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Digital Marketing Channels in Social Media Marketing

[संगीत] हेलो दोस्तों तो आज के इस वीडियो में हम लोग बात करने जा रहे हैं सोशल मीडिया मार्केटिंग के यूनिट थ्री के बारे में और मैंने यूनिट वन और टू की वीडियो को अपलोड कर रखा है आपने नहीं देखा है तो डिस्क्रिप्शन में प्लेलिस्ट का लिंक अवेलेबल है वहां से देख सकते हो और नोट्स को भी डिस्क्रिप्शन से डाउनलोड कर सकते हो तो चलो हमेशा की तरह सबसे पहले जान लेते हैं किन-किन टॉपिक्स के बारे में डिस्कस करने वाले हैं तो सबसे पहले हम लोग बात करेंगे डिजिटल मार्केटिंग के चैनल्स के बारे में जो कि काफी इंपॉर्टेंट है आपके एग्जाम के पॉइंट ऑफ व्यू से रिलेशनशिप के बारे में देखेंगे कंटेंट ऑन ब्रांडिंग के बीच में रिलेशनशिप क्या होता है सर्च इंजन मार्केटिंग को देखेंगे मोबाइल मार्केटिंग के बारे में टाइप्स देखेंगे इंपॉर्टेंस देखेंगे इसके स्ट्रेटेजी देखेंगे देन उसके अकॉर्डिंग हम वीडियो मार्केटिंग के भी बारे में देखेंगे सोशल मीडिया मार्केटिंग के बारे में देखेंगे यूनिट टू अगर आपने नहीं देखा है तो जरूर देखकर इसको देखिएगा क्योंकि बहुत सारे कांसेप्ट आपके यूनिट टू से इसमें मैच करेंगे देन बात करेंगे इज गेमफेब्रीक मार्केटिंग जो होती है ना उसके स्टेजेस के बारे में देखेंगे ठीक सेगमेंट टारगेट एंड पोजीशन के बारे में देखेंगे जिसे शॉर्ट में एसटीपी कहते हैं एग्जाम में आपको एसटीपी के थ्रू भी क्वेश्चन पूछ सकता है देन बात करेंगे एसओ और उसके बेनिफिट्स की जो कि एग्जाम के पॉइंट ऑफ व्यू से काफी इंपॉर्टेंट है सर्च इंजन के वर्किंग के बारे में देखेंगे इसके स्ट्रेटजी क्या होती है वो देखेंगे कैसे कैसे काम करता है वो चीज देखेंगे एसओ के स्ट्रेटेजी को देखेंगे उसके टेक्निक्स को देखेंगे और एसईओ वर्सेस एसएम के बारे में देखेंगे फुल फॉर्म आगे पता चलेगा और हमेशा की तरह ये वीडियो आपकी हैप्पी एंडिंग हो जाएगी और एंड द लास्ट आपके चेहरे पर एक स्माइल जरूर होगी और आप अंदर से फील करेंगे कि आपका डी एसएमएम का यूनिट थ्री कंप्लीट हो गया है अब पूछो एग्जाम में कौन सा क्वेश्चन पूछना है मैं अच्छे से लिख के आऊंगा तो इस लेवल का कॉन्फिडेंस आपके अंदर आ जाएगा तो चलो सबसे पहले बात करते हैं हम डिजिटल मार्केटिंग के चैनल्स के बारे में ओके देन इसको शुरू करने से पहले थोड़ा सा समझ लो यूनिट टू में मैंने बताया था आपको कि डिजिटल मार्केटिंग के बारे में बहुत सारी चीजें कि डिजिटल मार्केटिंग क्या होता है सारी चीजें बताया था तो यहां पर देखो डिजिटल मार्केटिंग चैनल डिजिटल मार्केटिंग तो आपको पता होगा मार्केटिंग क्या होता है अपने सामान को लोगों तक पहुंचाना लोगों को दिखाना और उसे बेचना और प्रॉफिट कमाना ठीक और वहीं पर अगर ये वर्ड डिजिटल ऐड हो गया है तो यानी कि हम फिजिकली ना किसी के पास जाके हम डिजिटली किसी तक पहुंचे कैसे whatsapp-web चैनल हो गया ठीक है चैनल की मदद से आप मेरी वीडियो देख रहे हो और मैं पढ़ा पा रहा हूं तो आपको अभी समझ में आ रहा होगा डिजिटल क्या होता है मार्केटिंग क्या होता है चैनल्स क्या होता है अभी आप अपने दिमाग से ही बहुत सारी चीजों को दिमाग में ला सकते हो और आप सोच सकते हो कि अच्छा ये चैनल्स ये चैनल्स अच्छा ये चैनल्स है तो आप वैसे ही एग्जाम में जाके लिख लोगे तो मैं आपको कांसेप्ट हमेशा बोलता हूं कि मैं आपको कांसेप्ट समझाता हूं ताकि एग्जाम में आपको रट के जाना ना पड़े आसानी से आप जाके आराम से लिख कर आओ देन सबसे पहले बात करते हैं सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन एसईओ जिसका फुल फॉर्म होता है सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन ये भाई क्या चीज है कौन सी बला है चलो इसको समझते हैं आप लोग फोर्थ ईयर में होंगे कोई ना कोई वेबसाइट जरूर बनाए होंगे कभी एचटीएमएल में कोड लिखे होंगे तो वही होता है एसईओ नाम तोर सुने होंगे उस वेबसाइट डेवलपमेंट में है ना तो एसईओ आपको हमेशा बोला जाता है कि भाई एसईओ अच्छे से करोगे तो तुम्हारी वेबसाइट अच्छे से रैंक करेगी लोग अगर सर्च करेंगे तो तुम्हारी वेबसाइट सबसे पहले आएगी तो लोग जाएंगे वहां पे देखेंगे सेम यही चीज होता है जो एसईओ होता है फोकस करता है आपकी वेबसाइट को ऑप्टिमाइज करना ध्यान देना आपकी वेबसाइट को ऑप्टिमाइज करना इसका मेन फोकस होता है और क्या होता है यह आपकी वेबसाइट की विजिबिलिटी को इंप्रूव करता है कहां पर विजिबिलिटी को इंप्रूव करता है ध्यान देना सर्च इंजन पर सर्च इंजन एसी मैं लिख दे रहा हूं सर्च इंजन सर्च इंजन क्या हो गया माइज करके ठीक एसईओ समझ में आ गया होगा आपको देन सेकंड नंबर पे क्या है सर्च इंजन मार्केटिंग इसको शॉर्ट में एस ईएम बोलते हैं और इसका एक नाम और आप दे सकते हो पेपर क्लिक जिसे शॉर्ट में पीपीसी बोलते हैं ठीक है तो एसएम बेसिकली क्या होता है इसका मेन कांसेप्ट जो होता है पेड एडवरटाइजिंग का कांसेप्ट आता है पेड एडवरटाइजिंग पेड एडवरटाइजिंग की बात जहां आती है उसे हम सर्च इंजन मार्केटिंग कहते हैं आप लोग का नाम सुने होंगे जो कि काफी एक फेमस प्लेटफॉर्म है जहां वो पीपीसी बेस पे काम करता है पीपीसी क्या होता है कि मान लो कि आपने अ कोई वेबसाइट प्रमोट करना है आपको ठीक है तो आप कहीं ना कहीं उसका ऐड दिखाओगे ना तो वो ऐड लोगों को दिखेगा अग आपने एडवर्ड्स को बोला कि मेरी जो वेबसाइट है अगर मैं कोई कैंपेन चला रहा हूं ऑनलाइन तो उसपे 1000 लोग क्लिक करने चाहिए ठीक है 1000 लोग क्लिक करने चाहिए तो आपने 1000 बेस पे आप उसको ₹ दे दिए ₹ के दे दिए और एक क्लिक पर आपने कितना दिया ₹ ठीक है तो google2 काट लेगा दो क्लिक आएगा ₹10 काट लेगा अगर क्लिक नहीं आएगा तो ₹1 भी नहीं काटेगा तो यही होता है पीपीसी का कांसेप्ट अगर आप पे कोई क्लिक वह करवाएगा क्लिक आपके 1000 क्लिक्स करवा देगा और आपके पैसे काट लेगा ठीक है तो यह काफ़ी एक अच्छा कांसेप्ट होता है लोगों तक पहुंचना और इसका इसलिए इसे बहुत अच्छा माना जाता है क्योंकि आप लोग पता है कि रोड पे लोग पेज लेके है ना बांटते हैं भाई मतलब खड़े हो नहीं रोड के सामने आप कॉलेज से निकलते होगे तो हाथ में लोग पेपर लिए होते हैं और आपको देते हैं आप कुछ लोग लेते हो कुछ लोग नहीं लेते हो कुछ लोग लेकर फेंक देते हो तो उससे क्या होता है अगर वो 1000 पेपर्स लोगों को हाथ में देता है तो कितने लोग देखते होंगे है ना नहीं देखते होंगे बहुत सारे लोग तो वहां पे वो उतना प्रॉफिट नहीं लेकिन वही [संगीत] समझो कंटेंट बेसिकली क्या करता है कि ये एक तरीका होता है जिसमें आप वैल्युएबल ध्यान देना वैल्युएबल कंटेंट को लोगों तक पहुंचाते हो अपने टारगेटेड ऑडियंस तक पहुंचाते हो उन्हें अट्रैक्ट करने के लिए ठीक है जैसे कि आप ब्लॉग पोस्ट लिख सकते हो आर्टिकल्स लिख सकते हो वीडियोस के फॉर्म में लोगों को दिखा मार्केटिंग कर सकते हो है ना पॉडकास्ट कर सकते हो ठीक ई बुक्स दे सकते हो तो एक तरीके से कंटेंट मार्केटिंग होता है और इसमें गोल बेसिकली क्या होता है लोगों को एजुकेट करना इंटरटेन करना अपने ऑडियंस को जो होता है इंस्पायर करना ठीक है अपने प्रोडक्ट एंड सर्विसेस को प्रमोट करने के लिए जैसे कि आप अपना कोई एजुकेशनल ब्लॉग पोस्ट लिख दिया आपने ठीक है और उसमें अपना ऐड कर दिया प्रमोशनल प्रोडक्ट भी साथ में है ना तो वो आपका हो जाता है कंटेंट मार्केटिंग नेक्स्ट बात करते हैं सोशल मीडिया मार्केटिंग के बारे में तो सोशल मीडिया मार्केटिंग यूनिट टू में बहुत अच्छे से मैंने बताया है तो यहां पर क्या होता है कि सोशल मीडिया सोशल मीडिया क्या होता है यही कांसेप्ट बदल जाता है कि सोशल मीडिया मार्केटिंग वही होता है जहां पे हम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टूल्स को यूज़ करते हैं जैसे प्लेटफॉर्म क्या हो गया [संगीत] आप लोग प्रमोट करवा सकते हो अपने प्रोडक्ट का ठीक है और जितने भी प्लेटफॉर्म्स है जैसे कि आपका देन बात करते हैं ईमेल मार्केटिंग ईमेल मार्केटिंग में क्या होता है कि इसमें हम लोग कुछ स्पेसिफिक मैसेज को लेते हैं ठीक है और आपके जो सब्सक्राइबर्स होते हैं जैसे मान लो तो वहां पे प्रमोशन से रिलेटेड मैसेज आते हैं आपको न्यूज लेटर्स वगैरह आते हैं जब कोई नया प्रोडक्ट लांच होता है तो प्रोडक्ट को अपडेट्स आते हैं ठीक है वो लोग कोई इवेंट ऑर्गेनाइज कर रहे होते हैं तो इवेंट के इन्विटेशंस वगैरह भी आ रहे होते हैं ठीक है तो जो ईमेल मार्केटिंग होती है ये बेसिकली सेगमेंटेड होती है कि किसको भेजना है ठीक है अभी देखो आप कॉलेज लाइफ में हो ना तो ध्यान देना अभी आप कॉलेज में पढ़ रहे हो तो आपको कॉलेज से रिलेटेड ही कुछ मेल्स आएंगे जैसे इवेंट में पार्टिसिपेट कराए जाए आपको कुछ पाइथन के कोर्स के इवेंट्स को आ जाएगा मेल कि चलो इसको फ्री में जवाइन करो वेबीनार करो है ना बहुत सारे आ जाते हैं लेकिन जब आप कॉर्पोरेट लाइट में घुसो ग जॉब करने के तो वहां पे आपको उसके अकॉर्डिंग फिर आपके मेल वगैरह आने लगेंगे ठीक है तो ये सारी चीजें होती है देन बात करते हैं एफिलिएट मार्केटिंग अफिट मार्केटिंग मुझे समझाना नहीं है आप लोग कभी ना कभी अफिट मार्केटिंग ट्राई किया होगा amazonflex.in सामान खरीदता है तो कुछ कमीशन आपको मिलेगा उसमें तो यही एफिलिएट मार्केटिंग होता है तो इसमें क्या करते हैं लोग अफीलिएस को खोजते हैं जो बिजनेस होते हैं वो अफिट को खोजते हैं कौन अफिट होता है जैसे कि कोई ब्रांड मतलब youtube1 हो गए हैं जिसकी वेबसाइट प बहुत सारे लोग विजिट कर रहे हैं तो उससे वो लोग क्या करते हैं कनेक्ट करते हैं और बोलते हैं कि भाई तुम मेरे इतने कोर्स अगर सेल करवाओ ग तो उसमें से मैं तुम्हें 1000 2000 या 20 पर 10 पर में कमीशन दूंगा पर सेल पर दूंगा ऐसा नहीं होता तुम दिखाओ नहीं पर सेल पर दूंगा तो वो लोग क्या करते हैं उसे एक लिंक दे देते हैं और जब वो लिंक प कोई भी खरीदता है जाके तो पता चल जाता है कि हां इस बंदे के लिंक से खरीदा गया है तो उसके अकॉर्डिंग उसको 10 पर 20 पर दे दिया जाता है देन हम बात करते हैं मोबाइल मार्केटिंग की तो मोबाइल मार्केटिंग बेसिकली क्या होता है कि इसमें टारगेटेड यूजर आपको पता है कि आज के टाइम पे सारे लोग फोन यूज़ कर रहे हैं किसी के हाथ से फोन छूट नहीं रहा है है ना तो मोबाइल मार्केटिंग एक बहुत अच्छी टेक्निक्स होती है इसमें क्या किया जाता है कि लोग लोगों तक पहुंचा जाता है लोगों तक पहुंचा जाता है चैनल्स के थ्रू वो चैनल्स कौन-कौन से हैं कुछ रिस्पांस वेबसाइट ठीक है जो मोबाइल के अकॉर्डिंग ऑप्टिमाइज्ड होती हैं एप्लीकेशंस जो मोबाइल एप्लीकेशंस यूज करते हैं एसएमएस के थ्रू पहुंचते हैं जो सिम पर मैसेजेस आते हैं उसके थ्रू पहुंचते हैं और मोबाइल एडवर्टाइजमेंट होता है ठीक है आप लोग कभी फाइल ऐप ओपन करते होंगे फाइल एक्सप्लोरर तो वहां पे ऐड दिखता होगा फोन फोन पे ओपन करते होंगे तो वहां पे भी साइड में ऐड वगैरह दिखता होगा तो वहां पे ये सब मोबाइल मार्केटिंग का तरीका ही है ठीक है तो उसके थ्रू मार्केटिंग की जाती है देन आता है आपका वीडियो मार्केटिंग वीडियो मार्केटिंग में क्या होता है कि इसमें वीडियो कंटेंट को क्रिएट किया जाता है और शेयर किया जाता है ऑडिएंसेस को उन्हें एजुकेट करने के लिए ठीक है जैसे कि आप बहुत सारे यूट्यूब को वीडियो देखते होंगे कि वो लोग वीडियो के थ्रू एजुकेट करते हैं लेकिन फिर उसमें एक छोटा सा पार्ट ऐड कर देते हैं किसी चीज का प्रमोट करने के लिए तो आपका आ जाता है वीडियो मार्केटिंग में ठीक है आई होप कि ये कांसेप्ट आपको समझ में आया होगा देन अब बात करते हैं रिलेशनशिप बिटवीन कंटेंट एंड ब्रांडिंग तो ये काफी एक अच्छा कांसेप्ट है समझना तो सबसे पहले पॉइंट पे क्या है कि कंटेंट एज एन एक्सप्रेशन ऑफ ब्रांड आइडेंटिटी कि जो कंटेंट होता है आखिर में ब्रांड की आइडेंटिटी को कैसे ही एक्सप्रेस करता है तो अभी चलो आगे देखते हैं पहले पॉइंट पे ध्यान देना कंटेंट सर्व एज अ व्हीकल फॉर एक्सप्रेसिंग द एसेंस ऑफ ए ब्रांड तो जो कंटेंट होता है गाड़ी की तरह काम करता है ब्रांड के लिए आपका कोई ब्रांड है मान लो तो जो कंटेंट होता है गाड़ी की तरह काम करता है इसको लेके ऐसे ऐसे आगे लेके भागता है तो यह कंटेंट क्या करता है इसकी वैल्यू पर्सनालिटी एंड मिशन को बताता है कि बेहतर लगेगी आप उससे इन्फ्लुएंस होंगे देन बात करो वेदर इट्स अ गुड पोस्ट सोशल मीडिया अपडेट वीडियो एडवर्टाइजमेंट एवरी पीस ऑफ कंटेंट कंट्रीब्यूट टू