वयर डज द चार्ज प्रेजेंट इन द यूनिवर्स इस पूरे ब्रह्मांड में चार्ज है कहां जब प्रोटॉन की संख्या इलेक्ट्रॉनों से ज्यादा होगी तो हमेशा क्या दिखेगा पॉजिटिव चार्ज दिखेगा वह जो इलेक्ट्रॉन को फोर्सफुली चला रहा है वह जो करंट बना रहा है वह जो चार्ज के फ्लो के रेट के पीछे का कारण है उसका नाम है वोल्टेज यह देखो एक टंकी ऊपर रखी हुई है एक टंकी नीचे रखी हुई है दोनों को पाइप से कनेक्ट कर दिया तो पानी कहां से कहां फ्लो करेगा बैटरी एलिमिनेटर का काम होता है यानी बैटरी को हटा देने वाला यानी यह खुद पोटेंशियल डिफरेंस प्रोवाइड करेगा यह वोल्टेज का सोर्स बनता है तार जितनी ज्यादा लंबी होगी इलेक्ट्रॉन को निकलने में टक टक टक टक टक ट टक टटट टकटक उतनी ही ज्यादा दिक्कत आएगी बोलो हां या ना हर रेजिस्टेंस का अपना इंडिविजुअल कनेक्शन जब बैटरी के साथ है तो सब पर सेम वोल्टेज गिरेगी इस पर भी v इस पर भी v इस पर भी v पावर के तीन फॉर्मूले थे एक था v एक था v स् ब r और एक था i स् r स्वागत है स्वागत है स्वागत है फिजिक्स वाला के इस प्लेटफॉर्म पर आप सभी प्यारे-प्यारे क्लास 10थ के बच्चों का स्वागत है दोस्तों आज हम इसी उड़ान चैनल पर एक और वीडियो लेकर के आए हैं जिसकी भाई हैवी डिमांड ंड थी इलेक्ट्रिसिटी चैप्टर तो भाई फिजिक्स का खासा इंपॉर्टेंट चैप्टर है जैसा खास इंपॉर्टेंट चैप्टर लाइट था जहां पर आपने बहुत सारे न्यूमेरिकल भी किए यहां पर न्यूमेरिकल और ज्यादा है क्योंकि फॉर्मूले और ज्यादा है ठीक है ना तो भाई एक बार हम पूरे चैप्टर को पढ़ जाएंगे और पढ़ने के बाद एंड में जाकर के मैं आपको एक फॉर्मूला पूरा सारे जितने भी फॉर्मूले है वो सारे एक ही शीट पर आपको बना के दे दूंगा ताकि आप चाहे तो उसका प्रिंट आउट भी ले सकते हैं कोई दिक्कत वाली बात नहीं है ठीक है ना तो भाई बहुत ही हैवी डिमांड आती है ऐसी चीजों की कि सर सारी फार्मूला शीट हमको दे दीजिए है ना माइंड मैप वैसे भी हमारे मेन चैनल पर चल ही रहा है तो ठीक है भाई इलेक्ट्रिसिटी के चैप्टर की बहुत ही हैवी डिमांड को पूरा करते हुए लेकर के आ गया आपके लिए तो भाई इस चैप्टर के अंदर इस बात का ध्यान रखिएगा के कांसेप्ट बहुत सारे हैं और बहुत सारे छोटे-छोटे कॉन्सेप्ट्स हैं उन छोटे-छोटे कांसेप्ट को जोड़ करके बाद में बड़े कांसेप्ट बनते हैं है ना जैसे आप बाद में इलेक्ट्रिक एनर्जी और पावर पढ़ोगे तो इलेक्ट्रिक एनर्जी पावर पढ़ने के लिए आपको पीछे के सारे कांसेप्ट में से निकले हुए जितने भी फॉर्मूले हैं वो सब के सब याद रहने चाहिए ठीक है ना तो हम इस तरीके से पढ़ेंगे कि भाई एक के बाद दूसरा दूसरे के बाद तीसरा तीसरे के बाद चौथा ये एक कड़ी आपको महसूस होगी है ना आपको एक सीरीज महसूस होगी कि पहले हमने ये पढ़ा उससे जुड़ा हुआ यह है फिर उससे जुड़ा हुआ ये है फिर उससे जुड़ा हुआ ये है फिर उससे जुड़ा हुआ ये है है ना कोशिश करेंगे हर चीज के बीच में कनेक्शन बनाने की है ना और इसी से आपके लिए कांसेप्चुअल क्लेरिटी को भी हम लोग और मजबूत कर पाएंगे ठीक है तो भाई स्टार्ट करते हैं बिना टाइम वेस्ट किए वन शॉट के अंदर इलेक्ट्रिसिटी पढ़ रहे हैं तो क्या पढ़ रहे हैं भाई कंप्लीट चैप्टर पढ़ रहे हैं है ना थ्र एनसीआरटी और एनसीआरटी के अंदर इस चैप्टर में कुछ भी नहीं कटा है जैसा पास्ट ईयर में आ रहा था इलेक्ट्रिसिटी वैसा ही आ रहा है ठीक है ना तो एनसीआरटी ने कुछ भी नहीं काटा इस चैप्टर के अंदर मैग्नेटिक इफेक्टस में कटा है लेकिन इस चैप्टर के अंदर कुछ भी नहीं कटा ठीक है ना तो चलिए शुरू करते हैं भाई कहानी को सबसे पहले बात आती है यहां पर चार्ज से सबसे पहले आप यह समझिए कि चार्ज होता क्या है चार्ज एक प्रॉपर्टी का नाम है ठीक है ना चार्ज किसी चीज का नाम नहीं है जैसे मैं बोलूं कि भाई यह पेन है लेकिन इसकी प्रॉपर्टी क्या है लिखना एक पेन है इसकी प्रॉपर्टी क्या है लिखना ऐसे ही एक मटेरियल है जिसकी प्रॉपर्टी है चार्ज समझ गए ना तो चार्ज असल में क्या है चार्ज एक गुण का नाम है चार्ज एक क्वालिटी का नाम है है ना जैसे एक व्यक्ति में क्वालिटी अच्छाई हो सकती है एक व्यक्ति में क्वालिटी बुराई भी हो सकती है आप बोलोगे सर ये क्वालिटी कैसे है अरे बैड क्वालिटी है लेकिन है तो क्वालिटी ना है तो कोई ना कोई गुण ही ना है तो कोई ना कोई एडजेक्टिव ही ना ठीक है ना चाहे अच्छा हो चाहे बुरा हो वो बात नहीं कर रहे है ना तो ऐसे ही यहां पर हर मटेरियल के पास एक गुण है एक क्वालिटी है जिसका नाम क्या है चार्ज ठीक है ना चार्ज दो प्रकार का होता है पॉजिटिव और नेगेटिव पहली बार कहां पढ़ा था छठी क्लास में पढ़ा था सिक्सथ क्लास के अंदर आपको पढ़ाते पॉजिटिव चार्ज नेगेटिव चार्ज लाइक चार्जेस क्या बोलते हैं वो रिपेल ईच अदर अनलाइक चार्जेस है ना ऐसी ऐसी बातें सुनी आपने पहले भी तो आपके लिए कोई नई बातें नहीं है आपको पता है कि दो पॉजिटिव चार्ज अगर सामने आएंगे तो एक दूसरे को धक्का मारेंगे एक नेगेटिव एक पॉजिटिव आएगा तो एक दूसरे की तरफ भागेंगे और ऐसे ही कुछ नेगेटिव चार्जेस के लिए भी है इसी को बोलते हैं ना लाइक चार्जेस रिपल अनलाइक चार्ज अट्र ये बातें आपको पहले से पता है ठीक है ना एक बात को और क्लियर कर लेते हैं कि ये प्लस चार्ज का और माइनस चार्ज का क्या मतलब होता है देखो प्लस चार्ज इज अनदर टाइप ऑफ चार्ज और माइनस चार्ज इज अनदर टाइप ऑफ चार्ज असल में यहां पर जो प्लस और माइनस है ना ये सिर्फ इनको नाम दे दिए गए हैं कि भाई तू प्लस है और तू माइनस है क्योंकि आपस में कैंसिल होते थे ये आपस में कोई नेट नेट चार्ज नहीं बनाते थे तो इसलिए ऐसा बोल देया कि भाई तेरे ऊपर पॉजिटिव चार्ज और तेरे ऊपर नेगेटिव चार्ज है बेसिकली ये टू डिफरेंट टाइप्स ऑफ चार्जेस है इंसानों ने इनको नाम दे रखा है पॉजिटिव और नेगेटिव ठीक है ना अब आपको ये पता होना चाहिए कि पॉजिटिव चार्ज फंडामेंटली कहां पर प्रेजेंट है तो कहां पर प्रेजेंट है भाई बताओ एटम नाम सुना है एटम के तीन सब एटॉमिक पार्टिकल सुने हैं हां सर सुने कौन-कौन से हैं प्रोटॉन इलेक्ट्रॉन और न्यूट्रॉन इसमें से जो प्रोटॉन है उसके ऊपर पॉजिटिव चार्ज है ठीक है ना आप बोलोगे सर प्रोटॉन में ऐसा क्या है तो वो और फंडामेंटल बात है लेकिन वो सिलेबस के बाहर की बात है है ना आउट ऑफ द स्कोप ऑफ एनसीआरटी ठीक है ना तो वो स्कोप के बाहर की बात है 12वीं में जाओगे पढ़ोगे अप क्वार्क डाउन क्वार्क जैसी चीजें होती है अप क्वार्क डाउन क्वाक अप क्वार्क का चार्ज पॉजिटिव होता है डाउन क्वार्क का नेगेटिव होता है ये सब बातें क्वार्क्स की बातें 10थ क्लास में है नहीं तो कोई जरूरत नहीं है उतनी डेप्थ तक जाने की चीजों को तो तीन एलिमेंट्री पार्टिकल्स आप लोगों ने क्लास नाइन से पढ़े हैं प्रोटॉन जिन पर पॉजिटिव चार्ज होता है इलेक्ट्रॉन जिन पर उतना ही नेगेटिव चार्ज होता है जितना प्रोटॉन पर पॉजिटिव होता है यानी दोनों डिफरेंट टाइप के चार्जेस थे एक को प्लस कह दिया एक को माइनस कह दिया ऐसा हुआ और दोनों आपस में न्यूट्रलाइज होते थे तो इसलिए इसको क्या कह दिया प्लस क दिया इसको माइनस कर दिया ठीक है ना दोनों पर बराबर होता है जितना चार्ज एक प्रोटॉन पर है उतना ही चार्ज एक इलेक्ट्रॉन पर है क्लास नाइंथ की बातें है तो ठीक है ना कितना चार्ज प्रोटॉन पर है तो 1.6 * 10 की पावर माइन 19 कलाम कूलाम क्या है एसआई यूनिट है बेटा चार्ज की देखो पीछे लिखा हुआ है चार्ज के ए क्या है बेटा कूलाम ठीक है ना तो जितना पॉजिटिव चार्ज प्रोटॉन के पास है 1.6 * 10 की पावर माइन 19 उतना ही इलेक्ट्रॉन पर नेगेटिव में उतना ही इलेक्ट्रॉन पर नेगेटिव में तभी तो एक दूसरे को मार डालते तभी तो एक दूसरे के साथ न्यूट्रलाइज हो जाते हैं दोनों जितना प्रोटॉन पर चार्ज उतना ही मैग्निटिया हां मैटर की क्या प्रॉपर्टी थी याद है नाइंथ क्लास में मैटर पढ़ा था ना क्या प्रॉपर्टी थी मैटर की प्रॉपर्टी थी मैटर इज द वन व्हिच हैज अ मास एंड ऑक्यूपाइड एंड हैज चार्ज यह बात वहां पर नहीं थी आज लिख लो मास भी हो और मास के बिना चार्ज नहीं हो सकता मास के बगैर चार्ज नहीं रह सकता चार्ज रहता ही मास के ऊपर है यह समझ लो मास रहता ही चार्ज के ऊपर है ओ सॉरी चार्ज रहता ही मास के ऊपर है ठीक है तो मास तो पहले आएगा ऊपर चार्ज आएगा उसके ठीक है तो मास अगर है जो कि मैटर में होता ही है तो चार्ज होगा ठीक है ना तो न्यूट्रॉन पर चार्ज है क्या क्या बात कर रहे हो आप नहीं मैं यह बात नहीं नहीं कर रहा मैं बात ये कर रहा हूं कि न्यूट्रॉन के अंदर चार्ज है जितना पॉजिटिव उतना ही नेगेटिव आपस में कट के न्यूट्रल हो गया यानी न्यूट्रॉन को हम अनचार नहीं कहेंगे हम न्यूट्रॉन को कहेंगे न्यूट्रल है तू तू न्यूट्रल है तू ना इस साइड होता है ना उस साइड होता है तू बीच का बिच्छू है जितना तेरे में पॉजिटिव चार्ज है उतना ही तेरे में नेगेटिव चार्ज है आपस में कट गया तो न्यूट्रल पार्टिकल है न्यूट्रॉन समझ गए ना अन चार्ज नहीं है ठीक है तो प्रोटॉन एक चार्ज पार्टिकल है क्योंकि पॉजिटिव चार्ज की संख्या ज्यादा है इलेक्ट्रॉन एक नेगेटिव चार्ज है क्योंकि नेगेटिव चार्ज की संख्या ज्यादा है लेकिन न्यूट्रॉन के पास जितनी संख्या जितनी मैग्निटिया ना एक दूसरे पर ये अट्रैक्टिव फोर्स लग रही है ना इलेक्ट इिक फोर्स ही है ये रिपल्सिव फोर्स लग रही है ना ये इलेक्ट्रिक फोर्स ही है तो इसको बोलते हैं इलेक्ट्रिक इफेक्ट ठीक है ये होने को क्या बोलते हैं इलेक्ट्रिक इफेक्ट और एक होता है मैग्नेटिक इफेक्ट अगले चैप्टर की वेट करनी पड़ेगी अगले चैप्टर का मन है अगर पढ़ने का तो भाई बता देना कमेंट सेक्शन के अंदर हैवी डिमांड होगी तो जल्दी ले आएंगे है ना नहीं होगी तो आराम से पढ़ाएंगे कोई दिक्कत नहीं ठीक है तो भाई अगला चैप्टर है मैग्नेटिक इफेक्टस ऑफ करंट तो वहां पर आपको पढ़ना है कि चार्ज का मैग्नेटिक प्रभाव भी होता है इलेक्ट्रिक प्रभाव तो होता ही है इफेक्ट तो होता ही है मैग्नेटिक इफेक्ट भी होता है बाद में बात करेंगे उस बारे में ठीक है तो चार्ज एक प्रॉपर्टी एसोसिएटेड विद मैटर ड्यू टू वि इट प्रोड्यूस एंड एक्सपीरियंस इलेक्ट्रिकल एंड मैग्नेटिक इफेक्ट यानी चार्ज एक ऐसा गुण होता है मैटर का जिसकी वजह से जिसकी वजह से वो इलेक्ट्रिक इफेक्ट भी दिखाता है जो यहां दिख रहे हैं आपको और मैग्नेटिक इफेक्ट भी दिखाता है जो आपको अगले चैप्टर में दिखेंगे ठीक है अब चार्ज को डिनोट किससे करते हैं तो चार्ज की डिनोशन होती है क्यू से है ना या बड़े क्यू से तो बड़ा क्यू ज्यादातर यूज होता है एनसीआरटी में ज्यादातर ब बड़ा क्यू यूज कर रखा है आप 12थ में जाओगे तो छोटा क्यू भी यूज करोगे वहां पर ठीक है अगर फिजिक्स लोगे तो है ना नहीं लोगे तो फिर कहां से करोगे लेनी पड़ेगी फिजिक्स फिजिक्स नहीं लोगे क्या लोगे बोलो हां लेंगे हम सब फिजिक्स लेंगे ठीक है ना बाकी कॉमर्स लेंगे विद फिजिक्स आर्ट्स लेंगे विद फिजिक्स ठीक है ना कुछ भी नहीं करेंगे तो भी फिजिक्स पढ़ेंगे यस दैट्ची छोटा चार्ज छोटा चार्ज q से कभी-कभी रिप्रेजेंट हो जाता है वैसे हम लोग चार्ज को कैपिटल q से रिप्रेजेंट करते हैं ठीक है ना एसआई यूनिट क्या है चार्ज की तो यूनिट जो नापी जाती है चार्ज की वो क्या है कूलंब है और सी से डिनोट होती है कैपिटल सी से उसको डिनोट किया जाता है ठीक है ना मैं आपको बता दूं कि इससे छोटी यूनिट्स भी है जो कि आपके काम आएंगी जैसे जैसे एक होती है मिली कूलम 10 की पावर -3 कूलम एक होती है माइक्रो कूलम 10 10 की पावर -6 कूलम ठीक है ये दोनों याद रखनी है भाई मिली कुलम और माइक्रो कूलम याद रखनी है ठीक है मिली कूलम 10 की पावर -3 माइक्रो कूलम 10 की पावर -6 काम आएंगी आगे चलते हैं तो भाई देखो इस बारे में बात हमने ऑलरेडी कर ली है लेकिन फिर भी पढ़ लो एक बार सवाल भी है और जवाब भी है जवाब का सवाल नहीं है लेकिन सवाल का जवाब तो होता है वेयर डज द चार्ज प्रेजेंट इन द यूनिवर्स इस पूर्व ब्रह्मांड में चार्ज है कहां तो भाई चार्ज फंडामेंटल पार्टिकल्स पर है जो एटम के अंदर होते हैं उन पर ही पॉजिटिव नेगेटिव और न्यूट्रल जो भी है वो है है ना तो चार्जेज फंडामेंटली प्रेजेंट ऑन द एलिमेंट्री पार्टिकल्स देखो लिखा हुआ है इलेक्ट्रॉन पर नेगेटिव प्रोटॉन पर पॉजिटिव और न्यूट्रॉनस आर न्यूट्रल इन नेचर लिखा हुआ है ना न्यूट्रल लिखा है अनचार नहीं लिखा न्यूट्रल लिखा है अनचार नहीं है न्यूट्रल है ऑल ऑफ देम आर प्रेजेंट इनसाइड द एटम ये सब के सब एटम के अंदर बैठे एंड एटम्स कांस्टीट्यूट टू बिकम मॉलिक्यूल एटम ही बड़े होक के मॉलिक्यूल बनते हैं जब एटम एटम से कंबाइन करता है तो क्या बनता है मॉलिक्यूल बनता है है ना परमाणुओं से अणु बनता है तो अणु मॉलिक्यूल है और परमाणु क्या है एटम है है ना मॉलिक्यूल ऑफ विच द सब्सटेंस ऑफ द यूनिवर्स आर मेड इसी से पूरे ब्रह्मांड के पदार्थ बने हैं है ना भाई परमाणुओं से परमाणुओं से अणु बने और अणुओं से ये सारा संसार बना हुआ है ठीक है ना तो जितना भी मैटर बना है वो सब का सब मॉलिक्यूल से बना है और मॉलिक्यूल एटम से बने एटम्स के अंदर ये सारे पार्टिकल्स है तो आप कह सकते हो कि मैं अनचार हूं या आप अनचार हो कोई अन चार्ज नहीं है कोई अन चार्ज नहीं है न्यूट्रल हो सकते हैं लेकिन अनचार कहना बिल्कुल भी सही नहीं है है ना क्योंकि हम सब के सब एटम से मिलकर के बने हैं भाई और एटम के पास चार्ज है अंदर है उसके बेशक पूरा ओवरऑल न्यूट्रल लेकिन जितना पॉजिटिव उतना नेगेटिव तो है ना चार्ज तो बोलेंगे ना कि है हां चार्ज तो बोलेंगे है ठीक है आगे बढ़ जाए चलिए ओके तो भाई अब चार्ज है तो अपीयर कैसे होगा माने दिखना कैसे शुरू होगा उसका प्रभाव बाहर कैसे आएगा भाई किसी बॉडी पर अगर चार्ज है तो उसका प्रभाव दिखना कैसे शुरू होगा आसपास तो भाई ऐसे दिखना शुरू होगा ऐसे दिखना शुरू होगा कि अगर हम उसके अंदर संतुलन को बिगाड़ दे तो जैसे मान लो एक बॉडी है मान लेते हैं कि एक बॉडी है ठीक है ना उसके पास जितने इलेक्ट्रॉन हैं 10 इलेक्ट्रॉन है उतने ही प्रोटॉन भी है तो आपको पता है जितना चार्ज इलेक्ट्रॉन पर है उतना ही प्रोटॉन पर है जितना इलेक्ट्रॉन पर नेगेटिव में है उतना ही प्रोटॉन पर पॉजिटिव में है हां तो फिर इस पर नेट चार्ज कितना हो गया नेट चार्ज हो गया रो इस बॉडी पर इस बॉडी पर नेट चार्ज क्यू नेट क्यू नेट कितना होगा भाई रो होगा कोई चार्ज नहीं होगा क्य नेट इज ज़ीरो सही बात है ना जितना नेगेटिव में है उतना ही क्या है पॉजिटिव में है सही बात है ठीक बात है है ना तो अब अगर आप चाहते हो कि भाई यह अपना प्रभाव बाहर दिखाए यह दिखाए कि मैं पॉजिटिव चार्ज हूं यह दिखाए कि मैं नेगेटिव चार्ज हूं यह दूसरी बॉडी इसको रिपेल करे यह दूसरी बॉडी इसको अट्रैक्ट करे तो वह कब हो पाएगा जब आप इनके बीच का संतुलन बिगाड़ दोगे कैसे बिगड़ेगा भाई इसमें से कुछ इलेक्ट्रॉन खींच लो या फिर कुछ इलेक्ट्रॉन भर दो दो में से एक काम कर सकते हो आप ठीक है ना या या तो आप कुछ इलेक्ट्रॉन खींच लो यानी लॉस कर दो कुछ इलेक्ट्रॉन का या फिर आप कुछ इलेक्ट्रॉन इसमें डाल दो यानी गेन कर दो कुछ इलेक्ट्रॉन का सर ये हमेशा इलेक्ट्रॉन का ही लॉस इलेक्ट्रॉन के ही गेन की बात क्यों करते हो प्रोटॉन के गेन प्रोटॉन के लॉस की बात क्यों नहीं कर रहे भाई साहब प्रोटॉन रहता है न्यूक्लियस के अंदर एटम के ऊपर शेल होते हैं चारों तरफ के शेल एल शेल एम शेल एन शेल है ना और बीच में कौन रहते हैं बीच में रहते हैं प्रोटॉन और न्यूट्रॉनस उनको हिलाना इतना आसान नहीं है भाई क्या लगा रहे हो क्या समझ रहे हो कि प्रोटॉन को निकाल ले जाओगे न्यूक्लियस में से इतना आसान नहीं है भाई जब प्रोटॉन न्यूक्लियस को छोड़ता है ना जब न्यूक्लियस टूटता है ना इतनी नॉर्मसिंव बॉम फोड़ा था ना अमेरिका ने जापान पर जिसके बाद द्वितीय विश्व युद्ध जो था वो रुक गया था बंद हो गया था डर के मारे कि और कहीं ना फेंक दे वो इसी के कारण था भाई तो इसलिए प्रोटॉन को निकालना या प्रोटॉन को डालना भी क्योंकि डालोगे तो कहीं से तो लाओगे इतना आसान नहीं है मेरे बच्चे ठीक है ना तो प्रोटॉन नहीं जाते प्रोटॉन नहीं आते लॉस ऑफ प्रोटॉन गेन ऑफ प्रोटॉन इतना आसान नहीं है लेकिन हां लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन और लॉस ऑफ और गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन यानी इलेक्ट्रॉन का आना इलेक्ट्रॉन का जाना ये तो लगा रहता है इसी पर तो पूरी केमिस्ट्री बेस्ड है पूरी केमिस्ट्री है ही क्या एक एटम है उसने इलेक्ट्रॉन छोड़ दिया मेटल था तो कटाय बन गया पॉजिटिवली चार्ज हो गया एक नॉन मेटल था उसने इलेक्ट्रॉन ले लिया तो नेगेटिवली चार्ज बन गया पॉजिटिव नेगेटिव अट्रैक्ट हो गए उनके बीच में फोर्स आ गई इलेक्ट्रोटिक फोर्स बॉन्ड बन गया भाई पुराने बॉन्ड्स का टूटना और नए बॉन्ड्स का बनना यही तो केमिस्ट्री है केमिकल रिएक्शन एंड इक्वेशन शुरू यहीं से होता है के दो कंपाउंड्स के बीच में अपने अपने बॉन्ड थे उसके बाद वह बॉन्ड टूट गए उन्होंने आपस में रिएक्ट कर लिया और नए रिश्ते बना लिए पुराने रिश्ते टूटे और नए रिश्ते बने पुराने अलायंस खत्म हुए और नए अलायंस बने समझे बात को ठीक है वही है वही पूरी केमिस्ट्री है तो ये होता कैसे है ये लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन गेन ऑफ इलेक्ट्रॉन से ही तो होता है है कि नहीं तो सोचो अगर मैंने इस बॉडी के अंदर कुछ इलेक्ट्रॉन खींच लिए इसमें से है ना मैंने इसमें से कुछ इलेक्ट्रॉन खींच लिए ठीक है आओ चलो खींचते हैं कुछ इलेक्ट्रॉन मैंने क्या कर दिए खींच दिए इसको लिख देता हूं लूज टू इलेक्ट्रॉन ठीक है दो इलेक्ट्रॉन क्या करवा दिए ढीले कर दिए ढीले नहीं करे खो दिए लूज मतलब होता है खोना है ना तो दो इलेक्ट्रॉन खो दिए मैंने अब कितने बचे इसके अंदर बताओ बताओ भाई बताओ कितने बचे 10 थे 10 थे दो चले गए आठ बचे आठ बचे लेकिन प्रोटॉन तो उतना ही है 10 के 10 ठीक है जी तो अब नेट चार्ज क्या आएगा बोलो बोलो बोलो नेट चार्ज क्या आएगा नेट चार्ज विल बी पॉजिटिव नाउ नेट चार्ज विल बी पॉजिटिव क्यों क्योंकि प्रोटोन की संख्या ज्यादा है है ना इलेक्ट्रॉनों की संख्या कम है और प्रोटोन की संख्या क्या है ज्यादा है जब प्रोटोन की संख्या इलेक्ट्रॉनों से ज्यादा होगी तो हमेशा क्या दिखेगा पॉजिटिव चार्ज दिखेगा अरे प्रभाव ही तो है प्रभाव ही तो है ऐसे था भाई बैलेंस था पहले किसी का प्रभाव दिखता नहीं था आपस में लड़ते थे आपस में लड़ते थे न्यूट्रल हो जाते थे आपस में लड़ते थे न्यूट्रल हो जाते थे है ना लेकिन ये थोड़े से कमजोर पड़ गए तो ये अपने आप ही महान कहलाने लगेंगे नहीं अगर यह कमजोर पड़ गए तो अपने आप क्या कहलाने लगेंगे महान है ना और यह कमजोर पड़ गए तो यह महान ये हो रहा है समझ गए ना तो भाई इलेक्ट्रॉन चले गए तो प्रोटॉन अपने आप में क्या हो गए महान कहलाने लगे और ये बॉडी अपने आप में क्या हो गई पॉजिटिवली चार्जड तो इलेक्ट्रॉन के लॉस होने से एक बॉडी पॉजिटिवली चार्ज हो जाती है देखो देखो इलेक्ट्रॉन का लॉस होने से एक बॉडी पॉजिटिवली चार्जड हो जाती है आया क्या आया क्या समझ में है ना अच्छा ऐसे ही सोचो ऐसे ही सोचो कि मैं लूज ना करवाता मैं गेन करवाता मैं लूज ना करवाता मैं गेन करवाता आइए गेन करवाए ठीक है आओ गेन करवाए गेन टू इलेक्ट्रॉन दो इलेक्ट्रॉन इसके अंद डाल दि दो डाल दिए पहले कितने थे पहले 10 10 थे ना याद है ना 10 10 थे ना दो डाल दिए दो डाल दिए तो कितने हो गए 12 हो गए 12 इलेक्ट्रॉन और 10 प्रोटॉन हां जी अब किनकी संख्या ज्यादा है भाई साहब नेगेटिव चार्ज वालों की ज्यादा है नेगेटिव चार्ज वालों की ज्यादा उनका चार्ज का मैग्निटिया बोलो हां जीरो से कम मतलब नेगेटिव जीरो से बड़ा मतलब पॉजिटिव पता है ना ये बात अरे यार नेगेटिव होता है भाई इसका मतलब इसका मतलब वैल्यू नेगेटिव है इसका मतलब वैल्यू क्या है बेटा पॉजिटिव है उसका मतलब वैल्यू जीरो है है ना जीरो से बड़ा मतलब पॉजिटिव साइड पर जा रहा है जीरो से कम मतलब नेगेटिव साइड पर जा रहा है क्लियर है बात ठीक है ना तो ऐसे में क्या हुआ अगर गेन करवाया इलेक्ट्रॉन तो क्या हुआ नेगेटिव चार्ज हो गया ये देखो ये देखो गेन करवाया इलेक्ट्रॉन का तो बॉडी हो गई नेगेटिवली चार्जड बोलो समझ में आया क्या बोलो समझ में आया क्या तो कसे चार्ज अपीयर करवाते हैं किसी बॉडी पर बस संतुलन बिगाड़ के संतुलन बिगाड़ करके है ना एटम ऐसे ही कटाय बनता है एटम ऐसे ही एना आयन बनता है पढ़ लिया ना मेटल नॉनमेटल नहीं पढ़ा तो पढ़ लोगे वहां है वहां दिया गया है कि एक एटम मेटल कब बनता है एक एटम कटाय कब बनता है इलेक्ट्रॉन छोड़ के और एक एटम एनायत है इलेक्ट्रॉन गेन करके ठीक बात कि नहीं नाइ में भी था ये कांसेप्ट और 10थ में यूज होता है केमिस्ट्री के अंदर है ना लेकिन आया कहां से ओरिजन इसका फिजिक्स से है ठीक है जी क्या लिखा हुआ पढ़ो चार्ज बॉडीज या पार्टिकल्स क्रिएट हो सकते हैं पार्टिकल कैसे क्रिएट हो सकते हैं अरे चार्जड बॉडीज की बात हो रही है बॉडीज की बात नहीं हो रही है चार्जड बॉडीज की बात हो रही है यानी चार्ज बॉडीज को पैदा किया जा सकता है बॉडीज पैदा नहीं हो रही है चार्ज बॉडीज पैदा हो रही है मतलब कैसे हो रही है वो देखो बाय डिस्टर्बिया परेशान कर देना डिस्टर्बिग द न्यूट्रल न्यूट्रल को न्यूट्रल समझ रहे हो ना जितना संतुलन बिगाड़ना सीधी बात है संतुलन को क्या कर देना बिगाड़ देना ऑफ एन एटम जस्ट