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Current Affairs: Iran-Israel Conflict, UK-Rwanda Asylum

[प्रशंसा] [संगीत] हाय गाइस दिस इज मनु मिश्रा वेलकम टू आवर चैनल एंड टू दस सेशन जिसमें आज हम लोग अप्रैल के सेकंड हाफ दैट इज 15th ऑफ अप्रैल से लेकर 30 ऑफ अप्रैल तक के बैक लॉक को बैक लॉक को हम कवर अप करेंगे है ना इसके अंदर हम कुछ टॉपिक्स डिस्कस करने वाले हैं एंड नॉट ओनली द टॉपिक्स डिस्कशंस के साथ-साथ उन्हीं टॉपिक्स के ऊपर क्विज भी होगा एंड यह जो क्विज होने वाला है दैट विल बी हैपनिंग इन द अनअकैडमी प्लेटफॉर्म है ना youtube1 के प्लेटफॉर्म पे होगा अब आपको कैसे पहुंचना है क्लास में सो डिस्क्रिप्शन बॉक्स आप नीचे देख रहे होंगे ना है ना तो डिस्क्रिप्शन बॉक्स आप नीचे देखोगे तो वहां पर आपको लिंक दिखेगी एंड दैट लिंक इज व्हाट इज अ लिंक ऑफ अ क्लास तो आप क्लास में ऑटोमेटिक एंटर कर जाओगे ठीक है चलो हाय एवरीवन हाय गुड आफ्टरनून गुड आफ्टरनून चलो या परफेक्टली ऑडिबल चलो सो बेसिकली मैं फिर से बता देता हूं एक बार सो आज हम लोग इस सेशन के अंदर 15 16th ऑफ अप्रैल से लेकर 30th ऑफ अप्रैल की बैक लॉक को कवर अप करेंगे हमारी ये बैकलॉग सीरीज चल रही है एंड दिस बैक लॉक सीरीज मैं हम लोग जैन से लेकर जून तक का अ बैक लॉक कवर अप करेंगे आपका हर मंथ के दो वीडियोस होंगे सम वड अराउंड 10 टू ना टॉपिक्स हम एक मंथ के अंदर कवर करते हुए चलेंगे जिससे 60 टॉपिक्स जैन से लेकर जू तक हमारा कवर अप हो जाए तो जैन के वी हैव ऑलरेडी डन फव वी हैव ऑलरेडी डन मार्च वी डन अप्रैल का फर्स्ट से 15 तक का बैकलॉग हम लोग ऑलरेडी कर चुके हैं आज हम लोग अप्रैल भी कंप्लीट करेंगे फ्रॉम 16 टू 30th और इस सीरीज में सिर्फ हम कांसेप्ट नहीं पढ़ रहे हैं सिर्फ थ्योरी नहीं पढ़ रहे हैं फैक्ट नहीं बढ़ रहे हैं इवन हम प्रैक्टिस भी कर रहे हैं क्विज के फॉर्म में तो क्विज हमारा होता है क्विज अब इस सेशन के बाद यह सेशन 130 में स्टार्ट हुआ 130 135 पर है ना ये सेशन एंड होगा 2:30 240 या 3 ओ क्लॉक तक और 3 ओ क्लॉक से लेकर 3:30 के बीच में हमारा क्विज है तो कंटिन्यूएशन में क्विज होगा तो आपको लिंक दिख रही होगी डिस्क्रिप्शन बॉक्स में डिस्क्रिप्शन बॉक्स में आप जा सकते हो यहां पर आपको सिंपल से यू कैन सिंपल से सी लिखा होगा स्पेशल क्लास अ ऑन 16th टू 30th ऑफ अप्रैल बैकलॉग सी क्विज सो वो आपको लिंक दिखेगी लिंक पे क्लिक करो ऑटोमेटिक आप क्विज में चले जाओगे है ना आप क्विज में चले जाओगे सो वहां पर अपन क्विज करेंगे इन्हीं टॉपिक्स के ऊपर जो आज हम डिस्कस करने वाले हैं सो लेट्स स्टार्ट विद द सेशन और आज देखते हैं सबसे पहले कि हम इस सेशन के अंदर कौन से मेजर टॉपिक्स पे डि डिस्कशन करने वाले हैं सो फोर मेजर टॉपिक्स होंगे द फर्स्ट वन ईरान इजराइल इशू ये हम कवर अप करेंगे सेकंड वन यूके रवांडा अाइलमेर है ना इस पे डिस्कशन करने वाले हैं बड़ा इंपॉर्टेंट है दोनों ही इंटरनेशनल है बल्कि तीन इंटरनेशनल हैं आज तो इ ईरान इजराइल यूके रवांडा साइलम बिल 75 इयर्स ऑफ़ नेटो तो नेटो ने 75 इयर्स कंप्लीट हो गए उसके एस्टेब्लिशमेंट के वो हम देखेंगे इट्स अ वेरी इंपॉर्टेंट ऑर्गेनाइजेशन अ फ्रॉम आवर करंट अफेयर्स पर्सपेक्टिव एंड द लास्ट वन दैट इज़ भारती स्टेशन इन दी अंटार्कटिका इन दी अंटार्कटिका कॉन्टिनेंट सो अंटार्कटिका कॉन्टिनेंट इज अन इन्हेबिटेड वहां पर कोई ह्यूमन बंग सिविलाइजेशन नहीं है राइट कोई ह्यूमन बीइंग रेस वहां पर कुछ नहीं मिलेगा आपको ह्यूमन रेस नहीं मिलेगी लेकिन वहां पर साइंटिफिक रिसर्च होती है और साइंटिफिक रिसर्च के पर्सपेक्टिव से बहुत सारी कंट्री ने अपने रिसर्च स्टेशन बना रखे हैं तो वैसे ही इंडिया के भी रिसर्च स्टेशन है और उस रिसर्च स्टेशन में एक रिसर्च स्टेशन है जिसका नाम है भारती है ना मैत्री भी है भारती भी है एक और है बट हां भारतीय स्टेशन है तो भारतीय स्टेशन लाइमलाइट में बिकॉज़ ऑफ बिकॉज़ ऑफ अ सम सम सम कांसेप्ट दैट इज अ कांसेप्ट ले टू द पोस्ट ऑफिस तो पोस्ट ऑफिस खुला हुआ है यहां पर इस वजह से लाइमलाइट में रहा पोस्ट ऑफिस खोला गया यहां पर इट्स अ वेरी इंटरेस्टिंग पार्ट जैसे कम्युनिकेशन हो सके तो पोस्ट ऑफिस खोला गया भारतीय स्टेशन पे इसलिए इंपॉर्टेंट है 75 इयर्स ऑफ नेटो बिकॉज़ नेटो ने कंप्लीट किए 75 इयर्स इस वजह से इंपोर्टेंट हो जाता है सेकंड वन अ जो हम टॉपिक डिस्कशन करेंगे दैट इज यूके रवांडा साइलम बिल सो यूनाइटेड किंगडम ने आपके इल्लीगल इग ग्रेशन से और अाइलमेर जाएगा उनका रिहैबिलिटेशन होगा और वो थर्ड कंट्री जो है वो रवांडा है और रवांडा देखा जाए इट्स इन अफ्रीकन नेशन एंड यहां पर बहुत सारे केसेस हुए हैं और एक बहुत बड़ा मतलब दुनिया का सबसे बड़ा इन द मॉडर्न हिस्ट्री इन द मॉडर्न हिस्ट्री के पार्ट में सबसे बड़ा जेनोसाइड हुआ है तो उस नेशन में अाइलमेर जा रहा है जहां पर इन लोगों के आपके अाइलमेर हो सकते हैं और हो रहे तो बहुत कंट्रोवर्शियल बिल है इसको हम देखते हुए चलेंगे बड़ा इंटरेस्टिंग सा बिल है इसमें हम बहुत सारे कॉन्सेप्ट्स भी हम क्लियर करेंगे अबाउट कि इल्लीगल इमीग्रेंट क्या होते हैं अससाइलम सीकर्स क्या होते हैं है ना इन सब को लेकर एंड आपका अ अ रिफ्यूजीस कौन होते हैं तो वो भी हम समझेंगे इंडिया के कॉन्टेक्स्ट से भी समझेंगे कि इंडिया रिफ्यूजीस को लेकर कैसे ट्रीट करता है अाइल लेकर्स को लेकर कैसे ट्रीट करता है फिर ईरान इजराइल जो हम पहला टॉपिक आज डिस्कस करने वाले हैं ये जो टॉपिक है ईरान इजराइल ईरान इजराइल अभी ये लाइमलाइट में रहा अच्छा अप्रैल मंथ में लाइमलाइट में रहा क्योंकि जैन से लेकर ना अभी तक प्रेजेंट तक हम बात करें तो एक टॉपिक जो कंटिन्यूएशन में बना रहा वो है इजराइल हमास का वॉर और इजराइल हमास के वॉर के चलते बहुत सारे सराउंडेड आपके करंट अफेयर्स इवॉल्व हुए जैसे ईरान के प्रेसिडेंट की डेथ हुई वो अपने आप में एक न्यूज़ बन गया इजराइल हमास के चक्कर में और इंपॉर्टेंट हो गया है ना ईरान के प्रेसिडेंट की डेथ हुई थी तो अभी फॉर द टाइम बीइंग मतलब जो हम अप्रैल मंथ में अगर बात कर रहे हैं तो अप्रैल मंथ में अभी ईरान के प्रेसिडेंट की डेथ नहीं हुई है डेथ अभी होगी है ना आपके मे और जून मंथ में होगी बट अभी अप्रैल मंथ की बात हो रही है तो अभी तक नहीं हुई है लेकिन उसके अराउंड ना बहुत सारे करंट अफेयर्स इवॉल्व हुए जैसे ईरान के प्रेसिडेंट की डेथ होना रेड सी पर अटैक्स होना हाउती के द्वारा तो वो भी इजराइल हमास वॉर से ही रिलेटेड है और उसके साथ-साथ एक और बड़ी इंपॉर्टेंट इवेंट हुआ था एक और बड़ा इंपॉर्टेंट इवेंट हुआ था एंड दैट इज ईरान इजराइल के बीच में कॉन्फ्लेट है ना तो टेंपरेरी कॉन्फ्लेट था इसकी कहानी को हम देखेंगे यहां से हम स्टार्ट करेंगे और यहां पर हम खत्म करने वाले हैं इस सेशन को चलिए अब सबसे पहले हम ईरान इजराइल पढ़ने वाले हैं तो बेसिकली हुआ क्या व्हाई इन द न्यूज़ न्यूज़ में क्यों रहा देखिए होता क्या है कि देखा जाए तो ईरान ना ईरान अपने आप में ना अ अपने रीजन में सुपर पावरफुल नेशन है जैसे आप एशिया की बात करते हो है ना जब हम एशिया की बात करें स्पेसिफिक ली आपके अ ईस्टर्न पार्ट ऑफ एशिया नॉर्दर्न पार्ट ऑफ एशिया की तो वहां पर आप देखोगे पावरफुल कंट्रीज कौन-कौन सी मिलेंगी इंडिया चाइना जैसे इंडिया चाइना है ना इस रीजन में इस रीजन में आपके साउथ एशिया के रीजन में इंडिया चाइना इज वन ऑफ द मोस्ट दीज टू मोस्ट पावरफुल रीजंस और फिर वो क्लेम फिर वो क्या करती हैं आपके नेबरिंग कंट्रीज जो है उन परे अपना दबाव बनाती हैं उनको कंट्रोल करना चाहती हैं उनसे रिलेशनशिप बनाना