Transcript for:
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का संक्षिप्त परिचय

कि आज के इस एक वीडियो में हम आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का पूरा कौन सब समझा देंगे इसमें हम सबसे पहले देखेंगे कि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग होता क्या है ठीक है हम क्यों पड़ते हैं सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग को यह सभी चीजें हम इसे एक वीडियो में कवर करेंगे सबसे पहले स्टार्ट करते हैं इंट्रोडक्शन टू शोल्डर इंजीनियरिंग होता क्या है सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग इज द टेक्निक थ्रू विच वे कैन डिवेलप और क्रिएट एंड सॉफ्टवेयर फॉर कंप्यूटर सिस्टम्स एंड एनी अदर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस इस सिंपल वर्ड में अगर कहें तो आप किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए कोई भी सॉफ्टवेयर अगर बना रहे हैं तो बिना सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के नहीं बना सकते क्योंकि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग हमें बताता है कि हम बनाते हैं कैसे बने इस तरह से हम इसे बनाने के लिए कोशिश करता है सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जैसे अगर आपको कोई भी बनाना होता है तो सबसे पहले आप कमेंट करें तैयार करेंगे फिर अपने क्लाइंट थैंक्यू अगर उसे पसंद आएगा तो वही बोलेगा फिर आप काम स्टार्ट करेंगे कोटिंग इंप्लिमेंटेशन टेस्टिंग मेंटेनेंस ठीक है यह सारा चीज हमारा सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की डिपेंड करता है ठीक है मतलब सॉफ्टवेयर का यह पूरा तरह से इंजीनियर होता और इंजीनियर क्या करता है कुछ भी काम होता है अगर आप घर में बनाते हैं सिविल इंजीनियर को हार करेंगे तो आपके घर में क्या कैसा डिजाइन होगा आप इंजीनियर से ही अनशन करेंगे तो सेम वही चीज अगर कंप्यूटर सिस्टम के लिए कुछ भी बना रहे सॉफ्टवेयर वगैरह मोबाइल के लिए एप्स बना रहे हैं तो वहां पर सोफ्टवेयर के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर होता है वहीं कराता सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग ठीक है सेकंडों है इन दर वर्ड्स सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग पिज़्ज़ा प्रोसेस इन विच यूजर नीड्स और एंड लाइज एंड सॉफ्टवेयर यूज्ड यार नीड्स मालिक कोई कस्टमर है उनका नीड्स क्या उनका नीड्स वह आपको बताएगा कि आप डेवलपर है तो सबसे पहले आप करेंगे प्रॉब्लम को ऐड करेंगे इंजीनियरिंग प्रिंसिपल होता है प्रॉब्लम को लाइक करना यानि रिक्वायरमेंट को गेदर करके समझना उसके बाद उसे रिक्वायरमेंट को जो आपने एनालाइज किया है जो आपके कस्टमर ने दिया है जिनका भी नींद था उस रिक्वायरमेंट को मिक्स करने के बाद आप उसी के अकॉर्डिंग एक डिजाइन बनाएंगे डिजाइन बनाने के बाद आप अपने कस्टमर को शो करेंगे कि देखिए आपका सॉफ्टवेयर ऐसा दिखेगा आपने जैसा बोला उस हिसाब से यह डिजाइन तैयार हुआ है अगर कस्टमर बोलेगा ओके ठीक है तो आप आगे का काम स्टार्ट कर देंगे कोडिंग मेंटेनेंस टेस्टिंग यह सारा काम ठीक है तो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग ही हमें सारा प्रोसेस बताता है कि कोई भी सबूत अगर हम बनाते हैं तो कितना स्टेट से