शेयरिंग हाउ द ब्रांड इज पर्सीवड बाय इट्स ऑडियंस ठीक है पर्सीवड मतलब होता है महसूस करना कि जो कंटेंट हम लोग करते हैं जो ब्लॉग पोस्ट के थ्रू या सोशल मीडिया पर बीएड के बारे में कुछ आया बीएड की कोई नई वीडियो आई ठीक है या फिर कोई एडवर्टाइजमेंट चल रहा है एवरी पीस ऑफ कंटेंट ध्यान देना छोटा छोटा पार्ट भी आपका जो कंटेंट होता है वो ब्रांड को समझने के लिए आसान बनाता है ऑडियंस को ऑडियंस इलू इन्फ्लुएंस होता है उस कंटेंट को देखकर ठीक है उस ब्रांड के समझता है ठीक है तो ये होता है कंटेंट की वैल्यू देन बात करते हैं थर्ड नंबर पे कंटेंट का एग्जांपल ले सकते हो आप एक तरीके से और आपका रिज्यूमे क्या होता है आपका रेजू मेंे भी एक तरीके से कंटेंट ही लिखा होता है जो आपके बारे में किसी को बताता है अच्छे से रिज्यूमे लिखो होगे तो आप शॉर्ट लिस्ट होगे समझ रहे हो आपका ब्रांड एक तरह से वो दिखाता है किसी को शॉर्ट लिस्ट करवाता है आपको है ना तो कंटेंट की इतनी पावर होती है कंसिस्टेंसी इन मैसेज मैसेजिंग टोन विजुअल एलिमेंट्स अक्रॉस कंटेंट चैनल्स हेल्प रिइंफोर्स द ब्रांड आइडेंटिटी एंड बिल्ड ब्रांड रिकग्निशन ठीक है रिइंफोर्स मतलब क्या होता है कि प्रचलित करना ठीक है रिइंफोर्स मतलब ये होता है तो ये होता है कंसिस्टेंसी इन मैसेजिंग टोन एंड विजुअल एलिमेंट्स विजुअल एलिमेंट्स अगर विजुअल एलिमेंट्स इन द सेंस ऑफ समझना कि अगर कंसिस्टेंट हो ठीक है तो ये सारी चीजें ध्यान दी जाती है आपका कंटेंट ही होता है जो ब्रांड आइडेंटिटी को एक्सप्रेस करता है आई होप कि पहला पॉइंट समझ में आ गया होगा वीडियो अच्छी लग रही है तो वीडियो को यार एक लाइक करो ताकि मुझे पता चले कि वीडियो आपको पसंद आ रही है ठीक देन बात करते हैं कंटेंट सेप्स ब्रांड परसेप्शन अब जो कंटेंट होता है ये ब्रांड के परसेप्शन को परसेप्शन को यह क्या करता है शेप देता है ठीक है धारणा परसेप्शन मतलब धारणा होता है जैसे कि किसी लीडर को लेकर आपकी धारणा होती है कि ये अच्छा है यह खराब होता है कि आपके कॉलेज में किसी की आपको देख के टीचर को होता हो यार ये टीचर तो बहुत अच्छा है है ना मैं तीन उसको दो तीन असाइनमेंट देता हूं मुझे नंबर दे देता है है ना और कोई टीचर होता है अरे यार ये तो इसको पांच असाइनमेंट भी करके दो तो ये इंटरनल नंबर नहीं देता है होता है ना ऐसा तो एक परसेप्शन धारणा बन जाती है हम लोगों की तो यहां प पहले नंबर पे क्या है द टाइप ध्यान देना टाइप मतलब कितने प्रकार का क्वालिटी एंड रिलेवेंट ध्यान देना रिलेवेंट ऑफ कंटेंट डायरेक्टली इन्फ्लुएंस हाउ कंज्यूमर्स पर्सीव द ब्रांड ध्यान देना पर्सीव द ब्रांड पर्सीव मतलब समझना कैसे समझता है तो जो कंटेंट से ब्रांड परसेप्शन फिर क्या होता है ये कि कंटेंट का जो टाइप होता है कंटेंट की जो क्वालिटी होती है उसका रिलेवेंट यानी कि उससे मैच कर रहा है कि नहीं ब्रांड से तो ये सारी चीजें कंज्यूमर को डायरेक्ट कंज्यूमर को डायरेक्ट अ क्या करती हैं इन्फ्लुएंस करती है ठीक है उस ब्रांड को समझने के लिए देन सेकंड पॉइंट प देखो इंगेजिंग इनफॉर्मेटिव एंड ऑथेंटिक कंटेंट कैन क्रिएट पॉजिटिव एसोसिएशन विद द ब्रांड अगर कंटेंट इंगेजिंग है यानी कि पढ़ के मजा आ रहा है ठीक है अगर वो इनफॉर्मेटिव लग रहा है कुसे कुछ इंफॉर्मेशन मिल रही है और वो ऑथेंटिक लग रहा है सच लग रहा है ठीक है तब वो ब्रांड तब वो कंज्यूमर से आपका जो कनेक्शन होगा एसोसिएशन होगा वो आपका एक पॉजिटिव तरह से होगा ठीक है वाइल पुरली एग्जीक्यूटेड कंटेंट में डिट्टो इट्स इमेज अगर यह गलत तरीके से किया जाता है अगर य गलत तरीके से किया जाता है तो यह आपका डिट्टो जाएगा यानी भंग हो जाएगा आपका पॉजिटिव इंपैक्ट नहीं पड़ेगा देन थर्ड पॉइंट पे देखो बाय क्राफ्टिंग कंटेंट दैट रिजोनेट्स विद देयर टारगेट ऑडियंस ठीक है एंड एलाइंस विद देयर ब्रांड वैल्यूज बिजनेसेस कैन से परसेप्शन एंड बिल्ड एफिनिटी विद देयर कंज्यूमर्स एफिनिटी मतलब होता है लगाव तो जो आपके कंटेंट की क्राफ्टिंग होती है ठीक है जो आपको टारगेट ऑडियंस तक जाता है ठीक तो आपके ब्रांड की वैल्यू के साथ ये सारी चीजें अलाइन करती हैं और जो एफिनिटी होती है एफिनिटी मतलब एक कस्टमर की एफिनिटी ब्रांड से रिलेटेड ठीक है तो एक कस्टमर का लगाव ब्रांड से अच्छा होता है वह समझने लगता है उस ब्रांड को समझ रहे हो तो एक कंटेंट कितना इंपॉर्टेंस होता है कितना इप टेंट होता है एक ब्रांड के लिए ठीक देन अब बात करते हैं थर्ड पॉइंट पे कंटेंट बिल्ड्स ट्रस्ट एंड क्रेडिबिलिटी ठीक है तो कंटेंट जो होता है यह ट्रस्ट को बिल्ड करता है और क्रेडिबिलिटी भी बिल्ड करता है पहले पॉइंट प देखो हाई क्वालिटी कंटेंट दैट प्रोवाइड्स वैल्यू एजुकेट्स इंटरटेन हेल्प्स एस्टेब्लिश द ब्रांड और ट्रस्ट अथॉरिटी विद इन इट इंडस्ट्री और नीज बाय कंसिस्टेंटली डिलीवरिंग वैल्युएबल कंटेंट ब्रांड्स कैन डेस्टेट एक्सपर्टाइज्ड करता है एजुकेट करता है वैल्यू प्रोवाइड करता है एजुकेट करता है लोगों को इंटरटेन करता है जो ब्रांड की होती है ना वैल्यू जो ब्रांड को लोग ट्रस्ट करते हैं ठीक है तो वो चीजों को इंप्रूव करती है वो देन आता है ट्रस्ट इज अ फंडामेंटल ड्राइवर ऑफ कंज्यूमर बिहेवियर सबसे पहले होता है किसी चीज पर यकीन कर करना यकीन करना क्या होता है कि मुझे ये चीज अच्छी लग रही है पहले यकीन करो आप कॉलेज में एडमिशन ले रहे हो यह ना बोलो कि कॉलेज खराब है यकीन करो कि कॉलेज अच्छा है और आपको पता भी होगा कोई भी कॉलेज खराब नहीं होता है लोगों की वजह से खराब होता है जैसे कि अगर स्टूडेंट खराब है तो जाहिर सी बात है वो लोग प्लेसमेंट नहीं ले पाएंगे बच्चे पढ़ेंगे नहीं आपके ग्रुप वाले बातें कर रहे हैं दिन भर रील्स देख रहे हैं शॉर्ट से स्क्रॉल कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं आप के दिमाग में भी ये चीजें आएंगी कि यार चलो मैं भी थोड़ा बैठ के शॉर्ट देख लेता हूं और 5 मिनट की जगह आपका एक घंटा गुजर जाएगा है ना ऐसा होता होगा आप लोगों के साथ ये फैक्ट है इसके टाइम पे ऐसा हो रहा है तो आप मुझे कमेंट करके बता सकते हो कि हां आपके साथ भी ऐसा हुआ कि चलो 5 मिनट रील्स देखते हैं शॉर्ट्स देखते हैं और कहीं एक दो घंटे निकल जाते हैं ठीक है तो जो ट्रस्ट होता है ठीक है तो ये बहुत बड़ी चीज होती है कॉलेज के थ्रू किसी भी चीज प पहले ट्रस्ट करो तो वही होता है सबसे पहले ट्रस्ट होता है ट्रस्ट इज अ फंडामेंटल ड्राइव ऑफ कंज्यूमर बिहेवियर इन्फ्लुएंस परचेस डिसीजन एंड फोस्टरिंग लॉन्ग टर्म लॉयल्टी टू द ब्रांड ठीक है तो जब हमारा किसी ब्रांड के थ्रू एक ट्रस्ट बिल्ड हो जाता है तो बिना कुछ सोचे समझे हम लोग ऑर्डर कर लेते हैं फॉर एग्जांपल के लिए आप amazononline.in बात करते हैं फोर्थ नंबर पे कंटेंट फोस्टर्स इमोशनल कनेक्शन ठीक है तो जो कंटेंट होता है ये इमोशनल कनेक्शन को फोस्टर करता है जैसे कि कंपेन स्टोरी लाइ स्टोरी टेलिंग इमोशनली रिजोनेंट कंटेंट क्रिएट मेमोरेबल एक्सपीरियंस द फोस्टर डीपर कनेक्शन विद द ब्रांड अब देखो जो स्टोरी टेलिंग होती है किसी ब्रांड से रिलेटेड स्टोरी टेलिंग होती है इमोशनली रेजोनेंट जो होता है ना कंटेंट ठीक है तो वो क्या करता है ऑडियंस पे एक इमोशनली मतलब करता है और आपको पता है कि जो चीज इमोशनली कनेक्ट होती है उसको काम करने के लिए हम टाइम नहीं गवाते हैं तुरंत करते हैं है ना और उसे हम बहुत अच्छे से करते हैं जैसे कि आप अरिजीत सिंह का गाना हो गया ये इसका गाना आपके कहीं ना कहीं इमोशन से कनेक्ट होता है तो हम उसके गाने को सबसे पहले सुनते हैं बाकी किसी और सिंगर के गाने को लाते हैं केके का सॉन्ग हो गया अरजीत सिंह का सॉन्ग हो गया है ना हम लोग सुनते हैं आति ब असलम का सॉन्ग हो गया तो कहीं ना कहीं ये सारे सिंग जो है कहीं ना कहीं हमारे इमोशन से कनेक्ट है इनके सॉन्ग हमारे थॉट से हमारी फीलिंग से कहीं ना कहीं कनेक्टेड है ठीक है तो वही होता है कि जो कंटेंट होता है जो उसकी स्टोरी टेलिंग होती है और जो इमोशनली कंटेंट होता है ये ऑडियंस और ब्रांड को एक दूसरे से इमोशनली कनेक्ट करता है ठीक है तो इससे ये होता है कि कस्टमर अपनी एंपैथी ठीक है उसकी इंस्पिरेशन ठीक है इन सारी चीजों को वो क्या करता है ब्रांड के साथ कनेक्ट करता है ठीक और जो ब्रांड एंड कंज्यूमर का बॉन्ड होता है वो और मजबूत होता चला जाता है देन सेकंड पॉइंट देखो इमोशनली इंगेज्ड कस्टमर्स आर मोर लाइक टू रिमन लॉयल टू द ब्रांड जो इमोशनली एंगेज कस्टमर होता है वो ब्रांड का जो लॉयल्टी होता है वोह बना रहता है वो उसे पसंद करता ही रहता है थोड़ा ब्रांड खराब भी हो जाता है तो भी कहता है नहीं यार मैं इससे इमोशनली कनेक्ट हूं ये अच्छा है ठीक है एडवोकेट फॉर एंड इवन फॉरगिव ऑकेजनल मिस्टेक्स ठीक है कोई अगर छोटा मोटा गलती होता है ना तो उसको भी माफ कर देता है छोड़ दे यार वैसे गलती हो गया होगा उससे है ना ब्रांड से तो इमोशनली कनेक्ट होना बहुत जरूरी होता है मां-बाप अपने बेटे से इमोशनली बहुत कनेक्टेड होते हैं इसलिए अगर बच्चा कोई गलती भी करता है तो बहुत जल्दी माफ कर देते हैं यह होता है इमोशनल का पावर धन्य बाद करते हैं कंटेंट डिफरेंशिएबल ओरिजिनल कंटेंट से ब्रांड अपार्ट फ्रॉम कंपट र्स देखो जो कंटेंट होता है ना कंटेंट जो होता है जो लिखते हैं मैंने पीछे बताया कंटेंट क्या होता है तो ये आपके ब्रांड को डिफरेंशिएबल हैं लेकिन जो कंटेंट होता है बेसिकली कंपट से आपको अलग करता है आपको ऊपर ले जाता है ठीक है एक ब्रांड का परसेप्शन क्या है यह ब्रांड देना क्या चाहता है लोगों तक कितना आसानी से लोगों को वैल्युएबल सर्विस प्रोवाइड कर रहा है यह सारी चीजें कंटेंट के थ्रू होती है और एक कंटेंट जो होता है यह आपके ब्रांड को डिफरेंस करता है मार्केट की भीड़ से ऊपर निकलने के लिए और आपके कस्टमर की लॉयल्टी को इंप्रूव करने के लिए न सिक्स पॉइंट प क्या होता है कंटेंट सपोर्ट्स ब्रांड इंगेजमेंट एंड इंटरेक्शन जो कंटेंट होता है अगर आप बहुत अच्छे से कंटेंट वगैरह लिखते हो तो यह क्या करता है कि आपका जो ब्रांड से इंगेजमेंट होता है लोगों का उसके सपोर्ट को बढ़ाता है और इंटरेक्शन लोगों का इंटरेक्शन बढ़ाता है जैसे कि आपका अ amazon2 जाके यार देखते रहते हो पैंट सेट कोई सस्ता दिख रहा है कि नहीं आपको हो गया है कि एडिक्शन कि यहां पे सस्ता मिलेगा आता है सस्ता मिलता है तो मैंने क्या देखा कि जो मैं खजूर डेट्स होता है ना तो वो चीज मैंने देखा तो वो जो डेट्स थी 140 का बता रहा हूं 140 का डेट्स आपको मुझे ब्लिंकड पर देख रहा था दिख रहा था और एक जेप्टो होता है जेप्टो एक सर्विस है तो उस परे मुझे 140 का दिख रहा था ठीक है और बल्कि वो मुझे 0 का 0 का ऑफ भी दे रहा था यानी कि वो 120 का मुझे दे रहा था डेट्स लेकिन मैंने क्या किया नाम डाल के तो मुझे j दिखा ठीक है मुझे j मार् दिखा तो j में क्या था कि वहां पे वही डेट सेम डेट्स मुझे 85 का देखने को मिला वही डेट्स का पैकेट ठीक है मुझे 85 में देखने को मिला लेकिन बस कंडीशन यही थी कि ये मुझे तुरंत लाके दे रहा था ठीक है और ये मुझे दो दिन में दे रहा था 2 दिन में लाके दे रहा था तो कौन सी चीज है यार मैं तुरंत मंगा रहा हूं डेट्स को लेकिन ₹10 140 नहीं मेन प्राइस 155 था ये कट कर 85 में दे रहा है j मा और 155 यहां भी लिखा था ये कट करके ये 140 में दे रहा है तो ये सीन था ठीक है तो लोगों को बेसिकली दिमाग में चीज पड़ जाता है अगर कि हां ये चीज सही है तो कहीं ना कहीं इंसान को महंगा भी मिलता है तो इसी से मंगाना प्रेफर करता है है ना तो वो चीज होती है तो चलो अब बात करते हैं हम लोग सर्च इंजन मार्केटिंग के बारे में कि क्या होता है तो सर्च इंजन मार्केटिंग बेसिकली इसका शॉर्ट फॉर्म होता है एसएम जो कि होता है एक डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी दैट इवॉलवस प्रमोटिंग वेबसाइट जिसकी मदद से हम वेबसाइट को प्रमोट करते हैं क्यों करते हैं ताकि उसकी विजिबिलिटी को इंक्रीज किया जा सके सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर जिसे शॉर्ट में एससीआर पीएस बोलते हैं थ्रू पेड एडवरटाइजिंग एंड ऑप्टिमाइजेशन टेक्निक ध्यान देना पेड एडवर्टाइज इंग इसमें इंक्लूडेड होता है और ऑप्टिमाइजेशन टेक्निक्स इंक्लूडेड होती है और एक एस ओ होता है बेसिकली ये फ्री होता है इससे भी वेबसाइट ऑप्टिमाइज करते है लेकिन ये पेड और एडवरटाइजिंग नहीं होता है एसएम टिपिकली इनकंपासेस टू मेन कंपोनेंट्स इसके अंदर एसएम के अंदर आ जाता है एसओ तो सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन बेसिकली क्या होता है ये इंप्रूव करता है ऑर्गेनिक विजिबिलिटी को ऑर्गेनिक विजिबिलिटी को इंप्रूव करता है कहां पर सर्च इंजन पे ठीक है और सर्च इंजन पे कैसे करता है रिलेवेंट कीवर्ड्स फ्रेजस की मदद से और य ऑर्गेनिक इसलिए है क्योंकि ये नॉन पेड है इसमें पैसे नहीं लगते हैं अब एसएम के अंदर जो एसईओ आता है यह तो फ्री है लेकिन ये पीपीसी जो है पेड है इसमें दूसरा पॉइंट देखो द गोल ऑफ एसईओ इज टू इंक्रीज ऑर्गेनिक ट्रैफिक इंप्रूव वेबसाइट रैंकिंग एंड अट्रैक्ट टारगेटेड विजिटर्स ये चीज होता है पीपीसी क्या होता है पेपर क्लिक पेपर क्लिक एडवरटाइजिंग आल्सो नोन एज पेड सर्च एडवरटाइजिंग पेड होता है पैसे देने पड़ते हैं पर क्लिक के अकॉर्डिंग मैंने पीछे बताया ठीक है इवॉल्व बीडिंग ऑन कीवर्ड्स रिलेवेंट टू द बिजनेस एंड पेइंग फॉर ड प्लेसमेंट इन सर्च इंजन रिजल्ट्स इसमें हम कुछ स्पेसिफिक कीवर्ड्स देते हैं जिस पर हम लोग अपने जो एडवर्टाइजमेंट होता है कैंपेन होता है उसे रन करते हैं और उसके अकॉर्डिंग पेमेंट करते हैं मोस्ट पॉपुलर प्लेटफॉर्म फॉर पीपीसी एडवर्टाइज हैं हम लोग ठीक देन अब बात करते हैं सर्च इंजन मार्केटिंग के बेनिफिट्स के बारे में कि आखिर में सर्च इंजन मार्केटिंग का बेनिफिट्स क्या है एसओ का क्या बेनिफिट्स है हमें सारी चीजें पता होनी चाहिए तो यह होता है इमीडिएट विजिबिलिटी वेबसाइट की विजिबिलिटी को तुरंत लोगों तक पहुंचाता है कैसे पहुंचाता है एसएम प्रोवाइड्स इमीडिएट विजिबिलिटी इन सर्च इंजन रिजल्ट्स अलाउ बिजनेसेस टू रीच देयर टारगेटेड ऑडियंस एट द मोमेंट दे आर एक्टिवली सर्चिंग फॉर प्रोडक्ट सर्विसेस इमीडिएट विजिबिलिटी कैसे होता है आप लोग google3 चार वेबसाइटें जो होती है वो स्पंस होती हैं वो एडवर्टाइजमेंट वाली होती है उसके बाद जो होती है वो कीवर्ड्स मतलब वो ऑर्गेनिक होता है वो ठीक है वो ऑटोमेटिक आता है तो स्टार्टिंग के जो तीन आती है ना वो आपकी एडवर्ड्स वाली होती है पैसे के थ्रू आ रही होती है तो आज आपने कोई वेबसाइट बनाया एडवर्ड में पैसा दिया और आप क्या कर सकते हो अपनी वेबसाइट को विजिबल करा सकते हो कीवर्ड्स के अकॉर्डिंग यूजर को टॉप पे तो google3 पर आपकी वेबसाइट दिखा देगा तो इससे क्या होता है विजिबिलिटी आपकी इंप्रूव हो जाती है दन सेकंड पॉइंट पे आता है हाईली टारगेटेड हाईली टारगेट क्या होता है एसएम अलाज फॉर प्रोसाइज टारगेटिंग बेस्ड ऑन कीबोर्ड तो इसमें आप क्या कर सकते हो टारगेटेड कैसे होता कि आप कीवर्ड बेस्ड पे अपनी वेबसाइट को ऐड के थ्रू लोगों तक पहुंचा सकते हो लोकेशन के थ्रू कि मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश लखनऊ में दिल्ली में गाजियाबाद नोटा बेंगलर हैदराबाद जहां चाहे आप वहां लोकेशन वाइज इसे आप कर सकते हो ठीक है जैसे कि आप कोई हिंदी में कंटेंट हिंदी वाली कोई वेबसाइट बना रहे हो जहां पे सारे कंटेंट हिंदी में आता है तो आप वो वेबसाइट साउथ में क्यों प्रमोट करोगे वो अपनी वेबसाइट नॉर्थ साइड में प्रमोट करोगे ना तो इसमें लोकेशन भी काफी रोल करता है डिवाइस करता है कि फोन में टैबलेट में लैपटॉप में ठीक है कि आपका किस चीज पर बेसिकली टारगेटेड है डेमोग्राफिक्स देखा जाता है इंटरेस्ट देखा जाता है कि वेबसाइट किस चीज से रिलेटेड है है ना कि अब आपकी वेबसाइट मान लो अ फैशन से रिलेटेड है न्यूज़ से रिलेटेड है तो बहुत छोटे बच्चों को थोड़ी ना दिखाओगे है ना तो एंड अदर फैक्टर्स एश्योरिंग दैट एड्स आर शोन टू रिलेवेंट ऑडियंस तो ये काफी एक हाईली टारगेटेड होता है कि हम वेबसाइट दिखा सकते हैं तो मेजरेबल रिजल्ट्स क्या होता है कि हम जब एडवर्टाइजमेंट करते हैं ए एसएम के थ्रू हम मार्केटिंग करते हैं अगर तो यहां पे हमारे पास एक डाटा अवेलेबल होता है ठीक है वहां पे मैट्रिक्स एंड एनालिटिक्स हम कर सकते हैं कि आपका जो वेबसाइट है किन-किन लोगों तक पहुंचा किन एज के लोगों ने देखा कितने टाइम स्पेंड किया कितने लोगों ने क्लिक किया कितनी देर तक रुका कितनी देर रुकने के बाद चले गए इंप्रेशन सारी चीजें हम वहां पे देख सकते हैं तो ये काफी एक अच्छी चीज होती है कि एडवर्ड से अपना वेबसाइट प्रमोट करो और लोगों को उससे इंगेज करवाओ फिर आपको सीखने को मिलेगा कि हां वेबसाइट में एक्चुअल में क्या है देन सेकंड टाइम आप दूसरा कैंपेन चला सकते हो उस पहले वाले कैंपेन से सीखकर ठीक कंट्रोल एंड फ्लेक्सिबल एडवरटाइजर्स हैव कंट्रोल इंक्लूडिंग बजट एलोकेशन ऐड कॉपी टारगेटिंग पैरामीटर्स कैंपेन कैन बी एडजस्ट इन रियल टाइम बेस्ड ऑन परफॉर्मेंस अब कंट्रोल एंड फलेक्स बिलिटी इसमें क्या होता है कि आप अपने ठीक है अपने बजट एलोकेट कर सकते हो कि चलो मैंने 00 दिया एडवर्ड्स वाले को ड चला रहा है चलो फिर मैं 000 और डाल देता हूं ऐसा कुछ फिक्स अमाउंट नहीं होता है ठीक है तो उसके एक बजट एलोकेट कर सकते हो ठीक है और उसके बाद क्या होता है कि जो कैंपेन होता है रियल टाइम बेस्ड पे आप लोग उसे एडजस्ट कर सकते हो परफॉर्मेंस पे जैसे कि मान लीजिए कि आपको लग रहा है कि आप प्रमोट कर रहे हो और लोग आपकी वेबसाइट प आ रहे हैं सामान नहीं खरीद रहे है तो आप क्या कर सकते हो उस ऐड को वहीं प बंद कर सकते हो ठीक है बंद कर सकते हो आपका पैसा नहीं जाएगा 1000 है तो आपका पैसा नहीं जाएगा फिर आप ₹5000000 बचे हैं ना तो फिर आप क्या करोगे वेबसाइट में कुछ चेंजेज करोगे उस मैट्रिक्स को यूज करके जो डाटा आपका वेबसाइट से आएगा फिर चेंज करोगे फिर बाकी 5500 बच्चे का ड चला सकते हो तो ये सारी चीजें ऐसे वहां पे होती हैं देन अब बात करते हैं मोबाइल मार्केटिंग के टाइप्स इंपॉर्टेंस एंड स्ट्रेटेजी के बारे में तो आगे बात करने से पहले चैनल के बारे में बात कर लेते हैं वीडियो अच्छी लग रही है तो यार प्लीज एक लाइक करो ताकि मुझे सच में अच्छा लगेगा कि वीडियो आपको पसंद आ रही है चैनल को सब्सक्राइब करो नेक्स्ट यूनिट की वीडियो में जल्दी ही डालने वाला हूं तो नोटिफिकेशन आपको तुरंत मिलेगी तो बेल आइकन दबाना मत भूलना और जो नोट्स है वो डिस्क्रिप्शन में अवेलेबल है तो वहां से जाके आप लोग डाउनलोड कर सकते हो आई होप कितना चीज करोगे एंड द लास्ट कमेंट करो यार कि ये वीडियो आपको अच्छी लग रही है बस इतना लिख दो कि दिस वीडियो इज हेल्पफुल फॉर मी इतना बस देन अब बात करते हैं मार्केटिंग एंड मोबाइल मार्केटिंग एंड टाइप्स के बारे में तो इसको समझते हैं यहां पे देखो मोबाइल मार्केटिंग रेफर्स टू प्रमोशनल एक्टिविटीज मार्केटिंग रेफर्स प्रमोशनल एक्टिविटीज एंड एडवरटाइजिंग स्ट्रेटेजी ध्यान देना प्रमोशनल एक्टिविटीज एंड एडवरटाइजिंग स्ट्रेटेजी डिजाइंड टू रीच एंड एंगेज ऑडियंस देयर मोबाइल डिवाइसेज ध्यान देना मोबाइल डिवाइसेसपोर्ट यह होता है मोबाइल मार्केटिंग सच एज स्मार्टफोन एंड टैबलेट्स इनके थ्रू हम लोग इंगेज करते हैं लोगों से और अपने सामान को लोग बेचते हैं आप बेच सकते हो लोग बेचते हैं और प्रॉफिट कमाते हैं है ना तो यहां पर जैसे देखो आपको j सिनेमा हो गया जिओ सिनेमा क्या करता है एक ऐप बना के पब्लिश कर दिया है मार्केटिंग कर दिया फ्री में सबको क्रिकेट दिखा दिया कुछ वेब सीरीज दिखा दिया अब देखो पैसे कमा रहा है है ना तो ऐसे ही होता है आम इंसान कमाता है पैसा खर्च करता है और बड़े-बड़े लोग होते हैं वो पैसा कमाते भी हैं और लोगों से ही पैसा बनाते हैं ठीक है पैसा कमाना है तो आपको लोगों को वैल्यू प्रोवाइड करना पड़ेगा ठीक टाइप्स ऑफ मोबाइल मार्केटिंग अब बेसिकली मोबाइल मार्केटिंग के कौन-कौन से टाइप्स होते हैं तो पहला मोबाइल ऐप मार्केटिंग होता है ध्यान देना मोबाइल ऐप मार्केटिंग ठीक है मोबाइल ऐप मार्केटिंग में आपका क्या आता है नाम से ही क्लियर है कि यहां पे कहीं ना कहीं मोबाइल एप्लीकेशन की बात की जा रही है ठीक है तो यहां पर मोबाइल ऐप मार्केटिंग में फोकस किया जाता है ठीक है कि जो इंस्टॉलेशन होते हैं मोबाइल एप्लीकेशंस के ठीक है उन पर फोकस ज्यादा किया जाता है और यहां पर एसओ एसओ पर ज्यादा यहां पर एसओ पर फोकस किया जाता है जैसे वेबसाइट के लिए एसओ होता है वैसे मोबाइल ऐप मार्केटिंग के लिए एसओ होता है वहां पे एसओ होता है एसओ का फुल फॉर्म होता है ऐप स्टोर ऑप्टिमाइजेशन आप में से कुछ लोग ऐप डेवलपमेंट करते होंगे तो आप लोग आप एसओ कांसेप्ट का यूज किए होगे ठीक है ऐप की एडवर्टाइज होती है ठीक है पार्टनरशिप होती है इनफ्लुएंसर जो भी होते हैं ऐप के रिव्यू दिलवाने होते हैं ठीक है सोशल मीडिया पर प्रमोशन करना होता है जहां पे ऐप की विजिबिलिटी को और डाउनलोड्स को इंक्रीज किया जा सके ठीक है और जैसे ही ऐप इंस्टॉल हो जाता है ध्यान देना जैसे ही ऐप इंस्टॉल हो जाता है वहां पे कहानी फिर क्या शुरू होती है कि पुश नोटिफिकेशन दिया जाता है यूजर्स को जो ऊपर से नोटिफिकेशन आते रहते हैं ना वो नोटिफिकेशन दिया जाता है मैसेज ऐप के अंदर इन पप मैसेजिंग किया जाता है लोगों को दिखाने के लिए और लॉयल्टी प्रोग्राम्स वहां पे चलते हैं कि लोग उनसे इंगेज करें और ब्रांड से अपना होता है ना कि लोग कनेक्टेड रहे सामान खरीदे तो वही मैंने बताया फो पे वगैरह पे भी एड्स वगैरह आती रहती है देन बात करते हैं सेकंड एसएमएस शॉर्ट मैसेज सर्विस मार्केटिंग एसएमएस मार्केटिंग क्या होती है एसएमएस मार्केटिंग में क्या होता है कि यहां पे टेक्स मैसेजेस यूजर्स के मोबाइल फ्स पर भेजे जाते हैं क्या प्रमोशनल मैसेजेस भेजे जाते हैं अलर्ट्स भेजे जाते हैं ठीक है रिमाइंड्स भेजा जाता है मतलब होता है ना कि आप कोई सामान [संगीत] भाई मार्केटिंग ही चल रहा है अगर ध्यान से देखो तो चारों तरफ मार्केटिंग चल रहा है बस हम लोग उसमें फंसे पड़े हैं और चलते जा रहे हैं सामान पैसा बर्बाद कर रहे हैं इधर-उधर चीजें सस्ती भी मिल जाती है लेकिन मार्केटिंग ऐसा कर देते हैं कि हम महंगी चीज खरीद लेते हैं तो एमस मार्केटिंग आई होप कि आपको समझ में आ गया होगा देन इसके बाद देखो मोबाइल वेब मार्केटिंग मोबाइल वेब मार्केटिंग में क्या होता है कि इसमें वेबसाइट जो होती है ठीक है उसमें ऑप्टिमाइज किया जाता है उसको मोबाइल डिवाइसेसपोर्ट स्मार्टफोन पर या टैबलेट पर तो उसे वेबसाइट अच्छी दिखे ठीक है तो यहां पर रिस्पांस वेब डिजाइन का कांसेप्ट आता है मोबाइल फ्रेंडली लेआउट का कांसेप्ट आता है ठीक है लोड टाइमिंग फास्ट कर दी जाती है कि मोबाइल पे जब लोड हो तो जल्दी से लोड हो ठीक है मोबाइल सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन ठीक है मोबाइल सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन जो होता है यह भी काफी एक इंपॉर्टेंट एस्पेक्ट होता है मोबाइल वेब मार्केटिंग में ठीक है जहां पे सर्च इंजन को प्रायरिटाइज किया जाता है मोबाइल फ्रेंडली वेब साइट के अकॉर्डिंग जहां पे मोबाइल में वो सारी वेबसाइट रैंक करती है ठीक है तो ये मोबाइल वेब मार्केटिंग हो गया मोबाइल सर्च मार्केटिंग मोबाइल सर्च मार्केटिंग में क्या आता है मोबाइल सर्च मार्केटिंग जो होता है यह वेबसाइट को ऑप्टिमाइज करता है और मोबाइल सर्च इंजन पर ऐड्स दिखते हैं सच एज google2 सर्च एडवर्टाइज जो मोबाइल पे होती है [संगीत] नहीं आ रहा होगा लोकेशन बेस्ड मार्केट में क्या होता है कि मोबाइल [हंसी] डिवाइसेसपोर्ट इंस्टॉल है और किस रीजन में इंस्टॉल है ये सारी चीज आप देख सकते हो ठीक है तो google2 वगैरह दिखाता है google2 से बहुत पैसा जनरेट करता है भाई बहुत ज्यादा पैसा करता है तो जियोग्राफिक वाइज भी ऐड वगैरह लोकेशन बेस्ड आप चला सकते हो मोबाइल एडवरटाइजिंग मोबाइल एडवर्टाइज में क्या होता है कि यहां पर मोबाइल एड्स दिखाए जाते हैं मोबाइल पर आप लोग मोबाइल एड्स का नाम सुने होंगे मैं बता रहा हूं आपका सबसे पहले आता है बैनर ऐड बैनर ऐड ऐसे एप्लीकेशन को छोड़ा सा दिखता होगा ठीक है फिर उसके बाद आता है आपका इंटरस्टिशल ऐड इंटरसियल ऐड आता है ठीक है और इन पप आता है वीडियो ऐड आता है नेटिव ऐड आता है यह सारे ऐड आते हैं आपके मोबाइल ऐड में देन आता है आपका मोबाइल ईमेल मार्केटिंग जिसमें हम ईमेल पर मोबाइल पर ईमेल्स वगैरह सेंड करते हैं और जो ईमेल्स होते हैं मोबाइल प जो सेंड करते हैं वो ऐसे ईमेल्स होने चाहिए जो फोन प ओपन करने पर फोन के अकॉर्डिंग ही दिखें ठीक और मोबाइल वीडियो मार्केटिंग इसमें क्या क्या किता है जो वीडियो को इतने अच्छे तरीके से ऑप्टिमाइज किया जाता है है ताकि वह फोन पर चले अब ऐसा ना हो फोन पे आप 4k वीडियो भेज दो और मार्केटिंग