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कविता का दूसरा पैरा किस विषय पर केंद्रित है?
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आधुनिक युग में दूसरों के दुख से खुशी और आत्मकथा में दुख भरे जीवन का इतिहास
कविता 'आत्मकथाई' का मुख्य विषय क्या है?
आत्मकथा लिखने की अनिच्छा
लेखक आत्मकथा में अपने जीवन की किन दुर्बलताओं का वर्णन नहीं करना चाहते?
लेखक अपने जीवन की दुख भरी घटनाओं और दुर्बलताओं का वर्णन नहीं करना चाहते।
कविता में लेखक अपनी पीड़ा और दुख को लेकर क्या इच्छा जताते हैं?
लेखक अपनी पीड़ा और दुख को शान्त रखने की इच्छा जताते हैं।
आत्मकथाई कविता के लेखक कौन हैं?
जयशंकर प्रसाद
कविता के अनुसार, सुख भरे पल क्यों वर्णन करना कठिन है?
सुख भरे पल अस्थायी होते हैं और उन्हें वर्णन करना कठिन है।
कविता के पाचवें पैरे में लेखक किसकी यादों का सहारा लेते हैं?
लेखक अपनी पत्नी के सुख भरे क्षणों की यादों का सहारा लेते हैं।
कविता में आत्मकथा का किस प्रकार का विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है?
जीवन के दुख, पीड़ा और अस्थायी सुख का गहरा विश्लेषण
कविता के निष्कर्ष में कवि का आत्मकथा के प्रति क्या दृष्टिकोण है?
कवि अपनी आत्मकथा के प्रति उदासीन हैं और दूसरों की सुनना पसंद करते हैं।
कविता के पहले पैरे में जीवन की तुलना किससे की गई है?
मुरझाई पतियों से
लेखक का विचार आत्मकथा में व्यक्त दुख सुनकर समाज की क्या प्रतिक्रिया होती है?
दुख सुनकर लोग मज़ाक उड़ाते हैं और दूसरों के दुख से खुश होते हैं।
आत्मकथाई कविता के अनुसार आत्मकथा का अंग्रेजी में क्या अर्थ है?
Biography
कविता में लेखक की आत्मकथा के प्रति क्या रूचि है?
लेखक की आत्मकथा लिखने में कोई रूचि नहीं है।
कविता में कवि अपनी पत्नी के किस पहलू को याद करते हैं?
कवि अपनी पत्नी के सुख भरे क्षणों को याद करते हैं।
कविता के पहले पैरे में 'मधूप गुनगुनाकर' किसका प्रतीक है?
मन रूपी भंवरा और लेखक के मन की उदासी का प्रतीक
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