कि फिर करना है हेलो बच्चों क्या है चाहिए कि क्या हल चाल बच्चों तो थोड़ा से नीचे कर देना है क्या हल चाल है तो उन सभी बच्चों के लिए मैं आज आया हूं जो कि क्लास 11 में है अर्जुना जय अर्जुना नीट बैच में ऑलरेडी पढ़ रहे हैं या अर्जुना जय आ गए हैं लेकिन सबसे पहले शुरू करने से पहले मैं आपको बता दूं कि क्लास 11 जो होता है वह हमारे चाहे मैं वो NEET का syllabus लूँ, चाहे मैं JEE का syllabus लूँ बच्चो अगर मैं NEET की बात करूँ, तो NEET के अंदर जो questions आते हैं 45% 11th से आते हैं, 45% और अगर मैं JEE की बात करूँ, IIT JEE की मैं बात करूँ तो IIT JEE के अंदर 48% questions आपके class 11th से आते हैं तो class 11th उतना ही important है जितना 12th important है रेशियो के अंदर परसेंटेज के अंदर 40 को क्रॉस करती है ना तो वह लगभग मान लो आधा ही हो गया तो यह उतना ही इंपोर्टेंट है जितना आपका क्लास ट्वेल्थ इंपोर्टेंट होने वाला है चाहे में जी की बात करूं चाहे नीट की और यह ट्वेल्थ से भी ज्यादा डिफिकल्ट क्लास है 11 और 12 बराबर की क्लास नहीं है दोनों में से 11 ज्यादा डिफिकल्ट बताता हूं क्यों तो 11 का जो सिलेबस है ना वहीं इसका आंसर है सबसे पहली बात 11 का सिलेबस आपके जीवन का पढ़ाई के जीवन का आपके करियर का अकेडमिक करियर का सबसे बड़ा जंप होता है, सबसे बिगेस्ट जंप होता है, अगर टेंथ क्लास के, टेंथ क्लास का, अगर मैं complete physics syllabus आपका ले लूँ, एक example दे रहा हूँ, complete physics को ले लूँ, और अगर आप इसको compare करोगे, तो ये compare हो सकता है class 11th के physics के किसी एक या दो chapter से, इतना बड़ा class 11th क फिजिक्स पढ़ी थी तो डिफिकल्टी लेवल जो होता है वो अचानक से बढ़ता है इतनी बड़ी जंप आती है जितनी फिजिक्स क्लास टेंथ में आपने पूरे साल पढ़ी थी उतनी 11th के सिर्फ एक चैप्टर में या दो चैप्टर में बेटा आपको पढ़नी पढ़ कितने number of pages थे फिजिक्स की किताब में और class 11th के फिजिक्स के एक chapter के number of pages count करना आपको difference बेटा समझ में आजाएँ। जितने pages class 10th की complete फिजिक्स में थे न उतने ही pages class 11th के सिर्फ एक या दो chapter की फिजिक्स में आपको मिलेगे। सेम आपका chemistry के साथ होगा, सेम maths या biology के साथ भी होगा। पर problem से वित्ती नहीं है कि jump बहुत बड़ा है, syllabus बहुत जादा है। दूसरी प्रॉब्लम आती है कि डेप्थ भी और जादा हो जाती है अब डेप्थ क्यों जादा होती है देखो टेन तक आप पढ़ाई करते थे बोर्ड एक्जाम के लिए और बोर्ड एक्जाम के अंदर आपको पता है कि किस तरह के कॉस्चन आते हैं भारत का मैक्सिमम बच्चा कॉंपटिटिव एक्जाम की तैयारी करता है आईआईटी या नीट की तैयारी करने लगता है जाते हैं आपको बहुत ज्यादा क्वेश्चन प्रैक्टिस करनी पड़ती है तो यहां क्या होता है कॉनसेप्ट पढ़ो और कॉनसेप्ट के पास आपको बहुत ज्यादा क्वेश्चन प्रैक्टिस भी करनी पड़ती है बहुत ही ज्यादा इन डेप्ट करना पड़ता बहुत ज्यादा प्रैक्टिस मांगता है तो चाहे आईएटी हो चाहे नीट हो दोनों में डेप्ट की आपको जरूरत है जय जे मेंस के अंदर आपका syllabus coverage बहुत अच्छे सोना चाहिए और advance के अंदर अगर आपको 40-50% भी आता है तो वो बहुत depth में आना चाहिए neat की बात करें neat में पूरा syllabus आपको आना चाहिए बहुत ज़्यादा depth नहीं पर पूरे syllabus के अराउंड खुब ज़्यादा question practice है दूसरा difference आ जाता है depth की अंदर तक पढ़ना है अब class 10 की तरह आप नहीं कर सकते last के 3 महीने में पढ़ा और board के अंदर 90% आ गया मैंने चार मीने में 90% लाया पर यहाँ वो चीज पॉसिबल यहाँ last के 3 महिने पढ़के आपके percentage नहीं आने वाले, last के 3 महिने पढ़के IIT या NEET का exam नहीं निकलने वाला, कुछ अटाक रहे एक बार refresh करना, तो आपका यहाँ पर ऐसे नहीं होने वाला है बेटा, यहाँ साल भर आपको उत्तही पढ़ना होगा, मतलब class 10 में जितनी पढ� प्रेशर और फ्यूचर अभी मान लो आप क्लास टेंथ में थे और क्लास में तभी अभी आपने पास किया तो भाईया आपके चाहे 75% हो चाहे आपके 80% हो चाहे आपके 85 हो या फले ही 95% हो देखो कॉलोनी में बताने में महले में बताने में तो अलग बात होती है कि 90% आए है यहाँ पे आपको ये 80, 75, 90% ये नहीं है बेटा, यहाँ पे एक competitive exam है, जिसका एक cut off है वो cross करना ही करना पड़ेगा, तो ये 75 से 90 जो भी आएं, क्या होगा, science मिल जाएगा, अगले साल उसी school में पढ़ना है, यहाँ ऐसा नहीं, यहाँ आपको अगले साल choose करना है कि भाई मेर यह कोई कॉमटेटिव एग्जाम नहीं था कि 90% लाने के बाद यह कॉलेज में चले जाएंगे यहाँ पे आपके पास future planning इतनी नहीं थी जितनी यहाँ पे आपके future के stakes है इसको आप pressure of future यहाँ आप stake भी कह सकते हो कि बहुत high stake अब आपका आ गया है जीवन का अब यहाँ से आप जो पढ़ोगे जो करोगे वो आपके आने वाले अगले 4 साल का भी decision होने वाले हैं जबकि class 10 में ऐसा नहीं था चाहे 75 लाओ चाहे 90 लाओ 11 पर पहुँच जाओगे science मिल जाएगा अगली प्रॉब्लम बेटा आती है स्कूल और कोचिंग को साथ-साथ मैनेज करने की आप