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आईसी814 हाईजैकिंग के विवाद और विश्लेषण

आईसी एट वन फोर हाईजाइकिंग पर जो वेब सीरीज आईए इसमें बड़ी सारी बातें चल रही हैं लोग सबसे ज़्यादा इस बात से परेशान दिख रहे हैं कि जो टेररिस्ट के नाम है जो हाईजाइकर्स के रियल नाम है उसकी जगह उनके कुछ कोड नेम है उनको क्यों यूज किया गया है वेब सीरीज में यह कोड नेम थे डॉक्टर चीफ बरगर भोला और शंकर अभी नेटफ्लिक्स के कॉंटेंट हेट को सरकार ने बुलाया और अब कहा जा रहा है कि इसमें एक अलग से डिस्क्लेमर आईए कि नाम एक प्रॉब्लम है लेकिन उससे ज़्यादा बड़ी प्रॉब्लम इस वेब सीरीज में हैं जिस पर कम लोग बात कर रहे हैं अब सारी कॉंट्रोवर्सी अगर नाम के उपर है तो पहले उसी को अच्छे से डिस्कस कर लेते हैं और उसके बाद बताऊंगा कि बाकी बड़ी प्रॉब्लम क्या हैं चीप दरसल बहावलपुर का इब्राहिम अधर था ये मसूद अजहर का भाई है डॉक्टर की पहचान कराची के शाहिद अख्तर सैइद के रूप में हुई बरगर कराची का ही सन्नी एहमद काजी बना था और भोला भी कराची का ही था जिसका असली नाम जहूर इब्राहिम मिस्तरी है जबकि शंकर सुकूर सिटी का शाकिर था हम makers का कहना है कि वही hijacking के time पर इन्होंने यही code name use करे थे तो हम भी उसी को use करें क्योंकि हमें accuracy रखनी है लेकिन अगर इसी accuracy की बात करें तो 26-11 पर जो web series बनेगी उसमें अजमल कसाब का नाम समीर चौधरी हो जाएगा क्योंकि समीर चौधरी code name के साथ ही अजमल कसाब ने पूरा operation किया था Code name रखने है आपको accuracy maintain करनी है IC814 वाली series में अलग जगह पर voice over देकर बहुत सारी reality बताई गई है एक voice over ये भी add किया जा सकता था कि जो code name हम यहाँ पर आपको दिखा रहे हैं ये असली नाम नहीं है और इनके actual असली नाम वहीं पर दिखाए जा सकते थे ताकि जो भी audience इस web series को देख रही है जिसे कुछ नहीं पता इस hijacking के बारे में उनके दिमाग में clarity बैट जाए कि ये लोग कहां से आये थे और इनका क्या नाम था ये सारे की सारे hijackers पाकिस्तान से आये थे जब यह हाईजैकिंग चल रही थी तो भारत की सरकार को इनकी आइडेंटिटी, इनकी लोकेशन, सब कुछ पता चल चुका था इनी में एक हाईजैकर्स का नाम है बर्गर, बहुत सारे लोगों को लग रहा है कि यह किसी खाने की डिश के उपर नाम पढ़ा होगा, लेकिन यह सच नहीं है, असलियत में पाकिस्तान के अंदर जो एलीट लोग होते हैं, जिनको इंग्लिश बोलनी अच्छी आ तो मुझे ऐसा परसनली लगता है कि जैसे 26-11 पे किसी भी डॉकिमेंटरी में अजमल कसाब को उसके कोड नेम समीर चौधरी से नहीं दिखाये जाता, वैसे इस वाली डॉकिमेंटरी में भी कोड नेम यूज़ नहीं करने चाहिए थे। इतने बड़े लेवल पर वो प्लैनिंग करके आया था अपनी आइडेंटिटी को छिपा कर दूसरों पर ब्लेम डालने के लिए इन फाक्ट प्रोपेगेंडा इतना डीप है कि इस पूरे अटाक के बाद जब कसाब पकड़ भी लिया गया तब भी एक बुक रिलीज करी कई थी हमारे देश में जिसका नाम था 26-11 RSS की साजिश इतना आप डीप लेवल पर प्रोपेगेंडा चलता है हमारे देश के अंदर और इसे बिना आइडेंटिफाई करें दूसरों को अंदभक्त बोलने से पहले दो मिनट इसके बारे में सोचना जरूर लेकिन इस नाम के अलावा एक बहुत बड़ी प्रॉबलम इस वेब