पब्लिक अफेयर्स हैविंग नॉलेज इन पब्लिक अफेयर्स ठीक है हैविंग नॉलेज इन पब्लिक अफेयर्स में नॉलेज होनी चाहिए इस बंदे की जो भी चेयरमैन अभी लेटेस्ट जो रहा है वह 15 फाइनेंस कमीशन रहा है और फाइनेंस कमीशन जो है फाइनेंस कमीशन के जो मेंबर्स हैं आर एलिजिबल फॉर रिअप्वाइंटमेंट ध्यान रख इस चीज को ठीक है आर एलिजिबल यूपीएससी वाले नहीं होते हैं इलेक्शन कमीशन वाले भी नहीं होते बट दे आर री एलिजिबल क्या लिख दिया मैंने ठीक है दे आर री एलिजिबल री एलिजिबल फॉर री अपॉइंटमेंट री अपॉइंटमेंट के लिए एलिजिबल है फर्स्ट थे हमारे केसी नियोगी और करंट में 15 फाइनेंस कमीशन चल र चला था अभी तो जा चुका है वह एन के सिंह 14 के थे वाईवी रेड्डी ठीक है एलिजिबल फॉर रि अपॉइंटमेंट एंड यह जो अपनी रिकमेंडेशन देता है रिकमेंडेशन नॉट बाइंडिंग ऑन प्रेसिडेंट किसी की रिकमेंडेशन बाइंडिंग नहीं होती ध्यान रखना ठीक है रिकमेंडेशन नॉट बाइंडिंग ऑन प्रेसी डेंट ठीक खत्म हुआ हमारा फाइनेंस कमीशन भी एक बार मैं देख लेता हूं अपने मन की नजरों से कुछ छूट तो नहीं रहा है और हां इनका जैसे फंक्शन वगैरह क्या होता है तो फंक्शन वही होता है दे रिकमेंड मतलब द प्रेसिडेंट यह रिकमेंडेशन देते हैं जो कि बाइंडिंग नहीं होती प्रसेंट प डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ नेट प्रोसीड ऑफ टैक्सेस कि भाई जो भी टैक्स इकट्ठा हुआ है वो किस तरह से सेंटर और स्टेट के बीच में बटेगा किस तरह से सेंटर को किस स्टेट को कितनी ग्रांट मिलेगी ग्रांट आप समझते हैं ना ग्रांट मतलब जो अनुमोदन होता है है ना व सब किस तरह से होगा ये सारी चीजें चलिए फाइनेंस कमीशन भी खत्म हुआ अब ये आखिरी टाइम है ठीक है हमारा इमरजेंसी आपातकाल ठीक है इमरजेंसी दिस इज द लास्ट ठीक है इमरजेंसी जल्दी से कर लेते हैं स्लाइड में चलो हम इमरजेंसी आपातकाल पे आते हैं तो इमरजेंसी की अगर बात करें तो इमरजेंसी आपकी तीन तरह की होती हैं एक होती है नेशनल इमरजेंसी ठीक है एक होती स्टेट इमरजेंसी जो कि एक्चुअल में कहीं पर भी कांस्टिट्यूशन में स्टेट इमरजेंसी करके नहीं लिखा हुआ है प्रेसिडेंट रूल लिखा हुआ है हमारे कांस्टिट्यूशन में प्रेसिडेंट रूल यानी कि उसको बोल सकते हैं राष्ट्रपति शासन और तीसरा है फाइनेंशियल इमरजेंसी क्या है फाइनेंशियल इमरजेंसी नेशनल इमरजेंसी की अगर बात करें आर्टिकल नंबर 352 उसके बारे में बात करता है अनुच्छेद नंबर 352 प्रेसिडेंट रूल की अगर बात करें तो आर्टिकल नंबर 356 356 बात करता है और फा इमरजेंसी आर्टिकल नंबर 360 ठीक एक सेकंड ख ठीक है तो हां अभी ट्रिक्स वाला भी है थोड़ा सा बस वही लास्ट स्लाइड है है ना एक लंबी गहरी सांस ले लेते हैं चलिए तो नेशनल इमरजेंसी के रिगार्डिंग कुछ चीजें देख लेते हैं सबसे पहले आर्टिकल नंबर 352 में है पहली चीज तो आपको