[संगीत] मल्टीवर्स थ्योरी थियोरेटिकल फिजिक्स का एक ऐसा कांसेप्ट है जिसे समझना इंतिहा मुश्किल है क्योंकि हमारा ब्रेन सिर्फ इन्हीं चीजों को आसानी से समझ सकता है जिन्हें वह प्रोसेस कर पाता है यह उन्हीं चीजों को आसानी से समझ सकता है जिनको हम अपने आसपास देखकर और इनको ऑब्जर्व करके बढे हुए हैं लेकिन ऐसे कांसेप्ट जो कि हमारी कॉमन इमेजिनेशन या सोच से बड़े हो इन्हीं में से एक मल्टीवर्स थ्योरी भी है जो यह कहती है कि हमारी यह पूरी कायनात जो कि ला महदूद या फिर इंफिनिट है इसका कोई किनारा नहीं यह तो सिर्फ अन बुलबुलों में से एक बुलबुला या फिर एक मार्बल है जो कि बाकी यूनिवर्स की तरह बस एजिस्ट करता है हर एक यूनिवर्स के अंदर अपना फिजिकल कानून अपना निजाम है जो कि हमारी इस यूनिवर्स से हटकर है बिल्कुल इसी तरह का एक कांसेप्ट पैरेलल यूनिवर्स का भी मौजूद है यानी हमारी इस यूनिवर्स जैसी कई और यूनिवर्स इस कायनात के अंदर हमारे साथ पैरेलल तौर पर मौजूद हैं और अक्सर हमारे साथ इंटरेक्ट भी करती हैं इन पैरेलल यूनिवर्स के अंदर दुनिया का हर इंसान हर वह चीज मौजूद है जो कि हमारी इफ यूनिवर्स या इस कायनात के अंदर मौजूद है हमारी इस दुनिया के अंदर हमारा हर एक फैसला एक नई पैरेलल यूनिवर्स या पॉसिबिलिटी को क्रिएट करता है मिसाल के तौर पर अगर आपके पास दुनिया के अंदर दो चॉइसेज हैं कि या तो आप इस दुनिया के अंदर एक एक्टर बन सकते हैं लेकिन दूसरी दुनिया के अंदर जब आप अपना फैसला बदलकर एक क्रिकेटर बनते हैं तो एक नई पॉसिबिलिटी या फिर पैरेलल यूनिवर्स पैदा हो जाती है अगर एक यूनिवर्स के अंदर आप किसी हादसे से मर चुके हैं तो दूसरी के अंदर आप इस हादसे से बचकर अभी तक जिंदा होंगे और अपनी नेचुरल उम्र को पूरा कर रहे होंगे पैरेलल यूनिवर्स मल्टीवर्स का एक पार्ट है याद रखें कि यह दोनों कांसेप्ट थियोरेटिकल है इनको अभी तक साइंटिफिकली तौर पर साबित नहीं किया गया लेकिन इसको साबित करने के लिए साइंटिफिकली तौर पर कई कोशिशें भी जा रही हैं और कई एक्सपेरिमेंट हमें लॉजिकली इसके लिए कायल भी करते हैं लेकिन साइंटिफिकली तौर पर अभी तक के टाइम में इसे साबित करना अभी बाकी है मार्वल की साइंस फिक्शन फिल्म्स की वजह से इस कांसेप्ट को आज के टाइम के अंदर काफी हाइप मिली है मिसाल के तौर पर डॉक्टर स्ट्रेंज अवेंजर्स एंड लोकी सीरीज वगैरह डॉक्टर स्ट्रेंज फिल्म के अंदर वह मल्टीवर्स के अंदर अपनी सोल यानी रूह के साथ ट्रेवल करता है क्योंकि इस फिजिकल बॉडी के साथ हायर डायमेंशन के अंदर जाना नामुमकिन है अवेंजर्स इंफिनिटी वॉर फिल्म के एक सीन के अंदर डॉक्टर स्ट्रेंज फिल्म के विलन थनोस को हराने के लिए पैरेलल यूनिवर्स के अंदर जाकर हर एक पॉसिबिलिटी को देखता है