हेलो हाय एव्रीवन वेलकम जो अपने कॉलेज और इस वीडियो के अंदर हम बात करेंगे क्लाउड कंप्यूटिंग के बारे में अगर आप जी में यूज करते हैं गूगल ड्राइव यूज करते हैं गूगल फोटो यूज करते हैं माइक्रोसॉफ्ट वर्ड ड्रायर यूज करते हैं या फिर आप नेटफ्लिक्स और प्राइम वीडियो पर मूवी देखते हैं तो आप पहले से ही क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़े हुए हैं क्योंकि इस साल की सारी सब्सक्राइब कंप्यूटिंग पर बेस्ड है अब क्लाउड कंप्यूटिंग की बात करें तो इट्स प्रोवाइडिंग ऑन डिमांड सर्विस ओवर थे इंटरनेट कैन डिमांड Services आपको इंटरनेट के थ्रू प्रोवाइड करता है क्लाउड कंप्यूटिंग Services आसान भाषा में समझें तो मान लेते हैं कि आपने अपना कोई बिजनेस शुरू किया है या फिर कोई स्टार्टअप शुरू किया है पहले क्या होता शुरुआत में आप शुरू करते थे और आपके पास कंप्यूटर सिस्टम है जिस पर आप अपनी सारी पाई जाए उस छोड़ कर आ रहे हैं पर एक पॉइंट के बाद आपकी कंपनी में बहुत सारे स्मज आ जाएंगे मान लेते सौ एंपलॉयर्स गेट अब उन सब का भी डेटा स्टोर कराने के लिए या तो आप एक्सटर्नल हार्ड वेयर खरीदेंगे आप एसेसरीज़ हार्ड ड्राइव खरीदेंगे या फिर आप दूसरे सिस्टम लेकर आएंगे और कंप्यूटर विद अजय बाकी चीज़ें करने के लिए फ्री डाटा स्टोर करने के लिए तो इससे क्या होगा एक तो वह सारा हार्डवेयर खरीदने से आपका खर्चा बढ़ जाएगा उस सारे हार्वेस्ट को डांस करने के लिए आपको एक्सट्रेक्ट टीम को बिठाना पड़ेगा अगर कोई प्रॉब्लम आ जाती है तो उससे कैसे रिकवर करना है उसके लिए आपको स्ट्रैटेजी सोच नहीं पड़ेगी साथ के साथ उसकी मेंटेनेंस और पॉवर का खर्चा भी आपको ही देना पड़ेगा अब ऐसी सिचुएशन में आठ सिस्टम जो है उनका यूज नहीं होगा और कंपनी को बहुत ज्यादा लांच होगा तो ऐसी सिचुएशंस के लिए मान लें अगर आपके पास ऐसी कोई सर्विस होती हैं जो आपके लिए डाटा को तोड़ कर लेती या फिर आपको लोकल सर्वर पर लोकल सिस्टम्स पर जो भी काम कराना पड़ रहा है वह आप कहीं और करा रहे थे किसी ने नोट मशीन में किसी रिमोट सिस्टम में जो कहीं और किसी और के पास है उसके मेंटेनेंस सिक्योरिटी टेस्टिंग का खर्चा रिकवरी का खर्चा वह कोई और ही देख रहा हूं और आप क्या करते हैं सिर्फ उसको कोई सीधे डिटेल नॉमिनल फी और साथ के साथ जब आपको सर्विस चाहिए तब आप उसे अपने हिसाब से यूज करें कि जितनी ज्यादा चाहिए जितनी कम चाहिए उसके हिसाब से आप उसको कस्टमाइज़ कर पाते बस कंडक्टर नहीं होती कि आपके पास अच्छा खासा इंटरनेट होता था कि आप उस सर्विस को एक्सेस कर सकें तो ऐसी ही सर्विस क्लाउड कंप्यूटिंग की सर्विस होती है और इसे प्रोवाइड करते हैं कि लास्ट प्रोवाइडर्स प्लांट प्रोवाइडर जैसे माइक्रोसॉफ्ट एंजॉय डब्ल्यू एस गूगल क्लाउड एंड टाइम के साथ बहुत ज्यादा बड़ी बड़ी कंपनी से इनवेस्ट करेंगे क्लाउड कंप्यूटिंग में तो आजकल यह सर्वे आईबीएम क्लाउड अलीबाबा या फिर एप्पल जैसी कंपनियों भी प्रोवाइड करती हैं अब क्लाउड कंप्यूटिंग की हेल्प से एक तो आपको ऑन डिमांड सर्विस मिल