यह पता होना चाहिए कि हमारे इंडिया में इसको तीन बार आज तक लगाया गया है तीन बार लगाया गया है एक तो 1962 में जब चाइना के साथ युद्ध हुआ ठीक है एक बार 1971 में जब पाकिस्तान को पला ठीक है बांग्लादेश को लिब्रेट करवाया और 1975 में हमने लगाया यह गांधी जी ने लगाई थी इंटरनल डिस्टरबेंस के मामले में अब बस यहीं से ध्यान रखना कि नेशनल इमरजेंसी को किन-किन ग्राउंड में लगाई जा सकती है प्रेसिडेंट को किस ग्राउंड में रिमूव किया जा सकता है जल्दी से बताइए सुप्रीम कोर्ट के जज को किस ग्राउंड में रिमूव किया जा सकता है और नेशनल इमरजेंसी किस ग्राउंड में लगाई जा सकती है वो देखो इसलिए आपका वॉर एक्सटर्नल अग्रेशन एक्सटर्नल अग्रेशन और आर्म रिबेलियस चीज को इन केसेस में लगाई जा सकती नेशनल इमरजेंसी पहले इस आर्म रिबेलियंस ें क्या हुआ करता था वर्ड इंटरनल डिस्टरबेंस हुआ करता था इसको रिप्लेस कर दिया 44th अमेंडमेंट ने ध्यान रखना 44 अमेंडमेंट ने इस इंटरनल डिस्टरबेंस वर्ड को हटा के आर्म रिबेलियस कर दिया था उसको क्लियर इतनी चीज क्लियर अब नेशनल इमरजेंसी के टाइम पर हमारे फंडामेंटल राइट्स सस्पेंड हो जाते हैं हमने पढ़ा कहां से लिया इसको हमने जल्दी से बताइ है तो फंडामेंटल राइट का सस्पेंशन हम लोगों ने लिया वेमा कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ जर्मनी से लेकिन ध्यान रखना एक्सेप्ट एक्सेप्ट 20 एंड 21 यानी 20 और 21 अनुच्छेद 20 और 21 में जो मौलिक अधिकार प्राप्त है वो कभी भी सस्पेंड नहीं हो सकते हैं चाहे इमरजेंसी किसी भी ग्राउंड पर लग जाए 20 क्या बात करता है दोष सिद्धि के संबंध में संरक्षण प्रोटेक्शन अगेंस्ट सर्टेन ऑफेंसेस नो डलज पार्टी नो सेल्फ इनक्रिमिनेशन एंड नो एक्सपोज फैक्ट लॉ 21 राइट टू लाइफ एंड पर्सनल लिबर्टी राइट इसकी बात करता है और ध्यान रखना अगर फंडामेंटल राइट इस ग्राउंड में लगी आम के केस में तो फिर आर्टिकल 19 के तहत जो हम लोगों ने सिक्स फंडामेंटल राइट पढ़े वो भी सस्पेंड नहीं हो सकते हैं दिस यू शुड नो 2021 कभी नहीं हो सकते हैं और अगर आम डिबल केस में लगी है तो फिर 19 भी सस्पेंड नहीं हो सकता है खत्म प्रेसिडेंट रूल में बस इतना पता होना चाहिए कि सबसे मैक्सिमम टाइम्स कहां पर लगा है सबसे ज्यादा बार तो सबसे ज्यादा बार यह लगा है मणिपुर में 10 बार मणिपुर में 10 बार लगा है यूपी में नौ बार लगा है यह चीज पता होनी चाहिए इसके लगाने के ग्राउंड क्या है वो ग्राउंड अनुच्छेद 356 और 365 दोनों में लिखे हुए हैं 356 बोलता है 356 बोलता है कि अगर स्टेट की जो कांस्टीट्यूशनल मशीनरी है उसका ब्रेक डाउन हो गया वो फेल हो गई स्टेट की कांस्टीट्यूशनल मशीनरी उस केस में लगा जा सकता है और 365 में ल लिखा हुआ है कि अगर यूनियन कुछ स्टेट को कुछ डायरेक्शन देता है यानी कि संघ राज्य