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शिक्षा और मातृभाषा का महत्व

और मेरे प्यारे भाईयों क्या हाल चाल है तुमारा सब इकदम बढ़िया तो या सबसे पहले तो बहुत तुमको बढ़ाई कि तुम या क्लास 12 में आ गए हो और इस साल तुमारे उपर एक जिमदारी भी है जो की है यार बोर्ड बुक का लास्ट लेसन नहीं परा आ रहा हूँ मैं तुमको एक्चुली में आज के जो फर्स्ट चेप्टर है उसी का नाम है दे लास्ट लेसन ये चेप्टर तुमको काफी मोटिवेट करेगी और कहीं तुमको काफी इमोशनल भी कर दे वो कैसे वो तो यह तुमको चेप्टर पढ़ने के बाद ही पता चलेगा तो यह चेप्टर शुरू करने से पहले मैं तुमको फ्रेंको प्रूशियन वार के बारे में बता देना चाहता हूँ यह चो फ्रेंको प्रूशियन वार है ना यह फ्रांस और प्रूशिया के बीच में हुई थी 1870 से लेके 1871 के बीच में तो जब ये वार हुआ ना फ्रांस और पूर्शिया के बीच में तो उसमें पूर्शिया जीत गया जिसको लीड कौन कर रहे थे? हमारे बिसमार्क चच्चा काफी बार तुमने इनका नाम सुना होगा हिस्ट्री में तो जब पूर्शिया जीत गया तो इसने क्या किया और इन दोनों को अपने कब्जे में करने के बाद पुरुशिया जो है इनके लोगों पर राज करने लगा। पुरुशिया ने यहां तक उन लोगों का language भी छीन लिया। उनको साफ कह दिया गया कि आज से तुम French नहीं बोलोगे बलकि German बोलोगे। क्योंकि अपनी language बोलते रहेंगे तो ये कभी भी हार नहीं मानेंगे तो इससे अच्छा है कि इनकी language चीन लो तो आज के इस chapter में हम यही परेंगे कि जो बच्चे उस समय school जाते थे और अपनी language सीखते थे French language उनको जब ये बात बताई गई कि आज से तुम तो उन पे क्या भी थी और उस teacher के साथ क्या हुआ जो 40 साल से एक school में French language सीखा रहा था तो चलो यार कहानी को शुरू करते हैं तो वो जो है ना उस सुभाई स्कूल के लिए काफी लेट हो गया था तो वो धियर धिरे जा रहा था और उसे डर भी लग रहा था क्योंकि जो उसका teacher है ना M.Hemel उसने उसको participants पे याद करने के लिए कहा था और इसको participants का P तक नहीं पता तो ये काफी ज़्यादा डर रहा था कि तो मैं कुछ बता नहीं पाऊंगा और MML मुझे डाटेंगे तो वो सोचता है क्यों ना आज स्कूल बंक मार दू और अराम से अपना पूरा दिन स्कूल के बाहर ही बिताऊं वो नोटिस करता है कि दिन बहुत चमकीला और मौसम बहुत सुहाना था जंगल की बा पीछे खुले मैदान में प्रूषियन सैनिक जो है वो प्रेड कर रहे हैं ये सारे नजारे जो है ना उसको काफी अच्छे लग रहे थे एस कमपेर टू पार्टिसिपल्स के नियमों को याद करने के कमपैजन में वो सोच रहा था कि पार्टिसिपल्स के नियम याद करने स लेकिन उसने अपने mind को control किया और सोचा कि नहीं यार, school चल लेते हैं, और फिर वो जल्दी-जल्दी school के तरफ बढ़ने लगा, क्योंकि यार वो already late हो चुका था, तो अब वो पताता है कि जब मैं town hall