के लिए यूज़ करो ऐसा नहीं आपको फोन के अकॉर्डिंग ही आपको उस क्वालिटी की वीडियो वगैरह सेंड करनी होती है तो यह सारी चीजें आपकी वीडियो मार्केटिंग के अंदर आती है मोबाइल मार्केटिंग के हम लोग इंपॉर्टेंस की बात कर लेते हैं तो इंपॉर्टेंस इसका क्या है मोबाइल मार्केटिंग होल्ड्स इमेंस इंपॉर्टेंस इन टुडे डिजिटल लैंडस्केप ड्यू टू द वाइड स्प्रेड एडॉप्शन ऑफ स्मार्टफोन आप सभी लोगों को पता है कि जो स्मार्टफोन है मोबाइल फोन है वो आज के टाइम इतना ज्यादा फैल गया है हर किसी के हाथ में फोन है हर किसी के पास इंटरनेट डाटा है तो इसीलिए मोबाइल मोबाइल की जो मार्केटिंग होती है मोबाइल ऐप मार्केटिंग है वो बहुत ज्यादा है तो पहले पॉइंट पे क्या है मोबाइल डिवाइस यूब गूटी तो ये एक इंपॉर्टेंस होता है यूब गूटी मतलब क्या होता है कि हर जगह पे होना ठीक है हर जगह पे होना तो मोबाइल डिवाइसेज क्या है स्मार्टफोन हैव बिकम एन इंटीग्रल पार्ट ऑफ पीपल्स डेली लाइव्स विथ अ सिग्निफिकेंट पोर्शन ऑफ इंटरनेट ट्रैफिक ओरिजनेटिंग फ्रॉम मोबाइल डिवाइस तो मोबाइल डिवाइस मतलब हर जगह हो ना मोबाइल डिवाइस हर जगह है पूरे देश में अपने इंडिया में नहीं पूरे दुनिया में हर कंट्री में अमेरिका यूरोप यूरोप से लेके एशिया में हर जगह मिडिल ईस्ट जहां भी देखो गल्फ कंट्री में हर जगह हर किसी के पास स्मार्टफोंस हैं समझ रहे हो तो इसीलिए इतना इंपॉर्टेंस इसलिए इसका है कि जब मोबाइल फोनस हर किसी के हाथ में है तो मार्केटिंग करना भी बहुत होगा तो यही पे है कि दिस अ वाइट स्पी एडॉप्शन इंश्योर दैट मोबाइल मार्केटिंग अलाउ बिजनेसेस रीच अ फस्ट एंड डावर्स अ ऑडियंस तो अगर इतने लोगों के पास मोबाइल फ्स है तो बिजनेसेस को आसानी होता है लोगों तक पहुंचना और मार्केटिंग करना ठीक कांस्टेंट कनेक्टिविटी कांस्टेंट कनेक्टिविटी में पहला पॉइंट देखो मोबाइल डिवाइसेज इनेबल्स यूजर्स टू स्टे कनेक्टेड टू द इंटरनेट ऑल द टाइम्स ठीक है मोबाइल डिवाइसेज क्या होते हैं कि लोग इंटरनेट प हमेशा कनेक्टेड होते हैं आपका डाटा जब jio1 करके रख देते थे लेकिन आज के टाइम पे बहुत कम लोग होंगे जो अपना डाटा ऑफ करते हैं हमेशा डटा ऑन ही रहता है ठीक है क्या होता है अलाउ बिजनेसेस टू इंगेज विद देयर टारगेटेड ऑडियंस एनी टाइम एंड एनीवे तो इससे क्या होता है डटा जब हमेशा ऑन रहता है तो जो बिजनेसेस होते हैं वो हमें हमें किसी टाइम भी कनेक्ट कर सकते हैं वो अपने ऑडियंस से कहीं भी कभी भी कनेक्ट हो जाते हैं ठीक है ऐड दिखा देते हैं नोटिफिकेशन भेज देते हैं है ना दिस कंट कनेक्टिविटी ओपनस अप अपॉर्चुनिटी फॉर रियल टाइम कम्युनिकेशन एंड इंटरेक्शन विद कस्टमर्स तो ये जो कांस्टेंट कनेक्टिविटी होती है यह रियल टाइम कम्युनिकेशन होता है ऑडियंस के साथ और इंटरेक्शन होता है कंज्यूमर्स के साथ व ऑडियंस के साथ ठीक देन इंपॉर्टेंस में थर्ड नंबर पर आता है लोकल एंड पर्सनलाइज टारगेटिंग मोबाइल पहला पॉइंट है मोबाइल डिवाइस प्रोवाइड्स वैल्युएबल डाटा सच एज लोकेशन इंफॉर्मेशन यूजर प्रेफरेंसेस व्हिच कैन बी लेवरेज्ड फॉर टारगेटेड मार्केटिंग कैंपस लोकल एंड पर्सनलाइज टारगेटिंग में क्या है कि ये हमें वैल्युएबल डाटा देता है जैसे कि लोकेशन इंफॉर्मेशन यूजर की रिफरेंस क्या है इन सारी चीजों के अकॉर्डिंग हम मार्केटिंग कैंपेन चलाते हैं लोकेशन बेस्ड मार्केटिंग अलाउ बिजनेसेस टू डिलीवर रिलेवेंट ऑफर्स एंड मैसेजेस बेस्ड ऑन द यूजर्स रियल टाइम लोकेशन इंक्रीजिंग द लाइक हुड ऑफ कन्वर्सेशन तो जो लोकेशन बेस्ड मार्केटिंग मैंने अभी पीछे बताया कि बिजनेसेस को अलाव करता है कि बहुत ही रिलेवेंट ऑफर एंड मैसेजेस प्रोडक्ट से रिलेटेड यूजर्स को रियल टाइम पे भेज सकें फोर्थ नंबर पर आता है हायर इंगेजमेंट रेट्स मोबाइल मार्केटिंग ऑफ एंड लीड्स टू हायर इंगेजमेंट रेट्स अ कंपेयर टू ट्रेडिशनल चैनल ड्यू टू पर्सनल नेचर ऑफ मोबाइल डिवाइसेज तो ट्रेडिशनल चैनल्स जो थे पहले के टाइम पे ठीक है लोग फोन कॉल्स करते थे है ना यह पहले के मेथड्स थे कि फोन से करके लोगों को इंगेज करते थे लेकिन आज के टाइम पे सबका डाटा ऑन है सबके हाथ में फोन है तो इंगेजमेंट रेट जो है ना बहुत हाई है ठीक है फीचर सच एज पुश नोटिफिकेशन एसएमएस इनेबल बिज़नेस टू डिलीवर टारगेटेड एंड पर्सनलाइज कंटेंट डायरेक्टली टू यूजर्स रिजल्ट इंक्रीज इंगेजमेंट इंटरेक्शन तो पुश नोटिफिकेशन एसएमएस जो होता है ये बिजनेसेस जो होते हैं उनको फंक्शनालिस यूजर्स को कनेक्टेड रह सके इंगेज कर सके ठीक है डिफरेंट डिफरेंट चीजें दिखा के वही जोमट सगी वाले करते हैं दिखा दिखा के ये खा लो वो खा लो अरे भाई भूख लगी है है ना तो बहुत सारी चीजें हैं भाई पांचवा पे देखो इंप्रूव्ड कस्टमर इनसाइट्स मोबाइल मार्केटिंग जनरेट वैल्युएबल डाटा एंड इनसाइट्स ये इंफॉर्मेशन इनसाइट्स देता है इंसाइट्स एंड डाटा क्या होता है कि एक इंसान के बारे में कि आप एप्लीकेशन कितना बार ओपन करते हो कितना टाइम स्पेंड करते हो आपका इंटरेस्ट क्या है सारी चीजें amazononline.in यूज कर रहा है ठीक है मतलब जितनी भी कंपनीज है ऑनलाइन वाली जितने सर्विसेस यूज करते हैं वो सारे लोग हमें यूज कर रहे हैं ठीक है हमारे डाटा को लेके हमें कोई यूज कर रहे हैं और अपने बिजनेस को आगे बढ़ा रहे हैं और सेल्स जनरेट कर रहे हैं और अमीर होते जा रहे हैं ठीक देन बात करते हैं कुछ स्ट्रेटजीजर मार्केटिंग की स्ट्रेटेजी क्या है आप भी यूज करते हो इन सारी चीज अ इन सारे स्ट्रेटेजी को आप भी यूज कर सकते हो अगर आप कोई बिजनेस स्टार्ट करना चाहते हो बहुत अच्छी बात है जॉब करना चाहते हो तो भी बहुत अच्छी बात है इट्स डिपेंड्स पर्सन टू पन कि वो जॉब करना चाहता है कि वो बिजनेस करना चाहता है सबका इंटरेस्ट अलग-अलग होता है पहले पॉइंट पर स्ट्रेटेजी में देखो मेक योर वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली तो मोबाइल फ्रेंडली मतलब क्या होता है योर वेबसाइट शुड वर्क वेन ऑन फ्स तो अगर आप कोई वेबसाइट बना रहे हो ठीक है एचटीएमएल सी जावा स्क्रिप्ट पढ़े होगे बीटेक लाइफ में अगर इन सारी चीजों को यूज करके बना रहे हो तो रिस्पांस होनी चाहिए यानी कि सारे फोनस टैबलेट्स पे एज इट इज ओपन होनी चाहिए जैसे कि डेस्कटॉप प दिखता है ठीक दिस मींस इट शुड लुक गुड एंड बी इजी टू यूज ऑन स्मल स्क्रीन ठीक है यानी फोन में छोटी स्मॉल स्क्रीन प ओपन हो तो भी अच्छा दिखना चाहिए बड़ी स्क्रीन लैपटॉप डेस्कटॉप ओपन हो तो वहां पे भी ऐसा ही दिखना चाहिए ठीक है सेम सेकंड पॉइंट यूज सोशल मीडिया आपने कोई वेबसाइट बनाया प्रमोट करना है सोशल मीडिया यूज करो पोस्ट ऑन सोशल मीडिया पोस्ट ऑन सोशल मीडिया साइट्स लाइक जो कि आपकी ब्रांड से रिलेटेड होगा और ब्रांड की जो ट्रस्ट होगा लोगों के प्रति आपके ऑडियंस से प्रति वो बढ़ेगा ठीक है तो जो चीजें मैं पीछे बता रहा हूं वो चीज आप दिमाग में रखिएगा और ऐसा जो डीएसएमए सब्जेक्ट है य आपके एग्जाम के पॉइंट ऑफ व्यू से ये तो इंपॉर्टेंट है ही लेकिन अगर आप बिजनेस स्टार्ट करना चाहते कुछ भी करना चाहते हो तो आपको क्लियर कट एक एग्जांपल आईडिया मिल जाएगा आपको अपने बिजनेस को रन करने के लिए सिंस मेनी पीपल यूज देयर एप्स ऑन देयर फोस इट्स अ ग्रेट वे टू रीच देम ठीक है बहुत सारे लोग होते हैं जो एप्स को भी यूज करते हैं अपने फोन में ठीक है इन सारे एप्स को भी यूज करते हैं जैसे फ instagram's मैसेजेस पहला पॉइंट देखो सेंड मैसेजेस विथ स्पेशल ऑफर और अपडेट डायरेक्टली टू पीपल्स फोन लोगों के फोन पर आप डायरेक्टली अपडेट्स एंड ऑफर सेंड कर सकते हो अब हो सकता है आपकी कोई वेबसाइट हो जहां पर बस आप कुछ न्यूज डालते हो उसके अपडेट्स भेजना हो तो न्यूजलेटर्स वगैरह भेज सकते हो या फिर आप कोई प्रोडक्ट सेल करते हो वहां से बुक्स वगैरह कुछ भी सेल करते हो तो उससे रिलेटेड आप मैसेजेस सेंड कर सकते हो अपने लोगों तक ठीक जस्ट मेक श्यर दे एग्री टू रिसीव देम फर्स्ट ये ध्यान देना कि आपके जो कस्टमर्स हैं लॉयल कस्टमर्स वो एग्री है कि आप मैसेज सेंड कर रहे उन्हें कोई प्रॉब्लम नहीं है अगर उन्हें प्रॉब्लम होती है बार-बार बार-बार मैसेज कर रहे हो तो कहीं ना कहीं एक गलत इंपैक्ट जाता है फॉर एग्जांपल ईमेल पे आप देखते होगे कोई कंपनी का ईमेल बहुत बहुत बहुत आता है प्रमोशनल तो सीधे सिंपल जाके आप अनसब्सक्राइब कर देते हो है ना तो यह कर देते हो तो वो चीज होती है उसके बाद देखो फोर्थ नंबर पर क्रिएट अ मोबाइल एप मेक ये देखो मेक एन ए दैट पीपल कैन डाउनलोड ऑन देयर फ्स और वेबसाइट तो बनाए एक फोन एक मोबाइल एप्लीकेशन भी बना दो कि ताकि लोग ऐप के थ्रू यूज करें ठीक है बहुत सारे लोगों के पास लैपटॉप नहीं होता है और वेबसाइट प सर्च करके यूज करना काफी मुश्किल होता है तो उसके लिए एक ऐप बना दो ताकि वो लोग यूज करें कुछ ऐसी चीजें होती है जिनका ऐप बनाना उतना यूजफुल नहीं होता जितना वेबसाइट बनाना हो होता है ठीक है कुछ ऐसी चीजें होती है जिनका पप बनाना यूजफुल होता है वेबसाइट जैसे कि फॉर एग्जांपल [संगीत] तरीका होता है जिससे आपके बिजनेसेस से लोग कनेक्टेड होते हैं और उससे इंटरेक्ट करते हैं स्ट्रेटजी में हम लोग फिफ्थ और सिक्सथ पॉइंट की बात करते हैं फिफ्थ पर क्या है यूज लोकेशन बेस्ड मार्केटिंग लोकेशन बेज मार्केटिंग आप लोग कर सकते हो ठीक सेंड पुश नोटिफिकेशन आपकी अगर मोबाइल एप्लीकेशन है तो आप भी पुश नोटिफिकेशन भेज सकते हो लोगों को कि आपके बारे में क्या है रिमाइंड करा सकते हो कि भाई ये ऑफर वो ऑफर जो मैटो सगी का एग्जांपल ले सकते हो ठीक तो नोट्स अगर चाहिए तो डिस्क्रिप्शन में अवेलेबल है वहां से जाके डाउनलोड कर सकते हो देन अब बात करते हैं वीडियो मार्केटिंग जिसमें टाइप्स इंपॉर्टेंस और स्ट्रेटेजी के बारे में बात करेंगे जितना चीज हमने मोबाइल मार्केटिंग में बात किया उतनी सारी चीजें हम लोग वीडियो मार्केटिंग में बात करेंगे तो नोट्स बेसिकली डिस्क्रिप्शन में है जाके डाउनलोड कर लेना आप लोग वहां से यूज़ कर सकते हो देन बात करते हैं वीडियो मार्केटिंग क्या होता है वीडियो मार्केटिंग इज यूजिंग वीडियो मार्केटिंग इज यूजिंग वीडियो टू प्रमोट योर बिजनेस और प्रोडक्ट इंस्टेड ऑफ़ जस्ट यूजिंग टेक्स्ट और इमेजेस यू कैन क्रिएट वीडियोस एंड शोकेस शोकेस व्हाट यू ऑफर शेयर इंफॉर्मेशन इंटरटेन योर ऑडियंस ठीक है तो वीडियो मार्केटिंग क्या होता है ये कहता है कि आप अपने बिजनेस के प्रोडक्ट को बिजनेस या फिर प्रोडक्ट को प्रमोट कर सकते हो लोगों तक और इसमें ऐसा नहीं होता कि आप बस जस्ट टेक्स्ट यूज करो और इमेजेस यूज करो ना आप क्या कर सकते हो वीडियो बना सकते हो और आपको पता है भया कि वीडियो क्या होता है इट्स अ कलेक्शन ऑफ इमेजेस इट्स कलेक्शन ऑफ लॉट्स ऑफ इमेजेस ठीक है वही वीडियो होता है ठीक देन ये तो वीडियो का मैं डीप में बोल दिया तो लेकिन वीडियो जो होता है वीडियो मार्केटिंग में वीडियो के थ्रू मार्के मार्केटिंग करते हैं लोगों को इंटरटेन करते हैं शेयर इ इंफॉर्मेशन को शेयर करते हैं किसी चीज के बारे में आप लोग देखते होगे कोई नई गाड़ी लांच होती है तो उसकी वीडियो दिखाई जाती है ना कि टेक्स्ट अगर टेक्स्ट में उस गाड़ी के बारे में बताया तो बहुत को लोग सोचेंगे लेकिन उसी गाड़ी को पहाड़ प चढ़ा के दिखाया जाता है कि देखो गाड़ी पहाड़ प चढ़ जा रही है तो लोग सोचते भाई पहाड़ पे चढ़ी जा रही है है ना देन टाइप्स ऑफ वीडियो मार्केटिंग में क्या है डेमो वीडियो ठीक है डेमो वीडियो आप लोग कहीं ना कहीं डेमो वीडियो बनाते होंगे कॉलेज में प्रोजेक्ट से रिलेटेड टीचर बोलता होगा डेमो वीडियो बना दो ठीक है तो डेमो वीडियो में बेसिकली क्या होता है कि ये आपके प्रोडक्ट को शोकेस करता है कि आपका प्रोडक्ट काम कैसे करता है ठीक है इसमें बेसिकली क्या होता है कि एक टूर करा दिया जाता है व्यूवर्स का ठीक है अनबॉक्सिंग करा दिया जाता है ठीक अनबॉक्सिंग की जो वीडियो होती है एक तरह की डेमो वीडियो होती है जैसे कि कोई कार लच हुई तो इसकी डेमो वीडियो बनेगी कि कार चलती कैसे है ठीक है डेमो वीडियो छोटी सी बन जाएगी ठीक तो वही डेमो वीडियो होता है ब्रांड वीडियो अब देखो ब्रांड वीडियो क्या होता है ये एक एक लार्ज एडवरटाइजिंग कैंपेन होता है ठीक है आपके कंपनी के आपके कंपनी के विजन को मिशन को दिखाने के लिए ठीक है और जो भी सर्विसेस है उसको दिखाने के लिए हम लोग ब्रांड वीडियो बनाते हैं ठीक है ये काफी एक इंपॉर्टेंट पार्ट होता है कंपनी का ब्रांड वीडियो जो आपकी कंपनी से लोगों को इमोशनली कनेक्ट कराना ट्रस्ट