लाइक आयस आर क्रिएटेडॉक्युमेंट्सफ्रैगमेंट क्वानटाइज करने का मतलब होता है देखो क्वांटा का अर्थ होता है पैकेट ठीक है क्वांटा मींस पैकेट पैकेट और यह क्वानटाइजेशन के नाम से समझ र कोई प्रोसेस चल रहा है पैकेट बनाने का प्रोसेस इ क्वानटाइजेशन क्वांटा मतलब होता है पैकेट क्वांटा मतलब पैकेट पैकेट्स क्वांटम इज वन पैकेट क्वांटा इज मेनी पैकेट्स ठीक है ना क्वांटम मतलब एक पैकेट क्वांटा मतलब बहुत सारे पैकेट्स तोवा टा इजेशन मतलब क्या हुआ कि भाई पैकेट बनाने की प्रक्रिया चल रही है है ना कोई प्रक्रिया लग रही है ना सुनने में तो यस पैकेट बनाने को ही बोलते हैं बेटा पैकेट बनाना तो सर पैकेट बनाने की क्या जरूरत है पैकेट बनाने की क्या जरूरत है भाई मान लो कि तुम एक मिठाई की दुकान प गए है ना तुम एक मिठाई की दुकान पर गए और तुमने बोला कि भैया मिठाई तोल दो जरा तो वो क्या पूछेगा 1 किलो आधा किलो पाव किलो है ना ये पूछेगा ना 250 ग्राम तोलू आधा किलो तोलू या फिर एक किलो तोल दो किलो तोलू ऐसे पूछेगा आपसे है ना तो उसने क्या कर रखा उसने मिठाई के पैकेट बना रखे हैं कि भाई या तो मैं आधा किलो मिठाई बेचूंगा या मैं एक किलो मिठाई बेचूंगा या मैं पा किलो मिठाई बेचूंगा है ना अच्छा तुम मांगो के नहीं भैया पाव किलो नहीं चाहिए एक काम करो मेरे को ना 175 ग्राम दे दो प ग्राम दे दो बोलेगा पागल हो गया क्या क्या बातें कर रहा है भगा देगा तुमको भगा देगा मिनट से पहले भगा देगा बोलेगा क्या बातें कर रहे हो भाई बोला भैया एक काम करो ₹10 की मिठाई दे दो ₹10 की बर्फी दे दूं तेरे को इधर आ इधर तेरे को 10 चपले दूं जरा घूम के आ वहां से मानेगा क्या वो नहीं मानेगा क्यों उसने एक पैकेट फिक्स कर रखा है वो बोलेगा भाई साहब क्यों क्यों दिमाग खराब कर रहे हो क्यों टाइम वेस्ट कर रहे हो मेरा भी अपना भी नहीं देंगे आपको ₹10 की मिठाई नहीं देंगे आप आपको 176 ग्राम 175 ग्राम नहीं देंगे आपको है ना चाहिए तो 250 ग्राम मिनिमम है ना नहीं तो 100 लेके जा यार 175 का क्या मतलब है व्हाट इज 176 व्हाट इज 171 या तो तू 100 ग्रा ले जा चल ठीक है वो छोटे वाले डिबे में दे देगा 100 ग्रा डाल करके है ना नहीं तो पाव किलो लेके जा यानी 250 ग्रा लेके जा या तो 500 ग्रा लेके जा या फिर 1 किलो लेके जा या फिर 2 किलो लेके जा 2ई किलो लेके जा समझ रहे हो ना बात को तो उसने क्या कर रखा है पैकेट्स बना रखे ऐसे ही चार्ज ने भी क्या कर रखा है पता है अपने पैकेट्स बना रखे हैं पैकेट्स मतलब सर हां ये सच बात है चार्ज ने भी अपने क्या बना रखे हैं पैकेट्स बना रखे हैं यानी हर चार्ज पॉसिबल नहीं है जैसे भाई हर किलो की मिठाई लाना पॉसिबल नहीं है अनलेस वो दुकान तुम्हारी ना हो है ना तो हर ग्राम की मिठाई आप लेकर नहीं आ सकते मिठाई वाले का दिमाग खराब हो जाएगा आपको बेचने में ऐसे ही चार्ज भी पैकेट्स में ही मिलता है आप चार्ज को पैकेट्स में ही लेकर आ पाते हो अपनी मन मर्जी से चार्ज नहीं उठा सकते आप अपनी मन मर्जी से चार्ज नहीं उठा सकते आप आपको पैकेट्स में ही चार्ज को लाना ट्रांसफर करना यहां से वहां करना पड़ता है ठीक है सर फिर वो मिनिमम पैकेट क्या है यह बता दो अच्छा मिठाई की दुकान पर मिनिमम पैकेट क्या था रो करके वो 100 ग्राम का पैकेट आपको दे ही देगा लेकिन 171 ग्राम दे देगा क्या नहीं दे पाएगा है ना बात समझ में आ रही है ना तो इसे बोलते हैं पैकेट बनाना ऐसे ही चार्ज का जो मिनिमम पैकेट बना हुआ है वो बना हुआ है इतना दिस इज मिनिमम पैकेट सर यह नाम तो पहले सुना हुआ है 1.6 * 10 की पावर माइ 19 बेटा ये एक इलेक्ट्रॉन का चार्ज है या फिर एक प्रोटॉन का भी चार्ज है ठीक है ना तो एक इलेक्ट्रॉन के चार्ज को या एक प्रोटॉन के चार्ज को e से डिनोट करते हैं e e क्यों इसका नाम है इलेक्ट्रॉनिक चार्ज e स्टैंड्स फॉर e स्टैंड्स फॉर इलेक्ट्रॉनिक चार्ज क्या होता है ये ये होता है 1.6 * 10 की पावर माइ 19 कूलम स्ल e से क्या होता है बेटा डिनोट होता है स्मल e से क्या होता है डिनोट होता है ठीक है ना तो ये चार्ज अगर प्लस में लिखा गया तो प्रोटॉन का होगा माइनस में लिखा गया तो इलेक्ट्रॉन का हो साइन से फर्क नहीं पड़ता साइन से फर्क नहीं पड़ता साइन सिर्फ यह बताने के लिए कि ये चार्ज है किसका ठीक है ना साइन से और कोई फर्क नहीं पड़ता ठीक है तो मिनिमम पैकेट क्या है भाई मेरे पीछे पीछे दोहरा हो मिनिमम पैकेट क्या है मिनिमम पैकेट है यानी क्वांटा है क्वांटा इज 1.6 * 10 की पावर - 19 कूलम बोलो 1.6 * 10 की पावर -1 कलम अरे दोहरा मेरे पीछे 1.6 * 10 की पावर -1 कूलम इज द मिनिमम चार्ज दैट कैन बी ऑब्टेंड और ट्रांसफर्ड फ्रॉम वन बॉडी टू अनदर आया समझ में ठीक है जी तो अब एक बात बताओ मिनिमम अगर ये है तो इससे नेक्स्ट लेवल क्या होगा अगर ये मिनिमम है तो इससे नेक्स्ट लेवल क्या होगा सर जी नेक्स्ट लेवल यही है नेक्स्ट लेवल यही है कि आप इसका डबल ले जाओ ठीक है भाई इसका डबल ले जाते हैं यानी 2e ले जाते हैं 2e कितना हो जाएगा 2 * e कितना हो जाएगा इसे भी टू से मल्टीप्लाई कर दो अच्छा यानी 16 दनी 32 यानी 3.2 * 10 की पावर माइ 19 कूलम अच्छा ये या तो या तो एक पैकेट ले जाओ या दो पैकेट ले जाओ है ना या फिर आप तीन पैकेट ले जाओ या फिर आप चार इलेक्ट्रॉन के बराबर का चार्ज ले जाओ या फिर आप पांच इलेक्ट्रॉन के बराबर का कहने का मतलब ये कि क्या आप साढ़े तीन इलेक्ट्रॉन का चार्ज ला सकते हो क्या क्या आप आधा इलेक्ट्रॉन तोड़ के ला सकते हो क्या नहीं क्या आप फ्रैक्शन में इलेक्ट्रॉन तोड़ के ला सकते हो क्या नहीं आप डेसीमल में इलेक्ट्रॉन तोड़ के ला सकते हो क्या नहीं पॉसिबल नहीं है पॉसिबल ही नहीं है ठीक है ना तो पॉइंट में चार्ज को तोड़ डेसीमल में चार्ज को तोड़ना फ्रैक्शन में चार्ज को तोड़ना पॉसिबल नहीं है तो आपको नेचुरल नंबर में ही चार्ज लेना पड़ेगा ठीक है ना तो नेचुरल नंबर वन नेचुरल नंबर ट 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 50 60 70 80 100 200 1000 2000 एक करोड़ दो करोड़ 10 करोड़ 15 करोड़ ऐसे चलेगा समझ गए ना तो नेचुरल नंबर्स जहां तक चल रहे हैं चलने दो वहां तक का आपको चार्ज मिलेगा आप चाहो कि भाई मैं 10 इलेक्ट्रॉनों का चार्ज ले लू पॉसिबल है क्या नहीं आप बोलोगे भाई मैं सवा इलेक्ट्रॉन का चार्ज ले लू पॉसिबल है क्या नहीं आप बोलो भाई मेरे को पौ इलेक्ट्रॉन का चार्ज चाहिए पॉसिबल है क्या नहीं है भाई ठीक है ना तो इनके बीच के चार्जेस पॉसिबल नहीं है एक इलेक्ट्रॉन का चार्ज इतना दो का इतना तीन का कितना होगा भाई 16 3 48 4.8 * 10 की पावर - 19 चार इलेक्ट्रॉन का 16 4 64 6.4 टाइम्स 10 टू द पावर - 19 16 5 80 8 * 10 की पावर - 19 यह चार्जेस पॉसिबल है इनके बीच के कोई चार्ज अगर आपको चाहिए तो पॉसिबल नहीं है बेटा नहीं मिलेंगे नहीं मिलेंगे है ना तो अगर मैं पूछूं आपसे इज 5 * 10 की पावर माइनस 19 कूलम पॉसिबल और नॉट तो इसका आंसर आपको कमेंट में करना है हां कि ना जल्दी से करो 10 सेकंड का टाइम है जल्दी से करो करो करो पॉसिबल है कि नहीं है 5 * 10 की पावर पॉसिबल है क्या नहीं नहीं है नो आंसर इज नो नॉट पॉसिबल है ना पॉसिबल नहीं है क्योंकि 1.6 * 10 की पावर ये है मिनिमम है ना इसको डबल ले लोगे तो 3.2 इसको ट्रिपल ले लोगे तो 4.8 इसके बीच का चार्ज है ना ये तो 5 * 10 की पावर माइ 19 यह तो इसके बीच का चार्ज है ना 4.8 से थोड़ा ज्यादा है 6.4 से कम है तो क्या भाई तीन और चार के बीच का कोई इलेक्ट्रॉन लेकर आओगे क्या नहीं ना यार तीन पर तो यही है और चार पर यही है तो यहां तो यह लो या यह लो बीच का नहीं चलेगा ठीक है ना भाई बीच का चार्ज नहीं चलेगा ठीक है क्वानटाइजेशन इसकी पॉसिबल नहीं है इतना इतना छोटा क्वानटाइजेशन नहीं किया हुआ ठीक है तो समझ में आया क्या आगे बढ़ते हैं तो स्मालेस्ट चार्ज जो एजिस्ट कर सकता है नेचर में उसे कह चार्ज इलेक्ट्रॉन का उसी को क्वांटा कहा गया है उसी को क्वांटम कहा गया है ठीक है इफ द चार्ज ऑफ इलेक्ट्रॉन इतना इज टेकन एज एलिमेंटरी यूनिट द क्वांटा ऑफ द चार्ज देखो बोलो ना क्वांटा द चार्ज ऑन एनी बॉडी विल बी सम इंटीग्रल मल्टीपल ऑफ e क टाइम्स ए है ना समझ रहे हो ना बात को कि भाई एक इलेक्ट्रॉन दो इलेक्ट्रॉन ती 4 पा 6 तो क्या ले लो n ले लो n ले लो ना तो ये हो जाएगा n * e 1 * e 2 * e 3 * e 4e 5e 6e तो क्या लिख लिया n n * e समझ ठीक है ना तो n क्या है n है नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन किसी बॉडी पर e क्या है e यही है इलेक्ट्रोनिक चार्ज सिंगल सिंगल जो अपने पास क्वांटम है वो 1.6 * 10 की पावर माइ 19 है ना और q क्या है बेटा ये नेट चार्ज होना बॉडी है किसी भी बॉडी पर यह क्या है यह नेट चार्ज है कोई दिक्कत वाली बात नहीं होनी चाहिए आगे बढ़े एक सवाल आया और ये सवाल करवाना पड़ता है इंपोर्टेंट सवाल है एनसीआरटी का सवाल है फाइंड द नंबर इलेक्ट्रॉन प्रेजेंट इन वन कलम ऑफ चार्ज चार्ज के एक कलम पर यानी किसी बॉडी पर मान लो के एक कलम का चार्ज है ठीक है ना उस पर कितने इलेक्ट्रॉन होंगे आपको बताना है हाउ मेनी है ना यानी नंबर फाइंड करना है आपको नंबर का मतलब ए निकालना है बेटा ए निकालना है आपको ठीक है ना और न कलम का मतलब क्या है कि आपको क्य दे रखा है व सी तो ए फाइंड करना है आपको फार्मूला लगाएंगे q = q बराबर कितना है वन n नहीं पता और e e आपको पता है 1.6 * 10 की पावर - 19 होता है ठीक है ना 1.6 * 10 की पावर -1 होता है n क्या है बेटा नंबर ऑफ इलेक्ट्रॉन q क्या है व तो n n निकाल लो n निकाल लो यहां से इसको डिवाइड में ले जाओ 1 डिवा बाय 1.6 * 10 की पावर -1 पॉइंट हटाया जीरो ऊपर आया और 10 की पावर -1 ऊपर आ गया 10 की पावर प् 19 हो गया 10 की पावर प् 19 इन 10 डिवाइड में 16 ठीक है ना एक जीरो और उतार लो 19 है ना एक जीरो और उतार लो ये कितना बन जाएगा एक जीरो और उतार के कितना बन जाएगा ये बन जाएगा 100 है ना ये 100 हो जाएगा 100 * 10 की पावर 18 डिवाइड बाय 16 = n 16 से डिवाइड हो रहा है ठीक है अब इसको काटते चलो काटो भाई काटो 25 च 16 है ना ओ सॉरी चार से काटो 4 च 16 और य 25 ठीक है जी और काटो इसको तो 12.5 और काटो इसको तो 6.25 ठीक है तो n क्या आ गया बेटा ए आ गया 6.25 इन 10 की पावर 18 हां जी इतने सारे इलेक्ट्रॉन मिलके क्या करते हैं जी एक कूलम का नेट चार्ज प्रोड्यूस करते हैं क्य 1 कूलम प्रोड्यूस करते हैं आया समझ में क्या इतने सारे इलेक्ट्रॉन चाहिए भाई 625 * 00 10 10 वाला जीरो लगाते जाओ आ ग 16 तक क्योंकि पॉइंट डेसीमल आ गया ना यहां पर तो आपको 16 तक लगाना पड़ेगा है ना उतने सारे इलेक्ट्रॉन मिलके क्या करते हैं बेटा एक कूलम का चार्ज निकालते हैं ठीक है जी तो इस तरीके से आप इसको कैलकुलेट भी कर सकते हो आगे बढ़े बात करते हैं कि व्हाट आर इलेक्ट्रिकल सब्सटेंसस देखो भाई तीन प्रकार के इलेक्ट्रिकल सब्सटेंसस पढ़ने होते हैं पहला कंडक्टर है वायर जिनकी बनती है तारे जिनकी बनती है उनको कंडक्टर कहते हैं मोस्टली य मेटल्स होते हैं रीजन क्या है इसके पीछे बताऊंगा अभी आगे बढ़ते हैं दूसरी चीज है सेमीकंडक्टर्स इन्ह बोलते हैं सेमीकंडक्टर्स ऐसे चिपसेट देखे होंगे आपने लगे हुए आपने कभी आपका सीपीयू खुला होगा लैपटॉप का खुला हो या पीसी का खुला हो तो आपने इस तरीके के कंपोनेंट्स देखे होंगे छोटे-छोटे कंपोनेंट्स इनको बोलते हैं सेमीकंडक्टर कंपोनेंट्स ठीक है ना ये सेमीकंडक्टर के कंपोनेंट्स छोटे-छोटे कंपोनेंट्स होते हैं इनको कम करंट चाहिए होता है इसमें तो ज्यादा करंट फ्लो करता है इनको चाहिए होता है कम करंट तो सेमी कटर क्या होते हैं सेमी मतलब थोड़े से कंडक्टर तो थोड़े से कंडक्टर है ज्यादा अच्छे कंडक्टर नहीं होते क्योंकि करंट ही कम चाहिए है ना ले इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स को चलाने के लिए कम करंट चाहिए होता है और इलेक्ट्रिकल कंपोनेंट्स को चलाने के लिए ज्यादा करंट चाहिए होता है तो वहां पर कंडक्टर यूज करते हैं लेकिन इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट जैसे कि आपका मोबाइल फोन हो गया आपकी डिजिटल वॉच आजकल आ गई है टैब हो गया लैपटॉप हो गया य सारे क्याय इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट है यहां पर सेमीकंडक्टर लगते हैं कम करंट चलाने के लिए इसके बाद आता है लेटर टेप लगा रखी है और यह कांच है यह क्या है बेटा यह सब इंसुलेटर होते हैं ठीक ग्लास भी इंसुलेटर है लकड़ी भी इंसुलेटर है रबर भी इंसुलेटर है ठीक है ना यह प्लास्टिक की टेप है यह भी क्या इंसुलेटर है ये सब इंसुलेटर होते है करंट को पास होने नहीं देते करंट को पास होने नहीं देते ठीक जी अ ऐसे क्यों होते हैं देखो भाई कंडक्टर्स मोस्टली होते हैं मेटल्स ठीक है ना और केमिस्ट्री के अंदर यह पढ़ाया जाता है कि मेटल का साइज जनरली बड़ा होता है मेटल का क्या है जनरली बड़ा होता है अब बड़ा साइज अगर है बेटा बात को समझना तो न्यूक्लियस बैठा है सेंटर में और इलेक्ट्रॉन बैठा है कोने में न्यूक्लियस बैठ सेंटर में इलेक्ट्रॉन बैठा है कोने में तो इतनी ज्यादा दूरी है कि यह इलेक्ट्रॉन ढीला पड़ जाता है यह इलेक्ट्रॉन इजली लूज हो जाता है और लूज हो जाएगा तो भाई चार्ज का फ्लो बनेगा करंट बहेगा करंट क्या होता है बेसिकली चार्ज का फ्लो होता है और यह करंट को अलाव करता है तो अपने ही इलेक्ट्रॉनों को क्या करता है ये दान कर देता है इसके कोने वाले इलेक्ट्रॉन जो है ना ये कोने कोने वाले इलेक्ट्रॉन होंगे ना वो वो स्मूथ स्मूथली फ्लो करने लग जाते हैं जब भी करंट चलेगा यह करंट का पार्ट बन जाते हैं य इलेक्ट्रॉन करंट का ही क्या करते हैं पार्ट बन जाते हैं है ना तो हम यह बोलते हैं कि कंडक्टर्स के पास क्या है फ्री इलेक्ट्रॉन की संख्या ज्यादा है क्योंकि एटम का साइज बड़ा है समझ गए इंसुलेटर्स में ऐसा क्यों नहीं होता क्योंकि इंसुलेटर जनरली होते हैं नॉन मेटल्स इंसुलेटर जनरली होते हैं नॉन मेटल्स और नॉन मेटल्स का साइज होता है छोटा छोटा साइज है ना तो इलेक्ट्रॉन पर पकड़ मजबूत होती है बात समझ रहे हो न्यूक्लियस की पकड़ इलेक्ट्रॉन पर मजबूत होगी इलेक्ट्रॉन जल्दी से छूट के भागेगा नहीं और जल्दी से छूट के नहीं भागेगा तो फिर करंट में टेक पार्ट नहीं करेगा करंट में भाग नहीं लेगा करंट बनने में अगर वो भाग नहीं लेगा तो इलेक्ट्रॉन कम हो जाएंगे तो करंट क्या हो जाएगा कम हो जाएगा अपने समझे बात को तो इंसुलेटर इसीलिए करंट को फ्लो होने नहीं देता क्योंकि नॉनमेटल्स का बना हुआ है और नॉन मेटल्स का साइज छोटा मेटल्स का साइज बड़ा इलेक्ट्रॉन दूर से छूट के भाग जाता है लेकिन जब छोटा साइज होता है किसी एटम का तो इलेक्ट्रॉन का छूट के भागना इतना आसान नहीं है इतना आसान नहीं है क्लियर है बात आइए अब पढ़ लेते हैं थ्योरी को द सब्सटेंस और मैटेरियल्स दैट परमिट इलेक्ट्रॉन टू फ्लो यानी जो अलाव करे भाई तू जा इलेक्ट्रॉनों को बोले भाई तू जा हम भी भेज रहे हैं तू भी जा है ना फ्रीली फ्रॉम द पार्टिकल कॉपर आयरन सिल्वर एलुमिनियम ये सारे क्या है बेटा कंडक्टर्स हैं है ना अच्छे कंडक्टर्स हैं दिस इज ड्यू टू प्रेजेंस ऑफ ऐसा क्यों होता है प्रेजेंस ऑफ मोर लूजली बाउंड इलेक्ट्रॉन यानी लूज इलेक्ट्रॉन जो है वो ज्यादा है यानी फ्री इलेक्ट्रॉन जो है वो क्या है ज्यादा है ठीक है जी सेमीकंडक्टर्स की बात करते हैं सेमीकंडक्टर्स की बात करते हैं सेमीकंडक्टर्स क्या होते हैं ये बीच के बिच्छू है ये ना मेटल जितने बड़े ना नॉन मेटल जितने छोटे ये बीच के हैं ठीक है ना तो बीच के हैं तो फिर बीच का ही करंट फ्लो करवाएंगे है ना देखो लिखा हुआ अ मटेरियल दैट इज इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी वैल्यू फॉलिंग बिटवीन दैट ऑफ अ कंडक्टर एंड एन इंसुलेटर तो मेटलिक चीज और नॉनमेटेलिक चीज के बीच में कहीय लाय करते हैं एग्जांपल क्या है इनके सिलिकन आर्सेनिक एक सेमीकंडक्टर का टाइप है गैलियम आर्सेनिक यह भी सेमीकंडक्टर का टाइप है और टाइटेनियम डाइऑक्साइड ये एक दो नाम आपको याद होने चाहिए ठीक है एक दो नाम याद कर लीजिएगा काम आएंगे ठीक है अच्छा सेमीकंडक्टर ऐसे क्यों होते प्रेजेंस ऑफ लेस फ्री इलेक्ट्रॉन सीधी सी बात है भाई देखो ना जिस पर ज्यादा फ्री इलेक्ट्रॉन है वो करंट को पास करेगा जिसके पास कम फ्री इलेक्ट्रॉन है वो करंट वो कम पास करेगा और जिसके पास है ही नहीं फ्री इलेक्ट्रॉन बहुत ही कम संख्या है तो फिर करंट पास क्यों ही होगा तो ऐसा ही कुछ इंसुलेटर के अंदर भी होता है इंसुलेटर में क्या होता है कि भाई वो सब्सटेंस वो मटेरियल जो रेजिस्ट करते हैं फ्री फ्लो ऑफ इलेक्ट्रॉन को यानी फ्लो होने नहीं देते नहीं देते एग्जांपल क्या है वुड ग्लास क्लॉथ है ना दिस इज ड्यू टू द एब्सेंट ऑफ मोर लूजली बाउंड इलेक्ट्रॉन एब्सेंट ही है बेटा है ना तो फ्री इलेक्ट्रॉन की संख्या क्या है बेटा कम है बहुत-बहुत क एसेंस ही है ऑलमोस्ट आप ऐसा समझ सकते हो ठीक है ना साइड हो जाता हूं आराम से देख लो ठीक है आगे बढ़ जाते हैं चलिए नेक्स्ट पेज पर चलते हैं अच्छा भाई बात करते अब चार्ज अगर मोशन करेगा तो क्या होगा देखो लिखा हुआ चार्ज के मोशन को ही कहते हैं इलेक्ट्रिक करंट जी हां तो यह बनने जा रहा है क्या यह बनने जा रहा है इलेक्ट्रिक करंट ठीक है ना आइए समझते हैं कि इलेक्ट्रिक करंट होता क्या है य फोटो पर ज्यादा ध्यान ना दो मुझ पर दो नहीं मुझ पर भी मत दो जो समझा रहा उस पर दो मतलब है य देखो देख ऐसा है कि भाई वायर वायर सिलेंडर कल होती है ना बिल्कुल सही बात है सर वायर को जूम करके देखेंगे कैसी होगी सिलेंडर कल होगी ना हां तो होता क्या है कि जब इलेक्ट्रॉन जिस पर चार्ज है इलेक्ट्रॉन पर ही तो चार्ज है है ना जिस पर चार्ज है वो क्या करता है फ्लो करता है है ना जब वो क्या करता है फ्लो करता है फ्लो क्यों करता है इसकी बात करेंगे अभी थोड़ी देर में अभी इतना समझो जब फ्लो करता है है ना जब ये क्या करता है फ्लो करता है तो बेसिकली ये चार्ज ही तो है जो क्या कर रहा है फ्लो कर रहा है हां है ना तो आप ऐसा समझो कि हम इस चार्ज को ना एक सेकंड के लिए स्टडी कर रहे हैं किसी क्रॉस सेक्शन में से क्रॉस सेक्शन का मतलब क्या यह बाउंड्री ठीक है यह बाउंड्री समझ रहे हो क्या है ऐसी ऐसी बाउंड्री है इस तरह की बाउंड्री होगी ऐसी ऐसे एक बाउंड्री है इस बाउंड्री को सोचो यह पार कर रहे हैं लेकिन आपने बस इसको एक सेकंड के लिए ऑब्जर्व करना है सिर्फ सेकंड के लिए बर्व करना है और एक सेकंड के अंदर जितना चार्ज यहां से यहां आ गया वो करंट बन गया वैसे ही करंट को डिफाइन किया गया करंट इ बेसिकली यहां पर मैं डेफिनेशन अगर लिखूं तो करंट होता क्या है करंट होता है बेटा रेट ऑफ फ्लो ऑफ चार्ज इस तरीके से समझो इस तरीके से समझो रेट का मतलब होता है बेटा टाइम रेट का मतलब होता है टाइम तो टाइम के हिसाब से चार्ज कितना फ्लो कर रहा है समझ गए ना यानी पर सेकंड चार्ज कितना पास हुआ एक एग्जांपल और देता हूं ताकि अच्छे समझ में आए देखो मान लो मैं एक वायर और ले लू यहां पर एक वायर और ले लू उसकी भी एक क्रॉस सेक्शन ले लू ये ले ली ठीक है इसको भी मैं एक सेकंड तक के लिए स्टडी करूं और देखूं कि भाई कितना चार्ज निकल रहा है तो देखा गया देखा गया इसमें तो बहुत सारा चार्ज निकल रहा है भाई इसमें तो चार कूलम का चार्ज निकल रहा है और इसमें कितना निकल रहा था इसमें भाई दो ही कूलम का चार्ज निकल रहा था क्या बात समझ में आई एक वायर में किसी क्रॉस सेक्शन से न सेकंड में दो ही कूलम का चार्ज पास हुआ और दूसरी वायर से एक सेकंड में एक क्रॉस सेक्शन से चार कूलम का चार्ज पास हुआ कहां चार्ज ज्यादा पास हुआ है नीचे वाली तार में कहां कम पास हुआ है ऊपर वाली तार में आया समझ में तो यहां दो कूलम का चार्ज पास हो रहा है एक सेकंड में यहां चार कूलम का चार्ज पास हो रहा है एक सेकंड में तो कहां पर करंट ज्यादा बोलेंगे ऊपर करंट कम बोलेंगे और यहां पर करंट ज्यादा बोलेंगे समझ में आया क्या ठीक है जी तो करंट होता क्या है जी करंट फिर हुआ क्या करंट हुआ फिर अमाउंट ऑफ चार्ज अपॉन में टाइम ठीक अमाउंट ऑफ चार्ज अपॉन में टाइम करंट को डिनोट करो आई से चार्ज को डिनोट करो q से टाइम को डिनोट करो टी से डब्बा कर दो बंद ठीक है करंट को डिनोट करो आई से चार्ज को नोट करो q से टाइम को डिनोट करो t से करंट का फार्मूला बन गया तो दिस इ दिस इज अनदर फार्मूला जो कि हमने पढ़ना है है ना पहला फर्मूला कौन सा था यह वाला q इ पहला फर्मूला हमने यह देखा दूसरा फार्मूला य ठीक है दूसरा फार्मूला य करंट होता है चार्ज अपॉन में टाइम करंट होता है चार्ज अपन में टाइम ठीक है ना अब देखो यूनिट की बात करते हैं यूनिट की बात करते हैं चार्ज की यूनिट है कूलम और टाइम की यूनिट है सेकंड्स ठीक है ना तो फिर यूनिट क्या बन गई कूलम पर सेकंड इस कूलम पर सेकंड को ही कहते हैं बेटा एंपियर इस कूलम पर सेकंड को क्या कहते हैं बेटा एंपियर है ना तो या तो मैं इसको सी बा ए बोलू कूलम पर सेकंड बोलू या फिर मैं इसको एंपियर बोलू बात एक ही है ठीक है बात एक ही है अगर मैं इसको कलम पर सेकंड बोलू या एंपियर बोलू बात एक ही है ऐसे ही डिफाइन किया जाता है 1 एंपियर को भी मैं यहां पर यहां कई साइड में लिख देता हूं ठीक है ना 1 एंपियर को कैसे डिफाइन किया जाएगा सोचो हम कब बोलेंगे कि 1 एंपियर का करंट निकला है हम कब बोलेंगे कि 1 एंपियर का करंट निकला है हम तब बोलेंगे 1 एंपियर