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नालंदा विश्वविद्यालय का गौरव और इतिहास

नमस्कार वेलकम य स्टडी आ क मैं हूं प्रशांत धवन नाव भारत का गौरव भारत का इतिहास नालंदा यूनिवर्सिटी यह फाइनली वापस आ चुकी है 815 साल के लंबे इंतजार के बाद फाइनली नालंदा यूनिवर्सिटी का जो नया कैंपस है बन चुका है इतिहास में जो एक ट्रेजेडी हुई थी वापस उसकी एक आप कह सकते हैं नई शुरुआत हो चुकी है [संगीत] नालंदा है उद्घोष इस सत्य का कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाए लेकिन आग की लपटे ज्ञान को नहीं मिटा [प्रशंसा] [संगीत] [प्रशंसा] सकती नालंदा के धस ने भारत को अंधकार से भर दिया अब इसकी पुनर स्थापना भारत के स्वर्णम युग की शुरुआत करने जा रहा [संगीत] है देखिए यह छोटी बात नहीं है कि आज 2024 में भी 815 साल से भी ऊपर हो चुके हैं नालंदा विश्वविद्यालय को डिस्ट्रॉय हुए मगर आज भी जब हमें प्रेरणा चाहिए होती है जब हमें चाहिए कि एक डायरेक्शन के आगे देश कैसे बढ़ेगा साइंटिफिकली हम आगे एडवांस कैसे करेंगे हम फिर से नालंदा विश्वविद्यालय को खड़ा करते हैं यहां पर आप देख पाएंगे यह ऑफकोर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से क्रिएट की गई इमेजेस है मगर इससे आप समझ पाओगे कि उस टाइम 1193 में कितनी बड़ी ट्रेजेडी हुई थी जब एक इवेडर आया इंडिया में और उसने नालंदा विश्वविद्यालय को जला दिया जो यहां पर स्कॉलर्स थे उनको मार दिया और पूरी दुनिया को मैं कहूंगा कई सदियों पीछे धकेल दिया क्योंकि जो नॉलेज नालंदा विश्वविद्यालय में थी मैथमेटिक्स मेडिसिन वेरियस टॉपिक से रिलेटेड जो यहां पर नॉलेज थी जो यहां पर श्लोक थे यह पूरी दुनिया को बेनिफिट कर सकते थे और अगर आप सोच रहे हैं कि मैं यहां पर ज्यादा तो नहीं बोल रहा अति शोक्ति तो नहीं कर रहा कि नालंदा विश्वविद्यालय पूरी दुनिया को इंपैक्ट कर सकता था देखिए यह मेरे शब्द नहीं है आप फॉरेन मीडिया देख लीजिए दुनिया भर के जो वेरियस रिसर्च पेपर्स हैं अबाउट एंसेट यूनिवर्सिटीज वो पढ़ लीजिए हर जगह आपको एक सेंटेंस कॉमन मिलेगा नालंदा द यूनिवर्सिटी दैट चेंज द वर्ल्ड हम काफी बार ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के बारे में बात करते हैं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी वैसे मैं आपको बता दूं बहुत प्राचीन है ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी आज से 1100 साल से भी पहले 1096 एडी में स्थापित हुई थी मगर एक इंटरेस्टिंग बात देखिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के स्थापित होने से 500 साल पहले ही नालंदा विश्वविद्यालय बन चुका था और दुनिया भर से 10000 स्टूडेंट्स इंडिया में आते थे पढ़ने के लिए और जो योगदान वेस्टर्न सिविलाइजेशन के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने किया है क्योंकि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से देखिए बहुत सारे इंपॉर्टेंट साइंटिफिक कांसेप्ट निकले हैं यहां पर बहुत सारी थ्योरी बनाई गई है जिसके बेसिस पर बाद में पश्चिमी सभ्यता ने बड़ी-बड़ी इन्वेंशन करी यह सब काम