को कुछ निर्देश देता है और वो नहीं मानता है उस केस में प्रेसिडेंट रूल लगाया जा सकता है फाइनेंशियल इमरजेंसी हमारे देश में आज तक नहीं लगी है जीरो टाइम्स और ये मत पूछना सर प्रेसिडेंट रूल कितने टा लगा है अनगिनत टाइम लगा है बस कितने किसम सबसे ज्यादा बार लगा है वो पता होना चाहिए मणिपुर 10 यूपी न ठीक है क्लियर है इतनी चीज अब आ जाते हैं यह है आखरी स्लाइड एंड दैट इज ट्रिक टू लर्न पार्ट्स ऑफ कंस्टीटूशन भागों को याद करने का जादू टोन अब हम लोग सीखेंगे सीखे जादू टोना ठीक है ये आखरी है आपका फॉरेन टुवर्ड साउंड टू एक्सपेंसिव देखो पहली चीज तो यह है पार्ट वन हमें याद है पार्ट टू हमें याद है पार्ट थ्री हमें याद है पार्ट फोर हमें याद है पार्ट फोर 4 ए हमें याद है पार्ट फाइव याद है पार्ट सिक्स याद है सारे पार्ट अभी देख के आ रहे हैं पार्ट सेवन रिपील किया जा चुका है सेवंथ अमेंडमेंट से रिपील्ड बाय सेवंथ अमेंडमेंट टोटल कितने पार्ट्स है कांस्टिट्यूशन में टोटल 25 पार्ट है जब कांस्टिट्यूशन बना था तो बना था तो 22 थे अभी 25 है तो इसको रिपील किया जा चुका है ठीक है सेवंथ वाले को एथ वाले में एथ वाले में अभी पढ़ेंगे क्या है नाइंथ में हम पढ़ चुके हैं ठीक है एथ में नहीं पढ़ा है नाइंथ पढ़ चुके हैं ना ए पढ़ चुके हैं ना बी पढ चुके हैं इतना तो पढ़ चुके हैं नाना बताइए सभी को इतने तो सभी को याद है ना या फिर इसके लिए भी ट्रिक चाहिए अगर इसके लिए ट्रिक चाहिए तो फिर दिक्कत वाली बात है इसके लिए ट्रिक नहीं चाहिए होनी चाहिए आपको ठीक है वैसे तो हमने पार्ट 14 15 ये सब भी याद किए हैं कोई है ऐसा यहां पे जिसको इसके लिए भी ट्रिक चाहिए नहीं ना चलो तो अगर हम बात करें पार्ट वन यूनियन एंड टेरिटरी पार्ट टू सिटीजनशिप पार्ट थ्री फंडामेंटल लाइट पार्ट फोर डीपीएसपी पार्ट फोर ए फंडामेंटल डटी पार्ट फाइव यूनियन पार्ट सिक्स स्टेट ठीक है पार्ट फाइव यूनियन पार्ट सिक्स स्टेट ये रिपील किया सका है पार्ट एट यूनियन टेरिटरीज पार्ट नाइन पंचायत पार्ट ना ए म्युनिसिपालिटीज पार्ट नान बी कोऑपरेटिव सोसाइटी पार्ट 10 देख लो यहां पे पार्ट 10 बात करता है शेड्यूल एंड ट्राइबल एरियाज की शेड्यूल्ड एंड ट्राइबल एरियाज की ठीक है पार्ट 11 बात करता है रिलेशन बिटवीन रिलेशन बिटवीन यूनियन एंड स्टेट ऐसे ही याद रखो कि ₹ का प्रसाद चढ़ा के तुमने अपने रिलेशनशिप की कामना मांगी ऐसे करके तो रिलेशन बिटवीन यूनियन एंड स्टेट के बारे में दिया हुआ है पार्ट 11 में बस अब मैं तुम्हें ट्रिक से बताऊंगा ठीक है फॉरेन टूर्स साउंड टू एक्सपेंसिव ठीक है यह है पार्ट नंबर 12 एफ से है आपका यहां पर फाइनेंस तो फाइनेंस के बारे में है पार्ट नंबर 12 में भाग नंबर 12 में टी से है टूर टी से है आपका यह ट्रेड एंड कॉमर्स ट्रेड एंड कॉमर्स कौन से पार्ट में