का करंट निकला है जब 1 कूलम का चार्ज पास हो रहा हो एक सेकंड के अंदर है ना जैसे यहां पर कितना हो रहा है या दो कूलम का चार्ज पास हो रहा है एक सेकंड में यहां 4 कूलम का चार्ज पास हो रहा है एक सेकंड में तो ये हो गया कितना करंट ये हो गया दो एंपियर का करंट ये हो गया कितना ये हो गया 4 एंपियर का करंट और यहां पर यहां पर एक कूलम का चार्ज पास हो रहा है एक सेकंड के अंदर तो हम क्या बोलेंगे क्या है यह न एंपियर का करंट है समझ गए बात को ठीक है जी तो एंपियर इज द एसआई यूनिट ऑफ करंट ठीक है लिख द यहां पर ठीक है जी एसआई यूनिट क्या है इसकी ए यानी एंपियर ठीक है और डिनोट किससे करते हैं डिनोशन किससे डिनोट करते हैं इसको i से आपने देख ही लिया करंट को किससे डिनोट कर कर रहे हैं बेटा आई से कर रहे हैं ठीक है कुछ छोटे यूनिट भी देखो इसके क्या है मिली एंपियर 10 की पावर -3 एंपियर माइक्रो एंपियर 10 की पावर -6 एंपियर ठीक है ना इनमें से कुछ नहीं भूलना सब कुछ याद रखना है मैं साइड हो रहा हूं आप नोट कर लो हर चीज ठीक है आगे बढ़ जाए चलो एक सवाल पर आते हैं करंट ऑफ 5 एंपियर इ ड्रॉन बाय फिलामेंट ऑफ इलेक्ट्रिक बल्ब फॉर 10 मिनट्स फाइंड द अमाउंट ऑफ इलेक्ट्रिक चार्ज ट फ्लो थ्रू सर्किट देखो क्या कह रहा है कह रहा करंट जो है व 0.5 एंपियर है आधे एंपियर का करंट चल रहा है ठीक है ड्रॉन बाय फिलामेंट ऑफ इलेक्ट्रिक बल्ब फॉर 10 मिनट्स 10 मिनट के लिए चल रहा है ठीक है तो फाइंड द अमाउंट ऑफ इलेक्ट्रिक चार्ज चार्ज कितना फ्लो कर रहा है आपको बताना है ठीक है ना एनसीआरटी टाइप सवाल है बेटा ये ठीक है ना एनसीआरटी टाइप सवाल है तो चिंता वाली नहीं है है ना एक बार खुद से ट्राई करो खुद से ट्राई करो एक बार देखो आ हैटी है क निकालना है आपको है ना कौन सा फम लगेगा फर्मूला लगेगा आ इ क बाटी ठीक है ना फर्मूला लगाओ एक बार निकालो q इ आ लिख सकता हूं क्या t को आ से मल्टीप्लाई कर कर सकता हूं है ना तो देखो य 10 मिनट को मिनट को पहले तो सेकंड में चेंज कर लो 60 से मल्टीप्लाई करके कितना आ गया य बेटा ये आ गया 600 सेकंड है ना और करंट कितना था करंट था 0.5 0.5 का मतलब होता है हाफ है ना और टाइम कितना 600 काटा कितना आया बेटा 300 यह आंसर है 300 कूलम समझ में आया बहुत ही सिंपल सवाल ठीक है ना करंट दिया हुआ है टाइम दिया और आपको चार्ज निकालना है बस आपको कन्वर्ट करना है है ना यूनिट ठीक रखने है आपने और फर्मूला लगा कर के आपने सॉल्व कर लेना है कोई दिक्कत वाली बात नहीं होनी चाहिए नहीं है ना चलो आगे बढ़ते हैं ठीक है तो इलेक्ट्रिक करंट की बातें हम लोगों ने कर ली इलेक्ट्रिक करंट को डिफाइन करते हैं रेट ऑफ फ्लो ऑफ चार्ज से कि चार्ज का फ्लो जो है ना उसका रेट कितना है कितने रेट से चा जैसे मा आपने टूटी टैप टैप टैप टटी खोली आपने उसको हल्का खोला हल्का खोला तो पर सेकंड जो फ्लो है वो कैसा है कम है कम कम पानी निकल रहा है है ना और आपने ट्यूटी पूरी खोल दी तो क्या होगा तो करके पानी निकलेगा बहुत सारा है ना तो पर सेकंड क्या है पानी की बछर ज्यादा है है ना पानी की रफ्तार क्या है ज्यादा है तो यहां पर भी ऐसा ही करंट की रफ्तार की बात हो रही है चार्ज के फ्लो की रफ्तार की बात हो रही है कि चार्ज कितना फ्लो कर रहा है पर यूनिट टाइम समझ गए ना तो ऐसे आप समझ सकते हो जैसे पानी का फ्लो ज्यादा पानी का फ्लो कम वैसे ही चार्ज का फ्लो ज्यादा चार्ज का फ्लो कम को करंट कहते हैं ठीक है थ्रू अ क्रॉस सेक्शन पर ऑफ अ कंडक्टर पर यूनिट टाइम ठीक है ना तो कितना कितना अमाउंट का चार्ज फ्लो हुआ पर यूनिट टाइम इज कॉल्ड करंट आई होप डेफिनेशन क्लियर हो गई होगी बेटा करंट की एसआई यूनिट एंपियर है ठीक है ना अब बात यह करते हैं कि इलेक्ट्रिक करंट जो फ्लो कर रहा है वो किस चीज का बना हुआ है भाई करंट तो है किस चीज का है तो मैंने बोला चार्ज का है मैंने बोला चार्ज का है और आप बताओ कि कौन कौन सा चार्ज फ्लो करता है इलेक्ट्रॉन फ्लो करता है या प्रोटॉन फ्लो करता है तो इसका आंसर है प्रोटॉन तो फ्लो कर नहीं सकता तो कौन करता है इलेक्ट्रॉन करता है ठीक है ना फ्लो कौन करता है इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन नहीं करता हां नहीं करता नहीं करता भाई कर ही नहीं सकता इलेक्ट्रॉन ही फ्लो है जिसको हम क्या कह रहे हैं करंट कह रहे हैं ठीक है ड्यू टू सम एक्सटर्नल एजेंसी देखो क्या लिखा हुआ है किसी एक्सटर्नल एजेंसी की हेल्प लेनी पड़ती है जिसका नाम है पोटेंशियल डिफरेंस बताता हूं अभी ये क्या होता है बात करते हैं इसकी एक एक्सटर्नल एजेंसी है जिसका नाम है पोटेंशियल डिफरेंस फ्री इलेक्ट्रॉन क्या करते हैं उसकी वजह से फ्लो करते हैं सर ये पोटेंशियल डिफरेंस क्या होता है बता तो दो अरे बोल तो दिया बता रहा हूं सब सब सब सब अगली बात इसी की करने वाले हैं वोल्टेज के कांसेप्ट की ही बात करने वाले पोटेंशियल डिफरेंस का मतलब होता है वोल्टेज है ना तो वोल्टेज की ही चर्चा करेंगे लेकिन थोड़ा सवर रखो फ्री इलेक्ट्रॉन फ्लो करते हैं जो प्रेजेंट है कंडक्टर में पहले से प्रेजेंट है कंडक्टर के खुद के होते हैं वो कंडक्टर कौन हुआ वायर सिंपल भाषा में सुनो तो जो वायर है ना वो मेटल की है ना तो मेटल के पास अपने जो इलेक्ट्रॉन होते हैं ना जाने वाले फ्री जो इलेक्ट्रॉन फ्लो करने वाले होते हैं वही करंट बनाते हैं यानी वायर के खुद के ही इलेक्ट्रॉन धक्का खाते हैं वायर के खुद के ही इलेक्ट्रॉन वायर में ही फ्लो करते हैं वायर के खुद के इलेक्ट्रॉन वायर में ही फ्लो करते हैं समझ गए ना तो ऐसे बनता है करंट ऐसे बनता है करंट ठीक है ना फ्लो थ्रू द वायर च कंसीट्स द फ्लो ऑफ चार्ज एस इलेक्ट्रिक करंट इसी से क्या बनता है बेटा इलेक्ट्रिक करंट बनता है ठीक है जी क्लियर बात ओके बात करते हैं बेटा ये वोल्टेज का कांसेप्ट है क्या वोल्टेज कहती क्या है ठीक है ना व्ट इज वोल्टेज देखो भाई व्हाई डज द इलेक्ट्रिक चार्ज फ्लो अगर आपसे सवाल पूछा जाए कि इलेक्ट्रिक चार्ज फ्लो क्यों कर रहा है तो इसका आंसर क्या मिला इसका आंसर यह मिला कि चार्ज इसलिए फ्लो करता है क्योंकि कोई एक्सटर्नल एजेंसी काम कर रही है बाहर से कोई है जो धक्के लगा रहा है भाई अपने आप धक्के नहीं लगते हमेशा फोर्स कोई लगाने वाला होता है हां कि ना हमेशा बाहर से कोई ना कोई हम पर धक्का लगाता है कोई कोई बॉडी खुद पर फोर्स थोड़ी लगाती है दूसरी बॉडी आकर के फोर्स लगाती है हां कि ना ऐसे ही होता ना यह तो कांसेप्ट क्लास नाइंथ का है फोर्स एंड लॉज ऑफ मोशन हम खुद पर फोर्स नहीं लगा सकते कोई दूसरा आ करके हम पर फोर्स लगाता है तो कौन है जो इलेक्ट्रॉन पर फोर्स लगा रहा है वो जो इलेक्ट्रॉन पर फोर्स लगा रहा है वो जो इलेक्ट्रॉन को फोर्सफुली चला रहा है वो जो करंट बना रहा है वो जो चार्ज के फ्लो के रेट के पीछे का कारण है उसका नाम है वोल्टेज उसी का नाम है वोल्टेज तो वोल्टेज में क्या है ऐसा क्या करती है वोल्टेज आइए चर्चा शुरू करते हैं इलेक्ट्रिक चार्जेज इन अ कंडक्टर फ्लो ड्यू टू प्रेजेंस ऑफ पोटेंशियल डिफरेंस सर पोटेंशियल डिफरेंस क्या होता है और वोल्टेज क्या होता है बेटा दोनों एक ही बात है यह देखो लिखा हुआ है पोटेंशियल डिफरेंस को ही दूसरे शब्दों में वोल्टेज कहते हैं ठीक है पोटेंशियल डिफरेंस का ही दूसरा नाम क्या है बेटा वोल्टेज है पोटेंशियल डिफरेंस को ही पोटेंशियल डिफरेंस को ही वोल्टेज कहा जाता है ठीक है तो इलेक्ट्रिक चार्ज ना कंडक्टर फ्लो ड्यू टू प्रेजेंस ऑफ पोटेंशियल डिफरेंस अक्रॉस द एंडस ऑफ द कंडक्टर इलेक्ट्रॉन के फ्लो के पीछे का कारण कौन है बैटरी है वोल्टेज कौन देता है बेटा बैटरी देती है आपने देखा ना बैटरी के दो एंड्स होते हैं ऐसे देखे ना बैटरी इस तरीके से है ना बैटरी के क्या होते हैं बेटा दो एंड्स होते हैं एक एंड पॉजिटिव और एक एंड नेगेटिव कैसे होता है पता है इसके अंदर ना कुछ ऐसा केमिकल है मतलब कैथोड और एनोड ये तो नाम सुने है ना आपने तो कैथोड पर कैथोड पर अलग टाइप का केमिकल और इलेक्ट्रोड जो मिल और जो कैथोड जो बनी है वो अलग टाइप के मटेरियल से मिलकर बनी है और एनोड अलग टाइप का मटेरियल है तो दोनों मटेरियल में से एक पॉजिटिव है एक नेगेटिव है तो जो पॉजिटिव वाला होता है उसको बोलते तू है भाई हाईयर पोटेंशियल पर क्या बोलेंगे किस पर है यह है हाईयर पोटेंशियल पर ठीक है और जो य नेगेटिव वाला इसे बोलेंगे भाई तू किस पर है तू लोअर पोटेंशियल पर है तू लोअर पोटेंशियल पर है तो अब अब ये बताओ अगर यह नेगेटिवली चार्जड इलेक्ट्रोड इलेक्ट्रोड ही बोलते हैं ना एनोड कैथोड को क्या बोलते हैं इलेक्ट्रोड्स बोलते हैं दोनों इलेक्ट्रोड्स है है ना तो जो ये नेगेटिवली चार्ज इलेक्ट्रोड्स है इलेक्ट्रोड है ये क्या करेगी ये इलेक्ट्रॉन को धक्का मारेगी है ना मान लो इसके साथ वायर जुड़ी हुई है और वायर के साथ क्या कर रखा है हमने कुछ बल्ब जोड़ रखा है इसको बल्ब मान लो यह कोई बल्ब है सर ऐसा क्यों दिखा रहे हो बल्ब को करते हैं बात रेजिस्टेंस दिखाई जा रही है यहां पर ठीक है ना तो कोई बल्ब जुड़ा हुआ यहां पर ठीक है तो होगा क्या कि जो वायर के अंदर बैठे इलेक्ट्रॉन है ना यहां पर एक इलेक्ट्रॉन है यहां पर एक इलेक्ट्रॉन है यहां पर है यहां पर है यहां पर है यह सब नेगेटिवली चार्जड है बोलो हां यह सब के सब क्या है बेटा नेगेटिवली चार्जड है तो इनको लगता धक्का इनको मिलता है इस नेगेटिव साइड से धक्का और इलेक्ट्रॉन चल पड़ते हैं और पॉजिटिव साइड वालो वाले क्या करते हैं ये यहां पर खींचे चले आते हैं ये क्या करते हैं ये खींचे चले आते हैं ये इसकी तरफ खचे च ले आएंगे समझ गए बात को तो ये फ्लो बन गया नहीं बन गया भाई नेगेटिव वालों को मिल रहा धक्का पॉजिटिव वाले खींचे चले आ रहे हैं तो इलेक्ट्रॉन ऐसे फ्लो करता है नेगेटिव टू पॉजिटिव समझ गए ना इलेक्ट्रॉन कैसे फ्लो करता है नेगेटिव टू पॉजिटिव लेकिन लेकिन जिस करंट को हमने अभी-अभी पढ़ा है ना और आई से डिनोट किया है ना इसे बोलते हैं कन्वेंशनल करंट क्या कहते हैं बेटा इसको इसे कह कन्वेंशनल करंट माने पारंपरिक करंट है ये और पारंपरिक करंट को माना जाता था कि वो एक पॉजिटिवली चार्ज चीज होगी है ना करंट को क्या माना जाता था कि भाई ये क्या होगी ये एक पॉजिटिवली चार्ज चीज होगी अगर ये पॉजिटिवली चार्ज चीज है तो फिर ये नेगेटिव से पॉजिटिव थोड़ी भागेगी सोचो ना इलेक्ट्रॉन क्यों नेगेटिव से पॉजिटिव भाग रहा है ये बताओ इलेक्ट्रॉन क्यों नेगेटिव से पॉजिटिव भाग रहा है ये बताओ इसीलिए क्योंकि इसको यहां से मिल र है रिपल्शन और यहां मिल रही है अट्रैक्शन यस और नो यहां से मिल रहा है रिपल्शन यहां से मिल रही है अट्रैक्शन तो फ्लो बन गया इस तरह से भागने का यानी ये देखो ये बैटरी का पॉजिटिव है बैटरी का नेगेटिव यह इलेक्ट्रॉन इलेक्ट्रॉन इलेक्ट्रॉन यह सब किस तरफ भागेंगे यह सब इस तरफ भागेंगे ऐसे ऐसे भागेंगे समझ गए ना ये किसका फ्लो है बेटा ये इलेक्ट्रॉन का फ्लो है ठीक है जी ने से रिपेल होक के पॉजिटिव पर अट्रैक्ट होना हां कि ना नेगेटिव से रिपेल होकर के पॉजिटिव पर क्या होना अट्रैक्ट होना दिस इज कॉल्ड इलेक्ट्रॉन का फ्लो लेकिन मैंने आपको क्या बताया कि जो करंट होता है पारंपरिक रूप से उसको क्या माना जाता है कि भाई तू पॉजिटिव है लेकिन एक्चुअली में कुछ नहीं है एक्चुअली में यह करंट होता ही नहीं है असल में इलेक्ट्रॉन ही है जो फ्लो कर रहे होते हैं मतलब जो डीप बात है जो गहरी बात है वो मैंने आपको बता दी गहरी बात यही है अंदर की बात यही है मन के अंदर की बात यही है हर फिजिक्स वाले के कि भाई इलेक्ट्रॉन ही है जो फ्लो करते हैं लेकिन परंपरा से यह माना जाता था हमारे पूर्वज यह माना करते थे यूरोपियन पूर्वजों की बात कर रहा हूं भारतीय पूर्वजों की नहीं यूरोपियन पूर्वजों की बात कर रहा हूं वो यह मानते थे कि यार करंट जैसी चीज ना नेगेटिव तो नहीं हो सकती यह तो पॉजिटिव ही होगी और अगर यह पॉजिटिव होगी तो कहां से कहां चलनी चाहिए यह चलनी चाहिए पॉजिटिव से रिपेल होती हुई नेगेटिव की तरफ बोलो हां या ना ऐसा ही होगा कि नहीं होगा तो इसलिए इलेक्ट्रॉन को क्या मानते हैं बेटा इलेक्ट्रॉन को पॉजिटिव मानते हैं और हम यह बोलेंगे भाई इलेक्ट्रॉन तू ऐसे चलता है ठीक है ना सॉरी करंट तू ऐसे चलता है करंट को क्या माना जाता है करंट को पॉजिटिव माना जाता है इसलिए हम बोलते हैं करंट भाई तू पॉजिटिव से नेगेटिव चलता है लेकिन क्या ये सच्चाई है क्या नहीं यह सच्चाई नहीं है कन्वेंशनल करंट जैसी कोई चीज एजिस्ट ही नहीं करती ठीक है ना है ना नॉट एसिस्टेड ठीक है ना ऐसी कोई चीज एजिस्ट ही नहीं नहीं करती ठीक है ना अस्तित्व ही नहीं है इसका ठीक है ना ओके और यह फ्लो कहां से कहां करता है बस मानते हैं कि करता है कहां से कहां करता है पॉजिटिव टू नेगेटिव फ्लो करता है ठीक है ना इस पॉजिटिव वाले को ही बोलते हैं बेटा हाईयर पोटेंशियल पर होना नेगेटिव वाले को बोलते हैं लोअर पोटेंशियल पर होना तो दोनों के बीच में क्या है दोनों के बीच में पोटेंशियल डिफरेंस है बोलो हां या ना भाई हायर पोटेंशियल से कोई चीज चल कर के लोअर पोटेंशियल तक आ रही है हाईयर का मतलब ऊंचा पोटेंशियल लोअर का मतलब नीचा पोटेंशियल तो ऊंचा नीचे का फर्क है कि नहीं है इसी को बोलते हैं पोटेंशियल डिफरेंस इसी का नाम है वोल्टेज समझ गए ना तो पोटेंशियल डिफरेंस क्या है पोटेंशियल डिफरेंस इस पॉजिटिव एंड और इस नेगेटिव एंड बैटरी के पॉजिटिव और बैटरी के नेगेटिव के बीच का क्या है डिफरेंस है बैटरी के बीच के दोनों जो एंड्स है दोनों तरफ जो एंड्स है उसमें पॉजिटिव और नेगेटिव के बीच के अंतर का ही नाम पोटेंशियल डिफरेंस है इसी को वोल्टेज कहते हैं तो अगर तो अगर बैटरी पर आपको लगा दिखे अगर बैटरी पर आपको लगा दिखे यहां पर एक लिखा हुआ है 2 वोल्ट मान लो तो इस 2 वोल्ट का मतलब पता है क्या है इस 2 वोल्ट का मतलब है ये जो हाईयर पोटेंशियल है ना ये दो पर है और ये लोअर पोटेंशियल क्या है जीरो पर है दोनों के बीच का डिफरेंस क्या बन गया बेटा दो बन गया है ना अच्छा अगर हम बोले कि भाई ये चार पर है तो फिर ये किस पर होगा भाई फिर ये दो पर होगा चार और दो के बीच का डिफरेंस क्या है दो आ गया अच्छा अगर भाई ये 14 पर है तो फिर ये कितने पर होगा ये 12 पर होगा तो 14 में से 12 गया कितना आ गया दो आ गया यानी हम क्या कर रहे हैं यहां जो लिखते हैं ना इसे बोलते हैं वोल्टेज यहां जो लिखते हैं ना इसे बोलते हैं पोटेंशियल डिफरेंस डिफरेंस का मतलब सबस्टैक करना हाईयर में से लोअर को सबै करना तो करंट कहां से कहां फ्लो करता है करंट फ्लो करता है हमेशा हाईयर से लोअर लेकिन सच्चाई बात ये है मन में रखने वाली बात ये है किसी से कहने वाली बात नहीं है ये वो क्या है वो वो ये है कि इलेक्ट्रॉन ही है जो सचमुच में फ्लो करते हैं कन्वेंशनल करंट जैसी कोई चीज नहीं होती और पॉजिटिव से नेगेटिव कुछ फ्लो नहीं करता बस पूर्वजों की बात थी तो हमने उनकी बात का मान रख लिया है ना उनकी बात का कहना रख लिया कि चलो ठीक है तुमने कुछ-कुछ रिसर्च करी तुमने कुछ-कुछ माना हम उसको मानते हैं उसको आगे कंटिन्यू करते हैं तो इसलिए करंट को हमेशा पॉजिटिव से नेगेटिव ही दिखाया जाता है बेटा ठीक है ना यहां से चलते दिखाएंगे करंट को ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ठीक है ना ऐसे करंट को दिखाया जाएगा क्लियर है बात पॉजिटिव से नेगेटिव लेकिन सच्चाई बात य है सच बात यह है कि नेगेटिव से पॉजिटिव की तरफ ही इलेक्ट्रॉन चला करते हैं पॉजिटिव से नेगेटिव की तरफ कुछ भी नहीं चला करता ठीक है ना क्योंकि प्रोटॉन तो चल नहीं सकता तो इसलिए कन्वेंशनल करंट को एज अ प्रोटॉन का मोशन ट्रीट कर लो करंट के मोशन को एज अ प्रोटॉन का मोशन ट्रीट कर लो अगर करना ही चाहो तो समझने के लिए सिर्फ लेकिन एक्चुअली में पॉजिटिव से नेगेटिव कुछ भी फ्लो नहीं करता ठीक है जी क्लियर हुई बात व्हिच एंटिटी प्रोवाइड्स पोटेंशियल डिफरेंस कौन पोटेंशियल डिफरेंस प्रोवाइड करता है तो उसका नाम है बैटरी उसका नाम है क्या बैटरी वोल्टेज का सोर्स यही है पोटेंशियल डिफरेंस का सोर्स यही है वोल्टेज और पोटेंशियल डिफरेंस एक ही बात है है ना लिखा हुआ ना पोटेंशियल डिफरेंस और वोल्टेज एक ही बात है पोटेंशियल डिफरेंस को ही दूसरा नाम क्या दिया गया है वोल्टेज दिया गया है ठीक है कैथोड एनोड जो प्रेजेंट है बैटरी के एंड पर देखो लिखा हुआ है कौन पोटेंशियल डिफरेंस देता है बैटरी के एंड्स पर जो कैथोड और एनोड मोड ने अपना अपना चार्ज बना के रखा हुआ है केमिकल के थ्रू केमिकल्स के थ्रू जो अपना अपना चार्ज बना के रखा हुआ है उसकी वजह से यहां पर प्लस चार्ज आ जाता है यहां पर माइनस का चार्ज आ जाता है और फिर पॉजिटिव से नेगेटिव की तर हम ये मानते हैं करंट चल रहा है पर सच्ची ये है कि इलेक्ट्रॉन ही है जो नेगेटिव से पॉजिटिव चलता है ठीक है हां तो क्या लिखा हुआ है एंडस ऑफ द बैटरी प्रोवाइड इलेक्ट्रिक एनर्जी फॉर द चार्ज टू फ्लो इन द वायर तो चार्ज के फ्लो करने के लिए क्या दी जाती है इलेक्ट्रिक एनर्जी दी जाती है यानी रिपल्शन करी जाती है अट्रैक्शन करी जाती है वगैरह वगैरह ठीक ठीक है अब आपके मन में दो सवाल आएंगे और एक के बाद एक भी आ सकते है या हो सकता है बाद में आए लेकिन मैं पहले ही क्लियर कर देता हूं आपके मन में पहला सवाल यह आएगा कि सर अगर यह काम होता ही रहेगा कि यहां से इलेक्ट्रॉन रिपेल होता ही रहेगा और यहां अट्रैक्ट होता ही रहेगा तो फिर बैटरी कभी खत्म ही नहीं होनी चाहिए बैटरी चलती रहे बैटरी खत्म क्यों हो जाती है फिर क्या यहां से नेगेटिव चार्ज खत्म होने लगता है क्या क्या यहां से पॉजिटिव चार्ज खत्म होने है क्या क्या यहां का हायर पोटेंशियल लोअर पोटेंशियल यह पोटेंशियल का डिफरेंस नहीं बचता क्या इसका आंसर है बेटा हां ऐसा ही होता है यहां का पॉजिटिव चार्ज खत्म होने लगता है यहां का नेगेटिव चार्ज भी खत्म होने लगता है सर ऐसा क्यों होता है ऐसा क्यों होता है बेटा देखो कोई भी चीज कोई भी मटेरियल चीज सदा के लिए नहीं होती कोई भी वो चीज जो मटेरियल से मिलकर के बनी है पदार्थ से मिलकर के बनी है व सदा के लिए यानी हमेशा के लिए नहीं है है ना यह हमारा शरीर भी हमेशा के लिए नहीं है आपका घर भी हमेशा के लिए नहीं है है ना आपने जो घर बनवाया या आपके पिताजी ने बनवाया या आपके दादाजी ने बनवाया या आपके लकड़ पर दादाजी ने बनवाया आप उसी घर में हो ज ज्यादा से ज्यादा इससे पुराने घर कहां है आपके वो टूट गए होंगे नए बने होंगे एक घर की उम्र क्या होती है 70 साल 80 साल अगर अच्छे घर बनवाए जाए तो 70 80 साल उनकी उम्र होती है अदर वाइज नहीं तो क्या उम्र होगी 40 साल 50 साल दो पीढ़ी तीन पीढ़ी यह रह पाती है एक घर के अंदर है ना उसके बाद घर की हालत कैसी हो जाती है खस्ता हो जाती है जर जरा जाती है आपने देखे होंगे जो पुराने शहर बने हुए हैं उसमें आजादी के टाइम के घर बने हुए हैं पुराने पुराने टाइम के आजादी के घर बने हुए हैं बड़ी सी नक्काश कर रखी है लकड़ी के घर बने हुए हैं आज वो क्या कर रहे हैं जंग खा रहे हैं है ना गिर जाते हैं या ढहा दिए जाते हैं दो में से एक चीज होती है तो हर चीज एक लाइफ के साथ आती है इस बात का ध्यान रखना चाहे वो चीज लिविंग हो चाहे वो चीज नॉन लिविंग हो हर चीज सदा के लिए नहीं होती आप के बचपन के खिलौने हो सकता है कि आपकी जवानी तक रहे हो सकता है कि आपके बुढ़ापे तक भी रहे लेकिन वह किस हालत में होंगे आपको पता है है ना हर चीज का वेर एंड टियर वेयर एंड टियर लगातार चलता रहता है ठीक है ना हमारी शरीर का भी होता है आपके पास कोई स्कूटर होगा स्कूटी होगी बाइक होगी गाड़ी होगी ट्रैक्टर होगा उसकी भी अपनी एक लाइफ है अब तो खैर सरकार वो उठा ही ले जाती है ठीक है ना उसकी उसकी वो अपनी वाली लाइफ जो एक्चुअल लाइफ है उससे पहले उठा लेते हैं उसको ठीक है ना तो हर एक चीज क्या आती है लाइफ के साथ आती है है ना तो ऐसी बैटरी भी क्या है बेटा यह भी एक मटेरियल चीज ही है इसके अंदर मसाला है इसके अंदर जो कंटेंट प्रेजेंट है जो रिएक्टेंट प्रेजेंट है वो धीरे-धीरे कन्वर्ट होने लगता है किसके अंदर प्रोडक्ट के अंदर है ना भाई केमिकल रिएक्शन ही तो चल रहे हैं इसमें केमिकल रिएक्शन ही तो चल रहा है तो केमिकल रिएक्शन जो चलता है इसकी वजह से इसकी वजह से जो रिएक्टेंट का मसाला है वो प्रोडक्ट के मसाले में कन्वर्ट होने लगता है जब रिएक्टेंट का मसाला प्रोडक्ट के मसाले में कन्वर्ट होगा तो फिर रिएक्टेंट खत्म होता चला जाएगा और प्रोडक्ट में कन्वर्ट कन्वर्ट कन्वर्ट कन्वर्ट होता चला जाएगा जिस दिन सारा का सारा रिएक्टेंट प्रोडक्ट में कन्वर्ट हो गया उस दिन से बैटरी डेड हो जाएगी उस दिन क्या बोलेंगे बैटरी इज अबाउट टू डाई बैटरी इज डेड नाओ बैटरी इज डेड मैन वकिंग बैटरी उस टाइम पर क्या हो चुकी होगी खत्म हो चुकी होगी समझ गए ना ये पॉजिटिव और नेगेटिव के बीच का फासला मिट चुका होगा यह दोनों ही सेम पोटेंशियल पर आ चुके होंगे और करंट बंद हो जाएगा समझे बात को ऐसे बैटरी मरती है ऐसे बोलते हैं कि बैटरी जो है वो मर गई है या बैटरी जो है वो खत्म हो गई है समझ में आया तो हर व्यक्ति एक बैटरी के साथ बैटरी के साथ आता है ठीक है और वो सारा दिन सारी जिंदगी फ्लो करता रहता है है ना बहता रहता है यहां से व वहां से यहां फिर एक दिन घंटी बजती है और ये बैटरी खत्म हो जाती है फिर वो बंदा फ्लो करना बंद