गुजरता है ठीक है थर्ड पॉइंट क्या है इन सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग द डेवलपमेंट ऑफ सॉफ्टवेयर यूजिंग वेल डिफाइंड साइंटिफिक प्रिंसिपल मेथड एंड प्रोसेसेस सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग हमें यह बताता है कि अगर हम कोई भी सॉफ्टवेयर बनाते हैं तो इसके लिए हम कुछ साइंटिफिक प्रिंसिपल को फॉलो करते हैं कुछ मेथड को हैं जिन्हें हम फॉलो करते हैं और कुछ स्टेप्स एंड प्रोसीजर्स और सोते हैं जिन तय चीता करते हैं कोई भी सॉफ्टवेयर डिवेलप करते हैं यह सारा जो भी प्रिंसिपल मुजफ्फरपुर से ज़ोर से वह सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में डिफाइंड है ठीक है और इन्हीं को फॉलो करके ही हम सॉफ्टवेयर डेवलप कर सकते हैं नहीं तो नहीं कर सकते अगर मैं आपको सिंपल बोलूं कि केलकुलेटर का प्रोग्राम बनाइए से लैंग्वेज में तो आप क्या करेंगे सबसे पहले आप यह देखेंगे कि केलकुलेटर में होता क्या क्या एडिशन सब्सट्रैक्शन मल्टीप्लिकेशन डिविजन ठीक है तो आपने क्या-क्या रिक्वायरमेंट को ऐनालाइज किया उसके बाद आप डिजाइन तैयार करेंगे कि मेरा प्रोग्राम कैसा बनेगा ठीक है एल्गोरिदम डिजाइन तैयार करेंगे तो मेरे को रिदम लिखेंगे फिर आप कोडिंग करेंगे ठीक है तब जाकर आपका प्रोग्राम बनेगा अगर आप डायरेक्ट कोडिंग करने जाएंगे हो सकता है आप अपने कस्टमर के अकॉर्डिंग फिर आप जैसा केलकुलेटर बनाना चाहते हो वैसा ना बना पाएं इसीलिए सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग बहुत ही मेन होता है क्योंकि अगर आप सुपर इंजीनियरिंग को फॉलो करते हैं तो आप एग्जेक्ट वही चीज बना पाओगे जो आपने सोचा था अगला पॉइंट ये है सॉफ्टवेयर इंजीनियर से बेल्ट देश है एंड एप्लीकेशंस बाय यूजिंग डिजाइनिंग एंड प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस विच सॉफ्टवेयर इंजीनियर होते हैं अगर वह कुछ भी ऐप्लिकेशन डिवेलप कर रहे हैं कुछ भी बना रहे हैं तो सबसे पहले जो भी डिजाइन तैयार होते हैं वह डिजाइन को देखते हैं और उसी को प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के जरिए कर देते हैं रियल में ठीक है तो यही होता है शीघ्र ही शुरू से ही ताकि आपको याद रखें अगला पॉइंट ये सब्सक्राइब रहे हैं स्टूडियो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग टेक्निक तो आपको जरूर इंजीनियरिंग कालेज के प्रिंसिपल से जो भी आपको जरुर करना चाहिए तो आपने सब्सक्राइब करें यहां पर यूज करना चाहिए इंजीनियरिंग प्रिंसिपल तो यहां पर जो सब्सक्राइब करें दूध यह दो टर्म आते हैं जब आप कोई भी कांटेक्ट बनाते हैं तो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग आपको बोलता है कि यह दो टर्म को यूज करोगे तो यहां पर ऑप्शन का मतलब क्या हुआ वेबसाइट सब्सक्राइब ओनली इंपोर्टेंट पार्ट ऑफ द सॉफ्टवेयर एंड लीव थिंग्स फॉर लेटर स्टेज आफ डेवलपमेंट अश्लील यह बताया कि अगर हम कोई भी बड़ा बना रहे हैं तो हम सिर्फ उतने ही रिक्वायरमेंट को अपने में कंसीडर करें उतना ही चीज को हमें कमेंट करें जो बहुत ही इंपोर्टेंट है ठीक है और रिक्वायरमेंट है जिसको नहीं करेंगे हमारा काम हो जाएगा तो हमें उस चीज को क्या करना चाहिए इग्नोर कर देना चाहिए जैसे ही बनाएंगे तो एडिशन सब्सट्रैक्शन मल्टीप्लिकेशन डिविजन रिमाइंडर यह हमारा 5 