तो दोस्तो आज हम पढ़ने वाले क्लास नाइंथ हिस्ट्री का चेप्टर नमः थ्री जिसका नाम है नाजजिजिम और दे राइज ओफ हिटलर तो दोस्तो चेप्टर की सुरुबात होती है 11 साल के बच्चे से जिसका नाम था हेल्मूत हेल्मूत के पापा हेल्मूत की मम्मी से बोलते हैं कि अब टाइम आ चुका है सुसाइड करने का क्योंकि अब हमारे साथ भी वही होने वाला है जैसा कि हमने जूइस के साथ किया था तो क्या मुझे अकेले को सुसाइड करनी चाहिए या पर हम सब को एक साथ मिलकर सुसाइड करनी चाहिए ये सब बातें हैलमुत सुन रहा था अगले दिन क्या होता है कि हैलमुत का परिबार घूमने जाता है खूब मस्ती करते हैं अपने ही ओपिस में अपने आप को गोली मार कर सुसाइड कर लिया वो इतना डर चुका था कि उसने अगले 9 सालों तक क्योंकि उसको डर था कि कहीं उसकी मम्मी उसको जहर दे कर मार रहा दे अब दुस्तों आपके दिमाग भी कई सारे सवाल उठ रहे होंगे कि आकर हैलमूत के पापा को ऐसा क्या डर था जिसकी वज़े से उनको सुजाइड करनी पड़ी आकर ऐसी क्या सुचिशन रही होगी उनके सामने तो चली चलते हैं 1914 में 1914 में फर्स्ट बर्ल्डवार स्टार्ट हुआ इस बॉर में कई सारे देशों ने भाग लिया बर्ल्डवार फर्स्ट दो पावर्स के बीच में लड़ा गया पहली थी अलाइट पावर्स और दूसरी थी सेंट्रल पावर्स और सेंट्रल पावर्स के अंदर आते थे जर्मनी, ओस्टो-अंगरिय नमपाय और ओर्टोमन टरकी उस समय में जर्मनी के पास बहुत पावर थी लेकिन 1980 में अलाइट पावर्स को सपोर्ट मिल जाते हैं USA का जिसकी वजह से Central Powers हार जाती है मतलब Germany के हार का सबसे बड़ा कारण था USA जब Germany War हार जाती है तो वहाँ का जो Emperor होता है वो Abdicate कर देता है मतलब अपने पद को छोड़ देता है अब राजा ने अपना पद छोड़ दिया तो Government तो बननी थी तो Germany में एक जगह थी जिसका नाम था Weimar वहाँ पर एक National Assembly बनती है जिसको Weimar Republic Formation बूलते है और इसी के दौरा Germany के लिए Federal Structure और Democratic Constitution बनाया गया था अब जैसे ही जर्मनी के अंदर Democratic Constitution बना तो जर्मनी में Democracy आ गई जिसकी वज़े से लोग जर्मन Parliament के अंदर Members को Elect करने के लिए Vote करने लगे और ये Voting सारे Adult कर सकते थे Including Women अब आप सोच रहे होगे कि Democracy आई थी तो ये तो अच्छी वाद थी न क्योंकि जो Weimar Republic बना था मतलब जो Assembly बनी थी उसने एक Peace Treaty साइन की थी जिसको हम Treaty of Versailles गोलते हैं मतलब एक समझवाता हुआ था जर्मनी और Allied Powers के बीच में जिसमें जर्मनी के उपर बहुत सी चीज़ें थोपी गए थी Imposed की गए थी जर्मनी से कई सारी चीज़ों को छीना भी गया था जैसे कि उनसे उनकी Territories छीन लिया गया थी Iron छीन लिया गया था Coal छीन लिया गया था क्योंकि Allied Powers नहीं चाहते थी कि जर्मनी आगे कभी War लड़ पाए इन सब की अलावा जर्मनी को 6 बिलियन यूरो को Compensation देने के लिए Force किया गया था जर्मनी में एक जगह थी रायलेंड जो की फैमस थी अपनी रिसोसेस के लिए उसको भी छीन लिया गया था तो वहाँ के जो लोग थे वो अलाइड पावस का तो कुछ कर नहीं सकते थे इसलिए वो सारे दोस्त किसको दे रहे थे? गवर्मेंट को दे रहे थे उने जर्मनी के लोग नबंबर क्रिमिनल बोलते थे क्योंकि उन्होंने ही Treaty of Versailles पर साइन किया था और ये कब किया था? 