कर देता है सही बात है कि नहीं ऐसा ही होता है जिंदगी में भी है ना तो बिल्कुल बैटरी के साथ भी ऐसा ही है इसके अंदर के रिएक्टेंट जब इसके अंदर के मसाले जब खत्म हो जाएंगे और प्रोडक्ट में कन्वर्ट हो जाएंगे तो तो ये करंट निकालनी बंद करंट को चलानी बंद धक्के देना बंद कर देगी और धक्के देना बंद हो गया तो फिर करंट चलना भी बंद हो जाएगा समझ में आया दूसरा सवाल बच्चे के दिमाग में ये आता है कि सर आप कह रहे हो कि यहां से इलेक्ट्रॉन को धक्का लगा और इलेक्ट्रॉन यहां आ गया तो सर यहां तो इलेक्ट्रॉन जम जाने चाहिए यहां तो भीड़ लग जानी चाहिए इलेक्ट्रॉन की है ना यहां तो यहां तो हम लंगर लगा लें इलेक्ट्रॉनों का यहां से इलेक्ट्रॉन खत्म करते जा रहे हैं और यहां इलेक्ट्रॉन जमते जा रहे हैं आकर के तो जमे जा रहे हैं जमे जा रहे हैं जमे जा रहे हैं जमे इकट्ठे होते जा रहे हैं इकट्ठे होते जा रहे इकट्ठे हो तो यहां पर तो सर ये तार मोटी हो जानी चाहिए क्योंकि यहां तो यहां तो इलेक्ट्रॉन एक्यूम हो गए हैं इकट्ठा हो गए हैं ऐसा नहीं होता असल में होता क्या है पता है यह जो बैटरी का पॉजिटिव वाला चेहरा है ना ये इस इलेक्ट्रॉन को पी जाता है एब्जॉर्ब कर लेता है अट्रैक्ट करेगा ना अट्रैक्ट करके क्या करेगा एब्जॉर्ब कर लेगा ये जो एब्जॉर्ब होगी ना उसके बाद रिएक्शन स्टार्ट होगा तो रिएक्शन स्टार्ट हुआ और रिएक्शन जब स्टार्ट हुआ तो फिर पीछे से एक इलेक्ट्रॉन फ्री हो गया ऐसा ही होता है कोई भी रेडॉक्स रिएक्शन अगर आपने सुना हो रेडॉक्स सुना ना रिडक्शन और ऑक्सीडेशन तो रिडक्शन चलती है ऑक्सीडे ये दोनों इलेक्ट्रोड्स पर चलता है कैथोड पर भी एनोड पर भी रिडक्शन ऑक्सीडेशन चलती रहती है तो इलेक्ट्रॉन पिया जाता है फ्री हो जाता है पीता है फ्री कर देता है पीता है फ्री कर देता है पीता है फ्री कर देता है पीता है फ्री कर देता है इलेक्ट्रॉन पी गया बैटरी इलेक्ट्रॉन को पी गई पीछे से निकाल दिया पी गई निकाल दिया पी गई निकाल दिया पी गई निकाल दिया लगातार फ्लो चलता रहेगा चलता रहेगा बैटरी के थ्रू इलेक्ट्रॉन चल कर के यहां पहुंच जाएगा ठीक है यहां से इलेक्ट्रॉन को पी गया ये और इलेक्ट्रॉन चल कर के यहां से य हो गया फ्री हो गया फिर भागा फिर पी गया फिर फिर निकाल दिया बर फिर भागा फिर पी गया फिर निकाल दिया फिर भागा फिर पी गया फिर निकाल दिया यह चलता रहेगा लगातार यह लगातार चलता रहेगा लेकिन कब तक जब तक सारे के सारे रिएक्टेंट प्रोडक्ट में कन्वर्ट नहीं हो जाते तब तक और जिस दिन ऐसा हो गया उस दिन यह बैटरी खत्म उस दिन करंट भी खत्म समझ में आया ठीक है जी तो हम समझ रहे हैं पोटेंशियल डिफरेंस को पोटेंशियल डिफरेंस को समझने का एक और तरीका भी है कि जैसे अंडर ग्रेविटी पानी फ्लो करता है और अगर दोनों बराबर हाइट पर रख दिए जाए तो पानी फ्लो नहीं करता यानी जब तक दोनों के बीच में हाइट का डिफरेंस बना रहेगा तो पोटेंशियल एनर्जी ज्यादा किसकी रहेगी जो ज्यादा हाइट पर है भाई वाटर ये देखो एक टंकी ऊपर रखी हुई है एक टंकी नीचे रखी हुई है दोनों को पाइप से कनेक्ट कर दिया तो पानी कहां से कहां फ्लो करेगा नीचे से ऊपर आएगा क्या पानी नहीं भाई नहीं नहीं रूट शूट नहीं चल रहा यहां य जाइलम फ्लोम नहीं चल रहा भाई ठीक है ना यहां हाईयर से लोअर पानी फ्लो करता है ठीक है ना हाईयर से लोअर पानी क्या करेगा फ्लो करेगा बिल्कुल करेगा सही बात है आप किसी भी चीज को छोड़ो ये नीचे क्यों जा रही है ये वाला पोटेंशियल एनर्जी ज्यादा है ये वाला पोटेंशियल एनर्जी कम है तो हाईयर से लोअर ही पोटेंशियल एनर्जी हमेशा ट्रेवल करती है ठीक है ना तो फ्लो कब तक चलेगा फ्लो तब तक चलेगा जब तक हम ऐसी सिचुएशन नहीं ले आते है ना यानी दोनों को बराबर लेवल पर नहीं ले आते जिस दिन ये बराबर लेवल पर आ गए उस दिन यहां से यहां पानी का फ्लो और यहां से यहां पानी का फ्लो होगा ही नहीं जीरो फ्लो हो जाएगा समझ गए ना यही तो मैं कह रहा था जब तक यह पोटेंशियल का डिफरेंस बना रहेगा तब तक फ्लो चलता रहेगा जिस दिन से पोटेंशियल का डिफरेंस खत्म कर दिया यह फ्लो जाना बंद हो गया यहां से यहां और यहां से यहां फ्लो जाना क्या हो जाएगा बंद हो जाएगा समझ में आया क्लियर है ना बात तो एक समझने का तरीका यह भी है जैसे टंकी हाईयर से लोअर जाती है जिस दिन यह टंकी को बराबर ले आएंगे उस दिन ये टंकियों में से पानी एक्सचेंज नहीं हो एक्सचेंज होना बंद हो जाएगा है ना यहां से य पानी का फ्लो खत्म ठीक है ना तो सीधी बात है जब तक डिफरेंस बना रहेगा किसका पोटेंशियल का है ना जब तक डिफरेंस बना रहेगा किसका पोटेंशियल का वाटर फ्लो करता रहेगा है ना और जिस दिन ये डिफरेंस बंद हो गया जो यहां पर हो गया जिस दिन ये डिफरेंस बंद हो गया बंद हो हो गया फ्लो होना बंद हो जाएगा वाटर का फ्लो जीरो हो जाएगा क्लियर बात क्लियर बात ठीक है ना अब एक काम करते हैं कि वोल्टेज के बारे में हमने बहुत सारी बातें कर ली बहुत अच्छे से समझा हमने वोल्टेज को कि वोल्टेज होता क्या है हम एक काम करते हैं वोल्टेज का फार्मूला भी डिराइवर कर लेते हैं ठीक है ना तो वोल्टेज को डिफाइन कैसे किया जाता है फिजिक्स में वोल्टेज या पोटेंशियल डिफरेंस को बेटा ऐसे डिफाइन किया जाता है कि बैटरी काम कर रही है बोलो हां या ना बैटरी वर्क कर रही है सही बात है कि नहीं तो बैटरी जब वर्क करती है किस पर चार्ज पर बैटरी क्या करती है वर्क करती है यहां लिख रहा हूं बैटरी क्या करती है वर्क करती है किस पर चार्ज पर ओके वर्क पर यूनिट चार्ज हां जी यही होता है वोल्टेज यही होता है बेटा वोल्टेज जब चार्ज पर क्या होता है वर्क डन होता है जब किसी चार्ज पर क्या होता है वर्क डन होता है इसी को कहते हैं वोल्टेज इसी को कहा जाता है बेटा वोल्टेज तो वोल्टेज इज व्हाट वर्क डन अपॉन में चार्ज वोल्टेज इज व्हाट वर्क डन अपॉन में चार्ज ठीक है ना वोल्टेज को डिनोट करते हैं v से वर्क डन को ड से चार्ज को q से v इड बा क इज द फार्मूला v बराबर w बा क इ द फार्मूला और यूनिट लिखनी चाहे अगर तो वर्क की यूनिट होती है जूल चार्ज की होती है कूलम और वोल्टेज की होती है वोल्ट्स ठीक है तो 1 वोल्ट इ 1 जूल अपॉन में 1 कूलम क्लियर है बात 1 वोल्ट का मतलब क्या हुआ 1 जूल का वर्क डन है एक कलम के चार्ज पर एक जूल का वर्क डन है एक कलम के चार्ज पर एक जूल का वर्क डन है एक कलम के चार्ज पर ठीक है जी यह देखो कैसे डिफाइन किया गया न वोल्ट को मैंने आपसे क्या बोला बैटरी काम कर रही है बोलो बैटरी धक्का मार रही है कि नहीं मार रही हां सर मार रही है किस पर मार रही है चार्ज पर मार रही है सही बात है बिल्कुल ठीक बात है तो बैटरी मार रही है धक्का बैटरी मार रही है धक्का मार् किस पर रही है चार्ज पर बहुत बढ़िया बस इसी को क्या बोलेंगे इसी को बोलेंगे वोल्टेज इसी को बोलेंगे वोल्टेज अगर मैं बोलूं कि 1 वोल्ट है तो इसका मतलब क्या हुआ कि सर 1 जूल का धक्का लगाए 1 कूलम के चार्ज को सर अगर मैं बोलूं कि 2 वोल्ट का वोल्टेज है तो इसका मतलब क्या हुआ कि 2 जूल का धक्का लगा है एक कूलम के चार्ज को सर अगर मैं बोलूं कि 200 वोल्ट है तो इसका मतलब क्या हुआ कि भाई 200 जूल का धक्का लगाए एक कूलम के चार्ज को सर अगर मैं बोलूं कि 11000 वोल्ट है तो इसका मतलब क्या हुआ भाई साहब खतरनाक 11000 जूल का धक्का लगा है एक कूलम के चार्ज को एक कूलम के चार्ज को कितना धक्का लगा है दैट इज कॉल्ड वोल्टेज समझ में आया ऐसे ही डिफाइन कर रखा है देखो जब एक जूल का वर्क डन हो एक यूनिट पॉजिटिव चार्ज पर है ना एक जूल का काम हो एक कूलम के यूनिट पॉजिटिव का मतलब होता है वन कूलम चार्ज ठीक है और उसको खिसका दिया एक पॉइंट से दूसरे पॉइंट तो पोटेंशियल डिफरेंस को क्या बोलेंगे पोटेंशियल डिफरेंस को बोलेंगे 1 वोल्ट ठीक है आप ये लिखोगे और उसके बाद ये लिख करके डब्बा बंद कर दोगे दिस मीन न वोल्ट को लिखना आपको आ गया एक जूल बटा एक कलम ठीक है जी क्लियर बात दिस न वोल्ट की डेफिनेशन आइए एक सवाल भी कर लेते हैं व्ट इज द वर्क डन रिक्वायर्ड कितना काम करना पड़ता है दो कलम के चार्ज को 12 वोल्ट के पोटेंशियल डिफरेंस से मूव करवाने के लिए आप एक काम करो गिवन लिख दो वोल्टेज कितनी है 12 वोल्ट चार्ज कितना है दो का ठीक है ना और आपको चाहिए वर्क डन तो कौन सा फार्मूला इन तीनों को मिलाता है अभी अभी देखा सर जी वोल्टेज होता ही क्या है वर्क डन अपॉन में चार्ज ठीक है ना तो वोल्टेज है 12 रख दी वर्क डन आपको नहीं पता छोड़ दो चार्ज आपको पता है दो है दो जाएगा 12 के साथ यह बन जाएगा 24 जूल बस हो गया काम ठीक है जी वर्क डन कितना हो गया 24 बहुत इजी आगे बढ़ते हैं ठीक है बात करते हैं व्ट इज इलेक्ट्रिक सर्किट य सर्किट क्या होता है बेटा सर्किट एक क्लोज्ड पाथ होता है जो वायर से मिलकर बना होता है जिस पर करंट दौड़ता है और इसके साथ-साथ बहुत सारे कंपोनेंट्स भी लगे होते हैं उसके अंदर कौन-कौन से कंपोनेंट होते हैं भाई बैटरी होती है एक तो जो करंट को दौड़ा जाएगी अप्लायंस लगे होंगे जो कि चलेंगे ठीक है जी इसके अलावा एक की लगी होगी स्विच लगा होगा जो कि ऑन या ऑफ होगा है ना और इसके अलावा क्या होगा इसके अलावा डिफरेंट रेजिस्टेंसस हो सकती है ठीक है ना और बहुत सारी चीजें भी हो सकती है बहुत सारे अप्लायंसेज भी हो सकते हैं कुछ नापने तोलने की मशीनें हो सकती हैं जैसे एम मीटर वोल्ट मीटर ठीक है ना लेकिन एक बेसिक इलेक्ट्रिक सर्किट को डिफाइन कैसे किया जाता है ये पीछे लिखा हुआ है मैं आपको हाईलाइट करवा के पॉइंट्स बता देता हूं एक कंटीन्यूअस और क्लोज्ड पाथ होता है ठीक बात है वायर से मिलके बना होता है सही बात है जिस पर इलेक्ट्रिक करंट दौड़ता है इज कॉल्ड इलेक्ट्रिक सर्किट ठीक है जी ऐसे डिफाइन करते ले को लेकिन ये डेफिनेशन पूरी नहीं है आपको आगे का भी लिखना पड़ेगा एक इलेक्ट्रिक सर्किट किसकिस चीजों से मिलक बनता है यह बनता है इलेक्ट्रिक डिवाइस डिवाइस जोड़ने पड़ेंगे आपको कुछ ना कुछ है ना सोर्स ऑफ एनर्जी यानी बैटरी अरे बोलो हां या ना सोर्स ऑफ एनर्जी कौन है बेटा सर्किट की बैटरी है वायर्स जिन पर करंट दौड़ेगा और एक स्विच जो कि ऑन या ऑफ करता है ठीक है ना तो यह सर्किट आपको दिख रहा है पीछे बना हुआ इसमें एक बैटरी है पोटेंशियल डिफरेंस देने के लिए की है ऑन या ऑफ करने के लिए एक रियोस्टेट लगा हुआ है इसकी बात आगे जाके करेंगे हम अभी नहीं करेंगे आगे जाके करेंगे ये किस काम आता है यह एम मीटर है एम मीटर करंट तोलता है करंट नापने तोलने का डिवाइस है वोल्ट मीटर वोल्टेज नापने तोलने का डिवाइस है इसे बोलते हैं वोल्ट मीटर यह करंट नापने के लिए ए मीटर ये वोल्टेज नापने के लिए वोल्ट मटर और यह लगी हुई है रेजिस्टेंस यह कोई बल्ब हो सकता है दिस इज एनी अप्लायंस यही है वो अप्लायंस जिसकी बात हो रही है ठीक है ना कोई अपला हर अप्लायंस के पास अपनी रेजिस्टेंस होती है हर अप्लायंस के पास क्या होती है अपनी रेजिस्टेंस होती है कोई ना कोई रेजिस्टेंस है इसके पास ठीक है ना उसी के पैरेलल में लगा रहता है वोल्टमीटर हमेशा ध्यान रखना कि वोल्टमीटर को पैरेलल में ही कनेक्ट किया जाता है एम मीटर को हमेशा सीरीज में ही जोड़ा जाता है यह इनकी वर्किंग ही कुछ ऐसी है इसके पीछे और कोई रीजन नहीं है इनकी वर्किंग ही कुछ ऐसी है कि ए मीटर को सीरीज में और वोल्ट मटर को पैरेलल में ही जोड़ा जाएगा ठीक है जी सर्किट जो बना हु कुछ इस तरीके से बना हुआ है है ना अपने सिंबल्स का यूज कर रखा है सिंबल्स मैं आगे दिखा दूंगा आपको कैसे कैसे होते हैं ठीक है ना सिंबल्स आओ देख ही लो यह रहे सिंबल्स एक इलेक्ट्रिक सेल को सिंबलाइज ऐसे करते हैं बैटरी या कॉमिनेशन ऑफ सेल जो होते हैं वो इस तरीके से ठीक है ना प्लग की खुली हुई हो अगर इसका मतलब करंट नहीं चल रहा है ना करंट नहीं चल रहा और अगर क्लोज होगी तो इसका मतलब करंट चल रहा होगा तो करंट विल बी नॉन जीरो इसका मतलब करंट चलेगा अगर अगर बीच में डॉट लगा है तो करंट चलेगा अगर नहीं लगा है तो नहीं चलेगा ठीक है वायर का जॉइंट है ऐसे करके जॉइंट दिखाया जाता है वायर पर यानी एक करंट आया तो दो में क्या होगा डिवाइड होगा फिर है वायर्स क्रॉसिंग विदाउट जॉइनिंग बिना जॉइनिंग के वायर्स कैसे क्रॉस करनी है मतलब आपको तो यहां से करंट जो आएगा वो ऊपर का ऊपर निकल जाएगा और जो यहां से करंट आएगा वो सीधे का सीधा निकल जाएगा ऐसे दिखाते हैं बिना जॉइनिंग के अगर वो जॉइन नहीं हो रखी तो इलेक्ट्रिक बल्ब ठीक है इस सिंबल से इस सिंबल से मत करना य ये बल्ब ठीक है रेस्ट ऐसे डिनोट होता है रेजिस्टर होता क्या है बात करेंगे इसकी अभी फिर आता है रियोस्टेट रियोस्टेट का मतलब होता है कि रेजिस्टेंस को वैरी कर सकते हैं यानी बढ़ा और घटा सकते हैं ठीक है जी एम मीटर को ए से वोल्ट मीटर को v से ऐसे डिनोट किया जाता है ठीक है ना ये सारे सिंबल्स है धीरे-धीरे याद होंगे एक साथ याद नहीं होते ठीक है सर्किट एलिमेंट्स की एक बार शक्ल देख लो जरा बैटरी एलिमिनेटर ये बैटरी एलिमिनेटर है बैटरी एलिमिनेटर का काम होता है यानी बैटरी को हटा देने वाला यानी ये खुद पोटेंशियल डिफरेंस प्रोवाइड करेगा ये वोल्टेज का सोर्स बनता है लैब के अंदर जाओगे ना आप अपनी स्कूल की अगर ले जाए तो नहीं ले जाए तो बोलो कि लेके चलो है ना तो जब लेके आपको जाएं तो आप देखोगे कि वहां पर ऐसा करके एक बैटरी एलिमिनेटर रखा गया है जो कि वोल्टेज का सोर्स बन रहा है ये वोल्टेज प्रोवाइड करता है बेसिकली ये एसी करंट को डीसी में कन्वर्ट करता है जो हमारे घर तक स्कूल तक जो बिजली आती है वो अल्टरनेटिंग करंट के फॉर्म में आती है उसको डीसी यानी डायरेक्ट करंट के फॉर्म में चेंज करता है ये इसका बेसिक काम है ठीक है रेजिस्टेंस की बॉक्स है रेजिस्टेंस को बढ़ाना घटाना इससे भी कर सकते हैं और इससे भी कर सकते हैं ठीक है ना यहां पर फिक्स रेजिस्टेंस है यहां पर वेरिएबल रेजिस्टेंस है एक बार जिसको आपने प्लग आउट कर दिया वही वाली रेजिस्टेंस काम करेगी लेकिन यहां पर आप इस स्लाइडर को आगे पीछे करके रेजिस्टेंस को बढ़ा और घटा सकते हो करेंगे बात कैसे काम करता है ये ठीक है ना यह तो आपके सिलेबस में है कैसे काम करता है वोल्ट मीटर वोल्टेज नापने के लिए ए मीटर करंट नापने के लिए यह कनेक्टिंग वायर है है ना लपेट रखी है ऐसे ठीक है और यह प्लग की है प्लग की का मतलब ऑन करना या ऑफ करना सर्किट को ठीक है ओके फर्क करते हैं ए मीटर और वोल्टमीटर के बीच में ठीक है ना मैं अभी जो यहां पर फर्क लिख रहा हूं ठीक है उसमें से आधी बात आपको समझ में नहीं आएगी लेकिन जैसे जैसे हम चैप्टर में आगे बढ़ेंगे आपको बात समझ में आने लगेगी ठीक है देखो यह एम मीटर है यह वोल्ट मटर है आपने कैसे पहचाना देखो v लिखा हुआ है या ए लिखा हुआ बस मैंने ऐसे पहचाना ठीक है एम मीटर क्या करता है ये एक डिवाइस है डिवाइस यूज टू मेजर यूज टू मेजर करंट ठीक है करंट को मेजर करने का डिवाइस ए मीटर है डिवाइस यूज टू मेजर वोल्टेज ठीक है वोल्टेज को मेजर करने का ये इंस्ट्रूमेंट है ठीक है यह डिवाइस करंट मेजर करता है यह डिवाइस वोल्टेज मेजर करता है ठीक है इसके अलावा करंट नापने का यह जो डिवाइस है बेटा यह हमेशा सीरीज में लगता है ठीक है ना यहां लिख रहा हूं यह एक सीरीज़ डिवाइस है ठीक है ना सीरीज़ में कनेक्शन करना है आपने इसका ठीक है सीरीज़ में कनेक्ट करना है इसको आपने यह हमेशा पैरेलल में ही कनेक्ट होगा यह हमेशा पैरेलल में ही कनेक्ट होता है सीरीज़ में कनेक्ट नहीं होता ठीक है जी इसके अलावा तीसरी बात इसकी रेजिस्टेंस को बहुत लो बनाया जाता है रेजिस्टेंस क्या होती है आगे जाके पढ़ेंगे कोई दिक्कत नहीं है सीरीज़ पैरेलल क्या होता है यह भी पढ़ेंगे आगे जाके मैं बोल रहा हूं अभी बस लिख लो इसको आगे समझ में आएंगी चीज़ें वापस इस पर आ जाएंगे हम ठीक है तो ये सीरीज में कनेक्शन होता है उसका पैरेलल में होता है इसकी रेजिस्टेंस रखी जाती है बहुत लो ठीक है रेजिस्टेंस ऑलमोस्ट निल के बराबर ठीक है ना जीरो के नियर जीरो है बेटा ये ठीक है ना निल ऑलमोस्ट ल ठीक है और इसकी रेजिस्टेंस को रखा जाता है बहुत हाई इसकी रेसस बनाई जाती है क्लोज टू इनफिनिटी इंफिनिटी का मतलब मैथ्स में कुछ और होता है बेटा और फिजिक्स में कुछ और और होता है फर्क समझ में आना चाहिए आपको मैथ्स में इंफिनिटी का मतलब होता है नॉट डिफाइंड डिफाइन ही नहीं कर सकते हम हमें पता ही नहीं जी आता पता ही नहीं है डिफाइन ही नहीं हो सकता लेकिन मैथ्स में और फिजिक्स में फर्क ये है कि फिजिक्स का जो इंफिनिटी होता है इसका मतलब होता है औकात से बाहर बहुत ज्यादा हाई बहुत ज्यादा हाई ठीक है ना तो इसकी रिजेंस को क्या बनाते हैं बहुत ज्यादा हाई बनाते हैं एज कंपेयर टू नॉर्मल रेजिस्टेंसस जो होती है तो 10 की पावर 4 10 की पावर 5 1 लाख ओम 10 लाख ओम ऐसे बनाते हैं इसको ठीक है वोल्ट मीटर को करेंगे बात रेस्ट वगैरह क्या होता है सब चीजें क्या होती है ठीक है चलते हैं हम लोग बात करते हैं ओम्स लॉ की ठीक है ये ओम्स लॉ क्या होता है देखो आपको पीछे दो फोटोस दिख रही है इसमें एक फोटो पे पानी की हाइट जो है वो थोड़ी सी ज्यादा है और यहां पर पानी की हाइट कुछ कम है है ना जहां पर पानी की हाइट ज्यादा है वहां पर अगर टूटी खोली गई टैप खोला गया तो आप देख रहे हो पानी का फ्लो बहुत दूर तक आया हुआ यहां से यहां तक फ्लो है और यहां पर पानी का फ्लो क्या है कुछ कम है दिख रहा है आराम से देखो आराम से देखो दिख रहा है ना तो अब ऐसा क्यों है ऐसा क्यों है इसका सीधा सा आंसर पता क्या है इसका सीधा सा आंसर है एनर्जी का कंजर्वेशन हो रहा है यहां पर जहां पर हाइट ज्यादा है हम बोलेंगे वहां पर पोटेंशियल एनर्जी क्या है ज्यादा है जहां हाइट कम है वहां पर पोटेंशियल एनर्जी क्या है बेटा कम है तो आपको फिर स्पीड भी कम मिल रही है यानी आपको काइनेटिक एनर्जी भी क्या मिल रही है बेटा कम मिल रही है और यहां पर पोटेंशियल ज्यादा थी तो यहां पर काइनेटिक भी क्या मिल रही है ज्यादा मिल रही सर नाइंथ क्लास की बातें कर रहे हो आप तो पोटेंशियल एनर्जी काइनेटिक एनर्जी हां तो बेटा चीजें लिंक्ड है ना चीजें लिंक्ड है बिल्कुल वैसे ही जैसे यहां पर ज्यादा पानी हाइट पर था यानी पोटेंशियल का डिफरेंस ज्यादा था अगर बैटरी में भी ज्यादा पोटेंशियल डिफरेंस हुआ तो करंट ज्यादा फ्लो करेगा जोर का धक्का पड़ेगा ना याद है जितना ज्यादा वोल्टेज उतना जोर का जूल उतना बड़ा जोर का धक्का जितना जोर का धक्का उतना तेज फ्लो करेगा करंट बोलो हां या ना तो यही हो रहा है यहां पर ये एनालॉजी दे रखी है बेटा ये एनालॉजी है इससे हम समझ सकते हैं कि जिस पर जिस पर वोल्टेज ज्यादा गिरती है उसी के प्रोपोर्शनल करंट भी क्या होता है जी ज्यादा होता है यानी अगर वोल्टेज अधिक होगी तो करंट भी अधिक होगा यानी v इज प्रोपोर्शनल टू आ समझ में आया वोल्टेज प्रोपोर्शनल किसके होगा करंट के अगर वोल्टेज ज्यादा तो करंट भी ज्यादा क्लियर बात है क्या अगर मैं यहां से प्रोपोर्शनैलिटी का साइन हटा दूं इक्वल टू लगा दूं तो मुझे कांस्टेंट भी मल्टीप्लाई करना पड़ेगा पुरानी प्रथा है तो फिजिक्स की तो यही करते हैं भाई यहां पर हम प्रोपोर्शनैलिटी का साइन हटा के इक्वल टू लगाते हैं साथ में कांस्टेंट r को भी मल्टीप्लाई कर देते हैं तो भाई यहां पर यह डब्बा कर दिया मैंने बंद और ये फार्मूला बन गया ओम्स लॉ का फार्मूला इस फॉर्मूले को क्या बोलते हैं ओम्स लॉ ठीक है क्या बोलते हैं इसको ओम्स लॉ v बराबर आ वोल्टेज इक्वल टू आ टाइम्स आ ठीक है वोल्टेज क्या होगा करंट टाइम्स रेजिस्टेंस होगा यह जो आ आया है ना यह आ कांस्टेंट है पर एक बात का ध्यान रखना कि यह आ हमेशा के लिए कांस्टेंट नहीं होता बेटा यह आ सदा के लिए कांस्टेंट नहीं है यह इस फार्मूले का कांस्टेंट है प्लीज इस बात को समझेगा ये आ इस फार्मूले का कांस्टेंट है ये सदा के लिए कांस्टेंट नहीं होता ये आ भी चीजों पर डिपेंड करता है जो कि हम आगे जाकर पढ़ेंगे तो वहा मत पूछना कि सर आप तो बता र आ कांस्टेंट होता है अब आप कह रहे हो आ इ चीजों पर डिपेंड करता है अरे य इस फार्मूले का कांस्टेंट है यह यूनिवर्सल कांस्टेंट नहीं है और ओम्स लॉ को यूनिवर्सल लॉ नहीं है जरा डेफिनेशन देखो क्या है इसकी आ ओस लॉ की डेफिनेशन लिख देखो इट स्टेट्स ट करंट फ्लोइंग थ्रू कंडक्टर इ डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू करंट फ्लोइंग थ्रू कंडक्टर इ डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू पोटेंशियल डिफरेंस अप्लाइड अक्रॉस द एंड्स ऑफ द कंडक्टर एट पर्टिकुलर टेंपरेचर क्या मतलब बना इस बात का जरा सुनो कहता है कि जो करंट फ्लो कर रहा है किसी कंडक्टर में से आई करंट जो फ्लो कर रहा है किसी कंडक्टर में से वो डायरेक्टली प्रोपोर्शनल होता है मतलब कि अगर अगर आप चाहते हो कि करंट ज्यादा निकले तो वोल्टेज भी क्या करो ज्यादा निकालो आप चाहते हो करंट कम निकले तो वोल्टेज भी क्या करो कम निकालो यानी करंट ज्यादा कैसे आएगा वोल्टेज बढ़ा के करंट कम कैसे आएगा वोल्टेज घटा के यानी वोल्टेज जितनी ज्यादा होगी करंट भी उतना ज्यादा होगा आया समझ में डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू द पोटेंशियल डिफरेंस अप्लाइड यानी वोल्टेज कितनी लगाई है आपने वोल्टेज कितनी लगाई है ठीक है ना अक्रॉस द एंड्स ऑफ द कंडक्टर एट अ पर्टिकुलर टेंपरेचर अब देखो मैंने आपसे बोला ना कि ये यूनिवर्सल लॉ नहीं है ऐसे ही नहीं