मैट्रिसेस और उनके प्रकारों की जानकारी

Sep 16, 2024

मैट्रिसेस पर लेक्चर नोट्स

परिचय

  • सभी को चैनल पर स्वागत है।
  • आज का सत्र मैट्रिसेस पर होगा।
  • यह विषय 11वीं और 12वीं कक्षा का है, और इसे पूरी तरह से समझना जरूरी है।

मैट्रिसेस का महत्व

  • मैट्रिसेस में A inverse, rank, adjoint आदि के सुम्स शामिल होते हैं।
  • मैट्रिसेस के विभिन्न प्रकारों और उनके उपयोगों पर ध्यान देना है।

मैट्रिसेस के प्रकार

  1. स्क्वायर मैट्रिक्स

    • रो और कॉलम की संख्या समान होती है।
    • उदाहरण: 2x2 और 3x3 मैट्रिक्स।
  2. रेक्टेंगुलर मैट्रिक्स

    • रो और कॉलम की संख्या अलग होती है।
    • उदाहरण: 2x3 मैट्रिक्स।
  3. यूनिट/आइडेंटिटी मैट्रिक्स

    • डायगोनल पर 1 और बाकी सब 0 होते हैं।
    • संकेतन: I।
  4. स्केलर मैट्रिक्स

    • डायगोनल पर समान संख्या होती है।
    • उदाहरण: 5I।
  5. अपर और लोवर ट्राइंगुलर मैट्रिक्स

    • अपर: डायगोनल के ऊपर सभी तत्व 0 होते हैं।
    • लोवर: डायगोनल के नीचे सभी तत्व 0 होते हैं।
  6. ट्रांसपोज़ मैट्रिक्स

    • रो को कॉलम में और कॉलम को रो में परिवर्तित करना।
  7. सिमेट्रिक और स्क्यू सिमेट्रिक मैट्रिक्स

    • सिमेट्रिक: A[i][j] = A[j][i]
    • स्क्यू सिमेट्रिक: A[i][j] = -A[j][i]

डिटर्मिनेंट

  • डिटर्मिनेंट किसी मैट्रिक्स की विशेष मान है।
  • इसे निकालने की विधि में रो और कॉलम हटाना शामिल होता है।
  • उदाहरण दिया गया -
    • मैट्रिक्स:

      [
      \begin{bmatrix}
      1 & 3 & -2 \
      0 & 1 & -1 \
      3 & 4 & 5
      \end{bmatrix}
      ]

समापन

  • अगले सेशन में एडजॉइंट और इनवर्स के लिए विभिन्न विधियों पर चर्चा होगी।
  • सभी छात्रों से निवेदन है कि चैनल को सब्सक्राइब करें और बेल आइकन दबाएं।
  • कल का सत्र 11 बजे होगा।

नोट: यह नोट्स मैट्रिसेस के विभिन्न पहलुओं और उनके उपयोगों का संक्षिप्त सारांश प्रस्तुत करते हैं।