पेंशन मार्केट में इन्वेस्टमेंट और डेरिवेटिव्स

Jul 16, 2024

पेंशन मार्केट में इन्वेस्टमेंट और डेरिवेटिव्स

पेंशन मार्केट में इन्वेस्टमेंट

  • इन्वेस्टर्स पेंशन मार्केट में पैसा लगाते हैं
  • मार्केट वोलैटिलिटी के कारण इनवेस्टमेंट में रिस्क हो सकता है (इक्विटी, करेंसी, कमोडिटीज)
  • मार्जिन ट्रेडिंग के दौरान डेरिवेटिव्स का उपयोग रिस्क को कम करने के लिए होता है
  • डेरिवेटिव्स अच्छे Games जनरेट कर सकते हैं

डेरिवेटिव्स क्या हैं?

  • डेरिवेटिव: फाइनेंशियल कॉन्ट्रैक्ट होता है जो कि अपनी वैल्यू एक अंडरलाइंग एसेट से ऑन करता है
  • उदाहरण: मिल्क (अंडरलाइंग एसेट) -> योगर्ट (डेरिवेटिव)
  • डेरिवेटिव्स की वैल्यू अंडरलाइंग एसेट की प्राइस पर डिपेंड करती है

डेरिवेटिव के प्रकार

  1. फ्यूचर्स:
    • एक अंडरलाइंग एसेट को फ्यूचर डेट पर लाइक करने का राइट
    • एक्सपायरी डेट पर प्रॉफिट या लॉस तय होता है
  2. ऑप्शंस:
    • यूजर्स को कॉल एंड पुट ऑप्शंस को बाय और सेल करने की अनुमति
    • स्ट्राइक प्राइस के बेस पर कॉन्ट्रैक्ट होते हैं
    • रिस्क अधिक होता है
    • स्ट्रैटेजीज: कॉल और पुट ऑप्शंस के बायिंग और सेलिंग कोंबिनेशन सेक्योर करना
  3. फॉरवर्ड्स:
    • दो ट्रेडिंग पार्टीज के बीच एग्रीमेंट
    • बाइंग एंड सेलिंग एग्रीड प्राइस पर
    • अधिकतर ऑफ-द-काउंटर ट्रेड होते हैं
  4. स्वैप्स:
    • दो पार्टीज के बीच प्राइवेट एग्रीमेंट
    • फ्यूचर कैश फ्लो एक्सचेंज करना
    • कॉमन इन: लोन इंटरेस्ट रेट्स, करेंसी, आदि
    • जनरल रिटेल इन्वेस्टर्स इसमें शामिल नहीं होते

उपसंहार

  • डेरिवेटिव्स में फीचर्स, ऑप्शंस, फॉरवर्ड्स और स्वैप्स शामिल हैं
  • आने वाले वीडियो में डेरिवेटिव्स के बारे में और जानेंगे