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भारतीय संविधान का विकास

Jul 30, 2024

भारतीय संविधान का विकास

परिचय

  • भारतीय संविधान के विकास के इतिहास के बारे में चर्चा।
  • उद्देश्य: संविधान सभा का गठन और संविधान बनाना।

संविधान क्या है?

  • कानूनी दस्तावेज।
  • राजनीति व्यवस्था और जनता पर शासन के लिए कानून।
  • दो प्रकार: लिखित (जैसे भारत) और अलिखित (जैसे ब्रिटेन) संविधान।

भारतीय संविधान का इतिहास

1. रेगुलेटिंग एक्ट

  • 1757: प़लासी की लड़ाई के बाद ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल पर कब्जा किया।
  • 1773: रेगुलेटिंग एक्ट पास हुआ और भारत में सबसे पहला सुप्रीम कोर्ट स्थापित किया गया।
  • पहले मुख्य न्यायाधीश: शैलजा टिम।

2. 1935 का भारत शासन अधिनियम

  • संविधान के विकास में महत्वपूर्ण भाग।
  • भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना।
  • म्यांमार को भारत से अलग किया गया।

3. कैबिनेट मिशन (1946)

  • संविधान सभा का गठन।
  • संविधान सभा के 389 सदस्य।
    • 292 ब्रिटिश प्रांतों से और 93 देसी रियासतों से।
  • बैठक की तारीखें:
    • 9 दिसंबर 1945: संविधान सभा की पहली बैठक।
    • 11 दिसंबर 1945: स्थाई अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद बने।
    • 13 दिसंबर 1945: उद्देश्य प्रस्ताव पेश किया।

संविधान सभा की प्रमुख समितियाँ

  • संचालन समिति: अध्यक्ष - डॉ राजेंद्र प्रसाद।
  • प्रारूप समिति (ड्राफ़्टिंग समिति): अध्यक्ष - बाबा साहब भीमराव अंबेडकर।
  • प्रांतीय संविधान समिति: अध्यक्ष - सरदार वल्लभभाई पटेल।
  • संघीय संविधान समिति: सदस्य - पंडित जवाहरलाल नेहरू।
  • राष्ट्र ध्वज संबंधी समिति: अध्यक्ष - डॉ राजेंद्र प्रसाद।

संविधान का निर्माण

  • 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।
  • पहली बैठक में 389 सदस्य थे, बाद में सदस्यों की संख्या 299।
  • संविधान का मसौदा तैयार करने में 2 वर्ष और 1118 दिन लगे।
  • कुल 395 अनुच्छेद, अब बढ़कर 750।

महत्वपूर्ण तिथियाँ

  • 22 जुलाई 1947: राष्ट्रीय ध्वज अपनाया गया।
  • 24 जनवरी 1950: राष्ट्रगान जन गण मन अपनाया गया।

स्वतंत्र भारत का पहला मंत्रिमंडल

  • प्रधानमंत्री: पंडित जवाहरलाल नेहरू।
  • गृह मंत्री: सरदार वल्लभभाई पटेल।
  • शिक्षा मंत्री: मौलाना अबुल कलाम आज़ाद।
  • रेलवे मंत्री: डॉक्टर जॉन मथाई।
  • रक्षा मंत्री: बलदेव सिंह।
  • स्वास्थ्य मंत्री: राजकुमारी अमृत कौर।
  • वित्त मंत्री: आदेश अनुपम शेट्टी।

निष्कर्ष

  • भारतीय संविधान का निर्माण एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक प्रक्रिया है।
  • इसके अध्ययन से हम संविधान के उद्देश्यों और भारत की राजनीतिक व्यवस्था को समझ सकते हैं।

ध्यान दें: अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण तथ्य और तिथियां।