बोला वो मैंने मैंने इसलिए ऐसा बोला क्योंकि भाई यह एक कंडीशंस पर डिपेंड कर रहा है देख रहे हो देख रहे हो ओम्स लॉ इज ओनली अप्लाइड फॉर कंडक्टर्स और वो भी एट अ पर्टिकुलर टेंपरेचर ओम्स लॉ यूनिवर्सल लॉ नहीं है ओम्स लॉ सब जगह नहीं लगेगा आप सोचो कि इंसुलेटर पर भी ओम्स लॉ लगा लोगे आप सोचो सेमीकंडक्टर पर भी ओम्स लो लगा लोगे नहीं लगेगा सेमीकंडक्टर पर ये दोनों प्रोपोर्शनल नहीं होंगे कुछ और होगा सीन वहां पर ठीक है जी और टेंपरेचर भी आपको क्या रखना पड़ेगा कांस्टेंट रखना पड़ेगा अगर आपने टेंपरेचर को छेड़ा बढ़ाया घटाया तार को गर्म कर दिया तार को ठंडी कर दिया ओम्स लॉ काम नहीं करेगा ध्यान रहे गई बात ठीक है जी फार्मूला बना v = आ वोल्टेज इ इक्वल टू करंट टाइम्स रेजिस्टेंस बात करते हैं रेजिस्टेंस कौन है रेजिस्टेंस रेजिस्टेंस रेजिस्टेंस कर रहे हैं रेजिस्टेंस है कौन देखो रेजिस्टेंस की हिंदी होती है बेटा रुकावट ठीक है ना रुकावट किसके रास्ते में कौन मूव करना चाहता है करंट मूव करना चाहता है चार्ज मूव करना चाहता है तो चार्ज के रास्ते में कौन रुकावट बन रहा है भाई उसी के पड़ोसी उसी के पड़ोसी हैं जो पंगे कर रहे हैं है ना देखो भाई कोई भी वायर कोई भी वायर में जब इलेक्ट्रॉन चलता है तो आपके आपके अनुसार आपको शायद यह लगता हो कि भाई जैसे पानी फ्लो करता है है ना निर्मल बहती कल कल कल कल नदियां ऐसे कल कल कल कल नहीं बहता भाई इलेक्ट्रॉन इलेक्ट्रॉन के साथ ऐसा नहीं है इलेक्ट्रॉन का इतना निर्मल जल की तरह नहीं बहता ये है ना ये कैसे बहता है पता है ये इलेक्ट्रॉन ये इलेक्ट्रॉन रास्ते में बैठे एटम्स से रास्ते में एटम्स जो बैठे हैं उनसे टकराता हुआ जाता है इसका रास्ता उतना आसान नहीं है ट टक टक टक टक टक टक टक टक ऐसे जाएगा ये समझ रहे हो ना रास्ते में कौन बैठे हैं इलेक्ट्रॉन बैठे हैं उनके साथ खिसक खिसक के खिसक लई लड़ाई लड़ता लड़ता लड़ाई लड़ता लड़ता निकलता हैय इसलिए इलेक्ट्रॉन का मोशन बहुत ज्यादा तेज नहीं होता बहुत धीरे-धीरे धीरे-धीरे खिसक के जाता है ठीक है ना लेकिन सब के सब इलेक्ट्रॉन वैसे ही खिसक हैं इसलिए करंट का फ्लो बन जाता है समझ गए तो इलेक्ट्रॉन बहुत धीरे-धीरे रगड़ रगड़ के घिस घिस के जाता है पीछे से बैटरी धक्का मारती है बोलती है चल वो चल पड़ता है फिर टकराता है गिर जाता है फिर बोलती है चल चल पड़ता है फिर टकराता गिर जाता है फिर बोलती है चल चल पड़ता है फिर टकराता गिर जाता है जब जब ये टक्कर होती है गर्मी पैदा होती है बोलो हां या ना जब जब यह टक्कर होगी इसकी काइनेटिक एनर्जी मोशन वाली एनर्जी हीट एनर्जी में कन्वर्ट होगी और वह वायर गर्म हो जाती है आपको पता है नाय बात कोई भी इलेक्ट्रिक अप्लायंस आप चला के देख लो वो आपको गर्म मिलता है हां कि ना गर्म मिलता है ना उसके पीछे रीजन यही है ठीक है जी तो जो गर्मी निकलती है ना भाई चीजों से ट ड्यू टू कोलिजन कोलिजन होते हैं ठीक है ना इसी से रेजिस्टेंस ऑफर होती है बेटा इसी से रेजिस्टेंस पैदा होती है ठीक है तोस की डेफिनेशन अगर मैं लिखना चाहूं तो क्या लिखूंगा मैं लिखूंगा देखो क्या अपोजिशन ऑफर्ड बाय द एटम्स प्रेजेंट इनसाइड द कंडक्टर अगेंस्ट द फ्लो ऑफ करंट ठीक है करंट के फ्लो के अगेंस्ट करंट के फ्लो के अगेंस्ट जो अपोजिशन ऑफर होती है किसके द्वारा दूसरे एटम्स के द्वारा है ना करंट का फ्लो मतलब इलेक्ट्रॉन का फ्लो इलेक्ट्रॉन का फ्लो जब फ्लो होता है यानी चलते हैं जब वो तो एटम्स टकराते हैं उनसे है ना एटम्स के साथ क्या होती है भाई टक्कर होती है कोलिजन होता है कोलाइड करते एक दूसरे से कोलिजन होगा कोलाइड करेंगे तो भाई यह काम तो होना ही है ठीक है जी आओ रेजिस्टेंस को डिनोट करवा लेते हैं हम लोग आर से बेटा डिनोट करते हैं इसको ठीक है डिनोशन आर से है और एसआई यूनिट होती है इसकी ओम ठीक है एसआई यूनिट है इसकी ओम ये सिंबल से डिनोट हो होता है ठीक है इस सिंबल से डिनोट करते हैं ओम को ठीक है ओ एम ओम ठीक है अब यहां पर फोटो भी देख सकते हो बढ़िया सी लगी हुई है वोल्टेज मार रही है धक्का एंपियर को बोल रही है करंट निकल करंट निकल लेकिन देखो ओम ने क्या कर रखा है रेजिस्टेंस ने क्या कर रखा है उसको पकड़ रखा है है ना रस्सी बांध रखी है तू कैसे निकलेगा तेरी ऐसी की तैसी निकल के दिखा है ना वो पीछे धक्का मार रही है निकल निकल निकल वो कह रहा है कैसे निकलेगा ये चल रहा है ठीक है ना ये काम चलता रहता है हमेशा रेजिस्टेंस इज अनअवॉइडेबल इनएविटेबल ऐसा कभी हो ही नहीं सकता कि रेजिस्टेंस ना हो ऐसा कभी हो ही नहीं सकता कि करंट चले करंट बहे और रेजिस्टेंस जीरो हो जीरो तो कभी नहीं हो सकती भाई कभी नहीं हो सकती जैसे फ्रिक्शन है ना वैक्यूम में ही जीरो होगी ठीक है ना ऐसे रेजिस्टेंस है कि भाई उसका जीरो होना पॉसिबल नहीं है क्योंकि आप सोचो ना हमेशा एटम होंगे ही होंगे इलेक्ट्रॉन के फ्लो में हमेशा कोई ना कोई पंगा डालेगा डालेगा ऐसा हो नहीं सकता कि कोई एटम ना हो खाली हो इलेक्ट्रॉन का फ्लो हो जाए अरे इलेक्ट्रॉन का फ्लो होगा और एटम ही ना होगा तो फिर और इलेक्ट्रॉन कहां से आएंगे एटम ही तो इलेक्ट्रॉन दे रहे हैं बात ये है ठीक है तो इसलिए कभी भी रेजिस्टेंस एगजैक्टली इक्वल टू जीरो नहीं हो सकती ठीक है ना नॉट पॉसिबल ठीक है तो रुकावट कौन पैदा कर रहा है बेटा रेजिस्टेंस ही पैदा कर रही है ठीक है जी आगे बढ़ते हैं और हम बात करते हैं क्या भाई हमें एक ी आई कैरेक्टरिस्टिक ग्राफ पढ़ना पड़ता है वोल्टेज और करंट का ग्राफ हमको पढ़ना पड़ता है तो होता क्या है कि हमको वैल्यूज दी होती है बेसिकली ये वेरिफिकेशन ऑफ होमस लॉ के अंदर है ठीक है ना होगा क्या आपको लैब में लेकर जाया जाएगा अब यहां पर तो पॉसिबल नहीं है क्रिएट करना लेकिन आप समझ लो इस बात को आपको लैब में लेके जाया जाएगा ठीक है ना अपेरटस आपको जॉइन करवाए जाएंगे और उसके बाद बैटरी एलिमिनेटर जो देखा था ना उसको वो टक टक टक घुमाएंगे नॉब घूमेगी नोब घुमाएंगे वोल्टेज बढ़ाएंगे जैसे जैसे वोल्टेज बढ़ेगी ना आप देखोगे कि वोल्ट मीटर की सुई जो है वो रीडिंग दिखानी चालू हो गई है और वोल्ट मटर की सुई रीडिंग दिखानी चालू हुई है ना तो साथ के साथ करंट की भी सुई ने रीडिंग दिखाना चालू कर दिया है तो जब आप वोल्टेज को डबल करते हो तो करंट की वैल्यू भी डबल दिखती है आप वोल्टेज को तीन गुना करते हो तो करंट की वैल्यू भी तीन गुना हो जाती है अपनी वैल्यू से यानी जिस प्रोपोर्शन में वोल्टेज बढ़ता है उसी प्रोपोर्शन में क्या बढ़ता है बेटा करंट बढ़ता है यानी v और आ आपस में क्या होते प्रोपोर्शनल होते है ना तो जब दो वेरिएबल प्रोपोर्शन होंगे एक दूसरे के प्रोपोर्शनेट होंगे एक दूसरे से तो उन दोनों के बीच में जो ग्राफ बनेगा वो हमेशा स्ट्रेट लाइन ग्राफ होगा यानी आपको जो वैल्यूज दी जाएंगी y एक्सिस पर आप वोल्टेज को रखो एक एक्सिस पर आप करंट को रखो जो इन दोनों के बीच में वैल्यूज दी जाएंगी बेटा आपको है ना वो यहां पर टिका जाओ और प्लॉटिंग कर लो प्लॉट कर लो यहां प्लॉट किया आपने फिर यहां कुछ वैल्यू आई कॉरस्पॉडिंग कुछ वोल्टेज का कुछ करंट आया कॉरस्पॉडिंग कुछ वोल्टेज का कुछ कॉरेस्पोंडेंस को प्लॉट कर लो प्लॉट करके जो लाइन आएगी वो बेटा हमेशा क्या होगी वो वो हमेशा एक स्ट्रेट लाइन होगी वो हमेशा एक लीनियर कर्व होगा वो एक स्ट्रेट लाइन कर्व होगा इसका मतलब ये कि भाई दोनों क्या है आपस में प्रोपोर्शनल है जैसे y प्रोपोर्शनल x होता है वैसे ही v प्रोपोर्शनल क्या होगा i होगा और हम जानते हैं प्रोपोर्शन का साइन हटाएंगे इक्वल टू लगाएंगे तो साथ में क्या आएगा बेटा r आएगा है ना तो बेसिकली दिस रेजिस्टेंस इज व्हाट v डिवा बा आ तो क्या करते हैं बताए क्या करते हैं बताए इस ग्राफ का ना स्लोप निकालते हैं अब अगर आप ग्राफ का स्लोप निकालो ध्यान से सुनना बेटा किसका स्लोप निकाल रहे हैं का तो स्लोप हमेशा होता है वा पर रखी चीज को एक् पर रखी चीज से डिवाइड करना ध्यान रखना ठीक है अगर आप स्लोप निकाल रहे हो तो y पर रखी चीज एक् पर रखी चीज से क्या हो जाएगी डिवाइड हो जाएगी भाई वा पर क्या रखा हुआ है वा पर रखा हुआ है सर वोल्टेज को और एक्स पर रखा हुआ है सर करंट को v डिवा बा आ क्या होता है बेटा r होता है यानी आप कभी भी स्लोप निकालो ना का तो वो आपको क्या देगा रेजिस्टेंस देगा समझ में आया आप कभी भी अगर स्लोप निकालो स्लोप निकालो ई ग्राफ का इट विल गिव यू रेजिस्टेंस ई ग्राफ का स्लोप आपको क्या देगा रेजिस्टेंस देगा और अगर आप आवी का स्लोप निकालो तो आप समझ लेना कि भाई इस बार कैसा ग्राफ बनाया गया है आईवी ग्राफ बनाया गया आई v आई और v का ग्राफ और ऐसे चढ़ता हुआ है वो i और v का ग्राफ ऐसे चढ़ता हुआ है वो ठीक है ना तो ऐसा ग्राफ मान लो अगर बना हुआ है ठीक है तो y / बा x करोगे फिर से आप y / x करोगे फिर से आप इस बार आप i को डिवाइड करोगे किससे v से तो दिस विल बिकम 1 बा r ध्यान रखना बेटा ध्यान रखना बेटा अगर v ग्राफ दे रखा है यहां पर v है यहां पर i है तो स्लोप r देगा ठीक है और अगर i ग्राफ हुआ तो 1 / r देगा तो भाई ऐसे सवाल आपको मिलेंगे पास्ट ईयर में बोर्ड में दिए हुए ठीक है ना अभी वन शॉट लेक्चर करवा रहे हैं इसलिए खुद से प्रैक्टिस आपको करनी पड़ेगी भाई आपको प्रीवियस यर बुक उठानी पड़ेगी वहां पर आपको बहुत सारे सवाल मिल जाएंगे ऐसे वाले ठीक है उल्टा दे रखा है आई भी दे रखा है आई भी दे रखा है ठीक है ना और पूछा हुआ किसकी रेजिस्टेंस ज्यादा है किसकी कम है ठीक है तो ऐसे ऐसे सवालों के लिए आप तैयार रहिएगा ठीक है एक सवाल मैं आपको करवा ही देता हूं यहां पर देखो मान लो कि भाई एक ग्राफ हैई ठीक है दो कंडक्टर्स की स्टडी करी गई ए और बी किसकी रेजिस्टेंस ज्यादा होगी दोनों में से a की या बी की किसकी ज्यादा होगी तो भाई जिसका स्लोप बड़ा होगा स्लोप का मतलब होता है चढ़ाई ए की चढ़ाई ज्यादा है बी की कम है हां कि ना तो स्लोप जिसका बड़ा स्लोप है ए का बड़ा है ना स्लोप ए का बड़ा है बी से ठीक है और ये स्लोप है किस चीज का ये है या आईवी है बताओ सर ये है का स्लोप हमको क्या देता है r देता है तो स्लोप अगर ए का बड़ा है तो आ बड़ा होगा r बी से सिंपल ठीक है लेकिन ऐसे ही मान लो अगर ग्राफ आया हुआ हो आवी का आवी ग्राफ आया हुआ हो और बोल रखा हो ये x है ये y है तो किसकी रेजिस्टेंस ज्यादा है तो भाई इस बार जिसका स्लोप कम होगा ना उसकी ज्यादा होगी क्योंकि ग्राफ उल्टा है देख रहे हो यहां पर ग्राफ क्या था v था स्लोप जिसका बड़ा रेजिस्टेंस उसकी बड़ी यहां पर स्लोप जिसका छोटा रेजिस्टेंस उसकी बड़ी तो यहां पर r वा बड़ा होगा बेटा किससे r एक से समझ लेना इस बात को ठीक है ना बाकी प्रैक्टिस आप करोगे तो चीज और निखरती जाएंगी ठीक है आइए एक सवाल करते हैं भाई हाउ मच करंट विलन इलेक्ट्रिक बल्ब ड्र फ्रॉम 220 वोल्ट सोर्स 220 वोल्ट का सोर्स है और रेजिस्टेंस दी हुई है फिलामेंट की 1200 ओम तो बहुत सिंपल सा सवाल है आप तीनों को कंबाइन करोगे v बराबर आ देखो हर बार मैं कोई कांसेप्ट लाया हूं तो उस पर एक छोटा सा सवाल जरूर लाया हूं ताकि आपको फार्मूला लगाने की आदत तो पड़े फार्मूला लगाने की आदत तो पड़ जाए भाई ठीक है तो इसलिए मैं एक सवाल जरूर लेकर के आया हूं हर कांसेप्ट को करवाने के बाद है ना हमने करंट किया हमने चार्ज किया हमने वोल्टेज किया हमने रेजिस्टेंस किया सबके लिए हम लोग कुछ कुछ क्वेश्चन लेकर के आए हैं चलो v है 220 आ तो है ही ये और आर कितना है आर है 1200 तो आ आ जाएगा बेटा 220 डिवाइड बाय 1200 काटो 11 ब 60 ठीक है ना बाकी आप इसको खुद भी निकाल सकते इसको डेसीमल में कर लेना बेटा कन्वर्ट और कुछ नहीं है इसके अंदर ठीक है आगे बढ़ते हैं तो देखो जैसा मैंने आपको आपको कहा था ना टेबल दी होगी कुछ वैल्यूज दी होंगी आपको ग्राफ प्लॉट करना होगा ये आपके लिए होमवर्क है बेटा ठीक है ये होमवर्क में है ये मैं नहीं करवा रहा ये आप खुद करोगे ठीक है देखो करंट की वैल्यूज दे रखी है आपको पांच रीडिंग ली होंगी वोल्टेज की वैल्यू दी हुई है आपको पांच रीडिंग ली होगी आपको एक ग्राफ प्लॉट करना है सबसे पहले देखो लिखा हुआ है प्लॉट ग्राफ ठीक है ना और उसके बाद रेजिस्टेंस कैलकुलेट करनी है ठीक है देखो रेजिस्टेंस कैलकुलेट करना मैं आपको सिखा देता हूं आप जब इसका स्लोप निकालो ना ई का बेसिकली आप क्या करते हो तब आप वा पर रखी चीज को एक्स पर रखी चीज से डिवाइड करते हो यस और नो तो वा पर रखा हुआ वोल्टेज तो हम वोल्टेज का चेंज ऊपर रखेंगे और करंट का चेंज नीचे रखेंगे क्या बात समझ में आती है भाई य ई ग्राफ है ना आप ऐसा ग्राफ ही तो बनाओगे आई थोड़ी बनाओगे बनाओगे है ना तो ग्राफ ऐसा बनेगा आपका ऐसा बनेगा स्ट्रेट लाइन है ना ऐसा बनेगा स्ट्रेट लाइन ठीक है तो ऊपर रहेगा डेल्टा व नीचे रहेगा डेल्टा आ ठीक है ना डेल्टा व विल बी v2 माइन v1 और डेल्टा आई विल बी आ2 माइन आव अब आप सोचोगे सर v2 क्या ले और v1 क्या ले तो मैंने इसके लिए आपको एक जुगाड़ जो मैं खुद बताता हूं वह आपको ही बता देता हूं आपने क्या करना है आपने कोने कोने वाली वैल्यू पकड़ लेनी है कोने कोने वाली वैल्यू पकड़ लेनी है कोने-कोने वाली वैल्यू कौन सी हो गई एक हो गया आठ और एक हो गया 1.6 ये वोल्टेज की दो कोने वाली वैल्यूज है ऐसे करंट की भी कोने वाली वैल्यू कौन सी है एक ढाई और एक आधा बस आपने क्या करना है कोने-कोने वाली वैल्यू को सबै कर दो आठ है माइनस किया 1.6 से करंट कितना ढाई माइनस किया 0.5 से ठीक है कैलकुलेट करके जो आप आंसर निकालो ना वो रेजिस्टेंस होगी बोलो हां या ना अरे v डिवा बा आ कर रहे हो स्लोप फाइंड कर रहे हो ई का स्लोप फाइंड करने का मतलब क्या होता है बेटा स्लोप ई का क्या देता है स्लोप ई का देता है रेजिस्टेंस ऊपर भी नीचे आई है ना तो जो भी आंसर निकलेगा वो क्या देगा बेटा ओम देगा हिंट शंट सारे मैंने आपको बता दिए होमवर्क आपको दे रखा है खुद करना है इसको खुद से ठीक है ना मैंने इसको फिर भी थोड़ा बहुत कर दिया सॉल्व लेकिन आपको य खुद से करना है ठीक है तो मैं इसलिए आगे बढ़ रहा हूं एंड आंसर आप कमेंट्स में लिखेंगे ठीक है चलिए बात करते हैं कि रेजिस्टेंस किन पर डिपेंड करती है फैक्टर्स अफेक्टिंग रेजिस्टेंस इसका मतलब यह हुआ के जो रेजिस्टेंस होती है किसी वायर में है ना वो किन किन फैक्टर से अफेक्ट होती है यानी उसको फर्क पड़ता है तो भाई चार फैक्टर्स है फटाफट से बता देता हूं चार फैक्टर्स होते हैं नंबर एक तार की लंबाई लेंथ ऑफ द वायर ठीक है इसे डिनोट करते हैं एल से और लंबाई की यूनिट क्या होती है बेटा मीटर होती है पता होना चाहिए आपको दूसरा है बेटा क्रॉस सेक्शनल एरिया ऑफ द वायर ए से डिनोट होता है इसका मतलब होता तार की मोटाई यह क्रॉस सेक्शन एरिया है देखो यहां देखो यह तार की लंबाई है एल है ना और यह क्या है यह तार की मोटाई है तार की मोटाई कैसी है सर्कल है ना भाई तार एक सिलेंडर ही तो है और सिलेंडर को साइड से देखो तो क्या दिखता है सर्कल तो यह सर्कल ही है और सर्कल का मतलब एरिया क्या हुआ एरिया हुआ पाई आ स्क्वा बोलो हां या ना तो कभी अगर रेडियस के फॉर्म में दिया हुआ तो आपको ये बात ध्यान रखनी पड़ेगी भाई कि आपने पा आ स्क्र करना पड़ेगा तब एरिया निकलेगा उसका ठीक हैना दिस एरिया इ वट दिस एरिया इ पा आ स्क्र ठीक है ना ये पा आ स्क है बेटा ठीक है यूनिट क्या है इसकी यूनिट है इसकी मीटर स्क्वायर ठीक है यूनिट क्या है इसकी बेटा यूनिट है इसकी मीटर स्क्वायर मीटर स्क्वा ठीक है तो तार की लंबाई एल से डिनोट तार की मोटाई ए से डिनोट मोटाई का यूनिट मीटर स्क्वायर लंबाई का यूनिट मीटर तीसरी जो फैक्टर है तीसरी जो चीज है वो है मटेरियल ऑफ द वायर तार किस चीज की बनी हुई है सब्सटेंस कौन सा है ठीक है इसे डिनोट करते हैं बेटा रो से इस सिंबल का नाम है रो सिंबल का नाम है यह रो ठीक है एंड दिस डिनोट्स रेजिस्टिविटीज बोल रहे थे अब अचानक से पीटी पिटी करने लगे भाई ये रेजिस्टविटी कुछ और होता है रेजिस्टेंस इज डिफरेंट रेजिस्टविटी इज डिफरेंट दोनों पर बात करेंगे डिटेल में करेंगे चिंता वाली बात नहीं है दोनों पर बात होगी टेंशन ना लो ठीक है इस रेजिस्टविटी के ऊपर भी बातें करेंगे नो टेंशन ठीक है ना इसकी यूनिट होती है बेटा ओम मीटर ओम मीटर ओम मीटर ठीक है यह यूनिट होती है मटेरियल ऑफ द वायर की इसके अलावा फोर्थ चौथी चीज भी है वो है तापमान टेंपरेचर ऑफ द वायर वो है टेंपरेचर ऑफ द वायर ठीक है और इसको किसी से डिनोट नोट करने की जरूरत नहीं है रीजन के फार्मूले में नहीं आता तो क्यों पंगे लेने हैं ठीक है ओके तो अब चारों फैक्टर्स को मैं समझा देता हूं एकएक करके सबसे पहला है बेटा लंबाई तार जितनी ज्यादा लंबी होगी सोचना जरा तार जितनी ज्यादा लंबी होगी इलेक्ट्रॉन को निकलने में टक टक टक टक टक टटट टक टक टक टक उतनी ही ज्यादा दिक्कत आएगी बोलो हां या ना यानी रेजिस्टेंस जो होती है यानी रुकावट जो होती है वो लंबाई के प्रोपोर्शनल होती है तार जितनी लंबी रुकावट उतनी ज्यादा इसलिए तार की लेंथ कभी भी फालतू नहीं बनाते हमेशा एप्रोप्रियेट उतना ही क्या चलेगा बेटा कम चलेगा तो रेजिस्टेंस क्या होती है लेंथ के प्रोपोर्शनल होती है ठीक है ना लेकिन मोटाई के होती है इन्वर्सली क्यों सर सोचो एक क्रॉस सेक्शन एरिया है पतला सा एक क्रॉस सेक्शन एरिया मोटा सा पर यूनिट क्रॉस सेक्शन एरिया और पर यूनिट टाइम में जो चार्ज निकलेगा वह मोटे में ज्यादा निकलेगा हा या ना और अगर पतली सी तारना गला घोट रखा होगा उसका तो चार्ज का निकलना क्या होगा ज्यादा मुश्किल होगा क्या समझ रहे हो भाई पर यूनिट क्रॉस सेक्शन में से चार्ज के निकलने की प्रोबेबिलिटी क्या है ज्यादा है अगर पर यूनिट क्रॉस सेक्शन एरिया ज्यादा है तो चार्ज ज्यादा फ्लो करेगा पर यूनिट क्रॉस सेक्शन एरिया कम है तो चार्ज कम फ्लो करेगा यानी एरिया के इन्वर्सली प्रोपोर्शनल होता है रेजिस्टेंस एरिया ज्यादा होगा तो रेजिस्टेंस कम आएगा ठीक है जी एरिया ज्यादा होगा तो रेजिस्टेंस क्या आएगा कम आएगा ठीक है तीसरी चीज है मटेरियल मटेरियल कैसा है भाई वायर का इस पर भी डिपेंड करता है अगर मैंने आपको लकड़ी दे दी तो करंट फ्लो करके दिखा दोगे क्या कांच दे दिया तो करंट फ्लो हो जाएगा क्या प्लास्टिक दे दिया तो करंट फ्लो हो जाएगा क्या रबर दे दिया करंट फ्लो हो जाएगा क्या नहीं कपड़ा दे दिया तो करंट फ्लो हो जाएगा क्या नहीं मटेरियल ही ऐसा नहीं है मटेरियल ही उस लायक नहीं है कि उसमें से करंट फ्लो हो सके है ना तो वो बात कौन डिसाइड करेगा वो बात डिसाइड करेगी रेजिस्टिविटीज सिवि की वैल्यू अलग होती है हर मटेरियल की रेजिस्टिविटीज क्या होती है उसकी वैल्यू अलग-अलग होती है ठीक है ना तो जिसकी रेजिस्टिविटीज होगी उसकी रेजिस्टेंस भी क्या होगी ज्यादा होगी यानी जिसकी रेजिस्टिविटीज ज्यादा है ना इसका मतलब वो अच्छा इंसुलेटर है अच्छा कंडक्टर नहीं है वो है ना रेजिस्टिविटीज मटेरियल डिपेंडेंट प्रॉपर्टी है ना ये क्या है ये मटेरियल टू मटेरियल क्या करती है वेरी करती है मटेरियल डिपेंडेंट प्रॉपर्टी है लास्ट में आता है तापमान टेंपरेचर जितना ज्यादा होगा जितना ज्यादा टेंपरेचर होता है बेटा रेजिस्टेंस भी बढ़ती है ठीक है लेकिन एक फार्मूले में इसको नहीं लेकर के आएंगे हम फार्मूला इसका अलग बनता है साथ में फार्मूले में नहीं लेकर के आते इसको लेकिन इस बात को समझ लो आप के टेंपरेचर के बढ़ाने से भी रुकावट बढ़ती है कैसे होता है सोचो मान लो आपने गली में अपने नीचे उतरना है आपके घर के सामने जो गली है वहां आपने नीचे उतरना लेकिन वहां पर टेंट लगा हुआ है टेंट लगा हुआ है लोग नाच रहे हैं लोग गा रहे हैं लोग खा रहे हैं लोग पी रहे हैं लोग डीजे प नाच रहे सब चीज चल रही है है ना तो आपके लिए निकलना आसान होगा या मुश्किल होगा सीधी सी बात है कि आपको अगर बाजार में किसी बाजार में से निकल के जाना पड़े यासे टेंट लगा हुआ वहां से निकल के जाना पड़े तो बड़ा मुश्किल होगा दिक्कत ही होती है आसपास वालों को तो निकल के जाने में सही बात है या तो आपको इनवाइट किया जाए व अगर इनवाइट नहीं किया गया तो ज्यादा दिक्कत होती है है ना तो आपका निकलना क्या होगा मुश्किल होगा जहां पर भीड़ भड़का ज्यादा है तापमान ज्यादा है लोग नाच रहे हैं घूम रहे हैं खा रहे हैं पी रहे बाजार लगा हुआ है मान लो है ना आपके घर के नीचे मान लो बाजार लगा हुआ है तो जिस दिन बाजार लगता है उस दिन निकलना वहां से क्या होगा मुश्किल होगा सोचो ठीक है जी तो अगर टेंपरेचर ज्यादा होता है वायर का तो वाइब्रेशन ज्यादा होती है जो मॉलिक्यूल हैं वो तेज तेज तेज से क्या कर रहे होंगे वाइब्रेट कर रहे होंगे ज्यादा ज्यादा वाइब्रेट कर रहे होंगे तो इलेक्ट्रॉन का निकलना और मुश्किल हो जाएगा रेजिस्टेंस क्या होगी बेटा और बढ़ जाएगी हां कि ना सही बात है कि नहीं तो ये कहानी किसके साथ जुड़ी हुई फैक्टर्स के साथ जुड़ी हुई अब हम बनाते हैं फार्मूला ठीक है ना अब बारी है क्या बनाने की फार्मूला बनाने की देखो तो रेजिस्टेंस का पर्सनल फार्मूला बनाने जा रहा हूं जो उसकी चीजों पर डिपेंड करता है जो जिन बातों पर वो डिपेंड करता है उनसे मिलकर के वो फार्मूला बना हुआ है ठीक है ना तो फार्मूला है कुछ ऐसा कि आपने देखा कि r जो होता है वो प्रोपोर्शनल होता है l के r जो होता है वो इन्वर्सली प्रोपोर्शनल होता है a के अगर मैं दोनों को क्लब कर दूं इकट्ठा कर दूं तो ये बन जाएगा r प्रोपोर्शनल l