एशिया के लिए मैं अगेन सिर्फ भारत की बात नहीं करूंगा पूरे एशिया की बात करूंगा एशिया के लिए नालंदा विश्वविद्यालय कर सकता था मगर एक आप अपने आप में कह लीजिए ट्रेजेडी है ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी को कभी डिस्ट्रॉय नहीं किया गया इसको कभी जलाया नहीं गया यहां के प्रोफेसर्स को कभी मारा नहीं गया मगर नालंदा यूनिवर्सिटी का आपके लीजिए फेट किस्मत बहुत ज्यादा खराब थी और मैं जितना हिस्ट्री में पढ़ता हूं कि किस तरीके से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को पूरी वेस्टर्न सिविलाइजेशन ने वेस्टर्न कंट्रीज ने बचा के रखा है उतना मैं सोचता हूं काश हमारे यहां भी लोग इतना दूर का सोच पाते आपको एक बहुत ही इंटरेस्टिंग बात बताता हूं वर्ल्ड वॉर ट के टाइम में आपको पता होगा नाजी जर्मनी और यूके यह आमने-सामने थे रोजाना नाजी जर्मनी के बॉम्बर्स यूके में बमिंग करते थे यूके के बॉम्बर्स जर्मनी में बमिंग करके आते थे कई सालों तक तक ये आम बात रही मगर उस वक्त एडोल्फ हिटलर और यूके के लीडर्स के बीच में एक अंडरस्टैंडिंग यह डेवलप हो रखी थी कि हम एक दूसरे की मिलिट्री इंस्टॉलेशंस को टारगेट करेंगे हो सकता है कि कभी सिविलियन पॉपुलेशन को भी गलती से टारगेट कर लिया जाए बट यूनिवर्सिटीज को नहीं छुए गे यह एक जेनुइन अंडरस्टैंडिंग थी कि यूके जर्मनी की जो यूनिवर्सिटीज हैं बर्लिन यूनिवर्सिटी वेरियस ऑड यूनिवर्सिटीज उनको बॉम नहीं करेगा और हिटलर ने भी अपनी एयरफोर्स को साफ-साफ कहा था कि ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी को बमब मत कर कर देना ओबवियसली इसके पीछे हिटलर का एक यह भी सपना था कि जब वह यूके को कब्जा लेगा तो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तो उसके लिए एक जूल होगा जो वहां पर साइंस प्रोड्यूस होती है जो वहां पे नॉलेज प्रोड्यूस होती है वही हिटलर के अंपायर को आगे लेकर जाएगी तो यह मैं आपको बताने की कोशिश कर रहा हूं कि इन लोगों को पता था कि यूनिवर्सिटीज अगर डिस्ट्रॉय हो गई तो एक पूरी सभ्यता कई सदियों पीछे चली जाती है और नालंदा यूनिवर्सिटी सिंस ग्लोबली इतनी ज्यादा फेमस थी दुनिया भर से स्टूडेंट्स चाइना से टर्की से मॉडर्न डे इंडोनेशिया से एशिया के कई जो और मॉडर्न डे कंट्रीज हैं थाईलैंड म्यानमार दूर दराज से स्टूडेंट्स यहां पर नॉलेज लेने के लिए आते थे तो ओबवियसली इनवेडर्स को भी पता था कि इस यूनिवर्सिटी को अटैक करेंगे ना तो लूट बड़ी मिलेगी सिंस हजारों लोग यहां पर हैं तो काफी कुछ ये लोग लूट पाएंगे और इसलिए सबसे पहली बार नालंदा यूनिवर्सिटी पर अटैक हुआ था 455 एडी के आसपास जब हंस ने जी हां हन एंपायर जो सेंट्रल एशिया में एजिस्ट करता था जिनका एक बहुत ही फेमस लीडर था अटला दहन जिसने पूरे यूरोप में कहर बरसा रखा था उसने अटैक किया था नालंदा यूनिवर्सिटी को नाउ यह अटैक काफी बुरा था मगर पूरी यूनिवर्सिटी डिस्ट्रॉय नहीं हुई फिर एक और अटैक हुआ सेवंथ सेंचुरी में जब उस वक्त के जो बंगाल के एंपरर थे उन्होंने अटैक किया था इस यूनिवर्सिटी को उस टाइम रीजन था पॉलिटिकल टेंशंस मगर तब भी पूरी नालंदा