चाहती हैं इसीलिए देखो इंडिया की पॉलिसी भी है नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी चाइना को काउंटर करने के लिए है ना हम कभी-कभी कभी देखते भी हैं कि बांग्लादेश इसलिए इंपोर्टेंट है म्यानमार इसलिए इंपॉर्टेंट है मालदीव इसलिए इंपोर्टेंट है कि चाइना को काउंटर किया जाए हम हमेशा पढ़ते हैं सो द पॉइंट इज तो वैसे ही जब हम मिडिल ईस्टर्न रीजन की बात करें मिडिल ईस्टर्न रीजन में आपकी दो पावरफुल कंट्री हैं जिसको हम आपका मिडिल ईस्ट को हम वेस्ट एशिया भी बोलते हैं मिडिल ईस्ट रीजन या वेस्ट एशिया मिडिल ईस्ट फ्रॉम द वर्ल्ड पर्सपेक्टिव फ्रॉम द यूएस एंड यूके पर्सपेक्टिव यूरोप के पर्सपेक्टिव से और यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के पर्सपेक्टिव से देखोगे वर्ल्ड मैप पर तो वो उनके मिडिल ईस्ट ईस्टन साइड में आ रहा है मतलब ईस्ट के मिडल साइड में क्योंकि ईस्ट तो इंडिया हो गया है ना तो मिडिल ईस्ट वाला रीजन मतलब अरेबियन पेनिनसुला वाला रीजन राइट जहां पर आपका ये लेवंत वाला रीजन जहां पर सीरिया अ लेबन जॉर्डन ये सारी कंट्री हैं राइट तो मिडिल ईस्ट भी बोलते हैं और वेस्ट एशिया मतलब एशिया कॉन्टिनेंट के पर्सपेक्टिव से क्योंकि एशिया कॉन्टिनेंट का ही पार्ट है तो हम एशिया के वेस्टर्न साइड एशिया के वेस्टर्न साइड पर है ठीक है सो ये वेस्ट एशिया भी बोलते हैं और मिडिल ईस्ट भी बोलते हैं तो उस रीजन में ईरान वन ऑफ दी पावरफुल नेशन है है ना एक साउदी अरेबिया एक ईरान है और दोनों में कॉन्फ्लेट होता रहता है ऑन द बेसस ऑफ रिलीजन शिया सुन्नी के बेसिस पर क्योंकि सऊदी अरेबिया इज अ सुन्नी डोमिनेटिंग नेशन उधर वो भी ऑयल एक्सपोर्टिंग कंट्री है ईरान भी ऑल एक्सपोर्टिंग कंट्री है और उसके साथ-साथ यह शिया मेजॉरिटी है सऊदी अरेबिया यूएस के बहुत क्लोज ला है ईरान अब बिल्कुल साउदी अ ईरान जो है यूएस से बहुत चढ़ता है मतलब एनीमी नेशंस है दोनों तो जिसके चलते ना ईरान ने ना बहुत आपके बहुत सारे कंट्रीज में अपना कंट्रोल जमा के रखा हुआ है टेंपररी वे में गवर्नमेंट की माइनॉरिटी में अपोजिशंस में और उनको सपोर्ट भी करता है जैसे सीरिया में सपोर्ट करता है आपके आपके यमन में हाउती को सपोर्ट करता है सीरिया में उमर अल बशीर जो प्रेसिडेंट है वहां के उनको सपोर्ट करता है एंड उसके साथ-साथ अदर अदर आपके अदर आपके कंट्रीज है उनमें भी उनका कंट्रोल है हिजबुल्ला हमास इन सबको सपोर्ट करता है वो भी हम देखेंगे इस सेशन में हम देखेंगे कि ईरान किनन को सपोर्ट करता है तो हुआ क्या हुआ क्या अभी इजराइल हमास वर चल रहा था और हमास को ना बहुत सारी कंट्रीज सपोर्ट कर रही हैं ईरान तो सपोर्ट कर ही रहा है ईरान के साथ-साथ बाकी लोग भी सपोर्ट कर रहे हैं है ना और भी अदर ऑर्गेनाइजेशंस है वो सपोर्ट करते हुए चल रही है हिजबुल्ला सपोर्ट कर रहा है लेकिन ये जितने भी ऑर्गेनाइजेशंस है जो हमास वर को सपोर्ट कर रही है पब्लिकली उन सबको मेन सपोर्ट जो दिया जा रहा है ईरान के द्वारा दिया जा रहा है ईरान इज अ नेशन ईरान जो सपोर्ट कर रहा है इन सब ऑर्गेनाइजेशंस को और पॉइंट इस बात का था कि सी सीरिया में आपका ईरान का ना कॉन्सुलट था अब कॉन्सुलट मतलब कॉन्सुलट मतलब होता है कि एक आपने सुना होगा कि फॉरेन एंबेसीज होती है राइट फॉरेन एंबेसीज होती है आप दिल्ली में जाओ दिल्ली में नेपाल की मिलेगी यूएस की मिलेगी यूके की एंबेसी मिलेगी तो वो एंबेसीज है वो मेन ऑफिस है लेकिन अब पॉइंट क्या है मेन ऑफिस के साथ-साथ ना बहुत सारे आपको मल्टीपल जैसे यूएस है तो यूएस का ऑफिस दिल्ली में नहीं है मान के चलो जैसे कि यूएस सिटीजन है जो कि मुंबई घूमने आया मुंबई में ट्रेवल कर रहा है न लेकिन उसको कोई कंसर्न हो गया तो वो ल्ली जाएगा क्या तो मुंबई में ना छोटे-छोटे ट्राई सर्विसेस बोलते हैं ईरान के अंदर भी एयरफोर्स मिलिट्री और नेवी है उसके साथ-साथ एक और फोर्स है दैट इज कुद फोर्सेस के यू डी एस कुद फोर्सेस तो कुद फोर्सेस के दो आपके मेजर ऑफिसर्स है ना जनरल जनरल जनरल रैंक के ऑफिसर्स जनरल रैंक के ऑफिसर्स उस कॉन्सुलट में थे और उस कॉन्सुलट में करता है इजराइल व्हाट आपका मिसाइल अटैक और उस मिसाइल अटैक के चलते उस मिसाइल अटैक के चलते क्या होता है आपका दो जनरल्स रैंक के जो ऑफिसर्स थे उनकी डेथ हो जाती है जो कि ईरान के थे ईरान इसको रिट करता है ईरान रिटेल कैसे करता है ईरान इजराइल में इजराइल में 100 प्लस ड्रोसिस जो होते हैं उन ड्रोसते है और उसके साथ-साथ एक मिसाइल होती है है ना तो वही यहां पर बताया गया कि ईरान ने क्या किया ईरान ने लॉन्च किया ड्रोन एंड मिसाइल्स टुवर्ड इजराइल इन रिटल फॉर दी इजराइली अटैक ऑन इट्स कॉन्सुलट दैट अर् इन डस्क इन सीरिया सीरिया की कैपिटल डम स्कस उसके कॉन्सुलट में अटैक किया गया और दो खुद फोर जनरल की डेथ हुई डेथ हुई और पॉइंट इस बात का है कि अब क्वेश्चन तुम्हारे दिमाग में हो रहा होगा व्हाई हैज इजराइल किल्ड रानियन जनरल इन सीरिया क्यों क्यों मारा सीरिया में सीरिया में इसलिए मारा क्योंकि इजराइल हमास वॉर चल रहा है तो इजराइल तो गाज में पूरे तरीके से ऑपरेशन कर रहा है पूरी तरीके से वॉर कर रहा है बट द पॉइंट इज बट द पॉइंट इजराइल पर भी तो काउंटर अटैक किया जा रहा है ऐसा तो नहीं है इजराइल के ऊपर अटैक नहीं हो रहा इजराइल आर्मी के पर्सन की डेथ हो रही है इवन इजराइली जो है इराल सिटीजन दे आर आल्सो अगेंस्ट द वर दे आर आल्सो अगेंस्ट बेंजामिन नाय स्टेप ऑफ वर अगेंस्ट गाज सो द पॉइंट इ काउंटर कर रहा है तो काउंटर कर रहे हिजबुल्ला काउंटर कर रहा है हाउती है ना और इनको कौन सपोर्ट कर रहा है मिसाइल कौन दे रहा है पैसा कौन दे रहा है ईरान ईरान पैसा दे रहा इसीलिए तो वही बोला गया कि इजराइली वॉर जेट्स अटैक ऑन ईरानियन कॉन्सुलट बिल्डिंग इन डमक सीरिया ऑन सेकंड ऑफ अप्रैल किलिंग एटलीस्ट व्हाट 13 पीपल 13 लोगों की मौत हुई 13 लोगों की मौत हुई है ना सेकंड अप्रैल को अटैक किया था जिसका रिटेल सेकंड हाफ ऑफ अप्रैल में ईरान ने किया इंक्लूडिंग जनरल मोहम्मद रिजा जहीदी जो कि लीडर थे जो कि लीडर थे ओवरसीज स्ट्राइक फोर्स ऑफ ईरान एलीट रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प के रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प पे और वो एक सीनियर लीडर भी थे ईरान की कुद फोर्सेस के ईरान की कुद फोर्सेस के जैसे हम इंडिया में मिलिट्री बोलते हैं ना मिलिट्री के अंदर एयरफोर्स भी आती है नेवी भी आती है आर्मी भी आती है वैसे ही ईरान के अंदर बोला जाता है रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प मिलिट्री नहीं बोलते रेवलरी गार्ड कॉर्प उसके अंदर एयरफोर्स नेवी आपका आर्मी और कुद फोर्सेस और एक और होती है बसेज फोर्स ठीक है बसेज फोर्स भी होती है तो फोर्सेस के वन ऑफ द मेजर जनरल थे उनकी डेथ हुई है ना और तेहरान जो है मतलब तेहरान मतलब कैपिटल ऑफ ईरान ईरान जो है ईरान ने अपनी ुद फोर्सेस के यूनिट को मोबिलाइज किया था अक्रॉस द मिडिल ईस्ट है ना क्यों ईरान इजराइल ने अटैक क्यों किया क्योंकि ईरान ने ना कुद फोर्सेस के लोगों को ना पर्सनल्स को ना मोबिलाइज किया मिडिल ईस्ट के डिफरेंट डिफरेंट रीजंस में जिससे ईरानियन बॉर्डर्स को सिक्योर किया जाए और कुद फोर्सेस सपोर्ट करता है किसको शिया लेबनीज मिलिटेंट ग्रुप हिज लाह को है ना तो कुद फोर्सेस आपका सपोर्ट कर रहा है आपके हिजबुल्ला को कैसे मिलिट्री और फाइनेंशली है ना और उन लोगों ने फिर अटैक किया हिजबुल्ला ने अटैक किया कैरी आउट अटैक्स अगेंस्ट द इजराइली एंड यूएस इंटरेस्ट इजराइली और यूएस इंटरेस्ट के अगेंस्ट में हिजबुल्ला ने अटैक किया उस रीजन