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Overview of India's President and Vice-President

आई हमारे प्रेसिडेंट का नाम क्या है हां हूं इसे डी करंट प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया कल आपने हेलो प्रेसिडेंट तो शायद मालूम होगा वाइस प्रेसिडेंट का नाम बताओ प्रेसिडेंट तो आपने इधर भी बहुत सुन लिया देखो क्या मैं नहीं देखूंगा चलो मैं मां के चल रहा हूं ये तुमने लिख दिया है ठीक है तो प्रेसिडेंट और वाइस प्रेसिडेंट तो प्रेसिडेंट है कौन प्रेसिडेंट कौन है प्रेसिडेंट एड है इसका हेड है हेड ऑफ डी इंडिया यूनियन और दिस सुप्रीम कमांडर डिफेंस फूड हमारी देश की साओ का कमांडर है प्रेसिडेंट अगर देश के काउंटिंग हो रही है नागरिकों की तो भारत का पहले नागरिक इस प्रेसिडेंट ऑफ कंट्री अपने लिख दिया क्वालिफिकेशन पर डी प्रेसिडेंट मतलब है अगर कोई व्यक्ति प्रेसिडेंट बन्ना चाहता है तो पहले उसको भारत का नागरिक होना चाहिए आम पॉइंट है 35 एयर देखो आगे बढ़नी जा रही है लोकसभा में 25 थी राज्यसभा में 30 है और प्रेसिडेंट बने के लिए 35 है 35 ओबवियसली बात है इतना उम्रदराज व्यक्ति होगा उतना एक्सपीरियंस होगा तो उतनी दुनिया के बड़े में जानकारी होगी ना उसने दुनिया अच्छी होगी ठीक है यू शुड बी क्वालिफाइड पर दी इलेक्शन उसे लोकसभा के इलेक्शन की साड़ी शर्तें जो लोकसभा में टर्म्स और कंडीशन वो साड़ी पुरी करनी चाहिए और क्या खास बात है यू शुड नोट हॉल अन्य ऑफिस ऑफ प्रॉफिट किसी भी ऑफिस ऑफ प्रॉफिट को किसी भी लाभ के पद को उसको कम करने का नहीं करना थोड़ा ध्यान से देखने वाले हैं अब हम लोग कैसे इलेक्शन तो इलेक्शन प्रेसिडेंट का इलेक्शन है इनडायरेक्ट इनडायरेक्ट का मतलब क्या है कौन एक इलेक्टरल कॉलेज या कोई बिल्डिंग कॉलेज में इलेक्ट मेंबर्स ऑफ लोकसभा और राज्य सभा होते इलेक्ट मेंबर्स ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली इसको हम लोग कहते हैं इसको विधान सभा हर स्टेट में लेते हुए असेंबली याद रखिए चाहे मुंबई एन सॉरी कोई चाहे महाराष्ट्र हो चाहे अप हो चाहे बिहार हो हर स्टेट में लिस्ट रिवर्स असेंबली है इन लेसनर असेंबली इलेक्ट मेंबर्स याद रखिएगा नॉमिनेटेड मेंबर्स को नहीं लेना कौन नॉमिनेटेड मेंबर्स क्यों क्योंकि इनको तो प्रेसिडेंट ने खुद ही नॉमिनेट किया तो वो फेवराइजन करेगा उनको इलेक्ट मेंबर्स जो चुनाव जीत के आए हैं ध्यान देना है इलेक्ट मेंबर्स ही लेने हैं नॉमिनेटेड मेंबर्स डू नोट टेक पार्ट एक व्यक्ति जिसको प्रेसिडेंट बन्ना है ध्यान से देखिए एमसीसी भी बन सकता है एक प्रेसिडेंट बने वाले व्यक्ति को प्रेसिडेंट के लिए बने के लिए कम से कम 50 व्यक्ति उसके नाम का प्रपोज लेंगे इतने लोग उसको प्रपोज करेंगे 50 व्यक्ति उसका नाम प्रपोज करेंगे और बाकी 50 उसको एग्री करेंगे तो प्रपोज ऑफ नाम 50 मेंबर और सपोर्ट इस नाम को सपोर्ट कितने लोग करेंगे 50 मेंबर हंड्रेड मेंबर तो कम से कम राष्ट्रपति के पास पहले से ही होने चाहिए ठीक है ना हंड्रेड मेंबर्स सभी कैसे लेफ्ट होगा तो हमारे देश में इलेक्शन के सिस्टम का नाम है सिस्टम ऑफ प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंट की शब्द याद रखिए सिस्टम ऑफ प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन से इसका मतलब यह है की इलेक्शन जब होगा तो एक वोट से होगा जिसका नाम है सिंगल ट्रांसफरेबल वोट और वो वोट आपका प्रेसिडेंट के अलावा दूसरे दूसरे व्यक्तियों को भी मिल सकता है कैसे होगा आओ देखें कैसे होता है यह प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन यह देखने को कितना वोट मिलेगा कैसे होगा लेट सी आई एम लिटिल डार्क है ना डोंट वारी हम