बा प्रोपोर्शनैलिटी का साइन हटाऊ इक्वल टू लगाऊंगा बोलो हां तो मुझे कांस्टेंट मल्टीप्लाई करना पड़ेगा सही बात है सर तो वो कांस्टेंट इस रो से बढ़िया कोई नहीं हो सकता क्योंकि वो एक पर्टिकुलर मटेरियल के लिए क्या होती है कांस्टेंट होती है तो दिस स्टैंड्स कांस्टेंट हेयर रो ए बा ए यस अगर मटेरियल चेंज करोगे तो चेंज हो जाएगी है ना अगर मटेरियल चेंज कर दिया आपने तब तो चेंज हो जाएगी लेकिन अगर आपने मटेरियल चेंज नहीं किया तो फिर ये क्या रहेगी कांस्टेंट रहेगी ठीक है तो दिस रो इज कांस्टेंट हेयर दिस रेजिस्टविटी इज कांस्टेंट इन दिस फार्मूला ठीक है अब आप यह सोचोगे सर जो आपने यहां पर यूनिट लिखी थी ओम मीटर वह कैसे लिख दी आपके सिलेबस में इसको निकालना भी है आओ इसको निकालते हैं आइए इसे निकाले ये आता कहां से है य मीटर आया कहां से देखो जरा हम निकाल रहे हैं क्या हम डिराइवर कर रहे हैं क्या डिराइवर करेंगे ठीक है राइवल फार्मूला समझ में आ गया ना देखो आ किस किस पर डिपेंड कर रहा है रो पर यानी मटेरियल पर लंबाई पर और मोटाई पर ठीक है ना लंबाई पर डायरेक्टली इस पर भी डायरेक्टली और इस पर कैसा इन्वर्सली ठीक आओ एक बात बताओ आपने इसको किस फॉर्मूला में देखा है सर इस फॉर्मूला में देखा है हमने तो इसको है ना तो जिस फॉर्मूला में देखा है आपने इसको वो फॉर्मूला यहां पर लिख दो लिख दिया ठीक है ना भाई जिस फॉर्मूले में लिखा है आपने इसको देखा है वही फॉर्मूला उठा कर के यहां पे लिख दो लिख दिया आप एक बात बताओ इनमें से आप किस-किस की यूनिट को जानते हो पहले से सर हम तो r को पहले से जानते हैं क्या यूनिट है r की सर आ की यूनिट है ओम अच्छा इसकी यूनिट को जानते हो क्या रो की अरे सर यही तो निकाल रहे हैं क्या मजाक कर रहे हो अच्छा बेटा ठीक है इसकी यूनिट को नहीं जानते ना तो इसको चुपचाप ऐसे ही रख दो जिसकी यूनिट को जानते हो उसकी यूनिट को रख दो जिसकी नहीं जानते हो मत रखो जिसकी नहीं जानते हो जिसकी निकालनी है उसको वैसे ही छोड़ दो ठीक है लेंथ की यूनिट क्या है सर लेंथ की यूनिट है मीटर एरिया की यूनिट क्या होती है सर बचपन से जानते हैं मीटर स्क्वायर तो एक मीटर से एक मीटर कट गया यह मीटर जाकर मल्टीप्लाई हो जाएगा यह बन जाएगा बेटा ओम मीटर ठीक है जी क्या बन गई रेजिस्टविटी ओम मीटर ओमेगा एम ओमेगा एम बोलते हैं इसको ठीक है ना ओम मीटर समझ में आ गई बात तो रेजिस्टविटी ट क्या बन गई बेटा ओमेगा ए ओम मीटर क्लियर है या फिर इसको आप इसको ऐसे भी लिख सकते हो ओम मीटर या तो ऐसे लिखो या ऐसे लिखो कोई दिक्कत वा ली बात नहीं होनी चाहिए ठीक है जी तो ऐसे करके डिराइवर कर लिया जाता है किसको एसआई यूनिट को रो के ठीक है बात करते हैं यार यह रो है क्या है ना ये रेजिस्टिविटीज सेंस और रेजिस्टविटी दोनों में फर्क लेकर के आया हूं ताकि आपको साफसाफ क्लियर हो जाए सामने सामने दिख जाए कि भाई रेजिस्टेंस का मतलब क्या है और रेजिस्टविटी का मतलब क्या है तो नहीं तो बच्चा ना कंफ्यूज रहता है देखो मैं आपको बता दूं कि रेजिस्टेंस की हिंदी होती है रुकावट हिंदी से समझो रेजिस्टेंस की हिंदी क्या है रुकावट और रेजिस्टिविटीज पाने की क्षमता तो रोक पाने की क्षमता किसकी होगी किसी मटेरियल की होगी तो यह क्या है यह मटेरियल डिपेंडेंट प्रॉपर्टी है रेजिस्टिविटीज पाने की क्षमता के कोई ऑब्जेक्ट कितना रोक पा रहा है और सोचो और सोचो जो रोक ज्यादा पाएगा वह रोकेगा भी ज्यादा है ना भाई अरे बात को समझो ना जो खाता ज्यादा है वो खाएगा भी ज्यादा जो पीता ज्यादा वो पिएगा भी ज्यादा जो सोता ज्यादा वो सोएगा भी ज्यादा जो पढ़ाता ज्यादा है वो पढ़ाए का भी ज्यादा तुम पढ़ सको ज्यादा तो पढ़ लो ज्यादा ठीक है तो रेजिस्टविटी ज्यादा होने का मतलब क्या है जो करंट को ज्यादा रोकने की क्षमता रखता है जो करंट को ज्यादा रोकने की क्षमता रखेगा वो रोकेगा भी ज्यादा ठीक है तो रेजिस्टेंस की हिंदी होती है रुकावट और रेजिस्टिविटीज पाने की क्षमता तो क्षमता तो मटेरियल टू मटेरियल अलग-अलग हो सकती है ना यार तो यही बात है कि ये मटेरियल टू मटेरियल क्या करती है वेरी करती है है ना और इसके बारे में हमने बात करही ली किय इन सब चीजों पर ये खुद इस पर डिपेंड करती है यह खुद इस पर डिपेंड करती है रेजिस्टेंस तो खुद रेजिस्टविटी पर डिपेंड करती है हा कि ना चलिए आइए दोनों के बीच में डिफरेंस लिखते हैं रेजिस्टेंस होता है बेटा अपोजिशन ऑफर्ड बाय अपोजिशन ऑफर्ड बाय कौन पोजीशन ऑफर्ड बाय द एटम्स या पार्टिकल्स ऑफ कंडक्टर इन द पाथ ऑफ करंट है ना तो रेजिस्टविटी क्या है यह है प्रॉपर्टी ऑफ द मटेरियल है ना इट इज द इट इज द प्रॉपर्टी ऑफ द मटेरियल ठीक है टू अपोज द फ्लो ऑफ करंट इन अ कंडक्टर क्लियर है बात रेजिस्टेंस को डिनोट करते हैं आर से रेजिस्टविटी को डिनोट करते हैं रो से और आपको पता होना चाहिए के रेजिस्टेंस के फार्मूले में खुद रेजिस्टविटी आता है है ना याद रहेगा एसआई यूनिट ओम एसआई यूनिट ओम मीटर किस पर डिपेंड करती है ये तो डिपेंड करती है एल पर ए पर खुद रो पर और टेंपरेचर पर बोलो हां या ना है ना और ये किस पर डिपेंड करता है बेटा ये डिपेंड करता है मटेरियल टू मटेरियल अलग-अलग होता है ठीक है ना डिपेंड्स ऑन मटेरियल ठीक है ना लेकिन ये टेंपरेचर पर भी डिपेंड करता है बेटा ठीक है ना इस पर अलग उस पर अलग इस इसकी टेंपरेचर की डिपेंडेंसी अलग है और इसकी टेंपरेचर की डिपेंडेंसी क्या है अलग है ध्यान रखना डिपेंड्स ऑन मटेरियल ठीक है ना और टेंपरेचर भी तो टेंपरेचर के बढ़ाने से रो भी बढ़ती है ठीक है जी यह मैंने आपको एडिशनल इंफॉर्मेशन दे दी दोनों के बारे में ठीक है ना मैं साइड रहा हूं एक बार आराम से देख लो दोनों को चिंता वाली बात नहीं है दोनों के बीच में फर्क आपको पता होना चाहिए दोनों के बीच में आपको फर्क करना आना चाहिए ठीक है एक क्षमता है मटेरियल की और दूसरी क्रिया है मटेरियल की है ना यह मटेरियल की प्रॉपर्टी है और वो वाली मटेरियल की मटेरियल का काम है वो उसने करना ही है रेजिस्टेंस तो रुकावट ही है वो तो पैदा कर ही करेगा रुकावट तो पैदा होगी होगी है ना लेकिन यह क्या हैय कितनी रुकावट पैदा होगी उसकी बात है ठीक है तो इसलिए कुछ वैल्यूज भी अपने को देखनी चाहिए कि कौन कितनी रुकावट पैदा कर सकता है कौन कितनी रुकावट पैदा कर सकता है आओ देखो सबसे पहले बात होती है कंडक्टर्स की आप एक बात बताओ क्या कंडक्टर को ज्यादा रुकावट पैदा करनी चाहिए क्या नहीं ना तो इसका रो जनरली क्या होता है काफी कम होता है वैल्यूज चेक कर लो जरा -8 माइन 10 की पा -8 -8 -8 -6 -6 देख रहे हो फिर आते है अलोय इनका रो ठीक ठाक होता है मीडियम लेवल है ना मीडियम होता है इनका तो कांस्टेंटिन एक अलोय मैंग एक अलोय है नाइक्रोम एक अलोय है देखो 49 44 100 न 10 की पावर माइ 6-6 कंडक्टर से थोड़ा बेटर है कंडक्टर से थोड़ा बेटर इंप्रूवमेंट होती है किसम अलोय में लेकिन इंसुलेटर देखो जरा इंसुलेटर होते हैं जिनका रो होता है बहुत ज्यादा क्योंकि इनको ज्यादा रोकना है ये ज्यादा रोकना चाहते हैं तो रो क्या होगा बेटा रो इनका ज्यादा होगा किसका किसका ज्यादा है ग्लास रबर एबोना डायमंड पेपर क्या है देखो 10 की पावर 14 10 की पावर 16 17 13 12 खतरनाक लेवल का खतरनाक लेवल का है ना और ऐसे सिल्वर का देखो जरा रो कितना कम है 1.60 * 10 की पावर -8 और कॉपर का देखो 1.62 * 10 तो बहुत ज्यादा फर्क नहीं है फर्क तो है लेकिन बहुत ज्यादा नहीं है इसलिए कॉपर को यूज करते हैं वायर्स बनाने के लिए है ना कॉपर यूज होती है क्या बनाने के लिए वायर्स बनाने के लिए आपको ये बात पता है ठीक है बाकी आप चाहो तो पढ़ सकते हो याद नहीं करनी है बच्चा पूछता सर याद करना नहीं बेटा याद नहीं करनी है इस बच्चे को एक ही टेंशन होती है कि सर हमको याद तो नहीं करना पड़ेगा नहीं बेटा याद नहीं करना याद नहीं करना खुश याद नहीं करना खुश र त ठीक है याद करने का रोना नहीं गाना चलो एक सवाल आया सवाल कह रहा है कि एक वायर है जिसकी लेंथ एल है ठीक है सर हम थोड़ा सा ड्र कर लेते हैं मजा आता है ड्र करने में सर क्या ड्र करने के नंबर मिलते हैं ना करने के नंबर कटते हैं नहीं फिर क्यों करते हो मजा आता है तो मजे लो वायर ऑफ लेंथ ए वायर की लेंथ क्या है एल है रेजिस्टेंस इसकी आ है ठीक है इसे स्ट्रेच करा गया सो दैट इट्स लेंथ इ डबल्ड अच्छा इसको स्ट्रेच किया गया एक बात बताओ अगर वायर का क्रॉस सेक्शन एरिया पहले ए है यानी वायर कुछ पर्टिकुलर मोटी है ए ए एरिया से मोटी है और मैं इसको खींच के लंबा कर दूं अगर तो यह पतली नहीं होती जाएगी खींच के लंबा करने पर एरिया कम नहीं होगा क्या होगा तो इसलिए इसलिए अगर मैं इसको खींच के लंबा करूंगा है ना तो इसकी लंबाई हो जाएगी 12 लेकिन इसका एरिया हो जाएगा ए बाटू है ना है ना क्रॉस सेक्शन एरिया देखो क्या हो गया हाफ हो गया बोल रहा ना तो पहले क्रॉस सेक्शन एरिया अगर ए था बाद में क्या हो गया a बाटू हो गया अच्छा एक बात बताओ अगर एक वायर को खींच एक वायर को खींच के लंबा कर रहे हैं तो क्या उसके मटेरियल पर कोई फर्क पड़ता है चता उसका चांदी की तार खींच के सोने की बन जाती है क्या मजा ना आ जाए फर फिर तो सारी चांदी ख खीच खीच के सोना बना ली जाए कोई फर्क नहीं आता रेजिस्टविटी में कोई फर्क नहीं आएगा रो रहेगा सेम है ना तो यह पूछ रहा देखो हाउ विल इट्स रेजिस्टेंस चेंज रेजिस्टविटी चेंज तो रेजिस्टविटी में लिखेंगे नो चेंज है ना कोई चेंज नहीं आएगा बेटा क्योंकि मटेरियल तो सेम रहेगा मटेरियल तो वही है है ना मटेरियल इ सेम मटेरियल तो सेम है तो फिर में आगा सिर्फ रेजिस्टेंस में चेंज आएगा और व कितने टाइम्स होगा आओ देखो सबसे पहले हम इसके लिए फम लिखते फर्मूला इसका होगा आ इ रो ए अपन में ए इक्वेशन नंबर वन इसका फम लिखे तो इसको आड लिखते क्योंकि सेम तो नहीं होगी ना इसकी ें अलग इसकी अलग होगी इसकी आ है तो इसकी क्या होगी आड आर होगा रो एल की जगह लिखेंगे और एरिया की जगह लिखेंगे a बा 2 भाई साहब आया समझ में क्या इसका एरिया क्या था a था इसका क्या है a बाट है इसकी लेंथ क्या थी l थी इसकी क्या है 2 ए है ये टू जाएगा बेटा ऊपर और ये बन जाएगा चार 4 रो ए बा ए देख रहे हो ये टू पर चला गया क्या बन गया 2 टू 4 बन गया है ना इस फोर को बाहर ले लिया हमने अंदर क्या बचा केवल रो ए बा बचा इस रो ए बा की शक्ल देखो जरा पुराने वाले आर के जैसी है बोलो हा या ना इस रो एल बा ए की शक्ल क्या है पुराने वाले आर के जैसी है तो रो एल बा ए की जगह पर क्या लिख दूंगा पुराने वाला आर लिख दूंगा समझ गए तो य आर ड क्या बन गया आर ड बन गया फोर टाइम्स आर ट्रेपीजियम कहां से आ गया भाई कमाल है ट्रेपीजियम आ गया चलता हुआ ठीक है जी तो नई रेजिस्टेंस क्या बनी बेटा चार गुना बनी फोर टाइम्स ऑफ द ओरिजिनल रेजिस्टेंस ठीक है ना फोर टा ऑफ द ओरिजिनल रेजिस्टेंस क्लियर है बात इस तरीके से आपने इसको सॉल्व करना है ठीक है अब मैं काम कर रहा हूं ठीक है कि मैं आपको एक सवाल दे रहा हूं करने के लिए है ना आप 15 सेकंड लीजिए और मुझे आंसर बताइए क्या है चलिए बच्चों टाइम मिल गया भाई आपको रेजिस्टेंस विद रेजिस्टर आ इज कनेक्टेड टू बैटरी विथ वोल्टेज v एंड प्रोड्यूस करंट आ व्हाट वुड बी द न्यू करंट इफ द वोल्टेज इज़ डबल्ड एंड रेजिस्टेंस इज़ हावड देखो बढ़िया सवाल है कहता है कि भाई रेजिस्टेंस r थी और इसको एक v वोल्ट की बैटरी से जोड़ा गया तो इसमें एक आ करंट फ्लो कर रहा था ठीक है फिर कहता है कि यार रेजिस्टेंस को ना हाफ कर दिया गया यानी r / 2 कर दिया ठीक है और वोल्टेज को क्या कह रहा है वोल्टेज को डबल कर दिया देखो लिखा कह रहा है वोल्टेज को जी डबल कर दो और रेजिस्टेंस को हाफ कर दो यानी वोल्टेज को क्या कर दिया 2v कर दिया तो करंट कितना निकलेगा आ ड देखो भाई हमें पता है फार्मूला v = आ ठीक है यहां से हम आ निकालने तो आएगा v बा r क्या कोई दिक्कत इसे यही छोड़ दो अब इस पर आते हैं हम i = v बा r अगर इसके लिए लगाए तो कैसे लिखेंगे यहां लिखेंगे आड इक्व टू v बा r लिखना है यहां v कितना है 2v और यहां r कितना है r बा 2 ये टू जाएगा ऊपर मल्टीप्लाई होने ये टू जाएगा ऊपर मल्टीप्लाई होने तो बन जाएगा 2 टू 4v बा आ 4v बा आ ये v बा आ क्या था बेटा आ था ये v बा आ क्या था आ था तो इस बार यह v बा आ क्या आ से रिप्लेस हो जाएगा यहां पर मैं लिख सकता हूं 4i सो दिस आ ड बिकम 4i है ना ये आ ड क्या बना फर टाइम्स आ बना ठीक है ए ऑप्शन एकदम सही है आया समझ में कैसे किया है है ना बिल्कुल वही तरीका जो हमने पहले लगाया था ठीक है चलिए आगे चलते हैं चलो भाई अब बारी आती है सीरीज सर्किट पैरेलल सर्किट की तो देखो सीरीज सर्किट यहां पर देखो जुड़ा भी हुआ है प्रैक्टिकली दिखा रखा है दो बल्ब्स को कैसे जोड़ रखा है एक ही वायर में जोड़ रखा है सीरीज सर्किट का मतलब यही होता है कि जब सबको क्या जोड़ दिया जाए एक ही वायर में जोड़ दिया जाए जैसे यहां पर देखो r1 r2 r3 सब क्या है एक ही वायर में जोड़े गए हैं जब एक ही वायर में जोड़ा जाएगा इसे बोलेंगे सीरीज ठीक है ना लेकिन सीरीज के लिए आपको कुछ प्रॉपर्टीज है जो कि याद रखनी है ठीक है सीरीज सर्किट की प्रॉपर्टी होती है कि सीरीज के अंदर ना करंट हमेशा रहता है सेम लेकिन वोल्टेज करती है डिवाइड याद रहेगा क्या मतलब बना इस बात का मान लो यहां पर वोल्टेज v है तो इस वाले रेजिस्टेंस पर v नहीं गिरेगी v1 गिरेगी यहां पर भी v नहीं गिरेगी v2 गिरेगी यहां पर भी v नहीं गिरेगी v3 गिरेगी और अगर यहां करंट आ है तो इसमें भी करंट आ ही जाएगा इसमें भी करंट आई ही जाएगा इसमें भी करंट आई ही जाएगा यहां से आई ही निकलेगा आई ही जाक के बैटरी के अंदर घुस जाएगा यहां से i निकला और चल कर के वापस आ ही आ गया ठीक है जी समझ में आया तो करंट रिमेंस सेम इसके पीछे रीजन भी बताता हूं क्या है करंट इसलिए सेम रहता है क्योंकि पाथ सेम रहता है जब तक पाथ एक ही होगा तब तक करंट भी एक ही होगा सीधी बात ठीक है और वोल्टेज क्यों डिवाइड हुई है वोल्टेज इसलिए डिवाइड हुई है कि हर अप्लायंस बैटरी के साथ इंडिविजुअली कनेक्टेड नहीं है वायर्स के थ्रू कनेक्टेड है देखो ये वायर यहां है ये वायर यहां है तो भाई देखो ना इसका कनेक्शन बैटरी के पॉजिटिव के साथ है लेकिन क्या इसका बैटरी के नेगेटिव के साथ डायरेक्ट कनेक्शन है क्या नहीं ऐसे ही बीच वाले का सोचो बीच वाले का तो दोनों ही नहीं है यह वाला भी पॉजिटिव से करेक्ट नहीं है ये वाला भी नेगेटिव से करट तो आप बात को समझ रहे हो तो इसलिए ऐसा होता है जब बैटरी से जब बैटरी से सीधा कनेक्शन होगा ना जब बैटरी से सीधा कनेक्शन होगा ना सबका तो फिर वोल्टेज सेम रहेगी तब डिवाइड नहीं करेगी है ना तो यहां पर वोल्टेज क्या कर रही है डिवाइड कर रही है क्योंकि बैटरी से डायरेक्ट कनेक्शन नहीं है इन लोगों का इनडायरेक्ट कनेक्शन तो है डायरेक्ट कनेक्शन नहीं है ठीक है तो दिस इज द रीजन फॉर सीरीज सर्किट नेक्स्ट बात आती है पैरेलल सर्किट की तो पैरेलल सर्किट कुछ ऐसा दिखता है है ना यहां भी देख सकते हो आप इस फोटो में भी देखो यहां पर एक बल्ब और दो बल्ब को कैसे जोड़ रखा एक वायर में से दो स्प्लिट निकल रहे हैं तो स्प्लिट्स निकलेंगे हमेशा वायर में जोड़ होगा हमेशा है ना वायर में से दो इस तरीके से निकले हुए होंगे एंड्स निकले हुए होंगे दो वायर के ठीक है ना यहां पर भी आप ऐसे देख सकते हो यहां पे तीन निकले हुए हैं देखो यहां से भी यहां से भी यहां से भी तो पाथ एक ही है या तीन अलग-अलग है सर तीन अलग-अलग है जब तीन अलग-अलग पाथ है तो यहां पर करंट क्या करेगा बेटा डिवाइड करेगा तो पैरेलल के लिए जो इंपॉर्टेंट बात जो आपको ध्यान रखनी है वह है कि यहां पर करंट करता है डिवाइड लेकिन वोल्टेज रहती है सेम भाई वोल्टेज क्यों सेम रहती है वो सुनो वोल्टेज इसलिए सेम रहती है क्योंकि भाई बैटरी की पोटेंशियल डिफरेंस है वोल्टेज ठीक है ना इसके पॉजिटिव के साथ सबका अपना इंडिविजुअल कनेक्शन है देख रहे हो और इसके नेगेटिव के साथ सबका अपना इंडिविजुअल कनेक्शन है क्या बात समझ में आ रही है हर रेजिस्टेंस का अपना इंडिविजुअल कनेक्शन जब बैटरी के साथ है तो सब पर सेम वोल्टेज गिरेगी इस पर भी v इस पर भी v इस पर भी v तीनों पर सेम वोल्टेज गिरेगी ठीक है ना और अगर इसका करंट आ निकला है तो तीनों में करंट क्या जाएगा अलग-अलग क्योंकि पाथ डिफरेंस है पाथ में क्या हो रहा है सेपरेशन हो रहा है ना पाथ अलग-अलग जा रहा है यहां तक तो करंट आ ही रहेगा इसके बाद करंट i1 ऊपर वाले में i2 उसके नीचे वाले में और i3 सबसे नीचे वाले में ऐसे जाकर के फिर इकट्ठा होके वापस क्या बन जाएगा आ बन जाएगा फिर आ बन करके वापस आ जाएगा समझ में आया क्या ऐसा होता है ठीक है तो करंट डिवाइड करता है क्यों क्योंकि पाथ डिवाइड कर रहा है है ना और वोल्टेज क्यों सेम है क्योंकि सबका इंडिविजुअल कनेक्शन क्या है बैटरी के साथ अपना अलग-अलग है समझ में आया ये जो कांसेप्ट मैंने आपको दिया है ना कि सीरीज सीरीज में वोल्टेज डिवाइड पैरेलल में करंट डिवाइड इस चीज को हम यूज करेंगे और फार्मूला को डिराइवर करेंगे ठीक है ना तो चलिए फॉर्मूला ड्राइव करने की बारी आ गई है तो कॉमिनेशन ऑफ रेजिस्टर की बात कर रहे हैं हम यहां पर सीरीज के लिए सबसे पहले है ना आपको पता है कि सीरीज में इस तरीके से एंड टू एंड कनेक्शन होता है बैटरी जुड़ी रहेगी v वोल्ट से तो यहां पर v1 v2 v3 गिरेगा करंट अगर i है तो सब में i ही जाएगा इसमें भी i इसमें भी i इसमें भी i और निकलेगा भी i और बैटरी में भी i ही घुसेगा फिर ऐसे ही होता है है कि नहीं तो जब हम फॉर्मूला डिराइवर करेंगे ना बेटा तो हम इस बात का ध्यान रखेंगे कि डिवीजन कहां से हो रहा है तो डिवीजन हो रहा है वोल्टेज से ठीक है हमेशा ध्यान रखना फॉर्मूला डिराइवर करने के लिए सीरीज पैरेलल का फॉर्मूला कभी भी आपने डिराइवर करना हो तो आपने हमेशा वहां से शुरू करना है जहां से डिवीजन शुरू हो रहा है तो डिवीजन किस चीज का है वोल्टेज का है तो हम लिखेंगे सबसे पहले वोल्टेज के लिए इक्वेशन के टोटल वोल्टेज जो होती है वो होती है v1 + v2 + v3 ठीक है ना v1 v2 v3 को ऐड कर दो इस पर गिरी वोल्टेज इस पर गिरी वोल्टेज इस पर वोल्टेज को ऐड कर दो टोटल भी निकल के आ जाएगा बोलो हां ठीक है जी अब मुझे एक बात बताओ ये इक्वेशन तो ठीक है कि टोटल वोल्टेज तीनों में क्या हो गई डिवाइड हो गई इक्वली डिवाइड हुई नहीं हुई वो बात अलग है लेकिन डिवाइड तो होगी है ना सही बात है अगर हम यहां पर ओम्स लॉ लगाए v बरा आ सब जगह पर तो यहां के लिए टोटल वोल्टेज के लिए हम लिखेंगे भाई कि करंट आई है टोटल रेजिस्टेंस r है यहां करंट आई है टोटल रेजिस्टेंस यहां के लिए सिर्फ r1 है सिर्फ इस इसके लिए देखेंगे तो r1 होगी है ना फिर इसके लिए देखेंगे तो क्या होगी r2 होगी इसके लिए देखेंगे तो क्या होगी r3 होगी बोलो हां भाई यहां पर आ टाइम्स r1 यहां आ टाइम्स r2 यहां आ टाइम्स r3 है ना ir1 आ2 ir3 आ कॉमन ले लो आ कॉमन आते ही अंदर क्या बचा बेटा r1 r2 r3 और यहां क्या है आ आटी आ से आ कट गया आटी आ गया बेटा r1 प् r2 प् r3 फार्मूला हो गया डिराइवर ये किस चीज का फार्मूला डिराइवर हुआ है पता है इसे बोलते हैं इफेक्टिव रेजिस्टेंस निकालना इफेक्टिव या बोलते हैं इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस निकालना या बोलते हैं नेट रेजिस्टेंस निकालना या बोलते हैं टोटल रेजिस्टेंस ये सब एक ही मतलब है ये सब एक ही मतलब है नेट बोलो टोटल बोलो इफेक्टिव बोलो इक्विवेलेंट बोलो इक्विवेलेंट का मतलब पता है क्या है इक्विवेलेंट रेजिस्टेंस का मतलब ये है कि आप इन तीनों को हटा कर के ना कि किसी एक से रिप्लेस कर सकते हो तीन रेसिस्टर लगाने की बजाय एक रेजिस्टर लगा दो काम बन जाएगा इसका मतलब होता है इ निकालने का समझ गए ना ये मतलब होता है इ निकालने का ओके अच्छा पैरेलल पर आते हैं पैरेलल के लिए पहले एक सिंपल सर्किट ड्र कर देता हूं मैं क्योंकि आपको करना पड़ेगा अगर डेरिवेशन आ गई तो तो मैं अपने हाथ से करके दिखाता हूं आपको कैसे करना है यह दिखा दिया और इसको जोड़ दिया बैटरी से अब बैटरी का वोल्टेज v है तो यहां भी v गिरेगा यहां भी व ही गिरेगा यहां भी ही का अपना इंडिविजुअल कनेक्शन आपको दिख रहा है य r1 ये r2 ये r3 अगर करंट मेरे भाई आ निकल रहा है टोटल यहां तक भी आ ही है तो इसमें i1 घुसेगा इसमें i2 घुसेगा और इसमें i3 घुसेगा यह सब निकल करके वापस जुड़ जाएगा इसका i1 इसका i2 इसका i3 आ बन जाएगा वापस से और आ आके घुस जाएगा किसम बैटरी में बोलो हां या ना तो मुझे बताओ वोल्टेज तो यहां पर सेम है लेकिन लेकिन डिवाइड कौन हो रहा है डिवाइड हो रहा है करंट डिवाइड हो रहा है करंट तो टोटल करंट विल बी i1 प् i2 ् i3 है ना ये टोटल के बराबर है तीनों करंट को ऐड करूंगा तो टोटल करंट आ जाएगा सही बात है ना ओम्स लॉ से हम v बरा आ लिखते हैं तो i = v बा r भी लिखते हैं बोलो हां या ना अगर v = आ लिखते हैं तो i = v / r भी लिख सकते हैं बोलो हां या ना r चला जाएगा v के नीचे तो यही कर रहा हूं मैं यहां पर टोटल करंट निकालने के लिए क्या करूंगा वोल्टेज अपॉन में टोटल रेजिस्टेंस लिखूंगा यहां पर वोल्टेज अपॉन में r1 लिखूंगा यहां वोल्टेज अपॉन में r2 लिखूंगा यहां वोल्टेज अपॉन में r3 लिखूंगा वोल्टेज ले लूंगा कॉमन तो ब्रैकेट में आएगा 1 बा r1 1 बा r2 1 बा r3 और यहां आएगा v बा आटी v से v कट गया वव र यहां पर तो ये 1 बा आटी ये 1 बा r1 ये 1 