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जनरल ऑर्गेनिक केमिस्ट्री महत्वपूर्ण नोट्स

हेलो चैंपियंस कैसे आप सभी लोग आई होप आप सभी अच्छे होंगे स्वागत है आप सभी का मंजिल बैच में जहां पे आज मैं आपको जनरल ऑर्गेनिक केमिस्ट्री पढ़ाने वाला हूं निश्चित रूप से य एक भली भांत एक बड़ा सा चैप्टर है जो शायद आपको 35 से 36 घंटे लगा कर के सिखाया जाता है यह मिनिमम मार्क्स ले रहा हूं इसको और ज्यादा घंटे में सिखाया जाता है लेकिन मेरी आज कोशिश होगी कि कम से कम देखो भैया ध्यान से समझ लो अगर आपको पूरा कांसेप्चुअल अप्रोच चाहिए तो इसमें आज ज्यादा टाइम देना पड़ेगा तो लेस दन 9 आवर्स तो नहीं लगने वाला है 9 प्स आर्स ही आपके लगने वाले हैं लेकिन इस बात का दावा मैं जरूर कर सकता हूं कि आपके चार नंबर जेई मेंस के कंफर्म होंगे और चार नंबर जेई एडवांस के भी कंफर्म होंगे क्योंकि जेई एडवांस लेवल तक का मैं पढ़ाऊंगा तो शून्य से शिखर तक की पूरी कहानी आज आपके सामने इस चैप्टर की प्रस्तुत की जाएगी बाकी आप सारे जानते ही होंगे जेई मेंस में अबकी बार हर बार की तरह ढ लाख 9 लाख फॉर्म नहीं बल्कि 12 लाख फॉर्म डले हुए हैं ठीक है जनाब आगे अभी अप्रैल आएगा उसमें भी कुछ नए बच्चे आते हैं वो भी जोड़ के आप समझिए कि करीब 13 लाख बच्चों के साथ आपका ठीक ठाक कंपशन होने वाला है ठीक है जी और बताइए क्या हाल है जीवन जिंदगी जिंदाबाद कुछ दुख तकलीफ परेशानी तो नहीं ज्वाला उपी भैया जय ज्वाला की जय ज्वाला की निश्चित रूप से जय ज्वाला की हां यह मान के चल लो कि 13 लाख के आसपास आपको अबकी बार मिलने वाले हैं ठीक है देखो भाई यह है बहुत ही प्यारा चैप्टर इसको बिना ढंग से पढ़े आपको ढंग से केमिस्ट्री समझ में ही नहीं आ सकती कौन सी भैया ऑर्गेनिक केमिस्ट्री क्योंकि ये इंटिगेट है अगर आपको रिएक्शंस और उसके मैकेनिज्म पर होल्ड बनाना है तो इन सारी बेसिक बातों से गुजरना पड़ेगा नहीं तो जब मैं ही अगले चैप्टर को हाइड्रोकार्बन को पढ़ाने आऊंगा तो उस समय आपको दुख तकलीफ समस्याएं आना शुरू हो जाएंगे ठीक है जी तो कृपया ध्यान दीजिएगा आज का ये चैप्टर आपके लिए सच में बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट है होता तो सारा चैप्टर इंपोर्टेंट है कुछ एक्स्ट्रा नहीं है बट निश्चित रूप से आपको ये सारी बातें समझ में आ जाएंगी देखिए इंडक्टिव फैक्ट एकदम बेसिक से शुरुआत करेंगे इंडक्टिव फैक्ट छोड़ो इसके पहले मैं इलेक्ट्रोनेगेटिविटी भी बताऊंगा जो केमिकल जो आपको पीरियोडिक टेबल चैप्टर में पढ़ाया जाता है वो बेसिक बात भी थोड़ा सा कर लेंगे इसके बाद रेजोनेंस एंड मेजो मेरिक इफेक्ट पढ़ेंगे फिर हाइपर कंजुल एरोमेटिक हीट ऑफ हाइड्रोजन एसिडिक नेचर बीच में कौन है भैया स्टेबल ऑफ रिएक्शन इंटरमीडिएट जैसे कि कार्बो कटाय कार्बन आयन और रेडिकल्स इन सब पर चर्चा होने वाली है और सबको ढंग से करेंगे और साथ-साथ टोटो मेरिजन पर हम यहां चर्चा करते हैं क्योंकि जीओसी में समझने के बाद कांसेप्ट को समझने के बाद एक्चुअली आप आइसोमरिज्म का यह वाला पार्ट यही सीख पाते हैं यहीं पे आपको वो तरीके समझ में आते हैं ठीक है ओ नोट्स बनाना चाहे तो बना सकते हैं नहीं तो ये नोट्स आपको मिलने ही वाला है आपने कहीं से तो कुछ ना कुछ पढ़ाई करी होगी नहीं करी होगी तब भी ये चीज आपके काम आने वाली है तो चलिए शुरुआत कर लेते हैं भैया क्या होती है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी मैं आपसे पहले जानना चाहूंगा एक बार देखूं तो भैया किस लेवल तक हैं आप बताइए इलेक्ट्रोनेगेटिविटी क्या होती है शायद आपने सुना होगा पीरियोडिक टेबल चैप्टर में कि टेंडेंसी होती है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी किसी एटम की किसी कोवलेंको अपनी तरफ खींचने की उस करैक्टर को हम क्या बोलते हैं इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बोलते हैं जैसे कि एग्जांपल के तौर पर मैं कार्बन को फ्लोरीन के साथ कनेक्ट करता हूं ध्यान दीजिएगा किसको कनेक्ट किया मैंने कार्बन को फ्लोरीन के साथ कनेक्ट किया तो जो कार्बन है उसकी इलेक्ट्रोनेगेटिविटी क्या हमने पढ़ा था क्या आपको ये पता है कि नहीं पता है अरे भैया इतना जानते होंगे कि फ्लोरीन इज द मोस्ट इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट इन द पीरियोडिक टेबल इसका मतलब क्या है इसका मतलब है कि फ्लोरीन कहीं भी लगाइए वो सिग्मा बॉन्ड में से क्या करेगा ध्यान दीजिएगा वो सिग्मा बॉन्ड में से दो जो इलेक्ट्रॉन पेयर्स होंगे ना उसको वो अपनी तरफ खींचेगा क्या करेगा उसको अपनी तरफ खींचेगा अच्छा अब ये भैया इलेक्ट्रॉन के पेयर्स हैं कहां पे खींचे जा रहे हैं कोवलेंको तरफ उसके बादल उसकी तरफ आकर के इकट्ठा हो रहे हैं इलेक्ट्रॉन के किसके ऊपर फ्लोरिन के ऊपर तो अगर इलेक्ट्रॉन के बादल जाकर कहां उड़ेंगे भाई फ्लोरिन पर तो फ्लोरिन पर कौन सा चार्ज आएगा सर नेगेटिव चार्ज आएगा अच्छा जी क्या ये पूरा का पूरा नेगेटिव चार्ज आएगा नहीं नहीं सर पूरा तो आ ही नहीं सकता क्योंकि पूरा चार्ज आने के लिए वो इलेक्ट्रॉन शिफ्ट होकर कंपलीटली इसके ऊपर आना चाहिए इसका मतलब सिर्फ इतना होता है कि अगर थोड़ा सा सरक करके फ्लोरीन की तरफ आया तो यहां पर पार्शियल पार्शियल मतलब छोटू सा नेगेटिव चार्ज फ्लोरीन की खोपड़ी पर सवार होगा और जितना यहां पर नेगेटिव आएगा उतना ही कार्बन पर डेल प्लस आएगा क्या आएगा उतना ही कार्बन पर क्या आएगा डल प्लस आएगा जितना क्योंकि भाई इलेक्ट्रॉन क्या हो रहे हैं कार्बन से दूर जा रहे हैं तो उस पर क्या आएगा प्लस आएगा और जिसके पास पास आ रहे हैं उस पर नेगेटिव अब एक शब्द सुनना क्या हम जो ये कहते थे कि फ्लोरिन इज इलेक्ट्रोनेगेटिव ये ठीक-ठाक लग रहा है देखिए फ्लोरिन पर कौन सा चार्ज है नेगेटिव चार्ज है हम इसीलिए कह रहे हैं कि इलेक्ट्रॉन के खींचने की वजह से फ्लोरीन पर इलेक्ट्रॉन इकट्ठा हो रहे हैं इलेक्ट्रॉन की डेंसिटीज इकट्ठा हो रही है इलेक्ट्रॉन के बादल उमड़ रहे हैं इसलिए इस पर क्या आ रहा है डेल नेगेटिव चार्ज आ रहा है पार्शियल नेगेटिव चार्ज आ रहा है क्या इतनी बात समझ में आई शायद समझ में आया होगा बेसिक सी बात करिए सर थोड़ा सा ना वो आप एक बार और बता दीजिए जो पीरियोडिक टेबल में हमने पढ़ा था देखते हैं भैया आप बताइए आपसे पूछना चाहता हूं कि अगर आप लेफ्ट से राइट जाते हैं पीरियोडिक टेबल में जब आप लेफ्ट से राइट जाते हैं तो बताइए इलेक्ट्रोनेगेटिविटी पर क्या असर पड़ता है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बढ़ती है या घटती है चलिए जनाब बताइए लेफ्ट से राइट जाने पर क्या होता है भैया जी बताइए लेफ्ट से राइट जाते हैं इफेक्टिव चार्ज बढ़ता है न्यूक्लियस पावरफुल होता है तो इलेक्ट्रॉन के खींचने की टेंडेंसी बढ़ जाती है इसलिए हम कहते हैं कि लेफ्ट से राइट जाने पर इलेक्ट्रोनेगेटिव पावर क्या होती है बढ़ जाती है अगर आपको ये बात बा पता है कृपया ध्यान दें अगर आपको यह बात पता है तो शायद आप यह जवाब देने योग्य हो चुके होंगे कि हम यह लिख सके कि कार्बन नाइट्रोजन ऑक्सीजन और फ्लोरीन में ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव कौन है कृपया बताइए इनमें ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव कौन है ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव कौन है भाई एकदम बेसिक से शुरुआत करें पूरा पढ़ाएंगे निश्चिंत रहिएगा ठीक है जी वक्त लगेगा आज सीखने में अगर आप आए हैं और टिके रहते हैं तो मैं कह रहा हूं कि आपके चार नंबर जेई मेंस के चार नंबर जे के कंफर्म है लेकिन अगर इस चैप्टर को ढंग से सीखेंगे तो आगे पूरी केमिस्ट्री भी समझ में आएगी तो उसमें आ 10 नंबर और जड़ी जोड़ सकते हो इलेक्ट्रोनेगेटिविटी की बात करें तो फ्लोरीन क्या होगा ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव क्योंकि लेफ्ट से राइट जाने पर इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बढ़ती है अच्छा जी लेफ्ट से राइट की कहानी समझ में आ चुकी है अब मैं आपसे बात करता हूं टॉप से बॉटम की तरफ अगर हम पीरियोडिक टेबल में टॉप से बॉटम की तरफ जाएं तो क्या होता है बताइए टॉप से बॉटम की तरफ जाएं तो इलेक्ट्रोनेगेटिविटी की वैल्यू क्या होती है घटने लग जाती है जैसे कि एग्जांपल के के तौर पर हम ले लेते हैं फ्लोरीन क्लोरीन ब्रोमीन और आयोडीन बताइए भैया ऊपर से नीचे जाने पर क्या होगा इलेक्ट्रोनेगेटिव पावर क्या होगी घटती जाएगी तो ऊपर से नीचे जा रहे हैं देखिएगा भैया हैलोजन में इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का ये आर्डर आएगा मैंने क्या ऑर्डर पढ़ाया ये सारी इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का ऑर्डर पढ़ाया इतनी बेसिक बात में कोई दिक्कत तो नहीं है नहीं होना चाहिए अब मैं आपसे चंद शब्द आपके सामने प्रस्तुत करूंगा देखता हूं आपको इस बात समझ में आई क्या मैंने कहा कि जो इलेक्ट्रोनेगेटिव है वो अपनी खोपड़ हों पर नेगेटिव चार्ज लेना पसंद करते हैं तो अगर मैं इस पर बात करूं कि एक बात बताओ ज्यादा अच्छा कौन लगेगा इलेक्ट्रॉन को अपने ऊपर लग कर रख करके तो बताइए ch2 नेगेटिव बस यही हल्का सा समझना है बाकी हम आगे बढ़ेंगे तो पूरा समझाएंगे ए नेगेटिव o नेगेटिव क्योंकि ये कंपलीटली आपके यहां फ्लोरीन के लिखने का बात तो है नहीं चलिए है ना अब बताइए कि नेगेटिव चार्ज इनम सबसे ज्यादा स्टेबल कहां फील कर रहा होगा सबसे ज्यादा अच्छे तरीके से कहां रहना चाहेगा किस एटम की खोपड़ी पर इलेक्ट्रॉन जो है जाकर सवार होना चाहेंगे इनमें बताइए अच्छा सर इनकी अगर बात करें तो देखिए फ्लोरीन तो यहां है नहीं तो ऑक्सीजन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है और जो इलेक्ट्रोनेगेटिव है वही तो इलेक्ट्रॉन रखेगा ना सर इसका मतलब ज्यादा स्टेबल कहां महसूस हो रहा है ज्यादा स्टेबिलिटी कहां मिल रही है नेगेटिव चार्ज को तो आप कहिए मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट पर मिल रही है अरे बेसिक बात है क्या बोलो बोल एकदम बेसिक बात है यस अब एक बात सुनना मैं कुछ कहना चाहता हूं इस तरीके से कि देखो भाई हमारे पास एक ग्रुप है ओ ग्रुप ठीक है जी यहां पर ऑक्सीजन है न्यूट्रल है अब एक मेरा कहने का एक मकसद ये है कि आपको यह बता सकूं कि अगर कहीं पर किसी एलिमेंट पर प्लस चार्ज आए तो क्या फर्क पड़ता है मुझे इन दोनों में ये बता दीजिए कि ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव कौन होगा शब्द पकड़िए तभी समझ में आएगा ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव कौन होगा ये वाला ऑक्सीजन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है या ये वाला ऑक्सीजन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है कौन ऐसा है कि बॉन्ड में पड़ जाए तो उसके इलेक्ट्रॉन को खींच कर अपनी तरफ ला दे इन दोनों में कौन ऐसा है एकदम बेसिक सी बात आगे आएंगे इंडक्टिव इफेक्ट पे लेकिन मुझे बताओ इनमें से कौन ऐसा है जो ज्यादा खून चूसने वाला है अगर कार्बन से जुड़ जाए तो आप कहेंगे देखो सर ये तो इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट है चलो न्यूट्रल सही अच्छी बात है लेकिन कम से कम इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट ऑक्सीजन पर प्लस तो मत रखिए क्योंकि इलेक्ट्रो नेगेटिव एलिमेंट का मतलब है वो खुद पे नेगेटिव रखना चाहता है प्लस रख दोगे तो बवाल मत जाएगा ये जनाब क्या करेंगे सामने से खूब इलेक्ट्रॉन खींचा करेंगे ये भैया क्या करेंगे सामने से खूब इलेक्ट्रॉन खींचा करेंगे तो ये जो oh2 प है उसमें जो वो ऑक्सीजन है जिसकी खपड़िया पे आपने क्या रखा है प्लस वो उसको बर्दाश्त नहीं है उसके लिए वो क्या करेगा सामने कार्बन के इलेक्ट्रॉन को अपनी तरफ खींच कर इस ऑक्सीजन के प्लस को इलेक्ट्रॉन देने की कोशिश करेगा इसकी वजह से ज्यादा इलेक्ट्रॉन नेगेटिविटी वहां मिलती है जहां पर एटम की खोपड़ यों पर पॉजिटिव चार्ज हो अगर वो इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट है अरे बोल ना भाई एकदम बेसिक से पढ़ाया जाता है जनाब एकदम बेसिक से जरूरी है नहीं तो आपको लगेगा कि एकदम एडवांस उड़ने लग गए सर बेसिक बात समझ में आई यस आइए अब अगली बात करते हैं क्लेवेज ऑफ बॉन्ड से शायद आपने यहां से पढ़ना लिखना शुरू किया होगा लेकिन कोई बात नहीं यहां से ध्यान से समझना शुरू करेंगे क्लेवेज ऑफ बॉन्ड का मतलब क्या होता है बॉन्ड को तोड़ने के तरीके पढ़ने तो बॉन्ड को तोड़ने के दो तरीके एक बोला जाता है होमोलिटिक क्लीवेज दूसरा होता है हेट्रोलैक्टिक यहां पर हो जाएगा हेट्रो हेट्रो मतलब डिफरेंट हेट्रो मतलब डिफरेंट अब तरीका समझिए भैया ये बहुत इंपॉर्टेंट चीज है ये बेसिक चीज जिनको नहीं आती उन्हीं को ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में दिक्कत है क्योंकि वो फील ही नहीं कर पाते उन बातों को तो भैया जी ध्यान से सुनिए मान लीजिए मैंने कहा कि कार्बन और हाइड्रोजन के बीच में एक बॉन्ड है सर इसकी वैलेंसी भर दीजिए चलो भैया भर देता हूं कार्बन की वैलेंसी इन चार बॉन्ड से भरी गई अब सुनिए कार्बन और हाइड्रोजन में क्या थे भैया दो इलेक्ट्रॉन थे कितने इलेक्ट्रॉन थे दो इलेक्ट्रॉन तो अगर हम इसका होमोलिटिक क्लीवेज कराएं तो बॉन्ड में से क्या करना पड़ेगा बॉन्ड में से एक इलेक्ट्रॉन बॉन्ड में से एक इलेक्ट्रॉन क्या करना पड़ेगा जी हाइड्रोजन की तरफ दूसरा इलेक्ट्रॉन इस कार्बन की तरफ लगाना पड़ेगा अरे सुनो रे होमोलिटिक का मतलब है सेम तरीके से डिवाइड करना इज्जत से एक इलेक्ट्रॉन इनको दे दो एक इनको दे दो तो ये क्या बनाएंगे जनाब ये देखिए क्या बनाएंगे कार्बन पर वैलेंसी सेटिस्फाई करते हुए कार्बन पर देखिए ये एक इलेक्ट्रॉन आ जाएंगे और हाइड्रोजन पर एक इलेक्ट्रॉन आ जाएंगे तो होमोलिटिक जब क्लीवेज होता है जब होमोलिटिक क्लीवेज होता है तो कौन पैदा होते हैं इनका नाम कई लोगों ने लिख दिया है वेरी वेरी गुड तो होमोलिटिक क्लीवेज में यहां पर रेडिकल्स पैदा होते हैं इनको क्या कहते हैं इनको रेडिकल्स कहते हैं जिनके ऊपर आपको इस तरीके से एक एक इलेक्ट्रॉन दिखाई दे रहे हैं वो रेडिकल्स कहलाते हैं एक बात ध्यान देना रेडिकल में ये कार्बन का अपना इलेक्ट्रॉन है ये हाइड्रोजन का अपना इलेक्ट्रॉन है जो एटम के रूप में उसके पास रहता था पहले बॉन्ड बनाने में उसने अपना एक इलेक्ट्रॉन दिया इसने भी दिया अरे जब तोड़ा तो वही वही इलेक्ट्रॉन वापस कर दिया और कछु नहीं किया क्या किया जी वापस कर दिया अब आइए ट्रोलिंग क्लीवेज में अगर मैं डोलिटल वज में कार्बन के सामने फ्लोरीन ला दूं अब तो समझ जाओगे ना ऊपर बताया था बताओ रे बाबा क्या बोला मैंने कार्बन सा मैंने क्या जोड़ा फ्लोरीन अब मैं जानना ये चाहता हूं कि मुझे क्या करना है अबकी बार बेईमानी करनी है मुझे क्या करनी है बेईमानी करनी है अरे सुनो रे बालक हमें क्या करनी है बेईमानी करनी है तो बेईमानी में क्या होगा दोनों इलेक्ट्रॉन किसी एक को देने पड़ेंगे एक बात बताओ ये दोनों इलेक्ट्रॉन किसके थे सर एक कार्बन का था एक फ्लोरीन का था लेकिन अगर बेईमानी करनी है तो भैया ये इलेक्ट्रॉन किधर जाएंगे फ्लोरीन की तरफ क्योंकि फ्लोरीन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव था तो वो अपनी खोपड़ यों पर नेगेटिव बनाना पसंद करेगा इसके चक्कर में होगा क्या भैया ध्यान से सुने फ्लोरीन जो है दो इलेक्ट्रॉन पा कर के वो नेगेटिव बना देगा इस नेगेटिव का मतलब क्या हुआ कि भैया फ्लोरीन अपना इलेक्ट्रॉन तो ले ही गया अरे कार्बन वाला भी इलेक्ट्रॉन लेकर चला गया इसका मतलब नेगेटिव चार्ज का सेंस होता है कि उसने किसी का इलेक्ट्रॉन हड़प लिया किसी से छीन लिया अरे बोलो रे बालक ओ बालक इतनी बात समझ में आई क्या बोला मैंने कि न पर नेगेटिव या किसी भी एटम पर नेगेटिव चार्ज होने का सेंस होता है कि उसके पास अपना एक इलेक्ट्रॉन तो है बाहर से भी एक इलेक्ट्रॉन आ गया तब जाकर के उसके ऊपर क्या बना है नेगेटिव बना है यहां छीना छपी समझ में आई यस अब अगर इलेक्ट्रॉन गया तो कार्बन के साथ क्या हालात बनेंगे कार्बन भैया क्या करेंगे अपनी खोपड़ हों पर पॉजिटिव चार्ज इस तरीके से लेके घूमेंगे ठीक है ना क्योंकि इनका इलेक्ट्रॉन तो चला गया अब इलेक्ट्रॉन चले जाने से उनकी खोपड़ी पर प्लस चार्ज आता है अच्छा तो इसको क्या कहते हैं इसको कहते हैं कैटालन इसको कहते हैं एनायतो कहते हैं कैटालन और इसको कहते हैं एनायत है वो कार्बन की खोपड़ी पर है इसलिए इसका नाम है कार्बो कटाय अरे सुनो रे क्या बोला मैंने ओ बालक मैंने क्या बोला कि कार्बन की खोपड़ी पर पॉजिटिव चार्ज तो इसको कार्बो कटाय बोलते हैं क्या आपको इतनी बात समझ में आई ऐसा ही आप पढ़ सकते हैं समझ सकते हैं आगे मान लीजिए कार्बन और हाइड्रोजन है और इसका मुझे क्या कराना पड़े हेट्रो तो कार्बन अपनी खोपड़ यों पर ये ले लेगा और इस तरीके से कार्बन पर हमें क्या दिखाई देगा नेगेटिव चार्ज दिखाई देगा और साथ में हाइड्रोजन पर h+ दिखाई देगा तो ये इस तरीके का क्या बना देगा क्लीवेज करवाएगा अब एक बात बताओ कृपया ध्यान से बताना ये कौन है भैया एनायत पर तो इसको कहेंगे कार्ब एनायतो कार्बन आयन बोलेंगे ठीक है जी ये कार्बन आयन तो तो इसका मतलब हमें समझ में आया कि हेट्रो क्लीवेज में कार्बन आयन और कार्बो कटाय पैदा होते हैं लेकिन होमोलिटिक क्लेवेज में हमें समझ में आया कि रेडिकल्स पैदा होते हैं इन पर एक बेसिक थोड़ा सा और डिस्कशन करना जरूरी है अदर वाइज आप कंफ्यूजन में रहेंगे हाइब्रिडाइज्ड इइ की बात करें तो एक इलेक्ट्रॉन जो ये होता है ये वेकेंट प ऑर्बिटल में होता शायद यह बात आपने कहां पर सीखी होगी कहां पर सीखी होगी केमिकल बॉन्डिंग में सीखी होगी तो रेडिकल्स में आपको ऐसा एक p ऑर्बिटल मिलेगा क्यों भाई क्योंकि ये कार्बन जो होता है वो sp2 हाइब्रिडाइज्ड है sp2 हाइब्रिडाइज्ड इजेशन का मतलब क्या है तो आप कहेंगे देखो सर ये जो कार्बन है उसने क्या किए तीन सिग्मा बॉन्ड बना रखे हैं तीन सिग्मा बॉन्ड बनाए हुए हैं किसके थ्रू sp2 हाइब्रिड ऑर्बिटल के थ्रू तो ये क्या हुआ ये वेकेंट ये क्या एक p ऑर्बिटल जिसमें एक इलेक्ट्रॉन मौजूद है लेकिन अगर मैं कार्ब कटाय बनाऊ तो क्या होगा बताइए कार्बो कटाय में भी ये जो कार्बन है वो भी sp2 हाइब्रिड ऑर्बिटल रहेगा जी है ना उन्हीं के थ्रू बनेगा कार्बन का हाइब्रिडाइज्ड है क्या इतनी बात समझ में आती है अरे बोलो रे भाई कोई लेट नहीं है कोई लेट नहीं है अभी तो शुरुआत हो रही है ये पहला ही पीपीटी है क्या बोला मैंने ये जो कार्बन है उसके पास तीन सिगमा sp2 हाइब्रिडाइज्ड बोला जा रहा है इस कार्बन पर और उसके पास एक वेकेंट पी ऑर्बिटल है बोलो रे क्या अरे बोलो भैया वेकेंट पी ऑर्बिटल है मैं कहता हूं आपको कुछ भी ना आता हो लेकिन जुनून होगा अगर लास्ट तक टिकें समझेंगे आज ही सब याद करा देंगे जरूरत कभी नहीं पड़ेगी अब बताइए कि कार्बन आयन में मुझे समझाइए कौन ऐसा है जो यह बता सकता है कि कार्बन आयन में क्या होगा कार्बन आयन में क्या होगा तो आप कहेंगे कि देखो भैया कार्बन आयन का जो ये इलेक्ट्रॉन होता है वो दो इलेक्ट्रॉन ने टिव का मतलब दो इलेक्ट्रॉन एक अपना एक दूसरे का तो इसका मतलब क्या हुआ ये स्टेरिक नंबर में गिना जाएगा तो यहां पर sp3 हाइब्रिडाइज्ड इइ जेशन आएगा यहां और यहां कार्बन के अलोंग जो स्ट्रक्चर है वो प्लेनर होगा लेकिन यहां पर पिरामिडल होगा nh3 के टाइप का होगा समझे तो sp3 हाइब्रिड ऑर्बिटल में ये लोन पेयर या इलेक्ट्रॉन पाए जाते हैं आई होप आप सभी को समझ में आया हो ये बहुत बेसिक बात है लेकिन इसके बिना पढ़े आप रट्टा बाजी करते इसलिए आपका समझना अति आवश्यक था अब समझिए इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्लेसमेंट इफेक्ट शब्द से ही वो चिल्ला चिल्ला के कह रहा है कि देख भाई पूरे जीओसी में मैं यही पढ़ाऊंगा क्या इलेक्ट्रॉन के डिस्प्लेसमेंट के इफेक्ट को पढ़ाऊंगा कि इलेक्ट्रॉन एक जगह से दूसरे जगह पर जब मूव करता है तो मॉलिक्यूल के बिहेवियर क्या पैटर्स में क्या इफेक्ट दिखता है उसी की हमें स्टडी करनी है वही हमें पढ़ना होता है पूरे जनरल ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में और उसको समझने के बाद हम उसके इफेक्ट पर चर्चा कर रहे होते हैं तो कुछ इफेक्ट ऐसे होते हैं जो परमानेंट इफेक्ट है जो मॉलिक्यूल में हमेशा दिखाई देते हैं लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जो टेंपररी होते हैं जो अगर मॉलिक्यूल के टच में कोई आया तो उसके जैसा बदलने की कोशिश करेंगे या उससे रिएक्शन करने की कोशिश करेंगे लेकिन वो चला गया तो भैया उससे क्या हो जाएंगे सन्यासी हो जाएंगे फिर उससे कोई मतलब नहीं है ज्यादातर आप में लोग ये परमानेंट इफेक्ट वाली एक बालक या एक बालिका दिख गई तो क्या हो जाता है आपके अंदर परमानेंट दिमाग में आपके प्यार मोहब्बत घुस जाता है जी तो ये देखिए इंडक्टिव इफेक्ट है रेजोनेंस इफेक्ट है मेजो मेरिक या समझाऊं दोनों में अंतर क्या होता है हाइपर कंजुल इफेक्ट इनको बोला जाता है परमानेंट इफेक्ट क्यों आगे डिस्कशन है अगली बात है इलेक्ट्रोमेरिक इफेक्ट एक्चुअली इलेक्ट्रोमेरिक इफेक्ट जब हम एल्कीन की रिएक्शन पढ़ते हैं तब हम इसको फील कर पाते हैं क्योंकि एल्कीन में पाई बॉन्ड होता है और उस पाई बॉन्ड के इलेक्ट्रॉन को लपक के लिए पकड़ने के लिए कोई ना कोई भैया ऐसा आता है कि जिसको इलेक्ट्रॉन की जरूरत होती है जब वो आता है तभी उसके अंदर ये करैक्टर डेवलप होता है तो वो टेंपररी इफेक्ट है बट ये सारे परमानेंट इफेक्ट है तो निश्चिंत रहिए यहां से पढ़ाई शुरू हो रही है आपकी इंडक्टिव इफेक्ट क्या होता है समझिए चलो एक बात बताओ सवाल पूछता हूं जैसे मान लो मैं कहूं कि भैया एक नॉर्मल सा हमने हाइड्रोकार्बन लिख दिया देखो ch3 ch2 ch3 तो मुझे बताइए कि कार्बन और हाइड्रोजन में इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का ज्यादा गैप होता है क्या ज्यादा गैप नहीं होता कार्बन और हाइड्रोजन में हाइड्रोजन का 2.1 कार्बन का 2.5 ज्यादा गैप ना होने की वजह से इसपे कभी प्लस कभी माइनस नहीं बनाते पार्शियल प्लस माइनस नहीं बनता इसका मतलब सर हम ये कह रहे हैं कि ये मॉलिक्यूल जो है ये हाइड्रोकार्बन एक नॉन पोलर मॉलिक्यूल है क्योंकि यहां पर कोई भी चार्ज डेवलप होता हुआ नजर नहीं आ रहा लेकिन हमारे मन में आया कि एक काम करते हैं कि जो ये जो ये कार्बन कार्बन की चेन है उसमें बस छोटा सा चेंज कर दिया जाए कि भैया यहां का एक हाइड्रोजन हटा के कृपया ध्यान से सुनिए यहां का हाइड्रोजन एक हटा करके मैं एक फ्लोरीन लगा दूं क्या करूं मैं यहां से एक हाइड्रोजन हटा कर के यहां फ्लोरीन लगा दूं बेसिक अंतर क्या है हाइड्रोजन हटा करके मैंने फ्लोरीन लगाया तो हमें ये देखना है कि उस फ्लोरीन की एंट्री की वजह से इस पूरे कार्बन कार्बन की चेन पर क्या असर आता है भैया मुझे ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में क्या पढ़ाना है कार्बन कार्बन के बारे में पढ़ाना है आपको भी उन्हीं के बॉन्डिंग उन्हीं के बिहेवियर उन्हीं के पैटर्स के बारे में सीखना है तो हमें बस इस पर स्टडी करनी है इनके साथ जो लगते हैं इनका कुछ इफेक्ट होता होगा इन पर वही हमें पढ़ना है अच्छा जी तो हमने अभी तो पढ़ा था कि फ्लोरीन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव हो तो वो क्या करेगा इलेक्ट्रॉन को अपनी तरफ ज्यादा खींचेगा तो फ्लोरीन की खोपड़ी पर डेल नेगेटिव और इस कार्बन की खोपड़ी पर डेल प्लस आएगा अरे बोलो आएगा क्या बोलो भैया आएगा क्या यस अब सुनो ये जो कार्बन है उस पर क्या है भैया डेल प्लस चार्ज दोबारा सुनेंगे डेल प्लस चार्ज अरे सर कुछ तो चार्ज होगा थोड़ा मोड़ा ही सही कुछ तो चार्ज होगा अब उस छोटे से चार्ज के चक्कर में इस कार्बन कार्बन के बीच में जो दो इलेक्ट टॉन थे सिग्मा वाले कार्बन कार्बन के वो इलेक्ट्रॉन भी शिफ्ट हो रहे हैं इस वाले कार्बन की तरफ पता है क्यों क्योंकि भैया प्यार मोहब्बत का चर्चा है इनके बॉन्ड में इलेक्ट्रॉन हैं इलेक्ट्रॉन की डेंसिटीज हैं तो वो इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी इस कार्बन न्यूक्लियस की तरफ जाएंगी क्योंकि इस पर अब ज्यादा पॉजिटिव चार्ज नजर आ रहा है तो इसलिए ये इधर शिफ्ट होंगी उसकी वजह से इस कार्बन पर थोड़ा सा बहुत थोड़ा सा चार्ज आएगा तो सर बहुत थोड़े से चार्ज को आपने दो डेल लिख दिया बालक डेल का मतलब ऐसे समझ लीजिए कि माइनस की तरह बिहेवियर होता है उसका ठीक है कि आप ऐसे समझ लीजिए -1 -1 आप अगर ऐड भी करेंगे तो -2 आने वाला है तो कहानी कुछ ऐसी है कि दो बार डल लगाया मतलब वैल्यू कम है तो इस पर कुछ कम चार्जेस हैं तो चलो कुछ कम चार्जेस ही सही तो ये इलेक्ट्रॉन यहां वाले भी शिफ्ट हो जाएंगे इस कार्बन की तरफ तो इस कार्बन पर क्या आएगा ट्रिपल डेल बना देंगे मतलब यहां चार्ज और कम होगा एक बात बताओ एक बात बताओ यहां कार्बन पर पार्शियल चार्ज ज्यादा है या यहां या यहां बताइए यहां ज्यादा है या कम कमेंट करो भई वेट कर र रहा हूं कमेंट करो भाई वेट कर रहा हूं यहां ज्यादा है या कम अरे सर कैसी बात कर रहे ये भाई साहब खून चूस रहे हैं तो इलेक्ट्रॉन अगर ये लेकर चले गए तो इस पर सबसे ज्यादा प्लस आएगा उसके बाद ये इनका खींचें तो कम से कम इनका कुछ तो पेट भरेगा यहां पर थोड़ा सा कम चार्ज होगा इनके रिस्पेक्ट में यहां और कम चार्ज होगा तो कुल मिला के इतना समझ में आया कि सर यहां पे फ्लोरीन की नौटंकी की वजह से अरे हे बुद्धु बालक होता क्या है इस फ्लोरीन की नौटंकी की वजह से इसमें चार्जेज डेवलप हो गए तो ये मॉलिक्यूल पोलर मॉलिक्यूल हो गया अरे क्या हो गया जी पोलर मॉलिक्यूल हो गया इसके अंदर पोलैरिटी आ गई इसमें डाइप क्रिएट हो गए प्लस और माइनस जैसे बिहेवियर बन गए तो इसको बोलते हैं ये पोलर मॉलिक्यूल हो गया इतनी बात समझ में आती है अब एक बात बताओ ये फ्लोरीन अगर यहां लगा पड़ा है तो ये क्या इलेक्ट्रॉन इधर की तरफ शिफ्ट होते रहेंगे मतलब एक बार हो जाएंगे फिर वहीं रुके रहेंगे इसका मतलब ये परमानेंट इफेक्ट है इसका असर हमेशा रहेगा समझ रहे हो इसका फ्लोरीन का असर इस पूरे कार्बन कार्बन की चेन पर हमेशा रहेगा इसलिए परमानेंट इफेक्ट है अब सुनिए इंडक्टिव इफेक्ट होता क्या है इंडक्टिव इफेक्ट की अंग्रेजी बाद में पढ़ेंगे सिंपली बोलूं तो पता है क्या होता है इंडक्टिव इफेक्ट द इफेक्ट ऑफ इलेक्ट्रोनेगेटिविटी डिफरेंस इज नोन एज इंडक्ट इफेक्ट सिंपली इतना ही होता है बाकी पढ़ लीजिए द इफेक्ट व्हिच इंक्लूड पुश और पुल ऑफ इलेक्ट्रॉन इन कोवलेंको धकेल रहे हैं आप इसको इस तरीके से समझ लीजिए ये जो बिहेवियर है वो आप देख पा रहे हैं कहां पर डेवलप हुआ इस नॉन पोलर मॉलिक्यूल के अंदर डेवलप हुआ जब एक फ्लोरीन आ कर के लग गया इतनी बात समझ में आई क्या अरे बोलो रे भाई इतनी बात समझने में कोई दिक्कत नहीं होगी प्रॉपर्टीज सीखते हैं पहली चीज इट जनरेट पार्शियल प्लस एंड माइनस चार्जेस इन ऑर्गेनिक पार्ट ऑफ द मॉलिक्यूल ऑर्गेनिक पार्ट मतलब कार्बन कार्बन से बना हुआ इट इज अ परमानेंट इफेक्ट ओबवियसली ये फ्लोरीन एक बार लग गया तो इलेक्ट्रॉन को खींच कर अपनी तरफ ला आ कर के रुक जाएगा जी तो इसका मतलब ये परमानेंट इफेक्ट हमेशा दिखाई देता रहेगा जब तक फ्लोरीन इस मॉलिक्यूल में जिंदा है इट इज अ डिस्टेंस डिपेंडेंट इफेक्ट ओबवियस सी बात है तीन कार्बन के बाद चौथे कार्बन को तो थोड़ा इग्नोर कर देते हैं पांचवे कार्बन को क्योंकि ज्यादातर इफेक्ट तीन कार्बन तक दिखाई देता है बट पहले कार्बन पर अरे भैया खून चूसने वाला आपका पड़ोसी है अगर मान लो तो पड़ोसी आपको सबसे ज्यादा परेशान करेगा तो ये डिस्टेंस के हिसाब से जिनके जिनके घर दूर होते जाएंगे वो बचता जाएगा ठीक है जी हां डिस्टेंस डिपेंडेंट है इट ऑपरेट्स ओनली थ्रू सिग्मा बॉन्ड ये सिर्फ सिग्मा बॉन्ड के थ्रू ऑपरेट होते हैं आइए अगली बातचीत करते हैं टाइप्स ऑफ इंडक्टिव इफेक्ट की बात कर लेते हैं प्लस आ इफेक्ट और माइनस आ इफेक्ट भाई कुछ लोग ऐसे हैं जो कार्बन कार्बन की चेन को सपोर्ट करेंगे कुछ लोग ऐसे होंगे जो कार्बन कार्बन की चेन से इलेक्ट्रॉन निकालेंगे तो जो निकालेंगे वो - आ क्योंकि कम कर रहे हैं इलेक्ट्रॉन + आ का मतलब जो दे रहे हैं तो जैसे मान लीजिए कार्बन कार्बन की एक चेन है कार्बन कार्बन की एक चेन है मैंने यहां पर क्या किया मैंने इस किनारे पर लाकर के किसी ओ नेगेटिव को लगा दिया अब ओ नेगेटिव का मतलब क्या है भैया यहां पे भरपूर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी है तो इनको इलेक्ट्रॉन नहीं चाहिए वो उल्टा क्या करेंगे कार्बन कार्बन की चेन को इलेक्ट्रॉन देंगे इसीलिए o नेगेटिव + आ इफेक्ट के अंदर कंसीडर किया जाएगा क्योंकि वो कर क्या रहा है कार्बन कार्बन की चेन को इलेक्ट्रॉन सप्लाई कर रहा है ठीक है जी - आ इफेक्ट कोई कह रहा है सर क्वेश्चन कराओ हे बालक इस पे कैसे क्वेश्चन करवा दूंगा इंडक्टिव इफेक्ट पर डायरेक्ट बेस्ड कोई क्वेश्चन नहीं आता सिंपल बात साधारण बात है जब तक आपको तीन इफेक्ट नहीं समझ में आते आपको कोई क्वेश्चन ढंग से करना नहीं आएगा ठीक है जबरदस्ती हीरो मत बनिए कृपया पढ़ने पर ध्यान दीजिए क्योंकि इस पीपीटी को 125 के आसपास शद 120 पीपीटी है इसको बनाने में मैंने तीन दिन लिए हैं ठीक है तो वक्त दीजिए आपको आनंद आएगा यहां देखिए आपको मैं कहूं कि कार्बन कार्बन की चेन है कार्बन कार्बन की चेन है उस पे मान लीजिए मैंने फ्लोरिन लगाया क्योंकि अभी इसी पर ज्यादा चर्चा हो रही है तो फ्लोरिन क्या करेगा कार्बन कार्बन की चेन से इलेक्ट्रॉन अपनी तरफ खींच रहा है तो इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी इधर शिफ्ट हो रही है तो हमें क्या देखना कार्बन कार्बन की चेन के रिस्पेक्ट में देखना है कि जो इलेक्ट्रॉन खींचेगा उसको हम - आ में रख देंगे आइए बात करते हैं मोर इलेक्ट्रो पॉजिटिव देन हाइड्रोजन ऐसे ग्रुप जो ऐसे ग्रुप जो हाइड्रोजन से ज्यादा इलेक्ट्रॉन देने की क्षमता रखते हैं उनको हम प्लस आ के अंदर लेते हैं लेकिन हाइड्रोजन के रिस्पेक्ट में जो लोग ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव हैं जो लोग इलेक्ट्रॉन खींचने की क्षमता रखते हैं उनको हम माइनस आ में कंसीडर करते हैं हाइड्रोजन यहां स्टैंडर्ड की तरह काम कर रहा है ठीक है जी इलेक्ट्रो पॉजिटिव का मतलब जहां पर खूब इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी है ठीक है इट पुसेस इलेक्ट्रॉन पेयर टुवर्ड्स कार्बन चेन ये क्या करेगा प्लस आ इफेक्ट दिखाने वाला इलेक्ट्रॉन क्या करेगा कार्बन कार्बन की चेन में क्या करेगा इलेक्ट्रॉन पुश करेगा ढके लेगा अगली बात देखें क्या है इट विड्रॉ खींचता है कौन खींचता है भैया ये भाई साहब लोग जो - आ वाले लोग हैं वो क्या कर रहे हैं भैया इलेक्ट्रॉन को विड्रॉ करेंगे लेकिन सिग्मा बॉन्ड्स के थ्रू इलेक्ट्रॉन को विथड्रावल कार्बन चेन अगली बात बातचीत पढ़िए एनायतो हम लिखेंगे कि एनायत है जैसे लिख दो ch2 नेगेटिव अगला है ए नेगेटिव अगला लिख लेते हैं o नेगेटिव ये सारे जो एनायत पर खूब इलेक्ट्रॉन डेंसिटी नाइट्रोजन में खूब इलेक्ट्रॉन डेंसिटी ऑक्सीजन पर खूब इलेक्ट्रॉन डेंसिटी अरे जिसके पास इलेक्ट्रॉन डेंसिटी है वही तो कार्बन कार्बन की चेन को सप्लाई कर पाएगा जी तो तभी तो ये पुश कर पाएंगे इसलिए हम प्लस आ में इनको लिख रहे होते हैं अगली चीज कैटा एनस को हम यहां लाएंगे जैसे मान लीजिए अभी मैंने आपको बताया भी था आप ले लीजिए oh2 प oh2 प में ऑक्सीजन अगर ज्यादा इलेक्ट्रो नेगेटिव हो जाएगा जी तो प्लस के साथ और भी इलेक्ट्रोनेगेटिव तो क्या करेगा कार्बन कार्बन की चेन से इलेक्ट्रॉन अपनी तरफ खींचेगा इसी तरीके से आप लिख सकते हैं nh3 प इसी तरीके से आप लिख सकते हैं ch2 प तो जितने कैटा एनस है उनको इलेक्ट्रॉन की खु खुद भूख लगी हुई है वो इनके कार्बन कार्बन की चेन से इलेक्ट्रॉन खींचने की कोशिश करेंगे अच्छा मेटल्स की बात कर रहेेंगे मेटल्स में जैसे देख लीजिए आर एमजी एक आर एमजी ब ले लेता हूं जिसको ग्रिगनार्ड रिएजेंट करते हैं तो मैग्नीशियम एक मेटल मेटल का अपना कैरेक्टर होता है इलेक्ट्रॉन देने का तो कार्बन की चेन अगर ये रही r तो उसको इलेक्ट्रॉन देने का काम करेगा मेटल अगली बात है हैलोजन ये बात हम जानते हैं कि फ्लोरीन हो क्लोरीन हो ब्रोमीन हो आयोडीन हो इनके सा सारे ऑर्डर्स पढ़ाऊंगा अभी समझ लो एल्काइन ग्रुप में आप ले सकते हो जैसे ch3 ग्रुप ये इलेक्ट्रॉन देता है कार्बन हाइड्रोजन इस पर दो ch3 ग्रुप लगा दीजिए ये भी इलेक्ट्रॉन देने का काम करते हैं ठीक है जी ये सारे इलेक्ट्रॉन देते हैं लेकिन ग्रुप ऑफ क्या लिखा है इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट न का मतलब हमेशा इलेक्ट्रोनेगेटिव रहेगा ध्यान देना ठीक है अब ये समझ लो ताकि पहचानने में दिक्कत ना हो क्या क्या क्या ताकि पहचानने में दिक्कत ना हो तो समझ लो एक कार्बन है इस कार्बन पर मैं अगर डबल बॉन्ड ऑक्सीजन लगा कर के लिख दूं तो मैं पूछूं कि बताओ ये प्लस आ या - आ तो आप कहना कि देखो कार्बन पर ऑक्सीजन और ऑक्सीजन लगे और ऑक्सीजन कैसा है इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट है तो अगर इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट किसी कार्बन से जुड़े हैं तो वो ऑक्सीजन क्या करेंगे इससे या इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट इलेक्ट्रॉन खींचें तो ये कार्बन भी सामने वाली चेन से इलेक्ट्रॉन खींचेगा इसलिए पूरा ग्रुप क्या होगा - आ की तरह ट्रीट किया जाएगा एक क्वेश्चन और देख लेते हैं एक कार्बन पर अगर मैं फ्लोरीन लगा दूं कितने फ्लोरीन लगा दूं आप चाहो तो तीन लगा दो चाहो दो लगा दो आपसे मैं पूछूं कि ये कैसा काम करेगा क्या ये इलेक्ट्रॉन देने का काम करेगा आप कह रहे हैं कैसी बात कर रहे हो भैया यहां देखो फ्लोरीन क्या करेगा इलेक्ट्रॉन अपनी तरफ खींचेगा तो ये कार्बन भी अपनी तरफ खींचेगा तो ओवरऑल cf3 एक - आ इफेक्ट शो करने वाला हो जाएगा आइए अब बात करते हैं जो कह रहे थे भाई साहब ऑर्डर बता दीजिए आइए देख लेते हैं अब बात करनी है ् आ ऑर्डर अब हमें ये बात करनी है ज्यादा इलेक्ट्रॉन कौन देता है अच्छा एनायत करके बताओ चलो बताओ ch2 नेगेटिव आपको वैसे थोड़ा हिंट मिल चुका है ch2 नेगेटिव ए नेगेटिव o नेगेटिव सी डबल बॉन्ड ओ नेगेटिव इनमें ज्यादा इलेक्ट्रॉन देने की क्षमता किसके पास है दोबारा सुनेंगे ओ नालायक प्राणियों दोबारा सुनो क्या बोला कि ज्यादा इलेक्ट्रॉन देने की क्षमता किसके पास है आपको समझाया था मैंने कि कार्बन इलेक्ट्रॉन को अपने ऊपर रखना तो चाहता है लेकिन एक बार सोच के को कम इलेक्ट्रोनेगेटिव होने की वजह से वो कहेगा मेरे पास सफिशिएंट इलेक्ट्रॉन हैं लेकिन ऑक्सीजन ज्यादा इलेक्ट्रॉन नेगेटिव है जो ज्यादा इलेक्ट्रॉन नेगेटिव है वो इलेक्ट्रॉन को पकड़ करके बैठा होगा वो किसी कार्बन वर्बनएसिस में इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का ऑर्डर ये है कि ये ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव फिर ये नाइट्रोजन फिर कार्बन तो जो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव वो देना ही नहीं चाहता तो इसलिए ये ऑर्डर बनेगा अच्छा यह वाला इसके पीछे क्यों है यह जान लीजिए कि भैया जी अभी हमने पढ़ा था कि जो ओ नेगेटिव ग्रुप है वो क्या करेगा डोनेशन लेकिन डोनेशन सिग्मा के थ्रू होगा एक बात सोच के देखो यहां पे मान लो कोई ग्रुप लगा हो ऐसे कोई कार्बन की चेन लगी हो तो उसके और ओ नेगेटिव के बीच में एक ग्रुप आ जाता है तो वो क्या होगा डिस्टेंस थोड़ा डिस्टेंस डिपेंडेंट है ना ये इफेक्ट थोड़ा दूर हो जाएगा इसकी वजह से इसको बोलते हैं कि ये थोड़ा कम सपोर्ट कर पाता है करता तो ये भी है लेकिन ये इस के रिस्पेक्ट में कम सपोर्ट करता है अगली बात देखें एल्काइन ग्रुप की बात कर लेते हैं देखो भैया एक कार्बन उस पर हमने लगाए हाइड्रोजन हाइड्रोजन अब मैं हाइड्रोजन को हटा कर के क्या करूंगा इसको सब्सीट्यूट करूंगा सब्सीट्यूशन का मतलब होता है कि और ग्रुप लगा देना तो मैंने क्या किया दो हाइड्रोजन रखे लेकिन एक हाइड्रोजन को हटाकर मैंने ch3 ग्रुप लगा दिया सिमिलरली इसको स करके इस पर दो ch3 ग्रुप लाकर के लगा दिया अब प्रश्न ये है कि बताइए इसमें ज्यादा प्लस आ कौन करेगा और क्यों करेगा बोलो बोलो बोलो कौन करेगा और क्यों करेगा इनमें ज्यादा प्लस आ इफेक्ट कौन दिखाएगा तो आप कहेंगे देखो ch3 आपने कहा था देता है मान लिया बात लेकिन यहां क्या होगा इस ch2 को ये ch3 सपोर्ट करेगा फिर ये आगे सपोर्ट करेगा इस कार्बन को ये दोनों ch3 सपोर्ट करेंगे फिर ये इलेक्ट्रॉन सामने की तरफ इसलिए देंगे अगर सामने से इनसे कोई इलेक्ट्रॉन खींच रहा है तो ये प्रोसेस बनेगा तो हम कहते हैं कि देखो भाई जो ये 2 डिग्री है इसको कहते हैं 2 डिग्री ये है 1 डिग्री पता है क्यों क्योंकि ये जो कार्बन है इससे सिर्फ एक कार्बन जुड़ा तो 1 डिग्री कार्बन ये क्या है भैया 2 डिग्री अगला हो जाएगा 3 डिग्री मान लो यहां पे कार्बन है ch3 स3 ch3 ठीक है अरे बोलो रे ओ बालक यहां पर क्या होगा यह ज्यादा इलेक्ट्रॉन सपोर्ट करेंगे क्योंकि इस कार्बन को खुद ही खूब सारा समर्थन मिल रहा है तो इसका मतलब ऑर्डर अगर मैं देखूं तो ये ऑर्डर आएगा ऑर्डर मैं देखूं तो प्लस आ इलेक्ट्रॉन देने की टेंडेंसी में ये ऑर्डर नजर आएगा बेसिक बात है कुछ रट्टेड बाजी तो नहीं है नहीं होगी पूरे समझने की बातें होंगी आगे भी देखो प्लस सॉरी माइनस आ ऑर्डर में इलेक्ट्रॉन खींचने का काम कौन करता है तो एक इंफॉर्मेशन है जो आपकी खोपड़ी तक जानी चाहिए इंपॉर्टेंट है लिख लीजिएगा इलेक्ट्रोनेगेटिविटी जब देखी जाती है एक ऐसे कार्बन की जो एसपी हाइब्रिडाइज्ड है एसपी हाइब्रिडाइज्ड कार्बन आप शायद समझते होंगे कि वो ट्रिपल बॉन्ड से जुड़ा हुआ इस तरीके से है है ना तो यहां पर मैं मान लीजिए कि ये कर देता हूं यहां पर हाइड्रोजन लगा देता हूं ये मेरा ग्रुप है ये मेरा ये कार्बन है जो कि कैसा है ए हाइब्रिडाइज्ड कार्बन है और एक नाइट्रोजन जो कि sp3 हाइब्रिडाइज्ड है sp3 हाइब्रिडाइज्ड नाइट्रोजन का मतलब है कि जैसे nh2 और यहां पर लोन पेयर ठीक प्रश्न ये उठता है कि ये वाला नाइट्रोजन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है या यह वाला कार्बन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है अगर किसी ने पढ़ा हो तो बताइएगा किसी को यह बात आती हो तो जरूर बताइएगा भैया बोलो बोलो बोलो इनमें ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव कौन है तो आपको पता होना चाहिए कि ए हाइब्रिडाइज्ड कार्बन इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव देन sp3 हाइब्रिडाइज्ड नाइट्रोजन है ना यह बात सही है या गलत है थोड़ा सा यहां हिंट में किसी ने पढ़ा लिखा नहीं है क्या किसी ने पढ़ा लिखा नहीं है क्या बोलो बोलो बोलो सही है गलत है मैं वेट कर रहा हूं मैंने जल्दी पहले बता दिया अब तुम छाप भी लेते तो काम समझ में आ जाता ठीक है तो ये परसेंटेज इस करैक्टर का गेम हमें सोचने में ऐसा लगता है कि नाइट्रोजन इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव इसलिए ये ज्यादा इलेक्ट्रॉन खींचेगा लेकिन यहां कार्बन जो कि ए हाइब्रिडाइज्ड है उसकी वजह से ये ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव होगा अब जिसको नहीं पता उसके लिए मैं बताने जा रहा हूं कि परसेंटेज s कैरेक्टर के बढ़ने से इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बढ़ती है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बढ़ती है ये एक बेसिक बात भी और साथ-साथ सीख लीजिए क्या परसेंटेज इस कक्टर के बढ़ने से इलेक्ट्रो नेगेटिविटी बढ़ती है तो अगर कहीं पर ऐसा है कि कोई कार्बन जो कि ए हाइब्रिडाइज्ड है कोई कार्बन है जो कि sp2 हाइब्रिडाइज्ड है और कोई कार्बन जो कि sp3 हाइब्रिडाइज्ड है तो इनमें देख लीजिए ज्यादा परसेंटेज कैरेक्टर कहां पर है यहां पर 50 पर प s कैरेक्टर 50 पर p यहां पर 33 पर ए कैरेक्टर बाकी के p यहां पर 25 पर ए कैरेक्टर 75 पर p कैरेक्टर तो ज्यादा एस कैरेक्टर कहां पर है भैया बोलो बोलो जहां पे होगा वहीं इलेक्ट्रोनेगेटिविटी ज्यादा होगी पहले एक बेसिक बात जान लीजिए और यह तो डाटा है यह याद रखना पड़ता है कि एक ए हाइब्रिडाइज्ड कार्बन जो होता है वो sp3 हाइब्रिडाइज्ड नाइट्रोजन से ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है अगर ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है तो वो ज्यादा अच्छा - आ ऑर्डर दिखाएगा तो - आ ऑर्डर में कार्बन ट्रिपल बॉन्ड कार्बन आगे आएगा विद रिस्पेक्ट टू nh2 के इंपॉर्टेंट बात थी क्या आपको इतनी बात समझ में आई समझ में नहीं आया दोबारा सुनेंगे दोबारा सुनेंगे अरे भैया आपको परसेंटेज कैरेक्टर इसका मतलब नहीं आता परसेंटेज कैरेक्टर की बात हमने कहां पढ़ी है हाइब्रिडाइज्ड चैप्टर में पढ़ी है दोबारा सुनना है तो सुन लीजिए ए हाइब्रिडाइज्ड कार्बन को आप ऐसे समझिए एक कार्बन जो ट्रिपल बॉन्ड से जुड़ा हो sp2 का मतलब जो डबल बॉन्ड से जुड़ा हो और sp3 का मतलब जहां कार्बन पे सिर्फ चार सिग्मा बॉन्ड ही लगे हो तो एक ऐसा कार्बन जहां ट्रिपल बॉन्ड होगा वो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है एक ऐसा कार्बन जहां डबल बॉन्ड होगा वो उससे कम इलेक्ट्रोनेगेटिव है लेकिन एक ऐसा कार्बन जहां सिर्फ चारों सिग्मा है तो वो उससे भी कम इलेक्ट्रोनेगेटिव होगा आइए आगे बढ़ते हैं नहीं तो यही रह जाएंगे हम लोग ठीक है जी फ्लोरीन क्लोरीन ब्रोमीन आयोडीन की बात करें तो फ्लोरीन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है इसलिए - आ के ऑर्डर में इलेक्ट्रॉन को खींचने के मामले में फ्लोरीन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव माना जाएगा अगली बात देखते हैं सी ये इन दोनों बताओ चलो चलो चलो बुद्धि लगाओ फ्लोरीन क्या करेगा इलेक्ट्रॉन खींचेगा फ्लोरीन इलेक्ट्रॉन खींचेगा ये भी खींचें तो ये कार्बन क्या करेगा कार्बन कार्बन की जो चेन होगी उससे भरपूर इलेक्ट्रॉन खींच पाएगा पता है क्यों क्योंकि फ्लोरीन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव था विद रिस्पेक्ट टू क्लोरीन के देखो क्लोरीन भी खींचेगा कार्बन क्लोरीन में क्लोरीन इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव इलेक्ट्रॉन इधर इधर शिफ्ट होंगे बात सही है लेकिन ज्यादा खींचने की टेंडेंसी जिसके अंदर होगी वो अच्छा माइनस आ ऑर्डर बनाएगा वो ज्यादा अच्छा माइनस आ ऑर्डर बनाएगा भाई ठीक है आइए अगला देखते हैं nh3 प और oh2 प चलिए बताइए आपसे पूछ रहा हूं खोपड़ी लगाओ oh2 प और nh3 प मैंने आपको बताया था कि जो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है उस पर प्लस लगा दोगे इसका मतलब वो बहुत ही ज्यादा इलेक्ट्रो नेगेटिव हो गया ठीक है क्योंकि एक तो इलेक्ट्रो नेगेटिव को क्या चाहिए होता नेगेटिव चार्ज आपने प्लस दे दिया तो ये भरपूर इलेक्ट्रॉन खींचें बहुत ज्यादा इलेक्ट्रॉन खींचें विद रिस्पेक्ट टू दिस वन देखो लेस इलेक्ट्रो नेगेटिव पर प्लस है तब बर्दाश्त कर जाएगा वो लेकिन ज्यादा इलेक्ट्रो नेगेटिव पर अगर प्लस है तो भैया खतरनाक मामला है तो - आ ऑर्डर में oh2 प आगे आएगा विद रिस्पेक्ट टू nh3 प रीजन मैंने पहले ही एक्सप्लेन कर दिया है और वो रीजन बहुत जरूरी है ठीक है आइए माइनस आई ऑर्डर को देखते हैं डिफरेंट हाइब्रिडाइज्ड पढ़ा चुका हूं लेकिन कोई बात नहीं दोबारा देखेंगे भाई ये देखो ये जो कार्बन है वो कार्बन कैसा है ए हाइब्रिडाइज्ड है सुनो भैया जिसको नहीं आ रहा था ये कार्बन कैसा है भाई चलो चलो बताओ बताओ ये sp2 हाइब्रिडाइज्ड वहां sp2 यहां देखो कार्बन पे सारे सिंगल बॉन्ड तो ये कार्बन कैसा है sp3 हाइब्रिडाइज्ड तो आपको पता भी है कि जहां पे हाइब्रिडाइज्ड कैरेक्टर ज्यादा उसकी इलेक्ट्रोनेगेटिविटी क्या होगी ज्यादा इसके हिसाब से किसका आएगा बताओ अरे बोलना शुरू करो भाई 1 2 3 में - आ ऑर्डर में कौन आएगा सर अभी तो आपने बताया था कि sp2 फिर sp3 रीजन सहीत समझाया है ये देखो sp50 पर यहां s कैरेक्टर है 50 पर p करेक्टर है लेकिन sp2 में क्या है एक s और p के कितने हैं दो मतलब क्या हुआ तीन लोग मिलकर 100 बनाएंगे तो एक के हिस्से कितना आएगा 33.3 पर तो यहां पर इस करेक्टर 33 है यहां पर देखो एक s तीन के ती प मतलब चार लोग मिलकर 100% बनाएंगे तो s करेक्टर कितना होगा 25 पर अब तो बुद्धु कह दो समझ में आ रहा है तो यहां पर परसेंटेज एस कैरेक्टर 25 यहां पर डबल बॉन्ड वाले पर 33 ट्रिपल बॉन्ड वाले पर 50 तो जहां पर परसेंटेज करेक्टर ज्यादा वो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव इसलिए वह ज्यादा इलेक्ट्रॉन खींचेगा अब तो समझ में आया ए बुद्धु हों इतनी बात तो समझ में आई कि नहीं आई ठीक आइए अगली बात करते हैं चलो ये बताओ इसमें क्या ही बताना रह गया ऊपर वाले से आप देख करके तुरंत बता देंगे जहां ट्रिपल बॉन्ड है वो ज्यादा इलेक्ट्रॉन खींचेगा तो ये - आ के ऑर्डर में ही आएंगे - आ के ऑर्डर में ही आएंगे अच्छा तुरंत सुनो भैया डिफरेंट फंक्शनल ग्रुप ओ nh2 कौन बताएगा जल्दी बताओ जल्दी जल्दी जल्दी oh2 में आप कहेंगे अरे सर कुछ नहीं है ये तो इलेक्ट्रोनेगेटिविटी डिफरेंस है यहां ऑक्सीजन है वो ज्यादा इलेक्ट्रॉन खींचता है विद रिस्पेक्ट टू nh2 इसलिए हम कहेंगे ओ जो है ज्यादा अच्छा - आ है इनमें हमें क्या करना है - आ बताना है तो देखो स और स यहां भी कॉमन है यहां हाइड्रोजन और यहां क्लोरीन तो एक बात समझना ये जो कार्बन से लगा हुआ हाइड्रोजन है उसमें सिग्मा के थ्रू इलेक्ट्रॉन वो अपनी तरफ खींचेगा तो वो तो यहां भी खींचेगा वो तो कॉमन फैक्टर है अब हाइड्रोजन तो न्यूट्रल है वो कोई बिहेवियर नहीं दे रहा कार्बन और क्लोरीन में क्लोरीन खींचेगा अब एक बात सोच कर बताओ यहां कार्बन पर दो लोग इलेक्ट्रॉन खींचें तो ये कार्बन क्या करेगा सामने वाली कार्बन चेन से भरपूर इलेक्ट्रॉन खींचेगा लेकिन यहां एक खींचेगा तो ये थोड़ा सा खींच लेंगे तो - आ ऑर्डर में आपको c आगे मिल जाएगा विद रिस्पेक्ट टू दिस वन कृपया रट्टेड की कोई जरूरत नहीं कोई ऑर्डर ऐसा नहीं आता पेपर में कि आप फंस जाएंगे ठीक है हाउ टू फाइंड परसेंटेज एस करेक्टर ये दुख की बात है कसम से बताऊं ये दुख की बात है संपूर्णता दुख की बात है इतना समझाने के बाद भी आपको ये लग रहा है दोबारा बता देता हूं कहीं अभी खोपड़ी में एक लाइन डालो कहीं कार्बन ट्रिपल बॉन्ड बनाता दिख जाए तो आप कहिए ए p करेक्टर है ठीक है जी इतनी बात समझ में आती है और कहीं ए हाइब्रिडाइज्ड तो sp2 ट्र यहां पर कार्बन पर क्या दिख जाए कि भैया चारों सिग्मा बना रहा है तो वहां पर sp3 सिंपल ठीक है जी ओके आइए यहां पर बताइए कीटोन और एल्डिहाइड में कौन बता पाएगा जी देखते हैं कीटोन एल्डिहाइड में तो सुनना क्या होगा कार्बन और क्लोरीन में कार्बन और ऑक्सीजन में इलेक्ट्रॉन ये खींचें यहां भाई साहब इलेक्ट्रॉन ये खींचें अब समझो इनको करना क्या था अरे इनको सामने से इलेक्ट्रॉन खींचना था ये तो - आ वाले सर आपको कैसे पता - आ वाले अरे हे बुद्धू बालक कार्बन पर इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट लगाए तो कार्बन का कोई अपना बिहेवियर नहीं है जो लगे उनका बिहेवियर उसके ऊपर आ जाता है तो ये भाई साहब इलेक्ट्रॉन तो खींचें ये भाई साहब इलेक्ट्रॉन खींचें लेकिन पता क्या होगा r ग्रुप मतलब होता है एल्काइन ग्रुप जैसे ch3 c2h 5 तो वो तो इलेक्ट्रॉन इधर देगा अब सोच के देखो ये इलेक्ट्रॉन खींच रहा है और ये इलेक्ट्रॉन दे रहा है तो सामने से वो कम खींचेगा बट ज्यादा कौन खींचेगा जी एल्डिहाइड इसलिए एल्डिहाइड और कीटोन में एल्डिहाइड इज मोर आप इलेक्ट्रोनेगेटिव शब्द के बजाय बोलेंगे - आ ऑर्डर में ज्यादा आगे आता है ठीक है आइए अगली बात पढ़ते हैं ये एक शानदार बात है शायद ये आप पहली बार सुने क्या लिखा है पढ़िए पढ़िए पढ़िए लिखा है मोर सब्सीट्यूटेड हेट्रो एटम इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव देन लेस सब्सीट्यूटेड अब ये सुन लो क्या कहना चाह रहा हूं हेट्रो एटम का मतलब समझो कि कार्बन के अलावा बाकी जो एटम्स हैं कार्बन के अलावा जो एटम्स हैं देखो भैया कार्बन के बारे में ही तो पढ़ना है ऑर्गेनिक में तो इसलिए हेट्रो एटम में उन नहीं लिखेंगे हेट्रो मतलब होता है डिफरेंट एटम क्या डिफरेंट एटम कार्बन से इतर कार्बन से अलग एटम्स तो यहां पर कौन-कौन कंसीडर होंगे नाइट्रोजन ठीक है ऑक्सीजन सल्फर ऐसे लोग यहां कंसीडर होंगे कृपया ध्यान देना हेट्रो एटम का मतलब क्या हुआ कि भैया नाइट्रोजन ऑक्सीजन सल्फर अगर नाइट्रोजन ज्यादा सब्सीट्यूटेड है उस पर ज्यादा ch3 c2 h5 लगा दिया तो वो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव होता है विद रिस्पेक्ट टू लेस सब्सीट्यूटेड इसका एक्सप्लेनेशन होता है बॉन्ड एंगल से और बॉन्ड एंगल परसेंटेज इस करैक्टर से रिलेट करके बनाया जाता है तो ये कहानी शायद आपको समझ में आ जाएगी ठीक है उल्टा बोल दिया शायद मैंने परसेंटेज इस कैरेक्टर जो है बॉन्ड एंगल को देखकर बनाया जाता है तो वहीं से ये एक्सप्लेनेशन निकल कर के आता है लेकिन फिलहाल इस लाइन से काम चलाइए क्या लिखा है ओ और और अब आप बताओ हाइड्रोजन को हटाकर मैंने r लगाया तो आप कहेंगे कि दिस ऑक्सीजन इज मोर सब्सीट्यूटेड और मैंने कहा कि जो ज्यादा सब्सीट्यूटेड होते हैं वो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव होते हैं तो अगर ये ऑक्सीजन ज्यादा सब्सीट्यूटेड है तो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है तो - आ ऑर्डर में ये इलेक्ट्रॉन ज्यादा खींचेगा कई बच्चे इसको उल्टा याद कर जाते हैं कि सर r देखो इलेक्ट्रॉन देगा नहीं ऐसा कुछ होने वाला जब भी हेट्रो एटम आएगा कृपया यही बुद्धि लगाइए और कोई बुद्धि नहीं लगानी दूसरी बात ओ सॉरी nh2 nhrc.nic.in ने का काम करेगा कृपया इस बात को ध्यान रखें जो ज्यादा सब्सीट्यूटेड हेट्रो एटम होता है वो ज्यादा खून चूसता है जनाब ठीक है विद रिस्पेक्ट टू ऑल दीज समझ में आ रहा है क्या अरे सब्सीट्यूशन समझ में आता है कुछ नहीं है सब्सीट्यूशन मतलब हाइड्रोजन को हटाकर आर ग्रुप लगा दिया सिंपल और जो सब्सीट्यूटेड है वो इलेक्ट्रॉन खींचेगा चलो इस लाइन पर मेरे को एक बात बताओ कि अगर मैं लिख दूं अगर मैं लिख दूं nh3 पॉजिटिव और nr3 पॉजिटिव इसका भी एक्सप्लेनेशन बॉन्ड एंगल से रिलेटेड करके बनाया गया है तो कृपया बस इतना ध्यान रखें उसको आपको नहीं जानना है जो ज्यादा सब्सीट्यूटेड होगा हेट्रो एटम वो ज्यादा क्या होगा इलेक्ट्रोनेगेटिव तो भैया ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव के मामले में देख लीजिए कृपया nr3 प इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव मतलब nr3 प् वाला नाइट्रोजन इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव ये वजह है जिसकी वजह से nr3 प् जो है एक अच्छा सा माइनस आई होता है किसी ने पूछा अ प्रणय ह आपका नाम पढ़ नहीं पाया कुछ हरजा जी करके नाम है उन्होंने पूछा कि सर वो एल्डिहाइड वाले में तो उल्टा हो रहा है अरे हे बालक एल्डिहाइड में कार्बन है रे ओ खोपड़ी नंदन इधर लाओ अपनी खोपड़ी ये कार्बन है रे कार्बन पर थोड़ी ना लगाने को बोला था हेट्रो एटम है अलग-अलग होने चाहिए कार्बन से डिफरेंट होने चाहिए नाइट्रोजन ऑक्सीजन सल्फर यही ज्यादातर आपके पेपर में दिखाई देते हैं अरे मेरे टिच में कोई कंफ्यूजन नहीं है आजा नालायक प्राणी सबका एक्सप्लेनेशन है कहीं भी कोई गलती है ही नहीं आइए कृपया सावधानी से पढ़े मजा आएगा अब - आ के ऑर्डर में मैं यहां पर आपको डायरेक्ट एक बार दिखाऊंगा रट्टेड की कोई जरूरत नहीं है देखो कटाय मतलब क्या है का यहां पर क्या है पॉजिटिव चार्जेस है अब एक बात सोच के देखो किसी एलिमेंट पर प्लस चार्ज है तो वो क्या करेगा सामने से बहुत इलेक्ट्रॉन खींचेगा उसका रीजन है कि भैया सामने वाले की खोपड़ी प तुमने प्लस लगा दिया और इसको इलेक्ट्रॉन की भूख बढ़ गई अगर उसको इलेक्ट्रॉन की भूख बढ़ गई तो वो क्या करेगा जैसे मान लीजिए nr3 प् मैंने यहां लगाया तो वो क्या करेगा बॉन्ड के इलेक्ट्रॉन को खूब अपनी तरफ खींचेगा तो ये हमने आगे रख दिया इसके बाद है sr2 इसके बाद nh3 देखो इसको और इसको तो मैंने एक्सप्लेन कर दिया इसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं नहीं होगी और इसका एक्सप्लेनेशन सुनो इनका एक्सप्लेनेशन क्या है इनका एक्सप्लेनेशन ये है कि नाइट्रोजन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है विद रिस्पेक्ट टू सल्फर सल्फर इज लेस इलेक्ट्रोनेगेटिव तो वो प्लस बर्दाश्त कर लेगा लेकिन नाइट्रोजन पर प्लस बर्दाश्त नहीं होगा क्योंकि नाइट्रोजन इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव देन सल्फर जो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव उसको नेगेटिव चार्ज चाहिए प्लस नहीं चाहिए अगर तुमने प्लस दिया तो वो इलेक्ट्रॉन खींच के तुम्हें खाली कर देगा पूरी तरह से बात समझ में अरे बोल रे भाई ये बात समझ में आई क्या शायद आ गई होगी अगली बात अब ये तो याद करना पड़ता है no2 न्यूट्रल देखो पहले कटाय फिर न्यूट्रल वाले में no2 और स में no2 आगे होगा कृपया इसको याद करें क्योंकि ये आगे भी ऐसा ही काम आने वाला है ठीक है कृपया इसको याद करें इसके एक्सप्लेनेशन में कृपया ना जाए आइए अगली बात देखते हैं इनके बारे में तो हमें पता है कि जो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव उसका माइनस आ आएगा ठीक ओके इनके बाद ये आ जाएगा और ओ और ओ में हमें पता है कि कौन आएगा ये आएंगे अच्छा इनमें देखो भाई ओ बुद्धु बालको इस पर पेपर पूछ में क्वेश्चन आ चुका जेई एडवांस में सिर्फ इसी लाइन पर आगे मैं करवाऊंगी देखना क्या है वो ये कार्बन ए हाइब्रिडाइज्ड है ये कार्बन जो है वो sp2 हाइब्रिडाइज्ड है ठीक है जी ये कार्बन कैसा है जी ये कार्बन जो है ये sp2 हाइब्रिडाइज्ड है तो इनमें बताइए कि ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव कौन होगा बोलो बोलो बोलो इसके लिए कोई निमोनिक्स की जरूरत ही नहीं है इसमें क्या निमोनिक्स चाहिए आपको पूरे नहीं रटने होते इनको आपस में जानना होता है और थोड़ा सा हिंट होता है भाई याद करते हैं प्रैक्टिस के थ्रू ठीक है पहले ये समझो sps30 भी sp2 सेम होना चाहिए ना नहीं सुनना क्यों क्योंकि इस sp2 के बगल में एक इधर और sp2 sp2 इधर एक sp2 इधर sp2 ये भी sp2 तो इस sp2 से पीछे पांच sp2 लगे हैं बट इसके sp2 के पीछे सिर्फ एक sp2 हाइब्रिड ऑर्बिटल का आपको कार्बन मिल रहा है म हाइब्रिड का कार्बन मिल रहा है इसलिए ये ऑर्डर यहां तक बनेगा और ये - आ का ऑर्डर कृपया समझ लीजिए ठीक है पूरा रट्टा मारने की जरूरत नहीं है इनको अलग जान लो इनको अलग जान लो इनको अलग जान लो ठीक अब इनको रिलेट कैसे करोगे हैलोजन जो होते हैं वो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव नेचर के हैं तो उनको आपने क्या करा आगे रख दिया विद रिस्पेक्ट टू ऑक्सीजन कि आप ऐसे याद रख लो कि फ्लोरीन और ऑक्सीजन में फ्लोरीन ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है लेकिन आपको पहले क्या करना होगा फ्लोरीन की पूरी फैमिली लिखनी पड़ेगी दैट्ची सी बात है कृपया रट्टा मत मारिए इसका कोई जरूरत नहीं आएगी कोई एक्सेप्शन नहीं है रे पीछे जो पढ़ाया उसी का एक्सप्लेनेशन दिया है पीछे जो पढ़ाया यही तो पढ़ाया था यही तो पढ़ाया था यह तो पढ़ाया था यही तो पढ़ाया था बस इनको एक साथ रिलेट किया गया है ठीक ओके जिसको याद है बहुत अच्छी बात है नहीं याद करने की उसी कोई जरूरत है अब समझो रेजोनेंस क्या होता है सिंपल शब्दों में सीखो रेजोनेंस क्या होता है डी लोकलाइजेशन ऑफ पाई इलेक्ट्रॉन इन कंजुल शब्दों में इसको बोलते हैं डी लोकलाइजेशन का मतलब होता है नाचना मूवमेंट करना ठीक है जी किसका पाई इलेक्ट्रॉन का तो यहां पर मैं आपको बता दूं यहां पाई इलेक्ट्रॉन में सिर्फ पाई बॉन्ड के इलेक्ट्रॉन नहीं आते ऐसे इलेक्ट्रॉन आते हैं जो बाद में जब रेजोनेंस की फिनोमिना चलती है तो उस दौरान जो लोग पाई बॉन्ड बना सकते हैं उनको भी कंसीडर करते हैं तो यहां पर पाई बॉन्ड भी हो सकता है लोन पेयर भी हो सकता है नेगेटिव चार्ज भी हो सकता है कृपया ध्यान दें नेगेटिव चार्ज भी हो सकता है ठीक है साथ-साथ एक और भी है दैट इज एक इलेक्ट्रॉन वाला भी हो सकता है ठीक है जी एक इलेक्ट्रॉन वाला रेडिकल भी हो सकता है तो पाई इलेक्ट्रॉन में ये चारों लोग कंसीडर किए जाएंगे डी लोकलाइजेशन का मतलब एक्चुअली मूवमेंट है घूमना टहलना फेरना और नाचना है समझाऊ एक-एक लाइन कृपया ध्यान दें मूव मेंट ठीक है जी घूमना टहलना इन कंजुल कॉन्जुलेरे स्पेक्ट में एक सिंगल बॉन्ड फिर कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन कृपया ध्यान दें कई बार इसको पढ़ाया जाता है कैसे अब पढ़ाया जाएगा पी ऑर्बिटल के