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अंतर्राष्ट्रीय कानून के प्रमुख स्रोत
Aug 26, 2024
अंतर्राष्ट्रीय कानून के स्रोत
वेलकम
लेक्चर का शीर्षक: अंतर्राष्ट्रीय कानून के स्रोत
प्रस्तुतकर्ता: अराध्या गुप्ता
स्रोत क्या होते हैं?
स्रोत वे विधियाँ हैं जिनसे अंतर्राष्ट्रीय कानून के नियम निकाले जाते हैं, बनाए जाते हैं या खोजे जाते हैं।
ICJ का आर्टिकल 38
आर्टिकल 38 अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के स्टैच्यूट में स्रोतों को परिभाषित करता है:
अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ
अंतर्राष्ट्रीय प्रथाएँ (customs)
सामान्य कानूनी सिद्धांत
न्यायिक निर्णय
न्यायविदों की शिक्षाएँ
सात स्रोतों की सूची
प्रथा (Custom)
संधियाँ (Treaties)
सामान्य कानूनी सिद्धांत (General Principles of Law)
न्यायिक निर्णय (Judicial Decisions)
न्यायविदों की लेखन (Writings of Jurists)
समानता (Equity)
महासभा के प्रस्ताव (Resolutions of General Assembly)
प्रथा (Custom)
प्रथा सबसे पुराना और मूल स्रोत है।
यह एक प्रकार की योग्य प्रथा है, जिसमें कानूनी बाध्यता होती है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रथा तब बनती है जब कई देशों द्वारा इसे स्वीकार किया जाता है।
प्रथा और उपयोग में अंतर
प्रथा (Custom)
: कानूनी बाध्यता के साथ।
उपयोग (Usage)
: नैतिक बाध्यता के साथ, कानूनी नहीं।
अंतर्राष्ट्रीय प्रथा बनाने की शर्तें
अवधि (Duration)
: प्रथा को लंबे समय तक अपनाना आवश्यक है।
सामान्यता (Uniformity)
: सभी देशों में समान रूप से अपनाना।
जनरैलिटी (Generality)
: सबसे ज्यादा देशों द्वारा स्वीकार्यता।
संधियाँ (Treaties)
अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ अंतर्राष्ट्रीय कानून का महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
यह दो या दो से अधिक देशों के बीच समझौते होते हैं।
संधियाँ दो प्रकार की होती हैं:
कानून बनाने वाली संधियाँ (Law Making Treaties)
विशेष संधियाँ (Particular Treaties)
सामान्य कानूनी सिद्धांत (General Principles of Law)
ये सिद्धांत तब लागू होते हैं जब न तो प्रथा हो, न ही संधियाँ।
उदाहरण: अच्छे विश्वास, आपसी सहयोग, आदि।
न्यायिक निर्णय (Judicial Decisions)
ये नियमों के निर्धारण के लिए सहायक होते हैं।
न्यायिक निर्णय केवल संबंधित पक्षों पर बाध्यकारी होते हैं।
न्यायविदों की लेखन (Writings of Jurists)
उच्च गुणवत्ता वाले न्यायविदों की शिक्षाएँ सहायक स्रोत होती हैं।
न्यायालय यह निर्धारित करते हैं कि कौन सा लेखक उच्च गुणवत्ता वाला है।
समानता (Equity)
समानता एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है जो न्याय, समानता और अच्छे विवेक को सुनिश्चित करता है।
यह तब लागू होता है जब अन्य नियम उपलब्ध नहीं होते।
महासभा के प्रस्ताव (Resolutions of General Assembly)
महासभा के प्रस्ताव अक्सर अंतर्राष्ट्रीय प्रथा के रूप में स्वरूपित होते हैं।
उदाहरण: मानवाधिकारों पर प्रस्ताव, परमाणु हथियारों का उपयोग निषेध प्रस्ताव।
निष्कर्ष
यह लेक्चर अंतर्राष्ट्रीय कानून के स्रोतों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।
उचित संदर्भ और उदाहरणों के साथ सभी स्रोतों की व्याख्या की गई है।
भविष्य के लेक्चर के लिए चैनल को सब्सक्राइब करें।
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Full transcript
अंतर्राष्ट्रीय कानून के स्रोत
वेलकम
लेक्चर का शीर्षक: अंतर्राष्ट्रीय कानून के स्रोत
प्रस्तुतकर्ता: अराध्या गुप्ता
स्रोत क्या होते हैं?
स्रोत वे विधियाँ हैं जिनसे अंतर्राष्ट्रीय कानून के नियम निकाले जाते हैं, बनाए जाते हैं या खोजे जाते हैं।
ICJ का आर्टिकल 38
आर्टिकल 38 अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के स्टैच्यूट में स्रोतों को परिभाषित करता है:
अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ
अंतर्राष्ट्रीय प्रथाएँ (customs)
सामान्य कानूनी सिद्धांत
न्यायिक निर्णय
न्यायविदों की शिक्षाएँ
सात स्रोतों की सूची
प्रथा (Custom)
संधियाँ (Treaties)
सामान्य कानूनी सिद्धांत (General Principles of Law)
न्यायिक निर्णय (Judicial Decisions)
न्यायविदों की लेखन (Writings of Jurists)
समानता (Equity)
महासभा के प्रस्ताव (Resolutions of General Assembly)
प्रथा (Custom)
प्रथा सबसे पुराना और मूल स्रोत है।
यह एक प्रकार की योग्य प्रथा है, जिसमें कानूनी बाध्यता होती है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रथा तब बनती है जब कई देशों द्वारा इसे स्वीकार किया जाता है।
प्रथा और उपयोग में अंतर
प्रथा (Custom)
: कानूनी बाध्यता के साथ।
उपयोग (Usage)
: नैतिक बाध्यता के साथ, कानूनी नहीं।
अंतर्राष्ट्रीय प्रथा बनाने की शर्तें
अवधि (Duration)
: प्रथा को लंबे समय तक अपनाना आवश्यक है।
सामान्यता (Uniformity)
: सभी देशों में समान रूप से अपनाना।
जनरैलिटी (Generality)
: सबसे ज्यादा देशों द्वारा स्वीकार्यता।
संधियाँ (Treaties)
अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ अंतर्राष्ट्रीय कानून का महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
यह दो या दो से अधिक देशों के बीच समझौते होते हैं।
संधियाँ दो प्रकार की होती हैं:
कानून बनाने वाली संधियाँ (Law Making Treaties)
विशेष संधियाँ (Particular Treaties)
सामान्य कानूनी सिद्धांत (General Principles of Law)
ये सिद्धांत तब लागू होते हैं जब न तो प्रथा हो, न ही संधियाँ।
उदाहरण: अच्छे विश्वास, आपसी सहयोग, आदि।
न्यायिक निर्णय (Judicial Decisions)
ये नियमों के निर्धारण के लिए सहायक होते हैं।
न्यायिक निर्णय केवल संबंधित पक्षों पर बाध्यकारी होते हैं।
न्यायविदों की लेखन (Writings of Jurists)
उच्च गुणवत्ता वाले न्यायविदों की शिक्षाएँ सहायक स्रोत होती हैं।
न्यायालय यह निर्धारित करते हैं कि कौन सा लेखक उच्च गुणवत्ता वाला है।
समानता (Equity)
समानता एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है जो न्याय, समानता और अच्छे विवेक को सुनिश्चित करता है।
यह तब लागू होता है जब अन्य नियम उपलब्ध नहीं होते।
महासभा के प्रस्ताव (Resolutions of General Assembly)
महासभा के प्रस्ताव अक्सर अंतर्राष्ट्रीय प्रथा के रूप में स्वरूपित होते हैं।
उदाहरण: मानवाधिकारों पर प्रस्ताव, परमाणु हथियारों का उपयोग निषेध प्रस्ताव।
निष्कर्ष
यह लेक्चर अंतर्राष्ट्रीय कानून के स्रोतों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।
उचित संदर्भ और उदाहरणों के साथ सभी स्रोतों की व्याख्या की गई है।
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