1918 के November मंथ में इसलिए इनको November Criminal बोलते हैं बर्डवार फ़र्ष्ट के कारण लोगों के उपर और पूरी यूरोप के उपर मेंटली और फिजिकली बहुती बुरा आसर पड़ा था आज उनकी आलत ऐसी हो गई थी खास कर कि जर्मनी के अंदर 1923 में जर्मनी के अंदर hyper inflation हो गया था मतलब जर्मनी में काफी जादा महगाई बढ़ गई थी महगाई इतनी जादा हो गई थी कि लोगों को एक braid खरीदने के लिए नोटों के bundle देने पड़ते थे अब ऐसा क्यों हुआ था तो ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि जर्मनी ने war के लिए करज लिया था और ये करज इतना जादा था कि जर्मनी उसे बापस नहीं कर पा रही जिस कारण से जर्मनी का gold stock भी खतम हो गया उसको occupied कर लेता है जिसकी वज़े से resources की supply में भारी गिरावट आ जाती बैसे ही Germany कंगाल था रूर के छिन जाने के बाद वो और भी जादा कंगाल हो जाता है तो इससे बचने के लिए वहाँ की जो government थी वो अंदादुन्द currency चापना सुरू कर दे थी जिससे currency की value गिर जाती है और चीजों के दाम आसमान चुने लगते हैं currency की over printing की बज़े से Germany की के लोगों कोई छोटी से छोटी चीज खरीदने के लिए नोटों से भरे हुए बोरे देने पड़ते थे और इसी सिचिएशन को हाइपर इंफलेशन बोला गया है और पता है ऐसी कठिन परिस्थिती में जर्मनी की मदद कौन करता है अमेरिका करता है जर्मनी का सबसे बड़ा दुस्मन था USA ने जर्मनी की मदद करने के लिए डाविस प्लान बनाया जिसके तैथ USA जर्मनी को छोटे छोटे लॉन देता था और ऐसा हो भी रहा था USA की मदद से जर्मनी की स्थिति सुधर भी रही थी सब को सही चल रहा था लेकिन 1929 में क्या होता है USA के अंदर आ जाता है Great Economic Depression और ये क्यों आता है क्योंकि USA का Wall Street Accent Crash हो जाता है अब जो थोड़ा वा सपट मिल रहा था जर्मनी को वो भी बंद हो जाता है क्योंकि USA की खुद की आलत बत्तर हो जाती है Great Economic Depression के चलते USA की National Income आदी हो जाती है Factories बंद हो जाती है Export रुख जाता है मतलब USA की भी बुरी आलत हो जाती है USA की तो होती होती है लेकिन इसका असर और देशों पर भी पड़ता है अगर हम जर्मनी की बात करें तो जर्मनी में Industrial Production 40% तक गिर जाता है 6 मिलियन लोग बेरूजगार हो जाते हैं जिसकी वज़े से Criminal Activities बढ़ जाते हैं और जो government थी वो भी इन situation का कोई अच्छा solution नहीं निकाल पा रही है अब यार आप खुदी सोचो कि इतना सब कुछ होने के बाद भी जनता government की respect करेगी नहीं ना तो जो थोड़ा बहुत भरूसा था लोगों का government के प्रती मतलब Weimar Republic के प्रती वो बिलकुल ही खतम हो जाता है पूरा बिस्वास ही उठ जाता है लोगों का Weimar Republic से और यहीं से rise होता है Hitler का तो चलिए हम Hitler के बारे में deep से पढ़ते