प्रोटिस्टा और वाइरस का अध्ययन

Aug 13, 2024

लेक्चर नोट्स

ऑडियो चेक और लेक्चर की शुरुआत

  • आवाज चेक करने की प्रक्रिया
  • अगले सप्ताह से कुछ लेक्चर शुरू करने की योजना

टॉपिक्स का परिचय

  • आज के लेक्चर में दो टॉपिक्स: प्रोटिस्टा और वाइरस
  • पिछले लेक्चर में फंजाई पर चर्चा की गई थी

प्रोटिस्टा

परिभाषा और वर्गीकरण

  • प्रोटिस्टा को एक सिंगल सेल यूक्रियोट्स के रूप में वर्गीकृत किया गया है
  • प्रोटिस्टा की सीमाएँ स्पष्ट नहीं हैं
  • इसका अर्थ है कि कुछ जीव एक वैज्ञानिक के लिए प्रोटिस्टा हो सकते हैं जबकि दूसरे के लिए पौधा हो सकते हैं

उदाहरण

  • कलामीडोमोनस और अमीबा को प्रोटिस्टा में रखा गया है
  • प्रोटिस्टा में कई समूह हैं जैसे:
    • क्राइसोफाइट्स
    • डाइनोफ्लेजिलेट्स
    • यूगलीनोइड्स
    • स्लाइम मॉल्ड्स
    • प्रोटोजोआ

सक्रियता

  • प्रोटिस्टा के सदस्य मुख्यतः सक्रिय होते हैं और भौगोलिक स्थिति के अनुसार विभिन्न प्रकार के वातावरण में पाए जाते हैं

प्रोटिस्टा के विभिन्न समूह

क्राइसोफाइट्स

  • डायटम्स और गोल्डन एल्गी शामिल हैं
  • ये मुख्य रूप से ताजे पानी और समुद्री जल में पाए जाते हैं
  • ये समुद्र में प्राथमिक उत्पादक होते हैं

डाइनोफलेजिलेट्स

  • ये मुख्यतः समुद्री और फोटोसिंथेटिक होते हैं
  • इनमें विभिन्न रंगों के पिगमेंट होते हैं
  • अत्यधिक वृद्धि के समय ये टॉक्सिन का उत्पादन कर सकते हैं जो समुद्री जीवन को नुकसान पहुंचा सकते हैं

यूगलीनोइड्स

  • ये मुख्यतः ताजे पानी में पाए जाते हैं और इनमें फ्लैजिला होते हैं
  • ये फोटोसिंथेटिक होते हैं लेकिन प्रकाश की अनुपस्थिति में हेटेरोट्रॉफिक बन जाते हैं

स्लाइम मॉल्ड्स

  • ये सैप्रोफाइटिक होते हैं और मृत पत्तियों पर विकसित होते हैं
  • इन्हें प्लाज्मोडियम के रूप में जाना जाता है जब वे संग्रहित होते हैं

प्रोटोजोआ

वर्गीकरण

  • चार प्रमुख समूह:
    • अमीबॉइड
    • फ्लैजिलेटेड
    • सीलियेटेड
    • स्पोरोजोआ

अमीबॉइड

  • फ्रेश वाटर में पाए जाते हैं
  • pseudopodia का उपयोग कर अपने शिकार को पकड़ते हैं

फ्लैजिलेटेड

  • ये फ्री-लिविंग या पैरासाइटिक हो सकते हैं
  • इनमें फ्लैजिला होते हैं जो उन्हें गति प्रदान करते हैं

सीलियेटेड

  • ये पानी में एक्टिवली मूव करते हैं और उनके पास हजारों सीलिया होते हैं

स्पोरोजोआ

  • इनमें स्पोर जैसी अवस्था होती है और ये पैरासिटिक होते हैं, जैसे कि प्लास्मोडियम जो मलेरिया का कारण बनता है

निष्कर्ष

  • अगले लेक्चर में वाइरस और फंजाई पर चर्चा की जाएगी
  • छात्रों को कुछ प्रश्न हल करने के लिए दिए जाएंगे
  • सत्र का समापन और अगले सत्र की योजना का उल्लेख