कि शायद किसी एक यूनिवर्स के अंदर इसको हराया जा सके बिल्कुल इसी तरह से डॉक्टर स्ट्रेंज मल्टीवर्स ऑफ मेडने के अंदर भी यह तरह-तरह की पैरेलल यूनिवर्स के अंदर जाकर मुख्तलिफ पॉसिबिलिटीज को ऑब्जर्व करता है जहां पर दाखिल होने के लिए इसे एक ऐसे सीक्रेट दरवाजे की जरूरत होती है जो इन दो पैरेलल यूनिवर्स या मल्टीवर्स को आपस में जोड़ता हो लोकी सीरीज के अंदर यह दिखाया गया है कि लोकी खुद की कुर्बानी देकर मल्टीवर्स जो कि आपस में किसी तरह से टूट चुकी थी इसकी टाइमलाइंस की स्ट्रिंग्स को आपस में जोड़ देता है ताकि यह सब की सब टाइमलाइंस आपस में कनेक्ट रहे और यहां पर रहने वाले स्पिरिचुअल पावरफुल बीइंग्स हर एक मल्टीवर्स और पैरेलल यूनिवर्स के अंदर सफर कर सके यह फिल्म्स प्योर इस साइंटिफिक कांसेप्ट पर बेस करती हैं अब यहां पर सबसे अहम सवाल यह पैदा होता है कि क्या कोई इंसान वाकई कभी ऐसा दरवाजा बना सकता है जो कि दो पैरेलल यूनिवर्स या मल्टीवर्स को आपस में कनेक्ट कर सके या क्या ऐसा मुमकिन है कि आपका मर चुका कोई रिश्तेदार जो कि आपकी दुनिया के अंदर तो मर चुका हो लेकिन आप किसी और यूनिवर्स की अर्थ या फिर दुनिया के अंदर जाकर इसी जगह पर उससे दोबारा मिल सके 2024 के अंदर एक ऐसी ही हॉलीवुड साइंस फिक्शन फिल्म द पैरेलल को रिलीज किया गया जिसका कांसेप्ट इसी कहानी पर बेस करता है कि एक कपल इस दुनिया के अंदर मर चुके अपने बेटे को जो कि एक एक्सीडेंट के अंदर मारा गया था इससे मिलने के लिए पैरेलल यूनिवर्स के अंदर ट्रैवल करते हैं इस कपल का घर जंगल के इंतिहा करीब था जहां पर दो दरख्तों के दरमियान एक ऐसा दरवाजा मौजूद था जो कि दो मुख्तलिफ पैरेलल यूनिवर्सेज को आपस में जोड़ता था फिल्म की मेन कैरेक्टर वेनेसा इफ जंगल के अंदर मौजूद इस दरवाजे से गुजर कर जो कि पैरेलल यूनिवर्स के अंदर जाने का रास्ता है अपने हस्बैंड और अपने देवर के कई रूपों को देखती है इनके यह तमाम रूप एक दूसरे को डराकर या फिर मार कर इनकी जगह लेना चाहते थे लेकिन आखिरकार कई कोशिशों के बाद वोह एक ऐसी पैरेलल यूनिवर्स के अंदर जाने में कामयाब हो जाती है जहां पर इस का बेटा अभी भी जिंदा था लेकिन इस मकसद के लिए उसे कुर्बानी यह देनी पड़ती है कि जिस पैरेलल यूनिवर्स के अंदर वह गई है वहां की वनेसा को उसको पहले मारना पड़ता है यह फिल्म एक साइंस फिक्शन है जिसका मतलब कि असल दुनिया के अंदर अब तक कोई ऐसी टेक्नोलॉजी या कांसेप्ट मौजूद नहीं है जो कि ऐसा दरवाजा या पोर्टल बना सके जो कि इन पैरेलल यूनिवर्सेज या मल्टी वर्सेस को आपस में जोड़ता हो साथ-साथ यह कंसेप्ट सुनकर जितना सिंपल और इंटरेस्टिंग लगता है इसके असरात इतने ही कन्फ्यूजिंग हैं मिसाल के तौर पर अभी तक म वर्स और पैरेलल