हैं तो Hitler का जन 1889 में ऑस्ट्रिया में हुआ था उसने अपना बच्चपन बहुती गरीबी स्थिती में गुजारा था हिटलर ने बल्डवर फर्ष्ट में जर्मन आर्मी को जोइन कर दिया उसके बाद उसने आर्मी में बहुत अच्छा काम किया इन फक्ट उसने कई सारे मेडल्स भी जीते उससे तो हिटलर और भी जादा फ्यूरियस हो जाता है इसलिए वो 1919 में एक पॉलिटिकल पार्टी को जॉइन कर लेता है जिसका नाम था जर्मन वरकस पार्टी धीरे धीरे हिटलर पार्टी का हेड वन जाता है और फिर वो उस पार्टी का नाम बदल देता है और कर देता है National Socialist German Workers Party और यही पार्टी बाद में जाकर नाजी पार्टी कहला थी हिटलर और उसकी पार्टी का काम करने का अलग ही स्टाइल था उनके सल्यूट करने का तरीका भी अलग था उनका सिम्बल अलग था Rise of Nazi Party in German Politics तो होता क्या है कि 1928 के अंदर सर्मन पारलियमेंट के अंदर एलेक्शन होते हैं जिसमें नाजी पार्टी बहुती बुरी तरीके से हारती है उसको मातर 2.6% बोर्ड मिलते हैं सर्मन पारलियमेंट के अंदर ऐसा होना नॉर्मल सी बात थी क्योंकि उस समय पर नाई लोग हिटलर को जानते थे और नाई नाजी पार्टी को बट 1929 में सिचिविशन कुछ आलग हो जाती है 1929 में क्या होता है कि ग्रेट एकॉनिमिक डिप्रेशन आता है तो इसके चलते बहुत सारे लोग परिशान थे और इसी बात का फायदा उठाता है इटलर इटलर क्या करता है कि लोगों को अपनी तरफ अट्रेक्ट करता है और लोगों से कहता है कि अगर तुम मुझे सपोर्ट करते हो और बोर्ट करते हो एलेक्शन में इस पर करके कहीं सारे बाते करता है इटलर कि इटलर बहुती पावरफुल स्पीकर था वो इतना गजब का स्पीकर था और इस चीज का उसे फाइदा भी मिला फाइनली 1932 में नाजी पार्टी इलेक्शन जीत जाती है उसे जर्मन पारलेमेंट के अंदर 37% बोट मिलते हैं जिससे नाजी पार्टी मिजॉर्टी में आ जाती है तो हिटलर ने ऐसे कौन-कौन से बादे किये थे चली देखते हैं सेकिंड थर्ड मैं हर एक individual की dignity बापस दिलाओंगा फूर्थ मैं Germany के अंदर employment लाओंगा फिप मैं foreign interference को रुकवा दूँगा मतलब इतने सारे बादे कर दिये थे हिटलर ने और इनी promises की बज़े से नाजी पार्टी election जीत पाई थी election जीतने के बाद हिटलर ने कई सारी release की public meetings की ताकि वो अपना support gather कर सके दिरे दिरे हिटलर का support बढ़ता गया और हिटलर power में आ गया 13th January 1933 को जर्मनी के प्रेसिडेंट हेडन्सबर्ग ने हिटलर को जर्मनी का चांसलर घुसत कर दिया जिससे हिटलर के आतों में और भी जाधा पावर आ गई अब हिटलर क्या सोचता है कि क्यों न डेमोक्रिसी को अटा कर डिक्टेटर सिर्फ सेट अप की जाए तब ही फैबरेरी 1933 में क्या होता है इसकी बची से 28 फैबरेरी को फायर डिक्री आती है इस डिक्री के तहट लोगों के सारे सिविक राइट्स को छीन लिया जाता है जैसे कि फ्रीडम टू स्पीच, प्रेस और असेम्बली इन सब को सस्पैंड कर दिया जाता है इसके बाद क्या होता है कि 3 मार्च 1933 को एनेबलिंग एक्ट पास होता है तो जर्मनी के अंदर से डेमोकरिसी हट जाती है वो जो चाहे वो कर सकता था जर्मनी के अंदर किबल एकी पार्टी बचती है जो की थी नाजी पार्टी