कंसंट्रेट करेंगे इस पर क्योंकि डी लाइट्स हैव गान और वे आर यू का सकते हैं बिना लाइट के सेटअप पे आपके साथ चल रहे हैं जितना इनवर्टर इसको लोड ले सकता है तो कैसे इलेक्शन होता है प्रेसिडेंट का हम इस पे डिस्कस कर रहे थे तो प्रेसिडेंट का इलेक्शन सिंगल प्रोपोर्शनल परी सिस्टम ऑफ प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन से होता है क्या कीवर्ड है सिस्टम ऑफ प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन और सिंगल ट्रांसफरेबल वोट इन दोनों टर्म्स को समझना के लिए हमें देखना पड़ेगा क्या जो हमारे यहां वोटिंग होती है वो डिपेंड करती है असेंबली हर स्टेट की अपनी एक असेंबली है हर स्टेट के असेंबली के पावर नंबर ऑफ सिटीजनशिप डिपेंड करते हैं क्या चीज वोटिंग पावर इसी मेंबर का उसके स्टेट के पापुलेशन पर डिपेंड करता है और एक वोट की वैल्यू वैल्यू ऑफ वन वोट अगर निकालना हो मेंबर ऑफ पार्लियामेंट का तो क्या करते हैं डिवाइड करते हैं मेंबर ऑफ पार्लियामेंट बाय दी टोटल नंबर ऑफ वोट्स ठीक है टोटल नंबर ऑफ वोट्स असाइन इससे क्या निकलता है इसे हम कहते हैं प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन अर्थात प्रोपोर्शन ऑफ डी मेंबर अपन दी टोटल पापुलेशन इससे निकाला जाता है प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन अभी सिंगल ट्रांसफ्यूजिबल वोट क्या होता है सर आपने कहा तो सिंगल ट्रांसफरेबल वोट का मतलब है की एक व्यक्ति को जो वोट दिया गया है वो दूसरे को ट्रांसफर हो सकता है डेट मेंस अगर कैंडीडेट्स जितने भी खड़े हुए हैं प्रेसिडेंट के इलेक्शन में उन सबको प्रेफरेंस का वोट मिलता है क्या शब्द है प्रेफरेंस वोट मिलता है अगर किसी एक कैंडिडेट को एब्सलूट मेजॉरिटी मिल गई लेट से तीन कैंडिडेट चुनाव में खड़े हो रहे हैं ए बी सी अगर ए को एब्सलूट मेजॉरिटी मिल गई तो कम खत्म ये तो प्रेसिडेंट बन गया और अगर तीनों को मेजॉरिटी नहीं मिली तो तो क्या होगा तब प्रेसिडेंट डिक्लेअर करने के लिए जब मेजॉरिटी नहीं मिलेगी डी कैंडिडेट गेट डी लिस्ट बोर्ड जी कैंडिडेट को सबसे कम वोट मिले हैं ए को बी को सी को सी को सबसे कम वोट मिले हैं तो सी के शब्द क्या हो जाएंगे सारे खत्म कर दिए जाएंगे और सी के जो वोट्स हैं वो बी और ए को दे दिए जाएंगे समझ गए हर कैंडिडेट को प्रेफरेंशियल वोट मिलते हैं फर्स्ट प्रेफरेंस 2nd प्रेफरेंस थर्ड प्रेफरेंस समझ गए इसका मतलब अगर एक व्यक्ति ने जैसे मैंने वोट दिया तो मैंने अपना फर्स्ट प्रेफरेंस वोट इसको दिया था की मेरे हिसाब से ये प्रेसिडेंट बनेगा पर इसको सारे वोट नहीं मिले तब से कम वोट मिले तो मेरा वोट भी इसको कैंसिल हो जाएगा मेरा सेकंड प्रेफरेंस किसको था इसको था बी को अब मेरा वोट इसके अकाउंट में चला जाएगा बट ऐसे कहते हैं सिंगल ट्रांसफरेबल वोट इनडायरेक्ट इलेक्शन इन डायरेक्ट इलेक्शन मैंने पहले ही बताया प्रेसिडेंट का इलेक्शन डायरेक्ट नहीं होता है अर्थात हमारे देश में प्रेसिडेंट का वोटिंग इनडायरेक्ट होती है क्योंकि अगर डायरेक्ट इलेक्शन कराएंगे डायरेक्ट इलेक्शन कराएंगे तो वो राइवल हो जाएगा सबका राइवल मतलब होता है दुश्मन हो जाएगा राइवल सेंटर ऑफ पावर ऑफ डी काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स अगर काउंसिल ऑफ मिनिस्टर इसको अपना एनीमी समझना लगेंगे जिनके पक्ष में नहीं होगा या जिनके द्वारा ये इलेक्ट नहीं होगा और समस्या क्या आएगी अगर कोई पार्टी ध्यान से समझिएगा अगर कोई पार्टी मेजॉरिटी ऑफ सिट्स हाउस ऑफ पार्लियामेंट में जीत जाति है तो क्या हुआ प्रेसिडेंट उसका आदमी होगा जब आपने नहीं प्रेसिडेंट उसका भी आदमी नहीं होगा ठीक है प्रेसिडेंट को प्रेसिडेंट इस दी मेंबर ऑफ डी पार्लियामेंट ऐसा भी नहीं है स्टेटस भी उसमें रहते हैं इसीलिए मां लेते हैं बीजेपी पूरे पार्लियामेंट को जीत चुकी है मेजॉरिटी सिर्फ बीजेपी के पास है और प्रेसिडेंट बीजेपी का नहीं बनेगा क्योंकि स्टेटस नंबर है समझ गए ना तो प्रेसिडेंट को हर एक देश के हर एक राज्य का क्या होना है चुनाव का प्रतिनिधि होना है प्रेसिडेंट इलेक्शन ऑफ डी गोल नेशन अर्थात ऐसा लगे की वो राष्ट्रपति पूरे देश का है हर एक स्टेट का राष्ट्रपति है जरा मोबाइल प्रेसिडेंट को कौन दिलाता है प्रेसिडेंट व्यक्ति चुन ली गई है ठीक है रेजिडेंट चुन लिया गया है कौन उसे ऑफ ऑफिस दिलाएगा तो पद ऑफ ऑफिस दिलाएंगे उसे के जस्टिस कौन है हूं इसे डी करंट के जस्टिस ऑफ इंडिया टाइम पीरियड कितना है तो प्रेसिडेंट का टर्म ऑफ पीरियड है प्रेसिडेंट का टर्म ऑफ ऑफिस है आई आगे बाढ़ जाते हैं और आगे आपको ले चलते हैं अब प्रेसिडेंट जब तक ऑफिस हॉल करेगा जब तक नया प्रेसिडेंट अप्वॉइंट ना होल ऑफिस इन एन न्यू प्रेसिडेंट इस अपॉइंटेड और कब वेकेशन कर सकता है या तो वो रिजाइन कर दें ध्यान दीजिए रेजिग्नेशन लेटर किसको देगा एमसीसी ध्यान दीजिएगा रेजिडेंट रेजिग्नेशन देता है अपना तू डी वाइस प्रेसिडेंट कीवर्ड याद कर लीजिए तू दी वाइस प्रेसिडेंट हां प्रेसिडेंट करेगा तो वाइस प्रेसिडेंट के नाम लेटर लिखिएगा और रिमूव किया जा सकता है जिससे प्रेसिडेंट को रिमूव किया जा सकता है किसी भी राष्ट्रपति को इंपीच नहीं किया गया है तो इंपीच करने से पहले ध्यान से सुन लीजिएगा इंपीच करने से पहले स्टेप्स ध्यान देना है पहले स्टेप पहले स्टेप क्या है इंपीच करने से पहले एक 14 दिन की नोटिस इतना दे है नंबर ऑफ डेज याद कर लीजिए 14 डेज इतना 14 दिन की नोटिस 14 डेज की नोटिस देनी पड़ेगी इसको एक रेजोल्यूशन पास करना पड़ेगा जिसने 14 दिन की नोटिस दी जाएगी यह रेजोल्यूशन कितने लोग पास कराएंगे 14th ऑफ टोटल मेंबर याद रखिएगा इंपिचमेंट का प्रोसीजर किसी भी हाउस से शुरू हो सकता है लोकसभा से भी 14th राज्यसभा से भी 14 किसी भी हाउस से स्टार्ट हो सकता है यह 14 किसके लिए था 14 था रेजोल्यूशन बनाने के लिए यहां हम लोग देश के राष्ट्रपति को निकालना चाहते हैं ऐसा 1/4 मेंबर रेजोल्यूशन देना चाहते हैं 14 दिन का नोटिस देंगे किसको देंगे प्रेसिडेंट को नोटिस देंगे और मेंबर्स ऑफ डी पार्लियामेंट को नोटिस देंगे की अब आप मीटिंग करिए अब रेजोल्यूशन पास करिया इसमें जब रेजोल्यूशन पास करना होगा तो कितने लोग आएंगे तू थर्ड मेंबर्स आएंगे कितने तू थर्ड मेंबर्स आएंगे अब क्या होगा बस प्रेजेंट को तुरंत निकाल देंगे जवाब है नहीं तुरंत नहीं निकाल पाओगे प्रेसिडेंट को प्रेसिडेंट के खिलाफ जो चार्ज लगाया गया है पहले उसकी जांच होगी प्रेसिडेंट पे अगर कोई इल्जाम लगाया है की प्रेसिडेंट गलत कम कर रहा है हां क्या होगा इन्वेस्टिगेशन एक जांच कमेटी बैठेगी या मैंने लिख दिया हिंदी शब्द जांच कमेटी बैठेगी जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट जी हाउस ने कमेटी बनाई थी जी हाउस ने प्रपोज दिया था वही हाउस को सबमिट करेगी डी कमेटी बिल सबमिट इट्स रिपोर्ट तू डी हाउस फ्रॉम विच आईटी हज गो डी पावर और फिर क्या होगा इस जांच कमेटी के सामने प्रेसिडेंट को बुलाया जाएगा प्रेसिडेंट की बात सनी जाएगी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट उससे क्वेश्चन पूछेंगे राष्ट्रपति से हां ठीक है ना और इन्वेस्टिगेशन के बाद क्या होगा एक रेजोल्यूशन फिर से पास होगा जिसमें फिर से कितने चाहिए तू थर्ड मेंबर चाहिए इतने तू थर्ड मेंबर अब इस बार कहां के चाहिए दोनों हाउस के पहले बार तो एक हाउस के चाहिए थे तू रन मेंबर अब कितने चाहिए दोनों हाउस के तू थर्ड