शेर कैपिटल कॉन्सेप्ट
परिचय
- यह बड़ा चैप्टर है और विभिन्न पार्ट्स (A, B, C, D आदि) में विभाजित है।
- इसमें मुख्यतः शेर कैपिटल और डिबेंचर के विभिन्न रूल्स और रेगुलेशंस को पढ़ेंगे।
- सेबी के रेगुलेशंस, डिपॉजिटरीज़ (NSDL, CDSL) और लिस्टेड कंपनियों के मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
मुख्य बिंदु
कंपनी एक्ट और रूल्स
- कंपनी एक्ट और कंपनी रूल्स का विश्लेषण।
- शेर कैपिटल और डिबेंचर से जुड़े रूल्स।
- फिजिकल और इलेक्ट्रॉनिक दोनों फॉर्म में शेयर का उपयोग।
- लिस्टेड कंपनियों में सेबी के रूल्स एप्लीकेबल होते हैं।
शेर कैपिटल
- कैपिटल: बिजनेस में लगाया गया अमाउंट, डेट और इक्विटी के रूप में।
- लिमिटेड बाय शेर: शेर कैपिटल का मतलब।
- एक्साम्पल: 50,000 शेर @ ₹10 = ₹5,00,000
क्षेत्र 44 और 45
- क्षेत्र 44: शेर, डिबेंचर, और अन्य इंटरेस्ट मूवेबल प्रॉपर्टी हैं।
- क्षेत्र 45: हर शेर का एक यूनिक नंबर होता है। इलेक्ट्रॉनिक शेयर्स में अप्लिकेबल नहीं।
कंपनी रजिस्टर और डिपॉजिटरी रिकॉर्ड्स
- प्राइवेट कंपनी में मेंबर रजिस्टर में नाम लिखा जाता है।
- लिस्टेड कंपनी में दो रजिस्टर होते हैं: मेंबर रजिस्टर और डिपॉजिटरी रजिस्टर।
- डिपॉजिटरी रिकॉर्ड्स NSDL और CDSL द्वारा मेंटेन होते हैं।
विभिन्न प्रकार के कैपिटल
- ऑथराइज्ड कैपिटल: अधिकतम अमाउंट जो कंपनी मार्केट से उठा सकती है।
- इशूड कैपिटल: विभिन्न समय पर लिया गया अमाउंट।
- सब्सक्राइब्ड कैपिटल: मेंबर्स देने के लिए सहमत हैं।
- कोल्ड अप कैपिटल: कंपनी द्वारा मांगा गया अमाउंट।
- पेड़ अप कैपिटल: फाइनली पेमेंट किया गया अमाउंट।
टाइप्स ऑफ शेर कैपिटल:
- इक्विटी कैपिटल: वोटिंग राइट्स, डिविडेंड, और बोनस शेयर्स प्रदान करता है।
- प्रेफरेंस कैपिटल: प्रेफरेंशियल राइट्स देता है, डिविडेंड और वाइंडिंग अप के समय रीपेमेंट में प्राथमिकता।
- फिक्स अमाउंट या फिक्स रेट से डिविडेंड मिलता है।
प्रेफरेंस शेर कैपिटल के विवरण
- दो प्रकार के राइट्स: पेमेंट ऑफ डिविडेंड और रीपेमेंट।
- डिविडेंड की राशि और दर पहले से फिक्स होती है।
- वाइंडिंग अप के समय दूसरे स्थान पर भुगतान होता है।
वोटिंग राइट्स
- इक्विटी होल्डर: सभी जनरल मीटिंग में वोटिंग राइट्स।
- प्रेफरेंस होल्डर: विशेष परिस्थिति में वोटिंग राइट्स।
- तीसरी स्तिथि: जब दो वर्षों तक डिविडेंड नहीं मिलता, तो प्रेफरेंस होल्डर इक्विटी होल्डर बन जाते हैं।
प्रोस्पेक्टस और विभिन्न प्रकार
- एवरेज प्रोस्पेक्टस: कम्पनी का शार्ट और समरी प्रोस्पेक्टस।
- शेल्फ प्रोस्पेक्टस: एक साल तक कारगर, मल्टीपल टाइम्स उपयोग।
- एक्स्ट्रा जानकारी के लिए इनफॉर्मेशन मेमोरेंडम
- रेड हेयरिंग प्रोस्पेक्टस: इनकम्प्लीट प्रोस्पेक्टस, प्राइस और क्वांटिटी नहीं होती।
- डीमेड प्रोस्पेक्टस: कंपनी का खुद का इशू हाउस द्वारा रेड प्रोस्पेक्टस।
सिक्योरिटी की परिभाषा
- शेर, डिबेंचर, डेरिवेटिव, यूनिट्स, म्युचुअल फंड्स शामिल हैं।
- सिक्योरिटीज एक्ट में दी गई विस्तृत डेफिनेशन।
नोट: टर्म्स और डिटेलिंग आगे भी बदल सकती हैं। आगामी अध्यायों और एक्ट्स में विशेष ध्यान देंगे।