कहोगे सर वो तो मैंने कि 10 क्लास में भी किया है नाइन्थ में भी किया है बेटा जब आप नाइन्थ में थे ना तो स्कूल का सिलेबस कोचिंग का सिलेबस सेम रहता था दोनों लोग कोचिंग का syllabus एकदम ही अलग चल रहा है, कोचिंग वाले आपको भाया रोज आपको DPP दे रहे हैं, रोज आपको homework दे रहे हैं, जितने बच्चे भी अर्जुना बैच के अंदर हैं, वो भी यह बात समझ रहे होंगे, कि अर्जुना बैच में जो पढ़ाई हो रही है, class 11 का physics आप अर्जुना बैच के अंदर IIT के लिए तैयारी करने आते हो आप स्कूल की तैयारी करने नहीं आते तो स्कूल और कोचिंग का सिलेबस एकदम डिफरेंट चलेगा और उसको बैलेंस करना बहुत ज़्यादा टॉफ होने वाला है पहली बार 11 में आप यह चीज़ फेस करते हो कोचिंग का टेस्ट IIT और NEET को फोकस करके हो रहा है स्कूल अपने प्रोजेक्ट दे रहा है, असाइमेंट दे रहा है, कोचिंग अपनी DPP, अपने असाइमेंट, अपने टेस्ट लेगा तो बेटा यहाँ पे आप कोई दोनों चीज़ मैनेज करनी पड़ती है, जो की टॉफ हो जाती है तो अगर आप बोर्ड की त्यारी कर रहे हो तो अरजुना बैच मत लेना उदे बैच में हम लोग NCERT से पढ़ाते हैं, बोर्ड के लिए पढ़ाते हैं, पर अर्जुना बैच वही बच्चा हैं जो सीरियस हैं एकदम, IIT और NEET की त्यारी के लिए, वहाँ हम स्कूल सिलेवस का ध्यान नहीं रखेंगे, जो भी चीज़ कॉंपटीशन में आती है, जो जहां class 10 में आप देखते हो कि teacher आराम से आपको पढ़ा रहा था, आप भी आराम से पढ़ रहे थे, class 11 में बहुत सारे बच्चे जो Arjuna batch के अंदर आते हैं या किसी भी coaching जाते हैं, वो बोलते हैं कि sir बहुत तेज पढ़ा रहे हैं teacher से, कुछ समझ में नहीं आ रहा class 10th में पूरे साल में पढ़ते हो पूरे साल में जितना class 10th में पढ़ते हो अर्जुना बैच के अंदर आपको 25 से 30 दिन के अंदर उससे ज़्यादा पढ़ाई करनी है अब सोचो उसके बाद बच्चे कम्प्लेन करते हैं, नहीं सर अर्जुना बैच में बहुत तेज पढ़ा रहे हैं, मेरे समझ में नहीं, बेटा टाइम ही कम है न, हमारी भी मजबूरी है, टीचर की मजबूरी है, टाइम ही कम है और सिलेबस बहुत जादा है, तो जो बच्चा सोच रहा 45% weightage है और IIT के अंदर 11th का 48% weightage है तो ऐसे तो नहीं हो पाएगा तो आपको बेटा स्पीड बनानी पड़ेगी अपने आपको उठाना पड़ेगा खुद को motivate करना पड़ेगा आपको भागना पड़ेगा अगर आप competition में आना चाहते हो नहीं आना चाहते हो बोर्ड की तिया बट अगर आप कम्प्लेन करते हो चाहे अर्जुना बैच के लिए कम्प्लेन करो चाहे आप बाहर कोचिंग कम्प्लेन करो कि बहुत तेज पढ़ा रहे हैं तो बेटा वो मजबूरी है जितनी पढ़ाई टेंथ में साल भर की उत्ती पढ़ाई यहाँ पे आपको एक महिने के तो बेटा पढ़ाई तो करनी पड़ेगी, स्पीड में करनी पड़ेगी, इसका कोई आंसर नहीं है। वो दादा जी नहीं हूँ घर का या आपके पिता जी माता जी भी नहीं हूँ तो मैं आपको समझता हूँ आपकी feeling समझता हूँ आपको रात में जादा समझ में आता है अच्छी बात है अगर आपको नाइट में जादा समझ में आता है attendance adjust हो जाएगी कुछ ऐसे है non-attending school में है सर मेरा concentration जादा बनता है फिर भी as a teacher मैं last में आपको ये एक suggestion दूँगा अपनी तरफ से कि morning की पढ़ाई बेटर होते है मैं तो रात समझाता हूँ, रात में पढ़ ले, रात के एक दो बच गए, बोर हो गए पढ़ते पढ़ते, उठे यार क्या करें यार कुछ खा लेते हैं, पिर किचन में गए क्या खाए, रात का कुछ खाना रख खाए, थोड़ी सबजी उठाई खाली, मैगी रखे घर में मै यूट्यूब पे कुछ भी रैंडम सर्च किये जा रहे हैं और होता है ऐसा है कि दो बजे आपने छोटा सा ब्रेक लिया था रात को आदे घंटे का और फिर आप सो रहे हो सुबा चार बजे जाके सुबा पाँच बजे जाके तो सर ये तो दिन में भी हो सकता है पर दिन में आपके जो हम और आप हम जैसे घरों से आते हैं मिलिल ग्लास मेमिली से तो घर में जगा कम होती है तो माता पिता आसपस टहलते होते हैं वो देख कि लोग देख रहे हैं रात में ओडर खतम हो जाता है किसी के गाइडेंस में नहीं होते हैं अभी आप छोटे बच्चे हो थोड़े से कोई देख नहीं रहा है आपको तो आप अपनी मनमानी करते रहते हो और डिस्ट्रैक्ट हो जाते हो वो जिवन में चार गंटे सोते हैं आप कम से कम सेवन आर की स्लीप लो सेवन आर मिनिमम आपको सोना है ऐसा किसले बोल रहा हूं बेटा साथ घंटे सोगे तब तो दिमाग चलेगा आप आयुटी की तैयारी कर रहे हो आप नीट की तैयारी कर रहे हो अर्जुना बैच के अंदर रोज आपकी आप एफिशेंटी नहीं हो दिमाग ही नहीं चल रहा है ठकावा दिमाग है सोते हुए बैठे हुए एकदम डीमोटिवेटेड से नहीं हो रहा है सवाल है दिमाग तो आपने अपनी एफिशेंटी खराब कर ली नहीं हो दिमाग है सब्सक्राइब करें और आपको अपने एफिशेंटी खराब कर ली वीडियो में हमारे इंटरव्यू में बताया था वेचारा जो पेंटर था उसने बोला था मैं तीन घंटे सुता हूँ उस अगर आपकी ये मजबूरी नहीं है तो चार घंटे किसी fashion में नहीं कम से कम साथ घंटे या आठ घंटे की आप sleep जरूर रहें आपका दिमाग बढ़िया चलेगा और आपकी जिंदगी भी लंबी होगी जो लोग साथ के आठ घंटा सोते हैं वो healthy भी रहते हैं अगली बात है बिटा first star की अब सुबह उठके आपने पहले घंटे में जो काम किया वो ये बताता है कि आप life में किस चीज के लिए सबसे आदा serious हो अब सोचो दिन की