नमस्कार मेरा नाम है अभ्युदय और ये मेरा आपसे सवाल है कि क्या आपका डॉ बेस्ट डॉ है पता करने के लिए कई सारे तरीके हैं चैट चिपटी से पूछ सकते हैं व्हाट इज द बेस्ट डॉ फॉर म्यूजिक प्रोडक्शन अपने म्यूजिक प्रोड्यूसर दोस्तों से पता कर सकते हैं आप कौन कहां लगाया फोन या फिर बॉलीवुड सोंग्स के ब्रेकडाउन चेक कर सकते हैं उनमें से भी डॉ दिख जाते हैं [संगीत] लीरे लिए जो फेरे संग लागे ड़ ड ड़ के छूने से तेरे के आगे कोरस आता है और वो होके मराय क प्ले स इ बॉलीवुड मूवी खुशिया [संगीत] go4 डॉज है एक्चुअल संख्या इससे भी ज्यादा है हर एक डॉ एक दूसरे से अलग है लेकिन द मिलियन डॉलर क्वेश्चन इज कि डॉ को जज कैसे करें वेल होम स्टूडियो बेस्ड म्यूजिक प्रोड्यूसर्स के लिए लगभग चार पैरामीटर्स मैंने फाइंड आउट किए जो इंपोर्टेंट होते हैं नंबर वन डॉ की लुक एंड फील नंबर टू डॉ के ऑडियो एंड मडि फीचर्स नंबर थ्री डॉ में दिए गए साउंड इफेक्ट्स एंड प्लगिंस एंड नंबर फोर डॉ का वर्कफ्लो अब देखो लुक एंड फील मेरे हिसाब से बहुत ही सब्जेक्टिव मामला होता है यार जैसे कि देखो लॉजिक में ट्रांसपोर्ट कंट्रोल ऊपर है साउंड लाइब्रेरी लेफ्ट में है राइट में है लूप लाइब्रेरी ये देखो एबल्टन लाइव इसके ट्रैक्स के कंट्रोल ही राइट साइड में दिए हुए हैं लूप लाइब्रेरी साउंड लाइब्रेरी दोनों लेफ्ट में है ये देखो क्यूबेस इसका तो ट्रांसपोर्ट कंट्रोल नीचे आया हुआ करता था ये सीन कुछ ऐसा ही है जैसे कि कहीं जुल्फ का बादल ओहो कहीं रंग गिली आंचल आहा लुक एंड फील सबसे ज्यादा मैटर तब करती है जब तक आपने अपने डॉग को अच्छे से जाना नहीं उसे समझा नहीं जैसे ही थ फैमिलियरिटी आ जाएगी उसी की लुक एंड फील आपको वर्ल्ड बेस्ट लगने लगेगी लेकिन ऑडियो एंड मडी फीचर्स जो है यहां से शुरू होती है आपकी एक्चुअल डॉ चुनने की असली सफर अच्छा आगे बढ़ने से पहले मैं बता दूं यहां पे मैं मेनली एफएल स्टूडियो एल्टन लाइ लॉजिक प्र रिपर मिक्स कफ्ट क्यू बेस स्टूडियो वन जैसे डॉज लगभग कंसीडर कर रहा हूं क्योंकि इन सारे डॉज में मैंने कभी ना कभी काम कर रखा हु बैंड लैब एलएमएमएस मोटू डिजिटल परफॉर्मर वगैरह डॉ के बारे में मुझे बिल्कुल अनुभव नहीं है तो उनके बारे में बात करने जाऊंगा तो कहीं से मुझे इंटरनेट पर देख देख देख कर पढ़ना पड़ेगा अगर सिर्फ ऑडियो के ऊपर आपको काम करना है लाइक लाइव म्यूजिशियन के परफॉर्मेंस रिकॉर्ड करना है बैंड का सॉन्ग रिकॉर्ड करना है या फिर मान लो लाइव इंस्ट्रूमेंट की ओवर डबिंग करनी है या फिर सिर्फ मिक्सिंग