के पास से गुजर रहा था, तो bulletin board के पास में काफी सारी भीर लगी हुई उसी bulletin board पे आती है मतलब कि उसी notice board पे आती है तो जब वहाँ पर उसने भीर देखा तो वो सोचने लगा कि अब क्या बात हो गई अब किस की शामत आ गई क्योंकि पिछले दो साल से जो भी बुड़ी खबरे है वो वही आ रही है तो हो सकता है इस बार भी बब इतनी तेजी से मज़ जाओ तुम स्कूल टाइम पर पहुँच जाओगे उस बच्चे को लगा कि शायद ये लोग उसका मजाक उरा रहे हैं वो कुछ भी नहीं बोलता है और सिधा हाफते हुए M.Hammel के पीछे बगीचे में पहुँच जाता है जैसे कि डेक्स का खोलना और बंद करना टीचर का वो बड़ा सा रूलर जिसको वो बार डेक्स पर बजाते थे उन सब की जो आवाज है उन सब का जो शोर है ना वो स्कूल के बाहर रोड तक आती थी लेकिन आज सब चीज सांध था उस लर्के ने सोचा कि डेली तो शोर होते रहता ह लेकिन आज तो बिल्कुल शोर नहीं हो रहा था इकदम सांती थी ऐसा लग रहा था कि आज रविवार का दिन है क्योंकि संडे के दिन स्कूल बंद होता है और इकदम सांत होता है स्कूल तो उसको ऐसा ही लग रहा था खिरकी से उसने देखा कि जो उसके क्लासमेट है वो अ� सब डरते हैं यार उसने दरवाजा खोला और सब के सामने वो अपने डेक्स पर चला गया उस समय हमें काफी शर्मिंदगी भी महसूस होती है तुम यार इमेजन कर सकते हो कि जब तुम भी जाते थे तो तुम्हें काफी शर्मिंदगी महसूस होती थी उसे काफी शर्मिंदग जब तक कि वो अपने डर पर काबू पाता उसने देखा जो उसके teacher है उन्होंने अपना सुन्दर हरा कोट अपनी जालीदार कमीज और पुरी तरह से कराई की हुई अपनी चोटी रेस्मी टोपी पहन रखी है जिसे वो केवल special days पर ही पहनते थे जैसे कि award वगारा बाटना हो लेकिन आज जो है वो गाउं के सारे लोग उस पर बैठे हुए हैं तो ये सोचने लगता है कि यार ऐसी कौन सी बात हो गई कि जितने भी गाउं के लोग वो पीछे बेंच पर बैठे हुए हैं आज से पहले तो नहीं देखा मैंने इनको यहाँ पर बैठे हुए वो यूँ सोच रहा था दया कुछ तो गरबर है अपना तिनकोनी टोपी पहने हुए बुड़ा हाउजर, भूत प्रूव मैर, भूत प्रूव पोस्ट मास्टर और इनके अलावा कई सारे व्यक्ति जो है ना वो काफी उदास लग रहे थे और इसने इसे अपने घुटनों पर रखकर खोल रखा था। उसका बरा चस्मा पेजों के बीच में परा हुआ था। जब तक वो ये सारी चीजें नोटिस करी रहा था, तभी जो MML है ना वो अपने कुर्षी पर चड़ जाते हैं और गंभीर और शांत आवाज में बोलते हैं। मेरे बच्चो, यह मेरे द्वारा पढ़ाई गई आज तुम्हारी अंतिम पाठ होगी। बरलिन से ओडर आया है कि एलसेक और लोरेंस के स्कूलों में केवल जर्मन भासा पढ़ाई जाएगी। तुम्हारा नया टीचर कल आ रहा है। मैं चाहता हूँ कि आप बहुत ध्यान दे वो बच्चा सोचता है कि ये कैसे चौका दने वाले शब्द है ओह अभागे लोग तो यह था जो उन्होंने टाउन हॉल के पास लगा रखा था यानि कि उस बुलिटन बोर्ड पे यही नोटिस लगी हुई थी कि आज से जो एलसेक और