में और ईरान जज आल्सो बीन स्ट्रंग क्रिटिकल टू इजराइली एक्शन ईरान ने हमेशा इजराइल को पब्लिकली क्रिटिसाइज किया है उनके एक्शंस को क्रिटिसाइज किया है अगेंस्ट द पलेटी नियस हिजबुल्ला फाइटर्स हैव एंगेज द इजराइली डिफेंस फोर्स ऑन द लेबनीज इजराइल बॉर्डर एवर सिंस 7th अक्टूबर 2023 है ना अटैक्ड बाय हमास इन सदर्न इजराइल तो जब से हमास ने अटैक किया ना तब से वॉर चल रहा है तब से हिजबुल्ला भी इजराइल को काउंटर काउंटर करता हुआ जा रहा है और पॉइंट इस बात का है कि काउंटर कर तो रहा है है ना काउंटर कर तो रहा है लेकिन हिजबुल्ला को सपोर्ट कौन कर रहा है ईरान इसी वजह से इसी वजह से आपके अ इजराइल ने अटैक किया था कॉन्सुलट पर उस जनरल को उन दो जनरल्स को मानने के लिए है ना ईरान को सबक सिखाने के लिए और इसके टलिन में ईरान ने अपने ड्रोन और मिसाइल्स लच करी इजराइल के ऊपर अब पॉइंट इस बात का है कि क्या पहले भी कुद फोर्सेस के लोगों प लोगों को टारगेट किया गया क्या कुद फोर्स को पहली बार टारगेट किया जा रहा है क्योंकि खुद फोर्स अपने आप में एक बहुत बड़ी फोर्स है जब उस फोर्स के बारे में बताऊंगा ना तब आपको समझ में आएगा कितनी इंपोर्टेंट फोर्स है कि यूएस भी कहीं ना कहीं थोड़ा बहुत तो उससे जकता है डरता है कुछ फोर्सेस ऐसा समझो जैसे इंडिया में हमारे पैरामिलिट्री फोर्सेस होते हैं तो पैरामिलिट्री फोर्सेस एक अलग विंग बना दो तो वैसे ईरान के अंदर स्पेशल फोर्सेस ना कुद फोर्सेस कहलाती हैं जो कि अलग से फोर्स है एक जो कि स्ट्रेटजिकली मिलिट्री वरर फेयर एवरीथिंग गोरिला वर फेयर हर चीज में ट्रेड होते हैं राइट तो वो यूएस और इजराइल इन सब को काउंटर करने के लिए यूज किया जाता है तो पॉइंट इस बात का है कि कुद फोर्सेस के पहले कुद कुद सॉरी कुद फोर्सेस कुद फोर्सेस के जनरल्स को ना पहले भी एक बार टारगेट किया गया है और वो यूएस ने किया था और रिसेंटली किया था इन द यर ऑफ 2020 तो थड जैन 2023 में यूएस फोर्स 2020 में यूएस फोर्सेस ने कासिम सुलेमानी को ड्रोन अटैक से मार दिया था कासिम सुलेमानी ये रहे कासिम सुलेमानी कासिम सुलेमानी को ड्रोन अटैक से मारा था कहां पर बगदाद में इराक में ये इराक में थे इरान का नेबरिंग नेशन ही है इराक इराक में थे बगदाद के अंदर और इराक में भी ईरान का ही कंट्रोल है ईरान की ही पपेट गवर्नमेंट है तो यह वहां पर थे तो हुआ क्या है ना ड्रोन अटैक हुआ ड्रोन अटक से इनको मार दिया होगा और पता है कौन थे ये ये वही ईरानियन रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प आईसी आई आर सीजी ईरानियन रिवोल्यूशन आपका कॉर्प गार्ड कॉर्प गार्ड उसके कमांडर थे और ये हेड थे हेड थे कुद फोर्सेस के कुद फोर्सेस के हेड थे कहां पर बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट में इराक में यूएस ने मारा था तो कुद फोर्सेस अपने आप में बहुत प्रॉमिनेंस है ठीक है अपने आप में प्रॉमिनेंस है तो अब वही पूछा गया कि भाई कुद फोर्सेस है क्या क्वेश्चन यही अराइज हो रहा है कि ये कुद फोर्सेस क्या है ये कुद फोर्सेस के लोगों को टारगेट किया जाता है क्यों कुद फोर्सेस एक पैरामिलिट्री एंड इंटेलिजेंस बिइंग है ईरानियन रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प की और ईरानियन रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प आपका किसने सेट अप किया था इट वाज सेट अप बाय द लीडर जब 1979 में ईरानियन रेवोल्यूशन सक्सेसफुल हुआ और ईरान के अंदर थियोक्रेसी आती है पहले ईरान के अंदर मोनार्की थी 1978 तक लेकिन 1978 में ईरानियन रिवोल्यूशन सक्सेसफुल होता है और मोनार्की को अबॉलिश करकर थियोक्रेसी लाई जाती है थियोक्रेसी क्या है थियोक्रेसी इज अ फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट जहां पर कंट्री इज रन बाय द रिलीजियस लीडर इन दी नेम ऑफ गॉड है ना गॉड के नाम पर रिलीजियस लीडर देश को चलाते हैं देश में सरकार को चलाते हैं दैट इज थियोक्रेसी और जब ईरानियन रिवोल्यूशन सक्सेसफुल रहा तो पहले जो आपके सुप्रीम लीडर थे द रिलीजियस लीडर जो पूरे ईरान को रेगुलेट कर रहे थे आयतुल्लाह रोहिला खुमैनी उन्होंने एक गार्ड कॉर्प बनाई जिसका नाम था ईरानियन रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प है ना उन्होंने सेट अप किया उन्होंने सेट अप किया 1979 में फिर 1979 के बाद ईरानियन रिवोल्यूशन डिसलॉज द रूलिंग ऑफ शाह फ्रॉम पावर थियोक्रेटिक स्टेट एस्टेब्लिश किया गया ईरान के अंदर फॉर हिस प्रोटेक्शन आपका ईरानियन रिवोल्यूशन कार्प गॉड जो है क्रिएट टू डील विद बोथ डोमेस्टिक एंड एक्सटर्नल थ्रेट तो इंटरनल और एक्सटर्नल सिचुएशन दोनों संभालने की रिस्पांसिबिलिटी इसके पास आ गई आज के समय में 125000 पर्सनल्स हैं ईरान के पास इस गार्ड कॉर्प में 125000 ठीक है और 2019 में यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका ने इसको टेररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन डिक्लेयर किया था ईरानियन रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प को टेररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन डिक्लेयर कर दिया था आपके यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका ने 2019 में 2019 में और इसीलिए उन्होंने कुद फोर्सेस के जो लीडर थे 2020 में उनको ड्रोन अटैक से मार दिया गया क्योंकि यूएस के लिए तो वो क्या है टेररिस्ट है है ना चलो सो दिस हैपेंड नाउ दिस इज व्हाट आपका कुद फोर्सेस आर नाउ पॉइंट क्वेश्चन अराइज कि जो अटैक करने के पीछे रीजन था बिकॉज़ ईरान इज सपोर्टिंग दी आपका अ आपका ईरान इज बैकिंग दी व्हाट ग्रुप्स इन द मिडिल ईस्टर्न रीजन कुछ ग्रुप्स को सपोर्ट कर रहे हैं तो कौन-कौन से ग्रुप्स हैं उनको देखते हुए चलेंगे है ना और पॉइंट ये अराइज हो रहा है कि सबसे पहला क्वेश्चन क्यों करता है ईरान ईरान इसलिए करता है बिकॉज़ ईरान ना बहुत लंबे समय से लंबे समय का जब से इजराइल नेशन बना है ना 1948 से 1948 से ईरान जो है क्रिटिकल है आपका अ आपका इजराइल को लेकर मतलब हमेशा बोलता है कि नहीं होना चाहिए इजराइल नेशन यही पलेस्टाइन नेशन होना चाहिए था इट इज अ मींस फॉर द यूनाइटेड स्टेट्स बाय द वेस्ट बाय द एक्सटेंशन टू इन्फ्लुएंस द रीजन फॉर इ स्ट्रेटेजिक इंटरेस्ट और ईरान का एक्विजिशन हमेशा यही होता है कि इजराइल को इसलिए एस्टेब्लिश किया गया जिससे यूएस मिडिल ईस्टर्न रीजन को कंट्रोल कर सके इजराइल का बहाना लेकर इसलिए इजराइल को सेट अप किया गया इसलिए यूएस जो है इजराइल को अ इसलिए यूएस हमेशा सपोर्ट करता है इजराइल को क्योंकि उसका स्ट्रेटेजिक इंटरेस्ट है इस रीजन में तो इस रीजन को कंट्रोल करने के लिए इनडायरेक्टली कंट्रोल ल करने के लिए उसने इजराइल को एस्टेब्लिश किया ठीक है और वही लिखा गया तो उसको काउंटर करने के लिए रीजनल हैवी वेट्स और यूएस के जो अला है सऊदी अरेबिया व्हिच इज अ सुन्नी मेजॉरिटी नेशन है ना तो ये यूएस और सऊदी साथ-साथ है अब वही लिखा गया है कि दे प्रोवाइड इस्लामिक रिपब्लिक विद अ स्ट्रेटेजिक डेप्थ एंड वाइड रीजनल इन्फ्लुएंस एंड एक्सेस वाइल इंसुलेटिंग ईरान लीडरशिप फ्रॉम दी फुल रिस्क ऑफ देयर एक्शन मतलब उस रीजन में यूएस का पूरा कंट्रोल ना हो जाए उस कंट्रोल को रोकने के लिए ईरान बा की ग्रुप्स को सपोर्ट करता है कौन-कौन से ग्रुप्स हैं तो यहां पर बताया गया जैसे आप देखोगे दिस इज व्हाट ईरान इज ईरान में आप इराक में देखो इराक में किसको सपोर्ट करता है इराक में सपोर्ट करता है आपके हराक अल नजबा है ना हराक अल नजबा आपका आसिफ अल अल हक बदर ऑर्गेनाइजेशन कतब हिज्बुल्लाह जो इराक के अंदर है तो इराक के अंदर तो इसकी आपकी