यूनिवर्सिटी ऐसा नहीं है कि डिस्ट्रॉय हो गई सब कुछ जला दिया गया यह यूनिवर्सिटी फिर वापस खड़ी हो गई जो अल्टीमेट अटैक इस यूनिवर्सिटी पे हुआ जिसके बाद ये यूनिवर्सिटी खड़ी नहीं हो पाई सब कुछ डिस्ट्रॉय हो चुका था वो अटैक किया था बख्तियार खिलजी ने यह एक जनरल था जो कुतुबुद्दीन अबक के अंडर सर्व कर रहा था टर्किश था इंडिया का था भी नहीं शायद एक बार को आप कह सकते हैं यह इतना ज्यादा इल इनफॉर्म था इतना अनएजुकेटेड था कि इसको पता ही नहीं होगा कि यह कर क्या रहा है यह पूरे एशिया को कितनी सदियां पीछे धकेल रहा है मगर तब भी हिस्ट्री में जब हम फैक्ट्स पढ़ते हैं कि 90 लाख बुक्स और मैनु स्क्रिप्ट्स को जला दिया गया तो जेनुइनली मन में एक सवाल आता है कि पता नहीं कित किनी नॉलेज कितने फार्मूला कितने साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट्स के बारे में इन मैनु स्क्रिप्ट में लिखा होगा जो इंडिया के कई स्कॉलर्स को इन द फ्यूचर आगे एंपावर कर सकते थे और आप सोच कर देखो नालंदा यूनिवर्सिटी का जलना ये एक इतनी बड़ी ट्रेजेडी थी कि कई सदियां बीत गई 800 साल बीत गए हमारे देश के स्कॉलर्स भूल नहीं पाए कि नालंदा यूनिवर्सिटी के साथ क्या हुआ था डॉकर एपीजे अब्दुल कलाम जिनकी मैं बहुत रिस्पेक्ट करता हूं इन्होंने 2006 में कहा था कि क्यों ना बिहार में जो प्रा चीन नालंदा विश्वविद्यालय था इसके बिल्कुल साथ में हम एक मॉडर्न यूनिवर्सिटी बनाएं दुनिया भर की कंट्रीज को इनवाइट करें उनके स्टूडेंट्स को इनवाइट करें एक शुरुआत करें कि फिर से नालंदा विश्वविद्यालय खड़ा होगा क्योंकि देखो नालंदा अपने आप में आज भी एक ब्रांड है एजुकेशन की दुनिया में जो लोग जानते हैं जो लोग पढ़ते हैं जिनको हिस्ट्री के बारे में पता है नालंदा यूनिवर्सिटी यह नाम सुनके ही उनके माइंड में रिस्पेक्ट आती है तो सरकार ने उसके बाद ना नंदा यूनिवर्सिटी एक्ट 2010 पास किया भारत का जो विदेश मंत्रालय है वह यहां पर इवॉल्व हो गया कई कंट्रीज के जो लीडर्स हैं उनको इवॉल्व किया गया कि आप भी यहां पर योगदान दीजिए आप भी अपने आईडियाज दीजिए आर्किटेक्चर से रिलेटेड जो यहां पर कोर्स होगा जो सिलेबस होगा उससे रिलेटेड और वापस नालंदा विश्वविद्यालय को खड़ा करते हैं और अभी जो इसका नया कैंपस है यह भी हो चुका है इनग्रेट और हमारे प्राइम मिनिस्टर ने साफ-साफ बोला है कि इस यूनिवर्सिटी के वापस खड़े होने से इंडिया की जो सॉफ्ट पावर है जो एक टाइम पर दुनिया भर में प्रसिद्ध थी यह वापस रिइंट्रोड्यूस होगी नाउ अगेन देखो सॉफ्ट पावर तभी बन पाएगी जब यहां पर बहुत सारे फॉरेन स्टूडेंट्स आएंगे तो बिहार की एक यूनिवर्सिटी में बहुत सारे फॉरेन स्टूडेंट्स को लाना इट विल बी चैलेंजिंग काफी क्योंकि अ इंडिया की इमेज हमको काफी इसमें इंप्रूव करनी होगी हमें एश्योरेंस देनी होगी बाकी कंट्रीज को कि आपके जो यहां पर स्टूडेंट्स आएंगे ये बिल्कुल सेफ रहेंगे यहां पे हाई क्वालिटी एजुकेशन प्रोवाइड की जाएगी पर हैप्स ये करने के लिए सरकार को बहुत सारे ग्रांट्स भी देने पड़े इस यूनिवर्सिटी को तो देखना होगा इवेंचर यूनिवर्सिटी जो नाम है यह हमने वापस