यूनिवर्स के बारे में यह तक नहीं पता कि इनकी नेचर क्या हो सकती है यानी कि वह किसी बबल की तरह भी हो सकते हैं एक रस्सी की तरह भी या फिर किसी शीशे की तरह भी जिसकी कई डायमेंशन हैं इस पहली प्रॉब्लम का सलूशन मिलने के बाद हमने दूसरा प्रॉब्लम यह सॉल्व करना है कि यहां पर ट्रेवल कैसे करना है आज की मौजूदा साइंस के अंदर हम मल्टीवर्स या पैरेलल यूनिवर्स के अंदर जाने के लिए वार्म मल्स कांसेप्ट इस्तेमाल करते हैं जो कि एक पाइप की तरह दो यूनिवर्सेज को आपस में जोड़ सकता है इनको आइंस्टाइन रोजन ब्रिस भी कहते हैं जिसके एक किनारे से दाखिल होकर हम किसी और किनारे के अंदर किसी मल्टीवर्स या फिर पैरेलल यूनिवर्स के अंदर भी निकल सकते हैं इसके अलावा ब्लैक होल्स भी मल्टीवर्स या पैरेलल यूनिवर्स का रास्ता हो सकते हैं मल्टीवर्स या पैरेलल यूनिवर्स का रास्ता या पोर्टल बनाने के लिए एक इंतिहा एडवांस इंस्ट्रूमेंट और एनर्जी की जरूरत होती है जो कि अब तक की टेक्नोलॉजी के लिए बनाना तो नामुमकिन है दूसरी बात कि अभी तक हमें यह भी नहीं पता कि अगर यह तमाम यूनिवर्स एजिस्ट करती हैं तो क्या इनका आपस के अंदर कोई ताल्लुक भी है क्या वाकई में इनका कोई सिरा या दरवाज मौजूद है जहां से हम दाखिल हो सकें या फिर ऐसा तो नहीं कि इनका कोई दरवाजा मौजूद ही ना हो और बस यह साथ-साथ लेकिन एक दूसरे से दूर ऐसे ही एजिस्ट करती हो अगर कोई इंसान किसी पैरेलल यूनिवर्स या मल्टीवर्स के अंदर दाखिल भी हो जाए तो उसके असरात इंतिहा खतरनाक होंगे और हर एक इवेंट की एक अलग टाइम लाइन या पॉसिबिलिटी बनती जाएगी और इसकी वजह से हर एक मौजूदा टाइम लाइन पर इसका असर होगा मिसाल के तौर पर अगर आप खुद किसी टाइम लाइन के अंदर जाकर अपने आप को या फिर किसी और शख्स को मार दें तो लॉजिकली तो यह होना चाहिए कि आप अपनी दुनिया से गायब हो जाएंगे और वो शख्स भी वहां पर मौजूद होगा जिसको आप दूसरी दुनिया में जाकर मारना चाहते हैं लेकिन पैरेलल यूनिवर्स के अंदर या मल्टीवर्स के अंदर जब आपका वजूद खत्म हो गया वह शख्स भी मारा गया तो उसकी वजह से दो अलग-अलग टाइमलाइंस मजीद बन जाएंगी एक तो इसलिए बनेगी कि आपने अपने आप को मार दिया तो इसका आउटकम क्या होगा और दूसरा उस शख्स के मरने के बाद क्या होगा यानी कि एक अलग टाइमलाइन लॉजिकली अगर हम देखें कि एक यूनिवर्स से दूसरी यूनिवर्स के अंदर जाना अगर पॉसिबल होता तो दूसरी यूनिवर्स के लोग हमारी इस दुनिया के अंदर किसी ना किसी तरह से मौजूद होते पर अभी तक तो ऐसा कभी कुछ रिपोर्ट नहीं हुआ अगर यह पॉसिबल होता तो दूसरी डायमेंशन से आने वाले लोग या फिर पैरेलल यूनिवर्स या मल्टीवर्स से आने वाले लोग हमारी इस दुनिया को आकर डिस्टरबेंस पैदा करते हैं इनके गुनाहों