पपि गवर्नमेंट है और पता है कितना $ बिलियन डॉलर्स का फाइनेंशियल एड देता है $ बिलियन डॉलर का पैसा लगाता है इराक के अंदर ईरान फिर अफगानिस्तान में भी इसका आप ऑर्गेनाइजेशन को सपोर्ट करता है यमन के अंदर भी ये आपका हाउती जिनको आंसर अल्लाह बोलते हैं हाउती को सपोर्ट करता है 100 मिलियन डॉलर्स का पैसा देता है आपके पलेस्टाइन में पलेस्टाइन की बात करें तो पलेस्टाइन में आपके पलेस्टाइन इस्लामिक जिहाद आपके हमास इनको सपोर्ट करता है सीरिया में बात करें सीरिया में बसेज को सिरिया में बात करें सीरिया में आपके ये क्या नाम है इनका उमर अल बशीर है ना नेशनल डिफेंस फोर्सेस हिज्बुल्लाह इनको सपोर्ट करते हुए चलता है और लेबन में भी आपका सपोर्ट करता है हिज्बुल्लाह को हिज्बुल्लाह को तो अब हम एक-एक करते हुए देखते हुए चलेंगे मेन मेन क्या है तो मेन हमास और पलेस्टाइन इस्लामिक जिहादिस्ट ठीक है तो ओबवियस सी बात है हमास है लाइमलाइट में तो हमास को देखते हुए चले तो हमास को भी ईरान हमेशा सपोर्ट करते हुए आया है तो वही लिखा गया कि इवन दो हमास जो है इज अ सुन्नी इस्लामिक नेशन सुन्नी इस्लामिक मिलिटेंट ग्रुप सॉरी हमास सुन्नी मिलिटेंट मिलिटेंट है उसके बावजूद भी ईरान सपोर्ट करता है ईरान शिया तो शिया को सपोर्ट करना चाहिए लेकिन हमास को सपोर्ट करता है क्यों क्योंकि हमास इ फाइटिंग अगेंस्ट इजराइल है ना तो इजराइल उसका बड़ा दुश्मन है तो इजराइल को काउंटर करने के लिए गा जरा लेगिंग लेगिंग हो रहा है क्या जस्ट डू लेट मी नो द चैट बॉक्स इज एवरीथिंग फाइन ठीक है ठीक है चलो जस्ट गिव मी अ सेकंड है ना जस्ट गिव मी अ सेकंड नाउ फाइन ठीक है ठीक है ठीक है चलो नाउ फाइन ना परफेक्ट चलिए सो या यहां पर हमास इन पलेस्टाइन इस्लामिक जिहाद है ना तो इन दो ऑर्गेनाइजेशन को सपोर्ट करते हुए चलता है हमास की बात करें इवन दो हमास सुन्नी लेकिन ईरान सपोर्ट करता है बिकॉज इजराइल उसके लिए बड़ा दुश्मन है तो इसलिए तो हमास को सपोर्ट करते हुए चला कब से जब से 2007 से है ना 2007 से जब से हमास की गवर्नमेंट फॉर्म हुई है फर्स्ट रिमर्ज ड्यूरिंग दी फर्स्ट हमास कब बना फर्स्ट इंति फिदा हुआ था पलेस्टाइन अपराइज इंग आपका 1987 है ना और ये जियोनिज्म को अपोज करता है और हमास के अंदर करेंटली आपके 30 टू 40000 मेंबर्स हैं और वहीं जब पलेटी इस्लामिक जिहाद की बात करते हैं ये भी एक अलग सुन्नी इस्लामिक मिलिटेंट ग्रुप है जिसका एम है इस्लामिक स्टेट एस्टेब्लिश करना है पलेस्टाइन के अंदर है ना पलेस्टाइन के अंदर इस्लामिक स्टेट एस्टेब्लिश करना है आपका इजराइल को को भगाना है इजराइल जूश पीपल को यहां से निकालना है और ये सेकंड लार्जेस्ट मिलिटेंट ग्रुप है गाज में आफ्टर हमास तो हमास के बाद सेकंड सबसे बड़ा मिलिटेंट ग्रुप पलेस्टाइन में आपको पलेस्टाइन इस्लामिक जिहाद मिलेगा ठीक है और 1979 में फॉर्म किया गया था ऑफ शॉट ऑफ मुस्लिम ब्रदरहुड तो मुस्लिम ब्रदरहुड से निकलकर तो मुस्लिम ब्रदरहुड इजिप्ट के अंदर एक बड़ा ऑर्गेनाइजेशन था सुन्नी ऑर्गेनाइजेशन था मिलिटरी ऑर्गेनाइजेशन था मुस्लिम ब्रदरहुड से निकालकर ये आपका ऑर्गेनाइजेशन निकला इजिप्ट से निकला एंड ये मिलिट्री विंग है आप आपके अल कद ब्रिगेड का और टोटल मेंबरशिप कितनी है आपके अराउंड 15000 15000 उसके कुछ मेंबर्स हैं 15000 कुछ मेंबर्स है तो ये रहा सेकंड नेक्स्ट बात करते हैं नेक्स्ट है हिजबुल्ला है ना हिजबुल्ला का मतलब हिजबुल्ला इज इन लेबन है ना तो लेबन में आपका शिया लेबन में शिया है माइनॉरिटी ग्रुप है सुन्नी इज इन मेजोरिटी लेकिन आपका शिया भी अच्छा खासा चंक ऑफ पॉपुलेशन है माइनॉरिटी है लेकिन तो उस माइनॉरिटी को आपका पूरा कंट्रोल कौन करता है लेबन में हिजबुल्ला तो हिजबुल्ला पॉलिटिकल पार्टी भी है मिलिटेंट ग्रुप भी है दोनों है और हिजबुल्ला का लेबन की गवर्नमेंट में रोल है अलायंस है सपोर्ट करता है जैसे नीतीश कुमार मोदी जी की पार्टी को सपोर्ट करते हैं वैसे ही लेबन की सरकार में आपके हिजबुल्ला पॉलिटिकल पार्टी सपोर्ट करती है इस वजह से गवर्नमेंट बनी हुई है और हिजबुल्ला मिलिटेंट ग्रुप भी है सेम ऑर्गेनाइजेशन है पॉलिटिकल पार्टी भी है मिलिटेंट ग्रुप भी है अपने आप में ही वो एक बड़ा ऑर्गेनाइजेशन है अपने आप में ही कंट्री की तरह गवर्नमेंट की तरह वो रहता है हिजबुल्ला जो है इसका मतलब होता है पार्टी ऑफ गॉड है ना यह शिया मिलिटेंट ऑर्गेनाइजेशन है जो कि सेट अप बाय दी ईरान रिवोल्यूशन गार्ड इन 1982 तो ईरान के लोगों ने ही ईरान रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प ने ही इसको सेट अप किया था 1982 में जिससे इजराइल को फाइट किया जाए इजराइल फोर्सेस से फाइट किया जाए क्योंकि इजराइल ने 1982 में लेबन के ऊपर अटैक किया था फर्स्ट लेबनीज इजराइल वॉर हुआ था 1982 में तो तो उसके रिटल में ये ग्रुप बना था है ना ये ग्रुप बना था और आज के समय इनके पास 30 से 45000 मेंबर हैं और दुनिया का सबसे एडवांस्ड मिलिटेंट ग्रुप है ये मतलब इसके पास ऐसी-ऐसी मिसाइल्स है जो किसी के पास नहीं है बहुत एडवांस है बहुत डिफेंस इक्विपमेंट्स है इसके पास हिजबुल्ला के पास फिर हाउती तो हाउती अभी बहुत लाइमलाइट में र बिकॉज ऑफ द रेड सी है ना तो तीज के बारे में बताया गया कि तीज भी एक मिलिटेंट ग्रुप है फाइट कर रहा है सिविल वॉर इन यमन 10 सालों से है ना आपके जब से अरब स्प्रिंग स्टार्ट हुई है 2013 से आपका च चलता हुआ आ रहा है साउथ ईज का सिविल वॉर है ना अ आफ्टर दे सीज्ड पावर इन कैपिटल साना तो 2014 में इन्होंने हाउती ने यमन की कैपिटल पे कैप्चर कर लिया था कंट्रोल कर लिया था इन्हो इन्होंने साउदी यूएई अलायंस ने अटेंप्ट किया इनको डिसलॉज करने का लेकिन अभी भी हाउती अच्छा खासा नॉर्दन यमन इंक्लूडिंग द कैपिटल अभी भी कंट्रोल करके बैठे हुए हैं और हावती इस की पॉपुलेशन 10 टू 30000 है 10 टू 30 3000 और उनका बहुत बड़ा रोल है सेथ अक्टूबर के बाद जो भी इवेंट हुए क्यों क्योंकि मिडिल ईस्ट में शिप्स पर जो भी अटैक्स हो रहे हैं रेड सी के अंदर वो हाव तीज कर रहा है है ना हाव तीज कर रहा है और जिसके चलते बहुत सारे कार्गो कैरियर जो हैं उन्होंने मूवमेंट करना बंद कर दिया वो जा ही नहीं रहे हैं जिससे इकनॉमिक डाउनफॉल आया है इकनॉमिक प्रॉब्लम्स आई है इंडिया पे भी इंपैक्ट पड़ा है इंडिया पे भी इंपैक्ट पड़ा है तो उन्होने वही यहां पर लिखा गया कि जिससे क्या हो रहा है बहुत ज्यादा कनेक्ट और यूरोप और एशिया कनेक्ट नहीं हो पा रहा है ना बहुत बाय अ शॉर्ट रूट क्योंकि स्विस कनाल सबसे शॉर्टेस्ट रूट है जिससे एशिया और यूरोप कनेक्ट हो सकते हैं और रेड सी इज अ वे है ना रेड सी और मेडिटेरियन सी को ही तो स्विस कैनाल कनेक्ट करती है तो रेड सी पर हाउती अटैक करते हैं रेड सी पर हाउती अटैक करते हैं क्यों क्योंकि इजराइल हमास के अगेंस्ट अटैक कर रहा है इसलिए तीज यहां अटैक कर र है तो यह है तो ये दो ऑर्गेनाइजेशंस को बेसिकली आपका ईरान सपोर्ट करता है नाउ दिस इज यू कैन सिंपली सी दी मैप ऑफ मिडिल ईस्ट इससे और क्लेरिटी मिलेगी आपको देखो यह है ईरान ईरान का कंट्रोल देखो अब कहां करता है ये यमन है ये रेड सी है तो यहां पर शिप्स निकलती है यही स्विस कैनाल है ऐसे ये स्विस कैनाल है ये मेडिटेरियन सी और रेड सी को कनेक्ट कर रहा है तो यहां पर यमन के हाउती यहां पर देखो साना है ना ये कैपिटल है ये नॉर्दन है ये सदन है यहां पर इसका अच्छा खासा कंट्रोल है आथ इस का तो ये लोग अटैक करते हैं यहां से जो भी शिप्स आती है है ना ये रहा अब ईरान का कंट्रोल इराक में तो ओबवियस सी बात है इराक के अंदर उनकी पपेट गवर्नमेंट है है ना इनका और इनका बहुत