मेंबर चाहिए अब जाकर के प्रेसिडेंट को क्या होगा निकाल दिया जाएगा भारत का हेड है क्यों क्योंकि देश में जितने भी कानून बनते हैं जितने भी जितने भी कानून बनते हैं ऑर्डर आते हैं सब प्रेसिडेंट के नाम से आते हैं प्राइम मिनिस्टर देखिए रियल एग्जीक्यूटिव कौन है प्राइम मिनिस्टर पर नाम किसका लिया जा रहा है प्रेसिडेंट ठीक है सब किसका नाम लगाते हैं इसे कहते हैं एग्जीक्यूटिव पावर एग्जीक्यूशन इसके पास इसके पास है तब तक डॉ नहीं बन सकता जब तक प्रेसिडेंट उसे पर अपना सेंटर करता है जो भी पार्टी चुनाव में सबसे ज्यादा सीट जीती है लोकसभा में जी पार्टी को सबसे ज्यादा सीट मिली है उसे सीट को कहते हैं हम लोग मेजॉरिटी पार्टी उसका लीडर उसका लीडर है प्राइम मिनिस्टर समझ गए और देश का के जस्टिस सुप्रीम कोर्ट का जज हाय कोर्ट के जज सबको अप्वॉइंट करता है कौन प्रेसिडेंट के पास पावर है इस जस्टिस ऑफ सुप्रीम कोर्ट हाय कोर्ट इन सबको पॉइंट करने गवर्नर हैं गवर्नर ऑफ स्टेट हैं कमिश्नर्स हैं अटॉर्नी जनरल्स है ये सब बड़े-बड़े पड़ा के नाम हैं ये सब बड़े बड़े एग्जीक्यूटिव पावर्स के पद हैं ये सब एग्जीक्यूटर्स हैं देश के बड़े-बड़े हां एटर्नी जनरल कंट्रोलर और अल्टर जनरल अध्यक्ष ऑफ डी कमीशन यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन इन सबको सब देश के सबसे बड़े एग्जीक्यूटिव पोस्ट हैं इन सब कहो इन सबके हेड्स को प्रेसिडेंट या प्रेसिडेंट के पास पावर है किसी स्टेट को सस्पेंड करने का वहां की असेंबली को जवाब है हां प्रेसिडेंट चाहे तो स्टेट में क्या लगा सकता है प्रेसिडेंट रूल कब लगाएगी उसकी मर्जी है नई जब वहां पर स्टेट की गवर्नमेंट कामकाज ठीक से ना कर पे पेट की मशीनरी फेल हो जाए गवर्नमेंट है पर गवर्नमेंट की चल नहीं रही है गुंडाराज चल रहा है माफिया राज चल रहा है ल खसोट मारपीट मची हुई है कोई किसी की नहीं सुन रहा है और या तो वहां पर किसी एक पार्टी के पास मेजॉरिटी ही नहीं कोई भी पार्टी नहीं है तो दोनों कैसे में क्या हो जाएगा वहां पर प्रेसिडेंट रूल अप्लाई हो जाएगा राष्ट्रपति शासन ग जाएगा मतलब वहां पर आप प्रेसिडेंट की मर्जी से कम चलेगा भारत का किसी देश के साथ कोई एग्रीमेंट होने वाला है कोई समझौता होने वाला है कौन करेगा प्रेसिडेंट साइन करेगा उसे समझ गए इंपॉर्टेंट है लेजिसलेटिव पावर ऑफ डी प्रेसिडेंट के पास कुछ ऐसे पावर्स हैं जैसे रेजिडेंट ही दोनों हाउस लोकसभा और राज्यसभा का जॉइंट सेशन बुलट है कब बुलट है जब जनरल इलेक्शन हो गए हैं 5 साल में मैंने कहा एक बार मैं जनरल इलेक्शन होता है अब इस इलेक्शन के बाद प्रेसिडेंट ही क्या करता है प्रेसिडेंट ही दोनों हाउस की जॉइंट सेशन करता है ठीक है प्रेसिडेंट मिलता है दोनों हाउसेस के पास सेशन ऑफ डी पहले जो भी सेशन होगा इसमें प्रेसिडेंट अपनी स्पीच एड्रेस का मतलब अपनी एड्रेस नहीं बताता है एड्रेस का मतलब है प्रेसिडेंट ए करके स्मिथ देता है डी पावर तू सेंड मैसेज तू डी बस हाउस वीर दोनों हाउस को क्या कर सकता है मैसेज भेज सकता है अपना और तो और वह हाउस को प्रोड्यूस और सम्मान कर सकता है संबंध मतलब होता है कल करना संबंध करना मतलब होता है मीटिंग के लिए बुलाना और प्रयोग का मतलब होता है सेशन का अंत करना पार्लियामेंट में तीन सेशंस होते हैं इनका और इसका सेशन का एंड करना उसके पास पावर वो चाहे तो लोकसभा को डिसोल्व कर सकता है पर प्राइम मिनिस्टर के एडवाइस में ठीक है और प्रेसिडेंट 12 मेंबर्स अप्वॉइंट करता है राज्यसभा के राज्यसभा के 12 मेंबर्स को प्रेसिडेंट अप्वॉइंट करता है साइंस लिटरेचर हां आठ भारत इसके चुने हुए प्रति लोगों को नहीं बन सकता जब तक प्रेसिडेंट उसे पर साइन ना करें तो अपनी सिना