और गलतियों की सजा हम इंसानों को भुगतनी पड़ती सबसे बढ़कर यह आईडिया तो किसी तरह से पॉसिबल लगता है कि शायद मल्टीवर्स जैसा कांसेप्ट लॉजिकली एजिस्ट कर सकता है जो कि सात आसमानों की सूरत बाकी दुनियां मिसाल के तौर पर जिन्नात की दुनिया फरिश्तों की दुनिया की सूरत मौजूद हो जो कि हार डायमेंशन या फिर हमारी इस डायमेंशन से आजाद है लेकिन अगर हम पैरेलल यूनिवर्स की बात करें तो यह इंसान की एक अलग शख्सियत इसकी फ्री विल इसके सफर की मुश्किलात और इसकी वजह से होने वाले असरात इसको मिलकर इलॉजिकल सा बना देते हैं आप जरा इमेजिन करके देखें कि इस थ्री डायमेंशन दुनिया के अंदर या फिर इस मादी जिस्म के साथ इंसान जो इस दुनिया के अंदर कैद है उसके साथ कैसे मुमकिन है कि इंसान अपनी रूह से एकस्टर ट्रेवल करके अपना जिस्म दुनिया में छोड़कर किसी और पैरेलल यूनिवर्स के अंदर सफर कर सके इंसान दरअसल इस थ्री डायमेंशन दुनिया के अंदर रहकर या फिर टाइम के अंदर रहकर कैद है और यही इसका दुनिया के अंदर इम्तिहान है अगर यह पॉसिबल होता है तो उसकी वजह से बहुत सारे लॉजिकल सवाल खड़े होंगे कि क्या मिसाल के तौर पर दूसरी पैरेलल यूनिवर्स के अंदर भी एक अलग खुदा होगा वहां के पैगंबर भी अलग होंगे इनके लिए कयामत या हिसाब किताब भी अलग होगा जाहिर है कि ऐसा पॉसिबल नहीं है और बिल्कुल यही बात सेंस बनाती है कि साइंस के अंदर जिसको मल्टीवर्स कहा जा रहा है वह दरअसल इस्लाम के अंदर सात आसमान है और इन तमाम आसमानों का कयामत तक के लिए इंसानों से पर्दा रखा गया और हिसाब किताब से पहले या फिर कयामत से पहले यह कभी नहीं हटाया जाएगा वरना इस दुनिया का निजाम दरम बरम होकर रह जाएगा लेकिन अगर अल्लाह की मर्जी हो तो वह यह पर्दा सफर मेराज पर अपने पैगंबर के लिए हटा भी सकता है जब टाइम और स्पेस के कानून को छोड़कर आप सल्लल्लाहु अल वा वसल्लम ने सात आसमानों जन्नत जहन्नुम का मुशाहिद और अल्लाह ताला से मुलाकात भी की सो कमिंग टू दी कंक्लूजन पैरेलल यूनिवर्स की थ्योरी इलॉजिकल और बेसलेस है लेकिन मल्टीवर्स की मौजूदगी लॉजिकल और साइंटिफिकली किसी हद तक महसूस होती है लेकिन उस तरह से नहीं जैसे आज की साइंस इसको एक्सप्लेन करती है पर जहां तक मल्टीवर्स के अंदर दाखिल होने की बात है तो यह बिल्कुल नामुमकिन है क्योंकि जो इंसान इस दुनिया को छोड़कर अपने फिजिकल वजूद को छोड़कर हर डायमेंशन के अंदर या फिर सात आसमानों से ऊपर चला गया इसका वापस आना नामुमकिन है वरना हमारी इस दुनिया की एसिस्टेंसिया में किस मकसद के लिए आए थे क्या हमारा मकसद इस दुनिया के अंदर आजमाइश नहीं था और यकीनन ऐसा ही है तो यह पर्दा तो कभी नहीं हट सकता अल्लाह ताला हमें समझने की और नेक अमल करने की तौफीक अता फरमाए आमीन