हाथरस का बेशर्म बाबा सामने आया है और आखिरकार उसने अपनी बात रखी है निहायत ही नाटकीय अंदाज में उसने कोई प्रेस कान्फ्रेंस नहीं किया दोस्तों उसने इंटरव्यू दिया है एनई को उसने एक भी कठिन सवाल का जवाब नहीं दिया है उसकी नौटंकी क्या थी कुछ देर बाद मगर समानांतर तौर पर दोस्तों हाथरस भगदड़ मामले में जिसमें 121 लोग मारे गए कम से कम 116 महिलाएं यानी कि 116 परिवार बर्बाद हो गए है इस मामले में भारतीय जनता पार्टी निहायत ही घटिया राजनीति खेल रही है पुलिस की रिपोर्ट में इशारा किया जा रहा है कि ये सियासी साजिश हो सकती है यानी कि विपक्ष पर आरोप अपनी जिम्मेदारी से बचने का रास्ता और दूसरी तरफ गोदी मीडिया यह मौका ढूंढ रहा है मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पर हमला बोलने के लिए क्योंकि आप जानते हैं दोस्तों गोदी मीडिया काम करता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर प्रधानमंत्री कार्यालय के कहने पर और यहां पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पर हमला किया जा रहा है क्यों किया जा रहा है कुछ देर बाद मगर सबसे पहले दोस्तों वो दो अहम बातें जिसका जिक्र अभी-अभी मैंने किया सबसे पहले नाटकीय भोले बाबा और दूसरी बात किस तरह से पुलिस अब इस मामले में इशारा विपक्षी गठबंधन की तरफ कर रही है मैं आपको बतलाना चाहता हूं कि एनई को दिए गए इंटरव्यू में इस बाबा ने क्या नौटंकी की सही सुना आपने गौर कीजिए हाथरस में मची भगदड़ के पाच दिन के बाद भोले बाबा के नाम से प्रचलित सूरजपाल ने पहली बार मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखी न्यूज़ एजेंसी एनआईटी बातचीत के दौरान इस बाबा का अलग ही रूप देखने को मिला एएआई से बातचीत करने के दौरान इस हादसे को लेकर जैसे ही रिपोर्टर ने बाबा से उसकी प्रतिक्रिया जानने के लिए माइक उसकी तरफ किया तो उसने अपनी बात रखने से पहले 30 सेकंड तक कुछ नहीं कहा इस दौरान उसने अपनी आंखें बंद कर ली ऐसा लग रहा था जैसे बाबा जानबूझकर ध्यान लगा रहा हो 30 सेकंड के बाद बाबा ने धीरे-धीरे अपनी आंखें खोली और उसके बाद अपनी बात रखी बाबा ने कहा कि घटना 2 जुलाई को हुई है उसे लेकर मेरा मन दुखी है ये सो कॉल्ड भोले बाबा की हिम्मत है कि वो मुझे इंटरव्यू दे सके क्योंकि मुझे तजुर्बा दो बाबाओं का इंटरव्यू करने के लिए याद है नीली चटनी हरी चटनी निर्मल बाबा इसका इंटरव्यू मैंने ही किया था और आसाराम इसी इंटरव्यू के बाद आसाराम जो है व जेल चला गया था जी हां इसलिए मैं चाहूंगा कि जिस तरह से मैंने निर्मल बाबा और आसाराम का इंटरव्यू किया था भोले बाबा मेरे सवालों का जवाब दें मेरे मंच पर आए मैं आपका इंटरव्यू करना चाहता हूं मगर आज ये सवाल उठना लाजमी है कि आखिर इसे कौन बचा चा रहा है एनई को इंटरव्यू दिया जा रहा है अगर हिम्मत है तो प्रेस कॉन्फ्रेंस करो ना सवालों के जवाब दो ये हमें बताओ कि जब भगदड़ मच रही थी तो तुम भाग क्यों गए थे अपनी गाड़ी से उतरकर उन औरतों को बचाने का प्रयास क्यों नहीं किया जब वहां कीचड़ हो रहा था तो सत्संग का आयोजन किया ही क्यों जब वहां लाखों लोग जुट रहे थे तो सिर्फ 40 पुलिस कर्मी क्यों इन सवालों के जवाब दो भोले बाबा इस सवालों के जवाब दो सूरजपाल कायदे से आपको बाबा नहीं कहना चाहिए सूरजपाल कहना चाहिए मगर शॉकिंग बात ये दोस्तों अब भी अब भी इस मामले में अंध भक्त सामने आ रहे हैं कुछ लोग कह रहे हैं कि अगर मेरी बीवी मर भी जाए तो मुझे परवाह नहीं मगर मेरी भक्ति कम नहीं होगी सूरजपाल को लेकर कितनी शॉकिंग बात है और ये बातें जो कह रहा है वो