शुरुवात हुई, जीवन की शुरुवात हुई, और सुबा उठते एक बच्चा सबसे पहले मोबाइल निकालता है कि देखें यार किसके WhatsApp मेसेज आएं, देखें यार Instagram के पिछली फोटो पे कितना लाइक हुआ है, देखें यार उस लड़की की फोटो प कि आप सुबा उठके सबसे पहले क्या सोचते हो तो बेटा जिन्दगी का फर्स्ट आर लाइफ का फर्स्ट आर हर सुबा का फर्स्ट आर यही बेटा डिफाइन करने वाला है Who you are यही बताता है कि आप असली में कौन हो अगर सुबा उठते ही आप और सुबा उठते ही आपने एक बाद मोबाइल उठाया तो आपने आदा एक घंटा जो प्रोडक्टिव अपना वेस्ट किया तो आपने पूरे दिन के लिए प्रेसिडेंट पूरे दिन के लिए एक जांपल सेट कर दिया कि मेरे लिए सबसे इंपोर्टन यह था अब सो� क्या आपके अंदर excitement रहेगा, कितनी आपके अंदर guilt नहीं आएगी, कितना आप अपने आपको feel करोगे कि मैं कितना disciplined हूँ, कितनी positivity और कितना satisfaction आपको मिलेगा, अगर सुबा उठते ही आपने पिछली class कब कि भाई कल अर्जुना में क्या पढ़ाया था, कल physics वाले master ने क्या प इसके बाद बेटा आती है कि मोस्ट इंपोर्टेंट चीज को प्रायोटाइस करना, यहां बहुत लोग गलती करते हैं, जैसे फर्स्ट आर मैंने बताया न, फर्स्ट आर डिफाइन करता है कि आप कौन हो, आप क्या करना चाहते हो, सुबा उठके आपके दिमाग में सबसे प इस मोस्ट इंपोर्टेंट चीज को जीवन में प्रायोरिटाइज करना प्रयोरिटी बनाना कि क्या सबसे इंपोर्टेंट है अब आप सुबह उठे आपने कहा कि यार कल मेरे को मान लेते हैं कोई अर्जुना जैई में कहेंगे यार अर्जुना जैई में ना पहले easy वाला काम कर लेते हैं सुबा तो जब भी बेटा आपको prioritize करना हो तो अपने most important चीज़ों को जिसका most weightage हो जीवन में उसको पहले कर लो वन्ना क्या होता है हमेशा anxiety बनी रहती है मन में कि इसको बाद में करेंगे और दिन बर आपकी जीवन में एक बोज पूरे अब tension start हो गई है, अब आप panic कर रहे हो कि यह तो रात में हो नहीं पाएगा, अब कैसे करें, तो आपको prioritize करके अपनी most important चीज़ों को ���िन में पहले करना है, जो लोग school नहीं जाते, सुबह थे शुरू कर दो अपना most important topic, जो class में आपको लग रहा है सबसे important है, आज दिन भर म पेपर में जो topic weak है उसको last में attempt करते हैं पर पढ़ाई करते हैं अगर कोई चीज़ important है और आप उसमें weak हो तो उसको पहले कर लो दिमाग से stress निकल जाएगा, sense of achievement आ जाएगा कि यार वो difficult चीज़ तो जो थी वो मैं सुबा खतम कर दिया या दुपहर में school आते ही सबसे पहले difficult चीज़ मैंने खतम कर दी आप motivated रहते हो बेटा आप positive रहते हो और बहुत ज़्यादा ये सारी human being की गलती है कि अपने टास्क लिस्ट का सबसे इंपोर्टेंट काम वो टालता रहता है, हमेशा टालता रहता है, इसको बाद नहीं, जैसे इस टाइम बेटा आप IIT की तयारी को टाल रहे हो, करना है, आपने डिसाइड किया है, अभी नहीं यार, अभी तो 10 से प वो होता है अपना स्टार्ट डिले करना कि अभी तो बोर्ड एग्जाम हुआ है अभी तो हम सीनियर हुए हैं एक आ जाता है नाम सीनियर हो गए अब आराम से 11 स्टार्ट करेंगे 10 दिन बाद शुरू करेंगे क्यों भाई क्या आपके लिए आईएटी इंपोर्टेंट बेटा फिर आप मकार हो, फिर आप मकार हो बेटा, आप खुद से जूर बोल लो, जो आपकी life की सबसे important चीज है, आप बोल लो, मैं बाद में करूँगा, 10 दिन बाद करूँगा, 15 दिन बाद करूँगा, और मैं साथ बता रहा हूँ, जिती पढ़ाई बेटा तुमने 10 क यहाँ अर्जुना बैच पर जो बच्चे पढ़ते हैं उनसे मैं बात करता हूँ, कहते हैं सर दीन क्लास मिस हो गई, इतना बैकलोग हो गया, कवर नहीं हो पा रहा है, आप बिटा अगर चार महिने पीछे हो तो सोचो, बच्चे बिटा बहुत दिल जान लगा के मेहनत कर रह पता है क्या बोलोगे? सर मंडे से स्टार्ट करें. शीशे के सामने खड़े होके बेटा, एक बार दिल पे हाथ रखे खुद से पूछना कि कितनी मकारी कर रहे हो तो, कितनी ज़्यादा. ये सब मैं क्यों बोल रहा हूँ और पिछले एक हफ़ते से मैं सिफ क्लास 11 के ही बच्चों के ओड्रिस कर रहा हूँ क्योंकि इस साल का IIT का रिजल्ट, NEET का रि बेटा मैं जितने IIT result से मिला हूँ, जितने NEET result वाले बच्चों से मिला हूँ, जितने बच्चे IIT Delhi जा रहे हैं, IIT Roorkee जा रहे हैं, IIT BHU जा रहे हैं, IIT Bombay जा रहे हैं, किसी भी IIT में जा रहे हैं, उन सबी से जब मैं interview कर रहा हूँ और उनसे बात कर रहा हूँ, बता रहे ह ऐसे बच्चे मुझे बहुत कम मिले जो बोलना है कि मैं इसने लक्ष बैच से त्यारी स्टार्ट की यानि मैंने क्लास 12 से IT की त्यारी स्टार्ट की और मेरा सेलेक्शन हो गया बहुत कम मिलना है मैक्सिमम बच्चे जो सेलेक्ट होते हैं 90-95% जो बच्चे सेलेक्ट होते हैं उन्होंने क्लास 11 से त्यारी शुरू करें 11 से त्यारी स्टार्ट करके सेलेक्शन इजली हो सकते हैं पर आप डिले करते हैं अभी अर्जुना बैच ले तो हो जाएगा या whatsoever किसी भी coaching को अभी join करे तो हो जाएगा मैं बोलूंगा हाँ हो सकता है बाकी है मैं आपको बताता हूँ कैसे करना है फिर आप यही बोलोगे सर आज ना Friday हो गया है Monday से शुरू करते हैं Monday से अपनी most important चीज़ को बेटा life में prioritize करो और