लोरेंस डिस्टिक है उनकी जो मातर भासा है वो उनसे छीन ली जाएगी मेरा अंतिम फ्रेंच लेशन लेकिन क्यों मुझे तो अभी ठीक से लिखना भी नहीं आता क्या मैं आगे बिलकुल भी नहीं पढ़ूंगा फिर मुझे यही रुकना होगा ओह मुझे कितना दुख हो रहा है कि मैं पक्षियों के अंडे खोजने के लिए अपने स्कूल बंक कर देता था मेरी किताबे जो अभी कुछ दिर पहले ही उन्हें उठाकर चलना कैसा बोज लगता था अब वही ग्रामार और संत के हिस्ट्री अब मैं उसे कभी नहीं देख पाऊंगा मैं MML के रूलर और उनकी विचितरता को भूल चुका था ये सब सोचते मेरे दिमाग से उनके डंडे का डर खतम हो चुका था किसी का भी डर खतम हो जाएगा क्योंकि यार उनसे उनकी भाषा छीनी जा रही है कि वो स्कूल में ज़्यादा क्यों नहीं आए, क्यों वो अपनी फ्रेंज लैंग्वेज नहीं सीख पाएं, इन सब का दुख था उनको, हमारे टीचर M.H.M.L. जो इस स्कूल में 40 साल से फ्रेंज प्रहा रहे हैं, उनको ये लोग धन्यवाद कहने आये थे, गाउंवालों का वो एलसेक और लोरेंस को अपने कबजे में कर लेता है अब उन सारे बच्चों को और गाउंवालों को रियलाइज हो रहा है कि काश हमने भी अपनी भासा अपनी मात्रभाशा सीख ली होती क्योंकि जब किसी से उनकी मात्रभाशा छीनी जाती है न तब उनको पता लगता है कि हाँ इनकी क्या importance है अब सुनाने की बारी मेरी थी पार्टिसिपल्स के उन भेंकर नियमों को सुनाने के युग में अगर मैं उन्हें साफ सब्दों में बिना हिच की चाय बिना गलती किये हुए सुना पाता तो यानि कि फ्रांस ये कहना चाह रहा है कि अगर मैं पार्टिसिपल्स के बारे में मिस्टर एम हैमिल को बहुत ही अच्छे से सुना पाता बिना किसी भी गलती किये हुए उसके बदले में अगर मुझसे कोई कुछ ले तो मैं वो देने के लिए तैयार हूँ लेकिन पहले शवद पे ही वो लड़करा जाता है वो घबरा गया उसकी दिल की धरकने तब ही उसने सुना कि MML उसको कुछ बोल रहे हैं ओह मेरे नन्ने फ्रांस मैं तुम्हें बिलकुल नहीं डाटूंगा तुम्हें बहुत बुरा लग रहा होगा न देखो बात क्या है न कि हम डेली अपने आप से कहते हैं कि अभी तो बहुत समय है कि हम कहां से कहां निकल गए ओह एलसेक के साथ यही बड़ी समस्या है वो आज का काम कल पर टाल देते हैं अब जब वो बाहर के लोग तुम से मिलेंगे और पूछेंगे कि तुम अपने आपको किस अधिकार पर फ्रेंच बोल रहे हो, फ्रांस के निवाशी बोल रहे हो, तो तुम क्या करोगे? एम हमेल ने बात यार एकदम सौ टके की बोली, कोई अगर उस बच्चे से जिसका नाम फ्रांस है उससे आकर बोलेगा कि तुम अपने आपको फ्रांसीसी बोलते हो फ्रांस के बोलते हो तो तुम एक काम करो कि मुझे फ्रांस बोल के बताओ या फ ना वो बोल पाएगा और नहीं लिख पाएगा क्योंकि उसको आता ही नहीं है देखो बुरा मत मानो लेकिन कहीं न कहीं हम भी यार अपनी मातर भाषा को भूल रहे हैं लोग जो है वो इंग्लिस सीखने के पीछे पढ़े हुए हैं अपनी मातर भाषा की कोई कदर ही नहीं कर रहे हो कैसे मैं अपने आपको सनाती बोलूंगा यार?