बिल्ड अप करना वह सारी चीज़ें इस मार्केटिंग के थ्रू होती हैं ठीक है और तो ब्रांड मार्केट ब्रांड वीडियो मार्केटिंग का बेसिकली गोल होता है कि कंपनी के थ्रू अवेयरनेस फैलाना और टारगेट ऑडियंस को इंटरेक्ट कराना इमोशनली कनेक्ट कराना ठीक उसके बाद थर्ड पॉइंट पे आता है प्रोडक्ट डेमोंस्ट्रेट वीडियो आई होप कि यह तो समझाने की आपको जरूरत पड़ेगी नहीं मुझे डेमोंस्ट्रेट मतलब क्या होता है कि प्रोडक्ट के वर्किंग के बारे में दिखाना डेमोंस्ट्रेट करना प्रोडक्ट को उसके बारे में वीडियो बना देना इवेंट वीडियो ठीक है जैसे कि अगर कोई कंपनी है कोई बिजनेसेस है कोई कॉन्फ्रेंस को होस्ट करती है जैसे कि राउंड टेबल डिस्कशन हो गया ठीक है कान्फ्रेंस हो गया कोई भी किसी भी टाइप के इवेंट्स हो गए तोव क्या करती है कि रील्स रील्स ठीक है रील्स टाइप में कुछ बनाती है ठीक है और इंटरेस्टिंग इंटरव्यूज वगैरह प्रेजेंटेशन को दिखाती है ठीक है तो वो बेसिकली इवेंट्स वीडियो में आपके आ जाते हैं उसके बाद आता है एक्सपर्ट्स इंटरव्यू वीडियो एक्सपर्ट भी वीडियो में क्या होता है कि वो डिफरेंट डिफरेंट एक्सपर्ट्स को बुलाते हैं और उसके डिस्कशन करते हैं ठीक है और इससे क्या होता है कि एक बिल्ड अप होता है ब्रांड का जैसे कि बोलो जुआ केसरी अच्छा नहीं है खाना नहीं चाहिए लेकिन क्या कि शाहरुख खान अजय देगन और अक्षय कुमार को बुला के प्रचार करा दिया गया और लोग सोचने लगे बहुत अच्छी चीजें खाना चाहिए है ना लेकिन ये गलत चीज है उन लोगों को भी प्रमोट नहीं करना चाहिए क्योंकि लोगों लोग अ मतलब यकीन करते हैं ना हीरो पर अपना एक तरह से आइडल भी मानते हैं कि भाई हां ये अच्छा है तो नहीं करना चाहिए उन लोगों को प्रमोट लेकिन पैसे के लिए करते हैं और बेसिकली जैसे कि मान लीजिए [संगीत] से रिलेटेड बंदा वो एक्सपर्ट हो जैसे कि अ मान लीजिए एक अनअकैडमी वाला कोई कोर्स लच कर रहा है ठीक है तो वो क्या करता है उसको प्रमोशन कराने के लिए किसी बंदे को उठाएगा जो [संगीत] google2 वीडियो के थ्रू भी लोग ों तक पहुंचना और प्रोडक्ट के बारे में बताना ठीक है एनिमेशन के थ्रू जैसे कि आप 3डी एनिमेशन कर सकते हो बहुत डीप में अंदर चीज प्रोडक्ट के बारे में बताना है लोगों को तो तो आप एनिमेटेड वीडियो कर सकते हो क्योंकि वैसे नॉर्मल दिखाओगे तो ऊपर ऊपर की चीजें ही दिखेंगी ना वीडियो में लेकिन अगर आप उसे एनिमेट कर देते हो तो बहुत अंदर तक चीजें जाके भी आप लोग डिटेल एक्सप्लेनेशन दे सकते हो ऑडियंस को और ऑडियंस आपसे कनेक्ट हो सकता है अच्छे से देन बात करते हैं इंपॉर्टेंस की तो पहले पॉइंट पे इंगेजमेंट वीडियो आर मोर इंगेजिंग एज कंपेयर टू टेक्स्ट वगैरह इजेस से यह मोर इंगेजिंग होता है और हेल्प करता है आपके ऑडियंस से कनेक्ट करना आपके कंपनी को बिजनेस को मेमोरेबिलिटी पीपल रिमेंबर वीडियोस बेटर देन बेटर देन अदर टाइप्स ऑफ कंटेंट मेकिंग योर ब्रांड मोर मेमोरेबल मतलब अदर टाइप्स ऑफ कंटेंट क्या है कि वही इमेज टेक्स्ट से ज्यादा अच्छा होता है वीडियो जो लोगों को याद होता है ठीक है उसके बाद होता है विजिबिलिटी वीडियो ऑफ एन रैंक हायर इन सर्च रिजल्ट्स इंक्रीजिंग और विज ऑनलाइन ठीक है तो यह काफी सर्च रिजल्ट में रैंक जल्दी करता है ठीक है और विजिबिलिटी को ऑनलाइन बढ़ाता है और वर्सेटिलिटी यू कैन यूज वीडियो अक्रॉस डिफरेंट प्लेटफॉर्म सच एज वेबसाइट सोशल मीडिया ईमेल कैंपेन आपको वीडियो का एग्जांपल में बताता हूं आज के टाइम पर लोग न्यूजपेपर पढ़ना छोड़ दिए हैं ब्लॉग पोस्ट पढ़ना छोड़ दिए हैं थोड़ा सा भी चाहिए तो य पर सर्च करते हैं और य पर वीडियो देखते हैं है ना तो आप खुद सोच स सते हो कि वीडियो कितना पावरफुल हो गया आज के टाइम पे बिल्डिंग ट्रस्ट सीइंग रियल पीपल ऑफ प्रोडक्ट इंड वीडियोस बिल्ड ट्रस्ट विद योर ऑडियंस तो जो वीडियो मार्केटिंग है ये इसका इंपॉर्टेंस ये भी है कि ये ट्रस्ट को बिल्ड करता है एज कंपेयर टू बाकी मे जो टेक्स्ट के कंपैरिजन करो तो देन अब बात करते हैं इसके स्ट्रेटेजी कौन-कौन सी स्ट्रेटेजी हम लोग अपनाते हैं वीडियो मार्केटिंग करने के लिए तो सबसे पहला चीज आता है नो योर ऑडियंस अपने ऑडियंस को जानो अपने ऑडियंस को जानो यानी कि आपका ऑडियंस क्या देखना चाहता है ठीक है उसको जानो ठीक उसके बाद आप वीडियो को डालो कीप इट शॉर्ट एंड स्वीट अपने अपने वीडियो को कंसाइनर देखो और टू द पॉइंट रखो ऐसा ना हो कि वीडियो किसी चीज और किसी चीज के बारे में है कंपनी किसी और के बारे में है और वीडियो किसी और चीज के बारे में बना रहे हो ठीक है फॉर एग्जांपल इसी को ले लो मैं पढ़ा रहा हूं डिजिटल मार्केटिंग और बात कर रहा हूं डाटा स्ट्रक्चर की तो कुछ पल्ले नहीं पड़ेगा आपको भी आप मुझे भी गाली दोगे है ना तो वो चीज है देन बात करते हैं क्वालिटी मैटर्स ठीक है क्वालिटी भाई मैटर करती है किसी भी चीज में हो इन्वेस्ट इन गुड क्वालिटी वीडियो दैट टूक एंड साउंड प्रोफेशनल टाइम लो लेकिन गुड क्वालिटी की वीडियो बनाओ जो कि प्रोफेशनली साउंड करे देखने में अच्छा लगे है ना ऑप्टिमाइज फॉर मोबाइल अब ऐसा ना हो कि आप कोई वीडियो पब्लिश कर रहे हो अब मोबाइल फोन के लिए नहीं है ठीक है तो उसे ऑप्टिमाइज करो कि मोबाइल फोन पे भी आपका वीडियो चले कॉल टू एक्शन कॉल टू एक्शन क्या है इनकरेज व्यूवर्स टू टेक एक्शन आफ्टर वाचिंग योर वीडियो वेदर इट्स विजिटिंग योर वेबसाइट सब्सक्राइब टू योर चैनल एंड मेकिंग अ परचेस क्शन क्या होता है एक वीडियो आप कुछ दिखा रहे हो फॉर एग्जांपल कोई कंपनी आपको वीडियो दिखा रही है एड्स वाला तो अगर वो दिखा रही है तो प्रमोट कर रही है कि इसकी ये वेबसाइट है फॉर एग्जांपल है ना तो वो चीज है तो कॉल टू एक्शन होता है जैसे मैं आपको बोल रहा हूं कि भाई सब्सक्राइब करो तो ये कॉल टू एक्शन है तो भाई बोल दिया तो सब्सक्राइब भी कर लो यार ठीक है मुझे अच्छा लगेगा मुझे आप लोग सपोर्ट करोगे और चैनल डिस्क्रिप्शन में लिंक अवेलेबल है प्लेलिस्ट का एक्सेस कर सकते हो और कमेंट करो कि दिस वीडियो इज हेल्पफुल फॉर मी कि मुझे अच्छी लगी वीडियो जरूर कमेंट करना देन बात करते हैं प्रमोट योर वीडियोस शेयर वीडियोस ऑन सोशल मीडिया ईमेल न्यूजलेटर्स और वेबसाइट पे भी शेयर कर सकते हो अपने वीडियो को प्रमोट कर सकते हो ट्रैक योर रिजल्ट यूज एनालिटिक्स टू सी हाउ योर वीडियोस आर परफॉर्मिंग एंड मेक एडजस्टमेंट बेस्ड ऑन व्ट वर्क्स बेस्ट तो आप ट्रैक कर सकते हो रिजल्ट को एनालिटिक्स टूल्स वगैरह बहुत आते हैं जिससे परफॉर्मेंस वगैरह आप लोग देख सकते हो और देन उसके अकॉर्डिंग आप चेंजेज कर सकते हो नए वीडियोस बना सकते हो ठीक देन अब बात करते हैं सोशल मीडिया मार्केटिंग के बारे में तो सोशल मीडिया मार्केटिंग में सबसे पहला आपका आता है सेट योर गोल्स तो मैं एक चीज बता देता हूं मैं यूनिट टू बहुत अच्छे से डिस्कस किया हूं अगर आप वो देखे हो तो नहीं देखना पड़ेगा आपको ये पार्ट और याद करने की ट्रिक मैं बता देता हूं राम के सीपीयू राम के सीपीयू राम का सीपीयू भी याद कर सकते हो ठीक है ये टेक्निक्स है तो इसका पहला मैं आपको बताता हूं ना जब हेडिंग याद करना हो तो सारे हेडिंग का पहला पहला लेटर उठा के उसका एक इजी वर्ड बना दो और वो याद करके चले जाओ इजी वर्ड या इजी एक सेंटेंस बना के चले जाओ और उसके अकॉर्डिंग लिखो जैसे मैंने राम का सीपीयू बना दिया सोशल मार्केटिंग का ठीक है सोशल मीडिया मार्केटिंग का तो आर से आपका हो गया रन पेड एडवर्टाइजमेंट रन पेड एडवर्टाइजमेंट का आप याद हो जाएगा हां यार रन था आर याद हो गया ए से क्या है ए सर्च करो ए कहां पे है ए ए ए देखो एडजस्ट एंड ऑप्टिमाइज याद हो गया एडजस्ट करना हो गया ठीक है एम से क्या हो गया कि एम से देखो मेजर हो गया तो ऐसे ही आपको क्या करना होता है याद करना होता है चीजों को ठीक है तो ये आसान होगा आपका एग्जाम में लिखने के लिए पहले पॉइंट में बात करते हैं सेट क्लियर गोल्स अपना गोल क्लियर सेट करो जैसे कि आप करना क्या चाहते हो ब्रांड अवेयरनेस को इंक्रीज करना चाहते हो वेबसाइट पे ट्रैफिक लाना चाहते हो लीड्स जनरेट करना चाहते हो ठीक है इन सारी चीजों के गोल्स को क्लियर करो कि आप सोशल मीडिया मार्केटिंग में करना क्या चाहते हो ठीक ये चीज पहले क्लियर करो फिर उसके बाद नो योर ऑडियंस आपके ऑडियंस को जानो कैसे जानोगे डेमोग्राफिक्स को यूज करो ठीक है उनके इंटरेस्ट को देखो उनके बिहेवियर को देखो प्रेफरेंसेस को देखो ठीक है देन उसके अकॉर्डिंग आप लोग सोशल मीडिया मार्केटिंग करो ठीक थर्ड नंबर पर आता है चूज द राइट प्लेटफॉर्म बहुत जरूरी होता है एक राइट प्लेटफॉर्म चूज करना मार्केटिंग करने के लिए सोशल मीडिया को यूज करके तो सारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सूटेबल नहीं होते हैं सारे बिजनेसेस के लिए ठीक है तो आप अपने टारगेटेड ऑडियंस के अकॉर्डिंग आप लोग चूज करिए जैसे कि से प्लेटफॉर्म पे आप लोग दिखाना चाहते हो [संगीत] youtube1 होना चाहिए आपकी ऑडियंस के लिए वैल्युएबल होना चाहिए जैसे कि आप इंक्लूड कर सकते हो पोस्ट पोस्ट कर सकते हो और इमेजेस हो सकते हैं वीडियोज हो सकती हैं स्टोरीज हो सकते हैं बहुत सारी चीजें हो सकती हैं जिनके अकॉर्डिंग आप लोग कंटेंट क्रिएट कर सकते हो फि पॉइंट प आता है प्लान योर कंटेंट कैलेंडर प्लान कंटेंट कैलेंडर क्या होता है कि इसमें आपको जो पोस्ट आपने क्रिएट किया है कि आपको कब इसे करना है किस प्लेटफॉर्म पर करना है ठीक है सारी चीजें आपको क्रिएट करके कंटेंट रख लेना है ठीक है कैलेंडर रेडी कर लेना है इस टाइम पर ऐसे करना है दो दिन बाद यह करना है न दिन बाद यह कैंपेन लंच करना ये सारी चीजें कर लेना है इंगेज विथ योर ऑडियंस ठीक है सो सोल मीडिया जो होता है ना यह होता है रिलेशनशिप बिल्ड करना और इंगेज करना आपके ऑडियंस से ठीक है तो अगर आपका कोई बंदा कमेंट कर रहा है तो उसे रिप्लाई करना होता है उसे मैसेज करना होता है अगर बहुत कुछ ऐसा है तो आप उसे मेंशन भी कर सकते हो ठीक है तो यह सारी जो चीजें होती है वह आपके ऑडियंस से इंगेजमेंट का काम करती हैं ठीक तो इंगेज करना बहुत जरूरी होता है यूज विजुअल्स इफेक्टिवली तो जो विजुअल कंटेंट होते हैं जैसे कि इमेज हो गया वीडियोस हो गया ठीक है इन सारी चीजों को यूज करना चाहिए आपको अच्छे तरीके से कि हाई क्वालिटी की हो और जो चीज आप इमेज और वीडियो यूज कर रहे हो वह आपके प्रोडक्ट से ब्रांड से अलाइन करता हो ठीक है जो आपके ऑडियंस के अटेंशन को ग्रैब करें ठीक है इसलिए हम विजुअल्स इफेक्टिवली यूज करते हैं यूटिलाइज हैशटैग जैसे कि instagram2 लिखते हो ऐसे ही हैशटैग वगैरह भी आप लोग अच्छे से यूज करें जो अ बहुत ही रिलेवेंट हो और आपके जो पोस्ट हो जो भी चीजें हो वो लोगों तक पहुंच सके रन पेड एडवर्टाइज कैंपेन आप लोग पेड एडवरटाइजिंग कैंपेन को रन कर सकते हो सोशल मीडिया पर डिफरेंट डिफरेंट प्लेटफॉर्म को यूज कर सके जहां पे आप लोग डेमोग्राफिक्स उस एप्लीकेशन जैसे कि एनालाइज रिजल्ट्स अब कैंपेन आपने चला दिया ठीक है तो आप मैट्रिक्स को ट्रैक कर सकते हो लोगों का इंगेजमेंट कैसा था आपके कैंपेन से उसे देख सकते हो क्लिक रेट दे सकते हो कितने लोगों ने क्लिक किया रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट आरओ आई दे सकते हो कितना मैंने इन्वेस्ट किया और कितना मुझे रिटर्न मिला यह सारी चीजें आप लोग एनालाइज कर सकते हो मेजर कर सकते हो और बहुत सारे एनालिटिक्स टूल होते हैं सोशल मीडिया के जहां पे आप सारी चीजों को एनालाइज करके सीख सकते हो एंड सेकंड टाइम आप और अच्छा कैंपेन रन कर सकते हो एडजस्ट एंड ऑप्टिमाइज एडजस्ट एंड ऑप्टिमाइज क्या होता है कि बेस्ड ऑन योर एनालिटिक्स एंड परफॉर्मेंस डाटा इसके अकॉर्डिंग आप क्या कर सकते हो सोशल मीडिया की स्ट्रेटेजी जो आपकी है उसे ऑप्टिमाइज कर सकते हो अपने कंटेंट को और ऑप्टिमाइज कर सकते हो शेड्यूल कर सकते हो कि मुझे किस टाइम पे क्या मुझे पोस्ट करना चाहिए सैटरडे संडे कौन सा डेट करना चाहिए ठीक है कौन सा आपको एक पैटर्न फॉलो करना ना चाहिए दिखाने के लिए कैसे किन-किन लोगों को आखिर में एक्चुअल में टारगेट करना चाहिए जिन लोगों को मैंने टारगेट किया क्या उन लोगों तक पहुंचा कि नहीं चलो सेकंड टाइम पे मैं इसको करूंगा तो ये सारी चीजें आपको ऑप्टिमाइज करना चाहिए ठीक है तो ये सारी चीजें आपकी सोशल मीडिया मार्केटिंग में आती है और राम का सीपीयू याद कर लेना राम के सीपीयू या राम का सीपीयू ठीक ऐसे याद कर लेना एग्जाम में आसानी होगा आपको