मतलब जर्मनी एक सिंगल पार्टी कंट्री बन चुका था अब दोस्तों जैसा कि हमने देखा था कि इटलर ने कई सारे प्रॉमिसेस किये थे जर्मनी की एकानोमी को ठीक करने के लिए वो क्या करता है कि एक एकोनोमिस्ट को रिस्पॉंसिबिलिटी देता है जिसका नाम था जाल्मा साचेट तो इसके लिए जाल्मा साचेट दो चीजों को एम करता है क्योंकि अगर प्रोडक्शन को बढ़ाना है तो इसके लिए लोगों की जरूरत होगी जिससे employment तो अपने आप ही बढ़ जाएगा इस project के लिए government फल्ड देती थी और इसी project के बदोला जर्मनी के अंदर super highways और Volkswagen जैसी car आ पाई थी Hitler ने कई सारी changes किये foreign policies के अंदर जैसे कि 1933 में Hitler जर्मनी को withdraw कर लेता है League of Nations से Rheinland जो की छिन लिया गया था जर्मनी से उसे बापुस re-occupied कर लिया हिटलर ने 1938 में ओस्ट्रिया और जर्मनी को एक कर दिया बाइदा स्लोगन ओफ बन प्यूपल, वन एमपायर और वन लीडर तो दोस्तों ये कोई चेंजेस थे जो कि हिटलर ने किये थे फॉरन पॉलिसीज के अंदर तो जो ये जालमा सचेट था वो एकॉनमिस्ट के साथ साथ एक अच्छा एडवाइजर भी था तो ये इटलर से कहता है कि जहां तुम्हे देश की एकॉनमी को इंप्रूव करने के बारे में सोचना चाहिए इसलिए वो हिटलर का सपोर्ट छोड़ देता है और वहाँ से चला जाता है और जो हिटलर होता है वो एकॉनमेक क्राइसिस को आबरकम करने के लिए वार लड़ना सुरू कर देता है और फर्स सेप्टेमबर 1939 जर्मानी पूलन पर हमला कर देती है और फिर साथ मिल जाते हैं फिर सेप्टेमर 1914 में एक ट्रिपटाइट पैक्ट साइन होता है जिसमें दो countries वर्ल्डवर्ड लड़ने के लिए Germany के साथ आ जाती हैं और वो countries थी Italy और जपैन मतलब एक तरफ वो गए थी France और England और दूसरी तरफ थे Germany, Italy और जपैन अब दोस्तों मैं आपको डायगराम के थूरू समझाता हूँ जैसे मालो ये जर्मनी है, ये इंग्लेंड है और ये सोबियत यूनियन है, मतलब रसिया है अब दोस्तों होता क्या है कि जून 1941 में हिटलर सोबियत यूनियन पर अटेक कर देता है क्यों था क्योंकि आप जर्मनी वेस्टरन बोर्डर पर ब्रिटिस बॉम्बिंग को जेल रहा था और इधर इस्टरन बोर्डर पर सोबियत आर्मी को तो जो ये सोबियत आर्मी होती है वो जर्मन आर्मी को स्टेलिंग रेड पर बहुती बुरी तरीके से रहा था USA को भुगतने पड़े थे वो उन्हें धोराना नहीं चाहता था क्योंकि जो जापान होता है वो इश्ट की तरफ continuously अपनी power expand करता चला जा रहा था उसने इंडो चाइना पर भी कबजा कर लिया था यहाँ तक सब ठीक था लेकिन होता क्या है कि जापान USA के एक naval base पर attack कर देता है जिसका नाम ता पारल हावर इस बात से USA को गुस्सा आ जाता है और USA 8 डिसेंबर 1941 को नाचाती भी भी वार्मे एंट्री मार देता है कि USA आज भी बहुत सक्ति साली है और पहले भी बहुत सक्ति साली था बंडवार सेकेंड मेइ 1945 में दो चीजों के साथ खतम होता है पहली जर्मनी की हार के साथ और दूसरी हीरो स्विमापर अटोमिक बॉम फ्लाश्ट के साथ तो दोस्तो जितनी भी तबाई मची थी उसका सबसे बड़ा कारण था हिटलर पल्ड वा सेकेंड का कारण भी हिटलरी था और उसकी वज़े से जो