हो जाएगा ये पार्ट नंबर 13 में ये पार्ट नंबर 12 पार्ट नंबर 13 ऐसे जो साउंड है यहां पे दैट इज सर्विसेस सर्विसेस अंडर यूनियन एंड स्टेट्स तो सर्विसेस की बात कही थी जो यूपीएससी वगैरह था हमारा यूपीएससी ये क्या है पार्ट नंबर 14 हम पढ़ के आए थे फिर पार्ट नंबर 15 में हमने पढ़ा था इलेक्शन यह है इलेक्शन की बात करता है जो पार्ट नंबर 15 है ठीक है पार्ट नंबर 15 इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की बात करता है बट अच्छा ये बताइए स्टेट इलेक्शन कमीशन किस आर्टिकल में जल्दी से बताइए और टी क्या है ये टी है ट्रिब्यूनल टी है ट्रिब्यूनल यह कौन से है सर यह तो 14 हो गया यह 15 यह कौन सा है 14 15 ये 145 है क्या 145 नहीं है पार्ट नंबर 14 ए है और 14 ए है मतलब इसको अमेंडमेंट से जोड़ा गया होगा जहां पर भी आप ए बी सीडी दिख जाए मतलब अमेंडमेंट हुआ है कौन सा अमेंडमेंट हुआ है ट्रिबल्स को जोड़ने के लिए याद रखना 42 अमेंडमेंट ठीक है 42 अमेंडमेंट से इसको जोड़ा गया ट्रिब्युनल्स को ठीक है दो तरह के ट्रिबल होते हैं एक तो होते हैं हमारे एडमिनिस्ट्रेट और दूसरे होते फॉर अदर परपस ठीक है और 323a में एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल है ठीक है 323a में एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिबल है और बाकी अदर तरह के जो ट्रिबल्स है वो 323 बी में है इलेक्शन हो गया यह हमारा 15 तक हो गया नाउ पार्ट 15 से आगे शी ओनस एक्सपेंसिव मैथ्स एस है यहां पर स्पेशल प्रोविजन रिगार्डिंग सर्टेन स्टेट स्पेशल प्रोविजंस है कुछ स्टेट को लेकर यहां पर ये कौन से आर्टिकल ये कौन से पार्ट में हो जाएगा ये पार्ट 15 तक हो गया तो पार्ट 16 होगा ये पार्ट 16 ओन से यहां पर ओ से ऑफिशियल लैंग्वेज ऑफिशियल लैंग्वेज कौन से आर्टिकल में कौन से पार्ट में हो जाएगा पार्ट नंबर 17 में ई से यहां पे इमरजेंसी प्रोविजंस जिसके बारे में अभी हम चर्चा कर रहे थे इमरजेंसी प्रोविजंस यह पार्ट नंबर 18 में हो जाएगा ठीक है पार्ट नंबर 18 में हो जाएगा भाग 18 एम से यहां पे है मिसलेनियस जो चीजें दी हुई हैट नंबर 19 में ऐसे यहां पर अमेंडमेंट ऑफ कांस्टिट्यूशन तो अमेंडमेंट किस पार्ट में आ जाएगा आपका अमेंडमेंट आ जाएगा पार्ट नंबर 20 में भाग नंबर 20 में टी से हो जाएगा आपका क्या हो जाएगा टी से व क्या था टी से क्या था यार टी से कुछ नहीं आई थिंक ठीक है टी से कुछ तो है 2 वाले में मैं भूल रहा हूं अगर किसी को याद आ तो सेम देख लिया था एस से है यहां पर एस से तो वो क्या है बोल रहा हूं मैं सेकंड अगर किसी को याद हो तो बताए मैं कोशिश करता हूं अपने दिमाग से 21 से था कुछ टी से क्या था अब याद आया टी से क्या थाटी से व टेंपररी लॉस हुआ करते ठीक है टेंपररी टेंपररी और ट्रांजिशनल ठीक है टेंपररी और ट्रांजिशनल