इंपोर्टेंट है इसके अलावा भी बहुत सारे काम होते हैं लेकिन वह इंपोर्टेंट नहीं करेंगे इग्नोर करेंगे एक पीपल के लिए बोलो हम ठीक है और यह ड्रम पोजीशन क्या डिपेंड करता है सौदा रिक्वायरमेंट आफ टोटल विक्रम सिंपल तो एक्सट्रैक्शन मगर इन सभी चीज़ो को इग्नोर करेंगे रिवाज लेंथ इनको तो आपका सॉफ्टवेयर यह काफी सिंपल होगा आपको बनाने के लिए रिक्वायरमेंट सिंपल हो जाएगा और डे कंपोजिशन का मतलब क्या हुआ एंड ए कंपोजिशन ब्रेक डाउन द सॉफ्टवेयर * नंबर ऑफ मॉडल्स वेयर इज मॉडल प्रोड्यूसर वे डिफाइन इंडिपेंडेंट टास्क कंपोजिशन बोलता है कि अलग-अलग प्रॉब्लम को ना आप छोटे-छोटे मोड ओन में डिवाइड कर दो उसके बाद आप अपने काम को स्टार्ट करें तो आपका जो डेवलपमेंट एंड इंप्लीमेंटेशन है वह काफी अच्छा लगा आपका सॉफ्टवेयर इंडिपेंडेंट रहेगा क्योंकि आपने हर एक काम के लिए अलग-अलग मॉडल बना दिया जैसे अगर केलकुलेटर बना रहे हैं तो एडिसन के लिए आप एक अलग फंक्शन बनाए वोट एंड सब्सट्रैक्शन के लिए सब्सट्रैक्शन हम का फंक्शन बनाइए उसके अंदर सब्ट्रेक्शन का लॉजिकली अब मल्टीप्लिकेशन के लिए मल्टिप्लिकेशन फंक्शन बनाए उसके अंदर सिर्फ मल्टिप्लिकेशन का काम करिए तो अगर आप अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग फंक्शन बना देते हैं तो हार एक ट्राय कीजिए अपने आप में इंडिपेंडेंट होगा आप जिस फंक्शन को कॉल करेंगे वही काम आपका होगा बाकि का फर्क नहीं पड़ेगा बाकी को ड्यूटी करेगा आफ एनी इंडिपेंडेंट हो जाते हैं ठीक है तो जब भी कोई बड़ा सोर्स पर बनाओ तो आपको एप्स ट्रैक्शन और डीकंपोजिशन फॉलो करना है जो कि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का दो बहुत मुमेंटम होता है अब सेक्शन मतलब सिर्फ जरूरी चीज को ही इंप्रूवमेंट करोड कंपोजिशन मतलब अलग-अलग अगर आप एक होटल में अलग अलग काम करें जैसे केलकुलेटर बना रहे 25 काम होता है डिसरप्शन मल्टिप्लिकेशन तूने अलग-अलग मॉड्यूल में डिवाइड करके करिए इससे क्या होगा कि आपका सारा काम इंडिपेंडेंट रहेगा तो यह होता है हमारा इंट्रोडक्शन सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का अभी सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग को लाने का प्रयास किया था मोटो क्या चलिए उसे डिस्कस करते हैं पर पोर्स की अगर बात करें तो सबसे पहला परपस होता है सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग को लाने का टूर मैनेजर इलाज सॉफ्टवेयर अगर आप बहुत सॉफ्टवेयर डेवलप कर रहे हैं और आफ्टर इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल को आप फॉलो नहीं कर रहें हैं जैसे अगर हम आपको बोले कि टू थाउजेंड लाइन ऑफर कोड आप मेरे सामने लिखो तो आप नहीं लिख सकते क्योंकि आपको रिक्वायरमेंट नहीं पड़ता है तो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग बोलता है कि जब भी आपको कोई कुछ भी डेवलप करने बोले बनाने बोले तो सबसे पहले आप रिक्वायरमेंट को सुनोगे इधर करो फिर उसे ऐनालाइज करो समझो उसका डिजाइन तैयार करो और जिसने भी आपको कहां है उसे डिजाइन दिखाओ अगर वह के बोले तो आप आगे काम स्टार्ट करो कोडिंग अगर आप कोडिंग भी करो ना तो आप करेक्शन आर्डर कंपोजिशन जरूर यूज करो मतलब जो भी इंपोर्टेंट पार्ट नहीं है उसे सबसे पहले इग्नोर करो इस 2009 कोड में उसके बाद अलग-अलग काम के लिए आप अलग-अलग