थ्रू वो भी मैं आज पढ़ाने वाला हूं निश्चिंत रहिए बट खोपड़ी में टिकेगा कैसे ऐसे यही तरीका है जैसे खोपड़ में तुम्हारी विराजमान रहेगा और आज तक मैं नहीं फसा हूं पूरे मास्टर्स तक में और जिनको पढ़ाया है इनिशियल डेज में वो नहीं फसे तो तुम भी नहीं फसो ग निश्चिंत रहो ठीक है कॉन्जुलेरे ऐसा एटम आए जहां पर क्या रहे या तो लोन पेयर रहे या तो नेगेटिव चार्ज रहे या तो उस एटम पर प्लस रहे या तो उस पर एक इलेक्ट्रॉन रहे बेसिकली इनको मिलाकर हम कहते हैं कॉन्जुलेरे ओ बालक दोबारा सुनेंगे रेजोनेंस की फिनोमिना के तीन हिस्से समझ लो पहले क्या लिखा है डीलो कलाइन मतलब क्या होता है मूवमेंट किसका पाई इलेक्ट्रॉन का उस पाई इलेक्ट्रॉन में कौन लोग होंगे एक तो पाई बॉन्ड होगा लोन पेयर होगा नेगेटिव चार्ज होगा या रेडिकल्स यहां पर होंगे इतनी बात समझ में आई दूसरी कॉन्जुलेरे सिस्टम दूसरा डबल बॉन्ड के बाद एक सिंगल बॉन्ड और एक एटम ऐसा हो जहां पर क्या हो लोन पेयर हो या दूसरा डबल बॉन्ड सिंगल बॉन्ड एक एटम ऐसा जहां नेगेटिव चार्ज हो इसी तरीके से ये पांच मिलकर बनते हैं इसको क्रिस्टल क्लियर करेंगे डोंट वरी बेसिक चीज है ये अभी ठीक है अब आ ये थोड़ा खेल समझते हैं कि माना सर ये कहते होंगे लेकिन थोड़ा ना अप्लाई करके दिखाओ सर तब मजा आएगा यस वही करने वाले यहां देखो क्या लिख रहा हूं कार्बन कार्बन के सिंगल बॉन्ड की जो लेंथ आती है कार्बन कार्बन के सिंगल बॉन्ड की जो लेंथ आती है दैट इज 154 पको मीटर और कार्बन कार्बन डबल बॉन्ड की जो आती है दैट इज 164 पिको मीटर एक डाटा दे रहा हूं इससे कुछ एनालिसिस निकलेगा समझना होगा कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन की लेंथ ओबवियसली छोटी होगी क्योंकि यहां दो बॉन्ड है तो इनमें फोर्स ऑफ अट्रैक्शन ज्यादा है तो ये क्या होंगे छोटे ये सिंगल बॉन्ड है तो ये क्या होगा लेंथ में बड़े ये बेसिक बात आती है ओके अब इसके बाद आते हैं पढ़ने किसको बेंजीन को c6 ए6 क्या बेंजीन जानते हैं क्या होता है c6 ए6 बेंजीन है अच्छा जी बेंजीन को जब बनाया जा रहा है तो वहां पर हमें ये समझ में आया कि हम बेंजीन को ऐसा बना सकते हैं देखो डबल बॉन्ड फिर क्या करिए डबल सिंगल डबल फिर इस तरीके से हर कार्बन पर क्या करिए हाइड्रोजन लगा दीजिए तो क्या हो गया भैया छह कार्बन छह हाइड्रोजन और हर कार्बन जो है क्या है भैया डबल बॉन्ड से कहीं ना कहीं कनेक्टेड है अरे बोलो रे इसको देखकर ऐसा लग नहीं रहा है कि भैया हम ये कह सकते हैं कि इस बेंजीन में कृपया ध्यान से सुनिए एक दो तीन तीन डबल बॉन्ड है दोबारा सुनिए 1 दोती तीन डबल बॉन्ड है और देखो यहां पर एक दो तीन तीन यहां सिंगल बॉन्ड है इसका मतलब सर यहां पे दो तरीके के बॉन्ड लेंथ आनी चाहिए क्या दो तरीके की बॉन्ड लेंथ आनी चाहिए एक तो आनी चाहिए 154 पिको मीटर कार्बन कार्बन सिंगल बॉन्ड की और सर दूसरी आनी चाहिए कार्बन कार्बन डबल बॉन्ड की जो छोटी आनी चाहिए बेंजीन में दो तरीके की बॉन्ड लेंथ आनी चाहिए बट हमें ऐसा कुछ नहीं मिलता हमें जो मिलता है वो ये है कि बेंजीन का एक्सपेरिमेंटल डाटा निकल कर के आया कि कार्बन कार्बन की जो बॉन्ड लेंथ है वो सारी सेम होती छह कार्बन कार्बन बॉन्ड है देखो एक दोती चा पाच छ छह के छह कार्बन बॉन्ड लेंथ सेम थे और वो निकल कर के कितना आ गए अरे सुनो रे बालक कितना निकल के आ गए कार्बन कार्बन बॉन्ड लेंथ कितनी निकल के आ गई 134 पिको मीटर अब सरदर्द शुरू हुआ सरदर्द ये शुरू हुआ कि भैया ये तो डेटा ना इससे मैच कर रहा है ना इससे मैच कर रहा है बल्कि ये डाटा देखो तो ये डटा दोनों के बीच का है अरे भैया 139 से ये छोटा है लेकिन 139 से ये बड़ा है तो इसके बीच का कोई डाटा इसका मतलब कार्बन कार्बन की जो बॉन्ड लेंथ होगी ना वो इसलिए ऐसी आ रही होगी क्योंकि यहां पर ना तो ये सिंगल बॉन्ड है ना तो ये डबल बॉन्ड है एक्चुअली हमें क्या मिलता है एक्सप्लेनेशन दूंगा आगे कि भैया कार्बन कार्बन सिंगल बॉन्ड पर थोड़ा सा डबल बॉन्ड करैक्टर आ जाता है और इस थोड़े से डबल बॉन्ड कैरेक्टर की वजह से हम ये कहते हैं यहां डबल बॉन्ड कैरेक्टर भी है सिंगल बॉन्ड कैरेक्टर भी है इसलिए ये लेंथ छोटी होती है किससे सिंगल बॉन्ड से लेकिन बड़ी होती है किससे इससे क्योंकि ये करेक्टली पाई बॉन्ड नहीं होते एग्जैक्ट हुबहू नॉर्मल पाई बॉन्ड नहीं होते क्या इसकी बात समझ में आई यहां पर कहते हैं पार्शियल पाई बॉन्ड करैक्टर इसके ऑर्बिटल डायग्राम को समझाऊ एकदम क्रिस्टल क्लियर होगा अभी बस जानना है कि हां कुछ नाटक तो चल रहा है सर तो उस नाटक को समझते हैं कैसे अब आओ दिखाते हैं अरे सुनो रे बालक अब हमें समझाना पड़ेगा कि भैया जो ये मैंने लाइने बोल दी इसका क्या सेंस बनता है है ना ये क्या संस देता है तो सुनो कार्बन कार्बन का जो पाई बॉन्ड है ध्यान से सुनिए पाई बॉन्ड है उनके दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आ जाएंगे कार्बन कार्बन सिंगल बॉन्ड पर यहां कार्बन कार्बन का जो सिंगल अ यहां पर पाई बॉन्ड है उनके दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर आ जाएंगे भैया यहां कार्बन कार्बन के सिंगल बॉन्ड पर तो डबल बॉन्ड का पाई बॉन्ड उठ करर के यहां आगे सिंगल पर आ रहा है ठीक है जी ऐसा एक इलेक्ट्रॉन का मूवमेंट देखने को बेंजीन के अंदर मिलता है तो हमने क्या किया पाई इलेक्ट्रॉन को यहां से उठाकर यहां यहां से उठाकर यहां यहां से उठाकर यहां किया ऐसा करने की स्थिति में हमें एक नया स्ट्रक्चर मिलता है दैट इज यहां पर मैं आपको सामने बना के दिखा रहा हूं कृपया ध्यान दें रेजोनेंस के फिनोमिना में कभी भी सिग्मा बॉन्ड स्केलेटन को नहीं छेड़ते देखो सारे सिग्मा बॉन्ड मैंने हूबहू सेम बनाए कृपया ध्यान से देख हूबहू सेम बनाए जैसा ये ऐसा ही मैंने बना करके दिखाया सिग्मा स्केलेटन ऐसा ही है स्केलेटन का मतलब यहां समझिए बॉन्ड बॉन्ड का कनेक्शन तो जैसा सिग्मा बॉन्ड यहां था वैसा ही बना है लेकिन पाई बॉन्ड नाच रहा है तो देखिए पहले पहले पाई बॉन्ड इनके बीच में था लेकिन अब वो कह रहे हैं कि पाई बॉन्ड यहां आएगा मतलब पाई बॉन्ड हमें यहां बनाना पड़ेगा देखो भाई पाई बॉन्ड यहां पहले पाई बॉन्ड यहां था अब वो यहां आएगा मतलब वो कह रहे हैं यहां आएगा ये वाला यहां आएगा मतलब यहां आएगा तो इससे हमने क्या किया इसको बनाया और इसी में दोबारा हम इसको घुमा दें तो क्या बन जाएगा ऐसा बन जाएगा मतलब ये इसमें और ये इसमें कन्वर्ट होता रहता है एक दूसरे में क्या कर करता रहता है जी कन्वर्ट होता रहता है कुछ इस तरीके से क्या आपको इतनी बात समझ में आई यहां पर क्या है यहां पर भाई पाई इलेक्ट्रॉन के नाचने को हम क्या कहते हैं रेजोनेंस कहते हैं तो डी लोकलाइजेशन ऑफ पाई इलेक्ट्रॉन इन कंजुल सिंगल डबल सिंगल डबल सिंगल ये जो कॉन्जुलेरे हैं इसीलिए यह प्रोसेस रेजोनेंस कहलाता है अब आपको मुझे पढ़ाना है इसका ऑर्बिटल डायग्राम लेकिन वहां पहुंचे उस से पहले मैं आपको थोड़ा इनका और विस्तार में चर्चा करना चाहता हूं इनका रेजोनेंस हाइब्रिड बनावा देना चाहता हूं रेजोनेंस हाइब्रिड क्या होता है बता देता हूं रेजोनेंस हाइब्रिड जो होता है इन दोनों जो रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स मिले हैं उनका करैक्टर इसके अंदर डालना पड़ेगा देखो दोबारा सुनेंगे कई बार लाइने समझ में नहीं आए दोबारा बताऊंगा ध्यान सुनना मैंने बोला ये और ये आपस में क्या कहलाते हैं ये कहलाते हैं रेजोनेंस क्या ये कहलाते हैं रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स दोनों रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स के कैरेक्टर को आपस में मिला दोगे तो क्या बनेगा वो बनेगा रेजोनेंस रेजोनेंस हाइब्रिड क्या बनेगा वो बन जाएगा जनाब रेजोनेंस हाइब्रिड यहां पर क्या था सुनिए पहले कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन यहां था अब यहां है फिर देखो यहां था अब यहां है अब देखो यहां था फिर यहां इसका मतलब आप ये कह रहे हो कि कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन हर कार्बन कार्बन कान बॉन्ड पर टच करता हुआ जा रहा है तो उसको कैसे बनाते हैं देखो देखो ध्यान से अब पूरा तो बॉन्ड बना नहीं सकते तो आधा बना दिया यहां आधा यहां आधा यहां आधा बॉन्ड यहां आधा यहां आधा यहां था तीन ही बॉन्ड हमने आधा आधा करके छह कार्बन कार्बन बॉन्ड पर डिस्ट्रीब्यूटर ऑल तीन ही बॉन्ड बनाया लेकिन हम बताना ये चाहते हैं कि ये पाई बॉन्ड एक जगह नहीं रहता बल्कि हर कार्बन कार्बन बॉन्ड पर यूं ही नाचता रहता है इसलिए अक्षर आपने बेंजीन के अंदर गोला देखा होगा ऐसा सर्कल बना कर के देखा होगा उसका यही मतलब होता है कि वहां पर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी पाई इलेक्ट्रॉन डेंसिटी क्या कर रही है मूवमेंट कर रही है नाच रही है तो ये जो बना ये रेजोनेंस हाइब्रिड है और मैं बताना चाहूंगा जो रेजोनेंस हाइब्रिड होता है वही एक्चुअली रियल मॉलिक्यूल के रियल मॉलिक्यूल को रिप्रेजेंट करता है रियल मॉलिक्यूल को कौन रिप्रेजेंट करता है जी रेजोनेंस हाइब्रिड रिप्रेजेंट करता है क्या आपको इतनी बात समझ में आई अभी इतनी बात समझ में आई बस इतनी बेसिक बात जाननी है एक बात बताऊं इतना सीख गए तो बहुत बड़ी बात है नहीं तो फिर से सिखाएंगे डोंट वरी अब बात करते हैं पाई बॉन्ड की मैं क्यों पाई बॉन्ड पर चर्चा करना चाहता हूं क्योंकि मुझे आगे ऑर्बिटल डायग्राम समझाना है तो मैं कहने वाला हूं कि देखो भैया अगर कोई तुमसे कहे कि दो कार्बन के बीच में अगर कोई तुमसे कहे दो कार्बन के बीच में देखो भैया क्या होता है एक सिग्मा होता है एक पाई होता है इसमें क्या एक सिग्मा बना दिया अगर कोई कहे पाई होता तो आप बताइए क्या कहेंगे उस पर कौन सा ऑर्बिटल है जो पाई बनाता होगा कौन सा ऑर्बिटल है जो पाई बनाता होगा तो आप कहेंगे देखो भैया कार्बन का जब हम इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन लिखते हैं तो हम तो लिख देते हैं 2s 2 2 p2 लिख देते हैं यही तो है आउटर इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फ़िगरेशन और जो s ऑर्बिटल है वह तो पाई बॉन्ड बनाता ही नहीं है तो p ऑर्बिटल ही बचता है जो बनाता है दोबारा बता देता हूं अगर आपने केमिकल बॉन्डिंग ढंग से नहीं पढ़ी तो केमिकल बॉन्डिंग में हम सीखते हैं कि देखो s ऑर्बिटल में तो एक स्फेयर होता है एक ही लोभ होते हैं और जिनके पास एक लोभ होता है वह पा नहीं बनाया करते पा कौन बनाता है p ऑर्बिटल या या डी ऑर्बिटल क्यों क्योंकि उनके पास एक से ज्यादा लोब मौजूद होते हैं क्या मौजूद होते हैं एक से ज्यादा लोब मौजूद होते हैं इसलिए हम कहते हैं कि देखो सिंपल बात कह रहा हूं कार्बन जो है कार्बन के पास 2 प ऑर्बिटल इस कार्बन के पास 2 प ऑर्बिटल है इनके पास भी एक इलेक्ट्रॉन इनके पास भी एक इलेक्ट्रॉन है दोनों आपस में ओवरलैप करते हैं लैटरल ओवरलैपिंग के थ्रू पाई बॉन्ड का फॉर्मेशन होता है इस पाई बॉन्ड को नाम देते हैं 2 प पाई 2 प पाई बॉन्ड मतलब कार्बन का 2p ऑर्बिटल दूसरे कार्बन के 2p ऑर्बिटल के साथ मिलकर के पाई बॉन्ड का फॉर्मेशन करता है तो निश्चिंत हो जाइए कहीं भी कोई भी सेकंड पीरियड एलिमेंट मिल जाए एक दावा और सुनो अगर कोई भी कहीं भी सेकंड पीरियड एलिमेंट पाई बॉन्ड बनाता हुआ मिल जाए आपस में तो आप कहिए वहां पर हमेशा हमेशा ये पाई बॉन्ड p और p ऑर्बिटल की ओवर लैपिंग से ही बनते हैं क्योंकि पाई बॉन्ड या तो p ऑर्बिटल से बनता है या तो d डी होता नहीं है सेकंड पीरियड एलिमेंट के पास इसलिए वो अपने प ऑर्बिटल को यूज करके ही पाई बॉन्ड का फॉर्मेशन करते हैं शायद ये बेसिक बातें आपकी खोपड़ी में गई हो जिसको नहीं गई उसके बारे में दोबारा एक्सप्लेनेशन देने वाला हूं भैया आ जाओ ये देखो आ जाओ भैया जिसको समझ में नहीं आया ऑर्बिटल रिप्रेजेंटेशन ऑफ रेजोनेंस ये काम की बात है ये काम की बात है ये जान लेते हैं एक बार क्या कहना चाह रहा हूं यहां पे मैं आपके सामने बेंजीन प्रस्तुत करूं ध्यान से सुनिए मैं यहां पर बेंजीन प्रस्तुत कर यहां पर सिर्फ बॉन्ड पर चर्चा होगी यहां वैलेंसी के चक्कर में मत पढ़ना ठीक है यहां पर मैं कहूंगा देखो यहां पर पाई बॉन्ड है कृपया ध्यान दें मैं कह रहा हूं बेंजीन में यहां पाई बॉन्ड है तो देखिए बेंजीन यहां पर पाई बॉन्ड का मतलब होता है कि यहां पर एक 2p ऑर्बिटल और यहां पर 2p ऑर्बिटल इन्होंने आपस में क्या किया देखो पाई बॉन्ड बनाया क्या समझ में आया यहां के पाई बॉन्ड को मैंने इधर रिप्रेजेंट किया समझे समझे अगली बात देखो मैं कह रहा हूं यहां पर कार्बन और कार्बन के बीच में क्या है एक पाई बंड है इसका मतलब यहां पे जो एक p ऑर्बिटल है यहां का जो एक प ऑर्बिटल है इन दोनों ने आपस में ओवरलैप किया लैटरल ओवरलैपिंग करी और पाई बॉन्ड का फॉर्मेशन किया देखो इन्होंने आपस में क्या किया लैटरल ओवरलैपिंग करी और पाई बॉन्ड का फॉर्मेशन किया मैं कहता हूं कि देखो भैया यहां पर एक मिनट यहां पर कलर चेंज करना है जी यहां पर हम यहां बना रहे हैं देखो ये येलो कलर वाला जो पाई बॉन्ड है उसका अगर हमें बनाना है यहां रिप्रेजेंटेशन हम कहेंगे इस कार्बन पर प ऑर्बिटल इस कार्बन पर भी प ऑर्बिटल है इन दोनों ने आपस में मिलकर के ये पाई बॉन्ड बनाया क्या आपको इसका ये ऑर्बिटल रिप्रेजेंटेशन समझ में आया यहां सिग्मा बॉन्ड पर चर्चा की जरूरत नहीं क्योंकि रेजोनेंस में सिग्मा बॉन्ड पे कोई चर्चा करने की जरूरत नहीं होती शायद समझ में आ गया होगा खोपड़ी तक बात गई क्या यस स चली गई अब अगली बात देखेंगे कृपया ध्यान दें अगर हम रेजोनेंस की फिनोमिना यहां परफॉर्म कराए तो यहां पाई के जो दोनों इलेक्ट्रॉन है ये उठ कर के अगले पर आ जाएंगे अच्छा ये यहां के जो पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन है ये उठकर यहां आ जाएंगे यहां जो पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन है ये उठ कर के यहां आ जाएंगे तो इसका जो रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनने वाला है वो देखिए कैसा बनेगा जो इसका रेजोनेंट स्ट्रक्चर होगा वो कैसा बनेगा सुनो रे बालक कैसा बनेगा यहां देखो यहां वाला पाई क्या होगा यहां आएगा फिर पाई यहां आएगा और फिर पाई यहां आएगा तो इसका रिप्रेजेंटेशन देखो कृपया ध्यान दें इस बात पर क्या समझ में आ रहा है कि नहीं ये बताइए पहले ये देखो यहां वाले पाई बॉन्ड और यहां वाले पाई बॉन्ड मतलब मैं इसकी बात कर रहा हूं नंबरिंग दे दूं क्या नंबरिंग दे दूं जैसे मान लो ये वन है ये टू है ये थ्री है ये फोर है ये फाइव है ये सिक्स तो वनटू के बीच में जो पाई बॉन्ड देखिए कैसे बनेगा यहां पर देखिए थ्री और फोर के बीच में इनके बीच में देखिए ऐसा बनेगा और यहां पर देखें फाइव और सिक्स में पाई बॉन्ड ऐसा बनेगा अब एक बार सोच कर देखो ये बात यहां से समझ में आ रही है इनको आपस में करके देखो सर यहां कुछ ज्यादा खेल नहीं चल रहा है एक ही काम हो रहा है कि जो ये वाला प ऑर्बिटल है कभी इससे जुड़ जाता है कभी इससे जुड़ जाता है जब इससे जुड़ता है तो यहां पाई बॉन्ड बनता बता है लेकिन जब यही वाला p इसके साथ जुड़ जाता है तो देखिए सर यहां बन जाता है इसका मतलब ये लोचा p ऑर्बिटल का है तो p ऑर्बिटल के इस तरीके से आपस में ओवरलैप करके पाई बॉन्ड तो बनते हैं इधर लेकिन यही वाला इसके साथ जुड़ेगा तो यहां बन जाएगा इसका मतलब सच तो ये है कि ये जो लोब्स हैं छह के छह ऊपर वाले आपस में क्या करेंगे ओवरलैप नीचे वाले आपस में ओवरलैप तो इस तरीके से पाई बॉन्ड का फॉर्मेशन होता अरे बोल ना भाई डी में दिख रहा होगा नालायक हो यस सर दिख रहा है एक बात बताओ क्या तुम यहां पर रेजोनेंस हाइब्रिड बना सकते हो बोलो बोलो बोलो रेजोनेंस हाइब्रिड बना सकते हो रेजोनेंस हाइब्रिड में मैंने क्या सिखाया बोलो हमने सिखाया कि हर जगह पर पाई बॉन्ड जाएगा हर जगह पर पाई बॉन्ड के इलेक्ट्रॉन जाने का मतलब होता है कुछ इस तरीके का देखो यहां पर छह कार्बन के छह पी ऑर्बिटल दिखाए गए जो ऊपर वाले लोब के हैं वो आपस में ओवरलैप कर रहे जो नीचे वाले हैं वो नीचे ओवरलैप कर रहे तो ऐसा लगता है कि ये जो बीच में ये जो वाइट कलर का क्या क्या क्या ये जो वाइट कलर का मैंने कार्बन कार्बन की चेंस बनाई थी उसके ऊपर भी इलेक्ट्रॉन डेंसिटी है और उसके नीचे भी इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी है और एक्चुअली बेंजीन ऐसा ही होता है तो रेजोनेंस हाइब्रिड रियल मॉलिक्यूल को एक्सप्लेन करता है आई होप यहां तक की बात समझ में आ गई हो अब कोई ये मत कहना सर पी ऑर्बिटल वाला नहीं बताया सब बताया ठीक है खोपड़ी में ये बातें इसी तरीके से होती है प पाई प पाई का मतलब अरे प पाई प का पाई का मतलब एक पाई बंड जहां पर प ऑर्बिटल प ऑर्बिटल के साथ ओवरलैप कर रहा है प पाई प पाई का मतलब है समझ में आया नहीं आया अरे हेरे बुद्धू प पाई प पाई का मतलब है कि एक ऐसा पाई बॉन्ड जहां पर प ऑर्बिटल प ऑर्बिटल के साथ ओवरलैप करके बॉन्ड बन रहा है बस सिंपल यही होता है ठीक आइए अगली बात करते हैं कॉन्जुलेरे कंडीशन फॉर रेजोनेंस है पाई पाई कंजुल रहा हूं ch2 स डबल बॉन्ड स ओके यहां पर बॉन्ड हटाना पड़ेगा वैलेंसी नहीं तो एक्सीड कर जाती ना जी हमें कॉन्जुलेरे सिस्टम है क्या ये देखो भाई सब लोग डबल सिंगल डबल तो मतलब हमने क्या किया यहां पर पाई बॉन्ड का जो इलेक्ट्रॉन मान लो ये वाला पाई बॉन्ड है जो इसमें से कोई भी एक पाई बॉन्ड मान सकते हो ऊपर या नीचे अब ये पाई बॉन्ड का इलेक्ट्रॉन यहां पर आएगा तो यहां के दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के कहां जाएंगे कार्बन की खोपड़ी पर जाएंगे अरे समझ में आया क्या ओ बुद्धू इतनी बात समझ में आई अगर समझ में आई तो इसका रेजोनेंट अपनी कॉपी में लिख लो कैसे लिखेंगे देखो सिंगल बॉन्ड स पहले हमें क्या करना है सिग्मा स्केलेटन लिखना है पहले हमें क्या करना है कहीं पाई बॉन्ड नहीं बनाना है जब भी कोई कहे कि क्या करिए रेजोनेंट स्ट्रक्चर लिख दीजिए तो पहले सारे सिग्मा बॉन्ड बना लीजिए देखो यहां पर कहीं पाई बॉन्ड नहीं बनाया मैंने सारे सिग्मा बना दिए पहले अच्छा बनाने के बाद अब सोचो क्या हुआ ये दोनों इलेक्ट्रॉन इन दोनों कार्बन के बीच में आते हैं इसका मतलब यहां पर क्या आएगा पाई बॉन्ड दोबारा सुनिए ये दोनों इलेक्ट्रॉन इन दोनों कार्बन के बीच में आएंगे तो यहां पर पाई बॉन्ड ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के इस कार्बन पर चले जाएंगे तो इस कार्बन पर क्या आएगा नेगेटिव चार्ज यही तो सिखाया था दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के कार्बन पर आ गए तो नेगेटिव चार्ज एक बात और सुनो इस कार्बन का इलेक्ट्रॉन तो आगे चला गया इसका मतलब इस कार्बन पर आएगा पॉजिटिव चार्ज तो ये आपस में एक दूसरे के रेजोनेंस ऐसे बनाए जाते हैं समझ में आ गया क्या अरे समझाया क्या भाई सही समझ में आया यस चलो आगे देखते हैं अब अगली बात करेंगे तो हम कहेंगे कि देखो इसको अगर हम बनाए तो हम कहेंगे कि देखो यहां पर पाई बॉन्ड क्या आपको दिख रहा है ये वाला पाई बॉन्ड दिख रहा है क्या देखो या कलर थोड़ा और अच्छा अच्छा करू ये देखो पाई बॉन्ड कार्बन कार्बन के बीच में ये वाला मैं रिप्रेजेंट कर रहा हूं फिर क्या है सिंगल बॉन्ड तो देखिए कार्बन कार्बन का सिंगल बॉन्ड अगले में देखो फिर से क्या है पाई बॉन्ड लगा हुआ है सिंगल तो बना ही है पाई बॉन्ड मैं बना दे रहा हूं तो देखिए ठीक क्या समझ में आया ये देखिए पाई बॉन्ड यहां पर रिप्रेजेंट हो रहा है ये वाला पाई बॉन्ड यहां रिप्रेजेंट हो रहा है अब करना क्या होता है अरे भैया बचा क्या है ये p ऑर्बिटल इस p ऑर्बिटल के साथ कनेक्ट हो जाएगा ये p ऑर्बिटल इस ऑर्बिटल के साथ कनेक्ट हो जाएगा तो पाई बॉन्ड कहां आएगा बीच में सिंपल है एकदम सिंपल बात है इसको रिप्रेजेंट कर रहा हूं मैं यहां देखो आपस में p ऑर्बिटल प ऑर्बिटल आपस में यहां मिल गए तो ये बन जाएंगे और सुनो यहां का इलेक्ट्रॉन आगे चला गया तो इस पर क्या प्लस लिख रहे हैं प्लस का मतलब ये वेकेंट ऑर्बिटल है इस कार्बन ch2 प् पर ch2 प् पे जो कार्बन आपको दिख रहा है मतलब ये कार्बन ये है और यहां पर एक वेकेंट पी ऑर्बिटल है और ये कार्बन में नेगेटिव चार्ज का मतलब मतलब है कि इस कार्बन पर दो इलेक्ट्रॉन मौजूद हैं क्या इस कार्बन पर दो इलेक्ट्रॉन मौजूद है क्या यहां तक की बात समझ में आई अरे कितनों को समझ में आई रे ओ इस कार्बन पर दो इलेक्ट्रॉन है क्या समझ में आया एकदम बेसिक आईडिया लग जाना चाहिए बस हो चुका है अब कहानी खत्म है आइए देखते हैं अगली चीज है कि कार्बन पे देखो डबल बॉन्ड सिंगल बॉन्ड एक एटम ऐसा होना चाहिए डबल बॉन्ड के जस्ट बगल में सिंगल बॉन्ड के दूरी पर कि यहां या तो लोन पेयर हो या नेगेटिव चार्ज हो या तो एक इलेक्ट्रॉन वाला रेडिकल हो या तो प्लस हो समझ में आया क्या इन चारों को अलग-अलग करके पढ़ा देता हूं देखो कैसे लिखते हैं अब थोड़ा स्पीड में आ जाएंगे अपन डोंट वरी ठीक है यहां देखें यहां पर क्या होगा नाइट्रोजन पे क्या है लोन पेयर तो लोन पेयर ये देखो नाइट्रोजन एक जड एटम की तरह काम कर रहा है जहां पर लोन पेयर है फिर सिंगल बॉन्ड है फिर क्या है पाई बॉन्ड अब सुनना ये इलेक्ट्रॉन कहां पे चल के आएगा कार्बन कार्बन के बीच में और कार्बन कार्बन के बीच में जो पाई इलेक्ट्रॉन है वो उठ कर के इस कार्बन पर आएगा तो हमें क्या करना है अरे हमें डरना नहीं है पहली बात तो एक चीज मेन चीज मेन चीज तो ये भैया डरना नहीं है ऑर्गेनिक केमिस्ट्री बड़ी आसान सी चीज है खूबसूरती से सीखा और सिखाया जाए तो आनंद आता है अरे बोलो रे समझ में आ भी रहा है कि ऐसे ऐसे घूम रहे हो अगर समझ में आ रहा दिल बना के बताओ थोड़ा दिल बना के समझाओ समझाओ रे थोड़ा थोड़ा समझाओ कि बात समझ में आ रही है है ना जी आइए देखते हैं यहां देखो भाई खोपड़ी लगाना ठीक अब देखो कहोगे कि सर यहां पर तो कार्बन और नाइट्रोजन के बीच में क्या आएगा एक पाई बॉन्ड देखो अगर दो इलेक्ट्रॉन इनके बीच में रिसीव होगा वेरी वेरी गुड लग तो रहा है समझ में आ रहा है वेरी गुड वेरी गुड यहां नाइट्रोजन और कार्बन के बीच में क्या है दोनों इलेक्ट्रॉन रिसीव होंगे तो पाई बॉन्ड यहां बनेगा अच्छा ये जो किनारे वाला कार्बन है ये जो किनारे वाला कार्बन है इस पर ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर आ गए मतलब इस पर क्या होगा नेगेटिव चार्ज होगा क्या मैंने सही बनाया है यस या नो में जवाब दीजिए चलिए चलिए चलिए तुरंत तुरंत तुरंत बता बताइए कि ये एकदम सही लग रहा है क्या समझ में आ रहा है कि हमने कुछ गलती की है सर एक बात देखिए सर ये न्यूट्रल मॉलिक्यूल था तो आपने नायक कैसे बना दिया हमेशा चार्जेस सेम होने चाहिए अगर ये न्यूट्रल तो इसको न्यूट्रल जैसा बनाना है तो हम कैसे सोचेंगे सुनना कैसे सोचेंगे कि देख भाई ये नाइट्रोजन पर क्या था लोन पेयर जब भी कोई अपना लोन पेयर दे कर के दोबारा सुनिए जब भी कोई अपना लोन पेयर देकर के पाई बॉन्ड बनाता है तो उसकी खोपड़ी पर प्लस चार्ज आता है उसकी खोपड़ी पर प्लस चार्ज आता है जो भी अपना लोन पेयर देकर के पाई बॉन्ड बनाएगा उस पर प्लस चार्ज आएगा तो अब देखिए प्लस और माइनस दोनों है तो वो भी न्यूट्रल जैसा बन गया है समझ में बात आ गई खोपड़ी में बात गई क्या यस अब इसको आप यहां पर खुद रिप्रेजेंटेशन में लाके देख लीजिएगा एक बार ठीक है मैं थोड़ा हिंट दे दे रहा हूं कि यह वाला पहला स्ट्रक्चर है यह दूसरा स्ट्रक्चर है तो पहले स्ट्रक्चर का ऑर्बिटल रिप्रेजेंटेशन दूसरे स्ट्रक्चर का ऑर्बिटल रिप्रेजेंटेशन इनके बीच में रेजोनेंस जैसी फिनोम ठीक यहां क्या है नाइट्रोजन ये मानिए नाइट्रोजन है जो अभी मैं बना रहा हूं देखो यहां पर क्या है लोन पेयर है नाइट्रोजन पर क्या है यहां पे लोन पेयर और इनका अब कनेक्शन इधर बिन जाएगा तो यहां पर पाई बॉन्ड यहां पर क्या होगा पाई बॉन्ड ठीक लेकिन यहां पर क्या हो जाएंगे दो इलेक्ट्रॉन ठीक है जी ये इसका रिप्रेजेंटेशन है बस इतना याद रखिए कि किनारे की तरफ यह वाला नाइट्रोजन है किनारे की तरफ ये वाला नाइट्रोजन बाकी कार्बन बस बेसिक बात है शायद समझ में आया होगा मैं आगे बढ़ता हूं यहां पे हमें पढ़ना है कि किस तरीके से हम बनाते हैं रेजोनेंट क्चर देखो यार होता क्या है कि जो बेसिक चीजें होती है ना वो इसी पर ज्यादा टाइम लगता है जो शुरू के तीन घंटे होंगे उसमें सारी बेसिक बातें हमें एक बार ढंग से सीखना पड़ेगा अगर हम जल्दबाजी में पढ़ गए तो आपको जीओसी समझ नहीं आएगा आपको ऐसे रटवा वाली फीलिंग आएगी मैं कतई नहीं करना चाहता भाई है ना फिर वही है कि हमारे सीखने का क्या फायदा निकला जब हम आपको सिखा ही नहीं सकते तो ठीक है जी आइए देखते हैं कार्बन पर प्लस बना हुआ है तो आपको पता है कि भैया प्लस कार्बन पर प्लस का मतलब क्या हुआ कि यहां पर एक वेकेंट प ऑर्बिटल है तो यहां का प ऑर्बिटल यहां पे आ जाएगा बस सिंपल बात है यहां पर क्या करेगा यहां का प ऑर्बिटल इसके साथ ओवरलैप करेगा लेकिन इलेक्ट्रॉन के साथ देखना कैसे यहां पे दोनों इलेक्ट्रॉन उठा के आपको कैसे करना है ये बनाना सीखना है आपको ठीक है जी बस ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठा कर के प्लस की तरफ कर दीजिए तो जो ये ch2 है कृपया ध्यान दें अगर दोनों इलेक्ट्रॉन इधर आएंगे तो कार्बन और कार्बन यहां पर क्या हो जाएगा पाई बॉन्ड बन जाएगा देखो यहां पर पाई बॉन्ड बन जाएगा और एक बात सुनो ध्यान से अगर कार्बन जो कि पॉजिटिवली चार्ज था उसको तुमने इलेक्ट्रॉन दे दिया सोचो क्या होगा न्यूट्रल अरे भैया प्लस को आपने इलेक्ट्रॉन दिया तो यह कार्बन न्यूट्रल हो जाएगा लेकिन जो ये किनारे वाला कार्बन है उसका इलेक्ट्रॉन तो तुम आगे उठा के ले गए इसका मतलब है यहां वाले किनारे वाले कार्बन पर प्लस आएगा किसी को ऐसा तो नहीं है जो समझ में नहीं आ रहा किनारे कार्बन का क्या मतलब है ओ भाई यहां पर है ch2 देखो ch2 डबल बंड यहां पर भी आप लिख सकते हैं कि ये है सी स2 अब तो कहो समझ में आया सारी चीज तो पूछ ही लेते हो भाई तुम छोड़ते क्या हो भैया तुम यह तो बताओ देखो यह किनारे सी2 प्लस है तो यह दोनों एक दूसरे में क्या हो रहे हैं इंटर कन्वर्ट कर दीजिए भैया खाली पाई इलेक्ट्रॉन के घुमाने से इसलिए य रेजोनेंस के बनाए हुए रेजोन स्ट्रक्चर है ठीक है ओके अगला देखेंगे कार्बन की खोपड़ी पर नेगेटिव चार्ज तो टिव चार्ज है तो एक बात बताइए उसकी तरफ कोई इलेक्ट्रॉन ला सकता है क्या बोलो अगर इधर इलेक्ट्रॉन लाएंगे तो होगा क्या ध्यान सुनिए नहीं तो समझ में नहीं आएगा कार्बन पहले से कितने बॉन्ड बना रहा है एक और दो हाइड्रोजन के साथ बॉन्ड बनाएगा तो तीन कार्बन ने तीन बॉन्ड बनाए छह इलेक्ट्रॉन तो वहां हो गए बॉन्ड में और दो यहां आठ मतलब यहां कार्बन का ऑक्टेट्स पास आठ इलेक्ट्रॉन हो चुके हैं और आपने शायद पढ़ा होगा कि सेकंड पीरियड एलिमेंट जो होते हैं वो आठ इलेक्ट्रॉन से ज्यादा अपने ऊपर गैदर नहीं कर सकते इकट्ठा नहीं कर सकते तो यह भाई साहब इधर इलेक्ट्रॉन नहीं देंगे बल्कि यह इलेक्ट्रॉन अब कहां आएगा यहां पर और यहां का जो पाई इलेक्ट्रॉन होगा वो दोनों उठकर किनारे वाले कार्बन पर चले जाएंगे तो इस तरीके से क्या बन जाएगा ch2 यहां पर हो जाएगा जी सिंगल यह देखें डबल बॉन्ड और यहां पर नेगेटिव चार्ज मैंने क्या किया यहां पर आप चाहे ch2 लिख दीजिए देखिए दोनों समझ में आ रहा है कि नहीं आ रहा देखो एक दूसरे में समझ में आ रहा है कि नहीं आ रहा हमने क्या कि ये नेगेटिव चार्ज यहां लाए तो पाई बॉन्ड यहां ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के इस कार्बन पर अगर दो इलेक्ट्रॉन उठकर किसी कार्बन पर गए तो वहां नेगेटिव चार्ज आएगा तो इस तरीके से ये एक दूसरे के रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स बन रहे हैं ठीक है आइए अगला पढ़ते हैं अब तो स्पीड में ही है भाई अब क्या दिक्कत हो रही है है ना जो स्पीड वाले बालक हैं उनसे कह रहा हूं ब जल्दी ही हो रहा है अब कार्बन पर एक इलेक्ट्रॉन है एक इलेक्ट्रॉन को आप क्या करिए यहां लाइए अब इन दोनों में से एक इलेक्ट्रॉन को यहां ले आइए देखो ये कैसे बनाते हैं रेडिकल वाला थोड़ा अलग है क्योंकि अब हमारे पास कार्बन के पास एक ही इलेक्ट्रॉन है तो एक इलेक्ट्रॉन आप इधर लाइए एक इधर से लेके जाइए और यहां पर एक इलेक्ट्रॉन तो इसको बनाने का वही तरीका कि सिग्मा बॉन्ड को नहीं छेड़ना किसको सिग्मा बॉन्ड को नहीं छेड़ना तो सारे सिग्मा बॉन्ड हमने वैसे ही बना दिए अब देखो क्या हुआ यहां से एक इलेक्ट्रॉन गया और यहां से भी एक इलेक्ट्रॉन आया तो इसका मतलब यहां पाई बॉन्ड बन जाएगा देखो सिग्मा तो पहले से बना था एक इलेक्ट्रॉन तुम इधर ले गए एक इधर तो यहां कितने हो गए दो तो बन गया पाई बॉन्ड और जो किनारे वाला कार्बन है उसके ऊपर आ जाएगा एक इलेक्ट्रॉन तो देखो ये बन जाएगा तो यह बनाने का तरीका है अब एक बात और सुनिए जितने कृपया ध्यान देना यहां पर कितने मैं तुमसे पूछना चाह रहा हूं यहां कितने अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है तो आप कहेंगे देखो एक ही अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है यहां कितने अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन सर एक ही है तो ध्यान रखना रेजोनेंट क्चर में नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन सेम होते हैं और हमेशा पाई इलेक्ट्रॉन नाचते रहते हैं सिग्मा बॉन्ड पर कोई भी फर्क नहीं आता ठीक है जी आइए कुछ रूल्स देख लेते हैं जो मैंने बोला वही रूल के फॉर्म में दिखेगा फॉलो ऑक्टेट्स दिख जाए ऑक्सीजन दिख जाए फ्लोरीन दिख जाए या बोरनन दिख जाए तो इनमें मैक्सिमम आठ इलेक्ट्रॉन इनको चाहे जैसे बॉन्ड बनाओ मैक्सिमम आठ इलेक्ट्रॉन होने चाहिए जैसे कार्बन अगर कार्बन अगर सारे सिंगल बॉन्ड बनाए तो चार बनाएगा है ना कार्बन अगर किसी से ट्रिपल बॉन्ड बनाए तो पीछ छह अपना एक बॉन्ड बनाएगा क्योंकि चार से ज्यादा चार से ज्यादा बॉन्ड बना ही नहीं सकता कार्बन यही बताना चाह रहे हैं वो इसी तरीके से नाइट्रोजन की अगर मैं बात करूं तो नाइट्रोजन भी अगर सिंगल बॉन्ड बनाए तो कैसा बनाएगा भैया ऐसे nh4 प्लस पढ़ा होगा आपने क्योंकि नाइट्रोजन के वैलेंस में पांच होते हैं एक निकाल दो तो इस तरीके से लिख सकते हो या सिंपली बोलूं तो नाइट्रोजन को आप इस तरीके से बनाइए मतलब नाइट्रोजन सिंपली ऐसा बनना चाहता है जहां पर भैया क्या हो आठ इलेक्ट्रॉन से ज्यादा ना हो तो बॉन्ड गिन लो एक दो दोती च चार बॉन्ड मतलब आठ इलेक्ट्रॉन तो ज्यादा से ज्यादा नाइट्रोजन कितने बॉन्ड बना सकता है तो आप कहेंगे चार बॉन्ड बना सकता है और जब वो चार बॉन्ड बनाएगा तो उसकी खोपड़ी पर प्लस चार्ज आएगा समझ में बात आई इतनी बेसिक बात है जी आइए अगला देखते हैं सिग्मा स्केलेटन को कोई छेड़छाड़ नहीं करनी है नंबर ऑफ पेयर्ड एंड अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन शुड बी सेम जैसे यहां पर एक अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है तो यहां पर भी एक अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन है यही बेसिक तीन रूल्स थे जो हमें फॉलो करने हैं शायद सीखने में आप सक्षम रहे हो अब आगे बढ़ जाते हैं अगली बात ये क्वेश्चन है करिएगा चलिए क्वेश्चन करिए भैया जिनको जल्दी थी जिनको क्लियर है वो तुरंत आ जाए यहां तक चलिए क्या लिखा है रेजोनेंस इन कार्बोनेट आयन तो देख कार्बोनेट आयन के ये रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स हैं यहां पर देखो कैसे बना होगा ये नेगेटिव चार्ज यहां आया होगा देखो कैसे हुआ डबल बॉन्ड सिंगल बॉन्ड और जड कोई एटम है क्या-क्या जड कोई एटम ऑक्सीजन जहां पे नेगेटिव चार्ज है तो नेगेटिव चार्ज यहां लाइए और पाई बॉन्ड के दोनों को इलेक्ट्रॉन को उठाकर ऑक्सीजन की खोपड़ी पर डाल दीजिए तो इस तरीके से कार्बन और ऑक्सीजन के बीच में एक पाई बॉन्ड बनेगा और यहां का दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आ जाएंगे सुनना रे बालक एक सिग्मा था एक पाई हमने तोड़ा है पाई तो पाई वाले इलेक्ट्रॉन यहां आ गए देखो है ना सिग्मा जहां था वैसा बना रहेगा समझ में बात आई ठीक है अब मैं ये बनाना भी सिखा रहा हूं इसी में ताकि सीख जाए आप है ना बाद की बात कुछ ना होती है देखो डबल बॉन्ड सिंगल बॉन्ड और सिंगल बॉन्ड के एक ऐसा एटम जहां पर क्या है नेगेटिव चार्ज तो उसको कहां लाइए यहां पर और पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन को उठाकर कहां ले जाइए यहां पर तो देखिए क्या होगा जिसको कोई छेड़छाड़ नहीं मचाया वो वैसा बना दो देखो बना दिया अब सुनो ये दो ये इलेक्ट्रॉन उठकर इनके बीच में आएंगे तो पाई बॉन्ड यहां बनेगा यहां का पाई बॉन्ड टूटेगा तो यहां पर एक ही बॉन्ड रहेगा ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर यहां जाएंगे तो ऐसा बनेगा इसका मतलब ये सही है कि हां ये कार्बोनेट के तीनों रेजोनेंस हमने बना रखे हैं क्लियर है ओके इट इज पॉसिबल टू आइडेंटिफिकेशन हाइब्रिड सीखना तो मैं बता भी देता हूं इनका रेजोनेंस हाइब्रिड कैसे बनाएंगे भैया देखो सिग्मा बॉन्ड को एज इट इज बनाइए इसके बाद सोचो पाई बॉन्ड पहले यहां था अब यहां है इस वाले में यहां है इसका मतलब जितने बॉन्ड है हर जगह पाई बंड जा रहा है इसका मतलब देख ले भाई साहब पाई बॉन्ड अगर हर जगह जाएगा तो इस तरीके से डॉट लाइन बनाना पड़ता है तो ये है क्या भैया रेजोनेंस हाइब्रिड ये क्या है भाई रेजोनेंस हाइब्रिड सिंपल है ना ओके तो ये तो चलो गलत हो गया क्योंकि केमिकल मेथड से हम तीनों को अलग-अलग नहीं कर सकते ऑल दीज स्ट्रक्चर्स आर इन डायनेमिक इक्वि ब्रियन विद ईच अदर अच्छा जी ईच स्ट्रक्चर एजिस्ट फॉर इक्वल अमाउंट ऑफ टाइम ये सही है क्या बताइए क्या आपको सी ऑप्शन सही लग रहा है बोलो बोलो बोलो इसमें मल्टीपल करेक्ट का ऑप्शन तो नहीं है इज लिखा है लेकिन ईच स्ट्रक्चर एजिस्ट फॉर इक्वल अमाउंट ऑफ टाइम एक्चुअली क्या ये तीनों जो है एक जैसे हैं तो यह अगर मान लो कि हमारे पास 100 सेकंड है तो 33.3 सेकंड तो यह रहेगा फिर यह रहेगा फिर यह रहेगा तो यह लाइन तो एकदम सही है जज अ सिंगल स्ट्रक्चर रेजोनेंस हाइब्रिड ऑफ अब थ्री स्ट्रक्चर कार्बोनेट हैज अ सिंगल स्ट्रक्चर नहीं भाई थ्री स्ट्रक्चर थ्री रेजोनेंस हाइब्रिड ऑफ द एम थ्री स्ट्रक्चर मतलब समझ में नहीं आ रहा ई स्ट्रक्चर एसिस्ट फॉर हां यह तो एक ही बनेगा रेजोनेंस हाइब्रिड तो एक ही बनेगा रेजोनेंस हाइब्रिड एक ही बनेगा अच्छा वो यह कहना चाह रहा था क्योंकि इसमें रेजोनेंस हाइब्रिड वाला पार्ट इन्होने छोड़ दिया है रेजोनेंस हाइब्रिड में ही तो ज्यादातर टाइम मॉलिक्यूल गुजारता है ठीक है इस तरीके से ये मतलब क्योंकि एक्चुअली रियल मॉलिक्यूल तो ये है बाकी उसके रेजोनेंट स्ट्रक्चर जिनके करेक्टर को मिलाकर हमने यह बनाया है तो रियल मॉलिक्यूल तो यह है ठीक हां आप समझ गए होंगे डी वैसे एक्चुअली अगर थोड़ा सा अंतर करें तो सी ऑप्शन भी सही है क्योंकि इन्होंने लिख दिया ईच स्ट्रक्चर बस अगर यहां रेजोनेंट सब यूज करते तो ज्यादा अच्छा है ईच रेजोनेंट क्चर एजिस्ट इन थ्री इक्वल तब सही था क्योंकि ये तीनों के तीनों एकदम सेम है अगर तो ये निश्चित रूप से एक दूसरे में कहा जाएगा अग ये 10 सेकंड जिंदा है तो ये भी 10 सेकंड जिंदा है और ये भी 10 सेकंड जिंदा है बट शायद वो रेजोनेंस हाइब्रिड शब्द भी यहां पर डाल दिए हैं इसलिए ये वाला ऑप्शन गलत हो जाएगा अदर वाइज डी ऑप्शन सी ऑप्शन एकदम ही सही गलत नहीं है इस मामले में ये बात ध्यान रखिएगा ठीक है ओके चलो आगे बढ़ते हैं मुझे कुछ गड़बड़ लग रहा है इसमें कुछ तो गड़बड़ है दो ऑप्शन तो सही लग रहे हैं इसमें ठीक है जो तरीका बताया सा समझ में आ गया क्या कहना चाह रहा हूं दोनों ही सही लग रहे हैं तो ठीक आइए देखते हैं ओके अगला पढ़ते हैं भाई अगला क्या है रूल्स फॉर स्टेबिलिटी ऑफ रेजोनेंट क्चर अच्छा अब सुनना ये क्या है कि हमें अब मॉलिक्यूल में कृपया ध्यान से सुनना अब हमें मॉलिक्यूल के क्या करने है रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स बनानी है और एक ही मॉलिक्यूल के मान लो कि दो रे नेटिंग स्ट्रक्चर है अब हमें यह पता करना है इन दोनों में ज्यादा स्टेबल कौन है ज्यादा स्टेबल कौन है और उसको छाट के क्या तरीके हैं उन पर बेस्ड क्वेश्चन भी आते हैं तो चलो भाई ये थोड़ा स्पीड में अपन करने वाले हैं ठीक है आइए आइए हां बोनस ले लो जी पिछले वाले क्वेश्चन का बोनस ले लो कुछ गड़बड़ है हमको लगता है कि वहां पे लाइन होनी चाहिए तो इज नॉट ट्रू तो ए ऑप्शन सही हो जाता क्योंकि बी में डायनेमिक इक्विलियम भी शब्द डाल दिया डोंट वरी मैं समझ रहा हूं देख रहा हूं तुम्हारा क्या लिखा है है ना ओके चलिए देखते हैं एक इधर देखते हैं क्या लिखा है रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स हैविंग एक्चुअली क्या है ना कि जो रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स होते हैं ना वो पूरी तरह से हाइपोथेटिकल है तो इसलिए वो डायनेमिक इक्विलियम वाली लाइन गलत साबित होती है होता क्या है इक्विलियम जैसी लाइन वहां लगानी चाहिए जो फिजिकल स्टेट में जिंदा हो वो तीनों हाइपोथेटिकल है वो सोचे जा रहे हैं कि ऐसा ऐसा होंगे समझ रहे हो ना उसका एक्सप्लेनेशन दे रहा हूं लेकिन एक्चुअली जो एजिस्ट करता है दैट इज रेजोनेंस हाइब्रिड वो एजिस्ट करता है उन पर जो बातें हैं वो सही है ये बात लाइन होती है समझ में शायद आ गया होगा कुछ गड़बड़ी होगी कोई दिक्कत नहीं है इट्स नॉट अ बिग डील अगर आपको कोई डर लगता है तो अभी डर खत्म कर देते हैं एक मिनट में डर क्या है भैया यही था क्या ओके गायब कर दिया जी छूमंतर जादू जादू टोना हो गया आइए अब अगला देखते हैं अगली लाइन क्या है भैया रूल्स देखेंगे डायनेमिक इक्विलियम का मतलब होता है जो एक दूसरे में कन्वर्ट होते रहते हैं लेकिन वो ना फिजिकल स्टेट में उनका जिंदा होना जरूरी होता है उस के लिए छोड़ो भाई फालतू बात नहीं करनी है रेजोन स्ट्रक्चर्स हैविंग मोर नंबर ऑफ पाई बॉन्ड विद कंप्लीट ऑक्टेड कम यहां पर भैया जरूरी है कि ऑक्टेट्स है तो उसके पास आठ इलेक्ट्रॉन नाइट्रोजन है तो उसके पास आठ इलेक्ट्रॉन कोई अगर मान लो बोरनन है तो उसके पास भी आठ इलेक्ट्रॉन होने चाहिए तब वो वाला रेजोनेंट स्ट्रक्चर ज्यादा स्टेबल माना जाएगा लेकिन हमें पहले क्या देखना है नंबर ऑफ पाई बॉन्ड वहां पे क्या होने चाहिए ज्यादा होने चाहिए जैसे यहां देखो भाई सारे लोग यहां पे देखो कार्बन पर क्या है एक प्लस बना हुआ है नाइट्रोजन पर क्या है लोन पेयर तो ये लोन पेयर अगर मैं यहां लेकर के आऊं तो ये कैसा बनेगा इसका रेजोनेंट स्ट्रक्चर आप इसको बनाना चाहेंगे nh2 डबल बॉन्ड ch2 कृपया ध्यान दें जब ये दोनों इलेक्ट्रॉन आगे आएंगे तो कार्बन के प्लस को इलेक्ट्रॉन मिलेगा तो ये न्यूट्रलाइज हो जाएंगे और नाइट्रोजन ने इलेक्ट्रॉन आगे दिया इसलिए यहां पर क्या हो जाएगा नाइट्रोजन पर पॉजिटिव चार्ज क्या ये दोनों बात समझ में आई यहां पर देखिए एक प्लस चार्ज है मॉलिक्यूल में यहां पर भी पूरे मॉलिक्यूल पर एक प्लस चार्ज है मींस दैट ये दोनों एक दूसरे के रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनते वक्त में कोई प्रॉब्लम है ही नहीं अच्छा अब बात ये है कि इन दोनों में ज्यादा स्टेबल कौन है अगर मैं कहूं ये a है अब मैं कहूं ये b है तो a और बी में ज्यादा स्टेबल कौन है चलो बताओ a और बी में ज्यादा स्टेबल कौन है तो आप कहेंगे देखो ज्यादा पाई बॉन्ड तो यही है यहां पर तो एक भी पाई बॉन्ड नहीं है ऊपर से एक चीज देखिए यहां जो कार्बन है इसके पास सिर्फ सिक्स इलेक्ट्रॉन कैसे पता कार्बन के पास देखो तीन ही बॉन्ड बन रहे हैं दो हाइड्रोजन के एक इधर तो इसका मतलब ये जो कार्बन है यहां पर इस वाले कार्बन पर ये कार्बन का ऑक्टेट्स क्योंकि यहां पर सिक्स ही इलेक्ट्रॉन हमें दिख रहे हैं लेकिन यहां वाला जो कार्बन है यहां पर भरपूर आपको आठ इलेक्ट्रॉन दिख रहे हैं ठीक अब देखो यहां नाइट्रोजन में पहले से ऑक्टेड कंप्लीट था और इधर भी है कैसे नाइट्रोजन ने दो बॉन्ड यहां बना रखे और दो हाइड्रोजन से इसका मतलब यहां सबका ऑक्टेड कंप्लीट है नाइट्रोजन का भी और ऑक्सीजन का भी अगर इसका ऑक्टेड कंप्लीट है तो b वाला क्या होगा ज्यादा स्टेबल विद रिस्पेक्ट टू a वाले की कोई दिक्कत तो नहीं है किसी को नहीं होनी चाहिए आइए अगली बात देखते हैं यहां पर मैं कहूं कि यहां जो कार्बन है उस पर क्या है प्लस है ध्यान से देखिएगा क्या यहां पर रेजोनेंस पॉसिबल है आओ दिखाते हैं यहां पर देखो ऑक्सीजन के ऊपर होता है लोन पेयर तो ये लोन पेयर क्या लेकर के आएगा कार्बन और ऑक्सीजन के बीच में तो यहां पर बन जाएगा कार्बन 1 दोती बॉन्ड ऑक्सीजन और यहां देखो ch3 दिखाता हूं मैंने क्या लिखा है जबरदस्ती कुछ नहीं होगा ध्यान सुनिए ये कार्बन है मैंने ये बनाया मैंने क्या किया इलेक्ट्रॉन दिया तो कार्बन ने प्लस को पाकर खुद को न्यूट्रलाइज कर लिया लेकिन यहां ऑक्सीजन ने अपना लोन पेयर आगे बढ़ाया तो ऑक्सीजन पर क्या आएगा प्लस लेकिन इसी ऑक्सीजन पर क्या रहेगा लोन पेयर क्योंकि एक बाकी था अब एक बात बताओ दोनों लोग बोलेंगे भाई अरे मतलब बुद्धू लोग बोलेंगे दोनों लोग बोल दिया ओ मेरे बुद्धू बालकों ये वहां पर बात बताओ कि स्टेबल कौन है अगर मैं कहूं कि ये भाई साहब ए है और ये भाई साहब बी है तो ए और बी में ज्यादा स्टेबल कौन है ए और बी में ज्यादा स्टेबल कौन है आप कहेंगे कि यहां पर देखें यहां ऑक्सीजन का ऑक्ट कंप्लीट था और यहां भी कंप्लीट है कैसे यहां ऑक्सीजन पर दो इलेक्ट्रॉन यहां और छह इलेक्ट्रॉन यहां तीन बॉन्ड में छह इलेक्ट्रॉन ऑक्सीजन का ऑक्टेड कंप्लीट कार्बन का कंप्लीट है कार्बन का कंप्लीट है तो इसका मतलब बी इज मोर स्टेबल देन a बी इज मोर स्टेबल देन a सिंपल बात है हां यहां पे इसको बैक बॉन्डिंग भी कहते हैं इस तरीके को बैक बॉन्डिंग भी कहते हैं और वो रेजोनेंस का पार्ट माना जाता है समझे इस तरीके से जो रेजोनेंस होता है उसको एक्चुअली बैक बॉन्डिंग कहते हैं कोई दिक्कत की बात नहीं अब अगला सुनो इफ पाई बॉन्ड्स आर सेम मान लो कि पाई बॉन्ड ज्यादा नहीं है कहीं पे दोनों में सेम ही निकले तब क्या करेंगे उस समय देखो कि कौन लेस आयनाइज्ड है कहां पर कम चार्जेस हैं जहां पर कम चार्जेस होंगे वो रेजोनेंट स्ट्रक्चर ज्यादा स्टेबल होगा यहां पर देखें यहां क्लोरीन में लोन पेयर है है ना है तो यहां पर तीन लोन पेयर तो एक लोन पेयर क्या करेगा यहां पर देखें इस तरीके से रेजोनेंस की फिनोमिना परफॉर्म कर देगा तो इसकी वजह से हम क्या बनाएंगे कृपया ध्यान से देख ले क्लोरीन बना दीजिए यहां देखो इलेक्ट्रॉन किसने दिया क्लोरीन ने अपना लोन पेयर देने वाला जो कोई भी होगा वो प्लस ज लेगा पाई बॉन्ड यहां बनाएगा ये दोनों इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे तो देखें भैया ये बन जाएगा क्या समझ में आया अरे बोलो रे बुद्धू क्या समझ में आया बात सही बनाया गलत है कुछ सर सही है देखो ये न्यूट्रल मॉलिक्यूल था लेकिन ये न्यूट्रल लाइक मॉलिक्यूल है प्लस माइनस दोनों बने हैं तो आप कहेंगे कि बताइए कि ए और बी में से मैं पूछूंगा मतलब आप ही बताएंगे ए और बी में से कौन सही है बताइए ये देखें तो यहां पर भी एक ही पाई बॉन्ड यहां पर भी एक ही पाई बॉन्ड लेकिन यहां पर प्लस और माइनस है ओ भाई इसका मतलब ये चार्जड है यहां न्यूट्रल है मींस दैट ए ऑप्शन वाला सही है बी में ये शायद आप खुद बना देंगे नाइट्रोजन में यहां पर क्या है भैया लोन पेयर तो यहां पर इस तरीके से रेजोनेंस की फिनोमिना परफॉर्म की जाएगी तो इसका मैंने क्या किया रेजोनेंट बनाया कृपया ध्यान से सुने यहां यहां पर दोनों इलेक्ट्रॉन अगर यहां आ गए तो नाइट्रोजन पर प्लस आएगा क्यों आएगा क्योंकि इन्होंने अपना लोन पेयर दिया जो लोन पेयर डोनर है वो प्लस जेलता है यहां के पाई इलेक्ट्रॉन उठ कर के इस कार्बन की खोपड़ी पर यहां आ जाएंगे तो ये दोनों आपको जो रेजोनेंट स्ट्रक्चर दिख रहे हैं ए और बी इनमें ज्यादा स्टेबल कौन है आपको पेपर में यही दिया जाएगा दोनों दिया जाएगा और पूछा जाएगा कि इनमें से ज्यादा स्टेबल कौन है तो आप कहेंगे ए ज्यादा न्यूट्रलाइज्ड है विद रिस्पेक्ट टू बी है ना अरे भैया बी में प्लस माइनस दिख रहा है जबकि देखो पाई बॉन्ड यहां भी है पाई बॉन्ड यहां भी है लेकिन प्लस माइनस के चक्कर में आपने कहा कि ये चार्जड है जो चार्जड है वो रिएक्टिव है जो चार्जड होता है वो रिएक्टिव और जो रिएक्टिव है वो कम स्टेबल है जो रिएक्टिव है वो कम स्टेबल है तो ये उसकी वजह निकल के आएगी ठीक अगली बात सुनिए इफ पाई बॉन्ड्स आर सेम एंड नेगेटिव चार्ज इज प्रेजेंट एट सेम पीरियड एलिमेंट जैसे ऑक्सीजन नाइट्रोजन इन पर प्रेजेंट है तो क्या करना है देन नेगेटिव चार्ज इज मोर स्टेबल एट मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट समझा चुका हूं दोबारा बता दूंगा कार्बन की खोपड़ी पर नेगेटिव चार्ज है नाइट्रोजन की खोपड़ी पर नेगेटिव चार्ज है ऑक्सीजन की खोपड़ी पर नेगेटिव चार्ज है बताइए इनमें से ज्यादा स्टेबल कौन है आपको बता चुका हूं मैं शुरू में ही इनमें ज्यादा स्टेबल कौन है तो आप कहेंगे ऑक्सीजन पर नेगेटिव इज मोस्ट स्टेबल क्यों क्यों भैया सेम पीरियड एलिमेंट के लिए इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का फैक्टर लगता है सेम पीरियड एलिमेंट के लिए लेफ्ट से राइट इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का फैक्टर लगाइए और कहिए कि ऑक्सीजन इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव इसलिए इलेक्ट्रॉन वो पसंद कर करता है इसलिए इलेक्ट्रॉन को अपने पास चिपका कर रखेगा इसी वजह से यह ज्यादा स्टेबल होता है आइए यहां पर देखते हैं ये एक है और इसका रेजोनेंट स्ट्रक्चर मैं बनाता हूं देखो कैसे बनाते हैं इनको आप यहां पर लेकर के आएंगे नेगेटिव को फिर पाई बॉन्ड के दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आएंगे ठीक है तो यहां पर हो जाएगा ch3 पहले मैं क्या कर रहा हूं सिग्मा स्केलेटन बना रहा हूं देखो इसका मैंने सिग्मा स्केलेटन बनाया अब मैं पाई बॉन्ड बनाऊंगा ये दोनों इलेक्ट्रॉन कार्बन कार्बन के बीच में आए मतलब पाई बंड यहां बनेगा देखो यहां बनेगा पाई इलेक्ट्रॉन उठकर ऑक्सीजन पर चले गए मींस दैट नेगेटिव चार्ज यहां आएगा क्या समझ में आया बोलो रे बालक क्या समझ में आया अब ए और बी में आप बताएंगे सारा जवाब मुझसे पूछ रहे हो ए और बी में आप बताइए कि हम माना कि ये दोनों एक दूसरे के रेजोनेंट स्ट्रक्चर हैं लेकिन ज्यादा स्टेबल कौन है तो आपने देखने की कोशिश करी कि यहां देखो नेगेटिव चार्ज कार्बन पर यहां नेगेटिव चार्ज ऑक्सीजन पर और हमें पता है कि ऑक्सीजन पर नेगेट चार्ज इज मोर स्टेबल विद रिस्पेक्ट टू a इसलिए हम कहेंगे b वाला ज्यादा अच्छा होगा स्टेबिलिटी में विद रिस्पेक्ट टू a के समझ में आया क्या यस अगला देखेंगे यहां पे क्या है देखो यहां पर हाइड्रोजन दिखाया नहीं गया क्योंकि एक्चुअली दिखाया नहीं जाता ना हाइड्रोजन तो आप चाहो लिखो चाहे मत लिखो लेकिन मैं इज्जत से थोड़ा लिख देता हूं यहां पर हाइड्रोजन है ये नेगेटिव चार्ज अगर यहां आया तो यहां पर पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आ जाएंगे तुरंत पहले इसका सिग्मा स्केलेटन बना दीजिए तुरंत इसका क्या करिए सिग्मा स्केलेटन बना दीजिए जनाब देखो ये सारे सिग्मा बॉन्ड हमने बना दिए क्या यस अब क्या होगा इलेक्ट्रॉन अगर इनके बीच में आया तो पाई बॉन्ड यहां अच्छा पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर चले गए ऑक्सीजन पर तो नेगेटिव चार्ज यहां ये दोनों एक दूसरे के रेजोनेंट स्ट्रक्चर हैं ये a है ये b है बताओ ज्यादा स्टेबल कौन है अब आप खुद बताएंगे a और बी में ज्यादा स्टेबल कौन है शायद समझ में आ गया है ना यहां पर भी सेम कहानी बी इज मोर स्टेबल इफ पाई बॉन्ड्स आर सेम एंड नेगेटिव चार्ज इज प्रेजेंट एट डिफरेंट पीरियड एलिमेंट्स जैसे सल्फर पर प्रेजेंट है ऑक्सीजन पर दोनों अलग-अलग पीरियड के एलिमेंट है एक सेकंड पीरियड है एक थर्ड पीरियड एलिमेंट है तो उस समय क्या देखना है देन नेगेटिव चार्ज इज मोर स्टेबल एट लार्जर साइज एलिमेंट समझाता हूं डरना नहीं है कतई भी है ना आसान सी बातें होती हैं देखो जैसे मैं कहूं कि ऑक्सीजन पर एक नेगेटिव चार्ज है भैया सल्फर पर नेगेटिव चार्ज है प्रश्न ये है कि कहां पर ये नेगेटिव चार्ज ज्यादा स्टेबल है तो आप ये समझिए कि ऑक्सीजन जो होता है वो साइज में छोटा है लेकिन सल्फर जो होता है वो साइज में बड़ा है सल्फर में क्या है साइज में बड़ा है अब प्रश्न समझिए स्टेबिलिटी का मतलब क्या होता है वो यहां समझ जाएंगे आप अच्छे से यहां पर भी नेगेटिव चार्ज है एक ही नेगेटिव चार्ज यहां पर भी एक ही नेगेटिव चार्ज अब बताइए अगर मैं कहूं कि दोनों को मैं रिएक्शन करने का किसी से मौका देता हूं जल्दी रिएक्शन कौन करेगा बड़े साइज वाला या छोटे साइज वाला आप कहेंगे कि मान लो दोनों के सामने मैंने h+ ला दिया क्योंकि इनके पास नेगेटिव है वो तुरंत बॉन्ड बनाने की कोशिश करेंगे तो कौन बनाएगा आप कहिए भैया ये बनाएंगे पता है क्यों क्योंकि यहां छोटे साइज होने की वजह से यहां कहा जाएगा कि चार्ज डेंसिटी कृपया शब्द सुन लीजिए चार्ज डेंसिटी चार्ज डेंसिटी ऑक्सीजन की ज्यादा होगी ऑक्सीजन छोटा है इसलिए यहां पर चार्ज डेंसिटी ज्यादा होगी अरे भैया एक छोटू सा एक बड़ा सा लेकिन दोनों पर एक एक नेगेटिव चार्ज है इसका मतलब यहां पर इलेक्ट्रॉन के मिलने की प्रोबेबिलिटी ज्यादा है ये ज्यादा रिएक्ट है भैया जहां पे चार्ज की डेंसिटी ज्यादा छोटा हो लेकिन चार्ज तो उतना ही है जितना कि सल्फर पर है तो इस वजह से स्टेबिलिटी वाली बात में आप ये लिखिए कौन ज्यादा स्टेबल जो बड़े साइज का स्टेबल होने का मतलब जो कम रिएक्टिव है स्टेबल होने का मतलब जो कम रिएक्टिव है अरे समझ में नहीं आया जिसको समझ में नहीं आया तो इतना बात समझ लो खोपड़ी में सीधी बात क्या डालनी है जो साइज में बड़ा जो साइज में बड़ा होगा वो नेगेटिव चार्ज को पूरे बड़ी सी साइज में स्प्रेड आउट करेगा तो एक पॉइंट पर चार्ज के मिलने की प्रोबेबिलिटी कम है कम रिएक्शन करेगा लेकिन अगर साइज में छोटा है व ज्यादा रिएक्शन करेगा जो ज्यादा रिएक्टिव होता है वो बहुत कम स्टेबल है रि जो रिएक्शन कर रहा है वो स्टेबल कैसे हो सकता है स्टेबल होने का मतलब भैया मैं बैठा हुआ हूं मैं रिएक्शन नहीं कर रहा हूं समझ रहे हो तो ये रीजन है ये एक्सप्लेनेशन है रट्टेड चार्ज है ये मैं यहां लेकर के आऊंगा पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन को मैं यहां उठा के रखूंगा मैं बनाने वाला हूं ch3 कार्बन पर ऑक्सीजन ये देखिए मैंने सारे सिग्मा बॉन्ड बनाए अब मैं क्या करूंगा पाई बॉन्ड बनाऊंगा देखो कैसे बनाया ये इलेक्ट्रॉन यहां आ गए ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर ऑक्सीजन के नेगेटिव में आ गए अब बताइए a या बी ये है a और ये है b चलिए बताइए a या b तो यहां पर ज्यादा स्टेबल कौन होगा a इज मोर स्टेबल क्योंकि यहां नेगेटिव चार्ज कहां पर है सल्फर पर सिंपल बात है सल्फर साइज में बड़ा है तो वहां पर चार्ज डेंसिटी कम है समझ में आया क्या खोपड़ी में बात गई यस आइए अगली बात देखते हैं ये पढ़ो भाई अगर पाई बॉन्ड सेम है लेकिन एरोमेटिक रेजोनेंट स्ट्रक्चर है तो वो ज्यादा स्टेबल होगा समझा देता हूं जैसे ये देखो यहां पर ये क्या है बेंजीन एरोमेटिक करैक्टर का है आगे और अच्छे से एरोमेटिक बताऊंगा इसलिए मैंने जानबूझकर बेंजीन लिया है क्योंकि वो बात आपकी खोपड़ी में इतनी तो होगी ठीक अब देखिए ये नेगेटिव चार्ज को मैं यहां पर लेके आऊंगा तो यहां बेंजीन के अंदर के दोनों पाई बॉन्ड के इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे ये दोनों इलेक्ट्रॉन चल कर के देखिए यहां आएंगे और ये दोनों इलेक्ट्रॉन चल कर के यहां आएंगे अरे बाप रे यह बढ़िया सा रेजोनेंस देख रहे हो एकदम एक्सटेंडेड रेजोनेंस दिखाई दे रहा है एक लंबा सा रेजोनेंस मतलब एक्सटेंडेड रेजोनेंस बोलते हैं इसको क्या एक्सटेंडेड रेजोनेंस मैंने सारे सिग्मा बॉन्ड पहले बना दिए देखो मैंने सारे सिग्मा बॉन्ड बना दिए अब हमें बात करनी है पाई बॉन्ड पे सुनना ध्यान से ये ने चार्ज इनके बीच में आएगा तो पाई बॉन्ड यहां आएगा ठीक है इस पाई बॉन्ड को मैंने टच तो किया नहीं तो जैसे था वैसा बना दो यह वाला मैंने ऐसा बनाया ये यहां आया और ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के आगे चले गए देखो ये वाले इनके बीच में रिसीव हुए तो ये हो गए ये दोनों इलेक्ट्रॉन यहां नाइट्रोजन और कार्बन के बीच में यहां आ गए ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर ऑक्सीजन पर आ गए तो यहां ऑक्सीजन पर नेगेटिव चार्ज है तो इससे ये और इससे ये दोनों एक दूसरे से बनाए जा सकते हैं बताओ ज्यादा स्टेबल कौन है ए या बी बताओ बेंजीन की शकल सूरत कहां दिख रही है ए में या बी में ये तो अब नहीं रहे ना बेंजीन जैसे ओबवियसली ये एरोमेटिक नहीं रहे तो आप कहेंगे कि ए इज मोर स्टेबल देन बी क्योंकि ए में बेंजीन जैसी शकल सूरत मिल रही है आगे पढ़ाऊंगा कि उसको हम एरोमेटिक कहते हैं ठीक है जी ओके अभी बस इतना जान लो अगला है इन फ्यूज्ड सिस्टम स्ट्रक्चर विद मोर नंबर ऑफ कैलकुलेबल जीी अब ये जान लो कैलकुलेबल जीी क्या होता है कैकल एक साइंटिस्ट है उन्होंने कहा कि भैया देखो जब भी कोई एक से ज्यादा बेंजीन रिंग को एक दूसरे के साथ कनेक्ट करो तो वहां स्टेबिलिटी ज्यादा मिलती है जहां पर एक सिक्स मेंबर्ड रिंग के अंदर क्या हो ती पाई बॉन्ड अगर एक सिक्स मेंबर्ड रिंग के अंदर ती पाई बॉन्ड है तो हम उसको कैलकुलेबल कहते हैं सर वह तो हमेशा रहेगा बेंजीन में अरे भाई अकेला बेंजीन रहेगा तो तो रहेगा लेकिन तीन-चार बेंजीन साथ कनेक्ट करोगे तब देखना होता कि कैलकुल बेंजीन कहां पर है कैसे है आइए देखते हैं देखिए ये एक स्ट्रक्चर किसका नेप्थलीन का नेप्थलीन में अगर मैं थोड़ा सा रेजोनेंस की फिनोमिना लगाऊं तो मैं क्या करूंगा यहां के पाई के इलेक्ट्रॉन को उठाकर मान लो यहां रख देता हूं तो ये वाले इलेक्ट्रॉन कहां आ जाएंगे यहां आ जाएंगे तो ये वाले इलेक्ट्रॉन कहां आ जाएंगे यहां आ जाएंगे तो इसका एक हम क्या बनाएंगे रेजोनेंट क्चर हम मैंने जानबूझकर रेजोनेंट क्चर लिखा नहीं है पहले से ताकि मैं ये पहले रेजोनेंस समझा सकूं रेजोनेंस तो समझ में आए ढंग से कईयों को तो यही समझ में नहीं आता अब सुनिए क्या होगा जिन पाई बॉन्ड को हमने टच नहीं किया उनको रहने दीजिए देखो इनको हमने परेशान नहीं किया एज इट इज छाप है अब सुनिए ये पाई इलेक्ट्रॉन उठकर यहां आएंगे तो यहां आएंगे देखिए यहां आएंगे ये पाई इलेक्ट्रॉन उठकर यहां आएंगे इधर इधर देखो आएंगे ये दोनों उठकर यहां आएंगे मतलब यहां आएंगे ये दोनों आपस में एक दूसरे के रेजोनेंट स्ट्रक्चर हैं प्रश्न ये है कि a ज्यादा स्टेबल है या बी ज्यादा स्टेबल है इन दोनों रेजोनेंट स्ट्रक्चर जो एक दूसरे के दिख रहे हैं इनमें ज्यादा स्टेबल कौन है है ठीक है ओके मैं ये हटा रहा हूं क्योंकि मुझे अब कैलकुलेट बेंजीन समझाना है अब बताइए यहां पे आपको कैलकुलेट बेंजीन जैसी बात समझ में आ रही है कैलकुल बेंजीन कहां समझ में आ रहा है देखो यहां पे ये देखो अगर मैं कहूं कि ये देखो एक ही रिंग में तीन पाई बॉन्ड है देखो एक ये जो रिंग है उसी में तीन पाई बॉन्ड चाहे आप इधर बनाओ चाहे आप इधर एक ही बात होती है ठीक है तो एक रिंग में तीन पाई बॉन्ड दिख रहे हैं इधर देखो सेम तरीके से यहां पे दिख र मतलब यहां पर दो कैलकुलेबल ठीक है यहां पर दो कैलकुल बेंजीन है देखो दिख रहा है ओके यहां पर देखो लेकिन यहां पर तो सिर्फ एक ही कैलकु बेंजीन दूसरा कैलकुल बेंजीन तो पॉसिबल ही नहीं है एक ही है भैया यहां एक ही कैलकुल बेंजीन है ट्स वई ए इज मोर स्टेबल देन बी अरे सिंपल तरीका है क्या यस आइए देखते हैं अगली बात च यह क्या भैया एक क्वेश्चन है आपके सामने जेई 2005 मतलब ये एडवांस की बात हो रही है एडवांस में आया हुआ क्वेश्चन है कृपया ये करिए ये क्वेश्चन सॉल्व करिए मैं जानबूझकर इन कांसेप्ट को इसी के थ्रू समझाना चाहता हूं जो पेपर में आ रहा है अरे बोलो रे काका कु बेंजीन अबे पागल है क्या दिमाग के अंदर पढ़ लो व्हिच विल बी द लीस्ट स्टेबल रेजोनेंट स्ट्रक्चर अब इसको मैं थोड़ा सा खुद समझाऊ तब आपको आनंद की अनुभूति होगी देखिएगा पहले मॉलिक्यूल को देखिए कैसे लिखा है कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन कार्बन पर प्लस यहां नेगेटिव है यहां ऑक्सीजन पर क्या है लोन पेयर है अच्छा जी इनमें देखिए भैया इनमें क्या है ऑक्सीजन पर यहां लोन पेयर है ठीक है यहां पर माइनस प्लस यह वाला तो बर्बाद ही लग रहा है क्योंकि आपको यह कार्बन कैसा दिख रहा है वो ज्यादातर वैसे आगे चलके समझ में आता है लेकिन अभी इतनी बातों से थोड़ा अंदाजा लगाइए समझ में आएगा यह जो कार्बन है ये जो कार्बन है