मास्टरिंग के ऊपर काम करना है तो एडोब ऑडिशन इज द बेस्ट ऑप्शन कुछ महीने पहले मैं कलका में एक स्टूडियो में रिकॉर्ड करने गया था एंड वहां के बारे में मैंने डील भी डाली थी instagram's बट एनीवेज तो वहां पे आई सॉ देर यूजिंग एडब ऑडिशन मैंने पूछा भाई क्या हो रहा है आप तो प्रोडक्शन स्टूडियो हो बोलते है नहीं भाई हम रिकॉर्डिंग स्टूडियो है एंड दैट्ची विथ ओनली ऑडियो एडब ऑडिशन में जो टूल्स बिल्ट इन आती है वो ऑडियो के ऊपर काम करने के लिए बेस्ट है मतलब क्या बोलूं आपको स्पेक्ट्रा नॉज रिडक्शन मिल जाता है जो जनरली rx8 rx10 टाइप के सॉफ्टवेयर्स में मिलते हैं दोज थिंग्स आर बिल्ट इन इनटू दिस डॉ बट एडब ऑडिशन की सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि उसमें मडी सपोर्ट नहीं करता है एंड दैट इज वाई वो कभी मेन स्ट्रीम डॉ उस तरीके से बन नहीं पाया तो देखो सारे मेजर डॉज जो होते हैं वो मीडिया और ऑडियो दोनों को सपोर्ट करते हैं हालांकि फीचर्स हां थोड़े ऊपर नीचे रहते हैं एफएल स्टूडियो एबल्टन लाइफ ये दोनों ऐसे डॉज हैं जिसमें मडी बेस्ड बहुत सारे ऑपरेशंस आपको करने को मिल जाते हैं एल्टन लाइफ प्रोबेबली दुनिया का सबसे ज्यादा कॉम्प्लेक्शन लाइफ के यूज़र मैनुअल देखो 867 पेज का है 867 जिनमें से 21 पेज तो सिर्फ उसके कंटेंट्स ही आते हैं मी की दुनिया में शायद ही कुछ ऐसी चीज होगी यार जो एबल्टन लाइव में करना पॉसिबल ना हो ऑन द अदर हैंड देखो एफएल स्टूडियो की एक बहुत ही बड़ी खासियत है उसके ऑटोमेशंस आप लिटरली एक क्लिक में किसी भी प्लगइन के किसी भी पैरामीटर को ऑटोमेट कर सकते हैं उसमें िक प्र स्टू व क्य बेस प्रो टूल्स थोड़े सिमिलर कैटेगरी के डॉज है यह मडी के मामले में एबल्टन लाइफ जैसे कप्लेक्स तो नहीं है बट ऑयो एंड मडी दोनों में काफी बैलेंस तरीके से हैंडल कर लेते हैं प्रो टूल्स और क्यूबस लंबे समय तक इंडस्ट्री स्टैंडर्ड रह चुके हैं इनफैक्ट आज की डेट में भी टॉप प्रोफेशनल स्टूडियोज प्रो टूल्स और क्यूबस पर ही अपने प्रोजेक्ट्स करते हैं वेल आपको कभी-कभार न्यू एंडो दिख जाएगा जो कि क्यूबस का ही काइंड ऑफ एक कजिन ब्रदर कह लो छोटे न्यू एज स्टूडियोज में आपको लॉजिक प्र और स्टू 1 का यूसेज ज्यादातर देखने को मिलेगा यूजुअली मैक बेस स्टूडियोज िक प्र इस्तेमाल करते हैं एंड विंडो बे स्टूडियो स्टूडियो वन का इस्तेमाल करते हैं प्रो टूल्स और क्यूबस का हार्डवेयर इंटीग्रेशन बहुत अच्छा है प्लस लोड लेने की कैपेसिटी भी बहुत अच्छा है इनफैक्ट देखो इसमें एक बात कहता