यू नो बोर्ड प लगा दिया है एक यूनिवर्सिटी खड़ी कर दी है मगर जो क्वालिटी ऑफ एजुकेशन आज से कई हजार साल पहले इस यूनिवर्सिटी में मिला करती थी क्या वही एजुकेशन हम दे पाएंगे आज के समय या नहीं यह देखना होगा दिस विल बी वेरी इंटरेस्टिंग टू सी बट ईदर वे एक शुरुआत हो चुकी है हिस्ट्री में जो एक ट्रेजेडी हुई थी हमारी कोशिश है कि उस ट्रेजेडी को पीछे रख के हम एक नई शुरुआत करें और फाइनली यहां पे मैं आपसे एक सवाल पूछूंगा हाल ही में एक डिक्लेरेशन एक कमनिक यह काफी ज्यादा न्यूज़ में था कमनिक ऑन ए पीस फ्रेमवर्क इस पर इंडिया ने साइन करने से मना कर दिया था स्विटजरलैंड में इंडिया ने कहा था कि हम इस पर साइन नहीं कर पाएंगे क्योंकि दूसरा कंट्री इंपॉर्टेंट कंट्री यहां पर इवॉल्व है ही नहीं इस टॉपिक पर मैंने एक पूरी वीडियो भी करी थी अपलोड आप लोगों के लिए आपको बताना है कि जो यह पीस फ्रेमवर्क था जो रिसेंटली काफी न्यूज़ में था जिस पर इंडिया ने साइन करने से मना कर दिया था यह किन दो कंट्रीज के बीच में पीस स्थापित करने की बात कर रहा था यह है यहां पे आपकी ऑप्शंस इंडिया नेपाल जापान चाइना इंडिया चाइना या फिर रशिया यूक्रेन कमेंट सेक्शन में करिए उत्तर जो लोग सही आंसर देंगे उनकी कमेंट को मैं हार्ट दे दूंगा ताकि बाकी लोग समझ पाएं कि सही आंसर क्या है और हां फाइनली यहां पर मैं यह भी ऐड कर दूं कि स्टडी आईक्यू का जो बैच 11 है यह 20 तारीख को स्टार्ट हो जाएगा और 20 तारीख के बाद एनरोलमेंट यहां पर बंद हो जाएंगी दिस इज वेरी इंपॉर्टेंट आपके पास मौका है 20 तारीख रात 12:00 बजे से पहले इस बैच में एनरोल कर लीजिए ताकि 21 से आपकी जो यूपीएससी प्रिपरेशन है सिस्टेमेटाइज्ड तरीके से पढ़ें ताकि यूपीएससी प्रीलिम्स 2025 या फिर इवन बियोंड अगर आपका टारगेट है 2026 2027 आप कॉलेज स्टूडेंट हैं आपके पास टाइम है अभी आप रुक के एक प्रॉपर अटेंप्ट देना चाहते हैं तो स्टडी आईक्यू का जो बैच 11 है यूपीएससी का इसमें आप कर सकते हैं एनरोलमेंट सिंपली कमेंट सेक्शन में जाइए यहां पे आपको लिंक मिल जाएगा यूपीएससी आई बैच 11 इस पर करिए क्लिक और आपके सामने खुल जाएगा यह पेज मोबाइल फोन पे है तो स्टडी आक्यू की जो ऐप है google2 आई कोर्स का यह कभी भी पे मत कर देना सिंपली यहां पर कोड डालिए पीडी 10 और एक मैसिव डिस्काउंट आपको मिलेगा 30 महीने का कोर्स ₹1000000 में मतलब हर महीने के आप लिटरली 000 पे कर रहे होंगे आपको मिलेगी लाइव क्लासेस आपके एड्रेस पे स्टडी आईक्यू फिजिकल बुक्स भेजेगा आपको वन टू वन मेंटरशिप मिलती है आपका प्रीलिम्स मेंस इंटरव्यू तीनों प्रॉपर्ली कवर होता है इस पैकेज के अंदर और हां आपको अलग से टेस्ट सीरीज भी परचेस करने की जरूरत नहीं है क्योंकि प्रीलिम्स टेस्ट सीरीज भी आपको इसी कोर्स के अंडर मिलेगी तो जो बैच 11 है यह 20 तारीख 20 तारीख रात 12:00 बजे के बाद यहां पर एनरोलमेंट खत्म हो जाएगी तो आपके पास 20 तारीख रात 12:00 बजे का टाइम है यू कैन स्टार्ट योर यूपीएससी प्रिपरेशन इन अ प्रॉपर वे सो इसी नोट के साथ यह है वीडियो का अंत थैंक यू फॉर लिसनिंग एंड एज आई ऑलवेज से मे द गॉड्स वच ओवर यू