अभी जैसे उस फ्रांस की हालत है ना, वैसी सेम हालत मेरी हो जाएगी. अगर किसी ने मुझसे ये पूछ लिया कि तुम सनाती है हो, तो संस्कित बोल के दिखाओ. ये English और बाकी other languages के पीछे मत भागो ठीक है मानता हूँ कि English सीखना जरूरी है क्योंकि काफी साई चीजे जो है आज के जवाने में उस बच्चे English में ही लिखी हुई है ठीक है यार सीख लो ना उससे कोई दिक्कत वाली बात नहीं है लेकिन किसी को जज तो मत करो ना लेकिन नन्य फ्रांस तुम सबसे बुरे नहीं हूँ बहुत बातों के लिए हम सब को अपने आपको दोस्ट देना होगा। तुम्हारे माता पिता तुम्हारी पढ़ाई के लिए उतने उक्षुक नहीं थे। वे तुम्हें किसी खेट या फैक्टरी पर काम करने के लिए भेज देते ताकि उससे कुछ अमदनी होती तो उनका घर फिर एक बास से दूसरी बास निकलती रही, M. Hamill फ्रेंच भाँसा की बात करता रहा, वो ये कहता रहा कि संसार की सबसे सुन्दर भाँसा है ये, सबसे किलियर और लॉजिकल, कि हमें अपने मद्दे इसकी लक्षा करनी होगी, हम कभी भी अपनी मात्र भाँस जाता है तो जब तक वे यानि कि उसके जो लोग हैं वो अपनी मातर भाषा को नहीं छोड़ देते तब तक वो पूरी तरह से गुलाम नहीं बनते हैं फिर उन्होंने एक गरामर खोला और पढ़ाना शुरू कर दिया और मैं ये देखकर हैरान था कि मैं उसे कितनी अच्छे कुछ ऐसा लग रहा था कि बेचारा वो व्यक्ति जाने से पहले अपना सारा ज्ञान हमें दे देना चाहता था एक ही जटके में सारा कुछ हमारे सिर के अंदर भर देना चाहता था ओवियसी बात है आज उसका लास्ट क्लास है तो वो अपना सारा ज्ञान जो भी उसको आता है वो सब चीज देना चाहेगा यार ग्रामर के बाद हमें लिखना सीखना था उस दिन M.Hammel हमारे लिए नई कॉपिया लेकर आय थे ये छोटे शब्द जंडो के जैसा लग रहा था जिसे स्कूल के रूम में हर जगा टांग रखा था, डेक्स के उपर, रॉड में, इधर उधर हर जगा, तुम ये देखकर अस्चर्य हो जाते कि किस तरह से सभी लोग एक साथ बैट कर अपने काम में लगे हुए थे, कोई भी शोर शराबा नहीं था, बिलकुल शांत, कागच कुछ नहीं बोल रहा है क्योंकि उलो को भी पता है कि अगर आज नहीं पढ़े तब इन कईयो नहीं पढ़ेंगे कुछ बिटल्स यानि कि कुछ कीरे जो है ना वो रूम के अंदर आ जाते हैं लेकिन कोई भी उन पर ध्यान नहीं देता है क्योंकि सब लोग यार एकदम सांत ढंग से अपने काम में लगे हुए थे यहां तक कि जो वो छोटे-छोटे कीरे थे ना जो फिश के हुक में लगते थे ताकि जो उससे मचली हम पकर सके वो भी यार एकदम सांत थे ऐसा लग रहा था कि म तो मैंने सोचा कि क्या वे लोग इस कबूतर को भी जर्मन में गुटरगू करने के लिए कहेंगे मैंने जब भी अपने कॉपी से सिर उपर उठा कर देखा तो मैंने ये देखा कि जो मिस्टर एम हैमेल है हमारे टीचर वो कुरसी पर एक टके बैठे हुए हैं मानो ऐसा लग रहा है कि उस स्कूल में जितनी भी चीजे हैं उन सब को वो अपने दिमाग में बसा लिना चाहते हैं कि कौन