लाकों मासूम लोगों की जाने गई थी उसका कारण भी हिटलरी था हिटलर ने सब कुछ खो दिया था लोगों का भरोसा अप तो वो सुसाइट इसलिए कहते है क्योंकि वो भी नाजी पार्टी के सपोर्टर थे मतलब हिटलर के सपोर्टर थे में 1945 तक जर्मनी सरेंडर कर देती है और अलाइस पावर जीत जाती है मतलब एक तरीके का कोट इस्टेबलेस होता है जिसमें अलाइट पावर जैसे की फ्रांस, यूके, यूएसे और सोबियत यूनियन मतलब जो भी जीते हुए देश थे वो वार क्रिमिनल्स को सजा दे रहे थे मतलब जो हिटलर के सपोर्टर थे नाजी पार्टी के लोगों ने कई सारी क्राइम किये थे जैसे कि क्राइम अगेंस्ट पीस, वार क्राइम और जो सबसे बुरा वाला जो क्राइम किया था वो था क्राइम अगेंस्ट ह्यूमेनिटी 6 मिलियन जुईस को मारा था 2 लाक जिपसीस को मारा था 1 लाक पॉलिस सिबिलियन्स को मारा था और 70 लाक जर्मन्स को मारा था तो इसके लिए जो International Military Tribunal था उसने केवल 11 लोगों को ही मौत की सजा सुनाई बाकि सभी लोगों को उम्र केद की सजा सुनाई के इन्होंने जैसे लोगों के साथ किया था उसके comparison में इस सजा इनके लिए बहुती जादा कम था Now we talk about Nazi ideology मतलब Nazi लोगों की ideology कैसी थी इसको हम Hitler की ideology भी कह सकते हैं क्योंकि Nazi लोग थे तो Hitler की supporter तो जो Nazi लोग थे उन्होंने society के अंदर racial segregation करके रखा था जर्मनी के अंदर top priority ऐसी लोगों को दी जाती थी जिनकी blue eyes होती थी और blonde hair होते थे ऐसे लोगों को जर्मनी में Nordic Aryan बोला जाता था मतलब इनका level of impotence जादा होता था औरों के comparison ऐसा नाजीज मानते थे और अगर हम बात करें सबसे lower लोगों की तो वो थे Jewish Jewish लोगों को जर्मनी के अंदर weak माना जाता था और नाई Jewish लोगों को कोई impotence दिया जाता था तो ऐसा क्यों था इसके कई सारे कारण थे पहला कारण ये था कि जूइस लोगों को जीसस क्रेस्ट का किलर माना जाता था दूसरा रिजेंज ये भी माना जाता था कि जूइस लोग अधर जर्मन लोगों को जादा इंटरस्ट पर लोन देते थे और धीरे धीरे इटलर ने इनको मारना सुरू कर दिया हिटलर काफी ज़दा मास किलिंग करता था मतलब एक बार मैं कई सारे जूइस लोगों को मार देता था और तुम्हें पता है हिटलर लोगों से क्या कहता था कि मैं मास किलिंग नहीं कर रहा हूँ मैं इन लोगों को special treatment दे रहा हूँ अब वो ऐसा क्यों कहता था क्योंकि हिटलर का मानना ये था कि अगर हमें बहुती अच्छी society चाहिए और healthy society चाहिए तो हमें इस तरीके के undesirable लोगों को मार देना चाहिए ऐसा हिटलर का मानना था वो आलगी परकार का था वो क्या करता था कि लोगों को एक गैस चैंबर में बंद कर देता था फिर उन पर जहरिली गैसे छोड़ कर उनको मार देता था हिटलर जूस लोगों को फोर्स करता था घेटौस में रहने के लिए मतलब एक ऐसे इलाके में रहने के लिए कीचर रहता था बीमारिया फैलती थी लोग मर रहे थे वहाँ पर अब दोस्तो जो इटलर था वो बच्चों को भी टार्गेट करता था क्योंकि उसे पता था कि बच्चे फ्यूचर है इस कंट्री का और इटलर ये बात भी जानता था कि बच्चे किसी भी चीज को जल्दी अडब्ट कर