गई मतलब आपको जरूरत हो तब आपको सर्विस मिल गई दूसरा मोस्टली सर्विस इसका पेस्ट एस यू गो मॉडल होता है यानी जितना आप उनको यूज करेंगे इतना आपको पे करना पड़ेगा अगर आप कम यूज करेंगे तो आप कम पर कर सकते हैं अगर आप ज्यादा यूज करें तो अब ज्यादा पे कर सकते हैं उसके साथ सिक्योरिटी मेंटेनेंस टीम यह सारे खर्चे आपकी क्लाउड प्रोवाइडर्स देख रहे हैं तो आपके लिए वह भी एडिशनल है घी जो है वह कम हो गया है इसीलिए आजकल बहुत सारी कंपनीज और बहुत सारे स्टार्टअप जो भी अपना मेजॉरिटी काम होता है चाहे वह डाटा स्टोरेज से रिलेटिड हो चाहे वह कंप्यूटिंग से रिलेटिड हो वह सारा का सारा वह लास्ट प्रोवाइडर्स के ऊपर कुंभ की सर्विस इसको यूज करके करते हैं अगर आपको डाउट प्रोग्रामर है तो आप अपने सिस्टम पर वोटिंग करने के लिए बहुत सारे सॉफ्टवेर इनस्टॉल करें है अब यह जो आपने जो आप इंस्टॉल करें उनकी परफॉर्मेंस डिफरेंट करेगी कि आपकी मशीन का साइज क्या है उसका प्रोसेस सर क्या है लेकिन जब आप इंटर्नशिप प्लेसमेंट के लिए बैठते हैं तो वहां पर आपको ट्रेडिंग टैक्स देने होते हैं और यह कोडिंग टेस्ट आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर दे रहे होते हैं और वहां पर आपका कौन चले या ना चले या फिर कितनी डेफिशियेंसी से चल रहा है वह आपके सिस्टम पर डिपेंड नहीं करता वह तो इंटरनेट कनेक्टिविटी कि आप करेक्टर पा रही हूं सर्विस पर साथ के साथ वह जो कंपनी कंडक्ट करवा रही है इस प्लेटफार्म पर उनकी सर्विस इस पर डिपेंड करता है तो इस तरीके का ही कुछ मॉडल क्लाउड कंप्यूटिंग में फॉलो रहा होता है यूजर नेम बात करता है जैसे गूगल फोटो जाने से पहले अपने फोन में फोटो सेट किया करते थे जिसकी वजह से कभी-कभी फोन की मेमोरी भर जाती थी लेकिन आजकल अब इस फोटो खींच सकते हैं उसको गूगल फोटोज अपलोड कर सकते हैं गूगल ड्राइव में अपलोड कर सकते हैं और उसे अपने फोन से डिलीट कर सकते हैं जब भी हमें वह फोटो वापस चाहिए होगी हम वहां से डाउनलोड कर लेंगे अब हमारा फोन खो गया हमारा लैपटॉप को गया तो ऑन अपने फोन नए लैपटॉप से कहीं से भी अगर हमारे पास इंटरनेट है तो उन फोटोस को उस डाटा को हम वापस एक्सेस कर सकते हैं तो इस तरीके से ब्लाउज की वजह से क्या हुआ काफी सारे हमारे वाजपेई ने हुए हमारा कॉस्ट जो है वह बहुत कम हो गया काफी सारी चीजों का खर्चा हेडेक हमें अब नहीं लेना पड़ रहा है वह हमारे लिए ब्लाउज प्रोवाइडेड लेते हैं और एक तरीके से इंटरनेट के थ्रू हमें बहुत सारी Services मिल गई तो इस तरीके से क्लाउड कंप्यूटिंग काम करता है हमारे day-to-day लाइफ में एंड इन टर्म्स आफ बिजनेस एंड स्टार्टअप के लिए अगर आप चाहते हैं कि हम एक विडियो बनाईं फिक्स्ड इन डिफरेंट टाइप्स कि वह क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विसेज और आप खुद जाकर क्लाउड कंप्यूटिंग कैसे सीख सकते हैं तो इसके लिए आप नीचे कमेंट कर सकते हैं आज के लिए इतना ही मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में चंदन की प्लानिंग इनकी इगनोरिंग थे