हूं कि लोड लेने की कैपेसिटी जो है ना हमें अक्सर ये लगता है कि हमारे कंप्यूटर के स्पेक्स के ऊपर डिपेंड करती है लाइक आपकी ज्यादा रैम होगी फास्ट सीपीयू होगा ज्यादा लोड ले पाएगा ये हालांकि एक तरीके से सही सोच है बट असल में बातें कुछ और ही डिग्री तक जाती है देखो प्रो स्टूडियोज में ना कंप्यूटर की स्पेक्स जनरली कभी बॉटल नेक ही नहीं होती है बॉटल नेक होने का मतलब है कि उसका स्पेक्स इतना कम है कि सॉफ्टवेयर चलने में कतरा रहा है ऐसा नहीं होता है बट ऐसे कई सारे टेस्ट्स किए गए हैं आपको youtube0 के आसपास ट्रैक्स तक संभाल लेता है मतलब पूरे प्रोसेसिंग प्रोसेसिंग के साथ उसके बाद वो सिस्टम एरर थ्रो करने लग जाता है पर वहीं पे अगर आप उसी सेम सिस्टम पे प्रो टूल्स लगा रहे हो या क्यूबस लगा रहे हो वो काफी लंबा खेल जाएगा जिनके पास कंप्यूटर थोड़े लो स्पेक वाले हैं लाइक 8gb तक की रैम एट्स लाइट वेट डॉज आप इस्तेमाल कर सकते हो उनमें से रीपर बेस्ट डॉ है फ्री भी है हालांकि एक टाइम के बाद वो आपको बार-बार खरीदने को बोलेगा लेकिन अगेन यू शुड बाय बट या इट्स योर चॉइस मिक्स क्राफ्ट भी काफी अच्छा डॉ है एंड मेरे करियर के शुरुआती फेज में मैं मिक्स क्राफ्ट बहुत यूज कर चुका हूं इनफैक्ट मेरा जो शक्तिमान का गाना निकला था जिस पे मोर दन 1 मिलियन व्यूज है आज की डेट पे एंड वो गाना मुकेश खन्ना जी ने डीडी वन पर डीडी नेशनल पर इस्तेमाल कर रखे हुए हैं उस गाने पर भी मैंने मिक्स क्रेफ्ट का इस्तेमाल किया रीपर एंड मिक्स क्राफ्ट इन दोनों में ही ऑडियो या मडी के फीचर्स बेसिक लेवल तक ही आपको मिलता है मतलब अगर आपको एक्सट्रीम लेवल पे ईडीएम ट्रैक्स वगैरह नहीं बनाना है तो काफी हद तक आपका इस लेवल पे काम हो जाएगा साउंड लाइब्रेरी के मामले में द बेस्ट डॉ इज डेफिनेटली िक प्र 7 80gb की साउंड लाइब्रेरी फ्री ऑफ कॉस्ट आपको इसके साथ आ जाती है इसमें हर एक कैटेगरी के साउंड्स मौजूद होते हैं लाइक किसी भी जनर पर आपको काम करना है कुछ ना कुछ आपको मिल ही जाएगा इवन इंडियन साउंड्स एंड परकस भी जो ज्यादातर डॉ में आपको नहीं मिलता है लॉजिक के स्टॉक इफेक्ट्स भी काफी हाई क्वालिटी रहती है बड़े-बड़े प्रोडक्शन में भी लॉजिक के स्टॉक प्लगिंस आराम से फैव फिल्टर आइसोटोप के बगल में पैरेलली चल जाते हैं ऑन द अदर हैंड लटन लाइव के साउंड्स मोस्टली सिंथ जनर की आपको मिलेंगे एक बहुत बड़ा फर्क आपको दिख जाएगा एबल्टन लाइव और लॉजिक प्र के साउंड्स में जो कि यह है कि लॉजिक के साउंड्स जनरली मल्टी सैंपल्ड इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं और वहां पे एबल्टन लाइफ के साउंड जनरली आपको सिंथ मॉडल्ड मिलेंगे इसका क्लियर बेनिफिट िक प्रो को मिलता है अगर आप पॉप ब्लूज आरएनबी जैज ऑर्केस्ट्रा एफ्रो म्यूजिक इंडियन एशियन ऐसे जनरस पे काम करना चाहते हो तो लेकिन अगर आपको को इलेक्ट्रॉनिक बीट ट्रांस हिप हॉप मेलोडी के ऊपर काम करना है देन डेफिनेटली एबल्टन लाइफ के इंस्ट्रूमेंट्स आपको काफी सूटेबल रहेंगे और एबल्टन लाइफ के जो इफेक्ट्स प्लगिंस है ये भी आपके प्रोडक्शन को शाइन करने के लिए काफी है बट कहीं ना कहीं ऑर्गेनिक वर्म आपको नहीं मिल पाएगी एटलीस्ट फैव फिल्टर या आइसोटोप लेवल की कंपटीशन में तो लटन लाइफ के स्टॉक प्लगइन समझ लो कि नहीं उतरती है अच्छा अभी एफएल स्टूडियो के केस में ड्रम सैंपल्स ईडीएम या हिप हॉप बेस प्रोडक्शन के लिए काफी सूटेबल है मेलोडी प्लगिंस कुछ-कुछ अच्छे प्रीसेट्स आपको मिल जाएंगे मान लो पॉइजन हो गया फिर मॉर्फिन हो ग ये सब में बट ओवरऑल जो है कि प्रिटी एवरेज कलेक्शन है यार आपको एक्सटर्नल सीएसटी पे डिपेंडेंट होना ही पड़ेगा और अगर हमारे लाइट वेट डॉज की बात कर ली जाए मिक्स कफ्ट रिपर वगैरह की तो देखो मिक्स कफ्ट की लाइब्रेरी कंपेरटिवली बेटर है रिपर से एक डेमो लेवल का गाना तो इसमें बन ही जाता है हाई क्वालिटी डिटेल म्यूजिक प्रोडक्शन अगर आपको करना है तो यार वंस अगेन यू हैव टू डिपेंड ऑन एक्सटर्नल लाइब्रेरी कांटेक्ट लाइब्रेरी वगैरह आपको लगानी ही पड़ेगी और लास्टली एक बहुत ही बेहतरीन फीचर जो सिर्फ और सिर्फ िक प्र में ही बिल्ट इन आता है एटलीस्ट एज ऑफ नाउ वो है लब एटम 3d म्यूजिक प्रोडक्शन 3डी मिक्सिंग इसके अलावा बाकी के जो टॉप के डॉस है लाइक आपका प्रो टूल्स क्यूबेस वगैरह उसमें डल ब एटमस हो जाता है बट इनबिल्ट नहीं आता है आपको अलग से उसके लिए सॉफ्टवेयर परचेस करना पड़ता है बट लॉजिक में वो बिल्ट इन आता है सो दैट्ची वांट टू गेट इन टू 3d म्यूजिक प्रोडक्शन लास्टली बात करेंगे डॉ के वर्कफ्लो के बारे में वर्कफ्लो एक अहम चीज होती है अगर आप प्रोफेशनली म्यूजिक करना चाहते हैं तो जब आपके ऊपर टाइम का प्रेशर आता है एक सर्टन डिलीवरी डेट के अंदर आपको गाना सबमिट करना पड़ता है तब वर्कफ्लो बहुत ज्यादा खेल जाता है देखो मेजर्ली म्यूजिक की दुनिया में दो प्राइमरी वर्कफ्लोज होते हैं एक हो गया लूप बेस्ड वर्कफ्लो एक हो गया लीनियर वर्क इनफैक्ट ये वर्कफ्लोज एक हद तक डिफरेंट जनर ऑफ म्यूजिक को भी रिप्रेजेंट करती है लूप बेस्ड वर्कफ्लो