चर को क्या कर सकता है रॉक सकता है तो डिसएग्री कर सकता है पर याद रखिएगा प्रेसिडेंट को अगर दोबारा पार्लियामेंट भेज देगी तब क्या होगा एक बार प्रेसिडेंट ने लोकसभा में बिल भेजो पास करके प्रेसिडेंट को साइन करना पड़ेगा जो स्टेट में गवर्नर होते हैं वह प्रेसिडेंट के ही ऑर्डर पर कम करते हैं अलग-अलग स्टेट के गवर्नर जैसे आपके अप का गवर्नर कौन है यह गवर्नर प्रेसिडेंट के प्लेजर ऑफ डी प्रेसिडेंट होता है पांडिसाइड करेगा की ये बिल मनी बिल है तो जवाब है स्पीकर डिसाइड करेगा अब मनी बिल ओरिजिनल लोकसभा में होगा पर इसकी रिकमेंडेशन इसकी एडवाइस कौन देगा रिकमेंडेशन एडवांस सलाह मनी मिल्क की एडवाइस कौन देगा मनी बिल की एडवाइस प्रेसिडेंट देगा देश का एनुअल बजट है ना जो साल में एक बार बजट बंता है वो फाइनेंस मिनिस्टर पार्लियामेंट में लता है और किसके भी हाफ पिलाता है प्रेसिडेंट के नाम लेक आता है देश में जो बजट बन रहा है जैसे हम यूनिनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट कहते हैं वो फाइनेंशियल एयर से अप्लाई होता है पूरे देश में याद रखिएगा अगर कोई भी पैसा कंटीजेंसी फंड ऑफ इंडिया से निकाला गया है सीएफआई से निकाला गया है सैलरीज के लिए निकाला जाता है पैसा सब किसके अप्रूवल से होता है प्रेसिडेंट ऑफ दी हाय कोर्ट की सैलरी हो सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस की सैलरी हो सब का पैसा इस फंड से निकाला जाता है कुछ ऐसे पावर रिप्रेजेंट के पास जिसने प्रेसिडेंट को किसी की सलाह नहीं लेनी होती है आउट ऑफ इट्स ऑन अपने विवेक से विवेक अरे अपनी इच्छा से रेजिडेंट इसमें डिसाइड कर सकता है नॉर्मली प्रेसिडेंट को वही करना होता है जो देश का प्रधानमंत्री कहता है ही इसे एन यस मां कौन प्रेसिडेंट क्योंकि प्राइम मिनिस्टर के पास रियल एग्जीक्यूटिव पावर है सर ऐसा क्यों आप का रहे हैं क्योंकि प्राइम मिनिस्टर इस डिपल्स मिनिस्टर प्राइम मिनिस्टर हेज डी रियल पावर ऑफ डी पीपल ही इस डायरेक्टली रिलेटेड के पास कुछ डिस्क्रीशनरी पावर है कुछ अनोखे पावर है कुछ एब्सलूट पावर है पहले प्राइम मिनिस्टर को अप्वॉइंट करता है कब अगर पार्लियामेंट हम पार्लियामेंट हो जाए ये हैंग पार्लियामेंट क्या होता है यह है पार्लियामेंट का मतलब है जब किसी सिंगल पार्टी के पास मेजॉरिटी नहीं है जब लोकसभा में किसी एक पार्टी के पास आधा से ज्यादा सीट नहीं है समझ गया ना अगर पार्लियामेंट के आधार से ज्यादा किसी एक के पास सीट है किसी एक पार्टी के पास सीट है या कोई रिलेशन ऑफ पर्टिकुलर सीट है समझ गए आधे से ज्यादा अगर सीट किसी एक पार्टी के पास है या किसी एक ग्रुप ऑफ पार्टी के पास है तो प्रेसिडेंट के पास इस स्टेशनरी पावर नहीं है अब किसी के पास भी मेजॉरिटी नहीं है तो वन डिसाइड करेगा देश का प्रधानमंत्री कौन बनेगा तो वो है राष्ट्रपति ठीक है अब ही कहना पॉइंट दी प्राइम मिनिस्टर तब अगर किसी प्राइम मिनिस्टर की सदन डेथ हो जाति है और कोई रनिंग पार्टी खुद अपना लीडर नहीं बना पाती है अगर कोई पार्टी रनिंग पार्टी है और उसके प्राइम मिनिस्टर की डेथ हो गई है तो प्रेसिडेंट अप्वॉइंट कर सकता है और क्या हो सकता है प्रेसिडेंट के पास और भी पावर है अगर कोई रनिंग पार्टी अपना मेजॉरिटी लूज कर जाति है तो प्रेसिडेंट चाहे प्रेसिडेंट चाहे की प्रेसिडेंट चाहे तो वो क्या कर सकता है लोकसभा को डिसोल्व कर देगा और प्रेसिडेंट चाहे तो वह अपोसिएशन पार्टी के लीडर को बुला सकता है हां वो उसको बुलाएगी जिसको लगेगा की वह देश में टेबिट कर पाएगा क्या अन्य परसों हूं कैन प्रूफ डी मेजॉरिटी इस इनवाइटेड बाय डी प्रेसिडेंट तू एक्ट स दी प्राइम मिनिस्टर याद रखेगा ये उसके डिस्क्रिप्शन का मतलब