से चीज कहां लगी हुई है जरा सोचो 40 साल से वो इंसान उसी जगा पर है बिल्कुल इसी तरह से खिरकी के बाहर उनका बगीचा है और उसके जस्ट सामने उनका क्लास केवल डेक्स और बेंच घिसकर चिकनी हुई है बाकि पिछले 40 साल से सब चीज वैसा का वैसा ही है बगीचे में लगे हुए अकरोट के व्रिक्ष अधिक उचे हो गए हैं याने कि वो छोटा सा पेज 40 साल में उतना बड़ा हो गया है बेचारा उपर उसके बेहन की चलने की आवाज सुनाई दे रही थी जो के अपने ट्रंक्स को पैक कर रही थी दादी उदी का तिजोरी जोरी तुमने देखा होगा, कोविंदा के मुवीज में भी तुमने देखा होगा, कि एक छोटा सा टीन का अटैची टाइप का रहता था, वही होता है ट्रंक, बाकि हमारे बिहार वगारा में आजकल भी बरे ट्रंक चलते हैं, मतलब काफी बरा उसे एकदम से तुमको छोड़ने के लिए कहाई दिया जाता है भाई सहब लेकिन उसमें इतनी हिम्मत थी कि उसने हर लेशन को अंत तक सुना राइटिंग के बाद हमारी हिस्ट्री की क्लास थी उसके बाद जो बेबीज हैं वो बी बो बोलकर याद कर रहे थे आप देख सकते थे कि वो भी रो रहा था आवेग से भड़ी उसकी आवाजे कांप रही थी और उसको देखना ऐसा मनुरंजक अनुभप था कि हंसी भी आ रही थी और रोना भी आ रहा था आह कितनी अच्छी तरीके से मुझे आज भी वो दिन याद है वो मेरा लास्ट लेशन हाउजर जिसकी यार फ्रांस बात कर रहा है वो यार एक विलेजर है तुम कह सकते हो कि वहाँ का हेड है वो जिसका नाम क्या है हाउजर बिल्कुल उसी समय चर्च की घंटी बचती है और ठीक उसी समय ड्रिल से लोटते हुए पूरुषियन लोगों के नारे हमारे खिरकी के नीचे से हमारे अंदर आने लगे अपनी कुर्सी से लिप्टा हुआ M.H.M.L. उठखरा हुआ मुझे आज से पहले कभी भी वो उतना लंबा नहीं लगा जितना कि आज दिख रहा है मेरे मित्रों वो बोला मैं लेकिन किसी चीज ने उसे रोक रखा था वो आगे नहीं बोल पाएं V.V.L.A. FRANCE यानि कि फ्रांस चिरनजीवी हो, कभी-कभी तुमने पंडिजी से सुना होगा, चिरनजीवी भवा, यानि कि फ्रांस अमर रहे, और फिर वो रुग गए, अपने सर को दिवार पर जुकाते हुए, बिना कोई शब्द बोले हुए, उन्होंने अपने हातों से इशारा दिया, तो यार देखा तुमने कि किस तरह से वो लोग काफी उदास थे क्योंकि यार उनकी मातर भाषा उनसे छीनी जा रही थी उनका देश उनसे छीना जा रहा था क्योंकि यार जब भी किसी देश पास शाशन किया जाता है ना तो सबसे पहले यार वहाँ की संस्कृति वो खतम अपनी संस्कृति को वहां पर थोप देते हैं जैसा कि तुम भी देख सकते हो कि भले ही ब्रिटीस हमारे यहां से चले गए लेकिन उनके द्वारा थोपी कई कुछ चीजे हम आज भी फॉलो कर रहे हैं उनकी लैंग्वेज उनकी तोड़ तरीके उनके खाने का ढंग यह सा हमने modern होने का एक नाम दे दिया लेकिन सुरू से ही भारतीय संस्कृति बिलकुल अलग थी खेर यार मैं जादा नहीं बोलूँगा परना तुम लोग भाग जाओगे तो यार वीडियो कैसा लगा मुझे कॉमेंट करके बताओ और मुझे से हमेशा के लिए