देखो इनका ऑक्टेट्स का ऑक्ट कंप्लीट नहीं है और जिस स्ट्रक्चर में ऐसा कोई कार्बन हो जिसका ऑक्टेड कंप्लीट नहीं है वो तो भैया स्टेबल हो ही नहीं सकते वो तो स्टेबल ज्यादा हो ही नहीं सकते बोलो बोलो बोलो ज्यादा स्टेबल हो ही नहीं सकते ना भाई सही है क्या यहां पर देखो ऐसा कोई नहीं है यहां पर देखो सबके पेट भरे हुए हैं सबका ऑक्टेड भरा हुआ है चेक कर लेना सबका ऑक्टेड यहां पर भरा हुआ है है ना तो जब ऑक्टेड भरा हुआ है तो बी सी और डी तो ज्यादा स्टेबल वाले हो गए क्योंकि कार्बन पर प्लस कहीं नहीं दिख रहा है इन्हीं दोनों में है अब आपको बताना है इन दोनों में ज्यादा स्टेबल कौन है और कम स्टेबल कौन है है ना आगे वैसे सीखो लेकिन यहां पर एक चीज मैं अब आ गया है तो बताना ही पड़ जाएगा ch2 डबल बॉन्ड कार्बन जहां पर हाइड्रोजन एक मिनट एक एक यहां पर है हाइड्रोजन यहां पर प्लस है यहां कुछ गड़बड़ है एक हाइड्रोजन ज्यादा बना रखा है यार ये आज हो क्या रहा है टाइपिस्ट दादा क्या कर दिया आपने आज एक यहां पर कुछ गड़बड़ [संगीत] है वो एक हाइड्रोजन ज्यादा कर दिया बस कोई दिक्कत नहीं चलो हो जाता है उनको क्या पता हाइड्रोजन क्या होता है उनको लग रहा होगा सब सेम ही होता है उनको लगता होगा सब सेम ही होता है ठीक है ये ये देखो ज्यादा है एक तीन बॉन्ड बनाने के बाद तो चौथा बॉन्ड कैसे बन जाएगा टाइपि दादा की जय हो ठीक है क्योंकि यहां पर भी प्लस माइनस पास पास है यहां भी प्लस माइनस पास लेकिन यहां वाला जो प्लस है वो एक ऐसे कार्बन पर है वो एक ऐसे कार्बन पर देखो यह बना है मैंने बना दिया तो नेगेटिव एक हाइड्रोजन कहीं कम किया है कहीं ज्यादा किया अबे यार हमको लगता है खुद ही ढंग से देख के आना पड़ेगा इतना भरोसा करना ठीक नहीं है यह है एक्चुअल मॉलिक्यूल पहला वाला तो यह जो कार्बन है ना यह वाला कार्बन डबल बंड पर प्लस है इसलिए ये भ्रष्ट निकल जाएंगे जी ठीक है बोलो बोलो बोलो अगर यह ऐसा है जैसा यह बनाया गया है क्योंकि नहीं तो वह सेटिस्फाई नहीं हो रहा है अब यह मान के चल लो अब इनमें छटो ठीक है इनमें छटो बी ऑप्शन अब तो ए ऑप्शन होगा ना जी यहां पर क्या दिक्कत आ रखी है बोलो बोलो इनमें रेजोनेंस की फिनोमिना लगा के हम नहीं चेक करना कि सर यहां रेजोनेंस करा दो नहीं अब जो है क्योंकि ये एक ही मॉलिक्यूल के रेजोनेंट स्ट्रक्चर है तो उनमें आपको दोबारा रेजोनेंस नहीं करना होता उसी में चेक करना है जो बने हैं उनमें तो आप यहां कहेंगे कि एक ऐसा कार्बन है देखो एक ही अंतर है दोनों में बेसिकली यह वाला ऐसा कार्बन है जो कि सही से देखो तो यह अब एस हाइब्रिडाइज्ड बिहेवियर शो कर रहा है यह वाला ठीक है यह वाला एसपी हाइब्रिडाइज्ड है बर्दाश्त हो जाएगा यह बात एक्चुअली आपको कार्बो कटान वाला फैक्टर पढ़ा दूंगा तब ज्यादा समझ में आएगा थोड़ा सा मिस पलेस हो चुका है ठीक है आइए कोई बात नहीं समझ जाइएगा य ऑप्शन में कुछ गलती है ना अब हो क्या रहा है जी आज तो कुछ गड़बड़ हो रहा है जनाब क्योंकि होता क्या यह वाला तो होना यह यहां पर कुछ गड़बड़ी है अरवा सही था ओ यह ऑप्शन ऐसे नहीं है रुको भाई एक एक बार ऑप्शन थोड़ा रिफ्रेम करने दो एक बार मैं ऑप्शन रिफ्रेम करूंगा अब करने के बाद ही बात होगी भाई ठीक है बाकी बातें बाद में एक मिनट बस एक मिनट दो एक मिनट दो बस एक मिनट दो कुल मिला के लाइन समझना था लेकिन अब कह सकते हैं थोड़ा सा इसको ज्यादा चेक करके आना चाहिए था मुझे ठीक है यहां पर एक्चुअली जैसे डबल बंड है यहां पर भी डबल बॉन्ड था देखो यही जैसा ऊपर वाला मॉलिक्यूल था लेकिन थोड़ा सा ना वो जिन्होंने टाइप किया उनको लगा कि भैया प्लस माइनस कहीं रखो सब सही होता है देखो यहां तक की बातें एगजैक्टली सेम थी इसी में प्लस माइनस में चेंज अब हो जाएगा अब हो जाएगा जनाब लोग यहां प्लस है यहां माइनस कर दो यहां प्लस कर दो अब बताओ ज्यादा स्टेबल कौन है ठीक है वैसे मैं तो कहता हूं जहां जहां क्वेश्चन गलत आएगा मैं उसको हटाऊ मुझे खुद मजा नहीं आता क्योंकि ऐसा लगता है कि जबरदस्ती पढ़ा रहे उसको ठीक है चलो मैं अगला करा देता हूं उसके बजाय मैं अगला क्वेश्चन करा देता हूं जबरदस्ती नहीं कराएंगे क्योंकि गलत है जबरदस्ती उसको फैक्ट चेक करेंगे यहीं बैठ के तो टाइम चला जाएगा चलो ये कर लो भाई उसको छोड़ दो कोई बात नहीं छोड़ दो अब जो करेक्शन किया था उसके बाद सही हो गया था लेकिन कोई नहीं अब इतना डर नहीं लेना अपने को बहुत सारे क्वेश्चन लाया हूं चलो जेई 2009 का एक क्वेश्चन करूं लिखा करेक्ट स्टेबिलिटी ऑर्डर ऑफ द फॉलोइंग रेजोन स्ट्रक्चर इज इनमें बताना है कि करेक्ट रेजोनेंट स्ट्रक्चर के हिसाब से आपको क्या बतानी है स्टेबिलिटी बतानी है तो पहले एक ही बात चेक करो कि कहीं ऐसा कोई कार्बन तो नहीं जिसका पेट ना भरा हो जिसका ऑक्टेड कंप्लीट ना हो तो यहां पर इस कार्बन का ऑक्टेड कंप्लीट नहीं है ठीक है बाकी देखो यहां पर इस नाइट्रोजन का ऑक्टेड कंप्लीट नहीं है क्योंकि नाइट्रोजन ने डबल बॉन्ड बना कर के प्लस बना दिया है तो यहां पर इस नाइट्रोजन का ऑक्टेड कंप्लीट नहीं है तो ये दोनों तो एकदम बर्बाद लोग हैं यह सबसे पीछे आएंगे यह सबसे पीछे आएंगे ठीक है अब बात करनी है इनमें और इनमें बस आप मुझे पहले और तीसरे में बता दीजिए आप जवाब खुद लिख लीजिएगा पहले और तीसरे में आगे कि इसको लिखा जाए यहां पर भी देखो दो डबल बॉन्ड है यहां पर भी दो डबल बॉन्ड लेकिन यहां पर नाइट्रोजन पर नेगेटिव चार्ज है और यहां पर कार्बन पर नेगेटिव चार्ज है ज्यादा स्टेबल कौन होगा जहां नाइट्रोजन पर नेगेटिव चार्ज है अरे समझ में आया क्या इसलिए पहला वाला ज्यादा अच्छा होगा विद रिस्पेक्ट टू थर्ड वाले के इससे आपको जवाब मिल जाएगा अब तो समझ में आ गया होगा क्लियर है दोबारा बता देता हूं भाई दोबारा सुन लो मेरे से क्या बोला भैया नाइट्रोजन पर यहां नेगेटिव चार्ज देखो यहां पर ना नाइट्रोजन पर प्लस यहां पर भी नाइट्रोजन पर प्लस इसमें कोई अंतर नहीं है प्लस प्लस में लेकिन अंतर कहां है माइनस में तो ये देखो एक माइनस यहां है एक माइनस यहां कार्बन का माइनस ज्यादा स्टेबल नहीं है नाइट्रोजन का माइनस ज्यादा स्टेबल है इसलिए पहला वाला ज्यादा अच्छा होगा विद रिस्पेक्ट टू आप जवाब दे दो और समझ में आए हो तो दिल बनाना कौन सा सही है भाई पहला विद रिस्पेक्ट टू थर्ड ये देख लो और ये तो बर्बाद लोग है इनको सबसे आपको पीछे रखना पड़ेगा जी है ना और नाइट्रोजन का प्लस तो भाई साहब क्या ही करेंगे धुआ आदमी है एकदम नाइट्रोजन का प्लस बहुत बहुत कम स्टेबल है विद रिस्पेक्ट टू कार्बन के प्लस के तो इसका मतलब है कि बी ऑप्शन इज करेक्ट वेरी गुड अब मुझे लगता है कि सही एकदम आपका जवाब आ चुका है वेरी गुड अच्छा देखते हैं अगला ठीक ओके कोई नहीं एक आद दो क्वेश्चन गलत हो जाता है जो पीछे वाला हुआ था टाइ गलत हो गया तो क्या करें जी आइए क्वेश्चन लिखेगा अरे ये नोट करिए स्टेबिलिटी ऑफ रेजोनेंट ऑफ डिफरेंट मॉलिक्यूल अब सुनिए जहां पर ज्यादा लंबा कॉन्जुलेरे जोनें से होगा और जितना ज्यादा रेजोनेंस होगा उतना ज्यादा वो क्या होगा स्टेबल होगा तो लार्जर कंजुल होगी बताइए ए और बी में ज्यादा स्टेबल कौन है तो यह मान लीजिए ए मैं इधर लिखूंगा और बी मैं इधर लिखूंगा आप कमेंट से भरते रहिए कमेंट से भरते रहिए जनाब अरे शुरू में क्या बोला मैंने लार्जर कंजुल की गारंटी है तो यह यहां पर लेकर के आ गए यहां पर देखिए आ गया यहां पर दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आ जाएंगे क्लियर है ओके तो यहां पर एक लंबा रेजोनेंस दिख रहा है यहां पर तो सिर्फ यहीं तक आ कर के रुक जाएगा जी तो लार्जर कंजुल है इसी वजह से अगला भी देखें भैया यहां पर बोलेंगे कि देखो यह नेगेटिव चार्ज यहां पर आएगा यह वाला यहां पर यह वाला यहां पर यह यहां पर यहां देखो लंबा कंजुल होगा यहां पर थोड़ा छोटा कॉमिनेशन है तो इसलिए ये कम स्टेबल होगा क्लियर है अगली बात देखें लीनियर कंजुल देन क्रॉस कंजुल जाए तो मतलब एकदम लीनियर मिले कोई प्रॉब्लम ना हो ऐसा ना हो कोई क्रॉस करके चला जाए अभी समझ में आएगा यहां दिखाऊंगा तो देखो भैया इनमें कंपेरिजन करना है तो यहां पर इलेक्ट्रॉन का फ्लो बहुत स्मूथ है क्योंकि यहां लीनियर कॉन्जुलेरे जगह पर इस तरीके से फ्लो कर सकते हैं सही से बोलूं तो सारे पी ऑर्बिटल एक दूसरे से इंटरनली पाई बॉन्ड बनाकर कनेक्ट कर सकते हैं तो शिफ्ट कर पाए आराम से ठीक लेकिन यहां देखो यहां पर जो डबल बॉन्ड है अगर आप आपने इनके थ्रू यहां पर इनका रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनाना शुरू किया तो आपको ये दिखेगा कि भैया तुम्हारी जिंदगी में कोई और भी है तुम अकेला नहीं हो तो ये कंपटीशन चल रहा है भाई ये है कौन सा आईआईटी का कंपटीशन मान लो दो लोग लड़ रहे हैं भैया एक सीट के लिए तो यहां से क्या हो रहा है रेजोनेंस इधर से भी हो रहा है इधर से भी हो रहा है तो क्रॉस कंजुन्नी एक ही हो सकता है दूसरा रुक के वेट करेगा समझ में आया तब बाद में जब ये वापस आएंगे तब ये वाला रेजोनेंस करेगा तो इसीलिए एक टाइम पे एक ही रेजोनेंस कर सकता है इसलिए क्रॉस कॉन्जुलेरे बल है बट लीनियर वाला ज्यादा स्टेबल होता है बोलो क्या लीनियर वाला ज्यादा स्टेबल होता है आई होप समझ में आया चलिए इन लाइनों में ज्यादा चक्कर में मत फसो यहीं मैं बता दूंगा ठीक है अब यहां पर लिखा है कि इनमें इनमें आप बताइए इन दोनों में ज्यादा स्टेबल कौन होगा कैसे पता करेंगे रेजोनेंस ब अब रेजोनेंट स्ट्रक्चर बना के करेंगे दोबारा सुनिए जब एक ही मॉलिक्यूल के दो रेजोनेंट स्ट्रक्चर दिए हो तो उसमें खाली देख करके उनकी स्टेबिलिटी बतानी है कि चार्ज यहां ज्यादा स्टेबल है यहां वाले में जैसे पीछे हमने सीखा कि आप इस तरीके से बोलेंगे कि देखो यार यहां वाले में ऐसा कार्बन है जो इसका पेट नहीं भरा हुआ इसका मतलब ये कम स्टेबल है लेकिन यह कब करना है जब एक ही मॉलिक्यूल के दो रेजोनेंट स्ट्रक्चर हो लेकिन अलग अलग अलग मॉलिक्यूल हो फिर क्या करेंगे अलग-अलग मॉलिक्यूल में यह बुद्धि लगानी है कि उनका रेजोनेंट आप बना कर के चेक कर लीजिए जैसे यहां ऑक्सीजन पर क्या आ रहा है नेगेटिव चार्ज एक बार नेगेटिव चार्ज ऑक्सीजन पर आएगा यह मैंने लिखा एक बार नेगेटिव चार्ज ऑक्सीजन पर आएगा और जब इसका रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनाएंगे तो ये इलेक्ट्रॉन उठकर यहां पर आ जाएगा तो मतलब एक बार कार्बन पर भी आएगा कितनों को समझ में आया कि दोनों को समझ में आया कि मैंने क्या बताया है मैंने कहा कि देखो ये जो नेगेटिव चार्ज है वो कहां पर है एक बार ऑक्सीजन पर और जब रेजोनेंस करेगा तो एक बार कार्बन पर आएगा ये बात एकदम सही है सही है यहां पर थोड़ा सीखना पड़ेगा ये नेगेटिव चार्ज आप कहां लेकर के आइए कार्बन ऑक्सीजन के बीच में फिर ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठा के कहां करिएगा यहां पर देखिए क्या समझ में आया जी ये बना लीजिए मैं हटाऊ बहुत काम की बात है लेकिन हटाना पड़ जाएगा ठीक है जी डबल बॉन्ड यहां पर नेगेटिव चार्ज ये कितनों को समझ में आया ये वाली बात ये नेगेटिव चार्ज यहां पर आएगा डबल बॉन्ड ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के इस कार्बन पर आ गए नेगेटिव चार्ज डबल बॉन्ड डबल बॉन्ड क्या आपको समझ में आया ये दोनों रेजोनेंट स्ट्रक्चर हैं अच्छा अब ये वाला दोबारा यहां आएगा तो ये फिर से इलेक्ट्रॉन यहां लाएंगे फिर इसका एक और रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनेगा कृपया इसको नोट कर लीजिए क्योंकि इसको हटाना पड़ेगा ठीक अब देखिए क्या होगा जिसको आप डिस्टर्ब नहीं कर रहे हैं पहले वैसा बना दीजिए इतने पार्ट पर कोई डिस्टरबेंस नहीं है बना दिया ये नेगेटिव चार्ज यहां आएगा ये नेगेटिव चार्ज यहां आएगा देखो ये बन जाएगा ठीक इसका मतलब यह हुआ कि भैया अभी भी तो बनाया जा सकता था एकदम सही ठीक अब सुनिए ध्यान से मैंने बोला यहां पर एक बार नेगेटिव चार्ज ऑक्सीजन पर है एक बार नेगेटिव चार्ज ऑक्सीजन पर है और देखिए तीन बार कार्बन पर है कितने लोग समझ पाएंगे तीन बार कार्बन पर है तो देखो एक बार नेगेटिव चार्ज यहां कार्बन पर है एक बार यहां पर है और जब ये घूम कर जाएगा तो यहां पर भी आएगा मतलब कार्बन यहां यहां और यहां तीन बार कार्बन पर और एक बार ऑक्सीजन पर इतनी बात समझ में आई कि नहीं कितनों को ये बात समझ में आई दोबारा सुन लीजिए ओ बुद्धु बालक ये नेगेटिव चार्ज जब चलेगा तो यहां पर नेगेटिव चार्ज फिर ये रेजोनेंस करेगा तो यहां नेगेटिव चार्ज यहां से चलेगा तो यहां नेगेटिव चार्ज मतलब एक ये देखो एक दो अगली बार यहां तीन तो तीन कार्बन पर नेगेटिव चार्ज आएगा आई होप समझ में आ चुका चुका होगा ठीक है इसको आगे र्थ पैरा कैसे समझाना है वो आगे बताऊंगा फिलहाल इतना जानना जरूरी है ठीक है ओके अगला लीजिए यहां पर आप क्या कहेंगे ये नेगेटिव चार्ज है इसको आप रेजोनेंस करेंगे तो यहां का इलेक्ट्रॉन कहां जाएगा ऑक्सीजन पर इसका मतलब हमारा दो बार ऑक्सीजन पर नेगेटिव चार्ज दिखाई देगा देखो एक बार यहां पर और इसका एक इसका रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनाएंगे तो उस रेजोनेंट स्ट्रक्चर में भी नेगेटिव चार्ज कहां आएगा ऑक्सीजन पर इसका मतलब यहां दो बार लेकिन यहां पर देखो देखो ये नेगेटिव चार्ज जब यहां आएगा तो यहां का पाई इलेक्ट्रॉन यहां चला जाएगा ठीक सिमिलरली कृपया ध्यान से कृपया ध्यान से एक बार यहां कर दिया अब अगली बार देखिए अगली बार हम करेंगे तो यहां आ जाएगा मतलब हम ये कह रहे हैं कि तीन बार ऑक्सीजन पर आएगा सिंपल बातें समझ में आनी जरूरी हैं ठीक अब बताइए ज्यादा स्टेबल कौन होगा आपकी बेसिक बुद्धि क्या कहती है इन तीनों में ज्यादा स्टेबल कौन आप कहेंगे कि यहां पर भी रेजोनेंस है यहां पर भी रेजोनेंस यहां भी यहां भी लेकिन किसमें अंतर है क्वांटिटी में अंतर है और क्वालिटी में अंतर है अंतर कैसा यहां पर नेगेटिव चार्ज जब रेजोनिंग स्ट्रक्चर बन रहा था तो वहां पर तीन बार ऑक्सीजन पर गया और आपको पता है जितनी बार ऑक्सीजन पर जाएगा वो उतना ज्यादा स्टेबल तो सबसे ज्यादा स्टेबल ये दो बार ऑक्सीजन पर गया कम स्टेबल इन दोनों में क्या है एक-एक बार ऑक्सीजन पर है देखो एक-एक बार ऑक्सीजन पर है तो ये तो पीछे ही रहेंगे लेकिन इन दोनों में आगे पीछे कौन है तो आप कहेंगे देखो एक बार ऑक्सीजन यहां पर भी है एक बार ऑक्सीजन यहां पर भी है अब डिफरेंशिएबल तो एक बार कार्बन पर गया था लेकिन यहां तीन बार कार्बन पर और जितनी बार नेगेटिव चार्ज ये पूरे मॉलिक्यूल पर फैला रहेगा वो उतना स्टेबल मॉलिक्यूल बोला जाता है शायद कुछ ज्यादा ही स्लो चल रहा हूं क्या अगला देखेंगे अगला यहां पर बताइए nh2 प और इसमें बताइए बताइए ये तो मैं बता भी चुका हूं जल्दी बताइए इनमें आप कहेंगे नाइट्रोजन क्योंकि लेस इलेक्ट्रो नेगेटिव है तो प्लस बर्दाश्त करेगा तो ज्यादा स्टेबल ये होगा ऑक्सीजन मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव है वो प्लस बर्दाश्त नहीं करना चाहता तो स्टेबिलिटी के फैक्टर में ये आगे आएगा समझ में आया क्या ज्यादा स्टेबल कौन है जी ये ज्यादा स्टेबल हो जाएंगे यहां पर बताइए इनमें ज्यादा स्टेबल कौन है इनमें और इनमें आप शायद समझ में आ जाएगा कि ये ज्यादा स्टेबल है क्योंकि नाइट्रोजन पर प्लस तो बर्दाश्त हो सकता है क्योंकि नाइट्रोजन इज लेस इलेक्ट्रोनेगेटिव बट ऑक्सीजन इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव क्या ये स्पीड ठीक है क्या ये स्पीड ठीक है एक बार दिल बना के समझाइए मेरे को समझ में आए कि तुम्हें समझ में भी आता है कुछ ठीक है तो स्टेबिलिटी का ये फैक्टर समझ में में आ रहा है ओके आइए अगला देखते हैं नेगेटिव चार्ज मोस्ट स्टेबल एट लार्जर साइज एलिमेंट ये पहले भी बात हो चुकी है यहां पर देख लीजिए यहां पर दो बार सल्फर पर है यहां एक बार सल्फर पर है और यहां पर दो बार ऑक्सीजन पर है मतलब यहां एक बार भी सल्फर वाला गेम है ही नहीं तो इसका मतलब है कि नेगेटिव चार्ज दो बार बड़े-बड़े साइज पर है इसका मतलब ये वाला ज्यादा स्टेबल है लेकिन यहां वाले में एक बार है और यहां पर तो सल्फर का गेम ही नहीं है सिर्फ ऑक्सीजन है हमने क्या कहा था कि हमें नेटिव चार्ज कहां चाहिए बड़े साइज पर चाहिए सिंपल बात नेगेटिव चार्ज चाहिए बड़े साइज पर या मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट पर वही स्टेबल होता है तो इनमें कंपैरिजन समझ में आया ओके बहुत अच्छी बात है अब सुनिए बेंजोनाटते बल ये है आपका ठीक है जी ये मॉलिक्यूल में आपको बनाना है अच्छा ये दो आपको दिए गए हैं दोनों में आपको क्या दिख रहा है बेंजीन तीन दिख रहे हैं यहां पर तीन दिख रहे हैं लेकिन लगाने के तरीके अलग हम आपको बजीन ढूं देखो य पर यहां पर आप कैले बेंजीन कैसे बना सकते हो चाहो तो बीच में एक कर लोगे लेकिन यहां देखो तो देखने में हमें तो एक य दिख रहा ठीक लेकिन यहां देखो भाई सा एक कैले बेंजीन य है एक कैलकुलो बेंजीन य है एक कैले बेंजीन य क्या नजर आया भाई एक दो तीन यहां पर तीन कैले बेंजीन है तो जहा जदा कैलकुलेट बेंजीन वैसे यहां दो आएगा एक बीच में ऐसे करके बनाओगे ना बना दोगे ये भी बनवाओ ग सर आप बना दिया करो होता क्या कि हमेशा स्टेबल वाले से कंपेयर करना अच्छा रहता है ना अरे भैया जिसके घर में जो है वो है ये देखो एक कैलकुली ये है एक कैलकुली ये है बट ये वाला कैलकुलेट नहीं है तो यहां पर दो कैलकुलेबल जीन होता है और यहां पर तीन कैलकुलेबल जीन है ठीक है इसी वाले का ज्यादा स्टेबल फॉर्म यह है क्योंकि यहां पर ज्यादा कैलकुल बेंजीन है क्लियर ओके आइए अब अगला पढ़ते हैं यह क्वेश्चन क्या कहता है यह है 2021 25 जुलाई का मतलब अभी रिसेंट है क्या पूछ रहा है कि कौन सा ऐसा जहां पर रेजोनेंस की फिनोमिना नहीं होती बताइए कहां पर रेजोनेंस की फिनोमिना नहीं होती तो ये लिखा है देखो लिखा conh2 तो मैं यहां पर लिख देता हूं c डबल ब oh2 क्या यहां पर रेजोनेंस की फिनोमिना होगी हां सर होगी देखिए यहां पर ये रेजोनेंस की फिनोमिना होगी हो रही है बाकायदा हो रही है तो रेजोनेंस की फिनोमिना हो रही है यहां पर क्या रेजोनेंस की फिनोमिना है यहां नहीं है यार यहां नहीं है देखिए यहां पर नहीं है क्यों नहीं है वो भी दिखा देते हैं इतने पार्ट को मैं लिख देता हूं स डबल बॉन्ड स के बाद बीच में एक्चुअली एक ch2 डाल दिया इन्होंने जिसकी वजह से अब यहां पर आपको दिख रहा है कि क्या दिख रहा है भैया देखो यहां पे डबल बॉन्ड सिंगल बॉन्ड सिंगल बॉन्ड दो बार सिंगल बॉन्ड आ गया तो यहां पर तो कौन कंजगेशन ही नहीं है अगर कंजुल पेयर है बीच में एक सिंगल बॉन्ड होगा तो यहां पर रेजोनेंस पॉसिबल है c2 तो हम बता ही चुके हैं वेरी गुड सबका जवाब सही है धन्यवाद आइए अगला बढ़ते हैं यह क्वेश्चन बताइए तुरंत बताइए अब कुछ गलत नहीं है अब एकदम सही है अब एकदम सही है भाई अरे जवाब मुझे यहां मिल रहा है यहां तुम जवाब दो चलो चलो चलो चलो चलो लिखा है च वन ऑफ द फॉलोइंग रेजोन स्ट्रक्चर नॉट करेक्ट कौन सा इनमें से करेक्ट नहीं है कहां पर करेक्ट नहीं है जी कौन सा करेक्ट नहीं होगा इनमें से जहां पर नाइट्रोजन को आपको देखना पड़ेगा कि पांच बॉन्ड कहीं बना रहा है क्या यह वाला देखो नाइट्रोजन पांच बॉन्ड बना रहा है तो यह गलत है यह तो पॉसिबल ही नहीं है नाइट्रोजन कभी भी पांच बॉन्ड ओ ये तो एक दो तीन चार ये तो पांच नहीं है भाई चार ही है ओके ओके ओके ओके बताओ बताओ नहीं यहां कुछ और बुद्धि लगाओ चलो चलो चलो चलो देखें क्या बुद्धि लगाएंगे प्लस के बगल में प्लस क्योंकि इन्होंने अगर ऐसा बनाया है तो यह तो मिलके न्यूट्रल न्यूट्रल बोलो बोलो बोलो डी नहीं सही है नालायक एकम सही बना था वो मुझे लगा पांच बना है बताओ समझ में अरे इतनी बेसिक सी बात है ये देखियो प्लस के बगल में प्लस नहीं लाना भाई खून खत्म कर देंगे एक दूसरे का ये खून खत्म कर देंगे प्लस के बगल प्लस स्टेबल तो हो ही नहीं सकते स्टेबल तो हो ही नहीं सकते नॉट करेक्ट में वैसे लेस स्टेबल मोर स्टेबल का क्वेश्चन होना चाहिए था ये कोई बात नहीं अपने को क्या है जवाब सही मिल रहा है आइए अगला देखते ब्रेट्स रूल क्या है भैया ब्रिज हेड एटम कैन नॉट बी प्लेनर जो ब्रिजहेड एटम है वो कभी भी प्लेनर नहीं हो सकते ठीक है हा ब्रिज हेडम कभी भी प्लेनर नहीं हो सकते इसका मतलब समझाता हूं ब्रिज हेड क्या होता है ये देखो ये जो कार्बन है ये कार्बन तीन कार्बन से कनेक्टेड है एक दो तीन देखो यह कार्बन तीन कार्बन से कनेक्टेड है प्रश्न ये है कि यह वाला जो कार्बन है वो हमेशा sp3 ही रहना चाहता है वो हमेशा sp3 रहना चाहता है क्योंकि टेट्रा हैड्रन में ही अरेंजमेंट पॉसिबल है देखो कैसा एक दोती तीन चार चार बॉन्ड को अगर आप ऐसे रखेंगे तो टेट्रा एडल में ये तीन चीजें जो दिख रही है यह इस तरीके से लेकिन अगर आपने इसको ध्यान सुनिए अगर आपने इसको प्लेनर बनाने की कोशिश की तो भैया मॉलिक्यूल आपका टूटकर खत्म हो जाएगा जी ये वाला कार्बन कभी भी प्लेनर नहीं हो सकता तो चलिए मान लीजिए कि मैं कहूं कि दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के मान लो हाइड्रोजन पर चले गए मान लो कह रहा हूं हाइड्रोजन पर चले गए उस कंडीशन में हम क्या बोलेंगे कि देखो भाई यहां पर प्लस चार्ज है क्या है यहां पर प्लस चार्ज है ठीक है यहां पर पर क्या होगा प्लस चार्ज क्योंकि इलेक्ट्रॉन चला गया यहां पर इससे मैंने ये बनाया अब ऐसी सिचुएशन में होगा क्या ये वाला कार्बन कृपया ध्यान दें ये वाला कार्बन कैसा हो गया sp2 अगर sp2 हो गया तो वो प्लेनर होना चाहेगा क्या ये मॉलिक्यूल कभी प्लेनर हो सकता है प्लेनर होने के लिए जो ये तीन लाइनें हमने ऐसे बना रखी है ऐसे बना रखी है पिरामिड टाइप की इसको प्लेन में लाने के लिए आपको ऊपर से ऐसे दबा करके भैया प्लेनर करना पड़ेगा और प्लेनर की कभी पॉसिबल नहीं है इसलिए कभी भी ऐसा नहीं हो सकता कि इस वाले कार्बन पर प्लस आई उस वाले कार्बन पर क्या आए डबल बॉन्ड आए कृपया ध्यान देना यहां वाले कार्बन पर कभी भी डबल बॉन्ड मत लाना क्यों मत लाना क्योंकि वह कार्बन कभी भी प्लेनर नहीं हो सकता कभी भी sp2 नहीं हो सकता क्योंकि उसकी शकल सूरत ऐसी है भाई उसकी सिंपली शकल सूरत ऐसी तो यहां पर कभी भी यहां पर कभी भी आप डबल बॉन्ड मत बनाना यह गलत है यह आपको कभी भी नहीं बनाना है बस ब्रिज हेड का मतलब है कि जैसे देखो देख यहां पर रिंग दिख रही है देखो एक रिंग था दो कार्बन को कनेक्ट करने के लिए ब्रिज लगा दिया आपने तो यह वाला कार्बन कहलाता है ब्रिज हेड कार्बन ये कार्बन ब्रिज हेड कार्बन और जो भी ब्रिज हेड कार्बन है कभी भी वहां प्लस नहीं आ सकता कभी भी डबल बॉन्ड नहीं आ सकता क्योंकि प्लस और डबल बॉन्ड का मतलब है ये प्लेनर होगा क्या होगा प्लेनर होगा तो नो sp2 इज अलाउड सिंपल बात कहूं तो सिंपल है कि sp2 नहीं हो सकता कैन नॉट बी sp2 हाइब्रिडाइज्ड प्लेनर नहीं हो सकता एक ही बातें हैं यह सारी यह सारी एक ही बातें हैं ठीक है जी ओके आइए अगली बात देखते हैं ये तो वही सेम बातें हैं अब बात आती है मेसोमेरिक इफेक्ट की अब तक हमने सिंपल सा रेजोनेंस सीखा है अब हम पढ़ने वाले मेसोमेरिक इफेक्ट तो सुनिए कि डायरेक्शनल रेजोनेंस को ही मेसोमेरिक इफेक्ट कहते हैं रेजोनेंस तो किसी भी साइड किया जा सकता है कैसे कहने का मतलब है कि देखो आप चाहो तो पाई इलेक्ट्रॉन को आप इधर इधर घुमा दो आप इधर घुमा दो या आप चाहो तो पाई इलेक्ट्रॉन को आप इधर घुमा दो दोनों में से आप इस वाले को कहीं भी घुमा सकते हो किसी भी डायरेक्शन में तो इसको कहते हैं कि ये नॉर्मल रेजोनेंस की फिनोमिना है ये नॉर्मल रेजोनेंस की फिनोमिना जिसमें कोई डायरेक्शन फिक्स नहीं है लेकिन अगर ड डायरेक्शन फिक्स कर दिया जाए क्या क्या क्या लेकिन ओ मेरे भाई साहब अगर डायरेक्शन फिक्स कर दिया जाए तो वो मेजो मेरिक इफेक्ट के अंदर का कडर किया जाता है यहां देखो नाइट्रोजन पर क्या है इलेक्ट्रॉन ये दिख रहा है ये क्या करेगा ये यहां आएगा बॉन्ड बनाने ऐसा हो नहीं सकता कि ये पाई बॉन्ड इधर जाए कभी भी पॉसिबल नहीं है कि इसको आप इधर बनाइए ये गलत है पता है क्यों क्योंकि यहां का इलेक्ट्रॉन यहां जा ही नहीं सकता क्योंकि नाइट्रोजन जो है पहले से ही ऑक्टेट्स इलेक्ट्रॉन कभी इधर फ्लो नहीं होगा और ऊपर से इलेक्ट्रॉन डेंसिटी जा ही नहीं सकता इसीलिए हमेशा क्या होगा नाइट्रोजन ये इलेक्ट्रॉन इधर देगा और यहां के इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे और यहां के इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे तो ध्यान देखना यह जो कॉन्जुलेरे क्शन यहां फिक्स है यहां पर फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन फिक्स है कि भैया कॉन्जुलेरे हैं इलेक्ट्रॉन दे रहे हैं इलेक्ट्रॉन दे रहे हैं किससे किसी ग्रुप से और वह ग्रुप क्या कहलाता है + m ग्रुप समझाऊ क्यों कहते हैं इसको क्या कहते हैं प्लस m ग्रुप तो ऐसे ग्रुप जो कॉन्जुलेरे करते हैं इलेक्ट्रॉन देते हैं उन ग्रुप को हम प्लस ए ग्रुप कहते हैं इसका मतलब हुआ कि जो ए नेगेटिव है वो एक प्लस ए ग्रुप है क्योंकि वो पाई इलेक्ट्रॉन डेंसिटी को देने की कोशिश कर रहा है किसको कॉन्जुलेरे सिंपली इसी तरीके से अगला देखिए यहां पर कार्बन पे प्लस है तो आपको पता है कि इलेक्ट्रॉन कहां जाएंगे अब इधर से कोई इलेक्ट्रॉन तो इधर आएगा नहीं तो इलेक्ट्रॉन कहां जाएगा इधर की तरफ ही जाएंगे इलेक्ट्रॉन कहां जाएगा प्लस की तरफ ही जाएंगे बोलो जाएंगे कि नहीं जाएंगे यस सर जाएंगे तो यहां पर समझना कि ch2 प ने क्या किया कॉन्जुलेरे सिस्टम से पाई इलेक्ट्रॉन को कौन सा इलेक्ट्रॉन पाई इलेक्ट्रॉन कौन सा इलेक्ट्रॉन भैया पाई इलेक्ट्रॉन खींचने की कोशिश कौन कर रहा है तो कहना - ए ग्रुप कर रहा है क्योंकि वो ग्रुप खींच रहा है ना इसलिए उसको माइनस ए कहते हैं क्या आपको इतनी बात समझ में आई दोबारा सुनिए दोबारा सुनिए सारे लोग क्या बोला मैंने ये जो ए नेगेटिव है वो कॉन्जुलेरे रही हैं ch2 नेगेटिव क्या कर रहा है इलेक्ट्रॉन खींचने की कोशिश कर रहा है पाई इलेक्ट्रॉन को इसीलिए जो ch2 नेगेटिव ch2 प्लस होगा वो कैसा होगा माइनस एम ग्रुप होगा समझ में आया अब आइए इसका रेजोनेंट स्ट्रक्चर बना देते हैं सिंपली समझ में और आ जाएगा ठीक है देखो एक दोती च 1 दोती 4 और यहां पर हमने लिख दिया ए अब बताइए ये इलेक्ट्रॉन कहां आएंगे इनके बीच में तो पाई बॉन्ड यहां बनेगा देखो पाई बॉन्ड यहां ये पाई इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे तो इसलिए यहां बनाना पड़ेगा है ना जी और ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आएंगे तो नेगेटिव चार्ज यहां बनेगा अच्छा सिमिलरली अगर मैं नीचे बनाऊं तो चार बनाने के बाद हम यहां लिखेंगे ch2 कृपया ध्यान दीजिएगा अबकी बार वाली लाइन पर देखना क्या कह रहा हूं ये इलेक्ट्रॉन उठकर यहां आएंगे मतलब पाई बॉन्ड यहां बनेगा देखो पाई इलेक्ट्रॉन ये वाला उठकर यहां आएगा मींस यहां बनेगा लेकिन ये देखो किनारे वाले कार्बन का इलेक्ट्रॉन ले गए तुम इसलिए इस पर प्लस आएगा ये दोनों आपस में कि जो प्लस ए ग्रुप होता है कृपया ध्यान दीजिए कृपया ध्यान दीजिए जो ग्रुप प्लस m होता है वो कॉन्जुलेरे जोनें खत्म हो चुका है इसलिए हम यहां से थोड़ा सा अभी स्पीड अप हो रहे हैं आइए स्वागत करते हैं क्योंकि अब सब कुछ जो लॉजिकली सिखाना था बहुत कुछ सीख लिया हमने ठीक अब प्लस एम ग्रुप में कौन से लोग होंगे भैया जो अपने फर्स्ट एटम पर नेगेटिव चार्ज रखेंगे या लोन पेयर रखेंगे जैसे कि अभी हमने पढ़ा ए नेगेटिव या हम लिख सकते हैं नाइट्रोजन और दो हाइड्रोजन के साथ और यहां पर क्या हो लोन पेयर क्या बोला गया नाइट्रोजन के ऊपर लोन पेयर है तो वो क्या है प्लस ए ग्रुप नाइट्रोजन के ऊपर नेगेटिव चार्ज तो प्लस ए ग्रुप सिमिलरली कार्बन के ऊपर नेगेटिव चार्ज तो + m ग्रुप ठीक है जी इसी तरीके से मैं लिख दूं ऑक्सीजन के ऊपर लोन पेयर तो वो क्या बोला जाएगा प्लस m ग्रुप सिंपल पहचानने का इकलौता तरीका है प्लस m के कि भैया उनके पहले एटम पर या तो नेगेटिव चार्ज होगा या तो लोन पेयर होगा सिंपल प्लस m है लेकिन - m में कहा गया कि इफ फर्स्ट एटम ऑफ द ग्रुप हैज वेकेंट ऑर्बिटल क्या वेकेंट ऑर्बिटल होगा तो या तो वेकेंट p ऑर्बिटल होगा या तो वेकेंट डी ऑर्बिटल होगा क्योंकि जो मेजो मेरिक इफेक्ट शो करने वाले लोग हैं एट द एंड वो पाई बॉन्ड बनाएंगे अगर वो पाई बॉन्ड बनाने वाले लोग हैं तो भैया कौन से ऑर्बिटल खाली करवाना चाहेंगे p और डी क्योंकि यही पाई बॉन्ड बना सकते हैं s ऑर्बिटल थोड़े ना पाई बॉन्ड बनाता है अच्छा जी अब एक बात समझिए इसका एग्जांपल क्या है जैसे मैंने एग्जांपल के तौर पे अभी लिया था ch2 प तो ch2 प में हम कहेंगे देखो भैया ये जो कार्बन है उसके पास वेकेंट प ऑर्बिटल है क्या वेकेंट पी ऑर्बिटल है इसी वजह से वो कार्बन कार्बन की जो कंजुन्नी में सक्षम रहा था क्योंकि उसके पास एक प ऑर्बिटल खाली था समझ में बात आ गई कोई दिक्कत तो नहीं है नहीं होनी चाहिए और एक देखें अगला है इफ ग्रुप हैज एक्सवा रिलेशन ये काम की बात है भैया बहुत इंपॉर्टेंट क्या एक्सवा रिलेशन का मतलब है एक्स डबल बॉन्ड y मिलेगा और क्या मिलेगा एक्स ट्रिपल बॉन्ड y मिलेगा जहां पर इलेक्ट्रोनेगेटिविटी ऑफ x इज ग्रेटर दन y होगा बहुत आसान सी बात है एक बार में खत्म इतना ही है प्लस ए माइनस m अगर सीख गए तो यहीं पर सीख जाइएगा क्या बोला है मैंने यस एकदम सफिशिएंट है भाई दो दोबारा सुन लीजिए ग्रुप हैज एकवा रिलेशन या तो वहां पर x डबल बॉन्ड y होगा या तो x ट्रिपल बॉन्ड y होगा लेकिन इलेक्ट्रोनेगेटिविटी ऑफ जो उल्टा लिख दिया है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी ऑफ जो y होगा वो ज्यादा होनी चाहिए विद रिस्पेक्ट टू x के तो क्या-क्या बन सकता है जैसे पहला पहला पेयर आप बनाइए x आप ले सकते हैं मान लीजिए कार्बन एक्स आप ले सकते हैं कार्बन तो वा क्या ले सकते हैं आप ले सकते हैं नाइट्रोजन है नहीं बोलो बोलो बोलो एक्स क्या ले लिया हमने कार्बन तोवा हमने क्या ले लिया भैया नाइट्रोजन अगर हमने x ले लिया नाइट्रोजन तो वा हम क्या ले सकते हैं ऑक्सीजन बोलो ले सकते हैं क्या हम ले सकते हैं यह कार्बन तो हम ये ले सकते हैं ऑक्सीजन ये पेयर ले सकते हैं क्या बोलो बोलो बोलो सारे लोग बोलेंगे क्या हम ये पेयर ले सकते हैं क्योंकि यहां वा इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव देन एक् ये पेयर में देखो कार्बन और ऑक्सीजन में ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव कौन है ऑक्सीजन इनमें ऑक्सीजन इनमें नाइट्रोजन तो आइए उनको बनाकर देखते हैं इसके कहने का मतलब क्या है समझिए इसका एग्जांपल बनाने जा रहा हूं तो मैं लिखने वाला हूं यहां पर देखो भाई मैंने लिखा x क्या हो गया कार्बन फिर डबल बॉन्ड वा वा को मैंने ले लिया ऑक्सीजन और कार्बन की वैलेंसी भर सकते हैं यहां जी ग्रुप लगा कर के यहां जी ग्रुप लगा कर के तो अब इसका एग्जांपल क्या बना सकते हो आप बताओ h लिख दो एल्डिहाइड हो हो जाएगा ch3 लिख दो कीटोन हो जाएगा ओ यहां लिख दोगे ईस्टर हो जाएगा क्योंकि स अरे भाई सब बताना पड़ेगा क्या तुम्हें ये देखो यह देखो तुम लोग ये सारे के सारे जो लोग हैं जहां पर सी डबल बॉन्ड o पहले प्रेजेंट होता है वो पूरे के पूरे माइनस ए ग्रुप है क्या है माइनस ए ग्रुप है देखो सारे के सारे माइनस ए ग्रुप है देखो स होना चाहिए और जी क्या है जैसे h यहां पर जी क्या है ओ यहां पर जी क्या है और पहचान में आया सारे लोग बताइए पहचान में आया क्या अरे दिल बनाओ भाई समझ में आ रहा है तो एक्सवा के लिए आप क्या बोलेंगे कि कार्बन ट्रिपल बॉन्ड नाइट्रोजन कार्बन ट्रिपल बॉन्ड नाइट्रोजन दोबारा सुन लो y क्या होना चाहिए मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव तो देखो नाइट्रोजन इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव देन कार्बन ठीक है ओके इतना जल्दी ब्रेक नहीं मिलता 8 बजे ब्रेक मिलेगा ठीक है इतनी बात समझ में आ गई ओके तो इस तरीके से आपको समझ में आया कि माइ ए में सिर्फ दो चीज देखनी है कि जो फर्स्ट एटम है उसके पास वेकेंट ऑर्बिटल होना चाहिए जो दूसरे ग्रुप्स हैं उनमें बस यह देखना है कि एक्सवा रिलेशन हो एक्स और वा के बीच में डबल बॉन्ड होना चाहिए या ट्रिपल बॉन्ड ट्रिपल बॉन्ड वाले का बेसिकली यही एक से काम बन जाता है कि हमने ऑक्सीजन को वा को नाइट्रोजन ले लिया है एक्स को कार्बन तो सी ट्रिपल बॉन्ड n बन जाएगा बाकी सारे जितने हैं वो इसी वाले रिलेशन से बन जाते हैं ठीक है जी बोलो बोलो बोलो अरे यार इसमें तो बहुत आसान है यह क्यों कठिन लग रहा है कोई कह रहा है दिमाग हिल गया भाई ये तो बहुत आसान सी बात बताई इसे तो सिंपलीफाई हो जाता है चलो अगर तुम्हें समझ में नहीं आया दोबारा बताता हूं x y को देखो देखो इधर x को मैंने मान लो नाइट्रोजन ले लिया और मैंने कहा कि डबल बॉन्ड y को मैंने ऑक्सीजन ले लिया ठीक अब मैं no2 ग्रुप बना रहा हूं देखो अगर कहीं no2 ग्रुप लगा है तो उसको आप प्लस m में गिने गे या - m में तो आप कहिए उसको हम - m में गिने गे क्योंकि - m में ये तरीके लगते हैं x वा वाले लेकिन ये जो जो प्लस m वाला है उसमें केवल फर्स्ट एटम के पास या तो लोन पेयर हो या नेगेटिव चार्ज अब इससे सिंपल क्या बताऊं यहां पर तो सिर्फ ये है कि या तो लोन पेयर या तो नेगेटिव चार्ज यहां पर बस ये दो बातें होती है और मेन जो बात होती है दैट इज एकवा रिलेशन बस x वा रिलेशन देखो तो रिवाइज भी करवा दिया है मैंने अब आइए ऑर्डर पढ़ते हैं हमें करना क्या है देखो प्लस एम ऑर्डर याद नहीं करना होता सिंपली समझना है दोबारा सुन लेते हैं क्या लिखा रहा हूं ch2 नेगेटिव ए नेगेटिव o नेगेटिव ये तो पता चल गया होगा इलेक्ट्रॉन डोनेट आसानी से कौन करेगा जो लेस इलेक्ट्रोनेगेटिव होगा अच्छा ओ और nh2 में ज्यादा अच्छे से डोनेशन कौन कर पा रहा है ओ कर पा रहा है है ना जिस तरीके से सिग्मा उसी तरीके से यहां वाला पाई इलेक्ट्रॉन सिग्मा के थ्रू करते थे ना खींचते थे लेकिन यहां क्या है ऑक्सीजन पर लोन पेयर लोन पेयर यहां नाइट्रोजन पे क्या है लोन पेयर तो ये अपने लोन पेयर डोनेट करना चाहते हैं और ये भी डोनेट करना चाहते हैं मैंने सही बनाया था या गलत बताइए अरे बुद्धु तुम कुछ तो कहोगे कहां चले गए तुम लोग इन दोनों में में कौन ज्यादा अच्छे से पाई इलेक्ट्रॉन डेंसिटी को सपोर्ट कर पाएगा अरे भैया हमको लगता है कि सो रहे हो तुम लोग यहां देखो चलो जब भी कोई प्लस ए ग्रुप प्लस ए ऑर्डर पूछे तो मतलब इलेक्ट्रॉन देने का ऑर्डर पता करना है लेकिन कौन से इलेक्ट्रॉन पाई इलेक्ट्रॉन क्लाउड देने की बात करनी है तो हमें कहना है कि कहीं पर यहां पर देखो अगर मैं लिख दूं यहां पर ये वाला ओ ओ और मैं लिख दूं कि भैया यहां पर लगा nh2 अब बताओ आसानी से किसका लोन पेयर डोनेट हो जाएगा नाइट्रोजन का लोन पेयर आसानी से डोनेट होगा रेजोनेंस की फिनोमिना के लिए या ऑक्सीजन का यही ऑर्डर होता है निकालने का तरीके का मतलब है आसानी से कौन देगा नाइट्रोजन इसलिए nh2 ग्रुप का प्लस ए ऑर्डर अच्छा होगा विद रिस्पेक्ट टू ओ के रीजन समझ में आया क्योंकि नाइट्रोजन इज लेस इलेक्ट्रोनेगेटिव आसानी से वो अपने पाई इलेक्ट्रॉन भी सामने की तरफ दे सकता है अच्छा यहां बताइए चलिए इनमें बताइए इनका पहला एटम देखिए बाकी से हमें कोई मतलब नहीं है पहले एटम पर देखिए क्या लोन पेयर है हां सर लोन पेयर है यहां पर भी लोन पेयर है मतलब ये दोनों प्लस एम ग्रुप है क्योंकि इनके पहले एटम पर लोन पेयर और लोन पेयर है तो अगर ये प्लस एम ग्रुप है तो इलेक्ट्रॉन देंगे लेकिन ये दे रहे ऑक्सीजन से ये दे रहे नाइट्रोजन से और नाइट्रोजन इलेक्ट्रॉन देता है तो आसानी से सामने की तरफ इलेक्ट्रॉन दे पाता है इसलिए ये भाई साहब जीत जाएंगे इसमें किसी को कोई दिक्कत तो नहीं है भाई बोलो बोलो बोलो इसमें किसी को कोई दिक्कत तो नहीं है नहीं होनी चाहिए अब देखो ओ और र में ओ और र में जो ज्यादा सब्सीट्यूटेड है वो कम दे पाता है जो लेस सब्सीट्यूटेड है वो इलेक्ट्रॉन ज्यादा दे पाता है है ना क्या जो लेस सब्सीट्यूटेड है वहां वो पाई इलेक्ट्रॉन क्लाउड को आसानी से सामने की तरफ दे सकता है उसका रीजन होता है पी ऑर्बिटल का छोटा हो जाना इसमें क्या होता है एक तरीका होता है समझना चाहेंगे आप लोग एक तो आपके साथ देख रहा हूं न्यूट्रल होते जा रहे हैं आप जोश लाओ भैया जोश देखो होता क्या है ना यहां जब p ऑर्बिटल होता है और p ऑर्बिटल में इलेक्ट्रॉन होता है और nh3 में भी क्या है बहुत सारे इलेक्ट्रॉन है क्योंकि क्या हो रहा है आठ इलेक्ट्रॉन इकट्ठा कर रखा है तो यहां पर क्या इलेक्ट्रॉन के क्लाउड हैं वो इलेक्ट्रॉन के क्लाउड ऑक्सीजन के पी ऑर्बिटल को रिपेल करके उसको ना टिल्ट कर देते हैं टेढ़ा कर देते हैं इसी वजह से इनसे जो है ओवरलैपिंग अच्छी नहीं हो पाती जो सामने से कॉन्जुलेरे होता है वो आसानी से डोनेशन नहीं कर पाता डोनेशन कौन करता है लेस सब्सीट्यूटेड वाला तो बस यही बुद्धि लगानी है कि जो लेस सब्सीट्यूटेड है उसका प्लस ए ग्रुप प्लस m ज्यादा अच्छा होता है जो लेस सब्सीट्यूटेड है वो ज्यादा अच्छा होता है विद रिस्पेक्ट टू मोर सब्सीट्यूटेड के इलेक्ट्रॉन देने के मामले में ज्यादा अच्छा कौन है nh2 विद रिस्पेक्ट टू एक हाइड्रोजन हटा के हमने ch3 लगा दिया यहां दोनों हाइड्रोजन हटा के ch3 लगा दिया तो यहां पर जितना ज्यादा क्राउड इकट्ठा करोगे नाइट्रोजन पर वो आसानी से इलेक्ट्रॉन डोनेट नहीं कर पाएगा तो ये ऑर्डर्स होते हैं समझ में आई ओके प्लस एम ऑर्डर को अब देखो भाई सिंपल सी बात है अब एक बात बताओ मैंने क्या सिखाया था जो एनायत हैं वो क्या करते हैं एनायत हैं जिंदगी में आते कैसे हैं वो भैया दूसरे का धन लूट कर आते हैं तो जो लोगों ने लूटे हुए हैं धन उनको लुटाने में कोई दिक्कत है क्या नहीं है इसीलिए प्लस एम ऑर्डर में ये लोग सबसे आगे आते हैं ठीक है ये लोग सबसे आगे आते हैं तो ध्यान दीजिए जो एनायत हैं उनका प्लस ए ऑर्डर अच्छा होता है विद रिस्पेक्ट टू न्यूट्रल वालों के क्योंकि न्यूट्रल वालों में तो लोन पेयर होता है और आपको पता होना चाहिए कि लोन पेयर किसी सेंट्रल एटम का होता है और सेंट्रल एटम अपना लोन पेयर इजली देना कोई भी एटम नहीं देना चाहेगा लेकिन नेगेटिव चार्ज का मतलब होता है कि सामने से उसने एक इलेक्ट्रॉन इकट्ठा किया हड़प लिया है अब हड़पे हुए धन को देना आसान है इसलिए भैया जान लीजिए प्लस ग्रुप अच्छे तरीके से बिहेव जो करते हैं वो एनय है और इनके बीच का ऑर्डर तो आपको पता है इनके बीच का ऑर्डर तो आपको पता है इनके बीच का ऑर्डर तो आपको पता है यह लो कहां रटना पड़ा भाई कहां रटना पड़ा भाई एकदम बेसिक सिंपल सी बात बताई गई सिंपल बेसिक बात है यस अब अगली चीज देखिएगा ओ और और में हमने पढ़ा कि ओ आगे होता है विद रिस्पेक्ट टू ओ अच्छा इनमें हमने पढ़ा कि इनका ज्यादा होता है देखो देखो ए और इनमें अभी पढ़ा था हमने इनका ज्यादा होता है अब एक बात बताओ इनके पीछे हमने इनको क्यों रखा अब वो सुनने की बारी ऑक्सीजन देखो अगर कोई सामने से आ गया इलेक्ट्रॉन लेने तो यह भाई साहब चले जाएंगे पाई इलेक्ट्रॉन देने लेकिन यहां पर पता क्या दिक्कत है यहां पर जो ए है उसका इलेक्ट्रॉन पीछे भी रेजोनेंस कर रहा है तो आगे तो रेजोनेंस करना चाहता ही है लेकिन उसका इलेक्ट्रॉन पीछे भी बिजी है इसीलिए ये अच्छा प्लस एम नहीं कर पाएगा विद रिस्पेक्ट टू ऑल दीज देखो एक बार एक बार यह लाइन देखो रटना नहीं है बेसिक बात कह रहा हूं मैं बहुत सिंपल साधारण बातें हो रही है क्या कह रहा हूं मैं मैं कह रहा हूं देखो भाई यहां का जो इलेक्ट्रॉन है ना वो एक्चुअली पीछे की तरफ भी रेजोनेंस कर रहा है पीछे की तरफ भी रेजोनेंस कर रहा है यह वाला इलेक्ट्रॉन भी पीछे की तरफ रेजोनेंस कर रहा है लेकिन इस ऑक्सीजन को इलेक्ट्रॉन देना कहां है किसी कंजुल होगा उसको ये इलेक्ट्रॉन देना है तो यहां पर तो आसानी से दे सकते हैं क्योंकि इनको इधर ही जाना है लेकिन यहां तो पीछे भी चले गए तो कुछ इलेक्ट्रॉन डेंसिटी यहां कम हो जाएगी इसलिए इसका डोनेशन आगे थोड़ा टफ हो जाएगा विद रिस्पेक्ट टू ऑल दीज तो इसलिए इन दोनों में ये हो जाएगा यहां रटना नहीं है बहुत बेसिक सी बातें समझाई गई है शायद समझ में आ गया हो अब अगला देख लीजिए ये देखो भाई ये बेंजीन तो याद करना है लेकिन फ्लोरीन क्लोरीन ब्रोमीन आयोडीन में सिंपल बात समझिए फ्लोरीन का जो साइज है वो कार्बन की साइज में है कार्बन की साइज के आसपास है इसीलिए दोनों के पी ऑर्बिटल आपस में आराम से ओवरलैप करेंगे तो फ्लोरीन इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी को आराम से सामने दे सकता है लेकिन आयोडीन पर जो ये इलेक्ट्रॉन है वो तो बहुत ही बड़े साइज में है बहुत बड़े साइज में है तो वो आसानी से डोनेट नहीं कर पाते हैं इस वाली लाइन को दोबारा बता देता हूं थामा थामा थामा थामा डरना नहीं है थामा दोबारा बता देता हूं दोबारा बता देता हूं कौन सी ये पूछ रहे हो क्या अरे भाई सिंपल बताता हूं अब एक बात बताओ एक आदमी है जिसको अपना अपना घर भी संभालना है अपना घर भी संभालना है और उसके बाकी भी खर्चे तो क्या अपने घर में वो ज्यादा पैसा दे पाएगा अगर उसके पास बाकी खर्चे भी हैं लेकिन वही एक आदमी ऐसा है जो कमाता है सब कुछ अपने घर को देता है तो कहां वाले खुश रहेंगे भैया किस घर को ज्यादा पैसा मिलेगा जहां पे अपने खर्चे नहीं है सामने ही देने हैं लेकिन इनके तो आप अपने घर में ही खर्चे हैं देखो लगे हुए इनके आपस में ही रज लगा हुआ है तो ये सामने की तरफ क्या होंगे कम दे पाएंगे इसलिए ये वाले दोनों आगे ये वाले दोनों पीछे इसमें कोई दिक्कत नहीं अब प्रश्न आता है हैलोजन वाला शायद हैलोजन में दिक्कत होगी तो मैं समझा देता हूं देखो कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन प फ्लोरीन लगा है ठीक है यहां पर लोन पेयर है ये इस तरीके से रेजोनेंस होगा यही तो होगा अगला देखिए अगर मैं कहूं यहां आयोडीन है भाई साहब आयोडीन में क्या होगा इस तरीके से रेजोनेंस होगा होगा कि नहीं होगा लेकिन यहां देखिए कृपया देखिए ये जो कार्बन है वो सेकंड पीरियड का है और ये फ्लोरीन सेकंड पीरियड का है तो दोनों के 2p ऑर्बिटल दोनों के 2 प ऑर्बिटल फ्लोरीन और कार्बन के पी ऑर्बिटल आपस में बराबर साइज के होंगे तो इसलिए ये अच्छे से ओवरलैप कर पाते हैं लेकिन यहां जो कार्बन है वो कार्बन 2p है साइज में छोटा लेकिन आपको पता है कि आयोडीन क्या भैया बहुत बड़ा पी ऑर्बिटल बनाएगा क्यों क्योंकि क कि आयोडीन फिफ्थ पीरियड का है ये 5p है ये 2p ये 5p आपस में अच्छी ओवरलैपिंग नहीं होगी अगर अच्छी ओवरलैपिंग नहीं होगी तो आयोडीन अच्छे से इलेक्ट्रॉन आगे नहीं दे पाएगा अगर आयोडीन अच्छे से इलेक्ट्रॉन आगे नहीं दे पाया इसका मतलब अच्छा प्लस ए नहीं दिखा सकता क्यों क्योंकि आयोडीन की साइज बड़ी थी तो उसके पी ऑर्बिटल की साइज बड़ी थी अगर उसके पी ऑर्बिटल की साइज बड़ी थी तो उसके डोनेशन में प्रॉब्लम होगी अब कोई कह रहा है सर f तो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव था अरे भैया इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का जो फैक्टर है वह सिर्फ सेम पीरियड एलिमेंट में लगता है यह सब नहीं पढ़ा है क्या सेम पीरियड एलिमेंट में इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का फैक्टर लगता है जैसे कार्बन नाइट्रोजन ऑक्सीजन फ्लोरीन ये सब सेम पीरियड एलिमेंट है इनमें इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का फैक्टर लगाइए लेकिन जब आप ऊपर से नीचे जाते हैं तो साइज का फैक्टर एगजैक्टली लगाना होता है ठीक है जी इतनी बात समझ में आ गई ओके आइए अगला देखते हैं माइनस ए ऑर्डर माइनस ए ऑर्डर में सिंपल है भाई इसमें कोई ज्यादा दुख दर्द परेशानी है ही नहीं है ना यहां क्या करना है इलेक्ट्रॉन खींचता कौन है यह देखना है तो प्लस ए का जस्ट उल्टा सोचना है यहां प ठीक है यहां देखो भाई ध्यान सुनना ये सी डबल बंड ही है देखो अगर पाई से इस तरीके से जोड़ दो डबल बॉन्ड और यहां पर कोई ग्रुप जी देखो भैया ध्यान से होगा क्या यह जो कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन उसकी तरफ कार्बन कार्बन सिंगल बंड से इलेक्ट्रॉन ऐसे निकल के आएगा देखो अब प्रश्न यह है कि अगर मैं ग्रुप को बदलता जाऊं तो क्या इफेक्ट आएगा वो देखो ध्यान से सुनो क्या आप बता सकते हैं इसको तुरंत प् m का उल्टा कर दो अरे भाई इलेक्ट्रॉन देने का काम कौन करता है nh2 अच्छा अगर ये अगर ये भाई साहब इसको डोनेट करेंगे तो क्या ये वाले का c डबल ब o सामने से इलेक्ट्रॉन खींच पाएंगे नहीं खींच पाएंगे तो इनका माइनस एम खराब होगा ये इनका माइनस ए अच्छा होगा दोबारा सुन ले दोबारा सुन ले या सिंपली मैं बोलूं तो क्या करिए सिंपली समझ जाइए कि ओ जो है अच्छे से इलेक्ट्रॉन डोनेट नहीं करेगा ओ क्या करेगा अच्छे से सामने इलेक्ट्रॉन डोनेट नहीं करेगा तो उसको क्या करना होगा आराम से खींचना आसान हो जाएगा क्योंकि ये इलेक्ट्रॉन दे नहीं रहे हैं लेकिन ये इलेक्ट्रॉन सामने से दे रहे हैं समझ रहे हो तो ओ और nh2 में इलेक्ट्रॉन देने की टेंडेंसी इसके अंदर ज्यादा है अगर ये इलेक्ट्रॉन दे देगा तो भैया इस c डबल ब o का पेट भरा पड़ा है फिर ये सामने से नहीं खींचेगा समझ गए तो बस जस्ट उल्टा करना है जस्ट उल्टा करना है जो कुछ हमने प्लस एम में पढ़ा था ठीक है ओके अगला देखते हैं यहां बताइए बुद्धि लगाने वाली बात है यहां पर आप कहेंगे कि ऑक्सीजन और ये है यहां पर देख लीजिए ठीक है यहां पर आप इलेक्ट्रॉन दे रहे हैं ज्यादा लेकिन यह क्या था भाई यह वाला ऑक्सीजन तो पीछे की तरफ खींचेगा अगर यह इलेक्ट्रॉन पीछे की तरफ खींचेगा तो ये सामने की तरफ कम दे पाएंगे अगर सामने इधर कम दे पाएंगे बहुत अच्छी बात है देखो ध्यान से कितना थोड़ी बुद्धि लगाने वाली बात है यह वाला ऑक्सीजन इनका पेट भर देगा यह वाला ऑक्सीजन इनका पेट भर देगा तो ये सामने से नहीं खींच पाएंगे लेकिन यह वाला ऑक्सीजन इधर भी पेट भरना है किसी और का यह इधर भरना है किसी और का तो इनको क्या होगा कम मिलेगा अगर ऑक्सीजन इसको कम सपोर्ट करेगा तो ये सामने से ज्यादा खींचेगा तो मतलब यह ज्यादा होगा तो पहले दूसरे में समझ में आया दूसरा वाला पावरफुल हो जाएगा इस तर ी से लॉजिकली सीखना पड़ता है समझ में आया क्या आइए यहां देखते हैं ठीक है ओ और ओ में आपको पता है कि अगर मैं प्लस ए देखूं तो ज्यादा अच्छा प्लस ए किसका है ओ का ओ अगर इलेक्ट्रॉन आगे ज्यादा देगा तो ये खींच नहीं पाएंगे पीछे कर दो र क्या करेगा ज्यादा दे ही नहीं सकता आगे तो इसको ज्यादा खींचना पड़ जाएगा सिंपल इनमें क्या है भैया इनको भी हमने पढ़ रखा है ना क्या करेंगे ये इलेक्ट्रॉन सपोर्ट करेंगे तो सामने से ये नहीं खींच पाएंगे तो ये ज्यादा अच्छा खींचें ठीक है no2 स में तो याद करना पड़ता है ये हमेशा याद रखना पड़ता है ठीक है आइए ओके अब बात करते हैं अब बात करते हैं कोई कह रहा है कि सर ये तो रिकॉर्डेड है क्या नहीं भाई रिकॉर्डेड नहीं है समझा रहे हैं बालक यहां देखो अगर मैं कहूं कि no2 और में समझाया था बोलो समझाया था कि नहीं ओके अब बताओ ओ और र में क्या बताया था ओ और र में क्या सिखाया था बालक ओ वाला बोलो बोलो यह वाला कम खींचता है स एसिड ग्रुप कम खींचता है ईस्टर ज्यादा खींचता है ठीक इनमें देखो यह तो प्लस एम का जस्ट उल्टा है प्लस एम का भैया जस्ट उल्टा है अगर आप इतना समझ गए तो काम बन गया ठीक है यह देखो देखो प्लस ए का जस्ट उल्टा दिखाऊ सी को ढक दो बस सी क ढ देखो सी2 नेगेटिव ए नेगेटिव ओ नेगेटिव nh2 ओर इसके बाद देखो ओ सीओ ये समझ में आया अरे समझ में आया क्या उसी बात को उल्टा लिख दिया गया इधर के लिए दोबारा बता देता हूं कोनों को बुद्धि फिर से फिर गई है अरे भाई सिंपली सिखाया था कि सी2 नेगेटिव क्या करता बहुत इलेक्ट्रॉन देता सुनो ध्यान सुनो अब ch2 नेगेटिव बहुत इलेक्ट्रॉन दे सकता है क्योंकि इसका प्लस m पावर बहुत अच्छा है सबसे आगे था प्लस m में तो अगर ये भर भर के सामने इलेक्ट्रॉन देगा अगर ये बहुत इलेक्ट्रॉन देगा तो ये c डबल बॉन्ड o किसी कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन की चेन से इलेक्ट्रॉन क्यों खींच के लाएगा जब पीछे से सपोर्ट मिल रहा है तो ये नहीं खींच पाएगा क्योंकि पीछे से इलेक्ट्रॉन मिल रहे हैं रेजोनेंस के थ्रू तो ये नहीं खींच पाएगा अगर नहीं खींच पाएगा तो - ए ऑर्डर में देखो सबसे पीछे तो जिसके साथ जिस सीओ ग्रुप के साथ अच्छा प्लस एम लगा हुआ है उसका पेट तो प्लस एम ग्रुप ही भर देगा तो सामने से वो क्यों लेगा भाई बस इसी का उल्टा कर दो इसी का उल्टा कर दो यहां तक में सिंपल है यार चलो बाकी प्रैक्टिस से सिखा दूंगा ठीक है आइए नहीं तो इसी में रह जाएंगे हम लोग हां प्लस ए इफेक्ट ये वैसे मैं सिखा चुका हूं लेकिन दोबारा जल्दी-जल्दी रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनाते हैं देखो प्लस ए ग्रुप में o नेगेटिव क्या है प्लस ए ग्रुप है तो यह मैं देखो रेजोनेंस बनाने चल रहा हूं यहां पर क्या होगा यह इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आ जाएंगे ठीक है इस तरीके से क्या होगा कृपया ध्यान दें ऑक्सीजन यहां पर हो जाएगा डबल बॉन्ड यहां पर नेगेटिव चार्ज यहां पर यह हो जाएगा देखो भाई यह बन जाएगा पीछे बना के भी बताया है फिर यहां लेक आइए तो पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के कहां आ जाएंगे यहां आ जाएंगे इनका रेजोनेंट क्चर बनाएंगे तो कैसा बनेगा डबल ब o डबल बॉन्ड डबल बॉन्ड नेगेटिव चार्ज ये नेगेटिव चार्ज यहां लाएंगे तो ये वाला यहां आ जाएगा अब भैया ये आना चाहिए क्योंकि अभी पीछे ही जस्ट बता करके इसको फुर्सत लिया है भैया एक मिनट का काम हुआ है बस अभी ये देखिए तो जब भी कभी प्लस एम ग्रुप किसी बेंजीन से लगता है तो वो क्या करता है उसको समझिए तो आपको समझ में आएगा कि भैया वो क्या करता है वो इस कार्बन पर इस कार्बन पर और इस कार्बन पर नेगेटिव चार्ज ला देता है या कहिए इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ा देता है सर उस कार्बन को कुछ कहते हैं क्या हां आइए दिखा देता हूं देखो भैया अगर ये बेंजीन है देखो भैया ये बेंजीन है इस बेंजीन पर अगर कोई ग्रुप जी लगा है तो ये जिस कार्बन से जुड़ा होता है उस कार्बन को कहते हैं इप्सोकॉन क्या आई प एसओ इसको कहते हैं इप्सोकॉन बेंजीन के जिस कार्बन से कोई ग्रुप लगा है वो इप्सोनशॉप ऑर्थो ऑर्थो के नीचे जो पड़ा हुआ है दैट इज मेटा मेटा के बगल में जो पड़ा है दैट इज पैरा ठीक है दोबारा सुनिए ये है पहला इप्सोड़ वाला ग्रुप के बगल वाला ऑर्थो ये मेटा ये पैरा फिर से ये मेटा और ये फिर से ऑर्थो देखिए ऑर्थो ऑर्थो मेटा मेटा एक पैरा तो इसके ग्रुप के पैर साइड में पैरा बगल बगल में ऑर्थो यहां बगल में उसके मेटा होता है इसका मतलब हम ये कह सकते हैं कि जो प्लस ए ग्रुप है जो प्लस ए ग्रुप है वो नेगेटिव चार्ज लेकर के आता है नेगेटिव चार्ज लेकर के आता है एट ऑर्थो एंड पैरा पोजीशन ऑर्थो और पैरा पोजीशन पर नेगेटिव चार्ज लेकर के आता है कोई प्लस एम ग्रुप दोबारा सुनिए ये देखिए ये नेगेटिव चार्ज कहां है ऑर्थो पर ये नेगेटिव चार्ज पैरा पर ये नेगेटिव चार्ज ऑर्थो पर लेकिन मेटा पर कोई फर्क नहीं पड़ता मेटा पर पहले भी पाई बॉन्ड अभी भी पाई बॉन्ड पाई बॉन्ड पाई बॉन्ड तो प्लस ए ग्रुप का मेटा पर कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन अगर यहां जी ग्रुप प्लस ए होता है तो ऑर्थो पोजीशन और पैरा पोजीशन पर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ जाती है इतनी बात समझ में आई इतनी बात समझ में आई क्या ओके आइए अगला बताइए माइनस ए ग्रुप की बात करूं माइनस ग्रुप का काम क्या है इलेक्ट्रॉन खींचना तो बेंजीन का जो ये कार्बन कार्बन का आपको दिख रहा है कॉन्जुलेरे निगेटिव है इसलिए वो इलेक्ट्रॉन को अपनी तरफ खींचना पसंद करता है तो इसलिए ये इधर जाएंगे तो आप कहेंगे कि जब आप बेंजीन पर माइनस ए ग्रुप लगाएंगे तो वो माइनस ए ग्रुप क्या करेगा भैया इलेक्ट्रॉन खींचने का काम करेगा अब देखो दोनों दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर ऑक्सीजन पर गए तो यहां नेगेटिव चार्ज यहां पर क्या होगा डबल बॉन्ड ठीक बाकी पर कोई फर्क नहीं आया भी इन पर इन पर कोई फर्क नहीं आया सेम छाप दिया ये दोनों इलेक्ट्रॉन यहां आ गए इनका नेगेटिव चार्ज यहां बन गया तो लेकिन ये कार्बन का क्या हुआ इस कार्बन का इलेक्ट्रॉन आगे गया इसलिए इस कार्बन पर प्लस चार्ज आएगा ओ भाई इसका मतलब ऑर्थो पर क्या आएगा प्लस चार्ज ला देता है बोलो बोलो बोलो इसका मतलब ऑर्थो पर क्या है प्लस चार्ज अब देखो प्लस चार्ज सिंगल बॉन्ड डबल बॉन्ड मतलब यहां पर दोबारा रेजोनेंस होगा अबकी बार रेजोनेंस कराओ तो क्या मिलेगा जिन पर कोई फर्क नहीं पड़ता उनको कृपया एज इट इज छाप लीजिए देखो इन पर तो कोई फर्क नहीं पड़ा नहीं पड़ा इस डबल बॉन्ड पर कोई फर्क नहीं पड़ा नहीं पड़ा कहां पड़ा वो सुनिए ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर यहां आ गए देखो तो प्लस कहां आएगा इस वाले कार्बन पर क्योंकि ये इलेक्ट्रॉन यहीं से तो आगे गया है तो जहां से आगे गया वहीं पर प्लस आता है इतनी बात समझ में आई इसका मतलब यह हुआ कि भैया अगर माइनस एम ग्रुप लगा है तो वो बेंजीन के अंदर प्लस पैदा करेगा अगर बेंजीन पर माइनस एम ग्रुप लगा है तो वो उसके अंदर क्या करेगा भैया प्लस सॉरी प्लस नहीं पॉजिटिव चार्ज पैदा करेगा पॉजिटिव चार्ज कहां-कहां पर आएगा भैया सिर्फ ऑर्थो और पैरा पोजीशन पर तो सिंपल हो चुकी है कहानी कि अगर बेंजीन पर प्लस एम ग्रुप लगाओगे तो बेंजीन के ऑर्थो पोजीशन पैरा पोजीशन पर वो नेगेटिव चार्ज लाएंगे लेकिन अगर बेंजीन के आप क्या कर रहे हैं ऊपर माइनस एम ग्रुप लगा रहे हैं तो बेंजीन में वो प्लस लाएंगे कहां पर ऑर्थो पर और पैरा पोजीशन पर और आप चाहे तो एक बार इसको और बना सकते हैं तो भी ऑर्थो पर आ जाएगा लेकिन मेटा पर कोई फर्क नहीं आता यहां का मेटा देखो ये मेटा पोजीशन है यहां मेटा पोजीशन पर कोई फर्क नहीं आता कोई प्लस चार्ज नहीं है यहां पर मेटा पोजीशन पर कोई नेगेटिव चार्ज नहीं है यहां पर भी कोई नेगेटिव चार्ज नहीं है तो मेटा पर ना तो प्लस आता ना तो माइनस आता लेकिन प्लस कब आता है जब बेंजीन पर माइनस ए ग्रुप लगा हो माइनस चार्ज कब आता है जब बेंजीन पर प्लस ए ग्रुप लगा हो केवल यही नहीं कोई भी प्लस ए ग्रुप लगे होंगे उनका यही बिहेवियर देखने को मिलता है चलिए अब बताइए मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन डेंसिटी कहां आएगी सेलेक्ट द पोजीशन फॉर मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन डेंसिटी मैक्सिमम इलेक्ट्रॉन डेंसिटी का यहां मतलब हो गया कि नेगेटिव चार्ज कहां पर आएगा बताओ ऑर्थो पर आएगा या पैरा परर अब क्वेश्चन करते हैं अब क्वेश्चन करते हैं बहुत टाइम हो गया यहां पर बताइए ऑर्थो या पैरा परर कहां आएगा सुनिए सुनिए ओ ग्रुप हमारा कैसा ग्रुप है भैया ओ ग्रुप हमारा प्लस ए ग्रुप है क्या है ओ हमारा प्लस ए ग्रुप है तो यहां पर ऑक्सीजन पर क्या होगा लोन पेयर तो लोन पेयर जब डोनेट होगा तो वो इलेक्ट्रॉन कहां आएंगे और ऑर्थो पर और फिर रेजोनेंस करके पैरा पर मतलब तो ऑर्थो और पैरा पर नेगेटिव चार्ज आएगा और जहां नेगेटिव चार्ज है उसका मतलब वहीं पर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी ज्यादा है क्या है इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी ज्यादा है अच्छा जी इनमें बताइए दूसरे में बताइए पहले दूसरा वाला ये इनमें बताइए यहां देखिए बेंजीन पर लगा जोब पहला एटम उस पर लोन पेयर है इसका मतलब ये प्लस ए की तरह बिहेव करेगा और जो प्लस एम होते हैं जो प्लस ए ग्रुप्स होते हैं वो नेगेटिव चार्ज पैदा कर देते हैं कहां पर ऑर्थो और पैरा पोजीशन पर वो नेगेटिव चार्ज पैदा कर देंगे लेकिन अगर बेंजीन पर no2 ग्रुप लगा है no2 कैसा होता है भैया माइनस ए ग्रुप होता है देख लीजिए वो माइनस ए कैसे हुआ नाइट्रोजन और ऑक्सीजन एक्सवा रिलेशन ये इलेक्ट्रॉन क्लाउड ये इलेक्ट्रॉन कहां जाएंगे भैया ये उठ कर के यहां आएंगे और यहां के दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर यहां आएंगे तो ऐसा होने पर क्या होगा ऑर्थो पर पॉजिटिव तो पैरा पर भी पॉजिटिव तो यहां पर ऑर्थो पैरा पर पॉजिटिव चार्ज आ जाएगा बताओ बताओ यहां पर ऑर्थो और पैरा पर पॉजिटिव चार्ज आ जाएगा अरे भैया पॉजिटिव चार्ज का मतलब होता है वहां से इलेक्ट्रॉन हटा दिया गया है इसका मतलब मेटा ऐसी पोजीशन है यहां पर यहां मेटा ऐसी पोजीशन है जहां पर इलेक्ट्रॉन ज्यादा होंगे क्योंकि देखो इसके रिस्पेक्ट में मेटा पोजीशन ये मेटा पोजीशन ये और ये इन पर कोई नहीं आता क्यों क्योंकि प्लस कहां बनेगा यहां बनेगा यहां बनेगा और यहां बनेगा प्लस यहां यहां यहां बने लेकिन प्लस कहां नहीं बनेगा यहां और यहां जहां प्लस नहीं बनेगा वहीं पर चार्ज अब ज्यादा है अरे भैया