सीरीज के अंदर है जहाँ पर एक पूरी वेब सीरीज में ISI को क्लीन चिट मिली हुई है कि न्यूज में क्या ख़वर चलानी है planning involved थी उसके agents नहीं ये पूरा का पूरा operation conduct करवाया था उसमें ISI को इस तरह की clean chit क्यों दी जा रही है इस web series का बिलकुल last scene आता है जहाँ पर ये कहा जाता है कि Osama Bin Laden जो उस समय पर Afghanistan के अंदर था उसके घर में इस पूरी की पूरी hijacking की एक success party रखी जाती है इतना कम ISI का involvement इस पूरी hijacking में था जबकि reality में आप देखोगे तो जो भी high court की decision निकल के आये हैं जो CBI की charge sheet file हुई है उसमें clearly बात की गई है कि आईएसआई का एंड टू एंड इसमें इंवाल्मेंट था फ्रॉम प्लानिंग टू एक्जिक्यूशन आईएसाई ने सब कुछ बिलकुल कंट्रोल तरह से एक्जिक्यूट किया था पूज़ताच में ये बात भी सामने आई कि विमान का भरन आईएसाई और हरकत उल मुझाहिदीन की मिली जुली साजुश थी शेकर गुप्ता यह सारे लोग भी सामने आकर कह रहे हैं कि इस पूरी वेब सीरीज में जिस तरह से आईएसाई का वाइट वाशिंग की गई है यह डेंजरस प्रॉपेगेंडा और मिसिनफॉर्मेशन इस वेब सीरीज में तीसरी सबसे बड़ी प्रॉब्लम आती है जिस तर उनके पूरे की पूरे conversation को एक funny touch देने की कोशिश की गई ऐसा लग रहा था कि कोई serious negotiation नहीं चल रही है कोई class 10 या class 12 का बच्चा है जो phone में बात कर रहा है और अपनी shake ही बगार रहा है इस तरह से हमारे intelligence agencies के heads को portrait किया जाना जबकि वो किसी hijacker से negotiate कर रहे हूँ बहुत ही अजीब सा दिखाई देता है इसके अलावा ये भी दिखाये गया कि तालिवान की जो forces हैं वो कितने humane लोग हैं कितने अच्छे से वो रखते हैं कितने sophisticated लोग हैं इसके अलाबा अलाग मॉमेंट में हाइजैकर्स के अंदर का जो human touch है उसको दिखाने की कोशिस की जाती है जब पीछे का toilet गंदा हो जाता है भर जाता है तो हाइजैकर्स कहते हैं आप आगे का toilet जाके use कर सकते हैं बहुत ही weird लगता है देखने में जब आप reality पढ़ते हो कि हाइजैकर्स ने प्लेन के जो लोग थे उनके साथ exactly में क्या किया था और कितने क्रूर थे प्लेन के अंदर हाईजैकर ने एक पैसेंजर का गला काट के मरडर कर दिया था ये चीज इस वेब सीरीज में दिखाई गई है एक बार जो air hostess है वो पूछती है कि यहाँ पर बहुत सारे vegetarian लोग हैं आप सिर non-veg खाना भेज रहे हो तो hijacker कहता है veg वाला खाना भी आपके लिए आ रहा है और इस पूरी web series में एक बात को बहुत साफ तरह से portray करने की कोशिस की गई है कि Al-Qaeda ने इस पूरी की पूरी hijacking को plan किया था और execute किया था और ISI का इसमें बिल्कुल भी involvement नहीं था और मुझे ऐसा लगता है कि या तो makers को बहुत ही बुरी तरह से mislead किया गया है या फिर knowingly इन्होंने एक propaganda piece बनाया है और इन दोनों में कोई भी situation रही हो लेकिन ये वेब सीरीज पूरी तरह से मिसिनफॉर्मेशन का भंडार है। और इसी वज़े से मैंने एक डिसीजन लिया। इस हाईजैकिंग पर मैंने एक किताब खरीदी है। और भी ऐसी किताबे खरीदूंगा। सारी नीज रिपोर्ट पढ़ूंगा। सारी चार्ट शीट