है इस क्वेश्चन मतलब आउट ऑफ इट्स ऑन डिजाइन अपनी मर्जी से ऐसा कर सकता है प्रेसिडेंट लाइट ए गई है वैसे हां दे हेड नो लाइट अब लाइट ए गई यहां हम बहुत डर से बिना लाइट के आपको पढ़ा का रहे थे हमारे पास जो थोड़ा इनवर्टर का जो पावर था उसे पे ही हम ये जो कम कर रहे थे हां जो बीच में इनवर्टर लाइट जो चली गई थी बीच में नो डी लाइट सेवक राइट इलेक्ट्रिसिटी ए गई है चलिए डी प्रेसिडेंट कैन डिसमिस दी मिनिस्टर ऑफ दी गवर्नमेंट ठीक है ना तब मिनिस्टर कर सकता है प्रेसिडेंट जब देखेगा की उसके पास क्या है वो टॉप कॉन्फिडेंस नहीं है अगर मिनिस्टर नहीं करेंगे रिजाइन करने से प्रेसिडेंट उनको क्या करेगा समझ गए ना हां पार्लियामेंट से कुछ अनोखे पावर पढ़ने हैं प्रेसिडेंट के अनोखे इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि ये पावर बहुत इंपॉर्टेंट है इस पर बेस्ड लॉन्ग क्वेश्चन करना है ठीक है मैंने कहते हैं इमरजेंसी पावर प्रेसिडेंट को इमरजेंसी डिक्लेअर करने का अधिकार है तीन टाइप के इमरजेंसी हमारे देश में हो शक्ति है थ्री टाइप्स का इमरजेंसी हमारे देश में ए शक्ति है पहले इमरजेंसी है नेशनल इमरजेंसी जब देश की पीस और सिक्योरिटी को खतरा होगा जब भारत पे विदेशी ताकत का हमला होने वाला होगा हां कोई दूसरा दुश्मन देश भारत में हमला करने जा रहा होगा या हमारे भारत में सिविल वार का खतरा है इस केसेस में रेजिडेंट नेशनल पूरे देश में इमरजेंसी घोषित करने को नेशनल कहते हैं कभी-कभी इमरजेंसी किसी कांस्टीट्यूशनल मशीनरी की वजह से हो शक्ति है ये पूरे देश में नहीं लगेगी उसे पर्टिकुलर स्टेट में लगेगी जहां पर जहां पर चुन्नी हुई सरकार संभल नहीं पाएगी हां वहां पर चुन्नी सरकार नहीं रहेगी तो इमरजेंसी कैन बी प्रोक्लेमद इन स्टेट इसको कई बार स्टेट इमरजेंसी बोला गया है ये नेशनल इमरजेंसी है तो ये स्टेट इमरजेंसी है जब वहां पर कांस्टीट्यूशनल मशीनरी ब्रेकडाउन हो जाएगी उसे पर्टिकुलर स्टेट में एग्जांपल कर लेट हूं एग्जांपल है मां लेते हैं एक स्टेट है मतलब बिहार है एग्जांपल है और बिहार में क्या हो रहा है लूटपाट मची है वहां के मंत्री वहां की सरकार कंट्रोल नहीं कर का रहे आए दिन वहां पर एग्जांपल है ना का रहा हूं वहां पर गंथरोल नहीं है गवर्नमेंट का लोगो पर मिनिस्टर पे आ वहां पे कामकाज पर और वहां पर लोगों की जान माल को खतरा है लोग बहुत परेशान हैं गवर्नमेंट भी कुछ नहीं कर का रही है और अब वहां की जो पार्टी हैं आपस में ही टूट गई हैं हां जी पार्टी ने मिलकर के बिहार का हां मा जो थे वो अलग हो गए अपनी मेजर पार्टी से अब उनके पास क्या है वोट ऑफ कॉन्फिडेंस भी नहीं है अब प्रधानमंत्री क्या करेगा सॉरी अब राष्ट्रपति क्या करेगा उसकी चुन्नी हुई सरकार को हटा देगा और वहां पर लगा देगा राष्ट्रपति ठीक है हां इतना आसन नहीं है बहुत मुश्किल कम है पानी शैली इमरजेंसी अगर देश में पैसे की स्थिति सही नहीं है देश में कर्ज चढ़ चुका है ये तो स्थिति मैंने कहा पाकिस्तान के साथ ए रही है ये लंका में तो हो ही चुकी है श्रीलंका में फाइनेंशियल इमरजेंसी एप्लाइड है ये लंका एक दिवालिया कंट्री हो चुकी हां ये अलंकार वर्ल्ड में कर्जदार कंट्री हो चुकी आई इमरजेंसी की बात करना शुरू करते हैं सबसे पहले इमरजेंसी की बात करते हैं नेशनल इमरजेंसी या जनरल इमरजेंसी कौन डिक्लेअर करेगा प्रेसिडेंट डिक्लेअर करेगा कब डिक्लेअर करेगा मैंने कंडीशन बता दी जब देश की सुरक्षा को खतरा है भारत की सुरक्षा को खतरा है भारत में फॉरेन अटैक सिविल वार या आमदनी रिबेलीयन होने वाला है बगावत होने वाली है हमारी सी हमारे खिलाफ ऐसा होगा नहीं कर देती है तो नेशनल इमरजेंसी को अप्रूव करने के लिए पार्लियामेंट