जब ऑर्थो से इलेक्ट्रॉन हटा दिया गया तो कंपेरिजन करो यहां से इलेक्ट्रॉन हट गया होगा तभी तो प्लस आया यहां से इलेक्ट्रॉन हटा प्लस आया इलेक्ट्रॉन हटा प्लस आया लेकिन यहां का इलेक्ट्रॉन तो नहीं हटा ना इसका मतलब ज्यादा इलेक्ट्रॉन डेंसिटी कहां पर होगी मेटा पोजीशन पर तो ध्यान रखना ना जब भी माइनस एम ग्रुप लगा हो तो ज्यादा इलेक्ट्रॉन डेंसिटी कहां आती है बोलो बोलो मेटा पोजीशन पर आती है ध्यान रखने ठीक है इसका जवाब मैं ब्रैकेट में लिख देता हूं मेटा पोजीशन पर मोर इलेक्ट्रॉन डेंसिटी यहां इलेक्ट्रॉन डेंसिटी मेटा पर ज्यादा आएगी कितनों को ये क्लियर हुआ है हां मेटा का बेटा कुछ नहीं हो रहा है मेटा का बेटा देखो कुछ नहीं हो पा रहा है यहां देखो क्लोरीन पर क्या है भैया लोन पेयर वो क्या करेंगे इस तरीके से रेजोनेंस करेंगे अगर करेंगे रेजोनेंस तो मतलब साफ कह रहे हैं कि मैं प्लस ए ग्रुप हूं तो प्लस ए ग्रुप क्या करता है भैया ऑर्थो और पैरा पर नेगेटिव चार्ज बनाने की कोशिश करता है मतलब साफ है कि इलेक्ट्रॉन डेंसिटी वहां ज्यादा है अगली बात जो बहुत ही इंपॉर्टेंट लाइन है ये शायद कई बच्चों को कंफर्म नहीं रहता इसलिए सिखा देना चाहता हूं अगर बेंजीन से लगा हुआ कोई डबल बॉन्ड है और ये जी ग्रुप कुछ भी हो ये जी ग्रुप चाहे c डबल बॉन्ड चाहे एल्डिहाइड हो चाहे यह जी ग्रुप कोई एसिड हो ठीक है चाहे यह ग्रुप ch3 बना दो ऐसा कुछ भी हो इस हर कंडीशन में होता क्या है यह चाहे जो उसे फर्क नहीं पड़ता ये जो डबल बॉन्ड है वो रिंग के अंदर आता है और इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी ऑर्थो और पैरा पोजीशन पर बढ़ाता है तो नेगेटिव चार्ज हमेशा यहां पर ऑर्थो और पैरा पर ज्यादा मिलेगा जी ग्रुप कुछ भी हो उसे को कोई फर्क नहीं पड़ता हमेशा इलेक्ट्रॉन ऑर्थो और पैरा पर ज्यादा आएगा आइए अगली बात करते हैं अगली बात है भैया अदर कंजुल सा हिंट दूंगा यहां पर बस आपको सीखना क्या है वो देख लो देखो यहां पे अगर कोई जड एटम है जहां पर लोन पेयर है तो देखो डबल बॉन्ड के ऊपर भी ये आके ट्रिपल बॉन्ड बना सकते हैं और जब यहां ट्रिपल बॉन्ड बनेगा तो यहां का एक पाई बॉन्ड उठ कर के यहां आ जाएगा तो इसका आप रेजोनेंट स्ट्रक्चर खुद बनाइए जड के ऊपर मान लीजिए कि क्या है इले नेगेटिव चार्ज सेम तरीके से ये यहां पर ट्रिपल बॉन्ड बन जाएगा और यहां का पाई उठ कर के कार्बन के ऊपर आ जाएगा सिमिलरली अगर z पे प्लस आप सोच के देखो अगर z प्स है और वो खुद बनाने के इच्छुक है तो वो क्या करना है ये इलेक्ट्रॉन उठा कर के यहां रख देना है सिंपल ताकि यहां पर दोबारा आपका रेजोनेंस हो पाए बस एक रेजोनेंस का तरीका ये था बहुत इंपॉर्टेंट नहीं बहुत कम होता है इंपॉर्टेंट ये अब बात करनी है हाइपर कॉन्जुलेरे कंजुल कॉन्जुलेरे क्या देखने को मिलता है डी लोकलाइजेशन ऑफ इस पर बहुत सारे क्वेश्चन पूछते हैं मैं दोबारा बता दूं ये जेई मेंस और एडवांस का सबसे पसंदीदा पार्ट है और इसको पढ़ा करके मैं आपको गैप दे दूंगा आप खा पी लेंगे इतनी देर में ठीक है ये लेकिन पढ़ो पहले डी लोकलाइजेशन ऑफ सिग्मा इलेक्ट्रॉन अबकी बार सिग्मा इलेक्ट्रॉन को नचाना है लेकिन किसके साथ पी ऑर्बिटल के साथ या पाई स्टार ऑर्बिटल के साथ तो समझाना चाहूं यहां पर जो सिग्मा इलेक्ट्रॉन लिखा है यहां पर सिग्मा इलेक्ट्रॉन किसके कार्बन और हाइड्रोजन बॉन्ड के अंदर प्रेजेंट जो सिग्मा इलेक्ट्रॉन है उसको हमें नचाना है किसके साथ प ऑर्बिटल के साथ तो कंडीशन सुनिए हमें एक ऐसा कार्बन चाहिए जिस पर एक हाइड्रोजन हो उसके बगल में एक कार्बन चाहिए जो कि क्या करता हो वेकेंट प ऑर्बिटल रखा हो कंडीशन सुनिए क्या होगा पहले कंडीशन सुनिए कार्बन पर एक हाइड्रोजन हो अगले कार्बन पर एक वेकेंट प ऑर्बिटल हो वेकेंट पी ऑर्बिटल कब पॉसिबल है जब कार्बन पे प्लस होगा तो कुछ ऐसा होगा देखो मान लो कार्बन पर दो हाइड्रोजन लगा दिए ठीक तो ये कार्बन कैसा है sp2 लेकिन ये वाला कार्बन कैसा होगा sp3 ठीक तो यहां पर कैसा है कार्बन एक होगा sp3 वो जुड़ा होगा एक कार्बन से जो कि होगा sp2 sp3 के ऊपर होगा एक हाइड्रोजन क्या आपको बेसिक बात समझ में आई दोबारा सुनिए दोबारा सुनिए शायद शायद शायद आपको समझ में नहीं आया यहां सुनिया ओ खोपड़ी लेके आओ भाई क्या बोला मैंने एक कार्बन ऐसा होना चाहिए एक कार्बन ऐसा होना चाहिए जो sp3 हाइब्रिडाइज्ड हो देखो sp3 हाइब्रिडाइज्ड मतलब तीन सिग्मा बॉन्ड हो सॉरी चार तो 1 दोती चा चार सिग्मा बॉन्ड मतलब हां ये sp3 हाइब्रिडाइज्ड है और वहां कम से कम एक कार्बन हाइड्रोजन का बॉन्ड हो कार्बन हाइड्रोजन का एक बॉन्ड हो और सामने एक कार्बन हो जिस पर वेकेंट p ऑर्बिटल हो क्या वेकेंट प ऑर्बिटल हो कैसे हो होता है वो सब बाद में देखेंगे फिलहाल अगला फिर से देखिए क्या है ऐसा ही दोबारा बनाइए कार्बन हाइड्रोजन एक कार्बन ऐसा जहां पर p ऑर्बिटल हो यहां पर हाइड्रोजन और हाइड्रोजन है ये वाला कार्बन कैसा होना चाहिए sp3 होना चाहिए तो और यहां पर एक इलेक्ट्रॉन तो इसको कहते हैं रेडिकल ये है कार्बो कटाय और ये है रेडिकल देखो कार्बन पर एक इलेक्ट्रॉन रेडिकल कार्बन पर प्लस चार्ज मतलब कार्बो कटाय तो आप ऐसे कहो कहने का तरीका स को कार्बो कटाय के बगल में एक ऐसा कार्बन चाहिए जो sp3 हाइब्रिडाइज्ड हो जहां पर एक हाइड्रोजन मौजूद हो मिनिमम रेडिकल हो जहां पर मिनिमम एक कार्बन हाइड्रोजन बॉन्ड हो और ये कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड होना चाहिए वहीं पर क्या होता है हाइपर कंजुल की जा सकती समझी जा सकती है होता क्या है कार्बन हाइड्रोजन का जो ये बॉन्ड है सुन लो एक लाइन कृपया कार्बन हाइड्रोजन का जो ये सिग्मा बॉन्ड है इस सिग्मा बॉन्ड में क्या होगा जो इलेक्ट्रॉन प्रेजेंट होंगे वो इलेक्ट्रॉन किसके साथ जुड़ने की कोशिश करते हैं इस कार्बन के पी ऑर्बिटल के साथ इंटरेक्शन शो करते हैं और इसी इंटरेक्शन को हाइपर कॉन्जुलेरे हैं इवॉल्व हो सकते हैं इसीलिए हम इसको क्या कहते हैं रे बालक इसको हाइपर कनजुस में पाई स्टार ऑर्बिटल एक बात बताओ पाई स्टार शब्द आपने कहां सुना है पाई स्टार शब्द आपने सुना है जब आप मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल थ्योरी पढ़ रहे थे क्या पढ़ रहे थे जब आप m मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल थ्योरी पढ़ रहे थे तब आपने सुना था अब एक बात सोचो पा स्टार ऑर्बिटल वही आ सकता है जहां पर पाई बॉन्ड मौजूद हो तो बस कंडीशन वही दोबारा एक कार्बन ऐसा जहां पर हाइड्रोजन हो और वो कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड होना चाहिए ये कंडीशन अब पाई स्टार कहां पॉसिबल है अरे भैया पाई स्टार वहीं पॉसिबल है जहां पहले पाई तो हो तो वहां पर हम लिख देंगे भैया देखो स डबल बॉन्ड ch2 मतलब एल्कीन एल्कीन तो आप कहेंगे कि देखो भैया ये कार्बन sp2 हाइब्रिडाइज्ड है और बगल वाला कार्बन sp3 मतलब मैटर सही जा रहा है दोबारा देखेंगे एक कार्बन हम लेते हैं जहां पर एक हाइड्रोजन मिनिमम हो और वो sp3 हाइब्रिडाइज्ड हो और उसके थ्रू क्या लगे हो यहां पर मान लीजिए बेंजीन लगे हो सुनना रे बालक अगर बेंजीन लगे होंगे तब भी यहां पर हाइपर कंजुन्नी एक कार्बन होना चाहिए sp2 और एक कार्बन होना चाहिए sp3 एक कार्बन पर होना चाहिए मिनिमम एक हाइड्रोजन बस और वह कार्बन कौन सा होना चाहिए sp3 हाइब्रिड अह sp3 हाइब्रिडाइज्ड और कार्बन होना चाहिए ठीक अब बताता हूं यह अप्लाई कैसे करते हैं मैं आपको बता रहा हूं यह सिर्फ मैंने इंट्रोडक्शन दिया है ढंग से पढ़ा रहा हूं अब ये सिर्फ इंट्रोडक्टरी पार्ट है ताकि आप एक जगह देख पाएं ठीक आइए अगला देखते हैं कार्बो कटान में देखना ये कार्बन कैसा है भैया ये वाला कार्बन कैसा है सर ये कार्बन तो मुझे sp3 हाइब्रिडाइज्ड नजर आ रहा है इसमें कोई शक तो है नहीं ये कार्बन कैसा है sp3 हाइब्रिडाइज्ड है ये कार्बन है ना और ये कार्बन पे एक प्लस है तो यहां पर एक क्या होगा वेकेंट पी ऑर्बिटल होता क्या है कार्बन हाइड्रोजन का जो ये इलेक्ट्रॉन है सिग्मा इलेक्ट्रॉन यह यहां पर इस तरीके से आता है इंटरेक्ट होने देखिएगा यहां पर इस तरीके से आता है इंटरेक्ट होने देखो देखो क्या होता है यह कार्बन हाइड्रोजन के दोनों इलेक्ट्रॉन कार्बन कार्बन के बीच में रिसीव होते हैं इसको अच्छे से बनाने का तरीका यहां आइए कृपया अब सब लोग ध्यान देंगे अब तक दिया नहीं दिया कोई फर्क नहीं पड़ता अब पड़ता है अब पड़ता है अभी तक नहीं दिया कोई बात नहीं यहां देख लेंगे कार्बो कटाय में मैंने क्या किया देखना इस वाले कार्बन पर लगे हैं दो हाइड्रोजन ठीक इस वाले कार्बन के ये दो हाइड्रोजन मैंने बनाई और ये जो कार्बन और हाइड्रोजन का बॉन्ड है मैं तुमसे पूछना चाहता हूं कि एक बात बताओ ये कार्बन हाइड्रोजन बॉन्ड बना कैसे होगा तो आप ये कहेंगे कि देखो सर ये कार्बन ना sp3 हाइब्रिडाइज्ड था इसका मतलब इस कार्बन ने अपनी तरफ से sp3 हाइब्रिड ऑर्बिटल दिया और हाइड्रोजन ने अपना 1s ऑर्बिटल दिया उसके भेंट मुलाकात से ये वाला सिग्मा बॉन्ड का जन्म होता है कौन से ये वाले सिग्मा बॉन्ड का जन्म कैसे होता है कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड है तो sp3 हाइब्रिड ऑर्बिटल ऑफ कार्बन और हाइड्रोजन का 1s आपस में मिलकर यह कर्मकांड करेंगे देखिए ना यह दो कार्बन था ये कार्बन जो स्टार कार्बन है ये sp3 हाइब्रिडाइज्ड कार्बन है अगर ये sp3 हाइब्रिडाइज्ड कार्बन है तो इसके पास sp3 हाइब्रिड ऑर्बिटल है तो हाइब्रिड ऑर्बिटल का जो बड़ा वाला लोब है वो मैंने बनाया है एक छोटा लोब भी होता है ऐसे करके उसको मैं नहीं बनाऊंगा हटाऊ तो ये sp3 हाइब्रिड ऑर्बिटल ऑफ कार्बन हाइड्रोजन के 1s ऑर्बिटल हाइड्रोजन का नेस कैसा होता है स्फेरिकल उनके साथ मिलकर के बॉन्ड बनाता है और उनके बॉन्ड बनने के बाद क्या होगा जी यहां पर दोनों की ओवरलैपिंग एरिया में आपको क्या दिखाई देगा इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी दिखाई देगी देखना यहां प य तो हाइड्रोजन का 1s ऑर्बिटल कार्बन के कार्बन के sp3 हाइब्रिड ऑर्बिटल के साथ मिलकर के यह बॉन्ड बनाता है दोबारा सुन लो दोबारा सुन लो ये पेपर में आया जेई एडवांस ने पूछ लिया था क्या पूछा कि भैया ये कार्बन कैसा sp3 ये हाइड्रोजन कैसा 1s इनके ओवरलैपिंग से क्या हुआ ये वाला सिग्मा बॉन्ड बना अच्छा फिर फिर भैया ये क्या हुआ ये जो कार्बन था उस पर प्लस था प्लस भैया शुरू में बताया था कार्बो कटाय का मतलब हो गया कि भैया ये जो p ऑर्बिटल होगा उसमें क्या है a प्लस का मतलब है उसमें कोई इलेक्ट्रॉन मौजूद नहीं है हो क्या रहा है यहां कार्बन और हाइड्रोजन के जो ये इलेक्ट्रॉन हैं ये इसके साथ इंटरेक्ट कर रहे हैं देख लो दोबारा दोबारा देख लो बस हो गया इतना ही है हो चुका है खत्म हो चुकी बात क्या बोला गया क्या होता है हाइपर कॉन्जुलेरे एकट करती है और इसी इंटरेक्शन से हाइपर कॉन्जुलेरे काफी डिफिकल्ट कौन कह रहा है भाई गधे आदमी हो क्या एक बार दोबारा सुन लो कि कितनी बार सुनवा होगे यार तीन घंटे में तो बेसिक चीज नहीं बता पा रहा हूं मैं अभी क्योंकि बार-बार रिवीजन करवा रहे हो तुम अरे ये कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड है हाइब्रिडाइज्ड ऑर्बिटल ऐसे बनाते हैं और हाइड्रोजन का वनस ऑर्बिटल यही तो कह रहा हूं भाई ओके चलो अब आगे बढ़ते हैं अब देखो कैसे बनाते हैं लिखना सीखो ज्यादा के चक्कर में ना दिक्कत यह हो जाती है कि आप समझते कुछ भी नहीं है फिर चलो देखो पहले क्या किया मैंने सारी सिग्मा स्केलेटन बनाए देखो अभी दोनों इलेक्ट्रॉन कहां हुए इनके बीच में आ गए अगर इनके बीच में आ गए तो यहां पाई बॉन्ड बनेगा ये दोनों इलेक्ट्रॉन यहां आ गए तो पाई बॉन्ड बनेगा लेकिन कार्बन और हाइड्रोजन के बीच के दोनों इलेक्ट्रॉन तो आगे चले गए मतलब हाइड्रोजन पर प्लस आएगा और हम मैं बता दूं जे एडवांस सबसे ज्यादा क्वेश्चन यहीं से पूछता है अभी क्वेश्चन करवा रहा हूं मैं ठीक तो ये देखिए क्या हुआ दोनों कार्बन और हाइड्रोजन के बीच में कोई बॉन्ड नहीं है इसीलिए कभी कभी इसको जो है नो बॉन्ड रेजोनेंस भी कहते हुए सुना होगा आपने नो बंड रेजोनेंस है कुछ रेजोनेंस जैसी ही फिनोमिना लेकिन यहां पर क्या हो रहा है बाद में कार्बन और हाइड्रोजन के बीच में बॉन्ड नहीं बचता तो इस तरीके से जैसे यहां कार्बन हाइड्रोजन ने ये कर्मकांड किए उसी तरीके से एक दो तीन ये तीनों हाइड्रोजन इसी तरीके से अपना इलेक्ट्रॉन यहां देंगे और यह कार्बन के पॉजिटिव चार्ज को इलेक्ट्रॉन क्या होगा सप्लाई करेंगे इतनी बात समझ में आई क्या अभी देख लो क्वेश्चन करवा रहा हूं क्वेश्चन करवा रहा हूं उसी पे आ रहा हूं एक्चुअली मैं बस इतनी बात समझ जाओ तो इसका मतलब क्या हुआ कि इससे एक स्ट्रक्चर ये बनेगा इस हाइड्रोजन के थ्रू इसके थ्रू बनाएंगे फिर बनेगा इसके थ्रू फिर बनेगा इसका मतलब हुआ कि यहां पर टोटल हाइड्रोजन के साथ देखें तो तीन हाइड्रोजन जो है अपना बॉन्ड तोड़ेंगे देखो एक जैसे ही इसने तोड़ा अब बाद में ये हटेगा तो ये वाला तोड़ेगा इसके बाद देखो कार्बन हाइड्रोजन का ये वाला बॉन्ड टूटेगा इसका मतलब ये तीनों कार्बन हाइड्रोजन बॉन्ड इस कार्बन के प्लस कोले देने का काम करेंगे और इसी तरीके से हाइपर कजुट स्ट्रक्चर्स बनाते जाएंगे तो कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन हाइड्रोजन हाइड्रोजन यहां पर क्या हो जाएगा जी अब देखो है क्या ना कि बहुत ज्यादा क्लियर पढ़ाने के चक्कर में टाइम बहुत लग रहा है बहुत बहुत बहुत ज्यादा लग रहा है इतना नहीं लगना चाहिए था चलिए चलिए चलिए आइए आइए आइए भैया देखें देखो ध्यान से सुनना ये वाले मान लो हमने तीसरा अब देखो ये वाला मैं कह रहा हूं इवॉल्व ही नहीं हो रहा है ये मैं हटा रहा हूं ठीक मैं कुछ और पढ़ाने जा रहा हूं देखो कार्बन हाइड्रोजन का जो ये बॉन्ड है इसका इलेक्ट्रॉन अगर यहां आ रहा है तो यह वाले बॉन्ड तो बने पड़े होंगे क्या हो रहा है यहां पर क्या होगा हाइड्रोजन और हाइड्रोजन फिर यहां पर क्या होगा प्लस है ना क्योंकि यहां वाले इलेक्ट्रॉन अगर आगे तो ये वाले पर प्लस आएगा और यहां पर कोई बॉन्ड नहीं होगा सिमिलरली ऐसा बनाएंगे तो इस तरीके से आपको टोटल कितने तीन तो इस तरीके के हाइपर कॉन्जुलेरे देखो ये जो आपका कार्बो कटाय है इस कार्बो कटाय के जस्ट बगल वाले कार्बन को कहते हैं अल्फा कार्बन ठीक है अल्फा कार्बन पर कितने हाइड्रोजन मौजूद है तीन तो कहते हैं यहां पर तीन अल्फा हाइड्रोजन है और ये तीन के तीनों अल्फा हाइड्रोजन हाइपर कंजुन्नी करेंगे इस तरीके का जो कॉन्जुलेरे हाइड्रोजन सिंपल हो जाता है एक्चुअली इसलिए है ना ज्यादा चक्कर में पड़ने के बजाय ये जो आपका कार्बो कटाय उसके जस्ट बगल वाला जो कार्बन उसको कहते हैं अल्फा कार्बन उसपे जितने हाइड्रोजन मौजूद हैं वो इस तरीके से स्ट्रक्चर बनाएंगे जिसको हाइपर कंजुल को इलेक्ट्रॉन की डेंसिटीज मिलेंगी सामने से इलेक्ट्रॉन आएगा तो ये कार्बन का प्लस न्यूट्रलाइज हो जाएगा और वो खुद को स्टेबल महसूस करेगा ठीक सिंपल आइए भैया ज्यादा दिक्कत नहीं करते हैं बहुत वक्त लग जाएगा रेडिकल की बात करें तो यहां पर देखो का ये देखो क्या ये रेडिकल के जस्ट बगल में एक कार्बन जिसको कहते हैं अल्फा कार्बन रेडिकल के बगल में जो कार्बन है दैट इज अल्फा कार्बन अब यहां देखो गेम कैसे चलता है यहां पर है दो इलेक्ट्रॉन दो में से एक इलेक्ट्रॉन आगे आएंगे ये और एक आएंगे यहां पर एक जाएगा यहां पर तो यहां दोनों कार्बन के बीच में क्या होगा बनेगा डबल बॉन्ड कैसे बना कार्बन के बीच में डबल बॉन्ड एक इलेक्ट्रॉन इधर से आया एक इधर से बाकी के दो हाइड्रोजन जहां थे वहीं रहेंगे बाकी के दोनों हाइड्रोजन पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा नहीं पड़ रहा ठीक है यह देख लो ये ठीक है अब इसके बाद क्या होगा यहां का एक इलेक्ट्रॉन हाइड्रोजन के ऊपर तो ये बन जाएगा तो ये दोनों आपस में क्या हो गए हाइपर कनजुस हो गए ठीक इसी तरीके से कितने हाइपर कॉन्जुलेरे न है तो तीन थ्री हाई परर कॉन्जुलेरे कॉन्जुलेरे चार कहते हैं ध्यान दीजिएगा ऐसे आप बनाएंगे तो एक हाइड्रोजन जैसे ये इवॉल्व हुआ वैसे ये भी इवॉल्व होगा वैसे ही ये भी इवॉल्व होगा तो तीन अल्फा हाइड्रोजन तो तीन तो हाइपर कजुट स्ट्रक्चर जहां पर कार्बन हाइड्रोजन के बीच बीच में बॉन्ड नहीं होगा लेकिन यह वाले में आप कहेंगे कि ये भी इसी से बनाए जा रहे हैं इसलिए टोटल चार स्ट्रक्चर बोले जाते हैं ठीक है आगे आइए एल्कीन देखते हैं एल्कीन में कैसे लिखते हैं कि देखो कार्बन और हाइड्रोजन का जो ये दोनों इलेक्ट्रॉन है बनाते तो ऐसे हैं कि यहां पर ये कार्बन कार्बन के बीच में इलेक्ट्रॉन आएगा और कार्बन कार्बन के बीच में जो पाई है वो उठाकर यहां रख दीजिए ये सीखना जरूरी है भाई नहीं तो कुछ समझ में नहीं आएगा ठीक है यहां पर आप कहोगे कि ये हो जाएगा ch2 ये हो जाएगा ch2 आगे हो जाएगा जी जनाब स यहां पर है ch2 मैं आपको लिख के दिखाता हूं कैसे लिखते हैं देखो ध्यान से कृपया ध्यान से देखिएगा ये दोनों इलेक्ट्रॉन कार्बन कार्बन के बीच में आए मतलब पाई बॉन्ड यहां बनेगा यहां पर पाई बॉन्ड हाइड्रोजन का इलेक्ट्रॉन आगे चला गया तो हाइड्रोजन पर क्या आएगा पॉजिटिव चार्ज क्योंकि दोनों इलेक्ट्रॉन आगे गए थे तो हाइड्रोजन पर प्लस बनाना पड़ता है अब देखो कार्बन और कार्बन के दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर कार्बन के ऊपर आएंगे तो यहां पर नेगेटिव चार्ज समझ समझ में आया तो इसका ये एक स्ट्रक्चर बनाया ऐसे कितने बनाए जा सकते हैं तो आप कहोगे एक दो तीन तीनों हाइड्रोजन बारी-बारी ऐसा ही बनाएंगे हां तो तीन ये और इसको मिलाकर टोटल टोटल चार हाइपर कॉन्जुलेरे क्लियर है खत्म हो चुका है भाई बेंजीन देखते हैं अब खाली क्वेश्चन बाकी है बेंजीन में देखेंगे कार्बन और यहां पे अगर देखें तो ये देखो कान sp3 हाइब्रिडाइज्ड है ये कार्बन sp2 है ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर कहां जाते हैं भैया ये यहां जाते हैं तो बेंजीन वाले में क्या होगा ये इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आ जाते हैं यह बहुत काम की बात है इसमें सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट यही वाला है है तो सारा ही ch2 हाइड्रोजन पर प्लस यहां पर डबल बंड यहां पर नेगेटिव चार्ज ये और ये कृपया एक बार ध्यान से देखना कैसे बनाया है ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठाकर के मैंने यहां लगा दिए तो इनके बीच में कोई बॉन्ड नहीं बचा यह बार की बातें एकदम सेम छाप दी इन दोनों इलेक्ट्रॉन को उठाकर यहां रख दिया अब एक बात देखो इससे तो यह बन गया लेकिन एक खेल देखो यह नेगेटिव चार्ज अब यहां अंदर रेजोनेंस की फिनोमिना करेगा ये नेगेटिव चार्ज अंदर रेजोनेंस की फिनोमिना करेगा तो देखें भैया क्या मिलता है यहां पर है ch2 h+ ये कोई जरूरी नहीं प्लस इधर बनाओ आप इधर ही बना सकते हो ठीक है देखो क्या होगा ये वाले पर तो कोई फर्क नहीं आया लेकिन ये नेगेटिव चार्ज यहां पर आया तो यहां बना दीजिए ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आ गया तो यहां बना दीजिए इसका मतलब पता क्या चल रहा है कि भैया जब बेंजीन पर मैं ch3 ग्रुप लगाता हूं जब बेंजीन पर मैं ch3 ग्रुप लगाता हूं तो नेगेटिव चार्ज आता हैट ऑर्थो एंड पैरा पोजीशन तो ch3 ग्रुप के हाइपर कोनजुगेशन की वजह से बेंजीन के ऑर्थो और पैरा पोजीशन पर नेगेटिव चार्ज आता है कृपया नोट डाउन कर ले ये सबसे इंपोर्टेंट बात है क्या बोला मैंने दोबारा सुनिए बेंजीन पर अगर ch3 लगाया तो ये कार्बन हाइड्रोजन के दोनों इलेक्ट्रॉन अगर यहां आएंगे तो यहां पाई बॉन्ड ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठके यहां आएंगे यहां से यहां तो हाइपर कंजुल सही लग रहा है लेकिन यहां से आगे बढ़े तो अब इसके आगे रेजोनेंस की फिनोमिना करा दीजिए तो पैरा पर मतलब ऑर्थो और पैरा पर नेगेटिव चार्ज आता है जब ch3 या कोई ऐसा ग्रुप जो कि हाइड्रो बंड यहां रखता है तो व निश्चित रूप से बेंजीन के अंदर ऑर्थो और पैरा पोजीशन पर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ाता है इतनी बात समझ में आई अब मुझे एक चीज बता दो चलो शायद समझ में आ गया होगा सब कुछ यहां पर मामला तो बेसिकली खत्म है हाइपर कोनजुगेशन लेकिन मैं ये जानना चाहता हूं ये एल्कीन में क्या हुआ होगा तो आप कहेंगे कि देखो एल्कीन में ये जो कार्बन है और ये जो हाइड्रोजन है तो यह जो कार्बन है वो कैसा था sp3 हाइब्रिडाइज्ड था यह कार्बन कैसा था भैया अरे बोलो रे ये कार्बन कैसा था sp3 हाइब्रिडाइज्ड और ये sp3 हाइब्रिडाइज्ड कार्बन हाइड्रोजन के 1s ऑर्बिटल के साथ जुड़ा था इनके बीच में जो ये दोनों इलेक्ट्रॉन थे ये दोनों इलेक्ट्रॉन कहां किससे इंटरेक्ट हुए किससे इंटरेक्ट हुए भाई ये दोनों इलेक्ट्रॉन किससे इंटरेक्ट हुए तो आप कहोगे एल्कीन में तो पाई बॉन्ड है इसका मतलब उसका पाई स्टार होगा जो खाली होगा अकॉर्डिंग टू एमओ इसलिए यह जो इलेक्ट्रॉन है वो पाई स्टार ऑर्बिटल ऑफ एल्कीन पाई स्टार मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल ऑफ एल्कीन से इंटरेक्ट होंगे यह लैंग्वेज दिमाग में रखने के लिए बोल रहा हूं यह काम की बात है ठीक है जी तो यह जो कार्बन और हाइड्रोजन के बीच में दोनों इलेक्ट्रॉन थे ये किससे इंटरेक्ट होते हैं पाई स्टार ऑर्बिटल ऑफ एल्कीन से इंटरेक्ट होते हैं एंटीबॉन्डिंग मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल से इंटरेक्ट होते हैं चलिए क्वेश्चन करिए मेंस जेई में 2008 नहीं है ये यह जेई 2008 है मतलब कि यह क्वेश्चन एडवांस का क्वेश्चन है चलिए करिए एडवांस का य क्वेश्चन करिए यह कराने के बाद ब्रेक दे दूंगा यह कराने के बाद मतलब यह क्वेश्चन नहीं यह टॉपिक यह टॉपिक कराने के बाद आपको दे देंगे ठीक है करिए करिए करिए तुरंत निपटाए इसको हाइपर कंजगेशन इवॉल्व द ओवरलैप ऑफ फॉलोइंग ऑर्बिटल कौन कौन से ऑर्बिटल को करता है तो आपने पढ़ा कि सिग्मा और p को करता है सिग्मा और p ऑर्बिटल को करता है अभी पढ़ा था ना कार्बन और हाइड्रोजन क्या जो ये सिग्मा ऑर्बिटल है वो किससे करता है भैया अगर सामने कार्बन पर प ऑर्बिटल है तो उसके साथ करता है तो सिग्मा और p या क्या हो सकता है ये सिग्मा पाई स्टार के साथ करता है लेकिन ये पाई स्टार का शब्द कहां आएगा जहां पहले से पाई बॉन्ड होगा वहां पर एल्कीन में एल्कीन में सिग्मा पाई स्टार का इंटरेक्शन है मतलब कार्बन हाइड्रोजन का जो ये सिग्मा बॉन्ड है जिनको इनके इलेक्ट्रॉन है वो एल्कीन के पाई स्टार में इलेक्ट्रॉन डालते हैं लेकिन अगर कार्बो कटाय होता है तो उसके पी ऑर्बिटल में इलेक्ट्रॉन डालते हैं शायद अब तो समझ में आ गया होगा कितने लोगों ने कर दिया जी कर दिया था सबने आइए अगला करिए यह क्वेश्चन करिए जेई एडवांस 2013 का क्वेश्चन है कि हाइपर कजुट स्टेबिलिटी ऑफ टर्श ब टाइल कृपया ध्यान दे टर्स ब्यूटाइलिश टायन का मतलब कि एक ऐसा कार्बन जहां पर किनारे किनारे छ इलेक्ट्रॉन है क्योंकि तीन बंड में छ इलेक्ट्रॉन होंगे इसका मतलब इनका ऑक्ट कंप्लीट नहीं इसको इलेक्ट्रॉन की जरूरत है तो इलेक्ट्रॉन की जरूरत को कैसे पूरा करेगा हाइपर कजुट एल्कीन का टू बूटीन का मतलब समझिए टू बूटीन को आप कैसे बना सकते हैं स3 सी डबल बॉन्ड सी और स3 तो बताइए क्या होगा यहां पर यहां पर सारे अल्फा हाइड्रोजन चले जाएंगे कौन-कौन से ये तीन अल्फा तीन ये भी देखो होता क्या है कार्बन पर प्लस कार्बो कटाय कार्बो कटाय के बगल वाला अल्फा कार्बो कटाय के बगल वाला अल्फा कार्बन इसके बगल वाला अल्फा कार्बन तो टोटल यहां पर नाइन अल्फा हाइड्रोजन है जो हाइपर कॉन्जुलेरे है भैया तीन और तीन छ 6 अल्फा हाइड्रोजन है बोलो भाई अल्फा हाइड्रोजन समझ में आता है डबल बॉन्ड के रिस्पेक्ट में कैसे ते देखो डबल बॉन्ड के रिस्पेक्ट में जो पहला कार्बन दैट इज अल्फा डबल बॉन्ड के रिस्पेक्ट में जो पहला कार्बन है दैट इज अल्फा ये दोनों अल्फा कार्बन है तो अल्फा कार्बन पर प्रेजेंट कितने हाइड्रोजन है छह अल्फा हाइड्रोजन जो कि हाइपर कंजुन्नी बात समझ में आई ये हाइपर कंजुन्नी है तो एल्कीन में कैसे होता है एल्कीन का इंटरेक्शन होता है सिग्मा और पाई स्टार का पीछे पढ़ा चुका हूं मैं अच्छा यहां पर कैसे होता है भाई यहां कार्बन और हाइड्रोजन का जो सिग्मा है वो क्या करता भाई इस कार्बन के p ऑर्बिटल के साथ इंटरेक्ट करता है तो यहां पर सिग्मा प इंटरेक्शन है अब इसमें छाट के बताओ कौन सा सही है मेरी समझ से जो शब्द है वो ए ही सही है वेरी गुड सबके बात स्टेबिलिटी समझ में आ गई स्टेबिलिटी और आगे चक और आगे समझा दूंगा फिलहाल कैसे जानते हैं वो सुन लो होता क्या है समझ लो अच्छा चलो समझ ी लो जब होता क्या है स्टेबिलिटी क्या होती है स्टेबिलिटी स्टेबिलिटी वहां ज्यादा होती है जहां पे चार्ज कम होता है जहां पे चार्ज कम होता है सिंपल सुन लो स्टेबिलिटी वहां ज्यादा होती है जहां पर चार्ज कम होता है चार्जड स्पीशीज में सुनना ये चीज लगाना है ये कार्बन इस पर प्लस चार्ज था इस पर कंप्लीट प्लस था हुआ क्या नौ बार ये अल्फा हाइड्रोजन क्या करेंगे यहां के इलेक्ट्रॉन को यहां लाएंगे यहां डबल बॉन्ड बनाएंगे तो ये कार्बन कैसा हो जाएगा न्यूट्रल हो जाएगा नौ बार उसके साथ ऐसा होगा और अगर यह कार्बन जो प्लस रखता था वो न्यूट्रल होता रहा तो इसका मतलब वो स्टेबल हो रहा है क्योंकि चार्जड स्पीशीज रिएक्टिव होती हैं न्यूट्रल स्पीशीज स्टेबल होती है वो किसी से रिएक्शन नहीं करती हैं ठीक है तो स्टेबिलिटी का मतलब चार्ज का कम होना तो ये जो नाइन अल्फा हाइड्रोजन है वो कर क्या रहे हैं वो यहां से इलेक्ट्रॉन भेज रहे हैं ताकि इस कार्बन के प्लस को इलेक्ट्रॉन मिल जाए और ये न्यूट्रलाइज हो जाए भाई प्लस को किसकी जरूरत है नेगेटिव की नेगेटिव है कहां पे कार्बन हाइड्रोजन बॉन्ड के बीच में तो यही तो कर रहे हैं कि नाइन अल्फा हाइड्रोजन इलेक्ट्रॉन भेजकर इस कार्बन के प्लस को स्टेबल कर रहे हैं अब तो कहो समझ में आया चलो ये क्वेश्चन ये क्वेश्चन तुरंत करना पड़ेगा भाई पढ़िए हाइपर कंजुल जहां लग रहा है वहां हमेशा लगता रहेगा वहां कोई ऐसा नहीं है कि कुछ देर बाद हट जाएगा परमानेंट इफेक्ट है मतलब हमेशा ही दिखाई देगा जहां पे हो रहा है वहां हमेशा ही दिखाई देने वाला है ठीक है परमानेंट इफेक्ट बात सही है हाइपर कंजुल कार्बो कटाय इथाइल कार्बो कटाय ही मैंने आपको अभी तक पढ़ाया है ब्यूटाइलिश ओवरलैपिंग ऑफ देखो क्या लिख दिया इन्होंने sp2 हाइब्रिड ऑर्बिटल है नहीं भैया यह कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड है यह कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड है यह कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड है यह कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड लगा है उस हाइड्रोजन का 1s ओवरलैप कर रहा है और इनके बीच में जो इलेक्ट्रॉन हैं उन्हीं इलेक्ट्रॉन को हम आगे ऐसे करते हैं आगे इस तरीके से क्या करते हैं स्टेबल करवाते हैं ना जी आप बताओ इसका मतलब हमें लिखना चाहिए था sp3 और हाइड्रोजन का 1s लेकिन इन्होंने sp2 और 1s लिख दिया इसका मतलब है स्टेटमेंट टू इज रॉन्ग अब देखो वन सही है दूसरा गलत है कौन सा होता है इसमें से बी ऑप्शन ही सही है बहुत सही सारे लोगों ने सही जवाब दिया जी बहुत मुबारकबाद अच्छा छोटी सी और बात है ये भी सीखना पड़ेगा भैया हाइपर कंजुल जनरेट डबल बॉन्ड कैरेक्टर इन सिंगल बॉन्ड एंड सिंगल बॉन्ड कैरेक्टर इन डबल बॉन्ड समझा दूंगा पूछा जाता है कि देखो भाई भाई ये जब हम रेजोनेंस बनाते हैं तो रेजोनेंस बना अरे हाइपर कंजुल बनाते वक्त इलेक्ट्रॉन को हम यहां लाते हैं इलेक्ट्रॉन को जब हम यहां लाएंगे तो होगा क्या बताइए यहां पर होगा क्या यह तो हम पढ़ चुके हैं इसमें कोई नई बात तो सिखाने नहीं जा रहा हूं मैं बस एक बार बनाने के बाद नई बात क्या है वो सीखना पड़ेगा देखो जब हम क्या करते हैं भैया हाइपर कॉन्जुलेरे कार्बन और कार्बन के बीच में देखने पे लगता है कि कार्बन कार्बन के बीच में सिंगल बॉन्ड है लेकिन इन रियलिटी यह क्या हो रहा है जब हाइपर कंजुल हो रहा है तो थोड़ी देर के लिए पाई बॉन्ड भी आ रहा है मतलब जहां सिंगल बॉन्ड करैक्टर था उस पर डबल बॉन्ड का करैक्टर भी डबल बॉन्ड के करैक्टर का लेप चढ़ रहा है तो यही हाइपर कॉन्जुलेरे डबल बॉन्ड करैक्टर इन सिंगल बॉन्ड जहां सिंगल बॉन्ड था उसपे एक डबल बॉन्ड कैरेक्टर लेकर के आया जा रहा है थ्रू हाइपर कॉन्जुलेरे क्टर है कार्बन कार्बन का वहां पर देखिए डबल बॉन्ड कैरेक्टर लेकर के आ रहे हैं सिंगल बॉन्ड में डबल बॉन्ड कैरेक्टर लेकर के आ रहे हैं यह बात सही है क्या और जहां डबल बॉन्ड था वह देखो यहां सिंगल बॉन्ड में कन्वर्ट हो गया यह कैसा था य यह डबल बॉन्ड था वह सिंगल बॉन्ड में कन्वर्ट हो गया तो और सिंगल बॉन्ड कैरेक्टर इन डबल बॉन्ड मतलब जहां डबल बॉन्ड था उसको सिंगल कर दिया जहां सिंगल था वहां डबल कर दिया इसके कहने का यही मतलब होता है अच्छा क्या यहां पर क्या यहां पर कोई हाइपर कॉन्जुलेरे लेंथ l1 है कौन सा जिसको मैंने मार्क किया है कार्बन और इस बेंजीन वाले कार्बन के के बीच में लेंथ l1 है यहां पर मैं कहूं ये लेंथ l2 बताओ ए1 बड़ा या l2 l1 बड़ा या l2 बताओ बोलो बोलो बोलो यहां पर कोई भी अल्फा हाइड्रोजन नहीं है देयर इज नो अल्फा हाइड्रोजन तो नो हाइपर कंजुन्नी है यहां पर कोई हाइपर कंजुल बॉन्ड रहेगा लेकिन यहां देखो सिंगल नहीं बल्कि डबल बॉन्ड भी है मतलब कुल मिला के डबल बॉन्ड का कैरेक्टर यहां आएगा हाइपर कंजुल के थ्रू बट यहां हमेशा सिंगल बॉन्ड ही रहेगा तो लेंथ में बड़ा कौन लेंथ में बड़ा होगा l1 विद रिस्पेक्ट टू l2 अरे ओबवियस बात है l1 में क्या है देखो ये हमेशा कार्बन कार्बन का सिंगल बॉन्ड रहेगा सिंगल बॉन्ड हमेशा लेंथ में बड़े होते हैं लेकिन जो डबल बॉन्ड होते हैं वो लेंथ में छोटे होते हैं तो l1 और l2 में आपको समझ में आया कि l1 बड़ा हो होगा और l2 छोटा होगा ठीक है बस एक चीज और है फाइंड नंबर ऑफ अल्फा हाइड्रोजन प्रेजेंट इन फॉलोइंग मॉलिक्यूल फॉर द हाइपर कंजुल के रिस्पेक्ट में कोई कहीं लगा है नहीं तो देयर इज नो अल्फा हाइड्रोजन कोई भी हाइपर कॉन्जुलेरे तो कितने अल्फा कार्बन टोटल भाई 3 3 6 3 9 और ये हो गए 12 तो टोटल 12 अल्फा हाइड्रोजन यहां पर होंगे ठीक अब एक चीज पूछी जाती है वो बड़ी इंपॉर्टेंट सी चीज है वो क्या है पूछा जाता है स्टेबिलिटी ऑफ एल्कीन ये ज्यादा स्टेबल एल्कीन है या ये ज्यादा स्टेबल एल्कीन है अब इसको थोड़ा इत्मीनान से सीखना पड़ेगा क्या एल्कीन वो ज्यादा स्टेबल होता है जहां पे पाई बॉन्ड कार्बन कार्बन के बीच में बैठा रहे और सामने से कोई आए तो उससे रिएक्शन कर जाए क्या कार्बन और कार्बन के बीच में जो पाई बॉन्ड होता है वो थोड़ा क्या है रिएक्टिव है क्यों रिएक्टिव है देखो सिग्मा तो सारे मजबूत होते हैं आसानी से सिग्मा टूटते नहीं है टूटता आसानी से कौन है पाई टूट जाता है तो मान लो कि ये एल्कीन था इस एल्कीन के सामने कोई आता है h+ मान लो अब इनके पास इलेक्ट्रॉन है तो वो क्या करेगा h+ के साथ जल्दी से रिएक्शन कर लेगा वो कब कर पाएगा जब ये पाई बॉन्ड यहीं पर बैठा रहे घूमे टहले नहीं भाई लेकिन यहां पर 12 अल्फा हाइड्रो न करेंगे क्या अरे कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन को डिस्टर्ब कर देंगे डबल बॉन्ड को सिंगल बॉन्ड बना देंगे तो एक बात बताओ पाई बॉन्ड तो पहले टूटा रहेगा इसका मतलब क्या हुआ कि ये जो अल्फा हाइड्रोजन होते हैं वो एल्कीन को एल्कीन रहने ही नहीं देते उसके डबल बॉन्ड को सिंगल बनाने लग जाते हैं और जब सिंगल हो जाएगा तो उससे रिएक्शन करना आसान नहीं होगा तो सिंपली बोला ये जाता है कि जहां पे दोबारा सुनिए स्टेबिलिटी ऑफ एल्कीन वहां ज्यादा होगा जहां पर नंबर ऑफ अल्फा हाइड्रोजन ज्यादा होंगे जहां पर नंबर ऑफ अल्फा हाइड्रोजन ज्यादा होंगे वहां पर पाई बंड करेक्टर नहीं होगा आसानी से क्या होगा यहां पर कोई रिएक्शन नहीं कर पाएगा तो वो ज्यादा स्टेबल माना जाएगा तो ज्यादा स्टेबल कौन है पहले और दूसरे में पहले और दूसरे में ज्यादा स्टेबल कौन है आप कहेंगे दूसरा ज्यादा स्टेबल है दोबारा सुन लो शायद दिक्कत लगे इसलिए मैं क्लियर करना चाहूंगा रिएक्टिविटी एक फैक्टर है रिएक्टिविटी फैक्टर रिएक्टिव ज्यादा रिएक्टिव कौन है पहला पहला ज्यादा रिएक्टिव क्यों है क्योंकि इसका पाई बॉन्ड यहीं बैठा है कोई आएगा धड़क से रिएक्शन हो जाएगा लेकिन दूसरे वाले में दिक्कत यह हो गई कि जो यह पाई बॉन्ड था जब इसके हाइपर कंजुन्नी में टूटता रहेगा तो उस पर रिएक्शन करना अब आसान नहीं है तो इसकी रिएक्टिविटी कम होगी और जो लेस रिएक्टिव है वो मोर स्टेबल बोला जाता है अब मैं आपको यहां पर दे रहा हूं एक छोटा सा ब्रेक ठीक है ब्रेक के बाद मुलाकात करते हैं इसके बाद आगे बढ़ते हैं चलिए ब्रेक आपको दे दिया है आप जा सकते हैं आपको मैं कितने बजे मिलूंगा जी यहां पर टाइम लिख देना चाहिए था क्या कोई नहीं इसमें लिख देते हैं और इस ब ब हेलो हेलो गाइज आ चुके हैं क्या सब लोग ऑन है कर दो दूसरा दो आवाज जा रही है क्या भाई एक बार देखना थैंक यू निखिल थैंक यू कैसे हैं भाई आप सभी लोग लास्ट तक रहेंगे अच्छा जी देखते हैं यह क्वेश्चन करिए यह क्वेश्चन करिए भैया अबे लेट ओपी बहुत मारूंगा ना मैं टाइम पर आया था टाइम पर खड़े रहो तभी लेट ओपी लेट ओपी मेरा नाम ही ओपी है भाई ठीक है चलिए क्वेश्चन करिए लिखा है द टोटल नंबर ऑफ कंट्रीब्यूटिंग स्ट्रक्चर्स सोइंग हाइपर कंजुल विंग सी बॉन्ड्स फॉर द फॉलोइंग कार्बो कटाय ए इस कार्बो कटाय के लिए ये जेई एडवांस 2011 का क्वेश्चन है करिए भैया करिए यहां पर क्या आएगा देखिए इस कार्बन पर प्रेजेंट है पॉजिटिव चार्ज तो मैंने क्या बोला था जो जिस कार्बन पर प्रेजेंट है उसके बगल वाला कार्बन अल्फा कार्बन यह बगल वाला कार्बन अल्फा कार्बन इसके नीचे ये कार्बन भी अल्फा कार्बन अब अल्फा कार्बन पर कितने हाइड्रोजन हैं जो इवॉल्व होने वाले हैं एक एक और ये रहे दो यहां देखो अल्फा वाला ये देखो ये अल्फा है और बगल वाला बीटा होता है ऐसे दूर जाते अल्फा बीटा गामा डेल्टा बनता है तो एक दो हो गए तीन और तीन छह तो टोटल छह अल्फा हाइड्रोजन है मतलब छह कार्बन हाइड्रोजन बॉन्ड है जो डायरेक्टली इवॉल्व होंगे आपके हाइपर कॉन्जुलेरे एक चीज समझ में आई तो इसका जवाब एक्चुअली सिक्स है कई बार बच्चे पढ़ते हैं कि नंबर ऑफ नंबर ऑफ हाइपर कंजुल नंबर ऑफ कैसे लिखा रहता है टोटल नंबर ऑफ हाइपर कंजुल टू अल्फा प्व नंबर ऑफ अल्फा हाइड्रोजन प्लव ये जोड़ देते हैं तो आप सोच रहे होंगे सर आपने अबकी बार छह ही क्यों लिखा आपने तो अल्फा हाइड्रोजन खाली लिख दिया प्लव तो किया नहीं तो बालक इन्होंने खुद लिखा है कि इवॉल्विंग कार्बन हाइड्रोजन बॉन्ड से जो हाइपर कॉन्जुलेरे इसमें कोई हाइपर कंजुल रहा इस स्ट्रक्चर में इसके थ्रू बाकी छह में आप दिखाएंगे समझ में बात आ गई इसलिए यहां छह होगा जवाब आया समझ में शायद आ गया होगा ठीक है आइए चीज पढ़ते हैं दैट इज नेगेटिव हाइपर कंजुन्नी पर नेगेटिव चार्ज हो ध्यान सुनिए कार्बन पर नेगेटिव चार्ज हो और इसके बगल वाले कार्बन पर क्या लगे हुए हैं फ्लोरीन लगे हुए हैं तो हाइपर कंजुल का जस्ट उल्टा कार्यक्रम यहां पर होगा क्या होगा देखना नेगेटिव चार्ज को आपको यहां लाना है देखना ध्यान से नेगेटिव चार्ज को कार्बन कार्बन के बीच में लाना है और कार्बन और फ्लोरीन के किसी भी बॉन्ड को आपको क्या करना है तोड़ना है और दोनों इलेक्ट्रॉन को उठा के फ्लोरीन की खोपड़ी पर रखना है हाइपर कनजुस में हम क्या करते थे सिग्मा बॉन्ड को तोड़ते थे पाई बॉन्ड बनाने के लिए बट अबकी बार ऐसा नहीं कर रहे अबकी बार नेगेटिव चार्ज को ला रहे हैं पाई बॉन्ड बनाने के लिए तो ये हो जाएगा ch2 डबल बॉन्ड c इन दोनों फ्लोरीन पर तो कोई फर्क नहीं पड़ रहा तो उनको एज इट इज छाप लीजिए ये फ्लोरीन पर दोनों इलेक्ट्रॉन चले गए तो यहां पर नेगेटिव चार्ज आएगा तो ये देखिए ये इसका हाइपर कजुट स्ट्रक्चर है बट इसको क्या बोलेंगे कि नेगेटिव हाइपर कॉन्जुलेरे पाई बॉन्ड बन रहा है तब सिग्मा बॉन्ड टूट रहा है तो ये सिर्फ अल्फा फ्लोरीन में इजली दिखते हैं बाकी कहीं और नहीं दिखते ठीक है तो यहां पर एक चीज ये आपकी खोपड़ी में आनी चाहिए दूसरी चीज देखना बेंजीन पर अगर cf3 लगा हो तो कार्बन और फ्लोरीन देखना ध्यान से इनके बीच के इलेक्ट्रॉन कैसे शिफ्ट होंगे देखना डबल बॉन्ड का इलेक्ट्रॉन जो है यह यहां चल के आएगा यह दोनों इलेक्ट्रॉन यहां चल के आएगा ऐसा क्यों कर पा रहे हैं क्योंकि फ्लोरीन एक बहुत ही इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट है इसलिए ए नेगेटिव वो बर्दाश्त कर सकता है इसलिए यहां पर भी हम यही कहानी गढ़ें और बताएंगे कि देखो भाई यहां पर कुछ ऐसा होगा कि डबल बॉन्ड ये इन पर तो कोई फर्क नहीं पड़ा जिन पर फर्क पड़ा वो आपको बनाने फ्लोरीन फ्लोरीन ठीक है जी ये दोनों इलेक्ट्रॉन फ्लोरीन पर चले गए तो यहां पर हो जाएगा ए नेगेटिव देखो एफ नेगेटिव लेकिन ये दोनों कार्बन और कार्बन के बीच में आए तो ये बन जाएंगे एक बात बताओ यह वाले कार्बन पर प्लस आएगा कि नहीं यह वाले कार्बन पर प्लस आएगा कि नहीं चलो बताओ बताओ बताओ इस कार्बन पर प्लस आएगा कि नहीं एक नालायक को लग रहा है मैं डिस्टर्ब कर दूंगा क्लास लिख रहा है सर ब्रेक दे दीजिए अबे गधे इधर देखियो ये इलेक्ट्रॉन आगे चला गया तो इस कार्बन पर क्या आएगा प्लस चार्ज आएगा ठीक है जी अब एक ब सोच कर देखो ना ये कार्बन पर प्लस है तो ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आएंगे तो क्या बनाएंगे भाई क्या है देखो रेजोनेंस जैसी फिनोमिना यहां पर दोबारा शुरू हो गई रेजोनेंस जैसी फिनोमिना आपको यहां दोबारा शुरू होती हुई दिख रही है रेजोनेंस जैसी फिनोमिना मतलब समझ रहे हो क्या कहना चाह रहा हूं कि नहीं कि देखो क्या है प्लस सिंगल बॉन्ड डबल बॉन्ड तो ये इलेक्ट्रॉन आगे जाएंगे तो क्या होगा यहां पर फिर यहां पर प्लस तो इसका मतलब जब नेगेटिव हाइपर कंजुल रिंग के अंदर हमें क्या दिखेगा ऑर्थो और पैरा पोजीशन पर पॉजिटिव चार्जेस दिखेंगे ठीक आई होप समझ में आ गया हो मेटा पोजीशन पर कोई फर्क इससे नहीं पढ़ने वाला इतनी बात समझ में आ गई होगी अब पढ़ते हैं ऑर्डर ऑफ इफेक्टिव रेजोनेंस ज्यादा इंपैक्टफुल है या हाइपर कॉन्जुलेरे ज्यादा स्टेबल तब माना जाए गा स्टेबिलिटी उसकी क्या होगी ज्यादा तब मानी जाएगी जब उसके कार्बन पर पॉजिटिव चार्ज पॉजिटिव चार्ज की पॉजिटिव चार्ज की जो डेंसिटी है वो कम होगी या पॉजिटिव चार्ज उस पर क्या होगा कम होगा देखो यहां कार्बन पर जो प्लस है ये प्लस चार्ज अगर बहुत कम हो जाए उसको कहीं से इलेक्ट्रॉन का सपोर्ट मिल जाए इलेक्ट्रॉन मिल जाए तो ये कार्बन क्या हो जाएगा कार्बन क्या हो जाएगा थोड़ा सा इलेक्ट्रॉन रिच हो जाएगा मतलब थोड़ा सा इलेक्ट्रॉन रिच क्या ये तो पहले से दरिद्र आदमी है इसका पेट भर जाएगा कुल मिला के ठीक है तो यहां पर क्या होगा रेजोनेंस की फिनोमिना में ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के कहां आते हैं यहां पे आते हैं तो हम इसका रेजोनेंट बनाते वक्त हम क्या कहते थे कि देखो भाई यहां ch2 बन जाएगा और यहां प्लस बन जाएगा कुल मिला के ये वाला जो कार्बन था यहां कंप्लीट प्लस था यहां देखिए न्यूट्रल होता हुआ नजर आ रहा है क्योंकि यहां से पाई इलेक्ट्रॉन गया इसको सपोर्ट करने तो कुल मिला के ज्यादा स्टेबल कहां हुआ ऊपर वाले में है ना सर नीचे वाला तो आपने कंपेयर ही नहीं कराया सही बात कह रहे हो आ जाओ देख लेते हैं वो भी अब अगर हाइपर कनजुस का था हाइपर कंजुल वाले पर कार्बन हाइड्रोजन बॉन्ड देखना है समझते हो कि नहीं ये सब यह लिखा है ये यहां कार्बन है और इस पर और भी हाइड्रोजन है लेकिन ये दोनों इलेक्ट्रॉन अगर ये यहां चलकर आई तो इसका हाइपर कजुट स्ट्रक्चर क्या बनेगा डबल बॉन्ड सी बनेगा और साथ में h+ बनेगा देखिएगा ये बनेगा यस लेकिन इंडक्टिव इफेक्ट में क्या होगा सिर्फ सिग्मा के थ्रू इलेक्ट्रॉन धकेला जाएगा तो किस कार्बन पर ज्यादा चार्ज डेंसिटी है इसी से जवाब बन रहा है ज्यादा चार्ज डेंसिटी कहां पे है दोबारा सुनिए सारे लोग ये जो कार्बन है इस पर पॉजिटिव चार्ज है इसको सिर्फ सिग्मा के थ्रू क्या मिल रहा है इलेक्ट्रॉन का पुश मिल रहा है तो इसको बहुत हल्का सा सपोर्ट मिल रहा है तो यहां पर सबसे ज्यादा पॉजिटिव चार्ज डेंसिटी होगी ध्यान रखना चार्ज डेंसिटी पॉजिटिव चार्ज डेंसिटी सबसे ज्यादा होगी मतलब इसका प्लस बहुत कम नहीं हुआ क्योंकि पीछे से सिर्फ हल्का सा सपोर्ट मिला है इलेक्ट्रॉन का थोड़ा सा कम होगा ज्यादा नहीं लेकिन यहां कार्बन और हाइड्रोजन के सिग्मा इलेक्ट्रॉन निकल कर आ गए सपोर्ट करने इस कार्बन को मतलब इसके रिस्पेक्ट में तो यहां पर देखो इलेक्ट्रॉन का भरपूर सपोर्ट मिल रहा है लेकिन यहां पर तो भैया पाई बॉन्ड टूटता है दोनों ध्यान से यहां सिग्मा बॉन्ड टूटता है यहां पाई बॉन्ड पाई बॉन्ड आसानी से टूटकर इस कार्बन को मिल जाएंगे कार्बन के इलेक्ट्रॉन को तो यहां जो ये वाला जो कार्बन है यहां पे आप कहेंगे कि चार्ज डेंसिटी क्या है सबसे कम है यहां वाले कार्बन पर चार्ज डेंसिटी सबसे कम है क्योंकि यहां पाई इलेक्ट्रॉन टूट कर सपोर्ट दे रहा है यहां सिग्मा इलेक्ट्रॉन टूट करर सपोर्ट दे रहा है और सिग्मा थोड़ा मजबूत होता है तो ये ज्यादा सपोर्ट नहीं कर पाएगा इलेक्ट्रॉन ज्यादा आगे नहीं बढ़ा पाएगा इसलिए इस कार्बन पर जो चार्ज डेंसिटी होगी वो कम तो होगी लेकिन इसके रिस्पेक्ट में थोड़ा ही कम होगी ठीक है देखिए क्या हुआ समझ में आया क्या तो बहुत अच्छे से इस कार्बन को इलेक्ट्रॉन मिल पाया इसलिए हम कहते हैं कि रेजोनेंस से सबसे अच्छे से इलेक्ट्रॉन डोनेट हुआ हाइपर कंजुल से थोड़ा कम हुआ इंडक्टिव से बहुत कम डोनेशन हुआ है सिंपल बोलूं तो डोनेशन समझते हो ना इजली डोनेशन कहां पॉसिबल है जब पाई इलेक्ट्रॉन अपने क्लाउड को तोड़कर यहां लाएगा इजली पॉसिबल है क्योंकि सिग्मा बॉन्ड तोड़ना कठिन काम है इसलिए पाई वाला ज्यादा जल्दी से शिफ्ट होगा बट ये वाला आसानी से शिफ्ट नहीं होगा आज तक तुम रट्टा मारते आए हो इसको सीखो लॉजिकली सब समझ में आएगा नहीं तो हमेशा ऐसा लगेगा कि सब रटना ही पड़ता था बट फॉर द हैलोजन अच्छा एक चीज है ये सब पर लागू होगा ये सब पर लागू होगा हम ये कहेंगे कि देखो अगर कहीं प्लस ए ग्रुप है कहीं पे + ए को कंपेयर करना है मान लीजिए प् आ से तो ज्यादा अच्छा कौन है भाई रेजोनेंस या मेजो मेरिक वो ज्यादा इंपैक्टफुल होता है वो ज्यादा इफेक्टिव होता है अगर कोई कहे - आ और - m से ज्यादा इलेक्ट्रॉन कौन खींचता है तो आप कहेंगे अरे - आ वाला तो सिर्फ सिग्मा से खींचता है - ए वाला तो उसका पाई इलेक्ट्रॉन उठा के ले आता है भाई तो इसलिए ज्यादा इंपैक्टफुल - ए होगा क्योंकि रेजोनेंस वाला ज्यादा इफेक्टिव होगा विद रिस्पेक्ट टू अपने रिस्पेक्टिव इंडक्टिव इफेक्ट के क्या ये बात समझ में आई यस आइए अगला देखते हैं यहां के इंडक्टिव फेक्ट की बात करें अब बात करते हैं हैलोजन की हैलोजन में जैसे आप ले सकते हैं फ्लोरीन है क्लोरीन है ब्रोमीन है आयोडीन है अब है क्या ये पूरी बिरादरी बहुत ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है क्योंकि इनकी इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बहुत ज्यादा है इसीलिए इनका माइनस आई इफेक्ट बहुत ज्यादा है इसीलिए इनका माइनस आ इफेक्ट ज्यादा है जबक ये देखो लोन पेयर ये लोग भी रखते हैं और जो लोग लोन पेयर रखते हैं वो लोग क्या शो करते हैं प्लस हम शो करते हैं एक्चुअली फ्लोरीन ऐसा होता है देखना ध्यान से फ्लोरीन या क्लोरीन ऐसे होते हैं ध्यान से सुन लो क्लोरीन ऐसे होते हैं जिन पर देखो लोन पेयर लोन पेयर को डोनेट करते हैं बेंजीन रिंग के अंदर लोन पेयर को डोनेट करते हैं बेंजीन रिंग के अंदर तो बेंजीन रिंग के अंदर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी आती है रेजोनेंस इफेक्ट की वजह से या मेजो मेरिक की वजह से लेकिन कार्बन और क्लोरीन के बीच में क्लोरीन क्या करता है सिग्मा के थ्रू बहुत इलेक्ट्रॉन अपनी तरफ खींचता है तो यहां है लोजन में देखने को ये मिलता है कि - आ पावर बहुत अच्छा होता है उसके प्लस ए पावर से मतलब इलेक्ट्रॉन को वो बहुत ज्यादा खींचता है विद रिस्पेक्ट टू देने के पाई के थ्रू जो ये दे रहा है या मेजो मेरिक के थ्रू जो ये इलेक्ट्रॉन डेंसिटी दे रहा है वो बहुत कम दे रहा है लेकिन जब वो खींच रहा है सिग्मा के थ्रू तो बहुत ज्यादा खींच रहा है तो हमेशा हाइपर कोजु सॉरी हैलोजन के केस में हमेशा यह देखने को मिलेगा कि आपका का जो माइनस आई है वो इंपैक्टफुल हो जाएगा उसके प्लस एम से ये लेकिन कहां पर सिर्फ और सिर्फ हैलोजन पर बाकी ग्रुप में यही वाली चीज लागू होगी जो आपको बताई जा चुकी है ठीक है आइए अगला पढ़ते हैं इलेक्ट्रॉन डेंसिटी इन बेंजीन रिंग तो देख लेते हैं भैया इलेक्ट्रॉन डेंसिटी इन बेंजीन रिंग समझना मान लो एक मेरे पास बेंजीन रिंग है ये क्या है मेरे पास एक बेंजीन रिंग ठीक इसमें जितनी भी इलेक्ट्रॉन डेंसिटी है अगर मुझ उसके अंदर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ानी अगर मुझे बेंजीन के अंदर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ानी तो हम कौन से लोगों को इसके ऊपर लगाएंगे हम लगाएंगे इलेक्ट्रॉन डोनेटिंग ग्रुप को किसको लगाएंगे बेंजीन के ऊपर किसको लगाएंगे जी जो इलेक्ट्रॉन देते हो और बेंजीन के अंदर इलेक्ट्रॉन भेजते हो अच्छा अगर ये लोग इलेक्ट्रॉन भेजेंगे चाहे वो सिग्मा के थ्रू भेजे चाहे वो पाई के थ्रू भोज तो यहां बेंजीन में क्या होगा इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ जाएगी भाई जितना थी उसमें हमने ऐड ही तो किया है ऐड किया तो इलेक्ट्रॉन डेंसिटी बढ़ जाएगी अब प्रश्न ये उठता है कि ये इलेक्ट्रॉन डेंसिटी कौन लोग बढ़ा सकते हैं तो वो प्लस ए ग्रुप भी बढ़ा सकता है प्लस आ बढ़ा सकता है या प्लस हाइपर कंजुल हाइपर कंजुल क्या करेंगे बेंजीन के अंदर इलेक्ट्रॉन बढ़ाने का काम करेंगे लेकिन अगर मुझे इलेक्ट्रॉन निकलवाना है तो मुझे क्या करना पड़ेगा बेंजीन के अंदर से हमें इलेक्ट्रॉन वि ्र कराना है तो हमें लगाना पड़ेगा इसके ऊपर इलेक्ट्रॉन विथ ड्रॉइंग ग्रुप क्या इलेक्ट्रॉन विड्रॉइंग ग्रुप हमें इसके ऊपर लगाना पड़ेगा इलेक्ट्रॉन विड्रॉइंग ग्रुप अब जो बेंजीन से इलेक्ट्रॉन खींच पाए अगर पाई के थ्रू खींचेगा तो कौन खींचेगा - m वाले सिग्मा के थ्रू - आ वाले या माइनस हाइपर कॉन्जुलेरे जाएंगे अगर इलेक्ट्रॉन ऊपर की तरफ जाएगा तो ओबवियस सी बात है बजीन में क्या होगा इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी घट जाएगी यहां जितना थी उससे कम हो जाएगी यहां जितना थी उससे बढ़ जाएगी सिंपल आइए क्वेश्चन करवा देता हूं ये क्वेश्चन में बताइए क्या ऑर्डर होगा कहां पर इलेक्ट्रॉन डेंसिटी इन बेंजीन ज्यादा होगा जिसको आता है भैया वो बताए तुरंत बताओ चलो चलो चलो क्या बोलोगे देखो बेंजीन तो रेफरेंस पॉइंट है हमने क्या बताया कि ब्रोमीन क्या है भैया ब्रोमीन कैसा होता है बोलो बोलो बोलो ब्रोमीन का माइनस आ पावर उसके प्लस ए से ज्यादा होता है तो जो ज्यादा है उसके हिसाब से सोचना है तो कुल मिला के इलेक्ट्रॉन खींचता है तो ब्रोमीन क्या करता है इलेक्ट्रॉन खींचता है बेंजीन के अंदर से अच्छा ये कौन है भाई ये देखो कार्बन पर अगर आपने ऑक्सीजन लगा दिया तो ये क्या हो जाएगा माइनस आई ग्रुप तो है साथ-साथ ये देखो क्या करेगा यहां पर इस तरीके से रेजोनेंस की फिनोमिना करवा देगा मतलब यहां पर मेजो मेरिक से भी खींचेगा - आ - ए तो दोनों इफेक्ट से इलेक्ट्रॉन खींचा जा रहा है भैया सिग्मा के थ्रू भी खींच रहे हैं और पाई के थ्रू भी खींच रहे हैं तो सबसे ज्यादा तो यही खींच डालेंगे यहां देखो ch3 में क्या होगा यहां तीन अल्फा हाइड्रोजन है और ये तीनों अल्फा हाइड्रोजन क्या करेंगे यहां बेंजीन रिंग के अंदर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ाएंगे है ना हाइपर कंजुन्नी करके इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी यहां पर बढ़ाएंगे बेंजीन के अंदर लेकिन यहां देखो ओ में क्या होगा ऑक्सीजन में ये भई या आपको पता है कि इसका जो प्लस एम इफेक्ट है उसके माइनस आ से ज्यादा है तो कुल मिलाकर हमेशा यही दिखता है क्योंकि मेसोमेरिक ज्यादा इंपैक्टफुल होता है है ना केवल ब्रोमीन के केस में इसका उल्टा का खेल है बाकी हर जगह सेम है ठीक तो इसका मतलब ओ तो बहुत ज्यादा इलेक्ट्रॉन डेंसिटी दे देगा बेंजीन को ये भी देंगे लेकिन ये थोड़ा सा देंगे तो ज्यादा इलेक्ट्रॉन डेंस कहां हुआ भाई ये वाला हो जाएगा सिंपल बेसिक आसान सी बात थी ठीक है समझ में आ रहा है क्या अरे समझ में आ रहा है क्या ओके थैंक यू थैंक यू थैंक यू थैंक यू समझ में आया यस अगला देखते हैं बॉन्ड लेंथ कंपेयर करना है इनिशियली मुझे कार्बन कार्बन की बॉन्ड लेंथ कंपेयर करनी है देखना भैया ध्यान से ठीक है ये मान लो कार्बन कार्बन की बॉन्ड लेंथ मैं l1 मान लेता हूं ये कार्बन कार्बन के जो डबल बॉन्ड है उसकी लेंथ मैं l2 मान लेता हूं लेकिन यहां पर पता है क्या है यहां लगा है ch3 यहां लगा है ch3 ध्यान से सोच कर बताइएगा यहां पर तो कितने ch3 है भैया 4 स3 ध्यान दीजिएगा बुद्धि लगाइए तो समझ में आ जाएगा अब बताओ यहां पर कितने अल्फा हाइड्रोजन मेरे को फर्स्ट और इसमें बताओ ए और बी मान लिया करो l1 या l2 बड़ा कौन छोटा कौन रीजन क्या होगा उसका बताइए क्या कहेंगे कहेंगे देखो भाई हमें देखना था कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन की बॉन्ड लेंथ क्या देखनी थी बॉन्ड लेंथ तो हमें ये देखना है कि कहां पर कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन के रिस्पेक्ट में जो अल्फा हाइ ड्रोजन है वो बहुत कम है क्योंकि जितना ज्यादा अल्फा हाइड्रोजन होगा उतनी बार यह पाई पाई बॉन्ड टूटेगा तो सिंगल बॉन्ड बनेगा तो डबल बॉन्ड के अंदर सिंगल बॉन्ड का करैक्टर डालने के लिए यहां पर भैया 12 अल्फा हाइड्रोजन है इसका मतलब 12 बार आपको पाई पाई बॉन्ड तोड़ना पड़ेगा तो डबल बॉन्ड सिंगल बॉन्ड कैरेक्टर में 12 बार आएगा लेकिन यहां पर देखो तीन और तीन छह बार आएगा तो इसलिए यहां पर डबल बॉन्ड करेक्टर ज्यादा टाइम तक रहेगा यहां कम टाइम तक रहेगा जहां जहां ज्यादा टाइम तक रहेगा वो साइज में छोटा और जहां कम टाइम तक रहेगा वो साइज में बड़ा होगा क्योंकि डबल बॉन्ड कैरेक्टर की वजह से साइज छोटी रहती है कार्बन कार्बन के बॉन्ड लेंथ छोटी रहती है साइज के बजाय कार्बन कार्बन की बॉन्ड लेंथ छोटी रहती है तो दिस इज द रीजन कि l2 बड़ा होगा कई लोग गलत बता रहे हैं तो उनको दोबारा बता देता हूं अरे ये अल्फा हाइड्रोजन नहीं है नालायक ये देखो किसी को गिनना नहीं आता ये देखो कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन के रिस्पेक्ट में जो पहला कार्बन है दिस इज अल्फा कार्बन दिस इज अल्फा कार्बन ये अल्फा कार्बन थोड़ी ना है ये हाइड्रोजन इसको अल्फा हाइड्रोजन नहीं कहते अल्फा कार्बन से लगा हुआ हाइड्रोजन अल्फा हाइड्रोजन है गधों ये डबल बॉन्ड उसके रिस्पेक्ट में ये अल्फा ये अल्फा कार्बन ये अल्फा कार्बन ये अल्फा कार्बन समझ में आया तो 4 अल्फा पर तीन-तीन करके 12 अल्फा हाइड्रोजन है तो जहां पे कृपया ध्यान देना कार्बन कार्बन की जो डबल बॉन्ड लेंथ है वो कार्बन कार्बन की डबल कार्बन कार्बन की जो बॉन्ड लेंथ है वो आपको अच्छा यहां प मैंने ये नहीं लिखा कि कम है ज्यादा है देखो अगर अल्फा हाइड्रोजन कम होंगे तो वो क्या होगी लेंथ कम होगी बॉन्ड लेंथ कम होगी है ना कार्बन कार्बन की बॉन्ड लेंथ क्या होगी कम होगी कब जब अल्फा हाइड्रोजन कम होंगे लेकिन कार्बन कार्बन की बॉन्ड लेंथ बड़ी आ जाएगी जब यहां पर खूब सारे अल्फा हाइड्रोजन होंगे क्योंकि बा बार बार वो डबल बंड को तोड़ना पड़ता है डबल बंड के अंदर सिंगल बंड करेक्टर डालना पड़ता है तो डबल बंड में 12 बार सिंगल बॉन्ड करेक्टर आएगा यहां डबल बॉन्ड में छह बार सिंगल बॉन्ड करेक्टर आएगा तो जहां पर ज्यादा बार आएगा सिंगल बॉन्ड करेक्टर वहीं पर बॉन्ड लेंथ बढ़ी आएगी शायद रीजन समझ में आ गया हो अगली चीज सीखते हैं यह बताओ भाई पहला दूसरा तीसरा बताओ इनमें क्या होगा आप कहेंगे देखो यहां पर दो अल्फा हाइड्रोजन है यहां पर कितने भैया यहां पर भी दो अल्फा हाइड्रोजन है तो यहां पर टोटल चार अल्फा हाइड्रोजन है यहां पर देखें तो यहां पर दो है यहां पर दो है और यहां पर तीन तो देखो भैया यहां पर तो है ch3 दो दो चती सा तो सात अल्फा हाइड्रोजन है यहां बताइए तीन स3 दो पा दो यहां पर स3 तो नती 6 दो यहां दो यहां तो टोटल 10 10 अल्फा हाइड्रोजन है आप तो बता दो गधों आप तो बता दो जहां पर जितना अल्फा हाइड्रोजन वहां पर बॉन्ड लेंथ वही ज्यादा आएगी वहीं पर बॉन्ड लेंथ ज्यादा आएगी सिंपल है वेरी गुड बता चुके हैं बहुत अच्छी बात है यहां देखें यहां पर आप कहेंगे यहां तो सिंपल सिंपल हमको दिख रहा है कि हाइपर कनजुस की फिनोमिना नहीं है तो यहां पर चार अल्फा हाइड्रोजन इवॉल्व है बट यहां देखिए यहां देखो भाई यहां पर यहां पे इस साइड के लिए हाइपर कॉन्जुलेरे साथ-साथ देखिए रेजोनेंस की भी फिनोमिना है और आपको यह भी पता है कि रेजोनेंस के दौरान भी हम क्या करते हैं जहां डबल बॉन्ड होता है उसको सिंगल बॉन्ड जहां सिंगल है उसको डबल कर देते हैं तो कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन की बॉन्ड लेंथ की बात करें तो यहां पर तो साथ-साथ रेजोनेंस भी इवॉल्व है अगर रेजोनेंस इवॉल्व है तो जहां पे सिंगल बॉन्ड करेक्टर थोड़ा कम आ रहा था वहां और ज्यादा आ जाएगा यहां पर तो भाई बहुत भीषण रेजोनेंस इवॉल्व है साइक्लिक रेजोनेंस है भाई मतलब लगातार अभी देखा था मैंने रेजोनेंस के फिन में लगातार इलेक्ट्रॉन ऐसे फ्लो होता रहेगा तो यहां पर तो सबसे बड़ी बॉन्ड लेंथ यहां पे आएगी फिर यहां आएगी फिर यहां आएगी क्योंकि रेजोनेंस वाला ज्यादा इंपैक्टफुल है विद रिस्पेक्ट टू दिस वन इतनी बात ठीक है इतनी में कोई दिक्कत तो नहीं है अगला सवाल कुछ और है ये कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन का क्वेश्चन नहीं पूछूंगा मैं यहां पर मैं पूछ रहा हूं कार्बन और क्लोरीन का ब लेंथ चलो देख के बताओ वेट कर रहा हूं तुम्हारा कार्बन और क्लोरीन की बॉन्ड लेंथ को देखकर बताइए कार्बन और क्लोरीन मतलब यह वाले बंड यह वाला बॉन्ड बड़ा है या यह वाला बॉन्ड बड़ा है कौन बता पाएगा कौन सा बॉन्ड ज्यादा बड़ा और ज्यादा छोटा कौन है देख के बताओ रीजन बताओ रीजन सोच के बताओ नहीं आता तो देखो क्या होगा क्लोरीन पर क्या है लोन पेयर तो ये लोन पेयर कहां आएगा यहां पे अगर ये यहां आएगा रेजोनेंस करने तो यहां पाई बॉन्ड का दोनों इलेक्ट्रॉन कहां चला जाएगा no2 के साथ रेजोनेंस करने और आपको पता है कि no2 - m ग्रुप है रेजोनेंस तो करेगा ही अच्छा यहां क्लोरीन क्या करेगा क्लोरीन सिर्फ यहां से चलेगा और यहीं तक रेजोनेंस आके रुक जाएगा ये क्या है एक बहुत लंबा रेजोनेंस है ये छोटू सा रेजोनेंस है इसका मतलब हुआ कि जब इसका डबल बॉन्ड यहां बनेगा तो ये डबल बॉन्ड लंबे टाइम तक टिका रहेगा लेकिन यहां वाला डबल बॉन्ड लंबे टाइम तक नहीं टिकेगा क्योंकि यहीं से जाएगा फिर ये रिवर्स आ जाएगा फिर ये डबल बॉन्ड टूट जाएगा तो ये ज्यादा लंबे टाइम तक डबल बॉन्ड कहां टिकेगा यहां और जहां ज्यादा लंबे टाइम तक डबल बॉन्ड टिकेगा वो लेंथ वाइज छोटा होगा तो लेंथ वाइज छोटा कौन है भैया ये वाला बट बड़ा कौन है ये वाला समझ में आया क्या समझ में आया क्या छोटा बॉन्ड लेंथ किसका बड़ा बॉन्ड लेंथ किसका समझ में आया किसी को दोबारा बता देता हूं ये लेंथ में छोटे क्यों है पता है क्योंकि ये डबल बॉन्ड यहां बनाएंगे तो ऐसा बन जाएगा क्लोरीन डबल बॉन्ड स यहां पर प्लस और यह डबल बॉन्ड लंबे टाइम तक टिका रहेगा भैया देखो इसको पूरा बनाने की जरूरत नहीं सिंपली इतना जान लीजिए कि यहां पर डबल बॉन्ड करेक्टर लंबे टाइम तक टिका रहेगा बट ये देखो केवल छोटा सा रेजोनेंस है तो ये थोड़ी देर बाद फिर रिवर्स आएगा तो यह वाला डबल बॉन्ड दोबारा टूट जाएगा तो इसलिए ये लेंथ में बड़ा और ये लेंथ में छोटा होगा यह पेपर में पूछा जाएगा ठीक है जी आइए शायद एक क्वेश्चन है जेई मेंस 2020 का क्वेश्चन है जेई में 2020 का क्वेश्चन है पढ़ो चलो करके बताओ च ऑफ द फॉलोइंग हैज द शॉर्टेस्ट कार्बन क्लोरीन बॉन्ड सबसे छोटा कार्बन क्लोरीन बॉन्ड क्या है शायद वही वाला ऑप्शन ही है यहां पे तो चलिए ए ऑप्शन इज करेक्ट देख लो यहीं पर ऐसा है कि इतना लंबा रेजोनेंस है बाकी में ऐसा नहीं है बस यहां पर देखो डिस्टरबेंस क्या है यहां oc3 ये देखना ये भाई साहब इधर लाएंगे और यहां क्लोरीन भी भाई साहब रेजोनेंस कर रहे हैं ये क्या है इसको बोलते हैं क्रॉस कंजुन्नी माना जाता ये लीनियर कॉन्जुलेरे तक डबल बॉन्ड नहीं टिक पाएगा क्योंकि ये भाई साहब क्या कर रहे