प्रोविजन दिए हुए हैं ठीक है टेंपररी चल जा भाई टेंपररी और ट्रांजिशनल प्रोविजन दिए हुए इसमें ठीक है और से अगर बात करें तो यहां पर एक से मैंने कैसे ट्री बता बनाई थी यह मुझे याद नहीं आ रहा 22 तो मुझे याद है कि ठीक है कंपाइलेशन ऑफ लॉस दिया इसमें लेकिन ए से मैंने क्यों इसको एस बनाया था य याद नहीं आ रहा तो यह ऐसे याद रखलो ठीक है कंपाइलेशन ल छोड़ दो एक छोड़ दो इतने याद कर लिए एलिमिनेशन से कर लोगे ठीक है कंपाइलेशन ऑफ लॉस परटेनिंग टू यूनियन ऑफ डेट्स इस तरह से कुछ है आपका ठीक है कंपाइलेशन ऑफ लॉज है इसमें ठीक है ऐसे से ये आपका पार्ट नंबर 22 सर आप तो पार्ट 25 बोल थे अी 25 है तो भाई जैसे बीच-बीच में छुपे हुए हैं ये 9a 9 बी इनको थोड़ी ना तुमने 10 थोड़ी ना किया ये तो एक बी करके ऐड हुए ये पार्ट 14 ए ऐड हुआ है ठीक है तो इस तरह से ये 25 हो गए आपके टोटल क्लियर खत्म कैसा लग रहा है 4:00 बज गए एगजैक्टली 4:00 बजे खत्म हुआ ऐसे शुभम अबे वहीं आगे मारेंगे तुमको अभी हम सपो सिंह सुधर जाओ तुम शॉर्ट टाइटल बताया था ओके शॉर्ट टाइटल ओके हम शॉर्ट टाइटल बताया था वो कंपाइलेशन ऑफ लॉस तो है कंपाइलेशन ऑफ लॉज परटेनिंग टू द यूनियन और इसमें आपके मतलब एक तरह के शॉर्ट टाइटल वगैरह दिए हुए हैं ठीक है एस से है शॉर्ट टाइटल तो यह कीवर्ड आपको देखने को मिलेगा अगर पार्ट 22 से क्वेश्चन आता है बट बहुत रेयर चांसेस हैं ये टी और एस से तो बहुत रेर रेयरली क्वेश्चन पूछता है ठीक है चलिए कैसा लग रहा है आपको कुछ शब्दों में बया करें कितना टाइम हो गया कैलकुलेट करते हैं 9:30 से स्टार्ट किया था 945 टाइप से कुछ तो तीन तो वो हो गए नती 6 और 6 घंटे हो गए सवा घंटे हो गए है ना चलो सब बच्चे गुरुजी को बड़ा वाला थैंक यू बोलो बिल्कुल विद्याधर थैंक यू नहीं बोलोगे तो कब बोलोगे सर आप राजसभा की पावर ज्यादा पावर नहीं बताया बता तो दिए प्रकाश एक तो यह होता है कि अगर स्टेट लिस्ट में पार्लियामेंट को लॉ बनाना है तो वो राज्यसभा स्पेशल मेजॉरिटी से रेजोल्यूशन पास करेगी तब बना सकता है और दूसरा अगर न्यू ऑल इंडिया सर्विस क्रिएट करनी है तो वह सिर्फ राज्यसभा ही रेजोल्यूशन पास करेगा तभी हो सकता है अंडर आर्टिकल नंबर 312 ठीक है यह ऊपर वाला काम अंडर आर्टिकल 249 होता है 249 के तहत स्पेशल मेजॉरिटी करके वह राज्यसभा बोल सकता है आर्टिकल नंबर 312 ऑल इंडिया सर्विसेस की बात करता है ऑलराइट आज के टास्क पूरे ऋषभ शर्मा परसों होगी बायोलॉजी आज रखे केमिस्ट्री क्लास ना रखे बताओ ठीक है परसों की तारीख क्या 13 ठीक है 13 आज केमिस्ट्री क्लास रखे कि ना रखे भाई मेरी तो वो नहीं है मैं रख सकता हूं यह मत एक्सपेक्ट करना अभी आधे घंटे में खाना खाऊंगा एक घंटे सोऊंगा लपक के हमारे कानपुर में ऐसे नहीं बोलते हैं सोऊंगा हमारे बोलते हैं सोऊंगा लपक के