काउंटर चलता र ता है यह सुन्नी मेजॉरिटी है शिया मेजॉरिटी है इराक भी शिया मेजॉरिटी है अ शिया मेजॉरिटी है सीरिया में यहां देखो अटैक कहां हुआ डम स्कस जो कैपिटल है यहां पर अटैक किया गया इजराइल ये रहा यह रहा इजराइल बहुत तुम्ह दिख रहा होगा बड़ा लगता है है नहीं है ना इरान देखो कितना बड़ा है कंपेरटिवली टू दी इजराइल तो यह रहा सो दिस शोज दिस शोज कि दिस शोज आपको क्लेरिटी क्योंकि जब आप मैप देखते हो ना आपको क्लेरिटी मिलती हुई चलती है नाउ नाउ अभी हम देखें तो ईरान इजराइल के रिलेशंस कैसे हैं और क्या रहे तो वही यहां पर बताया गया तीन मेन पीरियड रहे हैं पहले हम थियोक्रेसी के पहले डिस्कस करेंगे क्योंकि 1979 में इरान के अंदर मेजर पॉलिटिकल शिफ्ट आया राइट मेजर पॉलिटिकल शिफ्ट आया आपका मोनार्की से थियोक्रेसी में कन्वर्ट हुआ तो पहला पीरियड होगा मोनार्की के समय क्या रहा 47 से जब से बना है ईरान इजराइल तो तब से लेकर ईरानियन रेवोल्यूशन तक क्या रहा फिर उसके बाद और इसके अभी करंट पीरियड में क्या चल रहा है तो वही यहां पर बोला गया तो देखा जाए तीन मेन पीरियड थे तो 1947 से 1953 का जो पीरियड था उस पीरियड में ईरान वाज अ सेकंड मुस्लिम मेजॉरिटी कंट्री है ना टर्की के बाद इजराइल जब बना ना तो इजराइल ऑब् वियस सी बात है पलेस्टाइन के राइट्स पे हक मारा गया अरब पीपल के हक प लोगों पे हक मारा गया आपके मुस्लिम पीपल पे हक मारा गया है ना उनकी लैंड पर ऐसा मानना था आपके सारे के सारे मुस्लिम देशों का लेकिन कुछ मुस्लिम देश जो थे मुस्लिम मेजॉरिटी नेशन जो थे जिन्होंने इजराइल को कंट्री रिकॉग्नाइज किया था और सबसे पहली मुस्लिम मेज नेशन जो थी वो थी टर्की टर्की जो कि यूरोप का पार्ट है मुस्लिम मेजॉरिटी नेशन है उसने रिकॉग्नाइज किया और दूसरी बनी ईरान क्योंकि ईरान में उस समय डायनेस्टी पहलवी डायनेस्टी हुआ करती थी सेकंड मुस्लिम मेजॉरिटी कंट्री बनी टू रिकॉग्नाइज इजराइल आफ्टर टर्की फिर पहलवी डायनेस्टी आता है 197 79 तक मतलब आपके मोनार्की 53 की बात थोड़ा शिफ्ट होता है मोनार्की आती है है ना फिर यहां पर बताया गया मोहम्मद रिजा शाह पहलवी के समय ईरान और इजराइल के जो रिलेशनशिप थे वो बहुत सीक्रेट थे बहुत सीक्रेट थे क्योंकि ईरान जो था वोह इस्लामिक नेशन से घिरा हुआ था वो भी खुद इस्लामिक नेशन था तो उस उनके ही लोग आपका पोज करते अगर इजराइल के साथ अच्छे रिलेशंस होते तो इस वजह से बहुत सीक्रेट रहे लेकिन डिप्लोमेटिक रहे इकनॉमिक और मिलिट्री टाइ बने रहे ईरान ने सप्लाई किया है इजराइल को ऑयल इजराइल को ऑइल दिया है ईरान ने वाइल इजराइल ने ईरान को हेल्प करी है एग्रीकल्चर डेवलपमेंट में मिलिट्री हार्डवेयर में और इंटेलिजेंस में लेकिन जब 1979 में ईरानियन रेवोल्यूशन आया उसके बाद बिल्कुल अपोजिट हो गया रिलीजियस स्टेट बना और उसने ओवरथ्रो किया 1979 इस्लामिक रेवल आपके इस्लामिक रेवोल्यूशन में शाह को ओवरथ्रो कर दिया और इस रेजीम का व्यू इजराइल के अगेंस्ट चेंज हुआ और उसने सिंपल सा बोला कि इजराइल इज एन इलीगल ऑक्यूपाइड है ना फिलिस्तीन की जमीन पर गलत तरीके से कॉलोनाइज किया है कब्जा किया है इजराइल ने इजराइल ने यह इस ईरान के व हो गए एक समय पर मान लिया था लेकिन पूरा रेजीम ही चेंज होता है है ना पूरा सिस्टम ऑफ गवर्नेंस ही चेंज होता है जिसके चलते जिसके चलते आपका डन इंस्टेड क्लियर उसकी पूरा सोच ही बदल जाती है कि इलीगल ऑक्यूपाइड अब अब हम चलते हैं नेक्स्ट टॉपिक की तरफ हमारा नेक्स्ट टॉपिक होने वाला है दैट इज अबाउट यूके रवांडा असाइन बिल है ना यूके रवांडा साइलम बिल इट्स अ वेरी वेरी इंटरेस्टिंग टॉपिक वेरी इंटरेस्टिंग टॉपिक अब देखो तुम्हें बताता हूं क्या है इशू क्या है इशू समझ में आ जाएगा ना तुम्हें बिल समझ में आ जाएगा तुम्हें यूके की कंसर्न समझ में आ जाएगी और तुम्हें यह भी समझ में आ जाएगा कि बिल में क्या प्रॉब्लम्स है वो भी अपन देखेंगे आगे चलके सेशन में लेकिन फॉर द टाइम बिंग समझो देखो यह आपका ऐसा कुछ ब्रिटेन है राइट और यहां से आपका यूरोप का मेन लैंड स्टार्ट हो रहा है ये यूरोप का मेन लैंड स्टार्ट हो रहा है और यह आपका ये आपका ग्रेट ब्रिटेन मतलब यूके लिख लो और ये आपका एक कंट्री है जिसका नाम है फ्रांस और इस यूके और फ्रांस के बीच में एक वटर बॉडी है एक वटर बॉडी है और इस वटर बॉडी का नाम क्या है जिसको हम बोलते हैं इंग्लिश चैनल इंग्लिश चैनल अब यह आपको मैप थोड़ा समझ में आया होगा अब प्रॉब्लम क्या है प्रॉब्लम इस बात की है अगर मैं आपको बोलूं आपको अगर किसी फॉरेन कंट्री में जाना है फॉरेन फॉरेन किसी सिटी में जाना है राइट कंट्री में जाना है आप कहां जाना पसंद करोगे तो बहुत सारे लोगों के बहुत सारे ऑप्शंस होंगे राइट लेकिन मेजॉरिटी ऑफ द पीपल दे से आई वांट टू गो टू आपका यूके मुझे लंदन जाना है लंडन सबसे बिगेस्ट सिटी है बहुत पुरानी सिटी है लेगासी है बिजनेसेस बड़े-बड़े बिजनेसेस हैं तो आई वांट टू गो टू लंडन लंडन में रहना चाहता हूं लंदन में अपॉर्चुनिटी मिलेगी सो एवरीवन वांट्स टू गो टू यूके कैपिट नेशन है सब यूरोप जाना चाहते हैं यूके में जली जाना चाहते हैं अब पॉइंट क्या है कि यूके में बहुत सारे लोग आना चाहते हैं और आ भी रहे हैं लीगली आ रहे हैं बहुत सारे इंडियन सेटल हो गए आप आप इतने बड़े बिजनेसमैन है हिंदू ज ब्रदर्स हिंदूजा ब्रदर्स वहां सेट अप हो गए आप जितने भी ट्रक्स देखते हो ना ट्रक्स के ट्रक्स की कंपनी नहीं देखती अशोक लेलैंड कंपनी देखी होगी ट्रैक्टर्स देखे होंगे अशोक लेलैंड के आपके कंपनी है अशोक लेलैंड इनका ही है हिंदूजा ब्रदर्स का ही है यूके की वन ऑफ द रिचेस्ट फैमिली है लक्ष्मी निवास मित्तल लक्ष्मी निवास मित्तल भी आपके यूके के एक समय में इंडिया के वन ऑफ दी रिचेस्ट वन वन ऑफ द रिचेस्ट क्या रिचेस्ट आपके इंडियन सिटीजन थे रिचेस्ट इंडियन थे लक्ष्मी निवास मित्तल राइट स्टील किंग बोलते हो उनको वो भी यूके के यूके में रहते हैं सो एवरीवन वांट्स टू गो टू आपका यूके एवरीवन वांट्स टू लिव इन यूरोप आपका यूके आप खुद सोचो इंडिया में ऐसा है तो बाकी दुनिया में कैसा होगा अफ्रीकन कंट्रीज में कैसा होगा अफ्रीकन कंट्रीज में वो जाना चाहते हैं उनको अपॉर्चुनिटी चाहिए उनको अपॉर्चुनिटी चाहिए तो बहुत सारे लोग पहुंच रहे हैं लेकिन जो नहीं पहुंच पा रहे हैं वो इल्लीगल तरीके से पहुंचना चाहते हैं कि हम इल्लीगल तरीके से पहुंच जाए असाइन बनके पहुंचे असाइन सीकर बनके पहुंचे हम रिफ्यूजी बनके पहुंचे इल्लीगल इमीग्रेंट बन के पहुंचे लेकिन पहुंचे तो पहुंचे तो और उनके पास एक तरीका होता है क्या है वो तरीका वो क्या करते हैं वो बाया डंकी अभी एक मूवी आई थी याद है शाहरुख खान की मूवी थी डंकी राइट डंकी जिसमें तापसी पन्नू भी थी है ना शाहरुख खान की मूवी आई थी डंकी राजकुमार रानी की मूवी सो दैट डंकी डंकी रूट क्या होता है कि आप इलीगली अपनी कंट्री छोड़कर दूस दूसरे कंट्री में जाते हो इलीगली जाते हो आप इंडिया में कहीं भी घूम सकते हो लेकिन अगर आपको पाकिस्तान जाना है तो आपको वीजा चाहिए पासपोर्ट चाहिए चाहे वो नेबरिंग कंट्री क्यों ना हो वो वो दूसरा देश है वहां पर दूसरे लॉ है तो आपको जितनी भी कंट्रीज जाना है यू नीड अ पासपोर्ट यू नीड अ वीजा हां इंडिया के लिए कुछ कंट्री में एक्सेप्शन होता है जैसे नेपाल आप च जा सकते हो तो वो कंट्री टू कंट्री डिपेंड करता रहता है है ना तो बहुत सारे लोग इल्लीगल इल्लीगल इमीग्रेंट बनकर यूके में जाना चाहते हैं तो वो आपके डंकी रूट से आते हैं इल्लीगल रूट से आते हैं और वो आते आते आते आते आपका यहां फ्रांस तक पहुंच जाते हैं और फिर वो क्या करते हैं यहां से बोट लेते हैं