किशोर न्याय अधिनियम 2015 का सुपर फास्ट रिवीजन
परिचय
- विषय: किशोर न्याय अधिनियम 2015
- कुल 112 सेक्शन, 10 अध्याय
परीक्षा और क्लास की जानकारी
- अन अकेडमी पर वीडियो समाधान उपलब्ध
- अन अकेडमी एप का उपयोग कैसे करना, इस पर वीडियो YouTube पर उपलब्ध
- नया बैच 28 जुलाई से शुरू
तीन मुख्य भाग
- CCL (Child in Conflict with Law)
- मतलब: विदी का उलंगन करने वाला बालक
- CNCP (Child in Need of Care and Protection)
- मतलब: देखरेक और सरक्षन की आवश्यकता वाला बालक
- CLFA (Child Legally Free for Adoption)
- मतलब: दत्तक के लिए विदिक रूप से उपलब्द बालक
किशोर न्याय बोर्ड (JJB)
- सेक्शन 4: JJB की स्थापना
- तीन सदस्य: एक मैजिस्ट्रेट और दो सोशल वर्कर्स
- सेक्शन 5 और 6: उम्र से संबंधित प्रक्रियाएँ
CCL की प्रक्रिया
- सेक्शन 10 से 26: CCL की प्रक्रिया
- सेक्शन 12: जमानत की शर्तें
- सेक्शन 14: इंक्वायरी प्रक्रिया, महत्वपूर्ण
- सेक्शन 15: प्रीलिमिनरी असेसमेंट
- सेक्शन 16: बोर्ड की प्रक्रिया का रिव्यू
CNCP की प्रक्रिया
- सेक्शन 27 से 38: CNCP की प्रक्रिया
- सेक्शन 31: CWC के सामने पेशी
- सेक्शन 36: इंक्वायरी प्रक्रिया
पुनरवास और समाजीकरण
- सेक्शन 39 से 55: पुनरवास और समाज में पुनः प्रवेश
- सेक्शन 39: पुनरवास के प्रावधान
- सेक्शन 40: समाजीकरण के प्रावधान
दत्तक ग्रहण (Adoption)
- सेक्शन 56 से 73: दत्तक ग्रहण के प्रावधान
- तीन प्रकार: इंट्रा-कंट्री, इंटर-कंट्री, इंटर-कंट्री रिलेटिव
- सेक्शन 57: दत्तक ग्रहण की योग्यता
बालक के विरुद्ध अपराध
- सेक्शन 74 से 89: अपराध और उनकी सजा
- एक्सप्लोइटेशन, इंटॉक्सिकेटिंग, किडनैपिंग आदि
विविध प्रावधान
- सेक्शन 90 से 112: विविध प्रावधान
- अपील, रिविजन, विशेष अनुमति आदि
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
- संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन, पेनल्टी
- विशेष संस्थाएँ: ऑब्जर्वेशन होम, चिल्ड्रन होम
- संस्था का प्रबंधन और निगरानी
निष्कर्ष
- JJ Act का उद्देश्य: बच्चों की सुरक्ष और सुधार
- अधिनियम के विभिन्न पहलुओं का समग्र ज्ञान आवश्यक
इन नोट्स का उद्देश्य किशोर न्याय अधिनियम का संक्षिप्त पुनरावलोकन प्रस्तुत करना है, जो परीक्षा की तैयारी में सहायक होंगे।