उसको अभी करो आज करो नेक्स्ट बात बेटा प्रियोरिटीज अब मैं आपको एक काम देता हूं आप सब एक लॉन्ग टर्म प्रियोरिटी लिस्ट बनाओ बेटा एक होती है शॉट टर्म एक होती है लॉन्ग टर्म तो एयर वाली को मैं बोल देता हूं लॉन्ग टर्म अभी बेटा आप काम करो आ priority 1 पे ये है, actually हम लोग तो priority 0 बोलते हैं, priority 1 बोलते हैं, p2 बोलते हैं, p3 बोलते हैं, p4 बोलते हैं, ऐसे होती है, p0 को बोले जाता है top priority एकदम, तो इस साल आपकी क्या-क्या priorities हैं, इनको जड़ा list में जल्दी से लगाओ, कि number 1 पे ये, number 0 पे ये, number 1 पे ये, number 2 पे ये, number 3 पे ये, p0 ये, p1 ये, p2 ये, p3 ये, p4 ये, जल्दी से अपनी priority को, लगा लिया, बताओ क्या लगाया भाई आपने, क्या आपकी priority, सर discount पे batch नहीं मिलेगा, बेटा PW की online batch इतने सस्ते हैं, discount भी आता ही रहता है आए दिन, लगा लिया, लगा लिया आपने, P1 ये, P2 ये, तो भाई हमने लिखा होगा कि हमारे life में सबसे पहली priority यह है मैं नहीं लिखूँगा बेटा किसी की priority उसके महबाब हो सकते हैं किसी के घर में हो सकता हूँ ममी की तबित नहीं सही हो किसी की खुद की health नहीं सही हो सब की अपनी है फर्स्ट प्रियोर्टी इस साल की ये, सेकेंड प्रियोर्टी ये, थर्ड प्रियोर्टी ये, फोर्थ प्रियोर्टी ये, ऐसे आपने लगा लिया होगा, पी वन, पी टू, पी थ्री, पी फोर, फिफ्ट प्रियोर्टी ये, ऐसे लगा लिया होगा, लगा लिया है, ऐसे पां आप खाली हो बेटा, aimless हो आप, अगर आपकी एक साल में पांच चीज़े priority में चल रही है, तो बेटा आपकी कुछ priority नहीं है, बिल्कुल नहीं, जिस बच्चे की ये list तीन से आगे जा रही है, बेटा आपको आज रात में अपने साथ अकेले दो तीन घंटे पिताने अपने आजकल की जनरिशना खुद से बात करना ही भूल गई है इस मोबाइल फोन को दूर भेग के दो गंटे बैट जाओ और अपने दोस्त बन के खुद से बात करना शुरू करो मैं कौन हूँ, क्या चाहता हूँ मैं जीवन में क्या अस्तित्व है मेरा हाथ काफेगा, फोन की तरफ भागेगा ये मेरे एक्जिस्टेंस का सवाल है, मेरे अस्तित्व का सवाल है What do I want in my life?
दो तीन घंटे में आपके अंदर से answers आना शुरू होंगी अपने साथ वक्त बिताओ बेटा खुद के साथ वक्त बिताना आपने बंद कर दिया है तुम्हें मेरी पिकर है क्या? तुम मेरे से बात कर रहे हो, मैंने तो कभी सोचा ही नहीं मुझे क्या चाहिए, तुमने भी कभी नहीं सोचा, हम दोनों नहीं सोची ये बात है, चलो आज सोचते हैं, बेटा आप अपने इस साल की priority decide करो पहले, जो इंसान जीवन में अपनी च या तो बेटा जीवन में आप अपने फैसले खुद से ले लो या दुनिया तुम्हारे लिए फैसला लेना शुरू कर देगी इदर start working for yourself or you will end up working for this world for others दुनिया के लिए काम कर लो start working for your own self or you will end up working for someone else dream किसी और किस सपने को पूरा करने लग चाओ किया यू बी ड्रिवन बाय अपने लाइफ के फैसले लो अपनी priority बनाओ कि इस साल मुझे ये करना है और मुझे लगता है जितने बच्चे serious हैं और session में आए हैं सबकी priority बहुत clear है कि भाई किसी की priority है मेरा इसको इस बार IT निकालना है किसी की priority है मेरे को need का exam निकालना है या किसी की priority हो सकती है मेरे को boards के अंदर 95% लाने है किसी की priority हो सकती है मेरे को UPSC की त्यारी अब शुरू करनी है तो करिये ना बेटा कौन रोक रहा है आपको अपने सपने पूरा करने पर मैं यहां खड़ा हूँ इतने सस्ते बैचेस हैं आप असानी से अपनी प्रोपेशन स्टार्ट कर सकते हैं नहीं है पैसा बैच करेंगे आप यूटूब से पढ़ाई करना शुरू करेंगे पर शुरू करिए बेटा टालिये मत चीजों को अपनी प्रियोर्टी को दूसरा बेटा होता है एक तो हो गई एयर लॉंग प्रियोर्टी कि एयर लॉंग आपने प्ला एक तो बेटा आपने priority डिसाइड कर ली कि मेरे लिए first priority ये है इस year की second ये है third ये है डिसाइड हो गया तीन से ज़्यादा तो खूनी नहीं चाहिए पहली हो जाएगी of course आपकी बेटा इसी उमर में पढ़ाई होनी चाहिए IIT, NEET, बोर्ड का एक्जाम, UPSC की त्यारी तीसरा बेटा आपकी खुद की health इसके सिवा आपकी कुछ priority बेटा top पे हो नहीं सकती ये आपका काम हो गया जीवन का ये आप आप खुद हो गए बेटा और यह वह जिनसे आप सबसे अधार प्यार करते हो जो आप सबसे अधार प्यार कर आपको लग रहा है कि आप पूरा दिन दोस्तों के साथ रहते हो यह आपका भाई है वह आपकी दोस्त नहीं है वह लड़की बहुत यही है और कुछ नहीं यह लगता है और कहीं नहीं है क्यों लग ये सब आप जीव दूसरी चीज बिटा आप अपने year calendar को जरा सोचना शुभ करो कि आपके year का calendar कैसा दिख रहा है कि कब आपके mid term exam होने हैं कब आपके final exam होने हैं कब school में function होने वाला है annual function होता है कोई fest हो रहा है कुछ हो रहा है और लिखो इस चीज को आज बैट के diary में लिखो कि ये मेरा mid term exam 10 तो उसके साथ उसमें लिखो कि क्या डिस्ट्रैक्शन उस वक्त आपके पास आएंगे इससे क्या होगा बेटा कोई खतरा अगर आपको पहले से पता होता तो आप उसके लिए तैयार होते सब ने वह देखा होगा कि कोई इंसान अचानक से कमरे में तो इसी से बोलो कि वापस बाहर जाओ फिर अंदर आप अगली रोगों के तरह क्योंकि इस बार पहले से पता है आप डराने वाले तो आप बेटा किसी अन कही अनजानी मुसीबत के लिए पहले से प्रेपेर्ट रहते हो तो आपके रियाक्शन बेटर हो तो आप पहले से ये चीज पेंड डाउन कर लो लिख के लख लो कि भाई ऐसा है स्कूल में फंक्शन होने वाला है उसमें दोस्त बोलेंगे जाने को पर मेरे को नो बोलना है मैं ये बहाना मार के निकल जाओंगा भाई स्कूल में ऐसा होने वाला है यहाँ पर टाइम वेस्� इस तरह से एक year long planning होना जरूरी है ये बहुत से बच्चे करते हैं और वो select हो जाते हैं बेटा year long planning थोड़ी सी tough लगती होगी आपको पर day planning तो बेटा बहुत important है बहुत से बच्चे हैं मुझसे मिलते हैं सर मुझे ना एक company बनानी है और सर मुझे ना उस company का मालिक बनना है सर मुझे CEO बनना है सर बेटा किसी भी company के लोगों के मालिक बनने से पहले आप अपनी जिन्दगी के मालिक बनो उसका control लो फर्स्ट बिकम सीएओ ऑफ यूर ओन लाइफ जब भी आप बेटा रोज सुबह उठते हो सबसे पहला काम होना चाहिए सुबह उठते ही अपने लिए एक गोल कार्ड बनाने का क्या है गोल कार्ड कुछ नहीं है थोड़ा मोटा वाला पेपर ले लेना दफ्ती टाइप वाला कि आज प्रिजिक्स के चाप्टर वन की DPP लगा लूँगा आज केमिस्ट्री के चाप्टर वन का मैं ये कॉशिन सीरीज कल लूँगा आज मैं मैथ्स का लेक्चर नमबर थ्री जो बैच में मेरा छूट गया है वो मैं देख लूँगा इस तरह से अपनी छे चीज़े लेकिने इससे पहले कि अर्जुना बैच की live class start हो पिछली class का revision मैं done कर दूँगा ये इसमें लिखाओ time के साथ लिखाओ कि revision हो जाना चाहिए और कब तक हो जाना चाहिए class start होने के पहले भाई 4 बजे, 3.30 बजे जब भी class start हो रही है class start होने के पहले पिछली class मेरी पूरी revise हो तो revision of previous class revision of previous class आपने यहाँ लिख दिया 4 PM इससे पहले होना बिटा इससे ना आप crack कर पाओगे और हर एक आदे घंटे में खुद से अपना गोल कार्ड निकाल के देखना आपको बार अपनी जिम्मेदारियों का वो एहसास कराएगा बाई हर टाइम तो हम यहां लाइव आएगे नहीं वीडियो बनाने के लिए कई बार बेटा रात होते आप देखोगे कि 70-80% ही टास्क हो पाया है पॉजिटिव रहना है कि मैंने ये कार्ड बनाया था तो 70-80% कर पाया, नहीं बनाता तो शायद मैं 20% भी नहीं कर पाता, सामने मेरे task list थी तब मैं जाकर 70-80% achieve कर रहा हूँ. रोज सुबा उठके आपको एक goal card बनाना है, you have to start behaving like CEO of top companies, कि ये मेरी आज दिन की 5 priority है, ये इसकी deadline है, अगर ये नहीं हो पाई तो बहुत बड़ी गर्म नहीं है. और रात में बेटा सोने से पहले नाइट में बेटा आप एक बार फिर से इसको review करोगे, review करके आप देखोगे क्या follow हुआ, क्या follow नहीं हुआ, क्या पूरा नहीं हुआ, हाँ भाई ये हो गया, ये नहीं हुआ, ये हो बहुत खोल से कि ऐसा होता है भाई जो भी चीज मैं सोचता हूं शाम को 7-8 करूंगा उस वक्त कोई ना कोई दोस्त मेरा जो व्हाट्सएप मुझे बिजी करा देता है त बेटा जितना आप ट्रैक करोगे ना खुद को उतनी आपकी efficiency बढ़ेगी जितना आप ट्रैक करोगे बेटा जाहिर सी बात है बेटा जितनी आपकी नियत अच्छी होती जाएगी ना उतना आपका काम बेहतर होता जाएगी बहुत सिंपल बेटा किसी भी चीज का output हो जीवन म एक, दो, तीन, चार, पांच वेरिबल पर डिपेंड करता है तो कोई भी वेरिबल ले लेते हैं कि भाई output आपकी energy पर डिपेंड करेगा कि दिन भर आपके अंदर कितनी energy थी time पर डिपेंड करेगा कि आपके पास कितना time था content पर डिपेंड करेगा कि आपके पास क्या-क्या content था पढ़ने के लिए मुझे लगता है ये content वाला पार्ट तो सब के लिए बराबर है आज के date में कोई बच्चा चाहे गाउं में रहता हो या किसी metro city में रहता हो कोई बच्चे के पापा बहुत बड़े business man हो या किसी बस्ती के अंदर छोटा सा ठेरा लगाते हूँ सभी तरह का बच्चा आज फिजिक्स वाला के बैच से त्यारा बजार साड़े चार जार रुपय में तैयारी शुरू कर देता है आयाइटी या नीट की तो बेटा ये content वाला factor तो अब यहां से हटा सकते हैं कि अब ये तो एक variable नहीं ये तो एक constant है तो फिजिक्स वाला ने इस content को तो constant कर दिया 2019 में बेटा medical की तैयारी भारत में 15 लाग बच्चे कर दे थे सिर्फ कहने के, 2019 का data है कि 15,00,000 बच्चे medical entrance exam देते थे, और कहीं न कहीं कह सकते हैं वो तैयारी करते थे, पर कहने को, उसमें से सिर्फ top के 1.5-2,00,000 बच्चे थे, जो किसी भी coaching जाके, tuition जाके पढ़ाई करते थे, 13,00,000 बच्चे इस content के अभाव में select नहीं हो पाते थे, क्यों कि ये content मिलता था महंगी-महंगी coaching कों के बंद कमरों में, वहाँ उनको मिलते थे वो टॉप के मास्टर्स, वो टॉप का कॉंटेंट, वो टॉप के असाइनमेंट, वो टॉप की टेस्ट सीरीज, टेस्ट अनालिसिज, ये सब बेटा वंचित थे, 13 लाग बच्चे वंचित थे इन सबसे, सिफ टॉप के 1.5-2 लाग बच्चे होते थे, मुझे पता है कई लोग के लिए 4-4,000 भी tough होता है तभी मैं कहता हूँ YouTube पे भी content है तो ये तो बेटा constant हो गया ना जो चीज सब तक पहुँच सकती है अब बचा क्या बेटा energy और time अब बेटा समय ना सब के पास लगभग बराबर है किसी के पास ऐसा school जा रहे हैं कोई school नहीं जा रहा है मैं उसकी भी बात करूँगा आगे school attending, non attending की energy बेटा आपके उपर depend करती है क्योंकि अभी आप young age में हो 70-80 साल के हैं किसी को दिल की बिमारी है, किसी को योर बिमारी है, तो सबकी energy अलग-अलग है, नहीं, अभी आपकी लगबग energy भी same है, तो यहां से भी बहुत ज़्यादा फरक नहीं पड़ रहा है, तो output डिपेंड करता है बेटा किस चीज़ पे, output अब डिपेंड करता है इस constant k पे, ये कौ जितना negative होगा output उतना negative भी होगा बहुत simple फिजिक समझा रहा हूँ content बेटा सब के पास बराबर है अर्जुना बैच उत्पाद बच्चा पढ़ता है बाई देर लाग बच्चा पढ़ता है select तो सारा नहीं होता सब के पास वाई masters, वाई IT mains, advanced का content वाई NEET के सारे questions, धेर सारी test series, उसका analysis बिड़ा इतना content कहीं नहीं मिल रहा है सारा content है बैच के अंदर एनरजी भी लगबर सबकी बड़ाबर है, सब यंग उमर के बच्चे हैं, समय भाई कुछ लोग स्कूल जाते हैं, कुछ नहीं, स्कूल जाने वाले बच्चे भी बहुत सेलेक्ट होते हैं, बहुत से बच्चे होते हैं, रेगलर स्कूल वाले सेलेक्ट होते हैं, डिफिन्ट क नेक्स्ट है बेटा आप कैसे दिन में 7 घंटे पढ़ सकते हो स्कूल जाते हैं के साथ बहुते बच्चे बोलते हैं कि सर हम स्कूल जाते हैं हम कैसे 7 घंटे पढ़ें कई बच्चे स्कूल नहीं जाते हो कहते हैं सर हम कैसे दिन में हमें 10-12 घंटे पढ़ें पहली मेरी आपसे रिक्वेस्ट कि स्कूल की एटेंडेंस आपकी मिनिमम रिक्वायरमेंट होती है 75 से 80 परसेंट कहीं 75 परसेंट मिनिमम क्राइटेरिया कहीं 80 परसेंट होता है बेटा हफ्ते में दिन होते हैं 77 डेज इन आफ इक तो तो पहली मेरी आप से बहुत स्ट्रॉंग रिक्वेस्ट है कि आपको मिनिमम एटेंडेंस कितनी मेंटेन करनी है आपको बेटा मिनिमम एटेंडेंस मेंटेन करनी है 75 से 80 परसेंट के आसपास कई जगह 75 जगह होती है हफ्ते में बेटा आपके पास 7 डेज होते हैं इसमें से बेटा एक संडे तो आपको मिलता ही है तो वन इस तो संडे आपके पास है ही बेटा एक आपको ना हॉलिडे करनी पड़ेगी खुद की ऐसे क्या हो गया आपके पास दो दिन हो गया नॉन अटेंडिंग वाले अब आपको आगे सर इससे परसेंटेज तो नहीं डा� कितना परसेंट हो गया निकाल लो 5 out of 6 56 जा 48 20 कितना हो गया 83 परसेंट से उपर अभी भी बेटा आपकी 83% अटेंडेंस है तो आप एलिजिबल हो बेटा आपकी सारी चीजों के लिए 83% अटेंडेंस अभी भी आपकी बन रही है तो आपको हफ्ते में बेटा प्लान करके एक दिन का तो छुटी मारना ही है वो टाइम वेस्ट नहीं होने देना है अब भाई जिसके स्कूल में वह चीजें हो रही है जो उसके फ्यूटर के लिए इंपोर्टेंट है तो आप चाहो जो बच्चे कहते हैं मेरे स्कूल में टाइम वेस्ट हो रहा है मैं उसके लिए ऐसा नहीं हो स्कूल वाले सरकार यह वीडियो देख ले बोले कि अलग पांड़े कह रहा है इस चैलेंज ऑन सोसाइटी हमारे जैसे कोशिश नहीं होना चाहिए आइडली स्कूल इतने अच्छे बहुत लंबा चर्चा चोड़ते हैं तो बेटा अगर आप और आपका target competitive exam है और school में competitive exam की तियारी नहीं होती है तो एक छुट्टी मारेंगे तो भी 83% बहुत heavy attendance है कि alternate week में किसी week में दो छुट्टी किसी week में एक छुट्टी भी कर सकते हैं उसके हिसाब से भी आपकी attendance 75% maintained रहेगी मैं यह भी बताता हूँ अगर आप एक week में एक holiday लेत कि अगर बेटा आप यह खेल जाते हो एक वीक में फॉलिडे नेक्स्ट वीक में दो हॉलिडे तो हफ्ते में चार सॉरी महीने में चार हफ्ते होते हैं तो दो वाले चार हो गए और एक वाले भी दो तो कितनी चूटोडल टोटल कितनी हो गए टोटल हॉलिडे इन मंथ बेटा कितना हो गया आपका एक और दो चार और छह हो गया बेटा इस तरह से मैनेज करना पड़ेगा बेटा आपको थोड़ी सी मैच करनी होगी अ कोशिश करो 5-6 holiday मार देवा परसेंटेज को maintain रहे हैं जिस दिन बेटा आप school नहीं जाते हो ना आपको added कम से कम 4 hours मिलते हैं कम से कम 4 hours जिस दिन आप school नहीं गए ना ये जो holiday हुआ इस दिन भाई आप additional 4 घंटे पढ़ सकते हो minimum इससे ज़्यादा भी additional 4 hours, 5 hours आपके पास minimum होते हैं पढ़ाई करें फिर भी पहले मैं बात करता हूँ जो बच्चे school जाते हैं वो कैसे चीजों को manage करें तो बिटा अगर स्कूल मैं देखूं तो किसी का स्कूल सुबह 7 से 2 बजे तक है, किसी का स्कूल 8 से 3 बजे तक है, whatever it is, तो मैं मान लेता हूँ कि 9 गंटे ते स्कूल में जाते हैं, कैसे 9 गंटे माने, 6 गंटे आपके स्कूल के हो गए, 1 गंटे आना, 1 गंटे जाना, 1 गंटे इसके बाद मैं आपसे खुद कह रहा हूँ कि कम से कम आप 7 आर सोईए, 7 आर आप सो गए, बेटा अभी भी remaining कितना time है आपके पास जीवन में, अभी भी remaining कितना time है आपके पास एक दिन में, माल लिते हैं 9 गंटे स्कूल में बीद गए, स्कूल गरे तयार होना, स्कूल जाना पाइप डेस क्यों क्योंकि एक तो संडे होगा उस दिन एडवांटेज उठाएंगे और एक अपन छुट्टी लेंगे उस दिन एडवांटेज उठाएंगे अब इन पाइप डेस में आपको सेवन आर्ड एट आर्ड आपके पास बच्चे हो साथ घंटे पढ़ने हैं तो भ अपनी DPP solve कर ली, अब आप बोलोगे सर स्कूल में mobile allowed नहीं है, तो DPP का print लेके जाओ, DPP question note करके जाओ, स्कूल में एक घंटे बैठ के आपको DPP solve करनी है, या notes लेके गए, पिछली class का revision कर लिया, last class revision कर लिया, तो एक घंटे तो आपके school में निकाल लेंगे, कब निकाल लें� एक परसेंट यह सेलेक्शन है बेटा बच्चों का फाइनली जाकर आईएटी ले लो या नीट ले लो देड़ परसेंट से ज्यादा सेलेक्शन नहीं है बेटा अगर सौ में से एक या दो बच्चा सेलेक्ट हो रहा है तो जाहिर सी बात है कि जो प्रोसेस होगा वो बहुत के ये सारे नियम कानून जो फॉलो करे और लास्ट में उसका पेपर वाले दिन किसमत भी ठीक हो भगवान भी साथ दे वो जाके बेटा सेलेक्ट होता है तो ये तो है बेटा ये तो सचाई है पर आपके लिए कमाल की बात यह है कि ये सारे रूल्स डिकोड हो गए है आपके पा आपको बच्चे कितने हैं तो आपको इसको तीन में डिवाइड कर देना है तो तीन में डिवाइड करते हैं थी पीएम से पहले लेता हूं फिर सिक्स पीएम से नाइन पीएम फिर उसके बाद नाइन पीएम से ले लेंगे 11 पीएम क्योंकि 11 बजे अपन सो गए हैं और सुबह आपने को 6 बजे उठना है 7 घंटे की नीन देख रहे हो तो मैंने इस 6 घंटे के लिए इसको तीन स्लॉट में डिवाइड किया अपने बचे हुए दिन को अब 3 से 6 कितना समय है बेटा आपके पास 3 hours पढ़ेंगे कितना हम 2 तो 2 hours out of 3 पढ़ लिया यहाँ पे फिर 6 से 9 कितना समय है 3 hours कितना पढ़ेंगे बेटा फिर से 2 hours out of 3 यहाँ पे भी पढ़ लिया फिर 9 से 11 कितना समय है इस बार 2 इस बार पूरा 2 घ सोशल मीडिया के लिए, दोस्ती यारी के लिए, घूमने फिरने के लिए बहुत जगा है अगर बेटा आपके सपने छोटे हैं, अगर आपका एम छोटा है अगर आपका एम बड़ा है तो कोई जगा नहीं इतना rigorous schedule फॉलो करने के बाद 2, 4, 2, 6 और एक साथ तब जाके बेटा आप 7 hours study कर पाओगे और सोचो कितने बच्चे हैं जो school नहीं जा रहे हैं, non-attending है ऐसा नहीं है, ऐसा आपको लगता है जो बच्चे स्कूल नहीं जाते ना वो भी समय वेस्ट कर रहे होते हैं तो ऐसा मत सोचो कि बहुत से बच्चे non-in-editing हैं वो इसे जागा अगर आप साथ घंटे बिटा पढ़ ले जा रहे हो हफते में पांच दिन आप काफी close हो अपने selection इस approach से right approach से अगर अपना आप time divide कर रहे हो आप काफी close हो open schooling चल जाते हैं फॉलो करेंगे अब जिस दिन आप स्कूल नहीं गए बेटा उस दिन आपको 12 घंटे टारगेट करना है स्टडी 12 आर डे ये कितने दिन हो सकता है टू डेज अवीक बेटा आपको ये टारगेट करना है अब जो बच्चे ओपन स्कूलिंग के हैं वो बेटा क्या करेंगे वो तो हर दिन इसको टारगेट कर सकते हैं उनको मैं बोलूंगा कि आप कोशिश करो 10 आर में इसको लिमिट करें 12 आर डिफिकल ये बच्चे क्योंकि panic में हैं, मजबूरी में हैं, इनके पास समय कम है जो school जाते हैं, तो इनको target करना होगा 12 घंटे दिन भर में, ये भी बेटा बहुत असान हो जाएगा, अब इसके अंदर मैं बात करूँ, तो सबसे पहले आपको इसमें भी सोने का समय निकालना है, तो sleep आप 8 घंटे सो लिये, बेटा अभी भी remaining time आपके पास 16 आर बचा है, आपको बेटा कितना पढ़ना है, 12 आर पढ़ना है, तो 12 आर अपन कैसे बनेगा, 2 plus 2, 4, 2, 6, 2, 8, 2, 10, और 2, 12, 3, 3 में divide कर ले, easy हो जाएगा, तो 12 आर को मैं divide कर देता हूँ, कि मुझे 12 आर आप सुबह उठते हैं, you wake up at 8 am, कोई बेटा हो सकता हो बच्चा 6 बजे उठे, कोई हो सकता हो 10 बजे उठे, अपने हिसाब से अपना बना लेना, 8 गंटे सो रहे हैं, ये जो बच्चा है रात को 12 बजे सोया है, सुबह 8 बजे उठ गया है, अब इसके पास दिन भर में 16 गंट एक हो गया 8 am से इसका 12 pm पहला slot दूसरा हो गया 12 pm से 4 pm का slot तीसरा हो गया 4 pm से 8 pm का slot और चौथा हो जाएगा बेटा 8 pm से रात वाला 12 am का slot ये slots हो गये सारे अब ये 4-4 गंटे के slot हैं और आपको हर बार 3-3 गंटे पढ़ने हैं यहाँ आपके पास 4 hours हैं आपको कितना पढ़ना है 3 hours out of 4 यहां भी बेटा same 3 hours out of 4 इस तरह से करते आप 4 slot में 3-3 घंटे की पढ़ाई कर सकते हो और effectively यहां से 12 घंटे निकाल सकते हो देखो थोड़ा difficult होगा मैं मान रहा हूँ तो हो सकता हो 12 ना हो 10 घंटे हो जाए फिर भी advantage है पर हफ्ते में अगर 2 दिन भी आप ये कर ले गए त तो तीन चार घंटे एक्स्ट्रा पड़ता है तो यह तो बेटा आपको फॉलो करना होगा जो लोग स्कूल नहीं जा रहे वह टारगेट करें नॉन एटेंडिंग के अंदर किस बारा आर की जगह वह टैन आर का टाइम ले लें टैन आर में क्या करना होगा बेटा यहीं पीडीएफ नोट मिल जाते हैं कि सरम तो अर्जुना बैच में है हमें तो टीचर के पूरे पीडीएफ नोट मिल जाते हैं हम क्यों आपको और नोट के अंदर बेटा सेल्फ अपने नोट बनाने बहुत जरूरी है हैंड रिटेन खुद के नोट बनाएं बेटा हैंड रिटेन सेल्फ नोट आप अपने notes लेक्शन के दौरान जरूर बनाएं notes बेटा हमेशा अपने होने चाहिए कई लोग कहते हैं नहीं सर notes तो मैं copy कल लूँगा मुझे online में अर्जुना बैच के अंदर PDF मिल जाता है notes का मैं अपने