इंट्राडे ट्रेडिंग फुल कोर्स
परिचय
- यह कोर्स फ्री में उपलब्ध है
- कोर्स में इंट्राडे ट्रेडिंग सीखेंगे
- सक्षम होने के बाद पेट कोर्सेज लेने की ज़रूरत नहीं
- समय की बचत के लिए, कोर्स को चैप्टर वाइस समझाया गया है
- वीडियो में इंट्रोडक्शन और शेयर मार्केट की तीन प्रकार की ट्रेडिंग समझाई जाएगी: इंट्राडे, स्विंग, और फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग
शेयर मार्केट में मुख्य ट्रेडिंग प्रकार
- इंट्राडे ट्रेडिंग: मार्केट खुलने और बंद होने के बीच का ट्रेडिंग
- मार्केट का समय: सुबह 9:15 से 3:30 तक
- एक ही दिन में बाय और सेल करना होता है
- लेवरेज मिलता है: 5 गुना तक
- स्विंग ट्रेडिंग: शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग
- कैश में बाय करना होता है, शॉर्ट टर्म के लिए होल्ड करना
- समय सीमा: एक हफ्ता, 10 दिन, 15 दिन, एक महीना, दो महीना, 6 महीना
- फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग: लिंक डिस्क्रिप्शन में
- ऑप्शन ट्रेडिंग: स्टॉक या इंडेक्स में बाई और सेल ऑप्शन्स
- फ्यूचर ट्रेडिंग: स्टॉक या इंडेक्स का भविष्य का सौदा
इंडियन स्टॉक मार्केट
- मुख्यत: दो प्रकार के मार्केट: इक्विटी मार्केट और कम्युनिटी मार्केट
- इक्विटी मार्केट में कैश ट्रेडिंग और फ्यूचर-ऑप्शन ट्रेडिंग होती है
- कम्युनिटी मार्केट का समय: सुबह 9:00 से रात 11:30 बजे तक
कैश और इंट्राडे ट्रेडिंग
- कैश ट्रेडिंग: लॉन्ग टर्म के लिए होल्ड करना
- इंट्राडे ट्रेडिंग: रोजाना एक ही दिन में बाय और सेल करना होता है
- ध्यान रखें: 9:15 से 3:30 के बीच बाय और सेल करना जरूरी
टेक्निकल एनालिसिस
- चार्ट रीडिंग: हर ट्रेडिंग में चार्ट की जरूरत होती है
- चार्ट प्रकार: ग्रीन केंडल, रेड केंडल
- प्राइस एक्शन: मार्केट की साइकोलॉजी और प्राइस मूवमेंट
- मार्केट स्ट्रक्चर: मार्केट का ट्रेंड, सप्लाई और डिमांड जोन
- सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस: महत्वपूर्ण लेवल्स
ट्रेड एनालिसिस
- बड़े प्लेयर ट्रेड को फॉलो करते हैं
- ट्रेड प्रकार: अप ट्रेड, डॉ ट्रेड, साइडवेज़ ट्रेड
- मार्केट ट्रेंड को समझना और इंजॉय करना महत्वपूर्ण
- ट्रेड एनालिसिस दो प्रकार से किया जाता है:
- प्राइस एक्शन
- टेक्निकल टूल्स
कुंजी पॉइंट्स
- इंट्राडे, स्विंग और अन्य ट्रेडिंग प्रकार के लिए स्पष्टता
- इंट्राडे ट्रेडिंग के समय और लेवरेज का महत्व
- शेयर्स का कैश ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग में अंतर
- चार्ट और टेक्निकल एनालिसिस का महत्व
- मार्केट साइकोलॉजी और प्राइस मूवमेंट को समझना
- सही समय पर बाय और सेल के निर्णय
लाइव ट्रेडिंग डेमो
- चार्ट पर लाइव ट्रेडिंग के उदाहरण
- इंट्राडे और स्विंग ट्रेडिंग कैसे की जाती है उसका डेमो
- परीक्षण और फीडबैक से सीखना
आगे के अध्याय
- सप्लाई और डिमांड जोन
- ट्रेड एनालिसिस
- ट्रेडिंग साइकॉलजी
- रिस्क मैनेजमेंट
निष्कर्ष
- इस कोर्स के बाद, किसी और कोर्स की ज़रूरत नहीं
- पहले 20% स्किल्स सीखनी हैं, बाकी का 80% लाइव ट्रेडिंग और अनुभव से आएगा
- प्रैक्टिस और परीक्षाओं के माध्यम से ट्रेडिंग साइकोलॉजी, रिस्क मैनेजमेंट, और मनी मैनेजमेंट में महारत हासिल करना
- लाइव मार्केट में ट्रेड्स जॉइन करने के लिए टेलीग्राम चैनल जॉइन करें
प्लीज कमेंट और फीडबैक दें ताकि कोर्स और बेहतर हो सके।