बा r2 यह वन बा क्लियर है बात तो पैरेलल के लिए फार्मूला कैसे आता है बेटा 1 बा आटी 1 बा r1 1 बा r2 1/3 इस तरीके से लिखा जाएगा ठीक है ना अब कुछ शॉर्टकट्स भी सिखाता हूं मैं है ना लेकिन शॉर्टकट से पहले एक बात आपको और बतानी है मैंने बात यह है कि आपने देखा कि करंट यहां पर सेम जा रहा है सब में यस और नो तो फिर वोल्टेज किस रेशो में डिवाइड करेगी किस हिसाब से डिवाइड करेगी आप एक बार बताओ आपने फार्मूला देखा ना v = आ सबके लिए क्या है सेम है बोलो हां इसके लिए भी इसके लिए भी इसके लिए भी तो हम क्या बोल सकते हैं यहां पर कि i कांस्टेंट है सब में हां तो फिर ये v जो होगा वो किसके प्रोपोर्शनल होगा r के समझ गए ना यानी जिसकी रेजिस्टेंस ज्यादा होगी उस पर वोल्टेज ज्यादा गिरेगी सीधी सी बात जिसकी रेजिस्टेंस ज्यादा होगी उस पर वोल्टेज का ड्रॉप क्या आएगा बेटा ज्यादा आएगा ध्यान रखना इस बात को ठीक है और पैरेलल में बात करूं अगर मैं तो यहां पर क्या है वोल्टेज सेम है है ना तो v = ओम्स लॉ देखा है हमने इस बार कौन सेम है v सेम है तो अगर v कांस्टेंट हुआ तो i और r क्या हो गए बेटा इन्वर्सली हो गए r चला गया इसके नीचे सोचो r चला गया इसके नीचे v कांस्टेंट है तो आ क्या हो गया इन्वर्सली जिसकी रेजिस्टेंस ज्यादा है उस पर करंट कम जाएगा ये होता भी है ये होता भी है जिसकी रेजिस्टेंस ज्यादा यानी रुकावट ज्यादा करंट क्या फ्लो करेगा कम फ्लो करेगा तो भाई अगर मान लो मान लो के r1 की रेजिस्टेंस ज्यादा है ना तो i1 करंट की वैल्यू क्या होगी बेटा कम होगी क्लियर हुई बात तो ये चीजें भी आपको ध्यान रखनी है इसको लिख लेना अपने पास भाई ठीक है चलिए कुछ प्रैक्टिस कर लेते हैं देखो पैरेलल के लिए मैं कुछ आपको शॉर्टकट सिखा देता हूं ठीक है देखो अगर दो रेजिस्टेंसस है और दोनों की वैल्यू बराबर है x एक् और दोनों पैरेलल में है तो इसका जो नेट आंसर आता है वो x / 2 आता है डायरेक्ट एमसीक्यू में लगा सकते हो आप इसको ओलंपियाड में लगा सकते हो आप इसको बस इसको सीबीएससी में मत लगाना बोर्ड में मत लगाना इसको ठीक है ना अगर एक्स एक्स है दोनों क्या आंसर आएगा x बा 2 आंसर आएगा ठीक है ऐसे ही सोचो अगर तीन होते तो x एक एक तो क्या आता x बा 3 आता चार होते तो x बा च आता ऐसे ही अगर n हुए तो तो x बा n आएगा समझ गए समझ गए शॉर्टकट है काम आएगा बेटा ठीक है दो हो दो हो तो दो से डिवाइड तीन हो तो तीन से डिवाइड आंसर जो आएगा यानी जो पैरेलल निकालो ना इसका न बा आरव बाव बा करके पलल निकालो वो सीधा ऐसे भी लिख सकते हो ठीक है जी अच्छा अगर मान लो एक रिस्टस एक्स है और एक वा है तो इसका डायरेक्ट आंसर होता है एक्सवा अपन में एक्स प्वा एक और शॉर्टकट काम आएगा ठीक है कुछ प्रैक्टिस भी ले लो जरा ठीक है अगर ये टू है ये टू है तो इसका आंसर क्या होगा इसका आंसर आएगा वन यानी आप इन दोनों को एक सिंगल वन ओम से क्या कर सकते हो रिप्लेस कर सकते हो ये 2 ओम है ये भी 2 ओम है इसको आप व ओम से क्या कर सकते हो रिप्लेस कर सकते हो सीधा-सीधा ठीक है ना अच्छा कुछ चीजें याद भी रखना भाई जैसे थ्री और सिक्स का कॉमिनेशन बहुत बार काम आता है ्र और सक्स ये थ ओम है या 6 ओम है इसका आंसर हमेशा 2 ओम आता है इसका आंसर हमेशा क्या आता है 2 ओम आता है ठीक है जी तो बस इतना बहुत है कुछ क्वेश्चन देख लो अब कुछ क्वेश्चन देख लो एक बड़ा इंपोर्टेंट क्वेश्चन है भाई इसलिए जानबूझ कर के लेकर के आया मैं ताकि एक कंप्लीट पैकेज के रूप में लेक्चर आपके काम में आए है ना चलिए देखते हैं कहर एक पीस ऑफ वायर है जिसकी रेजिस्टेंस है r ठीक है कह रहा फाइव इक्वल पार्ट्स में कट कर लिया तो कट कट कट कट हर रेजिस्टेंस हो जाएगी r बा फ आ बा फ आर बा फ आ बा फ आ बा फ हो जाएगी क्या नहीं क्यों हो जाएगी सर अरे आ प्रोपोर्शनल एल होता है ना हां सर तो लेंथ को पांच भागों में तोड़ दिया ना अच्छा अच्छा अच्छा लेंथ को पांच से डिवाइड कर दिया तो इसलिए r भी क्या हो गया पाच से डिवाइड हो गया हां बेटा यही बात है समझ गए ना तो इसलिए सबकी क्या हो गई r बा 5 r बा 5 ऐसे हो गई ठीक है फिर कह रहा है कि इन सब पार्ट्स को ना पैरेलल में जोड़ दो अच्छा जोड़ देते हैं भाई लो लो पैरलल में जोड़ दिया सबको ठीक है पैरलल में जोड़ दिया सबको पैरलल में जोड़ दिया तो इसका जोब आंसर आएगा इसका जो अब आंसर आएगा वो मान लो ये x है x है x है x है x है पा बार x है ना तो आंसर आएगा x बा 5 हां या ना बोलो तो मुझे पता ये x की वैल्यू क्या हैय x की वैल्यू तो r बा 5 है भाई हर एक रेजिस्टेंस की वैल्यू क्या है r बा 5 ही तो है हां या ना हां सर तो x की जगह पर बेटा अगर मैं r बा 5 लिख दूं तो उससे यह फ हो जाएगा मल्टीप्लाई यानी यह बन गया r ब 25 ओ भाई साहब सही बात है कि नहीं तो वो आपसे चाह रहा है कि आप इक्विवेलेंट डिस्टेंस ऑफ दिस कॉमिनेशन अगर आड मान रहे हो इसी को आड बोल रहा है वो वो कह रहा है ये जो r ड है ना यही r बा 25 है ये जो r ड है यही क्या है r बा 25 है ठीक है तो कह रहा है r ब r ड क्या होगा तो ले भाई r / r ड r तो r है और r ड क्या है r ड है r बा 25 ये 25 चला गया ऊपर r से r कट गया तो दिस बिकम 25 अप 1 25:1 का रेशो है डी आंसर इसका ठीक है एनसीआरटी का सवाल है बहुत ही इजी सवाल है ठीक है तो एमसीक्यू के अंदर आप यह जुगाड़ लगा सकते हो अगर यह जुगाड़ नहीं लगाना चाहते तो आपको फिर लंबे मेथड से करना पड़ेगा ऐसे करके 1 बा आटी इक्व 1 बा आ बा 5 प्व बा आ बा 5 प्व बा आ बा 5 करते करते पांच बार लिखोगे फिर इसको पट दोगे तो ये आंसर आ जाएगा r बा 25 आ जाएगा इसका आंसर ठीक है ना कोई दिक्कत वाली बात नहीं है ओके यह प्रीवियस ईयर बोर्ड का सवाल है कह रहा है कि भाई तीन रजिस्टर है हमारे पास 6 6 ओम के 6 ओम 6 ओम 6 ओम ठीक है छछ ओम के क्या है तीन रजिस्टर हैं कहता है कि उनको ऐसे जोड़ो कि आंसर 9 ओम आए और फिर कहता है ऐसे जोड़ो कि आंसर 4 ओम आए ये एक मशहूर क्वेश्चन है बोर्ड में आया हुआ है एक बार नहीं कई बार सैंपल पेपर में भी आया हुआ है सवाल ठीक है अच्छा एक बात बताओ अगर इन छह छछ को मैं सीरीज में जोड़ दूं तो आंसर क्या आएगा सर 18 है ना अगर मैं इन सबको प्योर सीरीज में जोड़ दूं अगर मैं इन सबको प्योर सीरीज में जोड़ दूं तो आंसर आएगा 18 ओम बोलो सही बात है कि नहीं और अगर मैं इनको प्योर पैरेलल में जोड़ दूं प्योर पैरेलल में जोड़ दू तो आंसर क्या आएगा 66 स है तीन बार 6 डि बा 3 आंसर आएगा ओ बोलो हा माइंड में कैलकुलेट कर लिया एक् बा 3 है ना एकस एक् एक्स बा 3 6 6/3 तो आंसर मिल रहा है क्या मैच हो रहा है 9 ओम नहीं हो रहा ना प्योर सीरीज से आंसर मैच हो रहा है ना प्योर पैरेलल से आंसर मैच हो रहा है फिर क्या करें फिर क्या करें हम इसको तीसरे तरीके से जोड़ेंगे सर कितने तरीके होते हैं टोटल चार ही होते हैं बेटा घबराने वाली बात नहीं है तीन रजिस्टर को जोड़ने के चार ही लॉजिकल तरीके हैं लिख के ले लो अभी यह बात लिख लो अपने पास यह बात तीन रजिस्टर को जोड़ने के चार ही तरीके हैं एक प्योर सीरीज काम नहीं बना प्योर पैरेलल काम नहीं बना मिक्स फॉर्म मिक्स फॉम में देखो क्या करेंगे एक को रखेंगे सीरीज और उसके साथ दो को रखेंगे ऐसे पैरेलल में काम बनेगा क्या बनेगा ही बनेगा क्योंकि दो ऑप्शन बचे उनमें से एक तो होएगा ही होएगा देखो ये सिक्स ये सिस ये सिक्स इस सिक्स सि का आंसर क्या आएगा बेटा थ आएगा x एक् x बा 2 होता है थ आएगा इसका आंसर ये लो उस वाले सिक्स को तो छेड़ा ही नहीं इस सि सि का आंसर क्या है बेटा थ्री है तो ये थ्री हो गया छ और तीन क्या हो गया बेटा 9 ओम आ गया हो गया हो गया पहले का हो गया ना पहले का छ और तीन का आंसर क्या है भाई न है ठीक है ये छ और छ तीन है यह वाला छ ये छ है छ और तीन में ऐड होगा तो क्या आएगा नाइन आ जाएगा बहुत सिंपल है ना सीरीज बन गया ना ये तो यह पहले पैरेलल था पैरेलल का छछ का आंसर तीन आया छ और तीन सीरीज का आंसर आ गया नो कोई दिक्कत नहीं 4 ओम कैसे आएगा सर तो भाई 4 ओम आएगा एक और मिक्स फॉर्म से जो कि लास्ट तरीका है जोड़ने का चार ही तरीके मैंने बोला प्योर पैरलल प्योर सीरीज मिक्स वन मिक्स टू है ना ये कैसे होगा ये होगा ऐसा कि आपने दो रेस्ट को ऐसे जोड़ा और उसके पैरेलल में एक ऐसे जोड़ दिया 6 6 6 छ और छ क्या आएगा बेटा सीरीज में है तो 12 हो जाएगा और उसके पैरेलल में एक छ और जुड़ जाएगा ठीक है 12 और छ का आंसर चार होता है चार ही आएगा दिखाऊ ये लो देख लो देखो दो है x और y है है ना तो क्या होता है x y अप x+ y शॉर्टकट सिखाया मैंने आपको अभी-अभी तो 12 6 72 और 12 + 6 कितना हो हो 18 72 ब 18 18 च 72 होता है चार क्लियर है क्या बात ठीक है खुद से प्रैक्टिस करनी है इन सबकी बेटा यह तो मैंने सॉल्व कर दिया आपके लिए ठीक है एक और मशहूर सवाल जो कि बच्चों से होता नहीं है बहुत दिक्कत आती है बच्चों को करने में मैं करवा देता हूं कह रहा है कितने सारे 176 ओम के रेजिस्टर को जोड़ेंगे ठीक है ना के 5 एंपियर का करंट 220 वोल्ट की लाइन पर आए अच्छा जी वोल्टेज कितनी दे रखी है 220 वोल्ट करंट कितना दे रखा है 5 एंपियर यह टोटल करंट है ना हां ये टोटल वोल्टेज है ना हां इन दोनों की हेल्प से हम क्या करेंगे टोटल रेजिस्टेंस निकाल लेंगे वो कैसे आएगी v बा आ तो v कितना है 220 आ कितना है पा काटा तो आंसर आया बेटा 44 ओम ठीक है ना टोटल आर कितना आ गया 44 ओम कह रहा है भाई 176 ओम के बहुत सारे रेजिस्टर है मेरे पास और सबको किसम जोडा पैरेलल में जोडा यानी क्या करना चाह रहा है ये करना चाह रहा है देखो 176 17 6 176 176 मतलब x x एक एक पता ही नहीं कितनी बार तो n बार तो ज पैरेलल में आंसर आएगा निकल के बेटा वो क्या आएगा वो आएगा x बा n शॉर्टकट सिखाया मैंने आपको अभी अभी है ना पैरेलल में जो आंसर आएगा वो क्या आएगा x बा n तो वो तो पहले से निकाल ही लिया है जो आटी है वो तो 44 ओम है ही है मतलब जो इसका आंसर टोटल में आएगा वो क्या आएगा 44 आएगा है ना और आटी है क्या आटी है r बा n और r कि एक रेस्टस की वैल्यू कितनी है 176 तो 176 डिवा बा ए यह भी आरटी है यह भी आरटी है दोनों को आमने सामने रख दो समझ में आया ना तो आ ही है दोनों तो एक तरफ 44 और एक तरफ 176 बा ए ए जाएगा ऊपर और 176 बा 44 आएगा नीचे काटो चार आंसर आ गया ठीक है जी टोटल वोल्टेज टोटल करंट से टोटल पहले से निकाल ली हमने और ऐसे करेंगे तो भी टोटल आएगी तो दोनों को हमने इक्वेट कर दिया ठीक है ये आप होमवर्क में करेंगे एनसीआरटी सवाल है होमवर्क में करना है आपको ठीक है ना होमवर्क भी तो दूंगा कुछ ना कुछ ठीक है आइए रियोस्टेट की वर्किंग के बारे में बात करते हैं देखो रियोस्टेट के मैंने आपको बताया था कि ऐसा स्लाइडर लगा होता है है ना और इस स्लाइडर को क्या करते हैं आगे पीछे करते हैं है ना इस स्लाइडर को क्या करते हैं आगे पीछे करते हैं इस तरीके से ऐसे इसको ना इस स्लाइडर पर क्या करेंगे आगे और पीछे टहला जाएंगे क्यों टहला हैं इसको समझो होता क्या है भाई कि ना जो वायर्स होंगी ना वो वायर कुछ ऐसे लगी होती है यहां पर अ ऐसे एक वायर यहां लगी होगी और एक वायर यहां लगी होगी नीचे ठीक है इसके साथ कुछ बैटरी जुड़ी होगी ये जुड़ी है बैटरी है ना ये कुछ की जुड़ी है कुछ बल्ब बल्ब लगा हुआ है सब कुछ चल रहा है मस्त मस्त एकदम कोई दिक्कत नहीं है ठीक है ना बढ़िया सर्किट लगा हुआ है सर्किट के अंदर ये और ऐड कर दिया क्यों कर दिया भाई ऐड आओ समझो आओ समझो क्यों किया ये ऐड बेटा ये ऐड इसलिए किया यह ऐड इसलिए किया ताकि हम क्या कर सके पता है हम इस स्लाइडर को आगे पीछे करके ना इस सर्किट के अंदर वायर की लेंथ को बढ़ा या घटा सके उससे क्या होगा सर बेटा जब वायर की लेंथ बढ़ेगी ना जब वायर की लेंथ बढ़ेगी ना तो उसके प्रोपोर्शनल रेजिस्टेंस होती है वो भी क्या करेगी बढ़ेगी मतलब हमने क्या किया हमने अननेसेसरी लेंथ को बढ़ा दिया जिससे रेजिस्टेंस भी क्या हुई अननेसेसरी बढ़ गई ठीक है अब देखो क्या होता है मान लो ये स्लाइडर को यहां खा हुआ है ठीक है तो होगा पता है क्या यहां से करंट चलेगा देखो प्लस है माइनस है करंट चला चला चला चला चला इसमें घुसा यहां आएगा डंडे में इसमें आएगा फिर यहां से यहां आएगा फिर इसमें ना घूमेगा इस पे तार लिपटी होती है पूरी कॉइल है ना देखो कॉइल ऑफ द वायर इस पे कॉइल पे तार लिपटी होती है इसमें से करंट चलेगा चले करंट जा रहा है करंट जा रहा है करंट जा रहा है करंट जा रहा है यहां से आया करंट बाहर आ गया करंट बाहर आ गया करंट बाहर आ गया करंट बाहर आ गया करंट बाहर आ गया समझ में आया क्या हो रहा है अब मुझे एक बात बताओ अगर मैं इस स्लाइडर को थोड़ा सा और इधर कर दूं तो तो थोड़ा और इधर खिसका दूं तो मान लो मैंने स्लाइडर को यहां कर दिया इस जगह पर स्लाइडर की ये कांटेक्ट बना ग बन गया ये कांटेक्ट दिख रहा है ना आपको यहां पर ये कांटेक्ट यहां बन गया स्लाइडर का ये स्लाइडर है अब क्या होगा अब देख क्या होगा अब देख बेटा क्या होगा करंट चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा यहां पर आ जाएगा यहां पर आ जाएगा तो यहीं से तार मिल जाएगी इसको यहीं पे घूमेगा घूमेगा घूमेगा घूमेगा घूमेगा घूमेगा घूमेगा घूमेगा घूमता घूमता घूमता घूमता घूमता घूमता घूमता घूमता घूमता घूमता यहां से बाहर आ गया आ गया आ गया आ गया आ गया आ गया आ गया आ गया आ गया आ गया आ गया समझ में आया क्या हो रहा है पहले वायर कम इंक्लूड हो रही थी वायर की लेंथ कम थी पहले वायर कम इंक्लूड हो रही थी तो रेजिस्टेंस कम थी अब जब स्लाइडर को पकड़ के यहां खिसका दिया तो वायर ज्यादा इंक्लूड हो गई सर्किट में तो रेजिस्टेंस क्या हो जाएगी बेटा ज्यादा हो जाएगी क्या यह बात समझ में आई तो इस तरीके से स्लाइडर को पीछे करता जाऊंगा तो उतनी ही वायर कम इंक्लूड होगी यहां से शुरू हो जाएगा यह कहानी है ऐसे वर्क करता है रियोस्टेट r इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू l ठीक है ना यह है इसका बेसिक प्रिंसिपल कि रेजिस्टेंस जो होती है वह लेंथ के प्रोपोर्शनल होती है देखने में डिवाइस बड़ा भयानक सा लगता है क्या है पता नहीं अर है कुछ भी नहीं तार लिपटी हुई है उस तार में करंट चल करके जाएगा और आप डिसाइड करोगे कहां से पकड़ेगा वह करंट को जितना स्लाइडर आगे कर दोगे उतना दूरी उतना कम पकड़ेगा जितना स्लाइडर इधर कर दोगे उतना ज्यादा तार को पकड़ेगा ज्यादा तार इंक्लूड होगी लेंथ बढ़ेगी रेजिस्टेंस बढ़ेगी लेंथ घटेगी रेजिस्टेंस घटेगी ठीक है ये कहानी है रियो स्टेट के साथ जुड़ी हुई ठीक है चलते हैं अपने लास्ट टॉपिक्स पर आखिरी के जो टॉपिक है कुछ वो है सबसे पहले जूल्स लॉ ऑ टिंग जूल्स लॉ ऑफ हिटिंग कहता है जूल साहब ने कहा था कि भाई किसी भी रेजिस्टर r में से अगर आप आ करंट को फ्लो करवा रहे हो कुछ t टाइम तक तो जो हीट आएगी जो हीट जनरेट होगी इसमें से आपको पता है ना कोलिजन होते हैं हीट जनरेट होती है जो हीट जनरेट होगी ना वो प्रोपोर्शनल होगी i स् आ और t के इक्वेट कर दें तो फार्मूला आ स्क आटी ही बन जाता है ठीक है किसी व्यक्ति ने कहा कि प्रूफ करके दिखाओ आओ प्रूफ कर देते हैं पहले स्टेटमेंट पढ़ लो एक बार स्टेट करता है कि हीट प्रोड्यूस इन कंडक्टर जो हीट प्रोड्यूस होगी वो डायरेक्टली प्रोपोर्शनल होगी किसके स्क्वायर ऑफ द अमाउंट ऑफ करंट फ्लोइंग के करंट फ्लोइंग के अमाउंट का स्क्वायर स्क्वायर का मतलब आई स्क्वायर हो रहा है देख लो वहा पर है ना करंट का स्क्वायर होगा ठीक है ना करंट फ्लोइंग रेजिस्टेंस यानी आ और टाइम पीरियड टाइम पीरियड के क्या होगा प्रोपो होगा ठीक है प्रूफ देखें अगर हम इसका कि प्रूफ कैसे करें तो प्रूफ करने के लिए ना हमको यहां पर खत्म करना होता है यहां से शुरू नहीं करना होता बच्चा क्या करता है यहां से शुरू कर देता है शुरू नहीं करना बेटा य से यहां प खत्म करना है ठीक है चलो नाइंथ क्लास की बात करते हैं नाइंथ क्लास के अंदर हमने यह पढ़ा था कि एनर्जी और वर्क डन आपस में इंटरकनेक्टेड है वर्क एनर्जी में और एनर्जी वर्क में क्या हो सकती है इंटर कन्वर्ट हो सकती है तो हम एक काम करते हैं हम सबसे पहले यह ध्यान करते हैं कि भाई ये जो हीट आया हुआ है ये जो एनर्जी हीट एक एनर्जी तो है ये जो एनर्जी आई हुई है हमने वर्क डन में कहां पढ़ा था हमने वर्क डन किस टॉपिक में पढ़ा था सर हमने पढ़ा था वोल्टेज में वाह भाई वाह अच्छा हुआ तुझे याद आ गया बेटा टाइम पे है ना कहां पढ़ा हुआ था बेटा वोल्टेज के फॉर्मूले में वर्क डन अपॉन में चार्ज होता है तो यहां से हम वर्क डन को निकाल लेते हैं वर्क डन क्या होगा कवी है ना q चला गया v के पास ये हो गया कवी कोई दिक्कत तो नहीं अच्छा आपने एक फॉर्मूला पढ़ा है करंट का करंट का फार्मूला होता है q / t है ना तो हम क्या q को आ लिख सकते हैं क्या जब टाइम को ले ग i से मल्टीप्लाई कर दिया हां लिख सकते हैं बिल्कुल q को लिख सकता हूं आ लिख सकता हूं सर ठीक है अच्छा ऐसे ही क्या हम v को लिख सकते हैं आ हां भाई यह भी कर सकते हैं है ना चार्ज को आ और वोल्टेज को आ दोनों लिख सकते हैं तो चार्ज को लाया यहां रख दिया वोल्टेज को लाया यहां रख दिया चार्ज की जगह पर i * t और वोल्टेज की जगह पर i * r ये i i मिलके बेटा i स्क्र बन गया r अपनी जगह पर r है और t अपनी जगह पर t है अगर इस वर्क डन की जगह पर मैं एनर्जी लिख दूं तो कोई गलती कर रहा हूं क्या बिल्कुल भी नहीं भाई यहां पर h लिख सकता हूं मैं ठीक है ना सो दिस बिकम i स् आटी ऐसे प्रूव किया जाता है ठीक है ना अब ये आपने देखा होगा इस तरीके से है ना हीटर हीटर जो होता है इस तरीके से लाल लाल सा जलता है है ना ऐसा देखा ना कॉइल जलता हुआ तो ये क्यों जल रहा है दिस इज ड्यू टू जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग ठीक है ना आगे बढ़ते हैं एक सवाल देखते हैं भाई इलेक्ट्रिक आन की रेजिस्टेंस आपको दे रखी है 20 ओम बहुत बढ़िया टाइम आपको दे रखा है बोल रहा है 30 सेकंड ठीक है और करंट बोल रहा है 5 एंपियर है तो पूछ रहा है कि हीट बताओ कितनी डेवलप होगी सिंपल फार्मूला लगाना है आपने आ स्क आटी एनसीआरटी का सवाल हैय मेरा बनाया सवाल एक भी नहीं है मैं क्यों बनाऊं एनसीआरटी मेरे लिए सवाल बनाती है मैं क्यों करूं मेहनत बोलो भाई 25 का स्क्वायर 50 का स्क्वा 25 * 20 * 30 ये आंसर आ गया बेटा 15000 जूल ठीक है ना हीट जूल में होती है ना 15000 जूल कोई दिक्कत नहीं आइए प्रैक्टिकल एप्लीकेशंस की बातें करते हैं हीटिंग इफेक्ट की भाई हीटिंग इफेक्ट खाली नुकसान नुकसान देने के लिए नहीं है हीटिंग इफेक्ट फायदा देने के लिए भी है यह जो करंट का चलना आपको लगता है कि चीजें गर्म ही करता है ना इस गर्मी से भी हम फायदा उठाते हैं कैसे हम इलेक्ट्रिक हीटर यूज करते हैं हम बल्ब यूज करते हैं बल्ब के अंदर क्या होता है बेटा ये क्या चीज होती है पता है इसे बोलते हैं फिलामेंट है ना बल्ब के होता है फिलामेंट यह फिलामेंट किस चीज का बनता है भाई यह फिलामेंट किस चीज का बनता है यह फिलामेंट बनता है टंगस्टन का टंगस्टन एक मेटल है डब्लू से डिनोट करते हैं इसको ठीक है ना प्योर मेटल हैय प्योर मेटल है तो टंगस्टन ही क्यों यूज किया जाता है तो मेरे भाई टंगस्टन इसलिए यूज किया जाता है बात को समझना ये प्योर मेटल टंग इसलिए यूज किया जाता है क्योंकि इसका मेल्टिंग पॉइंट होता है वेरी हाई हाई नहीं वेरी हाई पता है कितना 3380 डिग्री सेल्सियस याद करना है क्या अगर हो सके तो कर लो नहीं तो कोई बात नहीं ठीक है अब मेल्टिंग पॉइंट बहुत हाई होगा तो इससे फायदा है कि नुकसान है भाई फायदा है पता है क्यों ज्यादा करंट फ्लो करेगा यस तो ये ज्यादा रिटेन करके रखेगा हीट को हीट रिटेंशन क्या होती है ज्यादा होती है है ना हीट रिटेंशन इसके अंदर क्या होएगी ज्यादा होएगी और आसानी से पिघले का नहीं पिघले का नहीं तो लंबा चल हीट रिटेंशन ज्यादा है जिसकी वजह से क्या आता है बेटा ग्लोइंग इफेक्ट आता है है ना हीट प्रोड्यूस होगी तो क्या आएगा ग्लोइंग इफेक्ट आएगा बस हो गया काम इसलिए हम क्या करते हैं बल्ब को बल्ब के अंदर फिलामेंट लगाते हैं है ना और जो आसपास जो कांच लगा हुआ है इस कांच में जो गैस होती है वो होती है आर्गन या नाइट्रोजन है ना रीजन आपको पता है कोरोजन वाला है है ना पता ही आपको न चलते हैं फ्यूज की बात करते हैं फ्यूज की बात करते देखो फ्यूज का सिंबल ऐसा होता है ज्यादा डिटेल फ्यूज के बारे में में ना अगले चैप्टर में है मैग्नेटिक इफेक्ट्स के अंदर फ्यूज की बातें हैं ठीक है लेकिन फिर भी मैं आपको बता देता हूं देखो पीछे से जब ज्यादा करंट आए तो इसको बोलते हैं ओवरलोडेड करंट जब वोल्टेज बढ़ती है तो करंट क्या करता है ओवरलोड करता है ओवरलोड इस लिहाज से करता है और इस हद तक करता है कि आपके घर के अप्लायंसेज को जला भी सकता है इवन पूरा घर भी फूक सकता है इतना ज्यादा करंट अगर कभी आ गया तो हीट क्या होगी बहुत ज्यादा प्रोड्यूस होगी जिससे घर जल सकता है तो फ्यूज क्या करता है एक सेफ्टी डिवाइस का काम करता है ये एक सिक्योरिटी गार्ड की ड्यूटी करता है किसी ज्वेलरी स्टोर के बाहर अगर सामान लूटने कोई आया है तो पहली गोली कौन खाएगा भाई सिक्योरिटी गार्ड खाएगा या मारेगा भी तो पहली कौन मारेगा सिक्योरिटी गार्ड मारेगा समझ गए ना तो एक टाइप का क्या है सिक्योरिटी गार्ड है जब भी कभी करंट बढ़ के आता है ना यह शहीद हो जाता है यह कुर्बान हो जाता है है ना यह क्या करेगा जैसे ही करंट आएगा और उसके बाद ये क्या करेगा