दोस्त का ले लूँगा बेटा दोस्त के notes और दोस्त की girlfriend सिफ देखने में अच्छी लगती है मिलती कभी नहीं है समझ में कभी नहीं आती ठीक है दूसरे के नोट समझ में आने वाले नहीं है अब एक और कुछन आता है कि कई बच्चे कहते हैं कि सर एक बार पहले नोट्स को मैं रफ बनाओंगा फिर उसको फेर कल लूँगा पहले एक बार रफली बनाएंगे आपका IIT NEET का exam तब भी निकल सकता है आप doctor बन सकते हो, IIT बन सकते हो तो जितने भी लोगों की गंदी बुरी handwriting है हम सब जीट सकते हैं मैं भी आपके साथ हूँ बहुत गंदी handwriting है मैं बहुत criticize होता था तो बेटा, rough को वापस spare करना सिर्फ ऐसे notes बनाने हैं नहीं बेटा पेस दे के लिखे ताकि आपका वापस रिवाइस करने का मन हो अपने नोट्स पढ़ने का मन हो वर्ना एक पेज आपने खुला पूरा भरा हुआ है उसके अंदर चार क्वेश्चन छह क्वेश्चन इधर दबा के लिखे हुए दर लगेगा भाई पेज पढ़ने के नेक्स्ट और लास्ट बेटा जो चीज बच्चे सबसे अधरमिश्ट कर जाते हैं वो होती है रिवीजन नीट की त्यारी के अंदर, IIT मेंस की त्यारी के अंदर, अडवांस के अंदर एकजाम में आपको सिर्फ दो चीज़े याद रहती है, ये बात मेरी याद रखना जो हमने कम से कम चार बार रिवाइज की हो कम से कम दूसरी वो जो हमने एक जाम से एक रात पहले या दो दिन पहले पढ़ा हो बाकी बेटा अगर आपने कोई चीज एप्रेल के महीने में खुब अच्छे से पढ़ी है और एक्जाम के पास रिवाइज नहीं कर पाए बेटा आप नहीं कर पाओगे उसका कुशन और आप अंदर से जब क्लास स्टार्ट हुई थी जब मैंने अर्जुना बैच जॉइंग किया था तब तो मैंने इसके यार 200 क्वेश्चन लगाए थे यार इसके कितने डिफिकल्ड क्वेश्चन है पर एक्जाम में क्वेश्चन क्यों नहीं किया तो हमेशा याद रखना बेटा कि आपको रिवीजिन करना होगा कम से कम चार से पांच बार हर चीज अच्छा आज के में स्ट्रीम के लाइस इसके पहले आपका प्रीवियस क्लास रिविजिन होना चाहिए देखो ये इतना टॉफ नहीं है अगर आप रोज करोगे जब तिक्कत होती है जब आप इसको टालते हो रिविजिन टाल रहे हैं और क्लास के 10 मिनट पहले मैं आपको बोलता हूँ अगर आपके पास बेटा जीवन में ऑप्शन है कि इस टॉपिक के पांच नए कोशिशन लगा लूँ या इसके एक्जिस्टिंग नोट्स को रिवाइज कर लूँ हर बार बेटा नोट्स रिविजिन को चूज करना जब तक दिमाग में अच्छे से कि आप अभी मैं स्कूल से आया हूं क्लास के पहले ना कुछ चार क्षेन और लगा लेता हूं एक्स्ट्रा एक किताब और बना लेता हूं जर्वत ही नहीं है जितना अर्जुना बैच के अंदर पढ़ाया जाएगा जितना लक्ष के अंदर पढ़ाया जाएगा नोट्स कर ल एक क्लास का रिविजिन 10-15 मिनट लेगा बेटा, एक क्लास का, तो तीनों क्लास मिला के एक घंटे भी नहीं हो रहा बेटा, रोज करनी है ये चीज, दूसरी बात है वीकली या टेन डे रिविजिन, इसको बोलते हैं ब्लाइंड रिविजिन, अब ब्लाइंड रिविजिन क् और यह ब्लाइंड विजन क्या होता बेटा ऐसे नहीं रिवाइस करना है कॉपी खुला ऐसे हाथ रखा खुद से सोचते कि अच्छा यह अच्छा ठीक है टॉपिक सबसे पहला क्या पढ़ाया था सर ने अच्छा कायनामैटिक्स फॉर्मला होता है अच्छा यह वाले क्वेश्चन में तो यह वाला कंसेप्ट इसका यह शॉर्टकट नहीं बेटा, से हाल, कोशिशन पढ़ा, कुछ से सोच रहे, दिमाग को प्रेशर डालना है, सोचना है कैसे हुआ था, थोड़ा डिफिकल्ट होगा, पर बेटा, ये अगर आप करने लग गए, तो आपका दिमाग बेटा, स्ट्रॉंग होना स्टार्ट हो जा� लगेगा कि डिस्टेंस दिया क्या है यह डिफरेंशिएट करें ना करें आप बस इतना इलावड है बीच-बीच में चिकली जब यह रिविजियन बेटा एक बार आपका कंप्लीट हो जाए 7 से 10 दिन बाद वाला मतलब साथ दिन की सारी चीजें तब बेटा आपको है अब आप बेटा इसको अ 5% rule में लेकर आओ, 5% rule मतलब जितना भी पढ़ा उसमें से सारी चीजों को, जैसे माल लेते हैं एक chapter आपका, let us say, मैं example दे रहा हूँ बेटा, एक chapter आपका माल लेतो 20 page ले रहा है आपके copy के, अब इसमें question solving को मत involve कर लेना, theory ले देखें, concept, theory, formula, 20 page, तो बेटा इस 20 page को हमें तो माल लेते हैं आपका कोई टॉपिक है जो कि 60 पेज में खतम हुआ है, 60 पेज टॉपिक, तो कोशिश करेंगे बेटा इसको हम 2 से 3 पेज के अंदर समराइज करके short notes बना लें, ये किसलिए, अगले revision के लिए, सबसे पहला revision हमने pre class किया, अगला revision हमने 7 से 10 दिन बाद जितना अब अगला revision यहां से short notes से start होगा और जब short notes से start होगा बेटा तो बहुत कम बार chance होंगे कि आप ये वापस पढ़ लेगो अब जब भी आपका test आता है बाई Arjuna Vatch के अंदर आपके बहुत सारे test होते हैं अब short notes पढ़ते हो तो आपको point number 5 पे लगा कि यार ये jugular ये ball वाला question ना ये नहीं हो पाता है मुझसे तब गए वापस notes पे एक particular चीज़ को देखने इस तरह से भाई आप करोगे मेरे पास अपनी life का, teaching का और एक इतनी बड़ी संस्था चलाने का जिसमें 15,000 लोग काम करते हैं, जो experience है, जिस तरह से मैं चीज़ों को manage करता हूँ, systematic way मैं खुद को organize रखता हूँ, वो मैंने आपको बताएगा. बेटा अगर आप अपने जीवन में खाली जगह छोड़ोगे और सोचोगे कि कल सुबा उठ के decide करेंगे कि मैं क्या करूँगा, तो आप decision नहीं लो