मेजर्ली वर्कआउट करता है हिप हॉप एंड ईडीएम में लीनियर वर्कफ्लो स्ट्रांग एसोसिएटेड है ऑर्केस्ट्रा जैज ब्लूज इडी पॉप बॉलीवुड पॉप एटस हालांकि पॉप बहुत ही एक रिलेटिव टर्म है मैं उस तरीके से उसको इस्तेमाल नहीं करना चाहता हूं क्योंकि जो पॉपुलर है वही पॉप है बट या आई थिंक मोटा-मोटा आपको आईडिया मिल गया है लूप बेस्ड म्यूजिक के लिए एफएल स्टू स्टूडियो एंड एबटन लाइफ आपका बेस्ट बेट है वर्कफ्लो वाइज भी फीचर वाइज भी हिप हॉप प्रोडक्शन में देखो क्या होता है हम जनरली इंक्रीमेंटल लूप बिल्ड अप करते हैं एफ स्टूडियो खुद भी एक लूप बेस्ड डॉ है तो हिप हॉप प्रोडक्शन में आपका काम काफी इजी हो जाता है एफ में इसको अगर कंपेयर करें एबल टन लाइफ के साथ देखो तो कुछ ऐसे समझो कि एफएल स्टूडियो अगर प्रधान जी है तो एबल्टन लाइफ प्रधानमंत्री है एबल्टन लाइफ एक ऑसम डॉ है देखो यार ये एफएल की तरह लूप बेस स्ट्रक्चर भी सपोर्ट करता है इसके सीन व्यू में और प्रो टूल्स या लॉजिक या क्यूबस की तरह लीनियर वर्कफ्लो भी सपोर्ट कर है इसके अरेंजमेंट व्यू में इनफैक्ट इसी कारण से आपको दो अलग-अलग व्यूज मिल जाते दो अलग-अलग स्क्रीन्स मिल जाते हैं लॉजिक प्रो भी एबल्टन लाइफ की तरह ही लूप बेस्ड एज वेल एज लीनियर वर्कफ्लो दोनों सपोर्ट करने लगा है आजकल इनफैक्ट इस गेम में अभी मिक्स क्राफ्ट भी शामिल हो गया है बट लॉजिक या मिक्स क्राफ्ट की जो लूपिंग फीचर है यार वो वो भी काफी लिमिटेड है आई मीन एटलीस्ट कंपेयर्ड टू एबल्टन लाइफ तो कंपेरिजन ना ही करें तो अच्छा है वरना ये लोग एकदम मुंह के बल गिरेंगे एबल्टन लाइफ के बारे में और एक दूसरी बात करें तो देखो एबल्टन के अलावा बाकी जितने भी डॉज के मैंने लगभग नाम लिए हैं इन सब में आप को ऑलमोस्ट एक प्रॉपर डिजिटल मिक्सिंग कंसोल मिल जाते हैं नाउ डिजिटल मिक्सिंग कंसोल वो चीज होती है जिसमें आपको इंसर्ट्स सेंट्स पैंस एंड वॉल्यूम फेडर ये चारों इंफॉर्मेशन एक साथ सारे ट्रैक्स के दिख जाते हैं ठीक है नाउ एबल्टन लाइफ की सीन व्यू को कुछ लोग डिजिटल मिक्सिंग कंट्रोल के साथ कंपेयर करते हैं बट उसमें यार आपको सारे ट्रैक्स के इंसर्ट्स एक साथ नहीं दिखता है सो इट इज नॉट टोटली अ डिजिटल मिक्सिंग कंसोल टू बी ऑनेस्ट बट अगेन एबल 10 ला वो करने की कोशिश भी नहीं कर र है क्योंकि उसका पर्पस ही अलग है है ना एफ स्टूडियो में भी आपको मिक्सिंग कंसोल मिल जाता है एल्टन लाइफ के कंपेरिजन में तो बेहतर ही है जो मिलता है उसमें भी आपको सारे ट्रैक्स के इंसर्ट्स एक साथ दिखते