पूरी तरह से सतही है गौर कीजिए ये आदमी और क्या कहता है इस हादसे को लेकर बाबा ने कहा कि वह इस घटना से बहुत ज्यादा दुखी हैं सूरजपाल का कहना है कि लोगों को प्रशासन पर विश्वास रखना चाहिए किसी भी उपद्रवी को बशा नहीं जाएगा बाबा ने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रभु लोगों को इससे उभरने की शक्ति दें सूरजपाल को उनके अनुयाई भोले बाबा के तौर पर जानते हैं हाथरस में सत्संग के दौरान भीड़ के बाद सूरजपाल का यह बयान सामने आया है इस आदमी का इतिहास भी है दोस्तों बताया जाता है इसके जो साथ काम करने वाले लोगों ने बाकायदा एनडीटीवी को इंटरव्यू में कहा है इस आदमी को लड़कियों की आदत थी यह मेरे शब्द नहीं है एनडी टीवी में छपी इस रिपोर्ट में कहा गया था और बात वहां नहीं रुकती है इस आदमी ने अपने अनुयायियों के जरिए अपने चमचों के जरिए अपना भौकाल बनाया इस आदमी की उंगली में सुदर्शन चक्र है अब जाहिर सी बात है दोस्तों जब य र किया जाएगा तो जो भोली भाली जनता है व इसके बहकावे में आ जाएगी और वही भोली भली जनता वहां पर जुटी और नतीजा आपके सामने अब भी यह आदमी नाटक कर रहा है और नाटक प्रशासन भी कर रही है कुछ देर बाद मैं आपको बतलाना चाहूंगा दोस्तों इस आदमी का आलीशान साम्राज्य था इसको लेकर अलग-अलग न्यूज एजेंसीज क्या कह रही है गौर कीजिएगा बाबा के भक्तों के नाम पर खरीदी गई दर्जनों गाड़ियां गौर की इस बाबा के पास कई आश्रम हैं इन्हीं में से एक आश्रम है मैनपुरी का इस आश्रम की आलीशान इमारत है उसके गेट पर ताला जड़ा है और चार गार्ड उसकी सुरक्षा में तैनात है आश्रम में ताला कब से और क्यों लगा है यह जानने के लिए जब एनडीटीवी ने इस आश्रम के गार्ड प्रताप सिंह से बात की तो उसने बताया कि उसे नहीं मालूम है कि आखिर इस आश्रम के अंदर ऐसा क्या बना है उसका यह कहना था कि अंदर कोई नहीं जा सकता सूरज पाल उर्फ भोले बाबा के साम्राज्य के बारे में भी कई चीजें सामने आ रही हैं भोले बाबा का आर्थिक साम्राज्य उसके आध्यात्मिक संसार से कहीं ज्यादा रहस्यमय और आलीशान है इसके अलावा नारायण साकार हरि चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर सैकड़ों भीगा जमीन खरीदने की बात सामने आई है यह भी पता चला है कि भोले बाबा के भक्तों के नाम पर करीब दर्जनों लगजरी गाड़ियां खरीदी गई हैं बीते दिनों एनडीटीवी की पड़ताल में पता चला है कि भोले बाबा का उत्तर प्रदेश के कासगंज मैनपुरी आगरा कानपुर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बड़े आश्रम है इसकी चल अचल संपत्ति 100 करोड़ से ज्यादा है अकेले मैनपुरी के बिछुवा आश्रम की जमीन की कीमत ही 4 करोड़ के आसपास है सूत्रों के मुताबिक विनोद नाम के एक सेवादार ने इतनी कीमती जमीन भोले बाबा के ट्रस को दान में दे दी है अब राजस्व विभाग इस जमीन की जांच कर रही है आश्रम के सामने करीब 50 बीघे जमीन को भी भोले बाबा ने लीज पर ले ली है आपको याद होगा दोस्तों आसाराम के साम्राज्य को लेकर ऐसे ही कई रहस्य थे कई रहस्य थे दोस्तों और यह सवाल उसके बारे में भी उठाए जा रहे थे बड़ा प्रश्न क्या मुख्यमंत्री आदित्यनाथ इस मुद्दे की गंभीर जांच करेंगे क्या मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को अंदाजा है कि अब उनके नाम की सुपारी निकल चुकी है तिहाड़ नरेश पत्रकार क्या कह रहा है मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के बारे में और इस मामले के बारे में जो मेरे हिसाब से गलत नहीं है मगर उसमें दिक्कत क्या है कुछ देर बाद सुनिए क्या कहा जा रहा है लेकिन उससे पहले कुछ बातें स्पष्ट करनी जरूरी है एक यह योगी आदित्यनाथ जो कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं उनकी जिम्मेदारी बनती है मुख्य तौर पर उनकी जिम्मेदारी है कि उनके प्रशासन ने यह सुनिश्चित नहीं किया किय एक लाख लोग सुर इसमें दिक्कत क्या है मैं आपको बताता हूं दोस्तों याद कीजिएगा जब हाथरस की गुड़िया की मौत हुई थी रातों रात शव जला दिया गया था तब इसी पत्रकार ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से कोई सवाल नहीं पूछा था यह किसी और चैनल में काम करता था और इसने इसे ऑनर किलिंग बता दिया था यह इशारा कर दिया था कि उस गुड़िया की मौत के लिए उसके भाई जिम्मेदार तब ये किसी और न्यूज चैनल में काम करता था इस तरह की बातें पत्रकारों ने उस वक्त की थी ऑनर किलिंग बताया जा रहा था मैं आपसे सवाल पूछना चाहता हूं अब यह मामला योगी बनाम मोदी नहीं तो और क्या हो गया है यह न्यूज उस बात की जीती जागती मिसाल है और सबसे बड़ी बात पुलिस जिस तरह से इस मामले में राजनीति कर रही है आपके सामने दैनिक भास्कर की खबर बाबा पर कृपा भगदड़ को सियासी साजिश भी बता रहे हैं पढ़िए दैनिक भास्कर क्या कहता है हाथरस में 2 जुलाई को नारायण साकार हरि भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ और 123 मौतों के जिम्मेदार मूल कारणों को एसआईटी ने जांच कर 15 पेज की शुरुआती रिपोर्ट तैयार की है इसमें सारा दोष प्रशासन और आयोजकों पर मढ़ा गया है बाबा पर सिर्फ इतना कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर उन्हें जांच में शामिल करेंगे आगे सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में राजनीतिक साजिश की तरफ इशारा करते हुए कुछ स्थानीय नेताओं की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं यह नेता यूपी की एक प्रमुख विपक्षी पार्टी से जुड़े बताए जाते हैं यानी कि विपक्ष पर दोष मड़ना याद कीजिएगा अखिलेश यादव की तस्वीर को वायरल किया जा रहा था किय इस भोले बाबा के साथ दिखाई दे रहे हैं अरे भाई आसाराम के साथ तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल कृष्णा आडवानी दिखाई दे रहे थे बलात्कारी राम रहीम को बार-बार भाजपा ने ही तो परोल पर किया था तो क्या तस्वीर साथ दिख जाने से कोई दोषी हो जाता है और सबसे बड़ी बात सरकार किसकी है आप टूल किट देखिए दोस्तों याद कीजिए मैंने हाथरस की एक और घटना का जिक्र किया था जिसमें एक बेटी के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म और उसकी हत्या कर दी जाती है रातों रात उसका शव जला दिया जाता है उस मामले में भी आपको याद होगा सरकार ने इसे अंतरराष्ट्रीय साजिश बताया था सिद्दीक कपन हाथरस जा रहा था उसे कवर करने के लिए और उसे आतंकवाद की धाराओं में गिरफ्तार कर दिया जाता है बारबार मुख्यमंत्री आदित्यनाथ उसे अंतरराष्ट्रीय साजिश बता रहे जबकि वह ऐसा साबित नहीं कर पाए अब इसे सियासी साजिश बताने की कोशिश की जा रही है हर बार वही टूल किट हर बार अपने आप से दोष को हटाने के लिए या तो विपक्ष पर दोष मर दो या इंटरनेशनल साजिश बता दो सबसे बड़ी बात और दोबारा सूरजपाल प्रेस कॉन्फ्रेंस करो हिम्मत है तो मेरे मंच पर आकर मेरे सवालों का जवाब दो जैसे मैंने कहा मुझे तजुर्बा है इंटरव्यू करने का चाहे आसाराम हो या निर्मल बाबा अभिसार शर्मा को दीजिए इजाजत नमस्कार स्वतंत्र और आजाद पत्रकारिता का समर्थन कीजिए सच में मेरा साथी बनिए बहुत आसान है दोस्तों इस जॉइन बटन को दबाइए और आपके सामने आएंगे ये तीन विकल्प इनमें से एक चुनिए और सच के इस सफर में मेरा साथी बनिए