मूड और बनाइए जैसे अगर आप एडिशन कर रहेगी प्लस बी तो इसको आप ऐड फंक्शन के अंदर लिखिए सब्सक्राइब करें यह चैनल सब्सक्राइब कर लीजिए इससे क्या होगा कि कोई भी प्रोग्राम को देखेगा कि समझ जाएगा कि अच्छा सा प्रोडक्शन फंक्शन के अंदर - वाला काम होगा एडिसन के लिए प्लस वाला काम होगा ठीक है और आपका प्रोग्राम देखने में काफी रीडेबल और इजी लगेगा अगर आप अलग-अलग मॉडल में डिवाइड नहीं करेंगे इन सभी काम को तो यह क्या होगा एक ही फंक्शन के अंदर रहेगा तो काफी लेनियर कंपलेक्स दिखेगा ठीक है कि जब भी कोई लास्ट सॉफ्टवेयर डेवलप होता है वहां पर आफ्टर इंजीनियरिंग व प्रिंसिपल फॉलो किया जाता है तभी आप बहुत ही इजली क्या कर सकते हैं अपने लाज सॉफ्टवेयर को बना सकते हैं और एक पॉइंट इसमें क्या होता मान लीजिए आपने सॉफ्ट बनाकर अपने क्लाइंट को दे दिया लेकिन उसके बाद भी आपको सॉफ्टवेयर को मेंटेन करना पड़ता है - करना पड़ता है यानी मेंटेनेंस देना पड़ता है जैसे हमारे मोबाइल एप्स में भी हमेशा कुछ-न-कुछ अपडेट आते रहते हैं तो जो भी डेवलपर लोगो हैं वह कुछ नया उसमें ऐड करते रहते हैं कुछ उसमें आते रहते हैं वह मेंटेनेंस का काम भी हमारा सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में ही आता है ठीक है यह मैंने इंजीनियरिंग लाने झाला परपस सेकंड क्या फॉर ग्रेटर रिस्क सेलिब्रिटी-सेलिब्रिटी का मतलब यहां पर क्या होता है सिंपल जितना भी सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग साइंटिफिक प्रिंसिपल्स है आप इसे फोल्ड करना चाहिए अगर आप फॉलो करें सब्सक्राइब करें अगर आप सब्सक्राइब करें का यूज करेंगे तो इसे मैंने करना क्रिएट करना उसके साथ काम करना होगा थर्ड पॉइंट इज द सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग हमें यह बताता है कि अगर आपको बनाते हैं उसका कितना इंजीनियरिंग प्रिंसिपल आपको यह बता देता है कि तैयार कर लेंगे कस्टमर के यहां पर तो आपको पता ही है तो आप बता सकते हैं कि यह बनाने में कितना करने का पता कर सकते हैं भी होगा जब सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग आप फॉलो करके कोई डॉक्टर बनायेंगे तब टो मैनेज डायनेमिक नेचर ऑफ द सॉफ्टवेयर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में अगर आप रोटी बनाते हैं तो आपके जो नीचे होता है मतलब उसमें आप बाद में ऐड कर सकते हैं रिमूव कर सकते हैं जिसको मेंटेनेंस अगर कुछ अपडेट हुआ तो आप ला सकते हैं सॉफ्टवेयर फॉर बेटर क्वालिटी मैनेजमेंट के बेहतरीन क्वालिटी के लिए आपको क्या करना चाहिए उसने मेंटेनेंस डालना चाहिए आपको आफ्टर इंजीनियरिंग का कोर्स करना चाहिए अगर आप सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग नहीं करेंगे सबसे पहले तो आप ही नहीं पाएंगे कोई भी सॉफ्टवेयर क्योंकि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में ही को मेंटेनेंस कोडिंग टेस्टिंग यह सब्सक्राइब भी इसी के लिए उम्मीद करते हैं कि आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग होता है वह समझ में आ कर तेरी मतलब सॉफ्टवेयर लोगों का इंजीनियर इंजीनियर क्या करता है सारी चीजें बताता है तो सॉफ्टवेयर कैसे बने का या लगेगा उसमें उसका रिक्वायरमेंट क्या वह कौन बताएगा इंजीनियर यही होता है सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग