द राइज आफ नेशनलिज्म इन यूरोप (1848)
परिचय
- भिक्षु शुक्राचार्य ने कल्पना करके चार पिक्चर्स बनाई, उनमें से एक "द बेस्ट वे" है।
- इस पिक्चर में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक की कल्पना की गई है।
- स्टैचू ऑफ लिबर्टी और मानवाधिकारों का चार्ट शामिल है।
- यह सिस्टम को ध्वस्त करने और स्वतंत्रता की ओर बढ़ने का प्रतीक है।
फ्रांस रिवॉल्यूशन और नेशनलिज्म का उदय
- फ्रांस रिवॉल्यूशन का प्रभाव पूरे यूरोप पर पड़ा।
- पहले, राजा-महाराजाओं का शासन था; जनता की कोई शक्ति नहीं थी।
- रिवॉल्यूशन के बाद:
- पावर सरकारी संस्थाओं से आम लोगों के पास पहुंच गई।
- नई राष्ट्रीयता की भावना का उदय।
- फ्रा ंस ने तीन रंगों का नया फ्लैग अपनाया।
- नेशनल लैंग्वेज और एंथम की घोषणा।
- नेशनल असेंबली का गठन।
नेपोलियन बोनापार्ट
- नेपोलियन ने डेमोक्रेसी को हटा दिया और पावर अपने हाथ में ले ली।
- सिविल कोड (2004) का कार्यान्वयन किया।
- आर्थिक सुधार एवं परिवहन प्रणाली में सुधार किए।
- नेपोलियन को अंततः नफरत का सामना करना पड़ा।
- रिवॉल्यूशन के बाद कंजर्वेटिव शक्तियों का उदय।
नेशनलिज्म का निर्माण
- यूरोप में कोई एकल राष्ट्रीय पहचान नहीं थी; विभिन्न भाषाएँ और सांस्कृतिक विविधता।
- नई मध्य वर्ग की उदय और पुरानी व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष।
- लिबरल-नेशनल विचारधारा का उदय।
जुलाई रिवॉल्यूशन
- फ्रांस में कंजर्वेटिवों का शासन समाप्त।
- लुइस फिलिप को हेड बनाया गया।
- बेल्जियम ने स्वतंत्रता प्राप्त की।
हंगर, हार्डशिप और लोकप्रिय रिवॉल्ट
- जनसंख्या वृद्धि और बेरोजगारी की समस्या।
- गरीब लोग शहरों की ओर बढ़े, जिससे स्लम्स का निर्माण।
- खाने की कमी और महंगाई।
- फ्रांस में एक नई नेशनल असेंबली का गठन।
यूरोप में लिबरलिज्म का विकास
- मिडिल क्लास ने विभिन्न सुधारों की मांग की।
- जर्मनी में जनरल असेंबली का गठन।
- कार्यकर्ताओं और कलाकारों का समर्थन।
जर्मनी और इटली का एकीकरण
- जर्मनी का एकीकरण: प्रूसिया की मदद से।
- इटली का एकीकरण: ऑस्ट्रिया के खिलाफ युद्ध।
- यूनाइटेड किंगडम का गठन।
निष्कर्ष
- यूरोप में नेशनलिज्म का उदय और विभिन्न रिवॉल्ट्स का क्रम।
- विभिन्न साम्राज्य और राष्ट्रों के बीच तनाव और संघर्ष।
- नेशनलिज्म ने फर्स्ट वर्ल्ड वार का आधार बनाया।
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