ठीक देन अब बात करते हैं व्हाट इज समझ में आ रहा होगा गेम इफिकेशन तो कहीं ना कहीं गेम से लेना देना है तो यह गेम से ही लेना देना है pubg-gift.com गेफिट इन डिजिटल मार्केटिंग मींस एडिंग फन स्टफ लाइक पॉइंट्स ठीक है पॉइंट्स ऐड करना बैजेस ऐड करना चैलेंजेबल इंटरेस्टिंग फॉर पीपल ठीक है तो यह सारी चीजें इसमें होती है सेकंड पॉइंट देखो इट्स लाइक टर्निंग मार्केटिंग इनटू गेम टू मेक इट मोर फन एंड इंगेजिंग ठीक है तो जो गेम की मार्केटिंग है काफी एक फनिंग एंड इंगेजिंग होती है दिस वे पीपल फील मोटिवेटेड टू डू व्ट द मार्केटर्स वांट देम टू डू लाइक बाय समथिंग और शेयर अ पोस्ट तो मार्केटिंग गेम के मार्केटिंग में क्या होता है कि जैसे कि कैंडी क्रस खेलते हैं ना हम लोग गेम तो जैसे जब लाइव एक भी नहीं रहता है तो एडस दिखाए जाते हैं कि ड देखो तुमको पॉइंट मिलेंगे ड देखो तुमको लाइव मिलेगा तो क्या कर रहा है कि हमारे इमोशन के साथ भाई वो खेल रहा है कि अगर चलो हम लोग देख भी लेते हैं ड यार की 10 सेकंड देख लेंगे तो क्या हो जाएगा ड देखते हैं मिल जाता है लाइ फिर खेलते हैं तो बेसिकली गेम फिकेशन ही है भाई गेम के थ्रू हम लोग को मतलब वो बनाया जा रहा है समझ लो ना मैं क्या बोलना चाहता हूं तो वो बना के हम लोगों से पैसा कमाया जा रहा है और वो लोग चीजें कर रहे हैं ठीक इट्स ऑल अबाउट मेकिंग मार्केटिंग फील लाइक अ गेम वेयर पीपल कैन विन एंड फील गुड अबाउट इट एक्चुअल में तो हम लोग कुछ जीतते नहीं है चाहे पबज हो गया चाहे फी फ हो गया चाहे कैंडी क्रस लेकिन कहीं ना कहीं दिमाग में स्ट्राइक होता है हां मैंने किया मैंने यह किया मैंने ये कर लिया मतलब मोटिवेशन आता है ना तो वो तो हम लोग को फील आता है लेकिन मार्केटिंग बिजनेस वाले पैसा जनरेट करते हैं तो गेमफेब्रीक र आज के टाइम पे बच्चे तो फोन में घुसे रहते हैं ऐसी जिंदगी तो वो लोग जी नहीं रहे है ना तो ये काफी एक अच्छी लाइफ थी हम लोगों की शायद अब देखने को नहीं मिलती है है ना तो पहले पॉइंट प क्या है इंक्रीजड इंगेजमेंट इंक्रीज इंगेजमेंट में क्या होता है कि जो गेमीफिकेशन होता है डिजिटल मार्केटिंग के जो कैंपस होते हैं उन्हें बहुत ही ज्यादा इंटरेक्ट और एंटरटेनिंग बना देता है और यह यूजर्स के अटें अटेंशन को कैप्चर करता है और उसे इनकरेज करता है कि वह एक्टिवली पार्टिसिपेट करें ठीक है तो जब गेम के थ्रू हम लोग कुछ भी करना चाहते हैं लोग बहुत अच्छे तरीके से आते हैं और उससे गेम खेलते हैं और इंगेज करते हैं ठीक है देन उसके बाद बात करते हैं सेकंड नंबर पे एनहांस ब्रांड अवेयरनेस तो जो गेमीफाइड एक्सपीरियंस होता है ठीक है तो यह हेल्प करता है ब्रांड की विजिबिलिटी को बढ़ाना और अवेयरनेस को भी बढ़ाना इससे लोग इंगेज कर सके ठीक है गेम वगैरह खिला के लोगों को कुछ चैलेंज कुछ कंपटीशन वगैरह करा के ब्रांड को बढ़ाना होता है ठीक है देन इसके बाद होता है इंप्रूव यूजर एक्सपीरियंस गेम की मदद से ठीक है इसके एलिमेंट्स और जो भी डिजिटल मार्केटिंग के कैंपेन होते हैं उससे यूजर्स का एक्सपीरियंस उस ब्रांड से रिलेटेड काफी इंप्रूव होता है इससे ठीक हायर कन्वर्जेंस रेट ठीक है हायर कन्वर्जेंस रेट में क्या होता है कि जो गेमीफिकेशन जो होता है ना ये हमें हायर कन्वर्जन रेट्स देता है ठीक है जैसे कि जो यूजर्स होता है यूजर्स का कनेक्ट होना ब्रांड से जैसे कि परचेज करना ठीक है और न्यूज़लेटर के लिए साइन अप करना कंटेंट को शेयर करना वो गेम में ज्यादातर होता है यह हायर कन्वर्शन रेट कन्वर्जन रेट देखा जाता है गेम फिकेशन मे मेथड से अगर मार्केटिंग करते हैं ठीक बेटर डाटा कलेक्शन डाटा कलेक्शन देखो डाटा जिसके पास है वह बहुत अमीर है ठीक है वही राजा है google2 दिखा रहा है तो जो गेमीफाइड एक्सपीरियंस होता है यह हमें बहुत सारे वैल्युएबल डाटा एंड इनसाइट्स देता है क्या देता है यूजर्स का बिहेवियर देता है यूजर्स का प्रेफरेंस देता है इंटरेस्ट देता है कि इंगेजमेंट किस लेवल का हुआ इन सारी चीजों को यूज़ करके अ मार्केटिंग कर सकते हैं नेक्स्ट टाइम इंक्रीजड कस्टमर लॉयल्टी गेम वगैरह करा के खिला के लोगों को ठीक है उनका एंगेजमेंट हम लोग बढ़ा सकते हैं उनको रिवर्ड देते हैं लॉयल्टी बढ़ा सकते हैं कस्टमर का ब्रांड से रिलेटेड ठीक है और जो गेम होता है काफी हेल्प करता है स्ट्रेंथ प्रोवाइड करता है रिलेशनशिप को ब्रांड का जो होता है और कस्टमर के जो रिलेशनशिप होता है काफी यह इंप्रूव करता है ठीक सोशल शेयरिंग एंड वायरलिटी तो जो गेम होता है यह सोशल शेयरिंग होता है है जहां पर लोग एक दूसरे का चीजों को शेयर करते हैं है ना तो वो सारी चीजें वायरल होती हैं ठीक है जैसे गेम में क्या होता है कि आपको अपने 10 दोस्तों को शेयर करना है तो वो 10 दोस्तों को शेयर करते हैं तो वहां पे क्या होता है कि कोई पैसे नहीं लगते 10 लोगों तक पहुंचाना वो भाई अपने खुद जीतने के लिए 10 लोगों त शेयर करता है तो शेयर करने से एक ऑर्गेनिक रीच होती है उस प्रोडक्ट की ठीक तो ये चीज होता है टारगेटेड मार्केटिंग ठीक है इसमें हम टारगेटेड मार्केटिंग भी कर सकते हैं तो गेमिंग जेएम की जो एक्सपीरियंस होता है मार्केटर्स को अलाव करता है कि टारगेटेड मार्केटर्स टारगेटेड कंज्यूमर्स को यूजर्स को टारगेट करें और जैसे कि उनका बिहेवियर हो गया इंटरेस्ट क्या हो गया ठीक है पर्सनलाइज मार्केटिंग की जाती है यहां पे ठीक है एजुकेशनल अपॉर्चुनिटी ठीक है तो गेम फिकेशन जो होता है वो इसमें एक चीज और होता है कि लोगों को यूजर्स को एजुकेट भी किया जाता है प्रोडक्ट से रिलेटेड ठीक है सर्विस से रिलेटेड ब्रांड की वैल्यू से रिलेटेड ठीक है और उनके अटेंशन को ग्रैब किया जाता है इसमें ठीक देन आता है 10थ लास्ट नंबर पे डिफरेंशिएबल ठीक है तो इसमें क्या होता है कि गेमफेब्रीक से ऊपर ले जाते हैं हम लोग ठीक है तो कंपटीशन से भी क्योंकि कंपटीशन में बहुत सारे लोग हैं ठीक है जो प्रोडक्ट सेल कर रहे हैं तो अगर आप गेमीफिकेशन अच्छे से कराते हो बहुत सारी चीजें करते हो तो ये आपके चीजों को डिफरेंशिएबल ब्रांड्स से ठीक है और आप उस कंपटिंग मार्केट से ऊपर जाते हैं और आपको एडवांटेज होता है अब बात करते हैं हम लोग एक्सप्लेन मार्केटिंग कैंपस विथ स्टेजेस ठीक तो इसको जानने से पहले बात कर लेते हैं चैनल के बारे में तो भाई अगर वीडियो अच्छी लग रही है तो जरूर कमेंट करो कि दिस वीडियो इज हेल्पफुल फॉर मी इतना ही कमेंट कर दो या फिर खुद से कुछ करना चाहते हो तो जरूर करो वीडियो को लाइक करो ताकि मुझे मोटिवेट मिले कि वीडियो आपको अच्छी लग रही है और मैं जल्दी ही नेक्स्ट यूनिट की वीडियो बनाऊं और वीडियो को सब्सक्राइब जरूर करो ताकि नेक्स्ट वीडियो डालू तो नोटिफिकेशन आपको तुरंत जल्दी से मिल जाए तो मार्केटिंग कैंपेन विथ स्टेजेस बात करते हैं कि क्या होता है तो सबसे पहले इसमें आता है आपका कैंपेन प्लान ठीक है तो कैंपेन प्लान में क्या होता है डेवलप अ डिटेल स्ट्रेटेजी आउटलाइन कैंपेन ऑब्जेक्टिव तो कैंपेन प्लानिंग में क्या होता है कि आपको एक डिटेल स्ट्रेटेजी बनानी पड़ेगी ठीक है जो आपके कैंपेन के ऑब्जेक्टिव टारगेट ऑडियंस मैसेजिंग एंड टैक्टिक टू अचीव डिजायर्ड आउटकम इन सारे आउटलाइन को फुलफिल करें सारी चीजों की प्लानिंग आपको सबसे पहले कर लेनी होगी ठीक है जैसे कि आपका ऑब्जेक्टिव क्या है ठीक है कैंपेन चलाने की प्लानिंग में ऑडियंस का आइडेंटिफिकेशन करना चैनल का सिलेक्शन करना ठीक है टाइमलाइन एंड माइलस्टोन ये सारी चीजों का चीजें करना यह सारी चीजें आ जाती है कैंपेन प्लान के अंदर ठीक उसके बाद कैंपेन बजट में आ जाता है तो कैंपेन बजट में क्या है एलोकेट रिसोर्सेस एंड फ फंड्स टू कवर एक्सपेंसेस सच एज एडवरटाइजिंग फंड्स सारी चीजों को ठीक है कवर करना कि एडवर्टाइज में जो खर्चे लगेंगे क्रिएटिव डेवलपमेंट में जो खर्चे प्रमोशनल एक्टिविटीज में तो ये सारी चीजें आपकी फीजिबल हो और इफेक्टिव हो ठीक है तो कैंपेन बजट में ये सारी चीजें आती हैं ठीक उसके बाद आपका आता है कैंपेन सेटअप ठीक है तो कैंपेन सेटअप में आता है आपका क्रिएट एंड प्रिपेयर ऑल नेसेसरी एसेट्स जो भी नेसेसरी एसेट्स हैं उन सारी चीजों को आपको क्रिएट कर लेना प्रिपेयर कर लेना है प्लेटफॉर्म्स को कनकन से चूज करने हैं जैसे सिस्टम रिक्वायर्ड फॉर कैंपेन एजुकेशन ठीक इंक्लूडिंग एड्स क्रिएटिव्स लैंडिंग पेज जो भी है ट्रैकिंग टूल सारे चीजों को आपको प्रिपेयर कर लेना है देन आपका आता है कैंपेन लच का ठीक है इसमें होता है एग्जीक्यूट द कैंपेन अक्रॉस सिलेक्टेड चैनल्स जो भी सेलेक्ट आपने चैनल किया है वही [संगीत] देना है प्रमोशंस टू रीच द टारगेटेड टारगेट ऑडियंस एंड जनरेट एंगेजमेंट ठीक है तो यह कैंपेन लॉन्च का प्रोसेस होता है ठीक देन उसके बाद आता है कैंपेन को मॉनिटर करना जैसे कि आपने कैंपेन तो रन कर दिया किसी प्लेटफॉर्म पे अब बैट कोस को मॉनिटर करो जैसे कि आप एनालाइज कैंपेन को कर सकते हो मैट्रिक्स देख सकते हो इंप्रेशंस देख सकते हो जैसे कि क्लिक्स ठीक है आरओ आई रेट ऑफ इन्वेस्टमेंट रिटर्न ऑफ इन्वेस्टमेंट कि जितने आपने इन्वेस्ट किया उसके रिटर्न मिला के उसके अकॉर्डिंग ना तो ये सारी चीजें आप लोग देख सकते हो इंप्रूव कर सकते हो कैंपेन फाइन ट्यून एडजस्ट कैंपेन एलिमेंट बेस्ड ऑन परफॉर्मेंट इनसाइट जैसे कि बेस्ड ऑन परफॉर्मेंट का जो डाटा आपके आया उसके अकॉर्डिंग आप लोग ऑप्टिमाइज कर सकते हो टारगेटिंग को मैसेज को और कुछ टैक्टिक्स अपना सकते हो उस रिजल्ट्स जो भी रिजल्ट आप मीट करना चाहते हो उसे मैक्सिमाइज कर सकते हो और अपने कैंपेन में चेंजिंग वगैरह कर सकते हो ठीक कैंपेन रिकंस इसमें क्या होता है इवेलुएट्स कैंपेन आउटकम अगेंस्ट इनिशियल ऑब्जेक्टिव ठीक है इसमें क्या करते हैं हम लोग कैंपेन का आउटकम हम को कैंपेन इवेलुएट करते हैं जो कि आपका अगेंस्ट इनिशियल ऑब्जेक्टिव जो होता है ठीक है एंड बजट एलोकेशन री कंसीलिंग एक्सपेंस एंड रिजल्ट टू इफॉर्म फ्यूचर प्लानिंग एंड डिसीजन मेकिंग तो ये सारी चीज हम मार्केटिंग कैंपेन में करते हैं और यह सारे स्टेजेस आपको देखने को मिलते हैं ठीक है तो इसके बाद हम लोग देखते हैं और एक चीज और मैं बता देता हूं कैंपेन रिकंस जैसे आप कहा जाता है आरओ आई का कैलकुलेशन करना रिटर्न ऑफ इन्वेस्टमेंट का लिख देता हूं आरओ आई का आरओ का कैलकुलेशन करना बजट का रिव्यू करना बीआर लिख दिया ठीक है आउटकम इवेलुएशन यह सारी चीजें आपको इसमें कैंपेन रिकंस में देखने को मिलती है ठीक है देन इसके बाद बात करते हैं सेगमेंट टारगेट एंड पोजीशन जिसको शॉर्ट में एसटीपी बोलते हैं ठीक है तो एसटीपी में सबसे पहले हम लोग बात करेंगे एस भाई साहब की ठीक है तो एस में क्या होता है तो एस का डेफिनेशन क्या है डेफिनेशन में चलो देखते हैं कि सेगमेंटेशन सेगमेंट मतलब क्या होता है कि पार्ट पार्ट में डिवाइड करना ठीक है समझ पा रहे हो मैं क्या बोल रहा हूं सेगमेंट का मतलब होता है कि पार्ट पार्ट में डिवाइड करना तो सबसे पहले बात करते हैं डेफिनेशन की तो इसमें पहला पॉइंट पॉइंट देखो सेगमेंटेशन इवॉल्व डिवाइडिंग द मार्केट इनटू डिस्टिंक्ट ग्रुप ऑफ कस्टमर्स बेस्ड ऑन शेयर कैरेक्टरिस्टिक प्रेफरेंसेस और बिहेवियर सेगमेंट क्या होता है भाग भाग होता है ठीक है मान लो ये पृथ्वी है इसमें छोटे-छोटे भाग करती स्टेट्स होते हैं ना छोटे-छोटे तो ये भाग होगा तो इसी में होता है कि बे अपॉन ध्यान देना बेस्ड अपॉन कस्टमर के कैरेक्टरिस्टिक प्रेफरेंसेस बिहेवियर के अकॉर्डिंग हम लोग सेगमेंट बनाते हैं ग्रुप बनाते हैं ठीक है लोगों का ठीक कस्टमर्स का ग्रुप बनाते हैं तो उसी को बेसिकली हम लोग सेगमेंट्स कहते हैं टाइप्स ऑफ सेगमेंटेशन क्या होता है कि किस टाइप के आप लोग सेगमेंट्स बना सकते हो तो सेगमेंट कैन बी बेस्ड ऑन वेरियस फैक्टर्स जैसे कि डेमोग्राफी बेस पे तो डेमोग्राफी में क्या-क्या आ जाता है ये पहले नंबर डेमोग्राफी हो गया तो डेमोग्राफी में क्या आता है एज आता है जेंडर आता है इनकम आता है ठीक है और इसके बेस पे आप लोग सेगमेंट बना सकते हो साइकोग्राफिक्स में आपका क्या आता है लाइफस्टाइल वैल्यूज एंड इंटरेस्ट ये दूसरे नंबर पे ठीक है तो ये आपकी देखो एग्जाम में जब लिखना तो डेफिनेशन देना लिख देना टाइप ऑफ जब सेगमेंटेशन लिखना तो टाइप ऑफ सेगमेंटेशन में डेमोग्राफी को एक नंबर देना ठीक है उसके बारे में कुछ लिखना फिर फिर उसके बाद डेमोग्राफी के अंदर एज जेंडर एंड इनकम को एज को एक्सप्लेन करना जेंडर को इनकम को पर आपको पता है ना