और ये वर्ड पता है मेरे एक दो दोस्त ने दिया था एक बार मैंने उसको कॉल किया मैंने बोला भाई क्या कर रहा है बोलता भाई लपक के सो के उठाऊं बस वो वर्ड मेरे दिमाग में जो लपक वर्ड है व चपक गया एकम ठीक है आधे आधे घंटे सोा ले बस एक घंटे अमेंडमेंट इंपॉर्टेंट वाले सर अच्छा अभी इंपॉर्टेंट वाले अमेंडमेंट करना है मतलब कुछ तो इज्जत करो फर्स्ट अमेंडमेंट से बता दिया ना शेड्यूल ऐड हुआ 5 सेकंड अमेंडमेंट से शेड्यूल ऐड हुआ 73 देखा 74 देखा 42 अमेंडमेंट इतना सारी चीज देखा 44 अमेंडमेंट देखा ठीक है 97 अमेंडमेंट देखा वो सारे इंपोर्टेंट अमेंडमेंट ही थे आपके अलग से याद करने की जरूरत नहीं है अलग से याद नहीं करनी है क्लियर है ठीक चलो बाय बाय खाना ना खा लेते हैं चलके ठीक है और ये ब मैंने ये चीज स्टार्ट में बोली नहीं थी क्लास के लेकिन तबीयत मेरी ठीक नहीं है ठीक है लेकिन वही चीज अगर मैं क्लास के शुरुआत में बोल देता तो मुझे पता है आप लोगों की तबीयत डाउन हो जाती है उसका कारण मतलब कोई बहुत बड़ा का कारण नहीं है कल थोड़ा एसी चलाकर काफी कम टेंपरेचर में सो गए थे और उसकी वजह से जो है वो हमारी दिक्कत है मुझे पता है कोई किसी मच्छर की इसमें कोई दोष नहीं है ठीक है लेकिन व सही हो जाएगा बस सर मत जाओ पिकनिक करते हैं फिर एक साथ केमिस्ट्री भी पढ़ लेते हैं हां क्यों नहीं तुमको तो आराम से खाना वाना सब खावा के आए होगे आराम से सब राउंड में आ रहे थे है ना नो सर नो रखो सर अच्छा केमिस्ट्री ऑफ प्लीज केमिस्ट्री चलो नहीं रखते नहीं काफी लोग अब आएंगे नहीं हमें पता है तो ऑफ कर देते हैं और कल सुबह रखे केमिस्ट्री की या फिर कब रखें कल सुबह ही रख लेते हैं केमिस्ट्री की है ना सुबह ही रहेगी कल केमिस्ट्री की ठीक है कल सुबह रहेगी सर आप राज्यसभा की ज्यादा पावर के बारे में बता रहे थे बेटा प्रकाश मेरी आवाज तुम तक नहीं पहुंच रही है क्या क्या बोला अभी इधर पे या फिर तुमको क्या लगता है यहां से हम कुछ उठा के फेंक के मारे तुम्हारे अभी बताओ इसका पीपीटी इसका पीपीटी अभी मिल जाएगा आपको परमार एससी टेलीग्राम प और परसों होगा बायोलॉजी का वन शॉट संडे को होगा इकोनॉमिक्स का वन शॉट और एक शॉर्ट शॉर्ट शॉट लगाते ही हम लोग का जीवन पार हो जाएगा ठीक है 1140 साक्षी जन हा समझ रहे 1140 मौज लेते रहो तुम लोग मेरी है ना पता है कुछ लोग मौज लेते हैं इसको लेके है ना कि सर 11:30 बोल रहे हैं तो मतलब 1140 सर 9:30 बोल रहे तो 940 बात सही भी है लेनी भी चाहिए मौज रियलिटी है है कि नहीं चलो भाई थैंक यू सभी को कल स्टेनो का एग्जाम है कांग्रेचुलेशन यशपाल कल और परसों है ना स्नो का एग्जाम कांग्रेचुलेशन मतलब सॉरी मतलब बेस्ट ऑफ लक यशपाल और रिवाइज करिएगा अच्छे से जो भी क्ज उनको एक बार रिवाइज कर लीजिएगा और जो नाश्ता पीडीएफ उनको बस खत्म थैंक यू