नहीं है बट स्टिल इट्स काइंड ऑफ बेटर दन एल्टन लाइफ मिक्सिंग व्यू अच्छा जब एफ स्टूडियो के बारे में बात ही कर रहे हैं तो अभी समझ लेते हैं कि एफ का लूप बेस्ड वर्क मॉडल एंड मान लो कि लीनियर डॉज के जो वर्क फ्लो मॉडल होता है ये दोनों कैसे अलग है जनरली एक लीनियर डो में आप जब मिडी पे काम करते हैं तो क्या होता है आप एक-एक ट्रैक पे एक-एक इंस्ट्रूमेंट को आप सेट कर देते हैं ओबवियसली आप सेम इंस्ट्रूमेंट मल्टीपल ट्रैक में भी डाल सकते हैं अब मान लीजिए अगर एक ट्रैक में गिटार की मेलोडी है और दूसरे ट्रैक में मान लो पियानो लगा हुआ है अगर अपने मीडिया क्लिप को ड्रैग एंड ड्रॉप कर देंगे दूसरे ट्रैक में तो क्या होगा जो अब तक गिटार में बज रहा था अभी वो पियानो पर बजने लगेगा अब लीनियर डॉ पे ये बहुत ही आम बात है बहुत ही नॉर्मल बिहेवियर है लेकिन लूप बेस डॉ का वर्कफ्लो ऐसा है ही नहीं अगर आपको एफ स्टूडियो को मान लो काम करना है तो आपको इंस्ट्रूमेंट्स और ट्रैक्स आप देखेंगे आपस में कनेक्ट ही नहीं हो रहे हैं आपको एक सेपरेटली इंस्ट्रूमेंट ट्रैक मिल जाता है जिसे एफएल स्टूडियो में चैनल रैक कहा जाता है उस पर आप इंस्ट्रूमेंट डालते हैं फिर आप उसके अंदर एक लूप बनाते हैं और उस लूप को आप लेकर आते हैं आपके ट्रैक विंडो में जिसको वंस अगेन एफएल स्टूडियो में हम प्लेलिस्ट कहते हैं और यहां पे क्या होता है आप उसको किसी भी ट्रैक में बिठा सकते हैं मान लो आपने गिटार का लूप बनाया है उसको ट्रैक नंबर वन पे बिठा हो टू पे बिठा 10 पे बिठा 50 पे बिठा हो वो गिटर का लूप ही बजने वाला है जहां कि लीनियर डॉज में कौन से ट्रैक में बिठा रहे हो उसका इंस्ट्रूमेंट क्या है उसके ऊपर उसका लूप का इंस्ट्रूमेंट बदल जाता है लीनियर डोज में कोई भी ट्रैक बनते ही वो अपने आप मिक्सर में भी दिखाई देने लगता है बट लूप डो में एफएल स्टूडियो में आपको सेपरेटली इंस्ट्रूमेंट को मिक्सर के साथ कनेक्ट करना होता है और और एक बहुत बड़ा फर्क ये है कि आप जब लीनियर डॉ में एक मिडी क्लिप बनाते हैं तो एक क्लिप एक ही इंस्ट्रूमेंट की बनती है लाइक एक गिटार की क्लिप एक स्ट्रिंग्स की क्लिप पियानो की क्लिप व्हाट एवर और उस क्लिप को आप लूप कीजिए या फिर उसको मॉडिफाई कीजिए जो भी करना है आप उसको कर सकते हैं लेकिन लूप बेस्ड वर्कफ्लो में क्लिप्स जो बनते हैं उनका मेन परपस होता है एक लूप बनाना इस वजह से पहली बात तो ये कि एक क्लिप के अंदर मल्टीपल इंस्ट्रूमेंट्स पैरेलल बच सकते हैं और अगर आपने एक ही क्लिप को पांच अलग-अलग