इंडियन हिस्ट्री लेक्चर: एंग्लो-मराठा वॉर्स
परिचय
- स्पीकर: महिपाल सिंह राठौर
- शीर्षक: एंग्लो-मराठा वॉर्स
- उद्देश्य: इतिहास की जानकारी देना और UPSC की तैयारी में सहायता करना
पिछला लेक्चर
- बैंगलोर मैसूर वॉर्स कवर किया गया था
आज के मुख्य बिंदु
- एंग्लो-मराठा वॉर्स
- तीन एंग्लो-मराठा वॉर्स पर चर्चा
- मराठा पावर उत्तर भारत में कमजोर होने के कारण
- पेशवा फैमिली ट्री और उनकी राजनीति
ऐतिहासिक घटनाएँ
- 1761 थर्ड बैटल ऑफ पानीपत
- मराठा पावर कमजोर पड़ी
- महादजी शिंदे का नॉर्थ इंडिया में पुनः कब्जा
पेशवा फैमिली
- पेशवा बालाजी विश्वनाथ, बाजीराव बालाजी, नाना साहब, माधवराव फर्स्ट, नारायण राव, रघुनाथ राव
- कहानी: मराठा राज्यों के बीच संघर्ष
- माधवराव की मृत्यु टीबी से
- नारायण राव की हत्या
- रघुनाथ राव का पेशवा बनने का संघर्ष
UPSC टेस्ट सीरीज़
- फ्री टेस्ट सीरीज़ पाथफाइंडर के स्टूडेंट्स के लिए
- टेस्ट शेड्यूल: 13 मार्च से शुरू
- विभिन्न विषयों के टेस्ट: हिस्ट्री, आर्ट एंड कल्चर, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, इंटरनेशनल रिलेशंस, ज्योग्राफी, एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजी, पॉलिटी, इकोनॉमिक्स
- सभी टेस्ट फ्री हैं
- प्रतिभागी अपनी तैयारी का मूल्यांकन कर सकते हैं
UPSC तैयारी के लिए अन्य सुझाव
- अनअकैडमी प्लेटफार्म का उपयोग
- स्ट्रक्चर्ड कोर्सेज, लाइव क्लास, स्ट्रक्चर्ड मटेरियल
एंग्लो-मराठा वॉर्स का स्वरूप
- मराठा के आपसी संघर्ष और ब्रिटिश हस्तक्षेप
- पेशवा और अन्य मराठा नेताओं के रोल
- अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की रणनीतियाँ और संधियाँ
- ट्रीटी ऑफ़ श्रीरंगापटनम, ट्रीटी ऑफ़ सूरत, ट्रीटी ऑफ़ पुरंदर, और अंततः ट्रीटी ऑफ़ सालबाई
- एंग्लो-मराठा वॉर्स की मुख्य लड़ाइयाँ और उनके परिणाम
अंत में
- मराठों का शक्तिकेंद्र दूर्बल होना
- अंग्रेजों की विभिन्न रणनीतियाँ, जैसे सब्सिडियरी एलाइंस
- मराठा साम्राज्य का ध्वंस और ब्रिटिश सत्ता का उभार
- भविष्य के लेक्चर में नेपाली और सीक युद्धों पर चर्चा की जाएगी.
निष्कर्ष
- एंग्लो-मराठा वॉर्स ने भारतीय राजनीति और ब्रिटिश शासन के प्रसार को कैसे प्रभावित किया.
- विद्यार्थियों को तैयारी के लिए विभिन्न स्रोतों और टेस्ट सीरीज़ का उपयोग करने की सिफारिश.
धन्यवाद!
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