हैं देखो यहां ये भी रेजोनेंस करना चाहते हैं तो इनका रेजोनेंस अच्छे से होने नहीं देंगे जब क्लोरीन अच्छे से रेजोनेंस ही नहीं कर पाएगा तो कार्बन और क्लोरीन के बीच में डबल बॉन्ड का कैरेक्टर ज्यादा देर तक नहीं रह पाएगा ठीक है जी तो यह सबसे लंबा वाला हो जाएगा ये सबसे लंबा ये लेकिन शॉर्टेस्ट पूछा इसलिए ए ऑप्शन इज करेक्ट डी में सबसे लंबा कार्बन क्लोरीन बॉन्ड आएगा सबसे लंबा सबसे बड़ा ठीक है आइए अब बात करते हैं हीट ऑफ हाइड्रोजन हाइड्रोजेनेशन की हीट ऑफ हाइड्रोजेनेशन हाइड्रोजेनेशन का मतलब होता है एडिशन ऑफ एडिशन ऑफ h2 हाइड्रोजन का मतलब होता है h2 को ऐड करना किसी कंपाउंड में h2 ऐड कर दिया जाए या दो हाइड्रोजन ऐड कर दिया जाए इसको बोलते हैं हाइड्रोजन का प्रोसेस और जब हाइड्रोजन का प्रोसेस होता है तो उससे एनर्जी निकलती है उस निकली हुई एनर्जी को नाम देते हैं हीट ऑफ हाइड्रोजन क्या हीट ऑफ हाइड्रोज निशन तो चलिए देखिए h2 विद पैलेडियम पैलेडियम कैटालिस्ट है जिसके प्रेजेंस में ये रिएक्शन होती है तो होता क्या है एक इसमें से सिंगल एक इसमें से सिग्मा है एक इसमें से पाई बॉन्ड है तो जो इसमें से पाई बॉन्ड होता है वो पाई बॉन्ड होता है भैया देखो कमजोर तो पाई बॉन्ड टूट जाता है ध्यान सुनिए पाई बॉन्ड टूट जाता है दो नए सिग्मा बॉन्ड में ये पाई बॉन्ड टूटेगा दो नए सिग्मा बॉन्ड में और यहां पर दो हाइड्रोजन आ करर के ऐड हो जाएगा तो यहां पर हमने किया क्या एक h2 मॉलिक्यूल को यहां पाई बॉन्ड पर लाकर के ऐड कर दिया है क्या आपको इतनी बात समझ में आ रही है करो करो इसके नीचे वाला ये वाला पहले कर लो चलाना है बोलो बोलो बोलो ठीक है क्या इतनी बात समझ में आ रही है हमने क्या कहा कि हमने यहां पर एक यहां के पाई बॉन्ड को तोड़ा है एक पाई बॉन्ड को हमने यहां पर तोड़ा है यहां पर हमने दो नए सिग्मा बनाए हैं 2 न्यू सिग्मा बॉन्ड को फॉर्म किया है क्या किया है भाई एक यहां पर पाई बॉन्ड को तोड़ा हमने यहां पर दो नए सिग्मा बनाए देखो एक ये और एक ये ठीक है अब एक बात बताओ यहां पर दो नए सिग्मा बनाए सिग्मा बॉन्ड कैसे होते हैं मजबूत बॉन्ड है मतलब हम कहेंगे कि देखो कार्बन और कार्बन के बीच में जो पाई बॉन्ड था वो कमजोर था मतलब दो कार्बन के बीच में पाई बॉन्ड जब बन रहा था तो उतना फोर्स ऑफ अट्रैक्शन नहीं था लेकिन जब कार्बन और हाइड्रोजन के बीच में सिग्मा बॉन्ड बना तो वो ज्यादा फोर्स ऑफ अट्रैक्शन रखता है यहां ज्यादा फोर्स ऑफ अट्रैक्शन रखता है मतलब ये वाला जो है ध्यान से सुनिए यहां जहां सिग्मा बॉन्ड बन रहा है इस कंपाउंड में ज्यादा फोर्स ऑफ अट्रैक्शन है दो एटम के बीच में और जहां पर ज्यादा फोर्स ऑफ अट्रैक्शन हो कहीं पर सिंपली समझ लीजिए कहीं पर अगर फोर्स ऑफ अट्रैक्शन है तो वहां से एनर्जी निकलती है वहां से एनर्जी निकलती है इसका मतलब एनर्जी बढ़ना हो जाएगा एनर्जी क्या होती है वहां से रिलीज होती है एनर्जी रिलीज होती है जहां पे फोर्स ऑफ अट्रैक्शन ज्यादा होता है वहां से एनर्जी रिलीज होती है तो यहां से कुछ एनर्जी क्या होगी रिलीज होगी दोबारा सुन लीजिए हमने पाई बॉन्ड जो कि कमजोर बॉन्ड था वो तोड़ दिया उसकी जगह पर दो नए सिग्मा बॉन्ड बना दिए क्या किए दो नए सिग्मा बॉन्ड बना दिया और दोनों मजबूत बॉन्ड बनाए मजबूत बॉन्ड का मतलब कार्बन हाइड्रोजन में फोर्स ऑफ अट्रैक्शन ज्यादा है अगर फोर्स ऑफ अट्रैक्शन ज्यादा है तो एल्कीन से एल्केन बनने पे क्या हो रही है एनर्जी निकल रही है हाइड्रोजन के ऐड करने से एन एनर्जी निकल रही है तो इस निकली हुई एनर्जी को इस प्रोसेस के लिए हीट ऑफ हाइड्रोजन कहेंगे क्योंकि यहां पर हाइड्रोज निशन हो रहा है एडिशन ऑफ टू हाइड्रोजन देखने को मिल रहा है सिंपली समझ में आ गया शायद समझ में आ गया होगा ठीक है जी आइए अगला देखते हैं उसमें अभी बताता हूं फिलहाल ये देखिएगा अच्छा चलो इसमें देख लेते हैं देखो ध्यान से जो एल्कीन होता है वो रिएक्टिव होता है इतना तो जानते हो कि ये भी नहीं पता एल्कीन रिएक्टिव है क्योंकि वहां पर पाई बॉन्ड है अब अगर एल्कीन रिएक्टिव है तो वो उसको मैं यहां पर बना रहा हूं देखो यह पोटेंशियल एनर्जी है यहां मैं लिख देता हूं कुछ चीजें लिखूंगा पहले सुनो रिएक्टिव कौन है भैया एल्कीन एल्कीन इज मोर रिएक्टिव देन एल्केन क्यों रीजन बता देता हूं एल्केन में सारे सिग्मा बॉन्ड ही होते हैं तो सिग्मा बॉन्ड मजबूत है वो टूटना नहीं चाहता रिएक्शन करना नहीं चाहता तो एल्केन क्या है भैया कम रिएक्टिव लेकिन एल्कीन में क्या पाई बॉन्ड है पाई बॉन्ड आसानी से टूट जाते हैं इसलिए वो रिएक्टिव होते हैं और जो लोग रिएक्टिव होते हैं उनकी पोटेंशियल एनर्जी क्या होती है ज्यादा होती है तो इसलिए एल्कीन की पोटेंशियल एनर्जी ज्यादा है विद रिस्पेक्ट टू एल्केन के इतनी बात समझ में आई कि ये भी नहीं आता यह भी नहीं आता अगर आप रटने से बचना चाहते हैं तो ये बहुत अच्छा कांसेप्ट है है ना तो देखो एल्कीन की पोटेंशियल एनर्जी ज्यादा है तो मैं यहां कह रहा हूं कि यहां पर मैंने लिख दिया एल्कीन एल्कीन की एनर्जी पोटेंशियल एनर्जी यहां है एल्कीन इधर था टाइम के साथ वो क्या बन गया न बन गया एल्कीन इधर था मान लो इधर हमने टाइम लिख दिया तो टाइम के साथ वो धीरे-धीरे क्या बन गया एल्केन बन गया यह कौन है भैया ये है एल्केन कौन सा एल्केन अब देख लीजिए ये है थीन और ये है थेन तो थीन जब थेन में कन्वर्ट हुआ तो ये एनर्जी डिफरेंस आता है क्या आता है ये एनर्जी डिफरेंस आता है और इसी एनर्जी डिफरेंस को हीट ऑफ हाइड्रोजेनेशन कहते हैं क्योंकि उतनी ही एनर्जी निकलेगी जो इतना गैप आएगा तो इसको लिखते हैं डेल्टा एच हाइड्रोजेनेशन देखो क्या लिखते हैं डेल्टा एच हाइड्रोजेनेशन ये कितनी एनर्जी निकलेगी अरे भैया इसकी पोटेंशियल एनर्जी और इसकी पोटेंशियल एनर्जी में जितना गैप होगा उतनी ही एनर्जी निकल करके बाहर आती है बोलो भैया जनाब बताइए क्या हाल है अरे छोड़ो भाई पढ़ लिख लो पढ़ लिख लो ज्यादा इंपोर्टेंट काम वो है है ना अरे बोलो रे नालायक प्राणी इतनी बात समझ में आई क्या यही एनर्जी मैं ग्राफ में दिखाना चाह रहा था अच्छा अब देखिए ये एल्काइन है एल्काइन तो भैया सुपर डुपर रिएक्टिव है एल्काइन और ज्यादा रिएक्टिव है अच्छा जी तो एल्काइन में देखो दो पाई बॉन्ड है तो एल्काइन को मैं कहां बनाऊंगा पता है यहां बनाऊंगा जी एल्काइन को हायर एनर्जी में थोड़ा पोटेंशियल एनर्जी में और ऊपर बनाइए क्योंकि ये बहुत रिएक्टिव बन रहे हैं यहां पर भैया ज्यादा पाई बॉन्ड जितना पाई बॉन्ड उतने रिएक्टिव अच्छा यहां पे हमें दो मोल h2 लेने पड़ेंगे और ये क्या बन जाए जाएगा यह भी सेम कहानी क्या बन जाएगा जी यहां पर दो पाई बॉन्ड टूटेंगे और चार नए सिग्मा बनेंगे दो पाई बॉन्ड चार नए सिग्मा दो पाई बॉन्ड टूटेंगे चार नए सिग्मा एक बार बताओ प्रॉफिट हुआ या घाटा रे सर प्रॉफिट हुआ सिग्मा बॉन्ड जो होते हैं चारों मजबूत बॉन्ड है ये तो दो कमजोर बॉन्ड तोड़ दिए कोई फर्क नहीं पड़ता तो एड दंड जब ये इसमें कन्वर्ट होगा तो यहां से भी एनर्जी निकलती यहां से भी क्या होती है एनर्जी निकलती है हम यहां पर क्या देख रहे हैं कि दो पाई बॉन्ड टूट रहा है ब्रेकिंग ऑफ़ टू पाई बॉन्ड एंड फॉर्मेशन ऑफ़ 4 सिग्मा फर न्यू सिग्मा बॉन्ड इसलिए यहां से एनर्जी निकलेगी अब प्रश्न यह आता है कहां पर एनर्जी गैप ज़्यादा आएगा तो यहां पर देखो एल्काइन और एल्केन में इतना बड़ा गैप है समझ में आया क्या देखो यह और यह एक ही बात है यह दोनों एक ही बात है इसलिए एल्केन के लिए मैंने एक ही जगह चुनी है क्योंकि दोनों एक ही बात है इस समय है ना लेकिन एल्कीन और एल्काइन में अंतर क्या था कि एल्कीन में एक ही पाई बॉन्ड था तो पोटेंशियल एनर्जी में हमने यहां रखा एल्काइन और रिएक्टिव निकला तो इसको और ऊपर रख दिया अब एक बात बताओ सिंपल बात एक लाइन में समझाओ चलो बताओ आज तक शायद आपने इसको रटा होगा आज आपको समझ में आ जाएगा कि भैया अगर नंबर ऑफ पाई बॉन्ड बढ़ता है अगर नंबर ऑफ पाई बॉन्ड बढ़ता है तो क्या होगा बताओ डेल्टा एच हाइड्रोजन भी बढ़ता है देखो अगर पाई बॉन्ड बढ़ता है तो एल्काइन के केस में देखो ये बड़ा आता है लेकिन एल्कीन के केस में छोटा रीजन क्या है एल्कीन में सिर्फ एक पाई बॉन्ड है इसमें दो पाई बॉन्ड तो जितने ज्यादा पाई बॉन्ड उतना ज्यादा हीट ऑफ हाइड्रोजन ओ मिस्टर ये काम समझ में आया कि रट्टा मारना है अभी भी अभी भी इसको रट्टा मारना है क्या कि नंबर ऑफ पाई बॉन्ड के बढ़ने से हीट ऑफ हाइड्रोजन बढ़ता है यह बात यहां से समझ में आती है लॉजिकल है सीख जाएंगे मजा आएगा ठीक है जी आइए आगे बढ़ते हैं स्टेबिलिटी का फैक्टर देखते हैं देखते हैं भैया स्टेबिलिटी ऑफ एल्कीन से हीट ऑफ हाइड्रोजन पर क्या फर्क आता है यही हम सीखेंगे एक मिनट लेंगे अब ज्यादा वक्त नहीं द दूंगा इन चीजों पे यहां पे देख लेते हैं कार्बन सिंगल बॉन्ड कार्बन ये ch3 ch3 ये हाइड्रोजन ये हाइड्रोजन प्लस यहां से भी क्या होगा एनर्जी निकलेगी चलो यहां पे क्या होगा जी सेम कहानी उसी तरीके से है बतानी भैया कार्बन सिंगल बॉन्ड कार्बन यहां हाइड्रोजन है हाइड्रोजन है ch3 है ch3 हाइड्रोजन नए आ गए यहां से भी एनर्जी निकलेगी प्रश्न यह है कि ज्यादा एनर्जी कहां पे निकलेगी प्रश्न यह था कि ज्यादा एनर्जी कहां पे निकलेगी बताइए इस वाले में ज्यादा एनर्जी या यहां सर इसको हम कैसे बताएंगे किसी को पता है किसी को पता है क्या आप कहेंगे कि देखो यहां पर सिंपली मैं बोलू तो टोटल 12 अल्फा हाइड्रोजन कितने 12 अल्फा हाइड्रोजन है तो यहां पे 12 अल्फा हाइड्रोजन और यहां पे सिर्फ सिक्स अल्फा हाइड्रोजन है जहां पे 12 अल्फा हाइड्रोजन है उसकी स्टेबिलिटी ज्यादा है तो ज्यादा स्टेबल एल्कीन कौन है भैया ये जो ज्यादा स्टेबल होता है उसको एनर्जी में नीचे लिखते हैं क्योंकि स्टेबल चीजों की एनर्जी क्या होती है कम तो स्टेबल के लिए मैंने यहां लिख दिया ठीक है तो इसका नाम मैं रख देता a इसका नाम मैं रख देता हूं बी तो ए की एनर्जी यहां और बी की एनर्जी कहां है यहां क्योंकि बी वाला कम स्टेबल है अगर कम स्टेबल है तो उसकी एनर्जी पोटेंशियल एनर्जी उसी की ज्यादा होती है जो कम स्टेबल है भैया पोटेंशियल एनर्जी और क्या भैया स्टेबिलिटी एक दूसरे के इवर्स रिलेशन में होते हैं तो ए कहां मिलेगा नीचे बी कहां मिलेगा ऊपर लेकिन दोनों एल्केन बन रहे हैं तो एल्केन हालांकि दोनों सेम नहीं है लेकिन तब भी दोनों की एनर्जी करीब-करीब सेम ही आएगी एल्कीन की तो इस हिसाब से हीट ऑफ हाइड्रोजन कहां ज्यादा है बताइए हीट ऑफ हाइड्रोजन कहां ज्यादा है बताइए बी वाले केस में बोलो बोलो बोलो बोलो जल्दी बोलो जल्दी बोलो भैया मैंने क्या सीखा मैंने सीखा मतलब आपने सीखा कि स्टेबिलिटी ऑफ a इज ग्रेटर दन b बट जब हम हीट ऑफ हाइड्रोजन देखते हैं तो हमें b के केस में ज्यादा मिलता है विद रिस्पेक्ट टू a विद रिस्पेक्ट टू इसका मतलब स्टेबिलिटी अगर ज्यादा तो हीट ऑफ हाइड्रोजन कम तो यह रट्टा नहीं मारना था शायद आज तक आपने रट्टा ही मारा होगा इस बात को इसको इसी तरीके से बेसिकली समझना था कभी भूल जाए तो यह बातें आपकी खोपड़ हों में आ जाए ठीक है शायद आनंद आया होगा बताओ आनंद आया क्या बताओ अब देखो रेजोनेंस की फिनोम एकदम सिंपल रेजोनेंस एनर्जी को स्टेबिलिटी से ही रिलेट करते हैं यह नर्मल एनर्जी नहीं है ये डिफरेंस इन एनर्जी है बता देता हूं बेसिकली ज्यादा दर्द नहीं लेंगे इसको समझाने में इस टॉपिक को देखो क्या करना है यहां पर एक मोल हाइड्रोजन क्या करेगा बताओ पाई बॉन्ड को हटा देगा उसकी जगह पर उसकी जगह पर क्या लगा देगा दो हाइड्रोजन लगा देगा ठीक तो इस प्रोसेस को करने में जो हीट ऑफ हाइड्रोजेनेशन निकला डेल्टा एच हाइड्रोजन जो एक्सपेरिमेंटली हमें मिला वो कितना मिला -220 किलो जूल पर मोल तो एक डबल के लिए ऐसी सिचुएशन में एक डबल बंड के लिए इतनी एनर्जी निकलती है अगर आप हाइड्रोजेनेशन करें तो लेकिन अगर दो डबल बंड रख के करें दो मोल लेकर के करें तो इतनी निकलती है अच्छा लेकिन सोचो निकलनी कितनी चाहिए थी बताओ बताओ बताओ यह तो डेल्टा एच क्या है एक्सपेरिमेंटल लेकिन अगर मैं कहूं डेल्टा एच एक मिनट डेल्टा एच कैलकुलेटेड कैलकुलेशन करके देखेंगे ठीक है ओ भैया एक बात पहले बता दो पढ़ना है कि नहीं इतनी बात या इसको भी छोड़ के खाली डायरेक्ट कूदे सीधी सधी बात बता के आगे बढ़ जाए क्योंकि लग नहीं रहा पढ़ना चाहोगे तुम है ना यहां पर देखो भाई दो डबल बंड के लिए आप क्या लिखते दो डबल बंड के लिए लिखते कि 120 मल्ला 2 तो यहां पर एटली कितना आता 240 किलो जूल पर मोल कलेशन वाइज यहां इतना आना चाहिए था पता है क्यों सुनो पता है क्यों क्योंकि दो डबल बॉन्ड के रिस्पेक्ट में एक डबल बॉन्ड के लिए इतना था तो दो डबल बॉन्ड के लिए कैलकुलेशन के हिसाब से तो इतना आना चाहिए बट हमें एक्सपेरिमेंटली इतना मिलता है तो थोड़ा सा क्या मिल रहा है देखो गैप मिल रहा है ये जो गैप है ये जो डिफरेंस इसी को रेजोनेंस एनर्जी कहते हैं इसी को रेजोनेंस एनर्जी कहते हैं तो डिफरेंस दोनों के बीच में कितने का है 8 किलो जूल पर मोल का है तो ध्यान रखना रखना क्योंकि यहां रेजोनेंस की फिनोमिना है इसीलिए यहां पर रेजोनेंस एनर्जी दिखाई दे रही है लेकिन यहां पर कोई रेजोनेंस एनर्जी नहीं होगी क्योंकि यहां रेजोनेंस की फिनोमिना ही नहीं हो रही है तो यहां पर आप कहेंगे रेजोनेंस एनर्जी जीरो होगी भैया यहां कोई रेजोनेंस हो भी नहीं रहा है इसका आना कितना चाहिए था 120 अभी भी यहां कितना आएगा 120 कैलकुलेशन में भी और एक्सपेरिमेंटली भी इतनी बात समझ में आई अगली चीज सीखो बेंजीन के केस की अगर मैं बात करूं तो तीन थे तीनों को अगर आपको कन्वर्ट करना हो गया तीनों पाई बॉन्ड हटा कर के नॉर्मल साइक्लोहेक्सीन बनाना पड़ गया तो एक्सपेरिमेंटली देखना देखा गया कि जब हम 3 मोल h2 के साथ रिएक्शन कराते हैं तो एक्चुअली इतनी एनर्जी निकलती है लेकिन निकलनी कितनी चाहिए थी 123 तो कितना हो जाएगा माइनस 360 अब बताइए रेजोनेंस एनर्जी कितनी आएगी चलो चलो बताओ यहां पर इसकी रेजोनेंस एनर्जी कितनी आ जाएगी ये किलोज पर मोल में मैं बता रहा हूं तो आप कहोगे कि जो यह एक्सपेरिमेंटली मिला है जो कैलकुलेटेड है उसका डिफरेंस निकाल लीजिए तो कुछ 150 152 आ रहा है तो जो ये 152 किलो जूल पर मोल है दिस इज रेजोनेंस एनर्जी ऑफ बेंजीन बेंजीन की रेजोनेंस एनर्जी इतनी है इस वाले की रेजोनेंस एनर्जी इतनी है इस वाले की रेजोनेंस एनर्जी जीरो है क्यों क्योंकि यहां पर कोई रेजोनेंस नहीं हो रहा है इतनी बात समझ में आई है अरे बडे डे नहीं है भाई पढ़ लिख ले नालायक ठीक सिंपल है इतनी ही बात है आगे बढूंगा मैं डिफरेंस बिटवीन अमाउंट ऑफ एक्सपेरिमेंटल एंड कैलकुलेटेड इज नोन एज क्या भैया रेजोनेंस एनर्जी सिंपल बात है और जो रेजोनेंस एनर्जी होती है एक्चुअली यह नॉर्मल एनर्जी नहीं है पहली बात तो जान लीजिए रेजोनेंस एन ए एन सी रेजोनेंस एनर्जी इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू स्टेबिलिटी ठीक है जो चीज जितना ज्यादा स्टेबल होती है देख लो बेंजीन बेंजीन इनमें सबसे ज्यादा स्टेबल है तो वहां पर रेजोनेंस एनर्जी सबसे ज्यादा दिखाई दे रही है ठीक है ये एनर्जी से मत समझना कि एनर्जी और स्टेबिलिटी कैसे प्रोपोर्शनल होगई ये रेजोनेंस एनर्जी है और रेजोनेंस एनर्जी स्टेबिलिटी के प्रोपोर्शनल होती है जब भी क्वेश्चन आए तो ये लगा के देख सकते हो आइए भैया अगले देखते हैं अब आ गया भैया एरोमेटिक कंपाउंड एरोमेटिक कंपाउंड में अब थोड़ा जल्दी करते हैं भाई साहब नहीं तो यही रह जाएंगे अपन सीख ही नहीं पाएंगे कुछ ठीक है आइए देखते हैं एरोमेटिक कंपाउंड में यह कैरेक्टर्स होने चाहिए वह साइक्लिक होना चाहिए एरोमेटिक कंपाउंड प्लेनर होना चाहिए एरोमेटिक कंपाउंड में कंजुल रूल को फॉलो करना चाहिए ठीक है जी साइक्लिक होना चाहिए समझ में आता है जैसे ले लो बेंजीन जैसे क्या ले लेता हूं मैं बेंजीन ले लेता हूं तो बेंजीन में हम समझ में आता है देखो ये बेंजीन हर कार्बन पर क्या है भैया एकएक हाइड्रोजन लगे हुए हैं हम चेक कर लेते हैं कि क्या बेंजीन एक एरोमेटिक कंपाउंड है देखो क्या ये साइक्लिक है हां ये साइक्लिक है क्या ये प्लेनर है कैसे पता चलेगा कार्बन कैसा होना चाहिए sp2 होना चाहिए और प्लेनेरिटी देखो यहां पे कार्बन में देखो तीन सिग्मा बॉन्ड एक दो तीन इसलिए हर कार्बन यहां पर sp2 हाइब्रिडाइज्ड है प्लेनर है कॉन्ज का मतलब देखो डबल सिंगल डबल मतलब ये भी है हकल रूल क्या होता है ये जान लीजिए 4n प् 2 पाई इलेक्ट्रॉन होने चाहिए कितने 4n प् 2 पाई इलेक्ट्रॉन होने चाहिए और n की वैल्यू क्या होगी भैया जीरो रख दो n की वैल्यू जीरो रख दोगे तो कितने पाई इलेक्ट्रॉन है 2 पाई इलेक्ट्रॉन हो जाएंगे n की वैल्यू वन रख दोगे तो कितने हो जाएंगे यहां पे बताओ बताओ बताओ कितने हो जाएंगे जनाब यहां पे 6 पाई इलेक्ट्रॉन हो जाएंगे अगर ए की वैल्यू टू रख दोगे तो क्या हो जाएगा 10 पा इलेक्ट्रॉन हो जाएंगे सर ये n क्या है अरे ए बस नंबर है ताकि एक साथ एक साथ समझाया जा सके अब होता क्या अलग-अलग बताना पड़ेगा कि भाई देखो जहां पे दो पाई बॉन्ड हो छ पाई बॉन्ड हो 10 पाई बॉन्ड हो 14 पाई बॉन्ड हो तो ऐसे लोग एरोमेटिक कहलाते हैं ये कहने के बजाय डायरेक्ट कहा जाता है कि हकल रूल के हिसाब से 4n + 2 पाई इलेक्ट्रॉन कहीं पर मौजूद होंगे तो वो कंपाउंड एरोमेटिक होगा अब बताओ क्या यहां पर 4n + 2 वाला सेटिस्फाई हो रहा है देख लेते हैं हमें क्या निकालना है पाई इलेक्ट्रॉन पाई बॉन्ड कितने हैं देखो पहले पाई बॉन्ड कितने एक दो तीन अगर तीन पाई बॉन्ड है और हर बॉन्ड में दो इलेक्ट्रॉन है तो इसका मतलब हां यहां पर 6 पाई इलेक्ट्रोंस बेंजीन में है इसीलिए बेंजीन एक एरोमेटिक कंपाउंड है क्योंकि वो ये सारे कैरेक्टर को फुलफिल कर रहा है अगली चीज देखें एंटी एरोमेटिक कंपाउंड्स क्या होते हैं जो साइक्लिक हो प्लेनर हो कंजुल ये तीन रूल सीधा-सीधा फॉलो करें बट हकल रूल की जगह पर 4n पा इलेक्ट्रॉन हो 4 ए पाई इलेक्ट्रॉन का मतलब n की वैल्यू जीरो तो रख नहीं सकते वन रखो तो कितने हो जाएंगे 4 पाई इलेक्ट्रॉन या यहां पर कितने होने चाहिए 8 पाई इलेक्ट्रॉन ऐसा कुछ दिखा तो हम उसको एंटी एरोमेटिक कहेंगे जैसे कि यह देख लीजिए एक हम आपके सामने प्रस्तुत किए दे रहे हैं भैया बोलो भाई साहब यह क्या साइक्लिक है यस सर साइक्लिक है यह कंपलीटली साइक्लिक प्लेनर है हां प्लेनर है किसी भी कार्बन पर जाए वहां पर एक एक हाइड्रोजन भी लगा हुआ है यह रहा हर कार्बन sp2 हाइब्रिडाइज्ड क्या है हर कार्बन य sp2 हाइब्रिडाइज्ड है तो वो प्लेनर है कंजगेशन मतलब डबल सिंगल डबल सिंगल डबल मतलब कॉन्ज है क्या यहां पर चार पाई इलेक्ट्रॉन है क्या य पर फोर पाई इलेक्ट्रॉन है यस यहां पर 4 पाई इलेक्ट्रॉन है क्या है यहां पर 4 पाई इलेक्ट्रॉन मौजूद है इसका मतलब यह एक एंटी एरोमेटिक कंपाउंड है यह क्या है एक एंटी एरोमेटिक कंपाउंड है ठीक है ये क्या है एक एंटी एरोमेटिक कंपाउंड है आगे बा बाकी आगे बताने वाला हूं डोंट वरी अब देखो कंपाउंड्स ऐसे कंपाउंड्स जो कि ना तो एरोमेटिक है ना तो एरोमेटिक है ना तो एंटी एरोमेटिक है ना तो एंटी एरोमेटिक है वो क्या होंगे भैया वो नॉन एरोमेटिक की कैटेगरी में आएंगे जैसे कि मैं अगर मान लो ऐसा ले लेता हूं देखो डबल बॉन्ड और ऐसा छोड़ देता हूं बस इतना लिख दूं तो आप कहेंगे देखो यह वाला कार्बन पर दो हाइड्रोजन होगा ये वाले कार्बन पर भी दो हाइड्रोजन होगा समझ रहे हो तो इसका मतलब sp3 हाइब्रिड ऑर्बिटल आ गया सॉरी sp3 हाइब्रिडाइज्ड कार्बन आ गया ये तो टेट्रा एडल होगा जो प्लेनर होगा ही नहीं अगर यहां प्लेनर टी नहीं है इसका मतलब ये साफ कह रहे हैं कि ये क्या है नॉन एरोमेटिक है तो रिंग के अंदर अगर sp3 हाइब्रिड कार्बन मिल जाए हाइब्रिडाइज्ड कार्बन मिल जाए तो भैया नॉन एरोमेटिक क्योंकि एरोमेटिक और एंटी एरोमेटिक दोनों में प्लेनर मॉलिक्यूल चाहिए अगर मॉलिक्यूल प्लेनर नहीं है तो वो नॉन एरोमेटिक मॉलिक्यूल बोला जाता है आई होप समझ में आया हो आइए अगला देखते हैं ये क्या कांसेप्ट है भैया एमटी फॉर एरोमेटिक एंड एंटी एरोमेटिक कंपाउंड बेसिकली वैसे ज्यादा सीखना नहीं होता लेकिन एक हिंट के तौर पर मैं तुम्हें बता देता हूं देखो क्या होता है जैसे हम बेंजीन बनाते हैं बस यही सीख लो केवल बेंजीन में सीख लोगे जो लाइन निकलेगी हम यूज कर लेंगे बस ठीक है जब हम बेंजीन बनाते देखो कैसे बनाते हैं एक पॉइंट नीचे है एक कार्बन नीचे दो कार्बन ऊपर देखो एक कार्बन नीचे दो कार्बन ऊपर फिर क्या है इसी के जस्ट बराबर में दो कार्बन इसी के जस्ट बराबर में दो कार्बन और एक कार्बन यहां पर जिस तरीके से मैंने बनाया है यही मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल डायग्राम फॉर बेंजीन है यह बेंजीन का मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल डायग्राम है जिसमें आप कहते हैं कि देखिए इस लाइन के इस लाइन के नीचे देखो यहां पर पॉइंट कैसे एक कार्बन दो ती 4 पा 6 एक्चुअली उसी के हिसाब से ये बनाया जाता है बनाने का तरीका ये है तो हम कहते हैं कि जो इस लाइन के नीचे हैं इनको हम कहते हैं ये सारे के सारे बॉन्डिंग मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल हैं लेकिन ये क्या है ये एंटी बॉन्डिंग मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल हैं ये एंटी बॉन्डिंग मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल हैं अच्छा कितने इलेक्ट्रॉन है भैया इसमें कितने पाई इलेक्ट्रॉन है तुरंत बताएंगे ओ भाई दिमाग लगाओ इसमें कितने पाई इलेक्ट्रॉन है बेसिक बात है 6स पाई इलेक्ट्रॉन है और एक ऑर्बिटल में दो इलेक्ट्रॉन रहेंगे हमें सिर्फ पाई रखने है तो कैसे रखेंगे नीचे तो दो आ जाएगा नीचे तो दो आ जाएगा अच्छा हमें रखने छ थे दो फिर यहां पर रखो एक तीन एक चार यहां पांच यहां छ हम कहते हैं कि जो एरोमेटिक कंपाउंड्स होते हैं वहां पर ऑल पाई इलेक्ट्रॉन ल पाई इलेक्ट्रॉन आर पेयर्ड सारे के सारे इलेक्ट्रॉन पेयर्ड है ट्स वई दे आर मोर स्टेबल यह स्टेबल होते और इसीलिए यह रूम टेंपरेचर पर एजिस्ट आराम से करते हैं समझ में बात आई लेकिन अगर मैं बात कर दूं किसका जो पीछे पढ़ाया था मैंने इसका देखना इसको इस तरीके से मैंने क्यों बनाया उसका रीजन है हमें नीचे एक पॉइंट बनाना होता है यहां दो एक साथ नहीं बनाना है तो इसको बनाने का तरीका देखो क्या है एक नीचे बनाया और यह दो कार्बन आपस में बराबर बराबर पर यह यहां ये यहां एक यहां तो इसी की शकल से मिलता जुलता मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल डायग्राम बनता है वो कहता है कि भैया देखो इसके अंदर टोटल कितने हैं 4 पाई इलेक्ट्रॉन कितने 4 पाई इलेक्ट्रॉन अगर यहां 4 पाई इलेक्ट्रॉन है कैसे पता चला भया दो पाई बंड थे तो उसमें चार पाई इलेक्ट्रॉन थे अच्छा तो इसका मतलब यह हुआ कि देखो अगर मैं एनर्जी भरू तो दो तो यहां भर जाएंगे फिर तीन और चार इसका मतलब हुआ कि जो एंटी एरोमेटिक कंपाउंड होते हैं उनमें अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन पाए जाते हैं क्या अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन पाए जाते हैं ये जिसको समझ में आना है वह समझेगा वो सिलेक्शन लेगा जो नाटक करेगा उसका तो हम भैया क्या कह एओटी ज ऐसा क्या है बस सम ये शक्ल मैच करनी है ताकि ये लैंग्वेज पढ़ पाए देखो जब भी हम एंटी एरोमेटिक बनाएंगे तो आपको ऐसे बनाना है कि नीचे एक कार्बन आए बीच में दो कार्बन और ऐसा आए तो बस ऐसा बना देना है और कुछ ज्यादा नौटंकी नहीं करनी भाई है ना इतना ज्यादा नहीं आता क्या आता है बताता हूं पूछता है कि यहां सारे इलेक्ट्रॉन पेयर्ड है और यहां पर अनपेयर्ड है और अगर इलेक्ट्रॉन अनपेयर्ड है तो वो अपने आप को डाई मराइज करना चाहते हैं दे वांट डामरा इजेशन प्रोसेस वो चाहते हैं कि इलेक्ट्रॉन पेयर्ड हो जाए तभी दो मॉलिक्यूल आपस में मिलते हैं इसके और आपस में डामरा इज कर जाते हैं ऐसे दो मिलकर के डामरा इज कर जाते हैं ताकि ये इलेक्ट्रॉन पेयर्ड हो जाए बस बेसिक बात है तो डामरा इज लिखा है मैंने डाइमर बनाना चाहते हैं ठीक है और जो एंटी एरोमेटिक है वो रूम टेंपरेचर पर स्टेबल नहीं होते रूम टेंपरेचर पर एजिस्ट नहीं करते क्योंकि ये बहुत ज्यादा रिएक्टिव हैं दे आर बहुत-बहुत रिएक्टिव हैं बहुत ही अनस्टेबल होते हैं एंटी एरोमेटिक क्या होते हैं बहुत ही अनस्टेबल होते हैं बहुत ही रिएक्टिव होते हैं क्योंकि उनके पास अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन की मौजूदगी है सिंपली शायद आपको इतनी बात समझ में आ गई हो नहीं समझ में आया कोई बड़ी बात नहीं सिंपली क्या जानना है इधर देखो ये बहुत अच्छी बात थी आप इत्मीनान से सीखिए बट जो बड़ी बात है वो इधर है जो आपके काम की बात है वोह एक लाइन में क्या स्टेबिलिटी अगर कोई पूछे तो एरोमेटिक कंपाउंड्स आर मोर स्टेबल देन एंटी एरोमेटिक बल्कि यहां पर मैं लिखता हूं नॉन एरोमेटिक पहले ठीक है एरोमेटिक के बाद लिखा जाएगा एरोमेटिक के बाद नॉन एरोमेटिक और इसके बाद आता है एंटी एरोमेटिक तो देख लीजिए सबसे ज्यादा स्टेबल कौन होता है एरोमेटिक क्योंकि वहां पे सारे इलेक्ट्रॉन पेयर्ड होते हैं और बॉन्डिंग मॉलिक्यूलर ऑर्बिटल में होते हैं इसके बाद आता है बीच में नॉन एरोमेटिक सबसे लास्ट में आता है एंटी एरोमेटिक क्या सबसे लास्ट में आता है एंटी एरोमेटिक बहुत बेसिक बात है ये तुम्हें आता है तो काम बन जाएगा इसकी कोई जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन इसकी जरूरत तो तुम्हें बहुत ज्यादा पड़ने वाली है ठीक है बेंजोनाटते नहीं दूंगा बेंजीन की तरह दिखने वाले बेंजीन से बने हुए सिस्टम बेंजोनाइट्राइल भैया प्रैक्टिस शुरू करते हैं हमने सीख लिया यहां देखो यहां पर आप देखेंगे तो यहां कार्बन पे आपको क्या दिख रहा है एक नेगेटिव चार्ज तो एनायत हैं उनको देखो जहां पाई बॉन्ड उनमें दो इलेक्ट्रॉन और ये जो दोनों इलेक्ट्रॉन ये भी क्या करते हैं रेजोनेंस में पार्टिसिपेट होंगे तो ये भी पाई इलेक्ट्रॉन में काउंट होंगे तो दो ये दो ये टोटल कितने हो गए 4 पाई इलेक्ट्रॉन अगर चार पाई इलेक्ट्रॉन हो गए तो ये एंटी एरोमेटिक हो जाएगा अब भैया बताना शुरू करो सारा मुझसे ही पूछोगे क्या यह क्या होगा एंटी एरोमेटिक होगा समझ में आया तुरंत बताइए अगला ये एरोमेटिक है कि नहीं है आप कहेंगे सर ये भी एरोमेटिक है क्योंकि रेजोनेंस चल रहा है यहां पे और देखिए दो इलेक्ट्रॉन यहां दो यहां दो यहां 6 पाई इलेक्ट्रॉन हैं ये क्या है ये एरोमेटिक है अच्छा ये बताइए एरोमेटिक है कि नहीं यहां दो इलेक्ट्रॉन है पाई में भैया चार तो 6 पाई इलेक्ट्रोंस ये भी एरोमेटिक है अच्छा ये बताइए यहां पे देखिए एक दोती च चार पाई बॉन्ड में आठ इलेक्ट्रॉन दो ये वाला भी मिला लीजिए तो ये वाला क्या हो जाएगा जी 10 पाई इलेक्ट्रॉन ये भी एरोमेटिक है और हर कार्बन चेक कर लेना क्या निकलेगा भैया अरे ये एरोमेटिक था ना जी एरोमेटिक लिख लो छोड़ना नहीं है ओके अब बात करनी है इन पर पढ़ो व्हिच ऑफ द फॉलोइंग इज नॉट एन एग्जांपल ऑफ क्वेश्चन देखो क्या कह रहा है इज नॉट एन एग्जांपल ऑफ बेंजन इड कंपाउंड इनमें से कौन से ऐसे हैं अब जिनको स्पीड चाहिए थी अब वो स्पीड देखेंगे कि इनमें से कौन सा ऐसा है कि जो नहीं एग्जांपल है बेंजन इड के अरे मैं जवाब चाहता हूं जल्दी करो वेट कर रहा हूं तुम्हारा वेरी वेरी गुड सर बी नहीं है क्योंकि सब में बेंजीन बेंजीन बेंजीन दिख रहा बट यहीं पर नहीं दिख रहा तो ये भाई साहब क्या होंगे नॉट है भैया अच्छा अगला देखेंगे कैटा एंस के अंदर आ जाओ भैया उछल कूद मचाना पड़ेगा क्या ये क्या ये भाई साहब है क्या अरे नहीं भाई ये कार्बन कैसा है देखो यहां पर दो हाइड्रोजन दो बॉन्ड और ये sp3 हाइब्रिडाइज्ड है तो या ये sp3 मतलब नॉन प्लेनर अगर नॉन प्लेनर तो भैया एरोमेटिक भी नहीं और एंटी एरोमेटिक भी नहीं मतलब नॉन एरोमेटिक होंगे ये नॉन एरोमेटिक होंगे जवाब दो वेट कर रहा हूं हां अगला देखो यहां पे दो ही पाई इलेक्ट्रॉन है रेजोनेंस दोनों तरफ चलेगा चला के देख लो तो यहां पर आप कहेंगे 2 पाई इलेक्ट्रॉन कंपलीटली एरोमेटिक है अगला देखें यहां पर दो पाई इलेक्ट्रॉन ये भी कंपलीटली एरोमेटिक है मैं बोलता जा रहा हूं लिखता जा रहा हूं ठीक है यहां पर देखो सिर्फ चार पाई इलेक्ट्रॉन भैया सिर्फ चार पाई है और चार पाई कहां लेके जाती है शमशान घाट तक शमशान घाट तक लेके जाएगी मतलब ये एंटी एरोमेटिक बहुत ही कम स्टेबल बहुत ही बर्बाद टाइप के लोग एंटी एरोमेटिक ये देखो ये कहते हैं ट्रोपिलियम कार्बो कटाय क्या इसका नाम होता है कहीं मान लो पूछ ले तो ट्रोपिलियम शायद पीवा ही होता है देख लेना ट्रोपिलियम कार्बो कटाय या ट्रोपिलियम आयन बोलते हैं से मेंबर्ड रिंग में एक पॉजिटिव ये क्या है भैया ये एरोमेटिक कैसे पता तीन पाई बॉन्ड है तो इसका मतलब अरे वेरी गुड सब बता रहे भाई यहां देखो यहां नाइट्रोजन पे प्लस है चेक करो नाइट्रोजन पे एक दोती तीन सिग्मा मतलब ये भी sp2 है इसका मतलब साफ है कोई दिक्कत नहीं ये बेंजीन की तरह ही तो दिख रहा है तो ये भी एरोमेटिक है ये भी एरोमेटिक है सिंपल है ना जी अरे एक बात और बताऊं बेंजीन में यहां पर क्या आता है सुनो यहां पर नाइट्रोजन प्लस कार्बन में टोटल इलेक्ट्रॉन कितने हैं छह अगर मैं कहूं नाइट्रोजन प्लस में कितने इलेक्ट्रॉन होंगे तो नाइट्रोजन के पास सात प्लस का मतलब एक घटा दो मतलब छह इसका मतलब कार्बन की जगह पर नाइट्रोजन देखो कार्बन की जगह पर नाइट्रोजन प्लस रखा जा सकता है तो नाइट्रोजन प्लस क्या है एक्चुअली कार्बन कार्बन बना दो बेंजीन हो जाएगा सिंपल एक तरीका बता रहा हूं बाकी निकालना आपको आता है क्या ये एरोमेटिक है जवाब है नहीं क्योंकि ये कार्बन ये नाइट्रोजन है कैसा ये sp3 हाइब्रिडाइज्ड है भैया ये sp3 हाइब्रिडाइज्ड है अब भैया कहीं भी sp3 हो गया तो नॉन एरोमेटिक ही होगा अरे बोलो रे ओ रे बुद्धू कौनो इसको एंटी कह रहा था अरे नहीं रे गधा आदमी यह नाइट्रोजन sp3 है sp3 का मतलब साफ है कि भैया ये नॉन एरोमेटिक है ये शानदार चीज है ये बताइए चलिए चलिए मैं वेट कर रहा हूं मैं वेट कर रहा हूं बताइए सर देखिए यहां पर ऑक्सीजन इवॉल्व है ऑक्सीजन का लोन पेयर यहां जाएगा और पाई का ये इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां जाएगा जब भी ऐसी सिचुएशन आए पहले उसका रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनाइए अदर वाइज गलत हो जाएगा आप गलत कर बैठेंगे ध्यान दीजिए बालक ओ रे बालक बालक ध्यान दीजिएगा क्या बोला मैंने कि भाई देखो ये वाले पाई बॉन्ड पे कोई फर्क नहीं पड़ रहा लेकिन ये क्या कर रहा है यहां पाई बॉन्ड बनवा रहा है अच्छा यहां पाई बॉन्ड बनेगा तो इस ऑक्सीजन पे क्या आएगा प्लस क्यों क्योंकि ऑक्सीजन ने अपना लोन पेयर दिया तो उसको प्लस बर्दाश्त करना पड़ेगा और ये आगे आएगा तो ये आगे आएगा एक्चुअली ये इसका रेजोनेंट क्चर है इसका जवाब यहां से फिंक के मारिए अरे गधा आदमी बोलोगे क्या है ये कंपलीटली एरोमेटिक है ये कंप्लीट एरोमेटिक है भाई ऑक्सीजन प्लस कार्बन हाइड्रोजन की जगह पर लिखा गया है अरे भाई दो ना ऑक्सीजन प्लस का मतलब क्या ऑक्सीजन में आठ इलेक्ट्रॉन प्लस का मतलब एक घटा दो टोटल सात इलेक्ट्रॉन क्या मैं कार्बन और हाइड्रोजन को साथ रखूं तो इनका बराबरी नहीं नहीं कर पाऊंगा कार्बन में छह हाइड्रोजन में एक टोटल सात इलेक्ट्रॉन इसका मतलब बेंजीन में जहां स होता है वहां o प् लिखा जा सकता है जहां स होता वो o प् लिखा जा सकता है यस बॉस दिस इज एरोमेटिक एरोमेटिक ठीक है अगला सुनो ये भी एरोमेटिक क्योंकि यहां पर भी नाइट्रोजन अपना लोन पेयर दे कर के इसी तरीके से करेगा यहां पर भी एरोमेटिक कितनों को महक आ गई एरोमा की अरे बोल रे बाबा यहां नहीं है अरे भैया यहां नाइट्रोजन यहां पे नाइट्रोजन नहीं ऑक्सीजन नहीं है यहां पर तो भैया sp3 हाइब्रिड कार्बन मींस दैट ये नॉन एरोमेटिक है पेपर में इन्हीं में से कुछ आएगा पेपर में इन्हीं में से कुछ आएगा भैया अब तो बोलो ये नॉन एरोमेटिक है कितने गधे लोग हैं इसको एंटी कह देते हैं ये शायद भूल जाते हैं कि एंटी और नॉन में क्या अंतर है ये कार्बन कैसा है sp3 पहले चेक करो कहीं sp3 तो नहीं अरे जैसे दिखे नॉन एरोमेटिक बुद्धि लगाने की जरूरत नहीं है आइए अगला पढ़ते हैं हेट्रो साइक्लिक कंपाउंड मतलब जहां कार्बन कार्बन का गेम चलता था वहां नाइट्रोजन ऑक्सीजन सल्फर फेंक के मार दोगे तो देखो यहां पर क्या है सुनो रे बालक सुनो सुनो क्या कहना चाह रहा हूं यह जो नाइट्रोजन है इस पर लोन पेयर है और यह लोन पेयर इवॉल्व है यहां की रेजोनेंस की फिनोमिना में देखो यहां इस तरीके से रेजोनेंस के फिनोमिना में इवॉल्व है तो नाइट्रोजन का ये वाला लोन पेयर और यह चार इलेक्ट्रॉन और टोटल जोड़ के हो गए 6 पाई इलेक्ट्रॉन तो यह कैसे एरोमेटिक दोबारा सुन लो नाइट्रोजन का ये लोन पेयर रेजोनेंस में इवॉल्व है तो सिस पाई इलेक्ट्रॉन रिंग के अंदर है तो ये एरोमेटिक है इसको कहते हैं पायरो इसका नाम है आगे मिलेगा यह सुनो यह है नाम इसका फ्यूरेनो में देखो क्या होता है ऑक्सीजन में लोन पेयर ऊपर वाले जैसा भी हैयर ठीक है तो यहां पर भी 6 पाई इलेक्ट्रॉन इवॉल्व है इसका मतलब साफ है कि ये भी भाई साहब एरोमेटिक है अगले वाले में देखो सल्फर में भी लोन पेयर तो ये यहां पर इवॉल्व है मैं कह रहा हूं जे एडवांस भी यही से क्वेश्चन पूछेगा जितना पढ़ाऊंगा एरोमेटिक सिटी सबसे ज्यादा पूछा गया है तो यह भी क्या होता है भैया एरोमेटिक ठीक यहां पर देखो यह पिरिडी है पिरिडी में जो नाइट्रोजन है उसपे एक्चुअली लोन पेयर यहां होता है sp2 हाइब्रिड ऑर्बिटल के अंदर तो ध्यान देना ये ये वाला लोन पेयर कभी भी इसके अंदर मत घुसा देना जी ये तो बहुत वाहियात बात हो जाएगी है ना क्योंकि ये होता है नाइट्रोजन के sp2 हाइब्रिड ऑर्बिटल के अंदर लिख देता हूं मैं sp2 हाइब्रिड ऑर्बिटल के अंदर और sp2 हाइब्रिड ऑर्बिटल वाले कभी पाई बॉन्ड नहीं बनाया करते हाइब्रिड ऑर्बिटल सिर्फ सिग्मा बनाते हैं तो यहां पर आप इनके इस लोन पेयर को मत गिनिया जो रिंग के अंदर प्रेजेंट लोग हैं सिर्फ उनको गिनिगे देखो ये ये और ये इनको गिनने के बाद तुम्हें पता चला कि भैया रिंग के अंदर का जो गेम है वो सिर्फ 6स पाई इलेक्ट्रोंस इसका मतलब ये भी एरोमेटिक है तो जितना भी मैंने हेट्रो साइक्लिक पढ़ाया सब ये एरोमेटिक है एंटी एरोमेटिक किसने कहा गधा आदमी ये इलेक्ट्रॉन इसके अंदर नहीं जाते अब उसका रीजन होता है सिंपली अभी जान लीजिए कि ये इसके अंदर नहीं जाएंगे कैसे जाएंगे तो कैसे बनाओगे रेजोनेंस एक बार बना के दिखाओ रेजोनेंस बनाना भी पॉसिबल नहीं है अगर इसको अंदर ले लिया तो ठीक है ओके तो ये एरोमेटिक है तो जितने दिख रहे हैं वो सारे एरोमेटिक हैं चलिए ये क्वेश्चन करिए जेई में 2019 का एक क्वेश्चन आपके सामने है सारे लोग बस बस एरोमेटिक उसी पर आने वाले हैं ज्यादा टाइम नहीं लगने वाला अब क्योंकि हमने सारे बेसिक सीख लिए हैं टाइम कम में उड़ा देंगे अब सब कुछ आइए आइए निश्चिंत रहिए आप वहि ऑफ द फॉलोइंग कंपाउंड इज नॉट एरोमेटिक ओ भाई साहब पहला ही मिल गया एंटी एरोमेटिक पहला ही मिल गया एंटी एरोमेटिक बाकी हमने पढ़ा है यह भी एरोमेटिक है यह भी एरोमेटिक और यह भी एरोमेटिक है आइए पहला रिलेटिव एरोमेटिक कन्फेशन यह जब भी एरोमेटिक करेक्टर य जब भी आएगा यह बता रहा हूं जे एडवांस का प्रेडिक्शन है य अगला क्वेश्चन कभी भी यह पूछ सकता है आपके बारे में आपके वाले में पूछ ले तो अच्छी बात है देखो क्या है बेंजीन के बारे में थायो फीन मतलब यहां सल्फर रहता पायल में य ट्रोजन फ्यूरिन में यहां ऑक्सीजन पूछा जाता है इनमें सबसे अच्छा एरोमेटिक करैक्टर कौन दिखाता है तो भैया सिंपल सी बात है बेंजीन में एक बहुत ही स्मूथ पाई इलेक्ट्रॉन का क्या है डी लोकलाइजेशन है इनका इलेक्ट्रॉन आसानी से कार्बन कार्बन के बीच में ही घूमता है क्योंकि सारे कार्बन कार्बन है और सारे कार्बन कार्बन पर प्रेजेंट जो 2p ऑर्बिटल हैं उनकी साइज बराबर होती है तो बहुत अच्छे तरीके से यहां पर यहां पर क्या होता है इलेक्ट्रॉन का फ्लो चलता है एक्चुअली एक शब्द यूज होता है कि बहुत हल्का सा करंट क्रिएट होता है इसके अंदर मॉलिक्यूलर लेवल पे करंट क्रिएट होता है क्योंकि अगर इलेक्ट्रॉन फ्लो होगा तो करंट आएगा और करंट आएगा तो उससे मैग्नेटिक फील्ड क्रिएट होगी और उसी मैग्नेटिक फील्ड की वजह से ये पता चल पाता है कि कौन सा कंपाउंड एरोमेटिक और कौन सा नहीं है तो कुल मिला के आप कहेंगे बेंजीन तो भैया बहुत ही खतरनाक है अलग लेवल का आदमी है क्योंकि यहां पर सब कार्बन कार्बन का लोचा था तो यहां पर अच्छे तरीके से चल रहा था रेजोनेंस तो जहां अच्छा रेजोनेंस चलेगा वही तो एरोमेटिक करेक्टर एरोमेटिक करैक्टर का मतलब होता है बहुत बढ़िया सा रेजोनेंस बहुत बढ़िया सा रेजोनेंस कोई रुकावट ना हो अच्छा अगला सुनिए इनमें कैसे कंपेयर करें तो इनका सिंपल है गेम छोटा सा है यहां ऑक्सीजन का लोन पेयर कह रहा है अरे भैया मैं तो अपना इलेक्ट्रॉन ही नहीं देना चाहता नाइट्रोजन कह रहा है अरे मैं तो दे दूंगा यार मैं तो लेस इलेक्ट्रोनेगेटिव ये ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव तो ज्यादा देना नहीं चाहता सल्फर कहता है भैया तुम लोग गधे आदमी हो हैं एरोमेटिक सिटी के लिए य अंदर मांग रहे मैं देने को तैयार हूं मैं तो सल्फर कहता मैं ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव नहीं हूं लेकिन ऑक्सीजन कहता है मैं ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव हूं तो इसलिए मैं ज्यादा आसानी से इलेक्ट्रॉन आगे फ्लो नहीं करा सकता तो आसानी से इलेक्ट्रॉन अंदर कौन फ्लो कराएगा सल्फर फिर नाइट्रोजन फिर ऑक्सीजन तो इन तीनों का जवाब कहां से आया ऑर्डर ऑफ इलेक्ट्रोनेगेटिविटी पर सल्फर सबसे कम था नाइट्रोजन और ऑक्सीजन इसीलिए इलेक्ट्रॉन डोनेटिंग टेंडेंसी किसमें ज्यादा थी सल्फर के लोन पेयर की या नाइट्रोजन के लोन पेयर की ये ऑक्सीजन के लोन पेयर की क्या मैंने सही बनाया या गलत है बताओ रे आसानी से डोनेट कहां होगा मैं गारंटी के साथ कह रहा हूं तने इसको कहीं नहीं पढ़ा पढ़ ले बालक पूछेगा ना तो फिर पसीने छूटते हैं किसी को समझ में नहीं आते कैसे दिखना है उल्टा करके आ जाओगे इसलिए मैं कह रहा हूं सिर्फ यहां पर इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का फैक्टर लगा दो जो आसानी से इलेक्ट्रॉन डोनेट करेगा वो ज्यादा एरोमेटिक करैक्टर बनाने में हेल्प करेगा मैं दावा कर रहा हूं ये कहीं नहीं पढ़ा है आप और वो आप कमेंट में खुद बता सकते हैं ठीक है चलिए भया एरोमेटिक सिटी कहां सीखनी है कोट में बहुत जल्दी सीखेंगे साइक्लो ऑक्टा टेट्रा साइक्लो ऑक्टा टेट्रा न साइक्लो ऑक्टा टेट्रा का मतलब है ऑक्टा मतलब आठ तो भैया पहले बनाओ आठ कार्बन क्या क्या क्या पहले बना दो आठ कार्बन पहले बना दो आठ कार्बन आठ कार्बन में चार डबल बॉन्ड टेट्रा इन का मतलब चार डबल बंड तो डबल सिंगल छोड़ दो डबल सिंगल डबल सिंगल डबल ये देखो साइक्लो ऑक्टा टेट्रा ये होता है अच्छा जो ये साइक्लो ऑक्टा टेट्रा है इन रियलिटी वो टप शेप का पाया जाता है जैसा दिख रहा है वैसा नहीं होता बल्कि वो इस तरीके का टब टाइप का होता है अब पता नहीं किसके घर का टब ऐसा होता है या तो हमारे घर में सही टब नहीं है अबे जब रखोगे किधर पानी किधर टिकेगा तो ये जो साइक्लो ऑक्टा टेट्रा है वो एगजैक्टली ऐसा पाया जाता है देखो डबल सिंगल डबल सिंगल एक्चुअली ये टब शेप्ड का होता है और किसी के घर का टब जो है वो फ्लैट तो नहीं हो सकता प्लेनर तो नहीं हो सकता मतलब कुल मिला के ये है कि ये नॉन प्लेनर मॉलिक्यूल है और जो लोग नॉन प्लेनर हैं वो तो एरोमेटिक हो ही नहीं सकते वो एंटी एरोमेटिक होते हैं इसीलिए कॉट क्या होता है एक सॉरी एंटी बोल दिया गलती से नॉन एरोमेटिक होते हैं है ना क्योंकि एंटी के लिए भी प्लेनर चाहिए एरोमेटिक के लिए भी प्लेनर चाहिए नॉन प्लेनर का करैक्टर यहां चाहिए अरे बोल ना रे गधे एक चीज और याद करा देता हूं सिंपली खोपड़ी में ले जाना अपने क्या करना सिंपली उसको अपनी खोपड़ी में ले जाना क्या कोट पर टू प्लस हो चाहे टू माइनस ये दोनों ही एरोमेटिक हैं क्या बात कर रहे हो सर हां रे बाबा अगली बार ये जेई एडवांस पूछेगा आधो के पसीने छूटेंगे ये एरोमेटिक है और ये एरोमेटिक कक वो यही सीखते हैं टब सेव टब से टब सेव ठीक है ये दोनों एरोमेटिक है बनाने का तरीका सीखो क्या अरे बोल ना रे बोलो ना रे भैया बनाने का तरीका सिखाएं क्या कैसे बनाते हैं सुनो रे बालक ओरे बुद्धू बालक एरोमेटिक से सबसे ज्यादा क्वेश्चन पूछे गए इसलिए मैं थोड़ा अभी स्लो होना पड़ रहा है देखिएगा हम क्या कर रहे हैं देखिए कोट बना रहे हैं वहां पे टू माइनस का मतलब समझा देता हूं एक यहां बना दो एक यहां बना दो कोट टू माइनस ऐसा दिखता है कोट टू प्लस का मतलब है ऐसा दिखता है ठीक है जी तो समझना एक्चुअली होता क्या 2 प्लस और 2 माइनस में ये दोनों की बीमारी ठीक हो जाती है यह देखने में क्या लगता है जी यह देखने में हमें लगा कि ये एंटी एरोमेटिक होना चाहिए क्योंकि आठ इलेक्ट्रॉन है लेकिन एंटी हुआ नहीं क्योंकि वो टेढ़ा मेढ़ा हो गया टब सेव लेकिन इधर कोई दिक्कत नहीं है रे बाबा गिनियो गिनियो इलेक्ट्रॉन गिनियो अरे कोटू प्लस में इलेक्ट्रॉन गिनियो भाई दो यहां पर दो यहां पर दो यहां पर कितने हो गए तो कोटू प्लस में इन रियलिटी जब सिक्स ही पाई इलेक्ट्रॉन है तो एरोमेटिक होने से कौन रोकेगा जी अरे बोलो ना यहां पर बोलो दो दो च दो 6 और इनमें भी होंगे तो 10 10 पाई इलेक्ट्रॉन इनको एरोमेटिक होने से कौन रोकेगा अरे दिक्कत तो इनके में थी इनको हम घोषित करने वाले थे एंटी एरोमेटिक आठ इलेक्ट्रॉन देखकर लेकिन पता चला टेढ़े मेढे आदमी है तो भैया हमने कहा तुम तो एंटी हो जाओ यार तुम्हारा काम बन गया लेकिन इनको देखो जीवन में भूलोगे बहुत थप्पड़ खाओगे अर्जुना बैच में आते हैं जल्दी आते हैं भैया जब भी पोर्शन मिल जाए होता हुआ फिर मुलाकात होगी चलिए अगला देखते हैं क्या लिखा है ये देखो क्या है यहां पे आपको करना क्या होता जब भी ऐसे कंपाउंड्स मिले इसको क्सी एरोमेटिक बोलते हैं लेकिन इसने को ज्यादा नाम वाम नहीं जानना होता ये देखो क्या पूछते हैं वो यहां डबल बॉन्ड हमें एक बात पता है क्या पता है कि ऑक्सीजन ज्यादा इलेक्ट्रॉन नेगेटिव है तो पाई के इलेक्ट्रॉन को वो अपनी तरफ खींचने की कोशिश करेगा अपनी तरफ कुदाने की कोशिश करेगा खींचेगा नहीं खींचता तो सिग्मा के थ्रू है ऑक्सीजन पे क्या आएगा नेगेटिव हमेशा ऑक्सीजन अपनी खोपड़ी पर नेगेटिव यहां प्लस लेना चाहेगा जब भी ये पाई बॉन्ड टूटेगा तो वो ऐसा बनाना चाहेगा इतनी बात तो कंफर्म है अच्छा क्या वो बना पाएगा कि नहीं उसकी चिंता हमें करनी है तो सुनो रे बालक ये देखो ये ये क्या दिख रहा है आपको इतने को देखकर याद आ रहा है कि ये तो भैया एरोमेटिक है ये देखो दो इलेक्ट्रॉन है पाई के अंदर और यहां पर रेजोनेंस करेंगे तो ये पार्ट एरो है इसलिए पूरा मॉलिक्यूल इस तरीके से तोड़ कर रख सकते हैं हम एरोमेटिक बना सकते हैं हम इतनी बात समझ में आई क्या कोबरा गंज जिंदाबाद भैया पढ़ाई करते हैं अभी फिलहाल जरूरी है नहीं तो बहुत लेट हो जाएंगे ठीक है इस पर आते हैं पहले ये देखो यहां पर देखो यहां पर इसी तरीके से तोड़फोड़ मचाओ एक बार देखो तोड़फोड़ मचा के देखो देखो आनंद की अनुभूति होती है क्या देखो रे बालक यहां पर मैंने क्या बोला कि भैया ऑक्सीजन लगा है ऑक्सीजन अपनी ऊपर नेगेटिव चार्ज लेगा तो पाई बॉन्ड का इलेक्ट्रॉन इसका मतलब यहां मैं अगर शिफ्ट कर दूं तो यहां पर क्या आएगा जी प्लस आ जाएगा बोलो बाकी के बना दो डबल डबल डबल अब बताओ ये ये दोनों आपस में क्या है जी यह दोनों आपस में बराबर ही बात है हमने इलेक्ट्रॉन को इधर शिफ्ट किया था अब बात ये क्या ये टूटेगा तो पता चला रे ये तो एरोमेटिक है जी ये एरोमेटिक है अच्छा अब मैं इन दोनों में पहले कंपेयर कर करना चाहता हूं ये एरोमेटिक बन गया ये भी एरोमेटिक बन गया सवाल ये है कि ये पाई बॉन्ड कितने देर तक टूटा रहेगा ज्यादा देर तक कौन टूटा रहेगा तो आप कहेंगे ये वाला पता है क्यों क्योंकि यहां पर सिक्स पाई इलेक्ट्रॉन हैं तो यहां पर खूब सारे रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनेंगे अगर आप इतने पार्ट का बनाएंगे तो हर कार्बन पर प्लस जाएगा घुमा घुमा के चेक करना सात रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स बनते हैं सिर्फ इतने के क्योंकि इसमें सात कार्बन इवॉल्व हैं और हर कार्बन पर प्लस एक-एक करके जाता रहता है तो सात यहां पे क्या होंगे रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स होंगे इसका मतलब ये प्लस बिजी रहेगा रेजोनेंस में इसका वाला थोड़े टाइम के लिए बिजी है केवल एक बार रेजोनेंस करने के लिए फ्री था लेकिन इनका वाला प्लस तो सातों कार्बन पे घूमने में वक्त गवा देगा तो भैया जी लौट कर अपनी जगह पर नहीं आएगा तो ये डबल बॉन्ड कैरेक्टर इजली नहीं बनेगा यहां डबल बॉन्ड कैरेक्टर इजली बन जाएगा क्योंकि एक बार रेजोनेंस हुआ दोबारा प्लस वही आ जाएगा फिर से डबल हो जाएगा लेकिन यहां दोबारा डबल होने का चांस घट गया अगर कोई पूछ ले घूमता टहल फिरता कि भैया ये ऑक्सीजन और यह कार्बन ये ऑक्सीजन और यह कार्बन की जो डबल बॉन्ड दिख रही है इसके बॉन्ड लेंथ का कंपैरिजन करना चाहता हूं ये लेंथ l1 है ये लेंथ l2 है बता दीजिए l1 बड़ा या l2 कोई कहे कि बता दो भैया l1 बड़ा या l2 अरे गधों बताओ रे l1 बड़ा है l2 तो आप कहोगे कि भाई यहां रेजोनेंस ज्यादा देर तक चलेगा ही नहीं ये देखो इसके बाद खत्म यहां तो सात रेजोनेंट में घूमता ही रहा प्लस प्लस घूमता रहा लंबे टाइम के बाद लौटेगा तब तक ये सिंगल रह गया बेचारा अगर सिंगल रह गया तो लंबे बॉन्ड लेंथ में ए2 आएगा विद रिस्पेक्ट टू ए1 अरे बोलो रे भैया अब जिसकी लेंथ बढ़ी उसका डापोर मोमेंट बढ़ा क्या रे डाई पोल मोमेंट डापोर मोमेंट म इ टू चार्ज इन ट लेंथ ये होता है तो लेंथ यहां बड़ा दिखेगा और चार्ज भी एक्चुअली यहीं ज्यादा है क्योंकि चार्ज घूम फिर के फिर से वहीं से आ रहा है मतलब वो तुरंत न्यूट्रलाइज नहीं हो रहा है ज्यादा देर तक चार्जड स्पीशीज ये है ये भैया थोड़ी देर बाद ऐसा बन जाएंगे लेकिन ये थोड़ी देर बाद ऐसा नहीं बन सकते क्योंकि इनका प्लस घूम रहा है घूम रहा है हर कार्बन पे लौट ही नहीं रहा है तो इसका मतलब बहुत टाइम तक ये चार्जड रहेंगे तो डापोर मोमेंट के मामले में फर्स्ट और सेकंड में कौन है रे ऊपर फर्स्ट और सेकंड में सेकंड का डापोर मूमेंट ज्यादा विद रिस्पेक्ट टू फर्स्ट वाले के चलो ज्ञान दो भैया अपना अपना अपना अपना ज्ञान दो क्या दर्द क्या परेशानी क्या समस्या आई है किसी को मुझे नहीं लगता आप कभी फसगा इसमें अब एक बात बताओ क्या ये डबल बॉन्ड टूटना चाहेगा अरे माना कि टूट गया अगर कॉसी एरोमेटिक सिटी वाले कांसेप्ट से देखें तो चलो माना टूट गया माना टूट गया अगर तोड़ा तो ऑक्सीजन को तो नेगेटिव देंगे यहां पर प्लस क्या ऐसा बनना चाहेगा अरे नहीं बनना चाहेगा जी क्योंकि जब बनेगा तो यह कौन हो गया एंटी एरोमेटिक और एंटी एरोमेटिक तो भैया रूम टेंपरेचर पर स्टेबल नहीं है एजिस्ट नहीं करते रहते ही नहीं है तो यह भैया अपने आप को एंटी एरोमेटिक नहीं बनाना चाहेगा वो कहे भैया हम तुम जा बर्बाद हो जाएगा हम तो भैया ऐसे रहेंगे भैया अरे समझे ये कभी इसमें कन्वर्ट नहीं होंगे जी यह खुद ही खुद प्रसन्न कर रहा दे भाई तेरे में जाक हमको घाटा है रे हां इनमें तो ये लोग इसलिए कन्वर्ट हो रहे हैं कि फायदा मिल रहा है एरोमेटिक एरोमेटिक ये एंटी एरोमेटिक बेचारे कभी एजिस्ट नहीं कर पाते अब ये देखो रे यहां पर क्या गेम है यहां पर दोनों रिंग के बीच में जो पाई बॉन्ड है हमें बस इतना देखना होता है कि ये पाई बॉन्ड के दोनों इलेक्ट्रॉन को हम किस रिंग की तरफ शिफ्ट करें इधर या इधर चलो अगर ये दोनों इलेक्ट्रॉन में फाइव मेंबर्ड रिंग की तरफ शिफ्ट कर देता फाइव मेंबर रिंग की तरफ शिफ्ट कर देता तो क्या प्रॉफिट है वो देखते हैं देखना भाई थोड़ा सा गंदा है देखो भाई यहां प ऐसा बना दें क्या ओके यहां पे थोड़ा छोटा बनाने के चक्कर में गड़बड़ कर दिया यहां पर नेगेटिव यहां पर पॉजिटिव अब एक चीज बताओ यह वाला पार्ट तो सुना होगा कि एरोमेटिक है यह वाला भी पार्ट तुम जानते हो एरोमेटिक है इसका मतलब ये इसमें ड़ना आराम से चाहेगा तो ये कंपाउंड एरोमेटिक हो जाएगा क्योंकि दोनों ही क्या हो गए एरोमेटिक एरोमेटिक हो जाएंगे समझे क्या समझे क्या ये इजली बनना चाहेंगे ये इजली ये बन जाएंगे लेकिन ये इजली नहीं बन पाएंगे क्योंकि दोनों तरफ से थ्री मेंबर्ड कर दिया तो एक तो कहीं तो कहीं तो क्या आ जाएगा जी यह देखो डबल डबल एक पर नेगेटिव एक पर प्लस इसमें से एक तो एरोमेटिक होगा लेकिन एक एंटी एरोमेटिक होगा तो एंटी एरोमेटिक तो नहीं बनाना चाहोगे ना तुम तो यह कंपाउंड इजली इसमें कन्वर्ट नहीं होगा बट यह आसानी से इसमें तोड़ के बनाया जा सकता है एरोमेटिक बताया जा सकता है अब जैसा भी क्वेश्चन आए उसका देख सकते हैं क्वेश्चन पढ़िए क्वेश्चन पढ़िए क्या लिखा है लिखा है ट्रोपोलोन पहले ट्रोपोलोन का स्ट्रक्चर जान लो एक्चुअली ना ट्रोपोलोन जो है जब आप में बल्कि वो तो एडवांस में पूछा गया है ना नहीं मेंस का है यह मेंस का क्वेश्चन है बाप रे एक्चुअली क्या था यह ट्रोपोलोन हम पढ़ते थे अब शायद इस नाम से तो नहीं आएगा लेकिन यह बना के जरूर पूछ सकता है क्वेश्चन पेपर में य बना के जरूर पूछ सकता है भैया यह कह देगा देखो ट्रोपोलोन तो छोड़ो वो कहेगा देखो ऐसा एक स्ट्रक्चर है बताओ ये एरोमेटिक है कि नहीं वो बस इतना पूछेगा ट्रोपोलोन ऐसा दिखता है मैंने तुम्हें बता दिया अब बताओ कि ये एरोमेटिक है कि नहीं अरे बोलो बात समझ में आई क्या हम ये कह रहा है एरोमेटिक कंपाउंड है एंड हैज 8 पाई इलेक्ट्रॉन वो ये नहीं कह रहा तुमसे कि रिंग के अंदर आठ वो टोटल मॉलिक्यूल में कह रहा आठ पाई इलेक्ट्रॉन है क्या हां आठ पाई इलेक्ट्रॉन पूरे मॉलिक्यूल में देखो एक पाई बॉन्ड यहां है दोती च चार पाई बॉन्ड्स हैं इसलिए आठ पाई इलेक्ट्रॉन है यह बात सच साबित होती है एरोमेटिक कैसे है वो देखना चाहिए तो इसको थोड़ा ओपन करेंगे कैसा लिखेंगे भैया यहां वाला पाई हटाएंगे ठीक है यहां वाला पाई हटाएंगे यहां नेगेटिव और यहां प्लस ठीक देखो यह पार्ट एरोमेटिक है यह पूरा का पूरा पार्ट एरोमेटिक है और ये नेगेटिव रहेगा इतना तक समझ में आया तो इसका मतलब ये सही लेकिन देखो पाई इलेक्ट्रॉन ऑफ सीओ ग्रुप इन ट्रोपोलोन इज इ इन एरोमेटिक नहीं भाई ये कहां से एरोमेटिक सिटी में इवॉल्व है ये नहीं इवॉल्व है भाई इसका मतलब बी ऑप्शन इज करेक्ट आई होप आप सभी को यह जवाब मिल चुका होगा ठीक है ओके अगली बात क्या है यह क्वेश्चन सॉल्व करिए चलिए चलिए चलिए पूछा है वहि ऑफ द फॉलोइंग मॉलिक्यूल इन प्योर फॉर्म इज स्लश आर अनस्टेबल एट रूम टेंपरेचर रूम टेंपरेचर पर कौन अनस्टेबल होता है जान लो नॉन एरोमेटिक तो स्टेबल होता है लेकिन ए एंटी एरोमेटिक इकलौता ऐसा है जो बर्बाद शक्स है कौन एंटी एरोमेटिक तो एंटी एरोमेटिक इनमें से कौन है वो चेक कर लो एंटी एरोमेटिक ये निकल के आएगा एंटी एरोमेटिक ये निकल के आएगा जो सरवाइव नहीं कर पाते ये तो एरोमेटिक बन जाएगा ये नॉन एरोमेटिक तो नॉन एरोमेटिक तभी एजिस्ट करता है बस एंटी नहीं करते बस एंटी एरोमेटिक नहीं करते तो जवाब के तौर पर बी और सी सही है यह तो एरोमेटिक है बी और सही बी और सी दोनों ऑप्शन सही है यहां पर ठीक है इ स्ल आ था ठीक आइए कोई ये कह रहा है गधा आदमी जब बता रहा हूं कि नॉन एरोमेटिक एजिस्ट करते हैं रूम टेंपरेचर पे ठीक है आइए अगला सवाल लगाते हैं ये क्या है व्हिच ऑफ द फॉलोइंग कंपाउंड द वन व्हिच सोज हाईएस्ट डापोर मोमेंट बताइए इनमें से हाईएस्ट डापोर मोमेंट की पॉसिबिलिटी कहां है वही होगी याद करो जहां पे पाई बॉन्ड इजली तोड़कर बनाए जा सकते थे यहां पर तो वो बन नहीं सकता यहां पर तो है ही नहीं यही दिख रहा है हमें अभी पढ़ाया मैंने इसको अगर हम पाई के इलेक्ट्रॉन को उठा कर के फाइव मेंबर डरिंग की तरफ शिफ्ट कर दें तो ये भी एरोमेटिक हो जाएगा और ये भी एरोमेटिक इसीलिए ए वाले के अंदर हाईएस्ट डापोर मोमेंट दिख रहा होगा हाईएस्ट डापोर मोमेंट का मतलब क्या होता है यहां पर पहली बात तो चार्ज फॉर्म में बनना चाहिए आयनिक फॉर्म में बनना चाहिए तभी तो डापोर मोमेंट आएगा पहली चीज तो यही है ठीक है चार्ज आएगा कब जब इस तरीके से आप बनाएंगे ठीक है आइए अगला देखते हैं अगली चीज है एनलीन एनलीन में बहुत नहीं पढ़ना बेसिक चीजें सीखनी होती है मोनोसाइक्लिक रिंग विद अल्टरनेट डबल सिंगल बॉन्ड को हम एनलीन कहते हैं जैसे ये देखिए ये भी एक एनलीन है क्योंकि है क्या एक ही रिंग में डबल सिंगल डबल ठीक है बेंजीन भी डबल सिंगल डबल ये भी एनलीन का ही पार्ट है बेंजीन ठीक इसको और बड़ा करिए तो ये तो ये कौन है भैया एंटी एरोमेटिक लिखते चलिए ये एंटी एरोमेटिक है ये भाई साहब तो एरोमेटिक है ये भाई साहब क्या है कट तो नॉन एरोमेटिक है कट वाले भाई साहब नॉन एरोमेटिक हैं ये इंपॉर्टेंट है भैया ये तुम्हें गलत शायद आप कर जाओ यहां बताओगे आप एरोमेटिक लेकिन सीखो एक चीज देखो जब आप ऐसे बनाते हो ना डबल बॉन्ड तो एक लाइन इधर है तो एक क्या होगा इधर यहां होगा क्या जो नहीं बनाया गया दैट इज हाइड्रोजन यहां पर सिमिलरली यहां पर क्या होगा यहां भी हाइड्रोजन अब होता क्या है ये दोनों हाइड्रोजन इतने बड़े-बड़े साइज में हैं कि ये आपस में ही टकराने लग जाते हैं जब आपस में टकराने लग जाते हैं तो होता क्या है एक रिंग दूसरी रिंग से टेढ़ी हो जाती है सुनना सुनना ध्यान से यहां पे सुनना ध्यान से पहले दोनों ऐसे थे सामने सामने ये वाले एक ने दूसरे को क्या किया एक ने दूसरे को रिपेल किया तो इसके चक्कर में एक ने क्या किया देखो पहले ऐसे थे एक ले प्लेन छोड़ के दूसरी तरफ ले लिया पहले क्या थे दोनों हमें लगता था कि प्लेनर हैं लेकिन हाइड्रोजन के रिपल्शन की वजह से एक तो ऐसे रहेगा लेकिन दूसरा वाला अपने प्लेन को चेंज कर लेगा जब प्लेन चेंज कर लेगा तो पाई के इलेक्ट्रॉन पूरी तरह से नहीं रेजोनेंस कर पाएंगे क्योंकि जब तक प्लेनर नहीं तब तक रेजोनेंस नहीं इसलिए ये भाई साहब अब क्या हो जाएंगे नॉन एरोमेटिक क्योंकि नॉन प्लेनर हो जाएंगे ये नॉन प्लेनर हो गए ड्यू टू द स्टेरिक ड्रेंस ऑफ दीज टू हाइड्रोजन स्टेरिक ड्रेंस का मतलब भीड़ इनके भीड़ में रिपल्शन की वजह से ये नॉन प्लेनर हो गए तो इसलिए नॉन एरोमेटिक हो जाएंगे क्या हो जाएंगे नॉन एरोमेटिक हो जाएंगे कितनों को समझ में आया है ज ए स्पिरेंट साहब समझ में आया क्या धन्यवाद वैसे यह बात समझ में आ गई दोनों हाइड्रोजन क्या कर रहे हैं आपस में रिपल करने की वजह से प्लेन छोड़ देंगे लेकिन एक चीज देखिए अगर मैं बुद्धि लगाकर इन दोनों हाइड्रोजन को हटाकर कोई एक्स ग्रुप लगा दूं और लगाऊं कैसे पता है इन दोनों रिंग को रहने दूं प्लेन में इनको क्या करूं उनको ऊपर कर दूं तो देखो पूरे जो डबल बॉन्ड हैं वह एक रिंग में मौजूद हैं वह तो अपना रेजोनेंस करते रहे अच्छे से करंट अपनी चलाते रहे इस तरीके से है ना लेकिन x क्या करेगा ऐसे ऊपर की तरफ उठा होगा और हमने x क्या लिया ch2 ले लो ए ले लो ऑक्सीजन ले लो सल्फर ले लो कुछ भी ले लोगे तो होगा क्या वह डिस्टर्ब नहीं करेगा अब यह डिस्टर्ब नहीं करेगा हाइड्रोजन की तरह तो अब यह जो है वह प्लेनर होगा बाकी इसमें देखो 2 2 4 2 6 2 8 दो 10 यहां पे 10 पाई इलेक्ट्रॉन है प्लेनर है तो ये एरोमेटिक है सिंपल बात एक लाइन में निपटा रहा हूं ये एरोमेटिक है कहानी खत्म हो चुकी ये एरोमेटिक है भाई बहुत आसान बात है भाई आ गया समझ में आइए अगला देखते हैं ज एडवांस 2017 का क्वेश्चन है कि इनमें से कौन सा है जो एरोमेटिक है तो भैया जी ये पहला वाला तो हमें समझ में आ गया कि ये तो नॉन एरोमेटिक है ये भाई साहब एंटी एरोमेटिक है देखते चलो मेरे साथ ये भाई साहब एरोमेटिक है ये भाई साहब नॉन एरोमेटिक है क्योंकि sp3 हाइब्रिड हाइब्रिडाइज्ड यहां पे कार्बन है ये ट्रोपिलियम तो भैया एरोमेटिक है अच्छा ये क्या चार पाई इलेक्ट्रॉन एंटी एरोमेटिक है ये भैया छ पाई इलेक्ट्रॉन एरोमेटिक है ये देखिए यहां पर तो sp3 हाइब्रिड कार्बन से दो इसका मतलब ये नॉन एरोमेटिक है यहां पर आप क्या बोलेंगे ये सारे एरोमेटिक है क्योंकि रिंग में चले जाएंगे तो ये क्या है एरो टिक है तो आप इनको गिन लीजिए इतना जवाब आपको शायद देना आता होगा है ना गिनती आती है क्या एक दो तीन च ठीक है अरे बोलो रे देख के भी नहीं बता पाते क्या तुम लोग बोलो बोलो बोलो आइए अगला देखते हैं यह छोड़ो फिलहाल ये देखो यहां पे हमेशा क्या करना है देखना ध्यान से ऐसे क्वेश्चन को एक बार देख लीजिए होता क्या है हम अगर इसको गिने ना तो ये दो पाई इलेक्ट्रॉन भी गिन बैठेंगे इसलिए इसको मैं पहले बताना चाहता हूं यहां पे देखो रेजोनेंस कैसे चलता है ये यहां पूरी तरह से जो रेजोनेंस है सिर्फ और सिर्फ आपको यहां पे क्या