जगह पे पेस्ट कर दिया किसी एक जगह पे अगर आपने उसको मॉडिफाई किया वो बाकी चार जगह प भी मॉडिफाई हो जाएंगे तो आपको एक एक्स्ट्रा स्टेप वहां पे लेना पड़ता है उसको एक यूनिक क्लिप बनाना पड़ता है एंड फिर जाकर के उसमें आपको चेंजेज करने पड़ते हैं अभी इस वर्कफ्लो के डिफरेंस की वजह से लूप बेस डो में लीनियर सॉन्ग प्रोडक्शन करना और एक लीनियर डो में लूप बेस सॉन्ग प्रोडक्शन करना काफी दिक्कत का काम हो जाता है जो म्यूजिक एल स्टूडियो में मान लो दो दिन में बन जाएगी वो शायद प्रो टूल्स में आपको हफ्ते भर लग जाएंगे और जो म्यूजिक प्रो टूल्स में दो दिन में बन जाएगी वो शायद एफएल स्टूडियो में आपको महीने भर लग जाएंगे नाउ जनरली क्योंकि इन जनरल इंडियन म्यूजिक के नाम पे हम जो समझते हैं इस सीन में देखो फिल्म सोंग्स का ही सबसे बड़ा सीन चलता रहता है और फिल्म सोंग्स टिपिकली लीनियर फैशन के होते हैं है कि नहीं इसलिए आपको ज्यादातर यहां पे प्रो टूल्स क्यू बेस लॉजिक प्रो ये सब देखने को मिलेंगे बट वहीं अगर आप पंजाबी इंडस्ट्री में चले जाएंगे वहां पे आपको हिप हॉप म्यूजिक का एक्सेप्टेंस ज्यादा दिखेगा और इसी कारण से वहां पे एफएल स्टूडियो का इस्तेमाल ज्यादा दिखेगा बट हां अगर आप बैकग्राउंड म्यूजिक वगैरह करना चाहते हैं तब तो आपको लीनियर डॉ सीखना ही पड़ेगा और लास्टली अगर आपको नया लैपटॉप और नया डॉ लेना है तो आजकल सबसे सस्ता जो मै मैकबुक आता है ना जो मैं इस्तेमाल कर रहा हूं ये देखो यहां पे यह 75000 का आ जाता है और इसके आसपास परफॉर्मेंस देने वाली जो विंड बीसी होगी वो आराम से 90 1 लाख तक आ जाएगी और ॉ की कीमत की अगर बात करें तो देखो logico-philosophicus 15000 तक चला जाएगा और वैसे अगर आप सॉफ्टवेयर खरीदने वालों में से नहीं हो तब भी मैक मेक्स मोर सेंस एफ स्टूडियो एटन लाइ क बस प्र टूल स्टू 1 इन सारे के सारे मैक पर भी चल जाते हैं पर लॉजिक विंडोज पर नहीं चलता तो देखो यार मेरा सुझाव तो ऐसा ही रहेगा कि अपने ऑप्शंस को लिमिट करने का क्या पॉइंट है स्पेशली जब बेटर ऑप्शन आपको सस्ते में आ रहा है तब और अगर आपको अब तक समझ में नहीं आया कि यार बेस्ट डॉ कौन सा है तुमने तो इधर-उधर की सारे बातें बोल दी यही नहीं बता बेस्ट डॉ अरे यार वही तो बताया मैंने अब तक आपको इसलिए इतने फीचर्स इतने वर्कफ्लो समझाए आपको अबे आपको जिस प्रकार के गाने मेनली करने का मन है उसके साथ जो मैच करता है वही ड आपका बेस्ट डॉ है और जब चुन लिए आपका बेस्ट डॉ नीचे जाके कमेंट में लिखना मत भूलना [संगीत]