यह वायर जो होगी वो मेल्ट हो जाएगी ठीक है ना बलिदानी परम बलिदानी किसने दी फ्यूज ने दी ठीक है जी ये फ्यूज वायर जो होती है ना ये टाइम आने पर क्या होनी चाहिए चाहिए मेल्ट होनी चाहिए फ्यूज वायर टाइम होने पर टाइम आने पर क्या होनी चाहिए मेल्ट होनी चाहिए इट मेल्ट्स डाउन इट मेल्ट्स डाउन फ्यूज वायर क्या करती है बेटा मेल्ट डाउन हो जाती है अगर ये मेल्ट डाउन हो जाती है अगर यह मेल्ट डाउन हो जाती है तो आपको पता सर्किट ब्रेक हो जाएगा सर्किट आगे चलेगा नहीं है ना फ्यूज वायर मेल्ट डाउन हो गई सर्किट ब्रेक हो गया सर्किट ब्रेक हो गया सर्किट ब्रेक हो गया तो करंट क्या हो जाएगा बेटा जीरो हो जाएगा समझ गए अब आप सोचोगे सर ये फ्यूज वायर बनती किस चीज की है तो बता देता हूं भाई ये फ्यूज वायर बनती है य फ्यूज वायर बनती है एसन पीबी अलोय की टिन लेड अलोय होता है या फिर कॉपर निकल अलोय भी हो सकता है ठीक है ना य अलोय है इनकी बनती है रीजन सुनो क्या है क्यों बनती है इनकी तो कॉपर निकल अय ए अय की इसलिए बनते क्योंकि इनका मेल्टिंग पॉइंट पता क्या है इनका मेल्टिंग पॉइंट लो है सोचो अगर ये मेल्टिंग पॉइंट लो नहीं होगा तो तो करंट बह जाएगा और घर को फूक देगा है ना तो भाई घर को नहीं फुक वाना अगर तो इसका मेल्टिंग पॉइंट लो रखना पड़ता है यहां मेल्टिंग पॉइंट हाई है या मेल्टिंग पॉइंट क्या है लो है ठीक है तो हीटिंग इफेक्ट ही हो रहा है गर्म होगी वायर और पिघल जाएगी जल्दी से मतलब ज इतनी भी जल्दी नहीं लेकिन पिघल जानी चाहिए टाइम आने पर है ना तो मेल्टिंग पॉइंट क्या होना चाहिए उसका लो होना चाहिए ठीक है नेक्स्ट आते हैं हम लोग हीटिंग एलिमेंट पर देखो हीटिंग एलिमेंट कहां-कहां होता है पहले ये समझो ये होता है गीजर में जितनी भी चीजें गर्म करती है ना जैसे गीजर हो गया हीटर हो गया है ना इलेक्ट्रिक आयरन हो गई एटस इन सबके पास क्या होता है बेटा ऐसा हीटिंग एलिमेंट होता है ठीक है ना यह क्या करता है य ग्लो करता है आपको पता है दूसरा यह हीट फेंकता है यह हीट क्यों फेंकता है पता है क्योंकि यह बना होता है नाइक्रोम नाम के अलोय का निकल और क्रोमियम का अलोय है नाइक्रोम अलोय ठीक है निकल क्रोमियम का अलोय है क्या नाम है नाइक्रोम अलोय अब य जो क्रम मलॉय है ना इसका रो होता है ज्यादा आपको पता है एलॉयज का रो क्या होता है बेटा ज्यादा होता है रेजिस्टिविटीज होती है रेजिस्टविटी ज्यादा होगी तो रेजिस्टेंस भी क्या होगी बेटा ज्यादा होगी बोलो हां या ना r = रो ए बा फार्मूला देखा है ना और रेजिस्टेंस ज्यादा होगी तो हीट भी उसकी क्या होगी ज्यादा होगी तो ज्यादा हीट प्रोड्यूस करता है और यही हमको चाहिए भी ठीक है जी ये सब अप्लायंसेज जो आपके सामने दिखे हैं गीजर हो गया प्रेस हो गई इलेक्ट्रिक रॉड हो गई वो ड्रायर हो गया हेयर ड्रायर वो क्या है चूहा है ये क्या है भाई हीटर है ये सब के सब क्या कर अपने अंदर एलिमेंट रखते हैं और एलिमेंट गर्म होता है और उसी से कार्य काम कार्यक्रम जो है वो आगे चलता है ठीक है लास्ट टॉपिक पर आते हैं लास्ट टॉपिक का नाम है इलेक्ट्रिक पावर ठीक है ना देखो पावर हम लोगों ने नाइंथ क्लास में जो पढ़ी थी वो पढ़ी थी वर्क डन अपॉन में टाइम या फिर हम इसको एनर्जी अपॉन में टाइम भी कहते हैं दोनों फार्मूले किसके हैं पावर के ही है ठीक है ना तो एनर्जी है यह जूल में नापी जाती है आपको पता है टाइम सेकंड्स में नापा जाता है पावर किसम नापी जाती है याद है आपको वाट में नापी जाती है है ना याद है ना तो 1 वाट इ इक्वल टू 1 जूल बटाव सेकंड यानी वर्क डन अगर एक जूल का हो रहा है एक सेकंड के अंदर कितना जल्दी काम हो रहा है दैट इज कॉल्ड पावर है ना तो इलेक्ट्रिक पावर क्या होगी यह होगी रेट ऑफ ट्रांसफर ऑफ इलेक्ट्रिक एनर्जी है ना अगर हम सिर्फ इलेक्ट्रिक पावर की बात करें तो स्पेसिफिकली क्या लिखना पड़ेगा इलेक्ट्रिक एनर्जी लिखना पड़ेगा अपने को सही बात है कि नहीं ठीक है ना तो सर पावर का फार्मूला यहां पर भी यही है क्या हां यही है पावर का फार्मूला तो यही है लेकिन करंट के टर्म्स में इलेक्ट्रिसिटी के टर्म्स में यहां पर पावर के फॉर्मूले को मॉडिफाई करा जाता थोड़ा सा ठीक है ना तो आपके सिलेबस में ये चीज है आओ देखो देखो बेटा पावर होता है वर्क डन अपॉन में टाइम आपने वर्क डन आज से पहले कब देखा था इसी चैप्टर के अंदर सर अभी तो बताया था वोल्टेज में हां तो वोल्टेज इज इक्वल टू क्या होता है वर्क डन अपॉन में चार्ज सही बात है सर चार्ज जाएगा वोल्टेज से मल्टीप्लाई होगा तो वर्क डन हो जाएगी बेटा q v हां या ना बोलो क्या हो जाएगी q v तो इस वर्क डन की वैल्यू उठाई और यहां रख दी तो पावर क्या बन गया बेटा पावर बन गया q v / t कोई दिक्कत अब आपको पता है कि q / बा t जो होता है वो होता है करंट है ना q / बा t इज करंट है ना तो मैं q / बा t को क्या लिख देता हूं करंट लिख देता हूं ये p बन जाएगा बेटा i है ना और इसको बच्चे याद रखते हैं पता है कैसा ठीक है कैसे याद रखते हैं ई वोल्टेज इनटू करंट p = अब इसमें से पता है दो फार्मूले और बनाए जाते हैं अपनी सहूलियत के लिए लोड बढ़ाने के लिए नहीं अपनी अपने फायदे के लिए एक है अगर मैं v को आ पुट कर दूं और एक है अगर मैं आ को v बा आ पुट कर दूं ओम्स लॉ ही है दोनों ये भी ओम्स लॉ है ये भी ओम्स लॉ है तो ओम्स लॉ की हेल्प से v को आई पुट किया यहां पर और आ को v बा आ पुट किया यहां पर तो पावर देखो क्या बन गई पावर बन जाएगी v की जगह पर आ रखू तो ये बन जाएगी आ आ च बिकम आ स्क्वा आ पावर का एक फार्मूला यह भी है आ स् आ और यहां पर अगर मैं आ की जगह पर v बा आ रखू तो पावर ओ भाई ओ भाई पावर होगी पावर होगी आ की जगह पर v बा रख तो v बा आ च बिकम v स्क बा आ सही बात है ना तो पावर का एक और फार्मूला v स्क बा आ ठीक है ना कौन सा फार्मूला अच्छा है कौन सा बेकार है भाई सारे अच्छे हैं कोई बेकार नहीं है ठीक है ना कब कौन सा लगाना है सर जरूरत के अनुसार देखना पड़ेगा जब जिसकी जरूरत पड़ेगी तब वो लगाना पड़ेगा है ना तो हम प्रैक्टिस करते हैं कि कब कौन सा लगाना है आपको ठीक है चलिए कह रहा है कि 60 वाट का बल्ब 40 वाट का बल्ब है उसे कनेक्ट किया गया पैरेलल में अक्रॉस अ बैटरी ठीक है भाई ये रहा एक बल्ब और ये रहा एक और बल्ब ये 60 वाट का ये 40 वाट का कनेक्ट कर लिया 220 वोल्ट के साथ ठीक है तो पूछता है आपसे कि भाई अमाउंट ऑफ करंट फ्लोइंग कितना है यानी टोटल करंट कितना बह रहा है यह बताइए ठीक है ना टोटल करंट कितना बह रहा है यह बताइए सबसे पहले एक बात बताओ पावर दे रखी है हां सर दे रखी है इसकी भी दे रखी है हां सर इसकी भी दे रखी है आपको पता है ये पैरेलल में जुड़े हुए हैं ना हां सर पैरेलल में एक चीज है जो सेम रहती है वो कौन है वोल्टेज है ना तो वोल्टेज कितनी है 220 तो हम क्या करेंगे बेटा हम यहां भी 220 वोल्ट ही लेंगे और यहां भी 220 वोल्ट ही लेंगे आया कि नहीं आया 60 वाट 220 वोल्ट 40 वाट 220 वोल्ट इससे क्या हुआ सर इससे यह होगा बेटा कि आप ना इस वाली तार में चलने वाला करंट अलग निकालो इस वाली तार में चलने वाला करंट अलग निकालो अच्छा आपके कहने का मतलब है कि हम i1 अलग निकाले और i2 अलग निकाले हां बेटा मैं यही कह रहा हूं आव अलग निकालो i2 अलग निकालो दोनों को जोड़ो तो आ आ जाएगा ना तुमको क्या निकालना है तुमको आ पता करना है तो i1 अलग i2 अलग फाइंड कर लो आओ देखो p इक्वल टू होता है v वन के लिए नीचे वाले के लिए p इ vi2 के लिए है ना तो पावर का जो डिजिट है वो कितना है पावर का मैग्यू कितना 60 वोल्टेज है 220 और करंट i1 पावर है यहां पर 40 वोल्टेज है 220 करंट है आ2 तो आव आएगा 60 ब 220 एंपियर और आ2 आएगा आ2 आएगा 220 को नीचे ले जाऊ 40 ब 220 एंपियर है ना ऐसे ऐसे मत करना भाई पेपर में नीचे नीचे करना है ना मेरे पास हॉरिजॉन्टल जगह होती है तो मैं नीचे नहीं कर करता हूं तुमको नीचे नीचे करना है सामने कर देता हूं ठीक है ना मेरी आदत है भाई गंदी ठीक है तो टोटल आ क्या आएगा बेटा i1 प् आ2 आएगा बोलो हां या ना टोटल करंट क्या आएगा वही तो बटा दोनों में तो वही दोनों में ड हो जाएगा आव और आ2 ऐड कर दो आव कितना बेटा 60 ब 220 और आट कितना 40 ब 220 टोटल आ गया 100 ब 220 5 ब 11 एनसीआरटी का सवाल है में कई बार आया हुआ है फार्मूला आपको लगा के दिखा रहे हैं प बराबर ठीक है जी एक और क्वेश्चन करते हैं कहता है बल्ब है जिसकी पावर रेटिंग है 60 वाट रेटिंग का मतलब पता है क्या होता है पावर रेटिंग का मतलब होता है कि जब 220 पर जोड़ो ना तब 60 वाट देगा यह नहीं कि हमेशा 60 वाट देता रहेगा भाई पावर निकाल रहा ना वो तो करंट इलेक्ट्रिक एनर्जी को लाइट एनर्जी बना रहा ना वो तो तो ये नहीं कि हमेशा बनाता रहेगा 220 पर जो जोगे तब करेगा ठीक है सर ठीक है तो हमने एक बल्ब को एक बल्ब को 220 पर जोड़ा तब उसने 60 वाट दिया कह रहा है कि अब उसको 110 पर जोड़ो क क्या मजाक कर रहे हो बोले हां करेंगे तुम पावर निकाल के दिखाओ ठीक है भाई पावर बताओ कितनी आएगी अगर मैं इसी सेम बल्ब को इसी सेम बल्ब को 110 वोल्ट पर जोडा तो तो भैया आप एक बात बताओ अगर यह सेम बल्ब यहां से उठा के यहां लगा दिया है तो एक ऐसी चीज़ है जो कांस्टेंट है वह कौन सी है वह है रेजिस्टेंस जो r इसका यहां पर निकलेगा वही r आप यहां पर यूज़ कर सकते हो क्योंकि रेजिस्टेंस किस बात पे डिपेंड करती है रो l और a पर तो बल्ब को यहां से यहां उठाने में उसका रो यानी मटेरियल चेंज हो गया क्या टंगस्टन की जगह कुछ और हो गया क्या नहीं लेंथ चेंज हो गई क्या नहीं मोटाई चेंज हो गई क्या नहीं तो r सेम रहेगा रेजिस्टेंस क्या रहेगा सेम रहेगा है ना तो इसलिए यहां से हम ें निकालते हैं फार्मूला कौन सा लगाएंगे देखो प दिया हुआ है v दिया हुआ है आ निकालना है फार्मूला याद है पवी आ वाला फार्मूला कौन सा था ये देखो p = v स्क बा आ तो यह लगा देंगे बेटा समझ में आ गया आओ लगाए p = v स्क बटा आ तो आ होगा v स्क्वा बटा प तो v कितना है 220 इसका स्क्वायर करेंगे और डिवाइड करेंगे किससे 60 से ओम य ें बन गई है ना यहां लगाए अगर इसको तोय होगा प इवी स्क बा आ इसको पड ले लेता हूं नई पावर है ना कोई प लेता इसको तो पड क्या हो जाएगा बेटा इस बार क्या है 110 का स्क्वायर और रेजिस्टेंस क्या है 220 का स्क्वा डिवा बा 60 220 का स्क्वायर डिवाइड बा 60 यह क्या आएगा य आएगा 110 इन 110 य 60 चला गया इसके साथ ऊपर ये 60 चला गया इसके साथ ऊपर और नीचे रह गया 220 * 220 बोलो हां कैलकुलेशन समझ में आ रही है ना 220 का स्क्वायर कर लिया नीचे का स्क्वा कर लिया ऊपर वनटू वनटू 30 पे 15 पे आंसर क्या आया बेटा 15 वाट आया पीड क्या आया बेटा 15 वाट आया समझ रहे हो पहले वाली पावर 60 थी अगली वाली पावर क्या आई है 15 आई है रीजन रीजन हमने वोल्टेज को हाफ कर दिया है वोल्टेज को हाफ करने से पावर हाफ नहीं होती फोर टाइम्स कम हो जाती है यानी स्क्वायर टाइम्स कम होती है ध्यान रखोगे ध्यान रखोगे यह जुगाड़ ध्यान रहेगा यह जुगाड़ ध्यान रहेगा अगर वोल्टेज को हम v बा ए कर रहे यानी ए टाइम्स कम कर रहे हैं जैसे यहां पर हाफ कर दिया था ए टाइम्स कम कर रहे हैं तो तो पावर ए स्क्वा टाइम्स कम होती है जुगाड़ नोट कर लेना इसको ठीक है लास्ट टॉपिक पर आते हैं कमर्शियल यूनिट ऑफ एनर्जी एनर्जी से पहले एनर्जी के फॉर्मूले पढ़ लो जरा आप देखो यार एनर्जी होता क्या है इलेक्ट्रिक एनर्जी की बात कर रहे हैं ये पावर के ही फार्मूले में एनर्जी अपॉन में टाइम है देखा है ना आपने तो एनर्जी को हम p * t लिख सकते हैं कि नहीं यानी एनर्जी को मैं पावर इंटू में टाइम लिख सकता हूं क्या नहीं सर लिख सकते हैं बिल्कुल लिख सकते हैं ठीक है ना तो e बराबर क्या लिख लिया p * t लिख लिया एक बात बताओ पावर के कितने फॉर्मूले हमको पता है सर तीन फॉर्मूले पता है पहला v दूसरा आ स्क्वा आ तीसरा v स्क ब r तो हर बार आप p को t से इंटू कर दो तीन एनर्जी के फॉर्मूले भी निकल के आ जाएंगे तीन फॉर्मूले एनर्जी के भी निकल के आ जाएंगे हर बार क्या करना है पटी पटी पटी पटी पटी v आटी आ स्क्वा आटी अरे ये तो देखा हुआ है सर और ये क्या है v स् बा r * t एक बात बताओ इसको अगर आपने देखा हुआ है आ स् आटी को और इसको क्या नाम दिया था जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग नाम दिया था तो यह जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग नहीं है क्या यह एनर्जी नहीं है क्या यह एनर्जी नहीं है क्या यह सब जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग है बेटा यह तीनों फार्मूले जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग के ही है ठीक है ना एक दूसरे में से निकले यार लॉजिकली थोड़ी उठा के ले आए कहीं से लॉजिकली एक दूसरे में से निकाले सब यह सब जूल्स ल ऑफ हीटिंग है बेटा ठीक है ना समझ में आया चलो बढ़िया लास्ट टॉपिक पर आते कमर्शियल यूनिट ऑफ एनर्जी ठीक है ना ये आपने नाथ क्लास में भी पढ़ा था ये सेम टॉपिक है ना देखो एनर्जी के ना बहुत सारे यूनिट होते हैं एक यूनिट होता है इसका जूल है ना जो कि एसआई यूनिट है एक यूनिट होता है एग्स अग्स ई आर जी एस अग्स ये सीजीएस यूनिट कहलाता है ठीक है फिर एक यूनिट होता है कैलोरी यह हीट की प्रैक्टिकल यूनिट है ठीक है ना हीट की प्रैक्टिकल यूनिट ठीक है और फिर ऐसे ही एक होता है किलोवाट आर ब्रैकेट में लिखते हैं के छोटा के छोटा के बड़ा डब्लू छोटा एच किलोवाट आर किलोवाट आर कहां से आया है किलोवाट आर कहां से आया है किलोवाट आर इसे बोलते हैं कमर्शियल यूनिट कमर्शियल मतलब होता है खरीद फरोख्त करना ट्रेडिंग करना तो कमर्शियल यूनिट किसकी है ये एनर्जी की यानी एनर्जी का खरीद फरोख चल रहा है कौन कर रहा है भाई बिजली कंपनियां कर रही है बिजली बनाने वाली कंपनियां कर रही है किसके साथ कर रही है तुम्हारे साथ कर रही है भाई तुमको बिजली बेच रही है हां और तुम उनको पैसा दे रहे हो या नहीं दे रहे दे रहे तो किसके हिसाब से देते हैं हम पैसा हम देते हैं कि हमने कितनी एनर्जी पूरे महीने में खर्ची है वो किलोवाट आवर में कैलकुलेट होती है इसको बोलते हैं यूनिट अरे इतने यूनिट बिजली खर्च दी भाई इतना बिला गया है ना आप अपने बिजली का बिल देखना आप अपना इस बार महीने का बिजली का बिल देखना आपको दिखेगा वहां पर कितने यूनिट यूज हुए हैं यूनिट्स यूज्ड यूनिट्स कंज्यूम्ड ऐसे लिखा हुआ आता है तो लिखा हुआ आएगा 200 यूनिट खर्चे हैं 500 यूनिट खर्चे हैं 800 यूनिट खते हैं 1000 यूनिट खर्चे हैं डिपेंड करता है कितने अप्लायंस आपके घर पर चलते हैं है ना क्योंकि हर अप्लायंस की अपनी-अपनी पावर है और हर अप्लायंस कुछ-कुछ देर चलता है अब ये क्वेश्चन भी करेंगे इसके ऊपर तो टोटल एनर्जी निकल जाती है टोटल एनर्जी निकल जाती है किसमें किलोवाट आर में निकलती है केडब्ल्यूए में ठीक है ना फिर 1 किलोवाट आ का खर्चा अपने को पता होता है कि ₹ र वो पे करना पड़ता है आपको और मल्टीप्लाई कर देंगे टोटल आंसर आ जाएगा अभी करके दिखाऊंगा ठीक है जी अभी आपके मन में हो सकता है ये कंफ्यूजन आए सर ये किलोवाट आर आया कैसे वाट तो पावर होती है पर r तो टाइम होता है ना अरे देख एनर्जी पावर इनटू टाइम है कि नहीं हां है पावर की एसआई यूनिट होती है वाट टाइम की होती है सेकंड्स तो वाट सेकंड करेंगे तो ये भी एसआई के अंदर क्या लिखा जा सकता है जूल यानी जूल लिखे या वाट सेकंड लिखे बात एक है जूल इ इक्वल टू वाट सेकंड इन दोनों में कोई फर्क नहीं है क्योंकि दोनों एसआई है दोनों एसआई ही यूनिट है है ना लेकिन अगर हम वाट की बड़ी यूनिट ले ले व्हिच इज किलोवाट और सेकंड्स की भी बड़ी यूनिट ले ले दैट इज r तो बेटा ये भी तो एनर्जी की ही यूनिट है ये किसी और की थोड़ी आ गई उठ कर के बोलो हां वाट की बड़ी यूनिट किलोवाट सेकंड्स की बड़ी यूनिट घंटा एक घंटे में होते हैं 3600 सेकंड और एक किलोवाट 1 किलोवाट में होते हैं 1000 वाट इसीलिए आप जूल का किलोवाट आर के साथ कन्वर्जन याद रखोगे इट इज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट कन्वर्जन भी याद रखोगे वेरी वेरी इंपॉर्टेंट कि भाई 1 किलोवाट आर 1 किलोवाट आवर इक्व टू 3.6 * 10 की पावर 6 जूल याद रखना भाई भूलना नहीं भूलना नहीं है ठीक है याद रखना इसको क्वेश्चन आ सकता है ठीक है सिंपल सवाल पूछे एमसीक्यू पूछे वहां पर ये आ जाएगा कन्वर्जन भी हो सकता है आ जाए वैसे मुश्किल है रेयर केस में कन्वर्जन है लेकिन लेकिन आने को आ सकता है ठीक है तो ये फार्मूला हमेशा ध्यान रखेंगे एनर्जी कंज्यूम निकालने का फार्मूला ये है p * t करना पड़ेगा आपको ठीक है फिर जो आंसर आएगा वो किलोवाट आर में कन्वर्ट करके और फिर आप रुपए निकाल दो कितना रुपया बनता है आइए एक सवाल भी करते हैं इसके ऊपर से छोड़ेंगे नहीं आपको भाई ऐसे कैसे छोड़ देंगे एक फ्रिज है एक फ्रिज है जिसका 400 वाट पावर है ठीक है सर पावर फिलहाल इसका कितना है 400 वाट है ओके रोज चलता है 8 घंटा अच्छा 8 आवर्स पर डे तो टोटल टाइम कितना हो गया 30 दिनों का पूछता है आपसे कॉस्ट क्या आएगी पैसा कितना लगेगा 30 दिनों तक फ्रिज चलाने का कितना पैसा लगेगा तो र दे रखा है पर किलोवाट हम एक काम करते हैं पहले टोटल टाइम निकाल लेते हैं भाई टोटल पावर है 400 वाट टोटल टाइम कितना है आ घंटे पर डे है और 30 दिन रोज के हैं डे से डे कट गया 8 च कितना आ गया ती कितना आ गया 24 240 आवर्स कितना टाइम लग रहा है 24 घंटे लग रहे हैं और पावर कितनी या 400 वाट है ठीक है ना तो एनर्जी निकालेंगे हम p * t करके तो पावर आएगी 400 डिवाइड बा 1000 इंटू में टाइम आएगा कितना 240 घंटे ठीक है जी हमने क्यों डिवाइड किया 1000 से ताकि किलोवाट में कन्वर्ट हो जाए तो तीन जीरो से हम ती जीरो उड़ा दें उड़ गए तीन जीरो तीन जीरो दिए उड़ गए तो 24 * 4 कर लेंगे अब 24 * 4 कितना आएगा 4 4 16 और 4 दनी 96 हो जाएगा है ना 24 च 96 होता है 96 किलोवाट आर आ गया बेटा देख रहे हो देख रहे हो हज से डिवाइड क्यों किया वाट में था किलोवाट में कन्वर्ट करना जरूरी था आर में क्यों आया क्योंकि आपने पहले से दिया हुआ था इसलिए आया ठीक है ना आ में तो पहले से दिया हुआ था ठीक है और टोटल टाइम हमने निकाल लिया था तो ये आ गया 96 किलोवाट 96 किलोवाट आर दिस इज द टोटल एनर्जी है ना ये क्या है ये टोटल एनर्जी है यह टोटल एनर्जी है अब हमको पता है कि भा न किलोवाट आर जो होता है इट इज न यूनिट एक किलोवाट आर का मतलब होता है एक यूनिट य लिख देता हूं न किलोवाट आर मतलब वन कमर्शियल यूनिट ठीक है का खर्चा दिया हुआ है रप ठीक है का खर्चा कितना दिया हुआ रप तो 96 किलोवाट आ का कितना खर्चा बनेगा 96 नती 6 3 18 त 27 28 288 कितना रुपया आ गया भाई 288 आ गए 288 88 आ गए इस तरीके से हमेशा बिल निकाला जाता है बेटा ठीक है समझ में आया तो भाई इसी के साथ हम अपने इस 56 स्लाइड वाली पीपीटी के अंत में आ गए हैं और इस चैप्टर को हम यहीं पर समाप्त करते हैं हां मुझे आपको फार्मूला शीट जरूर देनी है तो यार एक बार फार्मूला शीट ले ले ले लो आप मुझसे ठीक है उसके बाद हम क्लास को एंड करते हैं तो भाई सबसे पहला फार्मूला जो आपने पढ़ा था वो पढ़ा था q इ ट एनी टाइजन का फॉर्मूला था अगला फार्मूला आपने करंट का पढ़ा था q / बा t फिर आपने वोल्टेज का निजी फॉर्मूला पढ़ा वर्क डन अपॉन में चार्ज फिर वोल्टेज और करंट को जोड़ने वाला फार्मूला पढ़ा आपने v = ira1 + r2 + r3 करके है ना ऐसे ही आपने पैरेलल केली भी निकाला 1 / rp1 / r1 + 1 / r2 ् 1 बा r3 करके ठीक है ना उसके बाद आप आते हो फिर पावर पर पहले एनर्जी पर जूल्स लॉ ऑफ हीटिंग इज i स् आटी फिर एक और फार्मूला हमने देखा था v स् बा r * t फिर एक और फार्मूला हमने देखा था v है ना तो ये सारे फार्मूले कहां से आए थे ये सारे फार्मूले पावर की वजह से आए थे और एनर्जी और पावर के बीच में जो रिश्ता है वो है p * t का पुराना रिश्ता है नाइंथ क्लास का रिश्ता है ये तो p * t पावर के तीन फार्मूले थे एक था v एक था v स् ब r और एक था i स् r 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 कितने फॉर्मूले हैं भाई 14 फॉर्मूले ठीक है आपने अपनी आंखों के सामने रखने हैं है ना अपनी राइटिंग में लिखोगे बहुत अच्छी बात है मेरी राइटिंग का प्रिंट आउट निकालने का कोई ज्यादा खास फायदा आपको मिलने वाला नहीं है ठीक है तो इसी के साथ आज के इस लेक्चर को हम लोग करते हैं समाप्त है ना तो फिर आप कमेंट में ये लिखोगे कि भैया हैं 6 घंटे का लेक्चर था और उसको सर जी ने हैं ढाई घंटे तीन घंटे के अंदर स्क कर दिया दिस इज द आर्ट ऑफ स्कवीजिंग जो मुझको आती है तो है ना तो भाई इसी के साथ हम लोग आपसे लेते हैं विदा होप फुली मैंने आपको जो चीजें समझाई है वो आपके समझ में आई होंगी है ना मैं कंट्रीब्यूट कर पाया हूं कुछ वैल्यू ऐड कर पाया हूं आपकी लाइफ के अंदर इस चैप्टर को पढ़ा करके बहुत ही हैवी डिमांड थी भाई है ना तो अगर अगर अगला चैप्टर मैग्नेटिक इफेक्ट्स ऑफ करंट की भी डिमांड है तो वो भी लिख दीजिएगा और कैसा लगा आपको यह वाला लेक्चर वन शॉट पढ़ना सब चीजें इंक्लूड करी गई है थ्योरी विद न्यूमेरिकल हर एक चीज को प्रैक्टिस मैंने अपने हाथ से करवाया एक दो चीजें आपको होमवर्क में भी दी है करने के लिए है ना तो भाई ये कंप्लीट पैकेज यह लेक्चर आपके लिए रहा या नहीं रहा कैसा साबित हुआ जरूर लिखेगा कमेंट सेक्शन के अंदर नेक्स्ट लेक्चर हम लोग मैग्नेटिक इफेक्ट्स के ऊपर रखेंगे तब तक के लिए टेक केयर टाटा बाय बाय