इलेक्ट्रोस्टेटिक्स का विस्तृत अध्ययन

Aug 30, 2024

इलेक्ट्रोस्टेटिक्स का अध्याय

परिचय

  • इलेक्ट्रोस्टेटिक्स का मतलब चार्ज के स्थिर गुणों का अध्ययन करना।
  • चार्ज: किसी भी वस्तु का वह गुण जो उसे इलेक्ट्रिक और मैग्नेटिक प्रभाव उत्पन्न करने की क्षमता देता है।

चार्ज की विशेषताएँ

  • चार्ज एक स्केलर मात्रा है: यह किसी दिशा से स्वतंत्र है।
  • दो प्रकार के चार्ज:
    • पॉजिटिव चार्ज
    • नेगेटिव चार्ज
  • उदाहरण:
    • इलेक्ट्रॉन: -1.6 x 10^-19 कुलाम (नेगेटिव चार्ज)
    • प्रोटोन: +1.6 x 10^-19 कुलाम (पॉजिटिव चार्ज)

चार्ज की गणना

  • चार्ज की मात्रा हमेशा इंटीजर गुणांक के रूप में होती है:
    • Q = n * e (जहाँ e = 1.6 x 10^-19 कुलाम)
    • n एक पूर्णांक है।

चार्ज के व्यवहार

  • समान चार्ज एक दूसरे को रिपेल करते हैं जबकि विपरीत चार्ज एक दूसरे को अट्रेक्ट करते हैं।
  • चार्ज की स्थिति उसकी वेलोसिटी पर निर्भर नहीं करती।
  • एक आइसोलेटेड सिस्टम का नेट चार्ज हमेशा सुरक्षित रहता है।

चार्ज की अवस्थाएँ

  1. चार्ज पार्टिकल रेस्ट पर है:

    • केवल इलेक्ट्रिक प्रभाव उत्पन्न करेगा।
    • मैग्नेटिक प्रभाव नहीं उत्पन्न करेगा।
  2. चार्ज पार्टिकल स्थिर गति (Constant Velocity) से चल रहा है:

    • इलेक्ट्रिक और मैग्नेटिक प्रभाव दोनों उत्पन्न करेगा।
    • इलेक्ट्रिक और मैग्नेटिक बलों का अनुभव करेगा।
  3. चार्ज पार्टिकल परिवर्तित गति (Variable Velocity) से चल रहा है:

    • इलेक्ट्रो मैग्नेटिक रेडिएशन उत्पन्न करेगा।

उपसंहार

  • इलेक्ट्रोस्टेटिक्स चार्ज की स्थिरता और उसके प्रभावों का अध्ययन है।
  • चार्ज की विशेषताएँ और उसके व्यवहार को समझना महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से जेईई जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए।