हेलो एंड जहीं सुने वेलकम टू योरों चैनल येस आफ्टर लॉन टाइम आई हैव डिसाइडेड टू बी लाइव चलिए आपका प्यार मिल रहा था धेर सारे मैसेज आ रहे थे तो इसीलिए सोचा चलिए मिलते हैं लाइव और आज सुपर स्पीड से इकनॉमिक्स के चैप्टर को पढ़ना चाहते हैं बस एक काम करिए चैप्टर का नाम लिखिए और आगे लिख दीजिए बाय स्टार कॉमर्स क्यों स्टार कॉमर्स क्यों क्योंकि सर तरुन रुपानी कॉमर्स तो चलिए आज करते हैं डेफिनेशन ऑफ इक्नॉमिक्स को एक सुपर स्पीड के साथ चलिए फट फिरिश करेंगे इस चैप्टर को सबसे पहला वर्ड आएगा यह सर इक्नॉमिक्स है क्या दो शब्दों से मिलकर दो ग्रीक वर्ड से मिलकर बनाया पहला वर्ड है इकॉस यहां ओआई के ओएस ओएकॉस जिसका मतलब होता है हाउसओल्ड और नूमॉस तो ओएकॉस और दूसरा वर्ड है नूमॉस नूमॉस मतलब मेनेजमेंट सो मेनेजमेंट आफ हाउसओल्ड या क्योंकि economics आज से नहीं पढ़ाया जा रहा है, हजारों हजारों साल से economics पढ़ा जा रहा था, उसको political science के रूप में पढ़ा जा रहा था, तो economics जब भी बात करते हैं, तो social science की बात करते हैं, इनसान की study की बात करते हैं, क्योंकि इनसानों ने बहुत सारे questions, बहुत सारे problems को बह उनके पर आप स्ट्रॉब्लम थी सर्वाइवल की उनके पास प्रॉब्लम थी फूड की और बाद में जब फूड मिलने लगा उनका सर्वाइवल इजी हो गया फिर पॉपुलेशन ग्रोथ की प्रॉब्लम हुई तो इस तरह से हर समय कुछ न कुछ क्या आते रहे क्वेश्चन या चेलेंजेस आते रहे तो कैसे डेवलप हुआ यह इकनॉमिक एज़ असब्जेक्ट यह इकनॉमिक थॉट कैसे आया तो थोड़ा सा पीछे चलेंगे तो जब इकनॉमिक की बात करते हैं तो मैंने का इकनॉमिक क्वेश्चन वेन वेयर बॉट कि अनुख आप चुट्टी प्रोड्यूस फॉर हूं टू प्रोड्यूस जब यह क्वेश्चन साते हैं तो यह क्वेश्चन बहुत समय से इंसानों के दिमाग में है इंसान इसका क्वेश्चन का अंसर खोज रहा है और प्रीस टाइम से मतलब जब इंसानों को दिखना भी नहीं आता था तब से इकनॉमिक्स के क्वेश्चन रहते थे पर नाम इकनॉमिक्स नहीं था उस समय आईक्नॉमिक्स नहीं कहकर उसका नाम होता था पॉलिटिकल इकनॉमिक्स और आपको बताएं कि जैसे economics को पढ़ रहे थे तो economics को एक separate subject के रूप में नहीं पढ़ रहे थे बलक��� economics को as a logic, psychology, politics, ethics इसकी तरफ पढ़ते थे Aristotle नाम के एक महान Greek philosopher थे इनको कहा गया है first economist ऐसा माना जाता है कि दुनिया का सबसे पहला economist कौन थे? Aristotle और Aristotle जी नहीं बताया कि economics क्या है? इकनॉमिक्स इज साइंस ऑफ मैनेजमेंट ऑफ फैमिली एंड स्टेट्स तो आज हम जैसे-जैसे मतलब कह सकते हैं ना इन डेवलप्ड हो रहे हैं तो हमने डेफिनेशन को क्या किया कई रूप में बदला तो इकनॉमिक्स की डेफिनेशन इतनी ज्यादा आ गई है कि अब इवन की इसने कह दिया है हां हमारे एक अपने नॉमिस्टर की इन्होंने कहा कि पॉलिटिकल इकनॉमी जिसको इकनॉमिक्स कहते हैं इस सेट टू है स्ट्रैंगल इटसेल्फ विड डेफिनेशन इतनी डेफिनेशन जो गई है कि बाड़ आ गई डिफिनेशन स्किन स्ट्रैंगल वैसे होता है किसी को दबा देना राइट का अलाकि चार को यह चार कह सकते हैं स्टेज में डिफिनेशन को बाटा गया पहली स्टेज है वेल्थ डिफिनेशन जो कि सबसे पहले के इक्नोमिस्ट जिसम क्लासिकल इक्नोमिस्ट कहते हैं उन्होंने डिफिनेशन क्लासिकल इक्नोमिस्ट जैसे एडम स्मिथ समझ गए फादर ऑफ दी इक्नोमिक्स तो वहां से शुरू होती है बात करते हैं सबसे पहले वेल्थ डेफिनेशन की जो कि इक्नॉमिक्स के फादर एडम स्मिथ ने दी थी और इक्नॉमिक्स का एक्जांपल दे दूं तो जेस मिल रिकार्डो क्या इन्होंने माना है इन्होंने माना कि वेल्थ ही इक्नॉमिक्स का सबसे में फोकस है क्या करना वेल्थ जनरेट करना तो यो क्या कोट में कर दीजिए ठीक है एकदम से याद करिए अब आईएगी इस डेफिनेशन के कुछ फीचर तो इकनॉमिक्स बात करता है स्टडी ऑफ वेलफेयर की स्टडी ऑफ वेल्थ की पहली डेफिनेशन वेल्थ डेफिनेशन है तो वेल्थ की बात करता है वेल्थ का मतल वह जो असेट्स आप पोजेस करते हैं लेंड बिल्डिंग प्लांड मशीनरी फार्म्स यह सब आपके क्या है वेल्ट है तो वेल्ट की स्टडी करना वेल्ट डेफिनेशन है इस उनली द डेफिनेशन ऑफ इक्नॉमिक्स इसीलिए यह पहला फीचर है दूसरा कॉजेस ऑफ वेल्ट आपने डेफिनेशन पड़ा था नेचर एंड गॉजेस ऑफ वेल्ट तो कॉज वेल्ट वेल्ट आई कहां से इंसान ने वेल्ट अक्कॉएयर या अक्कॉमिलेट कहां से किया इसकी स्टडी करने को भी इक्नॉमिक्स कहते हैं कि यह मैंने कहा सबसे पुरानी डिफिनेशन अब आता है इकनॉमिक्स में जब हम सिर्फ बैल्ट की सड़ी कर रहे हैं तो इंसान सिर्फ हाई पैसा कहां से आएगा पैसा सिर्फ इसको सोचता है वह वेलफेयर की बात नहीं करता है सिर्फ क्या करना चाहता है बस पैसे अर्म करना चाहता है तो इंसान लालची हो चुका है सिर्फ अपना भला अपना फायदा सोचना चाहता है वह भी मटीरियल वेलफेयर सोचना चाहता है ठीक है तो यह economic man है जिसकी वो study करते थे तो यह हो गए तीन features of the wealth definition बात करेंगे इनके बुराईयों की क्योंकि wealth definition बहुत narrow definition है कह सकते हैं सिर्फ और सिर्फ किसकी बात कर रही है जो possess करते हैं जो assets अम possess कर रहे हैं उसकी बात करती है और पहला ही criticism यह है कि too much emphasis on materialism कि इतना बुराई हुई उनकी जो समय के मॉडर्न थिंकर से जिस समय लिखी गई थी डेफिनेशन तो उन्होंने कहा कि इक्नॉमिक्स पिग साइंस है इक्नॉमिक्स डिस्मल साइंस है यहां की ब्रेड एंड बटर साइंस है या गॉस्पेल ऑफ मैमोन मतलब बहुत बुराई की गई क्योंकि इक्नॉमिक्स सिर्फ हाई पैसा वेल्थ कमा लो बस लैंड बिल्डिंग आप टी जनरेट कर लो बस यही समझा गया था तो बहुत बुराई हुई समय क्योंकि अ इक्नॉमिक्स को सिर्फ और सिर्फ मटीरिलिजम से जोड़ा गया something which is connected to earning livelihood only जबकि बहुत सारी ऐसी चीज़ है जो हमें चाहिए जीवन में खुश रहने के लिए wealth मतलब धन दौलत मतलब जाइदाद इससे खुशी मिलती है क्या नहीं यही इनका कहना था इनका कहना था खुशी, love, affection relationship ये भी इनसानों के लिए बहुत जरूरी है ठीक है इसलिए इनकी बुराई हुई पहला बुराई हो गई कि टू मच इंफेसिस आफ मेटरियलिजम दूसरी बुराई क्या है तो सगरिजम क्या है वेल्थ डिफिनेशन का नेरो व्यू ऑफ इक्नॉमिक्स नेरो अथात बहुत संतित नजरियां देखा गया बहुत सारी चीजों को इंक्लूड नहीं किया गया कहा गया बस वह चीजें इंक्लूड करो जिसका मटीरियल वेल्डिंग से मतलब है जिसके जिसके फायदे से जिसको बैल्ट से जोड़ा जा सके जिसका ऐसे से कोई मतलब हो मतलब नोन मटीरियल गुड्स या सर्विसेस अब क्या हमें हेल्प नहीं चाहिए क्या हमें हमारी है तो सिर्फ और सिर्फ क्या इंक्लूड किया गया मटीरियल चीजें टेंजिबल चीजें को इंक्लूड किया गया इन टेंजिबल चीजों को नहीं इंक्लूड नहीं किया यह बड़ी कमी है और तीसरी और आखिरी वैसे मैंने कहा आपको पॉइंट ज्यादा नहीं याद करने है तीन तीन आप मेरिट्स या उसके फीचर्स और तीन डिमेरिट करेंगे उससे ज्यादा नहीं करेंगे क्योंकि यह लॉन्ग क्वेश्चन में आने वाला चैप्टर है और आपको आपके क्वेश्चन पेपर में इसमें से लॉन्ग क्वेश्चन शूर शॉट आएगा है यह मैं कह रहा हूं यह चेप्टर इंपोर्टेंट है शोर आना है इसमें से लॉन क्वेश्चन तो इंसान को क्या किया गया इंसान को सेकंडरी प्लेस दी गई है मतलब इंसान ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है उसकी वेल्थ ज्यादा इंपोर्टेंट है यह इसकी बहुत बड़ी कभी ठीक है ना क्योंकि मैंने को मैंने को माना गया कि वह सिर्फ क्या करता है इंटरेस्ट करना चाहता है अपना पाइडा मतलब इकनॉमिक मैन मतलब ऐसा मैन जो सिर्फ हाई पैसा करता रहता है यह इसकी बहुत बड़ी कमी है तो यही कमी को बताया किसने एलफ्रेड मार्शल ने मैडम स्मिथ की जो क्रिटिस्टम थी वो उसके बाद वाले इकनॉमिस्ट एडम स्मिथ की इकनॉमिस्ट की डेफिनेशन का विरोध किया किसने एलफ्रेड मार्शल ने उन्होंने कहा कि अल्टिमेट अब्जेक्टिव इकनॉमिक्स का क्या है ह्यूमन एंड सोशल वेलफेयर ह तो वेलफेयर के लिए क्या चाहिए वेल्थ तो वेल्थ चाहिए बट एज अब मीन्स ऑफ वेलफेयर तो उनकी डिफरेशन आजाएगी और नया कंसेप्ट आ जाएगा कहेंगे हम लोग वेलफेयर डिफरेशन आफ इक्नॉमिक्स तो जिन्होंने इसका पोज किया उन्हीं की अब डिफरेशन आ जाएगी तो अब सेकंड डिफरेशन आ जाएगी वेलफेयर डिफरेशन जिसको दिया पादर एलफ्रेड मार्शल न चुंगावल नहीं नहीं यहां पर बात कर रहे हैं वेलफेयर डेफिनेशन इसको याद करना है एज इट इज जब आपको डेफिनेशन वर्ड बोला जाएगा कहा जाएगा डिफाइन प्लीज डू नॉट अल्टर द वर्ड नहीं चेंज कर यह शब्दों को एज याद कर लीजिए सो इकनॉमिक्स इस्टेडी ऑफ मैनकाइन इन ऑर्डिनरी बिजनेस ऑफ लाइव मतलब इंसानों की स्टेडी करना उनके डेटूडे बिजनेस में याद रखेगा डेटूडे बिजनेस मतलब होता है वह सारे काम करना अ जिससे वह इनकम और नियाद स्पर्ट करता है या दीजिएगा तो ऑर्डनरी बिजनेस ऑफ लाइफ की स्टडी करता है एक्जामिन करता है देट पार्ट ऑफ द इंडिवीजुअल एंड सोशल एक्शन विच इस क्लोजली कनेक्टेड विद अटेनमेंट एंड यूज आफ मटीरियल रिक्विजिट्स ऑफ वेल्बिंग कैसे वह मटीरियल रिक्विजिट्स अरेंज करता है नहीं चेंज करना है कैसे वह मटीरियल वेल्बिंग क्या करता है अरेंज करता है इसको वह स्टडी करता है और क्या करता है इट इस आप वह अनुसार व्यक्ति और अनुसार व्यक्ति देखें तो देखा एक तरह से एलफ्रेड मार्शल जी ने क्या किया चलाकी से व्यक्ति डिफिनेशन को अभी कुछ हिस्सा चुरा लिया का कि सडी अब व्यक्ति और एक नई चीज जो ने कही वह सडी अफ मैं तो दोनों की तो काना सडी ऑफ मैन देखो सडी ऑफ मैन देखा चलाकी से अब तुम लोग भी अपनी रखेशन बना लेना क्या कहते हो अकॉर्डिंग टू रॉक स्टार डेफिनेशन ऑफ इक्नॉमिक्स नहीं नहीं जोक्स अपार्ट आगे बढ़ते हैं तो वेलफेयर है स्टडी ऑफ मेन का इन्हां इस टडी ऑफ मैं तो यहां पर मैंन को इंसानों को क्या कर दिया गया इंपोर्टेंट पोजीशन दे दी गई है क्योंकि दोनों चीजें इंसान भी जरूरी है तो वेल्थ भी जरूरी है दोनों चीजें स्टडी ऑफ वेल्थ करना है मटीरियल मटीरियल पोजेशन का भी सडी करना है और इंसान का भी सडी करना है यहां से यह देखना है कि जो मार्शल जी ने कहा एलफरेड मार्शल की बात कर रहे हैं कि इट इज अ स्टडी ऑफ मैन विच ऑकीपाइज दी सेंट्रल स्पेस तो मैन को सेंटर कर दिया गया ठीक है वेल्थ वेलफेयर को बाद में ठीक नेक्स्ट है इस टड़ी ऑफ मैन या स्टडी ऑफ ऑर्डनरी बिजनेस ऑफ लाइफ इसका मतलब क्या है कि इंसान को सिर्फ वजह बिजनेस करते हैं नहीं इंसान तो सोशल भी है पॉलिटिकल भी है लीगल भी है इकनॉमिक भी है क्यों है यह सोशल हो गया पॉलिटिकल मतलब बताया वोट करना इकनॉमिक मतलब बिजनेस करना अ कोई earn करने वाला काम करना जैसे job करना तो यहाँ पर ordinary business of life का क्या मतलब है वो सारे actions study करना जो concerned है income earning से या income spending से आपके social, religious, political actions को study नहीं करना तो इंसान की study करना है पर इंसान के सिर्फ और सिरिफ वो बिजनेस आफ लाइफ के काम को स्टेडी करना है मतलब वो जो काम कर रहा है जैसे एक वेक्ती है वो एक टीचर है तो टीचर है तो वो स्कूल जा रहा है सेलरी कमा रहा है तो उस सेलरी का खर्च करना है अब वो सेलरी कहाँ खर्च कर रहा है राशन खरीद रहा है बिजली का बिल दे रहा है रेंट भर रहा है तो income earning और income spending of an ordinary man इसकी स्टेडी करने को कहते है economics समझ में आया है न अंतर कि क्या कहते हैं एन डिफरेंस चलिए आगे बढ़ते हैं तो इक्नॉमिक्स मैंन को अब सेकेंडरी पोजीशन न देकर के प्राइमरी पोजीशन देता है वेलफेयर डिफरेंशन ठीक अब किसी बात करते हैं थर्ड पॉइंट है स्टडी और मटीरियल वेलफेयर यहां पर भी मैंने कहा मटीरियल चीजों को मटीरियल मतलब टेंजिबल चीजों को वह जिसको आप छूज सकते हैं तो मार्शल का मानना था कि इंसानों को मटीरियल वेलफेयर जो है उनका मेन कंसर्न सर मटीरियल वेलफेयर आपको गाड़ी चाहिए आपको मोबाइल चाहिए आपको बंगला चाहिए क्या कहते हैं तो यह आपका मटीरियल वेलवींग का चीज है तो इक्नॉमिक्स को टोटल ह्यूमन वेलफेयर से मतलब नहीं है क्या कीवर्ड है टोटल ह्यूमन वेलफेयर से मतलब नहीं है सिर्फ मटीरियल वेलफेयर से मतलब है ठीक है यह इनकी है तो पॉइंट पर डिमेरिट में आ जाएगा फिर आएगा इंफेसिज ऑन रिक्विजिट्स ऑफ वेलवींग इंसानों की requisites को पता करना मतलब requirements को पता करना इंसानों के requirements क्या है क्या क्या चाहिए जिससे उनका well-being हो जाएगा है तो वेलबींग के लिए सिर्फ और सिर्फ मटीरियल चीजों को लिया जा रहा है अब खाना चाहिए कपड़ा चाहिए शेल्टर चाहिए यह तीनों क्या चाहिए इंसानों को चाहिए चाहिए यह इनके इंसानों की बेसिक नीड जाए तो इंसान आप से पहले फुलफिल करता है फर्स्ट टिंग रोटी कपड़ा मकान हां और उसके बाद क्या करना चाहता है उसके बाद और एडवांटेज ऑफ कंफर्ट लगे लगा चाहिए तो इसकी सर्टिंग करना वेल बिंग सर्टिंग करना ठीक है यह हो गया कि इनकी डेफिनेशन के करेक्टर स्टिक्स या फीचर्स अब आ रहा है डीमेरिट्स या क्रिटिसिजम तो इनको क्रिटिसाइज करना है मतलब इनकी कमियां कोजना है पहली कमी है इकनॉमिक्स को एज़ आ सोशल साइंस माना यह बहुत बड़ी कमी है इनकी डेफिनेशन में वर्ड है कि इकनॉमिक्स सोशल साइंस है मतलब उस इंसान की सर्टी करना जो सोसाइटी में रहता है जैसे आप और मैं आप हां भाई मैं और आप सोशल है पर क्या वह इंसान जो पहाड़ों में रहता है अकेली रहता है कि आपने किसी ऐसे व्यक्ति का नाम सुना है जो किसी एक अकेली आईलेंड में रहता है मतलब यूमन साइंस तो यही इसकी सबसे बड़ी कमी है यहां इन्होंने इक्नॉमिक्स को एज़ एस सोशल साइंस माना एक्चुली में इक्नॉमिक्स सोशल साइंस नहीं है यूमन साइंस है क्योंकि इंसान भली सुसाइटी में रहे यहां अकेला रहे किसी के साथ न रहे जैसे आपने एक नॉवल पढ़ी होगी ना जिसमें एक व्यक्ति रॉबिंसन क्रूसो होता है वह एक आइलेंड में रह जाता है फस जाता है और उसका जीवन वहीं बीत जाता है अकिला रहता है सुंसान आइलेंड में उसकी शिप रेक हो जाती है याद है तो क्या उनसे इंसान का जीवन रहना हुमन साइंस है कि नहीं हुमन स्टडी है तो इकनॉमिक्स को क्या कहा गया स कि यह का दिमेरिट हो गया हां मैंने कहा ना आरेक का मेरिट मतलब फीचर्स भी आने चाहिए और दूसरा क्रिटिजिशम आना चाहिए कितने तीन-तीन पॉइंट से ज्यादा मत करो ज्यादा पॉइंट दिए भी है तो आप तीन कर लो जो तीन इजी लगे कर लो जो एडम स्मिथ का विरोध किया था वो था एलफरेड मार्शल अब एलफरेड मार्शल का कौन विरोध कर रहा है प्रोफेसर लाइनल रॉबिंस इन्होंने बताया कि इंसान की एक्टिविटी इक्नॉमिक या नॉन इक्नॉमिक नहीं हो सकती इट कैनॉड बी डिस डिस्टिंग्विश्ट इट कैनोट बी सेपरेटेड बिकॉस ऐसा करना अन सैंटिफिक इल लॉजिकल इल्यूजिनरी है किसी न किसी रूप में हमारी हर एक्टिविटी का इकनॉमिक एसपेक्ट यह था प्रोफेसर रॉबिंस का कहना नतीजा यह भी इसकी बुराई हो गई कि क्लासिफिकेशन अपेक्टिविटीज करना ठीक नहीं है पीसरा अ कि इसका क्रिटिजम तो मटीरियल मटीरियल एसपेक्ट इन्होंने भी क्या कहा इंसान की स्टडी करना है बर सिर्फ कौन सी स्टडी करना है मटीरियल जहां पर चीज आती हूं मतलब क्या इंसानों को सिर्फ मटीरियल चीजों की खुशी मिलती है क्या लाइफ का है पी होना जरूरी है कि लाइफ का चीजें मित मटीरियल होना जरूरी है यह था क्वेश्चन मतलब बहुत सारे चीजें है जो हमें चाहिए अ जैसे टीचर की सर्विस चाहिए डॉक्टर की सर्विस चाहिए लॉयर की सर्विस चाहिए सुचिए आप बीमार है तो क्या होगा आपको सिर्फ और सिर्फ मोबाइल दे दिया जाए तो आपकी बीमारी दूर हो जाएगी क्या कहते हो हाँ भाई तुम्हारी तब ठीक नहीं है कि एक और डिमाइरेट चार कर दिया करना आपको तीन याद है मैं बता चाहूं आप तीन याद करिएगा ठीक है चलो देखते हैं तो इक्नॉमिक्स को माना गया कि इक्नॉमिक्स एक लिमिटेड चीज की काम है एक लिमिटेड स्कोप एक्नॉमिक्स का वह कैसे जैसे एक्सांपल दिया गया कि इक्नॉमिक्स जो है वह इक्नॉमिक वेलफेयर से डिल करती है मतलब जो काम क्या हो लोगों का बढ़ावा करती है पर एक्सांपल दे रहा हूं शराब बनाना सिगरेट बनाना अ कंपनी तो बना रही है, बड़ी-बड़ी कंपनी है, शराप, सिगरेट बना रही है, तो इससे किसी का भला कहा हो रहा है, कितने लोग शराप पी करके, सिगरेट पी करके, रोज एक्सिडेंट में मारे जा रहे हैं, और कितने सारे क्राइम हो रहे हैं, शराप पीने के बाद, इसीलिए इक्नोमिक्स का स्कोप restricted है production of many goods कि बहुत सारे गुड्स है तो इक्नॉमिक एक्टिविटी याद रखेगा प्रोडक्शन करना इक्नॉमिक एक्टिविटी है पर यह बट जरूरी नहीं है कि वेलफेयर करते हो इट इस नॉट इंपोर्टेंट देट डू वेलफेयर दिमेहाम ऑल्सो ठीक है चलिए तो अब इनकी बुराई बताने वाले जो साइंटिव एक्नॉमिस्ट थे वह थे प्रोफेसर लाइनल रॉबिंस एडम स्मिथ की बुराई बताइए मैंने बताया एलफ्रेड मार्शल ने एलफ्रेड मार्शल की कमियां को क्रिटिसाइज किया अ प्रोफेसर लाइनल रॉबिंस ने और लाइनल रॉबिंस ने दिया scarcity definition अब scarcity definition as it is याद करिएगा तो क्या कहता है economics के बारे में कि economics is a science which studies human behavior as a relationship between ends and scarce means which have alternative uses जो definition में words हैं वही words इनके features में भी आ जाएंगे अब आप characteristics देखिए इसी से बनाएगे जैसे इसमें वर्ड है unlimited ends है ना ends तो हम जानते हैं ends मतलब होता है wants मेरी और आपकी कोई भी काम करने के पीछे कोई मकसद है हमारा कोई चाहत है और वो चाहत कैसी है unlimited मतलब ends मतलब human wants और हम जानते है human wants infinite है कभी खतम न होने वाली है keep on multiplying है सही बात है दूसरा है scarce means यह भी definition में था scarcity definition scarce मतलब कि समझिए विच इस लेसर इन क्वांटिटी मतलब जो चीज भी कम उसके से नहीं इन कंपेरेजन टू सप्लाई डिमांड जो है यह जैसे कोई चीज की मांग तो की जा रही है पर उसकी सप्लाई नहीं है तो कहते थे स्केर से तो सप्लाई कम है है और डिमांड ज्यादा है किसकी बात कर रहे हैं मीडियो की अभी मीडियो क्या होते हैं मीडियो तो स्केर से प्रोडक्शन करने के लिए चार मीन्स की जरूरत पड़ती है चार प्रोडक्टिव रिसोर्सेस की जरूरत पड़ती है लैंड लेबर कैपिटल और एंट्रप्रेइनियोर या एंटरप्राइस तो ये लोग क्या है स्केर्स है क्या ये कम मातर में उपलब्द है इनकी डिमां� कई सारे कामों में आ सकते हैं मतलब अल्टरनेटिव यूज जैसे एक्सांपल दूं लेंड है आपके पास अब आपके पास लेंड है एक प्रोडक्टिव रिसोर्स अब आप उसमें खेती कर सकते हैं आप चाहें तो उसमें अपना मकान या घर बना सकते हैं आप चाहें तो उसको बिल्डिंग बना कि अपार्टमेंट बना करके गिराय पर चड़ा सकते तो आप बहुत सारा चीजें कर सकते हैं उस एक रिसोर्स से तो यू है बन रिसोर्स यू है वन प्रोडक्टिव रिसोर्स एंड यू कैन पुट टू मिल्टिपल यूजेस आइए बात करते हैं, Merits of the Scalesty Definition, अच्छी डिफिनेशन है बहुत, Lionel Robbins की डिफिनेशन, Scalesty Definition अच्छी मानेगे, थर्ड डिफिनेशन है याद रखेगा, तो इसमें बताया गया है कि जो Economic Problems हैं, उसका Explanation दिया गया है, Economic में, Economic Problems आती हैं, इंसानों की Needs, और वो Needs कैसी हैं, Unlimited हैं, और इस needs को पूरा करने के लिए जो resources है वो है limited तो इन्होंने जो definition दी है इन्होंने जो problem बताई है इंसानों की कि इंसानों के पास हमेशा scarcity रहेगी मेरे और आपके पास हर वक्त scarcity है तुम्हारे पास पूछता हूँ तुम्हारे पास कितने dresses है तुम्हारे पास कितने mobile है तुमको कि सर बहुत कम है सर और होते तो कितना अच्छा होता क्या कहते हो कोई चीज पूछूंगा क्या कोई अनलिमिटेड तुम्हारे पास है क्या कहते हो सिवाय अनलिमिटेड दुख के अनलिमिटेड टेंशन के और सब कुछ नहीं है तो चीजें हमारे पास क्या है जोक सपाड चीजें हमारे पास क्या है हमेशा लिमिटेड रही है तुम्हारे मे मेरे पास 500 करोण रखे हैं चाहिए क्या आपको तो तुरंत तुमसे लेकर हां हां बेटे हमको इस फलाना प्रोजेक्ट में पैसा लगाना है मतलब क्या कहना चाहता है कि येस इकनॉमिक रिसोर्सेस अभी भी जितने भी होने के बावजूद भी उनके पास कम है जिसके पास ज दूसरा है universal problem यह problem है आपकी अकिली नहीं है scarcity सिर्फ तुमारी problem नहीं है पूरे दर्ती में पूरे universe में problem है तो scarcity is always there रिच हो पूर हो traditional economy हो modern economy हो scarcity is always there next है human science की study करता है यह बहुत अच्छा point है Lionel Robbins ने economics को as a human science माना है और यह इसलिए जरूरी है क्योंकि इकनॉमिक्स सोशल साइंस नहीं है यूमन साइंस सरस का मतलब इकनॉमिक्स स्टडी करती है इंसानों के बारे में हाउ ही एंस हाउ ही मेक यूज आफ दिस के रिसोर्स वेदर लिव न सोसाइटी और वेदर लिव अलोड ठीक है इसलिए ज्यादा जरूरी है बेटर डेफिनेशन है आइए अभी तक तो अच्छा ही बता उसके features बता रहे हैं अब बुराई है आओ इनकी बुराई scarcity definition की बुराई है तो अब इसके बाद जो आने वाले हैं economist उनका नाम है सेम्यूल सर प्रोफेसर सेम्यूल सर ठीक है अब वो इनकी बुराई बताएंगे ठीक है ना अब criticism क्या है narrow view of the economics यहाँ पर economics को सिर्फ और सिर्फ क्या माना गया है scarcity के point of view से देखा गया है मतलब इन्होंने भी economics को क्या कर दिया है बहुत narrow कर दिया है एक point दिया narrow का कि economics को उन्होंने सिर्फ पॉजिटिव इकनोमिक्स की रूप में देखा है मतलब इकनोमिक्स क्या है एक पॉजिटिव साइंस है सरी पॉजिटिव साइंस क्या होता है पॉजिटिव साइंस जब बताते जब इकनोमिक्स को कंसिडर करते हैं व्हाट इज या व्हाट वास क्या है कीवर्ड सुनो व्हाट इज या व्हाट वास जब इस पर कंसिडर करते हैं तो इसे कहते हैं क्या पॉजिटिव इकनोमिक्स कि एक होता है नॉर्मेटिव एक्नॉमिक्स जब वह कहता है वह टू भी तो एक्चुली में एक्नॉमिक्स को इन्होंने सिर्फ और सिर्फ पॉजिटिव एक्नॉमिक्स माना है जो कि नेरो व्यू है एक्चुली में एक्नॉमिक्स नॉर्मेटिव एक्नॉमिक्स होती है जो बताती है क्या क्या हो सकता है वह शुद्ध भी और वह शुद्ध नॉट भी इसलिए इनका व्यू भी क्या हो गया नेरो हो गया मतलब इनकी डेफिनेशन नेरो डेफिनेशन अपनी नॉमिक्स है ठीक है अब आता है सब्जेक्ट मेटर कि हर चीजें क्या है लिमिटेड मात्रा में उपलब्ध है इनका कहना था कि नॉमिक्स सिर्फ सिर्फ किसले होती है क्योंकि चीजें स्केर्स मात्रा में उपलब्ध है स्केर्सिटी है सब जगह हर जगह क्या है स्केर्सिटी जबकि आपको पता दे कई बार एक्सेस भी इकनॉमिक प्रॉब्लम का कारण मनती है वर्ल्ड रिसेशन आया कि वर्ल्ड मंदी आई 1929 30 में वर्ल्ड की सबसे बड़ी मंदी आई 1929 क्यों इसलिए नहीं कि उसमें चीजें स्केर से बल्कि अबंडेंस था तो इनका जो सब्जेक्ट मेटर एक्नॉमिक्स का वह लिमिटेड है ठीक है एक तरह से कहें रुकीवी डेफिनेशन है यह जमानी के साथ से बदलतीवी डेफिनेशन नहीं है मतलब इनकी डेफिनेशन को ऐसा नहीं कहा गया है कि यह चेंजिंग वर्ल्ड के साथ जुड़ी हुई है इकनॉमिक्स को सिर्फ कंसर्न किया गया है प्रेजेंट इकनॉमिक प्रॉबलम्स से फ्यूचर की प्रॉबलम्स या आने वाले समय में जो प्रॉबलम्स आने वाली है उसको स्टडी नहीं करते हैं एक तरह से ठहरीवी definition है मतलब challenging situation के according future situation के according क्या होना चाहिए यह नहीं study करती है यह इसकी बहुत बड़ी कमी है और इन्होंने economics को क्या मना है as a science और कौन सा science सिर्फ science जबकि economics science और art दोनों है यह बहुत बड़ी कमी है इनकी Robinson ने economics को बोला सिर्फ science बट क्या ये 8 नहीं है?
नहीं ये कमी हो गई है, economics 8 भी है, clear? ये definition में गबर है, यह वाला point मैं discuss कर चुका हूँ कि सिर्फ problem scarcity से नहीं आती है, problem oversupply से भी आ जाती है, अब इनकी definition का विरोध किया था, इनकी कमिया, इनके points को criticize किया था, professor Samuel Sen ने और उनकी definition सबसे final और सबसे best definition मान है तो अब जो डिप्लेशन आ रही है उसको कोट में आप कर लीजिए एजिट इज याद कर लीजिए ग्रोथ ओरिएंटेड डिफिनेशन जिसको आप कह सकते हैं मोस्ट मॉडर्न डिफिनेशन है ठीक तो इपनामिक सिस्टेडी आफ हाउ पीपल एंड सोसाइटी चूज विद और विदाउट दी यूज आफ मणी टू इंप्लॉय दी स्केयर्स प्रोडक्टिव रिसोर्सेस विद हैस एल्टेंडिव तो जितना कुछ था definition में, सबकी definition को क्या कर दिया, इन्होंने मिला दिया, इन्होंने scarcity definition का भी इस्तमाल कर लिया, कहा कि चीजे स्केर्स मातरा में उपलब्द हैं, देखिए, alternative uses हैं, चीजे स्केर्स मातरा में उपलब्द हैं, वो भी use कर दिया, स्केटी definition की वेच्छाई ले ली, और ये भी बता दिया future के बारे में, कि कैसे इंसान आज अपने आसपास के रिसोर्सेस का बेस्ट यूज करता है और आने वाली जनरेशन के लिए ये फ्यूचर की बात करता है, सस्टेनेबल कंजम्शन की बात करता है। तो एक तरह से देखा जाये इन्होंने सब की खिड़ी बना दी और दी बेस्ट डेफिनेशन बना दी। अब इनकी डेफिनेशन का पहला पॉइंट पहला अच्छा ही क्या है कि इन्होंने एक्नॉमिक प्रॉब्लम्स पर इंफेसिस किया कि इक्नॉमिक एक्नॉमिक प्रॉब्लम की स्टडी करती है और प्रॉब्लम क्या है हमारी सबसे बड़ी प्रॉब्लम हमारे पास देर से सोर्स दियान से सुनिएगा दूसरी प्रॉब्लम हमारे पास अनलिमिटेड वांट यह एक्न� रिसोर्सेस कितने लिमिटेड है ठीक है यह सबसे बड़ी समस्या है और इन्होंने सही समस्या बताई दूसरा है लॉन्ग टम प्रॉस्पेक्ट क्योंकि उन्होंने फ्यूचर की भी बात की है इन्होंने कहा कि जो प्रॉब्लम है इसके बाती की वह आज की नहीं है आने वाली समय की भी है क्योंकि वांट समारी आज जो है वह कल कुछ और होंगी और तो इसका मतलब है यूमन वांट्स कीप्स ऑन चेंजिंग सो दी प्रॉब्लम्स ऑल्सो कीप ऑन मल्टिप्लाइंग एंड चेंजिंग तो इनकी डिफिनेशन ज्यादा बेटर है कैसे हम इस वांड्स को पूरा करें कैसे इन डिमांड्स की सर्विसेस को कैसे पूरा करें कैसे मीट करें यह भी बताता है तो इसकी डिफिनेशन ज्यादा एक्सेप्टेबल है इनका अप्रोज चेंज हो रही है जैसे-जैसे हम क्या कर रहे हैं समाने में चेंज हो रहे वैसे-वैसे इसका सब्जेक्ट कैसा है वाइडिंग भी सब्जेक्ट मेटर ऑफ एक्नॉमिक्स तो डाइनिक प्रॉब्लम्स ऑफ दिक्नॉमिक जो आने वाली चैलेंजेस है उसको भी सडी करता है और क्या खास बात है इनकी प्रॉब्लम इनकी डिफरेशन में यूनिवर्सल प्रॉब्लम सेमिल्सन की है रिसोर्स एलोकेशन का रिसोर्सेस है चार रिसोर्सेस के मात करते हमेशा चार फैक्टर्स के मेशा बात करते रिसोर्सेस है लिमिटेड है और इन रिसोर्सेस का अल्टेनेटिव यूज है यह जानते हैं बट इन रिसोर्स को कहां लोकेट करें किस समय रिसोर्स प्रदक्षन में लगेगा किस समय हां आपके पास आईरणोर है चीज एक रॉ मटीरियल है एक्सांपल देता हूं अब आईरणोर से आप क्या बना सकते हैं गंड बना सकते हैं आईरणोर से क्या बना सक दरवाजे बना सकते हैं, फैन बना सकते हैं, बहुत सारे जीजें बन सकती हैं, तो आपको कहां लगाना है? अब आप कहेंगे सर, दो ट्रूप में डिवाइट कर सकते हैं, एक सिविक गुड्स में, सिविलियन गुड्स में, और एक मिलिटरी गुड्स में, अब देश में वार चल रहा है, देश पे वार चल रहा है, किसी देश नहीं इंडिया पर हमला कर गया, बताओ क्या बनेगा प तो बनाएंगे विजाई बनाएंगे भाई गंग बनाएंगे उस समय जब देश में यूद चल रहा होगा तो देखा यह है सलूशन तो इनकी प्रॉब्लम जो है वह कैसी है वह डाइनमिक प्रॉब्लम की बात करता है प्रॉब्लम है कि किस तरीके रिसोर्सेस को यूज करेंगे ठीक है यह बताता है कंप्रेंसिव डेफिनेशन इनकी कंप्रेंसिव मतलब इट इंक्लूड्स ऑलमोस्ट एवरीथिंग सबको तो शामिल कर दिया वेल्थ बिड़ा शामिल कर दिया इंसान की सड़ी शामिल कर दिया रिसोर्स के यूटलाइजेशन की प्रॉब्लम स्केल तो सब्सक्राइब कर दिया इसीलिए इसे सबसे बेस्ट है ग्रोथ की भी बात करता है और बात करता है फ्यूचर के भी हाउ मैन एंड सोसाइटी कैसे यूज करेंगे इसीलिए इनकी डिफरेशन दी बेस्ट चलो बात करेंगे अब इक्नॉमिक्स के सब्जेक्ट मेटर की तो दो टाइप में इक्नॉमिक्स को ब्रॉडली क्लासिफाई करता है जब इक्नॉमिक्स स्टडी एस एंड इंडिवीजुअल यूनिट करते हैं तो उसे कहते हैं माइक अ माइक्रो एक्नोमिक्स अब सोचिए एक फैक्टरी है चलो एग्जांपल देते हैं कि एक फैक्टरी है टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी ठीक वहां पर वर्कर्स ने स्ट्राइक कर दिए ध्यान सुनना मेरी बात को टाटा एरन क्यों यह वर्कर्स ने स्ट्राइक क्यों कर दिए तुम्हें दिया जिम्मदारी तो जब तुम एक्नोमिक स्टडी करने जाओगे कि एक माइक्रो स्टडी कर लो बात समझ गई माइक्रो क्या होता है जब हम किसी चीज की इंडिवीजुअल की बात करते हैं अब भारत में प्रोडक्शन गिर रहा है भारत में आयरन एंड स्टील का प्रोडक्शन डाउन हो रहा है अब हम किसी को देते हैं तुम्हारी जमदारी है तुम जाओ पता करें बताओ तो हमने किसी और को जमदारी दे दी जो तुम्हें प्रॉब्लम दी थी वह थी माइक्रो और जिसको देश की पूरी प्रॉब्लम बताई कहा कि नहीं जाओ इकानोमी पता करो पता करो कि क्यों इंडिया में आरेन और स्टील का प तो तुम्हारी प्रॉब्लम एक इंडिविजुअल यूनिट से लेटेड है तुम्हारी है माइक्रो इक्नोमिक्स और जिसको यहां दे रहे हो यहां यहां यहां जिसको यहां दे रहा हूं वह क्या है वह मैक्रो अब समझ दे आया ऑफ इंडिविजुअल किसी एक इक्नोमिक यूनिट की बात करें किसी एक ऑग्नाइजेशन किसी एक व्यक्ति की बात करेंगे तो हो चारीड फॉर्म या इंडिस्ट्रीयों जब इकनी इसकी सडी करेंगे तो माइक्रो हो जाएगा और जब पूरी इकाउनमी एज़ वॉल करेंगे क्या मैक्रो शब्द बना गया है लार्ज वर्ड से तो जब पूरी इकाउनमी की सडी कर रहा है तो मैक्रो एकनॉमिक प्रॉब्लम या वेरिबल ऑफ एंड इंडिवीजुअल जबकि मैक्रो का क्या है इकॉनोमी एज ए होल जब यह बात करता है जब यह स्टडी करता है तो पूरी इकॉनोमी की बात करता है तो अगर इंप्लॉयमेंट थ्योरी समझना हो इनकम थ्योरी समझना हो तो वह क्या है मैक्रो कंसेप्ट और प्राइस थ्योरी समझना हो तो माइक्रो कंसेप्ट लिया फोकस क्या है इनका तो माइक्रो का फोकस है अलोकेशन ऑफ रिसोर्सेस यह पता करना कि उनके पास resources हैं, वो कहां लगा रहे हैं land, labor, capital, enterprise का कहां use कर रहे हैं जबकि macro का काम क्या है national income का पता लगाना total employment का पता लगाना देखा, next है इनका parameters क्या है, micro के लिए price एक basic parameter है जबकि macro के लिए income एक basic parameter है, कई बार micro को price theory भी कहा गया है और macro को income theory भी कहा गया है, वो parameters और prospective क्या है कि माइक्रो का नजरिया के प्रोस्टेक्टिव नजरिया तो माइक्रो बात करता है बॉटम अप व्यू क्या बॉटम अप व्यू हां ठीक है मतलब पहले सबसे नीचे देखना है धीरे धीरे धीरे करके करके करके ऊपर की तरफ जाना है और इसका ठीक उल्टा कर दो टॉप डाउन व्यू टॉप डाउन व्यू किसका है माइक्रो का ऊपर से नीचे तक आना है बात करेंगे पांचवे और आखरी डिफरेंस की वो है मेथोड और स्टडी माइक्रो क्या करता है पार्शियल इकलीबियम एनलिसिस क्या partial equilibrium analysis नाम की study करता है जिसमें जब micro की study करते हैं तो macro के variables को ignore कर देता है इससे कहते है partial equilibrium analysis और जब macro economics की बात करते हैं तो उससे कहते है quasi general equilibrium analysis क्या?
quasi general इसका मतलब है जब हम macro की study कर रहे होते हैं तो micro के variables को constant कर देते हैं बास समझ ना रही है? यह है 5 difference आना चाहिए important question है आइए नेक्स्ट चेप्टर पे आपको ले चलते, मैंने कहा था रुकेंगे नहीं, थमेंगे नहीं और जुकेंगे नहीं, ठीक है? आप जो करने जा रहे हैं, वो है basic concepts of economics, यह बहुत ही important chapter है, short question के point of view से, long question इसमें से कम बनेंगे, पर छोटे questions बनेंगे, important topic मैं बीच में बताता चाहूँगा, और जो important topic बताऊँगा, उसको अच्छे से कर लेना, ठीक है? चलो, पहला बात है, desire or want?
है तो तुम चंद्रमा पर जाना चाहते हो यह तुम्हारी डिजाइर हो सकती है पर तुम एक सुंदर आईफोन 15 प्रो मैक्स लिना चाहते हो यह वांट हो सकती है अब वांट वांट भी विश्व होती है पर जिसको हम पूरा कर सकते हैं एफर्ट लगा करके एक टीचर है, हाँ, एक टीचर है, वो एक मोटर साइकल खरीदना चाहता है, ठीक है, ये वांट हो सकती है, क्यों? क्योंकि टीचर मेहनत करेगा, सेलरी कमाएगा, एफर्ट लगाएगा, तो आज नहीं कल वो मोटर साइकल खरीद लेगा, ठीक है, पर एक बिखारी है, जिसको तन पे पहनने को नहीं है और किसी तरह से जीरा शायद मरने की कगार पर वह कह रहा है कि मुझे हवाई जहाज खरीदना है तो यह सिर्फ डिजायर है क्योंकि उसके पास उसके resources नहीं है, सिर्फ उसका wish है, तो wish करना कोई बुरी बात नहीं है, तो wish में तो, वैसे तो आम भाषा में wish कुछ और भी होता है, यहाँ पर wish to have something is desire, but जिसके लिए हम क्या करें, जिसके लिए हम effort लगाएं और उसको पा सकते हों, तो वो बन जाता है want, और आप उस चीज को पाना चाहते हैं और पूरी शिद्धस से उसको पाने के लिए जुड़ जाते हैं तो पूरी काइनात तुम्हें उसे मिलाने के लिए हाथ बढ़ा देते हैं हां यह है तुम्हारा वांट बात समझ गई शारुखर की डिफिशन लग रही है तुमको नहीं नहीं मैं समझाने के लिए ऐसा कह रहा था वांट के दो टाइप है प्राइमरी मतलब पहली वांट ऐसी वांट जो आपको पूरी करनी पड़ेगी जैसे जिस वांट के बिना आप जीवन आपका एक्जिस्टेंस पॉसिबल नहीं है रोटी हवा क्या कहते हैं तो एयर वाटर फूड यह कैसी डिमांड है आपकी प्राइमरी डिमांड है पहली डिमांड है पहली नीड है यह आपके एक्जिस्टेंस जिस पर डिपेंड करता है यह नहीं मिलेगा तो हो सकता है आप आप टेंबल जाओगे तो इसको कहते हैं प्राइमरी दूसरा होता है सेकेंडरी वॉइस सेकेंडरी वह बांच है जो प्राइमरी के बाद चाहिए मतलब यह आपके कंफर्ट के लिए चाहिए होता है यह आपको और बेहतर जिंदगी जीने के लिए चाहिए होता है मतलब प्राइमरी घर में पंखा है, कूलर है, तो ये आपको कमफर्ट देता है, आराम देता है, पंखा और कूलर नहीं होगा, हम मरेंगे तो नहीं, ठीक है, बास समझ में आएगी, तो वो पंखा जो कूलर घर में लगाया गया है, तुम्हारे आराम के लिए लगाया गया है, तुम्हें बैट एक महंगी गाड़ी तुम्हारे पास है नॉर्मल कार नहीं है मैंने कहा BMW का जो बेस्ट वाला जो लक्शरी मॉडल वह तुम्हारे पास है यह तुम्हारे पास महंगी करोणों की डाइमंड रिंग है यह है लक्शरी ठीक बात करेंगे वांड्स के फीचर्स की तो हमारे वां� हाँ, तुम्हारे मेरे wants कभी खतम नहीं होते हैं, क्या कहते हो? तुम्हारा example दू, हाँ, जब कुछ समय पहले, जब तुम junior class में थे, 7th, 8th, 9th में रहे होगे, तो तुम्हें cycle ले दी गई होगी, क्या कहते हो?
जब छोड़े junior class में रहे होगे, तो तुम्हें cycle ले दी गई होगी, गेरलेस गड़ी थी सीख लिया अब एक्टिवा आ गई अब मोटर साइकिल और अब मोटर साइकिल आ जाएगी तो फोर वीलर तो क्या कहना चाहता है इंसानों की वांट हाँ ये गलत नहीं है डोंट पर ही इंसानों की वांट कैसी है अनलिमिटेड है ठीक है न एंडलेस है ज कि तुम दोस्तों के साथ जा रहे हो तो गाड़ी तो चाहिए क्या कहते है साथ में गाड़ी में तेल चाहिए और कुछ पैसे चाहिए ताकि मस्ती पार्टी कर सके क्या कहते हो कॉंप्लीमेंट्री तो वेंट टू और मोर थिंग किया हुआ है कार है तो पेट्रोल भी चाहिए अब स्टूडेंट है उसको पैन चाहिए तो पैन में इंक या रिफिल भी चाहिए ठीक है उसे कहते हैं कॉंप्लीमेंट्री अ प्रेड़ेट सब्सिट्यूशन अब वांट मतलब एक वांट दूसरी वांट के बदले इस्तेमाल की जा सकती है अजूम करता हूं तुम्हें प्यास लगी है तुम कोल ड्रिंग खोज रहे हो हां अब पेप्सी पी रहा चाहते हो शायद पेप्सी नहीं रहे हैं मार्केट में चलो भाईया थमसप दे दो भाईया अरे थमसप भी नहीं है चलो भाईया स्प्राइट दे दो भाई तो आरे नहीं मिल रहा है सब चलो जूस दे दो क्या कहते हो बहुत से लोग तो चाय पीना पसंद करते हैं कॉफी भी न पसंद करते हैं सो क्या कहना चाहते हैं एक चीज की जरुवत कई और से पूरी हो सकती तो उसे कहते है substitute फिर wants are competitive इसका मतलब है आपके पास income तो limited है अब उस आप limited income में क्या करना चाहते हैं अपनी want को पूरा करना चाहते हैं कि यह करने कैंटीन चले गए पैसे लिमिटेड है तो खाने का मन तो पीजा भी है पर समूसा सस्ता पड़ता है क्या कहते हो सब जाए उत्तरे में मान जाते हो क्योंकि पैसा ही उतने तो आपके वांट कैसे है कॉम्प्रिटिव हैं और जो आपके बजट में आ जाती है वह ले लेते हो अ फिर वांट्स मल्टिप्लाय भी करती रहती हैं ऐसा नहीं है कि एक बार जो चीजे ले ली तो उसके बाद वांट्स खतम नहीं नहीं खतम कहा हो रही भाई वो तो ग्रो करती रहती हैं मल्टिप्लाय करती रहती हैं आज से शायद दस बीस साल पहले लोगों को क्योंकि मोबाइल बहुत मेंगे हुआ करते थे कि सोलर पैक का एक मिनट का इनकमिंग लगता था गर्मिंग रिसीव कर लिया सुनाव तुरंत कट जाएगा एक मिनट और आउटगोइंग में भी लगब और मोबाइल फोन बड़े-बड़े होते थे चाली चले जारकर तो उस समय मोबाइल कितनी डिमांड नहीं थी मोबाइल कितनी वाइट बहुत लक्षिरी माना जाता था वह अमीर से बहुत अमीर लोग हां मैं बहुत पहले की बात कर रहा हूं इस 25 साल पर हां जब तुम तो जैसे से नई चीजें आ रही हैं लोगों की वांट भी बढ़ रही है और क्या है वांड्स रिकर करते हैं, रिकर मतलब एक के बाद दुबारा, दुबारा एक बार तीबारा, क्या एक बार खाना खालोगे तो क्या वांड्स फिर खतम, अब फिर जिन्दगी बार खाना नहीं खाओगे, अरे नहीं भाई, कुछ गटे बार फिर भूक लगेगी, फिर कुछ का तुम नाहाने गए हो ध्यान सुनना मेरी बात को तुम नाहाने गए हो और देखा गया रे नाहाने में तो शेम्पू ख़तम हो गया है तुम अवाज लगाते हो अरे शांता बाई अरे घर में कोई है तो बात्रूम से अवाज लगा रहे हो ध्यान सुनना मेरी बात को अरे वाई कोई है घर में अरे नाहाने के लिए मुझे शेम्पू चाहिए तो घर में जो भी मेड है या कोई काम करने वाला या वाली है तुरंत उसको कहते है जाओ मेरे ले क्या करो शेम्पू ले आओ तुम दव शैंपू से लेते हो और अच्छे से फिर क्या करते हो? हेयर वाश कर लेते हो, समझ में आ रही है तुम्हें? तो तुमने क्या किया? और शांता भाई ने क्या किया? शांता भाई buyer of the दव शैंपू है, पर consumption तुम हो.
तो जो satisfaction हम derive करते हैं, किसी good या किसी service को लेने पर, उसे कहते हैं consumption. समझ में आया? Consumption.
Clear? The act of using good or services. क्यों करते हैं, good and services हम क्यों लेते हैं, क्योंकि हमारी want है, हमारी need है, उसे हम satisfy करना चाहते हैं, ठीक है, अब तुमने भेज दिया, घर में जो तुमारा, मैंने कहा, जो maid गाम करती है, उसको भेज दे, जाओ, शांता भाई, मेरे लिए, घर में Maggie खतम हो गई, जाओ, Maggie का packet ले कर रहे हो good and services consume कर रहे हो ठीक है अब बात करते है sustainable consumption की एक ऐसा consumption जो आज की need तो पूरा करता है पर keeping in view the demands of the future generation अगर हम आज ही सारा coal आज ही सारा petroleum क्योंकि demand बहुत जादा है सब आज जला दे तो क्या आने वाली generations को coal petroleum नहीं मिलना चाहिए नहीं इस रॉन तो सशनिबल बात करता है फुल्फिलिंग दिनीड्स ऑफ दिप्रेजेंट जनरेशन कीपिंग इन व्यू दिनीड्स ऑफ दिफ्यूटर जनरेशन हमें इनवायरमेंट का भी ध्यान रखना है हमें यह भी ध्यान देना है कि हमारे कंजम्शन का एडवांटेज में भी मिले और आने वाली जनरेशन को उसकी कमी भी महसूस ना ठीक है तो यह बहुत जरूरी है एडवर्स इंपेक्ट वायरमेंट पर नहीं आना चाहिए हमारे एंवायरमेंट से उस व्यस्तु का डिप्लीशन नहीं हो जाना चाहिए कंप्लीट ठीक है अब देश में गरीबी आ जाए सारा आपने एडवांटेज ले लिया देश को कंजोर कर दिया ये भी अच्छी बात नहीं है क्यों जरूरी है कंजम्शन टॉपिक है कंजम्शन तो एक्ट आफ कंजूमिंग ठीक है ताकि हम अपने वांट्स को सडिस्फाइड करें सोचिए आप कंजम्शन नहीं करेंगे तुमने कमाया हां तुम्हारे पापा पैसे कमा रहे हैं तुम्हारे पापा पैसे कमा रहे हैं और तुम्हारे घर में कोई खर्चा नहीं है पापा सारा पैसा लाकर तिजोरी में बंद करके रख देते हैं इमेजिन करो सबके पापा यही कर रहे हैं जा रहे हैं कोई बैंक में काम कर रहा है कोई स्कूल में काम कर रहा है कोई बिजनस चला रहा है क्या होगा अरे एकनॉमी ही पूरी टूब जाएगी हाँ हाँ मैं सही कह रहा हूँ अरे तुम कंजम्शन कर रहे हो तुम मतलब हम सब कंजम्शन कर रहे हैं मिल करके कि आप आई किसी को गाड़ी चाहिए किसी को मोबाइल चाहिए किसी को खाने के समान चाहिए बिजली चाहिए पंखे चाहिए सब सर्विस चाहिए अरे भाई हम जितना चीजें मांगेंगे कंजीम करेंगे उतनी गुड्स का प्रोडक्शन होगा उतना एक्नॉमिक एक्टिविटी होगी तो एक्नॉमिक एक्टिविटी नहीं होगी देश में अगर हम क करना बंद कर दें सब लोग बस सिर्फ तपस्वी बन जाएं साधु सन्यासी बन जाएं बैठ जाएं बस तप करने तो पूरी इकानोमी चौपट हो जाएगी मैं समझ रहा हूं कि नहीं है क्योंकि सारा प्रोडक्शन करना यह क्यों अतनी सारी कंजम्शन करें नया सा नया मोबाइल ले रहे हैं नई सब गाड़ी ले रहे हैं क्या कहते हो तभी तो इकानोमी चल रही है तो कंजम्शन से एक्नॉमिक एक्टिविटी होती है, सारा प्रडक्शन, डिस्ट्रिब्यूशन, एक्शेंज इस पर डिपेंड करता है कंजम्शन is the end of all, हर एक्नॉमिक एक्टिविटी का परपस, का end result क्या है?
कंजम्शन मैंगो बन जाएगी आ मतलब एप्पल भी बर्बाद हो जाएगी अरे बिकना चाहिए ना एप्पल तब तो कमा रही है पैसा बात समझ रहे हैं क्या कह रहे हैं तो इन कंजम्शन तभी है जब इकोनॉमिक एक्टिविटी है ठीक है फिर है कंजम्शन इंडेक्स ऑफ स्टैंडर ऑफ लेडिंग तुमने कैसे पहचाना कि कोई व्यक्ति अमीर है कैसे क्या देख लेते हो कैसे तो अनंत अम्मानी की शादी के लिए जो रिलायंस, मुकेश अम्मानी की बेटे अनंत अम्मानी का, सुना होगा केस ना, हाँ उसकी शादी में पॉरेंट से गाने वाले बुलाए गये, उनको करूण रुपया दिया गया सिंगिंग करने के लिए, कैटरिंग के लिए बड़े आपने consumption से पहचाना है उनका stand of living, हाँ भाई कोई तुमारा दोस्त है, हाँ तुमारा कोई दोस्त है, जिसके पास सबसे महंगा वाला iPhone है, सबसे महंगी वाली गाड़ी है, बड़े से घर में रहता है तुम उसको देखके बोते हैं, यार बड़ा rich है तो consumption से आदमी का क्या पता चलता है standard बात समझ आ रही है तो standard से पहचान है consumption से पहचान है standard की और क्या है consumption is basis of economic welfare कहते है welfare शब्द जैसे ही बढ़ाता है तो total satisfaction आप goods consume कर रहे हैं तभी आपको satisfaction मिल रही है हाँ तुम्हारे लिए कह रहा हूँ सोचो तुम्हारे पास जो चीजे है उसके consumption से तुम्हे satisfaction मिल रही है कि नेक्स्ट कंजम्शन इस मेजर डिटर्मिनेंट ऑफ इंप्लॉयमेंट कंजम्शन होगा तो इकानोवी में प्रोडक्शन होगा प्रोडक्शन होगा तो प्रोडक्शन करने के लिए लेवल वेरी इंपोर्टेंट टॉपिक आ रहा है इस पर बेस क्वेश्चन बनेगा द्यान दीजिएगा यूटिलिटी पर बनेगा क्वेश्चन यूटिलिटी वांट सेटिस्फाइन एबिलिटी मतलब किसी वस्तु में आपकी कोई जरूरत पूरा करने की शम्ता है तो इसका मतलब है वह वस्तु आपके लिए यूटिलिटी वाली है यूटिलिटी का कोई भी relation नहीं है उसके moral value से, legal value से, it has nothing to do with moral or legal thing, कोई भी वस्तु, ठीक है, अब professor की definition देखते हैं, utility is ability of a good to satisfy a want. यूटिलिटी वो प्रॉपर्टी है जो कॉमन टू ऑल कॉमल्टीज है ठीक है एक बुक आपको क्यों चाहिए क्योंकि आपकी रीड करने की आपको याद करने की पढ़ने के लिए चाहिए आपको ब्रेड क्यों चाहिए क्योंकि आपको बूक लगी है ठीक है तो आपकी किसी कि एक एक एक पॉलिटिन लिया बैग आए पॉलिटिन बैग लिए पन्नी ले ली और उसमें हवा बढ़ दी आफा बार के बांध दिया कहा कि ताजी हवा करीद लो कौन करेगा कुछ सारा हवा भरके क्या लगा दिया खरीदोगा तो क्यों खरीदेंगे क्या बात करना करेंगे तो चाहिए तुम भी नहीं कर दो कोई नहीं कर देगा क्यों क्योंकि यह फ्री मिल रही है भाई कि खिड़की खोलो हवा ही हवा है सर हम क्यों पैसे देंगे इसके लिए बात समझ में आ रही है क्या कह रहा है तो यूटिलिटी मतलब वांड सिटिसफाइड आपको वह जो हवा हमने भरके रखी उसकी क्या है उसकी जरूरत नहीं आपकी कोई बात पूरी नहीं हो रही है पर आपको प्यास लगी है एक बॉटल पानी भरके रखी हुई है कैप ऊपर से अच्छे से बाद टाइट लॉग और आप उसको जरूर खृद्ध लोगे क्योंकि वह लॉग है तो आपको ट्रस्ट की पानी साथ है आप उसको मिनरल वाटर कहोगे उसका नाम बिस्लेरी कह दो या येस कह दो या एक्वाफीना कह दो आपकी मरजी है तो यूटिलिटी तो है पास समझ जा रही है ना तो यूटिलिटी इस सब्जेक्टिव क्योंकि यूटिलिटी को आप अब्जर्ब नहीं कर सकते किसी एक व्यक्ति के लिए यूटिलिटी हो सकती है उस चीज में किसी दूसरे के लिए नहीं हो सकती है ठीक है यूटिलिटी को सिर्फ देख करके यस देख करके तुरंत पहचाना थोड़ा मुश्किल है नेट से यूटिलिटी इस नॉट मेजरेबल अथा यूटिलिटी को नंबर देकर नहीं बता सकते हैं आपने एक चपाती खाई और मम्मी को बोला मम्मी टेन्स रिस्पेक्शन मिल ग बट एलफरेड मार्शल जी ने कहा था एक जगह उन्होंने बताया था कि amount of money से utility can be measured याद रखेगा इस definition को उन्होंने नाम दिया cardinal concept of utility क्या cardinal concept of utility बाद में इनका बहुत विरोध हुआ तो इनसे better definition बनाए गई नाम था ordinal concept of utility जिसको HR Hicks ने बनाया ठीक बात करेंगे utility का एक और feature utility relative होती है इंपोर्टेंट टॉपिक है, मैंने पहले ही बोल दिया यूटिलिटी रिलेटिव, इसका मतलब होता है इट रिलेट्स फर्म परसन टु परसन इसका मतलब है, कोई एक चीज की यूटिलिटी आप के लिए हो सकती है, दूसरे के लिए नहीं हो सकती है समझाने के लिए कहते हैं कि एक वेक्ति पेशंट है, उसको बहुत हाई फीवर है पर आप जब नॉर्मल हैं, आप ठीक हैं, तुम्हारे लिए तुम्हारे लिए अभी समय दवा की यूटिलिटी नहीं है तो यूटिलिटी क्या है डिपेंड अपने पर संदुपर सेट्सिवेशन टू सिट्वेशन टाइम टू टाइम ऑल्सों नेक्स्ट यूटिलिटी और यूटिलिटी यूटिलिटी यूटिलिटी पर क्या शराब यूस्फुल है? अरे शराब से लीवर खराब हो जाता है, आदमी बिमार हो जाता है, आपको मालूम है, सो प्रॉब्लम्स आती है शराब पीने से, तो क्या पता चला?
पता कि चला, यूटिलिटी और यूस्फुल ने दो अलग चीजें, इसका उल्टा कर दो, कि यूटिलिटी का किसी भी चीज से मॉरल या लीगल रिलेशन नहीं है मतलब कुछ चीजें एथिकल हो ऐसा कोई जरूर नहीं है मतलब यूटिलिटी का गुड और बैड होना कोई जरूर नहीं है कोई वस्तु गुड और बैड होगी ऐसी कोई जरूर नहीं है एक कन पुलिस वालों के लिए भी है और उसके यूटिलिटी डाकू के लिए डाकू उस गंड का इस्तेमाल करके क्या करते हैं लोगों को लूटते हैं इसलिए उसके लिए उसकी बहुत यूटिलिटी भाई डाकू के लिए तो इलीगल काम है गंड का यूज करना उसके बाद नहीं होता है इसको यूज करने का जबकि पुलिस वालों का तो डेली का काम है कि अपराधियों को पकड़ उनके लिए तो इसलिए कहा ना कि गन है यूटिलिटी है गन में अब उस बॉरल है कि लिए और अलीगल है कि नहीं इससे कोई जरूर नहीं है और यूटिलिटी एब्स्ट्रेक्ट होता है मतलब यूटिलिटी को आप देख नहीं सकते चू नहीं सकते हां मैसूस कर सकते हैं य है ठीक है चलो बात करते हैं टोटल यूटिलिटी की मतलब जितनी इट्रीली मिलनी थी सब मिल गई आपके पास एक गिवन यूनिट है चलो समझाने के लिए तो है तुम्हारी प्लेट में पांच चपाती रखी है कितनी पांच चपाती और एक्जांपल दूसरी चपाती का सडिस्फेक्शन मिला ठारा तीसरी चौबिस मतलब सेटिस्टेक्शन पूरा मिल गया मतलब जितना तो मैं बूख थी खत्म तो यूटिलिटी डिवाइड फ्रॉम कंजम्शन ऑफ गिवन नंबर ऑफ यूनिट एक गिवन यूटिट को कंजम करने पर जो यूटिलिट मिली उसे कहते हैं क्या टोटल यूटिलिटी और मार्जिनल क्या होता है मार्जिनल मतलब होता है एडिशनल यूटिलिटी डिवाइड फ्रॉम कंजम्शन ऑफ एन एडिशनल यूनिट जैसे एग्जांपल रूप में यहां पर अ यहाँ पर देखिए पहली यूनिट पे यूटिलिटी मिली थी 10 ठीक अब दूसरे में हो गई 18 तो इसको माइनस कर देंगे तो आ जाएगा 8 तो margin utility formula होता है TUN TUN minus TUN minus 1 याद करने के लिए ऐसा कह रहे है TUN total utility of the preceding total utility को minus कर दो subsequent को minus इससे 24 से 18 को minus कर दो आपके पास utility आ जाएगी 6 और 24 से 24 को minus कर दो आपके पास utility आ जाएगी 0 and last 20 से 24 minus करो minus 4 कि समझने आ रहा है कैसे निकलती एडिशनल यूटिलिटी मार्जनल यूटिलिटी ठीक है तो क्या दिखाई दे रहा है इसमें आपको दिखाई दे रहा है कि टोटल यूटिलिटी तो है इं पर मार्जन निटल री क्या हो रहा है या डिक्रीजिंग तो इसी डिक्रीजिंग मार्जन री को कहते हैं लॉ ऑफ डिमिनिशिंग मार्जन निटल री चलो तुम्हारे साथ दूसरा एग्जांपल देते है तुमको बहुत प्यास लगी है तुमने एक बॉटल पैप्सी पी ली ठीक चलो दूसरी बॉटल पीलो तीसरी बॉटल पीलो चौथी पाँचवी आप कितने भी यस कितने भी हेल्दी हैं बहुत ज़्यादा नहीं पी पा पहले से उसका स्वाद अपने आप ही कम लगने लगेगा पहली पेपसी पीओगे या पहली कोल्डिन दूसरे में थोड़ा कम तीसरे में पेट भर चुका होगा चौथा पांचवा तो शायद पी नहीं पाओगे जवस्ती करके जवस्ती करके शायद पिला दिया जाए वो भी ओप करके निकाली दोगे क्या कहना चाहता है कि satisfaction keeps on declining ये normal है इससे हम fundamental psychological law के कह सकते हैं क्या fundamental psychological law diminishing marginal utility that means utility derived from consumption of additional units keeps on declining ये normal है तुमारे मेरे सब के साथ है हर चीज के साथ ज्यादातर जो हम कंजूम कर रहे हैं तुम और मैं यस तुम्हारे पास तो तुम्हारा मोबाइल है ना उसका जब नयाने आया था खूब यूटिलिटी थी तो इतना दिन रात उसके साथ समझाल कर रहे थे ते क्या कहते हो अब जैसे जो पुराना हुआ फिक नेक्स्ट प्रोडक्शन मतलब एक्ट आफ मेकिंग गुड़ो सर्विसेस प्रोडक्शन का मतलब ऐसे बताया गया है क्रिएशन आफ यूटिलिटी क्या करना उसमें यूटिलिटी एड करते हैं आप कैसे किसी यूटिलिटी एड करते हैं फॉर्म यूटिलिटी एड कर सकत से इटा बना देना क्ले को एक ब्रिक किल्न में इटे की भट्टी में डाल करके कम नाइट बनाएंगे तो हो गया फॉर्म आकार दिया प्लेस यूटिलिटी कोई चीजें ऐसी होती है जो जहां पर है वहां पर उसका यूज नहीं है जैसे सेंड एडिस है तो वह बालू वहां पर प्लेस यूटिलिटी है ठीक है तो कोई चीज पड़ी है प्रोडूसर के पास वहां इसकी यूटिलिटी नहीं है प्रोडूसर ने तो बना दिया पर वह रिटेलर तक पहुंचे जहां आप जा सकते हैं लेने के लिए तो वन गई प्लेस यूटिलिटी नेक्स कोई ऐसी चीज भी है जो एक पड़ले टाइम पर मिले तभी आपके लिए काम आएगी अब सर्दी आ रहा है विंटर्स आ रहा है तो जैकेट्स चाहिए कोट्स चाहिए वुलन स्वेटल्स चाहिए देखा और अभी उसको सिर्फ वेराउस किया जा रहा है तो वेर टाइम यूटिलिटी करेट करने में सर्विस यूटिलिटी हमें बहुत सारे लोगों की परस्टनल सर्विस चाहिए डॉक्टर की, टीचर की, लॉयर की और सरतरन की, येस जो आप अभी सर्विस ले रहे हो, मेरे साथ तो ये परस्टनल सर् चाहिए फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन चार फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन है मतलब प्रोडक्शन करने के लिए आपको चाहिए लैंड लेबर कैपिटल और एंटरप्राइस क्या आप लैंड मतलब जमीन समझते हैं नहीं नहीं आइए आपके समस्या दूर करते हैं लेंड मतलब जमीन नहीं है ऑल नैचुरल रिसोर्स इस आर्लेड इसका मतलब बॉटर बॉडी भी लैंड है समझ गए जो भी फ्री गिफ्ट ऑफ नेचर है मतलब लैंड में फॉरेस्ट भी आता है मिनरल्स भी आता है रिवर्स भी आती है लेंड मतलब जमीन नहीं है आम भाषा में वैसे मैं बता दूं चार फैक्टर में से कोई भी एक फैक्टर अगर निकाल दोगे तो प्रोडक्शन पॉसिबल नहीं है कोई एग्जांपल दो एक ऐसा प्रोडक्शन का एग्जांपल दो जिसमें आपको चारों में से किसी की जरूरत किसी एक भी इससे कह रहा हूं यह वन एग्जांपल ऑफ प्रोडक्शन वेयर उन्हीं थ्री फैक्टर्स रिक्वाइड कोई भी एक एग्जांपल दो चलो मुझे एग्जांपल दो जब तक हम आगे पढ़ रहे हैं लेवर चाहिए लेवर का मतलब होता है एफर्ट लगाना वह भी फिजिकल और मेंटल तो डॉक्टर और टीचर भी लेवर है आप आई क्योंकि मेंटल तो काम कर रहे हैं और फिजिकल प्रोडक्शन तो फैक्ट्री चाहिए मशीन चाहिए एक्विपमेंट से यह क्या है कि यही तो है कैपिटल चमच गया और लास्ट चाहिए कौन एंट्रोपेनियर वह व्यक्ति जो इन सब को साथ लाए जो रिस्क उठाए जो सारे फैक्टर्स को साथ लाए ठीक है अब आता है फैक्टर्स के करेक्टर स्टिक्स सबसे पहले जो फैक्टर्स प्रोडक्शन है इनका पर्पस क्या है को ऑपरेशन करना चारों फैक्टर्स एक के साथ एक मिलते हैं सोचिए किसान है कर दो उसके पास खेत है उसके पास कुछ मजदूर है वरकर्स है और वह खुद सब मिल कर जा करते हैं खेती करते हैं और साल या सीजन का अंत होता है और उससे मिलते हैं राइप क्रॉप यह है प्रोडक्शन और प्रोडक्शन के लिए सारे फैक्टर्स की जरूरत पड़ती है कमाइन करना पड़ता है फैक्टर्स को ठीक है नेक्स्ट है फैक्टर का क्या चाहिए फैक्टर सर्वेस चाहिए फैक्टर नहीं चाहिए फैक्टर के पास जो की सर्वेस है वो चाहिए ठीक है फैक्टर के फिजिकल एग्जिस्टेंस है चारो फैक्टर लैंड लेबर कैपिटल और इंटरप्रेनियोर चारो टेंजिबल ह चारों physical हैं चारों को चूज सकते हैं and last में है कि demand of factor is a derived demand आपको मकान चाहिए ध्यान सुनियेगा आपको मकान चाहिए तुमको एक नया flat या मकान चाहिए ठीक है अब मकान के लिए क्या चाहिए मकान के लिए चाहिए labor, land, capital तो ये जो डिमांड फॉर दी प्रोडक्शन कर रहे होते हैं गुड्स कर रहे होते हैं इनके लिए हमें क्या चाहिए होता है इन फैक्टर्स की जरूरते इन फैक्टर्स की डिमांड को डिराइड मांड करते हैं और गुड्स की डिमांड को करते हैं डायरेक्ट करते हैं इन डायरेक्ट डिमांड ठीक मोबिलिटी मतलब मूव करना फैक्टर्स एक प्लेस से दूसरे प्लेस से मूव कर सकते हैं ध्यान दी� कि सारे फैक्टर नहीं कर सकते हैं यह देखिए लेंड इम्मोबाइल है लेवर मोबाइल है सबसे मोबाइल है लेवर एक प्लेस दूसरे प्लेस में जा सकता है प्राइस प्राइस वह अमाउंट है वह मनी है जिसको मोनिटरी यूनिट में मैजर कर सकता है जिसके बदले हम एक्सचेंज और गुड़न सर्विस कर सकते हैं प्राइस को एप्सलूट प्राइस भी बोल सकते हैं बहुत सारी ऐसी चीजें होती हैं जो फ्री गिफ्ट ऑफ नेचर होती है जैसे एयर वाटर पर जो हम चीजें खरीदते हैं वह से कहते हैं एकडॉमिक गुड तो तुम बाजार में मोबाइल खरीद रहे हो नए शर्ट खरीद रहे हो तो वह सब है एकडॉमिक गुड ठीक है इक्लीब्रियम प्राइस जिस प्राइस पर दोनों डिमांड और सप्लाय मीट करती है उसे कहते है इक्लीब्रियम प्राइस कि मार्केट में जो चीजें चल रही है एवरिज प्राइस पर उसे कहते हैं जनरल प्राइस लेवल बात करेंगे इनफ्लेशन की द प्रोसेस ऑफ कंसिस्टेंट एंड एप्रीशियेबल राइज इन प्राइस दोनों कीवर्ड है इसके बिना डिफिनेशन नहीं जाएगी वह जो लगातार ओपर सिस्टेंट ओपर एप्रीशियेबल राइज इन द जनरल प्राइस लेवल इमेजिन करिए महंगाई समझने का ध्यान से पहले चीजे सौ रुपया की मिलती थी वो चीज महंगी होकर कि कुछ दिनों में 102 की हो गई फिर कुछ दिन बाद कुछ समय बाद उसका प्राइस 105 हो गया फिर अचानक उसका दाम 103 हो गया और फिर दाम कुछ दिन बाद बड़ा और 110 हो गया तो ये inflation नहीं है क्यों बीच में dip कि एक राइज है पर सिस्टेंट मतलब लगातार राइज है और एप्रीशिएबल राइज इसका मतलब चेंज जो है वह बढ़ता बना जाए बहुत माइनूट चेंज हो रहा है पॉइंट बे चेंज आ रहा है अनुख कोई चीज पहले सौ कितनी है वह 105 कि एक बन एंड एंड पैसे की हो गई है अंडेट से 110 पैसा वन हंड्र रूपी से पैसे वन रूपी 20 पैसे तो इतना राइज है भी नहीं इनफेक्शन नहीं है लिए तो इंफेक्शन में प्राइस राइज होना चाहिए समझ में आ गया एप्रीशिएबल राइज होना चाहिए कंसिडरेबल राइज होना चाहिए वन परसेंट पर एनम साल में परसेंट बढ़ना इस नॉट एन इंफेक्शन प्राइस राइज प्रोलॉंग्ड यह चाहिए नेक्स्ट डिमांड पुल और कॉस्ट प्लॉश इंफेक्शन दो टाइप का डिमांड पुल अ जब चीजों की demand ज्यादा हो गई है और बाव ऊपर चड़ गए, supply नहीं बढ़ पा रही है, सोचिए, imagine करिए, आजकल आलू जो है, वो खेतों में उग नहीं रहा है, क्योंकि आलू का season नहीं है, तो आलू तो हर घर में चाहिए, तुमको, मुझको, सबको आलू, हाँ आलू, तो डिमांड है सप्लाई नहीं है तो प्राइस राज हो जाता है इसे कहते हैं क्या डिमांड क्योंकि डिमांड पूल्स दी प्राइस अप बिकॉस देर इस नो एक्विवेलेंट सप्लाई उसके बराबर की सप्लाई नहीं है इसलिए कहते हैं डिमांड पूल इंफ्लेशन मालिक ने उनकी salary बढ़ा दी, wages बढ़ा दी जहां से वो raw material खरिते हैं वहाँ वाले लोग कह रहे हैं कि अरे भाईया raw material महंगा हो गया है और पैसा दीजे तो raw material वालों को पैसा देने के चक्कर में क्या हो गया? raw material भी महंगा हो गया तो आखिर producer करेगा क्या? उसके तो cost of production महंगे हो गया है labor का, wages महंगा हो गया production of goods और material का जो cost था वो महंगा हो गया बेचेगा कि नहीं बेचेगा तो इसे कहते है cost push where the cost of the production है rise नतीजा क्या हो जाएगा महंगा ही बढ़ जाएगी खतर इसे inflationary pressure कहते है value value मतलब valuation जो भी community का valuation करते हैं अब valuation दो है एक value in use है जिसम कंजम्शन वैल्यू कहते हैं सोचिए आपके लिए तुम्हारे लिए पानी की बहुत कीमत है कंजम्शन वैल्यू क्योंकि पानी नहीं मिलेगा कुछ घंटों बाद तुम्हारी प्रॉब्लम शुरू हो जाएगी क्या कहते हो और तुम शायद बेचैन से जाओगे ठीक जबकि वैल्यू एक्सचेंज घर के बाहर निकल जाते हो और पानी की बॉटल पानी की बॉटल नहीं है तो तुम उसके लिए एक्वाफिना बिस्प्लेरी पैसा दे के खरी लेते हो और पानी की बॉटल ले लेते हो क्या कहते हो तो ये क्या है वैल्यून एक्सचेंज है जो मार्केट में प्राइस दे रहे कि आम आदमी तुम और मैं मार्केट मतलब एक प्लेस समझते हैं यह फॉर लेमेन फॉर ऑर्डिनरी परसेंट मार्केट मिनट सब्सक्राइब लाइट नंबर आप प्रोडक्ट्स एंड शॉप्स जाब बहुत सर्व में आज ऐसे कैनॉट प्लेस तो हां तो दिल्ली में मर्डा हो है ना दिल्ली में है कैनॉट प्लेस है चांद्री चौक है यह बंबे स्टॉक एक्शेंज है है तो यह मार्किट नहीं है इक्नॉमिक्स में इसको मार्किट माना गया मार्किटिक मेकनिजम मार्किटिक एनवायरमेंट है कैसा मेकनिजम कैसा एनवायरमेंट मार्किटिक सिस्टम है जिससे बायर और सेलर कमिंग कॉन्ट टेक्ट करते हैं डिल और प्रोडक्ट एनर्प्राइस करते हैं ऐसा करने को कहते हैं मार्केट तो सिस्टम एनवायरमेंट सेट अप उसे कहते हैं क्या मार्केट मार्केट में गुड्ज मार्केट होता है जहां पर वस्तुएं मिलती हैं जैसे जहां पर कपड़ा खरीदने का वह गुड्ज मार्केट है जहां गाड़ी खरीदने का खरीदने का वह भी मार्केट है पर जहां पर लेवर मार्केट में जाओंगे जाएंगे तो फैक्टर मार्केट बात करते हैं मनी की मनी कोई भी वस्तु कोई भी सर्विस आपको खरीदनी है आपको बदले में कुछ देना पड़ेगा वह कुछ क्या है वही है मनी मनी एक्सचेंज के लिए पहले बाटर सिस्टम करता था जब हम सीटू सी रॉमी चार्ट चलाते थे क्या कौन सी कॉनी सी टू सी कॉमोडिटी टू कॉमोडिटी एक वस्तु के बदले दूसरी वस्तु देते थे पर व्यक्ति में क्या होता था लैक ऑफ डबल कोई सिरेज वांट होता था वेल्यूशन ऑफ गुड्स और सर्विसेज में प्रॉब्लम आती थी स्टोरिंग इन वेल्यू में प्रॉब्लम आते थे तो इसी को दूर करने के लिए बनाया गया मनी तो मनी आज की इकानोमी का मारण नीड है डेफिनेशन याद कर लीजिए मनी इज एनिथिंग डेड इस जनरली एक्सेप्टेबल एड अपनी इन सॉफ्ट एक्शेंज एंड सेम टाइम एक एजर एंड स्टोर आफ वेल्यू ठीक है जो चीज एक्सेंज के लिए चाहिए जो किसी चीज की मैजर कर सकता हो वेल्यू ठीक है बैंक में पैसा जमा है तो डिपॉसिट मनी बोलेंगे और इनकम क्या है वह चीज फ्लो कर रही है ठीक है फ्लो आफ गुड्स एंड सर्विसेस फ्लो आफ मनी पापा जॉब करते हैं तो उनको सैलरी मिल रही है वह इनकम है पापा का बिजनेस है पापा की दुकान है तो वहां उनको प्रॉफिट हो रहा है वह इनकम हो रही है पास मन गई तो इनकम अब में फैक्टर को जो लेंड के बदले इंकम मिले उसे कहते हैं रेंट जो लेवर के बदले इंकम मिले सैलरी एंड वेज जो कैपितल के बदले इंकम मिले उसे कहते हैं इंट्रेस्ट और एंटरप्रेनियोर के बदले इंकम मिले उसे कहते हैं प्रॉफिट तो इन चार फैक्टर्स मैंने बताया इन पर कैपिटा मतलब टोटल इनकम मतलब नेशनल इनकम डिवाइडिड बाय दी पॉपुलेशन नेशनल क्या होता है डिफाइनल गुड्स हाँ, जो भी final value of goods and services produce हो रही है पूरे देश में, उस value को कहते है national income, और national income को divide कर दो, population से बन जाएगा per capita income, saving, वो income जो हम अपने पास बचा कर रख लेते हैं, consume नहीं करते हैं, उसे कहते है saving, that part of the income which is left after the consumption is called as saving, और investment क्या है, production के लिए, कि मलाब निवेश करना है तो एक्ट आफ यूजिंग भी प्रोडक्शन रिसोर्सेस मतलब आपके पास क्या है पैसे है आपने उस पैसों से क्या किया कोई प्रोडक्टिव रिसोर्स करें लिया यहां से सुनिए मेरी बात को तुम्हारे पास बचत है तुमने बहुत सारे पैसे बचा लिए अब उस पैसे से तुम शेयर मार्केट में पैसा लगा दो डिवेंचर खरीदो जमीन खरीदो यह क्या है इन्वेस्टमेंट जिससे तुम कोई प्रोडक्टिव चीजें खरीद रहे हो अब इन्वेस्टमेंट में क्या-क investment लगाता है जैसे machine खरीदता है land खरीदता है equipment खरीदता है उसका नाम है producer's fix investment हम लोग घर खरीदते हैं या non of residential मतलब office खरीदते हैं यह भी क्या है investment है कुछ है वह investment in stock बात समझा रही है और एक होता है depreciation या replaceable investment जो हमारे tangible गुड्स हैं कि जैसे मारी मशीनरी है हमारा प्लांट है उस पिर एंड यूसेज हो रहा है वह धीर धीर करके पुराना हो रहा है तो उसको खरीदने के लिए भी दुबारा खरीदने के लिए जब उसकी लाइफ खत्म हो जाएगी यूसफुल लाइफ तो पैसा चाहिए उसे करते हैं क्या रिप्लेसमेंट इनवेस्टमेंट वेल्ट क्या है स्टॉक ऑफ ऑल असेक्ट्स जो भी असेक्ट्स जो आपके का सोर्स है लैंड बिल्डिंग प्लान मशीनरी फाम हाउस यह सब आपके क्या है असेक्ट्स हैं क्योंकि उनके अंदर यूटिलिटी होती है कि क्या यह लिमिटेड मात्र में पता है हां भाई स्केर्स होते हैं क्या इनको बेचा जा सकता है यह इट कैन बी ट्रांसफर्ट फ्रॉम वन परसेंट वन अदर और इनकी मार्केट में कीमत होती है जो वेल्ट एक व्यक्ति के पास के नेशनल वेल्ट और वेल्ट की खासबात क्या होती है यह रीप्रोड्यूसेबल मतलब जिसे हम बना सकते हैं एक ऐसी कि इसे कहते हैं कि रिप्रोडूसिबल कुछ ऐसे सेट्स होते हैं जो इंसान नहीं बना सकता क्या तुम हवा बना सकते हो क्या तुम पानी पैदा कर सकते हो नहीं तो इसे कहेंगे कि यह नॉन रिप्रोडूसिबल एसेट्स इसको नैचुल एसेट्स यह विद्ध नेचर कहते हैं वेलफेयर वेलफेयर मीडियो में वेलफेयर का मतलब है सेंस ऑफ सेटिस्टेक्शन है इन इस जब हम महसूस करें कि हमारा वेलबी हो रहा है हम खुश हैं, हम सेटिस्वाइड हैं, तो हमारा वेलफेयर हो रहा है, ठीक है, अब वेलफेयर कई सारी चीज़ों से आता है, लोग सिर्फ पैसों से वेलफेयर सोच सकते हैं, आज का जमाना पैसों का है, पर फिर भी पैसा तो हो सकता है, दोस्त होना बहुत जरूरी है, क्या दोस्त के बिना खुशी नहीं है, क्या कहते हो, तब ही तो हम लोग क्या करते हैं, बात करते हैं, तब ही तो हम लोग मिलते हैं, मिलते हो न अपने दोस्तों से, तो वो तुम्हें देते हैं खुशिया, तो economic welfare वो क्या करता है, वो किस पर डिबेंड करता है, पैसो पर डिबें� कि जैसे तुम्हें गरीबों की मदद करने का मन करता है जैसे तुम्हें लोगों को मत रहना आश अपने शरीर से में किसी मदद कर सकते हैं उसका काम बटाकर के हाथ बटाकर मदद कर सकते कोई सड़क पार कर रहा है तो यह नोन एक्नोमिक वेलफेयर है सोशल वेलफेयर मतलब वह टोटल वेलफेयर जो एक इं सोसाइटी में आपको मुझे को जो अपने सोसाइटी में चाहिए बिजनेस की साइकल एक ऐसा सिचुएशन जो रिक्रेंट होता है मतलब एक ऐसा फेज जिसमें रिक्रिंग फ्लक्ट्यूएशन होती है एकनॉमिक एक्टिविटी की बिजनेस में तीन चीजें चलती रहते हैं प्रोडक्शन एक्सचेंज डिस्ट्रिब्यूशन चलता रहता है हर समय चलता तो अगर क्या हो एकानोमी में चार साइकल्स आती है पहली साइकल्स आती है जब इकानोमी सबसे टॉप पर होती है इसको बूम भी बोलते हैं एक्सपेंशन भी बोलते हैं प्रॉस्पेरिटी बोलते हैं इस समय इंकम हाई इंप्लॉयमेंट हाई आउटपुट हाई सब कुछ हाई हाई हाई बहुत अच्छ कि जब इनकम फॉरिंग होती है इंप्लॉयमेंट भी फॉरिंग होती है और नतीजा लोग लोग परेशान होते हैं हम लोग इसके तरह रिसेशन यह डाउनट्रेंड शुरू हो रहा है साइकल का उससे नीचे आ जाएंगे जब रिसेशन और और दिप हो जाएगा और ग्रेव हो जाएगा तो कहेंगे डिप्रेशन मंदी जैसे कहते हैं ना मंदी आना अच्छी बात नहीं है 1929 में जब वर्ल्ड की ग्रेटेस्ट मंदी आई थी वर्ल्ड मार्केट क्रेश कर गई थी स्टॉक मार्केट फैक्ट्रीज एंड इंडॉस्ट्रीज बंद होगा था बहुत समय तक के लिए 2008 में भी आया था और रिवाइवल क्या होता है इसका रिकवर करना डिप्रेशन से जब हम निकलने लगते हैं वापस रिकवरी की तरफ बढ़ने लगते हैं तो उसे रिवाइवल रिकवरी कहते हैं ठीक है जब हम बढ़ने लगते हैं वापस प्रोस्पेरिटी की तरफ टोटल गुड्स एंड सर्वसेस जो सारे बायर्स इकोनोमी में डिमांड करते हैं उसे कहते हैं एग्रीगेट बाय ऑल दी कंजीमर्स वह से कहते हैं एग्रीगेट डिमांड इसका ठीक उल्टा कर दो अ इल्टा कर दो सम टोटल आफ ऑल दिगूड जब से देटेज अवेलेबल फॉर सेलिंग बाय दी सेलर इन दी मार्केट इसके तरह एग्रिगेट सप्लाइव मार्केट में हाउसओल्ड है जिसको मैं और आप कहते हैं यस तुम और मैं कौन है हाउसओल्ड हैं फर्म्स जो प्रवाक्षन करते हैं हाउसओल्ड को प्रवाक्षन देते सर्विसेस देते हैं और और तीसरा होता है गवर्वर्ण जो कि एक ऑग्नाइजेशन है जो देश में लीगल एंड पॉलिटिकल पावर होल्ड करती है तीन एंटिटीज होती है स्टॉक स्टॉक वह वैल्यू होती है जिससे मेजर कर वह वेरीबल है जिससे मेजर करते हैं एट आप टाइम अभी इसी समय यस तुम्हारे पास कितने रुपए जेब म तुमने जैसे ही देखा अपने जेब में पॉकेट में निकाला तो जब एक टॉक पॉइंट है अभी अभी रात के समय जब लाइफ क्लास चल रही है इस समय तुम जो पैसे देख रहा हो वह तुम्हारा क्या है वह तुम्हारा स्टॉक और लोग क्या है तुम्हारे तो उस महीने बर में कितने पैसे आते हैं और चले जाते हैं ओवर पर पर मंद तो आपका पैसा रहता है यह क्या है तुम्हारा फ्लो बास समझाई तो फ्लो मीन्स वह वेरिबल विच एक्सप्रेस्ड पर यूनिट ऑफ टाइम जैसे पर आवार पर मंद पर यर आपके कि आपके घर में जो वाटर टैंक है यह सुनना चट पर वाटर टैंक है उसमें पानी अभी कितना है यह बताएगा स्टॉप और हर दिन कितना पानी चड़ता और आप इस्तेमाल कर लेते हो वह बताता है तो फ्लो क्या बताता है एमोशन में बताता है चेंज इन फिनोमेना बताता है मैजर्ड ओवर टाइम बताता है सो दिस ब्रिंग्स टू दी एंड ऑफ दी लाइव स्ट्रीम आपने कहा मैंने बनाया पर मेरे रॉक स्टार्स आपका प्यार मुझे चाहिए आपका सपोर्ट चाहिए आपके सपोर्ट के बिना यह लाइफ सेशन और पॉसिबल नहीं होगा यह आप सपोर्ट करेंगे तभी आपके और ठीर सारे लाइफ सेशन लाऊंगा वरना नहीं रिकॉर्ड सेशन से आपको देता रहोंगा रिकॉर्ड करके टाइमली आपको सेशन देता रहोंगा और आपको किसी भी चेप्टर को पढ़ना हो यस किसी भी चेप्टर को पढ़ना हो एकनॉमिक्स में अकाउंटेंसी में क कि कामर्स बाइटेड गॉडलेस यू सीयू एंड आइवांट लॉट्स अफ लव लॉट्स अफ मैसेज फ्रॉम यह आप टेन आइविल कंटिन्यू ठीक है उसके बिना नहीं करूंगा कंटिन्यू लाइव सेशन की रिप्लाई चाहिए और आपके मैसे