कि दो लाइन को चार लाइन में कैसे लिखना है वो पता है ना तो ऐसे चीजें लाइन को बढ़ाते हैं ठीक है थर्ड नंबर पर आपका नंबर नहीं देना है एग्जाम में जब भी लिखो तो नंबरिंग वगैरह देकर लिखो ठीक है तो इससे थोड़ा और इंट मतलब अच्छा लगता है विजुअल प्लेजट होता है परचेज हिस्ट्री बिहेवियर मतलब बिहेवियर एक सेगमेंट होता है उसमें क्या होता है हम परचेज हिस्ट्री को देखते हैं जो प्रोडक्ट है उसके परचेस हिस्ट्री को देखते हैं कि उसका इंटरेस्ट वगैरह क्या बन देगा यूजेस पैटर्स को देखते हैं ठीक है तो एक सेगमेंट ऐसे बनाते हैं और जियोग्राफिक लोकेशन के अकॉर्डिंग एक सेगमेंट बनाते हैं फोर्थ नंबर तो ऐसे हम सेगमेंट बनाते हैं और ये कुछ सेगमेंटेशन के टाइप्स होते हैं पर्पस क्या होता है सेगमेंटेशन का सेगमेंटेशन हेल्प करता है मार्केटर को अच्छे तरीके से समझने के लिए ऑडियंस को एंड टेलर मार्केटिंग इफोर्स टू मीट द स्पेसिफिक नीड एंड प्रेफरेंसेस ऑफ डिफरेंट कस्टमर सेगमेंट्स ठीक है बेसिकली पर्पस यही होता है कि ऑडियंस को समझना सेगमेंट वाइज करना और लोगों को अ मतलब मार्केट मार्केटिंग करना ठीक है जब सेगमेंट कर देंगे तो मार्केटिंग करना भी आसान हो जाएगा कि ये प्रोडक्ट अच्छा इस बंदे को दिखाना है इस लोकेशन दिखाना है तो ये सारी चीजें अपने अकॉर्डिंग वो लोग दिखाते हैं एप्लीकेशन क्या होता है सेगमेंट्स का मार्केटर्स यूज टूल सच एज वेबसाइट एनालिटिक्स वेबसाइट एनालिटिक्स टूल का यूज करते हैं सेगमेंट करने के लिए अलग-अलग बिहेवियर पार्ट वगैरह मैंने पीछे बताया ना कि सोशल मार्केटिंग कैसे करते हो लास्ट में एक आपको ऑप्शन आता था कि इनसाइट्स वगैरह का टूल्स वगैरह देखने का है ना तो वहां से डाटा निकालते हैं ठीक है टूल्स को यूज करते हैं और और उसके बाद हम लोग सेगमेंट बनाते हैं तो एप्लीकेशन यही है कि मार्केटर्स मार्केटर जो होते हैं व टूल्स को यूज करते हैं जैसे कि वेबसाइट एनालिस्ट टूल हो गया सीआरएम सिस्टम्स हो गया सोशल मीडिया मॉनिटरिंग हो गया इनकी मदद से हम लोग ऑडियंस का सेगमेंट इफेक्टिवली तरीके से बना सकते हैं ठीक है देन बात करते हैं हम टारगेट का टी हो गया ना एसटीपी है ना ए सेगमेंट समझ लिया अभी टी समझते हैं ठीक है तो डेफिनेशन में देखते हैं टारगेटिंग इवॉल्व सिलेक्टिंग वन और मोर सेगमेंट्स द मार्केट टू फोकस ऑन एंड एलोकेट रिसोर्सेस टुवर्ड्स ठीक है तो टारगेटिंग बेसिकली क्या करते हैं तो टारगेटिंग इवॉल्व होता है एक एक से ज्यादा सेगमेंट्स को मार्केट से सेलेक्ट करने के लिए तो हम लोग टारगेट करते हैं किस पर्टिकुलर बंदे को दिखाना है और यहां मार्केटिंग करनी है तो क्राइटेरिया क्या होती है टारगेटिंग के लिए वन चूज टारगेट सेगमेंट ठीक है वन चूज टारगेट सेगमेंट्स मार्केटर्स कंसीडर फैक्टर सच एज सेगमेंट साइज सेगमेंट साइज को भी वो लोग फैक्टर को कंसीडर कर करते हैं ग्रोथ पोटेंशियल प्रॉफिटेबिलिटी को देखते हैं एक्सेसिबिलिटी को देखते हैं कंपैटिबिलिटी को देखते हैं विद द ब्रांड ऑफि जो भी ब्रांड ऑफर कर रहा है उसके साथ ठीक परपज क्या होता है टारगेटिंग इनेबल्स मार्केटर टू कंसंट्रेट देयर एफर्ट्स एंड रिसोर्सेस ऑन द मोस्ट प्रॉमिसिफाई आरओ आई मैक्सिमाइज होता है इससे देन एप्लीकेशन में बात करते हैं मार्केटर्स कैन यूज डिजिटल एडवरटाइजिंग प्लेटफॉर्म जैसे कि [संगीत] को यूज करोगे ठीक है और उसमें टूल्स होता है कि बिहेवियर्स मेंशन होता है कि इंटरटेनमेंट से रिलेटेड आपका है ठीक है कि लाइफ स्टाइल से रिलेटेड है तो वहां पे आप पर्टिकुलर सेगमेंट्स को यू टू चूज करोगे ठीक है google2 को दिखा सकते हो देन हम बात करते हैं पोजीशन ये लास्ट है एसटीपी का पोजीशन इसका डेफिनेशन क्या है पोजिशनिंग रेफर्स टू द वे अ ब्रांड और प्रोडक्ट इज पर्सीवड इन द माइंड्स ऑफ कंज्यूमर रिलेटेड टू कंपट र तो पोजीशन में क्या होता है कि एक पोजीशन को स्टैंड आउट करना मतलब एक पोजीशन पे जाना यानी कि कंज्यूमर्स के माइंड को समझना ठीक है उसके मतलब कंज्यूमर जो हो आपके प्रोडक्ट को समझ जाए और जो आपके मार्केट में कंपटीसन आगे निकल जाए यानी कि कस्टमर जो आपका प्रोडक्ट देखे सबसे पहले आपका ले यानी कि पोजीशन को स्टैंड करना मार्केट में ठीक है तो वो चीज आती है आपकी पोजीशन में इसमें क्या होता है एलिमेंट्स ऑफ पोजीशन में क्या होता है इट डिफाइन द यूनिक वैल्यू वैल्यू प्रपोजिशन यूवीपी कहते हैं ये उसको डिफाइन करता है आपके ब्रांड का जैसे कि हाइलाइटिंग की बेनिफिट्स की बेनिफिट्स को हाईलाइट करता है एंड एटिबल इमेज इन द माइंड्स ऑफ टारगेट ऑडियंस ठीक है तो आपके टारगेट ऑडियंस में एक फेवरेबल इमेज क्रिएट कर देता है तो पोजीशन का बेसिकली पर्पस क्या होता है कि ये हेल्प करता है डिफरेंशिएबल करता है एंड कम्युनिकेट वैल्यू टू कस्टमर ठीक है और कम्युनिकेट करता है है कस्टमर के वैल्यू से ठीक है अल्टीमेटली इन्फ्लुएंस परचेस डिसीजन एंड ब्रांड प्रेजेंस तो पर्पस यही होता है कि यह कंपटीशन से आपके ऊपर ले जाए आपके प्रोडक्ट को एक स्ट्रांग ब्रांड आइडेंटिटी को एस्टेब्लिश करें और आपका कंप्यूट कंज्यूमर जो है उसे कम्युनिकेट करें और सामान को खरीदे और बिजनेस को प्रॉफिट हो एप्लीकेशन क्या होता है मार्केटर्स यूज स्टोरी टेलिंग स्टोरी टेलिंग टेक्निक्स को यूज करते हैं विजुअल एलिमेंट्स यूज करते हैं एंड इंटरेक्ट एक्सपीरियंस टू कन्वे ब्रांड वैल्यूज एंड फॉस्ट रिंग इमोशनल कनेक्शन विद द टारगेट ऑडियंस तो यह सारे चीजें इसके एप्लीकेशंस होते हैं अब इसके बाद बात करते हैं व्हाट इज एसईओ एंड इट्स बेनिफिट्स एसईओ क्या होता है और इसके बेनिफिट्स क्या होते हैं तो एसईओ मैंने पीछे थोड़ा बहुत बताया आपको तभी देखो मैं थोड़ा अच्छे से बताता हूं एसओ का फुल फॉर्म होता है सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन ठीक है ये एक प्रोसेस होता है वेबसाइट को ऑप्टिमाइज करना और इंप्रूव करना इसकी विजिबिलिटी को सर्च इंजन पे दिखे जैसे समझ में आ गया होगा आपको डेफिनेशन देन सेकंड पॉइंट पे है एसओ इज अ सेट ऑफ प्रोसेस एक सेट ऑफ प्रोसेस होता है जिसका एम क्या होता है कि आपकी वेबसाइट की विजिबिलिटी को इंप्रूव करना सर्च इंजन पर जैसे कि googlegroups.com एसओ जो होता है इंप्रूव करता है एग्जाम में ऐसे आप लोग पॉइंट दे दे लिख देना कि आपकी वेबसाइट को विजिबिलिटी को सर्च इंजन पे इंप्रूव करता है विजिबिलिटी को यह बूस्ट करता है ऑर्गेनिक ट्रैफिक को जिससे यूजर एक्सपीरियंस एनहांस होता है मतलब ऑर्गेनिक ट्रैफिक बूस्ट करता है और यूजर एक्सपीरियंस को एनहांस करता है देन बात करते हैं कीवर्ड्स कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन एंड बैक लिंक्स आर की एसओ एलिमेंट्स तो जो बैक लिंक्स होती है जैसे कि वेबसाइट में लिंक को ऐड करना जिस पर क्लिक व दूसरी जगह जाता है ठीक कंटेंट को ऑप्टिमाइज करना अच्छे-अच्छे कीवर्ड्स यूज़ करना जब वेबसाइट बंदा यूज google.cm बेनिफिट्स एंड कंपट एज इन द डिजिटल मार्केटिंग ठीक तो ये होता है आपका एसओ तो एसईओ के जो बेनिफिट्स होते हैं सबसे पहले आपका आता है इंक्रीज विजिबिलिटी तो यह क्या करता है इन आपकी वेबसाइट की विजिबिलिटी को इंक्रीज करता है अभी मैंने पीछे आपको बता दिया तो मुझे लगता है कि आप लोग ये समझ गए होंगे मोर ऑर्गेनिक ट्रैफिक मोर ऑर्गेनिक ट्रैफिक मतलब क्या होता है कि आपकी वेबसाइट को और मतलब इतने अच्छे से ऑप्टिमाइज कर देता है कि आपकी वेबसाइट रैंक पे आती है और लोग इससे इंटरेक्ट करते हैं और ऑर्गेनिक ट्रैफिक यानी कि नॉन पेड होता है ट्रैफिक ठीक बेटर यूजर एक्सपीरियंस अगर आप बहुत अच्छे तरीके से अपनी वेबसाइट को ऑप्टिमाइज करते हैं एसओ को यूज़ करके वेबसाइट डिजाइनिंग टेक्निक यूज़ करते हो नेविगेशन यूज़ करते हो इन सारी चीजों को अगर यूज़ करते हो तो आपकी वेबसाइट का जो यूजर इंटरेक्शन होगा वो बहुत अच्छा होगा ठीक देन बात करते हैं ट्रैफिक टारगेटेड ट्रैफिक ठीक है तो एसओ के मदद से आप टारगेट ट्र टारगेटेड ट्रैफिक कर सकते हो जैसे कि आप लाइफ स्टाइल से रिलेटेड कोई वेबसाइट बना रहे हो तो वहां प ऐसे-ऐसे कीवर्ड्स यूज़ करो कि बंदा जब सर्च करे तो आराम से आ जाए तो यानी कि आप टारगेट भी कर सकते हो ट्रैफिक को ठीक है तो ये सारी चीजें होती है कॉस्ट इफेक्टिव मेंस होता है एज कंपेयर्ड टू पेड एडवरटाइजिंग एसओ जो होता है आप का जानते हैं कि अ आपका फ्री वाला होता है ठीक है ऑर्गेनिक होता है तो यह काफी एक कॉस्ट इफेक्टिव टेक्निक्स होती है इसमें आपको बस किसी को हायर कर रहे हो तो वहां पे ही पैसे देने होते हैं कि भाई अच्छे से वेबसाइट बनाना ब्लॉग लिखना ताकि रैंक करें ठीक है देन बात करते हैं कंपटिंग एडवांटेज ए स्ट्रांग एसओ स्ट्रेटेजी कैन प्रोवाइड अ कंपटिंग एडवांटेज बाय आउट राइटिंग कंपट र्स ठीक है तो सर्च रिचल में बहुत सारी वेबसाइटें आती हैं सेम काम के लिए तो जिसकी वेबसाइट टॉप पे आती है उसी को लोग ओपन करते हैं नेक्स्ट पेज पे जाके नहीं करते हैं तो यह एसओ एडवांटेज देता है कि आप लोग अपने कंपट से आगे जा सकते हो अपनी वेबसाइट को विजिबल करा सकते हो उसकी क्रेडिबिलिटी ट्रस्ट इन सारे चीजों को बिल्ड कर सकते हो और इंप्रूव कर सकते हो एसईओ की मदद से यह सारे बेनिफिट्स इसके हैं देन अब बात करते हैं सर्च इंजन वर्किंग के बारे में और इसके स्ट्रेटेजी के बारे में ठीक तो सर्च इंजन में जैसे कि सर्च इंजन [संगीत] ऑटोमेटेड सॉफ्टवेयर कॉल्ड कॉलर्स तो वेब पेजे तो इन सारे न्यूली अपडेटेड या न्यूली वेबसाइट जो होती है नए पोस्ट जो लोग अपलोड करते हैं उन सारी चीजों को ये डिस्कवर करता है तो ये जो कॉलर्स होते हैं ये फॉलो करते हैं लिंक्स को ठीक है तो एक पेज से दूसरे पेज प जाते हैं और सारी इंफॉर्मेशन को देखते हैं और कलेक्ट करते हैं ठीक तो ये क्रॉलर होते हैं तो क्रॉलर तो ये क्रॉलर हो गया आपका क्रॉलर के बाद आपका स्टेप आता है इंडेक्सिंग का ठीक है जैसे ही आपका वन से पेज इ कॉल्ड यानी कि क्रॉल कर लिया ठीक है कॉल्ड कंप्लीट हो गया तो सर्च इंजन क्या करता है स्टोर करता है जो भी डाटा होता है इसको स्टोर करता है वे पेज होते हैं ऑर्गेनाइज द इंफॉर्मेशन और सारी इंफॉर्मेशन को ऑर्गेनाइज करता है इट गैदर अ मैसिव डेटाबेस नोन एज एन इंडेक्स ठीक है मैसिव डाटा स्टोर करता है और उसे इंडेक्स करता है उसे इंडेक्स कहते हैं जैसे कि ये ऐसे डेटाबेस होता है ना ठीक है सर्वर्स होते हैं और डेटाबेस में सारी चीज आके स्टोर करता है ऑर्गेनाइज वे में डब्बे डब्बे करके ठीक है यह भी कैटेगरी वाइज सारी चीजों को स्टोर करता है ठीक दिस इंडस इ लाइक अ लाइब्रेरी कैटलॉग दैट कंटेन अ रिकॉर्ड ऑफ ऑल वेब पेजेस सर्च इंजन हैज कॉल्ड एंड डि मड रिलेवेंट तो जो कॉलिंग था वो सारे पेज पर घूम रहा था घूम घूम के सारे इंफॉर्मेशन को कलेक्ट किया नए-नए वेब पेज को देखा अब उसके पास सारी इंफॉर्मेशन है अब इंडेक्स में क्या होता है उन सारे वेब पेज का कहीं ना कहीं इंफॉर्मेशन स्टोर करनी चाहिए ना कि जब हम सर्च करें आप सर्च करें तो वो सारी चीजें यूजर्स को दिखे सर्च होके ठीक है ना अगर एजिस्ट करती है इंडेक्सिंग में तो चीज आपको देखने को मिलती है ठीक देन आती है आपका इंडेक्सिंग के बाद प्रोसेसिंग व्हेन यूजर इंटर सर्च अब आपका काम आ गया प्रोसेसिंग में कि जैसे आप [संगीत] google-my टू सेटिस्फाई दैट इंटेट अब देखो या प्रोसेसिंग में यह भी चीज मैटर करती है कि आप कुछ सर्च कर रहे हो तो आपको रिलेवेंट इंफॉर्मेशन दिखाना ठीक है जो बेस्ट इंफॉर्मेशन होती है टॉप की होती है तो व इंडेक्स से निका के लाके आपको दिखाना होता है ताकि आप सेटिस्फाई हो अगर आप googlethalli.com टू कैलकुलेट द रिलेवेंट ऑफ़ ई पेज टू द यूजर क्वेरी ठीक है तो सर्च इंजन जो होता है काफी कॉम्प्लेक्शन एल्गोरिदम वगैरह को यूज करता है जो भी आप सर्च करते हो आप क्वेरी जो होती है वो वेब पेज से मीट करने के लिए ठीक क्योंकि एल्गोरिदम ही चूज करता है ना कौन सा वेब पेज यूजर को दिखाना चाहिए जो बहुत ही रिलेवेंट हो उसके लिए ठीक दज एल्गोरिदम टेक इनटू अकाउंट वेरियस फैक्टर जैसे कि सच एज प्रेजेंस ऑफ सर्च टर्म्स इन द पेज कंटेंट पेज अथॉरिटी एंड ट्रस्ट वर्दी निस एंड द यूजर लोकेशन ए सर्च हिस्ट्री तो जो ये एल्गोरिथम्स होती है यह काफी चीजों पर मैटर करती हैं जैसे कि सर्च के टर्म्स हो गए पेज कंटेंट का पेज की अथॉरिटी क्या है टर्स वर्दी नेस इन सारी चीजों को देखता है यूजर लोकेशन सर्च हिस्ट्री देन बेस्ड अपऑन दिस टाइप्स ऑफ थिंग वह आपको वहां से इंफॉर्मेशन निकाल के देता