मैट्रिसेस पर लेक्चर नोट्स
परिचय
- सभी को चैनल पर स्वागत है।
- आज का सत्र मैट्रिसेस पर होगा।
- यह विषय 11वीं और 12वीं कक्षा का है, और इसे पूरी तरह से समझना जरूरी है।
मैट्रिसेस का महत्व
- मैट्रिसेस में A inverse, rank, adjoint आदि के सुम्स शामिल होते हैं।
- मैट्रिसेस के विभिन्न प्रकारों और उनके उपयोगों पर ध्यान देना है।
मैट्रिसेस के प्रकार
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स्क्वायर मैट्रिक्स
- रो और कॉलम की संख्या समान होती है।
- उदाहरण: 2x2 और 3x3 मैट्रिक्स।
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रेक्टेंगुलर मैट्रिक्स
- रो और कॉलम की संख्या अलग होती है।
- उदाहरण: 2x3 मैट्रिक्स।
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यूनिट/आइडेंटिटी मैट्रिक्स
- डायगोनल पर 1 और बाकी सब 0 होते हैं।
- संकेतन: I।
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स्केलर मैट्रिक्स
- डायगोनल पर समान संख्या होती है।
- उदाहरण: 5I।
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अपर और लोवर ट्राइंगुलर मैट्रिक्स
- अपर: डायगोनल के ऊपर सभी तत्व 0 होते हैं।
- लोवर: डायगोनल के नीचे सभी तत्व 0 होते हैं।
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ट्रांसपोज़ मैट्रिक्स
- रो को कॉलम में और कॉलम को रो में परिवर्तित करना।
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सिमेट्रिक और स्क्यू सिमेट्रिक मैट्रिक्स
- सिमेट्रिक: A[i][j] = A[j][i]
- स्क्यू सिमेट्रिक: A[i][j] = -A[j][i]
डिटर्मिनेंट
- डिटर्मिनेंट किसी मैट्रिक्स की विशेष मान है।
- इसे निकालने की विधि में रो और कॉलम हटाना शामिल होता है।
- उदाहरण दिया गया -
समापन
- अगले सेशन में एडजॉइंट और इनवर्स के लिए विभिन्न विधियों पर चर्चा होगी।
- सभी छात्रों से निवेदन है कि चैनल को सब्सक्राइब करें और बेल आइकन दबाएं।
- कल का सत्र 11 बजे होगा।
नोट: यह नोट्स मैट्रिसेस के विभिन्न पहलुओं और उनके उपयोगों का संक्षिप्त सारांश प्रस्तुत करते हैं।