में दोनों हाउस ऑफ पार्लियामेंट से परमिशन लेनी पड़ती इतने दिन के अंदर वन मठ के अंदर नेशनल इमरजेंसी प्रेसिडेंट डिक्लेअर कर सकता है पर पार्लियामेंट को एक मठ के अंदर उसे अप्रूव करना पड़े वरना इमरजेंसी क्या हो जाएगी है जाएगी एक इमरजेंसी को 1 महीने से अधिक के लिए नहीं लगाया जा सकता लोकसभा अगर डिसएप्रूव कर देगी तो इमरजेंसी खत्म पावर लोकसभा के पास है इमरजेंसी ग्रुप में अच्छा इमरजेंसी ग जाएगी तो होगा क्या सर ग जाएगी तो क्या होगा कुछ होगा क्या हां भाई होगा ना इमरजेंसी लगता ही हमारे फंडामेंटल राइट्स स्पेंड हो जाए यही कम करना होगा जो सेंट्रल गवर्नमेंट के अर्थात स्टेट का पावर यूनियन गवर्नमेंट के पास चला जाए और सबसे इंपॉर्टेंट चीज सेंट्रल गवर्नमेंट चाहे तो रेवेन्यू अर्थात जो टैक्स कलेक्ट हो रहे हैं वो अपने पास रख चाहे तो इस दौरान स्टेट के पार्लियामेंट के मिनिस्टर्स के भी सैलरी को रिड्यूस कर सकते हैं क्योंकि इमरजेंसी हां एक अर्जेंट सिचुएशन है बार-बार नहीं आई है इसीलिए इमरजेंसी सिचुएशन है पार्लियामेंट चाहे तो इमरजेंसी सिचुएशन को लोकसभा चाहे तो 1 साल तक बड़ा सकते एक महीने के लिए होती है नेशनल इमरजेंसी एक महीने के लिए पर लोकसभा चाहे तो उसको एक्सटेंड कर शक्ति है एक साल तक क्या ऐसे इमरजेंसी आई थी हां मैं एग्जांपल देता हूं ऐसी इमरजेंसी आई थी जब चीन ने इंडिया पर अटैक किया जब चीन ने अटैक किया तो पहले बार 1962 में आई थी इन चीन अटैक इंडिया के बॉर्डर पर लोग बोलते थे हिंदी चीनी भाई भाई और अचानक कर दिया उसने लड़ाई ये बात सच है इतने झूठ इतने बेईमान इतने मक्कार लोग हैं चीन वाले कहते थे हिंदी चीनी भाई भाई और कर दिया उसने लड़ाई दिसंबर को पाकिस्तान ने भी इंडिया पे अटैक कर दिया यहां पर भी हो गई थी नेशनल इमरजेंसी करने जा रहे हैं इस इमरजेंसी को हम कहते हैं स्टेट इमरजेंसी यह पूरे देश में अप्लाई नहीं हो रही है पर्टिकुलर स्टेट लाई होगी क्यों क्योंकि वहां पर सरकार गिर गई है वहां पर कॉन्स्टिट्यूशन अपना कम नहीं कर का रहा तो ऐसा कैसे पता चलेगा तो प्रेसिडेंट को रिपोर्ट भेजेगा वहां का गवर्नर जैसे मैंने एग्जांपल बिहार की कहानी से बताया था की बिहार के गवर्नर ने रिपोर्ट भेजी प्रेसिडेंट को की बिहार में जंगल रहा एग्जांपल है प्लीज की बिहार में जंगल राज चल रहा है और बिहार की गवर्नमेंट संभल नहीं का रही है तो गवर्नर की रिपोर्ट प्रेसिडेंट के पास मिलने के बाद रेजिडेंट चाहे तो वहां पर इमरजेंसी डिक्लेअर कर को गिरा दिया जाएगा बाकी लिस्ट असेंबली इसको भांग कर दिया जाएगा और प्रेसिडेंट अब वहां पर करेगा स्टेटमेंट इसके अंदर क्या होगा नई सरकार को चुन लिया जाए अब इमरजेंसी हिंदी स्टेटस पर इफेक्ट क्या पढ़ने वाले पहले स्टेट का सर पावर किसके पास चला जाएगा तो अगर सेंट्रल गवर्नमेंट चाहे तो लोकसभा तक को डिसोल्व कर लिस्ट के सब्जेक्ट उठ करके हां सेंट्रल गवर्नमेंट के पास चले जाएंगे और तो और अगर लोकसभा सेशन में नहीं है तो प्रेसिडेंट डिसाइड करेगा रेजिडेंट डिसाइड करेगा इसके घर इमरजेंसी आई थी हां अब आई थी सबसे पहले आई थी पंजाब में कब आई थी 19 और लास्ट टाइप के इमरजेंसी को पैसे ना हो अपने खर्च देने के लिए जो सरकार को खर्च धरने होते हैं वह इतने कम पद रहे हैं की आज फाइनेंशियल इमरजेंसी हो जाएगी तो क्या होगा इफेक्ट क्या होगा इफेक्ट यह होगा की अब फाइनेंस कमीशन अप्वॉइंट किया जाएगा प्रेसिडेंट बनाएगी तो बताया कैसे देश की स्थिति सुधरे ये कमीशन डिसाइड करेगा देश में पहले बार पहले बार एक बार क्या हो सकता है सैलरी और एलियंस से इसको रिड्यूस किया जा सकता है वरना मैंने कहा की सैलरी एनालिसिस ऑफ डी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट जज ऑफ डी सुप्रीम कोर्ट हाय कोर्ट कैन नोट बी रिड्यूस्ड कनॉट बी रिड्यूस ओनली और ओनली इन कैसे ऑफ फाइनेंशियल इमरजेंसी कर देंगे और मनी बिल जो लोकसभा में पास होता था वो पहले वो प्रेसिडेंट के पास जाएगा जब फाइनेंशियल इमरजेंसी ए जाएगी प्रेसिडेंट इंस्ट्रक्शन देगा की कैसे फंड को उसे करें चलिए प्रेसिडेंट की पोजीशन है कौन प्रेसिडेंट बन गया क्या पोजीशन है इसकी मैंने बताया प्रेसिडेंट हेड है सर्वोच्च पद पर है प्रेसिडेंट ठीक है देश में अमरजानासी पोकलेन करने का पावर भी प्रेसिडेंट के पास है तो प्रेसिडेंट प्रोक्लेम तो कर देगा मतलब अनाउंस तो कर देगा घोषणा तो कर देगा मरजाना से पर पार्लियामेंट को उससे क्या करना पड़ेगा रतीफाइड रतीफाइड मतलब अप्रूव पार्लियामेंट माना कर देगी हमारे जैसी लागू नहीं हो पाएगी बोलने से क्या होता है समझ गए ना पार्लियामेंट का अप्रूवल चाहिए याद रखिए और प्रेसिडेंट इस दी कांस्टीट्यूशनल हेड हमारे देश का कॉन्स्टिट्यूशन इसी के नाम से ले जाते हैं प्रेसिडेंट सबसे इंपॉर्टेंट पोजीशन पे हैं और का सकते हैं एग्जीक्यूटिव पावर यूनियन की सबसे बड़ी इसी के बाद सर एग्जीक्यूशन इनके नाम से प्रेसिडेंट के पास राइट है की उसे सारे लोकसभा में होने वाले मैटर्स इन्फॉर्म किया मतलब लोकसभा जो भी मीटिंग कर रही है डिस्कशन कर रही है कैबिनेट जो भी फैसला कर रही है इन सब की जानकारी प्राइम मिनिस्टर आकर के प्रेसिडेंट को देता लोकसभा और दी प्रेसिडेंट कौन है वो इसके लिए वोटिंग नहीं करनी वोटिंग होती है जनरल इलेक्शन के बाद वोटिंग होती है राज्यसभा के लिए वोटिंग ठीक है आपको लिखना है प्रेसिडेंट नहीं वाइस प्रेसिडेंट कौन है अब वॉइस प्रेसिडेंट के लिए क्या-क्या क्वालिफिकेशन चाहिए अगेन सारे वही क्वालिफिकेशन है जो प्रेसिडेंट के हैं आईटी इसे ऑफ इंडिया होना चाहिए यह तो पुरानी बात है 35 एयर ऑफ आगे हनी चाहिए ये भी पुरानी बात है क्वालिफाइड आज एन मेंबर ऑफ काउंसिल ऑफ स्टेटस का मतलब है इसके क्वालिफिकेशन राज्यसभा के जैसे होने चाहिए देखिए ऐसा काउंसिल ऑफ स्टेटस और ओल्ड ऑफिसर प्रॉफिट नहीं करना हमारे देश में जो 22 प्रेसिडेंट है के लिए भी इलेक्टरल कॉलेज है क्या लेट करते हैं ध्यान से सुनिएगा असेंबली नहीं है ध्यान से देखिए कौन नहीं है इसमें लोकसभा के राज्यसभा के इलेक्ट मेंबर्स तो हैं क्या शब्द बोला मैंने मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट हैं बाकी सब से है सिस्टम ऑफ प्रोपोर्शनल रिप्रेजेंटेशन भी है पर कौन नहीं है मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली नहीं है मा नहीं है हर स्टेट असेंबली थी प्रेसिडेंट में थे यह मेंबर ठीक है ना यह ध्यान देना है इसमें यही अंतर है वोटिंग कैसे होती है सीक्रेट बैलेट से होती सीक्रेट बैलेट मतलब होता है की वोट देने के लिए एक अलग चेंबर होता है जहां पे मेंबर जाकर के वोट डीके और हो जाते हैं समझ गए तब ऑफिस कितना है अगेन 5 साल का इसका टर्म ऑफ है कितना है 5 साल और ये अगर रिजाइन करेगा तो रेजिग्नेशन किसके नाम लिखेगा डिजाइन करेगा तो प्रेसिडेंट के नाम है रिमूव किया जा सकता है मैंने बता दिया जो भी देश का वाइस प्रेसिडेंट है वो अपने आप अध्यक्ष ऑफ राज्यसभा बन जाए इनको इससे पहले गवर्नर ऑफ वेस्ट बंगाल कहां गया था इससे पहले वो गवर्नर ऑफ वेस्ट बंगाल कर सकता है वह सारे पावर हैं तो स्पीकर ऑफ लोकसभा के पास है और उसको कंट्रोल करने के लिए मैंने बताया था स्पीकर के पास बहुत सारे पावर है उसे सारे पावर इनके पास भी क्या कर सकता है प्रेसिडेंट के डेथ होने पर प्रेसिडेंट के रिजाइन होने पर प्रेसिडेंट के पीछे होने पर इन सब की नजर प्रेसिडेंट नहीं है ऑफिस में और क्या कर सकता है