डीमैट अकाउंट की सुरक्षा और ब्रोकर चयन

Aug 10, 2024

ब्रोकर विफलता के मामले में डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग बैलेंस की सुरक्षा

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट

  • डीमैट अकाउंट से शेयर खरीदे जा सकते हैं और ट्रेडिंग की जा सकती है।

हाइपोथेटिकल सिचुएशन

  • डीमैट अकाउंट में 1 करोड़ रुपये के शेयर और 5 लाख रुपये का ट्रेडिंग बैलेंस।
  • ब्रोकर के दिवालिया होने की स्थिति में क्या होगा?

शेयर की सुरक्षा

  • शेयर ब्रोकर के पास नहीं होते, वे डिपॉजिटरी के पास होते हैं।
  • भारत में दो प्रमुख डिपॉजिटरी: CDSL (Central Depository Services Limited) और NSDL (National Securities Depository Limited)।
  • ब्रोकर के विफल होने पर भी आपके शेयर सुरक्षित रहते हैं।
  • आप नया डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और अपने शेयर ट्रांसफर कर सकते हैं।

ट्रेडिंग बैलेंस की सुरक्षा

  • SEBI (Securities and Exchange Board of India) सभी ब्रोकर को रेगुलेट करता है।
  • SEBI का Investor Protection Fund 25 लाख रुपये तक की सुरक्षा प्रदान करता है।
  • यदि ब्रोकर विफल होता है, तो SEBI 25 लाख रुपये तक का दावा करती है।
  • 25 लाख से ज्यादा बैलेंस के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।

ब्रोकर का चयन

  • किसी भी अनजान ब्रोकर से बचें।
  • रेप्युटेड और बड़े ब्रांड्स पर भरोसा करें।
  • उदाहरण: Upstox, जिसे RKSV Securities India ने 2012 में शुरू किया था।
  • Upstox के पास अब 40 लाख से अधिक ग्राहक हैं और यह इंडिया के टॉप ब्रोकर में से एक है।

निष्कर्ष

  • शेयर हमेशा सुरक्षित रहते हैं क्योंकि वे डिपॉजिटरी में होते हैं।
  • ट्रेडिंग बैलेंस 25 लाख रुपये तक SEBI द्वारा सुरक्षित है।
  • अच्छे और रेप्युटेड ब्रोकर का चयन करें।
  • अनजान और छोटे ब्रोकर से बचें।

सुझाव

  • Upstox या अन्य रेप्युटेड ब्रोकर का चुनाव करें।
  • अपनी रिसर्च करें और समझदारी से निर्णय लें।