लेते हैं क्योंकि आप खुद ही सोचो कि बच्चों को अगर बच्चपन से यही सिखाया जाएगा अब जूइस ना ही जर्मन्स के साथ खेल सकते थे और ना ही साथ में बैट सकते थे और बाद में जूइस किट्स को स्कूलों से बाहर भी कर देता है और सबसे इंपोर्टेंट बात इटलर क्या करता है कि स्कूलों की किताब ही बदलवा देता है अब स्कूलों में यही सब सिखाया जा रहा था कि जूइस को हेट करो, हिटलर और नाजी पार्टी को सपोर्ट करो, सलूट करो उनको और हमेशा लॉयल रहो उनके प्रती इसके अलाबा इटलर कई सारी यूथ ओर्गनाइजेशन भी चलाता था जिससे वो किड्स के अलाबा यूथ को भी टार्गेट कर सके अब इटलर टार्गेट कैसे करता था देखो तो जो बच्चे 10 से लेके 14 साल की उम्र के होत जंग बॉक बेसिकली इटलर का ही एक ओर्गनाइजेशन था जहाँ पर बच्चों को आइडिलोजिकल और फिजिकल ट्रेनिंग दी जाती थी आफ्टर जंग बॉक जैसे ही वो बच्चे 14 साल का हो जाता था जिसका नाम था नाजी यूथ ओर्गनाइजेशन और ये जो ओर्गनाइजेशन थी वो 1922 में बनाए गई थी जैसे कि जूइस से नफरत करो, अंडिजाइरेबल लोगों से दूर रहो वार और बायलाइस करना सही है हिटलर की पूजा करो और हमेशा हिटलर के प्रती लॉयल रहो इस तरीके की चीजें सिखाई जाती थी और फिर जैसे ही वो बच्चा 18 साल का हो जाता था तो उसने लेबर सर्विसिस में भेज दिया जाता था हिटलर ऐसा मानता तो था कि मदर बहुती important citizen है इन फेक्ट उसने 1933 में एक बर बोला भी था कि इन मा स्टेट तो मदर बहुती important citizen है बट reality में वो सारी माओं को एक समान नहीं मानता था जो माएं juice और undesirable बच्चों को जन्म देती थी उन्हें punish किया जाता था और जो desirable बच्चों को जन्म देती थी उन्हें reward दिया जाता था उन्हें हर शीज में concession मिलता था यानि कि discount मिलता था on the basis of how many children the mother gives birth तो उन्हें bronze cross मिलता था तो उन्हें silver cross मिलता था और अगर कोई मा आठ बच्चे या उससे जादा बच्चों को जन्म देती थी तो उन्हें गोल्ड क्रॉस मिलता था अब दोस्तों हम देखते हैं कि आकर जर्मनी के लोग क्या सुचते थे नाजी पार्टी के बारे में और उनकी आइडिलोजी के बारे में बट कुछ लोग ऐसे भी थे जो नाजी आइडिलोजी से प्रभावित नहीं थे क्योंकि उन्हें डर था कि इटलर उनका वही आल करेगा जो जूइस का होता आया है नाजी लोगों ने मीडिया का काफी जादा अच्छा इस्तमाल किया था जूइस के अगर्स हेटरेट फैलाने के लिए ऐसी एक फिल्म थी जिसका नाम था एटरनल जूइस एक चारलोड ब्रेट नाम की एक लेडी थी जो ने एक किताब लिखी थी जिसका नाम था दरीच ओफ थार्ड रीम इस किताब में बताया गया है कि जूइस लोगों को नाजी जर्बनी में कैसा लगता था वो कैसा फिल कर दे थे और उन पर कैसे कैसे आत्यचार होते थे वो सारी दुनिया को पता चले इसलिए जब वो मर रहे थे ताकि दुनिया को भी पता चल सके तब हिटलर की नाजी लोगों की और उनकी आइडलोजी की बहुती जाधा बेजिती होती है इन फेक्ट उनको सजा भी मिलती है बट वही बात गूम करके आती है कि जो दर्द जूइस लोगों ने जेला था और हिटलर ने इनको दिया था उसकी कमपेरिजन में इनको बहुती कम सजा मिली था I hope आपको ये वीडियो पसंद आई होगी