है ठीक रिट्रीविंग रिजल्ट्स फाइनली द सर्च इंजन रिट्रीव्स लिस्ट ऑफ रिलेवेंट वेब पेजेस अब वो रिट्रीव कर लेता है इंडेक्स से फ्रॉम इट्स इंडेक्स एंड डिस्प्ले देम टू द यूजर इन द सर्च रिजल्ट सर्च रिजल्ट में फिर आपको देखने को मिलता है द ऑर्डर इन विच द रिजल्ट आर डिस्प्ले इन इज बेस्ड ऑन देयर रिवेंस टू द यूजर्स क्वेरी विथ द मोस्ट रिलेवेंट पेज अपीयरिंग एट द टॉप ऑफ द सर्च रिजल्ट पेज तो टॉप प वही दिखते हैं जो बहुत ही रिलेवेंट होता है ठीक है अब बात करते हैं हम एसओ की स्ट्रेटेजी की एंड टेक्निक्स इन एडवर्टाइज इंग कि एसओ की स्ट्रेटेजी कौन-कौन सी है और कौन-कौन सी टेक्निक्स है जिसका यूज हम एडवरटाइजिंग में कर सकते हैं जो कि एसओ का होता है तो उसके पहले बात कर लेते हैं चैनल के बारे में अगर नए हो तो सब्सक्राइब करो वीडियो को एक लाइक करो जिससे मुझे पता चलेगा कि वीडियो आपको अच्छी लग रही है एक कमेंट करो कि दिस वीडियो इज हेल्प फॉर मी बस मुझे मुझे इतना ही चाहिए ताकि मुझे पता चले कि वीडियो आपको अच्छी लग रही है नेक्स्ट वीडियो में जल्दी आपके लिए अपलोड करूं तो बात करते हैं एसओ स्ट्रेटेजी इन एडवरटाइजिंग ठीक है तो सबसे पहले बात करते हैं ऑन पेज ऑप्टिमाइजेशन की और इसका एक और होता है ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन जो हम आगे अभी हम लोग देखेंगे ठीक तो इसमें कीवर्ड रिसर्च होता है ऑफ पेज ऑन पेज ऑप्टिमाइजेशन में कीवर्ड रिसर्च होता है इसमें आइडेंटिफिकेशन और कंटेंट के अकॉर्डिंग आपको कीवर्ड रिसर्च करना होता है ठीक आप लोग देखो मैंने हेडिंग दे दिया है एक छोटा सा नीचे डिस्क्रिप्शन में दे दिया है अब इसे आप दो लाइन को पांच लाइन में बना के कैसे लिखोगे आपको पता है मैंने बहुत सारी इंफॉर्मेशन भी आपको दिया है समझा भी दिया है तो आप इतने कैपेबल हो गए हो कि लिख सकते हो ठीक कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन में क्या है ऑप्टिमाइज योर कंटेंट बाय इनकॉरपोरेटिंग टारगेट कीवर्ड्स नेचुरली इनटू टाइटल्स हेडिंग्स मेटा डिस्क्रिप्शन एंड बॉडी टेक्स्ट ठीक है तो कंटेंट का ऑप्टिमाइज कैसे करते हैं टाइटल्स हेडिंग एंड मेटा डिस्क्रिप्शन बॉडी टेक्स से यही चीजें हमारी मैटर कर करती है कि आपका कितना रैंक करेगा वेबसाइट ठीक है तो हम लोग टाइटल डिस्क्रिप्शन लिखेंगे तभी तो पता चलेगा ना कॉलर्स को कि हां ये है ठीक और तभी यूजर्स उस चीज को लिख के सर्च कर पाएगा मैं डीएसए की वीडियो डाल हूं और लिख दू डाटा स्ट्रक्चर टाइटल में तो सर्च करोगे तो कहां आएगा प्रॉब्लम होगी ना ये चीजें होती हैं थर्ड नंबर बात करते हैं यूआरएल स्ट्रक्चर के बारे में ठीक है तो क्रिएट एसओ फ्रेंडली यूआरएल दैट इंक्लूड टारगेट कीवर्ड्स एंड आ डिस्क्रिप्टिव एंड यूजर फ्रेंडली तो यूआरएल का भी स्ट्रक्चर हम लोग डिफाइन करते हैं अगर आप ब्लॉग पोस्ट वगैरह कभी लिए होंगे तो कस्टम आपका यूआरएल भी बनता है तो यूआरएल के लास्ट में जो होता है आप वहां पे भी एसईओ लिख सकते हो यानी वहां पे टाइटल वगैरह आपका आता है कीवर्ड्स वगैरह लिख सकते हैं जिससे ये भी हेल्प करता है आपका रैंक करने में मेटा टेक्स राइट कंपरिंग मेटा टाइटल्स एंड डिस्क्रिप्शन दैट एक्युरेटली सराइज योर कंटेंट एंड इंक्लूड रिलेवेंट कीवर्ड यानी मेटा टैग क्या होता है डाटा का इंफॉर्मेशन ठीक है तो ऐसी चीजें होती है टैग मेटा टैग भी लिख देते हैं जिससे आपका पता चलता है कि हां वेबसाइट इस चीज के बारे में तो काफी चीजें हेल्प करती हैं तो ऑन पेज ऑप्टिमाइजेशन में अभी बात करते हैं इंटर इंटरनल लिंकिंग तो यहां पे जो होता है पेज होते हैं ना लिंक टू अदर पेजेस विद इन वेबसाइट टू इंप्रूव नेविगेशन डिस्ट्रीब्यूटर तो आपकी वेबसाइट में बहुत सारे पेजेस होते हैं ठीक है तो एक पेज से दूसरे पेज को कनेक्ट करिए यानी बंदा पढ़ता पढ़ता जाए नीचे लिंक ऐड कर दो कि हां उसे ये भी पढ़ना है तो उसपे लिंक पे क्लिक करें दूसरे पेज पे चले जाए तो ये बैक लिंकिंग होती है मेरी आवाज कुछ चेंज लग रही होगी आपको तो मेरी तबीयत थोड़ी सही नहीं है खांसी आ रही है तो बीच-बीच में खासी मुझे आ जा रहा है तो मैं वीडियो पॉज करके फिर बना रहा हूं तो एडिटिंग के टाइम पे मैं वो चीजें कट कर दूंगा ठीक है तो इसीलिए थोड़ी आवाज में मेरी चेंजेज दिख रहे हैं आपको ठीक है लेकिन फिर भी मैं आप लोगों की वीडियो बना रहा हूं क्योंकि आपका एक महीने में एग्जाम आने वाला है तो मैंने सोचा कि ला डीएसएमए की कंप्लीट कर देता हूं यूनिट ठीक है देन आपका आता है इमेज ऑप्टिमाइजेशन में ऑप्टिमाइज इमेजेस बाय यूजिंग डिस्क्रिप्टिव फाइल नेम्स एंड ल टेक्स टू इंप्रूव एक्सेसिबिलिटी एंड सर्च इंजन विजिबिलिटी ठीक तो य इमेज ऑप्टिमाइजेशन में क्या होता है कि जो भी वेबसाइट में आप इमेज यूज कर रहे हो तो वहां पे अल्ट टैग यूज करो अल्ट टैग का मतलब क्या होता है कि अगर आप वेबसाइट इमेज नहीं लोड हो रहा है तो अल्ट दिखाता है अल्ट अल्ट में जो मैसेजेस होते हैं वो दिखते हैं आपको अल्टरनेटिव टैक्स दिखते हैं ठीक है जो लिखे रहते हो और दूसरी चीज होती है कि इमेज का अगर आप अल्टरनेटिव टैक्स लिखते हो तो सर्च इंजन को भी हेल्प होता है समझने में कि इस चीज के बारे में ये इमेज है और आपको वो दिखता है आप लोग कभी-कभी कुछ चीज सर्च करते होंगे सर हो तो वहां बस इमेज दिखता है तो इमेज कैसे दिखता है वो आपका अल टैग के थ्रू ही [संगीत] आपको ठीक है जो यूजर्स के इंटेंशन जो है और जो भी इसको प्रॉब्लम है उसका सॉल्यूशन उसको मिले और उसका सारा प्रॉब्लम सॉल्व हो ठीक तो ये सारी चीजें करनी चाहिए देन ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन में क्या आता है लिंक बिल्डिंग लिंक बिल्डिंग क्या होता है एक्वायर बैक लिंक्स फ्रॉम थर ऑथर टिव एंड रिलेवेंट वेबसाइट थ्रू स्ट्रेटेजी सच एज गेस्ट ब्लॉगिंग इनफ्लुएंसर आउटरीच एंड कंटेंट प्रमोशन ठीक है तो यहां पे लिंक बिल्डिंग होता है तो यह सारी चीजें ऑफ पेज में आती है सोशल मीडिया इंगेजमेंट में क्या होता है बि ब्रांड प्रेजेंस ब्रांड की प्रेजेंस को ब्रांड की प्रेजेंस को बढ़ाओ बिल्ड करो अथॉरिटी एंड सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बा शेयरिंग कंटेंट सोशल मीडिया पे प्लेटफॉर्म पर अपने कंटेंट को शेयर करना फॉलोअर्स इंगेज करना ठीक है और रिलेवेंट डिस्कशन में पार्टिसिपेट करना ठीक लोकल एसओ ऑप्टिमाइज योर बिजनेस लिस्टिंग ऑन लोकल डायरेक्टरी जैसे कि रिव्यू साइट googal.com एंड इंगेज विद मेंशन पॉजिटिवली टू बिल्ड ब्रांड अवेयरनेस एंड क्रेडिबिलिटी जैसे कि आपके ब्रांड को कोई मेंशन किया वहां जाओ कमेंट वगैरह करो तो ये सारी चीजें आपकी होती है ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन में ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन यानी कि जब वेबसाइट से बाहर ठीक है और जब एसओ होता है ऑन पेज में क्या होता है कि जब आप वेबसाइट में कंटेंट लिख रहे हो बना रहे हो तो वहां पे जो भी चीजें करते हो वो ऑन पेज ऑप्टिमाइजेशन में आपका आता है अब बात करते हैं हम एसओ टेक्निक्स इन एडवर्टाइज इंग ठीक है एडवर्टाइज में एस कुछ टेक्निक्स की बात करते हैं तो ब्लॉग राइटिंग पता है आपको यूनिक कंटेंट आपका कंटेंट यूनिक होना चाहिए एनालिटिक्स इंटीग्रेशन ठीक है इसमें क्या है एक यूटिलाइज टूल आपको googal.com लिंकिंग क्या होती है कि जब वेबसाइट बना रहे हो तो उसमें आपको बैक लिंकिंग वगैरह ऐड करना होता है जिससे भी आपकी वेबसाइट की रैंकिंग होती है और यूजर्स एक्सपीरियंस अच्छा होता है ठीक है तो मैं सारे जो टाइटल मैंने दिया है आपको पीछे बहुत अच्छे एक्सप्लेन किया हूं आप एग्जाम में इसके बारे में पांच छ छह लाइन लिख देना आराम से हो जाएगा ठीक है दो तीन पेज ठीक दो ढाई पेज हो जाएगा ठीक है तो इसीलिए मैं ज्यादा नहीं इसको समझा रहा हूं क्योंकि मैंने पीछे बहुत अच्छे से आपको बता रखा है ठीक अब बात करते हैं एसईओ वर्सेस एससीएम के बारे में इसका डिफरेंस बहुत इंपॉर्टेंट है वेरी इंपोर्टेंट मैं लिख दे रहा हूं एग्जाम में काफी बार ये आ जाता है आपका ठीक है तो एसओ की पहले बात कर लेते हैं और उसके बाद बात करेंगे एससीएम की ठीक है तो बेसिकली मैं डिफरेंसेस ही बता रहा हूं आपको हेडिंग वाइज पांच हेडिंग है उसमें भी पांच हेडिंग है ठीक तो सबसे पहले नंबर बात करते हैं डेफिनेशन की तो डेफिनेशन मैंने पीछे बता दिया है क्या होता है तो देखो एसओ जो होता है एक तरह का प्रोसेस होता है आपकी वेबसाइट को ऑप्टिमाइज करने के लिए और इंप्रूव करता है आपकी वेबसाइट की विजिबिलिटी को सर्च इंजन पर जो कि एक ऑर्गेनिक तरीका होता है ऑर्गेनिक मतलब अनपेड होता है ठीक अप्रोच में क्या होता है एसओ फोकस ऑन ऑप्टिमाइजिंग वेरियस ऑन पेज एंड ऑफ पेज एलिमेंट्स ऑन पेज एंड ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन वगर इसमें करते हैं जैसे कि ये कंटेंट यूज करता है कीवर्ड्स यूज करता है मेटा टैग बैकलिंक्स टेक्निकल एक्सपेक्ट ये सारी चीजों को यूज करते हैं ठीक है और जो कि सर्च इंजन पर आपको दिखता है उसके बाद क्या होता है ऑब्जेक्टिव इसका ऑब्जेक्टिव होता है प्राइमरी गोल होता है कि आपकी वेबसाइट को ऑर्गेनिक ट्रैफिक देना और सर्च इंजन पर आपकी वेबसाइट की विजिबिलिटी को टॉप पे रखना ठीक कॉस्ट क्या होता है ये आपके कम टाइम लेता है ठीक है पैसे लगते नहीं है क्योंकि ऑर्गेनिक होता है और बहुत जो एक्सपर्ट्स को अगर काम करने के लिए देते भी हो तो वहां पे उतना पैसा नहीं देना पड़ता है काम हो जाता है आपका एक बार देने में ठीक लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी क्या होता है एसओ जो होता है लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी होती है ठीक है दैट रिक्वायर्स ऑन गोइंग ऑप्टिमाइजेशन एंड मेंटेनेंस टू सस्टेन एंड इंप्रूव सर्च रैंकिंग ओवर टाइम ठीक है तो ये काफी लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी होती है तो जो भी ऑन गोइंग ऑप्टिमाइजेशन वगैरह करना होता है मेंटेनेंस करना होता है जो कि आपकी सर्च इंजन पर रैंकिंग वगैरह आपकी इंप्रूव होती है ठीक अब आता है एसएम एसएम का डेफिनेशन क्या होता है एसएम का फुल फॉर्म सर्च इंजन मार्केटिंग जो कि रेफर करता है पैड एडवरटाइजिंग में मैंने अभी एसओ बताया वो फ्री होता है जहां पे आपका क्या होता है कि आप कैंपेन वगर मतलब सर्च इंजन पर अपने एडवर्टाइजमेंट करते हो जैसे कि google2 ये सारी चीजों पर आप लोग रन करते हो अप्रोच क्या होता है एसएम जो होता है इवॉल्व होता है क्रिएटिंग एंड मेंटेन पेड सर्च कैंपेन इसका अप्रोच होता है इन सारे चीज को यूज करके आपके टारगेटेड कीवर्ड को यूज करके सर्च सन लोगों तक पहुंचना आपके प्रोडक्ट को पहुंचाना ठीक है एडवर्टाइज करस क्या होते हैं बीड ऑन कीवर्ड एंड पे फॉर देयर एड्स टू अपीयर एट द टॉप ऑफ सर्च रिजल्ट पेडे एडवर्टाइज जो होते हैं वो कुछ कीवर्ड स्पेसिफिक देते हैं एसएम में और कहते हैं कि रन करो इस पर्टिकुलर कीवर्ड पर और मेरे वेबसाइट को लोगों को दिखाओ थर्ड नंबर पर ऑब्जेक्टिव के बारे में बात करते हैं इसका जो प्राइमरी गोल होता है इंक्रीज करना होता है वेबसाइट की ट्रैफिक को और लीड्स को जनरेट करना होता है पेड एडवरटाइजिंग के थ्रू ठीक कॉस्ट में क्या आता है एसीएम जो होता है यह पेपर क्लिक पे काम करता है है लोग अगर का इंप्रेशन अगर आता है एड्स पे तब ये काम करता है ठीक है और ये जो बेसिकली मॉडल फॉलो करता है पीवीसी का मॉडल फॉलो करता है ठीक इसका पांचवा जो आता है इमीडिएट रिजल्ट्स एसएम जो होता है ये आपको इमीडिएट रिजल्ट देता है ड को आप लच कर सकते हो और सर्च जल पा वेबसाइट को दिखा सकते हो ठीक है हाउ र द विजिबिलिटी एंड ट्रैफिक जनरेट बाय एसएम कैंपेन एंड वंस द एडवरटाइजिंग बजट इज एग्जॉस्ट ठीक है तो जैसे ही आपकी एग्जॉस्ट हो जाती है बजट एडवरटाइजिंग का ठीक है तो फिर आपकी वेबसाइट वहां दिखे होगी कि नहीं ठीक है जहां पे रैंक किए रहेगी वहीं तक दिखेगी ठीक है तो वो सारी चीजें इसमें होती है तो आपने जैसे पैसा दिया आपकी वेबसाइट तुरंत टॉप पे लगती है आने आप मतलब सर्च कर रहे हो ठीक है ना और लोग सर्च कर रहे हैं तो उनको टॉप पे स्पों सर्स के रूप में दिखेगा जिसको क्लिक करना करेगा जिसको नहीं क्लिक करना है वो नहीं करेगा ठीक है आई होप ये चीज आपको समझ में आ गई होगी एंड ये वीडियो हम लोग की हैप्पी एंडिंग हो चुकी है और कांग्रेचुलेशन टू ऑल ऑफ यू जिन लोगों ने वीडियो देखी अभी तक थैंक यू सो मच फॉर वाचिंग दिस वीडियो