और बोट इंग्लिश चैनल में जाती है और यूके में पहुंच जाते हैं यूके में पहुंच जाते हैं और जिसके चलते क्योंकि ये पता तो है यूके की फोर्सेस को पता है यूके की फोर्सेस को पता है और ये बहुत ठंडा पानी है आर्टिक है आर्टिक है बहुत ठंडा पानी है इधर है ना इंग्लिश चैनल में तो यूके की फोर्सेस जो है कोस्टल गार्ड है रोकती है होता क्या है बोट से कूद जाते हैं ये लोग पानी में कूद जाते हैं और बहुत सारी डेथ होती है और बहुत सारे लोग अरेस्ट हो जाते हैं और कुछ लोग इलीगली आ जाते हैं तो यूके में प्रॉब्लम तीनों तरीके की है इल्लीगल इमीग्रेंट भी आ रहे हैं अगर जो पहुंच पा रहा है इल्लीगल इमीग्रेंट पहुंच गया डेथ हो रही है क्योंकि कूद गए डेथ हो जा रही है और अरेस्ट हो गए हैं तो वो उन्हीं के नेशन में अरेस्टेड है उन्हीं के प्रिजन में तो इल्लीगल इमीग्रेंट तो बढ़ ही रहे हैं उनके देश में और इसी प्रॉब्लम से क्योंकि इल्लीगल इमीग्रेंट को आप कहां रखोगे जेल में रख नहीं सकते आप रिफ्यूजी को आप जेल में रख नहीं सकते आपको कैंप्स बनाने पड़ेंगे है ना कैंप बनाने के लिए चाहिए आपको लैंड जमीन राइट और फिर वो असाइन लेना चाहते हैं यूके में क्या हमें यूके का हमें अाइलमेर दे दो क्योंकि हमारे कंट्री में बहुत प्रोसेक हो रहा है हमारा तो आप तो आपने तो रिफ्यूजी आपने तो इंटरनेशनल लॉ साइन किया इन्होंने एक इंटरनेशनल लॉ है जो कि ऑब्लिगेशन बताता है नॉन रिफल मेंट का कि अगर कोई अससाइलम रिफ्यूजी है तो आप आपको अपनी कंट्री में रखना पड़ेगा उसको आप अपनी उसकी कंट्री में डिपोर्ट नहीं कर सकते बिल्कुल डिपोर्ट नहीं कर सकते तो जिसके चलते हुआ क्या जिसके चलते यूके ओबवियस सी बात है तो यूके ने क्या किया यूके ने बोला चलो इस इस चीज से बचने के लिए इसीलिए देखो यहां पर लिखा हुआ है स्टॉप दी बोट्स स्टॉप दी बोट्स क्यों क्योंकि ये इल्लीगल इमीग्रेंट बोट के थ्रू इंग्लिश चैनल के थ्रू आ रहे हैं है ना स्टॉप दी बोट्स लिखा हुआ है इधर तो इसीलिए उन्होंने बोला कि चलो एक तरीका इल्लीगल इमीग्रेंट तो आ ही रहे हैं है ना वो तो आ ही रहे हैं लेकिन अगर हम उनको क्या करें अब जितने भी पकड़े गए और जितने भी यहां पर है उन सबको हम क्या करेंगे उन सबको हम यूके में नहीं रखेंगे उनको हम भेजेंगे अफ्रीका कॉन्टिनेंट में कंट्री है जिसका नाम है रवांडा है ना हम यहां नहीं रखेंगे हम कहां रखेंगे हम रवांडा में रखेंगे लेकिन रवांडा क्यों मानेगा रवांडा इसलिए मानेगा क्योंकि यूके रवांडा के बीच में एग्रीमेंट साइन हो गया यूके ने बोला रवांडा को कि भैया आप हमारे इलीगल इमीग्रेंट को रख लो यूके के लीगल इमीग्रेंट रेफूटेड अब ये क्या हुआ रवांडा क्या हुआ ये आपकी थर्ड सेफ कंट्री बना क्योंकि जो इलीगल इमीग्रेंट आ रहे थे रिफ्यूजीस आ रहे थे वो अपना देश छोड़ के क्यों आ रहे थे क्योंकि उनके ऊपर पर्सीक्यूशन चल रहा था उनको मारा जा रहा था सिविल वॉर चल रहा था राइट इकोनॉमिक क्राइसिस थे उसी के चलते आए लेकिन अब उन्हें यूके नहीं कहां भेज रहे हैं रवांडा तो थर्ड सेफ कंट्री भेजा जा रहा है उनके लिए सेकंड सेफ कंट्री तो यही थी फर्स्ट सेफ कंट्री तो खुद की उनकी खुद की थी जहां वो रह रहे थे लेकिन वो नहीं रहा सेफ यूके में नहीं तो अब थर्ड सेफ कंट्री रवांडा भेजा जा रहा है उसको लेकर एग्रीमेंट साइन हुआ यूके इनको पैसा देता है 120 मिलियन डॉलर्स 120 बिलियन डॉलर एवरी ईयर देगा यूके रवांडा को आपका रिफ्यूजीस को रखने के लिए आपके रिलीफ कैंप में लेकिन प्रॉब्लम यह है कि जितने लोग गए रवांडा में है ना वहां पर क्या हो रहा है वहां पर हो रहा है ह्यूमन राइट ब्रीच वहां पर लोगों से काम करवाया जा रहा है लोगों को मारा जा रहा है लोगों को फूड नहीं दिया जा रहा है और रवांडा वैसे भी बदनाम है ह्यूमन राइट्स वायलेशन को लेकर तो जिसके चलते ये मैटर अराइज हुआ कि जो लोग आ रहे हैं लीगल इमीग्रेंट बनके उनका तो ह्यूमन राइट लेशन उनकी कंट्री तो कर ही रही थी और आपके पास आए आपने और कर दिए आपने और ह्यूमन राइट लेशन कर दिया इस वजह से ये आपका इंपॉर्टेंट करंट अफेयर्स बन जाता है तो ये आपका पूरा बिल था अब वई इन द न्यूज़ तो वही है कि यूके की पा पार्लिमेंट ने पास किया सेफ्टी ऑफ रवांडा अाइलमेर तो यूके की जो पार्लियामेंट है वेस्टमिंस्टर उन्होंने पास कर दिया यह बिल विल गिव ब्रिटेन इमीग्रेशन अथॉरिटीज पावर तो ब्रिटिश की जो इमीग्रेशन अथॉरिटी है उनके पास पावर आएगी कि वह भेज सकते हैं किसी भी असाइन सीकर को एंटरिंग द यूके इलीगली आफ्टर जन 2022 टू रवांडा तो जन 2022 से जो भी यूनाइटेड किंगडम के अंदर साइलम सीकर इलीगली यूके में आ रहा है तो उसके तो उसको हमारी यूके की जो इल्लीगल इलीगल इग्रे या यूके की इमीग्रेशन अथॉरिटी जो है उसके पास पावर है कि उसको रवांडा भेज सकती है रवांडा में भेज सकती है है ना और यह सबके ऊपर अप्लाई होगा एनी वन हु अराइव्स इन यूके विदाउट प्रायर परमिशन इफ दे आर एम टू क्लेम अाइलमेर ग्राउंड अगर वो इलीगली आए हो रिफ्यूजी हो शरण मा ने आए हो या फिर वो अाइलन सीकर हो कुछ भी हो अगर आप विदाउट प्रायर परमिशन विदाउट प्रायर परमिशन आ रहे हो आपको हम भेज देंगे चाहे आप सही में आपके ह्यूमन राइट ब्रीच हुए हो कि नहीं हुए हो आप सही में अपने देश में बच बच के आए हो कोई फर्क नहीं पड़ता आपको भेज देंगे रवांडा आपको रवांडा भेज देंगे ये कहानी है है ना अब रवांडा का बिल क्या है है ना वही बिल क्या है रवांडा बिल क्या है तो सेफ्टी ऑफ रवांडा अससाइलम इमीग्रेशन बिल जो है ये यूनाइटेड किंगडम में ओरिजनेट हुआ था था एज अ पॉलिसी है ना इनिशिएटिव जॉनसन तो बॉरिस जॉनसन का ये आपका आईडिया था बॉरिस जॉनसन का ये आईडिया था लेकिन बॉरिस जॉनसन चले गए ठीक है आपके पार्टी स्कैंडल में कोविड पार्टी स्कैंडल में बॉरिस जॉनसन तो बॉरिस जॉनसन तो चले गए लेकिन बॉरिस जॉनसन का आईडिया था 2022 में अब इसका मेन नेम क्या था इससे इनेबल होगा क्या डिपोर्टेशन अच्छा किसका ऑफ दी अन अनडॉक्युमेंटेड इमीग्रेंट का कहां पर रवांडा में है ना और रवांडा क्या बनेगी रवांडा को डेजिग्नेट किया जाएगा एज अ सेफ थर्ड कंट्री सेफ थर्ड कंट्री है ना सेफ थर्ड कंट्री फिर यूके रवांडा की डील हुई है रिफ्यूजीस को लेकर कि अप्रैल 2022 में क्योंकि ओबवियस सी बात है रवांडा से पहले डील करनी पड़ेगी ना तब तो आपने कंट्री के अंदर बिल लेके आओगे तो 2022 में डील हो गई थी तो यूके के फॉर्मर प्राइम मिनिस्टर बस जॉनसन ने इंट्रोड्यूस किया था इमीग्रेशन एंड इकोनॉमिक डेवलपमेंट पार्टनरशिप जिसके अंदर यह बोला गया के यूनाइटेड किंगडम जो है है ना यूके जो है वो कितना देगा 120 मिलियन डॉलर्स मिलियन डॉलर्स टू रवांडा एवरी ईयर है ना पर ईयर फॉर व्हाट फॉर फ हैविंग रिफ्यूजीस फॉर हैविंग रिफ्यूजीस इन आपका रवांडा ठीक है तो इंट्रोड्यूस द इमीग्रेशन एंड इकोनॉमिक डेवलपमेंट पार्टनरशिप एम एट रीलोकेटिंग व्ट अाइलमेर वांडा टू रवांडा और कितने पैसा कितना पैसा दिया जाएगा यूके के द्वारा 120 मिलियन डॉलर एवरी ईयर 120 मिलियन डॉलर ठीक है आगे बढ़ते हैं नाउ नाउ क्रिटिसिजम क्या है इसका इसको क्यों क्रिटिसाइज किया जाता है इसलिए क्रिटिसाइज किया जाता है क्योंकि देखो ह्यूमन राइट कंसर्न्स है है ना ह्यूमन राइट कंसर्न्स है कैसे क्योंकि रवांडा में 1994 में ना जेनोसाइड हुआ था बहुत बड़ा जेनोसाइड आपकी टूटी करके एक ट्राइब है वहां पर टूटी टस्टी करके ट्राइब है उनका बहुत जेनोसाइड हुआ था और इतना जेनोसाइड हुआ इतने लोगों को मारा गया एंड यू विल बी सरप्राइज टू हियर दैट कि रवांडा के अंदर यू विल बी सरप्राइज टू हियर दैट कि रवांडा के अंदर आज के समय पता है 62 62 70 पर ऑफ मेंबर ऑफ पार्लियामेंट