शेर कैपिटल के कॉन्सेप्ट

Jul 18, 2024

शेर कैपिटल कॉन्सेप्ट

परिचय

  • यह बड़ा चैप्टर है और विभिन्न पार्ट्स (A, B, C, D आदि) में विभाजित है।
  • इसमें मुख्यतः शेर कैपिटल और डिबेंचर के विभिन्न रूल्स और रेगुलेशंस को पढ़ेंगे।
  • सेबी के रेगुलेशंस, डिपॉजिटरीज़ (NSDL, CDSL) और लिस्टेड कंपनियों के मुद्दों पर भी चर्चा होगी।

मुख्य बिंदु

कंपनी एक्ट और रूल्स

  • कंपनी एक्ट और कंपनी रूल्स का विश्लेषण।
  • शेर कैपिटल और डिबेंचर से जुड़े रूल्स।
  • फिजिकल और इलेक्ट्रॉनिक दोनों फॉर्म में शेयर का उपयोग।
  • लिस्टेड कंपनियों में सेबी के रूल्स एप्लीकेबल होते हैं।

शेर कैपिटल

  • कैपिटल: बिजनेस में लगाया गया अमाउंट, डेट और इक्विटी के रूप में।
  • लिमिटेड बाय शेर: शेर कैपिटल का मतलब।
  • एक्साम्पल: 50,000 शेर @ ₹10 = ₹5,00,000

क्षेत्र 44 और 45

  • क्षेत्र 44: शेर, डिबेंचर, और अन्य इंटरेस्ट मूवेबल प्रॉपर्टी हैं।
  • क्षेत्र 45: हर शेर का एक यूनिक नंबर होता है। इलेक्ट्रॉनिक शेयर्स में अप्लिकेबल नहीं।

कंपनी रजिस्टर और डिपॉजिटरी रिकॉर्ड्स

  • प्राइवेट कंपनी में मेंबर रजिस्टर में नाम लिखा जाता है।
  • लिस्टेड कंपनी में दो रजिस्टर होते हैं: मेंबर रजिस्टर और डिपॉजिटरी रजिस्टर।
  • डिपॉजिटरी रिकॉर्ड्स NSDL और CDSL द्वारा मेंटेन होते हैं।

विभिन्न प्रकार के कैपिटल

  • ऑथराइज्ड कैपिटल: अधिकतम अमाउंट जो कंपनी मार्केट से उठा सकती है।
  • इशूड कैपिटल: विभिन्न समय पर लिया गया अमाउंट।
  • सब्सक्राइब्ड कैपिटल: मेंबर्स देने के लिए सहमत हैं।
  • कोल्ड अप कैपिटल: कंपनी द्वारा मांगा गया अमाउंट।
  • पेड़ अप कैपिटल: फाइनली पेमेंट किया गया अमाउंट।

टाइप्स ऑफ शेर कैपिटल:

  • इक्विटी कैपिटल: वोटिंग राइट्स, डिविडेंड, और बोनस शेयर्स प्रदान करता है।
  • प्रेफरेंस कैपिटल: प्रेफरेंशियल राइट्स देता है, डिविडेंड और वाइंडिंग अप के समय रीपेमेंट में प्राथमिकता।
    • फिक्स अमाउंट या फिक्स रेट से डिविडेंड मिलता है।

प्रेफरेंस शेर कैपिटल के विवरण

  • दो प्रकार के राइट्स: पेमेंट ऑफ डिविडेंड और रीपेमेंट।
  • डिविडेंड की राशि और दर पहले से फिक्स होती है।
  • वाइंडिंग अप के समय दूसरे स्थान पर भुगतान होता है।

वोटिंग राइट्स

  • इक्विटी होल्डर: सभी जनरल मीटिंग में वोटिंग राइट्स।
  • प्रेफरेंस होल्डर: विशेष परिस्थिति में वोटिंग राइट्स।
    • तीसरी स्तिथि: जब दो वर्षों तक डिविडेंड नहीं मिलता, तो प्रेफरेंस होल्डर इक्विटी होल्डर बन जाते हैं।

प्रोस्पेक्टस और विभिन्न प्रकार

  • एवरेज प्रोस्पेक्टस: कम्पनी का शार्ट और समरी प्रोस्पेक्टस।
  • शेल्फ प्रोस्पेक्टस: एक साल तक कारगर, मल्टीपल टाइम्स उपयोग।
    • एक्स्ट्रा जानकारी के लिए इनफॉर्मेशन मेमोरेंडम
  • रेड हेयरिंग प्रोस्पेक्टस: इनकम्प्लीट प्रोस्पेक्टस, प्राइस और क्वांटिटी नहीं होती।
  • डीमेड प्रोस्पेक्टस: कंपनी का खुद का इशू हाउस द्वारा रेड प्रोस्पेक्टस।

सिक्योरिटी की परिभाषा

  • शेर, डिबेंचर, डेरिवेटिव, यूनिट्स, म्युचुअल फंड्स शामिल हैं।
  • सिक्योरिटीज एक्ट में दी गई विस्तृत डेफिनेशन।

नोट: टर्म्स और डिटेलिंग आगे भी बदल सकती हैं। आगामी अध्यायों और एक्ट्स में विशेष ध्यान देंगे।