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दिल की भावनाएँ और रिश्तों की हकीकत

दिल में ठहरा था कोई गिला और थोड़ी हैरानी सी मैंने अपने आप को हमेशा इतना कमजोर और कमतर समझा मेरी जिंदगी की कोई भी हकीकत हमारे रिश्ते को तोड़ सकती है तुम्हारी जिंदगी के बारे में जानने का पूरा हक है तुम्हारी कसम ईमान जिस जिसने भी तुम्हें दुख दिए उनको फांसी के फंदे तक पहुंचाने के लिए अगर मुझे अपना सर भी कटवाना पड़े तो मैं पीछे रा रिश्ता अभी खत्म नहीं हुआ है रिश्ता तो हमारा उसी दिन खत्म हो गया था जिस दिन मैं तुम्हारे घर से निकली थी लेकिन मेरी बेटियां यहां पर नहीं जब वो हादसा हुआ मां के साथ अनाया भी चली गई देखो मान तुम्हें नहीं जानना नहीं मिलना तो मत मिलो लेकिन यू उसके वजूद को डरा मत करें [संगीत]