व्हाट इज इट दैट मेक्स जाकिर सो स्पेशल

Jul 19, 2024

व्हाट इज इट दैट मेक्स जाकिर सो स्पेशल

परिचय

  • जाकिर खान ने मंच पर अपनी बेहतरीन बदस्तूर शैली से पहचान बनाई है।
  • वे मंच पर शो के दौरान पानी नहीं पीते ताकि उसके प्रवाह में रुकावट ना आए।
  • उनका नाम उस्ताद जाकिर हुसैन के नाम पर रखा गया।
  • परिवार की संगीत परंपरा और नामकरण की कहानी।

वेकेशन और व्यक्तिगत जीवन

  • जाकिर को हमेशा काम में रहना पसंद है, वेकेशन में भी काम शामिल हो जाता है।
  • वे अकेले यात्रा का आनंद लेना पसंद करते हैं, ताकि बिल्कुल कुछ ना करना पड़े।

संगीत और कलाकार

  • उस्ताद जाकिर हुसैन का तबला बजाने के प्रति योगदान।
  • भारतीय शास्त्रीय संगीत में जाकिर हुसैन का महत्व।
  • जाकिर खान बचपन से ही कला के प्रति रुझान रखते थे।

नाम का प्रभाव और कला से जुड़ाव

  • 'जाकिर' नाम से जुड़े अनुभव, जैसे लोगों का पूछना तबला बजाते हो या नहीं।
  • उनका सितार और अन्य वाद्ययंत्रों के साथ अभ्यास।

समाज और कला से तालमेल

  • जाकिर बड़े कलाकारों के संगत में बड़े हुए, जिससे उनके व्यक्तित्व में विनम्रता आई।
  • उनका कला को समझने और असलियत में जीने का नजरिया।
  • बड़े कलाकारों के आसपास रहने को नम्रता से जोड़ते हैं।

मित्रता और सहयोग

  • जाकिर की जिंदादिली का एक बड़ा हिस्सा है उनके करीबी दोस्त और कला साथी।
  • वे नए और युवा कलाकारों के साथ भी जुड़े रहते हैं, जैसे कौशिकी चक्रवर्ती।
  • परिवार और दोस्तों के साथ व्यक्तिगत रूप से जुड़ना और सीखना महत्वपूर्ण।

लेखन और शो

  • शो के लिए व्यक्तिगत रूप से तैयारी करते हैं और उनके विशेष रूप से एक खास दोस्त को बताने का उद्देश्य रखते हैं।
  • उनकी कहानियाँ और उनका प्रस्तुतिकरण दर्शकों को व्यक्तिगत अनुभव से जोड़ता है।

कला में विद्यमानता

  • मंच पर शो के दौरान व्यक्तिगत अनुभवों और भावनाओं को दर्शाने में रुचि।
  • वे स्टेज पर शो के दौरान एक अलग दुनिया बनाने के लिए निरंतरता और सच्चाई पर जोर देते हैं।

आगे की योजना

  • जाकिर का उद्देश्य है कि हर कहानी व्यक्तिगत और सच्ची हो और वे दर्शकों को जोड़ पाएँ।

अन्य

  • उनकी व्यक्तिगत कविताएं, विचार और परिवार के महत्व पर बात की गई।
  • उनका मानना कि सच्चाई और असली कहानियों से ही लोगों को जोड़ा जा सकता है।
  • एक खोज जारी है कि कला के अन्य माध्यमों से भी खुद को व्यक्त किया जा सके।

अंतिम विचार

  • काम और कला में ईमानी और मेहनत का महत्व।
  • कला और सच्चाई में बसते रहना, यही उनके जीवन और करियर की आधारशिला है।