लेना पेरिफेरी पर लेना किनारे किनारे लेना है और अगर वो किनारे किनारे सारे इलेक्ट्रॉन गिन कर के एरोमेटिक दिख जाए तो कहना एरोमेटिक है गिनो एक दो 3 4 5 6 7 सात मतलब हो गया जी 14 पाई इलेक्ट्रॉन यस बॉस ये एरोमेटिक है बीच वाला एरोमेटिक सिटी में इवॉल्व नहीं होता जो करंट है वो सिर्फ बॉडी मतलब इसके सरफेस में ऐसे घूमती रहेगी ये इवॉल्व नहीं होगा एरोमेटिक सिटी को डिस्टर्ब करने के लिए ये इवॉल्व नहीं होगा वो क्या होगा एल्कीन की तरह यहां बैठा रहेगा क्याक क्या एल्कीन की तरह यहां बैठा रहेगा इसको कोई डिस्टरबेंस महसूस नहीं हो रही है जनाब और इसका फायदा देखो एक क्वेश्चन बन सकता है जे एडवांस में इसलिए बता रहा हूं अगर मैं इसकी रिएक्शन h2 विद पैलेडियम के साथ करा दूं तो पता है क्या होता है यहां पर हाइड्रोजन यहां पर हाइड्रोजन ये लग जाते हैं अभी भी ये एरोमेटिक है क्योंकि हमें तो किनारे-किनारे के इलेक्ट्रॉन देखने थे तो पहले भी एरोमेटिक था अभी भी एरोमेटिक है तो अगर कोई पूछ ले बल्कि ज एडवांस ही पूछेगा क्योंकि इतनी हिम्मत ताकत उसके अंदर ही है वो कहे कि भैया ये भी एरोमेटिक था तो ये भी एरोमेटिक है क्या ये ऐसे नहीं पूछेगा क्वेश्चन ये नहीं होगा क्वेश्चन ये होगा उसका कि अगर मैं ये कहूं इससे ये बनता है तो बताइए कि ये वाला डबल बॉन्ड कैसा बिहेवियर शो कर रहा है क्या वो एरोमेटिक का पार्ट है जवाब है नहीं अगर एरोमेटिक का पार्ट होता तो ये h2 विथ पैलेडियम सिर्फ यही क्यों ऐड करता है ना जी एरोमेटिक का पार्ट सिर्फ ये किनारे वाले पाई इलेक्ट्रॉन होते हैं इसलिए हमने ऐसा बनाया हुआ है ठीक है आइए देखते हैं एजुन की बात करें एजुन एक कंपाउंड है अगर आप देखना चाहे तो ये एजुन है देखना यह कंपाउंड एजुन जिसमें ये देखोगे तो सेवन मेंबर डरिंग है देखो एक दो तीन चार पाच 6 सा सात इधर है सात में एक तरीके से पांच पांच मेंबर ड़ रहे हो लेकिन कार्बन देखो तो कितने हैं टोटल सात ये तीन ये तो टोटल 10 हाइड्रोजन गिनो कितने हैं यहां पर ये पढ़ा वो रहा हूं यह पढ़ा वो रहा हूं जो जेई एडवांस में आ सकते हैं क्या बात कर रहे हैं हां अभी आए नहीं है बट ये आ सकते हैं इनके आने की पॉसिबिलिटीज है ठीक है जी क्योंकि जहां से क्वेश्चन उठाते हैं वहीं से उठा के लाया हूं इनको देखिए स10 एच कितने हो जाएंगे बताओ यहां तो हाइड्रोजन आएंगे नहीं एक दोती च पा 6 सा 8 h8 स10 h8 एजुन इसको कहते हैं और जो ये एजुन है वो नेफ्थलीन का आइसोमर है नेफ्थलीन का आइसोमर का मतलब नेफ्थलीन का भी जो फार्मूला होता है इसका भी फार्मूला क्या है भैया सी गिन के बताओ स10 h8 तो दोनों का मॉलिक्यूलर फार्मूला सेम है इसलिए हम कहते हैं कि जो ये एजुन है इसका नाम है एजुन एक्चुअली एजु जो होता है वो एक स्पेनिश वर्ड है और इस इस अजुल शब्द का मतलब होता है ब्लू कलर क्या स्पेनिश में अजुल का मतलब होता है ब्लू कलर और जो ये एजुन होता है वो ब्लू डार्क ब्लू कलर का सॉलिड होता है कैसा होता है सॉलिड होता है ठीक है उसी के हिसाब से इसका नाम बना दिया गया एजुन क्लियर है दोनों क्या एक दूसरे के आइसोमर है नेफ्थलीन थोड़ा समझिए कि नेफ्थलीन और ये दोनों आइसोमर है अच्छा लेकिन ये जो एजुन है वो क्रिस्टलाइन फॉर्म में पाया जाता है एंड डार्क ब्लू कलर का होता है ये क्रिस्टलाइन नहीं होता नेफ्थलीन लेकिन हमारा एजुन कैसा होता है एजुन जो होता है वो क्रिस्टलाइन है डार्क ब्लू कलर का है और इसका डापोर मूमेंट आता है सर अगर एजुन का डापोर मूमेंट आता होगा अरे नाम अरे धीरे-धीरे प्रैक्टिस से आएंगे इतना पढ़ के नहीं जाना होता एक बार हिंट के तौर प देखना है ताकि अगर पेपर में नया क्वेश्चन दिखे तो अटेंप्ट हो जाए बस इसके लिए बढ़ा रहा हूं ज्यादा ज्यादा खोपड़ी मत लगाओ जितना सिखा रहा हूं सीखो एजुन क्या है डापोर मोमेंट शो करता है सर ल मोमेंट तो तब आता है ना जब इसके अंदर प्लस और माइनस बनेगा आप तो प्लस और माइनस भी नहीं बना रहे प्लस और माइनस भी नहीं बना रहे तो भैया पहले इसको नोट कर लो नोट हो गया क्या देखो तुम्हारी खोपड़ी में नोट हुआ कि नहीं मुझे ऐसा लगता है नोट हो जाना चाहिए ठीक है हो गया अब देखो मैं क्या करने वाला हूं अब इसके साथ में थोड़ा सा खेल करूंगा ताकि ये प्लस माइनस दिखे देखना ध्यान से मैं क्या करूंगा कि भैया ये जो ये है यहां पर मैं लगा दूंगा कि ये माइनस है और ये प्लस किसी भी पाई बॉन्ड को प्लस माइनस तो लिख ही सकते हैं ना जी क्योंकि वही इलेक्ट्रॉन यहां ला दोगे तो पाई बंड बन जाएगा ओके अब देखिए यहां पर ध्यान से ये इलेक्ट्रॉन मैं यहां लेके आऊंगा यह पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन मैं यहां लेकर के आऊंगा ये पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन मैं यहां लेकर के आऊंगा ब्रह्म सूत्र सिखा रहा हूं भैया जी अमृत अगर चाहिए तो सीखना पड़ेगा सिंपल बात है ज्यादा बकवास कर नहीं सकते इस ठीक है जी देखो पहले यह वाला पोर्शन बनाते हैं य यहां पर क्या आ गया पाई बॉन्ड ये देखो नालायक प्राणी हो यहां पर पाई बंड ये वाला पाई बॉन्ड यहां आ जाएगा ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठ कर के यहां आ जाए दिखे क्या अरे दिखे क्या इधर वाले अरे हां सर दिखे दिखे सर चिल्लाए मत एक दो तीन चार पा पांच के बाद एक कर दीजिए छ और छह के बाद यह देखिए देखो रे बालक एकदम शुद्ध रूप से दिखाऊंगा कभी नहीं भूलोगे सुनना पड़ता है उसके लिए ठीक है देखो ये वाली बात तो निपट गई लेकिन एक बात बताओ यहां देखो डबल बॉन्ड के बगल में सिंगल के बाद डबल डबल सिंगल डबल ये यहां बना दिया ये वाला यहां और प्लस कहां आया ये वाले कार्बन प अरे गधु ए गधु सेवन मेंबर्ड में एक प्लस एरोमेटिक फाइव मेंब में एक नेगेटिव एरोमेटिक दोनों तरफ से ये एरोमेटिक एरोमेटिक इसीलिए ये भाई साहब जो पहले हमें नॉन पोलर लगते थे वो नॉन पोलर नहीं बल्कि वो पोलर मॉलिक्यूल है क्योंकि ये कंपलीटली एरोमेटिक है क्या है रे क्या है रे बाबा ये कंप्लीट एरोमेटिक है और यहां पर चार्जेज है ज्यादा इसलिए यहां पर डापोर मोमेंट की वैल्यू भी है ज्यादा अरे चार्जेज है ज्यादा तो डापोर मोमेंट भी दिख रहा है हमको रट्टेड इनको हमको जानना है कि भैया एजुन जो होता है नेप्थलीन की तरह नॉन पोलर नहीं है ये कंपलीटली नॉन पोलर है बट ये भाई साहब पोलर है क्योंकि प्लस माइनस घुमाते रहते हैं और जब पेपर में आएगा ना तो धन्यवाद लिख के जाना नालायक ऐसा ना हो कि नालायक जिंदाबाद रखो तुम अपने अंदर समझा रे हां ये पेपर में आएगा तीन क्वेश्चन बताया है कुछ भी पूछ सकता है क्योंकि जहां से क्वेश्चन ये छापते हैं वहीं से हम पढ़ के पढ़ाते हैं जी है ना पढ़ के पढ़ाते क्या ग्रेजुएशन में ही इसको निपटा दिए थे तो ये अगला पूछेंगे ये ठीक है अब बात आती है क्रिस्टलाइन क्यों है अक्सर क्या होता है जो आयनिक कंपाउंड्स होते हैं वो क्रिस्टलाइन बिहेवियर दिखाते हैं ठीक है ओके शायद समझ में आ गया होगा बुद्धि खुल गई होगी काम बन गया होगा आइए ये क्वेश्चन आपके जेई 2005 का है सिंपली 1 मिनट में निपटा देंगे ज्यादा कुछ नहीं है वो कह रहे हैं कि इस ऑब्जर्वेशन को देखो और एक्सप्लेन करो कि यही क्यों बनता है ये क्यों नहीं बनता है तो अंतर देखो जब हमने 3 मोल h2 लिए तो या तो ये 3 मोल h2 क्या करती इस बेंजीन रिंग को आराम से क्या कर दे बेंजीन रिंग को क्या कर देते भैया हाइड्रोजन एट कर देते पाई बॉन्ड को हटा के हाइड्रोजन हाइड्रोजन लगा देते या वो क्या कर सकते थे ये जो अंदर वाला बेंजीन है उस अंदर वाले बेंजीन को क्या कर देते खाली कर देते हाइड्रोजन लगा देते प्रश्न ये था ये तो बन गया ये तो बना ही नहीं ये बनता ही नहीं यही क्यों बनता है उसका जवाब था अरे सुनो खोपड़ी है तो काम सुनना भैया यहां पे कहोगे कि ये यह देखो ये अंदर वाला बेंजीन इसलिए गायब हो गया क्योंकि देखने में ये कैसा लग रहा है एंटी रोमेट अगर एंटी एरोमेटिक है तो इसका पाई बॉन्ड कहेगा हे हाइड्रोजन तुम मुझसे जुड़ जाओ मैं जल्दी से अपने इस पाई बॉन्ड को तोड़ना चाहता हूं क्योंकि मॉलिक्यूल में एंटी एरोमेटिक जैसा बिहेवियर दिख रहा है इतने पार्ट को देखो तो एंटी एरोमेटिक ऐसा ही पार्ट हर जगह दिखेगा देखो देखो देखो कहां है देखो ये देखो एक एंटी एरोमेटिक यहां दिख रहा है एक एंटी एरोमेटिक यहां दिख रहा है एक एंटी एरोमेटिक यहां दिख रहा है इसलिए अब एंटी एरोमेटिक रहना नहीं चाहते थे भले वो ब बजीन के पार्ट थे लेकिन यार वो एंटी एरोमेटिक कहां से बन रहे थे तो उन्होने कहा भैया एक काम करो तुम तो बेंजीन स्टेबल हो तुम तो स्टेबल हो तुम्हें तो हटाने का कोई मकसद नहीं है यहां के हाइड्रोजन को हटाना पाप था नहीं हटाना चाहिए था ये बेंजीन कंपलीटली स्टेबल था लेकिन अंदर वाले बेंजीन के जो तीनों पाई बॉन्ड थे देखो ये एंटी एरोमेटिक एंटी एरोमेटिक एंटी एरोमेटिक पार्ट का हिस्स मतलब एंटी एरोमेटिक का हिस्सा बन गए इसलिए यहां के पाई बॉन्ड हटाए गए और इस पर हाइड्रोजन लगाए गए सिंपल क्वेश्चन देके पूछ रहा है देखो ये एंटी एरोमेटिक अरे भूल गए क्या ओ गधु यही तो एंटी एरोमेटिक है ये छोटी सी माचिस की डिबिया यही तो एंटी एरोमेटिक है देखो ये एंटी एरोमेटिक बिहेवियर दे रही है इधर भी इधर भी तो इसलिए अगर ये पाई बॉन्ड मैं हटा दूं तो कम से कम किनारे किनारे बेंजीन बेंजीन बचेंगे और यहां पर सारे हाइड्रो सारे डबल बंड हट जाएंगे इसलिए ऐसा लगा है आइए अगला देखते हैं आइए अगला देखते भैया क्या लिखा है जेई मेंस 2019 का क्वेश्चन है पढ़िए व्हिच ऑफ द फॉलोइंग कंपाउंड्स विल प्रोड्यूस प्रेसिपिटेटर आप जानते हैं कि एक्वसस है पानी के अंदर ना कोई भी नाइट्रेट डाल लो आज से एक ब्रह्मसूत्र सुन लो किसी का भी नाइट्रेट हो सोडियम का कैल्शियम का जी का पानी के अंदर गए गए नहीं कि कंप्लीट टूट गए जी वो क्या बन जाएंगे + और no3 - ये पानी में पूरी तरह से बनाते हैं और जो ए प्लस होता है अगर कहीं उसको भूले भटके ब मिल गया सी मिल गया तो उसको प्रेसिपिटेटर देते हैं एी बीआर का येलो कलर का प्रस पटेट मिलता है बस देखो इनमें से कौन ऐसा है कि जो अपने आप ब्रोमाइड आयन के रूप में निछावर करना चाहता है अरे इनमें से कौन ऐसा है तो आप कहेंगे सर बी को देखो यह कार्बन और ये ब्रोमीन में जो दोनों इलेक्ट्रॉन है अगर ये उठाकर ब्रोमीन ले जाए तो क्या बनेगा अरे बोलो रे भैया क्या बनेगा आप कहेंगे यहां पर प्लस बनेगा और साथ में ब्रोमाइड आयन बनेगा क्या यह बनना फेवरेबल है क्यों बनना चाहेगा यह तो आप कहेंगे यह जो पार्ट बना ट इ एरोमेटिक अगर यह एरोमेटिक कटाय बनेगा तो यह बनना चाहेगा क्योंकि ये स्टेबल होते हैं एरोमेटिक वाले तो ब्रोमाइड खाली था जी प्लस सॉल्यूशन में मिलके प्रेसिपिटेशन मींस दैट बी ऑप्शन इज करेक्ट क्या होगा बी ऑप्शन इज करेक्ट आई होप समझ में आया अगला देखिए रिएक्शन इंटरमीडिएट यहां से ज्यादा वक्त नहीं लगेगा यहां के बाद ही मैं ये कह सकता हूं कि टाइम कम लगता है है ना अभी तो देखो टाइम अभी है अभी 10 बज रहा है शायद ना तो अभी तो लगेगा तीन घंटे का खेल तो है तीन पार्ट है देखो रिएक्शन इंटरमीडिएट एक पार्ट है है इसके बाद ज्यादा टाइम बेसिक में लगेगा फिर एसिडिक आधे घंटे का टोटो मर्जन तो 152 मिनट का तो ये है गेम देख लो थ अरे यार तुम लोग ये कह रहा है सर एक्स नहीं दिया था एक्स क्या होता है नहीं दिया कोई बात नहीं दिया है तो भी ठीक है नहीं दिया तब भी ठीक है येय कोई बड़ी बात नहीं है है आइए रिएक्शन इंटरमीडिएट की अगर मैं बात करूं अभी नहीं दूंगा रिएक्शन इंटरमीडिएट पढ़ाने के बाद ही कोई आपको ब्रेक मिलने वाला फर्स्ट लेट मी क्लियर है ना न नाटक नौ टंकियों से काम होता नहीं है हम पढ़ नहीं पाएंगे आप ऐसे बवाल करते जाएंगे आपको पहले ही दिया था मैंने गैप 15 20 मिनट दे दिया था ठीक है आइए ठीक चीज नहीं कार्बो कटाय कार्बन एंड फ्री रेडिकल्स ठीक है ये तीन रिशन इंटरमीडिएट है कार्बन की खोपड़ी पर प्लस कार्बो कटाय कार्बन की खोपड़ी पर नेगेटिव ट इ कार्ब आयन और कार्बन की खोपड़ी पर एक इलेक्ट्रॉन देन इट इज रेडिकल क्या ऐसा ही कार्बो कटान होता और कोई कार्बो कटान नहीं अरे है ना भाई देखो कार्बन सी ट्रिपल बॉन्ड मान लो ऐसा कार्बन देख एस हाइब्रिडाइज्ड यह कार्बन कैसा होगा एस हाइब्रिडाइज्ड बोलू भाई तुम्हारा नाटक बंद हो गया हो तो मैं बोलू कार्बो कटाय देखो तीन तरीके के इस तरीके से दिखाई दे सकते हैं या तो एस हाइब्राइड या तो sp2 हाइब्राइड या तो यहां पर भी जो दिख रहे हैं वो sp2 हाइब्रिडाइज्ड यहां पर इस तरीके से एक मिनट तो बना ही रखा है एक मिनट आप यह भी बना सकते हो दोनों sp2 होगा य ए होगा ना sp2 यह है sp2 sp2 यह वाली चीज मैंने य कैसे चिपका दी भाई ओके कोई बात नहीं देखो यहां कार्बन sp2 हाइब्रिड है ये कार्बन ए हाइब्रिड हैय कैसा है ए हाइब्रिडाइज्ड ये वाला कार्बन भी ए हाइब्रिडाइज्ड है ठीक है अरे ठीक है जी हा यह वाला कार्बन का बताइए इस कार्बन प आप कहेंगे sp3 हाइब्रिडाइज्ड है ये कार्बन कैसा है sp2 हाइब्रिडाइज्ड है अब यह कैसे है यह सब बारे में शायद आपको केमिकल बॉन्डिंग में सीखनी थी नहीं सीखा है तो एक बार बताया था पीछे दोबारा बता रहा हूं इस कार्बन पर एक दोती तीन सिग्मा बॉन्ड और दो इलेक्ट्रॉन का एक पेयर मतलब स्टेरिक नंबर फोर स्टेरिक नंबर फोर के लिए sp3 हाइब्रिडाइज्ड इइ जेशन होगा ठीक है जी एक कार्बन पर एक सिग्मा इधर एक सिग्मा इधर दो सिग्मा मतलब ए एक कार्बन पर एक ही सिग्मा है लेकिन एक वेकेंट प और वेकेंट ए हाइब्रिड ऑर्बिटल होगा तो यहां इसलिए ए ध्यान रखिए ये हाइब्रिडाइज्ड आवाज आ रही है क्या आवाज आ रही है मेरी कोई गधा जो है यहां पर लिख रहा है कि नो साउंड है ना नेचर क्या होगा अरे भैया इनको इलेक्ट्रॉन की कमी है यह क्या है ये इलेक्ट्रॉन डेफिसिट स्पीशीज है ये इलेक्ट्रॉन के लिए गरीब लोग हैं इनको इलेक्ट्रॉन की जरूरत है और जो इलेक्ट्रॉन पेयर चाहते हैं मान लो अगर कोई कोई आ जाए इलेक्ट्रॉन का पेयर लेकर के इनको देने क्या ये रिसीव करेंगे अरे कहेंगे खुशी खुशी दो भाई क्योंकि मेरे पास तो सिर्फ सिक्स इलेक्ट्रॉन ही है मेरा ऑक्टेट्स आठ इलेक्ट्रॉन नहीं सिर्फ छह इलेक्ट्रॉन है क्योंकि तीन ही सिग्मा बॉन्ड है तो ऑक्टेड भरा नहीं है तो मुझे तो इलेक्ट्रॉन चाहिए इलेक्ट्रॉन क्या चाहिए भैया मुझे चाहिए ऐसे लोग जो इलेक्ट्रॉन पेयर एक्सेप्ट करते हैं उनको हम लो एसिड कहते हैं ऐसे लोग जो क्या करते हैं भैया इलेक्ट्रॉन के पेयर को एक्सेप्ट करने की टेंडेंसी रखते हैं उनको हम लुस एसिड कहते हैं तो कार्बो कटान एज लुस एसिड एक्ट करता है लेकिन यहां पर देखो इस कार्बन के पास टोटल आठ इलेक्ट्रॉन मौजूद है इलेक्ट्रॉन की कोई खास कमी है नहीं इनके पास है ना कोई कमी नहीं है पूरे भरे पड़े हैं अच्छा जी इलेक्ट्रॉन सफिशिएंट है इनके पास ये मॉलिक्यूल इलेक्ट्रॉन सफिशिएंट है लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो ये इलेक्ट्रॉन दे भी सकते हैं मतलब हुआ कि यह वह लोग हैं जो इलेक्ट्रॉन पेयर देना भी जानते हैं जी तो इनको कहते हैं कि यह लुईस बेस की तरह काम करते हैं लोएस बेस की तरह काम करते हैं और यह कौन है फ्री रेडिकल इनके साथ भी गेम क्या है इनके पास टोटल सात ही इलेक्ट्रॉन छह इलेक्ट्रॉन तो बॉन्ड में पड़े हुए हैं 1 2 3 तीन बॉन्ड में छह इलेक्ट्रॉन और एक यह वाला तो टोटल सात इलेक्ट्रॉन है लेकिन मतलब अभी भी इनको इलेक्ट्रॉन की भूख है तो यह भी इलेक्ट्रॉन डेफिसिट स्पीशीज कहलाते लेकिन ये लुस एसिड नहीं है क्योंकि लुस एसिड का मतलब होता है दो इलेक्ट्रॉन खाने वाला इनको तो सिर्फ एक इलेक्ट्रॉन चाहिए क्योंकि सात है उनको आठ होना था यहां तक की कहानी में कोई दिक्कत तो नहीं है नहीं होना चाहिए ठीक है आइए हाइब्रिडाइज्ड लगाने पड़ेंगे जो इनको इलेक्ट्रॉन दे सके इलेक्ट्रॉन चाहे सिग्मा के थ्रू दें चाहे पाई के थ्रू तो इलेक्ट्रॉन डोनेटिंग ग्रुप लगाने पड़ेंगे जो इनको इलेक्ट्रॉन डोनेट करें चाहे सिग्मा के थ्रू चाहे पाई के थ्रू बताओ कौन-कौन से लोग होंगे बोलो बोलो बोलो कौन से ऐसे लोग होंगे जो इनको इलेक्ट्रॉन देंगे तो आप कहेंगे ये लोग होंगे प्लस आ इफेक्ट शो करने वाले प्लस हाइपर कॉन्जुलेरे ये लोग क्या करेंगे ये लोग इनको इलेक्ट्रॉन देने का काम करेंगे है ना ch2 प को अगर मैंने ch2 प् इसको लिखा तो अच्छा यहां देखिए यहां पर क्या है ch2 पर नेगेटिव चार्ज अब यार एक बात बताओ यहां तो पहले से खूब सारा चार्ज है दोबारा सुन लीजिए अच्छा एक बात बताओ आपने ये कैसे मेरे कहने प मान लिया कि इलेक्ट्रॉन देने से ये स्टेबल हो जाएंगे ये क्यों मान लिया भाई बोलो बोलो बोलो ये क्यों मान लिया कि ये स्टेबल हो जाएंगे अरे सर देखो सिंपल बात है इस कार्बन पर प्लस चार्ज है कहीं भी चार्ज है उसको हमेशा कम करना होता है चार्ज कैसा पॉजिटिव अगर मैं उसमें इलेक्ट्रॉन डाल दूं तो चार्ज क्या हो जाएगा कम हो जाएगा न्यूट्रल होने की कोशिश करेगा तो ये ज्यादा स्टेबल होगा तो जो कोई इसको इलेक्ट्रॉन देगा इसका प्लस चार्ज कम करेगा इसलिए वो स्टेबल होगा तो नेगेटिव चार्ज के पास पहले से भरपूर इलेक्ट्रॉन है कोई उसका इलेक्ट्रॉन लेगा अरे बोल ना रे कोई उसका इलेक्ट्रॉन अगर लेगा तो उसको बोला जाएगा कि भैया तू उसको स्टेबलाइज कर रहा है तो इलेक्ट्रॉन विथ ड्राइंग जो ग्रुप्स होते हैं वो इलेक्ट्रॉन खींचने वाले जो हैं जैसे कि आप लिख सकते हो माइनस हाइपर कॉन्जुलेरे बल करेंगे डिस्टेबलाइज निक विदाउट आईओसी हो सकती है सिर्फ इलेक्ट्रोनेगेटिविटी एक चीज होती आनी चाहिए और वो भी मैंने शुरू में बता दिया है ठीक है आइए फ्री रेडिकल की बात बात करें तो फ्री रेडिकल भी भिखारी आदमी है भाई फ्री रेडिकल भी भिखारी आदमी है तो इसको क्या करिए अगर आप इसको इंडक्टिव से डोनेट करवाइए तब भी ठीक इसको आप क्या करिए इनकी तरह एगजैक्टली आपको कौन सा फॉलो करना है यहां पर ये वाले चीजें यहीं फॉलो कर देंगे खत्म क्योंकि इनको भी इलेक्ट्रॉन की कमी है इनको भी इलेक्ट्रॉन की कमी है तो + आ से इलेक्ट्रॉन यहां पहुंचेगा यहां से भी हाइपर कॉन्जुलेरे हाइपर कंजुल रेजोनेंस भी लिख लो यहां पर साथ में रेजोनेंस लिख दो वो क्या करते हैं रेजोनेंस क्या करेंगे यह स्टेबलाइज कर देंगे इसको ठीक बस भैया आओ अब आपको भैया जवाब बताना अब आपके भरोसे हैं बताइए वेट कर रहे हैं हम आपका काम खत्म है मेरा इतना ही थायर आपको समझाने का बात चलो चलो चलो सर आपकी एज क्या है बस ऐसे समझले शादी बभी किया नहीं है ढूंढ रहा है क्या क्या ढूंढेगा मैं नहीं ढूंढ पा रहा हूं चलिए य बतायो तुरंत अब जवाब दियो जी ओ बबुआ कहां पर रेजोनेंस हो रहा देखो ना यह रेजोनेंस है यह देखो रेजोनेंस है यही पूछा ना रेजोनेंस य रेजोनेंस नहीं हो रहा यहां पर भी रेजोनेंस नहीं हो रहा तो रेजोनेंस स्टेबलाइज सिर्फ ए और बी कहीं है क्या डी ऑप्शन करेक्ट है बताओ इतना आसान बात पूछ लिया गया यह पूछा है भैया दोबारा ऐसा सवाल आएगा ठीक है एक लिख रहा सर ये तो मोए मोए हो गया है क्या ना बेटा देखो तुम तैयारी जो कर रहे हो तुम्हें अभी ऐसा लग रहा है कि जस्ट लुकिंग लाइक अ वव सो ब्यूटीफुल सो एलिगेंट लेकिन बेटा अगर ढंग से नहीं पढ़ पाए ना तो जीवन में बस मोए मोए करते रह जाओगे फिर मोए मोए से तुमको कोई बचा नहीं पाएगा हां हम भी लास्ट में कुछ नहीं कर सकते जो कर रहे हैं वही है जो कर सकते हैं सिर्फ यही है ठीक है अरे कोनो पूछ रहा है आइसोमरिज्म कब होगा भाई आइसोमरिज्म मैंने पूरा पढ़ा दिया ठीक है जी जाओ आइसोमरिज्म पढ़ो चलो निकलो आइसोमरिज्म वाले अभी पहले ये सीख लो इसमें आइसोमरिज्म कोई जरूरत नहीं है स्टेबिलिटी ऑफ कार्बो कटाय कोई बता सकता है अरे सर सिंपल बात है ये देखिए यहां पर ch3 का प् आ लगेगा और तीन अल्फा हाइड्रोजन हाइपर कनजुस आ से इलेक्ट्रॉन सिग्मा वाला ढके लेंगे ताकि इस प्लस को इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी मिले इस प्लस को जितने इलेक्ट्रॉन मिलते जाएंगे चार्ज में उसका कम होता जाएगा यह स्टेबल होता जाएगा यहां पर नाइन अल्फा हाइड्रोजन इवॉल्व है यहां पर नाइन अल्फा हाइड्रोजन इवॉल्व है तो ये बहुत ज्यादा स्टेबल है ठीक है तो ये ज्यादा स्टेबल है विद रिस्पेक्ट टू दिस तो जो 3 डिग्री कार्बो कटयन है दिस इज मोर स्टेबल देन अगर 2 डिग्री रहा तो 2 डिग्री नहीं तो 1 डिग्री और मिथाइल कार्बो कटाय रीजन क्या है रीजन है हाइपर कंजुरिंग क्या है इंडक्टिव इफेक्ट एंड हाइपर कंजुल क्योंकि ये दोनों ही यहां पर लग रहा है ch3 में तीन अल्फा हाइड्रोजन है अच्छा अगला क्वेश्चन करके बताओ पूरा हिम्मत बटोर के लाना बहुत काम की बात है ये पेपर में बहुत पूछता है पहला वाला ये मैं क्लियर कर देता हूं पहले देखो जब यहां पे ना अल्फा हाइड्रोजन ना अल्फा हाइड्रोजन देखो यह अल्फा कार्बन यह अल्फा कार्बन यह अल्फा कार्बन तो इन पर प्रेजेंट जितने भी हाइड्रोजन है ना अल्फा हाइड्रोजन क्या करेंगे हाइपर कनजुस इंडक्टिव यह दोनों इफेक्ट मिलाकर यह दोनों इफेक्ट मिलाकर ध्यान से सुनिए दोबारा सुनिए यह दोनों इफेक्ट मिलाकर इस कार्बन के प्लस को भरपूर इलेक्ट्रॉन डेंसिटी प्रोवाइड कर देते हैं जिसकी वजह से यह 3 डिग्री कार्बो कटाय स्टेबल हो जाता है और ये इतना स्टेबल हो जाता है कि वो जो देखो यहां तो रेजोनेंस की फिनोमिना इवॉल्व है यूजुअली हम कहते हैं कि जहां रेजोनेंस इवॉल्व होगा वो वाला कार्बो कटाय ज्यादा स्टेबल होना चाहिए क्योंकि रेजोनेंस बहुत अच्छे तरीके से डोनेशन करता है यहां पर तो नॉर्मल हाइपर कंजुल है लेकिन ध्यान रखो कम हाइपर कनजुस होते इससे ज्यादा पॉसिबल नहीं तो हाईएस्ट पॉसिबल हाइपर कंजुल इंडक्टिव फेक्ट तो ये दोनों कंबाइंड होक के इस रेजोनेंस पर भारी पड़ते हैं और ज्यादा स्टेबल होता है 3 डिग्री कार्बो कटाय विद रिस्पेक्ट टू बेंजाइलिक कार्बो कटाय क्या बेंजाइलिक कार्बो कटाय बेंजाइलिक कार्बो कटाय का मतलब बेंजीन से जुड़े हुए अगले कार्बन पर प्रेजेंट प्लस अरे बोलो रे खोपड़ी हां समझे ओके अब देखो इनमें निपटा हो यहां पर अंतर क्या है ये कार्बन कैसा sp2 यहां पे देख लो अरे ये तो बड़ा आसान सा है यह गेम बड़ा आसान सा है भैया यह गेम बड़ा आसान सा है तो आप कहेंगे कि देखो यहां पर तो इलेक्ट्रॉन का समर्थन चल रहा है लेकिन यहां पर ऐसा कुछ भी नहीं है भाई ये कार्बन कैसा ए हाइब्रिडाइज्ड और ए हाइब ा के अंदर परसेंटेज करेक्टर ज्यादा है ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है जो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव वो तो प्लस बर्दाश्त ही नहीं कर सकता तो वो स्टेबल नहीं है सबसे घटिया स्टेबिलिटी में यही है तो ये ऑर्डर आएगा कंप्लीट ये ऑर्डर आएगा कम से कम ये तीन अल्फा हाइड्रोजन और इंडक्टिव के साथ इसको क्या कर रहे हैं इलेक्ट्रॉन दे रहे हैं तो ध्यान रखना कि जब कभी भी इस तरीके से आए ट्रिपल बॉन्ड पर प्रेजेंट प्लस सबसे घटिया स्टेबल है सिंगल बॉन्ड जितने भी हैं इनके थ्रू प्लस ज्यादा स्टेबल है ठीक है आइए अगला बताइए ये बताइए तुरंत सी ट्रिपल बॉन्ड n क्या करता है बताइए सी ट्रिपल बॉन्ड n माइनस माइनस ए ग्रुप से इलेक्ट्रॉन खींचेगा माइनस ए से इलेक्ट्रॉन खींचता है ये देखिए माइनस ए से इलेक्ट्रॉन खींचता है और सी ट्रिपल बॉन्ड ए कैसा काम करता है माइनस आ का भी काम करता है मतलब कुल मिला के ये भैया बेंजीन में से भरपूर इलेक्ट्रॉन खींच के नीचे ले जाएंगे तो भैया ये जो प्लस है य पर तो जो चार्ज है उसकी डेंसिटी बढ़ जाएगी ये देखो यहां पर तो चार्ज की डेंसिटी बढ़ गई भैया यहां प्लस था इसको इलेक्ट्रॉन चाहिए था तुमने इसका भी इलेक्ट्रॉन खींच के नीचे ले लिया क्या बात कर रहे हो खून चूस दिया बेचारे गरीब का तो ये क्या होगा एकदम मरियल टाइप का हो जाएगा स्टेबल र ही नहीं जाएगा सबसे कम स्टेबल यही होगा अब अगला देखिए क्लोरीन का हमने कहा था कि माइनस आ ज्यादा इंपैक्टफुल है विद रिस्पेक्ट टू उसके प्लस ए से तो ओवरऑल ये क्या करेगा बेंजीन से इलेक्ट्रॉन खींचे चेगा लेकिन थोड़ा सा खींचेगा इंडक्टिव से बहुत कम खींचता है तो ये इससे ज्यादा स्टेबल है इससे ज्यादा स्टेबल ये क्यों क्योंकि यहां तो कम से कम कोई खींचने वाला नहीं लगा यहां खींचने वाला इसको डिस्टर्ब कर रहा था यहां कोई खींचने वाला नहीं लगा अच्छा यहां पे आप क्या कहेंगे यहां है ch3 ch3 क्या करता है इंडक्टिव इफेक्ट और हाइपर कॉन्जुलेरे नीचे से ऊपर इलेक्ट्रॉन भेजा जाएगा और इस प्लस को अगर इलेक्ट्रॉन नीचे से मिलेंगे तो इसकी चार्ज डेंसिटी क्या हो जाएगी कम हो जाए नीचे से इलेक्ट्रॉन जाएंगे इस प्लस को मिलेंगे चार्ज डेंसिटी कम हो जाएगी प्लस चार्ज कम हो जाएगा लेकिन यहां देखो अरे भैया ओ स3 तो भरपूर डोनेशन देता है भरपूर डोनेशन भरपूर इलेक्ट्रॉन पहुंचा देगा तो इसका प्लस जो चार्ज है वो चार्ज डेंसिटी बहुत कम हो जाएगी और जिस मॉलिक्यूल में चार्ज की डेंसिटी सबसे कम वो सबसे ज्यादा स्टेबल होता है सिंपल मगल बेसिक बातें हैंक पेपर में पूछा जाता है किसी ने पूछा भाई cn-cs है देखो कार्बन इज लेस इलेक्ट्रोनेगेटिव y इज मोर इले सॉरी n इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव इसलिए हम कह रहे हैं कि भैया ये क्या है - m क्योंकि - m की कंडीशन को वो सेटिस्फाई कर रहा है है ट्स वई वो माइनस व है कहानी खत्म है चलो ये क्वेश्चन सॉल्व करेंगे अरे भैया अभी एक क्वेश्चन कराया तुरंत करो बिना टाइम लगाए कर सकते हो अरे सर कर देंगे देखो यहां पर तो बेंजाइल का भरपूर बेंजीन से सपोर्ट मिल रहा है ठीक है जी ये देखो इसके बाद कम से कम ये क्या कर रहे हैं ये तीन अल्फा हाइड्रोजन के थ्रू और इंडक्टिव के थ्रू इसको सपोर्ट कर रहे हैं तो ए सबसे ज्यादा फिर कौन है भैया सी ए सबसे ज्यादा फिर सी कोई है जवाब में ये लो सिर्फ एक ही जवाब है कहानी खत्म करते हैं अगर और देखना चाहे तो इसके पीछे बी और इसके पीछे डी आएगा कहानी खत्म है क्वेश्चन सॉल्व करें अब आया ना लाइन पे हम लोग हां आइए ये देखिए करेक्ट स्टेबिलिटी यहां पर देखो कार्बन पे क्या है प्लस देखो भैया बगल में ऑक्सीजन आपको पता है ये कैसा काम करेगा प्लस ए का अरे नालायक प्राणी प्लस ए का काम करेगा ये लोन पेयर यहां देगा ये फुल फुल सेटिस्फाई हो जाएंगे इनका पेट भर जाएगा अगर नहीं भर समझ में आ रहा तो मैं बना के बता दूंगा इसका रेजोनेंट यह है और यहां पर कोई भी ऐसा कार्बन नहीं जिसका पेट भरा नहीं सबका पेट भरा पड़ इसलिए सबसे ज्यादा स्टेबल वन वाला होगा अच्छा और भी है वन का दो है है ना सबसे ज्यादा स्टेबल ये फिर देखो ये भी ज्यादा स्टेबल है ये सपोर्ट लेकिन इनम इनम अंतर क्या है अच्छा इनमें में देखो दो मिथाइल ग्रुप है प्लस ए कॉमन है प्लस ए यहां कॉमन है लेकिन यहां मिथाइल ग्रुप दो है तो दो मिथाइल ग्रुप क्या करेंगे ch3 के साथ अरे बोलो रे ए बालक ch3 तो स3 क्या करेगा छह अल्फा हाइड्रोजन से सपोर्ट करेगा या सिर्फ तीन अल्फा हाइड्रोजन से सपोर्ट करेगा मतलब पहला फिर तीसरा देखो ये कहीं मैच कर रहा है गधों देखो कहीं मैच कर रहा है ओ मेरे प्रिय बालकों देखो कर रहा है अरे रे चैंपियंस कर रहा है क्या सर आपने एक लाइन में मुझे गधा भी बोला ठीक काम नहीं है सर हम आप पे भरोसा नहीं करेंगे अगली बार पे हां गधे ही नहीं करते भरोसा कभी भरोसा करते देखा किसी गधे को चलो अगला करो करो ये क्वेश्चन आए हुए हैं भैया डिक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ स्टेबिलिटी देखो ऑक्सीजन के अक्सर लोग गलती यही कर बैठते हैं ऑक्सीजन हो नाइट्रोजन हो सल्फर हो बगल में कोई प्लस मिल जाए कहो सबसे ज्यादा स्टेबल हो तुम क्या हो सबसे ज्यादा स्टेबल हो तुम उसका रीजन यह है कि भैया हम क्या बनाने वाले हैं हम इनका रेजोनेंस करवा देने वाले लोग होते हैं जी समझे यह देखो यह सबसे ज्यादा स्टेबल इसलिए क्योंकि यहां पर सबका पेट भरा है कोई भी कोई भी ऐसा नहीं है जो ज्यादा यहां पर क्या कर डार्क नाइट देखी है आई डोंट नो उसमें से बताना क्या चाहते हो पूछो वो ना बी बी बी बी अरे कुछ गड़बड़ होने वाली है स्टेबिलिटी मैं बता देता हूं डर मिले ना मिले अपने को कोई फर्क नहीं पड़ता भाई य देखो यह सबसे ज्यादा स्टेबल है बी बी सबसे ज्यादा स्टेबल है मैं यह छापने वाले भैया पर कम भरोसा करूंगा कल से डिक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ स्टेबिलिटी ए में देखो क्या है ये ड्रोजन अब इनके सारे क्वेश्चन में पढ़ूंगा मुझे लगता थाय एक्चुअली आज तक अच्छा करते थे मुझे लगा यार गलती नहीं करेंगे देखो चार अल्फा हाइड्रोजन से सपोर्ट मिल रहा है और इंडक्टिव फेक्ट के थ्रू भी सपोर्ट मिल रहा है ठीक है तो बी वाला सबसे ज्यादा है फिर ए वाला है सबसे घटिया होने वाला सी है ना तो बी सबसे ज्यादा स्टेबल है भैया यहां ऑर्डर मिले ना मिले डोंट वरी ऑर्डर मिले ना मिले डोंट वरी ठीक है एक ऐसे ये देख लो ये ऑक्सीजन क्या है - आ करेगा जब ये दूर चला गया भैया - आ हो जाएंगे ये हमेशा तो - आ ही थे ये देखो - आ से खून चूस डालेंगे इस वाले कार्बन की जहां पे प्लस है तो इसका - आ काम कर रहा है इसलिए ये डिस्टेबलाइज्ड हो जाएगा सबसे जदा स्टेबल बी फिर ये है ना बी ए इसमें से किसी का नाम बीए रख देते हैं यही यही गलत रहा होगा देखो ए लिख दिया है अरे मोरे भैया बी ए सी इनकी तीन दिन की सैलरी काट देते हैं जिसने टाइप किया उनकी तीन दिन की सैलरी गई हां जब गलत गलत छपवा जाएंगे यह बताओ जल्दी बिना टाइम लिए कौन बता सकता है सबसे ज्यादा स्टेबल बताना था तो सिंपल बुद्धि लगानी है कि देखो कहीं लीनियर कंजुल नियर बहा दो इलेक्ट्रॉन का फ्लो बहुत इजी कर दो आपस में ए भाई भाई भाई भाई इलेक्ट्रॉन का इजी फ्लो जाएगा इस कार्बन के प्लस को सपोर्ट करने मींस दैट डी ऑप्शन इज करेक्ट सही ऑप्शन हो चुका है अगली बात सीपीएम बहुत अच्छी बात देखो क्या है साइक्लो प्रोपाल मिथाइल कार्बो कटाय तो समझना साइक्लो प्रोपा इल मिथाइल कार्बो कटाय का मतलब है कि देखो भैया साइक्लो प्रोपाल तो ये होता है साइक्लो प्रोपेन ये है साइक्लो प्रोपेन पर हमने क्या कनेक्ट कर दिया कार्बन जिस पर की एक प्लस लगा दिया तो ये हो गया मिथाइल कार्बो कटाय ये है साइक्लो प्रोपाल तो साइक्लो प्रोपाल मिथाइल कार्बो कटाय ये है साइक्लो प्रोपाल मिथाइल कार्बो कटाय दोबारा सुनिए साइक्लो प्रोपाल मिथाइल कार्बो कटाय क्या होता है एक्सेप्शनली बहुत ज्यादा स्टेबल है ओ भाई साहब पता है कितनी स्टेबिलिटी रखते हैं जितना ट्रोपिलियम आयन रखता है सेवन मेंबर डरिंग जिस पर एक प्लस था एरोमेटिक करैक्टर वाला उतना स्टेबल है जिसके सेवन रिजोनेटिंग स्ट्रक्चर होते थे ट्रोपिलियम के उतना ये स्टेबल है प्रश्न आता है क्यों स्टेबल है भाई इसके अंदर तो कुछ खास बात नहीं लग रही है मुझे तो ये नालायक आदमी लग रहा है अरे सुनने में आया था इसको कहते हैं रेजोनेंस कौन सा डांसिंग रेजोनेंस लेकिन सच बताऊं किसी भी किताब में डांसिंग रेजोनेंस लिखा ही नहीं है कोटा का बनाया हुआ बेवकूफ बनाने का एक अच्छा तरीका है डांसिंग रेजोनेंस कुछ होता ही नहीं है किसी बुक में मेंशन नहीं है जब तक कि किसी किताब को कोटा वाले टीचर्स ने ना लिख दिया हो इन रियलिटी इसको कुछ और कहते हैं बेंट ऑर्बिटल ओवरलैप कहते हैं दिस इज द रीजन फॉर दैट और वो रीजन हम सीख लेते हैं डोंट वरी देखना हमने क्या किया इसी चीज को देखो बनाया है ठीक लग रहा है क्या जी हां अब एक बात समझो ये जो कार्बन है वो कैसा sp2 हाइब्रिडाइज्ड है तो इस कार्बन पर एक प ऑर्बिटल होगा तो ये एक वेकेंट पी ऑर्बिटल है और इस वेकेंट पी ऑर्बिटल में पॉजिटिव चार्ज है वेकेंट प ऑर्बिटल में पॉजिटिव चार्ज अरे पॉजिटिव चार्ज का मतलब ही है कि ये वेकेंट है ये खाली है क्या है रे ये है यह खाली है अब देखना क्या होगा अब देखना क्या होगा यह ध्यान से सुनना होता क्या है वो पहले सीखो मेन चीज क्या है यह अगर मैं एक कार्बन की बात करूं तो इस कार्बन पर मैं मानूंगा कि भया हाइड्रोजन है है ना क्योंकि और कुछ तो है नहीं हाइड्रोजन है अब एक बात बताओ ये कार्बन है कैसा कौन सा हाइब्रिडाइज्ड है क्योंकि इस कार्बन से चार चीज जुड़ी है दो हाइड्रोजन इधर एक कार्बन इधर अच्छा अगर ये sp3 है तो हमें थीटा कितना मिलना चाहिए था 109 डिग्री 48 मिनट ना अरे नहीं भैया 28 मिनट मिलना चाहिए था 109 डिग्री 28 मिनट मिलना चाहिए था लेकिन इन रियलिटी ये ट्रायंगल का पार्ट है तो 60 ही डिग्री मतलब आपने जबरदस्ती इस दो बॉन्ड को पकड़ करके रखा हुआ है अगर यह छोड़ दो अगर यहां से और यहां से इन दोनों बॉन्ड को फ्री कर दो तो एक्चुअली वो 109 डिगी 28 मिनट पर चले जाएंगे लेकिन आपने उसको जबरदस्ती ऐसे चिपका दिया क्या किया जबरदस्ती ऐसे चिपका दिया और इस जबरदस्ती की वजह से होगा क्या इस बॉन्ड में जो इलेक्ट्रॉन होंगे इस बॉन्ड में जो इलेक्ट्रॉन होंगे इस बॉन्ड में जो इलेक्ट्रॉन होंगे और इस बॉन्ड में जो इलेक्ट्रॉन होंगे ये आपस में बॉन्ड पेयर बॉन्ड पेयर खूब रिपेल करेंगे मन लगा के रिपेल करेंगे जी एक दूसरे को और इसकी वजह से ये बॉन्ड जो सीधा होना चाहिए वो टेढ़ा ऐसे से ये वाला बॉन्ड जो सीधा होना चाहिए टेढ़ा ऐसे ये बॉन्ड जो सीधा होना चाहिए टेढ़ा ऐसे हो जाता है ड्यू टू द बॉन्ड पेयर बॉन्ड पेयर रिपल्शन अब सुनो और काम की बात एक सुनो ये जो कार्बन है मैंने कहा ये कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड है ठीक है तो कार्बन कार्बन के इस सिग्मा बॉन्ड को बनाने के लिए इस वाले कार्बन ने क्या दिया अपना sp3 हाइब्रिड ऑर्बिटल दिया ठीक है सामने से इस वाले ने क्या दिया sp3 हाइब्रिड ऑर्बिटल दिया दोनों ने ओवरलैप करके इसमें इलेक्ट्रॉन रख दिए दोनों ने ओवरलैप करके इसमें इलेक्ट्रॉन रख दिए ये सिग्मा बॉन्ड कैसे बना होगा ये भैया नंबरिंग कर देता हूं कार्बन नंबर वन टू और ये रहा थ्री तो वन और थ्री के बीच में जो आपको ये दो इलेक्ट्रॉन नजर आ रहे हैं ये कैसे आए होंगे आसपास भैया तो आप कहेंगे इधर से एक sp2 आया अरे sp3 आया इधर से एक sp3 दोनों के sp3 ने आपस में इस तरीके से गठबंधन किया इस तरीके से इधर और इधर वालों ने मिलकर गठबंधन किया इनके गठबंधन से इनके गठबंधन से क्या हुआ इनके गठबंधन से ये सिग्मा बॉन्ड्स बन गए हमें सिर्फ इन पर इन पर ध्यान देना है इनकी एक्चुअली जरूरत ही नहीं पड़ती अब सुनना हुआ क्या क्योंकि ये आपस में रिपेल कर रहे थे तो रिपल्शन की वजह से ये जो ए sp3 sp3 की ओवरलैपिंग थी वो ऐसे सीधा ना रह के ऐसे बेंट हो जाती ऐसे सीधा ना रह के बेंट हो जाती क्योंकि ये भाई साहब उसको ढकेल रहे ये भाई साहब उसको ढकेल रहे तो ये सीधा ना रह के ऐसे हो जाएगा ये भी सीधा ना रह करके ऐसे सीधा ना रह के ऐसे हो जाएगा और जब ऐसा होगा तो कमाल क्या होगा अरे ये भिखारी आदमी को क्या चाहिए भिखारी आदमी को भूख लगी इस पी ऑर्बिटल खाली वाले को भूख लगी तो उसने कहा भैया ये जो नीचे मुझे इलेक्ट्रॉन की डेंसिटीज दिखाई दे रही हैं इनके बीच में जो यहां दिख रही है इनके बीच में इनके इनसे हम ओवरलैप कर लेते हैं तो क्योंकि यह वाला इसके वाले के पैरेलल आने की कोशिश कर रहा है पहले सीधा था वैसे हुआ तो ये दोनों आपस में ओवरलैप कर रही हैं तो ऑर्बिटल बेंट हो कर के ओवरलैप करना चाह रहा है अरे क्या क्या क्या क्या ऑर्बिटल बेंट होकर के टेढ़ा हो करर के इससे ओवरलैप होना चाह रहा है तो अगर यहां प्लस है तो इलेक्ट्रॉन के साथ प्यार आएगा अगर यहां प्लस है तो यहां इलेक्ट्रॉन के साथ प्यार आएगा तो इस प्लस को भरपूर सपोर्ट ऑफ इलेक्ट्रॉन मिलता है जिसकी वजह से ये जो कार्बो कटाय है उसका पेट भर जाता है और वो बहुत स्टेबल हो जाता है क्या बहुत स्टेबल हो जाता है तो ध्यान दीजिए बेंट ऑर्बिटल ओवरलैपिंग कहते हैं इसको क्या कहते हैं इसको बेंट ऑर्बिटल ओवरलैपिंग कहते हैं कोई पूछे वाई सीपीएम इज सो मच स्टेबल द रीजन इज बेंट ऑर्बिटल ओवरलैपिंग आई होप आपको यहां तक की बात समझ में आई हो चाहे तो इसके एक रेजोनेंस की फिनोमिना बनाई जाती है उसको मैं आपके सामने बना करके प्रस्तुत कर दे रहा हूं चलिए सबसे ज्यादा क्वेश्चन आपको कार्बो कटान से मिलेंगे ध्यान रखना ठीक है यह दो इलेक्ट्रॉन है यह दोनों इलेक्ट्रॉन कहां जाएंगे जी यहां पर जब यह यहां जाएंगे तो देखिए कैसे बनाएंगे जब यह दोनों यहां जाएंगे तो कैसे बनाएंगे यह सीखना पड़ेगा भैया वक्त लगेगा दो चार सेकंड का ज्यादा नहीं देखना क्या होगा ये दोनों इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे तो अगर इलेक्ट्रॉन यहां जाएंगे तो कार्बन पर जो प्लस है वो न्यूट्रलाइज हो जाएगा कार्बन का प्लस क्या होगा न्यूट्रलाइज हो जाएगा क्योंकि ये इलेक्ट्रॉन यहां जाएंगे ऐसा होने की स्थिति में यहां पर पाई बॉन्ड बन जाएगा अच्छा और ये जो किनारे की तरफ ये कार्बन था इस पर ch2 प् आ जाएगा बोलो आएगा कि नहीं आएगा ये इलेक्ट्रॉन ऐसे शिफ्ट होगा तो ये आएंगे लेकिन अगर ये यहां बॉन्ड के जो इलेक्ट्रॉन है ये यहां शिफ्ट हो ये वाला शिफ्ट होगा तो ये मैंने बना दिया ये शिफ्ट होगा होगा तो कैसा दिखेगा वो देख लो ठीक है तो रेड वाले से रेड वाला बना रहा हूं ताकि समझ में आए यहां पर क्या आएगा यहां पर डबल बॉन्ड और यहां पर प्लस तो इससे ये इसमें कन्वर्ट होता रहता है तो ये हम कहते हैं कि ये डांसिंग रेजोनेंस चल रहा है इसकी वजह से ये बहुत ज्यादा स्टेबल होते हैं कुल मिला के एक्सेप्शनली बहुत बहुत बहुत ज्यादा स्टेबल है और इतना स्टेबल है कि वो ट्रोपिलियम कार्बो कटाय के भी आगे आता है या इक्विवेलेंट आता है दैट्ची कर भाई भाई कार्बो कटाय टाइम टेकिंग प्रोसेस है पहले बता रहा हूं टाइम लगता है इसको सिखाने में जल्दबाजी नहीं कर सकते अभी हम ठीक है डिनर ब्रेक बस मिलने वाला है इसके बाद कर देता हूं ठीक है चलो आपकी बात मानता हूं कार्बन आयन बाद में पढ़ा दूंगा ये पढ़ लो कार्बो कटान में सबसे ज्यादा स्टेबल कौन होगा तो कोई पूछे तो कहना देखो देखो देखो ये ये इलेक्ट्रॉन अगर यहां से चला तो पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन यहां आ जाएंगे पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन यहां ओ भाई साहब भरपूर सीधा-सीधा कंजुल करने लेकिन यह भाई साहब क्या करेंगे यह रेजोनेंस करेंगे तो यहां क्रॉस कॉन्जुलेरे [संगीत] ए कैसे स्टेबल हो सकता है अच्छा ए ऑप्शन ओ सॉरी मुझे लगा भैया अब पढ़ लेते हैं रिअरेंजमेंट ऑफ कार्बो कटाय अब यार कार्बो कटाय तो खत्म करेंगे कि कार्बो कटाय भी नहीं खत्म करनी है फिर तो ये खत्म नहीं होने वाला आज पूरी रात पढ़ाना पड़ जाएगा कार्बो कटाय की बात करें तो यहां पर देखो होता क्या है ये क्या है ये एक कार्बन है जहां पर आपको दिख रहा है दो अल्फा हाइड्रोजन का सपोर्ट दो अल्फा हाइड्रोजन का सपोर्ट है ना ये है कैसा ये है 1 डिग्री कार्बो कटान न डिग्री कार्बो कटाय इसको मुझे ऊपर लिखना पड़ जाएगा ठीक है अब आप ही बताओ जिसको आता है वो बताएगा कि इसका यहां पर रिअरेंजमेंट किस तरीके से होगा यहां पर क्या होगा दो अल्फा हाइड्रोजन ठीक और यह कैसा है न डिग्री कार्बो कटाय क्योंकि ये जो कार्बन इससे एक कार्बन जुड़ा है जो कार्बो कटान अब इसको स्टेबल करने के लिए कार्बन हाइड्रोजन के ये दोनों न लेकर के देखना कार्बन और हाइड्रोजन के बीच में जो दोनों इलेक्ट्रॉन है इसको लेकर के हाइड्राइड शिफ्टिंग हो जाती है क्या इसको कहते हैं वट हाइड्राइड शिफ्ट सर वट क्यों कहते हैं ये बात कभी समझ में नहीं आई है तो समझो ट का मतलब अड़ोस पड़ोसी बगल वाले तो बगल वाले पर शिफ्टिंग होती है हमेशा शिफ्टिंग इस तरीके से होती है कि बगल वाले पर जाएगा तो होगा क्या ये इलेक्ट्रॉन दोनों लेकर के इस पर शिफ्ट होंगे तो इस तरीके से यहां मिलेगा ch3 और इस कार्बन से इलेक्ट्रॉन चले गए अरे सुनना रे ध्यान से ध्यान से सुनना ये ch2 प् को तुमने h नेगेटिव दे दिया कार्बन का प्लस h नेगेटिव पाकर क्या हो जाएगा कार्बन और हाइड्रोजन के बीच में बॉन्ड बन जाएगा तो ch3 हो जाएगा और कार्बन से इलेक्ट्रॉन चले गए तो इस पर प्लस आ जाए अब यह कौन है जी ये है 2 डिग्री कार्बो कटाय ये क्या है ये है 2 डिग्री कार्बो कटाय समझ में आया क्या शायद आया होगा और डिग कार्बो कटयन में हमें दिख रहा है कि यहां पर सिक्स अल्फा हाइड्रोजन हैं और ये सिक्स अल्फा हाइड्रोजन के साथ-साथ दोनों क्या कर रहे हैं इंडक्टिव इफेक्ट लगा रहे हैं तो दिस इज मोर स्टेबल तो रिअरेंजमेंट हो क्यों रहा है ये आखिरकार प्रोसेस क्यों हो रहा है ये देखो यहां पर जितने कार्बन थे उतने कार्बन यहां भी जितने हाइड्रोजन वहां उतने हाइड्रोजन यहां कुछ बदला नहीं बदला क्या बदला है पोजीशन ऑफ हाइड्रोजन यहां से उठकर यहां क्यों गया क्योंकि वो स्टेबल चीज बनाना चाहता है क्योंकि 2 डिग्रीज मोस्ट स्टेबल और कोई चीज लेस स्टेबल से मोर स्टेबल में कन्वर्ट होना चाहती है तो 1 डिग्री कार्बो कटाय हमेशा अपने आप को 2 डिग्री कार्बो कटाय में कन्वर्ट करना चाहेगा क्योंकि उसको स्टेबिलिटी है टू गेन द स्टेबिलिटी जिसने जवाब दिया वेरी वेरी गुड बहुत अच्छी बात है है ना जी किसका नाम है जी यशवर्धन दास जी ने बोला है अच्छा यहां पर बताइए यहां पर बताइए मैं आपको ऑप्शन बता देता हूं कार्बन पर देखिए प्लस है यहां से दो हो सकती है कि देखो ओ शिफ्ट नहीं होते या तो कार्बन कार्बन का यह बॉन्ड टूटे दोनों इलेक्ट्रॉन लेकर के या तो यह इधर शिफ्ट हो जाए एक तरीका ये दूसरा तरीका है कार्बन हाइड्रोजन जो इसके पड़ोसी हैं देखो कार्बन हाइड्रोजन इजली टूट जाता है तो या तो ये लेकर के इसके ऊपर शिफ्ट हो जाए प्रश्न ये है कि आसानी से शिफ्टिंग किसकी होगी और क्यों कौन शिफ्ट होगा प्रश्न सिर्फ इतना सा पूछ रहा हूं कौन शिफ्ट हो होगा हाइड्रोजन या ये सर हमको कैसे पता तो मैं आपको बताऊं अगर मैं यहां पर नटू मिथाइल शिफ्ट मानू नटू मिथाइल शिफ्ट मिथाइल मतलब ch3 ही कह रहा हूं नटू मिथाइल शिफ्ट है ना ch3 तो देखो अगर ये शिफ्ट होगा नेगेटिव चार्ज के साथ मतलब ऐसे ch3 नेगेटिव शिफ्ट होता है है ना तो बाकी चीजें पहले बना लीजिए नहीं तो कंफ्यूजन हो जाता है ch3 कार्बन ओ कार्बन यहां प पले से क्या था हाइड्रोजन यहां पे क्या था कार्बन हाइड्रोजन ch3 ch3 क्या होगा ch3 स3 देखिए मैंने क्या किया है अगर मैं कह रहा हूं अगर मैं इसको शिफ्ट करूंगा तो ये ch3 उठ कर के यहां लग जाएगा कहां पर ये वाले पर यहां पर ch3 लग जाएगा सर कैसे लग जाएगा सुनना एक्चुअली ये कार्बन दोनों इलेक्ट्रॉन लेकर आ रहा है मतलब ch3 नेगेटिव इस कार्बन से कनेक्ट होगा तो सिंगल बॉन्ड बन जाएगा जी न्यूट्रलाइज हो कर के अच्छा लेकिन इस कार्बन पर क्या आएगा प्लस आ जाएगा अब बताइए ये ज्यादा स्टेबल सर ये तो बर्बाद कर दिया आपने क्यों क्यों बर्बाद कर दिया भैया आप कहेंगे कि देखो ऑक्सीजन जो है ना भैया ये यहां पर प्लस ए लगाएगा और प्लस एम की वजह से ये सबसे ज्यादा स्टेबल होगा जब भी किसी कार्बन के बगल में ऑक्सीजन है नाइट्रोजन है सल्फर है तो उसको बहुत समर्थन मिलता क्योंकि उसका पेट भर जाता है ये सामने वाला धर के इलेक्ट्रॉन दे देता है इसलिए यहां पर हम वन टू हाइड्राइड शिफ्ट ना करा करके मिथाइल शिफ्ट कराएंगे क्योंकि हाइड्राइड शिफ्ट कराने से उतना प्रॉफिट नहीं होता यह कराने से प्रॉफिट हुआ और होता क्या है एक्चुअली होता क्या है जब भी ऑक्सीजन बगल में होता है ना तो यहां पर बाकायदा डबल बंड बन जाएगा और वो बहुत स्टेबल हो जाएगा यह वाला बहुत स्टेबल हो जाएगा ठीक है आइए इसीलिए मैंने बोला ये चलेगा अब आते हैं लास्ट में क्या है ये जी रिंग एक्सपेंशन रिंग एक्सपेंड कैसे होती है देखना ये फोर मेंबर रिंग खुद को फाइव मेंबर बनाना चाहती है फाइव मेंबर रिंग खुद को सिक्स मेंबर बनाना चाहती है ऐसा क्यों क्योंकि सिक्स मेंबर ड्रंक ज्यादा स्टेबल होती है ठीक है जी स्टेबिलिटी के हिसाब से तो हमने कहा सिक्स इज मोर स्टेबल देन फाइव फाइव इज मोर स्टेबल देन फोर तो ये स्टेबिलिटी ऑफ रिंग है इसकी वजह से ऐसा कार्यक्रम चलाना पड़ता है देखिए कार्बन सिंपल सिखा रहा हूं एकदम सीख जाओगे यहां पर यहां गिन लेना देखो मैं कह रहा हूं ये वन है ये टू है ये थ्र होता क्या है रिंग में जो कार्बन कार्बन का बॉन्ड है उनके दोनों इलेक्ट्रॉन उठते हैं यहां पर कनेक्ट होने की कोशिश करते हैं सीख लीजिए एक बार में सीख जाएंगे ज्यादा वक्त नहीं लगाऊंगा मैं अब देख लीजिए यहां पर हो जाएगा यह आप कहेंगे देखो भैया ch2 है देखो भाई यहां कार्बन ने क्या किया दोनों इस कार्बन ने दोनों इलेक्ट्रॉन लेकर के इसको इसको कनेक्ट कर दिया दिया है देखो इसको और इसको कनेक्ट कर दिया यहां का बॉन्ड टूट गया अगर यहां का बॉन्ड टूट गया इसका मतलब इस कार्बन का इलेक्ट्रॉन तुम लेकर के चले गए यहां का इलेक्ट्रॉन लेकर के आ गए तो इस कार्बन पर क्या आएगा प्लस चार्ज आएगा देखो इस कार्बन पे प्लस चार्ज आएगा तो बनाते कैसे हैं यह जानना बड़ा जरूरी है एक बार सीखना होता है इसमें वक्त लगता नहीं है इस पर वक्त लगता नहीं है ये देखो ये वन है ये टू अभी भी ये थ्री है टू तोड़ा हमने किसके बीच में 2 3 के बीच में कनेक्ट कहां किया 1 के बीच में इसी को इज़्ज़त से लिख दो अगर इसी को इज़्ज़त से लिखोगे तो यह कुछ और नहीं फाइव मेंबर रिंग है देखो 1 2 3 4 5 पांच मेंबर्ड रिंग किसी कार्बन पर एक प्लस किसी कार्बन पर एक प्लस यह दोनों एक ही बात है तो इसको आप इस तरीके से फाइव मेंबर रिंग में कन्वर्ट करा सकते हैं आइए रिंग एक्सपेंशन का एक और एग्जांपल दैट इज़ फर अ फाइव मेंबर रिंग वाला तो आप क्या करिएगा यहां पर आप अब आपको करना है वन यहां प टू और थ्री के बीच के जो इलेक्ट्रॉन है वो उठा कर के यहां कनेक्ट कर दीजिए तो जैसे बना है पहले वह बना लीजिए देखो देखो ध्यान से भैया यह वन था यह भैया टू था ये थ तो भैया थ्री का तो कुछ बिगड़ा नहीं थ्र ने पहले भी दो बंड बनाए थे अभी बना रखे लेकिन टने तीन बॉन्ड बनाए लेकिन दो हो गया तो वहां पर प्लस आएगा प्लस आएगा इसी को थोड़ा इज्जत से लिखिए इसी को थोड़ा इज्जत से लिखिए तो ये कुछ और नहीं सिक्स मेंब रिंग है जिस पर एक प्लस आएगा देखो ये आएगा क्या ये हमने सही बनाया कुछ गड़बड़ है बस ब्रेक देने ही वाले हैं भाई साहब रिंग कंट्रक्शन शायद इसके बाद ही जवाब आपको मिल जाएगा एक मिनट हां देख लो स्टेबिलिटी ऑफ कार्बन आयन कछु झूठ नहीं बोल रहे हैं भाई एक चीज और है ठीक ये सही बना है क्या एक बार देख लो बोलो रे भाई रिंग कंट्रक्शन कहां होगा देखो भैया फोर में बड़ा अा कॉन्ट्रैक्ट क्यों करेगा उसका रीजन सीखेंगे हम है ना तो देखो ये कार्बन है ये कार्बन और नीचे वाला जो कार्बन है अब कांट्रैक्ट करना है तो कैसे करेंगे नंबरिंग कर लो सबसे आसान होता है नंबरिंग टू 3 4 1 2 3 4 तो देखो कभी भी यहां का इलेक्ट्रॉन उठा के यहां कोई फायदा तो है नहीं है ना तो हम क्या करेंगे थ हमेशा अगर सही से सीखो तो पिछले वाले में भी हमने थ से उठाया था था अबकी बार भी हम 23 से उठाएंगे तो 23 से इलेक्ट्रॉन को उठा कर के यहां दे दो देखो क्या किया यहां दे दिया तो ऐसा करने की स्थिति में वह दिखेगा कैसा यह देखो बालक रे बालक यह देखो तो हमने क्या किया इसको इससे कनेक्ट कर दिया दोबारा बनाऊंगा देखो यह वन है यह फोर था कनेक्टेड था पहले तीन से कनेक्टेड था देखो इनके बीच में रिश्ते टूट गए किसके बीच में यहां देखो टू और थ थी के बीच में रिश्ते टूट गए टू और थ्री के बीच में रिश्ते टूट गए जनाब अच्छा ऐसी स्थिति में हम इस कार्बन पर प्लस बनाएंगे है ना क्योंकि इस कार्बन ने दो बॉन्ड बनाए थे अभी एक ही रहा तो क्या हो जाएगा प्लस आ जाएगा जनाब अच्छा इसको कायदे से लिखो तो कुछ और नहीं ये साइक्लो प्रोपाल मिथाइल कार्बो कटाय है ये कुछ और नहीं साइक्लो प्रोपाल मिथाइल कार्बो कटाय है और ये तो बहुत ज्यादा स्टेबल है जी ट्रोपिलियम कार्बो कटयन से भी ज्यादा स्टेबल है जबकि ट्रोपिलियम को मैं इसलिए पॉइंट बना रहा हूं क्योंकि ट्रोपिलियम बहुत ज्यादा स्टेबल होता है जी आ ठीक है तो ध्यान रखना जैसे ट्रोपिलियम की बात करें थोड़ा हिंट दे देता हूं कितना स्टेबल होता है एक हिंट दे देता हूं देखो दिस इज़ ट्रोपिलियम कार्बो कटाय और इसी के बराबर की स्टेबिलिटी सीपीएम की होती है ठीक है यह कितना स्टेबल है देखो अगर मैं तीन बेंजीन एक कार्बन पर प्लस लगाऊं और और इस पर तीन बेंजीन कनेक्ट कर दूं कितना तीन बेंजीन एक दो और इसी तरीके से तीन अब सोच के देखो कि तीनों बेंजीन रेजोनेंस करेंगे तीनों बेंजीन रेजोनेंस करेंगे तब भी य ज्यादा स्टेबल होता है ठीक है तो बस एक गेस के लिए मैंने आपको थोड़ा सा बता दिया है यह क्वेश्चन आपको खुद करना है मिलते हैं कुछ देर बाद मिले जी 13 मिनट बाद मिलेंगे एक्ट 13 मिनट आपको मिलेंगे चलिए चलिए जाइए 13 मिनट बाद मिलते हैं ठीक है चलो इतना तो सेफ रखें मिलते हैं आप सभी को कितने बजे जी 11 बजे मिलते हैं आप सभी को 11 बजे 11 बजे मिलेंगे भाई 11 बजे सब पढ़ाएंगे जी कुछ नहीं छोड़ेंगे जाओ तुम लोग अब फ टाइम तो देखो लगेगा ही जो लगना है कुछ कर तो सकते नहीं उसमें जल्दबाजी से होता है कुछ नहीं जो बच्चे रिकॉर्डेड बाद में पढ़ेंगे एटलीस्ट वो तो पढ़ पाए कुछ कितने मिनट का दे 12 मिनट कोई बात नहीं डेढ़ मिनट और लग जाएगा तो कोई दिक्कत नहीं है है ना एक क्वेश्चन कराऊंगा मैं तब तक और और तो बहुत बता नहीं है पता ले कै से आ गया आज डिंग स्टार्ट कर हेलो गाइस कैसे हैं आप सभी लोग बढ़िया है शायद चलिए क्वेश्चन दिया मैंने कि भैया कर लो समझे कि नहीं अभी पढ़ाया भी था ऐसा कुछ ना बस यहां पर स3 के बजाय हाइड्रोजन और यहां भी हाइड्रोजन है तो शिफ्टिंग तो देखो भैया इनकी ही होगी ताकि इनको मिल सके सुकून तो हाइड्रोजन एट c2 की शिफ्टिंग होगी वेरी वेरी गुड c4 की शिफ्टिंग करोगे तो ज्यादा स्टेबल नहीं होगा देखो क्या लिखा है ज मोस्ट लाइक शब्द पढ़ा करो लिखा है मोस्ट लाइक टू माइग्रेट कौन ऐसा है जो इज्जत से माइग्रेशन करना चाहेगा करने को तो यह c4 का यह हाइड्रोजन भी कर सकता है बट ज्यादा स्टेबिलिटी यहां है इसलिए उधर से ही होना शुरू होगा चलिए अरे यहां तक बात समझे समझे अगर समझे तो एक क्वेश्चन करो देखो स्टेबिलिटी ऑफ कार्बन मैं नहीं चाहता कि मैं बताऊं क्योंकि यह सब आता है आपको चलिए बताइए तुरंत इसका जवाब बताइए मैं वेट कर रहा हूं देखते हैं कि भैया नाम लेकर आज पुकारते हैं एक बात समझाते हैं भाई ओ बालक ज्यादा वक्त लगेगा नहीं मैं आपको बताऊं यहां से पीपीटी के हिसाब से ढाई घंटे से कम टाइम लगने वाला है ठीक है अब देख लो तुम कैलकुलेट करके मतलब डेढ़ बजे तक तो वैसे भी नॉर्मली टीचर्स क्लास लेते ही हैं तो इतना तो अभी 6 घंटे हुए हैं भाई ढ़ घंटे खत्म कर देंगे ठीक है कोई दिक्कत नहीं आ जाओ क्योंकि अभी अभी तो वो पार्ट बाकी है जिससे बहुत क्वेश्चन आते हैं बेसिक करैक्टर अभी यह तो जल्दी हो जाएगा चलो चलो चलो हमें ऐसे लोग चाहिए जो इनका इलेक्ट्रॉन खींचे ना कि इसी को इलेक्ट्रॉन द अगर जो लोग इलेक्ट्रॉन देंगे तो यहां पर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ाएंगे अगर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ाएंगे तो वो क्या होगा बोलो बोलो ज्यादा से ज्यादा रिएक्टिव होगा कम स्टेबल होगा सही है ना सबसे ज्यादा स्टेबल कौन है यह होगा ठीक चलिए अगला क्वेश्चन खुद करिए अगला क्वेश्चन कृपया ट्राई करिए ट्राई करिए ट्राई करिए वेट कर रहा हूं मैं तुरंत इसको ट्राई करें इंडक्टिव से इलेक्ट्रॉन दे रहे हो लेकिन यहां देखो क्या हुआ यहां खेल यह है कि क्लोरीन के लगने की वजह से अब य इलेक्ट्रॉन देंगे नहीं बल्कि खींच यहां क्या होगा यह कार्बन और क्लोरीन के थ्रू इलेक्ट्रॉन खींचें अगर खींचें तो यह भाई साहब तो भर भर के खींचें जी कम चार्ज कहां है सबसे कम चार्ज किस कार्बन पर है तो यह तीसरे वाले पर है क्योंकि इसका तो खींच के तीन-तीन क्लोरीन ले गए जी तो इसका मतलब यह सबसे ज्यादा स्टेबल है और यह सबसे कम स्टेबल क्योंकि ड दंड हो क्या रहा है ये इलेक्ट्रॉन यहां बढ़ा दे रहे हैं अगर चार्ज की डेंसिटी बढ़ गई तो भैया जी मामला घाटे का है वो स्टेबल नहीं है वो रिएक्टिव ज्यादा हो जाएंगे चलिए अगला देखते हैं इनमें बताइए देखते हैं कि किसकी बुद्धि काम करती है यह थोड़ा अलग है यह मैं पहले बता दूं य थोड़ा अलग है बुद्धि लगाओ करो रे बालक ज्यादा स्टेबल कौन सा है अबे ऐसे मत बताओ यार क्लोरीन एंड फ्लोरीन बताओ टूथ कैसे लिख सकता है कोई ओ गधा पार्टी यहां इंडक्टिव से सिर्फ सॉल्व नहीं होगा क्योंकि एक नई चीज इवॉल्व हो गई फ्लोरीन के पास इलेक्ट्रॉन लेने की कोई क्षमता नहीं है क्योंकि इनके पास तीन लोन पेयर पहले से थे और दो इलेक्ट्रॉन बॉन्ड वाले आठ इलेक्ट्रॉन कंप्लीट अच्छा लेकिन क्लोरीन जो था इसके पास वेकेंट डी ऑर्बिटल है यहां का डी ऑर्बिटल वेकेंट है सर आपको कैसे पता चलता है य सब घर से मत रट के आया करिए अरे नालायक प्राणी ये फ्लोरीन सेकंड पीरियड एलिमेंट है अगर ये सेकंड पीरियड एलिमेंट है तो उसके पास डी ऑर्बिटल तो है ही नहीं आठ इलेक्ट्रॉन रख सकता था एस और प मिला कर के रख दिए आठ उसने क्लोरीन आठ तो रखा हुआ है और भी ले सकता है वो क्यों इसके पास डी ऑर्बिटल है यह बातें हमने सीखी होती हैं तो ये इलेक्ट्रॉन इसके अंदर जाएंगे एक्चुअली सिग्मा से इलेक्ट्रॉन तो खींचे जाएंगे बात सच है लेकिन अगर रेजोनेंस जैसी फिनोमिना होने लग गई तो भैया जी ये नेगेटिव चार्ज ज्यादा स्टेबल होगा ना यहां तो कोई रेजोनेंस जैसी फिनोमिना नहीं हो रही ये इलेक्ट्रॉन कभी इसके अंदर पाई बॉन्ड बनाने के लिए नहीं जाएंगे इसका मतलब ज्यादा स्टेबल ये हो जाएंगे समझ में आया मैं मानता हूं आप यह सोच सकते हैं कि फ्लोरीन जो है ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है लेकिन सावधान यही तो करना चाहता हूं कि भैया क्लोरीन डी ऑर्बिटल रखता है क्योंकि वो थर्ड पीरियड एलिमेंट है एक बार गैप देता हूं 400 500 बच्चे गायब हो जाते हैं नालायक को पढ़ना ही नहीं है क्या चलिए इनम बताइए ये मैं बता देता हूं इसमें बुद्धि लगा सकते हैं आइए देखते हैं हमें क्या करना है इस इले की डेंसिटी को चेक करना है no2 क्या करेगा इलेक्ट्रॉन को नीचे खींचेगा - आ - m से ये इलेक्ट्रॉन नीचे खींचेगा तो यहां पर क्या होगा इलेक्ट्रॉन की जो डेंसिटी है जो चार्ज की डेंसिटी है वो भैया कम हो जाएगी क्योंकि चार्ज कहां जा रहे हैं नीचे की तरफ no2 की तरफ फ्लो हो रहे हैं क्लोरीन क्या करेगा - आ से खींचेगा एट दंड खींचेगा अच्छी बात यही है खींचेगा तो यहां पर चार्ज की डेंसिटी कम होगी ये तो मान लो इससे कंपेयर करना है लेकिन ओ स3 में क्या होगा ऑक्सीजन इलेक्ट्रॉन देगा अरे भैया भरपूर इलेक्ट्रॉन ऊपर जाएंगे अगर भरपूर इलेक्ट्रॉन ऊपर जाएंगे तो इस कार्बन पर पहले से नेगेटिव चार्ज तुमने उसको भर के और इलेक्ट्रॉन दे दिया तो यहां पर तो जो चार्ज डेंसिटी या इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी है वो बहुत ज्यादा होगी जहां इलेक्ट्रॉन डेंसिटी ज्यादा वो ज्यादा रिएक्टिव होते हैं तो यह हमें ऑर्डर मिल जाता है इसमें किसी को कोई दिक्कत परेशानी समस्या नहीं है अगली चीज ये क्वेश्चन सॉल्व करिए अच्छा क्वेश्चन है सॉल्व होना चाहिए आपसे यह क्वेश्चन सॉल्व होना चाहिए आपसे चलिए एक पूछ रहा सर आप क्या पी रहे हैं आप जो सोच रहे हैं वोह तो कतई नहीं काढ़ा पी रहे हैं जी काढ़ा जो क्लासेस होती है उसके दौरान मैं खाना नहीं खाता एक्चुअली मैं खाना खा लेता हूं फिर मुझसे बोला नहीं जाता खाली पेट में चिल्ला सकता हूं इनमें देखना है भैया कैसे बताएंगे इनको सीख लेते हैं इनमें वक्त लग सकता है देखो मैंने सिखाया था ना पीछे देखो यह नेगेटिव चार्ज है ना यह नेगेटिव चार्ज कार्बन कार्बन के डबल बंड पर यहां आएगा और यहां का डबल बॉन्ड का इलेक्ट्रॉन उठके यहां जाएगा और आपको याद हो तो एक एक इस तरीके का रेजोनेंस होता है यह बात हम पहले कर चुके हैं तो देखो होगा क्या ch2 डबल बॉन्ड कार्बन था एक नेगेटिव अगर यहां पर आ गया तो यहां पर ट्रिपल बॉन्ड हो जाएगा दो पहले से था तीन हो जाएगा पाई टूट के यहां इकट्ठा हुआ तो यह यहां हो जाएगा इसका रिजोनेटिंग स्ट्रक्चर यह बन जाएगा तो हमने कहा कि भैया यह जो नेगेटिव चार्ज है वह मूवेबल है वह घूम रहा है क्या है वह मूवेबल है वह घूम रहा है अच्छा अगर यह मूवेबल है यह घूम रहा है तो हम कहते हैं कि भैया यह जो इलेक्ट्रॉन है वह हाइब्रिडाइज्ड मत करो अच्छा तो यहां पर एक्चुअली एक h भी है है ना तो यहां जो कार्बन है उसका हाइब्रिडाइज्ड इइ क्या है ए हाइब्रिडाइज्ड हाइब्रिडाइज्ड इइ लेकिन यहां देखो यहां का नेगेटिव चार्ज क्या कर रहा है रेजोनेंस कर रहा है जो जो ध्यान सुनिए जो नेगेटिव चार्ज रेजोनेंस करता है उस नेगेटिव चार्ज को स्टेरिक नंबर में नहीं गिनते इसका मतलब यहां पर कार्बन पर तीन सिग्मा है दो हाइड्रोजन वाले एक इसके तो ये कार्बन कैसा होगा sp2 हाइब्रिडाइज्ड होगा ये कार्बन कैसा है sp2 हाइब्रिडाइज्ड होगा यहां देख लेते हैं यहां जो कार्बन है वो कार्बन भी sp2 हाइब्रिडाइज्ड है क्योंकि यहां वाला जो इलेक्ट्रॉन है वो कहीं मूव नहीं कर रहा उसी कार्बन पर बैठा हुआ है सर दे के तो इसका मतलब भैया ये गिना जाएगा तो एक एक पेयर ऑफ इलेक्ट्रॉन एक सिग्मा एक सिग्मा तो दो सिग्मा एक पेयर ऑफ इलेक्ट्रॉन स्टेरिक नंबर थ्री अगर स्टेरिक नंबर थ्री तो हम कहेंगे यहां sp2 