जो है पता है कौन है मेमन है विमेन है क्योंकि पॉपुलेशन बची नहीं मर्दों की इतने लोगों की मौत हो गई थी इतने लोगों की मौत हो गई थी अगर आज तुम go4 पहली इमेज जो आएगी वो इमेज आएगी स्कल्स की स्कल स्कल की है ना हड्डी सर सर की जो हड्डी होती है है राइट उसकी स्कल्स की फोटो मिलेंगी तुम्हें बहुत सारी बहुत सारे स्कल रखे हुए थे एंड दैट्ची तो ह्यूमन राइट कंसर्न है कि वहां भेजेंगे तो और ह्यूमन राइट होगा दूसरा कंसर्न ये आया कि यूनाइटेड नेशन ने भी क्रिटिसाइज किया यूएन ने भी क्रिटिसाइज किया और यूएन के साथ-साथ यूरोपियन यूनियन का जो काउंसिल ऑफ यूरोप है उस उसके ह्यूमन राइट वॉच डॉग ने भी क्रिटिसाइज किया है ना कि कि आपका यूरोपियन ह्यूमन राइट कन्वेंशन का वायलेशन हुआ है है ना इस बिल से क्या हुआ वायलेशन वायलेशन ऑफ ऑफ यूरोपियन यूरोपियन ह्यूमन राइट राइट कन्वेंशन ह्यूमन राइट कन्वेंशन का वायलेशन हुआ है यूरोपियन ह्यूमन राइट कन्वेंशन का वायलेशन हुआ है क्लियर चलिए आगे बढ़ते हैं नाउ नाउ अब पॉइंट हमारे दिमाग में ये अराइज हो रहा होगा सर आपने तीन बार तीन वर्ड यूज किए इल्लीगल इमीग्रेंट अाइलमेर ये है ना देखो सबसे पहले हम समझते हैं अाइलमेर सिटीजन जो इथोपिया की एंबेसी में थे यूके के अंदर आपके वकी लीक्स के फाउंडर क्या नाम है उनका जूलियान जूलियान असांज है ना जूलियान असांज ऐसे समझो ऐसे समझो जूलियाना सांच तो इंडिविजुअल जो होता है अगर कोई इंडिविजुअल ध्यान सुनिए अगर कोई इंडिविजुअल अपनी कंट्री में अपनी कंट्री उसी कंट्री की सरकार उसके पीछे पड़ जाए उसके ह्यूमन राइट ब्रीज कर रहे हो एक एक एक इंसान के अगेंस्ट जैसे जूलियन असान जो थे वो यूथोपिया में क्यों रह रहे थे क्योंकि यूएस में रहते थे वो तो यूएस अथॉरिटी उनके पीछे पड़ गई थी तो उन्होंने अससाइलम मांगा शरण मांगना राइट उसको बोलते हैं अाइलमेर नेशन हाई कमीशन कमिश्नर फॉर रिफ्यूजीस वो अससाइलम सीकर को लेकर डील करता है फिर आता है रिफ्यूजी अब रिफ्यूजी कन होता है देखो अससाइलम सीकर इंडिविजुअल होता है लेकिन रिफ्यूजी क्या होती है रिफ्यूजी कम्युनिटी होती है वह अपने कंट्री से ही भागे होते हैं क्यों भागे होते हैं बिकॉज़ उनके अगेंस्ट गवर्नमेंट क्या कर रही होती है एट्रोसिटी कर रही होती है डिस्क्रिमिनेशन कर रही होती है ऑन द बेसिस ऑफ कास्ट रेस रिलीजन क्रीड राइट इस बेसिस पर जैसे म्यानमार के रोहिंग्यास है ना वो रिफ्यूजी हैं और इंटरनेशनल लॉ जो कि रिफ्यूजी को डील ल करता है दैट इज 1951 का रिफ्यूजी कन्वेंशन यह बहुत ही इंपॉर्टेंट लॉ है और इस लॉ का एक प्रिंसिपल है बहुत इंपोर्टेंट प्रिंसिपल है याद रखना ये सीएलके का तुम्हारा सीएलके में पूछा जा सकता है एंड दैट प्रिंसिपल इज नोन एज द कोर प्रिंसिपल इज व्हाट दैट इज नॉन रिफा मेंट अब ये नॉन रिफा मेंट क्या बोलता है अगर जितनी भी कंट्रीज हैं ध्यान सुनिए जितनी भी कंट्रीज हैं 1959 रिफ्यूजी कन्वेंशंस की और जिन्होंने साइन किया कन्वेंशन को जिन्होंने भी साइन कि इस कन्वेंशन को उन्हें यह नॉन रिफल मेंट का प्रिंसिपल मानना पड़ेगा अब तुम्हारे दिमाग में एक चीज आ रही होगी कि सर यूके को इल्लीगल इमीग्रेंट को ही रोकना है ना असाल सीकर रिफ्यूजीस को रोकना है ना तो क्यों इतना पैसा खर्च करके रवांडा भेज रही है एक काम करो ना जिस देश से आए हो उसी देश में वापस भेज दो अगर कोई इंडियन इल्लीगल इमीग्रेंट यूके पहुंचा तो उसको रवांडा क्यों भेजना है इंडिया वापस भेज दो ना क्यों रवांडा को 120 बिलियन डलर 120 बिलियन डॉलर हर साल पैसा दोगे इसकी टेक केयर करोगे इस पर्सन की जो कि लीगली आया उसको फूड सप्लाई करोगे तो बहुत सारा खर्चा है एक बार भेजने के तो खर्चा है बस वो भी इंडियन गवर्नमेंट से मांग लेंगे अपन क्यों क्योंकि यूके ने साइन किया यह कन्वेंशन और इस कन्वेंशन का नॉन रिफॉर्म मेंट का प्रिंसिपल जो कि कोर प्रिंसिपल है क्या बोलता है कि अगर आपके देश में अगर आपके देश में कोई असाल सीकर आया या रिफ्यूजी आए जिन जिनका उनके ही देश में क्या हो रहा है प्रोक्यू चल रहा है तो आप उनको उन्हीं के देश में डिपोर्ट नहीं कर सकते वापस नहीं भेज सकते आपको रखना पड़ेगा है ना आपको अपने देश में उनको शरण देनी पड़ेगी दैट इज व्हाट रिफल मेंट का प्रिंसिपल क्या बोलता है व्हिच असर्ट दैट अ रिफ्यूजी शुड नॉट बी रिटर्न टू अ कंट्री वेयर दे फेस सीरियस थ्रेट टू देयर लाइफ और फ्रीडम और इल्लीगल इमीग्रेंट क्या होते हैं इल्लीगल इमीग्रेंट देखा कोई लीगल टर्म नहीं है इल्लीगल इमीग्रेंट का मतलब अगर आप किसी दूसरे देश से किसी अपने देश से किसी दूसरे देश में जा रहे हो अनडॉक्युमेंटेड गलत तरीके से उसको इ इल्लीगल इमीग्रेंट बोलते हैं इल्लीगल इमीग्रेंट में जरूरी नहीं है कि आपके देश में आपके ऊपर पर्सीक्यूशन चल रहा हो आप हो सकता है कि आपके ऊपर पुलिस पीछे पड़ी हो क्योंकि आपने मर्डर किया हो है ना कि आपने चोरी करी हो तो या फिर आप बड़ी अपॉर्चुनिटी के लिए आना चाहते हो लंडन है ना इल्लीगल तरीके से राइट दैट इज इल्लीगल इमीग्रेंट आया आगे बढ़ते हैं अब 1951 का रिफ्यूजी कन्वेंशन बड़ा इंटरेस्टिंग है अभी हमने नॉन रिफॉर्म मेंट का कांसेप्ट पढ़ा तो वही लिखा हुआ है कि कन्वेंशन के साथ इसमें एक अमेंडमेंट भी आया था 1967 का प्रोटोकॉल है ना इट इज वन ऑफ द की लीगल इंस्ट्रूमेंट जो कि रिफ्यूजी प्रोटेक्शन को गवर्न करता है और नॉन रिफॉम मेंट जो कि उसका कोर प्रिंसिपल है और आज जिस समय हम खड़े हैं प्रेजेंट टाइम में 149 कंट्रीज ने इसको साइन किया है है ना इसको साइन किया है ठीक है ये चीज लेकिन लेकिन इंडिया की बात करें इंडिया ने साइन नहीं किया इसलिए इंडिया को ना क्रिटिसाइज नहीं किया जाता जब वो रोहिंग्यास को वापस भेजता है या रोहिंग्यास रोहिंग्यास को इवन शरण देके रखता है और रोहिंग्यास को मना करता है आप एंटर नहीं करोगे इसी बेस पे नहीं इसी बेस पे करता है क्योंकि इंडिया पार्टी नहीं है जब इंडिया पार्टी नहीं है तो इंडिया के ऊपर नॉन रिफल मेंट का प्रिंसिपल अप्लाई नहीं होता है ना तो नॉट अ पार्टी टू द 1951 रिफ्यूजी कन्वेंशन और इट्स 1961 प्रोटोकॉल एंड डज नॉट हैव अ नेशनल रिफ्यूजी प्रोटेक्शन फ्रेमवर्क तो उनके रिफ्यूजी का फ्रेमवर्क कोई है ही नहीं लेकिन इंडिया तब भी शरण देता है इंडिया ने बहुत लोगों को शरण दिया है सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट अमेंडमेंट जो आया 2019 का क्या है वह वो एक तरीके से आप अाइल ही तो दे रहे हो है ना आप एक तरीके से उन रिफ्यूजीस तो हैं उन्हीं को तो सिटीजनशिप दे रहे हो तो इंडिया करता है लेकिन उन्होंने बोला कि हम ऐसा नहीं है कि इंटरनेशनल लॉ साइन करेंगे तो इंटरनेशनल लॉ साइन नहीं किया चलिए अब रवांडा के बारे में समझ लो क्योंकि रवांडा देखो यूके सबको पता है लेकिन रवांडा किसी को नहीं पता तो रवांडा क्या है रवांडा इज नोन एज व्हाट द लैंड ऑफ थाउ हिल्स द लैंड ऑफ 1000 हिल्स रवांडा को बोला जाता है और कहां पर है ईस्ट सेंट्रल अफ्रीका कॉन्टिनेंट में है है ना ईस्ट सेंट्रल अफ्रीका कॉन्टिनेंट में है 121 किमी साउथ ऑफ द इक्वेटर ऑफ टॉ ट्रॉपिक ऑफ कैप्रीकॉर्न 1416 किमी आपका वेस्ट टू दी इंडियन ओशन एंड 1250 किमी ईस्ट टू दी अटलांटिक ओशन तो बेसिकली ये अफ्रीका का हार्ट है बीच बिल्कुल बीच में हार्ट है है ना हार्ट है चलो चलो आगे बढ़ते हैं नाउ द नेक्स्ट वन दैट इज टो इज सेलिब्रेटिंग 75 इयर्स ऑफ एस्टेब्लिशमेंट 75 इयर्स ऑफ एस्टेब्लिशमेंट ट ने कंप्लीट किए उसको हम देखेंगे क्या है जल्दी-जल्दी देखते हुए चलते हैं वई इन द न्यूज़ क्यों टो वाज फाउंड इन द ईयर ऑफ 1949 अभी उसने सेलिब्रेट किया है 75 इयर्स विथ रिसेंट एक्सपेंशन एंड रिन्यूड यूनिटी एक्सपेंड हुआ है कैसे एक्सपेंड हुआ अभी 3 से मेंबर कौन बना नेटो के अंदर कितने मेंबर्स है 32 तो सबसे लेटेस्ट मेंबर कौन बना दैट इज स्वीडन है ना स्वीडन स्वीडन बिकम दी 32 मेंबर ऑफ नेटो तो अभी एक्सपेंड भी हुआ है नेटो जिसे पता लग रहा है कि भाई नेटो के अंदर कितने मेंबर्स है 32 मेंबर्स 32 मेंबर्स है चलिए आगे बढ़ते हैं अब थोड़ नेटो का बैकग्राउंड देखते हैं तो नेटो फॉर्म कब हुआ टो फॉर्म हुआ 1949 में 1949 में टो ट्रीटी साइन हुई थी नेटो ट्रीटी का भी नाम है है ना ऑर्गेनाइजेशन भी है और इस ऑर्गेनाइजेशन को सेटअप करने के लिए ट्रीटी साइन हुई थी ट्रीटी का नाम था नेटो ट्रीटी नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन हेड क्वार्टर ब्रेसल कैपिटल ऑफ बेल्जियम मेंबर 32 है ना 32 फाउंडिंग कंट्रीज कौन-कौन सी थी बेल्जियम कैनेडा डेनमार्क फ्रांस आइसलैंड इटली लक्जमबर्ग नीदरलैंड नॉर्वे पोर्च गल यूनाइटेड किंगडम एंड यूएसए और ये क्यों आया था नेटो नेटो ओरिजन हुआ था ड्यूरिंग द कोल्ड वॉर एरा है ना कोल्ड वॉर एरा की स्टार्ट में कोल्ड वर के स्टार्ट में टू काउंटर टू काउंटर एंड एंड अटैक य बेसिकली टू काउंटर एंड टू काउंटर लिखलो बस टू काउंटर इलीगल एक्सपेंशन ऑफ यूएसएसआर ऑफ यूएसएसआर है ना ऑफ यूएसएसआर क्योंकि यूएसएसआर ने भी ट्रीटी साइन करी थी आपके यूएसएसआर बनाने के लिए दैट इज ट्रीटी ऑफ क्या बोलते हैं वरसो पैक्ट सॉरी वरसो पैक्ट है ना तो अब ओबवियस सी बात है कोल्ड वॉर तो हार गया था यूएसएसआर इसलिए वरसो पैक्ट अब नहीं है लेकिन टो अभी तक है नेटो अभी तक है तो 32 फाउंड मेंबर्स ये है आर्टिकल फाइव क्या बोलता है टो का बड़ा इंपोर्टेंट आर्टिकल है क्या बोलता है बोलता है जितने भी टो के मेंबर्स हैं है ना और किसी टो के मेंबर के ऊपर किसी दूसरे कंट्री ने अटैक किया तो इसका मतलब क्या है इसका मतलब है कि पूरे टो के ऊपर अटैक हुआ है तो सारी कंट्री फिर उस कंट्री का सपोर्ट करेंगी और उसको अटैक करेंगी तो वही लिखा हुआ है की प्रोविजन ऑफ नेटो ट्रीटी स्टेट एन अटैक ऑन वन मेंबर इन अ अटैक ऑन ऑल मेंबर्स इट हैज बीन इवॉल्वड ओनली वंस आफ्टर 911 911 टेररिस्ट अटैक जब जब यूके में 9911 हुआ था ना तब पहली बार आर्टिकल फाइव को इवोक किया गया था है ना क्यों द नेटो ने प्रोटेक्शन डन टू एक्सटेंड द मेंबर्स सिविल वॉर और इंटरनल क तो वही बताया गया नेटो इंटरनल कु और सिविल वॉर में इंडल्स नहीं होता आपके देश में सिविल वॉर चल रहा हो उसमें नेटो कुछ नहीं बोलेगा ठीक है अलायंस केस का तो यूरो अटलांटिक पार्टनरशिप काउंसिल और मेडिटेरियन डायलॉग जो इस्तांबुल में ये इसके अलायंस है ये इसके अलायंस है नाउ ये अब देख लो अभी रिसेंटली स्वीडन ने जवाइन किया है बाकी अभी कुछ-कुछ कंट्री जो है अभी एस्पिरेशन दिखा रही है जवाइन करने का जैसे यूक्रेन तो यूक्रेन के ऊपर तुम्हें क्यों लग रहा है रशिया ने अटैक क्यों किया इसीलिए किया बिकॉज यूक्रेन जवाइन करना चाहता है नेटो को और यूक्रेन जो है रशिया से बॉर्डर लगाता है अच्छा खासा और अब नेटो का मेंबर बन गया यूक्रेन तो जितना भी यूएस है यूके है फ्रांस है रशिया को काउंटर करने के लिए अपने यहां पर न्यूक्लियर वेपंस लगा सकते हैं आराम से न्यूक्लियर अटैक कर सकते हैं रशिया फिर अटैक नहीं कर पाएगा रशिया के लिए दूर है ना लेकिन ये तो बिल्कुल पास में अटैक हो जाएगा इजली इसलिए दिस इज वई दिस इज वई रशिया ने अटैक किया यूक्रेन को क्योंकि यूक्रेन जॉइन ना करे नेटो को ठीक है चलो आगे बढ़ते हैं नाउ नेक्स्ट वन है ना दैट इज भारती स्टेशन जो कि अंटार्कटिका में है जो कि अंटार्कटिका में है देखते हुए चलते हैं क्या है सबसे पहले भारतीय स्टेशन अंटार्कटिका क्या हुआ इंडियन पोस्ट ने अभी रिसेंटली इनग्रेट किया पोस्ट ऑफिस भारतीय स्टेशन में है ना भारतीय रिसर्च स्टेशन इंडिया का वहां पर एक पोस्ट ऑफिस इनॉगरेशन किया अंटार्कटिका में और कोइंसिडेंटली देखा जाए तो कोइंसिडेंटली जिसने इनॉगरेशन किया वो 24th फाउंडेशन डे था नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशियन रिसर्च का जो कि गोवा के अंदर है है ना तो हमारे देश के अंदर नेशनल सेंटर फॉर पोलर क्योंकि अंटार्टिका इन द पोलर रीजन साउथ पोल में तो यही रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन जो है ना यही रिसर्च आपका सेंटर जो है यही लीड करता है आपके पोलर रीजन में और ओशियस में रिसर्च को और इसी के अंडर सब अंटार्कटिका के जितने भी आपके रिसर्च स्टेशन है इसी के अंदर आते हैं और इसी के फाउंडेशन डे पर पोस्ट ऑफिस को इनॉगरेशन किया गया अंटार्कटिका के भारतीय स्टेशन में ठीक है दिस एड टू दी एजिस्टिफाई सा नहीं है कि कोई कोई आपका पोस्ट स्टेशन पोस्ट ऑफिस नहीं है कोई पोस्ट स्टेशन नहीं है आपका पोस्ट ऑफिस नहीं है अंटार्टिका में ऑलरेडी था है ना ऑलरेडी था आपके दक्षिण गंगोत्री रिसर्च स्टेशन जो कि एस्टेब्लिश किया गया था 1984 में और मैत्री स्टेशन जो कि 1990 में एस्टेब्लिश किया गया था ठीक है चलो अब लेटर जो है लेटर इंटेंडेड फॉर अंटार्कटिका अगर कोई लेटर भेजना चाहता है अंटार्कटिका में भेज सकता है है ना लेकिन एक नया पिन कोड लगेगा तो ये पिन कोड रहा तो जब भी आप लेटर भेजोगे तो यू नीड अ पिन कोड तो ये पिन कोड रहा एमए 1718 एमए 1718 ठीक है आगे फिर यह आपको अंटार्कटिका दिखेगा है ना अंटार्कटिका में ये मैप से आप इजली देख सकते हो कि अंटार्कटिका के मैप में इंडिया के रिसर्च सेंटर्स कहां पर है तो ये रहा भारती ठीक है ये रहा भारती और यह रहा मैत्री यह रहा मैत्री लेकिन दक्षिण गंगोत्री बोलोगे तो दक्षिण गंगोत्री था पहला रिसर्च सेंटर था इंडिया का लेकिन था अब नहीं है अभी दो ही है एक्जिस्टिंग दोही है दक्षिण गंगोत्री आपका बिकॉज़ ऑफ दी स्नो एवलांच पूरा का पूरा ढक गया डिस्ट्रॉय हो गया वो ठीक है तो वही यहां पर बता रखा है तीन इंडिया के अंटार्कटिका प्रोग्राम है ना तो वही लिखा हुआ है कि साइंटिफिक रिसर्च प्रोग्राम किसके अंडर आता है अंडर द नेशनल सेंटर फॉर अंटा अ अंटार्टिका एंड ओसन रिसर्च गोवा के अंदर जो है 1981 में स्टार्ट हुआ था फर्स्ट इडियन एक्सपीडिशन टू अंटार्टिका मेड हुआ है ना और ये कब इस्टैब्लिशमेंट ब्लिश किया गया था सबसे पहला था दक्षिण गंगोत्री तो पहला इंडियन साइंटिफिक रिसर्च बेस स्टेशन दक्षिण गंगोत्री अंटार्टिका में एस्टेब्लिश हुआ था लेकिन वो सबमर्ज हो गया 8889 में सबमर्ज हो गया आइस के अंदर है ना उसको फिर डी कमीशन कर दिया गया डी कमीशन कर दिया गया ठीक है फिर मैत्री बना तो मैत्री सेकंड परमानेंट रिसर्च स्टेशन था अंटार्कटिका का जो कि 1989 में बनके तैयार हो गया मैथी कहां सिचुएटेड है आपके रॉकी माउंटेनियर रीजन आपके जिसको क्या बोलते हैं इस रीजन को स्किम चर ओएस है ना आपके इस स्मच ओएस इंडिया ने एक और वहां पर फ्रेश वाटर लेक भी बनाया है मैत्री का उसको बोलते हैं लेक प्रियदर्शिनी तो वहां फ्रेश वाटर लेक भी है पता है मैत्री स्टेशन के पास इंडियन इ इंडिया ने बनाया है फिर दूसरा भारती जो कि अभी लेटेस्ट है 2012 में बना है ना और यहीं पर पोस्ट ऑफिस इनॉगरेशन किया गया कंस्ट्रक्ट टू हेल्प रिसर्च रिसर्चस वर्क इन सेफ्टी डिस्पाइना और ये इंडिया का पहला कमिटेड रिसर्च फैसिलिटी है जो कि 3000 किमी ईस्ट टू मैत्री है मैत्री से 3000 किलोमीटर दूर है 3000 किमी दूर है ठीक है सो दिस इज व्हाट दिस इज व्हाट आवर टॉपिक सेज एंड यू कैन सी द इमेजेस यह रहा यहां था दक्षिण गंगोत्री जो कि डी कमीशन हो गया और इसी के पास मैत्री है इसी के पास मैत्री है और यह रहा भारती यह रहा भारती ठीक है चलो सो गाइस ट् ऑल दैट्ची