हाइब्रिडाइज्ड चाहेगा जवाब ये ए हाइब्रिडाइज्ड नहीं कर रहे लेकिन यहां एक प्रॉफिट क्या है कि यहां परसेंटेज करेक्टर ज्यादा है तो एक ऐसा कार्बन जो कि sp2 हाइब्रिडाइज्ड है वो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव होता है विद रिस्पेक्ट टू sp3 हाइब्रिडाइज्ड कार्बन से और एक ऐसा कार्बन जो ए हाइब्रिडाइज्ड है वो सबसे ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव होता है अब जो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है यह बात कंफर्म है कि वो नेगेटिव चार्ज को अपने पास रख लेगा कहेगा भैया हम हमारे पास सरवाइव कर जाओ तुम तो ये ए और ए वाले ज्यादा स्टेबल होंगे किससे sp2 से और sp2 sp2 वाले ज्यादा स्टेबल होंगे विद रिस्पेक्ट टू sp3 से ये बात इस लाइन से निकल कर के आ रही है लेकिन इनका आपस में पहले चेक करो तो इनका इलेक्ट्रॉन तो उसी कार्बन पर बैठा हुआ वो कहीं घूमने नहीं जा रहा लेकिन इनका इलेक्ट्रॉन डी लोकलाइज हो रहा है रेजोनेंस कर रहा है मतलब वो इस कार्बन पर पाया ही नहीं जाएगा अब अगर वो उस कार्बन पर नहीं पाया जाएगा तो इसका मतलब क्या हुआ वहां पर चार्ज की डेंसिटी कम है इसीलिए सबसे ज्यादा स्टेबल ये हो जाएंगे तो लिखा कैसे जाता है लिखा जाता है कि ए डी लोकलाइज डी लोकलाइज्ड डी लोके ओके ओके ओके ओके डी को लिख दिया तभी मैनेज नहीं हो पा रहा है डी लोकलाइज्ड यहां पर इलेक्ट्रॉन डी लोकलाइज्ड है और यह कार्बन एस हाइब्रिडाइज्ड है तो भैया यह ज्यादा स्टेबल होगा विद रिस्पेक्ट टू एक ऐसा कार्बन जो एस हाइब्रिडाइज्ड है लेकिन उसके इले उसी की खोपड़ी पर बैठे हुए हैं लोकलाइज्ड हैं आपको भी पता है जो पानी बहता रहता है जो पानी बहता रहता है वो क्या रहता है साफ सुथरा रहता है यहां पर इलेक्ट्रॉन पूरे मॉलिक्यूल पर फैले तो डिस्ट्रीब्यूटर तो एक पॉइंट पर चार्ज कम मिलेगा तो उसके स्टेबल होने का चांस ज्यादा होगा तो डी लोकलाइज्ड वाला हमेशा आगे होगा स्टेबिलिटी में विद रिस्पेक्ट टू लोकलाइज्ड के और ये रीजन ध्यान रखो ये पूछा जाता है एसिडिक में बहुत ज्यादा यहां पर क्या है ये भी देखो ये इलेक्ट्रॉन घूम रहा है sp2 में तो ये sp2 डी लोकलाइज्ड है लेकिन यहां तो उसी के ऊपर बैठे हुए हैं तो ये लोकलाइज्ड है और आपको पता है कि लोकलाइज्ड इलेक्ट्रॉन जो होते हैं वो ज्यादा रिएक्टिव होते हैं कम स्टेबल होते हैं क्योंकि ये घूमते टहलते नहीं समझ में आया क्या सेकंड वाले में रेजोनेंस यहां कहां रेजोनेंस होगा यहां रेजोनेंस कैसे पॉसिबल होगा कार्बन की खोपड़ी पर बैठा यहां कोई रेजोनेंस पॉसिबल नहीं है यहां पॉसिबल है तो यह रीजन समझ में आया यह पेपर में आया है इसलिए बता रहा हूं बहुत जिम्मेदारी के साथ की खोपड़ी में बस जाए तुम्हारे यह देखो ये एक फैक्टर है जो जेई एडवांस अगली बार पूछेगा क्या बात कर रहे हो सर आपको कैसे पता क्योंकि भैया हमने दो-तीन बातें बोली थी वो आ ही चुकी है अभी दिखाऊंगा मैं क्लासेस में या हम ही नहीं बहुत सारे टीचर्स पढ़ाते थे वो आ भी गए हैं सारे तो ये भी ध्यान रखना रिजट एक फैक्टर है रेजिलिटी एक फैक्टर है कि देखो भाई ये जो इलेक्ट्रॉन है ये हर तरफ रेजोनेंस इस तरीके से करना चाहते हैं देखो यहां भी यहां भी रेजोनेंस कर सकते हैं लेकिन रेजोनेंस तो तब कर पाएंगे ना जब एकदम प्लेनर हो प्लेनेरिटी नेसेसरी कंडीशन है रेजोनेंस की तो यह आसानी से ऐसे नहीं हो पाएगा लेकिन अगर यहां हो कि भैया तीन बेंजीन को आपस में ही देखो कितना अच्छे से कनेक्ट कर दिया कि यह इलेक्ट्रॉन अब चाहे जिस बेंजीन के साथ रेजोनेंस करना चाहे कर सकता क्यों क्योंकि तीनों बेंजीन एक ही प् में लगे हैं तो भैया जी ये ये सब तरफ अपने पी ऑर्बिटल को ओवरलैप कराएगा यहां का पी ऑर्बिटल इसके साथ इसके साथ इसके साथ तो ज्यादा रिजडन पर रेजोनेंस शानदार होते हैं ज्यादा रिजडन पर प्लेनेरिटी आती है इसलिए रेजोनेंस शानदार होते हैं इस वजह से यह वाला ज्यादा स्टेबल है अरे सुनो रे ओ बालक समझ में आ रहा है क्या ये बहुत काम की बात है एक बात और बताऊं पेपर में कोई जरूरी नहीं नेगेटिव करके पूछे वो इसकी जगह पे प्लस करके पूछेगा ज्यादातर चांस प्लस का ही है अगर वो प्लस करेगा क्योंकि तब वो प्लेनर हो जाता है प्लस करने से प्लेनर हो जाता है तो अगर वो प्लस करता है तब भी यही जवाब होगा प्लस यहां हो प्लस यहां हो यहां प्लस हो तो जो ज्यादा रिजडन पर रेजोनेंस अच्छे से तीनों बेंजीन के अंदर चलेगा इसलिए हम कहेंगे ऐसा होगा अच्छा बस हो गया भैया रेडिकल की स्टेबिलिटी देखते हैं स्टेबिलिटी ऑफ रेडिकल में यहां पे देखो बेंजीन कॉमन है हर जगह पे यहां इन दोनों में बेंजीन है वहां आगे नहीं है तो बेंजीन कॉमन बेंजीन कॉमन यहां देखिए कितने अल्फा हाइड्रोजन है सिक्स अल्फा हाइड्रोजन है यहां कितने सिर्फ तीन अल्फा हाइड्रोजन है लेकिन कम से कम बेंजीन के साथ इनका क्या होगा फ्री रेडिकल्स क्या करते हैं बेंजीन के साथ जी आराम से रेजोनेंस करा पाएंगे यहां प आराम से रेजोनेंस करा पाएंगे इसका मतलब है कि सिक्स अल्फा हाइड्रोजन वाला थ्री से तो ज्यादा ही होगा अच्छा बात आती है इसकी क्योंकि यहां बेंजीन नहीं इसलिए इसको सबसे पीछे रखा है मैंने ठीक बाकी सीख खलो यहां पर कितने अल्फा हाइड्रोजन है एक दो यहां पर है तीन यहां पांच और एक यहां पर छ यहां पर सिक्स अल्फा हाइड्रोजन तो है लेकिन भैया यहां बेंजीन का सपोर्ट नहीं है है ना आप कहोगे सर यहां तीन ही है इसको आगे क्यों रखा क्योंकि इसके पास बेंजीन रेजोनेंस कराने के लिए है और वो उसको स्टेबल बना देगा तो यह रीजन है भाई अरे सुनो रे बालक तीन दो पा एक छ सात नहीं भैया छ ही तो हुए गलत कर दिया क्या कुछ नहीं तो सात सही तो है कन सही है अगला देखो इनमें बताओ इन दोनों में आप कहोगे यहां तो भरपूर भरपूर क्या चलता है जी रेजोनेंस चलता है तो दो इलेक्ट्रॉन में से एक इलेक्ट्रॉन इधर लाओ एक इलेक्ट्रॉन इधर लाओ एक यहां लाओ इसको ऐसे बनाते हैं ना जी हां तो यहां पर तो ज्यादा सपोर्ट है क्योंकि ज्यादा डबल बॉन्ड के थ्रू यहां पर स्टेबिलिटी मिल जाएगी अच्छा अब बात आती है इनमें इनमें कई बार हम गेस नहीं कर पाते देखो मैं सिंपल बताऊं रेडिकल पे कभी भी प्लस ए - m नहीं होता वहां सिर्फ रेजोनेंस होता है वहां मेजो मेरिक जैसा कोई शब्द हो ही नहीं सकता क्योंकि उनका इलेक्ट्रॉन जाता कैसे है सुनना एक इलेक्ट्रॉन ही हमेशा चलता है तो पाई में से एक इलेक्ट्रॉन हमेशा इधर जाएगा और हमेशा इधर आएगा ये ऐसे चलते हैं इनमें कोई ऐसा नहीं है कि इनके तरफ आपको दोदो इलेक्ट्रॉन बढ़ाने हैं डायमेंशन देखने ऐसा कुछ नहीं है यहां पे क्या है हाइड्रोजन है कौन सा हाइड्रोजन है जी दो अल्फा हाइड्रोजन है और सिग्मा के थ्रू डोनेशन है ये है लेकिन यहां तो रेजोनेंस लग रहा है इसलिए ये ज्यादा स्टेबल है अब कई बार खोपड़ी में आता है सर ये तो ऑक्सीजन है ये तो माइनस ए अरे भैया माइनस एव नहीं लगाते हैं रेडिकल में रेडिकल में नॉर्मल रेजोनेंस होता है मेसोमेरिक इफेक्ट काम नहीं करता रेडिकल पे क्योंकि रेडिकल को तो सिर्फ एक इलेक्ट्रॉन आगे पीछे करना है दो आगे पीछे होते हैं तब जाकर के कहा जाता है कि वहां पर क्या लगाया जाएगा भैया मेसोमेरिक लगाया जाएगा आइए अब अगले पर आते हैं ये क्वेश्चन करिए चलिए मैं जल्दी बता देता हूं ज्यादा टाइम नहीं मिलेंगे इसमें सी ऑप्शन इज करेक्ट क्योंकि कार्बन पर देखो तीन पीएच का मतलब बेंजीन कार्बन पर तीन बेंजीन लगे हैं और यहां कार्बन पर तीन ch3 लगे तीन बेंजीन होंगे तो तीनों क्या करेंगे खूब सारे इसके रेजोनेंट स्ट्रक्चर बनवाए जी है ना तो ये वाला ए इज मोर स्टेबल देन बी यहां पर इकलौता मिलेगा बाकी में ऐसा नहीं मिलेगा आप देख लेना अगली चीज देखते हैं बेसिसिटी एंड एसिडिटी आ गए भैया जी जो लोग वेट कर रहे थे आ गए हैं अब ज्यादा वक्त नहीं लेंगे यहां से देखिए कुछ डेफिनेशन दी गई है पहला है आर नियस थ्योरी आर नियस थरी ये कहता है कि ऐसे लोग जो h+ डोनेट करते हैं हम उनको एसिड बोलते हैं ऐसे लोग जो h+ डोनेट करते हैं हम उनको एसिड बोलते हैं तो भैया जी h+ डोनर के तौर पर आप लिख लीजिए जैसे h स पानी के अंदर डाला वो आपको क्या दे देंगे h+ दे देंगे अच्छा जी h+ एक्सेप्टर को ओ नेगेटिव को होता है ये गड़बड़ लिखा है ओ नेगेटिव डोनर है ना ओ नेगेटिव डोनर हम हम हम ओ नेगेटिव डन जैसे na0 एओ नेगेटिव तो पानी में जाने के बाद वो हमें क्या दे रहा है भैया ओ नेगेटिव दे रहा है जो लोग ओ नेगेटिव पानी को देते हैं वो लोग बेस कहलाते हैं यह कहानियां किसने गड़ी है जी आर नियस बाबा ने बताया है इसके बारे में ध्यान रखिएगा इस बात का ठीक है जी इन्होंने कहा जो पानी के अंदर जो पानी के अंदर ओ नेगेटिव डोनेट करते हैं ओ नेगेटिव जो पानी के अंदर डोनर होते हैं उनको हम बेस कहते हैं जैसे कि एग्जांपल के तौर पर ले लो तो एक आरही नियस एसिड है hcl.com यहां पर इन्होंने सॉल्वेंट पानी फिक्स कर दिया था बट ब्रॉन्स्टेड लरी ने कहा कोई जरूरी नहीं है कि हर चीज पानी में एक्सप्लेन हो किसी भी सॉल्वेंट में कोई भी जो h+ दे दे मैं उसको एसिड कहने को तैयार हूं कोई भी किसी भी सॉल्वेंट में h+ को एक्सेप्ट करा दे भैया जो एक्सेप्ट करेगा सॉल्वेंट हम उसी सॉल्वेंट का नाम बेस रख देंगे जी ये कहानी बताई तो nh3 जो होता है लिक्विड nh3 वो h+ एक्सेप्ट करने की पावर रखता है इसीलिए इसको हम गिन सकते हैं ब्रॉन्स्टेड लरी के बेस की कैटेगरी में ठीक है सेम कहानी लोविस थ्योरी पर आएगी जो लोग लोन पेयर डोनेट करते हैं वो बेस जो लोन पेयर एक्सेप्ट करते हैं वो एसिड कहलाते हैं आपको ये बातें पढ़ाई गई है ना जी nh3 नाइट्रोजन पर क्या है इलेक्ट्रॉन प्रेजेंट तो ये क्या करेगा ये आराम से डोनेट कर सकता किसी भिखारी आदमी को जी किसी लुस एसिड को सामने से कोई लुस एसिड आ जाए जैसे bf3 bf3 में क्या होता है बोरनन के पास वेकेंट प ऑर्बिटल है उसके अंदर ये इलेक्ट्रॉन ले जाके छोड़ देता है कौन nh3 तो इस तरीके से bf3 क्या होता है लो लोन पेयर एक्सेप्टर और ये देने वाला तो ये तीन तरीके से डिवाइड हो जाते हैं डेफिनेशन है बेसिक लेकिन आओ मेन कहानी सुनाते हैं यह काम की बात है आ जाओ भैया ओ बालक सुनना क्या बात है हम कह रहे हैं कोई बेस है हमारे पास कोई बेस है जी बेस की खोपड़ी पे मैं मान ले रहा हूं नेगेटिव चार्ज है ठीक है कोई बेस कोई बेस है उसमें कोई एटम है जिसकी खोपड़ी पर नेगेटिव चार्ज है इस नेगेटिव चार्ज रखने वाले भाई साहब के सामने कोई h+ आ गया कौन आ गया जी कोई h+ आ गया तो बेस का अपना करैक्टर क्या है बेस h+ को एक्सेप्ट करता है तो क्या करेगा इलेक्ट्रॉन भेज कर के वो इस h+ को अपने पास बुलाएगा भैया h+ आ जाओ हम तुम दोनों मिलकर गठबंधन करते हैं क्या करते हैं जी गठबंधन करते हैं तो ऑर्गेनिक में जितनी भी रिएक्शंस होती हैं कमोवेश ज्यादातर रिवर्सिबल रिएक्शन होती हैं ठीक है जी तो बोरनन सॉरी बोरनन मत कहना इसको ये बी बेस है तो बेस और हाइड्रोजन के बीच में एक सिग्मा बॉन्ड का जन्म होता है क्या होता है सिग्मा बॉन्ड का जन्म होता है कृपया य ध्यान से सुने कहानी दो मिनट में खत्म हो जाएगी अगर आप ढंग से सुनेंगे तो यहां से यहां पे जाने में हमें इक्विलियम मिला और इस तरीके से हमें इक्विलियम कांस्टेंट के भी मिलता है हम लिखते थे केब इटू कंसंट्रेशन ऑफ बी डिवाइड बाय कंसंट्रेशन ऑफ b नेगेटिव कंसंट्रेशन ऑफ h+ यह लिखते थे क्या हां सर लिखते थे k ब क्या है जी केब बताता है बेसिक कैरेक्टर को या बेस बेसिसिटी ऑफ दिस बेसिक एटम को या ये जो भी बेस है उसके कैरेक्टर को एक्सप्लेन कौन करता है के ब एक्सप्लेन करता है अब प्रश्न ये है कि एक बात बताओ ध्यान सुनना प्रश्न ये है एक बात बताओ की वैल्यू तब बढ़ेगी जब इलेक्ट्रॉन शब्द सुनना इलेक्ट्रॉन डोनेटिंग टेंडेंसी इलेक्ट्रॉन डोनेटिंग टेंडेंसी ऑफ ऑफ बी बढ़ेगी बी मतलब यहां पर जो बेस है उसका जो एटम है वो आसानी से अपने इलेक्ट्रॉन पेयर को h+ को दे पा रहा है तो ये रिएक्शन बहुत आसानी से फॉरवर्ड डायरेक्शन में जा जाएगी और अगर फॉरवर्ड डायरेक्शन में जाएगी तो केबी की वैल्यू ज्यादा होगी अरे बोल ना मिस्टर गधे एकदम सही बात है क्या ओके एक कोई कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री के लिए कमेंट कर रहा है कोऑर्डिनेशन सर आपके कोऑर्डिनेशन कंपाउंड का वन शॉट के बारे में बोलिए वन शॉट के बारे में बोलिए मतलब समझा नहीं वन शॉट पहले ही मैंने डाल रखा है कोऑर्डिनेशन कंपाउंड का जेई वाला चैनल प आप चाहे देख लीजिए आप खुद देख के जजमेंट लीजिए मेरे कहने की जरूरत नहीं है दूस दस चीज जो लक्ष जेई चैनल है लक्ष जेई चैनल पर अभी नया रिकॉर्ड करके डाला है वहां से भी देख सकते हो रिकॉर्डेड वाले में देखोगे ज्यादा मजा आएगा यह भी मैं बता देता हूं कारण उसका क्या होता है कम टाइम में ज्यादा चीजें कवर हुई है आइए यह बात समझ में आई अरे बोला करो समझ में आया दिलविल बनाओ भाई हमें भी एनर्जी आई कुछ अच्छा अब सुनो केबी की वैल्यू ज्यादा होने का चांस कब है जब बॉन्ड स्ट्रेंथ बॉन्ड स्ट्रेंथ बिटवीन बेसिक एटम बी एंड हाइड्रोजन ज्यादा होगा इसका मतलब सर क्या होता है सुनिए ये जो बेसिक एटम बी और हाइड्रोजन है जहां से इलेक्ट्रॉन डोनेट हो रहा है और हाइड्रोजन के बीच में अगर बॉन्ड की स्ट्रेंथ बड़ी अच्छी है तो ओबवियस सी बात है वो बनना चाहेगा और रिएक्शन को फॉरवर्ड ले जाएगा तो केब की वैल्यू ज्यादा होगी और केब किसको बताता है बेसिक नेचर ऑफ दैट बेस बताता कि कौन बहुत अच्छा बेस है इन कंडीशन में बहुत अच्छा बेस डिफाइन होता है और सुनो चलो एक चीज़ बताते हैं क्या आपने पी का नाम सुना है पी इक्वल टू क्या लिखते थे - l कंसंट्रेशन ऑफ h+ कभी जीवन में सुना है इसी तरीके से kb1 की जगह पर मैं kb2 लिखा तो k भी लिखा है ना तो समझना इसका मतलब क्या हुआ अगर केब की वैल्यू बढ़ेगी तो p केब की वैल्यू घटेगी क्योंकि माइनस लोगरिथम है ये माइनस लोगरिथम है इन्वर्सली प्रोपोर्शनल है तो अगर कोई कहे कि कोई बेस ना बहुत अच्छा बेस है कोई कहे कि अरे वो बेस ना बहुत अच्छा बेस है क्याक कोई बेस बड़ा अच्छा बेस है तो कहना उसकी केबी वैल्यू ज्यादा होगी लेकिन पी के बी वैल्यू कम होगी ये दोनों एक ही बातें ये दोनों एक ही बातें अरे धन्यवाद भैया दिल बनाने के लिए दिल बनाने के धन्यवाद आप सभी का कृपया आप यहां ध्यान दें दोबारा सुनिए दोबारा सुनना ये काम की बात है कि भैया कोई कहे कोई बहुत अच्छा कोई बहुत अच्छा बेसिक नेचर वाला मैं पाया हूं तो कहना पक्का उसका के बी वैल्यू ज्यादा होगा और पी के बी वैल्यू कम होगा ये किसी के बेसिक स्ट्रेंथ [संगीत] को बेसिक स्ट्रेंथ के ज्यादा होने को समझाता है किसी बेस का ज्यादा अच्छा बेस होना इस बात से पता चलेगा कि उसकी जो पीके बी वैल्यू है वह कितनी कम है या के बी वैल्यू कितनी ज्यादा है जेई एडवांस जब भी पूछता है तुम्हे बुद्धू बनाने के लिए पीकेबी पूछता है जेई में ज्यादातर केब पूछ लेता है ज्यादा नालायक यत नहीं करता खाना नहीं खाते भाई जिस दिन पढ़ाते हम लोग हम लोग बता मैं तो नहीं खाता हूं खाना आया हुआ है यहां प स पी डब् ने खाने ही नहीं दिया आपको नालागा क्या ये सिस्टम इतना अच्छा है खाना रखा हुआ बट हम खाते नहीं मना कर देते हैं कि हमारा खाना मत मंगाइए समझे हां इतनी बात समझ में आई क्या ओरे बुद्धू बालकों ये तो मैंने समझा दिया ठीक है ये बहुत काम की बात है जी हां आइए सीखते हैं अब कंपैरिजन करते हैं अब आपकी टाइम को लगेगा कि कब उड़ गया पता ही नहीं चला हां क्या लिखा है फैक्टर्स अफेक्टिंग बेसिसिटी बेसिसिटी के फैक्टर को कौन से बातें इन्फ्लुएंस करती है पहली है इलेक्ट्रोनेगेटिविटी एक बात बताओ फ्लोरीन की खोपड़ी पर नेगेटिव चार्ज क्या ये कभी किसी को देना ना चाहते हैं क्या कभी h+ को देंगे क्या ये देना चाहेंगे या ये देना चाहेंगे या ये आसानी से कौन ऐसा है जो इलेक्ट्रॉन को अपने इस इलेक्ट्रॉन पेयर को दे दे या नेगेटिव चार्ज को दे दे तो बताओ रे भैया केब की वैल्यू ज्यादा कहां अरे बोलो बालक बालक क्या बोला मैंने आसानी से इलेक्ट्रॉन कौन देगा सर कार्बन देगा जो देगा उसी की केवी वैल्यू ज्यादा आएगी समझे क्या अरे बालकों समझे क्या हां ठीक है अगर कोई यही पूछ लेता सुनो रे अगर यही कोई पूछ लेता कि प के ब किसका ज्यादा होगा तो जस्ट कुछ नहीं करना रे इसका उल्टा कर देना है इसका उल्टा कर देना है इसका उल्टा कर देना है दैट्ची नेगेटिव इन दोनों में बताइए तो देखिए ऑक्सीजन और सल्फर ये दोनों डिफरेंट पीरियड एलिमेंट है देखो पहले सीखो इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का फैक्टर सिर्फ तब लगाते हैं जब हम लेफ्ट से राइट चल रहे होते हैं लेफ्ट से राइट चल रहे होते हैं किसी एक पीरियड में तो कार्बन नाइट्रोजन ऑक्सीजन फ्लोरीन एक ही पीरियड के एलिमेंट हैं इसलिए मैंने इलेक्ट्रोनेगेटिविटी का फैक्टर लगाया बट साइज का फैक्टर मैं तब लगाऊंगा जब मैं टॉप से बॉटम की तरफ चलूंगा तो देखो ऑक्सीजन ऑक्सीजन ऊपर सल्फर नीचे ऑक्सीजन छोटा सल्फर बड़ा हमने कहा भैया तुम्हें मैं h प दूंगा एक बार देखता हूं आसानी से पकड़ता कौन है मैं देखूंगा आसानी से पकड़ता कौन है इसके कई तरीके से एक्सप्लेनेशन दिए जा सकते हैं डोंट वरी ठीक है जी तो देखो जब यह इलेक्ट्रॉन गए इस प्स को पकड़ने इलेक्ट्रॉन गए प् को पकड़ने तो हुआ क्या हाइड्रोजन ऑक्सीजन ये हो गया हाइड्रोजन सल्फर हाइड्रोजन अब देखो इनके पास पहले से एक हाइड्रोजन था तो उसकी छोड़ देते हैं बात लेकिन बाकी को तो देखें ध्यान से य देखो मान लो ये नया बॉन्ड बना बेसिक एटम सल्फर और हाइड्रोजन के बीच में यह नया बॉन्ड बना जी अच्छा ऑक्सीजन ए अ बेसिक एटम और हाइड्रोजन के बीच में यह नया रिश्ता आया अब एक बात बताओ कौन सा बॉन्ड ज्यादा मजबूत है पता कर पाओगे क्या कौन सा बंड ज्यादा मजबूत ये या ये आप बताइए आप बताइए भैया ये ज्यादा मजबूत है या ये सर हमको कैसे पता चलेगा बालक सल्फर साइज में बड़ा है तो हाइड्रोजन छोटा तो इसका साइज का मिसमैच अच्छा नहीं है बॉन्ड लेंथ बड़ी आएगी ये दोनों करीब-करीब बराबर साइज के तो वो छोटे साइज में आएंगे तो ये मजबूत बॉन्ड होगा अब अगर ये मजबूत बॉन्ड होगा तो ये रिएक्शन होना चाहेगी रिएक्शन फॉरवर्ड जाएगी तो केब की वैल्यू किसके लिए ज्यादा आएगी ओ नेगेटिव के लिए ज्यादा आएगी ओ नेगेटिव के लिए केब की वैल्यू ज्यादा आएगी तो हम कहेंगे केब वैल्यू फॉर ओ नेगेटिव ज्यादा होगी कई बच्चे पता है क्या सोच रहे हैं सर वाटर की केबी ज्यादा आएगी हे बुद्धू इधर आयो दिमाग लगाइयो अरे ये तो एसिड है हमें तो बेस पूछा केबी में बी फॉर बेस होता है हमको क्या पता सर हम पढ़े लिखे थोड़ी ना अनपढ़ है आपकी क्लास में आ जाते हैं घूमने टहलने समझे हां अब नहीं बताएंगे फ्लोरीन क्लोरीन ब्रोमीन आयोडीन हमें समझ में आया कि जिसकी साइज छोटी होगी वो आसानी h प् को पकड़ेगा वो अच्छा बेस बनेगा तो यह केबी का ऑर्डर है यह केबी का ऑर्डर है भैया फ्लोरीन क्लोरीन ब्रोमीन आयोडीन में केबी का यह ऑर्डर है यह सबसे अच्छा बेस कौन है जी एफ नेगेटिव बहुत ही अच्छा बेस है सर केब इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू बेसिक स्ट्रेंथ एकदम सही बात है हाइब्रिडाइज्ड तब लगाना जैसे कि ये देखो यहां पर नाइट्रोजन पर लोन पेयर है और ये लोन पेयर कहीं घूमने भी नहीं जाता तो ये आप सोचिए कि ये क्या है sp3 हाइब्रिडाइज्ड दो हाइड्रोजन वाले तो दो तो ये और एक ये तीन सिग्मा बॉन्ड एक लोन पेयर तो स्टेरिक नंबर चार sp3 लेकिन यहां पर क्या है यहां पर देखें तो ये जो लोन पेयर है क्या ये घूमता है कहीं नहीं तो हम कहेंगे ये sp2 तो है लेकिन लोकलाइज्ड है क्या लोकलाइज्ड मतलब उसी नाइट्रोजन पर बैठा रहता है रेजोनेंस की फिनोमिना नहीं बना सकता कौन ये sp2 यहां देखो ये लोन पेयर घूमता रहता है ये नाइट्रोजन का आपको पता होगा कि sp2 हाइब्रिडाइज्ड कलाइज है ओ भाई भाई इलेक्ट्रॉन इसके घूमते रहते हैं इसका मतलब नाइट्रोजन पर वो सवार नहीं है ये नाइट्रोजन पर बैठे हैं अब एक बात बताओ इन दोनों में निपटा देते हैं पहले ये वाले भाई साहब कौन है है ये इनके इलेक्ट्रॉन कहीं जा नहीं रहे उसी नाइट्रोजन पर बैठे हैं उनके सामने h+ आया लपक के पकड़ लेंगे जी क्योंकि उन वो तो वहीं बैठे घूमने नहीं गए लेकिन मैं इनके सामने h+ लाके बैठा हूं ये कह रहा है मैं भैया पहले घूम लूं मैं तब पकडू h+ को तो ये अपने अंदर ही बिजी है h+ को पकड़ ही नहीं रहा इसका मतलब ये खराब बेस है ये अच्छा बेस नहीं है तो इन दोनों में अच्छा बेस ये है अब यहां आओ sp3 में परसेंटेज इस करेक्टर 25 पर तो ये कम इलेक्ट्रोनेगेटिव ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव ये है जो ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव है वो अपने इलेक्ट्रॉन को होल्ड करके पकड़ लेगा कहेगा भैया तुमको जाने नहीं देंगे तो इन दोनों कंपैरिजन में ये आगे आएंगे क्योंकि यहां परसेंटेज एस करेक्टर कम है और जहां पर परसेंटेज एस करैक्टर कम होगा वो लेस इलेक्ट्रोनेगेटिव है तभी वह आसानी से यह किसी को डोनेट करके h पस पकड़ सकते हैं अब समझ में आ रहा है कि ये यहां आएगा लेकिन क्यों आएगा वो भी देखना पड़ेगा यहां पर क्या है लोन पेयर यह क्या है भैया देखो तो नाइट्रोजन ने एक सिग्मा बंड बनाया एक लोन पेयर मतलब य एस हाइब्रिडाइज्ड उट वही मैंने बताया कि लक्ष जेई चैनल पर जो आएगा वो कौन सा लेक्चर है जी कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री है है ना इसके बाद डी एंड ब्लॉक आएगा वो आप चाहे तो देख सकते हैं तो यहां से आपको समझ में आया क्या शायद समझ में आ गया होगा बेसिक अरे अब तो बोलो अब तो बोलो अब कोई पूछ रहा है सर स्टेरिक नंबर क्या होगा अरे यार भाई दर्द कर दिया जी आपने एकदम शुरू में पढ़ाया है लोन पेयर कैसे आता प्रैक्टिस से आता भाई सिर्फ प्रैक्टिस से आता है या अभी जो पढ़ाया जा रहा है उसको मान लो इसके पहले केमिकल बॉन्डिंग नाम का एक चैप्टर होता है उसको पढ़ना पड़ता है ठीक है जी तब आती है ये बातें ठीक है तब आती है बातें नहीं आती तो चलो एक बार सिखाता हूं देखता हूं कितने लोगों को समझ में आता है नाइट्रोजन जब तीन सिग्मा बॉन्ड बनाएगा तो उस पर कैसे एक लोन पेयर आता है मैं एक बताऊंगा बाकी सोच लेना नाइट्रोजन के आउटर सेल में पाच इलेक्ट्रॉन है अब यह भी नहीं आता सर हमको फिर हम कुछ नहीं कर सकते नाइट्रोजन के पास एक दो तीन तीन तो चले गए सिग्मा बॉन्ड बनाने जो दो इलेक्ट्रॉन बच गए इसी को लोन पेयर कहते हैं लोन पेयर कहते हैं तो कहते हैं कि नाइट्रोजन जब यहां देखो नाइट्रोजन ने तीन सिग्मा बॉन्ड बनाए एक और दो हाइड्रोजन के साथ तो उसके ऊपर एक लोन पेयर है देखिए एक लोन पेयर है इस तरीके से देखते हैं आइए अगला देखते हैं बालक यह क्वेश्चन आपको करना है जी एक सेकंड दूंगा ज्यादा नहीं क्या सर एक सेकंड में हो जाएगा पढ़ो द इंक्रीजिंग ऑर्डर ऑफ बेसिसिटी बेसिसिटी फॉर द फॉलोइंग इंटरमीडिएट फ्रॉम स्ट्रंग टू वीक टू स्ट्रांग लिखना है अच्छा इसमें से सबसे अच्छा बेस कौन सा होगा अरे अच्छे बेस के लिए ज्यादा डेंसिटी चाहिए अच्छे बेस के लिए बेस अच्छा या यहां लिख देता हूं बेसिक स्ट्रेंथ अच्छा होने के लिए इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी ज्यादा चाहिए भैया तभी आसानी से वह डोनेट कर पाएगा और व h प्स को पकड़ पाएगा हा सुनो रे सुनो रे यहां पर खूब सारा इलेक्ट्रॉन इकट्ठा हो गया तो यहां पर इलेक्ट्रॉन डेंसिटी ज्यादा क्योंकि तीनती लोगों ने सपोर्ट किया लेकिन यहां देखो यहां जो भी इलेक्ट्रॉन डेंसिटी वो तो रेजोनेंस कर रही है ओ भाई साहब ये अपनी ही जिंदगी में बिजी है इनके सामने तुम h+ लाओ कह रहे हैं हमको अभी नहीं चाहिए पहले हम घूमेंगे पहले हम नाचेंगे अपने घर में तो इस तरीके से यहां पर भैया क्या हो जाएगा चार्ज घट जाएगा जी यहां पर तो ये नाइट्रोजन ये कार्बन कैसा है ए हाइब्रिडाइज्ड यहां पर देखोगे तो ये कार्बन कैसा है जवाब आपको बताना मैं नहीं बता रहा केवल मैं समझा रहा हूं कि कैसे देखते हैं ये sp2 है यह कार्बन कैसा है जी यह कार्बन कैसा sp3 हाइब्रिडाइज्ड है सी ट्रिपल बॉन्ड ए सी ट्रिपल बॉन्ड ए को ऐसे लिखते हैं तो यह वाला कार्बन कैसा है ए हाइब्रिडाइज्ड बाकी आपको खुद चेक करना है अरे एक ही है गधों तभी तो तुम आराम से बता रहे हो एक ही है जी स्टेरिक नंबर का मतलब होता है कि जैसे देखो कार्बन के किनारे कितने एटम जुड़े हैं तो एक दो तीन तीन एटम और लोन पेयर कितने हैं नेगेटिव का मतलब लोन पेयर कितना ट्रीट करना है तो एक दो तीन एटम और एक ये चार तो स्टेरिक नंबर चार तो स्टेरिक नंबर चार के बजह sp3 आएगा ठीक है जी ओके कितने मस्ती जवाब बता रहे थे चलो एनलीन में इलेक्ट्रॉनिक कन्फेशन अरे इलेक्ट्रॉनिक इफेक्ट लगाएंगे और ये कंपैरिजन करेंगे कि भैया कौन अच्छा बेस है केब वैल्यू किसकी ज्यादा चलो केबी का जस्ट उल्टा पी केबी होता है और कुछ नाटक है नहीं देखना यहां एनलीन में ये नाइट्रोजन पर लोन पेयर है ये लोन पेयर रखने वाला जो शक्स है नाइट्रोजन इसके सामने आप h+ ले जाओ पकड़ने की कोशिश करेगा इसका मतलब हां ये बेस है पहली बात दूसरी बात ये है कि ये जो लोन पेयर है ये रेजोनेंस में देखिए इस तरीके से अच्छे से इवॉल्व रहता है अच्छा यही वजह है कि हम कहते हैं कि ये जो नाइट्रोजन है ये नाइट्रोजन sp2 सर आपको कैसे पता चला भैया sp2 में क्या करना होता है ध्यान सुनिए अगर यह लोन पेयर रेजोनेंस कर रहा है तो इस लोन पेयर को स्टेरिक नंबर में मत गनिए तो इसको ढक दीजिए कितने सिग्मा है अब तीन सिग्मा नाइट्रोजन एक इधर बनाए दो हाइड्रोजन के साथ तीन सिग्मा के लिए आप क्या लिखते हो sp2 हाइब्रिडाइज्ड इइ है सेम कहानी यहां भी है यह भी नो डाउट इलेक्ट्रॉन यहां देंगे यह भी इलेक्ट्रॉन देंगे लेकिन अब एक चीज देखनी है कि कौन इनमें से ऐसा है देखो इलेक्ट्रॉन तो सारे लोग बेंजीन के साथ शेयर कर रहे हैं यह बात सच है सारे नाइट्रोजन sp2 हाइब्रिडाइज्ड है यह बात भी सच है ठीक है जी तो अभी मैं क्या कह रहा हूं इतनी बात अभी लिखो कि भैया जी सारे लोग जब एक ही बात कर रहे हैं सब इलेक्ट्रॉन दे रहे हैं तो उसको देखने की जरूरत नहीं है क्योंकि वो डिफरेंशिएबल है अब सुनो जो ये no2 है ये - आ और - ए - आ और - ए से भरपूर खून चूसने का काम करेंगे किसका इनका तो इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी किधर मूव करके आएगी no2 की तरफ अब सोच कर देखो हमें क्या चाहिए था हमें इस नाइट्रोजन पर भरपूर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी चाहिए हमें चाहिए यार यहां पे जितनी इलेक्ट्रॉन डेंसिटी हो जाएगी उतना अच्छा हो जाएगा उतनी आसानी से वो h+ को पकड़ पाएगा लेकिन दुख दर्द ये है कि no2 ने इनका खून चूस दिया जी तो यहां पर ये जो नाइट्रोजन है मैं जिस पर स्टार बना रहा हूं अभी इसका इलेक्ट्रॉन डेंसिटी बहुत कम हो जाएगी इसकी इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बड़ी कम हो जाएगी तो एक लाइन में राइन समझ में आई कि यहां इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी कम है बट यहां देखो ch3 क्या करेगा प्लस आ और प्लस हाइपर कॉन्जुलेरे की तरफ इंडक्टिव भी लगाएंगे और हाइपर कंजुल जाएंगे तो भैया सुन रहे ओ वाला इलेक्ट्रॉन भर भर के ऊपर जाएगा तो इस नाइट्रोजन पर जो इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी होगी वो सबसे ज्यादा होगी नाइट्रोजन पर सबसे ज्यादा होगी यहां पर तो मान लो ये तो वो क्या कर रहे हैं कंपैरिजन के लिए इनके कंपैरिजन में यहां इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी ज्यादा है इसके कंपेरिजन में यहां इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी कम है अब बताओ बेसिक कैरेक्टर कौन नहीं बता पाएगा कोई बुद्धु बालक होगा जो नहीं बता पाएगा समझ गए क्या एसिडिटी बेसिसिटी ही चल रहा है भैया अरे यार कुछ कैसे कैसे अंधे लोग आते हैं ओमर पी वाई टी थैंक यू यार इतनी चीजें लिख रहे हो तुम सुनना सुनना सुनना यह क्वेश्चन ही एडवांस का है सॉल्व कराने का तरीका देखो यह नॉर्मल बेंजीन है जी कोई दुख दर्द और नहीं है नॉर्मल बेंजीन में नाइट्रोजन पर क्या है लोन पेयर और ये नाइट्रोजन कैसा sp2 हाइब्रिडाइज्ड है और ये भी sp2 हाइब्रिडाइज्ड है ये जब अपना इलेक्ट्रॉन अंदर भेजते हैं फिर वापस ही नहीं पाते सर कैसी बात कर रहे हैं होता क्या है जब इलेक्ट्रॉन अंदर आते हैं यहां पर रेजोनेंस होगा यहां जो नेगेटिव चार्ज बनेगा उसको no2 स्टेबलाइज कर देगा no2 कर क्या रहा है बेंजीन से इलेक्ट्रॉन अपनी तरफ खींच रहा है ये क्या कर रहा है बेंजीन से इलेक्ट्रॉन अपनी तरफ खींच रहा है ये भी बेंजीन से इलेक्ट्रॉन अपनी तरफ खींच रहा है ये भाई साहब इलेक्ट्रॉन दिए पड़े हैं बेंजीन में और ये सब लोग खींचे पड़े हैं अब एक बत सोच कर देखो अगर ऐसा चलता रहा तो भैया जी ये बढ़िया बेस तो कहलाने योग्य ही नहीं बचे यहां का नाइट्रोजन पर प्रजेंट लोन पेयर ने एक बार लोन पेयर बेंजीन में ऐसे छोड़ा वापस नहीं मिल रहा बहुत टाइम के बाद वापस मिलेगा क्यों क्योंकि इसमें no2 लगे माइ ए ग्रुप से बेंजीन के थ्रू इलेक्ट्रॉन को खींच रहे हैं ये सारे पूरे बेंजीन को खाली करेंगे और ये भरते जाएंगे इसकी वजह से होगा क्या इस नाइट्रोजन पर इस लोन पेयर की अवेलेबिलिटी रह नहीं जाएगी सामने मैं h+ लेके पहुंचा कि भैया तुम अपना लोन लोन पेयर दे दो वो कहते हैं मैं कहां दूं मेरे लोन पेयर तो बेंजीन में घूमते हैं और ज्यादा हुआ तो no2 भी खींचते रहते हैं तो मेरा लोन पेयर तो फ्री नहीं है अगर मेरा लोन पेयर इसके बजाय फ्री नहीं है तो मेरे को कहो कि भैया तुम बहुत ही घटिया बेस हो कहो सर मुझे एकदम से यह स्वीकार है कि ये बहुत ही घटिया बेस है इसके रिस्पेक्ट में ये बहुत घटिया बेस है अरे जब एक बार no2 लगा तब इनकी हालत पंचर कर गया तो तीन-तीन बार no2 लगाने से तो पंचर ही कर जाएगा समझ में आया क्या बात समझे क्या हां अब एक बात समझो इन दोनों में देखो बुद्धू बालकों मैं चाहता हूं तुम खुद बता दो मैं चाहता हूं तुम खुद बता दो भैया यहां कार्बन के थ्रू इलेक्ट्रॉन मिलेगा कार्बन के थ्रू इलेक्ट्रॉन मिलेगा अब बताओ क्या होगा अब बताओ क्या होगा अरे भैया ये 3 डिग्री कार्बो कटाय हो गया जी अरे सॉरी 3 डिग्री एमाइंस हो गए देखो नाइट्रोजन को ये भी सपोर्ट कर रहे ये सपोर्ट कर रहे माना कि इनका इलेक्ट्रॉन भी जाए रेजोनेंस में इसमें दर्द नहीं है जाना यहां भी है जाना यहां भी है लेकिन इनको खूब इलेक्ट्रॉन मिल रहा है यहां पर नाइट्रोजन पर इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ जाएगी ड्यू टू द प्लस आई इफेक्ट ऑफ दज टू ch3 इस वजह से इन दोनों में तो भैया ये आगे होंगे सर बड़ा आसान लग रहा है अब खेल यह सबसे आगे हैं कोई बता सकता है क्यों अरे कनों के पास इतनी बुद्धि है कि जो ये बता दे इन दोनों में यह सबसे अच्छा बेस है क्यों चलो चलो चलो चलो ओ बेसिक बुद्धि वालों थोड़ा दिमाग लगाना पड़ेगा यहां पर एक खेल होता है उस खेल का कुछ नाम है बताता हूं देखना नाइट्रोजन पर जो ये लोन पेयर है ना अब ये लोन पेयर बेंजीन में जाते हीच नहीं है क्या बात कर रहे हैं सर यहां तो गया था होता क्या है पता है ये जो no2 ग्रुप है ये बहुत बड़ा ग्रुप है no2 भी एक बहुत बड़ा ग्रुप है और इ नाइट्रोजन पर लगे हुए ch3 भी आपस में बड़े ग्रुप हैं ये भी बड़े ग्रुप हैं अब देखो जब बड़े-बड़े ग्रुप आपस में टकराएंगे जब बड़े-बड़े ग्रुप आपस में टकराएंगे तो होगा क्या नाइट्रोजन का जो प्लेन है वो चेंज हो जाएगा सर ये समझ में नहीं आया ये समझ में नहीं आया इधर लाओ खोपड़ी लाना देखना ये बेंजीन है मेरा हाथ बेंजीन है ये क्या है मेरा बेंजीन बेंजीन पर no2 लगा इधर मेरा no2 लगा इस नाइट्रोजन पर दो ch3 लगा क्या लगा इस नाइट्रोजन पर दो ch3 ये आपस में ऐसा टकराए कि भैया इस नाइट्रोजन का मान लो प्लेन ये था पहले मुझे लग रहा था बेंजीन का प्लेन ये नाइट्रोजन का प्लेन ये तभी तो आराम से रेजोनेंस चल रहा था दोबारा सुनना यहां पे बेंजीन का प्लेन ये इस नाइट्रोजन का प्लेन ये क्योंकि वो भी sp2 है ये कार्बन भी sp2 है तो ये आराम से ऐसे ऐसे यहां पे था नाइट्रोजन मेरे हाथ पे नीचे था बेंजीन आराम से हो गया रेजोनेंस लेकिन यहां पर इन्होंने ढकेल दिया आप सोच के देखना भाई उसका भी तो कुछ आत्मसम्मान है उस बेचारे का जो ऊपर लगा है नाइट्रोजन ने कहा देख भाई त मुझे ढकेल रहा है मैं कैसा टेढ़ा हो जाता हूं तुम रहो सीधे मैं टेढ़ा हो जाता हूं अब देख के ये सीधा और ये टेढ़ा है तो क्या कभी यहां का पी ऑर्बिटल यहां के पी ऑर्बिटल के पैरेलल आएगा पाई बॉन्ड बनाने के लिए क्योंकि पाई बॉन्ड बिना बने रेजोनेंस कराएगा कैसे हां तो इसके लिए ये जो सीधा-सीधा हाथ दिख रहा है ना इस पर हमने कहा कि ये देख भाई ये प्ला ये प्लेन ऐसे चेंज हो जाएगा तो प्लेन चेंज होने की वजह से ये इलेक्ट्रॉन अब बेंजीन में नहीं जाया करते क्या क्या क्या क्या ये इलेक्ट्रॉन अब बेंजीन में नहीं जाया करते तो हम कहते हैं ये ये इलेक्ट्रॉन ये इलेक्ट्रॉन अब इसके अंदर नहीं जाया करते तो दे आर फ्री है ना दे आर फ्री अगर फ्री है तो ये इजली डोनेटेड है खत्म ये इजली डोनेट हो जाते हैं ये क्या करेंगे ये इजली डोनेट हो जाएंगे किसी h+ को है ना इसका मतलब यह अच्छा बेस होगा इस इफेक्ट को कहते हैं एस आईआर इफेक्ट क्या स्टेरिक इबिजनेस स्टेरिक मतलब भीड़ इन्हीबीन मतलब रोक देना रेजोनेंस को रोक देना भीड़ की वजह से स्टेरिक इबन इन रेजोनेंस या शॉर्ट फॉर्म में एस आईआर कहते हैं अरे यहां हुआ क्या यहां तुमने नाइट्रोजन के लोन पेयर को अंदर डालने ही नहीं दिया रीजन था कि इस भीड़ ने इस भीड़ ने प्लेन चेंज करा दिया नाइट्रोजन का बेचारे का तो वो अपना इलेक्ट्रॉन अंदर नहीं दे पा रहा बेचारा क्या खुश है वो वो कहता है अच्छा हुआ अंदर इलेक्ट्रॉन नहीं गया मेरे इलेक्ट्रॉन फ्री है मैं h प्स को दूंगा और इलेक्ट्रॉन अगर h प्स को दूंगा तो केबी का ये ऑर्डर आने से कोई रोक नहीं सकता बहुत ही कंपलीटली लॉजिकल था यह क्वेश्चन वही है इस क्वेश्चन को आप खुद अटेंप्ट करेंगे और मुझे होमवर्क वन लिख कर के जवाब बताएंगे देखता हूं कितने बताते हैं है ना मजे बहुत मार रहे हो तुम लोग ये सब बता दिया एक्सप्लेन कर दिया समझ में आ गया सब कुछ पढ़ाया गया है ठीक है अगला देखते हैं अगली बात क्या है ये कौन है जी एनलीन चलो देखते हैं एनलीन पिरिडी एंड पायरो एनलीन पिरिडी एंड पायरो य यहां जो नाइट्रोजन पे लोन पेयर है वो रिंग के अंदर नहीं जाता वो बात हम पढ़ चुके हैं तभी तो ये एरोमेटिक होता है अब एक बात देखो इनका इलेक्ट्रॉन अंदर नहीं जाता तब भी ये पहले से एरोमेटिक बैठे हैं और ये नाइट्रोजन कैसा है sp2 हाइब्रिडाइज्ड ये नाइट्रोजन कैसा sp2 हाइब्रिडाइज्ड क्योंकि एक लोन पेयर है दो सिग्मा बॉन्ड है तो sp2 है है ना और ये पहले से एरोमेटिक है तो इनका ये इलेक्ट्रॉन एरोमेटिक सिस्टम का पार्ट नहीं है दोबारा सुनिए ये लोन पेयर नाइट्रोजन का ये लोन पेयर इसके एरोमेटिक सिस्टम का हिस्सा नहीं है तो यह फ्री है ये फ्री है कि सामने h+ आगा मैं पकड़ लूंगा लेकिन खोपड़ी लेके आओ नाइट्रोजन का ये लोन पेयर ये तो रेजोनेंस में ऐसा घूमता है तभी तो वो एरोमेटिक हो पाता है अगर नाइट्रोजन का ये लोन पेयर इवॉल्व ना हो तो ये एरोमेटिक नहीं होंगे मतलब साफ है एरोमेटिक बनाने के लिए नाइट्रोजन ने अपने इस लोन पेयर को रिंग के अंदर भेज दिया और आपको पता होना चाहिए अगर आपने एरोमेटिक करैक्टर बनाने के लिए अपना लोन पेयर दे दिया तो कभी आपस में कभी वापस आता ही नहीं है हां वो पकड़ के घुमाते रहते हैं उसी में घुमाते रहते हैं आता है बहुत कम टाइम के लिए इस नाइट्रोजन को मिलेगा इसका मतलब यह लोन पेयर फ्री नहीं है है तो यह नाइट्रोजन भी sp2 हाइब्रिडाइज्ड है तो यह भी sp2 हाइब्रिडाइज्ड है यह भी sp2 यहां का नाइट्रोजन भी ये भी sp2 लेकिन इन तीनों sp2 में नाटक की क्या है इन तीनों sp2 का नाटक समझना इनका लोन पेयर तो बेंजीन अरे ये जो एरोमेटिक रिंग है उसके बाहर है इजली डोनेट होगा लेकिन इनका क्या है ये देखो एरोमेटिक रिंग के अंदर अपना लोन पेयर भेजते हैं रेजोनेंस करते हैं तो इनके बजाय ये वाला क्या होगा आसानी से h+ नहीं पकड़ेगा क्यों क्योंकि इनका लोन पेयर बेंजीन के अंदर जाता है और अपने इलेक्ट्रॉन को घुमाता रहता है तो फ्री नहीं है तो h+ को कैसे पकड़ेगा जबकि ये वाला बैठा हुआ है तो ये जो लोन पेयर है ये sp2 लोकलाइज्ड है है sp2 लोकलाइज्ड का मतलब sp2 हाइब्रिडाइज्ड नाइट्रोजन के ऊपर जाकर के बैठा हुआ है लेकिन यहां का नाइट्रोजन sp2 हाइब्रिडाइज्ड है लेकिन इसका इलेक्ट्रॉन घूमता रहता है देखो इलेक्ट्रॉन इसका घूमता रहता है जी अगर घूमता रहेगा तो इसको कहेंगे जी डी लोकलाइज्ड और आपको पढ़ा चुका हूं कि डी लोकलाइज्ड वाले का केब वैल्यू कम होता है डी लोकलाइज्ड वाले का केबी वैल्यू कम होता है अब सुनो इनमें नाटक सुनो अरे ये तो खतरनाक आदमी है इसने अपना लोन पेयर डोनेट कर दिया कहा भैया तुम एरोमेटिक रिंग बनाओ मेरे को कोई जरूरत नहीं h+ की तो एरोमेटिक में ऐसा घुमाया चक्कर घन चक्कर इनका कि भैया ये भी हालांकि क्या लिखे जाएंगे लोकलाइज्ड ही लिखे जाएंगे डी लोकलाइज्ड इनका भी लोन पेयर घूम रहा है लेकिन इनका लोन पेयर एरोमेटिक रिंग के अंदर घूम रहा है इसलिए फ्री नहीं है एकदम ही फ्री नहीं है तो ये ऑर्डर आएगा और ये पेपर में आएगा मैं तुम्हें स्पष्ट बता रहा हूं ये पेपर में आएगा तुम्हारे सारे नाटक नोटक टंकियां फिर निकलेंगी अब पढ़िए एनलीन एंड एमा एमाइड्स अच्छा एनलीन में हमें पता है नाइट्रोजन का ये जो लोन पेयर है वो यहां ऐसे बेसिकली घूमता रहता है ठीक है कोई दिक्कत नहीं है ये तो हमने पढ़ लिया ठीक है अगली चीज क्या आती है अगली चीज आती है एमाइड्स एमाइड्स क्या होते हैं ध्यान से सुनेंगे एमाइड्स होते हैं rc2 क्या rc2 rc2 में नाइट्रोजन पर है लोन पेयर ठीक है ये लोन पेयर क्या होगा जी यहीं से तो डोनेशन होना है यहीं से तो h+ पकड़ना था लेकिन झंझट ये हो गई कि पीछे उनको रेजोनेंस करना पड़ गया पीछे क्या हुआ जी इनका यह लोन पेयर भैया रेजोनेंस में इवॉल्व हो गया और रेजोनेंस में पता कैसे इवॉल्व हुआ अरे ऐसे इवॉल्व हुआ कि इन्होंने अपना इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी ऑक्सीजन के खोपड़ी तक भेज दी इनका रेजोनेंट क्चर चय बनेगा ये इलेक्ट्रॉन इनके बीच में पाई बॉन्ड पाई बॉन्ड टूट के यहां पर नेगेटिव चार्ज अब सोचो अब तुम कह रहे हो भैया nh2 ऐसा करो तुम h+ पकड़ लो अपने लोन पेयर से ये कह रहा है भैया मैं तो फ्री नहीं हूं मैंने अपना इलेक्ट्रॉन भेज दिया ऑक्सीजन ने नेगेटिव पकड़ रखा वो छोड़ ही नहीं रहा क्योंकि ऑक्सीजन पर नेगेटिव चार्ज इज मोर स्टेबल देन यहां जो कार्बन कार्बन पर प्रेजेंट इलेक्ट्रॉन आएंगे उससे ज्यादा स्टेबल कौन है ये वाला तो मतलब ये कि ये नाइट्रोजन ने जब इलेक्ट्रॉन भेजा तो ऑक्सीजन ने पकड़ लिए भाई काम है तो वापस नहीं करने वाला इसका मतलब केबी ऑर्डर में ये क्या होंगे ये ज्यादा अच्छा बेस होगा क्योंकि यहां तो एटलीस्ट वापस आएगा क्योंकि यहां का इलेक्ट्रॉन कार्बन को मिलते हैं लेकिन यहां का इलेक्ट्रॉन ऑक्सीजन को मिल रहा है ऑक्सीजन इलेक्ट्रॉन वापस करने योग्य नहीं समझता जी अरे बोल ना रे ओ बालक ओ नालायक प्राणियों समझ में आ रहा है कुछ चलो अगला एनलीन एंड एमाइंस अब इसमें तुम बताओगे गधों तुम इसमें बताओ चलो सबसे आसान क्वेश्चन पूछा है जी ओरे नालायक इसमें क्या होगा यहां पर हम कहेंगे कि nh2 में ये तो देखो भैया यह घूम फिर रहा है यहां पर नाइट्रोजन sp2 हाइब्रिडाइज्ड है इसके इलेक्ट्रॉन [संगीत] लोकलाइज है लोकलाइज है यहां पर जो नाइट्रोजन है वो भैया जीी के ऊपर बैठे हुए हैं एक बात दूसरा हाइब्रिडाइज्ड उल्टा यह लोग सपोर्ट कर रहे हैं तो इलेक्ट्रॉन डेंसिटी य बढ़ भी रही है तो सारे नजरिए में एक बात समझ में आती है कि एमीन इ ओ क्या एमीन इ ओ इन केस ऑफ केबी [संगीत] वैल्यू अगर तुम्हें बेस समझ में आ गया तुम्हें एसिड लगेगा कि ऐसे नचा रहे हो सर सर आई लाइक योर टीचिंग स्टाइल वेरी गुड थैंक यू थैंक यू अरे भैया आप ही लोग हो जिसकी वजह से खड़े होने में थोड़ा आसानी सोच के देखो कि आखिरकार ऐसी कौन सी चीज है जो हमें यहां खड़ी रखती है पैसा नहीं है उसका न डोंट वरी हम मना कर सकते हैं कि नहीं सर हम मंजिल नहीं लेंगे बट हमें खुद इच्छा है हम पहुंच जाते सर के सर हमको चाहिए मंजिल सर सोचने लग जाते अरे किसको दे अबकी बार समझ रहे हो तुम हा तो यहां टीचर को अलग ही मजा आ रहा है बच्चे को पढ़ाने में ठीक है समझा रे ओ बालक गधों समझ में आ रहा है कुछ ओके अगली बात है डी लोकलाइजेशन ऑफ पॉजिटिव चार्ज इन कजुट एसिड ये खेल थोड़ी समझना पड़ेगा आपको यह खेल थोड़ा समझना पड़ेगा समझते हैं पहले क्या लिखा गया मेरे सामने एमाइंस तो क्या आपने जीवन में कभी एमाइड लिखा है एमाइड एमाइड होता है आर सी डबल ब oh2 सर अभी तो लिखा था दोबारा क्यों बता रहे हो कि लिखा था कि नहीं लिखा था अरे बोल रहे बाबा एमाइड ये है तो कोई पूछे अगर यह एमाइड है तो एमाइड क्या होगा इस बार आईओसी आप नहीं पढ़ाएंगे अरे यार बहुत धुर रंदर टीचर डोंट वरी है ना अगर मुझसे पढ़ना है तो मैंने पहले ही पढ़ा रखा उसको 12 1 लाख बच्चों ने देख रखा 10 11 महीने पहले पढ़ाया यसी जेई वाला चैनल प है ना तो आप पढ़ सकते हो कार्बन नहीं पढ़ना होता भी कार्बन यहां का पार्ट ही नहीं है कार्बन पढ़ाया जाता है सिर्फ जे एडवांस के लिए तो व अभी के लिए रिलेवेंट भी नहीं है और सच बताऊ अभी तक कार्बन पर पूछते नहीं कार्बन का करैक्टर यूज होता है जो रिएक्शंस में उतना ही जी एडवांस पूछता है तो हम फालतू पढ़ा के तुम्हें क्यों परेशान करेंगे सुनना एमाइड का मतलब है r स जहां ऑक्सीजन है वहां ए लिख दो ए लिख दो और nh2 क्या लिख दो nh2 लिख दो तो ये एमाइड है और ये क्या है एमाइड्स है ठीक है जी तो सिंपली याद करा दिया एमाइड ये है एमाइड इस में क्या होगा नाइट्रोजन होगा एक बात और और सुनो रे क्या यहां पर नाइट्रोजन पर लोन पेयर है इस नाइट्रोजन पर भी लोन पेयर है लोन पेयर निकालना सीख लेना पहले तो ठीक अब बताओ कि अगर मैं कहूं ये a है ये बी नाइट्रोजन है मैं इसके सामने h+ लाना चाहता हूं मैं इसके सामने h+ लाना चाहता हूं मेरा प्रश्न सिर्फ ये है ए इलेक्ट्रॉन ए जो है अपना इलेक्ट्रॉन भेजकर h+ पकड़ेगा या बी ज्यादा अच्छा बेस कौन बन पा रहा है तो कोई पूछ ले कभी कि इनमें बताइए केबी का क्या ऑर्डर होगा सिर्फ ए और बी में ए नाइट्रोजन और बी नाइट्रोजन में अरे वेट कर रहा हूं मिस्टर गधों क्या कहोगे ए और बी में अरे ए वाला इलेक्ट्रॉन तो देख बेटा रेजोनेंस करेगा लेकिन बी वाले का तो लोन पेयर वही बैठा हुआ है इनका तो रेजोनेंस कर रहा है बी का वही बैठा है डी लोकलाइज्ड है नहीं नहीं बी वाला लोकलाइज्ड है इसलिए उसकी के बी वैल्यू ज्यादा है इसीलिए उसकी केबी वैल्यू ज्यादा आएगी लॉजिकल सीखना है वक्त देना पड़ेगा और कोई तरीका है नहीं कई बच्चे आते हैं कि सर एक झटके में सिखा देते तो मजा आ जाता इसीलिए मैं कहता हूं दोबारा ड्रॉप एयर मैं तो कत ही नहीं चाहता कोई ड्रॉप एयर में मुझे मिले भाई बहुत दुखदाई चीज होती है मैंने ऑफलाइन पढ़ाया है ऑफलाइन बच्चे को हम शक्ल में देखते थे मैं तो मना कर देता भाई तू दूसरे बैच में शिफ्ट हो जा मुझे मजा नहीं आ रहा तेरे को पढ़ा के क्योंकि पिछले साल मैंने इतने मरमर के पढ़ाया तुमने पढ़ा नहीं ठीक है आइए ठीक है आइए अरे कार्बो कटान वाला नहीं बता पाएंगे बच्चा ये नालायक प्राणी मेरे अभी नहीं बता पाऊंगा यह देख लो अभी क्योंकि नहीं तो यही पूरा नहीं होगा ठीक है अब इसका मतलब यह है कि यह जो नाइट्रोजन है जहां का इलेक्ट्रॉन उसी के ऊपर बैठा था वो जाकर के h प्स पकड़ के लाएगा तो लाएगा तो कैसा दिखेगा कार्बन डबल बंड ये nh2 प दिखेगा क्या दिखेगा ए2 प्स दिखेगा और यह अगला ए2 बन जाएगा अगला क्या बन जाएगा भैया nh2 बन जाएगा यह देखो इसके बाद यह बनेगा क्या अब देखो होता क्या है इसको कहते हैं बेस यह क्या है बेस h प्स को पाने के बाद यह बन जाता है कॉन्जुलेरे है h+ को पाने के बाद बनने वाला इसी का कॉन्जुलेरे बेस है अब इस कॉन्जुलेरे जनेस करता है कर सकता है क्या एकदम कर सकता है देखो आराम से इसका एक रेजोनेंट बनाया जा सकता है जिसमें आप पाते हैं कि यहां पर अगर हम देखें तो ये nh2 यहां पर क्या है nh2 हमने सिंगल बॉन्ड वाले सारे बना दिए मतलब सारे क्या बना दिए सिग्मा बॉन्ड ये दोनों इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे तो पाई बॉन्ड यहां नाइट्रोजन पर पॉजिटिव क्योंकि उन्होंने अपना लोन पेयर आगे भेजा है अच्छा दोनों इलेक्ट्रॉन nh2 के प्लस को मिला तो न्यूट्रलाइज एक बात देखो ये और ये दोनों हूबहू सेम है ये दोनों हूबहू सेम है देखो है क्या ये बताओ अरे ओ भाई शिवा चरण जी आप भी यहां पढ़ रहे हैं क्या तो पढ़ ही लीजिए आते हैं आपके बैच में ये जो कॉन्जुलेरे जोनें से स्टेबलाइज्ड है मतलब कॉन्जुलेरे एक्शन फॉरवर्ड डायरेक्शन में जाएगी अगर ये रिएक्शन फॉरवर्ड डायरेक्शन में जाएगी तो केब की वैल्यू ज्यादा आएगी क्या आएगी रे बाबा ओ भैया केब की वैल्यू क्या आएगी ज्यादा आएगी तो एमाइड्स को को अगर हम कंपेयर करें एनलीन से एमाइंस को अगर हम कंपेयर करें एनलीन से तो एनलीन तो बहुत हल्का सा बेस होगा विद रिस्पेक्ट टू एमाइंस एमाइड तो भैया बहुत ही शानदार बेस है इसका रीजन क्या बताओगे कि भैया ये जो कॉन्जुलेरे जोनें स्टेबलाइज्ड है और दोनों हूबहू सेम है और जब दो रेजोनेंट स्ट्रक्चर हूबहू सेम हो तो और ज्यादा स्टेबल हो जाते हैं क्या हो जाते हैं और ज्यादा स्टेबल हो जाते हैं तो ये दोनों में देखो ये भाई साहब जीत जाएंगे क्योंकि इनका h+ पकड़ने के बाद रेजोनेंस की फिनोमिना चल रही है h+ को पकड़ने के बाद जो चीज बनी वो बहुत स्टेबल हो गई इसलिए ये रिएक्शन बैकवर्ड नहीं जाएगा ज्यादातर ये फॉरवर्ड आएगा तो केब की वैल्यू ज्यादा जाएगी फॉरवर्ड जाने का मतलब होता है है कि आगे जाना h+ को पाने के बाद ये स्टेबल चीज बन गई तो ये रिएक्शन पीछे नहीं जाएगी होता क्या है रिएक्शन आगे पीछे दोनों चलती है ठीक है जिन्होंने इक्विलियम पढ़ा होगा उनको समझ में आता होगा केमिकल इक्विलियम पढ़ाया जाता है अब आती है बात यहां गवान डींस में देखिए एक मिनट एक मिनट हां गवान डींस का क्या मतलब है क्या आपने जीवन में कभी यूरिया देखा है सर घर पे तो देखा है अरे नहीं रे फार्मूला देखा है nh2 conh2 दिस इज यूरिया यूरिया में अगर यूरिया के इस ऑक्सीजन को हटाकर देखना यूरिया के उस ऑक्सीजन को हटाकर मैं ए लिख दूं तो यह भाई साहब क्या हो जाते हैं गुनिस दिस इज गुनिस यूरिया के इस ऑक्सीजन को हटाइए ए लगाइए यह है गुनिस अब मैं इसके सामने क्या प्रस्तुत करने जा रहा हूं h+ क्या लेने जा रहा हूं भैया इसके सामने h+ ठीक है मैं इसके सामने रखने जा रहा हूं h+ क्या होगा बोलो क्या होगा इनम में से ये इलेक्ट्रॉन पकड़ेगा या यह पकड़ेगा या यह पकड़ेगा तो आप कहेंगे देखो सिंपल बात बताऊ तो ये जो नाइट्रोजन है ना ये जो है जाएगा इनके पास h प् पकड़ने एकदम बात सही थी तो यहां पर होगा nh2 लोन पेयर यहां कार्बन यह हो जाएगा nh2 प्स यह हो जाएगा nh2 देखिए यह हो जाएगा nh2 इस वाले नाइट्रोजन पर क्या होगा लोन पेयर एक बार देखें क्या समझ में आया है क्या य समझ में आई है h प को पकड़ने के बाद ये अब फिर से रेजोनेंस का गेम खेल दो ये यहां ला दो यहां का पाई इलेक्ट्रॉन दोनों उठा के यहां दे दो ऐसा ही दूसरा बन जाएगा तो ऐसे ही टोटल तीन रेजोनेंट स्ट्रक्चर्स बनेंगे और जिसके जितने कंजुल और जिसका कजुट कजुट एसिड जिसका स्टेबल कजुट एसिड जिसका स्टेबल वो बहुत ही शानदार बेस वो बहुत ही शानदार बेस जिस भी बेस का कजुट एसिड ज्यादा स्टेबल होगा क्योंकि यहां तीन रिजोनेटिंग स्ट्रक्चर हैं और तीनों हूबहू सेम है इसलिए ये ज्यादा अच्छा क्या होगा बेस बनेगा क्योंकि ये h+ को एक बार पकड़ लेता है फिर छोड़ता नहीं है अरे बेस अच्छा वही माना जाएगा जो h+ को पकड़ने के बाद छोड़ता नहीं है तो पकड़ने के बाद तो इसको खूब रेजोनेंस में घुमाता है इस h+ को इस चक्कर में h+ बैकवर्ड जा ही नहीं सकता तो इसका मतलब है कि शानदार ये क्या हो जाएगा जी शानदार बेस बन जाएगा अब कोई कह रहा है सर कॉन्जुलेरे नालायक एसिड ये है अगर मान लो ये बेस है बेस को तुम h+ दे दो जब तुम बेस को h+ दे देते हो तो जो बनता है उसको कहते हैं कॉन्जुलेरे ना तो ये कंजुल h+ जिसके पास वो कंजुल बेस अब तो कह दे हां अब अब भैया देखो यार एसिड तो पार्ट बचा ही है वो तो सिखाना पड़ेगा छोड़ेंगे हम देखो कुछ भी नहीं सिंपल बात बता रहा हूं कोई भी नहीं होगा मैं रिकॉर्डेड की तरह पढ़ा दूंगा बट मैं पढ़ाऊंगा छोडूंगा कुछ नहीं ठीक है जिसको जाना है इज्जत से जाओ केब की वैल्यू की बात करें तो गु नस जो है गुवानी सबसे आगे फिर क्या है एमाइड होगा ध्यान रखना ये एमाइड लिखा है इसके बाद हम एनलीन लिख देते हैं एक्चुअली मैंने एनलीन से सबको कंपेयर किया है तो वहां से आप समझ भी सकते हैं सबसे अच्छा गवान और मैं एक बात बता दूं ये कहीं दिख जाएं ऐसे लोग तो कहिए बहुत शानदार बेस होतो क्या बहुत शानदार बेस होतो बल्कि कहूं गवान सबसे स्ट्रांग बेस है किसमें ऑर्गेनिक के जो जो भी बेसेस नोन है उनमें क्या क्या क्या क्या ऑर्गेनिक बेसेस जो नोन है उनमें ठीक है आइए अगला बढ़ते हैं भैया यह क्वेश्चन आपको करना है एक सेकंड में करवा देता हूं देखो यहां पर आपको क्या दिखेगा यह देखो कैसा दिख रहा है अब कई लोग इसको छाट नहीं पाते देखो कैसे लिखने का तरीका है कार्बन डबल बॉन्ड नाइट्रोजन इधर क्या है हाइड्रोजन यहां पे यहां क्या सिंगल बॉन्ड नाइट्रोजन ये और यहां पर क्या हाइड्रोजन सही से देखोगे तो तुम्हें लगेगा यह कुछ और नहीं कुछ कुछ मैच करता हुआ किससे दिख रहा है यह यह एमाइड से मैच करता हुआ दिख रहा है इसीलिए बहुत ही अच्छे बेस में य गिना जाएगा या सिंपली कह दू तो यहां पर जो यहां पर लोन पेयर होगा व जब ए प्स पकड़ेगा जब व ए प्स पकड़ेगा तुम बताओ तुम जवाब बताओ साथ साथ मैं एक्सप्लेन कर रहा हूं जब य भाई साब h प् पकड़ेंगे तो यहां पर प्लस आएगा देखो ध्यान से जब ये भाई साहब h प्स पकड़ेंगे जब ये भाई साहब h प् पकड़ेंगे तो यहां पर इस तरीके से प्लस आएगा और नाइट्रोजन का जो ये लोन पेयर है यहां से चलके जाएगा और इनके पाई इलेक्ट्रॉन को तोड़कर इसको स्टेबलाइज करेगा तो हुआ क्या एट द एंड ये एक ऐसा बेस है जो h प् को पाकर क्या कर रहा है एक कजुट ये बेस है और ये कॉन्जुलेरे इसका कंजुल चार्ज पाता है उसको न्यूट्रलाइज कर देता है बाय रेजोनेंस तो यह बहुत स्टेबल है अगर यह बहुत स्टेबल है तो भैया जी कभी भी कॉन्जुलेरे अप्लाइड इन सैचुरेटेड एलिफेटिक एमाइंस सिंपल है समझा देता हूं देख लो nh3 होता क्या है देखो यह बेस है nh3 नाइट्रोजन पर लोन पेयर है बेस है नाइट्रोजन पर लोन पेयर है बेस है नाइट्रोजन पर लोन पेयर है बेस है यहां पर भी बेस है देखो यहां पर हुआ क्या है नाइट्रोजन में तीन हाइड्रोजन लगे एक हाइड्रोजन हटा के एक आर ग्रुप मतलब न डिग्री एमाइंड दो डिग्री एमाइज न डिग्री अमान अच्छा इनमें देखो कैसे करते हैं इसमें देखो कैसे करते हैं यह जित जितने भी लोग बेस है ध्यान से सुनो हमें क्या करना है बेस को देना है h+ और बनाना है उसका कजुट एसिड सुनो रे उसका क्या बनाना है [संगीत] कॉन्जुलेरे तो यह कैसा बनेगा जी nh4 प बनेगा nh4 प बनेगा अगर मैं इसको h+ दे दूं तो क्या बनेगा r बनेगा और ये h+ को पाने के बाद नाइट्रोजन पर कितने हाइड्रोजन हो जाएंगे दो पहले से थे एक और आ गए और नाइट्रोजन जब चार बॉन्ड बनाएगा तो प्लस बनाना पड़ेगा या सिंपली कहो नाइट्रोजन जब लोन डोनेट करके h+ को पकड़ेगा तो नाइट्रोजन प प्लस आ जाएगा कोई दिक्कत की बात नहीं है एक बात देखो अब इसको h+ दे रहे हैं हम तो यहां पर क्या है नाइट्रोजन पर पहले से दो आर ग्रुप मौजूद है नाइट्रोजन पर दो आर ग्रुप मौजूद है एक हाइड्रोजन एक h+ वाला हाइड्रोजन नाइट्रोजन पर क्या आएगा प्लस आ जाएगा नाइट्रोजन पर क्या आएगा प्लस आ जाएगा r3 ए की बात करूं तो क्या होगा इनको दे दो h+ ये सब बनाना पड़ता है तभी सीख मिलेगा जब जबरदस्ती हीरो बाजी जल्दबाजी यह सब बेकार कर जाएगा आपको क्योंकि मुझे यह पता है कि इन वीडियोस पर बाद में बच्चे बहुत देखते हैं तो मैं इनको बर्बाद नहीं कर सकता उनको लायक बना रहा हूं कि उनको लगे कि हां वो कुछ पढ़ के सीख के गए उनको कुछ भी ना आता हो ना तब भी सीख के जाएंगे वो मेरी गारंटी है ठीक है जी आओ देखते हैं यहां पर क्या आएगा प्लस आएगा अभी मैंने एक चीज सीखा कि ये जो भी बेस थे उन बेसेस को जब मैंने h+ दिए h+ देने के बाद ये भाई साहब लोग बन जाते हैं लेकिन इनमें आपस में कोई रेजोनेंस नहीं है देखो इनमें कोई रेजोनेंस नहीं कोई रेजोनेंस नहीं कोई रेजोनेंस नहीं अब एक बात समझना ये जो एमाइंस का हम बेसिक नेचर निकाल रहे हैं ये निकाल रहे हैं हम एक्वसस में किसमें हम बेसिक नेचर किसमें निकालते हैं एक्वसून में एक्वसून का मतलब होता है वहां पर पानी मौजूद है एक्वसस का मतलब वहां पानी मौजूद है तो अब ये जो कॉन्जुलेरे क्या या इसको या उसको देखते हैं वाटर जब इंटरेक्ट होने आएगा तो वाटर में जो ऑक्सीजन होगा उन पर लोन पेयर या डेल नेगेटिव होगा और हाइड्रोजन पर डेल प्लस होगा तो इसका डेल प्लस डेल नेगेटिव आपस में हाइड्रोजन बॉन्डिंग करेंगे देख लो वाटर यहां इस हाइड्रोजन के साथ हाइड्रोजन बॉन्डिंग करेगा इसके साथ भी हाइड्रोजन बॉन्डिंग करेगा इसके साथ भी हाइड्रोजन बॉन्डिंग करेगा इसके पास चार हाइड्रोजन बॉन्ड मिले मतलब जब nh3 ने h+ को पकड़ा nh4 प बना आया पानी में nh4 प गया पानी ने उसको आके घेर लिया उसको खूब स्टेबल कर दिया इसका मतलब ये रिएक्शन धड़ाधड़ भागते हुए फॉरवर्ड डायरेक्शन में जाना चाहेगी एक चीज दूसरा सुनिए यहां पर कितने बनेंगे यहां पर तीन हाइड्रोजन बॉन्ड बनेंगे यहां पर तो भैया दो हाइड्रोजन बॉन्ड बनेंगे यहां पर दो हाइड्रोजन बॉन्ड बनेंगे यहां वाटर और हाइड्रोजन के बीच में सिर्फ एक हाइड्रोजन बॉन्ड बनेंगे अब प्रश्न ये है कि इनमें बताओ ज्यादा स्टेबल कहां महसूस करेगा तो आप कहेंगे यहां ज्यादा महसूस कर रहा है स्टेबल कहां महसूस करता है जहां फोर्स ऑफ अट्रैक्शन हो जहां प्यार हो जहां मोहब्बत हो तो हाइड्रोजन बॉन्डिंग क्या है फोर्स ऑफ अट्रैक्शन तो यहां हमारा जो ये कॉन्जुलेरे हमेशा फॉरवर्ड डायरेक्शन में चलेगी लेकिन यहां आओ यहां पर n3 r3 ए में एक ही हाइड्रोजन बॉन्डिंग हुई पानी से ज्यादा प्यार इसको मिला नहीं तो ये कहेगा यार तुम्हारा h+ पाके मुझे क्या फायदा हुआ पानी में कुछ फायदा नहीं लग रहा है तो इस हिसाब से पानी के अंदर हमें महसूस होगा कि nh3 एक बहुत अच्छा बेस है क्योंकि इसका कजुट बेस पानी में जाने के बाद बहुत सारा क्या करता है सॉल्वेशन करता है इसको कहते हैं सॉल्वेशन क्योंकि सॉल्वेंट क्या कर रहा है सॉल्यूट या जो बना हुआ चीज है जो बना हुआ मॉलिक्यूल है उसके साथ इंट टक्शन कर रहा है तो इंटरेक्शन विद सॉल्वेंट इज नोन एज सॉल्वेशन तो सॉल्वेंट अगर पानी है तो वो इंटरेक्ट कर रहा है तो हमें लग रहा है कि यह सबसे अच्छा बेस होना चाहिए nh3 विद रिस्पेक्ट टू ऑल यह बातें आनी चाहिए जैसे मैंने पढ़ाया एक्स कंडीशन में सॉल्वेशन के थ्रू हमें लगेगा ये एक अच्छा बेस है लेकिन इन रियलिटी एक बात और भी है यहां पर एक चीज काम करती है क्या पता है रे इंडक्टिव इफेक्ट एक बात बताओ आर ग्रुप मतलब जैसे मिथाइल है तो इलेक्ट्रॉन बढ़ाएगा आर नाइट्रोजन आर हाइड्रोजन यहां तो भैया दो आर बढ़ाएंगे यहां देखो तुम्हें क्या लग रहा है इंडक्टिव इफेक्ट के हिसाब से अच्छा बेस कौन सा है इन तीनों में देखो इंडक्टिव इफेक्ट के हिसाब से अच्छा बेस कौन सा है सर अच्छा बेस वो होगा जहां पर खूब सारा इलेक्ट्रॉन डेंसिटी होगा ये लोग देंगे यहां इकट्ठा होगा ये सबसे अच्छा बेस है सर ये तो घटिया बेस है सर इसके हिसाब से तो मुझे ये समझ में आया कि अगर मैं इंडक्टिव इफेक्ट लगाता हूं तो ये अच्छा बेस है लेकिन ये सॉल्वेशन इफेक्ट लगाता हूं तो ये है इसका मतलब दोनों तो पूरा उल्टा है लेकिन अगर पेपर में पूछता है तो हम क्या लिखेंगे तो हम सिर्फ याद की हुई चीज लिखेंगे सिर्फ याद की हुई चीज लिखेंगे लेकिन ये कहां काम आएगा ये क्यों पढ़ाया ये आगे भी काम आएगा ये मैंने इसलिए पढ़ाया ताकि अगर वो सिर्फ ये पूछे कि सॉल्वेशन के इफेक्ट को कंसीडर करते हुए बेसिक कंडीशन बताइए बेसिसिटी किसकी ज्यादा होगी पानी के अंदर तो कहना इसकी ज्यादा होनी चाहिए क्योंकि यहां पर हाइड्रोजन बॉन्डिंग चार दिख रहा है यहां पर एक दिख रहा है ये कब कहेगा एक्वास कंडीशन में बेसिक कैरेक्टर को निकालने के लिए कहेगा लेकिन ज्यादातर क्वेश्चन एनसीआरटी बेस्ड यही आते हैं कृपया ये समझने के लिए था आया तो ठीक नहीं तो कोई बात नहीं आओ यहां पढ़ाता हूं देखो देखो ध्यान से याद करना पड़ेगा ये याद करना पड़ेगा मैं ध्यान से लिख देता हूं याद करना ही होगा क्या हुआ कि दो फैक्टर थे दोनों एक दूसरे के अपोजिट हो गए सोच के देखो यहां अच्छी हाइड्रोजन बॉन्डिंग नहीं मिली इसका मतलब ये अच्छा कॉन्जुलेरे रहे हैं तो इंडक्टिव के टाप से तो ये अच्छा होना चाहिए तो ये जस्ट अपोजिट जो दो चीजें मिल गई इसके बाद एक्सपेरिमेंट पर हमें जाना पड़ा थरी पर नहीं रह सकते हैं अब अगर ये r जो ये r लगा है वो ch3 हो ये जो r है यहां दो है वहां ती स3 है तो याद करने का तरीका है 2 और जीरो अगर यह r स2 ए5 है c25 है c25 है तो आप लिखिए यहां पर 2 और जीरो अच्छा ट और जीरो क्या है 2 डिग्री ए माइन 2 डिग्री अमान तो 2 डिग्री अमान चाहे आप r स3 ले लो चाहे आप आ को c25 ले लो सबसे आगे कौन होगा 2 डिग्री होगा ठीक है सबसे पीछे कौन होगा सर जी0 डिग्री मतलब ये nh3 होगा जीरो डिग्री मतलब ये nh3 होगा बीच में कौन आएगा वो मैं याद करा दूंगा देखो बीच में बचा कौन वन और थ्री तो पहले वन लिखिए फिर थ्री याद कैसे रहेगा यहां पर देखो आर में एक ही कार्बन है जब एक कार्बन है तो यहां वन लिख दीजिए और दूसरा थ्री अगर आपको यह आता है तो बस इसी को स्विच कर दीजिए यहां थ्री यहां व बस भैया यही आएगा पेपर में पेपर में यही आता है इसलिए पढ़ा रहा हूं पेपर में यही आता है इसलिए प रहा हूं ठीक है जी अब एक बात सिंपल सा सुन लो अगर कोई पूछ ले कि भैया ये लिखा है ch3 टवा ए और अगला लिखा है ch3 थ्राइस n ठीक है इनमें बताओ ज्यादा ज्यादा अच्छा बेस कौन होगा तुरंत आपका दिमाग इस पर रटने पर आना चाहिए कि देखो 2 डिग्री देखो r अगर स3 है तो 2 डिग्री वाले को आगे रखो 2 डिग्री वाले को आगे रखो विद रिस्पेक्ट टू 3 डिग्री ये डिग्री वाला है तो वहां से देख करके इस तरीके से लिख लेना ठीक है आइए अगली बात करते हैं नहीं तो खत्म ही नहीं होंगे कभी सॉल्वेशन एंड स्टेरिक इशन ऑफ प्रोटोनेशन ये अप्लाई करते हैं कहां पर ऑर्थो सब्सीट्यूटेड एनलीन एंड पिरिन पर चलिए देखते हैं देखो ये है एनलीन एनलीन के सामने हमने ला दिया h प् एनलीन के सामने हमने क्या ला दिया जी h प् य h प् पकड़ लेंगे तो क्या होगा ये बना देंगे nh3 प इनका प्रोटोनेशन बहुत आराम से हो गया लेकिन अगर कोई जी ग्रुप हो बड़ा सा ग्रुप हो तो क्या आसानी से प्रोटोनेशन हो पाएगा यह जी ग्रुप क्या करेगा इस प्रोटोनेशन को रोकेगा कहेगा भैया मैं बड़ा ग्रुप हूं इधर से तुम h प् आ ही नहीं सकते तो इसको भैया बच बचा के इसके पास जाना पड़ेगा तो कुल मिला के एक चीज समझ में और आई कुल मिलाकर एक बात और समझ में आ गई भैया कि यहां पर प्रोन में ही प्रॉब्लम है यहां तो प्रोटोनेशन ही आसानी से नहीं हो रहा है यहां पर तो आसानी से प्रोटोनेशन ही नहीं हो रहा है रोक कौन रहा है प्रोटोनेशन से तो यह जी ग्रुप रोक रहा है यह जो जी ग्रुप है यह प्रोटोनेशन से रोक रहा है इसका मतलब यहां स्टेरिक इन्हीबीन इन प्रोटोनेशन लगाएंगे क्या स्टेरिक इबन मीन प्रोटोनेशन मतलब होता है कि प्रोटोनेशन को h+ के पाने को प्रोटोन होता है क्या h+ h+ ही प्रोटॉन है तो h+ को पाने में दिक्कत कौन क्रिएट कर रहा है ये जी ग्रुप इसीलिए हम कहते हैं यहां पर हम स्टेरिक इबन इ प्रोटोनेशन देखते हैं प्रोटोनेशन को रोकने का काम ये जी ग्रुप करता है और ऐसी सिचुएशन में आप खुद जानते हैं कि ऐसी सिचुएशन में इन दोनों में अच्छा बेस कौन है इन दोनों में अच्छा बेस कौन है बताओ केबी में ये एनलीन अच्छा बेस है एनलीन अच्छा बेस है या ये अच्छा बेस है बताओ बताओ यह अच्छा बेस है या ये अच्छा बेस है तो आप कहेंगे एनलीन अच्छा बेस है क्योंकि ये जी ग्रुप की वजह से दिक्कत आ रही है प्रोटोनेशन नहीं हो पा रहा है लेकिन यह जी ग्रुप क्या नहीं होना चाहिए ये जी ग्रुप ओ और nh2 नहीं होना चाहिए ठीक है जी ये जी ग्रुप ओ और nh2 नहीं होना चाहिए इतनी बात समझाने समझ में आई वो बताऊंगा क्या है ओ और nh2 का ग देखो ये मैंने जीड लिख दिया अगर ये जीड क्या होता अगर ये ओ होता अगर ये nh2 होता तो देखो क्या होता पहली बात तो ये मैं मानता हूं कि ये h+ को गेन करने में h+ को गेन करने में यहां प्रॉब्लम होगी ये बात सही है किसी भी ग्रुप के प्रेजेंस की वजह से लेकिन ध्यान से सुनिए ध्यान से सुनिए बच्चा पार्टी ये बहुत काम की बात है यहां पे अगर मान लो ऑक्सीजन होता और हाइड्रोजन होता ध्यान से सुनिए अगर मैं इस जी ग्रुप को ओ ले लूं तो क्या बदलेगा ऐसा पता है क्या बदलेगा यहां अगर ये जी ग्रुप देखो ध्यान से अगर ये जो जी ग्रुप है क्या होता पता है अरे एक काम करते हैं इसको जी रहने देते हैं ये जी ग्रुप आप क्या ले सकते हो जैसे ch3 ले सकते हो c2 ए5 ले सकते हो ऐसी कोई चीज ले लो तो ऐसी कंडीशन में ये पीछे रहेगा याद नहीं करना है केवल इनको डिसाइड करवा रहा हूं मैं ठीक है आखिरकार इनके आने की वजह से क्या नौटंकी आती है बस वो समझाऊ दैट इज हाइड्रोजन बॉन्डिंग देखो जब आता है ना तो ये नाइट्रोजन और इनके बीच में हाइड्रोजन बॉन्डिंग दिखाई देती है एक दोती च पा फाइव मेंबर ड्रंक के अंदर एक हाइड्रोजन बॉन्डिंग दिखाई देती है तो ये ज्यादा स्टेबल हो जाता है माना कि ये प्रोटोनेशन में थोड़ी मोड़ी प्रॉब्लम ये क्रिएट कर देंगे लेकिन जब एक बार प्रोटोनेशन हो गया तो ये इसको स्टेबल कर देंगे इसलिए इसकी केब वैल्यू बहुत ज्यादा है क्योंकि इसका जो ये कंजुल एसिड है वो बहुत स्टेबल बना ड्यू टू ड्यू टू अरे बोल ना भाई हाइड्रोजन बॉन्डिंग अब मैं पूछूं कि एक बात बताओ यहां का केब कैसा होगा मैं कहूं कि बेंजीन पर nh2 है वहीं पर बेंजीन पर nh2 के साथ चाहे दूसरा nh2 ले लो चाहे दूसरा ले लो चाहे आप यह ले लो चाहे nh2 तो आप कहना यह वाला ज्यादा अच्छा बेस होगा क्योंकि इस वाले में हाइड्रोजन बॉन्डिंग हो रही बल्कि यहां कहां हाइड्रोजन बॉन्डिंग हो रही है तो दिस इज द ऑर्डर आई होप अब खत्म हो चुका है ये कहानी ठीक है अब ये थोड़ा जल्दी निकालना पड़ेगा देखो अब यहां पर क्या है जितने बड़े ग्रुप आप जितने बड़े ग्रुप आप यहां पर घेर जाएंगे अब आप सोच कर देखो क्या ये h+ आसानी से पकड़ पाएगा जी अरे आसानी से h+ कैसे पकड़ेगा इतने बड़े-बड़े ग्रुपों के बीच में h+ इजली नहीं पकड़ में आएगा यहां भैया थोड़ी दिक्कत होगी ये इजली h+ को पकड़ पाते हैं ये इजली h+ को पकड़ पाते हैं इसीलिए हम इसको कहेंगे कि देखो भैया ये देखने को मिलता है तो स्टेरिक इन् बिशन इन प्रोटोनेशन की वजह से यह ऑर्डर आता है जहां पे भीड़ ज्यादा होगी नाइट्रोजन चाहे वो एमीन हो चाहे वो पिरिडी उसके ऑर्थो पोजीशन पर अगर बड़े-बड़े ग्रुप लगे हैं तो प्रोटोनेशन वो नहीं होने देते सेम कहानी इनमें लगानी अब तुम बताओगे कि ज्यादा अच्छा बेस कौन होगा शायद समझ गए होंगे ठीक है अब बात आती है एसिड की लगता है जल्दी खत्म कर देंगे क्या आओ देखते मुझे 1:30 बजे तक खत्म करना है 1 घंटे 10 मिनट मेरे पास है और पोरली सब कुछ पढ़ाने के लिए है अब समझो देखो अब तुम्हें समझ में आ गया है कि भैया एसिड के लिए हम के ए लिखेंगे मतलब मैं कहूं किसी एसिड की एसिडिक स्ट्रेंथ अच्छी है इसका मतलब है वो बहुत शानदार h प्स डोनर है एसिड अच्छा एसिड मतलब बहुत ही बहुत ही शानदार h प्लस का डोनर है तो एचएफ और एचआई में पूछा गया कि बताइए अच्छा एसिड कौन सा है अच्छा एसिड कौन सा है तो हमने कहा पानी में डालो देखते h पस में टूटा एफ नेगेटिव में टूटा h प्लस में टूटा एफ नेगेटिव में ये आई नेगेटिव में टूटा अब समझना ध्यान से एसिड में हमें क्या देखना होता है कृपया ध्यान देंगे यह भाई साहब एसिड है यह भाई साहब एसिड है एसिड जब अपने अंदर से h प निकालता है जो चीज बनती है वो बेस बनती है यही तो बेस है है ना ये बेस है लेकिन ये एसिड का बेस है तो इसको कहते हैं एसिड से जुड़ा है कॉन्जुलेरे जो बनेगा वो कॉन्जुलेरे समझे अरे गधों इतनी समझे कि नहीं समझे अच्छा अगर मैं ये कहूं एक लाइन तुम्हें देखो समझ में आता है के जैसे वहां हम कहते थे के बी यहां कहेंगे के ठीक है जी इक्वि बियम पे हम यहां लिख सकते हैं केव ये लिख सकते हैं के2 देखो के की वैल्यू ज्यादा कब होगी कोई एसिड अच्छा एसिड तब माना जाएगा जब स्टेबिलिटी स्टेबिलिटी ऑफ कजुट बेस उसकी अच्छी होगी जिसका जिस एसिड का कॉन्जुलेरे [संगीत] छोटू सा उस पर भी एक नेगेटिव चार्ज चार्ज डेंसिटी का मैटर है दोनों पर एक नेगेटिव चार्ज है लेकिन छोटे पर एक नेगेटिव चार्ज से चार्ज डेंसिटी इसकी ज्यादा जो ज्यादा डेंस चार्ज होगा वो ज्यादा रिएक्टिव होगा कम स्टेबल होगा लेकिन यही अगर मैं स्टेबिलिटी फैक्टर लिखता तो मैं कहता कि आयोडीन का जो आयोडाइड वाला बना वो ज्यादा स्टेबल है तो ज्यादा स्टेबल कौन निकला जी आई नेगेटिव क्यों क्योंकि साइज में बड़ा था एक नेगेटिव चार्ज पूरे सरफेस पर फैलाना था आसानी से फै ला दिया समझा रे ओ बालक समझा ना तो ये ज्यादा स्टेबल अब अगर ये स्टेबल तो भैया हम कह दें अरे इस बात को देखते हुए क्या हम ये कह दें कि भैया के में एई बहुत ही बेहतरीन एसिड है विद रिस्पेक्ट टू एचएफ अरे जिम्मेदारी से कहिए अगर ये बहुत ही शानदार कंजुल बेस स्टेबल कॉन्जुलेरे नहीं बेसिक कांसेप्ट सिर्फ इतना है बाकी कहानिया आपको पकड़नी है सीख खना आना चाहिए इनको छोड़िएगा पहला देखिए इलेक्ट्रोनेगेटिविटी वाटर और एचएफ हमसे कहा गया बताओ वाटर अच्छा एसिड है या एचएफ मैंने कहा रुको ये एसिड है ना चलो पता करते हैं कि h+ दे पाते हैं कि नहीं जब इन्होंने h+ दिया तो हमें पता चला कि भैया ये f नेगेटिव बनाते हैं अच्छा वाटर से हमने h+ मांगा तो इन्होंने कहा कि ले भैया h+ लेने के बाद मैं क्या बन जाता हूं मैं ओ नेगेटिव बन जाता हूं मुझे क्या कंपेयर करना था मुझे एसिड की एसिडिटी को कंपेयर करना कुछ इस तरीके से सिखाया गया कि जो ये कॉन्जुलेरे पता किया तो हमें पता चला कि स्टेबिलिटी ऑफ स्टेबिलिटी ऑफ f नेगेटिव इज मोर देन नेगेटिव अगर ए बाबा ध्यान से इधर इधर अगर ये f नेगेटिव ज्यादा स्टेबल है विद रिस्पेक्ट टू h नेगेटिव तो हम कहेंगे कि एसिड ज्यादा अच्छा एसिड कौन होगा एसिडिटी एसिडिटी किसकी अच्छी होगी आप कहेंगे एए की अच्छी होगी विद रिस्पेक्ट टू h2o के शायद आनंद आया हो है ना ओके अगली बात ये सब सीख चुके हो तुम h2o h2s में ज्यादा अच्छा एसिड कौन है तो मैंने कहा मुझे नहीं पता तुम पहले इनसे h+ निकलवा करके कंजुल बेस बनवा दोगे मेरे को फिर समझ में आता है उसके पहले समझ ही नहीं आता उसके पहले बुद्धि काम ही नहीं करती मेरी तो मैंने कहा एक बात सुनो ये एसिड से h+ निकलवाया तो पता चला इनमें जो ज्यादा स्टेबल है वो कौन मैंने पीछे पढ़ाया था अरे वही लाइने है इसीलिए लास्ट में पढ़ाता हूं मैं एसिड स्टेबिलिटी किसकी अच्छी ए नेगेटिव की तो एसिड अच्छा कौन हो गया ना बात अरे हो गई ना भाई फाइनल बात यह है एसिडिटी यह है के वैल्यू समझा रे अब अगली चीज बताओ इनमें से बताओ इनमें से ज्यादा अच्छा एसिड कौन सा है ज्यादा अच्छा एसिड इनमें से कौन सा है हाइब्रिडाइज्ड से h+ निकलवा तो सही h+ निकलवाया मान लो इस कार्बन से तो ये हो गया ch2 नेगेटिव क्योंकि प्लस निकालने के बाद ऐसा ही बनेगा h+ निकालने के बाद यहां से निकलवाया तो पता चला h प यहां से निकलवाया तो ये बन जाएगा बोलो बोलो भैया जल्दी बोलो इनमें जो यहां पर नीचे की तरफ बने हुए कंजुल नीचे की तरफ जो बने हुए कॉन्जुलेरे यह ऑर्डर नजर आता है यह बात हमने पढ़ी थी तो एसिडिटी का ऑर्डर क्या आएगा यह ऊपर मैंने एसिडिटी का ऑर्डर लिखा मैंने ऊपर के का ऑर्डर लिखा ज्यादा एसिडिक यह वाला कार्बन होगा जो कि ए हाइब्रिडाइज्ड है ये sp2 तो है लेकिन डी लोकलाइज्ड है यह sp2 तो है लेकिन लोकलाइज्ड है इनके बारे में पहले बातचीत हो चुकी है तो बार-बार वही चीज हम नहीं पढ़ने वाले यह देखो यह पेपर में पूछता है हां सारा पीडीएफ जो है आपको कहां मिलेगा पीडब्ल्यू की मोबाइल पप पर मिल जाएगा इस बैच में होगा मंजिल बैच में क्वेश्चन करिए तुरंत क्वेश्चन करिए तुरंत भाई तुरंत करेंगे यह देखो अगर मैं कहूं कि ये एसिड है तो हमें क्या करना पड़ेगा यहां कार्बन और हाइड्रोजन के बॉन्ड को तोड़कर दोनों इलेक्ट्रॉन को उठाकर कार्बन को देना पड़ेगा है ना क्योंकि तभी तो h प् फ्री होगा जब दोनों इलेक्ट्रॉन बॉन्ड का आप ले लेंगे तो एट दंड आपने बनाया क्या यह h+ देने के बाद ये एसिड ये कॉन्जुलेरे भले यहां कार्बन को हाइड्रोजन हटाकर यहां नेगेटिव ला दोगे लेकिन वहां उतनी स्टेबिलिटी नहीं आएगी क्योंकि वो रेजो कोई एरोमेटिक का पार्ट नहीं बनने वाले तो पहले ये आ जाएंगे चौथे नंबर पर ये वाले भाई साहब देख लो बहुत इंपॉर्टेंट है क्या करना होता देखो हमने अभी पढ़ाया था बालक हमें जो कोई कहे कि एसिड एसिड है ये तो कहो कि पहले h+ दिलवा हो इनसे h+ देने का मतलब हुआ कार्बन और हाइड्रोजन के जो इलेक्ट्रॉन है वो दोनों इलेक्ट्रॉन कार्बन को दिलवा दो तभी तो हाइड्रोजन का कोई भी इलेक्ट्रॉन हाइड्रोजन के पास नहीं रह पाएगा देखो एक ही इलेक्ट्रॉन था वो भी आपने ले लिया तो हाइड्रोजन पर प्लस आएगा h+ हटाने के बाद ये कजुट बेस बना और जो ये कॉन्जुलेरे क्टर है अगर एरोमेटिक कैरेक्टर स्टेबल है तो निश्चित रूप से आप कहिए कि ये बहुत अच्छा बेस हो अच्छा एसिड होगा चौथा वाला बहुत अच्छा एसिड होगा इस क्वेश्चन को अच्छे से देख लेना भैया यही रीजन है हम जो बताना था ठीक है फर्स्ट वाले में आप क्या करोगे यहां पर आप कहोगे कि देखो भैया एक कार्ब है जिस पर की नेगेटिव चार्ज ये h+ के रूप में जब आप हटाते हैं तो कार्बन हाइड्रोजन के इलेक्ट्रॉन को आपको कार्बन को देना पड़ता है और इससे आप क्या जोड़ रहे हैं बेंजीन कितनी बेंजीन है जी तीन बेंजीन है एक मैं बाकी को पीएच लिख दे रहा हूं पीएच का मतलब फिनाइल ग्रुप वही बेंजीन ही है ठीक है यहां पर भरपूर रेजोनेंस है नो डाउट यहां प h+ हटाओ यहां से h+ हटाओ तो दोनों इलेक्ट्रॉन कार्बन को देने पड़ेंगे तो यहां का कॉन्जुलेरे स्टेबल होगा यह तो और घटिया हो गया ना ch3 नेगेटिव स्टेबिलिटी में ठीक यह बनाना आपको आना चाहिए भाई अभी तो बताया है यह सब अभी तो बताया है जस्ट पीछे गधों जस्ट पीछे ये देखो एरोमेटिक वाले को तो कहेंगे कि बहुत ही शानदार है इसको तो भैया अलग ही लेवल पर रखो यह कार्बन पर प्रेजेंट नेगेटिव चार्ज जो कि ए हाइब्रिडाइज्ड है वो शानदार क्या होगा स्टेबल तो यह हाइड्रो ज्यादा एसक होगा य हाइड्रोजन ज्यादा एसिडिक होगा एंटी एरोमेटिक होगा गधे हो क्या तुम दो इलेक्ट्रॉन यहां दो य दो य छ इलेक्ट्रॉन टोटल है एरोमेटिक है आप ऑप्शन कु ढूंढेंगे कुछ काम करिए जे एडवा 2020 का सवाल है यह कमेंट करके बताइए सब एक्सप्लेन कर दिया बुद्धि खोलने का काम कर रहा हूं मैं नाटक नहीं चल रहा यहां पर यह क्वेश्चन आप खुद करिए चलिए यह भी होमवर्क नंबर टू है आपका होमवर्क नंबर टू हिंट देना चा चाहता हूं तो ये देख लीजिए हाइड्रोजन क्या करने में हटा करके क्या करना होता है यहां पर हाइड्रोजन के और कार्बन के बीच के दोनों इलेक्ट्रॉन को आप यहां रख दीजिए तो यहां पर आपको क्या मिलेगा ऐसा कार्बन जहां पर नेगेटिव चार्ज है और इस पर देखिए क्या लगा है सीओ मिथाइल सी डबल बंड ओ मिथाइल यहां पर क्या है सी डबल बंड ओ मिथाइल यहां पर तीन बार आपको रेजोनेंस करने का मौका मिलेगा बाकी तीन बार रेजोनेंस कहीं नहीं मिलेगा देखो यहां रेजोनेंस हो सकता है यहां रेजोनेंस हो सकता है यहां रेजोनेंस हो सकता है तो तीन बार रेजोनेंस का जहां पे फिनोमिना मिल रगी वही सबसे ज्यादा एसिडिक हाइड्रोजन होगा यह हाइड्रोजन सबसे ज्यादा एसिडिक है इसका मतलब भी समझ लो नहीं तो ये भी नहीं आएगा एसिडिक हाइड्रोजन यही होते हैं जिनको निकालते हैं हम फिर हम कॉन्जुलेरे से अगर हम h+ हटा रहे हैं तो ये जो h+ हटने के बाद इसका ये जो कॉन्जुलेरे और दम लगाइए काम हो रखा है बाकी में उतनी स्टेबिलिटी नहीं मिलेगी सिर्फ एक जगह मिलेगी तो बता दिया है अब आती है बात इधर ch3 हमने बनाया हुआ है तो ये कौन है भैया इसका नाम क्या है एसिटिक एसिड ऑक्सीजन और हाइड्रोजन की बात करें तो ऑक्सीजन क्या होगा इलेक्ट्रॉन अपनी तरफ खींचेगा बॉन्ड का लेकिन कार्बन यहां हाइड्रोजन पर क्या आएगा डेल प्लस तो देखिए प्रोटॉन जैसा करेक्टर h+ जैसा करेक्टर है तो पानी में हमने इसको जब डाला तो डालने के बाद हुआ क्या पता है यहां से h+ निकला और h+ निकलता कैसे है ये एसिडिक हाइड्रोजन निकलेगा कैसे जब ये दोनों इलेक्ट्रॉन शिफ्ट होंगे इस ऑक्सीजन पर जब दोनों शिफ्ट होंगे तो पानी में जाने के बाद ऐसा देखने को मिलता है कि ch3 स डबल ब o नेगेटिव बन जाता है और h+ फ्री हो जाता है तो ये जो h प्लस फ्री हुआ इसी को कहते हैं एसिडिक हाइड्रोजन तो ये हाइड्रोजन एसिडिक है लेकिन यह वाला हाइड्रोजन एसिडिक नहीं है नॉट एसिडिक ये हाइड्रोजन इज नॉट एसिडिक रीजन कार्बन से जुड़ा हुआ है और इस कार्बन से जुड़े हुए हाइड्रोजन में उतनी एसिडिटी नहीं है जितना कि यहां पर होगी सिंपल बात है ये है ना ये एसिडिक नहीं है इसके रिस्पेक्ट में ये हमेशा निकलता रहेगा क्यों क्योंकि एक तो ऑक्सीजन से जुड़ा हुआ है तो ये इस पर पहले से डल प्लस है पानी आएगा इसके डल प्लस को खींच कर ले चला जाएगा ठीक है तो हमने कर दिया भैया h+ आइए अगली बात करते हैं तो हमने कहा देखो ये अच्छा एसिड क्यों हो पाया क्योंकि इनका जो नेगेटिव चार्ज है वो रेजोनेंस की फिनोमिना कर रहा है और इसका आपको क्या मिल रहा है एक बह मिल रहा है तो हम कहते हैं कि ये स्टेबल कॉन्जुलेरे जोनें की फिनोमिना की आइए अगला देखते हैं अब आप बताएंगे कंपैरिजन इनम चलिए खत्म करते हैं भाई अगर कंपैरिजन बता द जल्दी से तो बोलो बोलो बोलो इनमें कंपैरिजन बताओ हमेशा क्या करना है हमेशा बुद्धि लगानी है ये कि एसिड का हमें क्या बनाना है भैया कंजुल बेस एसिड का कंजुल बेस एसिड का कंजुन्नी क्लोरीन और जब तक cooh-cooh टी घटेगी और जहां इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी घटती है वो कंजुल होता है तो ये स्टेबल हो गया अच्छा यहां पर क्या है यहां पर एक ही क्लोरीन था भैया लेकिन यहां पर तो भैया उल्टा कार्यक्रम स3 दे ही रहा है तो इसका मतलब स्टेबिलिटी का ये ऑर्डर है तो एसिडिटी का यही ऑर्डर होगा स्टेबिलिटी ऑफ कॉन्जुलेरे बेंजोइक एसिड पर बेंजोइक एसिड एकदम सेम कहानी है बेंजोइक एसिड उसी कहते हैं कुछ अलग नहीं है देखो no2 क्या करेगा एक सिंपल बात जान लो सिंपल सा मैं बगल में बना देता हूं शायद आप जवाब देने योग्य हो गए हैं तो आप बनाइए तुरंत बताइए टाइम मत खाइए यहां पर no2 होगा no2 होगा तो no2 क्या करेगा जी - m और - आ से इलेक्ट्रॉन खींचें नीचे खींचें अगर इलेक्ट्रॉन नीचे की तरफ शिफ्ट होंगे तो ये भाई साहब में इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी क्या होगी कम होगी और जहां ज्यादा जहां कम इलेक्ट्रॉन डेंसिटी हुआ इसके आसपास वो स्टेबल हो जाएगा इसीलिए ज्यादा एसिडिक यह वाला होगा no2 में ठीक है यहां देखो यहां उल्टा गेम चल रहा है भैया यहां स3 क्या करेगा प्लस हाइपर कॉन्जुलेरे इसका मतलब यहां वह क्या कर रहा है इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ा रहा है और जहां चार्ज डेंसिटी बढ़ी वह कॉन्जुलेरे तो ज्यादा वक्त नहीं है जी आ गए हैं जी आ गए हैं टोटल 10 स्लाइड भी नहीं है सात आठ स्लाइड है बस खत्म है क्योंकि टोटम रिज्म भी तो है अभी और टोटो मेजम बहुत छोटा है जी बुद्धि ज्यादा लगाना ही नहीं होता फिनोल में हमें वही बुद्धि लगानी है कि देखो भाई ज्यादा खर्चा है नहीं दिमाग का इधर इधर करना क्या है यहां पर हमें h प हवाना h प हटेगा कहां से यहां से h प् हटेगा और h प हटेगा तो इसको जो बनता है उसको कहते हैं फिनोक्स इड आयन देखो इसको यह है क्या ये फिनोल है फिनोल से h प् हटाया तो बनेगा फिनोक्स इड आयन यहां सब्सीट्यूटेड वाले से हटाया तो क्या बनेगा वैसे आप गेस कर गए होंगे बुद्धि लगा ले जाओ बहुत आसान है एक्चुअली जो मैंने पीछे सिखाया वही है कमोवेश अलग चीज है ही नहीं अब बताइए क्या होगा यहां पर ज्यादा स्टेबल कौन है सर इसमें अरे no2 क्या करेगा इलेक्ट्रॉन को नीचे खींचेगा तो ये वाला ज्यादा स्टेबल है ये इलेक्ट्रॉन उल्टा ऊपर भेज रहा है भैया हो ये तो इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी ले जाकर के ऑक्सीजन पर बढ़ा रहा है तो स्टेबिलिटी के मामले में यह ज्यादा स्टेबल है अगर यह ज्यादा स्टेबल है तो उसका एसिड ज्यादा एसिडिक है उसका एसिड ज्यादा एसिडिक है उसका एसिड क्या है ज्यादा एसिडिक हमें समझ में आया कि फिनोल और नाइट्रो फिनोल में फिनोल और नाइट्रो फिनोल मतलब no2 लगा कर के हम देखते हैं तो नाइट्रो फिनोल इज मोर एसिडिक देन नॉर्मल फिनोल क्यों क्योंकि no2 क्या करता है - ए और - आ से इलेक्ट्रॉन खींचकर फिनोक्स इड आयन को स्टेबल बना देता है ठीक है यह क्वेश्चन आपका होमवर्क है क्योंकि एक्चुअली मैंने सब बता दिया है ठीक है ओके ये कौन है भैया ये तो बताने लायक नहीं है बहुत आसान है पैरा पोजीशन पर ये ग्रुप्स लगे हैं एक बार सोच के देखो चलो चलो चलो अरे जल्दी करो अब तो टाइम खत्म ही है ज्यादा तो वक्त ही नहीं लिया भाई मैंने मैंने सोचा था ढ़ घंटे का कंटेंट है कुछ छोड़ा नहीं है सब पढ़ाया सब में जितनी मेहनत लग सकती थी लगाया है अब कुछ गधे बाजार में घूमते हैं जो कहीं भी मुंह फाड़ के चले जाते हैं मुझे एक्चुअली इस बात का दुख नहीं मुझे दुख पता क्या होता है यार इनकी किस्मत अभी बनने वाली नालायक अभी नहीं बनाते बाद में बना ले जाएंगे ऐसा नहीं किम घटिया निकलेंगे बहुत सारे लोग तो बना लेकिन बहुत एकदम ही नालायक होते हैं जो मेहनत करना ही नहीं चाहते देखो इलेक्ट्रॉन यह नीचे आएगा देखो इसको सबसे ज्यादा स्टेबल कौन करेगा ये क्योंकि ये है क्या माइनस एम ग्रुप तो ये सबसे जदा स्टेबल कर देंगे इसको ठीक है हाइड्रोजन बॉन्डिंग ये सुनो क्या कहानी कहता है इफ हाइड्रोजन बॉन्डिंग इज प्रेजेंट इन एसिड तो वहां पर एसिडिटी क्या आती है कम आती है बताऊंगा लॉजिकल लर्निंग है रट्टेड पता चला क्या खेल पता चला कि फिनोल और ये तीनों नाइट्रो फिनोल में मैं एक बात दावे के साथ कह सकता हूं कि जहां no2 लगा है वो ज्यादा एसिडिक है बस मुझे ज्यादा बुद्धि नहीं लगानी अभी जो सर आपने पीछे बताया ना मैं उस से सिर्फ एक दावा ठोक रहा हूं बाकी मुझे इनका कुछ खेल पता है नहीं चलो आप सिखाओ अच्छा चलो ये जो no2 है ये रिस्पेक्ट में कहां पर लगा है मेटा पोजीशन पर और ओ के रिस्पेक्ट में मेटा पोजीशन पर है तो ये सिर्फ - आ का काम करेगा यहां पर - m काम कर नहीं सकता no2 का - m यहां ऑक्सीजन पर कोई इन्फ्लुएंस नहीं डालता क्योंकि एक दूसरे के मेटा पोजीशन पर होने पर आपको याद हो तो मेटा पोजीशन पर बेंजीन के कोई फर्क नहीं आता चाहे प्लस m हो चाहे वो माइनस से हो अरे बोल ना अरे बोल ना रे लेकिन ये no2 कहां है ऑर्थो पोजीशन पर ओ के रिस्पेक्ट में ऑर्थो पोजीशन पर तो यहां माइ ए भी लगेगा और माइनस आ भी ऑर्थो पोजीशन प माइनस ए माइ आ दोनों लगता है इसके पैरा पोजीशन पर - ए और - आ दोनों लगता है अच्छा इनसे तो एक बात समझ में आई कि जहां माइ ए - आ है एटलीस्ट ये दोनों इससे तो आगे होंगे कैसे भैया हमें प्रेंट करना क्या होता है फिनोक्स इड से इलेक्ट्रॉन नोचना है खींचना है ले आना है तो ये दोनों अच्छा करेंगे क्योंकि यहां पर no2 ऑर्थो पर और यहां पैरा पर ऑर्थो और पैरा वाले मेजो मेरिक इफेक्ट माइनस ए दिखा पाते हैं ये तो यहां दिखा नहीं पा रहा है इसलिए इसको हम पीछे रख दे रहे हैं इन दोनों में हमें कंपैरिजन करना है ये कह रहा सर बीएड से कब घुमाएंगे बिना बिना सिलेक्शन के तो कतई मैं नहीं घुमाने वाला हूं अभी मैं घर गया था तो मेरे घर के आसपास कुछ बच्चे मिल गए अब उनको मैंने घुमा दिया क्योंकि वो घर के आसपास मिल गए मैं घुमाने वाला नहीं था यही लाइन मैंने चेपी लेकिन उन्होंने कहा सर हम तो आपके घर के बगल मिले हैं हमको नहीं घुमाएंगे हमने कहा चल भैया तेरी बात मानते हैं आज सिलेक्शन लीजिए इससे नौ टंकियों से कुछ नहीं होता ठीक है ये देखो ऑर्थो ये क्या है ऑर्थो नाइट्रो फिनोल फिनोल मतलब क्या है जी बेंजीन पर ओ ये फिनोल ओ के रिस्पेक्ट में ऑर्थो पोजीशन पर ये लगा हुआ है तो ये ऑर्थो नाइट्रो फिनोल है ये है पैरा नाइट्रो फिनोल पैरा नाइट्रो फिनोल अब सुनो यहां पर क्या है ऑक्सीजन और हाइड्रोजन के बीच में चलता है गुफ्तगू कुछ इसको कहते हैं हाइड्रोजन बॉन्डिंग हाइड्रोजन ऑक्सीजन से जुड़ा है तो इस पर डेल क्या आ जाएगा प्लस और इस पर है डेल नेगेटिव तो यहां हाइड्रोजन बॉन्डिंग बट यहां पैरा पोजीशन प थोड़ी ना आएगा हाइड्रोजन बॉन्डिंग बनाने तो यहां कोई हाइड्रोजन बॉन्डिंग नहीं है तो ये आराम से अपना h प दे देता है यह आराम से अपना h प् दे कर के फेनोक्साइड आयन बना कर के खुश रहता है इस तरीके से ये आराम से अपना प् दे देगा कहेगा ले जाओ भैया लेकिन अब बताओ ये h प् क्या हुआ फस गया किसके साथ ऑक्सीजन के साथ तो क्या यह h प्स इजली निकलेगा अरे तो सुनना रे क्या बोला मैंने क्या ये h प्स इजली निकलेगा अरे भैया दो ऑक्सीजन के बीच में फस गया और कभी दो ऑक्सीजन के बीच में फस जाइएगा तो निकल पाएगा जी अ बोलिए नहीं ना तो यहां o नेगेटिव बनाना कठिन हो गया क्योंकि यह h+ निकालना कठिन हो गया इसलिए ऑर्थो वाला पीछे और पैरा वाला आगे यहां पर h+ निकालना आसान है क्योंकि यहां कोई हाइड्रोजन बॉन्डिंग नहीं है बट यहां हाइड्रोजन बॉन्डिंग की वजह से यह h+ इजली नहीं निकल पाता इसलिए वह पीछे आता है अब याद करा देता हूं मुझे पता है तुम्हें कुछ याद नहीं रहेगा इसलिए मुझे रटवा कैसे पोम फिनोल कैसे याद करना है एसिडिटी में पोम फिनोल आता है के ए ऑर्डर में कौन आता है पोम फिनोल आता है बहुत काम की बात है ये क्या आता है पॉम फिनोल मतलब पैरा सब्सीट्यूटेड है भैया नाइट्रो ऑर्थो फिर मेटा फिर फिनोल कभी गलती हो जाए तो पम फिनोल से काम चला लेना कहानी खत्म हुई आइए यह क्वेश्चन यह क्वेश्चन भी आपका होमवर्क है मैं हिंट दे दूंगा कि यह क्या लिखा है यह कह रहा कि ये ये ज्यादा एसिडिक हाइड्रोजन है या ये एसिडिक ज्यादा है या ये एसिडिक ज्यादा है या ये एसिडिक ज्यादा है मैं आपको पढ़ा चुका हूं उनमें से बस एक चीज बता देता हूं कि अगर सी डबल बॉन्ड o से लगा हुआ h है तो ये बहुत ज्यादा एसिडिक है सिंपल यहां कंफ्यूजन हो सकता है तो इसलिए बता रहा हूं ये बहुत अच्छा एसिडिक है सर यही तो मुझे आता था अच्छा जी ये बहुत अच्छा एसिडिक है ये अच्छे से h+ निकाल कर के स्टेबल कर सकता है ठीक है बाकी इसके बाद एडी निकालो तो इधर भी माइनस m लगेगा चलो मैं थोड़ा सा बता भी देता हूं तब तक तुम ढूंढो अगर ढूंढ पा रहे हो तो मैं यही दो बताऊंगा सी डबल ब यहां पर नेगेटिव ठीक है देखो इस वाले एडी को जब मैंने हटाया तो यह बन जाएगा ए स को बनाया तो यह बन जाएगा ये तो यह वाला तो ज्यादा है तो एसी को ज्यादा रखो विद रिस्पेक्ट टू एडी निकल जाए तो ठीक नहीं तो आप खुद ढूंढ लेना ए और बी में तुम्हे ढूंढना पड़ेगा तो ये ए वाला ज्यादा होता क्योंकि पपल बॉन्ड से जुड़ा हुआ जो होगा उसको निकालेंगे तो ज्यादा अच्छा एसिड है है ना एसिडिक है क्यों क्योंकि निकालने के बाद जो कार्बन होगा वो कार्बन ए हाइब्रिडाइज्ड होगा यहां से निकालेंगे तो क्या होगा sp2 हाइब्रिडाइज्ड होगा चलिए आगे देखते हैं ये तो भैया जी ये छोड़ते हैं ऑर्थो इफेक्ट हां बेंजोइक एसिड में ऑर्थो इफेक्ट देख लीजिए देखो कहा क्या जाता है ध्यान सुनिए जो ऑर्थो सब्सीट्यूटेड बेंजोइक एसिड है वो बहुत एसिडिक है विद रिस्पेक्ट टू इन तीनों के ऑर्थो सब्सीट्यूटेड बेंजोइक एसिड इज मोर एसिडिक देन ऑल दीज थ्री बस सिंपल है ये ठीक है अब आइए देखते हैं ये क्या है उसका रीजन यही समझेंगे वहां समझ में नहीं आएगा ठीक है इन तीनों में देखो भाई यहां पर हम एसआई आर इफेक्ट लगाते हैं होता क्या है समझाता हूं यहां जितना बड़ा ग्रुप लगाओगे जितना बड़ा ग्रुप लगाओगे होगा क्या बेंजीन और ये c डबल बॉन्ड o इनके बीच में जो प्लेन होगा जो बराबर था वो प्लेन ट्विस्ट कर जाएगा क्या करेगा वो प्लेन ट्विस्ट कर जाएगा घूम जाएगा जी है ना ये प्लेन घूम जाएगा जितना बड़ा यहां ग्रुप लगाओगे देखो यहां से h+ हटाओ लेकिन h+ हटाने के बाद एक बात समझना ध्यान से सुनना यह जो बड़ा वाला ग्रुप है वो पता है क्या करता है इस cooh-cooh बेंजीन के इलेक्ट्रॉन है वो ऊपर नहीं जा पाएंगे तो वो अच्छा एसिड बन जाएगा लेकिन यहां पर क्या है यहां पर तो भैया जी यहां पर तो सिंपली बोलू तो यह बनेगा देखो सी डबल ब o नेगेटिव यहां h+ हटाने के बाद ये बनेगा जी यहां h प् हटाने के बाद ये बनेगा और जब ये बन जाए अरे सुनो रे जब ये कंजुन्नी चला जाता है इलेक्ट्रॉन लेकर ऊपर अब अगर इलेक्ट्रॉन का फ्लो ऊपर जाएगा तो सोच कर देखो इसको क्या मिल रहा है नीचे से इलेक्ट्रॉन मिल रहा तो इसकी इलेक्ट्रॉन डेंसिटी बढ़ जाएगी अगर इस ग्रुप में इलेक्ट्रॉन की डेंसिटी बढ़ेगी तो इसका मतलब ये लेस स्टेबल होगा सबसे घटिया स्टेबल होगा ये लेस स्टेबल होगा तो ये भाई साहब लेस एसिडिक होंगे तो इसका मतलब अगर यहां बड़े-बड़े ग्रुप होंगे तो वो ज्यादा अच्छा एसिड होगा जितना छोटा उतनी कम एसिडिक नेचर समझ में आ गया होगा अगर समझना है किसी को तो चलिए सिमिलरली इसको बोल देते हैं ऑर्थो इफेक्ट इसको नाम देते हैं कि देखो भैया अगर किसी एसिड के बगल में दो ओ हो गए तो इसका मतलब है ऑर्थो इफेक्ट यहां अच्छा है यहां एक ही ऑर्थो ग्रुप है यहां पर तो नीचे लगा हुआ है यहां दोनों h क्या करेंगे यहां के प्लेन को चेंज कर देंगे तो ये ज्यादा एसिडिक यहां एक ही चेंज कर पाएगा यहां तो चेंज ही नहीं होगा तो ये एसिडिक ये आएगा करेक्टर इसको बोलते हैं ऑर्थो इफेक्ट क्योंकि ऑर्थो पर अगर सब्सीट्यूशन ज्यादा ऑर्थो ग्रुप पर वो ज्यादा एसिडिक है ऑर्थो पर ज्यादा बड़ा सब्सीट्यूशन है तो वो ज्यादा एसिडिक है सिंपल इतनी सी बात है अब ये क्वेश्चन करिएगा अब ये क्वेश्चन करिएगा वैसे मैं एक हिंट दे देता हूं ताकि जल्दी से निपटा सके ये एक्चुअली जैसा लिखा है उससे थोड़ा कंफ्यूजन होगा तो मैं लिख देता हूं h सी ट्रिपल बॉन्ड सी इसके आगे लिखा हुआ है इसके आगे लिखा हुआ है c डबल ब और यह देखिए ये लिखा हुआ है हिंट दूंगा मैं काम तुम्हें करना है ये देखो co2 हाइब्रिडाइज्ड है थोड़ा कम कम इलेक्ट्रोनेगेटिव है ये वाला क्या है देखो ये है तो sp2 लेकिन इसके बगल में और sp2 तो ये ओवरऑल क्या होगा आप समझ के बताइएगा ये क्या होगा यह है है तो sp2 ठीक है यहां पर देखिए ये जहां से जुड़े हुए हैं ये कार्बन है sp3 उल्टा इलेक्ट्रॉन सपोर्ट करते हैं ये अब एसिडिक नेचर से आप समझ जाइएगा ये क्या करेंगे इलेक्ट्रॉन खींचने का काम ये थोड़ा सा खींच ये बहुत ज्यादा खींच अब कंपेरिजन इसको आपको खुद को करके देखना है घर प बैठिए इत्मीनान से प्यार से सीखिए जबरदस्ती के उससे ना बर्बाद हो जाएंगे बहुत स्पष्ट बता रहा हूं मैं ये वाला आगे आएगा क्योंकि सिंपल बता देता हूं यार ए हाइपरडाइमेंशन ये sp2 और sp2 का गेम एक साथ खेलिए इन दोनों में यहां पर oc3 क्या करेगा ज्यादा इलेक्ट्रॉन भेज देगा तो यह भी आप एक बार चेक करिए अब आपको करना है जी सारा बताऊंगा तो मतलब यही रह जाना पड़ेगा अपने को बेसिक मीडियम में हमें क्या करना है हमें क्या डी प्रोटोनेशन करना है डी प्रोटोनेशन का मतलब h+ हटाना होता है तो h प् हटाएगा कहां पे देखो ये ज्यादा एसिडिक हाइड्रोजन है किनारे वाले हाइड्रोजन हटागे तो ज्यादा अच्छे नहीं बनेंगे बता देता हूं कैसे देखो अगर यहां वाले हाइड्रोजन हटाओ ग तो फायदा क्या मिलेगा हमें फायदा यह मिलेगा कि देखो क्या बनने वाला है यहां बीच वाले में नेगेटिव बन जाएगा लेकिन किनारे वाले हाइड्रोजन हटाओ तो सिर्फ यही स्टेबल बनाएंगे इसलिए ज्यादा एसिडिक कौन है ये तो इनको हटा कर के ये डी प्रोटोनेशन के बाद बनेगा इनके बाद यहां पे क्या बनेगा यहां नेगेटिव बनेगा यहां क्या बनेगा यहां नेगेटिव बने अब बेसिक बुद्धि लगाने वालो थोड़ा सोचो ओरे ध्यान से चलो चलो चलो हां इसको एक्टिव मिथाइलिन ग्रुप कहते हैं बहुत अच्छी बात है जिसको ये बात पता है ये जो नेगेटिव चार्ज है ये इधर भी रेजोनेंस करेगा ये इधर भी रेजोनेंस करेगा ये देखो ये यहां तो रेजोनेंस करना चाह रहे थे लेकिन ओ मिथाइल ने कहा कि नहीं भैया मैं रेजोनेंस करूंगा तो हुआ क्या इनके रेजोनेंस की वजह से यहां क्रॉस कॉन्जुलेरे हैं c डबल बॉन्ड o के साथ ये भी करना चाह रहे हैं मतलब ये ज्यादा स्टेबल नहीं हो पा रहा है ये देखो कम से कम उसको अगर इधर रुकावट दिख रही है उसको लगा कि देखो भाई साहब ये जा रहे हैं इधर रेजोनेंस करने तो उसने कहा मैं इधर कर लूंगा इसका मतलब ए वाला सबसे ज्यादा स्टेबल बनाएगा अपना कॉन्जुलेरे को ये नहीं बताना था क्या मोस्ट रेडियली तो a से निकलेगा चलो कोई बात नहीं ये एक्सप्लेनेशन आपके बहुत काम आएगा ये क्या है ये एसिडिक नेचर भी है ठीक है आइए अगला देखते हैं टोटो मेरिजन नन अदर देन 152 मिनट में निपटाना है 20 मिनट मैक्स टोटो मेरिज म इज द पार्ट ऑफ स्ट्रक्चरल आइसोमरिज्म यहां पर स्ट्रक्चर में कुछ बदलाव होते हैं बदलाव को समझने हैं बहुत बेसिक है जैसे हाइपर कंजुल में समझते हैं ना एगजैक्टली देखोगे कुछ ना कुछ वैसा वैसा दिखेगा एग्जैक्ट वैसा नहीं वैसा वैसा दिखेगा तो देखना यहां पर कहा जाता है भैया देखो टोटो मेरिजन करवाना है तो एक कार्बन ऐसा चाहिए जो कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड हो एक कार्बन ऐसा चाहिए जो sp3 हाइब्रिडाइज्ड हो उस कार्बन पर कम से कम एक हाइड्रोजन का बॉन्ड हो सामने ये ये क्या है एक्सवा का रिलेशन हो मतलब सामने कोई माइनस ए ग्रुप लगा हो क्योंकि एकवा रिलेशन कहां सेटिस्फाई होता है आपने पढ़ा माइनस ए ग्रुप में सेटिस्फाई होता है तो चलिए देखते हैं और समझते हैं होता क्या है ये रिएक्शन देखिए एक्चुअली ना ये रिएक्शन की तरह होगा तो ये बेस या एसिड दोनों में परफॉर्म किया जाता है एसिड या बेस दोनों में परफॉर्म किया जाता है और होता कुछ ऐसा कि कार्बन हाइड्रोजन के बीच के दोनों इलेक्ट्रॉन कार्बन और x के बीच में आते हैं और x और y के बीच के जो पाई इलेक्ट्रॉन है वो उठ कर के y के खोपड़ हों पर जाकर के सवार हो जाते हैं शायद अब आप फील कर पा रहे होंगे कि सर यह तो कुछ नहीं बहुत कुछ तो मैच कर रहा है यह किससे हाइपर कॉन्जुलेरे तो पाई बॉन्ड बन गए पाई बॉन्ड के दोनों इलेक्ट्रॉन वा पर गए तो वाई पर नेगेटिव बन गए इसका मतलब हाइड्रोजन ए h+ फ्री हुआ अरे जैसे h+ फ्री हुआ वो वा नेगेटिव के संपर्क में आ गया वा नेगेटिव के संपर्क में आ गया बाकायदा रिएक्शन हुई नेगेटिव और प्लस ने मिलकर आपस में गठबंधन किया और बॉन्ड बना दिया पता है क्या अंतर हुआ सुनना रे यहां से यहां आने में कार्बन हाइड्रोजन के बीच में बॉन्ड था अब वा और हाइड्रोजन के बीच में है पहले यहां पर पाई बॉन्ड था अब यहां पर पाई बॉन्ड है मतलब अरे बदला तो है कुछ क्या बदला पोजीशन ऑफ कार्बन कार्बन पोजीशन ऑफ डबल बॉन्ड बदला है पोजीशन ऑफ हाइड्रो न बदला है यही दो चीज बदली है ये और ये आपस में टोटो मर्स कहलाते हैं इन दोनों को देखो इन दोनों का मॉलिक्यूलर फार्मूला सेम है जितने लोग इधर उतने लोग इधर लेकिन बदला क्या डबल बॉन्ड की पोजीशन और हाइड्रोजन की पोजीशन बदल गई जिसकी वजह से ये दोनों आपस में स्ट्रक्चरल आइसोमरिज्म होंगे लेकिन ये स्ट्रक्चरल आइसोमरिज्म कहां देखने को मिलता है एसिड या बेस में ही देखने को मिलता है और कहीं देखने को नहीं मिलता अब वो तो instagram2 हाइब्रिडाइज्ड संबंध समझिए बिना sp3 के कुछ नहीं होना sp3 हाइब्रिडाइज्ड है और कार्बन की जगह ये x की जगह पर मैं कार्बन लूंगा y की जगह पर मैं ऑक्सीजन लूंगा और कार्बन की वैलेंसी भरने के लिए मैं यहां हाइड्रोजन ले ले रहा हूं या ch3 ग्रुप ले ले रहा हूं चलो कीटोन ले लेता हूं अब बताओ ch3 co3 ये कीटो ग्रुप है कीटोन है अब अगर मैं इसका क्या बना दूं भाई टोटम बताओ कैसे बनाऊंगा बताओ भैया क्या बनाना चाहिए हमें क्या चेंज करना है सर एक काम करिए बाकी चीजें पहले छाप लीजिए जिन पर कोई बदलाव नहीं होना है देखो यह हुआ क्या यहां पर हमने क्या किया है भैया कार्बन हाइड्रोजन के इलेक्ट्रॉन को कृपया इस तरीके से चलाना सीख लीजिए बहुत काम की बात है यहां से और यहां पर इलेक्ट्रॉन को उठा के यहां अब जहां इलेक्ट्रॉन जाते हैं दोनों वहीं पर हाइड्रोजन आ जाता है तो हाइड्रोजन यहां आ जाएगा अच्छा इन दोनों का इलेक्ट्रॉन अग कार्बन कार्बन के बीच में रिसीव होगा तो ये यहां आ जाता है अब एक बात सीखना ओ बालक यहां पर क्या है भाई यहां पर कीटोन का ग्रुप है तो इसको कहते हैं कीटो इसको कहते हैं कीटो फॉर्म इसको क्या कहते हैं कीटो फॉर्म लेकिन यहां देखना यहां पर कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन है इसके लिए क्या हम एल्कीन नहीं कहते थे इसको न नहीं कहते थे कहते तो थे सर हां आशीष सही कह रहे हो वाइट कलर वाली ही है इन और डबल बॉन्ड पर जो ओ है उसके लिए ऑल तो इसको कहते हैं नोल दोबारा सुनेंगे डबल बॉन्ड के लिए हम लिखते हैं इन आईयूपीएसी में ओ के लिए लिखते हैं ऑल तो मिला के हो गया नोल हम कहेंगे कीटो और नोल ये दोनों एक दूसरे के टोटो मर्स हैं जैसे आइसोमर्स कहते हैं ना यहां पर टोटो मर्स कहते हैं समझा रे ओ बालक समझा 15 मिनट का खेल है रे 15 मिनट ज्यादा ही नहीं 15 मिनट का खेल है भरोसा बना के रखें बस सिर्फ 15 मिनट कीटो जो है नोल में इनल जो है कीटो में कन्वर्ट होता है तो अगर मैं तुमसे पूछूं क्या इनल कीटो का टोटो मर है तो कहोगे हां ये भी इसका टोटो मर है यह भी इसका टोटो मर है टोटो मर मतलब आइसोमर ही है लेकिन क्योंकि टोटो मेरिजन के पार्ट में है इसलिए बोला जा रहा है अरे आसान बात है रे क्या है इसमें इसमें कुछ कठिन लग रहा है क्या नहीं है आइए अब देखते हैं कंडीशंस वाली लाइन जो मैंने पढ़ाई पहला क्या पढ़ाया एसिड या बेस का एसिड मतलब h+ बेस मतलब ओ नेगेटिव रहना चाहिए sp3 हाइब्रिडाइज्ड कार्बन विद एटलीस्ट वन एक हाइड्रोजन होना चाहिए कार्बन sp3 हाइब्रिडाइज्ड होना चाहिए और अटैच किससे होना चाहिए माइ ए ग्रुप से माइनस ए ग्रुप का मतलब जैसे x वा रिलेशन वाले ठीक है इट इवॉल्व चेंज इन द पोजीशन ऑफ पाई बॉन्ड एंड हाइड्रोजन एटम सिंपल है पाई बॉन्ड और हाइड्रोजन एटम में यहां चेंज दिख रहा है ये सारी बातें बेसिकली हमने टैटोमेरिज्म खत्म कर दी है अब हमें बात करना है इलाइल हाइड्रोजन मैं एक बार पीछे बता देता हूं इसको देखो यहां पर जो ये हाइड्रोजन है जिस हाइड्रोजन को हटाकर जिस हाइड्रोजन को हटाकर क्या एक ही हाइड्रोजन ये काम करेगा नहीं भाई ये भी वही करेगा ये भी वही है ना क्योंकि ये भी कार्बन हाइड्रोजन बॉन्ड है ये भी वही है ये भी वही है अच्छा तो इसका मतलब ये जो ग्रुप है c डबल बाओ उसके जस्ट बगल वाला जो अल्फा कार्बन है इस अल्फा पर कितने मौजूद हैं जी तीन हाइड्रोजन है तो ये तीन के तीनों अल्फा हाइड्रोजन कैसा काम करेंगे इनल बनवाने का काम करें इसीलिए इन तीनों अल्फा हाइड्रोजन को इनोला बल हाइड्रोजन कहते हैं मतलब ये ऐसे हाइड्रोजन है जो कीटो से इनल में कन्वर्ट करा सकते हैं कीटो टू इनल ले जाने वाले हाइड्रोजन इनलाइव हाइड्रोजन कहलाते हैं अगर समझ में आया ना हां एग्जांपल कराऊंगा ये देखो ये एसीटोन है अब बताओ यहां c डबल बंड ओ के रिस्पेक्ट में एक्सवा रिलेशन है x और y एक्सवा रिलेशन का मतलब क्या होता है y इज मोर इलेक्ट्रोनेगेटिव देन x तो इसके बगल में ये कौन है अल्फा कार्बन ये कौन है अल्फा कार्बन इस पर कितने हाइड्रोजन तीन इस पर कितने तीन छ तो छह अल्फा हाइड्रोजन छह के छह अल्फा हाइड्रोजन इलाइल हाइड्रोजन है सारे के सारे क्या है इलाइल हाइड्रोजन कोई जरूरी नहीं है कि यही बगल में हो ये जहां से भी जो मैकेनिज्म बताया वो चल जाए तो इलाइल अभी फिलहाल ये मान लो आदित्य जाजी धन्यवाद ये देखो चलो ओ गधों यहां से बताओ सी डबल बॉन्ड o के रिस्पेक्ट में जिसको ज्यादा समझ में नहीं आया वो इतना समझे कि सी डबल बॉन्ड o के रिस्पेक्ट में बगल वाले कार्बन अल्फा कार्बन और यही कार्बन इसको क्या बनाएंगे देखो भैया इनल बनाएंगे सर हमें समझ में नहीं आया समझा देता हूं देखो मैं इसको लिख दे रहा हूं ch3 को ch2 और एक हाइड्रोजन मैं ले आऊंगा यहां तो देखो ये कार्बन ऐसा है जो sp3 हाइब्रिडाइज्ड है तो इसके इलेक्ट्रॉन को कहां लेकर के आना है कार्बन कार्बन के बीच में और यहां के पाई इलेक्ट्रॉन को तोड़कर कहां ले जाना है इनके ऊपर पर तो ये क्या बन जाएगा ये बन जाएगा ch3 कार्बन सिंगल बॉन्ड ऑक्सीजन यहां पर नेगेटिव चार्ज और ये हो जाएगा जी ch2 डबल बॉन्ड है ना नेगेटिव चार्ज लेकिन बनाना नहीं क्योंकि हाइड्रोजन यहां चला जाएगा मैकेनिज्म की सारी स्टेप एक साथ में पटा दे रहा हूं हाइड्रोजन यहां चला जाएगा तो ये यहां आ जाएगा देखो जैसे इस हाइड्रोजन ने यहां पर डबल बॉन्ड बनवाया वैसे ये दोनों हाइड्रोजन भी सेम कर सकते हैं वैसे ये तीनों भी कर सकते हैं इसीलिए इन सबको क्या बोल रहे हैं नबल हाइड्रोजन क्यों क्योंकि इन हाइड्रोजन के थ्रू नोल्स बनाए जा रहे हैं ये तो कीटो फॉर्म है सी डबल बंड कीटो फॉर्म यह कौन है भैया इन मतलब डबल बंड उस पर ओ इनल फॉम यह बन कैसे रहा है य छह के छह अल्फा हाइड्रोजन य नौटंकी करके बना सकते हैं कोई पूछ रहा है सर आपको नींद नहीं आ रही भाई दर्द हो रहा है पैरों में अभी कुछ देर यही बैठेंगे पैरों में भीषण दर्द हो रहा है आज तो हालाकि एक ही बजे तक पढ़ाया मैंने अभी लेकिन तब भी हो रहा है क्या कर सकते हैं ठीक है यह समझ में आया क्या अब यहां देखो यहां पर आप कहेंगे इसका जब इनल बनाएंगे तो सिंपल है कि यहां के दोनों इलेक्ट्रॉन यहां लाइए पाई के दोनों इलेक्ट्रॉन उठा कर के ये यहां दे जाइए अच्छा तो इसका मतलब क्या हुआ क्या बनेगा यह देखो यह बनेगा जी यही बनेगा बाकी हाइड्रोजन आप चाहो दिखा दो लेकिन बनेगा तो तो फाइनली यही अब कितने हैं भैया चार अल्फा हाइड्रोजन ये थे जो एनलाइज बल हाइड्रोजन बोले जाएंगे यहां बताइए यहां देखो कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन के बगल में जो ये कार्बन है ये भैया sp2 कार्बन ये sp3 नहीं है ओ बालक ये कैसा है य ये sp2 है और sp2 को इनलब मत कह देना गंदे आदमी क्या क्या क्या ओ बालक क्या बोला मैंने c डबल बॉन्ड o के रिस्पेक्ट में काम की बात एक सेकंड में सुन लो कि c डबल ब o के रिस्पेक्ट में जो ये कार्बन है दिस कार्बन इज sp2 हाइब्रिडाइज्ड और दिस कार्बन इज आल्सो sp2 हाइब्रिडाइज्ड sp2 हाइब्रिडाइज्ड वाले के साथ ये गेम नहीं चलता तो यहां पर sp3 वाला कौन है ये अब देखो यहां मैकेनिज्म कैसे चलेगा बद्धि ले आओ अपनी यहां पे कार्बन हाइड्रोजन के बीच में जो दोनों इलेक्ट्रॉन हैं ये दोनों इलेक्ट्रॉन उठा कर के लाइए यहां पे ला दिया तो इसके बाद क्या होगा पाई के जो दोनों इलेक्ट्रॉन है वो उठ कर के आएंगे यहां पे फिर यहां के पाई इलेक्ट्रॉन उठ कर के आएंगे यहां पे देखो अंधे लोगों कुछ दिखा क्या अंधे लोगों कुछ दिखा क्या हम बोलो रे भाई पूरा दर्द हो र है दर्द हम देखो क्या होगा यहां देखो जिस पर कोई फर्क नहीं पड़ा एज इट इज छाप दिया बाकी सोचो यहां पर क्या आएगा डबल बॉन्ड ये है डबल बॉन्ड देखो यहां पर ला दिया डबल बॉन्ड ये डबल बॉन्ड यहां आ गया मतलब यहां आ गया यह जो दोनों इलेक्ट्रॉन है ये ऑक्सीजन पर चले गए तो यहां पर ऑक्सीजन पर चले गए और यहां का हाइड्रोजन इस ऑक्सीजन से कनेक्ट कर दो ओ भाई ये तो फिनोल बन गया य हाय ये तो फिनोल बन गया बालक इसका मतलब पता है यह जो बीच में इक्वि ब्रियन है ना यह बहुत ज्यादा इधर शिफ्ट होके रहेगी सुनो सुनो सुनो सुनो खोपड़ी लगाना यह जो है कीटो फॉर्म है कीटो फॉर्म c डबल बॉन्ड ये इनल जैसा फॉर्म में देखो डबल बॉन्ड ् चुअल ये है फिनोल लेकिन इनल जैसा ही तो है इन पर ऑल है ना अब एक बात तुमसे पूछूं ये ज्यादा स्टेबल होगा या ये आप कहेंगे अरे ये तो बेंजीन है सर ये तो एरोमेटिक है तो इसीलिए ये इस इक्विलियम में 99.8 पर के आसपास बनता है कुल मिला के ज्यादा नहीं ये कहना है ये बहुत ज्यादा बनता है ये सबसे ज्यादा बनेगा भैया जी क्योंकि एरोमेटिक बनने वाला है ये बहुत कम म मतलब अगर आपने क्या किया एक बीकर लिया उस बीकर में इनको डाला और उसमें बेस डाल दिया ओ नेगेटिव डाल दिया या h+ डाल दिया तो ये करीब-करीब 100% फिनोल बनके तैयार हो जाएंगे करीब-करीब 100% फिनोल बनकर ये तैयार हो जाएंगे तो यहां पर परसेंटेज ऑफ इनल बहुत ज्यादा होगा कीटो बहुत कम नोल का परसेंटेज बड़ा ज्यादा होगा और ये काम की बात देखिए आगे निकल के आएगी हां ये देखो इनमें बताओ ये वही वाली बुद्धि है जो यहां लगानी है देखो ये कार्बन sp2 है ये कार्बन sp2 है ये sp3 है तो sp3 वाले को चेक करो क्या ये क्या ये बन पाएंगे अच्छा यहां पे बताओ कितने अल्फा हाइड्रोजन थे जो इवॉल्व हुए अब देखो ये अल्फा नहीं है क्योंकि अल्फा बगल वाले को बोलते हैं अल्फा बीटा गामा लेकिन यहां से क्योंकि हमने क्या बना दिया कीटो से इनल तो यहां पर दो हाइड्रोजन ऐसे हैं जो इनोला बल हाइड्रोजन है यही दो हाइड्रोजन है जो एनोलाइजेबल है यहां देखो यहां पर जो दोनों इलेक्ट्रॉन है ये प्रैक्टिस से आएगा भाई ये इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे यहां का इलेक्ट्रॉन यहां आएगा यहां का इलेक्ट्रॉन यहां आएगा समझ में आया ऐसा हमने क्यों किया देखो ये तीन हाइड्रोजन तो इवॉल्व होंगे इसमें कोई शक नहीं है मैं ये नहीं कह रहा हूं कि ये तीन नहीं इवॉल्व होंगे ये तीन अल्फा हाइड्रोजन इ एनोलाइजेबल हाइड्रोजन हैं लेकिन ये वाला कार्बन sp2 sp2 लेकिन मुझे तो चाहिए था sp3 तो हम चले आए इनके पड़ोसी वाले पे हमने देखा एक बार चला के देखा तो ये पूरा रेजोनेंस चल रहा था हमें लगा ओ भाई साहब अगर ऐसा हो रहा है है तो हम कर सकते हैं कर देते हैं भैया ये देखो इसका कीटो का इनल फॉर्म ये है अरे इस कीटो का इनल फॉर्म ये है तो ये इसका मतलब ये तीन हाइड्रोजन भी तीन हाइड्रोजन भी एनोलाइजेबल होंगे मतलब यहां पर छह हाइड्रोजन ऐसे हैं जो नोल्स का फॉर्मेशन करवाएंगे तीन ये तीन ये बीच में कोई नहीं भाई ये बीच वाले नहीं क्योंकि बीच वाले कैसे हैं sp2 हाइब्रिडाइज्ड हमें तो sp3 चाहिए था जहां से कार्यक्रम चलेगा तो ये कीटो इनल में कन्वर्ट हो रहा है सिमिलरली यह देखले बोला रे ओ बालक खोपड़ी नंदन लोग कृपया ध्यान देंगे क्या बोल रहा हूं य देखना ध्यान से यहां पर यहां पर देखो क्या हाइड्रोजन हाइड्रोजन हाइड्रोजन हाइड्रोजन यहां है हाइड्रोजन और यहां है हाइड्रोजन कृपया ध्यान दे लीजिए इस बात को ठीक है यहां पर देखो नया ही खेल है बेंजीन बनेगा किसी ने बोला है वेरी वेरी गुड यहां देखो क्या होगा ये कार्बन और हाइड्रोजन के बीच का इलेक्ट्रॉन यहां आएगा और ये पाई का इलेक्ट्रॉन यहां आएगा अच्छा इसके चक्कर में क्या बनेगा वो मैं बना के बताऊंगा देखना ये जो ऑक्सीजन था ये ये ऑक्सीजन मैं यहां बना देता हूं ठीक यहां पे पाई बॉन्ड आएगा बना दिया यहां पे पाई बॉन्ड आएगा और ये वाला हाइड्रोजन इस ऑक्सीजन से जुड़ेगा तो इस ऑक्सीजन से जुड़ेगा तो ये ओ हो जाएगा देखो ये वाला पार्ट ओ हुआ उसी तरीके से यहां का दोनों इलेक्ट्रॉन उठा कर के यहां ला दीजिए ये यहां चला आएगा इसका मतलब यहां पर डबल बॉन्ड और ये ओ हो जाएगा देखो भाई ये वाला पार्ट उसी तरीके से यहां पर भी डबल बॉन्ड और ओ हो जाएगा ओ भाई साहब गजबे सर गजबे मजा आ रहा है सर ये इसमें कन्वर्ट हो जाएगा यहां पे भी वही खेल है ये बहुत स्टेबल है बेंजीन की वजह से इसलिए बहुत ज्यादा बनेगा य बहुत कम बनेगा सिंपली खत्म है कहानी अब बता दो यह एई ट्रिप का क्वेश्चन है कि कौन सा इसमें से टोटो मेरिजन शो नहीं करेगा यह तो करेगा यह भी करेगा देखो यहां पर हाइड्रोजन है तो यह करेगा कौन सा नहीं करेगा देखो यह तो इनल इसका कीटो बन सकता है यह भी करेगा यहां नहीं करेगा पता है क्यों क्योंकि यहां पर कोई हाइड्रोजन नहीं है और यहां पर जो हाइड्रोजन है वो डबल बंड बना नहीं सकता कभी भी ब्रिजहेड पर बल बंड नहीं बनाया करते यही तो ब्रेट्स रूल था यह बनाना गलती होगी इसको कभी भी यह मत बना देना यहां पर नहीं बन सकता जो ब्रिज हेड कार्बन है वो प्लेनर नहीं हो सकता अगर प्लेनर नहीं हो सकता उसी को दूसरे लैंग्वेज में कहते हैं sp2 नहीं हो सकता तो इस कार्बन पर कभी प्लस कभी डबल बॉन्ड नहीं आया करते शायद आनंद आया होगा परसेंटेज इन ऑल कंटेंट लास्ट बट नॉट द लीस्ट हमने पढ़ लिया है कि भैया देखो अगर किसी नोल में कोई भी इनमें से स्टेबिलिटी का फैक्टर मिल जाए तो कहना नोल बहुत बनेगा कीटो के रिस्पेक्ट में पहली चीज देख लेते हैं हमने अभी बना के दिखाई थी कि देखो भैया ये यहां आएगा ये यहां ला देंगे ये यहां ला देंगे तो चाहे एसिड डालो चाहे बेस क्या होगा चाहे आप एसिड डालो चाहे बेस होगा क्या यहां पर डबल ये बन जाएगा और यहां पर देखें ओ ये फिनोल बनेगा और ये बहुत ज्यादा बनेगा 99.8 पर मींस दैट कहीं पर कोई स्टेबिलिटी का फैक्टर मिल जाए जैसे यहां मिल गया एरोमेटिक सिटी ये क्या है एरोमेटिक है अगर कहीं कोई भी फैक्टर मिल जाए स्टेबिलिटी का एरोमेटिक अगर ये एरोमेटिक है तो ये बहुत स्टेबल कर रहा है इस नोल को इसके बजाय ये बन बन के रहना चाहेगा नोल बन के रहना चाहेगा मॉलिक्यूल मॉलिक्यूल कहेगा भैया मैं इसमें रहना ही नहीं चाहता क्योंकि ये भाई साहब बहुत स्टेबल है तो मैं भाग भाग के यही बन जाता हूं कहानी खत्म कर देता हूं अगली बात सुनिए हाइड्रोजन बॉन्डिंग 13 डाई कीटोन में दिखाई देगा वह सुन लो 13 डाई कीटोन में यह देखो क्या है अभी हमने बात करी थी कि ज्यादा एसिडिक हाइड्रोजन कौन सा होता है इस वाले में देखो 1 2 3 तो इसलिए 1 3 कहते हैं कि 1 3 डाई कीटोन और यहां पर जो हाइड्रोजन है वो बहुत एसिडिक है तो हम इन्हीं के थ्रू क्या करते हैं नोल्स बनाते हैं ज्यादा एसिडिक हाइड्रोजन के थ्रू नोल्स बनाते हैं है ना तो होगा क्या यहां के इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे और यह वाले भाई साहब ऐसे बन जाएंगे तो देखते हैं क्या होता है देखते हैं रे बालक क्या होता है देखो एक बार देखो एक बार क्या होता है देखो भाई साहब समझ में आ रहा है कुछ क्या लिखा है ये देखो यहां डबल बंड ओ बना दिया अब पता है यहां पे क्या होगा ऑक्सीजन और हाइड्रोजन आपस में एक सिक्स मेंबर्ड रिंग के अंदर हाइड्रोजन बॉन्डिंग करते हुए नजर आएंगे एक अच्छी सी हाइड्रोजन बॉन्डिंग हो रही है इसलिए इसके रिस्पेक्ट में ये ज्यादा बनेगा तो हमें सिर्फ ये देखना है कि देखो भैया माना कि ये कीटो फॉर्म है कीटो और नोल में इनल ज्यादा इसलिए बनेगा क्योंकि यहां पर एक स्टेबिलिटी का फैक्टर इवॉल्व है दैट इज हाइड्रोजन बॉन्डिंग इसलिए ये खिसक खिसक कर ये बन जाएंगे रहेंगे दोनों रहेंगे दोनों एक ही सॉल्यूशन में कीटोन भी ये इनल वाले भी लेकिन ये ज्यादा रहेंगे और ये कम बन जाएंगे बस इतना सा अंतर है ऐसा नहीं कि ये पूरा का पूरा बदल जाएंगे शिवचरण जी धन्यवाद पढ़ लेते हैं वन टू डाई कीटोन की बात करें तो रिंग के अंदर अगर वन टू डाई कीटोन है दोनों मंतर सीख लो रिंग में और इनमें यह देखो यहां का जो हाइड्रोजन है वो इनोला होगा तो ये बना देगा और यहां पर हाइड्रोजन बॉन्डिंग इवॉल्व है इसका मतलब ये और ये में ये भाई साहब ज्यादा बनेंगे कोई दिक्कत की बात नहीं ये ज्यादा बनेंगे लेकिन यहां देखो ये तो साइक्लिक टू डाई कीटोन है देखो ट का मतलब अगल बगल 1 का मतलब एक बीच में गए 1 2 3 ठीक तो ये तो ज्यादा बनेंगे यह वाला इनल ज्यादा बनेगा किसके रिस्पेक्ट में यह वाले कीटो के तो कीटो और इनल में ज्यादा कौन है जी इनल है बल्कि कहूं तो ये बहुत ऐसे 60 और 40 का रेशियो होता है ये 60 और ये 40 यहां पर क्या होता है कि यहां पर ऑक्सीजन के ऊपर होते हैं लोन पेयर लोन पेयर लोन पेयर रिपेल ना हो जाए इसलिए कभी ऑक्सीजन इधर नहीं आता बल्कि रोटेट हो कर के इधर आ चुका होता है ठीक है तो एक तो ये बन जाएगा दूसरा देखो क्या रहता है डबल बंड डबल ब तो यहां पर कोई स्टेबिलिटी फैक्टर है नहीं यहां कोई स्टेबिलिटी फैक्टर है नहीं इसलिए यहां पर इनल कंटेंट बहुत कम है इनल कंटेंट बहुत कम है किसके रिस्पेक्ट में इसके रिस्पेक्ट में रिंग के अंदर तो इनल कंटेंट इसलिए ज्यादा हो जाता क्योंकि हाइड्रोजन बॉन्डिंग बनने का चांस है यहां कोई हाइड्रोजन बॉन्डिंग बनने का चांस नहीं होता क्योंकि ये वाला रोटेशन पहले ही हो चुका है क्योंकि ये कार्बन कार्बन का सिंगल बॉन्ड रोटेट हो जाएगा अगर ये ऊपर जाएंगे तो इनका लोन पेयर लोन पेयर रिपेल करेगा इसलिए वो नीचे घूम कर के आ जाते हैं सिंपल है परसेंटेज इनल कंटेंट अब खत्म हो चुका है बेटा कह रहे हैं पानी पी लो धन्यवाद आदित्य दास जी धन्यवाद ठीक है आइए देखते हैं इनमें आपको सिंपल करना है कुछ नहीं है जी ये आपको कीटो फॉर्म दिया है इसका नोल फॉर्म बनाइए दैट्ची ये बताओ किसका इनल ज्यादा होगा तो मैंने कहा है तुम देते हो कीटो फॉर्म पूछते हो नोल तो इसका मतलब तुम ये कहना चाह रहे हो पहले इन कीटोस का मैं नोल बना दूं तो उसका जवाब निकला हां भैया क्या बोला हां भैया इसको क्या करिए जी इसको बनाइए कार्बन हाइड्रोजन ओ य देखिए यहां पर बनाइए तो लिखिए ch3 स डबल बॉन्ड कार्बन ओ और h यहां पर बनाते वक्त लिखना कार्बन पर दो स3 दो स3 डबल बॉन्ड कार्बन पर ओ और h ओ भाई साहब इसका ये नोल है इस भाई साहब का ये नोल है हमें इनके कीटो टो से लेना देना नहीं इनके नोल्स कंपेयर करने हैं तो पता है कैसे पता करेंगे ये देखो एल्कीन एल्कीन जो ज्यादा सब्सीट्यूटेड है वो ज्यादा स्टेबल है है एल्कीन थोड़ा कम सब्सीट्यूटेड ये तो सब्सीट्यूटेड ही नहीं है यहां पर कोई ग्रुप नहीं लगी है तो ज्यादा स्टेबल कौन ज्यादा स्टेबल एल्कीन ये वाली क्योंकि यहां पर देखो दो ग्रुप ch3 ch3 लगे हैं कितने अल्फा हाइड्रोजन हो गए जी इनके रिस्पेक्ट में यहां पर अल्फा हाइड्रोजन आपको छह अल्फा हाइड्रोजन किसके रिस्पेक्ट में कह रहा हूं कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन में कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन के रिस्पेक्ट में यहां तीन अल्फा हाइड्रोजन जहां जितने अल्फा हाइड्रोजन वो एल्कीन उतना स्टेबल इसीलिए इनका नोल सबसे ज्यादा बनेगा इसमें सबसे ज्यादा इनल कंटेंट इसका होगा अरे बोलो रे यह क्वेश्चन भी होमवर्क रहेगा है ना क्योंकि बहुत पढ़ा दिया है और इसको पढ़ने के बाद तुम्हें आनंद आएगा मैं आपको बना के बी ब बता देता हूं वो कह रहे हैं कि अगर मान लो मैंने ओ नेगेटिव लिया तो ओ नेगेटिव क्या करेगा h प् निकालेगा h प्स है कहां प ओ से जुड़ा हुआ h तो उसको निकालने के बाद उसकी शक्ल देखना एक बार डबल बंड डबल बॉन्ड ओ डबल बॉन्ड ओ नेगेटिव ओ नेगेटिव पता क्या होगा भीषण रेजोनेंस होगा यहां भीषण रेजोनेंस होगा क्या होगा अरे भीषण रेजोनेंस होगा ये लोन पेयर अगर यहां आए तो ये डबल बॉन्ड यहां आएगा और ये देखो इलेक्ट्रॉन उठकर यहां आएगा इसको एक बार बना के चेक कर लो डबल बॉन्ड ओ इन पर कोई फर्क नहीं पड़ा इन पर कोई फर्क नहीं पड़ा हुआ क्या यहां डबल बॉन्ड o आ गया देखो और यहां पर पाई बॉन्ड आ गया और यहां वो नेगेटिव आ गया देख रहे हो देख रहे हो विनोद ये इसमें कन्वर्ट हो गए इसका रेसोनेट स्ट्रक्चर्स है इसी तरीके से फिर बनाओगे तो ये जो पाई बंड यहां था वो यहां आ गया अगले में पाई बॉन्ड यहां आ जाएगा करके देखना चाहोगे देखो ये नेगेटिव चार्ज मैं यहां लेकर के आऊ तो ये पाई के इलेक्ट्रॉन यहां आएंगे और ये के दोनों इलेक्ट्रॉन उठकर यहां आ जाएंगे इसके बाद क्या होगा देखना पाई बंड ऑक्सीजन पर नेगेटिव चार्ज पर नेगेटिव चार्ज डबल बॉन्ड ओ डबल ब एक बार और कर दो एक बार और गेम खेल दो कहीं से ये देखो यह यहां खेल दो तो यह यहां आ जाएंगे तो यह यहां आ जाएंगे अब क्या बनेगा मैं यह जा बताना चाह रहा हूं कि भैया यह गलती तुम ना कर बैठना जी इसीलिए मैं सब बता दे रहा हूं भैया हां कहीं तुम फस जाओ देखो ये इसका रेजोनेंट है अब सारे एक बात समझ में आई कि पहले कार्बन डबल बॉन्ड कार्बन यहां था अब यहां है अगले में यहां अगले में यहां इसका मतलब यहां पर जितने भी कार्बन कार्बन बॉन्ड है सारे सेम है क्या क्या क्या क्या क्या क्या क्या चार यहां जितने भी कार्बन कार्बन बॉन्ड है सारे के सारे सेम है अब पढ़ोगे मजा ही आ जाएगा लगेगा तुम्हारे पास बुद्धि ये काम करती है बाकी मिलते हैं आप सभी को अगली वीडियो में तब तक के लिए खुश रहिए प्रसन्न रहिए आबाद रहिए जिंदाबाद रहिए और पहले अपनी हालचाल बताइए भैया कुर्सी देना यार दर्द हो गया है थोड़ा पानी ले आना थोड़ा बातचीत करेंगे हजार लोग हैं बहुत पानी ले आना जाओ जाओ बोलो बोलो बोलो हालचाल बताओ मैं तो ठीक हूं जबरदस्त हूं नीचे बैठूंगा दिख जाऊंगा क्या अबे दिख रहा हूं क्या मैं आय रे हाय रे दादा दर्द हो गया जी एक 18 प कितना वैसे मैं सच बताऊं तो बहुत टाइम पर मैंने खर्च कर टाइम पे पूरा खत्म कर दिया आप बताएंगे पहले कैसा रहा आज का सेशन मजा आया कि नहीं आया बोलो भाई मैं दिख रहा हूं क्या मजा आया क्या भैया हाय रे होमवर्क तो ें खुद करना है एक दूसरे से पूछ कर करो बुद्धि लगाओ खर्च कर दो खोपड़ी या जो होमवर्क दिया उसके आसपास जाकर चेक करो कि क्या कांसेप्ट पढ़ाया उसी से रिलेटेड है वो जो कुछ भी मैंने दिया है बा बाय टेक केयर लव यू ल मिलते हैं आप सभी को अगली वीडियो में अगर आप तो हम खाना उना खा सकते हैं बोलो भाई खाना ऑर्डर कर लेंगे अब तुम लोग तो अपने घर बैठे हो हैं वहां से आराम फरमाते हो तुम बा बाय टेक केयर